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Economy Hindi - PDF 1631962026 PDF
Economy Hindi - PDF 1631962026 PDF
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NOTE: May 2016 and June 2016 current affairs for PT 365 will be updated on our website on second week
of July 2016.
A.21. राष्ट्रीय वववनमाथण नीवत के तहत प्रौद्योवगकी ाऄवधग्रहण और ववकास फां ड _________________________________ 23
A.26. ककराया तथा वनष्पक्ष प्रवतस्पधाथ सुवनवित करने हेतु रे ल वनयामक ______________________________________ 31
B.15. सेबी द्वारा गरित पैनल ने वैकवल्पक फां ड ाईद्योग को ववकवसत करने का सुझाव ______________________________ 49
B.22. CSR खचथ को बढ़ावा देने के वलए FCRA में सुधार _______________________________________________ 54
C.4. कारोबार करने में सरलतााः भारत की वस्थवत में सुधार _______________________________________________ 62
E.7. कर सूचनाओं के ाअदान-प्रदान पर भारत और सांयुक्त राज्य ाऄमेररका में समझौता ____________________________ 86
E.9. ववि व्यापार सांगिन(डब्ल्यू.टी. ओ.) में सौर ाउजाथ को लेकर मतभेद ______________________________________ 87
E.14. मॉरीशस के साथ दोहरे कराधान से बचाव समझौते में सांशोधन _______________________________________ 93
F.1. ववि बैंक की ररपोटथ-'ाऄत्यवधक गरीबी का खात्मा, समृवि को साझा करना: प्रगवत और
नीवतयाँ' ___________________________________________________________________________________ 95
G.7. प्रवतस्पधाथ ाऄपीलीय न्यायावधकरण ने भारतीय प्रवतस्पधाथ ाअयोग द्वारा सीमेंट कां पवनयों पर
लगाये गए जुमाथने को रद्द ककया __________________________________________________________________ 107
G.8. भारत में कॉपोरे ट सोशल ररस्पाांवसवबवलटी (वनगवमत सामावजक दावयत्व) ________________________________ 108
G.9. पररसांपवत्त पुनर्थनमाथण कां पनी _______________________________________________________________ 110
G.13. वायदा बाजार ाअयोग (FMC) का सेबी (SEBI) के साथ ववलय _____________________________________ 112
G.15. हााआवब्रड एन्यूाआटी मॉडल (HAM) ने ाऄवधक नीलामीकताथओं को ाअकर्थषत ककया ___________________________ 114
G.16 GM तकनीक लााआसेंससग के सांबांध में नयी ाऄवधसूचना को वापस वलया गया ______________________________ 115
A. योजनाएँ / पहल
A.1.राष्ट्रीय कौशल ववकास और ाईद्यवमता नीवत 2015
श्रवमकों की वनयोजन की प्रकक्रया में सुधार और रोजगार के ाऄवसरों में वृवि के प्रयास के वलए,
सरकार ने कौशल ववकास और ाईद्यवमता पर ाऄपनी पहली समेककत राष्ट्रीय नीवत को स्वीकृ वत
प्रदान की है। ाआस नीवत ने राष्ट्रीय कौशल नीवत 2009 का स्थान वलया। 2009 में ाअयी ाआस नीवत
कौशल ववकास एवां ाईद्यवमता मांत्रालय, देश में कौशल ववकास के कायथक्रमों को समवन्वत करे गा।
यह योजना ग्रामीण क्षेत्र में बहुप्रतीवक्षत सुधारों को प्रारां भ करे गी। ाआसके पूवथ ग्रामीण ववद्युतीकरण
के वलए प्रारां भ की गाइ राजीव गाांधी ग्रामीण ववद्युतीकरण योजना (ाअर.जी.जी.वााइ) को भी नवीन
योजना में समावहत कर कदया गया है।
कृ वष कायथ के वलए प्रयोग होने वाले फीडर को ाऄन्य कायो के वलए प्रयुक्त होने वाले फीडर से
ग्रामीण फीडर सांप्रष
े ण कायथक्रम के तहत पृथक ककया जाएगा।
योजना में सामान्य राज्यों को 60% ाऄनुदान के रुप में जब कक ववशेष श्रेणी के राज्यों को 85%
ाऄनुदान के रुप में कदया जाएगा। महत्वपूणथ है कक सामान्य श्रेणी के राज्यों को एक वनवित लक्ष्य
प्राप्त कर लेने पर 75% तक रावश ाऄनुदान के रुप में तथा ववशेष श्रेणी के राज्यों को वनवित लक्ष्य
सभी ाईत्तर पूवी राज्य, वजसमें वसकिम भी शावमल है, जम्मू-कश्मीर, वहमाांचल प्रदेश और
ग्रामीण ववद्युतीकरण वनगम (REC), योजना के सांकक्रयागत सांचालन के वलए नोडल एजेंसी होगी।
कें द्र सरकार ने सबके वलए ाअवास योजना हेतु 9 राज्यों में 305 शहरों और कस्बों को वचहनाांककत
ककया है।
कें द्र सरकार ने 2022 तक सबके वलए ाअवास वमशन के ाऄांतगथत प्रधानमांत्री ाअवास योजना की
घोषणा की है।
ाआस महत्त्वाकाांक्षी योजना के तहत सरकार ने 2022 तक, भारत की स्वतांत्रता के 75 वषथ पूरे होने
के ाईपलक्ष्य में शहरी क्षेत्र में गरीबों के वलए 2 करोड़ मकान बनाने का वनणथय वलया है।
o झुग्गी-झोपवड़यों का पुनवाथस
o ककफायती ाअवास
ाअवास और शहरी गरीबी ाईपशमन मां त्रालय ाआसके कक्रयान्वयन हे तु नोडल एजें सी है ।
कें द्र सरकार की महत्वाकाांक्षी प्रत्यक्ष हस्ताांतररत लाभ (पहल) योजना को दुवनया के सबसे बड़े
नकद हस्ताांतरण कायथक्रम (घरे ल)ू के रूप में वगनीज बुक ऑफ़ वल्डथ ररकॉर्डसथ में शावमल ककया
गया है।
प्रत्यक्ष लाभ ाऄांतरण एक नयी प्रणाली है। ाआसमें सवब्सडी और लाभ, दोनों ाआलेक्ट्रॉवनक रूप से
जनता के बैंक खातों में ाऄांतररत ककए जाते हैं। ाआसमें फां ड के प्रवाह में सवम्मवलत स्तरों को कम करके
भुगतान में होने वाली देरी को कम ककया जाता है वजससे वास्तववक लाभार्थथयों को लवक्षत करने
पहल योजना को औपचाररक रूप से प्रत्यक्ष लाभ ाऄांतरण योजना के रूप में एलपीजी सवब्सडी के
वलए 2013 में पेरोवलयम और प्राकृ वतक गैस मांत्रालय के तत्वावधान में शुरू ककया गया था। ाआस
योजना के तहत सवब्सडी वाले तरलीकृ त पेरोवलयम गैस (एलपीजी) वसलेंडर ाईपभोक्ताओं को
बाजार दर पर बेचे जाते हैं और एलपीजी सवब्सडी सीधे ाईनके बैंक खातों में ाऄांतररत की जाती है।
PMKSY का प्रमुख ाईद्देश्य है-क्षेत्रीय स्तर पर ससचााइ के क्षेत्र में वनवेशों का समूहीकरण,
सुवनवित ससचााइ के तहत कृ वष योग्य क्षेत्र का ववस्तार, पानी के ाऄपव्यय को कम करने के वलए
कृ वष जल ाईपयोग दक्षता में सुधार, सटीक ससचााइ और ाऄन्य पानी की बचत प्रौद्योवगककयों (more
crop per drop) को ाऄपनाना, जल वनकायों के पुनभथरण को बढ़ाना तथा शहरी नगरपावलकाओं
के ाईपचाररत ाऄपवशष्ट जल के प्रयोग द्वारा शहरों में कु छ स्थानों में कृ वष कायथ कर ाईसमें वनजी
वनवेश लाना तथा ाआसके द्वारा जल के सांधारणीय ाईपयोग को बढ़ावा देना।
PMKSY के ाऄांतगथत वतथमान में सांचावलत कु छ योजनाओं को वमला कदया गया है। यथा -जल
सांसाधन मांत्रालय का त्वररत ससचााइ लाभ कायथक्रम (AIBP),नदी ववकास और गांगा सांरक्षण (जल
सांसाधन मांत्रालय, RD & GR),भूवम सांसाधन ववभाग (DoLR) का एकीकृ त जलग्रहण प्रबांधन
सांरचना, छोटे चैक डैम और समोच्च मेंडबांदी ाअकद पर ध्यान कें कद्रत करे गा।
जल सांसाधन मांत्रालय RD &GR द्वारा सुवनवित ससचााइ स्रोत, डायवजथन नहरों,फील्ड चैनलों
ककया जाएगा। कृ वष मांत्रालय कु शल जल वाहक तथा सटीक जल एप्लीके शन वडवााआसों यथा वड्रप,
सस्प्रकलर, पााआवोट तथा खेतों में रे न-गन वसस्टम(जल ससचन) को बढ़ावा देगा। साथ ही यह स्रोत
सृजन गवतवववधयों के पूरक के रूप में सूक्ष्म ससचााइ सांरचनाओं और वैज्ञावनक रूप से नमी के
सांरक्षण ाअकद कृ वष ाईपायों को बढ़ावा देने के वलए ववस्तार गवतवववधयों का भी सृजन करे गा।
PMKSY कायथक्रम ‘’ववके न्द्रीकृ त राज्य स्तरीय ाअयोजन एवां पररयोजनागत कायाथन्वयन’’ को
ाऄपनाएगा। यह राज्यों को ाईनकी जरूरतों के ाऄनुसार वजला स्तरीय ससचााइ योजना एवां राज्य
AgDSM पररयोजना का ाईद्देश्य ककसानों को ाआलेवक्ट्रक कां रोल पैनल के साथ BEE स्टार रे टेड
ाउजाथ कु शल पांप सेट मुफ्त ाईपलब्ध कराना है।
ये नए पांप सेट वन: शुल्क मरम्मत और रख -रखाव के साथ प्रदान ककये जाते हैं।
भारत में कृ वष क्षेत्र मुख्य रूप से ाऄक्षम ससचााइ पांप सेट का ाईपयोग करता है और ाआसवलए बीाइाइ
स्टार रे टेड और ाईच्च दक्षता पांप सेट को बढ़ावा देने से यह क्षेत्रक महत्वपूणथ बचत प्रदान कर सकता
है।
एक ाऄनुमान के ाऄनुसार यकद 20.27 वमवलयन पांप सेट, ाउजाथ कु शल पांप सेट के साथ कृ वष क्षेत्र में
ाआस्तेमाल ककये जाएँ तो लगभग 46 ाऄरब ककलोवाट घांटा की वार्थषक ाउजाथ बचत होगी।
यह ग्रीन हााईस गैसों के ाईत्सजथन में कमी लाकर ाईसे 45 मीररक टन co2 सालाना तक लाने में
सहायक भी होंगे।
24X7 ाउजाथ ाअपूर्थत की ओर कदम बढ़ाते हुए सरकार ने पूरे देश में पारे षण तथा ववतरण तांत्र में सुधार
लाने के वलए हाल ही में IPDS को स्वीकृ वत दी है। सांघीय बजट 2014-15 में घोवषत IPDS में ाईप-
पारे षण तांत्र को सशक्त बनाने का प्रयास ककया गया है। ाआसके ाऄवतररक्त समेककत ाउजाथ ववकास योजना
(IPDS) के ाऄांतगथत मीटर लगाने, ग्राहक देखभाल सेवाओं और सौर पैनलों की स्थापना का प्रावधान
ककया गया है। योजना मे पुनगथरित त्वररत ाउजाथ ववकास तथा सुधार कायथक्रमों (RAPDRP) के जारी
ववतरण क्षेत्रक को सूचना प्रौद्योवगकी से लैस ककया जायेगा तथा 12वीं एवां 13वीं योजनाओं में
स्वीकृ त ववतरण तांत्रों को सशक्त बनाने के कायथ को ाआस योजना में सवम्मवलत ककया जाएगा।
पात्र ाआकााइयाँ: सभी ववतरण कां पवनयाां वजसमें वनजी ववतरण कां पवनयाां तथा राज्य ाउजाथ ववभाग
भी सवम्मवलत हैं, ाआस योजना के ाऄांतगथत ववत्तीय सहायता के पात्र होंगे। ाआस योजना के ाऄांतगथत
ाअने वाली पररयोजनाओं को, लेटर ऑफ ाऄवाडथ (प्रदत्तता पत्र) कदए जाने की वतवथ से 24 महीनों
के भीतर पूरा ककया जाएगा। ाआस योजना के सांचालन के वलए ाउजाथ ववत्त वनगम को के न्द्रीय एजेंसी
बनाया गया है।
ववत्त-पोषण का प्रारूप: गैर-ववशेष वगथ के राज्यों के वलए ाआस पररयोजना के वलए प्राप्त ाऄनुदान
कु ल ववत्तीय लागत का 60% है (प्रस्ताववत लक्ष्यों की प्रावप्त पर 75% तक) तथा ववशेष वगथ के
राज्यों के वलए यह 85% है (प्रस्ताववत लक्ष्यों को प्राप्त कर लेने पर 90% तक)। ाऄवतररक्त ाऄनुदान
के वलए मानक वनधाथररत ककए गए हैं, जैसे: पररयोजना का वनधाथररत समय में पूरा होना, प्रक्षेप
पथ (रजेक्ट्टरी) के ाऄनुसार AT&C हावनयों में कमी तथा राज्य सरकार के द्वारा दी जाने वाली
वत्रपक्षीय समझौता: ाउजाथ मांत्रालय की के न्द्रीय एजेंसी ाउजाथ ववत्त वनगम, राज्य सरकार तथा
ववतरण कां पवनयों के बीच ाईपयुक्त वत्रपक्षीय समझौते को वनष्पाकदत ककया जाएगा, वजससे ाआस
के बल वबछाने, AT&C हावनयों की सीमा तय करने का कायथ करने के वलए के न्द्रीय ववद्युत्
प्रावधकरण द्वारा शहरी क्षेत्रों में ाउजाथ प्रणावलयों के वलए एक ाअदशथ मानदांड वनधाथरण ककया
जाएगा।
कें द्रीय बजट 2014-15 में घोवषत IPDS में शावमल हैं -
मीटररग,
कस्टमर के यर सेवाएँ
सौर पैनलों के प्रावधान
पुनगथरित त्वररत ववद्युत ववकास एवां सुधार कायथक्रम की पूणत
थ ा (RAPDRP) के चल रहे
कायों को पूरा करना।
लक्ष्य
ऐसी वववभन्न ववकासात्मक तथा कल्याणकारी पररयोजनाओं को खनन प्रभाववत क्षेत्रों में
कायाथवन्वत करना जो राज्य तथा कें द्र सरकार की वतथमान में चल रही पररयोजनाओं की पूरक हैं।
o खनन गवतवववधयों वाले वजलों में, खनन के दौरान तथा ाआसके पिात् पयाथवरण तथा ाअम जनता
की सामावजक-ाअर्थथक दशा पर पड़ने वाले प्रवतकू ल प्रभावों को न्यूनतम स्तर पर लाना।
o खनन क्षेत्रों में प्रभाववत लोगों के वलए दीघथकावलक ाअजीववका सुवनवित करना।
मुख्य ववशेषताएां
ाईच्च प्राथवमकता वाले क्षेत्रों यथा पेयजल ाअपूर्थत, स्वास््य सेवा, स्वच्छता, वशक्षा, कौशल ववकास,
नारी तथा बाल कल्याण, ाईम्रदराज तथा ववकलाांग व्यवक्तयों के कल्याण तथा पयाथवरण सांरक्षण पर
खान तथा खवनज (ववकास तथा वनयमन) सांशोधन ाऄवधवनयम, 2015 ने खनन सांबांधी कायों के
कारण प्रभाववत सभी वजलों में वजला खवनज फााईन्डेशन (डी.एम.एफ़.) बनाने तथा खनन की मार
झेल रहे ाअकदवासी समुदायों के वहतों के सांरक्षण को ाऄवनवायथता प्रदान की है।
जनता को ाऄदा की जाने वाली पूरी रॉयल्टी का एक छोटा सा ाऄांश खननकताथओं को वजला खवनज
फााईन्डेशन (डी.एम.एफ़.) में प्रदान करना है। ाआस ाऄांशदान से ाईत्पन्न वनवध का ाईपयोग वजला
खवनज फााईन्डेशन (डी.एम.एफ़.) के द्वारा प्रधानमांत्री खवनज क्षेत्र कल्याण योजना
(पी.एम.के .के .वााइ.) को कायाथवन्वत करने ाऄपेक्षा है।
ाआस त्वररत कायाथन्वयन को वषथ 2015-16 के वलए 5,000 करोड़ रुपये तक सांवर्थधत ववत्तीय
ाअवांटन और सांशोवधत ववत्त-पोषण पिवत के माध्यम से प्राप्त ककया जाएगा।
फां ड के बांटवारे का पैटनथ ाईत्तर-पूवथ के 8 और 3 वहमालयी राज्यों को छोड़कर शेष सभी राज्यों के
वलए कें द्र और राज्यों के बीच 60:40 के ाऄनुपात में होगा। ाईत्तर-पूवथ के 8 और 3 वहमालयी राज्यों
PMGSY-1 के ाऄांतथगत 1,78,184 ाऄसांबि बवस्तयों की पहचान की गाइ थी। हालाांकक, ाऄभी तक
वलए गए मॉडल गाांवों में ग्रामीण सड़कें प्रदान करने के वलए सरकार ने फरवरी 2015 में
नवाचार को प्रोत्साहन
जनवहत में सस्ती कीमतों पर ाअवश्यक दवाओं की ाईपलब्धता सुवनवित करना।
नयी बौविक सांपदा ाऄवधकार (IPR) नीवत के ाईद्देश्य
IPR कानून को क़ानूनी और ववधायी रुपरे खा देना वजससे बौविक सांपदा के मावलक के वहत और
करना।
IPR प्रशासन को सेवा ाईन्मुख बनाना।
IPR और ाआसके सामावजक, ाअर्थथक और साांस्कृ वतक लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करना।
प्रमुख ववशेषताएँ
न्यून ाऄवधकार प्राप्त समूह जैसे कारीगरों, बुनकरों ाअकद के वलए बौविक सांपदा ाऄवधकार के
ाऄनुकूल ाऊण।
ववसांगवतयों को दूर करना जैसे भारतीय वसनेमेटोग्राफी एक्ट्ट में सांशोधन।
IPR के परीक्षण और स्वीकरण में तेजी लाना।
ाईद्योगों को बौविक सांपदा के ववकास का समथथन करने के वलए CSR फां ड का ाईपयोग करने के
A.12. सागरमाला
(Sagarmala)
पररचय
"सागरमाला" पत्तन ाअधाररत ववकास मॉडल ववकवसत करने की भारत सरकार की एक सामररक,
एवां ग्राहक कें कद्रत पहल है वजससे भारत की लांबी तटरे खा, भारत की समृवि का प्रवेश द्वार बन
जाएगी।
यह एक ओर जहाां वतथमान पत्तनों के ाअधुवनक ववि स्तरीय पत्तनों में रूपाांतरण की पररकल्पना
करता है, वहीं दूसरी ओर ाअवश्यकता के ाअधार पर नए ववि स्तरीय पत्तनों के ववकास की भी
पररकल्पना करता है।
सागरमाला का ाईद्देश्य सड़क, रे ल, ाऄांतदेशीय और तटीय जलमागों के माध्यम से पत्तनों, ाऄांतक्षेत्र
और कु शल वनकासी प्रणाली का ववकास करना है वजससे पत्तन, तटीय क्षेत्रों में ाअर्थथक गवतवववध
के चालक बन जाएँ।
वलए कु शल और वनबाथध पररवहन का ववकास करे गी। ाआसके वलए यह समुद्री ववकास के साथ
ाऄांतक्षेत्र की औद्योवगक और फ्रेट कॉरीडोर की पररयोजनाओं का एकीकरण करे गी वजससे ग्राहक के
वलए लॉवजवस्टक की लागत कम होगी। ाआससे ाअयात-वनयाथत और ाऄवधक प्रवतस्पधी हो जाएगा।
भारत में वववभन्न बांदरगाहों पर पैमाने, गहरे प्रारूप और ाऄन्य सुववधाओं का ाऄभाव।
ववकवसत करना तथा पररवहन के सबसे पसांदीदा प्रकार के रूप में ाऄांतथदश
े ीय/तटीय नौवहन को
बढ़ावा देना।
तटीय ाअर्थथक ववकास: वनम्नवलवखत के द्वारा तटीय क्षेत्रों में तटीय ाअर्थथक गवतवववधयों को
प्रोत्सावहत करना:
ाईद्योगों का ववकास; और
सरकार ने भारतमाला पररयोजना को हरी झांडी दे दी है वजसका ाईद्देश्य 56,000 करोड़ रुपये की
ाऄनुमावनत लागत से सीमावती क्षेत्रों में 5,600 कक.मी. नाइ सड़कों का ववकास करना है।
साथ ही धार्थमक और पयथटन के न्द्रों को जोड़ने के वलए और वपछड़े क्षेत्रों में सड़क सांपकथ में वृवि
करने हेतु 44,000 करोड़ रुपये की ाऄनुमावनत लागत से 4,700 कक.मी. नाइ सड़कों के वनमाथण की
ाअशा है।
ाआसके ाऄवतररक्त, देश में 676 वजला मुख्यालयों में से 100 वजला मुख्यालयों को जोड़ने के वलए
वस्वस चुनौती प्रणाली (एस.सी.एस): एस.सी.एस कोर क्षेत्र की पररयोजनाओं में वनजी क्षेत्र की
पहलों को सूचीबि करने के वलए बनायी गयी बोली लगाने की प्रकक्रया है। ाआस मानक के ाऄनुसार,
वनजी वनवेशक मौवलक रूप से ककसी योजना की ाऄवधारणा की स्वतांत्र रूप से सांकल्पना कर सकते
है और सरकार से पररयोजना के मूल्याांकन हेतु प्रस्ताव कर सकते हैं। ाऄवसांरचना कां पनी (ाईदाहरण
के वलए पत्तन का स्वावमत्व रखने वाली) पहुँच में सुधार के वलए लास्ट मााआल सड़क का ववकास
करने के वलए ाईत्सुक हो सकती है।
एस.सी.एस तीसरे पक्ष को पररयोजना के ववकास की ाऄत्यावधक वर्थधत लागत से बचने के वलए
वनर्ददष्ट ाऄववध के दौरान पररयोजना के वलए श्रेष्ठतर प्रस्ताव करने (चुनौती देने) की ाऄनुमवत देता
है। हालाांकक, मूल प्रस्तावक को पहले मना करने और तीसरे पक्ष द्वारा कदए गए ककसी श्रेष्ठतर
प्रस्ताव का कााईां टर-मैच करने का ाऄवधकार कदया गया है। लेककन, एस.सी.एस. ाऄन्यत्र बहुत
ाऄवधक सफल वसि नहीं हुाअ है। ाआस प्रवतमान के ाऄांतथगत वनजी सांस्था के वलए भारी भरकम
प्रारां वभक वनवेश करना ाअवश्यक होता है वजसे वह सांववदा(contract) जीते वबना वापस प्राप्त नहीं
कर सकता है।
जोवखम की भरपााइ के वलए हााइवब्रड एन्युटी मॉडल (Hybrid Annuity Model): ऐसा पहली
बार होने जा रहा है जब सड़क, पररहवन, तथा राजमागथ मांत्रालय हााइवब्रड एन्युटी मॉडल के
ाऄांतगथत राजमागथ पररयोजनाओं का ाअवांटन करे गा। हाल ही में कवल्पत ाआस प्रवतमान के ाऄांतगथत
वनजी क्षेत्र द्वारा ककए जाने वाले ाअवश्यक ाऄवग्रम ववत्त-पोषण में कटौती की जाएगी और जोवखम
का ाईच्च ाऄनुपात सरकार को ाऄांतररत ककया जाएगा। ाआसके ाऄांतगथत सरकार कायथ ाअांरभ करने के
वलए ववकासकताथ को पररयोजना लागत का 40% ाईपलब्ध कराएगी। शेष वनवेश िे केदार को
करना होगा। NHAI चुांगी का सांग्रहण कर 15-20 वषों की ाऄववध में कु ल रावश ककश्तों में वापस
