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Dhyan Counselling Center: Rekha Devendra Chaudhari D.C.C.P
Dhyan Counselling Center: Rekha Devendra Chaudhari D.C.C.P
टटीएटटी कक लककपप्रिय रूप सस चचित व्ययाख्यया तकननीक कस रूप मम जयानया जयातया हह क्ययोंकक यह एक उत्तसजक
अभनी तक अस्पष्ट चचितयों कक एक शश्रृंख
श लया कया उपयकग करतया हह जजसकस पविषय मम पविषय कक एक बतयानस कस
ललए कहया जयातया हह । टटीएटटी महननअल मनरर द्वियारया उपयकग ककए जयानस वियालस प्रिशयासन कस ननरर श प्रिरयान करतया
हह , [7] हयालयाश्रृंकक इन प्रिकक्रिययाओश्रृं कक आमततौर पर बरल दरयया जयातया हह । इस पविषय कक एक कहयाननी कक
नयाटककय रूप सस बतयानस कस ललए कहया जयातया हह , जहसया कक प्रित्यसक चचित कस ललए प्रिस्तनत ककयया जया सकतया हह ,
जजसमम ननम्नललखखत शयालमल हह:
Although Murray recommended using 20 cards, most practitioners choose a set of between 8
and 12 selected cards, either using cards that they feel are generally useful, or that they
believe will encourage the subject's expression of emotional conflicts relevant to their
specific history and situation.[8] However, the examiner should aim to select a variety of cards
in order to get a more global perspective of the storyteller and to avoid confirmation bias (i.e.,
finding only what you are looking for).
Many of the TAT drawings consist of sets of themes such as: success and failure, competition
and jealousy, feeling about relationships, aggression, and sexuality.[9] These are usually
depicted through picture cards.
हयालयाश्रृंकक मरस नस 20 कयारर कक लसफयाररश कक हह , लसककन ज्ययारयातर चचिककत्सक 8 सस 12 चियननत कयारर कस बनीचि कया एक ससट चिन
न तस
हह, यया तक उन कयारर कया उपयकग करतस हह जजन्हम विस आमततौर पर उपयकगनी महससस करतस हह यया विस मयानतस हह कक उनकस पविलशष्ट
इनतहयास और जस्थनत सस सश्रृंबश्रृंचधित भयाविनयात्मक सश्रृंघषर कस पविषय कक अलभव्यजक्त कक प्रिकत्सयादहत करस गया। [8] बहरहयाल,
अभ्ययाथर कक कहयाननीकयार कक अचधिक विहजशविक पररप्रिसक्ष्य प्रियाप्त करनस कस ललए और पनजष्ट पसवियारग्रह सस बचिनस कस ललए पविलभन्न
प्रिकयार कस कयारर कया चियन करनया चियादहए (ययाननी, कसविल विहटी ढसश्रृंढनया जजसकस ललए आप खकज रहस हह)।
टटीएटटी चचितयों मम सस कई मम ऐसस पविषययों कस ससट शयालमल हह जहसस: सफलतया और असफलतया, प्रिनतस्पधियार और
ईष्ययार, सश्रृंबश्रृंधियों, आक्रियामकतया और कयामनकतया कस बयारस मम महससस करनया। [9] यस आमततौर पर तस्विनीर कयारर कस
मयाध्यम सस रशयारयया गयया हह ।
When he created the TAT, Murray also developed a scoring system based on his need-press
theory of personality. Murray's system involved coding every sentence given for the presence
of 28 needs and 20 presses (environmental influences), which were then scored from 1 to 5,
based on intensity, frequency, duration, and importance to the plot.[7] However, implementing
this scoring system is time-consuming and was not widely used. Rather, examiners have
traditionally relied on their clinical intuition to come to conclusions about storytellers.[20]
Although not widely used in the clinical setting, several formal scoring systems have been
developed for analyzing TAT stories systematically and consistently. Two common methods
that are currently used in research are the:
Defense Mechanisms Manual DMM.[21] This assesses three defense mechanisms: denial
(least mature), projection (intermediate), and identification (most mature). A person's
thoughts/feelings are projected in stories involved.
Social Cognition and Object Relations SCOR[22] scale. This assesses four different
dimensions of object relations: Complexity of Representations of People, Affect-Tone of
Relationship Paradigms, Capacity for Emotional Investment in Relationships and Moral
Standards, and Understanding of Social Causality.
