आ युज म शारद नवरा ी के वैभव तथा दीपावली के िद य आभामय काष के
उपरा त आ युज माह क समाि के बाद वेश करती है काितक माह। भगवान िव णु और देव के देव महादेव के ीितपा माह काितक का आगमन भ य शोभा को साथ होता है। न मे कृ ि का न का मह व अपर पार है। कृ ि का सा ात् योित का व प है। इसीिलए कात क माह म विलत हर दीर कोिट कोिट दीप का वलन करने का पु य दान करता है। जब एक िदया जलाना ही कोटी दीप का फल देता है, तो कोिट दीप को भि भावपूण होकर विलत करना िकतना फलवान् होगा.. यह अनुमान लगाना भी दु साद्य़ होगा। इससे बढकर और कौनसा पु यकम होगा। िवगत दस वष से भा यनगर को भि नगर, भि सागर बनानेवाली यह कोिट दीप पव मा नयन मनोहर ही नह , अिपतु कम दयकारी भी है। महान संक प – ई रीय अन ह का ाि माग 2012 म महामा यवर शृंगेरी शंकराचाय जग ु ीभारतीतीथ वामी जब हौदराबाद को पावन करने पधार, भि टी.वी. ने संक प िलया था िक वामीजी क यह पावनया ा को ालुओ ं के िदल से शा त बनाने का एक काय म आटोिजत कर। इस महान संक प से भा यनगर ि थत एन.टी.आर. टेिटयम् म एक ल दीपो सव काय म का आयोजन िकया। इस काय म से भा यनगर इतना दीि मान हआ िक मानो सा ात् कैलास ही पृ वी पर अवत रत हआ । काय म इतना शोभायमान रहा िक भि टी.वी. के आ य ी नरे द चौधुरी के इस महान संक प को मानो दैवीगण का आशीवाद ात हआ । ल दीपो सव का सफल पूवक िनवाहण ने ही कोटीदीप से कोटी दीपो सव आयोिजत करने क ेरणा दी । वष 2013 म काितक माह म प ह िदन का कोटी दीपो सव आयोिजत करने क फू त िमली । देश के िविभ न ा त से कई पीठीधीश, मठाधीश व ओज वी धािमक पु ष क उपि थित ने इन काय म को न भूतो न भिव यित बना िदया । उससे पहले कभी भी, कह भी कोिट दीप एक साथ विलत होना न देख पाये भा यनगर के ल ू ओ ू ं के िलए यह एक नयी िद यानुभिू त दान क । वष 2014 से हर वष काितक माह म प ह िदन का कोटी दीपो सव का आयोजन एक पर परा बन गया । यह कहना अितशयोि न होगा िक इस समय भा यनगर का हार राह उसी काय म को ले जाया करता है। काँची कामकोटी के जग ु , ृ गेरी शंकराचाय जैसे मिहमामि डत धमाचाय, ी ी रिवशंकर, ज गी वासुदेव जैस ेरणा द आचाय क उपि थित, हर िदन एक भु या देवी का क याणो व, कई धिमक व सां कृ ितक काय म का आयोजन इस कया म को और ेरणा द व धािमक त लीनता का तीक बना िदया ।