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मवषय सूची

0. भररत: ऄंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध _______________________________________________________________________ 3

1. भररत के मवदेश संबध


ं : भररत की मवदेश नीमत कर मवकरस _________________________________________________ 4

1.1. मवदेश नीमत एवं ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों को समझनर______________________________________________________ 4

1.2. मनधरारक: भररत की मवदेश नीमत को अकरर प्रदरन करने वरले तत्व और कररक ________________________________ 4

2. भररत की मवदेश नीमत कर मवकरस _________________________________________________________________ 5

2.1. 1947-1962: ऄंतरराष्ट्रवरदी, अदशावरदी और गुटमनरपेक्ष भररत __________________________________________ 5


2.1.1. पंचशील ____________________________________________________________________________ 6
2.1.2. चीन के सरथ ऄसफलतर: 1962 ____________________________________________________________ 7
2.1.3. कोलंबो सम्मेलन तथर गुट-मनरपेक्ष अंदोलन की सीमरएँ ___________________________________________ 8
2.1.4. गुट-मनरपेक्ष अंदोलन कर एक संमक्षप्त मववरण ___________________________________________________ 8

2.2. 1962-1991: अत्ममनभारतर यर स्वरवलंबन दृमिकोण कर दौर ___________________________________________ 9


2.2.1. चीनी परमरणु परीक्षण तथर ईसके पश्चरत् ____________________________________________________ 10
2.2.2. मनरं तरतर के सरथ पररवतान ______________________________________________________________ 10
2.2.3. मशमलर समझौतर _____________________________________________________________________ 11

2.3. 1991 और ईसके बरद: "व्यरवहरररक" मवदेशी नीमत कर युग ____________________________________________ 13


2.3.1. एक नए युग कर सूत्रपरत ________________________________________________________________ 14

3. कु छ महत्वपूणा प्रश्न ___________________________________________________________________________ 16

3.1. गुट-मनरपेक्षतर: मवचरर की प्ररसंमगकतर और अन्दोलन ________________________________________________ 16

3.2. NAM की ऄप्ररसंमगकतर के सन्दभा में तका _________________________________________________________ 17


3.2.1. NAM और गुट-मनरपेक्षतर के पक्ष में तका _____________________________________________________ 17
3.2.2. एक समकरलीन मूलयरंकन _______________________________________________________________ 18

4. ऄनुपरू क पठनीय मवषय ________________________________________________________________________ 20

4.1. भररत की गुटमनरपेक्ष नीमत __________________________________________________________________ 20

4.2. गुट-मनरपेक्षतर के कररण ____________________________________________________________________ 21

4.3. गुट-मनरपेक्ष अंदोलन ______________________________________________________________________ 23


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0. भररत: ऄं त ररा ष्ट्रीय सम्बन्ध
(India: International Relations)

मवषय प्रवेश: मसमवल सेवर के प्रररं मभक, मुख्य तथर सरक्षरत्करर तीनों चरणों में ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों को

पयराप्त महत्त्व ददयर गयर है। परीक्षर के संदभा में, ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों के बररे में ज्ञरन की महत्तर मवश्व के

सरथ भररत के पररस्पररक संबंधों से स्थरमपत की जरती है ऄथरात् वे कररक एवं कररण जो आसे ऄथरात

मवश्व के सरथ भररत के पररस्पररक संबंधों एवं आसके पररणरमों को अकरर प्रदरन करते हैं एवं प्रत्यक्ष

ऄथवर ऄप्रत्यक्ष रूप से प्रभरमवत करते हैं। भररत की मवदेश नीमत एवं मवश्व के सरथ आसके संबध
ं ों को

समझने कर अदशा तरीकर आसके स्रोतों, मनधरारकों, ईद्देश्यों, ईपकरणों, मवमधयों, बरधरओं, कररकों,

तत्वों, और आसके मवकरस को समझनर है। आस प्रकरर, आस सन्दभा में ऄंतरराष्ट्रीय संबंध को भररत के

संबध
ं ों के रूप में समझर जरनर चरमहए। ये संबंध भररत की मवदेश नीमत की प्रमुख मवषय वस्तु हैं।

आसमें मोटे तौर पर मनम्नमलमखत मवषयों को समरमवि दकयर गयर है:

 भररत की मवदेश नीमत: मनधरारक तत्व, मवकरस, ईपलमधधयरँ, चुनौमतयरँ और महत्वपूणा प्रश्न।

 पडोसी देश: बरंग्लरदेश, भूटरन, नेपरल, श्रीलंकर, मरलदीव, परदकस्तरन, ऄफगरमनस्तरन, सरका

समूह के देश ।

 मवस्तरररत पडोस: दमक्षण-पूवा एमशयर (अमसयरन समूह के देश, म्यरंमरर, मवयतनरम,

ससगरपुर); पमश्चम एमशयर (खरडी सहयोग पररषद: GCC), इररन, सउदी ऄरब, संयुक्त ऄरब

ऄमीररत); पूवा एमशयर और ईससे अगे (जरपरन, दमक्षण कोररयर, ऑस्रेमलयर, प्रशरंत

महरसरगर-महन्द-प्रशरंत, भररत-प्रशरंत द्वीप देशों के मलए फोरम (Forum for India Pacific

Island Countries-FIPIC); सहद महरसरगर (मॉरीशस, सहद महरसरगर तटीय क्षेत्रीय

सहयोग संघ (Indian Ocean Rim Associationfor Regional Cooperation-IORA-

ARC))।

 वैमश्वक संबध
ं - महत्वपूणा शमक्तयरँ: चीन, सं.रर. ऄमेररकर, रूस, यूरोपीय संघ, फ्रंस, जमानी

और यूनरआटेड ककगडम ।

 क्षेत्रीय संबध
ं : ऄफ्ीकर, लैरटन ऄमेररकर (ब्ररजील/मकोसर).

 बहुपक्षीय संगठन

 डरयस्पोरर

 ऄंतरराष्ट्रीय संबध
ं में प्रमुख मुद्दे

अगे अने वरले ऄध्यरयों में हम भररत की मवदेश नीमत एवं ईससे ऄंतर्ग्ामथत मवषयों पर मवस्तररपूवक

चचरा करें गे।

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1. भररत के मवदे श सं बं ध : भररत की मवदे श नीमत कर मवकरस
(India’s Relations: Evolution of India’s Foreign Policy)

1.1. मवदे श नीमत एवं ऄं त ररा ष्ट्रीय सं बं धों को समझनर

(Understanding Foreign Policy And International Relations)


मवदेश नीमत वैमश्वक घटनरओं से संबंमधत है। यदद अप ररष्ट्र की कलपनर एक व्यमक्त के रूप में करते हैं तो
मवदेश नीमत के मवषय में अपको व्यमक्त द्वररर ऄपने असपरस के वरतरवरण से सम्बन्ध रखने एवं
संचरमलत होने के रूप में मवचरर करनर होगर। ईदरहरण के मलए, कोइ व्यमक्त पहचरन, स्व-पररभरषर

एवं स्व-महतों के एक समुच्चय के मरध्यम से संचरमलत होतर है और संबंधों (पररवरर, ममत्रों,

प्रमतस्पर्धिधयों, शत्रुओं अदद) के एक जरल में ईलझर हुअ होतर है। व्यमक्त की कु छ आच्छरएँ और लक्ष्य होते

हैं। आस प्रकरर, ऄपनी क्षमतरओं के अधरर पर कोइ व्यमक्त जीवन पयान्त ऄपने लक्ष्यों और आच्छरओं को
प्ररप्त करने के मलए ऄपने संबंध बनरने और ईन्हें अकरर देने में लगर रहतर है। दकसी व्यमक्त के मलए ये
लक्ष्य और आच्छरएँ प्ररय: सुरक्षर, समृमि और अत्म-मवकरस से संबमं धत होती हैं।
संप्रभु ररष्ट्रों के मरमले में आन लक्ष्यों और आच्छरओं को ररष्ट्रीय महत कहर जर सकतर है। ऄपने सटीक रूप
में ररष्ट्रीय महत समय-समय पर पररवर्धितत होते रह सकते हैं, लेदकन हमेशर आसके मूल में सुरक्षर (सैन्य

तैयररी, अंतररक और बरह्य सुरक्षर), समृमि (अर्धिथक कलयरण जैसे दक प्रत्यक्ष मवदेशी मनवेश, व्यरपरर,

मनधानतर ईन्मूलन अदद) और ररष्ट्र कर दजरा (प्रमस्थमत) (वतामरन मवश्व व्यवस्थर में ररजनीमतक मस्थमत

जैसे संयुक्त ररष्ट्र सुरक्षर पररषद की सदस्यतर) होते हैं। मवदेश नीमत, आन्हीं महतों की ऄमभव्यमक्त एवं ईन्हें

प्ररप्त करने की रूपरे खर है। जे. बंदोपरध्यरय के ऄनुसरर, यह ऄंतरराष्ट्रीय व्यवस्थर में ईद्देश्यों एवं

मरध्यमों कर चुनरव करने की प्रदरिययर होती है। बहुत सरल शधदों में कहें तो मवदेश नीमत, ऄन्य ररष्ट्रों के

सरथ संबध
ं बनरने और ईसे बनरए रखने के मलए ररष्ट्रीय प्रोटोकॉल है। आस प्रकरर, भररत की मवदेश

नीमत ऐसे मवश्व में ररष्ट्रीय महतों को पररभरमषत, ऄमभव्यक्त और प्ररप्त करने कर प्रयरस करती है जहरँ ये
महत कइ प्रकरर से ररष्ट्र की सीमरओं के बरहर मस्थत तत्वों और कररकों पर मनभार होते हैं।

1.2. मनधरा र क: भररत की मवदे श नीमत को अकरर प्रदरन करने वरले तत्व और कररक

(Determinants: Actors and Factors Shaping India’s Foreign Policy)


दकसी भी ररष्ट्र की मवदेश नीमत एवं सरथ ही आसकी सफलतर यर ऄसफलतर कइ कररकों से मनधराररत
होती है। ईनमें से कु छ आस प्रकरर हैं:
 आमतहरस: ररजनीमतक परं परर और दरशामनक अधरर क्योंदक भररत के मरमले में शरंमतपूणा सह-
ऄमस्तत्व एवं गैर-अरियरमकतर को आसके आमतहरस और संस्कृ मत के सरथ-सरथ ररजनीमतक परं परर से
जोडर जर सकतर है।
 भूगोल: स्थरन और संसरधन - भू-ररजनीमत और भू-रणनीमत: भररत में कइ नददयरँ, ररष्ट्रों की
सीमरओं से परे मवस्तरररत होने वरली हैं ऄथरात भररत समहत कइ पडोसी ररष्ट्रों से होकर भी बहती
हैं, ईदरहरण के मलए गंगर, ब्रह्मपुत्र, एवं तीस्तर आत्यरदद। महमरलय और सहद महरसरगर दोनों ही
भररत की सुरक्षर के मलए ऄत्यंत महत्वपूणा हैं।

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 अर्धिथक मवकरस: दकसी देश के अर्धिथक मवकरस की अवश्यकतरएँ एवं अर्धिथक मवकरस की ऄवस्थर
ईस देश की मवदेश नीमत और आनसे सम्बंमधत मवकलपों में मरध्यमों एवं ईद्देश्यों दोनों दृमियों से
योगदरन करती हैं।
 घरे लू वरतरवरण: आसमें देश में ईपमस्थत मवमभन्न संस्थरएँ, ररजनीमतक वरतरवरण और ररष्ट्रीय महतों

पर अम सहममत, अवश्यकतरएँ, महत्वरकरंक्षरएँ एवं क्षमतरएँ, नेतृत्व तथर नौकरशरही आत्यरदद


शरममल हैं।
 ऄंतरराष्ट्रीय वरतरवरण: युि, शरंमत और मस्थरतर ऄथरात् एक शरंमतपूणा वरह्य वरतरवरण अर्धिथक
वृमि और मवकरस में सहरयक होतर है।
मवदेश नीमत के ईद्देश्यों की प्ररमप्त के सरधनों के रूप में ररजनमयक, अर्धिथक और सैन्य सरधनों को रखर
जर सकतर है। मवगत कइ वषों में भररत की मवदेश नीमत में हुए मवकरस को दृमिगत रखते हुए ईपयुाक्त
मवमशा के महत्व को पहचरनर जर सकतर है।

