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विकास की आॊधी भं जशऩुय के आददिासी

सुनीर शभाा जशऩुय से रौटकय

जशऩुय भं ईफ नदी के दकनाये फसे आददिासी जानते हं दक अफकी फाय इनका साभना चाये की
तराश भं बटकते भतिारे हाथथमं से नहीॊ फल्कक औद्योथगक विकास की एक ऐसी अॊधी फमाय से
है जो उन्हहं , उनकी सॊस्कृ थत औय उनका अल्स्तत्ि बी चौऩट कय सकता है . गुकरु भं फनने िारे
हाइड्रोइरेल्रिक ऩािय प्राॊट से वफजरी कफ ऩैदा होगी मह तो नहीॊ भारूभ रेदकन आददिाथसमं के
जीिन भं अबी से अॊधेया छाने रगा है . छत्तीसगढ़ हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राइिेट थरथभटे ड ने इन्हहं
जभीन अथधग्रहण का नोदटस रमा बेजा, जैसे इनके
यातं की नीॊद ही रूट री.

"ऊऩय गुकरु, भतरुॊगा, अरोयी डू फेगा तो रमा हभ


फचंगे साहफ, हभ बी डू फंगे औय खेती-फाड़ी की जभीन
बी. हभं तो भुआिजा तो दयू नोदटस दे ना बी जरूयी
नहीॊ सभझा गमा, हभायी जभीन री बी जा यही है
औय कहा बी नहीॊ जा यहा है दक तुभ रोगं की
जभीन रे यहे हं , जैसे मह कोई थनजान जगह हो, जहाॊ
कोई घय नहीॊ हो, कोई आदभी नहीॊ हो."

ओयकेरा के ऩटे र (गाॉि के भुल्खमा) बंचरके हं दक आल्खय ऐसा कैसे हो सकता है . असर भं
छत्तीसगढ़ हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राइिेट थरथभटे ड इराके भं फाॊध फना यही है औय कॊऩनी का
दािा है दक इससे केिर 4 गाॊि प्रबावित हंगे. रेदकन इस फेशभा झूठ की हकीकत मे है दक
कॊऩनी जो फाॊध फना यही है , उसभं फाॊध प्रिाह के दोनं छोय के चाय गाॊिं को तो डू फ का इराका
भान यही है औय इन गाॊिं के कुर 38 ऩरयिायं को भुआिजा बी दे यही है रेदकन इन चाय गाॊिं
के फीच के गाॊि, जो अथनिामा रुऩ से डू फंगे, उन गाॊि के रोगं को भुआिजा कौन कहे , कॊऩनी ने
आज तक नोदटस तक नहीॊ दी है .

ओयकेरा के ऩटे र ऩढ़े -थरखे नहीॊ हं रेदकन िह अऩने ल्खराप हो यहे अन्हमाम को अच्छी तयह
सभझते हं औय दकसी बी कीभत ऩय अऩनी जभीन नहीॊ छोडऩा चाहते. िह कहते हं - “मह कहाॊ
का न्हमाम है ? खेती-फाड़ी की जभीन ऩानी भं डू फ जामेगी तो हभ खामंगे रमा? घय डू फेगा तो यहं गे
कहाॊ ? रमा इसकी थचॊता सयकाय को है . उसे तो फस आददिाथसमं की जभीन चादहमे. ऩय थचॊता
भत करयमे न साॊऩ भये गा औय न राठी टू टे गी, न हभ जभीन खारी कयं गे औय न ऩािय प्राॊट
फनने दं गे.‟‟

ऩटे र की तयह ही नीचे गुकरु, भतरुॊगा औय अरोयी के आददिासी बी अऩनी जभीन दकसी बी
कीभत ऩय नहीॊ दे ना चाहते. उनका कहना है दक िे महाॊ से कहीॊ नहीॊ जामंगे, बरे ही ईफ नदी
उन्हहं डू फा ही रमं न दे .

जशुऩयनगय से सन्हना योड ऩय फाई ओय दग


ु भ
ा इराके भं ईफ नदी के दकनाये फसे मे गाॊि भनोया
तहसीर भं आते हं . इनभं ज्मादातय उयाॊि जनजाथत के रोग यहते हं , जफदक कुछ कोयिा भाॊझी
ऩरयिाय बी इन गाॊिं भं कई ऩीदढय़ों से यहते आ यहे हं . इस ऩूये इराके भं आददिासी सघनता से
फसे हुए है . ल्जरे भं भनोया ही एकभात्र ऐसी तहसीर है , जहाॉ अन्हम तहसीरं की अऩेऺा सफसे
अथधक 79.60 प्रथतशत आददिासी यहते हं .