करे गा।
सांभाववत पूज
ां ी के रूप में लॉक्ट्ड-ाआन-ाआकक्वटी जारी करने हेतु वनमाथण के पूरा हो जाने के दो वषथ बाद
राजमागथ पररयोजनाओं से बाहर वनकलने के वलए ववकासकताथओं को ाऄनुमवत देते हुए वनकास
नीवत का ाऄनुमोदन ककया है।यह कदम ऐसे समय में ाईिाया गया है जब वनजी क्षेत्र की रुवच
पी.पी.पी. पररयोजनाओं में कम हो गाइ है। ाऄवधकाांश पररयोजनाएां एक भी बोली ाअकर्थषत करने
रुकी हुाइ पररयोजनाओं के वलए एन.एच.ए.ाअाइ का ाऊण: ाऄवतररक्त ाआकक्वटी की कमी या धनरावश
ाअगे चुकाने में ररयायती ाऄक्षमता के कारण िप पड़ी पररयोजनाओं को गवत देने के वलए
सी.सी.ाइ.ए. ने ाऄब वापसी की पूवथ वनधाथररत दर पर ाऄपने कोष से ाऊण देने के वलए भारतीय
सरकार से सरकार का ववत्त-पोषण: मांत्रालय, सड़क ववकास कायथक्रमों हेतु ाऄवतररक्त सांसाधन
जुटाने के वलए, सरकार से सरकार को ववत्त-पोषण के मानदांडों को ाईदार बनाने और ाऄनुमवत देने
राष्ट्रीय पेंशन योजना एक ाऄांशदान ाअधाररत पेंशन योजना है वजसमें 60 वषथ की ाअयु तक ाऄांशदान
पेंशन (या टीयर I खाते) में न्यूनतम ाऄांशदान 6,000 रूपए है।
योजना के ाऄांतगथत ककया गया वनवेश बाजार से सांबि हैं। वनवेशक सरकारी प्रवतभूवतयों से फां ड और
ाआससे वभन्न ाऄन्य वनवित ाअय वाले साधन और ाआकक्वटी फां ड में से ककसी एक का चुनाव कर सकते
हैं।
60 वषथ की ाअयु पर कु ल वनवेश के 60% तक धन प्राप्त ककया जा सकता है और शेष रावश द्वारा
60 वषथ की ाअयु से पहले धन वनकासी पर सांवचत कोष के 80% का ाईपयोग एन्युाआटी (वनयवमत
भुगतान के रूप में ाअय देने वाला पूांजी वनवेश)क्रय करने के वलए करना होता है।
हालाांकक, ाआस योजना को 10 वषथ तक जारी रखने के बाद, वववशष्ट प्रयोजनों के वलए कदए गये
साधारण रुपया (एन ाअर ओ) खाता ाऄथवा स्थानीय स्रोतों से एन पी एस में वनवेश कर सकते हैं |
भारत में लगभग सभी बैंक राष्ट्रीय पेंशन योजना के ("प्वााआां ट ऑफ प्रेजेंस" या पॉप कहे जाने वाले)
ववतरक के रूप में काम करते हैं। ाऄताः राष्ट्रीय पेंशन योजना से सांबांवधत खाता खोलने के वलए कोाइ
भी ाऄपने बैंक से सांपकथ कर सकता है।
(Indradhanush Plan)
सावथजवनक क्षेत्र के बैंकों की कायथप्रणाली में सुधार के वलए सरकार ने सात सूत्रीय योजना बनााइ है।
ये सात सूत्र क्रमश: वनयुवक्तयाां, बैंक बोडथ ब्यूरो, पूांजीकरण, सावथजवनक क्षेत्र के बैंको से दबाव
हटाना, सशवक्तकरण, जवाबदेही का ढाांचा तैयार करना तथा प्रशासवनक सुधार हैं। (ए बी सी डी ाआ
एफ)
बैंक बोडथ ब्यूरो वतथमान चयन बोडथ का स्थान लेगा, ाऄगले छह महीनों में ाअर.बी.ाअाइ. गवथनर की
ाऄध्यक्षता में ये बोडथ वनयुक्त कर कदया जाएगा। बैंक बोडथ ब्यूरो जोवखम वाले ाऊणों पर ववचार
करे गा। बैंक बोडथ ब्यूरो में ाऄध्यक्ष के ाऄलावा 6 सदस्य और होंगे, वजनमें से तीन सरकारी सदस्य
तथा ाऄन्य तीन सदस्य बैंककग तथा ाऄन्य क्षेत्रों के ववशेषज्ञ होंगे।
‘बैंक बोडथ ब्यूरो’ बैंकों की एक ाऄलग स्वावमत्व कां पनी के वनमाथण की कदशा में भी कायथ करे गा। ाआस
ाऄलग स्वावमत्व वाली कां पनी के गिन का ाईद्देश्य बैंकों की कायथप्रणाली को सरकारी हस्तक्षेप से दूर
रखना है। साथ ही यह सरकार तथा बैंकों के मध्य एक कड़ी का कायथ करे गी।
योजना के प्रावधान :
और लांबी ाऄववध (12-15 वषथ) के वलए हो सकता है। ाईत्पन्न जोवखम को कम करने के
वलए सरकार एक स्वणथ ाअरवक्षत
(b) ाऄल्प ाऄववध के जमा पर ब्याज दर बैंकों द्वारा वनधाथररत
कोष बनाएगी।
की जाएगी और जमा पैसा सोने में नावमत ककया
(b) ये बॉन्ड ववत्त मांत्रालय की ओर से
जाएगा, जबकक मध्यम और लांबी ाऄववध के जमा पर
भारतीय ररजवथ बैंक के पक्ष में
ब्याज दर समय-समय पर भारतीय ररजवथ बैंक के जारी ककए जायेंगे।
परामशथ से सरकार द्वारा वनधाथररत की जाएगी और जमा
(c) ाआस तरह के बॉन्ड के वलए वार्थषक
पैसा रुपए में देय होगा।
सीमा प्रवत व्यवक्त 500 ग्राम है
(c) ाआस पर सामान्य कराधान कानून लागू होगा।ग्राहक को
और ब्याज दर भी सांशोधन के
पहचान सावबत करने के वलए ाईपयुक्त दस्तावेज देने होंगे
ाऄधीन होगी।
ताकक यह योजना काले धन को सफे द बनाने का तरीका
(d) बॉन्ड पाांच से सात वषथ की न्यूनतम
न बन जाए।
ाऄववध के साथ 5 ग्राम, 10 ग्राम,
(d) ाआस योजना से वमलने वाला ब्याज कर मुक्त होगा।
ग्राहक ाऄल्प ाऄववध के वलए जमा सोने को ब्याज के साथ 50 ग्राम और 100 ग्राम के
नकदी में या सोने में भुना सकते हैं। हालाांकक मध्यम और मूल्यवगथ में जारी ककये जायेंगे।
लांबी ाऄववध के जमा के वलए के वल नकद पैसा ही कदया (e) क्ट्योंकक यह बॉन्ड सरकारी ाईधार
जायेगा जो सोने के बाजार मूल्य पर ाअधाररत होगा।
का एक वहस्सा हैं, ाआनके चालू
(e) e) मध्यम और लांबी ाऄववध के जमा वाले सोने को
ववत्त वषथ में ही राजकोषीय घाटे के
भारतीय ररजवथ बैंक के स्वणथ भांडार के वलए, नीलामी के लक्ष्य के भीतर होने की
वलए, वसिे बनाने में और ाअभूषण वनमाथताओं को ाईधार ाअवश्यकता होगी।
लाभ
भारत के ाअयात पर कच्चे तेल और सोने का प्रभुत्व है। यह योजनायें न वसफथ देश के व्यापार सांतल
ु न
को िीक करें गी बवल्क सोने को एक ाईत्पादक सांपवत्त में भी पररवर्थतत कर देंगी।
स्वणथ मौद्रीकरण योजना से सोने के पुनचथक्रण में वृवि होगी और ाआसके व्यापार में पारदर्थशता
ाअयेगी। ाआसमें सोने के जमा को ाअर्थथक वनवेश में बदलने की क्षमता है ाआसवलए ाआससे समवष्ट
ाऄथथव्यवस्था और लाखों लोगों को लाभ होगा।
सोने के बॉन्ड पर वमलने वाले ब्याज को कर मुक्त करना, पूज
ां ीगत लाभ कर से छू ट देना, ाऊण के
वलए जमानत के रूप में सोने के बॉन्ड को ाऄनुमवत देने से स्वणथ बॉन्ड एक ाऄपेक्षाकृ त ाअकषथक
ववकल्प बन जायेगा।
सॉवेरेन स्वणथ बॉन्ड योजना जमाकताथओं को कमोवडटी एक्ट्सचेंजों में बाांड बेचने या खरीदने की
ाऄनुमवत देगा। साथ ही ाआन बॉन्ड को सोने की तरह ही ाऊण लेने के वलए जमानत के रूप में
ाईपयोग ककया जा सके गा।
सरकार तेल क्षेत्र में लााआसेंस और ाअय के बांटवारे के वलए नया मॉडल लेकर ाअाइ है। 69 छोटे तेल
क्षेत्रों में काफी ाऄप्रयुक्त तेल पड़ा हुाअ है और ये तेल-क्षेत्र राज्य के स्वावमत्व वाली सांस्थाओं के
ाऄधीन हैं।
नए प्रावधान
यह नीवत मुनाफे के बजाय राजस्व साझा करने और प्रत्येक हााआड्रोकाबथन के वलए ाऄलग ाऄलग
लााआसेंस की जगह एकीकृ त लााआसेंस देने पर ाअधाररत है।
वनयांत्रक एवां महालेखा परीक्षक ने भी कहा था कक पुरानी नीवत वनजी िे केदारों को पूांजीगत व्यय
कम करने के वलए पयाथप्त पैसा नहीं देती।
नाइ व्यवस्था में सरकार व्यय की सचता से मुक्त रहेगी तथा सरकार को तेल, गैस ाअकद की वबक्री से
सकल राजस्व का एक सुवनवित वहस्सा प्राप्त होगा।
नाइ नीवत के तहत कदये जाने वाले लााआसेंस वसफथ तेल के वलए नही बवल्क सभी हााआड्रोकाबथन के
वलए होंगे। ाआससे पहले हर हााआड्रोकाबथन के वलए ाऄलग लााआसेंस कदया जाता था।
नाइ नीवत प्रशावसत कीमत के बजाय मौजूदा बाजार मूल्य पर गैस बेचने की ाऄनुमवत देती है।
सांबवां धत जानकारी
ाईत्पादन भागीदारी ाऄनुबांध- यह ाऄनुबांध कां पवनयों को सरकार के साथ राजस्व साझा करने से
पहले लागत वसूली की ाऄनुमवत देता है। यह ाईच्च ाऄन्वेषण जोवखम लेने के वलए वनवेशकों को
प्रोत्सावहत करता है क्ट्योंकक सफल ाऄन्वेषण की वस्थवत में पूरी लागत वसूल की जा सकती है। ाआस
प्रावधान के मुतावबक सरकार को वनजी कां पवनयों द्वारा ककए गए वववभन्न खचों का लेखा-परीक्षण
करना पड़ता है। ाआसमें ाऄक्ट्सर देरी होती है और यह वववाद का कारण बनता है तथा सरकार को
राजस्व का नुकसान होता है।
वतथमान समय में भारत 270 गीगावाट ाउजाथ का ाईत्पादन कर रहा है, ककन्तु ववतरण कां पवनयों पर
कम मूल्य पर वबजली कदये जाने के दबाव के कारण ाआन कां पवनयो ने ाउजाथ ाईत्पादन बढाने में
ाऄसमथथता जतायी है। वजस कारण भारत ाऄपनी कु ल सांभाववत ाईत्पादक क्षमता का ाअधा ाईत्पादन
ही कर रहा है।
योजनागत प्रावधान -
ाईदय, वडस्काम्स को ाऄगले 2 - 3 वषो में वनम्न चार प्रस्तावों/कदमों के माध्यम से वववभन्न ाऄवसर
ाईपलब्ध करायेगा।
1) ाईजाथ ववतरक कां पनी (वडस्काम्स) की पररचालन क्षमता में सुधार/वृवि।
3) ाईजाथ ववतरक कां पनी (वडस्काम्स) के वलए ब्याज दरों में कमी करना।
प्रवतशत तक लाया जा सकता है और वषथ 2018-19 औसत पूजी एवां ाईत्पादन की औसत लागत के
बीच ाऄांतर को कम ककया जा सकता है।
ाउजाथ ाईत्पादन की लागत कम होगी
राज्यों द्वारा लगभग 75 प्रवतशत ाऊृण की व्यवस्था ाईजाथ ववतरक कां पनी (वडस्काम्स) हेतु करना
कायाकल्प पररषद की चौथी बैिक रतन टाटा की ाऄध्यक्षता में सांपन्न हुयी वजसमें सुरक्षा मुद्दों पर
चचाथ करते हुए ाईन कारणों को पहचानने का प्रयास ककया गया जो मानवीय भूल के कारण घरटत
होते हैं।
सांगिनों को ाऄपनी कायथ प्रणाली में नवाचार लाते हुए पररवतथन कर कफर से नया स्वरूप कदये जाने
की ाअवश्यक्ता है, ाऄताः ाआस पररषद को बनाने का ाईद्देश्य ाईद्यम की सरां चना में सुधार कर नवाचार
भारतीय रे लवे को जहाँ एक तरफ देश के वववभन्न भागों में वहनीय यात्रा सुववधाएां ाईपलब्ध कराने
का सामावजक दावयत्व पूरा करना है वहीं दूसरी ओर एक वावणवज्यक सांगिन की भाँवत लाभ
कमाते हुए कायथ करना भी ाआसकी जरुरत है। ाऄताः यहाँ पर ाअवश्यक्ता है कक ाआन दोनों ाईद्देश्यों में
सांतल
ु न बनाकर कायथ करते रहने की वजससे लोगों को वहनीय यात्रा सुववधाएां ाईपलब्ध कराकर
देश की ाऄथथव्यवस्था में ववकास के प्रेरक के रूप में योगदान कदया जा सके ।
बैिक में मुख्यताः ाआस बात पर जोर कदया गया कक ककस प्रकार रे लवे स्टेशनों को साफ सुथरा
सवमवत ाआस बात का भी परीक्षण करे गी वजसमे भारतीय रे ल को ाईपभोक्ता के वन्द्रत बनाकर और
A.20. मे गा फ़ू ड पाकथ
नवांबर 2015 में तेलांगाना में पहले मेगा फ़ू ड पाकथ की नींव डाली गयी।
मेगा फ़ू ड पाकथ , सांग्रहण के न्द्रों (CCs) और प्राथवमक प्रसांस्करण के न्द्रों (PPCs) से बना हुाअ एक
खाद्य प्रसांस्करण के वलए ाअधुवनक ढाांचे से लैस एक समूह ाअधाररत और मजबूती से चौतरफा जुड़ी
हुाइ श्रृांखला के वनमाथण को सुगम बनाकर खाद्य प्रसांस्करण क्षेत्रक को तीव्र बढ़ावा वमलता है।
ककसानों, प्रसांस्करण कायथ में लगे कर्थमयों और खुदरा ववतरकों को एक साथ लाकर कृ वष-ाईत्पाद को
यह ाऄवधकतम मूल्य सांविथन, कृ वष वस्तुओं की न्यूनतम बबाथदी तथा ककसानों की ाअय में वृवि
सुवनवित करता है और खासकर ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के ाऄवसर पैदा करता है।
हाल में औद्योवगक नीवत एवां प्रोत्साहन ववभाग (Development of Industrial Policy and
सूक्ष्म, लघु और मध्यम ाईपक्रमों (MSMEs) द्वारा भारत या ववि में ाईपलब्ध साफ़, हररत एवां
TADF योजना का कक्रयान्वयन “वैविक नवोन्मेष तथा प्रौद्योवगकी सहयोग” (GITA) नामक एक
सांयुक्त ाईद्यम कां पनी द्वारा ककया जाएगा। ाआसके तहत वनम्न बातें ाईवल्लवखत है:
II. पेटेंट वनकाय (पूल) के माध्यम से तकनीक ाऄवधग्रहण करने में ाऄप्रत्यक्ष मदद
IV. राष्ट्रीय वनवेश तथा वववनमाथण क्षेत्र (NIMZ) में वस्थत ाईद्योगों में सांसाधन सांरक्षण
2. कदवाला या कदवावलयापन के मामलों को हल करने के वलए 180 कदन का वनयत समय वजसे एक
सांस्थापना। यह पेशेवरों/ दीवावलयेपन तथा सूचना के ाईपयोग के साथ वनपटने वाली एजेंवसयों को
5. राष्ट्रीय कां पनी कानून न्यायावधकरण (NCLT) में एक ववशेष खांडपीि की स्थापना जो कां पवनयों,
6. NCLT के ाअदेश पर ाऄपील राष्ट्रीय कां पनी कानून ाऄपीलीय न्यायावधकरण ("NCLAT") में की
जाएगी। ाऊण वसूली न्यायावधकरण ("डीाअरटी"), व्यवक्तयों और ाऄसीवमत देयता भागीदारी फमों
7. यह सांवहता कॉपोरे ट ाऊणी को ाऊण में एक बार वडफ़ॉल्ट हो जाने पर खुद दीवावलया सांकल्प की
NIIF का ाईद्देश्य
पररयोजनाओं में ाऄवसांरचना के ववकास के माध्यम से ाअर्थथक प्रभाव को ाईच्चतम सीमा तक बढ़ाना,
हाल ही में सरकार ने 40000 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय वनवेश और ाऄवसांरचना कोष की स्थापना की
है।
यह देश में ाऄवसांरचना क्षेत्र के ववत्तपोषण को बढ़ाने के वलए भारत सरकार द्वारा गरित ककया गया
एक कोष है।
चालू ववत्त वषथ में सरकार ने ाआस हेतु 20000 करोड़ रूपए का योगदान कदया है और शेष 20000
ाऄवरुि पररयोजनाओं सवहत ाऄवसांरचना पररयोजनाओं के ववकास के वलए यह एक सांप्रभु कोष है।
NIIF की दोहरी भूवमका होगी- पररयोजनाओं में ाआकक्वटी पूांजी डालना और ाऄवसांरचना
स्रेटवजक एांकर साझेदारों से ाआकक्वटी भागीदारी ाआसके ववत्तीयन का एक प्रमुख स्रोत होगा। भारत
सरकार ाआसे एक सांप्रभु कोष के रूप में स्थावपत करने के वलए योगदान देगी और ाईसमें सह-वनवेश
करने के वलए ववदेशी सांप्रभु / ाऄधथ सांप्रभु / बहुपक्षीय / वद्वपक्षीय वनवेशकों को ाअकर्थषत करे गी।
वार्थषक योजना के ाअधार पर ाऄपने कायों को कक्रयावन्वत करने के वलए एक वैकवल्पक वनवेश कोष
के रूप में स्थावपत प्रत्येक ाआकााइ के वलए प्रत्येक वषथ ाअवश्यकतानुसार सरकार द्वारा धन मुहय
ै ा
कराया जायेगा।
रूस, ससगापुर और सांयुक्त ाऄरब ाऄमीरात जैसे देशों के सांप्रभु सांपदा कोष और ाऄांतराथष्ट्रीय पेंशन फां ड
ने भारत के 40000 करोड़ रुपये के ाआस राष्ट्रीय वनवेश और ाऄवसांरचना कोष के भागीदार बनने में
ववत्त मांत्रालय द्वारा समय-समय पर बढ़ाया जा सके गा। सरकार ाआस कोष में प्रवत वषथ 20000
करोड़ रुपये तक का योगदान दे सकती है। वैकवल्पक वनवेश कोष के रूप में स्थावपत प्रत्येक ाआकााइ
में सरकार की वहस्सेदारी 49% होगी और ाआसे कम या ज्यादा नहीं ककया जा सके गा। ाऄथाथत, कु ल
49% का योगदान सीधे सरकार द्वारा ककया जायेगा, जबकक शेष रावश का योगदान ाऄन्य वनकायों
बैंककग ववत्तीय कां पवनयों/ववत्तीय सांस्थाओं के चयन मानदांड के वलए NIIF कदशावनदेश तैयार करे गा
और प्रकक्रयाओं का पालन करे गा।
चूँकक 'मेक ाआन ाआां वडया' ाऄवभयान को समथथन प्रदान करने के वलए और वनयाथत को बढ़ाने के वलए ववशेष
ाअर्थथक क्षेत्र एक महत्वपूणथ ाअधार हैं ाआसवलए ववशेष ाअर्थथक क्षेत्रों की समस्याओं की समीक्षा करने और
ाईसे हल करने के वलए सरकार ने एक ाईच्च स्तरीय टीम का गिन ककया था।
ाआनक्ट्यूबेशन कें द्रों की स्थापना ककये जाने, ाअसान पेटेंट ाअवेदन प्रकक्रया, वववभन्न लाभों पर कर में
छू ट शावमल है| ाआसके ाऄवतररक्त, 10,000 करोड़ रुपये की कॉपथस वनवध की स्थापना, व्यवसाय की
शुरुाअत करने में ाअसानी, सरल वनकासी प्रणाली ाअकद की भी घोषणा की गाइ है।
जगह) के वलए बाजार में प्रचवलत मूल्यों के ाउपर कर में छू ट प्रदान की है।
स्टाटथ-ाऄप पर वनयामकीय बोझ को कम करने के ाईद्देश्य से, ाईन्हें तीन साल की ाऄववध के वलए छह
श्रम कानूनों और तीन पयाथवरण कानूनों के ाऄनुपालन से छू ट दी गाइ है।
स्टाटथ-ाऄप को बौविक सांपदा ाऄवधकार (ाअाइ.पी.ाअर.) से सांबांवधत ाअवेदनों के सांदभथ में मुफ्त
कानूनी सहायता प्रदान की जाएगी।
स्टाटथ-ाऄप द्वारा दायर पेटेंट ाअवेदन कम कीमत पर शीघ्रता से वनपटाए जाएांगे।
गुणवत्ता मानकों या तकनीकी मानकों में कोाइ छू ट प्रदान ककए बगैर, सरकारी खरीद में स्टाटथ-ाऄप
के वलए एक समान मांच ाईपलब्ध कराने के वलए, ाआन्हें पूवथ ाऄनुभव या टनथओवर (कारोबार) के
मानदांडों से मुक्त रखा जाएगा।
सरकार, सावथजवनक वनजी भागीदारी के ाऄांतगथत देश भर में ाआन्क्ट्यूबेटरों की स्थापना के वलए एक
नीवतगत ढाांचा का वनमाथण करे गी। ाआसके ाऄवतररक्त राष्ट्रीय सांस्थानों में नवाचार के न्द्रों की स्थापना
के साथ-साथ सात नए शोध पाकों की स्थापना भी की जाएगी।
ाऄगले चार वषों के वलए 10,000 करोड़ रुपए की सहायता रावश प्रदान की जाएगी।
सरकार एक स्टाटथ-ाऄप ाआां वडया हब स्थावपत करे गी जो स्टाटथ-ाऄप के वलए सांपकथ करने का एकल-
सबदु कें द्र होगा।
ाआन्क्ट्यूबेशन तथा ाऄनुसांधान एवां ववकास के प्रयासों को सांवर्थधत करने के वलए राष्ट्रीय सांस्थानों में
1,200 से ाऄवधक स्टाटथ-ाऄप के वलए सुववधाएां ाईपलब्ध कराने हेतु नवाचार और ाईद्यवमता के 31
के न्द्रों की स्थापना की जाएगी ाऄथवा ऐसे कें द्रों को ाईन्नत ककया जाएगा।
7 नए शोध पाकों (प्रत्येक शोध पाकथ में 100 करोड़ रूपये का एक ाअरां वभक वनवेश) की स्थापना
की जाएगी। ये पाकथ ाऄनुसांधान पर ध्यान कें कद्रत करने वाली कां पवनयों को एक ाअधार प्रदान करें गे
तथा ाईन्हें शैक्षवणक/ाऄनुसांधान सांस्थानों की ववशेषज्ञता का लाभ ाईिाने के वलए सक्षम बनायेंगी।
कर छू ट सांबांधी लाभ के वलए पात्र होने के वलए ाऄांतर-मांत्रालयी बोडथ से मांजरू ी लेने की ाअवश्यकता।
कोाइ फमथ ‘स्टाटथ ाऄप’ की कोरट में तभी ाअएगी जबकक वह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त ककसी
ाआनक्ट्यूबेटर से ाऄनुसांवशत हो ाऄथवा घरे लू वेंचर फां ड ाअधाररत हो। यकद कां पनी भारतीय पेटेंट
कें द्र सरकार द्वारा प्रकावशत एक पररपत्र में एक ‘रे ल वनयामक’ यावन ‘भारतीय रे ल ववकास प्रावधकरण’
की स्थापना ककये जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत ककया गया है।
एक ाऄपीलीय वनकाय के गिन का भी प्रस्ताव ककया गया है, वजसकी भूवमका, सांरचना और सांगिन
दूरसांचार व ववद्युत क्षेत्रों के वनयामकों के समान होगी।
यह रे लवे में वनजी वनवेश को ाअकर्थषत करे गा, जो रे लवे को ाआसकी सम्पूणथ क्षमता का ाईपयोग करने
में मददगार वसि होगा।
सुर्थख
ऺ यों में क्ट्यों?
