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CBSE Class 9 Hindi Grammar SA2 Assignment
CBSE Class 9 Hindi Grammar SA2 Assignment
com
ख डख
( याकरण)
श द नमाण उपसग यय
उपसग
उपसग वे श दांश ह जो कसी श द के पव
ू लगकर उस श द का अथ बदल दे ते
ह या उसम! नई $वशेषता उ&प न कर दे ते ह।
जैसे:* कु + पु- = कुपु-।
यहाँ ’कु’ श दांश ‘पु-’ के
! !"
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m
)" &*
co
(i) +, -! ' !" &
१ . उ नत y.
da
क) उ न (ख) उत ्
to
(ग ) उन ् (घ) उत
es
२. नगुण
क) 6न (ख) 6नगु
di
३. उ"योग
.s
(क) उत ् (ख) उ7
w
(ग) उ (घ) उय
w
४. न%&ल
w
m
२. अनुभव
co
(क) अन + उभव (ख) अनु + भव
(ग) अनू + भव (घ) अम ् + उभव
३. धा*मक y.
da
(क) धाम + इक (ख) धरम + इक
to
२. कु
w
३.अव
(क) अवगुण (ख) अवन6त
(ग) अवतरण (घ) अवता
यय
जो श दांश धातु Bप या श दG के अंत म! लगकर नए श दG का 6नमाण करते ह,उ ह!
8&यय कहते ह।
जैसे*महान+ता=महानता
महानता श द म! ’ता’ 8&यय है ।
8&यय मJ
ु यत: दो 8कार के होते है *
(१)कृत 8&यय
(२)तिDदत 8&यय
(१) कृत यय
जो 8&यय Nया के मल
ू धातु*Bप के साथ लगकर संOा और $वशेषणG का 6नमाण
करते ह, वे कृत 8&यय कहलाते ह।जैसे* पढ़ाई = पढ़ + आई। इसम! ’आई’ 8&यय है ।
कुछ अ य उदाहरण*
श द धातुIप यय
होनहर हो ना + हार
सजावट सज आवट
पठनीय पठ नीय
m
(२) तिJदत यय
co
y.
जो 8&यय Nया के धातु*BपG को छोड़कर अ य श दG*जैसे संOा, $वशेषण,सवनाम
da
आVद के साथ लगकर नए श द बनाते ह, वे तिDदत 8&यय कहलाते ह।
जैसे*बंगाल + ई =बंगालW। यहाँ ’ई’ तिDदत 8&यय है ,XयG क यह बंगाल नामक
to
कुछ अ य उदाहरण*
di
1. भूख + आ = भूखा
2. बुरा + आई = बुराई
tu
4. गण
ु + वान = गुणवान
w
१. पारलौFकक
w
(क) इक (ख) ईक
(ग) लौ कक (घ) लोक
२. ईमानदारG
(क) ईमान (ख) दार
(ग) बेईमान (घ) बेईमानी
३. घुमLकड़
(क) Xकड़ (ख) कड़
(ग) मXकड़ (घ) अXकड़
४.*मलावट
(क) ;मल (ख) वट
(ग) आवट (घ) लावट
m
(क) पवतीय (ख) >थानीय
co
(ग) जातीय (घ) पापनीय
२. ई
(क) घंटW y.
(ख) पहाड़ी
da
(ग) र>सी (घ) चौड़ाई
to
३. हार
es
४. ईला
tu
_____________________________
w
उपसग
उ तर अ. १. (ख) २. (ग) ३. (क) ४. (क)
आ १. (ग) २. (घ)
समास
समास का ता&पय है ‘संbEcतीकरण’। दो या दो से अdधक श दG से ;मलकर बने
हुए एक नवीन एवं साथक श द को समास कहते ह। जैसे*‘रसोई के ;लए घर’ इसे हम
‘रसोईघर’ भी कह सकते ह।
सामा*सक श द
समास के 6नयमG से 6न;मत श द सामा;सक श द कहलाता है । इसे सम>तपद भी
m
कहते ह। समास होने के बाद $वभिXतयG के dचeन (परसग) लुcत हो जाते ह। जैसे*
co
राजपु-।
समास NवOह
y.
