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Lal Kitab Vastu
Lal Kitab Vastu
पज
ू ा घर का वास्तु वववेचन …“घर में मंदिर बनाया जाना चादिए या नि ं .....?”
जिााँ तक प्राचीन वास्तु ग्रंथों या वास्तु िोरा शास्रों का सबंध िै विां कि ं भी इस बात का
जजक्र नि ं ममलता कक घर में मंदिर न बनाएं ! िााँ कि ं कि ं ये जजक्र जरूर िै कक फलां फलां
दिशा में मंदिर न बनाया जाए ! लेककन लाल ककताब ज्योततष गरं थ में कई जगि इस बात
का जजक्र िै कक घर में मंदिर न बनायें ! आज िम केवल प्राचीन वास्तु ग्रंथों की बात करें गे
कक वो घर में मंदिर बनाने के ववषय में क्या मत रखते िैं !
प्राचीन ग्रंथों में घर में मंदिर बनाने के मलए तो कोई मनाि नि ं की गयी िै लेककन घर में
मंदिर बानाने के ववषय में कुछ दििायतें जरूर ि गयी िैं ! इस सन्िभा में एक ववशेष बात जो
प्राचीन वास्तु ग्रंथों में कि गयी िै वो ये कक घर के मंदिर में रखी गयी धाममाक मतू तायां
अन्गुष्टकार से बड़ी नि ं िोनी चादियें ! और ये भी किा गया िै की मतू तायों को एक ववशेष
ववधध अनस
ु ार ि रखा जाना चादिए ! और इसके इलावा मंदिर के रख रखाव पर भी परू ा
ध्यान दिया जाना जरूर िोगा !
जिााँ तक मंदिर के रख रखाव का संबंध िै तनम्न बातों का ध्यान रखना अतत अतनवाया
बताया गया िै :-
( घर में मंदिर बानाने के ववषय में लाल ककताब क्या किती िै इस पर कल ववस्तत
ृ चचाा
करें गे )
ज्ञान गंगा - भाग 18
(वास्तु और लाल किताब)
पज
ू ा घर का वास्तु वववेचन …….
“घर में मंदिर बनाया जाना चादिए या नि ं .....?” क्या किती िै लालककताब !
प्राचीन वास्तु ग्रंथों या वास्तु िोरा शास्रों में कि ं भी इस बात का जजक्र नि ं ममलता कक घर
में मंदिर न बनाएं ! िााँ कि ं कि ं ये जजक्र जरूर िै कक फलां फलां दिशा में मंदिर न बनाया
जाए ! लेककन लाल ककताब इस ववषय में क्या किती िै । आज िम इसी बात पर चचाा करें गे
।
लालककताब ववद्या "इंसानी ककस्मत का फैसला ". मसफा उसके जन्मकंु डल के ग्रिों से ि
नि ं बजकक इसके साथ साथ उसकी मकान कंु डल और उसके द्वारा प्रयोग की गयी वस्तुयों
को भी ध्यान में रख कर करती िै ! यानी वास्तु शास्र और वस्तु शास्र लालककताब ववद्या
के मित्वपण
ू ा अंग िैं !
जिााँ तक घर में मंदिर बनाने के ववषय का सबंध िै ! कुछ लोगों का मानना िै कक लाल
ककताब किती िै की घर में मंदिर बनाना ि नि ं चादिए ! ऐसी बात नि ं िै !
• ररिायशी घर में मतू तायााँ रख कर मंदिर नि ं बनाना चादिए ! मतू तायााँ मसफा मंदिरों में ि
मब
ु ारक धगनी जाती िैं घर में नि ं ! कागज के फोटो या ककसी िे वी िे वता की तस्वीर का
कोई विम न िोगा !
यदि ककसी व्यजक्त की जन्म कंु डल में खाना नंबर २ मंिा िो रिा िो यानी विां बि
ृ स्पत
के िश्ु मन ग्रि िों तो ऐसे व्यजक्त को घर में मंदिर नि ं बनाना चादिए !