फ़रवरी 2016 में ाऄमेररकी राष्ट्रपवत बराक ओबामा ने व्यापार सुववधा और व्यापार प्रवतथन ाऄवधवनयम
पर हस्ताक्षर ककए, जो बौविक सांपदा ाऄवधकार के मुद्दों से सांबांवधत महत्वपूणथ ाईपायों को लागू करे गा।
पृष्ठभूवम
सांयुक्त राज्य व्यापार प्रवतवनवध USTR, बौविक सांपदा नीवत सवहत ाऄमेररकी व्यापार नीवत के
प्रवतथन की देखरे ख करते हैं। USTR वार्थषक तौर पर स्पेशल 301 सूची जारी करता है। यह देशों
को ाईनके बौविक सांपदा ाऄवधकार वनयमों के ाअधार पर वनम्नवलवखत श्रेवणयों में बाांटता हैाः-
प्रायोररटी फॉरे न कां री (PFC)- सबसे गांभीर ाईल्लांघन करने वाले (most serious violators)
प्रायोररटी वाच वलस्ट (PWL)- गांभीर ाईल्लांघन करने वाले (Serious offenders)
भारत को वपछले 2 वषों से PWL देशों की श्रेणी में रखा गया है।
ाऄवधवनयम के वे मुख्य प्रावधान जो भारत को प्रभाववत कर सकते हैं ाः
ाआस ाऄवधवनयम के ाऄनुसार, USTR को PWL में शावमल देशों के सांदभथ में एक बेंचमाकथ के साथ
एकतरफा कायथ योजना ववकवसत करना होता है।
ाआस बेंचमाकथ को पालन करने से मना करने वाले देशों पर व्यापार प्रवतबांध लगाये जा सकते हैं।
ाआसने USTR कायाथलय के ाऄांतगथत “मुख्य नवाचार और बौविक सांपदा वाताथकार“ (Chief
Innovation and Intellectual Property Negotiator) नामक एक नया पद सृवजत ककया है,
जो ाऄमेररका के नवाचारों और बौविक सांपदा के वहतों की रक्षा करे गा।
ाआसने ाऄमेररका के वलए ाईवचत और न्यायसांगत बाजार पहुांच सुवनवित करने व ाऄन्य देशों के
वखलाफ कानूनी कारथ वााइ करने के वलए एक ाऄलग कोष की भी स्थापना की है।
CGF के गिन का मुख्य ाईद्देश्य ाऊण सांववतरण में जुड़े मध्यस्थों, जैस-े MFI/बैंक/ NBFC ाऄथवा
ाऄन्य ववत्तीय सूक्ष्म और लघु ाआकााआयों, के ाऊण जोवखम को कम करना है। MFIs ाऄब पुनर्थवत्त के
वलए ाऄथवा क्रेवडट गारां टी वलए राष्ट्रीय क्रेवडट गारां टी रस्टी कां पनी वलवमटेड (NCGTC) के साथ
मुद्रा (वसडबी) बैंक के रूप में सदस्य ाऊण सांस्थान (MLI-Member Lending Institutions) बन
सकते हैं।
स्थावपत करने और मौजूदा सुववधाओं के सांवधथन के वलए 30000-40000 करोड़ रुपए मूल्य के नए
वनवेश को गवत प्रदान करे गी।
थोक औषवध क्ट्या हैं?
थोक औषवध या सकक्रय दवा सामग्री मूल रूप से ककसी औषवध में प्रयोग होने वाला सकक्रय कच्चा
माल होता है जो औषवध को वचककत्सीय प्रभाव देता है।
थोक औषवध का दवा ाईद्योग द्वारा कच्चे माल के रूप में ाआस्तेमाल ककया जाता है।
पॉवलसी की मुख्य ववशेषताएां:
वषथ 2030 तक भारतीय फामाथ क्षेत्र को 200 ाऄरब डॉलर का बनाना।
ाआसे सकक्रय दवा सामग्री की वववनमाथण क्षमताओं को ववकवसत कर प्राप्त ककया जाएगा।
सकक्रय दवा सामग्री के वलए पृथक स्पेशल पपथज व्हीकल द्वारा प्रबांवधत मेगा पाकथ ।
वनमाथताओं के वलए सुलभ ाऊण।
ाऄनुसांधान एवां ववकास में वनवेश।
कर लाभ और ाअयात शुल्क में छू ट।
ाऄन्य मांत्रालयों के साथ सांपकथ के वलए ाऄलग सांस्थागत तांत्र (जैसे- पयाथवरण मांजरू ी, ववद्युत ाअपूर्थत
ाअकद)।
ववत्त मांत्री ने ाआलेक्ट्रॉवनक माध्यम से गैर-कर राजस्व वसूल करने के वलए गैर-कर रसीद पोटथल
(Non-tax receipt portal) की शुरूाअत की।
यह कें द्र सरकार को गैर-कर राजस्व का ऑनलााआन भुगतान करने के वलए नागररकों या वनगमों या
ाऄन्य ाईपयोगकताथओं के वलए एकल सबदु प्लेटफामथ प्रदान करता है।
बैंक ड्राफ्ट या चेक या नकदी जैसे भौवतक ाईपकरणों के माध्यम से जमा ककया जाता है।
ऑनलााआन भुगतान या तो क्रेवडट काडथ या डेवबट काडथ या ाआां टरनेट बैंककग का ाईपयोग करके ककया
जाता है।
NTPC ने सरकार को 989 करोड़ रूपए का ाऄांतररम लाभाांश जमा करके पोटथल पर प्रथम भुगतान
ककया।
महालेखा वनयांत्रक:
महालेखा वनयांत्रक भारत सरकार का प्रधान लेखा सलाहकार होता है और तकनीकी रूप से स्वस्थ
प्रबांधन लेखा प्रणाली को स्थावपत करने और बनाए रखने के वलए वजम्मेदार होता है।
वह व्यय, राजस्व, ाऊण और घाटे पर ववत्त मांत्री के वलए हर माह का एक समालोचनात्मक
ाआसमें मुख्य रूप से लाभाांश, ब्याज प्रावप्त, स्पेक्ट्रम शुल्क, रॉयल्टी, लााआसेंस शुल्क, सूचना का
मेक ाआन ाआांवडया सप्ताह के दौरान ाऄक्षय ाईजाथ क्षेत्र में वनवेश को बढ़ावा देने के वलए ाऄक्षय ाउजाथ
सांगोष्ठी ाअयोवजत की गयी थी।
हाल ही में वब्रक्ट्स के न्यू डेवलपमेंट बैंक के ाऄध्यक्ष के वी कामत ने घोषणा की कक न्यू डेवलपमेंट बैंक
की ाऄवधकाांश प्रारां वभक पररयोजनायें, सांख्या और मूल्य दोनों में, हररत (पयाथवरण के ाऄनुकूल)
होंगी। बैंक ाआस साल करीब एक दजथन से ाऄवधक ऐसी पररयोजनाओं का ववत्त पोषण करे गा।
वनवेश करने का कारण:
भारत 271 गीगावॉट की वबजली ाईत्पादन क्षमता के साथ दुवनया भर में पाांचवाां सबसे बड़ा
ाआसका ाईद्देश्य ाईद्योग जगत की सकक्रय भागीदारी के ाअधार पर “नवाचार तथा ाऄनुसांधान और
यह एक “फां ड ऑफ फां र्डस (कोषों का कोष)” होगा। कै नबैंक वेंचर कै वपटल फां ड ाआसकी सकक्रय प्रबांधन
फमथ होगी जो पररणामस्वरूप पेशेवर प्रबांवधत वेंचर फण्ड को जारी करे गी।
ाआलेक्ट्रॉवनक ववकास वनवध 20% पूज
ँ ी को ाऄनुजात फां ड (daughter fund) में रखेगी और बाकी
जबकक ाईस समय तक ाईत्पादन के वल 104 ाऄरब डॉलर तक पहुांचने की ाईम्मीद है।
भारत कच्चे तेल से ज्यादा ाआलेक्ट्रॉवनक्ट्स का ाअयात करे गा वजससे चालू खाता घाटा और बढ़
जायेगा।
भारत का घरे लू बाजार काफी ववशाल है और तकनीकी सांसाधनों का एक ववशाल भांडार है, साथ
ही कु शल और ाऄधथ कु शल श्रम भी ाईपलब्ध है।
ाईत्पादन को बढ़ाने के ाऄवसरों के साथ, भारत एक वैविक ाआलेक्ट्रॉवनक्ट्स वववनमाथण हब बनने के
वलए तैयार है।
(Compulsory Licensing)
ाऄवनवायथ लााआसेंस ववि व्यापार सांगिन के ररप्स समझौते की शतों के तहत प्रदान ककये जाते हैं,
भारतीय साधारण बीमा वनगम (G.I.C.) और 11 ाऄन्य गैर-जीवन बीमा कां पवनयों ने ाआां वडया
न्यूवक्ट्लयर ाआां श्यारें स पूल का गिन ककया है।
ाआसकी धाररता 1,500 करोड़ रुपये होगी।
न्यू ाआां वडया एश्योरें स, पॉवलसी जारी करे गा और पूल में भागीदारी करने वाली सभी प्रत्यक्ष बीमा
कां पवनयों की ओर से सांचालकों और ाअपूर्थतकताथओं के वलए कवर का प्रबांधन करे गा।
प्रस्ताववत पॉवलवसयाां दो प्रकार की होंगी: परमाणु सांचालनकताथ दावयत्व (सी.एल.एन.डी
ाऄवधवनयम 2010) बीमा पॉवलसी और परमाणु ाअपूर्थतकताथ ववशेष ाअकवस्मकता (ाअश्रय के
ाऄवधकार के प्रवत) बीमा पॉवलसी।
ाअरां भ में ाआसके द्वारा तृतीय पक्ष दावयत्व बीमा के वनपटान की ाअशा की जाती है और बाद में
सांपवत्त और ाऄन्य हॉट जोन (ररएक्ट्टर क्षेत्रों के ाऄांदर) के जोवखम तक ाआसका ववस्तार ककया जाएगा।
यह सांचालनकताथओं और ाअपूर्थतकताथओं, दोनों को कवर करे गा। वतथमान में के वल कोल्ड जोन
(ररएक्ट्टर के बाह्य क्षेत्र) ाअच्छाकदत हैं।
भुगतान बैंकों के वलए ाअवेदन करने में शुरुाअती ाईत्साह के बाद, टेक मसहद्रा, सांघवी और चोलामांडलम
ाआन्वेस्टमेंट कां पवनयों ने ाऄब ाआसमें वनवेश न करने का फै सला ककया है।
ये ववशेष प्रकार के बैंक हैं जो के वल 1 लाख रुपये तक की जमा रावश ककसी ग्राहक से स्वीकार कर
सकते हैं, परन्तु ाआन्हें ाऊण देने की ाऄनुमवत नहीं है। ये एटीएम या डेवबट काडथ जारी कर सकते हैं,
ाऄप्रैल माह में थोक मूल्य सूचकाांक मुद्रास्फीवत दर 0.34 प्रवतशत पर ाअ गयी।
वपछले 17 महीने से यह नकारात्मक जोन में था। वपछले वषथ ाऄप्रैल में WPI -2.43 प्रवतशत
ाअपूर्थत पक्ष में कमी और खाद्य ाऄथथव्यवस्था में कु प्रबांधन के कारण खाद्य मुद्रास्फीवत।
लगातार दो साल से पड़ रहे सूखे से ाअपूर्थत की वस्थवत और बदतर हो गयी है।
सरकार द्वारा मनमाने ढांग से और ाऄसमय हस्तक्षेप से। ाईदाहरण के वलए चीनी के कम ाईत्पादन के
बावजूद वनयाथत की ाऄनुमवत देना।
WPI में वृवि के वनवहताथथ
जा सके ।
के न्द्रीय साांवख्यकी कायाथलय ने ाईपभोक्ता मूल्य सूचकाांक(सीपीाअाइ) में काइ वस्तुओं एवां सेवाओं के
ाअधार वषथ एवां भार को ाऄपडेट ककया है| ाऄब जबकक RBI और ववत मांत्रालय दोनों ाआस सबदु पर सहमत
हो चुके हैं कक सीपीाअाइ ही नीवतगत दर वनधाथरण एवां मुद्रास्फीवत ाऄनुमान का एकमात्र पैमाना है,
वविसनीयता: प्राथवमक ाईद्देश्य मूल्य वस्थरता है। वस्थरता भववष्य में वविास को प्रेररत करती है
व्यवक्तगत ाअवेदकों के वलए बैंककग और ववत्त के क्षेत्र में 10 वषों के ाऄनुभव की ाअवश्यकता है,
5000 करोड़ रुपये से ाऄवधक की सांपवत्त वाले फमों के वलए, समूह की गैर-ववत्तीय कारोबार की
बैंकों की पररसांपवत्तयाँ जो ाऄपेवक्षत कायथ वनष्पाकदत नहीं करती (ाऄथाथत् – कोाइ प्रवतफल नहीं
लाती) गैर वनष्पाकदत पररसांपवत्तयाँ (NPA) या फां से हुए कजथ (बैड लोन) कहलाती हैं|
ग्राहकों को कदये गये ाऊण तथा ाऄवग्रम, बैंकों की पररसांपवत्तयाँ होते हैं| यकद ग्राहक ब्याज या
मूलधन का भाग या दोनों में से ककसी का भी भुगतान नहीं करता है तो ऐसे ाऊण, फां से हुए कजथ
भारतीय ररज़वथ बैंक (RBI) के ाऄनुसार, साववध ाऊण वजन पर ब्याज या मूलधन की ककश्त, एक
ववशेष वतमाही के ाऄांत से 90 कदनों से ाऄवधक समय तक नहीं चुकााइ जाती हैं तो ाआसे गैर वनष्पाकदत
कृ वष/कृ वषक्षेत्र ाऊणों के सांदभथ में NPA ऐसे पररभावषत ककया जाता हैाः
कम ाऄववध की फसल के वलए, कृ वष ाऊण 2 फसल सीजन (मौसम) के वलए भुगतान नहीं ककया है।
लांबी ाऄववध की फसलों के वलए, ाईपरोक्त देय वतवथ से 1 फसल सीजन (मौसम) होगा।
ववस्तार के वलए तथा क्षेत्र में एक ाईपयोगी भूवमका वनभाने के वलए वृविशील (incremental)
गैर वनष्पाकदत पररसांपवत्तयों (NPAs) का मूल्य वनधाथरण- ववक्रेताओं द्वारा ाऄपेवक्षत मूल्य तथा
प्रवतभूवतकरण कां पवनयों तथा पुनर्थनमाथण कां पवनयों द्वारा वनववकदत मूल्य के बीच का ाऄन्तराल बढ
वजस ववशेष ाईद्देश्य हेतु ाऊण वलए गए थे ाईस ाईद्देश्य के वलए प्रयोग नहीं ककया जाना,
व्यापार की ाऄसफलताएां |
नयी पररयोजनों की स्थापना/ववस्तार/ाअधुवनकीकरण के वलए प्रदत्त कोष का सहयोगी सांस्थाओ
की सहायता ाअकद में ाईपयोग करना|
ाआरादतन चूक, धन की हेराफे री , धोखाधड़ी, वववाद, प्रबांधन के वववाद, ग़बन ाआत्याकद के कारण|
बैंकों की तरफ से कवमयाँ जैसे कक साख वनधाथरण में, वनगरानी तथा जाँच की प्रकक्रया का ाईवचत
रूप ाऄनुपालन न होने से ाऄनेक सरकारी वनकायों द्वारा भुगतान ाअकद के वनपटाने में देरी ाआत्याकद
से|
बाहय कारक
सुस्त कानूनी व्यवस्था :
o लम्बी क़ानूनी ाईलझने
o श्रम कानूनों में ककये गए बदलाव
o गांभीर प्रयासों का ाऄभाव
कच्चे माल की कमी, कच्चे माल/ाअगतों के मूल्य में वृवि, वनवेश मूल्य में बढ़ोत्तरी, वबजली की कमी,
औधोवगक मांदी, ाऄवतररक्त क्षमता, प्राकृ वतक ाअपदाएँ जैसे कक बाढ़, दुघथटना |
ववफलताएां, ाऄन्य देशो में गैर भुगतान/बकाया, ाऄन्य देशों में मांदी, राष्ट्रों के वनयमों में पररवतथन से
सरकारी नीवतयाां, जैसे ाईत्पाद शुल्क में पररवतथन, ाअयात शुल्क में पररवतथन ाआत्याकद |
(Deflation In India)
मुद्रास्फीवत और ाऄपस्फीवत में ाऄांतर
मुद्रास्फीवत (INFLATION)
मुद्रास्फीवत कीमतों में वृवि का एक पैमाना हैं | यकद ाऄगस्त 2014 में ाअलू की कीमत 100 रुपये प्रवत
ककग्रा हैं, और यकद ाऄगस्त 2015 में कीमत 110 रुपये हो जाती हैं तो ाअलू की कीमत में मुद्रास्फीवत
10 प्रवतशत थी। जब ऐसा ाऄपेक्षाकृ त दीघथ समयाववध के वलए सभी वस्तुओं के मूल्यों में होता हैं तो
हम कह सकते हैं की ाऄथथव्यवस्था मुद्रास्फीवत का ाऄनुभव कर रही हैं।
ाऄपस्फीवत (DEFLATION)
ाऄपस्फीवत मुद्रास्फीवत की ववपरीत वस्थवत है | ाऄथाथत् कीमतें एक ाऄववध से दूसरी तक वगरती जाती हैं |
ाआस प्रकार ाऄपस्फीवत वस्तुओं तथा सेवाओं के सामान्य मूल्य स्तर में एक वगरावट है | जब मुद्रास्फीवत
की दर 0 प्रवतशत से नीचे वगर जाती हो (एक ाऊणात्मक मुद्रास्फीवत दर) ाऄपस्फीवत होती हैं।
सकारात्मक प्रभाव
ाऄपस्फीवत को एक ाऄस्थायी ाऄवस्था के रूप में माना जा सकता है जो बजट को सांतुवलत तथा
प्रवतस्पधाथ में सुधार करे गी।
सामान्यत:, जब श्रम बल में वशवथलता होती हैं तब मजदूरी दर वनम्न रखने का दबाव होता हैं,
जोकक व्यापार के वलये ाऄच्छा समझा जाता हैं | व्यापारी मजदूरों को कम भुगतान करके ज्यादा
नकारात्मक प्रभाव
ाऄपस्फीवत ाऊणधारकों के वलए हावनकारक हो सकती हैं चूँकक वे ाईस मुद्रा में ाऊण चुकाते हैं जोकक
चूांकक श्रवमक भी ाईपभोक्ता हैं | यकद मजदूरी एक समान हैं तो वृवि भी एक समान ही होगी |
सामान्यत: एक समान मजदूरी वो हैं जो खपत में वृवि को रोकती हैं और ाआस प्रकार ाआसका
ववत्तीय सांवहता का ाईद्देश्य ववत्तीय क्षेत्र के कु शल सांचालन के वलए वतथमान भारतीय कानूनी ढाांचे मे
व्यापक पररवतथन कर एकीकृ त तथा सुसांगत कानूनी व्यवस्था का वनमाथण करना है।
60 से भी ाऄवधक कानूनों में से काइ कानून पुराने पड़ गए हैं। जब मूल कानून वलखे गए थे , तब से
वैविक ववत्तीय सांरचना में व्यापक पररवतथन हुाअ है। नाइ ववत्तीय प्रकक्रयाएां तथा ववत्तीय साधन
ाऄवस्तत्व मे ाअए हैं। काइ बार जरटल व्यवस्था के कारण वववनयामकों के बीच टकराव की वस्थवत
ाईत्पन्न हो जाती है तथा ववत्त क्षेत्र के काइ घटनाक्रम कभी-कभी वनयामकों के ाअड़े ाअते है, वजस
न्यायाधीश बी. एन. श्रीकृ ष्णा की ाऄध्यक्षता में ववत्तीय क्षेत्र ववधायी सुधार ाअयोग (FSLRC) का
ाअयोग ने माचथ 2013 में प्रस्तुत ाऄपनी ररपोटथ में, एक व्यापक ाऄवधकार वाली एजेंसी में ाऄनेक
ववत्तीय वनयामक एजेंवसयों का ववलय करने का सुझाव कदया था जो ाअर.बी.ाअाइ. (भारतीय ररजबथ
FSLRC द्वारा प्रस्तुत पहले IFC ररपोटथ के प्रारूप में मौकद्रक नीवत सवमवत के वनणथयों को रद्द
नकली भारतीय नोटों के खतरे से वनपटने के वलए नए नोटों ववशेष रूप से Rs 1000, Rs 500
भारतीय ररजवथ बैंक ने बैंकों को वनदेश कदया है कक नकली नोट पकड़े जाने पर ाईन नोटों पर "जाली
नोट" ("Counterfeit Note")वलखा जाए और ाईन्हें जब्त कर वलया जाए। जो बैंक ाआस प्रकक्रया का
नयी ववशेषताएँ
Rs 100, Rs 500 और Rs 1000 श्रेणी के नोटों पर ब्रेल वलवप की तरह के वचन्ह।
100 रुपये के नोटों की सीमा पर और महात्मा गाांधी वॉटरमाकथ के बगल में चार समानाांतर
कोणीय रे खाएां होंगी। 500 रुपये के नोटों पर पाांच रे खाएां और 1000 रुपये के नोटों पर छह रे खाएां
होंगी।
नोटों का क्रमाांकन ाईभरे हुए ाऄक्षरों से होगा। नोटों के सांख्याांकन पैनल पर छपे प्रत्येक ाऄांकों के
ाअकार में बायीं से दायीं ओर क्रमशाः वृवि होगी।
ाआन करें सी नोटों पर मौजूद पहचान वचन्ह के माप में 50 प्रवतशत की वृवि की जाएगी वजससे
नेत्रहीन लोगों के वलए नोट की पहचान करना और ाअसान हो जायेगा।
(Bank Consolidation)
भारतीय स्टेट बैंक ने ाऄपने 5 सहयोगी बैंकों और भारतीय मवहला बैंक के खुद में ववलय की प्रकक्रया
शुरू कर दी है।
पृष्ठभूवम
1991 से, नरवसम्हन सवमवत की ररपोटथ के साथ बड़े बैंक बनाने की माांग ाईिी है। ज्ञान सांगम
(वार्थषक बैंकर सम्मेलन) के दूसरे सांस्करण में भी बैंकों के समेकन की ाअवश्यकता पर चचाथ हुाइ।
ववशेष रूप से ाआस समय, गैर वनष्पादनकारी सांपवत्तयों की ाऄवधकता (high NPAs) की वजह से
समेकन की माँग ज्यादा ाईि रही है क्ट्योंकक वे सावथजवनक क्षेत्र के बैंकों की लाभप्रदता कम कर रहे हैं
और सरकार पर ाईनके पूज
ां ीकरण का दबाव है।
सांबवां धत जानकारी:
हस्ताांतरण कीमत वनधाथरण:
वह कीमत वजस पर एक कां पनी के ाऄलग-ाऄलग सांभाग एक दूसरे के साथ कारोबार करते हैं,
हस्ताांतरण कीमत कहलाती है। लेन-देन में ववभागों के बीच ाअपूर्थतयों, सेवा या श्रम का व्यापार
सवम्मवलत हो सकता है। जब बहुत बड़ी फमथ की वववभन्न ाआकााइयों को ाऄलग-ाऄलग ाआकााइ के रूप में
मापा एवां माना जाता है तब हस्ताांतरण की मद का प्रयोग कर वनधाथरण के वलए ककया जाता है |
ाअम्सथ लेंथ:
ऐसा लेन-देन वजसमें ककसी भी ाईत्पाद के खरीदार और ववक्रेता स्वतांत्र रूप से कायथ करते हैं और
ाईनका एक-दूसरे के साथ कोाइ सांबांध नहीं होता है, ाईसे ाअम्सथ लेंथ लेन-देन के रूप में जाना जाता
है। ाअम्सथ लेंथ लेन-देन की ाऄवधारणा यह सुवनवित करता है कक सौदे में दोनों पक्ष ाऄपने वहत में
कायथ कर रहें हैं ककसी ाऄन्य पक्ष के दबाव या बाध्यता के ाऄधीन नहीं हैं।
ाअयकर ाऄवधवनयम प्रावधान करता है कक ाऄांतरराष्ट्रीय लेन-देन से ाईत्पन्न होने वाली ककसी भी ाअय
की गणना ाअम्सथ लेंग्थ कीमत को ध्यान में रखकर की जाएगी। ाआसका वनधाथरण कें द्रीय प्रत्यक्ष
कराधान बोडथ (सी.बी.डी.टी.) तुलनीय ाऄवनयांवत्रत मूल्य पिवत, कॉस्ट प्लस वववध ाअकद जैसे
वववभन्न तरीकों की सहायता से करे गा ।
सेफ हाबथर वनयम:
ाअम्सथ लेंथ कीमत का वनधाथरण सेफ हाबथर वनयमों के ाऄधीन है। "सेफ हाबथर" से ाअशय ाईन
पररवस्थवतयों से है वजसमें ाअयकर ाऄवधकारी कर वनधाथररती (एसेसी) द्वारा घोवषत हस्ताांतरण
कीमत स्वीकार करते हैं।
यह एक कानूनी प्रावधान है । ाआसके द्वारा ाऄच्छे कर दाताओ के दावयत्व को कम या समाप्त ककया
जाता है | सरकार, सेफ हाबथर मार्थजन कम करके ाआसे कां पवनयों के वलए ाअकषथक बनाने और सेफ
हाबथर की पररभाषा स्पष्ट कर ाऄवधक पारदर्थशता लाने पर ववचार कर रही है।
में ाअम्सथ लेंथ कीमत वनधाथररत करती है या ाईस तरीके को वनर्ददष्ट करते हुए, वजसके ाऄनुसार ाअम्सथ लेंथ
HSBC द्वारा जारी मुद्रास्फीवत ररपोटथ के ाऄनुसार, कु ल वमलाकर भारत की ाऄांतर्थनवहत मुद्रास्फीवत
गवत 5.5 प्रवतशत है। वहीं ग्रामीण भारत के वलए यह 6.5 प्रवतशत से ाऄवधक और शहरी क्षेत्र के
गैर-पेरोवलयम ाअधाररत ईंधन के ाऄवधकावधक ाईपयोग ाऄवधकाांश ग्रामीण घरों में ककया जाता है
ाआन ईंधनों की मुद्रास्फीवत ाईच्च बनी रहती है।
तेल की कीमतों में नाटकीय वगरावट ने 'ईंधन' और 'पररवहन' की कीमतें नीचे लाने में योगदान
कदया है। हालाांकक, ग्रामीण भारत को तेल में वगरावट का लाभ कम वमला है। ाअांकड़ों से पता
चलता है कक ग्रामीण भारत का ईंधन घरे लू ाईत्पादन जलााउ लकड़ी, वचप्स और बायोगैस ाअदानों
दूसरी ओर,शहरी भारत में ईंधन ाईत्पादों यानी एलपीजी और डीजल का और ाऄवधक व्यापक रूप
से प्रयोग ककया जाता है, वनम्न वैविक कीमतों का लाभ वमला है।
खाद्य पदाथथ और ाऄन्य- खाद्य पदाथों के मामले में, सस्ते ाअयात का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों तक बेहतर
गवतरोध और लगातार दो सूखे ने ाआन सभी सांरचनात्मक सुववधाओं की कमी ने ग्रामीण भारत की
सांभाववत (या प्रवृवत्त) वृवि कम करने में योगदान कदया है। सीवमत ाईत्पादन ाऄांतराल, ने कमजोर
ववकास के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में कोर मुद्रास्फीवत को तेजी से वगरने से रोके हुए है।
चचाथ में
4 महीने की वाद-वववाद के बाद भारतीय ररजवथ बैंक और ववत्त मांत्रालय ने मौकद्रक नीवत तय करने
सांबन्धी वजम्मेदारी वनधाथररत करने के वलए भारतीय ररजवथ बैंक ाऄवधवनयम में प्रस्ताववत सांशोधनों
पर गवतरोध को दूर ककया है।
मौकद्रक नीवत वनमाथण को लोकताांवत्रक स्वरूप प्रदान करने सांबन्धी पूवथ में ककए गए प्रयास
वषथ 2005 से ररजवथ बैंक ऑफ ाआां वडया के गवनथर ने ववख्यात ाऄथथशावस्त्रयों, औद्योवगक वनकायो
(जैसे कफिी ाअकद) और क्रेवडट रे रटग एजेवन्सयों से ववचार-ववमशथ करना ाअरम्भ ककया।
पारदर्थशता लाने के ाईद्देश्य से ाऄब RBI की वार्थषक ररपोटथ को ाऄवधकाररक वेबसााआट पर डाला
पूवथ सवमवतयाां - तारापोर, रे ड्डी, FSLRC एवां नववनर्थमत ाईर्थजत पटेल ने सवमवत प्रत्यक्ष या ाऄप्रत्यक्ष
व्यापार ाऊण बीमा एक बीमा पॉवलसी है जो वनजी बीमा कां पवनयों और सरकारी वनयाथत ाऊण एजेंवसयों
द्वारा ाईन व्यावसावयक फमों को प्रदान की जाती है जो प्रलांवबत भुगतान चूक, ाऊणशोधन या कदवावलयापन
जैसे ाऊण जोवखम से खातों के ववत्त पोषण की रक्षा करना चाहते हैं।
भारत OECD और G-20 देशों द्वारा प्रस्ताववत कर चोरी पर ाऄांकुश लगाने की एक नाइ व्यवस्था को
ाऄपनाने को तैयार है।
प्रभावी प्रबांधन के स्थल वनयमों [place of effective management (POEM) rules] को पेश
ककया है। प्रभावी प्रबांधन के स्थल वनयम भारत-में सांचावलत ववदेशी कां पवनयों की ाअय को भारत में
कर योग्य बनाते हैं।
नारायण मूर्थत की ाऄध्यक्षता में सेबी द्वारा गरित एक 21 सदस्यीय सलाहकार पैनल ने AIFs
वनवेश के पारां पररक तरीकों से ाआतर वनवेश के ाऄन्य वैकवल्पक साधनों को ‘वैकवल्पक वनवेश’ के रूप
में वगीकृ त ककया जाता है।
AIFs को भारतीय प्रवतभूवत एवां वववनमय बोडथ (वैकवल्पक वनवेश कोष) वववनयम, 2012 के
यह ककसी रस्ट या ककसी कां पनी के रूप में, जो वतथमान में SEBI के ककसी भी वववनयमन के दायरे
प्रत्यक्ष वववनयमन के तहत ाअते हैं, ाईनके ककसी भी वनजी तौर पर सांग्रवहत वनवेश कोष (चाहे
ाआसका स्रोत भारत में हो या ववदेशों में) को सांदर्थभत करता है।
श्रेणी I (Category I): “कै टेगरी I” वाले AIF ाऄथथव्यवस्था पर सकारात्मक वस्पल ओवर
(spillover effect) वाले AIFs होते हैं। ाईदाहरण: वेंचर कै वपटल फां ड, एस.एम.ाइ. फां ड ाअकद।
श्रेणी II (Category II): वैसे AIFs वजन्हें कोाइ ववशेष प्रोत्साहन या ररयायतें नहीं दी जाती हैं
“कै टेगरी II” वाले AIF कहलाते हैं। जैस-े वनजी ाआकक्वटी या डेट फां ड (ाऊण कोष)।
श्रेणी III (Category III): वैसे AIF वजनके बारे में यह माना जाता है कक लघु ाऄववध के प्रवतफल
की प्रावप्त के दृवष्टकोण के कारण ाईनमें कु छ पररवस्थवतयों में कु छ सांभाववत नकारात्मक बाह्यता
(externalities) की क्षमता होती है, “कै टेगरी III” वाले AIFs कहलाते हैं। ाआन्हें सरकार या ककसी
ाऄन्य वनयामक से कोाइ ववशेष प्रोत्साहन या ररयायतें प्राप्त नहीं होती हैं। जैसे- हेज फण्ड।
औद्योवगक ाईत्पादन, वजसे IIP से मापा जाता है, में ाऄक्ट्टू बर तक सुदढ़ृ ता की वस्थवत बनी रही परां तु
नवांबर के महीने में ाआसमें वगरावट दजथ की गयी।
‘ाआां वडया रे रटग एांड ररसचथ’ के ाऄनुसार यह वगरावट ववि स्तर पर व्यापक ाअधार और वववभन्न क्षेत्रों
में मांदी के कारण हुाइ है।
IIP क्ट्या है?
