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hi.vikaspedia.in-परतिरकषण विकासपीडिया
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रा ीय तर ण अनुसूची
तर ण बचपन के रोग और िवकलांगता क रोकथाम के लए सबसे मह वपूण और कम लागत वाली रणनीत है और इस
कार यह सभी ब के लए एक बुिनयादी ज रत है। िन न ल खत अनुसूची क वा य मं ालय, भारत सरकार ारा
■सफा रश क गई है और यह बाल वा य देखभाल दाताओं ारा सबसे यापक प से अनुपालन िकये जाने वाल म से
एक है।
10 ह ते
14 ह ते
ब े 5 वष डीटी टीका
10 वष िटटेनस टॉ सॉइड
16 वष
लघु प:
बीसीजी = बै■सलस कै म ी गुए रन
डीपीटी = ड थी रया, पटु ■सस एवं िटटेनस
1/10
ओपीवी = ओरल पो लयो वै सन
डीटी = ड थी रया एवं िटटेनस वै सन
जम बीसीजी ----
ओपीवी शू य
हेपेटाइिटस बी – 1
हेपेटाइिटस बी – 2
िहब – 1
िहब – 2
2/10
14 ह ते ओपीवी-3 + आइपीवी- केवल ओपीवी यिद आइपीवी नह िदया जा सकता है।
3/ओपीवी-3
िहब – 3
15-18 ओपीवी-4 + आइपीवी- केवल ओपीवी यिद आइपीवी नह िदया जा सकता है।
महीने 4/ओपीवी-4
डीटीपीड यू बू टर - 1 या
डीटीपीए बू टर - 1
िहब बू टर
एमएमआर – 1
5 वष ओपीवी – 5 ----
डीटीपीड यू बू टर – 2 या ----
डीटीपीए बू टर – 2
एचपीवी
3/10
टीके जो माता-िपता से िवचार-िवमश के बाद िदये जा सकते ह
लघु प:
बीसीजी : बै■सलस कै मेट गुए रन
ओपीवी : ओरल पो लयोवाइरस वै सन
डीटीड यूपी: ड थी रया, िटटेनस, होल सेल पटु ■सस
डीटी: ड थी रया एवं िटटेनस टॉ सॉइड
टीटी: िटटेनस टॉ सॉइड
हेप बी: हेपेटाइिटस बी टीका
एमएमआर: मीज़ स, म स, बे ा वै सन
िहब: िहमोिफलस इं ु एंज़ा टाइप ‘बी’ टीका
आइपीवी: इने टवेटेड पो लयोवाइरस वै सन
टीडी: िटटेनस, र ू ड डोज़ ड थी रया टॉ सॉइड
टीडीएपी: िटटेनस, र ू ड डोज़ ड थी रया एं ड एसे युलर पटु ■सस
एचपीवी: म ु न पेिप ोमा वाइरस वै सन
पीसीवी: युमोकॉकल कॉ जुगेट वै सन;
डीटीएपी: ड थी रया, िटटेनस, एसे युलर पटु ■सस वै सन
पीपीवी 23: 23 वलट योमोकॉकल पॉ लसेकराइड वै सन
हेपेटाइिटस ए (जल जिनत पी लया) टीका, हेम बी टीका और वे रसला (चेचक) टीका जैसे नए टीक का उपयोग करने का
िनणय बाल चिक सक तथा माता-िपता दोन के बीच भ हो सकता है और चिक सक ब े के लए उनके बारे म िवचार-
िवमश कर सकते ह, चूंिक वतमान म, हमारे देश के िनयिमत टीकाकरण काय म म ये टीके शािमल नह ह, उनका
तकसंगत उपयोग लागत, ब े क उ , माता िपता क चताओं, ब े के त जो खम और डॉ टर- माता-िपता के िनणय पर
आधा रत होना चािहए।
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टीका आयु
जम 6 ह ते 10 ह ते 14 ह ते 9-12 महीने
ाथिमक टीके
बीसीजी X ----
खसरा ---- X
बू टर खुराक
डीटी 5 वष
गभवती मिहला
िटटेनस टॉ सॉइड (पीड यू): पहली खुराक गभाव था के दौरान ■जतनी ज दी हो सके (पहला
स पक)
दस
ू री खुराक पहली खुराक के एक महीने बाद
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बाल तर ण पर अ सर पूछे जाने वाले सवाल
तर ण या है और यह कैसे काम करता है?
