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कशमीरी

पिं डत
आतंक की भूली गाथा

नवमबर, 2008
कशमीर का इितहास
 िहंदू धमर और िशका का केनद

 महाभारत मे कशमीर के बारे मे िलखा है

 माना जाता है की कशमीरी िहंदू अजुरन के वंशज है

 बारहवी शताबदी मे मुसलमान राजाओं ने उनपर अिधक ज़ुलम िकए


 उनकी हतया की गई, जबरन उनहे मुसलमान बनाया गया
 मुसलामानो के आने के 200 वषर बाद कशमीर मे केवल 11 िहंदू पिरवार रह गए
थे
धारा 370
 कशमीर मे चुनाव के बाद कशमीर की सरकार ने तय करना था की वे भारत के
साथ िमलेगे या पािकसतान के साथ

 1957 मे शेख अबदुललाह की जब सरकार बनी, उनहोने तय िकया की कशमीर


भारत के साथ ही रहेगा

 इसके बाद धारा 370 हटाया जाना था, परनतु कशमीर और भारत की सरकार ने यह
नही िकया
 इस भूल के पिरणाम सामने आ गए

 Source: http://www.kashmirherald.com/presentations/Article370_files/frame.htm
‘सवय ं शासन’ िकसके िलए ?
 िवभाजन के समय कशमीरी िहनदुओं और जममू - लदाख के शेत के
लोगो की इचछाओं को कोई महतव नही िदया गया
 िवभाजन के समय िहंदू -मुसलामानो की संखया 50-50 पितशत थी

 जममू और लदाख मे िहनदुओं की संखया कशमीर की जनसँखया से अिधक थी

 धारा 370 केवल कशमीर के मुसलामानो के साथ एक समझौता था

भारत के दस
ू रे राजय िबना सवयं शासन के अपनी पहचान भी बनाये हुए है
और देश की उनित मे भी भाग ले रहे है

 Source: http://www.kashmirherald.com/presentations/Article370_files/frame.htm
धारा 370 के पिरणाम
 धारा 370 की आढ मे कशमीरी मुसलामानो ने िहनदुओं को धीरे - धीरे राजय के
पशासन से िनकाला

 इसलामी कटरवािदयो को राजय के पशासन मे जगह दी

 िशका संसथाओं मे पवेश मे िहनदुओं के िलए मुिशकले खड़ी की

 संचार माधयमो को अपने अिधकार मे लेकर कटरवाद फैलाया


धारा 370 के पिरणाम
 जहा पूरे भारत मे िहनदुओं की जनसँखया बढ रही थी, वहीँ कशमीर मे
िहनदुओं की संखया 15 पितशत से 4 पितशत रह गई

 िवधान सभा मे िहंदू ना के बराबर थे

 इनही सबका पिरणाम था की िहनदुओं के नयूनतम मानव अिधकारो का


हनन हुआ : मंिदरो को तोड़ा गया, िहनदुओं की हतया की गई, बलातकार और
अपहरण िकया जाने लगा

 आगे चल कर 1990 मे इसलामी कटरवािदयो ने 4 लाख कशमीरी


िहनदुओं को कशमीर से िनकाल िदया
िहनदुओं के कशमीर छोड़ने का पहला चरण
 मुसलामानो की भलाई के िलए राजय सरकार ने कुछ कदम
उठाये जो िहनदुओं पर भारी पड़े

 िहनदुओं को उचच िशका और नौकरी के िलए दोगुना पिरशम करना पड़ा

 इस कारन िहनदुओं ने शायद 1960 से ही कशमीर छोड़ना शुर कर िदया था

 1947 मे कशमीरी पंिडतो की जनसंखया 12 पितशत थी (कशमीर मे)


िहनदुओं के कशमीर छोड़ने का दूसरा चरण
 1990 मे ढाई लाख से भी जयादा कशमीरी िहनदुओं को कशमीर से बाहर िनकाला गया

 1990 तक कशमीर मे केवल 1 पितशत िहंदू ही बचे थे

 2006 तक यह संखया भी घाट के 0.1 पितशत ही रह गई थी

 गली के कुतो के गलो मे िचनह टाग िदए गए िजन पर िलखा था


'भारतीय कुतो अपने घर जाओ'
कशमीरी पिं डतो पर एक लघु िफलम
 अशोक पंिडत - भाग 1
http://in.youtube.com/verify_age?next_url=/watch%3Fv%3DeCRFWStxV_4

