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नागर विमानन मंत्रालय

अधिसच
ू ना
नई दिल्ली 19 जनवरी, 2012

सा.का.नन. 34(अ) - जबकि दिनाांि 25 मार्च, 2011 िो भारत िे राजपत्र िे भाग II, खांड 3, उप-खांड
(i) में भारत सरिार िी दिनाांि 25 मार्च, 2011 िी अधिसर्
ू ना, नागर ववमानन मांत्रालय, सा.िा.नन. 109 िे
द्वारा वायय
ु ान अधिननयम, 1934 िी िारा 14 द्वारा यथोपेक्षित वायय
ु ान (सरु िा) ननयम, 2011 िा िनतपय
प्रारूप प्रिाशित किया गया था जजसिे सरिारी राजपत्र में प्रिािन िी नतधथ से पैंतालीस दिन िी अवधि िे
समाप्त होने से पहले इस प्रारूप से प्रभाववत होने वाले सभी सांभाववत व्यजततयों से आपवियाां और सझ
ु ाव
आमांत्रत्रत किए गए थे;

और जबकि, उतत ननयमों िे प्रारूप पर जनता िी ओर से िोई आपवियाां और सझ


ु ाव प्राप्त नहीां हुए;

अतएव, अब वायय
ु ान अधिननयम, 1934 िी िारा 5 िे साथ पठनीय िारा 4 द्वारा प्रिि िजततयों िा
प्रयोग िरते हुए, भारत सरिार ननम्नशलखखत ननयम बनाती है :-

1. लघु शीर्ष, विस्तार और आरं भ - (1) इन ननयमों िो वायय


ु ान (सरु िा) ननयमावली 2011 िहा जाएगा।

(2) इन ननयमों िा ववस्तार समस्त भारत पर होगा और ये ननम्न पर भी लागू होंगे:-

(ि) भारत में पांजीिृत किसी ववमान, और किसी ऐसे प्रर्ालि - जजसिा प्रिान व्यवसाय स्थल या स्थायी
ननवास स्थान भारत में हो - द्वारा प्रर्ाशलत किसी वायुयान पर सवार व्यजततयों पर, र्ाहे वे िही भी
हों,

(ख) भारत में सभी ववमान।

(3) ये ननयम सरिारी राजपत्र में इनिे अनतम प्रिािन िी नतधथ से लागू होंगे।

2. पररभार्ाए - (1) इन ननयमों में , जब ति कि इस ववषय या सांिभच में िोई भी बात प्रनतिूल न हो -

(ि) "अधिननयम" िा अथच है वायय


ु ान अधिननयम, 1934 (1934 िा 22);

(ख) "एयरोड्रोम प्रर्ालि" िा अथच है किसी एयरोड्रोम िे प्रर्ालन और प्रबांिन िे शलए उिरिायी िोई
व्यजतत, सांगठन या उद्यम;

(ग) एयरोड्रोम प्रवेि परशमट" िा अथच है सुरिा आयत


ु त (नागर ववमानन), नागर ववमानन सरु िा ब्यरू ो,
नागर ववमानन मांत्रालय द्वारा या िेन्द्र सरिार द्वारा प्राधििृत किसी व्यजतत द्वारा एयरोड्रोम या
किसी एयरोड्रोम िे भाग में प्रवेि हे तु जारी फोटो पहर्ान-पत्र, स्माटच िाडच या अस्थायी परशमट;

(घ) "हवाई अड्डा प्रर्ालि" िा अथच है हवाई अड्डी प्रर्ालन में सांशलप्त या सांशलप्त होने िे शलए ऑफर
िरने वाला िोई िधथत, सांगठन या उद्यम;

(ड.) "गैर-िानन
ू ी हस्तिेप िे िृत्य" िा अथच है नागर ववमानन और हवाई पररवहन िी सांरिा िो ध्वस्त
िरने वाले हृिय या प्रयास, जजनमें िाशमल हैं:-

(i) उड़ान में वायुयान िा गैर-िानन


ू ी िब्जा,

(ii) भशू म पर वायय


ु ान िा गैर-िानन
ू ी िब्जा,

(iii) वायय
ु ान में उड़ान िे िौरान या एयरोड्रोमों पर बांिि बनाया जाना,

(iv) किसी वायय


ु ान में उड़ान िे िौरान या किसी एयरोड्रोम पर या किसी वैमाननिी सवु विा पररसर में
बलपव
ू ि
च घस
ु पैठ,

1
(v) किसी वायय
ु ान में उड़ान िे िौरान या किसी एयरोड्रोम पर िोई हधथयार या खतरनाि यांत्र या
आपराधिि प्रयोजनाथच अशभप्रेत सामग्री ले जाना,

(vi) उड़ान िे िौरान भशू म पर किसी वायय


ु ान िी, किसी एयरोड्रोम पर या किसी नागर ववमानन
सवु विा पररसर पर यात्रत्रयों, िमीिल, भू-वानतचि या आम जनता िी सांरिा िो ध्वस्त िरने िे
उद्िे श्य से झूठी सर्
ू ना िा सांप्रेषण,

(र्) "एयर साइड" िा अथच है किसी एयरोड्रोम िा आवागमन िेत्र, सटा हुआ भ-ू भाग और भवन या उसिा
िोई भाग जजस पर ननयांत्रण किया गया हो;

(छ) "आयत
ु त" िा अथच सुरिा आयत
ु त (नागर ववमानन), नागर ववमानन सरु िा ब्यरू ो, नागर ववमानन
मांत्रलाय, जो अनब
ु ि
ां -17 िी अपेिाओां िे शलए उपयत
ु त प्राधििारी होगा;

(ज) "ववमानन सरु िा समह


ू " िा अथच है किसी वविेषज्ञता प्राप्त सरिार एजेंसी िी एि इिाई जजसे आयत
ु त
द्वारा गैर-िानन
ू ी हस्तिेप िे िृत्यों िे ववरुद्ि नागर ववमानन िी सुरिा तथा नागर ववमानन िो
सांभालने वाले एयरोड्रोम पर सम्पवि िी सरु िा िे शलए प्राधििृत किया गया हो;

(झ) "िेत्रबन बैगेज" िा अथच है किसी वायुयान िे िेत्रबन में वहन िे शलए अशभप्रेत िोई बैगेज;

(ञ) "अशभसमय" िा अथच है 7 दिसम्बर, 1944 िो शििागो में हस्तािररत, अांतराच्ट्रीीय नागर ववमानन से
सांबधां ित अशभसमय;

