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फरमान नं० 4

आलम को इ म के शक या है .
ज़ म व
समा करे या ना करे समा बडा बलवान
असर ह सब1 ह पर होगा प र द, पशु इं सान.

ब चा गैबी पद से माता के पेट म आया। फर बंद हवा से इस दिनयां


ु म

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पहँु चा तो उसके साथ क दो जहानी हवा उसका सांस हई
ु , जसके लेते ह जमाने
क दोरं गी चाल के मैदान का लँबा-चौड़ा हसाब कताब खुल गया। जस पर

en
हर बात के दो पहलू होने लगे या यूँ कहो क:- ज म का व पता लग जाने
से ज़ दगी के वाब क ताबीर (नतीजा या हालात) मालूम करने का खाका
ud
(ज म कु डली) इ म योितष के मुता बक तैयार होता हआ
ु माना गया। मगर
शक हआ
ु क एक बाप2 के दो बेटे,
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tro
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ज म व को बुिनयाद मान कर जस तरह ये मज़मून इंसान के ता लुक म काम दे ता है, हबह


ू ू उसी तरह ह इस इ म का
1

असर प र द , मकान या दसरे


ू दिनयावी
ु अहम (बहत
ु ज र वा यात) और काम के ता लुक म पाया गया है . यािन अगर व
क पैदाइश के मुताबक कसी इंसान क ज म कुँडली इसके हालात से खबर दे गी,तो इस व पर पैदा शुदा हैवान(है वान) या
बनाया हआ
ु मकान ह चाल असर से खाली न होगा.
एक बाप क एक ह औरत से दो जौडे (जु वाँ) ब चे या उस क दो मुखलफ औरत से एक ह व म दो इक ठे पैदा शुदा
2

ब चे
एक घर के दोन 1 भाई , एक शहर दो2 िनवासी, एक वतन दोनो3 साथी, हम
4
उ , एक जमान एक नसल खवाह बेगाना, सब ह का ज म व एक ह होने
पर हालात क दु ती क बुिनयाद या होगी. बर अ स इस के भूँचाल,
हादसा, द रयाओ, क त याली, ज़ँग अज़ीम क गोलाबार , या द गर दबाई और
ज ले वा यात से हज़ार लाख का आ खर व (मौत) भी एक ह जैसा और
एक ह होता हआ
ु दे खा गया, तो फर सब का सब िन य(िनसचा)जाता ह
मालूम होने लगा. इस पर याल गुजरा क ह त रे खा और इ म याफा के

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मुताबक जब हर एक क रे खा और लक र जुदा जुदा ह हालात का न शा
तस ली ब श न होगा. मगर फर भी वहम पैदा हआ
ु , क जब 12 साला ब चे

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क रे खा का कोई एतबार नह और 18 साला उमर से बड रे खा म कोई तबद ली
नह मानते(मगर शाख का बदलना माना गया है ) तो यक न कस बात पर
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होगा.इस तरह दोनो इ म से कोई दबोई न हो सक , य क एक तो ज म
व (लगन) गलद होने क वजह से ह बे बुिनयाद हो गया, और दसरा
ू िसफ
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एक अकेले ह क ज दगी का नेक बद (तबीयत क नरमी गम ) बता कर


चुप हआ
ु . और कसी दसरे
ू साथी या ता लुकदार का कोई वा ता न बता सका.
tro

तो आ खर पर हर अमल को इक ठा कया गया.मगर फर भी यह मालूम


हआ
ु क बुिनयाद असूल क वाक फयत के बगैर कोई मतलब हल न होगा.
हज़ा शक को दरू करने के िलये या इस का फायदा उठाने के िलये इस इ म म
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ामर- फलादे श और योग बँधन वगैरह के अल दा अलहदा ह से मुकरर हए


ु .

1
ताया चाचा जाव या खालू मामू के घर एक ह व मे इक ठे पैदा भाई
वाह आलीशान राजा, वाह िनध न दु खया फक र मगर दोनो एक ह शहर म इक ठे रहने वाले िनवािसय के यहां एक ह
2

व म पैदा शुदा ब चे
3
4

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