50 ग्राम काली जीरी उपरोक्त तीनो चीजोों को साफ-सुथरा करके हल्का-हल्का सेंकना(ज्यादा सेंकना नहीों) तीनोों को अच्छी तरह ममक्स करके ममक्सर में पावडर बनाकर अच्छा पैक मडब्बा-शीशी या बरनी में भर लेवें । रामि को सोते समय चम्मच पावडर एक मिलास पूरा कुन-कुना पानी के साथ लेना है । िरम पानी के साथ ही लेना अत्योंत आवश्यक है लेने के बाद कुछ भी खाना पीना नहीों है । यह चूर्ण सभी उम्र के व्यक्तक्त ले सकतें है। चूर्ण रोज-रोज लेने से शरीर के कोने-कोने में जमा पडी िोंदिी(कचरा) मल और पेशाब द्वारा बाहर मनकल जाएिी । पूरा फायदा तो 80-90 मदन में महसूस करे िें, जब फालतू चरबी िल जाएिी, नया शुद्ध खून का सोंचार होिा । चमड़ी की झुर्रण याॅ अपने आप दू र हो जाएिी। शरीर तेजस्वी, स्फूमतणवाला व सुोंदर बन जायेिा । ‘‘फायदे ’’ 1. िमिया दू र होिा और िमिया जै सा मजद्दी रोि दू र हो जायेिा । 2. हमियााँ मजबूत होिी । 3. आॅख का तेज बढ़े िा । 4. बालोों का मवकास होिा। 5. पुरानी कक्तियत से हमेशा के मलए मुक्तक्त। 6. शरीर में खुन दौड़ने लिेिा । 7. कफ से मुक्तक्त । 8. हृदय की कायण क्षमता बढ़े िी । 9. थकान नहीों रहे िी, घोड़े की तहर दौड़ते जाएिें। 10. स्मरर् शक्तक्त बढ़े िी । 11. स्त्री का शारीर शादी के बाद बेडोल की जिह सुोंदर बने िा । 12. कान का बहरापन दू र होिा । 13. भूतकाल में जो एलाॅपेथी दवा का साईड इफेक्ट से मुक्त होिें। 14. खून में सफाई और शुद्धता बढ़े िी । 15. शरीर की सभी खू न की नमलकाएॅ शुद्ध हो जाएिी । 16. दाों त मजबूत बने िा, इने मल जीोंवत रहे िा । 17. नपुसोंकता दू र होिी। 18. डायमबमिज काबू में रहे िी, डायमबिीज की जो दवा लेते है वह चालू रखना है । इस चूर्ण का असर दो माह लेने के बाद से मदखने लिेिा । मजोंदिी मनरोि,आनों ददायक, मचोंता रमहत स्फूमतण दायक और आयुष्ययवर्णक बने िी । जीवन जीने योग्य बने िा । कृपया इस महत्वपूर्ण जानकारी को अपने पररवार और ममत्ोों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ! - See more at: http://www.gharelutips.com/wonder- drug/#sthash.tN76lzTV.dpuf