मुझे यह जानकर खु शी हुई कक काकडि यक सजिरी किभाग, पं।
बी। डी। शमाि , पीजीआईएमएस, स्वास्थ्य किज्ञान
किश्वकिद्यालय रोहतक 25 से 26 मई 2019 तक एक िाकषिक टे क्नो कॉलेज काकडि एक सीएमई का आयोजन कर रहा है । यह िास्ति में हररयाणा के कलए एक गौरि का क्षण है क्ोंकक पहली बार इं कडयन एसोकसएशन ऑफ काकडि योिस्कुलर-थोरै कसक सजि नों का राष्ट्रीय सम्मे लन है । यहां आयोकजत ककया जा रहा है । किककत्सा पेशा को पीक़ित के कलए किककत्सा स्पशि का किस्तार करके मानिता के कलए प्रदान की गई सबसे महान सेिा माना जाता है । दे श को स्वस्थ रखने में बेहतर स्वास्थ्य दे खभाल सेिाओं की महत्वपू णि भूकमका है , जो दे श के किकास और किकास में पररलकक्षत होती है । काकडि एक सजिरी न केिल एक बहुत ही नाजुक किशेषता है , बल्कि कदल के स्वास्थ्य के कलए भी महत्वपू णि है । प्रौद्योकगकी में निीनतम प्रगकत ने किश्व स्तर पर हृदय की सजि री को बदल कदया है और भारत भी पीछे नही ं है । सम्मे लन का थीम "उभरते प्रौद्योकगकी के माध्यम से काकडि योिास्कुलर सजिरी में उत्कृष्ट्ता की नई ऊंिाइयों को प्राप्त करना" सभी प्रकतकनकियों, किशेष रूप से निोकदत काकडि यक सजि नों की मदद करे गा, जो इस क्षेत्र में निीनतम घटनाओं को जान पाएं गे।
मैं हररयाणा के सभी प्रकतकनकियों का स्वागत करता हं और