थम नहीं रहा शिकार

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थम नही रहा िशकार

सुनील शमा

वह िदसंबर का महीना था जब कबीरधाम िजला मुखयालय से 80 िकमी दूर कोकदुर थाना केत के अमिनया
गाव मे शेर का शव गामीणो ने देखा. शव सडक़र कंकाल की शकल अिखतयार कर चुका था. शेर को
एंडोसलफान नामक कीटनाशक देकर मारा गया था. इस मामले को िछपाने का पयास अफसर लगातार करते
रहे. डीएफओ और एसडीओ ने इसे बडे लकडबघघे का शव बताया लेिकन रायपुर से जाच टीम ने इसकी पुिष
शेर के शव के रप मे की. यह इलाका अचानकमार टाईगर िरजवर और कानहा राषटीय उदान के गिलयारे का
जोडता है और इसे बाघो का िवचरण केत माना जाता
है.

झूठ गढऩे मे मािहर वन िवभाग के अफसरो को जब भी मौका िमला िशकार पर पदा डालने से नही चुके. राजय
के बाहर पकडे गए िशकािरयो ने कई बार छतीसगढ के जंगलो मे वनयपािणयो का िशकार करना सवीकार
िकया है पर िवभाग इससे पलला झाडता रहा है. राजय मे 2008 से 2010 के भीतर ही 45 से अिधक मामले
अवैध िशकार के दजर िकये जा चुके है. मृत जानवरो मे हाथी, तेदुए के अलावा राषटीय पशु बाघ का िशकार
िशकािरयो ने खाल, नाखून और मास के िलए िकया है. यहा 2010-11 मे िशकार के 35 मामले सामने आये है
िजसमने 170 आरोिपयो की िगरफतारी हुई है.
सूतो का कहना है िक छतीसगढ के जंगलो मे िशकार के पीछे िकसी अंतराषटीय िगरोह का हाथ है, पर
अिधकािरयो की िशकार पर पदा डालने की पथा और झूठ गढऩे की आदत की वजह से िशकार के मुखय
आरोपी बचते रहे है. अिधकतर मामले मे गामीणो की धरपकड कर खानापूितर की जाती है. िशकािरयो के हाथ
िकतने लंबे है इसका अंदाजा तो इस बात से ही लगाया जा सकता है िक संरिकत वनो मे भी वनयपािणयो का
िशकार हो रहा है. 13-14 अपैल की रात अचानकमार टाईगर िरजवर एिरया मे िशकार की नीयत से हुई
फायिरंग ताजा उदाहरण है.

668 वगर िकमी मे फैले अचानकमार टाईगर िरजवर एिरया मे छपरवा के पहले एक देवी मंिदर िसथत है. गामीणो
के मुतािबक घटना की रात मंिदर मे भंडारा था और बडी संखया मे गामीण वहा मौजूद थे. अचानक गामीणो ने
फायिरंग की आवाज सुनी और आवाज की िदशा मे भागे. गामीणो ने िशकािरयो को दौडाया और िरवालवर मौके
पर ही छू ट गई. िशकारी कार पर सवार होकर फरार हो गये. गामीणो ने घटना की सूचना छपरवा रेसट हाउस
मे मौजूद रेजर डीआरसी भगत की दी.
शी भगत दल-बल के साथ मौके पर पहंुचे. आसपास की तलाशी मे उनहे एक िरवालवर और खुखरी िमली.
वायरलेस सेट पर फायिरंग की सूचना देते हुये सभी बेिरयर को अलटर िकया गया. िकसी भी वाहन को बगैर
चेक िकये नही गुजरने देने की सखत िहदायत दी गई. इधर पटैता, अचानकमार,लमनी बेिरयर मे मौजूद
कमरचारी सखम िनगरानी रखे हुये थे लेिकन पूरी रात जाच के बाद भी िशकािरयो की धरपकड नही हईु . शी
भगत ने मौके पर िमली िरवालवर का पंचनामा िकया.
सूतो का कहना है िक िरजवर एिरया मे बसे गाव के िकनारे रात मे कोटरी, चीतल आिद वनयपाणी अकसर आ
जाते है. इनके िशकार की नीयत से ही िशकारी वहा आये थे लेिकन उनहे सफलता नही िमली कयोिक मौके से
िकसी भी वनयपाणी का शव बरामद नही हुआ है. िशकार मे पुिलस का एक अिधकारी भी शािमल था जबिक
अनय वे लोग थे जो पहले भी जंगल आते रहे है और िजनहे वनयपािणयो के िवचरण का सथान मालूम है. जबत
िरवालवर पुिलस अिधकारी की थी और उसे घर पहंुचने पर पता चला था िक िरवालवर मौके पर ही िगर गई.