बि
ृ स्पत नंबर ७ वाले को घर में मंदिर नि ं बनाना चादिए !
• बध
ु नंबर ८ वाले को अपने शयन कक्ष की िक्षक्षणी ि वार पर धाममाक फोटो नि ं लगनी
चादिए !
• बि
ृ स्पत नंबर १० वाले को घर में जोत जलाना , रामायण मिाभारत का पाठ करना और
िवन कराना उसके मलए मंिा असर पैिा करे गा
िोस्तो आज िम वास्तु के जजस पिलू पर बात करने जा रिे िैं उसका सबंध लाल ककताब
जोततश ववद्या से िै जजसे मकान ववद्या का नाम भी दिया गया िै ! और मकान ववद्या का ये
पिलू लाल ककताब इकम का एक जरूर अंग माना गया िै !
लालककताब मे जन्म कंु डल की तरि ि मकान कंु डल के ग्रि खानों मे लगाए जाते िैं ! जाये
ररिाइश या रिने की जगि या ररिायशी मकान को जनम कंु डल की तरि ि 12 ववभागों मे
बांटा गया िै !
6) मकान के अंिर जाते वक्त या बािर आते वक्त कंु डल के खानो की तरतीब क्या िै !
7) “ मकान के कोने “ यातन मकान ककतने कोने का िै ! और उन कोनो का अच्छा बरु ा असर !
इन सब मसद्धांतों कक ववस्तत
ृ जानकार “ज्ञान गंगा” के आने वाले अंको मे ि जाएगी
गतांक से आगे ...........
ज्ञान गंगा के वपछले अंक मे िमने जाना कक लालककताब मे जनम कंु डल के 12 खाने और नौ
ग्रिों मे से िर ग्रि ककस ककस दिशा के सच
ू क माने गए िैं ! इस अंक मे िम जानेगे कक मकान
का कोई दिस्सा कंु डल के ककस खाने से संबंध रखता िै !
िोस्तो वपछले अंक मे िमने जाना की मकान कंु डल लालककताब वविया का एक मित्वपण
ू ा
पिलू िै ! मकान कंु डल की परू जानकार के मलए 8 बातों का ज्ञान िोना बिुत जरूर िै !
मकान कंु डल के ज्ञान के मलए सबसे पिला और जरूर पिलू िै जनम कंु डल के 12 खाने
और उन खानों का मकान कंु डल की दिशायो से सबंध ! यातन जनम कंु डल का कौन सा
खाना ककस दिशा का सच
ू क िै !
अब इस मसद्धांत का िस
ू रा भाग ......यातन कोण सा ग्रि ककस दिशा का सच
ू क िै !
सरू ज पव
ू ा दिशा का , शतन पजश्चम दिशा का , मंगल िक्षक्षण का और बध
ु उत्तर दिशा के कारक
िैं ! चंिर वायु कोण यातन NW का , शक्र
ु अजनन कोण यातन South-East का , बि
ृ स्पत ईशान
कोण यातन North-East का और रािू नेकृतत कोण या South-West का कारक माना गया िै !
अगले अंक मे िम जानेगे “मकान के ववमभन्न दिस्से “ और उनका कंु डल के खानों से सबंध
! यातन कंु डल का िर खाना घर की ककस चीज या ककस दिस्से का प्रतीक िै !
ञान गंगा – भाग 21
(वास्तू और लाल किताब )
गतांक से आगे ...........
ज्ञान गंगा के वपछले अंक मे िमने जाना कक लालककताब मे जनम कंु डल के 12 खाने और नौ
ग्रिों मे से िर ग्रि ककस ककस दिशा के सच
ू क माने गए िैं ! इस अंक मे िम जानेगे कक मकान
का कोई दिस्सा कंु डल के ककस खाने से संबंध रखता िै !
खाना 10:- लोिा लकड़ी ईंट पत्थर वगैरि का मलबा जो मकान मे लगा िै ! यानी कोई मकान
ककस चीज का बना िुआ िै ये खाना नंबर 10 बतलायेगा ।
• शक्र
ु सफेि पलस्तर का सच
ू क िै !
