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8/29/2016

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कहानी

अप껁毸 
नी 
ममता का लया 

हम लोग अपने
 जत
ू े
समु तट पर ह  मै
ले
 कर चक
ुे । जहाँ
 थे  ऊं
ची ­ ऊं
ची सख
ूी रे
त थी, उसम㾀  थे
 चले  और अब
हर श के
 जत
ू क पॉ लश व मे
रे
 पं
ज  पर लगी Āयट
ूे
Āस धं

ुल  हो गयी थी। मे
र  साड़ी क़ परत㾀
 भी इधर­उधर हो
गयीं
 थीं
। मने
 हर श से
 कहा, उन लोग  के गे

 घर えफर कभी चल㾀

हम कह चक
ुे  ले
 थे えकन!

म ने
  आज भी वह  साड़ी पहनी हु
ई है
। म ने
  बहाना बनाया। वै
से
  बात सच थी। ऐसा  सफ㩸   हु
 लापरवाह  से आ था।
और भी कई सा ड़यां
 कलफ लगी रखीं
 थीं
 पर म, पता नह ं
 कै
से
 यह  साड़ी पहन आई थी।

त෡
ुहारे
  कहने
  से
  पहले
  म यह समझ गया था। ह र ने
  कहा। उसे
  हर बात का पहले
  से
  ह  भान हो जाता था, इससे
बात आगे
  बढाने
  का कोई मौका नह ं
  रहता। えफर हम लोग चप
ु चप   रहते
ु चलते , इधर उधर के
 लोग  व समु को
दे
खते
  हु
ए। जब हम  घर  म㾀
  होते
,  बहु
त  बात㾀
  करते
  और  बे
えफ企t  से
  ले
टे
  ले
टे
  ां
िजĀटर  सन
ुते
। पर पता नह ं
  Āय
बाहर आते
  ह  हम नव㩸
स हो जाते
। ह र बार बार अपनी जे
ब म㾀 क कर दे
 झां ख ले
ता えक पै
से
  अपनी जगह पर ह えक
नह ं  आलमार  म㾀
, और म बार बार याद करती रहती えक म ने  ठ क से
 ताला लगाया えक नह ं

हवा हमसे
  茂वपर त बह रह  थी। हर श ने
  कहा, त෡
ुहार  च पल㾀
 えकतनी ग द  लग रह  ह। तम
ु इ ह㾀
 धोती Āय
नह ं
?

कोई बात नह ं
, म इ ह㾀   छपा लं
 साड़ी म㾀 ग
ूी। म ने
 कहा ।

हम उन लोग  के
 घर के  आ गये
 सामने  थे
। हमने
  सर उठा कर दे
खा, उनके
 घर म㾀
 रोशनी थी।

उ ह㾀 ।
 हमारा आना याद है

उ ह㾀
  दरवाजा  खोलने
  म㾀
  पां
च  मनट  लगे
।  हमे
शा  क  तरह  दरवाजा  ☁बोध  ने
  खोला।  ल ला  ले
ट   हु
ई  थी।  उसने
उठने
 क कोई को शश न करते  हु
ए कहा, मझु े
हवा तीखी लग रह  थी। उसने मझ
ु ेभी साथ लेटने
 के  लये
 आमंत
えकया। म ने
 कहा, मे
रा मन नह ं
 है
। उसने  बĀतर से मे
र  ओर えफ मफे यर फ㾀
का। मने लोक  लया।

ह र आं
ख㾀
 घमुा घम
ुा कर अपने
  परु
ाने
  कमरे
  को दे
ख रहा था। वहा यहां
  बहु
त  दन  बाद आया था। म ने
  आने
 ह
नह ं
  दया था। जब भी उसने
 यहां
 आना चाहा था, म ने
  बयर मं
गवा द  थी और  बयर क शत㩸  えकसी भी
 पर म उसे
बात से
  रोक सकती थी। मझ
ु े
लगता था えक ह र इन लोग  से
  ⿿यादा  मला तो  बगड ज़ाये
गा। शाद  से
  पहले
  वह
1/5
8/29/2016

यह ं
 रहता था। ☁बोध ने
 शाद  के  कहा था えक हम सब साथ रह सकते
 बाद हमसे  ह। एक पलं
ग पर वे
 और एक पर
हम सो जाया कर㾀
गे  म㾀
, पर म घबरा गई थी। एक ह  कमरे  रहना मझ
 ऐसे ु े
मं
जरू
 नह ं
 था, चाहे
 उससे
 हमारे
 खच㩸
 म㾀
काफ फक㩸
 पडता। म तो दस
ूर  क उपिĀथ त म㾀 व भी ऊपर समे
 पां ट कर नह ं
 बै
ठ सकती थी। म ने
 ह र से
 कहा था,
म ज द  नौकर  ढू
ढ लं
ँ ग
ूी, वह अलग मकान क तलाश करे

☁बोध ने
 बताया, उसने
 बाथ㾀म म㾀 । हर श ने
 गीज़र लगवाया है  मे
र  तरफ उ껁毸साह से
 दे
खा, चलो दे
ख㾀

हम  लोग  ☁बोध  के


  पीछे
  पीछे
  बाथ㾀म  म㾀
  चले
  गये
।  उसने
  खोलकर  बताया।  えफर  उसने
  वह  पै
ग  दखाया  जहां
तौ लया  सफ㩸
 ख स दे
ने
 से
 ह  लटक जाता था। ह र ब棴舩च  क तरह खश
ु हो गया।

जब हम लौट कर आये
 ल ला उठ चक
ु थी और लाउज क़े
 बटन लगा रह  थी। ज द  ज द  म㾀क अ दर नह ं
 हु  जा
रहे
  थे
। म ने
  अपने
  पीछे   ह र और ☁बोध को रोक  दया। बटन लगा कर ल ला ने
 आते   कहा, आने
  दो, साड़ी तो म
उनके  भी पहन सकती हू
 सामने ।

वे
 अ दर आ गये

☁बोध बता रहा था, उसने
 नए दो सट
ू  सलवाये
 ह और मखमल का िĀव ट खर दा है
, जो ल ला ने
 अभी  नकालने
नह ं
  दया है
। ल ला को शीशे
 के  इतने
 सामने  इ껁毸मीनान से
 साड़ी बां
धते
 दे
ख कर मझ
ु े
बरु
ा लग रहा था।

और ह र था えक ☁बोध क नई मा耂चस क  ड बया भी दे


खना चाहता था। वह दे
खता और खश से
ु हो जाता जै ☁बोध
ने
 यह सब उसे
 भ㾀
ट म㾀  दया हो।
 दे

ल ला हमारे
  सामने
  कु
रसी पर बै
ठ गई। वह हमे
शा पै
र चौड़े
  क़रके ठती थी, हालां
 बै えक उसके
 एक भी ब棴舩चा नह ं
हु
आ था। उसके हरे
 चे  क बे
えफ企t मझ
ु े
नापसं
द थी। उसे
 बे
えफ企t होने
 का कोई हक नह ं
 था। अभी तो पहल  प껁毸नी से
☁बोध को तलाक भी नह ं
  मला था। और えफर ☁बोध को दस
ूर  शाद  क कोई ज द  भी नह ं
  थी। मे
र  समझ म㾀
लड़क को 耂चि तत होने
 के
  लये
 यह पया㩸
त कारण था।

उसे
  घर म㾀
 कोई  दलचĀपी नह ं
  थी। उसने
  कभी अपने
  यहाँ
  आने
  वाल  से
  यह नह ं
  पछ
ूा えक वे
  लोग Āया पीना
चाह㾀
गे। वह तो बस सोफे व चौड़े
 पर पां  कर बै
ठ जाती थी।

हर बार ☁बोध ह  रसोई म㾀
 जाकर नौकर को  हदायत देता था। इस लये   बहुत बार जब हम चाय क आशा करते
होते
  थे
,  हमारे
  आगे
  अचानक  ले
मन  ĀĀवै
श  आ  जाता  था।  नौकर  ĀĀवैश  अ棴舩छा  बनाने
  क  गज㩸
  से
  कम  पानी
⿿यादा  सरप डाल लाता था। म इस लये
 ĀĀवै
श ख껁毸म करते
 ह  मं
ह  िज तान क एक गोल  डाल ले
ु म㾀 ती थी।

☁बोध ने
 मझ
ुसे
 पछ
ूा, कह ं
 ए लाय कर रखा है
?

नह ं  कहा ।
­ मने

ऐसे
 त෡
ुह㾀
 कभी नौकर  नह ं
  मलनी। तम
ु भवन वाल  का  ड लोमा ले
 लो और ल ला क तरह काम श
ु करो।

2/5
8/29/2016

म चप
ु रह । आगे
 पढने
 का मे
रा कोई इरादा नह ं
 था। बि क म ने
 तो बी ए भी रो रोकर えकया है
। नौकर  करना मझ
ुे
पस द नह ं
 था। वह तो म ह र को खश  के
ु करने   लये
 कह दे
ती थी えक उसके  ह  म रोज
 दSतर जाते

आव☁यकता है
 कॉलम यान से
 पढ़ती हू
 और नौकर  करना मझ
ँ ु े
耂 लं
ग लगे
गा।

えफर जो काम ल ला करती थी उसके   म㾀


 बारे  मझु े
शबुहा था। उसने
  कभी अपने
  मं
ह   नह ं
ु से   बताया えक वह Āया
करती थी। ह र के
 अनस
ुार, ⿿यादा बोलना उसक आदत नह ं
 थी। पर म ने
 आज तक えकसी वえकग गल㩸
 को इतना
चप
ु नह ं
 दे
खा था।

☁बोध ने
 मझ
ु े
कुरे
द  दया था। म भी कु
रे
दने
 क गज㩸 कहा, सट
 से ू Āया शाद  के
  लये
  सलवाये
 ह?

☁बोध  बना  झ㾀


पे
  बोला  ­  शाद   म㾀
  जर दार  अचकन  पहनं

ूा  और  सन  ए겗ड  सै
겗ड  म㾀
  दावत  दं

ूा।  िजसम㾀
  सभी
えफ मी हिĀतयां
 और शहर के गे
। ल ला उस  दन इ෡पोट
 यवसायी आय㾀 ड 茂वग लगाये
गी और 㾀बीज़ पहने
गी।

ल ला 茂वग लगा कर, चौडी टां
गे
  करके ठे
 बैगी ­ यह सोच कर मझ
ु े
हं
सी आ गई। म ने
  कहा, शाद  तम
ु लोग Āया
रटायरमेट के  Āया?
 बाद करोगे

ल ला अब तक सĀ
ुत हो चक
ु थी। मझ
ु े
खशुी हु
ई। जब हम लोग आये
 थे
 उसे
 डनलप के
  बĀतर म㾀
 दब
ुके ख मझ
 दे ुरे्
ईĀया  हु
ई  थी।  इतनी  साधारण  लडक़  को  ☁बोध  ने
  बां
ध  रखा  था,  यह  दे
ख  कर  आ☁चय㩸
  होता  था।  उसक
साधारणता  क  बात  म  अकसर  ह र  से
  करती  थी।  ह र  कहता  था  えक  ल ला  ☁बोध  से
  भी  अ棴舩छा  आदमी  डजव㩸
करती थी। えफर हमार  लडाई हो जाया करती थी। मझ
ु े
☁बोध से
  कु
छ ले
ना दे
ना नह ं
  था। शायद अपने
  नता त
अके
ले
  और ऊबे
  ෡ण  म㾀
 भी म ☁बोध को ढ ल न दे
ती पर えफर भी मझ
ु े
耂चढ होती थी えक उसक पस द इतनी
सामा य है

☁बोध ने
 मे
र  ओर यान से
 दे
खा, तम  हो न अब?
ु लोग सावधान रहते

मझ
ु े
सवाल अखरा। एक बार ☁बोध के  मदद ले
 डाĀटर से ने
 से
 ह  उसे
 यह हक महसस
ू हो, म यह नह ं
 चाहती थी।
और हर श था えक उसक बात का 茂वरोध करता ह  नह ं
 था।

☁बोध ने
 कहा, आजकल उस डॉĀटर ने
 रे
ट बढा  दये
 ह। 茂पछले
 हSते
 हम㾀ढ हजार दे
 डे ना पड़ा।

ल ला ने
 सकु
चाकर, एक  मनट के
  लये
 घट
ुने
 आपस म㾀
 जोड़  लये

कै
सी अजीब बात है
, मह न  सावधान रहो और एक  दन के  डे
 आलस से ढ़ हज़ार 㾀पये
  नकल जाय㾀
। ☁बोध बोला।

ह र मĀ
ुकु
रा  दया, उसने
 ल ला से
 कहा, आप ले
टये
, आपको कमजोर  महसस
ू हो रह  होगी।

नह ं
। ल ला ने
  सर  हलाया।

मे
रा मड
ू खराब हो गया। एक तो ☁बोध का ऐसी बात श   इस स दभ㩸
ु करना ह  बदतमीजी थी, ऊपर से  ह र का
 म㾀
ल ला से
  सहानभ
ुूत  दखाना तो  बलकु
ल नागवार था। हमार  बात और थी। हमार  शाद  हो चक
ु थी। बि क जब

3/5
8/29/2016

हम㾀
 ज㾀रत पड़ी थी तो मझ
ु े
सबसे
  पहले
  ल ला का यान आया था। म ने
  ह र से
  कहा था, चलो ल ला से
  पछ
ू㾀
, उसे
ऐसे
  ठकाने
 का ज㾀र पता होगा।

ल ला मे
र  तरफ दे
ख रह  थी, म ने
  भी उसक ओर दे
खते
  हु
ए कहा, तम
ु तो कहती थी, तम
ुने
  मं
गलसू बनाने
  का
आड㩸
र  दया है

हाँ
, वह कबका आ गया।  दखाऊं
? ल ला आलमार  क तरफ बढ ग़ई।

☁बोध ने
 कहा, हमने
 एक नया और आसान तर का ढू

ढा है
, ल ला जरा इ ह㾀 के
 वह पैट  दखाना...।

मझ
ु े
अब गु
Āसा आ रहा था। ☁बोध えकतना अĀखड़ है
  ­ यह मझ
ु े
पता था। इसी लये
  ह र को म इन लोग  से
  बचा
कर रखना चाहती थी।

ह र िज ासावश उसी ओर दे
ख रहा है
 जहाँ
 ल ला आलमार  म㾀के
 पैट ढू

ढ रह  है

म ने
 कहा, रहने
 दो म ने
 दे
खा है

☁बोध ने
  कहा, बस यान दे
ने
  क बात यह है
  えक एक भी  दन भल
ूना नह ं
  है
। नह ं
  तो सारा कोस㩸
  डĀटब㩸
। म तो
शाम को जब नौकर चाय ले
कर आता है
 तभी एक गोल   े
 म㾀 ता हू
 रख दे ।

ल ला आलमार  से
  मं
गलसू ले
कर वापस आ गई थी, बोल  ­ कभी えकसी दोĀत के
 घर इनके   तब

 साथ जाती हू
पहन ले
ती हू

म ने
  कहा, रोज तो तम
ु पहन भी नह ं
  सकती ना कोई मिु
☁कल खडी हो सकती है
। कु
छ ठहर कर म ने
  सहानभ
ुूत
से
 पछ
ूा, अब तो वह ☁बोध को नह ं
  मलती ?

ल ला ने
 कहा, नह ं
  मलती।

उसने
 मं
गलसू मे
ज पर रख  दया।

☁बोध  क  पहल   प껁毸नी  इसी  समु  से


  लगी  सड़क  के
  दस
ूरे
  मोड़  पर  अपने
  चाचा  के
  यहाँ
  रहती  थी।  ह र  ने
  मझ
ुे
बताया था, श
ु­श  जब वह ☁बोध के
ु म㾀  साथ समु पर घम
ूने
  जाता था, उसक पहल  प껁毸नी अपने
  चाचा के
 घर
क बालकनी म㾀 खते
 खड़ी रहती थी और ☁बोध को दे   ह  ह ठ दां
त  म㾀 ती थी। えफर बालकनी म㾀
 दबा ले  ह  द वार से
लगकर बाँ
ह  म㾀
  सर  छपा कर रोने
 लगती थी। ज द  ह  उन लोग  ने
 उस तरफ जाना छोड़  दया था।

☁बोध ने
  बात का आIखर  टु
कड़ा शायद सन
ुा हो Āय えक उसने
  हमार  तरफ दे
खते
  हु
ए कहा, गोल  मारो मनहू

को! इस समय हम द ु
नया के   दलचĀप 茂वषय पर बात कर रहे
 सबसे  ह। Āय  ह र, त෡
ुह㾀
 यह तर का पस द आया?

ह र ने
 कहा, पर यह तो बहु
त भल
ुĀकड़ है
। इसे
 तो रात को दां
त साफ करना तक याद नह ं
 रहता।

म कु
छ आ☁वĀत हु
ई। ह र ने
 बात  को ओवन से
  नकाल  दया था। म ने
 खश
ु होकर कहा, पता नह ं
 मे
र  याददा☁त
को शाद  के
 बाद Āया हो गया है  न ह  तो मझ
? अगर ये ु े
तो च पल पहनना भी भल ।
ू जाये
4/5
8/29/2016

ह र ने
 अचकचा कर मे
रे
 पै
र  क तरफ दे
खा। वादे
 के
 बावजद व  छपाना भल
ू म पां ू गई थी।

उठते
 हु
ए म ने
 ☁बोध से
 कहा, हम लोग बर ोल  जा रहे
 ह, आज Āपे
शल से
शन है
, तम
ु चलोगे
?

☁बोध ने
 ल ला क तरफ दे
खा और कहा, नह ं
 अभी इसे
 नाचने
 म㾀
 तकल फ होगी।

        
शीष㩸
 पर जाएँ

5/5
8/29/2016

डाउनलोड मुण

अ+   अ­
कहानी

कामयाब 
ममता का लया 

हमारा घर उनके  सटा हु
 घर से आ था। दोन  घर  के
 बीच द वार थी िजसम㾀
 कोई Nखड़क नह ं
 थी। काफ  दन
सयासत म㾀 ल कर अब वे
 पापड़ बे  ⼂वधान प रषद के । उनका एक पै
 सदĀय बन गए थे र लखनऊ और एक
इलाहाबाद रहता। दोĀताना तबीयत पाई थी। अगर एक  दन को भी घर आते  ज㾀र  मलते
, हमसे । कई बार ऐसा
भी हु
आ えक दोपहर म㾀  ह  घर पर एक लं
 हमारे बी झपक मार कर आराम कर  लया।

दरअसल उनके गम कु
 ऊपर लखनऊ क बे छ इस कदर मे
हरबान थीं
 えक हाえफज भाई क अपनी बे
गम हर दम
तन तनाई रहतीं
। बे
गम लखनपरु  पै
 ने सा खच鿞邻
 कर उ ह㾀
 लखनपरु  ⼂वधायक बनवा  दया। हाえफज भाई
 से
लखनपरु  एक छोटा सा  रसाला 'आवाज'  नकालते
 खास से  थे
 िजसक  बना पर उ ह㾀
 प कार मान  लया गया।
बे
गम लखनपरु  えक दो चार ने
 जानती थीं ता जे
ब म㾀  नाम कमा सकती ह। उनके
 रखकर ह  वे  शौहर, नवाब
लखनपरु बे
, लं अरसे
 से
, बा  तरफ के
 फा लज क चपे
ट म㾀। वे
 थे  अपने
 कमरे
 म㾀  रहते
 पड़े  या सब
ुह के
 वĀत प हया
कु
स  म㾀  बगीचे
 अपने  क सै
र करते
  दखाई दे
त।े
 उनके
 शर र का दायाँ
  हĀसा ठ क था पर वे
  दन भर म㾀  दाएँ
 अपने
पाँ
व और हाथ पर जोर डाल कर उस  हĀसे
 को भी थका डालते
। मा लशवाला  दन म㾀
 दो बार आकर उनक मा लश
कर जाता ले
えकन उनके ग अं
 अं ग म㾀
 हर वĀत दद鿞邻 गम लखनपरु
 रहता। बे  शौकन म हला थीं
। उ ह㾀
 えकĀसे
,
कहा नयाँ
, लतीफे
 और परु
ाने
 गाने
 सन
ुने
 का शौक था। हाえफज भाई ने
 उनक यह नज पकड़ रखी थी। आलम यह
था えक अगर बे
गम लखनपरु
 को रात म㾀 द न आती तो वे
 नीं  फौरन हु
Āम करतीं
, 'हाえफज साहब को बल
ुाया जाय।'
नवाब  बĀतर पर ले
टे
 ले
टे
 कान खड़े
 कर ले
त।े
 उ ह㾀 द बहु
 नीं त कम आती और जब आती तो नीं
द से
 僠ᒲयादा खरा鿞邻
टे
आते
। जै
से
 ह  खरा鿞邻
टे
 टू
टते द भी खल
, उनक नीं ु जाती। उ ह㾀
 घर म㾀
 मेहमान  का या बाहर  आद मय  का आना
पसं
द नह ं
 था पर हाえफज भाई के  पर वे
 आने  नह ं
 भड़कते
। हाえफज थे
 भी बड़े
 यवहार कु
शल। सबसे
 पहले
 वे
नवाब साहब के ठ कर उनक खै
 पास बै रयत पछ
ूते
, えफर मह
ुबत से
 कहते
, 'नवाब साहब Āया ल िजएगा,
पानडल  या  सगरे
ट?

हाえफज के द  क  डबी म㾀


 पास चाँ  मगह  पान के
 बीड़े  म㾀
, जोड़े  होते
 लगे  और जे
ब म㾀 बर का जदा鿞邻
 120 नं । जोड़ा पान
मँ

ु म㾀  ह  नवाब साहब क तबीयत मĀत हो आती। इसके
 रखते  बाद द वानखाने
 म㾀 गम लखनपरु
 हाえफज, बे  के
लए, えकĀस  क ⼂पटार  खोल कर बै
ठ जाते
। बे
गम लखनपरु सते
 हँ  हँ
सते
 लोट पोट हो जातीं
। कई बार के
 सन
ुे हु

えकĀसे
 भी वे
 उसी  श त से
 सन
ुतीं
। आNखरकार हाえफज क आँ
ख㾀  लगतीं
 झपकने । वे
 उठ जाते  ह बे
, 'चलते गम
सा हबा, शबा खै
र'।

1/10
8/29/2016

हमने
 भी हाえफज भाई से
 बे
शम
ुार लतीफे
 सन  थे
ु रखे । सन
ुाते
 वĀत वे
 खद
ु भी अपनी बात का खब
ू ल〒ꨟु
फ उठाते

उनक बल
ुंद आवाज म㾀
 मामल
ू बात㾀 रमामल
 भी गै । शाम के
ू लगतीं  हमारे
 वĀत कभी­कभी वे  घर म㾀
 िहĀक के
दो एक पै
ग भी ले
 ले
त।े   दन म㾀
 ऐसे  अपने
 वे  えकĀस  म㾀
 खद त।े
ु को शहसवार बना ले  भल
 वे  えक एक बार पहले
ू जाते
भी यह えकĀसा दस
ूर  तरह से
 सन
ुा चक
ुे दरा गां
 ह। इं धी को लोकनाथ क जले
बी पसं
द थी। यह えकĀसा वे
 एक बार
えफर श㾀 त े
ु कर दे िजसका अं
त इस तरह होता, 'और आप यकन कर㾀
गे मने
 सब
ुह आठ बजे  लोकनाथ भै
, अपने रव
जले
बीवाले
 को सात रे
सकोस鿞邻 चा  दया, कढ़ाई, पौनी, कनĀतर समे

 रोड पहु त।' मै
डम भौचĀक रह ग , उ ह ने
कहा, 'हाえफज भाई आपका भी जवाब नह ं
।'

ऐसे
 ह  えकसी ल෡हे
 म㾀
 उनके  बल
 घर से ुावा आ जाता। उनका मड  झँ
ू उखड़ जाता। वे झ
ुला कर अपने
 होठ  से
 हटा
कर  सगरे
ट कु
चल दे
त।े  कहते
 वे , 'पता नह ं
 Āय  बे
गम के  जाकर मे
 सामने र  सार  शराब पानी बन जाती है
।'

हाえफज क बे
गम उनका ⼂वलोम थीं
। कहने
 को तहमीना हमार  पड़ोसन थीं  हमारा  मलना जल
, उनसे ुना नह ं
 के
बराबर था। उनका 僠ᒲयादा वĀत अपनी बे
टय  क या अपने
 रĀतचाप क दे
खभाल म㾀
 कटता। बगल क धोबी गल
म㾀  वहाँ
 उनक बहन सईदा रहती थी। खाल  वĀत वे  काटतीं
। हम इस मह
ु ले
 म㾀 । अ पसं
 नए आए थे Āयक  से
 भर
इस बĀती म㾀  えक हम छाप­ तलक वाले
 हमारा 僠ᒲयादा जोर इस बात पर था えक हम सबको बता द㾀   हं
द ू
नह ं
 ह और
हमारा सबसे
 पसं
द दा शायर गा लब है
 तो सबसे
 अजीज गायक मह
ु෡मद रफ और तलत महमद
ू।  दल प और
मीना कु
मार  हमारे
  दल पर राज करते
 रहे
 ह और इन  दन  हम कु
रान पाक का  हं
द  तजमा पढ़ रहे
鿞邻
ु  ह।

हाえफज हमसे
 कहते  तम
, 'अमाँ ु क��र नह ं
 हो यह सा बत करने
 म㾀  हो। यह Āय
 अपनी जान Āय  हलकान करते
नह ं
 सा बत करते
 えक तम से
ु भी हम जै इनसान हो।' हम उनक बात  के ।
 कायल हो जाते

इधर जब से
 मुक म㾀 कवाद बढ़ा, हर ⼂वधायक को एक­एक अं
 आतं गर෡क  मल गया था। उसका काम था,
परछाई क तरह ⼂वधायक के
 पीछे
­पीछे डो  मला। जब वे
 रहना। हाえफज को भी शै  इलाहाबाद आते डो उनके
, शै
साथ आता।

सब
ुह के  पक
 वĀत हाえफज अपनी भार  भरकम आवाज म㾀ुारते डो भई अं
, 'शै दर जाकर दे
खो, चाय बन गई हो तो
हम㾀
 भी ला दो और खद
ु भी पी लो।'

सभी ⼂वधायक अपने
 शै
डो से
 खाना भी बनवाते
। हाえफज कहते  ये
, 'अरे  पं
डत हम㾀
 दाल भात के
  सवा Āया पका कर
Nखलाएगा? खाना तो हम अपनी बे
गम के गे
 हाथ का ह  खाएँ।'

उनक यार  बे
गम तहमीना के  क 〒ꨟयो रयाँ
 माथे  इस बात से
 जरा भी सीधी न होतीं
। वह बावच खाने
 म㾀
 पसीना
प छती हु
ई बड़बड़ातीं, 'मSुत क नानबाई  मल  हु
ई है
 इ ह㾀
। खद नया जहान म㾀
ु द ु  घम
ू㾀
, हम㾀
 बेटय  क आया बना
कर डाल  दया है
।' उनके  घर म㾀स  क खीं
 पै चतान नह ं थी। अĀसर तहमीना रानी मं
डी के सनुार  क दक
ुान  पर
दख जातीं
। अगर कभी हमार  नजर पड़ जाती वे
 फौरन कहतीं टयाँ
, 'दो बे  याहनी ह, इनके
  लए तो दो टोकर
जे
वर भी कम पड़㾀
गे
।'

हाえफज दो एक  दन से
 僠ᒲयादा घर म㾀
 न  टकते
। जाते
 हु
ए हमसे
 कहते
, 'घर के
  बĀतर पर नीं
द नह ं
 आती। रे
ल क
ऐसी आदत पड़ गई है
 えक गाड़ी म㾀  ह  सो जाता हू
 सवार होते ।'

2/10
8/29/2016

हाえफज क दोन  बे
टयाँ
, सना और सब
ुह हद शोख और खब
ू बे ूसरू
त थीं
। सना इतनी गोर  थी えक उसके  क
 माथे
नील  नस हमे
शा झलक मारती रहती। सब
ुह क थी ले
ू भी आकष鿞邻 えकन कु
छ कम गोर । सना चु
पा थी तो सब
ुहू
बातन
ूी। वह कहती, 'पापा ममी सना आपा क चाहे
 िजतनी तार फ करते
 रह㾀 नया क दौड़ म㾀
, द ु  अवल तो म ह
आऊँ
गी।'

उसक इस ते
जी का थोड़ा अं
दाज हम㾀
 भी था Āय えक वह अपने
 दोĀत  से
 बातचीत, अपने
 घर के  न कर,
 फोन से
हमारे
 घर के  करती।
 फोन से

उसने
 मझ
ुसे
 कहा, 'आं
ट  अगर पन
ूम का फोन आए तो मझ
ु े
ज㾀र बल
ुा द िजएगा। बस छत पर से
 आवाज दे
द िजए, म फौरन आ जाऊँ
गी।'

कु
छ  दन  क बातचीत सन
ुने
 के
 बाद मझ
ु े
यह अहसास हु
आ えक िजसे
 वह पन
ूम का फोनकाल बताती थी,
दरअसल वह पन
ूम के
 भाई का फोनकाल था। पन
ूम फोन  मला कर, अपनी आवाज मझ
ु े
सन
ुा कर फोन अपने
भाई 耂෡ तज को दे
 दे
ती।

मे
रा खयाल था हम㾀
 यह राज सब
ुहू के ­बाप को बता दे
 माँ ना चा हए। कु
ल दसवीं
 क෡ा म㾀  वाल  ब不ची अपना
 पढ़ने
भला­बरु
ा कै
से
 पहचान सकती है
। ले
えकन राजे
श ने
 मझ
ु े
बरज  दया।

'दस
ूर  क िजं
दगी म㾀 कना गलत काम है
 झाँ । 16 साल क लड़क अपना भला­बरु
ा समझ सकती है
। えफर हम पर
भरोसा करती है
 जो टू
ट जाएगा।' राजे
श का तक鿞邻
 था। मन ह  मन कसमसाकर रह गई म।

अपनी तरफ से
 बस इतना えकया えक कई बार जब पन
ूम का फोन आया तो झू
ठ ह  कह  दया, 'म अभी नहा रह  हू

या बाजार जा रह  हू
।'

घर से
 दरू ­रहते
 और अलग रहते  हाえफज आजाद प रं
दे
 हो गए थे
। वे
 बाहर खब
ू खश । उ ह㾀
ु रहते  दालशफा म㾀
 एक
Sलै
ट  मला हु
आ था। लखनपरु  'आवाज' दSतर के
 म㾀  पीछे  उनक  रहाइश का इं
 ह  दो कमर  म㾀 तजाम था। वे
लगातार दौरा करते
। बीच­बीच म㾀  ले
 इलाहाबाद आते えकन घर म㾀
 मेहमान बने
 रहते

उनसे
  मलने
 वाल  क तादाद काफ थी। सभी का सरकार म㾀 सा रहता। हाえफज सबके
 कोई न कोई काम फँ  साथ
मह
ुबत से
 बोलते
। काम हो न हो, फ रयाद  उनके
 पास खश
ु होकर लौटता। उनक लोक⼂☁यता तहमीना के  न
 गले
उतरती। वह बे
टय  को सन
ुा कर कहती, 'त෡
ुहारे
 पापा सार  द ु
नया से
 यार से
 बोलते
 ह, बस बीवी के
 ऊपर तोप
ताने
 रहते
 ह।'

सना, सब
ुहू चप । उ ह㾀
ु मार जातीं  ⼂पता से
 अपने  कोई  शकायत नह ं
 थी। ⼂पता के
  सर पर उनके  ऐश­ओ­
 सारे
आराम थे
। दोन  लड़えकयाँ
 अपने
 हे
यरकट के
  लए लखनऊ के र म㾀
 'शीलाज' पाल鿞邻 । हाえफज तरĀक करते
 जातीं ­
करते
 ⼂वधायक से
 सां
सद बन गए और  द ल  पहु
च गए। उ ह㾀
ँ गला  मल गया।
 फरोजशाह रोड पर एक शानदार बं
हमारे
 पड़ोस का उनका छोटा सा घर मं
िजल दर मं
िजल ऊँ
चा होता गया। उनक बीवी अधे
ड़ होती गई, उनक
बे
टयाँ
 जवान होती ग ।

3/10
8/29/2016

हाえफज भाई क कामयाबी का चचा鿞邻  उनक तार फ  के


 िजस वĀत चलता लोग पहले  पल धते
ु बां , えफर आवाज दबा
कर कहते गम सलमा का हाथ रहा। उ ह ं
, 'उनक पीठ पर लखनऊ क बे  क बदौलत उनका यह टू
टा­फू
टा खपरै
ला
मकान आज  तमं
िजल  इमारत बन गया। लखनपरु ल , सलमा बे
 खास क हवे गम ने
 परू तड़
ुवाकर नए  सरे
 से
बनवाई। हाえफज भाई ने
 रात ­रात क  म㾀 गमरमर, फन चर, यहाँ
 भरवा कर सारा सं  तक えक बाथ㾀म के
 हौज और
टं
えकयाँ
 भी रानी मं
डी पहु
चवा द ं
ँ । अं
दर えकसी को जाने
 क इजाजत नह ं
 है
 पर सन
ुा है
 えक उनका मकान एकदम
महल बन गया है
।'

िजतना यह सच था, उतना यह भी सच था えक इस महल म㾀 मा रयाँ
 रानी और दो राजकु  कै
द म㾀
 पड़ी बल
ुबल
ु㾀 ।
 थीं

तहमीना का अपनी बड़ी बहन सईदा के ठना था। सईदा के
 घर उठना बै  तपे
 शौहर क तीन साल पहले दक से
 मौत
हो चक
ु थी। उसके टे
 दोन  बे  मल कर, धोबी गल  म㾀 ग㾀
 ह  पतं चने
 बे  का काम करते
। इस काम म㾀
 कमाई खास नह ं
थी पर उनका  दल लगा रहता। सईदा को वहम था えक 僠ᒲयादा मे
हनत वाले
 काम  म㾀
 फँस कर कह ं
 नद म और
फह म भी अपने
 बाप क तरह तपे
दक के
 मर ज न हो जाएँ
। नद म और फह म अपने
 हाल पर खश । मह
ु थे ु ले
 के
लड़के
 उ ह㾀   मयाँ
 छोटे  बड़े
  मयाँ
 कह कर इ僠ᒲजत बĀशते
 और सलाम करते
। शाम के  अपनी दक
 वĀत वे ुान पर
कै
रम के च करवाते
 जवाबी मै । मह
ु ले
 क लड़えकय  क जासस
ूी करना, लखन पानवाले
 के  पर खड़े
 अडे  रहना
और नए लड़क  को पतं
ग के व प㾀
 दाँ च समझाना उनके । उनक पढ़ाई नवीं
 अहम काम थे  Āलास से
 आगे
 नह ं
 बढ़
पाई Āय えक तभी ☁दे
श भर म㾀 श जार  हो गया। नद म और फह म ने
 नकल ⼂वरोधी अयादे  ख ी पाठशाला से
दसवीं
 का पर ෡ा फाम鿞邻 えकन ऐन इि෡तहान के
 तो ज㾀र भरा ले   दन दोन  घर पर बै
ठ गए। माँ
 को समझा  दया えक,
'बड़ा खराब कानन आ है
ू पास हु  इस बार। हाल म㾀ठ कर जो दाएँ
 बै  से
 बाएँ
 दे
खा तो हथकड़ी पड़ जाएगी। जमानत
भी नह ं
 होगी, सीधे
 हवालात।' सईदा आपा घबरा ग । उ ह ने
 दोन  बे
ट  क बलाएँ
 उतार ं
 और कहा, 'चलो हम㾀
कौन सी नौकर  करवानी है  耂चराग सलामत रह㾀
, हमारे ।'

सईदा क हा द鿞邻
क अ भलाषा थी えक नद म का याह हाえफज क बड़ी बे
ट  सना से
 हो जाए। ले
えकन एक तो सना
नद म से
 आठ माह बड़ी थी, दस
ूरे
 बीए के
 आNखर  साल म㾀ठने
 बै  वाल  थी। えफर तहमीना भी इस  र☁ते
 को नकार
चक
ु थी। उसका खयाल था सना का  र☁ता えकसी शाह  खानदान म㾀
 होगा।

सना इस बार हमारे
 घर आई तो  तन तना रह  थी। उसने
 कहा, 'आं
ट , नद म भाई ने
 हमारे
 ऊपर फतवा जार
えकया है
 えक हम खल
ुे
 मँ
ह नव स鿞邻
ु यू ट  नह ं
 जा सकती। उनके
  हसाब से
 हमारा  हजाब पहनना ज㾀र  है
। दस
ूरे
जीं
स पहनने
 पर भी पाबं
द  लगाई है
। आप बताइए आं
ट  आज के  म㾀
 जमाने  इन दえकयानस
ूी  हदायत  का Āया
मतलब है
। मने
 अ෡मी से
 कह  दया जीं
स इतने
 मोटे
 कपड़े
 क होती है
 えक आराम से
  नकल जाते
 ह। सबसे
 बड़ी
बात ये दयाँ
, पाबं  लगाने
 वाले
 नद म भाई आNखर होते
 कौन ह?'

