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Coal Mine Regulations 2017 (Hindi)
Coal Mine Regulations 2017 (Hindi)
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COAL MINE REGULATIONS 2017
www.MINEPORTAL.in
jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99
vlk/kj.k
EXTRAORDINARY
Hkkx II—[k.M 3—mi&[k.M (i)
PART II—Section 3—Sub-section (i)
izkf/dkj ls izdkf'kr
PUBLISHED BY AUTHORITY
la- 954] ubZ fnYyh] lkseokj] uoEcj 27] 2017@vxzgk;.k 6] 1939
No. 954] NEW DELHI, MONDAY, NOVEMBER 27, 2017/AGRAHAYANA 6, 1939
म और रोजगार मंालय
अिधसूचना
1952 (1952 का 35) क धारा 57 ारा द त शि"य का योग करते %ए और उ)त अिधिनयम क धारा 12
के अधीन ग+ठत सिमित क िसफा+रश के आधार पर बनाने का /ताव करती है, उ)त अिधिनयम क धारा 59
क उप-धारा (1) क अपे4ानुसार, भारत के राजप7, असाधारण, भाग II, ख9ड 3, उप-ख9ड (i) म; अिधसूचना
सं?या सा.का.िन. 773(अ), तारीख 20 अ)तूबर, 2011, को कािशत कए गए थे, िजसम; उन सभी Aयि"य
से, िजनके उससे भािवत होने क संभावना थी, उ)त अिधसूच ना के राजप7 म; काशन क तारीख से तीन मास
कोयला खान िविनयम, 1957, को अिधGांत करते %ए िन निलिखत िविनयम बनाती है, अथाHत् :-
अयाय 1
ारिभक
1. संित नाम,
नाम, ारं भ, लागू होना और िवतार.– (1) इन िविनयम का संि4Eत नाम कोयला खान िविनयम,
2017 है ।
(क) "प+र य)त खनन /थल" से ऐसा खनन /थल अिभेत है, िजसे भिवQय म; कायH म; न लाने के आशय से
प+र य)त कर दया गया है;
(ख) "प+र य)त खान मीथेन (ए.एम.एम.)" से कोई ाकृ ितक गैस अिभेत है, िजसे प+र य)त कोयला खान
या उनके कसी भाग से ाEत क गई है;
क हैिसयत म; िनयु)त कया गया है जो उस कायH का पयHवे4ण करने या उसको करने के िलए या उस
मशीनरी, संय7 या उप/कर के संGया का पयHव े4ण करने के िलए, स4म है और अपने को सgपे गए
(त) "िडजाइनर " से कोई ऐसा Aयि", Aयि"य का संघ, कं पनी या सं/थान अिभेत है जो कोयला खनन
णाली, कोयला खनन पkित या कोयला खान म; योग हेतु मशीनरी, संयं7, उप/कर, सािध7 या
पदाथl का िडजायन करता हो;
(थ) "/थिगत खनन /थल" का अिभाय कसी खान म; ऐसे खनन /थल से है जहाँ कायH कसी कारण-वश
/थिगत कर दया गया है और वह अग य है या अग य कर दया गया है कतु वहाँ पुन: कायH कया
जाना संभाAय है;
(द) "िजला मिज/[ेट" से कसी खान के संबंध म; यथाि/थित, वह िजला मिज/[ेट या उपायु)त अिभेत है,
िजसम; उस राज/व िजले म;, िजसम; खान अवि/थत है, िविध और Aयव/था बनाए रखने क कायHकारी
शि"याँ िनिहत ह` :
परतु कसी ऐसी खान क दशा म; जो अंशत: एक िजले म; और अंशत: दूसरे िजले म; अवि/थत है, इन
िविनयम के योजन के िलए, िजला मिज/[ेट वह होगा, िजसे के ीय सरकार ारा इस िनिम त िजला मिज/[ेट
ािधकृ त कया है;
(ध) "अयु)त खनन /थल" से कसी खान म; ऐसा खनन /थल अिभेत है जहाँ कायH अ/थायी प से रोक
दया गया है, कतु जो ग य है और इसके अतगHत कायH म; न लाई गई खनन /थल भी है;
(न) " िव/फोटक" का वही अथH होगा जो उसे िव/फोटक अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) ारा दया गया
है;
(प) " से कसी कायH/थल का गितमान अbभाग या कसी गैलरी, रा/ता या िnaट का भीतरी छोर
"फेस
अिभेत है;
(फ) "अिoमय सीम" से ऐसी सीम अिभेत है िजसम; खान क सीमा के अदर ि/थत भूिमगत खनन /थल या
िववृत खनन /थल म; अिo या /व त: तपन मौजूद है;
(ब) "िव तीय वषH" से अैल के थम दन से परव त] वषH के माचH के अंितम दन तक के बारह मास क
अविध अिभेत है;
(भ) pवालारोधी प+रसर (aलेम ुफ ए)लोजर)" का वही अथH होगा जो केीय िवRुत ािधकरण (िवRुत
"
आपूqC एवं सुर4ा से संबंिधत उपाय) िविनयम, 2010 ारा प+रभािषत है;
(म) "प7" से ऐसा प7 अिभेत है िजसे इन िविनयम के अधीन मु?य िनरी4क ारा कसी आदेश या
अनुदश
े ारा िविनXदQट कया जाए;
(य) "गैस" के अतगHत धुआँ या भाप शािमल है;
(यक) "थम िडbी क गैसीय सीम" से ऐसा कोयला सीम या उसका भाग अिभेत है जो क खान क ऐसी
सीमा के अदर ि/थत है जो िववृत खनन /थल नहZ है, चाहे उसम; भूिमगत खनन /थल के कसी भी
जगह हवा के सामाय वातावरण म; pवलनशील गैस क मौजूदगी वा/तव म; अिभsात %ई हो या नहZ,
या यद और जब pवलनशील गैस क मौजूदगी अिभsात %ई हो, तो ऐसे सामाय वातावरण म; ऐसे
गैस क ितशतता 0.1 से अिधक नहZ हो और ित टन उ पादत कोयले पर ऐसे गैस के उ सजHन क
दर एक घन मीटर से अिधक नहZ हो;
(यख) "ितीय िडbी क गैसीय सीम" से ऐसा कोयला सीम या उसका भाग अिभेत है जो खान क ऐसी
सीमा के अदर ि/थत है जो िववृत खनन /थल नहZ है और िजसम; सीम के खनन /थल म; कसी भी
जगह हवा के सामाय वातावरण म; pवलनशील गैस क ितशतता 0.1 से अिधक हो या ित टन
उ पादत कोयले पर pवलनशील गैस के उ सजHन क दर एक घनमीटर से अिधक हो कतु दस घन
मीटर से अिधक नहZ हो;
(यग) "तृतीय िडbी क गैसीय सीम" से ऐसा कोयला सीम या उसका भाग अिभेत है जो खान क ऐसी सीमा
के अंदर ि/थत है जो िववृत खनन /थल नहZ है तथा िजसम; ित टन उ पादत कोयले पर pवलनशील
गैस के उ सजHन क दर दस घन मीटर से अिधक हो;
(यघ) "हवा का सामाय वातावरण" से कसी कोयला सीम का सामाय वायुमंडल अिभेत है िजसम; छत के
कोटर का वायुमंडल शािमल है परतु सील कए गए 4े7 या कोयले म; या उससे सटे %ए सं/तर के बोर
िछ का सामाय वायुमंडल शािमल नहZ है;
(यड.) "गोफ" से भूिम के नीचे क खनन /थल का कोई ऐसा भाग अिभेत है, जहाँ से कोई /त भ (िपलर) या
उसका कोई भाग या लगवाल कायH णाली क दशा म;, कोयला, िनकाला जा चुका है, कतु जो कायH-
/थल नहZ है;
(यच) "ढु लाई पथ" से ऐसा रा/ता या सड़क मागH अिभेत है, िजसका रख-रखाव और योग िववृत खान के
चलाने के संबंध म; खान क सीमा के अदर मशीनरी के आवागमन के िलए कया जाता है;
(यछ) "हेवी अथH मूiवग मशीनरी (एच.ई.एम.एम.)" से ऐसी मशीनरी अिभेत है िजसका उपयोग िववृत
खान म; खुदाई, वेधन (ह/तचािलत िnल तथा 50 िमलीमीटर तक के Aयास वाले िछ कर सकने वाली
िnल मशीन को छोड़कर), nेiजग, हाइnोिलvकग, +रiपग, डोiजग, bेiडग, उ खनन, लदाई या खिनज
या ओवरवडwन के प+रवहन म; कया जाता हो;
(यज) "आनित" से कोई आनित (ढा लू) मागH या सड़क अिभेत है, चाहे वह भूिम पर हो या भूिम के नीचे;
(यझ) "आंत+रक प से सुरि4त" शxद का वही अथH होगा जो के ीय िवRुत ािधकरण (िवRुत आपूqC और
सुर4ा से संबंिधत उपाय) िविनयम, 2010 के तहत प+रभािषत है;
(यञ) "इसेट" से शाaट के िशखर और तल के बीच का कोई अवतरण या EलेटफॉमH अिभेत है, और उसम; का
कोई भी उ खनन इसके अतगHत है;
(यट) "मशीनरी" का अिभाय है खनन संGया के संबंध म; उपयोग म; लाया जानेवाला या ऐसे उपयोग के
िलए आशियत –
(i) कोई लोकोमो+टव या कोई /थावर या सुवा y इंजन, वायु स पीड़क (एयर क ेसर), बॉयलर या
वाQप उप/कर, या
(ii) कोई ऐसा उप/कर जो कटाई, वेधन, सामbी के लदाई और प+रवहन के िलए यु)त हो, या
(iii) कोई ऐसा उपकरण, सा िध7 या सािध7 का संयोजन जो उजाH िवकिसत करने, भंडारण, संचारण,
उपयोग के िलए मशीनरी, संयं7, उप/कर, सािध7 या सामbी का िनमाHण करता हो;
(यढ) "सामbी" के अतगHत कोयला, प थर, मलवा या कोई अय सामbी है;
(यण) इन िविनयम के अधीन अ{याय 4 के योजन के िलए, "खान" का अिभाय है खान क सीमा के अदर
के सभी उ खनन और अिधिनयम क धारा 2 क उपधारा (1) के ख9ड (ञ) म; िविनXदQट सभी प+रसर,
अतगHत सहायक बंधक, संवातन अिधकारी, सुर4ा अिधकारी, सै पiलग इंचाजH, ड/ट इंचाजH,
ओवरमैन, सरदार, इं जीिनयर और सवw4क भी ह`;
(यघ) "ऑनसेटर" से कोई ऐसा Aयि" अिभेत है, जो कसी इसेट पर या शाaट के तल पर Aयि"य,
औजार और सामbी को ऊपर भेजने और नीचे उतारने का अधी4ण करने एवं संकेत के स ेषण के
िलए िनयु)त कया गया है;
(यन) "ओवरमैन" से बंधक या ओवरमैन का माण-प7 रखने वाला कोई ऐसा Aयि" अिभेत है िजसे
बंधक ने खान या उसके कसी भाग म; पयHवे4ण या िनयं7ण के कतHAय का पालन करने के िलए कसी
भी पदनाम से िलिखत प म; िनयु)त कया है और जो ओहदे म; सरदार से व+रQठ है;
(यप) "अनुsात िव/फोटक" से ऐसा िव/फोटक अिभेत है जो ऐसी फमH ारा िविनqमत और ऐसे कार का है
जो मु?य िनरी4क समय-समय पर सामाय या िवशेष आदेश ारा िविनXदQट करे;
(यफ) "पाइप लाइन" से ऐसा पाइप लाइन अिभेत है जो पi पग या जलापूqत, बालू भराई या बालू भराई के
अलावा अय कसी सामbी के भराई या नाइ[ोजन स वाहन के योजन या अय कसी योजन,
िजसम; कोयला खान मीथेन (सी.एम.एम.) एवं प+र य)त खान मीथेन (ए.एम.एम.) के िनQकषHण या
अय संबिं धत पाइप लाइन शािमल ह`, से खान म; िबछाए गए ह या Aयवहार म; लाए जा रहे ह;
(यब) "धान पदधारी" से खान म; कतHAयाढ़ (कायH पर तैनात) खनन संवगH का वरीयतम खान पदधारी
अिभेत है;
(यभ) "सावHजिनक सड़क (पिxलक रोड)" से वह सड़क अिभेत है जो आम जनता के योग हेतु अनुरि4त है
और जो कसी सरकार या /थानीय ािधकारी क अिधका+रता म; है;
(यम) "ि7मास" का अिभाय है तीन मास क कालाविध जो 31 माचH, 30 जून, 30 िसत बर और
(यय) "रे लवे" से रे ल अिधिनयम, 1989 (1989 का 24) म; यथा प+रभािषत रे लवे अिभेत है;
(ययक) "4े7ीय िनरी4क" से खान का ऐसा िनरी4क अिभेत है िजसे उस भौगोिलक 4े7 पर अिधका+रता है
िजसम; खान अवि/थत है और िजस पर वह अिधिनयम के अधीन अपनी शि"य का योग करता है;
(ययग) "जोिखम" से कोई खास अवांिछत घटना के घटने क संभावना और उसके संभािवत प+रणाम का
संयोजन अिभेत है;
(ययघ) "सड़क मागH (रोडवे)" से भूिम के नीचे के ऐसे कसी रा/ते या गैलरी का कोई भाग अिभेत है जो खान
को चलाने के स बध म; अनुरि4त है;
(ययट) "संवातन िडि/[)ट" से खान का ऐसा भूिमगत भाग अिभेत है िजसम; मु?य अतbाHही वायु-मागH से
ार भ होने वाला /वतं7 अतbाHही वायु-मागH और मु?य वापसी वायु-मागH से जा िमलने वाला /वतं7
वापसी वायु-मागH हो, और कोई ऐसी खान या उसके भाग क दशा म; जो ाकृ ितक साधन से संवाितत
(ययठ) "खनन /थल" से ऐसा उ खनन अिभेत है, जो खान म; कोयले क खोज या ाि के िलए कया गया है
या कया जा रहा है;
(ययड.) " कायH/थल" से खान म; का कोई ऐसा /थान अिभेत है जहाँ कोई Aयि" कानूनन जा सकता है।
(2) वे शxद और पद जो इन िविनयम म; यु)त %ए ह` और इनम; प+रभािषत नहZ ह` कतु अिधिनयम म;
प+रभािषत ह` उनके Gमश: वही अथH हगे जो अिधिनयम के अतगHत उनके िलए िनयत कए गए ह`।
अयाय 2
3. खोलने क( सूचना.- (1) क धारा 16 के अधीन कसी खनन संGया के ार भण क सूचना, इस
अिधिनयम
योजन से मु?य िनरी4क ारा िविहत प7 एवं पkित म; िजसके साथ खान क सीमा\ और खान के शाaट या
ार, ितराहे या राज/व /त भ तथा सतह क अय मुख और /थायी िवशेषता\ को दशाHनेवाला एक न)शा
संलfन हो, मु?य िनरी4क को दी जाएगी तथा इसक एक ित 4े7ीय िनरी4क को भी दी जाएगी :
परतु िविनयम 121 और 122 के अधीन खान क सीमा म; प+रवतHन क दशा म;, नई सीमा दशाHनेवाला
एक न)शा उ)त प+रवतHन के सात दन के अदर दया जाएगा।
(2) उप- िविनयम (1) म; िनXदQट सूचना के साथ िन निलिखत संलfन कए जाएँग,े -
(क) िविनयम 65 के उप-िविनयम (1) के ख9ड (क) के अधीन तैयार कया गया सतह न)शा क एक ित; और
(3) जब कोई खानखोली जा चुक हो, तो /वामी, अिभकताH या बंधक, खान के खुलने के वा/तिवक तारीख को
मु?य िनरी4क, 4े7ीय िनरी4क तथा िजला मिज/[ेट को त काल सूिचत करे गा।
4. वा*षक िववरिणयाँ.– (1) येक वषH फरवरी के थम दवस को या उसके पूवH /वामी, अिभकताH या बंधक
पूवHवत] वषH के बावत् वाqषक िववरिणयाँ, ऐसे प7 एवं पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से
िविनXदQट कया जाए, मु?य िनरी4क, 4े7ीय िनरी4क एवं िजला मिज/[ेट को िनवेदत करे गा।
(2 ) यद कोई खान प+र य)त या बद कर दी जाती है या उसम; साठ दन से अिधक क कालाविध के िलए काम
/थिगत रखा जाता है या खान का /वािम व प+रवqतत हो जाता है, तो उप-िविनयम (1) के अधीन अपेि4त
िववरिणयाँ, यथाि/थित, वैसे प+र याग या बद या /वािम व प+रवतHन से तीस दन या काम /थिगत कए जाने
परतु यद उपरो)त सूचना देने के पहले कहZ अदृय प+रि/थितय के फल/वप कोई खान प+र य)त,
बद या उसम; काम /थिगत कया जाता है या काम /थिगत रहने क अविध िबना पूवH इरादे के साठ दन क
कालाविध से अिधक हो जाती है, तब उस अव/था म; यह सूचना त काल दी जाएगी।
(2) उप-िविनयम (1) म; कसी बात के होते %ए भी यद कसी ऐसे भूिमगत खनन /थल को प+र य)त या बद
करना या साठ दन से अिधक काम /थिगत करना आशियत हो, िजसके ऊपर सरकार या /थानीय ािधकारी म;
िनिहत कोई जायदाद या कोई रे ल लाइन या कोई भवन या /थायी ढ़ाँचा (संरचना) हो, जो /वामी के अिधकार म;
नहZ ह`, तो /वामी, अिभकताH या बंधक ऐसे प+र याग, बंद या काम /थिगत कए जाने से कम से कम तीस दन
पहले, अपने आशय क सूचना मु?य िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को देगा।
(3 ) जब कसी खान या सीम को प+र य)त या बंद कर दया जाए, या जब उसका कायH साठ दन क कालाविध
से अिधक बंद कर दया जाए, तो /वामी, अिभकताH या बंधक प+र याग या बद के या उ)त कालाविध क
समाि के सात दन के अदर, ऐसे प7 एवं पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से िविनXदQट
कया जाए, मु?य िनरी4क, 4े7ीय िनरी4क और िजला मिज/[ेट को सूचना देगा।
6. पुन: खोलने क( सूचना.- (1) जब प+र याग या बंद के बाद या साठ दन के कालाविध से अिधक समय तक
कायH /थिगत रखने के बाद कसी खान या सीम को पुन: खोलना आशियत हो, तो /वामी, अिभकताH या बंधक
खनन संGया को पुन: चालू करने से कम से कम तीस दन पूवH ऐसे प7 और पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा
इस योजन से िविनXदQट कया जाए, मु?य िनरी4क, 4े7ीय िनरी4क और िजला मिज/[ेट को सूचना देगा।
(2) /वामी, अिभकताH या बंधक पुन: खोलने क वा/तिवक
जब कोई खान पुन: खोल ली गई हो, तब खान का
तारीख मु?य िनरी4क, 4े7ीय िनरी4क और िजला मिज/[ेट को त काल संसूिचत करेगा।
7 . वािम,
वािम,व म4 प!रवत0न और अिभकता0, बंधक इ,या7द
या7द क( िनयुि8 क( सूचना.– (1) जब खान के नाम या
/वािम व म; या /वामी के पते म; कोई प+रवतHन हो, तो /वामी, अिभकताH या बंधक ऐसे प+रवतHन क तारीख से
सात दन के अदर ऐसे प7 एवं पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से िविनXदQट कया जाए,
मु?य िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को सूचना देगा :
परतु जहाँ खान का /वामी कोई फमH या Aयि"य का अय संघ है, वहाँ –
(i) फमH क दशा म;, कसी साझेदार के प+रवतHन;
(ii) संघ क दशा म;, कसी सद/य के प+रवतHन;
(iii) सावHजिनक कं पनी क दशा म;, कसी िनदेशक के प+रवतHन; या
(iv) िनजी कं पनी क दशा म;, कसी शेयर धारक के प+रवतHन;
क भी सूचना प+रवतHन क तारीख से सात दन के अदर मु?य िनरी4क और 4ेि7य िनरी4क को दी जाएगी।
(2 ) जब कसी खान का /वािम व अत+रत कर दया जाए तब पूवतH न /वामी या उसका अिभकताH ऐसे अतरण
से सात दन के अदर अिधिनयम के और िविनयम के या उनके अधीन कए गए आदेश के अनुसरण म;
अनुरि4क सम/त न)शे, से)शन, +रपोटH, रिज/टर और अय अिभलेख तथा खान चलाने से संबंिधत और उससे
सुसंगत सभी प7ाचार नये /वामी या उसके अिभकताH को सgप देगा; और इस ख9ड क अपे4ा\ का स यक प
से अनुपालन हो जाने पर, पूवHतन और नया /वामी या उनके अपने-अपने अिभकताH िलिखत प म; मु?य िनरी4क
(4) खान का /वामी खान के बंधन, िनयं7ण, पयHवे4ण या िनदेशन के संबंध म; /वामी क ओर से कायH करने
वाले ािधकृ त येक Aयि" का नाम और पदनाम का िलिखत िववरण मु?य िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को
िनवेदत करेगा।
(5) उप-िविनयम (4 ) म; िनXदQट िववरण म; ऐसे येक Aयि" के दािय व का और उन िवषय का िजG होगा
िजसके बाबत उसे /वामी क ओर से कायH करने हेतु ािधकृ त कया गया हो।
(6) ) म; िनXदQट येक Aयि" को उसके िववरण म; यथा िविनXदQट दािय व क बाबत,
उप-िविनयम (4
(xiv) भाप, संपीि़डत वायु या उ}च दाब पर अय पदाथH से यु)त कोई उप/कर का फटना;
(xv) कसी मशीन या उपकरण का कोई आवयक भाग का टू ट जाना, भंग हो जाना या िवफल हो
(xvi) कोई/खलन (/लाइड) जो कसी Aयि" को घायल कर दे, कसी मशीन को 4ित करे या सामाय
खनन संGया\ को बािधत करे ;
(xvii) िववृत खनन /थल म; ड प या साइड का िवफल होना;
(xviii) कसी संरचना या अिधQठापन का िवफल हो जाना, िजससे Aयि"य क सुर4ा खतरे म; पड़
जाए; या
(xix) िवRुतदमक िवसजHन जिनत /फु iलग (/पाकH ) िजससे कसी Aयि" को जलन आघात (बनH
इंpयूरी) हो जाए;
तब खान का /वामी, अिभकताH या बंधक 4े7ीय िनरी4क को घटना के िवषय म; टेलीफोन, फै )स, ई-मेल या
िवशेष संदशे वाहक ारा त काल सूिचत करेगा; और साथ ही साथ येक ऐसी घटना के घ+टत होने के चौबीस
घंटे के भीतर, ऐसे प7 एवं पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से िविनXदQट कया जाए, इसक
सूचना िजला मिज/[ेट, मु?य िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को तथा ख9ड (क) म; वqणत दुघHटना क ि/थित म;
मुआवजा भुगतान से संबंिधत स4म ािधकार को भी देगा:
परतु यद ऐसी सूचना ई-मेल ारा भेजी जाती है, इसके बाद अिवल ब फै )स या प7 भेजा जाएगा।
(2) साथ ही साथ/वामी, अिभकताH या बंधक उप-िविनयम (1) के िनXदQट सूचना क एक ित खान के
कायाHलय म; एक िवशेष सूचना प पर दqशत करे गा; जो वहाँ ऐसे दqशत करने क तारीख से कम से कम
चौदह दन क अविध के िलए रखा जाएगा।
(3 ) जब खान म; या उसके आसपास िव Rुत ऊजाH के उ पादन, भ9डारण, पातरण, संचारण, आपूqत या
उपयोग करने से संबंिधत जीवन- हािन, गंभीर शारी+रक 4ित या जलन आधात (बनH इं pयूरी) करने वाली कोई
दुघHटना होती है, तो /वामी, अिभकताH या बंधक खान िनरी4क (िवRुत) को टेलीफोन, फै )स, ई-मेल या कसी
िवशेष संदशे वाहक ारा त काल सूिचत करे गा :
परतु यद ऐसी सूचना ई-मेल ारा भेजी जाती है, इसके बाद अिवल ब फै )स या प7 भेजा जाएगा।
(4 ) यद कसी ऐसी चोट से, िजसक +रपोटH उसे गंभीर मानते %ए उप-िविनयम (1) के अधीन पहले दी गई हो,
मृ यु हो जाती है या यद गंभीर चोट के अलावा अय कोई चोट गंभीर बन जाती है, तो /वामी, अिभकताH या
बंधक उसे यह सूचना िमलने के चौबीस घंटे के भीतर, उसक सूचना िजला मिज/[ेट, मु?य िनरी4क, 4े7ीय
िनरी4क तथा मुआवजा भुगतान से संबंिधत स4म ािधकार को देगा और, यद ऐसी मृ यु या चोट उप-िविनयम
(3) के अधीन िविनXदQट कसी कारण से जुड़ा हो, तो इसक सूचना खान िनरी4क (िवRुत) को भी देगा।
(5) /वामी, अिभकताH या बंधक, येक ऐसे Aयि" के बारे म; िजसक मृ यु या िजसे 4ित ऊपर िलखे अनुसार
%ई हो, घटना के सात दन के अदर उसका िववरण, और घायल Aयि" के काम पर लौटने के पह दन के
अदर भी उसका िववरण ऐसे प7 और पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से िविनXदQट कया
जाए, मु?य िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को भेजेगा।
9. रोग क( सूचना.– जहाँ खान म; िनयोिजत कसी Aयि" को अिधिनयम क धारा 25 के अधीन के ीय
सरकार ारा राजप7 म; अिधसूिचत कोई रोग हो जाता है, तो /वामी, अिभकताH या बंधक ऐसे रोग क सूचना
िमलने के तीन दन के भीतर, उसक सूचना, ऐसे प7 एवं पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से
िविनXदQट कया जाए, मु?य िनरी4क, 4े7ीय िनरी4क, खान िनरी4क (िचक सीय), िजला मिज/[ेट और
मुआवजा भुगतान से संबंिधत स4म ािधकार को देगा।
अयाय 3
परीा और समता एवं यो<यता
यता के माण-प
10 . खनन परीा बोड0.- (1) इन िविनयम के योजन के िलए एक खनन परी4ा बोडH (िजसे इसम; इसके
पचात् "बोडH" कहा गया है) का गठन कया जाएगा।
(2) बोडH मु?य िनरी4क, जो उसका (पदेन) अ{य4 होगा, और पाँच ऐसे सद/य से ग+ठत होगा, जो खनन
अहHताएँ रखते ह और कम से कम एक सद/य खंड (ग) या खंड (घ) म; दी गई अहHताएँ रखता हो।
(3) अ{य4 के अलावा बोडH का येक सद/य िनयुि" क तारीख से तीन वषH तक, या जब तक उसके
उ तरािधकारी क िनयुि" नहZ हो जाती, दोन म; से जो भी बाद म; हो, पदधारण करे गा:
परतु,-
(i) कोई सद/य कसी भी समय अ{य4 को िलिखत सूचना देकर अपने पद से याग-प7 दे सकेगा;
(ii) िनयु)त कोई सद/य उस खंड म; यथा िविनXदQट कसी
उप-िविनयम (2) के खंड (ग) के अधीन
तक ही पद पर बना रहेगा जब तक क वह सद/य ऐसे कसी कारण के न होने पर सद/य बना रहता।
(4) कोई ऐसा Aयि" जो बोडH के सद/य के प म; पद धारण करता है या कर चुका है, इस िविनयम के अय
ावधान के अधीन रहते %ए, उस पद पर पुनqनयुि" का आधान होगा;
(5) अ{य4 के अलावा बोडH के सद/य उतना पा+र
िमक पाएँगे जो के ीय सरकार िनधाH+रत करे ;
(6) मु?य िनरी4क ारा नािमत एक िनरी4क बोडH के सिचव के प म; कायH करेगा (िजसे इसके पचात् इन
(8) अ{य4 जैसा और जब भी आवयक समझे बोडH क बैठक क जाएगी, और जब तक अ{य4 ारा अयथा
िनणHय नहZ िलया जाता, बोडH क सभी बैठक; धनबाद म; हगी।
(9)(क) बोडH के येक बैठक के िलए, बैठक से कम से कम दस दन पहले भारत म; मौजूद येक सद/य को
सभी सद/य को ऐसी बैठक क तारीख एवं समय और उस बैठक म; चचाH क जाने वाली िवषय क दो दन क
अिbम सूचना देकर आकि/मक बैठक बुलायी जा सकती है।
(10) (क) अ{य4 बोडH क येक बैठक क अ{य4ता करेगा।
(ख) यद कसी कारणवश अ{य4 अनुपि/थत हो, तो उपि/थत सद/य उनम; से ही कसी एक को बैठक क
अ{य4ता करने के िलए िनवाHिचत कर; ग;े तथा ऐसे िनवाHिचत सद/य को, उस बैठक के िलए, अ{य4 क सभी
शि"याँ हगी।
(11) बोडH के कसी बैठक म; अ{य4 सिहत जब तक कम से कम तीन सद/य मौजूद न ह, तब तक कोई भी
बैठक के िलए समय, /थान और कायHसूची अप+रवqतत रहेगी, और त पचात्, ऐसे बैठक म; उपि/थत सद/य क
सं?या का िलहाज कए िबना, कायHGम का िनपटारा करना िविधमाय होगा।
(12) (क) ऐसे सभी िवषय िजन पर बोडH ारा िवचार कया जाना है, उन पर बोडH क बैठक म; ही िवचार
कया जाएगा, या यद अ{य4 तय करे तो येक सद/य, जो भारत से अनुपि/थत नहZ है, के पास कागजात के
प+रचालन ारा िवचार कया जाएगा।
(ख) जब कसी िवषय पर ख9ड (क) के अधीन कागजात का प+रचालन कर िवचार कया जाता है, तो कोई भी
सद/य उस िवषय को बोडH क बैठक म; िवचार के िलए अनुरोध कर सकता है, और अ{य4 उस िवषय को वैसे ही
िवचार हेतु िनदेश दे सकता है, परतु जब दो या दो से अिधक सद/य ऐसा अनुरोध करते ह` तो अ{य4 अवय ही
अिधकार होगा; और
(iv) को बोडH के िनणHय को Gयािवत करने के िलए अपेि4त ऐसी कारH वाई करने या ऐसे आदेश पा+रत
करने का अिधकार होगा।
(ख) छु ी म; जाने या अयथा कसी कारणवश अ/थाई प से अनुपि/थत रहने के दौरान अ{य4 बोडH के कसी
भी सद/य को ऐसी अनुपि/थित के दौरान अ{य4 के सभी या कोई कतHAय के पालन हेतु ािधकृ त कर सकता है।
(ग) जब तक अ{य4 अयथा अनुदश
े न दे, बोडH क सभी कायHवािहयाँ बद बैठक म; होगी तथा उसे गोपनीय रखा
जाएगा।
जाएगा।
12 . परीाएँ और परीक.– (1) अ यqथय को माण-प7 ऐसी परी4ा के बाद और ऐसे प7 म; जो बोडH
िविनXदQट करे, अनुद त कए जाएँगे:
परतु बोडH उपिविध (बाई-लॉ) म; िविनXदQट शतl के अधीन कसी भी Aयि" को िविनयम 11 म; िनXदQट
माण-प7 अनुद त करने के िलए परी4ा या उसके कसी भाग से छू ट दे सकता है।
(2) परी4ाएँ ऐसे समय पर और ऐसे के म; ली जाएगी जो बोडH ारा िनयत कए गए ह तथा बोडH ारा
िनयु)त परी4क ारा संचािलत हगी।
(3) ) म; िनXदQट परी4क परी4ा\ के संचालन संबध
उप-िविनयम (2 ं ी सम/त मामल म; बोडH के आदेश के
अधीन हगे और ऐसा पा+र
िमक पाएँगे जो बोडH, के ीय सरकार क मंजूरी से, िनधाH+रत करे ।
(4) बोडH परी4ा\ क Gया और उनके संचालन और इन िविनयम ारा अपेि4त स4मता और /व/थता
(फटनेस) माण-प7 के अनुद त कए जाने के बारे म; उपिविधयाँ बना सकेगा, और यथासा{य, यह उपबंध
करे गा क कसी िवशेष वगH के माण-प7 के अनुद त के िलए अपेि4त sान का /तर और िचक सीय /व/थता
का /तर उन सभी राpय4े7 म;, िजन पर इन िविनयम का िव/तार है, एक समान हगे:
परतु बोडH ऐसे कसी िवषय पर, जो उप- िविधय म; िविनXदQट नहZ है और उसके सम4 िनवारण के
िलए लाया जाता है, िनणHय ले सकता है।
(2) बंधक के माण-प7, सवw4क के माण-प7 और ओवरमैन के माण-प7 के िलए परी4ा\ क तारीख और
/थान के संबंध म; सूचना, बोडH के आदेशाधीन ऐसे पि7का\ म; या कसी अय साधन ारा जैसा बोडH िनXदQट
करे , आवेदन ाEत करने के िलए बोडH ारा िनयत तारीख से कम से कम साठ दन पहले, कािशत क जाएगी।
14 . अ?य*थय@
य*थय@ क( आयु सीमा और सामा.य अह0ताएँ.– (1) कसी भी Aयि" को बोडH ारा आयोिजत कसी
परी4ा के िलए अयथ] के प म; िवQट नहZ कया जाएगा, जब तक वह बीस वषH क आयु का न हो।
(2) कसी भी Aयि" को बंधक के माण-प7, सवw4क के माण-प7, ओवरमैन के माण-प7 या सरदार के
माण-प7 के िलए कसी परी4ा म; िवQट नहZ कया जाएगा जब तक वह सेट जॉन ए बुल;स एसोिसएशन
(भारत) या ऐसा अय समतुय मानक, जो मु?य िनरी4क ारा िविनXदQट कया जाए का वैध ाथिमक उपचार
पंजीकृत हो, अिभाEत /वा/य माण-प7, जो अयथ] को बहरापन, दृि– दोष या कसी अय ऐसे मानिसक
या शारी+रक दौबHय से, िजससे उसके कायH क द4ता म; ह/त4ेप संभाAय हो, मु)त होना मािणत करता हो;
और
(iii) कसी ितित Aयि" ारा अयथ] के सामाय सदाचरण व सादगी का माण-प7।
(4) अयथ] के प म; कसी Aयि" को बंधक के माण-प7, सवw4क के माण-प7, ओवरमैन के माण-प7 या
सरदार के माण-प7 हेतु परी4ा के िलए तब तक िवQट नहZ कया जाएगा जब तक कसी मायता ाEत बोडH
या िवविवRालय से उ}चतर मा{यिमक /कू ल परी4ा, इ9टरमीिडएट या उसके समतुय परी4ा उ तीणH न कर
िलया हो या इं जीिनयरी म; िडEलोमा या िडbी या के ीय सरकार ारा इस संबंध म; अनुमोदत अय समक4
योfयता ाEत न कर लेता हो; और इंजन चालक के माण-प7 हेतु परी4ा के िलए तब तक िवि नहZ दी
जाएगी जब तक वह बोडH को संतुQट न कर दे क वह पढ़ा-िलखा है।
(5) (क) कसी Aयि" को बंधक या ओवरमैन के माण-प7, जो िसफH िववृत खनन /थल वाले खान के िलए
सीिमत नहZ है, क परी4ा के िलए िवQट नहZ कया जाएगा जब तक क उसने कम से कम सरदार का
माण-प7, जो केवल िववृत खनन /थल वाले खान के िलए सीिमत नहZ है और गैस परी4ण माण-प7 ाEत
नहZ कर िलया हो; और
(ख) कसी Aयि" को बंधक के माण-प7 या ओवरमैन के माण-प7, जो िसफH िववृत खनन /थल वाले खान
के िलए सीिमत है, क परी4ा म; तब तक िवQट नहZ कया जाएगा जब तक उसने कम से कम सरदार का
अधीन िविनम य माण-प7 को छोड़कर थम या ितीय
ेणी बंधक के माण-प7 हेतु कसी परी4ा म; कसी
भी Aयि" को अयथ] के प म; तब तक वेश नहZ दया जाएगा जब तक बोडH संतुQट नहZ हो जाता क उसके
पास कोयला खान म; कम से कम Gमश: छह और पाँच वषH का उप-िविनयम (2) के अधीन िनयत Aयवहा+रक
अनुभव है :
(ख) िजसने खनन अिभयाि7क म; कोई िडbी या इस िनिमत के ीय सरकार ारा अनुमोदत अय समतुय
परी4ा उत्तीणH कर ली है, ऐसे अनुभव क अविध थम
ेणी बंधक के माण-प7 के िलए घटाकर दो वषH कर
दी जाएगी।
(2) बोडH, उप-िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन, बंधक के माण-प7 के िलए अपेि4त Aयवहा+रक अनुभव क
कृ ित एवं अय xयौर को िविनXदQट कर सकता है।
16 . सवDक के माण-प क( परीाB के िलए अ?य*थय@
य*थय@ का अनुभव.– सवw4क के माण-प7 के िलए कसी
परी4ा म; अयथ] के प म; कसी Aयि" को तब तक वेश नहZ दया जाएगा जब तक वह बोडH को यह संतुQट
नहZ कर देता हो क उसके पास कम से कम दो वषH का सवw4ण का वैसा Aयवहा+रक अनुभव है, जैसा बोडH उप-
िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन िविनXदQट कर सकता है :
परतु, उ)त कालाविध को ऐसे अयथ] क दशा म; घटाकर छह मास कर दी जाएगी, जो उस िनिमत
बोडH ारा, उप-िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन, अनुमोदत कसी शैि4क सं/थान म; सैkाितक और
Aयवहा+रक सवw4ण क क4ा\ म; उपि/थत रहा हो।
17 . सरदार के माण-प क( परीाB के िलए अ?य*थय@
य*थय@ का Cयवहा!रक
यवहा!रक अनुभव.– (1) सरदार के माण-
प7 के िलए कसी परी4ा म; कसी भी Aयि" को अयथ] के प तब तक वेश नहZ दया जाएगा जब तक क
बोडH यह संतुQट नहZ हो जाता क वह कसी कोयला खान म; कम से कम तीन वषl का Aयवहा+रक अनुभव और
िश4ण ाEत कर चुका है:
परतु यह कालाविध, ऐसे अयथ] क दशा म;, घटाकर एक वषH कर दी जाएगी िजसने बोडH ारा उस
िनिमत अनुमोदत कसी शैि4क सं/थान म; कम से कम दो वषH के पाGम के बाद, वैsािनक और खनन
िश4ण म; िडEलोमा या माण-प7 ाEत कया हो या िजसने वैsािनक और खनन िवषय म;, उप-िविध म;
िनधाH+रत शतl के अधीन, बोडH ारा इस िनिमत अनुमोदत िवविवRालय से िडbी ाEत क हो।
(2) बोडH, उप-िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन, सरदार माण-प7 के िलए अपे ि4त Aयवहा+रक अनुभव क
कृ ित एवं अय xयौर को िविनXदQट कर सकता है।
18. इं जन
जन चालक के माण-प के िलए अ?य*थय@
य*थय@ का Cयवहा!रक
यवहा!रक अनुभव.- इंजन चालक के माण-प7 के िलए
कसी परी4ा म; कसी भी Aयि" को अयथ] के प म; तब तक वेश नहZ दया जाएगा जब तक क बोडH यह
संतुQट नहZ हो जाता क वह वाइiडग इंजन चलाने का या कसी अqहत वाइiडग इंजन चालक के सहायक के
प म; कम से कम एक वषH का Aयवहा+रक अनुभव ाEत कर चुका है।
19 . परीा म4 यास@ क( संEया.– इन िविनयम के भावी होने क तारीख से कसी िविशQट माण-प7 के
िलए परी4ा हेतु कसी भी Aयि" को सात से अिधक यास म; वेश नहZ दया जाएगा।
20 . माण-प अनुद,त करने के िलए शुGक.– (1) माण-प7 अनुद त येक आवेदन के
करने हेत ु बावत
भुगतान कया जाने वाला शुक बोडH ारा, उप-िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन, िनयत कया जाएगा।
(2) परी4ा से पूवH अयथ] क मृ यु या गलती से कए गए शुक के भुगतान क दशा को छोड़कर, कसी भी
दशा म; एक बार भुगतान कया गया शुक के रकम को वापस नहZ कया जाएगा।
21 . िविनमय माण-प.– (1) बोडH कसी ऐसे Aयि" को जो, यथाि/थित, खान के िविनयमन के िलए कसी
अय देश म; लागू िविध या इस अिधिनयम के अधीन बनाए गए धाि वक खान िविनयम, 1961 या इसके
संशोिधत सं/करण के अधीन बंधक का माण-प7, सवw4क का माण-प7, इं जन चालक का माण-प7,
फोरमैन का माण-प7 या मेट का माण-प7 धारण करता है, इन िविनयम के अधीन सदृय वगH का दतनुप
माण-प7 अनुद त कर सकता है, यद वह ऐसी अहHता एवं अनुभव रखता है और उसने ऐसी परी4ा उ तीणH कर
िलया है, जो बोडH, उप-िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन, िनयत करे ।
परतु बोडH, उप-िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन, कसी Aयि" को िविनमय माण-प7 अनुद त करने
के िलए होने वाली परी4ा या उसके कसी भाग म; सि मिलत होने से छू ट दे सकता है।
(2) िविनयम (1) के अधीन िविनमय माण-प7 अनुद त करने के िलए येक आवेदन प7 के साथ
उप-
बहरापन, दृि क 7ु+ट या कसी अय ऐसे मानिसक या शारी+रक दौबHय से, िजससे उसके कायH करने क द4ता
(3) इस िविनयम के अधीन येक परी4ा के िलए िविनयम 20 म; उिलिखत मान के अनुसार शुक का भुगतान
कया जाएगा।
22 . माण-प क( दूसरी ित.– यद कोई Aयि" बोडH के संतोष लायक यह सािबत कर देता है क इन
िविनयम के अधीन अनुद त उसका माण-प7 िबना उसक गलती के खो गया है, या वह उससे वंिचत कर दया
गया है, तो बोडH िविनयम 20 के उप-िविनयम (1) के अधीन िनयत शुक क वसूली पर और उप-िविध म;
िविनXदQट शतz के अधीन, उसे माण-प7 क ितिलिप दला सकता है और ऐसी येक ित पर आर-पार
"दूसरी ित" शxद क मु येक लगाई जाएगी।
23 . बंधक को सHपे जाने वाले माण-प.– (1) जब ओवरमैन के माण-प7, सरदार के माण-प7, इंजन
चालक के माण-प7 या गैस परी4ण के माण-प7 का धारक, कसी खान म; ऐसी हैिसयत म; िनयोिजत हो
िजसम; उ)त माण-प7 धारण करना अपेि4त है, तो वह माण-प7 को उस खान के बंधक को देगा िजसम;
त समय िनयोिजत हो।
(2)बंधक ऐसे Aयि" को उसके िलए रसीद देगा, और माण-प7 तब तक खान के कायाHलय म; रखेगा जब तक
क उसका धारक इस ाकर िनयोिजत रहे और धारक के इस कार िनयोिजत न रहने पर वह उसे लौटा देगा।
24 . बंधक, सवDक के माण-प, ओवरमैन के माण-प, सरदार के माण-प, इंजन-
न-चालक के माण-प
(2) बोडH, उप-िविनयम (1) के अधीन 4े7ीय िनरी4क क ितवेदन पर, एक िनरी4क, जो उस िनरी4ण के पद
से नीचे /तर का नहZ हो िजसके ितवेदन पर उ)त राय बनी, को उप-िविध म; िविहत Gया के अनुसार यह
अवधारण करने हेतु जाँच के िलए ािधकृ त कर सकता है क ऐसा Aयि" (िजसे इसके पश्चात् दोषी कहा गया
िनQकषH, जाँच के दौरान दजH साय के बयान और अय ासंिगक अिभलेख के साथ एक +रपोटH भेजगे ा।
) साय के बयान और िनरी4क िजसने जाँच क है, के िनQकषH क ितयाँ दोषी को भी भेजी जाएगी, जो
(4
ऐसी ितय के भेजने क तारीख से तीस दन के अदर बोडH को अपना िलिखत अिभवेदन /तुत कर सकता है।
(5) साय और अय अिभलेख तथा िलिखत अिभवेदन, यद कोई हो, पर िवचार करने के बाद बोडH या तो उस
मामले म; और जाँच कराएगा और उसके बाद या अयथा, दोषी को उसके ऊपर लगाए गए आरोप से मु)त
करे गा या माण-प7 को िनलि बत या र करेगा, जैसा वह योfय समझे।
(6) इन िविनयम के अधीन बोडH के कसी आदेश के िवk, वैसे आदेश के तीस दन के अदर के ीय सरकार के
पास अपील क जा सकती है।
(7) जहाँ इस िविनयमके अधीन कोई माण-प7 िनलि बत या र कया जाता है तो ऐसे माण-प7 पर या
िविनयम 22 के अधीन िनगHत क गई उसक दूसरी ित पर उपयु)त पृQठांकन कया जा सकता है।
परतु, यद मु?य िनरी4क या 4े7ीय िनरी4क क यह राय हो क कोई यथापूवz)त Aयि", साठ वषH से
कम आयु का होते %ए भी अिधिनयम म; और इन िविनयम म; तथा तदधीन कए गए आदेश म; उसे सgपे गए
कतHAय का पालन करने के िलए /वा/य क दृि से अयोfय है, तो मु?य िनरी4क या 4े7ीय िनरी4क िलिखत
आदेश ारा ऐसे Aयि" से यह अपे4ा कर सके गा क वह, तीन मास से अनिधक क ऐसी अविध के भीतर, जो
वह उसम; िविनXदQट करे , योfयता का /वा/य माण-प7 ाEत करे; और इस कार िविनXदQट कालाविध के
बाद कोई Aयि", जब तक उसने योfयता का /वा/य माण-प7 ाEत न कर िलया हो, पूवz)त कसी भी
हैिसयत म; काम नहZ करे गा।
(2) पूवz)त योfयता का /वा/य माण-प7 ऐसे अिधकारी से और ऐसे प7 एवं पkित म; ाEत कया जाएगा
जैसा बोडH, उप-िविध म; िनधाH+रत शतl के अधीन, िविनXदQट करे ।
(3) उप-िविनयम (1)म; कसी बात के होते %ए भी उपबंध पर ितकू ल भाव डाले िबना, कोई Aयि" स तर
वषl क आयु ाEत कर लेने के बाद कसी खान म; बंधक या पदधारी या वाइंiडग इंजन चालक क हैिसयत म;
कायH नहZ करेगा।
अयाय 4
िनरीक और खान पदधारी
26 . िनरीक@ क( अह0ताएँ.–(1) कोई Aयि" मु?य िनरी4क के प म; तब ही िनयु)त कया जाएगा जब वह
के ीय सरकार ारा अनुमोदत कसी शैि4क सं/थान से खनन इंजीिनयरी म; िडbी और िविनयम 11 के अधीन
अनुद त थम
ेणी बंधक का माण-प7 भी धारण करता हो, अयथा नहZ।
(2) कोई Aयि" िनरी4क के प म; तब ही िनयु)त कया जाएगा जब वह के ीय सरकार ारा अनुमोदत
कसी शैि4क सं/थान से खनन इंजीिनयरी म; िडbी और िविनयम 11 के अधीन अनुद त थम
ेणी बंधक का
माण-प7 भी धारण करता हो, अयथा नहZ :
परतु-
(i) खान म; लगे िवRुत मशीनरी के संबंध म; के ीय सरकार ारा अनुमोदत कसी शैि4क सं/थान क
िवRुत इंजीिनयरी म; िडbी धारण करने वाला Aयि" ऐसे िनयु)त कया जा सके गा;
(ii) खान म; लगी अय मशीनरी या यांि7क सािध7 के संबंध म; के ीय सरकार ारा अनुमोदत कसी
शैि4क सं/थान क यांि7क इंजीिनयरी म; िडbी धारण करने वाला Aयि" ऐसे िनयु)त कया जा सके गा;
और
अपेि4त अहHताएँ रखने वाला कोई Aयि" खान का बंधक न हो तब तक कोई खान खोली, चलाई या पुन: खोली
नहZ जाएगी।
(2) कोई Aयि" बंधक के प म; तब ही कायH करे गा या िनयोिजत कया जाएगा जब वह 23 वषH क आयु का
हो गया हो, और खान के /वामी या अिभकताH से वेतन पाता हो, और सीधे उसके ित उ तरदायी हो।
(3) िविनयम (4) के उपबंध के अधीन रहते %ए, कोई भी Aयि" नीचे दी %ई सारणी के /त भ (i) म; दए
उप-
गए औसत उ पादन वाली खान या खान के बंधक के प म; न कायH करेगा और न कायH करता रहेगा और न
िनयु)त कया जाएगा, जब तक वह /तभ (ii) म; दी गई तदनुप अहHताएँ न धारण करता हो :
(i) (ii)
(घ) िव/थािपत क गई सामbी ितमास थम
ेणी बंधक का माण-प7 या ितीय
ेणी
20,000 घनमीटर से अिधक नहZ बंधक का माण-प7:
परतु, िववृत और भूिमगत दोन कार के खनन /थल वाली खान क बाबत, के वल ऐसा Aयि" जो
िसफH िववृत खान तक सीिमत न रहने वाला थम
ेणी बंधक का माण-प7 धारण करता हो, ही खान के
बंधक के प म; िनयु)त कया जाएगा, चाहे उ पादन िजतना भी हो:
परतु यह और क, जहाँ िवशेष प+रि/थितयाँ िवRमान ह, वहाँ मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा
उपरो)त से िभन शतl के साथ कसी खान म; बंधक क िनयुि" क अनुमित दे सकता है।
(4) के उपबंध के अधीन थम
ेणी बंधक का माण-प7 या ितीय
ेणी बंधक का
जहाँ उप-िविनयम (3)
माण-प7 धारण करने वाला कोई Aयि" बंधक िनयु)त कर दया गया है, वहाँ खान के औसत उ पादन म; कमी
हो जाने पर भी उ तरवत] बारह महीन के दौरान िन नतर अहHताएँ रखने वाला कोई Aयि" को, मु?य िनरी4क
क पूवH िलिखत अनुsा और ऐसे शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे के िसवाय, बंधक के प म; िनयु)त
नहZ कया जाएगा ।
(5) मु?य िनरी4क क पूवH िलिखत अनुsा से ही और उन शतl के अधीन ही जो वह उसके िविनXदQट करे, कोई
Aयि" एक से अिधक खान के बंधक के प म; कायH करे गा या िनयु)त कया जाएगा, अयथा नहZ :
परतु ऐसी कोई अनुsा बारह महीन से अिधक क कालाविध के िलए तब तक भावी नहZ होगी जब
तक उसका नवीनीकरण न हो गया हो :
परतु यह और क, यद वे प+रि/थितयाँ िजनके तहत ऐसी अनुsा अनुद त क गई थी प+रवqतत हो गई
ह, या मु?य िनरी4क पाता है क बंधक अपने भार-साधन क खान का भावी पयHवे4ण करने म; समथH नहZ
हो सका है, तो वह कसी भी समय एक िलिखत आदेश ारा, ऐसी कसी अनुsा म; कोई प+रवतHन या उसको र
कर सकेगा।
(6) जहाँ बंधक, अनुपि/थित या कसी अय कारण से, िन य /वयं पयHवे4ण करने म; असमथH हो या अिधिनयम
या इन िविनयम या तदधीन कए गए आदेश के अधीन अपने कतHAय का पालन करने म; असमथH हो, वहाँ
/वामी, अिभकताH या बंधक कसी Aयि" को, िजसे वह स4म समझता है, खान के बंधक के प म; कायH करने
के िलए िलिखत प से ािधकृ त करेगा :
परतु -
(i) ऐसा Aयि" बंधक का माण-प7 धारण करता हो;
(ii) ऐसा कोई ािधकरण मु?य िनरी4क क पूवH िलिखत सहमित से ही और उन शतl के अधीन ही जो
वह उसम; िविनXदQट करे, तीस दन से अिधक क कालाविध के िलए भावी होगा, अयथा नहZ;
(iii) यथाि/थित /वामी, अिभकताH या बंधक त काल 4े7ीय िनरी4क को रिज/[ीकृत डाक, /पीड डाक
या फै )स ारा एक िलिखत सूचना, यह sािपत करते %ए भेजेगा क ऐसा ािधकरण कया गया
है और ािधकरण का कारण, ािधकृ त Aयि" क अहHताएँ और अनुभव और ािधकरण के ारं भ
होने क और समाEत होने क तारीख; भी बताएगा; और
(iv) उप-िविनयम (3 ) म; िविनXदQट अहHता\ को धारण करने वाले Aयि" क दशा म; के िसवाय, मु?य
िनरी4क या 4े7ीय िनरी4क इस कार दए गए कसी ािधकार को एक िलिखत आदेश ारा र
कर सकेगा।
(7) उप-िविनयम (6) के अधीन, ािधकरण क कालाविध के दौरान, ऐसे ािधकृ त Aयि"य के वही
उ तरदािय व हगे तथा वे उहZ कतHAय क िनवHहन कर;ग,े और उहZ दािय व के अधीन रह;गे जो क बंधक के
होते ह`।
