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क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान

मध्य रे ल ुससालल
अन्तराष्‍रीय तसणलाता IS:ISO-9001:2008
प्रमाशणत प्रथम क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान
‘तसणलाता नीशत’
“आमची नीशत, ससरशक्षत आशण शलश्लसनीय रे ्‍ले संचालनासा ी ्याष‍त
प्रशिक्षण देणे ल सतत ससधारणां द्वारे ग्राहक संतशस ि ससशनशित करणे आहे”
‘तसणलाता नीशत’
“हमारी नीशत है, ससरशक्षत एलं शलश्लसनीय रे ल संचालन के शलए ्याष‍त
प्रशिक्षण प्रदान करना तथा शनरं तर ससधार द्वारा ग्राहक संतसशि ससशनशित
करना ।”
Quality Policy
Our ‘Policy’ is to impart adequate training for the
purpose of Safe and Reliable train operations, ensuring
‘Customer Satisfaction’ through continual improvement.

फोन–02582-222678 / 224600 रे लले–011 - 54900


फै क्स – 02582-222678 रे लले – 011-54907
लेबसाइट–www.cr.indianrailways.gov.in>Aboutus>Training
Centres>ZRTI/BSL.
रे लनेट – http:\\10.154.26.100\ ई-मेल – zrtibsl@gmail.com

I
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

संस्थान तीत

शलद्या का मंददर है ये, और ज्ञानदी् है ‍यारा,

सबसे उन्नत सबसे अ्‍ ा शिक्षा कद्र हमारा ।

रे ल कमी को संरक्षा के ्ा यहॉं हैं ्ढाते,

संचालन के शनयमों से, अलतत उनको करलाते,

यातायात ससरशक्षत हो यही ्हला ध्येय हमारा ।।1।।

अनसिासन और शिक्षा के संत, सीख साफ सफाई,

आओ इस ्र अमल कर, हम शमलकर सारे ुाई ,

शन्‍ ा से कतष‍य करते, यही शनश्चय है हमारा ।।2।।

दसर्षटना को टाल हम सब, ऐसा कायष करते,

जनसेला म अ्ना तनमन, न्यौ ालर कर दते,

बढ़े प्रशत्‍ ा रे लों कऔ और, मान बढ़ेता हमारा ।।3।।

शलद्या का मंददर है ये, और ज्ञानदी् है ‍यारा,

सबसे उन्नत सबसे अ्‍ ा शिक्षा कद्र हमारा ।

*****

II
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

संरक्षक

संजय कस मार दाि (प्राचायष)

आर.के . दसबे (उ् प्राचायष)

प्रेरणा

जी.्ी .मीणा (सहायक ्ररलहन प्रबंधक)

संकलन

यातायात संकाय

क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

संस्करण: अतस्त - 2019

III
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

यातायात ्ाठ्य सामग्री – प्रारं शुक सहायक लोको ्ायलट

यह ्ाठ्यसामग्री रे लले का कोई प्रमाशणत ग्रन्थ, शनयमालली या मैनअ


स ल

नहीं है । प्रारं शुक सहायक लोको ्ालयट ्द के प्रशिक्षार्थषयों के शलए

अशतररक्त अध्ययन हेतस संस्थान के प्रशिक्षकों द्वारा इसे तैयार दकया तया

है । इसम अन्तर्नषशहत शलयय लस्तस म समय- समय ्र ्ररलतषन होना

संुल है ।

इसे दकसी ुी दिा म कायष्ालन हेतस प्राशधकार न माना जाए । रे ल

कमषचाररयों के शलए ्ररलहन संबंधी मामलों हेतस सामान्य एलं सहायक

शनयम, दसर्षटना शनयमालली तथा संबंशधत अन्य शनयमालशलयों को ही

संदुष के शलए आधार माना जाए । इस ्ाठ्य सामग्री को दकसी ुी रू्

म मानक संदुष ्सस्तक न माना जाए ।

क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान मध्य रे ल ुससालल

IV
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

अनसक्रमशणका
क्र. शललरण ्ृष्ठ सं
1. साधारण शनयम एलं सहायक शनयम 01
2. रे ल सेलकों ्र साधारणत: लातू होने लाले शनयम 03
3. शनयम एलं अनसदि
े (AM, SWR, WTT) 07
4. ्ररुायाएं 12
5. स्टेिनों का लतीकरण 23
6. शसतनल 28
7. मध्यलती ब्लॉक शसतनललंत व्यलस्था 54
8. ्टाखा शसतनल 57
9. धसंध और कोहरे के मौसम मे कमषचाररयों कऔ ड्यूटी 62
10. हाथ शसतनल 65
11. यातायात बोर्ष 71
12. इं शजशनयररं त बोर्ष 75
13. शसतनल एलं कांटो के प्रशत लोको ्ायलट /सहा.लोको ्ायलट 80
के कतषव्य
14. खराब शसतनल दक सूचना देना 81
15. जसर्ला ईंजन 82
16. शसतनलो को ्सकारना (Signal Call out) 82
17. रास्ते कऔ जानकारी 83
18. संचालन ्ध्दशतयााँ 84
19. सीटी कोर् 92
20. अशधकार ्त्र 95
21. सतकष ता आदेि 120
22. खराब शसतनल 124
23. िंरटंत 136
24. स््ीर् चाटष 144
25. तार्ीयो मे एयर प्रेिर ब्रेक का शनयंत्रण 150
26. मालताशियों के शलशुन्न प्रकार के ब्रेक ्ालर प्रमाण ्त्र 153
27. तसड्स एलं कोलचंत स्टॉक के कोर् 154
28. खतरे कऔ जंजीर खींचे जाने ्र ड्यूटी 155

V
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

29. लोको ्ायलट & सहा.लो.्ायलटका शनजी सामान 156


30. लोको ्ायलट द्वारा तार्ी कऔ जांच 157
31. तार्ी को रलाना करना तथा रोकना 158
32. इं शजन को तार्ी से अलत करना 159
33. यात्रा के दौरान लोको ्ायलट तथा सहा. लोको ्ायलट के 160
कतषव्य
34. स्टेिनो ्र लाहनो को शस्थर रखना 161
35. रोर् साइर् स्टेिन से स्टेबल लोर् शक्लयर करना 163
36. र्ाट सेक्िन - कै च साइलर्ंत,स्ली् साइलर्ंत 164
37. सामग्री तािी 166
38. मानसून ्ेरोललंत 169
39. मािषललंत (शलन्यास) 171
40. बिे आयाम का प्रेयण (ODC) 178
41. इन्टरलॉककं त, ्ैनल, RRI, र्ाटालॉतर 181
42. स्टेिन ्र ताशियों को लेना तथा रलाना करना 185
43. प्रस्थान प्राशधकार के शबनाᅠब्लॉक सेक्िन मे तार्ी 187
44. स््ीर्ोमीटर खराब होने ्र / लोको कऔ अतली कै ब खराब 188
45. लोकोमोरटल कऔ लाईट 189
46. हेर् लाईट, सीटी खराब होने ्र संचालन 190
47. इं जन द्वारा तािी को धके लना 191
48. तरम धसरा (Hot Axle) 194
49. शबना ब्रेक यान कऔ तािी का संचालन 196
50. शबना तार्ष के तािी का संचालन 198
असामान्य ्ररशस्थशतयो मे तािी संचालन
51. दोहरी लाईन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होना 201
52. इकहरी लाईन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होना 203
53. दोहरी लाईन ्र अस्थायी इकहरी लाईन संचालन 207
54. ब्लॉक सेक्िन मे इं जन असमथष होना 210
55. ग्रेशर्एंट ्र तािी खिी होना 212
56. ब्लॉक सेक्िन म लोको ्ायलट तािी चलाने म असमथष 213
57. तािी शलखण्र्न 214
VI
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

58. तािी शलुाजन 216


59. रेक म खराबी का ्ता लतने ्र 218
60. रे ल ्थ ्र या तािी मे शलस्फ़ोट 219
61. बचाल के शनयम 220
62. स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत मे कस समय के शलये सुी शसतनल 223
खराब हो तथा संचार के साधन उ्लब्ध हो
58. स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत मे संचार के साधन उ्लब्ध न हो, 225
तथा कस समय के शलये सुी शसतनलो के खराब होने ्र
59. स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत मे दोहरी लाईन सेक्िन ्र इकहरी 226
लाइन का संचालन
60. दसर्षटना 229
61. अ्र्ात प्रबन्ध / सायरन संकेत / ART / MRT 235
62. तािी मे आत लतना 237
63. फ्लैट टायर 238
64. उ्री उ्स्कर(OHE) ररल्ंत 239
65. ्ररचालन शलुात म सूचना प्रौद्योशतकऔ F.O.I.S./ 241

C.O.I.S. / CMS / COA


66. एण्टी कॉशलजन शर्लाईस A.C.D. 250
67. लॉंत हॉंल रेन (Long Haul Train ) 252
68. Abbreviations 254

VII
साधारण शनयम एलं सहायक शनयम
दकसी ुी संत न का कायष ससचारू रू् से संचाशलत करने के शलए, कायष करने के
तरीकों म एकरू्ता होनी आलश्यक है। ुारतीय रे ल ्र ुी यह शसद्धांत लातू होता
है। रे लले एक व्यलसाशयक एलं सरकारी संत न है शजसका उद्देश्य ्ररलहन सेला
उ्लब्ध कराना है। इस हेतस इसम कायष करने कऔ शलशध स््ि शलखी होनी चाशहए।
शजसके शलये रे ल संचालन हेतस शनयम बनाये तये है।
रे लले बोर्ष त न के ्िात प्रथम साधारण शनयम (G.R.) 1 जनलरी 1907
को बनाया तया।
8 शसतंबर 1906 के ्रर्त्र संख्या RT-89-A/5 के शनयमों के अन्ततषत रे लले
बोर्ष ने सरकार द्वारा प्रिाशसत उन सुी शनयमों को शजनका उ्योत उस समय कऔ
रे लों द्वारा याशत्रयों, माल एलं ्िसओं के ्ररलहन के शलये होना आलश्यक था, को
बनाया तया और यह शनदेि ददया तया दक यह शनयम 1 जूलाई 1929 से लातू होंते।
इस प्रकार साधारण शनयमों का संिोधन 1929 म दकया तया ।
्रन्तस उन साधारण शनयमों म ुी शनम्नशलशखत कारणों से संिोधन करने कऔ
आलश्यकता महसूस कऔ तई-
i) शसतनल तथा अंत्ाषिन एलं कयषण प्रणाली मे हुई महाल्ूणष प्रतशत।
ii) रे ल दसर्षटना सशमशत 1962 और रे ल दसर्टष ना जॉच सशमशत 1968 द्वारा इसम
संिोधन करने कऔ शसफ़ाररि कऔ तयी दक, ये शनयम के लल लतषमान
्ररशस्थशतयों के अनसरू् न होकर ुशल्‍य कऔ ्ररशस्थशतयों के ुी अनसकूल हों।
iii) शलतत लयों मे हुए तकनीकऔ ्ररलतषनों को शनयमों मे समाशहत करने कऔ
आलश्यकता।
इस उद्देश्य से रेलले बोर्ष द्वारा 1968 मे यातायात एलं शसग्नल शलुातों के अशधकाररयों
कऔ एक सशमशत का त न दकया तया। उक्त सशमशत द्वारा फ़रलरी 1970 मे शनयमों का
एक मसौदा बोर्ष के शलचाराथष प्रस्तसत दकया तया। रे ल संरक्षा आयोत ने इस मसौदे मे
कस संिोधन करने कऔ शसफ़ाररि कऔ थी।
रे ल संरक्षा आयोत, रे ल दसर्षटना सशमशत 1962 एलं रे ल दसर्षटना जॉच सशमशत1968 कऔ
शसफ़ाररिों को ध्यान मे रखकर सदस्य-यातायात द्वारा शसतम्बर-1972 मे यह शनिय
दकया दक ऐसे साधारण शनयमों मे संिोधन दकया जाय जो दक तकनीकऔ ्ररलतषन के
कारण आलश्यक हो तये है या शजनकऔ उ्योशतता समाप्त हो चसकऔ है।
लतषमान मे 1976 मे जारी साधारण शनयम प्रुाली है। समय-समय ्र कायषकारी
शनदेिक (संरक्षा) रे लले बोर्ष, साधारण शनयमों से सम्बशन्धत िसशद्ध ्त्र जारी करते है।

1
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

सहायक शनयम - सहायक शनयम का अशुप्राय उस शलिेय अनसदि े से है जो तासंबन्धी


साधारण शनयम का सहायक है तथा दकसी साधारण शनयम के शलरूद्ध नही हैं।
सहायक शनयम क्षेत्रीय रे ल द्वारा जारी दकये जाते है। मध्य रे लले ्र सहायक शनयमों
को बनाने का अशधकार प्रधान मसख्य ्ररचालन प्रबन्धक को है।
साधारण एलं सहायक शनयमों कऔ आलश्यकता:
1. ुारतीय रे ल ्र तािी संचालन मे एकरू्ता हेतस साधारण शनयम बनाये तये हैं।
2. याशत्रयों कऔ संरक्षा एलं ससरक्षा को ध्यान म रखकर बनाये तये हैं।
3. शलशुन्न ्ररशस्थशतयों मे कमषचाररयों को दकस प्रकार से ताशियों का संचालन
करना है इसको ध्यान म रखकर शनयम बनाये तये हैं।
4. समय-समय ्र क्षेत्रीय रे लों कऔ आलश्यकता साधारण शनयम से ्ूणष नहीं हो
्ाती है, शजस हेतस अ्नी आलश्यकताओं को ्ूणष करने के शलये सहायक शनयम
बनाये तये हैं।

साधारण शनयम एलं सहायक शनयम मे अंतर:

क्र. साधारण शनयम सहायक शनयम


साधारण शनयम रे लले बोर्ष द्वारा सहायक शनयम क्षेत्रीय रे लले के
1.
बनाये जाते है। प्राशधकृ त अशधकारी (प्र.मसख्य ्रर-
चालन प्रबन्धक)द्वारा बनाये जाते है।
साधारण शनयम ुारतीय रे लों ्र सहायक शनयम क्षेत्रीय रे लों ्र
2.
उ्लब्ध साधनों और ्ररशस्थशतयों उ्लब्ध साधनों और ्ररशस्थशतयों
को ध्यान मे रखकर बनाये जाते है। को ध्यान मे रखकर बनाये जाते है।
साधारण शनयम सम््ूणष ुारतीय रे लों सहायक शनयम के लल उसी क्षेत्रीय
3.
्र समान रू् से लातू हैं। रे लले ्र लातू हैं शजनके शलये ये
बनाये तये है।
साधारण शनयम ्सस्तक मे मोटे अक्षरों सहायक शनयम ्सस्तक मे बारीक
4.
मे ा्े तये हैं। अक्षरों मे ा्े तये है।
साधारण शनयम ्सस्तक मे 18 सहायक शनयमों का अलत से अध्याय
5.
अध्यायों मे क्रमबद्ध मसदद्रत दकये तये नही है।
हैं।

2
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

रे ल सेलकों ्र साधारणतया लातू होने लाले शनयम


GR.2.01 - शनयमों कऔ प्रशत देना :-
क) रे ल प्रिासन -
1. प्रायेक स्टेिन को,
2. इं जन िेर् को तथा
3.क) ऐसे अन्य कायाषलयों को जो लह शनधाषररत करे , को शनयमों कऔ एक प्रशत देता।
ख) प्रायेक रे ल सेलक को, शजसे उक्त शनयमों द्वारा कोई शनशित शजम्मेदारी सौ्ी तई
है, शनयमों या उसके कायष से सम्बंशधत ुात कऔ एक प्रशत देता।
त) दकसी ुी रेल सेलक को उक्त शनयमों कऔ प्रशत या उसके कायष से सम्बंशधत उन
ुातों का अनसलाद देता, जो शलिेय अनसदि
े ों द्वारा शनधाषररत दकये तये है।
4. शनयमों कऔ प्रशत हार्ष या सॉफ्ट कॉ्ी म होती।
GR. 2.02 - शनयमों कऔ प्रशत कऔ देखुाल :- प्रायेक रे ल सेलक शजसे शनयम 2.01 के
तहत यथा शनधाषररत शनयमों कऔ प्रशत दी तई है -
i) उसमे सुी िसशद्ध ्त्रों का समालेि करके उसे अद्यतन रखेता।
ii) अ्ने दकसी ुी लररष्ठ अशधकारी कऔ मांत ्र प्रस्तसत करे ता।
iii) प्रशत खो जाने ्र या खराब हो जाने ्र अ्ने लररष्ठ अशधकारी से एक नई
प्रशत प्राप्त करे ता।
iv) यह ससशनशित करे ता दक उसके अधीन कमषचाररयों को सुी िसशद्ध ्त्र शमल
तये है और ले इस शनयम के उ्बन्धों का ्ालन कर रहे है ।
v) प्रायेक रे ल कमषचारी, शजसे शनधाषररत शनयम 2.01 के तहत इन शनयमों
कऔ प्रशतयों दी तई है उन्ह अ्ने लररि द्वारा मांत दकए जाने ्र एक
सप्ताह के अन्दर प्रस्तसत करना होता । शजसे संबंशधत लररष्ठों द्वारा
प्रमाशणत दकया जाए । शर््ो प्रुारी तीन माह म एक बार शनयम
्सशस्तकाओं (हार्ष/ सॉफ्ट प्रशत) कऔ जांच करते ।
GR. 2.03 - शनयमों कऔ जानकारी :- प्रायेक रे ल सेलक-
i) अ्नी ड्यूटी से सम्बंशधत शनयमों से ्ररशचत रहेता चाहे उसे शनयमों कऔ
प्रशत दी तयी है या नहीं ।
ii) यदद कोई ्रीक्षाएं शनधाषररत कऔ तई है तो लह उन्ह ्ास करे ता।
iii) यदद आलश्यक है तो अ्ने अधीन कायष करने लाले कमषचाररयों को शनयम
समझायेता जो उन्हे लातू होते है।

3
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

iv) दकसी अन्य रे ्‍ले के कमषचाररयों को शजन्ह इस रे ल ्र तािी चलानी है


उनकऔ ्रीक्षा इस रे ्‍ले के यातायात शनररक्षक द्वारा अलश्य लेनी चाशहए
तथा कमषचाररयों से इस बात कऔ शलशखत र्ोयणा लेनी चाशहए दक उन्ह
इस रे लले के शनयमों कऔ जानकारी है ।
v) शजन रे ल कमषचाररयों को अ्नी ड्यूटी ीक तरह से करने के शलए चश्मा
लताना शनधाषररत दकया तया हो उन्ह ड्यूटी ्र चश्मा अलश्य लताना
चाशहये। लोको ्ायलट दल के ्ास, दो चश्मे अलश्य होने चाशहये।
vi) ऑटोमेरटक सेक्िन म कायष करने लाले तार्ष, लोको ्ायलट लयष म एक
ददन के शलए संबंशधत मंर्ल म सर्न ्ाठ्यक्रम हेतू ुेजे जाऐंते ।
GR.2.04 शनयम ्ालन म सहयोत :- प्रायेक रे ल सेलक इन शनयमों के ्ालन म
सहयोत देता और यदद उसे इन शनयमों के दकसी ुंत का ्ता चलता है तो लह तसरन्त
इसकऔ रर्ोटष अ्ने लररष्ठ अशधकारी तथा अन्य सम्बंशधत प्राशधकारी को देता।
GR. 2.05 अशतचार (रेस्ालसंत) नसकसान या हाशन कऔ रोकथाम:-
i) प्रायेक रे ल सेलक, रे ल प्रिासन कऔ सुी सम््शि कऔ ससरक्षा और रक्षा के शलए
शजम्मेदार रहेता, जो उसके चाजष म है।
ii) प्रायेक रे ल सेलक शनम्नशलशखत बातों को रोकने का ्ूरा प्रयास करे ता –
a) रे ल ्ररसरों म अशतचार,
b) रे ल सं्शि कऔ चोरी, नसकसान या हाशन,
c) स्लयं या अन्य लोतो को क्षशत , और
d) रे ल ्ररसरों म आत लतना।
GR. 2.06 शनयमों और आदेिों का ्ालन:-
प्रायेक रे ल सेलक सुी शनयमों और शलिेय अनसदिे ों का तथा अ्ने लररष्ठ अशधकाररयों
के सुी शलशध संतत आदेिों का ्ालन करे ता।

GR. 2.07 - ड्यूटी ्र उ्शस्थशत :-


प्रायेक रे ल सेलक ऐसे समय और स्थान ्र तथा उतनी अलशध के शलये उ्शस्थत
रहेता जो इस बारे म रे ल प्रिासन शनशित करे और यदद दकसी अन्य समय और स्थान
्र उसकऔ सेलाओं कऔ आलश्यकता ्िती है तो लहॉं ुी उ्शस्थत होता ।

4
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

GR. 2.08 - ड्यूटी से अनस्शस्थशत :-


1) कोई रे ल सेलक अ्ने लररष्ठ अशधकारी कऔ अनसमशत के शबना ड्यूटी से अनस्शस्थत
नहीं होता। अ्नी उ्शस्थशत के शलए शनयत र्ंटों म ्ररलतषन नहीं करे ता या दकसी
अन्य रे ल सेलक से अ्नी ड्यूटी नहीं बदलेता।
2) यदद ड्यूटी करता हुआ कोई रे ल सेलक बीमारी के आधार ्र ड्यूटी से अनस्शस्थत
होना चाहता है तो लह तसरन्त इसकऔ सूचना अ्ने लररष्ठ अशधकारी को देता और तब
तक अ्नी ड्यूटी से नहीं हटेता जब तक दक उस काम ्र दकसी सक्षम रेल सेलक को
नहीं लता ददया जाता।
GR. 2.09:- मददरा तथा अन्य निीली, बेहोिी, नींद लाने लाली या उिेजक दलाओं
या उससे बनी अन्य लस्तसओं का सेलन:-
i) ड्यूटी ्र तैनात कोई ुी रे ल सेलक चाहे लह तािी संचालन से सीधा सम्बशन्धत
है या नहीं, निे कऔ अलस्था म या खसमारी कऔ अलस्था म नहीं रहेता शजससे
ड्यूटी के दौरान उसकऔ कायष करने कऔ क्षमता क्षीण हों।
ii) तािी के संचालन से सीधा संबंशधत कोई रे ल सेलक अ्नी ड्यूटी आरम्ु करने से
आ र्ंटे के ुीतर दकसी ुी प्रकार के निीले ्दाथों का सेलन नहीं करे ता।
iii) ्यषलेक्षण कमषचाररयों को यह ससशनशित करना चाशहए दक उनके अधीन कायष
करने लाले कमषचारी काम ्र आते समय या काम के दौरान निे कऔ हालत म न
हों। जब कोई कमषचारी निे कऔ हालत मे ्ाया जाता है या उस ्र इस बारे म
सन्देह हो तो तसरन्त उसके ररलीलर कऔ व्यलस्था करे ता और यथा संुल िीघ्र
र्ॉक्टर से उसकऔ जॉच करायेता। यदद संुल हो तो दो शन्‍्क्ष तलाहों कऔ
शलशखत साक्षी ुी प्राप्त करे ता।
GR 2.10. रे ल सेलकों का आचरण- प्रायेक रे ल सेलक-
क) ड्यूटी के समय लदी यदद शनधाषररत कऔ तई है तो शनधाषररत तणलेि मे रहेता
ख) चसस्त, सभ्य एलं शिि रहेता
त) अलैध ्ाररतोशयक न तो मॉतेता और न ही स्लीकार करे ता
र्) जनता को उशचत सहायता देता तथा
र्) ्ू े जाने ्र अ्ना नाम और ्दनाम बतायेता।

5
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

GR 2.11 संरक्षा ससदढृ करने का कतषव्य -


(1) प्रायेक रे ल सेलक
(क) जनता कऔ संरक्षा ससशनशित करने के शलए ्ूरा प्रयत्न करे ता।
(ख) ऐसी हर र्टना कऔ, शजसका उसे ्ता लते और शजससे रे ल के ससरशक्षत या
उशचत कायषचालन ्र असर ्र्ता हो, रर्ोटष तसरंत अ्ने लररष्ठ अशधकारी को
देता, और
(त) दसर्षटना अथला अलरोध उा्न्न होने ्र तथा मांत कऔ जाने ्र सुी संुल
सहायता देता।
(2) यदद कोई रे ल सेलक यह देखता है दक -
(क) कोई शसग्नल खराब है,
(ख) रे ल ्थ अथला शनमाषण के दकसी ुात म कोई अलरोध या खराबी है या
उसकऔ संुालना है।
(त) तार्ी म कोई खराबी है, अथला
(र्) कोई ऐसी असाधारण ्ररशस्थतीयॉ हैं शजनके कारण ताशर्यो के शनरा्द
्ररचालन म अथला जनता कऔ संरक्षा म, कोई बाधा ्र्ने कऔ संुालना हे,
तो लह दसर्षटना रोकने के शलए उस ्ररशस्थशत म ताकाल आलश्यक सुी
कारष लाई करे ता और यदद आलश्यक है तो यथासंुल िीघ्र, साधनो द्वारा सबसे समी्
के स्टेिन मास्टर को उसकऔ सूचना देता।
्रं तस यदद तार्ी शलुाशजत हो तई हो, तो लह रोक (स्टा्) हैंर् शसतनल नही
ददखायेता बश्‍क शच्‍लाकर, संकेत करके या अन्य दूसरे तरीकों से ड्रायलर या तार्ष का
ध्यान आकर्यषत करने का प्रयत्न करे ता।
(3) यदद ड्रायलर कऔ राय म इं जन म दकसी प्रकार कऔ असमानता या ददक्कत है तो
ड्रायलर को अ्ने शललेक के अनससार तार्ी कऔ तशत उतनी कम कर देनी चाशहए
शजतनी कऔ लह ससरशक्षत समझे और तसरंत ्ूणष शस्थशत कऔ जानकारी र्ीजल ्ालर
कं रोलर/ रेक्िन लोको कं रोलर को देनी चाशहए। र्ीजल ्ालर कं रोलर/ रेक्िन
लोको कं रोलर तसरंत ही इसकऔ जानकारी ्ालर तथा रेक्िन अशधकाररयो को देते।
इं जन ्सन: चलाने से ्हले इन अशधकाररयों कऔ अनसमशत लेनी चाशहए, यह शनदेि
सुी प्रकार के इं जनो के शलए लातू होंते।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

शनयम एलं अनसदि


े -

अन्य शनयम ्सस्तकों का संशक्षप्त ्ररचय-


1. दसर्षटना शनयमालली
2. स्टेिन संचालन शनयम
3. कायष संचालन समय सारणी

1. दसर्टष ना शनयमालली (Accident Manual)-2003


यह शनयमालली क्षेत्रीय रे ल के प्रधान मसख्य ्ररचालन प्रबन्धक (PCOM.) तथा
मसख्य ्ररलहन योजना प्रबंधक (CPTM) द्वारा बनाये जाते हैं। इसम 8 अध्याय
एलं 27 ्ररशिि है शजसम शनम्नशलशखत महाल्ूणष बात शलखी होती हैं-
i) महाल्ूणष ्ररुायाएं
ii) दसर्षटनाओं का लतीकरण
iii) दसर्षटना तथा अन्य असामान्य र्टनाओं कऔ सूचना देना।
iv) दसर्षटना के समय शलशुन्न कमषचाररयों के कतषव्य।
v) दसर्षटना के समय दकये जाने लाले राहत कायष।
vi) तोिफ़ोि या रेन रे ककं त (Train Wrecking) के समय कऔ जाने लाली
कायषलाही।
vii) असामान्य र्टनाओं के समय कऔ जाने लाली कायषलाही।
viii) दसर्षटना कऔ जॉच एलं ्ू ता ।
ix) जॉच रर्ोटष का शन्टारा।
x) रे ल संरक्षा आयसक्त द्वारा दसर्षटना कऔ जॉच।
xi) खराब मौसम कऔ चेतालनी प्राप्त होने ्र कऔ जाने लाली कायषलाही
इायादद।
लतषमान मे 2003 का संिोशधत संस्करण लातू है। दसर्षटना शनयमालली ्सस्तक तािी
संचालन से सम्बशन्धत कमषचाररयों को दी जाती है। प्रायेक कमषचारी को दसर्षटना के
समय कऔ जाने लाली कायषलाही का ्ूणष ज्ञान होना चाशहये।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

2. स्टेिन संचालन शनयम (Station Working Rule)-


(GR 5.06, SR 5.06-1, SR 5.06-2)
साधारण शनयम ुारतीय रे लों ्र उ्लब्ध ुौतोशलक ्ररशस्थशतयों ्र
आधाररत होते हैं तथा सहायक शनयम क्षेत्रीय रे ल ्र उ्लब्ध ुौतोशलक
्ररशस्थशतयों ्र आधाररत होते हैं। इसी प्रकार से स्टेिन संचालन शनयम उस स्टेिन
कऔ ुौतोशलक ्ररशस्थशतयों ्र आधाररत होते है।
स्टेिन संचालन शनयम स्टेिन के कायष से सम्बशन्धत शनयमों का ऐसा समूह
है शजसम स्टेिन ्र सामान्य एलं असामान्य शस्थशत मे कायष करने का शललरण शलखा
होता है। प्रायेक स्टेिन संचालन शनयम (SWR) का अलत-अलत क्रमांक होता है।
प्रायेक स्टेिन कऔ शलिेयताएं एलं आलश्यकताएं अलत-अलत होती है शजसके शलये
प्रायेक स्टेिन का स्टेिन संचालन शनयम अलत-अलत होता है।
स्टेिन संचालन शनयमों को जारी करना-
स्टेिन संचालन बनाने के शलए प्राशधकृ त अशधकारी मंर्ल रे ल प्रबंधक होते है।
इण्टरलॉक स्टेिन हेतस - इन स्टेिनों के स्टेिन संचालन शनयम लरर. मं.् प्र.
.(Sr.DOM) तथा लरर. मं.शस.एलं दू.सं. इं शज.(Sr.DSTE) द्वारा संयसक्त रु् से जारी
दकये जाते है।
नॉन इण्टरलॉक स्टेिन हेतस- इन स्टेिनों के स्टेिन संचालन शनयम लरर. मं.्
प्र..(Sr.DOM) तथा लरर मंर्ल इं जी. (Sr.DEN) द्वारा जारी दकये जाते है।
यदद दकसी स्टेिन ्र यातायात का ससरशक्षत संचालन करने के शलये
साधारण शनयम से ू ट प्राप्त करने या शलिेय अनसदि े जारी करने कऔ आलश्यकता हो
तो मंर्ल रे ल प्रबन्धक CSTE के माध्यम से COM को शलखते जो रे ल संरक्षा आयसक्त
(CRS) से अनसमशत लते।
शलिेय श्रेणी स्टेिन के संचालन शनयमों को रे ल संरक्षा आयसक्त द्वारा अनसमोददत दकया
जाना आलश्यक है।
स्टेिन संचालन शनयम कऔ लैधता -
1. स्टेिन संचालन शनयम जारी करने कऔ शतशथ से 5 लयष तक उ्योत मे लाये जाते
है तथा 5 लयष के उ्रान्त इनका नलीनीकरण दकया जाना आलश्यक है
2. 5 लयष कऔ अलशध ्ूणष होने के ्ूलष यदद इसम दकसी संिोधन कऔ आलश्यकता
होती है तो इसके शलये िसशद्ध ्त्र जारी दकया जाता है। लेदकन यदद ्ॉंच िसशद्ध
्त्र ्हले ही जारी हो चसके हैं और इसम ्सन: संिोधन कऔ आलश्यकता हो तो
नया िसशद्ध ्त्र जारी न करके स्टे.सं.शन.(SWR) का नलीनीकरण दकया जाएता,
ुले ही 5 लयष ्ूणष न हुये हों ।
3. नलीनीकरण करते समय ्ूलष म जारी सुी िसशद्ध ्त्रों को िाशमल कर शलया
जाएता।
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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

4. स्टे.सं.शन.(SWR) कऔ दो प्रशतयॉ होती है। एक प्रशत स्टेिन मास्टर के ्ास तथा


दूसरी प्रशत कायष ्र उ्शस्थत (ऑन ड्यूटी) सहा.स्टे.मा. (ASM) के ्ास होती
है।

स्टेिन संचालन शनयम का प्रारू् -


स्टेिन संचालन शनयम म 12 ुात तथा 8 ्ररशिि होती है शजनका शललरण
शनम्नशलशखत है -
1. स्टेिन का शचत्र (Diagram)- इसम स्टेिन का ्ूणष आरे ख (Lay out) होता
है।
2. स्टेिन का शललरण-
स्टेिन कऔ श्रेणी, इण्टरलॉककं त का मानक तथा स्टेिन का दक.मी. नं.
आदद।
 दोनों ओर के ब्लॉक स्टेिनों के नाम एलं उनकऔ दूरी।
 दोनो ददिाओ मे ब्लॉक सेक्िन का शललरण।
 मसख्यालय से दूरी ।
 उतार-चढाल।
 स्टेिन आरे ख का शललरण।
 सम्ार फ़ाटक का शललरण।
3. तािी संचालन ्द्धशत का शललरण।
4. शसग्नललंत एलं इण्टरलॉककं त।
5. संचार के उ्लब्ध साधनों का शललरण।
6. सामान्य तािी संचालन-
i. ड्यूटी रोस्टर
ii. लाइन शक्लयर देने कऔ ितें
iii. स्टेिन ्र तािी लेते समय शलिेय शस्थशत
iv. शसतनल ऑफ़ करने कऔ ितें।
v. साइमलटेशनयस ररसे‍िन या ताशियों कऔ क्रॉलसंत।
vi. सेक्िन शक्लयर करने कऔ ितें।
vii. तािी को रलाना करना।
viii. तािी को थ्रू ुेजना।
ix. मोटर-राली, सामग्री तािी के संचालन हेतस शलिेय उ्बन्ध।
7. लाइन को अलरूद्ध करना।
8. िंरटंत तथा प्रशतबंध।
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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

9. असामान्य संचालन
 सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र ताशियों का संचालन, दोहरी
लाईन ्र अस्थायी इकहरी लाईन संचालन (टी. एस.एल. लर्किं त)।
 अलरूद्ध ब्लॉक सेक्िन मे सहायता इं जन या सहायता तािी ुेजना।
10. दृश्यता ्ररक्षण लक्ष्य।
11. आलश्यक संरक्षा उ्करण - ्ररशिि E के अनससार
12. कस हाशसयो के नाम
्ररशििों का शललरण
्ररशिि A- सम्ार फ़ाटक कऔ कायषप्रणाली।
्ररशिि B- शसग्नललंत एलं इण्टरलॉककं त एलं संचालन ्द्धशत
्ररशिि C- एण्टी कॉशलजन र्ीलाईस
्ररशिि D- कमषचारी के कायष का शललरण।
्ररशिि E- स्टेिन ्र आलश्यक उ्करण कऔ सूची।
्ररशिि F- आई.बी.एस./ र्ी क्लास स्टेिन कऔ जानकारी
्ररशिि G - शलद्यसशतकृ त सेक्िन म ताशियों का संचालन
्ररशिि H - स्टेिन का इशतहास

3. कायषसच
ं ालन समय सारणी (Working Time Table)
1. संचालन समय सारणी क्षेत्रीय रे ्‍ले द्वारा अ्ने मंर्लो के शलए अलत अलत बनाई
जाती है।
2. संचालन समय सारणी को प्रशतलयष जसलाई माह म प्रकाशित कऔ जाती है।
3. संचालन समय सारणी संयसक्त रु् से प्रधान मसख्य ्ररचालन प्रबंधक (PCOM)
एलं मसख्य यात्री ्ररलहन प्रबंधक (CPTM) द्वारा जारी कऔ जाती है । उ्नतरीय
ताशियों का समय सारणी संयसक्त रू् से PCOM, CPTM एलं DRM द्वारा जारी
कऔ जाती है।
4. संचालन समय सारणी कऔ प्रशत रे ल संचालन से जसर्े कमषचाररयों को दी जाती है।
जैसे लोको ्ायलट , तार्ष, स्टेिन मास्टर, रे ल ्थ शनरीक्षक, लोको शनरीक्षक,
यातायात शनरीक्षक ईायादद ।
5. संचालन समय सारणी म मसख्य रु् से शनम्नशलशखत बाते होती है -
a) मंर्ल का नक्िा एलं रुट दकलोमीटर

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

b) मंर्ल के सुी स्टेिनो के नाम, उनकऔ मसख्यालय से तथा आ्स मे दूरी, श्रेणी,
इं टरलॉककं त का मानक, शसतनललंत व्यलस्था तथा ्ररचालन के दृशिकोण से
उ्लब्ध ससशलधाए ।
c) प्रायेक स्टेिन ्र मंर्ल मे चलने लाली प्रायेक मेल एक्सप्रेस, सलारी तार्ी के
आने, जाने अथला थ्रू जाने का समय तथा ्शब्लक शर््ाचषर।
d) मंर्ल मे चलने लाली प्रायेक मेल एक्सप्रेस, सलारी तार्ी का अशधकतम लोर्,
अशधकतम अनसमय
े तशत तथा उसकऔ बारं बारता।
e) सेक्िन के अनससार मालतार्ी का अशधकतम लोर्, टनेज, इसके अनससार इं जन
तथा बैंककं त इं जन का उ्‍लेख।
f) कॉिन नोटीस स्टेिन का तथा स्थायी तशत प्रशतबंध का उ्‍लेख।
g) सम्ार फाटक कऔ सूची, श्रेणी तथा उसका शनयंशत्रत स्टेिन।
h) रेदफक, लोको तथा इं शजनीयररं त तेन (अलॉउन्स) का उ्‍लेख।
i) कॉररर्ोर ब्लॉक के शलए उ्लब्ध समय।
j) बी ्ी सी, ब्रेक बाइं लर्ंत, फ्लेट टायर, कं टीन्यूटी टेस्ट, क्लैम्् लैतन, इं जन सीटी
कोर्, शलशुन्न अशधकार ्त्रों कऔ जानकारी .
k) इसके अलाला असामान्य ्ररशस्थतीयो मे रे ल संचालन से जसर्े कमीयो हेतस ददिा
शनदेि एलं जारी दकये तये संयसक्त ्रर्त्र ुी होते है ।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

्ररुायाएं
1. अशधशनयम - का अशुप्राय रे ल अशधशनयम 1989 (1989 का 24लां) है।
2. ्याषप्त दूरी - का अशुप्राय संरक्षा ससशनशित करने के शलये ्याषप्त दूरी है।
यह दो प्रकार कऔ होती है -
(क) ब्लॉक ओलरलै्
(ख) शसतनल ओलरलै्
(क) ब्लॉक ओलरलै्
दकसी तार्ी को लाइन शक्लयर देने के शलए प्रथम रोक शसतनल के आते जो ्याषप्त
दूरी रखी जाती है उसे ब्लॉक ओलरलै् कहते है। यह ्याषप्त दूरी श् ले ब्लॉक
सेक्िन का ुात होती है। जब तक अनसमोददत शलिेय अनसदि े न ददए जाये यह ब्लॉक
ओलरलै् दो संकेती शसतनल व्यलस्था मे 400 मीटर और बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था
180 मीटर से कम नही होती।
ध्यान द -
 ब्लॉक ओलरलै् श् ले ब्लाक सेक्िन का ुात होता है।
(ख) शसतनल ओलरलै् तार्ी को स्टेिन ्र र्ायरे क्ट एर्शमट करने के शलए जो
्याषप्त दूरी रखी जाती है उसे शसतनल ओलरलै् कहते है, यह दोहरी लाइन ्र
प्रस्थान शसतनल के आते तथा इकहरी लाइन ्र बाह्यतम अनसमखस कॉटो के आते
होती है। जब तक अनसमोददत शलिेय अनसदि
े न ददए जाये यह शसतनल ओलरलै् दो
संकेती शसतनल व्यलस्था मे 180 मीटर और बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था 120 मीटर
से कम नही होती।
3. प्रलेि प्रकािन- इसका अशुप्राय तािी ्हुाँचने ्र स्लत:शनयंशत्रत शसतनलों के
प्रकािन कऔ व्यलस्था से है :-
सहायक शनयम (SR) 1.02 (3)-1- मध्य रे ल ्र प्रलेि प्रकाशित शसग्नलों कऔ
व्यलस्था नहीं हैं।
4. अनसमोददत शलिेय अनसदि
े - का अशुप्राय रे ल संरक्षा आयसक्त द्वारा अनसमोददत या
शनधाषररत शलिेय अनसदि
े से है।
5. प्राशधकृ त अशधकारी - (SR 1.02 -1)- का अशुप्राय रे ल प्रिासन के साधारण या
शलिेय आदेि द्वारा, नाम से अथला ्द के आधार ्र अनसदि
े देने या कोई अन्य कायष
करने के शलये सिक्त दकये तये दकसी व्यशक्त से है।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

(क) महाप्रबन्धक के द्वारा मसख्य ्ररचालन प्रबन्धक को एक शलिेय आदेि के द्वारा


उनके नाम से प्राशधकृ त दकया है, और ले रेल अशधशनयम 1989 (24लां ुात) कऔ धारा
60 एलं 87 जो दक उ्- धारा (1) के अन्ततषत हैं, से उन्ह इस शनयम के अन्ततषत
प्राशधकृ त अशधकारी शनयसक्त दकया है।
(ख) मसख्य ्ररचालन प्रबन्धक ही सहायक शनयम बनाने एलं बदलने के शलये
प्राशधकृ त है।
(त) सुी सहायक शनयम सामान्य शनयमों के अनसरू् होंते।
6. प्रस्थान प्राशधकार- प्रस्थान प्राशधकार का अशुप्राय संचालन ्द्धशत के अधीन
दकसी तािी के लोको ्ायलट को अ्नी तािी के साथ ब्लॉक सेक्िन मे प्रलेि करने
के शलये ददये तये प्राशधकार से है।
अ) दोहरी लाइन ्र प्रस्थान प्राशधकार अशन्तम रोक शसग्नल का ऑफ़ होना है। यदद
अंशतम रोक शसग्नल को ऑफ़ करना संुल न हो तो T/369 (3b) शजस ्र अतले
ब्लॉक स्टेिन से लाइन क्लीयर म प्राप्त प्राईलेट नं. शलखा होता, लोको ्ायलट
को प्रस्थान प्राशधकार के रू् म ददया जाएता।
ब) इकहरी लाइन-
i) जहॉ टोकन लाले ब्लॉक उ्करण लते है, लहॉं टोकन का शमलना प्रस्थान प्राशधकार
है। यदद टोकन लाले ब्लॉक उ्करण से टोकन शनकालना संुल नहीं है तो ्े्र
लाईन शक्लयर रटकट (T/C-1425-अ् ददिा तथा T/D 1425 र्ाउन ददिा के
शलये) प्रस्थान प्राशधकार के रू् म ददया जाएता।
ii) जहॉ टोकनलेस ब्लॉक उ्करण लते है या रैक सर्कष ट/ एक्सल काउं टर से लाईन
शक्लयर शलया जाता है लहॉ ्र प्रस्थान प्राशधकार अशन्तम रोक शसतनल का ऑफ़
होना है। यदद अंशतम रोक शसतनल को ऑफ करना संुल नहीं है तो ्े्र लाईन
शक्लयर प्रस्थान प्राशधकार के रू् म ददया जाएता।
iii)जहॉ दकसी ुी प्रकार के ब्लॉक उ्करण नहीं लते हो तो लोको ्ायलट को ्े्र
लाइन शक्लयर रटकट (T/C-1425-अ् ददिा तथा T/D 1425 र्ाउन ददिा के
शलये) प्रस्थान प्राशधकार के रू् म ददया जाएता।

ध्यान द -
 दोहरी लाइन ्र टोकन लाले ब्लाक उ्करण नहीं होते है।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

7.एक्सल काऊंटर- इसका अशुप्राय रे ल ्थ ्र दो स्थानों ्र लताये तये ऐसे


शलद्यसत यंत्र से है जो उनके बीच आने तथा जाने लाली एक्सल कऔ तणना द्वारा यह
शसद्ध करता है दक उन दो स्थानों के बीच रे ल ्थ खाली है या ुरा हुआ है।
8. ब्लॉक बैक- ब्लॉक बैक का अशुप्राय दोहरी लाइन ्र श् ले शनकटलती ब्लॉक
स्टेिनों को और इकहरी लाईन ्र अतले एलं श् ले दोनो शनकटलती ब्लॉक स्टेिन
को दकसी ब्लॉक स्टेिन से यह संदि
े ुेजने से है दक ब्लॉक सेक्िन अलरूद्ध है या
अलरूद्ध होने लाला है।
9. ब्लॉक फ़ारलर्ष- इसका अशुप्राय दोहरी लाइन ्र दकसी ब्लॉक स्टेिन से अतले
शनकटलती ब्लॉक स्टेिन को यह सूचना ुेजने से है दक आते का ब्लॉक सेक्िन
अलरुद्ध होने लाला है या अलरुद्ध है।
10. ब्लॉक सेक्िन- ब्लॉक सेक्िन का अशुप्राय दो ब्लॉक स्टेिनों के बीच ्ररचाशलत
लाइन के उस खण्र् से है शजस ्र ब्लॉक सेक्िन कऔ दूसरी ओर के ब्लॉक स्टेिन से
लाइन क्लीयर शमले शबना कोई ्ररचाशलत तािी प्रलेि नही कर सकती है ।

11. के न्द्रीकृ त यातायात शनयंत्रण- इसका अशुप्राय उस प्रणाली से है शजसम उस


मातष ्र, जहॉ यह प्रणाली लातू है, ताशियों का संचालन दकसी दूरलती शनर्दषि स्थान
से शनयंशत्रत स्थालर (दफ़क्स्र्) शसग्नलों द्वारा िाशसत होता है ।
12. के न्द्रीकृ त यातायात शनयंत्रण ्ररचालक - इसका अशुप्राय ड्यूटी ्र तैनात उस
व्यशक्त से है जो के न्द्रीकृ त यातायात शनयंत्रण मे ताशियों के संचालन के शलये उस
समय शजम्मेदार है।
13. मसख्य रे ल संरक्षा आयसक्त- मस.रे .सं.आ. का अशुप्राय ऐसे शनरीक्षक से है जो
अशधशनयम के अधीन दकन्ही कायों के ्ालन के शलये शनयसक्त दकये तए हैं, और इसके
अन्ततषत रे ल संरक्षा आयसक्त ुी है ।
14. सक्षम रे ल सेलक- सक्षम रेल सेलक का अशुप्राय उस रे ल सेलक से है जो उसे
सौं्े तये कतषव्यों का उिरदाशयाल उ ाने और उनके ्ालन के शलये शनधाषररत योग्यता
प्राप्त है।
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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

15.संयोजक (कनेक्िन)- संयोजक का अशुप्राय जब उसका प्रयोत ्ररचाशलत


लाइन के संदुष मे दकया जाय तो उन कॉटे एलं कैं ची (क्रॉलसंत) या अन्य साधनों से है
जो ्ररचाशलत लाइन को अन्य लाइनों से जोिने के शलये या उसे ्ार करने के शलये
प्रयोत दकये जाते है।
16. शनयंत्रक (कन्रोलर)- का अशुप्राय ड्यूटी ्र उस रेल सेलक से है जो उस समय
रे ल के संुायण संचार प्रणाली (स््ीच कम्यूशनके िन शसस्टम) से सससशित ुात ्र
यातायात के संचालन के शलए शजम्मेदार है।
17. ददन- का अशुप्राय सूयोदय से सूयाषस्त का समय है।
18. यातायात कऔ ददिा- का अशुप्राय-
क) दोहरी लाइन ्र उस ददिा से है शजस ददिा मे लाइन ्र शसतनल लते है।
ख) इकहरी लाइन ्र उस समय शनधाषररत ददिा से है शजस ददिा म संचालन ्द्धशत
के अधीन ताशियॉ चलाने कऔ अनसमशत है।
19. ड्राइलर का अशुप्राय इं जन ड्राइलर या दकसी अन्य रेल सेलक से है जो उस
समय तािी चलाने का कायषुारी है।
20. शलद्यसत संचार यंत्र-का अशुप्राय टेलीफ़ोन से
है।
21. सम्मसख और अनसमख
स कॉटे (फ़लसंत एण्र् रेललंत
‍लाइं टस)- कॉटो ्र चलते समय तािी या लाहन
कऔ जो ददिा होती है उसी के अनससार कॉटे सम्मसख
या अनसमसख कहलाते है। यदद कॉटों के प्रचालन से
इनकऔ ओर आती हुई तािी अ्नी लाइन से सीधे
दूसरी लाइन ्र ुेजी जा सकती है तो ले सम्मसख
कॉटे कहलाते है।

22. स्थालर शसग्नल (दफ़क्स्र् शसतनल)- का


अशुप्राय शनधाषररत स्थान ्र लते हुये ऐसे शसग्नल से हैं जो तािी के संचालन ्र
प्रुाल ्िने लाली सूचना दे और इसके अन्ततषत ददन म प्रयोत कऔ जाने लाली
सेमाफ़ोर ुसजा या चकरी या स्थालर बिी और रात मे प्रयोत कऔ जाने लाली स्थालर
बिी ुी है।
SR 1.02-(22)-1 रं तीन बिी लाले शसतनल- रं तीन बिी लाले शसग्नल ुी स्थालर
शसग्नल हैं। रं तीन बिी लाले शसग्नल लह शसग्नल हैं जो ददन-रात दोनो समय एक रं तीन
रोिनी (रोिशनयॉ) ददखाता/ददखाते हैं।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

23. उ्‍लंर्न शचन्ह (फ़ॉऊललंत माकष )- का अशुप्राय उस शचन्ह से है जहॉ दो लाइनों


के , एक दूसरे को ्ार करने या
शमलने के कारण, बीच के
शनधाषररत मानक आयाम
(स्टैन्र्र्ष र्ाइमेन्िन) का
उ्‍लंर्न होता है।

24.तैंत मैन - का अशुप्राय


रे ल ्थ या उससे सम्बशन्धत
काम ्र शनयसक्त रे ल सेलक से है।

25.तैंत मेट - का अशुप्राय


रे ल्थ या उससे सम्बशन्धत काम ्र लताये तये कमषकारों के तैंत के कायषुारी
(इन्चाजष) व्यशक्त से है।
26. फ़ाटक लाला- का अशुप्राय फ़ाटक के प्रचालन के शलये सम्ार ्र शनयसक्त रे ल
सेलक से है।
27. मालतािी- का अशुप्राय (मैटेररयल रेन से शुन्न) ऐसी तािी से है शजसका
उद्देश्य के लल ्िस अथला माल ढोना है।
28. तार्ष- का अशुप्राय ऐसे रेल कमषचारी से है जो तािी का प्रुारी है और इनके
अन्ततषत सहायक तार्ष अथला कोई ऐसा रे ल सेलक जो उस समय तार्ष कऔ ड्यूटी
शनुा रहा हों, ुी आता है।
29. रे ल्थ या शनमाषण शनरीक्षक- का अशुप्राय रे ल्थ, कॉटे और शसग्नल, ्सल या
उनसे सम्बशन्धत शनमाषण कायष के शनमाषण या अनसरक्षण के शलये शजम्मेदार दकसी
शनरीक्षक या सहायक शनरीक्षक से है।
SR 1.02 (29) कायष शनरीक्षकों और अन्य तकनीकऔ ्यषलेक्षकों को कशनष्ठ अशुयंता
ग्रेर्-1 और 2 के द्वारा ुी ्दनाशमत दकया तया है।
30. अंत्ाषिन (इं टरलॉककं त)- का अशुप्राय ्ैनल या लीलर फ्रेम से प्रचाशलत
शसग्नलों,कॉटों और अन्य उ्करणों कऔ ऐसी व्यलस्था से है जो यांशत्रक्ािन(लॉककं त),

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

शलद्यसत्ािन (लॉककं त) अथला दोनों के द्वारा ्रस््र इस प्रकार सम्बद्ध रहे दक उनका
प्रचालन एक समसशचत क्रम मे होकर संरक्षा ससशनशित हो सके ।
31. “मध्यलती ब्लॉक ्ोस्ट” से अशुप्राय इकहरी लाइन या दोहरी लाइन या बहु
लाइन ्र ‘सी’ लतष का ऐसा स्टेिन अशुप्रेत है, शजसका शनयंत्रण दूरलती रू् म
श् ले ब्लॉक स्टेिन से होता है;
32. मध्यलती ब्लॉक शसतनललंत- का अशुप्राय इकहरी लाइन या दोहरी लाइन या
बहु लाइन ्र एक मध्यलती ब्लॉक ्ोस्ट द्वारा दकसी लम्बे ब्लॉक सेक्िन को दो
ुातों मे बॉटकर उन्हे अलत-अलत ब्लॉक सेक्िन बना देने लाली व्यलस्था से है।
नोट: इकहरी लाइन ्र मध्यलती ब्लॉक शसतनललंत ्र दो शनकटलती ब्लॉक स्टेिनों
के बीच के लाइन को दो उ् सेक्िनों म शलुाशजत दकया जाता है. ्हला सेक्िन
शजसे ‘स्टेिन शनयंशत्रत मध्यलती ब्लॉक सेक्िन’ कहा जाएता और आईबीएस के आते
ब्लॉक स्टेिन के ्हले रोक शसतनल के बीच के सेक्िन को ‘ब्लॉक शनयंशत्रत मध्यलती
ब्लॉक सेक्िन’ कहा जाएता।
33. ्ृथक्करण- का अशुप्राय दकसी लाइन को कॉटे या अन्य अनसमोददत साधनों द्वारा
अन्य सम्बद्ध लाइन या लाइनों ्र अलरोध के संकट से बचाने के शलये ्ृथक करने कऔ
व्यलस्था से है।
्ृथक्करण के साधन
(a) सैण्र् हम्् (b) शर्रे लींत शस्लच (c) लॉन्त र्ेर् एण्र् सायलर्ंत
(d) िॉटष र्ेर् एण्र् सायलर्ंत (e) स्कॉच ब्लॉक

सैंर् हम्् शर्रे ललंत शस्लच

र्ेर् एंर् स्कॉच ब्लॉक 17


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ध्यान द -
 शर्रे लींत शस्लच शसतनल ऑ‍हरलै् का साधन नहीं होते है, जबदक सैण्र्
हम््, लॉन्त र्ेर् एण्र् सायर्ींत, िाटष र्ेर् एण्र् सायर्ींत (शसतनल
ऑ‍हरलै् लंबाई के बराबर होने ्र ) शसतनल ऑ‍हरलै् का साधन होते
है।
34. अंशतम रोक शसग्नल- का अशुप्राय अतले ब्लॉक सेक्िन मे तािी के प्रलेि को
शनयंशत्रत करने लाले स्थालर रोक शसग्नल से है।
35. सम्ार- का अशुप्राय एक ही धरातल ्र सिक एलं रे ल्थ का एक दूसरे को
्ार करने लाले स्थान से है।
36. सम्ार फ़ाटक- का अशुप्राय सम्ार ्र सिक को बन्द करने लाले दकसी ुी
प्रकार के चल अलरोध से है, शजसके अन्ततषत जंजीर ुी है दकन्तस इसके अन्ततषत ्ैदल
चलने लालों के उ्योत के शलये लते ोटे दरलाजे (शलके ट) या चक्रद्वार नही है।
SR 1.02(36)-1 (क) यातायात फ़ाटक- ले सम्ार फ़ाटक जो स्टेिन के बाह्यतम
रोक शसतनलों के बीच शस्थत है, उन्ह यातायात फ़ाटक कहते है। इन यातायात
फ़ाटको ्र कमषचारी रखना और ्ररचालन करना, ्ररचालन शलुात के शनयंत्रण मे
रहेता।
(ख) इं शजशनयररंत फ़ाटक- ले सम्ार फ़ाटक जो यातायात फ़ाटक के अलाला है, उन्हे
इं शजशनयररं त फ़ाटक कहा जाएता।
37. लाइन साफ़ (लाइन क्लीयर)- का अशुप्राय दकसी ब्लॉक स्टेिन द्वारा श् ले
ब्लॉक स्टेिन से तािी के ू टने एलं ्ूलष कशथत स्टेिन तक ्हंचने के शलये दी जाने
लाली अनसमशत से है, अथला एक ब्लॉक स्टेिन से तािी के ू टने और अतले ब्लॉक
स्टेिन तक ्हुंचने के शलये ली जाने लाली अनसमशत से है।
38. मेन लाइन- का अशुप्राय ताशियों का स्टेिनों ्र शबना रूके और स्टेिनों के
बीच चलने के शलये साधारणत: प्रयसक्त लाइन से है।
39. सामग्री तािी (मैटेररयल रेन) - का अशुप्राय उस शलुातीय तािी से है जो
के लल या मसख्यत: रे ल के उस सामान के ढोने के काम आती है जो स्टेिनों के बीच या
स्टेिन कऔ सीमा के ुीतर उ ाया या र्ाला जाता है अथला शनमाषण कायों के
शन्‍्ादन मे प्रयोत होता है।
40. शमली-जसली तािी (शमक्स्र् रेन) - का अशुप्राय यात्री और माल अथला यात्री,
्िस और माल ढोने के काम आने लाली तािी से है।

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41.बहु संकेती शसग्नल व्यलस्था- का अशुप्राय


ऐसी शसग्नल व्यलस्था से है शजसम शसतनल
एक समय म, तीन या अशधक संकेतों मे से
दकसी एक संकेत को प्रदर्िषत करे और शजसम
प्रायेक शसग्नल संकेत को, श् ले शसग्नल या
शसग्नलों के संकेत द्वारा ्ूलष चेतालनी शमले।
42. रात- का अशुप्राय सूयाषस्त से सूयोदय
तक का समय हैं।
43. अलरोध- का अशुप्राय अलरोध तथा सजातीय ्दों के अन्ततषत तािी लाहन या
अलरोध जो रे ल लाइन ्र हों या रे ल लाईनों का उ्‍लंर्न करता हो, या कोई ऐसी
शस्थशत जो तािी के शलये खतरनाक हो।
44. ऊ्री उ्स्कर (OHE) - का
अशुप्राय रे ल्थ के ऊ्र लते हुये
शलद्यसत संलाहक तार तथा उनसे
सम्बशन्धत दफ़रटंत,शलद्यसतरोधक
और अन्य संयोजकों से है शजनके
सहारे ले शलद्यसत कयषण के शलये
लटकाये जाते है तथा अ्नी जतह
रटके रहते है।
45. यात्री तािी- का अशुप्राय
के लल या मसख्यत: याशत्रयों और
अन्य कोलचंत यातायात के लहन
के काम मे लाई जाने लाली तािी से है तथा इसके अन्ततषत सैशनक तािी ुी है।
46. कॉटा और रै् संकेतक- ये शसतनल नहीं है दकन्तस ये कॉटो ्र दफ़ट तथा उन के
साथ संचाशलत होकर रात या ददन म कॉटों कऔ शस्थती बताने लाले उ्करण है।
कॉटा संकेतक (SR1.02(46)-1)- इन्हे कॉटो दक शस्थशत दिाषने के शलए लताया जाता
है। जब कॉटों को सीधी लाइन के शलए सेट दकया तया हो तो सुी कॉटा संकेतकों को
दोनो ददिाओं म ददन म सफे द शनिान अथला रात म सफ़े द बिी और जब उन्हे टनष
आउट के शलए सेट दकया तया हो तब दोनों ददिाओं म ददन मे कोई शनिान नहीं
दकन्तस रात के समय हरी बिी अलश्य ददखानी चाशहए।
रै् संकेतक (SR1.02(46)-2) - शर्रे ललंत शस्लचों के बचाल और उनकऔ शस्थशत दिाषने
के शलये रै् संकेतक लताये जाते है। रै् संकेतक जब शस्लच खसला तब दोनों ददिाओं
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मे लाल शनिान और रात मे लाल बिी और जब शस्लच बंद हो तब दोनो ददिाओं मे


कोई शनिान नहीं दकन्तस रात मे हरी बिी अलश्य ददखानी चाशहये।
47. ्ररचाशलत लाइन (रलनंत लाइन)- का अशुप्राय एक या अशधक शसतनलों द्वारा
िाशसत लाइनों से है और, इसके अन्ततषत ले संयोजक, (कनेक्िन) यदद कोई हैं,
शजनका उ्योत तािी द्वारा स्टेिन मे प्रलेि करते समय या
स्टेिन से प्रस्थान करते समय या दकसी स्टेिन को शबना रुके ्ार करते समय या
स्टेिनों के बीच जाते समय दकया जाता है।
48. ्ररचाशलत तािी - का अशुप्राय ऐसी तािी से है जो प्रस्थान प्राशधकार के
अनससार प्रस्थान कर चसकऔ है दकन्तस उसने अ्नी यात्रा ्ूरी नहीं कऔ है।
49. िंरटंत- का अशुप्राय उस संचालन से है जो इं जन सशहत या उसके शबना दकसी
लाहन या लाहनों का अथला दकसी इं जन का या दकसी अन्य स्लनोददत लाहन का
तािी के साथ जोिने, अलत करने या स्थान बदलने या दकसी और प्रयोजन के शलये
दकया जाय।
50. शलिेय अनसदि
े - का अशुप्राय शलिेय मामलों या ्ररशस्थशतयों मे प्राशधकृ त
अशधकारी द्वारा समय-समय ्र जारी दकये जाने लाले अनसदि
े ों से है।
51. स्टेिन - का अशुप्राय रे ल लाइन ्र उस स्थान से है जहॉ यातायात का प्रबन्ध
दकया जाता है या जहॉ संचालन ्द्धशत के अधीन प्रस्थान प्राशधकार ददया जाता है।
स.शन. 1.02 (51)-1 स्टेिन कऔ ्ररुाया - सहायक शनयमों के अन्ततषत जहॉ कहीं
स्टेिन िब्द का प्रयोत दकया तया हो लहॉ उसका अथष ब्लॉक स्टेिन या ब्लॉक के शबन
समझना चाशहए।
52. स्टेिन सीमा - का अशुप्राय रे ल के ऐसे दकसी ुात से है जो दकसी स्टेिन
मास्टर के शनयंत्रण मे है और जो स्टेिन के बाह्यतम शसतनलों के बीच शस्थत है या जो
शलिेय अनसदि े ों द्वारा शलशनर्दषि दकया जाता है।
SR 1.02 (52)-1 दोहरी लाइन ्र स्टेिन सीमा- प्रायेक ददिा मे अलत-अलत
रहेती।
ध्यान द -
 दोहरी लाइन ्र स्टेिन सीमा, ब्लॉक ओलरले्, शसतनल ओलरले्,
स्टेिन सेक्िन, ब्लॉक सेक्िन, ओलरलेल्ंत ब्लॉक सेक्िन प्रायेक ददिा मे
अलत अलत होता है।
53. स्टेिन मास्टर- का अशुप्राय ड्यूटी ्र तैनात ऐसे व्यशक्त से है जो उस समय
स्टेिन सीमा मे यातायात के संचालन के शलये शजम्मेदार है। इसके अन्ततषत ऐसे अन्य
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व्यशक्त ुी है शजनके स्लतंत्र कायषुार (चाजष) मे उस समय, शसतनलों का प्रचालन


होता है तथा शजन ्र लातू संचालन ्द्धशत के अधीन, ताशियों के संचालन कऔ
शजम्मेदारी है।
54. स्टेिन सेक्िन- का अशुप्राय स्टेिन सीमाओं के ऐसे सेक्िन से है जो

1) शद्वसंकेती शसतनल लाले ‘बी ’क्लास स्टेिन ्र-


अ) दोहरी लाइन व्यलस्था म
स्टेिन के दोनो ददिाओं मे होम शसतनल और अशन्तम रोक शसतनल के बीच
का ुात अथला
ब) इकहरी लाइन व्यलस्था मे-
I. िंरटंत शलशमट बोर्ों या अशग्रम प्रस्थान शसतनलों, यदद कोई है, तो उनके
बीच का ुात अथला,
II. यदद िंरटंत शलशमट बोर्ष या अशग्रम प्रस्थान शसतनल नहीं है, तो होम
शसतनलों के शबच का ुात अथला,
III. यदद होम शसतनल या िंरटंत शलशमट बोर्ष या अशग्रम प्रस्थान शसतनल नहीं
है, तो बाह्यतम सम्मसख कॉटों के बीच का ुात ।

2) बहु संकेती शसतनल लाले ‘बी’ क्लास स्टेिन ्र-


अ) दोहरी लाइन व्यलस्था म -
I. स्टेिन के दोनो ओर बाह्यतम सम्मसख कॉटों और अशन्तम रोक शसतनल के
बीच का ुात अथला,
II. स्टेिन के दोनों ओर यदद ब्लॉक सेक्िन शलशमट बोर्ष लते हो, तो उनके ओर
अशन्तम रोक शसतनल के बीच का ुात।

ब) इकहरी लाइन व्यलस्था मे


I. िंरटंत शलशमट बोर्ों या यदद अशग्रम प्रस्थान शसतनल हो तो उनके बीच
का ुात अथला,
II. यदद िंरटंत शलशमट बोर्ष या अशग्रम प्रस्थान शसतनल नही है तो बाह्यतम
सम्मसख कॉटों के बीच का ुात ।

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शसतनललंत व्यलस्था दोहरी लाईन एकहरी लाईन


Adv.Starter/SLB- Adv.Starter/SLB
TALQ Home - LSS Home – Home
OMFP - OMFP
OMFP – LSS Adv.Starter/SLB- Adv.Starter/SLB
MAUQ/MACLS
BSLB - LSS OMFP - OMFP

ध्यान द -
 दो ब्लॉक सेक्िन के बीच का ुात जो के लल B क्लास स्टेिन मे होता है
स्टेिन सेक्िन कहलाता है।
55. सहायक शनयम- का अशुप्राय उस शलिेय अनसदि
े ों से है जो तासम्बन्धी साधारण
शनयम का सहायक है तथा दकसी साधारण शनयम से शलसंलादी नहीं है।
56. संचालन ्द्धशत- का अशुप्राय रे ल के दकसी ुात ्र ताशियों के संचालन के
शलये उस समय अ्नाई तई ्द्धशत से है।
57. रैक सर्कष ट- का अशुप्राय शलद्यसत के उस ्रर्थ से है जो रे ल ्थ के दकसी ुात
्र दकसी लाहन कऔ उ्शस्थशत ज्ञात करने के शलए लताया जाता है तथा रे ल ्थ कऔ
्टररयॉ ्रर्थ का अंि मानी जाती है।
58. तािी- का अशुप्राय लाहनों के साथ या उसके शबना कोई इं जन अथला रेलर
सशहत या उसके शबना ऐसा स्लनोददत लाहन से है, शजसे रे ल्थ से आसानी से नहीं
उ ाया जा सकता है।
59. तािी ्रीक्षक- का अशुप्राय ऐसे रे ल सेलक से है जो ताशियों का ्रीक्षण करने
और यह प्रमाशणत करने के शलये योग्यत प्राप्त है दक ले ससरशक्षत ्ररचालन के शलये
उ्यसक्त है और इसके अन्ततषत ऐसा कोई अन्य रे ल सेलक ुी है जो उस समय तािी
्रीक्षक कऔ ड्यूटी कर रहा है।
60. शद्वसंकेती शसतनल व्यलस्था- का अशुप्राय उस शसतनल व्यलस्था से है शजसम
प्रायेक शसतनल दकसी एक समय मे दो संकेतों मे से कोई एक संकेत प्रदर्िषत करता है।

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स्टेिनों का लतीकरण
इन शनयमों के प्रयोजन के शलये, स्टेिन दो लतों मे शलुाशजत दकये जायते-
ब्लॉक स्टेिन और
ब्लॉक रशहत स्टेिन (नॉन ब्लॉक स्टेिन)।
ब्लॉक स्टेिन ले स्टेिन हैं जहॉ ड्राइलर को अ्नी तािी के साथ ब्लॉक सेक्िन मे
प्रलेि करने के शलये संचालन ्द्धशत के अनससार प्रस्थान प्राशधकार लेना आलश्यक है
और ्ूणष ब्लॉक ्द्धशत मे इन स्टेिनों कऔ तीन श्रेशणयॉ है, अथाषत
ए- क्लास स्टेिन, बी- क्लास स्टेिन, सी- क्लास स्टेिन
ए- क्लास स्टेिन- ए- क्लास स्टेिन ले ब्लॉक स्टेिन है जहॉ दकसी ुी तािी को आने
के शलये लाइन क्लीयर तब तक नहीं ददया जाता है जब तक दक शजस लाइन ्र तािी
को लेना है लह लाइन होम शसतनल के आते कम से कम चार सौ मीटर तक या स्टाटषर
शसतनल तक साफ़ न हो।
नोट- ए-क्लास स्टेिन के लल दोहरी लाईन ्र दो संकेती नीचे झसकने लाली शसतनल
व्यलस्था मे होते है। मध्य रे लले ्र ए-क्लास स्टेिन नहीं है।
न्यूरल झोन- यदद ए-क्लास स्टेिन ्र स्टाटषर शसतनल के अशतररक्त एर्लान्स्र्
स्टाटषर शसतनल ुी लता है तो स्टाटषर और एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल के बीच के ुात
को न्यूरल जोन कहते है क्योंदक यह ुात अतले और श् ले दकसी ब्लॉक सेक्िन मे
िाशमल नहीं है। श् ला ब्लॉक सेक्िन स्टाटषर शसग्नल ्र समाप्त होता है और अतला
ब्लॉक सेक्िन एर्लान्स स्टाटषर से प्रारम्ु होता है।
बी-क्लास स्टेिन- बी-क्लास स्टेिन ले ब्लॉक स्टेिन होते हैं जहॉ स्टेिन सेक्िन
अलरूद्ध होने के बालजूद ुी दकसी तािी को आने के शलये लाइन क्लीयर ददया जा
सकता है।
स्टेिन सेक्िन के लल बी-क्लास स्टेिन ्र ही होता है।

सी- क्लास स्टेिन- सी-क्लास स्टेिन ले ब्लॉक स्टेिन है जहॉ दकसी तािी को लाइन
क्लीयर तब तक नहीं ददया जा सकता है जब तक दक ीक ्हले आने लाली तािी
होम शसतनल के आते 400 मीटर आते न चली तयी हो बश्‍क चलती चली जा रही
हो। मध्य रे ल ्र सी क्लास स्टेिन के लल दोहरी लाइन ्र होते है।

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स्टेिनो के न्यूनतम शसतनल एलं शलिेयता

TALQ MAUQ/MACLS

Station S/L D/L S/L D/L


शलिेयता
Warner न्यूरल
A --- Home --- --- झोन
Starter
Outer Outer Distant Distant स्टेिन
B Home/ Home Home Home सेक्िन
Outer * Starter Starter Starter
Warner Distant ऑलरलैल्ंत ब्लॉक
C --- Home --- Home सेक्िन
Special CRS के अनसमोदन से शसतनल लताए जाऐंते ।
class

* शलिेय अनसमोददत अनसदिे ों के अनससार के लल आऊटर


स््ेिल क्लास स्टेिन - शजन स्टेिनों का संचालन A,B,C या D क्लास स्टेिनों कऔ
ितों के अन्ततषत नहीं दकया जा सकता है, उन स्टेिनों को स््ेिल क्लॉस स्टेिन कहते
है। इन स्टेिनों के स्टेिन संचालन शनयमों को रे ल संरक्षा आयसक्त द्वारा अनसमोददत
दकया जाता है ।
नॉन ब्लॉक स्टेिन या र्ी क्लास स्टेिन ताशियों के रुकने के ऐसे स्थान है जो दो
क्रमातत ब्लॉक स्टेिनो के बीच शस्थत है और जो दकसी ब्लॉक सेक्िन कऔ सीमा नही
बनाते तथा ना ही जहााँ से प्रस्थान प्राशधकार ददया जाता है ।

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शलशुन्न क्लास के स्टेिनों के र्ायग्राम

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शसतनल
शसतनलों कऔ आलश्यकता-
1. अलरोध का बचाल करने के शलये
2. अलरोध कऔ ्ूलष सूचना देने के शलये
3. लोको ्ायलट को मातष कऔ जानकारी देने के शलये
4. यातायात का शनयंत्रण करने के शलये
शसतनलों के शसद्धांत-
1. जब तक शलिेय अनसदि े ों द्वारा अन्यथा प्राशधकृ त न दकया जाये शसतनल शजस
लाइन से सम्बशन्धत होता है उसके सदैल बॉयी ओर या ऊ्र लताना चाशहये।
2. स्थालर शसतनल इस प्रकार उशचत स्थान ्र लताना चाशहये दक आती हुयी
तािी के लोको ्ायलट को स््ि ददखायी दे।
3. हाथे लाले शसतनलों मे उस शसतनल का हाथा सामने से उसी रं त का होता है
शजस रं त कऔ रोिनी लह रात मे ऑन शस्थशत मे ददखाता है।
4. हाथे लाले शसतनलो मे शसतनल के हाथे का श् ला ुात सफ़े द होता शजस ्र
काली ्ट्टी होती है।
5. हाथे लाले रोक शसतनल का हाथा सामने से लाल होता है और उस ्र एक सफ़े द
्ट्टी होती है। यदद ुसजा का रं त ्ीला है तो सम्मसख ्िने लाले ुात म सफ़े द
धारी के स्थान ्र काली धारी होती।
6. सामान्य शस्थशत मे कोई ुी स्थालर शसतनल ON शस्थशत मे रखा जाएता और ले
तािी आने के ्हले ऑफ़ दकये जायते और तािी चली जाने के बाद ्सन: ON कर
ददये जायते लेदकन स्लचशलत रोक शसतनलों कऔ सामान्य शस्थशत शलिेय
अनसमोददत अनसदि े ों के अनससार ऑफ़ (हरी) होती है।
7. शसतनलों मे इस प्रकार कऔ व्यलस्था कऔ जाएती दक खराब शस्थशत मे लह ON
शस्थशत मे रह।
8. यदद कोई शसतनल को उ्योत मे न लाया जा रहा हो तो रात के समय उन्ह
प्रकाशित नही दकया जाएता और उस ्र लकिी कऔ दो ्रट्टयों को क्रॉस (X)
करके लताया जाएता।
9. यदद कोई शसतनल संचालन के स्थान से ददखाई नहीं देता है तो उसके शलये
शसतनल रर्ीटर लग़ाया जायता।
10. एक खम्ुे ्र के लल एक ही शसतनल होता लेदकन अनसमोददत शलिेय अनसदि े ों
के अन्ततषत एक खम्ुे ्र एक से अशधक शसतनल लताये जा सकते है। ऐसी
शस्थशत मे मसख्य शसतनल का हाथा सबसे ऊॅचा रहेता, बॉयी ओर का हाथा तािी
को बॉयी ओर जाने का संकेत देता और दॉयी ओर का हाथा दाशहनी लाईन ओर
जाने का संकेत देता।
11. CRS कऔ अनसमशत के शबना कोई शसतनल लताया नहीं जाएता।
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12. स्टेिन मास्टर कऔ अनसमशत के शबना कोई शसतनल ऑफ़ नही दकया जाएता
13. ससरंत मे और धसध
ं और कोहरे के मौसम म ददन के समय ुी रात के शसतनलों का
उ्योत दकया जाता है।
14. यदद कोई नया शसतनल लताया जाये या ्सराने शसग्नल के स्थान मे ्ररलतषन
दकया जाय तो लोको ्ायलट ल तार्ष को इसकऔ जानकारी देने के शलये उन्हे 10
ददनों तक सतकष ता आदेि जारी दकया जाएता।
15. यदद कोई शसतनल, लोको ्ायलट को उसकऔ न्यूनतम दृश्यता दूरी से ददखायी
न दे तो आलश्यकतानससार रर्ीरटंत शसतनल या को-एलक्टंत शसतनल लताना
चाशहये।
16. नॉन इन्टरलॉक स्टेिनों ्र एक ददिा मे सुी लाईनों के शलये एक ही शसतनल
लताया जा सकता है ।
17. इन्टरलॉक स्टेिनों ्र शलशुन्न लाईनों कऔ जानकारी देने के शलये ब्रैकेट लाला
शसतनल या रूट इं र्ीके टर यसक्त शसतनल लताना चाशहये।
18. लोको ्ायलट को एक बार शसतनल ददखायी देने के बाद लतातार तब तक
ददखाई देते रहना चाशहये जब तक लह उस शसतनल ्र ्हुंच न जाय।
19. TALQ व्यलस्था मे शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे क्षैशतज से 450 से 600 के बीच
झसकेता जबदक MAUQ व्यलस्था मे ऑफ़ शस्थशत मे हाथा क्षैशतज से 450 या 900
ऊ्र उ ता है। ऑन शस्थशत मे हाथा क्षैशतज शस्थशत मे रहता है। यदद शसतनल
OFF शस्थशत मे उ्रोक्त कोण नहीं ददखाता है या ऑन शस्थशत मे हाथा क्षैशतज
शस्थशत मे नहीं रहता है तो शसतनल को खराब मना जायता।