'त෡
ुहारे
  र☁ते
दार ह और त෡
ुहार  अ෡मी इस  र☁ते
 को  नभाती भी ह।'

 न पाबं
'तो えफर अ෡मी पर लगाएँ द । पापा ने
 हम㾀
 कभी नह ं
 रोका। पापा कहते
 ह चाहे
 जो करो बस पढ़ाई म㾀
 अवल
आओ।'

इन लड़えकय  के स鿞邻


 पापा को कभी इतनी फुत न  मल  えक उनक शाद  क えफ☢ कर㾀
। उनका बहु
त सा वĀत सं
सद
के
 स  म㾀धा रहता। बाक वĀत उ ह ने
 बँ  बे
गम लखनपरु
 के  कर  दया।
 हवाले
4/10
8/29/2016

सना और सब
ुह  तहमीना के
ू और उनक माँ ­अपने
 अपने  तहखाने
 बनते
 गए।

पहले
 मह
ुर鿞邻
म और चे
ह लम  माँ
ु पर ये  बे
टयाँ
 खाल  वĀत म㾀
 म स鿞邻
ये
 और नौह  का  रयाज えकया करती थीं
। इ ह ं
के  से
 इमामबाड़े  जल
ुसू उठा करता। जल
ुस えकन अब वे
ू अब भी उठता ले  Āट रयो पर म स鿞邻
ये
 का कै
से
ट लगा कर,
खद दर वाले
ु अं  कमरे
 म㾀 ठ कर पाえकĀतानी धारावा हक दे
 इक�𐀀ी बै खती रहतीं

हाえफज के  पर तहमीना えफर पाँ
 आने च वĀत क नमाज पढ़ने
 लगतीं
। हालाँ
えक जाँ
नमाज कहाँ
 पड़ा है
 यह ढू
ढ़ने
ँ  म㾀
काफ मशĀकत पड़ती।

अगर लड़えकय  को यू
नव स鿞邻
ट  म㾀र हो जाती तो तहमीना घर आए शौहर को सफाई दे
 दे तीं
, 'आजकल दोन  बहन㾀
लायĀे
र  म㾀ठ कर पढ़ाई करती ह। आप ह  सो耂चए, ऐसी मोट ­मोट  えकताब㾀
 बै  कैसे
 तो उठा कर लाएँ
?'

हाえफज भाई के  क खबर अĀसर पहले
 आने  ह  अखबार  म㾀
 छप जाती। तरह­तरह के
 फ रयाद  घर के
 चĀकर
काटने
 लगते। फल, मेवा,  मठाई क ड लयाँ
 पहुचने
ँ  लगतीं
। लड़えकयाँ
 अपने रं
ग­ बरं
गे
 कपड़े और जीं
स जै
केट,
सब उठा कर रख दे
तीं
 और एकदम दえकयानस ूी सलवार कमीज धारण कर लेतीं
। तहमीना अपने
 बाल मे
हँ
द  से
रँ
ग ले
तीं
। नसीबन और हाजरा तीन  यो ढय
़  का रगड़­रगड़ कर प छा लगातीं
। दो  दन क मे
हनत म㾀
 उनका
मकान इं
Āपे
Āशन बं
गल  जै
सा सँ
वर जाता।

हम भी अपने
 कमरे
 के त,े
 तĀत क चादर बदल ले   बखरे
 हु
ए एलपी समे
ट कर एक जगह 耂चन दे
त े
और Āट रयो
को झाड़ प छ कर चमका दे
त।े

कभी कभी हाえफज भाई राजे
श को समझाते
, 'अमा तम
ु अद ब हो, प कार हो यह सब तो ठ क है
। पर त෡
ुह㾀
 थोड़ा
☁ै
िĀटकल भी होना चा हए। अफसाने
  लखने
 से
 पे
ट नह ं
 भरता, त෡
ुह㾀
 कोई रोजगार करना चा हए। कल को घर म㾀
बाल ब不चे
 ह गे
 तो खच
 बढ़㾀
गे दा रयाँ
, िज෡मे  बढ़㾀
गी।'

राजे
श के दर अपनी आलोचना सन
 अं ुने
 क बरदा☁त  ब कु
ल नह ं
 थी। वह पलट कर कहता, 'हाえफज भाई आप
पै
से
 को बहु
त बड़ी ताकत समझते
 ह और कामयाबी को दौलत। म कलम क ताकत को इस सब से
 ऊपर मानता
हू
।'

'त෡
ुहार  उ溭譋 म㾀
 मेरे
 भी ऐसे
 खयालात थे
 पर हालात ने
 मझ
ु े
काफ सबक  सखाए। जब म  सफ鿞邻
 खबरनवीसी करता
था, मे
र  बि不चयाँ
 दध । मने
ू को तरस जाती थीं  तभी तय कर  लया えक कामयाबी हा सल कर के गा।' हाえफज

 रहू
हम㾀
 कामयाबी का ककहरा  सखाते
। राजे
श तन
ुक कर कहता, 'कामयाबी और तस ल  के  तस ल  चन
 बीच मने ुी
है
।'

'तस ल  बड़ी तकल फदे


ह होती है
। आप प〒ꨟथर क तरह एक ह  जगह म㾀  रह जाते
 पड़े  ह। बरखरु
दार अपनी ⼂पटार
से
 बाहर  नकल कर दे
खो, द ु
नया えकस रSतार से
 बढ़ रह  है
।' ऐसे
 बहस वाले
  दन हम㾀 । हाえफज
 नागवार लगते
अपने
 आप को बे
हद कामयाब इनसान मानते
। उनक नसीहत पर तहमीना ने
 यह टोटका अपना रखा था えक जब
भी वे
 घर आते ल का भरा, चौड़ा कटोरा उनके
, वह ते  पे
 सामने श करती। वे
 ते
ल के  म㾀
 कटोरे क कर अपना चे
 झाँ हरा
नहारते
 और आँ
ख बं
द कर एक दआ
ु बद
ुबद
ुाते
। उसके  का ते
 बाद कटोरे ल えकसी फकर को दे
  दया जाता। अगर

5/10
8/29/2016

कभी हाえफज भाई को खाँ
सी भी हो जाती, उनक बे
टयाँ
 कहतीं  पापा को दस
, 'हमारे ूर  क नजर झट से
 लग जाती
है
।'

सना और सब
ुहू लखनऊ जाकर शीलाज यट र म㾀
ू पाल鿞邻  बाल से
 अपने ट करवातीं
। उनक सल के  तराशी गई
 से
भव㾀
 और रोमर हत रे
शमी बाँ
ह㾀 तीं
 जता दे  えक वे
 अपने
 रखरखाव पर काफ धन और समय खच鿞邻
 करती ह। दो एक
बार उनके 耂෡क ☁माणप  और अ य कागजात स〒ꨟया⼂पत करते
 शै  समय मने
 दे
खा था えक ⼂पता क मा सक आय
के
 कॉलम म㾀 मा  1000   लखतीं
 वे , ⼂वधायक क यह   नधा鿞邻
रत आय होती होगी। इतनी आय म㾀
 हाえफज दो घर
और दो बे
टय  का खच鿞邻
 कैसे
 उठा रहे
 थे
 जबえक इतने
 पै
स  म㾀
 एक घर चलाना भी आसान नह ं
 था। ये
 और कु

अ य सवाल ऐसे
 थे
 जो हमे
शा हवा म㾀
 लटके । ये
 रहते  पछ
ूे नह ं
 जा सकते
 थे
। इनम㾀
 लोग  के
  दमागी  मच鿞邻
­मसाले
मल जाने
 पर तरह­तरह क अफवाह㾀दा होतीं
 पै । एक अफवाह थी えक लखनपरु ल  टू
 खास क हवे टने
 के
 वĀत वहाँ
का शाह  खजाना हाえफज के
 हाथ लग गया, उसी के  नजर आते
 जलवे  ह। दस
ूर  अफवाह थी えक हाえफज क बे
गम
तहमीना क माँ
 ने
 अपने
 गाने
­बजाने
 क तमाम कमाई अशえफ鿞邻
य  क शĀल म㾀 टय  को बाँ
 अपनी दोन  बे ट द ,
उसी क बरकत  दखाई दे
 रह  है
। रानी मं
डी क खा सयत यह थी えक वहाँ
 हर मकान और प रवार के
 साथ कोई न
कोई परु
ाना えकĀसा न〒ꨟथी था। यहाँ
 के ं
 बा शदे अपने
 बाप­दादा क शान बान के
 えकĀस  के  अपनी मौजद
 सहारे ूा
बदहाल  काट ले
त।े त  को यहाँ
 बहु  नवाब कह कर पक
ुारा जाता जबえक इस गल  म㾀
 कोई नवाब परचन
ू क दक
ुान
चलाता तो कोई चाय  बĀकु
ट क।

अ不छे  हम यहाँ
 भले  रह रहे
 थे
 えक एक  दन हम㾀
 खबर  मल  えक हमारे
 मकान का मा लक बदल गया है
। हमारे
मौजद
ूा मकान­मा लक ने
 यह मकान मय えकराये
दार अपने
 एक द〒ꨟतक­पु ओम☁काश के
 नाम कर  दया।
उ ह ने
 अपने
 बीवी­ब不च  को उपे
耂෡त कर यह वसीयत कर डाल  Āय えक उनक बीमार  म㾀  उनके
 बीवी­ब不चे  काम
नह ं
 आए जबえक ओम☁काश उ ह㾀
 हर पल हािजर  मला। वसीयत के द मह न  बाद ह  मकान­मा लक क मौत
 चं
हो गई।

अगले
 ह  हSते
 ओम☁काश ने
 हम㾀  का नो टस दे
 मकान खाल  करने  डाला। अ不छा नह ं
 लगा। हमने
 तय कर  लया
えक हम यहाँ
 नह ं
 रह㾀
गे। कु
छ ह   दन  क दौड़धप  शहर क  घच⼂पच से
ू से  हटकर एक बे
हतर मकान हम㾀
  मल
गया। यह घर बड़ा और हवादार था। सामने
 पिलक पाक鿞邻
 था और पीछे गा का कछार। बाजार कु
 गं छ फासले
 पर था
पर फे
र वाले
 और ठे
ले
वाले
 भी  दन भर गु
जरते
। कु
छ एक आदत㾀  जो हम㾀
 हमार  ऐसी थीं  परु
ाने
 घर क याद  दला
दे
तीं
। नए बाजार म㾀
  मलने
 वाले
 मसाले
 हमारे
 मँ

ु नह ं
 लग रहे
 थे
। हम㾀  परु
 अपने ाने
 बाजार का गरम मसाला और
⼂पसा जीरा याद आ जाता, कभी वहाँ
 के ड़क उठती। हम तय करते
 पापड़ और बड़ी क हु  एक  दन चौक जाकर यह
सब लाया जाय।

ऐसे
 ह  एक  दन जब हम चौक म㾀
 खर दार  कर रहे
 थे
 हमारा मन हु
आ हाえफज भाई के  चला जाए। अपना
 यहाँ
परु
ाना घर दे
खने
 क भी ललक थी। राजे
श बोले सद का स  नह ं
, 'आजकल सं  है  हाえफज भाई आए
, हो सकता है
हु
ए ह ।'

मे
र  मख
ुमुा ताड़ कर उ ह ने
 जोड़ा, 'नह ं
 हु
ए तो बस दआ गे
।'
ु सलाम कर Nखसक ल㾀

6/10
8/29/2016

हम बड़े
 चाव म㾀  मह
 अपने ु ले
 क तरफ मड़
ु।े
 नĀ
ुकड़ के  लखन के
 पानवाले  ह  हम㾀
 यहाँ  नवाब  दख गए। वे
 पान क
耂गलौ रयाँ
 अपनी  डबी म㾀  थे
 सजा रहे ।

'आज कै
से
 राĀता भल ' उ ह ने
ू पड़े  कहा।

'कई बार सोचा, आना ह  नह ं
 होता। सब खै
रयत तो है
 न?'

छए, आपका मकान तो  बजल घर वाले


'मत पू  कबाड़ी ने
 खर द  लया। आजकल उसे
 परू
ा 耂गरवा कर वहाँ
 माक

बनवा रहा है
।'

हमारा जी धक से
 रह गया। पता नह ं
 Āय  हम सोच रहे
 थे
 वह वै
सा का वै
सा हम㾀
  मले
गा, बस उसके  पर
 छ僠ᒲजे
えकसी और के  सख
 कपड़े ूते
 ह गे

इसका मतलब यह हु
आ えक हमारे
 खाल  करते
 ह  हमारे
 मकान मा लक के  इसे
 द〒ꨟतक पु ने  हाथ हाथ बे
च डाला।

मन उखड़ गया। सोचा वापस चले
 जाएँ えकन नवाब हम㾀
, ले  इसरार के
 साथ गल  म㾀
 ले आए, 'हाえफज भाई भी आए
हु
ए ह आजकल, उनसे
 तो  मलते
 जाइए।'

जहाँ
 हमारा घर था वहाँ
 मशीन  से
 बहु
त गहरा गढा बनाया हु
आ था। गल  म㾀 दगी  दखा
 चार  तरफ मलबा और गं
रह  थी। हाえफज भाई क योढ़  पर एक सरु
෡ाकम  काबा鿞邻
इन  लए तै
नात था।

हम अं
दर घस
ुने
 लगे
 ह  थे
 えक उसने
 रोका। साथ का सामान अपने
 पास के क पर रखवाया तब आगे
 रै  बढ़ने
 का
इशारा えकया।

अगल  योढ़  म㾀 डो खड़ा  मला। उसने


 वह  शै  हम㾀  क और कमरे
 पहचान कर नमĀते  के  आया।
 㾀वार तक ले

हाえफज, तीन­चार आगं
तक   घरे
ु  से  हु
ए थे
।  दन के  म㾀
 वĀत भी कमरे  तीन ÿयब
ूलाइट जल रह  थीं
। इतने
 रोशन
कमरे
 म㾀
 हाえफज भाई बझ
ु े
हु
ए लग रहे
 थे

श भाई' कह कर उ ह ने
'आइए भाभी, आइए राजे  इĀते
कबाल तो えकया ले
えकन उनके हरे
 चे  पर कोई चमक नह ं
आई। आगं
तक  वे
ु  से  गद鿞邻
न क हरकत से
 ब तयाते
 रहे

उनके  जाने
 चले  तक हमारा भी इरादा उठने
 का हो गया।

मने
 कहा, 'म जरा अं
दर जाकर बहनजी और ब不च  से
  मल लँ
।ू
'

हाえफज ने
 ज दबाजी म㾀  तो मं
 कहा, 'लड़えकयाँ ब
ुई चल  गई ह। पढ़ाई करने
 और बे
गम सईदा आपा के  गई ह।
 यहाँ

 सना­सब
'अरे ुहू दोन  चल  ग । कौन सा कोस鿞邻
 पढ़ रह  ह वहाँ
?'

'हम㾀
 कहाँ । इतने
, याद रहता है  मसले
 याद रखने
 पड़ते
 ह। आप बताइए, कै
से
 आना हु
आ? हाえफज भाई ने
 थोड़ी
अधीरता  दखाई।

7/10
8/29/2016

छ नह ं
'कु  बस यहाँ
 से
 गु
जर रहे
 थे
 तो आपका Āयाल आ गया।'

 आपको एक बार हमारा यान नह ं
'बताइए साहब, दो साल म㾀  आया और आज आप चले
 आ रहे
 ह えक हमारा
खयाल आ गया।'

अब तक राजे
श भी थोड़े
 Nखं
च गए, 'म भी है
रान हू
 えक मझ
ँ ु े
कैसे
 खयाल आया।'

हाえफज भाई ने
 अपनी कु
स  से
 उठने
 क को शश क। वे
 उठ नह ं
 पाए। उ ह ने
 आवाज लगाई, 'शै
डो।'

शै
डो ने
 अं
दर आकर उ ह㾀
 खड़ा えकया। उ ह ने
 शै
डो से
 पछ
ूा, 'और कोई फ रयाद  है
 बाहर?'

'जी नह ं
।'

शै
डो क मौजद
ूगी म㾀  हमसे
 ह  हाえफज ने  कहा, 'क हए आपक Āया Nखदमत कर㾀
। आपको अपना तबादला या
तरĀक करवानी है
 तो कागज दे
 जाइए। ब不चे
 का दाNखला हो तो अगल  बार  मलना मन
ुा सब होगा। और भी दो
एक के
से
ज ह।'

राजे
श का मड
ू परू तरह उखड़ चला।

'हम㾀  हम अपने
 अफसोस है  परु
ाने
 दोĀत से
  मलने
 चले
 आए। आप तो कोटा, पर मट, तबादला, तरĀक के
 दलदल
म㾀
 फँस गए ह'

' मयाँ
 दे
खना पड़ता है खना पड़ता है
, हर तरफ दे ।' हाえफज शै
डो क तरफ मख
ुा तब हु
ए, 'हम आराम करने
 जा रहे
ह, कोई आए तो कहना हम घर पर नह ं
 ह।'

Nख न मन से
 हम बाहर आए। 'बड़े
 बे
आब㾀 हो कर ते
रे
 कू
चे
 से
 हम  नकले से
' जै शे
र क चोट समझ आ गई। परु
ाने
घर के
 खद
ुे हु
ए गढे
 क तरफ जरा भी न दे
ख कर हम गं
दगी से
 बचते
­बचाते
 चलने
 लगे

धम鿞邻
शाला के  वाले
 सामने  घर से
 नवाब साहब क आवाज आई, 'हमारे
 गर बखाने
 को भी रोशन कर㾀
 भाईजान'

हम  ठठक गए। नवाब बड़े
 इसरार से
 हम㾀
 अंदर ले
 गए। शरारा कु
रती के
 ऊपर शोख सख 鿞邻प
ु द ु��ा ओढ़े
 उनक बे
गम,
बाराँ
 ने
 हम㾀  चल  ग ।
 आदाब えकया और चाय बनाने

नवाब साब ने
 हमार  नस पर उँ
गल  रख द , 'एमपी साहब से
 मल
ुाकात हो गई?'

राजे
श के ह
 मँ   नकाला, 'एमपी होकर Āया इनसान इनसान नह ं
ु से  रहता! वे
 तो पहचान म㾀
 नह ं
 आए।'

'उनके छ ऐसा आया। आपको पता है
 ऊपर जलजला हो कु  राजे
श भाई, उनक दोन  बे
टयाँ
 घर छोड़ कर चल  ग ।'

अब च कने
 क बार  हमार  थी, 'अरे
, कब, कै
से
, कहाँ
?

सब
ुह  अफे
ू का तो えकसी से यर था, 'मे
रा इतना बोलना था えक राजे
श ने
 मझ
ु े
घड़
ुका, 'त෡
ुह㾀
 बीच म㾀 ।
 ज㾀र बोलना है
नवाब साब, बड़ी है
रानी क बात है  पहरे
, इतने  के  लड़えकयाँ
 बीच से  चल  ग । हाえफज भाई कह रहे
 थे
 वे
 पढ़ाई
8/10
8/29/2016

करने
 मं

ुई गई ह।'

। उनक इ僠ᒲजत का तकाजा है
'और Āया कह㾀  चप । उ ह ने
ु रह㾀  पु
लस म㾀
  रपोट鿞邻
 तक नह ं
  लखवाई।'

तभी बाराँ
 चाय क े
 ले
कर आ ग । साथ म㾀बे
 वे,  मठाई और नमकन था।

बाराँ
 ने
 कहा, 'सना तो सं
जीदा लगती थी, सब
ुहू के ग­ढं
 रं ग अजीब थे
। मने
 तो एक बार तहमीना आपा से
 कहा भी
था पर वे
 उलटे
 मझ
ु पर ह   बगड़ने
 लगीं
।'

 यहाँ
'हमारे  भी उसके  थे
 फोन आया करते  कहा। 'फोन आने
', मने  से
 कोई भाग नह ं
 जाता', राजे
श ने
 टोका। 'उसक
अलग दाĀतान होगी।'

नवाब साब ने
 कहा, 'दे
Nखए भाईजान जब बाप घर से
 दरू  और माँ
 रहे  बावच खाने
 म㾀
, तो ब不च  के  म㾀
 भटकने र
 दे
नह ं
 लगती। कई बार हमारे
 घर भी ये
 लड़えकयाँ
 आतीं
। बे
गम से
 कहतीं
, 'आप えकतनी खश
ुえकĀमत ह  बना पद
आती­जाती ह। हमारे
 ऊपर तो बं
दश㾀 दश㾀
 ह  बं  ह।'

えकन बं
'ले दश㾀
 उ ह ने
 मानी कहाँ
। सना का तो पता नह ं
 पर सब
ुह से
ू ­ 'जै ह  मने
 इतना कहा राजे
श えफर बमक
गए, 'तम
ु बीच म㾀  Āय  दे
 फतवे  रह  हो, Āया जानती हो तम
ु उनके  म㾀
 बारे ?'

बाराँ
 ने
 कहा, 'आपा तो अपना खयाल बता रह  ह। हम सब है
रान हु
ए। मिु
☁कल यह है
 えक हाえफज भाई इस हादसे
क परू िज෡मे
वार  आं
ट  पर डाल रहे
 ह।'

 बनती तो है
'एक तरह से । आNखर बे
टयाँ
 उ ह ं
 के ।'
 पास रहती थीं

ट  क तबीयत बड़ी खराब रहती थी। वे
'आं  बे
चार  रात को नीं
द क गोल  ले
कर सो जातीं
। उ ह㾀 टयाँ
 Āया पता बे
Āया कर रह  ह?'

'Āया हो गया उ ह㾀
?'

⋶जायट   यरू
'एं ो सस,' बाराँ
 ने
 बताया, 'उ ह㾀
 हर वĀत दो えफ☢㾀 । पहल  यह えक उनके
 खाए जातीं  शौहर दस
ूर  शाद
न कर ल㾀
, दस
ूर  यह えक इन लड़えकय  क शाद  कै
से
 होगी।'

'इतनी खब
ूसरू
त और जह न लड़えकय  क शाद  म㾀
 Āया  दĀकत थी?'

'आप नह ं
 जानते  सै
, हमारे यद  म㾀   लखे
 पढ़े  लड़के
, नई रोशनी वाले ढ़ना आसान नह ं

 ढू  हाえफज भाई क
, ऊपर से
मस㾀えफयत। भाभी साहब को हर वĀत तनाव रहता।'

'मं

ुई कोई इतनी दरू
 भी नह ं  जाकर पता えकया जा सकता है
, वहाँ '।

सब えकया राजे
श भाई पर कोई सरु
ाग नह ं
  मला えफर मं

ुई तो लड़えकय  के  म㾀
 मामले ।'
 मगरम不छ है

बाराँ
 ने
 धीरे
 से
 कहा, 'यह भी पĀका नह ं
 पता えक स ना और सब
ुहू मं

ुई ग  या कह ं
 और?'

9/10
8/29/2016

बड़े
 भार  मन से
 हम वहाँ
 से
 वापस आए। मे
रे
 मन म㾀
 रह­रहकर यह  सवाल टĀकर मारता रहा, हाえफज भाई अपने
को Āया समझते
 ह गे र­कामयाब इनसान!
, कामयाब या गै

        
शीष鿞邻
 पर जाएँ

10/10
8/29/2016

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कहानी

थोड़ा­सा ㌀ग㌀तशील 
ममता का䖓退लया 

䐸嚀वनीत ने
  अपनी सहपाठ㌀ चे
तना द㌀耂㌀त के ती, मह
 साथ दो㌀  ु बत और 䐸嚀ववाह क㌀ सी㌀ढ़याँ
  दो साल म㌀
 कुछ इस
तरह चढ़ ल㌀ं
 䖓㲐क एक ㌀दन चे
तना उसके शा के
 घर हमे  䖓退लए आ बसी। अपनी सफलता पर अ䖓退भभत
ू हो गया 䐸嚀वनीत।
साथ ह㌀ सावधान। ㌀े
म का ㌀थम ㌀ 
वार जरा धीमा पड़ा तो उसे
  सबसे
  पहले
  यह 耂च  
ता हु
ई 䖓㲐क िजस आसानी से
उसने
  चे
तना को पटा 䖓退लया उतनी ह㌀ आसानी से
  कोई और न उसे
  पटा ले
। साल भर म㌀
 चेतना क㌀ कमनीयता म㌀
कोई कमी नह㌀ं
 आई, उलटे
 उसम㌀ आ था। शोखी अब बात㌀ के
 इजाफा ह㌀ हु ख㌀ म㌀
 साथ­साथ उसक㌀ आँ  भी उतर आई
थी।

दरअसल  䐸嚀वनीत  आजाद  भारत  के


  अ耂धसं
㌀ 
य  䖓退श耂㌀त  नवयव
ुक㌀  जै
सा  ह㌀  था,  थोड़ा­थोड़ा  सब  कु
छ  ­­  थोड़ा­सा
आध㌀ु
नक,  थोड़ा­सा,  पार㌀ 
प㌀रक,  थोड़ा­सा  ㌀㌀तभावान,  थोड़ा­सा  कं
द,  थोड़ा­सा  चै
ु त  
य,  थोड़ा­सा  जड़,  थोड़ा­सा
㌀ग㌀तशील, थोड़ा­सा पतनशील। सभी क㌀ तरह उसके
 सपन㌀ क㌀ ㌀  ी वह㌀ हो सकती थी जो 䖓退श耂㌀त हो पर दब कर
रहे
, आध㌀ु
नक हो, ले
䖓㲐कन आ㌀ाकार㌀, समझदार हो ले
䖓㲐कन अलग सोच­䐸嚀वचार वाल㌀ न हो।

䐸嚀वनीत दे
खता चे
तना अपना परू
ा ㌀दन 䖓㲐कसी न 䖓㲐कसी बात या काम म㌀
 मगन रह कर ㌀बताती। ऐसा लगता जीवन
क㌀ कोई सरु
ताल उसके   और वह एक ल㌀ 
 हाथ लग गई है बी न㌀ृ
यमुा म㌀
  । 䐸嚀वनीत ने
 ल㌀न है   सोचा उसे
  तौल ले
ना
चा㌀हए चे
तना के
 ㌀दमाग म㌀ या चल रहा है
 ㌀  ।

उसने
 बात कु
छ इस तरह शु क㌀, 'चे
त,ू
 त㌀
ु  हारे
 䖓退सवा और 䖓㲐कसी से
 बात करना मझ
ु े
㌀ब㌀ 
कुल अ  
छा नह㌀ं
 लगता।'
उसके
 कान यह सन
ुने
 का इं
तजार कर रहे
 थे
 䖓㲐क चे
तना कहे
गी उसे
 भी 䐸嚀वनीत के
 䖓退सवा 䖓㲐कसी और लड़के  बोलना
 से
गवारा नह㌀ं

चे
तना ने
 कहा, 'यह तो गं
भीर सम㌀ 
या है
। कल को मे
रे
 दो㌀ 
त घर आय㌀
गे
 तो तम या करोगे
ु ㌀  ?'

 दस
'म㌀ूरे
 कमरे
 म㌀ गा,' उसने
 चला जाया क ँ  जल­भन खो, मझ
ु कर जवाब ㌀दया। 'दे ु े
तो सबसे
 बोलना अ  
छा लगता
है
, ब  
च㌀ से  यहाँ
, बड़㌀ से  तक 䖓㲐क म㌀  भी बोल ले
 䖓㲐कताब㌀ और ट㌀.वी. से ती हू
।'

तना, द㌀ु
'चे नया इस बीच बहु
त खराब हो चल㌀ है
। जब भी तम   बात करो, एक फासले
ु 䖓㲐कसी से   से
  बोला करो। लोग
लड़䖓㲐कय㌀ के
 खल
ुेपन का गलत मतलब ㌀नकालते
 ह㌀

 दो, यह उनक㌀ सम㌀ 
'㌀नकालने या है र㌀ नह㌀ं
, मे ।' चे
तना ने
 कं
धे
 उचका ㌀दये

1/5
8/29/2016

मकान म㌀   के
 नीचे   खाल㌀ पड़े
 कमरे   थे
। दरअसल यह 䐸嚀वनीत के आ मकान था। इसम㌀
 बाबा का बनाया हु  उ  
ह㌀ने
㌀नचल㌀ मं
िजल पर आँ
गन क㌀ बाहर㌀ तरफ चार कमरे
 इस䖓退लये
 बनवाये
 थे
 䖓㲐क उ ह
 ㌀
 दक
ुान㌀ के  पर उठा
 䖓退लए 䖓㲐कराये
㌀दया जाए। बाबा तो रहे
  नह㌀ं
, उनके
 नी㌀त­㌀नयम भी उनके ए। 䐸嚀वनीत के
 साथ ह㌀ 䐸嚀वदा हु   रहते
 माता­䐸嚀पता यहाँ
नह㌀ं
  थे
। उनक㌀ ㌀नयिु
㌀त इन ㌀दन㌀ ज㌀ 
म ू
म㌀ द नह㌀ं
 थी। 䐸嚀वनीत को यह पसं   था 䖓㲐क घर का कोई भी ㌀ह㌀ 
सा 䖓㲐कराये
पर चढ़ाया जाए। वे
 चार㌀ कमरे
 खाल㌀ पड़़
 े
थे
। मह㌀ने
 म㌀  के
 एक बार सफाई करवाने  䖓退लए इनका ताला खोला जाता।
घर क㌀ नौकरानी बड़बड़ाते
 हु
ए कमर㌀ म㌀
 झाड़ू तना फौरन उसे
 लगाती। चे  पाँ
च का नोट पकड़ा दे
ती।

इस साल ㌀दस㌀ 
बर म㌀ड इतनी बढ़㌀ 䖓㲐क आकाश से
 ठं   सरू
ज और धरती से
  धप
ू उड़नछू । लोग㌀ ने
 हो गये   अपने
  कु

जमा गरम कपड़े
 पहन 䖓退लये
। ले
䖓㲐कन हर व㌀ 
त यह㌀ लगता जै
से
 हर अं
ग बफ㌀ आ है
 䖓退लपटा हु
 म㌀ । ऐसी एक ठं
डी शाम
कॉफ㌀ हाउस से
  लौटते
  हु
ए 䐸嚀व 
नीत और चे
तना क㌀ नजर अपने
  ㌀र㌀ 
श े
वाले
  पर पड़ी। उसने
  एक सत
ूी चादर ओढ़
रखी थी, ले
䖓㲐कन ㌀र㌀ 
शा चलाने
 से
 वह बार­बार उड़ रह㌀ थी। चादर के  कमीज भी सत
 नीचे ूी थी।

वे
  䐸嚀वत हु
ए। 䐸嚀वनीत ने
 कहा, 'घर म㌀  परु
 इतने ाने
 गरम कपड़े
 पड़े
 ह㌀  दो­एक कपड़े
, इसे  दे
 द㌀
।‘

चे
तना बोल㌀, 'नीचे
 के  म㌀
 कमरे  ㌀ं
 बड़े क म㌀ ।' घर पहु
 ह㌀गे ं
चकर चे
तना ने
 ㌀र㌀ 
श े
वाले
 से
 कहा, ' को त㌀
ु ह㌀ वे
 ㌀  टर दे
ते
ह㌀
।'

वह ऊपर से
 कमरे
 और बड़े
 ㌀ं
क क㌀ चा㌀बयाँ
 लाई। ㌀ं
क म㌀  के
 वाकई बाबा आदम जमाने  रजाई­ग े
 और परु
ाने
 कपड़े
भरे
 थे
। उसने
 अ  छ㌀ हालत वाला एक गरम कु
रता और ऊनी चादर ㌀नकाल कर ㌀र㌀ 
श े
वाले
 को द㌀।

㌀र㌀ 
श े
वाला उनसे
  घर पहु

चाने
  का 䖓㲐कराया नह㌀ं
  ले
ना चाहता था। वह बार­बार हाथ जोड़ता, 'नह㌀ं
  मा䖓退लक आपने
कई ㌀दन㌀ क㌀ मजदरू
㌀ दे
 द㌀।' पर 䐸嚀वनीत और चे
तना ने
 जोर दे
कर उसे
 पै
से
 ㌀दये

रात को नीचे
  का म㌀
ु  य ㌀वार ब  
द करते
  हु
ए चे
तना ने
  दे
खा ­ ㌀र㌀ 
श े
वाला कह㌀ं
  गया नह㌀ं   उनके
, वह वह㌀ं  घर के
आगे
 ㌀र㌀ 
श े
म㌀ ड़ीमड़
 ऊनी चादर ओढ़कर गु ुी हु
आ पड़ा था।

उसने
 䐸嚀वनीत को बताया। 䐸嚀वनीत 耂चि तत हो गया, 'यह बफा㌀
नी रात म㌀ ख ले
 अकड़कर मर जाएगा, दे ना।'

चे
तना ने
 सझ
ुाया, '䐸嚀वनीत, ㌀ 
य㌀ न इसे
 नीचे
 के  म㌀
 कमरे  द㌀
 रात काटने । सब के  ह㌀
 सब खाल㌀ तो पड़े ।'

䐸嚀वनीत ने
 नीचे
 जाकर ㌀र㌀ 
श े
वाले
 को उठाया और कमरा ㌀दखा ㌀दया।

शरण का आ㌀ 
वासन 䖓退मलने
 पर ㌀र㌀ 
श े
वाले
 ने
 हाथ जोड़ कर 䐸嚀वनीत के  झु
 आगे क कर ध  
यवाद 䖓㲐कया। 䖓㲐फर उसने
हाथ ऊपर उठाकर परवर㌀दगार का भी शु अदा 䖓㲐कया। 䐸嚀वनीत ने
 उसका नाम पछ
ूा। उसने
 बताया, 'रहमत'

यह सब 䖓退सफ㌀
 एक रात का इ  
तजाम था जो सार㌀ स㌀द㌀
याँ
 जार㌀ रहा।

इतनी ठ㌀ 
ड म㌀  यह कहना 䖓㲐क 'जाओ अपना रा㌀ 
 उससे ता नापो' बड़ा क㌀ठन था, खासकर तब जब रहमत सब
ुह उठ
कर चार㌀ कमर㌀ के गन, ㌀योढ㌀ क㌀ भी झाड़ू
 साथ आँ ता, पौध㌀ म㌀
 लगा दे  पानी डालता और बड़ी खश
ुी­खश
ुी 䐸嚀वनीत
को द तर छोड़ आता। कभी­कभी चे
तना भी उसके श े
 ㌀र㌀  म㌀
 बाजार चल㌀ जाती।

2/5
8/29/2016

एक  रात  बहु


त  ㌀ 
यादा  ठ㌀ 
ड  पड़ी।  पहाड़ी  क㌀ ब㌀  म㌀
  बफ㌀
  耂गर㌀  तो  मै
दानी  क㌀ 
बे  भी  जमने
  लगे
।  चे
तना  को  लगा
रहमत को ठ㌀ 
ड लग रह㌀ होगी। उसने
  अपने
  कमरे
  क㌀ 䐙ἀखड़क㌀ से
  आवाज लगाई, 'रहमत त㌀
ु ह㌀ ड तो नह㌀ं
 ठ㌀    लग
रह㌀?'