इराके भं यहने िारे इन आददिाथसमं के थरमे इराके का जॊगर ही इनकी अऩनी दथु नमा है .
जॊगर ऩय इनकी थनबायता का इससे फड़ा प्रभाण औय रमा हो सकता है दक नभक, साफून औय
तेर के अरािा दकसी बी खाद्य साभग्री के थरमे इन्हहं फाजाय का भुॊह नहीॊ दे खना ऩड़ता. गाॊि के
एक फुजुगा अऩनी बाषा भं फताते हं -“हभायी उत्ऩवत्त औय ऩारन भं दो ही तत्िं का भहत्ि है ,
ऩहरा प्रकृ थत औय दस
ू या वऩतय.”

रेदकन इन दोनं ऩय अफ खतया भॊडया यहा है . हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट फनने के फाद इनके
जीिन भं एक ऐसा फदराि आमेगा जो इनके प्रकृ थत औय वऩतय के सॊफॊधं को ऩूयी तयह खत्भ
कय दे गा. गुकरु के ऩास ईफ नदी को फाॊध कय विद्युत उत्ऩादन कयने िारी मोजना काभमाफ हुई
तो छत्तीसगढ़ के सयप्रस वफजरी उत्ऩादन भं 24 भेगािाट का इजापा हो जामेगा रेदकन इसकी
कीभत आददिासी दकस तयह चुकामंगे इसका अॊदाजा कोई नहीॊ रगाना चाहता.

गुकरु भं प्रस्तावित 24 भेगािाट ऺभता के हाइड्रोइरेल्रटक ऩािय प्राॊट के भूता रूऩ रेने से गुकरु
से रेकय सन्हना तक कयीफ 30 दकभी नदी के दकनाये फसे गाॊि औय जभीन हभेशा के थरमे डू फ
जामंगे. ईफ के ऩानी भं आददिाथसमं के घयं के साथ ही उनकी खेती-फाड़ी की जभीन औय उनकी
सॊस्कृ थत बी जरभग्न हो जामेगी. नदी के दस
ू यी ओय का फादरखोर अबमायण बी इस डू फ से
प्रबावित होगा.

हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट के थरमे िैसे तो चाय गाॊि की जभीन रेने की फात कहीॊ जा यही है .
ऩय िास्ति भं इसके थरमे तकयीफन 381 िगा दकभी जभीन अथधग्रदहत होगी. इसभं 3.299
हे रटे मय शासकीम, 24.867 हे रटे मय थनजी औय 5.105 हे रटे मय िन बूथभ शाथभर है . 131 कयोड़
की रागत िारे इस ऩािय प्राॊट के फनने से इस इराके के 22 गाॊिं भं यहने िारे 1476
ऩरयिायं के 9471 आददिासी सीधे तौय ऩय प्रबावित हंगे. सॊयल्ऺत िन के बीतय यहने िारे दर
ु ब

जीि-जॊतु वफजरी फनाने के इस उऩक्रभ की बंट चढ़ं गे िह अरग.

आभतौय ऩय शाॊत यहने िारे इन गाॊिं भं कॊऩनी, जनप्रथतथनथध औय सयकाय के ल्खराप उठ यही
वियोधी आिाजं को साप तौय ऩय सुना जा सकता है . ऩेशा एरट, िन अथधकाय अथधथनमभ,
ऩाॊचिीॊ अनुसूची का ऩारन तो महाॊ नहीॊ हो यहा है ऩय आददिाथसमं ऩय उनकी जभीन दे ने दफाि
जरूय डारा जा यहा है .

जभीन अथधग्रहण के थरमे अरोयी, डू भयटोरी, गुकरु औय झयगाॊि के 38 ग्राभीणं को कॊऩनी ने


नोदटस थबजिामी. आददिासी शाॊथतऩूणा ढॊ ग से अऩना जीिन वफता यहे थे रेदकन कॊऩनी से थभरे
नोदटस ने उनके यातं की नीॊद औय ददन का चैन थछन थरमा. िह ददन बी कयीफ आ गमा जफ
ग्राभ सबा की फैठक होनी थी. इस ददन के फाद उनके जीिन भं एक ऐसा फदराि आमा ल्जसने
उनके बीतय डय, आक्रोश, वियोध औय घृणा को जन्हभ ददमा. 26 भाचा 2007 को ग्राभ डू भयटोरी
भं विशेष ग्राभ सबा आमोल्जत हुई ल्जसका विषम था छत्तीसगढ़ हाइड्रोइरेल्रिक ऩािय प्राइिेट
थरथभटे ड के थरमे आददिाथसमं की जभीन का बू-अजान. इसके थरमे ऩहरे से ही अखफायं भं
विऻाऩन प्रकाथशत कयने के साथ ही गाॊि भं इसकी जानकायी दे दी गई थी.