शसतनल के प्रकार
1. स्थालर शसतनल
2. हाथ शसतनल
3. ्टाखा शसतनल
4. लार्निंत शसतनल (एलईर्ी बेस्र् फ्लेलिंत हर् शसतनल)

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स्थालर शसतनल

दो संकेती नीचे झसकने लाली बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था


शसतनल व्यलस्था

बहुसंकेती कलर लाईट व्यलस्था

बहुसंकेती ऊ्र उ ाने


अनसज्ञाामक रोक लाले शसतनल हस्तचशलत स्लचशलत अद्धष
त स्लचशलत
चेतालनी
रोक अनसज्ञाामक

आतमन
प्रस्थान
आतमन शर्स्टट इनर शर्स्टट
आउटर होम राउरटंत

होम
राउरटंत
प्रस्थान अशग्रम
मध्यलती प्रस्थान
प्रस्थान

ध्यान द -
 आउटर तथा लानषर शसतनल के लल दो संकेती शसतनल व्यलस्था म होते है।
 शर्स्टंट शसतनल बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था म होते हैं।

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शलशुन्न शसतनलों कऔ न्यूनतम दृश्यता दूरी

न्यूनतम दृश्यता दूरी का अशुप्राय उस कम से कम दूरी से है जहॉं से कोई शसतनल


लोको ्ायलट को ददख जाना चाशहए, जो प्रायेक शसतनल के शलये शनधाषररत कऔ तयी
है ।
शसग्नलों कऔ न्यूनतम दृश्यता दूरी शनम्न प्रकार होती SR 3.26-3 –
क) दो संकेती नीचे झसकने लाले शसतनलों मे-
1.आऊटर शसग्नल-
i. शजस खण्र् मे तािी कऔ तशत 100 kmphसे कम हो - 800 मी.
ii. शजस खण्र् मे तािी कऔ तशत 100 kmph
या 100 kmph से अशधक हो लहॉ - 1200 मी.
iii. जहॉं आउटर से ्हले लानषर शसतनल अके ले खम्ुे ्र लता हो - 400 मी.
2. लानषर शसतनल अके ले खंबे ्र - 400 मी.
3. होम शसतनल - 400 मी.
4. मेन लाईन स्टाटषर शसतनल - 400 मी.
5. अन्य सुी शसतनल - 200 मी
ख) बहु-संकेती शसतनल व्यलस्था म-
1. शर्स्टट - 400 मी.
2. इनर शर्स्टट - 200 मी.
3. सुी रोक शसतनल - 200 मी.
नोट- यदद कोई शसतनल लोको ्ायलट को उ्रोक्त न्यूनतम दृश्यता दूरी से ददखायी
न दे तो लहॉ ्र रर्ीरटंत शसतनल लताना चशहये। यदद ऐसा करना सम्ुल न हो तो
उशचत स्थाई तशत प्रशतबन्ध लताना चाशहए।
शसतनलों के ्ोल के कलर – मसंबई मंर्ल के म्‍टी्ल लाइन सेक्िन म शसतनलों को
इस प्रकार ्हचाना जाएता –
 धीमी लोकल लाइन – काली एलं सफे द धाररयॉं
 थ्रू लाइन – लतषमान शस्‍लर कलर
 5th एलं 6th लाइन ऑरज एलं सफे द धाररयॉं

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अनसज्ञाामक शसतनल
ये ले शसतनल हैं शजन ्र लोको ्ायलट को रूकने कऔ आलश्यकता नहीं होती अथाषत
शजन्ह लोको ्ायलट ON शस्थशत मे शबना दकसी अशधकार ्त्र के ्ार कर सकता है।
TALQ व्यलस्था मे चेतालनी (लानषर) तथा MAUQ/MACLS व्यलस्था मे शर्स्टट
शसतनल, इनर शर्स्टट शसतनल अनसज्ञाामक शसतनल होते है।
चेतालनी (लानषर) शसतनल (GR 3.06)
1. यह एक अनसज्ञाामक शसतनल है जो मध्य रेलले ्र के लल दो संकेती नीचे झसकने
लाले शसतनल व्यलस्था मे होता है।
2. इसका हाथा लाल रं त का होता है शजसका शसरा म ली कऔ ्ूं के समान होता
है तथा इस ्र शसरे से समानान्तर सफ़े द ्ट्टी होती है।
3. चेतालनी शसतनल लोको ्ायलट को यह चेतालनी देता है दक अतले ब्लॉक
सेक्िन कऔ क्या शस्थशत है या लह दकसी रोक शसतनल के नजदीक ्हुंच रहा है।
4. चेतालनी शसतनल अके ले खम्ुे ्र या प्रथम रोक शसतनल के नीचे या अशन्तम
रोक शसतनल के नीचे उसी खम्ुे ्र लताया जाता है।
5. जब यह शसग्नल अके ले खम्ुे ्र लताया जाता है तो इस शसतनल ्र 1.5 से 2
मीटर ऊ्र रात मे एक स्थालर हरी बिी ‍रकाशित कऔ जाती है।
6. यदद चेतालनी शसतनल अके ले खम्ुे ्र लता हो तो इसे प्रथम रोक शसतनल से
या तेट शसतनल से ्याषप्त दूरी ्हले लताना चाशहये।
7. जब चेतालनी शसतनल दकसी रोक शसतनल के नीचे लता हो तो लोको ्ायलट
्हले रोक शसतनल के संकेत का ्ालन करे ता।
8. ऑन शस्थशत मे चेतालनी शसतनल का हाथा क्षैशतज रहता है एलं रात मे लाल
बिी तथा 1.5 से 2 मीटर उ्र हरी बिी ददखाता है जो लोको ्ायलट को यह
सूचना देता है दक सतकष ता से आते बढो और अतले रोक शसतनल ्र रूकने के
शलये तैयार रहो ।
9. ऑफ़ शस्थशत मे ददन मे हाथा 450 से 600 नीचे झसका हुआ तथा रात मे हरी बिी
ददखाता है।
10. लानषर शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे लोको ्ायलट को शनम्नशलशखत सूचनाऍ देता है-
a) अतला ब्लॉक सेक्िन खाली है।
b) तािी के शलये लाइन क्लीयर शमल चसका है।
c) तािी को मेन लाइन से थ्रू जाना है।

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d) तािी के शलये मेन लाइन से सम्बशन्धत सुी आतमन ल प्रस्थान शसतनल ऑफ़


कर ददये तये है।
शर्स्टेन्ट शसतनल (GR 3.07)
1. यह एक अनसज्ञात्त्मक शसतनल है जो MAUQ/MACLS व्यलस्था मे होता है।
2. हाथे लाले शसतनलों मे इस शसतनल का हाथा ्ीले रं त का होता है शजसका शसरा
म ली कऔ ्ूं कऔ तरह होता है तथा इस ्र शसरे के समानान्तर एक काली ्ट्टी
होती है।
3. रं तीन रोिनी लाली शसतनल व्यलस्था मे इसकऔ ्हचान के शलये इसके खम्ुे ्र
एक सफ़े द तोल चकरी लती होती है शजस ्र काला `P` अक्षर शलखा होता है।
4. यह शसतनल लोको ्ायलट को आते आने लाले रोक शसतनल ल उसकऔ शस्थशत कऔ
जानकारी देता है तथा इसे अके ले खम्ुे ्र स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल से या
तेट शसतनल से 1000 मी. कऔ दूरी ्र लताया जाता है।
5. यह शसतनल अके ले खम्ुे या अनसमोददत शलिेय अनसदिे ों के अन्ततषत रं तीन रोिनी
लाली शसतनल व्यलस्था मे श् ले स्टेिन के अंशतम रोक शसतनल या तेट रोक
शसतनल के साथ लताया जा सकता है । ऐसी शस्थशत मे इसके खम्ुे ्र P बोर्ष
नहीं लताया जायता। इस ्ररशस्थती मे इसकऔ सामान्य शस्थती लाल होती ।
6. MACLS मे र्बल शर्स्टेन्ट शसतनल ुी लताये जा सकते है। इस ्ररशस्थती मे
प्रथम रोक शसतनल या तेट शसतनल से ्हला शर्स्टेन्ट शसतनल 1000 मी. कऔ दूरी
्र लताया जाता है इसे इनर शर्स्टेन्ट शसतनल कहते है इससे 1000 मीटर कऔ दूरी
्र दूसरा शर्स्टेन्ट शसतनल लताया जाता है, इसे शर्स्टेन्ट शसतनल कहते है। इस
शसतनल के खम्ुे ्र ्ीली और काली धाररयॉ बनी होती है। शर्स्टेन्ट एलं इनर
शर्स्टेन्ट शसग्नलों ्र P बोर्ष लता होता है।

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7. जहॉ ्र के लल एक शर्स्टेन्ट शसतनल लता होता है उसके संकेत शनम्नानससार


होंते-
ON शस्थशत या सतकष - हाथे लाले शसतनलों मे हाथा क्षैशतज शस्स्थशत मे एलं रात
के समय एक ्ीली रोिनी तथा या MACLS मे ददन तथा रात एक ्ीली
रोिनी लोको ्ायलट को संकेत देता है दक सतकष ता-्ूलषक आते बढो और अतले
रोक शसतनल ्र रूकने के शलये तैयार रहो।
OFF शस्थशत- इसमे दो संकेत होते है, सालधान एलं आते बढो
अ) सालधान- MAUQ व्यलस्था मे हाथा 45º ऊ्र उ ा हुआ या रात मे दो
्ीली रोिनी या MACLS मे ददन तथा रात मे दो ्ीली रोिनी लोको
्ायलट को संकेत देता है दक आते बढों और अतले शसतनल को प्रशतबंशधत
तशत से ्ार करने तैयार रहों।
ब) आते बढों- MAUQ मे हाथा 90º ऊ्र उ ा हुआ रात मे हरी रोिनी या
MACLS मे ददन तथा रात दोनो समय हरी रोिनी लोको ्ायलटको आते
बढने का संकेत देती है।

एक शर्स्टट लते होने ्र उसके संकेत शनम्नानससार रहते-

शर्स्टंट अशुप्राय
एक ्ीला अतले रोक शसतनल ्र तािी खिी करने के शलये तैयार
(सतकष )
दो ्ीला आते बढ़ो और अतले शसतनल के ऐसी प्रशतबंशधत तशत से ्ार
(सालधान) करने को तैयार रहो जो शलिेय अनसदि
े ां द्वारा शनधाषररत कऔ
तई है, तािी या तो मेन लाईन ्र ली जा रही है और उसे
स्टाटषर शसतनल ्र रोकना आलश्यक है अथला तािी को लू्
लाइन के स्टाटषर शसतनल ्र रोकना आलश्यक है अथला लू्
लाइन से शबना रूके जा रही है
हरा (आते बढ़ो) अतला ब्लाक सेक्िन साफ है तािी मेन लाइन से शबना रूके
जा रही है

रट‍्णी उ्रोक्त संकेत शसतनल शलुात द्वारा शनयंत्रण ्रर्थ म ्ररलतषन के ्िात
लातू होती तथा इसकऔ सूचना सलष संबशधतो को दी जाएती ।(िस.्.क्र.11-14)
दो शर्स्टट लते होने ्र शसतनलों के संकेत शनम्नानससार रहते-

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शसतनल एलं उसके संकेत अशुप्राय


शर्स्टंट इनर शर्स्टंट होम
दो ्ीला एक ्ीला लाल होम शसतनल ्र तािी
खिी करने के शलये
दो ्ीला दो ्ीला ्ीला,रूट लू् लाइन ्र तािी लेने के
इशन्र्के टर शलये
के साथ
हरा दो ्ीला एक ्ीला मेन लाइन ्र तािी लेने के
शलये
हरा हरा हरा मेन लाइन से थ्रू जाने लाली
तािी के शलये

रोक शसतनल
ये ले शसतनल है शजनकों लोको ्ायलट शबना दकसी प्राशधकार के ON शस्थशत मे ्ार
नहीं कर सकता है . रोक शसतनल इस प्रकार हैं –
आतमन रोक शसतनल
बाहरी शसतनल (Outer signal) (GR 3.09)
1. आऊटर शसतनल शसफ़ष दो संकेती नीचे झसकने लाला शसतनल व्यलस्था के B
क्लास के स्टेिन ्र होता है।
2. यह स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल के रु् मे ही होता है।
3. िंरटंत कायष के शलये इस शसतनल को OFF नहीं दकया जा सकता ।
4. दोहरी लाइन खण्र् ्र होम शसतनल से न्यसनतम 400 मीटर कऔ दूरी ्र तथा
इकहरी लाईन खण्र् ्र होम शसतनल से न्यसनतम 580 मीटर कऔ दूरी ्र तब
लताया जाता है जब शलरुद्ध ददिा का अशग्रम प्रस्थान शसतनल या SLB बोर्ष
लता हो अन्यथा न्यसनतम 400 मीटर कऔ दूरी ्र लताया जाएता।
5. मध्य रे लले ्र आऊटर शसतनल होम शसतनल के साथ इण्टरलॉक होता
अथाषत ्हले होम ऑफ होता ता्िात आउटर।
6. अनसमोददत शलिेय अनसदि
े ों के अन्ततषत इकहरी लाइन सेक्िन मे दोनों
ददिाओं मे एक-एक आऊटर शसग्नल सम्मसख कांटो से ्याषप्त दूरी ्र लताया जा
सकता है।

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होम शसतनल
1. यह एक आतमन रोक शसतनल है ।
2. शजस स्टेिन ्र आऊटर शसतनल होता है लहॉ होम
शसतनल स्टेिन का दूसरा रोक शसतनल होता है । 'C'
क्लास स्टेिन ्र होम शसतनल स्टेिन का प्रथम एलं
अशन्तम रोक शसतनल तथा अन्य स्टेिन ्र यह स्टेिन का
प्रथम रोक शसतनल होता है।
3. होम शसतनल स्टेिन के सुी कांटो तथा कनेक्िनों के
बाहर लताया जाता है।
4. होम शसतनल शजन लाइनों से सम्बशन्धत होता है उन
लाइनों के सम्मसख कांटो का बचाल करता है और ऑफ़
शस्थशत मे सम्बशन्धत लाईन के शलये सम्मसख कांटो के सेट
एलं लॉक होने का आश्वासन देता है ।
5. जहॉ स्टेिन ्र अशधक लाइन होती है लहॉ हाथे लाले शसतनल व्यलस्था मे एक
ही खम्ुे ्र ब्रैकेटेर् होम शसतनल लताये जाते है। इसमे मेन लाइन के शसतनल
दक ऊाँचाई लू् लाइन के हाथे से अ्ेक्षाकृ त अशधक होती ।
6. रं तीन रोिनी लाले शसतनल व्यलस्था मे रूट इं र्ीके टर लताये जाते है शजनम 5
ब्‍ब जलते है। शजन्ह "लूनर लाईट" कहते है। शसतनल OFF शस्थशत मे होने ्र
इं शर्के टर मे कम से कम तीन ब्‍ब जलना आलश्यक है अन्यथा शसतनल खराब
माना जाएता।
7. शजस स्टेिन ्र होम शसतनल स्टेिन का प्रथम और अंशतम रोक शसतनल होता
है लहॉ यह शसतनल तब तक ऑफ़ नहीं दकया जाता जब तक दक अतले स्टेिन से
लाईन क्लीयर प्राप्त न हो जाये।
ध्यान द -
 होम शसतनल शनम्न रु् से लताए जाते हैं
प्रथम रोक शसतनल के रु् मे –
TALQ के A तथा C क्लास स्टेिन तथा
MAUQ /MACLS के सुी स्टेिनो ्र
दूसरे रोक शसतनल के रु् मे –
TALQ के B क्लास स्टेिन ्र
प्रथम और अंशतम रोक शसतनल के रु् मे –
TALQ/ MAUQ/ MACLS के C क्लास स्टेिन्

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राऊरटंत शसतनल - ्थ शसतनल


1. यह एक आतमन रोक शसतनल है जो स्टेिन कऔ तरफ़ आने लाली ताशियों का
शनयंत्रण करता है।
2. यह शसतनल उस समय लताया जाता है जब होम शसतनल अ्नी शस्थशत के
कारण लोको ्ायलट को यह बताने मे असमथष होता है दक आते फ़ै ली हुई दो या
अशधक लाईनों मे से दकस लाइन ्र उसकऔ तािी को शलया जा रहा है।
3. हाथे लाले शसतनलों मे राऊरटंत शसतनल ब्रेकेटेर् टाइ् का होता है। रं तीन
रोिनी लाले शसतनलों मे यह जंक्िन टाइ् रूट इण्र्ीके टर के साथ होता है।

प्रस्थान रोक शसतनल


स्टेिन से रलाना होने लाली ताशियों को शनयंशत्रत करने के शलये जो रोक शसतनल लते
होते है उन्ह प्रस्थान रोक शसतनल कहते है। ये शनम्नशलशखत है-
1. स्टाटषर(प्रस्थान) शसतनल
2. एर्लांस्र् स्टाटषर (अशग्रम प्रस्थान) शसतनल
3. इं टरशमशर्येट स्टाटषर (मध्यलती प्रस्थान) शसतनल

स्टाटषर शसतनल

1. यह स्टेिन से रलाना होने लाली ताशियों को शनयंशत्रत करता है।


2. स्टाटषर शसतनल इस प्रकार से लताया जाता है दक लह दूसरे लाइन को कनेक्ट
करने लाले सम्मसख कांटो या उ्‍लंर्न शचन्ह कऔ रक्षा कर।
3. स्टाटषर शसतनल अंशतम रोक शसतनल हो तो इसे तुी OFF दकया जायता जब
अतले स्टेिन से लाइन क्लीयर प्राप्त कर शलया तया हो।
4. यदद स्टाटषर शसतनल, एर्लान्सर् स्टाटषर शसतनल से इं टरलॉक्र् नहीं है तथा
अंशतम रोक शसग्नल के रु् मे ना हो तो उसे िंरटंत कायष के शलये OFF दकया जा
सकता है।

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एर्लांस्र् स्टाटषर शसतनल- (अशग्रम प्रस्थान शसतनल)


1. स्टेिन से रलाना होने लाली तािी के मातषदिषन के शलये एक से अशधक स्टाटषर
शसतनल लत हो तो सबसे अंशतम स्टाटषर शसतनल को एर्लांस्र् स्टाटषर शसतनल
कहते है।
2. यह स्टेिन का अंशतम रोक शसतनल होता है और इसे सुी कॉटों तथा कनेक्िनों
के बाहर लताया जाता है।
3. यह स्टेिन का अंशतम रोक शसतनल होने के कारण तािी के ब्लॉक सेक्िन मे
प्रलेि को शनयंशत्रत करता है।
4. दोहरी लाइन ्र इसकऔ OFF शस्थशत लोको ्ायलट के शलये प्रस्थान प्राशधकार
होती है।
5. िंरटंत कायष के शलये इसे OFF नहीं दकया जायता।

ध्यान द -
 सुी अशग्रम प्रस्थान शसतनल, अंशतम रोक शसतनल के रु् मे ही होते है,
्रं तस सुी अंशतम रोक शसतनल, अशग्रम प्रस्थान शसतनल हो यह आलश्यक
नहीं।

इं टरमीशर्एट स्टाटषर शसतनल- (मध्यलती प्रस्थान शसतनल)


जंक्िन स्टेिनों ्र स्टाटषर शसतनल एलं एर्लांस्र् स्टाटषर शसतनल के शबच
आलश्यकतानससार जो शसतनल लताया जाता है उसे मध्यलती प्रस्थान शसतनल कहते
है।

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सहायक शसतनल
ये ले शसतनल हैं जो मसख्य शसतनलों के अशतररक्त स्टेिन ्र ताशियों के संचालन कऔ
ससशलधा के शलये लताये जाते
है। जो शनम्नानससार है-
(A) बसलाला शसतनल-
(कॉललंत ऑन शसतनल) GR
3.13 GR3.79
1. यह एक सहायक
शसतनल है।
2. यह शसतनल अंशतम
रोक शसतनल को
ोिकर अन्य दकसी ुी
रोक शसतनल के नीचे
लताया जाता है।
3. ऑन शस्थशत मे कोई
संकेत नही देता है।
4. हाथे लाले शसतनलों मे
इसक हाथा सफ़े द रं त
का होता है शजस ्र लाल खिी ्ट्टी होती है और इसका आकार मसख्य शसतनल
से ोटा होता है।
5. रं तीन रोिनी लाले शसतनलों मे इसकऔ ्हचान के शलये इसके खंम्ुे ्र सफ़े द
तोल चक्रऔ मे काले रं त से C शलखा बोर्ष लता रहता है।
6. इस शसतनल का ्ालन करने से ्हले यह ससशनशित दकया जाना जरूरी है दक
तािी रोक शसतनल ्र आकर रूक चसकऔ है।
7. OFF शस्थशत मे यह शसतनल एक ोटी ्ीली रोिनी ददखाता है तथा लोको
्ायलट को सूचना देता है दक तािी खिी करो उसके बाद सतकष ता ्ूलषक आते
बढो और दकसी ुी अलरोध से ्हले रूकने के शलये तैयार रहो ।
यह शसतनल शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयों मे OFF दकया जाता है-
i) मसख्य शसतनल खराब होने ्र
ii) मसख्य शसतनल को OFF करने कऔ िते ्ूरी न होने ्र
iii) अलरोशधत लाइन ्र तािी को लेने के शलये
iv) रैकसर्कष ट / एक्सल कॉउं टर खराब होने ्र
ध्यान द -

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 बसलाला शसतनल एकमात्र ऐसा शसतनल है जो ऑफ होने ्र ुी लहॉं रूक


कर आते बढ़ना होता है.
(B) िंट शसतनल (Shunt signal) GR 3.14
1. यह एक सहायक शसतनल है।
2. इसे िंरटंत कायष का शनयंत्रण करने
के शलये लताया जाता है।
3. िंट शसतनल अके ले खंुे ्र या
प्रथम रोक शसतनल को ोिकर
अन्य दकसी ुी रोक शसतनल के
नीचे लताया जा सकता है।
4. जब िंट शसतनल दकसी रोक
शसतनल के नीचे लताया जाता है
तब ऑन शस्थशत मे कोई संकेत नहीं
देता लेदकन OFF शस्थशत मे यह लोको ्ायलट को िंरटंत कायष के शलये सतकष ता
्ूलषक आते बढने कऔ आज्ञा देता है चाहे उसके ऊ्र का रोक शसतनल ON
शस्थशत मे क्यों न हो ।
5. एक खंुे ्र एक से अशधक िंट शसतनल लताये जा सकते है ऐसे समय सबसे
ऊ्र लता िंट शसतनल सबसे बॉयी लाइन और ऊ्र से दूसरा िंट शसतनल
सबसे बॉयीं लाइन से दूसरी लाइन के शलये संबशन्धत रहता है और अन्य शसतनल
ुी इसी क्रम मे संबशन्धत रहते है।
6. यदद िंट शसतनल नही लते है तो िंरटंत कायष के शलये हाथ शसतनलों का प्रयोत
दकया जा सकता है। यदद हाथ शसतनल के शबन से ददखाए जा रहे हों तो िंरटंत
इं चाजष द्वारा जमीन से ऐसे शसतनल दोहराए जाऐंते तथाश् िंरटंत कायष यदद िंट
शसतनल या अन्य दकसी स्थालर शसतनल द्वारा दकया जा रहा हो तो हाथ
शसतनल प्रदर्िषत करना आलश्यक नहीं है ।
7. िंरटंत के दौरान दकसी िंट शसतनल के खराब होने ्र उसे ON शस्थशत मे ्ार
करने के शलये कोई अलत से अशधकार ्त्र नहीं ददया जाता है बश्‍क T- 806
्र ही उसका शललरण शलख ददया जाता है।
िंट शसतनल के शनम्नशलशखत तीन प्रकार है-
i) ्ोजीिन लाइट िंट शसतनल (शस्थशत बिी लाले िंट शसतनल)
ii) तोल चक्रऔ लाला िंट शसतनल
iii) ोटे हाथे लाले िंट शसतनल
िंरटंत अनसमशत संकेतक (SPI) SR 3.14-1

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1. िंरटंत अनसमशत संकेतक सदैल रोक शसतनल या


िंट शसतनल के साथ कायष करता है।
2. शजस ददिा कऔ ओर िंरटंत कऔ जाती है,उस ददिा
मे ददन मे काली चकरी ्र ्ीला क्रास ्ट होता
है तथा रात मे प्रकाशित ्ीला क्रास अथला ददन
और रात दोनो मे दोनो समय प्रकाशित ्ीला
क्रास ददखाते है।
3. िंरटंत अनसमशत संकेतक ददये जाने ्र (ऑफ
शस्थती मे) लोको ्ायलट संबंशधत रोक/ िंट
शसतनल को ऑन शस्थती मे ्ार कर सकते है।
4. िंरटंत अनसमशत संकेतक द्वारा जब संचालन
शनयंशत्रत होता है तब संबंशधत शसतनल से आते बढो हाथ शसतनल अलश्य ददखाना
चाशहए।

(C) सहकारी शसतनल (Co-acting Signal) GR 3.15

1) शसतनल खंुे कऔ ऊंचाई के कारण या ओलर शब्रज के कारण या दकसी रूकालट


के कारण या दकसी अन्य कारण से लोको ्ायलट को कोई शसतनल एक बार
ददखाई देने के बाद उसे ्ार करने तक लतातार ददखाई न दे तब लोको ्ायलट
को उस शसतनल के संकेत लतातार ददखाने के शलये ऊ्र लते शसतनल जैसा एक
ओर शसतनल उसी खंुे ्र ऐसे स्थान ्र लताया जाता है दक दोनों शसतनलों से
कम से कम एक शसतनल का संकेत ड्रायलर को लतातार ददखाई द।
2) दोनो ही शसतनल एक जैसे संकेत दिाषते है और एक ही शसतनल लीलर द्वारा
संचाशलत होते है। दोनो मे से दकसी एक के खराब होने ्र दूसरे को ुी खराब
माना जाता है।

(D) ्सनरालती शसतनल- (Repeating siganal) GR 3.16


1. लोको ्ायलट को जब कोई शसतनल दकसी तोलाई के कारण या अन्य दकसी
कारण से अ्नी न्यूनतम दृश्यता दूरी से ददखाई नहीं देता है तो उस शसतनल के
संकेत को दोहराने के शलये उससे ्हले एक शसतनल लताया जाता है शजसे
्सनरालती (रर्ीरटंत) शसतनल कहते है।

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2. इस शसतनल कऔ ्हचान के शलये हाथे लाले शसतनलों मे इसके खंुे ्र सफ़े द


तोल चक्रऔ ्र काला R माकष र लता रहता है तथा रं तीन रोिनी लाले शसतनलों
मे इसके खंुे ्र प्रकाशित होने लाला R माकष र लता होता है.
3. उ्रोक्त अनससार रर्ीरटंत शसतनल तीन प्रकार के होते हैं-
i) हाथे लाला- इस शसतनल कऔ ुसजा का रं त ्ीला होता है तथा शसरे के समांतर
एक काली ्ट्टी होती है।
ii) बेनर टाइ्- यह तोल शर्स्क टाइ् होता है शजस ्र दो काली ्रट्टयों के बीच
एक ्ीली ्ट्टी होती है।
iii) रं तीन रोिनी लाले ररश्रटंत शसतनल के संकेत और शनदेि नीचे ददखाये तए है:-

ररश्रटंत शसतनल के संकेत शनदेि


शजस शसतनल को रर्ीट दकया तया है लह ‘ऑन’
Y
शस्थशत म है
शजस शसतनल को रर्ीट दकया तया है लह ‘एक श्ला’
YY या ‘एक श्ला रूट संकेतक के साथ’ या ‘दो श्ला’
प्रदर्िषत कर रहा है .
G शजस शसतनल को रर्ीट दकया तया है लह ‘हरा’ है .

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(E) तेट शसतनल ( GR 3.34 SR3.34-1)


1. सम्ार फ़ाटक कऔ शस्थशत बताने के शलये सम्ार फ़ाटक
से ्याषप्त दूरी ्र जो रोक शसतनल लताया जाता है उसे
तेट रोक शसतनल कहते है। सामान्यत: रैदफ़क तेटों ्र
अलत से तेट शसतनल न लताकर उन्ह स्टेिन के शसतनलों
के साथ इण्टरलॉक कर ददया जाता है।
2. तेट शसतनल रेल यातायात को शनयंशत्रत करते है तथा
सिक यातायात कऔ ससरक्षा करते है।
3. तेट शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे लोको ्ायलट को तेट सिक
यातायात के शलए बन्द तथा ताशलत होने कऔ तारं टी देता है। तेट शसतनल ऑन
शस्थशत मे लोको ्ायलट को तेट के सिक यातायात के शलये खसले होने या खराब
होने कऔ जानकारी देता है।
तेट शसतनल शनम्नशलशखत प्रकार के होते है-
(क) ्ूणष ब्लाक ्द्धशत मे -
i) G बोर्ष के साथ तेट शसतनल
ii) शबना G बोर्ष के तेट शसतनल
(ख) स्लचल ब्लाक ्द्धशत मे (सेमी ऑटोमेरटक तेट रोक शसतनल)
i) A माकष र तथा G बोर्ष लाला शसतनल
ii) A माकष र तथा AG माकष र लाला शसतनल
i) G बोर्ष के साथ तेट शसतनल-
इस शसतनल कऔ ्हचान के शलये इसके खंुे ्र एक ्ीली तोल चक्रऔ होती है शजस
्र काला अंग्रेजी अक्षर G शलखा होता है।
इस शसतनल को लोको ्ायलट ददन मे एक शमनट ल रात मे दो शमनट रूकने के बाद
ऑन शस्थशत मे शनयमानससार ्ार कर सकता है।
ii) शबना G बोर्ष लाला तेट शसतनल-
जहॉ ्र तेट शसतनल और तेट के बीच कोई ्सल शस्थत हो या रोर् कम रे ल शब्रज हो
लहॉ ्र ऐसा शसतनल लताया जाता है। ऐसे शसतनलों को लोको ्ायलट ON शस्थशत
मे तब तक ्ार नही कर सकता है जब तक दक तेट मैन द्वारा तािी को ्ायलट न
कराया जाय।

44
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सेमी ऑटोमेरटक तेट रोक शसतनल SR 3.17-1 -


i) A माकष र तथा G बोर्ष लाला शसतनल
जब तेट रोक शसतनल सेमी ऑटोमेरटक रोक शसतनल हो
और सम्ार कऔ ुी रक्षा करता हो तब यह शसतनल लताया
जाता है। इस शसतनल के खंुे ्र एक G बोर्ष तथा
प्रज्लशलत A माकष र लता होता है। जब इस शसतनल का A
माकष र प्रकाशित होता है तब यह तेट के बन्द तथा उसके
ताशलत होने कऔ जानकारी देते है और ऐसे समय लोको
्ायलट इस शसतनल को ऑटोमेरटक शसतनल कऔ तरह
शनयमानससार ON शस्थशत मे ्ार करे ता।
यदद A माकष र बसझा है तो इसका ताा्यष है दक
तेट या तो सिक यातायात के शलये खसला है या लह खराब
है और ऐसे समय लोको ्ायलट इस शसतनल को G बोर्ष
शसतनल कऔ तरह शनयमानससार ON शस्थशत मे ्ार करे ता।
ii) A माकष र तथा AG माकष र लाला शसतनल
जब तेट रोक शसतनल सेमी ऑटोमेरटक रोक शसतनल हो और सम्ार
फ़ाटक के साथ-साथ कॉटों कऔ ुी रक्षा करता हो तब यह शसतनल लताया जाता है।
इसके खंुे ्र काली ्ृष्ठुूशम मे एक सफ़े द प्रज्लशलत A और AG माकष र होता है।
इस शसतनल का संकेत शनम्नानससार होता-
अ) यदद A माकष र प्रज्लशलत तथा AG माकष र
बसझा हो तो इसका ताा्यष है दक सम्ार फ़ाटक सिक
यातायात के शलये बंद और ताशलत है तथा मातष के कॉटे सेट
एलं तशलत है। ऐसे समय लोको ्ायलट इस शसतनल को
ऑटोमेरटक शसतनल कऔ तरह शनयमानससार ऑन शस्थशत मे
्ार करे ता ब) यदद AG माकष र प्रज्लशलत तथा A माकष र
बसझा हो तो इसका ताा्यष है दक सम्ार फ़ाटक सिक
यातायात के शलये बंद अथला ताशलत नही है अथला खराब है ्रं तस मातष के कॉटे सेट
एलं तशलत है। ऐसे समय लोको ्ायलटइस शसतनल को G माकष र तेट शसतनल कऔ
तरह शनयमानससार ON शस्थशत मे ्ार करे ता।
स) यदद AG माकष र तथा A माकष र दोनो बसझे हो तो इसका ताा्यष है दक ना
तो कॉटे सही तौर ्र लते है और ना ही ताशलत है तथा ना ही लोको ्ायलट इस
शसतनल को ऑन मे ्ार करे ता ।
लोको ्ायलट द्वारा G बोर्ष तेट शसतनल ON शस्थशत मे ्ार करना- SR3.73-2, SR
16.06-1
45
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जब लोको ्ायलट को G बोर्ष तेट शसग्नल ON शस्थशत मे शमले तो लोको ्ायलट एक


लम्बी सीटी बजाएता और तािी को शसतनल से ्हले रोक देता। लह ददन मे 1 शमनट
तथा रात मे 2 शमनट तक शसतनल के ऑफ़ होने का इं तजार करे ता। यदद इस दौरान
शसतनल ऑफ़ नही होता है तो लह अ्नी तािी को सतकष ता ्ूलषक सम्ार तक आते
बढायेता यदद तेटमैन सब र क हाथ शसतनल ददखा रहा हो तो लोको ्ायलट शबना
रुके सालधानी्ूलक ष सम्ार फाटक को ्ार करे ता।
यदद तेट ्र तेट मेन उ्शस्थत ना हो तो तेट को बन्द एलं ताशलत करने का
कायष इं जन कमी दल के द्वारा दकया जाएता एलं तार्ी को सम्ार से ्ार कराया
जाएता तथा तार्ी के तसजरने के ्िात दोबारा तेट को सर्क यातायात के शलए
खोलेता। अतले स्टेिन ्र लोको ्ायलट तािी खिी करके स्टेिन मास्टर को तेट
शसतनल खराब होने या तेट मेन के अनस्शस्थशत कऔ सूचना देता। स्टेिन मास्टर यह
सूचना प्राप्त होने के बाद सुी सम्बशन्धतों को इसकऔ जानकारी देता तथा दोनों स्टेिन
मास्टर प्रुाशलत सेक्िन मे जाने लाली ताशयर्यों को रोककर सतकष ता आदेि देकर तािी
रलाना करते।
लानषर शसतनल तथा शर्स्टट शसतनल म अन्तर
क्र लानषर शसतनल शर्स्टट शसतनल
यह एक अनसज्ञाामक शसतनल है और यह एक अनसज्ञाामक शसतनल है जो
1.
TALQ दो संकेती शसतनल व्यलस्था MAUQ /MACLS व्यलस्था मे ्ाया
मे ्ाया जाता है। जाता है।

इसका हाथा लाल रं त का म ली के इसके हाथे का रं त ्ीला एलं आकार


2.
्ूं के आकार का होता है। म ली के ्ू जैसा होता है।
इसके हाथे ्र शसरे के समानान्तर इसके हाथे ्र शसरे के समानान्तर
3.
सफ़े द ्ट्टी होती है। काली ्ट्टी होती है।
यह शसतनल अके ले खंुे ्र, प्रथम यह शसतनल अके ले खंुे ्र या
4.
शलिेय अनसदि े ों के अन्ततषत अशन्तम
रोक शसतनल के नीचे, या शलिेय
रोक शसतनल या तेट रोक शसतनल के
अनसदि
े ों के अन्ततषत अशन्तम रोक
साथ लताया जा सकता है।
शसतनल के नीचे लताया जा सकता
है।
जब यह शसतनल अके ले खंुे ्र हाथे लाले शर्स्टेन्ट शसतनलों मे हाथे से
5.
लताया जाता है तो 1.5 से 2.0 मीटर 1.5 मीटर नीचे एक ्ीली बिी लताई
ऊ्र शस्थर हरी बिी लताई जाती है। जाती है जो सालधान शस्थशत मे प्रयसक्त
होती है।

46
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यह अतले ब्लॉक सेक्िन कऔ शस्थशत यह अतले रोक शसतनल कऔ शस्थशत


6.
बताता है या अतले रोक शसतनल के बताता है।
्ास ्हॅॅचने कऔ सूचना देता है।

यह अके ले खंुे ्र प्रथम रोक/तेट यह होम/तेट शसतनल से 1000 मीटर


7.
शसतनल से ्याषप्त दूरी ्हले लताया कऔ दूरी ्र ्हले लताया जाता है।
जाता है।

मध्य रे लले ्र रं तीन रोिनी लाली यह शसतनल रं तीन रोिनी लाली


8.
व्यलस्था मे यह शसतनल नही होता है। शसतनल व्यलस्था मे ुी होता है और
उसकऔ ्हचान P माकष र से होती है।

यह शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे लोको यह शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे अतले


9.
्ायलटको मेन लाईन से थ्रू जाने के शसतनल को प्रशतबशन्धत तशत से या
बारे मे जानकारी देता है। सामान्य तशत से ्ार करने कऔ
जनकारी देता है।
जहॉ शलिेय ्ररशस्थशतयों मे अचल शर्स्टेन्ट शसतनल मे ऐसी कोई व्यलस्था
10.
चेतालनी शसतनल का प्रयोत उशचत है नहीं है।
लहॉ यह शसतनल शलिेय अनसदि े ों के
अनससार स्थाई रू् से ON शस्थशत मे
रखा जा सकता है।
जहॉ ताशियों कऔ तशत 50 kmph से यह MAUQ / MACLS व्यलस्था के B
11.
अशधक है ऐसे B क्लास स्टेिन ्र यह क्लास स्टेिन ्र आलश्यक शसतनल है
लताया जा सकता है।

47
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TALQ तथा MACLS /MAUQ व्यलस्था मे अन्तर


क्र TALQ MALQ/MACLS
प्रायेक शसतनल दकसी एक समय मे इस व्यलस्था मे शसतनल एक समय
1.
दो संकेतों मे से कोई एक संकेत मे तीन या अशधक संकेतो मे से दकसी
प्रदर्िषत करता है। एक संकेत को प्रदर्िषत करता है।
इस व्यलस्था मे अतले शसतनलों कऔ इस व्यलस्था मे शसतनल अतले
2.
शस्थशत के बारे मे ्ूलष सूचना नहीं शसतनल कऔ ्ूलष सूचना देता है।
शमलती है।

्ूलष सूचना न शमलने के कारण ्ूलष सूचना शमलने के कारण इन


3.
शसतनलों कऔ न्यूनतम दृ्‍यता दूरी शसतनलों कऔ न्यूनतम दृ्‍यता दूरी कम
अशधक होती है। होती है।
इस व्यलस्था मे ऑफ़ शस्थशत मे हाथा
4. हाथा ऑफ़ शस्थशत मे क्षैशतज से 45°
45° या 90° ऊ्र दक ओर उ ता है
से 60° नीचे झसकता है।
तथा रं तीन रोिनी लाले शसतनलों मे
रोिनी द्वारा ऑफ़ शस्थशत प्रदर्िषत
करता है।
अनसज्ञाामक शसतनल चेतालनी इस व्यलस्था मे अनसज्ञाामक शसतनल
5.
शसतनल होता है। शर्स्टेन्ट शसतनल, इनर शर्स्टेन्ट
शसतनल होता है।
इस व्यलस्था म लाईन क्लीयर देने इस व्यलस्था मे ब्लॉक ओलरलै् कम
6.
के शलये ्याषप्त दूरी ब्लॉक ओलरलै् से कम 180 मीटर होना चाशहये।
400 मीटर से कम नहीं होती है।

शसतनल ओलरलै् 180 मीटर से इस व्यलस्था मे शसतनल ओलरलै् कम


7.
कम नहीं होना चशहये। से कम 120 मीटर होना चाशहये।

इस शसतनल व्यलस्था मे A क्लास इस व्यलस्था मे A क्लास स्टेिन नही


8.
स्टेिन ्ाये जाते है। ्ाये जाते है।

48
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कॉललंत ऑन तथा को-एलक्टंत शसतनल मे अंतर

क्र कॉललंत ऑन शसतनल को-एलक्टंत शसतनल


यह शसतनल अंशतम रोक शसतनल यह शसतनल ्ररशस्थशत के अनससार
1.
को ोिकर अन्य दकसी ुी रोक दकसी ुी शसतनल के नीचे लताया जा
शसतनल के नीचे लताया जा सकता सकता है।
है।
यह शसतनल हाथे लाले एलं रं तीन यह शसतनल के लल हाथे लाले शसतनलों
2.
रोिनी लाले शसतनलों मे ्ाया मे ही ्ाया जाता है।
जाता है।
यह शसतनल ऑन शस्थशत मे कोई यह शसतनल ऑन शस्थशत मे लही संकेत
3.
संकेत नही ददखाता है। ददखाता है जो ऊ्र लता शसतनल
ददखाता है।
बसलाला शसतनल का हाथा मसख्य को-एलक्टंत शसतनल का हाथा ऊ्र लते
4.
शसतनल के हाथे से ोटा तथा हुये हाथे जैसा उसी आकार का तथा
सफ़े द रं त का होता है। उसी रं त का होता है।
मसख्य शसतनल तथा कॉललंत ऑन मसख्य शसतनल तथा कोएलक्टंत शसतनल
5.
शसतनल अलत-अलत लीलर द्वारा एक ही लीलर द्वारा संचाशलत होते हैं।
संचाशलत होते हैं।
कॉललंत ऑन शसग्नल मसख्य शसतनल जब कोई शसतनल लोको ्ायलटको
6.
कऔ सहायता के शलये लतया जाता दकसी ्सल (शब्रज) या अन्य कारण से
है। लतातार ददखाई न द तो को-एलक्टंत
शसतनल लताया जाता है।
यदद दोनों मे से कोई एक शसतनल यदद एक शसतनल खराब हो तो दूसरे को
7.
खराब हो जाय तो दूसरे को खराब ुी खराब माना जाता है।
नहीं माना जाता है।

49
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कॉटा संकेतक तथा रै् संकेतक मे अन्तर

क्र कॉटा संकेतक रै् संकेतक


यह कॉटे कऔ शस्थशत बताने के यह रे् या शर्रे ललंत शस्लच कऔ शस्थशत
1.
शलये लताया जाता है। बताने के शलये लताया जाता है।

जब कॉटा सीधी लाइन के शलये जब शर्रे ललंत शस्लच खसला होता है तब ददन
2.
लता होता है तो लह ददन मे सफ़े द मे लाल शनिान तथा रात मे लाल बिी
शनिान तथा रात मे सफ़े द बिी ददखाता है।
ददखाता है।
जब कॉटा र्समाल के शलये लता जब शर्रे ललंत शस्लच बन्द होता है तो यह
3.
होता है तो यह ददन मे कोई ददन मे कोई शनिान नही तथा रात मे हरी
शनिान नही तथा रात मे हरी बिी ददखाता है।
बिी ददखाता है।

स्लचल (ऑटोमेरटक) शसतनल


1. यह एक रोक शसतनल है जो स्लचशलत ब्लॉक ्द्धशत मे होता है।
2. इस शसतनल कऔ ्हचान के शलये इसके खम्ुे ्र एक सफ़े द तोल
चक्रऔ लती होती है शजस ्र काला A अक्षर शलखा होता है।
3. इस शसतनल कऔ सामान्य शस्थशत ऑफ़ (हरी) होती है।
4. ये शसतनल ताशियों के चलने से (शस्थतीनससार ) अ्ने आ् ऑफ़-
ऑन होते है।
5. ये शसतनल उन स्थानों ्र लताये जाते है जहॉ कोई कॉटा
(‍लाइंट) या तेट नहीं होता है।
6. लोको ्ायलट इस शसतनल को ददन मे एक शमनट तथा रात मे दो शमनट रूक कर
ऑन शस्थशत मे ्ार कर सकता है। (तशत 15/8 अतले शसतनल तक)
7. लोको ्ायलटइस शसतनल को ऑफ़ शस्थशत मे जब ्ार करता है तो यह शसतनल
अ्ने आ् ऑन शस्थशत मे आ जाता है और ्सन: ऑफ़ शस्थशत (एक ्ीला) म तब तक
नही होता है जब तक दक लाईन न के लल अतले रोक शसतनल तक बश्‍क उसके आते
्याषप्त दूरी (120 मीटर) तक साफ़ न हों।

50
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अद्धष-स्लचल (सेमी ऑटोमेरटक) शसतनल


1. यह शसतनल हस्तचशलत तथा स्लचशलत दोनो ्द्धशतयों से कायष
करता है।
2. इसकऔ ्हचान के शलये इसके खम्ुे ्र सफ़े द प्रज्लशलत A
माकष र लता होता है।
3. इस शसतनल को या तो ककं त लीलर अथला ्ैनल ्र बटन द्वारा
संचाशलत दकया जा सकता है।
4. जब इस शसतनल के खम्ुे ्र लता A माकष र प्रज्लशलत होता है
यह शसतनल स्लचशलत रोक शसतनल कऔ तरह कायष करता है
और ऐसे समय लोको ्ायलटइस शसतनल को स्लचशलत रोक
शसतनल कऔ तरह ददन म एक शमनट तथा रात म दो शमनट
अद्धषस्लचल रोक
रूकने के बाद ऑन शस्थशत म ्ार कर सकता है।
शसतनल
5. जब इस ्र लता A माकष र बसझा हुआ हो तो यह शसतनल
हस्तचशलत रोक शसतनल कऔ तरह कायष करता है। ऐसे समय लोको ्ायलट इस शसग्नल
को शबना प्राशधकार ्त्र के ऑन शस्थशत मे ्ार नहीं कर सकता है।
6. ये शसतनल सामान्यत: ऐसे स्थानों ्र लताये जाते है जहॉ ‍लाइं ट,तेट लते होते है।
स्लचल (ऑटोमेरटक) रोक शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करने के शनयम- (GR
9.02)
जब कोई ऑटोमेरटक शसतनल लोको ्ायलटको ऑन शस्थशत मे शमले या जब
सेमी ऑटोमेरटक शसतनल का A माकष र प्रज्लशलत है तो लोको ्ायलट एक लतातार
लम्बी सीटी बजाएता और शसतनल के ्हले तािी को खिी करे ता। ददन मे एक शमनट
ल रात मे दो शमनट तक रुककर शसतनल ऑफ़ होने का इं तजार करे ता। यदद इस दौरान
शसतनल ऑफ़ नही होता है तो तार्ष का ध्यान आकर्यषत करने के शलये लम्बी सीटी
बजाएता तथा तार्ष के साथ हाथ शसतनलों का आदान प्रदान करे ता तथा सतकष ता्ूलक

आते बढेता। ऐसे समय दृश्यता साफ़ होने ्र तािी कऔ तशत 15 kmph एलं दृश्यता
साफ़ न होने ्र 8 kmph से अशधक नहीं होती। लोको ्ायलट सतकष रहेता एलं दकसी
ुी अलरोध से ्हले तािी रोकने के शलये तैयार रहेता।
SR 9.02-5-स्लचल रोक शसतनल ऑन शस्थशत मे ्ार करने के बाद दकसी ुी इं जन से
चलाये जाने लाली तािी के लोको ्ायलट को यह ससशनशित कर लेना चाशहये दक
अ्नी तािी और आते जाने लाली तािी या अलरोध के बीच का अंतर 150 मीटर या
दो ओ.एच.ई.स््ैन से कम नही होना चाशहये तथाश् ई.एम.यू. तािी के सम्बन्ध मे
ई.एम.यू. तािी और आते जाने लाली तािी या अलरोध के बीच अन्तर 75 मीटर या
एक ओ.एच.ई.स््ैन से कम नही होना चाशहये।
स्लचशलत रोक शसतनल एलं अद्धष-स्लचशलत रोक शसतनल मे अन्तर -
51
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

क्र. स्लचशलत रोक शसतनल अद्धष-स्लचशलत रोक शसतनल


इस शसतनल कऔ ्हचान के इस शसतनल कऔ ्हचान के शलये इसके खम्ुे ्र
1.
शलये इसके खम्ुे ्र सफ़े द काली ्ृष्ठुूशम मे सफ़े द प्रज्लशलत A माकष र
तोल चक्रऔ मे काले रं त से A लताया जाता है।
शलखा बोर्ष लताया जाता है।
यह शसतनल के लल स्लचशलत यह शसतनल स्लचशलत रोक शसतनल एलं
2.
रोक शसतनल कऔ तरह से ही हस्तचशलत रोक शसतनल कऔ तरह से कायष करता
कायष करता है। है।
इस शसतनल के ्िात कोई यह शसतनल सामान्यत: क्रॉस ओलर, कॉटे
3.
कॉटे (‍लाइं ट), तेट नही (‍लाइंट), तेट से ्हले लताया जाता है।
होते।
लोको ्ायलटइस शसतनल जब शसतनल का A माकष र प्रज्लशलत हो तब लोको
4.
को ददन मे एक शमनट तथा ्ायलटइस शसग्नल को स्लचशलत शसतनल के
रात मे दो शमनट रूकने के समान ददन मे एक शमनट तथा रात मे दो शमनट
बाद ऑन शस्थशत मे ्ार कर रूकने के बाद इसे ऑन शस्थशत मे ्ार कर सकता
सकता है।
है। यदद A माकष र बसझा है तो लोको ्ायलटऐसे
शसतनल को शबना उशचत प्राशधकार ्त्र के ऑन
शस्थशत मे ्ार नही करे ता।
ये शसतनल तािी के चलने से ये शसतनल ककं त लीलर द्वारा या ्ैनल से बटन
5.
अ्ने आ् ऑन-ऑफ़ होते द्वारा संचाशलत होते है।
है।

मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल


1. शलिेय अनसदिे ों के अधीन प्रायेक ददिा म स्लचल ब्लॉक शसतनल क्षेत्र म दो स्टेिनों के
बीच दकसी एक स्लचल रोक शसतनल को आिोशधत अधष स्लचल रोक शसतनल के रू्
म ्ररलर्तषत दकया जा सकता है ।
2. इस प्रकार मसहय
ै ा कराए तए मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल
को रेक सर्कष ट अथला एक्सल काउं टरों अथला दोनों के माध्यम से आते लाले स्टेिन के
शसतनलों के साथ इं टरलॉक दकया जाएता और उसे आते लाले स्टे िन के स्टेिन मास्टर
द्वारा शनयंशत्रत दकया जाएता । संबंशधत संकेत दोनों ओर के स्टेिन मास्टरों के ्ास
उ्लब्ध होंते चाहे शसतनल सामान्य स्लचल माध्यम म हों या मोर्ीफाइर् सेमी
ऑटोमेरटक माध्यम म हो ।

52
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

3. श् ले स्टेिन के एर्लांस्र् स्टाटषर शसतनल को मध्य खंर् आिोशधत अधष स्लचल रोक
शसतनल के साथ इस प्रकार इं टरलॉक दकया जाएता दक जब ए शचन्ह बसझा हो तो
एर्लांस्र् स्टाटषर स्लयं ऑफ होता या ऑफ दकया जाएता जब लाइन मध्य खंर्
मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल से आते ्याष‍त दूरी तक शक्लयर हो । इसी
प्रकार मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल स्लत: ऑफ होता अथला
ऑफ दकया जाएता जब लाइन आते लाले स्टेिन के होम शसतनल से आते ्याष‍त दूरी
तक शक्लयर हो ।
4. धसाँध, खराब मौसम म जब स्््‍ट ददखाई नहीं दे तो असामान्य शस्थशतयों के
दौरान,मध्यखर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल को शलिेय अनसदि
े ों मे
तहत शनधाषररत शलशध म ए शचन्ह को बसझाया जा सकता है और इस कारष लाई से यह ुी
ससशनशित होता दक श् ले स्टेिन का एर्लांस्र् स्टाटषर शसतनल और अतले स्टेिन के
होम शसतनल का A शचन्ह ुी बसझ जाएता ।
5. सामान्य शस्थशतयों के दौरान मध्य खर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल
एक सामान्य स्लचल रोक शसतनल के रू् म कायष करे ता ।
A. जब लोको ्ायलट यह देखता है दक मध्य खर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ्
शसतनल ऑन म है तथा A शचन्ह बसझा है तो तािी को शसतनल के ्हले रोक देता और
इसके बारे म शलिेय अनसदि े ों के अधीन अनसमोददत संचार साधनों से अतले स्टे िन के
स्टेिन मास्टर को सूशचत करे ता ।
B. अतले स्टेिन का स्टेिन मास्टर शलिेय अनसदि
े ों के अधीन शलशध और शनधाषररत कायष
्द्धशत को ससशनशित करने के ्श्चात अनसमोददत संचार साधनों से बसझे हुए A शचन्ह के
साथ ऑन अलस्था म मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल से तसजरने
के शलए लोको ्ायलट को प्राशधकृ त कर सकता है ।
C. यदद लोको ्ायलट अतले स्टेिन के स्टेिन मास्टर से सं्कष करने म असमथष हो तो लह
शसतनल ्र ्ॉंच शमनट तक प्रशतक्षा करने के बाद शसतनल को ऑन म ्ास करेता
और सालधानी्ूलषक आते बढ़ेता तथा दकसी ुी बाधा से ्हले तािी रोकने के शलए
तैयार रहेता तथा अतले शसतनल तक 10 kmph कऔ तशत से ही चलेता तथा उस
शसतनल के संकेत के अनससार कारष लाई करे ता, और
D. लोको ्ायलट, अतले स्टेिन के स्टेिन मास्टर को मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी
ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल कऔ खराबी कऔ रर्ोटष देता ।

53
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

मध्यलती ब्लॉक शसतनललंत व्यलस्था (C/S-14/11 &16) SR 3.70-2 ( ख) GR-


3.42,GR- 3.75, SR-3.75-1

1. यह इकहरी लाइन/ दोहरी लाईन/ बहु लाइन ्र यह शसतनल व्यलस्था दकया


जाता है।
2. यह एक मानल रशहत C क्लास का स्टेिन होता है शजसका शनयंत्रण दूरलती रू् से
श् ले स्टेिन द्वारा होता है।
3. इस व्यलस्था का उद्देश्य एक लम्बे ब्लॉक सेक्िन को दो ब्लॉक सेक्िनो मे बााँटकर
खंर् क्षमता बढ़ाना है।
4. इकहरी लाइन ्र मध्यलती ब्लॉक शसतनललंत ्र दो शनकटलती ब्लॉक स्टेिनों
के बीच के लाइन को दो उ् सेक्िनों म शलुाशजत दकया जाता है. ्हला सेक्िन
शजसे ‘स्टेिन शनयंशत्रत मध्यलती ब्लॉक सेक्िन’ कहा जाएता और आईबीएस के
आते, ब्लॉक स्टेिन के ्हले रोक शसतनल के बीच के सेक्िन को ‘ब्लॉक शनयंशत्रत
मध्यलती ब्लॉक सेक्िन’ कहा जाएता।
5. इस व्यलस्था मे ब्लॉक सेक्िन मे एक रोक शसतनल लताया जाता है शजसे मध्यलती
ब्लॉक होम (IBH) शसतनल कहते है इस शसतनल कऔ ्हचान के शलये इसके खम्ुे
्र एक सफ़े द तोल चक्रऔ लताई जाती है शजस ्र काले रं त से IB शलखा होता है।
6. यदद IBS, तेट का ुी बचाल करता है तो इस ्र एक शलजर् बोर्ष लताया जाएता
शजस ्र शलखा जाएता दक “ यह शसतनल तेट का बचाल करता है इसे ऑन म ्ार
करते समय तेट का बंद होना ससशनशित कर”.
7. इस शसतनल कऔ ्ूलष सूचना देने के शलये इससे 1000 मीटर ्हले शर्स्टेन्ट शसतनल
लताया जाता है।
8. इस व्यलस्था मे श् ले स्टेिन के अशन्तम रोक शसतनल से लेकर IBS के आते 400
मीटर तक कऔ लाईन को रैक सर्कष ट दकया जाता है अथला एक्सल काऊन्टर लताये
जाते है।
9. श् ले स्टेिन के अशन्तम रोक शसतनल से लेकर IBS के आते 400 मीटर तक कऔ
लाईन अलरूद्ध है या साफ़ है इसकऔ जानकारी देने के शलये श् ले स्टेिन ्र एक
रैक बर्थिंत इन्र्ीके टर लताया जाता है। यदद अंशतम रोक शसतनल से लेकर IBS के
आते 400 मीटर तक कऔ लाईन अलरूद्ध है तो रैक बर्थिंत इन्र्ीके टर लाल रोिनी
ददखाता है और यदद लाईन साफ़ होती है तो कोई रोिनी नही या हरी रोिनी
ददखाता है।

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10. IBS ्र एक टॉक बैक टेलीफ़ोन लता होता है शजससे लोको ्ायलट श् ले स्टेिन
के स्टेिन मास्टर से बात कर सकता है।
11. इस व्यलस्था मे IBS को ब्लॉक उ्करण के साथ इन्टरलॉक दकया जाता है।
12. इस व्यलस्था मे श् ले स्टेिन का स्टेिन मास्टर रैक बर्थिंत इन्र्ीके टर कऔ शस्थशत
देखकर अथाषत रैक सर्कष ट या एक्सल काऊन्टर इं शर्के टर से लाइन शक्लयर लेकर
तािी को IBS तक रलाना करे ता।
13. IBS के आते तािी को रलाना करने हेतस अतले स्टेिन से ब्लॉक उ्करण ्र लाइन
क्लीयर लेकर IBS को ऑफ़ करे ता। यदद उक्त IB शसतनल तेट का ुी बचाल कर
रहा है तो स्टेिन मास्टर द्वारा तेट का बंद होना ससशनशित करने के बाद ही IB
शसतनल को ‘आफ’ दकया जायता।
14. जैसे ही तािी IBS के आते 400 मीटर कऔ दूरी ्ार कर लेती है, स्टे.मा. दफ़र से
रैक सर्कष ट/ एक्सल काऊन्टर से लाइन क्लीयर लेकर तािी को IBS तक रलाना
कर सकता है। इस तरह से एक लम्बे ब्लॉक सेक्िन को दो ुातों मे बॉटकर दो
ताशियों को चलाया जा सकता है और खण्र् क्षमता को बढाया जा सकता है।
IBS व्यलस्था को शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयों मे बन्द दकया जाता है-
1. टी.एस.एल. लर्किं त के दौरान
2. सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र
3. IBS शसतनल के खराब होने ्र
4. IBS का शर्स्टेन्ट शसतनल यदद ऑफ़ शस्थशत मे खराब हो जाय
5. ब्लॉक उ्करण खराब होने ्र
6. रैक सर्कष ट या एक्सल काऊन्टर खराब होने ्र
7. IBS का शसतनल रर्ीटर खराब होने ्र
IBS को खराब या ऑन शस्थशत मे ्ार करना GR 3.75 SR 3.75-1
1. जब लोको ्ायलट को मध्यलती ब्लॉक रोक शसतनल ऑन शस्थशत मे शमलता है तो
लह उससे ्हले अ्नी तािी को रोके ता तथा तार्ष का ध्यान आकर्यषत करने के
शलये लतातार लम्बी सीटी बजाएता और मध्यलती ब्लॉक ्ोस्ट ्र लते टेलीफ़ोन
से तसरन्त श् ले स्टेिन के स्टेिन मास्टर से सम््कष स्थाश्त करे ता।
A. यदद टॉक बैक ्र सं्कष स्थाश्त होता है :-
I. यदद स्टेिन मास्टर लोको ्ायलट को बताता है दक उसकऔ तािी के शलये अतले
स्टेिन से लाईन क्लीयर प्राप्त कर शलया तया है दकन्तस उक्त शसतनल खराब होने

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के कारण उसे ऑफ़ नही दकया जा सकता है तो स्टेिन मास्टर लाइन शक्लयर म


प्राप्त प्राईलेट नं. एलं अ्नी प्रथमाक्षरी लोको ्ायलट को बतायेता शजसे लोको
्ायलट अ्नी मेमो बसक (T-245 B) मे नोट करे ता। इसके बाद लोको ्ायलट
तार्ष का ध्यान आकर्यषत करने के शलये ोटी-लम्बी- ोटी (0-0) सीटी बजाएता
तथा तार्ष के साथ हाथ शसतनलों का आदान प्रदान करके अ्नी तािी को
सामान्य तशत से रलाना करे ता।
II. यदद उक्त IB शसतनल द्वारा तेट का ुी बचाल दकया जा रहा है तो स्टेिन
मास्टर द्वारा उस तेट को नान इं टरलाक्र् मानते हुए तेट का बंद होना ससशनशित
करने के एलज म तेटमेन से प्राप्त प्राईलेट नं. ुी लोको ्ायलट को दता।
B. यदद टॉक बैक खराब हो या उ्लब्ध न हो तो:-
i. लोको ्ायलट 5 शमनट तक शसतनल के ऑफ़ होने का इन्तजार करे ता। यदद इस
दौरान ुी शसतनल ऑफ़ नही होता है तो लोको ्ायलट एक लम्बी सीटी बजाएता
और तार्ष के साथ हाथ शसतनलों का आदान-प्रदान करे ता। लोको ्ायलट दृश्यता
साफ़ होने ्र 15 kmph तथा दृश्यता साफ़ न होने ्र 8 kmph कऔ अशधकतम
तशत से तािी रलाना करे ता। ऐसे समय लोको ्ायलट सतकष रहेता और दकसी ुी
अलरोध से ्हले रूकने के शलये तैयार रहेता। यदद अतले स्टेिन का कोई शसतनल
ऑफ ुी ददखाइ ्र्ता है तो लह उस शसतनल का ्ालन तब तक नही करे ता जब
तक शसतनल तक ्हुच ना जाए।
ii. यदद उक्त IB शसतनल द्वारा तेट का ुी बचाल दकया जा रहा है तो लोको ्ायलट
उ्रोक्त प्रदक्रया अ्नाने के बाद तेट तक सतकष ता्ूलषक जाएता और यदद लह
देखता है दक :
a) तेटमैन ऑल राईट शसतनल ददखा रहा है तो सतकष ता ्ूलषक तेट ्ार करे ता। तेट
्ार करने के उ्रांत दृश्यता साफ़ होने ्र 15 kmph तथा दृश्यता साफ़ न होने
्र 8 kmph कऔ अशधकतम तशत से अतले स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल तक
जाएता।
b) यदद तेटमैन ऑल राईट शसतनल नहीं ददखा रहा है या उ्शस्थत नहीं है, तो तेट
सिक यातायात के शलए बंद होना ससशनशित करने के बाद ही तेट ्ार करे ता और
तेट ्ार करने के उ्रांत दृश्यता साफ़ होने ्र 15 kmph तथा दृश्यता साफ़ न
होने ्र 8 kmph कऔ अशधकतम तशत से अतले स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल तक
जाएता।

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iii. अतले स्टेिन ्र लोको ्ायलट तािी रोक कर शसतनल / टेलीफ़ोन के खराब होने
कऔ सूचना स्टेिन मास्टर को देता। स्टेिन मास्टर तसरन्त इसकऔ सूचना श् ले
स्टेिन मास्टर को देता।
2. यदद श् ले स्टेिन से आईबीएस को ऑन म ्ार करने के शलए T/369(3b) जारी
दकया जाता है तो उस ्र अतले स्टेिन से लाइन शक्लयर म शमला प्राईलेट नं.
शलखा जाएता और इस बारे मे ्ृष्ठांकन ुी दकया जाएता दक अतले स्टेिन से
लाइन शक्लयर प्राप्त कर शलया तया है। ऐसे समय IBS को सामान्य तशत से ्ार
करे ता।
3. यदद लह शलजर् बोर्ष लाला IBS है तो T/369(3b) ्र लाइन शक्लयर म शमला
प्राइलेट नं के साथ-साथ तेटमैन का प्राइलेट नं ुी शलखा जाएता।

्टाखा शसतनल GR 3.59, GR 3.60


1. ्टाखा शसतनल, इन्ह कस हासा शसतनल ुी कहते
हैं, ये ले उ्करण है जो रे ल कऔ ्टररयों ्र
लताये जाते हैं और जब इं जन या कोई अन्य लाहन
उन ्र से तसजरता है तो ये जोर के धमाके के साथ
फ़टकर लोको ्ायलट का ध्यान आकर्यषत करते हैं।
2. ्टाखे का प्रयोत करने के शलये उसे ्टरी ्र इस प्रकार रखा जाता है दक उसका
लेशबल या ा् ऊ्र कऔ ओर रहे और उसकऔ ्शियॉ रे ल कऔ ्टरी के िीयष ुात मे
ल्ेटकर उसे जमा ददया जाए।
3. शमशश्रत तेज ्र ्टाखे उस ्टरी ्र जो दोनो तेजों मे प्रयोत होती है या प्रायेक
तेज कऔ एक-एक ्टरी ्र लताये जायते।
4. ्टाखा शसतनल ोटी शर्ब्बी जैसा होता है एलं इसका रं त लाल होता है।
5. ्टाखों ्र शनमाषण का महीना तथा लयष शलखा रहता है।
6. ्टाखो कऔ आयस उसके शनमाषण के महीने से 5 लयष होती। 5 लयष ्ूणष होने के बाद
प्रायेक बैच से 2 ्टाखों का ्रीक्षण दकया जाएता, ्रीक्षण सफल होने के बाद उस
बैच को 1 साल के शलए बढ़ाया जाएता. इस प्रकार ्टाखे कऔ आयस उसके शनमाषण के
महीने से अशधकतम 8 लयष दकया जाएता.
7. ्टाखा शसतनल उन सुी कमषचाररयों को ददये जाते है जो तािी संचालन के साथ
सीधे जसिे होते है जैसे-स्टेिन-मास्टर, लोको ्ायलट , तार्ष, मोटर-मैन, ्ेरोल-मैन,

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तेट-मैन आदद। इन सुी कमषचाररयों को 10 ्टाखों का एक शर्ब्बा शनजी ुंर्ार के


रू् मे ददया जाता है।
्टाखों का संग्रह - SR 3.64-3
a. ्टाखों को सालधानी्ूलषक सम्ुालकर रखना चाशहये क्योंदक यदद उसे
असालधानी ्ूलक
ष /तलत तरीके से रखे जाते हैं तो शलस्फ़ोट कर सकते है।
b. ्टाखों को सूखे स्थान मे रखना चाशहये और उनको नमी ुा् और ला्‍् से
बचाकर रखना चाशहये।
c. ्टाखों को शर्ब्बों मे इस प्रकार से रखना चाशहये दक नया ्टाखा सबसे नीचे तथा
्सराना ्टाखा सबसे ऊ्र रखा जाए ।

्टाखों कऔ आ्ूर्तष SR 3.64-2


a. स्टेिन मास्टर अ्ने अधीन काम करने लाले तार्ष तथा तेट मैनों को ्टाखो कऔ
आ्ूर्तष करते।
b. रे ल ्थ शनरीक्षक तैंत-मेट, तेट-मैन, चाबी लाला, ्ेरोल मैन को ्टाखो कऔ
आ्ूर्तष करते।
c. लोको फ़ोरमैन लोको ्ायलटको ्टाखो कऔ आ्ूर्तष करते।
d. ्टाखों कऔ आ्ूर्तष करने लाले ्यषलेक्षक कऔ यह शजम्मेदारी होती दक उनके अधीन
कायष करने लाले कमषचाररयों के ्ास शनधाषररत संख्या मे ्टाखे है और उनको
्टाखो के प्रयोत कऔ जानकारी है। इस बारे मे ले उनका ्रीक्षण तीन महीने मे
एक बार अलश्य करते।
्टाखों का ्रीक्षण SR 3.64-5-
शजन स्टेिन/शर््ों म रोर् साईर् स्टेिन/रलनंत स्टाफ़ / ्ी.ले.या अन्य स्टाफ़ को देने के
शलये ्टाखा शसतनलों का स्टॉक रखा जाता है लहॉ के प्रुारी कऔ शजम्मेदारी होती दक
ले प्रायेक बैच के स्टॉक मे से एक ्टाखे का ्रीक्षण अलश्य कर। यह ्रीक्षण 12 माह
मे एक बार अलश्य होना चाशहये तथा ्रीक्षण का उशचत ररकॉर्ष रखा जाना चाशहए।
जहॉ स्टाक मंर्ल के स्टोर क्लकष द्वारा रखा जाता है, लहॉ संबशं धत िाखा के
मंर्ल अशधकारी ्रीक्षण के शलये दकसी लररष्ठ ्यषलेक्षक को नाशमत कर सकते है ।
्टाखों का ्रीक्षण 8 से 11 kmphकऔ रफ़्तार से चलने लाले खाली माल शर्ब्बों के
नीचे दकया जाता है।

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शलशुन्न ्ररशस्थशतयों मे ्टाखों का प्रयोत


एक ्टाखा -
1. ्टाखा शसतनल का ्रीक्षण करते समय- एक ्टाखा ्टरी ्र रखकर उसके ऊ्र
एक खाली माल शर्ब्बा 8-11 kmph कऔ तशत से चलाया जाता है ।
2. आ्ातकाल मे बचाल करने के शलये- जब शनयमानससार ्टाखे लताकर बचाल करना
सम्ुल न हो तो एक ्टाखा अलरोध से शजतनी दूरी ्र लताना सम्ुल हो सके लहॉ
लताकर आ्ातकालीन बचाल दकया जाता है।
दो ्टाखे -
1. धसंध और कोहरे के मौसम मे लोको ्ायलटको यह सूशचत करने के शलये दक लह स्टेिन
के शसतनलो के समी् ्हुंच रहा है प्रथम रोक शसतनल से 270 मी. कऔ दूरी ्र लते
कस हासा खम्बे (Fog Signal Post) के ्ास 10 मी. से अन्तर ्र दो ्टाखे लताये जाते
है।
2. सामग्री तािी का बचाल करते समय अलरोध से 600 मी. कऔ दूरी ्र एक बैनर फ़्लैत
लताया जाता हैं और उससे 10-10 मी. कऔ दूरी ्र दो ्टाखे लताये जाते हैं। ( दोहरी
लाइन ्र ्ी े कऔ ओर से तथा इकहरी लाइन ्र दोनो ओर से दकया जाएता)
3. स्लचल (ऑटोमेरटक) सेक्िन मे दकसी स्टेिन से शबना रुके जाने लाली तािी को रोकने
के शलये तािी आने कऔ ददिा मे स्टेिन ‍लेटफ़ॉमष के शसरे से 180 मी. कऔ दूरी ्र 10-
10 मी. के अन्तर ्र दो ्टाखे रखे जाते हैं तथा ‍लेटफ़ॉमष से खतरा हाथ शसतनल
ददखाया जाता है। (SR 3.37-2)
तीन ्टाखे-
1. सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र ताशियों का संचालन करते समय यदद तािी
ब्लॉक सेक्िन मे रूक जाती है तो 250-250-10 मी. कऔ दूरी ्र तीन ्टाखे लताकर
बचाल दकया जाता है।
2. ऑटोमेरटक ब्लॉक सेक्िन मे तािी का ्ी े कऔ ओर से बचाल करते समय अलरोध से
90-90-10 मी. कऔ दूरी ्र तीन ्टाखे लताये जाते है।
3. तािी शलखण्र्न के समय जब स्टेिन मास्टर या तेट मैन यह देखते है दक श् ला
शहस्सा आने मे समय है तो ्टरी ्र 10-10 मी. के अन्तर ्र तीन ्टाखे लताये जाते
है।
4. इं शजनीयरींत कायष का तथा लॉरी का बचाल ।
चार ्टाखे-
तािी का सामान्य बचाल करने के शलये बिी लाइन ्र अलरोध से 600-600-10 -10
मी. कऔ दूरी तथा नैरो तेज ्र 400-400-10-10 मी. कऔ दूरी ्र चार ्टाखे लताकर
तािी का बचाल दकया जाता है।

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दृश्यता ्रीक्षण लक्ष्य (V.T.O.) GR 3.61, SR 3.61-1 क ख त

1. दृश्यता ्रीक्षण लक्ष्य स्टेिन मास्टर कायाषलय से 180 मी. कऔ दूरी ्र


स्टेिन के दोनो ओर लताया जाता है।
2. यह खम्बा लकिी / लोहे का स्ली्र होता है, शजस ्र काली और ्ीली
शतर ी ्रट्टयॉ होती है।
3. इसे रात के समय प्रकाशित दकया जाता है।
4. जब कस हासा, ऑधी, तूफ़ानी मौसम के कारण स्टेिन मास्टर को दृश्यता
्रीक्षण लक्ष्य ददखाई न दे तो स्टेिन मास्टर यह समझेता दक उसके
स्टेिन ्र दृश्यता खराब हो तई है
5. दृश्यता ्रीक्षण लक्ष्य के रु् मे शसतनल कऔ लाईट, बैक लाईट या हाथा
शनधाषररत दकया जा सकता है, शजसका उ्‍लेख उस स्टेिन के SWR मे दकया
जाएता।

कस हासा संकेतक ( Fog signal post ) SR 3.61-3

1. यह संकेतक स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल से तािी आने कऔ ददिा मे 270


मी. ्हले लताया जाता है। (स्लचल ब्लॉक सेक्िन को ोिकर)
2. यह एक लकिी / लोहे का स्ली्र होता है। इस ्र काली औरं सफ़े द
शतर ी ्रट्टयॉ होती है।
3. धसंध और कोहरे के मौसम मे यह संकेतक कस हाशसये कऔ सहायता करता है।
कस हाशसयॉ (Fog Siganal Man) एक ्टाखा इस संकेतक के ्ास तथा
दूसरा ्टाखा 10 मी. के अन्तर ्र लताता है।
4. धसंध और कोहरे के मौसम मे जब इस संकेतक के ्ास 10 मी. के अन्तर
्र दो ्टाखे इं जन द्वारा फस टते है तो इससे लोको ्ायलट का ध्यान
आकर्यषत होता है और लह शसतनलों के प्रशत सतकष हो जाता है।
5. शनम्नशलशखत ्ररशस्थती मे लोको ्ायलट को रोक शसतनल का स्थान बताने के शलए
्टाखे रखने कऔ आलश्यकता नही हैं अथाषत लहॉं कस हासा संकेतक खंबा नही लताया
जाएता।
i. ऐसे सेक्िन शजसमे इं जन मे शलश्वसनीय कोहरा ससरक्षा उ्करण लताये तए हैं।
ii. जहॉ ्ूलष चेतालनी कऔ ्याषप्त ससशलधा हैं अथला ऐसे स्टेिनो ्र जहॉ र्बल शर्स्टेट
के शसतनल लताये तए हैं।
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iii. ऐसे स्टेिन ्र जहॉ अशधकतम 15 kmph कऔ तशत हैं चाहे स्टेिन ्र ्ूलष
चेतालनी शसतनल न ुी लताए तए हो दकन्तस चेतालनी बोर्ष लता हो।
iv. जहॉ खंर् कऔ तशत 50 kmph से कम हो (दकन्तस 15 kmph से अशधक हो) तथा
स्टेिन का ्हला शसतनल रोक शसतनल नहीं हैं।
v. स्लचशलत शसतनल क्षेत्र म ।
vi. फाटक शसतनल ्र ।
vii. प्रस्थान शसतनल ्र ।
viii. रे ल्थ/ ऊ्री उ्स्कर/ शसतनल के अनसरक्षण के कारण शजस स्थान ्र अस्थायी
तशत प्रशतबंध लातू दकया तया हो।

अंतर

क्र. दृश्यता ्ररक्षण लक्ष्य कस हासा संकेतक खंबा


1. यह दकसी शसतनल के रु् मे, शसतनल यह हमेिा खम्बे के रु् मे ही होता
लाईट के रु् मे तथा खम्बे के रु् मे है।
शनधाषररत दकया जा सकता है।
2. यदद VTO खंबे के रु् मे शनधाषररत इस शसतनल के खंबे ्र काली
दकया तया है तो उस ्र काली और सफ़े द शतर ी ्रट्टयॉ होती है।
्ीली शतर ी ्रट्टयॉ होती है।
3. यदद VTO खंबे के रु् मे शनधाषररत यह स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल
दकया तया है तो SM कायाषलय से 180 से 270 मी. कऔ दूरी ्र तािी आने
मी. कऔ दूरी ्र लताया जाता है। कऔ ददिा मे लताया जाता है।
4. इसे रात मे प्रकाशित दकया जाता है। इसे रात मे प्रकाशित नही दकया
जाता है।
5. यह स्टेिन मास्टर के सहायताथष होता यह कस हाशसये के सहायताथष होता
है। है।