रहमत ने
 जवाब ㌀दया, 'नह㌀ं
 माल䖓㲐कन।'

䐸嚀वनीत क㌀ नीं
द टू
ट गई। उसने
 耂चढ़ कर चे
तना क㌀ तरफ दे
खा, 'यह बात ㌀दन म㌀
 भी पछ
ू㌀ जा सकती थी।'

 तो धप
'㌀दन म㌀ । पाला तो रात म㌀
ू क㌀ रजाई होती है ।'
 ह㌀ पड़ता है

 ठ㌀ 
'अगर उसे ड लग भी रह㌀ है
 तो ㌀ 
या करोगी? ㌀ 
या अपनी रजाई उसे
 दे
 दोगी?

'तम गड़ बना दे
ु तो बात का बतं त े
हो। वह ऐसा कहे
गा ह㌀ नह㌀ं
।'

䐸嚀वनीत बड़बड़ाया, 'मे
र㌀ अ  
छ㌀­भल㌀ नीं
द चौपट कर द㌀।'

द तर क㌀ तरफ से
  ㌀ 
कूटर खर㌀दने
  के   छह मह㌀ने
 䖓退लए 䐸嚀वनीत ने   से
  अज㌀ लगा रखी थी। इसम㌀
 यह स䐸嚀ु
वधा थी 䖓㲐क
सरकार㌀ कम㌀
चा㌀रय㌀ को ㌀नधा㌀
㌀रत म㌀
ू  य पर दस ㌀㌀तशत क㌀ ㌀रयायत 䖓退मल जाती और माँ
गने
 पर ㌀ा䐸嚀व耂ध खाते
 से
पै
से
 ㌀नकालने
 क㌀ अनम
ु㌀त भी।

िजस  ㌀दन  ㌀ 


कूटर  आवं
टन  क㌀  खबर  आई,  䐸嚀वनीत  खश
ु  हु
आ।  उसने
  शाम  को  घर  पहु
च  कर  चे
ँ तना  को  बताया।
चे
तना के ह
 मँ  त㌀ 
ु से काल ㌀नकला, 'बे
चारे
 रहमत का ㌀ 
या होगा?'

या मतलब? हमने
'इसका ㌀   ㌀ 
या उसका ठे
का ले
 रखा है  वह जहाँ
, जाये  से
 आया था।' 䐸嚀वनीत झ㌀
झला गया।

 䖓退सर छु
'यकायक वह कहाँ पाये
गा? छह मह㌀ने
 से
 यहाँ
 ㌀टका हु
आ है
।'

कू
'㌀  टर आने
 के श े
 बाद हम ㌀र㌀  वाले
 का ㌀ 
या कर㌀
गे। हमने
 कोई सरकार㌀ रै
नबसे
रा तो खोला नह㌀ं
 है
।'

सा㌀नयत क㌀ कोई चीज़ होती है
'इं ।' चे
तना बोले
 ㌀बना नह㌀ं
 रह㌀।

'तम य㌀ कर रह㌀ हो? त㌀
ु उसक㌀ इतनी 䖓㲐फ  ㌀  ु  हारा वह ㌀ 
या लगता है ने
  सोचा था तम
? म㌀ कू
ु ㌀  टर क㌀ खबर से
  खश

होगी।'

'खश
ु तो म㌀ पर एक गर㌀ब का आसरा ㌀छने

 हू गा यह बात खराब है
।'

या कर㌀
'तो ㌀  । ㌀ 
या हम एन.जी.ओ. खोल कर बै
ठ जाय㌀  इलाके
 और अपने  के  भख
 सारे ूे ग㌀ को शरण द㌀
, नं ।'

'इसके जा चा㌀हए, हम तो एक अदद बे
 䖓退लए बड़ा कले घर के   दे
 䖓退सर पर छत नह㌀ं   पा रहे
  जब䖓㲐क वह अपने
  पै
र㌀ पर
खड़ा है
।'

䐸嚀वनीत बहु
त 耂चढ़ गया। उसने  मन ह㌀ मन तय 䖓㲐कया, आने
 दो आज रहमत को। उसे
 ऐसी झाड़ 䐸嚀पलाऊँ
गा 䖓㲐क खद

ह㌀ अपना बो㌀रया­㌀ब㌀ 
तरा उठा कर भाग जायेगा।
3/5
8/29/2016

यह 耂चढ़ के
वल ㌀र㌀ 
श े
वाले
 तक सी䖓退मत न थी। छोट㌀­छोट㌀ बात㌀ म㌀ र­सा गु
 䐸嚀वनीत को ढे ㌀ 
सा उमड़ता।

कई बार वह अपने
  द तर के त㌀ को घर लाता। वे
 दो㌀    तय करते
, 䐸嚀वनीत के ठकर ㌀बयर­䐸嚀वयर पी कर थोड़ा
 घर बै
㌀रलै
㌀ 
स हु
आ जाए। बाक㌀ सा耂थय㌀ के
 घर म㌀ त का अभाव था। 䖓㲐कसी के
 एकां  माँ
 यहाँ ­बाप क㌀ मौजद
ूगी तो 䖓㲐कसी के
घर म㌀
 ब  
च㌀ क㌀ 耂च㌀ 
ल­प㌀ आराम का माहौल न बनने
 दे
ती। 䐸嚀वनीत का घर इस मामले
 म㌀
 ㌀नरापद था।

इस तरह के
 काय㌀म के
 䖓退लए सब खश
ुी से
  खच㌀
 म㌀ सा बाँ
 ㌀ह㌀  टते
। चे
तना नमक㌀न और सलाद का इं
तजाम कर
दे
ती।  ले
䖓㲐कन  नमक㌀न  क㌀   
लेट㌀
  रखने
  के
  साथ­साथ  वह  खद
ु  भी  आ  बै
ठती।  䐸嚀वनीत  䖓㲐कसी  न  䖓㲐कसी  बहाने
  उसे
उठाता रहता, 'नमक लाओ, नीं
ब ू
लाओ, बफ㌀
 लाओ।' वह फौरन सामान लाकर पन ठ जाती। 䖓㲐कसी तरह अपने
ु: बै
गु
㌀ 
से पर ज त कर, 䐸嚀वनीत रात म㌀
 चेतना को समझाने
 क㌀ को䖓退शश करता, 'दे
खो चे
त,ू
 तम रे
ु मे द तर के
 लोग㌀ के
सामने
 न बै
ठा करो, ये
 अ  
छे  ह㌀
 लोग नह㌀ं ।'

'मझ
ु े
तो उनम㌀  ㌀दखती। 䖓㲐कतनी इ㌀ 
 कोई खराबी नह㌀ं जत से
 बात करते
 ह㌀
।' चे
तना असहमत होती।

। द तर म㌀
'यह सब ㌀दखावा है  लोग दस
 ये ूर㌀ क㌀ बी䐸嚀वय㌀ पर भ े
­भ े
 कमे 
ट करते
 ह㌀

 इतने
'अगर ये  खराब लोग ह㌀
 तो त㌀
ु ह㌀  दरू
 भी इनसे  रहना चा㌀हए।'

'मझ
ु े
उपदे
श दे
ने
 क㌀ ज रत नह㌀ं
। मे
रा कत㌀
㌀ 
य है
 䖓㲐क त㌀
ु  हार㌀ र㌀ा क ँ
।' 䐸嚀वनीत ने
 बात समा  
त क㌀।

䐸嚀वनीत ने
 पाया बाजार म㌀
 䖓㲐कतनी ऐसी दक
ुान㌀  िजनके
 थीं  दक
ुानदार चे
तना से
 हँ
सकर बात करते
। उसके  पर
 कहने
दो­चार  पये
 क㌀ छू
ट भी दे
 दे
त।े छ 䐸嚀व े
 कु ता तो उसक㌀ पसं
द ऐसे
 समझते
 䖓㲐क उसके  से
 बोलने  पहले
 उसक㌀ मज㌀
का सामान ㌀नकालकर काउं
टर पर रख दे
त।े

䐸嚀वनीत ने
 एक ㌀दन कहा, 'चे
त,ू
 तम य㌀ बाजार जाकर परे
ु ㌀  शान होती हो। ऑ䖓㲐फस से
 वापस आते
 हु
ए म㌀ ग
ूा
 ह㌀ ला दँ
जो लाना हो। तम
ु सब
ुह 䖓退ल㌀ 
ट बना कर मे
र㌀ जे
ब म㌀
 रख ㌀दया करो।'

अपने
  ㌀े
मी प㌀त को तकल㌀फ नह㌀ं
  दे
ना चाहती थी चे
तना ले
䖓㲐कन उसे
  अपनी आजाद㌀ भी 䐸嚀㌀य थी। अब वह ㌀बना
䐸嚀वनीत को बताये
 दोपहर म㌀
 बाजार के छ 䖓退लये
 䖓退लए ㌀नकल पड़ती। कई बार ㌀बना कु  लौट आती पर बाहर ㌀नकलने
का सख
ु अपनी जगह था। दक
ुान㌀ म㌀   सामान㌀ का वह प ­प㌀ काओं
 सजे   म㌀   गये
 ㌀दये   सामान㌀ से
  䖓退मलान करती
और मन ह㌀ मन तय करती कौन­सी जगह 䐸嚀पछड़ी है
 तो कौन­सी अधन
ुातन।

घर म㌀  वाले
 आने  अखबार और प㌀ काओं
 क㌀ सं
㌀ 
या मजे
 क㌀ थी, ㌀ 
य㌀䖓㲐क दोन㌀ पढ़ने
 के । 䐸嚀वनीत जहाँ
 शौक㌀न थे  हर
प㌀ का एक बार पलट कर सरसर㌀ तौर पर पढ़ता, चे
तना उसे
  आ㌀योपां
त पढ़ती। उनम㌀ ख, कहानी,
 ㌀का䖓退शत ले
क䐸嚀वता पर 䐸嚀वचार करती और अपनी सहे
䖓退लय㌀ से
 या 䐸嚀वनीत से
 उन पर चचा㌀ खो रचनाओं
 करती। 䐸嚀वनीत कहता, 'दे
म㌀
 तक㌀
 से ㌀ 
यादा त  
मयता दे
खी जाती है
।'

चे
तना  कहती,  'तक㌀
  के
  ㌀बना  जीवन  म㌀
  कु
छ  भी  ㌀ 
वीकार  नह㌀ं
  䖓㲐कया  जा  सकता,  सा㌀ह㌀ 
य  भी  नह㌀ं
।  सहे
䖓退लयाँ
समझातीं
, 'तम
ु ㌀ य㌀ सारा ㌀दन माथाप  
ची करती हो। कहा㌀नय㌀ म㌀
 झठू ह㌀ झठ ।
ू होता है

चे
तना अपनी सहम㌀त और असहम㌀त ㌀ 
य㌀ 
त करने
 म㌀ र न लगाती।
 जरा दे
4/5
8/29/2016

वह स㌀ 
पादक㌀ को ल㌀ 
बे­ल㌀ 
बे  प  䖓退लखती। िजन रचनाओं
  म㌀
 लेखक㌀ के बर या पते
 फोन न㌀    ㌀दये
  होते
, वह उनसे
भी स㌀ 
पक㌀  क㌀ को䖓退शश करती।
 करने

㌀ 
यादातर तो 䖓㲐कसी का उ㌀ 
तर नह㌀ं
  आता, ले
䖓㲐कन हाँ खक ने
, एक बार एक कहानी ले   उसे
  जवाब ㌀दया था। उसने
बड़ी  सादगी  से
  चे
तना  के
  तक㌀
  मान  䖓退लये
  और  कहा,  'जहाँ
  तक  मे
र㌀  ब䐸嚀ु  क㌀  पहु
च  थी  म㌀
ँ ने
  कहानी  䖓退लखी।  आप
मझ
ुसे
 ㌀ 
यादा ㌀खर ह㌀
।'

प㌀त­ प㌀ 
नी दोन㌀ ने
 यह प  पढ़ा। दोन㌀ क㌀ ㌀㌀त䖓㲐 या अलग थी।

䐸嚀वनीत ने
 कहा, '䖓㲐कतना बड़ा ले
खक है
 और 䖓㲐कतना 䐸嚀वन㌀। उसने
 त㌀
ु  हारे
 आगे
 ह耂थयार डाल ㌀दये
।'

चे
तना बोल㌀, 'गलत। 䐸嚀वनीत, यह ले
खक बड़ा चालाक है
। उसने
 ऐसा 䖓退लख कर अपना पीछा छु
ड़ाया है
।'

'चलो छोड़ो, त㌀
ु  ह㌀ या पड़ी जो तम
 भी ㌀  ु लोग㌀ को 耂च ी 䖓退लखती 䖓㲐फरो या फोन करो। कहा㌀नयाँ
 पढ़ कर भल  के
ू जाने
䖓退लए होती ह㌀
।'

चे
तना ने
  पाया इधर रोज रात 䐸嚀वनीत उसका फोन उलट­पल
ुट करता है
। ㌀ 
यान दे
ने
  पर उसे
  समझ आया 䖓㲐क वह
यह दे
खता है
 䖓㲐क प㌀ 
नी के  䖓㲐कसको 䖓㲐कया।
 पास 䖓㲐कसका फोन आया और उसने

। म㌀
'䖓㲐कतनी ओछ㌀ हरकत है  द तर के
 तो इससे  ले
 हर 䖓退मनट का ㌀हसाब नह㌀ं ती।' उसे
 महसस आ।
ू हु

चे
तना का मन कु
छ बझ  लगा जै
ु गया। उसे से
 उसके खा कै
 ऊपर एक अनदे मरा लगा हु
आ है

उसने
  䖓㲐कताब㌀  के
  बजाय  क㌀  
यटूर  म㌀
  मन  लगाना  शु  䖓㲐कया।  यह  ㌀ 
या!  चे
तना  को  जै
से
  घर  बै
ठे
  नयी  ㌀नराल㌀
द㌀ु
नया 䖓退मल गई। हर 䐸嚀वषय पर इतनी जानकार㌀ और इतनी 䐸嚀व䐸嚀वधता। स㌀ 
य और त㌀ 
य जानने
 क㌀ उसक㌀ उ㌀ 
कंठा
अब कह㌀ं
  सं
त㌀ु
ट होने
    लगी। 䐸嚀वनीत है
रान रह गया। वह जै
से
  ह㌀ कोई बात कहता, चे
तना उसके सामने
 दस पहल ू
रख दे
ती। 䐸嚀वनीत ने
 उसे
 नया नाम दे
 ㌀दया, 䖓退मनीपी䖓退डया।

चे
तना क㌀ ㌀खरता से
  䐸嚀वनीत ㌀भा䐸嚀वत भी था और ㌀ता䖓退ड़त भी। उसे
  लगता िजं
दगी क㌀ दौड़ म㌀
 चेतना उसे
  बहु

पीछे ।
 छोड़ सकती है

फे
सबक तना के
ु पर चे त बन गये
 हजार㌀ दो㌀  । वह अब घर ह㌀ घर म㌀
 एकदम मगन रहती। वह रात म㌀
 जाग कर
इं
टरने
ट पर कु
छ न कु
छ पढ़ती रहती। आजकल 䐸嚀वनीत कु
ढ़ रहा है
  और मना रहा है
  䖓㲐क कह㌀ं
  चे
तना नौकर㌀ करने
का इरादा न कर ले
। लगता है
 वहाँ
 भी वह उसे
 पछाड़ 耂गराये
गी।

        
शीष㌀
 पर जाएँ

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8/29/2016

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कहानी

नम ह  
ममता का लया 

बाबा क परु
ानी कोठ । ल෡बे
­ल෡बे
 えकवाड़  वाला फाटक, जहाँ
 पहु
च रे
ँ ल क पटर  ाम क पटर  जै
सी चौड़ी हो
जाती। जब ब द होता, ताँ
ग  क कतार लग जाती कोठ  के । रे
 सामने ल �ꁎॉ सं
ग के
 पार झाड़­ ब रख और कु
छ दरू
पर स ताल। कभी इसका नाम  शवताल रहा होगा पर सब उसे
 अब स ताल कहते
। उसके गम जं
 पार जं गल। बीच­
बीच से
 जज罞䱠
र टू
ट  द वार㾀
। कहते
 ह वहाँ
 राजा सरू
सेन क कोठ  थी कभी। घर क छत पर मोर  क आवाज़ उठतीं
­
हाओ मे
'मे हाओ।' जब तक हम दौड़­दौड़े
 छत पर पहु
चे
ँ मोर उड़ जाते
। ल෡बी उड़ान नह ं
 भरते
। बस स ताल के
 पास
कभी कद෡ब पर या कटहल पर बै
ठ जाते
। स ताल से
 हमार  छु��य  का गाथा­लोक बँ
धा हु
आ था। शाम को ठं
डी
बयार चलती। दाद  हाथ का पं
खा रोक कर कहतीं  दे
, ''जे खो स ताल से
 आया सीत समीरन।'' कभी आकाश म㾀
 बड़ी
दे
र से
  टका एक बादल थोड़ी दे
र के
  लए बरस जाता। दाद  का आ➧ꛛलाद दे
खने
 वाला होता, ''आज  सदौसी से
 मोर­
पपीहा म हार गा रहे
 थे
। म जान ू
मे
ह परे
गौ।''
दाद   दन­रात स ताल क रागनी से
 बँ
धी रहतीं
। बाज़ार म㾀 ज ड़न
 पहल ­पहल  कटहर  आई, हर  क쁊葩च। दाद  कँ

से
 पछ , ''स ताल क है
ू㾀  न।''
कँ
ज ड़न को गहक करनी है
ु  नह ं
, स⻍ꎖत कमाने   नकल  है

 मै
''ह෡बै या।''
 कचनार, जे
''और जे  लाल  से
म? सब स ताल क है
 न!''
 मै
''ह෡बे या। सारा झउआ उँ
हई भरायौ ए।''

दाद  तरकार  ले


कर आँ
गन म㾀ठ जातीं
 बै  तĀत पर। एक­एक तरकार  छाँ
टतीं
­छ लतीं
। उनक पोथी का एक­एक
प ना खल
ुता जाता।
 कचनार राजा जी ने
'जे  लगवायौ हौ। उनक रसोई म㾀
 एक  दन परू याल ू
कचनार क रँ
धे
 ह । कचनार क
भिु
जया, कचनार का रायता, कचनार का अचार, बाजरे
 क बे
ड़मी। एक  दन शकरक द  का राज रहतौ।
शकरक द  का हलवा, शकरक द  क खीर, शकरक द  क चाट, शकरक द  क पू
ड़याँ
।''

दाद  क  नगाह म㾀 भवगाथा थी पर हम तीन  बहन इस 㸂ववरण से


 यह राजा जी क वै  ज़रा भी ☁भा㸂वत न होतीं

गा जीवन था राजाजी का। उनक रानी तो ऊब से
''बड़ा इकरं  अधमई ।
ु हो जाती होगी।'' हम कहते
 लो छो रय , त෡
''जे ुह㾀
 सख  दख
ु म㾀ु  दखे
, दख  सख
ु म㾀 ु  दखे
। कौन चाल मे
ल क हो तम
ु?''
रात को हम छत पर  छड़काव करतीं
। एक­एक कर सबके
  बĀतर  बछातीं
। एक ऊँ
ची प टया पर सरु
ाह  रखतीं
,
सरु
ाह  पर गलास मँ

ूा मारतीं
। भ漪豺गो बआ  उदले
ु  काले  म㾀 क रसे
 आल ू दार तरकार  लाकर रखती। दाद  कठौते
 म㾀
1/7
8/29/2016

परां
ठे
। म कचनार के  पर भन
 रायते ुा हु
आ 㸂पसा जीरा  छड़कती। कटो रयाँ
 गनती, एक दो तीन चार पाँ
च छः सात
आठ। ध⻍ꎖत ते
रे
 क। कटोर  थाल  तो बस छः ले
 जानी है
। म෡मी पापा तो आए नह ं
 ह। तभी तो रोज़ खाट पर पड़
जाने
 के । जब Āंटयर मे
 बाद दाद  जागती रहतीं ल का इं
जन अपनी भ��ा जै
सी एक आँ
ख चमकाता, चं
घाड़ता
गु
ज़र जाता, उसके
 दो तीन  मनट बाद दाद  ज෡हाई ले
तीं  आज भी  ब ाभस
, ''सो जा र  छोर ! लगै ूण नायं
 आयौ।''

बाबा अपनी खाट से
 कहते
, ''ससरु

 म㾀
 छटाक भर भी ममता नह ं
 है
 माई बाप क।  द ल वारौ बनौ बै
ठो ए।''
दाद  बमक पड़तीं  बताओ, तम
, ''जे ुने
 कभी ने
क ममता कर  लड़कन क। कान खीं
चे टु
, गेआ दबाये दे
, कभी तराज ू
मार㾀 ट फ㾀
, कभी बाँ के। कौन करम नायं
 えकए। मे
रे
 दोन  लालाए दे
स  नकारा दे
 डारौ।''
बाबा आग बबल
ूा हो जाते
, '' बरचो समझै
 नायं
। ते
रे
 छोरन पे
 बाबस
ूाहबी छाई रह । पट बश
ुकोट पहर㾀
, गट㸂पट
बोल㾀 स  तोड़े
, कु । ग ी पे
 बै
ठ बरू
ा तोलने
 म㾀 या मरै
 उनक मै  थी। एक क बताई करे
 लगौ, दस
ूरे
 को साह बयत चाट
गई।''
दाद   बखरा दध टतीं
ू समे , ''अ쁊葩छा अ쁊葩छा बस करौ। तम  के
ु तो बर罞䱠  से
 छ⻍ꎖते   छड़ परौ हौ। नत नयाँ
 सन गी, सरम
ु㾀
करौ।''
जब बे
टे
 सगे
 नायँ
  नकरै
 तो नाती धे
वते
 कौन えक रया कर㾀
गे। कोऊ काम नायँ
 आये
गौ, समझी रहौ।''
बाबा तो पड़ी लगाकर सो जाते
, दाद  रात भर घट
ु­घट ­घम
ु कर उमड़तीं ुड़तीं
। ''जे
ईमारे
  नकर गए दौऊ भइया। न
कभी उ ह㾀
 दल
ुराया न पच
ुकारा। बस दरु
­दरु  रहे
 करते । िज़ दगी भर हर चीज़ बाँ
ट तराज ू
से
 तोल । म कहू
 अजी

यार को मोल और तोल बतावै  पाओगे
, ऐसी तराग कहाँ । पर नायं  तो छोटे
, जे  के
 काग़ज़ प⻍ꎖतर कापी उठा­उठा के
चूहे
 म㾀
 झ के
। बड़े
 क えकताब㾀
 र ीवाले
 को बे
च आए। दो  दन रोट  नह ं
 खाई मे
रे
 लाल  ने
।''

म दाद  के र दबाती। उ ह㾀


 पै  सो जाय㾀
 थपकती えक えकसी तरह वे । सब
ुह स ताल क तरफ़ दाद  के ई
 साथ जाती हु
कहती, ''दाद  इस बार तम  साथ  द ल  चलो।''
ु हमारे
दाद   नहाल हो जातीं
। मझ
ु े
कमर से
 चपका कर, मे
रे
  बखरे
 बाल  पर हाथ फे
रतीं
 '' ब कु
ल बाप पे
 गयौ है
 मे
रो
लट
ूरबाबा। म जानँ
 ूब ाभस
ूण भी मझ
ु े
हु
ड़कता होगौ। जब बारहवीं
 म㾀  पढ़ै
 आगरे  था, रात म㾀
 मेर  पाट  पर आकर
पछ
ूै, ''जीजी 쁊葩य  रो रई ह ?'' म चप
ु।
''कान म㾀 ?'' म चप
 दरद है ु। ''दाँ
त म㾀 ?'' म चप
 दरद है ु क चप
ु।
र दबा दँ
''पै ?ू
'' नई।
''जीजी सब
ुह त෡
ुह㾀
 डाĀटर के  चलँ
 लै ग
ूौ, चप
ु हो जाओ।''
तभी ते
रे
 बाबा अपने
 तखत पे
 से
 えक ला उठ㾀
, ''याके
  लये
 ते
रे
 पास डागडर क फस है
 तो मे
रे
 को दे
 द जौ। का तक
म㾀  काम आएगी।''  ब ाभस
 आढ़त भरनी है ूण म㾀  ह  रोज़ वह अपना  बĀतरा गोल कर
 ऐसी खटास भर जाती अगले
ले
तौ।''
हम㾀  डर लगने
 बाबा से  लगता। शाम क सै
र के  म㾀
 बाद घर लौटने , ''दाद  आज यह ं
 दहशत होती। हम कहतीं  रह
जायं ।''
, घर ना जायं

दाद  कहतीं गो। अपने


, ''घर तो जानौ ह  परै  㾀वारे
 से
 हट के लमती भी नायँ
 तो फू  जी, हम तम ।''
ु कौन गनत म㾀
अ नो कहती, ''दे
खो ये
 अजन और कदम क
罞䱠
ु े  कै
 नीचे सी प⻍ꎖत  क छै
याँ
 है  को बावड़ी का मीठा पानी और खाने
, पीने
को झरबे
र  के र।''
 लाल लाल बे
दाद  तड़प जातीं
, ''ऐ र  अ नो! अब क तो कह  दया, えफर कभी न क हयो जे
 बात।''

2/7
8/29/2016

''Āय  दाद '' म िज़द करती।


''तझ
ु े
नायं
 पतौ! बहू
 ने
 नायं
 सन
ुायौ वा えकĀसौ ?''
हम वापसी के
  लए चल पड़ते
। दाद  अपनी एक टाँ
ग पर उचक उचक कर चलतीं
। और えकĀसा भी उचक­उचक
कर आगे
 बढ़ता।

लमती। बाके
''एक थी फू  बड़ी बड़ी आँ
 ये ख㾀   मरगनै
, कोई कहे नी कोई कहै
 डाबरनै
नी। एक बाक ननद लबावती।
जे
ई स ताल से
 लगी हवे
ल  राजा सरू
सेन क। राजा जी के
 स तर  म तर  ने
 भते
रा समझायो, ''या बावड़ी ठ क न ,
ने
क परे
 नीं
व धरो'' पर राजा जी अड़े
 सो अड़े
 रहे
 ''म तो यई बनवाऊँ
गौ महल। ए෡मे
 का बरु
ौ है
।''
''राजा जी पीपल के ड़ पर भत
 पे त तीन  का बसे
ू 㸂पसाच और परे रौ ए। जै
से
 भी भीत उठवाओगे याँ
, पीपल क छै
ज़㾀र छू  उगती जनै
 जाएगी, जनै  डू
बती।'' स तर  बोले

बस इ⻍ꎖती­सी बात।
ये
 लो। राजाओं
 ने
 पीपल समल
ू उखड़वा  दयौ।

राजा सरू
सेन को अपनी रानी से
 बड़ी परे
म हौ। रानी फू
लमती बोल , ''राजा ऐसौ बाग बनाओ えक म परू
ब करवट लँ

तो मौल सर  महके
, पि쁊葩छम घम
ू जाऊं ला चमे
 तो बे ल ।'' राजा ने
 ऐसौ ह  कय। है
रानी दे
खो बे
ल  क जड़ स ताल
क  म��ी म㾀 ल Xखल㾀
 और फू  रानी के ।
 चौबारे
राजकु
मार  लबावती का 㸂ववाह हाथरस के अर वष
 कँ
ु ृभानलला के  से
 पोते  हो गया। अभी गौना नह ं
 हु
आ था। न द
भाभी घर म㾀  से
 जोड़े  डोल㾀 याँ
, सास बलै  ले
ती, ''मे
र  बहू
 बे
ट  दोन  सम
ु तया।''
''पर तम  सौ सख
ु जानो जहाँ  एक दख
ु ह , वहाँ ु आके  म㾀
 कोने  दब
ुक कर बै
ठ जाय तो सारे
 सख । सोई
ु नास हो जायं
हुआ राजा क हवेल  म㾀
।''
''कै
से
?'' अ नो ने
 कहा।
 㸂ववाह को एक साल बीता, दो साल बीते
''अरे  साल बीते
, साल पे लमती क कोख हर  न भई।
, फू
क करावै
''सास लाख झाड़­फँ
ू द बल
, राजाजी ओझा­बै ुाव㾀
, न द えकशन क हाई क बालल ला सन
ुावौ पर कोई उपाय
नायं
 फलै
।''

''एक  दन लबावती को सप
ुनौ आयौ えक ते
रे
 भै
या ने
 पीपर समल ई मारे
ू उपारौ, ये  महल अटार   नचाट परै
 ह।
एकाĀसी के
  दन स ताल के  えफर से
 えकनारे  तै
र  भाभी पीपर लगायं
,रोज़ ताल म㾀 , पीपर पज
 नहायं ू ै
अन जल ल㾀
 तब
जाके  कलं
 जे क  मटै
। えफर त ू
नौ मह नन म㾀  जौले
 जौले  दो भतीजे
 Xखलइयौ।''
लबावती ने
 सब
ुह सबको सपना बखानौ। अगले
 ह   दन एकाĀसी थी। सो सात सह
ुागन㾀
 पज
ूा क थाल  सजाए,
सोलह   सं
गार えकये  का कू
, सोने जा डाबरनै
नी फू
लमती के
  सर पर धरा कर पीपल रोपने
 चल ं
। महल क मा लन
का इकलौता बे
टा सबके  आगे
 आगे  राĀता सझ
ुाये
। बाके  फड़वा खरु
 हाथ म㾀 पी।
राजा महलन म㾀
 से दे
कते
 रहे
। रानी फू
लमती ने
 लोट­लोट कर पज
ूा क। आपै
। आप बावड़ी म㾀  क कु
 उतर सोने जा
भरयौ और पपर­मरू  जल चढ़ायौ। えफर सात  सह
 पे ुागन  ने
 असीस㾀
 उचार ं
। सब क सब राजी खश
ुी घर लौट ं

रोज़ सबे
रे
 पं
छ ­पं
खे
㾀 के ­मस
 जगते ुकते
 फू
लमती, लबावती दोन  जाग जातीं
 और स ताल नहाने
, पीपर पज
ूने
नकल पड़तीं
। कभी राजा जी जाग जाते ।
, कभी करवट बदल कर सो जाते

3/7
8/29/2016

फू
लमती भायल  ननद से
 कहती, ''ते
रे
 भइया तो प लका से
 लगते
 ह  सोय जायं
। इनक ऐसी नीं
द तो न कभी दे
खी
न सन
ुीं
।''
लबावती कहतीं रे
, ''मे भइया क नीं
द को नज़र न लगा भाभी। जे
 भी तो सोच िज⻍ꎖती दे
र जाग㾀
गे त෡
ुह㾀 गे
 भी जगाएँ
えक नायं
।''
डाबरनै
नी फू
लमती उलट  साँ
स भरती, ''हम तो सार  रात जग㾀
, भला हम㾀  बारो कौन ?''
 जगाबे
लबावती को काटो तो खन
ू नह ं
। बोल , ''Āया बात है
?''
फू
लमती बोल , ''अभी तम
ु गौ नयाई नायं
, त෡
ुह㾀  का सन
 का बतायं ुायं
। तोरे
 भै
या तो जाने
 कौन­सी पाट  पढ़े
 ह えक
मन लेहु
 पे
 दे
हु
 छटां
क नह ं
।'' えफर फू
लमती ने
 बात पलट , ''त෡
ुहार  ससरु
ाल से
 सं
दे
सो आया है
 अबक परू
नमासी
को  लवाने
 आय㾀गे
।''
लबावती ने
 भाभी क गटई से
 झू
ल कर लाड़ लड़ाया, ''कह दो  बन से  हम अपने
, पहले  भतीजे
 क काजल लगाई
का नै
ग तो ले
 ल㾀 ।''
 तब गौना जायं

माँ
 ने
 सन
ुा तो बरज  दया, ''समधी जमाई राजी रह㾀
। इस बारगौनाकर द㾀 सौ बार अइयौ, सौ बार जइयो, घर
, えफर त ू
दआ
ुर ते
रौ।'' बड़े
 सरं
जाम से
 लबावती えक  बदाई भई। गौने
 म㾀  और भै
 माँ या ने
 इ⻍ꎖतौ  दयौ えक समधी क दस
गाड़ी और राजा जी क दस गाड़ी ठसाठस भर ग । डोल  म㾀ठते
 बै  लबावती ने
 भाभी को घपची म㾀
 भर ल नो ''भाभी
मे
र , मे
रे
 भै
या को पत रखना पीपल पज
ूा, वावड़ी नहान का ने
म  नभाना। मोय ज द  बल
ुौआ भे
जना।''
फू
लमती ननद के  से
 जाने  उदास भई। राजाजी ने
 कठपत
ुल  का तमाशा करायौ, न द­गाँ
व का मे
ला  दखायौ पर
रानी का जी भार  सो भार ।

सब
ुह­सबे
रे
 अभी भी वह रोज स ताल नहाये
, पीपल पज
ूे तब जाकर अनजल छु
ए। अब इस काम म㾀
 संगी साथी
कोई न र➧ꛛयौ। एक  दन रानी भोर होते
 उठ । एक हाथ पे
 धोती ज෡पर धय दस
ूरे
 पे
 पज
ूा क थाल  और चल द
नहाने

उस  दन गम  कछू लमती क अगन। गले
 ✕यादा रह  えक फू  गले
 पानी म㾀
 फूलमती खब र  होते
ू नहाई। अबे  दे

फू
लमती पानी से
  नकर । अभी वह कपड़े
 बदल ह  रह  थी えक बाक नज़र झरबे
र  पे
 पर । गम罞䱠
 म㾀 र  लाल
 झरबे
लाल बे
र  से
 वौरानी रह ।''
इ⻍ꎖते
 म㾀
 घर आ गया। अ नो बोल , ''दाद  त෡
ुहार  कहानी बहु
त ल෡बी होती है
।''
दाद  अपनी छोट  टाँ
ग पर हाथ फे
रते
 हु
ए बोल ं  कहानी नह ं
, ''जे  िजनगानी है
 लाल ! दे
र तो लगै
गी ह ।''
दाद  घर पहु
च कर काम­काज म㾀
ँ  लग ग । मझ
ु े
लगता रहा लो डाबरनै
नी को दाद  ने
 स ताल पर गीला नं
गा छोड़
दया, जाने
 वह कब घर पहु
ची। पर दाद  को कहाँ
ँ  वĀत। कभी बटलोई चूहे
 पर धर㾀 । कभी रोट  तवे
, कभी उतार㾀
पर कभी थाल  म㾀
। हम तीन  उनक भरसक मदद करतीं
 पर चौके  दाद  के
 म㾀   बना कु
छ होय ह  ना।
दन म㾀  और अ नो ने
 दो बार मने  याद  दलाई, ''दाद  कहानी?''