(8) िजस दन कोई बंधक अपने पद को +र)त करना चाहता है उससे कम से कम तीस दन पूवH वह /वामी या
अिभकताH को िलिखत नो+टस दए िबना अपना पद +र)त नहZ करेगा :
परतु /वामी या अिभकताH बंधक को लघु तर काल क सूचना देने के बाद अपने पद को +र)त करने क
अनुsा दे सके गा।
(9) /वामी या अिभकताH कसी बंधक को तब तक /थानात+रत, उमोिचत या पद}यु)त नहZ करेगा जब
कोई
तक उसक जगह पर स यक् प से अqहत Aयि" जैसा क उप-िविनयम (3) के अधीन िविहत है, उसे कतHAय-
मु)त नहZ कर देता।
(10) िविनयम (6) क कोई बात /वामी, अिभकताH या बंधक को यह अिधकार नहZ देगी क वह कसी
उप-
Aयि" को जो खान का बंधक का काम करने के िलए उप-िविनयम (3) के अधीन स यक् प से अqहत नहZ है,
उसे बंधक के प म; कायH करने को ािधकृ त करे, िसवाय उस दशा के जब fणाव/था या अय ऐसे कारण ह
िजन पर बंधक का िनयं7ण न हो या मु?य िनरी4क क पूवH िलिखत अनुsा हो और उन शतl का पालन हो जो
वह उसम; िविनXदQट करे :
परतु, मु?य िनरी4क उस तारीख से, िजससे खान उप-िविनयम (3) के अधीन स यक प से अqहत
बंधक के िबना चलाई जाती है, साठ दन से अिधक क कालाविध के िलए कोई ऐसे ािधकरण क अनुsा नहZ
देगा।
(11) /वामी या अिभकताH, बंधक और सहायक बंधक के िलए खान के सम/त वेश मागl से पाँच कलोमीटर
क दूरी के अदर यथोिचत आवासीय सुिवधा क Aयव/था करे गा; और येक बंधक और सहायक बंधक ऐसे
उपलxध करवाए गए आवास म; िनवास कर;गे :
परतु, जहाँ िवशेष क+ठनाइयाँ िवRमान ह` जो इन उपबंध का अनुपालन उिचत प से सा{य नहZ रहने
देती, वहाँ मु?य िनरी4क, एक िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , इससे
(12) कसी बंधक को /वामी या अिभकताH कोई ऐसा काम नहZ सgपेगा, न /वयं वह कोई ऐसा कायH करेगा
िजससे खान से उसक बार-बार या ल बी अनुि/थित आवयक हो।
(13) यद उप-िविनयम (11) या उप-िविनयम (12) के अधीन कसी मामले के संबध
ं म; कोई सदेह उ पन हो
तो उसे िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को िनXदQट कया जाएगा।
आगमी बंधक को, ऐसे प7 म; जैसा मु?य िनरी4क ारा सामाय या िवशेष आदेश ारा िविनXदQट कया
जाए, एक कायHभार +रपोटH सुपुदH करे गा, और कायHभार +रपोटH, बिहगाHमी और आगमी, दोन बंधक ारा
सुर4ा अिधकारी होगा, जो ऐसा Aयि" होगा िजसक िन निलिखत अहHताएँ ह; अथाHत् :-
(क) ऐसी भूिमगत खान क दशा म; िजसका औसत मािसक उ पादन 15,000 टन से अिधक हो,
थम
ेणी बंधक का माण-प7 जो िसफH िववृत खान के िलए सीिमत न हो;
(ख) ऐसी िववृत खान क दशा म; िजसम; औसत मािसक सामbी का िव/थापन 50,000 घनमीटर से
अिधक हो, थम
ेणी बंधक का माण-प7;
(ग) ऐसी भूिमगत खान क दशा म; िजसका औसत मािसक उ पादन 10,000 टन से अिधक कतु
15,000 टन से अिधक न हो, थम
ेणी बंधक का माण-प7 या ितीय
ेणी बंधक का
कतु 10,000 टन से अिधक न हो, थम
ेणी बंधक का माण-प7 या ितीय
ेणी बंधक
का माण-प7 जो िसफH िववृत खान के िलए सीिमत न हो या के ीय सरकार ारा अनुमोदत
खनन या खनन इंजीिनयरी म; िडbी या िडEलोमा धारक:
परतु, जहाँ िवशेष प+रि/थितयाँ िवRमान ह, वहाँ मु?य िनरी4क एक िलिखत आदेश ारा और ऐसी
शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे ,उन उपबंध से हट कर सुर4ा अिधकारी क िनयुि" अनुsात या
अपेि4त कर सके गा :
परतु यह और क, जहाँ मु?य िनरी4क क यह राय हो क कसी खान के बड़े प+रमाण के कारण, या
खान म; िवRमान अय प+रि/थितय के कारण, सुर4ा अिधकारी के िलए अके ले ही अपने कतHAय का पालन
करना संभव नहZ है, वहाँ वह एक िलिखत आदेश ारा, और कारण को उसम; अिभिलिखत करते %ए, सुर4ा
अिधकारी क सहायता करने के िलए ऐसी अहHता\ वाले उतने व्यि"य क िनयुि", िजतने वह आदेश म;
िविनXदQट करे, अपेि4त कर सके गा।
30 . सहायक बंधक क( िनयुि8.– येक खान म; बंधक उस पैमाने पर सहायक बंधक क सहायता ाEत
करे गा, जैसा बोडH ारा िविनXदQट कया जाए:
परतु, िवशेष मामल म;, मु?य िनरी4क सहायक बंधक के िनयुि" क अपे4ा\ म; ढील दे सकता है।
31 . संवातन अिधकारी क( अह0ताएँ और िनयुि8.– येक थम िडbी क गैसीय सीम वाली भूिमगत खान म;
िजसका औसत उ पादन 5,000 टन से अिधक हो, या ितीय या तृतीय िडbी क गैसीय सीम वाली वैसी ही खान
म; िजसका औसत उ पादन 2,500 टन से अिधक हो, बंधक, इन िविनयम के उपबंध के अनुसार खान म;
संवातन णाली के रख-रखाव के पयHवे4ण के कायH म; एक संवातन अिधकारी क सहायता ाEत करेगा, जो
िन निलिखत अहHताएँ धारण करने वाला Aयि" होगा, अथाHत् :–
(क) ऐसी खान क दशा म; िजसम;, थम िडbी क गैसीय सीम हो और िजसका औसत उ पादन 15,000
टन से अिधक हो या ितीय या तृतीय िडbी क गैसीय सीम हो और िजसका औसत उ पादन
10,000 टन से अिधक हो, बंधक का माण-प7 जो िसफH िववृत (ओपेनका/ट) खान के िलए
(ख) येक अय दशा म;, बंधक का माण-प7 जो िसफH िववृत खान के िलए सीिमत न हो या के ीय
सरकार ारा मा यतााEत खनन या खनन इं जीिनयरी म; िडbी, िडEलोमा या माण-प7 :
परतु, जहाँ िवशेष प+रि/थितयाँ िवRमान ह, वहाँ मु?य िनरी4क एक िलिखत आदेश ारा और ऐसी
शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , इन उपबंध से हटकर, संवतान अिधकारी क िनयुि" अनुsात या
अपेि4त कर सकता है या संवातन अिधकारी क सहायताथH उतने Aयि"य क िनयुि" अपेि4त कर सकता है,
जो इस िनिमत आदेश म; िविनXदQट कए गए ह :
परतु यह और क, ऐसी खान क दशा म; िजसम; थम िडbी क गैसी सीम हो और िजसका औसत
उ पादन 15,000 टन से कम हो, मु?य िनरी4क, उसम; क कृ ित और कायH करने के िव/तार को {यान म; रखते
%ए, एक िलिखत आदेश ारा और ऐसी शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, संवातन अिधकारी के पद
को िविनयम 29 के अधीन िनयु)त सुर4ा अिधकारी के पद के साथ संयोिजत कर सके गा।
पK
पKटीकरण.-
करण.- इस िविनयम के योजन के िलए "औसत उ पादन" पद से िपछले िव तीय वषH के दौरान सभी सीम
32 . इंजीिनयर@ क( िनयुि8.– (1) येक खान म; जहाँ मशीनरी का उपयोग कया जाता है, वहाँ ऐसे मशीनरी
के सामाय भार-साधन के िलए एक इंजीिनयर, जो यांि7क इंजीिनयरी, िवRुत इंजीिनयरी या माइiनग मशीनरी
म; िडbी या िडEलोमा या के ीय सरकार ारा मायता ाEत समतुय अहHता धारण करता हो, िनयु)त कया
जाएगा, और जो उनके ितQठापन, रख-रखाव और सुरि4त प से चलाने के िलए िज मेवार होगा, जो बंधक
के अधीन/थ होगा :
परतु जहाँ 650 वोट से अिधक का िवRुत उजाH उपयोग कया जाता हो और सभी िवRुत उप/कर क
/थापन 4मता ।.5 एम.वी.ए. या उससे अिधक हो, वहाँ ऊपर िविनXदQट मापदंड के अित+र)त खान म; लगाए
गए सभी िवRुत उप/कर के भारसाधन के िलए एक इं जीिनयर, जो िवRुत इं जीिनयरी म; िडbी या िडEलोमा या
के ीय सरकार ारा मायता ाEत समतुय अहHता धारण करता हो, िनयु)त कया जाएगा:
परतु यह और क हेवी अथH मूiवग मशीनरी ारा संचािलत िववृत खान क दशा म; या भूिमगत खनन
/थल वाले कसी यं7ीकृ त खान म; जहाँ सभी मशीन का कु ल अवशि" 1500 से अिधक हो, वहाँ ऊपर
िविनXदQट मापदंड के अित+र)त खान म; लगाए गए सभी यांि7क उप/कर के भारसाधन के िलए, एक Aयि"
जो यांि7क इंजीिनयरी, खनन मशीनरी या के ीय सरकार ारा मायता ाEत समतुय अहHता धारण करता हो,
भी िनयु)त कया जाएगा।
उप-िविनयम म; िनXदQट उन अहHत ा\ के अित+र)त, एक िलिखत आदेश ारा कसी अहHता को उस दशा म;
िविनXदQट कर सके गा जब ऐसी खान या खान के ऐसे वगH क प+रि/थितय को {यान म; रखते %ए वह यह संतुQट
हो जाता है क सुर4ा क िहत म; ऐसा करना आवयक है।
(3 )
कोई भी Aयि" एक से अिधक खान म; इंजीिनयर के प म; कायH नहZ करेगा, या िनयु)त नहZ कया
जाएगा, िसवाय तब, जब मु?य िनरी4क ारा इस िनिमत पूवH िलिखत अनुsा हो और ऐसे शतl के अधीन जो
और
(ग) 4े7ीय िनरी4क एक िलिखत आदेश ारा इस कार दए गए कसी भी ािधकार को र कर
सकेगा।
33. LयेKठ पदधा!रय@ क( िनयुि8 और अह0ताएँ.– (1) येक खान पर, येक चालू पारी म; खान के िविभन
िडि/[)ट के भार साधन करने के िलए एक या अिधक ओवरमैन िनयु)त कए जाएँगे जब तक क 4े7ीय
िनरी4क ारा अयथा िविनXदQट नहZ कया जाए;
(2) ) के अधीन कसी ओवरमैन को सgपा गया िडि/[)ट ऐसे आकार का नहZ होगा, न ही इन
उप-िविनयम (1
िविनयम के अधीन उसके कतHAय के अलावा उसे दया गया कोई अित+र)त कतHAय ऐसा होगा, िजससे उसे इन
िविनयम के अधीन सgपे गए कतHAय का पूणH प से पालन करने म; बाधा पड़ने क संभावना हो।
(3) इस िविनयम के योजन से, बंधक के अधीन/थ और सरदार से व+रQठ पदधारी के प म; िनयोिजत
येक Aयि" चाहे बंधक का माण-प7 या ओवरमैन का माण-प7 धारण करेगा।
34 . सवDक@ क( िनयुि8.– (1) येक खान म; अिधिनयम या िविनयम या तदधीन कए गए आदेश ारा
अपेि4त सवw4ण और तलमापन (लेवiलग) करने के िलए तथा न)श और से)शन को तैयार करने के िलए एक
या अिधक Aयि" को, जो सवw4क का माण-प7 धारण करते ह, सवw4क के प म; िनयु)त कया जाएगा।
परतु, िसफH िववृत खनन /थल वाले खान क दशा म;, इस उप-िविनयम क कोई भी बात, अिधिनयम
या िविनयम या तदधीन कए गए आदेश ारा अपेि4त सवw4ण और तलमापन (लेवiलग) करने के िलए तथा
न)श और से)शन को तैयार करने के िलए, िसफH िववृत खान के िलए सीिमत सवw4क का माण-प7 धारक
एक या अिधक Aयि" को, सवw4क के प म; िनयु)त करने से नहZ रोके गा।
(2) मु?य िनरी4क क पूवH िलिखत अनुsा, और ऐसी शतl के अधीन जो वह उनम; िविनXदQट करे, के िबना,
कोई Aयि" एक से अिधक खान का सवw4क या उसी खान म; कसी अय हैिसयत म;, िनयु)त नहZ कया जाएगा।
(3) िनयु)त कए जाने वाले सवw4क क अपेि4त सं?या उस मापदंड के आधार पर होगी, जैसा बोडH ारा
िविनXदQट कया जाए:
परतु, िवशेष मामल म;, मु?य िनरी4क सवw4क के िनयुि" क अपे4ा\ म; ढील दे सकता है।
(4) यद कसी खान म; एक से अिधक सवw4क ह`, तो येक सवw4क खान के उस भाग या ख9ड के सवw4क के
कतHAय और िज मेवा+रय का पालन करेगा जो उसे /वामी, अिभकताH या बंधक ारा िलिखत प म; सgपा
गया हो :
परतु /वामी, अिभकताH या बंधक सवw4क म; से कसी एक को, इन िविनयम के अधीन तैयार और
अनुरि4त कए जानेवाले अपेि4त न)श क तैयारी और अनुर4ण के िलए िज मेवार के प म; िनयु)त करेगा,
जो खान म; सवw4ण कायH के समवय और समb पयHवे4ण के िलए भी उ तरदायी होगा।
35 . पदधा!रय@ तथा सम Cयि8य@
यि8य@ क( िनयुि8.– /वामी, अिभकताH या बंधक, पदधा+रय और
(1)
तकनीिशयन सिहत, उतनी सं?या म; स4म Aयि"य को िनयु)त करेगा िजतने चालू पािलय म; से येक के
दौरान, िन निलिखत को सुिनित करने के िलए पयाHEत ह–
है, वहाँ /वामी, अिभकताH या बंधक यह Aयव/था करे गा क अपरान पारी और राि7 पारी के दौरान, खान कम
से कम एक सहायक बंधक के , और अय दशा\ म; एक अनुभवी ओवरमैन के सामाय पयHवे4ण के अधीन रहे।
(3) बंधक क िज मेवारी होगी क इस कार िनयु)त कए गए Aयि" उह; सgपे गए कतHAय के
यह देखना
(4) िविनयम (1) के अधीन क गई सभी िनयुि"य क ितयाँ इस योजन के िलए रखे गए एक िजदबk
उप-
पृQठ सां?यांकत रिज/टर म; िवQट क जाएँगी, िजसम; ऐसे सभी स4म Aयि"य क सूची भी रखी जाएगी।
(5) ) क अपे4ा\ पर ितकू ल भाव डाले िबना, येक बंधक, कसी खान का भार
उप-िविनयम (3
संभालने पर, यह संतुQट हो लेगा क वे सब Aयि" जो पहले से उप-िविनयम (1) के अधीन िनयु)त हो चुके ह`, वे
उह; सgपे गए कतHAय का पालन करने म; स4म ह`; और यद वह उह; स4म पाता है, तो वह या तो उनके
ािधकरण प7 को ितह/ता4+रत करेगा या उह; नए ािधकार प7 जारी करेगा।
36. साधारण बंध.– (1) /वामी, अिभकताH और बंधक खान म; िनयोिजत Aयि"य क सुर4ा और समुिचत
अनुशासन क Aयव/था कर;ग।े
(2) आपात क दशा म; के िसवाय, कोई Aयि" जो पदधारी या स4म Aयि" नहZ ह`, खान म; िनयोिजत ऐसे
Aयि" को, जो बंधक के ित उ तरदायी हो, अनुदश
े बंधक के मा{यम से अयथा नहZ देगा।
अयाय 5
खान बंधन, ठे केदार,
दार, िविनमा0ताB, पदधा!रय@, सम Cयि8य@
यि8य@ और कामगार@ के कत0Cय और उ,तरदािय,
तरदािय,व
37. वामी के कत0Cय और उ,तरदािय,व.– (1) िनवारक और संर4ा मक उपाय करने हेतु, /वामी जोिखम का
िनयिमत मूयांकन और उसके िनपटारा क Aयव/था िन निलिखत ाथिमकता Gम म; करे गा :-
(ख) यह सुिनित करेगा क मशीन का /थापन, संचालन, रख-रखाव एवं ित-/थापन इस कार कया जाए
क
िमक /वयं या अय Aयि"य के सुर4ा और /वा/य को खतरे म; डाले िबना अपने को सgपा %आ कायH कर
सके;
(ग) उस भूिम के /थािय व को बरकरार रखने हेतु आवयक कदम उठाएगा जहाँ Aयि" अपने कायH के संदभH म;
जाते ह`;
(ड.) िविवध खतरे िजनसे कामगार भािवत हो सकते ह`, क पहचान एवं उनके भाव /तर के मूयांकन के
िलए कायH-प+रवेश क िनगरानी, मूयांकन एवं िनयिमत िनरी4ण सुिनित करे गा;
(च) ऐसे सभी भूिमगत खनन /थल, जहाँ जाने क अनुमित हो, वहाँ पयाHEत संवातन सुिनित करेगा;
(छ) िविशQट खतर वाले संवेदनशील 4े7 के संबंध म;, सुरि4त कायH णाली और कामगार क सुर4ा
सुिनित करने के िलए कायHकारी योजना एवं Gयािविध बनाकर उनका Gयावयन करेगा;
(ज) खान म; आग लगने और फै लने, िव/फोट तथा जल Eलावन का रोकथाम करने, पता लगाने, तथा मुकाबला
करने के िलए खनन संGया क कृ ित के अनुप उिचत उपाय एवं सावधानी बरतेगा;
(झ) यह सुिनित करेगा क जब
िमक के /वा/य और सुर4ा के िलए गंभीर खतरा है तब काम /थिगत
कया जाए एवं कामगार को सुरि4त /थान पर प%ँचाया जाए;
(ञ) यह सुिनित करेगा क जब बंधक या अय पदधा+रय ारा सुर4ा एवं /वा/य के िविनयम या
Aयवहार संिहता के कसी Aयि" ारा अनुपालन न कए जाने क सूचना दी जाए, तब त काल संशोधना मक
कारHवाई क जाए।
(3) /वामी यह सुिनित करे गा क येक खान के िलए िविशQटप से यथोिचत पूवाHनुमािनत औRोिगक एवं
ाकृ ितक आपदा\ हेतु आपात यु तर योजना (इमजwसी +र/पस Eलान) तैयार क जाए।
(4) जहाँ कामगार पर भौितक, रसायिनक या जैिवक खतर का भाव हो, वहाँ /वामी िन निलिखत करे गा :-
(क) कामगार को, Aयापक प से उनके कायH संबंिधत खतर /वा/य संबंिधत जोिखम और उनसे िनवारक
(ख) इन खतर के भाव से उ पन जोिखम को कम करने या ख म करने के िलए समुिचत उपाय करेगा;
ग) जहाँ अय साधन ारा दुघHटना के जोिखम या /वा/य क 4ित, िजसम; ितकू ल वातावरण के भाव भी
(
शािमल है, से पयाHEत बचाव सुिनित करना संभव नहZ है, वहाँ कामगार को उिचत संर4ा मक उप/कर,
आवयकतानुसार कपड़े तथा इन िविनयम के अधीन प+रभािषत अय सुिवधा\ को िन:शुक उपलxध कराएगा
एवं उसे बनाए रखेगा;
(घ) कायH/थल पर घायल या बीमार होनेवाले कामगार को ाथिमक उपचार, कायH-/ाल से जाने के िलए
39 . ठे केदार क( िजमेवा!रयाँ
वा!रयाँ.– (1) खान म; कसी कायH के िलए प+रिनयोिजत कोई ठे केदार :-
(क) कायH शु करने के पूवH उिचत /तर के पयHवे4क, पदधा+रय और pयेQठ पदधा+रय के बीच सतत प से
भावी संचार और समवय /थािपत करे गा और उसे बनाए रखेगा, िजसम; खतर क पहचान संबिं धत उपबंध
और खतर के दूर करने और िनयंि7त करने के उपाय सि मिलत हगे;
(ख) कायH से संबंिधत 4ितय और रोग, बीमार /वा/य एवं उसके कqमय के बीच खान म; काम के दौरान
होनेवाली घटना\ का +रपोटH देने क Aयव/था सुिनित करे गा;
(घ) अिधिनयम तथा तदधीन बने िनयम एवं िविनयम के उपबंध का अनुपालन सुिनित करेगा।
(2) ठे केदार के प+रिनयोजन के समय /वामी, अिभकताH या बंधक सुिनित करेगा क :-
(क) ठे केदार तथा उसके कामगार पर वही सुर4ा और िश4ण संबंिधत अपे4ाएँ लागू ह, जो /थापन के
िविनयम से असंगत न हो, कड़ाई के साथ पालन करे गा, और वह ऐसे आदेश या िनदेश के पालन म; उपे4ा या
उनके पालन से इनकार नहZ करे गा।
(2 ) कसी Aयि" के अपने कतHAय के िनवHहन म;, कोई Aयि" ह/त4ेप नहZ करे गा या अड़चन या बाधा नहZ
डालेगा और वह, कसी अय Aयि" को अिधिनयम या तदधीन बनाए गए िनयम या िविनयम के उपबंध का
अनुपालन करने, या अपने कतHAय का िनQठापूवHक पालन करने से रोकने क दृि से, न ही कसी सेव ा का /ताव
(3) येक Aयि", कायH के िलए अbसर होने से तुरत पहले और अपनी पारी के अत म; अपने कायH को समाEत
करने के तुरत बाद अिधिनयम क धारा 48 के उप-धारा (4) के अधीन रखे गए रिज/टर म; अपना नाम दजH
कराएगा :
परतु, भूिम के नीचे क खनन /थल क दशा म;, वह Aयि" येक बार जब वह भूिम के नीचे जाने को
(ख) त काल कसी पदधारी को उस ि/थित का +रपोटH देगा, जो उसके या अय Aयि"य के सुर4ा और /वा/य
के िलए खतरा उ पन कर सकता है तथा िजसका समुिचत िनपटारा वह /वयं नहZ कर सकता है; और
(ग) िनयोजक के कतHAय और िज मेवा+रय के अनुपालन के िलए उसे सहयोग अनुद त करेगा।
) कसी पदधारी के ािधकार के िबना कोई Aयि" कसी बाड़ (घेरा), रोध या फाटक नहZ हटाएगा,
(5 न ही
(ख) अपनी अनुपि/थित क कालाविध के िलए ऐसे पदधा+रय से पूवH अनुsा ाEत कए िबना, या स यक प से
स4म Aयि" ारा अवमु)त %ए िबना अनुपि/थत नहZ रहेगा; और
(ग) ऐसे पदधारी क अनुsा क िबना, वह िजन कतHAय के िलए िनयु)त कया गया है, उनसे िभन कतHAय का
पालन अपनी पारी के दौरान नहZ करे गा।
42 . पदधा!रय@ के कत0Cय.- (1) येक पदधारी उन कतHAय का पालन करेगा जो बंधक या सहायक बंधक
ारा, अिधिनयम और िविनयम और तदधीन कए गए आदेश के अनुसार उसे सgपे जाएँ।
(2) येक पदधारी, जहाँ तक उसक शि" हो, यह देखेगा क उसके भारसाधन के अधीन Aयि" अपने-अपने
कतHAय को ठीक से समझते और उनका पालन करते ह`।
43 . बंधक के कत0Cय और उ,तरदािय,
तरदािय,व.– (1) येक खान म; बंधक ारा ितदन /वयं पयHवे4ण कया
जाएगा :
परतु भूिम के नीचे के खनन /थल क दशा म;, यह सुिनित करने के िलए क सुर4ा येक कार से
सुिनित कया गया है, वह येक सEताह कम से कम चार दन खनन /थल का प+रदशHन करे गा और उनक
परी4ा करे गा:
परतु यह और क, येक पखवाड़ा म; कम से कम एक प+रदशHन राि7 पारी के दौरान कया जाएगा :
परतु यह भी क जहाँ कसी अप+रहायH कारण से वह पूवz)त कतHAय और िनरी4ण को करने म;
असमथH रहता है, तो वह उसके कारण को, उप-िविनयम (2) के अधीन रखी गई पुि/तका म; अिभिलिखत करेगा।
) बंधक इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका के प म; एक डायरी रखेगा, और
(2
उसम; अपने िनरी4ण म; से येक का प+रणाम और अपने ारा पाए गए 7ु+टय का, यद कोई हो, िनराकरण
करने के िलए क गई कारH वाई को दजH करे गा।
(3) बंधक यह Aयव/था करे गा क सब ओवरमैन और अय पदधारी अपने कतHAय से संबंिधत मामल पर
िवचार-िवमशH के िलए येक कायH दवस म; एक बार उससे, या सहायक बंधक से िमला कर; ।
) बंधक खान और उसम; िनयोिजत Aयि"य क सुर4ा के िलए उिचत सामिbय और उप/कर क पयाHEत
(4
आपूqत सुिनित करे गा; और यद वह खान का /वामी या अिभकताH न हो तथा पूवz)त योजन के िलए कोई
ऐसी व/तु अपेि4त हो िजसके िलए आदेश देना उसके ािधकार म; न हो, तो वह /वामी या अिभकताH को िलिखत
(10) जब खान म; कोई ऐसी दुघHटना होती है िजसम; कसी Aयि" को गंभीर शारी+रक 4ित या जीवन-हािन हो,
या िविनयम 8 के उप-िविनयम (1) के ख9ड (ख) के अधीन िविनXदQट कोई खतरनाक घटना घ+टत हो, तो
बंधक यथासंभव शीता से दुघHटना या खतरनाक घटना के जगह का िनरी4ण करे गा और उसके कारण और
प+रि/थितय के िवषय म; जाँच या तो /वयं करेगा या कसी सहायक बंधक से कराएगा और ऐसी येक जाँच
का प+रणाम एवं दुघHटना या खतरनाक घटना क जगह का सिववरण न)शा एवं से)शन एवं, यथासा{य, ऐसे
जगह का फोटोbाफ, इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; अिभिलिखत कए
जाएँग,े और उनक एक-एक ित मु?य िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को दुघHटना से पह दन के भीतर भेजी
जाएगी।
(11) बंधक ऐसे अय कतHAय का पालन करे गा जो उस िनिमत, अिधिनयम के उपबध के अधीन या िविनयम
या तदधीन दए गए आदेश म; िविहत ह।
(12) बंधक अिधिनयम या िविनयम और तदधीन कए गए आदेश के उपबंध म; से कसी का भी उलंघन
करने वाले कसी भी कामगार को िनलंिबत कर सके गा या उसके िवk ऐसा कोई अनुशासना मक कारH वाई कर
सकेगा।
(क) और भूिमगत भाग का दौरा करके कामगार से उनके कायH/थल पर िमलने, उनसे सुर4ा
खान के सतह
संबंधी मामल पर चचाH करने और उनपर उनके सुझाव लेने के उेय से खान के सतह तथा भूिमगत भाग का
प+रदशHन करेगा;
(ख) नए भत] कए गए कमHचा+रय का भार लेगा और उह;, यह बताते %ए क उनके कायH के दौरान )या
करना सुरि4त या असुरि4त है, खान के सभी भाग का प+रदशHन कराएगा;
(ग) छोटी दुघHटना\ सिहत खान म; होने वाले सभी कार के दुघHटना\ और घटना\ क जाँच करे गा, एवं
आपात ि/थित से संबिं धत), Aयवहार संिहता तथा सपोटH न)शे से खान के सभी संबंिधत Aयि" पूणH प से
प+रिचत है;
(झ) /तर पर दी जाने वाली िश4ण, िजसम; Aयवसाियक िश4ण,
खान गैस परी 4ण म; िश4ण तथा
ाथिमक उपचार, इ याद शािमल ह`, के िलए कायHGम बनाने म; मदद करेगा;
(ञ) खान के िविभन भाग का दौरा करके बंधक को यह +रपोटH देगा क खान म; अिधिनयम और तदधीन
बनाए गए िनयम और िविनयम के उपबंध का अनुपालन हो रहा है या नहZ;
(ट) खान म; सामायत: सुरि4त तरीक को बढ़ावा देगा और सुर4ा बढ़ाने क दृि से कए जाने वाले सब
उपाय म; सGय सहयोग देगा और सुर4ा सिमित और कामगार िनरी4क के सुझा\ का अनुपालन हेतु उपाय
का अनुवतHन करेगा;
(ठ ) खान म; सुर4ा संबंधी अय कोई िवषय म; बंधक क सहायता करे गा।
(2) सुर4ा अिधकारी यह सुिनित करेगा क इन िविनयम ारा अपेि4त एक समुिचत आपात योजना तैयार
हो और उसक अपे4ा\ का अनुपालन हो।
(3) आपातकाल को छोड़कर, सुर4ा अिध कारी को उपरो)त वqणत कतHAय के अलावा कोई अय कायH नहZ
सgपा जाएगा।
(4) 4ा अिधकारी अपने ारा कए गए येक दन के कायH का िव/तृत िववरण एक िजदबk पृQठ
सुर
(2) सहायक बंधक, बंधक के आदेश के अधीन रहते %ए, अपने भारसाधनाधीन खनन /थल का, या उसके
कसी भाग का येक कायHदवस को, प+रदशHन करे गा और उनक परी4ा करेगा।
46. संवातन अिधकारी के कत0Cय.– (1) संवातन अिधकारी िन निलखत कतHAय का पालन करेगा :-
(क) /वत: तपन, आग, गैस और कोयले क धूल िजसम; कोयले क धूल का दमन भी शािमल है, से
संवातन,
संबंिधत सभी िविनयम तथा आदेश का पालन सुिनित करेगा और इन िविनयम या आदेश के अनुसार
संवातन क पयाHEतता सुिनित करने के िलए यद संवातन णाली म; कोई प+रवतHन अपेि4त हो, तो वह
बंधक को ऐसी सलाह देगा;
(ख) संवातन, गैस, कोयले क धूल, /वत: तपन और आग संबंधी दन-ितदन क सम/या\ पर बंधक को
सलाह देगा;
(ग) सहायक बंधक और अय पदधा+रय से वह िनकट सं पकH बनाए रखेग ा, और उनक दन-ितदन क
संवातन संबंधी सम/या\ म; सहायता करे गा;
(घ) खान म; संवातन सवw4ण करे गा और इस संबंध म; बंधक ारा समय-समय पर िनदेिशत अय कोई
(च) ितदन कम से कम एक बार वह, मु?य यांि7क संवातक क गित, उसके िवRुतमोटर ारा िलया गया
ए पीयरे ज और फै न िnaट का वाटर गेज क जाँच करेगा और वाटर गेज म; कोई असामाय प+रवतHन होने पर
उसका अवेषण करेगा और बंधक को +रपोटH देगा;
(छ) येक तीन महीने म; कम से कम एक बार मु?य यांि7क संवातक क द4ता sात करेगा तथा जब जरी हो
तो पंखे के xलेड और फै न िnaट को साफ कराएगा;
(ज) यह सुिनित करेगा क मु?य यांि7क संवातक बद होने क दशा म; /थायी आदेश आसानी से सहजदृय
जगह पर लगाए जाएँ तथा यह भी सुिनित करेगा क उससे संबंिधत सभी Aयि" उसम; िनिहत अनुदश े को
समझ;;
(झ) यह सुिनित करे गा क भूिम के नीचे सहायक और बू/टर पंखे सही जगह पर और सही तरीके से
ितQठािपत क जाएँ;
(ञ) खान म; िनरं तर अंतराल पर सभी संवातन सािध7, जैसे फाटक (डोर), ै+टस, वायु-पारमागl, रे fयूलेटर,
अवरोध, बू/टर और सहायक पंख,े हवा पाइप और संवातन िनयं7ण के अय युि"य क परी4ा करे गा तथा
(ii)यह देखेगा क हवा क मा7ा, तापमान और आHता क माप, जैसा िविनXदQट, िनयिमत प से िलए जाएँ
और येक वायु मापन /टेशन पर लगाए गए चेक बोडH पर आँकड़े अRतन रखे जाएँ;
(iii) वेटीलेशन एफिशएसी कोशेट sात करेगा;
(iv) यह देखेगा क खान म; हवा के नमूने िनयत समय एवं जगह पर ठीक तरह से िलए जाएँ, और लेने के समय
से अड़तालीस घंटे के भीतर उनका िवलेषण कर िलया जाए; और
(v) pवलनशील एवं कोई अय हािनकर गैस के िलए े4ण करे गा।
(ड) बचाव (रे/)यू), /टोन डi/टग और ड/ट स`पiलग न)श के अलग-अलग [ेiसग बनाए रखेगा और
संवातन,
(न) सुिनित करे गा क /टोन ड/ट बै+रयर वैधािनक उपे4ा\ के अनुसार या अयथा ठीक जगह पर लगाए
यह
गए ह, सही तरीके से बनाए गए ह और ठीक हालत म; रखे गए ह, और समय-समय पर चेक बोडH के आँकड़े
अRतन करेगा;
(प) यहसुिनित करे गा क खान के सड़क मागl म; धूल के नमूने और वायु-वािहत धूल के नमूने (यद बंधक
चाहे तो) िनयिमत प से िविनXदQट तरीके से िलए जाएँ;
(फ) सील कए गए 4े7 से, डीजल यान से िनकली ए)जॉ/ट गैस से तथा ऐसे अय जगह से, जो बंधक ारा
अपेि4त कए जाएँ, हवा के नमूने लेगा;
ितवेदन अRतन रखे जाएँ और संवातन और /टोन ड/ट बै+रयर के चेक बोडl पर आँकड़े िनयिमत प से िलखे
जाएँ :
परतु उपरो)त कोई भी बात बंधक, सहायक बंधक, सवw4क, ओवरमैन, सरदार या कसी अय
संबंिधत स4म Aयि" को इन िविनयम या तदधीन कए गए आदेश म; िविनXदQट कतHAय और उ तरदािय व से
मु)त नहZ करे गा; और
(भ) खान के संवातन संबंधी कसी िवषय म; बंधक क सहायता करेगा।
(2) आपातकाल हो छोड़कर, संवातन अिधकारी को ऊपर िविनXदQट कतHAय के अलावा अय कोई कायH नहZ
सgपा जाएगा।
(3) संवातन अिधकारी अपने ारा कए गए येक दन के कायH का िव/तृत िववरण एक िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; रखेगा।
47 . ओवरमैन के कत0Cय और उ,तरदािय,
तरदािय,व.– (1) ओवरमैन को व+रQठ पदधा+रय के आदेश के अधीन, खान
के ऐसे भाग का उ तरदािय व, भार-साधन तथा िनयं7ण होगा, और वह ऐसे कतHAय का पालन करे गा, जो
(क) कतHAयाढ़ रहने के दौरान, ऐसे िडि/[)ट क खनन /थल का एक [ेiसग न)शा अपने साथ रखेगा और उस
[ेiसग न)शा को अRतन करके रखेगा;
(ख) अपने िडि/[)ट म; इन िविनयम ारा अपेि4त िनरीाण और +रपोटH करे गा;
(ग) सुिनित करे गा क उसके िडि/[)ट म; अधीन/थ पदधारी और स4म Aयि" अपने-अपने कतHAय
यह का
जहाँ तक उसक शि" है, वतHन करेगा और बंधक या सहायक बंधक के , यद कोई हो, िनयं7णाधीन रहते
%ए, ऐसे अनुदश
े देगा जो उन उपबंध के अनुपालन को, और िडि/[)ट क सुर4ा और उसम; िनयोिजत Aयि"य
के सुर4ा और उिचत अनुशासन को, सुिनित करने के िलए आवयक ह।
(4 ) ओवरमैन यह देखेगा क उसके िडि/[)ट को सुरि4त प से चलाने के िलए अपेि4त काQठ (+ट बर), सपोटH
के सामbी, े+टस, औजार, उप/कर और अय आवयक व/तुएँ पयाHEत मा7ा म; सुिवधापूणH /थल पर रखी रह;।
(5) ओवरमैन–
(क) सुिनित करेगा क येक वायु-पारमागH, अवरोध, हवा-फाटक, े+टस और संवातन क अय युि"याँ
यह
े+टस या हवा पाइप का उपयोग अपेि4त हो तब वह देखेगा क वे पयाHEत आगे बढ़ाकर लगाए जाएँ और िजससे
यह सुिनित रहे क येक ऐसे कायH-/थल म; हवा पयाHEत मा7ा म; प%ँच जाए;
(ग) को यह शि" ाEत होगी क अपने भार साधनाहीन कसी ऐसे Aयि" को खान से बाहर िनकाल सके, जो
अिधिनयम या िविनयम के कसी उपबंध या तदधीन कए गए आदेश का अितलंघन करे या करने का य न
या सुर4ा क दृि से दए गए कसी आदेश का पालन करने म; असफल रहे, और वह ऐसे मामल क सूचना
करे ,
(क) अपने पूरे समय को अपने कतHAय म; लगाएगा और अपने िडि/[)ट के येक कायH-/थल म;, िजतनी बार भी
जरी हो या संभव हो, जाएगा;
(ख) कसी यायोिचत कारण के िबना, वह अपने भार साधनाधीन िडि/[)ट को तब तक नहZ छोड़ेगा जब तक
उसने इन िविनयम के अधीन अपेि4त िनरी4ण को, और उन अय कतHAय को, िजनका पालन करना उससे
अपेि4त है, समाEत न कर िलया हो या जब तक वह स यक प से िनयु)त ित/थानी (सx/टी}यूट) ारा
अवमु)त न कर दया गया हो;
(घ) वह अपनी पारी के अत म;, इस योजन के िलए रखी गई िविनXदQट प7 क िजदबk पृQठ सं?यांकत
पुि/तका म;, पारी के दौरान अपने सम/त कतHAय के पालन के िवषय म; एक सामाय +रपोटH खान के उिचत
कायHकरण और उसके िडि/[)ट म; िनयोिजत Aयि"य क सुर4ा और उनके अनुशासन से संबंिधत जो कु छ भी हो,
उसे सि मिलत करते %ए अिभिलिखत करेगा।
48 . सरदार के कत0Cय और उ,तरदािय,व.- (1) िविनयम 129के अधीन िनयु)त कए गए सरदार या अय
स4म Aयि" को व+रQठ पदधा+रय के आदेश के अधीन रहते %ए, बंधक या सहायक बंधक ारा उसे सgपे गए
खान के िडि/[)ट का उ तरदािय व, भारसाधन तथा िनयं7ण होगा।
(2) सरदार :-
(क) अिधिनयम, िविनयम और दतधीन कए गए आदेश का अपने भारसाधनधीन Aयि"य ारा अनुपालन
सुिनित करने के िलए उिचत उपाय करेगा और उनका उलंघन, यथासा{य, शीता से अपने व+रQठ पदधारी
को सुिचत करे गा;
(ख) इन िविनयम ारा अपेि4त िनरी4ण करेगा और +रपोटH िलखेगा और ऐसी परी4ा करते समय, वह गोफ
के, यद कोई हो, कनार पर, और सपोटl और गैस क उपि/थित क जाँच पर िवशेष {यान देगा;
(ग) उ तरो तर पािलय म; िनरंतर चलने वाली खान के िसवाय वह िडि/[)ट का थम िनरी4ण पूरा होने पर,
िविनयम 129 के अधीन िनयत /टेशन को जाएगा और सभी Aयि"य को उनके कायH के / थान के िवषय म; और
(ड.) यह सुिनचत करेगा क िबना कसी अनुभवी Aयि" के पयHवे4ण के अधीन रहते %ए, कसी कायH पर कोई
अनुभवहीन Aयि" िनयोिजत न कया जाए;
(च) यह देखेगा क उसके िडि/[)ट म; या7ा सड़क- मागl, और कायH-/थल क छत; और उनके पावH सुरि4त
बनाए और सुरि4त रखे जाएँ;
(छ) जहाँ उसके भारसाधनाधी न िडि/[)ट म; कसी कायH-/थल क ऊँ चाई, फशH से छत तक नापने पर, तीन
मीटर से अिधक हो, वहाँ यह देखेगा क िडि/[)ट म; सुिवधाजनक /थान पर लकड़ी का एक उपयु)त बटन या
लfगा, िजससे फशH पर खड़े Aयि" ारा छत के सब भाग क जाँच भावी तौर से क जा सके और यथोिचत
ल बाई क एक सीढ़ी रखे रहे;
(ज) िडि/[)ट को सुरि4त प से चलाने के िलए अपेि4त काQठ, सपोटH सामिbय, सािध7 और अय
आवयक व/तु\ क कोई भी कमी को अपने से व+रQठ पदधारी को सूिचत करेगा;
(झ) जहाँ िडि/[)ट से सतह क िनकास का साधन उपलxध कराने वाले दो रा/त म; से कोई भी सामायत:
उपयोग म; नहZ लाया जाता हो, वहाँ वह येक सात दन म; कम से कम एक बार उस पूरे रा/ते पर अपने को
उससे पूरी तौर से अवगत कराने के िलए, या7ा करे गा; और
उपि/थित म; खतरा दूर नहZ कर दया गया हो या उस जगह तक प%ँचाने के सब रा/ते इस कार बाड़ (फे स) से
बंद न कर दए गए ह क कोई भी Aयि" उस /थान म; अवधानतावश वेश करने से क जाए।
(4) सरदार:-
(क) {यान रखेगा क कोई भी खतरनाक संGया पूरी सावधानी के साथ क जाए और, जब भी िगरे %ए मलबे
क सफाई का कोई काम या उसम; सपोटH लगाने का काम चल रहा हो, तो ऐसे समय म; वह बराबर वहाँ उपि/थत
रहेगा;
(ख) येक जगह के वेश-/थान को, जो व/तुत: उपयोग म; न आ रही हो, या जहाँ कायH या िव/तारण न
ऐसी
हो रहा हो, उसक पूरी चौड़ाई म; बाड़ से इस कार बद करवा देगा, क उसम; Aयि"य का अवधानतावश
वेश न हो सके ;
(ग) यद कसी pवलनशीन या हािनकर गैस का जमाव देखता है, तो वह ऐसी सावधािनयाँ बरतेगा जो
िविनयम 166 म; िविनXदQट ह` और उस जमाव को तब तक नहZ हटाएगा, जब तक क वह उसके व+रQठ पदधारी
से इस संबंध म; अनुदश
े ाEत नहZ कया हो;
(घ) अपने िडि/[)ट म; कसी Aयि" के दुघHटनाb/त हो जाने क सूचना िमलने पर वह तुरत दुघHटना-/थल पर
जाएगा, उस /थान का िनरी4ण करे गा और यद अपेि4त हो तो बचाव क संGया क पयHवे4ण करे गा और
पयाHEत प से घेर दया जाए और िविनयम 204 के उपबंध का कड़ाई से पालन कया जाए।
50 . सपोट0मनै के कत0Cय.– सपो टHमैन :-
(क) छत और पावl तथा अय कायH-/थल को सुरि4त रखने से संबंिधत बंधक या सहायक बंधक,
ओवरमैन, सरदार या अय स4म Aयि" के आदेश का पालन करे गा;
(ग) यह देखेगा क अिoशामक य7 या आग का सामना करने के अय साधन, िजनक सुर4ा लै प क4 म;
Aयव/था क गई है, अ}छी दशा म; रह; और उपयोग के िलए आसानी से उपलय रह;;
घ) यह देखेगा क सुर4ा लै प के िनगHम, वापसी और अनुर4ण के िलए िविनयम ारा अपेि4त सब
(
(च) सुर4ा लै प के अनुर4ण, िनगHम और वापसी से संबंिधत ऐसे अय कतHAय का पालन करेगा जो बंधक या
सहायक बंधक ारा िविनXदQट कए जाएँ।
(2 ) सवw4क इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िन निलिखत िलखेगा:-
(क) उस समय के सम/त तय, जब खान क खनन /थल;, खान क सीमा या अयु)त या जलEलािवत खनन
होगा;
(ख) सुिनित करेगा क जब कसी मशीनरी का /थानातरण होता है, या कोई नई मशीनरी लगाई जाती
यह
है तो उसका उपयोग कए जाने के पूवH वह परी4णाथH चलाई जाती है और येक बार ऐसे परी4ण के दौरान
उपि/थत रहेगा;
(ग) जब कभी कसी वाइiडग र/सी के ितQठान,तxदीली या पुन: कैप लगाने या ससप;शन-िगयर के ितQठान,
तxदीली या तापानुशीनल का काम चल रहा हो तो बराबर उपि/थत रहेगा।
(घ) सुिनित करेगा क अिधिनयम और िविनयम या तदधीन कए गए आदेश के मशीनरी के सं/थापन,
यह
अनुर4ण, संGया या परी4ा से संबंिधत उपबंध का, यथाि/थत, /वयं अपने ारा और अधीन/थ पदधा+रय,
स4म Aयि"य, या इस योजन के िलए िनयु)त कामगार ारा यथोिचत पालन कया जाए;
(ड.) यद इस योजन के िलए मेकेिनक, इलेि)[िसयन या अय अधीन/थ पदधारी या स4म Aयि" िनयु)त
कए जाते ह`, तो वह मशीनरी के सं/थापन, अनुर4ण, संGया या उसक परी4ा से संबंिधत, सब +रपोटl,
रिज/टर और अय अिभलेख क, िजनका बनाया या रखा जाना अिधिनयम, इन िविनयम या तदधीन कए
गए आदेश के अनुसार अपेि4त है, परी4ा करे गा और उन पर ितह/ता4र करके तारीख डालेगा।
गई हो;
(ज) अपने इंजन के nम को तब तक )लच मु)त नहZ करेगा जब तक उसने तुरत पहले ही, nम के ेक का इंजन
क संपूणH शि" के िवk परी4ण कर के अपना इस िवषय म; समाधन न कर िलया हो क ेक उ)त nम से
िनलंिबत भार को धारण करने के िलए उिचत दशा म; है:
योजन के िलए ही करे गा, और कसी )लचमु)त nम से मनुQय या सामbी को नहZ उतारेगा;
(झ) जब तक इंजन गित म; रहे या जब शाaट म; Aयि" iपजर या अय वहन साधन म; चढ़ा हो तब तक ह`डल
या ेक को कसी भी कारण से नहZ छोड़ेगा; और
(ञ) जब Aयि" शाaट म; काम कर रहे ह तब इंजन को नहZ छोड़ेगा और जब कभी इंजन को छोड़ने का अवसर
आए तब वह िवRुतशि" काट देगा और nम को ेक ारा सुरि4त कर देगा।
(2) ऐसे वाइंiडग इंजन का, िजसके ारा शाaट म; Aयि" उतारे या चढ़ाए जाते ह` वाइंiडग इंजनमैन, अपनी
पारी क समाि पर, इं जन को तब तक नहZ छोड़ेगा जब तक सब Aयि" शाaट से बाहर न आ गए ह, या जब
(क) व+रQठ पदधारी के आदेश के अधीन रहते %ए यथाि/थित,शाaट के िशखर या अध/तल या इंसेट पर पूरा
िनयं7ण रखेगा, और ऐसे पदधारी से उस Aयि" क +रपोटH करे गा जो ािधकार के िबना संकेत देता है या
अनुदशे क अवsा करता है;
(ख) संकेत क िविहत संिहता से अपने को पूणHपेण अवगत करेगा और सतकH ता से उनका पालन करेगा और
Aयवि/थत साधन ारा यथोिचत प म; संकेत का स ेषण करेगा:
परतु बै)समैन या ऑनसेटर उस संकेत के िसवाय िजसको वह ‘'रोको’’ वाला समझता है कसी ऐसे
संकेत पर कायH नहZ करेगा, िजसके सही होने के बारे म; उसे शंका हो और वह कसी अािधकृ त Aयि" को संकेत
नहZ देने देगा;
(ग) संकेत देने वाले सं/थापन क कसी भी 7ु+ट क तुरत अपने व+रQठ पदधारी को +रपोटH करे गा;
(घ) अपने पूरे समय को अपने कायH म; लगाएगा और अपने पद/थान को अपने कतHAय-काल म; नहZ छोड़ेगा।
जहाँ Aयि" शाaट म; चढ़ाए या उतारे जाते ह` वहाँ वह अपनी पारी के अत पर अपने पद/थान को तब तक नहZ
छोड़ेगा जब तक सब Aयि) ा शाaट से बाहर न आ गए ह या वह स यक प से िनयु)त कसी ित/थानी ारा
अवमु)त न कर दया गया हो;
(ड.) ािधकृ त सं?या से अिधक Aयि"य को iपजर या कसी अय वहण साधन म; कसी एक समय म; वेश
नहZ करने देगा;
(च) जब तक वह बंधक ारा िलिखत प म; उस िनिम त ािधकृ त न कर दया गया हो, कसी Aयि" को
iपजर या अय वहण के साधन म; चढ़ने के समय औजार और उप/कर से िभन कसी िवशाल सामbी को
अपने साथ ले जाने न देगा:
परतु इस खंड क कसी बात से यह नहZ समझा जाएगा क वह िव/फोटकताH या अय स4म Aयि"
ारा iपजर या अय वहन साधन म; िव/फोटक ले जाना ितिषk करती है;
(छ) मर मत के कारण, या कसी अय कारण से, वाइंiडग दो घंटे से अिधक के िलए क जाने के बाद, कसी
Aयि" को iपजर या कसी अय वहण साधन म; तब तक चढ़ने नहZ देगा जब तक क उससे शाaट के चालू भाग
क ऊपर और नीचे क एक पूरी दौड़ नहZ करवा दी जाती;
(ज) कसी Aयि" को iपजर या अय वहण साधन क छत पर या कनारे पर चढ़ने नहZ देगा िसवाय तब क
जब वह Aयि) ा शाaट म; परी4ा, मर मत या कसी अय कायH म; लगा %आ हो;
(झ) Aयि"य के iपजर म; वेश कर चुकने के बाद, iपजर के उतारे या उठाए जाने के िलए संकेत देने के पूवHयह
देखेगा क दोन ओर के फाटक यथा/थान और बद है;
(ञ) कसी अािधकृ त Aयि" को टब को iपजर म; लाने या उससे िनकालने का काम नहZ करने देगा;
(ट) िजस समय टब उतारे या उठाए जा रहे ह, iपजर या अय वहण साधन के हटाने का संकेत देने से पूव,H
यह देखेगा क bाही (कै च) टब को यथोिचत प से जकड़े %ए ह` और यद वह टब के bािहय म; कोई 7ु+ट
देख; तो अपने व+रQठ पदधारी को तुरत सूिचत करेगा;
(ठ) कसी शाaट या इनसेट के, िजनम; ऐसे फाटक या बाड़ का बंध कया गया है, िजनका चालन iपजर या
अय वहण साधन से नहZ होता है, वेश ार पर फाटक या बाड़ को हटाना तब तक ारं भ नहZ करेगा जब तक
iपजर या अय वहण साधन वेश /थान पर क न गया हो, और शाaट या अय वहण साधन को हटाने का
संकेत देने के पूवH फाटक को बद कर देगा और वह कसी अािधकृ त Aयि) ा को फाटक खोलने या उसम; ह/त4ेप
िसवाय कसी Aयि" को उतरने नहZ देगा और जब ऐसी परी4ा या मर मत चल रही हो तब वह कतHAयाढ़
रहेगा और संकेत को सुनता रहेगा;
(ग) aट म; उतरते %ए कसी Aयि" को मादक पेय और औषिध नहZ ले जाने देगा और न कसी
शा मदहोश
उसके ेक क और अपने भारसाधन के सब सािध7 क परी4ा करे गा और अपना समाधान करेगा क वे
यथोिचत चालू दशा म; है।
(2) अपनी पारी के दौरान हॉलेज इं जनमैन, हॉलेज इं जन और उससे संबंिधत उपकरण यथोिचत प म; साफ
और तेलयु)त और इंजन क4 को साफ और pवलनशील सामbी से मु)त रखेगा।
(3) ेक, nम, र/सी या अपने भारसाधन के अय सािध7 म; कोई 7ु+ट देखने पर उसक
हॉलेज इं जनमैन इं जन,
इंजीिनयर या इस योजन के िलए िनयु)त अय स4म Aयि" को तुरत +रपोटH करेगा।
(4) जब भी हॉलेज इं जनमैन को इं जन छोड़ने का अवसर आए तो वह िवRुतशि" काट देगा और इंजन को ेक
से सुरि4त कर देगा।
(5) यथाि/थित, कसी अािधकृ त Aयि" को इंजनक4 म; वेश या कसी कार
हॉलेज इं जनमैन और संकेतक,
के पूवH टब को एक दूसरे से, और र/सी या जंजीर से सुरि4त प म; जुड़वाएगा। कसी अनुकपी सुर4ा सािध7
क Aयव/था क जाने क दशा म;, वह ऐसे येक अवसर पर उसका उपयोग करवाएगा।
(9) वह Aयि", जो कसी हॉलेज समतल या आनित पर के कसी कने के /थल पर कसी टब या टब के सेट के
हॉलेज र/सी से जुड़वाने का उ तरदायी हो, यह सुिनित करेगा क ऐसे कने के /थल पर या उस के पास जब
र/सी गित म; हो, कोई Aयि" खतरे क हालत म; न रहे।
(10) ऐसे टब या टब के सेट का भारसाधक Aयि", िजनका उस हॉलेज समतल या आनित पर, िजस पर nैग
या बैक-/टे का योग अपेि4त हो, भेजना आशियत हो, इसके पूवH क टब या टब का संवगH गितमान कया जाए,
लोकोमो+टव कसी लेवेल Gॉiसग को या ऐसे /थान के समीप प%ँच रहा हो, जहाँ पर कोई Aयि" कायH म;
(च) यह सुिनित करेगा क कोई अािधकृ त Aयि" लोकोमो+टव को न तो चलाए, न उसे संचािलत करे और
न उस पर चढ़े; और
(छ) यह सुिनित करेगा क जब टब या वैगन लोकोमो+टव से स मुख ढके ले जा रहे ह तब शंटग करने वाला
Aयि" सबसे आगे के वैगन के साथ रहेगा।
59.