सामा;सक श दG के बीच के संबंध को >पfट करना समास*$वgह कहलाता है ।
da
जैसे*राजपु-*राजा का पु-।
to
पूवपद और उ तरपद
es
समास के भेद
.s
समास के छः भेद ह*
w
1. अiययीभाव समास।
w
2. त&पj
ु ष समास।
w
3. कमधारय समास।
४. िiदगु समास।
५. 7वं7व समास।
६. बहुmीVह समास।
1. अ ययीभाव समास
िजस समास का पहला पद 8धान हो और वह अiयय हो उसे अiययीभाव समास
कहते ह। जैसे* यथाम6त (म6त के अनुसार), आमरण (म&ृ यु तक) इनम! ’यथा’ और ’आ’
अiयय ह।
कुछ अ य उदाहरण
2. त पुYष समास
m
िजस समास का उ&तरपद 8धान हो और पूवपद गौण हो उसे त&पj
ु ष समास कहते ह।
co
जैसे-तुलसीदासकृत=तुलसी 7वारा कृत (रdचत)
Oातiय- $वgह म! जो कारक 8कट हो उसी कारक वाला वह समास होता है । $वभिXतयG के नाम के
अनुसार इसके छह भेद ह- y.
da
(1) कम त पुYष - dगरहकट (dगरह को काटने वाला)
to
३. कमधारय समास
w
४. ि दगु समास
िजस समास का पूवपद संJयावाचक $वशेषण हो उसे िiदगु समास कहते ह। इससे
समूह अथवा समाहार का बोध होता है । जैसे*
अठ नी आठ आनG का समूह
५. "वं"व समास
िजस समास के दोनG पद 8धान होते ह तथा $वgह करने पर ‘और’, ’अथवा’, ‘या’,
’एवं’ लगता है , वह 7वं7व समास कहलाता है । जैसे*
m
सम>त
co
समास*$वgह सम>त पद समास*$वgह
पद
4. बहु\ी/ह समास
tu
.s
सम>त पद समास*$वgह
w
सुलोचना सद
ुं र है लोचन िजसके अथात ् मेघनाद कY प&नी
m
%न अ]यास
co
(क) 6न न;लwखत सम>त पद का $वgह करके समास का नाम ;लwखए*
y.
da
(i) jkthoyksp u
(d) jktho osQ leku ykspuµdeZ/kj; lekl
to
(ii) thoulkFkh
tu
(iii) pkSeklk
(d) pkj eklksa dk lekgkjµf}xq lekl
([k) pkj gSa tks eklµdeZ/kj; lekl
(x) pkj gSa ekl ftlesaµcgqczhfg lekl
(?k) pkj vkSj eklµ}a} lekl
(iv) eqj yh/j
(d) eqjyh dk /kjhµrRiq:"k lekl
([k) eqjyh /kj.k dh gS ftlusµcgqczhfg lekl
(x) eqjyh vkSj /jµ}a} lekl
(?k) eqjyh gS tks /jµdeZ/kj; lekl
(v) ikB'kkyk
ikB'kkyk 1
m
(क) 7वं7व समास (ख) बहुmीVह समास
co
(ग) अiययीभाव समास (घ) कमधारय समास
४.Iपलता
(क) कमधारय समास y.
(ख) त&पुjष समास
da
(ग) बहुmीVह समास (घ) िiदगु समास
to
५.यथाITच
es
६.चं_शेखर
tu
७.पाप पु य
w
उ&तर –
(क)) १. (क) २. (ख) ३. (क) ४. (ख) ५. (ग)
(ख)) १. (ग) २. (ख) ३. (घ) ४. (क) ५. (घ) ६. (ग) ७. (क)
संaा
कसी iयिXत, >थान, व>तु आVद तथा नाम के गुण, धम, >वभाव का बोध कराने
वाले श द संOा कहलाते ह। जैसे*uयाम, आम, ;मठास, हाथी आVद।
1. यिLतवाचक संaा
िजस संOा श द से कसी $वशेष, iयिXत, 8ाणी, व>तु अथवा >थान का बोध हो उसे
iयिXतवाचक संOा कहते ह। जैसे*जय8काश नारायण, tीकृfण, रामायण, ताजमहल,
कुतुबमीनार, लाल कला Vहमालय आVद।
2. जा तवाचक संaा
िजस संOा श द से उसकY संपूण जा6त का बोध हो उसे जा6तवाचक संOा कहते
m
ह। जैसे*मनुfय, नदW, नगर, पवत, पशु, पEी, लड़का, कु&ता, गाय, घोड़ा, भस, बकरW, नारW, गाँव
आVद।
co
3. भाववाचक संaा
y.