(ट) "एतसप्रेस िागो" िा अथच डाि से इतर तथा यात्रत्रयों या िमीिल से स्वैजछछि रूप से या अनजाने में
अलग हो गई या साथ िी वस्तए
ु ां - जजन्द्हें किसी वायुयान प्रर्ालि द्वारा प्राथशमिता िे आिार पर
लाया-ले जाया जाना अपेक्षित होता है ;

(ठ) "उड़ान में सुरिा अधििारी" से किसी ववधिववरुद्ि हस्तिेप िी िारच वाई िे ववरुद्ि वायय
ु ान में सरु िा
िो बनाए रखने िे शलए सरिार द्वारा वायय
ु ान में तैनात सरु िा िाशमचि अशभप्रेत हैं;

(ड) "डाि" से डाि प्रिासन द्वारा और उनिे ववतरण िे शलए आिनयत पत्रिार िा सांवाि और अन्द्य
वस्तए
ु ां अशभप्रेत हैं;

(ढ़) "आवागमन िेत्र" से किसी ववमान िेत्र िा वह िेत्र अशभप्रेत है जो किसी वायय
ु ान िे भत
ू ल आवागमन
िे शलए आिनयत है और जजसिे अांतगचत मैन्द्यूवररांग एररया तथा एप्रन भी है ;

(ण) "रा्ट्रीीय नागर ववमानन सुरिा िायचरम"म" से िेन्द्रीय सरिार िे पव


ू ाचनम
ु ोिन से अशभसमय िे किसी भी
उपाबांि िो प्रभावी बनाने िे ननशमि िेन्द्रीय सरिार द्वारा प्राधििृत किसी अधििारी द्वारा ऐसा िोई
िायचरम"म अशभप्रेत है ;

(त) "अधििारी" से भारत सरिार द्वारा किसी भी िायाचलय में ननयत


ु त या ननयोजजत िोई व्यजतत अशभप्रेत
है ;

(थ) "प्रनतषेि वस्त"ु से िोई वस्तु जजसे गैर िानन


ू ी हस्तिेप िा िोई िृत्य िरने िे शलए इस्तेमाल किया
जा सिता हो और जजसे उपयत
ु त तरीिे से घोवषत न किया गया हो;

(ि) "सावचजननि ववमान िेत्र" से ऐसा ववमान िेत्र अशभप्रेत है जजसे व्यापि रूप से जनता द्वारा उपयोग िे
शलए अनज्ञ
ु जप्त िी गई हो;

(ि) "ववननयशमत अशभिताच" से िोई अशभिताच, माल अग्रेषि या िोई अन्द्य अशभप्रेत है जो किसी प्रर्ालि
िे साथ िारबार िरता है और सरु िा ननयांत्रण उपलब्ि िराता है , जो वायु द्वारा पररवहन िे सांबि
ां में
िागो, िूररयर तथा एतसप्रेस पासचल या डाि िे सांबि
ां में आयत
ु त द्वारा स्वीिृनत या अपेक्षित हो;

2
(न) "स्रम"ीननांग से तिनीिी या अन्द्य माध्यम िा अनुप्रयोग अशभप्रेत है जो िस्त्रों, ववस्फोटिों या अन्द्य
खतरनाि यजु ततयों िी पहर्ान िरने या पता लगाने िे शलए अशभप्रेत हो जजनिा प्रयोग नागर
ववमानन में ववधिववरुद्ि हस्तिेप िे शलए उपयोग किया जा सिता हो;

(प) "सरु िा" से ववधिववरूद्ि हस्तिेप िी िारच वाइयों िे ववरुद्ि नागर ववमानन रिोपाय िे आिय से
उपायों, मानवीय तथा भौनति सांसािनों िा सांयोजन अशभप्रेत है ;

(फ) "सरु िा िघ
ु ट
च ना" से िोई ऐसी घटना जजसिा पररणामस्वरूप किसी व्यजतत िी मत्ृ यु या गांभीर उपहनत
या सम्पवि िी प्रमख
ु िनत अशभप्रेत है ;

(ब) सरु िा तलीयरें स" किसी वायुयान, व्यजतत या वस्तु िे सांबि


ां में रा्ट्रीीय नागर ववमानन सुरिा िायचरम"म
में ववननदिच ्ट सरु िा ननयांत्रणों िा अनप
ु ालन अशभप्रेत है ;

स्पष्टीकरण : इस खांड िे प्रयोजन िे शलए गांभीर उपहनत िा आिय वही होगा जो भारतीय िां ड सांदहता
1860 में है ;

(भ) "सरु िा प्रनतबांधित िेत्र" से किसी हवाई अड्डे िे एयर साइड िे िेत्र अशभप्रेत हैं जजनमें नागर ववमानन
िी सरु िा िो सनु नजश्र्त िरने िे उद्िे श्य से प्रवेि ननयांत्रत्रत किया जाता है , इन िेत्रों में स्रम"ीननांग
र्ेि प्वाइांट और ववमान िे बीर् यात्री िेत्र, रै म्प, बैगेज मागच अप एररया, िागो िैड, डाि िेन्द्र, एयर
साइड िेटररांग और ववमान सफाई पररसर िाशमल है ;

(म) "सरु िा घटना" से नागर ववमानन सुरिा िे सांबि


ां में िोई घटना अशभप्रेत है जो भशू म या उड़ान िे
िौरान हुई जजसिे पररणामस्वरूप -

(i) किसी व्यजतत िो र्ोट लगे, सम्पवि िो िनत हो, आगे से या किसी प्रिार िी िनत हो;

(ii) सरु िा ननयमों, ववननयमों, रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म और अधिननयम िे उपबांिों िे
अिीन िेन्द्रीय सरिार द्वारा जारी आिे िों िे उल्लांघन तथा भांग हुई हो;

(य) "सरु िा ननयांत्रण" से वह पद्िनत अशभप्रेत है जजसिे द्वारा, आयि


ु , ववस्फोटिों तथा अन्द्य खतरनाि
यजु ततयाां, वस्तु या पिाथों, जजन्द्हें किसी ववधिववरुद्ि हस्तिेप िे िृत्य िे शलए प्रयोग किया जा
सिता है , िो रोिा जा सिे;

(यि) "सरु िा िायचरम"म" से आयत


ु त द्वारा शलखखत ववशि्ट उपाय अशभप्रेत है जजन्द्हें ववधिववरुद्ि हस्तिेप िे
िृत्य िे ववरुद्ि नागर ववमानन िो सरु िा प्रिान िरने िे शलए किसी अजस्तत्व द्वारा अांगीिृत किया
जाना है ।

