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Ramayan Kands
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बाल काां ड: रामायण की शु रुवात इसी अध्याय से होती है | अयोध्या नरे श दसरथ
के घर राम एवां उनके भाइयोां का जन्म तथा बचपन में उनके तमाम ककस्से कहाकनयोां
को सांग्रकहत करती बाल काां ड में राम के बाल्य काल के ऊपर छकव डाली गयी है |
2. अयोध्या काां ड: अयोध्या काां ड में बाल्य अवस्था से कनकल राम एवां उनके भाइयोां
द्वारा अयोध्यावास की कहाकनयााँ सांग्रकहत है ..इसी काां ड में जनकनांकदनी सीता माता के
जीवन एवां राम से उनके कववाह के ऊपर प्रकाश डाला गया है | इस अध्याय के अांत
में कैकयी द्वारा राम को वनवास माां गे जाने की कथा का उल्लेख है |
3. अरण्य काां ड: माता कैकयी के वचनोां से बद्ध श्री राम, माता सीता एवां भाई लक्ष्मण
वनवास चले जाते हैं | दां डकारण्य के जांगलो में उनका जीवन तथा रावण द्वारा
छलपुववक सीता के हरण को इस काां ड में सांग्रकहत ककया गया है |
4. ककसककन्धा काां ड: माता सीता का रावण द्वारा हरण होने के बाद उसकी तलाश में
राम ककसककन्धा नगरी पहाँ च जाते हैं | जहााँ उनकी मुलाकात भक्त हनुमान से होती है
| इस काण्ड में बाली वध, हनुमान से मुलाकात एवां सुग्रीव की सेना का राम से कवलय
के ऊपर प्रकाश डाला गया है |
5. सुन्दर काण्ड: अपने भक्त हनुमान एवां तमाम वानर सेना के साथ सीता की खोज
में लां का की ओर प्रस्थान के बारे में बताते इस काण्ड में ही कवभीषण से राम की
मुलाकात के बारे में बताया गया है | ऐसे में हनुमान भी माता सीता से मुलाकात कर
ये सुकनकित कर दे ते हैं कक सीता माता कहीां और नहीां बल्कि लां केश के ही कब्जे में
हैं |
6. लां का काां ड/ युद्ध काां ड: रामायण का शायद सबसे सुखद अध्याय कजसमे कक प्रभु
राम का अपनी सीता से कमलन होता है | समस्त असुरोां एवां रावण का वध कर सीता
को रावण के कैद से छु ड़ा राम एवां समस्त सेना खुशी-खुशी अयोध्या लौटते हैं |
अयोध्या वासी राम का स्वागत करने हे तु अपने घर में दीप जला दीपावली की
शु रुआत करते हैं |
7. उत्तर काां ड: राम की ताजपोशी, राम राज्य की स्थापना, लभ एवां कुश का जन्म,
सीता की अकि परीक्षा, मााँ सीता का जमीन में समा जाना एवां राम की जल समाधी को
अांककत करते इस अध्याय से रामायण का अांत होता है |
बाल काां ड
अरण्य काां ड
लां का काां ड
ककसककन्धा काां ड
उत्तर काां ड