• बध
ु इिा धगिा के िमसाये बताएगा !
• केतू बच्चों से मत
ु ामलका जगि बतावेगा !
...............................................
अगले अंक मे इस बात पर चचाा िोगी कक कोई मकान ककस ग्रि का िै !
वपछले तीन अंकों मे िमने जाना कक जनमकंु डल के 12 भाव और 9 ग्रि मकान मे ककन ककन
चीजों और ककन ककन दिशायों के कारक िैं !
इस ववषय पर आगे बढ्ने से पिले एक बात साफ कर िे ना चािता िूाँ कक “कारक तत्वों का
ज्ञान” लालककताब ववद्या को सीखने की सबसे प्रथम सोपान िै ! इस बात का जजक्र इसके
मल
ू ग्रंथ अरमान 1940 के बबलकुल शरू
ु मे अरमान नंबर 4 और 6 मे िजा िै ! नौ ग्रिों और
12 भावों के कारकतत्वों का जजतना ववस्तत
ृ और सट क ज्ञान लाल ककताब मे दिया गया िै
उतना ककसी और ज्योततष ग्रंथ मे नि ं िे खा गया ! ितु नया की िर चीज या यंू कि सकते िैं
की ब्रह्मांड की िर चीज के पंचभौततक रूप का 9 ग्रिों और 12 रामशयों मे ववभाजन इस
ववद्या की अिभत
ु और अनप
ु म कला का प्रतीक िै !
आज िम लाल ककताब वास्तु के जजस ववषय पर चचाा करने जा रिे िैं वो िै कक “कोई मकान
ककस ग्रि का िै ” ! यातन आप जजस मकान मे रि रिे िैं वो ककस ग्रि का िै ! कोई इंसान ककस
ग्रि का िै और उसका मकान ककस ग्रि का िै ये बात इस इकम मे खास मायने रखती िै !
1) बि
ृ स्पत का मकान:-
ऐसा मकान िोगा जजसका सेिन आाँगन या वेिड़ा मकान के ककसी एक तरफ िोगा ! यातन या
तो शरू
ु मे या अंत मे या िायें या बाएाँ खाल जगि छोड़ी गयी िोगी ! मकान के बीच मे सेिन
न िोगा ! मकान का िरवाजा उत्तर-िक्षक्षण का न िोगा ! पीपल का िरखत या कोई धमा स्थान
मकान के ऐन साथ या मकान मे ि िोगा !
2 सरू ज का मकान :- िरवाजा तनकलते सरू ज की तरफ िोगा ! और आाँगन या वेिड़ा मकान
के िरममयान या मरकज मे िोगा ! आग का तालक
ू भी इसी सेिन मे िोगा और िो सकता िै
कक पानी का तालक
ू भी घर से बािर तनकलते वक्त िायें िाथ पर आाँगन मे ि िो ! ऐसा
मकान चढ़ते सरू ज कक तरि का तरक्की िे ने वाला िोगा !
3) चंिर का मकान :- अव्वल तो बािर कक चारि वार के ऐन साथ लगता िुया कुआ या
िैंडपंप िोगा वरना अंिर घस
ु ते ि पानी का तालक
ू िोगा ! ये मकान सरू ज के मकान से
ममलता जल
ु ता ि िोता िै !
4) शक्र
ु का मकान :- शक्र
ु का मकान सरू ज के उलट िोगा ! मकान मे कच्चा दिस्सा जरूर
िोगा ! मकान का िरवाजा शम
ु ालन जनब
ू न यातन north-South िोगा !
5) मंगल नेक का :- मकान का िरवाजा उत्तर या िक्षक्षण की और िोगा ! कच्चा या पक्का िोने
कक कोई शता न िोगी !