IIP एक ाऄनुपात है जो ाऄथथव्यवस्था में वववभन्न क्षेत्रों के ववकास को मापता है। एक ाऄनुपात होने के
कारण, यह सांदभथ समय ाऄववध (ाअधार वषथ) की तुलना में एक वनवित समयाववध के वलए
औद्योवगक क्षेत्र में ाईत्पादन की वस्थवत को दशाथता है।
IIP ाअांकड़े कें द्रीय साांवख्यकीय सांगिन (सी.एस.ओ.) द्वारा हर महीने जारी ककये जाते हैं।
IIP की सांरचना
ाअाइ.ाअाइ.पी. में 682 ाऄलग-ाऄलग मदें शावमल हैं। ाआन शावमल मदों को सूचकाांक में सेक्ट्टर वार
कमशाः 3 श्रेवणयों - वववनमाथण, खनन और ववद्युत- में ाईनके भाराांश के घटते क्रम में रखा जाता है।
ाअाइ.ाअाइ.पी. में कोर ाईद्योगों का भाराांश-
प्रवतशत के सांदभथ में, ाअाइ.ाअाइ.पी. में सभी 8 कोर ाईद्योगों का भाराांश 38% के ाअस-पास है।
ाअाइ.ाअाइ.पी. में ाआन सभी कोर ाईद्योगों के भाराांश का घटता क्रम ाआस प्रकार है:
ववद्युत> स्टील> ररफााआनरी ाईत्पाद> कच्चा तेल> कोयला> सीमेंट> प्राकृ वतक गैस> ाईवथरक
एक ाअकलन के ाऄनुसार लगभग 65% स्टाटथ-ाऄप ऐसे हीं कु छ ाऄवनवित करारोपण के कारण ाऄपने
व्यवसाय को भारत से बाहर ले जाने के वलए वववश हुए हैं। ाऄताः यह कदम वनवित हीं ाईन्हें भारत
में ाऄपने व्यवसाय को बनाये रखने ाऄथवा ाअरां भ करने में मदद करे गी।
पुनाः यह कदम वनवित ही कर सांरचना में पारदर्थशता, सरलीकरण तथा पूवथनम
ु ेयता
भी प्राप्त होता है, क्ट्योंकक वजस स्टाटथ-ाऄप कां पनी में पूज
ां ी वनवेश ककया गया है, यकद वह ाईद्यम
(बड़ी कां पनी) में तब्दील हो जाती है तो ाईससे प्रवतफल भी ाऄप्रत्यावशत होता है।
एांजल
े वनवेशक या एांजेल एक धनाढ्य व्यवक्त होता है, जो ाअमतौर पर पररवतथनीय ाऊण या ाआकक्वटी
स्वावमत्व के वलए ककसी स्टाटथ-ाऄप व्यवसाय के वलए पूज
ां ी प्रदान करता है।
भारत सरकार ने मध्याववध ाऊण प्रबांधन रणनीवत को तीन साल (2015-18) की ाऄववध के वलए
पवब्लक डोमेन में रखा है।
सरकार ने यह वनणथय ाईधारी की लागत को कम करने और स्थानीय सांप्रभु बाांड बाजार को बढाने
हेतु पात्र वनवेशकों की सूची के ववस्तार करने के ाईद्देश्य से वलया है।
MTDS क्ट्या है?
मध्याववध ाऊण प्रबांधन रणनीवत एक ऐसी रूपरे खा है, वजसमें सरकार मध्याववध से ाऄवधक
ाईपयोग करने के वलए यह सुवनवित करना चाहता है कक -
ाऊण का स्तर वहनीय और धारणीय रहे।
नए ाऊण ाऄच्छे ाईद्देश्य के वलए हों तथा ाऊण की लागत और जोवखम कम से कम हो।
MTDS में सरकार की गारां टी पोटथफोवलयो और ाअकवस्मक देनदाररयों सवहत बाह्य और ाअांतररक
दोनों ाऊण शावमल ककया जाता है।
भारतीय ररजवथ बैंक सरकार के ाऊण प्रबांधक के रूप में काम करता है।
पहली बार प्रारम्भ की गाइ राष्ट्रीय पूांजीगत वस्तु नीवत का ाईद्देश्य पूांजीगत वस्तु क्षेत्र को बढ़ावा
देना तथा मेक ाआन ाआां वडया पहल का समथथन करना है।
पूांजीगत वस्तुओं का क्षेत्र 14 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है तथा 1.1% प्रवत वषथ
की दर से बढ़ रहा है।
ाआस नीवत में मौजूदा वनयाथत को 27 प्रवतशत से बढ़ाकर 40 प्रवतशत करने और भारत की कु ल माांग
में घरे लू ाईत्पादन की वहस्सेदारी 60 फीसदी से 80 फीसदी करने की पररकल्पना की गाइ है। ाआस
प्रकार भारत पूज
ां ीगत वस्तुओं का वनवल वनयाथतक बन जायेगा।
यह नीवत ववत्त की ाईपलब्धता, कच्चे माल, नवाचार और प्रौद्योवगकी, ाईत्पादकता, गुणवत्ता और
पयाथवरण के ाऄनुकूल वनमाथण गवतवववधयाँ, वनयाथत को बढ़ावा देना और घरे लू माांग सृजन जैसे
प्रमुख मुद्दों पर के वन्द्रत है।
राष्ट्रीय पूज
ां ीगत वस्तु नीवत के प्रमुख सबदु:
पूांजीगत वस्तु के ाईप-क्षेत्रों जैसे कपड़ा, ाऄथथ मूसवग और प्लावस्टक मशीनरी को मेक ाआन ाआांवडया
पहल के तहत प्राथवमकता प्राप्त क्षेत्रों के रूप में एकीकृ त करना।
मौजूदा सुववधा का ाईन्नयीकरण करने के साथ-साथ मानकों को ाऄवनवायथ बनाना ताकक िराब
गुणवत्ता की मशीनों का ाअयात हतोत्सावहत ककया जाए।
सांस्थावपत क्षमता (Installed Capacity) का ाईपयोग करके स्थानीय वववनमाथण ाआकााआयों को
चौदहवें ववत्त ाअयोग के सदस्यों ने स्वतांत्र राजकोषीय पररषद का गिन करने की ाईनकी
वसफाररशों पर कारथ वााइ न करने के वलए सरकार पर सवाल ाईिाए हैं।
प्रस्ताववत पररषद बजट घोषणाओं और पूवाथनम
ु ानों का वनष्पक्ष रूप से मूल्याांकन करे गी और सांसद
को ाऄपनी ररपोटथ देगी। यह ववत्तीय प्रबांधन पर सरकार की साख में सुधार के वलए महत्वपूणथ है।
राजकोषीय पररषद का महत्व:
कें द्र सरकार राज्यों के राजकोषीय लक्ष्य पर वनगरानी रखती है, परां तु ाआसके ववत्तीय फै सलों का
वनरीक्षण कोाइ नहीं करता है। राज्य ववत्त प्रबांधन में ाऄकसर दबाव महसूस करते हैं क्ट्योंकक
भारतीय ररजवथ बैंक ाईनके घाटे को वनयांवत्रत करता है तथा कें द्र सरकार की मांजरू ी के वबना राज्य
की ओर से बाांड जारी नहीं कर सकता।
ववशेषज्ञों के ाऄनुसार, कें द्र रचनात्मक लेखाांकन (Creative Accounting) का चुनाव करता है,
तथा राजकोषीय ाईत्तरदावयत्व एवां बजट प्रबांधन ाऄवधवनयम 2003 के तहत सांसद में प्रस्तुत लक्ष्यों
बाधा ाईत्पन्न हुाइ है तथा काइ बार लक्ष्यों का ाईल्लांघन भी हुाअ है।
लघु और मध्यम ाऄववध में, यह ववत्तीय लक्ष्यों के वलए सरकार की प्रवतबिता के बारे में वैविक
एक्ट्ट) के तहत “ववदेशी स्रोत“ (foreign source) के रूप में मानी जाती थीं।
ाआसे पूवव्य
थ ापी प्रभाव (रे रोस्पेवक्ट्टव ाआफे क्ट्ट) देते हुए वषथ 2010 से प्रभावी माना गया है, जब
ाऄभी तक 50 प्रवतशत से ज्यादा के ववदेशी वनवेश वाली ककसी भी कां पनी को “ववदेशी स्रोत“ माना
जाता था।
500 करोड़ रुपये या 1000 करोड़ रुपए का टनथ ओवर या 5 करोड़ रूपये का वनवल लाभ है, ाईन्हें कानूनन
ाऄवनवायथताः ाऄपने तीन साल के औसत लाभ का न्यूनतम 2 प्रवतशत सामावजक ववकास कायो पर खचथ
करना होता है।
पृष्ठभूवम
मौजूदा वनयमों के ाऄनुसार, 50% से ाऄवधक ववदेशी वहस्सेदारी वाली कां पवनयों के धन को ववदेशी
स्रोत माना जाता था, और ाईन्हें के वल ाईन्हीं सांगिनों के साथ भागीदारी की ाऄनुमवत थी जो
यहाां तक कक ऐसी कां पवनयों द्वारा सांचावलत सांस्थाओं (foundations) को भी FCRA वनयमों के
तहत एक लााआसेंस प्राप्त करना होता था।
भारतीय ररजवथ बैंक ने PSLCs प्रमाणपत्र जारी करने और ाईसके व्यापार की ाऄनुमवत देने के वलए 7
ाऄप्रैल 2016 को एक ाऄवधसूचना जारी की है, वजसके तहत बैंक ाऄपने प्राथवमकता-प्राप्त क्षेत्र के लक्ष्यों
को प्राप्त करने के वलए ाआस तरह के वलखत (क्रेवडट) को खरीद और बेच सकते हैं।
PSLCs क्ट्या हैं?
PSLCs व्यापार-योग्य प्रमाणपत्र होते हैं जोकक बैंकों के प्राथवमकता-प्राप्त क्षेत्र के ाऊण के एवज में
वनम्न के वलए जारी ककये जाते हैं-
जो बैंक प्राथवमकता-प्राप्त क्षेत्र को ाईधार देने के लक्ष्य और ाईप-लक्ष्यों को प्राप्त करने में ाऄसफल
रहते हैं, ाईन्हें ाआन वलखतों की खरीद के वलए सक्षम बनाने के वलए।
साथ ही ाऄवधशेष वाले बैंकों को प्रोत्साहन देना, वजससे ाऄांतताः PSLC के ाऄांतगथत वववभन्न श्रेवणयों
को और ाऄवधक ाऊण प्रदान करने के वलए ाआन्हें प्रेररत ककया जा सके ।
काबथन क्रेवडट रेसडग की तजथ पर PSLCs का लक्ष्य बाजार तांत्र के माध्यम से वववभन्न बैंकों को
ाईनके प्रवतस्पधी क्षमता के ाअधार पर प्राथवमक क्षेत्रक ाऊण को बढ़ावा देना है।
PSLCs के प्रकार
PSLC SF/MF: छोटे और सीमाांत ककसानों को ाईधार के ाईप-लक्ष्य की कदशा में ाईपलवब्धयों की
गणना के वलए।
PSLC सूक्ष्म ाईद्यमाः सूक्ष्म ाईद्यम को ाईधार के ाईप-लक्ष्य की कदशा में ाईपलवब्धयों गणना के वलए।
PSLC सामान्य : समग्र प्राथवमकता-प्राप्त क्षेत्र लक्ष्य कदशा की में ाईपलवब्धयों की गणना के वलए।
तकथ
वतथमान में काइ बैंकों को ाऄपनी PSL ाअवश्यकता को पूरा करने में करिनााइ ाअ रही है क्ट्योंकक वे
नहीं हुाइ है, क्ट्योंकक बैंक वसफथ RBI के वनयमों को पूरा करने के वलए लघु ाऄववध के वलए ाआस क्षेत्र
ाअधे से ाऄवधक सावथजवनक क्षेत्र के बैंक (26 में से 16) वषथ 2014 में 18 प्रवतशत के कृ वष ाऊण के
लक्ष्य को हावसल नहीं कर पाए थे, जबकक 20 में से 13 वनजी बैंक कृ वष के वलए ाईप-लक्ष्यों को प्राप्त
करने में ववफल रहे थे।
लाभ
प्राथवमकता-प्राप्त क्षेत्र को ाऊण देने के लक्ष्य को पूरा करने में ाऄसमथथ बैंकों के पास ाआस कमी को
पूरा करने के वलए ाऄब एक और ाऄवधक व्यावहाररक और ाअसान तरीका ाईपलब्ध होगा।
यह बैंकों को प्राथवमकता क्षेत्र ाऊण के लक्ष्यों को खरीदने और बेचने के वलए एक सहज मांच प्रदान
करता है।
जो बैंक प्राथवमकता-प्राप्त क्षेत्र को ाऊण देने पर ध्यान कें कद्रत ककये हुए हैं, ाईनके पास ाऄब ऐसे
प्रमाण-पत्र जारी करने और वद्वतीयक बाजार में ाईन्हें ाअसानी के साथ बेचने के साधन ाईपलब्ध
होंगे।
ाआससे पहले, जब एक बैंक ाऄपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पाता था, ाईसे दूसरे बैंकों से ाआस तरह के ाऊण
ाअवश्यकताओं को पूरा करने के वलए ककसी ाऄन्य बैंक से PSLCs खरीद सकते हैं।
PSLCs के वलए ककया जाने वाला भुगतान बाजार द्वारा वनधाथररत होगा। PSLCs की कीमत काइ
कारकों पर वनभथर करे गी जैसे ाऊण की श्रेणी और माांग तथा ाअपूर्थत का पररदृश्य।
ववत्तीय वषथ के ाऄांत में बैंकों द्वारा ाअनन-फानन में लक्ष्य को पूरा करने का मुद्दा भी हल हो जाएगा।
भारतीय ररजवथ बैंक के कदशा-वनदेशों के ाऄनुसार, ककसी बैंक को ाईसके बही-खाते में ाऄांतर्थनवहत
ाऊण के वबना वपछले वषथ की PSLCs ाईपलवब्धयों के 50 प्रवतशत तक PSLCs जारी करने की
ाऄनुमवत है।
3. वनयाथत ाऊण
4. वशक्षा
5 ाअवास
6. सामावजक ाऄवसांरचना
7. ाऄक्षय ाउजाथ
8. ाऄन्य।
B.25. भारतीय ररजवथ बैं क ने प्रवासी भारतीयों को वचट फां डों में
वनवे श करने की ाऄनु म वत दी
(MNBC) के तहत भारतीय ररजवथ बैंक द्वारा गैर बैंककग ववत्तीय कां पवनयों की पररभाषा में शावमल
ककया गया हैं।
धोखाधड़ी वाली योजनाओं के माध्यम से वचट फां ड कां पनी द्वारा की गयी धोखाधड़ी, प्रााआज वचट्स
एांड मनी सकुथ लेशन स्कीम्स (प्रवतबन्ध) ाऄवधवनयम, 1978 के ाऄांतगथत ाऄपराध माना जाता है। जाांच
करने और ाऄवभयोजन चलाने का ाऄवधकार राज्य सरकारों में वनवहत है।
वचट फां ड
Wellbeing) और ाऄवसर। यह ककसी देश द्वारा ककए गए प्रयास के बजाय सफलता के पररणामों का
ाईपयोग कर सामावजक प्रगवत को मापता है।
ाआसमें गैर बाजार गवतवववधयाँ जैसे घर की बागवानी, माँ द्वारा बच्चे का ख्याल रखना ाअकद शावमल
नहीं है। ाआसमें पयाथवरण, खुशी, समानता, न्याय तक पहुँच जैसे कारक भी शावमल नहीं हैं।
2. वगनी गुणाांक: यह नागररकों के बीच ाअय ाऄसमानताओं को मापता है, लेककन स्वास््य, वशक्षा और
मापता है लेककन सलग समानता, वशक्षा की गुणवत्ता और बुवनयादी ढाांचा जैसे तत्वों पर ध्यान नहीं
देता। ाआसके ाऄलावा खुशी के ाऄथथ में व्यवक्तपरकता के कारण ाआसे ाऄांतरराष्ट्रीय तुलना के वलए भी
ाआस्तेमाल नहीं ककया जा सकता।
वषथ और जीवन स्तर शावमल है, लेककन यह धन के ाऄसमान ववतरण, पयाथवरण और ढाांचागत ववकास
में कमी को नहीं मापता।
SPI के ाईपयोग के लाभ
4. यह ाईवचत नीवत बनाने में मदद कर सकता है, क्ट्योंकक यह जमीनी स्तर में सुधार मापता है।
5. यह सतत ववकास लक्ष्यों के साथ तालमेल बनाता है और ाईन्हें हावसल करने में मदद करता है
6. यह तीन मौवलक स्तांभों पर ाअधाररत है: ाऄवस्तत्व के वलए बुवनयादी जरूरतें; जीवनशैली में सुधार
करने हेतु वबसल्डग ब्लॉक्ट्स तक पहुँच, और लक्ष्यों और ाअकाांक्षाओं को प्राप्त करने के वलए ाऄवसर
का ाईपयोग करना।
देशों की रैं ककग
1. शीषथ 3 देश नॉवे (88.36), स्वीडन (88.06) और वस्वट्जरलैंड (87.97) हैं।
2. भारत 53.06 के स्कोर के साथ 133 देशों की सूची में 101 वें स्थान पर है।
World Competitive Centre द्वारा ककये गए सवेक्षण के ाऄनुसार भारत के वैविक प्रवतस्पधाथ
25 तक कफसल गया।
एवशया-प्रशाांत क्षेत्र में भारत 11 वीं सबसे ाऄवधक प्रवतस्पधी ाऄथथव्यवस्था है।
रैं ककग द्वारा ाअर्थथक ववकास को बनाये रखना, शोध और ववकास को बढ़ावा देना तथा वस्तु एवां
सेवा कर के शीघ्र कक्रयान्वयन को प्रमुख चुनौवतयों के रूप में पहचाना गया।
ाआसमें हाांगकाांग चीन को प्रथम स्थान प्राप्त हुाअ जबकक ाऄमेररका को तीसरा।
ववि ाअर्थथक मांच (डब्ल्यूाइएफ) के ाआस वषथ के वैविक प्रवतस्पधाथ सूचकाांक में भारत 16 पायदान
ाउपर चढ़ कर 140 देशों को सूवच में 55वें स्थान पर पहुांच गया है।
व्यापक ाअर्थथक वस्थरता, सांस्थानों की गुणवत्ता जैसे कु छ क्षेत्रों में भारत सुधार का साक्षी बना हालाांकक,
ाऄन्य क्षेत्र भी ध्यान देने योग्य हैं। ाआनमें से कु छ ाआस प्रकार हैं:
तकनीकी तत्परता
श्रम बाजार
भारत में कारोबार करने में बाधाएां
ाऄन्य वनष्कषथ:
ाआस सूची में शीषथ पर क्रमश: वस्वट्जरलैंड, ससगापुर, ाऄमेररका, जमथनी और नीदरलैंड जैसे देश हैं।
जबकक चीन 28वें स्थान पर वस्थर बना हुाअ है। ाआां डोनेवशया (तीन पायदान नीचे) 37वें स्थान पर
2. वषथ 2004 से वैविक प्रवतस्पधाथ ररपोटथ द्वारा वववभन्न राष्ट्रो की Xavier Sala-i-Martin एवां Elsa
V. Artadi द्वारा ववकवसत वैविक प्रवतस्पधाथ सूचकाांक के ाअधार पर रैं ककग की जाती है।
3. वैविक प्रवतस्पधाथ सूचकाांक द्वारा सांस्थाओं, नीवतयों एवां कारकों के ाईन समुच्चयों का मापन ककया
जाता है जो सांधारणीय मागथ एवां मध्याववधक ाअर्थथक सांववृ ि स्तर वनधाथररत करते हैं।
ववि बैंक की डू ाआांग वबजनेस ररपोटथ वषथ 2016 के ाऄनुसार भारत 189 देशों की सूची में 130 वें
स्थान पर है। वपछले वषथ की रैं ककग की तुलना में चार स्थानों का सुधार हुाअ है।
दवक्षण-एवशयााइ ाऄथथव्यवस्थाओं में भारत ने सबसे ाऄवधक सुधार दजथ ककया है।
कारोबार करने में सरलता के मामले में भारत ाऄब भी वब्रक्ट्स (BRICS) देशों में सबसे वनचले
पायदान पर है।
दो सूचकों 'व्यवसाय का ाअरां भ' और 'ववद्युत प्रावप्त' में सुधार से भारत की रैं ककग में सुधार हुाअ है।
नया व्यवसाय ाअरां भ करने के वलए लगने वाले कदनों की सांख्या ाआस वषथ भी 29 कदनों पर बनी
रही।
10 मापदांडों में से दो मापदांडो ाऄनुबांध लागू करना तथा व्यवसाय समापन में भारत का प्रदशथन
बहुत खराब है।
वपछले 12 महीनों के दौरान व्यवसाय के वलए ाऊण प्रावप्त थोड़ी करिन हुाइ है। ाआसके
पररणामस्वरूप रैं ककग में छह स्थानों की वगरावट हुाइ है।