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धसध
ं और कोहरे के मौसम म ताशर्यों का संचालन
(GR-3.03, 3.69, SR-3.49-1, 3.61-1 (d), 3.69-3, 4.08-3)
1. ं , कोहरे तथा तूफानी मौसम म जब स््ि ददखाई नही देता हो तब ददन के
धसध
समय ुी रात के शसतनलों का उ्योत दकया जायेता।
2. धसंध और कोहरे के मौसम म स्थालर शसतनल कऔ बशियां अलश्य जलानी चाशहए।
3. र्ने कोहरे के मौसम म ताशियों को शनम्नशलशखत प्रकार से शनयंशत्रत करना
चाशहए:-
(i) लोको ्ायलट को ब्रेक ्ालर, लोर् एलं दृश्यता आदद के आधार ्र तािी को
उस तशत से चलाना चाशहए शजस ्र लह शनयंत्रण रख सके ।
(ii) ्ूणष ब्लॉक ्ध्दशत म लोको ्ायलट उस तशत से तािी चलायेता शजस ्र लह
शनयंत्रण कर सकता है तादक कोई बाधा होने ्र लह कम दूरी ्र तािी को
रोकने के शलए तैयार रह सके तथा ऐसी तशत 60 Kmph से अशधक नही होती।
(iii) स्लचल शसतनल क्षेत्र म लोको ्ायलट उस तशत से अशधक तशत ्र तािी नही
चलायेता जैसा दक नीचे शनधाषररत दकया तया है :-
हरा शसतनल - 60 Kmph,
दो ्ीला शसतनल- 30 Kmph,
एक ्ीला शसतनल -प्रशतबंशधत तशत से शजसे अतले रोक शसतनल ्र तािी
रोकने के शलए तैयार रहे।
(iv) लोको ्ायलट को आते के फाटक को बंद रखने के शलए तथा सिक
उ्योतकताषओं को सम्ार ्र तािी ्हुाँचने कऔ सूचना देने के शलए बार-बार
सीटी बजाकर सचेत करे ता।
4. धसंध एलं कोहरे के समय ्टाखे लताने कऔ आलश्यकता –
i) जहां ्टाखा लताना आलश्यक हो लहां प्रथम रोक शसतनल से 270 मी. कऔ दूरी
्र दो ्टाखे लताये जायते जो ्हला ्टाखा 270 मी कऔ दूरी ्र (FSP के
्ास) तथा दूसरा ्टाखा उससे 10 मी कऔ दूरी ्र लताया जाएता।
ii) ‘A’ श्रेणी के स्टेिन ्र जहां चेतालनी शसतनल लता है लहां होम शसतनल से 270
मीटर कऔ दूरी ्र ्टाखे लताये जाएंते
iii) ‘B’ श्रेणी के स्टेिन ्र TALQ म आउटर शसतनल से 270 मीटर कऔ दूरी ्र
्टाखे लताये जाएंते।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

iv) बहुसंकेती शसतनललंत व्यलस्था म जहां अके ला शर्स्टट शसतनल लता हो लहां होम
शसतनल से 270 मीटर कऔ दूरी ्र ्टाखे लताये जाएंते।
v) कोहरा संकेतक खंुा के लल उन्हीं स्टेिनों ्र लताया जाएता जहां ्टाखा लताने
कऔ आलश्यकता है।
5. धसंध और कोहरे के समय लोको ्ायलट एलं तार्ष के कतषव्य:-
(i) लोको ्ायलट को ब्रेक ्ालर, लोर् एलं दृश्यता आदद के आधार ्र तािी को
उस तशत से चलाया जाना चाशहए शजस ्र लह शनयंत्रण रख सके ।
(ii) लोको ्ायलट को आते के फाटक को बंद रखने के शलए तथा सिक
उ्योतकताषओं को सम्ार ्र तािी ्हुाँचने कऔ सूचना के शलए बार-बार सीटी
बजाकर सचेत करे ता।
(iii) इं जन कऔ फ्लेिर लाइट, हैर् लाइट और माकष र लाइट कऔ उशचत फोकलसंत
ससशनशित करनी चाशहए।
(iv) आने लाली तािी का फ्लेिर लाइट ददखाई देते ही उशचत कायषलाही एलं जब
आलश्यक हो अ्ने इं जन कऔ फ्लेिर लाइट का उ्योत करना चाशहए।
(v) सम्ार फाटक, र्समाल, कटाल, ससरंत, इं जीशनयररं त कायष स्थल ्र ्हुंचते
समय बार-बार सीटी बजानी चाशहए।
(vi) जब आलश्यक हो तािी का बचाल आलश्यक रू् से करना चाशहए तथा सुी
सतकष ता आदेिों का किाई से ्ालन करना चाशहए।

***************
तसफान और तेज हला म ताशर्यों के संचालन म सालधाशनयााँ (SR 2.11.2)
(i) जब मौसम शलुात द्वारा तूफान, चक्रलात अथला तेज हला के शलए चेतालनी
संदि
े प्राप्त होता है, या तेज हला होने का कोई कारण या ऐसा कोई कारण शजससे
दक याशत्रयों कऔ ससरक्षा अथला तार्ी इायादद कऔ ससरक्षा खतरे म हो, तो स्टेिन
मास्टर तार्ष तथा ड्रायलर से सम््कष करके तार्ी को स्टेिन ्र खर्ी करे ता और
दकसी ुी तार्ी को अ्ने स्टेिन कऔ ओर आने के शलए लाईन शक्लयर नहीं देता
तब तक जब तक दक तूफान कम न हो जाए और लह समझता हो दक शस्थशत तार्ी
संचालन के शलए ससरशक्षत है।
(ii) यदद तार्ी यात्रा के दौरान चक्रलात, तसफान अथला तेज हला म फाँ स जाती हैं जो
दक ड्रायलर कऔ दृशि म तार्ी कऔ ससरक्षा को खतरा ्ैदा कर सकता है, लह अ्नी
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तार्ी कऔ तशत को तसरंत शनयंशत्रत करे ता और लह उसे प्रथम ससरशक्षत स्थान ्र


रोके ता, इस बात का ध्यान रखते हुए दक तार्ी तोलाई या ऊाँची कटान और ्सल
्र (या उसके करीब) खर्ी न हो। ड्रायलर अ्नी तार्ी सालधानी ्ूलषक शबना
दकसी झटके के खर्ी करे ता। लह अ्नी तार्ी दोबारा चलाने के ्हले तार्ष से
संबंध स्थाश्त करे ता तब जबदक चक्रलात, तूफान या तेज हला कम हो तई हो और
तार्ी चलाने के शलए ससरशक्षत हो।
तार्ष, ड्रायलर/सहायक ड्रायलर तार्ी म यात्रा करते हुए रे ल कमषचाररयों के
सहयोत से यह देखने कऔ कोशिि करे ते दक सलारी शर्ब्बों के दरलाजे शखर्दकया
याशत्रयों द्वारा खोल ददए तए हैं और हला का स्लतंत्र प्रलाह सलारी शर्ब्बो म से हो
रहा हैं।

लायसतशत मा्ी (एनीमोमीटर) (SR 2.11.3)


(i) खतरनाक स्थानों और शलिेय रु् से चसन हुए ्सलों के संदुष म, शजन स्टेिनो के
करीब ये ्सल होते हैं लहां ्र लायसतशत मा्ी लताए जाते हैं लहााँ के स्टेिन
मास्टर लायसतशतमा्ी म हला कऔ तशत ्र ध्यान रखते और जब लायस कऔ तशत
खतरे के शनिान से उ्र हो जाए (BG 72 kmph तथा NG 30 kmph) तो
शनम्नशलशखत कायष करते
(ii) स्टेिन मास्टर खण्र् शनयंत्रक तथा दूसरी ओर के स्टेिन मास्टर को शिघ्र सूशचत
करे ता शजससे दक ताशर्यों के संचालन को शनयंशत्रत दकया जा सके ।
(iii) स्टेिन मास्टर तार्ी को न तो स्टाटष करे ता, न अ्ने स्टेिन से जाने देता और न
ही बतल लाले स्टेिनों ्र इं तजार करती हुई तार्ी को लाईन क्लीयर देता।
लह ्सन: ताशर्यों का सामान्य संचालन िसरु करने से ्ूलष खण्र् शनयंत्रक और
बाजू लाले स्टेिन मास्टर से संबंध स्थाश्त करे ता तब जब तक हला कऔ तशत
खतरे के शनिान से नीचे न हो जाए जो दक BG 72 kmph तथा NG 30kmph
से कम होनी चाशहए।

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हाथ शसतनल (Hand Siganal)(GR3.52,3.53,3.54,3.55,3.56,3.57,3.58)


1. तािी संचालन के दौरान स्थाई शसतनलो के अलाला हाथ शसतनलो कऔ ुी
आलश्यकता ्िती है। इसके अन्ततषत ददन मे हाथ शसतनल के रु् मे लाल एलं हरी
झंशर्यों का उ्योत दकया जाता है और यदद ये उ्लब्ध न हो तो हाथ के द्वारा
ुी संकेत ददये जा सकते है ।
2. हरी झंर्ी को बॉये हाथ मे तथा लाल झंर्ी को दॉये हाथ मे ्किना चाशहए। लाल
झंर्ी को इस प्रकार से समेटकर रखना चाशहए दक आलश्यकता ्िने ्र लाल
झंर्ी तसरन्त ददखाई जा सके ।
3. रात के समय हाथ शसतनल का उ्योत करने के शलये हैन्र् शसतनल लैम्् ददया
जाता है शजसमे लाल और हरे कॉच कऔ स्लाईर् होती है।

तािी संचालन से सम्बशन्धत हाथ शसतनल (GR-3.52)


1. रुक जाओ (STOP) हाथ शसतनल- (GR-3.53) - जब तािी को रोकने के शलये
संकेत देना हो,तो दाशहने हाथ म लाल झंर्ी को िरीर के सामने सीधा ्किा
जाएता और रात के समय लाल बिी को सामने कऔ ओर रखा जाएता। ददन के
समय यदद लाल झण्र्ी नही है तो दोनो हाथों को सीधा शसर के ऊ्र उ ाकर
हथेशलयों को सामने कऔ ओर रखकर तथा रात के समय लाल बिी न होने ्र
सफ़े द बिी को र्सटने के ्ास दाशहने-बॉये तेजी से शहलाकर यह संकेत ददया जाता
है।

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2 आते बढो (Proceed) GR 3.54


इसके शलये ददन मे हरी झंर्ी को बॉये हाथ मे िरीर के सामने सीधी रखकर तथा रात
के समय हरी बिी ददखाकर यदद ददन मे हरी झंर्ी उ्लब्ध न हो तो सीधे हाथ को
कं धे कऔ ऊचॉई तक लाकर हथेली समने कऔ ओर रखकर यह संकेत ददया जाता है।

3. सतकष ता ्ूलक
ष आते बढो (Proceed Cautiously)- GR-3.55
यह संकेत देने के शलये ददन मे हरी झंर्ी को तथा रात मे हरी बिी को िरीर के सामने
धीरे -धीरे ऊ्र ल नीचे शहलाया जाता है। यदद ददन के समय हरी झंर्ी उ्लब्ध न हो
तो हाथ को ऊ्र नीचे शहलाकर ददखाया जाता है।

नोट- यदद तशत को और ुी कम करना है तो यह शसतनल अशधकाशधक कम तशत से


ददखाया जाएता और यदद तािी रोकनी है तो रोक (Stop) हाथ शसतनल ददखाया
जाएता।
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िंरटंत कायष से सम्बशन्धत संकेत- (GR


3.56)
्ास बसलाने के शलये- जब िंरटंत
करलाने लाला व्यशक्त लोको ्ायलट
को िंरटत के दौरान अ्ने ्ास बसलाने
का संकेत देना चाहता हो तो लह ददन
मे हरी झंर्ी या हाथ तथा रात मे हरी
बिी को अ्ने िरीर के सामने बांये से
दाय शहलायेता।

दूर ुेजने के शलये- जब िंरटंत के दौरान


लोको ्ायलट को दूर जाने का संकेत देना
हो तो ददन मे हरी झंर्ी या हाथ तथा रात
मे हरी बिी द्वारा सीधे हाथ से ऊ्र तथा
नीचे करके संकेत ददया जाएता।

क्ललंत जोिते समय-


जब िंरटंत के दौरान दो शर्ब्बो या इं जन ल शर्ब्बो के क्ललंत जोिे जाते है उस समय
क्ललंत का इिारा ददया जाता
है जो दक ददन मे लाल ल हरी
झंर्ी या दोनो हाथो को शसर के
ऊ्र उ ाकर और उन्हे लही ्र
शहलाकर यह संकेत ददया जाता
है। रात के समय हरी बिी को
ऊ्र उ ाकर कलाई कऔ मदद से
बांये से दांये धीरे -धीरे शहलाया
जाता है।
हाथ शसतनलो कऔ जानकारी
और उन्ह ्ास रखना - (GR-3.58)
1. तािी संचालन से सम्बशन्धत प्रायेक रे ल सेलक को हाथ शसतनलो कऔ सही
जानकारी होनी चाशहए।
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2. उसके ्ास ड्यूटी के समय आलश्यक हाथ शसतनल होने चाशहए और ये हाथ
शसतनल अ्‍ ी हालत मे होने चाशहए।
3. प्रायेक रे ल सेलक यह देखेता दक उसके अधीन सब कमषचाररयो के ्ास ्याषप्त
मात्रा मे हाथ शसतनल उ्लब्ध है और उन्ह इनके प्रयोत कऔ जानकारी है।
हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान GR-4.42, SR-4.42-1
हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान लोको ्ायलटऔर तार्ष के बीच मे तथा तार्ष लोको
्ायलट और स्टेिन मास्टर के बीच मे दकया जाता है।
तार्ष और लोको ्ायलटके बीच हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान शनम्न ्ररशस्थशतयों
मे दकया जाता है-
I. जब तािी दकसी स्टेिन ्र रुकने के ्िात रलाना हो।
II. जब तािी स्टेिनो के बीच रुकने के ्िात रलाना हो।
III. जब तािी दकसी स्टेिन से शबना रुके तसजरे ।
हाथ शसतनल आदान-प्रदान के शनयम-
1. शसतनलों का आदान प्रदान करने के शलए लोको ्ायलट अ्नी जतह सहायक
लोको ्ायलट को तैनात कर सकता है । जब तािी स्टेिन ्र रूकने के ्श्चात
रलाना हो या स्टेिन से शबना रूके तसजरे तो सामान्यत: हाथ शसतनलों का आदान
प्रदान ‍लेटफामष कऔ ओर से दकया जाएता, शसलाय उस शस्थशत म जब रे ल्थ के
र्समाल के कारण शसतनल उस ओर से ददखाई न ्िते हों ।
2. जब तािी स्टेिन सीमा से बाहर रूक कर रलाना हो तो शसतनलों का आदान
प्रदान बांयी ओर से करना चाशहए जब लाइन का दाशहनी ओर र्समाल हो तो ऐसे
मामलों म शसतनलों का आदान प्रदान दाशहनी ओर से दकया जाएता ।
3. लोको ्ायलट और तार्ष को हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान तब तक करना
चाशहए जब तक दक इं जन अशग्रम प्रस्थान शसतनल ्ार न कर जाय यदद अशग्रम
प्रस्थान शसतनल नही है तो अंशतम कॉटो तक हाथ शसतनलो आदान-प्रदान दकया
जाएता। यदद लोको ्ायलटको तार्ष का हाथ शसतनल ददखाई न दे तो लह दो
ोटी सीटी बजाएता और यदद दफ़र ुी तार्ष हाथ शसतनल नही ददखाता है तो
तािी खिी करके कारण ज्ञात करे ता।
4. लोको ्ायलट के साथ शसतनलों का आदान प्रदान करते समय, तार्ी रलाना होने
से ्ूलष तार्ष हाथ शसतनल अ्ने शसरे के ऊ्र क्षैशतज रु् से शहलायेता औऱ तार्ी
रलाना हो जाने के ्िात उसे बाहर शनकाल कर ्कर्े रहेता।
5. लोको ्ायलट अ्ने स्थान ्र सहायक लोको ्ायलट को हाथ शसतनलो के
आदान प्रदान के शलये तैनात कर सकता है।

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6. जब तािी स्टेिन ्र रूकने के ्िात रलाना हो रही हो या स्टेिन से शबना रुके


जाये तो सामान्यत: हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान ‍लेटफ़ॉमष (स्टेिन कायाषलय)
कऔ ओर से दकया जाएता। लेदकन यदद र्समाल के कारण ऐसा सम्ुल नही है तो
हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान दूसरी ओर दकया जाएता।
7. जब तािी स्टेिन सेक्िन के बाहर रुककर रलाना होती है तो शसतनलो का
आदान-प्रदान तािी के बांयी ओर से दकया जाएता यदद र्समाल दाशहनी ओर हो तो
शसतनलो का आदान-प्रदान दाशहनी ओर से दकया जाएता।
8. स्टेिन से रलाना होने लाली तािी के मामले मे जब तार्ष का हाथ शसतनल लोको
्ायलट को लंबी तार्ी या र्समाल के कारण ददखाई न दे तो तार्ष लॉकऔ टॉकऔ के
द्वारा तार्ी को रलाना करने के शलए सूशचत करे ता ( प्रस्थान शसतनल ऑफ होने कऔ
ससशनशिती होने के बाद) तथा तब तक शसतनल ददखायेता जब तक लोको ्ायलट
/ सहायक लोको ्ायलट द्वारा स्लीकृ शत न दे दी जाये।
9. स्टेिन से रलाना होने लाली तािी के मामले मे जब तार्ष का हाथ शसतनल लोको
्ायलट को ददखाई न दे तथा ना ही उ्लब्ध साधन द्वारा संदि े ददया जा सके तो
स्टेिन मास्टर तार्ष के शसतनल को लोको ्ायलट के शलये दोहराने कऔ व्यलस्था
करे ता।
10. स्टेिन से रुककर रलाना होने लाली तथा थ्रू जाने लाली तािी के तार्ष द्वारा
स्टेिन से जाते समय ्ी े मसिकर यह ससशनशित करना चाशहए दक कोई स्टेिन
कमषचारी उन्हे खतरा हाथ शसतनल तो नही ददखा रहा है।
11. जब तािी ब्लॉक सेक्िन मे ACP या अन्य दकसी कारणलि रूक जाये तो लोको
्ायलटअ्नी तािी को तब तक रलाना नही करे ता जब तक दक तार्ष उसे रलाना
करने के शलये हाथ शसतनल न ददखाये। यदद लोको ्ायलट को तार्ष का हाथ
शसतनल र्समाल अथला अन्य दकसी कारण से ददखायी नही देता है तो लोको
्ायलट सहायक तार्ष या सहायक लोको ्ायलटको तार्ष का हाथ शसतनल देखने
के शलये ्ी े ुेज सकता है। सहायक तार्ष/सहायक लोको ्ायलटउस स्थान तक
्ैदल जाएता जहॉ से उसे तार्ष का शसतनल ददखाई दे। इसके बाद लह अ्ने स्थान
्र आकर लोको ्ायलटको तार्ष के हाथ शसतनल कऔ जानकारी देता शजसके
आधार ्र लोको ्ायलट अ्नी तािी रलाना करे ता लेदकन लह तार्ष के साथ हाथ
शसतनलो के आदान-प्रदान करने का प्रयास तब तक करता रहेता जब तक दक लह
उसे हाथ शसतनल का आदान प्रदान न कर ले।

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तार्ष, ड्रायलर और स्टेिन कमषचाररयों के बीच शसतनलो का आदान-प्रदान-


(SR-4.42-3)
1. जब कोई तािी स्टेिन से शबना रुके जा रही हो तो स्टेिन मास्टर, तार्ष तथा
लोको ्ायलट के साथ हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान ऐसे स्थान से करे ता
जहॉ से लोको ्ायलट ल तार्ष को स््ि रु् से ददखाई द ।
2. के शबन के कमषचारी ुी तार्ष तथा लोको ्ायलटके साथ हरा हाथ शसग्नल का
आदान-प्रदान करते चाहे तािी शबना रुके जा रही हो या स्टेिन ्र रुककर जा
रही हो / जाने लाली हो। और यदद तािी मे कस खतरा ददखाई देता है तो
तसरन्त खतरा हाथ शसतनल ददखाने के शलये तैयार रहते।
3. जब तािी स्टेिन से शबना रुके जा रही हो तो स्टेिन मास्टर एक ्ाईंट्समेन
को लाईन के दूसरी ओर हाथ शसतनलो के आदान-प्रदान के शलये शनयसक्त करे ता।
4. स्टेिन के ऐसे के शबन को शजन्हे सामान्यत: तािी के लोको ्ायलटल तार्ष के
साथ हाथ शसतनलो के आदान-प्रदान से ू ट दी तई है ले के शबन कमषचारी ुी
ताशियों ्र नजर रखते और यदद उन्हे कोई खतरनाक शस्थशत ददखाई देती है
तो तसरन्त खतरा हाथ शसतनल ददखायते।
5. रात मे हाथ शसतनल का आदान - प्रदान करते समय के शबन कमषचारी को हरी
बिी आने लाली तािी कऔ ओर नही ददखानी चाशहए शजससे तािी क्रू के मन मे
रोक शसतनल का भ्रम ्ैदा न हो। हरी बिी रे ल ्थ के सामने कऔ ओर ददखाई
जाये तादक शसतनल तुी ददखाई दे जब के शबन से तसजरे ।
6. यदद स्टेिन से थ्रू जाने लाली तािी मे कस खतरनाक या अससरशक्षत शस्थशत
ददखाई दे तब लोको ्ायलटल तार्ष का ध्यान आकर्यषत करने के शलये स्टेिन
कमी खतरा हाथ शसतनल ददखायते और तािी रोकने का ्ूरा प्रयास करते तथा
इसकऔ सूचना कन्रोलर को ुी देता।
7. यदद तािी के इं जन से दकसी ुी कमषचारी द्वारा स्टेिन कमषचाररयों के साथ
हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान न दकया जाये तो स्टेिन मास्टर तसरन्त
कन्रोलर को सूचना देता तथा अतले स्टेिन मास्टर को तािी खिी करने एलं
कारण ्ता लताने के शलये तसरन्त सूशचत करे ता।
8. स्टेिन ्र शबना रुके जाने लाली तािी के लोको ्ायलटऔर तार्ष के साथ
स्टेिन कमषचाररयो द्वारा हाथ शसग्नल के आदान प्रदान न दकये जाने के मामले
को तार्ष अ्ने जरनल मे शलखेता।

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यातायात बोर्ष ( GR-3.32)


िंरटंत शलशमट बोर्ष ( Shunting Limit Board)
1. यह एक ्ीले रं त का आयताकार बोर्ष होता है शजस ्र
काले रं त का क्रॉस का शनिान होता है।
2. इस क्रॉस के शनिान के नीचे काले रं त से िंरटंत शलशमट
(SLB) शलखा होता है।
3. यह बोर्ष इकहरी लाईन व्यलस्था मे उस B क्लास स्टेिन
्र होता है जहॉ ्र प्रथम रोक शसतनल के आते ्याषप्त
SLB
दूरी ्र शलरुद्ध ददिा का एर्लान्स स्टाटषर शसतनल नही
होता है।
4. TALQ व्यलस्था मे यह प्रथम रोक शसतनल से 400 मी. तथा
MACLS/MAUQ व्यलस्था मे प्रथम रोक शसतनल से 180 मी. कऔ
दूरी ्र स्टेिन कऔ ओर लताये जाते है।
5. इस बोर्ष मे रात के समय स्टेिन कऔ ओर एक सफ़े द बिी लतायी जाती है।
6. यह बोर्ष स्टेिन सेक्िन ल ब्लॉक सेक्िन कऔ सीमा का शनधाषरण करता है।

ब्लॉक सेक्िन शलशमट बोर्ष ( Block Section Limit


Board )
1. यह बोर्ष शसफ़ष बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था के उस B क्लास
स्टेिन ्र लताया जाता है जहॉ तािी आने कऔ ददिा मे
्हला कॉटा सम्मसख न होकर अनसमसख हो या कोई कॉटा ही
न हो।
2. यह एक ्ीले रं त का आयताकार बोर्ष होता है शजस ्र BSLB
काले रं त का क्रॉस का शनिान बना होता है और इस ्र
काले रं त से "ब्लॉक सेक्िन शलशमट"(BSLB) शलखा होता है।
3. रात के समय इस बोर्ष ्र स्टेिन कऔ ओर एक सफ़े द बिी जलायी
जाती है।
4. यह बोर्ष स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल से कम से कम 180 मी. कऔ दूरी ्र लताया
जाता है।
5. यह बोर्ष ब्लॉक सेक्िन ल स्टेिन सेक्िन कऔ सीमा का शनधाषरण करता है।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

ध्यान द -
 SLB दो संकेती / बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था मे के लल इकहरी लाईन ्र
तथा BSLB के लल दोहरी लाईन ्र बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था मे होते

है।
 ्रं तस दोनो के द्वारा ब्लॉक सेक्िन तथा स्टेिन सेक्िन कऔ सीमा तय करते
हैं।
 दोनो के बाहर िंरटंत करनी हो तो ब्लॉक बैक दके या जायेता।
एस.एल.बी. तथा बी.एस.एल.बी. मे अन्तर

क्र िंरटंत शलशमट बोर्ष ब्लॉक सेक्िन शलशमट बोर्ष

यह बोर्ष इकहरी लाईन खंर् मे ऐसे B यह बोर्ष दोहरी लाइन सेक्िन मे बहु
1.
क्लास स्टेिन ्र लताया जाता है जहॉ संकेती शसतनल व्यलस्था के उन B
प्रथम रोक शसतनल के आते ्याषप्त दूरी क्लास स्टेिन ्र लताया जाता है जहॉ
्र शलरूद्ध ददिा मे एर्लांस्र् स्टाटषर ्र तािी आने कऔ ददिा मे प्रथम रोक
शसतनल नही लता होता है। शसतनल के आते ्याषप्त दूरी ्र सम्मसख
कॉटे नही है या कोई कॉटे नहीं है।
यह बोर्ष TALQ व्यलस्था मे प्रथम रोक यह बोर्ष MACLS / MAUQ व्यलस्था
2.
शसतनल से कम से कम 400 मीटर एलं मे प्रथम रोक शसतनल से कम से कम
MACLS/MAUQ व्यलस्था मे 180 180 मीटर कऔ दूरी ्र लताया जाता
मीटर कऔ दूरी ्र लताया जाता है। है।
SLB लताते समय कॉटो का शलचार यह बोर्ष स्टेिन के बाह्यतम कॉटे कऔ
3.
नही दकया जाता है। शस्थशत के अनससार लताया जाता है।
इस बोर्ष ्र िंरटंत शलशमट िब्द शलखा इस बोर्ष ्र ब्लॉक सेक्िन शलशमट
4.
होता है। शलखा होता है।
चेतालनी बोर्ष SR. 3.26-5
लोको ्ायलटको यह चेतालनी देने के शलये दक लह दकसी शसतनल के नजदीक ्हुंच
रहा है, चेतालनी बोर्ष लताये जाते है। ये तीन प्रकार के होते है-
1. ्ैसजर लार्निंत बोर्ष
2. एर्शमरल बोर्ष
3. अशग्रम आतमन चेतालनी प्रणाली बोर्ष

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

्ैसजर लार्निंत बोर्ष


1) यह एक आयताकार काले रं त का बोर्ष होता है शजस ्र ्ीली
शतर ी ्रट्टयॉ बनी होती है।
2) यात्री तािी के लोको ्ायलट को इस कऔ जानकारी देने के शलये दक
लह स्टेिन के शसतनलों के समी् ्हुंच रहा है यह बोर्ष लताये
जाते है।
3) यह बोर्ष स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल से 1000 मी. ्हले लताया
जाता है। लेदकन शजन स्टेिनों ्र स्टेिन से 1000 मी. कऔ दूरी
्हले शर्स्टेन्ट शसतनल या अके ले खम्बे ्र लता लानषर शसतनल
लता है तो उस स्टेिन ्र यह बोर्ष लताने कऔ जरुरत नही होती है।
4) रात के समय लोको ्ायलटको दूर से हेर् लाईट कऔ रोिनी मे यह बोर्ष ददखाई
दे इसके शलये इस बोर्ष ्र जो ्ीली शतर ी ्रट्टयॉ होती है उन ्र ररफ़्लेक्टर
लताये जाते है जो हेर् लाईट कऔ रोिनी मे चमकते है।
ध्यान द -
 यह बोर्ष के लल TALQ के B क्लास स्टेिन ्र ही होते।

एर्शमरल बोर्ष /तसर्स लार्निंत बोर्ष –


1. यह एक आयताकार बोर्ष होता है इसका रं त काला होता है ल
इस ्र दो ्ीली क्षैशतज ्रट्टयॉ होती है शजनके शबच मे एक
्ीला तोल होता है।
2. इस बोर्ष को प्रायेक स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल से 1400
मी. कऔ दूरी ्र लताया जाता है।
3. यह बोर्ष मालतािी के लोको ्ायलटको इसकऔ जानकारी देने
के शलये लताया जाता है दक लह स्टेिन के शसतनलो के नजदीक
्हुंच रहा है।
4. रात के समय लोको ्ायलटको दूर से यह हेर् लाईट कऔ
रोिनी मे ददखाई दे इसके शलये इस बोर्ष ्र जो ्ीली
्रट्टयॉ ल तोल है उन ्र ररफ़्लेक्टर लताये जाते है जो हेर्
लाईट कऔ रोिनी मे चमकते है।
अशग्रम आतमन चेतालनी प्रणाली बोर्ष - (SR 3.26-6)

74
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

1. यह बोर्ष स्लचल शसतनल व्यलस्था लाले क्षेत्र को ोिकर अन्य उन स्टेिनों ्र


जहॉ ताशियॉ 120 kmph से अशधक तशत से चलती है, मे लताये जाते है।
2. यह बोर्ष स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल / तेट शसतनल से 1800 मी. कऔ दूरी ्र
लताया जाता है।
3. इस बोर्ष के ्ास रे ल ्थ ्र चसम्बकऔय उ्करण लताया जाता है ऐसा ही एक
चसम्बकऔय उ्करण तेज तशत से चलने लाली ताशियों के इं जन मे ुी लता होता
है ।
4. जब तािी इस बोर्ष को ्ार करती है तो लोको ्ायलटको इं जन मे लते हुये
उ्करण ्र Audio/Visual चेतालनी शमलने लतती है यदद लोको ्ायलट इस
चेतालनी कऔ स्लीकृ शत 5 सेकेन्र् म नही करता है तो तािी के ब्रेक अ्ने आ्
लतने िसरू हो जाते है और तािी कऔ तशत र्टकर 100 kmph तक कम हो जाती
है।
5. यह ्ीले रं त का तोल बोर्ष होता है शजस ्र काले रं त कऔ शतर ी ्रट्टयॉ होती
है।
नॉन ब्लॉक स्टेिन / D क्लास स्टेिन बोर्ष (3.61-2)
1. यह एक सफ़े द रं त का आयाताकार बोर्ष होता है शजस ्र
बीच मे काला तोला बना होता है।
2. यह बोर्ष D क्लास के उस स्टेिन ्र लताया जाता है जो
र्समाल या कटाल मे शस्थत होता है।
3. यह बोर्ष D क्लास स्टेिन से 500 मी. ्हले लताया जाता
है।
4. इस बोर्ष को देखने के बाद लोको ्ायलट लतातार लम्बी
सीटी बजाएता शजससे याशत्रयो को तािी आने कऔ सूचना शमल सके ।

आऊट लेईंत साईलर्ंत बोर्ष


1. इसे S माकष र बोर्ष ुी कहते है।
2. यह बोर्ष उस ब्लॉक सेक्िन मे लताया जाता है
जब दो ब्लॉक स्टेिनो के बीच कोई साईशर्त
शस्थत हो और तािी के शलये उस साईलर्ंत के
कॉटे सम्मसख हो तब यह बोर्ष लताया जाता है।

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3. यह ्ीले रं त का तोल बोर्ष होता है शजस ्र काला S अक्षर शलखा होता है।

टेल बोर्ष ( Tail Board) (GR 4.16)


1. यह एक ोटा लाल रं त का बोर्ष होता है शजस ्र सफ़े द
रं त से अंग्रेजी ‘LV’ अक्षर शलखे रहते है।
2. यह बोर्ष तार्ष को उसके शनजी ुंर्ार (्सषनल स्टोर) मे
ददया जाता है शजसका प्रयोत लह ददन के समय अशन्तम
लाहन ्र लताकर करता है।
3. इस बोर्ष को देखने के बाद ही स्टेिन कमषचाररयों को
तािी के ्सणष आतमन का ्ता चलता है तथा सेक्िन शक्लयर करने म
महाल्ूणष ुूशमका शनुाता है।
4. रात म या धसंध /कोहरे के मौसम म, ससरंत म इस बोर्ष के स्थान ्र टेल लैम््
प्रयोत दकए जाते है जो लाल रं त के फ्लैलिंत होते हैं।
इं जन स्टॉ् बोर्ष - (SR 3.26-4)
यह एक ्ीले रं त का आयताकार बोर्ष होता है शजस ्र काले रं त से
इं जन स्टॉ् शलखा होता है।
1. यह बोर्ष D क्लास स्टेिनो ्र इकहरी लाईन ्र ‍लेटफ़ॉमष के शसरे
से दोनो तरफ़ 15 मी. कऔ दूरी ्र एलं दोहरी लाईन ्र ‍लेटफ़ॉमष
के शसरे से 15 मी. कऔ दूरी ्र या जहॉ तािी के इं जन को रोकने कऔ
आलश्यकता हो,्र लताये जाते है।
2. D क्लास स्टेिन ्र लोको ्ायलट अ्नी तािी को रोकते समय
इं जन को इस बोर्ष के ्ास रोके ता।

इं शजशनयररं त बोर्ष - (SR 4.08-1)


जहॉ तािी रुकने अथला उसकऔ रफ़्तार कम करने कऔ अस्थायी या स्थायी तौर ्र
आलश्यकता होती है तो उस स्थान ्र इं शजशनयररं त बोर्ष लग़ाये जाते है।
इं शजशनयररं त बोर्ष ्ॉच प्रकार के होते है-
1. सतकष ता संकेतक
2. तशत संकेतक
3. रोक संकेतक
4. अशन्तम संकेतक
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5. लतातार उतार संकेतक


1. सतकष ता संकेतक -
1) यह एक ्ीले रं त का बोर्ष होता है शजसका एक शसरा
नसकऔला तथा दूसरा शसरा म ली कऔ ्ूं के समान
होता है शजसके बीच मे काले रं त से क्रॉस बना होता है।
2) यदद कायषस्थल से 30 मी. ्हले तशत संकेतक लता हो
तो यह सतकष ता संकेतक कायषस्थल से 800 मी. ्हले
और र्ाट सेक्िन मे 930 मी. ्हले लताया जाता है।
3) यदद कायषस्थल / अलरोध से 30 मी. ्हले रोक
संकेतक लता हो तो इसे अलरोध से 1200 मी. और

र्ाट सेक्िन मे 1330 मी. ्हले लताया जाता है।


4) यदद यह बोर्ष अस्थायी तशत प्रशतबन्ध के शलये लताया
जाता है तो रात के समय इसमे दो ्ीली बशियॉ जलायी
जाती है।
5) इस बोर्ष को देखने के बाद लोको ्ायलट अ्नी तािी
शनयंत्रण मे रखेता और अतले बोर्ष को देखने कऔ कोशिि
करे ता।
2. तशत संकेतक-
1) यह ्ीले रं त का समबाहु शत्रुसजाकार बोर्ष होता है शजस
्र काले रं त से लह प्रशतबंशधत तशत अंको मे शलखी
होती है शजसका ्ालन लोको ्ायलट को करना होता हैं।
2) यह संकेतक कायषस्थल/अलरोध से 30 मी. ्हले लताया जाता है।
3) यदद यह प्रशतबन्ध अस्थायी है तो रात के समय इसे प्रकाशित दकया जाएता।
4) स्थायी तथा अस्थायी दोनों प्रकार के तशत
प्रशतबंर् के शलए यह अलश्य लताए जायते।
नोट- सतकष ता संकेतक एलं तशत संकेतक यदद
अस्थायी तशत प्रशतबन्ध के शलये लताये जाते है तो
रात के समय इन्हे प्रकाशित दकया जाना चाशहए
लेदकन इस कायष के शलये ररफ़्लेक्टर टाई् बोर्ष
लताये जा सकते है जो दक हेर् लाईट कऔ रोिनी मे
प्रकाशित होते है।

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3. रोक संकेतक -
1) यह एक लाल रं त का आयताकार बोर्ष होता है शजसके दोनो शसरो के ्ास खिी
सफ़े द ्रट्टयॉ होती है और इन सफ़े द ्रट्टयों मे ेद होते है।
2) यह बोर्ष अलरोध से 30 मी. ्हले लताया जाता है।
3) रात के समय इसमे दो लाल बशियॉ जलायी जाती है।
4) इस बोर्ष के ्ास इं शजशनयररं त शलुात का एक कमषचारी शनयसक्त होता है शजसके
्ास एक ्सस्तक होती है। लोको ्ायलट इस बोर्ष से ्हले अ्नी तािी रोके ता।
यहॉ ्र शनयसक्त कमषचारी लोको ्ायलटको ्सस्तक देता शजसमे लोको ्ायलट
अ्नी तािी का नाम, नंबर, ददनांक, समय इायादद शलखकर हस्ताक्षर करता है
और उसके बाद इस कमषचारी द्वारा ऑल राईट हाथ शसतनल शमलने ्र अ्नी
तािी ्सन:रलाना करता है।
4. अशन्तम संकेतक-
1) यह ्ीले रं त का तोलाकार बोर्ष होता है।
2) यात्री तािी के शलये इस बोर्ष ्र काले रं त से T/P और मालतािी के शलये
इस बोर्ष ्र T/G िब्द शलखा होता है।
3) T/P बोर्ष कायषस्थल से उस सेक्िन मे चलने लाली सबसे लम्बी सलारी तािी
कऔ लम्बाई के बराबर दूरी ्र लताया जाता है।
4) T/G बोर्ष कायषस्थल से उस सेक्िन मे चलने लाली सबसे लम्बी मालतािी
कऔ लम्बाई के बराबर दूरी ्र लताया जाता है।
5) T/P अथला T/G बोर्ष के बाद क्रमि: सलारी तथा मालतार्ी के लोको
्ायलट अ्नी तािी कऔ तशत को सामान्य करते।
6) अके ले इं जन या ोटी तार्ी होने ्र प्रशतबंशधत दूरी को ्ार करने के बाद
अ्नी सामान्य तशत से आते कऔ ओर रलाना होते।

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5.लतातार उतार संकेतक-


1) यह एक ्ीले रं त का बोर्ष होता है शजस ्र काला
अंग्रेजी अक्षर C शलखा होता है तथा इस C के बराबर
मे नीचे कऔ ओर इिारा करता हुआ काला तीर का
शनिान बना होता है।
2) यह बोर्ष लतातार उतार िसरू होने के ्हले लताया
जाता है।
3) यह बोर्ष लोको ्ायलटको चेतालनी देता है दक आते
लतातार उतार आने लाला है और लह अ्नी तािी
को शनयंत्रण मे रखे तथा तािी कऔ तशत अनसमेय तशत
सीमा के अन्दर रहे।

7. सीटी (W) बोर्ष- (SR4.50-1)


1) यह ्ीले रं त का लताषकार बोर्ष
होता है शजस काले रं त से अंग्रेजी
अक्षर W अथला शहन्दी अक्षर सी
शलखा होता है।
2) यह बोर्ष उस स्थान ्र लताया
जाता है जहॉ ्र तोलाई या ससरंत के कारण लोको ्ायलट को आते का
रास्ता साफ़ ददखाई नही देता।
3) लोको ्ायलट जैसे ही इस बोर्ष को देखेता लह लतातार लम्बी सीटी बजाते
हुये उस स्थान से तसजरे ता।

W/L सीटी बोर्ष (सम्ार फ़ाटक के शलये)-


1) यह एक ्ीले रं त का लताषकार
बोर्ष होता है शजस ्र काला
अंग्रेजी अक्षर W/L या सी /फ़ा
शलखा होता है।
2) यह बोर्ष सम्ार से ्याषप्त दूरी
्हले तािी आने कऔ ददिा मे
लताया जाता है।

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3) इस बोर्ष को देखने के बाद लोको ्ायलट रूक-रूक कर लम्बी सीटी बजाते


हुये जाएता तथा सम्ार ्र तेज शनताह रखेता।
4) यह बोर्ष सम्ार फाटक से 600 मीटर ्र कऔ दूरी ्र लताया जाता है।

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शसतनल एलं कांटो के प्रशत लोको ्ायलट /सहा. लोको ्ायलट के कतषव्य
GR. 3.78, SR 3.77-3, SR 3.78-1, SR 3.78-2

1. लोको ्ायलट प्रायेक शसतनल ्र, चाहे उसे


उस शसतनल के ददखाए जाने का कारण ज्ञात
है अथला नही, फौरन ध्यान देता और उसका
्ालन करे ता। साथ ही लह शसतनल ्र ही
्ूणष शलश्वास नही करे ता बश्‍क हमेिा चौकस
और सतषक रहेता।
2.(क) यदद इं जन से कोई ्टाखा फू टता है तो
लोको ्ायलट बार बार (रुक रुक कर) शसटी बजाएता और तार्ी कऔ तशत
कम करके तार्ी को इस प्रकार से अ्ने शनयंत्रण मे रखेता दक दकसी ुी
अलरोध से ्हले तार्ी रोक सके ।
(ख) इं जन से ्टाखा/्टाखे फस टने के स्थान से 1.5 k.m. आते चलने ्र यदद और
कोई ्टाखा/्टाखे नही फस टते है तो प्राशधकृ त तशत से आते बढ सकता है और
(त) लोको ्ायलट इस र्टना कऔ रर्ोटष अतले स्टेिन या के शबन को देता।
3. यदद धसंध या आंधी या दकसी अन्य कारणलि शसतनल ददखने मे कर नाई होती है
तो लोको ्ायलट तार्ी को ्ूरी तरह शनयंत्रण मे रखने के शलए सुी संुल
सालधानी बरतेता।
4. यदद लोको ्ायलटको ्टाखा/्टाखे के अलाला अन्य चेतालनी शसतनल द्वारा
अलरोध कऔ सूचना शमलती है तो लह तसरंत तार्ी खर्ी करे ता तथा चेतालनी
शसतनल देने लाले के सलाह अनससार या उसके स्लयं के शललेकानससार कायष करे ता।
5. चेतालनी शसतनल ददखाए जाने का और शललरण ्ता ना लते तो ददन मे 1 शमनट
तथा रात मे 2 शमनट रुकने के ्िात लह सतकष शनताह रखते हुए अतले स्टेिन
तक सालधानी ्ूलषक जाएता
6 लोको ्ायलटरे ल के शजस सेक्िन या सेक्िनो ्र काम करना है लहा कऔ कायष
्द्धशत, शसतनलो कऔ शस्थती और ताशर्यो के ्ररचालन को प्रुाशलत करने लाली
अन्य स्थानीय ्ररशस्थतीयो से अ्ने आ्को ्ूरी तरह से ्रीशचत रखेता और
यदद लह रे ल के दकसी ुात से, शजस ्र उसे काम करना है, ्रीशचत नही है तो
लह दकसी ऐसे योग्य रे ल सेलक को, सहायता के शलए अ्ने साथ लेता जो ऐसे
ुात से ्रीशचत है।
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7. यदद दकसी कारण से कोई लोको ्ायलट दकसी अनसमसख कॉटो को तोर्ते हुए
शनकल जाए तो तार्ी को दकसी ुी ्ररशस्थशत मे उस टूटे हुए अनसमसख कााँटो ्र से
श् े कऔ ओर तब तक नही आना चाशहए जब तक कऔ खराबी ीक न कर दी
जाए,या अतले संचालन के शलए उसे ीक तरह से लताकर क्लैम्् न कर ददया
जाए, बिते क्लैम्् करने के बाद कॉटे के बीच खाली जतह न ू टे।
8.यदद लोको ्ायलटको नॉन ईंटरलॉक्र् स्टेिन के बाह्यतम कााँटो ्र कॉटेलाला ना
शमले तो लह मालतार्ी दक तशत अशधकतम 10 KM/H कर देता तथा सलारी तार्ी
को ्ूणष रु् से रोककर आते बढेता।
9. स्टेिन ्र आतमन करते समय या प्रस्थान करते समय लोको ्ायलट शलशुन्न
शसतनलो को ध्यान्ूलषक देखेता शजससे लह अ्नी तार्ी को लातू होने लाले और
लातू ना होने लाले शसतनल कऔ ्हचान कर सके तथा अ्नी तार्ी को लातू होने
लाले शसतनलो को तब तक देख सके जब तक लह उनसे तसजर ना जाए।
10.यदद हाथे लाले आतमन शसतनल दक बिी बसझी है तो लोको ्ायलट तार्ी को
रोककर उसके ददन के संकेत का ्ालन करे ता अथाषत शसतनल ऑफ हो तो सतकष ता
्ूलषक आते बढेता और स्टेिन ्र तार्ी खर्ी करके स्टेिन मास्टर को इसकऔ
सूचना देता। ्रं तस प्रस्थान शसतनल दक बिी बसझी होने ्र ददन के संकेत का
्ालन नही करे ता।
नोट स्टेिन ्र आते समय अथला जाते समय लोको ्ायलट उन सुी सम्मसख
कॉटो कऔ शस्थशत को देखने के शलए शजम्मेदार होता जहॉ कॉटो के साथ कॉटा
संकेतक लते है।

खराब शसतनल कऔ सूचना देना GR3.85


1) यदद लोको ्ायलट या तार्ष यह देखे दक ्ेर् दक िाखाओ के कारण या
दकसी अन्य कारणलि शसतनल ्ूरी तरह ददखाई नही देता है या शसतनल दक बिी
श ् तयी है या उसका प्रकाि इतना तेज नही है दक संकेत साफ साफ ददखाइ ्र्े
तो लह अतले स्टेिन ्र, जहां तार्ी रुके इस बात कऔ रर्ोटष स्टेिन मास्टर को
देता।
2) लोको ्ायलट या तार्ष से ऐसी रर्ोटष शमलने ्र स्टेिन मास्टर तसरन्त ही
इसकऔ सूचना संबशधत स्टेिन मास्टर को देता

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जसर्ला ईंजन (Coupled Engine)


(GR 3.84, SR 4.18-1)
दकसी तार्ी मे दो या दो से अशधक इं जन लते होने ्र शसतनलो के संबंध मे लोको
्ायलट के कतषव्य ..
1) उन ्ररशस्थशतयो के अलाला जहा शलयेि अनसदि
े ना ददए जाये, जब दकसी
तार्ी मे दो या दो से अशधक इं जन लते है तो, सबसे आते लाले इं जन के लोको
्ायलट ्र शसग्नलो को देखने और उनके ्ालन कऔ शजम्मेदारी होती और दूसरे
इं जन या इंजनो के लोको ्ायलट सबसे आते लाले इं जन के लोको ्ायलट कऔ
तरफ देखते रहेते और उससे संकेत लते। ( GR 3.84)
2) जब दो इं जन लते हो तो अतले इं जन का लोको ्ायलट तार्ी का इं चाजष होता
तथा लह लाइन शक्लयर टोकन, प्रस्थान प्राशधकार, स्टार्टिंत ्रशमट, सतकष ता
आदेि जब जब जारी दकए जायेते, प्राप्त करे ता, तथाश् दूसरे इं जन का लोको
्ायलट सब कस ीक है एलं सही शसतनल ददये तये है आदद बातो को स्लयं
ससशनशित करे ता ।
3) अतले इं जन का लोको ्ायलट इस बात कऔ स्लयं तस्‍ली करे ता दक दूसरे
लोको ्ायलट ने सतकष ता आदेि नोट कर शलए है। (SR3.82)
4) जब बैंकर/ सहायता इं जन उ्‍लंर्न शचन्ह के बाहर हो लोको ्ायलट स्टेिन
कमी का ध्यान आकर्यषत करने के शलए तीन लंबी सीटी बजाएता तथा
तासंबंशध आलश्यक कदम उ ायेता।
5) जब चलती तार्ी मे श् ले इं जन दक आलश्यकता ना हो तो लोको ्ायलट एक
ोटी शसटी बजाएता।

शसतनलों को ्सकारना (Signal Call-out) SR 4.40-1

सहायक लोको ्ायलट द्वारा शसतनलों के संकेत हेतस लोको ्ायलट को मदद कऔ
जायेती। जैसे ही सहायक लोको ्ायलट को शसतनल ददखाई ्र्ेता लह शसतनल के
संकेत को ्सकारे ता तथा लोको ्ायलट स्लयं शसतनल को देख ससशनशित करने के
्िात शसतनल संकेत दोहरायेता। ्रं तस लोको ्ायलट को अ्ने कतषव्य (GR 3.78 के
अनससार) ू ट नहीं शमलेती। शलशुन्न शसतनललंत क्षेत्रो म शसतनलों को ्सकारने कऔ शलशध
इस प्रकार होती।
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(क) दो संकेती नीचे झसकने लाली शसतनल (TALQ) व्यलस्था म –


 बाहरी शसतनल - सही / शलरुद्ध (Right /Against)
 चेतालनी शसतनल - सही / शलरुद्ध (Right /Against)
 मसख्य होम / लस् होम शसतनल - सही / शलरुद्ध (Right/Against)
 प्रस्थान शसतनल - सही / शलरुद्ध(Right /Against)
 अशग्रम प्रस्थान शसतनल - सही / शलरुद्ध(Right /Against)
(ख) कलर लाइट शसतनल व्यलस्था मे शसतनल के संकेत उस शसतनल द्वारा
दिाषये तये कलर के अनससार होते –
 शर्स्टंट शसतनल - हरा / दो ्ीला / ्ीला
 होम - ्ीला / दो ्ीला / हरा / लाल
(त) बहुसंकेती ऊ्र उ ने लाली शसतनल (MAUQ) व्यलस्था मे –

शर्स्टंट - सही / शलरुद्ध/ 450

होम - सही / शलरुद्ध/ 450
 प्रस्थान शसतनल - सही / शलरुद्ध
 अशग्रम प्रस्थान शसतनल - सही / शलरुद्ध
रात के समय कलर लाइट शसतनल के समान शसतनल के संकेत को ्सकारा जायेता

रास्ते कऔ जानकारी (Road Learning)

यदद लोको ्ायलट दकसी खंण्र् मे शनम्नशलशखत अलशध तक कायष ना करे तो उस खण्र्
दक जानकारी रोर् लर्निंत के रु् मे शनम्नानससार दी जाएती ..

रर्ो कऔ संख्या (रोर् लर्निंत)


कायष न करने कऔ अलशध
ददन मे रात मे
2 2 1 लयष से अशधक
2 1 6 माह से अशधक
र्ाट सेक्िन या स्लचल खण्र्ो मे लोको ्ायलट उ्रोक्त के अलाला अशधकतम तीन
रर्ो कऔ अनसमशत प्राप्त कर सकता है।
**********

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तािी संचालन ्द्धशतयॉ (GR.7.01)

ुारतीय रे ल ्र शनम्न शलशखत संचालन ्द्धशतयॉ लातू है-


1. ्ूणष ब्लॉक ्द्धशत
2. स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत
3. के लल एक तािी ्द्धशत
4. अनसतामी तािी ्द्धशत (मध्य रे ल एलं WCR मे नहीं)
5. ्ायलट तार्ष ्द्धशत (मध्य रे ल एलं WCR मे नहीं)
6. रेन स्टाफ़ तथा रटकट ्द्धशत (मध्य रे ल एलं WCR मे नहीं)

्ूणष ब्लॉक ्द्धशत - (GR 8.01) ्ूणष ब्लॉक ्द्धशत कऔ आलश्यक बात -
जहॉ ताशियों का संचालन ्ूणष ब्लॉक ्द्धशत ्र होता है लहॉ-
1. दकसी ुी तािी को दकसी स्टेिन से अतले ब्लॉक सेक्िन मे प्रलेि करने कऔ
अनसमशत तब तक नही दी जाएती जब तक दक अतले स्टेिन से लाईन
क्लीयर न शमल जाये।
2. दोहरी लाईन ्र ऐसा लाईन क्लीयर तब तक नही ददया जाएता जब तक
दक लाईन क्लीयर देने लाले स्टेिन ्र लाईन प्रथम रोक शसतनल तक ही
नही बश्‍क उसके आते ्याषप्त दूरी तक साफ़ न हो।
3. इकहरी लाईन ्र ऐसा लाईन क्लीयर तब तक नही ददया जाएता जब तक
दक लाईन क्लीयर देने लाले स्टेिन ्र लाईन प्रथम रोक शसतनल तक ही
नही बश्‍क उसके आते ्याषप्त दूरी तक साफ़ न हो एलं लाईन क्लीयर ्ाने
लले स्टेिन कऔ ओर जाने लाली ताशियों से ुी साफ ना हो।
4. ऊ्र शलखी हुई ्याषप्त दूरी दो संकेती शसतनल व्यलस्था मे 400 मी. एलं बहु
संकेती शसतनल व्यलस्था मे 180 मी. से कम नही होनी चाशहए। जब तक
अनसमोददत शलिेय अनसदि े द्वारा अन्यथा शनदेि ना ददए जाए।

लॉक एलं ब्लॉक ्द्धशत - (SR 8.01-1)


्ूणष ब्लॉक ्द्धशत मे एक समय मे एक ब्लॉक सेक्िन मे एक तािी होना चाशहए।
इसीशलए एक तािी के ब्लॉक सेक्िन मे जाने के बाद अन्य तािी को ब्लॉक सेक्िन मे
प्रलेि से रोकना आलश्यक है। इसके शलये ब्लॉक उ्करण, रैक सर्कष ट और शसतनलो को
आ्स मे सम्बशन्धत दकया जाता है, शजसे लॉक एलं ब्लॉक ्द्धशत कहते है।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

लॉक एलं ब्लॉक ्द्धशत कऔ आलश्यक बात-


1. जब तक अतले ब्लॉक स्टेिन से ब्लॉक उ्करण / रैक सर्कष ट/ एक्सल काऊन्टर
्र लाईन क्लीयर न शमल जाये तब तक दकसी ुी ब्लॉक स्टेिन से तािी को
रलाना होने के शलये अशन्तम रोक शसतनल ऑफ़ नही होता।
2. ब्लॉक सेक्िन मे तािी के प्रलेि करने ्र अशन्तम रोक शसतनल अ्ने आ् ON
शस्थशत मे आ जाएता एलं ताशलत हो जाएता ।
3. जब तक दक तािी अतले स्टेिन ्र प्रथम रोक शसतनल के आते लते हुये रैक
सर्कष ट सेक्िन अथला उसके संुात सेक्िन को क्लीयर करके आते न शनकल
जाये और श् ले रोक शसतनल ला्स ON शस्थशत मे न कर ददये जाये तब तक
सेक्िन क्लीयर करना संुल नही हो सके ता और न ही दकसी तािी को लाईन
क्लीयर ददया जा सके ता।

A, B तथा C क्लास स्टेिनो ्र लाईन क्लीयर देने दक िते-

A क्लास स्टेिन ्र लाईन क्लीयर देने कऔ िते (GR 8.02)


A क्लास स्टेिन ्र दकसी ुी तािी को तब तक लाईन क्लीयर नही ददया
जाएता जब तक दक-
1. ीक ्हले आने लाली तािी ्ूरी नही आ ्हुंची हो।
2. उक्त तािी के ्ी े के सुी शसतनल दफर से ऑन शस्थशत मे न कर ददये तये
हो।
3. शजस लाईन ्र तािी को लेना है लह लाईन स्टाटषर शसतनल तक साफ ना
हो।
4. उक्त लाईन से सम्बशन्धत सुी कॉटो को सही तरह से सेट न कर ददया तया
हो और सुी सम्मसख कॉटो को ताशलत न कर ददया तया हो।
नोट- मध्य रे ल ्र इकहरी लाइन ्र A क्लास स्टेिन नही है।

B क्लास स्टेिन ्र लाईन क्लीयर देने कऔ िते -


B क्लास स्टेिन ्र दकसी ुी आने लाली तािी को तब तक लाईन क्लीयर
नही ददया जाएता जब तक दक-
1. ीक ्हले लाली तािी ्ूरी न आ तई हो।
2. ग़ािी को ददये तये सुी आतमन शसतनल ला्स ऑन शस्थशत मे न कर ददये
तये हो।
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3. लाईन शनम्नानससार साफ़ न हो।


अ) TALQ व्यलस्था मे D/L ्र- होम शसतनल तक या
ब) TALQ व्यलस्था मे S/L ्र-
i) तािी आने कऔ ददिा मे ्िने लाले िंरटंत शलशमट बोर्ष या शलरूद्ध ददिा के
एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल (दोनो मे जो ुी लता है) तक, या
ii) यदद िंरटंत शलशमट बोर्ष या एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल नही है तो होम
शसतनला तक।
iii) यदद िंरटंत शलशमट बोर्ष या एर्लान्स्र् स्टाटषर या होम शसतनल न हो तो
लाह्यतम सम्मसख कॉटो तक।
स) MAUQ / MACLS व्यलस्था मे
दोहरी लाईन खण्र् ्र लाह्यतम सम्मसख कॉटे या ब्लॉक
सेक्िन शलशमट बोर्ष तक
द) MACLS / MAUQ व्यलस्था मे इकहरी लाईन ्र
i) तािी आने कऔ ददिा मे लते हुये िंरटंत शलशमट बोर्ष या
शलरूद्ध ददिा के एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल (दोनो मे जो ुी लता है)
तक।
ii) यदद िंरटंत शलशमट बोर्ष या एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल
नही लता है तो लाह्यतम सम्मसख कॉटे तक।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत- (SR 9.01)


मध्य रे लले ्र शनम्नशलशखत खण्र्ो ्र स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत लातू है-
1. CSTM - TITWALA
2. KYN - BADLAPUR
3. CSTM - PANVEL
4. CSTM - ANDHERI
5. KJT -KYN
6. BSL - JALGAON
दोहरी लाईन ्र स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत कऔ आलश्यक बात - (GR 9.01)
1. जहॉ ताशियो का संचालन दोहरी लाईन ्र स्लचशलत ब्लॉक ्द्धशत से होता
है लहॉ-
a) लाईन ्र लतातार रैक सर्कष ट या एक्सल काऊन्टर लताये जाते है।
b) आलश्यकता होने ्र दो शनकटलती ब्लॉक स्टेिनो के बीच कऔ लाईन कई
स्लचशलत ब्लॉक शसतनल सेक्िन मे बॉटी जा सकती है। प्रायेक ऐसे सेक्िन दो
क्रशमक रोक शसतनल के बीच ्ररचाशलत लाईन के ुात होंते और इनमे प्रलेि
रोक शसतनल द्वारा िाशसत होता तथा
c) रैक सर्कष ट या एक्सल काऊन्टर, स्लचशलत ब्लॉक शसतनल सेक्िन मे तािी के
प्रलेि को िाशसत करने लाले रोक शसतनल को इस प्रकार शनयंशत्रत करते दक-
i) शसतनल तब तक ऑफ़ शस्थशत मे नही जाएता जब तक लाईन न के लल अतले
रोक शसतनल तक, बश्‍क उसके आते ्याषप्त दूरी तक क्लीयर नही है, तथा
ii) जैसे ही तािी शसतनल ्ार करे लैसे ही शसतनल अ्ने आ् ON शस्थशत मे आ
जाएता।
2. जब तक अनसमोददत शलिेय अनसदि
े ो द्वारा शनदेि नही ददया जाता है, उ्रोक्त
्याषप्त दूरी 120 मी. से कम नही होती।
3. A. शलिेय अनसदि
े ों के अधीन प्रायेक ददिा म स्लचल ब्लॉक शसतनल क्षेत्र म दो
स्टेिनों के बीच दकसी एक स्लचल रोक शसतनल को आिोशधत अधष स्लचल
रोक शसतनल के रू् म ्ररलर्तषत दकया जा सकता है ।
B. इस प्रकार मसहय
ै ा कराए तए मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ्
शसतनल को रेक सर्कष ट अथला एक्सल काउं टरों अथला दोनों के माध्यम से
आते लाले स्टेिन के शसतनलों के साथ इं टरलॉक दकया जाएता और उसे आते
लाले स्टेिन के स्टेिन मास्टर द्वारा शनयंशत्रत दकया जाएता । संबंशधत संकेत

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

दोनों ओर के स्टेिन मास्टरों के ्ास उ्लब्ध होंते चाहे शसतनल सामान्य


स्लचल माध्यम म हों या मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक माध्यम म हो ।
C. श् ले स्टेिन के एर्लांस्र् स्टाटषर शसतनल को मध्य खंर् आिोशधत अधष
स्लचल रोक शसतनल के साथ इस प्रकार इं टरलॉक दकया जाएता दक जब ए
शचन्ह बसझा हो तो एर्लांस्र् सटाटषर स्लयं ऑफ होता या ऑफ दकया जाएता
जब लाइन मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल से आते
्याष‍त दूरी तक शक्लयर हो । इसी प्रकार मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी
ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल स्लत ऑफ होता अथला ऑफ दकया जाएता जब
लाइन आते लाले स्टेिन के होम शसतनल से आते ्याष‍त दूरी तक शक्लयर हो ।
D. धसाँध, खराब मौसम म जब स्््‍ट ददखाई नहीं दे तो असामान्य शस्थशतयों के
दौरान,मध्यखर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल को शलिेय
अनसदि
े ों मे तहत शनधाषररत शलशध म A शचन्ह को बसझाया जा सकता है और इस
कारष लाई से यह ुी ससशनशित होता दक श् ले स्टेिन का एर्लांस्र् स्टाटषर
शसतनल और अतले स्टेिन का होम शसतनल का A शचन्ह ुी बसझ जाएता ।
E. उ्रोक्त खंर् C के अधीन उ्‍लेशखत ्याष‍त दूरी उ् शनयम 2 के अधीन
शनधाषररत दूरी से कम नहीं होती ।
F. सामान्य शस्थशतयों के दौरान मध्य खर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक स्टॉ्
शसतनल एक सामान्य स्लचल रोक शसतनल के रू् म कायष करे ता
4. A. जब लोको ्ायलट यह देखता है दक मध्य खर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक
स्टॉ् शसतनल ऑन म है तथा A शचन्ह बसझा है तो तािी को शसतनल के ्हले
रोक देता और इसके बारे म शलिेय अनसदि े ों के अधीन अनसमोददत संचार
साधनों से अतले स्टेिन के स्टेिन मास्टर को सूशचत करे ता ।
B. अतले स्टेिन का स्टेिन मास्टर शलिेय अनसदि
े ों के अधीन शलशध और शनधाषररत
कायष ्द्धशत को ससशनशित करने के ्श्चात अनसमोददत संचार साधनों से बसझे
हुए A शचन्ह के साथ ऑन अलस्था म मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी ऑटोमेरटक
स्टॉ् शसतनल से तसजरने के शलए लोको ्ायलट को प्राशधकृ त कर सकता है ।
C. यदद लोको ्ायलट अतले स्टेिन के स्टेिन मास्टर से सं्कष करने म असमथष
हो तो लह शसतनल ्र ्ॉंच शमनट तक प्रशतक्षा करने के बाद शसतनल को ऑन
म ्ास करे ता और सालधानी्ूलषक आते बढ़ेता तथा दकसी ुी बाधा से ्हले
तािी रोकने के शलए तैयार रहेता तथा अतले शसतनल तक 10 kmph कऔ तशत
से ही चलेता तथा उस शसतनल के संकेत के अनससार कारष लाई करे ता, और
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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

D. लोको ्ायलट, अतले स्टेिन के स्टेिन मास्टर को मध्य खंर् मोर्ीफाइर् सेमी
ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल कऔ खराबी कऔ रर्ोटष देता ।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

के लल एक तािी ्द्धशत GR 13.01


मध्य रे लले ्र शनम्नशलशखत खण्र् ्र यह ्द्धशत लातू है-
्ाचौरा - जामनेर (ुससालल मंर्ल)
मसतषजा्सर - अचल्सर (ुससालल मंर्ल)
मसतषजा्सर - यलतमाल (ुससालल मंर्ल)
र्ोर्ार्ोतरी - सारणी (नात्ूर मंर्ल)
शहरदातढ - नंदन लासरी साइलर्ंत (नात्ूर मंर्ल)
के लल एक तािी ्द्धशत कऔ आलश्यक बात- (GR 13.02)
1. यह ्द्धशत इकहरी लाईन कऔ ोटी टर्मषनल ब्रांच लाईनो ्र लातू कऔ जाती
है।
2. शजस सेक्िन मे यह ्द्धशत लातू कऔ जाती है उस सेक्िन मे एक समय मे एक
ही तािी हो सकती है।
3. इस ्द्धशत मे शजस स्टेिन से ब्रांच लाईन शनकल रही है लह आधार (बेस)
स्टेिन कहलाता है तथा अशन्तम स्टेिन टर्मषनल स्टेिन कहलाता है।
4. इनके बीच सामान्यतया फ़्लैत स्टेिन होते है जहॉ तािी समय सारणी के
अनससार रुकती है ल तार्ष के हाथ शसतनल ्र चलती है।
5. मसख्य लाईन ्र शस्थत जंक्िन स्टेिन (बेस स्टेिन) से प्रस्थान प्राशधकार के रु्
मे धातस का टोकन ददया जाता है शजस ्र एक ओर सेक्िन का नाम तथा
दूसरी ओर के लल एक तािी ्द्धशत खसदा होता है।
6. जब तक स्टेिन मास्टर स्लयं, लोको ्ायलटको यह टोकन नही देता है तब तक
लोको ्ायलटतािी को सेक्िन मे लेकर नही जाएता।
7. यह टोकन स्टेिन ्र इस काम के शलये खास तौर से रखे तये बॉक्स के अन्दर
ताला बन्द करके रखा जाता है और बॉक्स कऔ चाबी स्टेिन मास्टर कऔ शनजी
अशुरक्षा मे रहती है।
8. तािी स्टेिन ्र ्हुंचने के बाद लोको ्ायलट यह टोकन स्टेिन मास्टर को
सौं् देता और स्टेिन मास्टर तसरंत ही उसे बॉक्स मे रखकर ताशलत कर देता।
9. टोकन खो जाने ्र उसके स्थान ्र दूसरा टोकन मंतलाने के शलये स्टेिन
मास्टर इस मामले कऔ सूचना तसरंत DRM को देता और जब तक दूसरा टोकन
न शमल जाये तब तक लह लोको ्ायलट को हस्त शलशखत ्र प्राशधकार जारी
करे ता।
इस ्द्धशत मे दसर्टष ना होने या तािी के असमथष हो जाने ्र कायषलाही GR 13.04-
1.(क) यदद के लल एक तािी ्द्धशत मे तािी असमथष हो जाती है और उसे सहायता दक
आलश्यकता होती है अथला कोई दसर्षटना हो जाने ्र तािी का आते बढना

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

असम्ुल हो जाता है तो शनयम 6.03 के उ्बन्धों के अनससार तािी कऔ उस


ददिा मे रक्षा कऔ जाएती शजस ददिा से सहायता प्राप्त कऔ जा रही है।
(ख) तािी का तार्ष बेस स्टेिन के स्टेिन मास्टर को ्ररशस्थशत तथा असमथष तार्ी
के बारे मे सूचना देता। यदद तार्ष के शलये उस स्टेिन को जाना आलश्यक है तो
लह लोको ्ायलट को शलशखत अनसदि े देता दक लह उसकऔ ला्सी तक तािी को
खिी रखे और ऐसी अशुस्लीकृ शत प्राप्त करे ता।
2.(क) यदद तार्ष ने टर्मषनल स्टेिन के स्टेिन मास्टर को यह सूचना दी है तो लह
आधार स्टेिन के स्टेिन मास्टर को इसकऔ सूचना देता और बेस स्टेिन का
स्टेिन मास्टर दूसरे इं जन को सेक्िन मे प्रलेि करने कऔ अनसमशत दे सकता है।
(ख) इस प्रकार ुेजे जाने लाले इं जन के साथ या तो असमथष हुई तािी का तार्ष
रहेता जो ड्राइलर को यह बतायेता दक असमथष तािी कहॉ है और उसकऔ
्ररशस्थशत क्या है या इस प्रकार ुेजे जाने लाले इं जन के लोको ्ायलट को एक
शलशखत प्राशधकार ददया जाएता शजसमे ऐसे अनसदि े होते शजससे असमथष हुई
तािी के स्थान तथा ्ररशस्थशतयो का ज्ञान हो सके और साथ मे ऐसे अन्य
शललरण ुी रहते जो असमथष हुई तािी के तार्ष के साथ न होने कऔ दिा मे लाईन
्र प्रलेि करने के शलये आलश्यक है।
3. असमथष हुई तािी का तार्ष उस लाईन के समसशचत संचालन के शलये तब तक
शजम्मेदार रहेता जब तक दक असमथष हुई तािी लहॉ से चल नही देती और
उसकऔ सहायताथष तया हुआ कोई अन्य इं जन आधार स्टेिन ्र ला्स नही
्हुंच जाता।
4. यदद असमथष हुई तािी का तार्ष नही है तो सहायक लोको ्ायलट या
आलश्यकतानससार लोको ्ायलट इस शनयम द्वारा तार्ष को सौं्े तये कतषव्यों का
्ालन करे ता ्रन्तस यह तब तक जब शनयम 4.20 के अनससार इं जन को लोको
्ायलट दल रशहत न ोिा जाये।
SR 13.04-1 - यदद तार्ष को अ्नी तािी के साथ रहना आलश्यक हो तो लह स.
लोको ्ायलट के जररये शनकटतम स्टेिन को तािी के शबति जाने का कारण
और खराबी का प्रकार शलखकर सूचना ुेजेता और शजस ओर से सहायता आने
कऔ संुालना हो उस ओर से सामान्य शनयम 6.03 के अनससार तसरन्त तािी का
बचाल करे ता। यदद सहायता मांती तई हो तो जब तक सहायता आ न जाये लह
इं जन अथला अ्नी तािी के दकसी ुात को अ्ने स्थान से हटने नही देता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

सीटी कोर्(SR 4.50-1)


इं जन के प्राशधकृ त सीटी संकेत शनम्नशलशखत है। ये संकेत लोको ्ायलट द्वारा
आलश्यक्तानससार अलश्य बजाने चाशहए।
क्र. इं जन कऔ सीटी कोर् संकेत
01 0 क) रलाना करने के ्ूलष-
(एक ोटी) i) सहायक / बैककं त इं जन के लोको ्ायलट को संकेत
देने के शलये दक अतले इं जन का लोको ्ायलट तािी
रलाना करने के शलये तैयार है।
ii) सहायक / बैककं त इं जन के लोको ्ायलट द्वारा
अतले इं जन के लोको ्ायलट को ्ालती देने के
शलये।
iii) लोको यार्ष मे इं जन रलाना होने कऔ शस्थशत मे
अथला इं जन कायष ्ूरा होने ्र।
iv) लोको यार्ष मे इं जन जाने कऔ शस्थशत मे ।
ख) तािी चलने के दौरान-
i) दूसरे इं जन कऔ सहायता कऔ आलश्यकता न होने
्र।
ii) सहायक / बैककं त इं जन के लोको ्ायलट द्वारा
्ालती देना दक सहायता बन्द कर दी तयी है।
02 00 क) तार्ष के शसतनल के शलये।
ख) तार्ष द्वारा शसतनलो का आदान-प्रदान न करने ्र।
(दो ोटी)
त) स्टेिन कमषचाररयो द्वारा शसतनलो का आदान-प्रदान
न करने ्र।
03 क) तार्ष द्वारा ब्रेक को ररलीज करने के शलये।
–0 ख) स्टेिन / बीच सेक्िन से तािी/इं जन चलाने के ्ूलष।
(एक लंबी एक ोटी) त) साइलर्ंत मे तािी को बैक करने के बाद मेन लाईन
क्लीयर है, यह संकेत देने के शलये।
04 000 क) तार्ष द्वारा ब्रेक लताने के शलये।
(तीन ोटी) ख) तािी शनयंत्रण के बाहर हो तयी है, तार्ष सहायता
करे ।
05 0000 क) जब दसर्षटना, खराबी, अलरोध अथला अन्य
(चार ोटी) असाधारण कारणो कऔ लजह से तािी आते नही जा
सकती ।
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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

ख) ्ी े कऔ ओर से तािी का बचाल
करने के शलये।
06 तार्ष को इं जन ्र बसलाने के शलये।
––00
(दो लंबी दो ोटी)
07 क) टोकन न शमलने ्र।
0 – 0
ख) टोकन चूक जाने ्र।
( ोटी लंबी ोटी) त) तलत प्रस्थान प्राशधकार शमलने ्र।
र्) उ्यसक्त प्राशधकार शमलने ्र रोक
शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करते समय।
08 क) स्लचल रोक शसतनल को ्ार करने ्र ।
ख) IBS को ऑन शस्थशत मे ्ार करने ्र, जब शसतनल
(एक लम्बी सीटी) के खम्ुे ्र उ्लब्ध टेलीफ़ोन खराब हो और लोको
्ायलट श् ले स्टेिन से सं्कष करने मे असमथष है।
त) तािी चलने के दौरान- तार्ष के शसतनल कऔ ्ालती
देने के शलये।
09 क) ससरंत या लह क्षेत्र जहॉ दृश्यता मे रुकालट हो या
लतातार र्समालों, कटानों या दसर्षटना स्थल के शनकट
(लतातार लम्बी ) ्हुंचते समय।
ख) ्ी े कऔ ओर तािी का बचाल कर रहे रे ल
कमषचारी को बसलाने के शलये।
त) जब सामग्री तािी चलने के शलये तैयार हो।
र्) शबना रुके स्टेिन से सीधे तसजरने ्र।
ङ) ऑन शस्थशत मे रोक शसतनल के शनकट ्हुंचने ्र।
च) रोक शसतनल ्र रुक जाने ्र या।
) जब कस हासा,तूफ़ान या दकसी अन्य कारण से शसतनल
स््ि रु् से ददखायी न दे।
क) जब सेक्िन म शनकटलती लाइन ्र तार्ी खिी हो /
कमषचारी लाईन ्र कायष. कर रहे हो।
10 क) तािी के शलखंशर्त हो जाने ्र।
–0 –0 ख) तािी के अ्ूणष शस्थशत मे आने ्र।
(लंबी ोटी लंबी
ोटी)

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

11 क) खतरे कऔ जंजीर खींची जाने ्र।


00 – ख) इं जन मे अ्याषप्त शनलाषत / एयर ब्रेक प्रेिर होने ्र।
(दो ोटी एक लंबी ) त) तार्ष द्वारा शनलाषत/ एयर प्रेिर ब्रेक लताने ्र।
र्) अन्त:संचरण उ्करण का इस्तेमाल दकये जाने ्र।
12 ्ेन्टोग्राफ़ को उ ाने के शलये, इसकऔ ्ालती दूसरे इं जन
––
द्वारा दी जानी चाशहए।
(दो लंबी)
13 ्ेन्टोग्राफ़ को नीचे करने के शलये। इसकऔ
–0 – ्ालती दूसरे इं जन द्वारा दी जानी चाशहए।
(लंबी ोटी लंबी)
14 क) जब शसतनल का हाथा नीचे झसका हो ्रन्तस बिी बसझ
– 00 तयी हो।
(एक लंबी दो ोटी) ख) शसतनल का हाथा तलत/ अ्याषप्त रु् से 'ऑफ़'
शस्थशत मे होने ्र।
त) शसतनल खराब हो जाने ्र।
15 ––– तािी उ्‍लंर्न शचन्ह के अंदर खिी न होने ्र।
( तीन लंबी )
16 000000000000 क) खतरे कऔ आिंका होने ्र।
ख) आने लाली तािी के लोको ्ायलटको खतरे का
(बार-बार ोटी )
शसतनल देने हेतस जब दकसी कारण से उसका रास्ता
खराब अथला अलरुद्ध हो तया हो।
त) इकहरी लाईन सेक्िन ्र कायष करने के दौरान ्ूणष
संचार व्यलस्था ुंत हो जाने ्र अथला दोहरी लाईन
्र जब इकहरी लाईन का कायष संचालन प्रारंु कर
ददया जाये।
र्) दोहरी लाईन ्र तलत ददिा मे चलने ्र या
स्लचल शसतनललंत क्षेत्र मे शसतनल कऔ ददिा के शलरुद्ध
या इकहरी लाईन ्र स्लचल ब्लॉक शसतनल लाले
क्षेत्र मे स्थाश्त (ससव्यलशस्थत) ददिा के शलरुद्ध होने ्र।
17 ––––––– सम्ार से तसजरते समय/ ्हुचते समय
( लंबी सीटी रुक रुक
कर बारबार )