मह एक ऐसी ग्राभ सबा थी, ल्जसके खत्भ होते ही इस ऩूये इराके की शाॊथत थछन गई. दोऩहय
फायह फजे शुरू हुई इस ग्राभ सबा भं करेरटय, एसडीएभ, ल्जरा ऩॊचामत अध्मऺ, जनऩद ऩॊचामत
अध्मऺ, सयऩॊच औय सथचि सदहत डे ढ़ दजान अथधकायी भौजूद थे ग्राभ सबा की शुरूिात
एसडीएभ ने की. उन्हहंने औऩचारयकतािश ऩॊचामती याज अथधथनमभ के प्रािधानं, ग्राभसबा भं
ऩेशा एरट की बूथभका के फाये भं फतामा. ऩय फकौर ग्राभीण-साहफ के जानकायी दे ने का अॊदाज
औय इस्तेभार दकमे गमे िारम कापी भशीनी थे, ल्जसे सभझना अनऩढ़ आददिाथसमं के थरमे
असॊबि था. ग्राभ सबा के आमोजन के सॊदबा ऩय करेरटय ने प्रकाश डारा.
इसके फाद हाइड्रो ऩािय कॊऩनी के एक इॊ जीथनमय ने प्रस्तावित ऩािय प्राॊट के थरमे आिश्मक
बूथभ की गाॊि िाय जानकायी दी. उन्हहंने आददिाथसमं को अऩनी जभीन थन:सॊकोच कॊऩनी को दे ने
की फात कहते हुमे मह बी बयोसा ददरामा दक उनका घय नहीॊ डू फेगा. िे सुयल्ऺत ढॊ ग से यह
सकंगे औय फैयाज भं आने-जाने की सुविधा बी दी जामेगी. नदी के दोनं दकनायं ऩय घाट फनेगा
औय भुआिजे का बुगतान शासन के आदे शानुसाय दकमा जामेगा.
ग्राभीणं को हाइड्रो ऩािय प्राॊट फनने से होने िारे
राबं के फाये भं फताते हुमे मह बी कहा गमा दक
इससे प्रकृ थत मा उन्हहं दकसी बी तयह का कोई
नुकसान नहीॊ होगा. शेष िक्ताओॊ का जोय बी केिर
इस फात ऩय था दक ग्राभीण अऩनी जभीन हाइड्रो
ऩािय प्राॊट के थरमे दं . इसके फाद यामशुभायी के थरमे
अऩयाह्न चाय फजे तक का सभम ग्राभीणं को ददमा
गमा.

थनधाारयत सभम भं सबा दपय शुरू हुई औय प्रबावित ग्राभीणं को फुरा-फुराकय ऩूछा गमा. ल्जन
ग्राभीणं की जभीन डू फ यही थी, उन्हहंने जभीन दे ने से इनकाय कय ददमा.

शुरूआती ददनं से इन आददिाथसमं के थरमे सॊघषा कय यही आददिासी भदहरा भहासॊघ की भभता
कुजूय फताती हं - „‟ ग्राभ सबा भं 82 ग्राभीणं को उऩल्स्थत होना फतामा गमा है , जफदक इनकी
सॊख्मा आधी बी नहीॊ थी. अथधकाॊश हस्ताऺय जारी है , ल्जन्हहं ऩढऩा-थरखना नहीॊ आता उनका बी
हस्ताऺय यल्जस्टय भं है . कुछ ग्राभीणं के जफयन हस्ताऺय बी थरमे गमे. ग्राभसबा भं
अथधकारयमं ने अऩनी भजी चराई औय ग्राभीणं को भुआिजे का रारच दे ने के साथ ही जभीन
नहीॊ दे ने ऩय शासकीम मोजनाओॊ का राब नहीॊ दे ने की फात कहकय उन्हहं धभकामा बी.
अथधकारयमं की फात सुनकय ग्राभीण डय गमे औय अथधकारयमं ने हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट के
थरमे ग्राभीणं की सहभथत होने का प्रस्ताि ऩारयत कय ददमा गमा. „‟

भभता के अनुसाय दस
ू ये ददन ल्जरा प्रशासन औय कॊऩनी की ऩहर ऩय दै थनक अखफायं भं मह
खफय छऩी दक गुकरु इराके के ग्राभीणं भं हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट को रेकय फेहद उत्साह है
औय उन्हहंने इसके थनभााण को रेकय खुशी-खुशी अऩनी जभीन दे ने की फात कहते हुमे ग्राभ सबा
भं प्रस्ताि ऩारयत दकमा है . कुछ ऐसी ही ग्राभ सबा अन्हम गाॊिं भं बी हुई औय आददिासी छरे
गमे औय उन्हहं इसका ऩता बी नहीॊ था.

गाॊि के एक नौजिान फताते हं - “हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट की ओय से अऩना घय, ऩेड़,
जभीन औय सफ कुछ गॊिाने िारे प्रबावित ग्राभीणं को भहज 43 राख रूऩमे फतौय भुआिजा दे ने
की फात कॊऩनी ने की. आऩ सोचं दक रमा 22 गाॊिं की आफादी भहज 43 राख रुऩमे भं अऩने
जीिन का थनिााह कय रेगी ?”

हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट की स्थाऩना औय आददिाथसमं को फेदखर कयने की फात तेजी से
ऩुये जशऩुय भं फ़ैर गई. ल्जरे के तऩकया, कुनकुयी सदहत कुछ अन्हम इराकं भं आददिाथसमं के
विस्थाऩन के वियोध भं ऩहरे से कामा कय यहे आददिासी भदहरा भहासॊघ को जफ इस भाभरे की
जानकायी हुई तो उसने आददिाथसमं को जागरूक कयने का फीड़ा उठामा औय उन्हहं उनके
अथधकायं के प्रथत सजग दकमा. िन अथधकाय अथधथनमभ 2006 , ऩेशा कानून के साथ ही ऩाॊचिीॊ
अनुसूची भं ददमे गमे प्रािधानं की फायीदकमाॊ फताई. इसके फाद आददिाथसमं ने विस्थाऩन का
वियोध कयने कभय कस री.

भभता फताती हं – "गाॊििारं को तो कुछ बी भारूभ नहीॊ था, उन्हहं तो मह बी नहीॊ ऩता था दक
ऩािय प्राॊट फनने के फाद उनकी जभीन नहीॊ फचेगी. रेदकन जफ िे अऩने अथधकाय के थरमे जागे
तो कॊऩनी का वियोध बी आददिाथसमं के दभन का कायण फन यहा है . वऩछरे कुछ सारं भं
आददिाथसमं को जागरूक कयने िारे 88 साभाल्जक कामाकतााओॊ के ल्खराप आऩयाथधक प्रकयण
दजा कय ददमे गमे है . उन सफ ऩय आयोऩ है दक िे आददिाथसमं को कॊऩनी के ल्खराप बड़ा यहे
हं औय शासकीम कामा भं रूकािट डार यहे हं .‟‟

जफ कॊऩनी के साथ सयकायी नुभाइॊ दे उनके एजंट की बूथभका भं हं तो रड़ाई कभजोय ऩड़ती ही
है . एक तयप तो आददिाथसमं ऩय भुकदभे दकमे गमे, उन्हहं धभकी दी गई िहीॊ दस
ू यी ओय रोगं
को मह कहा गमा दक अगय िे भुआिजा नहीॊ रंगे तो सयकाय जफयजस्ती जभीन ऩय कब्जा कय
रेगी औय दपय भुआिजा बी नहीॊ थभरेगा. इन गाॊिं के आददिासी ऩड़ोसी ल्जरे यामगढ़ भं
सयकाय की दरारं जैसी बूथभका से अनजान नहीॊ थे. ऐसे भं प्रबावित गाॊिं के कई ऩरयिायं ने
कॊऩनी का भुआिजा स्िीकाय कय थरमा. कॊऩनी द्वाया घोवषत 38 प्रबावित ऩरयिायं भं से 20
ऩरयिायं ने भुआिजा रे थरमा.

14 अगस्त 2008 को भुआिजे की याथश घोवषत की गई ल्जसके भुतावफक 38 प्रबावितं की 43


राख 43 हजाय 208 रुऩए का अिाडा हुआ. इसभं 20 रोगं को 24 राख, 7 हजाय 695 रुऩए
का चेक दे ददमा गमा जफदक 18 प्रबावितं को 19 राख 34 हजाय 513 रुऩए भुआिजे की याथश
कॊऩनी दे ना तो चाहती है रेदकन िे तैमाय नहीॊ है .

गाॊि के फुजगा फताते हं दक आददिाथसमं की जभीन अबी बी सॊमुक्त रूऩ से हं . कोई एक खातेदाय
नहीॊ है , मही कायण है दक भाॉ-फाऩ रड़ाई रड़ यहे हं औय उनके फेटे जो जिान हं , उन्हहं रारच
दे कय ऩय भुआिजे का चेक थभा ददमा गमा है . हाराॊदक 18 ऩरयिायं ने भुआिजा रेने से साप
तौय ऩय इनकाय कय ददमा. अफ ल्स्थथत मह है दक ल्जन्हहंने भुआिजा थरमा है िे बी अऩनी
जभीन नहीॊ दे ना चाहते. िैसे असरी आॊकड़ं को दे खं तो 22 गाॊिं भं से कुर 20 रोगं को ही
आज की तायीख तक भुआिजा थभरा है . मानी प्रत्मेक गाॊि से औसतन एक आदभी है , ल्जसे
कॊऩनी ने प्रबावित भान कय भुआिजे की यकभ थभामी है .