7 ) बध
ु का मकान :- मकान के चारों तरफ खल
ु जगि छोड़ी िोगी यातन मकान चारों तरफ से
खुला िोगा ! या अकेला मकान िोगा (ढ़ानी) ! मकान के साथ चौड़े पत्तों के िरख्त (लसड़
ू ा और
शितूत के िरखत भी बध
ु के माने गए िैं )का िोना बध
ु का िोना किलाएगा ! जो मंिे असर के
िे ने वाले िोंगे !
अगले अंक मे ................ जानेंगे की ककसी व्यजक्त की कंु डल मे लगे ककसी ग्रि का उसके
ककसी ररश्तेिार (ववशेष) के मकान से क्या तालक
ू िै !
ज्ञान गंगा के वपछले िो अंको मे िमने ये जाना कक कोई मकान ककस ग्रि की तासीर का िै !
जैसे की सरू ज का मकान परू वाभमख
ु ी िोता िै और उसका सेिन मकान के बबलकुल मध्य
स्थान मे िोता िै , पजश्चम दिशा का मकान शतन का िोता िै ......ऐसे ि िमने ये जाना कक
िर ग्रि के मकान की ववशेष जस्थततयों और िालतों के अनस
ु ार कोई घर या मकान ककस ग्रि
का िोगा !
• कंु डल का खाना नंबर 3 िमारे भाई या ताये चाचे के मकान की िालत बताएगा !
• कंु डल का खाना नंबर 4 माता खानिान या मासी फूफी के मकान को जाि र करता िै !
• कंु डल का खाना नंबर 5 िमार औलाि के बनाए िुये मकानो का प्रतीक िोगा !
• खाना नंबर 8 कंु डल वाले के जद्ि घर (यातन उसका जद्ि घर जजस शिर या स्थान पर
िो) से मत
ु लका शमशान भमू म या कबब्रस्तान कक िालत बताने वाला िोगा !
ज्ञान गंगा के इस अंक मे ये जानेगे की कोई मकान ककतने कोने का िै और कोनों के दिसाब
से ककसी मकान के अच्छे या बरु े प्रभाव क्या क्या िैं !
मकान के कोने :-
मकान बनाने से पिले मकान की तैि जमीन के कोने जरूर िे ख मलए जाएाँ की जजस प्लाट
या जमीन पर िम अपना घर बनाने जा रिे िैं वो ककतने कोने का िै ! चार कोना प्लाट
वगााकार या आयताकार प्लाट जजसके चारों कोने 90 ड़डग्री पर िों सब से उत्तम िजे पर माना
गया िै !
8-18-13-3 और 5 कोने मंिे असर के या मनिूस धगने गए िैं ! जजसके मलए किा गया िै
कक:-
8-18 -तेरि –तीन बच्चों चक
ु भज
ु ा बलि न
पांच कोना मंदिर रचे कि बबसकमाा कैसे बसे।
“बच्चा चक्
ु क” का अरथ िै बीच मे से उभरा िुया यातन मछल के पेट की तरि िरममयान से
उभरा िुया मकान ! ऐसा मकान काग रे खा का असर िे गा ! ऐसे मकान मे खानिानी नसल
घटती ि जाएगी ! यातन बाबा के तीन बेटे तो बाप के 2 और अपना एक ि िोगा और आगे
बेटों कक नसल बंि िोगी !
“भज
ु ा बल ि न” का अथा िै तख्ती कक शक्ल या बाजू कटे इंसान की तरि की शक्ल , ऐसा
मकान मि
ु े ि मि
ु े या मौतें ि मौतें दिखलाएगा ! अगर इस मकान मे ककसी कक शाि िो
जाये तो जकि ि इस्तर या पतत कक मौत िो जाया करती िै !
3-13 कोना मकान मंगल बि के असर वाला िोगा ! आग और मौत के वाकया बिुत िोंगे ,
ऐसे मकान मे फांसी का वाकया भी िो सकता िै ! अचानक आफतें , लड़ाई झगड़े और
जिमतें पैिा िोती रिें गी , भाइयों को तबाि करने वाला मकान िोगा !
बच्चा चक्
ु क से नसल िो घटती – काग रे खा फल िोता िो !
13 लगे घर आ उस फांसी - 3 भाई बंि मंिा िो !