(यख) "टशमचनल" से वह भवन या भवनों िा ऐसा समह


ू अशभप्रेत है जहाां यात्रत्रयों, सामान, िागो, िूररयर बैगों
आदि िी स्रम"ीननांग और वायुयानों में बोर्डिंग िी जाती है और इसिे अांतगचत आगमन भवन भी है ;

(यग) "लावाररस सामान" से किसी ववमान िेत्र पर सामान टै ग लगा हुआ या उसिे त्रबना सामान अशभप्रत है
जजसे किसी यात्री या किसी अन्द्य व्यजतत द्वारा उठाया या पहर्ाना नहीां गया है ;

(ि) "अत्यावश्यि सांस्थापन" से ववमान िेत्र पर या उससे जुड़ी हुई िोई सवु विा यदि िनतग्रस्त या न्ट
होने पर ववमान िेत्र िा िायचिलाप गांभीर रूप से हाशसल हो जाएांगे।

(2) उप िब्िों और पिों िे, जो इसमें प्रयत


ु त है और पररभावषत नहीां है किन्द्तु अधिननयम में पररभावषत है ,
वही अथच होंगे जो उस अधिननयम में है ।

3. आयक्
ु त के कर्त्षव्य - (1) आयत
ु त -

(ि) उड़ानों िी सांरिा, ननयशमतता और िायचिुिलता िो ध्यान में रखते हुए ववधिववरुद्ि िृत्यों तथा खतरे
िी सांभावनाओां िे ववरुद्ि नागर ववमानन प्रर्ालनों िे रिोपाय से सांबधां ित अशभसमय िे उपबांि-17 िे

3
उपबांिों िे सांगत रा्ट्रीीय नागर ववमानन सुरिा िायचरम"म िो स्थावपत, वविशसत, करम"याजन्द्वत, अनुरक्षित
और पन
ु रीक्षित िरना;

(ख) रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म िायाचजन्द्वत िरने िे शलए आवश्यि आिे ि जारी िरना;

(ग) किसी भी बढ़ते हुए सुरिा सांबि


ां ी खतरे िा सामना िरने िे शलए त्वररत जवाबी िारच वाई िरना;

(घ) राज्य सरिार िे ववभागों, अशभिरणों और अन्द्य सांगठनों, रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म िे
ववशभन्द्न पहलओ
ु ां िे करम"यान्द्वयन से सांबधां ित या इसिे शलए उिरिायी ववमान िेत्र तथा वायय
ु ान
प्रर्ालिों और अन्द्य अजस्तत्वों िे मध्य करम"यािलापों िो पररभावषत िरना तथा इन्द्हें िायच आबांदटत
िरना और उनिे मध्य समन्द्वय स्थावपत िरना;

(ङ) िे ि िे ववभागों, अशभिरणों और अन्द्य सांगठनों, रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म िे ववशभन्द्न
पहलओ
ु ां िे करम"यान्द्वयन से सांबधां ित या इसिे शलए उिरिायी ववमान िेत्र और वायय
ु ान प्रर्ालिों तथा
अन्द्य अजस्तत्वों िे बीर् सुरिा गनतववधियों िा समन्द्वय स्थावपत िरने िे उद्िे श्य से एि रा्ट्रीीय
ववमानन सुरिा सशमनत िी स्थापना िरना या ऐसे ही समान व्यवस्थाएां इांतजाम िरना;

(र्) रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िे ववशभन्द्न पहुओां िे करम"यान्द्वयन में अांतवचशलत या इसिे शलए उिरिायी
सभी अजस्तत्वों िे िाशमचिों िे शलए रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा प्रशििण िायचरम"म िो स्थावपत,
वविशसत या करम"याजन्द्वत िरना जजन्द्हें उतत सरु िा िायचरम"म िी प्रभाविीलता िो सनु नजश्र्त िरने िे
शलए अशभिजल्पत किया गया है ;

(छ) नागर ववमानन िेत्र में सेवारत प्रत्येि ववमान िेत्र पर एि ऐसे प्राधििारी िो पिाननत िरना जो सुरिा
ननयांत्रणों िे करम"यान्द्वयन िा समन्द्वय िरने िे शलए उिरिायी होगा;

(ज) ववमान िेत्र सरु िा िायचरम"म में यथाननदिच ्ट सरु िा ननयांत्रणों और िायचवादहयों िे करम"यान्द्वयन िे
समन्द्वय िे शलए नागर ववमानन िेत्र में सेवारत प्रत्येि ववमान िेत्र पर ववमान िेत्र सरु िा सशमनत
स्थावपत िरना;

(झ) रा्ट्रीीय नागर ववमानन सुरिा िायचरम"म िी प्रभावी अनुपालन अविाररत िरने और इसे ववधिमान्द्यिरण
िरने िे शलए एि रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा गण
ु विा ननयांत्रण िायचरम"म वविशसत, करम"याजन्द्वत तथा
अनरु क्षित िरना;

(ञ) रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म िे अनप


ु ालन सत्यापन िरने और किसी भी िमी िा तत्िाल
तथा प्रभावी रूप से सि
ु ार िरने िे शलए ननयशमत आिार पर सरु िा सांपरीिा, जाांर्, सवेिणों तथा
ननरीिणों िे शलए व्यवस्था िरना;

(ट) सांिशभचत रा्ट्रीीय सरु िा अशभिरणों द्वारा किए गए किसी सरु िा जोखखम आिलन िे आिार पर इसिे
रा्ट्रीीय नागर ववमानन सुरिा िायचरम"म िे सांिशभचत िारिों िे सामजस्य िी नीनतयों और िायाचन्द्वयन
तथा प्रकरम"या िी स्थापना;

4. अपील - इन ननयमों िे अिीन प्रिि िजततयों िा प्रयोग िरते हुए किसी अधििारी द्वारा पाररत किसी
आिे ि द्वारा यदि व्यधथत िोई व्यजतत इस सांबि
ां में िेनरीय सरिार िे पास अपील िर सिेगा।

भाग - 2 विमान क्षेत्र पर सुरक्षा उपाय

5. विमान क्षेत्र सुरक्षा अपेक्षाओं का ननयोजन, डिजाइन तथा ले-आउट - (1) ववमान िेत्र िा ननयोजन,
र्डजाइन और अशभववन्द्यास रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म में उपबांधित ववननिे िों िे अनरू
ु प
होगा जजसिे अांतगचत ननम्नशलखखत है , -

4
(ि) यात्रत्रयों, यात्री सामान, स्थोरा, िुररयर तथा त्वररत पासचल, डाि और खान-पान भांडार तथा प्रिाय िे
शलए अनप्र
ु यतु त सरु िा ननयांत्रण।

