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Hindi Elective SR - Sec 2020-21
Hindi Elective SR - Sec 2020-21
Hindi Elective SR - Sec 2020-21
उ दे य :
सज
ृ ना मक सा ह य क सराहना, उसका आनंद उठाना और उसके त सज
ृ ना मक और
आलोचना मक ि ट का वकास करना।
सा ह य क व वध वधाओं (क वता, कहानी, नबंध आ द), मह वपूण क वय और
रचनाकार , मुख धाराओं और शै लय का प रचय करवाना।
भाषा क सज
ृ ना मक बार कय और यावहा रक योग का बोध तथा संदभ और समय के
अनस
ु ार भावशाल ढं ग से उसक मौ खक और ल खत अ भ यि त करना।
वभ न ानानश
ु ासन के वमश क भाषा के प म हंद क वश ट कृ त एवं मता
का बोध करवाना।
सा ह य क भावशाल मता का उपयोग करते हुए सभी कार क व वधताओं (धम,
जा त, लंग, वग, भाषा आ द) एवं अंतर के त सकारा मक और संवेदनशील यवहार का
वकास करना।
दे श- वदे श म च लत हंद के प से प र चत करवाना।
संचार-मा यम ( ट
ं और इले ॉ नक) म यु त हंद क कृ त से अवगत करवाना और
नवीन व धय के योग क मता का वकास करना।
सा ह य क यापक धारा के बीच रखकर व श ट रचनाओं का व लेषण और ववेचन
करने क मता हा सल करना।
वपर त प रि थ तय म भी भाषा का योग शां त के साथ करना।
अमूत वषय पर यु त भाषा का वकास और क पनाशीलता और मौ लक चंतन के लए
योग करना।
श ण-यिु तयाँ :
इन क ाओं म उ चत वातावरण- नमाण म अ यापक क भू मका सदै व उ ेरक एवं सहायक क
होनी चा हए। उनको भाषा और सा ह य क पढ़ाई म इस बात पर यान दे ने क ज रत होगी क-
क ा का वातावरण संवादा मक हो ता क अ यापक, व याथ और पु तक-तीन के बीच एक
र ता बन सके।
ब च को वतं प से बोलने, लखने और पढ़ने दया जाए और फर उनसे होने वाल भूल
क पहचान करवा कर अ यापक अपनी पढ़ाने क शैल म प रवतन करे ।
ऐसे श ण- बंदओ
ु ं क पहचान क जाए, िजससे क ा म व याथ क स य भागीदार रहे
और अ यापक भी उनका साथी बना रहे।
भ न मता वाले व या थय के लए उपयु त श ण-साम ी का उपयोग कया जाए तथा
कसी भी कार से उ ह अ य व या थय से कमतर या अलग न समझा जाए।
क ा म अ यापक को हर कार क व वधताओं( लंग, धम, जा त, वग आ द) के त
सकारा मक और संवेदनशील वातावरण न मत करना चा हए।
सज
ृ ना मकता के अ यास के लए व याथ से साल म कम से कम दो रचनाएँ लखवाई
जाएँ।
आंत रक मू यांकन हे तु
वण तथा वाचन पर ा हे तु दशा नदश
वण (सुनना) (5अंक) : व णत या प ठत साम ी को सुनकर अथ हण करना, वातालाप
करना, वाद- ववाद, भाषण, क वतापाठ आ द को सुनकर समझना, मू यांकन करना और
अ भ यि त के ढं ग को समझना।
वाचन (बोलना)(5अंक) : भाषण, स वर क वता-पाठ, वातालाप और उसक औपचा रकता,
काय म- तु त, कथा-कहानी अथवा घटना सुनाना, प रचय दे ना, भावानक
ु ू ल संवाद-वाचन।
पर क के लए अनद
ु े श :-
पर ण से पव
ू पर ाथ को तैयार के लए कुछ समय दया जाए।
ववरणा मक भाषा म वतमान काल का योग अपे त है ।
नधा रत वषय पर ाथ के अनुभव-जगत के ह ।
जब पर ाथ बोलना आरं भ करे तो पर क कम से कम ह त ेप कर।
(क) अप ठत अंश 18
1 अप ठत ग यांश – बोध (ग यांश पर आधा रत बोध, योग, रचनांतरण, शीषक आ द पर 10
10
बहु वक पी /अ त लघू रा मक न1 अंक ( 1 x 10)
2 अप ठत का यांश पर आधा रत बोध (का यांश पर आधा रत बोध, योग, रचनांतरण, शीषक आ द
08
पर 8 बहु वक पी/अ त लघू रा मक न 1 अंक ( 1 x 8)
(ख) कायालयी हंद और रचना मक लेखन
22
(‘अ भ यि त और मा यम’ पु तक के आधार पर)
3 द गई ि थ त / घटना के आधार पर य लेखन ( वक प स हत) (द घउ र य4 अंकका शन)(4x1)
् 4
4 औपचा रक – प / ववत
ृ लेखन/ रोजगार संबंधी आवेदन प ( वक प स हत) (द घउ र य4 अंकका
4
शन)(4x1)
्
5 यावहा रक लेखन ( तवेदन, ेस- व ि त,प रप ,कायसूची,कायवत
ृ से संबं धत ( वक प स हत)