59. काटने और लादनेवाली मशीन के चालक तथा मेकैिनक या 7फटर के कत0Cय.– (1) जब कसी मशीन को 1
म; 5 से अिधक क चढ़ाई पर चलाना अपेि4त हो तो मशीन को पीछे भागने से रोकने के िलए कसी भावी
युि" क Aयव/था और उसका उपयोग कया जाएगा।
(2) काटने या लादने क वा/तिवक Gया म; होने के िसवाय कोयला काटने या लादने वाली कोई मशीन कसी
काटने या लादने के गितमान औजार के साथ सरकाई या अयथा गितमान नहZ क जाएगी और यद,
यथाि/थित, काटने या लादने के औजार को िगयर के बाहर सुरि4त प से k कया जाना संभव नहZ है तो
सरकाना ारं भ करने से पूवH उसे अलग कर दया जाएगा।
(3) काटने या लादने क मशीन म; कोई Aयि" तब तक न मर मत या समायोजन करेगा और न कोई िपक उसम;
लगाएगा या उससे िनकालेगा जब तक उसने ऐसी Aयव/था न कर ली हो जो ऐसी संGया के िलए जाते समय यं7
को अनवधानता से गितमान होने से रोक सके।
(4) कोई Aयि" काटने या लादने क मशीन के कसी िवRुतभाग का ढ़कना कसी इंजीिनयर, इले)[ीिशयन या
इस योजन के िलए िनयु)त स4म Aयि" क उपि/थित म; और उसके पयHवे4ण म; ही हटाएगा या फर से
लगाएगा, अयथा नहZ।
जाएँगे।
िजसक कायH/थल के समीप Aयव/था क जाएगी या भूिम के नीचे क खनन /थल क दशा म;, उस िनकास के
समीप रहेगा जो कामगार ारा खनन /थल म; वेश करने और उनसे िनकलने के िलए उपयोग म; लाया जाता
है।
(3 ) कोई Aयि", जो खान का कमHचारी नहZ है या अिधिनयम, िविनयम तथा तदधीन कए गए आदेश के
अधीन खान म; वेश करने का हकदार नहZ है या जो बंधक ारा इस कार ािधकृ त नहZ कया गया है, खान
म; वेश नहZ करेगा।
(4) सुिनित करना हािजरी-िलिपक का कतHAय होगा क ऐसा कोई Aयि" खान म; वेश न करे और
यह
यद ऐसा कोई Aयि" बलपूवHक खान म; वेश करे तो वह उस मामले क सूचना बंधक को तुरत िलिखत प म;
देगा।
(5) यद कसी पारी के ारं भ के बाद कसी पदधारी या स4म Aयि" ने अपनी हािजरी अिधिनयम क धारा
48 के उप-धारा (4) के अधीन रखे गए रिज/टर म; अिभिलिखत नहZ कराई है तो हािजरी-िलिपक पारी के ारं भ
होने के पचात् दो घंटे के अदर इस तय क +रपोटH िलिखत प म; या मु?य िनरी4क ारा िविनXदQट अय
उपाय ारा बंधक को या सहायक बंधक या पारी के भारसाधक दूसरे पदधारी को करे गा।
62. Uक@, !टपर@
पर@ एवं डपर@
पर@ से परे, भारी अथ0 मुQवग मशीन!रय@ के चालक@ के कत0Cय.– कसी भारी अथH
मुiवग मशीनरी, यथा nैगलाईन, शॉवेल या ए)सकेवेटर, इ याद के चालन के िलए ािधकृ त येक Aयि" :-
(क) अपनी पारीके ारं भ म; उसे सgपी गई मशीन का िनरी4ण करेगा तथा इस संदभH म; िविनमाHता या
आपूqतकताH के परामशH से इंजीिनयर ारा अनुबk िविवध णािलय, उप-णािलय और संर4ा मक युि"य क
जाँच करे गा;
(ख) मशीन को तब तक चलाने के िलए बाहर नहZ िनकालेगा और न ही उसे चालू करे गा जब तक वह समाधान
नहZ हो जाता है क वह (मशीन) यं7वत् दु/त और द4तापूवकH चालू हालत म; है;
(ग) ख9ड (क) के अधीन कए गए येक िनरी4ण का अिभलेख इस योजन से रखी गई एक िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; अनुरि4त करे गा और उसम; के येक िवि पर ह/ता4र करेगा;
(घ) के िबन या इंजन क4 और सम/त िखड़क के काँच को साफ रखेगा;
(ड.) मण-मागl, ह`डरे ल तथा सीढ़ी-रा/त को अबk औजार, /नेहक या अय सामाbी से मु)त रखेगा, जो
(ज) गुजरते %ए हॉलेज यूिनट या लादे जा रहे यूिनट के के िबन के ऊपर बके ट को नहZ घुमाएगा;
(झ) मशीन को छोड़ने के पूवH बके ट को जमीन पर ि/थर करेगा, मशीन क िवRुत आपूqत को बंद करेगा, या
(ट) के अत म;, उसके उ तरवत] चालक के अपेि4त जानकारी के िलए, मशीन क दशा को ख9ड
अपने पारी
चलाते %ए अय वाहन से आगे िनकलने का य न तब तक नहZ करेगा जब तक क वह दूर तक देखकर आव/त
न हो जाए क वह सुरि4त आगे बढ़ सकता है और ऐसा करने के पूवH
वणगोचर चेतावनी संकेत देगा ;
(ड.) जब ि/[iपग या लोiडग उप/कर के समीप प%ँच रहा हो,
वणगोचर चेतावनी संकेत बजाएगा और
ि/[iपग उप/कर के पार जाने का यास तब तक नहZ करे गा जब तक क उसे जवाब म; उिचत {विन संकेत न
िमल गया हो;
(च) कसी सड़क या रे लवे लाइन को पार करने से पूव,H अपनी गित को धीमा करेगा, सड़क या रे लवे लाइन के
दोन तरफ देखेगा और तभी उह; पार करेगा जब ऐसा करना सुरि4त हो;
(छ) अधकोण या कसी अय िबदु जहाँ से Aयि" अचानक सामने आ सकते ह` वहाँ प%ँचते समय
वणगोचर
चेतावनी संकेत बजाएगा;
(ज) [क, +टEपर या ड पर को पीछे क ओर तब तक गितमान नहZ करे गा जब तक वह पीछे के भाग को साफ-
साफ न देख सके और [क, +टEपर या ड पर को पीछे क ओर बढ़ाने से पहले
वनणगोचर चेतावनी संकेत देगा;
(झ) सुरंग, तोरणपथ और संयं7 ढ़ाँच जैसे 4े7 से होकर गुजरने के पहले उसके मु)तातर के बारे म; आव/त
हो लेगा;
( ञ) [क, +टEपर या ड पर के संGया के समय िविनयम 109 के अधीन बनाए गए यातायात के िनयम का
कड़ाई से पालन करे गा;
अयाय 6
नSशे और सेSशन
64 . खान नSश@ के बारे म4 साधारण अपेाएँ –
(1 ) िविनयम के उपबध के अनुसार तैयार या िनवेदत कया गया येक न)शा या से)शन :-
(क) खान का और /वामी का नाम, और वह योजन िजसके िलए वह तैयार कया गया है, िविनXदQट करेगा;
(ख) ठीक उ तर दशा, या चुंबकय मे+रिडयन और उसक तारीख, दqशत करे गा;
(ग) कम से कम 25 स;टीमीटर लंबे और यथोिचत उपिवभाग से यु)त भाग म;, मापमान िविनXदQट करे गा;
(घ) जब तक अयथा उपबंिधत न हो, ऐसे मापमान के अनुसार होगा िजसका सूचक गुणक 2000:1 या
1000:1 हो :
परतु मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, न)श
का कसी अय यथोिचत मापमान से बनाया जाना अनुsात या अपेि4त कर सकेगा;
(ड.) िचर/थायी कागज – प7, अनुरेखन कपड़ा या पॉिल/टर फम पर उिचत प से रोशनाई कया %आ होगा
और अ}छी दशा म; रखा जाएगा;
(च) पर कसी भी िविनXदQट खनन /थल के संबंध म; सभी कानूनी िनबधन क संदभHयु)त संि4ि अंकत होगी।
(2) अनुसूची म; दखाए गए संकेत, इन िविनयम ारा अपेि4त सब न)श और से)शन को बनाने म; यु)त
कए जाएँगे।
(3) िविनयम ारा अपेि4त न)शे और से)शन वैसे 7ु+ट-सीमा के अदर शुk हगे, जो मु?य िनरी4क कसी
सामाय या िवशेष आदेश ारा िविनXदQट करे ।
(4) िविनयम ारा अपेि4त न)शे और से)शन उस तारीख तक शुिkकृ त कर अRितत रखे जाएँग,े जो कभी भी
तीन मास से पहले क नहZ होगी :
परतु जहाँ कसी खान, सीम या से)सन का प+र याग करने, बंद करने या वहZ काम /थिगत करने या
उसे प%ँच के बाहर करने क /थापना क जाती है वहाँ, यथाि/थित, प+र याग या बंद करने के पहले या काम
/थिगत करने के समय, न)शे और से)शन अRतन कर िलए जाएँगे, जब तक क ऐसा प+र याग या काम का बद
या /थिगत कया जाना ऐसी प+रि/थितय के कारण न %आ हो जो /वामी, अिभकताH या बंधक के िनयं7ण के
बाहर थZ; िजस दशा म; यह तय क न)शा या से)शन अRतन नहZ है, उस पर अिभिलिखत कर दया जाएगा।
(5) पर सभी संदभH – /टेशन और भूिमगत सवw4ण के संदभH िबदु\ को सवw ऑफ इंिडया के राQ[ीय िbड
सतह
के सापे4 म; उनके सही अवि/थित म; ऐसा दशाHया जाएगा, जो उप-िविनयम (3) के अधीन िविनXदQट सवw4ण
एवं आलेखन के 7ु+ट-सीमा के अदर हो।
(6) )शे और से)शन िजनका रखा जाना इन िविनयम के अधीन अपेि4त है, खान के कायाHलय म; िनरी4ण के
न
िलए उपलxध रह;गे और वहाँ से, उसक एक सही ित रखे िबना, 4े7ीय िनरी4क के ारा ही या उसके िलिखत
अनुमोदन से ही हटाए जाएँग,े अयथा नहZ।
(7) मु?य िनरी4क, एक आदेश ारा और ऐसी शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, इस िविनयम के
उपबंध से िभन तरीके से न)श और से)शन का बनाया जाना अनुsात कर सकता है।
65 . नSश@ के कार – (1) येक खान का /वामी, अिभकताH या बंधक िन निलिखत न)शे और से)शन
रखेगा :-
(क) सतहन)शा, जो सीमा\ के अदर के सतह के ल4ण दqशत करता हो, जैसे टेलीफोन, तार या िवRुतशि"
पारे षण क लाइन, जलणाल, [ामलाइन, रे लवे, सड़क, नदी, जलमागH, जलाशय, तालाब, बोरिछ, शाaट और
आनित के ार, िववृत खनन /थल, अवतलन और सतह के ऊपर क इमारत;
तालाब, जलाशय, िववृत खनन /थल और भवन जो खनन /थल के कसी भाग से, 4ैितज समतल पर के नाप के
आवयक ह और चालू से)सन को दqशत करते ह, और खान म; ऐसे से)सन जो उसम; से होकर खोदे या बनाए
गए ह, या बोरग ारा िसk कए गए ह, जो उपलxध ह;
(vi) येक रोल, 4ाल वािहका, डाइक और पा त और हेड क मा7ा और दशा के साथ येक ंश
के ि/थित;
कसी िविनXदQट खनन /थल के संबध
(vii) ं म; सब कानूनी िनबधन क संि4Eत – उह; अिधरोिपत करने
वाले आदेश का संदभH देते %ए; और
जब कभी यह न)शा अRतन कया जाए, तब उस समय क खनन /थल क ि/थित खनन /थल के छोर तक
खZची %ई िबदु–रेखा ारा दqशत क जाएगी और ऐसी िबदु-रे खा पर पूववH त] सवw4ण क तारीख अंकत क
जाएगी;
(ग) जहाँ कसी सीम का औसत झुकाव 4ैितज समतल से तीस िडbी से अिधक का हो, वहाँ खान क खनन /थल
क ऊ{वाHधर 4ेप को दqशत करते %ए, 4े7ीय िनरी4क क अपे4ानुसार एक या अिधक ऊ{वाHधर खान-से)सन:
परतु, िववृत खनन /थल वाली खान क दशा म;, उिचत अतराल पर, जो 100 मीटर से अिधक न हो,
खान के खनन /थल के ऊ{वाHधर 4ेप को दqशत करते %ए, देशातरीय एवं अनु/थ, दोन दशा\ म;,
ऊ{वाHधर खान से)शन, कोयला सीम क झुकाव का िलहाज कए िबना, बनाए और रखे जाएँगे।
(घ) एक संवतान न)शा और जहाँ आवयक हो एक से)शन, जो खान म; संवातन क पkित और िविशQट प से
िन निलिखत दqशत करे :-
(i) वायु- वाह क साधारण दशा;
(ii) येक /थल, जहाँ वायु क मा7ा मापी जाती है;
येक वायु-पारमागH, संवातन फाटक, अवरोध और वायु का िविनयमन और िवतरण करने के िलए
(iii)
(ii) भूिम के नीचे क खनन /थल और येक बोर-िछ एवं शाaट (गहराई सिहत), nाइव, Gॉस-कट,
/टैपल िपट, उ खनन तथा उससे जुड़े वायु मागH क ि/थित;
(iii) येक डाइक, ंश और अय भूिम4ोभ, उनके पात और हेड क मा7ा और दशा के साथ;
(iv) खनन /थल म; सभी nाइव, मु?य हेiडग और हॉलेज सड़क-मागl पर के पयाHEत सं?या
भूिमगत
म; आसानी से पहचान योfय ऐसी िबदु\ के तल जहाँ से से)शन का िनमाHण कया जा सके ;
(v) येक जल-ोत जैस-े नदी, जल-वाह, जलमागH, जलाशय, सतह पर जलb/त िववृत खनन /थल
और साथ ही भूिम के नीचे के सभी जलb/त खनन /थल क बाy रेखा जो खनन /थल के कसी भाग से, कसी
भी दशा म; नाप के अनुसार, 60 मीटर के अदर ह`;
(vi) पानी के कसी दाब का सामना करने या पानी के अतवाHह के िनयं7ण हेतु
भूिम के ऊपर या नीचे,
िनqमत, येक जलाशय, बाँध या अय संरचना, उनके अिभकपना तथा बनावट के अय िववरण के साथ; और
(vii) उस 4े7 का उ}चतम बाढ़ /तर।
(2) ) के ख9ड (ख), (ग), (घ) और (ड.) के बारे म;, येक
उप-िविनयम (1 सीम और येक सीम के येक
पृथक से)सन क खनन /थल के िलए पृथक न)शे और से)शन रखे जाएँगे:
परतु उप-िविनयम (1) के ख9ड (ख) के अधीन रखे गए न)श के बारे म;, उन सब सीम या से)सन के,
जो एक दूसरे से नौ मीटर के अदर ि/थत हो और िजन पर खान म; काम होता हो, िमि
त न)शे भी रखे जाएँगे,
और इन िमि
त न)श म; िविभन सीम या से)सन म; क खनन /थल;, िविभन रंग म; दखाई जाएँगी।
(3) उप-िविनयम (1 ) के ख9ड (क), (ख), (घ), (ड.), (च) और (छ) के अधीन रखे गए न)शे, उस सम/त 4े7 पर
जो खनन /थल के कसी भी भाग से 200 मीटर के अदर है, पाँच मीटर (या उस खान क दशा म; जहाँ कोई
भूिमगत खनन /थल नहZ है, दस मीटर या उन खान क दशा म; जो पवHतीय भू-भाग म; अवि/थत है, ऐसा अय
अतराल, जो 4े7ीय िनरी4क कसी िलिखत आदेश ारा अनुsात करे और ऐसी शतl के अधीन जो वह उसमे
िविनXदQट करे, से अनिधक उ{वाHकार अतराल पर खZची %ई सतह समो}च रेखाएँ भी दqशत कर;गे।
(4) उप-िविनयम (1) के ख9ड (ख) के अधीन रखे गए न)श म; खनन /थल के फशH के /थल-तल भी यथा
तल पर मापे गए साठ मीटर के अदर ि/थत सब पावH/थ खान के खनन /थल और उस ख9ड म; यथािविहत
/थिगत कए जाने से नxबे दन के अदर, िविनयम 65 के उप-िविनयम (1) के खंड (क), (ख), (ग), (ड.) और
(छ) के अधीन रखे गए खान या सीम या से)शन के अRतन न)शे और से)शन क ऐसी सही ितयाँ मु?य
िनरी4क को िनवेदत करेगा जो कसी ि7संगम या राज/व-/तंभ से, या भूिम पर कसी अय सु/पQट और /थायी
व/तु से, कम से कम एक शाaट या खान क िववृित क सापे4ाि/थित और उसक दूरी और भूिम के नीचे बनाए
गए सब जल बंध क ि/थित (उनके प+रमाण और िनमाHण क िविशिय के साथ), और खनन /थल के छोर पर
के /थल-तल भी दqशत करेगी:
परतु, यद प+र याग या काम बद या /थिगत कए जाने के बाद, और यथाि/थित, बंद से तीस दन या
कायH /थगन से नxबे दन के समाEत होने से पहले, /वािम व म; कोई तxदीली हो जाती है, तो ऐसे न)शे और
से)शन त काल िनवेदत कए जाएँगे।
(2) ) के अधीन िनवेदत मूल न)शा और से)शन या उसक माणीकृ त सही ितिलिप खान के
उप-िविनयम (1
परतु, जहाँ िवशेष प+रि/थितयाँ िवRमान ह, वहाँ मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा, ऐसी शतl के
अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , न)श एवं से)शन का भंडारकरण तथा रख-रखाव कसी अय प म;
अनुsात कर सके गा।
) इन िविनयम के अधीन अपेि4त न)श और से)शन क तैयारी म; उपयोग म; लाए जाने वाले फडबुक
(3
और दूसरे +टEपण क स यक् प से अनुGमिणका बनाई जाएगी और खान पर के कायाHलय म; रखी जाएगी।
(4 ) इन िविनयम या तदधीन कए गए कहZ आदेश के अधीन रखे गए सब न)श और से)शन और उनके
[ेiसग और ितिलिपय क, सब सवw4ण यं7 क, िजनक Aयव/था िविनयम 67 के अधीन क गई हो, Gमश:
उनके कार, िविनदwश और पहचान के सं?यांक के साथ और उप-िविनयम (3) के अधीन रखी गई फड-बुक
और अय +टEपण क एक सूची इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; रखी जाएगी
और जब भी आवयक हो अRितत कए जाएँग।े (5) उप-िविनयम (4) के अधीन रखे गए पुि/तका म; क गई
येक िवि पर सवw4क ारा ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी और बंधक ारा ितह/ता4र करके
तारीख डाली जाएगी।
69 . सवDक@ >ारा नSश@ क( तैयारी.– (1) इन िविनयम के अधीन तैयार कया गया येक न)शा और
से)शन और उनके [ेiसग सवw4क ारा या उसके /वयं अपने पयHवे4ण के अधीन, तैयार कए जाएँगे।
(2) येक न)शा या से)शन या उसके कसी अंश, जो कसी सवw4क ारा या उसके पयHवे4ण के अधीन
बनाया गया हो, म; उसके ारा इस आशय का एक माण-प7 होगा क वह न)शा, से)शन या अंश शुk है, और
येक ऐसे अवसर पर जब न)शा या से)शन अRतन कया जाए, उस पर सवw4क ारा ह/ता4र करके तारीख
डाली जाएगी और बधक ारा ितह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
(4) यद कोई सवw4क खनन /थल के कसी भाग को दखाने म; असफल रहता है, या उसे दखाने से छोड़ देता
है, या न)श या से)शन को अशुk रह जाने देता है, तो वह इन िविनयम के भंग का दोषी होगा:
परतु इस उप-िविनयम क कोई भी बात /वामी, अिभकताH और बंधक को यह सुिनित करने के अपने
उ तरदािय व से छू ट नहZ देगी क इन िविनयम या तदधीन कए गए कसी आदेश के अधीन तैयार कया गया,
रखा गया या िनवेदत न)शा या से)शन शुk है और तदधीन अपेि4त प म; अRतन रखा गया है।
70 . वािम,
वािम,व म4 प!रवत0न या पुन: खोलने
खोलने, आ7द पर नSश@ क( जाँच पड़ताल.– (1) जब कसी खान के
/वािम व म; प+रवतHन हो जाए या जब कोई खान या उसका भाग पुन: खोला जाए या जब कसी खान, या उसके
कसी भाग म; /त भ के िनकालने या छांटने का काम ार भ करने का आशय हो, तो /वामी, अिभकताH या
बंधक यह सुिनित करेगा क खान या उसके भाग के न)शे और से)शन शुk ह:
परतु, यद न)श या से)शन क शुkता के बारे म; कसी कार से कोई संदहे उ पन हो तो इसके पूवH
क खुदाई का काम या िवकास का कोई दूसरा कायH या /त भ को िनकालने या छांटने का कायH ार भ कया
जाए वह नए िसरे से शुk न)शे और से)शन तैयार कराएगा।
(2) यद 4े7ीय िनरी4क क यह राय हो क इन िविनयम के अधीन तैयार कया गया, रखा गया या िनवेदत
कोई न)शा या से)शन अशुk है तो वह िलिखत आदेश ारा, इतने समय के अदर, जो वह उसम; िविनXदQट करे,
नया सवw4ण कए जाने और नए न)शे या से)शन बनाए जाने क अपे4ा कर सके गा।
(3) यद वह न)शा या से)शन िजसका तैयार कया जाना उप-िविनयम (2) के अधीन अपेि4त है, आदेश म;
िविनXदQट समय के अदर या 4े7ीय िनरी4क को समाधान अनुद त करने वाले प म; तैयार नहZ कया जाता है
या न)शा या से)शन इन िविनयम के अधीन अपेि4त प म; तैयार या अRितत नहZ कया जाता है तो वह उस
न)शे या से)शन को कसी दूसरे अिभकरण से तैयार करा सके गा और मु?य िनरी4क ारा यथा-मािणत उसका
Aयय /वामी ारा चुकाया जाएगा और उससे भू-राज/व क बकाया क भांित वसूल कया जा सके गा।
अयाय 7
वेश और िनकास के साधन
71. खान से िनकास. ) शाaट क खुदाई या खान से वेश तथा िनकास के अय साधन को बनाने तथा
िनकास.– (1
उनसे संबंिधत आवयक िवकास कायl क अविध के िसवाय, भूिम के नीचे क कसी खनन /थल म;, कोई Aयि"
तब तक न िनयोिजत कया जाएगा और न िनयोजन के योजन के िलए उसम; उसे वेश करने या रहने दया
जाएगा जब तक क खनन /थल म; सतह तक आने के िलए कम से कम दो ऐसे शाaट, आनितय या िनकास क
Aयव/था नहZ क जाती :-
(क) िजनसे त समय चालू येक सीम या से)सन का इस कार संपकH हो क उसम; िनयोिजत Aयि"य को
वेश और िनकलने के िलए पृथक मागH िमल जाए;
(ख) िजनसे सतह ारा एक ही इमारत म; न खुलते ह; और
(ग) जो बंधक के अनय िनयं7ण म; ह:
परतु मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, ऐसी
दशा म; भी जहाँ दोन शाaट, आनित या िनकास एक ही बंधक के िनयं7क म; न ह, भूिम के नीचे Aयि"य के
िनयोजन क अनुsा दे सके गा।
(2) मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , ऐसी दशा म; भी
जहाँ खान के खनन /थल के येक कायH-/थल से िनकास के दो साधन के नहZ होने पर भी भूिम के नीचे सीिमत
(क) शाaट 30 मीटर से अिधक गहरा हो, वहाँ ऐसी Aयव/था यांि7क साधन से होगी, जो इस कार
जहाँ
खान के खनन /थल से Aयि"य के वेश एवं िनकास के िलए जो मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत एक उपयु)त
परतु, ऐसी कसी संदहे क दशा म; क ख9ड (क) या ख9ड (ख) म; संदqभत ऐसी कोई Aयव/था यथोिचत
है या नहZ, इसे िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को भेजी जाएगी।
(4) या7ा क सहजता को बढ़ावा देने क िलए, िजसम; ह/तवािहत /[ेचर भी शािमल है, Aयि"य के प+रवहन
हेतु िनकास के दोन साधन और उनम; यु)त उप/कर िनरं तर प से सुरि4त अव/था म; रखे जाएँगे।
(5) जहाँ कसी शाaट म;, खान म; िनयोिजत Aयि"य के वेश और िनकलने के िलए सीि़ढय का उपयोग कया
जाता है, वहाँ येक ऐसी सीढी :-
एक दूसरे से पैदल चलने योfय ऐसे मागH से, जो ऊं चाई म; 1.8 मीटर और चौड़ाई म; 1.5 मीटर से कम नहZ होगा,
जुड़े हगे जो भूिम के नीचे क उन खनन /थल से होकर जाता हो िजनम; उन साaट, आनितय या िनकास से
आना-जाना होता हो।
(7) जब कभी ऐसे दो िनकास का संबध ं क मागH िजनका रखा जाना उप-िविनयम (1) के अधीन अपेि4त है,
अवk हो जाता है या खतरनाक पाया जाता है, तो यथाि/थित, के वल ऐसे ही Aयि", जो अवरोध को दूर करने
या संबंधक मागH के खतरनाक भाग क मर मत करने या दूसरा नया िनकास बनाने के िलए आवयक हो, भूिम के
नीचे उस समय तक िनयोिजत कए जाएँगे जब तक संबंधक मागH पुन: खुल न जाए या दूसरे नए िनकास का बंध
न हो जाए, अय Aयि" नहZ।
(8) साaट, आनितय और िनकास के बारे म; इस िविनयम के पूवगH ामी उपबध िन निलिखत को लागू नहZ
हगे :-
(3) के दौरान येक शाaट के िलए धातु, कं Gट या िचनाई के /थाई अ/तर का बंध कया जाएगा जो
खुदाई
सके।
(5) येक चालू शाaट का िशखर उसके सब इनसेट और उसका अध/तल और उसक हौदी अबk (खुले)
सामbी, औजार और मलवे से साफ और मु)त रखी जाएँगी।
73. िनकास@ पर बाड़4 और फाटक –
(1) और िशखर से येक वेश ार, येक चालू संवातन या पंiपग शाaट के िशखर और
खान के सतह
अध/तल के बीच के सभी वेश ार (हौदी सिहत, यद कोई हो) ऐसे बाड़ से सुरि4त रखे जाएँग,े जो उस तरह से
अिभकिपत और बने ह क कसी Aयि" के अनजाने म; शाaट म; िगरने से या शाaट म; लगाए गए हिवस
जाएगी और जब भूिम के नीचे कोई Aयि" न ह तब उसे ताला लगा कर बद रखा जाएगा :
परतु जहाँ ऐसा वेश ार खान के अदर जाने या बाहर आने के साधन के प म; यु)त नहZ होता है
वहाँ वह /थायी प से बद कर दया जाएगा, िजससे Aयि"य का उसम; वेश भावी प से रोका जा सके ।
74 . खान के भाग@ से िनकास.– जहाँ भी सा{य हो, वहाँ खान के येक भाग से सतह पर िनकलने के िलए, कम
परतु, यद इस िवषय म; क ऐसे दो रा/त का बंध करना सा{य है या नहZ कोई संदेह उ पन हो, तो
वह िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को िनदwिशत क जाएगी।
75. शाZट, आनित और अ.य िनकास@ क( िनयत-कािलक परीा.– (1) येक शाaट, आनित या अय िनकास
क, िजसका िविनयम 71 क अपे4ानुसार Aयव/था क गई है, येक सात दन म; कम से कम एक बार
ओवरमैन या अय स4म Aयि" ारा परी4ा क जाएगी और ऐसी येक परी4ा क एक +रपोटH, त पचात्
तुरत, इस योजन के िलए रखी गई िजदबk-पृषठ् सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएगी और उस पर परी4ा
करने वाले Aयि" ारा ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
(2) येक यं7ीकृ त िनकास क येक सात दन म; कम से कम एक बार इंजीिनयर या िवRुत पयHवे4क या
फोरमैन या इंजीिनयर ारा िलिखत प म; स यक प से ािधकृ त कोई अय स4म Aयि" ारा परी4ा क
जाएगी और ऐसे येक परी4ा क +रपोटH तुरत इस योजन से रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म;
िलखी जाएगी और उस परी4ा करने वाले Aयि" ारा ह/ ता4र कर तारीख डाली जाएगी।
(4) यद परी4ा के समय या कसी अय समय शाaट, आनित या अय िनकास सुरि4त नहZ पाया जाता, तो
जब तक क वह िसवाय ाकृ ितक वायुमागH के प म;, कसी योजन के िलए सब कार से सुरि4त नहZ कर
दया जाता तब तक वह योग म; नहZ लाया जाएगा और ऐसी क %ई येक कारHवाई क एक +रपोटH उप-
िविनयम (1) के अधीन रखी गई पुि/तका म; िलखी जाएगी।
अयाय 8
शाZट@ म4 वाइंQडग
76 . वाइंQडग इंजनमैन@ क( िनयुि8.– (1) कोई Aयि" वाइंiडग इंजनमैन क हैिसयत म; तभी िनयु)त कया
जाएगा जब वह इंजन चालक का माण-प7 धारण करता हो, अयथा नहZ :
परतु यह उप-िविनयम तीस अवशि" तक के िवRुत वाइंiडग इंजन या वाQप या संपीि़डत वायु के ऐसे
वाइंiडग इंजन के , िजसम; अठारह सेटीमीटर से अनिधक Aयास के िसiलडर ह और जो Aयि"य को उठाने या
उतारने के िलए यु)त नहZ होता, चालक को लागू नहZ होगा:
परतु यह और क, इन िविनयम के लागू होने के बाद, कोयला खान िविनयम, 1957, के िविनयम 12
के अधीन द त कसी थम या ितीय
ेणी इंजन चालक के माण-प7 म; से येक को इन िविनयम के
िविनयम 11 के अधीन भी एक इं जन चालक माण-प7 द त कया %आ समझा जाएगा।
(2) जहाँ ऐसी िवशेष क+ठनाइयाँ िवRमान ह जो उप-िविनयम (1) के उपबध का अनुपालन युि"यु)त प
से सा{य नहZ रहने देती, वहाँ मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम;
िविनXदQट कर;, उ)त उपबध को िशिथल कर सकेगा।
(3) उप-िविनयम (1 ) के अधीन िनयु)त वाइंiडग इंजनमैन के िसवाय, कोई Aयि" वाइंiडग इंजन को नहZ
चलाएगा :
परतु कसी आपात म; कोई अय स4म Aयि" इंजन चलाने के िलए अनुsात कया जा सके गा ।
(4) कतHAयाढ़ वाइंiडग इंजन मैन का नाम, उसक पारी क कालाविध के साथ वाइंiडग इंजन के कमरे म; लगा
दया जाएगा:
योग म; लाने का आशय हो, तो /वामी, अिभकताH या बंधक, ऐसे योग के कम से कम साठ दन पूवH मु?य
िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को उसके आशय क सूचना ऐसे प7 म; देगा िजसे मु?य िनरी4क िविनXदQट करे
और िजसम; सं/थापन क िव/तृत िविनदwशन; हगी।
(2) कोई वाइंiडग इंजन िजसे एक ही खान के एक /थान से दूसरे /थान पर या एक खान से दूसरे खान म;
/थानात+रत कया जाता है, इस िविनयम के योजन से उसे एक नया सं/थापन समझा जाएगा।
(3) यद मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा ऐसी अपे4ा करता है, तो सं/थापन म; ऐसे प+रवधHन या प+रवतHन
कए जाएँगे जो वह आदेश म; िविनXदQट करे ।
78. वाइंQडग उपकर का िविनमा0ण और उसका संथापन.
पन.– (1) वाइंiडग सं/थापन येक भाग,
का
हेडिगयर सिहत, ठीक से बना और पयाHEत दृढ़ होगा और िनरापद चालू हालत म; रखा जाएगा और उ)त के
िवषय म; कसी संदहे क दशा म;, वह िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को िनदwिशत क जाएगी।
(2) इंजन दृढ़ता के साथ कसी मजबूत नZव से लगाया जाएगा और इस कार अिभकिपत िनqमत और
अनुरि4त कया जाएगा क उसे दी गई शि" क सहायता से, Aयि"य और सामbी को चढ़ाना-उतारना सुगमता
और िनयिमतता से और सुरि4त प म;, कया जा सके ।
(3) जब तक मु?य िनरी4क ारा, िलिखत प म;, अयथा अनुsात न कया जाए और उन शतl के अधीन रहते
%ए जो वह उसम; िविनXदQट करे, वाइंiडग के िलए येक इंजन, हैडिगयर के सापे4 म;, इस कार अवि/थत
होगा क वाइंiडग र/सी अपनी चरम ि/थित म;, र/सी के संबध
ं म; यु)त शीव या पुली के समतल के साथ डेढ़
िडbी से अिधक का कोण कसी भी दशा म; न बनाए।
(4 ) जब तक मु?य िनरी4क ारा िलिखत प म; अयथा अनुsात न कया जाए और उन शतl के अधीन रहते
%ए जो वह उसम; िविनXदQट करे, वाइंiडग इंजन के nम और शीव और वाइंiडग के संबंध म; योग म; लाए जाने
वाली पुिलय और शीव का Aयास, अ)टूबर, 1955 के 25व; दन के पूवH सं/थािपत वाइंiडग सं/थापन क दशा
म; र/सी के Aयास से अ/सी गुणा से कम और अय दशा\ म; र/सी के Aयास से एक सौ गुणा से कम नहZ होगा:
परतु मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा यह अपे4ा कर सके गा क पूवz)त तारीख से पहले सं/थािपत
कसी िविनXदQट वाइंiडग सं/थापन के दशा म; उ)त nम, पुिलय या शीव का Aयास ऐसे आकार से कम का न
होगा जो वह आदेश म; िविनXदQट करे :
तु यह और क, जहाँ ऐसी िवशेष क+ठनाईयाँ िवRमान हो जो इस िविनयम के उपबंध का अनुपालन
पर
युि"यु)त प से सा{य नहZ रहने देती, वहाँ मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो
वह उसम; िविनXदQट करे , उक्त उपबंध को िशिथल कर सके गा।
(5 ) वाइंiडग सं/थापन म; यु)त शीव या पुिलय के खांचे र/सी के Aयास के अनुप हगे।
(6) इंiडग के संबध
वा ं म; योग म; लाई जानेवाली येक पुली या शीव, गितमान रहने के समय, उ{वाHकार
ि/थित म; घूमेगी और ऐसी दशा म; रखी जाएगी क /खलन कम से कम हो।
79 . वाइंQडग इंजन@ क( 7फ[टग.– येक ऐसे शाaट पर, िजसम; खोदा जा रहा कोई शाaट भी है,
(1)
जहाँ वाइंiडग इंजन ारा कायाHिवत क जाती है, वाइंiडग इंजन के संबंध म; उप-िविनयम (2) से उप-िविनयम
(8) उपबध लागू हगे।
(2) nम पर ऐसे बाहर को िनकले कनारे हगे और यद nम शंकु आकार या सqपल आकार का हो तो ऐसे अय
साधन भी हगे जो र/सी को /खिलत होने या असमता से लपेट खाने से रोकने को पयाHEत हो।
(3)घषHण वाइंडर के िसवाय, र/सी का छोर सुरि4त प म; इस भांित बाँधा जाएगा क र/सी अनुिचत प से
iखचाव न खाए।
(4) जब iपजर या अय वहण-साधन शाaट म; काम करने के सबसे नीचे िबदु पर ह, तो nम पर र/सी के कम
से कम दो लपेट हगे।
(5 ) (क) nम या nम-धुरा पर एक या अिधक ऐसे ेक क Aयव/था क जाएगी, जो:-
(i) यद iपजर या अय वहण साधन दो ह, तो इन iपजर या वहण-साधन को उस समय रोके रह; जब
कसी दशा म; अिधकतम मरोड़ शि" लगाई जाए; और
(ii) यद iपजर या अय वहण-साधन एक ही हो, तो लदे %ए iपजर या अय वहण-साधन को साaट के म{य
म; उस समय रोके रहे जब अिधकतम मरोड़ शि" नीचे क ओर लगाई जाए।
(ख) कम से कम एक ेक इस कार बना होगा क ेक उस समय के िसवाय जब वह चलाया जा रहा हो
‘’चालू’’ क दशा म; रहे।
(ग) जहाँ ेक या ेक; शि"-चािलत ह, वहाँ यह बध कया जाएगा क उनम; से कम से कम एक, शि" का
दाय बंद हो जाने क दशा म; हमेशा /वत: लग सके।
(घ) nम का ेक nम को ि/थर रखने के योजन के िलए ही यु)त होगा और iपजर या अय वहण-साधन को
उतारने के िलए तब के िसवाय यु)त नहZ कया जाएगा जब इंजन को ब%त धीमी गित से चलाना हो, जैसे
वाइंiडग र/सी या शाaट क परी4ा करने के समय।
) जहाँ वाइंiडग इंजन /टीम या संपीिडत वायु से चलता है, वहाँ /Gू /टॉप-वाव इंजन के िनयं7क-वाव के
(6
80. शाZट के 7फ[टग.– (1) िसवाय उस शाaट के जो खोदा जा रहा हो और िजसको िविनयम 84 के उपबध
लागू हगे, येक वाइंiडग शाaट के संबंध म; उप-िविनयम (2) से उप-िविनयम (11) के उपबध भावी हगे।
(2) (क) शाaट के िशखर और िन निलिखत के बीच पृथक, सुिभन और /पQट संकेत के आदान-अनुद त के िलए
दो /वतं7 और द4 साधन क Aयव/था क जाएगी और वे बनाए रखे जाएँगे :-
(i) शाaट का अध/तल या उतरने के अय /थायी /थान; और
(ii) त समय उपयोग म; आनेवाली, येक इनसेट, और उन णािलय म; से एक िवRुत साधन ारा
होगी।
शाaट के िशखर से वाइंiडग इंजनमैन को ऐसे संकेत के पारेषण के िलए भी द4 साधन क Aयव/था
(ख)
क जाएगी और उह; बनाए रखा जाएगा और सब संकेत यांि7क या िवRुत साधन के ारा स ेिषत कए
जाएँग;े
दो हार : उतारो
परतु, कोई अय संकेत पूवHगामी संकेत के अित+र)त हगे और उनम; ह/त4ेप नहZ कर;गे।
(4) अित+र)त संकेत के , यद कोई ह, सिहत संकेत क एक मुत ित शाaट के िशखर पर और येक ऐसी
(7) इसिविनयम म; दए गए संकेतन क णाली के अलावा दोतरफा संचार या दूर-संचार का एक और भावी
साधन भी लगाया जाएगा, िजससे क वाइंiडग इं जन चालक, ब`)समैन, ऑनसेटर, iपजर या अय वहण साधन
म; या7ा कर रहे Aयि" आपस म; िबना कसी क+ठनाई या बाधा के संपकH या संचार /थािपत कर सके।
(8) (क) iपजर या अय वहण-साधन क िनqवन और सुरि4त या7ा को सुिनित करने के िलए शाaट म;
पयाHEत मा7ा म; गाइड का बंध कया जाएगा।
(ख) जहाँ र/सी के गाइड यु)त होते ह` वहाँ चीज-वेट या तल- कलक ऐसे अनावृत रखे जाएँगे क उनक
परी4ा िनयिमत प से क जा सके ।
(9) उ}चतम अवतरण के ऊपर, अ यिधक लपेट क दशा म;, iपजर या अय वहण-साधन को रोक रखने के
िलए ‘कु त’ या अय युि"य क Aयव/था क जाएगी या गाइड, रनर या +रसीवर को उठाए जाएँगे।
(10 ) (क) घषHण वाइंडर के िसवाय, येक शाaट के िशखर पर जहाँ iपजर का उपयोग कया जाता है,
यथोिचत के प का बंध कया जाएगा और वे इस कार Aयवि/थत हगे क जब संGया िलवर छोड़ा जाए तब
वे ‘चालू’ क ि/थित म; आ जाएँ।
(ख) येक इनसेट पर जहाँ के प या आवेित हो जाने वाले चबूतर का बंध कया गया है, के प या चबूतर
को ‘बंद’ ि/थित म; ताला लगाने क Aयव/था क जाएगी और ऐसे के प या चबूतरे , जब ‘बंद’ क ि/थित म; ह तो
चािलत सूचक का बंध कया जाएगा जो इस कार रखा जाएगा क ब`)समैन उसे सुगमता से देख सके।
(11) शाaट के तल पर संर4ा मक छत क Aयव/था क जाएगी और उसे अनुरि4त रखा जाएगा जो शाaट
(क)
(ख) संर4ा मक छत और iपजर के िशखर के बीच क उ{वाHधर एवं 4ैितज दोन दू+रयाँ िजस समय iपजर शाaट
के अधरतल पर हो, 15 स;टीमीटर से अिधक नहZ होगी।
81 . मैन वाइंQडग.– (1) ऐसे शाaट के िसवाय जो खोदा जा रहा हो, येक शाaट के संबंध म; जहाँ Aयि"य
को उतारने या चढ़ाने के िलए वाइंiडग इंजन का उपयोग कया जाता है, उप-िविनयम (2) से उप-िविनयम (17)
के उपबध लागू हगे।
(2) पुिलय या शीव, iपजर, जंजीर, िवतरण Eलेट और िवलfन करने वाली %क को सि मिलत करते %ए,
वाइंiडग सं/थापन के येक पुज के िवषय म;, िन निलिखत िविशियाँ, इस योजनाथH रखी िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; अिभिलिखत क जाएँगी, अथाHत् :-
(क) िविनमाHता का नाम और िविनमाHण का वषH;
(ख) िविनXदियां और आकार;
(ग) पुजw के साथ अनुद त येक माण-प7 का िनदेश; और
(घ) कोई अय िववरण जो आवयक हो या 4े7ीय िनरी4क ारा अपेि4त हो।
(3) पुि/तका क सब िवियाँ इंजीिनयर या अय स4म Aयि" ारा क जाएगी और वह उन पर ह/ता4र
करे गा और बंधक उन पर ित ह/ता4र करके तारीख डालेगा।
(4) जब भी कोई पुजाH या व/तु बदली जाए, या कोई मर मत कया %आ पुजाH या व/तु कसी वाइंiडग
सं/थापन म; यु)त कया जाए तो ऐसे बदलने या मर मत का तय उप-िविनयम (2) के अधीन रखी गई पुि/तका
म; िलखा जाएगा।
(5) (क) कसी iपजर या अय वहण-साधन से संलfन छोटी कiEलग जंजीर के िसवाय, कोई एकल कड़ीदार
जंजीर यु)त नहZ क जाएगी और ऐसी एकल कड़ीदार जंजीर, िवतरण Eलेट या अय अनुमोदत साधन के ारा
सेaटी %क के साथ संलfन क जाएगी।
(ख) जहाँ िनरापद जंजीर का योग कया जाए वहाँ उनक लंबाई इतनी होगी क यद vकग बोट टूट जाता है
तो iपजर या अय वहण-साधन को आधात यथासा{य कम लगे।
(6) जहाँ nम-)लच क Aयव/था क गई हो, वहाँ िन निलिखत उपबध भावी हगे; अथाHत् :-
(क) nम-)लच के वतHक िगयर के साथ, अनवधानता से )लच क वापसी को रोकने के िलए, लॉvकग-िगयर क
Aयव/था क जाएँगी;
(ख) Aयि"य को उतारने या चढ़ाने के िलए योग म; लाए जाने वाले इंजन म; एक उपयु)त अतरलॉvकग युि"
होगी जो इस कार लगाई जाएगी िजससे संभव न हो :-
(i) जब तक nम के ेक न लगाए जाएँ, कसी nम को )लच-मु)त करना; या
(ii) जब तक nम-)लच पूणHतया लगाकर सुरि4त प से लॉक न हो जाए तब तक ेक िनमzिचत
करना;
Aयव/था क जाएगी िजसको इसम; इसके पचात् ‘’/वचल युि"’’ कहा जाएगा, जो /वचल युि" उतरते %ए
iपजर को गतH के अधर-तल पर या अय /थायी अवतरण पर, 1.5 मीटर ित सेक9ड से अिधक गित से, उतरने से
रोके गी और चढ़ते %ए iपजर के चलने का इस कार िनयं7ण भी करेगी क उसम; चढ़े Aयि"य के िलए खतरा न
हो सके।
(ख) मु?य िनरी4क, कसी शाaट म; लपेट क अिधकतम गित िलिखत आदेश ारा, िविनXदQट कर सकेगा।
(ग) येक /वचल युि" और येक ेक क जाँच इंजीिनयर या इस योजन के िलए िनयु)त अय स4म
Aयि" ारा िन निलिखत कार से क जाएगी, अथाHत् :-
ित सात दन म; कम से कम एक बार येक iपजर या अय वहण-साधन को Gमश: उ}}तम
(i)
िलखा जाएगा और जाँच करने वाला Aयि" उसपर ह/ता4र करके तारीख डालेगा।
(घ) जब तक /वचल युि" वाइंiडग इंजन के साथ पूणH और ि/थर प से लगी न ह, वह जब भी Aयि"य को
उतारना या चढ़ाना हो, /वचल प से या वाइं iडग इं जनमैन ारा पूणHतया लगाई जाएगी और एक / वचल सूचक
यह दqशत करने के िलए क यह कायH कर दया गया है, ऐसी ि/थित म; लगाया जाएगा क ब`)समैन सुगमता से
देख सके।
(ड.) ब`)समैन कसी Aयि" को iपजर या अय वहण-साधन म; तब तक वेश नहZ करने देगा जब तक क
सूचक यह दqशत नहZ करता क /वचल युि" पूणHतया लग गई है।
(11) अ यिधक लपेट को रोकने के िलए क गई /वचल युि" क Aयव/था के अलावा, इंजन के सूचक यं7 पर
एक िबदु इस कार िनयत और अंकत कया जाएगा क यह दqशत कर सके क iपजर या अय वहण-साधन
कब लपेट क समाि से nम क प+रिध के दूने से अयून फासले पर है, और यद ऐसे iपजर या अय वहण-
साधन म; Aयि" है तो वाइं iडग इं ज नमैन, उसके उ)त िबदु पर प%ँचते ही शेष फासले के िलए उसे 1.2 मीटर
वहण साधन के फशH और फाटक या बाड़ के िन नतम भाग के बीच का फासला 15 सेटीमीटर से अिधक न हो
जाए और फाटक या बाड़ के कहZ दो भाग का फासला 25 सेटीमीटर से अिधक न हो जाए। फाटक या बाड़े
बाहर क ओर नहZ खुल;गी और वे इस कार लगाई और अनुरि4त क जाएँगी क वे अक/मात न खुल सके; और
(v) संचार के भावी साधन क Aयव/था क जाएगी, जो
Aय और दृय हो तथा िजसम;
संचार या दूर-
(15) एक समय म;, iपजर या iपजर के एक ही डेक म; या अय वहण-साधन म; ित Aयि" को फशH के 4े7 का
लगभग 0.20 वगHमीटर अनुद त करते %ए, उतने से अिधक Aयि"य को नहZ चढ़ने दया जाएगा िजतने बंधक
ारा ािधकृ त कए जाएँ, और उस सं?या को िविनXदQट करते %ए एक सूचना येक शाaट के िशखर और
अध/तल पर और येक इनसेट पर लगाई जाएगी।
(16) (क) शाaट म; चढ़ते या उतरते समय कोई Aयि" अपने साथ औजार और उप/कर के िसवाय कोई बड़ी
सामbी नहZ ले जाएगा, िसवाय तब के जब वह शाaट क मर मत म; लगा हो या बंधक ारा िलिखत प म;
ािधकृ त कया गया हो।
(ख) खंड (क) म; यथा उपबंिधत के िसवाय, कोई Aयि" iपजर म; तब नहZ चढ़ेगा जब सामbी या टब उनम; से
कसी एक भी iपजर या अय वहण-साधन से चढ़ाए या उतारे जा रहे ह।
(17) मु?य िनरी4क इस िविनयम के उपबंध को ऐसी शतl के अधीन जो वह िविनXदQट करे उस दशा म;
िशिथल कर सकेगा, यद कसी खान या उसके कसी भाग म; प+रि/थितयाँ ऐसी हो क इन अपे4ा\ का
82 . ब\डेक .– जहाँ कसी iपजर म; दो या अिधक डेक ह जो साथ-साथ योग म; लाए जाते ह, वहाँ अवतरण
का येक फशH, कसी भावी संकेत-युि" के ारा अवतरण के मु?य फशH से जोड़ा जाएगा और ऐसे मु?य फशH
पर, यथाि/थित, के वल ब`)समैन या ऑनसेटर या कोई पदधारी ही, अपना यह समाधान करने के बाद क iपजर
परतु 4े7ीय िनरी4क िलिखत आदेश ारा 150 मीटर के कम गहराई वाले शाaट म; भी गाइड क
Aयव/था क अपे4ा कर सके गा।
(5 ) (क) िन निलिखत क Aयव/था क जाएगी एवं उह; बनाए रखा जाएगा :-
(i) शाaट के अध/तल और िशखर के बीच सुिभन और /पQट संकेत के आदान-अनुद त के िलए दो
पृथक साधन; और
(ii) शाaट के िशखर से वाइंiडग इंजनमैन को ऐसे संकेत के पारे षण हेतु द4 साधन।
(ख) संकेत देने वाले सािध7 क परी4ा चौबीस घंटे म; कम से कम एक बार कसी स4म Aयि" ारा क
जाएगी और ऐसी येक परी4ा का प+रणाम, इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका
म; िलखा जाएगा और परी4ा करनेवाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
(ग) मु?य िनरी4क ारा िलिखत अनुsा के िसवाय, और उन शतl के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट
करे , संकेत देने म; संकेत क िन निलिखत संिहता का योग और अनुपालन कया जाएगा :-
(ड.) बाटी, या अय वहण-साधन म; या7ा करते समय के िसवाय बंधक ारा िलिखत प म; ािधकृ त
Aयि" से िभन कोई Aयि" कोई संकेत नहZ देगा।
(6) येक बाटी या अय वहण-साधन, िजसम; Aयि" या सामbी लाई ले जाई जाती है, सुदढ़ृ बना होगा और
इस कार बनाए रखा जाएगा क Aयि"य या सामbी को िगरने से रोक सके ।
) (क) शाaट के िशखर पर या अवतरण पर जहाँ बाटी या अय वहण-साधन सामायत:
(7 उतारा जाता है,
परतु, जहाँ िवशेष प+रि/थितयाँ िवRमान ह वहाँ मु?य िनरी4क इस खंड के उपबंध से छू ट िलिखत
आदेश ारा और उन शतl के अधीन, जो वह उसम; िविनXदQट करे, दे सकेगा।
) बंधक ारा ािधकृ त सं?या से अिधक Aयि"य को, एक ही समय म;, बाटी या अय वहण-साधन म;
(8
चढ़ने नहZ दया जाएगा और ऐसी सं?या को िविनXदQट करते %ए एक सूचना शाaट के िशखर पर सदृय प म;
लगाई जाएगी।
(9) उप/कर या अय सामbी उतारी या चढ़ाई जाए रही हो तो, यथाि/थित, बै)सम`न या अय
जब औजार,
(11) जब शाaट म; Aयि" कसी पाड़ या चबूतरे पर काम म; लगे ह, तब िन निलिखत पूवाHवधािनय का
कड़ाई के साथ अनुपालन होगा, अथाHत् -
(i) पाड़ या चबूतरा शाaट के पवz के साथ कस दया जाएगा िजससे उसको झूलने से रोका जा सके ;
बाटी या अय वहण
(ii) साधन का ारा इस कार अनुरि4त होगा क उसम; से कसी व/तु का
िविनमाHण क, दृय दोष से मु)त और पयाHEत मानी जाने वाली शि" क न हो:
परतु मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा कसी र/सी या कसी कार क रि/सय का उपयोग वहाँ
ितिषk कर सके गा, जहाँ, उसक राय म;, ऐसा उपयोग खतरनाक हो।
(ख) र/सी और iपजर या अय वहण-साधन के बीच का बधन इस कार का होगा और इस तरह से अनुरि4त
होगा क अक/मात् न खुले।
(ग) यु)त क %ई या योग के िलए आशियत कसी र/सी, शलाका, कड़ी, जंजीर, या कसी दूसरी संयोजन क
व/तु के ठीक होने के िवषय म; शंका क दशा म; वह न मु?य िनरी4क को िविनचय के िलए िनदwिशत कया
जाएगा।
(2)(क) गहराई म; 30 मीटर से कम खुदाई कए जाते %ए शाaट म; के िसवाय वाइंiडग क येक र/सी ठं डे
खीचे गए /टील के तार क बनी होगी और ऐसी र/सी के िनमाHण म; यु)त तार का गेज वाइंiडग सं/थापन के
nम, पुिलय और शीव के Aयास के अनुप होगा।
(ख) खोदे जा रहे शाaट को सि मिलत करते %ए, येक शाaट म;, जहाँ Aयि" उतारे चढ़ाए जाते है और गाइड
क Aयव/था नहZ है, न घूमने वाली र/सी से िभन कसी र/सी का योग नहZ कया जाएगा।
(ग) गांठ से जुड़ी %ई कोई र/सी वाइंiडग के योजन के िलए उपयोग म; नहZ लाई जाएगी।
(घ) ऐसी छू ट जो मु?य िनरी4क ारा िलिखत म; दान क जाए और ऐसी कहZ शतl जो उसम; िविनXदQट
क जाए के अधीन रहते %ए कसी ऐसे र/स को िजसका वजनभार उसम; कसी एक िबदू पर उस समय इस पर
अिधकतम / थैितक भार के दस गुणा से कम है जब र/सा के छोर से संलfन iपजर या वहन के अय साधन
(ख) साढ़े तीन वषH क कालाविध के बाद कसी र/सी का योग करने के िलए येक आवेदन के साथ उप-
िविनयम (3) के अधीन रखी गई पुि/तका म; र/सी के िवषय म; िविय क एक ितिलिप और र/सी क शि"
र/सी का कसी शाaट म; योग कया जाना असुरि4त हो गया है वहाँ वह वाइंiडग के योजन के िलए ऐसी
र/सी का योग िलिखत आदेश ारा ितिषk कर सके गा। ऐसे कसी आदेश के िवk अपील मु?य िनरी4क को
क जा सके गी।
(5) (क) ऐसे ढंग या कार क कै iपग का योग नहZ कया जाएगा जो उसके ऊपर के अिधकतम ि/थर भार से
दस गुणा भार को सहन करने म; असफल रहे।
(ख) कसी गोल र/सी क कै पल र/सी के भीतर से िनकलने वाले +रवट के ारा, र/सी से संलfन नहZ क
जाएगी।
(ग) कोई भी पीछे मोड़े जाने वाले तार के कार क कै पेल वाइंiडग र/सी के साथ यु)त नहZ क जाएगी।
(घ) जहाँ र/सी के कै iपग के िलए वेत धातु यु)त होती है, वहाँ शॉके ट के शुंडाकार भाग क लंबाई 26
िमलीमीटर तक के Aयास वाले रि/सय के िलए, र/सी के Aयास के साढ़े छह गुणे से कम, और 26 िमलीमीटर से
अिधक Aयास वाले रि/सय के िलए र/सी के Aयास के सात एवं एक ितहाई गुणे से कम, नहZ होगी।
(ड.) यद रि/सय क कै iपग के िलए वेत धातु का योग कया जाता है तो,
(i) उसका गलनांक 300 िडbी से9टीbेड अिधक नहZ होगा और शॉके ट म; उड़ेलते समय उसक तापमान
(ii) र/सी के उस भाग म;, िजसे शॉके ट के शुंडाकार भाग के अदर रहना है, ततु का अतभाHग, यद
कोई हो, काट दया जाएगा, और तार को खोल दया जाएगा और पूणH प से साफ कया जाएगा;
(iii) वेत धातु उसम; उड़ेले जाने से पूवH शॉके ट को लगभग 100 िडbी सेटीbेड के तापमान तक गरम
कया जाएगा;
(6) घषHण वाइंडर के िसवाय,
(क) येक र/सी क, ित छह मास म; कम से कम एक बार और यद आवयक हो तो अपतर
अतराल पर और येक अ यिधक लपेट के बाद भी पुन: कै iपग क जाएगी;
(ख) येक पुन: कै iपग के पहले, कै iपग को सि मिलत करते %ए र/सी से कम से कम दो मीटर का
टुकड़ा काट िलया जाएगा और इस कार काटे %ए र/सी के येक टुकड़े को खोला जाएगा और उसक अतदHशा
क परी4ा क जाएगी।
(7) र/सी क पुन: कै iपग इंजीिनयर या अय स4म Aयि" के पयHवे4ण म; क जाएगी, जो उसक तारीख और
अय िविशियाँ ( पुन: कै iपग के बाद बची %ई र/सी क लंबाई को सि मिलत करते %ए ) इस योजन के िलए
रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखेगा और उस पर ह/ता4र करके तारीख डालेगा।
86. िनलबन िगयर.
