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|| गु

त-स तशती पाठ ||

सात सौ म क ‘ ी गा स तशती, का पाठ करने


सेसाधक का जै
सा क याण होता है
, वै
सा-ही क याणकारी इसका पाठ
है
। यह ‘गु
त-स तशती’ चु
र म -बीज के होने
सेआ म-क याणे
छुसाधक केलए अमोघ फल- द है ।

#पाठ_ व ध

पाठ मश: इस कार है


ार भ म ‘कुजका- तो ’,

उसके
बाद १० बार " कु
ंजका-म " ,

फर गु
त_स तशती_पाठ " ,

तद तर ‘ तवन‘ का पाठ कर , फर पु
न: " कु
ंजका म " का १० बार जाप कर ।

★ || कुजका- तो ||

" पू
व-पी ठका-ई र उवाच।।


ृुदे
व, व या म कुजका-म मुमम्

ये
नम भावे
न च डीजापं
शु
भंभवे
त्
‌॥1॥

न वम नागला- तो ं
क लकं
न रह यकम्
‌।

न सूं
ना प यानं
च न यासं
च न चाचनम्
‌॥2॥

कुजका-पाठ-मा े
ण गा-पाठ-फलं
लभे
त्
‌।

अ त गुतमं
देव दे
वानाम प लभम्
‌॥ 3॥

गोपनीयंय ने
न व-यो न-व च पाव त।

मारणं
मोहनं
व यंत भनो चाटना दकम्
‌।

पाठ-मा े
ण सं
स ः कुजकाम मुमम्
‌॥ 4॥
★|| अथ कु
ंजका मं||

ॐ ँल ल जु

सः वलयो वल वल वल- वल बल- बल हं
संलंं
फट्वाहा ।।

॥ इ त मंः।।

★‘कुजका-म ’ का यहाँ दस बार जप करे


। इसी कार ‘ तव-पाठ’ के
अ त म पु
नः इस म का 10 बार जप कर
‘'कुजका तो ’' का पाठ करे

।।कुजका तो मू
ल-पाठ।।

नम ते - पायै
, नम ते
मधु
-म द न।

नम ते
कैटभारी च, नम ते
म हषास न॥

नम ते
शुभहंे
त, नशु
भासु
र-घा त न।

जा तंह महा-दे
व जप- स कु व मे

-कारी सृ पायै कारी त-पा लका॥

ल -कारी काम प यै
बीज पा नमोऽ तु
ते

चामु
डा च ड-घाती च य-कारी वर-दा यनी॥

व चे
नोऽभयदा न यं
नम ते
मं प ण॥

धां
ध धू

धू
जटे
प नी वां
व वागेरी तथा।

ां मे
शु
भंकु, ॐ र सवदा।।

ॐ ॐ ॐ-कार- पायै
, ां
- ां भाल-ना दनी।
ां ं

का लका दे
व, शां
श शू

मेशु
भंकु॥

ंंं
-कार प यै ं ं भाल-ना दनी।

ां ं

भै
रवी भ े
भवा न ते
नमो नमः॥7॥

।।म ।।

अं
कंचं
टंतं
पंयं
शंब रा वभव, आ वभव, हं
संलंं
म य जा य-जा य, ोटय- ोटय द तं
कु कु वाहा॥

पां
प पू

पावती पू
णा, खां
ख खू

खेचरी तथा॥

लांल लू

द ती पू
णा, कुजकायै
नमो नमः।।

सां
स स तशती- स , कु व जप-मा तः॥

इदं
तुकुजका- तो ं
मं-जाल- हां ये

अभ े
च न दात ं
, गोपये
त्
सवदा ण
ृु।।

कु
ंजका- व हतं
देव य तु
स तशत पठे
त्
‌।

न त य जायतेस , अर येदनं
यथा॥

।इत ी यामले
गौरीतंेशवपावतीसं
वादे
कु
ंजका तो ं
सं
पू
णम्
‌।

★ || गु
त-स तशती ||

ॐ - - वे
णु
-ह ते
, तु
त-सु
र-बटु
कै
हा गणे
श य माता।

वान दे
न द- पे
, अनहत- नरते
, मु दे
मु -माग।।
हं
सः सोहंवशाले
, वलय-ग त-हसे
, स -दे
वी सम ता।