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

अशधकार ्त्र
कोई ुी अशधकार ्त्र रे ल प्रिासन द्वारा अनसमोददत होना चाशहए और जब
आलश्यकता हो तब अशधकृ त कमषचारी द्वारा इससे सम्बशन्धत कमषचारी को देना
चाशहए। अशधकार ्त्र प्राप्त करने लाले कमषचारी को उसका सही तरह से ्ालन करना
चाशहए।
उशचत अशधकार ्त्र समाप्त हो जाने ्र स्टेिन मास्टर दकसी ुी कोरे कातज ्र
स्टेिन कऔ मसहर लताकर तथा उस ्र "उशचत अशधकार ्त्र उ्लब्ध न होने के कारण
" ररमाकष शलखकर हस्तशलशखत अशधकार ्त्र जारी कर सकता है।
ध्यान द-
 कोई ुी अशधकार ्त्र स्लीकार करते समय ससशनशित कर ले दक लह
अशधकार ्त्र स्लयं उसके शलए ही है।
 तार्ी नं., ददनांक, स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर, मसहर सशहत सुी प्रशलशियां
्ूणष हैं।
 यदद कोई मद भ्रामक हो तो स्टेिन मास्टर से स््िीकरण कर ल।

T/369 (1)- स्टेिन ्र खराब शसतनलो को ्ार करने का अशग्रम प्राशधकार- (्ूलष
सूचना) - प्रशत-दो (लोको ्ायलट ल ररकॉर्ष)
a. यह अशधकार ्त्र दकसी स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल के खराब होने ्र (C
क्लास स्टेिन को ोिकर) उसे ्ार करने के शलये श् ले स्टेिन के स्टेिन
मास्टर द्वारा लोको ्ायलट को ददया जाता है।
b. इसे कॉिन नोरटस स्टेिन से, ीक श् ले स्टेिन से तथा तािी रुकने लाले
स्टेिन से जारी दकया जाता है।
c. इसमे जारी करने लाला स्टेिन का नाम,समय,ददनांक,तािी संख्या,खराब
शसतनल का शललरण, शजस स्टेिन का शसतनल खराब है उसका शललरण,
स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर, स्टेिन मसहर इायादद होता है।
d. इसे प्राप्त करने के बाद, लोको ्ायलटउस शसतनल को तुी ऑन शस्थशत मे
्ार करे ता जब उस शसतनल के नीचे एक लदी धारी सक्षम रे ल सेलक द्वारा
कॉटे सेट,क्लैम््,्ैर्लॉक करके ऑल राईट हैन्र् शसतनल ददखाया जाये।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

e. यदद लोको ्ायलट को शसतनल के शनचे से ्ॉइन्टसमैन द्वारा ऑल राइट


शसतनल ददखाई देता है तो लह शबना रुके अशधकतम 15 KM/H से शसतनल
को ्ार करे ता
T/369 (3b) -रोक शसतनल को ऑन शस्थशत मे या खराब शस्थशत मे ्ार करने का
अशधकार ्त्र- प्रशत- दो (लोको ्ायलट ल ररकॉर्ष)
a. यह अशधकार ्त्र स्टेिन मास्टर द्वारा लोको ्ायलट को दकसी ुी रोक
शसतनल को ON शस्थशत मे ्ार करने के शलये ददया जाता है।
b. इसमे तािी का नाम,समय,ददनांक,खराब शसतनल का शललरण,स्टेिन का
नाम, स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर, स्टेिन मसहर आदद होता है।
c. यदद यह अशधकार ्त्र अशन्तम रोक शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करने
के शलये जारी दकया जाता है तो दोहरी लाईन खण्र् ्र इसम अतले स्टेिन
से लाईन क्लीयर मे प्राप्त प्राईलेट नं. को शलखा जाएता।
d. यह अशधकार ्त्र आतमन तथा प्रस्थान रोक शसग्नलो को ऑन शस्थशत मे
्ार करने के शलये अलत-अलत देना चाशहए।
e. दकसी ुी रोक शसतनल को ON शस्थशत मे या खराब शस्थशत मे ्ार करते
समय तािी कऔ तशत 15 kmph से अशधक नही होती।
f. यह जारी करने से ्हले स्टेिन मास्टर ससशनशित करे ता दक रास्ते के सही
कॉटे सैट एलं क्लैम्् ्ैर् लॉक है।
T/ 409 -सतकष ता आदेि प्रशत- चार (लोको ्ायलट,सहा.लो. ्ायलट, तार्ष, ररकॉर्ष)
1. सतकष ता आदेि सेक्िन मे लातू अस्थायी तशत प्रशतबन्धो कऔ जानकारी
लोको ्ायलट ल तार्ष को देने के शलये जारी दकया जाता है।
2. सतकष ता आदेि कॉिन नोरटस स्टेिन से सुी रुकने लाली ताशियो को
तथा आलश्यकतानससार दकसी ुी स्टेिन से जारी दकया जाता है।
3. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम,सेक्िन का नाम, तशत प्रशतबन्धो
कऔ कस ल संख्या, स्थान का दक.मी. नं., शजन दो स्टेिनो के बीच लह स्थान है
उसका नाम, प्रशतबशन्धत तशत, तशत प्रशतबन्ध लताने का कारण आदद बाते
शलखी होती है।
4. इस ्र स्टेिन मास्टर हस्ताक्षर करता है तथा स्टेिन कऔ मसहर लताता है।
5. इसे ुौतोशलक क्रम मे बनाया जाता है।
6. इसमे स्टेिनो के नाम कोर् मे नही बश्‍क ्ूरे िब्दो मे शलखने चाशहए।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

7. यदद सेक्िन मे इतने अशधक तशत प्रशतबन्ध है दक ले एक ्ृष्ठ मे नही आ


सकते है तो अतले ्ृष्ठ ्र िेय शलखे जायते और उनके ्ृष्ठो ्र ्ृष्ठ क्रमांक
1,2, इायादद शलखना चाशहए।
8. सतकष ता आदेि के ररकॉर्ष ्न्ने जारी होने कऔ शतशथ से 12 महीने तक
ससरशक्षत रखना चाशहए। सतकष ता आदेि बनाते समय उसमे काट ्ीट नही
करनी चाशहए बश्‍क उसे रद्द करके नया सतकष ता आदेि जारी दकया
जाएता।
ध्यान द -
 T/409 अस्थाई तशत प्रशतबंधो के शलए ददया जाता है, इसके साथ साथ
कायषसंचालन समय सारणी म उ्‍लेशखत स्थाई तशत प्रशतबंधो का कर्ाई से
्ालन दकया जायेता ।
T/A- 409 - कस नही (सतकष ता आदेि)
प्रशत- चार (लोको ्ायलट, सहा.लोको ्ायलट, तार्ष, ररकॉर्ष)
1. यदद दो कॉिन नोरटस स्टेिन के बीच कोई ुी अस्थायी तशत प्रशतबन्ध नही
है तो यह लोको ्ायलटएलं तार्ष को जारी दकया जाता है।
2. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक, तािी नं., स्टेिन
मास्टर के हस्ताक्षर तथा स्टेिन कऔ मसहर आदद होते है।
T/B 409 - अनसस्मारक (ररमाइन्र्र) सतकष ता आदेि प्रशत- चार
1. यह ्सलिंत बैक के दौरान तािी के लोको ्ायलट ल तार्ष को जारी दकया
जाता है।
2. इसका प्रारू् T/409 के समान होता है।
T/509 अलरोशधत लाईन ्र तािी लेने के शलए प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
1. इस अशधकार ्त्र का प्रयोत उस समय दकया जाता है जब तािी को
अलरोशधत लाईन ्र लेना हो।
2. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, समय,ददनांक, तािी नं., शजस
अलरोशधत लाईन ्र तािी को लेना है उसका शललरण शजस शसतनल को
ऑन शस्थशत मे ्ार करना है उसका शललरण स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर,
स्टेिन कऔ मसहर आदद बात होती है।
3. यह अशधकार ्त्र जारी करने से ्हले स्टेिन मास्टर ससशनशित करे ता दक
सम्बशन्धत लाईन के सुी कॉटे सैट तथा सम्मसख कॉटे सैट, क्लैम्् एलं ्ैर्
लॉक कर ददये तये है। कॉटेलाले द्वारा यह अशधकार ्त्र सौ्ने के ्िात

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अलरोशधत लाइन से संबशधत प्रथमफे लसंत ्ाईंट तक तार्ी को ्ायलट


दकया जाएता।
T/ 511- शबना शसतनल लाली लाईन से तािी रलाना करने के शलए
प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
1. जब तािी को दकसी ऐसी लाईन से रलाना करना हो शजस लाईन ्र स्टाटषर
शसतनल नही लता हो तो तािी को रलाना करने के शलये यह अशधकार ्त्र
ददया जाता है।
2. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम ,समय,ददनांक, तािी सं., लाईन नं.,
स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर आदद बाते शलखी होती है।
3. यदद लोको ्ायलटको कोई टोकन या ्े्र लाईन क्लीयर प्रस्थान
प्राशधकार के रु् मे ददया तया हो तो उसका शललरण ुी T/511 ्र दकया
जाएता।
4. कॉटेलाले द्वारा यह अशधकार ्त्र सौ्ने के ्िात अंशतम कॉटे तक तार्ी को
्ायलट करायेता।
T/512 -सामसशहक प्रस्थान शसतनल लाली लाईन से तािी रलाना करने के शलए - प्रशत-
दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
1. जब तािी को दकसी ऐसी लाईन से रलाना करना हो शजसके शलये कॉमन
स्टाटषर शसतनल लता है तो स्टेिन मास्टर तािी के लोको ्ायलटको T/512
अशधकार ्त्र देता है और कॉमन स्टाटषर शसतनल को ऑफ़ करता है।
2. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक, तािी नं., लाईन का
शललरण जहॉ से तािी रलाना हो रही है, कॉमन स्टाटषर शसतनल, यदद कोई
मूतष प्रस्थान प्राशधकार ददया जा रहा है तो उसका शललरण, स्टेिन मास्टर के
हस्ताक्षर, स्टेिन कऔ मसहर आदद बाते शलखी होती है।
T/ A 602 - अलरोशधत ब्लॉक सेक्िन मे सहायता इं जन /सहायता तािी ुेजने के
शलये अशधकार ्त्र - प्रशत- तीन (लोको ्ायलट,तार्ष, ररकॉर्ष)
1. जब ब्लॉक सेक्िन मे कोई दसर्षटना,ईंजन फे ल या अन्य असामान्य ्ररशस्थशत
मे सहायता हेतस इं जन/ सहायता तार्ी ुेजनी हो तो यह अशधकार ्त्र ददया
जाता है।
2. इस अशधकार ्त्र के तीन ुात होते है-
a) शबना लाईन क्लीयर आते बढने के शलए ब्लॉक रटकट
b) शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने का अशधकार

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

c) सतकष ता आदेि (15/10 KM/H)


3. इस अशधकार ्त्र मे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक, तािी
नं., अलरोशधत ब्लॉक सेक्िन का नाम, अलरोध का दक.मी. नं., शजन
शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करना है उनका शललरण तथा तशत
प्रशतबन्धो का शललरण शलखा रहता है।
T/ B 602 - इकहरी लाईन खण्र् ्र सम््सणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र संचार
व्यलस्था प्रारं ु करने के शलए अशधकार ्त्र - प्रशत- तीन (लोको ्ायलट, तार्ष,
ररकॉर्ष)
1. इकहरी लाईन खण्र् ्र सम््सणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र, संचार
व्यलस्था प्रारम्ु करने के शलये जाने लाले लाहन/साधन को यह अशधकार ्त्र
ददया जाता है।
2. इस अशधकार ्त्र के शनम्न ्ॉच ुात होते है-
a) शबना लाईन क्लीयर का प्रस्थान प्राशधकार
b) शसतनलो को ऑन शस्तत मे ्ार करने का अशधकार
c) सतकष ता आदेि (15/10/्ैदल)
d) लाईन क्लीयर ्ू ता संदि

e) सितष लाईन क्लीयर संदि

3. इसमे जारी दकये जाने लाले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक, लाईन क्लीयर
लेने जाने लाले लाहन का शललरण, अतले स्टेिन का नाम, शजन शसतनलो को
ऑन शस्थशत मे ्ार करना है उनका शललरण, सतकष ता आदेि, शजन तािी के
शलये लाईन क्लीयर ्ूॅॅ ने लाहन जा रहा है उसका नाम, तशत प्रशतबन्ध,
सितष लाईन क्लीयर संदि
े मे प्राईलेट नं. आदद बाते शलखी जाती है।
T/ C 602 - दोहरी लाईन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान तार्ी संचालन
के शलए अशधकार ्त्र - प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
1. दोहरी लाईन खण्र् ्र सम््सणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र तार्ी को
रलाना करने के शलए यह अशधकार ्त्र ददया जाता है।
2. इस अशधकार ्त्र के तीन ुात होते है-
a) शबना लाईन क्लीयर का प्रस्थान प्राशधकार
b) शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने का अशधकार
c) सतकष ता आदेि (25/10/्ैदल)

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3. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक, तािी नं, अतले
स्टेिन का नाम, तशत प्रशतबन्ध, उन शसतनलो का शललरण शजन्हे ऑन शस्थशत
मे ्ार करना है, स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर आदद बाते शलखी रहती है।

ध्यान द -
 T/B 602 संचार व्यलस्था प्रारं ुकरने के शलए जाने लाले लाहन / साधन को
ददया जाता है जबदक T/C 602 तार्ी को रलाना करने के शलए जारी दकया
जाता है।

T/ D 602 - दोहरी लाईन खण्र् ्र अस्थायी इकहरी लाईन संचालन के शलये प्रयसक्त
अशधकार ्त्र - प्रशत- तीन (लोको ्ायलट,तार्ष, ररकॉर्ष)
1. यह अशधकार ्त्र लोको ्ायलट एलं तार्ष को TSL लर्किं त के दौरान स्टेिन
मास्टर द्वारा जारी दकया जाता है।
2. इसके तीन ुात होते है-
a) लाईन क्लीयर रटकट
b) शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने का अशधकार
c) सतकष ता आदेि- इसमे शनम्न बाते होती है.
 TSL मे प्रयसक्त लाईन,
 अलरोध के दक.मी.,
 तशत प्रशतबन्ध,
 यदद कोई रै् ‍लाइं ट है तो उसे मेन लाईन के शलये सैट करने का
आश्वासन,
 न्यूरल सेक्िन संबंधी जानकारी .
3. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, तािी नं., समय, ददनांक, अतले
स्टेिन का नाम, लाईन क्लीयर मे प्राप्त प्राईलेट नं, उन शसतनलो का
शललरण, स्टेिनो के बीच के बन्द IBS या C क्लास शजन्हे ऑन शस्थशत मे
्ार करना है, तशत प्रशतबन्ध, इायादद बातो का शललरण होता है।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

4. इसमे लोको ्ायलटके शलए महाल्ूणष अनसदि


े ुी होते है जैसे प्रथम तार्ी
होने ्र 25 KM/H का ्ालन करना,रास्ते के तेटमैन,ततमैन को सूशचत
करना आदद।
T/ E 602 - इकहरी लाइन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान प्रयसक्त लाईन
े - प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
क्लीयर ्ू ता संदि
1. इस अशधकार ्त्र का प्रयोत जब एक से अशधक ताशियो के शलये लाईन
क्लीयर कऔ अलश्यकता हो T/B 602 के साथ या बाद मे ताशियो के लाईन
क्लीयर ्ू ने के शलये दकया जाता है।
2. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक,अतले स्टेिन का
नाम, शजन ताशियो को लाईन क्लीयर चाशहए उनका शललरण, स्टेिन
मास्टर के हस्ताक्षर, स्टेिन मसहर आदद बाते शलखी होती है।
े - प्रशत- दो(लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
T/ F 602 - सितष लाईन क्लीयर उिर संदि
1. इकहरी लाईन खण्र् ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान शजन
ताशर्यो के शलए लाइन शक्लयर ्ू ी तयी है (T/B602 या T/E602 ्र)
उसका सकाराामक जलाब अथाषत लाईन शक्लयर इस अशधकार ्त्र ्र
ददया जाता है।
2. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम दूसरे स्टेिन का नाम,समय, ददनांक,
ताशियो के नाम, उन ताशियो के शलये यदद लाईन क्लीयर है तो उनके
सामने प्राईलेट नं, अंको तथा िब्दो मे, स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर आदद
बाते शलखी होती।
T/ G 602 - (अ्) सितष लाईन क्लीयर रटकट- प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)

T/ H 602 - (र्ाऊन) सितष लाईन क्लीयर रटकट प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
1. इकहरी लाईन खण्र् ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र दूसरे स्टेिन
मास्टर से सितष लाइन क्लीयर उिर संदि े (T/F 602) मे लाईन क्लीयर प्राप्त
होने के बाद जाने लाली तािी को प्रस्थान प्राशधकार के रू् मे यह अशधकार ्त्र
ददया जाता है।
2. इसमे जारी करने लाले स्टेिन का नाम, अतले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक,
प्राईलेट नं. अंको तथा िब्दो मे, तािी. नं. आदद बातो का उ्‍लेख दकया जाता
है।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

3. यदद एक से अशधक ताशियो के शलये लाईन क्लीयर प्राप्त हुआ है तो बाद लाली
तािी शजसे 30 शमनट के बाद रलाना करना है तो उसके शलये ुी लही अशधकार
्त्र प्रयोत दकया जाएता। ऐसे समय ताशि कऔ तशत 25/10 kmph से अशधक
नही होती और 30 शमनट ्हले आने लाली तािी और 30 शमनट के बाद जाने
लाली तािी का शललरण ुी इस ्र शलखा जायेता ।
ध्यान द -
 T/C1425, T/D1425 सामान्य संचालन मे प्रस्थान प्राशधकार होता है जबदक
T/H602, T/G 602 सं्ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान प्रस्थान प्राशधकार
होता है।
 T/C1425, T/D1425 मे ही अंशतम रोक शसतनल को ऑन मे ्ार करने का
अशधकार होता है जबदक T/H602, T/G 602 म नहीं होता हैं इसशलए इसके
साथ T/ 369 (3b) आलश्यक रु् से शलया जायेता ।

T/ I 602 - संचार के साधन उ्लब्ध होने ्र स्टेिन मास्टरों के द्वारा ुरा जाने
लाला अशधकार ्त्र - प्रशत- एक (ररकॉर्ष)
1. सम््ूणष संचार साधन ुंत होने के बाद जब संचार का कोई साधन ्सन: िसरू हो
जाता है तब दोनो स्टेिनो के स्टेिन मास्टरो द्वारा इसे ुरा जाता है।
2. इस अशधकार ्त्र मे दोनो स्टेिन मास्टर सम््सणष संचार व्यलस्था ुंत होने के
दौरान चलने लाली अशन्तम तािी का शललरण, प्राईलेट नम्बरों का आदान-प्रदान के
साथ शलखते है शजससे ब्लॉक सेक्िन के साफ होने दक ससशनशिती हो सके ।
3. इस अशधकार ्त्र को ुरने के ्िात ही सामान्य संचालन दोबार िसरु दकया
जाएता।
T/609 - बीच ब्लॉक सेक्िन से अतले स्टेिन तक इं जन या तािी के दकसी
शहस्से को ले जाने के शलए तार्ष द्वारा लोको ्ायलटको शलशखत अनसमशत - प्रशत- दो
(लोको ्ायलट ल तार्ष)
1. जब ब्लॉक सेक्िन मे इं जन तािी के लोर् को नही खींच ्ाता है या अन्य दकसी
कारणलि तािी से इं जन को अलत करना ्िे तो तार्ष के द्वारा लोको ्ायलटको
यह शलशखत अनसमशत दी जाती है।
2. इसमे तािी क्रमांक, समय, ददनांक, अतले शहस्से के साथ जाने लाले लाहनो कऔ
संख्या, अशन्तम लाहन का ्ूणष शललरण (मा.रे ्‍ले,नं.,प्रकार), अलरोध का दक.मी.
नं,शलखा जाएता। यदद लोको ्ायलटको मूतष प्रस्थान प्राशधकार (टोकन या ्े्र

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

लाईन क्लीयर रटकट) ददया तया था तो तार्ष उसे अ्नी शनजी अशुरक्षा मे रखेता
तथा इसकऔ शस्लकृ शत इस ्र देता।
3. यदद ब्लॉक सेक्िन मे बचे हुए शहस्से को लेने के शलए लही लोको ्ायलटजा रहा
हो तो इस अशधकार ्त्र का दूसरा ुात स्टेिन मास्टर द्वारा ुरा जाएता एलं
लोको ्ायलटको ्सनः सौ् कर ब्लॉक सेक्िन मे रलाना दकया जाएता।
T/806 -िंरटंत आदेि - प्रशत- तीन (लोको ्ायलट,तार्ष, ररकॉर्ष)
1. इस अशधकार ्त्र का प्रयोत िंरटंत के कायष के शलये दकया जाता है। इस ्र स्टेिन
मास्टर िंरटंत के अनसदि
े देता है। शजसको ्ढकर तार्ष एलं लोको ्ायलटहस्ताक्षर
करते है।
2. इसमे समय, ददनांक, तािी नं. इं जन नं.,िंरटंत का शललरण, िंरटंत के शलये शजन
शसतनलो को ON शस्थशत मे ्ार करना है उनका शललरण यदद ब्लॉक सेक्िन मे
िंरटंत करना ्िे तो ब्लॉक बैक या ब्लॉक फ़ॉरलर्ष का शललरण आदद बाते शलखी
जाती है।
नोट – शजन स्टेिनों ्र शनयशमत िंटींत शनधाषररत स्थान तक होती हैं तथा इस हेतू
अलत से िंटींत स्टाफ शनयसक्त दकया है लहा T/806 अशधकार ्त्र देने कऔ
आलश्यकता नहीं है।

स्लचशलत ब्लॉक सेक्िन मे प्रयसक्त अशधकार ्त्र


T/A 912 - स्लचल, अद्धषस्लचल, हस्तचशलत, तेट रोक शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार
करने का प्राशधकार ्त्र - प्रशत- दो (लोको ्ायलट,ररकॉर्ष)
1. यह प्राशधकार ्त्र स्लचशलत ब्लॉक सेक्िन मे चलने लाली तािी के लोको ्ायलट
को उस समय जारी दकया जाता है जब कोई स्लचल / हस्तचलत/ अद्धष-स्लचशलत/
तेट रोक शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करना होता है।
2. इस अशधकार ्त्र मे शनम्नशलशखत जानकारी शलखी होती है-
a) स्टेिनों के नाम,ददनांक, समय
b) तािी का नाम ल नंबर
c) स्टेिनो के नाम शजनके बीच लते शसतनल खराब हो तये है
d) स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर, स्टेिन कऔ मसहर
3 TSL के दौरान तलत लाइन से जाने लाली तािी को ुी यह अशधकार ्त्र जारी
दकया जाता है।

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4. स्लचल / हस्तचलत/ अद्धष-स्लचशलत/ तेट रोक शसतनल को ऑन शस्थशत मे इस


अशधकार ्त्र के आधार ्र तुी ्ार दकया जाएता जब उस शसतनल के शनचे
से लर्दषधारी रे ल कमषचारी द्वारा सब ीक हाथ शसतनल ददखाया जाये।
T/B 912 - स्लचशलत ब्लॉक शसतनल क्षेत्र मे शबना लाईन क्लीयर का प्रस्थान
प्राशधकार - प्रशत- दो (लोको ्ायलट,ररकॉर्ष)- स्लचशलत ब्लॉक सेक्िन मे जब दो
स्टेिनो के बीच के सुी शसतनल खराब हो जाये और साथ मे संचार के साधन ुी
काम करना बन्द कर दे तब यह अशधकार ्त्र स्टेिन मास्टर द्वारा तािी के लोको
्ायलट को जारी दकया जाता है।
इस अशधकार ्त्र मे शनम्नशलशखत बाते होती है-
a) जारी करने लाले स्टेिन का नाम, अतले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक
b) तािी संख्या, तािी का नाम
c) शबना लाइन शक्लयर का प्रस्थान प्राशधकार
d) ्ररशस्थशत शजसके शलये यह अशधकार ्त्र जारी दकया जा रहा है
e) उन शसतनलो का शललरण शजन्हे खराब शस्थशत मे या ऑन शस्थशत मे ्ार
करना है।
f) सतकष ता आदेि 25/10 kmph
g) स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर, स्टेिन कऔ मसहर
T/C 912 - स्लचशलत ब्लॉक सेक्िन म अलरोध के दौरान सहायता इं जन/ तािी को
ुेजने के शलये प्रस्थान प्राशधकार - प्रशत - दो (लोको ्ायलट,ररकॉर्ष)
1. यह अशधकार ्त्र ऑटोमेरटक सेक्िन मे सहायता इं जन/तार्ी के लोको
्ायलट को अलरुद्ध ब्लॉक सेक्िन मे जाने के शलये ददया जाता है।
a) इस अशधकार ्त्र मे शनम्नशलशखत बातों क उ्‍लेख रहता है-
b) शबना लाइन शक्लर का प्रस्थान प्राशधकार
c) सतकष ता आदेि
d) अशन्तम तािी का शललरण
e) अलरोध का दक.मी. तथा लह लाईन शजस ्र अलरोध है
f) जारी करने लाले स्टेिन का नाम
g) समय,ददनांक
T/ D 912 - शसतनलो कऔ लम्बी अलशध के शलये खराबी के दौरान स्लचशलत ब्लॉक
्द्धशत मे प्रस्थान प्राशधकार –प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
यह अशधकार ्त्र उस समय लोको ्ायलट को जारी दकया जाता है जब
स्लचशलत ब्लॉक सेक्िन मे सुी शसतनल लम्बी अलशध के शलये खराब हो जाये।
इस अशधकार ्त्र मे शनम्नशलशखत बाते का उ्‍लेख रहता है-
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a) जारी दकये जाने लाले स्टेिन का नाम, समय, ददनांक


b) शजन दो स्टेिनो के बीच सुी शसतनल खराब हो तये है उन स्टेिनो का
नाम तथा शसतनलो के नम्बर।
c) सतकष ता आदेि
d) लाईन क्लीयर मे प्राप्त प्राईलेट नं.
e) तािी नं., तािी का नाम
f) स्टेिन मास्टर के हस्ताक्षर, स्टेिन कऔ मसहर।
T/1410 - ्ूणष तािी आतमन रशजस्टर
1. इस रशजस्टर का उ्योत स्टेिन ्र उस समय दकया जाता है जब स्टेिन
कमषचारी यह ससशनशित नही कर ्ाते है दक ्ूरी तािी का आतमन हुआ है
दक नही ।
2. स्टेिन मास्टर यह रशजस्टर ्ाईंट्समेन द्वारा तार्ष के ्ास ुेजता है और
तार्ष स्लयं यह ससशनशित करने के बाद दक तािी. ्ूरी टेल लैम्् / टेल बोर्ष
सशहत आ तई है और उ्‍लंर्न शचन्ह के अन्दर खिी है इस ्र हस्ताक्षर
करता है।
3. तार्ष के हस्ताक्षर होने के बाद ही स्टेिन मास्टर श् ला ब्लॉक सेक्िन
क्लीयर करता है।
T/A 1425 - लाईन क्लीयर ्ू ता संदि े (जालक) प्रशत- एक (ररकॉर्ष)
T/B 1425 - लाईन क्लीयर ्ू ता संदि
े (आलक) प्रशत- एक (ररकॉर्ष)
1. यह अशधकार ्त्र स्टेिन मास्टर द्वारा उस ्ररशस्थशत मे ुरा जाता है जब
स्टेिन ्र लता ब्लॉक उ्करण खराब हो जाए या ब्लॉक उ्करण ्र लाईन
शक्लयर ना ली जा सक/ दी जा सक या स्टेिन ्र ब्लॉक उ्करण ना लते हो ।
2. शजस स्टेिन से तािी रलाना हो रही है लहॉ का स्टेिन मास्टर इसके जालक ुात
T/A 1425 अशधकार ्त्र को ुरे ता तथा शजस स्टेिन मास्टर कऔ ओर तािी आ
रही है लह स्टेिन आलक ुात T/B 1425 अशधकार ्त्र मे ुरे ता।
T/C 1425 - ्े्र लाईन क्लीयर रटकट (अ् ददिा)
T/D 1425 - ्े्र लाईन क्लीयर रटकट (र्ाऊन ददिा)
रं त- नीला प्रशत- दो (लोको ्ायलट, ररकॉर्ष)
1. यह अशधकार ्त्र इकहरी लाईन खण्र् ्र लोको ्ायलट को प्रस्थान
प्राशधकार के रु् मे शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयों मे जारी दकया जाता है।
a) जहॉ टोकन रशहत ब्लॉक उ्करण लते है लहॉ अशन्तम रोक शसतनल खराब
होने ्र

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

b) ब्लॉक उ्करण खराब होने ्र


c) जहॉ दकसी ुी प्रकार के ब्लॉक उ्करण न लते हो।
2. इस अशधकार ्त्र मे अशन्तम रोक शसतनल को ON शस्थशत मे ्ार करने का
अशधकार ुी होता है। इसशलए इसके साथ T/369 (3b) अशधकार ्त्र देने
कऔ आलश्यकता नही है।

T/199 F- प्राईलेट नंबर िीट


1. प्राईलेट नं. िीट कऔ आ्ूर्तष (र्ी.एस.ओ.) मंर्ल संरक्षा अशधकारी कायाषलय
द्वारा प्रायेक स्टेिन को कऔ जाती है।
2. प्रायेक स्टेिन के शलये अलत-अलत सीरीज कऔ प्राईलेट नं. िीट दी जाती है।
3. उ्योत मे लायी तई सुी प्राईलेट नं. िीटो को स्टेिन मास्टर, मंर्ल
संरक्षा अशधकारी कायाषलय को कलररं त लेटर के साथ ुेज देना चाशहए।
4. प्राईलेट नं. िीट मे 10 से लेकर 99 तक संख्याए शबन दकसी क्रम के शलखी
होती है।
5. जब दकसी के शलये प्राईलेट नं. जारी दकया जाये तो उस प्राईलेट नं. को
शतर ी लाईन से काट देना चाशहए और उसके आते तािी नं. या अन्य
शजसके शलये जारी दकया तया है उसका कारण शलखना चाशहए।
6. प्राईलेट नं का उ्योत साधारणत: शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयों मे दकया
जाता है-
a) लाईन क्लीयर देने के शलये
b) जब ब्लाक सेक्िन के मध्य से सहायता इं जन कऔ मांत रद्द कऔ जाय और
कन्रोल फ़ोन बंद हो और सहायक लोको ्ायलट ने तेट फ़ोन से बात कऔ हो,
तो प्रुाशलत खण्र् के दोनो ओर के स्टेिन मास्टरों द्वारा आ्स मे आदान-
प्रदान और लोको ्ायलट के शलये अलत से प्राइलेट नं. ददया जाएता।
T/ 431 तािी ्रीक्षण ससचना / रर्ोटष- प्रशत- एक (ुात-तीन)
1. यह एक ्सस्तक होती है जो स्टेिन मास्टर/ यार्ष मास्टर कायाषलय मे रखी
जाती है।
2. इस अशधकार ्त्र के तीन ुात क, ख तथा त होते है।
3. इसका प्रयोत स्टेिन मास्टर/ यार्ष मास्टर द्वारा TXR को तािी ्रीक्षण कऔ
जानकारी देने के शलये दकया जाता है।
4. TXR द्वारा तार्ी ्रीक्षण के ्िात ही BPC जारी दकया जाता है
ब्रेक ्ॉलर प्रमाण ्त्र प्रशत- तीन

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1. यह अशधकार ्त्र TXR द्वारा तािी के तार्ष एलं लोको ्ायलट को जारी
दकया जाता है।
2. इस अशधकार ्त्र मे तािी का नाम, नं., इं जन नं., लाईन नं., अशन्तम
लाहन या ब्रेक यान का नं.,तािी का कस ल ुार टनेज मे, कस ल लाहनो कऔ
संख्या आदद बाते शलखी होती है।
3. इसमे तीन कॉलम होते है-
कॉलम ′A’ मे- इं जन तथा ब्रेक यान मे शनलाषत कऔ मात्रा से.मी. मे शलखी होती है।
कॉलम ′B’ मे- इं जन तथा ब्रेक यान मे एयर प्रेिर कऔ मात्रा Kg./ Cm2 मे शलखी
होती है।
कॉलम ′C’ मे- कायषरत शसशलन्र्रो कऔ संख्या तथा खराब शसशलन्र्रो कऔ संख्या एलं
ब्रेक ्ॉलर का प्रशतित शलखा जाता है।
ब्रेक ्ॉलर शनकालने का सूत्र-
ब्रेक ्ॉलर प्रशतित मे =
100 X (कस ल शसशलन्र्रो कऔ संख्या - खराब शसशलन्र्रो कऔ संख्या)
कस ल शसशलन्र्रो कऔ संख्या

अन्य अशधकार ्त्रो के शललरण .


1. लोको ्ायलट मेमो बसक - T- 245 B
2. Sign. on register (Dr.) - T- 452 B
3. Sign. Off register (Dr.) - T- 453 B
4. Call Book (Dr.&GD.) - T- 138 B
5. Combined Travel report - T- 288 F

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सतकष ता आदेि (Caution Order) (GR4.09,SR4.09-1)


जब लाइन ्र इं शजशनयरींत, ओ.एच.ई., शसतनल इं टरलॉककं त का कायष चल रहा हो
या अन्य दकसी कारणलि ऐसी ्ररशस्थशत शजसमे संरक्षा,ससरक्षा को खतरा हो तथा
शजसमे शलिेय सालधानी कऔ आलश्यकता हो तो लोको ्ायलट को इसकऔ सूचना
सतकष ता आदेि के माध्यम से दी जाएती, शजसमे इस बात का लणषन होता दक दकन
स्टेिनो के बीच, दकन दकलोमीटर के बीच, क्या सालधानी (तशत प्रशतबंध) बरतनी है
तथा इसका क्या कारण है।
सतकष ता आदेि शजस सेक्िन मे सतकष ता बरतनी है, ीक उससे ्हले या
कॉिन नोरटस स्टेिन से ददया जाता है।
शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयो मे सतकष ता आदेि जारी दकया जाता है -
1. जब स्टेिन सीमा मे या बाहर इं जीशनयररं त कायष दकया जा रहा है।
2. जब लोको ्ायलट द्वारा लाइन मे खराबी कऔ शिकायत कऔ जाए।
3. जब तश्ती लाला शललंशबत हो जाए।( शनधाषररत समय से 15 शमनट)
4. नददयो, तालाबो के बांधो कऔ अससरशक्षत शस्थती।
5. जब ्सलो ्र ्ानी खतरे के शनिान से उ्र हो जाए।
6. जब तेट शसतनल खराब हो जाए।
7. जब ब्लॉक सेक्िन मे खतरे कऔ आिंका हो।
8. जब ब्लॉक सेक्िन मे राली या लॉरी कायष कर रही हो।
9. जब सेक्िन मे कोई नया शसतनल लताया तया हो।(10 ददन तक)
10. दोहरी लाइन के सेक्िन मे जब तार्ी शललंशबत हो जाए। (सलारी तार्ी
शनधाषरीत चलन समय से 10 मीनट तथा मालतार्ी 20 मीनट तक ना आने
्र)।
11. जब ओ.एच.इ.,खराब हो या मरम्मत कायष दकया जा रहा हो।
12. जब शसतनल और अन्त्ाषिन उ्स्कर खराब हो या मरम्मत कायष दकया
जा रहा हो।
13. जब अलरोशधत ब्लॉक सेक्िन मे सहायता ुेजी जा रही हो।
14. TSL के दौरान।
15. ACF के दौरान।
16. अन्य कोई शस्थती या ्ररशस्थती शजसमे सतकष ता आदेि जारी करना
आलश्यक हो।

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स्थायी सतकष ता आदेि – मंर्ल के सुी सेक्िनों म लातू स्थायी सतकष ता आदेि कऔ
जानकारी कायष संचालन समय सारणी म दी जाती है.
अस्थायी सतकष ता आदेि- तीन प्रकार के होते है.
i) T/409 – सतकष ता आदेि
ii) T/A 409 – कस नहीं (शनल) सतकष ता आदेि
iii) T/B 409 – अनसस्मारक ( ररमाइं र्र) सतकष ता आदेि
1. मंर्ल के सुी कॉसन नोरटस स्टेिनों से, शजसे मंर्ल रे ल प्रबंधक द्वारा नाशमत
दकया तया है तथा शजसे WTT म दिाषया तया है, सुी ताशियों के लोको
्ायलट, सहा.लो.्ा. एलं तार्ष को सतकष ता आदेि जारे दकया जाएता।
2. कॉसन नोरटस स्टेिन से/ प्रारशम्ुक स्टेिन से लोको ्ायलट तािी को तब तक
रलाना नहीं करे ता जब तक दक संबशन्धत सेक्िन के शलए सतकष ता आदेि प्राप्त न
कर ले.

सतकष ता आदेि बनाना


1. सतकष ता आदेि शनधाषररत अशधकार ्त्र ्र (T409) या कम्‍यसटर लप्रंट
द्वारा जारी दकया जाएता।
2. इसमे स्टेिन के नाम, दक.मी. ुौतोशलक क्रम से शलखे जाएंते तथा स्टेिनो
के नाम कोर् मे न शलख कर ्ूणष रु् से शलखे जाएंते ।
3. सुी प्रशलशिया स््ि एलं साफ साफ होनी चाशहए।
4. सतकष ता आदेि जब एक से अशधक ्ृि का हो तब प्रायेक ्ृि ्र SM का
हस्ताक्षर एलं स्टेिन का मसहर लताया जाएता. लोको ्ायलट प्रायेक ्ृि
्र ्ालती देता।
सतकष ता आदेि को सौ्ना
1. स्टेिन मास्टर द्वारा सतकष ता आदेि लोको ्ायलट, सहायक लोको
्ायलट एलं तार्ष को सौ्ा जाएता।
2. यदद तार्ी मे एक से अशधक इं जन लते हो तो सबसे आते के इं जन के
लोको ्ायलटको सतकष ता आदेि ददया जाएता। ्रं तस इससे ्हले दूसरे
इं जन के लोको ्ायलट को अलतत कराया जाएता तथा समझने के प्रमाण
मे हस्ताक्षर शलए जाएंते ।

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3. यदद दकसी तार्ी मे बैककं त /सहायक इं जन आते या श् े से लताया जाता


है तो उनके लोको ्ायलट को स्टेिन मास्टर द्वारा सतकष ता आदेि ददया
जाएता।
सतकष ता आदेि के प्रशत लोको ्ायलट के किषव्य:-
1. लोको ्ायलट को कॉिन नोरटि स्टेिन से जब तक सतकष ता आदेि कऔ प्रशत न
शमल जाये या प्रा‍त न कर ले, तब तक अ्नी तािी को न तो रलाना करे ता और
नही रलाना करने के शलए शसतनल देता।
2. सतकष ता आदेि कऔ प्रशत तािी के लोको ्ायलट, सहायक लोको ्ायलट तथा
तार्ष को दी जाती है, उसे समझ लेने के बाद उसकऔ प्राशप्त प्रमाण स्लरु् ररकार्ष
्न्ने ्र हस्ताक्षर दकये जायते।
3. सतकष ता आदेि कऔ प्रशत प्रा‍त होने के ्श्चात लोको ्ायलट यह ससशनशित
करे ता दक सतकष ता आदेि के प्रायेक ्न्ने ्र स्टेिन के नाम कऔ मसहर लती हुई
है।
4. लोको ्ायलट यह ससशनशिचत करे ता दक सतकष ता आदेि के प्रशत जो उसे दी तई
है लह साफ-साफ स्््‍ट अ्‍ रों म शलखा हुआ है या शप्रन्टेर् है ।
5. यदद सतकष ता आदेि कऔ प्रशत साफ साफ स््ि अक्षरों म नहीं है या काट ्ीट या
ओलर राईरटंत दकया हुआ है तब ऐसे मामले म नया सतकष ता आदेि प्राप्त दकया
जायेता।
6. सतकष ता आदेि कऔ प्रशत प्राप्त होते ही उस प्रशत को लोको ्ायलट एलं सहायक
लोको ्ायलट इं जन म कायष करते समय अ्ने सामने रखते शजसे दक
आलश्यकतानससार उसका अनस्ालन दकया जा सके ।
7. प्रायेक लोको ्ायलट एलं सहायक लोको ्ायलट यह ससशनशित करे ता दक
उसको दी तई सतकष ता आदेि कऔ प्रशत उसी के शलए है तथा सही है।
8. सतकष ता आदेि म शलखे तए तशत प्रशतबंध तथा अन्य सतकष ताओं का किाई से
्ालन करे ता।
9. यदद लोको ्ायलट को शनल सतकष ता आदेि शमलता है तब इसका अथष होता है
अतले कॉिन नोरटि स्टेिन तक कोई सतकष ता आदेि लातू नही है, ऐसे समय
ुी स्थाई तशत प्रशतबंधों का ्ालन करे ता।
10. यदद मातष म तािी का चालक दल बदलना है तो कायषुार ग्रहण करने लाले
लोको ्ायलट/तार्ष को कायषुार मसक्त होने लाले लोको ्ायलट/तार्ष से अ्नी
तािी से संबंशधत सुी सतकष ता आदेि अलश्य प्राप्त कर लेने चाशहए और उनकऔ
्ालती दे देनी चाशहए ।
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11. प्रायेक लोको ्ायलट एलं सहायक लोको ्ायलट सतकष ता आदेि म शलखी तई
तशत प्रशतबंध सेअशधक तशत से अ्नी तािी को नही चलायेता।
12. शजस दकलोमीटर के बीच म सतकष ता प्रशतबंध लातू है लोको ्ायलट अ्नी
तािी कऔ तशत को तब तक नही बढ़ायेता जब तक ससशनशित न कर ले दक
सतकष ता आदेि के दकलोमीटर के स्थान से ्ूरी तािी शनकल तई है।
13. जब एक से अशधक इं जन लते हों तब सबसे आते लाले इंजन के लोको ्ायलट
एलं सहायक लोको ्ायलट को सतकष ता आदेि ददया जाता है, आते लाले इं जन
के लोको ्ायलट एलं सहायक लोको ्ायलट को सतकष ता आदेि देने से ्हले
उसे तािी के दूसरे इं जन या इं जनों के लोको ्ायलट एलं सहायक लोको ्ायलट
को ददखा देना चाशहए, ऐसे मामले म उनके द्वारा ्ढ़ लेने के बाद हस्ताक्षर
दकया जाता है।
14. अ्नी यात्रा समाशप्त के बाद लोको ्ायलट एलं सहायक लोको ्ायलतट द्वारा
लोको फोरमैन को तार्ी के अन्य कातजात के साथ सतकष ता आदेि ुी सौ्
देना चाशहए शजसे 12 माह कऔ अलशध तक ससरशक्षत रखा जाना चाशहए।

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खराब शसतनल
खराब शसतनल कऔ ्ररशस्थशतयॉ (GR 3.68 SR 3.68-1)
शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयों मे शसतनल को खराब माना जाता है-
1. जब शसतनल लीलर/ बटन कऔ आज्ञा का ्ालन न कर।
2. शसतनल का बसझ जाना।
3. शसतनल का कॉच टूट जाना या चटक जाना।
4. जब शसतनल रटमरटमा रहा हो।
5. शसतनल का हाथा या खम्बा टूट जाना।
6. शसतनल का एक समय मे एक से ज्यादा संकेत देना ।
7. इन्टरलॉककं त के कारण सम्बशन्धत ्ाईंट खराब होने ्र उससे सम्बशन्धत शसतनल
ुी खराब माना जाएता।
8. होम शसतनल खराब होने के कारण आऊटर शसतनल को ुी खराब माना जाता है।
9. ्रस््र शलरोधी संकेत देने लाले शसतनल-लानषर शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे हो जब
दक उसके ऊ्र लता रोक शसतनल ऑन शस्थशत मे हो।
10. आऊटर शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे हो जबदक होम शसतनल ऑन शस्थशत मे हो।
11. इकहरी लाईन ्र एक ददिा से आने लाली तािी के शलये आतमन शसतनल ऑफ़
शस्थशत मे हो तथा उसी समय शलरुद्ध ददिा मे जाने के शलये प्रस्थान शसतनल ुी
ऑफ शस्थशत मे आ जाये।
12. शसतनल का तार टूट जाना।
13. शसतनल का हाथा अ्याषप्त मात्रा मे झसकना या उ ना।
14. शसतनल का शसतनल रर्ीटर खराब होने ्र।
15. शसतनल बालबंत/ फ्लैलिंत होना।

चेतालनी / दूर शसतनल खराब SR 3.71-(1) (2)


1. यदद कोई चेतालनी या शर्स्टेन्ट शसतनल ऑन शस्थशत मे खराब हो जाये तो
स्टेिन मास्टर इस बारे मे शसतनल शनरीक्षक को तथा सेक्िन कन्रोलर को
सूचना देता।
2. यदद लानषर या शर्स्टेन्ट शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे खराब हो जाये और उसे ऑन
शस्थशत मे लाना सम्ुल न हो सके तो यह बहुत खतरनाक शसतनल हो जाएता।
स्टेिन मास्टर इसे ऑन शस्थशत मे करने का प्रयास करे ता, बिी बसझाएता तथा
प्राईलेट नं. के आदान-प्रदान के साथ श् ले स्टेिन मास्टर को सूशचत करे ता।
3. स्टेिन मास्टर अ्ने स्टेिन ्र आने लाली दकसी ुी तािी को तब तक लाईन
क्लीयर नही देता जब तक दक-

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i. स्टेिन मास्टर ने उस शसतनल के नीचे एक सक्षम रे ल सेलक खतरा हाथ


शसतनल के साथ तैनात न कर ददया तया हो, यह रे ल सेलक आती हुई तािी के
लोको ्ायलट को खतरा हाथ शसतनल न ददखा रहा हो।
ii. श् ले स्टेिन मास्टर ने तािी रोककर लोको ्ायलटको “अतले स्टेिन का
लानषर/शर्स्टेन्ट शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे खराब है उसका ्ालन नही करना है”
कऔ शलशखत सूचना (सतकष ता आदेि) न दे ददया तया हो और लोको ्ायलट से
उसकऔ ्ालती न ले ली तयी हो।
4. सक्षम रेल सेलक (्ाईंट्समेन ) आने लाली तािी को खतरा हाथ शसग्नल
ददखाकर तािी रोके ता तथा तािी रुकने के बाद ऑल-राईट शसतनल ददखायेता।
5. लोको ्ायलट आते बढेता और अतले रोक शसतनल के संकेत का ्ालन करे ता।
6. ऐसे समय अके ले खंुे ्र लते लानषर शसतनल के ऊ्र कऔ स्थालर हरी बिी को
बसझा ददया जाएता।
7. यदद तेट का लानषर या शर्स्टेन्ट शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे खराब हो जाये तो तेट
मैन उसकऔ बिी बसझा देता और तसरन्त इसकऔ सूचना स्टेिन मास्टर को देता।
स्टेिन मास्टर यह सूचना प्राप्त होने ्र तसरन्त प्राईलेट नं. के आदान-प्रदान के
साथ अतले स्टेिन को इसकऔ सूचना देता तथा सेक्िन कन्रोलर को ुी सूशचत
करे ता।
8. इसके बाद स्टेिन मास्टर प्रुाशलत सेक्िन मे प्रलेि करने लाली सुी ताशियो
को खिा करते तथा उनके लोको ्ायलटको इस बारे मे सतकष ता आदेि जारी
करते।

रोक शसतनल को खराब या ऑन शस्थशत मे ्ार करना- तरीके -


1. ्ूलष सूचना T/369(1) देकर।
2. रोक शसतनल के नीचे लता कॉललंत ऑन शसतनल ऑफ़ करके ।
3. शलिेय अनसदि
े ो के अनससार शसतनल ्ोस्ट टेलीफ़ोन ्र प्राईलेट नं. देकर।
4. शलशखत प्राशधकार ्त्र T/369(3b) देकर।
5. शसतनल ्ोस्ट ्र लते माकष र के अनससार।
्ूलष सूचना देने के शनयम-
्सलष ससचना के लल प्रथम रोक शसतनल के शलये दी जाती है बिते लह प्रथम रोक शसग्नल
स्टेिन का अशन्तम रोक शसतनल न हो अथाषत C क्लास स्टेिन का होम शसतनल न हो।

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्ूलष ससचना देने का स्थान-


i) कॉिन नोरटस स्टेिन ्र।
ii) श् ले स्टेिन ्र।
iii) तािी रुकने लाले स्टेिन ्र।

आउटर शसतनल खराब (SR 3.69-2)


जब आउटर शसतनल खराब हो जाये तब आउटर शसतनल के साथ-साथ होम शसतनल
को ुी ऑन शस्थशत मे रखा जाएता। ड्यूटी ्र तैनात स्टेिन मास्टर शनम्न शलशखत
कायषलाही करे ता।
इसकऔ ्ूलष सूचना दी जा सकती है।
(A) जब लोको ्ायलट को श् ले स्टेिन ्र ्सलष सूचना T/369(1) दी तई हो-
1. स्टेिन मास्टर आऊटर शसतनल को ऑफ़ करने कऔ सुी िते ्ूरी होने के
बाद एक लदीधारी सक्षम रे ल सेलक (्ाईंट्समेन ) को हाथ शसतनल के साथ
आउटर शसतनल के नीचे ुेजेता।
2. ्ाईंट्समेन आती हुई तािी को देखकर लोको ्ायलट को ऑल राईट हाथ
शसतनल ददखाएता।
3. लोको ्ायलट श् ले स्टेिन से प्राप्त T/369 (1) तथा ्ाईंट्समेन के ऑल
राईट हाथ शसग्नल को देखकर आऊटर शसतनल को 15 kmph कऔ अशधकतम
तशत से ऑन शस्थशत मे ्ार करके आते बढेता।
4. तािी को आता देखकर होम शसतनल ऑफ़ करके तािी को स्टेिन ्र शलया
जाएता।
(B) जब लोको ्ायलट को श् ले स्टेिन ्र ्सलष सूचना न शमली हो-
1. तािी आऊटर शसतनल ्र रोके ता । स्टेिन मास्टर आऊटर शसतनल ऑफ़
होने कऔ सुी िते ्ूरी करने के बाद एक ्ाईंट्समेन (सक्षम रे ल सेलक)
को आऊटर शसतनल के शलये एक T/369 (3b) देकर आऊटर शसतनल ्र
ुेजेता।
2. ्ाईंट्समेन लोको ्ायलटको T/369 (3b) देता तथा तािी को आऊटर
से लेकर होम शसतनल तक ्ायलट करे ता।
3. तािी को होम शसतनल ्र रोका जाएता तथा बाद मे होम शसतनल ऑफ़
करके तािी को स्टेिन ्र शलया जाएता।

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होम शसतनल का खराब होना (SR 3.69-3)


(A) ऐसा होम शसतनल खराब जो दक स्टेिन का प्रथम रोक शसतनल है-
इसकऔ ्ूलष सूचना दी जा सकती हैं।
1. जब लोको ्ायलटको श् ले स्टेिन द्वारा ्ूलष सूचना दी तई हो-
I. श् ले स्टेिन से लोको ्ायलटको T/369(i) अशधकार ्त्र ददया जाएता।
II. स्टेिन मास्टर होम शसतनल ऑफ़ करने कऔ सुी िते (कांटे सेट, क्लैम्् एलं
ताशलत) ्ूरी होने के बाद एक ्ाईंट्समेन (सक्षम रे ल सेलक) को हाथ
शसतनलो के साथ होम शसतनल ्र ुेजेता।
III. ्ाईंट्समेन आती हुई तािी को देखकर ऑल राईट हाथ शसतनल ददखाएता।
IV. लोको ्ायलट श् ले स्टेिन से प्राप्त T/369 (i) तथा ऑलराईट शसतनल
को होम शसतनल के नीचे से ददखाया जाना देखकर होम शसतनल को शबना
रुके 15 kmph कऔ अशधकतम तशत से आते स्टेिन कऔ ओर बढेता।
2. जब लोको ्ायलट को ्ूलष सूचना न दी तई हो-
I. तािी होम शसतनल ्र रुके ती।
II. स्टेिन मास्टर होम शसतनल ऑफ़ करने कऔ सुी िते ्ूरी (कांटे सेट,क्लैम््
एलं ताशलत) करने के बाद एक ्ाईंट्समेन (सक्षम रे ल सेलक) को
T/369(3b) के साथ होम शसतनल ्र ुेजेता ।
III. ्ाईंट्समेन लोको ्ायलट को T/369(3b) अशधकार ्त्र देता तथा होम
शसतनल के नीचे से ऑल राईट हाथ शसतनल ददखायेता।
IV. लोको ्ायलट T/369(3b) प्राप्त करने के बाद तथा ्ाईंट्समेन का ऑल
राईट हाथ शसतनल देखकर होम शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करता हुआ
स्टेिन कऔ ओर बढेता।
(B) जब होम शसतनल स्टेिन का दूसरा रोक शसतनल हो -
इसकऔ ्ूलष सूचना नही दी जाएती।
I. आऊटर शसतनल होम शसतनल से इन्टरलॉक होने के कारण उसे ुी
खराब माना जाएता तथा ऑन शस्थशत मे रखा जाएता।
II. तािी आऊटर शसतनल ्र रुके ती।
III. स्टेिन मास्टर होम तथा आऊटर शसतनल को ऑफ़ करने कऔ िते ्ूरी
करने (कांटे सेट,क्लैम्् एलं ताशलत) के बाद एक ्ाईंट्समेन (सक्षम रेल
सेलक) को होम तथा आऊटर शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करने के
शलये एक T/369(3b) देकर आऊटर शसतनल ्र ुेजेता।
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IV. ्ाईंट्समेन लोको ्ायलटको आऊटर शसतनल के नीचे से T/369(3b)


देता तथा लहॉ से ऑल राईट हाथ शसतनल ददखायेता।
V. लोको ्ायलट अशधकार ्त्र प्राप्त करने तथा ्ाईंट्समेन का ऑल राईट
हाथ शसतनल देखने के बाद तािी को सतकष ता से आते लेकर जाएता।
(C) ऐसा होम शसतनल खराब जो उस स्टेिन का प्रथम ल अशन्तम रोक शसतनल हो-
इसकऔ ्ूलष सूचना नहीं दी जाएती।
I. तािी को होम शसतनल ्र रोका जाएता।
II. स्टेिन मास्टर अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर लेता तथा लाईन क्लीयर मे
प्राप्त प्राईलेट नं. को T/369(3b) ्र शलखेता।
III. लोको ्ायलट को T/369(3b) ददया जाएता। लोको ्ायलट इस ्र
शलखा प्राईलेट नं. देखकर अ्नी तािी को आते सामान्य तशत से लेकर
जाएता।

राऊरटंत शसतनल का खराब होना- (SR 3.69-4)


(A) यदद होम शसतनल राऊरटंत शसतनल के साथ इन्टरलॉक हो -
1. इसकऔ ्ूलष सूचना नही दी जाएती।
2. राऊरटंत, होम तथा आऊटर तीनो शसतनलो को खराब माना जाएता।
3. स्टेिन मास्टर राऊरटंत शसतनल को ऑफ़ करने कऔ िते ्ूरी होने के बाद
तीनो शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने के शलये एक ही T/369(3b)
्ाईंट्समेन द्वारा आऊटर शसतनल ्र शुजलाया जाएता।
4. तािी आऊटर शसतनल ्र रुके ती।
5. ‍लइं टस मैन लोको ्ायलटको T/369(3b) देता तथा तािी को स्टेिन /
तािी खिी होने के स्थान तक ्ायलट करे ता।
(B) जब होम शसतनल राऊरटंत शसतनल के साथ इन्टरलॉक न हो -
1. होम तथा आऊटर शसतनल को खराब नही माना जाएता लेदकन उन्हे ऑन
शस्थशत मे रखा जाएता।
2. तािी आऊटर शसतनल ्र रुके ती।
3. तािी रुकने के बाद होम तथा आऊटर शसतनल ऑफ़ दकये जायते इसके
बाद तािी राऊरटंत शसतनल ्र आकर रुके ती।
4. स्टेिन मास्टर राऊरटंत शसतनल ऑफ़ करने कऔ िते ्ूरी करने के बाद
‍लाईंटस मैन को T/369(3b) के साथ राऊरटंत शसतनल के नीचे ुेजत
े ा।
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5. ्ाईंट्समेन लोको ्ायलट को T/369(3b) देता तथा तािी को स्टेिन तक


्ायलट करे ता।

प्रस्थान शसतनल खराब- (GR-3.70) –


प्रस्थान शसतनलो के खराब होने कऔ ्ूलष सूचना नही दी जाएती।
स्टाटषर शसतनल खराब (SR- 3.70-1)
1. ताशियों को स्टेिन ्र रोका जाएता।
2. यदद स्टाटषर शसतनल के नीचे कॉललंत ऑन शसतनल लता है तो उसे ऑफ़
करके स्टाटषर शसतनल ्ार कराया जाएता।
3. यदद स्टाटषर शसतनल के नीचे कॉललंत ऑन शसतनल नही है तो स्टाटषर
शसतनल ऑफ़ करने कऔ िते ्ूरी होने ्र स्टेिन मास्टर एक ्ाईंट्समेन
को T/369(3b) देकर ुेजेता।
4. ्ाईंट्समेन लोको ्ायलट को अशधकार ्त्र देता तथा स्टाटषर शसतनल के
नीचे से ऑल राईट हाथ शसतनल ददखाएता।
5. यदद स्टाटषर शसतनल उस स्टेिन का अशन्तम रोक शसतनल हो तो स्टेिन
मास्टर T/369(3b) ्र अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर मे प्राप्त प्राईलेट नं.
का उ्‍लेख करते हुये यह स््ि शलखेता दक अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर
प्राप्त कर शलया तया है।
6. स्टेिन मास्टर लोको ्ायलट को अशधकार ्त्र जारी करने से ्हले यह
अलश्य ससशनशित करे ता दक SR 3.68-1(र्) i के अनससार कांटे सैट क्लैम््
एलं ताशलत कर ददये तये है। यदद कांटो को सैट, क्लैम्् एलं लॉक करने के
शलये (CASM/ के शबन मैन) उिरदायी है तो स्टेिन मास्टर उनके साथ इस
बारे मे प्राईलेट नं. का आदान-प्रदान करे ता।

एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल खराब- GR 3.70, SR 3.70-2


1. ताशियो को स्टेिन ्र रोका जाएता।
2. स्टेिन मास्टर अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर लेता।
3. यदद रास्ते मे कांटे ्िते है तो स्टेिन मास्टर/ ASM/ शस्लच मैन ्हले यह
ससशनशित करे ता दक कांटे सही तरह से सैट, क्लैम्् एलं लॉक है उसके बाद
ही अशधकार ्त्र ददया जाएता तथा अशधकार ्त्र ्र यह ुी उ्‍लेख दकया
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जाएता दक कांटे से तसजरते समय तािी कऔ तशत 15 kmph से अशधक नही


होती। (सामान्यत: ब्लाक सेक्िन मे कांटे नहीं होत)
4. दोहरी लाईन खण्र् ्र T/369(3b) तथा इकहरी लाईन खण्र् ्र जहॉ
टोकन लैस ब्लॉक उ्करण लते है लहॉ ्े्र लाईन क्लीयर रटकट (T/D
1425 Dn के शलये, T/C 1425 Up के शलये) ददया जाएता।
5. ददये जाने लाले अशधकार ्त्र T/369(3b) / ्े्र लाईन क्लीयर रटकट ्र
अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर मे प्राप्त प्राईलेट नं. का ुी उ्‍लेख दकया
जाएता।
6. इसके बाद स्टाटषर शसतनल ऑफ़ दकया जाएता।
नोट- यदद स्टाटषर शसतनल एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल के साथ इन्टरलॉक
हो और एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल खराब हो जाये तो स्टाटषर शसतनल को
इन्टरलॉककं त के कारण ऑफ़ नही दकया जा सके ता। स्टेिन मास्टर स्टेिन
्र तािी रोके ता तथा अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर प्राप्त करे ता। SR
3.68-1 (र्) i एलं ii के अनससार रास्ते के कॉटो को सेट,क्लैम्् एलं लॉक
करने के बाद T/369(3b) देता शजस ्र स्टाटषर शसतनल, एर्लान्सर् स्टाटषर
शसतनल तथा अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर मे प्राप्त प्राईलेट नं का उ्‍लेख
रहेता। ्ाईंट्समेन लोको ्ायलट को अशधकार ्त्र देता तथा स्टाटषर
शसतनल के नीचे से आल राइट हाथ शसतनल ददखाएता।
ऐसा एर्लान्स्र् स्टाटषर का खराब होना शजसके आते IBS लता है और IBS कायषरत है
(SR 3.70-2(ख)-
1. स्टेिन मास्टर स्टेिन ्र तािी को रोके ता।
2. रैक सर्कष ट / एक्सल काऊन्टर द्वारा तािी को IBS तक जाने के शलए
लाईन क्लीयर लेता।
3. लोको ्ायलट को एर्लान्स्र् स्टाटषर शसतनल ऑन शस्थशत मे ्ार करने
के शलए T/369(3b) अशधकार ्त्र देता।
4. इस T/369(3b) ्र स्टेिन मास्टर स्लयं का प्राईलेट नं. शलखेता तथा एक
ररमाकष ुी शलखेता दक आ्को IBS तक जाने कऔ अनसमशत दी जाती है
आते आ् IBS के संकेतो का ्ालन कर।
यदद एर्लान्स्र् स्टाटषर एलं IBS दोनो खराब हो तो
1. दोनो ब्लॉक सेक्िनो को एक ही ब्लॉक सेक्िन समझा जाएता। IBS
व्यलस्था बन्द कर दी जाएती।
2. ताशियों को स्टेिन ्र रोका जाएता।
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3. स्टेिन मास्टर अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर लेता।


4. एर्लान्स्र् स्टाटषर तथा IBS शसतनल के शलये एक T/369(3b) ददया जाएता
शजस ्र अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर मे प्राप्त प्राईलेट नं. शलखा जाएता।
साथ ही यह ुी ररमाकष शलखा जाएता दक अतले स्टेिन से लाईन क्लीयर
प्राप्त कर शलया तया है।
5. यदद IBS तेट से इं टरलॉक है तो T/369(3b) ्र अतले स्टेिन से प्राप्त
प्राईलेट नं. के साथ साथ तेटमैन का प्राईलेट नं. ुी शलखा जाएता
तेट शसतनल खराब (GR 3.73 & SR 16.06-1)
1. तेट शसतनल को ऑन शस्थशत मे रखा जाएता।
2. यदद लोको ्ायलट देखता है दक तेट शसतनल ऑन शस्थशत मे है तो लह लतातार
लम्बी सीटी बजाकर तेट शसतनल के ्हले अ्नी तािी रोक देता।
3. यदद तेट शसतनल ्र G माकष र लता है तो ददन मे 1 शमनट तथा रात मे 2 शमनट
रुककर शसतनल ऑफ़ होने का इन्तजार करे ता यदद इस अलशध मे शसतनल ऑफ़
नही होता है लह सतकष ता ्ूलषक आते बढेता यदद तेट मैन तेट बंद करके ऑल राइट
शसतनल ददखा रहा हो तो लोको ्ायलट शबना रुके सालधानी ्ूलक ष सम्ार को
्ार करे ता।
4. यदद तेट मैन लहााँ उ्शस्थत न हो तो तािी को सम्ार से ्हले रोके ता। सहायक
लोको ्ायलट द्वारा सिक यातायात के शलये फ़ाटक को बन्द करने तथा ताशलत
करने के ्िात ऑल राइट शसतनल ददखाया जाएता, तार्ी को सालधानी्ूलक

्ार करने के ्िात तेट को खोला जाएता ।
5. शबना G माकष र तेट शसतनल खराब हो जाये तो ऐसे शसतनल को ऑन शस्थशत मे
रखा जाएता । लोको ्ायलट जब शबना G माकष र तेट शसतनल ऑन शस्थशत मे
्ाता है तो लह अ्नी तािी को शसतनल से ्हले खिी करे ता तथा लतातार लम्बी
सीटी बजाएता शजससे तेट मैन का ध्यान आकर्यषत हो सके ।
6. तेट मैन तेट को सिक यातायात के शलये बन्द तथा ताशलत करने के बाद तेट
शसतनल ्र जाकर लोको ्ायलट को तेट शसतनल कऔ खराबी कऔ रर्ोटष करे ता
तथा तािी को ्ायलट करके सम्ार फ़ाटक ्ार कराएता।
7. अतले स्टेिन ्र लोको ्ायलट तािी रोके ता तथा स्टेिन मास्टर को तेट शसतनल
खराबी कऔ रर्ोटष करे ता।
8. स्टेिन मास्टर को जैसे ही ऐसी सूचना शमलती है लह तसरन्त दूसरी ओर के स्टेिन
मास्टर को सूचना देता।
9. दोनो ओर के स्टेिन मास्टर स्टेिन ्र ताशियॉ रोकते तथा प्रुाशलत सेक्िन मे
जाने लाली ताशियों को सतकष ता आदेि देकर रलाना करते।
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स्लचल रोक शसतनल (Automatic Stop Signal) खराब SR 9.02-(1)


1. यदद लोको ्ायलट को स्लचल शसतनल ऑन शस्थशत मे शमले तो लह
शसतनल के ्हले अ्नी तािी को रोके ता तथा लतातार लम्बी सीटी
बजाएता।
2. लोको ्ायलट ददन मे 1 शमनट तथा रात मे 2 शमनट रुककर शसतनल ऑफ़
होने का इन्तजार करे ता।
3. यदद इस दौरान शसतनल ऑफ़ नही होता है तो लोको ्ायलट एक लम्बी
सीटी बजाएता तथा तार्ष के साथ हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान करके
तािी को आते बढाएता।
4. ऐसे समय तािी कऔ तशत दृश्यता साफ़ होने ्र 15 kmph तथा दृश्यता
साफ़ नही होने ्र 8 शम.मी.प्र.र्ं.से अशधक नही होती।
5. आते जाते समय लोको ्ायलट सतकष रहेता और दकसी ुी अलरोध के ्ूलष
तािी रोकने के शलये तैयार रहेता यदद अतला शसतनल ऑफ़ ददखाई दे तो
ुी अ्नी तािी कऔ तशत को तब तक नही बढाएता जब तक यह ससशनशित
न ले दक जो शसतनल ऑफ़ दकया तया है लह उसकऔ तािी के शलये ही है।
अद्धष-स्लचल रोक शसतनल (Semi-Automatic Stop Signal) खराब
(SR-9.02-1,2,3)
1. यदद शसतनल का A माकष र प्रज्लशलत है तो लोको ्ायलट इस शसतनल को
ऑटोमेरटक स्टॉ् शसतनल कऔ तरह ऑन शस्थशत मे ्ार करे ता।
2. यदद A माकष र बसझा है तो उस शसतनल को हस्तचशलत मानते हुये तब तक
ऑन मे ्ार नही दकया जाएता जब तक दक उसे ्ार करने के शलये कोई
अशधकार ्त्र न शमल जाए।
स्लचल सेक्िन मे तेट शसतनल खराब
A तथा G माकष र तेट शसतनल खराब होने ्र-
इस खम्बे ्र ्ीली तोल चकरी ्र काला G शलखा माकष र तथा साथ ही प्रज्लशलत
होने लाला A माकष र होता है।
i) यदद A माकष र प्रकाशित होता है तो इसका अथष है दक तेट सिक यातायात के शलए
बन्द तथा ताशलत है और ऐसे समय मे लोको ्ायलट इसे स्लचशलत रोक शसतनल कऔ
तरह ऑन शस्थशत मे ्ार करे ता।
ii) जब A अक्षर बसझा हो तब लोको ्ायलट इस शसतनल को G बोर्ष तेट शसतनल कऔ
तरह शनयमानससार ऑन मे ्ार करे ता ्रं तस अतले शसतनल तक तशत प्रशतबंशधत रहेती।
GR 3.17-1 A तथा A G माकष र तेट शसतनल खराब होने ्र-
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ऑटोमेरटक सेक्िन मे जब कोई तेट शसतनल दकसी सम्ार फ़ाटक कऔ रक्षा करने के
साथ-साथ उससे सम्बशन्धत कॉटो कऔ ुी रक्षा करता हो तब उस खम्बे ्र काली
्ृष्ठुूशम ्र एक सफ़े द प्रज्ज्लशलत A तथा AG अक्षर होंते।
इस शसतनल का संकेत शनम्नानससार होता-
a) A अक्षर तुी प्रज्ज्लशलत होता जब सम्ार फ़ाटक सिक यातायात के शलए
बन्द और ताशलत हो तथा मातष मे कांटे सही लते हो और ताशलत हों। ऐसे
समय लोको ्ायलट इस शसतनल को स्लचल रोक शसतनल के शनयमानससार
ऑन शस्थशत मे ्ार करे ता।
b) AG अक्षर तुी प्रज्लशलत होता जब मातष के कांटे सही तौर ्र लते हो तथा
ताशलत हो दकन्तस सम्ार फ़ाटक यातायात के शलये या तो खसला हो अथला
खराब हो। ऐसे शसतनल को लोको ्ायलट G माकष र तेट शसतनल को ऑन
शस्थशत मे ्ार करने के शनयमानससार ्ार करे ता ्रं तस अतले शसतनल तक
तशत प्रशतबंशधत रहेती। ।
c) जब कोई ुी माकष र प्रज्लशलत न अथाषत A ुी बसझा तथा AG ुी बसझा हो
तो यह समझा जाएता दक न तो कांटे सही तौर ्र लते है और न ही ताशलत
है एलं सम्ार फ़ाटक ुी खसला या खराब है । ऐसी शस्थती म शबना
अशधकार ्त्र शलए इस शसतनल को ऑन मे ्ार नहीं दकया जायेता।
सहायक शसतनल खराब होने ्र-
कॉललंत ऑन शसतनल खराब होने ्र-
कॉललंत ऑन शसतनल खराब होने ्र उसके संचालन को बन्द मान शलया जाता है और
यह शसतनल ऑन शस्थशत मे कोई संकेत नही देता है इसीशलए इसे ्ार करने हेतस
अशधकार ्त्र नही ददया जाता है।
िंट शसतनल खराब होने ्र –
जब िंट शसतनल खराब हो तो उसे ऑन शस्थशत मे ्ार करने के शलये कोई अशधकार
्त्र नहीं ददया जाएता बश्‍क T/806 ्र उसका शललरण शलख ददया जाएता और उस
शसतनल के नीचे से ्ाईंट्समेन (सक्षम रेल सेलक) द्वारा लोको ्ायलट को हरा हाथ
शसतनल ददखाया जाएता।
सहकारी शसतनल खराब होने ्र-
कोएलक्टंत शसतनल मे यदद एक शसतनल खराब हो जाये तो दूसरा ुी खराब माना
जाता है तथा दोनो ही शसतनलो के ऑन शस्थशत मे ्ार करने के शलये एक ही अशधकार
्त्र ददया जाएता।

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रर्ीरटंत शसतनल खराब होने ्र-


1. रर्ीरटंत शसतनल खराब होने ्र मसख्य शसतनल को खराब नही माना
जाएता।
2. शसतनल को ऑन शस्थशत मे रखा जाएता तथा उसे ्ार करने के शलए कोई
अशधकार ्त्र नही ददया जाएता क्योंदक रर्ीरटंत शसतनल अतले रोक
शसतनल कऔ शस्थती को दोहराता हैं एलं लोको ्ायलट इसे ऑन शस्थशत मे
्ार कर सकता है।

स्थालर शसतनल का अुाल या शबना बिी का शसतनल (GR 3.74, SR 3.74-1 )


1. शनम्नशलशखत ्ररशस्थशत मे लोको ्ायलट यह मानकर चलेता दक लह
शसतनल अ्ना सबसे प्रशतबशन्धत संकेत प्रदर्िषत कर रहा है-
a) यदद दकसी स्थान ्र जहॉ साधारणत: स्थालर शसतनल रहता है, लहॉ
कोई स्थालर शसतनल नही है, अथला
b) यदद दकसी शसतनल कऔ बिी नही जल रही है, जब दक उसे जलना
चाशहए था, अथला
c) यदद रं तीन रोिनी कऔ जतह सफ़े द बिी ददखाई देती है, अथला
d) यदद शसतनल का संकेत भ्रामक है या अ्ूणष रु् से ददखाया तया है
अथला
e) यदद एक से अशधक संकेत ददखाई देते है, तो
2 ्रन्तस यदद रात्री के समय के लल आने लाली तािी के दकसी लोको ्ायलट
को सेमाफ़ोर रोक शसतनल कऔ बिी बसझी शमलती है तो लह अ्नी तािी
को उस शसतनल ्र रोक देता। यदद उसे शसतनल कऔ ददन कऔ शस्थशत
साफ़-साफ़ ददखाई देती है और उसका इस बाबत समाधान हो जाता है दक
शसग्नल ऑफ़ शस्थशत मे है तो लह सतकष ता ्ूलषक प्रशतबशन्धत तशत से उस
शसतनल को ्ार करे ता और अ्ने से सम्बशन्धत सुी मध्यलती रोक
शसतनलो का, यदद कोई है, ्ालन करता हुआ, स्टेिन तक ्हुचेता और
स्टेिन मास्टर को रर्ोटष करे ता।
3 शजन स्टेिनो ्र P माकष र रं तीन रोिनी लाले शर्स्टेन्ट लते है लहॉ यदद ऐसे
शसतनल मे कोई प्रकाि नही है या अ्ूणष संकेत शमलता है तो लोको
्ायलट अ्नी तािी को खिी कर यह ससशनशित करे ता दक P माकष र लता
है अतले रोक शसतनल ्र रुकने कऔ तैयारी से आते बढेता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

4 रर्ीरटंत शसतनल यदद बसझा हो तो उसके खम्ुे ्र लते R माकष र को


देखकर लोको ्ायलट उस शसतनल को ्ार करके आते बढेता तथा अतले
शसतनल के संकेत के अनससार कायषलाही करे ता।

रं तीन रोिनी लाले शसतनलो मे शसतनलो का बसझ जाना (SR 3.68-4)


1. ले स्टेिन जहॉ ्र रं तीन रोिनी लाले शसतनलो को शलद्यसत धारा फ़े ल हो
जाने के कारण य अन्य उ्ायों द्वारा प्रकाशित अलस्था मे न रखा जा सके
तो स्टेिन मास्टर िीघ्र ही दोनो ओर के स्टेिन मास्टरो को सूशचत करे ता।
खण्र् शनयंत्रक संबशन्धत लररष्ठ मंर्ल शलद्यसत अशुयंता एलं लररष्ठ मंर्ल दूर
संचार अशुयंता को सूशचत करे ता।
2. ऐसे समय दकसी तािी को लाइन शक्लयर देने के शलए स्टेिन को ‘ए’ क्लास
स्टेिन माना जाएता ।
3. दकसी ुी तािी को इस प्रकार के स्टेिन कऔ ओर ुेजने से ्ूलष श् ला
स्टेिन मास्टर तािी के लोको ्ायलट को इस बारे मे सतकष ता आदेि जारी
करे ता शजसमे शलखा होता दक अतले स्टेिन के सुी शसतनल बसझे हुये है
इसीशलए लह सतकष रहे और उस स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल शजसकऔ
लाइट बसझी हुई है उस शसतनल ्र तार्ी को खिा करे तथा लहॉ के स्टेिन
मास्टर के शनदेिों का ्ालन करे ।
4. स्टेिन मास्टर, लोको ्ायलट को आतमन रोक शसतनल के शलए तथा
स्टाटषर शसतनल ्र सुी प्रस्थान शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करने के
शलए अलत-अलत T/369 (3b) अशधकार ्त्र देता।