ऐसा नहीॊ है दक आददिाथसमं ने अऩनी जभीन फचाने के थरमे कुछ नहीॊ दकमा, िे थनयॊ तय सॊघषा
कयते यहे हं . जशऩुयनगय आने से डयने िारे आददिाथसमं ने याजधानी यामऩुय जाकय बी अऩना
वियोध जतामा. साभाल्जक कामाकताा औय भभता की सहमोगी भारती थतकी फताती है दक फीते
तीन-चाय सारं भं आददिाथसमं ने अऩनी जभीन फचाने के थरमे कड़ा सॊघषा दकमा है .
ऻाऩन,थशकामत,धयना-प्रदशान, यै री इतने हुमे दक इन्हहं थगनना भुल्श्कर है .
आददिासी भदहरा भहासॊघ की भारती थतकी आॊकड़े औय रड़ाई की कहानी भुॊहजफानी फताना शुरु
कयती हं . चाय भई 2007 को ग्राभीणं ने अथतरयक्त तहसीरदाय भनोया को ऩत्र थरखा ल्जसभं
छत्तीसगढ़ हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राइिेट थरथभटे ड द्वाया अखफायं भं प्रकाथशत ईश्तहाय ऩय आऩवत्त
जताई. ऩत्र भं ऩािय प्राॊट फनने से होने िारी प्राकृ थतक ऺथत की आशॊका जताई गई औय कॊऩनी
ऩय शासकीम फर का दरु
ु ऩमोग कयते हुमे ग्राभीणं को
भ्रथभत कयने का आयोऩ रगामा.
इसके चाय ददन फाद 8 भई को आददिाथसमं ने
जशऩुयनगय भं विशार यै री थनकारी औय करेरटय को
ऻाऩन संऩा. ल्जसभं ग्राभ सबा की दोफाया फैठक
फुराने, ऩािय प्राॊट की दडजाइन से उन्हहं अिगत
कयाने, विश्वस्त विशेषऻं से थनभााण सॊफॊधी चचाा कय
ग्राभीणं के थरमे दकमे जाने िारे विकास कामा की
स्ऩष्ट जानकायी, विस्थावऩतं की ऩुनस्
ा थाऩना की कामामोजना फनाने जैसी भाॊगे यखी. ऩािय प्राॊट
के भद्दे नजय हो यही जॊगर की कटाई का वियोध कयते हुमे ग्राभीणं ने करेरटय को ऩत्र थरखा.
ल्जसभं उन्हहंने स्ऩष्ट दकमा दक ग्राभ सबा भं उन्हहंने ऩािय प्राॊट के थरमे सहभथत नहीॊ दी है ,
इसथरए तत्कार कूऩ कटाई ऩय योक रगाई जामे. 31 जुराई को एक फाय दपय करेरटय को ऩत्र
थरखकय ग्राभ ऩॊचामत अरोयी भं हुई ग्राभसबा को अिैध फतामा औय दोफाया ग्राभ सबा कयाने की
भाॊग की. ग्राभीणं ने यल्जस्टय भं पजी हस्ताऺय कयने की थशकामत बी की.

भारती के अनुसाय अथधकारयमं से भामूसी हाथ रगने ऩय ग्राभीणं ने जनप्रथतथनथधमं का दयिाजा


खटखटामा. चाय जून 2008 को भदहरा एिॊ फार विकास भॊत्री रता उसंडी को ऻाऩन संऩकय
वफजरी उत्ऩादन के थरमे जभीन दे ने से इनकाय कय ददमा. उन्हहंने आददिाथसमं को अभन-चैन
का जीिन जीने दे ने की गुजारयश बी की. िषा 2009 भं गुकरु के ग्राभीणं ने याज्मसबा साॊसद
ददरीऩ थसॊह जुदेि से थभरकय उन्हहं अऩनी सभस्मा फताई. उन्हहंने प्रधानभॊत्री को ऩत्र थरखने का
िामदा दकमा, ऩत्र थरखा बी ऩय प्रधानभॊत्री कामाारम से कबी जिाफ नहीॊ आमा.
5 निॊफय 2009 भं ग्राभ सुयाज अथबमान का थशविय रगा तो ग्राभीणं ने एक फाय दपय ग्राभ
सबा को रेकय थशकामत की रेदकन अऩने आरा अथधकारयमं द्वाया ऩारयत प्रस्ताि िारे ग्राभ सबा
को थनयस्त कयना सुयाज अथबमान के अथधकारयमं के थरमे सॊबि नहीॊ था. थरहाजा ग्राभीणं से
आिेदन रेकय सभस्मा थनिायण का कबी न ऩूया होने िारा िादा कय ददमा गमा औय एक फाय
दपय आददिासी छरे गमे.

ग्राभीणं ने 10 पयियी 2009 कुनकुयी,20 पयियी 2009 खयिाटोरी, 13 जून 2009 जशऩुय, 6
अरटू फय 2009 यामऩुय, 20 अरटू फय 2009 फगीचा, 16 ददसॊफय 2009 खयिाटोरी, 9 अप्रैर
2010 भनोया,8 जुराई 2010 सदहत कई वियोध यै थरमं, जनसबाओॊ औय जागरूकता थशवियं भं
फड़ी सॊख्मा भं शाथभर होकय जशऩुय भं आददिाथसमं को विस्थावऩत कयने ऩय वियोध जतामा.