2. भररत की मवदे श नीमत कर मवकरस


(Evolution of India’s Foreign Policy)

2.1. 1947-1962: ऄं त ररा ष्ट्र वरदी, अदशा वरदी और गु ट मनरपे क्ष भररत

(1947-1962: Internationalist, Idealist And Non-Aligned India)

स्वतंत्र भररत की मवदेश नीमत- मब्ररटश शरसन के मवरुि ररष्ट्रीय अंदोलन की मवररसत, मद्वतीय मवश्व

युि के ईपररन्त की घटनरओं, घरे लू अवश्यकतरओं एवं महरत्मर गरंधी और जवरहरलरल नेहरू जैसे
व्यमक्तत्वों अदद कइ कररकों कर समम्ममलत पररणरम थी। यहरँ तक दक भररतीय संमवधरन ने ऄनुच्छेद
51 (ररज्य की नीमत के मनदेशक तत्त्व) के ऄंतगात ऄंतरराष्ट्रीय शरंमत और सुरक्षर कर संविान करने हेतु एक

प्ररवधरन समम्ममलत दकयर, मजसके ऄनुसरर ररज्य मन्नलमलमखत कर प्रयरस करे गर:

(a) ऄंतरराष्ट्रीय शरंमत और सुरक्षर की ऄमभवृमि कर;

(b) ररष्ट्रों के बीच न्यरयसंगत और सम्मरनपूणा संबंधों को बनरए रखने कर;

(c) संगरठत लोगों के एक दूसरे से व्यवहररों में ऄंतरराष्ट्रीय मवमध और संमधयों के प्रमत अदर बारने कर;
और
(d) ऄंतरराष्ट्रीय मववरदों को मध्यस्थों द्वररर मनपटररे के मलए प्रोत्सरहन देने कर।
स्वतंत्र भररत की मवदेश नीमत के अरं मभक वषों की एक महत्वपूणा मवशेषतर प्रधरनमंत्री जवरहरलरल
नेहरू कर रचनरत्मक प्रभरव थर मजसने अने वरले वषों पर दीघास्थरयी प्रभरव छोडर एवं आसके मवमशि
स्वरुप को एक ददशर प्रदरन की। नेहरू जी की दृमि में आमतहरस, अकरर और क्षमतर को देखते हुए भररत
की मवशेष प्रमस्थमत (मवश्व व्यवस्थर में ररजनीमतक मस्थमत) थी। दो महरशमक्तयों संयुक्त ररज्य ऄमेररकर
और सोमवयत संघ के मध्य वचास्व की ररजनीमत वरले शीत युि के युग में यह ऄन्तरराष्ट्रवरद, ऄफ्ीकी-

एमशयरइ एकजुटतर, ईपमनवेशवरद मवरोधी एवं गुटमनरपेक्षतर को मनर्ददि करने वरली मवदेश नीमत थी।

भररत के स्वतंत्र होने से पहले ही नइ ददलली में 23 मरचा से 2 ऄप्रैल 1947 को एमशयरइ संबध
ं सम्मेलन

(Asian relations Conference) अयोमजत दकयर गयर। नेहरू जी के ऄनुसरर “हम एक युग के ऄंत

और आमतहरस की एक नइ ऄवमध की दहलीज पर खडे हैं... मनमररिययतर के लम्बे ऄंतररल के बरद,

एमशयर, मवश्व मरमलों में ऄचरनक पुन: महत्वपूणा हो गयर है”

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परदकस्तरन के सरथ जूनरगा मववरद के शरंमतपूणा समरधरन के मलए जनमत-संर्ग्ह कर सुझरव सबसे पहले
भररत ने ददयर थर। पुनः भररत ने 1947 में कश्मीर की मस्थमत कर समरधरन करने के मलए आसी प्रकरर

कर प्रस्तरव ददयर। ददसंबर 1947 में कश्मीर में परदकस्तरन की अरियरमकतर को संयक्त
ु ररष्ट्र में ले जरने

पर, संयक्त
ु ररष्ट्र जैसे ऄंतरराष्ट्रीय संगठन में ऄपनर मवश्वरस व्यक्त दकये जरने को कइ लोग भररत के नेतत्ृ व

की ओर से की गइ त्रुरट के रूप में देखते हैं। जे. बंदोपरध्यरय के ऄनुसरर, “ कश्मीर के प्रमत ऄपनी नीमत
में अदशावरद और यथरथावरद दोनों कर समन्वय करने के नेहरू के प्रयरस ने कश्मीर कू टनीमत के कमतपय
पहलुओं को प्रभरमवत दकयर और यदद दकसी ऄन्य व्यमक्त द्वररर आस मुद्दे को सम्बोमधत दकयर गयर होतर
तो संभवतः आसकर स्वरुप मभन्न रहर होतर”। हरलरँदक, ररजीव सीकरी के ऄनुसरर, “1948 में जब जम्मू-
कश्मीर की पररमस्थमतयरँ मबगडती जर रहीं थीं तब नेहरू परदकस्तरन के सरथ युि के मलए तैयरर थे
लेदकन ईनके मब्ररटश सेनर प्रमुख ने ईनकर प्रस्तरव ऄस्वीकृ त कर ददयर। भररत के मब्ररटश गवनार जनरल
के दबरव में ईन्होंने कश्मीर समस्यर को संयुक्त ररष्ट्र में प्रस्तुत दकयर।”

दफर भी, संयुक्त ररष्ट्र में ईनके प्रररं मभक ऄनुभव ने भररत की मवदेश नीमत में पमश्चमी मवश्व के प्रमत संदह

को और भी ऄमधक सुदाृ दकयर। आसकर पररणरम, एमशयर और ऄफ्ीकर के नव स्वतंत्र ररष्ट्रों को सरथ
लेकर चलने वरले एवं तत्करलीन वचास्व की ररजनीमत से समरन दूरी बनरए रखने वरलर मरगा
(गुटमनरपेक्ष मसिरंत) मनधराररत करने के प्रयरस के रूप में सरमने अयर।
आस चरण में भररत की मवदेश नीमत की तीन प्रमुख मवशेषतरएँ थीं। पहली, भररत ने बहुपक्षीय संस्थरओं

और मवशेष रूप से संयक्त


ु ररष्ट्र शरंमत ऄमभयरनों में ऄहम भूममकर मनभरइ। दूसरी, यह गुटमनरपेक्ष

अंदोलन के ऄहम प्रस्तरवक के रूप में भी ईभरर। तीसरर, गुटमनरपेक्ष अंदोलन के नेतर के रूप में आसने
ईपमनवेशों को समरप्त कर ररजनैमतक स्वतंत्रतर की ददशर में भी ऄहम योगदरन ददयर। और यह
ऄमभलक्षण ईस समय भररत की ऄंतरराष्ट्रीय भरगीदररी मनम्नमलमखत रूप में दृमिगत होती है :
 कनरडर और पोलैंड के सरथ मवयतनरम में आं टरनेशनल कं रोल कमीशन (1954),

 कोररयर में न्यूरल नेशस


ं ररपैररएशन कमीशन (1952-54)

 बेमलजयन करंगो में संयुक्त ररष्ट्र शरंमत बल (1960-1964)

आस चरण में भररत की सदरिययतर मनःशस्त्रीकरण, मवशेष रूप से परमरणु हमथयरर संबंधी मनःशस्त्रीकरण

के मंच पर भी प्रदर्धिशत हुइ। परमरणु परीक्षण प्रमतबंध संमध (Nuclear Test Ban Treaty) के

प्रररं मभक प्रस्तरवकों में से एक के रूप में, 1952 में भररत ने अयरलैंड के सरथ परमरणु परीक्षणों पर
वैमश्वक प्रमतबंध लगरने कर प्रस्तरव पेश दकयर।

2.1.1. पं च शील

(Panchsheel)

आस ऄवमध में मवदेशी संबंधों के प्रमत भररतीय दृमिकोण "शरंमतपूणा सह ऄमस्तत्व के परंच मसिरंतों" से

और भी स्परट हुअ, मजन्हें चीन और भररत के बीच 1954 में की गइ पंचशील संमध के रूप में जरनर

जरतर है। ये मसिरंत “चीन के मतधबत क्षेत्र और भररत के मध्य व्यरपरर और मेल-जोल (अवरगमन) पर

समझौते” की प्रस्तरवनर में मनरूमपत दकए गए थे, मजस पर पीककग में 29 ऄप्रैल, 1954 को हस्तरक्षर
दकए गए थे। आस समझौते ने पंचशील के मन्नल परंच मसिरंतों को ऄमभव्यक्त दकयर:
1. एक-दूसरे की क्षेत्रीय ऄखंडतर और प्रभुसत्तर के मलए पररस्पररक सम्मरन।
2. पररस्पररक गैर-अरियरमकतर।

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3. एक-दूसरे के अंतररक मरमलों में पररस्पररक ऄहस्तक्षेप।
4. पररस्पररक लरभ के मलए समरनतर और सहयोग।
5. शरंमतपूणा सह-ऄमस्तत्व।
मवदेश नीमत कर ऄंतरराष्ट्रवरदी दृमिकोण 1955 में बरंडुग
ं (आं डोनेमशयर) में अयोमजत एमशयर-ऄफ्ीकर
सम्मेलन में भररत की सदरियय भरगीदररी में भी प्रमतसबमबत हुअ। यह सम्मेलन बरंडुग
ं में ऄप्रैल 18-24,
1955 को अयोमजत दकयर गयर और आसमें दो महरद्वीपों से औपमनवेमशक युग के बरद के नेतरओं की
पहली पीाी से संबमं धत 29 रररर प्रमुख समम्ममलत हुए। आस सम्मेलन कर ईद्देश्य ईस समय मव्यममरन
वैमश्वक समस्यरओं की पहचरन करनर, ईनकर अँकलन करनर एवं ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों में संयुक्त नीमतयों
कर ऄनुसरण करनर थर। बडे और छोटे ररष्ट्रों के मध्य के संबंधों को मनयंमत्रत करने वरले मसिरंतों को
"बरंडुग
ं के दस मसिरंत" (Ten Principles of Bandung) के रूप में जरनर गयर और ईस सम्मेलन में
ईनकी घोषणर की गइ थी। बरंडुग
ं सम्मेलन ने 1961 में गुट मनरपेक्ष अंदोलन कर मरगा प्रशस्त दकयर।
कररची में 19 मसतंबर 1960 को भररत के प्रधरनमंत्री जवरहरलरल नेहरू और परदकस्तरन के ररष्ट्रपमत
ऄयूब खरन द्वररर हस्तरक्षररत ससधु जल संमध कू टनीमतक सरधनों के मरध्यम से मववरदरस्पद मुद्दों पर की
गइ प्रगमत कर एक जीवंत प्रमरण थी। हरलरंदक, भले ही भररत ने आस समय करल मे वैमश्वक मववरद
सुलझरने के मलए पसंदीदर मवकलप के रूप में कू टनीमत के प्रयोग के प्रमत अस्थर दशराइ, लेदकन
अवश्यकतर पडने पर कु छ कठोर कररा वरआयरँ भी क।। ईदरहरण के मलए, जब पुतग
ा रल के ऄमडयल रवैये
वरले सरलरजरर शरसन के सरथ व्यरपक कू टनीमतक चचरा में गमतरोध ईत्पन्न हुअ एवं भररतीय
प्रधरनमंत्री नेहरू को ऄफ्ीकी-एमशयरइ नेतरओं के एक समूह की तीव्र अलोचनर कर सरमनर करनर पडर,
तब भररत ने 1961 में गोवर में पुतग
ा रमलयों को ईनके औपमनवेमशक मवदेशी ऄंतःक्षेत्र (एंक्लेव) से
बेदखल करने के मलए बल प्रयोग करने कर मवकलप चुनर।

2.1.2. चीन के सरथ ऄसफलतर: 1962

(Setback With China: 1962)