तर ण मानव शरीर को टीकाकरण के मा यम से िवभ सं ामक रोग से बचाने का एक तरीका है। तर ण हमारे
शरीर को रग के िव लड़ने के लए तैयार करता है यिद हम भिव य म उनके स पक म आएं ।
शशु कुछ ाकृतक तर ण के साथ ज म लेते ह, जो उ ह उनक माता तथा तनपान ारा ा होता है। यह धीरे-धीरे
कम होने लगता है, जैसे-जैसे शशु क वयं क तर ण णाली िवक■सत होना आर भ हो जाती है। आपके शशु का
तर ण कराना उसे ाणघातक बीमा रय के िव अत र बचाव दान करता है।
अनुसूची यह ■सफा रश करती है िक जब शशु 1-1/2 माह आयु का हो तो टीकाकरण आर भ हो जाना चािहए। लेिकन
उस थत म या िकया जाना चािहए जब ब ा टीकाकरण के लए देरी से लाया जाए? या टीकाकरण तब भी आर भ
िकया जाना चािहए?
हां, अव य। शशु को टीकाकरण के लए देरी से लाया जाए, तब भी उसे सारे टीके लगाए जाने चािहए। जबिक आदश
तर ण अनुसूची का अनुपालन सबसे उचत है, ब े को िकसी भी सूरत म टीकाकरण से वंचत नह रखा जाना चािहए,
भले ही उसे इसके लए देरी से लाया जाए। लेिकन सम तर ण को पूण करने के लए 1 वष क आयु से पहले
हरस भव यास िकया जाना चािहए।
केवल कुछ ही नवजात शशुओं तथा ब म टीकाकरण के बाद द ु भाव िवक■सत होते ह। हमने बीसीजी के द ु भाव के
बारे म पहले ही चचा कर ली है। डीपीटी के इंजे शन के बाद, नवजात शशु को इंजे शन लगाने के थान पर दद हो सकता
है और स भवतः बुखार भी आ सकता है। ऐसी थत म ब े को ½ च मच पैरा■सटामॉल िदया जा सकता है।
खसरे के इंजे शन के बाद खसरे जैसे घाव उ प हो सकते ह। यह सामा य बात है। बहुत कम मामल म, तर ण के
तुरत
ं बाद ब को एलज यु ति याएं हो सकती ह। साथ ही यिद शशु को बुखार आ जाये या वह बेहोश हो जाए, तो
तुरतं िकसी डॉ टर से परामश लया जाना चािहए। तर ण देने वाले लोग एलज यु ति याओं क थत से िनबटने
के लए श त होते ह और यिद ब े का तुरत ं उपचार िकया जाए, तो वह पूण प से व थ हो जाएगा।
कभी-कभार ब े को दस ू रे व तीसरे टीके के लये ठीक एक महीने बाद ले जाना स भव नह होता है। यिद ऐसा हो, तो या
पूरा कोस दोहराया जाना चािहए?