ध्यान द -
 ऐसी ्ररशस्थशत मे श् ले स्टेिन से लोको ्ायलटको ्ूलष सूचना
T/ 369 (1) जारी नही कऔ जाएती, बश्‍क उसी स्टेिन से T/ 369 (3b)
जारी कऔ जाएती. लोको ्ायलट कऔ जानकारी हेतस श् ले स्टेिन से
सतकष ता आदेि T/409 ददया जाएता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

िंरटंत
्ररुाया- इसका अशुप्राय उस संचालन से है जो इं जन सशहत या उसके शबना दकसी
लाहन या लाहनों का अथला दकसी इं जन को या दकसी अन्य स्लनोददत (self
propelled) लाहन का तािी के साथ जोिने, अलत करने या स्थान बदलने या और
दकसी प्रयोजन के शलये दकया जाए।
िंरटंत के प्रकार- िंरटंत के प्रकार शनम्नानससार है-
1. हाथ िंरटंत
2. लूज /हम्् िंरटंत
3. फ़्लाई िंरटंत
4. ्सि एण्र् ्सल िंरटंत
1. हाथ िंरटंत-
हाथ िंरटंत का अथष है दक मानल िशक्त का प्रयोत कर लाहनों को धके ल कर
िंरटंत करना।
हाथ िंरटंत के शनयम-
i. शजम्मेदार यातायात कमषचारी के शनरीक्षण मे ही िंरटंत कऔ जानी चाशहए।
ii. ऐसे लाहनो को हमाल (कस ली) दोनो बफ़र के बीच से या साईर् से लाहनो को
धके लते।
iii. िंरटंत दकये जाने लाले लाहनो के हैन्र् ब्रैक कारतर होने चाशहए।
iv. यदद स्टेिन / यार्ष मे लाह्यतम कांटो के आते 400 मे 1 से अशधक उतार
बाहर कऔ तरफ़ हो तो हाथ िंरटंत नही करना चाशहए।
 हाथ िंरटंत के लाु-
यह िंरटंत कम खर्चषली है क्योंदक इसमे इं जन तथा ईंधन कऔ आलश्यकता नही ्र्ती
है।
 हाथ िंरटंत से हाशन-
इस ्द्धशत से िंरटंत करने मे काफ़औ अशधक समय लतता है। इसशलए यह ्द्धशत लहॉं
के शलये उ्यसक्त हो सकती है जहॉ कम िंरटंत करनी होती है।
2. लूज/हम्् िंरटंत-
लूज िंरटंत का अथष है दक तािी मे से लाहनो को अलत करके उन्हे ईंजन से धक्का
देकर या लसढका कर ोि देना शजससे लाहन लसढक कर शजस लाइन के शलए कांटे
सैट दकये तये है,उस लाइन ्र ्हुंच जाते है।
यदद यही िंटींत हम्् कऔ सहायता से दक जाती है तो उसे हम्् िंटींत कहते है।

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शनम्नशलशखत लाहनो कऔ लूज िंरटंत नही कऔ जाएती-


1. खाली अथला ुरे हुए कोलचंत लाहन
2. ्िसओ से ुरे हुए शर्ब्बे
3. सुी प्रकार के टैक लैतन
4. खतरनाक ,ज्ललनिील, शलस्फ़ोटक ्दाथष से ुरे लैतन
5. लैतन शजसमे मानल हो
6. रक और हैली मैटेररयल से लदे लैतन
7. क्रेन
8. ओ.र्ी.सी.से ुरे लाहन
9. क्षशतग्रस्त लाहन

10. ऐसे सुी लाहन शजनके ऊ्र "लूज िंरटंत करना मना " है शलखा है।
 लूज /हम्् िंरटंत के लाु-
1. ताशियॉ कम समय मे तैयार होती है।
2. इससे यार्ष मे होने लाले लैतनो का शललम्ब कम दकया जा सकता है।
3. िंरटंत इं जन र्ंटो मे बचत होती है।
 लूज / हम्् िंरटंत से हाशन-
1. लैतनो को क्षशत ्हुंचती है।
2. लैतनो मे लदे माल को क्षशत ्हुंचती है। शजससे अशधक दाला देना
्िता है।
3. शस्कर्,्ोटषर तथा ब्रेक चेजसष ज्यादा लतते है।
4. कम ससरशक्षत है।
3.फ़्लाई िंरटंत-
मध्य रे लले ्र हम्् यार्ो को ोिकर अन्य यार्ो मे इस प्रकार कऔ िंरटंत करने कऔ
मनाही है। हम्् यार्ो मे ुी उसी स्थान ्र ऐसी िंरटंत कऔ जा सकती है जो यार्ष
मैकेनाइज्र् (Mechanized) हो।
इसमे दो या अशधक लैतनो को अनक्ल करके हम्् से लसढका ददया जाता है। कांटे
अतले लाहन के शलये सैट रहते है और जैसे ही ्हला लैतन कांटो से तसजर जाता है
कांटो को दूसरी लाईन के शलए सैट कर ददया जाता है।
 लाु- इससे िंरटंत मे बहुत कम समय लतता है।
 हाशन- ले सुी जो दक लूज िंरटंत कऔ है।
4. ्सि एण्र् ्सल िंरटंत-
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यह ्द्धशत सबसे ससरशक्षत ्द्धशत है तथा अशधकतर िंरटंत इसी ्द्धशत से ही कऔ जाती
है। इस ्द्धशत मे लाहन इं जन के साथ ही होते हैं तथा इं जन के साथ ही लाहनो को
आते कऔ ओर से लखंचकर या ्ी े कऔ ओर से धके लकर, शनधाषररत स्थान से ्कर्कर
शनधाषररत स्थान ्र रखा जाता है, इसशलए इसे ्सि एण्र् ्सल िंरटंत कहा जाता है।
इस ्द्धशत मे िंरटंत का शनयंत्रण िंट शसतनल के साथ-साथ कमषचाररयो के हाथ
शसतनल द्वारा ुी होता है इसीशलए इसे फ़्लैत िंरटंत ुी कहा जाता है।
 लाु- यह ्द्धशत बहुत ससरशक्षत है। इसमे न तो लैतनो को क्षशत ्हुंचती है
और न ही उसमे रखे सामान को क्षशत ्हुचाती है और न ही लैतनो के
शतरने का खतरा रहता है।
 हाशन- इस ्द्धशत से िंरटंत करने मे ज्यादा समय लतता है।

िंरटंत के सामान्य शनयम- (SR5.13-1,SR 5.14-1)


1. लोको ्ायलट को िंरटंत के शलये अशधकार ्त्र िंरटंत आदेि T/806 देना
चाशहए। (बर्े स्टेिन /यार्ष म जहॉ अलत से िंरटंत स्टॉफ तैनात दकए हैं तथा
िंरटंत कायष शनयशमत ल शनधाषररत स्थान तक दकया जाता है लहॉं T /806
ददये जाने कऔ आलश्यकता नही है.)
2. िंरटंत कायष SWR मे ददए तये िंटींत ्यषलेक्षक (Shunting supervisor)
कऔ शनतरानी मे कऔ जाएती। जो शनम्नशलशखत होते है
i. बर्े स्टेिन के स्टे.मा.,यार्ष मास्टर, िंरटंत मास्टर, िंरटंत जमादार
ii. रोर् साइर् स्टेिन ्र तार्ी का तार्ष
3. लोको ्ायलट को स्लयं िंरटंत करनी चाशहए।
4. िंरटंत कऔ अशधकतम तशत 15 kmph होनी चाशहए।
5. खतरनाक / ज्ललनिील / शलस्फोटक ्दाथों से ुरे लाहन कऔ िंरटंत कऔ
अशधकतम तशत 8 kmph होती।(WCR म 10 kmph)
6. ्ॉच बॉक्स लैतन कऔ िंरटंत करते समय इम््ैक्ट तशत 2 kmph होती।
7. एक बॉक्स लैतन कऔ िंरटंत करते समय इम््ैक्ट तशत 5 kmph होती।
8. िंरटंत कायष के शलये आऊटर,होम,और अंशतम रोक शसतनल को ऑफ़ नही
दकया जाएता।
9. यदद िंरटंत के दैारान दकसी सम्मसख कांटे को रेक लॉक / लॉक बार नही है तो
उसे क्लैम्् करना चाशहए।

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10. जब दो इं जन हो तो िंरटंत कायष के शलये एक ही इं जन का प्रयोत करना


चाशहए लेदकन यदद दो इं जन मश्‍ट्ल रु् मे आ्स मे जसिे हुये है तो उसे
एक इं जन मानकर ही िंरटंत करनी चाशहए।
11. जब ्ूरी कऔ ्ूरी तािी. कऔ, एक लाईन से दूसरी लाईन ्र िंरटंत कऔ जा
रही हो तो तार्ष को अ्ने ब्रेक यान मे रहना चाशहए।
12. सामान्यत:िंरटंत करते समय ्ूरी तािी मे एयर प्रेिर होना चाशहए।
13. जब िंरटंत करते समय लाहनो को लाह्यतम रोक शसतनलो के बाहर ले जाना
हो तो अशन्तम लाहन ्र TL/TB या लाल झण्र्ी लताना चाशहए। शजससे
्ता लत सके दक ब्लॉक सेक्िन से सुी लाहन आ तये है।
14. यदद स्टेिन/यार्ष मे सबसे बाहरी कांटे के आते 400 मे 1 का या इससे
अशधक उतार है तो उस ओर िंरटंत नही कऔ जाएती यदद करना जरूरी हो
तो इं जन उतार कऔ ओर होना चाशहए।
15. िंरटंत िसरू करने के ्हले िंरटंत से सम्बशन्धत सुी कमषचाररयो को िंरटंत
का ्ूरा शललरण समझ लेना चाशहए तथा उस स्टेिन ्र लातू िंरटंत
प्रशतबन्धो कऔ जानकारी लेनी चाशहए।
16. यदद िंरटंत अनसदि े मे ्ररलतषन करना आलश्यक हो तो ्हले िंरटंत कायष
को बन्द कर देना चाशहए और जहॉ तक संुल हो सके यह जानकारी
शलशखत रु् मे देनी चाशहए।
17. िंरटंत के दैारान क्ललंत को शर्सटते हुये नही ोिना चाशहए बश्‍क उसे
उशचत स्थान ्र लताना चाशहए।
18. सलारी तािी कऔ िंरटंत करते समय जब इं जन को जोिना हो तो ्हले इं जन
को सलारी शर्ब्बे से 20 मी. कऔ दूरी ्र अलश्य खिा करना चाशहए और
इसके बाद सालधानी ्ूलषक इं जन को लोर् ्र लेना चाशहए शजससे याशत्रयो
का धक्का न लते ।
19. िंरटंत के दैारान हाथ शसतनल इस प्रकार ददखाने चाशहए दक ले लोको
्ायलट को स््ि ददखायी दे।
20. हाथ शसतनल के शबन से ददखाए जा रहे हों तो नीचे से री्ीट दकये जाऐंते.
लेदकन यदद स्थालर शसतनल के आधार ्र िंरटंत हो तो हाथ संकेत री्ीट
करने कऔ आलश्यकता नहीं होती.
21. यात्री तािी कऔ िंरटंत म िाशमल इं जन के अलाला, यदद दकसी इं जन को
यात्री तािी के ्ी े खिा दकया जाना आलश्यक हो, तब इं जन के साथ
उ्शस्थत िंरटंत कमषचाररयों द्वारा प्रदर्िषत हाथ शसतनलों के अनससार उसे,

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यात्री तािी के ्ी े, इं जन और यात्री तािी के बीच कम से कम 50 मीटर


कऔ ्ृथक दूरी ्र खिा दकया जाना चाशहए ।
िंरटंत के समय लर्जषत बात-
1. चलती तािी मे शर्ब्बो को अलत करना।
2. िंरटंत के दौरान लैतन के नीचे से शनकलना।
3. चलती तािी मे बफ़र या क्ललंत ्र चढकर शनकलना।
4. इं जन जोिने के शलये इं जन और लाहन के बीच मे ्हले से खिा
रहना।
5. लैतन के नीचे आराम करना।
6. यार्ष मे सोना।
7. बचाल दकये शबना लैतनो कऔ मरम्मत करना।
ब्लॉक सेक्िन मे िंरटंत करना-
जब ुी ब्लॉक सेक्िन मे िंरटंत करना हो तो स्टेिन मास्टर आलश्यकतानससार लाईन
को ब्लॉक बैक या ब्लॉक फ़ॉरलर्ष करे ता।
यदद लोको ्ायलटको ब्लॉक सेक्िन मे िंरटंत कायष के शलये ुेजना हो तो उसे शनम्न
प्राशधकार ददये जायते -
i) िंरटंत चाुी देकर, या
ii) ब्लॉक ऑक्यू्ेिन चाुी देकर, या
iii) अशन्तम रोक शसतनल के नीचे लता िंट शसतनल ऑफ़ करके , या
iv) T/806 ्र ब्लॉक बैक या ब्लॉक फ़ॉरलर्ष का प्राईलेट नं. शलखकर
ध्यान द -
 स्टेिन सेक्िन मे िंरटंत करते समय ब्लॉक बैक / ब्लॉक फारलर्ष करने कऔ
आलश्यकता नही है।
 ब्लॉक फारलर्ष मे स्लयं के प्रायलेट नंबर का तथा ब्लॉक बैक मे श् ले स्टेिन
के प्रायलेट नंबर का उ्‍लेख स्टेिन मास्टर द्वारा T/806 म दकया जाएता।

स्टेिनो ्र िंरटंत के दौरान तािी ्टरी से न उतरे उसके शलये सालधाशनयॉ-


1) अ्ेशक्षत कांटे सही लताने तथा ताशलत करने के बाद ही िंरटंत के शलये हाथ
शसतनल ददये जायते।

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2) ददन मे हाथ और रात मे सफ़े द बिी हाथ से शहलाकर के शबन कमषचारी को


कांटा लताने का संकेत ददया जायेता, यह संकेत संबशन्धत कांटे ्र से
प्रदर्िषत दकया जाएता।
3) के शबन कमषचारी, िंरटंत कमषचारी के कांटे बदलने का हाथ शसतनल देखने के
बाद ्हले यह ससशनशित करे ता दक तािी रुक तई है। ता्िात कांटे सही
लाइन के शलए लताने के बाद के शबन से खतरा हाथ शसतनल हटा लेता।
4) कांटे बदलने से ्हले लीलर मैन/ शस्लच मैन खतरा शसतनल ददखायेता।
5) जब तक कै शबन से खतरा हाथ शसतनल ददखाया जा रहा है तब तक कोई
संचालन नही दकया जाएता।

दोहरी लाईन खण्र् ्र जाती हुई तािी के ्ी े िंरटंत करना-


1) स्टेिन मास्टर इस तरह कऔ िंरटंत करने कऔ खण्र् शनयंत्रक से अनसमशत लेता।
2) तािी जाने के बाद T/806 जारी करे ता शजस ्र स््ि रु् से बताया जाएता
दक िंरटंत जाती हुयी तािी के ्ी े कऔ जा रही है तथा उस तािी का नं.,
प्रस्थान का समय आदद का उ्‍लेख दकया जाएता।
3) यदद तािी के अतले स्टेिन ्र ्हुंचने तथा सेक्िन क्लीयर होने तक ब्लॉक
सेक्िन मे िंरटंत का कायष ्ूरा नही होता है तो स्टेिन मास्टर तसरंत ब्लॉक
फ़ॉरलर्ष करे ता तथा िंरटंत कायष ्ूरा होने के बाद ब्लॉक फ़ॉरलर्ष रद्द कर
ददया जाएता।

इकहरी लाईन खण्र् ्र स्टेिन सेक्िन के बाहर िंरटंत करना-


ब्लॉक सेक्िन मे िंरटंत करने के शलये ब्लॉक बैक लेना जरूरी है लेदकन जहॉ ्र
टोकन लाले ब्लॉक उ्करण लते है लहॉ TALQ व्यलस्था मे आऊटर शसतनल तक तथा
बहुसंकेती शसतनल व्यलस्था मे होम शसतनल तक शबना ब्लॉक बैक दकये िंरटंत कऔ जा
सकती है, बिते दकसी तािी को लाइन शक्लयर नही ददया तया हो, लेदकन जैसे ही
दूसरी ओर के स्टेिन मास्टर द्वारा लाईन क्लीयर मांती जाती है तो स्टेिन मास्टर
तसरन्त लाईन को ब्लॉक बैक करे ता।
नोट- इकहरी लाईन खण्र् ्र जहॉ टोकन लैस ब्लॉक उ्करण लते है लहॉ
ब्लॉक सेक्िन मे िंरटंत करने के शलये ब्लॉक बैक दकया जाएता।

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आती हुई तािी कऔ ददिा मे िंरटंत करना (SR 5.14-2)


इकहरी लाईन खण्र् ्र-
1. इस प्रकार िंरटंत के लल स्टेिन सेक्िन मे कऔ जा सकती है। यदद स्टे िन
संचालन शनयम अनसमशत द तो।
2. यदद स्टेिन यार्ष मे आती हुई तािी कऔ ददिा मे 400 मे 1 या अशधक का
उतार है तो ऐसी िंरटंत करते समय इं जन आते होना जरूरी है।
3. ोटी लाईन ्र स्टेिन सेक्िन मे उस ओर शजधर से तािी आने के शलये
लाईन क्लीयर ददया तया है ऐसी िंरटंत तब तक नही कऔ जाएती जब तक
दक तािी प्रथम रोक शसतनल ्र आकर रुक न जाये और SM स्लयं इस बात
को ससशनशित न कर ले।

ताशियों के आतमन प्रस्थान के दौरान िंरटंत – दकसी ऐसी लाइन ्र / से आने लाली /
जाने लाली तािी के शलए शसतनल ऑफ दकया तया हो शजसका ्ृथक्करण नहीं दकया
तया हो, तो उन कांटों कऔ ओर िंरटंत नहीं कऔ जाएती शजस ्र आने लाली / जाने
लाली तािी को ्ास होना है, के लल उन स्टेिनों को ोिकर जहां बार बार िंरटंत कऔ
जाती है तथा जब ऐसे कांटों को रोक शसतनल / िंट शसतनल या स्टॉ् बोर्ष द्वारा
ससरशक्षत दकया तया हो, ऐसी िंरटंत करते समय शनम्न शलशखत सालधाशनयों का
अनस्ालन दकया जाएता –
1. िंरटंत प्राशधकृ त सक्षम रे ल सेलक के ्यषलेक्षण म कऔ जाए ।
2. रे क / लोर् ्ूरी तरह लैक्यसम / एयर ब्रेक ्र हो ।
3. िंरटंत के दौरान तािी कऔ तशत 15 kmph से अशधक न हो ।

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ऐसे उतार लाले स्टेिन ्र िंरटंत करना शजसकऔ मसख्य लाईन अन्य लाईनों से
आइसोलेटेर् नही है- (SR 5.20-2)

1. ऐसे स्टेिन ्र जहॉ स्टेिन से बाहर कऔ ओर उतार है लहॉ उतार कऔ ओर


िंरटंत करते समय इं जन सामने कऔ ओर (Leading) अथाषत उतार कऔ ओर
होना चाशहए।
2. ऐसे स्टेिन ्र जहॉ इं जन को उतार कऔ ओर रखना संुल न हो सके तो
िंरटंत दूसरी ओर से कऔ जा सकती है बिते उस ओर दकसी तािी को आने
के शलये लाईन क्लीयर नही ददया हो। इस तरह कऔ िंरटंत को स्टेिन
शबल्‍र्ंत तक या उतार से 45 मी. ्हले स्थान तक कऔ जा सकती है।
3. उ्रोक्त के अशतररक्त शनम्नशलशखत सालधाशनयो का ्ालन ुी िंरटंत करते
समय दकया जाएता-
i) लूज िंरटंत नही कऔ जाएती।
ii) लोर् को ्ूरी तरह से एयर प्रेिर ्र शलया जाएता।
iii) अलत दकये तये लैतनो को हैन्र् ब्रेक लताकर तथा लकिी के
तसटके लताकर शस्थर दकया जाएता।
iv) इं जन को लोर् ्र लेते समय ्हले इं जन को लोर् से 20
मीटर ्हले खिा दकया जाएता उसके बाद उसे
सालधानी्ूलक
ष लोर् ्र शलया जाएता शजससे धक्का न लते।
v) शजस स्थान के आते इस प्रकार कऔ िंरटंत करना मना है उस
स्थान को स््ि रु् से शचशन्हत दकया जाएता।

4. इन शनयमो को उस स्टेिन के स्टेिन संचालन शनयम मे िाशमल दकया


जाएता।

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स््ीर् चाटष

तशत ्ररशस्थशतयॉं

्ैदल 1) दोहरी लाइन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान ससरंत


से तसजरते समय, जब ससरंत साफ होने कऔ ससशनशिती नही हो ।
2) इकहरी लाइन्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान ससरंत
से तसजरते समय जब ससरंत साफ होने कऔ ससशनशिती नही हो ।

2 KM/H 5 बॉक्स लैतन कऔ िंटीत के समय इम््ैक्ट तशत


3KM/H रे ल र्ॉली कऔ अशधकतम तशत

5KM/H 1 बॉक्स लैतन कऔ िंटीत के समय इम््ैक्ट तशत


8 KM/H 1) के रोसीन,द्गव्य इं धन, शस््रीट, ज्ललनिील द्गव्य, खतरनाक,
शलस्फोटक,तेजाब, तैस, जहरीली लस्तसओ आदद से लदे लाहन के
िंरटत कऔ अशधकतम तशत
2) इं जन दक शसटी फे ल होने ्र रात के समय या दृश्यता साफ ना
होने ्र
3) IBH शसतनल को ऑन मे ्ार करने ्र (अतले शसतनल तक),
जब टेशलफोन खराब हो तथा दृश्यता साफ ना हो
4) स्लचल शसतनल को ऑन शस्थती मे ्ार करने ्र अतले शसतनल
तक तशत, जब दृश्यता साफ ना हो
5) अद्धष स्लचल शसतनल (A प्रज्लशलत) को ऑन मे शबना अशधकार
्त्र के ्ार करने ्र, अतले शसतनल तक, जब दृश्यता साफ ना
हो
6) सामग्री तार्ी से शतट्टी शतराते समय अशधकतम तशत
7) अनसतामी टॉलर लैतन कऔ तशत
8) ्सलिंत बैक दक तशत जब श् े कऔ ओर ब्रेक यान ना हो या ब्रेक
यान मे तार्ष ना हो या दृश्यता साफ ना हो

10 KM/H 1) 8 ½ मे 1 स्रेट टनष आउट ्र (लस् लाइन/क्रॉस ऑ‍हर)से

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तार्ी कऔ तशत
2) हाट एक्सल तार्ी को लू् लाइन ्र लेते समय कॉटो ्र तशत
3) नॉन इं टरलॉक्र् स्टेिन ्र सम्मसख कॉटो ्र ्ॉइं टसमैन
उ्शस्थत ना होने ्र मालतार्ी कऔ तशत
4) इकहरी लाइन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान लाईन
शक्लयर के शलए जाने लाले साधन कऔ तशत, जब दृश्यता साफ ना
हो।
5) इकहरी लाइन ्र संम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान, एक से
अशधक ताशर्यो को लाईन शक्लयर शमलने ्र अनसतामी तार्ी
कऔ तशत, जब दृश्यता साफ ना हो
6) स्लचल सेक्िन मे सुी शसतनल खराब होने एलं संचार के
साधन ुंत होने के दौरान तशत, जब दृश्यता साफ ना हो
7) अलरोशधत ब्लाक सेक्िन मे सहायता के शलए जाने लाले इंजन /
तार्ी का तशत, जब दृश्यता साफ ना हो ।
8) दोहरी लाइन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान ताशर्यों
कऔ तशत, जब दृश्यता साफ ना हो ।
9) रे ल ्थ मे खराबी का ्ता चलने ्र, शबना PWI के ब्लाक
सेक्िन मे जाने ्र, लोको ्ायलट द्वारा रे ल ्थ ससरशक्षत
महससस होने ्र खराबी के स्थान से तसजरते समय अशधकतम
तशत ।
8-11 KM/H ्टाखो का ्ररक्षण करते समय खाली माल शर्ब्बे को इं जन के द्वारा
धके लते समय तशत
15 KM/H 1) स्लचल शसतनल को ऑन मे ्ार करने ्र, अतले शसतनल तक,
जब दृश्यता साफ हो
2) अद्धष स्लचल शसतनल ( A प्रज्लशलत) को ऑन मे शबना अशधकार
्त्र के ्ार करने ्र, अतले शसतनल तक, जब दृश्यता साफ हो
3) IBH शसतनल को ऑन मे ्ार करने ्र अतले शसतनल तक,जब
टेशलफोन खराब हो तथा दृश्यता साफ हो
4) िंरटत कऔ अशधकतम / सामान्य तशत
5) ्ैरोलमैन शललंशबत होने ्र उस सेक्िन मे जाने लाली तार्ीयो

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कऔ रात के समय तशत


6) अलरोशधत ब्लॉक सेक्िन मे सहायता के शलए जाने लाले इं जन/
15 KM/H
तार्ी कऔ तशत, जब दृश्यता साफ हो
7) रोक शसतनल को ऑन मे ्ार करने ्र कााँटो ्र तशत
8) नॉन इं टरलॉक्र् / संिोशधत नॉन इं टरलॉक्र् स्टेिन के कांटो ्र
से तसजरते समय अशधकतम तशत
9) इकहरी लाइन ्र संम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान लाईन
शक्लयर के शलए जाने लाले साधन कऔ तशत, जब दृश्यता साफ
हो
10) EMU रे क का अतला कै ब खराब होने ्र श् ले के ब से तार्ी
चलाते समय तशत
11) TTM मिीन दक कॉटो ्र अशधकतम तशत
12) नैरो तेज मे इं जन कऔ हेर् लाइट खराब होने ्र
13) 8½ मे 1 कलषर् टनष आउट लस् लाइन/क्रॉस ऑ‍हर से तार्ी कऔ
तशत
14) 12 मे 1 स्रेट टनष आउट लस् लाइन/क्रॉस ऑ‍हर से तार्ी कऔ
तशत।
15) ऑ‍हरहॉललंत या नॉन इं टरलॉककं त कायष के दौरान तार्ी कऔ
तशत।

20 KM/H 1) रे ल फ्रेक्चर/ लेल्‍र्ंत ऑफ होने ्र अस्थाई मरम्मत के ्िात


उस ्र तार्ी कऔ तशत
2) फ्लैट टायर होने ्र सेक्िन शक्लयर करते समय तशत
25 KM/H 1) TSL मे चलने लाली ्हली तार्ी कऔ तशत
2) स्लचल सेक्िन मे TSL के दौरान तलत लाइन ्र चलने लाली
प्रायेक तार्ी कऔ तशत
3) स्लचल सेक्िन मे TSL के दौरान सही लाइन ्र चलने लाली
्हली तार्ी कऔ तशत
4) दोहरी लाइन ्र संम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान तार्ीयो
कऔ तशत, जब दृश्यता साफ हो
5) इकहरी लाइन ्र संम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत के दौरान, एक से
अशधक ताशर्यो को लाईन शक्लयर शमलने ्र अनसतामी तार्ी दक
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तशत, जब दृश्यता साफ हो


6) ब्लॉक सेक्िन मे बचे ुात को लेने के शलए जब लही लोको
्ायलट जा रहा हो तो ला्स जाते समय इं जन कऔ तशत
7) ्सलिंत बैक कऔ तशत जब आते कऔ ओर ब्रेक यान हो, ब्रेक यान मे
तार्ष हो तथा दृश्यता साफ हो.
8) इं शजन कऔ शसटी फे ल होने ्र तार्ी कऔ तशत, जब दृश्यता साफ
ना हो
9) C क्लास ओ.र्ी.सी. कऔ तशत
10) स्लचल सेक्िन मे सुी शसतनल खराब होने एलं संचार के
साधन ुंत होने के दौरान तशत, जब दृश्यता साफ हो।
30 KM/H 1) 132 टन BWL ओ.र्ी.सी. कऔ तशत
2) फॉ्‍टी OHE सेक्िन के अप्रुाशलत (हे्‍थी) लाइन ्र जब
दृश्यता साफ ना हो या रात के समय तार्ी कऔ तशत
3) धसंध कोहरे के मौसम मे स्लचल सेक्िन मे तार्ी कऔ तशत
जब शसतनल दो ्ीला संकेत बता रहा हो.
4) 8½ मे 1 शसमेरीकल स्‍लीट (क‍र्ष) टनष आउट ्र तार्ी कऔ
तशत
5) 12 मे 1 क‍र्ष टनष आउट ्र तार्ी कऔ तशत।
40 KM/H 1) इं जन का हेर्लाइट फे ल हो जाने ्र तार्ी कऔ तशत
2) इं जन का अतला कै ब खराब होने ्र श् ले कै ब से इं जन चलाते
समय तार्ी कऔ तशत
3) ्ैरोलमैन शललंशबत होने ्र उस सेक्िन मे जाने लाली तार्ीयो
कऔ ददन के समय तशत
4) क्लैम््र् लैतन कऔ तशत
5) क्रेन दक जीब आते कऔ ओर होने ्र तार्ी कऔ तशत
6) ्हली टालर लैतन कऔ अशधकतम तशत
7) B क्लास ओ.र्ी.सी. कऔ तशत
8) WDS/4 लाइट इं जन कऔ तशत
9) WDS/6 लाइट इं जन कऔ र्ाट सेक्िन मे तशत
50 KM/H 1) मानक I इटरलॉक्र् स्टेिन कऔ मेन लाइन ्र अशधकतम तशत
2) WCM/1,WCM/2,WCM/3,WCM/4,WCM/5,
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WCAM1&2,WAM/1,WAM/4,WAP/1,WAP/2,WAP/3
लाइट इं जन कऔ र्ाट सेक्िन मे तशत
3) WAG/5 ,WAG/7 ,WAG/9 लाइट इं जन कऔ र्ाट सेक्िन मे
तशत
4) WCG/2लाइट इं जन कऔ र्ाट सेक्िन मे तशत
5) WDM/2WDG/2 लाइट इं जन दक र्ाट सेक्िन मे तशत
55 KM/H WDS/6 लाइट इंजन कऔ तशत

60 KM/H 1) फॉ्‍टी OHE सेक्िन के अप्रुाशलत (हे्‍थी) लाइन ्र जब


दृश्यता साफ हो या ददन के समय तार्ी कऔ तशत
2) धसंध कोहरे के मौसम मे ्ूणष ब्लॉक ्द्धशत मे तार्ी कऔ
अशधकतम तशत
3) धसंध कोहरे के मौसम मे स्लचल ब्लॉक ्द्धशत मे तार्ी कऔ
अशधकतम तशत जब शसतनल हरा हो .
75 KM/H 1) सलारी तार्ी मे चौ्हीया लाहन लताये जाने ्र तार्ी कऔ
अशधकतम तशत

90 KM/H WAG/5,WAG/7,WAG/9,WCG/2,WDG/2
लाइट इं जन कऔ तशत
105 KM/H WCM/1,WCM/2,WCM/3,WCM/4,WCM/5,
WCAM1&2,WAM/1,WAM/4,WAP/1,WAP/2,
WAP/3 लाइट इं जन कऔ तशत
110 KM/H मानक II R इं टरलाक्र् स्टेिनों से तसजरते समय अशधकतम तशत
140 KM/H मानक III R इं टरलाक्र् स्टेिनों से तसजरते समय अशधकतम तशत
राजधानी कऔ अशधकतम तशत
160 KM/H मानक IV R इं टरलाक्र् स्टेिनों से तसजरते समय अशधकतम तशत
िताब्दी कऔ अशधकतम तशत
ध्यान द -
 दिाषइ तयी उ्रोक्त तशत, अशधकतम तशत है, इसमे ्ररशस्थनससार कमी कऔ
जा सकती है।

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अशधकतम अनसमय
े तशत (Maximum Permissible speed)
1) इसका शनधाषरण CRS के द्वारा दकया जाता है।
2) इसका शनधाषरण करते समय प्रयोत दकये जाने लाले इं जन,लाहन,रे ल्थ कऔ
मजबूती तथा उतार-चढाल का ध्यान रखा जाता है।
3) संचालन समय सारणी मे इसे सेक्िन के अनससार दिाषया जाता है।
4) लोको ्ायलट दकसी ुी ्ररशस्थशत मे इसका उ्‍लंर्न नही करे ता।
5) इस तशत से तािी चलने ्र दो स्टेिनो के बीच लतने लाला समय न्यूनतम यात्रा
समय (Mimimum Running Time) कहलाता है।
6) यह तशत समान्य तशत से 8 से 10% अशधक होती है।
सामान्य तशत (Booked Speed)
1) इस तशत का शनधाषरण COM के द्वारा दकया जाता है।
2) इस तशत का शनधाषरण करते समय प्रयोत होने लाले इं जन,रे ल्थ कऔ मजबूती ,
उतार-चढाल, रोललंत स्टॉक, शसतनल व्यलस्था आदद का ध्यान रखा जाता है।
3) संचालन समय सारणी मे सेक्िन के अनससार इसका उ्‍लेख दकया जाता है।
4) लोको ्ायलट ्ररशस्थशत के अनससार इस तशत का उ्‍लंर्न करके अ्नी तािी
को अशधकतम अनसमेय तशत से चला सकता है।
5) इस तशत से दो स्टेिनो के बीच लतने लाला समय सामान्य यात्रा समय (Normal
Running Time) कहलाता है।

न्यूनतम यात्रा समय (Minimum Running Time)-


न्यूनतम यात्रा समय लह समय है जो उस सेक्िन कऔ अशधकतम अनसमेय तशत से तािी
चलने के कारण दो स्टेिनो के बीच लतता है। इसमे शनम्नशलशखत िाशमल है-
a) इस समय कऔ तणना करते समय उस तािी को दकस इं जन के साथ चलाया
जा रहा है और उसकऔ अशधकतम अनसमेय तशत दकतनी है इस बात को ध्यान
मे रखनी चाशहए। यदद दकसी शलिेय इं जन के साथ तािी कऔ तशत अशधकतम
अनसमेय तशत से कम आती है तो न्यूनतम यात्रा समय कऔ तणना करते समय
उसी कम तशत का प्रयोत दकया जाएता।
b) इस समय कऔ तणना करते समय स्थायी तशत प्रशतबन्धो को ध्यान मे रखा
जाता है।
c) MRT कऔ तणना करते समय सेक्िन के उतार-चढाल तथा र्समाल का ुी
ध्यान रखा जाता है।
(नोट- MRT को संचालन समय सारणी मे ्ररशिि (i) मे दिाषया तया है)।

150
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सामान्य यात्रा समय (Normal Running Time) सामान्य यात्रा समय शजसे
संचालन समय सारणी मे शनधाषररत स्थान (्ररशिि(i)) मे दिाषया तया है। इस NRT
मे शनम्नशलशखत बात है-
a) सामान्य तशत से चलने के कारण दो स्टेिनो के बीच लतने लाला समय है।
b) इसकऔ तणना करते समय स्थायी तशत प्रशतबन्धो को ध्यान मे रखा जाता है।
c) NRT कऔ तणना करते समय सेक्िन के उतार-चढाल तथा र्समाल का ुी ध्यान
रखा जाता है।
d) इसमे ालरण तथा मंदन(Acceleration and Deceleration) के शलये आलश्यक
समय ुी िाशमल है।

तार्ीयो मे एयर प्रेिर ब्रेक का शनयंत्रण ( SR4.18-1,4.18-3)


1) जब दो इं जन लते हो तो, जब तक स्थाशनय शनयम इसके शलरुद्ध ना हो,
अतले इंजन का लोको ्ायलट स्लचल एयर प्रेिर ब्रेक संचाशलत करने के
शलए शजम्मेदार होता। तथाश् दूसरे इं जन का लोको ्ायलट आ्ात शस्थशत
मे स्लचल एयर प्रेिर ब्रेक या हाथ ब्रेक लताकर ्ररशस्थशतनससार तार्ी को
रोकने या तशत कम करने मे सहायता अलश्य करे ता .
2) जब तार्ी को ्सि बैक करने के शलए एक या अशधक अशतररक्त इं जन काम मे
लाए जाए तो उनके चालको को एयर प्रेिर ब्रेक मे हस्तक्षे् नही करना
चाशहए। शसलाए तार्ी उलटी लसढक (Run back) रही हो, क्योदक इस
्ररशस्थशत मे श् ली ओर का लोको ्ायलट अतले इं जन का लोको ्ायलट
हो जाता है।
3) सुी अशतररक्त इं जनो के लोको ्ायलट हर समय एयर प्रेिर ब्रेक के हैंशर्ल
को चालू शस्थशत मे रखते ।
4) यदद आ्ात शस्थशत मे दो इं जन लोर् को धके ल रहे हो तो शजस ददिा मे
तार्ी जा रही हो, उस ओर का अतला लोको ्ायलट शनयंत्रक लोको
्ायलट होता।

151
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5) यदद तार्ी के श् े कोई सहायक इं जन लता हो तो सहायक इं जन और


तार्ी के बीच के होज ्ाइ्ो को अलश्य जोर् देना चाशहए, सहायक इं जन
का लोको ्ायलट और तार्ष संयसक्त रु् से यह देखने के शलए शजम्मेदार होते।
6) स्लचल एयर प्रेिर ब्रेक के लल आ्ात शस्थती मे ही ब्रेक यान से लताया
जाना चाशहए। इस प्रकार ब्रेक शधरे शधरे लताना चाशहए अचानक ब्रेक लताने
से तार्ी शलखंर्न का खतरा हो सकता है।
7) जब स्लचल ऐयर प्रेिर ब्रेक का शसलेन्र्र खराब हो जाता है तो उस
शसलेन्र्र को ब्रेक प्रणाली से अलत कर देना चाशहए तथा उस शर्ब्बे को
आयसोलेट कर देना चाशहए.
8) यदद दकसी ुी एयर प्रेिर लाली माल तार्ी मे 75 प्रशतित से कम शसलर्र
कायषरत है तो ऐसी तार्ी को अस्लचल (नॉन ऑटोमरटक) या शबना एयर
ब्रेक (नॉन एयर ब्रेक) तार्ी समझी जाएती तथा शनम्न कायषलाही कऔ जाएती-
(क) यात्रा के दौरान एयर प्रेिर ब्रेक खराब हो जाने ्र लोको ्ायलट
अ्नी तार्ी को सतकष ता से अतले स्टेिन तक लेकर जाएता जहां
खराब लाहन को तार्ी से अलत दकया जाएता या उसकऔ खराबी ीक
कऔ जाएती। तार्ष को ब्रेक यान के हाथ ब्रेक लताकर तार्ी को
शनयंशत्रत करने मे लोको ्ायलट कऔ सहायता के शलए तैयार रहना
चाशहए।
(ख) लोको ्ायलट तार्ी ्र शनयंत्रण रखने के शलए बहुत सालधानी
बरतेता। तार्ष और सहायक लोको ्ायलट सतकष रहते तथा लोको
्ायलट के चाहने ्र हैन्र् ब्रेक लताने के शलए ता्र रहेते।
9) जब तार्ी कऔ िंटीत ऐसे बीच के स्टेिन ्र हो रही हो जहां ्र तार्ी कऔ जांच
करने लाले कमषचारी उ्लब्ध नही है लहां लोको ्ायलट और तार्ष संयसक्त रु् से
उन शर्ब्बो कऔ जांच करते, शजन्हे जोर्ा अथला काटा तया है तथा शसलेन्र्र कहा
तक प्रुाशलत हुए है। दकसी ुी ्ररशस्थती मे प्रुाशलत शसलेन्र्र 75 प्रशतित से
कम नही होने चाशहए। तार्ी के प्रस्थान से ्ूलष तार्ष एलं लोको ्ायलट ससशनशित
करते कऔ इं जन और ब्रेकयान मे शनधाषररत एयर प्रेिर कऔ मात्रा उ्लब्ध है।
(4.18-4)
10) आरं शुक स्टेिन अथला बीच के स्टेिन से जहां ्र िंटींत कऔ तई है, तार्ी को
रलाना करने के बाद लोको ्ायलट तार्ी को रोके बतैर उसकऔ कायषक्षमता कऔ
जांच करने के शलए एयर प्रेिर ब्रेक लतायेता।(4.18-5)

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न्यूनतम एयर प्रेिर (SR 4.18-6)


(a) तार्ी रलानती के समय यात्री और माल ताशर्यो के इं जन तथा श् ले
ब्रेकयान मे न्यूनतम एयर प्रेिर

श् ले ब्रेकयान
इं जन ्र प्रेिर
्र प्रेिर
शललरण दक.ग्रा/से.मी ²
दक.ग्रा/से.मी ²
FP BP FP BP
मेल एक्स. तथा सलारी तार्ीयो ्र 6 5 5.8 4.8
40 BCN / 56 BOXN तक - 5 - 4.8
40 BCN/ 56 BOXNसे अधिक - 5 - 4.7

एयर प्रेिर समस्या - यात्रा के दौरान यदद शबना ब्रेकयान कऔ तार्ी मे एयर प्रेिर
समस्या होती है तो -
1. तार्ष सहायक लोको ्ायलट के साथ ्ूरी तार्ी के होज ्ाइ् के शर्स्कनेक्िन
या शलके ज को देखते। यदद स्टेिन सीमा मे ऐसी समस्या आती है तो C&W या
कांटे लाले कऔ मदद ली जा सकती है।
2. तार्ष तथा सहायक लोको ्ायलट शलके ज को रोकने का प्रबंध करते तथा इं शजन
मे ्याषप्त मात्रा मे एयर प्रेिर उ्लब्ध होने ्र ही तार्ी को रलाना करते।
3. लोको ्ायलट द्वारा प्रथम ब्लॉक खण्र् मे तार्ी का फऔल टेस्ट करने के बाद
इसके आधार ्र तार्ी कऔ तशत को शनयंशत्रत करते।

153
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

माल तार्ीयों के शलशुन्न प्रकार के ब्रेक ्ालर प्रमाण्त्र एलं उनकऔ लैधता
्रीक्षण के ब्रेक ्ालर प्रशतित
क्र प्रकार एलं लैधता प्रारशम्ुक मध्यलती रं त
रं त स्टेिन स्टेिन

क्लोज A,ग्रेर् ्रीक्षण स्थान 100% 90% ्ीला


सर्कष ट से- 7500
1.
(सी.सी.)
दक.मी./35ददन,जो ्हले
रे क,
्ूरा हो जाये.
B,ग्रेर् ्रीक्षण स्थान
से- 6000 दक.मी./ 30
ददन, जो ्हले ्ूरा हो
शप्रमीयम रे क 12 ददन तक खाली 95% 75% ह्‍का
शस्थशत म एलं 3 ददन हरा
2.
अशधक ुरी शस्थशत म.

एंर् टू एंर् एयर ब्रेक स्टाक- लोलर्ंत 90% 75% ह्‍का


3. एयर ब्रेक से अनलोलर्ंत तक हरा

BLCA / 6000 दक.मी / 30 100% 90% ्ीला


4. BLCB रे क ददन, जो ्हले ्ूणष हो
(कं टेनर रे क),
5 शमलेशनयम 3500 दक.मी./10 ददन, 100% 90% सफे द
रे क , जो ्हले ्ूरा हो
कोलचंत तार्ीयो मे ब्रेक ्ालर प्रशतित -
सेला प्रारशम्ुक % मातष मे %
मेल एक्सप्रेस 100 90
कोलचंत
सलारी 100 90

154
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

प्रचशलत तसड्स एलं कोलचंत स्टॉक के कोर्


BOXN
बोती ओ्ेन लैतन, एयर ब्रेक शसलींर्र,
BOXNHS
बोती, ओ्ेन लैतन, हाई साईर्ेर्, एअर ब्रेक, हाई स््ीर्
BOXNHA
बोती ओ्ेन लैतन, हाई साईर्ेर्, एअर ब्रेक, हाई एक्सल लोर्
BOXNLW
बोती ओ्ेन लैतन, हाई साईर्ेर्, एअर ब्रेक, लो टेअर लेट / लाईट लेट
BOST
बोती, ओ्न लैतन, स्टील लोलर्ंत के शलए,
BOXNHL
बोती ओ्न लैतन, एअर ब्रेक, हाई एक्सल लोर् एलं लो टेअर लेट
BCN
बोती, कलर्ष लैतन, एअर ब्रेक,
BCNA
बोती, कलर्ष लैतन, एअर ब्रेक, अ्‍रेसन (एर्ीिनल हाईट)
BCNAHS
बोती, कलर्ष लैतन, एअर ब्रेक एर्ीसनल हाईट, हाई स््ीर्
BCCN
बोती, कलर्ष लैतन, लूज शसमट लोलर्ंत के शलए,
BRN
बोती, ओ्न फ्लैट लैतन, रे ल लोलर्ंत, एअर ब्रेक,
BTPN
बोती, टैंक लैतन, ्ेरोल लोलर्ंत, एअर ब्रेक,
BTPGLN
बोती टैंक लैतन, शलदिर् ्ेरोशलयम तैस लोलर्ंत,
BTALN
बोती, टैंक लैतन, अमोशनया शलदिर्, एअर ब्रेक,
BOBRN बोती, ओ्न, हॉ्र लैतन, बॉटम रै श्र् शर्स्चाजष,
BOBYN
बोती, ओ्न, हॉ्र लैतन, एअर ब्रेक ,
BVZI
आ ्शहया ब्रेक लैन, तूड्स, सी.बी.सी. क्ललंत, एअर ब्रेक
WGFAC
लेस्टीबल, से्‍फ जनरे रटंत. फस्टष क्लास, एयर कं र्ीिन
WGSCN
लेस्टीबल, से्‍फ जनरे रटंत, सेकन्र् क्लास , 3 -टीयर स्ली्र कोच
SLR
सेकंर् क्लास.लतेज एन्र् ब्रेक लैन
WGACCN
लेस्टीबल, से्‍फ जनरे रटंत ,एयर कं र्ीिन, 3 -टीयर स्ली्र कोच,
WGSCZ
लेस्टीबल, से्‍फ जनरे रटंत, सेकंर् क्लास. चेयर कार
WCB
लेस्टीबल, कार बफे ट/ ्ैंरी कार
VP
्ासषल लैन, लहन क्षमता -18 टन

155
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

खतरे कऔ जंजीर खींचे जाने ्र ड्यूटी (SR4.18-2)


1. एयर प्रेिर संकेतक मे शतरालट देखकर लोको ्ायलट यथािीघ्र अ्नी तािी
अनसकसल स्थान ्र रोक देता।
2. फ्लैिर लाइट ऑन कर देता तथा दो ोटी और एक लम्बी सीटी बजाएता।
3. तार्ष ददन के समय लाल झंर्ी एलं रात के समय लाल बिी ददखाकर यह सूशचत
करे ता दक लह ्ररशस्थशत को समझ तया है। जब तक तार्ष ऐसा न करे तब तक
लोको ्ायलट 0 0 – (दो ोटी एक लंबी ) सीटी बजाता रहेता।
4. यदद जंजीर ऐसे स्थान ्र लखंची तयी है जो अससशलधाजनक है जैसे ्सल, ससरंत,
लस्प्रंत कांटे है तो लोको ्ायलट एयर प्रेिर ्सन: तैयार करके तार्ी को ससरशक्षत
स्थान ्र लेकर जाएता तथा एक ोटी शसटी बजाकर तार्ष को सूचना देता।
5. तार्ी खर्ी होने के ्िात तार्ष खतरा हाथ शसतनल ददखाते हुए ब्रेकयान के बायी
ओर से जंजीर लखंचे शर्ब्बे कऔ ओर बढेता, ्रं तस यदद तार्ी दाहीने र्समाल ्र खर्ी
हो दाए ओर से जाएता।
6. सहायक लोको ्ायलट खतरा हाथ शसतनल ददखाते हुए तार्ी के दाए साइर् से
जंजीर लखंचे लाहन दक ओर जाएता ्रं तस यदद तार्ी दाहीने र्समाल ्र खर्ी हो
बाए ओर से जाएता।
7. क्लै्ेट लॉ्‍ल के आधार ्र जंजीर लखंचे लाहन का ्ता लताया जाएता।
8. तार्ष को यह तसरंत ्ता लताना चाशहए कऔ जंजीर दकस व्यशक्त ने तथा क्यो लखंची
है और उसकऔ आलश्यकता दक ओर ध्यान देना चाशहए।
9. यदद खतरे कऔ जंजीर स्टेिन सीमा मे खींची जाती है तो स्टेिन मास्टर सलारी
एलं मालशर्ब्बा कमषचारी, कॉटा लाला, GRP, RPF को तार्ष तथा सहायक लोको
्ायलट कऔ सहायता करने के शलये ुेज देता।
10. लेदकन यदद जंजीर िरारत या अनसशचत कारण से खींची तई है तो उस व्यशक्त का
नाम, ्ता, रटकट नं. तथा उस व्यशक्त के साथ उस कक्ष के अन्य याशत्रयो का नाम
ल ्ता लेकर अतले स्टेिन ्र रर्ोटष कऔ जाएती, जहा यात्री ्र आलश्यक
कायषलाही कऔ जाएती।
11. यदद तार्ी 10 शमनट से अशधक शललंशबत होती है तो शनयमानससार बचाल दकया
जाएता।
12. तार्ी ्सन: रलाना करने के ्हले एयर प्रेिर कऔ जांच कऔ जाएती तथा फ्लैिर
लाइट बंद कर ददया जाएता।
13. तार्ष इस र्टना को अ्ने जनषल मे शलखता तथा शलिेय रर्ोटष DRM को ुेजेता।

156
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

लोको ्ायलटका शनजी सामान - (GR 4.19 SR 4.19-3)


i. सामान्य तथा सहायक शनयम (अद्यतन)
ii. दसर्षटना शनयमालली (अद्यतन)
iii. कायषसंचालन समय सारणी (अद्यतन)
iv. संरक्षा ्त्रक
v. ्टाखे Detonator - 10
vi. दो हाथ बिीयााँ लाल और हरे स्लाईर्स के साथ
vii. र्ंर्े ्र लती दो लाल और एक हरी झंर्ी
viii. LED फ्लैलिंत हर् लैम््
ix. ड्राइलर मेमो बसक T/245 B
x. ए.सी.्ी. ररसेटींत चाबी (एयर ब्रेक कोचेस के शलए)
xi. हेर् लाईट और कै ब लाईट ब्‍ब (अशतररक्त)
xii. रबल िूरटंत ताईर् (र्ीजल ड्राइलर के शलए) और रबल िूरटंत र्ीरे क्टरी /
ऑ्रे रटंत मैन्यसअल (ए.सी. लोको ्ायलट के शलए)
xiii. स््ीर् के ्‍कस लेटर यदद शलशिि अनसदि
े ों द्वारा उ्लब्ध कराया तया हो तो
xiv. लाईट लेट कॉम््ेक्ट ्ोटेबल टेशलफोन (इलेशक्रफाईर् सेक्िन म काम करने
लाले ड्राइलरों के शलए)
xv. र्िी, चश्म कऔ दो जोिी यदद र्ॉक्टर द्वारा शनधाषररत कऔ तई हो तो उसे ुी
साथ म रखा जाएता।
xvi. दो अशग्निामक यंत्र और र्ी.सी./ए.सी. इं शजन ्र प्रायेक कै ब म दो
अशग्निामक यंत्र होने चाशहए।उ्रोक्त के अलाला एक EFT /PFT मोबाईल
रे शर्यो सेट, चार लसर्न लेजेस, एक अशतररक्त होस ्ाई्, एक अशतररक्त
फऔर्/ ब्रेक ्ाई् ुी इं शजन म रखा जाएता ।

नोट- लोको फोरमेन या िेर् के इं चाजष द्वारा लोको ्ायलट के शनजी सामान कऔ
जााँच तीन मशहने म एक बार कऔ जानी चाशहए ।

157
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

सहायक लोको ्ायलट का शनजी सामान – प्रायेक सहायक लोको ्ायलट के साथ
तािी ्र कायष करते समय शनम्नशलशखत सामान हिी बैत म होने चाशहए-
1. एल ई र्ी आधाररत फ्लैलिंत राई कलर हैंर् शसतनल लैं्
2. र्ंर्े म लती दो लाल तथा एक हरी झंर्ी
3. कायषसंचालन समय सारणी

लोको ्ायलट द्वारा तार्ी कऔ जांच GR4.32,SR4.32-1


यात्रा आरं ु करने के ्हले तथा मातष मे िंरटत करने के ्िात, लोको ्ायलट
ससशनशित करे ता दक -
1. उसका इं जन ीक प्रकार से कायष कर रहा है।
2. इं जन और तार्ी के शबच का क्ललंत समसशचत रु् से कस ददया तया है।
3. शनयमानससार हेर् लाइट, माकष र लाइट अ्‍ ी हालत मे है तथा आलश्यकता
के समय ले तेज रोिनी देती है।
4. जब लोको के काम से इं जन को तार्ी से काट कर अलत करना ्र्े तो
सहायक लोको ्ायलट इं जन को तार्ी से अलत करे ता।
5. इं जन चलाने से ्ूलष लोको ्ायलट और िंटर को स्लयं इस बात कऔ अलश्य
तस्‍ली कर लेनी चाशहए दक कोई व्यशक्त इं जन के शनचे कायष नही कर रहा है
तथा इं जन चलाने से कोई व्यशक्त चोटील नही होता।
6. लोको ्ायलट अ्नी तार्ी को रलनंत लाइन ्र तुी ले जाएता,जब उसने
अ्ने सब शनयंत्रण, ्ालर और ब्रेक यंत्रो कऔ जांच कर ली हो और उन्हे सही
हालत मे ्ाया हो और उसके ्ास आलश्यक BPC हो, इसके अलाला लह
शलिेय अनसदि
े ो के अनससार शनरीक्षण और जांच का ुी काम करे ता।
7. इं जन का चाजष लेने और मातष मे िंरटंत करने के ्िात प्रथम ब्लॉक सेक्िन
मे लोको ्ायलट तार्ी के ब्रेक िशक्त कऔ जांच करे ता।
8. एयर ब्रेक ताशर्यो मे ससशनशित करना चाशहए दक इं जन से लेकर अंशतम लाहन
तक एयर प्रेिर कऔ शनरं तरता है।

158
यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

GR 4.33 लोको ्ायलट द्वारा एक अथला बहु यसशनटो कऔ जांच


एक या बहु यसशनटो को आ्स मे अथला इन यसशनटो को सलारी र्ीब्बे को जोर्ते
समय लोको ्ायलट यह देखने के शलए शजम्मेदार होता दक सुी शलद्यसत क्ललंत
समसशचत रु् से जोर् ददए तए है तथा कायषुार लेते समय ससशनशित करे ता दक
सम््ूणष तार्ी के शनयंत्रण ल ब्रेक समसशचत एलं शनधाषरीत रु् से कायष कर रहे है।

तार्ी को रलाना करना तथा रोकना - GR4.49,SR4.49-1


1. लोको ्ायलट अ्नी तार्ी को सालधानी से तथा शबना झटका ददए चलाएता
और रोके ता।
2. लोको ्ायलट तार्ी रोकने मे तार्ष/ सहायक तार्ष ्र सहायता के शलए शनुषर
नही रहेता।
3. उन स्टेिनों ्र जहॉं ताशियों कऔ लंबाई / र्समाल के कारण तार्ष तथा लोको
्ायलट के बीच शसतनल का आदान प्रदान करना संुल न हो तब तार्ष यह
ससशनशित करने के बाद दक उसकऔ तािी के शलए प्रस्थान शसतनल आफ कर ददऐ
तऐ हैं लॉकऔ टॉकऔ के द्वारा लोको ्ायलट को तािी रलाना करने के शलए कहेता
और लोको ्ायलट / सहायक लोको ्ायलट द्वारा ्ालती ददए जाने तक
लतातार शसतनल प्रदर्िषत करता रहेता ।
4. लोको ्ायलट को ताशर्यो ्र ्ूणष शनयंत्रण रखना चाशहए, शजससे ले ताशर्यो
को रोक शसतनल ऑन शस्थती मे होने ्र, रोक शसतनल ्र या इं जीशनयररं त
रोक संकेतक ्र, जैसी आलश्यकता हो रोक सके ।
5. लोको ्ायलट सालधानी रखते दक उनकऔ ताशर्या स्टॉ् बोर्ो या प्रस्थान
शसतनलो या तार्ी रुकने के शनशित स्थान से आते न शनकल जाये तथा सलारी
तार्ी के मामले मे ससशनशित करना चाशहए दक सलारी शर्ब्बे ‍लेटफॉमष से आते न
शनकल जाए।
6. लोको ्ायलट ससशनशित करे ता दक उसकऔ तार्ी उ्‍लंर्न शचन्ह को साफ करके
खर्ी है, यदद उ्‍लंर्न शचन्ह साफ ना हो तो तीन लंबी सीटी बजाकर स्टेिन
कमी का ध्यान आकर्यषत करे ता तथा उ्‍लंशर्त लाइन ्र होने लाले संचालन को
रोकने के शलए सतकष रहेता।
7. स्टेिन ्र रूकऔ हुई तािी के प्रस्थान के शलए स्टाटषर एलं एर्लांस्र् स्टाटषर ऑफ
करने के बाद यदद दकसी अन्य तािी के संचालन (अग्रता या क्रालसंत) दकया जाना
हो तो स्टेिन मास्टर शसतनलों को ऑन करे ता एलं उ्लब्ध संचार के साधनों से

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लोको ्ायलट को अलतत कराएता तादक लह तािी प्रारं ु न करे । यदद संचार
के साधनों ्र सं्कष नहीं हो ्ाता तो लह शलशखत म इस आिय का मेमो देता ।

इं शजन को तार्ी से अलत करना (GR4.48,SR4.48-1,GR4.57)


1. जब स्टेिन सीमा के बाहर या कही ुी ग्रेर्ीएंट ्र तार्ी खर्ी कऔ जाती है तो
तार्ष कऔ अनसमशत के शबना लोको ्ायलट इं जन को नही काटेता तथा अनसमशत
देने के ्हले तार्ष ससशनशित करे ता दक ब्रेक यान के ब्रेक अ्‍ ी तरह से कस ददये
तये है और अन्य सालधानी बरती जा चसकऔ है।
2. सलारी तार्ी का इं जन ब्लॉक सेक्िन म शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयों मे ही काटा
जाएता
a. आ्ातशस्थतशत मे,
b. ्सल कऔ जांच करने हेत,स
c. जलते लाहन को अलत करने हेतस
3. सलारी तार्ी के इं जन को तार्ी से काटने या शलुाजन के ्ूलष शनम्नशलशखत
सालधानी बरती जाएती -
i. श् ले तथा अतले ब्रेक यान (जहा लता हो) के हैण्र् ब्रेको को अ्‍ ी तरह से
कस देना चाशहए।
ii. मालतार्ी के लैतनो के हैण्र् ब्रेक ीक तरह से कस देना चाशहए।
iii. यदद सलारी तार्ी मे हाथ ब्रेक लते हो तो उन्हे ुी कस देना चाशहए।
iv. ब्रेक यान मे रखे लैजेस को उतार कऔ ददिा मे रे क के अतले लाहनके ्शहयो के
शनचे कसकर अलश्य लता देना चाशहए।
v. यथा संुल अशधकतम एयर प्रेिर उा्न्न करना चाशहए और इं जन कऔ सहायता
से तार्ी को उतार कऔ ओर धीरे से लखंचने अथला धके लने का प्रयास करना
चाशहए। यह ससशनशित होने के ्िात दक लोर् इतना कस ददया है दक लह शहल
र्स ल नही सकता, एयर प्रेिर को शतराया जाएता और संबशधत एंतल कॉक को
बंद दकया जाएता।
vi. इं जन काटने तथा उसे ्सन: तार्ी मे लताने के मध्य का समय 45 शमनट से
अशधक नही होना चाशहए।
vii. र्ाट सेक्िन मे स्टेिनो के बीच इं जन को काटना नही चाशहए।

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4. जब जलते हुए लाहन को अलत करना आलश्यक हो तथा उ्रोक्त मद (V) के


अनससार कायषलाही करना संुल ना हो तो तार्ष एलं लोको ्ायलट ब्रेक यान मे
रखे लैजेस को समसशचत रु् से उ्योत लाना होता, शजससे तार्ी के शहस्से लसढक
कर आ्स मे ना टकराए।

यात्रा के दौरान लोको ्ायलट तथा सहा. लोको ्ायलट के कतषव्य


1. जब तार्ी चला रहा हो तो प्रायेक लोको ्ायलट ्ूरी तरह शनताह रखेता और
प्रायेक सहायक लोको ्ायलट ुी जब तक लह अन्यथा कोई आलश्यक कायष नही
कर रहा हो ऐसा ही करे ता।
2. रास्ते मे शसतनल के संकेत को देखकर शसतनल संकेत ्सकारा (signal call out)
जाएता।
3. यात्रा के दौरान लोको ्ायलट या सहायक लोको ्ायलट यह ससशनशित करने
के शलए बार-बार श् े देखते रहेते दक तार्ी ससरशक्षत चल रही है या नही।
4. जब तार्ी तैंत के कायषस्थल से या कमषचारी यसक्त सम्ार फाटक से तसजरे तो
लोको ्ायलट या सहायक लोको ्ायलट ्ी े मसर्कर यह ससशनशित करते दक
"सब ीक है " और कोई खतरा संकेत नही ददया जा रहा है।
5. यदद इं जन से जानलर कट जाता है तो लोको ्ायलट और सहायक लोको
्ायलट ्ी े कऔ ओर देखते हुए ससशनशित करते दक तार्ी सही और ससरशक्षत
चल रही है, यदद संदह
े हो तो तार्ी रोककर जांच करनी चाशहए तथा दसर्षटना
शनयमालली के अध्याय 7 के ्ररशिि 1 का ्ालन करना चाशहए।
6. यात्रा के दौरान लोको ्ायलट तथा सहायक लोको ्ायलट द्वारा हाथ
शसतनलो के आदान प्रदान के शनयमो का ्ालन दकया जाएता।
7. सेक्िन मे लातस स्थायी तथा अस्थायी तशत प्रशतबंध का ्ालन दकया जाएता।
8. ब्लॉक सेक्िन मे तार्ी दकसी असामान्य कारणलि खर्ी हो जाती है तो
शनयमानससार बचाल ल अन्य कायषलाही करे ता।
9. यदद शबना दकसी कारण के तार्ी प्रथम रोक शसतनल ्र 5 शमनट से अशधक
रुकती हो तो सहायक लोको ्ायलट को स्टेिन ्र कारण का ्ता लताने
ुेजेता तथा तार्ष द्वारा बचाल हेतस आलश्यक कदम उ ाए जायेते। (यदद श् े
IBH है तो 5 शमनट अन्यथा 15 शमनट से अशधक शललंब कऔ संुालना हो तो
GR 6.03 के अनससार तार्ष बचाल करे ता)
10. यदद यात्रा के दौरान तार्ष के सहायता कऔ आलश्यकता हो तो तीन ोटी शसटी
बजाएता। ऐसी शसटी ससनने के बाद तार्ष तसरंत हाथ ब्रेक लताकर तार्ी रोकने का

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प्रयास करे ता, तथाश् रुकने लाले स्थान ्र ्हुंचते समय लोको ्ायलट तार्ी
्र ्ूणष शनयंत्रण रखेता, लह तार्ष ्र शनुषर के लल आ्ातकालीन ्ररशस्थती मे
ही रहेता।
11. इं जन को तार्ी से अलत करने से ्हले तार्ष कऔ अनसमशत लेता।
12. लोको ्ायलट अ्नी तार्ी को शबना झटका ददए चलाएता तथा रोके ता।
13. आलश्यकतानससार तथा ्ररशस्थशतनससार शसटी कोर् का उ्योत दकया जाएता।
14. यदद लोको ्ायलट और तार्ष के बीच र्ंटी संचार व्यलस्था है तो उसका प्रयात
दकया जाएता।
15. तार्ी रोकते समय लोको ्ायलट लाइन के उतार चढाल, मौसम कऔ शस्थती,
्टरीयो कऔ दिा, ब्रेक िशक्त, तार्ी कऔ लंबाई तथा ुार आदद का ध्यान रखेता।
16. लोको ्ायलट यह देखेता कऔ तार्ी उ्‍लंर्न शचन्ह साफ करके खर्ी है।
17. लोको ्ायलट कायष ्र रहते हुए इं जन ोर्कर नही जाएता।
18. इसके अलाला संरक्षा ससशनशित करने के शलए यथासंुल कायष करे ता।

स्टेिनो ्र लाहनो को शस्थर रखना- (SR 5.23-1)


1. जहां तक संुल हो लोर् को मसख्य ्ररचाशलत लाइन ्र स्टेबल नही
दकया जाएता। यदद आलश्यक हो तो स्टेिन मास्टर खण्र् शनयंत्रक से
अनसमशत लेता।
2. जहॉ तक संुल हो सके ऐसी लैतनो को उन लाईनो ्र खिा करना चाशहए
जो रलनंत लाईन से अलत है। जब इन लैतनो को रलनंत लाईन ्र खिा
करना ्िे तो स्टेिन मास्टर को यह ससशनशित कर लेना चाशहए दक सुी
कांटे इन लाईनो के शलरुद्ध लता ददये तये है और कांटो को क्लैम्् करके उन
्र ताला लता ददया है और इसकऔ चाबी अ्नी शनजी आशुरक्षा मे है।
3. लोर् स्टेबल करते समय लोको ्ायलट तथा तार्ष ससशनशित करते दक लोर्
उ्‍लंर्न शचन्ह या शर्रे ललंत शस्लच के अंदर है।
4. ब्रेकयान तथा लाहनो के हैण्र् ब्रेक अ्‍ ी तरह से कस देने चाशहए। यदद
रोलर शबयरींत का लोर् हो तो इं जन तथा ब्रेकयान के ्ास के 6 वाहनो के
हैण्र् ब्रेक अ्‍ ी तरह से कसना चाशहए।
5. ढलान कऔ ओर लसर्न लैजेस लताने चाशहए।
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6. लाहनो को जंजीर से बांधकर उनमे ताला लताना चाशहए।


7. उस लाइन से संबंशधत कांटो को लाईन के शलरुद्ध लताकर उन्हे क्लैम्् एलं
्ैर्लॉक करना चाशहए तथा चाबी को SM ने अ्ने ्ास रखनी चाशहए।
8. इं शजन को अलत करते समय ्हले इं शजन के एंतल कॉक को बंद दकया
जाएता, ता्िात लाहन के एंतल कॉक को बंद दकया जाएता, ्ाइ् को
अनक्ल दकया जाएता और अंत मे इं जन के क्ललंत को खोला जाएता।
9. लोको ्ायलट तथा तार्ष BPC और VG को स्टेिन मास्टर को सौ् दते।
नोट- ससरक्षा जंजीर को ्शहये और ्टरी के ऊ्र से दो बार ल्ेटकर
बांधना चाशहए और तब ताला बंद करना चाशहए तादक तालो ्र दकसी
प्रकार का जोर न ्िे।

इं जन को लोर् सशहत /रशहत स्टेबल करना (SR 5.23-3)


इं जन को लोर् सशहत / रशहत स्टेबल करना हो तो SR 4.61-2 के प्रालधानों का ्ालन
दकया जाएता -
SR 4.61-2 यदद इं जन को स्टेबल करना हो तो लोको ्ायलट सहायक लोको ्ायलट
इं जन को ोर्ने से ्हले शनम्नानससार ससशनशश्तत करते -
(i) इं जन उ्‍लंर्न शचन्ह के ुीतर खर्े दकए जाए।
(ii) मरम्मत ्सस्तक एलं रर् कार्ष म आलश्यक प्रशलशियां कऔ जाए।
(iii) हाथ ब्रेक लताया जाए।
(iv) इं जन ब्रेक लताया जाए।
(v) र्ीजल इं जन को बंद दकया जाए तथा सुी सर्कष ट ब्रेकर और शस्लचो को
बंद कर ददया जाए।
(vi) ए - 9, एस ए - 9, मरम्मत ्सस्तक एलं रर् कार्ष प्राशधकृ त व्यशक्त अथाषत
लॉबी ्यषलेक्षक / स्टेिन अथला यार्ष के प्रुारी ्यषलेक्षक / िेर् म ड्यूटी
्र उ्शस्थत ्यषलेक्षक,जैसा ुी मामला हो, को सौं् ददया जाए।

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रोर् साइर् स्टेिन से स्टेबल लोर् शक्लयर करना


1) सलषप्रथम लोको ्ायलट ल तार्ष स्टेिन मास्टर से शक्लयर दकए जाने लाले
लोर् कऔ जानकारी लते ।
2) स्टेिन मास्टर से लोर् का BPC तथा VG लेते तथा लोर् को चेक करते।
3) इं जन को लोर् ्र लताने से ्हले उसे ्याषप्त दूरी ्हले खर्ा दकया
जाएता।
4) लोको को शजस ददिा से लोर् ्र लताना है, उस साइर् के ब्रेक ्ाइ् के
एंतल कॉक को खोलते और ससशनशित करते दक प्रेिर बराबर आ रहा है।
5) इं जन को लोर् ्र लताने के ्हले यह ससशनशित करते दक लोर् ्सरी तरह
ससरशक्षत है।
6) सक्षम रेल कमषचारी द्वारा हाथ शसतनल ददखाए जाने ्र इं जन को
सालधानी्ूलषक लोर् ्र लते तथा सही क्ललंत लताये जाने ्र लोको ब्रेक
(SA9) लता ददए जायते।
7) इं जन और लोर् के शबच लसंतल ्ाइ् प्रणाली मे ब्रेक ्ाइ् को ब्रेक ्ाइ्
से तथा टलीन ्ाइ् प्रणाली (Twin pipe) मे ब्रेक ्ाइ् को ब्रेक ्ाइ् से
और फऔर् ्ाइ् को फऔर् ्ाइ् से जोर्ा जाएता।
8) लोको मे BPप्रेिर 5Kg/cm ², FPप्रेिर 6Kg/cm ² तथा MR प्रेिर 8 से
10 Kg/cm ² होना चाशहए।
9) सलषप्रथम लोर् के एंतल कॉक को खोलते उसके बाद इं जन के एंतल कॉक को
खोलते तथा ससशनशित करते दक इं जन के आते का एंतल कॉक बंद है और
अंशतम लाहन / ब्रैक यान का एंतल कॉक बंद है।
10) तार्ष, सहायक लोको ्ायलट, ्ॉइं टसमैन लोको से ब्रेकयान कऔ ओर हैन्र्
ब्रैक तथा चैन खोलते हुए जायते, लसर्न लैजस
े को हटाया जाएता तथा
ससशनशित करते दक सुी कनेक्िन, क्ललंत सही लते हुए है और सुी एंतल
कॉक खसले हुए है तथा कोई शलके ज नही है। इसके अलाला Empty/Loaded
शर्लाइस लोर् के अनससार सही शस्थशत मे है, यह ुी देखा जाएता।
11) कं टीन्यसटी जांच कऔ जाएती।

12) ब्रेक यान मे प्रेिर लाहनो के अनससार 4.7Kg/cm ² से 4.8Kg/cm ² होना


चाशहए।
13) यह ुी देखा जाएता दक लैतनो के श्स्टन ररलीज हो रहे है अन्यथा ररलीज
दकया जाएता।

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14) कायषरत शसलर्र के आधार ्र ब्रेक ्ॉलर प्रशतित शनकाला जाएता, जो


75% से कम नही होना चाशहए।
15) BPC कऔ जांच करते यदद अलैध हो तो लोको ्ायलट एलं तार्ष एक संयसक्त
मेमो (GDR) तीन प्रशतयो मे तैयार करते और उस ्र हस्ताक्षर करके एक
एक प्रशत अ्ने ्ास रखकर एक प्रशत स्टेिन मास्टर को सौ्ते। इस GDR मे
ब्रेक ्ॉलर प्रशतित, कोई कमी यदद हो तो उ्‍लेख दकया जाएता।
16) यह मेमो देने के ्हले लोको ्ायलट और तार्ष तार्ी कऔ जांच करके यह
ससशनशित करते दक तार्ी मे कोई अससरशक्षत शस्थशत नही है।
17) जब तक लोको ्ायलट एलं तार्ष द्वारा संयसक्त रु् से "तार्ी जाने योग्य "
मेमो नही शमल जाता तब तक स्टेिन मास्टर तार्ी को प्रस्थान कऔ अनसमशत
नही देता।
18) उशचत प्रस्थान प्राशधकार ्त्र शमल जाने ्र तार्ी को रलाना दकया जाएता
एलं प्रथम अलसर ्र ब्रेक ्ॉलर कऔ जांच कऔ जाएती।

र्ाट सेक्िन मे कायष करने के शनयम-


र्ाट सेक्िन का शललरण मंर्लो कऔ संचालन समय साररणी मे ददया जाता है और र्ाट
सेक्िन मे ताशियो का संचालन दकस प्रकार करना है उसका उ्‍लेख ुी संचालन समय
सारणी मे दकया जाता है।
जो स्टेिन र्ाट सेक्िनो मे शस्थत होते है उन स्टेिन ्र ग़ाशियो का संचालन दकस
प्रकार दकया जायेग़ा उसका ्ूणष शललरण ुी उस स्टेिन के स्टेिन संचालन शनयम मे
दकया जाता है।
मध्य रे ल ्र मसम्बई मंर्ल के कसारा - इतत्सरी, कजषत - लोनालला और
नात्सर मंर्ल ्र धाराकोह - मरामशझरी एलं तीतांल - शचचोंर्ा र्ाट सेक्िन हैं ।

र्ाट सेक्िन मे ताशियो के संचालन के शलये ली जाने लाली सालधाशनयॉ


1. र्ाट सेक्िन मे चलने लाली ताशियों कऔ मािषललंत शनयमानससार होनी
चाशहए ।
2. मालतािी मे इं जन के बाद ुरे हुए लाहन तथा उनके बाद खाली लाहनो को
लताना चाशहए।
3. दो बोती के बीच या इं जन और बोती के बीच एक चौ्शहया लाहन नही
लताना चाशहए।

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4. र्ाट सेक्िन मे चलने लाली ताशियों का ुार शनधाषररत सीमा के अन्ततषत ही


रहना चाशहए।
5. शजन सेक्िनो मे बैकर इं जन लताने के अनसदि
े ददये तये है लहॉ ्र ताशियो को
शबना बैकर इं जन के नही चलाना चाशहए ।
6. र्ाट सेक्िन मे उन्ही चालको को तािी चलानी चाशहए जो र्ाट सेक्िन मे तािी
चलाने के शलये प्रशिशक्षत है ।
7. र्ाट सेक्िन म इं जन को लोर् से अलत नही दकया जाएता ।
8. लांत हॉल तार्ी तथा लॉरी को र्ाट सेक्िन म कायष करने कऔ अनसमशत नहीं हैं ।

कै च साइलर्ंत तथा शस्ल् साइलर्ंत मे अंतर


क्र. कै च साइलर्ंत शस्ल् साइलर्ंत
1. यह साइलर्ंत उन स्टेिनो ्र बनायी यह साइलर्ंत उन स्टेिनो ्र बनायी
जाती है जहॉ ्र स्टेिन से बाहर कऔ जाती है जहॉ ्र स्टेिन कऔ ओर तथा
ओर 80 म एक का उतार होता है। आते 100 मे एक का चढाल होता है।
2. कै च साइलर्ंत के कांटे तािी आने कऔ शस्ल् साइलर्ंत के कांटे तािी आने कऔ
ददिा मे सम्मसख होते है। ददिा मे अनसमसख होते है।
3. कै च साइलर्ंत के कांटो को शललर या शस्ल् साइलर्ंत के कांटे लस्प्रंत कांटे
्ैनल द्वारा संचाशलत दकया जाता है। होने के कारण तािी के चक्को द्वारा
अ्ने आ् संचाशलत होते है।
4. कै च साइलर्ंत अतले ब्लॉक सेक्िन का शस्ल् साइलर्ंत श् ले ब्लॉक सेक्िन
बचाल करती है। का बचाल करती है।
5. कै च साइलर्ंत श् ले ब्लॉक सेक्िन शस्ल् साइलर्ंत दकसी ुी ब्लॉक
का शहस्सा होती है। सेक्िन का शहस्सा नही होती है।
6. कै च साइलर्ंत कऔ क्षमता ्ूरी तािी शस्ल् साइलर्ंत कऔ क्षमता के लल तीन
कऔ लम्बाई के बराबर होती है। या चार शर्ब्बो कऔ होती है।
7. कै च साइलर्ंत लाले स्टेिन ्र ताशियॉ शस्ल् साइलर्ंत लाले स्टेिनो से
हमेिा रुककर जाती है (उन स्टेिन ताशियॉ हमेिा शबना रुके जाती है।
को ोिकर जहॉ तशत संलेदक यंत्र
SSD) लते है। **