(ख) वायु पाश्वच पर पहुांर्, सरु िा प्रनतबांधित िेत्रों तथा अन्द्य सांवेिनिील ववमान िेत्रों और सवु विाओां िा
सांरिण तथा ननयांत्रण;

(ग) सरु िा उपस्िरों िा उपयोग; और

(घ) स्थापत्य तथा अवसांरर्ना सांबि


ां ी अपेिाएां।

(2) प्रत्येि ववमान िेत्र प्रर्ालि आयत


ु त द्वारा किए गए सरु िा जोखखम मल्
ू याांिन िे अनस
ु ार नागर
ववमानन िे सेवारत ववमान िेत्र पर सुरिा प्रनतबांधित िेत्र स्थावपत िरे गा।

(3) ववमान िेत्र प्रर्ालि नई सवु विाओां िे र्डजाइन तथा ननमाचण िे एिीिरण द्वारा रा्ट्रीीय नागर
ववमानन सरु िा िायचरम"म में उजल्लखखत ववमान िेत्र र्डजाइन बनाएगा और आयत
ु त से शलखखत
अनम
ु ोिन प्राप्त िरने िे पश्र्ात ् ववमान िेत्र र्डजाइन बनाएगा और आयत
ु त से शलखखत अनम
ु ोिन
प्राप्त िरने िे पश्र्ात ् ववमान िेत्र िे ववद्यमान र्डजाइन तथा सवु विाओां में पररवतचन िरे गा।

6. विमान क्षेत्र पररधि - प्रत्येि ववमान िेत्र प्रर्ालि, ववमान िेत्र िे आसपास िे र्ारों ओर 0.457 मीटर
(डेढ फुट) िी ऊपर वाली िांटीली तार यत
ु त 2.438 मीटर (8 फुट) िी ऊांर्ाई िी पररधि िा ननमाचण
िरे गा:

परां तु आयत
ु त किसी प्रिार िे खतरे या किसी अन्द्य िारणों िो ध्यान में रखते हुए पररधि िीवार िे
ववननिे िनों िो वद्
ृ धि िर सिेंगे।

7. गश्त पर पररिेक्षण चौककयों के ललए प्रकाश तथा सड़क का उपबंि - ववमान िेत्र प्रर्ालि पर
ननम्नशलखखत सुरिा व्यवस्थाएां िरे गा, अथाचत ्:-

(ि) पररधि और किसी अन्द्य सांवेिनिील िेत्र िे शलए प्रिाि;

(ख) सरु िा िाशमचिों िे गश्त िे शलए सभी मौसमों िे शलए सड़ि; तथा

(ग) सरु िा िाशमचिों िे सांप्रेषण तथा िमाांड र्ौकियों िी व्यवस्था:

परां तु आयत
ु त, सरु िा बोि िो ध्यान में रखते हुए सरु िा व्यवस्थाओां िे शलए जो उपयत
ु त समझें,
शलखखत रूप में आिे ि िरे गा।

8. विमान क्षेत्र सुरक्षा कायषक्रम - आयत


ु त िे अनम
ु ोिन से प्रत्येि ववमान िेत्र प्रर्ालि, रा्ट्रीीय नागर
ववमानन सरु िा िायचरम"म िी अपेिाओां िे अनरु िण में ववमान िेत्र सरु िा िायचरम"म तैयार िरे गा और
उसिो िायाचजन्द्वत िरे गा तथा ऐसे िायचरम"म में िोई सांिोिन आयत
ु त से अनम
ु ोिन िे पश्र्ात ् होगा।

9. विमान क्षेत्र पर प्रचालक क ललए सरु क्षा क्क्लयरें स - (1) िोई भी ववमान िेत्र प्रर्ालि, आयत
ु त से
सरु िा व्यवस्थाओां अनापवि और ववमान िेत्र सरु िा िायचरम"म िे शलए अनम
ु ोिन प्राप्त किए त्रबना
किसी भी ववमान िेत्र पर प्रर्ालन आरां भ नहीां िरे गा।

(2) जहाां आयत


ु त िा यह समािान हो जाता है कि किसी ववमान िेत्र िे प्रर्ालि ने इस ननयमों िे
उपबांिों िा उल्लांघन किया है या वह इनिा अनप
ु ालन िरने में असफल रहा है , तो वह सन
ु वाई िा
अवसर िे ने िे पश्र्ात ् और िारणों िो अशभशलखखत िरिे उसिे द्वारा प्रिि या अनम
ु ोदित सरु िा
अनापवि तथा सरु िा िायचरम"म िो ननलांत्रबत या ननरस्त िर सिेगा।

10. लािाररस ि संदेहास्पद यात्री सामान की उठाई-िराई - यह ववमान िेत्र प्रर्ालि -

5
(ि) सांदिग्ि या लावाररस यात्री सामान िो रखने िे शलए सरु क्षित या पाथचतय िेत्र िा सांननमाचण और
अनरु िण िरना, और

(ख) उसिा अन्द्वेषण िरना और इसिा ननपटान िरना।

11. विमान क्षेत्र पर कारबार स्थापन - िोई ववमान िेत्र प्रर्ालि, आयत
ु त से इस सांिभच में सरु िा अनापवि
प्राप्त किए त्रबना ववमान िेत्र िे सरु िा ननबिंधित िेत्र में किसी िारबार स्थापन िी स्थापना िरने िे
शलए अनुमनत नहीां िे गा।

परां तु जहाां िोई िारबार स्थापन, आयत


ु त िे अनम
ु ोिन िे पश्र्ात ् सरु िा ननबिंधित िेत्र में स्थावपत है ,
िारबार स्थापन िा स्थायी रा्ट्रीीय नागर ववमानन सुरिा िायचरम"म िे अनस
ु रण में िारबार स्थापना
सरु िा िायचरम"म बनाएगा और अनप
ु ालन िरे गा।

12. विमान क्षेत्र प्रचालक के स्िालमत्ि की सवु ििाओं का संरक्षण - प्रत्येि ववमान िेत्र प्रर्ालि उसिे
स्वाशमत्व िी अनत आवश्यि सांस्थापनाएां जजसिे अांतगचत तिनीिी और रख-रखाव, ववद्युत आपनू तच,
ववद्यत
ु उप गह
ृ , ननयांत्रण टावसच और िस
ू रे भवनों जो वायु यातायात सेवाओां और सांर्ार सवु विाओां
द्वारा उपयोग में लाए जाते हैं, िो धर्जननत िरना और उनिी रिा िरना।