5
दोलघउ
ु रय न-एकतीनवएकदोअंकका (3X1)+(2X1)
6 श दकोश प रचय से संबं धत 5 बहु वक पी न 1 अंक ( 1 x 5) 5
7 जनसंचार मा यम और प का रता के व वध आयाम पर दोअंकोवालेदोलघउ
ु रय न (2X2) 4
(ग) पा यपु तक 40
(1) अंतरा भाग-1 30
(अ) का य भाग 15
8 एक का यांश क स संग या या ( वक प स हत) (द घउ र य4 अंकका शन)(4x1)
् 04
9 क वताओं क वषयव तु पर आधा रत दोलघउ
ु र य-एकतीनवएकदोअंकका)) ( वक प स हत) 05
(3X1)+(2X1)
10 क वताओं के का य स दय पर तीनअंकोवालेदोलघउ
ु रय न ( वक प स हत)(3X2) 06
(ब) ग य भाग 15
11 एक ग यांश क स संग या या (द घउ र य4 अंकका शन)(4x1)
् 04
12 पाठ क वषयव तु पर आधा रत चारलघउ
ु र य-एकतीनअंकोकावदोदोअंक के न 07
13 कसी एक लेखक/ क व का सा हि यक प रचय ( वक प स हत) (द घउ र य4 अंकका शन)(4x1)
् 04
(2) अंतराल भाग – 1 10
14 पाठ क वषयव तु पर आधा रत चारलघउ
ु र य-दोतीनअंकोकेवदो,दोअंक के न( वक प स हत) (3x2) 10
+(2x2)
(घ) (क) वण तथा वाचन 10
(ख) प रयोजना 10
कुल 100
ता वत पु तक :
1. अंतरा, भाग-1, एन.सी.ई.आर.ट ., नई द ल वारा का शत
2. अंतराल, भाग-1, एन.सी.ई.आर.ट ., नई द ल वारा का शत
3. ‘अ भ यि त और मा यम’, एन.सी.ई.आर.ट ., नई द ल वारा का शत
नोट : गजानन माधव मुि तबोध (नए क ज म कंु डल ) को छोड़कर सभी से न पूछे जाएंगे।
ता वत पु तक :
1. अंतरा, भाग–2, एन.सी.ई.आर.ट ., नई द ल वारा का शत
2. अंतराल, भाग–2,( व वध वधाओं का संकलन),एन.सी.ई.आर.ट ., नई द ल वारा का शत
3. ‘अ भ यि त और मा यम’,एन.सी.ई.आर.ट ., नई द ल वारा का शत
व लेषण, सज वएक
ृ ना मकता, क पनाशी ता, न अंतराके नअंतराके
काय-कारण संबंध था पत करना, ग य भाग ग य भाग से लेखक/ क व
मू य क पहचान। प रचय
ग रचना मक संकेत ब दओ
ु ं का व तार अपने मत श दकोश से 2x3=6 3x1=3 4 x 2= 8 22 अंक
लेखन क अ भ यि त, सोदाहरण समझना, संबं धत (1 (1 अंक
औ च य नधारण, भाषा म वाहमयता, सेसब
ं ं धत यावहा रक यावहा रक घटना व प
सट क शैल , उ चत ा प का योग, 1x 5 = 5 लेखनसे व लेखनसे पर एक एक
अ भ यि त क मौ लकता, जना मकता अंक 2 1 न) न
एवं ता ककता जनसंचार
मा यम और
प का रतासे)
ख ड क – ान और समझ पर आधा रत - 09 अंक
ख ड ख – अनु योग पर आधा रत –14 अंक
ख ड ग – वशलेषण एवं सज
ृ ना मकता पर आधा रत –57 अंक
हंद (ऐि छक) (कोड सं 002)क ा 12 (2020 - 2021)
म खंड द ता पर ण/ अ धगम प रणाम ान और अनु योग वशलेषण ,मू यांकनएवं सज
ृ ना मकता कुल योग
सं समझ 80 अंक
बहु वक पी बहु वक पी लघू ा मक लघू ा म बहु वक पी लघू ा मक लघू ा मक नबंधा म
/अ त न/ अ त 2 अंक क न/ अ त 2 अंक 3 अंक क
लघू रा म न लघू रा मक 3 अंक लघू रा मक 4अंक
1 अंक 1 अंक 1 अंक
क अप ठत अवधारणा मक बोध, अथ हण, अनुमान ग यांश –1 x - - ग यांश –1 x - 18 अंक
बोध लगाना, व लेषण करना, श द ान व 5= 5 अंक 5= 05 अंक
(पठन भा षक कौशल, सज
ृ ना मकता और प यांश- प यांश-1X4=4
कौशल ) मौ लकता 1X4=4अंक अंक
पा यपु त यासमरण, अथ हण (भाव हण) 2 x 5 = 10 3x 6 = 18 अंक 4x3=12 40अंक
क एवं लेखक के मनोभाव को समझना, श द अंक (03 न एक
सज लेखक/
ृ ना मकता, क पनाशी ता, काय-कारण ग य भाग व02 न
संबंध था पत करना, सा यता एवं सेव02 न अंतराल से) क व का
रचना मक संकेत ब दओ
ु ं का व तार अपने मत प कार य 2x3=6 3x1=3 4 x 2= 8 22 अंक
लेखन क अ भ यि त, सोदाहरण समझना, लेखन और (1 यावहा रक (1 अंक
औ च य नधारण, भाषा म वाहमयता, उसके लेखनसे व 2 यावहा अ या श
सट क शैल , उ चत ा प का योग, आयाम जनसंचार रक त वषय
अ भ यि त क मौ लकता, सेसब
ं ं धत मा यम और लेखनसे व प पर
जना मकता एवं ता ककता 1x 5 = 5 प का रतासे) 1 न) एक एक
अंक न