भूर थनिासी भुवक्त भोचाा के चीप को-आदडा नेटय डा. आस्कय एस.थतकी विस्थाऩन के वियोध भं
रगाताय आददिाथसमं को सॊगदठत कयने का कामा कय यहे हं . िे कहते हं दक "ऩूये जशऩुय भं
आददिासी अऩनी जभीन फचाने के थरमे जद्दोजहद कय यहे हं तो कॊऩनी के अथधकायी, ऩुथरस औय
प्रशासथनक अथधकायी फाय-फाय उनके ऩास जाकय जभीन दे ने दफाि डार यहे हं . सीधी सी फात
रोगं की सभझ भं रमं नहीॊ आती दक आददिाथसमं का जीिन जर,जॊगर औय जभीन के वफना
भुल्श्कर है . उनका विस्थाऩन उथचत नहीॊ है . मे साभुदाथमक जीिन जीते हं , आददिाथसमं की
सॊस्कृ थत िहीॊ पर-पूर सकती है जहाॊ िे भूरत: थनिास कयते हं .‟‟

आददिाथसमं को इस रड़ाई भं आथथाक सभस्माओॊ का साभना बी कयना ऩड़ यहा है . जॊगर ऩय


थनबाय उनकी अथाव्मिस्था उन्हहं इस फात की इजाजत नहीॊ दे ती दक िे इस तयह की रड़ाई रड़ं ,
ल्जससे उनका योज का काभ प्रबावित हो औय आथथाक रुऩ से बी नुकसान उठाना ऩड़े . एक
आददिासी अगय दकसी यै री भं, धयना भं मा करेरटय को ऻाऩन संऩने बी जाता है तो उसकी
उस ददन की योजी भायी जाती है , उऩय से आने-जाने, खाने-ऩीने भं खचा का दोहया बाय बी उन्हहं
उठाना ऩड़ता है .

नौ सार ऩहरे नदी के उस ऩाय से गुकरु भं आकय फसे अरेरजंडय थभॊज को अफ बूख कभ ही
रगती है . उसे यात भं नीॊद बी नहीॊ आती. उसे ददन-यात एक ही थचॊता सताती है दक मदद उसकी
जभीन चरी गई तो उसके ऩरयिाय का रमा होगा? ऩािय प्राॊट के थरमे फनने िारे इस फाॊध से
कई आददिाथसमं के साथ ही उसकी बी ऩूयी तीन एकड़ जभीन डू फ जामेगी. ऩहरे ददन से ही िह
अऩने अन्हम साथथमं के साथ अऩनी जभीन फचाने के थरमे सॊघषा कय यहा है . इस फीच िह
थनयाश औय हताश बी हुआ रेदकन उसने हाय नहीॊ भानी है .
अरेरजंडय फताते हं - "कई फाय अथधकायी, ऩुथरस औय कॊऩनी के आदभी आकय जभीन दे ने के
थरमे दफाि डारते हं , धभकी दे ते हं रेदकन ऩूछने ऩय मे नहीॊ फताते दक अगय जभीन दे दी तो
भेया औय भेये ऩरयिाय का रमा होगा? हभ कहाॊ जामंगे? खेती की जभीन ही नहीॊ यहे गी तो घय ऩय
यहकय रमा कयं गे औय जहाॊ खेत डू फेगा तो घय थोड़े ही फचेगा. यामगढ़ सदहत तभाभ जगहं ऩय
कॊऩनी ने रमा दकमा मह फात दकसी से थछऩी नहीॊ है . िैसे बी कॊऩनी ल्जनकी जभीन रेती है ,
उनके साथ कबी न्हमाम नहीॊ होता तो हभाये साथ रमा न्हमाम होगा?"

