Professional Documents
Culture Documents
Biotechnology and Its Application PDF in Hindi - PDF 35
Biotechnology and Its Application PDF in Hindi - PDF 35
Biotechnology and Its Application PDF in Hindi - PDF 35
co
हररत जैव-प्रौद्योगिकी
लाल जैव-प्रौद्योगिकी
नीली जैव-प्रौद्योगिकी
• समद्र
ु ी संसाधनों और िािे पाने के िीिों का प्रयोग उत्पादों एिं औद्योगगक अनप्र
ु योग में
क्रकया िािा है ।
श्वेत जैव-प्रौद्योगिकी
पीली जैव-प्रौद्योगिकी
धूसर जैव-प्रौद्योगिकी
1
www.gradeup.co
भरू ी जैव-प्रौद्योगिकी
• सख
ू ा और मरुस्थिीय क्षेत्रों के प्रबंधन से संबगं धि है ।
• सख
ू ारोधी बीिों के ननमााण, प्राकृनिक संसाधन प्रबंधन, शष्ु क स्थिाकृनि के शिए उपयक्
ु ि
कृवि िकनीकों का विकास िरू ी िैिप्रौद्योगगकी के कुछ उदाहरण हैं।
बैंिनी जैव-प्रौद्योगिकी
• िैि-प्रौद्योगगकी से िड
ु े कानन
ू ों, नैनिक एिं दाशाननक मद्
ु दों से संबगं धि है ।
जैव-प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोि :-
• गिककत्सा
1. बायोफामाास्यटु टकल्स
2. िीन थेरेपी
3. फामााकोिेनोशमक्स
4. आनि
ु ांशशक परीक्षण
• कृषि
1. आनि
ु ांशशक संशोगधि फसि
2. िैिईंधन
3. पादप एिं िंिु प्रिनन
4. बायोफोटटाक्रफकेशन (िैि सरु क्षा)
5. एंटीबायोटटक्स
6. अिैविक दबाि रोधी
• पयाकवरण
1. बायोमेकर
2. िैिऊिाा
3. बायोररमेडिएशन
1. माइकोररमेडिएशन
2
www.gradeup.co
2. फाइटोररमेडिएशन
3. माइिोत्रबयि ररमेडिएशन
4. िैिरूपांिरण
• उद्योग
• खाद्य प्रसंस्करण
1. क्रकविन प्रक्रिया
2. प्रोटीन इंिीननयररंग
सरकारी नीनियां
अनप्र
ु योि :
1) औिगधयां
a) बायोफामाकस्यटु टकल्स: बायोफामाास्यटु टकल्स अथिा जिसे िैविक औिगध उत्पाद ने नाम से िी
िाना िािा है , एक फामाास्यटु टकल्स औिगध उत्पाद है जिसे िैविक स्त्रोिों से ननशमाि अथिा
ननष्कविाि अथिा अधा-संश्िेविि क्रकया िािा है ।
b) जीन थेरेपी : िीन थेरेपी में रोग का उपचार करने के शिए न्यक्रू कल्क अम्ि को संिनि
कोशशकाओं में गचक्रकत्सीय हस्िांिरण क्रकया िािा है ।
3
www.gradeup.co
2) कृषि :
a) आनव
ु ांमिकी संिोगधत फसलें: आनि
ु ांशशकी संशोगधि फसिें कृवि में प्रयोग होने िािे पौधे हैं,
जिसके िी.एन.ए. को आनि
ु ांशशकी अशियांत्रत्रकी प्रौद्योगगकी की मदद से संशोगधि क्रकया गया
है । ऐसी फसिों में एक नया िक्षण िािा िािा है िोक्रक इन पादप प्रिानियों में प्राकृनिक
रूप से नहीं पाया िािा है । उदाहरण के शिए, बी.टी. कॉटन में बेशसिस थरु रिेनेशसस के
गण
ु सत्र
ू को कपास में िािकर यह इसे कीट प्रनिरोधी बनािा है ।
b) जैव ईंधन – िैि-प्रौद्योगगकी के सबसे बडे अनप्र
ु योगों में से एक ऊिाा उत्पादन क्षेत्र है । ये
ईंधन पयाािरणोनक
ु ू ि होने के साथ ही पारं पररक ईंधन में शमिाए िाने पर उच्च क्षमिा यक्
ु ि
होिे हैं। िारि में िठरोफा फसि का प्रयोग िैि ईंधन बनाने में क्रकया िािा है ।
4
www.gradeup.co
3) पयाकवरण:
5
www.gradeup.co
4) उद्योि:
5) खाद्य प्रसंस्करण :
a) ककण्वन प्रकक्रया
b) प्रोटीन इंजीतनयररंि– बेहिर क्रकविन के शिए जिम्मेदार सक्ष्
ू मिीिों के िािकारी एंिाइमों का
टं क्रकयों में सक्ष्
ू मिीिों के संिधान द्िारा बडे पैमाने पर िाणणजययक उत्पादन क्रकया िािा है ।
2) पथ्
ृ वी जीनोम कायकक्रम : यह अंिरााष्ट्ीय िैज्ञाननकों का एक पररसंघ है िो प्