गुट मनरपेक्षतर के मवचरर पर अधरररत मवदेश नीमत के प्रमुख तत्वों में से एक बाते रक्षर व्यय को
सीममत करनर थर। ऐसी नीमत के परलन ने भररत की हरडा परवर क्षमतरओं को कमजोर कर ददयर
मजसकर पतर भररत को अगे चलकर चीनी जनवरदी गणररज्य के सरथ भररतीय संबंधों के पररप्रेक्ष्य में
चलर। भररत ने 1959 में मतधबती अध्यरमत्मक नेतर दलरइ लरमर को शरण दी एवं 1960 में चीनी
जनवरदी गणररज्य के सरथ मवमभन्न स्तर पर वरतराएँ मवफल हो गईं। पररणरमस्वरूप, सुममत गरंगल
ु ी के
शधदों में कहें तो भररत ने “मववरददत महमरलयी सीमर के सरथ प्ररदेमशक यथरमस्थमत पुनस्थरामपत करने के
मलए ऄमभकमलपत की गइ दबरव देने की रणनीमत” ऄपनरयी। आसमें हलके हमथयररों से लैस, ऄलप
सुसमित और थोडी बहुत तैयररी वरले सैमनकों को पयराप्त अपूर्धित लरआनों के मबनर ऄत्यमधक उंचरइ
वरले क्षेत्रों में भेजर गयर। लेदकन यह रणनीमत ऄसफल मसि हुइ।
जब 1962 में चीन के जनवरदी गणररज्य की पीपुलस मलबरे शन अमी (PLA) ने व्यरपक बल के सरथ
भररत पर अरियमण दकयर, तो भररतीय सेनर अरियमण कर सरमनर करने के मलए तैयरर नहीं थी। पीपुलस
मलबरे शन अमी (PLA) ने भररतीय बलों को पयराप्त क्षमत पहुँचरइ। मजन क्षेत्रों में ईन्होंने घुसपैठ की थी,
ईनमें से कु छ क्षेत्रों से वह वरपस चले गए लेदकन ईन्होंने 14,000 वगा मील से ऄमधक के ऄक्सरइ चीन
क्षेत्र को खरली नहीं दकयर, मजस पर ईन्होंने अरम्भ में ऄपनर ऄमधकरर दकयर थर और अज भी यह चीन
और भररत के संबंधों में मववरद कर मवषय बनर हुअ है।

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2.1.3. कोलं बो सम्मे ल न तथर गु ट -मनरपे क्ष अं दोलन की सीमरएँ

(The Colombo Conference And Limits of Non-Aligned Movement)

भररत तथर चीन की स्वीकरयातर पर अधरररत, छह गुट-मनरपेक्ष ररष्ट्र (ममस्र, बमरा, कं बोमडयर, श्रीलंकर,
घरनर और आं डोनेमशयर) 10 ददसंबर, 1962 को कोलंबो में ममले। कोलंबो सम्मेलन के पररणरमस्वरूप
परररत प्रस्तरवों में, भररत द्वररर पीछे हटे मबनर, चीन द्वररर स्वयं सीमरंदकत की गइ युिमवररम रे खर से
20 दकमी. पीछे हटनर मनधराररत दकयर गयर। य्यममप मध्यस्थतर के प्रयरसों को प्रोत्सरमहत दकयर गयर,
लेदकन चीन की स्पि सनदर करने में मवफल रहे आन छह ररष्ट्रों ने भररत को बहुत मनररश दकयर। तथरमप,
भररत ने प्रस्तरवों को स्वीकरर दकयर, जबदक चीन ने आन प्रस्तरवों को समझौतर वरतरा अरं भ करने के
अधरर मसिरंत के रूप में स्वीकरर दकयर। लेदकन ऄंततोगत्वर, यह पहल ऄसफल हो गयी।
आस प्रकरर, चीन के सरथ 1962 के युि ने भररत की मवदेश नीमत के प्रथम चरण कर ऄंत दकयर मजसकी
मवशेषतर अदशावरद थी, आसमें भररत को प्रररं मभक सफलतर ममली तथर आन मवररसतें को भररत अज
भी ऄपनी मवदेश नीमत में पयराप्त स्थरन प्रदरन करतर हैं।

2.1.4. गु ट -मनरपे क्ष अं दोलन कर एक सं मक्षप्त मववरण

(A Brief Overview of The Non Aligned Movement)


बरंडुग
ं के छह वषा पश्चरत्, 1-6 मसतंबर, 1961 तक बेलर्ग्ेड में अयोमजत प्रथम मशखर सम्मेलन में
व्यरपक भौगोमलक अधरर पर गुट-मनरपेक्ष ररष्ट्रों के अंदोलन (NAM ) की स्थरपनर की गइ। सम्मेलन में
25 ररष्ट्रों ने भरग मलयर: ऄफगरमनस्तरन, ऄलजीररयर, यमन, म्यरंमरर, कं बोमडयर, श्रीलंकर, करंगो,
क्यूबर, सरआप्रस, ममस्र, आमथयोमपयर, घरनर, मगनी, भररत, आं डोनेमशयर, आररक, लेबनरन, मरली, मोरक्को,
नेपरल, सउदी ऄरब, सोमरमलयर, सूडरन, सीररयर, ट्यूनीमशयर तथर यूगोस्लरमवयर।
1960 में, बरंडुग
ं में हुए मनणायों की सहरयतर से, संयक्त
ु ररष्ट्र महरसभर के 15वें सरमरन्य सत्र के दौररन
गुट-मनरपेक्ष ररष्ट्रों के अंदोलन के मवकरस को तीव्रतर प्रदरन की गइ, आस दौररन 17 नए ऄफ्ीकी एवं
एमशयरइ ररष्ट्रों ने संयक्त
ु ररष्ट्र संघ की सदस्यतर र्ग्हण की। आस दौररन तत्करलीन ररज्यरध्यक्षों एवं
शरसनरध्यक्षों; ममस्र के गमरल ऄधदुल नरमसर, घरनर के क्वरमे रियुमर, भररत के जवरहरलरल नेहरू,
आं डोनेमशयर के ऄहमद सुकणो तथर युगोस्लरमवयर के जोमसप ब्रोज टीटो द्वररर महत्वपूणा भूममकर मनभरइ
गइ, जो बरद में आस अंदोलन के प्रणेतर और आसके प्रतीकरत्मक नेतर बन गए।
बरंडुग
ं मसिरंतों को बरद में गुट-मनरपेक्षतर की नीमत के मुख्य लक्ष्यों तथर ईद्देश्यों के रूप में ऄपनरयर
गयर थर। ईन मसिरंतों की पूर्धित, गुट-मनरपेक्ष अंदोलन की सदस्यतर के मलए एक अवश्यक मरनदंड बन
गइ; 1990 के दशक के प्रररं भ तक आसे ("बरंडुग
ं के दस मसिरंत") “अंदोलन के सररतत्व” के रूप में जरनर
जरतर थर।
NAM के संस्थरपकों ने आसे दकसी संगठन के नौकरशरही प्रभरवों से बचरने हेतु संगठन के स्थरन पर एक
अंदोलन के रूप में घोमषत करनर पसंद दकयर।
गुट-मनरपेक्ष ररष्ट्रों के ”प्ररथममक ईद्देश्य” मन्नलमलमखत थे:
 अत्ममनभारतर, ररष्ट्रीय स्वतंत्रतर तथर ररज्यों की संप्रभुतर एवं क्षेत्रीय ऄखंडतर कर समथान;
 रं गभेद नीमत कर मवरोध;
 बहुपक्षीय सैन्य समझौतों की ऄवमरननर तथर महरशमक्त यर गुट प्रभरवों एवं प्रमतद्वंमद्वतर से गुट-
मनरपेक्ष ररष्ट्रों की स्वतंत्रतर;
 ऄपने सभी रूपों तथर ऄमभव्यमक्तयों में सरम्ररज्यवरद के मवरुि संघषा;

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 ईपमनवेशवरद, नव-ईपमनवेशवरद, नस्लवरद, मवदेशी ऄमधर्ग्हण तथर प्रभुत्व के मवरुि संघषा;
 मनःशस्त्रीकरण;
 देशों के अंतररक मरमलों में हस्तक्षेप न करनर तथर सभी ररष्ट्रों के मध्य शरंमतपूणा सह-ऄमस्तत्व;
 ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों में बल के ईपयोग यर ईपयोग की चेतरवनी को ऄस्वीकरर करनर;
 संयक्त
ु ररष्ट्र कर सशमक्तकरण; ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों कर लोकतंत्रीकरण;
 समरमजक-अर्धिथक मवकरस तथर ऄंतरराष्ट्रीय अर्धिथक प्रणरली कर पुनगाठन; सरथ ही समरनतर के
अधरर पर ऄंतरराष्ट्रीय सहयोग।

2.2. 1962-1991: अत्ममनभा र तर यर स्वरवलं ब न दृ मिकोण कर दौर

(1962-1991: Period of Self Help Approach)


चीन युि के पररणरमस्वरूप, नेहरू को ऄपने ही ररष्ट्र में अलोचनर कर सरमनर करनर पडर, हरलरंदक ईस
समय घरे लू ररजनीमत में कोइ भी ईनसे ऄमधक प्रभरवशरली नेतर नहीं थर। आस प्रकरर, पररजय के
पश्चरत् भररत के दृमिकोण में पररवतान भी ईनके ऄधीन ही अरं भ हुअ। सबसे महत्वपूणा बरत यह है दक
भररत ने सैन्य अधुमनकीकरण कर महत्वपूणा करयारियम अरं भ दकयर। यह करयारियम में दस नइ मरईं टेन
मडवीजनों के सरथ 10 लरख सैमनकों वरली सेनर कर मनमराण करनर थर, जो ऄमधक उंचरइ वरले क्षेत्रों में
युि के मलए तैयरर हो। सरथ ही आसके ऄंतगात सुपरसोमनक मवमरन वरले 45-स्क्वरड्रन से सुसमित वरयु
सेनर और नौसेनर के सरमरन्य मवस्तरर हेतु भी प्रमतबि व्यक्त की गयी।
1964 में नेहरू के मनधन के पश्चरत् प्रधरनमंत्री लरल बहरदुर शरस्त्री के करयाकरल के दौररन भी भररत ने
गुट-मनरपेक्षतर की नीमत कर औपचरररक रूप से पररत्यरग नहीं दकयर। पररणरमस्वरूप, बरतचीत तथर
अदशों के स्तर पर गुट-मनरपेक्षतर भररतीय मवदेश नीमत की एक मवशेषतर बनी रही। हरलरंदक, भररत ने
ऄपनी मवदेश नीमत के मवमवध ऄमभप्ररयों में ईत्तरोत्तर ऄमधक यथरथावरदी अधरर र्ग्हण दकयर।
आस चरण में एमशयर में शीत युि की करली छरयर ने भररत को भी प्रभरमवत दकयर। आसी करल में
परदकस्तरन, संयुक्त ररज्य ऄमेररकर (USA) द्वररर समर्धिथत सुरक्षर पहलों, जैसे 1954 में सरईथ-इस्ट
एमशयर रीटी ऑगानरइजेशन (SEATO) और 1955 में सेंरल रीटी ऑगानरइजेशन (CENTO) से जुड
गयर। संयुक्त ररज्य ऄमेररकर ने परदकस्तरन को ऄस्त्र-शस्त्र भी प्रदरन दकए। 1962 के युिोपररंत भररत
और संयुक्त ररज्य ऄमेररकर के मध्य ऄलप-ऄवमध के मलए सैन्य सहयोग रहर परन्तु मवयतनरम युि में
ऄत्यमधक व्यस्त हो जरने के कररण 1965 के भररत-परदकस्तरन मद्वतीय युि के पश्चरत संयुक्त ररज्य
ऄमेररकर ने दमक्षण एमशयर से ऄपने कदम पीछे खींच मलए। 1965 के युि के दौररन ऄमेररकर ने दोनों
ररष्ट्रों को सैन्य सहरयतर प्रदरन करने पर रोक लगर दी। ईपमहरद्वीप से ऄमेररकर के परे हट जरने के बरद,
भररतीय शमक्त को संतुमलत करने के मलए परदकस्तरन को पीपुलस ररपमधलक ऑफ चरआनर (PRC) के
सरथ ऄपने सुरक्षर सहयोग के दरयरे कर मवस्तरर करने की अवश्यकतर महसूस हुयी। आसने भररत के दो
प्रमुख प्रमतद्वंमद्वयों के मध्य सुरक्षर गठबंधन बनने में योगदरन ददयर।
दूसरी ओर, PRC के सरथ ऄपने संबंधों में अने वरले मतभेदों को देखते हुए तथर ईपमहरद्वीप में ऄपने
प्रभरव कर मवस्तरर करने के ऄवसर के रूप में रूस (USSR) ने 1966 में भररत और परदकस्तरन के मध्य
तरशकं द समझौते में मध्यस्थतर की।
आस चरण में, 1966 में जॉनसन प्रशरसन के तहत मवयतनरम युि की अलोचनर करने, कृ मष नीमत तथर
बरजररों को खोलने को लेकर दबरव को छोडकर, ऄमेररकर कमोबेश भररत की सचतरओं से ऄनजरन ही
रहर।

