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मै कयो नहीं मान पाता ह



िि सूयोदय िे बाद सूयासा त होता है
सोम िे बाद मं गल होता
और आज िे बाद िल होता
कयोिि मै जानता ह

िि
सूय ा िा न !दय होता है न "सत
#ो तो $स%ा &ं गा '(ा है , )ि 'ूं&े से *
यह तो है प+, #- है िा .ूमना,
और मेरी प+, #- ब/ता *
0जससे सूरज ि1- होता है
मेरी आ'ो िे सामने
और ि1- मेरी प-2 िे प-3े *
और बस 4स-$लये म56े ि1-
सूयोदय )#ं सू यासा त िा 3ला#ा
रास ही नहीं आया*
ि1- सो7ता ह

ं िि
"गर मै "पन- ही 8ूरी पर .ूम जा!ं
तो सूयोदय और सूयासा त ि- 9'ं , ला
$न0:त ही ग(ब(ा जायेग-
और "गर मै 7लना ;5 < िर दं ू
प+, #- ि- िद;ा िे =#परीत
तो सूयोदय )#ं सू यासा त ि- परं परा ही ;े> हो जयेग-
ि%र न आज िे बाद िे िल होगा
न सोम िे बाद मं गल
रह जायेग- $नर?तर म@या?ह ि- 8ूप
और $7र?तन आज मA ज-ता ह
5
आ मै

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