ृ िी पर वपछिे 10
सािों की अिगध में प्रत्येक बहुकोशशकीय िीिों के गण
ु सत्र
ू ों का अनि
ु म, सच
ू ीकरण और िक्षण
ननधााररि करने के कायािम पर काया करे गा और िीन चरणों में 15 िाख प्रिानियों के अनि
ु म िैयार
करे गा।
ई.िी.पी. से व्यापक गण
ु सत्र
ू ीय श्ंख
ृ िा बनाने में मदद शमिेगी और िानि, िगा और कुि के बीच
िांनिकारी संबध
ं को उिागर करने में मदद शमिेगी और जिससे िीिन की एक डिजिटि िाइब्रेरी
िैयार होगी।
6
www.gradeup.co
िैज्ञाननकों में सरसों में िी.एम. िकनीक का प्रयोग करके एक िीविि संकरण िंत्र विकशसि क्रकया है ।
पररणामी िी.एम. सरसों संकर पादप में , क्रकए गए दािे के अनस
ु ार दे श में ििामान उगायी िाने िािी
सिाश्ेष्ठ क्रकस्म ‘िरुणा’ से 25-30% अगधक पैदािार होगी। यह िकनीक टदल्िी विश्िविद्यािय में
सेंटर फॉर िेनटे टक मैननप्यि
ु ेशन ऑफ िॉप प्िांट्स (सी.िी.एम.सी.पी.) द्िारा विकशसि की गयी है ।
5) जीन थेरेपी : गण
ु सत्र
ू उपचार यानन िीन थेरेपी का विकास कोशशकाओं में खराब गण
ु सत्र
ू ों के स्थान
पर गण
ु सत्र
ू ीय पदाथा समाविष्ट करने अथिा िािदायक प्रोटीन बनाने के शिए क्रकया गया है । इस
िकनीक की मदद से गचक्रकत्सक शसजस्टक क्रफब्रोशसस, हीमोफीशिया, मांसपेशीय कुपोिण, शसक्रकि सेि
एनीशमया, बडी-B कोशशका शिम्फोमा आटद रोगों को ठीक कर सकिे हैं।
6) स्टे म सेल उपिार: स्टे म सेि में मानि शरीर में प्रत्येक उत्तक के ननमााण की क्षमिा है , इसशिए
उत्तक पन
ु रोत्पादन अथिा मरम्मि में िविष्य में उपचार के शिए इसमें बहुि अगधक संिािना है ।
इन्हें व्यापक िौर पर प्िरू ीपोटें ट स्टे म सेि और मल्टीपोटें ट स्टे म सेि में बांट सकिे हैं। प्िरू ीपोटें ट
स्टे म सेि का यह नाम इसशिए है क्योंक्रक ये शरीर में सिी प्रकार की कोशशकाओं में वििाजिि होने
की क्षमिा रखिे हैं िबक्रक मल्टीपोटें ट स्टे म सेि क्रकसी खास गण
ु सत्र
ू श्ंख
ृ िा अथिा केिि क्रकसी
खास ऊत्तक की कोशशकाएं बन सकिे हैं।
7
www.gradeup.co
सरकारी नीततयां
रणनीतत –
8
www.gradeup.co
विश्ि बैंक द्िारा समगथाि इनोिेट इन इंडिया (i3) कायािम के िहि इस शमशन का उद्दे श्य इस क्षेत्र
में उद्यशमिा और स्िदे शी विननमााण को प्रोत्साटहि करने के शिए एक सक्षम पाररजस्थनिकी िंत्र का
ननमााण करना है । इस शमशन का ध्यान केजन्द्रि है –
• नई िैक्सीन, बायोथेररप्यटू टक, नैदाननक और गचक्रकत्सीय यजु क्ियों का विकास करना िो रोगों
की बढिी संख्या को कम करे ।
• अिग-थिग उत्कृष्टिा केन्द्रों (शैक्षणणक संस्थानों) को साथ िाना, क्षेत्रीय क्षमिाओं में िद्
ृ गध
करना और ििामान िैिसमह
ू (बायो-क्िसटर) नेटिका क्षमिाओं को मिबि
ू करने के साथ-
साथ आउटपट
ु की गण
ु ित्ता एिं मात्रा को बढाना।
• अगिे पांच सािों में 6-10 नए उत्पाद दे ना और अगिी पीढी के कौशि के शिए कई समवपाि
केन्द्रों का ननमााण करना।
• उत्पाद सत्यापन के शिए प्िेटफॉमा िकनीकें विकशसि करना, नैदाननक प्रयोग नेटिका मिबि
ू
करने के शिए संस्थानों को मिबि
ू करना, नए उत्पादों के शिए आंशशक गैर-िोणखम को
बढािा दे ना और बायोएगथक्स, बायोइनफॉरमेटटक्स आटद िैसे उिरिे क्षेत्रों में क्षमिाएं
विकशसि करना।
• प्रारं शिक ध्यान एच.पी.िी., िेंगू के शिए िैक्सीन और कैं सर के शिए बायोशसशमिसा, मधम
ु ेह
और रुमेटॉइि आथाराइटटस और गचक्रकत्सीय यजु क्ियां एिं ननदानों पर होगा।