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2.2.1. चीनी परमरणु परीक्षण तथर ईसके पश्चरत्

(The Chinese Nuclear Test and After)

1964 में लॉप नॉर में चीन द्वररर परमरणु परीक्षण करने के पश्चरत्, भररतीय संसद में गुट-मनरपेक्षतर को
छोडने की मरंग की गयी और अर्ग्ह दकयर गयर दक भररत भी परमरणु ऄस्त्र मवकमसत करे । प्रधरनमंत्री
शरस्त्री ने संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर से परमरणु सुरक्षर के मलए मनजी तौर पर सहरयतर की संभरवनर
तलरशी। आससे भी महत्वपूणा बरत यह है दक ईन्होंने (शरस्त्री जी ने) यह घोषणर दक भररत स्वयं परमरणु
हमथयरर नहीं बनरएगर। 1966 में, श्री शरस्त्री की ईत्तररमधकररी प्रधरनमंत्री आं ददरर गरंधी ने महरन

शमक्तयों से परमरणु गररं टी प्ररप्त करने कर भी मनणाय दकयर। हरलरंदक, आस प्रयरस को कोइ सफलतर प्ररप्त

नहीं हुइ। आसमलए, प्रधरनमंत्री आंददरर गरंधी ने भररत के सबटेरेमनयन न्युमक्लयर एक्सप्लोजन्स प्रॉजेक्ट

(SNEP) को अरम्भ दकयर मजसके पररणरमस्वरूप मइ 1974 में भररत कर प्रथम परमरणु परीक्षण
दकयर गयर।
यह ध्यरन रखनर महत्वपूणा है दक भररत ने परर्धिशयल टेस्ट बैन रीटी (PTBT) पर हस्तरक्षर दकयर थर जो

संमध 1963 में ऄमस्तत्व में अइ थी। संभवतः यह अशर की गइ थी दक अगे चलकर यह संमध, परमरणु

मनःशस्त्रीकरण कर मरगा प्रशस्त करे गी। हरलरंदक ये अशरएँ मरत्र अशरएँ ही बनीं रहीं। 1968 में

हस्तरक्षर के मलए तैयरर की गयी ऄप्रसरर संमध (NPT) ने वैमश्वक व्यवस्थर की ऄसमरनतरओं को

दशरायर। भररत ने संप्रभु समरनतर के मरनदंडों कर ईललेख करते हुए संमध कर मवरोध दकयर, आसके सरथ-

सरथ भररत के ऄपने स्वयं के परमरणु मवकलपों पर NPT द्वररर खडे दकए जरने वरले संभरमवत ऄवरोध
भी महत्वपूणा रूप से सचतर के मवषय थे।

2.2.2. मनरं तरतर के सरथ पररवता न

(Changes With Continuity)

आस चरण में, भररत की मवदेश नीमत को “मवश्व व्यवस्थर के दो प्रमतस्पधी दृमिकोणों” से सरमंजस्य बनरए

रखने की अवश्यकतर थी। एक ओर, भररत ने तब भी मवऔपमनवेशीकरण के ऄमभयरन कर समथान


दकयर तथर ऄंतरराष्ट्रीय प्रणरली में कमजोर ररज्यों के प्रमतमनमध के रूप में आनकर नेतृत्व जररी रखर।
ईदरहरण के मलए, यह दमक्षण ऄफ्ीकर के नस्लीय शरसन कर एक कट्टर मवरोधी बनर रहर; यह

दफमलस्तीनी पक्ष कर एक दृा समथाक थर। दूसरी ओर, आसने प्रमतरक्षर तत्परतर के महत्व को स्वीकररर
तथर ऄंतरराष्ट्रीय ररजनीमत में शमक्त के प्रयोग के ऄपने ऄमधकररों को सुरमक्षत करने में सफलतर प्ररप्त कर
ली।
1971 में गृहयुि के अरं भ के पश्चरत्, भररत को पूवी परदकस्तरन से अने वरले लरखों शरणरर्धिथयों कर
सरमनर करनर पडर। परदकस्तरन के मवरुि सैन्य कररा वरइ द्वररर समर्धिथत एक ररजनीमतक एवं कू टनीमतक
पहल करने की रणनीमतक दूरदर्धिशतर के सरथ भररत ने शीघ्रतर से मनणाय मलयर। आस रणनीमत में
संभरमवत चीनी दखल के प्रत्युत्तर में सोमवयत संघ के सरथ एक सुरक्षर सहममत भी समम्ममलत थी। आस
प्रकरर, भररत ने ऄगस्त 1971 में सोमवयत संघ के सरथ शरंमत, मैत्री एवं सहयोग की 20 वषीय संमध

पर हस्तरक्षर दकए। ररजनीमतक नेतृत्व द्वररर ईत्तरी सीमरओं पर ऄपने महतों को सुरमक्षत रखते हुए,
भररतीय सशस्त्र बल तेजी से पूवी परदकस्तरन में घुसे तथर बरंग्लरदेश को एक स्वतंत्र ररष्ट्र के रूप में
स्थरमपत करने में मुमक्त बरमहनी तथर शेख मुजीबुराहमरन के नेतत्ृ व की सहरयतर की।

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2.2.3. मशमलर समझौतर

(The Simla Agreement)


युि के पश्चरत भररत ने ईदरर रवैयर ऄपनरयर जैसर दक परदकस्तरन के 91,000 से ऄमधक युि बंददयों
(PoWs) की ररहरइ से प्रमतसबमबत होतर है और 2 जुलरइ 1972 को प्रधरनमंत्री आं ददरर गरंधी और
परदकस्तरन के ररष्ट्रपमत जुमलफकरर ऄली भुट्टो ने मशमलर समझौते पर हस्तरक्षर दकये। यह समझौतर एक
शरंमत संमध से कहीं ऄमधक थर। यह समझौतर 1971 के युि के प्रभरवों को समरप्त करने कर सरधन थर।
यह भररत और परदकस्तरन के मध्य ऄच्छे पडोसी संबध
ं ों कर व्यरपक खरकर थर। आस समझौते के
मन्नलमलमखत मसिरंत मवशेष रूप से ईललेखनीय हैं:
 प्रत्यक्ष मद्वपक्षीय दृमिकोण के मरध्यम से सभी मुद्दों के शरंमतपूणा समरधरन के मलए पररस्पररक
प्रमतबितर।
 लोगों से लोगों के संपका पर मवशेष ध्यरन देने के सरथ सहकररी संबंध कर अधरर मनर्धिमत करनर।
 जम्मू-कश्मीर में मनयंत्रण रे खर की ऄनुललंघनीयतर बनरए रखनर, यह भररत और परदकस्तरन के

बीच सवरामधक महत्वपूणा CBM और रटकरउ शरंमत की कुं जी है।


हरलरंदक आस समझौते के बरह्य ऄथों में कइ लोगों ने गँवरए गए मौके के रूप में आसकी अलोचनर की
लेदकन आसी समझौते ने वह ढरंचर मवकमसत दकयर मजससे भररत ने मद्वपक्षीय तंत्र के भीतर पदकस्तरन के
सरथ सभी मववरदों को हल करने कर अधरर स्थरमपत दकयर।
आस ऄवमध की बेहतर समझ के मलए आस तथ्य के पहचरन की अवश्यकतर है दक जुलरइ 1971 में,
ररष्ट्रपमत मनक्सन के ररष्ट्रीय सुरक्षर सलरहकरर हेनरी दकससजर ने परदकस्तरन की यरत्रर के दौररन गुप्त
रूप से बीसजग कर दौरर दकयर और 1972 में मनक्सन की चीन यरत्रर कर अधरर तैयरर दकयर। ऐसर

चीन-सोमवयत मतभेद के पररणरमस्वरूप हुअ थर। ऄंततोगत्वर, चीन (PRC) ने संयुक्त ररष्ट्र में प्रवेश

दकयर और ऄक्टू बर 1971 में सुरक्षर पररषद में स्थरयी सदस्यतर र्ग्हण की।

बृहद ऄंतरराष्ट्रीय अर्धिथक संदभा में, भररत 1964 में स्थरमपत G-77 कर सदरियय सदस्य बनर रहर। यह
समूह वैमश्वक अर्धिथक व्यवस्थर में मूलभूत पररवतान की मरंग करने वरले मवकरसशील ररष्ट्रों से ममलकर
बनर थर। आसके ऄमतररक्त, आसी वषा ऄरब-आजररआल युि के चलते 1973 के तेल संकट ने भररत के

सरमने अर्धिथक चुनौती खडी कर दी। हरलरंदक, मवकरसशील ररष्ट्रों के नेतर के रूप में भी भररत

पेरोमलयम मनयरातक ररष्ट्रों के संगठन (OPEC) से संसरधन-हीन मवकरसशील ररष्ट्र के रूप में कोइ सरथाक
ररयरयत प्ररप्त करने में मवफल रहर। यह एक प्रकरर की अर्धिथक क्षमतर की कमजोरी थी मजसने भररत को
1974 के बरद भी परमरणु हमथयरर करयारियम कर ऄनुसरण करने से रोकर।

1970 के दशक के मध्य में भररत अपरतकरल और 1977 में प्रधरनमंत्री मोरररजी देसरइ के ऄंतगात
जनतर परटी सरकरर के ईद्भव के चलते ररजनीमतक ईथल-पुथल की ऄवमध से गुजरर। देसरइ सरकरर की
संमक्षप्त ऄवमध "वरस्तमवक गुट-मनरपेक्षतर" की ददशर में बाने समहत भररत की मवदेश नीमत में पररवतान

करने वरली कइ घोषणरओं की सरक्षी बनी। हरलरंदक, यह ऄवमध एक संमक्षप्त ऄंतररल थी लेदकन आस
समय भी भररत की मवदेश नीमत में मनरं तरतर ईललेखनीय थी। आस ऄवमध के प्रमुख घटनररियम
मवदेशमंत्री ऄटल मबहररी वरजपेयी की चीन यरत्रर और ऄमेररकी ररष्ट्रपमत मजमी करटार की भररत यरत्रर
थी।
आस ऄवमध में शीत युि के प्रभरव वरले मवश्व की घटनरओं कर भररत पर दीघाकरमलक प्रभरव पडर। आस
संदभा में 1979 कर वषा महत्वपूणा है क्योंदक तीन महत्वपूणा घटनरओं से मसि हुअ दक भररत के ररष्ट्रीय