da
िजस संOा श द से पदाथv कY अव>था, गुण*दोष, धम आVद का बोध हो उसे
भाववाचक संOा कहते ह। जैसे*बुढ़ापा, ;मठास, बचपन, मोटापा, चढ़ाई, थकावट आVद।
to
भेद और बतलाते ह*
di
1. समुदायवाचक संOा।
tu
2. qiयवाचक संOा।
.s
1. समद
ु ायवाचक संaा
w
w
समद
ु ायवाचक संOा कहते ह। जैसे*सभा, कEा, सेना, भीड़, प>
ु तकालय दल आVद।
2. _ यवाचक संaा
िजन संOा*श दG से कसी धातु, qiय आVद पदाथv का बोध हो उ ह! qiयवाचक
संOा कहते ह। जैसे*घी, तेल, सोना, चाँदW,पीतल, चावल, गेहूँ, कोयला, लोहा आVद।
%न अ]यास
m
(ग) 6नज (घ) पराया
co
(ii) संaा श द पहचान कर *ल+खए
(क) १. मीठा
y. २. मधुर
da
३. चतुर ४. चातुय
(ख) १. सुंदर २. स|दय
to
३. 6नबल ४. 6नपुण
es
३.मैला ४.8वीणता
(iii) /दए गए संaा श द के भेद *ल+खए
tu
(क) मुसकान
.s
(ख) कावेरW
w
उ तर
सवनाम
m
पुनjिXत को दरू करने के ;लए हW सवनाम का 8योग कया जाता है ।
co
जैसे*म, हम, तू, तुम, वह, यह, आप, कौन, कोई, जो आVद।
सवनाम के भेद* सवनाम के छह भेद ह*
y.
da
1. पुjषवाचक सवनाम।
2. 6नuचयवाचक सवनाम।
to
3. अ6नuचयवाचक सवनाम।
es
4. संबंधवाचक सवनाम।
di
5. 8uनवाचक सवनाम।
tu
6. 6नजवाचक सवनाम।
.s
1. पुYषवाचक सवनाम
w
िजस सवनाम का 8योग वXता या लेखक >वयं अपने ;लए अथवा tोता या पाठक
w
w
2. न%चयवाचक सवनाम
जो सवनाम कसी iयिXत व>तु आVद कY ओर 6नuचयपूवक संकेत कर! वे
6नuचयवाचक सवनाम कहलाते ह। इनम! ‘यह’, ‘वह’, ‘वे’ सवनाम श द कसी $वशेष
iयिXत आVद का 6नuचयपूवक बोध करा रहे ह, अतः ये 6नuचयवाचक सवनाम है ।
3. अ न%चयवाचक सवनाम
िजस सवनाम श द के 7वारा कसी 6निuचत iयिXत अथवा व>तु का बोध न हो
वे अ6नuचयवाचक सवनाम कहलाते ह। इनम! ‘कोई’ और ‘कुछ’ सवनाम श दG से कसी
$वशेष iयिXत अथवा व>तु का 6नuचय नहWं हो रहा है । अतः ऐसे श द अ6नuचयवाचक
सवनाम कहलाते ह।
m
4. संबंधवाचक सवनाम
co
पर>पर एक*दस
ू रW बात का संबंध बतलाने के ;लए िजन सवनामG का 8योग होता
y.
है उ ह! संबंधवाचक सवनाम कहते ह। इनम! ‘जो’, ‘वह’, ‘िजसकY’, ‘उसकY’, ‘जैसा’, ‘वैसा’-
da
ये दो*दो श द पर>पर संबंध का बोध करा रहे ह। ऐसे श द संबंधवाचक सवनाम कहलाते
ह।
to
es
5. %नवाचक सवनाम
di
जाते ह।
w
w
6. नजवाचक सवनाम
w
m
(क)पj
ु षवाचक सवनाम (ख)संबंधवाचक सवनाम
co
(ग) 6नजवाचक सवनाम (घ)अ6नuचयवाचक सवनाम
५.वहाँ कौन खड़ा है ?
