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आहार सम्बंधी उऩयोगी सझ

ु ाव

1. गाजय, भूलर, शल्जभ, चुकॊु दय आदद की हयी ऩत्तिमों को पैंके नहीॊ। साग, बयवाॊ ऩयाठा, लभश्रित सब्ज़ी
आदी भें प्रमोग कयें ।

2. आटे को छाने नहीॊ, इसका चोकय नहीॊ ननकारें । चोकय सदहत ही आटा काभ भें रें।
3. चावर औय दारों को ज़्मादा नहीॊ धोएॉ। मदद लबगोमा हो तो इस ऩानी का बी प्रमोग कयें , पैंके नहीॊ।
4. चावर ऩकाने के फाद अनतरयक्त ऩानी को पैंके नहीॊ। आटा गॊद
ू ने मा साग-सब्जी ऩकाने भें प्रमोग कयें ।
5. पर, सब्जी, दारों व अनाज का सेवन अश्रधक कयें ।
6. आमोडीन मुक्त नभक ही खाएॉ। स्वस्थ शयीय औय चुस्त ददभाग के लरए जरूयी है आमोडीन।
7. हयी ऩिेदाय सब्ब्ज़मों के साथ नीम्फू का सेवन अवश्म कयें । इस से आमयन (रौह) अश्रधक भात्रा भें
प्राप्त होता है औय खून कक कभी मा अनीलभमा नहीॊ होता।

8. ऩीरे, नायॊ गी पर-सब्ब्ज़मों के सेवन से त्वचा औय आखें ननयोगी यहती हैं।


9. साफुत अनाज औय दारें खाएॉ। इस से बयऩूय भात्रा भें त्तवटालभन, रौह औय ये शा प्राप्त होता है ।
10. दारों औय अनाज को अॊकूरयक्रत कय अथवा खभीरयक्रत कय उऩमोग कयें । इस से अत्माश्रधक ऩौब्टटक
तत्व प्राप्त होते हैं।
11. ऩाक-तेरों को ननमॊत्रत्रत (औय सॊमलभत) भात्रा भैं तथा वनस्ऩनत/ घी/ भक्खन को केवर अल्ऩ भात्रा भैं
उऩमोग कयना चदहमे।
12. नभक का उऩमोग सॊमभ के साथ कयना चादहमे।
13. ऩमााप्त भात्रा भें ऩानन ऩीना चादहमे।
14. शक्कय का उऩमोग केवर अल्ऩ भात्रा भें ककमा जाना चादहमे।
15. अऩनी आमु, लरॊग, शायीरयक ब्स्थनत तथा सकक्रमता के अनुसाय त्तवत्तवध प्रकाय के खद्म ऩदाथों का
उऩमुक्त भात्रा भें चमन कयें ।
16. ताज़ी औय कच्ची तयकारयमाॉ सराद के रूऩ भें खाएॉ।
17. शायीरयक अनतबाय तथा भोटाऩे को योकने के लरमे अनतबोजन कयने से फचें । शयीय को सही तयीके से
सक्रीम यखना अननवामा है ।

18. ऩाऩड़, अचाय, चटनी, केचऩ, नभकीन, त्रफब्स्कट, श्रचप्स, ऩनीय तथा भछरी जैसे सॊसाश्रधत खाद्म
ऩदाथा खाना कभ कय दें ।
19. ऩयॊ ऩयागत ढॊ ग से अऩने घय भें ही ऩकाए गए आहाय को खाना अश्रधक ऩसॊद कयें ।
20. ननमलभत रूऩ से व्मामाभ कयें ।

डॉ. प्राची अववनाश (खाद्य एवम ऩोषण ववशेषज्ञ)

प्रायोजक – ववश्व ववद्धाऱय अनुदान आयोग, भारत

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