13. विमानन सरु क्षा समह


ू - (1) प्रत्येि ववमान िेत्र प्रर्ालि, सरिारी सरु िा अशभिरण िे िाशमचिों िी
ऐसी सांख्या में ननयोजजत िरे गा जो इन ननयमों िे अिीन समनि
ु े शित सरु िा ििचव्यों िे अनप
ु ालन िे
शलए आयत
ु त द्वारा अविाररत िी जाए।

(2) उप-ननयम (1) िे अिीन ननयत


ु त िाशमचि ववमानन सुरिा समूह िे रूप में अशभदहत होंगे और ऐसे
समह
ू िे मख्
ु य ववमान िेत्र सरु िा अधििारी िे रूप में अशभदहत होंगे।

(3) ववमानन सरु िा समह


ू ववमान िेत्र प्रभारी िे सािारण पयचवेिण और ननिे िन िे अिीन िायच िरे गा।

(4) ववमान िेत्र प्रर्ालन, ववमानन सरु िा समह


ू िो ऐसी सवु विाएां और सहायता उपलबि िराएगा जो
आयत
ु त द्वारा अनम
ु ोदित िी जाए।

(5) आपात पररजस्थनतयों में , आयत


ु त ववमानन सुरिा समूह िी तैनाती में आवश्यि पररवतचन िर सिेगा।

14. मख्
ु य विमान क्षेत्र सरु क्षा अधिकारी के कायष - मख्
ु य ववमान िेत्र, सरु िा अधििारी िो ननम्नशलखखत
ििचव्यों िा अनप
ु ालन िरना होगा, अथाचत:-

48. उसे यात्रत्रयों, िमीिल, भू-िाशमचिों और अन्द्य ववमान िेत्र प्रयोतताओां, वायय
ु ान, ववमान िेत्र तथा
अत्यावश्यि सवु विाओां जजसिे अांतगचत अत्यावश्यि सांस्थापन भी हैं, िी सरु िा िरना;

(ii) ववमान िेत्र िे प्रनतबांधित िेत्रों में पहुांर् ननयांत्रण उपायों िो लागू िरना;

(iii) पररधि िी सुरिा;

(iv) यात्रत्रयों तथा उनिे हाथ िे यात्री सामान िी स्रम"ीननांग िरना;

(v) ववमान िेत्र िे भीतर तथा आसपास िे िेत्र िी ननगरानी िरना;

(vi) िार पािच, दृश्य गैलरी, ववमान िेत्र जलपान गह


ृ आदि तथा सांलर्न िेत्र िे समीप िे िेत्रों सदहत
सरु िा उपायों िो लागू िरना;

(vii) सरु िा उपायों िो लागू िरना;

(viii) ववमान िेत्र पररसरों में व्यवस्था और अनि


ु ासन िो बनाए रखना;

(ix) प्रनतबांधित िेत्रो में व्यजततयों िे आवागमन िा पयचवेिण िरना;

6
(x) स्थानीय पशु लस तथा आसर्
ू ना एजेंशसयों िे साथ सांपिच बनाए रखना; और

(xi) आयत
ु त द्वारा सौंपा गया िोई अन्द्य ििचव्यों िो िरना।

15. भलू म उठाई-िराई सेिा - किसी ववमान िेत्र मे भी भशू म उठाई-िराई सेवा प्रिाता िो आयत
ु त से सुरिा
अनापवि प्राप्त किए त्रबना और अपने सरु िा िायचरम"म िे अनम
ु ोिन िे त्रबना भशू म उठाई-िराई सेवाएां
उपलब्ि िराने िी अनम
ु नत नहीां हो।

16. आकक्स्मक योजना '-

(1) ववमान िेत्र प्रर्ालि ववधिववरुद्ि हस्तिेपों िे िृत्यों से ननपटने िे शलए आयत
ु त िे अनम
ु ोिन
से आिजस्मि योजना बनाएगा।

(2) आिजस्मि योजना िा परीिण आयत


ु त द्वारा ववननदिच ्ट किए अनस
ु ार ननयशमत अवधियों पर
किया जाएगा।

17. उच्छंखल यात्रत्रयों को िायय


ु ान से उतारना - मख्
ु य ववमान िेत्र सरु िा अधििारी या उसिे द्वारा इस
ननशमि प्राधििृत ववमानन सरु िा समूह िा िोई अन्द्य अधििारी समािे िि पायलेट िे किसी शलखखत
अनरु ोि पर यात्रत्रयों तथा िमीिल िी सरु िा तथा सांरिा िे जोखखम िे आिार पर किसी व्यजतत िो
वायय
ु ान से नीर्े उतार सिता है ।

भाग 3 - विमान क्षेत्र पहुंच ननयंत्रण

18. विमान क्षेत्र में प्रिेश - (1) ववमान िेत्र में िेवल प्रवेि दटिट या ववमान िेत्र प्रवेि परशमट िारि
व्यजततयों िो ही ववमान िेत्र में प्रवेि िी अनम
ु नत होगी।

(2) ववमान िेत्र में प्रवेि िरने िा दटिट ववमान िेत्र प्रर्ालि द्वारा जारी होंगे।

(3) आयत
ु त द्वारा ववमान िेत्र परशमट सांभव रूप से सत्यापन िरने िे पश्र्ात ् जारी किया जाएगा।

(4) िेन्द्रीय सरिार, आयत


ु त या ववमान िेत्र प्रर्ालि या किसी अन्द्य व्यजतत िो ऐसे प्रवेि दटिट या
ववमान िेत्र प्रवेि परशमट जारी िरने िा ननिे ि िे सिेगी।

(5) किसी व्यजतत िो प्रवेि दटिट या ववमान िेत्र प्रवेि परशमट प्राप्त किए त्रबना ववमान िेत्र में प्रवेि िी
अनम
ु नत नहीां होगी।

(6) िारि द्वारा ववमान िेत्र प्रवेि परशमट िो ड्यट


ू ी िे िौरान प्रत्येि समय िमर से ऊपर िे स्तर पर
सहज दृश्य रूप से प्रिशिचत िरे गा।

(7) िोई व्यजतत -

(ि) किसी पि,ु पिी या वस्तु िो न छोड़ेगा या न फेंिेगा और न ही किसी से कफिवाएगा,

(ख) न ही अपने िब्जे या ननयांत्रण िे अिीन किसी पिु िो भ्रमरण िराएगा, और

(ग) सांर्लन िेत्र में आयत


ु त से प्रवेि परशमट शलए त्रबना किसी वाहन िो प्रर्ालन नहीां िरे गा:

परां तु इसिे अलावा वायय


ु ान में सवार होने वाले, वायय
ु ान से उतरने वाले या ट्रीाांजजट िी प्रकरम"या िे
समय वायय
ु ान दटिट िारिों या िोई व्यजतत जो ववमान िेत्र में ननयशमत ड्यट
ू ी पर ननयोजजत है और
आयत
ु त द्वारा जारी ववमान िेत्र प्रवेि परशमट रखता है , िो प्रवेि दटिट या प्रवेि परशमट प्राप्त िरने
िी अपेिा नहीां होगी,

(8) आयत
ु त या िेन्द्रीय सरिार द्वारा इस ननशमि प्राधििृत किसी व्यजतत िो, ववमान िेत्र प्रवेि परशमट
िी समाजप्त या ननरस्त होने या व्यजतत िो सेवा िे पयचवसान पर, जजसे यह जारी किया गया है
ववमान िेत्र प्रवेि परशमट वापस िरना होगा।

7
(9) इस ननयम में किसी भी बात िे होते हुए भी ववमान िेत्र प्रर्ालि या आयत ु त, िो यदि यह समािान
हो जाता है कि उसे ऐसा िरना सरु िा िे दहत में अपेक्षित या समीर्ीन है :

(i) किसी व्यजतत िो ववमान िेत्र में प्रवेि िरने िे शलए इांिार िर सिेगा;

(ii) किसी व्यजतत िो ववमान िेत्र से बाहर िरना अपेक्षित है ।

19. सरु क्षा ननबंधित क्षेत्र में प्रिेश - (1) ववमान िेत्र प्रर्ालि, प्रत्येि ववमान िेत्र पर सरु िा ननबिंधित िेत्रों
में वायय
ु ान से या ति व्यजततयों तथा यानों िे सांर्लन िे शलए व्यवस्था िरे गा।

(2) सरु िा ननबिंधित िेत्रों में पहुांर् िी अनज्ञ


ु ा िे ने से पव
ू ,च ववमानन सरु िा समह
ू द्वारा प्रत्येि व्यजतत,
यान, यात्री सामान, माल-असबाब या प्रिाय िी स्रम"ीननांग िी जाएगी।

(3) सरु िा प्रनतबांधित िेत्र में यानों िे प्रवेि िी अनम


ु नत प्रवेि परशमट या आयत
ु त से वविेष अनम
ु नत
प्राप्त िरने िे पश्र्ात ् ही होगी।

20. शस्त्र या विस्फोटकों को ले जाने पर प्रनतर्ेि - (1) किसी व्यजतत िो ववमान िेत्र या वायय
ु ान में
आयि
ु , गोला-बारूि या ववस्फोटिों िो ले जाने िी अनुमनत नहीां होगी:

परां तु इस उपननयम िे उपबांि ननम्नशलखखत िो लागू नहीां होंगी, -

(i) ववमानन सरु िा समूह, सिस्त्र बल और पशु लस िाशमचि िो आयि


ु या गोला बारूप अपने ििचव्यों
िे ननवचहन में अपेक्षित हो; और

(ii) आयत
ु त किसी व्यजतत िो निली िस्त्र, ववस्फोटि, या ववस्फोटि यजु तत या िोई अन्द्य निली
प्रनतबांधित वस्तु िो, ववमानन सरु िा िी िुिलता िी जाांर् िरने िे उद्िे श्य से, सम्यि रूप से
प्राधििृत िर सिेगा।

भाग - 4 - आरोहण पि
ू ष सरु क्षा जांचें

21. आरोहण से पि
ू ष सरु क्षा जांच - (1) आरोहण पव
ू ,च किसी वायय
ु ान में यात्रा आरां भ िरने वाले प्रत्येि
यात्री और आांतररि यात्री तथा हस्त यात्री सामान, यदि िोई हो, ववमानन सरु िा समह
ू िे किसी
अधििारी या आयत
ु त द्वारा इस ननशमि प्राधििृत किसी अधििारी द्वारा स्रम"ीननांग किए जाएांगे।

(2) उपननयम (1) िे उपबांि िेवल पारगमन यात्रत्रयों पर ही लागू होंगे यदि वे वायय
ु ान से उतर रहे हैं:

परां तु उपननयम (1) और इस ननयम िे उपबांि ऐसे व्यजततयों पर लागू नहीां होगा जजन्द्हें वविेष आिे ि
द्वारा आयत
ु त द्वारा ववननदिच ्ट िरें ।

(3) ववमानन सुरिा समूह तथा ववमान िेत्र प्रर्ालि यात्री और उनिा िैत्रबन यात्री सामान िी स्रम"ीननांग
त्रबन्द्ि ु से उसिे वायय
ु ान में पहुांर्ाने ति किसी प्रिार अप्राधििृत हस्तिेप से सांरक्षित रखें गे।

22. स्क्रीनरों का प्रमाणन - (1) आयत


ु त, िनतपय माल िे व्यजतत पर या किसी यात्री या िमीिल सिस्य
द्वारा िेत्रबन यात्री सामान में ले जाने िे शलए शलखखत में प्रनतबांधित िर सिेगा, जो कि उसिी राय
में जजसे नागर ववमानन में ववधिववरुद्ि हस्तिेप िे शलए उपयोग किए जाने िी सांभावना है ।

(2) जहाां स्रम"ीननांग िे िौरान किसी प्रनतबांधित माल िे होने िा पता र्लता है तो ऐसे यात्री िो वायय
ु ान में
प्रवेि िी अनज्ञ
ु ात नहीां होगा और इन ननयमों तथा तत्सयम प्रवि
ृ किसी अन्द्य ववधि िे अिीन उसे
ववरुद्ि िारच वाई िी जाएगी।

भाग 5 - िायय
ु ान प्रचालकों द्िारा सरु क्षा उपाय

8
24. सरु क्षा कायषक्रम - प्रत्येि वायय
ु ान प्रर्ालि, रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म िे अनस
ु रण में ,
आयत
ु त िे अनम
ु ोिन से वायय
ु ान प्रर्ालि सरु िा िायचरम"म तैयार िरे गा तथा उसिा अनप
ु ालन ऐसे
िरे गा और िायचरम"म में िोई भी सांिोिन आयत
ु त िे अनम
ु ोिन िे पश्र्ात ् किया जाएगा।

25. प्रचालक के ललए सुरक्षा ननिाषचन - (1) िोई वायय


ु ान प्रर्ालि किसी ववमान िेत्र पर सरु िा इांतजामों
िे ननवाचिन और आयत
ु त से ननयम 24 िे अिीन ववमान प्रर्ालन सरु िा िायचरम"म िी स्वीिृनत प्राप्त
किए त्रबना प्रर्ालन नहीां िरे गा।