ग्राभीण विकास कंद्र की थसस्टय सेिती ऩन्हना वऩछरे दस सारं से जशऩुय भं भानि व्माऩाय,
आददिाथसमं के विस्थाऩन के ल्खराप आिाज उठा यही है . िह कहती है - "विककऩ शब्द भन भं
आशा जगाता है ऩय ल्जनके ऩास विककऩ नहीॊ है िे रमा कयं ? विककऩ का अबाि िताभान
व्मिस्था के प्रथत भन भं घृणा ऩैदा कयता है औय महीॊ बाि भनुष्म को वियोध के थरमे उकसाता
है . व्मिस्था के ल्खराप शुरू होने िारा सॊघषा न तो आसान होता औय न ही भाभूरी.
आददिाथसमं के ऩास व्मिस्था के ल्खराप रडऩे के अरािा औय कोई यास्ता नहीॊ है . गुकरु भं
उद्योगऩथत, जनप्रथतथनथध औय याज्म सयकाय औद्योथगक विकास की आड़ भं उन्हहं उनकी ही जभीन
से फेदखर कयने का भन फना चुके हं औय आददिासी अऩने अल्स्तत्ि की यऺा के थरमे रड़ाई
रडऩे वििश है . िताभान व्मिस्था ने उन ऩय अनचाहे ही रड़ाई थोऩ दी है ल्जसका साभना िे
सॊगदठत होकय कय यहे हं . उन्हहं स्थानीम जनप्रथतथनथधमं ऩय नहीॊ फल्कक रोकतॊत्र ऩय बयोसा है ,
उद्योगऩथतमं से थभरे दरारं ऩय नहीॊ ियन ् खुद ऩय विश्वास है औय ल्जस प्रकृ थत की यऺा के थरमे
िे सॊघषायत है उस ऩय गहयी आस्था. औद्योथगक विकास की अॊधी फमाय ने जशऩुय के आददिाथसमं
के थरमे विककऩ के साये यास्ते फॊद कय ददमे है .‟‟
भारती की सहमोगी सुषभा फाॊध फनने के फाद की ल्स्थथतमं को रेकय आशॊदकत हं . उनका सीधा
सा तका है दक फाॊध फनने के फाद तीस दकरोभीटय तक की आफादी तो सीधे तौय ऩय प्रबावित
होगी ही, नीचे के सैकड़ं गाॊि, जो ऩानी की जरुयत के थरमे ईफ नदी ऩय ही आथित हं , उनका
रमा होगा ?
गुकरु भं जो चाय कोयिा भाॊझी ऩरयिाय यहता है , उसभं
एक ऩरयिाय दफ
ु ायाभ का बी है जो दकसी तयह दो
एकड़ कृ वष बूथभ भं खेती-फाड़ी कय जीिन-माऩन
कयता है . थछट-ऩुट खचा के थरमे उसका ऩरयिाय सुअय
बी ऩारता हं . जफ से हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट
रगने की जानकायी उसे हुई है उसका तो जैसे
बगिान ऩय से विश्वास ही उठ गमा है . िह अऩने
ऩरयिाय के साथ दकसी तयह जीिन काट यहा था रेदकन अफ उसे महीॊ डय सताता है दक अगय
जभीन चरी गई तो छोटे -छोटे फच्चं का रमा होगा ? 70 िषीम दफ
ु ायाभ अऩने जीणा हो चुके
शयीय को एकफायगी दे खता है , दपय कहता है -"जभीन नईमे दे फ हभं, दे फे नई कयई, काहे दे फ. कई
ऩीढ़ी फीत गेरा, कईसे दे फ, ऩुयखा भनके धयन जभीन, छुआ भन र छोड़े कहाॊ जाफ, हभं दे फे
नई कयई.‟‟

हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय प्राॊट के थरमे गुकरु के ही यहने िारे भाशार खरखो को बी नोदटस थभरा
है . उसकी भहज 9 दडल्स्भर जभीन ही अथधग्रदहत होगी रेदकन उन्हहं जभीन से ज्मादा अऩने
रोगं की थचॊता है तबी तो सॊघषा कयने भं कबी ऩीछे नहीॊ यहते. उन्हहं भुआिजा रेने के थरमे
तीन फाय नोदटस थभरा ऩय िह नहीॊ गमे. िह अन्हम साथथमं को बी भुआिजा नहीॊ रेने की
सराह दे ते है 50 िषीम भाशार कहते हं दक "महाॊ से दकसी को बी जाने की जरूयत नहीॊ है .
आददिासी की जभीन कोई बी जफयन नहीॊ रे सकता. गाॊििारं को वफजरी दे ने की फात कहकय
कॊऩनी गुभयाह कय यही है , ऩय हभं वफजरी नहीॊ जभीन चादहमे. अॊधेये भं तो हभ यह सकते हं ऩय
बूखे ऩेट नहीॊ.‟‟

जशऩुय के यहने िारे छत्तीसगढ़ उच्च न्हमामारम के मुिा अथधिक्ता एकिन टोप्ऩो फहुत सापगोई
से फात कयते हं . टोप्ऩो कहते हं - “आददिाथसमं की जनसॊख्मा रगाताय रमं कभ हो यही है ,
इसका सही-सही जिाफ कोई नहीॊ दे ना चाहता.रेदकन आॊकड़े फहुत साप-साप सायी कहानी कह
जाते हं . दे श भं साढे आठ कयोड सूचीफद्ध आददिासी हं , जफदक ढाई कयोड़ गैय सूचीफद्ध मानी
'दडनोटीपाइड' आददिासी हं . इस तयह आऩ दे खं तो ऩता चरता है दक प्रत्मेक दस भं से एक
आददिासी विस्थावऩत है . वऩछरे दस-फायह सारं के आॊकड़े दे खं तो अरग-अरग तयह की
औद्योथगक ऩरयमोजनाओॊ भं छत्तीसगढ़, झायखॊड, ओदडशा औय आॊध्र प्रदे श भं 14 राख रोग
विस्थावऩत हुमे औय इनभं आददिाथसमं की सॊख्मा 79 प्रथतशत है . दख
ु द मे है दक इनभं से 66
प्रथतशत का ऩुनिाास सयकाय ने आज तक नहीॊ दकमा.”