वावणवज्यक वववादों का समाधान करने के मामले में ाआस सूची के 189 देशों में से ाअि दवक्षण
एवशयााइ देशों में है भारत की तुलना में के वल बाांग्लादेश की वस्थवत वनम्नतर है।
न्यायालयों के वावणवज्यक ाऄपीलीय सांभाग ववधेयक, वषथ 2015 को प्रभाव में लाएगी।
मध्यस्थता एवां सुलह ाऄवधवनयम, 1996 में प्रस्ताववत सांशोधन के तहत , मध्यस्थ पांच को 18
महीने के भीतर मामले का वनपटारा करना होगा। हालाांकक, 12 महीने पूरे होने के पिात्
मध्यस्थता वाले मामले ववचाराधीन न रहें, ाआसे सुवनवित करने के वलए कु छ प्रवतबांध ाअरोवपत
ककए जाएांग।े
सांववधान के तहत ाऄध्यादेश जारी करने की शवक्त
राष्ट्रपवत
सांववधान का ाऄनुच्छेद 123 राष्ट्रपवत को ाऄध्यादेश प्रख्यावपत कर कानून बनाने की शवक्त बनाने
की शवक्त देता है जब सांसद के ककसी भी सदन का सत्र नहीं चल रहा हो और ाआस कारण सांसद में
कानून बनाना सांभव नहीं होता है।
ववधायी सत्र में नहीं हो: राष्ट्रपवत के वल एक ाऄध्यादेश प्रख्यावपत कर सकते हैं जब सांसद के दोनों
सदनों में से कोाइ भी सत्र में नहीं है।
तत्काल कारथ वााइ की ाअवश्यकता है: राष्ट्रपवत ाऄध्यादेश तब तक प्रख्यावपत कर सकते हैं जब तक
कक वह सांतुष्टन हो जाएँ की 'तत्काल कारथ वााइ' की ाअवश्यकता है।
सत्र के दौरान सांसद की मांजरू ी: ाऄध्यादेश को सांसद सत्र के प्रारां भ होने के छह सप्ताह के भीतर
सांसद द्वारा ाऄनुमोकदत ककया जाना चावहए। ाऄगर ाआसे छह सप्ताह के भीतर ाऄनुमोदन नहीं ककया
जाता है तो यह ाऄध्यादेश समाप्त हो जाएांगे।
राज्यपाल
ककसी राज्य का राज्यपाल ाऄनुच्छेद 213 के तहत ाऄध्यादेश जारी कर सकते हैं, जब राज्य ववधान
सभा (या वद्वसदनीय ववधावयकाओं में राज्य में दोनों सदन में कोाइ भी सदन) सत्र में नहीं है।
राष्ट्रपवत और राज्यपाल की शवक्तयाां ाऄध्यादेश बनाने के सांबांध में मोटे तौर पर एक समान हैं।
हालाांकक, राज्यपाल तीन मामलों में राष्ट्रपवत से वनदेश के वबना एक ाऄध्यादेश जारी नहीं ककया जा
सकता है, जहाां समान ववधेयक पाररत करने के वलए राष्ट्रपवत की स्वीकृ वत ाअवश्यक है।
हाल ही में, ववश्व बैंक ने सहस्रावब्द ववकास लक्ष्यों पर वषथ 2014-15 के वलए वैविक वनगरानी ररपोटथ
वपछले 25 वषों में 1.2 वबवलयन से ाऄवधक लोग वैविक वनधथनता रे खा से ाउपर ाईिे हैं। ऐसा
मानव ाआवतहास में पहली बार हुाअ है कक ाऄफ्रीका के कु छ भागों को छोड़कर ववश्व के ाऄवधकतर
भागों में सवाथवधक बुरी वनधथनता वनयांत्रण में कदखााइ दे रही है। ऐसा प्रतीत होता है कक ववश्व में
वषथ 2030 तक चरम वनधथनता समाप्त हो जाएगी।
वषथ 1990 से चरम वनधथनता में तीव्र वगरावट सवाथवधक स्पष्ट रूप से वैविक वृवि से जुड़ी है | यह
हुए भारत वनधथनता कम करने में सबसे बड़ा योगदानकताथ रहा है।
यह ाईल्लेखनीय ाईपलवब्ध भी पयाथप्त नहीं है। ररपोटथ के ाऄनुसार वषथ 2011 में ववश्व के चरम
श्रीलांका, नेपाल और यहाँ तक कक पाककस्तान ने भी वनधथन लोगों की सांख्या में कमी करने का
बेहतर कायथ ककया है।
वेतन ाअयोग का गिन भारत सरकार द्वारा वनयवमत ाऄांतरालों पर ककया जाता है। यह भारत
सरकार के वसववल एवां सैन्य ववभागों के वेतन-प्रारूप में बदलाव के सन्दभथ में ाऄपनी वसफाररशें
देता है।
पहले वेतन ाअयोग का गिन 1956 में ककया गया था, तब से, हर दशक में ाअयोग का गिन ककया
जाता है।
7वें वेतन ाअयोग के मुख्यसबदु
रु. 18000 प्रवतमाह न्यूनतम व रु. 2.25 लाख ाऄवधकतम वेतन वनधाथररत।
सेना में OROP की तज़थ पर ाऄन्य सरकारी कर्थमयों के वलए भी वन रैं क वन पेंशन की वसफाररश।
में 50% की बढ़ोत्तरी होगी ाईपादान (gratuity) की सीमा 25 प्रवतशत बढ़ायी जायेगी।
2015-16 के बजट में की गयी घोषणा के ाऄनुसार ाऄवसांरचना ववकास के सावथजवनक वनजी भागीदारी
मॉडल में सुधार के वलए ववत्त मांत्री द्वारा के लकर सवमवत का गिन ककया गया था।
प्रमुख वसफाररशें:
1. वववभन्न क्षेत्रों की ाऄवरुि पररयोजनाओं को सांबोवधत करने के वलए स्वतांत्र वनयामकों की स्थापना।
2. वनणथय वनमाथण एवां कायों में भ्रष्टाचार तथा वास्तववक गलवतयों के बीच ाऄांतर को स्पष्ट करने के
सवमवत जोरदार तरीके से ‘3पीाअाइ’ का ाऄनुमोदन करती है जो पीपीपी में ाईत्कृ ष्टता के कें द्रों के
रूप में काम करने के ाऄवतररक्ट्त, ाऄनुसांधान, समीक्षा तथा क्षमता के वनमाथण के वलए गवतवववधयों
को शुरू करने और ाऄनुबांधकारी तथा वववाद वनपटान तांत्रों के ाऄवधक सूक्ष्म और पररष्कृ त मॉडलों
की स्थापना को सुगम बनाते हैं।
5. राजकोषीय लाभ के बजाय सेवा ववतरण पर ध्यान देना
पीपीपी पररयोजनाओं में वनवहत जोवखमों की ाईवचत पहचान तथा वववभन्न वहतधारकों के मध्य ाईनका
ववतरण करने के वलए ाईनके द्वारा प्राप्त होने वाली सेवा की गुणवत्ता पर ध्यान कदया जाना चावहये।
समय सीमा के ाऄांतगथत ाऄपने कायथ को समाप्त नहीं कर पाती हैं ,के कायों का मूल्याांकन करते हुए
और ाईवचत कानूनी कायथवावहयों को सुझाते हुए यह सवमवत ाऄपनी ररपोटथ एक वनवित समय
सुप्रीम कोटथ के पूवथ न्यायाधीश या ाईच्च न्यायालय के पूवथ मुख्य न्यायाधीश ाआसके ाऄध्यक्ष होंगे।
कम से कम एक तकनीकी और एक ववत्तीय सदस्य का होना प्रस्ताववत है।
8. वनम्नवलवखत के वलए मॉडल कां सेशन ाऄग्रीमेंट को ाऄपनाना:
वहतधारकों के वहतों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक क्षेत्र के मॉडल ररयायत समझौते की समीक्षा
ाउजाथ: काइ ाउजाथ पररयोजनाएां पीपीपी के तहत नहीं हैं। ाआस क्षेत्र में ववत्तीय समाधान की जरूरत है
क्ट्योंकक ाआससे बैंक ाऊण पर ाऄसर पड़ रहा है।
बांदरगाह: प्रमुख बांदरगाहों के वलए पुरानी टैररफ ाऄथॉररटी के स्थान पर नाइ टैररफ ाऄथॉररटी
लाना।
10. वनम्नवलवखत प्रावधकारी वगथ के सोच और नज़ररए में बदलाव:
ाऄनापेवक्षत प्रस्तावों (‘’वस्वस चैलेंज’’) को हतोत्सावहत ककया जाना चावहए, क्ट्योंकक वे खरीद
जीएसटी की राजस्व तटस्थ दर (रे वेन्यु न्यूरल रे ट-RNR) 15-15.5 प्रवतशत हो।
जीएसटी दर की तीन स्तरीय सांरचना:
ाअवश्यक वस्तुओं पर 12 फीसदी की ाऄपेक्षाकृ त कम दर से कर लगाया जाएगा,
लक्ट्जरी कारों, वावतत (aerated) पेय पदाथों, पान मसाला और तांबाकू ाईत्पाद जैसी वडमेररट
सुर्थख
ऺ यों में क्ट्यों?
मोसैक फ़ोनसेका नामक एक लॉ फमथ, वजसका मुख्यालय टैक्ट्स हेवन देश पनामा में ाऄववस्थत है,
ाआन दस्तावेजों में ाईन व्यवक्तयों के नाम ाईजागर हुए हैं, वजन्होंने दुवनया भर के टैक्ट्स हेवन देशों में
हालाांकक RBI व्यवक्तयों को LRS के तहत पहले के वल शेयर खरीदने की ाऄनुमवत देता था, परां तु
ाऄगस्त 2013 के बाद ाआन्हें ववदेशों में कां पवनयों की स्थापना करने की भी ाऄनुमवत प्रदान की।
भारतीय रे ल के पुनगथिन पर वबबेक देबरॉय कमेटी की ररपोटथ ने एक पाांच साल का रोडमैप तैयार ककया
है। ाआसका ाईद्देश्य रे ल बजट को खत्म करना, एक साांवववधक रे ल वनयामक ववकवसत करना और रे लवे को
सवमवत की वसफाररशें तीन स्तांभों पर ाअधाररत हैं: वावणवज्यक लेखा, मानव सांसाधन के क्षेत्र में
नहीं बवल्क सम्पूणथ रे ल क्षेत्र (rail sector)के वलए नीवत बनाएगा, वजससे रे ल क्षेत्र में `वनजी प्रवेश
के नवीनीकरण के वलए जरूरी है। यह वनयामक तकनीकी मानक वनवित करे गा, भाड़ा दर वनवित
करे गा और वववादों को हल करे गा। वनयामक ककराया सांशोधन की वसफाररश करे गा, लेककन यह
5 साल के बाद रे ल बजट समाप्त हो जाना चावहए और सरकार को सवब्सडी के माध्यम से रे लवे
द्वारा वहन ककये जाने वाले सामावजक लागत का पूरा बोझ ाईिाना चावहए।
सवमवत ने रे लवे रैक वनमाथण, रेन सांचालन, और रोसलग स्टॉक ाईत्पादन ाआकााआयों को वववभन्न
(Easwar Panel)
प्रत्यक्ष कर कानूनों में बदलाव व ाईन्हें सरल बनाने के वलए कें द्र सरकार द्वारा कदल्ली ाईच्च न्यायलय
के न्यायमूर्थत (सेवावनवृत्त) ाअर.वी ाइिर की ाऄध्यक्षता में गरित सवमवत ने ाऄपनी वसफाररशें सौंप
दी है।
प्रमुख वसफाररशें:
स्रोत पर कर कटौती (टी.डी.एस.), कर योग्य ाअय में से व्यय के दावों तथा कर ररफां ड से सांबांवधत
ाआज ऑफ डू ाआांग वबजनेस में सुधार करने, मुकदमेबाजी को कम करने तथा कर वववादों के समाधान
तीव्रतम करना।
ाईस वनयम/खांड को समाप्त करना, जो ाअयकर ववभाग को करदाता के ररफां ड डयू को छह महीने से
ाअगे भी भुगतान करने की ाऄनुमवत देता है और टैक्ट्स ररफां ड में देरी के वलए ाईच्च ब्याज का
भुगतान।
5 लाख तक के स्टॉक रेसडग (शेयर व्यापार) लाभ को पूज
ां ीगत लाभ माना जायेगा न कक व्यापार
ाअय। यह एक ऐसा कदम है, जो स्टॉक बाजार में और ाऄवधक खुदरा वनवेश को प्रोत्सावहत कर
सकता है।
एकल व्यवक्त के वलए टी.डी.एस की दरों को 10% से घटाकर 5% तक ककया जाना चावहए।
लाभाांश ाअय, वजस पर लाभाांश ववतरण कर लगाया जा चुका है, कु ल ाअय के एक वहस्से के रूप में
प्रकवल्पत ाअय योजना के ाऄांतगथत पेशेवरों या व्यवसायों को बही-खाता रखने की ाअवश्यकता नहीं होती है,
लेककन ाईन्हें ाऄपने सांभाववत ाअय की गणना के ाअधार पर कर का भुगतान करना होता है। जैसे - पेशेवरों के
वलए यह प्रस्ताववत है कक ाईनके वपछले साल के 33.3% प्रावप्तयों की ाअय के रूप में गणना की जाएगी, वजस
पर ाईन्हें कर का भुगतान करना होगा। यकद ाईनके लाभ ाआससे बहुत कम है तो ाईन्हें बही-खाता रखने की
ाअवश्यकता होगी वजसमे व्ययों का स्पष्ट वगीकरण समावहत होता है तथा ाईसी वहसाब से ाईन्हें कर का
भुगतान करना होता है।
गरीबी ाईन्मूलन चैररटी 'ऑक्ट्सफे म ाआां टरनेशनल' "An Economy for the 1%” शीषथक से ाऄपनी
का वसफथ 1% प्राप्त हुाअ है, जबकक ऐसी वृवि का 50% शीषथ 1% जनसांख्या को प्राप्त हुाअ है।
ववि बैंक के एक पूवाथनुमान के ाऄनुसार यकद गरीबों के ाईत्थान के वलए चलाये जाने वाले कायथक्रमों
के पररणाम शीघ्र हीं कदखााइ नहीं कदए, तो 2030 तक लगभग 50 करोड़ लोग बेहद गरीबी में ही
बोस्टन कां ससल्टग ग्रुप की 15वीं वार्थषक ररपोटथ, “ववसनग दी ग्रोथ गेम: ग्लोबल वेल्थ 2015” में कु छ
चौंकाने वाले त्य सामने ाअये हैं।
ववि के सबसे ाऄवधक 20% वनधथन लोगों में लगभग 25% लोग भारतीय हैं। ाआसमें चीन की सांख्या
के वल 3% ही है।
ाअज भारत के 1% समृि लोग, भारत की 49% व्यवक्तगत सम्पवत्त के स्वामी हैं और शीषथ 10%
प्रोत्साहन देते हैं। कु छ वषों तक, ाआससे ाअय और ववकास के परस्पर ाऄांतरों में बहुत ाऄवधक वृवि
होती है, परन्तु ाऄवधकतम सीमा पर पहुांचने के बाद, ाऄसमानता ाईलटे ‘U’ शब्द के समान घटनी
शुरू हो जाती है, वजसे हम कु ज्नेट वक्र कहते हैं। ाआसे हम जॉन एफ. के नेडी के यादगार कथन
“ाईिती हुाइ लहरें सभी नावों को ाईिा देती हैं’” के रूप में भी जानते हैं।
कु ज्नेट वक्र
ाऄथथशास्त्र में, कु ज्नेट वक्र एक पररकल्पना है वजसके ाऄनुसार, जब ाऄथथव्यवस्था ववकवसत होती है तो
पहले बाजार ताकतें बढती हैं और ाईसके पिात ाअर्थथक ाऄसमानता में कमी ाअती है। यह पररकल्पना
1950 और 60 के दशक में ाऄथथशास्त्री सााआमन कु ज्नेट द्वारा ववकवसत ककया गया था।
2013 के कां पनी ाऄवधवनयम की समीक्षा करने के ाईद्देश्य से गरित ककये गए तपन राय पैनल ने 2000 से
ाऄवधक सुझाव और वसफाररशें दी हैं। ाआनका ाईद्देश्य कां पनी ाऄवधवनयम, 1956 से लेकर कां पनी
से ाऄवधक प्रबांधकीय पाररश्रवमक के रूप में देना चाहे तो ाईसे ाआसके वलए कें द्र सरकार से मांजूरी लेने
की ाअवश्यकता होती है। पैनल ने वसफाररश में ाआस प्रावधान को ित्म करने की माँग की है।
सेबी और कां पनी ाऄवधवनयम के वडसक्ट्लोजर मानकों के बीच सामांजस्य- स्वतांत्र वनदेशक का कां पनी
एक स्वतांत्र वनकाय की स्थापना करना, जो लेखा और लेखा मानकों से सांबांवधत मामलों के वलए
सेवा प्रदान करे गी। ाआसे भारतीय सनदी लेखाकार सांस्थान (Institute of Chartered
स्टाटथ-ाऄप को प्रदत्त पूांजी का 50% ाईद्यम ाआकक्वटी के रूप में जारी करने की ाऄनुमवत दी जानी
स्टाटथ-ाऄप को ाईन प्रमोटरों के वलए कमथचारी स्टॉक स्वावमत्व योजना (employee stock
ownership plan) जारी करने की ाऄनुमवत दी जानी चावहए, जो कमथचारी या कमथचारी वनदेशक
या पूणक
थ ावलक वनदेशक के रूप में काम कर रहे हैं।
के वल वही धोखाधड़ी मामले जो 10 लाख रूपए या ाईससे ज्यादा के हो, या कां पनी के कु ल
पेरोवलयम और प्राकृ वतक गैस मांत्रालय ने पूवोत्तर भारत के वलए हााआड्रोकाबथन ववजन 2030 जारी
ककया है, वजसका ाईद्देश्य पूवोत्तर भारत के ववकास के वलए हााआड्रोकाबथन क्षेत्र का लाभ ाईिाना है।
ाआसका लक्ष्य वषथ 2030 तक तेल और गैस के ाईत्पादन को दोगुना करना है।
ाआस ववजन के पाांच स्तांभ हैं: लोग, नीवत, भागीदारी, पररयोजनाएां और ाईत्पादन (5Ps)।
शावमल राज्य: ाऄरुणाचल प्रदेश, मवणपुर, ाऄसम, मेघालय, वमजोरम, नागालैंड, वत्रपुरा और
वसकिम
सवेक्षण के वनष्कषथ
ाअि श्रम प्रधान ाईद्योगों में वषथ 2015 के पहले नौ महीनों में नाइ नौकररयों का सृजन वस्तुताः
वपछले छह साल के वनचले स्तर पर ाअ गया और वसफथ 1.55 लाख नए रोजगार का सृजन हुाअ।
ाआसके ववपरीत, जनवरी से वसतांबर 2014 के बीच 3.04 लाख नए रोजगार और 2013 की ाआसी
जनवरी से वसतांबर 2015 के बीच 21000 सांववदा नौकररयाां कम हुईं जबकक 2014 की ाआसी
सवेक्षण में पाया गया है कक रत्न एवां ाअभूषण क्षेत्र में 2015 के दौरान 19000 नौकररयाां कम हुईं
चमड़े और ऑटोमोबााआल क्षेत्र में 8000 नौकररयाां कम हुईं और पररवहन क्षेत्र में 4000 नौकररयों
सवेक्षण चालू ककया वजसका ाईद्देश्य ाअि महत्वपूणथ क्षेत्रों के रोजगार पर प्रभाव का ाअकलन करना था
वस्त्र, चमड़ा, धातु, वाहन, रत्न एवां ाअभूषण, पररवहन, सूचना प्रौद्योवगकी (ाअाइटी) और हथकरघा।
यू.एस. चैम्बर ऑफ कॉमसथ के वैविक बौविक सांपदा कें द्र (GIPC) ने एक ररपोटथ में ाऄांतराथष्ट्रीय
बौविक सांपदा सूचकाांक में भारत को 38 देशों में से 37वें स्थान पर रखा है।
ाआन 38 ाऄथथव्यवस्थाओं का वैविक सकल घरे लू ाईत्पाद में 85 प्रवतशत की वहस्सेदारी है।
भारत लगातार चौथे वषथ ाआस सूचकाांक में ाआतने नीचे स्थान पर है।
पेटेंट, कॉपीरााआट और रेडमाकथ सुरक्षा, प्रवतथन और ाऄांतरराष्ट्रीय सांवधयों में ाऄनुबांध सवहत यह
सुर्थख
ऺ यों में क्ट्यों?
मरािवाड़ा जैसे क्षेत्र पानी की भीषण कमी का सामना कर रहे हैं (करीब 40 प्रवतशत कमी)। ाआस क्षेत्र में
लगातार दूसरे वषथ वषाथ कम होने के पररणामस्वरूप सूखे की वस्थवत ववद्यमान है।
मुद्दााः क्ट्या गन्ने की खेती मरािवाड़ा क्षेत्र में सूखे के वलए वजम्मेदार है?