ध्यान द -
 कै च सायलर्ंत, स्ली् सायलर्ंत, सैण्र् हम्् मे तार्ी का प्रलेि सांकेशतक
दसर्षटना कहलाता है।

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सामग्री तािी का संचालन (GR 4.62, SR 4.62-1)


कायष शलशध-
1) सामग्री तार्ी का संचालन दोनो ओर के स्टेिन मास्टर कऔ अनसमशत से और
शलिेय अनसदिे ों के अनससार होता।
2) इं शजशनयररं त शलुात के अनसरोध ्र मंर्ल ्ररचालन प्रबन्धक सामग्री तािी के
कायष करने के संबशन्धत व्यशक्तयो को आदेि जारी करते, शजसमे शनम्नशलशखत बाते
होती है-
a. उस सेक्िन का नाम शजसमे सामग्री तािी कायष करे ती।
b. कायष प्रारम्ु करने कऔ शतशथ ।
c. सामग्री तािी के कायषुारी अशधकारी का नाम।
d. सामग्री तािी को स्टेबल करने लाले स्टेिन का नाम।
3) इं शजशनयररं त शलुात द्वारा नोरटस ्याषप्त समय ्हले (कम 3 ददन ्हले) दे देना
चाशहए।
4) यदद सामग्री तािी का संचालन 15 ददनो से अशधक के शलये स्थशतत कर ददया
जाये या कायष करने के सेक्िन मे ्ररलतषन दकया जाये तो सुी सम्बशन्धत
व्यशक्तयों को सूचना अलश्य देना चाशहए।
5) सामग्री तािी मे कम से कम एक ब्रेक यान ्ी े कऔ ओर अलश्य रहना चाशहए।
जहॉ उ्लब्ध हो लहॉ एक ब्रेक यान आते तथा एक ्ी े अलश्य होना चाशहए।
6) सामग्री तािी के कायषुारी कऔ यह शजम्मेदारी है दक लह सामग्री तािी के रे क का
्ररक्षण शनलाषत ब्रेक स्टॉक के मामले मे 10 ददन मे एक बार तथा एयर ब्रेक स्टॉक
के मामले मे 15 ददन मे एक बार TXR से अलश्य करला ले।
7) सामग्री तािी का कायषुारी रे क का BPC अ्ने ्ास रखेता तथा सामग्री तािी
िसरू करने से ्हले लोको ्ायलट ल तार्ष को सौ्ते।
8) सामग्री तािी का संचालन सामान्यत: ददन के समय दकया जाएता। मसम्बई मंर्ल
मे मसम्बई और क्‍याण सेक्िन के बीच तथा अन्य सेक्िनो मे ुी अशत आलश्यक
्ररशस्थशतयो मे मंर्ल रेल प्रबन्धक सूयाषस्त के बाद ुी सामग्री तािी के संचालन
कऔ अनसमशत दे सकते है।
9) सेक्िन मे सामग्री तािी कऔ तशत मालतािी कऔ शनधाषररत तशत के समान होती।
10) चलती सामग्री तािी से कोई ुी सामान उतारा नही जाएता लेदकन शतट्टी तािी
से शतट्टी शतराते समय उसे 8 kmph कऔ अशधकतम तशत से चलाया जाता है।
सामग्री तािी का इन्चाजष रे ल्थ साफ़ करने के शलये शजम्मेदार होता।
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11) सामग्री तािी को स्टेिन सीमा के बाहर दो ुातो मे बांटा नही जाएता।
12) सामग्री तािी जब सेक्िन मे कायष कर रही हो तब तार्ष इं शजशनयररं त शलुात के
कमषचाररयो द्वारा तािी का बचाल करलायेता। यह बचाल दोहरी लाईन ्र ्ी े
कऔ ओर से तथा इकहरी लाईन ्र आते और ्ी े कऔ ओर से शनम्न प्रकार से
दकया जाएता -
अंशतम लाहन से 600 मीटर कऔ दूरी ्र बैनर फ़्लैत लतायेता एलं उसके समी्
10 मीटर के अन्तर ्र दो ्टाखे लताकर बचाल दकया जाएता। ोटी लाईन ्र
बैनर फ़्लैत 400 मीटर कऔ दूरी ्र लताया जाता है। तािी के आते श् े चलने के
साथ साथ बैनर फ्लेत तथा ्टाखो मे ुी उसी अनससार ्ररलतषन दकया जाएता।
13) सामग्री तािी को उ्यसक्त रास्ते ्र कायष करना चाशहए यदद सामग्री तािी को
धके ल कर ला्स उसी स्टेिन ्र लाया जाता है जहॉ से यह तािी रलाना हुई
थी तो यह ्सलिंत बैक के शनयमानससार कायष दकया जाएता।
14) यदद सामग्री तािी श् ले ब्लॉक सेक्िन मे कायष करती है तो स्टेिन मास्टर
लाईन को ब्लॉक बैक करे ता तथा लोको ्ायलट को शनधाषररत फ़ॉमष ्र (T/806)
ब्लॉक सेक्िन मे जाने कऔ अनसमशत देता। उन स्टेिनो ्र जहॉ र्ायिो ब्लॉक
उ्करण लते है लहॉ लोको ्ायलट को ऑक्यू्ेिन चाबी दी जाएती।
15) सामग्री तािी ्ी े धके लते समय-जब तार्ष सबसे आते ब्रेकयान मे मौजूद हो और
लाईन सीधी हो तो तािी कऔ अशधकतम तशत 25 kmph होती अन्यथा 8
kmph होती।
16) तार्ष अतले ब्रेकयान म यात्रा करे ता, ब्रेकयान उ्लब्ध ना होने ्र समी् के
लाहन म यात्रा करे ता और लोको ्ायलट को हाथ शसतनल ददखायेता।
17) तािी कमी तेज शनताह रखते तथा दकसी ुी अलरोध या सम्ार के ्हले
तािी रोकने के शलये तैयार रहते ।
18) टनष आऊट ्र ्हुंचते समय तार्ष को तािी अलश्य रोक देनी चाशहए तथा
ससशनशित करना चाशहए दक कांटे सही तरह से सैट तथा लॉक दकये तये है तथा
नॉन इन्टरलॉक कांटो ्र ्ॉइं टसमैन ुी मौजूद है ।
19) सामग्री तािी का संचालन: सामग्री तािी को उ्यसक्त रास्ते Right Road ्र
कायष करना चाशहये ।

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खंर् ब्लाक का शललरण अ्ेशक्षत कायषलाही अ्ेशक्षत कायषलाही (ब्लाक


(ब्लाक देने लाला शक्लयर करने लाला स्टेिन)
स्टेिन)
कायष करना, और लाइन शक्लयर लेना, शसतनल आफ करके तािी के ्ूणष
अतले स्टेिन ्र अंशतम रोक शसतनल आतमन कऔ ससशनशिती, ब्लाक
ब्लाक शक्लयर करना को आफ करना शक्लयर करने के बाद सेक्िन
एकहरी
कायष करना, उसी लाइन शक्लयर लेना, शक्लयर करता
लाइन
स्टेिन ्र ब्लाक अंशतम रोक शसतनल
शक्लयर करना को आफ करना (्सलिंत
(ला्स आना) बैक ममो जारी )
सही ददिा (अतले लाइन शक्लयर लेना, शसतनल आफ करके तािी के ्ूणष
ब्लाक सेक्िन म) ्र अंशतम रोक शसतनल आतमन कऔ ससशनशिती, ब्लाक
कायष करना, और को आफ करना शक्लयर करता
अतले स्टेिन ्र
ब्लाक शक्लयर करना
सही ददिा म कायष लाइन शक्लयर लेना, ्ाइलट करके तािी का ्ूणष
दोहरी
करना, ला्स उसी अंशतम रोक शसतनल आतमन कऔ ससशनशिती, श् ला
लाइन
स्टेिन ्र आना को आफ करना (्सलिंत संकेत रद्द र्ंटी संकेत
बैक ममो जारी )
श् ले ब्लाक सेक्िन ब्लाक बैक का नंबर शसतनल आफ करके तािी के ्ूणष
म कायष करना और प्राप्त करके T/806 ्र आतमन कऔ ससशनशिती, ब्लाक
ला्स उसी स्टेिन शलखकर दता शक्लयर करने के बाद सेक्िन
्र आना शक्लयर करता

******
सामग्री तािी को शस्थर करना- (GR 4.64, SR 4.64-1)
1. आ्ात शस्थशत को ोिकर सामग्री तािी ्ररचाशलत लाईन ्र शस्थर नही
कऔ जाएती।
2. लोको िेर् म ड्यूटी ्र होने लाला लोको फोरमैन उस कायष को करे ता जो
इस संबंध म स्टेिन मास्टर के शलए शनधाषरीत हैं।
3. तार्ष अ्ना कायषुार तब तक नही ोर्ेता जब तक दक लह ससशनशित नही
कर लेता हैं तार्ी कऔ रक्षा शनधाषरीत रु् से कर दी तई हैं।

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4. यदद सामग्री तािी दकसी स्टेिन ्र स्थायी रु् से खिी कऔ तयी है तो


उसकऔ रक्षा शनम्नशलशखत तरीके से कऔ जाएती-
स्टेिन मास्टर ससशनशित करे ता दक-
a) सामग्री तािी फ़ॉऊललंत माकष या शर्रे ललंत शस्लच के अन्दर खिी है।
b) सामग्री तािी के सुी लैतनो के हैंर् ब्रेक अ्‍ ी तरह कसे है। तार्ष ने ब्रेक
यान के हैन्र् ब्रेक कसे है।
c) सामग्री तािी शजस लाईन ्र खिी कऔ तई है उस लाईन के कांटे शलरुद्ध
ददिा मे लताकर उन्हे क्लैम्् तथा ्ैर्लॉक कर ददया तया है तथा ताले कऔ
चाबी स्टे. मा. के ्ास है।
d) सम्बशन्धत लाईन के शलये शसतनलो स्लॉट,्ाईंट लीलरो ्र लीलर कॉलर,
स्लाइर् ्र स्लाइर् श्न तथा बटन ्र बटन कै ् लताये तये है।
e) तार्ष तब तक अ्ना कायषुार नही ोिेता जब तक दक सामग्री तािी कऔ
रक्षा उशचत तरीके से नही कर ली जाती।

मानसून ्ेरोललंत / ्ेरोलमैन का सेक्िन मे शललशम्बत होना (SR15.04-2)


1. जब मानसून प्रारं ु हो तब तश्त लताना प्रारं ु करना चाशहए
2. तश्त चाटष मंर्ल इं जीशनयर द्वारा शलशुन्न सेक्िन के शलए अलत अलत तैयार
दकये जाऐंते शजसकऔ एक प्रशत स्टेिन मास्टर को उ्लब्ध कराई जाएती शजसमे
्ेरोललंत का समय दकताब का नं, और कौन से दक.मी. ्र ्ेरोल मैनो को
दकताबो का आदान-प्रदान करना है, स्टेिन से ्ेरोल मैनो के रलाना होने तथा
उनके आतमन का समय आदद बातों का शललरण शलखा होता है।
3. ्ेरोललंत िसरू करने कऔ तारीख PWI /AEN द्वारा स्टेिन मास्टर को सूशचत कऔ
जाती है।
4. शनधाषररत समय ्र दोनो स्टेिनो से ्ेरोलमैन अ्नी दकताबों ्र स्टेिन
मास्टर के हस्ताक्षर लेकर ्ेरोललंत के शलये शनकलते है तथा सेक्िन मे शनधाषररत
स्थान ्र (दक.मी.) दोनों ्ेरोलमैन एक दूसरे से शमलकर अ्नी दकताबों का
आदान-प्रदान करते है और ला्स आकर स्टेिन मास्टर से दकताबो ्र हस्ताक्षर
लेते है।

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5. स्टेिन मास्टर अ्नी र्ायरी मे ्ेरोल मैन का नाम, ददिा, आने तथा जाने का
शनधाषररत समय तथा लास्तशलक समय और कोई शलिेय कथन हो तो, शलखता है।
6. सेक्िन मे यदद ्ेरोल मैन को शलरुद्ध ददिा से आता हुआ ्ेरोल मैन नही
शमलता है तो ्ेरोल मैन ला्स नही आयेता बश्‍क लहॉ तक जाएता जहॉ उसे
शलरुद्ध ददिा का ्ेरोल मैन शमले।
7. यदद ्ूरे सेक्िन मे शलरुद्ध ददिा का ्ेरोल मैन नही शमलता है तो ्ेरोल मैन
अतले स्टेिन तक ्हुंचकर स्टेिन मास्टर को सूचना देता ल हस्ताक्षर लेता।
स्टेिन मास्टर दूसरी ओर के स्टेिन मास्टर को तथा PWI को सूशचत करे ता।
PWI दूसरा ्ेरोल मैन शनयसक्त करे ता।
8. यदद कोई तश्त लाला अ्ने शनधाषररत आतमन समय से 15 शमनट ्िात तक
नही आता है तो स्टेिन मास्टर शनम्नशलशखत कायषलाही करे ता-
a) उस ब्लॉक सेक्िन मे जाने लाली सुी ताशियो को खिी करे ता।
b) उस सेक्िन के दूसरे शसरे के स्टेिन मास्टर को ुी इसी प्रकार कऔ कायषलाही
करने के शलये कहेता तथा कन्रोलर को सूशचत करे ता।
c) दोनो ओर के स्टेिन मास्टर उस सेक्िन मे जाने लाली सुी ताशियो को सतकष ता
आदेि जारी करते। सतकष ता आदेि मे लोको ्ायलट को सतकष रहने के शलये
कहा जाएता तथा ददन मे जब दृश्यता साफ़ हो 40 kmph और रात मे या ददन
मे जब दृश्यता साफ़ न हो तो 15 kmph के तशत प्रशतबन्ध का उ्‍लेख सतकष ता
आदेि मे दकया जाएता।
d) स्टेिन मास्टर प्रुाशलत सेक्िन मे तैंतमैन या ्ाईंट्समेन को ुेजकर ्ेरोल मैन
के ला्स न आने का कारण ्ता करे ता।
e) जब तक ्ेरोल मैन ला्स न आ जाये या उसका ्ता न चल जाय और रे ल ्थ
ससरशक्षत न हो तब तक सतकष ता आदेि जारी रहेता।

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मािषललंत (शलन्यास)
तािी मे लाहनो को सही क्रम मे लताकर तािी तैयार करने कऔ शलशध को मािषललंत
कहते है।
उद्देश्य-
i) संरक्षा एलं ससरक्षा को ध्यान मे रखकर
ii) याशत्रयों कऔ ससशलधाओ को ध्यान मे रखकर
iii) ्ररचालन ससशलधा को ध्यान मे रखकर।
शलध्लंस शलरोधी शलन्यास- Anti Telescopic Marshalling.
शलध्लंस शलरोधी शर्ब्बे का प्रयोत करके जो मािषललंत कऔ जाती है तो ऐसी मािषललंत
Anti Telescopic Marshalling (शलध्लंस शलरोधी शलन्यास) कहलाती है। इस
मािषललंत मे इं जन के बाद तथा तािी मे ्ी े कस शलिेय प्रकार के शर्ब्बे लताये जाते
है ये शर्ब्बे इस प्रकार के बनाये जाते है, दक टक्कर का प्रुाल तािी के अन्य शहस्सो मे न
्िे या कम से कम ्िे।
1. मेल / एक्सप्रेस ताशियों कऔ एन्टी टेलीस्कोश्क मािषललंत
इं जन + SLR + 2 ATC + अन्य शर्ब्बे----- + 2 ATC + SLR
2. सलारी तािी कऔ एन्टी टेलीस्कोश्क मािषललंत
इं जन + SLR + 1 ATC + अन्य शर्ब्बे----- + 1 ATC + SLR
3. ब्रांच लाईन ्र चलने लाली सलारी तािी
इं जन + 1 ATC + साधारण शर्ब्बे + SLR+ साधारण शर्ब्बे + 1ATC
SLR स्लत: एन्टी टेलीस्कोश्क कोच माना जाता है क्योंदक याशत्रयो के बै ने के स्थान
्र दोनो ओर लतेज कम््ाटषमेन्ट होते है। ब्रांच लाईन ्र बीच मे एस.एल.आर. लताने
का उद्देश्य िंरटंत मे लतने लाले शललम्ब को कम करना है।
एन्टी टेलीस्कोश्क कोच ( ATC) कऔ शलिेयताएं-
1. यह शर्ब्बा स्टील का बना होता है तथा लजन मे ह्‍का होता है शजससे
इं जन ज्यादा शर्ब्बे खींच सकता है।
2. इसका फ़िष,साईर् तथा त एक ही फ्ऱे म कऔ बनी होती है।
3. इन शर्ब्बों के दकनारे कमजोर बनाये जाते है तथा िौचालय तथा फ़िष के
नीचे Collapsible Tube (नि होने लाली ट्यूब) लताई जाती है। शजससे
टक्कर के समय जो ुी ऊजाष ्ैदा होती है या आर्ात होता है उसको इसके
दकनारे स्लयं ही सहन करते है और उसमे ये दब जाते है तथा Collapsible
tube ुी नि हो जाती है और बीच का शहस्सा ससरशक्षत रह जाता है।
4. इसकऔ ्हचान के शलये बफ़र के ्ास ्ी े शतर ी ्रट्टयॉ बनी होती है।

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5. एक्सल और बोती फ्ऱे म के बीच िाइल लस्प्रंत लती होती है शजससे


याशत्रयो को झटके कम लतते है।
6. बोती फ्रेम के सुी जोर्ो ्र रबर का प्रयोत दकया जाता है शजससे शर्ब्बे
कऔ दफटनेस बनी रहती है और आलाज ुी नहीं आती है।

मेल / एक्सप्रेस / सलारी / शमली-जसली तािी कऔ मािषललंत- (SR 4.23-4)


1. मेल/एक्सप्रेस/सलारी/शमलीजसली ताशियो कऔ रचना तथा उनका शलन्यास
मस.्रर.प्रबन्धक द्वारा समय समय ्र जारी दकये तये शलिेय अनसदि
े ो द्वारा
शनधाषररत दकया जाता है।
2. मेल/एक्सप्रेस/सलारी/शमलीजसली ताशियो कऔ स्थायी रचना मे कम से कम दो
SLR लताने चाशहए शजसमे एक SLR इं जन के ्ी े तथा एक SLR सबसे
आशखरी मे अलश्य होना चाशहए।
3. यदद दो SLR उ्लब्ध नही है तो एक SLR ्ी े कऔ ओर अलश्य ही होना
चाशहए।
4. ोटी िाखा लाईनो ्र चलने लाली सलारी एलं शमली जसली ताशियों मे SLR
बीच मे लताया जा सकता है तादक SLR का स्थान ्ररलतषन करने के शलये बार-
बार िंरटंत न करनी ्िे ्रं तस SLR के दोनो ओर अशधकतम दो बोशतया होनी
चाशहए।
5. शमली जसली तािी का शलन्यास साधारणत: शनम्नप्रकार से होता-
इं जन + माल शर्ब्बे + सलारी शर्ब्बे + SLR
6. सलारी / मेल एक्सप्रेस तािी के ब्रेक यान के ्ी े अशधकतम दो बोती या चार
चौ्शहया लाहन लताये जा सकते है बिते इन लाहनो के ब्रेक कायषरत हो और
उन्हे तािी के ब्रेक प्रणाली से जोि ददया हो लेदकन इसके अशतररक्त एक शनरीक्षण
यान ुी अंशतम लाहन के रु् मे लताया जा सकता है बिते उसके रेन ब्रेक के साथ-
साथ हाथ ब्रेक ुी कारतर हों।
7. शमलीजसली तािी मे श् ले ब्रेक यान के ्ी े दो बोती या चार चौ्शहया लाहन के
अशतररक्त एक शनरीक्षण यान या ्ॉलर जनरे टर कार अशन्तम लाहन के रु् मे
लताया जा सकता है बिते सुी लाहनो के ब्रेक कायषरत हो और शनरीक्षण यान के
मामले मे उसके हैन्र् ब्रेक ुी कारतर हो।
8. एक चौ्शहया लाहन दो बोती तथा इं जन और बोती के बीच नही लताया
जाएता।
9. जब चौ्शहया लाहन सलारी तािी मे लता हो तो तािी कऔ अशधकतम तशत 75
kmph होती।
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10. सलारी तािी मे माल शर्ब्बा तब तक नही लताया जाएता जब तक दक TXR

द्वारा उसे "यात्री तािी के शलए दफट है” प्रमाण ्त्र नही ददया जाता ।
11. सलारी तार्ी म रेन ्ाई‍र् लाहनों को नही लताना चाशहए दकन्तस शमली जसली
तार्ी म ब्रकयान के अन्दर ्ूणषत: शनलाषत / एयर ब्रेकयसक्त तार्ी म लताया जा
सकता हैं.यदद उसके लतने से तार्ी कऔ प्रकाि व्यलस्था म कोई बाधा न ्हुंचे।
12. सुी कोलचंत और माल लाहन ्रीक्षण और दफ़ट टू रन ्रीक्षण करने लाले
स्टेिनो के तािी ्रीक्षक सलारी तािी मे लते माल लाहनो का ुी ्रीक्षण करते
यद्यश् उन ताशियो का साधारणत: ऐसे स्टेिन ्र ्रीक्षण नही दकया जाता तो
ुी इन स्टेिनो ्र शसफ़ष सलारी तािी मे लते माल लाहनो का ही ्रीक्षण दकया
जाएता और उन्हे दफ़ट टू रन का प्रमाण ्त्र जारी दकया जाएता।
13. ऐसे स्टेिन ्र जहॉ अशन्तम स्टेिन ्र तािी ्रीक्षक कमषचारी नही रखे तये है
लहॉ प्रारशम्ुक स्टेिनो ्र ही तािी ्रीक्षक कमषचारी शमली जसली ताशियो को
जाने और आने दोनो ददिाओ कऔ यात्रा के शलये प्रमाण ्त्र जारी करते चाहे ले
अशन्तम स्टेिन से खाली आये या ुरी हुई आये।
14. रसोईयान (्ैन्री कार) जहॉ तक संुल हो सके बीच मे लताना चाशहए और
लेस्टीबसल स्टॉक से जसिी होनी चाशहए।
15. लेस्टीबसल स्टॉक एक समूह मे लताना चाशहए जहॉ तक संुल हो सके उनके बीच
मे नॉन लेस्टीबसल कोच नही लताना चाशहए।
16. सुी ए.सी. कोच एक ही समूह मे होने चाशहए और उ्यसक्त स्थान ्र लेस्टीबसल
स्टॉक के साथ जसिे होने चाशहए।
17. सेक्िनल कोच लताते समय ध्यान रखना चाशहए दक शजस जंक्िन स्टेिन ्र
उसकऔ िंरटंत कऔ जाएती यदद उस स्टेिन ्र िंरटंत इं जन उ्लब्ध है तो उसे
तािी मे सबसे ्ी े लताया जाएता और यदद िंरटंत इं जन उ्लब्ध नही है तो
तािी मे इं जन के ्ी े लताया जाएता।

मालतािी कऔ मािषललंत- (SR 4.23-5)


1. SR 4.23-1 मे उ्‍लेशखत ताशियो के मामलो को ोिकर सुी ताशियो के ्ी े
एक मालतािी का ब्रेकयान अलश्य होना चाशहए।
2. मालतािी मे ODC लाहन को तब तक नही लताना चाशहए जब तक दक इसके
शलये COM कऔ ्ूलष अनसमशत न शमल जाये।
3. एक चौ्शहया लाहन दो आ ्शहये लाले लाहनो (बोती) के बीच तथा इं जन
और बोती के बीच नही लताना चाशहए लेदकन रास्ते मे िंरटंत कऔ ससशलधा के
शलये इं जन ल बोती के बीच लताया जा सकता है।
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4. शलिेय अनसदि े ो के अनससार चलने योग्य प्रमाशणत दकया तया क्षशतग्रस्त लाहन /
माल शर्ब्बा या इं जन श् ले ब्रेक यान के ्ी े के लल ददन के प्रकाि म लताकर
उसका SR 4.29-1 के बिते उ्बंधो का ्ालन दकया तया हो लताया जा
सकता है।
5. र्ेर् इं जन (जो खराब नही है) यदद तािी कऔ अशधकतम तशत के बराबर चलने
योग्य है तो उसे रेन इं जन के बाद या 7ल क्रमांक ्र लताया जाएता।
6. र्ाट सेक्िन मे दो ुरे हुये लाहनो के बीच मे एक खाली चौ्शहया लाहन नही
लताया जाएता।
मािषललंत चाटष
मालतािी सलारी / शमलीजसली तािी
क्र शललरण र्ीजल/शलद्यस त इं ज न र्ीजल/शलद्यसत इंजन द्वारा
द्वारा
जानलरो/र्ोर्ो से ुरा शर्ब्बा इं जन से दूसरा इं जन से दूसरा
1.
खसले और हलादार बन्द लैतन इं जन से तीसरी इं जन से तीसरा
2.
मे मोटर तािी
शमलरी कऔ मोटर तािी इं जन से तीसरी नही लताया जाता
3.
बंद लैतन मे क्ास इं जन से दूसरा नही लताया जाता
4.
खसले लाहन मे ुूसा या ्सआल इं जन से दूसरा नही लताया जाता
5.
क्षशतग्रस्त लाहन या इं जन (जो ब्रेक यान के ्ी े शसफ़ष नही लताया जाता
6.
चलाने के शलये प्रमाशणत ददन मे
दकया तया हो )
बेकाम इं जन इं जन के बाद या 7 लां इं जन के बाद*
7.
*
क्रेन इं जन के बाद या 7 लां COM कऔ अनसमशत से
8.
*(अशधकतम दो) तार्ष लैतनो के साथ
(अशधकतम एक) **
* जहॉ दो इं जन चलाने कऔ अनसमशत नही है।
**जहॉ दो इं जन चलाने कऔ अनसमशत है।

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तार्ष लैतन
1. खाली अथला ुरे लैतन शजसमे खतरनाक, शलस्फ़ोटक या ज्ललनिील
प्रकार का सामान न हो या खाली यात्री लाहन (्ूणषत: ताशलत) को तार्ष
लैतन के रु् मे उ्योत दकया जा सकता है।
2. इन लाहनों को शलस्फोटक या ज्ललनिील द्गल या तैसों से ुरे हुए लैतनों
के आते और ्ी े लताया जा सकता है ।
3. दो चार ्शहये लाले लैतनो के स्थान ्र एक आ ्शहये के लैतन को तार्ष
लैतन के रु् मे प्रयोत दकया जा सकता है।
4. खाली ज्ललनिील द्गल, तैसो के लाहनो के साथ ुी शनयमानससार तार्ष
लैतन लताए जाऐंते।
शलस्फ़ोटक एलं तोला बारुद से लदे माल शर्ब्बे- (SR 4.28-4)
1. प्रायेक श्रेणी कऔ तािी मे लताये जा सकने लाले सेना के शलस्फ़ोटक सामान
अथला तोला बारुद से लदे हुये माल शर्ब्बो या ्ाउर्र यानो कऔ अशधकतम
संख्या शनम्नशलशखत है-
i) मालतािी मे - 05
ii) सलारी ताशियो मे - 02 (यथा संुल ्ाऊर्र यानो का
प्रयोत दकया जाएता)
iii) शमली जसली ताशियो मे - 04 ्ाउर्र यान अथला
3 बंद माल शर्ब्बे।
2. शलस्फ़ोटक एलं तोला बारुद से ुरे हुये सुी लाहनो को तािी मे एक ही
स्थान ्र लताना चाशहए।
3. प्रायेक शर्ब्बे मे शलस्फ़ोटक कऔ मात्रा शर्ब्बे मे अंदकत क्षमता से अशधक नही
होनी चाशहए (जैसा रे र् टैररफ़ मे बताया तया है)।
4. शलस्फ़ोटक ्दाथष से ुरे लाहनो के आते और श् े दो तार्ष लैतन लताने
चाशहए। यदद शलस्फ़ोटक ्दाथष से ुरे लाहनो को इं जन के ्ास लताया जा
रहा है तो इं जन और ऐसे लाहनो के बीच एक तार्ष लैतन अलश्य होना
चाशहए।
5. जहॉ तक संुल हो सके सलारी तािी मे शलस्फ़ोटक ्दाथों से ुरे लाहनो
को ्ी े लताना चाशहए।
6. उ्रोक्त तार्ष लैतन का शनयम शमलेरी के शर्ब्बो ्र ुी लातू होता।
7. शमलेरी स््ेिल तािी मे लताये जाने लाले शलस्फ़ोटको एलं तोला बारुद से
लदे शर्ब्बो कऔ संख्या एलं उनकऔ मािषललंत शमलेरी टैररफ़ के अनससार कऔ

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जाएती लेदकन तािी का अशधकतम ुार लोर् टेबल मे दिाषये सेक्िनल लोर्
के अनससार ही रहेता।
्ेरोशलयम एलं अन्य ज्ललनिील द्गल ्दाथष को तािी से ले जाना - (SR 4.28-5) -
जो ्दाथष अायशधक ज्ललनिील है उन्हे क श्रेणी मे और अन्य ज्ललनिील प्रकृ शत का है
उन्हे ख श्रेणी मे शलुाशजत दकया तया है।
क श्रेणी मे एशलएिन शस्प्रररट, बेन्जीन कच्चा (क्रूर्)तेल, ्ेरोल (मोटर शस््ररट), धसलाने
लाले (सॉललेन्ट) तेल, मेथानॉल और ने‍था है।
ख श्रेणी मे शर्जल ऑयल, फ़नेस ऑयल, जेट टबाषइन ऑयल, शमट्टी का तेल और
तार्ीन का तेल है। रे र् टैररफ़ मे इनका शललरण ददया तया है।

्ेरोशलयम और अन्य ज्ललनिील द्रल ्दाथो को सलारी या शमली जसली तािी से लेकर
जाना- (SR 4.28-6)
1. सलारी या शमली जसली ताशियो से ्ैक दकये हुये ्ेरोल और अन्य ज्ललनिील
द्रल ्दाथो से लदे अशधकतम चार लाहनो को लेकर जाया जा सकता है।
2. ऐसे सुी लाहनो को आ्स मे एक समूह मे तथा एक साथ लताना चाशहए और
इनका शलन्यास इं जन से यथा संुल दूरी ्र करना चाशहए।
3. यदद लाहन क श्रेणी के द्रल ्दाथष से लदे हो तो उनके आते और ्ी े दोनो
ओर दो तार्ष लैतन ब्रेकयान के अलाला लताना चाशहए । यदद क श्रेणी के द्गल
्दाथष से ुरे लाहन इं जन के ्ी े लताये जा रहे है तो इं जन और ऐसे लाहनो के
बीच मे एक तार्ष लैतन अलश्य लताना चाशहए।
4. यदद लाहन ख श्रेणी के द्रल ्दाथष से लदे हो तो उसके आते तथा ्ी े दोनो ओर
एक तार्ष लैतन अलश्य लताना चाशहए।
5. यदद माल शर्ब्बो मे सम्ीशर्त द्रल या र्सली हुयी तैस ुरी हो तो उसके आते
और ्ी े कम से कम दो तार्ष लैतन अलश्य लताने चाशहए।
6. ऐसे खाली लैतन जो क श्रेणी या ख श्रेणी के द्रल ्दाथष से ुरे हुये थे इनका
संचालन करते समय ुी उ्रोक्त अनससार तार्ष लैतन लताए जाऐंते।
अिक्त / क्षशतग्रस्त लाहन को लेकर जाना- (SR 4.29-1)
1. अिक्त /क्षशतग्रस्त लाहन कोई कोच, लैतन या इं जन हो सकता है।
2. यदद लोको फ़ोरमैन क्षशतग्रस्त इं जन को या तािी ्रीक्षक दकसी अिक्त /
क्षशतग्रस्त कोच या लैतन को तािी मे लताकर ले जाना ससरशक्षत समझता है तो
लह इसकऔ शलशखत सूचना स्टेिन मास्टर को देता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

3. स्टेिन मास्टर इस प्रकार कऔ शलशखत सूचना प्राप्त करने ्र इस प्रकार के लाहन


को ददन के प्रकाि मे और अ्‍ े मौसम मे खंर् शनयंत्रक से अनसमशत लेकर
मालतािी मे ब्रेक यान के ्ी े लता सकता है और शजन खंर्ो मे मालतािी नहीं
चलती हो तो ऐसे खंर्ो मे शमली जसली तािी के ब्रेक यान के ्ी े ऐसे लाहन को
लताया जा सकता है।
4. सूचना कऔ मूल प्रशत तािी के तार्ष को देनी चाशहए।
5. सूयाषस्त के ्िात या धसंध,कोहरे या तूफ़ानी मौसम मे ऐसे लाहनो को तािी से
अलत कर देना चाशहए और ददन के प्रकाि म या मौसम साफ होने ्र उस आते
जाने देना चाशहए।
6. ददन के प्रकाि मे और अ्‍ े मौसम मे SM दफ़र से ऐसे लाहन को खंर् शनयंत्रक
से अनसमशत लेकर आते तािी से लताकर ुेजेता और शलशखत सूचना कऔ मूल प्रशत
तार्ष को दे देता।
7. इस प्रकार का के लल एक लाहन/ मालशर्ब्बा/ इं जन मालतािी या शमली जसली
तािी मे ब्रेक यान के ्ी े लताया जा सकता है।
8. ऐसे लाहन को तािी मे लताये जाने ्र लोको फ़ोरमैन या तािी ्रीक्षक द्वारा
तािी के साथ जाने के शलये सक्षम रे ल कमषचारी को तैनात करना चाशहए।
र्ाट मािषललंत
1. शजन मंर्लो मे र्ाट है उन मंर्लो कऔ संचालन समय सारणी मे र्ाट सेक्िन
को उ्‍लेशखत दकया जाएता।
2. र्ाट सेक्िन मे चलने लाली ताशियो कऔ मािषललंत ल संचालन के अनसदि
े ुी
संचालन समय साररणी मे ददये जायते।
3. र्ाट सेक्िन मे दो ुरे हुये लैग़नो के बीच मे एक खाली लैतन नही होना
चाशहए।
4. ुरी हुयी लैतनो को तथा खाली लैतनो को अलत-अलत समूह मे लताना
चाशहए,तािी मे इं जन के बाद ुरी हुयी तथा दफ़र खाली लैतनो को लताना
चाशहए।
5. तार्ी ्ूणष रु् से स्लचशलत शनलाषत / एयर प्रेिर ब्रेक से यसक्त होनी चाशहए।
************

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

बिे आयाम का प्रेयण (ODC)


मानक चल आयाम (Standard Moving Dimension)
ले प्रेयण शजसे लैतनों म लदान करने के बाद प्रारं शुक स्टेिन से तंतव्य
स्टेिन तक ्सरे मातष म दकसी ुी स्थान ्र (तेज ्ररलतषन सशहत) अशधकतम मानक
आयाम का उ्‍लंर्न करता हैं उसे ODC /ISMD कहते हैं।
ODC- Over Dimension Consignment
ISMD- Infringing Standard Moving Dimension

ब्रॉर् तेज नैरो तेज नैरो तेज


शस्थशत
(1676 शम.मी.) (762 शम.मी.) (610 शम.मी.)
मध्य से ऊॅचाई 4115 शम.मी. 3200 शम.मी. 2896 शम.मी.
साईर् 3505 शम.मी. 2895 शम.मी. 2743 शम.मी.
चौिाई 3252 शम.मी.
(कोच) 2286 शम.मी. 2133 शम.मी.
3200शम.मी. (तसर्स-
4wheeler)
3050 शम.मी.
(तसर्स-8wheeler)

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

शजस प्रेयण का आयाम उ्रोक्त मानक चल आयाम से अशधक होता है उसे ODC या
ISMD कहा जाता है।
अशधकतम मानक आयामो को शस्थर संरचना के आधार ्र तार्ी कऔ खर्ी एलं चलने
कऔ अलस्था को मा्ते हुए ग्रास एलं नेट शक्लयरस के रु् म दिाषया तया हैं और इसी
के आधार ्र ODC को तीन लतों म शलुाजीत दकया जाता हैं।

DC / ISMD कऔ श्रेशणयॉ-
1. A क्लास ODC
2. B क्लास ODC
3. C क्लास ODC

शललरण A क्लास B क्लास ODC C क्लास ODC


4 इं च या उससे
6 इं च या उससे
नेट शक्लयरस अशधक ्रं तस 6 इं च से 4 इं च से कम
अशधक
कम
6इं च या उससे 6 इं च से कम
ग्रॉस 9 इं च या उससे
अशधक ्रं तस 9 इं च से (्रं तस 4 इं च से कम
शक्लयरस अशधक
कम नही)
अनसमशत COM COM CRS
सेक्सनल
तशत 40 Km/h 25KM/H
स््ीर्0
साथ मे चलने SE(P.Way),,TI,
SE(C&W)
लाले कोई नहीं SE(C&W),OHE
कमषचारी staff.
संचालन
ददन / रात ददन / रात के लल ददन म
समय

25 KV लाले शलद्यसतीकृ त क्षेत्रो मे ओ.र्ी.सी. का संचालन-


i. यदद ओ.एच.ई. ग्रास क्लीयरे न्स 250 शम.मी. या उससे अशधक है तो कोई तशत
प्रशतबंध कऔ आलश्यकता नही है।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

ii. यदद ग्रास शक्लयरे न्स 250 शम.मी. से 200 शम.मी. के बीच हो तो 15 KM/H का
तशत प्रशतबंध लताया जाएता।
iii. यदद ग्रास शक्लयरे न्स 200 शम.मी. से 100 शम.मी. के बीच हो तो OHE कऔ
स‍लाई बन्द कर दी जाएती तथा 15 KM/H का तशत प्रशतबंध लताया जाएता।
iv. शजस प्रेयण का ओ.एच.ई. क्लीयरे न्स 100 शम.मी. से कम हो तो उसे OHE
शलद्यसतीकृ त क्षेत्र मे चलाने कऔ अनसमशत नही दी जाएती।
v. उ्रोक्त क्रंमाक ii तथा iii के साथ OHE रेक्िन का प्रशतशनधी साथ मे यात्रा
करे ता।
vi. यदद प्रेयण कऔ चौिाई BG रैक के मध्य से 1981शम.मी. से अशधक हो तो OHE
रेक्िन का प्रशतशनधी साथ मे यात्रा करे ता।
vii. यदद प्रेयण टायर यसक्त लाहन हो तो ससशनशित दकया जाएता दक प्रेयण को अथष
(ुूयोशजत) कर ददया तया है।
viii. OHE शलद्यसतीकृ त क्षेत्र मे ODC संचालन के समय खण्र् शनयंत्रक एलं रेक्िन
्ॉलर शनयंत्रक आ्स मे समन्लय बनाये रखते।
ODC संचालन के दौरान सालधाशनयॉ-
1. ODC को उसके शनधाषररत मातष से ही चलाया जाएता
2. ODC कऔ लूज िंरटंत नही कऔ जाएती।
3. ODC को सलारी तािी मे नही लताया जाएता।
4. ODC लाहन के मध्य मे ही रखना चाशहए।
5. ODC को स्टेिन कऔ, तसर्स िेर् कऔ हाई लेशलल ‍लेटफ़ामष लाईन से
सामान्यत: नही तसजारना चाशहए। यदद इन लाईनों से तसजारा जा रहा है तो
स्लीकृ शत ्त्र म ददये तए सालधाशनयों का ्ालन दकया जाएता।
6. ODC को थ्रू तािी से ुेजना चाशहए न दक िंरटंत तािी से।
7. B क्लास तथा C क्लास ODC को र्बल लाईन के एक ब्लॉक सेक्िन मे
नही तसजारना चाशहए।
8. BWL लैतन को स््ेिल तािी से लेकर जाया जाएता और इसकऔ
अशधकतम तशत 30 kmph होती।
9. BWL और इं जन के बीच कम से कम 6 माल शर्ब्बे जरूर होने चाशहए।
10. BWLके लैतन के श् े यदद बैंककं त इं जन लता हो तो बैंककं त इंजन और
BWL लैतन के बीच 6 माल शर्ब्बे जरूर होने चाशहए।

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इन्टरलॉककं त (अन्त्ाषिन)
INTERLOCKING
्ररुाया- इसका अशुप्राय ्ैनल या लीलर फ्रेम से प्रचाशलत शसतनलो कॉटो और
अन्य उ्करणो कऔ ऐसी व्यलस्था से है जो यांशत्रक्ािन, शलद्यसत्ािन अथला दोनो के
द्वारा ्रस््र इस प्रकार सम्बद्ध रहे दक उनक प्रचालन एक समसशचत क्रम मे होकर
संरक्षा ससशनशित हो सके ।
INTERLOCKING के शसद्धांत या आलश्यक बात-
लीलर फ्रेम और अन्य उ्करण जो दक Point signal इायादद के संचालन एलं शनयंत्रण
के शलये बनाए तये है ले इस प्रकार सम्बशन्धत और इन्टरलॉक होना चाशहए दक ले
शनम्नशलशखत बातों का ्ालन करे ।
1. दकसी ुी लाईन का स्थालर शसतनल OFF शस्थशत मे नही आना चाशहए जब
तक दक सुी Point, Isolation सशहत ीक तरह से सेट न हो, facing point
Locked न हों और यदद कोई इन्टरलॉक तेट हो तो लह ुी सिक यातायात के
शलये बन्द एलं ताशलत न हो
2. एक बार शसतनल ऑफ़ होने के बाद यह सम्ुल नही होना चशहए दक उस रास्ते
के ‍लाइं ट, लॉक इायादद मे ्ररलतषन दकया जा सके और न ही इन्टरलॉक तेट
खोला जा सके जब तक दक ऑफ दकया शसतनल ऑन शस्थशत मे ला्स नही कर
ददया जाता है।
3. एक साथ एक ही समय मे ऐसे दो शसतनल ऑफ़ शस्थशत मे नही आने चाशहए जो
दक तािी संचालन को शलरोधी संकेत दे।
4. जब शसतनल ऑन शस्थती म रहे तो उससे िाशसत सुी कांटो को िंरटंत एलं
टेलस्टंत के शलए प्रचाशलत होना चाशहए।
इं टरलॉककं त के प्रकार
1. यांशत्रक इं टरलॉककं त
2. ्ैनल इं टरलॉककं त
3. सॉशलर् स्टेट इं टरलॉककं त
4. रुट ररले इं टरलॉककं त

इनर्ायरे क्ट तथा र्ायरे क्ट इं टरलॉककं त


1. इनर्ायरे क्ट इं टरलॉककं त - इस व्यलस्था म एक स्थान से कांटो को सेट तथा
ताशलत दकया जाता हैं तथा दूसरे स्थान से शसतनल प्रचाशलत दकये जाते हैं। काटो
को लॉक करने कऔ ्द्धशत कऔ ,‍लंजर, लॉककं त (KPL) ्र आधारीत रहती हैं।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

2. र्ायरे क्ट इं टरलॉककं त - इस व्यलस्था म सुी कांटे, लॉक बार तथा शसतनलो
को एक ही स्थान से लीलर या ्ैनल बटन के द्वारा प्रचालीत दकया जाता हैं।
अंत्ाषिन के मानक (STANDARD OF INTERLOCKING)
लतषमान म इंटरलॉककं त को चार मानकों म शलुाजीत दकया तया हैं।

ITEM As per New Revised Para 7.131


Std I(R) Std II(R) Std III(R) Std IV(R)
Allowable Up to 50 Up to 110 Upto 140 Upto 160
Speed (Kmph)
Isolation Y* Y Y Y
Signal 2A/MA 2A/MA MA MA
Double Distant N Y** Y Y
Point Operation Mech Mech/Elec Mech/Elec Elec
Point Locking Key/FPL/ FPL/Pt M/c FPL/Pt M/c Clamp type
HPL direct –
(Desirable)
Point Detection Mech/Ele Mech/Elec Mech/Elec Elec
c
Lock Detection N Y Y Y
Interlocking Key/Mech Mech/Elec/ Mech/Elec/ Elec/Electro
Electronic Electronic nic
Track Circuiting N Run thro All Running All Running
lines / All Lines Lines
RLs
Block Working Token Token / # SGE / TC # SGE / TC
SGE
Preventing N N N Y
SPAD (Desirable)
* यदद GR 4.11 का अनस्ालन दकया जाता है तो आयसोलेिन आलश्यक नहीं ।
** मालताशियों कऔ ब्रेककं त दूरी 1 km से अशधक होने ्र र्बल शर्स्टट आलश्यक ।
# हाई र्शसटी रूट ल सरल ्ेनल स्टेिनों ्र SGE / Track circuit द्वारा ्ूणष
आतमन ससशनशित होना चाशहए ।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

NON-INTERLOCKING

सम्मसख शर्टेक्िन आइसो- इं टर- शसतनल प्रायेक ददिा मे


कॉटो लेिन लॉककं त
KM/H
मानक

तशत

TALQ MAUQ/
्र
ताला MACLS
NI 15 Cotter जरूरी नही जरूरी जरूरी - दोनो ---
bolt Or नही नही ददिाओं मे
Clamp
सम्मसखकॉटो
& Pad
lock से
400मी.दूर
आऊटर
MNI 15 Key अशलकशसत अशलकशसत अशलकशसत Outer, ---
plunger Common
Lock Home
Rudimentary

रूट ररले इन्टरलॉककं त (R.R.I) - इस व्यलस्था मे ्ूरे स्टेिन का ुौतोशलक नक्िा


एक बिे ्ैनल बोर्ष ्र बताया जाता है। इसमे कई रं त के बटनों का प्रयोत दकया जाता
है जैसे नीला बटन कॉटो के शलये, लाल बटन शसतनल के शलये , स्लेटी रं त का बटन रूट
के शलये होता है। RRI बिे तथा व्यस्त स्टेिनो ्र लताया जाता है। इसमे शजस लाईन
के शलये शसतनल ऑफ़ करना होता है उस शसतनल बटन को तथा सम्बशन्धत रूट बटन
को दबाया जाता है फलस्लरू् आइसोलेिन सशहत रास्ते के सुी कॉटे सैट एलं लॉक
हो जाते है शजसकऔ जानकारी सफ़े द रोिनी से रूट सेट होने ्र शमलती है और उसके
बाद शसतनल ऑफ़ हो जाता है। इस ्ूरी प्रदक्रया मे बहुत ही कम समय लतता है। इस
्ैनल ्र कस अशतररक्त ससशलधाएं ुी दी तयी है जैसे शसतनल को ऑन करना, सैट
दकये तये रूट को कैं शसल करना, शर्री हुयी लाईन ्र तािी लेने के शलये कॉललंत ऑन
शसतनल ऑफ़ करना,यदद रैक र्ाऊन हो तो ुी ‍लाइं ट को ऑ्रेट करना, शसतनल
ओलरलै् को कैं शसल करने कऔ ससशलधा होती है। इसके शलये काऊन्टर ुी लताये जाते है
इन काऊन्टर के शलये अलत-अलत रशजस्टर ुी रखे जाते है।
इसमे लाईनो को रैक सर्कष ट दकया जाता है तथा आर.आर.आई. ्ैनल ्र
्ूरे शहस्से को शलशुन्न रैक सर्कष ट ुातो मे शलुाशजत कर ददया जाता है शजससे रैक
सर्कष ट मे खराबी का आसानी से ्ता चल जाता है। इसमे यदद शसतनल खराब या

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

‍लाइं ट खराब या रूट बटन खराब हो जाता है या लह बटन दबा रह जाता है तो इसमे
बजर बजने लतता है और ्ैनल मे रोिनी आ जाती है शजससे ्ता चल जाता है दक
तीनो मे से दकसमे खराबी आयी है या बटन दबा रह तया है।
इसमे जैस-े जैसे तािी आते बढ़ती है ्ी े का रूट क्लीयर होता जाता है शजससे उस
शहस्से ्र ताशियों का संचालन दकया जा सकता है।
्ैनल तथा रूट ररले इन्टरलॉककं त मे अन्तर-
क्र. ्ैनल इन्टरलॉककं त रूट ररले इन्टरलॉककं त
इस व्यलस्था मे ्हले सम्बशन्धत लाईन इस व्यलस्था मे सम्बंशधत शसतनल
1.
के शलये ‍लाइं ट सेट दकये जाते है बटन तथा रूट बटन दबाया जाता
(आइसोलेिन सशहत) दफ़र शसतनल है। रास्ते के सुी ‍लाइं ट
बटन और रुट बटन दबाकर शसतनल (आइसोलेिन) सशहत सैट एलं लॉक
ऑफ़ दकया जाता है। हो जाते है तथा शसतनल ऑफ़ हो
जाता है।
यह ोटे स्टेिनो ्र लताया जाता है। यह बिे एलं व्यस्त स्टेिनो ्र
2.
लताये जाते है।
इसमे के शबन लाली व्यलस्था हो सकती एक ही स्थान ्र के शन्द्रत होता है।
3.
है।
अ्ेक्षाकृ त सस्ता है। अ्ेक्षाकृ त महंता है।
4.
SM चाबी होती है। SM चाबी नही होती है।
5.
र्ाटा लॉतर (DATA LOGGER)
यह एक कम्‍यसटर ्र आधारीत व्यलस्था हैं, शजसे स्टेिनों ्र ररले रूम म
स्थाश्त दकया जाता है शजसके माध्यम से RRI और ्ैनल द्वारा संचाशलत सुी
दक्रयाशलशध एल लास्तशलक संचालन को समय के साथ दजष दकया जाता है। इस
व्यलस्था को लातस करने से संचालन म ्ारदर्िषता आती है एलं कोई शललाद होने
्र शन्टारा करने म सहायक होता है ।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

स्टेिन ्र ताशियों को लेना ल रलाना करना


अलरोशधत लाईन ्र तािी को लेना- (GR 5.09)
1. यदद संुल हो सके तो श् ले स्टेिन मास्टर द्वारा तािी के लोको ्ायलट
को सूचना दी जाएती दक उसकऔ तािी को अलरोशधत लाईन ्र शलया
जाएता।
2. तािी के शलये सुी आतमन शसतनल ऑन शस्थशत मे रखे जायते।
3. शजस लाईन ्र तािी को लेना है उस लाईन के सुी कॉटे सैट, एलं लॉक
दकये जायते।
4. अलरोध से 45 मीटर दूर आने लाली तािी कऔ ददिा मे एक सक्षम रे ल सेलक
हाथ शसतनलों के साथ तैनात दकया जाएता।
5. तािी प्रथम रोक शसतनल ्र रोकऔ जाएती और उसके बाद तािी को
शनम्नशलशखत शलशध से अलरोशधत लाईन ्र शलया जाएता-
a. जहॉ कॉललंत ऑन शसतनल लता है तो उसे ऑफ़ करके या
b. जहॉ शसतनल ्ोस्ट टेलीफ़ोन लता है लहॉ शलिेय अनसदि े ो के अन्ततषत
लोको ्ायलट को रोक शसतनल को ऑन शस्थशत मे ्ार करने के शलये
टेलीफ़ोन ्र प्राईलेट नं. देकर अशधकृ त दकया जाएता। या
c. जहॉ कॉललंत ऑन शसतनल एलं शसतनल ्ोस्ट टेलीफ़ोन न हो तो लोको
्ायलट को प्राशधकार ्त्र (T/509) सम्बशन्धत रोक शसतनल को ऑन
शस्थशत मे ्ार करने के शलये सक्षम रे ल सेलक को ुेजकर तािी को ्ायलट
करके लाया जाएता।
6) तािी को अलरोशधत लाईन से सम्बशन्धत प्रथम सम्मसख कॉटो ्र खिा दकया
जाएता तथा अलरोध से 45 मीटर ्हले खिे कमषचारी से हाथ शसतनल शमलने
्र लोको ्ायलट आते बढेता एलं लह कमषचारी लोको ्ायलट को यह बतायेता
दक तािी को कहॉ खिा करना है।
7) ऐसे समय मे लोको ्ायलट अ्नी तािी को ्ूणष शनयंत्रण मे रखेता तथा दकसी
ुी अलरोध से ्हले रुकने के शलये तैयार रहेता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

शबना शसतनल लाली लाईन ्र तािी को लेना (GR 5.10)


यदद तािी को दकसी ऐसी लाईन ्र शलया जाना आलश्यक हो शजस लाइन के शलए
कोई ुी आतमन शसतनल न हो स्टेिन मास्टर शनम्नशलशखत कायषलाही करे ता-
1. आतमन शसतनल ऑन शस्थशत मे रखा जाएता।
2. शजस लाईन ्र तािी ली जानी है लह अनसमसख कॉटो तक (trailing point)
अथला उस स्थान तक जहॉ तािी को खिा करना है साफ़ होनी चाशहए।
3. ले सुी कॉटे शजन ्र से तािी को तसजरना है सही तरह से सैट तथा सम्मसख
कॉटे क्लैम्् एलं ्ैर्लॉक होने चाशहए।
4. स्टेिन मास्टर प्रथम रोक शसतनल ्र तािी खिी होने के बाद आतमन रोक
शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने के शलये सक्षम रे ल कमषचारी द्वारा
अशधकार ्त्र T/369 (3b) लोको ्ायलट को देता।
5. ्ाईंट्समेन लोको ्ायलट को अशधकार ्त्र देता और तािी को ्ायलट करते
हुये लहॉ तक लायेता जहॉ तािी आकर रुकती है।
6. लोको ्ायलट शबना शसतनल लाली लाईन ्र प्रलेि करते समय सतकष ता्ूलषक
आते बढ़ेता दकसी ुी अलरोध से ्हले रुकने के शलए तैयार रहेता।
शबना शसतनल लाली लाईन से तािी को रलाना करना (GR 5.11)
यदद तािी को दकसी ऐसी लाईन से रलाना दकया जा रहा हो शजस लाईन ्र
तािी रलाना करने के शलये कोई स्टाटषर शसतनल न लता हो तो स्टेिन मास्टर
शनम्नशलशखत कायषलाही करे ता-
1. ऐसी लाईन से तािी रलाना करने के ्हले उस लाईन से सम्बशन्धत कॉटो
को सेट, क्लैम्् तथा ्ैर् लॉक दकया जाएता।
2. लोको ्ायलट को प्रस्थान प्राशधकार के साथ T/511 अशधकार ्त्र ददया
जाएता और तािी को अंशतम कॉटो तक ्ायलट दकया जाएता।
सामूशहक प्रस्थान शसतनल लाली लाईन से तािी रलाना करना-(GR 5.12)
यदद तािी को ऐसी लाईन से रलाना करना है शजसके शलये कॉमन स्टाटषर शसग्नल लता
हो तो शनम्नशलशखत कायषलाही ससशनशित कऔ जाएती-
1. रास्ते के शलये सुी कॉटो को सैट तथा सम्मसख कॉटो को क्लैम्् तथा ्ेर्लॉक
दकया जायेता।
2. तािी को रलाना करने के शलये प्रस्थान प्राशधकार के साथ T/512 ददया जाएता
और सामूशहक प्रस्थान शसतनल ऑफ़ दकया जाएता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

प्रस्थान प्राशधकार के शबनाᅠब्लॉक सेक्िन मे तार्ी (GR6.06)


1) जब दकसी लोको ्ायलट को ब्लॉक सेक्िन मे यह मालूम होता है दक उसके
्ास प्रस्थान प्राशधकार नही है या उशचत नही है तो लह तसरंत तार्ी रोक
देता।
2) तार्ी को ब्लॉक सेक्िन मे अलरोध माना जाएता और GR 6.03 के
शनयमानससार बचाल दकया जाएता।
3) तार्ष / लोको ्ायलट द्वारा इसकऔ सूचना शनकटतम स्टेिन मास्टर को दी
जाएती।
4) यदद लोको ्ायलट मातष मे टोकन या प्रस्थान प्राशधकार खो देता है तो लह
अतले स्टेिन तक जाएता और इसकऔ रर्ोटष स्टेिन मास्टर को देता।
सेक्िन ्र लातू ना होने लाले या सेक्िन से आते टोकन ले जाने ्र कायषलाही
(SR6.06-1,SR14.1-1)
1) यदद लोको ्ायलट सेक्िन मे लातू ना होने लाले टोकन के साथ या तलत
टोकन के साथ प्रलेि करे तो लह तसरंत तार्ी खर्ी कर देता और आते तथा
श् े से सहायक लोको ्ायलट, तार्ष द्वारा बचाल दकया जाएता।
2) लोको ्ायलट द्वारा सहायक लोको ्ायलट को तलत टोकन के साथ
नजदीकऔ स्टेिन ्र ुेजा जाएता।
3) यदद टोकन श् ले स्टेिन को ुेजा तया हो तो स्टेिन मास्टर तलत टोकन
अ्ने ्ास रखकर सही टोकन सहायक लोको ्ायलट को देता।
4) यदद टोकन अतले स्टेिन ्र ुेजा तया हो तो स्टेिन मास्टर तलत टोकन
अ्ने ्ास रखकर, अ्ने स्टेिन तक आने के शलए शबना लाइन का प्रस्थान
प्राशधकार देता।
5) सही टोकन या शबना लाइन शक्लयर के प्रस्थान प्राशधकार के साथ रलाना
होने से ्ूलष बचाल मे लताये तये सुी ्टाखो को हटा देना चाशहए।
6) यदद लोको ्ायलट दकसी टोकन को, शजस सेक्िन ्र लातू होता है उस
सेक्िन से आते लेकर चला जाए और उसके ्ास सही टोकन ुी हो तो, लह
अतले स्टेिन तक जाएता और अतले स्टेिन ्र टोकन सौ्कर इसकऔ
्ालती लेता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

स््ीर्ोमीटर खराब होने ्र GR 4.8


1. प्रस्थान स्टेिन ्र इं शजन का स््ीर्ोमीटर खराब होने ्र इं शजन को खराब
माना जाएता और दूसरे इं शजन का प्रबंध दकया जाएता
2. यदद संचालन के दौरान सेक्िन मे इं शजन का स््ीर्ोमीटर खराब हो जाता
है तो लोको ्ायलट अ्नी तशत उस सेक्िन मे स्लीकृ त अशधकतम अनसमेय
तशत से 10 प्रशतित कम करे ता।
3. ऐसे समय लह तशत का आकलन अ्नी र्र्ी, दकलोमीटर खंबा और
संचालन समय सारणी मे उस सेक्िन मे ददए तए रलनंत टाइम से करे ता।

लोको कऔ अतली कै ब खराब होने ्र - SR 4.21-2 (b) –


1. यदद शलद्यसत / र्ीजल इं जन कऔ अतली ड्राईललंत कै ब म खराबी आ जाती है
तो लोको ्ायलट अ्ने सहायक लोको ्ायलट को इं जन चलाने हेतस
श् ली कै ब म ुेज देता ।
2. तािी के सही संचालन के शलए लोको ्ायलट शजम्मेदार होता ।
3. सुी संचालन दोनों के बीच संकेतों के आदान प्रदान के आधार ्र दकये
जाऐंते ।
4. ऐसे समय तािी कऔ अशधकतम तशत 40 kmph होती ।
5. प्रथम अलसर ्र लोको ्ायलट द्वारा TLC / ्ालर कं रोलर (र्ीजल) को
जानकारी दी जाएती एलं दूसरे इंजन का प्रबंध करने को कहा जाएता ।

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लोकोमोरटल कऔ लाईट
हेर् लाईट- (GR 4.14)
1. प्रायेक इं जन तथा स्लनोददत लाहन मे हेर् लाईट होनी आलश्यक है।
2. हेर् लाइट मे लतषमान मे टलीन-बीम लाईट का प्रयोत होता है।
3. लोको ्ायलट हेर् लाईट कऔ जॉच करके देखेता दक हेर् लाइट से इतनी
रोिनी शनकल रही है दक (कम से कम 240 मीटर या इससे अशधक दूरी )
उसे साफ़-साफ़ ददखाई दे।
4. लोको ्ायलट को लोको िेर् ोिने से ्हले हेर् लाइट कऔ जॉच करनी
चाशहए।
माकष र लाइट-
1. ये इं जन के बफ़र के ्ास लती हुई दो ोटी लाइट है शजसमे से सफ़े द रं त
कऔ रोिनी शनकलती है।
2. जब इं जन अके ला जा रहा हो या बैंकर के रु् मे कायष कर रहा हो तो ्ी े
लाली माकष र लाईट को लाल कर देना चाशहए।
3. यदद इं जन कऔ हेर् लाईट खराब हो जाये तो माकष र लाइट अलश्य जला
देनी चाशहए।
4. धसंध और कोहरे के मौसम मे या ससरंत मे प्रलेि करने से ्हले ददन के समय
ुी इं जन कऔ हेर् लाईट तथा माकष र लाईट जला लेनी चाशहए।
फ़्लैिर लाईट-
1. फ़्लैिर लाईट इंजन का एक सेफ़्टी आइटम है।
2. यदद प्रस्थान स्टेिन ्र इं जन कऔ फ़्लैिर लाईट खराब ्ायी जाती है तो
इं जन को ुी खराब र्ोशयत दकया जाएता।
3. यह इं जन कऔ हेर् लाईट के दॉयी ओर लती होती है तथा आकार मे ोटी
होती है।
4. ऑन करने ्र इसमे से तेज ्ीली (अम्बर) रं त कऔ रोिनी शनकलती है।
5. लोको ्ायलट इस लाईट का प्रयोत खतरे के समय सामने से आने लाली
तािी के लोको ्ायलट को खतरे कऔ जानकारी देने के शलये करता है।
6. यदद सामने से आने लाला लोको ्ायलट फ़्लैिर लाईट देखता है तो लह
अ्नी तािी को रोकता है। ्रन्तस यदद दोहरी लाईन खंर् ्र शलरुद्ध ददिा
कऔ चलती हुयी तािी कऔ फ़्लैिर लाईट ऑन देखता है तो अ्नी तािी को
शनयंशत्रत करे ता और आते सतकष ता ्ूलषक लेकर जाएता और दकसी ुी
अलरोध से ्हले रुकने के शलये तैयार रहेता और अतले स्टेिन ्र स्टेिन
मास्टर को रर्ोटष करे ता।
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हेर् लाइट खराब होने ्र लोको ्ायलट कऔ ड्यूटी-


1. लोको ्ायलट तसरन्त माकष र लाईट जला देता और लतातार सीटी
बजाएता।
2. ब्रॉर् तेज ्र ऐसे समय तािी कऔ अशधकतम तशत 40 kmph या उस
सेक्िन मे लातू तशत प्रशतबन्ध जो ुी कम हो लह रहेती।
3. नैरो तेज ्र ऐसे समय तािी कऔ अशधकतम तशत 15 kmphया उस
सेक्िन मे लातू तशत प्रशतबन्ध जो ुी कम हो लह रहेती।
4. अतले स्टेिन ्र लोको ्ायलट स्टेिन मास्टर को हेर् लाईट खराब होने
कऔ जानकारी देता तथा स्टेिन मास्टर इस बात को शनयंत्रक को बतायेता।
सीटी खराब होने ्र कऔ जाने लाली कायषलाही - SR 4.50-2
1. प्रस्थान स्टेिन ्र इं शजन कऔ ड्राइललंत कै ब कऔ सीटी खराब होने ्र इं शजन
को खराब माना जाएता और दूसरे इं शजन का प्रबंध दकया जाएता ।
2. यदद रास्ते म सीटी खराब होती है तो दृश्यता साफ होने ्र 25 km/h एलं
दृश्यता साफ न होने ्र 8 km/h तशत प्रशतबंध का ्ालन करते हुए प्रथम
स्टेिन ्र तािी को खिा दकया जाएता और स्टेिन मास्टर को लोको
्ायलट द्वारा सूचना दी जाएती ।
3. स्टेिन मास्टर खंर् शनयंत्रक को तथा TLC को सूशचत करे ता और सहायता
इं शजन का प्रबंध करे ता ।
4. यदद TLC द्वारा उसी इं शजन से आते जाने के शलए प्राशधकृ त दकया जाए तो
लोको ्ायलट उ्रोक्त तशत प्रशतबंध का ्ालन करे ता । इस ्ररशस्थशत म
खराब सीटी लाले इं शजन को ्हले अलसर ्र बदल देना चाशहए ।

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इं जन द्वारा तािी को धके लना (SR 4.12-1)


इं जन द्वारा सदैल तािी को खींचा जाएता, लेदकन शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयो मे इं जन
द्वारा धके ला जा सकता है-
1. स्टेिन सीमा के अन्दर अथला जहा शलिेय रु् से प्राशधकृ त दकया जाए।
2. शलिेय अनसदि
े के अन्ततषत सहायक इं जन/बैककं त इं जन कायष करते समय।
3. जब सहायक शनयम 4.12-2 के अनससार तार्ी को उस स्टेिन ्र ला्स
धके लना जहां से लह सेक्िन मे दाशखल हुई थी।
4. असमथष तार्ी या दसर्षटना होने ्र श् े से आने लाले इं जन द्वारा तार्ी
को अतले स्टेिन तक धके ला जाएता।
5. यदद कोई यात्री तािी से शतर जाये या तार्ी से टकरा जाये तो उसे उ ाने
के शलये (र्ाट सेक्िन,स्लचशलत सेक्िन तथा अन्य सेक्िन जहॉ ऐसा करना
मना हो को ोिकर )।
6. जब लाइन अलरुद्ध हो और तार्ी अलरोध स्थान तक दोनो ओर से चलायी
जा रही हो।
7. जब दकसी तार्ी को चलाने मे सहायता देनी हो।
8. सामग्री तार्ी कायष करते समय।
9. ्ेरोल स््ेिल या सचष लाईट स््ेिल का संचालन करते समय।
10. GM,COM,CE के शनरीक्षण के समय उनके आदेिानससार
ब्लॉक सेक्िन से तािी को धके लने कऔ शलशध या ्सलिंत बैक के शनयम-(SR 4.12-2)
1) शजस स्टेिन से तािी रलाना हुई है उस स्टेिन के SM कऔ शलशखत अनसमशत
के शबना कोई ुी तािी ब्लॉक सेक्िन से लाश्स धके ली नही जाएती। जहॉ
्र ्े्र लाईन क्लीयर रटकट ददया जाता है, लहॉ स्टेिन मास्टर ्े्र लाईन
क्लीयर रटकट ्र इस बात का ्ृष्ठांकन करे ता दक "तािी --------------------
स्टेिन को ला्स धके ली जाएती”
2) ग़ािी को ्सलिंत बैक करते समय तार्ष सबसे अतले लाहन म रहेता जो दक
शनलाषत ब्रेक / एयर ब्रेक ला्‍ल से यसक्त हो। यदद ्हला लाहन ऐसा नही है तो
तार्ष नजदीक के दकसी ऐसे लाहन ्र यात्रा करे ता।
3) यदद तार्ष सबसे अतले लाहन मे है तो तािी कऔ तशत 25 kmph से अशधक
नही होती और यदद तार्ष सबसे अतले लाहन मे नही है तो तािी कऔ तशत 8
दक.मी.प्र.र्ं से अशधक नहीं होती।

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4) जब तािी को ्सलिंत बैक मेमो के साथ ब्लॉक सेक्िन मे ुेजा जाता है तो


उसे ब्लॉक सेक्िन से धके लकर ला्स उसी स्टेिन ्र लाया जाएता जहॉ से
यह रलाना हुई थी इसे अतले स्टेिन ्र नही ले जाया जाएता।
5) ्सलिंत बैक के दौरान लोको ्ायलट एलं तार्ष सतकष रहते तथा दकसी ुी
अलरोध से ्हले तािी रोकने के शलये तैयार रहते। सम्ार फाटक ्ार करते
समय सर्क यातायात को चेतालनी देने के शलए लोको ्ायलट बार बार
सीटी बजाएता।
6) ला्स आते समय लोको ्ायलट इकहरी लाईन ्र अ्नी तािी को
लाह्यतम शसतनल के ्ास तथा दोहरी लाईन खण्र् ्र शलरुद्ध ददिा के
लाह्यतम शसतनल के ्ास खिी करे ता और सीटी बजाएता।
7) सीटी ससनने के बाद इकहरी लाईन ्र SM आतमन शसतनल ऑफ़ करके तथा
दोहरी लाईन ्र ्ायलट इन मेमो के द्वारा स्टेिन ्र शलया जाएता तथा
नॉन इन्टरलॉक स्टेिन ्र तािी को लाह्यतम शसतनल से स्टेिन तक ्ायलट
दकया जाएता।
8) तािी के ला्स आने ्र तार्ष,तािी के ्ूणष आतमन रशजस्टर ्र हस्ताक्षर
करे ता और ्सलिंत बैक करने का अशधकार SM को ला्स लौटा देता।
9) आ्ात शस्थशत को ोिकर शतट्टी ताशियां के लल ददन के प्रकाि मे ही ला्स
धके ली जाएती। यदद आलश्यक है तो रात के समय ुी धके ली जा सकती है
लेदकन रात मे तािी कऔ तशत 8 kmph से अशधक नही होती।
स्लचशलत ब्लॉक सेक्िन मे ताशियो को ्सि बैक करना या यातायात कऔ ददिा के
शल्ररत चलाना- (GR 9.13, SR 9.13-1)
1. आ्ात शस्थशत को ोिकर ऑटोमेरटक सेक्िन मे ताशियो को ्सि बैक
नही दकया जाएता।
2. जब ताशियो को ्सिबैक करना आलश्यक हो तो तार्ष, लोको ्ायलट /
मोटरमैन आ्स मे शलचार शलमिष करते उसके बाद श् ले स्टेिन के SM
को तािी ्ी े धके लने कऔ आलश्यकता एलं ्ररशस्थशत के बारे मे शलशखत
सूचना दते।
3. ऐसी शलशखत सूचना शमलने ्र स्टेिन मास्टर यह ससशनशित करे ता दक
शजस तािी को ्सि बैक कऔ अनसमशत देना है उस तािी और स्टेिन के बीच
मे कोई तािी नही है उसके बाद ही तािी को ्सि बैक करने कऔ शलशखत
अनसमशत देता।
4. ्सि बैक करते समय जब तार्ष अतले लाहन मे हो शजसमे हैन्र् ब्रेक,
शनलाषत/ एयर प्रेिर यसक्त ला्‍ल लता हो तािी कऔ तशत दृश्यता साफ़ होने

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्र 25 kmph एलं तार्ष जब अतले लाहन मे न हो या र्समाल या कटाल ्र


या धसंध और कोहरे के मौसम मे तािी कऔ तशत 8 kmph से अशधक नही
होती।
5. जब EMU तािी को ्सि बैक करना हो तो मोटर मैन अतले कै ब से तािी
चलायेता।
6. ्सि बैक के समय लोको ्ायलट लतातार खतरे कऔ सीटी बजाएता।
7. ्सि बैक के शनयम के अनससार तािी को स्टेिन ्र शलया जाएता।

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तरम धसरा (Hot Axle)


रोलर बेयररं त हॉट एक्सल के लक्षण-
1. ग्रीस श टकने के शनिान चक्के ्र आना।
2. ग्रीस जलने कऔ दसतषन्ध का आना।
3. तरम होने के कारण एक्सल बॉक्स का रं त बदल जाना।
4. एक्सल बॉक्स से धसऑ शनकलना।
5. रात के समय एक्सल बॉक्स का लाल ददखाई देना
6. धातस कटने कऔ ककष ि ध्लशन आना।
7. एक्सल का जाम होकर ्टरी ्र शर्सटना।
8. रे ल कऔ ्टरी ्र लचंताररयां ददखना।
तरम धसरा देखने के बाद रे ल कमषचाररयों कऔ ड्यूटी (SR 4.29-2)
1. कोई ुी रे ल कमषचारी दकसी चलती हुई तािी मे कोई तरम धसरा देखता है
तो लह तािी रोकने और तािी कमषचाररयों को इसकऔ चेतालनी देने के शलये
यथा संुल प्रयास करे ता।
2. हॉट एक्सल लाहन के साथ तािी को रलाना नही दकया जाएता बश्‍क ऐसे
लाहन को या तो ससधारा जाएता अन्यथा उसे तािी से अलत कर ददया
जाएता।
3. हॉट एक्सल बॉक्स को ं र्ा करने के शलये उस ्र ्ानी नही र्ाला जाएता
बश्‍क ं र्ा होने का इं तजार दकया जाएता। यदद एक्सल बॉक्स से आत कऔ
ल्ट शनकल रही हो तो उसे बसझाने के शलये अशग्निामक यंत्र या रे त अथला
शमट्टी का प्रयोत दकया जाएता।
4. जब कुी स्टेिन से तसजरते समय दकसी तािी. से तमष धसरा, खसले माल
शर्ब्बे / लाहन का लटकता हुआ नीचला ुात इायादद जैसी अससरशक्षत
शस्थशत हो तो स्टेिन मास्टर / के शबन कमषचारी तािी रोकने के शलये खतरा
हाथ शसतनल ददखायते तथा स्थालर शसतनलो को ऑन शस्थशत मे करके
तािी रोकने का ्ूरा प्रयत्न करते।
5. यदद सब उ्ाय करने के बाद ुी तािी कमषचाररयों का ध्यान आकर्यषत न
हो सके तो स्टेिन मास्टर / के शबन सहायक स्टेिन मास्टर / शस्लच मैन
तसरन्त अतले स्टेिन को तािी रोको और तािी कऔ जॉच करो संकेत देता
साथ ही इसकऔ ससचना सेक्िन कन्रोलर को ुी देता जो अतले स्टेिन ्र
तािी रोकने क प्रयास करे ता तथा कारणो का ्ता लतायेता।

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6. स्टेिन मास्टर "रोको और तािी कऔ जॉच करो ” संदिे शमलने ्र तािी


को तब तक सीधे प्रलेि करने नही देता जब तक यह ससशनशित न कर ले दक
तािी प्रथम रोक शसतनल ्र रुक तयी है। इसके बाद तािी को मेन लाईन
्र लेने के शलये आतमन रोक शसतनलो को ऑफ़ दकया जाएता।
7. यदद मेन लाईन उ्लब्ध न होने के कारण तािी को लू् लाईन ्र लेना
हो तो स्टेिन मास्टर यह ससशनशित करने के बाद तािी प्रथम रोक शसतनल
्र आकर रुक तयी है। उस तािी के लोको ्ायलट को ्ाईंट्समेन द्वारा
तािी मे हॉट एक्सल लाहन होने कऔ तथा उसको लू् लाईन ्र लेने के बारे
मे अलतत कराया जाएता।
8. लोको ्ायलट यह सूचना प्राप्त होने के बाद हॉट एक्सल लाहन कऔ जांच
करके यह शनणषय लेता दक क्रॉस ओलर ्ार करके लू् लईन ्र जाना
ससरशक्षत होता या नही। यदद ऐसा करना ससरशक्षत समझा जाता है लू्
लाईन के शलये शसतनलो को ऑफ़ दकया जाएता तथा तािी को स्टेिन तक
्ाईंट्समेन द्वारा ्ायलट दकया जाएता, ऐसे समय तािी कऔ अशधकतम
तशत 10 kmph होती।
9. तािी के स्टेिन ्र आने के बाद उसमे से हॉट एक्सल लाहन को तािी से
अलत दकया जाएता तथा लैतन एक्सचज रशजस्टर मे उसका नं. माशलक
रे लले आदद का उ्‍लेख दकया जाएता एलं सम्बशन्धत TXR को सूशचत
दकया जाएता।

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शबना ब्रेक यान कऔ मालतािी का संचालन- (GR4.23, SR4.23-1)


