Professional Documents
Culture Documents
सत्यार्थप्रकाश 97-2003 (Bharati) -01
सत्यार्थप्रकाश 97-2003 (Bharati) -01
सत्यार्थप्रकाश 97-2003 (Bharati) -01
ववेददादददवदवधसच्छदास्त्रप्रमदाणणणैः समदनवतणैः
सत्यदारर्थप्र कदाशणैः
—महदरर्थ दयदाननद सरस्वतत
प्रकदाशक
ददोआबदा ककॉलवेज
(रदाषष तय ममूल् यदायांक न एवयां प्रत्यदायन परररदम् ददारदा ‘A’ गवेड सवे दमू स रत बदार ममूल् यदायांद कत)
स्वदामत दयदाननद स्टडतज़ ससैंट र
(दवश् वदवददालय अननुद दान आयदोग, भदारत सरकदार कवे ससौजनय सवे सयांस् रदादपत)
दवददालय मदागर्थ, जदालनधर -144004 (पयांज दाब )
satyārthaprakāśaḥ
—maharṣi dayānanda sarasvat
© Doaba college-2015
Published by
Doaba College
(Re-accredeted by NAAC with ‘A’ Grade)
सम्पदादककीय
आधनुदनक भदारत कवे नव दनमदार्थण ममें स्वदामत दयदाननद सरस्वतत कदा यदोगददान
अतनुलनतय हण। उनकदा दचनतन पनुरदातन ऋदरयखों ककी वणददक परम्परदा सवे सतधवे तसौर पर जनुड़दा
हण। भदारततय जनमदानस ममें ववेदखों कवे प्रदत अटमू ट शददा और दवश्वदास रहदा हण। समदाज कवे एक
वगर्थ नवे इसत आस्रदा कदा लदाभ उठदाकर ववेदखों ककी मदानयतदा सवे कदोसखों द रमू ववेदखों कवे नदाम पर
अनवेक मत, पनर और गनरखों ककी रचनदा कर डदालत और अपनवे स्वदारर्थ ककी दसदद करनवे ममें
लगदा रहदा। आम जनतदा कदो दशकदा सवे वयांदचत रखदा गयदा। शतदादब्दयखों तक समदाज कदा
शदोरण हदोतदा रहदा। समदाज ससैंकड़खों प्रकदार ककी कनु रतदतयखों कदा दशकदार हदो गयदा। भदारततय
समदाज धमर्थ, भदारदा, जदादत, मत, पनर, ऊहुँच-नतच ककी दतवदारखों ममें बहुँट गयदा।
तदात्कदादलक अयांगवेज शदासकखों नवे भदारत ककी इस कमजदोरत कदा भरपमूर लदाभ उठदायदा
और अपनवे रदाजनणदतक दहत सदाधनवे ममें इस कमजदोरत कदा बखमूबत इस्तवेमदाल दकयदा। ववेदखों
ककी व्यदाख्यदा इस रूप ममें करवदाई गई दजससवे भदारत कवे लदोग खनुद अपनत हत नजरखों ममें दगर
जदाएहुँ और आत्महतनतदा कवे दशकदार हदोकर उनककी अधतनतदा सवे बदाहर आनवे कदा दवचदार भत
अपनवे मन ममें न लदा सकमें । ववे अपनत भदारदा, धमर्थ, सदादहत्य, सयांस्कर दत, सभ्यतदा तरदा
अपनवे पमूवर्थज ऋदर-मनुदनयखों — सभत सवे घरणदा करनवे लगमें और ईसदायत ककी शरण ममें
अपनवे आप चलमें आएहुँ।
यह झमूठ भत प्रचदाररत करनवे कदा कमू टनतदतक प्रयदास दकयदा गयदा दक जदो लदोग
भदारत कदो अयांगवेजखों सवे आजदाद करवदानदा चदाहतवे हसैं ववे आयर्थ लदोग भदारत कवे ममूल दनवदासत
नहवीं हसैं। स्वदामत जत ककी दरमू दृदष नवे उनककी उस कमू टनतदतक चदाल कदो भदाहुँप दलयदा और