समथथन में तकथ
गन्ने की खेती के वलए बहुत ाऄवधक पानी की ाअवश्यकता होती है (2000 से 2500 वममी पानी)।
ाईत्तरी क्षेत्रों में नकदयों का ववशाल नेटवकथ है, लेककन महाराष्ट्र में गन्ने की खेती पानी की कमी वाले
क्षेत्रों में होती है।
गन्ने की खेती के तहत यहाँ के वल 4 प्रवतशत भूवम है जो ससचााइ के वलए ाईपलब्ध जल के 71.5
प्रवतशत का ाईपयोग करती है।
ाआस क्षेत्र में 20 से ाऄवधक चीनी वमलें हैं और प्रत्येक वमल में प्रवत टन गन्ने की पेरााइ के वलए लगभग
(Marine Fisheries)
हाल ही में राष्ट्रीय समुद्री मत्स्य नीवत में सांशोधन करने हेतु ववशेषज्ञ सवमवत का गिन ककया गया।
पूवथ में गहरे समुद्र सांबांधी मवत्स्यकी नीवत की व्यापक समीक्षा के वलए डॉ बी. मीना कु मारी की ाऄध्यक्षता
में ववशेषज्ञ सवमवत का गिन ककया गया था। सवमवत की ाऄनुशस
ां ाओं का पारां पररक रूप से मछली पकड़ने
प्रादेवशक जल क्षेत्र में 22 कक.मी. और 370 कक.मी. के बीच- EEZ में मछली पकड़ने के वलए हाल
ही में जारी ककए गए नए कदशा-वनदेशों में ाआस क्षेत्र में कें द्र से "ाऄनुमवत पत्र" प्राप्त करने पर 15
मीटर या ाईससे ाऄवधक की लांबााइ वाले जहाजों के सांचालन की ाऄनुमवत प्रदान की गाइ है।
ाआन जहाजों का स्वावमत्व या ाऄवधग्रहण भारतीय ाईद्यवमयों द्वारा या 49 प्रवतशत तक ववदेशी
वनवेश वाले सांयुक्त ाईपक्रम द्वारा प्राप्त ककया जा सकता है।
पारां पररक मछु ाअरों को भय है कक ाआस प्रकार के मवत्स्यकी ाईपक्रम ाऄभी ाईनकी पहुांच के ाऄांतगथत
ाअने वाले कु छ क्षेत्रों में ाऄवतक्रमण करके ाईनकी ाअजीववका को खतरे में डाल देंगे।
सबसे वववादास्पद ाऄनुशांसाओं में से एक तट के साथ-साथ वनकट तटीय और ाऄपतटीय क्षेत्रों
(गहरााइ में 200 मीटर और 500 मीटर के बीच पानी) के बीच बफर जोन का वनमाथण और "वनकट
तटीय क्षेत्रों के साथ ही EEZ' में गहरे समुद्री क्षेत्रों में सांसाधनों का सांवधथन करने के वलए वहाँ
ाअगे की राह
हाल ही में सरकार ने सभी ववद्यमान योजनाओं को वमलाकर एक वृहद योजना 'नीली क्राांवत : मत्स्य
नीली क्राांवत
ाआसमें "सांधारणीयता, जैव-सुरक्षा और पयाथवरण सांबांधी सचताओं को ध्यान में रखते हुए मत्स्य
पालन के एकीकृ त और समग्र ववकास व प्रबांधन के वलए ाऄनुकूल माहौल बनाने" की कल्पना की गाइ
है।
तहत लगभग 37 वमवलयन ाऄथवा 27% खेती करने वाले पररवारों को कवर ककया जा रहा था।
वतथमान फसल बीमा योजना के तहत जोवखम को के वल ाअांवशक रूप से कवर ककया जा रहा था।
खरीफ फसलों के वलए मौजूदा प्रीवमयम दरें 2.5% से लेकर 3.5% की सीमा में तथा रबी फसलों
के वलए 1.5% से 2.5% तक की सीमा में वनधाथररत ककया जाता था ककन्तु क्षवतपूर्थत ाऄवधकतम
ककतनी भूवम पर नुकसान के वलए प्रदान की जाएगी, ाआसकी सीमा वनधाथररत थी। वजसका ाऄथथ है
ककसानों ाईनके नुकसान का एक ाऄांश ही प्राप्त हो सकता था।
वावणवज्यक और बागवानी फसलों के वलए प्रीवमयम की गणना बीमाांककक (actuarial) ाअधार पर
की जाती थी, वजसका ाऄथथ है कक ऐसे प्रीवमयम बीमा में शावमल जोवखम के ाअधार पर कु ल बीवमत
प्रधानमांत्री फसल बीमा योजना को ाआस साल खरीफ फसल के मौसम के दौरान ाअरां भ ककया
जाएगा।
ाआस योजना का लक्ष्य ाऄगले तीन साल में भारत की फसली क्षेत्र के ाअधे भाग को कवर करना है।
वतथमान कवरे ज लगभग 23% है।
ककसानों द्वारा भुगतान की जाने वाली प्रीवमयम की दरें एक समान होंगी। ाआसके तहत सभी प्रकार
के खरीफ फसलों के वलए के वल 2% तथा सभी रबी फसलों के वलए 1.5% का प्रीवमयम देय
होगा।
वार्थषक वावणवज्यक और बागवानी फसलों के मामले में, ककसानों द्वारा के वल 5% प्रीवमयम का
भुगतान करना होगा। सरकारी सवब्सडी पर कोाइ ाउपरी सीमा नहीं है। यहाँ तक कक यकद शेष
प्रीवमयम 90% है, तो भी ाईक्त रावश का भार सरकार द्वारा वहन ककया जाएगा।
प्रीवमयम सवब्सडी पर सरकारी दावयत्व कें द्र और राज्यों द्वारा समान रूप से साझा ककया जाएगा।
सरकार ने फसल बीमा के वलए बजट ाअवांटन में काफी वृवि की है। ाआसे 2015-16 के वलए
ाअवांरटत 2,823 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2018-19 के वलए 7,750 करोड़ रुपया कर कदया गया
है।
ओलावृवष्ट, बेमौसम बाररश, भूस्खलन और बाढ़ सवहत स्थानीय ाअपदाओं के वलए खेत स्तरीय
मूल्याांकन प्रदान करने की सुववधा को ाईपलब्ध कराते हुए ाआस योजना के द्वारा ककसानों की लांबे
समय से चली ाअ रही माांगों को भी सांबोवधत ककया जाएगा।
प्रौद्योवगकी के ाईपयोग को काफी हद तक प्रोत्सावहत ककया जाएगा।
फसल काटने के ाअांकड़ों को प्राप्त करने के वलए स्माटथ फोन का प्रयोग फोटो खींचने तथा ाईसे
ाऄपलोड करने में ककया जाएगा। ाआसे ककसानों को ाईनके दावे के भुगतान में होने वाली देरी को कम
करने के वलए ाआस्तेमाल ककया जाएगा।
ररमोट सेंससग का ाआस्तेमाल फसल काटने प्रयोगों की सांख्या को कम करने के वलए ककया जाएगा।
सरकार ने कहा है कक मौसम ाअधाररत फसल बीमा योजना (WBCIS) के मामले में, प्रीवमयम
दरों को PMFBY के ाऄनुरूप युवक्तसांगत बनाया जाएगा। PMFBY 1 ाऄप्रैल 2016 से प्रभावी हो
गया है।
PMFBY के लाभ:
कु छ ाआलाकों में वनरां तर सूखा और बेमौसम बाररश तथा ओला पड़ने से यह स्पष्ट हो गया है कक खेती
में जोवखम लगातार बढ़ते जा रहे हैं और फसल बीमा की मौजूदा प्रणाली ककसानों की ाआन
ककसानों द्वारा भुगतान की जाने वाली प्रीवमयम दरें बहुत ही कम हैं तथा प्राकृ वतक ाअपदाओं के
कारण होने वाली फसल हावन के एवज में ककसानों को पूणथ बीवमत रावश प्रदान करने के वलए शेष
प्रीवमयम का भुगतान सरकार द्वारा ककया जाएगा।
कम प्रीवमयम के कारण बीमा कां पवनयों तथा फसल बीमा की सांख्या में वृवि होगी और
बीमाकताथओं के वलए बीमा योजनायें व्यवहाररक तौर पर ाईपलब्ध होंगी।
बीमा से सांबांवधत समस्याएां प्रीवमयम दरों से ाऄवधक व्यापक हैं। ाईदाहरण के वलए, काइ राज्यों में
जहाँ MNIAS की प्रीवमयम दरें काफी कम हैं, कफर भी वहाां ाऄभी भी बहुत कम लोगों के पास ऐसी
बीमा ाईपलब्ध है।
सरकार को यह ाईम्मीद है कक बीमा कवर ाऄगले तीन वषों में मौजूदा 23% से बढ़कर 50% तक
हो जाएगी। सरकार का यह ाऄनुमान वस्तुताः त्यों व ाअांकड़ों के बजाए ाईम्मीदों पर ाऄवधक
ाअधाररत है, जबकक वपछले ाऄनुभव यह बताते हैं कक ऐसी सभी ाईम्मीदें धराशायी हो गयीं हैं।
कें द्र और राज्य सरकारों के बीच 50:50 के ाऄनुपात में सवब्सडी का वहन ककया जाना है। परांतु
ाऄभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कक क्ट्या राज्य ाऄपने वहस्से की ऐसी सवब्सडी को वहन करने के
वलए सहमत हो गए हैं।
ाआस योजना के ाऄांतगथत काश्तकारों की समस्या का समाधान करने के वलए ऐसा कु छ भी प्रतीत नहीं
हो रहा है जो फसल खराब होने की जोवखम तो सहन करते हैं लेककन मुाअवजा और बीमा भुगतान
के वलए हकदार नहीं होते हैं।
जांगली जानवरों द्वारा फसल नुकसान जैसे जोवखम ाऄभी भी कवर नहीं ककये गए हैं।
‘ाअकलन की ाआकााइ’ फसल नुकसान या क्षवत मुाअवजा से जुड़ा हुाअ एक प्रमुख मुद्दा है, वजसे नाइ
योजना में ध्यान नहीं कदया गया है।
पूवव
थ ती योजनाओं के साथ तुलना:
NAIS MNAIS
मानक PM Crop Insurance Scheme
[1999] [2010]
One Season –
Yes No Yes
One Premium
Insurance
Full Capped Full
Amount cover
On Account
No Yes Yes
Payment
Prevented
No Yes Yes
Sowing coverage
Use of
No Intended Mandatory
Technology
ाअर्थथक सवेक्षण 2014-15 के ाऄनुसार, भारत में प्रमुख वववनयवमत प्राथवमक कृ वष बाजारों की
ये सांबांवधत राज्यों के APMC ाऄवधवनयम द्वारा सांचावलत होते हैं, वजसने बाजार ववभाजन और
वबचौवलयों द्वारा शोषण और ाऄक्षमताओं को प्रेररत ककया है।
सरकार ने जुलााइ 2015 में 585 बाजारों में राष्ट्रीय कृ वष माके ट स्कीम शुरू की थी और ाऄप्रैल
ाआसी प्रकार का एक सफल प्रयोग कनाथटक में ाअरां भ ककया गया, जहाँ राष्ट्रीय ाआलेक्ट्रॉवनक माके ट
स्कीम (ReMs) नामक ाइ-प्लेटफ़ॉमथ में प्रमुख बाजारों को एकजुट ककया गया।
वतथमान में, वववभन्न राज्यों में कृ वष ाईत्पाद बाज़ार सवमवत (APMC) ाऄवधवनयम ककसानों के द्वारा
फसल कटााइ के पिात् के वल वववनयवमत बाजारों या मवण्डयों में ही फसल की प्रथम वबक्री की
ाऄनुमवत प्रदान करता हैं। ाऄत: ककसानों के खरीददारों की दुवनया के वल ाईन व्यापाररयों तथा के
दलालों तक सीवमत कर दी गयी है वजन्हें ककसी ववशेष APMC के ाऄांतगथत ाअने वाले क्षेत्र में ही
वजससे पयाथवरणीय सामावजक मानदण्डो के ाऄनुरूप मापक एवां कायाथत्मक कदशा-वनदेश जारी कर
सके गा।
3) प्रस्ताववत ाइ.एस.एस. के प्रत्येक ाऊृणग्रही/ाईधार लेने वाला देश ाऄपने सामावजक एवां पयाथवरणीय
4) यह बाल एवां बांधुाअ मजदूरी को प्रवतबांवधत करते हुए एक सशक्त व्यवस्था बनाने पर जोर देता है
वजसके ाऄन्तगथत योजना हेतु कमथचाररयों की भती में गैर ाईपेक्षापूणथ एवां समानतापूणथ व्यवहार ाऄपनाया
जाए, साथ ही कायथस्थल पर रोजगार हेतु ाऄनुकूल पररवस्थवतयों के वनमाथण पर भी बल देता है।
भारत का रूख -
1) भारत वनयवमत मूल्याांकन का ववरोध कर रहा है क्ट्योंकक ऐसे मूल्याांकन से पररयोजना पर ाऄनुवचत
एवां ाऄवधक खचथ ाअयेगा।
2) ऐसे प्रावधान ववि बैंक के साथ भारत में व्यापार करने सांबांधी सरलताओं/माहौल में चुनौवतयाँ
ाईत्पन्न करें गे।
3) भारत ने ाआन प्रावधानों को ‘ाऄवधक प्रवतगामी’ की सांज्ञा देते हुए बताया है कक ऐसे प्रावधानों से वल्डथ
बैंक द्वारा चलाये जा रहे कायथक्रम ाऄलाभकारी होंगे।
4) भारत ने दलील देते हुए कहा है कक ाईसका पयाथवरण एवां सामावजक मानदण्ड ाअधाररत प्रारूप्
ाऄवधक सशक्त है जो ववि बैंक द्वारा पयाथवरणीय और सामावजक मानको पर (ESS) ाअधाररत ाईद्देश्यों
को प्राप्त करने में समथथ है।
2) यह वस्वटजरलैण्ड के बेसल में ाऄववस्थत है, ाआसके सदस्य राष्ट्रों की सांख्या 60 है जो ववि के 95
3) वषथ 1930 में ाआसका गिन वसाथय की सांवध के ाऄन्तगथत मुद्रा प्रबन्धन हेतु ककया गया था।
4) ाऄपनी स्थापना से ाअज तक ाआसका प्रमुख ाईद्देश्य ववि बाजार में नवाचार लाना है।
31 वबवलयन डालर का प्रत्यक्ष ववदेशी वनवेश प्राप्त कर भारत ने वपछले साल के 5वें स्थान से छलाांग
लगाकर प्रथम स्थान प्राप्त ककया जो ाऄब वनवेश के मामले में सबसे पसांदीदा स्थान बन गया।
भारत के वलए क्ट्या हैं ाआसके मायने ?
ाऄन्य देशों में वनरां तर घटते हुए FDI तथा भारत में बगैर ककसी ाऄवरोध के ाअ रहा वनवेश यह
प्रमावणत करता है कक ककस प्रकार भारत ने व्यापार पररचालन माहौल को सुधारकर ववि बाजार
में ाऄपनी पहचान बनाने में वनरां तर प्रयासरत है।
हाल ही में ववि प्रवतस्पधाथ सूचकाांक में 16 स्थान की छलाँग लगाकर 55वाां स्थान प्राप्त ककया है।
OECD के सांपन्न देश और ाईनके ाऄनुचर ाआस गैरकानूनी प्रवाह के मुख्य प्राप्तकताथ या वाहक हैं।
ऐसा राज्य, देश या ाआलाका जहाँ कवतपय कर बहुत ही कम हैं या हैं ही नहीं और गैरकानूनी और
नाजायज ववत्तीय प्रवाह को ाअकर्थषत करने के वलए ववत्तीय गोपनीयता का प्रयोग ककया जाता है।
(IMF REFORMS)
वषथ 2010 में ाअाइ.एम.एफ द्वारा स्वीकृ त सुधारों को 27 जनवरी 2016 से लागू कर कदया गया है।
ाऄमेररकी काांग्रस
े के बगैर मांजूरी के ाआन सुधारों का कायाथन्वयन सांभव नहीं हो पाया था, परां तु
वपछले वषथ ाआसकी (ाऄमेररकी काांग्रेस द्वारा) मांजरू ी प्रदान कर दी गयी थी।
मतावधकार:
ाऄांतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (ाअाइ.एम.एफ.) के गवनेंस सांरचना में ाईभरती और ववकासशील
ाऄथथव्यवस्थाओं के प्रभाव में ाऄवधक वृवि हुाइ है।
ाआन सुधारों के फलस्वरूप सांयुक्त राज्य ाऄमेररका और यूरोपीय देशों के वहस्से से 6 प्रवतशत से
ाऄवधक कोटा ाईभरते और ववकासशील देशों को प्राप्त होंगे।
नए प्रावधानों के तहत भारत का मतावधकार वतथमान 2.3 प्रवतशत से बढ़कर 2.6 प्रवतशत और
ाऄांतराथष्ट्रीय मुद्रा कोष के शीषथ 10 सदस्यों की सूची में भारत और ब्राजील भी शावमल हो गए हैं।
ाआस सुधार प्रकक्रया के कारण कनाडा और साउदी ाऄरब शीषथ दस देशों की सूची से बाहर हो गए हैं।
BRICS समूह की चार ाईभरती ाऄथथव्यस्थायें -ब्राज़ील, चीन, भारत और रूस- प्रथम बार
ाऄांतराथष्ट्रीय मुद्रा कोष के 10 सबसे बड़े सदस्य देशों के समूह में शावमल होंगी।
एस.डी.ाअर (ववशेष ाअहरण ाऄवधकार) (659 वबवलयन डॉलर) कर कदया है, वजससे ाआसकी ववत्तीय
ताकत में भी वृवि हुाइ है।
सांयुक्त राज्य ाऄमेररका के न्यू हैम्पशायर के ब्रेटन वुर्डस में जुलााइ 1944 में ाअयोवजत 44 देशों के
गरीबी कम करना, ाअर्थथक वस्थरता बनाये रखना, ववकासशील देशों के वलए नीवतगत सलाह और
ववत्त पोषण, मौकद्रक प्रणाली में सहयोग के वलए मांच प्रदान करना, वववनमय दर वस्थरता तथा
ाऄांतराथष्ट्रीय भुगतान प्रणाली को बढ़ावा देना।
1993 के बाद भारत ने ाऄांतराथष्ट्रीय मुद्रा कोष से कोाइ ववत्तीय सहायता नहीं वलया है।
प्रावधान है।
यह व्यापार सुववधा और सीमा शुल्क ाऄनुपालन जैसे मुद्दों पर सीमा शुल्क और ाऄन्य ाईपयुक्त
प्रावधकाररयों के मध्य प्रभावी सहयोग के वलए ाईपायों का प्रावधान करता है।
भारत के वलए लाभ:
यह भारत के ाआज ऑफ डू ाआांग वबजनेस पहल के ाऄनुरूप है।
भारत तथा सांयुक्त राज्य ाऄमेररका ने ववदेशी खाता कर ाऄनुपालन ाऄवधवनयम (FATCA) को लागू
करने के वलए एक समझौते पर हस्ताक्षर ककया है वजससे 30 वसतम्बर से दोनों देशों के बीच कर
सांबांधी सूचनाओं का स्वताः ाअदान-प्रदान की ाऄनुमवत प्रदान करे गा।
यह समझौता दोनों देशों के वलए ाऄपने-ाऄपने ाऄवधकार क्षेत्र में एक-दूसरे के नागररकों के ववदेशी
खाते से सम्बांवधत सूचनाओं के ाअदान-प्रदान को ाऄवनवायथ बनाता है।
FATCA के ाऄांतगथत, सांयुक्त राज्य ाऄमेररका में वस्थत ववदेशी ववत्तीय सांस्थाओं को भारतीय
खाताधारकों से सम्बांवधत सूचना सांयुक्त राज्य ाऄमेररका की सरकार के ाअतांररक राजस्व सेवा
ववभाग (IRS) को सौंपना होगा वजसके द्वारा सूचनाएां भारत सरकार को प्रदान की जाएांगी।
भारतीय सरकार समान सूचनाएां IRS को प्रदान करे गी। ाईदाहरण के वलए, भारतीय स्टेट बैंक
ककसी ाऄमेररकी नागररक या ककसी NRI द्वारा वनवेश सांबांधी ककसी भी सूचना को वनयवमत रूप से
भारतीय राजस्व ाऄवधकाररयों को सौंपेगा। तत्पिात्, भारत सरकार ाईस सूचना को IRS को सौंप
देगी।
ाआस समझौते का ाऄनुपालन नहीं करने वाली वैसी ववत्तीय सांस्थाएां जैसे-बैंक, मध्यस्थ सांस्थाए या
म्यूचुाऄल फां ड ाअकद को ाऄमेररका से होने वाली प्रत्येक भुगतान पर 30 प्रवतशत ववथ होसल्डग कर
के रूप में चुकाना होगा।
ऐसे समय में जब ववदेशी लदान लगातार पाांच महीनों से वसकु ड़ रहा है, एक ाअदेश में वनयाथत को
बढ़ावा देने और गैर-जरूरी ाअयात को युवक्तसांगत बनाने के वलए बॉटम-ाऄप दृवष्टकोण का पालन
करने के वलए कें द्र सरकार,राज्य सरकार के साथ वमलकर एक व्यापार सरलीकरण पररषद के गिन
का वनणथय वलया है और ाऄपने व्यापार नीवतयों को वनधाथररत करने के वलए ाईनसे ाईम्मीद करता है।
हैं। ाऄप्रैल में मांत्रालय द्वारा जारी ववदेश व्यापार नीवत (2015-20) में राज्य सरकारों को भी
शावमल करके व्यापार को मुख्य धारा में लाने की बात की गयी है।
व्यापार सरलीकरण पररषद् का नेतृत्व वावणज्य मांत्री वनमथला सीतारमण करें गीं तथा ाआसमें राज्य
के ाईद्योग मांवत्रयों तथा सवचवों का प्रवतवनवधत्व होगा।
वावणज्य मांत्रालय के ाऄांतगथत, द डायरे क्ट्टोरे ट जनरल ऑफ कॉमर्थशयल ाआां टेवलजेंश एांड स्टेरटवस्टक्ट्स
(DGCI&S), भारत के व्यापार सांबांधी ाअांकड़े तथा व्यापाररक सूचनाओं के सांकलन, सांचय तथा
प्रसार हेतु एक ाअवधकाररक सांगिन है।
E.9. ववि व्यापार सां ग िन(डब्ल्यू . टी. ओ.) में सौर ाउजाथ को ले क र
मतभे द
ववि व्यापार सांगिन (डब्ल्यूटीओ) के पैनल ने देश के सौर ाउजाथ कायथक्रम पर ाऄमेररका द्वारा ाईिाए
वववाद में भारत के वखलाफ फै सला कदया है।
पैनल ने भारत सरकार के प्रोत्साहन नीवतयों, खासकर सौर सेल और सौर मॉड्यूल वनमाथण के वलए
घरे लू सौर कां पवनयों को प्रदान की जाने वाली सवब्सडी बांद करने को कहा है।
कारण
भारत सरकार द्वारा लगाया गया सौर कोवशकाओं और सौर मोडयुल्स के वलए स्थानीय सामग्री की
ाअवश्यकता- यह घरे लू ाईत्पाद वनमाथताओं से ाईत्पाद खरीदकर बड़े सौर क्षमता स्थावपत करने के
वलए कायाथन्वयन एजेंसी को प्रवत Mw (मेगावाट) 1 करोड़ रूपये की ववत्तीय सहायता की पेशकश
करता है।
ववि व्यापार सांगिन के सदस्य राष्ट्रीय सामग्री ाअवश्यकताओं को ववदेशी ाईत्पादों के वखलाफ
भेदभाव करने पर जोर नहीं दे रहे हैं। "राष्ट्रीय" ाईपचार, के तहत ाअयावतत एवां घरे लू स्तर पर
वनर्थमत ाईत्पादों के साथ एक सामान व्यवहार ककया जाना चावहए।
ववि व्यापार सांगिन क्ट्या है?