िगयर.– (1) िनलंबन िगयर के सब पुज w ऐसे कार के हगे जैसा मु?य िनरी4क अनुमोदत करे ।
(2) िनयिमत प से यु)त होने वाले िनलंबन िगयर के सब पुजw, जब तक मु?य िनरी4क ारा अयथा
अनुsात न कया जाए, छ: वषH के अनिधक काल तक यु)त होने के बाद, और यद आवयक हो तो, अपतर
अतराल पर भी नए लगाए जाएँगे।
परतु जहाँ भी चूड़ीदार जोड़ो से बचना सा{य न हो, वहाँ यह सुिनित कया जाएगा क फै )टर ऑफ
सेaटी पंह से कम नहZ हो।
(4 ) (क) साधारण योग म; आने वाले iपजर क सब जंजीर; और iपजर या अय वहण-साधन और र/सी के
बीच के िनलंबन िगयर के सब अय भाग, िवयोजक %क को सि मिलत करते हएु, ित छ: मास म; कम से कम
एक बार, और यद आवयक हो तो अपतर अतराल पर अलग िनकाल िलए जाएँग,े साफ कए जाएँग,े और
टू ट-फू ट जानने के िलए (जहाँ आवयक हो मापक के ारा) तथा जंग और रं को देखने के िलए उनक सतकH ता
से परी4ा क जाएगी; और िविवध भाग को फर से फट करने के पहले उपयु)त भ¡ी म; िजसम; तापमान
िनयंि7त क जा सके , उह; तापानुशीिलत कया जाएगा या उनका कोई अय उिचत उQमोपचार कया जाएगा:
परतु ऐसी जंजीर या िगयर क दशा म; जो ऐसे इ/पात से बनी है िजसका इस कार का 4य नहZ होता
क तापानुशीलन या उQमोपचार आवयक हो, मु?य िनरी4क इस संGया के कए जाने से छू ट िलिखत आदेश
ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, दे सकेगा;
परतु यह और क, खुदाई कए जा रहे शाaट म; यु)त िवयोजक %क येक सEताह म; कम से कम एक
बार अलग िनकाल िलए जाएँगे, साफ कए जाएँगे और उनक सतकH ता से परी4ा क जाएगी और ऐसे येक
समय पर जब ऐसी परी4ा क जाए, उसके िशयर िपन को नया लगाकर बदल दया जाएगा।
(ख) िवलfन करने वाली येक घंटी या Eलेट क जो िनरापद %क के संबंध म; यु)त होती है परी4ा क
जाएगी और उसके अदर क िववृित क कै िलपर या मापक ारा, तीस दन म; कम से कम एक बार जाँच क
जाएगी।
(ग) इस उप- िविनयम ारा अपेि4त संGयाएँ और परी4ा, इंजीिनयर या अय स4म Aयि" ारा या उसके
पयHवे4ण म;, क जाएँगी, जो उनक तारीख एवं अय िविशिय को इस योजन के िलए रखी गई िजदबk
पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखेगा और उन पर ह/ता4र करके तारीख डालेगा।
(5) मशीनरी के अिनवायH अंग, जैसे nम धूरा (शाaट), ेक के टाई रॉड तथा िनलंबन िगयर के जाँच के िलए
िनयिमत अंतराल पर गैर-िव{वंसक जाँच अपनाए जाएँगे और ऐसे जाँच के प+रणाम-/वप कोई हािनकारक
दरक या 7ु+ट अिभsात होने पर तुरत 4े7ीय िनरी4क को +रपोटH क जाएगी और ऐसे मशीनरी या उसके अंग
का Aयवहार त काल रोक दया जाएगा।
87. पुन: कै Qपग के बाद पूवा0वधािनयाँ आ7द.– (1) कसी र/सी के येक सं/थापन और पुन: कै iपग के बाद
और कसी िनलंबन िगयर के नवीकरण या फर से फटग के बाद, इंजीिनयर या अय स4म Aयि", सामbी से
पुणHतया भा+रत iपजर या अय वहण-साधन के शाaट के कायH म; आनेवाले भाग के ऊपर और नीचे पाँच बार
मण कर लेने के बाद, कै पेल और िनलंबन िगयर के अय भाग क यह देखने के िलए क वे यथोिचत काम करने
क दशा म; है, परी4ा करेगा।
(2) उप िविनयम (1) के अधीन ऐसे येक परी4ा क +रपोटH इस योजन से रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत
पुि/तका म; िलखी जाएगी और परी4ा करने वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
88 . वाइंQडग उपकर क( परीा.– (1) िन निलिखत परी4ाएँ करना इंजीिनयर या अय स4म Aयि" का
कतHAय होगा:-
(क) येक चौबीस घंट म; कम से कम एक बार :-
वाइंiडग र/सी का nम के साथ संयोजन, गहराई सूचक यं7, शाaट म; िनलंबन िगयर का येक भाग,
(i)
iपजर या अय वहण-साधन और उनके फाटक सिहत, और वाइंiडग के उपकरण के येक बाहरी भाग क
िजनके यथोिचत प से काम करने पर Aयि"य क सुर4ा िनभHर है; और
(ii) वाइंiडग इंजन के ेक क;
(ख) येक सात दन म; कम से कम एक बार :-
(i) र/सी को एक मीटर ित सेक9ड से अनिधक गित पर गुजराते %ए येक वाइंiडग र/सी क; और
(ii) वाइंiडग इंजन के बाहरी भाग, गाइड और शाaट म; लगाए गए संकेत देने वाले तं7 क;
(ग) येक तीस दन म;, कम से कम एक बार, येक वाइंiडग र/सी क, र/सी को 0.5 मीटर ित सेक9ड से
अनिधक गित से गुजारते %ए, और इस परी4ा के योजन के िलए र/सी पर के िविशQट प से 4ययोfय येक
/थान पर जमा %आ मैल और bीज साफ कर दया जाएगा, और अय /थान पर र/सी क पूरी लंबाई म; कम से
कम तीस मीटर क दूरी पर, और र/सी क प+रिध म; कोई कमी और िघसाई, सं4ारण, भंगुरता और भंग क दृि
से येक ऐसे /थान पर तार क ऊपरी दशा देखी जाएगी; और
(घ) येक बारह मास म; कम से कम एक बार, उसके भीतरी भाग क दशा क दृि से, वाइंiडग इंजन क।
(2) उप-िविनयम (1) के अधीन ऐसी येक परी4ा क +रपोटH, इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएगी और परी4ा करने वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली
जाएगी।
(3) यद उप-िविनयम (1) के अधीन परी4ा करने पर, कसी ऐसी कमजोरी या 7ु+ट का पता लगता है, िजससे
Aयि"य क सुर4ा खतरे म; हो तो ऐसी कमजोरी या 7ु+ट क तुरत, िलिखत प म; इंजीिनयर या अय स4म
Aयि" और बंधक को +रपोटH क जाएगी, और जब तक ऐसी कमजोरी या 7ु+ट ठीक नहZ कर दी जाती वाइंiडग
सं/थापन का योग नहZ कया जाएगा।
89.
89. फाटक और बाड़.
बाड़.– (1) येक शाaट के िशखर पर और योग म; आनेवाले येक इनसेट पर यथोिचत
फाटक और बाड़ क Aयव/था क जाएगी जो ऐसे सब समय पर जब कोई iपजर या अय वहण-साधन इनसेट
या िशखर पर न हो, शाaट म; खुलने वाली सब िववृितय को भावी प म; बद कर द;। शाaट के िशखर पर
(ख) कसी iपजर या अय वहण-साधन म; वेश करने या उससे िनकलने के योजन के िलए या कोई परी4ा,
मर मत या कोई अय काम करने के िलए वेश करने या लांघने के िसवाय कोई Aयि" कसी चालू शाaट के
अध/तल पर के कसी अनावृत /थान म; वेश नहZ करेगा, न उसे लांघगे ा, न उसम; वेश करने या उसे लांघने को
अनुsात कया जाएगा और कसी Aयि" को कसी ऐसे /थान म; तब तक काम नहZ करने दया जाएगा जब तक
iपजर या अय वहण-साधन, यद कोई हो, रोक न दए गए ह और ऐसे Aयि" के संर4ण के िलए पयाHEत
पूवाHवधािनयाँ न बरती गई ह।
90 . शाZट म4 चढ़ने या काम करने वाले Cयि8य@
यि8य@ के कत0Cय.– (1) कसी iपजर या अय वहण-साधन को
चलने का संकेत दे दए जाने के बाद कोई Aयि" न उस पर चढ़ेगा न उससे उतरेगा, न तब तक उसे छोड़ेगा जब
तक वह कने के िनयत /थान पर नहZ प%ँच जाता, और कोई Aयि" कसी iपजर या अय वहण साधन के
(2) येक Aयि", जब वह कसी शाaट या इनसेट के िशखर या अध/तल पर या उसके आसपास हो,
91. साधारण पूवा0वधािनयाँ.– (1) कसी वाइंiडग इंजन क4 म; न कोई अािधकृ त Aयि" वेश करे गा और न
उसे वेश करने दया जाएगा।
(2) कोई कशोर, जब तक उसके साथ एक या अिधक Aय/क पुष न ह, कसी iपजर या अय वहण-साधन
ारा शाaट म; न उतरेगा और न चढ़ेगा।
अयाय 9
हॉलेज
92. हॉलेज सड़क माग0.- (1) कसी खान म; जहाँ सामिbयाँ टब म;, गु वाकषHण शि" या यांि7क शि" के
ारा, ले जाई जाती ह`, वहाँ सभी सड़क या सड़क-मागz के संबंध म; उप-िविनयम (2) से उप-िविनयम (20) के
उपबध लागू हगे।
(2) ऐसा येक सड़क-मागH-
(क) पयाHEत आकार का, और यथासा{य, सीधा और िनयिमत ढलान का होगा; और
(ख) यथािचत प से िबछाई गई पयाHEत आकार क पट+रय वाले रा/त से यु)त होगा।
(3) (क) पुली, शीव और रोलर, जो कसी र/सी क दशा को बदल;, सुरि4त प से ि/थर कए जाएँग।े
(ख) कोई Aयि" कसी गितमान र/से को nम, पुली, चरखी या रोलर पर, लीवर या अय उिचत सािधत से ही
ले जाएगा या समायोिजतत करनेगा अयथा नहZ।
(4 ) जहाँ हॉलेज एक या अिधक रि/सय के ारा कया जाता ह`, वहाँ िन निलिखत क Aयव/था क जाएगी
और बनाए रखी जाएगी:-
(क) येक अध/तल के िशखर पर कम से कम एक /टॉप-xलॉक या अय भावी युि", जो टब को िनयं7ण के
बाहर भागने या जाने से रोके रखे; और
(ख) थम /टॉप-xलॉक या अय भावी युि" के नीचे कसी टब के संवगH या [ेन क लंबाई से अिधक फासले
पर, कम से कम एक रनअवे ि/वच या अय भावी युि" :
परतु ऐसा फासला टब के संवगH या [ेन क लंबाई से दस मीटर से अिधक नहZ बढ़ेगा:
परतु यह और क जहाँ 4े7ीय िनरी4क िलिखत आदेश ारा ऐसी अपे4ा कर; वहाँ पूवz)त /टॉप-xलॉक
और रनअवे ि/वच या अय भावी युि", इस कार अत:युिfमत रह;गे क वे एक साथ भावहीन न हो जाएँ।
(ग) कसी चढ़ते %ए टब, टब के संवगH या टब क [ेन के पीछे कसी बैक-/टे, nैग या अय उपयु)त युि" का
संलfन कया जाना जो टब, टब के संवगH या टब क [ेन को पीछे भागने से रोक; ।
परतु जहाँ कसी छोरहीन र/सी या जंजीर का योग कया जाता है, वहाँ, यद चढ़ते %ए टब को पीछे
भागने से रोकने के िलए रा/ते पर साथ-साथ, उपयु)त अतराल पर, उपयु)त /वयं लगने वाली bािहय या
अय भावी युि"य क Aयव/था कर दी जाती है, तो यह समझा जाएगा क इस ख9ड के उपबंध का
अनुपालन हो गया है :
(घ) सामने क दशा म; भागने से रोकने के िलए सुर4ा %क; , जैज-रे ल; या अय उपयु)त युि"याँ;
(ड.) 250 मीटर से अनिधक के अतराल पर टब-+ररेलर :
परतु जहाँ कसी टब को पट+रय पर हाथ ारा फर से चढ़ाया जाता है, वहाँ या तो वह र/सी या
रि/सय से िवलfन कर दया जाएगा या रि/सय को चलाने वाला इंजन रोक दया जाएगा;
(च) लंबाई म; तीस मीटर से अिधक येक हॉलेज सड़क- मागH पर, सड़क-मागH पर के येक कने के /थान से
उस /थान को जहाँ र/सी को चलाने वाली मशीनरी चलाई जाती है, संकेत के स ेषण के िलए यांि7क या
िवRुतभावी साधन:
परतु, 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, संकेत को उटी दशा म; स ेिषत करने के साधन क भी
अपे4ा कर सके गा;
(छ) यद इस िवषय म; क खंड (च) के अधीन संकेत स ेिषत करने के कोई साधन भावी ह` या नहZ कोई संदहे
उ पन हो, तो वह मु?य िनरी4क को िविनचय के िलए संदqभत क जाएगी।
(5 ) संकेत क िन निलिखत संिहता का योग और कड़ाई से अनुपालन कया जाएगा, अथाHत् -
एक हार : रोको जब गितमान हो
(ग) सं/पशH-कारक इस कार से बनाए जाएँगे क प+रपथ का आकि/मक पूणH हो जाना रोक सक; ; और
(घ) येक ितीय एवं तृतीय िडbी गैसीय सीम म;, सम/त िसfनल या टेलीफोन के संपकH -प+रपथ इस कार
िनqमत, सं/थािपत, संरि4त, चािलत और अनुरि4त हगे क वे मूलभूत प से सुरि4त ह।
(10) उन /थान पर जहाँ टेलीफोन +रसीवर सं/थािपत ह या जहाँ िसfनल और िनरापद युि"याँ िनयिमत
प से चािलत होती ह, येक टेलीफोन के योग करने वाले या ऐसे कसी िसfनल या िनरापद युि" को
चािलत करने वाले Aयि" को िनयं7ण से बाहर चलने वाले टब से पयाHEत संर4ण दया जाएगा।
(11) जहाँ कसी Aयि" को उस समय काम करने या चलने दया जाता है जब हॉलेज गितमान हो वहाँ दस
Aयावहा+रक क+ठनाइयाँ हो वहाँ 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश, ारा और उन शतz के अधीन जो वह उसम;
िविनXदQट करे, मैनहोल का अिधक अतराल पर और अय प+रमाण का होना, अनुsात कर सके गा।
(14) येक रिहत रखा जाएगा और भीतर से तथा िछ के चार ओर 0.3 मीटर से
मैनहोल साफ और बाधा-
(17)बधक िलिखत आदेश ारा, येक हॉलेज सड़क-मागH या सड़क के संबंध म; भा+रत या भार-रिहत टब
क अिधकतम सं?या, िनयत करेगा, िजह; एक संवगH या [ेन के प म; चलने के िलए जोड़ा जा सके और इस
कार िनयत सं?या को िविनXदQट करते %ए एक सूचना सुदृ य प म; िशखर पर, और हॉलेज सड़क या सड़क-
जाएगा।
(19) गH या फेस कसी हॉलेज मागH के साथ सीधी रे खा म; हो और चलते %ए टब से Aयि"य
जब कोई सड़क-मा
को खतरे क आशंका हो तब ऐस खतरे को रोकने के िलए एक दृढ़ बफर या अय भावरी युि" क Aयव/था क
जाएगी और उसे बनाए रखा जाएगा।
(20) मु?य हॉलेज सड़क या सड़क-मागH से िनकलते %ए येक [ाम सड़क-मागH के वेश /थान के समीप, और
येक सड़क पर, िजसका ढाल कसी शाaट क तरफ है, एक /टॉप-xलॉक या अय भावी युि" क Aयव/था
क जाएगी।
93. याा सड़क माग0.- (1) तब के िसवाय जब 4े7ीय िनरी4क ारा िलिखत प म; छू ट दे दी गई हो, और
उन शतz के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, Aयि"य के अपने कायH /थल क ओर से या7ा करने के िलए
ऐसे हॉलेज सड़क-मागH से पृथक, िजन पर हॉलेज यांि7क साधन या गु वाकषHण शि" से होता है, अतbाHही
(2) या7ा के येक सड़क- मागH को िन निलिखत उपबंध लागू हगे, अथाHत् -
(क) वह उसके पूरे लंबाई पर कहZ भी 1.8 मीटर से कम ऊँचा नहZ होगा;
(ख) उसके िलए जहाँ 4ैितज से ढलान 30 िडbी से अिधक हो वहाँ यथोिचत पैि़डयो या सीि़ढय क Aयव/था क
जाएगी;
(ग) जहाँ 4ैितज से ढलान 45 िडbी से अिधक हो वहाँ पैि़डय या सीि़ढय के अित+र)त िनरापद या7ा को
सुिनित करने के िलए उन पर ह`डरे ल या रि/सय क Aयव/था क जाएगी;
(घ) जहाँ 4ैितज से ढलान 60 िडbी से अिधक हो वहाँ पैि़डय या सीि़ढय और रे iलग तथा रि/सय के
अित+र)त ढलान के साथ मापते %ए दस मीटर से अनिधक अतराल पर यथोिचत चबूतर क Aयव/था क
जाए;
(ड.) उसके यथोिचत /थान पर दूर-संचार सुिवधा\ के भावी साधन क Aयव/था क जाएगी; और
(च) पयाHEत सं?या म; अंकय दशHन प (िडिजटल िड/Eले बो¢सH) और संचार संार, िजसम; कोई मह वपूणH
संदश
े या सूचना भूिम के नीचे कायHरत या वहाँ से गुजरने वाले Aयि"य तक संचा+रत या सा+रत क जा सके ,
क Aयव/था क जाएगी।
(3 )
पदधारी या हॉलेज प+रचारक से िभन येक Aयि", िनरी4ण, परी4ा या मर मत के योजन के
(4) जहाँ या7ा के सड़क-मागH का योग करने वाले Aयि"य को यांि7क साधन या गु वाकषHण शि" से
चािलत कसी कवेयर या हॉलेज को लांघना हो, वहाँ उसके ऊपर या नीचे से जाने वाले पुल क या 4े7ीय
िनरी4क ारा िलिखत प म; अनुमोदत अय यथोिचत युि" क Aयव/था क जाएगी।
सड़क-मागH के वैसे स पूणH भाग म; जो या7ा सड़क-मागH क तरह यु)त कया जाना आशियत हो, मजबूत बनावट
अिधक हो, या या7ा क+ठन हो, तो /वामी, अिभकताH या बंधक, इन िविनयम के भाव म; आने क तारीख से
एक वषH के अदर, ऐसे उिचत जन-सवारी (मैन-राइiडग) क Aयव/था, जो मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत हो,
करे गा।
(7) कोई भी हॉलेज मु?य िनरी4क क िलिखत अनुsा से ही और उन शतl के अधीन ही जो वह उसम;
िविनXदQट करे Aयि"य के साधारण वहण के िलए यु)त होगा अयथा नहZ।
94. टब और उनका संचलन.
लन.– (1 ) येक येक कiEलग छोर पर एक दृढ़ बफर क Aयव/था क
टब पर
जाएगी और उसे बनाए रखा जाएगा, वह छोर के बाहर िनकलता रहेगा और इस कार Aयवि/थत होगा क जब
ऐसे दो टब एक दूसरे के आगे पीछे ह, तब अतरतम छोर के बीच का अतर 20 सेटीमीटर से कम न हो।
(2) योग म; आनेवाले येक ऐसे टब के जो पावH म; झुकता हो, अक/मात् झुकाव को रोकने के िलए सुर4ा
गािहय क Aयव/था क जाएगी और कोई टब या टब का संवगH या टब क [ेन तब तक गितमान नहZ क
जाएगी जब तक सब िनरापद bाही यथोिचत प से सुरि4त नहZ कर दए जाते।
(3) कसी र/सी या लोकोमो+टव और कसी टब, टब के संवगH या टब क [ेन के बीच का संयोजक और कसी
संवगH या [ेन के कहZ दो टब के बीच का संयोजक, इस कार का होगा जो मु?य िनरी4क ारा साधारण या
िवशेष आदेश ारा अनुमोदत कर दया गया हो, और इस कार बनाए रखा जाएगा क अक/मात् अलग न हो
जाए।
(4) योग म; आने वाले येक टब के येक बफर और nाबार और येक सुर4ा bाही, कiEलग जंजीर और
अय संयोजक क दशा क परी4ा ित चौदह दन म; कम से कम एक बार इस योजन के िलए िनयु)त स4म
Aयि" ारा क जाएगी और ऐसी येक परी4ा क एक +रपोटH इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएगी, िजस पर परी4ा करने वाले Aयि" ारा ह/ता4र करके तारीख डाली
जाएगी।
(5) कiEलग के येक अंग का अिधकतम /थैितक भार के सापे4 म;, फै )टर ऑफ सेaटी सात से कम नहZ होगा,
जो तीन वषH के अनिधक अतराल पर जाँच ारा सुिनित कया जाएगा और उसका +रकॉडH रखा जाएगा।
(6) जैसे ही टब चलाए जाने वाले ह, उन Aयि"य को चेतावनी दे दी जाएगी िजनका खतरे म; पड़ना संभाAय
हो।
(7) दो या अिधक टब हाथ ारा एक के बाद एक और िनकट/थ नहZ चलाए जाएँगे कतु उनको जोड़ कर एक
साथ चलाया जाएगा:
(9) म; एक से अिधक ढलान पर टब को ले जाने वाला कोई Aयि" टब के आगे नहZ जाएगा, और जब
बीस
प+रि/थितयाँ ऐसी ह क कोई Aयि" टब को उसके पीछे से िनयंि7त करने क ि/थित म; नहZ है तो वह टब को
तब तक नीचे नहZ ले जाएगा जब तक उसको िनयंि7त करने के िलए /ैग या अय यथोिचत युि"य का
उपयोग नहZ कया जाता।
(10) जहाँ उनका योग अपेि4त हो, वहाँ यथोिचत पदाथH से बने और यथोिचत प+रमाण के /ैग क पयाHEत
सं?या म; Aयव/था क जाएगी।
(11) जब कोई टब ऐसे रा/ते पर खड़ा हो िजसका ढलान बीस म; एक से अिधक हो तब, जब तक वह भावी
प से ेक ारा का न हो या हॉलेज र/सी या लोकोमो+टव से संलfन न हो, भावी प से अवk कर दया
जाएगा या जंजीर से, या अयथा, बाँध दया जाएगा।
(12) रिहत र/सी ारा होता है, टब को, यथासा{य, तभी जोड़ा और अलग
वहाँ के िसवाय जहाँ हॉलेज छोर-
कया जाएगा जब टब या टब का संवगH और र/सी, यद वह संवगH से जुड़ी है, गित म; न हो।
(13 ) यथासा{य, टब ढलान पर न जोड़े जाएँगे और न अलग कए जाएँगे।
(14 ) कोई Aयि" टब या हॉलेज-र/सी पर नहZ चढ़ेगा।
95. इं जन@ के ^ेक.– येक हॉलेज-इंजन म; एक भावी ेक लगाई जाएगी।
हॉलेज-
96. हॉलेज-रिसयाँ.– (1) हॉलेज के िलए ऐसी कसी भी र/सी का योग नहZ कया जाएगा िजसके कसी
भाग म; कोई गंभीर दृय 7ु+ट हो या िजसका फै )टर ऑफ सेaटी आठ से कम हो।
(2) येक कै प क %ई र/सी को, कसी स4म Aयि" के पयHवे4ण म; येक छ: मास म; कम से कम एक बार
और, यद आवयक हो, तो अ पतर अतराल पर, पुन: कै iपग क जाएगी।
97. सड़क
सड़क-
ड़क- माग0 क.वेयर.
यर.– (1) येक
यर सड़क- मागH कवेयर इस कार सं/थािपत क जाएगी क :-
(क) कवेयर और सड़क के कनारे के बीच या7ा के िलए एक मीटर से अनिधक चौड़ाई क िनबाHध जगह रहे;
(ख) कवेयर या उसका कोई भाग, काQठ के अवलंब या सपोटH से रगड़ न खाता हो;
(ग) कवेयर के वापसी /टेशन क ऐकरग, फेस या सड़क के सपोटH से मु)त रहे;
(घ) यद एक से अिधक बेट कवेयर
ेणी म; योग कए जा रहे ह, तो सुर4ा फटग, जैसे Gिमक िनयं7ण
और Gिमक अतबHk (िस)व;िसयल इंटरलॉक) लगाया जाएगा; और
(ड.) पुल कॉडH ि/वच या अय समुिचत णाली क Aयव/था ारा कवेयर क पूरी लंबाई म; से कसी भी जगह
से इस रोका जा सके।
(2 ) जहाँ कवेयर का झुकाव ऐसा हो क फसलते %ए पदाथl या सामbी से खतरा उ पन करे वहाँ ऐसे खतरे
सं/थािपत हो, सड़क के उस भाग के येक /थान से उस /थान को जहाँ कवेयर को चलाने वाली मशीनरी
चलती हो, संकेत के स ेषण के भावी साधन क Aयव/था क जाएगी और उह; बनाए रखा जाएगा:
(4 ) कवेयर चालक और वह के िबन या /थान जहाँ से कवेयर को चलाया जाता है, वहाँ पर सारण
सुिवधायु)त भावी दूर-संचार साधन लगाया जाएगा, िजससे चालक कवेयर के रा/ते म; या सं/थापन के कसी
जगह पर मौजूद कसी भी Aयि" को संसूिचत कर सके तथा दूर-संचार क ऐसी णाली म; िमाग] संचार
सुिवधाएँ हगी।
(5 )
Aयि"य को बेट कवेयर के चालू होने से उ पन त कािलक खतर क चेतावनी देने के िलए कवेयर
सड़क-मागH क पूरी लंबाई म; दृय-
Aय पूव-
H संGया चेतावनी एलामH भी लगाया जाएगा।
(6) बंधक भूिम के नीचे बेट कवेयर के सुरि4त ितQठापन, चालन, रख-रखाव और योग, िजसम; बेट
कवेयर का िव/तार और इसे खान म; एक /थान से दूसरे /थान पर ले जाना भी शािमल है, के िलए एक Aयवहार
संिहता बनाएगा तथा भूिम के नीचे बेट कवेयर के ितQठापन के ारं भ से कम से कम तीस दन पूवH 4े7ीय
िनरी4क को इसे िनवेदत करेगा; और 4े7ीय िनरी4क कसी भी समय िलिखत आदेश ारा Aयवहार संिहता म;
ऐसे संशोधन अपेि4त कर सके गा जो वह सुर4ा के िहत म; उपयु)त समझे।
(7 ) यद बेट कवेयर का योग जन-सवारी (मेन राइiडग) के िलए कया जाना आशियत हो, तो बंधक खान
म; इसके कसी िवशेष /थान म; सुरि4त ितQठापन, संचालन, रख-रखाव एवं बेट कवेयर का उस उेय से
योग के िलए एक पृथक Aयवहार संिहता बनाएगा तथा ितQठापन के ारं भण से कम से कम नxबे दन पूवH वैसे
योग के िलए अनुsा मांगते %ए मु?य िनरी4क को िनवेदत करे गा:
परतु, ऐसी कोई भी णाली मु?य िनरी4क क िलिखत अनुsा से ही तथा उसम; िविनXदQट शतl के
अनुसार ही Aयवहार म; लाई जाएगी, अयथा नहZ।
(8) मु?य िनरी4क इसे योग करने वाले Aयि"य क सुर4ा को {यान म; रखते %ए अपने िववेकानुसार उप-
िविनयम (7) के परतुक के अधीन अनुद त अनुsा को कसी भी समय एक िलिखत आदेश ारा संशोिधत या उसे
(क) बेट तथा nम,रोलर, /Gै पर, िडaले)टर, गाइ¢स या छलकाव या कसी अय कारण से होने वाले बाधा के
कारण अ यिधक घषHण क ि/थित म;;
(ख) बेट के टूटने क ि/थित म;; और
(ग) बेट कवेयर म; या उसके आस-पास आग या तपन क ि/थित म;।
98. हॉलेज- इं जन@ क( परीा.– (1) स 4म Aयि" का यह कतHAय होगा क, -
(क) येक हॉलेज-इं जन, ेक-पिहए, र/सी और योग म; आने वाले येक साधन क, ित चौबीस घंट म;
कम से कम एक बार; और
(ख) येक रा/ते क, जहाँ हॉलेज यांि7क शि" या गु वाकषHण शि" के ारा होता है और उस पर लगाई
गई त्येक सुर4ा युि" क, ित सात दन म; कम से कम एक बार;
(2) उप-िविनयम (1) के अधीन ऐसी येक परी4ा क +रपोटH, इस योजन के िलए रखी गई, िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएगी और परी4ा करने वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली
जाएगी।
101
101 . Uक@ और डपर@
पर@ के िलए सड़क.– ढु लाई पथ (िजसम; रै प भी शािमल है) और पारापेट वाल या तटबध
या बमH, जो क कसी ऐसी सड़क क लंबाई के कनारे, जो अपने आस-पास के 4े7 क सतह से ऊपर हो, या कोई
/पाइल ड प के या कोयला-ड प के कनारे हो, का िडजायन िविनमाHण, प+रमाप और िवयास, मु?य िनरी4क
ारा सामाय िलिखत आदेश म; िविनXदQट मानक और ाचल के अनुसार कया जाएगा।
102
102 . वैगन@ का संचालन.– (1) रेल वैगन का संचालन कसी स4म Aयि" के पयHवे4ण म; कया जाएगा।
(2) िजन Aयि"य का खतरे म; पड़ना संभाAय हो, उनको उप-िविनयम (1 ) के अधीन िनयु)त स4म Aयि"
ारा वैगन को चलाने के पूवH चेतावनी दे दी जाएगी।
(3) कोई Aयि" कसी वैगन को बफर पर ध)का लगा कर या आगे से खZचकर न चलाएगा और न चलाने का
य न करेगा।
(4) जब दो या अिधक वैगन एक साथ चलाए जाएँ तो वे आपस म; जोड़ दए जाएँगे और उनको पावH या
(5) जब ाकृ ितक काश अपयाHEत हो तब कोई लोकोमो+टव या वैगन उसी दशा म; चलाया जाएगा, जब आने
वाले अत क उसम; लगी उपयु)त काश से पहचान होती हो, या उसके साथ ल`प िलए %ए कोई Aयि" हो।
(6) उप-िविनयम (1 ) म; िनXदQट स4म Aयि" से िभन कोई Aयि", िबन या छादन के नीचे चलने वाले वैगन
के तुरत सामने से, और चलती %ए वैगन तथा िबन और छादन क अधोरचना के बीच से नहZ गुजरेगा।
(7) कोई Aयि" चलते %ए लोकोमो+टव या वैगन के बफर पर तब तक नहZ रह;गे ‘जब तक कोई सुदढ़ृ ह/तावलंब
न हो’ या वे उस पर तब तक खड़े नहZ हगे जब तक कोई सुरि4त फू ट-Eलेट न हो।
(8 ) कोई Aयि" कहZ दो बैगन के बीच के कiEलग के ऊपर से होकर, जब वैगन चल रही ह, नहZ गुजरे गा।
103
103. बाड़ और फाटक.
फाटक.– (1) [ाम पटरी, रेल-पटरी या ढ़~लाई पथ कसी लोक मागH के
जहाँ कोई हॉलेज सड़क,
ऊपर से गुजरती है वहाँ चलते %ए टब, टब के संवगH या टब क [ेन या लोकोमो+टव या मशीनरी से होने वाले
खतरे से जन साधारण को बचाने के िलए यथोिचत फाटक क Aयव/था क जाएगी और येक ऐसे फाटक म;
खतरे का िसfनल लगाया जाएगा, और जब ाकृ ितक काश पयाHEत न हो तब चेतावनी देने वाली लै प; भी
लगाई जाएँगी।
(2) जहाँ कसी हॉलेज सड़क, [ाम पटरी, रेल पटरी या ढ़~लाई पथ के 15 मीटर के अदर ऐसे भवन ह जो
अिधभोग म; ह वहाँ ऐसे भवन और हॉलेज सड़क, [ाम पटरी, रेल पटरी या ढ़~लाई पथ के बीच एक ताि वक
बाड़ क Aयव/था क जाएगी और उसे बनाए रखा जाएगा।
अयाय 10
खान के काय0
104
104 . सुरा बंध योजना.– (1) येक खान का /वामी, अिभकताH और बंधक :-
(क) खान म; िनयोिजत Aयि"य के /वा/य और सुर4ा से जुड़े वैसे खतर क पहचान कर;गे िजनके िलए वे
(3) पहचान कए गए खतर और जोिखम के आधार पर, येक खान के /वामी, अिभकताH और बंधक एक
आंके4ण योfय द/तावेज तैयार करे गा, जो ‘’सुर4ा बंध योजना’’ कहलाएगा, और यह कंपनी के िवकास,
कायाHवयन, उपलिxध, पुनरी4ण तथा सुर4ा और /वा/य नीित को बनाए रखने के िलए सम/त बंधन का
िह/सा होगा, िजसम; संगठना मक ढ़ाँचा, योजनाकरण, कायH-कलाप, दािय व, Aयवहार, Gयािविध, Gया और
संसाधन सि मिलत ह`।
(4) ) म; िनधाH+रत लय क ाि, उसी Gम म; जैसा किथत उप-िविनयम म; सूिचबk है, के
उप-िविनयम (2
िलए सुर4ा बंध योजना म; िनधाH+रत कए गए अपेि4त एवं वqणत उपाय का कायाHवयन करना /वामी,
अिभकताH और बंधक का कतHAय होगा।
(5) सुर4ा बंधन योजना म; िन निलिखत बात; सि मिलत क जाएगी :-
(क) कं पनी का /वा/य और सुर4ा संबंिधत प+रभािषत नीित;
(ख) नीित के कायाHवयन क योजना;
(ग) खान या खाने नीित को कस कार पूरा करने क 4मता\ को िवकिसत करने का आशय रखते ह`;
(घ) धान खतरा बंधन योजनाएँ;
(ड.) मानक संGया Gयािविध;
(च) सुर4ा बंध योजना के िनQपादन को मापने, िनगरानी करने और मूयांकन करने के तरीके तथा ऐसी
मामले जो सुर4ा बंध योजना से मेल नहZ खाते ह`, को ठीक करना;
(छ) सुर4ा बंध योजना क िनयिमत पुनरी4ण एवं िनरतर सुधार क योजना;
(ज) खास बदलाव आने पर सुर4ा बंध योजना क पुनरी4ण क योजना; और
(झ) इसके िवकास और अनुयोग म; खान के कामगार को सि मिलत करने का िववरण।
(6) येक खान के /वामी, अिभकताH और बंधक समय-समय पर पहचान कए गए खतर तथा मूयांकत
जोिखम क समी4ा कर यह िनधाH+रत कर;गे क जोिखम का और आगे उमूलन िनयं7ण और यूनीकरण संभव है
या नहZ; और समी4ा पर सुर4ा सिमित से िवचार-िवमशH करे गी।
(7) येक खान का /वामी, अिभकताH या बंधक 4े7ीय िनरी4क को सुर4ा बंध योजना क एक ित
िनवेदत करेगा, जो कसी भी समय, कसी िलिखत आदेश ारा योजना म; ऐसे संशोधन अपेि4त कर सके गा, जो
वह उसम; िविनXदQट करे ।
(8) येक खान का /वामी, अिभकताH और बंधक सुर4ा बंध योजना के भावी कायाHवयन के िलए
िज मेवार होगा।
105
105. हतचािलत (मैनअु ल) िववृत खनन थल.– ह/तचािलत (मैनुअल) िववृत खनन /थल म; िन निलिखत
पूवाHवधािनयाँ बरती जाएँगी, अथाHत् :-
(1) जलोढ़ िमी, मोरम, बजरी, मृिCका, मलवा या ऐसी ही अय भूिम म; :-
(क) कनार को सुरि4त कोण का ढलान दया जाएगा, जो 4ैितज रेखा से 45 िडbी से अिधक नहZ होगा या
कसी ऐसे अय कोण का होगा जो 4े7ीय िनरी4क िलिखत आदेश ारा अनुsात करे, और वह उन शतl के
अधीन होगा जो वह उसम; िविनXदQट कर;; या
(ख) कनारे ब;चाकार रखे जाएँगे और कसी ब;च क ऊँ चाई 1.5 मीटर से अिधक नहZ होगी और उसक चौड़ाई
उसक ऊँ चाई से कम नहZ होगी :
ह जो उसक राय म; उसके उपबंध के अनुपालन को उिचत प से सा{य न रहने देती ह।
(4) कसी कठोर और सुस£ ं त भूिम के उ खनन म; या पूवw4ण क [;च और गतl म; कनारे यथोिचत प से
ब`चाकार, ढाल और सुरि4त बनाए जाएँगे िजससे पावl के िगरने का खतरा न रहे:
परतु ब;च क ऊँ चाई छ: मीटर से अिधक नहZ होगी।
(5) कोई वृ4, अबk िशलाखंड या मलवा उ खात के कनारे या पावH से तीन मीटर के अदर नहZ रहने दया
जाएगा।
(6) कोई Aयि" कसी फेस या पावH के नीचे से िमी न काटेगा, न कटाएगा और न ऐसा काटना अनुsात करे गा
िजससे कोई लंबन (ओवर ह`iगग ) हो जाए।
106
106 . यंीकृ त िववृत खनन थल .– (1) सभी यं7ीकृ त िववृत खनन /थल म; उप-िविनयम (2) से उप-िविनयम
(6 ) म; िविनXदQट सावधािनयाँ बरती जाएँगी।
(2) यं7ीकृ त िववृत खनन /थल को ारं भ करने से पूवH खान के /वामी और अिभकताH यह सुिनित कर;गे क
खान, िजसम; उसक कायH-पkित, िपट क अंितम ढाल, ड प क ढाल और ढाल के /थािय व क िनगरानी
शािमल ह`, का आयोजन, प+रकपन और कायHसाधन इस कार कया जाए जैसा कसी वैsािनक अ{ययन ारा
िनधाH+रत कया गया हो तथा ऐसे अ{ययन के +रपोटH क एक ितिलिप खान के कायाHलय म; उपलxध रख दी गई
है;
परतु, उन खान क दशा म; जहाँ उ)त अ{ययन नहZ कया गया है वहाँ इन िविनयम के भावी होने
क तारीख से एक वषH के भीतर उपरो)त अ{ययन करवाने का दािय व खान के /वामी और अिभकताH का होगा।
(3) येक यं7ीकृ त िववृत खान के /वामी, अिभकताH और बंधक यह सुिनित कर;गे क उप-िविनयम (2)
म; िनXदQट वैsािनक अ{ययन के +रपोटH म; क गई अनुशंसाएँ अनुपािलत ह।
(4) जलोढ़ िमी, मोरम, बजरी, मृिCका, मलवा या ऐसे अय भूिम से बने ओवरबडwन म; ब;च क ऊँ चाई 3
मीटर से अिधक नहZ होगी तथा उसक चौड़ाई उसक ऊँ चाई से तीन गुणे से कम नहZ होगी।
(5) ) म; अिलिखत तय से िभन चानी संरचना वाले ओवरबडwन म; ब;च क
कोयला या उप-िविनयम (4
ऊँचाई खुदाई, उ खनन या हटाने के िलए यु)त उ खनन मशीन क खुदाई क ऊँ चाई या प%ँच से अिधक नहZ
शतl के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट कर; , पूवz)त से िभन ब;च क ऊँ चाई और चौड़ाई अपेि4त या
अनुsात कर सकेगा।
107
107. पुनTbार.– िववृत खनन ारा कए गए सभी उ खनन का पुन: भराई या अय साधन ारा उिचत प
से पुनkार कया जाएगा।
108
108 . पॉयल
पॉयल बRक और डप.– (1) ओवरबडwन हटाने के दौरान ऊपरी िमी को एक अलग /थान पर इक¡ा
कया जाएगा ताक उkार कए गए 4े7 को ढ़कने म; उसका योग कया जा सके ।
(2) /पॉयल ब`क के ढलान का िनधाHरण जमा कए गए सामbी के ाकृ ितक ठहराव कोण (एंगल ऑफ +रपोज) से
कया जाएगा, परतु कसी भी दशा म;, यह 4ैितज से 37.5 िडbी से अिधक नहZ होगा:
परतु, जहाँ कसी खान म; कसी वैsािनक एज;सी या सं/थान, िजसे ढलान ि/थरीकरण म; िवशेषsता
हािसल ह, के ारा कए गए वैsािनक अ{ययन ारा /पॉयल ब`क के उपरो)त से अिधक ढलान बनाने का सुझाव
दया गया हो तो 4े7ीय िनरी4क िलिखत आदेश ारा एवं उसम; िविनXदQट शतl के अधीन /पॉयल ब`क के िलए
ऐसे अिधक ढलान कोण का अनुsा दे सके गा।
(3) अबk ओवरबडwन तथा िववृत खनन /थल से ऐसे अय सामbी या वासरी से िनकलने वाले अय प+र य)त
पदाथH या अय ोत से िनकलने वाले पदाथH को इस कार ड प कया जाएगा क ड प क गई सामbी के
िखसकने क संभावना न रहे।
(4) कोई /पॉयल ब`क, िजसक ऊँ चाई 30 मीटर से अिधक हो, को इस कार ब;च बनाकर रखा जाएगा क कोई
भी ब;च 30 मीटर से अिधक ऊँ ची न हो, और कुल ढाल उसके 1 ऊ{वाHधर म; 1.5 4ैितज से अिधक नहZ होगा।
(5) /पॉयल ब`क का टो खान के आपेiनग, रे लवे या अय लोक कायH या सावHजिनक सड़क या भवन या अय
/थायी संरचना जो खान /वामी का न हो के 100 मीटर के अदर कसी भी िबदू तक नहZ बढ़ाया जाएगा।
(6) कसी रे लवे या सावHजिनक कायH या सड़क या भवन या संरचना जो खान /वामी का न हो तथा सGय
/पॉयल ब`क के टो के बीच एक उिचत बाड़ लगाया जाएगा ताक अनािधकृ त Aयि"य को /पॉयल ब`क के समीप
जाने से रोका जा सके।
(7 ) कसी सGय /पॉयल ब`क के टो के समीप कोई Aयि" न जाएगा और न उसे जाने क अनुमित दी जाएगी,
जहाँ उसे ढाल से िखसकने या लुढ़कने वाले मलवे से खतरा हो।
(8 ) /Eवायल ब`क या ड प के ढाल को िखसकने से रोकने के िलए पयाHEत सावधािनयाँ बरती जाएँगी।
109 . प!रवहन के िनयम.– (1) येक खान का बंधक Aयवहार म; लाए जा रहे प+रवहन मशीनरी के आकार
और 4मता एवं मौजूद /थानीय दशा\ को {यान म; रखते %ए प+रवहन िनयम संिहता बनाएगा और उसे लागू
करे गा तथा इसक एक ित 4े7ीय िनरी4क का िनवेदत कया जाएगा, जो कसी भी समय िलिखत आदेश ारा
ऐसे िनयम म; कसी ऐसे बदलाव क अपे4ा कर सके गा जो वह उसम; िवदXदQट करे ।
परतु, ऐसी खान म; जहाँ पर इस कार क मशीनरी पहले से ही Aयवहार म; लाई जा रही ह, वहाँ,
पूवz)त प+रवहन के िनयम को इन िविनयम के भावी होने क तारीख से नxबे दन के अदर बनाया और
लागू कया जाएगा।
तािलका
सतह से सीम क गहराई जहाँ गैलरय क जहाँ गैलरय क जहाँ गैलरय क जहाँ गैलरय क
चौड़ाई 3.0 मीटर से चौड़ाई 3.6 मीटर से चौड़ाई 4.2 मीटर से चौड़ाई 4.8 मीटर से
अिधक न हो अिधक न हो अिधक न हो अिधक न हो
पावथ तंभ के के िबदु# क दूरी िनि&िलिखत से कम नह( होगी
(1) (2) (3) (4) (5)
(5) मु?य िनरी4क कसी िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , कसी
खान या उसके भाग म; उप-िविनयम (3) और (4) म; िविनXदQट से िभन /तंभ बनाने क छू ट दे सके गा।
(6) ) क कोई बात 7 िसत बर, 1926 से पूवH बनी खान म; क खनन /थल
उप-िविनयम (2), (3), (4) और (5
को लागू नहZ होगी और उ)त तारीख से पूवH बनाए गए खनन /थल म;, /तंभ के िनकाले और छाँटे जाने के
दौरान के िसवाय, िन निलिखत उपबंध लागू हगे,-
(क) यद पावH/थ /तंभ के के िबदु\ के बीच क दूरी उप-िविनयम (4) से संलfन सारणी म; िविनXदQट दूरी
से कम है, तो /तंभ और नहZ छाँटे जाएँग;े या
(ख) यद पावH/थ /तंभ के के िबदु\ क दूरी उप-िविनयम (4) म; िविनXदQट सारणी म;, िविनXदQट दूरी से
कम नहZ है तो /तंभ इतने नहZ छाँटे जाएँगे क ऐसी दूरी :-
(i) िविनXदQट दूरी से; या
(ii) मु?य िनरी4क ारा इस िनिम त अपेि4त दूरी से,
कम हो जाए; और
(ग) गैल+रय क ऊँ चाई और चौड़ाई, 4े7ीय िनरी4क क िलिखत अनुsा से ही और उन शतl के अधीन ही जो
वह उसम; िविनXदQट कर; और अिधक बढ़ाई जाएगी, अयथा नहZ।
(7) सम/त खनन /थल क दशा म;, जहाँ 4े7ीय िनरी4क क राय म; /तंभ या गैल+रय के आकार ऐसे ह` क
/तंभ के िनकाले जाने के पूवH या दौरान /तंभ का िव{वंस या खनन /थल के कसी भाग का समय-पूवH ढ़ह जाना
परतु, जहाँ कसी से)सन म; /तंभ िनकालना आरं भ होने वाला हो वहाँ /तंभ का ऐसा िवभाजन या
उनक छँटाई या गैल+रय का ऊँ चा कया जाना अिधकतम चार /तंभ तक सीिमत रहेगा।
(6) िवभािजत गैल+रय क चौड़ाई िविनयम 111 के उप-िविनयम (4) के अधीन गैल+रय के िलए िविनXदQट
चौड़ाई से अिधक नहZ होगी।
(7) 4े7ीय िनरी4क िलिखत आदेश ारा, और उसके िलए कारण को बताते %ए, कहZ िविनXदQट खनन
/थल के बारे म; उस िव/तार तक और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, इस उप-िविनयम के
उपबंध को िशिथल या िनबHिधत कर सके गा।
(8) जहाँ /तंभ िनकालने का तरीका यह हो क सम/त कोयला, या उतना िजतना क सा{य हो, िनकाल िलया
जाए और छत को ढ़ह जाने दया जाए, वहाँ कसी वायु-िव/फोट (एयर xला/ट) या /तंभ पर भारण से खतर के
मे नजर, संGया इस कार क जाएगी क छत या यथासंभव कम से कम 4े7 ढ़हने से बचे और जहाँ संभव हो
वहाँ गोफ को िनयिमत अतराल पर नीचे िगराने के िलए यथोिचत साधन का अपनाया जाएगा।
(9) जहाँ खुदाई के फल/वप खाली %ए /थान बालू या अय सामbी से भर दए गए ह, वहाँ /वामी,
अिभकताH या बंधक येक मास के दसव; दन, या उसके पूवH 4ेि7य िनरी4क को एक िववरण पूववH त] मास म;,
येक िडि/[)ट म; उठाए गए कोयले क मा7ा, और भरी गई बालू या अय सामbी क मा7ा बताते %ए,
िनवेदत करेगा।
113
113 . बोड0 और िपलर णाली से िभ.न पbित से कोयला का िनKकष0
कष0ण.– (1) कोयले को िवकिसत करने या
उसके िनQकषHण का कोई भी कायH बोडH और िपलर णाली से िभन कसी अय णाली ारा मु?य िनरी4क क
पूवH िलिखत अनुsा और ऐसे शतl के अनुसार जो वह उसम; िविनXदQट करे के िसवाय ारंभ, संचािलत या
िनQपादत नहZ कया जाएगा।
(2) िविनयम (1) के अधीन अनुsा के िलए आवेदन के साथ उस 4े7, जहाँ िवकास या िनQकषHण का कायH
उप-
/तािवत है, के ऐसे न)शे क दो ितयाँ दी जाएँगी जो ऐसे िवकास या िनQकषHण के ढंग और /तािवत िव/तार
जैसे िववरण दखाए।
114
114. Cयावृित.
त.- (1) िविनयम 111 या िविनयम 112 क कोई बात कसी /तंभ से होकर कसी गैलरी के
बनाए जाने या कसी गैलरी के इन िविनयम ारा या इन के अधीन, िविनXदQट सीमा\ के बाहर बढ़ाए जाने
को उस दशा म; नहZ रोके गी जब बंधक क राय म;, ऐसा कायH, हॉलेज, संवातन, जल-िनकास या खान को उिचत
प से चलाने के िलए या कसी अय योजन से आवयक है और ऐसे कायH को ारं भ करने के आशय क चौदह
दन क िलिखत पूवH सूचना 4े7ीय िनरी4क को दी जा चुक हो।
(2) उप-िविनयम (1) के अधीन येक सूचना के साथ संGया के िव/तार को दqशत करता %आ एक ऑफ-सेट
न)शा दया जाएगा।
(3) यद 4े7ीय िनरी4क क राय म; उप-िविनयम (1) के अधीन ऐसे कायH से खनन /थल क ि/थरता का
खतरे म; पड़ना संभाAय हो, तो वह, िलिखत आदेश ारा ऐसी खुदाई या वृिk को ारंभ करने से पूव,H ऐसे
संर4ा मक कायl को पूरा करने क अपे4ा कर सके गा जो वह उसम; िविनXदQट करे।
115
115 . सड़क4 और काय0थल4
थल4.– (1) सभी कायH-/थल तथा, वायुमागl और दूसरे िनकास को जानेवाले सड़क
मागl सिहत, सब या7ा सड़क-मागl क छत; और पावH सुरि4त प से बनाए और बने रखे जाएँगे।
(2) खनन /थल के समय से पूवH ढह जाने को रोकने के िलए आवयक Aयव/था क जाएगी, और कसी ऐसे ढह
जाने क दशा म; उसे शेष भाग से अलग करने, िनयंि7त करने या ठीक करने क पयाHEत Aयव/था क जाएगी।
) जब भी /तंभ के िव{वंस या /तंभ के िनकाले जाने के फल/वप सामाय प से ढह जाने से िभन कसी
(3
कार से िनकट भिवQय म; ढह जाने के ल4ण का पता चले तो बंधक त काल 4े7ीय िनरी4क को सूिचत करेगा।
116
116 . िनरीक@ क( शि8याँ.– (1) यद 4े7ीय िनरी4क को यह तीत हो क कसी खान या उसके कसी
भाग म;, िविनयम 105, 106, 111, 112 और 115 के या उनम; से कसी िविनयम के अधीन कए गए कसी
आदेश के उपबंध का अनुपालन नहZ %आ है तो वह /वामी, अिभकताH या बंधक को िलिखत सूचना देकर यह
अपे4ा कर सके गा क वह ऐसे समय के अदर ऐसे संर4ा मक उपाय करे जो वह सूचना म; िविनXदQट करे ।
(2) िनयम (1) के अधीन दए गए सूचना क अपे4ा\ का अनुपालन न कए जाने क दशा म; 4े7ीय
उप-िव
िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, खान के ऐसे भाग या भाग से, िजनम; संर4ा मक उपाय का कया जाना
अपेि4त है, कोयले का िनकाला जाना तब तक के िलए ितिषk कर सके गा जब तक सूचना म; िविनXदQट
अपे4ा\ का अनुपालन नहZ हो जाता।
117
117 . िनरीण के समय पाए जानेवाले उGलंघन@
घन@ क( ओर यान
यान आक*षत करना.– (1) यद मु?य िनरी4क
या कोई िनरी4क कसी खान का िनरी4ण करते समय अिधिनयम या उसके अधीन बनाए गए िविनयम, िनयम
या उपिविधय या कए गए आदेश के उपबंध का कोई उलंघन पाता है या उसे इसके बारे म; पता चलता है, तो
वह ऐसे उलंघन को इस उेय के िलए मु?य िनरी4क ारा िविनXदQट प7 वाले सिजद अत: ि7त खाते म;
दजH करेगा, और यद /वामी, अिभकताH या बंधक /थल पर उपि/थत है तो उह; भी इसक सूचना देगा।
(2) मु?य िनरी4क या िनरी4क उप-िविनयम (1) के अधीन िनXदQट रिज/टर म; उलंघन दजH करते समय ऐसी
िविय पर स यक प से तारीख सिहत अपना ह/ता4र करे गा तथा अपने अिभलेख क काबHन कॉपी लेगा:
परतु, मु?य िनरी4क या िनरी4क ऐसे उलंघन क िवि नहZ करेगा िजसे सवw4ण या परव त] जाँच
के पचात् सुिनित कया जाना है, और यद इसक पुि हो जाती है तो वह त पचात् उस उलंघन को और
ऐसे अय उलंघन को भी जो उ)त रिज/टर म; िवQट करने से छू ट गए ह, को िविनXदQट करते %ए /वामी,
अिभकताH या बंधक को सूिचत कर सकता है:
परतु यह और क, रिज/टर म; क गई कोई िवि या उसम; िवि नहZ कए जाने का भी थम
परतुक के अनुसरण म; संसूचना देना या न देना कसी Aयि" के अिधिनयम, या उसके अधीन बनाए गए
(3) िविनयम (2) के अधीन अनुsा के िलए येक आवेदन के साथ एक न)शे क दो ितयाँ संलfन क
उप-
जाएँगी िजसम; खनन /थल के /थािपत अिभयास, सीम या सीम के एक से)सन, सतह से सीम क गहराई,
नित का मान और उसक दशा, येक सीम या से)सन म; /तंभ और गैल+रय के /थािपत प+रमाण और सीम
या से)सन के अवांतर /तर क मोटाई दqशत होगी।
(4) जहाँ कसी खान म; दो या अिधक सीम या से)सन म; खनन होता हो, वहाँ एक सीम या से)सन म; /तंभ,
यथासा{य, दूसरे सीम या से)सन के /तंभ के ठीक ऊपर या नीचे हगे, जब तक क /तर का 4ैितज रे खा से
झुकाव 30 िडbी से अिधक कोण पर न हो।
(5) कही दो सीम या से)सन के बीच छू टा %आ अवांतर /तर कसी भी /थान पर तीन मीटर से कम मोटा
नहZ होगा :
परतु मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे ,
अवांतर /तर का, यथाि/थत, अिधक या कम मोटा होना अनुsात या अपेि4त कर सके गा।
119.