ब े को तर त न िकया जाए, इसके लए बहुत कम कारण ह। सामा यतः जुकाम या द त जैसी आम बीमा रयां आपके
ब े को टीके देने के लए कावट नह होती ह।
हालांिक ऐसी कुछ थतयां ह, ■जनम आपको अपने वा य देखभाल दाता को अपने ब े क थतय के बारे म
बताना चािहए। इनम से कुछ ये ह:
ब े को तेज़ बुखार हो
उसे अ य तर ण पर खराब ति या हुई हो
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उसे अंडे खाने पर ती ति या हुई हो, या
पहले कभी िफट आए ह । (सही सलाह से, ■जन ब को पूव म िफट आए ह , उ ह तर त िकया जा सकता है)
उसको कसर रहा हो, या उसका कसर के लए इलाज चल रहा हो
उसे ऐसी कोई बीमारी हो जो तर ण णाली को भािवत करती हो, उदाहरण के लए, एचआइवी या ए स
वह ऐसी कोई दवा ले रहा हो जो तर ण णाली को भािवत करती है, उदाहरण के लए, इ युनोस ेसट (अंग
यारोपण के बाद या ाणघातक रोग के लए िदया जाता है) या उ -खुराक के टरॉइ स
अ य दवाओं क तरह टीके उनक सुर ा क ि से कई गहन परी ण से गुज़रते ह। जब यह पाया जाता है िक वे सुर त
ह, उसके बाद ही उ ह सामा य टीकाकरण काय म म शािमल िकया जाता है। उसे शािमल करने के बाद भी हर टीके को
लगातार जांचा जाता है और आव यकता होने पर उचत कायवाही क जाती है। यिद कोई टीका सुर त नह हो तो
उसका योग नह िकया जाता है।
बीसीजी का टीका एक पता बरकरार रखने के लए तथा सव क ारा टीकाकरण हो जाने क पुि करने म आसानी के
लए बाई ं भुजा पर ऊपर लगाया जाता है।
ऐसा इस लए है िक नवजात शशुओं क वचा पतली होती है और 0.1 िम ल का वचाभेदक इंजे शन वचा को न कर
सकता है या भीतरी ऊतक म घुस सकता है और थानीय फोड़ा या बढ़ी हुई गांठ उ प कर सकता है।
यिद बीसीजी के बाद कोई िनशान नह उभरता, तो या ब े को पुनः टीका िदया जाना चािहए?
यिद कोई िनशान नह उभरता, तो भी ब े को पुनः टीका िदए जाने क कोई आव यकता नह है।
हां।
हां।
यिद िकसी ब े को िनधा रत समय पर डीपीटी 1,2,3 तथा ओपीवी 1,2,3 नह िमल पाया हो तो िकस आयु तक टीका
िदया जा सकता है?
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डीपीटी का टीका 2 वष क आयु तक िदया जा सकता है और ओपीवी 5 वष क आयु तक िदया जा सकता है। यिद िकसी
ब े को पहले क खुराक ा हुई ह लेिकन अनुसूची पूण नह हुई हो, तो अनुसूची पुनः आर भ नह कर और इसके बजाय
ृं ला को पूण करने के लए बची हुई खुराक द।
ख
यिद बगैर कोई टीका ा 2 से 5 वष आयु का कोई ब ा आता है, तो उसे कौन से टीके िदये जाने चािहए?
यिद बगैर कोई टीका ा 2 से 5 वष आयु का कोई ब ा आता है, तो यूनतम 4 ह त (या एक महीने) के अंतर पर
ओपीवी के साथ डीटी क दो खुराक दी जा सकती ह। डीटी क पहली खुराक के साथ खसरे के टीके क एकल खुराक देने
क भी आव यकता होती है।
ऐसा इस लए है िक दो खुराक के बीच अंतर घटा देने से रोग तकारक क ति या और बचाव पर असर पड़ सकता है।
शआिटक धमनी के नुकसान को रोकने के लए डीपीटी टीका एं टीरो-लैटरल म य जांघ म िदया जाता है और लूिटअल
े पर नह । इसके अलावा, लूिटअल े के वसा म जमा टीका उपयु तर ा दान नह करता है।
अगर िकसी ब े को डीपीटी से एलज होना पाया जाए या डीपीटी के बाद उसे एं ■सफेलोपैथी िवक■सत हो तो या करना
चािहए?
अगर िकसी ब े को डीपीटी से एलज हो या डीपीटी के बाद उसे एं ■सफेलोपैथी िवक■सत हो, तो उसे बची हुई खुराक के
लए डीपीटी के बजाय डीटी का टीका िदया जाना चािहए, य िक आम तौर पर वह पी (पूण कोशका पटु सस) घटक
होता है जो एलज /एं ■सफेलोपैथी उ प करता है।
यिद िकसी लड़क को उ के 16 साल तक एनआईएस के अनुसार डीपीटी, डीटी और टीटी क सभी खुराक ा हुई ह
और वह 18 साल क उ म गभवती हो जाती है, तो या गभाव था के दौरान उसे टीटी क एक खुराक दी जानी चािहए?