ववि व्यापार सांगिन (डब्ल्यूटीओ) वैविक स्तर पर देशों के बीच व्यापार के वनयमों को बनाने से
सांबांवधत है। ववि व्यापार सांगिन को देखने के काइ तरीके हैं। यह व्यापार को ाईदार बनाने के वलए
एक सांगिन है। यह व्यापार वववादों को वनपटाने वाली सांस्था है। यह व्यापार वनयमों ाअकद को
सांचावलत करने वाला एक तांत्र है।
कहा जाता है और पहले के जनरल ाऄग्रीमेंट ओन टैररफ एांड रेड (GATT) वाताथ से ाअया है। WTO
वत्तथमान में 2001 के पिात् ’दोहा ववकास एजेंडा’के तहत नयी वाताथ की मेजवानी कर रहा है ।
(Yuan in SDR)
IMF ने 1 ाऄक्ट्टू बर 2016 से चीनी मुद्रा रे वन्मन्बी (RMB) को ववशेष ाअहरण ाऄवधकार (SDR)
का सृजन वाली करें सी बास्के ट में शावमल करने का वनणथय वलया है।
‘स्वतन्त्रतापूवक
थ ाईपयोग की जाने लायक’, ‘व्यापक रूप से प्रयुक्त’ और ‘व्यापक रूप से लेन-देन’ में
SDR में शावमल मौजूदा मुद्राएँ – ाऄमेररकी डॉलर, यूरो, जापानी येन और वब्ररटश पौंड हैं।
IMF द्वारा 1969 में ाऄांतराथष्ट्रीय ररजवथ पररसांपवत्त के रूप में सृवजत एक कृ वत्रम मुद्रा है। (परन्तु यह
ाऄांतराथष्ट्रीय खातों की वस्थरता तथा ाआनमें सांतुलन हेतु एकमात्र माध्यम के रूप में सोना और डॉलर
की सीवमत भूवमका को ध्यान में रखते हुए ाआसका सृजन ककया गया है।
यह सदस्य-देशों की मौजूदा ाअरवक्षत वनवध के बतौर एक पूरक की तरह काम करती है और
ाऄांतराथष्ट्रीय तरलता को बढ़ावा देती है।
SDR स्वतांत्र रूप से ाईपयोग में लााइ जाने वाली मुद्राओं से बदली जा सकती हैं।
नवम्बर 2015 तक 204 वबवलयन SDRs (लगभग 285 वबवलयन डालर के बराबर) का सृजन
ाऄल्पकाल में ाआस समावेश का बहुत ही कम प्रभाव पड़ेगा ककन्तु ाआसके कु छ महत्वपूणथ पहलू हैं:
RMB का समावेश SDR समूह की वववभन्नता को बढ़ाएगा और ाआसे ववि की प्रमुख मुद्राओं का
हाल के वषों में चीनी RMB के ाऄांतराथष्ट्रीयकरण में हुाइ महत्वपूणथ बढ़त को वचवन्हत करता है तथा
यह ाऄांतराथष्ट्रीय स्तर पर RMB के पहले से बढ़ रहे ाआस्तेमाल व व्यापार को बढाने में और मदद
करे गा।
वषथ 2015 की शुरुाअत के बाद से ाऄब तक युाअन के मूल्य में डॉलर के मुकाबले 4% से भी ज्यादा
की वगरावट हुाइ है वजसके कारण यह साढ़े चार वषथ पूवथ के ाऄपने मूल्य के ाअस-पास जा पांहुचा है।
चीनी मुद्रा युाअन के हाल ही के ाऄवमूल्यन ने वैविक ववत्तीय ाईथल-पुथल को जन्म कदया है जो
वैविक स्तर पर शेयर और मुद्रा बाजार को हावन पांहुचा रहा है।
युाअन का कमजोर होना, एवशयााइ और ाईभरती ाऄथथव्यस्थाओं की मुद्राओं के प्रवतस्पधाथत्मक
ाऄवमूल्यन को प्रररत कर सकता है।
एवशयााइ ाऄथथव्यवस्थाओं में ाऄप्रत्यावशत नकारात्मक वृवि के कारण जनवरी 2016 के ाअरां भ तक
करते हैं कक भारत के ाअयात में लगभग 12% की वहस्सेदारी चीन की है। चीनी प्रवतस्पधाथ में ककसी
भी प्रकार की वृवि चाहे वह युाअन के ाऄवमूल्यन के माध्यम से हीं क्ट्यों न हो, भारतीय ाअयात में
ाऄप्रत्यावशत वृवि का कारण बनेगी।
चीनी ाअयात में वृवि के कारण भारत के ाऄन्य व्यापाररक भागीदारों को भी हावन पांहुचेगी। ाआसके
ाऄवतररक्त ाआससे भारत में ाआलेवक्ट्रकल और ाआलेक्ट्रॉवनक्ट्स, काबथवनक रसायन, ाईवथरक और लौह तथा
ाआस्पात ाअकद ाईद्योग भी प्रभाववत होंगे।
भारतीय ररजवथ बैंक को डॉलर के मुकाबले रुपया के मूल्य में युवक्तयुक्त वगरावट होने देना चावहए।
यह कां पवनयों को करिन पररवस्थवतयों में, जब ाईनकी ाऊण लागत में वृवि होगी, बाह्य वावणवज्यक
ाईधारी के वलए प्रेररत करे गा।
ाऄवमूल्यन वस्तुओं और ाअयावतत माल, की माांग को भी प्रभाववत करता है। ाआससे तेल और ाऄन्य
औद्योवगक वस्तुओं की कीमतें वगरती हैं। यहीं कारण है कक वचली और ब्राजील जैसी ाईभरती
बाजार (ाइ.एम.) ाऄथथव्यवस्थाओं को ाआससे नुकसान पहुांच रहा है, जो ताांबा और तेल के वनयाथत के
वलए चीन पर वनभथर हैं।
यह जमथनी जैसे ववकवसत देशों को भी नुकसान पहुांचायेगा, जो चीन को ाऄपने एक प्रमुख बाजार के
रूप में देखते हैं।
यह एक प्रकार के “करें सी वार” (मुद्रा युि) को शुरू कर सकता है, क्ट्योंकक काइ देश ाऄपने वनयाथत
को बचाने के वलए ाऄपनी मुद्राओं के ाऄवमूल्यन की दौड़ में शावमल हो सकते हैं।
युाअन के मूल्य में ाआस तीव्र वगरावट के कारण चीनी ाईत्पाद काफी सस्ते हो गए हैं। ये सस्ते ाईत्पाद
काइ देशों में ाईनके घरे लू वववनर्थमत ाईत्पादों की वबक्री को नकारात्मक रूप से प्रभाववत करें गे ाऄथवा
कर रहे हैं।
क्ट्या भारत भी ाऄपने रुपये का ाऄवमूल्यन कर सकता है?
भारतीय वनयाथत को बढ़ाने हेतु रुपए के ाऄवमूल्यन को एक जवाबी ाईपाय के रूप में नहीं वलया जा
सकता है, क्ट्योंकक भारत कोाइ ाअपूर्थत ाऄवधशेष ाऄथथव्यवस्था (सप्लााइ सरप्लस ाआकॉनोमी) नहीं है।
ाआसके ाऄलावा, चीन के सांदभथ में हम 60 वबवलयन डॉलर का ाअयात और 12 वबवलयन डॉलर का
ाअगे की राह:
ाऄल्पाववध में,
चीनी ाईत्पादों पर ाअयात शुल्क लगाना एक ाईपयुक्त कदम होगा। ाआससे कपड़ा, स्टील, रत्न एवां
ाअभूषण ाअकद जैसे श्रम गहन क्षेत्रकों की रक्षा करने में मदद वमलेगी जो सस्ते ाअयात की चपेट में
हैं।
दीघथकाल में,
नए व्यापार स्थावपत करने को प्रोत्सावहत करने के वलए श्रम सुधार।
ववि व्यापार सांगिन के वनयमों के तहत चीन को ाआस साल कदसांबर से “बाजार ाऄथथव्यवस्था” का
दजाथ वमलने की सांभावना है। भारतीय वावणज्य मांत्रालय ाआसके वनवहताथथ का ाअकलन कर रहा है।
चीन को यह दजाथ वमलने से एांटी-डांसपग मामलों पर प्रमुख तौर पर वववभन्न प्रभावों के पड़ने की
ाअशांका है, ाऄताः एांटी-डांसपग एवां सांबि शुल्क महावनदेशालय (वावणज्य मांत्रालय के तहत एक
स्वायत्त वनकाय) ने ाऄांतराथष्ट्रीय व्यापार ववशेषज्ञों और वकीलों से ाआस मुद्दे पर ववचार-ववमशथ शुरू
कर कदया है।
बाजार ाऄथथव्यवस्था का दजाथ क्ट्या है?
एक बार ककसी देश को यह दजाथ वमल जाए तो ाईसके वनयाथत को ाईत्पादन लागत के तौर पर
स्वीकार करना पड़ता है और वबक्री मूल्य को बेंचमाकथ मानकर स्वीकार करना पड़ता है।
वजन देशों को यह दजाथ नहीं वमला हुाअ है (ाऄथाथत गैर-बाजार ाऄथथव्यवस्था वाले देश), ाईस देश के
वनयाथत के वलए ाऄन्य देशों को सामान्य मूल्यों के वनधाथरण के वलए वैकवल्पक तरीकों के ाईपयोग
करने की ाऄनुमवत है, वजसका पररणाम ाऄक्ट्सर ाईच्च एांटी डांसपग शुल्क होता है।
ाईस समय वनणथय वलया था कक एांटी डांसपग मामलों में कदसांबर 2016 से चीन को “बाजार
चीन को “बाजार ाऄथथव्यवस्था” का दजाथ देने के वखलाफ भारत, ाऄमेररका और यूरोपीय सांघ का
कहना है कक “बाजार ाऄथथव्यवस्था” में कीमतें मुख्य रूप से बाजार द्वारा वनधाथररत की जाती हैं
जबकक ाआसके ववपरीत चीन में ाऄथथव्यवस्था पर महत्वपूणथ सरकारी प्रभाव है वजससे ाऄांतरराष्ट्रीय
व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
ाआन देशों ने ाऄन्य कारकों का हवाला भी कदया है जैसे चीनी सरकार की ववशाल सवब्सडी, सरकार
द्वारा कीमतों का वनधाथरण, ाईवचत व्यापार लेखा मानकों का ाऄभाव, ाऊण दरों, न्यूनतम मजदूरी
और सांपवत्त के ाऄवधकार में पारदर्थशता की कमी।
ववि व्यापार सांगिन का दसवाां मांवत्रस्तरीय सम्मेलन 15 से 19 कदसांबर 2015 के बीच नैरोबी
(के न्या) में ाअयोवजत ककया गया।
सम्मलेन का समापन "नैरोबी पैकेज" की स्वीकृ वत के साथ हुाअ। "नैरोबी पैकेज" कृ वष, कपास और
ाऄल्प ववकवसत देशों के मुद्दों से सांबांवधत (छह मांवत्रस्तरीय सम्मेलनों की श्रृांखला के बाद वलया गया
वनणथय) है।
कृ वष
ववकासशील देशों के वलए स्पेशल सेफ़गाडथ मैकेवनज्म (SSM-ववशेष सुरक्षा ाईपाय) – ाअयात में
ाऄप्रत्यावशत वृवि या कीमतों में वगरावट की वस्थवत में यह तांत्र ववकासशील देशों को कृ वष ाईत्पादों
पर ाअयात शुल्क को ाऄस्थायी रूप से बढ़ाने की ाऄनुमवत देता है।
खाद्य सुरक्षा ाईद्देश्यों के वलए सावथजवनक स्टॉकहोसल्डग– ाआसका ाईपयोग कु छ ववकासशील देशों
द्वारा प्रशावसत (सरकार द्वारा वनधाथररत) कीमतों पर खाद्य पदाथथ खरीदने और गरीब लोगों को
ववतररत करने के वलए ककया जाता है।
वनयाथत प्रवतस्पधाथ
सामूवहक रूप से कु छ मुद्दों जैसे कृ वष वनयाथत सवब्सडी का ाईन्मूलन, वनयाथत ाऊण के नये वनयम,
ाऄांतरराष्ट्रीय खाद्य सहायता ाअकद को "वनयाथत प्रवतस्पधाथ” के रूप में जाना जाता है।
यह गरीब देशों के ककसानों के वलए ववशेष रूप से साथथक होगा जो ाईन ाऄमीर देशों से प्रवतस्पधाथ
नहीं कर सकते जो सवब्सडी के माध्यम से ाऄपने वनयाथत को बढ़ावा देते हैं।
कपास - बाजार पहुांच पर, नैरोबी प्रस्ताव के ाऄनुसार 1 जनवरी 2016 से ाऄल्प ववकवसत देशों
(LDCs) के कपास वनयाथत को ववकवसत देशों तथा वैसे ववकासशील देशों के बाजारों में शुल्क मुक्त
और कोटा मुक्त पहुांच दी जानी है जो खुद को ऐसा करने में सक्षम घोवषत करते है।
ाऄल्प ववकवसत देशों के मुद्दे
ाऄल्प ववकवसत देशों के वलए प्रेफ़ेरे वन्शयल (ाऄवधमान्य) रूल ऑफ़ ओररवजन- ववि व्यापार सांगिन
के समझौतों में ाआन देशों के वलए व्यापार के ाऄवसरों में वृवि और ववि व्यापार सांगिन के वनयमों
को लागू करने में ाईदारता की ाऄनुमवत सांबांधी प्रावधान सवम्मवलत हैं।
ाऄल्प ववकवसत देशों के सेवाओं और सेवा प्रदाताओं के वलए ाऄवधमान्य व्यवहार का कायाथन्वयन
और सेवा व्यापार में ाऄल्प ववकवसत देशों की भागीदारी में बढोत्तरी करना।
E.14. मॉरीशस के साथ दोहरे कराधान से बचाव समझौते में सां शोध न
मॉरीशस के साथ 30 साल पुराने दोहरे कराधान से बचाव समझौते में सांशोधन के प्रोटोकॉल पर हाल
ही में हस्ताक्षर ककए गए हैं।
दोहरे कराधान से बचाव समझौता क्ट्या है?
दोहरे कराधान की समस्या पैदा होती है; ाआससे बचने के वलए ही यह समझौता ककया जाता है।
– यह लाभ एक कां पनी को तभी वमलेगा ाऄगर वह मुख्य ाईद्देश्य और वैध व्यापार (main
purpose and legitimate business) की जरुरी ाअवश्कता पूरी करे । यकद मॉरीशस में
पररचावलत हो रही ककसी कम्पनी का वपछले 12 महीनों में कु ल व्यय 27 लाख रुपये से कम होगा
तो ाईसे कदखावटी कां पनी माना जायेगा।
यह ससगापुर सांवध के वलए भी लागू होगा
लाभ
यह धन के रााईां ड ररसपग के वलए सांवध के दुरुपयोग को रोकने में मदद करे गा, वनवेश को व्यववस्थत
और G-20 के कदशा वनदेशों के ाऄनुरूप भारत द्वारा ाऄनुपालन सुवनवित करे गा।
समान बताथव का प्रावधान लांबे समय में ाऄवधक ववदेशी वनवेश को ाअकर्थषत करे गा
समस्याएँ
ववदेशी प्रत्यक्ष वनवेश में वगरावट ाअएगी; मॉरीशस और ससगापुर से भारत में 50% ववदेशी वनवेश
ाअता है।
सााआप्रस और नीदरलैंड जैसी ाऄन्य जगहों के माध्यम से पैसा भारत में भेजा जा सकता है।
पी-नोट्स की तरह ाऊण और शेयर साधनों में वनवेश के ाऄपारदशी तरीकों की ाईपवस्थवत।
बीाइपीएस का ाऄथथ वे कर योजना रणनीवतयाां हैं जो कर वनयमों में कवमयों को भुना कर, लाभ को
कम ाअर्थथक गवतवववध वाले देश में ले जाते हैं, वजससे ाईन्हें बहुत कम कॉपोरे ट टैक्ट्स देना होता है।
बीाइपीएस का ववकासशील देशों के वलए प्रमुख महत्व है, क्ट्योंकक वे कॉपोरे ट ाअय कर पर ाऄवधक
वनभथर हैं।
(World Bank Report ‘Ending Extreme Poverty, Sharing Prosperity: Progress and
Policies’)
ववि बैंक ने वैविक गरीबी रे खा को सांशोवधत करके 1.25 डॉलर प्रवतकदन से बढ़ाकर 1.90 डॉलर
लगभग 12.8 फीसदी) ाऄत्यवधक गरीबी में जीवन व्यतीत करते हैं।
सतत ववकास लक्ष्यों को ाऄपनाने के साथ, दुवनया से गरीबी के सभी रूपों को समाप्त करने के
ाईद्देश्य से ववि बैंक समूह ने 2030 तक दुवनया में ाऄत्यवधक गरीबी में रहने वाले लोगों की सांख्या
यह कहा जा रहा है कक भारत ाऄपने यहाां गरीबों की सांख्या का ाऄवधमूल्याांकन करता रहा है |
ववि बैंक ने ाअांकड़ों के सांग्रहण के वलए एक नाइ वववध का ाआस्तेमाल ककया है, वजसे सांशोवधत
यद्यवप 2012 में भारत में गरीबों की सांख्या सबसे ाऄवधक थी, कफर भी गरीबों की ाऄत्यवधक
जनसांख्या वाले देशों की तुलना में भारत की गरीबी दर सबसे कम थी।
भारत में गरीबी रे खा के ाअस-पास रहने वाले लोगों की सांख्या काफी ाऄवधक है, ाआसवलए गरीबी
ाअकलन काफी वभन्न हो जाता है जो कक सवेक्षण की ाअकलन ाऄववध (ररकॉल पीररयड) पर वनभथर
करता है।
गरीबी पर ववि बैंक और रां गराजन सवमवत की ररपोटथ की तुलना
भारतीय ाअकलन ववि बैंक की ररपोटथ
गरीबी ु कर सवमवत की ववि बैंक का ाऄनुमान है
यह रां गराजन सवमवत द्वारा 29.5% और तेंदल
की दर कक यह वसफथ 12.4% ही है
ररपोटथ में 21.9% ाअांकी गाइ थी।
ाआस वववध में कु छ खाद्य पदाथों के वलए 30 कदन के बजाय के वल 7 कदन के ाअांकड़े एकत्र ककये जाते
हैं।
कु छ कम-ाअवृवत्त वाली वस्तुओं के वलए 30 कदन के बजाय एक 1 वषथ के ाअांकड़े एकत्र ककये जाते
हैं।
कम-ाअवृवत्त वाली वस्तुओं में स्वास््य, वशक्षा, वस्त्र, रटकााउ वस्तुओं ाअकद पर होने वाला खचथ
सवम्मवलत है।
वनष्कषथ:
भारत में गरीबी के सांबांध में ववि बैंक के 12.4% के ाआस ाअकलन का यह मतलब नहीं है कक
ाऄवधकाांश भारतीय ाऄचानक समृि हो गए हैं। वस्तुताः, यह ाईन ाअांकड़ों के सांग्रहण पर ाअधाररत है
वजसके ाअधार पर गरीबी दर का वनधाथरण ककया जाता है।
जुलााइ 2015 में भारतीय ररजवथ बैंक द्वारा गरित दीपक मोहांती सवमवत ने ववत्तीय समावेशन के
बावलकाओं के वलए कल्याणकारी ाईपाय के रूप में एक जमा योजना - सुकन्या वशक्षा - पर ववचार
कर सकती है।
प्रत्येक व्यवक्त के क्रेवडट (ाऊण) खाते से एक बायोमेररक पहचान प्रणाली जैसे ाअधार जोड़ी जानी
चावहए और ाऊण प्रणाली की वस्थरता बढ़ाने और पहुँच में सुधार करने के वलए क्रेवडट सूचना
कां पवनयों के साथ जानकारी साझा की जानी चावहए। ाआससे एक से ाऄवधक ाऊण खातों की पहचान
करने और ाऊण लेने वालों को ाऄवधक ाऊणी बनने से रोकने में सहायता वमल सकती है।
देश के सुदरू वती ाआलाकों तक सेवा के ववतरण में सुधार करने और ववत्तीय पहुांच को सुववधाजनक
बनाने के वलए तथा ाऄवधकतम सांभव गवनथमेंट टू पसथन (G2P) पेमेंट के वलए मोबााआल बैंककग
सुववधा के ाईपयोग के द्वारा एक कम लागत वाले समाधान का ववकास ककया जाना चावहए।
कृ वष क्षेत्र की सभी गवतवववधयों के वलए औपचाररक ाऊण की ाअपूर्थत में वृवि करने के वलए भूवम
ररकॉडथ का वडवजटलीकरण करके ाअधार काडथ से जोड़ा जाना चावहए।
सवमवत ने वसफाररश की है कक फसल ाऊण पर ाऄल्पकावलक ब्याज दर में छू ट या सवब्सडी को
चरणबि तरीके से ित्म ककया जाना चावहए और ाआसे छोटे और सीमाांत ककसानों के वलए एक
फसल बीमा योजना से प्रवतस्थावपत ककया जाना चावहए।
सवमवत ने एप्लीके शन (ाऄनुप्रयोग) ाअधाररत मोबााआल फोन का ाआस्तेमाल प्वााआां ट-ऑफ-सेल (वबक्री
कें द्र) के रूप में करने की वसफाररश की है ताकक जन धन योजना के तहत काफी ाऄवधक सांख्या में
खोले गए नए खातों और भारी सांख्या में जारी ककये गए काडों के वलए ाअवश्यक बुवनयादी ढाांचा
वनर्थमत ककया जा सके ।
सवमवत ने वबजनेस कॉरे स्पोंडेंट्स (BCs) के प्रमाणीकरण के वलए प्रवशक्षण की एक वगीकृ त
प्रणाली की वसफाररश की है। ाऄच्छी ाईपलवब्धयों और ाईन्नत प्रवशक्षण प्राप्त वबजनेस कॉरे स्पोंडेंट पर
ाऊण ाईत्पादों जैसे ाऄवधक जरटल ववत्तीय कायों के वलए भरोसा ककया जा सकता है।
माांग जमा जैसे सरल ाईत्पादों के साथ बैंकों को वववशष्ट ब्याज मुक्त कााईां टर खोलने की ाऄनुमवत
देना।
सूक्ष्म और लघु ाईद्यमों को मौके पर ाऊण गारां टी प्रदान करना, और जवाबी गारां टी तथा पुनाः बीमा
(Digitization of PDS)
प्रणाली में शुरू से ाऄांत तक कां प्यूटरीकरण करने पर ध्यान कें कद्रत कर रही है, वजससे पारदर्थशता
बढ़ेगी और खाद्यान्न का ररसाव कम होगा।
भारतीय खाद्य वनगम के पुनगथिन हेतु गरित शाांता कु मार वसन्हा सवमवत ने जनवरी में सौंपी ाऄपनी
ररपोटथ में सुझाव कदया था कक सरकार को खाद्य सवब्सडी का प्रत्यक्ष नकदी ाऄांतरण शुरू कर देना
चावहए क्ट्योंकक मौजूदा ववतरण प्रणाली में लगभग 47% तक का ररसाव होता है।
ाऄनुमान है कक के वल नकद ाऄांतरण से सरकारी खजाने का लगभग 30000 करोड़ रुपया प्रत्येक वषथ
बचाया जा सकता है।
स्वचालन सुवनवित करता है कक राशन की दुकानों से खाद्यान्न प्वााआां ट-ऑफ-सेल (PoS) ाईपकरणों
वजससे 4200 करोड़ रुपये के खाद्यान्न के ररसाव और दुरुपयोग को रोका गया है।
ककया जा चुका है और 17 राज्यों और कें द्र शावसत प्रदेशों में ऑनलााआन खाद्यान्न ाअवांरटत ककया जा
रहा है।
लाभार्थथयों के ाअधार काडथ की वववशष्ट पहचान सांख्या से जुड़े होने वाले प्वााआां ट-ऑफ-सेल
ाईपकरणों को राशन की दुकानों में स्थावपत करने के वलए राज्य कें द्रीय सहायता का लाभ ले रहे हैं।
नौ राज्यों और सांघ शावसत प्रदेशों में पूरी ाअपूर्थत श्रृांखला को कां प्यूटरीकृ त कर कदया गया है।
ाऄप्रैल से कदसांबर के बीच राशन काडथ के साथ ाअधार नांबर जोड़ने की प्रकक्रया 8% से बढ़कर 39%
तक पूणथ हो चुकी है।
राष्ट्रीय नमूना सवेक्षण कायाथलय (NSSO) ने ाऄपने 70वें दौर (जनवरी 2013 से कदसांबर 2013) के
सवेक्षण के तहत देश के ग्रामीण क्षेत्रों में भूवम और पशुधन स्वावमत्व पर एक सवेक्षण ककया है।
सवेक्षण के मुख्य वनष्कषथ
भूवम और पशुधन स्वावमत्व पर जारी ाआस ररपोटथ में 2012-13 में लगभग 95 वमवलयन हेक्ट्टेयर
भूवम को ऑपरे शनल होसल्डग्स (पररचालन जोत/स्वावमत्व) के रूप में वगीकृ त ककया गया है।
ाऄनुमावनत क्षेत्र 92.3 वमवलयन हेक्ट्टेयर था और प्रवत पररवार स्वावमत्व वाला औसत क्षेत्र 0.592
हेक्ट्टेयर था।
ग्रामीण पररवारों में सीमाांत भूवम धारकों का ाऄनुपात सबसे ज्यादा (75.42%) था, जबकक बड़े
भूवम धारकों का ाऄनुपात सबसे कम सबसे कम (0.24%) था। कु ल ग्रामीण पररवारों में 7.41%
भूवमहीन वगथ से थे।
'चौथी औद्योवगक क्राांवत' या ‘ाईद्योग 4.0’ ववि ाअर्थथक मांच (वल्डथ ाआकॉनोवमक फोरम) की 2016
की वार्थषक बैिक की थीम है।
ाऄथथ
यह एक सामूवहक शब्द है जो समकालीन स्वचालन, डाटा एक्ट्सचेंज और वववनमाथण प्रौद्योवगकी को
समाववष्ट करता है तथा वजस तरह से वतथमान समय में व्यवसाय सम्पन्न हो रहे हैं, ाईसमें मूलभूत
पररवतथन को भी ाआां वगत करता है।
यह ाईन नवाचारों और प्रौद्योवगककयों के क्राांवतकारी प्रयोगों को सांदर्थभत करता है जो भौवतक,
वडवजटल तथा जैववक क्षेत्रों के बीच की रे खा को धूवमल कर रहे हैं।
ाईदाहरण के वलए- चालक ववहीन कारें , स्माटथ रोबोरटक्ट्स, किोर और हल्के पदाथथ और 3D सप्ररटग
तकनीक का ाईपयोग करने वाली वववनमाथण प्रकक्रयाएां, ाआां टरनेट ऑफ सथग्स तथा ाआां टरनेट ऑफ
सर्थवसेज।
ाआनकी ववशेषता वसफथ ये नए नवाचार ही नहीं हैं, ाऄवपतु यह भी है कक ये नवाचार चरघाताांकीय
दर से बदल रहे हैं तथा ाआन ववचारों के साथ सांगवत बैिाने में ाऄसमथथ ाईद्योगों को ाईनकी ाईत्पादन
नाइ प्रौद्योवगकी, सांवर्थधत कनेवक्ट्टववटी, कृ वत्रम बुविमत्ता ाअकद ने ाईद्योग सांचालन, ाईपभोक्ता माांग
वलए “द ररशेसपग ऑफ़ द वल्डथ: कनसीक्वेंसेज फॉर सोसााआटी, पॉवलरटक्ट्स एांड वबज़नेस”, 2015 के
वलए “न्यू ग्लोबल कॉन्टेक्ट्स्ट” तथा 2016 के वलए- “मास्टररग द फोथथ ाआां डवस्रयल ररवोल्यूशन”
यह एक सथक टैंक के रूप में भी कायथ करता है तथा वववभन्न ररपोटें प्रकावशत करता है, जैस-े “वैविक
प्रवतस्पधाथ ररपोटथ (Global Competitiveness Report)”, “ग्लोबल ाअाइ.टी. ररपोटथ”, “जेंडर गैप
ररपोटथ”, “ग्लोबल ररस्क ररपोटथ”, “ग्लोबल रैवल एांड टू ररज्म ररपोटथ”, “ग्लोबल ाआनैबसलग रेड ररपोटथ”
ाअकद।
(HORTICULTURE STATISTICS)
बागवानी फसलों की ओर ककसानों के रूि में पररवतथन की शुरुाअत वषथ 2012-13 से हुाइ जब
बागवानी ाईत्पादन खाद्यान्न ाईत्पादन को पार ककया।
बागवानी फसलों के ाऄांतगथत कृ वष क्षेत्र में प्रवत वषथ 2.7% की वृवि हुाइ है और ाआनके ाईत्पादन में
9.5 प्रवतशत की सवाथवधक वार्थषक ाईत्पादन वृवि फलों के ाईत्पादन में देखी गयी- ववशेष रूप से
वसरस फलों के ाईत्पादन में।
सवब्जयों और फलों का सवाथवधक सेवन ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में होता है।
ाऄन्य बागवानी फलों की तुलना में ाऄांगूर वनयाथत के मामले में शीषथ स्थान पर है।
(Cess)
सुर्थियों में क्ट्यों?