ज्ञान गंगा – भाग 26
(लाल किताब िी वास्त)ु
गतांि से आगे .........
इस मसधान्त के अनस
ु ार ककसी भी कमरे की अंिरूनी पैमाइश का पैमाना फुटों , गजों या
मीटरों की बजाए मकान मामलक के िाथ की लंबाई को एक यतू नट (एक िाथ) मान कर धगना
जाएगा ! यातन िमने ये िे खना िै कक कोई कमरा ककतने िाथ लंबा और ककतने िाथ चौड़ा िै
! जो आिमी मकान बनाने जा रिा िै या जो गि
ृ स्वामी िै उसके िाथ की लंबाई को ि गि
ृ
तनमााण का आधार माना जाएगा ! यातन ये िे खा जाएगा कक फलां कमरा ककतने िाथ लंबा
और ककतने िाथ चौड़ा िै !
िाथ की लंबाई मापने का ढं ग ! इसके िो तर के िैं !
ककसी भी कमरे /स्थान की लंबाई और चौड़ाई को जमा करके उसे 3 से गुना करें और उस मे
से 1 घटावें ! जो जवाब आए उसे 8 पर भाग िे वे और िे खें कक बाकी ककतना बचा ! जो बाकी
बचे उतने गोशे का वो स्थान/मकान धगना जाएगा !
इस सर
ू से िमे ये पता चल जाएगा की फलां मकान या कमरा ककतने गोशे का िै ! यातन
कोई भी स्थान 1 से 8 गोशे तक का िो सकता िै ! अब ये मकान उस गि
ृ स्वामी के मलए
ककस असर का िोगा इसका ववस्तत
ृ उकलेख अगले अंक मे ..............िोगा !
ज्ञान गंगा – भाग 27
(लाल किताब िी वास्त)ु
मकान के ववमभन्न गोशों का असर ववस्तार मे बताने से पिले मैं इस बात को साफ कर िे ना
चािता िूाँ कक लाल ककताब मे दिये गए वास्तु सर
ू बिुत ि अमक
ू य और उच्च िजे के िैं !
जजनकी सि जानकार के द्वारा इंसानी जीवन मे कई अच्छे पररवतान ककए जा सकते िैं !
ववशेष तौर पर मकान की अंिरूनी पैमाइश जााँचने वाला ये सर
ू ( “मकान के गोशे” ) इस
ववद्या का एक अिभत
ु सर
ू िै जजसके सि प्रयोग के द्वारा आश्चया जनक पररणाम प्राप्त
ककए जा सकते िैं !
ज्ञान गंगा के वपछले अंक मे िमने जाना कक मकान बनाने से पिले मकान के िर दिस्से की
अंिरूनी पैमाइश पर ध्यान िे ना जरूर िै ! अंिरूनी पैमाईश के अनस
ु ार कोई मकान
/कमरा/िक
ु ान /िफ्तर/या व्यवसाय स्थल ककतने गोशे का िै इसको तनकालने का तर का
ववस्तार सदित बतया गया था ! जो कक इस प्रकार था :-
मकान की लंबाई और चौड़ाई को जमा करके उसे 3 से गुना करें और उस मे से 1 घटावें ! जो
जवाब आए उसे 8 पर भाग िे वे और िे खें कक बाकी ककतना बचा ! जो बाकी बचे उतने गोशे
का वो स्थान/मकान धगना जाएगा ! इस सर
ू के अनस
ु ार कोई भी मकान 1 से 8 गोशे तक
का िो सकता िै !
आठ पर भाग िे ने से यदि 1 बाकी बचे तो िम किें गे कक ऐसा मकान मकानों मे मातनंि राजा
िर तरि से उत्तम और नेक असर का िोगा ! ऐसा मकान अच्छी सेित , उम्िा गि
ृ स्थ , बाल
बच्चों की बरकत , िन
ु यावी इज्जत मान और िर तरि के ज्ञान का प्रिान करने वाला माना
गया िै !