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महत ररष्ट्र के बरहर घरटत होने वरले घटनररियमों से दकतने प्रभरमवत होते हैं। सवाप्रथम, फरवरी 1979 में
इररनी रियरंमत पमश्चमी एमशयरइ क्षेत्र में मूलभूत पररवतान लरइ। मद्वतीय, नवंबर और ददसंबर के दौररन
सउदी ऄरब की र्ग्ैंड मॉस्क (ममस्जद) के ऄमधर्ग्हण से घरटत होने वरली घटनरओं ने आस क्षेत्र में एक और
ईथल-पुथल को जन्म ददयर जो भररत के मलए महत्वूपणा थीं। तृतीय, ददसंबर में सोमवयत संघ ने
ऄफगरमनस्तरन पर धरवर बोल ददयर। जहरं, पहली दो घटनरओं कर भररत पर दीघाकरल में प्रभरव पडर,
वहीं यह ऄफगरमनस्तरन में सोमवयत रूस कर प्रवेश थर मजसने ईन घटनरओं कर मसलमसलर अरं भ दकयर
मजनकर अगे चलकर भररत के पडोस मवशेष रूप से परदकस्तरन और ऄफगरमनस्तरन के संदभा में
महत्वपूणा पररणरम मनकले।
संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर ने सोमवयत अरियमण के बरद परदकस्तरन के सरथ सरमररक संबध ं ों कर
नवीनीकरण दकयर। जनरल मजयर-ईल-हक के ऄधीन परदकस्तरन ऄफगरमनस्तरन में सोमवयत संघ को
ईलझरने के ऄमेररकी प्रयरसों में महत्वूपणा बन गयर। आसने परदकस्तरन के मलए मवत्तपोषण और सैन्य
सहरयतर को ईस समय के मलए ऄपररहरया बनर ददयर मजसे ऄफ़गरमनस्तरन में ऄफगरन लडरकों के
मरध्यम से सोमवयतों के मवरूि भेजर जरनर थर। पररणरमस्वरूप, परदकस्तरन पर ऄपनी सैन्य श्रेष्ठतर
बनरए रखने के ईद्देश्य से भररत ने सोमवयत संघ के सरथ मनकट सैन्य सहयोग संबध
ं स्थरमपत दकयर।
हरलरंदक, आससे शरयद भररत के मवदेश नीमत के मूल-भूत गुटमनरपेक्षतर मसिरंतों को चोट पहुँची क्योंदक
आस समय भररत को ऄफगरमनस्तरन में सोमवयत कधजे पर ऄस्पि रुख बनरए रखने के मलए मजबूर होनर
पडर।
दफर भी, नइ ददलली में मरचा 1983 में अयोमजत 7वरं NAM मशखर सम्मेलन आस बहुपक्षीय मंच कर
नेतृत्व पुनःसंभरलने कर ऄवसर बन गयर, मजसकर भररत संस्थरपक सदस्य थर। हरलरंदक, आस समय तक
समूह की सदस्यतर बाकर लगभग 100 हो गइ थी जो दक 1961 में बेलर्ग्ेड में आसके पहले मशखर
सम्मेलन में 25 थी। जैसर दक आस युग की एक मीमडयर ररपोटा में समझदररी भरे ढंग से ऄवलोदकत
दकयर गयर थर, "यह मवरोधरभरस है दक NAM ने स्थरमनक मवस्तरर प्ररप्त कर मलयर है मजसने
जवरहरलरल नेहरू समहत आसके संस्थरपकों को चदकत दकयर होतर; सरथ ही, आसने ऄपनी एकजुटतर
और ईद्देश्यों और प्रयोजनों की एकतर खो दी है तथर ऄमवलंब समरधरन की मरंग करने वरली समस्यरओं
एवं मुद्दों कर मुकरबलर करने में यह ऄसमथा है।”
1984 में प्रधरनमंत्री आं ददरर गरंधी की हत्यर के बरद प्रधरन मंत्री ररजीव गरंधी कर करयाकरल अयर। आस
ऄवमध में भररत ने ऄथाव्यवस्थर और सशस्त्र बलों के अधुमनकीकरण की ददशर में कु छ कदम ईठरए।
1988 में ररजीव गरंधी 1954 के बरद चीन की यरत्रर करने और डेंग मजयरओसपग के सरथ संपका
स्थरमपत करने वरले पहले भररतीय प्रधरनमंत्री बने। डेंग मजयरओसपग के ऄधीन चीन ने अर्धिथक सुधररों
के नए युग में प्रवेश दकयर थर। क्षेत्रीय सहयोग की पहल 1985 में दमक्षण एमशयरइ क्षेत्रीय सहयोग
संगठन (SAARC) के गठन के रूप में सरकरर हुइ। यह ऄवमध मवदेश नीमत के सन्दभा में पडोस में
ऄत्यमधक सहभरमगतर की सरक्षी बनी मजसके ऄंतगात 1989 में परदकस्तरन की यरत्रर के दौररन एक-दूसरे
के परमरणु प्रमतष्ठरनों पर हमलर नहीं करने पर परदकस्तरन के सरथ समझौते पर हस्तरक्षर दकयर गयर।
यह 1960 में नेहरू की यरत्रर के बरद दकसी भररतीय प्रधरन मंत्री की पहली परदकस्तरन यरत्रर थी।
1987 में भररत-श्रीलंकर शरंमत समझौतर और श्रीलंकर में भररतीय शरंमतरक्षक बल (IPKF) भेजने कर
ऄनुवती मनणाय कर आस क्षेत्र पर दीघाकरमलक प्रभरव पडर। पडोस में भररत कर दरवर "ऑपरे शन कै क्टस"
से और गहरर हुअ मजसके तहत 1988 में मरलदीव में तख्तरपलट के मवरूि सैन्य कररा वरइ की गयी थी।
आस ऄवमध के ऄंत में भररत ने बृहद ररजनीमतक और अर्धिथक ऄमस्थरतर ऄनुभव की जैसे दक बोफोसा
घोटरलर, प्रधरनमंत्री वी.पी. ससह और चंद्रशेखर की ऄलपकरमलक गठबंधन सरकररों के सरथ-सरथ
भुगतरन संतल
ु न कर संकट। ऄंतरराष्ट्रीय वरतरवरण में बदलरव के सरथ आन घटनररियमों ने भररत की मवदेश
नीमत के ऄगले चरण को जन्म ददयर।

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2.3. 1991 और ईसके बरद: "व्यरवहरररक" मवदे शी नीमत कर यु ग

(1991 And After: Era of “Pragmatic” Foreign Policy)


सोमवयत संघ के मवघटन और शीत युि के ऄंत के सरथ ऄंतरराष्ट्रीय व्यवस्थर में पररवतान ने भररत की
मवदेश नीमत को नइ ददशर देनर ऄमनवरया बनर ददयर। ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों में शीतयुिोत्तर युग के अरं भ
में, ऄमेररकर के ईत्थरन ने मवदेश नीमत में मवचररधररर की प्ररसंमगकतर के सरथ-सरथ गुटमनरपेक्षतर के
मवकलप पर कइ प्रश्नमचन्ह लगर ददए। अर्धिथक मोचे पर ररष्ट्र को 1991 के पहले खरडी युि के
पररणरमस्वरूप अंमशक रूप से भुगतरन संतल ु न के ऄभूतपूवा संकट कर सरमनर करनर पडर। आस मस्थमत
ने ईन मवकलपों को जन्म ददयर मजन्होंने नरटकीय रूप से भररत की घरे लू और ऄंतरराष्ट्रीय अर्धिथक
नीमतयों को बदल ददयर। आसमें IMF और मवश्व बैंक द्वररर समर्धिथत वरसशगटन सहममत कर ऄनुपरलन
समम्ममलत थर। वस्तुत:, आसकर ऄथा तत्करल मवत्तीय सहरयतर के बदले बरजरर बलों की भूममकर में वृमि
करने वरले संरचनरत्मक सुधरर थे। आसकर ऄथा भररत की ऄथाव्यवस्थर रूपरंतररत करने के मलए मवदेशी
प्रत्यक्ष मनवेश (FDI) की ऄत्यमधक अवश्यकतर थी। भररत को FDI कर अकषाक गंतव्य बनरने हेतु, आस
चरण में कइ पररवतानों को ऄपनरयर गयर, जैसे दक:
 अयरत-प्रमतस्थरपक औ्यमोगीकरण की रणनीमत पर मवररम,
 ऄपने मवशरल सरवाजमनक क्षेत्र कर पुनगाठन करनर
 मवमनयमन, लरआसेंस, परममट और कोटर की मपछली व्यवस्थरओं को समरप्त करनर।

सरथ ही भररत अर्धिथक और रणनीमतक लरभ के मलए दमक्षण-पूवा एमशयर की ओर मुडर। पूवा में, शीत
युि की ऄवमध में भररत ने दमक्षण पूवा एमशयर के देशों को बहुत कम महत्व ददयर थर। ऄपने बरजररों को
मवदेशी मनवेश के मलए खोलने और व्यवहरया मनयरात क्षेत्र के मवकरस हेतु भररत ने 1991 के बरद "पूवा

की ओर देखो नीमत" (लुक इस्ट पॉमलसी) अरं भ की। जहरं ये पररवतान जररी थे, वहीं 1992 में पी.वी.

नरमसम्हर ररव सरकरर ने आजररयल और दफमलस्तीन के बीच ओस्लो समझौते के संदभा में, आजररयल के
सरथ ऄपने ररजनमयक संबध
ं ों कर ईन्न्यन करके ररजदूत स्तर कर कर ददयर।
चीन के सरथ नरमसम्हर ररव सरकरर ने ररजीव गरंधी सरकरर के दौररन अरं भ की गइ प्रदरिययर को जररी
रखर। मसतंबर 1993 में प्रधरनमंत्री नरससह ररव की चीन यरत्रर के दौररन भररत-चीन सीमर पर

वरस्तमवक मनयंत्रण रे खर (LAC) पर शरंमत और मस्थरतर बनरए रखने के ऐमतहरमसक समझौते पर

हस्तरक्षर दकये गये आसके बरद 1996 में चीनी ररष्ट्रपमत मजयरंग जेममन की भररत यरत्रर के दौररन सैन्य

क्षेत्र में मवश्वरस-बहरली ईपरयों (CBM) पर एक और समझौते पर हस्तरक्षर दकयर गयर।


ऄपने पडोमसयों के सरथ संबंधों में पररवतान लरने के मलए भररत ने ऄपनी रणनीमत कर पुनमूालयरंकन
दकयर। पडोस को भररत की मवदेश नीमत के पहले संरियेंद्र के रूप में पडोसी देशों की पहचरन की गयी और
नीमतगत रूप से यह 1996 के गुजररल मसिरंत में प्रमतसबमबत हुअ मजसकर नरम तत्करलीन मवदेश मंत्री
आं द्र कु मरर गुजररल के नरम पर रखर गयर थर।
गुजररल मसिरंत के परंच प्रमुख मसिरंत आस प्रकरर थे:
 पडोमसयों ऄथरात बरंग्लरररष्ट्र, भूटरन, मरलदीव, नेपरल और श्रीलंकर से भररत को पररस्पररकतर

(reciprocity) की मरंग नहीं करनी चरमहए, बमलक वह सब देनर चरमहए जो कु छ भररत मवश्वरस के
सरथ दे सकतर है।
 कोइ भी दमक्षण एमशयरइ ररष्ट्र दकसी ऄन्य ररष्ट्र के महत के मवरूि ऄपने क्षेत्र कर ईपयोग करने की
ऄनुममत नहीं देगर।

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 कोइ भी ररष्ट्र दूसरे ररष्ट्र के अंतररक मरमलों में हस्तक्षेप नहीं करे गर।
 दमक्षण एमशयरइ ररष्ट्रों को एक-दूसरे की क्षेत्रीय ऄखंडतर और संप्रभुतर कर सम्मरन करनर चरमहए।
 दमक्षण एमशयर के ररष्ट्रों को शरंमतपूणा मद्वपक्षीय वरतराओं के मरध्यम से ऄपने सभी मववरदों को
सुलझरनर चरमहए।
हरलरंदक, 1990 के दशक के दौररन भररत-परदकस्तरन के सरथ संबध
ं ऄमधकरंशतः मववरददत बने रहे।

ऐसर मुख्य रूप से ददसंबर 1989 से जम्मू-कश्मीर में फै ली अतंकी गमतमवमधओं में परदकस्तरन की
भूममकर के कररण थर। परदकस्तरनी नेतृत्व ने अंतररक ईर्ग्वरद को वैचरररक रूप से अवेमशत छद्म युि में
बदलने में सहरयतर की। परदकस्तरन पोमषत ईर्ग्वरद और पदकस्तरन के गुप्त परमरणु करयारियम को देखते
हुए पररं पररक सैन्य संतल
ु न के संबंध में सचतरओं ने भररत की सुरक्षर रणनीमत में बडी भूममकर मनभरइ।
परदकस्तरनी कररक और चीन द्वररर खडे दकए गए परमरणु खतरे को देखते हुए भररत ने ऄपने परमरणु
हमथयरर करयारियम को ऄगले चरण में पहुँचरयर। आस पररदृश्य में, 1995 में NPT कर सफल मवस्तरर और

1996 में प्रस्तुत CTBT को सफल बनरने के मलए संयुक्त ररज्य ऄमेररकर द्वररर दकए जर रहे प्रयरस और
भररत द्वररर ऄपने परमरणु मवकलपों पर गंभीरतर से मवचरर करने कर मरमलर संयोगवश एक-दूसरे से
टकरर गए। आस प्रकरर, भररतीय नीमत मनमरातरओं ने ऄंतरराष्ट्रीय परमरणु व्यवस्थर स्वीकरर करने के बाते

दबरवों को मवफल करने के मलए परमरणु परीक्षण करने कर मनणाय दकयर। भररत ने मइ 1998 में

