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STORY BOOK REVIEW

BY: KUHELI
INDEX

1. The Amazing Bone (निराली हड्डी ) Pg. 2


2. Donkey (गधा) Pg. 3
3. Make way for ducklings (बत्तखो को रास्ता दो) Pg.4
4. Umbrella (छत्री) Pg.5
5.

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THE AMAZNG BONE (निराली हड्डी)
इस कहानी के लेखक का नाम विलियम स्टीग है |इस कहानी में एक सूअर है जिसका नाम
पर्ल है | एक दिन जब वो स्कूल से घर लौटते समय रास्ते में एक छोटे जंगल में बैठ गयी| पर्ल
ने खुद से कहा कि ‘कितना अच्छा लग रहा है ’ तभी उसे एक आवाज सुनाई पड़ी कि हाँ -हाँ मुझे
भी|तब पर्ल ने बोला कि तुम कौन हो और कहाँ हो? तभी पर्ल से सुना कि कोई बोल रहा है कि
अपने पैर के नीचे दे खो, मैं एक हड्डी हूँ| हड्डी ने फिर कहा कि मै हरे क भाषा बोल सकती हूँ|
कहो मैं तम
ु से स्पेनिश में बात करूँ या जर्मन में ? मैं किसी कि भी आवाज को नक़ल कर सकती
हूँ| फिर उसने शेर की तरह गुर्राया और बारिश की तरह आवाज की| इसके बाद गहरी सांस ली
और छींका| तब पर्ल में कहा कि तुम तो एक हड्डी हो, तम
ु छींक कैसे सकती हो?तब हड्डी ने
कहा कि-मुझे नहीं पता! पर्ल ने पछ ु ा कि क्या मैं तुझे अपने घर ले जा सकती हूँ| हड्डी ने कहा
कि हाँ-हाँ क्यों नहीं? मुझे तो यहाँ पड़े-पड़े एक साल हो जायेंगे| मैं एक जादग
ू रनी के टोकरी से
यहाँ गिर गयी थी| उस समय मैंने कुछ भी नहीं कहा क्योंकि अगर मैं चीखती तो वो जादग
ू रनी
मुझे उठा लेती| वह जादग
ू रनी क्या -क्या नहीं करती थी- वह हर रोज खाने में लहसुन और घोंघे
पकाती थी और हमेशा मझ
ु से बेमतलब कि बातें पछ
ू ती रहती थी|पर्ल ने उस हड्डी को अपने पर्स
में रख कर घर के तरफ चलती बनी| पर्ल उस हड्डी से बात करते-करते अपनी किताबे वहीँ
जंगल में छोड़ दी| अचानक ही उनके सामने तीन चोर आ गए|उसमें से एक ने कहा कि अपनी
पर्स मुझे दे दो|पर्ल अपने उस पर्स को तो आराम से दे दे ती,लेकिन वो उस हड्डी को नहीं खोना
चाहती थी|दस
ू रे वाले चोर ने पर्ल के सर पर गोली रखा और पूछा, तुम्हारे पर्स में क्या है ? उसी
समय हड्डी ने शेर की तरह गुर्राया और सांप के जैसे फुफ़कारा| तीनो चोर डर के मारे भाग
गए| पर्ल हं सी और अपना सफ़र जारी रखी| पर अचानक से पेड़ के पीछे से एक लोमड़ी निकली
और उसने पर्ल को खाना चाहा| लोमड़ी ने पर्ल को पकड़ कर अपने घर के एक कमरे में बंद कर
दिया| फिर लोमड़ी किचेन में जाकर चाकू तेज कर पर्ल को घसीटते वहां लायी|अचानक से हड्डी
कहने लगा बिभिम्म रे भिम्म सिभिम्म...और वह लोमड़ी चह
ू े की तरह छोटी हो गई| पर्ल ने पछ
ू े
कि तुमने यह कैसे किया| हड्डी ने कहा कि शायद जादग
ू रनी के साथ रह कर मैंने भी कुछ
मन्त्र सीख लिया है | पर्ल उस हड्डी को लेकर घर गयी और वे सब ख़ुशी-ख़ुशी रहने लगें |

https://archive.org/download/NiraliHaddi-Hindi/amazing-bone-HINDI.pdf

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Donkey (गधा)
इस कहानी के लेखक का नाम ज़ोर्गे है | इस कहानी में जो लड़का है वो कहता है कि जब वो
छोटा था तब वो सबसे उपरी मंजिल पर एक फ्लैट में रहते था | मेरे दोस्त भी मुझसे दरू रहते
थे | इसलिए मै अकेले ही घर पर खेलने को मजबरू था | वह हर समय कोई नयी खेल खेलता ,
पर अफ़सोस उसके साथ खेलने के लिए उसका कोई दोस्त नहीं था | वह हमेशा अलग अलग
कपडे पहनता और एक नयी पात्र बन्ने की कोशिश करता | एक बार गर्मियों के मोसम में घर
वोह घर पर बोर हो रहा था |

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