पांच बाकी िों :- तो ऐसा मकान गऊघाट िोगा , मातनि गाय िोगा। जजसमें औरत जात बाल
बच्चे वग़ैरि सब के सब सख
ु व आराम पायेंगे और शक्र
ु का परू ा और उत्तम फल िोगा !
औलाि िौलतमंि िोगी ! ऐसे घर मे रिने वाले लोग प्रमाथी यातन िस
ू रों की भलाई सोचने
वाले और िस
ू रों की भलाई करने वाले िोते िैं ! धन और पररवार िोनों बढ़ते िोंगे यातन मच्छ
रे खा का उत्तम असर साथ िोगा। मकान पीछे से चौङा और अगला दिस्स तंग मातनंि बैल िो
तो गऊघाट किलाता िै।
छः बाकी िो :- ऐसा मकान ररिाइश के मलए अशभ
ु माना गया िै ! तककया मस
ु ाकफर िोवे ।
िर िम सफर िाजजर रिे और वो भी मस
ु ीबत से भरा िुआ । न माता रिे न वपता सख
ु ी िोवें ।
न औलाि आराम पावे न ि यार िोस्त साथ िें । न गुरू भला न चंिर अच्छा बजकक केतू भी
मंिा ! िर तरफ मलाल और मस
ु ीबत का तनवास िोगा !
आठ बाकी िों:- ऐसा मकान मनिूस असर का धगना गया िै ! धन िौलत और पररवार सब
कुछ उजाड़ िे ने वाला ! सख्त बीमाररयााँ और बड़े बड़े झगड़े फसाि जिमतें िे ने वाला मकान
धगना गया िै ! धन िौलत के मोटे मोटे नक
ु सान दिखाने वाला ! मौतें मातम और तमाम
बदियााँ और तकल फ़ें इस मकान मे मौजि
ू िोंगी !
िोस्तो ज्ञान गंगा के भाग अंक 19 से लेकर 28 तक मे वास्तु के जो मसद्धांत बताए गए िैं
उनका सबंध लाल ककताब ज्योततष से िै !
2) मकान के अंिर की चीजें ककस ग्रि से सबन्ध रखती िै ! जैसे रसोई मंगल की , बेडरूम
शक्र
ु का , स्नानघर चंिर का .....आदि आदि !
६) इस ववद्या की एक मित्वपण
ू ा बात ये िै कक मकान कंु डल के मसद्धांतों को आधार बना
कर ककसी व्यजक्त के जनमकंु डल मे लगे ग्रिों की िरुस्ती जााँची जा सकती िै !
ज्ञान गंगा के इन अंकों मे िम मकान कंु डल और जनम कंु डल के ग्रिों के कुछ योगों के बारे
मे जानकार प्राप्त करें गे ! और ये भी जानेगे कक जनम कंु डल के ग्रिों की िरुस्ती मकान
कंु डल से कैसे िोगी !
कंु डल के खाना 3 का बिृ स्पत मकान मे “िक्षक्षण दिशा के िवा के रास्ते” बता रिा िै यातन
वो िरवाजे या खखड़ककयााँ जो मकान के िक्षक्षण मे िैं ! इनको बंि करना यातन 3 और 8 का
टकराव पैिा करना मौत जैसा मंिा असर पैिा कर िे गा !
योग नंबर 2 :- जजस व्यजक्त की जनमकंु डल के खाना नंबर 11 मे रािू िो और ऐसा आिमी
अपने घर के बािर भाग यातन माथे पर नीले रं ग का पें ट करवा ले या बािर िाथी की तस्वीर
या बत
ु स्थावपत कर िे तो धन के नक
ु सान िोने शरू
ु िो जाएाँगे !
व्याख्या
मकान का माथा या पेशानी कंु डल का खाना नंबर 11 िोता िै ........ नीला रं ग रािू का िै ......
िाथी भी रािू का िै !
योग नंबर 3 :- बध
ु नंबर 12 वाले के घर मे ईशान कोण मे आग आदि चीजों या ककचन का
स्थावपत िो जाना उसे िख
ु ों से भरपरू कर िे गा ! अंिर के जलते िुये खन
ू से तड़पता िोगा !