पोखरण में 5 परमरणु परीक्षणों के बरद ऄपने अपको पूरी तरह से परमरणु शमक्त संपन्न ररष्ट्र घोमषत
दकयर। आसने संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर और ऄन्य बडी शमक्तयों को भररत पर मवमभन्न प्रमतबंध लगरने को
प्रेररत दकयर; और बरद के वषों में भररत को वरस्तमवक रूप से परमरणु शमक्त के रूप में मरन्यतर प्रदरन
करने कर मरगा प्रशस्त दकयर।

2.3.1. एक नए यु ग कर सू त्र परत

(Beginning of A New Era)

यह संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर के सरथ नए संबध
ं ों के युग कर अरम्भ भी थर, मजसमें ऄमेररकी मवदेश

मरमलों के ईप-समचव स्रोब टरलबोट और भररत के मवदेशमंत्री जसवंत ससह (1998-2000) के मध्य

मद्वपक्षीय वरतरा समम्ममलत थी। आसके पश्चरत 2000 में ररष्ट्रपमत सक्लटन की भररत यरत्रर हुइ। आन संबंधों

की पररणमत 2005 के मसमवल न्यूमक्लयर डील के रूप में हुइ, मजसने भररत को एक परमरणु शमक्त के

सरथ-सरथ परमरणु ऄप्रसरर पर एक मजम्मेदरर देश के रूप में मरन्यतर दी, आस प्रकरर बहुपक्षीय मनयरात

मनयन्त्रण व्यवस्थर (MECR) जैसी प्रौ्यमोमगकी व्यवस्थरओं से आसके ऄलगरव की समरमप्त कर मरगा
प्रशस्त हुअ।
परदकस्तरन के सरथ प्रधरनमन्त्री ऄटल मबहररी वरजपेयी की कू टनीमत से (मजसमें 1999 में प्रधरनमन्त्री

की सीमरपरर बस-यरत्रर भी समम्ममलत थी) कु छ ऄमधक पररणरम प्ररप्त नहीं हो सके । फरवरी 1999 की
लरहौर घोषणर के पश्चरत जम्मू-कश्मीर के कररमगल क्षेत्र में घुसपैठ हुइ मजसके पररणरमस्वरूप दो
परमरणु शमक्त संपन्न देशों के बीच 1999 में सीममत युि हुअ। आस ईकसरवे के बरवजूद भररत ने
ईललेखनीय संयम प्रदर्धिशत दकयर और एक संभरमवत मवस्तृत युि को प्रभरवी ढंग से टरलर। महत्त्वपूणा
बरत यह रही दक परदकस्तरन के तत्करलीन प्रधरनमंत्री नवरज शरीफ की वरसशगटन यरत्रर में गमाजोशी
कर मनतरंत ऄभरव थर। शरयद यह भररत, संयुक्त ररज्य ऄमेररकर और परदकस्तरन के बीच सम्बन्धों में हो
रहे पररवतानों कर संकेत थर।

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भररत के मलए सदैव से महत्त्वपूणा चुनौती रहर अतंकवरद शीत युि के पश्चरत (मवशेष रूप से 11

मसतम्बर 2001 के अतंकवरदी हमलों के पश्चरत) वैमश्वक ररजनीमत में एक महत्त्वपूणा मुद्दर बन कर

ईभरर। ददसम्बर 2001 में, भररतीय संसद पर अतंकवरदी हमले के पश्चरत, भररत ने प्रमतरोधी

कू टनीमतक (coercive diplomacy) रणनीमत कर सहररर मलयर, मजसके सीममत पररणरम प्ररप्त हुए।

परदकस्तरन की अतंकवरद को समथान देने की रणनीमत के मवरुि भररत के परस बहुत ही सीममत
मवकलप थे क्योंदक परदकस्तरन की परमरणु क्षमतर कर ऄथा थर दोनों देशों के मध्य होने वरले दकसी भी
युि के परमरणु युि में पररवर्धितत होने की ऄत्यमधक संभरवनर। और ऐसी मस्थमतयरँ संयुक्त ररज्य
ऄमेररकर के आस क्षेत्र में हस्तक्षेप के मलए खुलर अमंत्रण थीं। आसीमलए, भररत अतंकवरद को एक

गम्भीर वैमश्वक संकट के रूप मरन्यतर देने की मरंग कर रहर है, मजसके मवरुि ऄंतरराष्ट्रीय समुदरय द्वररर

एक समेदकत करयावरही की अवश्यकतर है। आस ईद्देश्य के मलए भररत 1996 से संयक्त


ु ररष्ट्र में

ऄंतरराष्ट्रीय अतंकवरद के मवरुि व्यरपक ऄमभसमय (Comprehensive Convention Against

International Terrorism) के मलए प्रयरसरत है, य्यममप ऄंतरराष्ट्रीय समुदरय में मतभेदों के कररण

बहुत ऄमधक सफलतर प्ररप्त नहीं हुइ है। दफर भी, मुम्बइ में 2008 के हमलों के पश्चरत परदकस्तरन के
प्रमत एक बडर ऄलगरव प्रदर्धिशत हुअ तथर भररत और संयुक्त ररज्य ऄमेररकर के मध्य घमनष्ठ अतंकवरद
मवरोधी सहयोग कर मरगा प्रशस्त हुअ।
ऄंतरराष्ट्रीय पररदृश्य में हुए पररवतानों ने भररत के समक्ष कु छ मवकलप प्रस्तुत दकये और ऄनुदरिययर के रूप
में कइ पररवतान दकये गये। दफर भी समरवेशी मवकरस और मनरपक्ष मवश्व व्यवस्थर के प्रमत आसकी
प्रमतबितर आसकी नीमत कर मनयममत पक्ष बनर हुअ है। ईदरहरण के मलए, WTO वरतराए,ँ मवशेष रूप

से दोहर मवकरस दौर में, भररत ने मवकरसशील ररष्ट्रों की मचन्तरओं कर नेतृत्व दकयर। 2001 की दोहर

घोषणर, ईन मूलयों कर प्रमरण है, जो भररत ऄभी भी ऄंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में बनरए हुए है। आसी प्रकरर,

भररत ने ऄपने ररष्ट्रीय महतों को देखते हुए, जलवरयु वरतराओं में ऄपनी भूममकर में पररलमक्षत मनरपक्षतर
और ईत्तरदरमयत्व के मसिरंतों से संकोच नहीं दकयर है। यहरँ भी भररत ने सरमरन सोच वरले ररष्ट्रों जैसे
ब्ररजील, दमक्षण ऄफ्ीकर और चीन (BASIC) के सरथ एक गठबंधन बनरने से परहेज नहीं दकयर।

ऄपने मशमक्षत श्रमशमक्त, सैन्य और तकनीकी कौशल के सरथ भररत की अर्धिथक मस्थमत ने 1991 के
पश्चरत से वैमश्वक स्तर पर ऄपनी ऄलग पहचरन बनरइ है। आन कररकों ने भररत को एक ईभरती हुइ
शमक्त और सम्भरमवत महरशमक्त के रूप में वगीकृ त दकयर है। 2008 के वैमश्वक अर्धिथक संकट के दौररन,

भररत ने G-20 जैसे मरध्यमों के द्वररर वैमश्वक वरतराओं में महत्त्वपूणा भूममकर मनभरइ। य्यममप, G-4 के

सरथ संयुक्त ररष्ट्र में सुधररों की आसकी मुमहम सफल नहीं हुइ है। दफर भी, BRICS जैसे समूह के मरध्यम
से भररत ने बहुपक्षीय प्रयरसों के द्वररर वैमश्वक व्यवस्थर को पुन: अकरर देने की ऄपनी आच्छर व्यक्त की
है।
आन ईद्देश्यों, चुनौमतयों और ऄवसरों ने 2014 से प्रधरनमन्त्री नरें द्र मोदी के नेतृत्व में मवदेश नीमत

मनमराण को अकरर प्रदरन करनर जररी रखर है। आस प्रकरर, हरल के वषों में, पडोसी ररष्ट्रों को मवशेष

मरन्यतर प्ररप्त हुइ है, आसी प्रकरर ऄंतरराष्ट्रीय सम्बन्धों में प्रमुख देशों के सरथ नए और घमनष्ठ संबध
ं बने

हैं। ममसरआल प्रौ्यमोमगकी मनयन्त्रण व्यवस्थर (2016), वरसेनरर व्यवस्थर (2017) और अस्रेमलयर समूह

(2018) की सदस्यतर हरल ही के वषों की भररत की कु छ ईपलमधधयरँ हैं; हरलरंदक परमरणु अपूर्धितकतरा
समूह की सदस्यतर ऄभी भी एक चुनौती बनी हुइ है।

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ईपयुक्त
ा चचरा के अधरर पर-
1. आस चरण की कु छ ईपलमधधयों की पहचरन की जर सकती है:
 अर्धिथक मवकरस
 परमरणु क्षमतर की मरन्यतर
 मुख्य सम्बन्ध: ऄमेररकर, जरपरन, रूस, दमक्षण-पूवा एमशयर
 चीन के सरथ सम्बन्धों कर प्रबन्धन: सीमर मववरद के बरवजूद व्यरपरर में सुधरर।
 प्रौ्यमोमगकी व्यवस्थर में ऄलगरव की समरमप्त – MTCR, वरसेनरर व्यवस्थर और अस्रेमलयर
समूह।
 वैमश्वक व्यवस्थर में पररगमन प्रबन्धन और ररष्ट्रीय महतों को अगे बारने के मलए बहुपक्षीयतर
और बहु-ध्रुवीयतर- BASIC, BRICS, IBSA आत्यरदद।
2. प्रमुख चुनौमतयरँ जो ऄभी बरकी हैं:
 जनसरंमख्यकीय लरभरंश कर ईपयोग करने के मलए ररष्ट्र की अर्धिथक मवकरस दर को बनरए
रखनर,
 उजरा सुरक्षर सुमनमश्चत करनर,
 संमवधरन के ढरंचे में ररष्ट्र की अंतररक सुरक्षर समस्यरओं कर समरधरन करनर,
 पडोसी ररष्ट्रों के सरथ सम्बन्ध सुदाृ बनरनर, तरदक यह सुमनमश्चत दकयर जर सके दक वे
ररजनीमतक, अर्धिथक रूप से और यहरँ तक दक परररमस्थमतकी रूप से भी सम्पन्न हों।
3. रणनीमतक रूप से कु छ ऐसे प्रश्न हैं मजन पर भररत को मनरं तर ध्यरन देने की अवश्यकतर है:
 परदकस्तरन के सरथ मववरदरस्पद सम्बन्धों को कै से प्रबमन्धत करें ?
 शमक्तशरली होते चीन के प्रमत भररत कै से ऄनुदरिययर करतर है?
 अने वरले वषों में संयुक्त ररज्य ऄमेररकर के सरथ भररत के सम्बन्धों की मस्थमत कै सी होगी?
 वैमश्वक शरसन (UN, IMF और मवश्व बैंक, WTO आत्यरदद) की सरं चनर को कै से पुन: अकरर
ददयर जरए?
 अतंकवरद के खतरे के सरथ-सरथ जलवरयु पररवतान जैसी ईभरती हुइ चुनौमतयों से कै से
मनपटर जरए?
हम आस ऄध्यरय में ईमललमखत मवचररों और ऄवधररणरओं पर मवमशि सम्बन्धों और संगठनों के सन्दभा
में ऄमधक मवस्तरर में मवचरर करें गे।

3. कु छ महत्वपू णा प्रश्न
(Some Key Question)

3.1. गु ट -मनरपे क्ष तर: मवचरर की प्ररसं मगकतर और अन्दोलन

(Non-Alignment: Relevance of the Idea and the Movement)


मसमवल सेवर (मुख्य) परीक्षर 2017 के मनबन्ध के प्रश्न पत्र में ऄभ्यर्धिथयों को “क्यर गुट-मनरपेक्ष अन्दोलन
(NAM) ने बहु-ध्रुवीय मवश्व में ऄपनी प्ररसंमगकतर खो दी है?” मवषय पर मनबन्ध मलखने के मलए कहर
गयर थर, यह शरयद गुट-मनरपेक्ष अन्दोलन के महत्व कर एक सरक्ष्य है, क्योंदक भररत की मवदेश नीमत
की ददशर को समझने के मलए यह एक महत्त्वपूणा मुद्दर है।
1961 में प्रररम्भ हुए NAM के वतामरन में 120 सदस्य हैं। गुट-मनरपेक्ष अन्दोलन के ररष्ट्र, संयुक्त ररष्ट्र के
लगभग दो-मतहरइ सदस्यों और मवश्व जनसंख्यर के 55% कर प्रमतमनमधत्व करते हैं। शीत युि की ऄवमध
में आसकर लक्ष्य “गुटमनरपेक्ष ररष्ट्रों की ररष्ट्रीय स्वतन्त्रतर, सम्प्रभुतर, क्षेत्रीय ऄखंडतर और सुरक्षर”
सुमनमश्चत करनर थर और “सरम्ररज्यवरद, ईपमनवेशवरद, नव-ईपमनवेशवरद, नस्लवरद और मवदेशी

