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Truth of Life

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िसतंबर 28, 2018



कृ के ित कृत ता की अिभ भाग- 24 Search this site...
कृत ता की अिभ No comments
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Expression of gratitude towards


लोकि य पो
Krishna
शरद् पूिणमा त
और मा ता ा है
सुख ने कहा दुख से-तु ारी ा ह ी, What is Sharad

िजसकी िकसी को भी चाह नही ं है ा तु Purnima Vrat


and Validation
कभी अपने अ पर खीज नही आती ? शरद पूिणमा िह दू पंचां ग के अनुसार
िध ार है , तु जो िकसी को चैन से नही ं आि न मास की पूिणमा को कहते ह
इस साल 2018 म शरद...
बैठने दे ते-दुख बोला, रे बावरे , तू ा
समझता है अपने आप को ? अ ा बता ा आशा या िनराशा
ों आती है
यह सच नही ं है िक तेरी खोज मे रहने के Hope or
कारण ेक जीव जंतु एक दूसरे का श ु हो Disappointmen
जाता ह वह वो सब कर बैठता है जो उसे t हमारा जीवन
संबंधों पर िनभर है परं तु संबंध ही हम
शोभा नही ं दे ता और तू ों नही ं समझता सबसे ादा दु ख और पीड़ा ों दे ते
संसार की सम ि याऐ मेरे ही कारण तो ह? संबंधों म जब अपे...

चलती ह यिद ेक की मुझे दूर रखने ा मौन धारण से


की चाह न होती तो तूझे कौन पूछता? अरे आपका जीवन बदल
मूख समझ, हम दोनों भाई बहन ह एक दूसरे सकता है

के िबना संसार, तेरी कदर मेरे ही कारण तो ह


Can you
Change your
और सच पूछो तो मानव की चाह हमसे परे Llife With Silence अगर आप

नही ं होनी चािहये, जहां न सुख का एहसास अपनी इ ा से कुछ समय के िलए
बोलना छोड़ द और मौन धारण कर
हो, न दुख का-िजस थित को पाने के िलए ल तो इससे आपको ब त फायदे
हमारे ानी ानी सदा से लगे रहे है आ खर हो...

वह मूख तो नही ं थे-सुख -दुख की बात ा आप भी उपवास कर रहे ह


सुनकर मन समोस कर रह गया-आज वह
ि े े
वा िवक के सामने था- What is Fast
नवरा चल रहे है
और अिधकतर लोग
इस नवरा म त या
उपवास रखते है
परं तु त या उपवास का सही अथ
िवरले ही िकसी को पता ...

जीवन की मूल
आ -िज ासाय व
स ािवत समाधान
Basic self-
Curiosity and
Possible Solutions of Life
मानव ज बार-बार नहीं िमलता है
कई योिनयों म हम अपने कम का
भोग-भोगकर जब बारबार...

परम िपता परमे र


कौन है
Who is the
जब म बोली कृ कृ Supreme
कोयल कूकी कृ -कृ Father यह
िवचारणीय है िक ान से कोई मनु
ठं डी वयार ने भी
कैसे समझेगा िक परमा ा ा है ?
गाया गीत कृ -कृ । मनु का  म तो छोटा सा है
सृि के कण-कण से , और...
उठा नाद कृ -कृ
हम अपनी अंदर की
महक उठे दय सबके ,
कमजो रयों स हारते
जब गुंजा रत आ कृ -कृ ह
कृ नाम नशा ह एक , Our Own
िजसने चखा वह म आ। Weakness इस
ों मारा-मारा िफरता ह ,सुख की खोज म । बात को आप सभी अ ी तरह से
जानते ह िक रा े पर यिद कंकड़ ही
अपना ले तू अपने कृ को जो पास तु ारे ठाढ़ा ह । कंकड़ हो तो भी-एक अ ा जूता
पहनकर उस पर चला जा सकता...
वे भा शाली ह िजनके सम पाप न हो गए हो वे ही मेरी
उपासना की ओर अ सर होते है यिद तुम केवल कृ -कृ हमारी स ी पूंजी
ा है
का ही रण करोगे तो म तु भवसागर से पार उतार दू ँ गा
What is our
इन श ों पर िव ास करो तु अव लाभ होगा मेरी पूजा True Capital हम
के िनिम कोई साम ी या अ ांग योग की भी आव कता अपने िलए अपनों के
नही ं है म तो भ म ही िनवास करता ँ - िलए खून के र ों म उलझकर रह
जाते है इ ीं खून के र ों के िलए
एक-एक पैसे जोड़ते ...
तुम चाहे कही ं भी रहो, जो इ ा हो, सो करो ,परं तु यह सदै व
रण रखो िक जो कुछ भी तुम करते हो, वह सब मुझे ात स ी पूजा और
है म ही सम ािणयों का भु और घट-घट मे ा ँ मेरे िन ाम कम
ही उदर मे सम जड़ व चेतन ाणी समाये ए है म ही True worship
and Without
सम ांड का िनयं णकता व संचालक ं म ही उ ित,
ि ँ े ी े े ो ि ी ो
थित व संहारकता ँ मेरी भ करने वाले को हािन नही ं Selfishness Work पूजा हो
या उपासना जो िबना ाथ के िकया
प ं चा सकता-मेरे ान की उपे ा करने वाला, माया के पाश
जाए-िबना िकसी फल की इ ा से
मे फंस जाता ह सम जंतु, िचिटयां तथा मान, प रवतन िकया जाए और जो स े म...
मान और थाई िव मेरे ही प ह...
ा हमारे जीवन पर
ार ों का भाव
सभी (पो ) जानकारी पढ़ने के िलए क कर 🔽
पड़ता है

जीवन का स -
Effect of our in
Life
Predetermined Work मने कई
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यों को दे खा िज ोने परमा ा
का अनुभव कर िलया पर ु ार
के कारण जो परे श...

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समय आपको अनमोल बना
दे गा
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काल करे सो आज कर आज करे
सो अब
िदल और िदमाग म िकसकी सुन

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