19. रे ल, सड़क आ7द के नीचे क( खनन थल.– (1) मु?य िनरी4क क िलिखत पूवH अनुsा से ही और उन शतl
के अधीन ही जो वह उसम; िविनXदQट करे, कसी रे ल, या कसी लोक संकमH, िजसके बारे म; यह िविनयम के ीय
सरकार के कसी साधारण या िवशेष आदेश के कारण लागू ह` या कसी लोक सड़क या भवन या कसी अय
/थायी िनqमती के, जो खान के /वामी क न हो 45 मीटर के अदर के कसी /थान पर कोई खनन /थल; बनाई
जाएँगी या /तंभ के िनकालने या छाँटने का कोई काम कया जाएगा या उनका उतना िव/तार कया जाएगा।
(2) िविनयम (1) के अधीन अनुsा के िलए येक आवेदन िन निलिखत िविनXदQट करे गा – संबंिधत रेल
उप-
या लोक-सड़क या संकमH या भवन या िनqमती के संबंध म; खान क खनन /थल क ि/थित, आशियत संGया\
को करने को /थािपत िविध, और वे सीमाएँ िजन तक उ)त संGया\ का कया जाना /थािपत कया गया है,
और उसके साथ एक न)शे क दो ितयाँ, वतHमान और आशियत संGया\ को जहाँ तक वे संबंिधत रेल या
लोक-सड़क या संकमH या िनqमती पर भाव डालती ह, दqशत करते %ए संलfन क जाएगी।
(3) उप-िविनयम (2) म; िनXदQट येक आवेदन क एक ित, रे ल क दशा म;, संबंिधत रेल शासन को भेजी
जाएगी और कहZ यथापूवz)त लोक संकमl क दशा म; ऐसे ािधकारी के पास भेजी जाएगी िजसका के ीय
सरकार साधारण या िवशेष आदेश ारा िनदेश दे।
(4) िविनयम म; कसी बात के होते %ए भी, ऐसी रे ल सड़क, संकमH, भवन या िनqमती क ि/थरता तब तक
खतरे म; नहZ डाली जाएगी जब तक, यथाि/थित, उसे िगरा न दया गया हो या मोड़ न दया गया हो या खाली
न कर दया गया हो।
(5) संकमH, भवन या िनqमती क ि/थरता पर कहZ खनन संGया\ के कारण खतरा
जहाँ ऐसी रे ल, सड़क,
उ पन हो गया हो, वहाँ मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा /वामी से खान म; भूिम के नीचे या सतह पर ऐसे
संर4ा मक संकमl को और ऐसे समय के अदर, जो वह आदेश म; िविनXदQट करे, बनाने क अपे4ा कर सके गा।
120
120 . खान के बंद 7कए जाने के पूव0 संरा,मक संकम0.– (1) मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, कसी ऐसी
खान के/वामी से, िजसको िविनयम 5 लागू होता है, खान म; भूिम के नीचे या सतह पर ऐसे संर4ा मक संकमH,
ऐसे समय के अदर, जो वह उसम; िविनXदQट करे बनाने क अपे4ा कर सके गा।
(2) यद /वामी उप-िविनयम (1) म; िनXदQट आदेश म; िविनXदQट समय के अदर ऐसे संर4ा मक संकमH न
बनाए तो मु?य िनरी4क उन संकमl को कसी अय अिभकरण ारा बनवा सके गा और उसका मु?य िनरी4क
ारा मािणत Aयय खान के /वामी ारा चुकाया जाएगा और भू-राज/व क बकाया क भांित उससे वसूल कया
जा सकेगा।
(3) संर4ा मक संकमH मु?य िनरी4क को संतुQट अनुद त करने वाले प म; न बन जाए तब तक खान म;
जब तक
कम से कम दो वेश /थान पर वेश करने के साधन, अिवकल और चालू दशा म; रख; जाएँगे।
121
121. भूिमगत खान@ म4 सीमाB के समीप क( खनन थल.– (1) येक भूिमगत खान के /वामी, अिभकताH या
बंधक क खान क सीमाएँ िनित क %ई हगी, और उप-िविनयम (2) म; कसी बात के होते %ए भी, मु?य
िनरी4क क /पQट प म; िलिखत अनुsा और ऐसी शतl के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट करे के
िबना ये सीमाएँ बदली नहZ जाएँगी।
(2) खान क सीमा से िविनयम 111 के उप-िविनयम (4) के अधीन /तंभ (5) म; िविनXदQट उस सीम क
गहराई के अनुप िजसम; कायH कया जा रहा हो, दी गई दूरी के आधे के अदर कोई खनन /थल नहZ चलाया
जाएगा; और िववादb/त सीमा क दशा म;, पावH/थ खान के /वामी ारा दावाकृ त सीमा से उ )त दूरी के अदर
तब तक कोई खनन /थल नहZ चलाया जाएगा जब तक सही सीमा के बारे म; कोई बा{य कारी समझौता न हो
गया हो या मामले को यायालय ारा हमेशा के िलए अवधा+रत न कर दया गया हो।
परतु, जहाँ एक से अिधक सीम म; कायH कया जाता है, वहाँ सीमा पर रखा गया बै+रयर, यथासा{य
उ{वाHकार प से स पाती और समान माप के हगे :
परतु, यह और क, जहाँ कसी सीम के खनन /थल का िव/तार कसी भी कारणवश सीमा से उपरो)त
बताए गए दूरी के अदर तक बढ़ गया हो या बढ़ा दया गया हो वहाँ मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा /वामी
को वैसे संर4ा मक कायH उतने समय के अदर करने के िलए अपेि4त कर सके गा जैसा वह आदेश म; िविनXदQट
करे ।
(3) िविनयम (2) म; कसी बात के होते %ए भी, मु?य िनरी4क कसी िलिखत आदेश ारा और ऐसी शतl
उप-
के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट करे , कसी खान या उसके भाग म; कसी खनन /थल का िव/तार इस
122
122. िव वृत खान@ म4 सीमाB के समीप क( खनन थल.– (1) येक िववृत खान के /वामी, अिभकताH या
बंधक क खान क सीमाएँ िनित क %ई हगी और उप-िविनयम (2) म; कसी बात के होते %ए भी, मु?य
िनरी4क क पूवH िलिखत अनुsा और ऐसी शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट कर; , के िबना ये सीमाएँ बदली
नहZ जाएँगी।
परतु, यद कसी खान म; दो या दो से अिधक पृथक उ खनन ह तथा मु?य िनरी4क क राय म; वे एक
दूसरे के यथेQट इतने करीब नहZ है क एक ही बंधक ारा ितदन Aयि"गत पयHवे4ण करने क अनुमित दी जा
सके, तो मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा उस खान को दो या अिधक पृथक खान म; बाँटने क अपे4ा कर
सकेगा।
(2) खान क सीमा से 7.5 मीटर के अदर कोई भी खनन /थल नहZ चलाया जाएगा और िववादb/त सीमा क
दशा म;, पावH/थ खान के /वामी ारा दावाकृ त सीमा से 7.5 मीटर के अदर तब तक कोई खनन /थल नहZ
चलाया जाएगा जब तक सही सीमा के बारे म; कोई बा{यकारी समझौता नहो गया हो या मामले को यायालय
ारा हमेशा के िलए अवधा+रत न कर दया गया हो।
परतु, जहाँ कसी खान के खनन /थल का िव/तार कसी भी कारणवश सीमा से उपरो)त बताए गए
दूरी के अदर तक बढ़ गया हो या बढ़ा दया गया हो, वहाँ मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा /वामी को वैसे
संर4ा मक कायH उतने समय के अदर करने के िलए अपे4ा कर सके गा जैसा वह उसम; िविनXदQट करे ।
(3) िविनयम (2) म; कसी बात के होते %ए भी, मु?य िनरी4क कसी िलिखत आदेश ारा और ऐसी शतl
उप-
के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, कसी खान या उसके भाग म; कसी खनन /थल का िव/तार इस उप-
िविनयम के उपबंध से िभन कसी दूरी तक बढ़ाने के िलए अनुsा दे सके गा या उसे सीिमत रखने क अपे4ा कर
सकेगा।
123
123 . Uाटा कं Uोल एवं मोिनट[रग लान.– (1) येक खान के /वामी, अिभकताH और बंधक, भू-
(क)
तकनीक आँकड़े, सूचना एवं कोयले को िवकिसत और िनQकqषत करने या उसम; से अपेि4त उ खनन करने क
पkित को {यान म; रखते %ए कए गए वैsािनक अ{ययन के आधार पर एक /[ाटा कं [ोल एवं मॉिनटरग Eलान
(एस.सी.ए.एम.पी.) तैयार, ितपादत और कायाHिवत कर; ग,े िजसम; भूिमगत कायH-/थल क छत; और पावl
को सुरि4त करने हेतु एक सपोटH Eलान भी शािमल है, और िजसम; भूिमगत खनन /थल क ि/थित म; प+रवतHन
के साथ उिचत संशोधन कया जाएगा।
(ख) /वामी, अिभकताH और बंधक /[ाटा कं [ोल एवं मॉिनटरग Eलान (एस.सी.ए.एम.पी.) क एक ित 4े7ीय
िनरी4क को िनवेदत कर; ग,े जो कसी भी समय एक िलिखत आदेश ारा ऐसा संशोधन अपेि4त कर सके गा,
परतु, कसी ऐसी खान क बाबत जहाँ िवकास कायH पहले ही से चालू है, तो इन िविनयम के भावी
होने के तीस दन के अदर सपोटH Eलान बनाया और लागू कया जाएगा।
(3) कसी संGया को ारं भ करने से कम से कम तीस दन पूवH बंधक, उप-िविनयम (2) के अधीन तैयार कए
गए सपोटH Eलान क एक ित 4े7ीय िनरी4क को िनवेदत करेगा, जो कसी भी समय िलिखत आदेश ारा उस
न)शे म; ऐसा संशोधन अपेि4त कर सके गा जो वह उसम; िविनXदQट करे ।
(4) बंधक, उप-िविनयम (1) एवं (2) के अधीन तैयार कए गए सपोटH Eलान क ितयाँ अंbेजी के साथ-साथ
खान म; िनयोिजत अिधकतर Aयि"य ारा समझी जानेवाली /थानीय भाषा म; िनदwशी रे खािच7 के साथ सभी
संब ंिधत पयHवे4ी पदधा+रय, िजसम; सहायक बंधक शािमल है, को सgपेगा, तथा ऐसी ितय को खान म; सभी
(ग) सपोटH के रख-रखाव और जाँच, छत एवं पावl के nेiसग, सपोटH को लगाने, उसक परी4ा करने और पुन:
कसने और हटाए गए सपोटH को पुन: लगाने, िजसम; समुिचत औजार का योग शािमल है, के िलए णाली और
संग ठन;
(घ) िनयिमत सपोटH मेन या nेसर क कायH से अनुपि/थित होने क दशा म; उनके /थान पर ित/थािपत के प
म; लगाने के िलए स4म Aयि"य क नामसूची; और
(ड.) सभी संबंिधत Aयि"य, जैसे लोडर, nेसर, सपोटHमैन, िव/फोटकताH, सरदार, ओवरमैन और सहायक
बंधक, िजसम; ित/थािपत के प म; सपोटHमैन या nेसर को लगाने हेतु नाम सूिचत Aयि" भी शािमल ह`, को
सपोटH न)शे और इस उप-िविनयम और िविनयम 129 के अधीन /थायी आदेश क संिहता और इस संबंध म;
येक के ारा िनQपादत कए जाने वाले कायH क कृ ित से पूरी तरह प+रिचत कराने का तरीका।
124
124. सपोट0 लगाना.– (1) येक अवलंब सुरि4त प से सुदढ़ृ नZव पर लगाया जाएगा और छत के साथ
कसकर रखा जाएगा।
(2) जहाँ कोई अवलंब बालू या अय अबk पदाथH पर लगाया जाता हो, वहाँ 5 स;टीमीटर से अयून मोटाई, 25
स;टीमीटर से अयून चौड़ाई और 75 स;टीमीटर से अयून लंबाई का आधार-पाटा यु)त कया जाएगा।
(3) अवलंब के ऊपर योग म; लाए गए पाटे क चौड़ाई अवलंब के Aयास से अयून, मोटाई 8 स;टीमीटर से
अयून तथा लंबाई 50 स;टीमीटर से अयून नहZ हगे।
जाएगा और सड़क-मागl के पावl पर उनम; बनाए गए कम से कम 50 स;टीमीटर गहरे िछ म; जड़ा जाएगा
और छत के कसकर बनाया और रखा जाएगा और, जहाँ प+रवेQटन क आवयकता हो, वहाँ प+रवेQटन क
सं?या द9ड क ित मीटर लंबाई पर एक से कम नहZ होगा और प+रवेQटन को छत से कसकर बनाया और रखा
जाएगा।
(5) सपोटH के प म; यु)त येक कॉग ठीक से बनाया जाएगा और ाकृ ितक फशH पर या सुदढ़ृ नZव पर
लगाया जाएगा और छत से अिधकतम संभव संपकH बरकरार रखते %ए बनाया और रखा जाएगा।
(6) कॉग के िनमाHण के िलए, काQठ क दशा म;, उसके आमने-सामने के पावl को छीलकर खाँचे िमला देना
पयाHEत होगा, परतु िडिपलरग पैनल म; गोफ के कनारे के सपोटH के िलए चौकोर िचरे %ए काQठ ही यु)त
हगे।
(7) कॉग के टुकड़े अंग लंबाई म; 1.2 मीटर से कम नहZ हगे।
(8) िडिपलरग 4े7 म; कॉग खड़ा करने से पूवH उसके कोण पर अवलंब खड़े कए जाएँगे।
(9) आनत सीम म;, सपोटH के अवलंब और कॉग इस कार लगाए जाएँगे क सीम या सड़क-मागH क आनित
और संभाAय /[ाटा संचलन को {यान म; रखते %ए अिधकतम सपोटH सुिनित क जाए और जहाँ आवयकता हो,
ऐसे सपोटH को सरकने से रोकने के िलए बिलत कया जाएगा।
) छत के येक कगार (लेज) और येक मुख दरार या ि/लप को कम से कम एक जोड़ा कॉग और या
(10
(12) जहाँ सपोटH के योजन से बालू या अय सामbी क भराई क जाती है या पैक बनाया जाता है, वहाँ उसे
सम/त 4े7 म; भर दया जाएगा या छत से यथासा{य कस दया जाएगा।
(13 ) छत और पावH और सपोटH क जाँच िजतनी जदी–जदी आवयक हो क जाएगी; और जहाँ सपोटH के
योजन से इसक आवयकता न रह गई हो को छोड़कर, कसी संGया ारा ढ़ीले %ए, टूटे या िगरे %ए या
संGया म; हटाए गए सपोटH को, कम से कम िवल ब के साथ और िवशेष प से कसी बाधा के बाद Aयि"य को
वहाँ गुजरने देने या कायH पर उनके लौटने से पहले, Gमश: कस, बदल या पुन: लगा दया जाएगा।
(14) जहाँ फशH या छत के कोयले को िलया जाता है, वहाँ के छोटे अवलंब बड़े अवलंब से बदल दए जाएँगे।
(15) कसी भी /थान म; जहाँ छत का कोयला िलया जाता है या छत या पावH िगर गया है, वहाँ िगरे कोयले या
मलवे या उसके कसी भाग को साफ करने का कोई कायH तब तक नहZ कया जाएगा, न ही कसी Aयि" को वहाँ
से गुजरने दया जाएगा, जब तक वहाँ और उसके आस-पास नई खुली छत या पावH का परी4ण नहZ कर िलया
जाता और वह सुरि4त, यद जरी हो तो, अ/थायी सपोटH ारा नहZ कर दी जाती।
(16) उप-िविनयम (9), (13), (14) या उप-िविनयम (15) म; कसी बात के होते %ए भी, कसी सरदार या
ओवरमैन के पयHवे4ण म; िसफH वैसे यूनतम सं?या म; ही Aयि" लगाए जाएँगे िजतने वहाँ पर छत और पावH को
सुरि4त बनाने के िलए जरी ह।
(17 ) जहाँ फ-बोट सपोटH के प म; योग कए जाते ह`, वहाँ बोट को ठीक से सुदढ़ृ कर दया जाएगा।
(18) वेब काटने के बाद यथाAयवहायH जदी से जदी पावडH सपोटH, हाइnोिलक चॉक
फेस से कोयले का एक-
और iलक-बार आगे बढ़ा दए जाएँगे ताक यह सुिनित क जाए क िबना सपोटH क %ई नई खली छत का
4े7फल कम से कम रखी जाए।
(19) पावडH सपोटH, हाइnॉिलक चॉक, और अवलंब और घषHणशील अवलंब सुदढ़ृ प से लगाए जाएँगे और
समय-समय पर उनक जाँच क जाएगी।
(20) जब कसी पावडH-सपोटH या हाइnोिलक चॉक म; कोई 7ु+ट का पता चले तो उसे दूर करने के िलए
यथाशी हाथ म; िलया जाएगा और कोई भी 7ु+टपूणH हाइnोिलक या घषHणशील अवलंब तुरत बदल दया
जाएगा।
(21) फशH या पावH म; कोई भी अिनयिमतता के कारण या कसी अय कारण से कोई पावडH सपोटH
जहाँ छत,
या हाइnोिलक चॉक भावहीन हो जाता है, वहाँ पयाHEत मा7ा म; पारं प+रक सपोटH योग कया जाएगा।
125
125. सपोट0 का खोला जाना.– (1) जब कभी सपोटH खोले जाने ह, तो सपोटH खोलने का काम ऐसी पkित से
कया जाएगा, जैसा बंधक आदेश ारा िविनXदQट करे ।
(2) उप-िविनयम (1) म; िनXदQट आदेश म; िन निलिखत बात का समावेश होगा :-
(क) समुिचत औजार और सुर4ा युि" क आपूqत और योग;
(ख) जहाँ सपोटH खोले जा रहे ह` वहाँ छत धंसने से रोकने के िलए अित+र)त सपोटH लगाना;
(ग) सपोटH खोलने का Gम; कॉग के कोण के अवलंब खोलने से पूवH कॉग का खोला जाना;
(घ) संGया म; लगाए गए Aयि"य और उसके नजदीक मौजूद अय Aयि"य का सुरि4त /थापन;
(ड.) उन स4म Aयि"य का िश4ण िजह; सपोटH खोलने क संGया सgपी गई है; और
(च ) सपोटH खोलने के दौरान काम का पयHवे4ण।
) ऐसी येक खान जहाँ पावडH-सपोटH इ/तेमाल कए जाते ह` वहाँ पावडH-सपोटH के सं/थापन क योजना और
(3
उनके िनकालने एवं प+रवहन क योजना बनाना /वामी, अिभकताH और बंधक का कतHAय होगा।
(4) उप-िविनयम (3 ) के अधीन िनXदQट योजना कायाHवयन से पूवH 4े7ीय िनरी4क ारा, आवयक संशोधन
के साथ या संशोधन के िबना, पुनरीि4त एवं अनुमोदत कया जाएगा।
126
126. के नॉपी या कै ब क( Cयव
यवथा.– (1) भूिमगत कोयला खान म; यु)त िवRुत, बै[ी या डीजल-पावडH, /व-
चािलत मशीनरी, िजनम; साइड िड/चाजH लोडर, लोड हॉल डंपर, कोल हॉलर और सटल कार भी शािमल ह`, म;
मजबूत बनावट वाले ऐसे फ के नौपी या कै ब लगाए जाएँगे जो छत या पावl के िगरने से पयाHEत संर4ण
दान करेगा।
(2) ऐसे मशीन म; चालक के िलए बना के िबन या सीट को इगzनोिमक दृिकोण से िडजाईन कया जाएगा और
ऐसा होगा क चालक िबना कसी बाधा या तनाव के मशीन के सामने और पीछे क व/तु-ि/थित को /पQट प
से देख सके।
127
127. खड़े ढाल वाली खनन थल4
थल4.– (1) खनन /थल म;, िजनका ढाल 4ैितज रे खा से 30 िडbी या अिधक
ऐसी
है, काQठ या औजार या अय सािध7 या सामbी के िगरने या लुढ़कने से Aयि"य क खतरा रोकने के िलए
जाता या अयथा रि4त नहZ कया जाता, काम नहZ करेगा और न उसे वहाँ काम करने दया जाएगा।
(3) Gया\ के फल/वप सतह धंस गया हो या धंसना संभाAय हो और उससे Aयि"य का खतरे
जहाँ खनन सं
म; पड़ जाना संभाAय हो वहाँ /वामी, अिभकताH या बंधक सतह के सम/त 4े7 को सुरि4त और भावी प से
बाड़ लगा कर रखेगा।
(4) कसी शाaट, /टेपल िपट, स प, गोफ या अय खतरनाक /थान के येक वेश-/थान पर कारगर बाड़,
रोध या फाटक क Aयव/था क जाएगी जो इस कार प+रकिपत और बना होगा क वह कसी Aयि" को उसम;
वेश करने या िगर जाने से भावी प से रोक सके ।
(5) जहाँ कोई शाaट या /टेपल-िपट या गैलरी, िजसका ढलान 4ैितज रे खा से 30 िडbी से अिधक हो, सीधे
कसी कायH/थल या या7ा के सड़क-मागH को जाती हो वहाँ ऐसा /थान या सड़क-मागH और कायH/थल जो उसक
नीित क तरफ ि/थत है भावी प से प+ररि4त या अयथा संरि4त कया जाएगा िजससे िगरती %ई सामbी से
आस-पास जो खतरनाक है, सभी /थान पूणHतया भर दए जाएँग े या बाड़ से सुरि4त रखे जाएँगे:
परतु यद 4े7ीय िनरी4क क राय म; योग म; न आने वाली कोई [;च, िपट या अय उ खात खतरनाक
हो तो वह िलिखत आदेश ारा उसक पावH/थ भूिम के समतल तक भर दए जाने क अपे4ा कर सके गा।
(8) इसके पूवH क कोई खान प+र य)त कर दी जाए या उसके खनन /थल /थिगत कर दए जाएँ, /वामी,
अिभकताH या बंधक येक शाaट, आनित या खान क अय िववृत के िशखर या वेश-/थान पर /थायी प
क संरचना ारा बाड़ लगवा देगा, जो Aयि"य को उसम; िगरने या वेश करने से भावी प से रोकने के िलए
पयाHEत हो।
129 . सरदार@ >ारा परीा.– (1) या7ा के सड़क-मागl और अवतरण सिहत, खान म; ऐसा येक /थान,
चाहे वह भूिम के नीचे या िववृतखनन /थल म; हो जहाँ काम कया जाता है या जहाँ Aयि" रखे जाते ह या
जहाँ से उनका गुजरना अपेि4त हो, कसी सरदार या अय स4म Aयि" के भारसाधनाधीन रखा जाएगा।
(2) कसी सरदार या अय स4म Aयि" को सgपी गई खान या िडि/[)ट न इतना बड़ा होगा और न इन
िविनयम के अधीन कतHAय से िभन उसके ऐसे कतHAय हगे िजनसे यह संभाAय हो क इन िविनयम के अधीन
अपने िलए िविहत कतHAय का स यक प से अनुपालन करने म; उसको कावट हो, और यद पूवगH ामी के बारे म;
कोई संदहे उ पन हो तो वह िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को िनदेिशत कया जाएगा।
(3) येक खान या िडि/[)ट के वेश-/थान पर बंधक ारा एक या अिधक /टेशन िनयत कए जाएँग,े और
लगातार उ तरो तर पािलय म; चलने वाली, खान के िसवाय उप-िविनयम (4) के अधीन परी4ा करने वाले
Aयि"य या कसी पदधारी से िभन कोई Aयि" ऐसे कसी /टेशन के आगे तब तक नहZ जाएगा जब तक उन सब
सड़क-मागl और कायH-/थल क, िजन तक ऐसे Aयि"य का जाना अपेि4त हो, खान या िडि/[)ट के भार-
साधक स4म Aयि"य ारा परी4ा नहZ कर ली जाती और वे संतोषद प से संवाितत और सुरि4त दशा म;
नहZ पाए जाते।
(4) उप-िविनयम (3 ) म; िनXदQट येक /टेशन पर सु/पQट प म; ‘’/टेशन’’ अंकत कया जाएगा और वह उतना
बड़ा होगा क उसम; वे सब Aयि" आ सक; जो उस िडि/[)ट म; कसी एक पारी म; िनयोिजत ह।
(5 ) सरदार या अय स4म Aयि" ऐसे सहायक के साथ िजनक वह अपे4ा करे, कसी पारी म; काम आरंभ
होने से पूवH दो घंट के अदर उसको सgपी गई खान या िडि/[)ट के येक भाग का, िजसम; Aयि"य को पारी
के दौरान काम करना है या उह; होकर जाना है और सब सड़क-मागl और कायH-/थल का, जहाँ कायH अ/थायी
प से का हो, िनरी4ण करे गा, और संवातन, /व}छता, गैस के अि/त व, छत और पावl क हालत, /वत:
तपन क मौजूदगी और आग के अय जोिखम और साधरणत: Aयि"य क सुर4ा से संबंिधत िवषय क दृि से
उसक दशा अिभिनित करेगा और येक चार घंट म;, िजनम; पारी चालू रहती है, कम से कम एक बार सब
सड़क-मागl और अय कायH/थल के , िजन तक खान या िडि/[)ट म; लगे %ए Aयि"य का जाना अपेि4त हो, इस
अय अनुमोदत उपकरण से, तथा अिoमय सीम क दशा म;, मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत काबHन
मोनोऑ)साइड का पता लागने वाले उपकरण से भी क जाएगी।
(7) िववृतखनन /थल या खनन /थल क दशा म;, सरदार ओवरह`ग, अडरकट, कनार से 3 मीटर के अदर
के अबk प थर, सामिbय या वृ4 इ याद, या7ा या भार ढोने हेतु पगडंिडय, खनन /थल के िशखर पर के
बाड़ और अयु)त भाग या प+र य)त खनन /थल, पगडंिडय और ब;च के बगल-बगल क बाड़; जहाँ अपेि4त
हो, िनजी संर4ी उप/कर का योग और डंप क दशा पर {यान देगा।
(8) अपनी पारीक समाि पर सरदार या अय स4म Aयि" इस योजन के िलए िविनXदQट प7 म; रखी गई
िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; अपने िनरी4ण का फल अिवलंब िलखेगा और ऐसी येक +रपोटH
िनरी4ण क संपूणH और शुk +रपोटH होगी और िन निलिखत का उसम; समावेश होगा, अथाHत:् -
(क) उप-िविनयम (5) एवं (7 ) म; िनXदQट िववरण;
(ख) उसके भार-साधन के अधीन कायH करने वाले Aयि"य क सं?या;
(ग) ऐसे अनुदश
े जो उसने अपनी पारी के दौरान Aयि"य क सुर4ा को सुिनित करने के योजन के िलए
दए ह; और
(घ) िनरी4ण क तारीख और उनका समय, सरदार या अय स4म Aयि" के ह/ता4र और +रपोटH िलखने क
तारीख और समय।
और
(ग) येक िव/फोटन के बाद और येक पारी के ारंभ पर और शाaट म; दो घंट से अिधक काल के िलए काम
कने के येक समय के बाद शाaट के पावl क परी4ा करेगा और सब अवk व/तु\ को, पूवH इसके क
Aयि"य को उतरने दया जाए, हटा देगा।
(5) यद खतरा दूर कए जाने के पूव,H खतरे को दूर करने का कायH रोक दया जाए, तो खान या िडि/[)ट बाड़
ारा सुरि4त प से अलग कर दया जाएगा, िजससे उस काल म; Aयि"य का उसम; वेश भावी प से रोका
जा सके।
उिचत प%ँच मागH देने के साथ-साथ िगरने से रोकने के िलए बाड़ दया जाएगा।
(6) ऊँ चाई से कायHरत Aयि"य के िगरने से चोट लगने के खतरे या जोिखम को पूणHत: समाEत करने के िलए
येक कायH-/थल के ठीक नीचे पयाHEत मजबूती और िडजायन का एक सुर4ा जाल लगाया जाएगा।
(7 ) खान म; ऐसे कायH के िनQपादन के दौरान ऐसे सुर4ा सावधािनय को सुिनित करने के िलए बंधक ारा
एक सुरि4त Aयवहार संिहता िवरिचत क जाएगी तथा इस योजन हेतु इंजीिनयर और बंधक ारा िवशेष प
से ािधकृ त स4म Aयि" और पदधारी के पयHवे4ण और िनयं7ण के अधीन इसका कायाHवयन कया जाएगा।
(8) कसी भी अिशि4त या अनुभवहीन Aयि" या ठे केदार को खान म; कसी भी ऐसे कायH के िनQपादन के
िलए नहZ लगाया जाएगा, िजसम; ऊँ चाई पर कायH करना और उससे संबंिधत खतरे शािमल ह`।
(9) जहाँ खान म; कोई ऐसा कायH कया जाना हो, िजसम; ऊँ चाई पर कायH करना और उससे संबंिधत खतरे
शािमल ह, वहाँ अिभकताH और बंधक ारा जाँच-सूची और कायH अनुsा (वकH परिमट) िनगHत करने क Aयव/था
रखी जाएगी।
132
132 . सामा.य पूवा0वधािनयाँ.– (1) कोई Aयि" कसी /थान से या उसके पास से जो उसका ािधकृ त कायH-
/थल न हो, कोयला न काटेगा, न हटाएगा।
(2) येक Aयि" :-
(क) अपने कायH-/थल क, काम ारं भ करने से पूव,H और पारी के दौरान अतराल पर भी, सतHकता से परी4ा
करे गा; और
(ख) यद कोई खतरे क ि/थित दखाई पड़े तो उस /थान पर सब काम बद कर देगा और खतरे को दूर करने के
िलए तुरत उपाय करे गा या कसी पदधारी या खान या िडि/[)ट के भार-साधक स4म Aयि" को सूिचत करेगा।
) जहाँ अनेक Aयि" एक साथ काम कर रहे ह और उनम; से एक भार-साधक हो वहाँ उप-िविनयम (2) ारा
(3
जाएँगी क येक सीढ़ी क ऊ{वाHकार ऊँचाई 0.18 मीटर से अिधक न हो और कनारे से पृQठ क दूरी 0.35
मीटर से कम न हो।
पK
पKटीकरण.
करण.- भार वहन के योजन के िलए यु)त कए जाने वाले गण-फलक (ग`ग Eल`)स) इस उप-िविनयम के
योजन के िलए कसी पगडंडी के भाग नहZ माने जाएँग:े परतु येक गण-फलक ऐसे आनत पर या बना होगा
क पैर को सुरि4त आ
य दे सके ।
(7) कोई Aयि" इतने भारी बोझ को उठाने, वहन करने या हटाने के िलए िनयोिजत नहZ कया जाएगा क उस
Aयि" को शारी+रक 4ित या उसके /वास्य को 4ित होना संभाAय हो और इस िवषय म; क शारी+रक 4ित या
/वा/य को 4ित अतbH/त है या नहZ, कसी संदहे क दशा म; वह मु?य िनरी4क को िविनचय के िलए
िनदwिशत क जाएगी।
(9) कोई Aयि" खान के ऐसे दूरवत] भाग म; जहाँ कोई दुघHटना हो जाने क दशा म; उसका शी पता न लग
सके या उसको सहायता न दी जा सके, अके ले काम नहZ करे गा और न उसे ऐसे काम करने दया जाएगा।
(10) खान म; कोई अनुभवहीन Aयि" कसी काम पर, िजससे उसे या अय Aयि"य को गंभीर खतरा हो सकता
हो, कसी अनुभवी Aयि" के पयHवे4ण और अनुवतHन के अधीन ही िनयोिजत कया जाएगा, अयथा नहZ।
अयाय 11
आग, धूल, गैस और पानी के खतर@ के िलए पूवा0वधािनयाँ
आग,
133
133. गैसीय िडXी के अनुसार
सार कोयला सीम@ का वगfकरण.– (1) सभी कोयला सीम, मु?य िनरी4क या कसी
िनरी4क ारा, ऐसे सहायक क सहायता से और ऐसे अवेषण के पचात् जो वह आवयक समझे, िविभन
गैसीय िडbी म; वग]कृ त कए जाएँग।े
(2) यद कसी गैसीय सीम म; हवा के सामाय वातावरण म; pवलनशील गैस क ितशतता या उस गैस के
उ सजHन क दर इतनी बढ़ जाए क वह सीम उ}चतर गैसीय िडbी म; आ जाए, तो /वामी, अिभकताH या बंधक
यह जानने के चौबीस घंटे के अदर 4े7ीय िनरी4क को खबर देग ा तथा इन िविनयम के अनुसार उस िडbी के
गैस ीय सीम के िलए अपेि4त सभी पूवाHवधािनय का पालन भी करे गा, और 4े7ीय िनरी4क, ऐसी खबर िमलने
के तीस दन के अदर गैसीय िडbी का स यापन और अवेषण करे गा और सीम को उिचत गैसीय िडbी म;
वग]कृ त करेगा :
परतु, यद इस िविनयम के अपे4ानुसार चौबीस घंटे के अंदर इन िविनयम म; वqणत सभी
पूवाHवधािनय का पालन करना Aयवहा+रक प से संभव नहZ है तो /वामी, अिभकताH या बंधक के िलिखत
अनुरोध पर 4े7ीय िनरी4क, उनके ारा लगाई गई शतl के अधीन, साठ दन से अनिधक क कालाविध के िलए
उन पूवाHवधािनय के पालन को टाल सकता है।
(3) यद कसी गैसीय सीम म; हवा के सामाय वातावरण म; pवलनशील गैस क ितशतता या उस गैस के
उ सजHन क दर इतनी घट जाए क वह सीम िन नतर गैसीय िडbी म; आ जाए, तो /वामी, अिभकताH या बंधक
इसक खबर 4े7ीय िनरी4क को दे सकता है।
(4) 4े7ीय िनरी4क उप-िविनयम (3) म; िनXदQट सूचना िमलने के तीस दन के अदर गैसीय िडbी का
स यापन और अवेषण करेगा और सीम को उिचत गैसीय िडbी म; वग]कृ त करेगा, और जब तक 4े7ीय िनरी4क
ऐसा वग]कृ त न करे तब तक पूवH क तरह सभी पूवाHवधािनय का पालन कया जाएगा।
(5) ) म; कसी भी बात के होते %ए भी, 4े7ीय िनरी4क कसी भी समय
उप-िविनयम (2) से उप-िविनयम (4
गैस ीय सीम का अवेषण कर सकता है और उस गैसीय सीम को उिचत गैसीय ेणी म; पुन: वग]कृ त कर सकता
है।
(6) /वामी, अिभकताH या बंधक येक तीस दन म; कम से कम एक बार pवलनशील गैस के उ सजHन क दर
घन मीटर ित टन कोयला उ पादन के िहसाब से एवं िविनयम 169 म; दए अनुसार हवा के वातावरण म;
pवलनशील गैस क ितशत मा7ा क परी4ा करेगा, और ऐसी येक परी4ा का प+रणाम इस योजन के िलए
रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; दजH कया जाएगा।
(7) pवलनशील गैस का पता लगाने तथा उसे मापने के िलए यु)त येक उप/कर, यं7 और णाली मु?य
िनरी4क ारा िलिखत प से अनुमोदत कार तथा मानक का होगा।
(8 )
pवलनशील गैस का पता लगाने, मापने तथा गैस नमून का िवलेषण के िलए यु)त येक उप/कर,
उपकरण और णाली िनXदQट अंतराल पर, मु?य िनरी4क ारा समय-समय पर िलिखत िवशेष या सामाय
आदेश ारा अनुमोदत या मायता ाEत एजेसी या योगशाला ारा अंशशोिधत करवाया जाएगा।
134
134. अिg रोकने के िलए साधारण पूवा0वधािनयाँ.– (1)
कसी खान म; तेल, bीज, के नवैस या अय
pवलनशील सामbी कसी अिoसy आधान म; ही संिचत क जाएगी, अयथा नहZ।
(2) भूिम के नीचे क खनन /थल म; bीज-यु)त या तेल-यु)त अनुपयोगी पदाथH िनयिमत प से हटाकर सतह
को लाए जाएँगे।
(3) िव वृत खान या कायHशाला\ क ि/थित म;, bीज और तेल-यु)त अनुपयोगी पदाथH को सुरि4त तरीके से
िनयिमत िनपटाया जाएगा।
(4) कोई Aयि" काQठ, काQठ संरचना या अय pवलनशील सामbी पर या उसके पास कोई अनावृत ब ती या
फैलने को रोकने, पहचानने और बुझाने के िलए समुिचत उपाय तथा सावधािनयाँ बरत;गे।
गंभीर खतरा होने पर, कायH बद करना और सभी कामगार को सुरि4त /थल पर लाना सुिनित कर; ग े।
135
135 . अिg रोकने के िलए सतह पर पूवा0वधािनयाँ.– (1) क सब संरचनाएँ और सपोटH
सतह जो खान के
कसी वेश-/थान से 10 मीटर क 4ैितज दूरी के अदर ह अिoसy पदाथH के बने हगे :
परतु िविनयम अ/थायी संरचना\, सपोटl और उस शाaट के िशखर के आ}छादन को, जो
यह उप-
अभी खोदा जा रहा है और शाaट के आ}छादन के छोटे ढकने को, जो र/सी-कै पले (रोप कै पल) से वqतत होता
(2) खान के कसी वेश-/थान से 15 मीटर क दूरी के अदर, जो भूिम के नीचे क खनन /थल से भावी प
म; मुंहबद नहZ कर दया गया है, शेल या अय काबHिनक पदाथH संिचत या ढेर नहZ कए जाएँगे और सूखी
पिCयाँ या सूखे पेड़-पौधे एक7 होने या रहने नहZ दए जाएँगे और चौबीस घंट के अदर योग के िलए अपेि4त
सामbी से िभन दाy सामbी और pवलनशील सामbी संिचत नहZ क जाएगी :
परतु इस उप-िविनयम क कोई बात खान से िनकाले %ए कोयले का खान के वेश-/थान पर जमा
िनकाल दए जाएँगे और सूखी पिCयाँ या सूखे पेड़ पौधे आग लग जाना रोकने के िलए िजतनी भी बार आवयक
हो साफ कर दए जाएँगे।
(4) िनकले %ए कोयला सीम पर या कसी िववृत खनन /थल म; या कोयला िनकालने से टूटी %ई भूिम
बाहर
म; दी गई पूवाHवधािनयाँ बरती गई ह` और आग लगी होने या उसके िचह के िलए, िनरी4ण करे गा।
(7) उप- िविनयम (6) के अधीन कए गए िनरी4ण का एक अिभलेख इस योजन के िलए रखी गई िजदबk
पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; रखा जाएगा और िनरी4ण करने वाले Aयि" के ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख
डाली जाएगी।
136
136. अिg रोकने के िलए भूिम के नीचे क( पूवा0वधािनयाँ.– (1) कसी शाaट के आ/तर (लाइiनग) या भूिम
के नीचे मशीनरी याउप/कर को रखने वाले कमरे के िनमाHण म; या उसके संबंध म; कोई काQठ या अय दाy
सामbी यु)त नहZ क जाएगी।
(2) भूिम के नीचे क कसी खनन /थल म; काQठ के टुकड़े नहZ छोड़े जाएँग,े बिक िनयिमत प से येक पारी
के अत म; सतह को ले जाए जाएँगे।
(3) कोई Aयि" भूिम के नीचे क खनन /थल म; अिo नहZ जलाएगा और न जलाने क अनुsा देगा :
परतु,
(क) थम या ितीय िडbी के गैसीय सीम म;, pवाला या िवRुत वेiडग या मर मत का िवRुत उप/कर, यद
बंधक के िलिखत आदेश ारा अनुsात कया गया हो, भूिम के नीचे यु)त कया जा सके गा, और ऐसा येक
आदेश उस Aयि" को िविनXदQट करे गा जो उप/कर का भारसाधक होगा और यह उस Aयि" का कतHAय होगा क
जब भूिम के नीचे उप/कर क आवयकता न रहे तब उसे सतह पर लौटा लाए;
(ख) िडbी के गैसीय सीम म;, pवाला या िवRुत वेiडग या मर मत का िवRुत उप/कर 4े7ीय िनरी4क
तृतीय
से पूवH अनुsा ाEत करके ही और उन शतl के अधीन ही जो वह उसम; िविनXदQट कर;, यु)त कए जा सक; गे।
(4) कोई Aयि" कसी सुवाy ब ती या लै प को भूिम के नीचे तब तक नहZ छोड़ेगा जब तक उसने उसको वहाँ
पर रहने वाले कसी Aयि" के भारसाधन म; न दे दया हो।
(5) कसी पारी के अत पर, जब तक क खान उ तरो तर पािलय म; न चलाई जाती हो, खान से सब Aयि"य
के चले जाने पर सब बिCयाँ बुझा दी जाएँगी और सब िवRुतशि" काट दी जाएगी।
(6) खान के भूिमगत भाग म; आग लगने या उसी खान म; कसी अय िह/से या बगल क खान से आग फै लने को
रोकने के िलए उिचत उपाय कए जाएँगे। यद कोई ऐसी आग लग गई है या तपन %ई है तो उसे िनयंि7त करने
या अलग करने के िलए समुिचत उपाय कए जाएँगे।
(7) /थाई प से बद न कए गए चलने योfय वेश-मागH के ारा सतह से जुड़े सभी अयु)त खनन /थल का
िनरी4ण येक तीस दन म; कम से कम एक बार कसी स4म Aयि" ारा इस बात के िलए क जाएगी क
कहZ अवैध शराब चुलाने के िचह तो नहZ है, और ऐसी येक िनरी4ण का एक अिभलेख इस योजन के िलए
रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; रखा जाएगा और िनरी4ण करनेवाले Aयि" के ारा उस पर
ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
137
137 . वत:
वत: तपन से पूवा0वधािनयाँ.– /वत: तपन के खतरे के संबंध म; िन निलिखत पूवाHवधािनयाँ ली
जाएगी :-
(1) से)सन को इस कार पैनल बनाकर काम कया जाएगा क येक पैनल का अपना /वतं7 संवातन
सीम या
(डेवलप) कया जा चुका है वहाँ अवरोध बनाकर कृ ि7म पैनल बनाए जाएँगे।
(3) का आकार िनधाHरण करने म; इस बात का {यान रखा जाएगा
उप-िविनयम (1) तथा (2) के अधीन पैनल
क पैनल के अदर सभी कोयला /तंभ कोयला सीम के उQमायन अविध के अदर िनकाल िलया जाएगा।
(4) कोयला, शे ल या अय काबHिनक पदाथH खान के नीचे नहZ छोड़ा जाएगा या जमा करके ढे र नहZ लगाया
जाएगा।
(5) जहाँ िगरे %ए कोयले को खान से िनकालना सा{य नहZ है, वहाँ खान के उस 4े7 को भावी प से सील
कर दया जाएगा।
(6) कहZ मु?य िनरी4क ारा िविनXदQट शतl के अधीन िलिखत अनुsा दी गई है, उसे छोड़कर कसी भी
जहाँ
सीम या से)सन म; िपलर िनQकषHण का काम तब तक शु नहZ कया जाएगा जब त क क उस पैनल के सभी
(8) फायर डैम या अवरोध के िनमाHण म; शेल या अय काबHिनक पदाथH का योग नहZ कया जाएगा।
(9) जैसे ही कोई पैनल गोफ हो जाता है उसे समुिचत अवरोध को बनाकर अलग कर दया जाएगा।
(10) गोफ को सील करने के िलए या पुराना, प+र य)त याअयु)त खनन /थल या आग या /वत: तपन से
भािवत 4े7 को अलग करने के िलए खडे कए गए सभी आइसोलेसन अवरोध को सीमेट से पला/ टर कया
(11 ) आग से िनपटने के िलए पयाHEत सामbी भूिम के नीचे सुिवधाजनक /थान पर ढ़~लाई तथा उपयोग हेतु
तैयार रखा जाएगा, और पयाHEत सं?या म; Aयि"य को ऐसे सामbी का योग करने के िलए िश4ण दया
जाएगा।
(12) /वत: तपन का ारंिभक अव/था म; पता लगाने के िलए, येक डीिपलरग िडि/[)ट तथा येक अलग
न कए गए गोफ के वापसी वायु-मागH म; िन निलिखत तरीके से वायु क जाँच क जाएगी :-
(क) मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत कार के /वचािलत िडटे)टर यं7 से येक सात दन म; कम से कम एक
बार काबHन मोनोऑ)साइड क ितशत मा7ा, और
(ख) येक दन म; कम से कम एक बार बने %ए काबHन मोनोऑ)साइड व सोखे गए ऑ)सीजन
तीस का
परतु, Gिमक जाँच म; बने %ए काबHन मोनोऑ)साइड व सोखे गए ऑ)सीजन का अनुपात Gमश: बढ़ता
%आ िमले तो आग के /थान का पता लगाने और िनपटने के िलए समुिचत उपाय कए जाएँगे।
(13) उप-िविनयम (12 ) म; िनXदQट ऐसे येक जाँच के प+रणाम इस योजन से रखे गए िजल्दबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; िलखा जाएगा और उस पर जाँच करने वाला Aयि" तारीख देकर ह/ता4र करेगा।
(14) येक िडिपलरग िडि/[)ट का िनरी4ण येक बदी के दन कया जाएगा और ऐसे येक िनरी4ण का
अिभलेख इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; रखा जाएगा और िनरी4ण करने
वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
चार ओर बनाए गए आइसोलेशन /टॉiपग का येक सात दन म; कम से कम एक बार एक स4म Aयि" ारा
आग के जोिखम को पता लगाने के िलए िनरी4ण कया जाएगा और ऐसे येक िनरी4ण का अिभलेख इस
योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; रखी जाएगी और िनरी4ण करने वाले Aयि"
ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
(16) जहाँ कसी खान या उसके कसी िह/से म; िवशेष प+रि/थितय के कारण इस िविनयम के ावधान का
पालन करना आवयक नहZ है या Aयावहा+रक प से संभव नहZ है, वहाँ 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा
अंतराल से पानी या कोई अिoरोधी या अिoदमनक पदाथl के िछड़काव क समुिचत Aयव/था क जाएगी।
(18) जलीय तरल जो अिoरोधी नहZ है, भूिम के नीचे उपयोग नहZ कया जाएगा।
(19 ) गमH सतह, िवRुत उप/कर या केबल को जलीय तरल या तेल के संपकH म; आने क संभावना को कम करने
के िलए पूवाHवधािनयाँ बरती जाएँगी।
(20) तपन शील तेल या पदाथl को िवRुत उप/कर म; भराई के िलए उपयोग नहZ कया जाएगा।
(21) उप-िविनयम (18), (19) एवं (20) म; कसी बात के होते %ए भी, 4े7ीय िनरी4क िलिखत आदेश ारा
अिoरोधी जलीय तरल के उपयोग थम िडbी गैसीय खान म; उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे,
उसके ावधान से छू ट दे सकेगा।
138
138 . आग लग जाने के बाद पूवा0वधािनयाँ.– (1) खान के कसी भाग म; धुआँ या अय िचह के कट होने पर
जो यह उपदqशत कर; क आग लग गई है या शायद लग गई हो या /वत: तपन घ+टत हो गया है या शायद घ+टत
हो गया हो, तो िबना िबल ब कए आग या तपन से िनपटने के िलए भावी उपाय कए जाएँगे और, उन
Aयि"य से िभन िजनक खान म; उपि/थित आग या तपन के संबंध म; कारHवाई करने के िलए आवयक हो, सभी
Aयि" खान से हटा िलए जाएँगे।
(2) उन Aयि"य जो उप-िविनयम (1) म; िनXदQट आग या तपन से िनपटने या उसे सील करने के िलए अपेि4त
ह`, से िभन कसी Aयि" को तब तक खान म; पुन: वेश नहZ करने दया जाएगा जब तक आग या तपन बुझा
नहZ दी जाती या भावी प से सील नहZ कर दी जाती और बंधक या सहायक बंधक ारा जाँच करके खान
को िनरापद घोिषत नहZ कर दया जाता और ऐसी येक परी4ा क एक +रपोटH इस योजन के िलए रखी गई
िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएगी और परी4ा करने वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके
तारीख डाली जाएगी।
परतु 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे,
उनसे िभन Aयि"य का, िजनक आग या तपन का िनपटारा करने के िलए अपे4ा क जाती है, खान म; िनयोजन
अनुsात कर सके गा।
(3) िविनयम (2) ारा अपेि4त परी4ा कसी लौ वाली अनुमोदत सुर4ा लै प और काबHन
उप-
मोनोऑ)साइड गैस का पता लगाने के िलए मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत अय साधन से क जाएगी।
(4) उस पूरे समय के दौरान जब आग या तपन का िनपटारा करने या मुँह बद करने का काम चल रहा हो :-
(क) एक स4म Aयि" उस /थान पर येक समय उपि/थत रहेगा;
(ख) आग 4े7 म; बनी कसी हािनकर, वासरोधी या pवलनशील गैस, pवाला, भाप और उि 4Eत या लुढ़कते
%ए गमH पदाथH, वाटर गैस का िव/फोट और आग लगे 4े7 म; पड़े दरार या पॉटिछ के खतर से Aयि"य को
बचाने के िलए पयाHEत पूवाHवधािनयाँ बरती जाएगी।
(iv) येक पटरी आढ़ तथा पटरी रिहत लोकोमो+टव; /वचािलत जन-सवारी यान या िनजी वाहक;
(v) येक /थायी तथा अ/थायी िवRुत ितQठापन;
(vi) ऐसे /थान जहाँ आकH या aलेम ारा वेiडग, कटZग या सोinग कया जा रहा है;
(vii) येक मशीनरी, संय7
ं और ितQठापन; और
(viii) आग के जोिखम वाले ऐसे अय िवशेष जगह पर जो बंधक ारा िविनXदQट कया जा सकता
है।
(2) तेल या िबजली क आग बुझाने के िलए सोडा-अ ल अिoशामक या पानी योग म; नहZ लाया जाएगा।
(3) िबजली क आग बुझाने के िलए झाग वाला अिoशामक योग म; नहZ लाया जाएगा।
) रसायनयु)त अिoशामक िजनके चालन से जहरीली या
(4 हािनकर गैसे िनकलती है, वे भूिम के नीचे न ही
छोड़नेवाले अिoशामक को भूिम के नीचे योग कए जाने से वqजत नहZ करेगा।
(5) खान के सतहया भूिमगत भाग म;, मशीनरी, संयं7 और भारी अथH मुiवग मशीनरी म; योग कए जाने
वाले सभी कार के अिoशामक और अिoदमन णािलयाँ, िजसम; /वचािलत अिo खोज एवं दमण णािलयाँ भी
शािमल ह`, और आग को बद करने या उसके शमन या दमन क णािलय म; योग होने वाले सामbी और
रसायन; वैसे कार, मानक और बनावट के हगे जो मु?य िनरी4क ारा सामान्य या िवशेष आदेश ारा
अनुमोदत हो।
(6) एक स4म Aयि" येक महीने म; कम से कम एक बार आग बुझाने के सभी उप/कर, सामbी और Aयव/था
क जाँच करे गा तथा अिoशामक को कायHशील अव/था म; सुिनित करने के िलए िजतनी बार आवयक हो
उतनी बार खाली करके पुन: भरे गा और उस जाँच म; या अयथा कोई कमी पाई जाए तो उसे तुरत ठीक कया
जाएगा।
(7) िविनयम (6) के अधीन कए गए येक जाँच का एक अिभलेख इस योजन के िलए रखे गए
उप-
िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; बनाया जाएगा और उस पर जाँच करने वाला Aयि" तारीख देकर
ह/ता4र करेगा।
140
140 . आग बुझाने क( Cयव
यवथा.- (1) येक खान के /वामी, अिभकताH और बंधक सतह पर और भूिमगत
येक मु?य हॉलेज सड़क-मागH पर भी मु?य शाaट के नजदीक अतbाही वायुमागH म; उपयु)त /थान पर अिo
/टेशन को /थािपत कर खान म; आग बुझाने के िलए समुिचत Aयव/था करेगा और पयाHEत आग बुझाने के उप/कर
येक ऐसे अिo /टेशन म; रखे हगे।
(2) उप/कर, िजसम; जल नल-तं7, नल, अिo /टेशन, पंiपग /टेशन, संवातन णाली और
आग बुझाने के
पलायन मागH के साथ-साथ ऐसी अय जानकारी जो आग बुझाने के िलए उपयोगी हो सकती है, को दqशत करता
%आ पयाHEत सं?या म; न)शे तैयार कए जाएँगे और सतह तथा भूिमगत दोन के समुिचत /थान पर इन न)श
क अRतन ितिलिपयाँ उपलxध रखे जाएँगे।
(3) पयाHEत सं?या म; Aयि"य को, िजसम; सभी संयं7, मशीनरी तथा भारी अथH मूiवग मशीनरी के चालक
शािमल ह`, अिoशामक के योग करने तथा आग बुझाने के कायH का िश4ण दया जाएगा और उन Aयि"य को
उन सब /थान से प+रिचत कराया जाएगा जहाँ आग बुझाने के उप/कर सामायत: खान तथा िवशेष प से
कायH/थल पर रखा गया है।
(4) येक खान का बंधक 4े7ीय िनरी4क के अनुमोदन से, /थायी आदेश िजसम; आग क चेतावनी देने के
िलए अपनायी गई कायHिविध, खान से Aयि"य का समयबk बाहर िनकालने तथा आग बुझाने के कायH का
141
141 . काब0न मोनोऑ
मोनोऑSसाईड
साईड क( जाँच के उपकरण. येक भूिमगत खान म; काबHन मोनोऑ)साइड गैस क
उपकरण.–
जाँच के िलए उिचत उपकरण जो मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत है, येक समय काम म; आने के िलए उपलय
रखा जाएगा।
142
142. पूवा0वधािनयाँ जब अिg हो.– (1) मु?य िनरी4क क पूवH िलिखत अनुsा के िबना एवं ऐसे शतl के
अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , कोई Aयि" कसी सीम म; िनयोिजत नहZ कया जाएगा,-
(क) जहाँ िन नतर सीम म; अिo या /वत: तपन हो, चाहे ऐसी अिo, अिo-अवरोध ारा मुँहबद कर दी गई हो
या नहZ; या
(ख) जहाँ सीम का कसी अय सीम के साथ, िजसम; आग लगी हो, एक ही संवातन णाली हो; या
(ग) जहाँ सीम के िनकास या वेश पथ कसी उ}चतर सीम म; क या सहत पर कसी राख के ढ़ेर म; क या
फालतू िमी के ढ़ेर म; क या कसी अय ढ़ेर या /थान म; क जलती %ई आग या /वत: तपन से या कसी अय
अिo या /वत: तपन से जो तुरत िनयंि7त नहZ क जा सकती, 60 मीटर के अदर हो या जहाँ सीम से संबंिधत
तोड़ी %ई भूिम ऐसी अिo या ऐस /वत: तपन के, 60 मीटर के अदर हो; और
(घ) जहाँ वह अवांतर /तर 10 मीटर से कम कठोर िशला का हो जो िनवेदत /थान और कसी ऐसी ऊपर क
सीम के बीच हो िजसम; आग लगी हो या /वत: तपन घ+टत हो गई हो, या उस सतह के बीच हो जहाँ कसी
फालतू िमी के ढ़ेर म; या कसी राख के ढ़ेर म; या कसी अय ढ़ेर म; या /थान म; जलती अिo या /वत: तपन हो
या कोई अय अिo या /वत: तपन हो जो तुरत िनयंि7त न कया जा सकता हो।
(2) कसी भी चालू खान िजसम; आग क उपि/थित मालूम हो या आग लगी होना माना जाता हो, तो :-
(क) खान के कसी भाग से या सतह से कसी टूटे /[ाटा से होकर आग लगे 4े7 म; हवा प%ँचने को रोकने के
िलए पयाHEत पूवाHवधािनयाँ बरती जाएँगी; और
(ख) खान के कसी भाग म;, िजससे ऐसे कसी गोफ या टूटे /[ाटा को द4तापूवक
H मुँहबद नहZ कया गया है,
उप-िनयम (क) के अधीन अपेि4त कायH के अलावा अय कोई कायH नहZ कया जाएगा।
(3) येक कोयला सीम म; पुराने खनन /थल, गोफ या आग या /वत: तपन को सील करने के िलए िनqमत
अवरोध यद िव/फोट-सy नहZ हो,तो येक तीस दन म; कम से कम एक बार ऐसे अवरोध के पीछे क
वायुमंडलीय दशा\ को अिभिनित करने के िलए Aयव/था क जाएगी।
(4) नीचे क कसी अिo या /वत: तपन या गोफ या पुराने खनन /थल को अलग या िनयंि7त करने के
भूिम के
िलए बनाया गया येक अवरोध सं?यांकत कया जाएगा और पयाHEत दृढ़ होगा और इस कार अनुरि4त कया
परतु जहाँ से कसी अवरोध के पीछे पानी जमा हो जाना संभाAय हो, वहाँ अवरोध म; एक यथायोfय
पाइप या अय युि" क Aयव/था क जाएगी िजससे वायु या गैस के +रसाव के िबना, पानी को िनकाला जा सके।
जाँच-पड़ताल करे गा और अवरोध के बाहर वायुमंडल का तापमान और आHता अिभिनित करे गा।
(8) स4म Aयि" उप-िविनयम (7) के अंतगHत कए गए िनरी4क के बाद येक अवरोध के िलए वह तारीख के
साथ अपने ह/ता4र अवरोध पर उस योजनाथH उिचत /थान पर Aयव/था कए गए चेक-बोडH पर अंकत करेगा,
िजसे तीन मास से अयून कालाविध तक रखा जाएगा और ऐसे िनरी4ण क एक +रपोटH इस योजन के िलए
रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएगी और िनरी4ण करने वाले Aयि" ारा उस पर
ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी :
परतु, ऐसे जाँच से गंभीर 7ु+ट उजागर होने पर, अिवल ब बंधक क जानकारी म; लाया जाएगा।
परतु यह क 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, ऐसे िनरी4ण का ऐसे अपतर अतराल पर कया
जाना अपेि4त कर सके गा जो वह उसम; िविनXदQट करे।
143
143 . धूल से पूवा0वधािनयाँ.– (1) येक खान का /वामी, अिभकताH या बंधक यथाअपेि4त ऐसे आवयक
कदम उठाएगा िजससे सतह पर या भूिमगत भाग म; कसी भी कायH/थल पर धूल के उ सजHन म; कमी आए और,
वायु म; उड़ने वाली धूल को दबाया जाए तथा यह सुिनित कया जाए क वास के साथ घुसने योfय धूल का
Aयि"य पर भाव Aयावहा+रक सीमा तक सीिमत रहे जो कसी भी हालत म; /वास्य के िलए हािनकारक न
हो।
(2) इस िविनयम के योजन के िलए ऐसे कसी भी कायH/थल को Aयि"य के काम करने या उसम; रहने के
िलए अहािनकारक ि/थित म; नहZ माना जाएगा यद, वहाँ मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत कार के ड/ट
सै पलर से उसके ारा सामाय या िवशेष आदेश ारा िनयत तरीके से िलए गए हवा के नमूने म; वायुवाही
वसनीय धूल क मा7ा का आठ घंटे क समय-भा+रत औसत सांता, नमूना ली गई वायु के ित घन मीटर पर,
िमिलbाम म;, पूणHतया कोयला सीम म; ि/थत कायH/थल म; या जहाँ मु)त वसनीय िसिलका पाँच ितशत से कम
है वहाँ दो से अिधक, और अय ि/थितय म; दस के अंक को मु)त िसिलका ितशत से भाग देन े पर ाEत मान से
अिधक हो।
(3) येक खान के /वामी, अिभकताH या बंधक इन िविनयम के लागू होने के तीन मास के भीतर और उसके
बाद येक मास म; कम से कम एक बार या जब कभी 4े7ीय िनरी4क िलिखत आदेश ारा ऐसा अपेि4त करे,
ऐसे येक कायH/थल पर जहाँ वायुवािहत धूल पैदा होती है वहाँ हवा का नमूना िलया जाना और उसम; वसनीय
धूल क मा7ा को अवधा+रत करवाना सुिनित करेगा।
परतु, कसी संय7, उप/कर या मशीनरी के नए चालू कए जाने पर या कसी नए कायाHयास चालू
कए जाने पर या उसम; ऐसे प+रवतHन कए जाने पर िजससे वायुवािहत वसनीय धूल के /तर म; िवशेष प+रवतHन
होने क संभावना हो, ऐसे मापन तुरत करने हगे।
(4) उप-िविनयम (3) के अधीन िलए गए नमूने यथासा{य कामगार के धूल भावन /तर क सही प से
ाितिनिधक हगे, और इस उेय के िलए, सै पलर को धूल जनन िबदु के वापसी तरफ रखा जाएगा तथा
चालक या अय कामगार िजसका भावन उसके समूह म; अिधकतम समझा जाए, क ि/थित सामाय काम
करने क ि/थित के एक मीटर के भीतर परतु उसके पीछे नहZ रहेग ा।
(5) ि/थर या Aयि"गत नमूना के प+रणाम के आधार िविभन वगl के कामगार के ितिनिधक धूल भावन
क वैसे चयिनत कामगार के पावH िच7 आकलन वेश ार से वेश ार तक वैयि"क मॉिनटरग से क
जाएगी, िजनका भावन उनके कायH-वगl म; ाितिनिधक समझा जाए।
(6) नमूनेिवशेष प से िशि4त Aयि" ारा और उहZ सै पiलग उप/कर और उप-सािध7 से िलया जाएगा
िजह; जाँच कर यह िनित कया गया है क उनका रख-रखाव ठीक से कया गया है और ठीक से काम क हालत