रा ीय टीकाकरण अनुसूची के अनुसार, हेपेटाइिटस बी टीका एक वष क आयु तक डीपीटी क थम, ि तीय और तृतीय
खुराक के साथ िदया जाना चािहए।
हेपेटाइिटस बी टीके क ज म खुराक (पहले 24 घंटे के भीतर) सव-पूव हेपेटाइिटस बी के संचरण को रोकने म कारगर
होती है।
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एक पता बनाए रखने और सव क ारा पुि करने म मदद करने के लए खसरे का टीका ऊपरी दाय बांह पर िदया जाता
है।
यिद िकसी ब े को उ के 9 महीन पहले खसरे का टीका ा हुआ है, तो वह टीका बाद म दोहराना या आव यक है?
हाँ, रा ीय टीकाकरण अनुसूची के अनुसार, खसरे का टीका, 9 महीने क उ पूण होने के बाद 12 महीने क उ तक देने
क ज रत होती है। आदश उ म यिद खसरे का टीका नह िदया जाता है, तो उसे 5 वष क उ तक िदया जा सकता है।
यिद एसआइए के दौरान 16-24 महीने उ के िकसी ब े को जेई टीका िदया गया है, तो या वह आरआई के भाग के प
म जेई टीका िफर से ा कर सकता है?
यिद 2 वष (24 महीने) से अधक उ के ब े को आरआइ या एसआइए के मा यम से जेई टीका ा नह हुआ हो, तो
या उसे जेई टीका िदया जाना चािहए?
हाँ, ब े को जेई टीके क एक खुराक ा करने क पा ता है, आरआई के मा यम से, 15 साल क उ तक।
िवटािमन ए ■सरप केवल येक बोतल के साथ दान च मच/ड पसर का उपयोग करना चािहए। च मच म आधा िनशान
100.000 आइयू इंिगत करता है और पूरे तर तक भरे च मच म िवटािमन ए क 200,000 आइयू होती है।
एक बार खोल लये जाने पर िवटािमन ए क बोतल 6-8 ह त के बीच इ तेमाल कर ली जानी चािहए। बोतल पर खोलने
क तारीख लख।
यिद कोई ब ा ■जसे कभी कोई टीका नह लगाया गया हो, उ के 9 महीन म लाया जाता है, तो सभी आव यक टीके या
उसे उसी एक िदन म िदये जा सकते ह?
हाँ, सभी आव यक टीके एक ही स के दौरान िदए जा सकते ह, लेिकन शरीर म अलग-अलग जगह पर अलग-अलग एडी
सी रज का उपयोग कर इंजे शन देकर। 9 महीने उ के ■जस ब े को कभी कोई टीका नह लगाया गया हो, उसे एक ही
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समय म बीसीजी, डीपीटी, हेपेटाइिटस बी, ओपीवी और खसरा के टीके और िवटािमन ए देना सुर त व भावी है।
यिद माँ/देखभाल करने वाला 9 महीने क उ म ब े को पहली बार लाने पर केवल एक इंजे शन देने क अनुमत
देता/देती है, तो कौन सा इंजे शन िदया जाना चािहए?
1-2 वष आयु के ब े को, ■जसे कभी कोई टीका नह लगाया गया हो, कौन से टीके लगाए जा सकते ह?
ब े को डीपीटी1, ओपीवी-1, खसरा तथा िवटािमन ए का 2 िम ल घोल िदया जाना चािहए। इसके बाद उसे 2 वष क
आयु तक डीपीटी तथा ओपीवी क दस ू री तथा तीसरी खुराक एक महीने के अंतराल पर दी जानी चािहए। बू टर खुराक
ओपीवी 3/डीपीटी3 देने के बाद यूनतम 6 महीने पर दी जा सकती है।
िनदान के तुरत
ं बाद िवटािमन ए क 200,000 आइयू क एक खुराक तुरत
ं द, और उसके बाद 200.000 आइयू क एक
और खुराक 1-4 ह ते बाद िफर से द।
िवटािमन ए के घोल को सूय क सीधी रोशनी से दरू रखा जाना चािहए तथा समाि क तारीख तक इसे इ तेमाल िकया
जा सकता है।
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