१॰ लह्यान (खारिज)-जीवनसाथी प्रेम का दिखावा किे गा, वास्तदवक
प्रेम नही ीं।
२॰ कब्जुल (िाखखल)-जीवनसाथी बहुत प्याि किे गा। ३॰ कब्जुल (खारिज़)-जीवनसाथी प्रेम का दिखावा किे गा, वास्तदवक प्रेम नही ीं। ४॰ जमात (सादबत)-पिे शादनय ीं एवीं दिक्कत ीं के बाि िाम्पत्य सुख दमलेगा। ५॰ फिहा (मुींकदलब)-िाम्पत्य जीवन उताि-चढावपू र्ण ह गा। ६॰ उक़ला (मुींकदलब)-िाम्पत्य जीवन उताि-चढावपू र्ण ह गा। ७॰ अींकीस (िाखखल)-जीवनसाथी बहुत प्याि किे गा। ८॰ हुमिा (सादबत)-दववाह के काफी समय बाि सुख दमले गा। स्थादयत्व है । ९॰ बयाज (सादबत)-दववाह के काफी समय बाि सुख दमले गा। स्थादयत्व है । १०॰ नस्त्रुल (खारिज़)-जीवनसाथी प्रेम का दिखावा किे गा, वास्तदवक प्रेम नही ीं। ११॰ नस्त्रुल (िाखखल)-जीवनसाथी बहुत प्याि किे गा। १२॰ अतवे (खारिज)-जीवनसाथी प्रेम का दिखावा किे गा, वास्तदवक प्रेम नही ीं। १३॰ नकी (मुींकदलब)-िाम्पत्य जीवन उताि-चढावपू र्ण ह गा। १४॰ अवते (िाखखल)-जीवनसाथी बहुत प्याि किे गा। १५॰ इज्जतमा (सादबत)-दववाह के काफी समय बाि सुख दमलेगा।