Similar to other scoring systems, with the PPSS-R TAT cards are typically administered
individually and examinees responses are recorded verbatim. Unlike other scoring systems,
the PPSS-R only uses six of the 31 TAT cards: 1, 2, 4, 7BM, 10, and 13MF. The PPSS-R
provides information about four different areas related to problem solving ability: Story
Design, Story Orientation, Story Solutions, and Story Resolution. These four areas are
assessed by the 13 scoring criteria, 12 of which are rated on a 5-point scale that ranges from
-1 to 3.
Each of these scoring categories attempts to measure the following information:
Examiners are encouraged to explore information obtained from the TAT stories as
hypotheses for testing rather than concrete facts.
जब उन्हयोंनस टटीएटटी बनयायया, मरस नस अपननी ज़रूरत-प्रिसस व्यजक्तत्वि कस लसदयाश्रृंत पर आधियाररत एक स्ककररश्रृंग प्रिरयालटी भनी पविकलसत
कक। मरस कस लसस्टम नस 28 जरूरतयों और 20 प्रिसस (पययारविररनीय प्रिभयावि) कक उपजस्थनत कस ललए दरए गए प्रित्यसक वियाक्य कक
ककडरत करनस मम शयालमल ककयया, जक तब भसखश्रृंर कस तनीव्रतया, आविजश त्त, अविचधि और महत्वि कस आधियार पर 1 सस 5 सस बनयाए गए थस।
[7] हयालयाश्रृंकक, इस स्ककररश्रृंग लसस्टम कक लयागस करनस कया समय-उपभकक्तया हह और इसकया व्ययापक रूप सस प्रियकग नहटीश्रृं ककयया गयया
थया। बजलक, परटीक्षकयों नस परश्रृं परयागत रूप सस कथयापविरयों कस बयारस मम ननष्कषर आनस कस ललए उनकस नहरयाननक अश्रृंतरयारन पर भरकसया
ककयया हह । [20]
जक्लननकल ससदटश्रृंग मम व्ययापक रूप सस उपयकग नहटीश्रृं ककए जयानस कस बयाविजसर, टटीएटटी कहयाननययों कया पविशलसषर करनस कस ललए
व्यविजस्थत और लगयातयार कई औपचियाररक स्ककररश्रृंग लसस्टम पविकलसत ककए गए हह। रक सयामयान्य तरटीकस जक वितरमयान मम शकधि
मम उपयकग ककए जयातस हह:
रक्षया तश्रृंत महननअल रनीएमएम। [21] यह तनीन रक्षया तश्रृंतयों कया मसलययाश्रृंकन करतया हह : अस्विनीकयार (कम सस कम
पररपक्वि), प्रिक्षसपर (मध्यवितर), और पहचियान (सबसस पररपक्वि)। एक व्यजक्त कस पविचियार / भयाविनयाओश्रृं कक
शयालमल कहयाननययों मम पसश ककयया जयातया हह
सयामयाजजक सश्रृंरयानयात्मक और विस्तन सश्रृंबश्रृंधि SCOR [22] पहमयानस। यह विस्तन सश्रृंबश्रृंधियों कस चियार अलग-अलग
आययामयों कया मल
स ययाश्रृंकन करतया हह : लकगयों कस प्रिनतननचधिययों कक जदटलतया, ररशतयों कस प्रिभयावि कया टकन, ररशतस मम
भयाविनयात्मक ननविसश कक क्षमतया और नहनतक मयानक, और सयामयाजजक कयारर समझनया।
व्यजक्तगत समस्यया-समयाधियान लसस्टम-सश्रृंशकचधित (पनीपनीएसएस-आर [23] [24]) यह आकलन करतया हह कक लकग तसरह
पविलभन्न मयानरश्रृं रयों कस स्ककर कस मयाध्यम सस समस्ययाओश्रृं कक कहसस पहचियानतस, सकचितस हह और हल करतस हह। यह स्ककररश्रृंग लसस्टम
उपयकगनी हह क्ययोंकक सहदयाश्रृंनतक रूप सस, अच्छछ समस्यया हल करनस कक क्षमतया एक व्यजक्त कस मयानलसक स्वियास्थ्य कया ससचिक हह ।