दाद  ने
 बरज  दया, ''ना  दन म㾀
 ना सन
ुी जाती कहानी, मामा गै
ल भल गौ।'' म चप
ू जाये ु। मे
रे
 चार मामा थे
 और
अ नो­श नो के
 तीन। सात लोग राĀता भल , यह कै
ू जाय㾀 से
 हो सकता है

रात क याल ूनपटते
 ह  हम दाद  को घे
र कर बै
ठ गए। अ नो उनक टाँ
गे
 दबाने
 लगी। मने
  सर दबाना श㾀

えकया। ''दाद  えफर Āया हु
आ?''
 राम रे
''अ귕㦒जे खो, हु
, म तो बहौत थक गई। दे ं
कारा भरती रहना। कह ं
 भटक­भल
ू जाऊँ ना नह ं
 तो टोक दे  फू
लमती

4/7
8/29/2016

को  याव नायं
  मलगौ।''
 तो えफर Āया था। फू
''हाँ लमती ने
 न आगा सोचा न पीछा, बस बे
र तोड़ने
 ठाड़ी हो गई उचक­उचक कर बे
र तोड़े
और प ले
 म㾀
 डारौ। वह ं
 थोड़ी दरू
 पर मा लन का लड़का पज
ूा के
  लए फू
ल तोड़ रहौ थौ। तभी रानी क उं
गर  मा
बे
र  का काँ
टा चभ लमती तो फू
ु गयौ। फू लमती ह , बाने
 काँ
टा कब दे
खो। उं
गर  म㾀
 ऐसी पीर भई えक आह㾀
 भरती वह
दोहर  हो गई। मा लन के  क हाई ने
 छोरे  रानी जी क आह सन
ुी तो दौड़ा आयौ।

काँ
टा झाड़ी से
 टू
ट कर उं
गर  क पोर म㾀स गयौ। मा लन का छोरा काँ
 धँ टे
 से
 काँ
टा  नकारनौ जानतौ रहौ। सो बाने
झरबे
र  से
 एक और काँ
टा तोड़ रानी क उं
गर  कु
रे
द काँ
टा काढ़  दयौ। काँ
टे
 के  ह  लौहू
 कढ़ते  क एक बँ

ू पोर पे
छलछलाई। क हाई ने
 झट से
 झु
क कर रानी क उं
गर  अपने
 मँ
ह  दाब ल  और चस
ु म㾀 ू चस
ू कर उनक सार  पीर पी
गयौ। छोरे
 क जीभ का भभकारा ऐसा えक रानी पसीने
 पसीने
 हो गई।

उधर राजा सरू
सेन क आँ
ख वा  दना ज द  खल ज पे
ु गई। से  हाथ बढ़ाया तो से
ज खाल । थोड़ी दे
र राजा जी
अलसाते गड़ाई ले
, अं त े
ले
टे
 रहे
। उ ह㾀  पज
 लगा आज रानी को नहाने ूने
 म㾀 र है
 बड़ी अबे  रह  है
। राजा जी ने
 वातायन
खोला। स ताल म㾀  पज
 न रानी न वाक छाया। पीपल पे ूा अच罞䱠
न का कोई  नशान नह ं
। रानी ग  तो कहाँ
 गई।
सरू
सेन अ ल  पार दे
ख㾀
, प ल  का छोरा क हाई  दखे
। फू
लमती क उं
गर  क हाई के ह
 मँ
ु म㾀
 पर  ह  और रानी
फू
ल  क डाल ­सी लचकती वाके
 ऊपर झक
ु खड़ी।

राजा सरू
सेन को काटो तो खन
ू नह ं
। थोड़ी दे
र म㾀
 सधु­बध
ु लौट  तो मार गĀ
ुसे
 के  का
 अपनी तलवार उठाई। पर जे
तलवार  मयान म㾀  परे
 परे  इ⻍ꎖती जं
ग खा गई えक बाम㾀  नकर㾀
 ते ई नायं
। राजा ने
 पोर मा लन के  के
 छोरे ह
 मँ
ु म㾀
 पर
सो पर ।
राजा, परजा क तरह अपनी रानी को घसीट कर महलन म㾀  तो कै
 लावै से
 लावै
, बस खड़ा­खड़ा えक लावै
। उसने
अपने
 सारे
 ताबे
दार  को फरमान सन
ुायौ えक महल के  दआ
 सारे ुर मँ

ू लो,रानी घस
ुने
 न पाय। कोई उदल  तो
ू करै
सर कटाय।
रानी फू
लमती  न⻍ꎖत क भाँ
त ख෡म ख෡म जीना चढ़ के
 र नवास तक आई। जे
 का। बारह हाथ ऊँ
चा えकवार
अ दर से
 ब द। अग罞䱠
ला चढ़  भई। रानी दस
ूरे
 えकवार पर गई। वह भी ब द। इस तरह डाबरनै
नी ने
 एक­एक कर
सात  えकवार खड़काये
 पर वहाँ
 कोई हो तो बोले

सरू
सेन क माता ने
 पछ
ूा, ''Āय  लाला आज बहू
 पे
  रसाने
 쁊葩य  हो?''
सरू
सेन मँ

ु फे
र कर बोले  त෡
, ''माँ ुहार  बहू
 कु
ल쁊葩छनी  नकर । अब या अटा पे
 म रहू
गो या वो।''

माँ
 ने
 माल  से
 पछ
ूा, मा लन से
 पछ
ूा, महाराज से
 पछ
ूा, महारािजन से
 पछ
ूा, चौकदार से
 पछ
ूा, चोबदार से
 पछ
ूा।
सबका बस एकै
ई जवाब राजा जी का हु
कु
म  मला है
 जो दरव귕㦒जा खोले
 सो  सर कटाय।
सात  दना रानी फू
लमती अपनी  सर सात  दरबज  पे
 पटकती रह । माथा फू
ट कर खन
ू ख쁊葩चर हो गयौ। सरू
सेन
नायं
 पसीजौ...''

अ नो ने
 भड़क कर कहा, ''ये
 Āया दाद , त෡
ुहार  कहानी म㾀 शा हारती है
 औरत हमे  थोड़ी होती है
, ऐसे  कहानी।''
दाद  ने
 कहा, ''अरे
 जे
 कहानी हम तम
ु न  बना रहे  तो सन
, जे ुी भई स쁊葩ची कहानी है
।''
मने
 कहा, ''आगे
 क कहानी म बोलँदाद ?''
 ू
रे
''न  ते से
 अ쁊葩छ  तो अ नो बोल ले
वे
। चल अ नो त ू
परू कर। मे
रो तो ෡ह डो, सख
ू गयो। एक पान का बीरा लगा

5/7
8/29/2016

दे
।''
म भागमभाग दाद  के
  लए पान का बीड़ा लगा लाई। उस वĀत अ नो  बĀतर पर अपने
 दोन  हाथ  सर के
 पीछे
कची बना कर ले
ट  हु
ई थी और कहानी चल रह  थी।
आ えक जै
''दाद  えफर यह हु से
 ह  डाबरनै
नी फू
लमती को घर­दआ
ुर पे
 दत
ुकार पड़ी, वह ख෡म ख෡म जीना उतर
गई। स ताल पर क हाई उसक राह दे
ख रहा था। उसने
 रानी का हाथ पकड़ा और अपनी कुटया म㾀
 ले गया। सात
दन म㾀
 रानी अ쁊葩छ   ब쁊葩छ  हो गई। मा लन ने
 दोन  क प र तया दे
खी तो बोल , ''रे
 क हाई, राधा भी えकशन से
बड़ी ह , जे
 ते
र  राधारानी ह  द खै
।'' डाबरनै
नी वह ं
 रहने
 लगी। रोज़ सब
ुह मा लन और क हाई फू
ल तोड़ कर लाते
,
फू
लमती उनक मालाय㾀
 बनाती।
इधर राजा सरू
सेन उदास रहने
 लगे
। माँ
 ने
 लबावती को बल
ुा भे
जा। लबावती ने
 भाई से
 पछ
ूा, ''यारे
 भै
या, मे

राजरानी भाभी म㾀 खा जो उसे
 कौन खोट दे  वनवास भे
ज  दया।''

सरू
सेन ने
 कहा, ''ते
र  भौजाई हरजाई  नकल । वह मा लन के टे
 बे के स रहे
 साथ खड़ी थी। दोन  हँ  थे
।''
बहन बोल , ''ये
 तो अनथ罞䱠आ। अरे
 हु  हँ
सना तो उसका Āवभाव था। अरे
 सरू
ज का उगना न दया का बहना और
च ड़या का चँचँ
 ू करना कभी えकसी ने
 ू  रोका है
?''
राजा सरू
सेन को लगा उ ह ने
 अपनी प⻍ꎖनी को ✕यादा ह  सज़ा दे
 द ।
सात  दन राजा ने
 अधे
ड़ बन   बता  दए। आठव㾀
ु म㾀   दन लबावती क 㸂वदा थी। लबावती जाते
 जाते
 बोल , ''भै
या
अगल  बार म हँ
सते
 बोलते
 घर म㾀
 आऊँ  कर आओ।''
, भाभी को ले

कई साल बीत गए। राजा रोज़ सोचते
 आज जाऊँ
 कल जाऊँ
। आXखर एक  दन वे
 घोड़े
 पर सवार होकर  नकले

साथ म㾀
 का र दे
, म तर  और स तर । जं
गम जं
गल म㾀 ­चलते
 चलते  राजा जी का गला चटक गया। घोड़ा अलग
㸂पयासा। एक जगह पे
ड़  क छै
याँ
 और बावड़ी  दखी। राजा ने
 वह ं
 㸂व�眜ाम क सोची। बावड़ी म㾀
 ओके  ले
 से के
 귕㦒य ह
राजा पानी पीने
 झुके  ऐसा तीर चलाया えक राजा के
,えकसी ने  कान के  स नाता हु
 पास से आ  नकल गया। म तर
स तर  चौक ने  हो गए। तभी सब ने दे
खा, थोड़ी दरू
 पर एक छोटा­सा लड़का सा쁊葩छात क है
या बना, पीता෡बर
पहने
 खड़ा है
 और दनादन तीर चला रहा है
। राजा क쁊葩ची डोर म㾀 चे
 Xखं उसके चे

 पास पहु। छोरा बझ
ू े
राजा­वजीर।
वह चप
ुचाप अपने
 काम म㾀
 लगा रहा।

राजा ने
 बे
बस मोह से
 पछ
ूा, ''त෡
ुहारा गाम Āया है
, त෡
ुहारा नाम Āया है
?'' न ह㾀  आधी नज़र राजा के
 बनवार  ने
लाव ल☁कर पे
 डाल  और कुटया क तरफ़ जाते
­जाते
 पक
ुारा ''मै
या मोर  जे
 लोगन से
 बचइयो र ।'' ल रका क
मै
या दौड़ी­दौड़ी आई।  बना えकनारे
 का रं
गीन मोट  धोती, मोटा ढ ला ज෡पर, नं
गे
 पाँ
व पर लगती थी एकदम
राजरानी। उसके
 मख ग Xझल मल Xझल मल नाच㾀
ु पर सात रं ।

राजा ने
 यान से
 दे
खा। अरे
 ये
 तो उसक डाबरनै
नी फू
लमती थी।
सरू
सेन को अपनी सार  मान मरयादा  बसर गई। सबके  बोला, ''परान㸂पयार  तम
 सामने  कै
ु यहाँ से
?''
फू
लमती ने
 एक हाथ ल෡बा घघ
ँट काढ़ा और पीठ फे
ू र कर खड़ी हो गई।

तब तक बनवार  का बाप क हाई आ गया। राजा ने


 का र द  से
 कहा, ''पकड़ लो इसे  न पाए।''
, जाने
क हाई बोला, ''जाओ राजा जी तम
ु Āया ☁ीत  नभाओगे
। महलन म㾀ठके
 बै  राज करो।''
म तर  बोले , राजा क रानी को कौन सख
, ''बावला है गा। Āया Xखलाएगा, Āया 㸂पलाएगा?''
ु दे
6/7
8/29/2016

क हाई ने
 छाती ठ क कर कहा, ''㸂प र तया खवाऊं
गौ, 㸂प र तया 㸂पलाऊं
गौ। तम
ुने
 तो जाके
㸂परान  नकारै
, मने
जाम㾀
 वापस जान डार । तो जे
 हु
ई मे
र  परान㸂पयार ।''
 चर टा?'' म तर  ने
''और जे  पछ
ूा।

 हमार  डाल  का फू


''जे ल है
।''
राजा के जे
 कले म㾀
 आग लगी। मा लन के टे
 बे क यह मजाल えक उसी क रानी को अपनी प⻍ꎖनी बनाया वह भी डं
के
क चोट पर। उसने
 घड़
ुसवार  सप हये
 दौड़ा  दए।''
दाद  क ऊं
घ हवा हो गई, ''अ नो त ू
ऐं
चातानी बहौत कर रई ए। आगे
 म सन
ुाऊँ
।''
अ नो क समझ म㾀
 नह ं
 आ रहा था えक कहानी को कै
से
 समे
टे
। उसने
 हार  मान ल , ''अ쁊葩छा दाद  त෡
ुह㾀
 करो
खतम।''
दाद  बोल , ''हाँ
 तो क हाई और फू
लमती  बसात भर लड़े
। न हा बनवार  भी तान तान कर तीर चलायौ। पर
तलवार  के  तीर और डं
 आगे डा का चीज़। स ताल के
 प ल  पार क धरती लाल चĀक हो गई। थोड़ी दे
र म㾀
 राजा के
सप हया तलवार  क नोक पे
 तीन  सर उठाये
 लौट आए।''

मने
 कहा, ''दाद  तीन  मर गए?''
दाद  ने
 उसां
स भर , ''ह෡बै
 लाल । तीन ई ने
 बीरग त पाई। ये
ईमारे
 आज तक स ताल क धरती लाल द खै
। वहाँ
 पे
से
म उगाओ तो हर  नह ं
 लाल ऊगे
। अनार उगाओ तो क धार  को मात दे
व।ै  के
 और तो और वहाँ छ  पखै
 पं 㾀 के
गे
टु
ए पे
 भी लाल धार  ज㾀र होवै
। ना रानी घर­दआ
ुर छोड़ती ना बाक ऐसी ग⻍ꎖत होती।''
अ नो और म एक साथ बोले
, ''ग़लत, एकदम ग़लत।  नम ह  के  से
 साथ उमर काटने  अ쁊葩छा था वह जो उसने
えकया।''

        
शीष罞䱠
 पर जाएँ

7/7
8/29/2016

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कहानी

परदे
शी 
ममता का लया 

अजब प रवार है
 हमारा।

तीन भाई­बहन तीन दे
श  म㾀  ह सब एक दस
 बसे ूरे
 के
  लए तरसते
 रहते
 ह जब हु
ड़क ते
ज उठती ह तो एक दस
ूरे
 को
लं
बे
­लं
बे
 फोन कर ले
त े
ह, यार­भरे
 काड륫룩जते
 भे  ह, अगले
 साल  मलने
 का वादा करते
 ह कु
छ  दन  को जी ठहर
जाता है

पहले सब इक�𐀀े रहते थे
 लखपत कोट का वह बड़ा मकान भी छोटा पड़ जाता वह ं
 शा दयाँ
 हु
ई, वह ं
 नौकर  लगी
बड़े
 भाई क㾀 य 鼂व㾀यालय म㾀
  श෡क  नयĀुत हु
ए बहन ेनंग कॉलेज म㾀
 ☁ श෡क नीरद कपरू थला कॉलेज म㾀
ले
Āचरर हो गया।

भाई अखबार  का गहन अययन करते
 थे
 अमरजीत अखबार क तरफ ताकती भी नह ं
 थी नीरद कॉले
ज जाकर
कई अखबार  क स]ु
ख륫룩
याँ
 दे
ख ले
ता उसक  दलचĀपी का ෡े सा ह샳砏य था।

उ हं
  दन  भाई को कै
ने
डा जाने
 का राĀता नजर आया अखबार म㾀  Āकू
 वहाँ ल  के
  लए दज륫룩
न  पद  नकले
 थे
 भाई­
भाभी ने
 चार फॉम륫룩गा  लए घर म㾀
 मँ ला मचा।
 बड़ा बावे

बौजी और बीजी ने
 कहा, 'दोन  भाई इक�𐀀े
 चले
 जाओगे
, हम えकसके  िजएँ
 सहारे गे
?'

भाई ने
 कहा, 'अमरजीत है कज है
, पं  और आपक सार  कबीलदार  यह  है
।'

ट  का हाथ लगे
'बे   बना तो सरग भी नह ं
  मलता,' बीजी रोने
 लगीं

भाई बोले  जम जाएँ
 'एक बार हम वहाँ  तो आप दोन  को भी बल
ुा ल㾀
गे
 बि क अमरो और पं
कज को भी वह ं
 काम
दला द㾀
गे।'

शाम को नीरद कपरू
थला से
 लौटा तो बीजी ने
 उससे
 कहा, 'त ू
तो बड़ा मीसना (घुना)  नकला अपने
 आप बाहर
जाने
 का ☁ो朜뫽ाम बना  लया।'

नीरद हĀका­बĀका सार  बात जानते
 ह  वह भड़क गया, 'मे
रे
  लए फै
सला ले
ने
 का हक えकसी को नह ं
 है
 चाहे
कै
नडा हो, चाहे
  टं
बकटू
, म कह ं
 नह ं
 जाऊँ
गा।' भाई ने
 समझाया, 'यहाँ
 से
 चाल स गु
नी तनखा  मले
गी, घर का

1/7
8/29/2016

सारा द ल र धल
ु जाएगा।'

'आप धोओ अपना द ल र मे
रा फॉम륫룩 ।'
 कोई जमा न करे

वकू
'बे फ, त ू
भरकर दĀतखत करे
गा, तभी जमा होगा फॉम륫룩
।'

 ह फॉम륫룩
'कहाँ , लाओ म फाड़ दँ
,ू
' नीरद उठा।

अमरजीत ने
 फाम륫룩  लपक  लया पं
 बीच म㾀 कज भी उस  दन वह ं
 आया हु
आ था।

'त෡
ुह㾀
 नह ं
 जाना तो हम㾀 दो हम भी  नकल कर दे
 दे ख㾀 ।'
 इस नरक से

नीरद उलझ पड़ा, 'えकसे
 नरक कह रह  हो? इस घर को या उस घर को या अपनी नौक रय  को? हद है ध
, जरा सी स㾀
Āया  मल , त෡
ुह㾀  नरक  दखाई दे
 यहाँ ने
 लगा?'

 यहाँ
'Āया है  पर! सारे
  दन मे
हनत करो,  गने
­ गनाए पए हाथ आते
 ह चार ÿयश
ून न कर㾀  नह ं
 तो घर का खच륫룩
चलता आए  दन लट क।'
ू­खसोट का आतं

भी गोर  का दे
'जा ब瘔ᗀचा, त ू स दे
ख ले
।,' बौजी ने
 कहा।

इस तरह एक­एक कर वे
 चार  चले
 गए हम भी बहु
त  दन पं
जाब नह ं
 रह पाए नीरद को इलाहाबाद यु
नव स륫룩
ट  म㾀
नौकर   मल गई और हम सब इलाहाबाद  बन गए।

इस बीच ब瘔ᗀचे
 छोटे
 से
 बड़े
 हो गए भाई क तीन  बे
टयाँ
 और अमरो के मीन ू
 चीन ू हमारे
 ताक पर फोटो朜뫽ाफ बनकर
रखे
 रहे
 उनके  म㾀
 बारे  खबर  मलती रह  えक सडी बहु
त अ瘔ᗀछा 鼂पआनो बजाती है  सोशल वक륫룩
, えक नीता ने  म㾀
朜뫽े
जए
ुशन えकया है
 और साधना क शाद  वह ं
 के ं
 एक अमीर बा शदे से
 तय हो गई है
 हमार  Āम ृ
तय  म㾀 अभी भी
 वे
बि瘔ᗀचयाँ
 थीं  से
, जो यहाँ  जाते
 वĀत रो रह  थीं
 और कहती थीं  नह ं
, 'हम㾀  जाना इतनी दरू गे
, हम वापस आ जाएँ।'

इस बार भाभी ने
 फोन पर कहा, 'भावना, हमारा बहु
त अ瘔ᗀछा दोĀत  रचड륫룩  एक हSते
 भारत जा रहा है  राजĀथान
घम
ूकर वह इलाहाबाद पहु
चे
ँगा एक हSते
 वह वहाँ
 रहे
गा उसके
 आराम का परू
ा यान रखना घर क सफाई कर
ले
ना कह ं
 भी गं
दगी, म瘔ᗀछर,  छपकल  न  दखने
 पाए  रचड륫룩  त෡
 डॉĀटर है ुहारे
 भाई उसे
 साथ ले
कर आते
, पर उ ह㾀
अभी छु
��ी नह ं
  मल रह  ह हम㾀
 तम  जै
ु पर भरोसा है से
 हमारे
 आने
 पर मे
हमाननवाजी करती हो, वै
सी ह  करना।'

इस फोन के
 बाद काम के  म बस चकर घ नी हो गई एक नजर घर पर डाल , दस
 तामझाम म㾀 ूर  प रवार पर लगा,
दोन  गड़बड़ ह घर तो  ब कु
ल अजायबघर बना हु
आ था।

खाने के
 कमरे म㾀
 बीजी का तĀत  बछा हुआ था ाइं
ग㾀म का पलĀतर उखड़ा पड़ा था अं
दर ब瘔ᗀच  ने
 अपने
 कमरे
को कंयट
ूर­㾀म बना रखा था पढ़ने
वाले कमरे
 म㾀
 कपड़े  बखरे
 रहते
 े
संग टे
बल सी ढ़य  पर रखी थी और रसोई
इतनी  घच鼂पच थी えक खद
ु मझ
ु े
ह  उसम㾀 ढने

 सामान ढू  म㾀 ­से
 गश आ जाता छोटे  आयतन म㾀 ट ऐसा
 बना यह Sलै
था えक इसम㾀
 महुबत या मजबरू के  का कोई औ च샳砏य नह ं
 अलावा साथ रहने  था।

2/7
8/29/2016

मने
 ब瘔ᗀच  से
 कहा, 'दे
खो, ताईजी के हमान तीन  दन बाद आ रहे
 मे  ह तम
ु अपना कमरा साफ कर लो बगलवाले
कमरे
 म㾀
 उ ह㾀 गे
 ठहराएँ वे
 त෡
ुहारा कमरा दे
खकर Āया सोच㾀
गे
!'

ब瘔ᗀच  ने
 कोई यान नह ं
  दया दस
ूर  बार टोकने
 पर म न ू
अपने
 कमरे
 म㾀 , सी.डी. और तौ लए
 पड़ी सार  えकताब㾀
हमारे
 कमरे
 म㾀
 पटक आया।

म घर­भर का कबाड़ पड़छ샳砏ती पर डालती, आलमा रय  के
 ऊपर  चनती, पौध  को छाँ
टती, पगलाई डोलती रह ।

नीरद ने
 कहा, 'Āय  परे
शान होती हो जै
सा घर है सा ह  रहने
, वै  दो अगर यहाँ
 उसे
 तकल फ होगी तो अपने
 आप
होटल म㾀
 चला जाएगा।'

मे
रे
  लए यह तक륫룩
 朜뫽ाय नह ं
 था वह Āया सोचे
गा えक पढ़ ­ लखी लड़えकयाँ
  हं
दĀ
ुतान म㾀  घर चलाती ह। भाभी
 ऐसे
अलग खफा ह गी।

तीन  दन के
 घनघोर प र㽘簷म से
 मने
 अययन­क෡ म㾀
 र ोबदल कर उसे
 अ त थ­क෡ म㾀
 तबद ल कर  दया चन
ु­
चन
ु कर घर क सभी नायाब चीज㾀  पहु
 यहाँ च ग ।

बĀतर पर चार इं
च का फोम का ग ा, द वार  पर 鼂पकासो और 鼂वं
शी क बनाई हु
ई तĀवीर  के ट, नया
 फोटो鼂☁ं
टえक륫룩
श तौ लया, 鼂वदे
शी बाथ㾀म िĀलपस륫룩  के
, नया जग और एक अदद えĀज भी कमरे  बाहर वाल  जगह म㾀
 रखवा
दया।

अ न ू
ने
 इतनी तै
या रयाँ
 दे
ख कर कहा, 'वाह म෡मी! यह कमरा तो  ब कु
ल 鼂वदे
शी लग रहा है
 बस एक मे
म क
कसर ह यहाँ
 पर।'

मने
 कहा, 'अ न,ू
 ल ज तम
ु अपना ෡यिू
जक  सĀटम इस कमरे
 म㾀  हSते
 लगा दो अगले  तक क बात है
।'

आ☁चय륫룩
 えक  बना हु
㖺솅जत के  अपना जान से
 दोन  ब瘔ᗀच  ने  यारा ෡यिू
जक­ सĀटम अ त थ­क෡ म㾀  えफट कर
दया मने चन
ु­चन
ु कर बाख,  बथो鼂वन, मोजाट륫룩
 के कै
से
ट टेबल पर रखे  ब瘔ᗀच  ने
 कहा, 'हम थोड़ा पॉप भी रख दे
ते
ह, नह ं
 तो उसका हाजमा खराब हो जाएगा।'

साढ़े
 छ: फट लं
बा  रचड륫룩
 पाक륫룩
र जब नीरद के  घस
 साथ घर म㾀ुा तो कमरा उसक उपिĀथ त से
 एकदम भर गया वह
सभी से
 गम륫룩
जोशी से
  मला बीजी को उसने
 हाथ जोड़ कर कहा, 'नमĀटे
!'

मने
 उसके
  लए चीज सड鼂वचे
ज बना कर पहले
 से
 ह  रख  लए थे
 ज द  से
 चाय बनाई परु
ानी से
鼂वका मालती का
मन नह ं
 माना इतनी दरू  आए मे
 से हमान को  सफ륫룩
 एक चीज के  ह कभी? उसने
 साथ चाय 鼂पलाते  आल­ू
याज के
पकौड़े
 बना डाले
 और पापड़ तल  दए  रचड륫룩 ख कर भौचक रह गया उसने
 इतना सब दे  गप से
 एक पकौड़ा मँ

ु म㾀
रखा 'ऊ औ आ।'

पकौड़ा बहु
त गम륫룩 था  रचड륫룩 स  से
 कु  उछला और पकौड़ा मँ
ह  बाहर  नकला, ब瘔ᗀच  क तरफ दे
ु से खकर हँ
सा, 'सॉर '
उसने कहा えफर पकौड़े  को फँ
ूक­फँ
ककर मँ
ू ह
ु म㾀
 डाला।

3/7
8/29/2016

लशस', उसने
'डे  कहा और तीन चौथाई ले
ट चट कर गया उसे
 चाय भी ब ढ़या लगी यह कहना मिु
☁कल था えक
हमार  मे
हनत रं
ग  दखा रह  थी या उसका मड
ू।

शाम को हम उसे
 नद ­えकनारे
 घम
ुाने
 ले
 गए उसक आदत थी, वह एक­एक चीज के
 इ तहास म㾀  का ☁य샳砏न
 जाने
करता।

 बनवाया, कौन से
'यह घाट えकसने  सन म㾀
् बना?'

 मू
'ये त륫룩
याँ
 कौन से
 भगवान क ह?'

 सारे
'इतने  भगवान  से
 आप लोग क Sयज
ू नह ं
 होते
?'

'यह म लाह कब से
 नाव चलाता है
, इसक उᬲ㶱 Āया है
?'

जा हर था えक हम उसके
 सभी सवाल  के
 जवाब नह ं
 दे
 पाए घर आकर हम㾀  प रवे
 यह भी लगा えक हम अपने श के
鼂वषय म㾀  कम त瑁य जानते
 えकतने  ह।

बीजी ने
 कहा, 'नीरद,  रचड륫룩 कह えक  नकर ब नयान म㾀
 से  बाहर न  नकले
 कपड़े
 पहन कर जाया करे
।'

पर  रचड륫룩 त गम  लग रह  थी वह कै


 को बहु ने
डा के  इलाके
 एलबटा륫룩  आया था, जहाँ
 से  तापमान  हमां
क से
 कई  ड朜뫽ी
नीचे
 रहता है

अं
朜뫽े
जी जानते
 हु
ए भी उसका लहजा समझने
 म㾀  थोड़ी  दĀकत हो रह  थी えकसी तरह काम­चलाऊ बात㾀
 हम㾀  हो
जातीं
 पर मने
 पाया, बीजी और ब瘔ᗀच  को ऐसी कोई परे
शानी नह ं
 थी वे
 सब  मलकर घं
टो ट .वी. दे
खते
 भाभी ने
अपने
 ऑえफस और घर के दर­बाहर का एक वी डयो टे
 अं प भी भे
जा था उसे
 वी.सी.आर पर लगाकर वह बताता
जाता, Āया हो रहा है
 जो बात शद  से
 ĀपĀट न होती, वह अ भनय करके
 परू करता सब ठहाके   बना भाषा
 लगाते
के
 वह बीजी को भाई के ता थोड़ी दे
 हाल बता दे र को म दोन  के
 बीच दभ
ुा鼂षया बनी えफर बीजी ने
 मझ
ु े
उठा  दया।

'इसक बात㾀
 मेर  समझ आ रह  ह,' उ ह ने
 कहा।

पहल  रात म मनाती रह  えक ऊपर के  म㾀


 कमरे  कह ं
 कोई  छपकल , चह
ूा अपनी दै
नक ग☁त पर न आ जाय
म瘔ᗀछर  के तजाम पहले
 ]खलाफ कई इं  से
 कर रखे
 थे

खाने
 का समय सकु
शल बीता सीधा­सादा शाकाहार  भोजन था उसे
 अ瘔ᗀछा लगा पानी उबला हु
आ था, えफर भी
उसने
 नह ं
 鼂पया उसने
 मालती से
 कहा, 'चाय'।

ह द  के
 दो तीन शद वह वह ं
 से
 सीख कर आया था 'अ瘔ᗀछा, हाँ
, नह ं
' का उ瘔ᗀचारण और अथ륫룩
 वह जानता था।

यह सोचते
 हु
ए えक हर 鼂वदे
शी को खजरुाहो जाने क बे
ताबी होती है
, हमने उसके   लए टूरĀट बस से  वहाँ
 जाने का
आर෡ण करवा  दया उसे  बताया उसने
 गद륫룩न  हलाई 'नो, आइ लान टु  सारनाथ।' (नह ं
 गो टु रा इरादा सारनाथ
, मे
जाने
 का है
।)

4/7
8/29/2016

'सारनाथ हम सब えकसी भी  दन कार से
 चल㾀
गे  कहा, 'पहले
,' नीरद ने  तम ख लो, िजसके
ु वह जगह तो दे   लए
भारत आए हो।'

उसने
 कहा, वह   ऑफ नॉले
ज, 'बो धव෡ खे
ृ ­ देगा उसक बहन ने
 उससे
 बौ  उपासना के गवाए ह, वे
 उपकरण मँ
खर दे
गा।'

हमारे
  लए अपने
 काम से
 छु
��ी ले
ना मिु
☁कल था उसने
 कहा, 'म अके
ले
 चला जाऊँ
गा आप मझ
ु े
गाड़ी म㾀
  बठा द㾀
।'

अ瘔ᗀछे जबान क तरह हमने
 मे  कहा, 'अभी ज द  Āया है
,' आए हो तो दो चार  दन रह लो।'

उसने
 अपनी डायर   दखाई, िजसम㾀
 उसके
 एक मह ने
 के
 ☁वास का परू
ा टाइम­टे
बल बना हु
आ था।

 अके
'अनजान जगह म㾀 ले
 जाते
 त෡
ुह㾀
 डर नह ं
 लगता? मने
 पछ
ूा।

'Āया आपको मझ
ुसे
 डर लगा? नह ं
 न! えफर म आपसे
 कै
से
 डर सकता हू
ँ ।'
? इनसान तो हर जगह एक­सा है

'पर त෡
ुहारे
 पास हमार  भाषा नह ं
 है
 अपनी ज㾀रत कै
से
 बताते
 हो?'