ह -ह -ह स -लोके
, कच- च- वपु
ले
, वीर-भ े
नम ते
।।१

ॐ ह कारो चारय ती, मम हर त भयं


, च ड-मु
डौ च डे

खां
-खां
-खां
खड्
ग-पाणे
, क- क कते
, उ - पेव पे
।।

-ँँक
ँां
र-नादे
, गगन-भु
व-तले
, ा पनी ोम- पे

हं
-हं
हं
कार-नादे
, सु
र-गण-न मते
, च ड- पे
नम ते
।।२

लोके
क तय ती, मम हरतु
भयं
, रा सान्
ह यमाने

ां
- ां
- ां
घोर- पे
, घघ-घघ-घ टते
, घघरे
घोर-रावे
।।

नमासे
काक-जं
घ,े
घ सत-नख-नखा, धू-नेे -नेे

ह ता जे
शू
ल-मु
डे, कु
ल-कु
ल ककु
ले
, स -ह ते
नम ते
।।३

ॐ - - कु
मारी, कु
ह-कु
ह-म खले
, को कले
नानु
र ागे

मुा-सं- -रे
खा, कु-कु सततं
, ी महा-मा र गु।े

ते
जां
गेस , मन-पवन-चले
-नाथे , नै
व आ ा- नधाने

कारे
रा -म ये
, व पत-पशु
-जने
, त का ते
नम ते
।।४

ॐ ां
- - ू
ं क व वे
, दहन-पु
र-गते म- पे
णच े

ः-श या, यु-वणा दक, कर-न मते


, दा दवं
पू
व-वण।।

- थाने
काम-राजे
, वल- वल व लते
, को श न कोश-प े

व छ दे
क -नाशे
, सु
र-वर-वपु
षे
, गु-मु
डेनम ते
।।५

ॐ ां
- - ू

घोर-तु
डे, घघ-घघ घघघे
घघरा या ङ्-घोषे


ूो च-च े
, रर-रर-र मते
, सव- ानेधाने
।।

तीथषु
च येे
, जु
ग-जु
ग जजु
गेल पदे
काल-मु
डे।
सवागे
र -धारा-मथन-कर-वरे
, व -द डे
नम ते
।।६

ॐ ां ं

वाम-न मते
, गगन गड-गडे
गु-यो न- व पे

व ां
गे
, व -ह ते
, सु
र-प त-वरदे
, म -मातं
ग-- ढे
।।

व ते
जे
, शु-दे
ह,े
लल-लल-ल लते
, छे
दते
पाश-जाले

क ड याकार- पे
, वृ
ष वृ
षभ- वजे
,ऐ मातनम ते
।।७

ॐ ँँक
ंार-नादे
, वषमवश-करे
, य -वै
ताल-नाथे

सु
- स यथ सु
-स ै
ः, ठठ-ठठ-ठठठः, सव-भ ेच डे
।।

जू

सः स शा त-कमऽमृ
त-मृ
त-हरे
, नःसमे
सं
समु

दे
व, वं
साधकानां
, भव-भव वरदे
, भ -काली नम ते
।।८

ाणी वै
णवी वं
, वम स ब चरा, वं
वराह- व पा।

वं
ऐ वं
कुबे
र ी, वम स च जननी, वं
कुमारी महे ।।

ल कार-भू
ते
, वतल-तल-तले
, भू
-तलेवग-माग।

पाताले
शै
ल- ग
ंे
ृ , ह र-हर-भु
वने
, स -च डी नम ते
।।९

हं
लंं
शौ ड- पे
, श मत भव-भये
, सव- व ना त- व ने

गां
ग गू

ग षडं
गे
, गगन-ग त-गते
, स देस -सा ये
।।

वंं
मुा हमां
शो हस त-वदने
, य रेस ननादे

हांं
गां
ग गणे
शी, गज-मु
ख-जननी, वां
महे
श नमा म।।१०

★ || तवन ||

या दे
वी खड्
ग-ह ता, सकल-जन-पदा, ा पनी वशऽव- गा।

यामां
गी शुल-पाशा द जगण-ग णता, हाध-वासा।।
-दे
ानानां
साधय ती, त मर- वर हता, ान- द - बोधा।