हयालयाश्रृंकक टटीएटटी एक प्रिकजसजक्टवि व्यजक्तत्वि तकननीक हह जक मनख्यतत मनकविहरयाननक पररप्रिसक्ष्य पर आधियाररत हह , पनीपनीएसएस-
आर स्ककररश्रृंग लसस्टम एक चचिककत्सककय व्यविहयार सश्रृंरचिनया सस कयाम करनस वियालस चचिककत्सकयों और शकधिकतयारओश्रृं कस ललए
डरज़याइन ककयया गयया हह । पनीपनीएसएस-आर स्ककररश्रृंग लसस्टम कया अध्ययन ककॉलसजयों, समनरयाय ननवियालसययों, जसल कहदरययों,
पविशविपविद्ययालय कस जक्लननक क्लयाइश्रृंट, सयामनरयानयक मयानलसक स्वियास्थ्य कमद कस ग्रयाहकयों, और मनजशचिककत्सनीय दरन उपचियार कस
ग्रयाहकयों सदहत पविलभन्न प्रिकयार कक आबयारटी मम ककयया गयया हह । इस प्रिकयार, पनीपनीएसएस-आर स्ककररश्रृंग प्रिरयालटी, चचिककत्सकयों और
शकधिकतयारओश्रृं कक कई तरह कस लकगयों मम समस्यया कक सनलझयानस कक क्षमतया और सयामयाजजक कयायर कस ललए आकलन करनस कक
अननमनत रस तया हह , बबनया सयामयाजजक वियाश्रृंछननीयतया प्रिभयावियों सस बयाचधित।
अन्य स्ककररश्रृंग लसस्टम कस समयान, पनीपनीएसएस-आर टटीएटटी कयारर कस सयाथ आम ततौर पर व्यजक्तगत ततौर पर प्रिशयालसत ककयया
जयातया हह और परटीक्षयाथर कस जवियाबयों कक शब्रशत रजर ककयया जयातया हह । अन्य स्ककररश्रृंग लसस्टमयों कस पविपरटीत, पनीपनीएसएस-आर
कसविल 31 टयाट कयारर मम सस छह कया उपयकग करतया हह : 1, 2, 4, 7 बनीएम, 10, और 13 एमएफ। पनीपनीएसएस-आर समस्यया
सनलझनस कक क्षमतया सस सश्रृंबश्रृंचधित चियार अलग-अलग क्षसतयों कस बयारस मम जयानकयारटी प्रिरयान करतया हह : कहयाननी डरजयाइन, कहयाननी
उन्मनखनीकरर, कहयाननी समयाधियान, और कहयाननी सश्रृंकलप इन चियार क्षसतयों कया मसलययाश्रृंकन 13 स्ककररश्रृंग मयानरश्रृं रयों द्वियारया ककयया जयातया
हह , जजनमम सस 12 कक 5 अश्रृंकयों वियालस स्कसल पर रस ट ककयया गयया हह जक 1 सस 3 कस बनीचि हह ।
इनमम सस प्रित्यसक स्ककररश्रृंग शसखरययाश्रृं ननम्न जयानकयारटी कक मयापनस कया प्रिययास करतनी हह:
-स्टकरटी डरज़याइन ककसनी व्यजक्त कक एक समस्यया कक जस्थनत कक पहचियाननस और तहययार करनस कक क्षमतया कक
मयापतया हह ।
-स्टकरटी ओररएश्रृंटसशन एक परटीक्षयाथर स्तर पर व्यजक्तगत ननयश्रृंतर, भयाविनयात्मक सश्रृंकट, पविशवियास और प्रिसररया कया
मल
स ययाश्रृंकन करतया हह ।
-स्टकरटी सकॉलयसशश्रृंस कया आकलन करतया हह कक एक परटीक्षयाथर कहसस आविसगनी हह प्रिरयान ककए गए समस्यया
समयाधियानयों कस प्रिकयार कस मसलययाश्रृंकन कस अलयाविया, समस्यया समयाधियानयों कक सश्रृंख्यया जक कक परटीक्षयाथर प्रित्यसक टटीएटटी
कयारर कस ललए प्रिरयान करतस हह, उनकया सयारयाश्रृंश दरयया गयया हह ।
-स्टकरटी ररजकॉलयसशन जयाश्रृंचिकतयारओश्रृं कक समस्यया वियालस समयाधियान तहययार करनस कक यकग्यतया कक जयानकयारटी प्रिरयान
करतया हह जक कक लघन और रटीघरकयाललक रकनयों लक्ष्ययों कक अचधिकतम करतस हह।
पररमसयकयों कक ठकस तथ्ययों कस बजयाय परटीक्षर कस ललए टटीएटटी कहयाननययों सस प्रियाप्त जयानकयारटी कया पतया लगयानस कस
ललए प्रिकत्सयादहत ककयया जयातया हह