26. स्टाफ की तैनाती - िोई वायय


ु ान प्रर्ालि उन्द्हीां िाशमचिों िो सरु िा ििचव्यों िे शलए ननयत
ु त िरे गा
जो पण
ू ि
च ाशलि िमचर्ारी हो, जजसिे र्ररत्र और पव
ू ि
च िो सत्यापन किया जा र्ुिा है और जजन्द्हें ,
रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म िे अनव
ु रण में उधर्त प्रशिक्ष्ण, र्यन प्रकरम"या और प्रमाणन िे
पश्र्ात ् ननयत
ु त किया गया हो।

27. िायय
ु ान की सरु क्षा तलाशी - िोई वायय
ु ान प्रर्ालि ननम्नशलखखत में अपने वायय
ु ान िी सरु िा
तलािी िरे गा -

(ि) सरु िा ननबिंधित िेत्र में ले जाने से पहले, और

(ख) अवरोहरण िे बाि यात्रत्रयों िे प्रवेि िराने से पहले तथा अवरोहण िे पश्र्ात ्।

28. चालक के दरिाजे को बंद करना - प्रत्येि वायय


ु ान प्रर्ालि :

(ि) उड़ान िी सभी ििाओां में वायय


ु न िे र्ालि स्थल िे िरवाजे बांि रखेगा, जब ति कि इसे
प्रर्ालन िे िारणों िे शलए खोला जाना अपेक्षित न हो,

(ख) िेत्रबन िमीिल और उड़ान िे िौरान उड़ान िमीिल िे बीर् सांर्ार प्रणाली िी स्थापना तथा
अनरु िण, और

(ग) र्ालि स्थान िी पहुांर् ननयांत्रण िा उिरिानयत्व समािे िि पाइलेट िो समनि


ु े शित िरना।

30. उड़ान में सुरक्षा अधिकारी की तैनाती - (1) वायय


ु ान प्रर्ालि, किसी यात्री वायय
ु ान में इतनी सांख्या में
उड़ान सरु िा अधििारी िो ले जा सिेंगे जजतने आयत
ु त द्वारा शलखखत में ववननदिच ्ट किए जाए।

(2) वायय
ु ान प्रर्ालि समािे िि पायलेट िो सिस्त्र िाशमचिों िी सांख्या तथा उनिी सीट जस्थनत िे बारे
में घोषणा िरें गे।

31. िाररत यात्री सामान के सुरक्षा ननयंत्रण - वायय


ु ान प्रर्ालि या वायय
ु ान िेत्र प्रर्ालि, िाररत यात्री
सामान िी स्रम"ीननांग और सरु िा इस प्रिार िरें गे जो समय-समय पर आयत
ु त द्वारा शलखखत रूप में
आिे ि द्वारा ववननदिच ्ट िी जाए।

32. िाररत यात्री सामान की पहचान तथा पुनलमषलाप - िाररत यात्री सामान िी पहर्ान और पुनशमचलाप
ऐसी रीनत में िरे गा जो कि समय-समय पर आयत
ु त द्वारा शलखखत रूप में आिे ि द्वारा ववननदिच ्ट िी
जाए।

33. अंतररत यात्री सामान - वायय


ु ान प्रर्ालि अांतररत िाररत यात्री सामान िो वायय
ु ान में ले जाए जाने से
पहले स्रम"ीननांग िरे गा:

परन्द्तु उद्भव िे त्रबांि ु पर िाररत यात्री सामान िी स्रम"ीननांग िी जाएगी और तत्पश्र्ात उसे उद्भव
वायय
ु ान िेत्र से प्रस्थानिताच वायय
ु ान में ववधिववरुद्ि हस्तिेप से सरु क्षित िरिे स्रम"ीननांग िे
अध्यिीन न रहते हुए अांतररत वायय
ु ान िेत्र िो ले जाया जाएगा।

34. िायय
ु ान में कैददयों का िहन - वायय
ु ान प्रर्ालि किसी िैिी िो ऐसी रीनत से वहन िरे गा जो कि
आयत
ु त द्वारा शलखखत आिे ि द्वारा ववननदिच ्ट िी जाए।

9
35. स्थोरा, िाक, खान-पान के मद और अन्य भंिार - वायय
ु ान प्रर्ालि उड़ान में स्थोरा, डाि, खान-पान
मिों और अन्द्य भांडार तथा प्रिाय ऐसी नीनत से स्वीिृत िरे गा जो आयत
ु त द्वारा ववननदिच ्ट िी जाए।

36. िायय
ु ान का ननरोि - आयत
ु त या िेन्द्रीय सरिार द्वारा इस ननशमि प्राधििृत िो िोई अन्द्य व्यजतत,
िारणों िो लेखबद्ि िरिे, किसी वायय
ु ान िा ननरोि िर सिेगा यदि उसिी राय में ,-

(ि) वायय
ु ान पर उड़ान में अनाधििृत िस्त्र, ववस्फोटि या अन्द्य ववध्वांसि यजु ततयाां हो जजनसे उस
वायय
ु ान िी सुरिा िो िोई खतरा उत्पन्द्न होने िी सांभावना हो; या

(ख) वायय
ु ान पर उड़ान में िोई ऐसा व्यजतत है जजसने अनाधििृत रीनत से वायय
ु ान में प्रवेि प्राप्त
किया है या जजससे नागर ववमानन प्रर्ालनों िे साथ ववधिववरुद्ि हस्तिेप होने िी सांभावना है ;
या

(ग) इन ननयमों में किसी भी उपबांि िा अनप


ु ालन सनु नजश्र्त िरने िे शलए ननरोि आवश्यि है ।

10
भाग 6 - स्थोरा, कूररयर थैले, िाक और विननयलमत अलभकताष

37. स्थोरा और कूररयर थैलों के ललए सरु क्षा ननयंत्रण - (1) किसी वायय
ु ान पर वहन िरने िे आिय से
िोई स्थोरा पर यात्रत्रयों िे किसी भी त्वररत स्थोरा या िूररयर थैलों िो उन ननयशमत िमचर्ाररयों
द्वारा प्राप्त, प्रसांस्िृत और उठाई-िराई िी जाएगी, जजन्द्हें वायय
ु ान प्रर्ालि िे या आयत
ु त द्वारा
शलखखत रूप से आिे ि द्वारा किसी अन्द्य एजेंसी द्वारा रा्ट्रीीय नागर ववमानन सरु िा िायचरम"म िे
अनस
ु रण में प्रशिक्षित किया गया है ।