बताया जाता है िक घटना के तीसरे िदन पुिलस अिधकारी ने यह कहते हुये अपनी िरवालवर वापस ली िक वे
नकसिलयो की सूचना सचर कर रहे थे और िरवालवर मौके पर िगर गई. हालािक फायिरंग कयो हईु इस पर कोई
बात नही हुई.
इस मामले मे एक बार िफर अिधकारी झूठ गढऩे लगे. मौके पर मौजूद रेजर शी भगत ने इस मामले मे बयान
देने को अपने अिधकार केत से बाहर बताया और उचचािधकािरयो से सवाल-जवाब करने की सलाह दी. इधर
अिधकारी मामले पर पदा डालते रहे. अपरािधयो के िखलाफ काररवाई करने की बजाय अिधकारी उनका बचाव
कर रहे है. सूतो की माने तो वन िवभाग के अफसरो को अपरािधयो का नाम मालूम है लेिकन वे जान बूझकर
कोई काररवाई नही कर रहे है. शिनवार को घटना की जानकारी होने पर शहर के कुछ लोगो ने सीएफ आईएन
िसंह और डीएफओ एसडी बडग़ैया से मुलाकात कर अपरािधयो को िगरफतार करने की माग की. सीएफ ने
तीन अिधकािरयो की टीम बनाई है जो मामले की जाच कर उनहे िरपोटर सौपेगी. हालािक इस टीम मे वे
अिधकारी भी शािमल है िजन पर किथत अपराधी पुिलस अिधकारी का िरवालवर वापस करने और उसका
बचाव करने का संदेह है.

उललेखनीय है िक वषर 2009 मे अचानकमार अभयारणय को टाईगर िरजवर एिरया घोिषत कर पाच गावो को
खुिडय़ा जलाशय के पास बसाया गया है. िवसथापन की सूची मे 17 गाव और है िजनहे िवसथािपत िकया
जाएगा.
जानकारो का कहना है िक यिद सभी गाव अनयत बसा िदये गये तो िशकार के मामले पहले से और बढ
जायेगे. िशकारी बेखौफ िशकार करेगे. कमरचारी िजनकी संखया वैसे ही कम है कया वनयपािणयो को बचा पाएंगे.
मालूम हो िक पदेश के तीन टाईगर िरजवर इंदावती, उदंती-सीतानदी और अचानकमार मे कुल 420 मे से
219 पद लंबे समय से िरकत है. कमरचािरयो की कमी भी वनयपािणयो की सुरका पर सवाल खडे करता है.

िपछले साल िबलासपुर मे दो लोगो को शेर की खाल के साथ पकडा गया था और इसके पहले भी वनयपािणयो
के खाल,नाखून, दात के साथ अपराधी पकड मे आते रहे है. िशकार तो हो रहे है लेिकन वन िवभाग के
अफसरो को जैसे झूठ गढऩे की आदत पड चुकी है. वे कभी भी इस बात को सवीकार नही करते िक जंगल मे
वनयपाणी असुरिकत है. अचानकमार टाईगर िरजवर मे फायिरंग की घटना के बाद एक बार िफर से िशकार के
बदसतूर जारी होने की बात खुलकर सामने आ गई है.

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