म; है तथा िपछले एक वषH के अंदर उनक जाँच, परी4ण व अंश शोधन कया गया है।
(7) ए गए नमून म; वसनीय धूल क मा7ा और पूणH प से कोयला सीम म; अवि/थत कायH/थल को
िल
छोड़कर अय कायH/थल पर िलए गए नमून के )वाटHज अंश क मा7ा मु?य िनरी4क ारा िलिखत प म;
अनुमोदत योगशाला म; अवधा+रत कया जाएगा।
(8) वायुवािहत वसनीय धूल के माप के सभी प+रणाम और सभी अय स बिधत xयौरे नमूना लेने के 14 दन
के भीतर इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; णालीबk प से िलखे जाएँगे
और येक िवQट पर बंधक ारा चौबीस घंटे के भीतर तारीख के साथ ितह/ता4+रत कया जाएगा।
(9) नीटर करने के प+रणाम से यह /थािपत हो जाए क कसी /थान पर धूल क मा7ा
जब धूल को मॉ
अनुमत सीमा से अिधक हो गई है तो धूल के उ सजHन को कम करने के िलए तुरंत कदम उठाए जाएँगे और 4े7ीय
परतु, यद मशीनरी या उप/कर क धूल रोकने और दबाने क युि" द4तापूवHक कायH करने म; असफल
हो जाए,तो वह मशीनरी या उप/कर भी उसी कार बद कर दया जाएगा तथा तब तक फर चालू नहZ कया
पkित को /थािपत करने के िलए आवयक अविध के दौरान धूल क सीमा का पालन के वल आकि/मक उपाय या
ितीय उपाय के प म;, सुदरू संGया ारा या कायH आवतHन ारा कया जा सके गा और ऐसा करने म; असफल
रहने पर यह पालन धूल विसव के योग ारा कया जा सके गा।
(12) येक खान का /वामी, अिभकताH या बंधक जहाँ धूल विसव क जरत हो सकती है स बिधत
Aयि"य के मुaत म; योग के िलए धूल वािसव समुिचत सं?या म; अनुद त या Aयव/था करे गा और वह धूल
जाएँग,े अथाHत:् -
(क) धूल को उसके बनने क जगह से, यथासंभव िनकट दबाया जाएगा;
(ख) सतह पर या भूिमगत भाग म; प थर म; वेधन या बोरग करने के दौरान-
ठीक तरह धार कए %ए और सही आकार वाले िnल-िबट का योग करके , िबट पर उिचत दबाव रखकर
(i)
ाकृ ितक प से भZगी जमीन को छोड़कर बाक जगह पानी क धारा िबट क धार पर िगराई जाएगी
(ii)
ताक मलवा (कतHन) गीला रहे, या धूल को वायु म; उड़ने से रोकने के िलए मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत उतनी
ही द4ता वाली अय युि" क Aयव/था क जाएगी और वेधन या बोरग संGया के दौरान उसे बराबर चालू
रखा जाएगा, और जहाँ यूमे+टक वेधन कया जाता है वहाँ िnल म; स पीिडत वायु भेजने से पहले पानी चालू
कया जाएगा।
परतु, जहाँ हाथ ारा िछ कया जाता है, वहाँ वेधन के समय िछ को िनरं तर गीला रखना पयाHEत
होगा।
(ग) पर या भूिमगत भाग म; येक सड़क-मागH, जहाँ चलंत (मोबाईल) खनन मशीनरी चलते ह, िनयिमत
सतह
प से गीला रखा जाएगा या कसी अय उतनी ही भावी चीज से उसका उपचार कया जाएगा ताक धूल का
वायु म; उड़ना कम से कम कया जा सके ।
तक नहZ चलाया जाएगा जब तक क वह समुिचत धूल रोकने और दबाने क युि" से सि¦त न हो, जो चालन
िलवर या ि/वच के साथ समुिचत प से अतबHk हो, और जब तक ऐसी युि" कारगर ढंग से काम न कर रही
हो;
येक यांि7क कोयला काटने वाली मशीन पर िपक क प+रकपना, Aयव/था, सामbी और दशा
(ii)
ऐसी होगी क धूल का उ पादन यूनतम हो और कोई कोयला काटने वाली याि7क मशीन तब तक चािलत
नहZ कया जाएगा जब तक क उिचत पानी के फुहारे या जेट उसके कqत7 कनार पर न िगरे, िजससे जैसे ही
कतHन बने, वह साथ-साथ आH हो जाए;
येक चालू फेस तथा उसके 60 मीटर के भीतर येक सड़क-मागH या वायु-मागH क फशH, छत और
(iii)
पावH जब तक पूरी तरह ाकृ ितक प से आH न हो धूल जमा होने से रोकने के िलए िनयिमत प से धुलाई क
जाएगी और उह; कायH क पािलय के दौरान पूरी तरह आH रखा जाएगा;
कसी मशीनरी या संGया ारा उ सqजत धूल को हटा लेने के िलए तथा हवा म; धूल क साता
(iv)
को अनुमत सीमा से नीचे रखने के िलए सामाय संवातन णाली ारा और यद आवयक हो तो /थानीय
संवातन ारा पयाHEत वायु वाह इस कार बनाए रखा जाएगा िजससे क जहाँ तक AयवहायH हो, कसी सड़क-
मागH या कायH - /थल पर वायु क गित ऐसी न हो क वातावरण म; धूल उड़ाकर रखे;
(v) िव/फोटन के बाद कोई Aयि" कायH - /थल म; तब तक वेश नहZ करेगा जब तक वायु वाह ारा
धूल, धूएँ और गधमय धु\ के साफ हो जाने के िलए पयाHEत समय न बीत गया हो तथा टू टा %आ सामbी तक
तक नहZ हटाया जाएगा, जब तक उसे पानी ारा पूरी तरह से गीला न कर दया जाए;
(vi) कोयले क ढु लाई के िलए काम आने वाली वाहन, टब और कवेयर को अ}छी अव/था म; रखा
जाएगा िजससे क कोयले का िछटकना या टपकना कम हो सके और शूट, /पाईरल कवेयर, िबन, +टपलर,
कवेयर िड/चाजH iबदु\ और /कप लोiडग व अनलोiडग सं/थापन का इस कार िनय7ण कया जाएगा क
धूल का बनना यूनतम हो जाएग, और ऐसे सामbी यद पूरी तरह गीला नहZ ह` या धूल दबाने क अय कारगर
युि" का योग नहZ कया जाता है तो उन सामbी को पूरी तरह गीला कया जाएगा; और
(vii) जब तक क िवशेष क+ठनाईय के कारण 4े7ीय िनरी4क ारा इसम; िलिखत प से छू ट नहZ
दी जाती है िजस पर उनके ारा लगाई गई शतw लागू होगी, पाईप म; पानी को पयाHEत मा7ा म; और पयाHEत
दबाव पर और कसी पंiपग णाली से अलग Aयव/था कया एवं उसे बनाए रखा जाएगा ताक धूल को
(छ) के नीचे एfजॉ/ट वायु िजसम; अनुमत सीमा से अिधक धूल हो, कायH-/थल पर भेजने से पहले कारगर
भूिम
प से हका (डैयूट) कया जाएगा और आवयक हो तो छानकर भेजा जाएगा ताक वसनीय धूल क साता
अनुमत सीमा के दस ितशत से नीचे रहे।
(ज) कसी मशीनरी, उप/कर या Gया से उ पन धूल को रोकने व दबाने के िलए तथा एfजॉ/ट वायु को
छानने के िलए यु)त येक युि" और येक धूल विसव का 7 दन म; कम से कम एक बार िनरी4ण कया
जाएगा और येक महीने म; कम से कम एक बार पूरी तरह से परी4ा और जाँच क जाएगी और ऐसे येक
िनरी4ण, परी4ा और जाँच के प+रणाम को उप-िविनयम (8) के अतगHत रखे गए रिज/टर म; अिभिलिखत
करके रखे जाएँगे।
(14 ) येक ऐसे खान का बंधक जहाँ वायुवािहत धूल उ पन होता है, एक योजना बनाएगा और Gयािवत
करे गा, िजसम; िन निलिखत िविनXदQट हगे :-
बदोब/त या संगठन;
(च) धूल िनयं7ण उपाय को कायाHिवत करने वाले सभी Aयि"य म; से येक को उसके काम से पूणH प से
प+रिचत कराने का तरीका।
अनिधक सूचक गुणक पैमाना का एक धूल न)शा रखा जाएगा, िजसम; िवशेष रं ग, सांकेितक अ4र और सं?या
परतु यद धूल क आपूqत कसी िनयिमत ोत से नहZ होती है तो धूल क येक आपूqत म; ऐसी जाँच
क जाएगी।
(6) जहाँ कसी /थान या खान के भाग का अदाy धूल से उपचार कया जाता है, तो,-
(क) अदाy धूल छZटने से पहले, यथासा{य छत, पावH, फशH, अवलंब, कॉग, द9ड, ैटीस कपड़ा या कोई अय
व/तु या संरचना या जगह से िजस पर कोयला धूल जमा हो सकती है, सब कोयला धूल साफ कर दी जाएगी और
ऐसी इक¡ा क गई धूल चौबीस घंटे क कालाविध के अदर सतह को हटा दी जाएगी;
(ख) उपरो)त व/तु\, संरचना\ तथा /थान पर अदाy धूल पयाHEत मा7ा म; और ऐसे समयातर पर छZटी
जाएगी जो इस उप-िविनयम के ावधान का अनुपालन करने के िलए आवयक हो;
(ग) कोयला धूल क सफाई और अदाy धूल छZटने का कायH हवा के बहाव क दशा म; कया जाएगा;
(घ) अदाy धूल क पयाHEत मा7ा म; खान म; उपयु)त जगह पर उपलय रखी जाएगी और खान के भूिमगत
भाग म; अदाy धूल क आपूqत म; कोई कमी होने पर उसक सूचना तुरत बंधक को दी जाएगी; और
(ड.) खान म; िविभन जगह पर ढेर क गई तथा पल पर रखी गई या ड/ट बै+रयर पर रखी गई अदाy धूल
तब बदल जाएगी जब उसक आसानी से उड़ने क 4मता नQट हो जाए या अदाy धूल के ऊपर कोयले क धूल
क परत जमा होने से ऐसी धूल वहाँ से हटा दी जाएगी।
(7) कस 4े7 म; कोयला धूल साफ कया गया है, कस 4े7 म; कतना अदाy धूल छीटा गया है या पानी छीटा
गया है, इसका ितदन का अिभलेख इस योजन के िलए रखे गए िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखा
जाएगा, और ऐसे पुि/तका म; िलखे गए येक िववरण पर ड/ट इं चाजH तारीख देकर ह/ता4र करे गा और उस पर
इं जीिनयरी म; िडEलेमा या िडbी धारण करता है, िजसे ड/ट इं चाजH कहा जा सके गा।
(9) ड/ट भारसाधक को िविनयम 145 म; दया गया धूल नमून संबंधी कोई कायH नहZ सgपा जाएगा, न ही
4े7ीय िनरी4क के पूवH िलिखत अनुsा के िबना ऐसे Aयि" को कोई अय कायH सgपा जाएगा;
परतु 5000 टन ित
से कम उ पादन वाले खान म; इस िविनयम के अनुसार िनयु)त कया गया
मास
ड/ट भारसाधक िविनयम 145 के अनुसार सै पiलग भारसाधक का कायH कर सकता है।
(ग) उपरो)त प से पानी या अदाy धूल से उपचार करने के िलए क गई Aयव/थाएँ अ}छी दशा म; बनाए
रखी जाएँ।
145
145. धूल िनयंण के उपाय@ पर िनयंण.– (1) के अधीन अपेि4त पयाHEत प
िविनयम 143 और 144 के
से कोयला धूल का उपचार सुिनित करने के योजन कोयला धूल संबंधी उपाय ठीक-ठीक कए जाएँ, के िलए
खान क धूल के िनयिमत नमूने इस िविनयम म; दए गए तरीके तथा समयातर से इक¡े कए जाएँग,े जाँचे
जाएँगे और इनका िवलेषण कया जाएगा।
परतु जहाँ खान के कु छ भाग म; पानी और कु छ म; अदाy धूल छीटा जाता है, वहाँ जोन इस कार
बनाए जाएँगे क कसी भी जोन म; कोयला धूल उपचार करने का एक ही तरीके का अनुसरण कया जाए।
(3) ) के अधीन बनाए गए येक जोन को तीन समान से)सन म; बाँटा जाएगा िजसम; से येक
उप-िविनयम (2
(3) के अधीन बनाए गए येक से)सन को क, ख या ग आद सांकेितक अ4र ारा Gमबk प से िचिहत कया
जाएगा।
(5) एवं से)सन को उनके सं?या तथा सांकेितक अ4र के साथ कम से कम 2000:1 सूचक गुणक के
सभी जोन
पैमाने पर बनाए गए न)शे पर /पQट प से िचिहत कया जाएगा, िजसे इसके आगे सै पiलग न)शे कहा
जाएगा, िजसम; खान के ाकृ ितक प से आH भाग /पQट प से दखाएँ जाएँगे।
(6) भूिमगत भाग के खनन /थल म; सूचना प टांगकर या कसी अय उपाय से येक जोन और से)सन को
साफ-साफ दखाया जाएगा।
(7) येक दन म; येक जोन से ाितिनिधक नमूना इक¡े कए जाएँगे और इस उेय के िलए िविभन
तीस
से)सन क, ख या ग से नमूने Gमानुसार इस कार िलए जाएँगे क येक तीस दन के अदर सभी नमूने या तो
से)सन ‘क’ या से)सन ‘ख’ या से)सन ‘ग’ से िलए जाएँगे।
(8) ) म; िनXदQट ाितिनिधक नमूने धूल क सफाई या धूल उपचार कायH का {यान रखे िबना
उप-िविनयम (7
एक णालीबk Gम से िलए जाएँगे। परतु कसी जोन, से)सन या उसके कसी भाग म; सफाई या धूल उपचार
कायH के चौबीस घंटे क कलाविध के अदर उस /थान से नमूने नहZ िलए जाएँगे।
(9) यद कसी िवशेष जोन के ाितिनिधक नमूना से मालूम होता है क िविनयम 144 के उप-िविनयम (3) के
उपबंध का पालन नहZ हो रहा है तो उस पूरे जोन म; सफाई करने या धूल उपचार कायH तुरत कए जाएँगे ताक
उपयुH)त िविनयम के ावधान का पालन हो जाए।
(10) येक या7ा सड़क-मागH और येक वायु-मागH म;, उप-िविनयम (2) म; िविनXदQट रा/त को छोड़कर,
नमूने एक ऐसे Gमबk णाली से और ऐसे समयातर पर िलए जाएँगे क िविनयम 144 के उप-िविनयम (5) के
अनुसार धूल उपचार कायH क Aयव/था पर ठीक-ठीक नजर रखी जा सके और यह समयातर तीन महीने से
अिधक का नहZ होगा।
(11) पावH तथा फशH से िलए जाएँगे तथा छत और पावH म; अिधक से अिधक 5 िमली मीटर
धूल के नमूने छत,
गहराई करके तथा फशH म; अिधक से अिधक 10 िमलीमीटर गहराई से समािवQट करके नमूने िलए जाएँगे।
(12 )
िजस जोन म; अदाy धूल छीटा जाता है उसे ि/[प सै पiलग के तरीके से नमूने िलए जाएँग,े ि/[प
यथासंभव समान चौड़ाई के 10 सेटीमीटर से कम चौड़े नहZ हगे और समान अतर पर हगे परतु 5 मीटर से
(13) िजस जोन म; पानी छीटा जाता है उसम; /पॉट-सै पiलग के तरीके से नमूने िलए जाएँगे जो क रा/ते क
येक मीटर लंबाई के िलए एक /थिनक संbहण िलया जाएगा और नमूना यथासंभव समान अंतराल पर टेढ़े-मेढ़े
रा/ते से इक¡े कए जाएँगे।
(14) नमून को इक¡ा करते समय रा/ते से जुड़ी Gास गैलरी म; संवातन अवरोध तक सै पiलग प+याँ बढ़ाई
जाएगी या /पॉट सै पल िलए जाएँगे।
(15) येक नमूना को अ}छी तरीके से िमलाया जाएगा और फर )वाटरग पkित ारा उसका प+रमाण कम
कया जाएगा परतु 30 bाम से कम नहZ कया जाएगा, और इस कार बनाए गए येक नमूने को आHता ुफ
िडxबा म; बंद करके उस पर उपयु)त लेबल या िचिहत कए जाएँगे।
(16 ) नमून लेने का काम ऐसे स4म Aयि" के पयHवे4ण म; कया जाएगा जो बंधक या ओवरमैन का माण-
प7 या उस उेय के िलए अनुमोदत कसी िवविवRालय या सं/थान से खनन या खनन इंजीिनयरी क िडbी
या िडEलोमा धारण करता है, जो सै पiलग भारसाधक कहलाएगा, और 4े7ीय िनरी4क क पूवH िलिखत अनुsा
के िबना इस Aयि" को कोई अय काम नहZ सgपा जाएगा।
(17) येक नमूना लेने के सात दन के अदर उसे िवलेषण के िलए भेजा जाएगा और ऐसे िवलेषण का
जाँचफल िमलने के तुरत बाद वह इस योजन के िलए रखे गए िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलख
दया जाएगा और ऐसे येक अिभलेख पर सै पiलग भारसाधक तारीख देकर ह/ता4र करेगा और उस पर
बंधक तारीख देकर ित ह/ता4र करे गा।
पK
पKटीकरण.-
करण.- खान म; कसी भी जगह को ‘ाकृ ितक प से आH’ तभी माना जाएगा यद कसी भी समय छत,
पावH और फशH से और उस जगह पर अय व/तु\ पर इक¡ा धूल के िम
ण म; पानी का भाग हमेशा 30 ितशत
वजन के अनुसार से कम नहZ है।
146
146 . टोन
टोन डट बै!रयर.– (1) ितीय या तृतीय िडbी के येक गैसीय सीम म; या थम िडbी गैसीय सीम के
ऐसे िवकास खनन /थल म; िजसम; खतरनाक मा7ा म; pवलनशील गैस िमलने क संभावना हो, pवलन या
िव/फोट को खान के कसी एक भाग से दूसरे भाग म; फै लने से रोकने के िलए /टोन ड/ट बै+रयर बनाकर
अित+र)त सावधािनयाँ बरती जाएगी।
(2) येक /टोन ड/ट बै+रयर ऐसे कार का होगा जो मु?य िनरी4क ारा साधारण या िवशेष िलिखत आदेश
ारा अनुमोदत हो और उसे उ)त आदेश म; िविनXदQट तरीके से रखा जाएगा :
परतु, मु?य िनरी4क कसी भी खान या उसके भाग म; /टोन ड/ट बै+रयर के बदले म; अय वैकिपक
सतकH ता उपाय बरतने क अनुsा दे सकता है।
(3) थम िडbी क गैसीय सीम के कसी भाग म; उप-िविनयम (1) के अधीन अपेि4त /टोन ड/ट बै+रयर या
अय वैकिपक सतकH ता उपाय लगाने के संबंध म; कोई संदहे होता है तो उसे िविनिय के िलए मु?य िनरी4क के
पास भेजा जाएगा।
147
147 . गैस के फू ट िनकलने के संबध म4 पूवा0वधािनयाँ.– खनन /थल कसी ऐसी गोफ या अयु)त
जहाँ कोई
खनन /थल के, िजसम; pवलनशील या हािनकर गैस का संचय है या होना संभाAय है, 30 मीटर के अदर तक
प%ँच जाए, वहाँ कम से कम एक बोर िछ, जो गहराई म; 1.5 मीटर से कम का न हो, खनन /थल के आगे बनाए
रखा जाएगा, और बोर िछ वेधन क संGया कसी स4म Aयि" के पयHवे4ण म; क जाएगी और ऐसी खनन
/थल म; अनुमोदत सुर4ा लै प या टॉचH से िभन कसी लै प या लाइट का योग नहZ कया जाएगा।
148
148. ,युbरण
bरण और खोज का काम.
काम.– (1) कसी खान म; pवलनशील गैस या कोयला धूल का िव/फोट हो
के वल ऐसे ही Aयि"य को खान म; वेश करने दया जाएगा जो बंधक या
जाने के बाद, सतह पर उपि/थत
धान पदधारी ारा ािधकृ त ह।
(2) कसी खान या उसके भाग को, जो अलग, मुँहबद या आग या /वत: तपन को रोकने के िलए
जहाँ
जलEलािवत कर दया गया हो, फर से खोलना आशियत या /तािवत हो तो /वामी, अिभकताH या बंधक ऐसे
मु?य िनरी4क इसे अवधा+रत कर सकता है, िजसका िनणHय अंितम माना जाएगा।
) िबना मु?य िनरी4क के पूवH िलिखत अनुमित ारा, और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे
(2
और उप- िविनयम (1) के ावधान के अधीन, खान का येक वेश ार इस कार अिभकिपत, िनqमत और
अनुरि4त होगा क उसका िन नतम िबदु (वह िबदु जहाँ से सतह पर चढ़ती %ई जलरािश खान म; वेश कर
सकती है) उस जगह के उ}चतम बाढ़ /तर से 1.5 मीटर से कम ऊ̈चा नहZ होगा।
(3) येक वषH, वषाH के दौरान खान के सतह पर बाढ़ /तर पर लगातार नजर रखा जाएगा और यद कसी भी
समय /तर पुराने अिभिलिखत उ}चतम /तर को पार करता है, तो उन /तर को पानी के कनार पर /थाई खंभ
पर अंकत कया जाएगा और इस कार अवलोकत कए गए नये उ}चतम /तर को तारीख के साथ उ}चतम
बाढ़ /तर के प म; वा/तिवक सवw4ण ारा न)श पर उसे दजH कया जाएगा:
परतु उ}चतम बाढ़ /तर को न)श पर अतवwशन ारा आलेिखत नहZ कया जाएगा।
(4) यद नदय और जल-मागl पर बनाए गए पानी बाँध या जलाशय खान से ितकू ल वाह क दशा म; ह`
तो बाँध से छोड़े जाने वाले पानी, िजससे खान क सुर4ा को खतरा संभाAय हो, क मा7ा और उसका समय
सुिनित करने के उेय से समुिचत अिधका+रय के बीच संचार /थािपत करने का इंतजाम कया जाएगा तथा
जब पानी का /तर ितकू ल वाह क ओर बढ़ने लगे िजससे कसी खान के िलए खतरा क संभाAय हो तो भी
उसी कार का संचार /थािपत करने का इंतजाम कया जाएगा।
(5) येक खान म; िजसम; सतह के पानी से खतरा संभाAय हो, सतह पर उिचत /थान पर, उ}}तम बाढ़ /तर
तथा खतरा /तर, जो उ}चतम बाढ़ /तर से कम से कम 1.2 मीटर या जैसा 4े7ीय िनरी4क के ारा अपेि4त है,
नीचे हो, /थाई प से अंकत कया जाएगा, और जब भी कसी /थान पर पानी का /तर खतरा /तर तक उठने
लगे, सभी Aयि"य को पयाHEत समय रहते %ए ही खान से बाहर िनकाल िलया जाएगा और इस योजन के िलए
खान के सभी भाग म; भावी णाली ारा ूत संचार का समुिचत Aयव/था कया एवं बनाए रखा जाएगा।
(6) कसी खान म; कोई खनन /थल;.-
(क) कसी नदी, नहर, झील, तालाब या सतह के अय जलाशय के कसी भाग; या
(ख) कसी नदी या नहर के कसी कनारे या कसी झील, तालाब या सतह के अय जलाशय क सीमा से
15 मीटर क 4ैितज दूरी के अदर ि/थत कसी /थल, के ठीक नीचे, मु?य िनरी4क क पूव H िलिखत अनुsा से ही
(7) िविनयम (6) के अधीन अनुsा के िलए येक आवेदन के साथ न)शा और से)शन क दो ितयाँ दी
उप-
जाएँगी िजनम; खान क खनन /थल क वतHमान ि/थित, खनन /थल का /थािपत अिभयास, सतह से खनन
/थल क गहराई, पड़ोस क येक सीम के कहZ गोफ क ि/थित और गहराई, सब ंश, डाइक और अय
भूिव4ोभ और अय ऐसी िविशियाँ जो खान क या उसम; िनयोिजत Aयि"य क सुर4ा पर भाव डाल सक; ,
दqशत क जाएँगी।
पK
पKटीकरण.–
करण.– जहाँ कसी नदी, झील, नहर, तालाब या जलाशय के तल म; बालू या जलोढ़ िमी हो, वहाँ सतह
(9) वषाH ऋतु के दौरान ित चौदह दन म; कम से कम एक बार और वषH के अय समय के दौरान ित तीस
दन म; कम से कम एक बार एक स4म Aयि" उप-िविनयम (1), (2), (3), (4) और (5) के अधीन बनाए गए
येक संर4ा मक उपाय क, चाहे वे यु)त होते ह या नहZ, उनके /थािय व के िलए जाँच करेगा, और ऐसी
येक जाँच का एक अिभलेख इस योजन के िलए रखे गए िजदबk पृQट सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएगी,
िजसपर जाँच करने वाला Aयि" तारीख देकर ह/ता4र करे गा तथा उस पर बंधक ारा तारीख सिहत ित
पानी या अय व पदाथH के संचय से यु)त है या हो सकता है, कसी /थान म;; या
(iv) कोई जलयु)त सं/तर म;,
ऊपर वqणत िवशेषता\ क ि/थित, िव/तार और गहराई सिहत सभी जानका+रयाँ ाEत क जाएँगी और
अिभिलिखत कए जाएँगे और कायH करने क एक योजना अिभकिपत क जाएगी और Gयािवत क जाएगी क
खान म; पानी को या अय व पदाथH या कोई पदाथH जो गीला होने पर बह सकता है, को फूट िनकलने से रोका
जा सके।
(3) उप-िविनयम (1) और (2) क अपे4ा\ पर ितकू ल भाव डाले िबना, जब कोई खनन /थल उसी खान के
या पावH/थ खान के खनन /थल के 60 मीटर के अदर प%ँच जाए (जो ऐसी खनन /थल नहZ है िजनक परी4ा
क जा चुक है और जो पानी या अय व पदाथH या कोई पदाथH जो भZगा होने पर बह सकता है के संचय से
रिहत पाई गई है), तो उसे मु?य िनरी4क क िलिखत पूवH अनुsा से ही और उन शतl के अधीन ही जो वह उसम;
यथाि/थित, एक ही सीम क खनन /थल क या कहZ दो सीम या से)सन क सभी यूनतम दूरी, चाहे वह
कसी भी दशा म; नापी जाए अथाHत् चाहे 4ैितज प से नापी जाए, या उ{वाHधर या आनत प से।
(4) िविनयम (3) के अधीन अनुsा के िलए येक आवेदन के साथ न)शा और से)शन क दो ितयाँ दी
उप-
(क) ऐसीअयु)त या प+र य)त खनन /थल क, बाyरे खा उन खनन /थल क सापे4 म;, जो उ)त खनन
/थल के समीप आ रही है, और ऐसे अयु)त या प+र य)त खनन /थल क सतह से गहराई;
(ख) /तािवत खनन /थल क बाyरेखा, परे खा और /तािवत कायH णाली िजसके िलए अनुमित माँगी गई
है;
(ग) खं9ड (क) या (ख) म; िविनXदQट खनन /थल से संबिं धत ंश, डाईक और अय भूिम4ोभ क ि/थित; तथा
(घ) बंधन के पास उपलxध अय जानकारी तथा मु?य िनरी4क ारा अपेि4त अय िववरण या जानकारी।
(5) जब उप-िविनयम (3) या उप-िविनयम (6 ) म; िनXदQट खनन /थल को आगे बढ़ाने क अनुsा दी जाती है
तो खनन /थल को, ऐसे अनुsा के अधीन अनुमोदत न)शे और णाली के अनुसार ही और उसक शतl का
कड़ाई से पालन करते %ए ही आगे बढ़ाया जाएगा और उनम; कसी कार भी का प+रवतHन नहZ कया जाएगा
जब तक क ऐसे प+रवतHन के िलए पुन: मु?य िनरी4क से अनुमोदन ाEत नहZ कर िलया जाता है।
(6) जब खान के कसी भाग म; पानी का +रसाव, जो उस सीम के िलए सामाय नहZ है, का अवलोकन कया
जाता है या जब ऐसा होने का शक या संदह
े होता है तब ऐसे खनन /थल का कायH अिवल ब रोक दया जाएगा
और ऐसे पानी के +रसाव क सूचना मु?य िनरी4क एव 4े7ीय िनरी4क को त काल दी जाएगी और मु?य
िनरी4क के पूवH िलिखत अनुsा तथा उसम; िविनXदQट शतl के पालन के िबना ऐसे खनन /थल को उससे आगे
नहZ बढ़ाया जाएगा।
(7) खनन /थल चौड़ाई या ऊँ चाई म; 2.4 मीटर से
उप-िविनयम (3) या उप-िविनयम (6) के अधीन ऐसी कोई
अिधक नहZ होगी और कम से कम एक बोर-िछ खनन /थल के चालू फेस के के िबदु के समीप और दोन ओर
पयाHEत पावH िछ और, जहाँ आवयक हो, खनन /थल के ऊपर और नीचे पाँच मीटर से अनिधक अतराल पर
बोर-िछ बनाए रख; जाएँगे।
(8) उप-िविनयम (7) के अधी न िनXदQट ऐसे सभी बोर-िछ एक दूसरे से यथेQट प से नजदीक म; यह
सुिनित करने के िलए लगाए जाएँगे क आगे बढ़ता %आ फेस पानी या अय तरल पदाथH या अय पदाथH जो
गीला होने पर बह सकता है से भरे कसी खनन /थल म; अनजाने म; छेद नहZ कर देगा और ऐसे बोर िछ येक
तथा यथेषट् दूरी तक आगे बढ़ाए रखे जाएँगे और यह दूरी कसी भी ि/थित म; 3 मीटर से कम नहZ होगी।
(9) िविनयम के अधीन पूवाHवधािनय का कायाHवयन इस योजन के िलए िवशेषत: ािधकृ त Aयि" िजसे
इस
दखाते %ए बनाया तथा रखा जाएगा और उह; येक 15 दन म; कम से कम एक बार अRतन कया जाएगा।
(12) जब तक मु?य िनरी4क ारा इस संबंध म; िलिखत प से छू ट नहZ दया गया हो, तब तक उप-िविनयम
(3) या उप-िविनयम (6) म; िनXदQट खनन /थल म; िव/तार करते समय उप-िविनयम (7), (8) और (9) के
उपबंध का कठोर प से पालन कया जाएगा, चाहे इस कार के खनन /थल को आगे बढ़ाने के िलए दी गई
अनुsा म; उप-िविनयम (7), (8) या उप-िविनयम (9) के सभी या कसी उपबंध का अनुपालन अपेि4त कया
गया हो या नहZ।
(13 ) यद मु?य िनरी4क इस बात से संतुQट हो क कसी खान या उसके कसी भाग म; िवशेष प+रि/थितयाँ
ऐसी है क उप-िविनयम (7), (8) या उप-िविनयम (9) म; दए गए उपबंध का पालन जरी नहZ है या
अAयावहा+रक है, तब वह िलिखत आदेश ारा और ऐसी शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, इन
उप-िविनयम म; िनिहत उपबंध के सभी या कसी शतl और अपे4ा\ को िशिथल, बदल या छोड़ दे सकता है
एवं यद उसक राय म; कसी खान या उसके कसी भाग म; प+रि/थितयाँ ऐसी है क अित+र)त पूवाHवधािनय क
आवयकता है तो वे िलिखत आदेश ारा उन उप-िविनयम म; िविनXदQट के अलावा अित+र)त पूवाHवधािनय
का पालन करने के िलए अपेि4त कर सकता है।
151
151. साशय
साशय जललावन.
वन.– (1) /वामी, अिभकताH या बंधक का यह आशय या /थापन हो क सतह से
जहाँ
या खान के कसी अय भाग से या कसी पावH/थ खान से पानी लाकर अपनी खान क खनन /थल के कसी
भाग को जलEलािवत करे, वहाँ वह ऐसे आशय या /थापना क कम से कम चौदह दन क सूचना मु?य
िनरी4क, 4े7ीय िनरी4क और सब पावH/थ खान के बंधन वगH को और ऐसी अय खान को, िजनका ऐसे
जलEलावन से भािवत होना संभाAय हो, देगा:
परतु 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे ऐसी
Gया\ का उ)त चौदह दन क सूचनाविध के अवसान से पूवH कसी भी दन, ारं भ कया जाना अनुsात कर
सकेगा:
परतु यह और क 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, कसी ऐसी संGया को ितिषk कर सके गा
या यह अपे4ा कर सके गा क जब तक ऐसी पूवाHवधािनयाँ, जो वह उसम; िविनXदQट करे , उसक संतुि लायक न
बरत ली जाएँ, ऐसी संGया ारं भ नहZ क जाएगी।
(2 ) यद उ)त चौदह दन क सूचनाविध के अवसान से साठ दन के अदर वे संGयाएँ िजनके िवषय म;
उप-िविनयम (1) के अधीन सूचना दी गई हो, ारं भ नहZ कर दी जाए तो यह समझा जाएगा क सूचना Aय पगत
हो गई है और उप-िविनयम (1) के उपबंध इस कार लागू हगे, जैसे ऐसी कोई सूचना न दी गई हो।
152
152. जलाशय,
जलाशय, जल-
जल- बाँध आ7द का िनमा0ण.– (1) जहाँ कसी खान म;, पानी के दबाव का या कसी अय
पदाथH का, जो भZगने पर बहे, सामना करने के िलए या पानी के सवेग अतHवेश को िनयंि7त करने के िलए कोई
जलाशय, बाँध या अय संरचना िनqमत करने का आशय हो, वहाँ /वामी, अिभकताH या बंधक 4े7ीय िनरी4क
को, ऐसे आशय क कम से कम चौदह दन क सूचना देगा, िजसके साथ न)श और से)शन क दो ितयाँ दी
जाएँगी िजनम; /थािपत िनqमितय क प+रकपना एवं अय िववरण दqशत हगे :
परतु जहाँ खान और उसम; िनयोिजत Aयि"य क सुर4ा गंभीर प से जोिखम म; हो, वहाँ यद उ)त
सूचना 4े7ीय िनरी4क को िनमाHण के आरं भ होते ही दे दी जाती है, तो यह समझा जाएगा क इस िविनयम के
उपबंध का अनुपालन कर दया गया है।
(2) 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, कसी जलाशय, बाँध या संरचना क प+रकपना म; ऐसा उपांतरण
या प+रवतHन कए जाने क अपे4ा कर सके गा, जो वह उसम; िविनXदQट करे।
153
153 . संवातन का तर.–
र.– (1) येक खान का /वामी, अिभकताH या बंधक का यह कतHAय होगा क वे ऐसे
कदम उठाएगा, क भूिम के नीचे, खान के सब भाग म;, जो मुँहबद नहZ कए गए ह`, सदैव ऐसा संवातन कया
जाए जो धुआँ, वाQप और धूल को हटाने, pवलनशील या हािनकर गैस के िवलय ताक वे हािनरिहत हो जाएँ,
पयाHEत ऑ)सीजन से यु)त वायु क Aयव/था करने के िलए और तापमान या आHता का इतना अिधक बढ़ जाना
रोकने के िलए जो Aयि"य के /वा/य के िलए हािनकारक ह।
(2) ) म; िविनXदQट पयाHEत संवातन सुिनित करने के योजन
उप-िविनयम (1 से, /वामी, अिभकताH या
बंधक यह सुिनित कर;गे क.-
(क) येक संवातन िडि/[)ट म; सबसे बड़ी िशaट के येक Aयि" पर छ: घन मीटर ित िमनट के या ितदन
के ित टन उ पादन पर 2.5 घन मीटर ित िमनट के िहसाब से, दोनो म; से जो अिधक हो, उतनी हवा उस
िडि/[)ट के अंितम संवातन मागH (एल. वी. सी.) म; अथाHत् िडि/[)ट क सबसे अंतवHत] गैलरी म; जहाँ से हवा
गुजरती है, बहे;
(ख) खान के येक भाग म;, जहाँ Aयि"य को काम करना या गुजरना अपेि4त है, हवा म; ऑ)सीजन क
मा7ा 19 ितशत से कम या काबHन डायऑ)साइड क मा7ा 0.5 ितशत से अिधक नहZ होगी तथा कोई भी
हािनकर गैस इतनी मा7ा म; मौजूद नहZ रहेगी क Aयि"य के /वा/य पर भाव पड़े;
(ग) pवलनशील गैस,कसी भी संवातन िडि/[)ट क वापसी वायु-मागH के सामाय वातावरण म; 0.75 ितशत
से अिधक और खान के कसी भी /थान पर 1.25 ितशत से अिधक, न हो;
(घ) कसी भी कायH-/थल पर आH बव तापमान 33.5 िडbी स;टीbेड से अिधक न हो तथा जहाँ पर आH बव
तापमान 30.5 िडbी सेटीbेड से अिधक हो जाए, उस जगह को कम से कम एक मीटर ित सेक9ड क गित से
(ड.) िविनयम के ख9ड (ख), (ग) एवं (घ) के उपबंध के अनुपालन को सुिनित करने के िलए, येक
इस उप-
तीस दन म; कम से कम एक बार हवा के नमूने और तापमान का पाांक िलया जाएगा और इसका जाँच फल
(3) येक खान म; उप-िविनयम (2) के अधीन िविनXदQट संवातन, एक उपयु)त यांि7क संवातक ारा उ पन
कया जाएगा।
(4) यद कसी खान या उसके भाग के बावत् 4े7ीय िनरी4क क यह राय हो क, संवातन पयाHEत नहZ है तो
वह एक िलिखत आदेश ारा ऐसे यांि7क संवातक के सं/थापन और रख-रखाव क अपे4ा कर सके गा जो खान या
उसके भाग म; पयाHEत संवातन उ पन करने के िलए स4म हो।
154
154 . मुEय यांिक संवातक, उसके iाइव और 7फ[टग4.– (1) कसी खान म; येक मु?य यांि7क संवातक
खान या उसके भाग म; पयाHEत संवातन उ पन करने के िलए स4म होगा और सतह पर शाaट या आनित के मुख
के कसी भी िबदु से 10 मीटर अनिधक दूरी पर सं/थािपत कया जाएगा:
(2) यद यांि7क संवातक के संGया के िलए िवRुत का योग होता है, तो संवातक के nाइव-मोटर को िवRुत
उजाH क आपूqत खान के मु?य िवतरण /थल से एक पृथक प+रपथ ारा कया जाएगा।
(3) येक भूिमगत खनन /थल मे यांि7क संवातक के िलए उजाH के दो पृथक ोत का बंध कया जाएगा।
(4) येक मु?य यांि7क संवातक म; िवकिसत दाब को िनरतर दजH करने के िलए +रकॉªडग-यं7 लगाया और
बनाए रखा जाएगा।
(5) येक मु?य यांि7क संवातक को इस कार प+रकिपत, सं/थािपत और अनुरि4त कया जाएगा क जब
आवयक हो हवा के बहाव को िवपरीत कया जा सके ।
(6) साधारणत: Aयि"य या सामbी को उतारने-चढ़ाने के िलए योग क जाने वाली येक आनित या शाaट
पर, जहाँ यांि7क संवातक लगा हो, एक यथोिचत प से िनqमत वायु-तालक (एअर-लॉक) क Aयव/था क
जाएगी।
155
155 . भूिम के नीचे यांिक संवातक लगाने पर िनषेb .– (1) येक अिoमय सीम या ितीय या तृतीय िडbी
क गैसी सीम म;, भूिम के नीचे बू/टर पंख के सं/थापन के संबंध म; िन निलखत उपबंध लागू हगे; अथाHत-्
(क) बू/टर पंखा खान म; भूिम के नीचे नहZ लगाया जाएगा, जब तक भािवत होने योfय खान के येक
कोई
भाग के सवw4ण के फल/वप बंधक संतुQट नहZ हो जाता क ऐसा संवातन लगाना खान के उिचत संवातन के
िलए आवयक या स योिचत है और उसको लगाया जाना चािहए; और
(ख) ख9ड (क) के अधीन ऐसे सं/थापन के सात दन के पूवH, सूचना पूवz)त सवw4ण के िववरण के साथ 4े7ीय
िनरी4क को भेजी जाएगी।
पK
पKटीकरण.–
करण.– इस िविनयम के योजन के िलए यह /पQट कया जाता है क कसी बू/टर पंखा का एक /थान से
योजन के िलए रखी गई रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; अिभिलिखत कया जाएगा :
परतु, जब भी कोई यांि7क संवताक या बू/टर पंखा िजस कसी भी कारणवश बंद होता हो, तो स4म
Aयि" तुरत बंद होने के समय को पूवz)त पुि/तका म; अिभिलिखत करे गा और उसे बंधक या उसके बदले म;
ािधकृ त Aयि" को उसके मूयांकन के िलए भेजेगा और, यथाि/थित, बंधक या ािधकृ त Aयि", ऐसे बंद होने
के संबंध म; िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; क गई िवि पर तारीख के साथ ह/ता4र करेगा :
परतु यह और क, जब यांि7क संवातक या कसी बू/टर पंखे का बंद होना बंधक को छोड़कर इस
योजन से ािधकृ त कसी अय पदधारी के जानकारी म; लाया जाता है, तो उ)त पदधारी तुरत ऐसे बंद कए
जाने के तय को िलिखत प म; बंधक को, या उसक अनुपि/थित म; उसके बदले म; ािधकृ त कसी Aयि" को
या बंधक से व+रQठ पदधारी को सूिचत करे गा और, यथाि/थित, बंधक या ऐसा Aयि" या व+रQठ पदधारी,
उसे भेजी गई ऐसी सूचना क ाि क िलिखत पावती देगा और वह, िविनयम 157 के अधीन दए गए /थायी
आदेश पर कोई ितकू ल असर डाले िबना, ऐसी कारH वाई करेगा जो खान म; िनयोिजत Aयि"य के सुर4ा के िलए
समयोिचत हो; और उसके ारा कए गए येक ऐसे कारH व ाई को उस पुि/तका म; अिभिलिखत क जाएगी।
(7 ) बंधक या उप-िविनयम (6) म; िनXदQट ािधकृ त Aयि" या व+रQठ पदधारी यांि7क संवातक या कसी
बू/टर पंखे के बंद होने क सूचना पाने या उसक जानकारी म; आने पर, खान क िवRुत आपूqत को िवयोिजत
करने और ऐसे िवयोजन के िव/तार के बारे म; िनणHय लेगा और ऐसे िवयोजन के िववरण इस योजन से रखी गई
िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िवQट कए जाएँगे :
परतु यांि7क संवातक या बू/टर पंखे के बंद होने क दशा म;, कसी सहायक पंखे, यद सं/थािपत हो, क
िवRुत आपूqत या उसके nाइव के अय ोत को एक Gिमक िनयं7ण क Aयव/था या अय भावी Aयव/था ारा
त काल िवयोिजत कया जाएगा।
(8) येक खान म; िजसम; यांि7क संवातक योग म; आता है वायु क मा7ा, येक
(क) चौदह दन म; कम से
कम एक बार, िन निलिखत /थान पर मापी जाएगी -
(i) येक सीम या से)सन के अतbाHही और वापसी के येक मु?य वायु- मागH म;, खान के वेश-
/थान के यथासा{य िनकट;
(ii) येक िवपाट म;, उस /थान के, जहाँ पर िवपाट आरं भ होता है, यथासा{य िनकट;
येक संवातन िडि/[)ट म;, उस /थान के यथासा{य िनकट, जहाँ कसी िवपाट के अत म; वायु
(iii)
िवभािजत हो जाती है और वहाँ भी जहाँ वह थम कायH /थल म; वेश करती है; और
(iv) कसी अय ऐसे /थान पर जो 4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा, िविनXदQट करे,
(ख) ख9ड (क) म; िनXदQट मापन इस योजन से रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िवQट
कए जाएँगे :
परतु येक गैर-अिoमय सीम या थम िडbी क गैसीय सीम म; वायु का माप येक तीस दन म; एक
बार लेना पयाHEत होगा।
(3) /थायी आदेश क ितयाँ अंbेजी एवं खान म; िनयोिजत Aयि"य म; से अिधकांश Aयि"य ारा समझी
जाने वाली अय /थानीय भाषा म; खान म;, भूिम के ऊपर और नीचे सहज दृय /थान पर लगाई जाएँगी।
158
158. िवपाट और वायु-माग0.– (1) संवातन के योजन के िलए, येक खान उतने िडि/[)ट या िवपाट म;
िवभ)त क जाएगी क ताजी हवा का पृथक वाह ऐसे येक िडि/[)ट और िवपाट म; उपलय कया जा सके ।
(2 ) अदर को आने वाली वायु इस कार Aयवि/थत क जाएगी क वह सम/त /थायी जल से हट कर िनकले।
(3) येक संवातन िडि/[)ट म; दो /वतं7 अतbाHही वायु- मागl क Aयव/था क जाएगी िजनम; से एक का
योग या7ा के सड़क मागH के प म; कया जाएगा :
परतु यद 4े7ीय िनरी4क का समाधान हो जाता है क इस िविनयम का अनुपालन उिचत प से
सा{य नहZ है तो वह, िलिखत आदेश ारा, और ऐसी शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , उसके उपबंध
से छूट दे सकेगा।
(4) मु?य अंतbाHही वायु-मागH और मु?य वापसी वायु-मागH के बीच का येक कने)शन जब तक वह अनपेि4त
न हो गया हो और मुँहबद न कर दया गया हो, कम से कम दो फाटक से यु)त होगा जो एक दूसरे से इतनी दूरी
पर रखे जाएँगे क जब भी एक फाटक खोला जाए तो दूसरा बद रखा जा सके और यह सुिनित करने के िलए
उपाय कए जाएँगे क कम से कम एक फाटक हमेशा बद रहे।
परतु ऐसा कोई कने)शन िजसक अपे4ा न रही गई हो भावी प म; मुँहबद कर दया जाएगा।
159 . ^ै!टस, फाटक,
फाटक, अवरोध और वायु-पारमाग0.– (1) येक खान म; वायु-पारमागl, अवरोध, फाटक,
ै+टस और अय युि"य क इतनी सं?या म; Aयव/था क जाएगी और उह; बनाए रखा जाएगा िजतनी िविनयम
153 के उपबंध का अनुपालन सुिनित करने के िलए पयाHEत हो।
(2) यद ऐसी संवातन-युि"य क पयाHEतता के बारे म; कोई संदहे उ पन हो तो वह मु?य िनरी4क को
िविनचय के िलए संदqभत क जाएगी।
(3) येक संवातन ार के «े म तथा छत और सड़क-मागH के पावl के बीच का /थान कम से कम 25
(6) योग म; नहZ आता है, तो वह अपने कxज पर से हटा िलया जाएगा और इस ि/थित म; रख
कोई फाटक
गैसीय
ीय िडी थान, जहाँ वायु का वेग मापा जाना है वायु का वेग
(1) (2) (3)
थम, ितीय या फेस से ठीक बाहर का संवातन कनेशन 30
तृतीय िड
ी
थम या ितीय कसी भी चालू या थिगत
(i) फेस से 4.5 मीटर क! दूरी पर, $ै&टस या 30
परतु, यद मु?य िनरी4क या 4े7ीय िनरी4क क राय म; उपरो)त उपबंध का अनुपालन सा{य या
आवयक न हो, तो वह एक िलिखत आदेश ारा और ऐसी शतl के अधीन जो उसम; िविनXदQट क जाए, कसी
खान को इस िविनयम के उपबंध से आंिशक या पूणH प से छू ट दे सके गा।
161
161. सहायक पंख.े – (1) येक सहायक पंखा :–
(क) इस कार लगाया, ि/थत कया और चलाया जाएगा क :-
(i) येक समय पयाHEत मा7ा म; वायु उस तक प%ँचा करे , िजससे यह सुिनित हो जाएग क वह उसी
वायु को पुन: प+रचािलत नहZ करता; और
(ii) उस वायु का जो वह प+रचािलत करता है, सारभूत मा7ा म; pवलनशील या हािनकर गैस या धूल
से दूिषत होने क जोिखम नहZ रहती;
(ख) वह, चाहे िवRुत से चलता हो या अ यथा, भूिम (अथH) से द4तापूवHक लगा रहेगा िजससे ि/थर िवRुत
आवेश संिचत न हो; और
इस भांित अनुरि4त क जाएगी क वायु का +रसाव कम हो सके और फेस या अंधात के 3 मीटर अदर तक वायु
का पयाHEत दाय िविनित हो सके ।
(2) कसी पदधारी ारा या उसके ािधकार से ही कोई सहायक पंखा चलाया, रोका, हटाया, ित/थािपत
कया या कसी कार से तxदील कया जाएगा या उसम; ह/त4ेप कया जाएगा, अयथा नहZ।
(3) कोई Aयि" कसी ऐसे /थान म; जो अपने संवातन के िलए कसी सहायक पंखे पर िनभHर हो, तब तक न
अनावृत कोयला या अय काबHिनक पदाथH को आग से सुरि4त करने के िलए पंखे से 5 मीटर से अनिधक दूरी तक
सभी दशा\ म; िचनाई या अय अिoरोधी िसल;ट से आ}छादत कया जाएगा।
(3) संवातन के योजन के िलए येक सील कए %ए या आ}छादत शाaट का आ}छादन येक पंखे क
िnaट, वािहनी (ड)ट) या के iसग और यांि7क संवातक का येक भाग या िnaट के अदर का पंखा, वािहनी या
के iसग और येक वायु-मागH और संवातन ार अिo सy पदाथH से बना होगा:
परतु यह िविनयम शाaट के आ}छादन के छोटे ढ़)कन को, जो र/सी के कैपेल से संचािलत होता है,
(2) येक सड़क-मागH और खनन /थल पर, जो पयाHEत: संवाितत नहZ है,
भूिम के नीचे ऐसी बाड़ लगा दी
(क) यद, ऐसी बाधा, ह/त4ेप या कमी का उपचार करना उसक शि" के अदर हो तो ऐसा करने का तुरत
उपाय करे गा; या
(ख) उस /थान पर सब कायH बद कर देगा और त काल अपने व+रQठ पदधारी को ऐसी बाधा, ह/त4ेप या कमी
क सूचना देगा।
(4) जब भी भूिम के नीचे लगाए गए कसी यांि7क संवातक, िजसम; सहायक पंखा भी शािमल है, के क जाने
से संवातन म; िवन पड़ जाता है तो उन खतर से बचने के िलए जो खान या उसके भाग म; संवातन को पुन: चालू
करने के िवषय म; िविनयम 153 के उपबंध; का अनुपालन न करने से पैदा होते ह, उस खान या भाग का
भारसाधक पदधारी तुरत पूवाHवधानी /वप उपाय करेगा िजनम;, यद आवयक हो तो, Aयि"य को हटा लेना
भी सि मिलत होगा।
(5) कोई Aयि", बंधक के िलिखत ािधकार के िबना, कसी खान या भाग म; संवातन क साधारण पkित म;
प+रवतHन नहZ करे गा :
परतु कसी आपात क ि/थित म;, खान का कोई पदधारी Aयि"य क सुर4ा के िलए ऐसे प+रवतHन, जो
वह आवयक समझे कर सकेगा, कतु वह उसके िवषय म; िलिखत प से अपने व+रQठ पदधारी और बंधक को
यथासंभव शी सूिचत करेगा।
165
165. जलापचयन और पुन: खोलने के दौरान गैस के संबधं म4 पूवा0वधािनयाँ.– (1)
अयु)त खान या
कोई
शाaट से कसी स4म Aयि" के िनरतर पयHवे4ण म; ही जलापचयन कया जाएगा अयथा नहZ और जलापचयन
के दौरान अनुमोदत सुर4ा लै प या टॉचH का अनयत: योग कया जाएगा, और येक /थान पर, जहाँ Aयि"
काम पर ह, कम से कम एक लौ वाली अनुमोदत सुर4ा लै प भी जलती %ई रखी रहेगी।
(2) कसी ऐसी खान या उसके ऐसे भाग का, जो सात दन से अिधक अविध तक खनन संGया\ के बंद रहने
के बाद पुन: खोला जाता है, और खान के कसी भाग का जलापचयन के बाद थम िनरी4ण कसी स4म Aयि"
िलखा जाएगा और उस पर िनरी4ण करने वाले Aयि" ारा ह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी और बंधक
ारा ितह/ता4र करके तारीख डाली जाएगी।
166
166 . Lवलनशील और हािनक
हािनकर गैस@ के संबंध म4 पूवा0वधािनयाँ.– (1) इस िविनयम के योजन के िलए,
pवलनशील गैस का पाया जाना या उसका पता चलना समझा जाएगा जब यह उपदqशत हो -
(i) ऐसी खान क दशा म; िजसम; थम िडbी गैसीय सीम हो, मीथेन संसूचक ारा 0.1 ितशत या उससे
अिधक;
(ii) ऐसी खान क दशा म; िजसम; ितीय िडbी गैसीय सीम हो, मीथेन संसूचक ारा 0.5 ितशत या
उससे अिधक;
खान क दशा म; िजसम; तृतीय िडbी गैसीय सीम हो, जब वह एक नीची क %ई लौ वाली
(iii) ऐसी
लौ सुर4ा लै प ारा उपदqशत हो या जहाँ पर मीथेन संसूच क यु)त होते ह` वहाँ वे सवा (1.25) ितशत या
(3) जहाँ कसी खान म; कसी /थान पर pवलनशील या हािनकर गैस क िवRमानता का पता चलता है तो;-
(क) उस /थान से सब Aयि" हटा िलए जाएँग;े
(ख) वह /थान तुरत बाड़ से अलग कर दया जाएगा िजससे उसम; Aयि"य का अनवधानता से वेश रोका जा
सके,
और स4म भारसाधक Aयि" अिवलंब संवातन को सुधार करके गैस को हटाने के उपाय करेगा।
(4) Aयि"य जो गैस को हटाने के िलए
उप-िविनयम (3) के अधीन, ऐसे गैस को हटाए जाने के दौरान उन
आवयक ह के िसवाय सभी Aयि"य को उस संवातन िडि/[)ट िजसम; गैस का पता चला है के वापसी मागH क
ओर से हटा िलया जाएगा, िसवाय तब जब स4म Aयि" क राय म; गैस क मा7ा इतनी कम हो क उनका ऐसा
परतु
pवलनशील गैस क िवRमानता से खतरा उ पन होता
जहाँ हो, वहाँ उस संवातन िडि/[)ट म;
जहाँ गैस का पता चलता है, कसी खुले लै प का योग नहZ कया जाएगा।
) उस /थान म;, जहाँ गैस का पता चलता है, कसी Aयि" को तब तक पुन: वेश नहZ करने दया जाएगा जब
(5
(6) उप-िविनयम (5 ) म; िनXदQट येक जाँच मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत एक लौ वाली सुर4ा लै प या
उपयु)त संसूचक ारा और, हािनकर गैस क दशा म;, मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत काबHन मोनोऑ)साइड गैस
का पता लगाने के उपयु)त साधन ारा भी क जाएगी।
िववरण इस बारे म; कथन के साथ क कब और कहाँ गैस पाई गई और उसे कब से हटाया गया और pवलनशील
गैस क दशा म;, उसक ितशतता इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखी
जाएगी और ऐसी येक िवि पर +रपोटH करने वाला स4म Aयि" ह/ता4र करके तारीख डालेगा और बंधक
168
168 . गैस युSत खान@ म4 सुरा लैप@ का योग.– कसी अनुमोदत सुर4ा लै प या टॉचH या के ीय िवRुत
ािधकरण (िवRुत आपूqत एवं सुर4ा संबंधी उपाय) िविनयम, 2010 के अधीन अनुsात कसी अय सं/थापन से
िभन कोई लै प या लाइट कसी खान म; भूिम के नीचे योग म; न लाई जाएगी और न ही उसके योग क
अनुsा दी जाएगी:
परतु मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट
करे , कसी खान या उसके भाग को इस आधार पर क उसक िवशेष कृ ित के कारण उसम; सुर4ा लै प का
यद कसी अवधारण से pवलनशील गैस क ितशतता 0.8 से अिधक दqशत हो तो, अवधारण जब तक
(i)
4े7ीय िनरी4क, िलिखत आदेश ारा और उन शतz के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , अयथा अनुsात न
कर;, का कायH, जब तक ऐसी अतवH/तु उस ितशतता से अिधक रहती है और उसके ठीक बाद म; सात दन तक
चौबीस घंट से अनिधक अतराल पर कया जाएगा, और
यद कसी दन के ठीक पूववH त] तीस दन के दौरान कए गए अवधारण से pवलनशील गैस क
(ii)
ितशतता 0.6 से कम दqशत हो तो जब तक ऐसी अतवH/तु उस ितशतता से अिधक नहZ हो जाती, ऐसे
अवधारण करना या ऐसे नमुने लेना येक तीस दन म; एक बार पयाHEत होगा:
परतु जब संवातन णाली म; कोई प+रवतHन कया जाता है िजससे क वह खान के संवातन को सारत:
भािवत कर सके या उससे उसका भािवत होना संभाAय हो तो ऐसा अवधारण ऐसे प+रवतHन से चौबीस घंट
क कालाविध के अदर कया जाएगा;
(घ) इस िविनयम के अधीन ऐसे येक अवधारण क िविशियाँ इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; िलखी जाएँगी; और
(ड.) यद कसी संवातन िडि/[)ट म; कसी अवधारण से pवलनशील गैस क ितशतता सवा से अिधक दqशत
हो तो िवRुत ऊजाH का दाय िडि/[)ट म; सभी के बल और उप/कर से तुरत काट दया जाएगा और इसक एक
(3) कोई संकरी मु?य या अिbम गैलरी चौड़ी क %ई गैलरी के आगे तीन मीटर से अिधक नहZ बढ़ाई जाएगी।
(4) मु?य अंतbाHही और मु?य वापसी वायु-मागl के बीच का येक अवरोध मजबूती से िनqमत कया जाएगा
और येक वायु-पारमागH इस कार संिनqमत कया जाएगा और बनाए रखा जाएगा क िव/फोट का बल सहन
कर सके।
(5) मु?य वायु वाह इस कार िवभ)त कया और ले जाया जाएगा क वायुवाह जो गोफ बनाए %ए 4े7 को
चाहे भरा %आ हो या खाली या कहZ अयु)त खनन /थल को संवाितत करता है, वह 4े7ीय िनरी4क क
िलिखत पूवH अनुsा और उन शतz के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट करे, के िबना उन खनन /थल को,
जहाँ कोयला िनकाला जा रहा हो, संवाितत नहZ करे गा।
(6) 4े7ीय िनरी4क क िलिखत पूवH अनुsा से और उन शतz के अधीन रहते %ए जो उसम; िविनXदQट क जाए,
संवातन क पkित म; कोई बड़ा प+रवतHन कया जाएगा अयथा नहZ।
परतु जहाँ खान क या उसम; िनयोिजत Aयि"य क सुर4ा गंभीर प से जोिखम म; हो, वहाँ यद ऐसे
प+रवतHन क सूचना 4े7ीय िनरी4क को त काल भेज दी जाती है, तो इस बारे म; यह समझा जाएगा क इस उप-
िविनयम के उपबध का अनुपालन कर दया गया है।
(7) कसी आपात के िसवाय, जब संवातन क पिkत म; कोई बड़ा प+रवतHन कया जाए, तो केवल ऐसे Aयि"
जो प+रवतHन करने म; लगे %ए ह, भूिम के नीचे उपि/थत रह;गे।
या धू®पान का कोई अय उपकरण या दयासलाई या मोबाइल फोन या कसी कार का अय उपकरण जो
काश, लौ या /फु iलग पैदा कर सकता हो, नहZ रखेगा:
परतु इस उप-िविनयम क कसी भी बात से यह नहZ समझा जाएगा क वह भूिम के नीचे िव/फोट
करने या सुर4ा लै प को फर से जलाने के िलए मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत कसी कार के उपकरण का
योग ितिषk करती है।
(2) यह अिभिनित करने के योजन के िलए क )या कसी खान म; भूिम के नीचे को जाने वाले कसी Aयि"
के कxजे म; उप-िविनयम (1) म; िनXदQट कोई व/तु है, ब`)समैन से िभन कोई स4म Aयि" यद कोई हो, ऐसे
येक Aयि" क, खान म; वेश करने के ठीक पहले तलाशी लेने के िलए िनयु)त कया जाएगा।
(3) उप-िविनयम (2) म; िनXदQट स4म Aयि", पारी के दौरान, िनरतर कतHAयाढ़ रहेगा और इस िविनयम और
िविनयम 179 के उप-िविनयम (2) के अधीन कतHAय से िभन कोई अय कतHAय उसको नहZ सgपे जाएँगे।
(4) इस कार िनयु)त स4म Aयि" उप-िविनयम (1 ) म; िनXदQट व/तु\ के िलए पूरी तलाशी लेगा और
िविशQट प से :-
(क) सभी जेब क तलाशी लेगा या उह; पलट देगा;
(ख) सभी व/7 पर अपना हाथ फेरेगा; और
(ग) तलाशी िलए गए Aयि" के कxजे म; जो व/तु हो उसक जाँच करेगा।
इस बात के होते %ए भी क कसी Aयि" क तलाशी पहले भी क जा चुक है, उसक ऐसी तलाशी, जब भी वह
Aयि" भूिमगत के िलए /थान करे, येक बार क जाएगी ।
(5) यद स4म Aयि" को यह संदहे हो क िजस Aयि" क तलाशी ली गई है वह कोई यथापूवz)त व/तु िछपाए
%ए है तो वह उसको रोक कर रखेगा और मामला बंधक या सहायक बंधक को, यथासंभव शीता से, िनदwिशत
करे गा।
) के अधीन कसी भी संदहे ा/पद Aयि" को खान म; तब तक वेश नहZ करने दया जाएगा,
(6) उप-िविनयम (5
जब तक बंधक या अय व+रQठ पदधारी का समाधान न हो जाए क उस Aयि" के कxजे म; ऐसी कोई व/तु नहZ
है।
(7) ऐसा कोई Aयि" जो अपनी इस कार तलाशी देने से इंकार करे या जो तलाशी िलए जाने पर पूवz)त
व/तु\ म; से कसी व/तु को अपने कxजे म; रखे %ए पाया जाए, वह इस िविनयम के िवk अपराध का दोषी
होगा।
173
173. भूिमगत
मगत के पुन: काश टेशन.