।'
'काम चल जाता है

खो, नीरद बोले
'दे श म㾀
, 'इस दे  अ瘔ᗀछे
 िजतने  बरु
 लोग ह, उतने े
 भी कोई द☁ु
मन जै
सा  मल गया, तब?'

'मझ
ु े
आपके  बताया था えक भारत म㾀
 भाई ने  पानी के
  सवा त෡
ुहारा कोई द☁ु
मन नह ं
 होगा,'  रचड륫룩 हँ
 ने सते
 हु

कहा।

खजरु
ाहो का आर෡ण र  करवा  दया गया अगले
 दो  दन का समय उसने
 㖺솅यादातर घर म㾀
  बताया दोपहर म㾀
 वह
आनं
द­भवन दे
खकर आया रात के  पर हम सब इक ा बै
 खाने ठकर बात㾀  रहे
 करते ।

प रचय का ☁थम सं
कोच टू
टने
 के
 बाद अ न ू
म न ू
अपनी परु
ानी बल
ुं
द  पर थे
 म न ू
ने
 पानी अपने
  गलास म㾀
डालने
 के
 चĀकर म㾀
 मेज पर फै
ला  दया म परे
शान हो उठ ।

, तम
'えकतनी बार कहा है ज पर खाया करो।,' मने
ु दोन  छोट  मे  भन
ुभन
ुाते
 हु
ए झाड़न क तलाश क, जो नह ं
मला।

'त෡
ुह㾀 आ है
 कनरस पड़ा हु  बड़  के
 बीच घस
ुकर बै
ठना Āया ब瘔ᗀच  को शोभा दे
ता ह?' म और भी बोलती  दन भर क
भड़ास  नकलने
 को थी वै
से
 भी प रवार का खयाल है
 えक डाँ
टते
 हु
ए मझ
ु े
नशा चढ़ जाता है
 गु
Āसे
 म㾀
 म जनम­जनम
क गल तयाँ
  गनते
 लगती हू
। दख
ँ ुी होकर म न ू
ने
 खाना ह  छोड़  दया  रचड륫룩 इसरार えकया, 'म न,ू
 ने  म त෡
ुहारा
दोĀत हू
 मे
ँ रे
 कहने
 से
 खा लो ल ज।'

 भख
'हम㾀 ू नह ं
 ह।' उसने
 कहा।

उसके  ह  अ न ू
 छोड़ते ने
 भी अपनी ले
ट सरका द ।, 'हम भी नह ं
 खाएँ
गे
।'

5/7
8/29/2016

बीजी बोल , 'इधर तो आ, म तम
ु दोन  को ]खलाऊँ
गी भग तन  ब ल  क कहानी सन
ुनी है
?'

जब ये
 दोन  छोटे
 थे  कहानी सन
, दाद  से ुते
 हु
ए, उ ह ं
 के  खाना खाते
 हाथ से  थे
 अब ब瘔ᗀचे
 कु
छ बड़े
 हो गए थे
, पर
खाने
 के  बन जाते
 समय कभी भी छोटे ।

दोन  के ह
 मँ ले
ु फू रहे

बीजी ने
 कहा, 'जो मे
रे
 पास पहले
 आएगा, उसे
 एक पया  मले
गा।'

दोन  दाद  के  मालती ने


 तĀत पर एक साथ उछलकर चढ़े  नई ले
ट म㾀
 खाना लगाकर बीजी को  दया बीजी ने
 दोन
को बात  म㾀  सार  रो टयाँ
 ऐसा लगाया えक वे  चट कर गए।

मे
रा मड आ था हमारे
ू अभी भी उखड़ा हु  घर म㾀
 दो  दन भी स यता से
 रहना दभ
ूर है
। ब瘔ᗀच  को अĀल  सखाओ तो
बड़े
 बोलने
 लगते
 ह इसी लए शायद  रचड륫룩  से
 यहाँ  ज द  जा रहा है

रचड륫룩 भोजन के
 ने  हु
 बाद चाय पीते ए हम दोन  से
 कहा, 'आपक मे
हमाननवाजी को म कभी भल
ुा नह ं
 पाऊँ
गा।
आपके
 प रवार म㾀
 मझु े
बहु
त अपनापन  मला है
।'

 क गड़ब ड़याँ
'और यहाँ  भी कभी नह ं
 भल
ूा पाओगे  कहा।
!' मने

'िज ह㾀
 आप गड़ब ड़याँ
 कह रह  ह, उनके
  लए हमारे
 दे
श म㾀  ह लोग कहाँ
 तरसते   मलती ह घर­प रवार क गम
मझ
ु े
दे
]खए, बारह साल क उᬲ㶱 से
 अके
ला हू
 माँ
ँ ­बाप का तलाक हो गया पहले
 माँ
 के
 साथ रहा दो साल। बाद उसने
दस
ूर  शाद  कर ल  えफर 鼂पता के
 साथ रहा। उसके  भी शाद  कर ल  मे
 साल भर बाद 鼂पता ने रे
  लए कह ं
 जगह नह ं
बची थी।'

 कहा।
'अब तो आप वयĀक ह।' मने

'पर えकतना अके
ला एक बात बताऊँ  अलबटा륫룩
! वहाँ  हम सब अके
 म㾀 ले
 ह, 㾀वीप क तरह आपके
 भाई कभी­कभी
कहते
 ह, नीरद ने
 ठ क えकया, जो परदे
स नह ं
 आया।

नीरद को अपने
 पर नाज हु
आ बोला, ' रचड륫룩
, म तो तभी जानता था えक रोट  के
  लए कोई अपनी  म��ी नह ं
 छोड़ता
मे
रा तो  लखने
­पढ़ने
 का काम है
 शोहरत, बदनामी जो  मलनी है
, यह ं
  मले
 सात समं

ुर पार चला गया तो कौन
सन
ुेगा मे
र  आवाज, मे
रे
 शद  म㾀
 से सार  खश
ुब ूनकल जाएगी।'

'राइट,'  रचड륫룩 कहा, 'त෡
 ने ुहारे
 भाई को उसका एहसास है
। आपके  अभी  डनर के
 घर म㾀  समय तीन पी ढ़याँ
 एक
साथ खाना खा रह  थी। अरे
, दल
ुभ स
륫룩 ख  यह ऐसा  ☁य दे
ु है खे
 मझ
ु े
बरस  हो गए えक ब瘔ᗀच  के ­बाप अपने
 माँ  माँ
­
बाप के  आ ाकार  ब瘔ᗀचे
 सामने  बन जाएँ
। तीन पी ढ़याँ
 एक छत के
 नीचे  म㾀
, एक कमरे म से
 ☁े  बै
ठ  ह, कह ं
 कोई
तनाव नह ं। आपके ल लड़कपन  मल रहा है
 ब瘔ᗀच  को एक नॉम륫룩  बहु
त बड़ी बात है
 यह! इसे
 कभी कम करके
 मत
दे
]खएगा।'

6/7
8/29/2016

रचड륫룩
 सब
ुह बनारस चला गया, पर मझ
ु े
जीवन­भर के
  लए  श��෡त कर गया वह अलमĀत परदे
सी  सफ륫룩
 सैलानी
नह ं
 था।

        
शीष륫룩
 पर जाएँ

7/7
8/29/2016

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अ+   अ­
कहानी

पीठ 
ममता का लया 

वह आईमै
Āस एडलै
स के
 锂वशाल गं

ुद छ锂वगह
ृ के
 प रसर म㾀
, 'एडोरा' के ल
, तĀवीर क तरह, एक Āटू
 शो㾀म म㾀
पर बै
ठ  थी। उसके
 चार  ओर तरह­तरह के
 锂व㾀यत  थे
ु उपकरण चल­えफर रहे , जल­बझ  थे
ु रहे । Āवचा लत सी ढ़याँ
और पारदश   लSट को एक बार नजरअं
दाज कर भी  दया जाए पर 锂व㾀यत  पर तो गौर करना ह  पड़ा जो
ु झरने
अपनी हर  रोशनी से
 उसे
 सावन क घटा बना रहा था।

कै
फे स  पर  टका­ टका हष㴇툌
 क कु  बड़ी दे
 उसे र तक दे
खता रहा। उसे
 लगा, उसके णे
 4 गु
 सामने  6 का कै
नवास लगा
है
 िजस पर झु
का हु
आ वह इस ता豊姀सं

ुर  का  च  बना रहा है
। पहले
 वह हु
सन
ै क तरह लं
बी, खड़ी,  तरछ  बे
धड़क
रे
खाएँ
 खीं
चता है मार क तरह उसम㾀
, えफर वह रामकु  बार えकयाँ
 भर रहा है

ले
えकन बार えकयाँ
 भरने
 के
  लए, अपने
 मॉडल को नजद क से
 जानना होता है
। वह कै
फे  उठा।
 से

एकदम सीधे
 उस तक पहु
चने
ँ  क  ह෡मत नह ं
 हु
ई।

वह गं

ुद प रसर म㾀मतलब घम
 बे ूता रहा।

उसने
 नरम चमड़े
 के
 मढ़ ठकर दे
ू पर बै खा। दरू  ये
 से  मढ़
ूे
 锂वशाल गठर  जै
से
 लग रहे
 थे
 ले
えकन बै
ठते
 ह  ये
आरामकु
स  म㾀
 तद ल हो गए। 嬎यादा महँ
गे
 भी नह ं
 थे
। ले
えकन यह तय था えक ये
 जगह बहु
त घे
रते

हष㴇툌  लाइफ­साइज तĀवीर पर खल
 को अपना कमरा याद आया जो इतना छोटा था えक वह कभी वहाँ ुकर, फै
लकर
काम नह ं
 कर पाया। वह सोचता रहा लड़क के
 पास जाए या न जाए।

उसे
 दश㴇툌
न क याद आई। दश㴇툌
न को कहा नयाँ
, नाटक  लखने
 का शौक था। पहले
 पहल वह 锂वशु Āवां
तः सख
ुाय
लखा करता था। えफर  म ः सख
ुाय  लखने लगा। अब तो बाकायदा बहु
जन  हताय बहु
जन सख
ुाय ले
खन करता
और ☁सार भारती क गोद म㾀
 खेलता है

えकतना अजीब है
 えक बी.ए. えकए हम㾀  या चाल स, हम उन  दन  के
 चार बरस बीत㾀  दोĀत  को इतनी भावक
ुता से
याद करते
 ह। वे
  दन, वे
 दोĀत, えकसी परु
ानी えफ म क तरह, हमार  आँ
ख  म㾀 ­えफरते
 चलते  िजं
दा होते
 जाते
 ह।
उनक Āम ृ
तयाँ
 हम㾀 दत करती रहती ह। उसी प रसर म㾀
 Āपं , ब䝛�च  के
 थोड़ा आगे   लए खे
ल­पाक㴇툌
 था। यहाँ
锂व㾀यत
ुचा लत पागल ग त के  थे
 bखलौने , द☁ु
मन टक  को मार  गराने
 वाल  कड़कड़ाती बं
दक
ू㾀
 और गनगनाती

1/7
8/29/2016

मोटरसाइえकल㾀
। इन वी डयो खे
ल  म㾀
 ग त नह ं
, ग त का सं
㷩म था। ब䝛�च  के जन मे
 मनोरं  कौतक
ु, 锂वĀमय,
स दय㴇툌 गीत के
, सं   लए कोई Āपे
स नह ं
 था। भार  बĀस  म㾀 त आवाज㾀
 锂वकृ  और  ☁य भरे
 हु
ए थे
। ब䝛�च  के
 मढ़
ू माँ
­
बाप उ ह㾀 ल  म㾀
 इन खे  यĀत कर गव㴇툌
 और आनं द से
 मĀ
ुकरा रहे थे

Āवचा लत सी ढ़य  के  फवारा था और छोटा­सा तालाब। तालाब के


 नीचे  ठ क सामने
 वह Āटॉल था िजसके ल
 Āटू
पर वह लड़क बै
ठ  थी,  न☁चल।

हष㴇툌 आ えक वह अपनी Āके
 को अफसोस हु चबक
ु साथ नह ं
 लाया। 'एडोरा' म㾀
  बजल  से
 चलने
 वाले
 घरे
ल ू
उपकरण
क ☁दश㴇툌
नी लगी थी। Āटॉल म㾀
 दो लड़के  थे
 दा  और बा  ओर खड़े ।

हष㴇툌मतलब महारानी  मĀसी का वह कागज पढ़ने
 बे  लगा िजसम㾀
 संजीव कपरू सते
 हँ  हु
ए  योत रहा था, 'खाना
खजाना क शान, महारानी  मĀसी से
 锂पसी दाल㾀 ।'
 और मसाले

उसके
 हाथ म㾀 खते
 कागज दे  ह  ता豊姀सं

ुर  हरकत म㾀 ल से
 आई। Āटू  उतर वह  मĀसी काउं
टर पर पहु
ची। उसने

अपनी बड़ी­बड़ी आँ
खे
 उठाकर हष㴇툌 खा और बोल , 'यह हमारा सबसे
 को दे  अ䝛�छा उᕷपाद है
। इसम㾀  कड़ी
 कड़ी से
चीज भी  मनट  म㾀 । म आपको ह द  पीसकर  दखाऊँ
 锂पस जाती है !'

'नह ं
, नह ं
,' हष㴇툌  ह द  क गाँ
 कहना चाहता था पर तब तक लड़क ने ठ㾀
 डाल कर  मĀसी चला द । हाथ के  से
 इशारे
हष㴇툌 उसे
 ने  रोका। उसे
 बताया えक नन ल, ह द  क उसके
ू, ते , えफलहाल, कोई जगह नह ं
 जीवन म㾀 । लड़क कपड़े
धोने
 का उपकरण  दखाने
 लगी।

bखए, यह सामने
'दे  से
 खल
ुने
 वाल  मशीन है
। इसम㾀  ऐसे
 कपड़े  धल
ुते
 ह', उसने
 हाथ  से
 मक
ू अ भनय えकया।

हष㴇툌 सी आ गई। Āया यह लड़क उसे
 को हँ  अपना सं
भा锂वत 畤㸭ाहक समझती है
। वह तो गु
ण畤㸭ाहक क भू
मका म㾀
आया है
। उसने
 कहा, 'जब कपड़े
 मै
ले
 हो जाते
 ह, म नए खर द ले
ता हू
।'

 अमीर ह?' लड़क क आँ
'Āया आप इतने ख㾀
 कुछ फै
ल गई।

'नह ं ।'

, म इतना आलसी हू

लड़क ने
 एक ෡न  दलचĀपी से
 हष㴇툌 खा, えफर वह वापस Āटू
 को दे ल क तरफ जाने
 लगी।

हष㴇툌  तᕷकाल कु
 को लगा उसे छ करना होगा। वह यकायक बोल पड़ा, 'Āया आप मे
रे
 साथ कॉफ पीना पसं
द कर㾀
गी,
यह ं
 सामने
।'

उसक आशा के
 锂वपर त लड़क ने
 कहा, 'हाँ
 ल ज, म बहु
त ऊब रह  हू
।'

 क  बᵴ?' हष㴇툌
'यहाँ  पछ
 ने ूा।

' बᵴ करना मे
रा काम नह ं
 है
। म सामान का ☁दश㴇툌
न करती हू
।  बᵴ वाले
ँ  लड़के  खड़े
 यहाँ  ह,' उसने
 दोन  लड़क
क तरफ इशारा えकया।

2/7
8/29/2016

लड़क ने
 अपना पस㴇툌 ल से
 Āटू  उठाया। लड़क  से
 कहा, 'दस  मनट के
  लए जाती हू
, ठ क है
ँ ।'

लड़क  ने
 गद㴇툌
न  हला द ।

हष㴇툌
 को लगा, लड़क खल । पहल  मल
ु えकताब है ुाकात म㾀 छ बता  दया। नाम ­ इं
 सबकु दज
ुा,  श෡ा ­ बी.एससी.,
काम ­ ☁ᕷय෡ ☁चार।

त मॉड लं
'अथा㴇툌 ग!' हष㴇툌 कहा।
 ने

' ब कु
ल नह ं
। म मटक­मटक कर रप पर कै
टवॉक कभी न क㾀ँ  परहे
,' लड़क को मॉडल शद से ज था।

नया म㾀
'हम कलाकार  क द ु  मॉडल इतना खराब शद नह ं
 समझा जाता। हमारे
  लए तो सार  सिृ
Āट ह  मॉडल है
।'

' सफ㴇툌
 भ­ू☁य  के
  लए। आजकल कौन बताता है
 भ­ू☁य। आपक द ु
नया म㾀
 मॉडल का मतलब आज भी सजीव,
न뛿뱏न आकृ
त है
। आपके  मॉडल और न뛿뱏नता पया㴇툌
 यहाँ यवाची शद ह।'

हष㴇툌 लड़क को जै
 ने से
 समझा, उससे
 वह कह ं
 嬎यादा सचे
त  नकल । उसने
 कहा, 'आपके
 दस  मनट हो गए ह।
आप えफर कभी  मल㾀
 तो म आपको बताऊँ टं
 えक प㾀ग क खब
ूसरू
ती और खस
ुूसयत Āया ह।'

इं
दज
ुा ने
 कहा, 'ठ क है
 हष㴇툌
।'

हष㴇툌
 च का, 'आप मे
रा नाम जानती ह?'

'हाँ गीर आट㴇툌
, जहाँ लर  म㾀
 गै नी म㾀
 आप अपनी एकल ☁दश㴇툌  अलग और अके
ले
 खड़े
 थे
। तब मने
 आपक तĀवीर㾀खी
 दे
थीं
।'

हष㴇툌 त खश
 बहु ु हो गया।

खता हू
'दे , 锂व ान क पढ़ाई ने
ँ  कला के  आपके
 दरवाजे   लए बं
द नह ं
 えकए।'

 तो  सफ㴇툌
'दरवाजे  रोजगार के द पड़े
 बं  ह।'

'मगर यह काम जो कर रह  ह?'

'यह तो दस  दन का काम है
। पाँ
च हजार का अनब
ुं
ध है
। पाँ
च सौ पए रोज, उसके ��ी।'
 बाद छु

गी?'
'えफर Āया कर㾀

गी। ☁Āताव आते
'えकसी और चीज का ☁चार क㾀ँ  रहते
 ह।'

गी?'
'कल आएँ

'बताया न दस  दन का कप ह। आज तो दस
ूरा ह   दन है
।'

3/7
8/29/2016

जानकार  छोट  थी पर हष㴇툌  दश㴇툌


 को बड़ी लगी। इतनी बड़ी えक उसे न को बताने
 क ज द  हो गई।

दश㴇툌
न घर पर अगल  िĀᵴट पर काम कर रहा था। हष㴇툌
 का तरोताजा, Āल न शे
ड चे
हरा दे
खकर बोला, 'लाइन
मारने
 जा रहे
 हो या लाइन मारकर आ रहे
 हो?'

हष㴇툌 भव㾀
 ने   सकोड़ीं  स ड़यल सी रयल  लखते
, 'हर हSते ­ लखते
 त෡
ुहार  भाषा बबा㴇툌
द हो रह  है
। लाइन मारना Āया
होता है
 बोलो?'

दश㴇툌
न सकपका गया। जब से
 वह हSतावार ले
खन करने
 लगा था, पै
सा तो उसके
 ऊपर बरस रहा था पर उसके
आᕷम锂व☁वास म㾀
 कमी आई थी।

हालाँ
えक उसक  नर ෡ण­෡मता और 锂वसं
ग त­बोध पहले
 से
 ते
ज हु
आ था, उसे
 हमे
शा लगता えक कल कोई बे
हतर
लĀखाड़ आकर उसके गा।
 सा豊姀ा嬎य पर कजा जमा ले

हष㴇툌  ෡े का Ā लां
 अपने सर था। प㾀
टं
ग म㾀
 उस पर न कोई  नयम थोपे
 जा सकते
 थे । अब तक उसे
, न शत㾀  नौकर
म㾀 धने
 बाँ  के समĀत ☁यास 锂वफल  स  हु
ए थे
। एक बार मं

ुई  श锂पं
ग कॉरपोरे
शन क कला☁ेमी मालえकन ने
 बड़े
इसरार से उसे अपने
 सस
ुि嬎जत बँ
गले म㾀 कर कहा था, 'हष㴇툌
 एक कमरा दे  आप मे

 जी म चाहती हू रे
 घर को एकदम
शां
त नके
तन बना द㾀
। इसक हर द वार पर आकर हĀता෡र स हत  च  सजे
।'

उसने
  च कार के
  लए नई­नकोर कै
नवस, तू
लका और रं
ग मँ
गा  दए।

हष㴇툌  ह   दन वहाँ
 तीसरे  से
 भाग आया, अधरू तĀवीर वह ं
 छोड़कर। साथी कलाकार  ने
 पछ
ूा, 'Āया हु
आ यार?
मालえकन ने
 त෡
ुहार  ईगो से
 छे
ड़छाड़ कर द  Āया?'

हष㴇툌  सगरे
 ने ट का टोटा जमीन पर रगड़कर बझ
ुाते
 हु
ए कहा, 'नह ं
 यार, पर इतने
  चकने
 वै
भव म㾀 टं
 प㾀ग तो Āया
मझ
ुसे
 पॉट  भी नह ं
 उतरती। वह मे
र  द ु
नया नह ं
। दो रात  से
 सो ह  नह ं
 पाया।'

इरफान उसे
 जानता था। उसने
 कहा, 'त෡
ुह㾀 द तभी आती है
 नीं , जब पंह बीस  मनट अपने
 कमरे
 का झड़ता
पलĀतर टकटक लगाकर दे
खते
 रहो।'

 मझ
'कसम से ु े
अपना कमरा बड़ा याद आया।'

ऐसे
 बे
ढब आदमी से
 बड़े
 ढब से
 बात करनी होती है न को इसका अहसास था।
, दश㴇툌

भीर है
'सॉर  यार, मामला गं  Āया?'

अगले
  दन दश㴇툌
क को ता豊姀सं

ुर   दखाई गई। तय हु
आ हष㴇툌  बढ़े
 आगे ।

मह ने
 भर हष㴇툌 बहु
 ने त काम えकया। दो तĀवीर㾀
 परू और एक अधरू बना । दोन  तĀवीर  के
 畤㸭ाहक भी फौरन  मल
गए। वह रोज आईमै
Āस गं

ुद छ锂वगह
ृ जाता रहा और बाद म㾀 शन पर मँ
 दादर Āटे डराता रहा Āय えक इं
दज
ुा दादर
म㾀
 रहती थी। ज द उसने
 दोĀत  को खबर द  えक वह इं
दज
ुा से
 शाद  करे
गा।

4/7
8/29/2016

इं
दज
ुा शायद इतनी ज दबाजी पसं
द न करती पर उसके  उसक शाद  के
 घर वाले  म㾀
 बारे द कर चक
 सोचना बं ुे ।
 थे
वे
 उससे
 छोट  लड़क क सगाई कर चक
ुे  और अब लड़के
 थे यार  म㾀
 क शाद  क तै । वे
 थे  इं
दज
ुा को समझाते
, 'तम

इतना कमाओ えक त෡
ुह㾀 । पाँ
 शाद ­याह क परवाह ह  न रहे च सौ पए रोज म㾀
 जो मज  करो। शाद  म㾀 झट
 सौ झं
ह।'

इन बात  से
 इं
दज
ुा भड़क हु
ई थी। えफर हष㴇툌
 जैसा सद
ुश㴇툌
न 锂वक प जो  मल रहा था।

दश㴇툌
न ने
 पग­पग पर इन ☁े
मय  का साथ  दया। वह अपनी छोट ­सी कार, बड़े
 से
 Sलाइओवर के  मामा लां
 नीचे ी
के
 पास पाक㴇툌   दन भर इं
 कर, दादर म㾀 तजार करता रहा えक कब इं
दज
ुा घर से
 भाग कर आए और वह उसे
 गं
तय
तक पहु
ँचाए। अदालत से
 锂ववाह ☁माbणत हो जाने
 के न ने
 बाद दश㴇툌  ह  इं
दज
ुा के
 घर तार えकया। वकल क सलाह
के
 मत
ुा बक दश㴇툌
न इं
दज
ुा के  सच
 घर पर भी Āवयं ूना देने
 गया えक उसक शाद  हो गई।

अगले
 कु
छ मह ने
 दोĀत  ने
 हष㴇툌 तरे
 का नाम हषा㴇툌 क रख  दया। उसका सारा ढब ह  बदल गया। अब उसके
 घर
वĀत­बे
वĀत  बयर­बै
ठक नह ं
 हो सकती थी। दोĀत  के
 घर उसके
 चĀकर कम हो गए। कला­वी थय  म㾀
 कभी
सब टकरा जाते
। हष㴇툌
 कहता वह ज द  उनक गप­गोĀठ  म㾀
 शा मल होगा पर आजकल एक पीस पर काम चल
रहा है

न पछ
'माĀटरपीस!' दश㴇툌 ूता।

'यह त෡
ुहारे
  हं
द  ले
खन क द ु
नया नह ं
 िजसम㾀
 जो भी, जब भी  लखा जाता है ।' हष㴇툌
, माĀटरपीस ह  होता है
हँ
सता। ले
えकन मन ह  मन उसे
 अहसास होता えक दोĀत बहु
त गलत भी नह ं
 कह रहे
। िजस पीस पर वह काम कर
रहा था, वह उसके
  लए खास मायने
 रखता था। इस तĀवीर क श
ुआत म㾀
 एक इ तहास था।

इं
दज
ुा क तां
बई 㾀प­रा श का ऐ☁वय㴇툌   दन पर  दन रस सĀत करता जा रहा था। इं
 उसे दज
ुा को भी हष㴇툌
 के ग
 सं
एक­मन एक­☁ाण क अनभ
ुूत बनी हु
ई थी। ग म㴇툌
य  क एक रात उमस से
 घबराकर इं
दज
ुा ने
 एकदम मह न
मलमल का कु
ता㴇툌
 पहन  लया,  बना अं
तःवĀ  के
। षटकोणीय लपशे
ड क आड़ी­ तरछ  えकरण㾀
 उसक पीठ को
जगमगा ग । उसक तां
बई ᕷवचा पर सन
ुहर  ☁काश­रि☁मयाँ
 खो खो खे
ल रह  थीं
। उस वĀत हष㴇툌
 क उपिĀथ त
और अपनी दे
ह क अविĀथ त से
  नसं
ग वह कु
त
 का आगे
 का  हĀसा उठाकर अपने
 को हवा कर रह  थी।

नह ं  तरु
, हष㴇툌 ं
त कागज प㾀
सल ले
कर नह ं
 आया। उस ෡ण तो वह तपे
 हु
ए तां
बे
 का Āलोप  नहारता रहा। उस Āलोप
म㾀
 मे㾀दं
ड क दो­तीन ह डयाँ
 उभर  हु
ई थीं से
, जै दो­तीन पड़ाव।

इं
दज
ुा ने
 घम
ू कर हष㴇툌 खा। जै
 को दे से
 उसे
 पता चल गया えक हष㴇툌 । उसने
 Āया सोच रहा है  कु
ता㴇툌  えकया और कहा,
 नीचे
लर ज㾀र लगवा लो। कमरा भ��ी क तरह तप रहा है
'इस बार कू ।'

'म भी।'

えकन म नह ं
'ले । म नहाने
 जा रह  हू
।'

5/7
8/29/2016

इं
दज
ुा कमरे
 से
 चल  गई पर उसक छ锂व हष㴇툌 ख  म㾀
 क आँ  समा गई। बगल के  म㾀
 अधकमरे  Āटू
 उसने डयो बना
रखा था। वहाँ
 बे
तरतीब कागज, हाड㴇툌
बोड㴇툌 ग, Āश पड़े
, रं  रहते
।  थनर क गं
ध हमे
शा इस कमरे
 म㾀
 कैद रहती। यहाँ
बछ  दर  म㾀
 भी तरह­तरह के ग  के
 रं   नशान पड़े
 थे
। एक कोने
 म㾀
 मेज पर चारकोल के कड़े
 टु रस
, लाĀटर ऑफ पे
क छोट  थै
ल  और रं
ग­पत
ुी शीशी म㾀
 पानी रखा था।

आधार  च  बनाने
 म㾀
 हष㴇툌 र नह ं
 को दे  लगी।

रं
ग और रे
खाओं
 के त सावधानी बरतनी थी।
 बहु
 锂ववरण म㾀

हष㴇툌
 रात भर  च  म㾀
 लगा रहा।

इं
दज
ुा एक बार आकर दे
ख गई।

आधी रात जब उसक नीं
द खल डयो म㾀
ु, वह えफर Āटु  आई।

अब तक  च  ĀपĀट हो गया था।

उसने
 ऐतराज えकया, 'दे
खो, त෡
ुह㾀 , मझ
 पता है ु े
मॉड लं
ग से
  चढ़ है
। तम
ुने
 मे
रा  च  Āय  बनाया?'

द ु
'इं इस पीस म㾀
 मेरे
 सᕷताईस साल  के Āमरण ह।'
 सं

हष㴇툌 कई सै
 ने शन म㾀
  च  म㾀
 कुछ प रवत㴇툌
न えकए। Āमरण­शिĀत ने
 उसका साथ  दया। अब यह पीठ अके
ल  इं
दज
ुा
क नह ं
 थी, इसम㾀 तयाँ
 कई पीठ  क Āम ृ  आ  मल  थीं
। इस पीठ म㾀
 माधरु द ෡त क पीठ थी, िĀमता पाट ल क
पीठ थी, यह पीठ कमनीय से
 अ धक कोमल थी, कोमल से
 अ धक कृ
श थी। इसम㾀
  नराला क Āला सक क锂वता
'वह तोड़ती पᕷथर' वाल  मजदरू
नी क भी पीठ थी। यह कई­कई सु
धय  क पीठ थी। परू

 कै
नवस पर अके
ल,
लं
बी, साँ
वल  आकृ
त थी जो उᕷतान भी थी और ढलान भी।

यह तĀवीर एक साकार Āवन क तरह बनी। िजस  दन राĀ य कला­वी थ म㾀


 अ य  च  के  ☁Āतत
 साथ इसे ु
えकया गया, बाक  च  जै
से
 अनप
ुिĀथत हो गए। Āवयं
 उसके
 साथी कलाकार हष㴇툌 र न रह
 क सराहना えकए बगै
सके
। कला समी෡क  ने
 अखबार  म㾀  क  च कला म㾀
 हष㴇툌  अमत
ृा शे
र गल से
 लगाकर ज तन दास तक से
 आगे
 क
सं
भावनाएँ
 ढू
ढ़ । और तो और कला­वी थ के
ँ  बाहर 'पीठ'  च  के ट  बकने
 फोटो 锂☁ं  लगे

शहर के  अमीर उ㾀योगप त ने


 सबसे  कई लाख म㾀
  च  खर द  लया। दोĀत  ने
 दावत माँ
गी।

'सय
ूा㴇툌  पाट䍿 रखी गई। इस शाम के
' म㾀   लए इं
दज
ुा ने
 सलमे
 जड़ी काल  े
स चन
ुी और हष㴇툌 ᵴम कलर का कु
 ने ता㴇툌
से
ट। पाट䍿 म㾀 छ बे
 सबकु हतर न रहा।

खसत होते
 रात के न ने
 एक बज गया। नवरोज, इरफान, दश㴇툌  बड़ी मब
ुारक㾀
 द ं
। तभी दश㴇툌
न ने
 कहा, 'हष㴇툌
 इस
माĀटरपीस का ꠻‣े
य त෡
ुह㾀
 नह ं
, त෡
ुहार  मॉडल को जाता है
।'

 मॉडल कहाँ
'मने  इĀते
माल えकया?' हष㴇툌 锂वĀमय  दखाया।
 ने

6/7
8/29/2016

 ह दोĀत। यह इं
'हम भी समझते दज
ुा क पीठ है
, शत­☁ तशत।'

मझ
ु े
तो पता भी नह ं दज
, बाय गॉड, इंुा ने
 आ☁चय㴇툌
  दखाया।

'तम
ु उधर के हमान  पर यान दो,' हष㴇툌
 मे  इशारे
 ने  से
 इं
दज
ुा को हॉल के
 दस
ूरे
 कोने
 म㾀
 भेज  दया।

घर लौटकर इं
दज
ुा ने
 कपड़े
 बदलते
 हु
ए कहा, 'आज अपनी सहे
लय  से
  मलकर बड़ा अ䝛�छा लगा। ये
 सब मे
रे
 साथ
मी डया पिल सट  म㾀 । सोचती हू
 थीं , म भी えफर काम श㾀
ँ ।ू
ु कर दँ ।'

 बोर होती रहती हू
 घर म㾀

'नह ं
,' हष㴇툌 कु
 ने छ कठोरता से
 कहा, 'तम
ु कह ं
 नह ं
 जाओगी।'

इं
दज
ुा ने
 शरारत से
 कहा, 'यार­मह
ुबत म㾀
 सात ल वर का ताला नह ं
 लगाया जाता हष㴇툌
। म तो वह ☁ᕷय෡ ☁दश㴇툌

वाला काम बड़ा  मस करती हू
।'

हष㴇툌 उसे
 ने  पकड़कर bझं
झोड़  दया, 'त෡
ुह㾀 न का चĀका लगा है
 ☁दश㴇툌 । बताओ दश㴇툌
न से
 त෡
ुहारा Āया  र☁ता है
? उसने
कै
से
 जाना यह त෡
ुहार  पीठ क तĀवीर है
।'

।ू
'पागल हो, म Āया जानँ न त෡
 दश㴇툌 ुहारा दोĀत है
। म Āया त෡
ुहारे
 दोĀत को पीठ  दखाती えफरती हू

?'