 अशोक पंिडत - भाग 2


http://in.youtube.com/watch?v=u2vsztUdkpU

िविडयो देखने के िलए इनटरनेट लगाये


मंिदरो और मूितरयो को तोड़ा गया

आआआआ आआ आआआआ आआआ आआ आआ आआआ आआ, आआआआआ आआआआ आआ


आआआ आआ ?
कशमीर मे वंधामा हतयाकाणड
 चुन-चुन के कशमीरी पंिडतो की हतया की गई
 15 सदसयो के पिरवार के 14 लोगो की हतया की गई
 कुल 23 लोगो की हतया की गई
िविडयो देखने के िलए इनटरनेट लगाये
 वंधामा हतयाकाड - भाग 1
 http://in.youtube.com/watch?v=caswR0jroag
 वंधामा हतयाकाड - भाग 2
 http://in.youtube.com/watch?v=4ZfHaIp6hMo

ऐसे बहुत हतयाकाड हुए


सरकार का रवयया
 कशमीर के मुखय मंती फारख अबदुललाह और उनकी नेशनल काफेस सरकार
ने सारी िज़ममेदारी तयागी
 कशमीर मे अवयवसथा
 भारतीय सरकार ने एकदम कुछ नही िकया

“हमने इसे छुटपुट घटना समझा, आतंकवािदयो का खेल हमे समझ नही आया I
जब तक भारतीय सरकार कुछ करती बहुत देर हो चुकी थी" - कशमीर के इंसपेकटर जनरल
के. राजेद कुमार
 Source: http://www.dailyherald.com/special/passagefromindia/paradiselost.asp
अपनी मज़ी से कूच?
 भारतीय मानव-अिदकार कमीशन ने कहा 'कशमीरी पंिडत अपनी मज़ी से आए है, यह
उनका अपना िनशय था I’ जाती-संहार मानने से मन कर िदया |

 सरकार से कोई उनका हाल पूछने नही आता है I िजनहे सरकार ने खुद
कशमीर छोड़ने के िलए कहा उनका भी कभी िकिस ने हाल नही पूछा I

 कशमीर मे कुछ फलैट बनाये गए पर आतंकवाद के कारण कशमीरी पंिडत


वािपस नही जा सके

Source: http://www.rediff.com/news/2005/jan/19kanch.htm
 http://www.iakf.org/main/index.php?module=article&view=173
उनकी दुदरशा
िििि िि ििििि ििि िििि िि िििििि िि ििि िििििि िििििि िििि ििििि

राजनीितक पािटरया, सरकार, नयायपािलका, संचार-माधयम और समाज-सेवक, सबने इनहे िनराश िकया I

भारितयो की समरण शिकत बहुत कमज़ोर है I इसी कारण अँगरेज़ एक-एक करके सभी राजयो को हड़प गए I

िि ििििि

1999 मे सिबरया ने जब 3 लाख अलबािनयो को िनकाला तब पिशमी देशो ने उससे युद िकया I

1990 मे कशमीरी पंिडत शरणािथरयो की संखया थी : 4 लाख


िजनहोने कशमीर नही छोड़ा
 बहुत ही ऊँचे पद के सरकारी कमरचारी या अमीर वयापारी

 िजनकी आजीिवका भूिम, खेतो या बागो पर िनभरर थी

 िजनहे मुसलमान पढोिसयो ने सुरिकत िकया या िजनके पास सुरकक थे

 िजनहोने सोचा िक कुछ महीनो मे िसतिथ सुधर जायेगी

 उनके ऊपर जानलेवा हमले हुए और कुछ को मार िदया गया

 शरणािथरयो की दुदरशा देख के वेह नही आए


 5-6 लोग एक छोटे से कमरे मे या टेट मे रह रहे थे
 बीमािरयो और आिथरक तंगी से परेशान थे

 Source: http://www.iakf.org/main/index.php?module=article&view=173
के.पी.एस िगल के शबद
 िवश मे इससे बहुत कम सतर के संहार पर अंतराषटीय सतर पर आलोचना
हुई, और िजनपर अतयाचार हुआ, उनकी सबने मदद की, पर यह दुखात
घटना यूँ ही शािनत से िनकल गई I िकसी ने आवाज़ नही उठाई, िकसी ने
धयान नही िदया I