(2) सरु िा-ननयांत्रण किए त्रबना, जजसिे अांतगचत एतस रे स्रम"ीननांग या भौनति तलाि जाांर् भी है , किसी
स्थोरा िो वायय
ु ान में लािा नहीां जाएगा:

परां तु आयत
ु त शलखखत आिे ि द्वारा किसी भी स्थोरा, त्वररत स्थोरा या िूररयर थैलों िो उस ननयम िे
उपबांि से छूट िे सिेगा।

38. कूररयर अलभकरण की रक्जस्री - िोई वायय


ु ान प्रर्ालि किसी भी अधििरण से पररवहन िे शलए िोई
भी िूररयर थैले स्वीिार नहीां िरे गा जब ति ऐसा अशभिरण -

(ि) अपने वायय


ु ान प्रर्ालि िे साथ रजजस्ट्रीीिृत न हो; और

(ख) आयत
ु त द्वारा िोई सरु िा िायचरम"म न बना सिे और इसिो अनम
ु ोदित िरवािर अनप
ु ालन न
िर ले।

39. साथ ले जाए जा रहे थैलों की पहचान या पुनलमषलाप - साथ ले जाए जा रहे िूररयर थैलों िी पहर्ान
या पुनशमचलाप िा िायच किसी वायुयान प्रर्ालि द्वारा इस रीनत से किया जाएगा जो ववननदिच ्ट
आयत
ु त द्वारा समय-समय पर किया जाए।

40. कनतपय मालों के िहन का प्रनतबंि - (1) आयत


ु त, शलखखत आिे ि, द्वारा िनतपय मालो िो स्थोरा, या
िूररयर थैलों या डाि माध्यम से वहन िो प्रनतबांि िर सिेगा।

(2) प्रनतबांधित वस्तओ


ु ां वाले परे षणों िो वायय
ु ान में लािा नहीां जाएगा।

41. सरु क्षा से ननिाषिन स्थोरा या िाक या कूररयर थैलों आदद का संरक्षण -

वायय
ु ान प्रर्ालि या वायय
ु ान िेत्र प्रर्ालि या िोई अन्द्य अशभिरण जो इसमें से किसी िे शलए िायच
िर रहा हो, स्थोरा या िूररयर थैलों िी स्रम"ीननांग और सांरिण इस रीनत से िरे गा जो आयत
ु त द्वारा
समय-समय पर ववननदिच ्ट किया जाए।

42. विननयलमत अलभकताष - वायय


ु ान प्रर्ालि वायु द्वारा वहन िो स्थोरा, िूररयर या डाि िे शलए
ववननयशमत अशभिताच ननयत
ु त िर सिेंगे, जो समय-समय पर आयत
ु त द्वारा अधिरम"शमत प्रकरम"या िे
अनस
ु ार िृत्य िरे गा।

भाग 7 - खान-पान, प्रदाय और भंिारण

43. खान-पान, प्रदाय - (1) िोई व्यजतत, आयत


ु त से सरु िा िायचरम"म िे अनम
ु ोिन प्राप्त किए त्रबना,
वायय
ु ान में लािने िे शलए िोई भी खान-पान मिों िा प्रिाय नहीां िरे गा।

(2) जहाां आयत


ु त द्वारा यह समािान हो जाता है कि खान-पान सांस्थापनों िे स्वामी या प्रर्ालि,
उपननयम (1) िा उनिे सुरिा िायचरम"म िो, उल्लांघन िरता हो, उनिे अवसर प्रिान िरने िे पश्र्ात ्
रद्ि िर दिया जाएगा।

44. अन्य भंिारणों का प्रदाय - िोई वायुयान प्रर्ालि, सरु िा स्रम"ीननांग किए त्रबना वायय
ु ान में उपयोग िे
शलए किसी मि िो वायय
ु ान में नहीां लािे गा।

11
भाग 8 - सरु क्षा दघ
ु ट
ष नाएं/घटनाएं

45. सरु क्षा दघ


ु ट
ष ना या घटनाओं की ररपोदटं ग - प्रत्येि वायय
ु ान प्रर्ालि, ववमानन सुरिा समूह, वायय
ु ान
िेत्र प्रर्ालि, ववननयशमत अशभिताच, खान-पान सांस्थापनों िे स्वामी या प्रर्ालि िो, सरु िा िघ
ु ट
च ना या
सरु िा घटनाओां िे घटने पर, तत्िाल आयत
ु त िो सुरिा घटना िी ररपोटच िरनी होगी।

46. सरु क्षा दघ


ु ट
ष ना या घटना की जांच - (1) आयत
ु त किसी सरु िा िघ
ु ट
च ना या सरु िा घटना िी जाांर् िा
आिे ि िे सिेगा और सुरिा जाांर् अधििारी ननयत
ु त िरे गा जो सहायि सरु िा आयत
ु त िी पांजतत से
नीर्े िा नहीां होगा।

(2) जाांर् अधििारी, र्ूििताच व्यजतत िो सुनवाई िा अवसर िे ने िे पश्र्ात ् और इसिी ररपोटच आयत
ु त िो
िे गा, जो उसे िेन्द्रीय सरिार िो भेजेगा।

47. जांच अधिकारी की शक्क्तयां - जाांर् िे प्रयोजन िे शलए, किसी जाांर् अधििारी िो ननम्न िजततयाां
प्राप्त होगी -

(ि) सर्
ू ना द्वारा, किसी व्यजतत िी अपेक्षित उपजस्थनत,

(ख) किसी भी ऐसे व्यजतत िी अपेिा, जो उसिे द्वारा दिए गए िथन िी सही प्रिृनत िी बावत घोषणा
िर सिे तथा उस पर हस्तािर िरे ,

(ग) बदहयाां, िागजाती, िस्तावेजों तथा वस्तओ


ु ां िो तैयार िरने िी अपेिा िरना,

(घ) किसी वायय


ु ान या स्थान िी जाांर् तथा पहुांर् रखना।

भाग 9 - सािारण

48. ननरीक्षण - आयत


ु त द्वारा शलखखत रूप से प्राधििृत िोई व्यजतत, सभी उपयत
ु त समय पर किसी भी
स्थान या वाययु ान में जहाां पहुांर् आवश्यि है , प्रवेि िर सिेगा, तथा वह इन ननयमों िे उपबांिों िे
सरु िा अनप
ु ालन िे प्रयोजन िे शलए, सवु विाओां, सेवाओां, उपस्िरों िस्तावेजों और ररिाडों िा ननरीिण
िरे गा।

[फा. सं. एबी - 11012/001/2009-एएस]


शभ
ु ा ठाकुर, ननदे शक

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