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अरियरमकतर के सभी रूपों - अमधपत्य, प्रभुत्व, हस्तक्षेप यर प्रभरव के सरथ-सरथ महरशमक्तयों और गुट-
ररजनीमत के मवरुि संघषा करनर थर। शीत युि की समरमप्त के पश्चरत के वषों में, आसने बहु-पक्षीय
सम्बन्धों और सम्पकों के मवकरस के सरथ-सरथ मवश्व के मवकरसशील ररष्ट्रों, मवशेषकर दमक्षणी गोलरिा के
ररष्ट्रों के मध्य एकतर मवकमसत करने पर ध्यरन के मन्द्रत दकयर है।
समकरलीन समय में, शीत युि के पश्चरत NAM की प्ररसंमगकतर के प्रश्न कर महत्व बा गयर है। मसतम्बर
2016 में वेनजुएलर के मरगाररटर में अयोमजत NAM मशखर सम्मेलन में भररत से सरकरर-प्रमुख स्तर
पर ऄनुपमस्थमत ने सबकर ध्यरन अकर्धिषत दकयर। ऐसर पहले भी एक बरर 1979 में हुअ थर, जब
तत्करलीन करयावरहक प्रधरनमन्त्री चौधरी चरण ससह NAM के हवरनर मशखर सम्मेलन में भरग नहीं ले
सके थे। कु छ मवशेषज्ञ आसे भररत की NAM से दूरी के रूप में देखते हैं।

3.2. NAM की ऄप्ररसं मगकतर के सन्दभा में तका

(Arguments in the Context of Irrelevance of NAM)


शीत युि की समरमप्त और मवशेष रूप से 21वीं शतरधदी के प्रररं भ से NAM को तेजी से ऄप्ररसंमगक मसि
करने की होड सी लग गयी। 2007 में तत्करलीन ऄमेररकी मवदेश मंत्री कोंडोलीजर ररआस ने भररत को
“सोचने के पुररने तरीकों से अगे बाने” कर पररमशा ददयर क्योंदक गुट-मनरपेक्ष अन्दोलन ने ऄपनी
महत्तर खो दी है। NAM के प्रररम्भ के बरद कु छ मवशेषज्ञों ने ऄनुभव दकयर दक:
 शधद ‘गुट-मनरपेक्षतर’ ने तटस्थतर की गलत धररणर व्यक्त की है और आसकर ईद्देश्य के वल ऄ-
मनरपेक्ष (unaligned) बने रहनर थर।
 कइ लोग तका देते हैं दक NAM के परस कोइ बरध्यकररी मसिरंत नहीं थर और यह के वल मवमभन्न
ऄसमरन ररष्ट्रों के बीच मरत्र एक सुमवधरजनक गठजोड है। मवगत वषों में NAM के सदस्यों में वृमि
होने से आस अलोचनर को बल ममलर है।
 आस सन्दभा में एक और तका यह है दक जब भी भररत को NAM से सहयोग एवं समथान की
अवश्यकतर पडी है, NAM के सदस्य देश समथान के मलए अगे नहीं अए हैं, चरहे 1962 में चीनी
अरियमण हो यर 1971 में भररत-परक युि।
 शीत युि की समरमप्त के पश्चरत् मवदेश नीमत के कइ मवशेषज्ञों ने तका ददयर दक महरशमक्तयों के मध्य
प्रमतद्वंददतर कर ऄंत होने से ऄब गुटमनरपेक्ष अन्दोलन कर कोइ अधरर शेष नहीं रहर है।

3.2.1. NAM और गु ट -मनरपे क्ष तर के पक्ष में तका

(Arguments in Defence of NAM And Non-Alignment)


कोंडोलीजर ररआस के कथन के ऄनुदरिययर में, तत्करलीन मवदेश मंत्री श्री प्रणव मुखजी ने ईन्हें स्मरण
कररयर दक NAM ने ईपमनवेशवरद के मुद्दे पर एक महत्वपूणा भूममकर मनभरइ है और दमक्षण-दमक्षण
सहयोग में आसकी प्ररसंमगकतर को समकरलीन मवश्व द्वररर ऄनदेखर नहीं दकयर जर सकतर है।
 कइ ऄन्य गणमरन्य व्यमक्तयों, जैसे पूवा ररजनमयक टी. पी. श्रीमनवरसन कर तका है दक गुटमनरपेक्षतर
कर ममा मनणाय और करयावरही की स्वतन्त्रतर थी और यह अज भी वैध है, भले ही वतामरन में चरहे
एक गुट रहे यर दो।
 ईनकर यह तका भी है दक आस सन्दभा में देखर गयर है दक गैर-सैन्य गठजोड भी गुटमनरपेक्षतर की
पररमध में अते हैं, मजसे बरद में ‘सरमररक स्वरयत्ततर’ के रूप में वर्धिणत दकयर गयर थर। दूसरे शधदों
में, भररत को ऄपनी वतामरन मवदेश नीमत कर परलन करने के मलए गुटमनरपेक्षतर की नीमत कर
त्यरग करने की अवश्यकतर नहीं है।

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 महत्वपूणा ऄवसरों पर सहरयतर एवं समथान प्ररप्त नहीं होने के प्रत्युत्तर में, श्रीमनवरसन ने तका ददयर
है दक NAM कर सम्पूणा दशान ही यह है दक बडे वैमश्वक मुद्दों पर यह एकजुट रहे हैं, भले ही एक
सदस्य दकसी एक मवशेष मुद्दे पर ईसकर पक्ष नहीं लेतर है। स्वयं भररत ने भी आसी दृमिकोण कर
परलन दकयर है।
भररत में गुटमनरपेक्ष के मसिरंत कर प्रररं भ घरे लू सन्दभा में देखर जर सकतर है, मजसके कररण भररत ने
ऄंतरराष्ट्रीय पररदृश्य में गुटमनरपेक्ष अन्दोलन कर नेतृत्व दकयर। सुममत गरंगल
ु ी आस सन्दभा में एक
सुव्यवमस्थत अकलन प्रस्तुत करते हैं, आनके ऄनुसरर:
 नेहरू के नेतृत्व में, भररत ने एक अदशा मवदेश नीमत कर परलन दकयर, मजसमें बहुपक्षीय संस्थरनों,
रक्षर व्यय पर मनयंत्रण और ईपमनवेशवरद की समरमप्त कर समथान समम्ममलत थे। आन्हीं लक्ष्यों को
गुटमनरपेक्ष मसिरंतों में समम्ममलत दकयर गयर थर।
 आस नीमत में ईपमनवेशवरद पर भररत के ररष्ट्रीय ऄनुभव को भी ध्यरन में रखर गयर थर। एक पूवा
ईपमनवेश के रूप में भररत ऄपनी मवदेश नीमत में दकसी भी महरशमक्त के तरफ झुकरव के प्रमत
सरवधरन थर।
 गुटमनरपेक्ष मसिरंत में भररत की ऐमतहरमसक और सरंस्कृ मतक मवररसत को ध्यरन में रखर गयर थर।
 ईपमनवेशवरद और नस्लवरद के मवरुि गुटमनरपेक्षतर कर नैमतक रुख भररत की गरँधीवरदी मवररसत
से प्रभरमवत है।
 ऄंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी यह नीमत ईमचत थी, क्योंदक आसने संसरधनों से रमहत ररष्ट्र को एक ऐसी
भूममकर मनभरने में सक्षम बनरयर जो ईसकी क्षमतरओं की तुलनर में कहीं ऄमधक महत्वपूणा थर।
आसके ऄमतररक्त, 1970 और 1980 के दशकों में NAM के बररे में यह कहर जर सकतर है दक भररत ने

कइ वैमश्वक मुद्दों पर भररत के मवचररों को प्रसरररत करने के मलए NAM कर एक मंच के रूप में ईपयोग

दकयर है, जैसे:

 वैमश्वक व्यवस्थर (वलडा अडार) से ऄसंतोष: अर्धिथक, ररजनीमतक और परमरणु पदरनुरियम के ऄनुसरर
वतामरन वैमश्वक व्यवस्थर से भररत कर गहरर ऄसंतोष।
 NAM के मरध्यम से ही भररत ने एक नइ ऄंतरराष्ट्रीय अर्धिथक व्यवस्थर कर अह्वरन दकयर, जो
मवकरसशील ररष्ट्रों की मवशेष अवश्यकतरओं को पूरर करे ।
 आसी प्रकरर, NAM के मरध्यम से ही भररत ने नइ वैमश्वक सूचनर और संवरद व्यवस्थर कर अह्वरन
दकयर तरदक मवकरसशील ररष्ट्रों की अवरज को वैमश्वक संवरद तंत्र में ऄमधकतम वरीयतर ममल सके ।
 वैमश्वक परमरणु मनःशस्त्रीकरण और वैमश्वक परमरणु व्यवस्थर की भेदभरवपूणा प्रकृ मत, मजसके कें द्र में

परमरणु ऄप्रसरर संमध (NPT) थी, के संबंध में ऄपनर रवैयर स्पि करने के मलए भररत ने NAM
को एक मंच के रूप में ईपयोग दकयर।

3.2.2. एक समकरलीन मू लयरं क न

(A Contemporary Assessment)
सवाप्रथम हमें गुट मनरपेक्षतर के मसिरंत एवं गुट मनरपेक्ष अंदोलन की सदस्यतर के बीच के ऄंतर को
समझनर होगर।
डेमवड एम. मैलोन की ररय में, "एक मसिरंत के रूप में गुट मनरपेक्षतर ... ने भररत को दो महरशमक्तयों

एवं ईनके संबंमधत गुटों कर प्रयोग एक-दूसरे के मवरुि करने कर ऄवसर प्रदरन दकयर थर। य्यममप, 1950

के दशक के बरद भररत ऐसर करने में सफल नहीं हुअ।" ईन्होंने यह भी तका ददयर दक "गुट मनरपेक्ष

अंदोलन (NAM) को अरं भ करने एवं अकरर देने में नेहरू की भूममकर, ईस समय भररत के मलए

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NAM में ऄपनर स्थरन बनरए रखने में ईपयोगी मसि हुइ जब ररष्ट्र के नेतर अंतररक चुनौमतयों कर

सरमनर कर रहे थे।"


पूवा ररजनमयक ररजीव सीकरी की ररय में:
भररत के मलए नीमतगत मवकलप के रूप में गुट मनरपेक्षतर, जो दक गुट मनरपेक्ष अंदोलन से मनतरंत मभन्न
है, मूलतः शीत युि के दौररन प्रमतद्वंद्वी खेमों में समम्ममलत होने के दबरवों कर मवरोध करने एवं
व्यवहरयातर के अधरर पर मवदेश नीमत के मवकलपों पर मवचरर करने से संबंमधत थी। संक्षेप में, यह एक
स्वतंत्र मवदेश नीमत ऄपनरने के संदभा में थर। भररत के मलए ररष्ट्रीय सहममत बहुत महत्वपूणा है तथर
आसके सरथ तथरकमथत ‘शीत युि मरनमसकतर‘ कर, जैसर दक कइ मवश्लेषकों कर दरवर है, कोइ सरोकरर
नहीं है।
आसी प्रकरर पूवा ररजनमयक जी. परथासररथी जैसे ऄनेक लोग समकरलीन समय में "गुट मनरपेक्ष" होने एवं

"गुट मनरपेक्ष अंदोलन" कर सदस्य होने के बीच एक ऄंतर रखने पर जोर देते हैं। ईनके शधदों में "शीत
युि के पश्चरत के युग में गुट मनरपेक्षतर महत्वपूणा एवं सरथाक है तथर ऄपने ररष्ट्रीय महतों की रक्षर के
दृमिकोण से मवमभन्न मुद्दों पर सहयोग करने के मलए ऄनेक सरझेदरर चुनने की वरस्तमवक ऄथों में
स्वतंत्रतर है। आस प्रकरर, गुट मनरपेक्षतर जहरं हमें ऄपने भरगीदररों व सरझेदररों को चुनने में लचीलरपन