शन.– (1)
शन येक खान म;, बंधक ारा, भूिमगत उपयु)त /थान पर सुर4ा
लै प को पुन: जलाने के िलए लै प /टेशन फ)स कए जा सक; गे और येक ऐसे /टेशन पर सुपा प से ‘पुन:
काश /टेशन’ अंकत कया जाएगा, जो कसी मु?य अंतbाHही वायुपथ म; ि/थत होगा और कसी स4म Aयि" के
भारसाधन म; रखा जाएगा।
अयाय 13
काश और सुरा लैप
174
174. सफेदी करना.
करना.– खान म; भूिम के नीचे िन निलिखत /थान क छते और पावH भावी प से सफे दी कए
%ए रख जाएँग,े अथाHत-्
(क) येक शाaट-इसेट और शाaट-अध/तल या साइiडग और येक बाई पास जो िनयिमत उपयोग म; हो;
(ख) येक हॉलेज- Eलेन येक िनयिमत कने का /थान, साइiडग,
के िशखर और तल, अवतरण, पासबाई,
या7ा के येक
(ii) सड़क- मागH म;, जो कसी पारी के दौरान प}चास या अिधक Aयि"य ारा
साधारणत: योग म; आती है :
परतु जहाँ िवRुत लै प या लाइट कायH म; लगे येक Aयि" को दी जाती है वहाँ यह समझा जाएगा क
इस खंड के उपबंध का अनुपालन कर दया गया है;
(iii) येक /वत: काम करने और िनयिमत उपयोग म; आने वाली आनित के िशखर और अध/तल पर;
(iv) सड़क मागH के ऐसे येक /थान
हॉलेज- पर, जहाँ टब िनयिमत प से संयु)त या िवयु)त या
(3) जहाँ खान पर िवRुत उजाH उपलय है, वहाँ उप-िविनयम (1) के अधीन काश क Aयव/था िवRुत साधन
से होगी।
(4) िवRुत काश का योग कया जाता है, वहाँ एक अित+र)त ब ती या लै प, िजसका िवRुत दाय से
जहाँ
बरती जाएँगी।
(क) कसी सड़क-मागH या /थान पर, जो अंतbाHही वायु से संवाितत होते ह`; और
( ख) कसी अय सड़क-मागH या /थान पर, जो िनकटतम फेस से 270 मीटर के अदर न हो।
(2) येक खान या उसके भाग म;, िजसको िविनयम 168 लागू होता है, िवRुत काश करने वाला येक
उप/कर इस कार का होगा जो मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत हो :
परतु काश करने क यूिनट म; ही समािहत िवRुत शि"-ोत से जलने वाली बिCयाँ, िवRुत बिCयाँ,
जो मशीनरी या िवRुत-संय7ं के , िजसम; संकेत देने वाले उपकरण भी ह`, फटग या उपसाधन है, और काश के
कोई अय साधन जो िविनयम म; िवशेष प से उिलिखत नहZ है, यद वे मु?य िनरी4क के िलिखत आदेश ारा
अनुsात कर दए ह तो, उन शतl के अधीन जो वह उस आदेश म; िविनXदQट कर;, खान म; यु)त कए जा सक; गे।
177
177. ,येक Cयि8
यि8 एक लाइट वहन करे गा.ा.– (1) /वामी, अिभकताH या बंधक भूिम के नीचे िनयोिजत येक
Aयि) ा को एक लाइट या लै प देगा जो उसे अपने कतHAय का उिचत और पूणH रीित म; िनQपादन करने म; समथH
बनाने के िलए पयाHEत हो, और ऐसा कोई Aयि" भूिम के नीचे ऐसी लाइट या लै प के िबना न जाएगा और न
रहेगा।
परतु सहत पर को लौटने पर, ऐसा येक Aयि", जब तक बंधक ारा िलिखत साधारण या िवशेष
आदेश ारा, अयथा िनदेिशत न कया जाए, अपनी लाइट या लै प को तुरत लै प-क4 म; लौटा देगा।
(2) येक खान म; सुर4ा लै प क सं?या इतनी पयाHEत होगी क उनके दए जाने के पूवH उनक पूणH सफाई
और जाँच हो सके, और खान म; दान कए गए सुर4ा लै प क पयाHEतता या अयथा के बारे म; कसी संदह े क
दशा म;, उसे िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को िनXदQट कया जाएगा।
178
178. काश का मानक.– (1) यद इस बारे म; क कोई लै प या लाइट का पयाHEत िनQपादन है या नहZ, कोई
संदह
े हो, तो उसे िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को िनXदQट कया जाएगा।
(2 ) मु?य िनरी4क समय-समय पर साधारण या िवशेष आदेश ारा िन निलिखत को िविनXदQट करेगा :-
(क) खान म; िनयोिजत कहZ िविनXदQट वगl के Aयि"य को दी जाने वाली लै प का कार; या
(ख) खान म; कसी िविनXदQट 4े7 या /थान म; दान कए जाने वाले काश का मानक।
179 . सुरा लैप@ का अनुरण और उनक( जाँच.– (1) खान म; यु)त हो रहे सुर4ा लै प के समुिचत
अनुर4ण को सुिनित करने के िलए उप-िविनयम (2) से (7) के उपबंध लागू हगे।
(2) इस योजन के िलए िनयु)त स4म Aयि" ऐसी सब लै प को, उनके योगाथH िनगHिमत कए जाने के पूव,H
साफ करे गा, उनक ब ती काट कर ठीक करे गा, उनक जाँच करे गा और उह; सुरि4त प म; तालाबद करे गा
और ऐसी कोई लै प, योग के िलए तब तक िनगHिमत नहZ कया जाएगा जब तक वह सुरि4त चालू हालत म;
िविहत कतHAय से िभन कहZ अय कतHAय का पालन नहZ करे गा।
(4 ) इस योजन के िलए िनयु)त स4म Aयि" येक सुर4ा लै प क, उसके योग के पचात् वापस लौटाने
पर जाँच करे गा।
(5) यद उप-िविनयम (4) के अधीन क गई जाँच परी4ा पर यह पाया जाए क कसी लै प को 4ित प%ँची
है या उसका दुपयोग कया गया है तो वह इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म;
4ित या दुपयोग क कृ ित िलखेगा और येक ऐसी िवि पर बंधक ारा ितह/ता4र करके तारीख डाली
जाएगी।
(6) बंधक, सहायक बंधक या इस योजन के िलए िनयु)त स4म Aयि", योग क जाने वाली येक
सुर4ा लै प क येक सात दन म; कम से कम एक बार स यक जाँच करे गा और ऐसी जाँच का प+रणाम इस
योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखेगा।
(7) इस िविनयम के अधीन कोई Aयि" स4म Aयि" के प म; तब तक िनयु)त नहZ कया जाएगा जब तक वह
बंधक या ओवरमैन या गैस-परी4ण का माण-प7 न धारण नहZ करता हो।
परतु, इन िविनयम के वृ त होने के पचात कोयला खान िविनयम, 1957 के िविनयम 12 के अधीन
अनुद त लै प-जाँचकताH के माण-प7 का कोई धारक भी इन िविनयम के अधीन स4म Aयि" समझे जाएँगे।
180
180. सुरा लैप@ का योग.– (1) येक सुर4ा लै प सं?यांकत कया जाएगा और जब तक लै प योग म;
रहता है उसका सं?यांक सुपा दशा म; बनाए रखा जाएगा।
(2) इस योजन के िलए िनयु)त स4म Aयि", लै प-क4 म; से दी गई और उसम; लौटाए गए लै प का सही
अिभलेख बनाए रखेगा और इस कार रखे गए अिभलेख म; कसी Aयि" को दए गए लै प उसके नाम के सामने
दजH कए जाएँग।े
करे गा या उसका ताला नहZ खोलेगा या उसका ताला खोलने का य न नहZ करे गा।
(7) यद कोई Aयि" यह पाता है क उसके कxजे का सुर4ा लै प दोषपूणH हो गया है तो वह तुरत उसक लौ
को, यद कोई हो, सावधानीपूवHक बुझा देगा और इस तय क +रपोटH अपने व+रQठ अिधकारी को देग ा।
181
181 . सुरा लैप@ का अनुरण और उनक( मरमत.– (1) येक सुर4ा लै प उिचत प से समायोिजत क
जाएगी और ठीक अव/था म; अनुरि4त क जाएगी और यद कोई लै प दोषयु)त या 4ितb/त पाया जाता है तो,
जब तक दोष या 4ित का उपचार नहZ कर दया जाता है, वह योग के िलए नहZ दया जाएगा।
(2) यद कसी लौ वाले सुर4ा लै प का कोई तार या गॉज टू ट जाता है या जल जाता है तो गॉज को आगे
जाएगा।
(7) िवRुत सुर4ा लै प योगाथH िनगHिमत नहZ कया जाएगा जब तक क बैटरी के एवं हेडपीस के कवर
कोई
उिचत प से संयोिजत, सुरि4त प से तालाबद एवं बंद न कया गया हो एवं बैटरी उिचत प से आवेिशत न
कर दया गया है।
(8) के बल से कसी िवRुत सुर4ा लै प को लटकाया या पकड़ा नहZ जाएगा।
182
182 . सुरा लैप क@ म4 बरती जानेवाली पूवा0वधािनयाँ.– (1) कोई अािधकृ त Aयि" सुर4ा लै प क4 म;
वेश नहZ करेगा।
(2) सुर4ा लै प क4 म; कोई Aयि" धू®पान नहZ करेगा।
(3) जहाँ सुर4ा लै प म; पे[ोल, ब;जोल, या कोई अय अ यत उड़ने वाली ि/ट यु)त होती हो वहाँ
(ख) ऐसे कसी क4 म; उड़ने वाली ि/ट उतनी ही मा7ा म; रखी जाएगी िजतनी कसी एक कायH-दवस के िलए
अपेि4त हो;
(ग) आत+रक लाइटर उसी मेज पर लै प से बाहर नहZ िनकाले जाएँगे और न ही साफ कए जाएँगे उनक
मर मत नहZ क जाएगी या उह; पुन: फट नहZ कया जाएगा िजस पर लै प क सफाई और पुन: फटग होती
है और उह; पुन: भरा जाता है; और (घ) येक ऐसे क4 म; उपयु)त अिoशामक क पयाHEत सं?या म; Aयव/था
क जाएगी और वे योग के िलए तैयार रखे जाएँगे।
अयाय 14
िवफोटक और िवफोटन
183
183. खान@ म4 योग होने वाले िवफोटक@
फोटक@ के कार.– (1) /वामी, अिभकताH या बंधक ारा दए गए
िव/फोटक के अलावा, जो अ}छी )वािलटी के और अ}छी दशा म; हगे, खान म; अय िव/फोटक यु)त नहZ
हगे।
) aयूज या अिध/फोटक से िभन कोई िव/फोटक तब तक न कसी खान म; योग के िलए दया जाएगा, न ही
(2
िव/फोटक अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) के अधीन बनाए गए िनयम के उपबंधो के अनुसार से िभन
िव/फोटक का भ9डारकरण न करेगा और न दूसरे Aयि" को करने क अनुsा जानते %ए देगा।
(2) िव/फोटक अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) के उपबंध के अधीन अनुsापन ािधकारी ारा स यक प
से अनुमोदत बादघर के िसवाय कसी भवन म; िव/फोटक नहZ ले जाएँगे या रखे जाएँगे।
(3) कसी खान म; भूिम के नीचे मु?य िनरी4क के िलिखत आदेश से ही और उन शतl के अधीन ही जो वह
उसम; िविनXदQट करे, िव/फोटक का भ9डारकरण कया जाएगा, अयथा नहZ, और ऐसा भंडारकरण िव/फोटक
अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) के उपबंध के अधीन बनाए गए िनयम के उपबंध के अनुसार स यक प से
अनुsापन ािधकारी ारा अनुद त येक अनुsि या उसक एक शुk ितिलिप खान के कायाHलय म; रखी
जाएगी।
185
185 . िवफोटक@
फोटक@ के भंडारकरण के िलए बाTदघर, भंडार और प!रसर.– (1) येक बादघर, भंडार या
प+रसर, जहाँ िव/फोटक का भंडारकरण होता है, कसी स4म Aयि" के भार साधन म; रहेगा, जो िव/फोटक क
समुिचत ाि, भंडारकरण और िनगHम के िलए उ तरदायी होगा।
(2 ) बादघर के िव/फोटक का िनगHम, जब तक वे तुरत योग के िलए अपेि4त न ह, नहZ कया जाएगा।
परतु, यद कोई िव/फोटक बादघर, भंडार या प+रसर को लौटाए जाते ह`, तो इसे नए /टॉक का
प म; ताला लगी पेटी या आधान म; ही बादघर से िनगHिमत कए या कसी खान म; ले जाए जाएँग,े अयथा
नहZ :
परतु, लौह या इ/पात क बनी पे+टय या आधान पर भली कार से ज/ता ढ़ाए जाएँग,े और कोई पेटी
या आधान, जो अिध/फोटक को ले जाने के िलए हो, कसी धातु या अय चालक सामbी से नहZ बनाया जाएगा।
(2) कोई अिध/फोटक ऐसी पेटी या आधान म; नहZ रखा जाएगा िजसम; अय िव/फोटक, सामbी या औजार रखे
ह और दो या अिधक कार के अिध/फोटक एक ही पेटी या आधान म; नहZ रखे जाएँगे:
परतु इस उप-िविनयम क कोई बात अिध/फोटक से फट कए %ए ाइमर कारतूस का, कसी आH
खनन /थल या खोदे जा रहे शाaट म; योग के िलए, उसी पेटी या आधान म; ले जाने को नहZ रोके गी।
(3 ) कोई अिध/फोटक कसी पेटी या आधान से तब तक बाहर नहZ िनकाला जाएगा, जब तक वह तुरत योग
के िलए अपि4त न हो।
(4) िविनयम 188 म; अयथा उपबंिधत के िसवाय कसी पेटी या आधान म; 5 कलोbाम से अिधक िव/फोटक
नहZ रखे जाएँग,े और कोई Aयि" अपने कxजे म; कसी एक /थान पर, एक समय म;, ऐसी एक पेटी या आधान से
अिधक नहZ रखेगा:
परतु मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन रहते %ए जो जो वह उसम;
िविनXदQट करे, एक ही पेटी या आधान म; िव/फोटक का अिधक मा7ा म; ले जाया जाना या एक समय म; एक
/थान पर ऐसी एक पेटी या आधान म; िव/फोटक का अिधक मा7ा म; ले जाया जाना या एक समय म; एक /थान
पर ऐसी एक पेटी या आधान से अिधक का योग अनुsात कर सके गा।
(5) येक पेटी या आधान को सं?यांकत कया जाएगा, और यथासा{य वही पेटी या आधान, यथाि/थित, उसी
िव/फोटकताH या स4म Aयि" को येक दन दी जाएगी।
(6) पेटी या आधान क कुं जी िव/फोटकताH ारा, अपनी पारी के दौरान /वयं अपने कxजे म; रखी जाएगी।
187
187 . िवफोटक@
फोटक@ का वहन.– (1) िव/फोटक कसी सीढ़ी पर ले जाए जा रहे ह तब येक
जब पेटी या
आधान उसको ले जाने वाले Aयि" के शरीर से, सुरि4त प से बांध दया जाएगा।
(2) िव/फोटकताH से िभन कोई Aयि" ऐसे शाaट म; जो खुदाई के अनुGम है कोई ाइiमग कारतूस नहZ ले
जाएगा और ऐसा कोई कारतूस कसी /थूल फे टबैग म; या कसी अय आधान म;, जो आघात से उसे संरि4त
/टेशन’’ िचिहत हो िव/फोटक सिहत पेटी या आधान छोड़ा नहZ जाएगा या रखा नहZ जाएगा।
(2) +रजवH /टेशन क /थापना के िलए /थल चयन क शत एवं अय xयौरे मु?य िनरी4क ारा साधारण आदेश
ारा िविनXदQट कए जाएँगे।
190
190. िवफोटकता0.– (1) चाजH क तैयारी और िछ का चाजHकरण और /टेiमग का कायH, इन िविनयम म;
िव/फोटकताH’’ के प म; िनXदQट स4म Aयि" ारा या उसके Aयि"गत पयHवे4ण ारा या इसके अधीन
‘’
(क) भूिमगत खान क दशा म; गैस-जाँच के माण-प7 सिहत एक बंधक का माण-प7 या ओवरमैन का
(3) िव/फोटकताH के प म; िनयु)त स4म Aयि" को कोई अय कायH नहZ दया जाएगा, न ही कसी ऐसे Aयि"
को जो अय कायH िनQपादत कर रहा हो, िव/फोटकताH के प म; कायH करने क अनुमित दी जाएगी।
(4) कोई Aयि", िजसक मजदूरी िव/फोटन से अिभाEत कोयला, िशला या मलवे क मा7ा पर िनभHर रहती
है, िव/फोटकताH के कतHAय का पालन करने के िलए िनयु)त नहZ कया जाएगा।
(5) बंधक, समय-समय पर शॉट क अिधकतम सं?या जो कोई िव/फोटकताH कसी एक पारी म; िव/फोट कर
सकेगा, िनयत करे गा, ऐसी सं?या िन निलिखत बात पर आधा+रत होगी :-
(क) इन िविनयम के उपबंध के अनुसार कसी शॉट के तैयार करने और िव/फोटन के िलए सामायत:
अपेि4त समय;
(ख) उन /थान जहाँ शॉट िव/फोट कए जाने ह`, के बीच िव/फोटकताH के आने-जाने के िलए अपेि4त समय;
(ग) अपने उ)त कतHAय के िनQपादन म; उसको उपलxध सहायता, यद कोई हो, और कसी भी ि/थित म;
िन निलिखत से अिधक नहZ होगी ;-
(i)ितीय या तृतीय िडbी गैसीय सीम या अिoमय सीम क ि/थित म;, यद एकल शॉट ए)सEलोडर
यु)त हो तो चालीस एवं यद ब%ल शॉट ए)सEलोडर यु)त ह तो अ/सी;
अय सीम क दशा म;, यद एकल शॉट ए)सEलोडर यु)त
(ii) हो तो पचास एवं यद ब%ल शॉट
ए)सEलोडर यु)त हो तो एक सौ;
(iii) खान क दशा म;, यद एकल शॉट ए)सEलोडर यु)त हो या यद िव/फोटन
िववृत साधारण
अिध/फोटक से कया जाए तो साठ एवं यद ब%ल शॉट ए)सEलेडर यु)त हो तो एक सौ बीस;
परतु जहाँ िविशQट प+रि/थितयाँ िवRमान ह, मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा एवं उसम; यथा-
िविनXदQट शतl के अधीन रहते %ए, उपरो)त उपबंध से िभन शॉट क सं?या िनयत करने के िलए अनुsात कर
सकेगा।
(6) कसी िव/फोटकताH को दए गए और उसके कxजे म; अिध/फोटक क सं?या, उसक पारी के दौरान, उन
शॉट क, िजनका उप-िविनयम (5) के अधीन िव/फोट करने क उसे अनुमित है, क अिधकतम सं?या से अिधक
नहZ होगी।
(4) कोई अिध/फोटक ाइiमग कारतूस के अंदर, उसके यु)तकए जाने के ठीक पहले से पूवH नहZ रखा जाएगा,
कतु आH खनन /थल क दशा म;, ाइiमग कारतूस िनकटतम सुिवधापूणH शुQक /थल पर तैयार कए जा सक; गे,
और ऐसे ाइम कए %ए कारतूस कायH /थल पर सुरि4त प से बद पेटी या आधान म; ले जाए जाएँगे।
(5 ) ाइiमग कारतूस म; एक बार रखा गया अिध/फोटक फर बाहर नहZ िनकाला जाएगा।
(6) कसी शॉट-िछ म;, भूिमगत खनन /थल म;, एक ही कार के िव/फोटक उपयोग कए जाएँगे।
(7) खान म; दो कार के िव/फोटक का कसी शॉट िछ म; उपयोग करने हेतु िव/फोटक के सुरि4त
िववृत
उपयोग के िलए बंधक /थायी आदेश िवरिचत करेगा और उसे वृ त करेगा एवं इसक एक ित 4े7ीय
िनरी4क को /तुत क जाएगी।
(8) िव/फोटकताH अपनी सवz तम िववेकबुिk से यह सुिनित करे गा क शॉट-िछ म; चाजHकरण, कए जाने
वाले कायH को {यान म; रखते %ए, अिधक या कम न हो।
(9) शॉट का िव/फोटन िवRुतत: अनुमोदत या कसी अय साधन या यं7 या उपकरण से कया जाएगा, जो
मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत हो।
(10) येक शॉट- िछ पयाHEत और उपयु)त अदाy /टेiमग से बंद कया जाएगा िजससे शॉट का बाहर को
(11) /टेम करने के िलए के वल ढ़ीली भरी %ई बालू या मुलायम मृिCका, जो हके से अदर दबाई गई हो, या
बालू और मृिCका का संहत िम
ण या पानी का योग कया जाएगा, और कसी भी दशा म; कोयले क धूल को
/टेiमग के योजन हेतु यु)त नहZ कया जाएगा।
(12) िछ का चाजHकरण या बंद करने के िलए कसी धाि वक औजार, अपघषHक या लाका का योग नहZ
शॉट-
कया जाएगा, और कसी अपयाHEत प+रमाण के िछ म; िव/फोटक बलपूवHक नहZ ठूं सा जाएगा।
(13) प से वेिधत कए गए, चाजH कए गए और बद कए गए शॉट-िछ म; शॉट का िव/फोट कया
उिचत
(17) जहाँ शॉट, अ यिधक सं?या म; िव/फो+टत कए जाने हो वहाँ िव/फोटन, यथासाय, पा+रय के बीच म;
कया जाएगा।
(18 )कोई Aयि" िव/फोट करने के पूवH या िमसफायर होने के पचात कसी शॉट-िछ से /टेiमग को नहZ
हटाएगा या कसी अिध/फोटक लेड को बाहर नहZ खZचेगा या कसी िव/फोटक को नहZ हटाएगा, या कसी िछ
को, जो पहले ही चाजH कया जा चुका है, वेिधत नहZ करे गा, या +र)त िछ या शॉके ट को गहरा नहZ करे गा या
ारा अनुमोदत हो से ही कोई शॉट िव/फो+टत कया जाएगा, अयथा नहZ और उपकरण ारा कसी एक बार
म; िव/फो+टत कए गए शॉट क सं?या उससे अिधक नहZ होगी िजतनी के िलए वह उप/कर बनाया गया हो।
(2) येक िवRुत शॉट-िव/फोटन उपकरण इस कार संिनqमत कया जाएगा और यु)त कया जाएगा क :-
(क) वह के वल ऐसे हैि9डल या Eलग से चलाया जा सके जो हटाया जा सके;
(ख) हैि9डल या Eलग चलाने क ि/थित म; तब तक नहZ रखा जाएगा, जब तक कोई शॉट िव/फो+टत कया जाने
वाला न हो और जैसे ही शॉट िव/फो+टत हो जाए, वह हटा िलया जाएगा;
(ग) िव/फोटन प+रपथ या तो /वत: या कसी दबाने वाले ि/वच के ारा बनाया जाता है और तोडा जाता है।
(3) िव/फोटन उपकरण, जो 7+टपूणH हो, यु)त नहZ कया जाएगा, और येक
कोई उपकरण येक तीन
मास म; कम से कम एक बार कसी स4म Aयि" ारा यह पता लगाने के िलए जाँचा जाएगा क )या वह
सुरि4त चालू हालत म; है या नहZ।
(4) यद उपकरण उिचत प से संयोिजत प+रपथ के सभी शॉट का िव/फोट करने म; असफल रहे तो
िव/फोटकताH ारा उप/कर बंधक या सहायक बंधक को यथासंभव शीता से लौटा दया जाएगा, और वह
सं?यांकत पुि/तका म; िलखा जाएगा और जाँच करने वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली
जाएगी।
(6) संकेत देने के, काश करने के या िवRुत प+रपथ से कसी करं ट का योग शॉट को िव/फो+टत करने म;
नहZ कया जाएगा।
(7) िव/फोटकताH:-
(क) िव/फोटन उपकरण क कुंजी अपनी पूरी पारी के दौरान अपने कxजे म; रखेगा;
(ख) पयाHEत लंबाई क सुिवRुत-रोिधत केबल का योग करेगा, िजससे वह समुिचत आ
य लेने म; समथH हो सके
और जो भूिमगत खनन /थल क दशा म; समकोण घुमाव लेन े के िलए पयाHEत होगा और कसी भी दशा म; केबल
(2) कसी िववृत खनन /थल क दशा म;, िव/फोटकताH शॉट तब तक चाजH नहZ कर; गा या न ही िव/फो+टत
करे गा :-
(ख) जब तक क िव/फोटन /थल से 500 मीटर (िजसे इसम; इसके पचात ‘’खतरा 4े7’’ कहा गया है के ि7pया
के अदर आने वाले संपूणH 4े7 म;, द4 संकेत या बंधक ारा अनुमोदत अय साधन ारा पयाHEत चेतावनी
नहZ दी गई हो एवं यह सुिनित कया गया हो क ऐसे 4े7 के सभी Aयि"य ने समुिचत आ
य नहZ िलया हो;
(ग) सावHजिनक सड़क या रेल का कोई भाग खतरा 4े7 के भीतर ि/थत है, वहाँ जब तक दो Aयि" तैनात
जहाँ
नहZ कर दए जाते ह`, तबतक ऐसी सडक या रे ल जो खतरा 4े7 के भीतर आती है, के दो दूरतम िसर पर कसी
भी दशा म; ऐसा येक Aयि" िजसम; िव/फोटकताH को टेलीफोन संसूचना या ¬टर या लाउड/पीकर या अय
साधन क द4 णाली ारा यातायात क िनकासी क सूचना न दी हो और पिथक और जब कभी संभव ह, ऐसे
यान, यद कोई हो, को भी, जो ऐसी सडक या रे ल से गुजरा हो को भी सचेत न कर दया हो।
(3) खनन /थल म;, यद कोई /थायी भवन या /थाई कृ ित क संरचना जो /वामी क अपनी न हो
िववृत
‘’खतरा 4े7’’ के अंतगHत आती है, कुल अिधकतम चाजH ित िवलंब और ित राउड, वैsािनक अ{ययन के आधार
पर अनुद त मु?य िनरी4क से िलिखत प म; अनुमित ारा और उन शतl के अधीन रहते %ए जो उसम;
(4) िविनयम (3) म; कसी बात के होते %ए भी, इस आधार पर क जहाँ िवशेष प+रि/थितय के िवRमान
उप-
होने के कारण इसके उपबंध का पालन जरी नहZ है या वे युि)तयु)त प से Aयावहा+रक नहZ ह`, तो मु?य
िनरी4क िलिखत म; आदेश देकर और ऐसी शतl के अधीन रहते %ए जो वह िविनXदQट करे , ऐसी कसी खान या
उसके भाग क उप-िविनयम (3) के उपबंध के पालन से छूट दे सकता है।
दान करती हो, वहाँ पयाHEत आ
य या अय संर4ण क Aयव/था क जाएगी।
(6) दो कायH /थल एक दूसरे से 9.0 मीटर के अदर तक प%ँच चुक; ह, वहाँ िव/फोटकताH
जहाँ भूिम के नीचे,
उनम; से कसी एक खनन /थल म;, कोई शॉट तब तक िव/फो+टत नहZ करेगा, जब तक दूसरे कायH- /थल से सभी
Aयि" हटा नहZ िलए गए ह, और वह इस कार बाड़ से अलग न कर दया गया हो िजसके क Aयि"य का
शॉट क सीधी रे खा म; अनवधानता से आ जाना रोका जा सके ।
197
197. शुKक कोयला धूल के संबधं म4 पूवा0वधािनयाँ.– जब तक क नीचे उ)त िविनयम म; िविनXदQट कए गए
प से कोई /थान कृ य आH न हो, भूिम के नीचे के कसी /थान म; कोई शॉट तब तक नहZ िव/फो+टत कया
जाएगा जब तक वह /थान ही और छत और पावl को सि मिलत करते %ए उससे 18 मीटर क दूरी के अदर के
सभी अिभग य /थान पर िविनयम 144 के उप-िविनयम (3) के ख9ड (ख) म; िविनXदQट रीित से उपचा+रत
(क) कसी पाषाण-सूँध म;, यद उसम; शुQक कोयला-धूल नहZ है; या
(ख) कसी शाaट म; जो खोदा जा रहा है।
(2) ितीय या तृतीय िडbी गैसीय सीम म;, अनुsात आवरणयु)त िव/फोटक या अय समान प से सुरि4त
िव/फोटक या मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत कोयला तोड़ने का कोई युि" या ऐसे उपकरण से िभन कोई
िव/फोटक योग नहZ कए जाएँग,े जब क थम िडbी गैसीय सीम म; उपरो)त के अित+र)त अनुsात िव/फोटक
भी उपयोग कए जा सक; गे :
अनुमित दे सकेगा।
(3) िविनयम (1) म; कसी बात के होते %ए भी, यद िव/फोटन कसी कोयला सीम से पाँच मीटर के
उप-
अतगHत प थर-सूंध या खोदे जा रहे शाaट म; या कोल मेजर िnaट या एक सीम से दूसरे तक /टेपल शाaट म;
कया जाता हो तो केवल ऐसे कार के अनुsात िव/फोटक का, जो मु?य िनरी4क ारा अपेि4त हो, उपयोग
कया जाएगा :
परतु िवशेष क+ठनाई क अव/था म;, मु?य िनरी4क प थर-सूंध या खोदे जा रहे शाaट को इन उप-
िविनयम के उपबंध से, ऐसी शतl के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट करे, छूट दान कर सके गा।
199.
199. अनुqात िवफोटक@
फोटक@ के योग म4 पूवा0वधािनयाँ.– (1) कसी अिध/फोटक का योग तब तक नहZ कया
जाएगा जब तक वह मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत न हो।
(2) जब िव/फोटन के िलए एक से अिधक शॉट भरे जाएँ तो सारे शॉट साथ-साथ िव/फो+टत कए जाएँगे।
(3) कोयले म; िव/फो+टत कए जाने वाले कसी शॉट का संकिलत चाजH ऐसे अनुsेय अिधकतम चाजH से अिधक
नहZ होगा, जो योग म; लाए गए अनुsात िव/फोटक के कार के िलए मु?य िनरी4क ारा साधारण या िवशेष
आदेश ारा िविनXदQट ह।
200
200. शॉट िवफोटन
फोटन के अनुqात उपकरण.
उपकरण.– वैसे कार के शॉट िव/फोटन उपकरण जो मु?य िनरी4क ारा
अनुमोदत हो एवं उन शतl के अधीन रहते %ए जो उसके ारा समय-समय पर साधारण या िवशेष आदेश ारा
िविनXदQट क जाए, के िसवाय कसी खान म; शॉट िव/फोटन नहZ कए जाएँगे :
परतु जहाँ िवशेष दशाएँ िवRमान ह वहाँ मु?य िनरी4क िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन
रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट हो, शॉट िव/फो+टत करने के कसी अय उपकरण का योग अनुsात कर
सकेगा।
201
201 . भूिमगत खान म4 अित!रSत पूवा0वधािनयाँ.– (1) यद कसी संवातन िडि/[)ट म;, कसी /थान पर
pवलनशील गैस के अि/त व का पता लगता है, तो उस /थान म; या उसक वापसी क दशा म; ि/थत कसी /थान
पर कोई शॉट-िछ चाजH कया जाएगा, चाजH करके बंद कया या िव/फो+टत तभी कया जाएगा जब वह / थान
गैस रिहत कर दया गया हो और सुरि4त घोिषत कर दया गया हो, अयथा नहZ।
(2) कसी एक शॉट-िछ या शॉट-िछ के संवगH को चाजH करने के तुरत पहले और फर शॉट को िव/फो+टत
करने से पूवH िव/फोटकताH गैस के अि/त व के िलए िव/फोटन के /थान के 18 मीटर क ि7pया के अदर सभी
pवलनशील गैस पाई जाए, तो कोई शॉट तब तक िव/फो+टत नहZ कया जाएगा जब तक वह /थान को गैसरिहत
और सुरि4त घोिषत न कर दया गया हो।
(5) मु?य िनरी4क क िलिखत पूवH अनुsा से ही और उन शतl के अधीन रहते %ए जो उसम; िविनXदQट क
जाए, कसी िवलंब Gया िव/फोटक का योग कया जाएगा, अयथा नहZ।
202
202. िववृत खान के अिg े@ म4 िवफोटन.
टन.- िववृत खान के अिo भािवत 4े7 म; िव/फोटन कायH हेत ु शत
203
203. शॉट-
शॉट-िव फोटन के बाद िनरीण.- (1) कसी शॉट के िव/फोटन के पचात् िव/फोटकताH उस /थान म;
वेश नहZ करे गा या कसी अय Aयि" को तब तक वेश नहZ करने देगा जब तक उस 4े7 म; वायुमंडल धूल,
(2) कोई अय Aयि" उस /थान म; वेश नहZ करेगा, और जहाँ गाडH तैनात कए गए ह वहाँ से वे तब तक नहZ
हटाए जागे, जब तक परी4ा न कर ली गई हो और /थान सभी बाबत सुरि4त घोिषत न कर दया गया हो।
(3) िववृतखनन /थल क दशा म; शॉट के िव/फोटन के बाद, िमस- फायर हो जाने क दशा म; के िसवाय,
‘’सब ठीक’’ (ऑल )लीयर) का संकेत दया जाएगा।
204
204. िमसफायर@ का होना.– (1) िवRुत प से शॉट िव/फो+टत कए जाने के पचात्, कोई भी Aयि" उस
/थान म; शॉट के िवRुतोत के केबल से अलग कए जाने के बाद, पाँच िमनट तक पुन: न वेश करे गा या न ही
उसे पुन: वेश करने दया जाएगा।
(2) कसी िमसफायर क दशा म;,कायH-/थल के वेश या वेश म; अनवधानतावश प%ँच रोकने के िलए उसे या
उह; बाड़ से बद कर दया जाएगा, और जब तक िमसफायर का /थान िनित नहZ हो जाता और वह अलग
नहZ कर दया जाता उसम; िमसफायर के /थान िनित करने या िमसफायर हटाने के कायH से िभन कोई कायH
नहZ कया जाएगा।
(3) िववृत खनन /थल म; िमसफायर के /थान को लाल झंडी से िचिहत कर देना पयाHEत होगा।
(4) कसी िमसफायर क दशा म;, उसी िछ म; दूसरा चाजH नहZ रखा जाएगा।
(5) यद कोई िमसफायर अिध/फोटक से यु)त है तो उसके लेड कसी डोरी से शॉट िव/फोटक केबल से, या
बाद शॉट, यथासा{य शीता से, िव/फो+टत कर दया जाए, एक अय शॉट अनुक पी िछ म; िव/फो+टत कया
जाएगा, जो इस कार ि/थत होगा और ऐसी दशा म; वेिधत कया जाएगा क वह कसी िबदु पर भी
परतु भूिम के नीचे के खनन /थल क दशा म;, यद ऐसे कारतूस या अिध/फोटक नहZ िमल पाते ह` तो
उन टब को, िजनम; मलवा भरा गया हो, िचिहत कर दया जाएगा और सतह पर और तलाशी क जाएगी, और
अिध/फोटक और कारतूस के िलए तलाशी और कसी कोयले, प थर या मलवे क लदाई, िजनम; अिध/फोटक
हो, यथासंभव, औजार क सहायता के िबना क जाएगी।
(9) यद िमसफायर वाले िछ का िनपटारा इस कार उपबंिधत रीित से नहZ कया जा सकता तो उसका
मुंह सुरि4त प म;, कसी काQठ के Eलग से बद कर दया जाएगा और िव/फोटकताH, पदधारी, या इस योजन
के िलए ािधकृ त Aयि" से िभन कोई Aयि" उस Eलग को न हटाएगा और न हटाने का यास करेगा।
(ख) इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; येक िमसफायर पर, भले ही वह
िमसफायर क ि/थित म; सभी िव/फोटकताH ारा पालन क जाने वाली िव/तृत Gया अनुदश
े देगा।
205
205. पाषाण-
पाषाण- िiZट@ म4 िवशेष पूवा0वधािनयाँ.– पाषाण-िnaट म;,-
(क) शॉट के िव/फोटन के बाद फेस से सभी ढ़ीली चान हटा दए जाएँग,े और फेस से 1.2 मीटर क दूरी के
अदर ि/थत पूरा 4े7 संपूणHत: साफ कर दया जाएगा या जल से धो दया जाएगा और िमसफायर या सॉके ट के
अि/त व के िलए उसक सावधानी से परी4ा क जाएगी, और ऐसी पूवाHवधािनयाँ बरते िबना शॉट का अगला
चG िव/फो+टत नहZ कया जाएगा,
(ख) यद कसी सॉके ट का पता लगता है तो उसके संबंध म; िविनयम 204 म; उपबंिधत रीित से कारHवाई क
जाएगी।
206
206. िवफोटकता0
फोटकता0 के पारी का अ.त होने पर उसके कत0Cय.– िव/फोटकताH के उसके पारी के अत के ठीक
पचात् -
(क) अयु)त िव/फोटक को बादघर म;, या जहाँ कसी भंडार या प+रसर क िविनयम 184 के अधीन
सभी
207
207 . िवफोटक@
फोटक@ के बारे म4 साधारण पूवा0वधािनयाँ.– (1) कोई Aयि" िव/फोटक संबंधी कायH करते समय,
या चाजH क तैयारी म; या िछ के चाजHकरण म; लगे होने या सहायता देने के समय धू®पान नहZ करे गा, न ही
कोई मोबाइल फोन अथवा कोई आवृ त लाइट, िवRुत टाचH या ल`प से िभन कोई लाइट साथ रखेगा या उसका
योग करेगा।
(2) कोई Aयि" कोई मोबाईल फोन या िवRुत टॉचH या आवृ त िवRुत ल`प से िभन कोई लाइट कसी
िव/फोटक बादघर या भंडार या प+रसर म; नहZ ले जाएगा।
(3) /वामी, अिभकताH या बंधक िव/फोटक के भंडारण, प+रवहन एवं उपयोग के दौरान िव/फोटक क चोरी
रोकने के िलए पयाHEत उपाय करे गा।
(4) इन िविनयम म; यथा उपबंिधत के िसवाय कोई Aयि" अपने कxजे म; िव/फोटक नहZ रखेगा और न कसी
िनवास-गृह म; िव/फोटक िछपाएगा या रखेगा।
(5) कसी खान म; या उसके आस पास कोई िव/फोटक पाने वाला कोई Aयि" उह; बादघर या भंडार या
प+रसर म; जमा कर देगा और ऐसी येक घटना क +रपोटH बंधक को िलिखत प म; दी जाएगी।
(6) िव/फोटकताH एवं उनके सहायक :-
(क) बै[ी चािलत घि़डयाँ, मोबाईल फोन, कृ ि7म प+रधान और मोज का उपयोग नहZ कर;गे;
(ख) केवल सुचालक कार के जूत का योग कर;गे; और
(ग) चमड़े के जूते या बूट के मामले म;, तला भी चमड़े का एवं िबना जूते क कल के हगे।
अयाय 15
मशीनरी, संय
मशीनरी, ं एवं उप
उपकर
208
208. 7कसी मशीनरी,
मशीनरी, उपकर एवं युि8य@ का कोयला खान म4 उपयोग.– (1) मु?य िनरी4क के प िलिखत
म; पूवH अनुsा के िबना और उन शतl के अधीन रहते %ए जो वह उसम; िविनXदQट करे , खान के भूिमगत भाग म;
कसी अतदHहन इंजन या भाप xयॉलर को उपयोग म; नहZ लाया जाएगा।
(2) के ीय िवRुत ािधकरण (िवRुत आपूqC एवं सुर4ा संबंधी उपाय) िविनयम, 2010 के उपबंध
जब तक
के अधीन अयथा उपबंिधत न कया जाए; ितीय या तृतीय िडbी क येक गैसीय सीम म;, केवल लौ-रोधी
(4) कसी सािध7, उप/कर, मशीनरी या अय सामbी के संबंध म; मु?य िनरी4क ारा उप-िविनयम (3)
जहाँ
के अधीन अिधसूचना नहZ जारी क गई है और ऐसा कोई सािध7, उप/कर, मशीनरी या सामbी कसी खान म;
योग कया जाता है, वहाँ मु?य िनरी4क या 4े7ीय िनरी4क, यद उसक राय म; ऐसे सािध7, उप/कर,
मशीनरी या सामbी के योग से खान म; सुर4ा को खतरा संभाAय हो, तो वह एक िलिखत आदेश ारा, उसका
योग ऐसे समय तक ितिषk कर सकेगा जब तक वह मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत न हो जाए।
(5) कसी खान का /वामी, अिभकताH या बंधक कसी अनुमोदत कार के मशीनरी, उप/कर, उपकरण,
युि", लै प, काश या सामbी क ाि के दौरान यह सुिनित करेगा क वे सभी बाबत से अनुमोदत
िविनदwशन के समनुप ह` और वह इन सभी को अनुमोदत मानक के अनुसार बनाए रखने के िलए भी
उ तरदायी होगा।
(6) उपयोगम; कए जा रहे येक अनुमोदत मशीनरी, उप/कर एवं युि" के अनुमोदन क एक ित खान के
कायाHलय म; रखी जाएगी।
लादने, ढोने या पाटने के िलए मशीनरी यु)त होते ह`, वहाँ इस योजन के िलए ािधकृ त Aयि" ारा ऐसे
येक कार क मशीनरी क कायH-िविध क बावत् अलग-अलग सुर4ा Aयवहार संिहता बनाई जाएगी, िजसम;
वैस े मशीनरी और सहायक उप/कर के उ थापन, अिधQठापन, संचालन, मर मत, अनुर4ण, िवघटन और
प+रवहन म; िनयोिजत Aयि"य के िनयं7ण और दशा-िनदwश हेतु और साथ ही साथ दुघHटना के रोकथाम हेतु और
ऐसे िनयोिजत Aयि"य के सुर4ा, /वा/य, सुिवधा एवं अनुशासन हेतु िनयम सि मिलत हगे; और उपरो)त
सुर4ा Aयवहार संिहता के कायाHवयन के िलए इस योजन हेतु ािधकृ त इंजीिनयर उ तरदायी होगा।
(8) जहाँ सतही प+रवहन एवं ह`डiलग मशीनरी, िजसम; कोयला ह`डiलग संय7 ं , मर मत शेड या कायHशाला
शािमल है, लगाए गए ह`, वहाँ ऐसे मशीनरी, संयं7 और सहायक उप/ कर के उ थापन, ितQठापन, संचालन,
मर मत, अनुर4ण, िवघटन और प+रवहन हेत,ु साथ ही साथ दुघHटना रोकने और ऐसे िनयोिजत Aयि"य के
सुर4ा, /वा/य, सुिवधा और अनुशासन हेत,ु इस योजन से ािधकृ त Aयि" ारा सुर4ा Aयवहार संिहता बनाए
जाएँगे और उपरो)त सुर4ा Aयवहार संिहता के कायाHवयन के िलए इस उेय हेतु ािधकृ त इं जीिनयर
उ तरदायी होगा।
209.
09. मशीनरी के िव िनमा0ण और अनुरण के बारे म4 साधारण उपबंध.- सभी मशीनरी और उपकरण, जो
कसी खान के उप/कर के प म; यु)त होते ह या ऐसे उप/कर के भाग ह, के सभी भाग और कायHरत िगयर,
चाहे वे ि/थर हो या फ)स हो, िजनम; करग और फi)सग के वे सािध7 भी सि मिलत ह`, और सभी नीव;
िजनम;, या िजनके साथ ऐसे कोई सािध7 कर कए या फ)स कए जाते ह`, वे अ}छे िडजायन के और सुदढ़ृ बने
%ए, उपयु)त पदाथH के और पयाHEत शि" के हगे और दृय दोष रिहत हगे और उिचत प से अनुरि4त कए
जाएँगे।
210
210. दबाव
बाव के अधीन उपकरण.