एक सदार ददो मदोचर्थों पर अपनदा आनददोलन ततव्र कर ददयदा। एक ओर भदारततय समदाज कदो
कनु रतदतयखों सवे मनुक्त करनवे कदा कदायर्थ आरयांभ दकयदा तदो दस
मू रत ओर ववेदखों ककी यरदारर्थ व्यदाख्यदा
कर भदारततयखों ममें अपनवे सदादहत्य, धमर्थ, सयांस्कर दत और सभ्यतदा कवे प्रदत गसौरव कदा भदाव
जदागरत दकयदा दजससवे अयांगवेजखों ककी कमू टनतदतक चदाल बहह त सतमदा तक दवफल हदो गई। इस
स्वदामत जत कदा जतवन और सदादहत्य रदाषष भदक्त सवे ओतप्रदोत हण। उनहखोंनवे न कवे वल
सबसवे पहलवे ‘स्वरदाज्य’ शब्द कदा प्रयदोग दकयदा अदपतनु स्वदवेशत रदाज्य कदो सवर्वोत्तम
बतदायदा। उनकदा यह करन पठनतय हण—
(सत्यदारर्थप्रकदाश—अषम समनुलदास)
‘सत्यदारर्थ प्रकदाश’ स्वदामत जत कवे दवचदार दशर्थन कदो प्रकट करनवे वदालदा उनकदा
प्रमनुख गनर हण। आरयांभ सवे हत ‘सत्यदारर्थप्रकदाश’ अनवेक प्रकदार कवे दववदादखों और दवरदोधखों कदा
कवे नद्र रहदा। धमर्थ कवे नदाम पर समदाज कदो गनुमरदाह करनवे वदालवे लदोगखों कदो सत्य कदा यह
प्रकदाश फमू टत आहुँख न सनुहदायदा। परनतनु भदारत कदो स्वतनत्र और समरद दवेखनवे वदालवे
भदारततय जनमदानस कवे दलए यह कदायदाकल्प करनवे वदालदा अमरत दसद हह आ। भदारत ककी
आजदादत कवे आनददोलन ककी रफ़्तदार तवेज़ हह ई, सदामदादजक कनु रतदतयखों कदा सफदायदा हदोनवे
लगदा, स्त्रतदशकदा कदो बल दमलदा, समदाज ककी सयांकनुदचत सदोच ममें बदलदाव आयदा। नगर-
नगर, गदाहुँव-गदाहुँव ममें आयर्थसमदाजखों ककी स्रदापनदा हह ई। प्रदायणैः हर-एक आयर्थ समदाज कवे सदार
वगर्थभदवे -दलयांगभवेद-जदादतभवेद सवे ऊपर उठकर लड़कवे -लड़दकयखों कवे दलए पमूरवे दवेश ममें
गनुरुकनु ल, स्कमू ल और ककॉलवेज खनुलवे। प्रदतस्पधदार्थ ममें अनय समनुददायखों कवे शनुभदचनतकखों नवे भत
अपनवे स्कमू ल और ककॉलवेज खदोलवे; और इस प्रकदार पमूरवे भदारत ममें बदालक-बदादलकदाओयां कदो
सहज हत दशकदा कवे सनुअवसर उपलब्ध हदो गए।
कदोई भत व्यदक्त स्वदामत जत कवे दवचदारखों सवे पमूरत तरह यदा आयांदशक रूप सवे सहमत
यदा असहमत हदो सकतदा हण। सत्यदारर्थप्रकदाश ककी भमूदमकदा ममें गनरकदार नवे अपनदा अदभप्रदाय
बड़त दवनम्रतदा कवे सदार प्रकट कर ददयदा हण। मवेरदा मदाननदा हण दक गनरकदार कदा अदभप्रदाय
समझकर तटस्र भदाव सवे यदद कदोई स्वदामत जत कवे गनरखों कदो पढतदा हण तदो उसवे दनरदाशदा
नहवीं हदोगत। स्वदामत जत कदा दवचदार दशर्थन आज भत समदाज कदो नयत ददशदा और ऊजदार्थ दवेनवे