 उसने
'हो सकता है  त෡
ुह㾀  दे
 नहाते ख  लया हो, लापरवाह तो तम
ु हो ह ।'

 तम
'हष㴇툌  हो। बाथ㾀म म㾀
ु मनोरोगी क तरह बोल रहे  दरवाजा नह ं
 है
 पर पदा㴇툌  न। और सारे
 तो है   दन तो तम
ु घर
पर ह  होते
 हो।'

हष㴇툌
 पर कोई तक㴇툌
 का असर न कर सका। वह 锂वषाद畤㸭Āत हो गया। सफलता के
 बावजद मसम
ू वह गु  लगा।
ु रहने
लोग इस मौन को उसक सं
वे
दना और ग रमा से
 जोड़ रहे
 थे
। आए  दन प कार उसका सा෡ाᕷकार ले
ने
 आते
। वह
अपनी अ य सभी तĀवीर  पर बोलता ले
えकन परु
Āकृ
त तĀवीर 'पीठ' पर चप  लगता मी डया
ु लगा जाता। उसे
उसका जीवन उघाड़ने
 का षयं रच रहा है

        
शीष㴇툌
 पर जाएँ

7/7
8/29/2016

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कहानी

बड़े
  दन क पव 쬾끟 झ 
ू साँ
ममता का लया 

मझ
ु े
न盚ृ
य नह ं
 आता था। च भी नह ं
 थी। मने
 ऐसा ह  कहा था।

वह बोला ­ आता मझ
ु े
भी नह ं
 है

मने
 सोचा बात ख盚म है

उसने
 हाथ म㾀 खा और हकबकाया सा हँ
 पकड़ी मोमब盚ती क तरफ दे स  दया ­ यह मने
 ले
 ल  थी। मझ
ु े
पता नह ं
 था
इसका मतलब यहाँ
 यह होता है

सब अपनी अपनी मोमबि盚तय  और लड़えकय  के । बड उसका इं


 साथ Sलोर पर थे तजार कर रहा था।

gखए ल ज, मे
­ दे रे
 दोĀत  म㾀
 मेर  बहु
त हँ
सी होगी अगर म नाच न पाया।

वह तब तक नव쬾끟
स हो गया था।

म उससे
 뀲㏑यादा अटपट  हालत म㾀  㾀प क तरफ दे
 थी। मने खा, えफर उसक तरफ।

मने
  नण쬾끟
या盚मक ढं
ग से
 कहा

­ म शाद शद
ुा हू
ँ रे
, यह मे प त ह।

उसने
 मझ
ु े
छोड़ 㾀प से
 ☁ाथ쬾끟
ना करनी श
ु कर द । बड़े
  दन क पव 쬾끟 झ को न盚ृ
ू साँ य जाने
  बना भी नाचना म अजीब
न मानती, पर 㾀प ने
 मोमब盚ती नह ं
 खर द  थी और हमार  शाद  को  सफ쬾끟 च  दन गु
 पाँ जरे
 थे
। साढ़े
 चार  दन हम
एक ह  कमरे
 म㾀
 कैद रहे
 थे
 और उठने
 के  थे
 नाम पर बाथ㾀म तक जाते ।

आज बाहर आते
 समय मझ
ु े
लगा, मने
 कहा भी ­  दन सफे
द नह ं
 लग रहा त෡
ुह㾀
?

㾀प ने
  सफ쬾끟 म㾀
 कहा ­ लोग अभी भी बस क Āय ू  ह।
 खड़े

वह 㾀प से
 बात कर चक
ुने
 पर मे
र  ओर ऐसे
 बढ़ा えक उसे
 अनम
ु त  मल गई है
। मने
 㾀प क ओर  बलकु
ल पि盚नय
वाल   नगाह से
 दे
खा। वह चौड़ा बड़ा पै
ग मँ

ु म㾀 ल रहा था।
 उड़े

1/4
8/29/2016

हमारे
 Sलोर पर आते
 ह  बड श
ु हो गया। वह लड़का खश  मोमब盚ती जला ल  थी और ढू
ु था। उसने ढ़ ढू
ँ ढ़ कर

दोĀत  क ओर दे
ख रहा था। िजस えकसी दोĀत से
 उसक आँ
ख  मल जाती, वह मझ
ु े
अधक कस कर पकड़ ले
ता
जै
से
 बᢳचा एक और बᢳचे
 को दे
ख कर अपना gखलौना पकड़ता है

म सोच रह  थी वह मझ
ुसे
 बोले
गा। उसे
 शायद न盚ृ
य क तहजीब का पता न था। वह मझ
ुसे
  बलकु
ल बात नह ं
 कर
रहा था, बस नव쬾끟
सनेस म㾀
 बार­बार मĀ
ुकरा रहा था। उसे
 इस बात का काफ Āयाल था えक मोम मे
र  साड़ी पर न
गर जाए।

☁था के
 वपर त मने
 ह  बात श
ु क ­ त෡
ुहारा नाम शायद जोशी है

उसने
 कहा ­ नह ं व!
, भाग쬾끟

­ ऐसा नह ं
 लगता えक तम  हो।
ु पहल  बार नाच रहे

वह चप र बाद उसने
ु रहा। थोड़ी दे  मझ
ुसे
 えफर माफ माँ
गी ­ मने
 आज आपको बड़ा तं
ग えकया, पर न盚ृ
य करना मे
रे
लए ज㾀र  था। यह एक...।

मने
 बीच म㾀
 टोक  दया ­ म समझती हू

वह मझ
ु े
आप कह कर सं
बोधत कर रहा था। मने
 अनम
ुान लगाया えक उसक शाद  अभी नह ं
 हु
ई थी। शाद  के
पहले
 म भी इतने
 लोग  को आप कहा करती थी えक अब मझ
ु े
ता뀲㏑जब
ु होता था।

वह बहु
त छोटा और अके
ला लग रहा था।

㾀प को म जहाँ
 खड़ा छोड़ आई थी, उस ओर इस वĀत मे
र  पीठ थी। मने
 उससे
 कहा ­ जरा दे
खना मे
रे
 प त वह ं
खड़े
 ह Āया?

उसने
 कहा ­ नह ं  नजर नह ं
, वह यहाँ  आते

थोड़ी दे
र के
  लए उसे
 पया쬾끟
त यĀतता  मल गई। ज द  ह  उसने
 बताया ­ हाँ  ह, उ ह ने
, वह वहाँ  एक और पै
ग ले
रखा है

वह 㾀प को च से
 दे
खता रहा।

गे
­ वह उतना पी सक㾀 रा मतलब, होश रखते
, मे  हु
ए?

म हँ
सी, मने
 कहा ­ इस बात क चं
ता मे
र  नह ं

वह डर गया। उसने
 मझ
ु े
यान से
 दे
खा।

मने
 बताया ­ नह ं
, म नह ं
 पीती।

2/4
8/29/2016

वह द:ु
खी हो गया था ­ म 뀲㏑यादा नह ं
 पी सकता। हमारे
 मै
स म㾀
  सफ쬾끟
  ं
Āस क पा ट쬾끟
याँ
 होती ह तो बड़ी असु
वधा
होती है

मने
 कहा ­ तम
ुने
 घर पर कभी नह ं
 पी होगी।

उसने
 गव쬾끟 बताया えक उसके
 से  घर म㾀
 अंडा भी नह ं
 खाया जाता। जब से
 वह एयरफोस쬾끟
 म㾀  उसने
 आया तभी से
पहल  बार यह सब दे
खा। घर पर उसने
 घरवाल  को  सफ쬾끟
 दध  दे
ू, चाय या पानी पीते खा था।

मने
 पछ
ूा ­ तम
ुने
 चखी है
?

, मझ
­ हाँ ु े
बहु
त कड़वी लगी है

मने
 कहा ­ मझ
ु े
कड़वाहट पसं
द है

उसने
 मे
र  तरफ यान से
 दे
खा।

मने
 えफर आ☁वासन  दया えक म वाकई नह ं
 पीती।

उस ओर जब तक मे
रा मँ
ह आ, 㾀प वहाँ
ु हु  नह ं
 था।

मने
 एकदम उससे
 पछ
ूा ­ मे
रे
 प त कहाँ
 ह?

वह सकपका गया ­ मने
 नह ं
 दे
खा; मझ
ु े
नह ं
 मालम
ू; मझ
ु े
अफसोस है

मने
 उससे
 कहा ­ म जाना चाहू
गी।

भाग쬾끟
व ने
 मझ
ु े
समझाना चाहा えक डां
स नं
बर के
 बीच म㾀
 से जाने
 से
 उसक िĀथ त えकतनी अजीब हो जाएगी।

उसने
 कहा ­ आपके
 प त बाग म㾀
 गए ह गे गे
, आ जाएँ।

मझ
ु े
हँ
सी आने
 लगी। म 㾀प को ढू
ढ़ने
ँ  नह ं
 जा रह  थी। दरअसल म उस ऊलजल
ूल  तं
ू कवायद से ग आ गई थी।
अन यĀत होने
 क वजह से
 हमारे
 जत
ू े
बार­बार एक दस
ूरे
 के र पर पड़ रहे
 पै  थे
। वह मे
र  साड़ी पर बहु
त बार पै

रख चक
ुा था और मझ
ु े
उसके  क आशं
 फटने का थी।

उसने
 कहा ­ मे
र  मोमब盚ती के  एक नं
 नीचे बर है  के
, अगर उ㾀घोषणाओं ष रहा तो मझ
 बाद यह शे ु े
कोई उपहार
मले
गा।

मने
 Sलोर पर गना, चार जोड़े
 बचे
 थे
। उसे
 अपने
 लक होने
 क काफ आशा थी।

उसने
 शमा쬾끟
ते
 हु
ए बताया えक वह रे
स म㾀 शा जीता है
 हमे ।

मने
 पछ
ूा वह えकतना लगाता है

3/4
8/29/2016

उसने
 कभी सौ से
 뀲㏑यादा नह ं
 लगाया था। उसने
 कहा えक उसक समझ म㾀
 नह ं
 आता えक वह えकस घोड़े
 पर
लगाए। वह वहाँ
 जाता है
... और उसके  खड़ा आदमी िजस घोड़े
 आगे  पर दाँ
व लगाता है ता है
, उसी पर वह लगा दे ।

मने
 उसका ज म दन पछ
ूा और उसका लक नं
बर बताया। वह खश
ु हो गया।

उसने
 मझ
ुसे
 कहा ­ आप बरु
ा न मान㾀
 तो एक बात पछँ
ूू? आपके
 प त बरु
ा तो नह ं
 मान㾀
गे
?

मझ
ु े
भाग쬾끟
व पर लाड़ आने
 लगा। लगा यह सवाल ले
कर उसने
 काफ माथापᢳची क होगी। इस वĀत वह सहमा­सा
मझ
ु े
दे
ख रहा था। मने
 कु
छ नह ं
 कहा, बस, जहाँ
 㾀प कु
छ दे
र पहले
 खड़ा था, वहाँ
 दे
खकर चाव से
 हँ
स द । उसे
उ盚तर क सĀत अपे
෡ा थी। मने
 गद쬾끟
न से
 न कर द ।

­ त෡
ुहार  कोई लड़क नह ं  ले
? ­ उसे कर मझ
ु े
िज ासा हो रह  थी।

उसने
 कहा ­ मे
र  अभी शाद  नह ं
 हु
ई।

म ने
 अं
푠៛े
जी म㾀 रा मतलब लड़क­ म  से
 कहा ­ मे  था।

वह और नव쬾끟
स हो गया।

थोड़ी दे
र म㾀
 संयत होकर उसने
 बताया えक उसक माँ
 ने
 अब तक उसके
  लए दज쬾끟
न   र☁ते
 नामं
जरू
 कर  दए ह। वह
खब
ूसरू
त­सी लड़क चाहती है शक वह इं
, बे टर ह  पास हो।

हमारा नं
बर इस बार आउट हो गया।

म हॉल म㾀 व भी साथ­साथ दे
 㾀प को खोजना चाह रह  थी। भाग쬾끟 ख रहा था। मने
 कहा वह परे
शान न हो म Āवयं
 ढू


लँ

ूी। म हॉल म㾀खने
 दे  के  बार म㾀
 बाद सीधे तहाशा पी रहा था और उतना ह  Āमाट쬾끟
 गई। 㾀प बे  लग रहा था िजतना
तब जब Āलब म㾀
 घस
ुा था। हमारे
 वहाँ
 जाते
 ह  㾀प ने
 मे
रे
  लए िजन और उसके
  लए िहĀक मँ
गाई। भाग쬾끟
व डर
गया।

मने
 㾀प को इशारे
 से
 मना えकया ­ भाग쬾끟
व बहु
त पी चक
ुा है  मोटरसाइえकल पर बारह मील जाना है
, अभी इसे ।

भाग쬾끟
व ने
 कृ
त  आँ
ख  से
 मझ
ु े
दे
खा। उसने
 एक बार えफर 㾀प से
 सफाई म㾀
 कुछ कहा।

उसक समझ म㾀
 नह ं
 आ रहा था えक, えकतनी दे
र म㾀  जाना चा हए। वह जे
 ऑलराइट कह कर चले ब से
मोटरसाइえकल क चाबी  नकाल कर खे
लने
 लगा।

㾀प ने
 मझ
ु े
कोट पहनाना श
ु कर  दया Āय えक हमारा इतनी दे
र बाहर रहना काफ साहस क बात थी, यह मानते
हु
ए えक हमार  शाद  को  सफ쬾끟 च  दन हु
 पाँ ए थे
!

        
शीष쬾끟
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4/4
8/29/2016

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कहानी

बीमार  
ममता का लया 

टै
Āसी क आवाज सन
ुते
 ह  म समझ गई थी えक वे
 ह। उ ह ने
 पै
से
 चक
ुा कर सामान खीं
च कर नीचे
 डाला और
ऊपर आ गए। भाई तथा पस䋿霭 और हडबैग से लद   दखने वाल  उसक प⫮नी। भाई ने
 अटै
ची मे
ज पर  टकाते
 हु

कहा, कै
सी त बयत है
? कोई नौकर होगा सामान लाने के  लए?

मने
 कमरे
 म㾀
 नजर घम
ुा कर दे
खा, नौकर तो नह ं
 है
। वै
से
 जीना बहु
त चौड़ा और नीचा है
। भाई जाने
 लगा उसक
प⫮नी मे
रे
 माथे
 पर हाथ रखते
 हु
ए बोल  ­ बड़ा लं
बा सफर है  म㾀
, राĀते  तकल फ भी बहु
त हु
ई त෡
ुहारे
 भाई तो कु

करते
 नह ं
 न। मस
ुाえफर  से
 जगह भी मझ
ु े
माँ
गनी पड़ी। म मĀ
ुकराई।

भाई हो डाल घसीट कर लाने
 म㾀  प⫮नी से
 सफल हो गया था, उसने  कहा, बस, वह बड़ा ं
क ह  लाना रहा है
 न अब?
उसक प⫮नी हड़बड़ा कर बोल  ­ उसम㾀 से
 えकसी का हाथ न लगवाना, जै भी हो धीरे
 धीरे
 ले
 आओ। भाई परे
शानी
जताता हु
आ えफर चल  दया। उसक प⫮नी ने
 एक हाथ से Āेसयर क तनी कसते हु
ए पछ
ूा, तम
ुने
 परु
ाना मकान
Āय  बदल  लया? えकतनी दरू  यह Āटे
 है शन से
। टै
Āसी ह  टै
Āसी म㾀
 पतीस  मनट लग गए ह। म ने कहा, पहले
मकान से
 ऑえफस पहु
चने
ँ  के
  लए मझ
ु े
बस म㾀
 पचास  मनट लग जाते
 थे
। त෡
ुहे
 े
न से
 आना जाना चा हए न!
उसने
 कहा।

जब से
 म लोकल े
न से
 भीड म㾀
 गर पड़ी थी, मझ
ु े
े
न से
 नफरत हो गई थी। वै
से
 भी मझ
ु े
लगता था えक तीस
सै
क㾀
ड का समय गाड़ी म㾀  के
 चढ़ने   लए नाकाफ होता है
 और लोकल े
न हर Āटे
शन पर तीस सै
क㾀
ड खडी होती थी।

भाई मोटा काला ं
क  लए कमरे
 म㾀
 आ गया था। म सोचती थी えक इस बार मझ
ु े
काफ बड़ा कमरा  मल गया है

पर भाई के
 सामान के  का फश䋿霭
 बाद कमरे  म㾀
 एकदम ढक गया था। अब कमरे   सफ䋿霭 ग, दो कुस䋿霭
 पलँ याँ
 और सामान
नजर आ रहा था। भाई ने
 बै
ठ कर कहा ­ चाय का इं
तजाम तो है
 न? मने
 कहा ­ हाँ
, हाँ रे
, मे पास गै
स है
 और  बजल
क के
तल  भी। भाई क प⫮नी बोल , तम
ु कै
से
 गु
जारा करती हो, कम से
 कम एक नौकर तो रखना चा हए था।

म चप
ु रह । उ ह㾀
 बताना मिु
☁कल था えक अके
ल  लड़क क घर के
 नौकर के  जड
 साथ Āया­Āया अफवाह㾀 ु ज़ाती ह।
नौकरा नय  से
 मे
र  बहु
त ज द लड़ाई हो जाया करती थी। वे
 चोर होती थीं
 और झू
ठ । आजकल सामने
 बनती
बि डं
ग का एक चौकदार आकर चाय के न माँ
 बत䋿霭 ज जाया करता था और झाड़ू ता था। इससे
 भी लगा दे  䱑यादा
काम के
  लए उसम㾀
 अĀल नह ं
 थी। डॉĀटर ने
 अब तक दवा भी खद गवा कर द  थी।
ु मँ

1/4
8/29/2016

भाई क प⫮नी अपना बदन सँ
भालते
 हु
ए उठ  और रसोई म㾀 ची। मने

 जा पहु  भाई को आज का अखबार थमा कर
आँ
ख㾀द कर ल ं
 बं । म बात  से
 बहु
त थक गई थी। म थोड़ी­सी बात करने
 से
 ह  थक जाती और साँ
स ते
ज चलने
लगती थी। बि क डॉĀटर को मने
 यह बात कह कह कर इतना डरा  दया था えक उसने
 मझ
ु े
का ड䋿霭
यो䠒ाम कराने
 क
सलाह द । का ड䋿霭
योलॉिजĀट क  रप ट म㾀 छ  डटे
 ऐसा कु Āट नह ं
 हु
आ। पर म अĀपताल जाकर, का ड䋿霭
यो䠒ाम
कराने
 म㾀
 इतना थक गई えक मझ
ु े
कई  दन  तक लगता रहा えक  रप ट गलत है

भाई क प⫮नी रसोई से
 परे
शान होती हु
ई आई और भन
ुभन
ुाते
 Āवर म㾀
 प त से
 कहा, म सार  रसोई ढू
ढ़ चक
ँ ु हू

, न
तो चीनी  मलती है  कहा, सब चीज㾀
, न चाय क प⫮ती। म ने ग के
 पलँ  रखी ह। दध
 नीचे , उसका  डबा भी
ू भी? हाँ
नीचे
 ह  रखा है
। वह えफर रसोई म㾀
 घस र म㾀
ु गई और थोड़ी दे  ले
 े कर आई। वह पलँ
ग पर बै
ठती हु
ई बोल , लो भई,
बना लो अपनी­अपनी, म तो बहु
त थक गई। भाई ने चाय के  बना बना कर थमाये
 याले । म ने
 कहा, मे
रे
 बीमार
होने
 से
 आपको बहुत तकल फ हो रह  है
 न? मे
रा बदन  बलकुल टू
ट चक
ुा है, नह ं
 तो खद
ु उठती। भाई ज द ­
ज द  बोला, नह ं
­नह ं , वरना दस
, यह तो सफर क थकान है ूर  को तकल फ दे
ने
 क तो इसे
 जरा भी आदत नह ं
है

भाई ने
 रै
क पर से
 मे
र  एĀसरे
 क  रप ट और लड­यू
रन और Āटू
ल टे
Āट क  रप ट㾀 । म ने
 उठा ल  थीं  कहा ­  सफ䋿霭
यु
रन  रप ट म㾀
  शकायत है
। उसक बीबी ने
 पछ
ूा ­ शĀकर तो नह ं
 है  कहा, नह ं
? भाई ने  शĀकर नह ं
 है । म
, पस है
ने
 उसक प⫮नी से
 कहा, रसोई म㾀 म रखा है
 डबल­रोट , मĀखन और जै । आप चाह㾀  सकती ह। उसने
 तो ले  कहा,
अचार हो तो बता दो। मठ रयाँ
 हडबै
ग म㾀  कहा, मझ
 पड़ी ह। मने ु े
खद च­एक साल हो गए ह।
ु अचार खाए पाँ

उस  दन म सारे
 समय उसे
 खाना बनाते
 और परे
शान होते
 दे
खती रह । मझ
ु ेसफ䋿霭
 यह अफसोस हो रहा था えक
शाद  के  ले
 बाद से कर अब तक वह वै
सी ह  रह  ­ वै
सी ह  बे
सल का और बे
अĀल! बि क भाई भी उसके
 साथ साथ
उसी अनप
ुात म㾀वकू
 बे फ होता जा रहा था। वह उसके
 साथ रसोई म㾀  लगा था जै
 ऐसे से
 えक उसक प⫮नी ऑपरे
शन
कर रह  हो। मे
र  समझ म㾀
 नह ं
 आ रहा था えक ये
 लोग मे
रा Āया Āयाल रख पाएँ
गे
। मझ
ु े
Āवयं
 पर गु
Āसा आ रहा
था। भावक
ुता के  ෡ण म㾀
 एक बचकाने  भाई को बहननम
 म ने ुा च�𐀀ी  लख द  थी えक म えकतनी बीमार और
えकतनी अके
ल  हू
ँ   लखा था えक, यह बहु
! भाई ने त अ꿆薈छा हु
आ えक इस साल म ने
 अपनी कै
जअुल ख⫮म नह ं
 क।
हम लोग आ जाएँ
गे

भाई ने
 अगले
  दन बाक क  रप ट ला द ं
। えकडनी म㾀
 इनफै
Āशन था िजसक ऑपरे
शन वाल  िĀथ त नह ं
 आई थी
पर लं
बा इलाज चलना था। डॉĀटर ने
 दवाइय  और इं
जे
Āशन  क लं
बी फे
ह रĀत  लख द  और  बĀतर म㾀  क
 रहने
ताकद। डॉĀटर ने
 कहा जै
से
 जै
से
 इनफै
Āशन दरू
 होगा, बख
ुार अपने
 आप हटता जाएगा। भाई क बीवी ने
 पछ
ूा, 99
के  तो नह ं
 आगे  बढ़ता बख
ुार। म ने
 कहा नह ं  33  दन  से
, ᘂपछले । उसने
 99 ह  है  कहा, त෡
ुहारे
 भाई कहते
 ह えक
99 बख
ुार नह ं
 होता, हरारत होती है
। हम तो इतने
 बख
ुार म㾀  ह, कपड़े
 घर पर खाना बनाते  धो ले
त े
ह। उसे
 बख
ुार
आ सकता है
, यह क पना भी मझ
ु े
हाĀयाĀपद लगी। म िजतनी बार  बĀतर से
 उठती, मझ
ु े
लगता えक कमरे
 का
फश䋿霭  चला गया है
 और नीचे । मझ
ु े
आ☁चय䋿霭
 होता था えक कै
से
 बीमार होते
 ह  म सबसे
 पहले
 चलना भल
ू गई।

भाई सब
ुह­शाम रसोई म㾀
 प⫮नी क मदद करता था। बीच के
 वĀत म㾀  समझ नह ं
 उसे  आता था えक वह Āया करे
? म
उसे
 अखबार दे
ती तो वह उसे
 पढ़ने
 के से
 बजाय ओढ़ कर सो जाया करता। जै वह खाने
 और सोने
 के
  लए ह  इतनी
दरू  चल कर आया हो। मझ
 से ु े
ᘂव☁वास नह ं
 होता था えक इस आदमी ने
 कभी दSतर क फाइल㾀
 भी पढ़  ह गी।
2/4
8/29/2016

एक  दन उन लोग  को म ने


 घम
ूने
 भे
जा था, वे
 लोग डे
ढ घं
टे
 के दर えफर घर म㾀
 अं । भाई ने
 थे  बताया えक वे
 Āटे
शन
से
 चार नं
बर बस म㾀ठ गए थे
 बै  और उसी बस म㾀ठे
 बै ठे
 बै । उसक प⫮नी ने
 वापस आ गए थे  पछ
ूा, Āया त෡
ुहारे
दSतर के
 लोग त෡
ुह㾀खने
 दे  भी नह ं
 आ सकते  कहा, जो लोग मझ
? म ने ु े
जानते
 ह, एक एक बार आ चक
ुे ह। उसने
कहा, त෡
ुहारे
 भाई तो एक  दन क भी छु
��ी ले
 ल㾀
 तो घर म㾀 । म ने
 दSतरवाल  क भीड़ जमा हो जाती है  भाई क
तरफ दे
खते
 हु
ए कहा, सरकार  दSतर  म㾀  मौके
 लोग ऐसे  ह  रहते
 तलाशते  ह। पर भाई ᘂवरोध के
  लए उ⫮ते
िजत
नह ं
 हु
आ, उस पर प⫮नी के फने
 हाँ  के
  सवा えकसी बात का असर नह ं
 होता था।

बीमार  के
 श
ु के
  दन  म㾀
 मझु े
दSतर के च लोग एक साथ दे
 पाँ खने
 आ गए थे च आद मय  के
, पाँ ठने
 बै  क जगह
कमरे
 म㾀
 नह ं
 थी। वे
 सब ᘂववा हत थे
, इसी लए पलँ
ग के  बै
 えकनारे ठना उनके
 ᘂवचार म㾀 तक था। आlखर उन
 अनै
लोग  ने
 मे
ज से
 दवाइय  क शी शयाँ
 उठा कर मे
ज खाल  क और दो आदमी उस पर पै
र लटका कर बै
ठ गए। वे
सब दSतर से
 सीधे
 आ गए थे ग और छाता उठाए। उ ह㾀
, अपना अपना बै  वे
 बराबर चाय क तलब होती रह , िजसे
कमरे
 क खब
ूसरू
ती क बात㾀  रहे
 कर टालते  थे
। उ ह ने
 रे
डयो चलाया था और  डसज
ूा रसोई से
 सबके
  लए पानी
लाया था। मझ
ु े
बराबर बरु
ा लगता रहा था えक उन लोग  ने
 मे
र  बीमार  क बाबत पया䋿霭
त पछ
ूताछ नह ं
 क। वे
आपस म㾀  रहे
 ह  बातचीत करते  थे
।  बĀतर पर पड़े
 पड़े
 और डॉĀटर के
 नĀ
ुखे
 ले
 ले
कर मझ
ु े
अपनी बीमार  खासी
मह⫮वपण 䋿霭  लगी थी। म चाहती थी えक ᘂवĀतार से
ू लगने  बताऊँ
 えक बीमार  कै
से
 श ई और इस बीमार  म㾀
ु हु  सधुार
क रSतार えकतनी धीमी होती है
, बावजद
ू इसके  आ चक
 えक अब तक 155 पए क दवाइयाँ ु ह और 125 पए
एĀसरे
 म㾀
 लग गए।

भाई क छु��याँ
 ख⫮म होने
 वाल  थीं
 और वह हर बार डॉĀटर से
 यह जान ले
ना चाहता था えक म परू तरह ठ क कब
तक होऊँ
गी। वह मे
र  बीमार  के
 ☁ त काफ िज෡मे
दार  महसस  कहा, अ꿆薈छा हो, तम
ू कर रहा था। उसने  ह
ु हमारे
साथ अहमदाबाद चलो। वहाँ
 इसके
 साथ त෡
ुहारा मन भी लग जाएगा। वह अपनी बीवी को हमे
शा सव䋿霭
नाम से
 ह
सं
बोधत करता था। म ने
 कहा, मन लगना मे
रे
  लए कोई समĀया नह ं
। और सफर के रे
 लायक ताकत मे अं
दर है
भी नह ं
। वाĀतव म㾀
 म उसक प⫮नी के  के
 साथ मन लगाने  सझ
ुाव से
 ह  घबरा गई थी। मझ
ु े
यह भी पता था えक
मे
र  इस बीमार  को वह सं
दᅅध समझ रह  है
, उसके  कँ
 Āयाल म㾀ुआरे
पन म㾀
 えकसी भी ☁कार का इनफै
Āशन होना
चाहे
 えकडनी ह  म㾀
 सह  सरासर द☁ु
च र  होने
 क  नशानी थी। एक वह मझ
ु े
सोता समझ यह बात अपने
 प त से
कह रह  थी। भाई क अपनी समझ शायद ऐसे
 मौक  पर काम नह ं
 करती थी, वह चप
ु ह  रहा करता था।

भाई को अचानक एक मौ लक ᘂवचार आया, उसने
 कहा, सन
ुो, ऐसी तकल फ म㾀 , बि क
 अĀपताल अ꿆薈छा रहता है
त෡
ुह㾀 त पहले
 बहु  अĀपताल चले
 जाना चा हए था। यहाँ
 कोई टहल­えफ榴敉 करने
 वाला भी तो नह ं
 है
। मने
 कहा, हाँ
,
अĀपताल म㾀
 काफ आराम  मलता है
। भाई ऐसे
 काम  म㾀
 खबू मĀ
ुतै
द था, उसने
 तीन घं
टे
 बे
तहाशा दौड़धप
ू क और
शाम को पसीना प छते
 हु
ए सफल आदमी क तरह घर लौटा, उसक प⫮नी, उसक कामयाबी से
 ☁स न होकर
फौरन चाय बनाने
 रसोई म㾀
 चल  गई।

मने
 अलमार  से
 कु
छ कपड़े
 और ज㾀र  चीज㾀
  नकाल  और भाई क प⫮नी से
 कहा えक वह अटै
ची म㾀 । भाई
 रख दे
मे
रे
 सारे
 डॉĀटर  कागज बटोर रहा था।  बĀतर पर ले
टे
 ले
टे
 मने
 दे
खा えक उसक प⫮नी कपड़  के ठ  मे
 बीच बै र
Āे
िजयर का नं
बर पढ़ने
 क को शश कर रह  थी। मने
 भाई से
 पछ
ूा, त෡
ुहारे
 अपने
 पै
से
 तो नह ं
 लगे
 えकसी चीज म㾀
!
भाई ने
 झ㾀
पते हु
ए अपनी जे
ब से
 पस䋿霭
  नकाला और कई कागज उलट पल
ुट कर एक कागज मझ
ु े
थमा  दया। उसम㾀

3/4
8/29/2016

उन पै
स  का  हसाब था, जो इधर उधर मे
रे
  सल सले
 म㾀  जाने
 आने  म㾀 ए थे
 हु
 खच䋿霭  और जो फल मे
रे
  लए लाए गए
थे

मने
 भाई से
 कहा, कै
श म अपने
 पास ह  रख रह  हू
ँ , तम
, ज㾀रत पड़ सकती है क ले
ु चै  लोगे  तरु
? उसक प⫮नी ने ं

सर  हला  दया, हाँ  बक एकाउं
, हाँ ट है
 इनका। मने
 एक चै
क अĀपताल के
 नाम काट कर पस䋿霭
 म㾀
 रखा और एक
भाई को थमाया। えफर म टै
Āसी का इं
तजार करने
 लगी।

        
शीष䋿霭
 पर जाएँ

4/4
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8/29/2016

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कहानी

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ममता का耂लया 

मकर सं
䈆ां
耂त से
 एक 耂दन पव ᷽ ु
ू पह च ग戄 चरनी मासी। पहले
ँ  कभी उसके  थीं
 घर आई नह嫽ᘂं । पर उⰄह엾ᘂने
 पता
耂ठकाना ढू
ढ 耂नकाला। अं
ँ कल 耂च调स क䏼ᘂ छोट嫽ᘂ­सी डायर嫽ᘂ म닼
 उनके  के
 पोते ढ嫽ᘂ­मे
 हाथ क䏼ᘂ टे ढ嫽ᘂ 耂लखावट म닼
 दज᷽
 था
'स萃य 찄काश' २२७ मालवीय नगर इलाहाबाद। उनके  का एक बडा­सा थै
 साथ चमडे ला, 耂ब頄तरबं
द और कन頄तर
उतरा। और उतर嫽ᘂं
 उन जै
सी ह嫽ᘂ गोलमटोल उनक䏼ᘂ स萃सं
耂गन, 찄सⰄनी।

頄टे
शन से
 चौक के  वाले
, 耂रȅशे  ने
 माँ
गे
 चार, मासी ने
 दे
 डाले
 पाँ
च 頄पए। तीरथ पर आई ह
, 耂कसी का 耂दल दख
ुी न
हो। पⰄ
ुन कमा ल닼
। इतनी ठं
ड म닼 च कर लाया है
 दो सवार嫽ᘂ खीं  耂रȅशे
वाला।

चाय पानी के
 बाद उनके  का एक कोना ठᘂक 耂कया गया तो बोल嫽ᘂ 'रहने
 耂लए कमरे  दे
 घⰄटे
 भर बाद 頄वामी जी के
आꈅम म닼 ।'
 जाना है

स萃य ने
 कहा, ''थोडे
 耂दन घर म닼  बड़ी ठं
 रह लो मासी, वहाँ ड है
।''

 耂नकल嫽ᘂ ह
''तीरथ करने , गह
ृ頄थ 耂वच नह嫽ᘂं
 रहना।''

''अ戄छा मासी यह बताओ आप तीरथ पर ȅय엾ᘂ 耂नकल嫽ᘂ हो?"