छत्तीसगढ़ उच्च न्हमामारम की अथधिक्ता औय साभाल्जक कामाकताा सुधा बायद्वाज वऩछरे कई सारं
से याज्म भं भजदयू ं औय आददिाथसमं के विस्थाऩन के भुद्दे ऩय सदक्रम हं . िे कहती हं - “जशऩुय
आददिाथसमं ऩय उद्योग औय सयकाय के दभन का प्रतीक फन गमा है . ल्जस गैयकानूनी औय
अभानिीम तयीके से आददिाथसमं के विस्थाऩन की साल्जश यची जा यही है , उससे रगता ही नहीॊ
दक जनता की चुनी हुई सयकाय, एक रोकताॊवत्रक याष्ट्र भं मह सफ कुछ कय यही है . मह सफ होने
के फाद बी आददिाथसमं ने हाय नहीॊ भानी है औय इन 22 गाॊिं के रोग अऩनी रड़ाई रड़ यहे
हं .”
रेदकन इस तयह की दकसी बी रड़ाई को नजयअॊदाज कयती हुई छत्तीसगढ़ हाइड्रो इरेल्रिक ऩािय
प्राइिेट थरथभटे ड 2010 की िावषाक रयऩोटा फताती है दक कॊऩनी को जशऩुय ल्जरे के गुकरु गाॉि भं
24 भेगािाट की रघु जरविद्युत ऩरयमोजना स्थावऩत कयने की सबी साॊविथधक भॊजूरयमाॊ प्राप्त हो
चुकी हं . ऩमााियण एिॊ िन भॊत्रारम, नई ददकरी औय बोऩार से िन भॊजूयी बी थभर गई है
जफदक चारू िषा भं अॊथतभ िन भॊजूयी की उम्भीद है . फंकं से ऋण के थरए फंकयं के साथ
फातचीत चर यही हं . ऩरयमोजना की दडजाइन औय इॊ जीथनमरयॊ ग का काभ हो यहा हं . थनविदा
आभॊवत्रत कयने दस्तािेज तैमाय दकमे जा यहे हं . बूथभ अथधग्रहण प्रगथत ऩय है . थनजी बूथभ के
अथधग्रहण के थरए जशऩुय करेरटय के ऩास भुआिजे की याथश जभा की जा चुकी है . बूथभ
भाथरकं को भुआिजे का वितयण दकमा जा यहा है .

कॊऩनी की तयह सयकाय बी आददिाथसमं की ज़रुयतं के फजामे कॊऩनी की चाकयी भं रगी हुई है .
इस फात को गुकरू के इराके भं फनने िारी सड़क के एक उदाहयण से सभझा जा सकता है .

जशऩुय-फगीचा भागा ऩय नीयि घाटी (घाघया) से गुकरु की दयू ी 16 दकभी है . भहज कुछ सभम
ऩहरे तक महाॊ जाने के थरमे कच्ची सड़ बी नहीॊ थी रेदकन अफ ऩरकी सड़ फनाई जा यही
है . ऩदटमा, अरोयी मा गुकरु जाने के थरमे घाघया से ऩैदर ही जाना ऩड़ता था रमंदक भागा ऐसा
बी नहीॊ था दक ल्जसभं दोऩदहमा िाहन चर सके. गाॊि िारं ने सैकड़ं फाय सयकायी अथधकारयमं
को इस इराके भं कच्ची सड़के के थरमे थनिेदन दकमा रेदकन सयकायी अपसयं ने कबी उनकी
नहीॊ सुनी. अफ सयकायी अथधकारयमं का मह यव्िैमा उन्हहं है यान कयने िारा रगता है . गाॊििारं
का कहना है दक प्रस्तावित गुकरु हाइड्रो ऩािय प्राॊट के भद्दे नजय फड़ी ही तेजी से सड़ थनभााण
दकमा जा यहा है तादक कॊऩनी के अथधकारयमं-कभाचारयमं को मातामात भं असुविधा न हो.

रेदकन राख टके का सिार मही है दक ल्जन आददिाथसमं के विकास नाभ ऩय छत्तीसगढ़ अरग
याज्म फनामा गमा, उस याज्म भं इस तयह की सड़कं विकास की दकस भॊल्जर तक ऩहुॊचंगी ?
(यवििाय डाट काभ भं प्रकाथशत)

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