book: इतिहास के साथ यह अन्याय!!-- प्रो. बी. एन. पाण्डेय--:भूतपूर्व राज्यपाल उडीसा एवं इतिहासकार, राज्यसभा के सदस्य और इतिहासकार प्रो. विश्म्भरनाथ पाण्डेय,
महात्मा गांधी की वह टिप्पणी ‘यंग इण्डिया में आगे कहा गया है-
‘‘टीपू सुल्तान ने हिन्दू मन्दिरों विशेष रूप से श्री वेंकटरमण, श्री निवास और श्रीरंगनाथ मन्दिरों की ज़मीनें एवं अन्य वस्तुओं के रूप में बहुमूल्य उपहार दिए। कुछ मन्दिर उसके महलों के अहाते में थे यह उसके खुले जेहन, उदारता एवं सहिष्णुता का जीता-जागता प्रमाण है।
book: इतिहास के साथ यह अन्याय!!-- प्रो. बी. एन. पाण्डेय--:भूतपूर्व राज्यपाल उडीसा एवं इतिहासकार, राज्यसभा के सदस्य और इतिहासकार प्रो. विश्म्भरनाथ पाण्डेय,
महात्मा गांधी की वह टिप्पणी ‘यंग इण्डिया में आगे कहा गया है-
‘‘टीपू सुल्तान ने हिन्दू मन्दिरों विशेष रूप से श्री वेंकटरमण, श्री निवास और श्रीरंगनाथ मन्दिरों की ज़मीनें एवं अन्य वस्तुओं के रूप में बहुमूल्य उपहार दिए। कुछ मन्दिर उसके महलों के अहाते में थे यह उसके खुले जेहन, उदारता एवं सहिष्णुता का जीता-जागता प्रमाण है।
book: इतिहास के साथ यह अन्याय!!-- प्रो. बी. एन. पाण्डेय--:भूतपूर्व राज्यपाल उडीसा एवं इतिहासकार, राज्यसभा के सदस्य और इतिहासकार प्रो. विश्म्भरनाथ पाण्डेय,
महात्मा गांधी की वह टिप्पणी ‘यंग इण्डिया में आगे कहा गया है-
‘‘टीपू सुल्तान ने हिन्दू मन्दिरों विशेष रूप से श्री वेंकटरमण, श्री निवास और श्रीरंगनाथ मन्दिरों की ज़मीनें एवं अन्य वस्तुओं के रूप में बहुमूल्य उपहार दिए। कुछ मन्दिर उसके महलों के अहाते में थे यह उसके खुले जेहन, उदारता एवं सहिष्णुता का जीता-जागता प्रमाण है।