1. शबना ब्रेकयान कऔ मालतािी का संचालन शलिेय अनसदिे ो के अन्ततषत
आ्ातकालीन ्ररशस्थशतयों मे ही दकया जा सकता है।
2. शनम्नशलशखत ताशियां शबना ब्रेक यान के अशन्तम लाहन ्र टेल लैम््/टेल बोर्ष
लताकर चलायी जा सकती है -
i) कोशलयरी ्ायलट
ii) यार्ष और साइलर्ंत के बीच चलने लाले तसर्स ्ायलट शजसे मेन लाइन से नही
तसजरना ्र्ता
iii) ोटे रास्ते के बीच चलने लाली तसर्स िटल शजसके शलये PCOM से ्हले ही
अनसमशत प्राप्त कऔ तयी है।
iv) मसंबई मंर्ल के कसारा - इतत्सरी ल कजषत - लोनालला सेक्िन के के लल र्ाउन
ददिा म 8 ्शहया ब्रेकयान उ्लब्ध न होने ्र मालताशियों को शबना ब्रेकयान
से चलाने कऔ अनसमशत है ।
3. शबना ब्रेक यान कऔ तािी के संचालन के शनयम-
i) आ्ात शस्थशत मे Sr. DOM / DOM शबना ब्रेक यान कऔ तािी को चलाने कऔ
अनसमशत दे सकते है।
ii) शबना ब्रेक यान कऔ तािी के लल शनयंशत्रत सेक्िन मे ही चलायी जाएती।
iii) सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत हो जाने ्र शबना ब्रेक यान कऔ तािी नही चलायी
जाएती।
iv) ऐसी तािी मे क्षशत ग्रस्त लाहन नही लताया जाएता।
4. संचालन कऔ शलशध-
i) ऐसी तािी का संचालन करते समय तािी. का तार्ष इं जन म यात्रा करे ता और
स्टेिन से थ्रू जाते समय तार्ष स्टेिन कऔ ओर से तथा सहायक लोको ्ायलट
दूसरी ओर से हाथ शसतनलो का आदान-प्रदान करे ता तथा ्ी े कऔ ओर मसिकर
देखते दक तािी ससरशक्षत चल रही है।
ii) कसारा - इतत्सरी एल कजषत -लोनालला र्ाट सेक्िनों मे र्ाउन ददिा म तार्ष
बैंकर के सबसे श् ले कै ब म रहेता ।
iii) तािी मे इं जन से लेकर अशन्तम लाहन तक ्याषप्त मात्रा मे लैक्यूम/एयर प्रेिर
होना चाशहए। TXR तािी का BPC जारी करते समय अशन्तम लाहन का नम्बर
एलं शललरण उस ्र शलखेता।
iv) आशखरी लाहन ्र तार्ष द्वारा टेल लैम्् / टेल बोर्ष लताया जाएता।
v) तार्ष इं जन मे यात्रा करते समय बार-बार ्ी े कऔ ओर मसिकर देखता रहेता।

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vi) शबना ब्रेक यान कऔ तािी का कोई तशत प्रशतबन्ध नही है बश्‍क इसकऔ तशत
मालतािी कऔ सामान्य तशत के बराबर रहेती।
vii) ऐसी तािी को रलाना करते समय स्टार्टिंत स्टेिन का स्टेिन मास्टर, सेक्िन
कन्रोलर को अशन्तम लाहन का शललरण, प्राईलेट नं. के आदान-प्रदान के साथ
बतायेता। सेक्िन कन्रोलर अशन्तम लाहन का शललरण अ्ने चाटष मे शलखेता।
viii) लाईन क्लीयर मांतते समय स्टेिन मास्टर. अतले स्टेिन के स्टेिन मास्टर को
यह सूशचत करे ता दक तािी शबना ब्रेक यान कऔ है।
ix) यदद दकसी तािी को क्रॉलसंत या प्राथशमकता के शलये रोका जाता है तो स्टेिन
मास्टर तािी ्ूरी आ तई है और उ्‍लंर्न शचन्ह के अन्दर खिी है यह ससशनशित
करने के शलये तार्ष के ्ास ्ूणष आतमन रशजस्टर (T/1410) ुेजत े ा शजस ्र
तार्ष ससशनशित करके हस्ताक्षर करे ता ता्श्चात स्टेिन मास्टर सेक्िन क्लीयर
करे ता।
x) शबना ब्रेक यान कऔ तािी का संचालन करते समय तार्ष को लोको ्ायलट के
साथ हाथ शसग्नलो का आदान-प्रदान करने ल शलखंर्न के दौरान हैन्र् ब्रेक लताने
के कायष से ू ट रहेती।
xi) कन्रोल आदफ़स मे शबना ब्रेक यान के चलने लाली ताशियो के शलये एक रशजस्टर
रखा जाएता शजस ्र Sr.DOM/DOM अनसमशत देने के शलये हस्ताक्षर करते।
xii) के लल आ्ात शस्थशत मे ही शबना ब्रेक यान के ताशियां चलायी जाएती और जैसे
ही ब्रेक यान उ्लब्ध हो जाएता उसे तािी मे लता ददया जाएग़ा।

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शबना तार्ष के तािी संचालन (SR 4.25-1)


(क) ्ररचालन आलश्यकताओं को ्ूरा करने के शलए शनम्नशलशखत ताशर्यां शबना तार्ष
के संचाशलत कऔ जा सकती है:-
(i) मालताशियां
(ii) शलुातीय ताशियां (बैलास्ट रेन, सामग्री तािी, टीएमएम, टालर लैतन)
(iii) खाली कोलचंत रे क
(iv) ्ासषल शलिेय
लेदकन शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयों म शबना तार्ष के तािी का संचालन ्ूरी तरह
प्रशतबंशधत है:-
(i) र्ाट सेक्िन म
(ii) र्ने कोहरे या तूफानी मौसम म
(iii) ACF म
(iv) TSL संचालन के दौरान
(ख) शबना तार्ष के तािी संचलन के शलए अ्नाई जाने लाली कायषशलशध-

(i) लरर्‍ मंर्ल ्ररचालन प्रबंधक/ मंर्ल ्ररचालन प्रबंधक शबना तार्ष के
ताशर्यों का संचालन प्राशधकृ त करे ता तथा संबंशधत शनयंत्रण कायाषलय म एक
अलत रशजस्टर म इस तरह के आदेिों का ररकार्ष रखा जाएता ।
(ii) ्ूणष ब्लॉक ्श त (मध्यलती ब्लॉंक रोक शसतनल प्रणाली सशहत) तथा
स्लचाशलत शसतनल सेक्श्न म शबना तार्ष कऔ ताशर्यों को सामान्य तशत के साथ
अनसमशत दी जा सकती है ।
(iii) तािी म इं जन से लेकर सबसे अंशतम शर्ब्बे तक शनरं तर एयर प्रेिर उ्लब्ध
होना चाशहए ।
(iv) जब तािी को शबना तार्ष के चलाया जाता है तब उसके ऐसे कायष जो लोको
्ायलट द्वारा दकए जा सकते हैं, लोको ्ायलट तथा सहायक लोको ्ायलट
द्वारा दकए जाएंते । शलुातीय ताशयर्यों के मामले म, संबंशधत ्यषलक्ष
े कों द्वारा
तार्ष कऔ ड्यूटी कऔ जाएती।

(v) यदद प्रारं शुक स्टेिन या मध्यलती स्टेिन ्र तार्ष कऔ ‍यलस्था नहीं कऔ जाती
है तो संबंशधत स्टेिन के स्टेिन मास्टर द्वारा लोको ्ायलट को इस संधुष म

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सूचना ुेजी जाने ्र लह, तािी ्ररक्षक यदद उ्लब्ध हो अथला स्टेिन
मास्टर द्वारा नाशमत कमषचाररयों कऔ सहायता से, कं रटन्य़ूूटी ्रीक्षण करे ता ।
(vi) लोको ्ायलट को अंशतम शर्ब्बा संकेतक (टेल लैम््/ टेल बोर्ष/लाल झंर्ी)
अलश्य उ्लब्ध कराई जाएती तथा इसे स्टेिन मास्टर द्वारा नाशमत स्टेिन
कमषचाररयों कऔ सहायता से सहायक लोको ्ायलट द्वारा सबसे अंशतम शर्ब्बे
के टेल एंर् ्र अशनलायष रू् से लताया जाएता ।
(vii) शबना तार्ष लाली तािी चलाने से ्हले प्रारं शुक स्टेिन के स्टेिन मास्टर,
प्राइलेट नंबर के आदान-प्रदान के साथ र्यूटी ्र तैनात खंर् शनयंत्रक को
अंशतम शर्ब्बा क्रमांक के बारे म अलश्य सूशचत करेता ।
(viii) लाइन शक्लयर मांतते समय संबंशधत स्टेिन मास्टर/के शबन मास्टर, शलिेय रू्
से यह उ्‍लेख करे ता कऔ शजस तािी के शलए लाइन शक्लयर मांता जा रहा है
लह शबना तार्ष के संचाशलत कऔ जा रही है । स्टेिन मास्टर/ ‍लाइं ट्समैन
अंशतम शर्ब्बा संकेतक को देख कर या अंशतम शर्ब्बा क्रमांक को शमलाते हुए
यह ससशनशित करने के शलए शजम्मेदार होता दक शबना तार्ष लाली तािी अखंर्
और ्सरी है ।
(ix) स्लचशलत शसतनल प्रणाली क्षेत्र म र्यूटी ्र तैनात खंर् शनयंत्रक उन स्टेिनों
के स्टेिन मास्टर शजन्ह शसतनलों के आदान- प्रदान के शलए नाशमत दकया
जाता है, को सूशचत करे ता तथा ऐसे नाशमत स्टेिनों के स्टेिन मास्टर/
‍लाइं ट्मैन यह ससशनशित करने के शलए शजम्मेदार होंते दक शबना तार्ष लाली
तािी अखंर् और ्ूरी है ।
(x) ‍हीकल ताइर्स और बी्ीसी कऔ तार्ष प्रशतशलश्, लोको ्ायलट को सौं् दी
जाएती शजसे मातष म यदद तािी के शलए तार्ष बसक दकया जाता है तो तार्ष द्वारा
या तंत‍य स्टेिन ्र स्टेिन कमषचाररयों द्वारा प्राप्त कऔ जाएती।
(xi) जब इस तरह कऔ तािी को दसर्षटना, खराबी, अलरोध या अन्य आसाधारण
कारण से दो स्टेिनों के बीच खिी होती है और लोको ्ायलट द्वारा यह ्ाया
जाता है दक इस तािी को आते नही ले जाया जा सकता तब लह साधारण
शनयम 6.03 के अनससार तािी बचाल करे ता । बचाल करने के शलए जाते समय
यह सालधानी बरतनी होती दक लोको यदद ्टरी ्र है तो उसे अन्मर् न ोिे ।

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(xii) जब ऐसी तािी दकसी स्टेिन ्र रुकती है तब स्टेिन मास्टर यह ससशनशित


करे ता दक ्ूरी तािी आ चसकऔ है तथा उ्‍लंर्न शचन्ह के अन्दर किी हुई है ।
(xiii) यात्रा के दौरान सहायता लोको ्ायलट बार-बार श् े मसर्कर देखेता और यह
ससशनशित करे ता दक तािी ससरशक्षत रू् से चल रही है तथा लह तेटमैन/ के शबन
कमषचाररयों/ स्टेिन कमषचाररयों द्वारा ददखाए तए दकसी खतरा शसतनल ्र
ुी ध्यान देता ।

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असामान्य ्ररशस्थशतयो मे तािी संचालन


दोहरी लाईन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र ताशियो का संचालन-
(SR 6.02-3)
जब र्बल लाइन ्र दो स्टेिनो के बीच प्रयसक्त सुी संचार साधन खराब हो जाये तो
इस शस्थशत को सम््ूणष संचार व्यलस्था का ुंत होना कहते है। ये साधन प्राथशमकता के
क्रम म शनम्नशलशखत है-
i. ब्लॉक उ्करण / रैक सर्कष ट / एक्सल काऊन्टर
ii. ब्लॉक टेलीफ़ोन
iii. स्टेिन से स्टेिन दफक्स्र् टेशलफोन
iv. रे ्‍ले ऑटो/ BSNL / MTNL के दफक्स्र् टेशलफोन
v. कन्रोल टेलीफ़ोन
vi. ली.एच.एफ़.सैट (शजन सेक्िनो मे सलारी तार्ी चलती है लहॉ यह संदि
े के सं्ूणष
साधन के रु् मे नही माना जाएता)
ऐसी ्ररशस्थती मे ताशियो का संचालन शनम्नानससार दकया जाएता-
1. सुी ताशियो को स्टेिन ्र रोका जाएता।
2. स्टेिन मास्टर द्वारा तािी के लोको ्ायलट तथा तार्ष को ्ररशस्थशतयो कऔ
जानकारी दी जाएती।
3. तािी के लोको ्ायलट को स्टेिन मास्टर T/C 602 अशधकार ्त्र देता।
T/C 602 अशधकार ्त्र के तीन ुात होते है-
i) शबना लाईन क्लीयर का प्रस्थान प्राशधकार
ii) शसग्नलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने का अशधकार
iii) सतकष ता आदेि- शजसमे तािी कऔ अशधकतम तशत-
 दृश्यता साफ़ होने ्र - 25 kmph
 दृश्यता साफ़ न होने ्र -10 kmph
 ससरंत मे या धसंध और कोहरे के मौसम मे जब आते कऔ ओर स््ि ददखाई न
दे दकसी सक्षम रे ल सेलक द्वारा ्ायलट दकया जाएता। लोको ्ायलट
चौकसी रखेता ल बार बार सीटी बजाएता ।
4. यदद रास्ते मे ससरंत ्िती हो तो उसमे प्रलेि तुी करना चाशहए जब यह शनशित
हो जाये दक ससरंत खाली है इसमे यदद आिंका हो तो तािी को ्ायलट करना
चाशहए।
5. जब तािी को ब्लॉक सेक्िन मे रुक जाती है तो तार्ष तसरन्त ्ी े कऔ ओर खतरा
हाथ शसतनल ददखायेता और जॉच करे ता दक टेल लैम्् या टेल बोर्ष सही तरह से
लता है।
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6. यदद तािी ब्लॉक सेक्िन मे 10 शमनट से अशधक रुकती है तो ग़ािी का बचाल


250 - 250 -10 मी. ्र तीन ्टाखे लताकर दकया जाएता।
7. तािी को दकसी ुी ्ररशस्थशत मे ्ी े नही शलया जाएता लेदकन यदद तािी
को ्ी े ले जाना अ्ररहायष हो जाये तो ्हले जहॉ तक तािी को ्ी े
धके लना है, उस स्थान से 250-250-10 मी. ्र तीन ्टाखे लताकर बचाल
दकया जाएता उसी के बाद तािी को ्ी े शलया जाएता।
8. अतले स्टेस्िन के शनकट ्हुंचकर लोको ्ायलट अ्नी तािी को प्रथम रोक
शसतनल ्र रोक देता और लतातार लम्बी सीटी बजाएता।
9. स्टेिन मास्टर आतमन शसतनल ऑफ़ करके तािी को स्टेिन ्र लेता । यदद
10 शमनट तक शसतनल ऑफ़ न हो और न ही कोई अशधकार ्त्र शमले तो तार्ष
तािी का ्ी े से 250-250-10 मी. ्र तीन ्टाखे लताकर बचाल करे ता और
लोको ्ायलट अ्ने सहायक को ्ास के के शबन ्र या स्टेिन ्र यह सूशचत
करने के शलये ुेजेता दक तािी स्टेिन मे प्रलेि करने के शलये शसतनल कऔ
प्रशतक्षा कर रही है।
10. स्टेिन ्र आने के बाद लोको ्ायलट T/C 602 अशधकार ्त्र स्टे.मा. को सौं्
देता।
11. अनसतामी ताशियो को 30 शमनट के अन्तराल से चलाया जाएता उनके लोको
्ायलट को ुी स्टेिन मास्टर T/C 602 अशधकार ्त्र देता और उनकऔ तशत ुी
दृश्यता साफ़ होने ्र 25 kmph, दृश्यता साफ़ न होने ्र 10 kmph तथा
ससरंत /धसंध और कोहरे के मौसम मे ्ैदल रफ़्तार से अशधक नही होती। लोको
्ायलट को ददये जाने लाले T/C 602 अशधकार ्त्र ्र 30 शमनट ्हले तयी
तािी तथा 30 शमनट के बाद रलाना होने लाली तािी का शललरण शलखा
जाएता।
12. तार्ष श् े कऔ ओर चौकसी रखेता और दकसी तािी के शनकट आने से बचाल के
शलए खतरा शसतनल प्रदर्िषत करेता ल तािी कऔ ससरक्षा के शलए तैयार रहेता ।
13. दोनों प्रुाशलत स्टेिनों ्र TSR म ऐसे संचालन का ररकॉर्ष रखा जाएता।
14. ऐसा संचालन तब तक जारी रहेता जब तक दक उ्रोक्त साधनो म से कोई
साधन िसरु ना हो जाए।
15. जब संचार के साधनो मे से कोई एक साधन िसरू हो जाये तो दोनो ओर स्टेिन
मास्टर अंशतम रलाना कऔ तई तथा आई हुई ताशियो का शललरण T/I 602
अशधकार ्त्र ्र प्रायलेट नंबर के आदान-प्रदान के साथ ुरते तथा जब तक
संतसि न हो जाएं दक उनके स्टेिन से ू टने लाली ताशियां दूसरी ओर के स्टेिन

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

्र ्हुाँच तई हैं तब तक अन्य तशियों को उ्लब्ध साधन ्र लाइन शक्लयर


लेकर नहीं चलाया जाएता।
16. ्ररलहन शनरीक्षक इससे सम्बशन्धत ररकॉर्ष कऔ जॉच करते तथा अ्नी रर्ोटष
7 ददन मे DRM को ुेज दते ।

इकहरी लाईन खण्र् ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होने ्र ताशियो का संचालन-
(SR 6.02-4)
इकहरी लाईन खण्र् ्र जब दो स्टेिनो के बीच प्रयसक्त सुी संचार साधन खराब हो
जाये तो इस शस्थशत को सम््ूणष संचार व्यलस्था का ुंत होना कहते है। ये साधन
प्राथशमकता के क्रम म शनम्नशलशखत है-
i. ब्लॉक उ्करण / रैक सर्कष ट / एक्सल काऊन्टर
ii. ब्लॉक टेलीफ़ोन
iii. स्टेिन से स्टेिन दफक्सर् टेशलफोन
iv. रे ्‍ले ऑटो/ BSNL/MTNL के दफक्सर् टेशलफोन
v. कन्रोल टेलीफ़ोन
vi. ली.एच.एफ़.सैट (शजन सेक्िनो मे सलारी तार्ी चलती है लहॉ यह संदि
े के
सं्ूणष साधन के रु् मे नही माना जाएता)
नोट - संचार साधनो के ्ूणषत: बाशधत होने के दौरान जब दकसी तार्ी या रे ल्थ के
दसर्षटनाग्रस्त होने या दकसी अन्य बाधा के कारण दोहरी लाइन खंर् म दकसी एक
लाइन का प्रयोत न हो सके अथला जब कुी दोहरी लाइन ्र इकहरी लाइन
कायषप्रणाली के दौरान संचार साधन ्ूणषत: बाशधत हो तो ुी इन अनसदिे ों का ्ालन
दकया जाएता।
ऐसी ्ररशस्थती मे ताशियो का संचालन शनम्नानससार दकया जाएता-
शनम्नशलशखत साधनो मे से दकसी एक साधन को अतले स्टेिन ्र संचार व्यलस्था िसरु
करने (लाईन क्लीयर ्ू ने) के शलए ुेजा जाएता-
a) लाईट इं जन
b) रेन इं जन (ऑन ड्यूटी SM के आदेिानससार तािी से अलत करके )
c) मोटर रॉली / टॉलर लैतन (शजसके साथ ऑन ड्यूटी ASM से शुन्न कोई
ASM या तार्ष जाएता)
d) रॉली / साईदकल रॉली / मो्ेर् रॉली (शजसके साथ ऑन ड्यूटी ASM से
शुन्न कोई ASM या तार्ष जाएता)
e) र्ीजल कार / रे ल मोटर कार / EMU रे क- (यात्री रशहत)

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2. ब्लॉक सेक्िन मे ुेजने से ्हले स्टेिन मास्टर जाने लाले कमषचाररयो को


्ररशस्थशतयो कऔ जानकारी देता तथा यह ससशनशित करे ता दक ले इकहरी
लाईन ्र सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत होने के दौरान तािी संचालन के
शनयमो से अ्‍ ी तरह से ्ररशचत है और इसके शलये लह उनके हस्ताक्षर
ुी लेता।
3. लाईन क्लीयर लेने जाने लाले (संचार व्यलस्था िसरू करने के शलये जाने
लाले) लाहन को स्टेिन मास्टर शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र देता-
a) T/B 602- शजसमे शनम्न ्ॉच ुात होते है-
i) शबना लाईन क्लीयर का प्रस्थान प्राशधकार
ii) शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करना
iii) सतकष ता आदेि- शजसमे अशधकतम तशत शनम्नानससार होती-
 दृश्यता साफ़ होने ्र - 15 kmph
 दृश्यता साफ़ न होने ्र- 10 kmph
 धसंध और कोहरे के मौसम मे या ससरंत मे दो व्यशक्त ्ैदल इं जन के सामने
चलते एक के ्ास खतरा हाथ शसतनल होता तथा दससरे के ्ास ्टाखे
होंते। एक सहायक लोको ्ायलट होता तथा एक व्यशक्त स्टेिन मास्टर
द्वारा उ्लब्ध कराया जाएता।
iv) लाईन क्लीयर ्ू ता संदि

v) सितष लाईन क्लीयर संदि े - इसमे इं जन के अतले स्टेिन ्र ्हुंचने के
बाद अके ले या दकसी तािी के साथ आने के शलये लाईन क्लीयर का
उ्‍लेख प्रा.नं. के साथ रहेता
b) T/E 602 आलश्यकतानससार- लाईन क्लीयर ्ू ता संदि
े ।
नोट T/B 602 (iv) ुात मे के लल एक तािी का शललरण शलखा जाता है
लेदकन यदद एक से अशधक ताशियो के शलये लाईन शक्लयर कऔ आलश्यकता
है तो T/B 602 के साथ मे T/E 602 अशधकार ्त्र ददया जाएता। ऐसे
समय T/B 602 के ुात (iv) मे कस ुी शलखा नही जाएता बश्‍क सुी
ताशियो का शललरण T/E 602 मे ही शलखा जाएता।
4. लाईन क्लीयर लेने के शलये जाने लाला इं जन सेक्िन मे फ़्लैिर लाईट
जलाकर तथा खतरे कऔ सीटी बजाते जाएता।
5. बाह्यतम फे लसंत ्ाईंट के बाहर लाइन को अलरूद्ध करने कऔ अनसमशत नहीं
होती जब तक कऔ इं शजन / टॉलर लैतन / र्ीजल कार / मोटर कार / ई एम
यू / रॉली इायादद ला्स न आ जाए।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

6. यदद ब्लॉक सेक्िन म शलरुद्ध ददिा से दूसरा इं जन/साधन आता हुआ शमले
तो दोनो लोको ्ायलट ससरशक्षत दूरी ्र इं जनो को रोक कर यह शनणषय
लते दक दोनो इं जनो / लाहनों को दकस स्टेिन ्र लेकर जाये। ऐसे समय
शनम्नशलशखत बातों का ध्यान रखा जाएता-
 तािी का महाल
 स्टेिनो से दूरी
 ग्रेर्ीएंट / कै च सायलर्ंत
7. अतले स्टेिन ्र ्हुंचने के बाद T/B 602 तथा T/E 602 (यदद है) स्टेिन
मास्टर को सौं् ददया जाएता।
8. उस स्टेिन का SM इं जन को अके ले या दकसी तािी के साथ शनम्नशलशखत
अशधकार ्त्र सौ् कर रलाना करे ता-
 T/G 602(UP) या T/H 602 सितष लाईन क्लीयर रटकट
(सितष लाईन क्लीयर संदि
े के आधार ्र)
 T/409 या T/A 409 सतकष ता आदेि- (्ररशस्थशतनससार)
 T/ 369 (3b) या T/511 (्ररशस्थशतनससार)
 T/F 602 लाईन क्लीयर ्ू ता संदि
े का जलाब प्राईलेट नं.
सशहत)
 T/E 602 (यदद लाइन शक्लयर ्ू ना हो तो)
9. प्रशतक्षारत तािी के ड्राईलर को शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र ददये जायते-
 T/G 602(UP) या T/H 602 सितष लाईन क्लीयर रटकट
 सतकष ता आदेि- T/409 या T/A409 (्ररशस्थशतनससार )
 T/ 369 (3b) या T/511 (्ररशस्थशतनससार )
10. यदद यातायात एक ही ददिा मे हो तो सुी ताशियो के शलये लाईन क्लीयर
T/E 602 ्र ्ू ा जा सकता है तथा अतले स्टेिन मास्टर द्वारा ुी सुी
ताशियो के शलये लाइन क्लीयर T/F 602 ्र ददया जा सकता है। ऐसे
समय प्रायेक तािी के शलये अलत-अलत प्राईलेट नं.ददया जाएता।
11. यदद दोनो ददिाओं मे ताशियों का यातायात एक समान हो तो बाद लाली
ताशियो के शलये लाईन क्लीयर ्ू ता संदि
े T/E 602 तथा सितष
लाईन क्लीयर संदि
े T/F 602 ्हले जाने लाली तािी के तार्ष के माध्यम
से ुेजा जाएता।
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12. यदद लाईन क्लीयर एक से अशधक ताशियो को प्राप्त हुआ है तो ्हली तािी
जाने के बाद 30 शमनट के अंतराल से अन्य प्रशतक्षारत ताशियां चलायी
जाएती और उन ताशियो के लोको ्ायलट को शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र
ददया जाएता-
 T/G 602(UP) या T/H 602 सितष लाईन क्लीयर रटकट
 T/409 सतकष ता आदेि- - शजसमे तायिी कऔ तशत दृश्यता साफ़ होने
्र 25 kmph दृश्यता साफ़ न होने ्र 10 kmph तथा धसंध और
कोहरे के मौसम मे या ससरंत मे ्ैदल तशत से अशधक नही होती।इसमे
इं शजशनयररं त शलुात द्वारा लताये तये कम तशत के तशत प्रशतबन्धो को
ुी शलखा जाएता।
 T/ 369 (3b) या T/511 (्ररशस्थशत के अनससार )
13. यदद ऐसे समय ब्लॉक सेक्िन मे कोई तािी रुकती है या प्रथम रोक
शसतलन ्र 10 शमनट से अशधक रुकती हैं तो उसका बचाल 250-250-10
मीटर ्र तीन ्टाखे लताकर दकया जाएता यह बचाल तािी के आते तथा
्ी े दोनो ओर से दकया जाएता।
14. जैसे ही कोई ुी एक संचार साधन िसरु हो जाये तो दोनो ओर के स्टेिन
मास्टर अंशतम ताशियो का शललरण, प्रायलेट नंबर के आदान-प्रदान के साथ
T/I 602 मे ुरते और यह ससशनशित करते दक सुी ताशियां स्टेिन ्र आ
तयी है और सेक्िन साफ़ है इसके बाद सामान्य संचालन िसरु करते।
15. ्ररलहन शनरीक्षक इससे सम्बशन्धत ररकॉर्ष कऔ जॉच करते तथा अ्नी
रर्ोटष 7 ददन मे DRM को ुेज दते
नोट- यदद स्टेिन ्र के लल लाईट इं जन या इं जन और ब्रेक यान खिा है और
शजसे अतले स्टेिन जाना है तो लोको ्ायलट को T/B 602 के ्हले तीन कॉलम
ुरकर ददये जायते। यदद उसी ददिा म कोई दूसरा लाईट ईजन अथला दूसरा
इं जन और ब्रेकयान ुेजना आलश्यक हो तो उसके ुेजे जाने का समयांतर कम से
कम 30 शमनट का होना चाशहए।

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दोहरी लाईन खण्र् ्र अस्थायी इकहरी लाईन संचालन (SR 6.02-1)


दोहरी लाईन खण्र् मे दकसी एक लाईन का उ्योत दकसी तािी के दसर्षटना ग्रस्त हो
जाने या रे ल ्थ के खराब हो जाने या अन्य दकसी कारणलि नही हो ्ाता है तो अ्
एलं र्ाउन ताशियों का संचालन उ्लब्ध लाईन ्र दकया जाता है। ताशियो के इसी
संचालन को TSL लर्किं त अथला दोहरी लाईन खण्र् ्र अस्थायी इकहरी लाईन
संचालन कहते है।
इसके शलये शनम्नशलशखत प्रणाशलयों मे से दकसी एक का प्रयोत दकया जा
सकता है -
 शलद्यसत संचार यंत्रो द्वारा लाईन क्लीयर प्राप्त करके
 यदद एक लाईन अशधक समय तक बन्द रहने कऔ संुालना है तो
इकहरी लाईन के ब्लॉक उ्करण ल िंरटंत शलशमट बोर्ष लताकर
1. TSL लर्किं त प्रारम्ु करने लाले स्टेिन मास्टर को शलश्वसनीय जानकारी
प्राप्त करनी चाशहए दक एक लाईन साफ़ है यदद लाईन साफ़ होने मे कोई
सन्देह है तो PWI से इस बारे मे शलशखत प्रमाण्त्र लेना चाशहए।
2. TSL लर्किं त उन्ही दो स्टेिनो के बीच कऔ जाएती जहॉ अ् तथा र्ाउन
लाईन को जोिने के शलये क्रॉस ओलर लते हो।
3. यदद बीच मे कोई 'C' क्लास स्टेिन या IBS है तो उसे बन्द कर ददया
जाएता और लहॉ के शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने के शलये श् ले
स्टेिन मास्टर द्वारा अशधकृ त दकया जाएता।
4. इन सुी स्टेिनो के ब्लॉक उ्करण TOL शस्थशत मे लॉक कर ददये जायते।
र्ायर्ो उ्करण शजन्ह TOL ्र रखना संुल न हो तो लहााँ उनके कम्यसटेटर
्र सतकष ता ्ट्टी लताई जाएती ।
5. इस बात को ससशनशित कर लेने के बाद दक एक लाईन यातायात के शलये
साफ़ है, TSL लर्किं त िसरु करने लाला स्टेिन मास्टर प्राईलेट नं. का आदान-
प्रदान करते हुये दूसरी ओर के स्टेिन मास्टर को एक शनधाषररत संदि
े जारी
करे ता
7. स्टेिन ्र तािी रोकऔ जाएती। लोको ्ायलट तथा तार्ष को ्ररशस्थशतयों
कऔ जानकारी दी जाएती।
8. स्टेिन मास्टर उ्लब्ध साधन से लाईन क्लीयर लेता तथा लोको ्ायलट
एलं तार्ष को शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र देता-
सही लाईन से जाने लाली तािी के शलये
T/D 602
तलत लाईन से जाने लाली तािी के शलये

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T/D 602 एलं


T/511 या ्ायलट आऊट मेमो और तािी को अशन्तम कांटो
तक ्ायलट दकया जाएता।
9 T/D 602 अशधकार ्त्र के तीन ुात होते है-
i) लाईन क्लीयर रटकट
ii) शसतनलो को ऑन शस्थशत मे ्ार करने का प्राशधकार
iii) सतकष ता आदेि-सतकष ता आदेि मे शनम्नशलशखत बातो का उ्‍लेख रहेता-
a) TSL लर्किं त मे प्रयसक्त लाईन
b) अलरोध का दक.मी. नम्बर
c) तशत प्रशतबंध (इं शजशनयररं त शलुात द्वारा लताया तया)
d) यदद कोई रै् ‍लाइन्ट है तो उसे क्लैम्् करने का आश्वासन
e) न्यूरल सेक्िन का शललरण
10 TSL मे जाने लाली ्हली तािी कऔ अशधकतम तशत 25 kmph होती तथा
बाद लाली ताशियो कऔ तशत सामान्य होती।
11 TSL मे जाने लाली ्हली तािी का लोको ्ायलट रास्ते के तेट मैन,
तैंतमेन को TSL प्रारम्ु होने कऔ जानकारी देते हुये जाएता।
12 TSL लर्किं त मे तलत लाईन से जाने लाली प्रायेक तािी का लोको ्ायलट
इं जन कऔ फ़्लैिर लाईट ऑन करके तथा बार-बार खतरे कऔ सीटी बजाते हुये
जाएता। यदद स्टे.मा.,तैट मैन तैंतमैन देखते हैं दक तार्ी तलत लाइन ्र
शबना फ्लैिर लाइट ऑन दकए चल रही है तो ले तसरंत तार्ी रोक देते।
13 यदद तािी दकसी कारणलि ब्लॉक सेक्िन मे रुक जाती है तो उसका आते
तथा ्ी े से (GR 6.03 के अनससार) सामान्य बचाल दकया जाएता।
14 अतले स्टेिन ्र तािी लेना-

तलत लाईन ्र चलने लाली तािी- तलत लाईन ्र चलने लाली तािी का
लोको ्ायलट अ्नी तािी को सही लाईन के प्रथम रोक शसतनल अथला तलत लाईन
(शजस ्र लह चल रहा है) से सम्बशन्धत अंशतम रोक शसतनल ्र जो ुी ्हले आये
रोक देता।स्टेिन मास्टर रास्ते के सुी कांटो को सैट, क्लैम्् एलं लॉक करने के बाद
एक सक्षम रे ल सेलक को तािी रुकने के स्थान ्र ्ायलट इन मेमो देकर ुेजेता जो
तािी के लोको ्ायलट को देता और तािी को स्टेिन तक ्ायलट करे ता।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

सही लाईन ्र चलने लाली ग़ािी- सही लाईन ्र चलने लाली तािी को
अतले स्टेिन ्र आतमन शसतनलो को ऑफ़ करके शलया जाएता।
15 स्टेिन मास्टर यह ससशनशित करने के बाद दक तािी ्ूरी आ तयी है।
टेलीफ़ोन ्र प्राईलेट नम्बर देकर सेक्िन क्लीयर करे ता।
16 सामान्य संचालन िसरु करना-
a) PWI से, रे ल ्थ तार्ी संचालन के शलये साफ़ एलं ससरशक्षत है, ऐसा
प्रमाण ्त्र प्राप्त करने ्र स्टेिन मास्टर इसकऔ सूचना दूसरे स्टेिन
मास्टर को देता तथा प्राईलेट नं. का आदान-प्रदान करे ता और सेक्िन
कन्रोलर से शलचार शलमिष करके सामान्य संचालन िसरु दकया दकया
जायेता।
b) ब्लॉक उ्करण, स्थालर शसतनल, IBS शजनका प्रयोत बन्द कर ददया
तया था, प्रयोत मे लाये जायते।
c) सामान्य संचालन िसरु होने के बाद जाने लाली ्हली तािी का लोको
्ायलट रास्ते के सुी तेट मैन / तैंत मैनो को सामान्य संचालन िसरू
होने कऔ जानकारी देता जाएता।
d) TSL लर्किं त से सम्बशन्धत ररकॉर्ष कऔ जॉच TI करते तथा सामान्य
संचालन िसरू होने से 7 ददन के ुीतर अ्नी रर्ोटष DRM को ुेजते।

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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

ब्लॉक सेक्िन मे इं जन असमथष होना तथा सहायता कऔ मांत करना


1. जब कोई इं जन खराब हो जाये तो तार्ष लोको ्ायलट से ्ू ेता दक सहायक
इं जन मंतलाने कऔ आलश्यकता है या नही। लोको ्ायलट इं जन को 30 शमनट मे
ीक कर सकता है या नही इसके बारे मे तार्ष को सूचना देता।
2. यदद लोको ्ायलट के अनससार खराबी ऐसी है दक इसे ीक करना संुल नही है
तो लह तसरंत तार्ष को सहायता इं जन कऔ आलश्यकता हेतस शलशखत मेमो देता।
3. यदद 30 शमनट तक लोको ्ायलट तार्ष को ऐसा मेमो नही देता है तो तार्ष लोको
्ायलट को शलशखत ससचना देता दक लह सहायता इं जन कऔ मांत कर रहा है एलं
तार्ष सहायता इं जन कऔ मांत करे ता।
4. सहायता इं जन कऔ मांत करने से ्हले तार्ी का दोनो ओर से बचाल ससशनशित
दकया जाएता।
5. यदद सहायता इंजन कऔ आलश्यकता का मैसेज देने के बाद लोको ्ायलट इं जन
ीक कर लेता है तो मालतािी का लोको ्ायलट कन्रोलर को / स्टेिन मास्टर
को इं जन ीक होने कऔ सूचना देता और तािी रलाना करने कऔ अनसमशत मांतेता।
6. कं रोलर / स्टेिन मास्टर ससशनशित करते दक कोई सहायता इं जन ब्लॉक सेक्िन
मे नही ुेजा तया है। इसके बाद कन्रोलर / स्टेिन मास्टर मालतािी के लोको
्ायलट को क्रमि: रेन नोरटस नं. / प्राईलेट नं. देकर तािी चलाने कऔ अनसमशत
दते।
7. मालतािी के लोको ्ायलट को जब तक कन्रोलर का रेन नोरटस नं. या स्टेिन
मास्टर का प्राईलेट नं. न शमल जाये तब तक लह अ्नी तािी रलाना नही करे ता

ध्यान द -
 सलारी तािी के मामले मे यदद एक बार सहायता इं जन कऔ मांत कर ली
जाती है तो इं जन ीक होने के बाद ुी सहायता इं जन कऔ मांत को रद्द नही
दकया जाएता।

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अलरोशधत ब्लॉक सेक्िन मे सहायता इं जन/ सहायता तािी को ुेजना


(BWM 4.12)
1. जब दसर्षटना या ब्लॉक सेक्िन मे तािी का इं जन असमथष हो जाये और अलरुद्ध
ब्लॉक सेक्िन मे सहायता तािी / सहायता इं जन ुेजना हो तो उन्हे ुेजने
लाला स्टेिन मास्टर शनम्नशलशखत कायषलाही करे ता-
a) सहायता तािी के तार्ष एलं लोको ्ायलटको ्ररशस्थशतयो कऔ जानकारी
दी जाएती।
b) सहायता तािी के लोको ्ायलट को T/A602अशधकार ्त्र ददया जाएता।
T/A602 के तीन ुात होते है -
i. शबना लाइन आते बढ़ाने के शलए ब्लॉक रटकट
ii. शसतनलो को ऑन मे ्ार करने का अशधकार
iii. सतकष ता आदेि दृश्यता साफ होने ्र 15 KM/H
दृश्यता साफ ना होने ्र 10 KM/H
c) लोको ्ायलट को ददये जाने लाले मे अशधकार ्त्र T/A 602 मे तािी का
नाम / इं जन का नं., अलरोध का दक.मी.नं.,तािी को दकस स्टेिन ्र क्लीयर
करना है और तशत प्रशतबन्ध कऔ जानकारी शलखी होती है।
2. सेक्िन कन्रोलर तथा अतले स्टेिन मास्टर को सहायता तािी / सहायता इं जन
के रलाना होने का समय बताया जाएता।
3. लोको ्ायलट शनधाषररत तशत का ्ालन करते हुये सतकष ता ्ूलषक ब्लॉक सेक्िन
मे जाएता तथा शनदेिानससार कायष करे ता।
4. सहायता तािी / सहायता इं जन के साथ जब असमथष तािी स्टेिन ्र आ जाये
तो दोनो ताशियो के तार्ष TSR / T/1410 मे दोनो ताशियॉ ्ूणष रु् से आ तयी
है इस बात का उ्‍लेख करते हुये अ्ने अ्ने हस्ताक्षर करते उसके बाद ही
सेक्िन क्लीयर दकया जाएता।
5. स्टेिन मास्टर TSR म सहायता इं शजन ुेजने का शललरण शलखेता ।
6. सामान्य संचालन प्रारम्ु होने ्र प्रुाशलत ब्लॉक सेक्िन मे जाने लाली ्हली
तािी को स्टेिन ्र रोका जाएता और लोको ्ायलट को सतकष ता आदेि ददया
जाएता।

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ग्रेशर्एंट ्र तािी खिी हो जाने ्र कऔ जाने लाली कायषलाही (SR 6.04.2)


1. लोको ्ायलट तसरंत फलेिर लाईट ऑन करे ता ।
2. लोको ब्रेक तथा रेन ब्रेक लताएता तथा रेन ब्रेक ररलीज नहीं करे ता ।
3. लोको ्ायलट इं शजन को अनमेन्र् नहीं ोिेता यदद आलश्यकता ्िती है तो
यह ससशनशित करे ता कऔ सहायक लोको ्ायलट इं शजन म मौजूद है ।
4. यदद तािी 15 शमनट तक रलाना होने कऔ संुालना न हो तो लोको ्ायलट
को शनम्नशलशखत कायषलाही करे ता -
 इं शजन के हैंर् ब्रेक लताएता ।
 सहायक लोको ्ायलट को तािी के आते से 8 ्शहया लाले 5 एलं 4
्शहया लाले 10 लाहनों के हैंर् ब्रेक बााँधने के शलए तथा इं शजन के
्शहयों के नीचे लसर्न लैजेस लताने के शनदेि देता।
 तार्ष द्वारा हाथ ब्रेक लताने के शलए तीन ोटी सीटी तथा तार्ी का
्ी े से बचाल करने के शलए चार ोटी सीटी बजाएता
 इकहरी लाइन सेक्िन म तािी का आते से सामान्य बचाल करने के
शलए सहायक लोको ्ायलट को ुेजेता ।
5. लोको ्ायलट द्वारा बजाई तई तीन ोटी ल चार ोटी सीटी ससनकर तार्ष
तसरंत ब्रेक लेन के हैंर् ब्रेक ए‍लाय करे ता तथा श् े से 8 ्शहया लाहनों के 5
एलं 4 ्शहए लाले लाहनों के मामले म 10 लाहनों के हैंर् ब्रेक बााँधेता ।
यात्री तािी के मामले म ब्रेक लान के नजदीक के दो लाहनों के नीचे लसर्न
लेजेस लताएता और तािी का श् े से सामान्य बचाल करे ता ।
6. श् े से बचाल करने के ्िात तार्ष आते आएता और लोको ्ायलट से
सहायता संबंधी शलचार शलमिष करेता ।
7. तािी को दसबारा रलाना करने से ्हले शनम्नशलशखत कारष लाई कऔ जाएती -
a. ्याषप्त मात्रा म एयर प्रेिर या लैक्यसम बनाएता
b. लोको ब्रेक को लताए रखते हुए रेन ब्रेक को ्ूणषत: ररलीज करे ता ।
c. चढ़ाल ्र तािी खिे होने ्र आते कऔ ददिा म कस नॉचेस लेता और
यदद तािी उतार ्र खिी है तो श् े कऔ ददिा म कस नॉचेस लेता ।
d. लैतनों के हैंर् ब्रेक को ररलीज दकया जाएता तथा लसर्न लैजेस को
हटाया जाएता ।

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e. तार्ष ुी अ्ने ब्रेकयान का हैंर् ब्रेक ररलीज करे ता ।


f. तार्ष के साथ ऑल राईट शसतनल एक्सचज करने के ्िात लोको के
हैंर् ब्रेक को ररलीज दकया जाएता ता्िात लोको ब्रेक को धीरे धीरे
ररलीज करते हुए तािी िसरू करे ता ।
g. प्रथम अलसर ्र तािी के ब्रेक ्ालर कऔ जााँच करे ता ।
8. यदद तािी 400 म 1 से अशधक ग्रेशर्एंट ्र खिी हो जाए तो लोको
्ायलट ब्रेक ्ालर को ध्यान म रखते हुए अशतररक्त सालधानी बरतते
शजससे तािी रोल र्ाउन न हो ।

ब्लाक सेक्िन म लोको ्ायलट तािी चलाने म असमथष होने ्र -


1. जब दकसी तािी का लोको ्ायलट ब्लॉक सेक्िन म दकसी कारण लि तािी
चलाने म असमथषहो जाए तो तािी खिी करे ता एलं सहायक लोको ्ायलट
को अलतत कराएता ।
2. यदद सहायक लोको ्ायलट लोको ्ायलट कऔ रेलनंत ्ास हो तो लह तािी
को सतकष ता्ूलषक चलाते हुए ब्लॉक सेक्िन शक्लयर करे ता एलं स्टेिन
मास्टर को ्ररशस्थशत से अलतत कराएता ।
3. यदद सहायक लोको ्ायलट लोको ्ायलट कऔ रेलनंत ्ास न हो तो लह
ऐसी ्ररशस्थशत म तािी का संचालन नहीं करे ता । तािी का शनयमानससार
बचाल करे ता एलं तार्ष कऔ मदद से नजदीकऔ स्टेिन मास्टर को सूशचत
करलाएता ।
4. दूसरे लोको ्ायलट / सहायता इं जन द्वारा तािी का सेक्िन शक्लयर दकया
जाएता ।

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तािी शलखण्र्न (Train Parting) (GR 6.08, SR 6.08-1)


1. अथष- रेन ्ार्टिंत का अथष है- तािी का चलते-चलते अ्ने आ् दो ुातो मे बॅट
जाना।
2. लोको ्ायलट- जैसे ही लोको ्ायलट को ्ता चलता है दक उसकऔ तािी
शलखशण्र्त हो तयी है तो लह शनम्नशलशखत कायष करे ता -
i. फ़्लैिर लाईट ऑन करे ता।
ii. तार्ष का ध्यान आकर्यषत करने के शलये लम्बी- ोटी लम्बी- ोटी सीटी बार-
बार बजाएता
iii. तार्ष के शसतनल के शलये ्ी े कऔ ओर देखेता ।
iv. अतले शहस्से को तब तक चलाता रहेता जब तक दक श् ला शहस्सा रुक न
जाये ्रं तस रोक शसतनल ऑन मे शमलने ्र उसका ्ालन अलश्य करे ता।
3. तार्ष- जैसे ही तार्ष को रेन ्ार्टिंत का ्ता चलता है तो लह ब्रेक यान का हैन्र्
ब्रेक लताकर श् ला शहस्सा रोके ता तथा लोको ्ायलट का ध्यान आकर्यषत
करने के शलये ददन मे हरी झण्र्ी को तथा रात मे सफ़े द बिी को ऊ्र-नीचे
करके ददखाएता । लोको ्ायलट इसकऔ ्ालती - o - o सीटी बजाकर देता
तथा फ़्लैिर लाईट ऑन करके अतले शहस्से को तब तक चलाता रहेता जब तक
दक श् ला शहस्सा रुक न जाये या रोक शसतनल ऑन मे ना शमले।
4. बैककं त इं जन का लोको ्ायलट - यदद तािी मे बैककं त इं जन लता है और उसके
लोको ्ायलट को रेन ्ार्टिंत का ्ता चलता है तो लह श् ले शहस्से को
रोके ता तथा अतले लोको ्ायलट का ध्यान आकर्यषत करने के शलये - o - o
सीटी बजाएता शजसे ससनकर अतला लोको ्ायलट इसकऔ ्ालती - o - o
बजाकर देता, फ़्लैिर लाईट ऑन करे ता तथा अतले शहस्से को तब तक चलाता
रहेता जब तक दक श् ला शहस्सा रुक न जाये या रोक शसतनल ऑन मे ना
शमले।
5. तेट मैन- यदद तेट मैन देखता है दक तािी दो ुातो मे बंटकर चल रही है तो
लह लोको ्ायलट ल तार्ष का ध्यान आकर्यषत करने के शलये ददन मे हरी झण्र्ी
ल रात मे सफ़े द बिी ऊ्र-नीचे करके ददखाएता और यदद श् ला शहस्सा
आने मे समय है तो सामने ्टरी ्र 10-10 मीटर के अन्तर ्र तीन ्टाखे
लतायेता।

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6. स्टेिन मास्टर- SM यदद देखता है दक तािी दो ुातो मे बंटकर चल रही


है तो लह लोको ्ायलट ल तार्ष का ध्यान आकर्यषत करने के शलये ददन मे हरी
झण्र्ी ल रात मे सफ़े द बिी को ऊ्र-नीचे करके ददखाएता यदद श् ला
शहस्सा आने मे समय है तो सामने ्टरी ्र 10-10 मीटर के अन्तर ्र तीन
्टाखे लतायेता।
7. जैसे ही तािी का श् ला ुात रुक जाये, लैसे ही उसका बचाल तार्ष द्वारा
SR 6.03-1 के अनससार श् े तथा आते दोनो ओर से दकया जाएता। यदद श् े
बैंकर हो तो बैंकर के लोको ्ायलट द्वारा श् े से और तार्ष द्वारा आते से
बचाल दकया जाएता।
8. दोनो ुात रुक जाने के बाद उनको दफ़र से जोिा जाएता लेदकन यदद
श् ले शहस्से मे 10 या उससे कम 4 ्शहयो लाले लाहन और 5 या उससे कम
8 ्शहये लाले लाहन है तो उन्हे जोिा नही जाएता बश्‍क GR 6.09 के
अनससार क्लीयर दकया जाएता लेदकन यदद ्ी े बैककं त इं जन लता है तो
उ्रोक्त श् ला लोर् जोिा जा सकता है।

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तािी का शलुाजन (Train Dividing)(GR 6.09, 6.09-1)


जब दसर्टष ना या अन्य दकसी कारण से ब्लॉक सेक्िन मे इंजन ्ूरा लोर् आते खींच ्ाने
मे असमथष हो जाये और इस कारण तािी रुक जाये तो लोको ्ायलट तार्ष का ध्यान
आकर्यषत करने के शलये चार ोटी सीटी बजाएता । तार्ष GR 6.03 के अनससार तािी
का बचाल करने के शलये तसरन्त कदम उ ायेता ।
1. तािी का बचाल करने के बाद तार्ष लोको ्ायलट से ्रामिष करे ता दक इं जन
अके ला या आंशिक लोर् के साथ अतले स्टेिन जा सकता है। यदद इं जन आंशिक
लोर् के साथ जा सकता है तो तािी को दो ुातो मे बांटने से ्हले बचे हुये लोर् मे
कम से कम 50% लाहनो के या 10 लाहनो के जो ुी अशधक हो, के हाथ ब्रेक कसे
जायेते और ब्रेक यान का हैन्र् ब्रेक ुी लताया जाएता। एयर ब्रेक स्टॉक मे अलत
दकये तये शर्ब्बो के एंतल कॉक खोल ददये जायते शजससे ले रोल र्ाऊन न हो।
2. तार्ष लोको ्ायलट को अतले ुात को अतले स्टेिन तक ले जाने के शलये T/609
अशधकार ्त्र देता शजसमे इंजन के साथ जाने लाले लाहनो कऔ संख्या अंशतम लाहन
का नम्बर, माशलक रे लले का नाम एलं बचे हुये लाहनो का दक.मी. नं. आदद शलखा
होता। इकहरी लाईन ्र यदद लोको ्ायलट के ्ास कोई टोकन या लाईन
क्लीयर रटकट हो तो तार्ष उसे ले लेता और T/609 ्र इसकऔ शलशखत ्ालती
देता। ऐसे समय अतले ुात के अंशतम लाहन ्र टेल लैम्् / टेल बोर्ष नही लताया
जाएता। लोको ्ायलट अ्ने सहायक को तार्ष कऔ सहायता के शलये लहीं ोि
देता और अके ला जाएता।
3. अलरोध स्थल ्र से लोको ्ायलट जैसे ही अतला शहस्सा लेकर आते जाता है।
तार्ष ‍दारा बचे हुये लोर् का आते से ुी सामान्य बचाल दकया जाएता तथा आते
तार्ष स्लयं रहेता ्ी े कऔ ओर से बचाल करने के शलये सहायक लोको ्ायलट को
ुेज देता।
4. अतले स्टेिन ्र सतकष ता्ूलषक ्हुंचते समय लोको ्ायलट यह जानते हुये दक
श् ला ब्लॉक सेक्िन अलरुद्ध है तािी को लाह्यतम सम्मसख कांटो ्र रोके ता और
लम्बी ोटी लम्बी ोटी सीटी बजाएता ऐसे स्टेिन ्र जहॉ सम्मसख कांटे नही है
लोको ्ायलट अ्नी तािी श् ला ब्लॉक सेक्िन क्लीयर दकये शबना स्टेिन /
के शबन के सामने खिी करे ता और लम्बी ोटी लम्बी ोटी सीटी बजाएता।
5. स्टेिन मास्टर ्ररशस्थशत समझने के ्िात अतले शहस्से को स्टेिन ्र लेने के
शलये ‍लेटफ़ामष से / के शबन से सब ीक है हाथ शसतनल बतायेता। स्टेिन ्र
्हुंचने के बाद T/609 के आधार ्र स्टे.मा./ लोको ्ायलट ससशनशित करते दक
अतला शहस्सा ्ूरी तरह से आ तया है।
6. अतले स्टेिन का स्टेिन मास्टर बचे हुये लोर् को लाने के शलये यदद उसी लोको
्ायलट को ुेजता है तो उसे शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र देता-
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i) T/609 (जो ्हले से ही लोको ्ायलट के ्ास है उस ्र SM अ्ने हस्ताक्षर


करके तथा स्टेिन कऔ सील लताकर)
ii) T/369 (3b) या T/511 ्ररशस्थशत के अनससार
iii) T/409 सतकष ता आदेि- अशधकतम तशत 25 kmph.
7. यदद दकसी कारणलि लही लोको ्ायलट नही जा ्ाता है तब SM उससे
T/609 लेकर अ्ने ्ास रख लेता और दूसरे जाने लाले लोको ्ायलट को
शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र देता-
i. T/A 602- इसमे अलरोध का दक.मी. का उ्‍लेख T/609 के अनससार दकया
जाएता ऐसे समय मे इस इं जन कऔ अशधकतम तशत-
दृश्यता साफ़ होने ्र - 15 kmph
दृश्यता साफ़ न होने ्र-10 kmph
ii. T /511 (यदद इं जन को शबना शसतनल लाली लाईन से रलाना करना ्िे तो)
8. स्टेिन मास्टर जाने लाले इं जन के साथ एक ्ाईंट्समेन को ुेजेता।
9. जाते समय लोको ्ायलट बाहर कऔ ओर देखता रहेता तथा सीटी का
प्रयोत करते हुए अशधकतम तशत का ्ालन करे ता और तार्ष का खतरा हाथ
शसतनल देखते ही इं जन को तसरन्त रोके ता।
10. तार्ष इं जन के रुकने के बाद रखे तीन ्टाखो (1200, 1210, 1220 मी.) को
उ ाकर इं जन ्र आ जाएता और मध्यलती ्टाखा फ़ोिते हुये ्ायलट
करे ता।
11. जैसे ही ू टा हुआ लोर् लोको ्ायलट या तार्ष को ददखायी देना प्रारम्ु
हो लैसे ही इं जन को रोक शलया जाएता, तार्ष इं जन से उतर जाएता और
्ैदल ्ायलट करते हुये इं जन को सतकष ता ्ूलषक लोर् ्र शलया जाएता।
12. एक लतातार लम्बी सीटी बजाकर ्ी े खिे सहायक लोको ्ायलट को
बसलाया जाएता। सहायक लोको ्ायलट मध्यलती ्टाखे को उ ाते हुये
आते आयेता।
13.तार्ष सहायक लोको ्ायलट तथा ्ाईंट्समेन हैन्र् ब्रेक ररलीज करते तथा
सुी ्ाइ् कनेक्िन लतायते और तािी को रलाना करके अतले स्टेिन ्र
लेकर जाऐंते । ब्लॉक सेक्िन क्लीयर करने से ्हले स्टेिन मास्टर और तार्ष
संयसक्त रु् से जॉच करते दक सम््ूणष तािी ्हुंच तयी है।
शलिेय कथन- ब्लॉक सेक्िन मे यदद सलारी तािी का इं जन तािी को खींचने मे
असमथष हो जाये तो सलारी तािी का शलुाजन नही दकया जाएता बश्‍क सहायता
इं जन मंतलाया जाएता।
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रेक म खराबी का ्ता लतने ्र कऔ जाने लाली कायषलाही SR 6.07-1


यदद दकसी तािी का लोको ्ायलट या तार्ष तािी चलने के दौरान रेक म दकसी
प्रकार कऔ खराबी जो तािी संचालन म अससरशक्षत हो महसूस करता है तो लह तसरंत
शनम्नशलशखत कायषलाही करे ता -
1. अतले स्टेिन ्र शबना सेक्िन शक्लयर दकये तािी को रोके ता तथा लतातार सीटी
बजाएता और उ्लब्ध साधनों द्वारा स्टेिन मास्टर को खराबी कऔ सूचना देता
शजन सेक्िनों म IBH लते हैं या ऑटोमेरटक क्षेत्र हैं लहााँ श् ले स्टेिन मास्टर को
तथा श् ली तािी के लोको ्ायलट को इसकऔ तसरंत सूचना उ्लब्ध साधनों द्वारा
देता शजससे श् े से दकसी तािी का संबंशधत सेक्िन म प्रलेि न हो ।
2. अतले स्टेिन ्र उ्रोक्त खराबी कऔ जानकारी स्टेिन मास्टर कायाषलय के
सामने तािी रोक कर शलशखत म लोको ्ायलट द्वारा दी जाएती ।
3. स्टेिन मास्टर को ऐसा मेमो प्राप्त होने ्र लह तसरंत शनकटतम स्टेिन मास्टर को
तथा मसख्य शनयंत्रक को,संबंशधत सेक्िन के जूशनयर इं शजशनयर / सेक्िन इं शजशनयर
को AEN, DEN, को तथा DOM को इसकऔ सूचना देता।
4. संबंशधत सेक्िन म रेक मटेनेन्स मिीन / टालर लैतन / लाईट इं शजन को और
इनकऔ अनस्शस्थशत म तािी को शजसम इं शजशनयररं त शलुात के संबंशधत कमषचारी
उ्शस्थत हैं, सतकष ता आदेि जारी करके (stop dead) ुेजत
े ा संबंशधत
इं शजशनयररं त कमषचारी रेक का शनररक्षण करते और यदद तािी संचालन के शलए
रेक ससरशक्षत है ससशनशित करने के ्िात तािी को आते जाने कऔ अनसमशत देता
और स्टेिन मास्टर को रेक कऔ शस्थशत संबंधी और यदद कोई तशत प्रशतबंध लताना
है तो उस संबंध म व्यशक्ततत रू् से या शलशखत म मेमों ुेजकर सूचना देता । यदद
इं शजशनयररं त कमषचारी उ्लब्ध न हो तो सतकष ता आदेि म लोको ्ायलट के शलए
शनदेि रहेते दक प्रुाशलत स्थान के ्हले रूको और ससशनशित करो दक रेक आते
बढने के शलए ससरशक्षत है यदद ससरशक्षत है तो अशधकतम 10 Km/h कऔ तशत से आते
बढ़ो अन्यथा ला्स स्टेिन ्र आना है।
5. यदद लोको ्ायलट यह ्ाता है दक आते बढ़ने के शलए रेक अससरशक्षत है तो लह
श् ले स्टेिन ्र ला्स आएता। ्रं तस यदद लोको ्ायलट प्रुाशलत स्थान से आते
शनकल जाता है तो बाद लाली ताशियॉं 10 Km/h के तशत प्रशतबंधों का ्ालन
करते हुए तब तक चलायी जाएती जब तक इं शजशनयंररं त शलुात द्वारा रेक
ससरशक्षत र्ोशयत नहीं कर ददया जाता।
6. यदद दकसी तािी के तार्ष द्वारा रेक म खराबी कऔ शस्थशत का ्ता लताया जाता है
तो लह लाकऔ टाकऔ ्र या अन्य उ्लब्ध संचार के साधन द्वारा लोको ्ायलट को
तसरंत सूशचत करेता ऐसी सूचना प्राप्त होने ्र लोको ्ायलट उ्रोक्त के अनससार
कायषलाही करे ता
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रे ल ्थ ्र या तािी मे शलस्फ़ोट (SR6.07-2)


1. रे ल ्थ, ्सल आदद ्र बम शलस्फोट कऔ सूचना शमलते ही स्टेिन मास्टर
उस ब्लॉक सेक्िन मे कोई संचालन नही करे ता।
2. शलस्फ़ोट कऔ आलाज ससनते ही लोको ्ायलट को यथा िीघ्र अ्नी तािी
खिी करनी चाशहए और नसकसान कऔ मात्रा जानने के शलये तार्ष के साथ
शलस्फ़ोट स्थल ्र रे ल्थ कऔ जॉच करनी चाशहए । यदद लोको ्ायलट
उशचत समय मे तार्ी खर्ी ना करे तो तार्ष लेक्यसम/एयर प्रेिर का प्रयोत
कर लोको ्ायलट का ध्यान आकर्यषत करे ता।
3. लोको ्ायलट तार्ष के साथ शमलकर तार्ी का ्ररक्षण करे ता यदद तािी
को थोिा या कोई नसकसान न ्हुचा हो और अतले ब्लॉक स्टेिन तक तािी
ले जाने मे कोई खतरा न हो तो अतले ब्लॉक स्टेिन तक तािी ले जायी
जाएती और लहॉ ्हुंचने ्र तार्ष तथा लोको ्ायलट दोनो ही संयसक्त रु्
से ड्यूटी लाले SM को इस र्टना कऔ रर्ोटष करते।
4. यदद रे ल्थ को इतना अशधक नसकसान ्हुचा हो दक उसके कारण लह
अससरशक्षत हो तया हो तो रे ल्थ को GR 6.03 के अनससार बचाल करने के
शलये उस स्थान ्र ्टाखो के साथ एक सक्षम रे ल सेलक को ोि ददया
जाएता।
5. तार्ष एलं लोको ्ायलट से शलस्फ़ोट होने कऔ रर्ोटष शमलने ्र स्टेिन
मास्टर तसरंत दूसरी ओर के स्टेिन मास्टर को तथा खंर् शनयंत्रक को इस
बात कऔ सूचना देता।

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बचाल के शनयम (Protection Rules) (GR 6.03 SR 6.03 -1)


1. जब दसर्षटना या अन्य दकसी कारण से ब्लाक सेक्िन म तािी रूक जाए
शजसका कारण स््ि न हो तथा तािी आते बढ़ने म असमथष हो तो लोको
्ायलट तसरंत हेर्लाईट बंद करके फलेिर लाइट ऑन करे ता और चार ोटी
सीटी बजाकर एलं ददन म लाल झंर्ी / रात म लाल बिी ददखाकर तार्ष को
सूशचत करे ता ।
2. तार्ष द्वारा उ्रोक्त सीटी स्लीकृ ती लाल हाथ शसतनल उ्र नीचे शहलाकर दी
जाएती । लोको ्ायलट इस संकेत को देखकर इसकऔ ्ालती एक लंबी सीटी
बजाकर देता ।
3. तार्ष लाल झंर्ी या बिी, ब्रेकेट या दरलाजे के हैंर्ल ्र या ब्रेकलान ्र ऐसी
जतह लताएता शजसे लोको ्ायलट आसानी से देख सके ।
4. यदद उ्लब्ध हो तो रात के समय ब्रेकयान कऔ साइर् लैम्् को लोको ्ायलट
कऔ ओर लाल कर देता तथा अ्ने टेल लेम््/ टेल बोर्ष कऔ ससशनशिती करे ता ।
5. लोको ्ायलट शलरूद्ध ददिा से आने लाली तािी के लोको ्ायलट का ध्यान
आकर्यषत करने के शलए बार बार ोटी सीटी बजाएता ।
6. आने लाली तािी का लोको ्ायलट जैसे ही फ्लैिर लाईट या खतरा हाथ
शसतनल देखेता लह तसरंत ही अलरोध से ्हले तािी रोकने का प्रयास करे ता।
लह प्रुाशलत तािी कऔ सुी संुल सहायता करे ता । लह अ्नी यात्रा सामान्य
तशत से तुी आरं ु करे ता जब लह ससशनशश्चत करले कऔ शजस लाइन ्र उसे
जाना है उस ्र कोई अलरोध नहीं है ।
7. यदद उसे यह ्ता लता है दक शजस लाइन ्र उसे जाना है लह अलरोशधत है तो
लोको ्ायलट एलं तार्षअ्नी तािी का बचाल सामान्य शनयम 6.03 के
अनससार करते ।
8. बतल लाली लाइन से तसजरने लाली तािी का लोको ्ायलट अतले स्टेिन ्र
अ्नी तािी को खिा करे ता तथा र्टना कऔ सूचना देता एलं सहायता कऔ
आलश्यकता को बताएता ।
9. ईएमयू के मामले म तसरंत लब्लंकर लाईट ऑन कर देता ।
10. BG ्र 600-600-10-10 मीटर तथा NG ्र 400-400-10-10 मीटर ्र
चार ्टाखो द्वारा ऐसा बचाल दकया जाएता।

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11. तार्ी का बचाल करने के जाने लाला व्यशक्त आती हुई तार्ी को रोकने के शलए
लतातार खतरा हाथ शसतनल ददखायेता।
12. यदद उसे तार्ी आती हुई ददखायी दे तो एक ्टाखा यथासंुल दूरी ्र रखेता,
तथा यदद BG/NG ्र क्रमि: 600/400 मीटर ्र एक ्टाखा रखने के बाद
दूसरा ्टाखा क्रमि: 1200/800 मीटर ्र रखना संुल ना हो तो यथासंुल
दूरी ्र दूसरा ्टाखा रखेता।
13. यदद तािी आते जाने योग्य हो जाए तो बचाल करने तए व्यशक्त को ला्स
बसलाने हेतस लोको ्ायलट लतातार लंबी सीटी बजाएता। ला्स आते समय लह
व्यशक्त तीन ्टाखों को ोिकर मध्यलती ्टाखा उ ाते हुए आएता ।
14. यदद तािी का बचाल आते से ुी दकया तया हो एलं तािी को आते ले जाया
जा रहा हो तब लोको ्ायलटतािी लेकर आते बढ़ेता और इन ्टाखों को
उ ाने का प्रयास करे ता।
15. लोको ्ायलट फ्लैिर लाइट तुी बंद करे ता जब उसकऔ तािी आते जाने म
समथष हो जाए अथला लह ससशनशित कर ले दक बतल लाली लाइन ्र कोई
अलरोध नहीं है तथा उस तािी को रोकने कऔ आलश्यकता नहीं है। फ्लैिर
लाइट न होने ्र या खराब होने ्र हेर् लाइट को बार-बार जलाया बसझाया
जाएता
16. अके ले इं शजन या क्ल इं शजन के मामले म बचाल कऔ शजम्मेदारी लोको
्ायलट कऔ होती ।
इकहरी लाइन या टी.एस.एल मे तार्ी का बचाल
i. यदद कोई सक्षम व्यशक्त ब्रेक यान मे उ्लब्ध है तो तार्ष उसे श् े कऔ ओर बचाल
करने ुेजेता तथा स्लयं लोको ्ायलट के ्ास शलचार शलमिष करने जाएता।
ii. यदद कोई व्यशक्त उ्लब्ध नही हो तो श् े से बचाल करने के ्िात लोको
्ायलट से शलचार शलमिष करने लोको ्ायलट के ्ास आयेता।
iii. लोको ्ायलट द्वारा आते से बचाल दकया जाएता।

दोहरी लाइन मे तार्ी का बचाल


i. यदद ्ता न चले दक बतल लाली लाईन अलरोशधत है या नहीं तो तसरन्त लोको
्ायलट या सहायक लोको ्ायलट द्वारा बाजू लाली लाइन का बचाल दकया जाएता।
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ii. यदद कोई सक्षम व्यशक्त ब्रेक यान मे उ्लब्ध है तो तार्ष उसे श् े कऔ ओर बचाल
करने ुेजेता तथा स्लयं बाजू लाली अलरोशधत है या नही यह देखते हुए इं जन कऔ ओर
जाएता।
iii. यदद तार्ष को बतललाली लाइन अलरोशधत शमलती है तो लह बतल लाली का
बचाल ससशनशित करे ता तथा यदद सहायक लोको ्ायलट अक्षम हो स्लयं बचाल
करे ता।
iv. यदद तार्ष को बतल लाली लाइन अलरोशधत नही शमलती है तो लोको ्ायलट से
शलचार शलमिष करे ता तथा यदद श् े कऔ ओर दकसी सक्षम व्यशक्त को बचाल करने नही
ुेजा तो स्लयं श् े कऔ ओर बचाल करने जाएता।

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स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत मे जब कस समय के शलये सुी शसतनल खराब हो तथा


संचार के साधन उ्लब्ध हो - (SR 9.12-1)
1. S&T शलुात के कमषचाररयो को ऐसी खराबी कऔ तसरन्त सूचना दी जाएती।
2. ताशियों को प्रुाशलत सेक्िन मे जाने से ्हले नाशमत स्टेिन ्र रोका
जाएता।
3. स्टेिन मास्टर शनम्नशलशखत संचार साधनो से अतले स्टेिन के स्टेिन
मास्टर से लाईन क्लीयर प्राप्त करे ता-
a) स्टेिन से स्टेिन दफक्स टेशलफोन
b) रे ्‍ले/ BSNL/ MTNL टेशलफोन
c) कन्रोल फ़ोन
d) ली.एच.एफ़.सैट (शजन सेक्िनो मे सलारी तार्ी चलती है लहॉ
यह अके ले साधन के रु् मे माना नही जाएता)
4. अतले स्टेिन का स्टेिन मास्टर लाईन क्लीयर तब तक नही देता जब तक
दक-
a) ीक ्हले आने लाली तािी ्ूरी कऔ ्ूरी टेल लैम्् / टेल बोर्ष के साथ
न आ तयी हो।
b) शजस लाईन ्र तािी लेना है लह लाईन प्रस्थान शसतनल के आते या
जहॉ ्र तािी आकर खिी होती है उसके आते कम से कम 180 मीटर
तक साफ़ न हो।
c) शजस लाईन ्र तािी को लेना है उससे सम्बशन्धत रास्ते के सुी
कांटो को सैट, क्लैम्् तथा लॉक न कर ददया तया हो।
5. ऐसे समय सम्बशन्धत स्टेिनो ्र TSR को उ्योत मे लाया जाएता और
उसमे प्रायेक तािी कऔ प्रशलिी कऔ जाएती तथा प्रायेक तािी के प्रस्थान
तथा आतमन का समय खण्र् शनयंत्रक को बताया जाएता।
6. ग़ाशियो को स्टेिन ्र रोका जाएता। लोको ्ायलट तथा तार्ष को
्ररशस्थशत कऔ जानकारी दी जाएती । रास्ते के सुी कांटो को सैट, क्लैम््
एलं ताशलत दकया जाएता और उसके बाद लोको ्ायलट को शनम्नशलशखत
अशधकार ्त्र ददये जायते-
a) T/D 912
b) T/409 सतकष ता आदेि
ऐसे समय मे चलने लाली प्रायेक तािी कऔ अशधकतम तशत 25 kmph
होती।
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7. स्टेिन से तािी रलाना होने ्र स्टेिन मास्टर इसकऔ सूचना अतले स्टेिन
मास्टर को एलं खण्र् शनयंत्रक को देता और दोनो ओर के स्टेिन इस समय
को TSR मे दजष करते ।
8. जब अतले स्टेिन ्र तािी ्ूणष रु् से टेल लैम्् / टेल बोर्ष के साथ आ
जाती है तो स्टेिन मास्टर सेक्िन क्लीयर करने के शलये श् ले स्टेिन के
SM को प्राईलेट नम्बर देता। दोनो SM इस को TSR मे दजष करते।
9. सुी शसतनल ीक दकये जाने ्र सक्षम अशधकारी द्वारा यह सूचना
स्टेिन मास्टर को दी जाएती। दोनो स्टेिन मास्टर यह ससशनशित करते दक
सेक्िन साफ़ है और प्राईलेट नं. का आदान-प्रदान करके कन्रोलर कऔ
अनसमशत लेकर सामान्य संचालन प्रारम्ु करते।
10. इस संचालन से सम्बशन्धत ररकॉर्ष कऔ जॉच TI द्वारा कऔ जाएती तथा ले 7
ददन मे अ्नी रर्ोटष DRM को ुेजते।

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स्लचाशलत ब्लॉक खण्र् मे संचार के साधन उ्लब्ध न हो, तथा जब कस समय के शलये
सुी शसतनलो के खराब होने ्र यातायात को तम्ुीर शललम्ब हों- (SR 9.12-2)
स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत के अन्ततषत दो स्टेिनो के शबच जब कस समय के शलये सुी
शसतनल खराब होने ्र और शनम्नशलशखत साधनों से लाइन शक्लयर प्राप्त न होने ्र..
a) स्टेिन से स्टेिन दफक्स टेशलफोन
b) रे ्‍ले/ BSNL/ MTNL टेशलफोन
c) कन्रोल फ़ोन
d) ली.एच.एफ़.सैट (शजन सेक्िनो मे सलारी तार्ी चलती है लहॉ यह अके ले
साधन के रु् मे माना नही जाएता)
ताशियां शनम्नशलशखत ्द्धशत के अनससार संचाशलत कऔ जाएती-
1. प्रुाशलत सेक्िन मे ताशियों का संचालन शलिेय अनसदि
े ो द्वारा शनधाषररत
लाईनो ्र दकया जाएता।
2. प्रुाशलत सेक्िन मे जाते समय तािी शजन कांटो ्र से तसजरे ती उन सुी
कांटो को सैट क्लैम्् एलं ताशलत दकया जाएता।
3. प्रुाशलत सेक्िन मे जाने लाली तािी को रोका जाएता, उसके लोको
्ायलट तथा तार्ष को ्ररशस्थशतयों कऔ जानकारी दी जाएती तथा लोको
्ायलट को शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र ददया जाएता-
i) स्लचाशलत ब्लॉक खण्र् मे शबना लाईन क्लीयर का प्रस्थान प्राशधकार T/B
912
ii) T/B 912, शजस ्र स्लचल,अद्धष-स्लचल, तेट तथा हस्तचशलत रोक शसग्नल
को ऑन शस्थशत मे ्ार करने का प्राशधकार ददया जाता है। अद्धष-स्लचशलत,
तेट तथा हस्तचशलत शसतनल को तुी ऑन शस्थशत मे ्ार करना है जब
उसके ्ास से लदीधारी कमषचारी द्वारा हाथ शसतनल ददखाया जाएता,
इसका उ्‍लेख ुी रहेता।
iii) ऐसे समय तािी कऔ अशधकतम तशत-
 दृश्यता साफ़ होने ्र - 25 kmph
 दृश्यता साफ़ न होने ्र - 10 kmph तथा
 सम्मसख कांटो ्र - 15 kmph
ससरंत मे प्रलेि तुी दकया जाएता जब लह साफ हो यदद संदह
े हो तो सहायक
लोको ्ायलट / तार्ष द्वारा ्ायलट दकया जाएता।

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4. ्हली तािी के जाने के बाद दूसरी तािी को 15 शमनट के अन्तराल से


उ्रोक्त अशधकार ्त्र देकर उ्रोक्त तशत से चलाया जाएता। शलिेय
अनसदि
े ों के द्वारा यह समय कम दकया जा सकता है।
5. यदद तािी इस दौरान ब्लॉक सेक्िन मे 5 शमनट से अशधक समय के शलये
खिी हो जाती है तो तार्ष द्वारा शनयमानससार बचाल दकया जाएता।
6. अतले नाशमत स्टेिन ्र ्हुंचते समय लोको ्ायलट अ्नी तािी को
स्टेिन के प्रथम रोक शसतनल ्र खिी करे ता तथा एक लतातार लम्बी
सीटी बजाएता।
7. स्टेिन मास्टर रास्ते के सुी कांटो को सैट, क्लैम्् तथा ताशलत करने के
बाद एक ्ाईंट्समेन को प्रथम रोक शसग्नल ्र ुेजेता जो तार्ी को
्ायलट करते हुये स्टेिन तक लायेता।
8. स्टेिन ्र ्हुंचकर लोको ्ायलट T/B 912 स्टेिन मास्टर को सौं् देता।
इस प्राशधकार ्त्र के आधार ्र स्टेिन मास्टर ताशियो का शललरण TSR
मे दजष करे ता।
9. इस ्द्धशत के अनससार ताशियॉं तब तक चलाई जाएती जब तक दक
शसतनल ीक न हो जाये या सक्षम प्राशधकारी द्वारा संचार साधनो मे से
दकसी एक साधन को ीक न कर ददया जाये।
10. जैसे ही शसतनल ीक हो जाये, दोनो स्टेिन मास्टर अंशतम तािी का
शललरण प्रायलेट नंबर के आदान-प्रदान के साथ T/I 602 मे ुरते तथा यह
ससशनशित करते दक सेक्िन साफ़ है और ग़ाशियो का सामान्य संचालन
करते।
11. ्ररलहन शनररक्षक संबंशधत ररकॉर्ष कऔ जॉच करते तथा अ्नी रर्ोटष 7
ददन मे DRM को ुेजते ।

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स्लचाशलत ब्लॉक ्द्धशत मे दोहरी लाईन सेक्िन ्र जब एक लाईन अलरुद्ध हो, तब