उपकरण.– (1) खान केउप/कर के प म; यु)त या उसके भागप, वे सभी उपकरण
जो वायुमडं ल के दाब से अिधक दाब पर वायु, गैस या वाQप से यु)त ह या उनका उ पादन करते ह, वे इस
कार अिभकिपत, िविनqमत, सं/थािपत और अनुरि4त कए जाएँगे िजससे क आग लगने, फट जाने, िव/फोट
होने, ढह जाने या हािनकर गैस के उ पन होने क जोिखम को दूर कया जा सके ।
(2) स पीड़क संयं7 का भाग प होने वाले येक वायु-bाही म; एक सुर4ा वाव और एक वायु मापक, जो
वायुमंडलीय दाब से अिधक दाब को उपदqशत करे , लगाया जाएगा।
(3) bाही के आवरण म; कए जाने या चालू कए जाने के पूवH इंजीिनयर या अय स4म Aयि" कायH करने
वायु-
के अिधकतम अनुsेय दाब से डेढ़ गुणा दाब पर उसका हाइnॉिलक परी4ण करे गा और इसी कार का परी4ण
येक नवीकरण या मर मत के बाद और कसी भी दशा म;, तीन वषH से अनिधक अतराल पर कया जाएगा।
(4) उप-िविनयम (3) के अधीन येक ऐसे परी4ण का प+रणाम इस योजन के िलए रखी गई िजदबk
पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलखा जाएगा और परी4ण करने वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख
डाली जाएगी।
(5) वायु संपीड़क के िलए वायु क आपूqत धूल और धूएँ से रिहत ोत से क जाएगी।
(6) उप/कर के प म; यु)त होने वाले या उसके भागप सभी उपकरण जो दाब पर हाइnॉिलक तरल
खान के
या इमसन यु)त ह या उसे उ पन करते ह इस कार अिभकिपत, िविनqमत, सं/थािपत और अनुरि4त कए
211
211 . मशीनरी के गितमान भाग@ के बारे म4 पूवा0वधािनयाँ.– (1) येक िवच या वाइ9डलेस म; कोई
अवरोधक दंतररोधक या अय रोकने का िववसनीय उप/कर लगाया जाएगा, और उसके लगे होने पर ही उसका
योग कया जाएगा।
(2) येक nम उप चG और खान के उप/कर के प म; यु)त होने वाली या ऐसे उप/कर क भागप
मशीनरी का येक अय खतरनाक अनावृत भाग, खतरे को रोकने के िलए प)के बने यथोिचत रि47 से
पयाHतEत: बाड़ लगाकर सुरि4त कया जाएगा, और ऐसे रि47 जब मशीनरी के भाग गितमान या योग म; ह
तब अपने /थान पर रखे जाएँग,े कतु कोई परी4ा, समायोजन या मर मत करने के िलए वे यथोिचत
पूवाHवधािनयाँ बरत कर हटाए जा सक; गे।
(3) रि47 क अ}छी अव/था म; समुिचत रख-रखाव एवं सही ि/थित म; रखने का कतHAय
सभी भारसाधक
(4) जहाँ 4ित क जोिखम हो, वहाँ कोई Aयि" गितमान मशीनरी क मर मत, समायोजन, सफाई या /नेहन न
करे गा, न उसे करने के िलए अनुsात कया जाएगा।
(5) जब तक इस योजन के िलए एक यथोिचत यांि7क सािध7 क Aयव/था नहZ क जाती, कोई Aयि", जब
मशीनरी गितमान हो, कसी चालक बेट या र/सी को नहZ हटाए गा या समायोिजत करे गा, न उसे ऐसा करने
दया जाएगा।
(6 ) गितमान मशीनरी के अ यिधक पास कोई Aयि" ढ़ीले बाy व/7 नहZ पहनेगा, न उसे पहनने दया
जाएगा।
(7 ) कोई अािधकृ त Aयि" कसी इंजन क4 म; वेश या इंजन म; कसी कार का ह/त4ेप नहZ करे गा।
212
212 . इंजन क और उनके िनकास.– येक [ासफामHर और बैटरी को चाजH करने का क4 और
इं जन, मोटर,
सतह पर ि/थत येक क4 िजसम; अ यिधक pवलनशील सामbी का भंडार कया जाता है, साफ रखा जाएगा
और उसम; कम से कम दो िनकास क Aयव/था क जाएगी, िजसे समुिचत प म; अनुरि4त और बाधा-मु)त
रखा जाएगा।
213
213. मशीनरी का चालन और उसक( परीा.– (1) कोई मशीनरी कसी स4म Aयि" ारा या उसके सतत
पयHवे4ण के अधीन ही चलाई जाएगी, अयथा नहZ।
(2) येक ितीय या तृतीय िडbी क गैसीय सीम म; कोई Aयि", कसी टेलीफोन या िसfनल युि" या
िवRुतल`प या काश से िभन कसी िवRुत मशीनरी, उपकरण या सािध7 का पयHवे4ण या प+रचालन करने के
िलए तब तक िनयु)त नहZ कया जाएगा, जब तक वह गैस परी4ण माण-प7 न धारण करता हो, िजसे
कतHAयाढ़ होने के दौरान मु?य िनरी4क से अनुमत लौ वाली सुर4ा ल`प या pवलनशील गैस के अवधारण के
िलए अय कोई उपकरण दए जाएँगे एवं वह वातावरण म; pवलनशील गैस क उपि/थित क जाँच करेगा।
(3) कसी मशीनरी, उपकरण या सािध7 का भारसाधक येक Aयि", कायH आरंभ करने से पूव,H यह देख लेगा
क वह यथोिचत कायH करने क दशा म; है, और यद वह उसम; कोई दोष देखता है, तो वह इस तय क सूचना
तुरत बंधक, इंजीिनयर या अय स4म Aयि" को देगा।
(4) bाही का भारसाधक, येक Aयि" यह देखेगा क सुर4ा वाव म; कोई अित+र)त भार नहZ बढ़ाया
वायु-
(5 ) इस योजन के िलए िनयु)त कोई एक या अिधक स4म Aयि", योग म; आने वाली सब मशीनरी और
संयं7 का संपूणH िनरी4ण येक सात दन म; कम से कम एक बार कर;गे और उसके प+रणाम को, इस योजन
के िलए रखी गई िजदबk पृQठ सं?यांकत पुि/तका म; िलख;गे।
(6) िवRुत मशीनरी और संयं7 के बारे म;, स4म Aयि", ऐसा इंजीिनयर या िवRुत-तं7ी होगा, जो के ीय
िवRुत ािधकरण (िवRुत आपूqC और सुर4ा से संबंिधत उपाय) िविनयम, 2010 म; िविनXदQट कए गए
अनुसार अहHता रखता हो।
(2) सभी फ बोiटग मशीन और काटने के मशीन, सतत् खननयं7, लांगवाल फेस उप/कर, लदाई मशीन और
कोयला के िनQकषHण या भरण हेतु यु)त अय यं7ीकृ त उप/कर पर मीथेन मॉिनटर लगाए जाएँग।े
(3) फ बोiटग मशीन, सतत् खनन यं7 एवं कोयला लदाई के उप/कर कायH-/थल को समुिचत प से
कािशत करने के िलए पयाHEत काश फटग से सुसि¦त हगे।
(4) छत के सपोटH हेतु िछ वेधन करने के सभी फेस उप/कर वसनयोfय कोयला-धूल को
कोयला काटने या
िनयंि7त करने के िलए इंजीिनयरी िनयं7ण, जैसे पानी िछड़काव, धूल जमा करने एवं वायु-माजHक णाली
सुसि¦त हगे।
(5) जहाँ भूिमगत कोयला खान एवं कोयला फेस म; उपयोग हो रहे सतत् खनन मशीन या इस कार के अय
उप/कर हेतु +रमोट कं [ोल युि"याँ उपयोग म; लाए जा रहे ह, वहाँ /वामी, अिभकताH और बंधक यह सुिनित
कर; गे क-
(क) +रमोट कं [ोल युि"य के जाँच यह िनयत करने के िलए क जाएगी क वे सभी अलग आवृित पर ह और
गैर इरादतन चलने या दुघHटनावश गितशील या चलायमान न हो;
(ख) +रमोट कं [ोल युि" के उपयोग हेतु सभी चालक को समुिचत िश4ण दए जाएँ;
(ग) +रमोट कं [ोल खनन उप/कर के उपयोग के िलए, जो उस 4े7 म; मशीन चालक एवं अय कामगार को
दबने क दुघHटना से बचाने के िलए सुरि4त /थान को जब मशीन गितमान हो, शािमल करते %ए खनन योजना
का िडजायन और वसनीय धूल एवं {विन के खतरे से बचाव कया जाएगा।
215
215. cे न एवं उ,थापक िगयर.
िगयर.– (1) उप/कर एवं सामिbय के उ तोलन प+रवहन हेतु यु)त सभी
या
मशीनरी इस कार अिभकिपत, िनqमत एवं उ थािपत, िनरीि4त, अनुरि4त और चािलत कए जाएँगे जैसा
(6) कोई Gे न या हिवस तब तक उपयोग म; नहZ लाई जाएगी जब तक क कसी Aयि" क सुर4ा को खतरनाक
बनाने वाली कसी ि/थित को सुधार न िलया गया हो।
सं/थान ारा, मूल िडजायन एवं सुर4ा के मानद9ड के अनुसार स यािपत कया जाएगा।
हगे।
(11) यद िनकास का सामाय साधन चालक को हमेशा उपलxध न रहता हो, तो उजाH बािधत होने पर या
अय आपात ि/थित म; चालन-/थान से सुरि4त /थान तक जाने के िलए कोई वैकिपक सुरि4त साधन क
Aयव/था होगी।
(12) Gे न या हिवस पर भावी
Aय एवं दृय संचार युि"याँ लागाई जाएँगी।
(13) जब कभी जरी हो Gे न या हिवस के चालक कामगार क चेतावनी के िलए खतरे का संकेत बजाएगा।
(14) Gे न या हिवस के सारे िनयं7ण /पQट प से िचिहत हगे एवं छोड़े जाने पर उदासीन अव/था म; लौट
जाएँगे एवं एक /वचािलत आरोध णाली Gयाशील हो जाएगा।
(15) Gे न या हिवस के चालक वायुवािहत अशुिkय, िगरते या उड़ते पदा थl एवं अ यिधक गम] या ठं ड के
(17) %क, %क के कवच या िसटकनीय, तार क रि/सय, जंजीर एवं अय संयोजक
सभी तथा साज-
सामान को अ}छी ि/थित म; बनाए रखा जाएगा एवं िनयिमत प से िनरी4ण कया जाएगा।
(18) Gे न चालक येक
या हिवस के पारी के ारं भ म; िलिमट-/वीच को जाँच;गे एवं परी4ण कर;गे एवं
त संबंधी एक ितवेदन बनाए रख;गे।
(19) Gे न का प+रवहन मागH बाधा\ से मु)त होगा एवं च)के वाले या पटरी यु) ा Gे न का प+रवहन मागH
यथासंभव समतल होगा।
(20) Gे न के समुिचत एवं सुरि4त चालन सुिनित करने हेतु एवं भार को उठाने-रखने का Gे न चालक को
िश4ण दया जाएगा।
216
216. भारी अथ0 मूQवग मशीनरी (एच.ई.एम.एम.), िजसम4 Uक, !टपर और डपर
पर शािमल हR, के िडजायन,
िडजायन,
कया जाएगा क चालक चार तरफ बाधारिहत एवं /पQट देख सके।
(2) खान म; यु)त होने वाले [क एवं +टEपर सिहत येक हेवी अथH मूiवग मशीनरी, ऐसे सुर4ा
िविशQटता\ एवं युि"य से सि¦त हगे, जैसा मु?य िनरी4क समय-समय पर, िलिखत म; साधारण या िविशQट
आदेश ारा िविनXदQट करे ।
(3) मशीनरी एवं संय7 के कसी काम को, िजसम; तकनीक sान एवं अनुभव क आवयकता हो, इंजीिनयर
या अय स4म Aयि" अपने पयHवे4ण के अलावा कसी अय Aयि" से नहZ करवाएगा।
अयाय 16
चालू कोयला खान या प!र,यS
यSत कोयला खान से मीथेन का िनKकष0
कष0ण
218. मीथेन के पूव
D ण के आशय या ताव
ताव क( सूचना.– (1) जब कभी कसी खनन /थल या प+र य)त
खान या उसके कसी िह/से के कसी कोयला सीम या कोल मेजर /[ाटा म; /वयं के, घरे लू या औRोिगक उपयोग
के उेय से मीथेन या कसी अय गैस क उपि/थित का पता लगाने का /ताव या इरादा हो, तो खान का
/वामी, अिभकताH या बंधक इस तरह के पूवw4ण कायH ारं भ करने क तारीख से छ: मास पूवH ऐसे प7 एवं
पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से िविनXदQट कया जाए, मु?य िनरी4क तथा 4े7ीय िनरी4क
को भी िलिखत सूचना देगा:
परतु, प+र य)त खान के मामले म;, पुन: ारं भ करने क सूचना भी इन िविनयम के अधीन िविनXदQट
तरीके से दी जाएगी।
(क) थेन क मौजूदगी क खोज के िलए अपेि4त 4े7 और िवषय पर जानकारी, अनुभव एवं िवशेषsता
मी
(ख) संपादनाथH /तािवत पूवw4ण कायH क पkित और संगठन, अिभकरण या कसी अय ठे केदार का xयौरा,
िजनके ारा संपूणH या अंश कायH आयोिजत या /तािवत अविध के अधीन Gयावयन हेतु /तािवत ह, क
+रपोटH;
(ग) पूवw4ण कायH म; उपयोग के िलए /तािवत मशीनरी, उप/कर, यं7 और उपकरण के िविनदwशन,
मापद9ड एवं सभी संगत सूचना\ का िववरण;
(घ) पदािधका+रय सिहत Aयि"य एवं Aयि"य के वगl, स4म Aयि"य, अिधका+रय एवं कमHचा+रय के
कतHAय एवं दािय व को /पQट प से दशाHने वाले संगठन-संरचना एवं सारणी;
(ड.) खान के न)शे
)शन, जो क इन िविनयम के सामाय अपे4ा\ के अनुसार चालू या प+र य)त
एवं से
खान के कोयला सीम, कोल मेजर /[ाटा, लि4त सीम एवं /[ाटा या /थान, जहाँ से मीथेन का िनQकषHण
/तािवत है, उनका िव/तार तथा इन िविनयम के अधीन अय सभी अपेि4त िववरण, वतHमान और भिवQय के
खनन /थल जहाँ से कोयला िनकाला जाना हो या िनकाला जाएगा, को /पQट प से दशाHते %ए तैयार कया
गया हो; और
(च) 4े7 के न)शे एवं से)शन, जो क इन िविनयम के सामाय अपे4ा\ के अनुसार उस 4े7 म; जहाँ वेधन या
कोई पूवw4ण कायH िनQपादत कया जाना है के /तािवत प रे खा के साथ /तािवत पूवw4ण के िववरण, को
दशाHते %ए, तैयार कया गया हो।
(3) मु?य िनरी4क, िलिखत आदेश ारा और उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे , पूवw4ण योजना
या प+रयोजना म; कोई प+रवतHन, संशोधन एवं अित+र)त जरत क समािवि अपेि4त कर सके गा।
) जब तक मु?य िनरी4क क तरफ से चालू करने या Gयावयन करने का िलिखत आदेश या उस संदभH म;
(4
अनुमित नहZ ाEत हो, उप-िविनयम (3) म; िविनXदQट पूवw4ण योजना या प+रयोजना को ारं भ नहZ कया
जाएगा।
(5) पूवw4ण योजना या प+रयोजना के ारं भ करने क तारीख क सूचना मु?य िनरी4क तथा 4े7ीय िनरी4क
को त काल दी जाएगी।
219 . पूव
D ण या पूव
D ण थगन क( !रपोट0 को तुत करना.
करना.– (1) खान या उसके कसी भाग म; पूवw4ण
कायH के स पन होने पर पूव4
w ण कायH का पूणH प से तैयार िव/तृत +रपोटH मु?य िनरी4क तथा इसक एक ित
4े7ीय िनरी4क को िनवेदत क जाएगी :
परतु यद मु?य िनरी4क ारा ऐसा अपेि4त हो तो समय- समय पर अत+रम ितवेदन को /तुत
कया जाएगा।
(2) यद पूवw4ण कायH के दौरान, यह िनणHय िलया जाता है क 4े7 म; खान या उसके कसी िह/से म; उसके बाद
के पूवw4ण का प+र याग या /थगन करना हो तो, ऐसे प7 म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से
िविनXदQट कया जाए, एक सूचना पूवw4ण के िव/तृत िववरण के साथ मु?य िनरी4क तथा 4े7ीय िनरी4क को
त काल /तुत क जाएगी।
(3) इन िविनयम के सामाय अपे4ा\ के अनुसार बनाए गए न)शे एवं से)शन, िजसम; Aयास, गहराई एवं
बोर-िछ के हरे क ख9ड क दशा, जल का िव/तार, गैस, आद का िव/तार और अय सूचना के साथ वेिधत,
प+र य)त या अपूणH सभी बोर िछ को दशाHया गया हो, को उप-िविनयम (2) के अधीन उिलिखत +रपोटH के
साथ /तुत कया जाएगा।
(4) िछ या पूवw4ण के दौरान कए गए उ खनन, जब तक बाद म; योग के िलए वे अयथा
सभी वेिधत बोर-
अपेि4त न ह, को भावी प से इस कार सील या जाम कर दया जाएगा क उनसे कसी गैस या तरल पदाथH
का +रसाव रोका जा सके ।
भाग के कसी कोयला सीम या कोल मेजर /[ाटा म; /वयं के घरे लू या औRोिगक इ/तेमाल के िलए मीथेन या
अय गैस के दोहन के उेय से मीथेन का िनQकषHण ारंभ या शु करने का कोई /ताव हो या ऐसा आशय हो,
तो खान का /वामी, अिभकताH और बंधक िनQकषHण का कायH शु करने क तारीख से तीस दन पूव,H इस
योजन के िलए मु?य िनरी4क ारा िविहत प7 और पkित म; मु?य िनरी4क को एवं 4े7ीय िनरी4क को भी
िलिखत सूचना देग ा।
(2) उप-िविनयम (1) के अधीनइस कार अपेि4त सूचना के साथ कसी मायता ाEत अिभकरण (एज;सी),
िजह; अपेि4त 4े7 और िवषय म; जानकारी, अनुभव और िवशेषsता हािसल हो, ारा तैयार कया गया
िव/तृत प+रयोजना ितवेदन भी िनवेदत क जाएगी, जो िन निलिखत से यु)त होगा; अथाHत् :-
(क) िनQपादत कए जाने वाले िनQकषHण या दोहन कायH का /तािवत तरीका और उस संगठन, अिभकरण
या कसी अय ठे केदार का िववरण िजनके ारा योजना या /ताव के अधीन सभी /तािवत कायH या उसके भाग
ऐसे अविध के अदर िनQपादत कया जाना है;
(ख) योग के िलए /तािवत मशीनरी, उप/कर, यं7 और उपकरण का िववरण तथा उनके िविनदwश,
मापद9ड और सभी संगत सूचना\ का िववरण;
(ग) Aयि"य एवं Aयि"य के वगH, िजसम; पदधारी, स4म Aयि", अिधकारी और कमHचारी शािमल ह`,के साथ
संगठन क संरचना तथा उनके कतHAय और दािय व को /पQट प से दशाHनेवाली सारणी;
(घ) खान के न)शे एवं से)शन, जो क इन िविनयम के सामाय अपे4ा\ के अनुसार चालू या प+र य)त खान
के कोयला सीम, कोल मेजर /[ाटा, लि4त सीम एवं /[ाटा या /थान, जहाँ से मीथेन का िनQकषHण /तािवत है,
उनका िव/तार तथा इन िविनयम के अधीन अय सभी अपेि4त िववरण, वतHमान या भिवQय के खनन /थल
जहाँ से कोयला िनकाला जाना हो या िनकाला जाएगा, को /पQट प से दशाHते %ए, तैयार कया गया हो; और
(ड.) इन िविनयम के सामाय अपे4ा\ का पालन करते %ए तैयार कया गया 4े7 का न)शे और से)शन
िजसम;, पूरे %ए पूवw4ण कायH तथा शेष बचे %ए 4े7 जहाँ nीiलग या अय पूवw4ण कायH कया जाना बाक है, के
िववरण को दखाया गया है।
(3) मु?य िनरी4क कसी िलिखत आदेश ारा तथा उन शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, िनQकषHण
न)शा या प+रयोजना म; कोई प+रवतHन,संशोधन या अित+र)त आवयकता\ को शािमल करना, अपेि4त कर
सकता है।
(4) जब तक मु?य िनरी4क क तरफ से इस िविनयम के अनुसार िनQकषHण योजना या प+रयोजना को चालू
करने का िलिखत आदेश या अनुमित नहZ दी जाती है तब तक यह कायH शु नहZ कया जाएगा।
221
221. मीथेन िनKकष0
कष0ण काय0 को ब.द, प!र,याग
याग करने या थिगत करने क( सूचना.– (1) कसी
जब कभी
संकमH या प+र य)त खान या उसके कसी िह/से के कसी कोयला सीम या कोल मेजर /[ाटा म; मीथेन िनQकषHण
कायH को बद करने, प+र य)त करने या /थगन करने का /ताव या आशय हो, तो खान का /वामी, अिभकताH
और बंधक इस तरह के बद, प+र याग या /थगन कायH के शु क जाने क तारीख से कम से कम साठ दन पूव,H
ऐसे प7 एवं पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से िविनXदQट कया जाए, मु?य िनरी4क को तथा
4े7ीय िनरी4क को भी िलिखत सूचना देगा।
(2) उप-िविनयम (1) के अधीन अपेि4त सूचना िन निलिखत जानकारी के साथ िनवेदत क जाएगी, अथाHत:् -
उनका िव/तार तथा इन िविनयम के अधीन अय सभी अपेि4त िववरण, वतHमान तथा भिवQय के खनन /थल
जहाँ से कोयला और मीथेन को िनकाले जाने क संभावना है, को /पQट प से दशाHते %ए तैयार करेगा;
(ग) इन िविनयम के अधीन सामाय अपे4ा\ का पालन करते %ए 4े7 के िलए तैयार कए गए न)शे और
से)शन, िजसम; स पन िनQकषHण कायH तथा सभी बोर-िछ क दशा\ और प+र य)त तथा /थिगत खनन /थल
के भाग का िववरण दखाया गया हो; और
(घ) संर4ा मक संकमH जैस,े पहले से ही समाEत %ए खनन /थल का या कसी अय कायH का पृथ)करण या
मुँह बंद कया जाना तथा 4े7 को सभी तरह से सुरि4त करने के िलए कए जानेवाले सभी कायH।
(3) मु?य िनरी4क कसी िलिखत आदेश ारा तथा ऐसी शतl के अधीन जो वह उसम; िविनXदQट करे, खान या
कोल xलॉक के /वामी ारा िनQकषHण कायH बद, प+र य)त या /थिगत करने के पूवH कसी अय ऐसे कायH को
अपेि4त कर सकता है िजसे पूणH करना अपेि4त हो।
(4) यद /वामी और अिभकताH, खान या उसके कसी भाग या कोल xलॉक के खनन /थल को बंद, प+र य)त या
/थिगत करने के पूवH शेष कायH को समाEत करने म; असफल होते ह`, तो मु?य िनरी4क ऐसे संर4ा मक संकमl को
कसी अय अिभकरण ारा करवा सकता है तथा उस पर आया Aयय भू-राज/व क बकाया रािश के प म;
/वामी से वसूल कया जाएगा।
222
222 . वा*षक िववरिणयाँ.– येक वषH फरवरी के थम दवस को या उसके पूवH /वामी, अिभकताH या बंधक
पूवHवत] वषH के बावत्, ऐसे प7 एवं पkित म; जैसा मु?य िनरी4क ारा इस योजन से िविनXदQट कया जाए,
वाqषक िववरिणयाँ मु?य िनरी4क और 4े7ीय िनरी4क को /तुत करेगा।
223
223. मीथेन िनKकष0
कष0ण का तरीका.– (1) येक खान, जहाँ से मीथेन िनकाला जाना है, के /वामी, अिभकताH
और बंधक लय सीम या कोल मेजर /[ाटा से मीथेन के िनकाले जाने का मानक तरीका बनाकर अनुमोदन के
से या वतHमान खान खनन /थल या उसके कसी िह/से से मीथेन का िनQकषHण कायH, मु?य िनरी4क क िलिखत
अनुमित और वैसे शतl के अधीन जो उसम; िविनXदQट क जाए, को ाEत कए िबना, नहZ कया जाएगा।
224 . िiल मशीन.– (1) िnल मशीन और इसका येक उप सािध7, यथासा{य, अpवलनशील पदाथH का होगा
और कसी भी pवलनशील पदाथH, यद यु)त %आ हो, को मजबूत धाि वक से ढककर अpवलनशील बना दया
जाएगा।
(3) िnल मशीन का चालक, जो बंधक ारा िनयु)त एक स4म Aयि" होगा, को छोड़कर कसी अय के
कर; गे :-
(i) िनकासी और यद कसी भी कार क कावट से रिहत है;
(ii) छत और पावl क ि/थित;
(iii) संवातन; और
गए एक िजदबk पृQठ सं?यांकत खाते म; अिभिलिखत करे गा, जो स4म Aयि" ारा स यक प से ह/ता4+रत
िनQकषHण के िलए वेधन के दौरान बोर िछ म; कोई घषHण या खुली िचनगारी न उ पन हो, िजससे उसम; मौजूद
मीथेन गैस या मीथेन क मौजूदगी क संभावना से िव/फोट या उड़ जाने का खतरा हो, यह सुिनित करने के
(2) कसी िछ से िड-गैसीफके शन क शुआत करने से पूवH िड- गैसीफके शन िछ से मीथेन क छु ड़ाई
(+रलीज) को िनयंि7त करने के िलए आवयक बंध कए जाएँगे।
(3) ऐसी Aयव/था क जाएगी और उसे Gयाशील रखी जाएगी िजससे यह सुिनित कया जा सके क
बोरिछ से गैस क कोई +रसाव न हो।
(4 ) pवलनशील या कोई अय हािनकर गैस का +रसाव वायुमडं ल म; होने क ि/थित म; बोर िछ के कॉलर म;
दृय-
Aय चेतावनी यु)त ऑटोमे+टक गैस और लीके ज िडटे)टर चेतावनी देने के िलए लगाए जाएँगे।
(5) िविनयम (4) म; उिलिखत ऑटोमे+टक िडटे)टर के अित+र)त, पारी के दौरान िनयिमत अंतराल पर
उप-
एक स4म Aयि", बोर िछ से pवलनशील या हािनकर गैस के +रसाव क जाँच ह/तवािहत िडटे)टर से करे गा
तथा वह इसका अिभलेख इस उेय से रखे गए एक िजदबk पृQठ सं?यांकत खाते म; दजH कर तारीख के साथ
स यक् प से ह/ता4र करेगा जो भार साधक सहायक बंधक और बंधक ारा तारीख देकर ितह/ता4र
कया जाएगा।
227. भूिम के नीचे मीथेन के पूव
D ण और िनKकष0
कष0ण के िलए पृथक संवातन नSशा.– (1) िविनयम 65 के उप-
िविनयम (1) केख9ड (घ) के अधीन अपेि4त संवातन न)शा, िजसम; अित+र)त तौर पर येक पूवw4ण तथा
उ पादन बोर िछ एवं गैस प+रवहन पाईप-लाईन क ि/थित का xयौरा हो, अनुरि4त कया जाएगा।
(2) खान का संवातन िनयोजनितित वैsािनक िनकाय के परामशH से कया जाएगा तथा येक ि/Eलट और
गैलरी िजनसे होकर गैस प+रवहन पाइप लाइन गुजरे गी, उसम; वायु क मा7ा और गुणव ता का िनधाHरण कया
जाएगा।
(3) खनन /थल म; येक ि/Eलट िजससे होकर गैस प+रवहन पाइप लाइन गुजरती है पर वायु-मापन
भूिमगत
/टेशन िनयत कया जाएगा और सभी ऐसे /टेशन पर येक पारी म; हवा मापी जाएगी और माप का अिभलेख
एक िजदबk पृQठ सं?यांकत खाते म; दजH कया जाएगा, िजस पर संवातन अिधकारी एवं मीथेन पूवw4ण या
िनQकषHण संचालन के भारसाधक सहायक बंधक ह/ता4र कर; गे तथा खान के बंधक इसे ितह/ता4+रत कर
तारीख अंकत कर;गे।
(4) सामाय संवातन म; कोई बाधा उ पन होता है, तो सभी मीथेन पूवw4ण या िनQकषHण के कायH
जब खान के
त काल बंद कर दए जाएँगे और जब तक खान का संवातन पुन: सामाय नहZ हो जाता है, कायH को फर से शु
नहZ कया जाएगा।
(5) खान के एक हीसीम म; पुराने बोर िछ और खनन /थल के चालू खनन /थल, जहाँ से मीथेन का पूवw4ण
या िनQकषHण हो रहा है, के बीच कम से कम 150 मीटर मोटाई का कोल बै+रयर रखा जाएगा।
(6) उप-िविनयम (1) के अधीन बनाए गए संवातनन)शा और से)शन को िविनXदQट अंतराल पर अRतन
कया जाएगा, िजस पर संवातन अिधकारी तथा मीथेन पूवw4ण या िनQकषHण के भारसाधक सहायक बंधक के
ह/ता4र हगे और बंधक ारा ित ह/ता4+रत और दनांकत कया जाएगा।
228.
28. पानी और गैस का पृथ Sकरण.
रण.– येक िड-गैसीफके सन िछ के मु?य गैस पाइप लाइन के िनचले िबदु\
(2) िवभाजन का कायH /वचािलत कं [ोल वाव के ारा कया जाएगा जो i/ग लोडेड कार का तथा यूमै+टक
वाव जो टुटने पर /वत: बंद हो जाए।
पाइप लाइन के साथ-साथ दृय- Aय अलामHयु)त एक उपयु)त ऑटोमे+टक ऑनलाईन या सतत् मीथेन
या उससे समीप के अतराल पर, यद 4े7ीय िनरी4क ारा ऐसा अपेि4त कया जाता है, लगाया जाएगा।
(3) मीथेन मॉिनटर [ेसर ूiबग म; लगे िवRुत प से े+रत वाव के स मुख होगा।
(4) मीथेन मॉनीटरग णाली म; िनबाHध िवRुत आपूqत क Aयव/था बनाई रखी जाएगी।
(5) पाइप लाइन का पार करने वाले वायु क मॉनीटरग मीथेन मॉनीटर ारा कया जाएगा।
(6) येक मीथेन मॉनीटर तथा ऐसे लगाई गई णाली का ितमाही अंश शोधन कया जाएगा तथा इसका
अिभलेख इस योजन से रखे गए िजदबk पृQठ सं?यांकत खाते म; अंकत कर स4म Aयि" ारा ह/ता4+रत
कया जाएगा और मीथेन पूवw4ण या िनQकषHण के भारसाधक सहायक बंधक तथा बंधक ारा ितह/ता4र
कया जाएगा।
(7) सभी गैस मॉनीटर तथा ऑटोमे+टक गैस िडटेi)टग णाली मु?य िनरी4क ारा िलिखत प से अनुमोदत
कार का होगा तथा ऐसे सभी मॉिनटर और णाली के मर मत और अंश शोधन िसफH कसी अनुमोदत
योगशाला म; ही कए जाएँगे।
233
233. संचार. खनन /थल के बीच तथा भूिमगत तथा सतह पर ि/थत गैस प+रवहन पाइप
ार.– सतह और भूिमगत
लाइन के सामानांतर सभी योजनाबk िबदु\ पर उिचत साधन का कु शल और भावी दूरभाष संचार णाली
/थािपत और अनुरि4त कया जाएगा जो मु?य िनरी4क ारा अनुमोदत कार का होगा।
234. मीथेन पूव
D ण और िनKकष0
कष0ण के मशीनरी
मशीनरी और उपकर का िनरीण और उसक( परीा.–
(1) उसम; लगे सभी /थापन, पाइप लाइन तथा सुर4ा णाली क ितदन इस योजन के िलए ािधकृ त
कए गए स4म Aयि" ारा परी4ा क जाएगी तथा परी4ा के प+रणाम को इस उेय से रखे गए िजदबk
पृQठ सं?यांकत खाते म; िलखकर स4म Aयि" उस पर ह/ता4र करे गा और मीथेन पूवw4ण या िनQकषHण का
भारसाधक सहायक बंधक तथा बंधक उस पर ितह/ता4र कर; गे।
(2) उिचत लॉगबुक रखा जाएगा िजसम; और अय ितQठापन क मर मती या रख-रखाव का
पाइप लाइन
िववरण िलखा जाएगा और इसका अिभलेख इस उेय से रखे गए िज दबk पृQठ सं?यांकत खाते म; िलखकर
स4म Aयि" इस पर स यक् प से ह/ता4र करेगा तथा मीथेन पूवw4ण या िनQकषHण का भारसाधक सहायक
बंधक तथा बंधक इस पर ितह/ता4र कर; गे।
235. वामी, अिभकता0B, बंधक@, इंजीिनयर@, सम Cयि8य@
यि8य@ एवं पदधा!रय@ के दािय,व.– /वामी,
अिभकताH या अिभकताH\, बंधक या बंधक, इंजीिनयर या इंजीिनयर, स4म Aयि"य तथा पदधा+रय म; से
येक कोयला सीम, खनन /थल या प+र य)त कोयला खान या उसके भाग से मीथेन पूवw4ण या िनQकषHण से
संबंिधत उपबंध के भावी अनुपालन के िलए िज मेवार हगे।
236. सामा.य उपबंध.– (1) /वामी, अिभकताH और बंधक िवशेषs अिभकरण से परामशH से िवकास,
िनQकषHण, भंडारकरण, प+रवहन तथा सभी संबंिधत चालन, जो यथाि/थित, प+र य)त खान मीथेन या
कोयला खान मीथेन के िनQकषHण के िलए अपेि4त है, हेतु सुरि4त Aयवहार संिहता तथा मानक संGया कायH-
िविध बनाएगा।
(2) सुरि4त Aयवहार संिहता तथा मानक संGया कायH-िविधको सभी संबंिधत Aयि"य और पदधा+रय को
प+रचािलत कया जाएगा जो इनका अनुपालन सुिनित कर; गे।
(3) इस कार बनाए गए सुरि4त Aयवहार संिहता तथा मानक संGया कायH-िविध क एक ित 4े7ीय
िनरी4क के पास भेजा जाएगा जो, यद अपेि4त समझे तो, उसक परी4ा एवं उसम; संशोधन कर सकेगा।
(4) कोयला खान मीथेन या प+र य)त खान मीथेन के प+रयोजना के पूवw4ण या िनQकषHण कायH और
अयाय 17
क(ण0
237
237. (1) खान म;, या उसके आसपास, येक तालाब या जलाशय या अय खतरनाक /थान, जो
बाड़.
बाड़.–
खनन संGया\ के प+रणाम-/वप बन गया हो या उनके संबंध म; यु)त होता हो, बाड़ ारा सुरि4त रखा
जाएगा।
(2) सतह पर बनाई गई येक बाड़ क, ित सात दन म; कम से कम एक बार कसी स4म Aयि" ारा
परी4ा क जाएगी, और ऐसे येक िनरी4ण का एक ितवेदन इस योजन के िलए रखी गई िजदबk पृQठ
सं?यांकत पुि/तका म; िलखा जाएगा और परी4ा करने वाले Aयि" ारा उस पर ह/ता4र करके तारीख डाली
जाएगी।
(3) यद पयाHEत पूवाHवधािनयाँ बरत ली जाती है, तो कोई बाड़, फाटक या वारण मर मत या अय संGया\
के िलए अ/थायी तौर पर हटाया जा सकेगा।
(4) यद इस बारे म; क )या िविनयम के अधीन Aयवि/थत कोई बाड़, रि47, रोध या फाटक पयाHEत, उिचत,
या सुरि4त है या नहZ, या क उप-िविनयम (3) के अधीन बरती गई पूवाHवधािनयाँ पयाHEत है या नहZ, कोई संदहे
उ पन हो, तो वह िविनचय के िलए मु?य िनरी4क को िनदwिशत क जाएगी।
238.
38. जहाँ कसी /थान पर धू®पान या अािधकृ त वेश ितिषk ह, वहाँ उस /थान
सूचनाएँ.- के येक
वेश /थल पर, सहजदृय /थान पर, उस आशय क सूचना लगा दी जाएगी।
239.
39. साधारण सुरा.– कोई Aयि" उपे4ापूवHक, या जानते %ए ऐसा कोई कायH नहZ करे गा िजससे खान म;
जीवन या शरीर के खतरे म; पड़ने क संभावना हो या न ही वह उपे4ापूवHक या जानते %ए कसी ऐसी बात को
करने से िवरत रहेगा जो खान या उसम; िनयोिजत Aयि"य क सुर4ा के िलए आवयक हो।
240
240. संरा,मक जूता का योग, उसक( आपू*त और अनुरण.– (1) तब तक कोई Aयि" खान म; न जाएगा
या न कायH करेगा, न ही उसे जाने या कायH करने दया जाएगा, जब तक वह ऐसे कार का संर4ा मक जूता न
पहना हो जैसा मु?य िनरी4क ारा साधारण या िवशेष आदेश ारा, अनुमोदत कया गया हो।
अिभकताH या बंधक ारा मुaत दए जाएँग,े जो उनक आवयकतानुसार उनक तुरत अपूqत सुिनित करने के
िलए संर4ा मक जूता का पयाHEत भंडार येक समय बनाए रखेग ा।
(3) जहाँ कोई जूता यथापूवz)त से अयथा दया जाता है, वहाँ आपूqत पूरी कमत क भुगतान पर कया
जाएगा।
(4) खान का/वामी, अिभकताH या बंधक संर4ा मक जूत क उन Aयि"य ारा सफाई के िलए जो उनका
योग करते ह`, खान म; यथोिचत /थल पर पॉिलश और प+रवत] श क Aयव/था करे गा या अय उपयु)त
इं तजाम करे गा।
तु िजन Aयि"य को संर4ा मक जूते दए जाते ह`, यह उहZ का दािय व होगा क उनक मर मत का
पर
242
242 . अ.य िनजी संरा,मक उपकर क( आपू*त.– (1) जहाँ 4े7ीय िनरी4क या मु?य िनरी4क को यह
तीत हो क खान म; िनयोिजत कोई Aयि" या Aयि"य का वगH अपने िनयोजन क कृ ित के कारण असामाय
खतरे के िलए उ}छन है, वहाँ वह िलिखत साधारण या िवशेष आदेश ारा खान के /वामी, अिभकताH या बंधक
से अपे4ा कर सके गा क वह ऐसे Aयि" या Aयि"य के वगH को, िबना कमत के द/तान, ने77ाण, पैर र4क
का, /विस7 या ऐसे अय संर4ा मक उप/कर क जो आदेश म; िविनXदQट हो, आपूqत करे ।
(2) जब भी उप-िविनयम (1) के अधीन संदqभत संर4ा मक उप/कर उिचत योग के फल/वप उपयोग के
योfय नहZ रह जाता, वह /वामी, अिभकताH या बंधक ारा मुaत बदल दया जाएगा:
परतु, कसी अय दशा म; वह पूरी कमत क भुगतान पर बदला जाएगा।
(3) यद कसी संर4ा मक उप/कर के उपयोिगता काल के िवषय म; िववाद उ पन होता है तो वह िविनचय
के िलए मु?य िनरी4क को िनदwिशत कया जाएगा।
243
243. आ,मरक
मरक (सेGफ रेSयूअर) उपयोग, आपू*त एवं मरमत.– (1) तब तक कोई Aयि" कसी खान म;
अर) का उपयोग,
भूिम के नीचे न जाएगा या न कायH करेगा, न ही उसे जाने या कायH करने के िलए अनुमत कया जाएगा, जब तक
उसे ऐसे कार का एक आ मर4क (सेफ रे/)यूअर) न दया गया हो और वह उसे अपने साथ वहन न कर रहा
हो, जैसा मु?य िनरी4क ारा िलिखत साधारण या िवशेष आदेश ारा, अनुमोदत कया गया हो।
(2) यद ऐसा कोई आ मर4क उपयोग के दौरान दुघHटनावश 4ितb/त हो गया हो या खराब हो गया हो या
अAयवहायH हो गया हो या िविनXदQट आयु से अिधक का हो गया हो, या उपयोग कर चुका गया हो, तो /वामी,
अिभकताH या बंधक ऐसे आ मर4क को तुरत बदल देगा।
(3) ऐसा येक खान, जहाँ आ मर4क का उपयोग कया जाना है, का /वामी, अिभकताH या बंधक :-
(क) आ मर4क के पयाHEत भंडार हमेशा रखेगा ताक जब जरत हो वे तुरत उपलय ह;
( ख) खान म; आ मर4क के सफाई, अनुर4ण एवं िनरी4ण क पयाHEत Aयव/थाएँ करे गा;
(ग) यह सुिनित करे गा क ऐसे येक Aयि" िजह; उप-िविनयम (1) के अधीन आ मर4क उपयोग करने क
आवयकता पड़ सकती हो, उह; आ मर4क के उपयोग म; ऐसा िश4ण दया गया हो, जैसा मु?य िनरी4क
ारा िलिखत प म; सामाय या िविशQट आदेश ारा िविनXदQट, कया जाए।
244
244. उन Cयि8य@
यि8य@ क( बायता िजनको िनजी संरा,मक उपकर 7दया जाता है.– जब भी /वामी, अिभकताH
या बंधक ारा कसी Aयि" को कोई िनजी संर4ा मक उप/कर दया जाए तब वह उस कायH को करते समय
उसका योग करेगा िजसके िलए उसे संर4ा मक उप/कर दया गया है।
245
245 . बीमारी के िवषय म4 सूचना.– येक पदधारी या स4म Aयि", बीमारी या वैध अनुपि/थित क दशा म;,
उसक अिवलंब और पयाHEत सूचना, यथाि/थित, अपने व+रQठ पदधारी या बंधक को देगा, िजससे कसी
ित/थानी क Aयव/था क जा सके ।
246
246. जन-
जन- शि8 िवतरण योजना.– येक मास के थम सEताह म; येक िडि/[)ट और खान म; भूिम के नीचे
अय /थान पर सामायत: िनयोिजत Aयि"य क सं?या का सवw4ण कया जाएगा; और एक आलेख रे खांक, जो
ऐसी जन-शि" सवw4ण के फल को दqशत करे और बंधक ारा तारीख के साथ ह/ता4+रत हो, खान के
कायाHलय म; रखा जाएगा और उसक एक ित हािजरी िलिपक के पास रखी जाएगी।
247
247. ) कोई Aयि" िविनयम 33, 75, 99, िविनयम 137 के उप-िविनयम (14)
सरदार और ओवरमैन.- (1
और (15), िविनयम 138 के उप-िविनयम (4) के ख9ड (क), िविनयम 139 के उप-िविनयम (6), िविनयम 142
के उप-िविनयम (7) और (8), िविनयम 150 के उप-िविनयम (9), िविनयम 159 के उप-िविनयम (12),
िविनयम 161 के उप-िविनयम (3), िविनयम 165 के उप-िविनयम (2), िविनयम 167, 169 और 195 के
िनयु)त नहZ कया जाएगा जब तक वह सरदार का माण-प7, ओवरमैन का माण-प7 या बंधक का माण-
प7 के साथ गैस परी4ण माण-प7 के धारक न हो।
परतु क, इस िविनयम का वह भाग जो बंधक के माण-प7, ओवरमैन के माण-प7 या सरदार के
माण-प7 धारक Aयि" को गैस-जाँच का माण-प7 रखना जरी है सतह पर या िववृत खनन /थल म;
कायHरत Aयि"य पर या िविनयम 135 के उप-िविनयम (6) के अधीन स4म Aयि"य पर लागू नहZ हगे।
(3) िसफH िववृत खनन /थल वाले खान क दशा म;, उप-िविनयम (1) और (2) क कोई भी बात, िविनयम
33, 129, 130, िविनयम 135 के उप-िविनयम (6), िविनयम 138 के उप-िविनयम (4) के ख9ड (क), िविनयम
कसी Aयि" क, जो अिनवायHत: बंधक का माण-प7 या ओवरमैन का माण-प7 या सरदार का माण-प7
धारण न करता हो, िनयुि" िविनयम 130 के अधीन एक स4म Aयि" के पम म; अनुsात या अपेि4त कर
सकता है, यद ऐसा Aयि" कायH-/थल के भावी पयHव4 े ण के िलए अयथा कोई उिचत अहHता और अनुभव
रखता हो।
248 . पदधा!रय@ का सार होना.– कोई Aयि", जब तक वह सा4र न हो, और उस िजले क भाषा से िजसम;
खान ि/थत हो या उस भाषा से जो खान म; िनयोिजत Aयि"य क ब%सं?या ारा समझी जाती हो, प+रिचत न
हो, खान के पदधारी के प म; िनयु)त नहZ कया जाएगा :
परतु इस िविनयम का उतना भाग जो कसी Aयि" से िजले क या Aयि"य क ब%सं?या क भाषा से
प+रिचत होने क अपे4ा करता है, बंधक, सहायक बंधक, इंजीिनयर और सवw4क को लागू नहZ होगा।
249 . !रपोट0 िलखना.– (1) यद कोई Aयि", िजसके ारा कसी +रपोटH का िलखा जाना अपेि4त है, िलखने
म; असमथH हो तो वह उस समय उपि/थत रहेगा जब +रपोटH बंधक ारा ािधकृ त समथH Aयि" से उसक ओर से
िलखी जाए और वह उसको पढ़वा लेगा और तब वह उस पर अंगूठे का िचह अंकत कर देगा या उस पर
ह/ता4र कर देगा।
(2) +रपोटH को िलखने वाला स4म Aयि" यह मािणत करे गा क +रपोटH उस Aयि" को, िजसक ओर से वह
िलखी गई, पढ़ कर सुना दी गई और वह उस माण-प7 पर ह/ता4र करके तारीख डालेगा।
250
250. फ(स का भुगतान.
तान.– इन िविनयम के अधीन कोई भी फस रेखांकत भारतीय पो/टल ऑडHर या
ब`क nाaट या इले)[ॉिनक णाली से या मु?य िनरी4क ारा समय-समय पर िविनXदQट अय साधन ारा
भुगतान कया जाएगा।
251
251. दुघट0 ना थल पर फेर-
र-बदल न 7कया जाना.– (1) जब कभी खान म; या उसके आस-पास कोई दुघHटना हो
जाती है, िजससे कसी Aयि" को गंभीर शारी+रक 4ित या जीवन-हािन हो तो मु?य िनरी4क या िनरी4क,
िजह; दुघHटना क सूचना अिधिनयम के ख9ड 23 के उपखंड (1) के अधीन देना अपेि4त है, के आगमन से पूवH या
उसक सहमित के िबना दुघटH ना-/थल म; फेर-बदल या प+रवतHन नहZ कया जाएगा, जब तक ऐसा फेर-बदल या
प+रवतHन और अिधक दुघHटना\ को रोकने के िलए या मृतक के शरीर को हटाने के िलए या Aयि"य को खतरे से
बचाने के िलए आवयक न हो या जब उस /थान पर काम बद कर देने से खान के खनन /थल को चलाने म; घोर
अड़चन न पड़ती हो:
परतु यद मु?य िनरी4क या िनरी4क, दुघHटना के समय के 72 घंटे के अदर िनरी4ण न करे तो
दुघHटना-/थल पर कायH फर से ारं भ कया जा सके गा।
(2) िजस कसी कारणवश यद कसी घातक या गंभीर दुघHटना वाले /थान म; कोई फे र-बदल या प+रवतHन
करना जरी हो, तो वैसा करने से पूवH दुघHटना एवं सभी संबिं धत xयgरे को दशाHते %ए एक रे खा िच7, दो ितय
म;, तैयार कए जाएँगे एवं ऐसे रे खा िच7 स यक् प से बंधक या सहायक बंधक, सुर4ा अिधकारी, सवw4क
एवं कामगार िनरी4क या जहाँ कोई कामगार िनरी4क नहZ है, वहाँ दुघHटना-/थल पर उपि/थत कसी कामगार
ारा, ह/ता4+रत कराया जाएगा, िजसके समथHन के िलए दुघHटना-/थल के फोटो भी िलए जाएँग:े
परतु, यद रेखा िच7 तैयार करने के पूवH /थल का, आगे और दुघHटना रोकने के िलए या कसी Aयि" को
खतरे से बचाने के िलए, कोई फेर-बदल या प+रवतHन कया जाता है, तब ऐसा करने के तुरत बाद दुघHटना क
जगह म; फे र-बदल या प+रवतHन करने से पूवH क सभी संबk िववरण को दशाHते %ए, रे खा िच7 बनाया जाएगा।
(3) एक अिभमािणत रे खा िच7 संबंिधत िनरी4क को दया जाएगा या भेजा जाएगा।
252
252. आपात ,यु,तर एवं िनकास योजना.
योजना.– (1) येक खान के /वामी, अिभकताH और बंधक, कसी चोट,
बीमारी या आपात क ि/थित जो येक खान म; (घ+टत) हो सकती है, िजसम; पूवाHनुमािनत औRोिगक और
ाकृ ितक आपदाएँ शािमल ह`, के यु तर म; एक Aयापक योजना तैयार रख;ग,े िजसम; घायल Aयि"य के
अिवल ब ाथिमक उपचार िचक सा, औषधीय िचक सा, प+रवहन और िनQGमण और खान म; उ पन आपात
के यु तर क िविधयाँ शािमल हगे और कोयला खान म; असमथH और फँ से Aयि"य के बचाव के िलए Aयव/था
कर; ग।े
(2) उप-िविनयम (1) म; संदqभत योजना म; खान से िनQGमण सिहत िन निलिखत शािमल हगे :-
(क) आपात यु तर योजना को कायाHिवत करने हेतु पहचाने गए कायl के संचालन के िलए वैयि"क
उ तरदािय व क /थापना;
(ख) आपात संचार को स पादत करने के िलए आपातकालीन संचार Aयव/था, तरीके एवं वैयि"क
उ तरदािय व क /थापना;
(ग) आपात ि/थित से भािवत सभी Aयि"य को त काल सूिचत करने हेतु तैयार क गई एक णाली, िजसम;
खतरे का संकेतक (अलामH) जो सभी भािवत ारा देखा एवं सुना जा सके, शािमल है;
(घ) खान या खतरे वाले 4े7 से Aयि"य के सुरि4त, Gिमक एवं अिवल ब िनकासी क गुंजाइश रखते %ए, एक
तरीका, िजसम; आपात पलायन मागH और तरीक के संबध ं म; िश4ण भी शािमल है;
(ड.) िनQGमण से पूवH संकटकालीन संGया\ को स पादत करने हेतु ठहरे हएु कामगार ारा पालन कए
जाने वाले तरीके, िजसम; िन निलिखत शािमल हगे :-
(i) के वल उन Aयि"य का चयन, िजहने, खान म; आग एवं िव/फोटन सिहत, संकटकालीन संGया\
एवं खान क आपात ि/थितय म; यु तर हेतु िविशQट िश4ण ाEत कया हो;
(ii) उन Aयि"य, िजनक िनकासी तुरत नहZ हो सकती है, के िलए सुरि4त /थान सुिनित करने हेतु
तैयार तरीके;
(iii) संकटकालीन संGया\ म; यु तर के िलए आवयक गैस पता करने के उप/कर और अय उप/कर
या औजार से सि¦त Aयि"य क सि¤कट उपलयता;
(च) िवशेष जोिखम से भािवत Aयि"य हेतु पलायन के िलए आवयक उपकरण जैसे – सेफ-कं टेड, सेफ-
(ज) आपातकालीन िनQकषHण के पूरा होने के बाद सभी कामगार क गणना के तरीके;
(झ) सभी /तर के, सभी कमHचा+रय को, आपात ि/थित क िनवारण हेतु िनयिमत अयास, तैयारी और
यु तर के तरीके एवं साविधक संकटकालीन िnल सिहत, संबंिधत जानकारी और िश4ण देना;
(ञ) िनयिमत अतराल पर पूवाHयास।
(3) येक खान के /वामी, अिभकताH और बंधक उनके ारा तैयार कए गए ‘’आपात यु तर एवं िनQGमण
योजना’’ क एक ित 4े7ीय िनरी4क को िनवेदत कर; ग,े जो कायH-योजना को एक िलिखत आदेश ारा या तो
253
253. खान@ से नमूने लेना.– जहाँ शासकय योजन के िलए कोई िनरी4क कोयले, र/सी या अय पदाथH के
नमूने लेना आवयक समझे वहाँ /वामी, अिभकताH या बंधक ऐसे नमूने इतनी मा7ा म;, िजतनी क वह अपे4ा
करे , उसे दे देगा।
254
254 . अिधिनयम क( धारा 48 क( उप-धारा (1) के अधीन रखे गए रिजटरटर के िनरीण के संबधं म4 कामगार@
के ितिनिध के अिधकार.– खान म; िनयोिजत Aयि"य ारा ािधकृ त कामगार ितिनिध के िनरी4ण हेतु इस
संदभH म; उसके ारा आवेदन करने पर, अिधिनयम क धारा 48 क उप-धारा (1) के अधीन रखे गए रिज /टर
उपलxध हगे।
255
255. मुEय िनरीक या ािधकृ त िनरीक >ारा ेीय िनरीक क( शि8य@ का योग करना.– इन
िविनयम के अधीन 4े7ीय िनरी4क को अनुद त कोई शि"याँ मु?य िनरी4क या इस योजन के िलए िलिखत
प म; मु?य िनरी4क ारा ािधकृ त कसी अय िनरी4क ारा यु)त क जा सके गी।
256. नSशे, सेSशन एवं अिभलेख.– जहाँ िवशेष प+रि/थितयाँ िवRमान हो वहाँ मु?य िनरी4क, वैसे न)श,
256
से)शन और अिभलेख क तैयारी और अनुर4ण िजनका रखा जाना इन िविनयम के अधीन अपेि4त है,
िविनयम 64 के उप-िविनयम (3) के अधीन िविनXदQट सवw4ण और आलेखन के 7ु+ट-सीमा के अदर रहते %ए,
ऐसी शतl के अधीन जो वह िविनXदQट करे , इले)[ोिनक °प म; कया जाना अनुsात कर सकता है।
257. आदेश@ और अनुदश
257 े @ के काशन .– इन िविनयम के अधीन आदेश और अनुदशे को आिधका+रक
राजप7 म; और वैसे अय उिचत साधन ारा कािशत कया जाएगा जैसा मु?य िनरी4क ारा िविनXदQट
कया जाए।
258.
58. मुEय िनरीक को अपील4.– (1) इन िविनयम म; से कसी के अधीन 4े7ीय िनरी4क ारा कए गए
आदेश के िवk अपील मु?य िनरी4क को हो सके गी, जो आदेश को पुQट, प+रवqतत या र कर सके गा।
(2) उप-िविनयम (1) के अधीन ऐसी येक अपील अपकृ त Aयि" ारा आदेश ाEत कए जाने से 15 दन के
अदर क जाएगी।
259.
59. सिमित को अपील4.– (1) इन िविनयम म; से कसी के अधीन मु?य िनरी4क ारा कए गए कसी
आदेश के िवk या िविनयम 258 के अधीन पा+रत कसी आदेश के िवk अपील, अपकृ त Aयि" ारा आदेश
ाEत कए जाने से 20 दन के अदर, अिधिनयम क धारा 12 के अधीन ग+ठत सिमित को हो सकेगी।
(2) मु?य िनरी4क के येक आदेश का, िजसके िवk उप-िविनयम (1) के अधीन अपील क गई हो, का खान
पर पालन, यथाि/थित, सिमित का िनणHय ाEत होने तक कया जाएगा:
परतु अपीलाथ] के आवेदन पर, सिमित, िजस आदेश के िवk अपील क गई है उसका वतHन अपील
का िनपटारा होने तक के िलए, िनलंिबत कर सकेगी।
260
260. िनरसन और Cयावृित.
त.– (1) कोयला खान िविनयम, 1957 एतद ारा िनरिसत कए जाते ह`।
(2) ) म; िनXदQट िनरसन के होते %ए भी, ऐसे िनरिसत िविनयम के अधीन कया गया कु छ
उप-िविनयम (1
भी या क गई कोई कायHवाही, िजसम; इनके अधीन िनगHत कए गए कोई भी आदेश या माण-प7, दए गए या
नवीकृ त कए गए ािधकरण या अनुsा-प7, बनाए गए कोई आदेश या दशा-िनदwश शािमल है, इन िविनयम के
त सम उपबंध के अधीन कया गया या क गई या िनगHत कए गए या दए गए या नवीकृत या बनाए गए समझ
जाएँगे।
अनुसच
ू ी
पाधृित क
सीमाएँ लाल म
शाट
परयत शाट
आनित
परयत आनित
गोफ
अवतलन लाल म
बच िच!ह
जलबाँध लाल म
वायु <वाह क
Dदशा अंतHा8ही नीले म
वापसी लाल म
Iैटस लाल म
फाटक लाल म
Kट/पथर या कं F
ट का संवातान लाल म
अवरोध
वायु पारमाग8
िविनयामक लाल म
टेलीफोन लाल म
इं जन घर या क-
सीम का सेशन