(क) पुjषवाचक सवनाम y. (ख) संबंधवाचक सवनाम।
da
(ग) 8uनवाचक सवनाम (घ) 6नजवाचक सवनाम
to
उ तर
es
1
w
([k) ;g O;fDr
w
सवनाम
m
3. अ6नuचयवाचक सवनाम।
co
4. संबंधवाचक सवनाम।
5. 8uनवाचक सवनाम।
6. 6नजवाचक सवनाम। y.
da
to
1. पुYषवाचक सवनाम
es
िजस सवनाम का 8योग वXता या लेखक >वयं अपने ;लए अथवा tोता या पाठक
के ;लए अथवा कसी अ य के ;लए करता है वह पुjषवाचक सवनाम कहलाता है ।
di
(1) उ तम पुYषवाचक सवनाम िजस सवनाम का 8योग बोलने वाला अपने ;लए करे , उसे
.s
(2) मJयम पुYषवाचक सवनाम िजस सवनाम का 8योग बोलने वाला सुनने वाले के ;लए
w
करे , उसे मDयम पुjषवाचक सवनाम कहते ह। जैसे*तू, तुम,तुझ,े तु हारा आVद।
w
(3) अ य पुYषवाचक सवनाम िजस सवनाम का 8योग बोलने वाला सुनने वाले के
अ6त9रXत कसी अ य पुjष के ;लए करे उसे अ य पुjषवाचक सवनाम कहते ह। जैसे*
वह, वे, उसने, यह, ये, इसने, आVद।
2. न%चयवाचक सवनाम
जो सवनाम कसी iयिXत व>तु आVद कY ओर 6नuचयपूवक संकेत कर! वे
6नuचयवाचक सवनाम कहलाते ह। इनम! ‘यह’, ‘वह’, ‘वे’ सवनाम श द कसी $वशेष
iयिXत आVद का 6नuचयपूवक बोध करा रहे ह, अतः ये 6नuचयवाचक सवनाम है ।
3. अ न%चयवाचक सवनाम
िजस सवनाम श द के 7वारा कसी 6निuचत iयिXत अथवा व>तु का बोध न हो
वे अ6नuचयवाचक सवनाम कहलाते ह। इनम! ‘कोई’ और ‘कुछ’ सवनाम श दG से कसी
$वशेष iयिXत अथवा व>तु का 6नuचय नहWं हो रहा है । अतः ऐसे श द अ6नuचयवाचक
सवनाम कहलाते ह।
4. संबंधवाचक सवनाम
पर>पर एक*दस
ू रW बात का संबंध बतलाने के ;लए िजन सवनामG का 8योग होता
है उ ह! संबंधवाचक सवनाम कहते ह। इनम! ‘जो’, ‘वह’, ‘िजसकY’, ‘उसकY’, ‘जैसा’, ‘वैसा’-
ये दो*दो श द पर>पर संबंध का बोध करा रहे ह। ऐसे श द संबंधवाचक सवनाम कहलाते
ह।
m
co
5. %नवाचक सवनाम
y.
जो सवनाम संOा श दG के >थान पर तो आते हW है , क तु वाXय को 8uनवाचक
da
भी बनाते ह वे 8uनवाचक सवनाम कहलाते ह। जैसे*Xया, कौन आVद। इनम! ‘Xया’ और
‘कौन’ श द 8uनवाचक सवनाम ह, XयG क इन सवनामG के 7वारा वाXय 8uनवाचक बन
to
जाते ह।
es
6. नजवाचक सवनाम
di
tu
Nवशेष जहाँ केवल ‘आप’ श द का 8योग tोता के ;लए हो वहाँ यह आदर*सूचक मDयम
w
पुjष होता है और जहाँ ‘आप’ श द का 8योग अपने ;लए हो वहाँ 6नजवाचक होता है ।
सवनाम श दG के $वशेष 8योग
(1) आप, वे, ये, हम, तुम श द बहुवचन के Bप म! ह, क तु आदर 8कट करने के ;लए
इनका 8योग एक iयिXत के ;लए भी होता है ।
(2) ‘आप’ श द >वयं के अथ म! भी 8युXत हो जाता है । जैसे*म यह काय आप हW कर
लँ ूगा।
1. 6न न;लwखत वाXयG म! मोटे छपे सवनाम श दोम के भेद का उdचत नाम
छाँटकर ;लwखए*
२. म अपने आप काम कर लँ ूगा।
(क) पुjषवाचक सवनाम (ख) 6नजवाचक सवनाम
(ग) 6नuचयवाचक सवनाम (घ)संबंधवाचक सवनाम।
m
उ तर
co
२. (ख) २. (ख) ३ (ग) ४. (ख) ५. (ग)
2. न)न*ल+खत %नW के उ तर दGिजए
y.