 म
''ले । सारे

 ȅया पहल嫽ᘂ बार 耂नकल嫽ᘂ हू  तीरथ कर डाले
 म
ने
­हर頄वार, ऋ耂षके
श, ब頄嫽ᘂनाथ, के
दारनाथ, प调ु
करजी,
गयाजी, ना耂सक, उȅजै
न। बस 찄याग का यह कु
頄भ रह गया था,वह भी परू
न हो जाएगा।''

 तीरथ ȅय엾ᘂ करतीं
''मासी आप इतने  हो?''

 पाप जो धोने
''ले  हु
ए।''

भानजे
 क䏼ᘂ आँ
ख엾ᘂ म닼  पाप आपने
 शरारत चमक䏼ᘂ, ''कौन से  ने
 耂कए ह
?' स萃ते  耂सफ़᷽
 (स萃य 찄काश) मासी से  छह साल
छोटा था। नानके
 म닼 ,耂खझाते
 उसका बचपन इसी मासी को छकाते  बीता था।

चरनी मासी हँ
स पडीं त엾ᘂ वाल嫽ᘂ भोल嫽ᘂ­भाल嫽ᘂ 耂न调पाप हँ
, एकदम 頄व戄छ दाँ सी। जब वे
 耂न頄萃तर होने
 लगती ह
 तो
頄वामी जी क䏼ᘂ भाषा बोलने
 लगती ह
, ''पाप 耂सफ़᷽  होता जो जानकर 耂कया जाय। अनजाने
 वह嫽ᘂ नह嫽ᘂं  भी पाप हो
जाता है ।''
, उसी को धोने

1/14
8/29/2016

अनजाने
 पाप म닼
 उनके
 頄वामी जी के
 अनस
ुार बरु
ा बोलना, बरु
ा दे
खना, बरु
ा सन
ुना जै
से
 गां
धीवाद嫽ᘂ 耂नषे
ध ह

स萃ते
 क䏼ᘂ प萃नी चा㠅 साइं
स क䏼ᘂ ट嫽ᘂचर है
। उसने
 कहा, ''मासी आप से
 भी तो लोग अनजाने
 म닼
 कभी बरु
ा बोले
 ह엾ᘂगे

जै
से
 जीरो से
 जीरो कट जाता है  पाप नह嫽ᘂं
, पाप से  कट सकता ȅया?''

 पाप और मै
''पाप से ल ने
 मै
ल नह嫽ᘂं
 कटता। पाप क䏼ᘂ काट पⰄ
ुय है से
, जै मै
ल क䏼ᘂ काट साबन
ु।''

''मलमल धोऊँ  छू
 दाग नह嫽ᘂं टे से
'' जै भजन के  म닼
 बारे  आप ȅया सोचती ह
?''

 मोटे
''छोटे  तीरथ पर यह मिु
崀쀃कल आती होगी, 찄याग का महाकु
頄भ तो सं
सार म닼 । तम
 अनोखा है ु गरम पानी से
नहाने
 वाले
 ȅया जानो।'' मासी ने
 आया᷽
 द嫽ᘂ ह頄ी के ओं
 ल戄डु  का पै
के
ट पीपे
 म닼
 से 耂नकाला और चा㠅 के
 हाथ म닼
 耂दया
और कहा,

''तीरथ अ耂मत को耂ट सम पावन।

नाम अ耂खल अध नसावन।''

चा頄 सोचने
 लगी 'द耂सय엾ᘂ बरस तो म ँ
 जानती हू
 इⰄह닼 , जगत मासी ह। हर एक के
 ये  दख  कातर, सख
ु म닼 ु म닼
 शा耂मल!
न 耂कसी से
 बै
र न 頄वे
ष, पडोस म닼  बोलचाल,耂र崀쀃ते
 सबसे दार엾ᘂ म닼
 耂मलनसार, प耂रवार म닼  तक 耂क
 आदरणीय, यहाँ
बहुएँ भी कभी इनक䏼ᘂ आलोचना नह嫽ᘂं  करतीं
। ऐसी 调यार嫽ᘂ चरनी मासी कु
頄भ पर कौन से
 पाप धोने
 आई ह
 耂क घर
क䏼ᘂ स耂ु
वधा छोड वहाँ
 खल
ुे म닼 गी।''
 रह닼

पर मासी नह嫽ᘂं
 मानी। सरू
ज डू
बने
 से
 पहले
 चल嫽ᘂ ग戄।

पे
श े
से
 प阄कार है
 स萃ते
 मगर दोि頄तयाँ
 उसक䏼ᘂ हर महकम닼
 म닼 । इस耂लए जब एस.पी. कु
 है 頄भ ने
 कहा, ''कवरे
ज''
आपके र करते
 耂रपोट᷽  रह닼
गे, एक 耂दन खद ख जाएँ
ु आकर छटा तो दे  तो सबक䏼ᘂ बाँ
छ닼 ला ㌀分े
 耂खल ग戄। अभी मे 阄 म닼
찄वे
श भी नह嫽ᘂं
 耂कया था स萃या और चा㠅 ने
 耂क मे
ले
 का समां
 नजर आने
 लगा। सोहब耂तया बाग से
 सं
गम जाने
वाले
 माग᷽  रं
 पर भगवे ग क䏼ᘂ ए頄बै
सडर गा耂डयाँ
 दौड रह嫽ᘂं
 थीं
। पाँ
च 耂सतारा आ㄀戄या萃म पे
श करने
 वाले
, 耂वशाल
जटाजट सं
ू धारण 耂कए साध ूत, फक䏼ᘂर रं
ग 耂बरं
गे
 या耂阄य엾ᘂ के ले
 रे म닼  थे
 अलग नज़र आ रहे । दरू  सं
 से गम तट पर
असं
氅य बाँ
स ब頄ल嫽ᘂ के दोवे
 चं  तने
 हु
ए थे
। कह嫽ᘂं
 रजाई म닼ठे
 बै ए भी 耂ठठु
 हु र रहे
 थे
 लोग, कह嫽ᘂं
 मे
ले
 म닼डे
 ठं कपडो म닼
बढ
ूे ड 頄阄ी प頄
, जवान, अधे ुष और ब戄चे
 एक धन
ु म닼  जा रहे
 चले  थे
। सबसे
 अ戄छा 頄崀쀃य था 耂कसी टोले
 का सड़क पार
करने
 का उप䈆म। सब एक दस
ूरे
 क䏼ᘂ धोती कु
रते
 का छोर पकड़ कर रे
लगाडी के  थे
 耂ड调ब엾ᘂ क䏼ᘂ तरह चल रहे ।

ठᘂक ११ साल ८६ 耂दन बाद पड़ा है
 यह महाकु
頄भ। शहर इलाहाबाद। अने
काने
क य栆 क䏼ᘂ पावन भ耂ू
म पण ᷽ु
ू क 頄भ के
माहा頄य से
 म耂हमा मं
耂डत है
। इस अव耂ध का हर 耂दन भिȅत,㄀戄यान और 頄नान के
 耂लए शभ । य엾ᘂ तो या阄ी परू
ु है े
साल आते
 ह  耂रकाड᷽
 पर इस माह यहाँ । सवा᷽
 तोड़ भीड़ है 耂धक चहल­पहल के
 頄थल हगम­तट, भार頄वाज
 सं
आꈅम, अमत
ृवट और अ㌀分यवट। लगता है
 वे
द, परु
ाण, आ氅यान, तीन엾ᘂ आप चलकर समीप आए ह
। अदभत ला
ु मे
है
 यह। इतने
 वष᷽ । न जाने
 बाद आता है  कहाँ
­कहाँ
 से
 इसम닼
 भीड़ जट । न कोई 耂कसी को 耂नमⰄ阄ण भे
ु जाती है जता
है
 न बल
ुावा। बस लोग ह  चले
 耂क उमड़े  आते
 ह

2/14
8/29/2016

頄नान करना हो तो बाजरा मँ
गवाया जाय, क调तान साहब ने
 पछ
ूा। स萃य हँ
स 耂दया। उसक䏼ᘂ इन बात엾ᘂ म닼
 कोई
आ頄था नह嫽ᘂं

 का नह嫽ᘂं
''हमारा इरादा तो आज घर पर भी नहाने  था।'' उसने
 कहा।

 सब
''मुह ह嫽ᘂ नहा चक
ु䏼ᘂ हू
।'' चा㠅 ने
ँ  सफाई द嫽ᘂ।

मे
ले
 म닼 䈆ािⰄत पर 耂कतने
 मकर सं  नहाए इस बात पर अ耂धका耂रय엾ᘂ म닼 । 찄े
 बहस है स और प耂ु
लस के
 अलग­अलग
आँ
कड़े
 ह
। अखबार म닼  ते
 छपा है रह लाख तो प耂ु
लस का दावा है
 छ调बीस लाख। शाम को रे
耂डयो ने
 कहा दस लाख के
ऊपर नहाए ह

찄शासन के द­कू
 अफसर कू द कर आँ
कडे
 स调लाई कर रहे
 ह
। प阄कार नाम का जीव दे
खते
 ह嫽ᘂ प阄का耂रता वाला
गं
गाजल मँ
गवाते
 ह  頄耂ववे
, ''अरे द嫽ᘂ जी आप अब आ रहे
 हो, भीड तो भोर से
 नहा रह嫽ᘂ है
। ȅया कहा, प戄चीस, अजी
प
तीस तो दई  पहले
ु घⰄटे  नहा चक
ुे ।''
 थे

दरअसल 頄नाना耂थ᷽
य엾ᘂ क䏼ᘂ घो耂षत सं
氅या से
 ह嫽ᘂ सरकार嫽ᘂ बजट म닼  क䏼ᘂ गं
 डाइव मारने ज
ुाइश 耂नकले
गी।

頄耂ववे
द嫽ᘂजी अपनी बं
दर टोपी म닼
 से सवाल फ닼
कते
 ह बे
 'डू 耂कतने
?' क调तान साहब के
 पीछे  ह
 कई मातहत खडे , ''एक
भी नह嫽ᘂं
। एक भी नह嫽ᘂं
।'' सब कोरस म닼  ह
 कहते ।

''ऐसा कै
से
 हो सकता है
?''

''चार के
स हु
ए थे बने
, चार엾ᘂ को बचा 耂लया। एक को भी डू  नह嫽ᘂं
 耂दया गया।''

'कौमी एकता' के र ने
 耂रपोट᷽  कहा, ''द嫽ᘂन मह
ु頄मद तो कह रहा था, वहाँ
 झं

ूी के
 कटान के
 पास सात लाश닼
 耂नकाल嫽ᘂ
ग戄 आज।''


ूफल嫽ᘂ वाले
''जब आप मँ  से
 耂डटे
ल ल닼
गे
 तो यह嫽ᘂ होगा। वह तै
राक को लाश बताएगा और लाश को कं
काल।''

कु
ल 耂मलाकर 찄े
स को आभास 耂मल जाता है
 耂क 찄शासन के  अꈅत
 अ耂धका耂रय엾ᘂ म닼 ल है
ु तालमे । 찄शासन म耂ु
दत है

ऐसा मलाई­बजट 찄頄तत  के
ु 耂कया है Ⰴ頄 और 찄दे
श सरकार ने
 耂क कई पी耂ढ़य엾ᘂ का महाकु
頄भ हो गया, तार 耂दया
गं
गा मै
या ने
। बीवी­ब戄चे दार, पड़ोसी सबको खश
, 耂र崀쀃ते ु कर 耂दया। मातहत엾ᘂ के ह
 मँ  हो गए। बरस엾ᘂ के
ु भी हरे  सख
ूे
पे
ड़엾ᘂ क䏼ᘂ 耂सं
चाई हु
ई है
 इस बरस। गा耂ड़य엾ᘂ का का耂फला प耂ु
लस और 찄शासन क䏼ᘂ छोलदा耂रय엾ᘂ म닼
 झूम रहा है
 सफे

हा耂थय엾ᘂ सा। जब गाड़ी सरकार嫽ᘂ हो, 戄ाइवर सरकार嫽ᘂ हो, पे
頄ोल सरकार嫽ᘂ हो और सवार嫽ᘂ 耂नजी हो 耂फर न प耂ू
छए
म頄ती, सद嫽ᘂ म닼
 भी गरमी लगती है  एक ह嫽ᘂ आवाज़ 耂नकलती है
, 耂दल से  जय माँ
 गं
गे  गं
, जय माँ गे

सं
गम­頄थल आज वहाँ
 नह嫽ᘂं
 है
 जहाँ
 पहले
 था। गं
गा ने
 耂वशाल भ ू
㌀分े
阄 को छोड 耂दया है
। आजकल सं
गम पर जल
टकराने
 क䏼ᘂ वह ㄀戄व耂न तो सन
ुाई नह嫽ᘂं
 दे
ती जो भगवान राम ने
 찄याग आने
 पर सन
ुी थी, 'स耂रता 頄वय जल टकराने
का नाद सन
ुो, दे
 रहा सन
ुाई।' ले
耂कन 崀쀃वे
त­崀쀃याम धारा का 耂मलन एक रोमां
चकार嫽ᘂ अनभ
ु耂ू
त दे
ता है
। िजतनी दे

जल क䏼ᘂ ओर दे
ख닼
 मन, जीवन के षण करता है
 रह頄यवाद का अⰄवे । नद嫽ᘂ के 阄엾ᘂ जै
 耂व頄फा耂रत ने सी नाव닼
 चल嫽ᘂ जा
रह嫽ᘂं
 ह  जाती। कभी उनक䏼ᘂ मचान या लकडी के
, या耂阄य엾ᘂ को लाती, ले  䈆े
म पर 耂खरगल बै
ठ जाती है
, जलपाखी।
3/14
8/29/2016

या阄ी पानी म닼  क䏼ᘂ गो耂लयाँ
 आटे  और लाई डालते
 ह
। 耂खरगल कई बार हवा म닼 ती है
 लाई लपक ले । उनक䏼ᘂ भगवा
च엾ᘂच और पं
जे
 दे
खकर लगता है
 या तो वे
 सⰄयासी हो गई है
 या भाजपा क䏼ᘂ सद頄य।

कु
頄भ ㌀分े
阄 म닼
 साधओ
ु  ं
क䏼ᘂ भी 耂阄पथगा है
, स戄चे डी और मȅकार। यहाँ
, पाखं  धम᷽ गम
, आ頄था और आड頄बर का सं
चल रहा है
। हर चीज यहाँ
 तीन के  म닼
 पहाडे  जै
 है से
 耂阄वे
णी से
 ह嫽ᘂ सीखा है
 यह। होमगाड᷽
, प耂ु
लस, पी ए सी, गु
㠅,
गो耂वⰄद और 耂शव भȅत, बगु
लाभȅत, और अं
धभȅत।

मासी क䏼ᘂ ऐनक टू
ट गई। स萃ते
 ने
 कहा, "चल कर मासी को ले
 आते
 ह
। ऐनक बनने
 के  दो 耂दन घर म닼
 साथ साथ वे
耂रलै
ȅस भी कर ल닼
गी।" गलन, हवा और धल
ू को चन
ुौती दे
ता मे
ला पहले
 से
 भी ȅयादा गु
लजार हो गया था। मौनी
अमाव頄या दो रोज बाद थी पर या耂阄य엾ᘂ के ले
 रे अभी से
 आने
 श㠅 । ȅयादा ि頄阄याँ
ु हो गए थे , बढ़
ू嫽ᘂ, अधे
ड़ और
जवान। अनप
ुात म닼
 प頄
ुष कु
छ कम। वे
 सारे
 के  मह嫽ᘂन닼
 सारे  भी नह嫽ᘂं
 耂टकते  ह
, एक दो 찄मख
ु 頄नान 耂दन엾ᘂ का लाभ
उठाकर लौट जाते
 ह
, वापस द耂ु
नया क䏼ᘂ ठे
के
दार嫽ᘂ म닼
। अपने
 耂नजी पाप पⰄ
ुय का गȅटर अपनी ि頄阄य엾ᘂ को थमा कर
वे
 चल दे
त े
ह
। उⰄह닼
 पण ᷽  耂क एक दो डु
ू 耂व崀쀃वास है बक䏼ᘂ लगाने
 से
 उनके
 सम頄त पाप धल
ु गए।

काल嫽ᘂ सड़क के ­耂कनारे
 耂कनारे  या阄ी एकदम खल
ुे
 आसमान के  पड़े
 नीचे  थे  क頄बल엾ᘂ म닼
, अपने  गड़
ुी­मड़
ुी हु
ए।
सामान के
 नाम पर एक बोरा, एक­एक क頄बल। जगह­जगह 耂श耂वर엾ᘂ म닼 न, 찄वचन चल रहा था। पं
 क䏼ᘂत᷽ डाल엾ᘂ म닼
भार嫽ᘂ भीड। िजनको ȅयादा ठं
ड लग रह嫽ᘂ थी वे
 जहाँ
 बै
ठे  वह嫽ᘂं
 थे  बद
ुबद
ुा रहे
 थे  राम जै
 'ꈅी राम जै  राम।'

महामं
डले
崀쀃वर माग᷽ जाब से
 पर पं  आए सं
तो क䏼ᘂ धम
ू थी। भȅत भी सलवार सट । हर 耂श耂वर के
ू वाले  कार
 सामने
और वै
न। कह嫽ᘂं
­कह嫽ᘂं
 अपनी 頄क भी। गोया एक छोटा मोटा पं
जाब। सभी 頄वा耂मय엾ᘂ के  मं
 च엾ᘂगे हगे
 टे
र嫽ᘂकाट के
耂दखाई दे
 रहे
 थे
। 頄वामी अ㠅पानⰄद, स㠅पानⰄद, के
वलानⰄद, 耂वनोदानⰄद। स萃य और चा㠅 頄वामी जी के
 耂श耂वर
म닼 चे

 पहु।

मासी त頄ब ू
म닼  थी। उन जै
 नह嫽ᘂं सी कु
छ और म耂हलाएँ
 थीं
। एक म耂हला अपनी मोट嫽ᘂ सी रजाई म닼
 मँह ट嫽ᘂ
ु 耂छपाए ले
थी। भनक पाकर उसने
 耂सफ᷽ ख닼
 अपनी आँ  मे
 耂नकाल嫽ᘂ, 'अरे रास काका तो नह嫽ᘂं
 आया है
।'

क萃थई कॉ頄सबल
ू का सट  हु
ू पहने ई व氅
ृा ने
 स萃य से
 कहा।

पटे
'त ू ल चौक वाले
 दा मं

ुा, ना। मा頄टर जी दे
 घर दा।'

स萃य के  करने
 हाँ  पर वह 찄सⰄन हो गई। उसने
 अपनी सा耂थन से
 कहा, 'म  सारे
 एस दे  ट调बर नंजाणद嫽ᘂ।'
 ू

चरनी मासी थीं
 नह嫽ᘂं
। 頄वामीजी का एक 耂श调य पं
डाल म닼 ं
ढ कर आया।
 ढू
 उⰄह닼

耂गन के
'वह अपनी स萃सं  गयी ह
 साथ पास ह嫽ᘂ कह嫽ᘂं ठो, आती ह嫽ᘂ ह엾ᘂगी।'
, आप लोग बै

頄वामीजी क䏼ᘂ कु
ट嫽ᘂ वाकई म닼 कु
 पण᷽ट嫽ᘂ थी। फू
स के
 ऊपर 耂म頄ी क䏼ᘂ मजबत
ू परत 耂लपी थी, शा耂मयाना 耂찄Ⰴट के
 त頄बू
के
 चार엾ᘂ ओर सफे
द और भगवा कपडा लपे
ट उसे
 आꈅमी शȅल दे
 द嫽ᘂ गई। वहाँ
 गद
ुगद
ुे ग頄े
, भगवा चादर닼
 लाल और
सफे
द साटन क䏼ᘂ ग耂頄याँ
 और ग耂頄य엾ᘂ पर मखमल के  頄वाि頄तक 耂च戄न थे
 बने । 耂श调य क䏼ᘂ दे
ह दे
खकर ग㠅
ु के
頄वा頄圀戄य का अⰄदाजा 耂मलता था।

4/14
8/29/2016

अभी वे
 찄頄ता耂वत चाय के  थे
 耂लए ना ना ह嫽ᘂ कर रहे  耂क मासी वापस आ ग戄।

 त ू
'लै ऐ萃थे
 बै
ठा है
। मन ू
 तै फोन करण पी सी ओ गई सी।'

'मझ
ु े
खबर 耂मल गई थी। कै
से
 टू
ट嫽ᘂ ऐनक।'

अब तक मासी 찄सⰄनी के  का सहारा ले
 कⰄधे कर मजे
 से
 काम चला ले
ती थीं
। ऐनक का िज䈆 आते
 ह嫽ᘂ उनके हरे
 चे
पर उ萃ते
जना 耂खं
च गई, 'मत पछ  तो मर चल嫽ᘂ सी। भला हो खाक䏼ᘂ वद嫽ᘂ वालां
ू क䏼ᘂ हो गया। मै  दा, मै
न ू
खीं
च कर
बाहर 耂नकाला।'

त頄ब ू
क䏼ᘂ कई औरत엾ᘂ क䏼ᘂ 耂मल嫽ᘂ जल
ु嫽ᘂ बात엾ᘂ से
 पता चला 耂क रात साढे
 तीन बजे
 तारा डू
बने
 से
 पहले
 頄नान का मह
ुूत᷽
था। मासी और चार सा耂थने
 耂श耂वर से
 頄नान के । उन जै
 耂लए 耂नकल嫽ᘂं सी उ萃साह嫽ᘂ ꈅ頄वालओ
ु  ं
क䏼ᘂ खासी भीड थी।
इसी समय शाह嫽ᘂ 頄नान के  का जल
 耂लए अखाड़े ुस  पहु
ू भी वहाँ चा। हालां
ँ 耂क प耂ु
लस आम तौर पर अखाड़엾ᘂ के
 頄नान
के
 समय, मामल
ू嫽ᘂ 頄नाना耂थ᷽
य엾ᘂ को जल म닼  क䏼ᘂ इजाजत नह嫽ᘂं
 उतरने  दे
ती पर जो पहले
 से
 ह嫽ᘂ बीच धारा म닼
 頄नान कर
रहे
 थे
 उनका ȅया 耂कया जाय। अखाडे
 के
 सवा सौ साधओ
ु  ं
ने
 आते
 ह嫽ᘂ 찄शासन के
 इⰄतजाम क䏼ᘂ आलोचना आर頄भ
कर द嫽ᘂ। प耂ु
लस ने
 माइक पर 耂नवे
दन 耂कया 耂क सब 頄नानाथ틽ᘂ गं
गाजी से
 耂नकल आएँ
 पर इतनी जनता को
耂नकालने
 म닼  लगा। ऊपर से
 कम समय नह嫽ᘂं  अखाडा 찄बⰄधक엾ᘂ के कड़ ते
 हे वर। एक तरह से
 बीच धार से
 घाट तक
भगदड सी मच गई। अ耂धकां
श 頄नानाथ틽ᘂ बढ
ूे और अशȅत, गीले
 कपडे
 म닼  ज頄द嫽ᘂ धारा काट कर
 लटपट न उनसे
चला जाए न अपने
 कपड़े
 ढू

ढे
 जायं
। सै
कड엾ᘂ बाल ू
के बोर엾ᘂ के
 बावजद
ू या耂阄य엾ᘂ के र엾ᘂ के
 पै  耂कनारे
 दबाव से ­耂कनारे
 खब

रपटन और क䏼ᘂचड़ तो थी ह嫽ᘂ। औरत닼
 耂फसल­耂फसल कर वापस नद嫽ᘂ म닼 । मासी उसी भगदड़ म닼
 耂गर嫽ᘂं  फंस गयीं

耂कसी क䏼ᘂ कोहनी से
 च崀쀃मे
 क䏼ᘂ कमानी टू
ट गई और ले
Ⰴस चटक गया।

मासी को वह सारा अनभ
ुव 耂फर से
 याद आया। स萃य घबरा गया, 'मासी तम  नह嫽ᘂं
ु घर चलो, यहाँ  रहना। दो 耂दन घर
म닼 त हो गया गं
 आराम कर लो, बहु गा 頄नान।'

 दो 耂दन तो मौनी म頄या है
'लै । वह तो म
 ज㠅र नहाना।'

 उस 耂दन आ जाना।'
'ठᘂक है

 होना, बहु
'उस 耂दन आणा नह嫽ᘂं त भीड आएगी। 頄वामीजी ने
 कहा है
 कोई कै
頄प से
 जाए ना।'

स萃य 耂तल耂मलाता रहा सⰄया耂सय엾ᘂ का भी शाह嫽ᘂ 頄नान हो रहा है
। शाह嫽ᘂ कोरमा, शाह嫽ᘂ पल
ुाव तो सन
ुा था। शाह嫽ᘂ
頄नान कभी नह嫽ᘂं
 सन
ुा। काफ䏼ᘂ दे
र क䏼ᘂ 耂न调फल बहस के
 बाद यह सोचा गया 耂क स萃य एक ऐनक बनवा कर लाए
और चा㠅 यह嫽ᘂं
 कै
頄प म닼
 頄के खभाल के
, मासी क䏼ᘂ दे  लाख समझाया 耂क इसक䏼ᘂ कोई ज㠅रत नह嫽ᘂं
 耂लए। मासी ने  पर
वे
 लोग नह嫽ᘂं
 माने
। 'त頄
ुहारे
 कपड़े
 भी म
 ला दं

ूा' स萃य ने
 चा㠅 से
 कहा।

चा㠅 के
 耂लए यह एकदम नया अनभ
ुव था। दल
ुभ᷽ त 頄调य। मन调ु
 और जीवं य के
 आचार 调यावहार, ꈅ氅ा­भिȅत,
耂दनचया᷽
 और कै
頄प अनश
ुासन के  ले
 बीच 耂हचकोले त े
अने
क सवाल और बवाल। पर इन सब म닼
 भी एक अꈅत

सह­अि頄त萃व क䏼ᘂ भावना।

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8/29/2016

खब
ू घम
ूी चा㠅। कभी 耂कसी कै
頄प म닼
 तो कभी 耂कसी कै
頄प म닼
। माइक पर मं
阄ो戄चार, भजन और उ頄घोषणाओं
 क䏼ᘂ
耂阄वे
णी 찄वा耂हत थी। 'काल嫽ᘂ सडक पर ठहरे
 मनमोहन वै
崀쀃य,भल
ूे
 भटके
 耂श耂वर म닼  मामाजी से
 आ कर अपने  耂मल닼
जो गाजीपरु  आए ह
 से । रामघाट के  जो अपना नाम बे
 पास तीन साल क䏼ᘂ एक ब戄ची 耂मल嫽ᘂ है बी बताती है
। उसके
माता­耂पता लाल सड़क प耂ु
लस चौक䏼ᘂ से
 उसे
 ले
 जाएँ

頄भ के
'कु  शभ डाल नं
ु अवसर पर पं बर ११ म닼 लन का आयोजन है
 अ耂खल भारतीय क耂व स頄मे । आप सब महानभ
ुाव
पधार कर क耂वता का आनⰄद ल닼
।'

頄कृ
'सां 耂तक पं
डाल म닼 耂阄त ह
 आज साम ऊसा नारायण का नाच होगा सभी आमं ।'
, सब का 頄वागत है

हर भाषा का भजन सन
ुने
 को 耂मल रहा था। मासी के
 कै
頄प म닼
 भजन엾ᘂ के
 साथ­साथ भȅत और भिȅतन닼
 नाच भी
उठतीं रे
 'मे 崀쀃याम नँरास 耂वच नच ले
 ू न दे
। नी, मे
रे
 崀쀃याम रात म닼
 भोजन के
 बाद अपनी­अपनी रजाइय엾ᘂ म닼 त
 सम耂प᷽
होने
 के 耂गन닼
 बाद स萃सं  आ㄀戄याि萃मक गीत엾ᘂ क䏼ᘂ ओर उⰄमख
ु हो जातीं  भल
 'म  भल
ू गई दाता, मू गइयाँ
, धम᷽
 दा राह
छड ओझड पइयाँ

आज द嫽ᘂ न भल
ू嫽ᘂ म
 कल द嫽ᘂ न भल
ू嫽ᘂ। जनम­जनम द嫽ᘂ आई हा 㠅दल嫽ᘂ।

सोच समझ कर दे
ख ले
 मनआ
ु । सब नाल 耂कसी दे
 न जइयाँ
।'

कभी कोई दे
वी माता का मनचला गा उठता '耂頄ं
 耂頄ं  मां
, मिⰄदर엾ᘂ से  ने
 टे
ल嫽ᘂफोन 耂कया है
।'

िजसे
 राम क䏼ᘂ धन
ु लागी वह राम नाम म닼 । यानी हर एक के
 लगा है  काय᷽
 耂लए वहां 䈆म था। चन
ुाव क䏼ᘂ 耂वशाल
頄वतⰄ阄ता।

चा㠅 को लगा बढ
ू엾ᘂ के ȅस करने
 耂लए 耂रलै  का इससे
 अ戄छा 頄थल हो ह嫽ᘂ नह嫽ᘂं
 सकता। 耂सर पर थी 頄वामी जी क䏼ᘂ द嫽ᘂ
हु
ई सरु
㌀分ा, पे
ट म닼
 भंडा耂रय엾ᘂ का बनाया भोजन, 頄नान को गं
गातट और अंट嫽ᘂ म닼
 㠅पये जो प耂रवार ने
 पⰄ
ुय कमाने के
नाम पर जी खोल कर दे  रखे ह
। सबके चमकते  चेहरे
 दे
खकर लगता था इनके  耂लए धम᷽
 एक 耂पक耂नक है  और पⰄ
ुय
एक गं
गाजल嫽ᘂ जो ये
 अब अपने
 साथ ले
 जाएँ
गे
, यादगार क䏼ᘂ तरह।

ले
耂कन सामाⰄय तीथ᷽
या耂阄य엾ᘂ का जीवन इतना सख
ुद नह嫽ᘂं
 बीत रहा था। मौनी अमाव頄या क䏼ᘂ पव ᷽ झ से
ू साँ  ह嫽ᘂ
आकाश म닼 । गलन बढती जा रह嫽ᘂ थी। शाम चार बजे
 बादल 耂घर आए थे  से
 ह嫽ᘂ अँ
धे
रा हो चला। ले
耂कन 耂बगडते
मौसम और ठं
ड को धता बताते
 जनसमह  चले
ू अभी भी उमडे  आ रहे
 थे
। कभी­कभी कोई या阄ी 耂दखाई दे
ता, पीठ
पर अपनी व氅 र दाद嫽ᘂ को लाद कर लगता ꈅवण कु
ृ, जज᷽ मार का छोटा भाई। कह嫽ᘂं
 कोई औरत अपने
 नⰄह닼
 से 耂शशु
को आँ
चल क䏼ᘂ गम틽ᘂ म닼 दल चल嫽ᘂ आ रह嫽ᘂ थी। सबके
 耂छपाए पै  मन म닼
 एक ह嫽ᘂ आस थी, मौनी अमाव頄या पर बस एक
डु
बक䏼ᘂ लगा ल닼  पण
, इⰄह닼 ᷽
ू 耂व崀쀃वास था 耂क अब तक के इनके छ अधम­耂वꈅाम हु
 जो कु
 जीवन म닼 आ है
 वह सं
गम क䏼ᘂ
धारा म닼
 सबुह धल
ु­पं

ु कर उⰄह닼 गा और वे
 एक नया जीवन 찄दान करे  頄वग᷽
 म닼 गे

 एक सीट आर耂㌀分त करवा ल닼

चा㠅 भारतीय जनमानस क䏼ᘂ आ頄था के  पाकर अभीभत
 頄पश᷽ ू थी तो दस
ूर嫽ᘂ तरफ साध ू
महा萃माओं
 頄वारा परोसी
जा रह嫽ᘂ पाप­पⰄ
ुय क䏼ᘂ इतनी तरु
त­फु
रत भग
ुतान प氅耂त क䏼ᘂ 頄थापना पर 耂वि頄मत। हर अखाडे
 का अपना सरं
जाम।
हर सं
त क䏼ᘂ अपनी पताका। बहु
त से
 頄वा耂मय엾ᘂ ने
 अपने
­अपने
 耂ब頄ले
 जार嫽ᘂ कर रखे
 थे
। 调यव頄था पȅक䏼ᘂ। उनके
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8/29/2016

मै
ने
जर च頄
ुत घम  थे
ू रहे । 耂बना 耂ब頄ले
वाला आदमी घस  सकता था। सबके
ु नह嫽ᘂं  चौक䏼ᘂदार। अखाड़े
 अपने  के
पहरे
दार हनम
ुान म頄
ुा म닼 ए खडे
 耂लए हु
 गदा हाथ म닼  थे
। नागा साधओ
ु  ं
के ए।
 耂लए हु
 찄हर嫽ᘂ बरछे

महं
त엾ᘂ के
 शर嫽ᘂर पर चब틽ᘂ के  ह
 टायर चढे शकाय ह
, सⰄयासी कृ । 頄阄ी साधओ
ु  ं
के हरे
 चे  पर प頄
ुष엾ᘂ से
 ȅयादा ते
ज है

찄戄मकु
मार嫽ᘂ आꈅम म닼
 खबूसरू
त कम耂सन लड़耂कय엾ᘂ को यो耂गनी वे
श म닼खकर चा㠅 को पीड़ा और िज栆ासा दोन엾ᘂ
 दे
हु
ई, 耂बना गहरे
 आघात के 닼
 इस उ� मे  ले
 कोई सⰄयास नह嫽ᘂं ता। पर यह सब पहल嫽ᘂ मल
ुाकात म닼
 पछ
ूा भी नह嫽ᘂं
 जा
सकता।

सबसे
 ȅयादा 쀃ला耂न अपने
 ऊपर हो रह嫽ᘂ थी चा㠅 को। उसी के  इतना जन­सम頄
 नगर म닼  और वह इन
ु उमड पडा है
सब से
 अन耂भ栆 रह嫽ᘂ है
। मासी न आई होती तो वह यहां
 झां
कती भी नह嫽ᘂं
। शायद उसके
 अⰄदर पाप और पⰄ
ुय के
सवाल अभी वै
सी आँ
धी नह嫽ᘂं
 उठाते
। उसे
 है
रानी थी कै
से
 जीवन के  स㌀찄
 सबसे ूम सवाल엾ᘂ का इतना सरल और साथ᷽

कारोबार चलाया जा रहा था। अ戄छे  अ戄छा सै
 से 耂नटर嫽ᘂ एȅसपट᷽
 इस 頄नान अ耂भयान के  耂न頄萃तर हो जाता
 आगे
耂क सं
गम म닼 बक䏼ᘂ न के
 एक डु वल इस जⰄम के
 वरन जⰄम­जⰄमाⰄतर के । मानो एक
 पाप엾ᘂ का मȅजन करती है
बार आप नहा ल닼  आप पाप ȅलश आउट होते
 तो 찄耂त耂दन अपने  रह닼
गे­पाप엾ᘂ का 'सल
ुभ' इⰄटरने
शनल इ萃या耂द।

मे
ले
 म닼 शी भȅत엾ᘂ क䏼ᘂ भी कमी नह嫽ᘂं
 耂वदे । इ頄कॉन का कला萃मक 耂श耂वर तो कृ
调ण भȅत엾ᘂ से
 भरा पडा है
। जब सरू
 के
भजन엾ᘂ का कै
से
ट बजता है
 तो वे
 耂वभोर हो कर नाचने
 लगते
 लड़खड़ाने
 लगते
 ह

ठं
ड शॉल को लगातार परा頄त कर रह嫽ᘂ थी। चा㠅 ने
 एक जगह 頄क कर ठे
ले
 वाले
 से
 एक कप चाय ल嫽ᘂ। उसके
 हाथ
ठं
ड से
 इस कदर काँ
प रहे
 थे
 耂क आधा कप चाय छलक कर फै
ल गई। अपने
 पर थोडा काब ू
पा उसने
 आ崀쀃चय᷽
 से
चाय क䏼ᘂ तरफ दे
खा। तभी 耂कसी ने
 कहा, 'मे
 आय है
व द 调ले
जर।'

एक 耂वदे
शी यव
ुक था। उसने
 अपनी तरफ ऊं
गल嫽ᘂ 耂दखाई, 'मी है
र嫽ᘂ जॉन' गे
㠅ए कु
त淼 छ­कु
 वह कु
 और जीⰄस म닼 छ
भ调य लग रहा था।

 आकर कै
'यहाँ सा लगा रहा है
?'