ममें सहदायक हण, इसकदा अदधक सवे अदधक प्रचदार-प्रसदार यनुवकखों ममें सदामदादजक नवचवेतनदा
और समरसतदा कवे दलए आवश्यक हण।
इलवेक्टष कॉदनक मतदडयदा / इनटरनवेट दवचदारखों कदो बहह -उपयदोगत तरदा दवश्व-व्यदापत
बनदानवे ममें सबसवे सस्तदा तरदा सबसवे अदधक समरर्थ सदाधन हण। इनटरनवेट पर स्वदामत जत कदा
प्रदायणैः सदारदा सदादहत्य स्कण न करकवे पतडतएफ फदाईलखों कवे रूप ममें दनणैःशनुल्क डदाउनलदोड कवे
दलए उपलब्ध हण परनतनु यमूदनकदोड प्रदारूप ममें एक भत पनुस्तक उपलब्ध नहवीं हण। स्कण न ककी
गई पनुस्तकमें पढनवे कवे दलए तदो ठतक हसैं परनतनु सचर्चेबल न हदोनवे सवे शदोध करनवे वदालवे छदात्रखों
कवे दलए बहह -उपयदोगत नहवीं हदोतत। इस कदठनदाई कदो दरमू करनवे कवे दलए स्वदामत जत कवे
सम्पमूणर्थ सदादहत्य कदो यमूदनकदोड प्रदारूप ममें इनटरनवेट पर उपलब्ध करदानवे ककी आवश्यकतदा
हण।
सत्यदारर्थ प्रकदाश कदा एण्डष दायड एप सयांस्करण भत तणयदार हदो चनुकदा हण। सत्यदारर्थ
प्रकदाश कदो इस रूप ममें उपलब्ध करदानवे कवे दलए ददोआबदा कदालवेज कवे कम्प्यनुटर सदाइयांस
एण्ड आई.टत. दवभदाग ककी सवेवदाएयां लत गई हसैं। प्रदाध्यदापक शत गनुरमतत दसयांह इसकवे दलए
दवशवेर रूप सवे बधदाई कवे पदात्र हसैं।
एवयां
सत्यदारर्थप्र कदाशणैः
(पमूव दार्थद र्थणैः )
गनुणकमदार्थननुसदारवेण वणर्थव्यवस्रदा 75
दववदाहलकणदादन 80
स्त्रतपनुरुरव्यवहदारणैः 81
पञ्चमहदायज्ञदाणैः 85
पदाखदण्डदतरस्कदारणैः 88
प्रदातरुत्रदानमम् 89
पदाखदण्डलकणदादन 90
गरहस्रधमदार्थणैः 91
पदण्डतलकणदादन 93
ममूखर्थलकणदादन 94
पनुनदवर्थवदाहदवचदारणैः 95
दनयदोगदवरयणैः 96
गरहदाशमशणष्ठ्यमम् 103
पञ् चमसमनुल दासणैः 161-179
वदानप्रस्रदाशमदवदधणैः 105
सयांनयदासदाशमदवदधणैः 106
रष्ठिसमनुल दासणैः 180-235
रदाजधमर्थदवरयणैः 116
सभदात्रयकरनमम् 116
रदाजलकणदादन 117
दण्डव्यदाख्यदा 119
रदाजकत्तर्थव्यमम् 120
अषदादशव्यसनदनरवेधणैः 121
मदनत्रदतमू दाददरदाजपनुरुर-लकणदादन 122
मनत्र्यदाददरनु कदायर्थदनयदोगणैः दगनु र्थदनमदार्थणव्यदाख्यदा 124
यनुदकरणप्रकदारणैः 125
रदाज्यरकणदादददवदधणैः 126
Swami Dayanand Studies Centre Doaba college, Jalandhar-
144004
सत्यदारर्थप्र कदाशणैः सत्यदारर्थप्र कदाशसमूच तपत्रमम्
xxi
गदामदादधपत्यदाददवणर्थनमम् 128
करगहणप्रकदारणैः 130
मनत्रकरणप्रकदारणैः 131
आसनदाददरदाड्गनुण्यव्यदाख्यदा 132
रदाज्ञदो दमत्रदोददासतनशत्रनुरनु वत्तर्थनमम् 133
शत्रनुदभयनुर्थदकरणप्रकदारश्च 134
व्यदापदारदाददरनु रदाजभदागकरनमम् 136