da
१. loZ uke dk lgh fodYi gS µ
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उ तर
क. (२) ख. (४) ग. (४) घ. (४) ड. (२) च. (४) छ. (२) ज. (४)
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उ तर
क. (२) ख. (३) ग. (३) घ. (१) ड. (२)
m
co
y.
da
to
es
di
tu
.s
w
w
w
पयायवाची श द
m
कसी श द*$वशेष के ;लए 8युXत समानाथक श दG को पयायवाची श द कहते ह।
co
ू रे से कंdचत ;भ न होते
य7य$प पयायवाची श द समानाथ\ होते ह क तु भाव म! एक*दस
ह।
y.
da
1.अमत
ृ * सुधा, सोम, पीयूष, अ;मय।
2.असुर* राEस, दै &य, दानव, 6नशाचर।
to
m
%न अ]यास
co
y.
न)न*ल+खत श द का जो पयायवाची श द नहG है ,उसे चुनकर *ल+खए
da
१. अंग
to
२.घोड़ा
di
(क)अuव (ख)घोटक
tu
(ग)घVटका (घ)बािज
.s
३.अहं कार
w
(क)अहं (ख)दं भ
w
(ग)अ;भमान (घ)मVहमा
w
४.आकाश
(क)नभ (ख)अंबर
(ग)गगन (घ)सोम
५.इ q
(क)दे वे q (ख)सुरे q
(ग)सुरेश (घ)रमेश
६.एकांत
(क)अंत (ख)$वजन
(ग)6नजन (घ)शू य
७.कमल
(क)जलज (ख)अ बुज
(ग)नीरज (घ)मनुज
८.श-ु
(क)दuु मन (ख)9रपु
(ग)सखा (घ)वैरW
९.;संह
(क)शेर (ख)केसरW
(ग)मग
ृ (घ) मग
ृ राज
९.हाथ
(क)कर (ख)ह>त
(ग)पाwण (घ)वाणी
१०.अमत
ृ
(क)पीयुष (ख)सुधा
m
(ग)सोम (घ)जल
co
उ तर
y.
१. (घ) २. (ग) ३. (घ) ४. (घ) ५. (घ) ६. (क) ७. (घ) ८. (ग) ९. (घ) १०. (घ)
da
न)न*ल+खत वाLयW म5 युLत रे खांFकत श द का उपयुLत पयायवाची श द चुनकर
to
*ल+खए
es
(क)मनुज (ख)दनुज
(ग)अनुज (घ)$वBज
tu
(क)जंगल (ख)वन
w
(ग)अरsय (घ)उपवन
w
(क)Nोध (ख)दया
(ग)हया (घ)माया
४.इंq =वग के राजा है ।
(क)दे वलोक (ख)नागलोक
(ग)भल
ू ोक (घ)पाताललोक
५.गाँव म! कुछ महा मा आए है ।
(क)आगंतुक (ख)पाहुन
(ग)साधु (घ)अ‡यागत
NवपरGताथक (Nवलोम श द)
अमत
ृ $वष अगम सुगम अ;भमान न‰ता
m
अˆपायु दWघायु अनुgह $वgह अपमान स मान
co
आdtत 6नराdtत अंधकार 8काश अनुज अgज
m
प6तmता कुलटा राजा रं क पाप पुsय
co
राग 7वेष 8लय सिृ fट राo- Vदवस
सप
ु -
ु कुप-
ु सुम6त कुम6त सरस नीरस
G
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3 7 I
उ तर
1. (घ) २. (क) ३. (क) ४. (ख) ५. (घ) ६. (ख) ७. (ग) ८. (ख) ९. (ग) १०.
(ग) ११. (घ) १२. (क) १३. (ग)
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उ तर
१. (ख) २. (ग) ३. (ख) ४. (क) ५. (ख)
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उ तर
m
१.(घ) २. (ख) ३. (ग)
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dु तसम*भ नाथ श द
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da
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O# T < < ! G R( )*
to
1. अनल=आग
es
अ6नल=हवा, वायु
2. उपकार=भलाई, भला करना
di
3. अ न=अनाज
.s
अ य=दस
ू रा
w
4. अणु=कण
w
अनु=पuचात
w
5. ओर=तरफ
और=तथा
6. अ;सत=काला
अ;शत=खाया हुआ
7. अपेEा=तल
ु ना म!