耂त।'
'अ戄चा, बोत अ戄चा। शां

 मे
'पर यहां ले
 का शोर है
।'

यस᷽
'बट दे स। आई फ䏼ᘂल है
 नो वायल닼 调पी 耂हयर।'

सबका अनभ
ुव है
र嫽ᘂ जै
सा सख
ुद नह嫽ᘂं
 था। उस 耂दन क调तान साहब के
 कै
頄प म닼
 चचा᷽ सीसी लडक䏼ᘂ
 थी उस 䈆ां
अनातोले
 क䏼ᘂ जो चरस और मो㌀分 के
 लालच म닼  के
 नागाओं  耂श耂वर म닼 र से
 चल嫽ᘂ गयी थी। एक बाबा जो काफ䏼ᘂ दे  दम
लगाए बै
ठा था उसके
 पीछे  वहाँ
 पड गया। अनातोले  से
 बदहवास भागी तो सीधी प耂ु
लस कै
頄प म닼 ची। दो

 पहु
耂सपा耂हय엾ᘂ के ㌀分ण म닼
 सरं  उमे
 उसे श तां
耂阄क के चाया गया। वह वह嫽ᘂं

 पहु
 耂श耂वर म닼  ठहर嫽ᘂ हु
ई थी। ग㠅
ुजी ने
 उसे
त萃काल क頄पोज क䏼ᘂ गोल嫽ᘂ द嫽ᘂ, समझाया और सोने
 भे
ज 耂दया। दरअसल यह सारा मे
ला ग㠅 परा क䏼ᘂ 頄थापना
ु­परं
और पि调ल耂सट嫽ᘂ करता 찄तीत होता है
। हर भȅत क䏼ᘂ अपने
 अपने
 ग㠅  गहन आ頄था। 頄阄ी भȅत तो ग㠅
ु म닼 ुओं क䏼ᘂ

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8/29/2016

कृ
पा के
 耂लए जान लट
ुाने
 को आतरु
। मासी अपने
 गु
㠅 के  ग戄 चा㠅 को म萃था टे
 पास ले कने 㠅जी महराज इसे
, 'गु
आश틽ᘂवाद दो, बहू
 है
 आपक䏼ᘂ।'

मासी ने
 पहले
 से
 समझा रखा था, चा頄 ने
 ५१ 頄पये
 से
 म萃था टे
का।

頄वामीजी का चे
हरा तरबज  耂सं
ू क䏼ᘂ तरह लाल था। अपने हासन पर असीन वे
 एक बडा सा तरबज  थे
ू लग हरे । चा㠅
को लगा यह एक 耂द调य नह嫽ᘂं
 द頄भी गु
㠅 का 頄प है
। ले
耂कन वे
 लगातार म頄
ुकरा रहे
 थे

'पछ
ूो, पछ
ूो कोई िज栆ासा हो तो पछ
ूो' 頄वामीजी ने
 कहा। चा㠅 ने
 साहस 耂कया, 'ये
 लाख엾ᘂ लोग अपने
 पाप धोने
आए ह 耂टव एȅट नह嫽ᘂं
, ȅया यह एक 耂नगे  है
।'

 पⰄ
'ये ुय क䏼ᘂ भावना से
 आए ह
, इनक䏼ᘂ भावना श氅 । साधारण लोग धम᷽
ु है  जानते
 क䏼ᘂ प耂रभाषा नह嫽ᘂं  ले
耂कन पⰄ
ुय
पहचानते
 ह
। ꈅ氅ा का 㠅प स萃कम᷽। स萃कम᷽
 है ।' मासी असीम आदर से
 पािज耂टव एȅट है  頄वामी जी क䏼ᘂ बात सन

रह嫽ᘂ थीं
। बीच­बीच म닼
 चा㠅 क䏼ᘂ ओर इशारा करतीं ख 耂लया मे
 'दे रे
 गु
㠅 महराज 耂कतने
 耂व頄वान ह
।'

चा㠅 ने
 कहा 'आपक䏼ᘂ सम頄त भिȅतन닼
 बज
ुग ᷽, इⰄह닼
ु ह  耂क बे
 आप यह ȅय엾ᘂ नह嫽ᘂ समझाते ट엾ᘂ का 耂ववाह करते
 समय
ये
 दहे
ज न ल닼 ।'
, यह भी पाप है

'ȅया त頄
ुहारे
 耂ववाह म닼 ज 耂लया गया?' 頄वामी ने
 दहे  찄耂त 찄崀쀃न 耂कया।

 耂कⰄत,ु
'नह嫽ᘂं परⰄत ु
 耂कⰄत ु कुछ नह嫽ᘂं
। प耂रवत᷽
न आ रहा है ­धीरे
, पर धीरे  आएगा। त頄
ुहार嫽ᘂ यह बात गलत है
 耂क
耂सफ᷽
 ब耂ू
ढयाँ
 ह嫽ᘂ हमारे
 कै
頄प म닼 । हमारे
 आती ह  पास 耂वचार दश᷽
न है
। आपक䏼ᘂ पीढ嫽ᘂ के ।
 पास धीरज क䏼ᘂ कमी है
耂व调पन इनको ११ न頄बर म닼
 ले जाओ।'

११ न頄बर म닼
 頄阄ी साधओ
ु  ं
का कै
頄प था। यहां
 ग頄े
 गु
दगु
दे
 और रजाइयाँ
 मखमल嫽ᘂ थीं
। हर 頄वा耂मनी ने
 फू
स क䏼ᘂ
द嫽ᘂवार म닼थपे
 टू 頄ट और टू
थ찄श ख엾ᘂसा हु
आ और कं
घा और अखबार। 頄वा耂मनी ज頄म ू
और पं
जाब क䏼ᘂ खबर닼ं
ढ कर
 ढू
पढ रह嫽ᘂ थीं
। दो एक म耂हला साध ू
शȅल से
 नई और ज耂ू
नयर लग रह嫽ᘂ थीं

चा㠅 चप
ुचाप नम頄कार कर बाहर 耂नकल嫽ᘂ। एक साधन
ुी उसके
 साथ आई। पछ
ूने
 पर उसने
 नाम बताया '찄े
मदासी।'

'असल嫽ᘂ नाम?'

'यह嫽ᘂ'

'आꈅमी नाम?'

'यह嫽ᘂ'

तब दो यव
ुा साध ू
दौडे
­दौडे
 आए, 'मै
ने
जर साहब ने
 बल
ुाया है
। दे
शी घी का कन頄तर खोलना है
।'

 ह
'खोल रहे  नह嫽ᘂं
, कोई भागे  जा रहे
।' साधन
ुी ने
 कहा।

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8/29/2016

यार嫽ᘂ करो जा कर।' साध ू
'ज頄द嫽ᘂ चलो, य栆 क䏼ᘂ तै डपट कर चले
 गए।

साध ू
頄阄ी ने
 दाँ
त पीसे  म萃थे
, सब काम हमारे  डाला हु
आ है
। इनको तो 耂चलम चढ़ाकर गरमी आ जाती है
, हमारा
परू
ा मरन है
 यहाँ
। हम तो टे
Ⰴट नं
० ६ म닼। रात म닼
 ह क䏼ᘂ ठं
 बाल ू डक से
 ह戄डी, ह戄डी जम गई है
। घर से
 दरू
 आकर
耂म頄ी खराब 耂कया हमने
। पता चला ये
 ि頄阄याँ
 सारा 耂दन से
वा म닼 । इनक䏼ᘂ 耂दनचया᷽
 लगी रहती ह  है
 जो 찄याग मे
वह嫽ᘂ ह耂र頄वार म닼
, वह嫽ᘂ ऋ耂षके
ष म닼
। तारा डू
बने
 से
 पहले
 頄नान करती ह
। 頄वामी जी दे
र से
 उठते
 ह
। उनके
 उठने
तक परू

 आꈅम क䏼ᘂ सफाइयाँ या耂रयाँ
, हवन क䏼ᘂ तै , दध
ू चाय का इⰄतजाम।

'耂कतना दध त े
ू पी ले ह  शरारत से
 頄वामी जी?' चा㠅 ने  पछ
ूा।

च से
'पाँ र। एक बार म닼
 सेर पȅका पीते
 ह
।'

 से
'कहां  आता है
?'

 जाते
'भगत लोग दे  ह
।'

'रोज?'

 घोसी है
'耂कसी 耂दन कम आए तो राम घाट पे ।'

'बाजार क䏼ᘂ तरफ घम
ूी हो बडी रौनक है
?'

 से
'नह嫽ᘂं वा से
 फु
स᷽
त नह嫽ᘂं
।'

खी? मरु
'रामल嫽ᘂला दे ार嫽ᘂ बाब ू
का 찄वचन सन
ुा?'

 से
'नह嫽ᘂं वा जो करनी हु
ई।'

वा करनी पडे
'इतनी से  तो शाद嫽ᘂ ȅया बरु
嫽ᘂ थी?' चा㠅 ने
 कहा।

 ȅयो आती?'
'आदमी 耂कसी काम का होता तो यहां

वा और सं
'प耂त­से त से
वा म닼
 कोई फक᷽
 耂दखता है
?'

ल। 頄वामीजी कभी हाथ नह嫽ᘂं
'耂ब頄कु  उठाते  ह
, मीठा बोलते । आदमी बात­बात पर लडता था। कौन जनम भर मार
खाता। यहां
 चै
न है
।'

'घर कब छोडा?'

।' तभी अⰄदर से
'쀃यारह साल पहले  頄वामी जी क䏼ᘂ आवाज आई '찄े
मदासी।'

कं
पकपाती ठं
ड के
 बावजद ला ㌀分े
ू मे 阄 म닼ड कु
 ठं छ कम लगती थी। इतने
 इं
सान엾ᘂ क䏼ᘂ एक दस
ूरे
 से
 耂नकटता, उनक䏼ᘂ
सां
सो क䏼ᘂ गम틽ᘂ और असं
氅य ब頄ब엾ᘂ क䏼ᘂ रोशन­गमा᷽
हट।

9/14
8/29/2016

इस बीच 耂श耂वर म닼
 एक भ调य सी यव
ुती आई 頄वामी मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ। उसने
 ३१ साल क䏼ᘂ ह嫽ᘂ उ� म닼
 संसार से
 耂वरȅत
हो कर सⰄयास ले
 耂लया। ले
耂कन अभी वह परू
嫽ᘂ तरह से
 स頄찄दाय म닼  है
 समायी नह嫽ᘂं । बीच­बीच म닼 श चल嫽ᘂ
 耂वदे
जाती है
। उसका गे
टअप 찄भावशाल嫽ᘂ था। नौ मीटर का गे
頄ए पा耂लये
頄टर का गाउन दे
खने
 म닼耂सं
 戄े ग गाउन ȅयादा
लग रहा था। बाल엾ᘂ म닼 हद嫽ᘂ। ह엾ᘂठ엾ᘂ पर ने
 लाल म닼 चरू
ल शाइन कलर। नाम के
 耂वपर嫽ᘂत वह मख
ुर सⰄ
ुदर嫽ᘂ 耂नकल嫽ᘂ।
चा㠅 से
 बहु
त ज頄द खल
ु गई। उसके  का अं
 बोलने दाज बडा आकष᷽
क था हालां
耂क बात엾ᘂ म닼
 प耂रपȅवता क䏼ᘂ कमी।
आपका ㄀戄यान जरा भी भटका 耂क वह कहती 'य ू
आर नॉट वाइ찄े
耂टं
ग 耂वद मी।'

उसने
 बताया 'आय एम ि頄टल स耂च᷽
ग ए परफे
ȅट गु
㠅। आय है
वⰄट फाउं
ड।'

।' चा㠅 ने
'आप अपना समय न调ट कर रह嫽ᘂ ह  कहा। उसे
 अफसोस हो रहा था 耂क इतनी अ戄छᘂ म耂हला एक 调यथ᷽
तलाश म닼 । इसे
 त頄ल嫽ᘂन है  तो िजⰄदगी के
 बीच엾ᘂबीच होना चा耂हए।'

मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ ने
 कहा 'कल मौनी अमाव頄या है
। हम सब को मौन रहना है
। आज सार嫽ᘂ रात म ग
ूी। तम
 बोलँ ु
सन
ुोगी।'

ग एज आय वाइ찄े
'एज लां ट।'

'अ戄छे
 ह कार嫽ᘂ।'
, पर अहं

 पहले
'इससे  कहाँ
 थी?'

 भी अ戄छे
'頄वामी रामानⰄद क䏼ᘂ साथ। वे  पर उⰄह닼
 थे ह क䏼ᘂ दानवी भख
 भी दे ल य।ू
ू थी। टे  एक रात म
 उⰄह닼
 जे
कृ
调णम耂ू
त᷽
 क䏼ᘂ 耂फलासफ䏼ᘂ समझा रह嫽ᘂ थी। मिु
崀쀃कल से
 नौ बजे
 थे
। उⰄह엾ᘂने
 मे
रे
 च엾ᘂगे
 म닼
 हाथ डाल 耂दया। बाय गॉड।
मै
ने
 찄ोटे
頄ट 耂कया तो बोले खे
 'कौन देगा। 耂कसी को पता नह嫽ᘂं
 चले
गा।'

म
ने
 उⰄह닼  हं
 बदनामी का डर 耂दलाया। वे से
, 'कै
頄प म닼
 सब ब耂ु
ढया भिȅतन ह ।' मै
, खा पी कर सोई ह  耂वरȅत हो गई
रा शर嫽ᘂर मे
'मे रा है  इसका बदइ頄ते
, मै माल नह嫽ᘂं
 होने
 दँ

ूी।'

'ȅया फक᷽ , जब तम
 पडता है ु कं
वार嫽ᘂ नह嫽ᘂं
ु  हो' कह कर वे
 मझ
ु पर हावी हो गए।'

'उस अनभ
ुव के
 बाद तो म
 耂स耂नक हो गई। कनखल म닼 ं
ढती म
 ढू
 उⰄह닼  耂गराई च頄डी म
 गाती रहती 'कहाँ ने
, कहाँ
耂गराई चोल嫽ᘂ म
 तो राम नाम मय होल嫽ᘂ।'

चा㠅 耂वि頄मत ꈅोता बनी रह嫽ᘂ, 頄वामी मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ ने
 कहा, 'जानती हो, एक 耂मनट को यहाँ
 ब萃ती चल嫽ᘂ जाती है
 तो
耂कतने
 बला萃कार हो जाते
 ह
 इस बीच।'

आर ऑ调से
'य ू ड' चा㠅 ने
 कहा। उसे
 यह मौन नह嫽ᘂं
 मख
ुर सⰄ
ुदर嫽ᘂ लगी।

आर कै
'य ू लस' 頄वामी मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ ने
 कहा।

10/14
8/29/2016

मौनी अमाव頄या पर भीड उमड़ी और घटाएं
 घम
ुड़ीं
। आठ बजते
 तक बा耂रश श㠅  पहले
ु हो गई। जो बा耂रश से  नहा
耂लए, वे
 तो सकु
शल अपने
 कै
頄प लौट आए। मिु
崀쀃कल बाद म닼  वाल엾ᘂ क䏼ᘂ हु
 जाने ई। चा㠅 सब
ुह कै
頄प के
 नल पर नहा
ल嫽ᘂ। वह भी गं
गा जल ह嫽ᘂ था आ耂खर। पर तट घम
ूने
 का मोह व नह嫽ᘂं
 छोड सक䏼ᘂ। एक क䏼ᘂ जगह दो­दो शॉल बदन पर
लपे
ट कर वह जाने
 लगी तो चरनी मासी ने
 टोका, 'इक頄ल嫽ᘂ कहाँ
 जा रह嫽ᘂ है वा जाएगी।'
, गँ

 सई
'म  मासी।'
ु नह嫽ᘂं

'म  नाल।'
 चलां

 चला जाता नह嫽ᘂं
'ना बाबा, आपसे गी।'
, 耂गर जाएँ

मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ ने
 साटन क䏼ᘂ रजाई से
 अपना 耂स頄क䏼ᘂ चे
हरा 耂नकाला, 'म  ठहरो।'

 चलती हू

उसने
 झटपट गाउन पहना, ल頄बे
 बाल엾ᘂ क䏼ᘂ उँ
ची नॉट बनाई, गे
頄ए रं
ग क䏼ᘂ च调पल닼र म닼
 पै यार हो गई।
 डाल嫽ᘂ और तै
सⰄयास म닼
 भी वह 耂वⰄयास के त थी।
 찄耂त सचे

भȅत엾ᘂ के  रे
 उमडते ले
 दे
ख कर वह 찄फु
頄ल हो गई, 'दे
खो चा㠅 म
 इस 찄ोफे
शन को ȅय엾ᘂ पसं
द करती हू
। इस करोड

क䏼ᘂ भीड़ म닼 च लाख भी मे
 अगर पां रे
 अनय
ुायी बन जायं
 तो म
 दस
ूर嫽ᘂ रजनीश मानी जाऊँ
। है
 इतनी स頄भावना और
耂कसी पे
श े
म닼
 ?'

श े
'अ㄀戄या萃म को पे के 㠅प म닼
 लेना गलत है
।' चा㠅 ने
 आहत हो कर कहा, 'यह तो अⰄदर क䏼ᘂ आ頄था से
 耂वक耂सत
होने
 वाल嫽ᘂ वै
चा耂रक, आि萃मक साम圀戄य᷽।'
 है

'耂शट, इ頄स ए 찄ोफे
शन। तम  रहती हो और त頄
ु यहाँ ुह닼 । यह इस समय 耂म耂लयन डॉलर 찄ोफे
 खबर ह嫽ᘂ नह嫽ᘂं शन है
।'

ȅयादा बात करना स頄भव नह嫽ᘂं
 था। भीड़ उⰄह닼  तो कभी बगल म닼
 कभी आगे  धके
ल रह嫽ᘂ थी। लोग जै
से
 एक धन
ु म닼
बढ़े
 चले
 जा रहे
 थे

रा頄ते
 म닼
 प耂ु
लस के क엾ᘂ क䏼ᘂ मदद से
 पथ­찄दश᷽  वे
 काफ䏼ᘂ आगे
 सह嫽ᘂ 耂दशा म닼 च गई। अꈅत

 पहु ु 頄崀쀃य उपि頄थत था, एक
पसारा­頄नान­ ㄀戄यान­ अप᷽
ण­ तप᷽
ण­ दान­ पⰄ
ुय का। एक नाववाले
 से
 पछ
ूा। उसने
 耂कराया बताया पⰄ頄ह 頄पये
सवार嫽ᘂ। चा㠅 ने
 कहा, 'नगरपा耂लका ने
 तो तीन 頄पये
 सवार嫽ᘂ रे
ट बनाया है
।'

 तो 耂सपाह嫽ᘂ ले
'तीन 頄पये  ले
त े
ह
।' नाव वाले
 ने
 कहा।

नाव या耂阄य엾ᘂ से
 खचाखच भर嫽ᘂ थी। वे
 दोन엾ᘂ भी सवार हो ग戄। बा耂रश अब भी हो रह嫽ᘂ थी। एक तरह से
 सबका 頄नान
हो रहा था 耂फर भी सं
गम क䏼ᘂ धारा का 頄पश᷽  को आतरु
 पाने  頄नानाथ틽ᘂ।
 थे

नहा कर गीले
 कपड엾ᘂ म닼  अपनी गं
 ह嫽ᘂ सब नाव पर सवार हो ग戄। सबने गाजल嫽ᘂ भी सं
गम जल से
 भर ल嫽ᘂ। कृ
शकाय
म頄लाह परू
嫽ᘂ ताकत से
 नाव खे
 रहा था ले
耂कन नाव का सं
तल
ुन गड़बड़ा रहा था।

उⰄह엾ᘂने
 दे
खा ि頄阄याँ
 मौन भाव से
 बै
ठᘂ थी, सबक䏼ᘂ मख
ु म頄
ुा शाⰄत, अ耂वच耂लत।

11/14
8/29/2016

अभी तट दरू ल ह嫽ᘂ झु
 ह嫽ᘂ था 耂क नाव एक ओर 耂ब頄कु क आई। लगा 耂क जल समा耂ध 耂मलने
 म닼 श का ह嫽ᘂ
 बस ㌀分णां
耂वल頄ब है

मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ और चा㠅 के ह
 मँ  चीख 耂नकल嫽ᘂ 'बचाओ, नाव डू
ु से ब जायगी भै
या।' म頄लाह अपने
 दोन엾ᘂ पै
र엾ᘂ क䏼ᘂ बीच
वह
ृ萃तर अं
तराल दे
 दोन엾ᘂ ओर के चला रहा था। शे
 च调प ू ष ि頄阄याँ
 कै
से
 बोल닼  मौन찄त धार रखा था इस घड़ी।
, उⰄह엾ᘂने
पर उनक䏼ᘂ आँ
ख엾ᘂ म닼
 दहशत उतर रह嫽ᘂ थी।

मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ नाव म닼  कोई है
 खडी हो गई, 'अरे ब रह嫽ᘂ है
, नाव डू गे
, मर जाएँ हम सब लोग।'

ि頄阄य엾ᘂ ने
 萃योर嫽ᘂ चढ़ा कर इन दोन엾ᘂ म耂हलाओं
 क䏼ᘂ ओर दे
खा। शोर मचा कर ये
 अपने
 찄耂त पाप का 찄योजन जट
ुा
रह嫽ᘂ थीं
। साथ ह嫽ᘂ उनके
 찄त म닼 । जो ि頄阄याँ
 भी 耂व㄀戄न डाल रह嫽ᘂ थीं  उठं
ग छोर पर आसीन थीं य 頄ि调ट से
, आ쀃ने  उⰄह닼
दे
ख रह嫽ᘂ थीं

तभी सं
कट पहचान कर 耂रजव᷽
 प耂ु
लस क䏼ᘂ मोटर बोट उनक䏼ᘂ नाव के  सहारा दे
 साथ आ सट嫽ᘂ। 耂सपा耂हय엾ᘂ ने  कर उभी
सवा耂रय엾ᘂ को मोटर बोट म닼 चाया। दो व氅

 पहु ृाएं
 पानी म닼 । उⰄह닼
 耂फसल गई थीं  भी बचा 耂लया गया।

耂रजव᷽
 प耂ु
लस क䏼ᘂ मोटर बोट 耂बना रोक टोक 耂कनारे
 पहु
च गयी।

चा㠅 ने
 दे
खा सभी सवा耂रयाँ
 एक दस
ूर嫽ᘂ के  लग कर रो रह嫽ᘂ थीं
 गले , मौन रोदन, िजसम닼
 श调द क䏼ᘂ जगह 耂सस耂कयाँ
थीं क䏼ᘂ जगह आँ
, अꈅ ु ख엾ᘂ म닼  खै
 भय। चा㠅 ने र मनाई 耂क मासी बा耂रश के  आधी रात के
 पहले  मह
ुूत म닼
᷽ ह嫽ᘂ 頄नान कर
आ戄। वे
 साथ होतीं
 तो दहशत से
 अधमर嫽ᘂ हो जातीं

मौन सⰄ
ुदर嫽ᘂ रा頄ते
 भर वापसी म닼 य엾ᘂ क䏼ᘂ मढ़
 頄阄ी 頄नाना耂थ᷽ ूता और 耂नर嫽ᘂ耂हता पर खीझती रह嫽ᘂ।

रानी तो यह है
'है  耂क यह इन ि頄阄य엾ᘂ का 頄थायी भाव नह嫽ᘂं
 है
। अपने
 घर엾ᘂ म닼 अपने
 ये  बे
टे
­बहु
ओ ं
को खब
ू डपटती
ह엾ᘂगी, पात엾ᘂ­पो耂तय엾ᘂ को घड़
ुकती ह엾ᘂगी पर इतनी सार嫽ᘂ अि쀃नमख
ुी, उ鐅मख
ुी औरत닼 तो के
, सं श पर ह엾ᘂठ 耂सल
 आदे
ल닼
गी, जान 耂नकल जाय पर बोल닼
गी नह嫽ᘂं

लौट कर 耂श耂वर का भोजन रोज से
 頄वा耂द调ट लगा। चार­पाँ
च घⰄट엾ᘂ क䏼ᘂ कवायद जो हो गई। राजमा, गोभी मटर
क䏼ᘂ स调जी और गाजर का हलवा बना था।

चा㠅 से
 अलथी­पलथी मर कर नह嫽ᘂं
 बै
ठा जाता। जै
से
 ह嫽ᘂ उसने
 कौर तोडा, खाना परोसने
 वाले
 से
वादार ने
 डाँ
टा,
 पां
'उ頄टे व पं
गत म닼ठᘂ हो, कहाँ
 बै  से
 आई हो। भोजन का कायदा नह嫽ᘂं
 मालम
ू।'

रो म닼
'पै  दद᷽
 है  लगती।'
, पलथी नह嫽ᘂं

पास बै
ठᘂ ब耂ल调ठ औरत ने
 झट उसके व खोल पालथी लगा द嫽ᘂ, 'नह嫽ᘂं
 पां  उलटे
 पां
व पं
गत म닼  बै
 नह嫽ᘂं ठ सकते
।'

इस मौनी अमाव頄या का महा萃頄य और भी बढ गया ȅय엾ᘂ耂क यह सोमवार को पडी, सोमवती मौनी अमाव頄या।

अगले
 耂दन का तम
ुल  耂दन के
ु नाद 耂पछले  लगा।
 मौन का उपहास करने

12/14
8/29/2016

गौरां
 ने
 सवे
रे
 ह嫽ᘂ 耂वलाप करना श㠅
ु कर 耂दया, 'हाय नी म
 मर जावां  दे
, कल नहां  वे
ले
 कोई मे
र嫽ᘂ कलाई से
 कड़ा उतार
कर ले
 गया। परू

 चार तोले
 दा सी।'

स萃या और गौरां
 का 耂दन रात का साथ था। दोन엾ᘂ हो耂शयारपरु ।
 क䏼ᘂ थीं

रे
'ते हाथ म닼 धा था। कडा कद㫾ᘂ पाया सी।'
 तो 頄माल बं

 म
'लै  झूठ बोल द嫽ᘂ हं
।' पानी गं
दला था। रे
त क䏼ᘂ दलदल म닼 स गई थी गौरां
 कमर तक धं । दो आद耂मय엾ᘂ ने
 पकड कर
耂नकाला उसे
। कै
頄प म닼
 लौट कर टोट嫽ᘂ के  नहाई।
 नीचे

'कल तो तन
ूे बताया नह嫽ᘂं
?'

तो ने
'सं  कहा था चप ।'
ु रहना, 耂क頄ा दसद嫽ᘂं

सबने
 耂हसाब 耂मलाया। सबके हरे
 चे  पर बदहवासी। पⰄडे
 से
 ले
कर नाव वाले
 तक ने
 लट
ूा, बचा खच
ुा गं
गा मै
या ने

डु
बक䏼ᘂ लगाई, गले
 से
 कं
ठᘂ गायब। कहाँ
 गई, कु
छ खबर नह嫽ᘂं
। कोई अचानक से
 उतार ले
 गया। हवा से
 भी हलका
हाथ रहा उसका। रपट ȅया 耂लखाएँ
। कु
छ पता हो तब न। कहाँ
 耂गर嫽ᘂ, 耂कसने
 छᘂनी। करमां
 耂दयाँ
 ग頄लां
। लाल
सड़क पर 頄वामी सरु

शानⰄद के
 耂श耂वर के । नाम अमरो, िजला
 बाहर एक औरत 耂बलख­耂बलख कर रो रह嫽ᘂ हे
जालौन। प耂त साथ आया था। कल क䏼ᘂ धकापे
ल म닼 ड गया। जमां
 耂बछु  पं

ूी उस उसी के ।
 पास है

एक 耂सपाह嫽ᘂ उसे
 भल
ूे भटके
 耂श耂वर म닼ठा आया। लाउड頄पीकर पर उसके
 बै  प耂त के
 耂लए मन
ुाद嫽ᘂ करवानी थी।
 पछ
'एनाउⰄसर ने ूा, 'आदमी का नाम?'

या कै
'हाय दै से
 बोल닼
।'

 बोलोगी तो बाजे
'नाम नह嫽ᘂं  पर ȅया बोल닼
गे
 हम, कौय आय।' अमरो धोती का 耂सरा दाँ
तो से
 दबा ले
ती है

 ले
'अ戄छा नाम नह嫽ᘂं  सकती तो कु
छ अता­पता दो।'

अमरो आसमान क䏼ᘂ ओर इशारा करती है

'सरू
ज'

'ना'

द'
'चाँ

या।'
'उई दै

नाम बोला जाता है
 चं
दाद嫽ᘂन।

दो 耂दन बीत गये
। अमरो का प耂त नह嫽ᘂं
 आया। 찄शासन का का耂रⰄदा कहता है ल का 耂कराया द닼
 'रे गे, घर चल嫽ᘂ
जाओ।'
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8/29/2016

। जब तक बल
'नाह嫽ᘂं ुाने
 नह嫽ᘂं
 आएँ
गे
 वह नह嫽ᘂं
 जाये
गी, सात फे
रे
 वाल嫽ᘂ ह
 हम, कोई नचनी पत耂ु
रया नह嫽ᘂं
। गं
गा मै
या
हमार भतार भे
ज닼  हम ऐ耂ह मां
 न耂हं  कू
द कर 耂परान दे
 दै
वे
।'

न जाने
 耂कतनी अबोध लड耂कयाँ
 पाई गइ ह गा 頄नान के
 कल। गं  घरवाले
 बहाने  लाये
 थे
 घर से
, और छोड गए
मं
झधार। जल प耂ु
लस ने
 बताया­ 'बाइस'।

ये
 सब पीड़ा के ग ह
 찄सं । इनके कडे
 सह嫽ᘂ आं  और 调योरे
 찄शासन क䏼ᘂ फाइल엾ᘂ म닼।
 ह

मासी क䏼ᘂ ऐनक बन कर आ गयी है
। स萃य के टर पर वापस घर जाते
 頄कू  समय चा㠅 सोच रह嫽ᘂ है
, इतना 耂वशाल
मे
ला ȅया कु
छ भी कलातीत 耂सखा पाये
गा या सब वै
से
 के से
 वै अपने
 सं
क䏼ᘂण᷽
 सरोकार엾ᘂ म닼 गे
 वापस हो जाएँ। जो झू

बोलता था, बोलता रहे
गा, जो घस ता था, ले
ू ले ता रहे
गा, जो 耂मलावट करता था, करता रहे
गा, जो चोर嫽ᘂ करता
था,करता रहे
गा, और जो कामचोर嫽ᘂ करता था करता रहे
गा। औरत엾ᘂ क䏼ᘂ जीवन म닼 बक䏼ᘂ से
 इस एक डु  ȅया हो
जाये
गा। उनक䏼ᘂ हालत बदले
गी? गं
गामाई म닼
 पाप सचमच
ु धल
ुे या यह भी एक सरल嫽ᘂकरण है
 िजसक䏼ᘂ 頄वीकृ
耂त म닼
ह嫽ᘂ 耂फलहाल 耂न调कृ
耂त है

        
शीष᷽
 पर जाएँ

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