सा दे
वी, द -मू
त दहतु रतं
, मु
ड-च डेच डे
।।१

ॐ हां
ह ं
वम-युे
, शव-गमन-ग तभ षणे
भीम-व े

ां ं ोध-मू
ू त वकृ
त- तन-मु
खे
, रौ -दंा-कराले
।।

कं
कंकं
काल-धारी म त, जग ददं
भ य ती स ती-


ंारो चारय ती दहतु रतं
, मु
ड-च डेच डे
।।२

ॐ ां ं - पे
, भु
वन-न मते
, पाश-ह ते -नेे

रां
र ं
रं
गेकलेक लत रवा, शू
ल-ह तेच डे
।।

लां
ल लू

ल ब- ज े
हस त, कह-कहा शु-घोरा -हासै
ः।

कं
काली काल-रा ः दहतु रतं
, मु
ड-च डेच डे
।।३

ॐ ां ू

घोर- पे
घघ-घघ-घ टते
घघराराव घोरे

नमाँ
से
शुक-जं
घेपब त नर-वसा धू-धूायमाने
।।

ॐ ां ं
ूावय ती, सकल-भु
व-तले
, य -ग धव-नागान्

ां ंोभय ती दहतु रतं


ू च ड-मु
डेच डे
।।४

ॐ ां ं

भ -काली, ह र-हर-न मते त वकण।
, -मू

च ा द यौ च कण , श श-मु
कु
ट- शरो वेतां
केतु
-मालाम्
।।

क्
-सव-चोरगेा श श-करण- नभा तारकाः हार-क ठे

सा दे
वी द -मू
तः, दहतु रतं
च ड-मु
डेच डे
।।५

ॐ खं
-खं
-खं
खड्
ग-ह ते
, वर-कनक- नभे
सू
य-का त- वते
जा।

व ुवालावलीनां
, भव- न शत महा-क का द णे
न।।

वामे
ह ते
कपालं
, वर- वमल-सु
र ा-पू
रतं
धारय ती।
सा दे
वी द -मू
तः दहतु रतं
च ड-मु
डेच डे
।।६

ॐ ँँ
फट्
काल-रा पु
र-सु
र-मथन धू-मारी कु
मारी।

ां ं
ह त ान्
क लत कल- कला श द अ ा हासे
।।

हा-हा भू
त- भू
ते
, कल- क लत-मु
खा, क लय ती स ती।


ंारो चारय ती दहतु रतं
च ड-मु
डेच डे
।।७

ॐ कपाल प रजन-स हता च ड चामु


डा- न ये

रं
-रं
रं
कार-श दे
श श-कर-धवले
काल-कू
टेर ते
।।

ँँक
ंार-का र सु
र-गण-न मते
, काल-कारी वकारी।

यै
लो यं
व य-कारी, दहतु रतं
च ड-मु
डेच डे
।।८

व दे
द ड- च डा डम - ड म- डमा, घ ट टं
कार-नादे

नृ
य ती ता डवै
षा थथ-थइ वभवै
नमला म -माला।।

ौ कुौ वह ती, खर-ख रता रवा चा च न े


त-माला।

उ चै
तैा हासै
, हह ह सत रवा, चम-मु
डा च डे
।।९

ॐ वंा ी वं
च रौ स च श ख-गमना वं
च दे
वी कु
मारी।

वं
च च -हासा घु
र-घु
रत रवा, वं
वराह- व पा।।

रौ ेवं
चम-मु
डा सकल-भु
व-तले
संथतेवग-माग।

पाताले
शै
ल- ग
ंे
ृ ह र-हर-न मते
देव च डी नम ते
।।१०

र वं
मुड-धारी ग र-गु
ह- ववरे
नझरे
पवते
वा।

संामे
श ु
-म येवश वषम- वषे
सं
कटे
कुसते
वा।।

ा े
चौरे
च सपऽ यु
द ध-भु
व-तले
व -म ये
च ग।

र त
े्सा द -मू
तः दहतु रतं
मुड-च डेच डे
।।११
इ ये
वं
बीज-म ै
ः तवनम त- शवं
पातक- ा ध-नाशनम्

य ंद - पंह-गण-मथनं
मदनं
शा कनीनाम्
।।

इ ये
वं
वे
द-वें
सकल-भय-हरं
म -श न यम्

म ाणांतो कं
यः पठ त स लभतेा थतां
म -स म्
।।१२

चं
-चं
-चं
च -हासा चचम चम-चमा चातु
र ी च -के
शी।

यं
-यं
-यं
योग-माया जन न जग- हता यो गनी योग- पा।।

डं
-डं
-डं
डा कनीनां
डम क-स हता दोल ह डोल ड भा।

रं
-रं
-रं
र -व ा सर सज-नयना पातु
मां
दे
व गा।।१३

|| ॐ ी गाय्
अपणम तु
, इदम्
न मम: ||

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