िोस्तो ज्ञान गंगा के भाग अंक 19 से लेकर 28 तक मे वास्तु के जो मसद्धांत बताए गए िैं
उनका सबंध लाल ककताब ज्योततष से िै !
2) मकान के अंिर की चीजें ककस ग्रि से सबन्ध रखती िै ! जैसे रसोई मंगल की , बेडरूम
शक्र
ु का , स्नानघर चंिर का .....आदि आदि !
६) इस ववद्या की एक मित्वपण
ू ा बात ये िै कक मकान कंु डल के मसद्धांतों को आधार बना
कर ककसी व्यजक्त के जनमकंु डल मे लगे ग्रिों की िरुस्ती जााँची जा सकती िै !
कंु डल के खाना 3 का बिृ स्पत मकान मे “िक्षक्षण दिशा के िवा के रास्ते” बता रिा िै यातन
वो िरवाजे या खखड़ककयााँ जो मकान के िक्षक्षण मे िैं ! इनको बंि करना यातन 3 और 8 का
टकराव पैिा करना मौत जैसा मंिा असर पैिा कर िे गा !
योग नंबर 2 :- जजस व्यजक्त की जनमकंु डल के खाना नंबर 11 मे रािू िो और ऐसा आिमी
अपने घर के बािर भाग यातन माथे पर नीले रं ग का पें ट करवा ले या बािर िाथी की तस्वीर
या बत
ु स्थावपत कर िे तो धन के नक
ु सान िोने शरू
ु िो जाएाँगे !
व्याख्या
मकान का माथा या पेशानी कंु डल का खाना नंबर 11 िोता िै ........ नीला रं ग रािू का िै ......
िाथी भी रािू का िै !
योग नंबर 3 :- बध
ु नंबर 12 वाले के घर मे ईशान कोण मे आग आदि चीजों या ककचन का
स्थावपत िो जाना उसे िख
ु ों से भरपरू कर िे गा ! अंिर के जलते िुये खन
ू से तड़पता िोगा !
:- केतू नंबर 11 मे िों और बच्चे मरे िुये पैिा िो रिे िों तो उसके घर की पव
ू ी ि वार मे
बि
ृ स्पत की चीजें िोंगी या विााँ पज
ू ा पाठ िोता िोगा ! उनको विााँ से िटाना िोगा !
:- यदि ककसी की कंु डल मे शतन ऊंच िालत का यातन खाना नंबर 7 मे िो और उसके घर के
अंिर पव
ू ी भाग मे खाल जगि छोड़ी ि जाये और इस जगि को कच्चा ि रखा जाये ! या
विााँ गाय रक्खी जाये तो माल िालत के मलए बिुत ि नेक और उम्िा असर पैिा िोगा !
धन की आमिन मे माया के पिाड़ खड़े िोते िोंगे ! ऐसा आिमी िस
ू रों की पालना करने वाला
िोगा !
:- यदि ककसी व्यजक्त का शतन नंबर 7 मे िो और उसका सोना दिन ब दिन कम िो रिा िो या
घर मे मौतें िो रि िों ! तो उसके घर मे पज
ू ा करने का स्थान घर की िक्षक्षणी ि वार के साथ
लगता िोगा ! पज
ू ा घर बिलवा कर पव
ू ा मे कर ि जजये
1 घर की बनावट
2 घर के ववमभन्न स्थानों मे रक्खी चीजें
3 और घर मे लगे सजावट सामान और पौिे !
आज िम बात करें गे मंगल खाना नंबर 4 की ! यदि ककसी जातक का मंगल नंबर 4 मे िो
और मंि िालत या मंिे असर का िो तो ऐसी िालत में :-
• उसके घर की पव
ू ी तरफ मे गाय या मािा कुत्ता रखना या पालना उसकी औरत का जजस्म
मंिा और औलाि के सख
ु को िकका कर सकता िै !