हाल ही में सरकार के ववत्त पर जारी वनयांत्रक एवां महालेखा परीक्षक (CAG) की एक ररपोटथ से
पता चला है कक वववभन्न ाईपकरों के तहत सरकार द्वारा वववभन्न प्रयोजनों जैसे ाईच्च वशक्षा, सड़क
ववकास और वनमाथण श्रवमकों के कल्याण ाअकद के वलए एकत्र ककये गए फां ड का 1.4 लाख करोड़
रुपये से भी ाऄवधक धन ाऄप्रयुक्त पड़ा है ाऄथाथत् ाआस धन का ककसी भी ाईद्देश्य के वलए ाआस्तेमाल नहीं
हुाअ है।
हाल ही में सरकार ने दो नए ाईपकरों (स्वच्छ भारत ाऄवभयान के वलए सभी सेवाओं पर 0.5
प्रवतशत ाईपकर तथा रीजनल कनेवक्ट्टववटी फां ड (RCF) के वनमाथण के वलए ाऄांतराथष्ट्रीय हवााइ
यात्राओं तथा मेरो या बड़े शहरों के बीच होने वाली ाईड़ानों पर 2 प्रवतशत ाईपकर) की घोषणा
की। ये दो नए ाईपकर ाईच्च-वशक्षा ाईपकर, स्वच्छ ाउजाथ ाईपकर जैसे ाऄनवगनत ाईपकरों की सांख्या में
और वृवि करते हैं।
ाईदाहरण: प्राथवमक वशक्षा ाईपकर, राष्ट्रीय स्वच्छ ाउजाथ कोष, ाऄनुसांधान एवां ववकास ाईपकर कोष,
के न्द्रीय सड़क वनवध, ाअयकर कल्याण कोष, सीमा शुल्क और कें द्रीय ाईत्पाद शुल्क कल्याण कोष और
काइ वनवष्क्रय वनवधयों में 14,500 करोड़ रुपये ाऄप्रयुक्त पड़े हैं।
ाईपकर
यह कर पर कर है, जोकक एक ववशेष ाईद्देश्य के वलए सरकार द्वारा लगाया जाता है। ाअमतौर
पर, ाईपकर ाईस समय तक लगाये जाने की ाईम्मीद होती है, जब तक सरकार को ाईस ाईद्देश्य के
वलए पयाथप्त पैसा प्राप्त हो जाये।
वपछले कु छ वषों में, सरकार ने वशक्षा के प्रसार, श्रवमकों के कल्याण, सड़क ववकास तथा
ाऄनुसांधान एवां ववकास के वलए ाऄनेक ाईपकर लगाये हैं।
एक ाईपकर की प्रकृ वत ऐसी होती है कक यकद पैसे का वनर्ददष्ट ाईद्देश्य के वलए ाआस्तेमाल नहीं ककया
जाता है, तो यह वनवष्क्रय पड़ा रहता है।
और वबजली को 8 कोर ाईद्योगों में रखा जाता हैं। ये औद्योवगक ाईत्पादन सूचकाांक (IIP) में 38% का
गिन करते हैं। IIP में वबजली की सबसे बड़ी वहस्सेदारी है।
नोबल पुरस्कार सवमवत ने ाऄथथशास्त्र में वषथ 2015 का नोबेल पुरस्कार सप्रसटन यूवनवर्थसटी के
एांगस डीटन को ''ाईपभोग, वनधथनता और कल्याण'' के ववषय पर ककए गए ाईनके ववश्लेषण के वलए
प्रदान ककया है।
एांगस डीटन का जन्म वषथ 1945 में स्कॉटलैंड के एवडनबगथ में हुाअ था। ाईन्हें ाऄमेररका और वब्रटेन
दोनों की नागररकता प्राप्त है।
व्यवष्ट ाऄथथशास्त्र, समवष्ट ाऄथथशास्त्र और ववकास ाऄथथशास्त्र का रूपाांतरण करने में सहायता की है। ाऄपने
ाईपभोक्ट्ता वववभन्न वस्तुओं पर ाऄपने व्ययों को ककस प्रकार ववतररत करते हैं?
समाज की ककतनी ाअय को व्यय ककया जाता है और ककतनी ाअय की बचत की जाती है?
हम कल्याण और वनधथनता का मापन सबसे ाऄच्छे ढांग से ककस प्रकार करते हैं?
भारत डीटन की प्रयोगशालाओं में से एक रहा है। ाईनके कायथ ने भारत में वांवचत जनसांख्या का वचत्राांकन
करने की पिवत को बहुत प्रभाववत ककया है। ाईदाहरण के वलए, ाईन्होंने यह ाआां वगत ककया कक ककस प्रकार
NSS (नेशनल सैंपल सवे) के 55वें (1999-2000) दौर में ाअांकड़ों के सांग्रहण के समय ाईपभोग व्यय
पर ध्यान न कदए जाने की ाऄसांगवतयों जैसी मापन सांबांधी कवमयाँ थीं। ाऄशुि रूप से एकवत्रत ाअांकड़ों के
कारण खपत को वास्तववकता से ाऄवधक और वनधथनता को वास्तववकता से कम तथा ाआनके ववपरीत क्रम
में ाऄनुमावनत ककया गया। ाआसी प्रकार, मूल्य सूचकाांकों और वनधथनता के मापन पर ाईनके द्वारा ककया
ाऄथथशास्त्र क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की स्थापना 1968 में की गयी थी। ाऄल्फ्रेड नोबेल की स्मृवत में
स्थावपत यह पुरस्कार ाऄथथशास्त्र में ाअवधकाररक रूप से Sveriges Riksbank Prize के नाम से
जाना जाता है। नोबेल की वसीयत में वनधाथररत पुरस्कारों के मूल समूह में ाऄथथशास्त्र का नोबल पुरस्कार
सवम्मवलत नहीं था।
G.4. ाअाआसगे ट
(ICEGATE)
गैरकानूनी ववदेशी मुद्रा प्रेषण और मनी लाांसड्रग को रोकने के वलए भारत की खुकफया एजेंवसयाँ और
RBI, ाआां वडयन कस्टम्स ाआलेक्ट्रावनक कॉमसथ एांड ाआलेक्ट्रावनक डाटा ाआां टरचेंज (ICEGATE) और बैंककग
पृष्ठभूवम
के न्द्रीय ाऄन्वेषण ब्यूरो (CBI) और प्रवतथन वनदेशालय ने बैंकों द्वारा गैरकानूनी ववदेशी मुद्रा प्रेषण के
सम्बन्ध में काइ मुकदमें दजथ ककये हैं, वजसमें हाल ही में बैंक ऑफ़ बड़ौदा व कु छ ाऄन्य बैंकों द्वारा रु
ICEGATE और बैंककग तांत्र का एकीकरण, पैसे देने से पहले बैंकों को ाअयातकों और वनयाथतकों द्वारा
ाईपलब्ध कराये गए वबलों की सत्यता का परीक्षण करने में मदद करे गा। यह एक सकारात्मक कदम है
और ाअयात/वनयाथत लेन-देनों में शावमल जोवखमों को हल करने में मदद करे गा।
पृष्ठभूवम
सत्यम घोटाला वजसमें लेखा परीक्षक (ऑवडटर) भी शावमल था, के बाद पहली बार यह सुझाव
ाअया कक कां पनी एक्ट्ट 2013 को नेशनल फााआनेंवसयल ररपोर्टटग ाऄथॉररटी (NFRA) के गिन की
सरकार द्वारा तय सीमा से वनचले स्तर की ककसी भी धाांधली की जाांच ाऄभी भी पेशेवर सांगिन
यह सांस्था स्वताः-सांज्ञान से या कें द्र द्वारा वववनर्ददष्ट करने पर, कवतपय वगों में सूचीबि कां पवनयों या
500 करोड़ रु और ाईससे ाउपर के ऑवडरटग व एकााईां रटग धोखाधड़ी की जाांच का ाऄवधकार रखेगी।
फॉरें वसक ऑवडट ककसी व्यवक्त की या कां पवनयों के ववत्तीय बयानों की सत्यता और वैधता की समीक्षा
करने की प्रकक्रया है। ाआसके द्वारा कॉपोरे ट एकााईां रटग धोखाधड़ी का पता लगाया जाता है।
के यनथ एनजी ने भारत-वब्रटेन वद्वपक्षीय वनवेश समझौते के तहत भारत सरकार के वखलाफ
ाऄांतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की प्रकक्रया प्रारां भ की है। कां पनी ने कहा है कक 1.6 ाऄरब डॉलर के कर
वववाद पर भारत सरकार की कारथ वााइ से ाईसे बहुत नुकसान हुाअ है और वह करीब 7000 लाख
भारत ने वब्रटेन के साथ 1994 में ाऄपने पहले वद्वपक्षीय वनवेश समझौते पर हस्ताक्षर ककए।
1994 से, भारत ने कु ल 83 वद्वपक्षीय वनवेश समझौतों पर हस्ताक्षर ककए हैं, वजनमें से 72
वतथमान में लागू हैं।
लगभग 40 वद्वपक्षीय वनवेश समझौते ववकासशील और ाऄल्प ववकवसत देशों के साथ हैं।
लगभग 20 वद्वपक्षीय वनवेश समझौते वपछले पाांच वषों में ककये गये हैं।
ाआन BITs पर बातचीत काफी हद तक 1993 के भारतीय मॉडल BIT के ाअधार पर होती हैं।
(BIT) के वलए सांशोवधत भारतीय मॉडल टेक्ट्स्ट मौजूदा भारतीय मॉडल BIT का स्थान लेगा। सांशोवधत
मॉडल को मौजूदा BITs पर कफर से बात करने और भववष्य के BITs और व्यापार समझौतों में वनवेश
प्रकरणों पर बातचीत के वलए ाआस्तेमाल ककया जाएगा।
सांशोवधत मॉडल BIT की वनम्नवलवखत मुख्य ववशेषताएां हैं:
प्रवतस्पधाथ ाऄपीलीय न्यायावधकरण (COMPAT) ने भारतीय प्रवतस्पधाथ ाअयोग के ाईस फै सले पर रोक
लगा दी है वजसमें ाईसने 'व्यवसायी समूहन'(cartelisation) करने के ाअरोप में 11 सीमेंट कां पवनयों पर
यह एक साांवववधक सांगिन है। ाआसे प्रवतस्पधाथ ाऄवधवनयम 2002 के प्रावधानों के तहत स्थावपत
ककया गया है। ाआसका मुख्य कायथ भारतीय प्रवतस्पधाथ ाअयोग द्वारा पाररत ककसी भी ाअदेश या
कदशा-वनदेश या ाआसके द्वारा वलए गए वनणथय के वखलाफ हुए मुकदमों की सुनवााइ और ाईस पर
वनणथय देना है।
ाऄपीलीय न्यायावधकरण मुाअवजे के दावे पर भी वनणथय देगा जो कक भारतीय प्रवतस्पधाथ ाअयोग के
ककसी भी वनष्कषथ के वखलाफ ाऄपील में या ाऄपीलीय न्यायावधकरण के ाअदेश के वनष्कषों के
वखलाफ ाईत्पन्न हो सकती है।
प्रवतस्पधाथ कानून क्ट्या है?
प्रवतस्पधाथ ाऄवधवनयम, 2002 भारतीय प्रवतस्पधाथ कानून का सांचालन करता है। ाआसने 1969 के
एकावधकार तथा प्रवतबांधात्मक व्यापार व्यवहार ाऄवधवनयम (MRTP Act) को प्रवतस्थावपत ककया
है।
ाआस कानून के तहत, भारत में प्रवतस्पधाथ पर प्रवतकू ल प्रभाव डालने वाली गवतवववधयों को रोकने के
वलए भारतीय प्रवतस्पधाथ ाअयोग का गिन ककया गया था। यह ाऄवधवनयम जम्मू-कश्मीर राज्य को
छोड़कर पूरे भारत में लागू है।
कानून के ाईद्देश्य:
मुक्त व्यापार और दो व्यावसावयक सांस्थाओं के बीच प्रवतस्पधाथ कम करने वाले समझौतों या
गवतवववधयों को प्रवतबांवधत करना,
भारत में प्रवतस्पधाथ पर प्रवतकू ल प्रभाव डालने वाली गवतवववधयों को रोकने के वलए ाईत्तरदायी वनकाय
है।
दावयत्व)
(CSR IN INDIA)
कां पनी ाऄवधवनयम 2013, की धारा 135 को प्रभाव में ाअए हुए एक साल से ाऄवधक का समय बीत
चुका है। ाईल्लेखनीय है कक ाआसे भारत में वनगवमत सामावजक दावयत्व (CSR) के दृवष्टकोण में
2013 के कां पनी ाऄवधवनयम के तहत कां पवनयों को ाईनके वपछले 3 वषों के औसत वनवल मुनाफे का
ाआस ाऄवधवनयम के ाऄांतगथत कां पवनयों से यह ाअशा की गयी है कक वे वजस प्रकार ाऄपने व्यवसाय के
सांचालन हेतु ाऄपनी व्यवसावयक सूझबूझ तथा मूल दक्षताओं का ाईपयोग करते हैं, िीक ाईसी तरह
कां पनी ाऄवधवनयम 2013, दो या ाऄवधक कां पवनयों को एक पृथक क़ानूनी ाआकााइ का प्रयोग करते हुए
हालाांकक ये वनयम CSR गवतवववधयों की वनगरानी के वलए तथा ाआसके कदशा-वनदेशों को पूरा
करने में ववफल रहने वाली कां पवनयों के वलए ककसी भी दांडात्मक कारथ वााइ के वलए कोाइ प्रावधान
प्रदान नहीं करते।
मुख्य वबन्दु
वपछले साल CSR के माध्यम से वशक्षा को बढ़ावा देने और गरीबी ाईन्मूलन सांबांधी गवतवववधयों के
ाआनके पिात् CSR के तहत सवाथवधक धन पयाथवरणीय वस्थरता/सांवहनीयता हेतु प्राप्त हुाअ। 57
कां पवनयों ने पयाथवरणीय वस्थरता/सांवहनीयता हेतु 683.07 करोड़ रुपये खचथ ककये।
वपछले वषथ ाउजाथ कां पवनयों ने वनगवमत सामावजक दावयत्व (CSR) पहल के वलए सवाथवधक
योगदान कदया।
क्षेत्र के पिात ववत्तीय सेवाओं तथा सूचना प्रौद्योवगकी कां पवनयों ने CSR के वलए सवाथवधक
के वल ाईपभोक्ता वस्तुओं वाली कां पवनयाँ ही वार्थषक लाभ के 2% की ाऄवनवायथ खचथ की सीमा को
पार कर ाईससे ाऄवधक खचथ कर पायी हैं। दूरसांचार क्षेत्र की कां पवनयों ने के वल 51 करोड़ रु. खचथ
ककए, जबकक ाआससे 194 करोड़ रु. खचथ करने की ाईम्मीद थी।
ाऄवधकतर कां पवनयों, वजन्होंने सामावजक जुड़ाव कायथकमों को लागू ककया, ने CSR को ाईसी रूप में
नहीं वलया वजस रूप में वे ाऄपने मुख्य व्यापाररक कायों को लेते हैं।
बढ़ती ाऄनजथक पररसांपवत्तयों से वनपटने के वलए, कें द्रीय ववत्त मांत्रालय और नीवत ाअयोग ने सरकार
और भारतीय ररजवथ बैंक से ाआकक्वटी फां सडग के साथ एक पररसांपवत्त पुनर्थनमाथण कां पनी की स्थापना
करने की वसफाररश की है।
सावथजवनक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) का प्रदशथन वनजी बैंकों की तुलना में िराब रहता है क्ट्योंकक
PSBs को सरकारी ाईद्देश्यों के वलए और सामावजक बैंककग बाध्यताओं के तहत ाऊण देना पड़ता
है।
ाऄनजथक पररसांपवत्त- वह ाऊण या ाऄवग्रम भुगतान वजसके वलए मूलधन या ब्याज भुगतान 90 कदनों
कॉपोरे ट मामलों के मांत्रालय ने कां पनी ाऄवधवनयम 1956 की धारा 396 के तहत, फााआनेंवशयल
टेक्नोलॉजीज ाआां वडया वलवमटेड (FTIL) और नेशनल स्पॉट एक्ट्सचेंज वलवमटेड (NSEL) के ववलय
का ाअदेश कदया है।
भारत में यह पहली बार है कक एक ाऄनुषांगी कां पनी का जबरन ाऄपनी मूल कां पनी के साथ ववलय
ककया जा रहा है।
ववश्लेषण:
ाऄगर ाआस तरह का ववलय जनता के वहत में ाअवश्यक है तो कां पनी ाऄवधवनयम, 1956 ाआस तरह के
ववलय के वलए सरकार को समथथ बनाता है।
सरकार ने ‘जनवहत’ का हवाला कदया और कहा कक NSEL द्वारा ाईगाहे गए ाऄवधकाांश पैसे का
FTIL द्वारा ाईपयोग ककया गया है और ाआस प्रकार दोनों एक ही सांस्था हैं।
जगत द्वारा वोडाफोन-GAAR (जनरल-एांटी ाऄवॉयडेंस रूल) मुद्दे की तजथ पर देखा जा रहा है।
सकता खासकर जब बड़ी सांख्या में छोटे वनवेशकों का वहत ाआससे जुड़ा हुाअ है, ाऄन्यथा भारतीय
सभी कें द्रीय ववभागों में मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर (open source software) के पक्ष में सरकार की
नीवत के कारण।
मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर वे सॉफ्टवेयर हैं वजनका स्वतांत्र रूप से ाईपयोग, सांशोधन और साझा ककया
जा सकता है।
ाऄवधकाांश मुक्त स्रोत ववकल्पों के मुफ्त में ाईपलब्ध होने के कारण सरकार के सॉफ्टवेयर खचथ पर
बांद सॉफ्टवेयर (मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर के ववपरीत) की सााआबर सुरक्षा पर औसत खचथ कु ल सूचना
मुक्त स्रोत में ाईपयोगकताथ के पास ाईस एल्गोरर्म तक पहुँच होती है जो ाआसे कायथक्षम बनाता है।
पासवडथ के रूप में कायथ करने वाली कू टलेखन कुां जी (encryption key) या नम्बरों के सेट तक
1952 के तहत, वायदा ाऄनुबांध वस्तु की वास्तववक वडलीवरी का ाऄनुबांध है। वहीं दूसरी ओर,
फ्यूचर ाऄनुबांध वह होता है वजसमें क्रेता नकदी में भी ाऄनुबांध का वनपटारा कर सकता है।
भारतीय प्रवतभूवत एवां वववनमय बोडथ (सेबी) सजस बाजार के वनयमन का भी ाऄवधग्रहण करने के
वलए तैयार है। हालाांकक, यह कमोवडटी एक्ट्सचेंजों में वायदा ाऄनुबध
ां के साथ सहज नहीं है।
सेबी की सचता दो त्यों से ाईपजी हैं:
फ्यूचर ाऄनुबांधों के ववपरीत, वायदा ाऄनुबांधों का स्वरुप मानकों के ाऄनुरूप नहीं हैं;
वायदा ाऄनुबांधों में दूसरे पक्ष का जोवखम (counterparty risk) ाऄवधक है।
वविभर में नये वनयामक प्रावधकरण बनाने के ाऄपेक्षाकृ त प्रचवलत चलन के ववपरीत, यह दो
वनयामक वनकायों, वायदा बाजार ाअयोग (FMC) के पूँजी बाजार प्रहरी सेबी (SEBI) के साथ
ाआससे भारत में प्रवतभूवत तथा कमोवडटी के वलए एक एकीकृ त वनयामक व्यवस्था स्थावपत होगी|
लाभ:
एक एकीकृ त वनयामक का स्पॉट कमोवडटी माके ट पर लाभकारी प्रभाव हो सकता है| क्ट्योंकक
एकीकृ त वनयामक प्रवतभूवत बाज़ार में पारदशी प्रणाली स्थावपत करके स्पॉट कमोवडटी माके ट
G.14. ाआक्वलााइजे श न ले वी / गू ग ल कर
(EQUALISATION LEVY/GOOGLETAX)
बजट 2016-2017 में देश में ाऄवनवासी ाआकााआयों द्वारा प्रदान की जाने वाली ऑनलााआन ववज्ञापन
सेवाओं पर 6 प्रवतशत समतुल्यीकरण कर (ाआक्वलााइजेशन लेवी) लगाने का प्रावधान ककया गया है।
यह 1 जून से लागू ककया गया तथा ाआसका ाईद्देश्य B2B ाइ-कॉमसथ भुगतानों को कर के दायरे में
लाना है।
ाआां टरनेट कां पवनयों द्वारा वजस देश में लाभ कमाया जाता है ाईस देश में पयाथप्त कर न देने एवां ाईसे
टैक्ट्स हैवन में भेजने का मुद्दा दुवनया भर में बहस का ववषय बना हुाअ है। OECD ने बेस ाआरोजन
एांड प्रॉकफट वशसफ्टग प्रोजेक्ट्ट के तहत ाआस चुनौती का समाधान करने के वलए वपछले वषथ एक
एक्ट्शन प्लान जारी ककया था।
OECD द्वारा ाआस कदशा में प्रस्ताववत कायथवाही योजना को लागू करने वाला भारत पहला देश
बन गया है |
ाआक्वलााइजेशन लेवी, जैसा कक बजट में प्रस्ताववत है, 6% की दर से “ववशेष सेवा” के वलए कदए जाने
वाले धन पर लागू होगा वजसमें ऑनलााआन ववज्ञापन, वडवजटल ववज्ञापन के वलए स्थान का
के वल वो ाआकााइ जो एक वषथ में कु ल एक लाख से ाऄवधक का भुगतान करती है ाईसे ाआसका पालन
करना होगा।
लेवी कटौती की वजम्मेदारी भारतीय भुगतानकताथ की होगी, ाईसे ाआसका भुगतान सरकार को
करना होगा।
सामान्यताः ववववध प्रकार के PPP मॉडल प्रयोग में लाए जाते हैं -
1. वजनमें सरकार मुख्य वनवेशक है: EPC, सेवा ाऄनुबांध, प्रबांधन ाऄनुबांध और लीज ाऄनुबांध।
2. वजनमें वनजी भागीदार मुख्य वनवेशक हैं: BOT, BOOT, DBO, DBFO ाअकद।
3. सांयुक्त ाईपक्रम: ाऄवसांरचना पर सह-स्वावमत्व है। ाईदाहरण: स्पेशल परपज वेवहकल (स्माटथ शहरों
के तहत SPV)
4. हााआवब्रड एन्यूाआटी
5. वस्वस मॉडल
हााइवे क्षेत्र में प्रयुक्त ववववध PPP मॉडल:
1. BOT-टोल
2. ाआां जीवनयररग खरीद और वनमाथण (EPC)– सरकार लागत वहन करती है। वनजी क्षेत्र की वनम्न
भागीदारी के कारण सरकार ने बड़े स्तर पर 2013-2014 एवां 2014-2015 में ाआसका सहारा
वलया।
3. BOT- एन्यूाआटी (ाऄप्रैल 2014 से)– पररयोजना लागत का कु छ वनवित प्रवतशत ही वनजी
वनवेशकों द्वारा ववत्तपोवषत होता है और यह वनवेश एन्यूाआटी भुगतान द्वारा पुनाः प्राप्त ककया जाता
है।
ाऄब HAM, EPC एवां BOT के एक वमवश्रत रूप में प्रारां भ ककया गया है | यह जोवखम के वववेकपूणथ
बांटवारे , फां सडग सांबांधी समस्याओं को हल करने एवां वनजी क्षेत्र की क्षमता के पूणथ ाईपयोग हेतु एक