ताशियो का संचालन
(TSL working in Automaic Block System on Double Line section)-
(SR 9.12-3) - जब स्लचशलत ब्लॉक ्द्धशत मे दोहरी लाईन लाले खण्र् ्र कोई एक
लाईन दकसी कारण से अलरोशधत हो जाती है तो बची हुई एक लाईन से यातायात का
संचालन दकया जाता है शजसे अस्थायी इकहरी लाईन संचालन कहा जाता है।
1. स्टेिन मास्टर ससशनशित करे ता दक TSL लर्किं त हेतस एक लाईन साफ़ है
यदद उसे लाईन के साफ़ होने मे कोई संदह े है तो PWI से उस लाईन साफ़
होने का ससरक्षा प्रमाण ्त्र शलया जाएता।
2. TSL लर्किं त उन स्टेिनो के बीच मे तथा उन लाईनो ्र दकया जाएता जो
शलिेय अनसदि े द्वारा इसके शलये शनधाषररत कऔ तई हो ।
3. ऐसा संचालन िसरु करने लाला स्टेिन मास्टर प्रुाशलत खंर् के दूसरे शसरे
के स्टेिन मास्टर को प्राईलेट नम्बर के आदान-प्रदान के साथ एक शनधाषररत
संदिे देता।
4. तलत लाईन ्र ुेजी जाने लाली सुी ताशियो को स्टेिन ्र रोका
जाएता और लाईन क्लीयर शलया जाएता।
5. दूसरे तरफ़ का स्टेिन मास्टर तलत लाईन से आने लाली तािी को लाईन
क्लीयर तब तक नही देता जब तक दक-
सही लाईन के प्रथम रोक शसतनल या तलत लाईन के अंशतम रोक शसतनल
जो ुी ्हले ्िे के आते कम से कम 180 मी. दूरी तक लाइन साफ़ ना हो।
6. तलत लाईन से जाने लाली सुी ताशियो को शनम्नशलशखत अशधकार ्त्र
ददये जायते-
a) T/D 602
b) T/A 912- तलत लाईन मे चलते समय बाजू लाली लाईन के शसतनल
जो लातू नही है का शललरण रहेता तथा अद्धष-स्लचशलत तेट तथा
हस्तचशलत रोक शसतनल को तुी ऑन शस्थशत मे ्ार करने के बारे मे
शलखा जाएता जब लहॉ कोई लदीधारी रे ल कमषचारी हाथ शसतनल
ददखाये।
7. तलत ददिा मे TSL मे जाने लाली ्हली तार्ी के लोको ्ायलट द्वारा
रास्ते के तेट मैन / तैंत मैन को सूशचत दकया जाएता।
8. TSL मे तलत ददिा मे जाने लाली प्रायेक तार्ी कऔ तथा सही ददिा कऔ
्हली तार्ी कऔ तशत अशधकतम 25 kmph रहेती।

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9. अतले स्टेिन ्र ्हुंचते समय लोको ्ायलट सही लाईन के प्रथम रोक
शसग्नल या तलत लाईन शजस ्र तािी चल रही है के अंशतम रोक शसतनल,
जो ुी ्हले ्िे लहॉ अ्नी तािी खिी करे ता और एक लतातार लम्बी
सीटी बजाएता । स्टेिन मास्टर रास्ते के सुी कांटो को सैट, क्लैम्् एलं
लॉक करने के बाद एक ्ाईंट्समेन को तािी रुकने के स्थान ्र ुेजेता जो
तािी स्टेिन तक ्ायलट करके लाएता। ्ूरी तरह से तार्ी आने के बाद
स्टेिन मास्टर प्राईलेट नं. देकर सेक्िन क्लीयर करे ता।
10. सही लाईन ्र चलने लाली प्रायेक ्हली तािी को तलत लाईन ्र
चलने लाली तािी के अनससार चलाया जाएता तथा उसके बाद लाली तािी
को अतले SM से अनसमशत प्राप्त करने के बाद स्लचशलत शसग्नलो के संकेतो
्र ुेजा जा सकता है। लेदकन सही लाईनो कऔ ताशियो के शलये स्टेिन का
अंशतम रोक शसतनल ऑन शस्थशत मे रखा जाएता और उसे ्ार करने के
शलये अशधकार ्त्र ददया जाएता।
11. प्रुाशलत स्टेिनो ्र ताशियो का शललरण TSR मे शलखा जाएता।
12. इं शजशनयररं त शलुात के शनरीक्षक द्वारा ऐसा प्रमाण्त्र शमलने ्र दक
अलरुद्ध लाईन अब साफ़ है और यातायात के शलये ससरशक्षत है, SM दूसरी
ओर के SM को प्राईलेट नं. के आदान-प्रदान के साथ यह सूचना देता तथा
कन्रोलर से शलचार शलमिष करके शनशित करे ता दक दकस तािी के जाने के
बाद सामान्य संचालन िसरु दकया जाएता।
13. TSR मे TSL लर्किं त प्रारम्ु होने का तथा समाप्त होने का समय शलखा
जाएता।
14. TI ररकॉर्ष कऔ जॉच करते तथा अ्नी रर्ोटष 7 ददन मे DRM को प्रस्तसत
करते ।
ध्यान द -
 ्ूणष ब्लॉक ्द्धशत मे TSL के दौरान के लल ्हली तार्ी कऔ तशत 25
KM/H होती है, जबदक स्लचल ब्लॉक ब्लॉक ्ध्दशत मे TSL के दौरान
तलत ददिा कऔ प्रायेक तािी कऔ तशत 25km/h होती हैं।

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दसर्टष ना (Accident)(AM 104)


्ररुाया - ऐसी कोई ुी र्टना शजसमे रेल्थ, रे ल इंजन, चल-स्टॉक, स्थायी ढॉचो
को क्षशत ्हुंचती है या क्षशत ्हुंचने कऔ सम्ुालना होती है या ऐसी कोई र्टना शजसमे
दकसी व्यशक्त कऔ जान को खतरा ्हुंचता है या खतरा ्हुंचने कऔ सम्ुालना होती है
अथला ऐसी र्टना शजससे रेल संचालन मे बाधा ्हुंचती है या बाधा होने कऔ
सम्ुालना होती है को दसर्षटना कहते है।

सांशख्यकऔ के शलये दसर्षटनाओ का लतीकरण श्रेणी A से श्रेणी R मे दकया तया है शजसमे


I तथा O िाशमल नही है।

दसर्टष नाओ का लतीकरण (AM 117)

तार्ी दसर्षटना याढष दसर्षटना सांकेशतक दसर्षटना उ्स्कर खराबी असाधारण


र्टनाए

्ररणामी तार्ी
दसर्षटना अन्य तार्ी शनलारीत ब्लॉक शनयमों रोक शसतनल
दसर्षटना टक्कर का उ्‍लंर्न को ऑन मे ्ार करना

टक्कर आत सम्ार शर्रे लमट शलशलध

1. तािी दसर्टष ना-


ऐसी दसर्षटना शजसमे एक तािी िाशमल होती है तािी दसर्षटना कहलाती है।
तािी दसर्षटना दो प्रकार कऔ होती है-
a) ्ररणामी तािी दसर्षटनाएं
b) अन्य तािी दसर्षटनाएं

a) ्ररणामी तािी दसर्टष ना- ऐसी तािी दसर्षटनाएं िाशमल है शजसमे


शनम्नशलशखत के दकसी ुी एक या अशधक ्ररणाम हुये हों-
I. दकसी व्यशक्त कऔ मृायस हो तयी हो
II. मानलीय चोट
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III. रे लले सम््शि का नसकसान


IV. रे ल यातायात मे बाधा
शनम्नशलशखत र्टनाओं को ्ररणामों तािी दसर्षटना कहा जाता है।
टक्कर - A1 से A4 श्रेणी के सुी मामले
आत - B1 से B4 श्रेणी के सुी मामले
सम्ार - C1 से C4 श्रेणी के सुी मामले
शर्रे लमेन्ट - D1 से D4 श्रेणी के सुी मामले
शलशलध - E1 श्रेणी के अन्ततषत सुी मामले

b) अन्य तािी दसर्टष नाएं- ले सुी िेय तािी दसर्षटनाएं जो ्ररणामी तािी
दसर्षटना कऔ ्ररुाया मे िाशमल नही है को अन्य तािी दसर्षटनाएं कहा
जाता है

2. यार्ष दसर्टष ना - यार्ष मे होने लाली ले सुी दसर्षटनाएं शजनमे तािी िाशमल
नही है को यार्ष दसर्षटना कहा जाता है। इसमे A5, B7 C9 तथा D6 श्रेणी के
अन्ततषत लर्णषत सुी मामले िाशमल है।
3. सांकेशतक दसर्टष ना- यह लास्तल मे र्रटत होने लाली दसर्षटना नही है बश्‍क
सम्ुाशलत खतरे है इसमे दकसी प्रकार का नसकसान नही होता लेदकन
दसर्षटना र्रटत होने का आुास होता है। इसमे शनम्नशलशखत िाशमल है -
i. शनलाररत टक्कर
ii. ब्लॉक शनयमो का उ्‍लंर्न तथा
iii. लोको ्ायलट द्वारा खतरा शसतनल ्ार करने,के मामले

i.शनलाररत टक्कर- दकसी व्यशक्त या व्यशक्तयो कऔ सतकष ता के कारण तािी और तािी के


बीच या तािी और अलरोध के बीच होने लाली टक्कर बच जाये तो ऐसी र्टना को
शनलाररत टक्कर कहते है। इसका लतीकरण F मे दकया तया है।

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शनम्नशलशखत र्टनाओ को शनलाररत टक्कर नही माना जाएता-

(क)स्टेिन सीमा के बाहर- ्ूरी तरह से तािी रुक जाने के बाद तािी और तािी या
तािी और अलरोध के बीच कऔ दूरी 400 मीटर या 400 मीटर से अशधक हो तो।

(ख)स्टेिन सीमा मे- स्टेिन सीमा मे जब तािी और तािी के बीच या तािी और


अलरोध के बीच कोई रोक शसतनल ऑन शस्थशत मे हो और लोको ्ायलट द्वारा
उसका ्ालन दकया जाये।

ii. ब्लॉक शनयमो का उ्‍लंर्न- शनम्नशलशखत ्ररशस्थशतयो को ब्लॉक शनयमो का


उ्‍लंर्न माना जाएता शजसका लर्तषकरण G मे दकया तया है

a) तािी का ब्लॉक सेक्िन मे शबना प्रस्थान प्राशधकार के प्रलेि


करना।
b) तािी का ब्लॉक सेक्िन मे शबना उशचत प्रस्थान प्राशधकार के
प्रलेि करना।
c) तािी का तलत लाईन मे प्रलेि कर जाना।
d) तािी का कै च साइलर्ंत, शस्ल् साइलर्ंत या सैर् हम्् मे प्रलेि
करना ।
iii. लोको ्ायलटद्वारा खतरा शसतनल ऑन शस्थशत मे ्ार करना-
H1 - सलारी तािी द्वारा खतरा शसतनल शबना उशचत प्राशधकार के ्ार करना

H2 - सलारी तािी के अलाला अन्य तािी द्वारा खतरा शसतनल शबना उशचत
प्राशधकार के ्ार करना।

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लोको ्ायलटद्वारा खतरा शसतनल ऑन शस्थशत मे ्ार करने के कारण-

1. तािी मे अ्याषप्त मात्रा मे ब्रेक ्ालर होना।


2. लोको ्ायलट द्वारा शसतनल के संकेत का ्ालन न करना।
3. लोको ्ायलट द्वारा रलनंत रुम मे या अ्ने आलास मे ्याषप्त आराम न
करना।
4. तशत का अशधक होना।(ओलर स््ीर् )
5. अशत आाम शलश्वास।(ओलर कॉशन्फ़र्ेन्स)
6. कायष के अशधक र्ंटे।(ओलर लर्किं त ऑलसष)
7. उशचत समय से ब्रेक न लताना या ब्रेक ना लत ्ाना।
8. शसतनल का न्यूनतम दृश्यता दूरी से ददखायी न देना।
9. शसतनलो को सही तरह से न ्सकारना।
10. शसतनलो के ्ास तेज प्रकाि।
11. इं जन मे खराबी।

4. उ्स्कर खराबी -

कोई उ्करण खराब माना जाएता यदद जब लह शनधाषररत समय सीमा के अंदर
शनधाषररत कायष करने के योग्य ना हो। अथाषत इं जन,चल स्टॉक,रे ल्थ, OHE,S&T
आदद का खराब हो जाना इसमे िाशमल है। इनका लर्तषकरण J,K,L,M के अन्ततषत
दकया तया है।

5. असामान्य र्टनाए –

इनमे कानसन एलं व्यलस्था से संबशधत तथा प्राकृ शतक आ्दा से संबंशधत ले मामले आते
है शजनके ्ररणामस्लरु् तार्ी दसर्षटना नही हुई हो। इनका लर्तषकरण N,P,Q,R मे
दकया तया है।

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तम्ुीर दसर्टष ना (AM - 105) -


A. ऐसी दसर्षटना जो दकसी यात्री तािी के साथ हुई हो या यात्री तािी द्वारा हुई
हो शजसमे -
i) दकसी यात्री कऔ मृायस हो तयी हो या
ii) दकसी यात्री को IPC कऔ धारा 320 के अन्ततषत र्ातक चोट लती हो, या
iii) रे ल सम््शि का दो करोर् रु्ये से अशधक का नसकसान हुआ हो,
अथला
B. ऐसी कोई ुी दसर्षटना शजसकऔ जॉच CCRS/CRS कऔ राय मे CRS द्वारा
होनी चाशहए, को तम्ुीर दसर्षटना कहते है।
अ्लाद-
I. अनाशधकृ त रु् से लाइन ्ार करते समय स्लयं कऔ ला्रलाही से यदद कोई
व्यशक्त र्ायल हो जाता है या मर जाता है अथला स्लयं कऔ ला्रलाही से
कोई व्यशक्त र्ायल हो जाता है या मर जाता है तो ऐसे मामले को तम्ुीर
दसर्षटना नही माना जाएता।
II. रे ल कमषचारी अथला लैध रटकट/्ास लाले व्यशक्त तार्ी के फस टबोर्ष, त
अथला बफर ्र यात्रा करते समय उनकऔ मृायस हो जाती है या ले र्ायल हो
जाते है अथला सम्ार ्र तार्ी द्वारा कस चल जाने के मामले तंुीर दसर्षटना
मे नही कहलाऐंते ।
III. सम्ार कऔ ऐसी दसर्षटना शजसमे न तो कोई व्यशक्त मरा है और न ही दकसी
को र्ातक चोट लती है लेदकन यदद CCRS/CRS कऔ राय मे इसकऔ जॉच
होनी है तो ऐसी दसर्षटना को तम्ुीर दसर्षटना माना जाएता।
IPC कऔ धारा 320 मे लर्णषत र्ातक चोट-
i) दकसी एक ऑख कऔ दृशि का नि हो जाना।
ii) दकसी ुी कान कऔ ससनने कऔ िशक्त का नि हो जाना।
iii) हर्र्ी का टूट जाना।
iv) दॉत का टूट जाना।
v) जोि का सरक जाना।
vi) दकसी अंत का स्थाई रु् से अलत हो जाना।
vii) न्संसक हो जाना।
viii) स्थायी रु् से चेहरा शलकृ त हो जाना।

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ix) ऐसी चोट शजसके कारण र्ायल व्यशक्त को 20 ददनो तक तहरी


िारीररक ्ीिा झेलनी ्िे और लह अ्ना सामान्य कायष न कर सके ।
साधारण चोट - दकसी ुी व्यशक्त कऔ चोट को साधारण चोट माना जाएता यदद लह
दसर्षटना होने के बाद इन चोटो के कारण 48 र्ंटे के अन्दर अ्ना दैशनक कामकाज
करने मे सक्षम हो जाये।
र्ायल - दकसी रे ल कमषचारी को र्ायल माना जाएता यदद चोट लतने के कारण लह
48 र्ंटे कऔ अलशध तक काम ्र ला्स ना आ सके ।

दसर्टष ना के समय लोको ्ायलट / सहा. लोको ्ायलट के कतषव्य (AM 307)
जैसे ही लोको ्ायलट / सहायक लोको ्ायलट को दसर्षटना का ्ता लतता है ले तसरंत
शनम्नशलशखत कायषलाही करते -
1. फ्लेिर लाइट -इं जन के फ्लेिर लाइट को ऑन कर ददया जाएता तथा हेर्
लाइट को बंद कर ददया जाएता। यदद फ्लेिर लाइट कायषरत ना हो तो हेर्
लाइट का प्रयोत फ्लेिर लाइट कऔ तरह दकया जाएता।
2. सीटी- सामने से आने लाली तार्ी के लोको ्ायलट को खतरे कऔ जानकारी
देने तथा सालधान करने के शलए बार बार खतरे कऔ ोटी सीटी बजाएता।
3. बचाल- GR6.03 तथा SR6.03-1 के अनससार ्हले बाजू लाली लाइन तथा
बाद मे अ्नी लाइन का बचाल करे ता एलं उ्लब्ध साधनो से तार्ष को
सूशचत करे ता।
4. सूचना देना - उ्लब्ध साधनो के माध्यम से शनयंत्रण कक्ष और स्टेिन
मास्टर को दसर्षटना कऔ जानकारी देता।
5. तकनीकऔ सालधाशनयॉं - तार्ी को ससरशक्षत रखने के शलए सुी आलश्यक
तकनीकऔ सालधाशनयॉं बरतेता शजससे तार्ी ससरशक्षत रह।
6. मदद - तार्ष को हर संुल सहायता करे ता। इं जन, चल स्टॉक को हुए
नसकसान के आकलन मे तथा अ्ेशक्षत सहायता के आकलन मे शलिेय रु् से
तार्ष कऔ सहायता करे ता।

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अ्र्ात प्रबन्ध
(DISASTER MANAGEMENT)
दकसी ुी होने लाली दसर्षटना से शन्टने कऔ रे ल प्रिासन द्वारा जो तैयारी कऔ जाती है
उसे ही अ्र्ात प्रबन्ध कहते है।
रे ल प्रिासन का प्रथम उद्देश्य यह है दक जनता को दसर्षटना रशहत, ससरशक्षत
रे ल यातायात उ्लब्ध कराया जाऐ । इसके शलये लतातार प्रयास दकये जाते रहते है।
नलीन प्रौद्योशतकऔ को रे ल संचालन मे समय समय ्र िाशमल दकया जाता रहा है।
साथ ही कमषचाररयो का अ्‍ ा प्रशिक्षण ुी ददया जा रहा है। प्रशिक्षण मे कमषचाररयो
को तनाल से मसक्त करने का प्रशिक्षण ुी ददया जा रहा है। शजससे मानलीय ुूल से होने
लाली दसर्षटना ्र अंकसि लताया जा सके ।
लेदकन इन सब के बालजूद दसर्षटना कऔ सम्ुालना बनी रहती है। इसके शलये
रे ल प्रिासन ने दसर्षटना से िीघ्रता्ूलषक शन्टने के प्रबन्ध ्हले से ही कर रखे हैं शजसे
अ्र्ात प्रबन्ध कहते है।
इसके अन्ततषत 150 से 200 दक.मी. ्र दसर्षटना राहत तािी ल मेशर्कल
लाहन कऔ व्यलस्था तथा उस ्र 24 र्ंटे स्टाफ़ तैयार रखना और शनधाषररत समय के
ुीतर ही उसे रलाना करना। प्रायेक रे ल संचालन से जसिा कमषचारी First-Aid मे
प्रशिशक्षत होना। स्टेिन मास्टर तथा तार्ष के ्ास First-Aid Box का होना, स्टेिन
मास्टर कायाषलय मे महाल्ूणष स्थानीय प्रिासशनक तथा ्सशलस अशधकाररयो के फ़ोन
नं. अस््तालो के नाम तथा उनके फोन नंबर शजससे तसरन्त उनको सूचना देकर
सहायता के शलये बसलाया जा सके आदद व्यलस्था िाशमल है।
अ्र्ात प्रबन्ध के उद्देश्य (AM- 301)
1. बाजू लाली लाईन का बचाल करना।
2. दसर्षटना स्थल का बचाल करना।
3. जान बचाना और यातनाएं कम करना।
4. र्ाक सम््शि, जन सम््शि तथा रे ल सम््शि कऔ रक्षा करना।
5. दसर्षटना स्थल ्र याशत्रयो कऔ सहायता करना तथा सांालना देना ।
6. दसर्षटना मे फ़ं से हुये लोतो के शलये ्ररलहन कऔ व्यलस्था करना।
7. साक्ष्यों को ससरशक्षत रखना तथा दसर्षटना के कारणो का ्ता लताना।
8. रे ल यातायात को ्सन: प्रारम्ु करना।
सायरन संकेत (HOOTER CODE)
उन स्टेिनो ्र जहॉ दसर्षटना राहत तािी ल मेशर्कल लैन रखी तयी है लहॉ सलष
संबशन्धतो को दसर्षटना कऔ सूचना एक साथ ल तसरन्त देने के शलये सायरन कऔ व्यलस्था
कऔ जाती है। इसके संकेत शनम्नानससार है –
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क्र. हुटर कोर् ताा्यष


दो हुटर होम स्टेिन ्र दसर्षटना राहत तािी (ART) / रोर् मोबाइल
1.
ए.आर.टी.कऔ आलश्यकता होने ्र।
तीन हुटर बाहरी स्टेिन ्र दसर्षटना राहत तािी (ART) / रोर् मोबाइल
2.
ए.आर.टी. कऔ आलश्यकता होने ्र।
चार हुटर होम स्टेिन ्र दसर्षटना राहत तािी (ART) / मेशर्कल लैन
3.
(MRV) तथा रोर् मोबाइल ए.आर.टी. कऔ आलश्यकता होने
्र।
्ांच हुटर बाहरी स्टेिन ्र दसर्षटना राहत तािी (ART) / मेशर्कल लैन
4.
(MRV) / रोर् मोबाइल ए.आर.टी. कऔ आलश्यकता होने ्र।
एक लंबा हुटर श् ला संदि
े रदद करने के शलये।
5.
(90 सेकंर्)
नोट-
i. एक हटर 45 सेकेन्र् के शलये बजाया जाता है तथा दो हटर के बीच मे 5 सेकेन्र् का
शलराम रखा जाता है शजससे अन्तर स््ि ससनायी दे।
ii. ्ॉच शमनट के बाद हटर कोर् दोहराये जायते।
दसर्टष ना राहत तािी शनकलने का समय ART( Accident Relief Train)
a) ददन मे - 30 शमनट, b) रात मे - 45 शमनट
शचदकासा राहत लैन का शनकलने का समय MRV( Medical Relief Van)
a) एक शनकासी लाली लाईन से (Single Exit)- 20 शमनट
b) दो शनकासी लाली लाईन से (Double Exit)- 15 शमनट
नोट- दसर्षटना राहत तािी को संचालन के दौरान अन्य सुी ताशियो से अशधक
प्राथशमकता दी जाएती।
1. शचदकासा राहत लैन MRV को दसर्षटना राहत तािी से ुी अशधक
प्राथशमकता दी जाएती।
2. दसर्षटना राहत तािी एलं मेशर्कल लैन को अ्ने शनधाषररत समय के अंदर
ही रलाना कर देना चाशहए।
तार्ष के शलये दसर्षटना राहत तािी को शललशम्बत नही दकया जाएता बश्‍क TI या LI
तािी को लेकर जाऐंते बाद मे तार्ष ुेजने कऔ व्यलस्था कऔ जाएती ।

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तािी मे आत लतना (GR 6.10; SR 6.10-1, SR 6.10-2,SR 6.10-3)


1. लोको ्ायलट / तार्ष को जैसे ही तार्ी मे आत लतने का ्ता चले तो ले तसरंत
तार्ी खर्ी करते और जलते लाहनो को अन्य लाहन से अलत करते। (SR 4.48-1
का ्ालन करते हुए)
2. आत को बसझाने के शलए अशललम्ब सुी प्रयास करने चाशहए।
3. यदद आलश्यक हो तो फ्लेिर लाइट ऑन कर ददया जाएता।
4. शजस स्थान ्र आत लतने का ्ता चलता है यदद लहॉ से थोिी दूरी ्र ्ानी
उ्लब्ध है और यदद उस स्थान तक जलते लाहन को ले जाना ससरशक्षत समझा
जाये तो ऐसा दकया जा सकता है यथासंुल जलते लाहन को तब तक आते नही ले
जाना चाशहए जब तक अन्य लाहनो से उन्हे अलत ना कर ददया जाये। इसके
अलाला जलते लाहन मे लदे माल ्र शलचार करना चाशहए। ऐसे मामले मे तािी
के लोको ्ायलट एलं तार्ष को अ्ने शललेकानससार कायषलाही करनी चाशहए।
5. जब सलारी तािी मे आत लतने का ्ता चलता है तो सबसे ्हले याशत्रयो को
और दफ़र र्ाक सामग्री को बचाने का प्रयास करना चाशहए।
6. यदद शलद्यसत इं जन मे आत लत जाये तो लोको ्ायलट को ्ेन्टोग्राफ़ नीचे कर
लेना चाशहए तथा शलिेय प्रकार के अशग्निामक यंत्रो का प्रयोत करके आत बसझानी
चाशहए या रे त का प्रयोत करना चाशहए ।
7. दकसी कयषण शबजली उ्करण के दकसी ुात मे आत लतने ्र यदद प्रुाशलत ुात
शलतरण प्रणाली से अ्ने आ् अलत नही हुआ हो तो उसे शलतरण प्रणाली से
अलत कर देना चशहये लेदकन यदद ऐसा न हो सके तो तसरन्त TPC को इसकऔ
सूचना देनी चाशहए।
8. मास्टर कं रोल के दस्ते को ऑफ तथा सुी सर्कष ट ब्रेकरो को रर् कर देना चाशहए।
9. SM प्रुाशलत सेक्िन मे तािी जाना रोक देता।
10. यदद शलद्यसतीकृ त क्षेत्र मे आत लत जाती है और उसे बसझाने के शलये फ़ायर शब्रतेर्
कऔ आलश्यकता हो, तो उसे तब तक काम प्रारम्ु नही करने ददया जाएता जब तक
दक आत के समी्लती सुी शबजली उ्स्करों को शबजली रशहत न कर ददया तया
हो।
11. यदद कोई कमषचारी यह देखे दक रेक्िन शबजली उ्स्कर म या उसके बतल के
दकसी स्थान म आत लती है, तो लह आत बसझाने का प्रयास करे ता, लेदकन लह
आ्ातकालीन टेलीफोन ्र टी ्ी सी या नजदीकऔ स्टे.मा.या स्लीचमैन को
ताकाल इस बात कऔ सूचना देता।

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फ्लैट टायर (Flat Tyre)


यदद इं जन या लाहन का ्शहया ब्रेक बाइं र्ींत, ब्रेक ब्लॉक ररलीज ना होने
या दकसी अन्य ्ररशस्थती के कारण रे ल ्थ ्र र्समने के बजाय शर्सटता
जाता है तो एक समय के ्िात ्शहये मे उस स्थान ्र च्टा्न
(flatness) आ जाता है, इसे ही फ्लैट टायर कहते हैं ।
ब्रेक ब्लाक ररलीज होने के ्िात जब यह लाहन रे ल ्थ ्र
र्समता है तो हथौर्े जैसी आलाज (Hammering) करता है और न के लल
स्लयं का बश्‍क रे ल ्थ का ुी तंुीर नसकसान करता है।
अत: ऐसे लाहन को तसरंत रोका जाएता तथा लोको ्ायलट, तार्ष तथा
स्टेिन मास्टर द्वारा तार्ी कऔ जांच कऔ जाएती।
फ्लैट टायर (Flat Tyre) कऔ अनसमत सीमा
इं जन (सुी प्रकार के ) - 50 mm तक
कोलचंत लाहन - 50 mm तक
माल शर्ब्बा या लैतन - 60 mm तक

यदद फ्लैटनेस कऔ मात्रा उ्रोक्त से अशधक हो तो उसे फ्लैट टायर माना


जाएता । ब्लॉक सेक्िन मे ्ता चलने ्र अशधकतम 20 kmph तशत से सेक्िन
शक्लयर दकया जाएता तथा अतले स्टेिन ्र शर्टेच दकया जाएता।

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उ्री उ्स्कर(OHE) ररल्ंत (SR 17.09-1)


1. यदद दोहरी लाइन खण्र् ्र दकसी एक लाइन के उ्री उ्स्कर मे खराबी
का ्ता चलता है तो कयषण िशक्त शनयंत्रक (TPC) इस फॉ्‍टी सेक्िन कऔ
्हचान कर इसे आयसोलेट करे ता तथा अप्रुाशलत लाइन को ुी बंद कर
देता।
2. फॉ्‍टी सेक्िन कऔ अप्रुाशलत लाइन ्र ददन मे 60 KM/H तथा रात मे 30
KM/H अशधकतम तशत का सतकष ता आदेि ददया जाएता तथा बाजू लाली
लाइन ्र असामान्यता का ्ता लताकर इसदक सूचना अतले मास्टर को
लोको ्ायलट द्वारा दी जाएती।
3. यदद फॉ्‍टी सेक्िन कऔ अप्रुाशलत लाइन ्र तार्ी प्रलेि कर चसकऔ हो तो
लोको ्ायलट द्वारा सम््कष करने ्र कयषण िशक्त शनयंत्रक द्वारा उ्रोक्त तशत
का ्ालन करने तथा उ्रोक्त कायष करने कऔ सूचना दी जाएती ता्िात
OHE स‍लाय िसरु दकया जाएता।
4. लोको ्ायलट शनधाषरीत तशत का ्ालन करते हुए, न के लल अ्नी लाइन
्र बश्‍क बाजू लाली लाइन को ुी देखता जाएता तथा इसकऔ सूचना अतले
स्टेिन के स्टेिन मास्टर को देता ।
5. लोको ्ायलट दक सूचना के अनससार आतामी ताशर्यों को चलाया जाएता।
6. यदद सेक्िन मे उ्री उ्स्कर(OHE) मे अ्‍्काशलक ररल्ंत होती है तो
लोको ्ायलट सामान्य कयषण दफर से लेता और शनकटतम लाइन ्र अलरोध
के शलए चौकस नजर रखेता तथा इसदक जानकारी तार्ष को देता। तार्ष तथा
सहायक लोको ्ायलट अ्नी तार्ी ्र असामान्यता का ्ता लताने हेतस
चौकस शनताह रखेते।
7. यदद उ्री उ्स्कर मे लतातार टिन ना हो तो लोको ्ायलट तसरंत फ्लेिर
लाइट ऑन कर देता। तार्ी को शनयंशत्रत करे ता (रात मे अशधकतम
60KM/H) तादक दकसी अलरोध के ्हले रुक सके और अ्नी तार्ी को प्रथम
आ्ात सॉके ट के ्ास खर्ा करके कयषण िशक्त शनयंत्रक से सम््कष करे ता
उसके शनदेिानससार कायष करे ता।
8. यदद कयषण िशक्त शनयंत्रक से ताकाल सम््कष न हो सके तो सहायक लोको
्ायलट को तार्ष के साथ तार्ी कऔ जांच करने ुेजेता। यदद तार्ी मे कोई

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असामान्य बात ददखायी देती है तथा सहायता अ्ेशक्षत हो तो उ्लब्ध


साधनो से खण्र् शनयंत्रक को ससशचत दकया जाएता और उनके शनदेिानससार
कायष करते ।
9. यदद तार्ी मे कोई असामान्य बात ददखाई ना दे तो लह फ्लेिर लाइट ऑफ
कर देता। यदद इस दौरान उ्री उ्स्कर मे टिन आ जाता है तो लोको
्ायलट सामान्य कयषण प्रारम्ु करे ता और ददन मे 60 KM/H तथा रात मे
30 KM/H अशधकतम तशत से सेक्िन शक्लयर करे ता तथा अतले स्टेिन
मास्टर को सूशचत करे ता।

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्ररचालन शलुात म सूचना प्रौद्योशतकऔ

माल ्ररचालन सूचना प्रणाली


Freight Operations Information System

ुारतीय रे ल एक लयष म 900शमशलयन टन माल कऔ ढस लाई करती है. ुारतीय रे ल के


राजस्ल का दो शतहाई शहस्सा माल ताशियां कमाती हैं और उन्ह रे लले का राजस्ल अजषक
कहा जाता है. रे लले द्वारामसख्य रू् से ढोई जाने लाली लस्तसएं कोयला, लोह अयस्क,
अनाज, लोहा और स्टील, सीमट, ्ेरोशलयम उा्ाद, उलषरक और कं टेनरों म सामान है.
शलशुन्न प्रकारकऔ लस्तसओं के यानांतरण कऔ आलश्यकताओं को हैंर्ल करने के शलए
शलशिि शर्ब्बे हैं. यात्रीताशियों के शल्रीत, माल ताशियां एक शनयत िड्यूल के अनससार
नहीं चलती और इसशलए माल ्ररचालन को अशत सूचना तहन तशतशलशध बनाती हैं.
इस सूचना के आधार्र, प्रबंधक, शर्ब्बों, इं जनों, क्रू और नेटलकष ्र मातष जैसे संसाधनों
का इितमउ्योत करने के शलए आबंटन के शनणषय शनरं तर लेते रहते हैं. रीयल टाइम
सूचना, अ्‍ े शनणषय लेने को अनसमत करती है और इसशलए प्रणाली के अंदर ही
तशतिीलता के उच्च स्तर को ससशनशित करती है. माल ्ररचालन सूचना प्रणाली
(फॉयस), ्हली ्ररयोजना थी, जो दक्रस ने आरं ु कऔ. लास्तल म 80 के दिक के मध्य
म दक्रस का सृजन इस प्रयत्न का ्ररणाम है. फॉयस ने शर्ब्बों, इं जनों और यूशनट
ताशियों कऔ तशतशलशधयों को रैक और मॉनीटर करने के शलए एक अनसप्रयोत के रू् म
िसरूआत कऔ. अब यह माल ताशियों के शलए एक ्ूणष प्रबंधन मॉड्यूल हैऔर इसके साथ
शबल तैयार करने और राजस्ल एकशत्रत करने को ुी हैंर्ल करता है.ुारतीय रे लले कऔ
बेहतर शर्ब्बा उा्ादकता म ुी इसने महाल्ूणष ुूशमका शनुाई है और उद्देश्य यह है
दक सूचना का प्रयोत उा्ादकता, ग्राहक सेला को और बढ़ाने म दकया जाए तादक तेजी
से बढ़ रही अथषव्यलस्था कऔ आलश्यकताओं को ्ूरा दकया जा सके ।
प्रबंधन कऔ कायषकसिलता बढ़ाने एलं ्ररचालन ्र शनयंत्रण रखने के शलए
FOIS प्रणाली का उ्योत दकया जा रहा है । ब्रार्तेज ्र इस ्द्धशत द्वारा उच्च
क्षमता लाले कम्‍यूटर के माध्यम से ्ररचालन म तसरंत एलं सही सूचना द्वारा माल
ुािा ्ररचालन ्र कस िल शनयंत्रण रखने हेतू इस प्रणाली को अ्नाया तया है । इस
प्रणाली के अंततषत एक शलिाल कम्‍यूटर शजसे सरल शसस्टम कम्‍यूटर कहा जाता है
लह क्षेत्रीय रे लले के कम्‍यूटर तथा फऔ्‍र् टर्मषनलों के साथ जोिा जाता है शजससे
उ्लब्ध र्ाटा आसानी से हस्तांतररत दकया जा सके ।
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यातायात संकाय क्षेत्रीय रे ल प्रशिक्षण संस्थान, मध्य रे ल ुससालल

यह एक ऑन लाइन प्रणाली है यह प्रणाली माल यातायात ग्राहकों को उनके


प्रेयणों के ्ररलहन कऔ तााकाशलक जानकारी देती है । इस प्रणाली को अशधकृ त
उ्योतकताष जैसे यार्ों मे मसख्य यार्ष मास्टर, यार्ष मास्टर, टी.एन.सी. तथा कं रोल
ऑदफस म शर्‍टी सी.एच.सी. (रेन / स्टॉक) तथा सी.जी.एस. आदद द्वारा एररया
रर्ोर्टिंत सटर ARC तथा Enquiry Terminal के माध्यम से संचाशलत दकया जाता
है । इस प्रणाली का नेटलकष रे ल के अ्ने स्लाशमाल के OFC शर्जीटल चैनलों और
BSNL से दकराए ्र शलए तए टेररशस्रयल तथा ली-सेट चैनलों द्वारा संचाशलत दकया
जा रहा है ।
मालताशियों के संचालन कऔ शनतरानी करने के अशतररक्त, शबज़नेस के
कॉम््लेक्स शनयमों के आधार ्र यह प्रणाली, मालुािे और अन्य प्रुारों कऔ तणना
करती है और रे लले रसीद, शि्र द्वारा देय शबल, तैयार करती है। आज मालुािे के
ुसततान कऔ इलैक्रॉशनक लसूली प्रशतददन 100 करोि के एक महाल्ूणष आंकिे तक ्हुाँच
तई है। इस प्रणाली म ुेजे तए माल के रैककं त और रेलसंत तथा ऐंर्उ्योतकताष के शलए -
सूचना के प्रकािन कऔ क्षमतारखते हैं। अशधक ्ारदर्िषता लाने के शलए, ुारतीय रे लले
ने प्राथशमकता शनयमों, ्ररचालशनक प्रशतबंधों और लाशणशज्यक करारों के आधार ्र
चसलनंदा लस्तसओं के शलए ग्राहकों को रे क के ऑटोमेरटक आबंटन कऔ िसरुआत कऔ है। मसख्य
ग्राहकों को यह सेलाएं उनकऔ लीतेसी प्रणाशलयों के साथ फॉयस को इं टीग्रेट करके दी जा
रही है ।
लतषमान म लतुत 10,000 लोको , 2,50,000 लैतनों एलं 3,500 मालताशियों कऔ
प्रशतददन मॉशनटररं त इसके माध्यम से कऔ जा रही है ।

यह प्रणाली दो मोड्यूल म शलकशसत कऔ तई है - 1.रे क मेनेजमट शसस्टम 2.टर्मषनल


मेनेजमट शसस्टम
रे क मेनेजमट शसस्टम (RMS) - इस शसस्टम के अंततषत जो मसख्य कायष दकए जाते हैं
ले इस प्रकार हैं -
i. लोर् ‍लालनंत, रेन आर्षररत, रे क फामेिन, रेन आतमन तथा प्रस्थान कऔ
जानकारी

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ii. इं टरचज फोरकॉस्ट, र्ाइलिषन, लोर् स्टेबललंत, रेन शर्टिन, शप्र शर््ाचषर रेन
शर्टिन
iii. बी.्ी.सी. एलं क्रू शर्टे्‍स, लाईट इं शजन मसलमट, ्ीसमील ‍लेसमट एलं

ररशलज, ्ीसमील शसक एलं फऔट रर्ोटष इायादद ।

े मट शसस्टम - इसके अंततषत शनम्नशलशखत मसख्य कायष दकये जाते हे -


टर्मषनल मेनज

i. प्रोग्राम राफऔक का शनयोजन


ii. र्ीमांर् तथा फालषर्र्िंत नोट, एर्लांस रशजस्रेिन फऔस, प्रशतबंधों का शललरण

iii. आर.आर. का बनाना, , ुािे कऔ तणना, लैतनों का ररमसलल, र्ेमरे ज, लाफे ज


कऔ तणना
iv. लोलर्ंत, अनलोलर्ंत का शललरण, र्ाइलिषन, ररबसककं त

v. अकाउं ट मटेनस, ई-्ेमट इायादद ।

FOIS के लाु -

1. उ्लब्ध संसाधनों का अशधकतम उ्योत


2. संसाधनों के मटेनस खचों म कमी
3. असंबंशधत लैतनों जैसी कर नाइयों ्र शनयंत्रण
4. दालों म कमी
5. रे कों ्र शनयंत्रण तथा शनरं तर शनतरानी
6. लास्तशलकता के आधार ्र शनणषय लेने म आसानी
7. रोललंत स्टाक कऔ उ्लब्धता ्र नजर रखने तथा उनके कस िलतम उ्योत
करने म आसानी
8. तलशतयों ्र शनयंत्रण के साथ साथ िीघ्र ्ारदिी कायष संचालन
9. ग्राहकों को रे क कऔ अशग्रम जानकारी शमलने के कारण शनयोजन करने म
आसानी से ग्राहकों कऔ संतसशि ।
10. ्ररचालन कऔ कस िलता बढ़ाने के शलए अायंत उ्योती ।

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एकऔकृ त कोच प्रबंधन प्रणाली (आई.सी.एम.एस.) - प्रशतददन लाखों यात्री


अ्नी यात्रा कऔ बसककं त इस शलश्वास के साथ करते हैं दक जब शनयत ददन उनकऔ तािी
चलेती, तो लह एक शर्ब्बा लाएती, शजसम उनके शलए स्थान होता। प्रशतददन उनकऔ
इस अ्ेक्षा को ्ूरा करने के शलए ुारतीय रे लले को 50 हजार शर्ब्बों को रे ल ्थ ्र
चलाने कऔ आलश्यकता होती है, इस बेिे फ्लीट को दक्षता्ूलषक शर्‍लॉय करके , रे लले
अ्ने याशत्रयों के फायदे के शलए शलघ्नते बाधा और शनरािा कऔ मात्रा को न्यूनतम कर-
हुए अशधक सेलाएाँ चलाने म सक्षम हुई है । इस शलस्तृत कायषक्षेत्र को ुशलुॉंशत
संुालने के शलए यह आलश्यक हो जाता है दक ्ररसं्शियों को समय ्र सर्लषस और
अनसरक्षण शमले। आलश्यकतानससार मसदद्रत रर्ोटों म श् ले लयों के ऐशतहाशसक ररकॉर्ष
या एक अशधकारी के मोबाइल फोन ्र शमनट तक कऔ सूचना दे सके । एकऔकृ त कोच
प्रबंधन प्रणाली हबह ऐसा ही और इससे ुी अशधक करती है। इसके तीन मॉड्यूल हैं
जो प्रबंधकों को व्या्क अललोकन देते हैं और उ्लब्ध संसाधनों कऔ िीघ्र ्हचान
तथा आलश्यकता के अनससार उनके आबंटन को सरल बनाते हैं । इसके प्रमसख मॉड्यसल
COIS (कोलचंत ऑ्रे िन इं फॉमेिन शसस्टम), PAM (्ंक्चसशलटी एनाशलशसस
मॉड्यसल) तथा कोच मटेनस मॉड्यसल हैं ।

 कोलचंत ्ररचालन सूचना प्रणाली - यह मॉड्यूल, योजना, यात्री सेलाओं के


्ररचालन का कायष शन्‍्ादन और शनतरानी के शलए शलस्तृत, रीयल टाइम सूचना
उ्लब्ध कराता है । चूाँदक प्रणाली को योजनाओं कऔ जानकारी है, अत: इसके शलए
न्यूनतम र्ेटा इन््सट कऔ आलश्यकता होती है । यह इन््सट ुी आसान है क्योंदक
उ्योतकताष, अ्ने यार्ों के लास्तशलक प्रशतशनशधाल म ्ूरी तरह से सलारी शर्ब्बों
को ड्रैत और ड्रॉ् कर सकता है.
 समय-्ालन शलश्लेयण और शनतरानी (PAM) – यह मॉड्यूल अ्ने आ् ही
शनयंत्रण कायाषलय अनसप्रयोत (सीओए) से शललंब को उ ा लेता है और रीयल-टाइम
इनसाइट को ्ररचालन कऔ शस्थशत म प्रदर्िषत करता है । यह प्रणाली, ऑ्रे रटल
से लेकर स्रेटेशजक तक प्रबंधन के सुी स्तरों के शलए सतत और सही रर्ोटें
उ्लब्ध कराती है । चूाँदक, आईसीएमएस के ्ास अशधकांि संबंशधत सूचना होती
है, इसशलए यह ताशियों के समय ्र चलने कऔ शनतरानी और शलश्लेयण करने के
शलए ुी महाल्ूणष स्थान शनुाता है ।
 कोच अनसरक्षण प्रबंधन मॉड्यूल (CMM) – इस माड्यसल को सलारी शर्ब्बों के
अनसरक्षण को ररकॉर्ष करने और ससशलधा तथा स््ेयर ्ाट्सष इन्लटरी के प्रबंधन के
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शलए शलकशसत दकया तया है । अलटष तैयार करने, सूचना के आदान-प्रदान,


मरम्मत के शलए चल-स्टॉक के स्था्न का अनसरोध, सस्सदत
ष ी और सेला के शलए
सलारी शर्ब्बों के प्रमाणन कऔ ्ालती आदद के शलए यह ्ररचालन मॉड्यूलों के
साथ ्ूणषतया एकऔकृ त है ।

शनयंत्रण कायाषलय अनसप्रयोत (सीओए) - ुारतीय रे लले ्र तािी ्ररचालन को 77


मंर्ल कायाषलयों म शनयंत्रण कक्षों द्वारा शनयंशत्रत और मॉनीटर दकया जाता है।
शनयंत्रण कक्ष, मंर्ल का नलष के न्द्र है । मंर्ल के अशधकार क्षेत्र म ताशियों कऔ
आलाजाही कऔ प्रलाशहकता शनयंत्रण कक्ष के संचालन कऔ दक्षता ्र शनुषर करती है ।
अ्ने कायष कऔ इसी प्रकृ शत के कारण शनयंत्रण कायाषलय कुी ुी बंद नहीं होते और
ददन के सुी र्ंटों तथा सप्ताह के सुी ददनों म कायष करते हैं । ्ारं ्ररक ग्राफ बनाकर
ताशियों के कं राललंत को शनयंत्रण कायाषलय अनसप्रयोत ने बदल ददया है । इसम ताशियों
कऔ मॉनीटररं त कऔ जाती है, ताशियों कऔ आलाजाही को रीयल टाइम म के ‍चर दकया
जाता है और िड्यूल और शबना िड्यूल कऔ ताशियों कऔ आलाजाही कऔ योजना बनाई
जाती है और कं ‍यूटर सहायता प्राप्त इं टरफे स से शनयंशत्रत कऔ जाती है । तािी
्ररचालन से संबंशधत सूचना प्रौद्योशतकऔ अनसप्रयोतों म शनयंत्रण कायाषलय अनसप्रयोत
नलीनतम ्ररलधषन है । माल ्ररचालन सूचना प्रणाली फॉयस) के ) साथ सीओए ने
तािी ्ररचालन से संबंशधत सुी सूचना को कं ‍यूटर से तैयार होने योग्य बना ददया है
। यह लही अनसप्रयोत है जो राष्ट्रीय तािी ्ू ता प्रणाली एनटीईएस) को फऔर् )
करता है, जो याशत्रयों को तािी के चलने कऔ अद्यतन सूचना उ्लब्ध कराता है।
ुारतीय रे ल का उद्देश्य ऐसी प्रौद्योशतकऔय उ्करणों के उ्योत द्वारा ्ररचालनों को
अशधक बेहतर बनाना है, तादक ऐसे िीघ्रतर र्ेटा के ‍चर और कस िल अनसप्रयोत संुल
हो सक, जो बेहतर योजना और ्ूलाषनसमान साधन उ्लब्ध करा सके ।
इस अनसप्रयोत म तािी ्ररचालन से संबंशधत र्ेटा, शनयंत्रकों द्वारा प्रशलि दकया
जाना अ्ेशक्षत है, क्योंदक ले शनयंत्रण लबंदओं
स या स्टेिनों से सूचना प्राप्त करते हैं. यह
अनसप्रयोत एक ही सेक्िन म तािी कऔ रलनंत को चाटष करता (मंर्ल नेटलकष का एक अंि)
.है और शलशुन्न ्ररचालशनक प्राचलों के आधार ्र अशग्रम ्ूलाषनम
स ान ुी तैयार करता है
इसके बाद सूचना का शनरं तर प्रलाह बनाए रखने के शलए तािी को उसकऔ लास्तशलक तशत
के अनससार लास्तल म आसन्न मंर्ल को सौं् ददया जाता है।
इस अनसप्रयोत कऔ मसख्य शलिेयता म, यदद अ्ेशक्षत हो तो, शनयंत्रक द्वारा ताशियों को
क्रम म करने, सुी संुल मातों को देखना, ताशियों कऔ ददिा मोिना या ताशियों का

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मातष दोबारा तैयार करना, का सामतयष िाशमल है. इस अनसप्रयोत म तािी के संर्टन के
शललरण, क्रू और इं जन के शललरण को कै ‍चर करने और देखने कऔ ससशलधा है। असामान्य
र्टना कऔ रर्ोर्टिंत को उ्योतकताषओं के अनसकूल इं टरफे स से इनेबल दकया तया है।
यहााँ एक चाटष ुी होता है, जो लाइन अशधुोत, सतकष ता आदेिों और असामान्य
कायषप्रणाली को दिाषता है. अनसप्रयोत का एक मसख्य र्टक, ताशियों के चलने का
्ूलाषनसमान करने या बशहलेिन करने कऔ योग्यता है, शजससे शनयंत्रक, बेहतर योजना
बना सकता है. इस ततय के अशतररक्त, दक स्रक्चर्ष एमआईएस रर्ोटें ुी तैयार कऔ
जाती हैं, प्रबंधकऔय ्यषलेक्षण के शलए चाटों को लप्रंट दकया जा सकता है.
सीओए को इस प्रकार शर्ज़ाइन दकया तया है दक इसे दकसी ुी अन्य
अनसप्रयोत के साथ इं टीग्रेट दकया जा सकता है. राष्ट्रीय तािी ्ू ता प्रणाली
(एनटीईएस), समय्ालन शलश्लेयण मॉड्यूल (्ीएएम), और मालतािी ्ररचालन -
सूचना प्रणाली सुी एक एंटरप्राइज़ अनसप्रयोत इं टीग्रेिन सॉफ्टलेयर के माध्यम से
इं टीग्रेट दकए हुए हैं ।
सॉफ्टलेयर सहायता प्राप्त तािी िड्यूललंत - (SATSANG)“सासंत” - बहुत से लोतों को
रे लले समय –सारणी देखना बहुत आनंददायक लतता है, शलिेयतया जब ले दकसी रे ल
यात्रा ्र जा रहे हों. शजस मातष से तािी जाती है, मातष म आने लाले स्टेिन, बहुत जाने
माने या अनजाने, समय औररुकने के स्थान – ये सुी तािी कऔ यात्रा के रोमांच के एक
अंि हैं । समय सारणी-देखना ीक लैसा ही है जैसा नाशलक के शलए तारों से ुरी रात के
आकाि को देखना । ुारतीय रे लले जैसे एक व्यस्त नेटलकष के शलए दकसी समयसारणी -
को तैयार करना बहुत ही चसनौती्ूणष कायष है । क्षेत्रीय रे लों ्र योजना बनाने लाले स्लतंत्र
रू् से कायष करते हैं और दफर ऑल इं शर्या समय सारणी शलकशसत-करने के शलए अन्य
क्षेत्रीय रे ल योजना बनाने लालों के सहयोत से कायष करती है । समय सारणी के मसख्य
उद्देश्य यह हैं दक यह याशत्रयों के शलए ससशलधाजनक हो और शसस्टम म चलने के शलए
उ्यसक्त हो । नई तािी सेलाएं प्रारं ु करना और ्सरानी म लृशद्ध करना एक कला है और
योजना बनाने लालों का एक चसलनंदा ग्रस् इस कायष म बहुत कस िल होता है ।
ुारतीय रे लले ने योजना बनाने कऔ प्रदक्रया को ससतम बनाने के शलए
सॉफ्टलेयर टूल प्रदान करने का शलशनिय दकया. सॉफ्टलेयर सहायता प्राप्त तािी
िर्यूललंत और नेटलकष तलनेंस ्ररयोजना को ऐसा टूल (सासंत) बनाने का कायष सौं्ा
तया है. सं्ूणष संसाधन आबंटन प्रदक्रया अब इस टूल द्वारा कऔ जाएती, शजससे और कस िल
आबंटन होता और समयसारणी को मजबूत बनाएता- ।

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क्रू मेनज
े मट शसस्टम (सी.एम.एस.) - रे लले सूचना प्रणाली कद्र ने ुारतीय रे लले ्र क्रू
प्रबंधन प्रणाली लातू करके एक और उ्लशब्ध हाशसल कऔ है। क्रू, शजसम लोको ्ायलट
और तार्ष िाशमल होते हैं, ताशियों कऔ रलनंत और संरक्षा के महाल्ूणष संसाधन हैं।
सीएमएस क्रू के इन सदस्यों के बारे म हर लक्त सूचनाएं उ्लब्ध कराता है, शजससे माल
ताशियों और सलारी ताशियों ्र तथा टर्मषनलों एलं यार्ों तक सीशमत ोटी दूरी के शलए
क्रू कऔ बसककं त आसान हो जाती है ।
ुारतीय रे लले ्र चौबीस र्ंटे तािी-्ररचालन के शलए लतुत एक लाख
तार्ष और ड्राइलर हैं। यह साफ्टलेयर सॉ्‍यूिन उनकऔ स्टेटस कऔ जानकारी देकर, उनकऔ
ड्यूटी के आबंटन कऔ रोस्टररं त करके , उनके होम स्टेिन ्र क्रू कऔ उ्लब्धता कऔ
जानकारी देकर और ताशियों ्र क्रू को तैनात करके उनके दैशनक कायों को स्लचाशलत
करता है। इनसे क्रू का प्रबंधन और बेहतर होता है। सीएमएस को ्ारदर्िषता लाने और
सूचनाओं कऔ अशधक सटीकता के शलए शलकशसत दकया तया है, तादक शनणषय-किाष क्रू को
शनयंशत्रत करने और इसके इितम उ्योत के शलए प्रुाली शनणषय ले सक।

यह सॉफ्टलेयर शसस्टम ददसंबर, 2007 म आरं ु दकया तया था और लतषमान म 383


क्रू बसककं त लॉबी ्र इसे चालू दकया जा चसका है। लतषमान म, सीएमएस म
1,01,888 क्रू सदस्यों का र्ेटाबेस है और इस शसस्टम द्वारा रोजाना 51,000 से
अशधक क्रू सदस्य बसक दकए जा रहे हैं। इस प्रकार ुारतीय रे लले ्र क्रू बसककं त
कं ‍यूटराइज्र् हुई है । इस शसस्टम कऔ एक खास बात यह है दक क्रू एक टच-स्क्रऔन
दकऑस्क के माध्यम से शसस्टम ्र इं टर-एक्ट कर सकता है। इस शसस्टम म बायो-
मेररक (थम इं प्रि
े न रीर्र) कऔ व्यलस्था कऔ जा रही है, तादक प्रॉक्सी रर्ोर्टिंत कऔ
दकसी संुालना को समाप्त दकया जा सके । यह शसस्टम उ्योतकताष के शलए अायशधक
अनसकूल है। क्रू कऔ उ्लब्धता कऔ जानकारी मोबाइल फोन ्र ताकाल उ्लब्ध कराने
के शलए सीएमएस द्वारा एसएमएस का इस्तेमाल दकया जाता है। सीएमएस SMS के
माध्यम से क्रू बसककं त ुी उ्लब्ध कराता है और ससधाराामक कारष लाई करने के शलए
प्रबंधन और ्यषलेक्षण से संबंशधत स्टाफ को जानकाररयां एलं अलट्सष उ्लब्ध कराता
है। इस प्रकार, िीघ्र शनणषय लेने म सेल फोन कऔ ुूशमका महाल्ूणष हो तई है। यह ्ूरा
सॉफ्टलेयर दक्रस के सॉफ्टलेयर इं जीशनयरों द्वारा दक्रस म ही शलकशसत दकया तया है।

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अनाराशक्षत रटकट प्रणाली (UTS) - ुारतीय रे लले ्र अनारशक्षत यात्रा ससशलधा का


प्रयोत करते हुए प्रशतददन 20 शमशलयन यात्री सफर करते हैं। एक अनारशक्षत रटकट इन
यात्राओं को प्राशधकृ त करती है, ्रं तस जैसा दक नाम से ही स््ि है दक यह कोई
आरशक्षत बथष या सीट नहीं देता। यह रटकट दकसी एक शलशिि तािी सेला के शलए ुी
नहीं है । इस ससशलधा का उ्योत मसख्यत: शनयशमत रू् से आने-जाने लाले और
उ्नतरीय याशत्रयों द्वारा ोटी दूररयों के शलए दकया जाता है, जहााँ सीट ससशनशित
होना आलश्यक नहीं है. कम आय समूह के लंबी दूरी कऔ यात्रा करने लालों को ुी यह
उ्लब्ध है और ग्रामीण क्षेत्रों को शजलों, िहरों और नतरों से जोिता है. अनारशक्षत
याशत्रयों को ददन या रात के दकसी ुी समय रटकट जारी कऔ जाती हैं, क्योंदक बसककं त
कायाषलय, ददन म 24 र्ंटे, सप्ताह म सातों ददन खसलते हैं.
अनारशक्षत रटकरटंत प्रणाली (यूटीएस), सं्ूणष ुारतीय रे लले ्र कद्रीकृ त
प्रिाशसत कं ‍यूटरीकृ त रटकरटंत प्रणाली उ्लब्ध कराने का प्रयत्न करता है. आज 90
प्रशतित से अशधक अनारशक्षत रटकट इस प्रणाली के माध्यम से बेची जा रही हैं. देि के
दूरलती क्षेत्रों म रटकट व्यलस्था उ्लब्ध कराने और सुी स्थानों ्र शनबाषध सेला
प्रदान करने कऔ योग्यता को ुारत सरकार द्वारा सराहा तया है तथा इसके प्रारं शुक
शर्ज़ाइन और दक्रयान्लयन के शलए उिरदायी दक्रस दल के साथ इस ्ररयोजना को
लोक प्रिासन म प्रधान मंत्री का उाकृ िता ्सरस्कार शमला है.
यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) - ुारतीय रे लले म आरशक्षत यात्रा करना यात्री
आरक्षण प्रणाली (्ीआरएस) द्वारा ससतम हुआ है । ्ीआरएस, प्रशतददन देि ुर म
चलने लाली 2500 ताशियों म लतुत 1.5 से 2.2 शमशलयन याशत्रयों को आरक्षण कऔ
सेलाएं प्रदान करता है. ्ीआरएस का अनसप्रयोत कन्सटष (सीओएनसीईआरटी)
(कन्रीलाइर् नेटलकष ऑफ कं ‍यूटराइज़र् एनहान्सर् ररज़लेिन एंर् रटकरटंत), शलश्व का
सबसे बिी ऑनलाइन आरक्षण अनसप्रयोत है, शजसे दक्रस द्वारा शलकशसत एलं अनसरशक्षत
दकया जा रहा है। यह प्रणाली लतषमान म 5 र्ेटा के न्द्रों से ्ररचाशलत होती है. सलषर
क्लस्टर, एक कोर नेटलकष द्वारा एक दूसरे से जसिे हुए हैं, जो देिुर म एक जैसे
टर्मषनल इनेबल करते हैं, शजसके द्वारा यात्रा करने लाले लोत दकसी ुी तािी म,
दकन्हीं ुी दो स्टेिनों के बीच, दकसी ुी शतशथ और श्रेणी म सीट आरशक्षत कर सकते
हैं. ्ीआरएस लेबसाइट को लयष 2009 म नातररक के शन्द्रत सेला श्रेणी म लेब रत्न
‍लेरटनम आईकॉन ्सरस्कार प्रदान दकया तया था.

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रा्‍रीय तािी ्ू ता प्रणाली (NTES) - हालााँदक, ुारतीय रे ल को समय ्र


ताशियां चलाने के शलए जाना जाता है, कई बार ुारतीय रे लले के शनयंत्रण से बाहर
के कारणों कऔ लजह से ताशियां लेट हो जाती हैं, अ्ने प्रारं शुक स्टेिन से ्सन: िेड्यूल
कऔ जाती हैं, शनरस्त हो जाती हैं या दकसी अन्य मातष कऔ ओर मोि दी जाती हैं, शजसके
्ररणामस्लरू् इसके शनयत समय से लास्तशलक आतमन/प्रस्थान समय म ्ररलतषन हो
जाता है. तािी के चलने म होने लाले इन ्ररलतषनों से रे ल उ्योतकताषओं को होने
लाली अससशलधा से बचाने के शलए राष्ट्रीय तािी ्ू ता प्रणाली (एनटीईएस), जनता
को प्रायेक रुकने लाले स्टेिन ्र तािी के आतमन/प्रस्थान के संुाशलत समय, तािी के
िड्यूल कऔ सूचना, शनरस्त ताशियों के बारे म सूचना, मातष ्ररलर्तषत ताशियों और
‍लेटफामष बर्थिंत कऔ सूचना के बारे म सूचना उ्लब्ध कराती है ।
एन.टी.ई.एस. प्रणाली का मसख्य उद्देश्य और लक्ष्य जनता को उ्योतकताषओं
के अनसकूल इंटरफे स के माध्यम से समय ्र और शलश्वस्त सूचना उ्लब्ध कराना है ।
एन.टी.ई.एस. के माध्यम से देि ुर म शलशुन्न शर्लीलरी चैनलों यथा लेब ब्राउलज़ंत
द्वारा, मोबाइल फोन या लैंर्लाइन फोन द्वारा (लॉयस एलं एसएमएस), तथा ुारतीय
रे ल के सुी स्टेिनों ्र व्यशक्ति: माध्यम से अब जनता को यह सूचना ससशलधा्ूलषक
और शलश्वस्तता्ूलषक उ्लब्ध है. एनटीईएस को ग्राहकों के लाु के शलए ्ीएसयू द्वारा
आईसीटी के इन्नोलेरटल उ्योत के शलए लयष 2010-2011 का ई-तलनेंस का राष्ट्रीय
्सरस्कार शमला और “राष्ट्रीय तािी ्ू ता प्रणाली (एनटीईएस)” को कं ‍यूटरल्‍र्ष
इन्फामेिन टैक्नॉलोजी अलार्ष फाउं र्ेिन, सं.रा.अ., द्वारा प्रारं ु दकए तए कं ‍यूटरल्‍र्ष
ऑनर प्रोग्राम म अंशतम दौर म ्हुंचने लाला चसना तया ।

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एण्टी कॉशलजन शर्लाईस


Anti Collision Device (ACD)

एसीर्ी नेटलकष एक ्ूणषत एकऔकृ त, अायाधसशनक इलेक्रॉशनक प्रणाली है


शजसे दकसी ुी रे लले नेटलकष ्र मालताशियों और सलारी तािी दोनों कऔ ही ससरक्षा
को बढ़ाने तथा टक्करों को कम करने के शलए शर्जाइन दकया तया है । यह एक तैर
शसतनल प्रणाली है जो मानलीय ुूलों या कस सीमाओं अथला उ्करणों कऔ खाशबयों
के कारण तािी ्ररचालनों म ताशियों कऔ खतरनाक टक्करों को रोकती है और
अशतररक्त ससरक्षा उ्लब्ध कराती है । तैर शसतनल प्रणाली होने के कारण इसमे
दकसी ुी लतषमान शसतनललंत और इं टरलॉककं त प्रणाशलयों तािी ्ररचालन कऔ
प्रदक्रयाओं को बदलने कऔ ुी आलश्यकता नहीं होती । शलश्व म सलषप्रथम रक्षा कलच
का उ्योत 19.10.1999 को कोंकण रे लले द्वारा दकया तया है ।
टक्कर रोधी उ्करण शजसे रक्षा कलच के नाम से जाना जाता है,
माइक्रोप्रोसेसर ्र आधाररत एक ऐसा ऑटोमोरटल नेटलकष है जो टक्कर जैसी शस्थशत
मालूम ्िते ही तािी म ऑटोमेरटक ब्रेक लताता है और टक्कर संबंधी दसर्षटनाओं को
टालता है । रक्षाकलच टक्कर रोधी उ्करणों का एक नेटलकष होता है शजसम कस
उ्करण जैसे मोबाइल एसीर्ी (इं जन तथा तार्ष के ब्रेक लेन ्र) तथा शस्थर स्टेिन,
सम्ार तेट के तथा एसीर्ी री्ीटर िाशमल होते हैं । इसे रे ल इं शजनों, ब्रेकलानों,
स्टेिनों एलं सम्ार फाटकों ्र लताया तया है ।

सुी एसीर्ी शलतररत शनयंत्रण प्रणाशलयों के शसद्धांत ्र कायष करते हैं और


इस प्रकार ले टक्करों को रोकते है। । यह आलश्यक है दक दोनों ताशियों म शजनके बीच
टक्कर होने का खतरा है उन ्र एसीर्ी लते होने चाशहए । एसीर्ी मातष ्र सुी
एसीिी जब 3 दक मी कऔ दूरी म होते हैं तो रे शर्यों संचार के जररए सूचनाओं का
आदान प्रदान करते हैं । मोबाइल एसीर्ी शस्थशत अद्यतन करने के शलए जी्ीएस
उ्ग्रह प्रणाली से इन्सट प्रा‍त कर तािी के स्थान,तशत, यात्रा, अलशध और समय को
शनधाषररत करते है। यूएचएफ मॉर्म का प्रयोत कर तीन दकमी के दायरे म लती हुई रेक
साइट एसीर्ी के ऑटोमेरटक ब्रेककं त यूशनट के जररए ब्रेकों को सदक्रय कर देती है जब
ुी टक्कर होने जैसी दकसी शस्थशत का आुास होता है एसीर्ी सेक्िन म सामने कऔ
टक्कर, बतल कऔ टक्कर, ्ी े से होने लाली टक्कर, स्टेिन क्षेत्र म उ्‍च तशत कऔ
टक्कर तथा तािी शलुाजन, जबललंत के कारण बतल लाली रेल लाइन ्र ्टरी से
उतरे शर्ब्बे के साथ होने लाली बतल कऔ टककर एलं तािी ्हुाँचने कऔ चेतालनी देकर

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और फाटक के खसला होने कऔ शस्थशत का ्ता लताकर समा्र ्र सिक लाहन के साथ
होने लाली टक्कर को रोकता है । यह उ्करण रोर् उ्योतकताषओं को ुी दृश्य -
श्रृव्य जानकारी ुी देता है शजससे सम्ार ्र होने लाली दसर्षटनाओं को टालने म मदद
शमलती है ।
लोको एसीर्ी लोको ्ालयट को स्टेिन ्र ्हुाँचने कऔ चेतालनी ुी देता है
इसके अलाला एसीर्ी ्र उ्लब्ध एसओएस बटन का प्रयोत करके ुी लोको ्ायलट
तार्ष और स्टेिन मास्टर दकसी ुी असामान्य शस्थशत का ्ता लतने ्र तािी को रोक
सकते हैं ।
लतषमान म इस उ्करण को कोंकण रे लले, ्ूलोिर सीमांत रे लले म लातू
दकया जा चसका है तथा सफलतम कायष कर रहा है । इसे ुशल्‍य म ्ूरे ुारतीय रे लले
के ब्रार् तेज नेटलकष ्र लातू करने कऔ योजना है ।

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लॉंत हॉंल रेन (Long Haul Train )


मध्य रे ल ्र लॉंत हॉंल रेन चलाने के शलए संयक्त
स प्रदक्रया आदेि ।
1. दो रे क जैस,े 42 BCN/ 58 BCNHL/ 59 BOXN/ 45 BLC/ 50 BTPN/ 45
BRN/ 45 BOST को एक हुक म जोिकर लॉन्त हॉल रेन बनाया जाता है,
इसका मािषललंत शनम्नानससार होता-
(a) दो लोर्ेर् रे क, (b) दो खाली रे क या
(c) एक लोर्ेर् और खाली रे क
2. धाराकोह- मरामशझरी, शततांल- चींचोिा (नात्ूर मंर्ल) और कसारा- ईतत्सरी,
कजषत- लोनालाला (मसंबई मंर्ल) के र्ाट सेक्सनो एलं सम््ूणष संचार व्यलस्था ुंत
के दौरान के शसलाय मध्यरे ल के सुी सेक्िनों ्र चलाया जायेता.
3. लॉन्त हॉल ताशियां के नाम के ्हले (Prefixed) “्ायथन” िब्द लताया
जाएता। लाईन शक्लयर मांतते समय SM लॉन्त हॉल के बारे म उ्‍लेख करे ता।
4. लॉन्त हॉल म एक रे क लोर्ेर् एलं एक खाली रेक हो तो लोर्ेर् रे क आते तथा
खाली रे क ्ी े लताया जाएता।
5. लॉन्त हॉल तािी का ससचारु रू् से संचालन के शलए अतला शलधसत लोको हो तो
लह म्‍टी्ल लोको होता, शजसम कम से कम 5 कं प्रेसर ऑन होने चाशहए। दोनों
रे कों के मध्य म ुी एक लोको लताया जाएता, तादक जब लॉन्त हॉल को
शलुाशजत करना ्िे तब दोनों रेन स्लतंत्र रू् से चल सके ।
6. आते के लोको का RB/DB कायषरत शस्थशत म होना चाशहए। मध्य म लते लोको
को ब्रेक ्ाई् चाजष करने कऔ अनसमशत नहीं है।
7. दो लोर्ेर् अथला एक लोर्ेर् एलं एक खाली रे क होने ्र, तार्ी स्टाटष करते समय
मध्य का लोको ्ायलट ्हले दो नोच लेता तथा इसकऔ ्सिी आते के लोको
्ायलट को देता, इसके बाद आते के लोको ्ायलट नोच अ् करते हुये मध्य के
लोको ्ायलट से समन्लय बनाते हुए तािी को रलाना करे ता।
8. ्ायथन को ्सनः रलाना करने से ्ूलष इं जन तथा ब्रेकयान म ब्रेक ्ाई् प्रेसर ्सनः
आ तया है ससशनशित दकया जाएता। ्ूनः रलाना करने से ्हले लोको ्ायलट
न्यूनतम 5 शमनट ररलीज टाईम ससशनशित करे ता।
9. लॉन्त हॉल तािी का संचालन एक ही लाईन शक्लयर ्र दकया जाएता। सबसे
श् ले ब्रेकयान ्र टेल बोर्ष/ टेल लैं् लताया जाएता। बीच म लते ब्रेकयान ्र
टेल बोर्ष/ टेल लैं् नहीं लताया जाएता।
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10. लॉन्त हॉल तािी का प्रुारी श् ले ब्रेकयान का तार्ष होता, मध्य के ब्रेकयान म ुी तार्ष
रहेता।
11. यदद आ ्शहया ब्रेकयान उ्लब्ध हो तो दोनों रे क के बीच म मािषललंत दकया जाएता,
लेदकन दोनों चार ्शहया ब्रेकयान हो तो दोनों को तािी के ्ी े जोिा जाएता।
12. लॉन्त हॉल कऔ अशधकतम तशत, दोनों रे कों म शजसकऔ तशत कम हो (Lower of
Maximum Speed) के बराबर होती। तथाश् 100 म 1 का उतार ्र अशधकतम
तशत 40 दकमीप्रर्ं होती।
13. लॉन्त हॉल ताशियों म जोिे तए दो रे कों के शलए अलत-अलत लैध बी्ीसी होना
चाशहए। ससरशक्षत संचालन के शलए C&W स्टाफ द्वारा एयर प्रेसर कं रटन्यसटी सर्टषदफके ट
जारी कर श् ले रे क के तार्ष (जो तािी का प्रुारी है) को ददया जाएता, जो बीच के
तार्ष और दोनों लोको ्ायलटो को लॉकऔ-टॉकऔ ्र सूशचत करे ता।
14. लॉन्त हॉल तािी का प्रस्थान स्टेिन ्र कम से कम 95% एलं मध्यलती स्टेिन ्र कम
से कम 90% बी्ीसी होना चाशहए। C&W कमषचारी सुी CBC कऔ लॉककं त ससशनशित
करते।
15. तािी प्रस्थान से ्ूलष बी ्ी प्रेसर इं जन म कम से कम 5 kg/cm2 और ब्रेकयान म 4.7
kg/cm2 होना चाशहए। यदद इं जन श् ले ब्रेकयान म 4.7 kg/cm2 प्रेसर बनाने म
असमथष हो तो 4.4 kg/cm2 प्रेसर आने ्र संचालन कऔ अनसमशत दी जाएती ऐसे समय
तािी कऔ अशधकिम तशत 45 दकमीप्रर्ं होती।
16. लॉन्त हॉल तािी कायष करने के शलए उस सेक्िन से ्ूणष रू् से ्ररशचत तथा ्याषप्त
अनसुली लाले A या B श्रेणी के लोको ्ायलट नाशमत दकए जाएंते ।
17. तािी का तार्ष तािी कऔ िंरटंत के उ्रांत स्टेबल दकए जाने ्र श् ले शहस्से को रोल-
र्ाउन से बचाने के शलए हैंर् ब्रेक लता कर संरक्षा ससशनशित करे ता।
18. लॉन्त हॉल तािी कमीदल को 1.5 दक.मी तक कायष करने लाले लॉकऔ-टॉकऔ ददया
जाएता। जहां ्र लोको ्ायलट एलं तार्ष के बीच हाथ शसतनलों का आदान-प्रदान
करना संुल ना होने ्र लॉकऔ-टॉकऔ का उ्योत दकया जाएता।
19. संचालन के दौरान सेक्िन म यदद लॉकऔ-टॉकऔ ्र सं्कष स्थाश्त नहीं होता है तो लॉन्त
हॉल तािी को अतले स्टेिन ्र रोक ददया जाएता, आते संचालन नहीं दकया जाएता।
20. खंर् शनयंत्रक द्वारा ससशनशित दकया जाएता दक लॉन्त हॉल तािी को थ्रू लाइन शक्लयर
ददया जाये तादक ्ी े कऔ ताशियों का शललंब टाला जा सके ।
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Abbreviations
1. AAWS : Advance Approach Warning System.
2. ARME : Accident Relief Medical Equipment(Van).
3. AWS : Auxiliary Warning System.
4. ACD : Anti Collision Device
5. BPAC : Block Proving by Axle Counter.
6. BPC : Brake Power Certificate.
7. CBC : Central Buffer Coupler.
8. CCRS : Chief Commissioner of Railway Safety.
9. CFTM : Chief Freight Transportation Manager.
10. CLW : Chittaranjan Locomotives Works,
11. COA : Control Office Application.
12. CMPE : Chief Motive Power Engineer.
13. COIS : Coaching Operation Information System.
14. COM : Chief Operation Manager.
15. CPRO : Chief Public Relation Officer.
16. CPTM : Chief Passenger Transportation Manager.
17. CRB : Chairman of Railway Board.
18. CRS : Commissioner of Railway Safety.
19. CRT : Container Rail Terminal.
20. CSO : Chief Safety Officer.
21. CTM (P) : Chief Transportation Manager (Petroleum)
22. CTPM : Chief Transportation Planning Manager.
23. CTWM : Chief Tank Wagon Manager.
24. CONCOR : Contrainer corporation of India Limited
25. CMS : Crew Management System
26. DEMU : Diesel Electrical Multiple Unit.
27. DFCCIL : Dedicated Freight Corridor Corporation of
India Limited.
28. DAR : Discipline and Appeal Rules.
29. DEMU : Diesel Electrical Multiple Unit.
30. DLW : Diesel Locomotive Works, Varanasi.
31. DMRC : Delhi Metro Rail Corporation.
32. DPC : Departmental Promotional Committee.
33. DSC : Double Stack Container.
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34. DWSO : Divisional Work Study Officer.


35. EOTT : End of Train Telemetry.
36. FA & CAO: Finance Adviser & Chief Accounts Officer.
37. FOIS : Freight Operation Information System.
38. RMS : Rake Management System
39. RDSO : Research Disigns and Standards Organisation.
40. TMS : Terminal Management System
41. HOER : Hours of Employment Regulation.
42. ICMS : Integrated Coach Management System.
43. IRCTC : Indian Railway Catering and Tourism
Corporation ltd.
44. ISMD : Infringing Standard Moving Dimensions.
45. IVRS : Interactive Voice Response System.
46. ITES : Integrated Telephone Enquiry System.
47. LVCD : Last Vehicle Checked Device.
48. MAUQ : Multi-Aspect Upper Quadrant.
49. MEMU : Mainline Electrical Multiple Unit.
50. MSD : Minimum Sighting Distance.
51. NDMA : National Disaster Management Association.
52. ODC : Over Dimensional Consignment.
53. PAM : Punctuality Analysis & Monitoring.
54. PEASD : Passenger Emergency Alarm Signal Device.
55. POMKA : Portable Medical Kit for Accident.
56. RLDA : Railway Land Development Authority.
57. RMS : Rake Management System.
58. ROSHAN : Rolling Stock Health Analyst.
59. SDGM : Senior Deputy General Manager.
60. SGE : Siemens and General Electrical Railway Signal
Company Ltd.
61. SMARTS : Singular Modular Advance Railway Ticketing
System.
62. SPAD : Signal Passed AT Danger.
63. SPARME : Self Propelled Accident Relief Medical
Equipment.
64. SPART : Self-Propelled Accident Relief Trains.
65. SPURT : Self Propelled Ultrasonic Rail Testing Car.
66. SSD : Speed Sensing Device.
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67. SSDAC : Solid State Digital Axle Counter.


68. SWR : Station Working Rule.
69. SWRD : Station Working Rule Diagram.
70. TALQ : Two-Aspect Lower Quadrant.
71. TAWD : Train Actuated Warning Device.
72. TCAS : Train Collision Avoidance system
73. TPWS : Train Protection Warning System
74. WILD : Wheel Impact Load Detector.
vijay

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