कशमीरी पंिडतो के इलाज करने वाले िचिकतसको ने कहा िक वे शारीिरक


और मानिसक रप से अपनी पाकृितक आयु से 10-15 वषर अिधक आयु के
हो गए है , ऐसे ही चलता रहा तो उनकी जाती पूणर रप से खतम ही सकती
है I
 Source: http://www.satp.org/satporgtp/kpsgill/2003/chapter9.htm
उनकी िशकायते और मागे
 19 वषर बाद भी 50,000 पंिडत गरीबी मे कैमपो मे रह रहे है

 सरकार उनहे पवासी कहती है (यह शबद उनके िलए पयोग िकया जाता है जो अपनी
इचछा से िकिस एक सथान से दूसरे सथान जाते है) I सतय तो यह है िक उनहे
आतंकवाद के कारण कशमीर छोड़ना पड़ा था Iउनके िलए ये शबद पयोग न िकया जाए
I पवासी माने जाने के कारण उनहे सरकारी नौकिरया नही िमल पायी थी

 हम सढ रहे है, हमारा कोई राजनीितक पितिनिध नही है I

 हमे कशमीर मे बराबर के हक चािहये I


 Source: http://www.newkerala.com/topstory-fullnews-39092.html
उनकी िशकायते और मागे
 अपनी कशमीरी िहंदू संसकृित को बचा के रखने के िलए उनहे सरकार से धन
चािहए I

 मंिदरो और सासकृितक केनदो की देखबाल का अिधकार उनहे िदया जाए I


घर जाने की पतीका मे…..
िवश उनहे कैसे देखता है
 हमने देखा की एमनेसटी इंटरनेशनल का कशमीरी पंिडतो की तरफ रवयया
शतु जैसा था - फंकोईस गौितएर जो फैकटस-इंिडया से है

 लनदन टाईमस के पमुख लेखक िमचेल िबनयो ने अशोक पंिडत की


िफलम देख कर कहा िक यह िबटेन के दशरको के देखने लायक नही है, यह
बहुत ही जयादा पचार लग रहा है I

कयूिं क कशमीरी पंिडत बमब नही फोड़ते


कयूंिक हम सबने उनको िनराश कर िदया
ििि...
िििि िि िििि िििि ििि ििििि
ििि ?
कशमीरी पंिडतो की वेबसाइट से िलए गए कुछ िचत..अमरनाथ लड़ाई की िवजय मनाते हुए जममू के लोग
हमारे पषन
 हमारी समरण शिकत इतनी कमज़ोर कयूँ है
 वेह अकेले ही कयूँ लड़ते है
 कयूँ उनहे यू. एन. के पीछे भागना पड़ता है ?

कया धारा 370 के हटाने से कशमीर की बनावटी दीवारे टूट जाएँगी और कशमीर समसया का
उपाय िमल जाएगा ?
सवािभमान
िि ििििि िि िि िििििि िििि िि

ििि िि िििि ििि ििि ििि


हम कया कर सकते है
 कशमीरी पंिडतो के िलए इस िवषय को राजिनितक िवषय
बनाये
 उनकी रैली मे उनके साथ आवाज़ उठाये
 उनके िलए रैली करे
 धन या िकिस अनय तरीके से उनकी सहायता करे
 कम से कम उनकी रहने की हालत सुधारे
ििििििि ििििि िििििििि /
ििििििि
ििििििि ििििि िििििििि / ििििििि
 Panun Kashmir : A Homeland for Kashmiri Pandits
 Roots in Kashmir
 Kashmiri Overseas Association
 Indo-American Kashmir Front
 Kashmir-Pandit.org
 Kashmir-information.org

 ििििि
 www.kashmiris-in-exile.blogspot.com

 िििििि
 contact@rootsinkashmir.org
अिधक जानकारी या सवािभमान के सदसय बनने के िलए संपकर करे
Swabhimaan2008@gmail.com

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भारतीय िहनदुओं की एकता
References
http://www.kashmiripandits.info/
http://kashmiris-in-exile.blogspot.com/
http://www.panunkashmir.org/margdarshan.html
http://www.dailyherald.com/special/passagefromindia/paradiselost.asp
http://www.hindujagruti.org/activities/campaigns/national/hindu-genocide/gallery.php?level=album&id=16&page=1
http://www.kashmirherald.com/main.php?t=PR&st=L
http://www.dailyherald.com/special/passagefromindia/paradiselost.asp
http://ushome.rediff.com/news/2004/jul/30franc.htm
http://www.iakf.org/main/index.php?module=article&view=173
http://en.wikipedia.org/wiki/Kashmiri_Pandits
http://www.kashmirherald.com/presentations/KNNIndiaPolicyForum_files/frame.htm

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