अषदादशदववदादमदागर्चेरनु धमर्चेण नयदायकरणमम् 137
सदादककत्तर्थव्यदोपदवेशणैः 139
सदाक्ष्यदानरतवे दण्डदवदधणैः 141
चसौयदार्थददरनु दण्डदाददव्यदाख्यदा 142
सप्तमसमनुल दासणैः 236-278
ईश्वरदवरयणैः 146
ईश्वरस्तनुदतप्रदारर्थनदोपदासनदाणैः 150
ईश्वरज्ञदानप्रकदारणैः 155
ईश्वरस्यदादस्तत्वमम् 156
ईश्वरदावतदारदनरवेधणैः 157
जतवस्य स्वदातनत्र्यमम् 158
जतववेश्वरयदोदभर्थननत्ववणर्थनमम् 159
ईश्वरस्य सगनुण-दनगनुणर्थ करनमम् 165
ववेददवरयदवचदारणैः 166
अषमसमनुल दासणैः 279-314
सरषयनुत्पत्त्यदादददवरयणैः 171
ईश्वरदभननदायदाणैः प्रकर तवेरुपदाददान-कदारणत्वमम् 174
सरषसौ नदादस्तकमत-दनरदाकरणमम् 175
मननुष्यदाणदामदाददसरषवेणैः स्रदानदादददनणर्थयणैः 185
आयर्थम्लवेच्छदाददव्यदाख्यदा 186
Swami Dayanand Studies Centre Doaba college, Jalandhar-
144004
सत्यदारर्थप्र कदाशणैः सत्यदारर्थप्र कदाशसमूच तपत्रमम्
xxi
गनुरुमदाहदात्म्यसमतकदा 267
अषदादशपनुरदाणसमतकदा 268
दशवपनुरदाणसमतकदा 269
भदागवतसमतकदा 271
समूयदार्थददगहपमूजदासमतकदा 276
औध्वर्थदणदहक-ददानदाददसमतकदा 278
एकदादश्यदाददव्रतसमतकदा 283
मदारणमदोहनदोचदाटन-वदाममदागर्थसमतकदा 287
शणवमतसमतकदा 287
शदाक्तवणष्णवमतसमतकदा 288
कबतरपनरसमतकदा 292
नदानकपनरसमतकदा 293
ददादपमू नरसमतकदा 295
गदोकनुदलगदोस्वदादममतसमतकदा 297
स्वदादमनदारदायणमतसमतकदा 303
मदाध्वदलङ्गदाङम्दकतब्रदाह्म-प्रदारर्थनदासमदाजदाददसमतकदा 307
आयर्थसमदाजदवरयणैः 312
तनत्रदादददवरयकप्रश्नदोत्तरदादण 313
ब्रह्मचदाररसयांनयदादससमतकदा 318
आयदार्थवत्तर्त्तीयरदाजवयांशदावलत 321
अननुभ मूद मकदा 545-546
ददादशसमनुल दासणैः 547-641
नदादस्तकमतसमतकदा 326
चदारवदाकमतसमतकदा 327
चदारवदाकदाददनदादस्तकभवेददाणैः 328
बसौदससौगतमतसमतकदा 330
जणनबसौदयदोरणक्यमम् 337
Swami Dayanand Studies Centre Doaba college, Jalandhar-
144004
सत्यदारर्थप्र कदाशणैः सत्यदारर्थप्र कदाशसमूच तपत्रमम्
xxi
आदस्तकनदादस्तकसयांवदादणैः 340
जगतदोऽनदाददत्वसमतकदा 344
जणनमतवे भमूदमपररमदाणमम् 346
जतवदादनयस्य जडत्वयां पनुद्गलदानदायां पदापवे प्रयदोजकत्वयां च 348
जणनधमर्थप्रशयांसदाददसमतकदा 350
जणनमतमनुदक्तसमतकदा 363
जणनसदाधनु-लकणसमतकदा 366
जणन (24) ततरर्थङ्कर-व्यदाख्यदा 371
जणनमतवे जम्बमूदतपदादद-दवस्तदारणैः 373
अननुभ मूद मकदा 642-643
त्रयदोदशसमनुल दासणैः 644-721
कर श्चतनमतसमतकदा 379
लणव्यव्यवस्रदापनुस्तकमम् 396
गणनदापनुस्तकमम् 398
समनुएलदाख्यस्य ददततययां पनुस्तकमम् 398