उपेEा=6नरादर, लापरवाहW
8. कल=सद
ुं र, पुरजा
काल=समय
9. अंदर=भीतर
अंतर=भेद
10. अंक=गोद
अंग=दे ह का भाग
11. कुल=वंश
कूल= कनारा
12. अuव=घोड़ा
अuम=प&थर
13. अ;ल=Œमर
आलW=सखी
14. कृ;म=कYट
कृ$ष=खेती
15. अपचार=अपराध उपचार=इलाज
16. अ याय=गैर*इंसाफY
अ या य=दस
ू रे *दस
ू रे
m
17. कृ6त=रचना
co
कृती=6नपुण, प9रtमी
18. आमरण=म&ृ युपय•त
आभरण=गहना y.
da
19. अवसान=अंत
to
आसान=सरल
es
21. इतर=दस
ू रा
tu
इ-=सुगंdधत qiय
.s
23. पjष=कठोर
w
पुjष=आदमी
w
30. गुर=उपाय
गुj=;शEक, भारW
31. gह=सय
ू ,चंq
गह
ृ =घर
32. 8कार=तरह
8ाकार= कला, घेरा
33. चरण=पैर
चारण=भाट
34. dचर=पुराना
चीर=व>-
35. फन=साँप का फन
फ़न=कला
m
36. छ-=छाया
co
E-=Eo-य,शिXत
37. ढWठ=दfु ट,िज•ी
डीठ=ƒिfट y.
da
38. बदन=दे ह
to
वदन=मुख
es
39. तरwण=सूय
तरणी=नौका
di
तुरंग=घोड़ा
.s
41. भवन=घर
w
भव
ु न=संसार
w
42. तcत=गरम
w
तcृ त=संतुfट
43. Vदन=Vदवस
दWन=द9रq
44. भी6त=भय
;भि&त=दWवार
45. दशा=हालत
Vदशा=तरफ़
46. qव=तरल पदार
अथ qiय=धन
47. भाषण=iयाJयान
भीषण=भयंकर
48. धरा=पn
ृ वी
धारा=8वाह
49. नय=नी6त
नव=नया
50. 6नवाण=मोE
6नमाण=बनाना
51. 6नजर=दे वता 6नझर=झरना
52. मत=राय
म6त=बु$‹
53. नेक=अ?छा
नेकु=त6नक
54. पथ=राह
m
पnय=रोगी का आहार
co
55. मद=म>ती
म7य=मVदरा
56. प9रणाम=फल y.
da
प9रमाण=वजन
to
57. मwण=र&न
es
फणी=सप
58. म;लन=मैला
di
लान=मुरझाया हुआ
tu
59. मात=
ृ माता
.s
मा-=केवल
w
60. रW6त=तरWका
w
रWता=खालW
w
61. राज=शासन
राज=रह>य
62. ल;लत=सुंदर
ल;लता=गोपी
63. ल‘य=उ•ेuय
लE=लाख
64. वE=छाती
वE
ृ =पेड़
65. वसन=व>-
iयसन=नशा, आदत
66. वासना=कुि&सत
$वचार बास=गंध
67. व>तु=चीज
वा>तु=मकान
68. $वजन=सुनसान
iयजन=पंखा
69. शंकर=;शव
संकर=;मdtत
70. Vहय=’दय
हय=घोड़ा
71. शर=बाण
सर=तालाब
72. शम=संयम
m
सम=बराबर
co
73. चNवाक=चकवा
चNवात=बवंडर
74. शूर=वीर y.
da
सूर=अंधा
to
75. सुdध=>मरण
es
सुधी=बु$‹मान
76. अभेद=अंतर नहWं
di
77. संघ=समद
ु ाय
.s
संग=साथ
w
78. सग=अDयाय
w
>वग=एक लोक
w
79. 8णय=8ेम
प9रणय=$ववाह
80. समथ=सEम
सामnय=शिXत
81. कVटबंध=कमरबंध
कVटब‹=तैयार
82. Nां6त=$वqोह
Xलां6त=थकावट
83. इंVदरा=ल‘मी
इंqा=इंqाणी
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