रदाज्ञदायां पनुस्तकमम् 399
कदालवरत्तस्य पनुस्तकमम् 399
ऐयमूबदाख्यस्य पनुस्तकमम् 400
उपदवेशस्य पनुस्तकमम् 400
मत्ततरदचतमम् इञ्जतलदाख्यमम् 400
मदाकर्थरदचतमम् इञ्जतलदाख्यमम् 412
लमूकरदचतमम् इञ्जतलदाख्यमम् 412
यदोहनरदचतसनुसमदाचदारणैः 412
यदोहनप्रकदादशतवदाक्यमम् 414
अननुभ मूद मकदा 722-723
चतनुद र्थश समनुल दासणैः 724-812
यवनमतसमतकदा 424
Swami Dayanand Studies Centre Doaba college, Jalandhar-
144004
सत्यदारर्थप्र कदाशणैः सत्यदारर्थप्र कदाशसमूच तपत्रमम्
xxi
स्वमनतव्यदामनतव्यदवरयणैः 813-822
॥इदत ॥
मतमतदानतरखों कवे दवरय ममें जदो दलखदा गयदा हण वह प्रतदतपमूवर्थक सत्य कवे प्रकदाश हदोनवे और
सयांसदार कवे सनुधरनवे कवे अदभप्रदाय सवे दलखदा गयदा हण, दकनतनु दननददा ककी दृदष सवे नहवीं। इस गनर
कदा मनुख्य उद्दवेश्य यहत हण दक अदवददाजनय नदानदा मतखों कवे फण लनवे सवे सयांसदार ममें जदो दवेर बढ गयदा
हण इस सवे एक मतदावलम्बत दस मू रवे मतदाननुयदायत कदो दवेरदृदष सवे दवेखतदा हण वह दरमू हदो कवे सयांसदार ममें
प्रवेम और शदादनत दस्रर हदो।
दजस प्रवेम और प्रतदत सवे शतस्वदामत जत महदारदाज नवे यह गनर बनदायदा हण उसत प्रतदत सवे
पदाठकखों कदो दवेखनदा चदादहए। पदाठकखों कदो उदचत हण दक आदद सवे अनत तक इस गनर कदो पढ
कर प्रतदतपमूवर्थक दवचदार करमें। क्यखोंदक जदो मननुष्य इस कवे एक खण्ड कदो दवेखवेगदा उस कदो इस
गनर कदा पमूरदा-पमूरदा अदभप्रदाय न खनुलवेगदा।
इस गनर ममें कई स्रलखों ममें दटप्पदणकदा ककी आवश्यकतदा रत इसदलए मसैंनवे जहदाहुँ -जहदाहुँ
उदचत समझदा वहदाहुँ-वहदाहुँ दलख दत हसैं।
यह गनर प्ररमदावरदत्त ममें छपदा रदा उस कदो दबकवे बहह त ददन हदो गयवे इस कदारण सवे
शतशणैः लदोगखों ककी शतघ्रतदा छपनवे कवे दवरय ममें आई, इस कदारण सवे यह ददततयदावरदत्त अत्यनत
शतघ्रतदा ममें हह ई हण। छदापतवे समय गनर कवे शदोधनवे और दवरदामदादद दचह्नखों कवे दवेनवे ममें जहदाहुँ तक
बनदा बहह त ध्यदान ददयदा परनतनु शतघ्रतदा कवे कदारण सवे कहवीं भमूल रह गई हदो तदो पदाठकगण ठतक
कर लमें।
प्रबनधकत्तदार्थ, वणददकयनत्रदालय
आदश्वन कर ष्णपक
सयांवतम् 1939 प्रयदाग
समूच नदा
चसौदहवमें समनुलदास ममें जदो कनु रदान ककी मयांदजल, दसपदारदा, समूरत और आयत कदा ब्यसौरदा
दलखदा हण उस ममें और तदो सब ठतक हण परनतनु आयतखों ककी सयांख्यदा ममें ददो चदार कवे आगवे पतछवे कदा
अनतर हदोनदा सम्भव हण अतएव पदाठकगण कमदा करमें।
(मनुन शत) समरर्थद दान
प्रबनधकत्तदार्थ, वणददकयनत्रदालय
प्रयदाग