प्रदरन करती है, वहीं गुट मनरपेक्ष अंदोलन अज के समय में बहुत थोडी प्ररसंमगकतर वरलर एक मंच रह

गयर है।" जैसर दक श्यरम सरन द्वररर सही तरीके से आं मगत दकयर गयर है, गुट मनरपेक्ष अंदोलन भररत

की गुट मनरपेक्षतर को मनधराररत नहीं करतर है; बमलक यह भररत की गुट मनरपेक्षतर है, जो अंदोलन के
करया को सुगम बनरती है।
आसके ऄमतररक्त, शीत युि के ऄंत के बरद से भररत मवमभन्न बहुपक्षीय समूहों कर एक प्रमुख सदस्य बन
गयर हैः
 BASIC (ब्ररजील, दमक्षण ऄफ्ीकर, भररत व चीन): जलवरयु पररवतान पर ऄपने महतों की रक्षर

तथर प्रचरर के मलए;

 G4: संयुक्त ररष्ट्र सुरक्षर पररषद में सुधररों के मलए दबरव बनरने के मलए;

 G20: मवश्व ऄथाव्यवस्थर के प्रबंधन के मलए;

 मब्रक्स (ब्ररजील, रूस, भररत, चीन और दमक्षण ऄफ्ीकर) तथर IBSA (भररत, ब्ररजील व दमक्षण

ऄफ्ीकर): समकक्ष ररष्ट्रों के सरथ अर्धिथक समन्वय बारने हेत;ु

 अमसयरन (ASEAN) से सम्बंमधत समूह,

 शंघरइ सहयोग संगठन (SCO),

 ररजनीमतक तथर सुरक्षर महतों के मलए प्रयत्नशील रूस-भररत-चीन (RIC) समूह।

जैसर दक शमश थरूर ने तका ददयर है, अर्धिथक, ररजनीमतक तथर सुरक्षर ईद्देश्यों के मलए ऄलग-ऄलग कइ
मंचों से जुडरव ने शीतयुि की समरमप्त के बरद से भररत के मलए ररष्ट्रीय महतों के सरोकररों के संदभा में
गुट-मनरपेक्ष अंदोलन को "बडे पैमरने पर अकमस्मक" बनर ददयर है। यह मवचरर बतरतर है दक सरमररक
स्वरयत्ततर के संदभा में गुटमनरपेक्षतर की प्ररसंमगकतर बनी हुइ है तथर बहुपक्षीय गठबंधन के रूप में यह
प्रभरवी है। दूसरी ओर, गुट-मनरपेक्ष अंदोलन की प्ररसंमगकतर को बनरए रखने के मलए आसे पुनजीमवत
करने यर आस पर पुनर्धिवचरर करने की अवश्यकतर है। यह अवश्यकतर भररत को ऄवसर तथर चुनौती
दोनों प्रदरन करती है।

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4. ऄनु पू र क पठनीय मवषय
(Supplementary Reading Material)

4.1. भररत की गु ट मनरपे क्ष नीमत

(India’s Policy of Non-Alignment)


प्रथम प्रधरनमंत्री जवरहरलरल नेहरू के नेतृत्व में गुटमनरपेक्ष की नीमत ऄपनरने वरलर पहलर ररष्ट्र भररत
थर। भररत की नीमत सकरररत्मक यर गमतशील तटस्थतरवरद की रही है, मजसमें एक ररष्ट्र स्वतंत्र रूप से
करया करतर है तथर प्रत्येक मुद्दे पर ईसकी योग्यतर के अधरर पर ऄपनी नीमत कर मनणाय लेतर है।
गुटमनरपेक्षतर की नीमत सकरररत्मक तका पर अधरररत है। यह सही व गलत के बीच ऄंतर करने से बचने
के मलए नकरररत्मक तटस्थतर नहीं है। आसकर मतलब दकसी ररष्ट्र कर ऄपने कवच के भीतर सीममत हो
जरनर नहीं है।
प्रधरनमंत्री नेहरू ने 1948 में ऄमेररकी करंर्ग्स
े में घोमषत दकयर थर, "जहरं स्वतंत्रतर खतरे में हो, यर
न्यरय संकट में हो, यर जहरं अरियरमकतर हो, ईन मस्थमतयों में हम तटस्थ नहीं हो सकते, होनर भी नहीं
चरमहए ... हमररी नीमत तटस्थतर की नहीं है, बमलक शरंमत को बनरए रखने तथर यदद संभव हो,
सद्भरवनर की ठोस नींव स्थरमपत करने की ददशर में सदरियय प्रयरस की है।" भररत की मवदेश नीमत पर
रटप्पणी करते हुए के . एम. पमनक्कर ने दरवर दकयर दक भररत "स्वतंत्रतर की मस्थमत बनरए रखने तथर
ऄन्य समकक्ष देशों के सरथ ममलकर ऄंतरराष्ट्रीय सद्भरवनर के मलए ठोस प्रभरव डरलने में सक्षम है।" एक
तरह से, यह नीमत गरंधी जी के ऄसहसर में मवश्वरस को बारवर देती है। अरं भ के ददनों में अलोचकों ने
तका ददयर दक भररत की नीमत "लोकतंत्र के पक्ष में तटस्थ" रहनर थर।
4 ददसंबर, 1947 को संमवधरन सभर (मवधरयी) को संबोमधत करते हुए नेहरू ने आस धररणर को बदलने
कर प्रयरस दकयर थर दक भररत की गुटमनरपेक्षतर कर ऄथा तटस्थतर है। ईन्होंने कहर थरः
हमने मपछले वषा के दौररन घोषणर की है दक हम दकसी भी मवशेष समूह से खुद को संलग्न नहीं करें ग।े
आसकर ऄथा तटस्थतर यर मनमररिययतर यर कु छ ऄन्य नहीं है। यदद कोइ बडर युि चल रहर है, तो कोइ
मवशेष कररण नहीं है दक हमें भी आसमें कू द पडनर चरमहए ... यदद हमररे वश में होगर तो हम युि में
समम्ममलत नहीं होंगे। समय अने पर हम ईस पक्ष कर चुनरव करें गे, मजसमें हमररर महत होगर।
मद्वतीय मवश्व युि की भयरवहतर के पश्चरत भररत ऄंतरराष्ट्रीय संघषा को रोकनर चरहतर थर। नेहरू ने
कहरः "यदद एवं जब अपदर अती है, तो यह पूरे मवश्व को प्रभरमवत करती है। ... हमररर पहलर प्रयरस
ईस अपदर को होने से रोकने के मलए होनर चरमहए।" शमक्त कें द्रों से दूरी बनरए रखने के भररत के
संकलप को दोहररते हुए 1949 में ईन्होंने कहर, "यदद कभी संयोगवश हमें मनमश्चत रूप से एक शमक्त
समूह के सरथ स्वयं को जोडनर ही पडे, तो दकसी एक दृमिकोण से हो सकतर है ईसमें कु छ भलरइ हो,
परं तु मुझे लेशमरत्र भी संदह
े नहीं दक व्यरपक दृमिकोण से न के वल भररत के मलए, बमलक पूरे मवश्व-
शरंमत के मलए यह नुकसरनदरइ होगर। क्योंदक, तब हम ईस लरभप्रद अधरर को ही खो देंग,े जो हमें
मवश्व-शरंमत के मलए ऄपने प्रभरव कर ईपयोग करने कर ऄवसर देतर है।"
स्वतंत्र भररत की मवदेश नीमत की प्ररथममकतरएँ मन्नलमलमखत थीं -
 ररष्ट्र कर अर्धिथक मवकरस,
 मवदेशी मरमलों में मनणाय लेने की स्वतंत्रतर,
 ररष्ट्र की संप्रभुतर तथर क्षेत्रीय ऄखंडतर की सुरक्षर एवं,
 मवश्व शरंमत।

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भररत को दृा मवश्वरस रहर है दक शमक्त कें द्रों से दूरी बनरकर तथर मवदेशी नीमत के मनणाय स्वतंत्रतरपूवाक
लेते हुए ही आन ईद्देश्यों को प्ररप्त दकयर जर सकतर है।
नेहरू ईदररवरद एवं लोकतंत्र की पमश्चमी ऄवधररणर के प्रमत प्रमतबि थे। दफर भी ईन्होंने सरम्यवरद को
मनयंमत्रत करने के मलए संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर द्वररर अरं भ दकए गए NATO एवं SEATO जैसे सैन्य
गठबंधनों को मंजरू ी नहीं दी। ईन्होंने पमश्चमी गठजोड कर मवरोध आस तका पर दकयर दक ईन्होंने
ईपमनवेशवरद के नए रूप को प्रोत्सरमहत दकयर; एवं आसमलए भी क्योंदक दोनों खेमों के बीच हमथयररों
के मलए जवरबी चरल तथर दौड को बारवर देने की भी संभरवनर थी। नेहरू समरजवरद से प्रभरमवत थे
और दृातर से लोकतरंमत्रक समरजवरद के मवचरर की वकरलत करते थे। दफर भी, ईन्होंने कम्युमनस्ट

ररज्य को "एकरश्म (monolithic)" बतरकर पूरी तरह से आसे खरररज कर ददयर तथर मरक्सावरद को एक

पुररने एवं ऄप्रचमलत मसिरंत के रूप में वर्धिणत दकयर। नेहरू एक समरजवरदी होने के सरथ-सरथ एक

ईदरर लोकतरंमत्रक भी थे। वह ऄंतरराष्ट्रीय संबध


ं ों में शमक्त समूहों की धररणर के मवरोधी थे। आसमलए,

भररत की गुटमनरपेक्षतर की नीमत तीसरे समूह को बारवर देने के मलए नहीं थी, बमलक हरल ही स्वतंत्र
हुए पूवा ईपमनवेशक ररज्यों के मनणाय लेने की स्वतंत्रतर सुमनमश्चत करने के मलए थी। गुटमनरपेक्षतर को
भररत द्वररर टकररव की नीमत के मुकरबले शरंमत की नीमत के रूप में बारवर ददयर गयर थर।
भररत की गुट-मनरपेक्ष नीमत ऄंतरराष्ट्रीय संबध
ं ों की यथर-मस्थमत के मवरुि थी। आसकर ऄथा
ईपमनवेशवरद, सरम्ररज्यवरद, नस्लीय भेदभरव तथर ऄब नव-ईपमनवेशवरद कर मवरोध थर। आसके

ऄमतररक्त, गुटमनरपेक्षतर सुपर शमक्तयों की श्रेष्ठतर की ऄवधररणर को ऄस्वीकरर करती है। यह सभी

ररज्यों की संप्रभु समरनतर की वकरलत करती है। आसके ऄमतररक्त, यह गुट-मनरपेक्ष ररष्ट्रों के बीच

मैत्रीपूणा संबध
ं ों को प्रोत्सरमहत करती है। यह ईन गठबंधनों कर मवरोध करती है, जो दुमनयर को ररज्यों
के समूहों यर शमक्त खंडों में मवभरमजत करते हैं। गुट-मनरपेक्ष नीमत के ऄंतगात ऄंतरराष्ट्रीय मववरदों के
शरंमतपूणा मनपटररे की वकरलत की गइ तथर बलप्रयोग को ऄस्वीकरर कर ददयर गयर। यह परमरणु
हमथयररों के पूणा मवनरश एवं व्यरपक मनःशस्त्रीकरण कर समथान करतर है। यह संयक्त
ु ररष्ट्र को मजबूत
करने के सभी प्रयरसों कर समथान करतर है।
आस प्रकरर, भररत की गुट मनरपेक्ष नीमत मरनव जरमत की सरमरमजक तथर अर्धिथक समस्यरओं को
प्ररथममकतर के अधरर पर संबोमधत करने पर जोर देती है। भररत ने सदैव एक नइ ऄंतरराष्ट्रीय अर्धिथक
व्यवस्थर की मरंग कर समथान दकयर है तरदक ऄन्यरयपूणा व ऄसंतुमलत वतामरन अर्धिथक व्यवस्थर के स्थरन
पर एक नइ एवं न्यरयसंगत अर्धिथक व्यवस्थर को बहरल दकयर जर सके ।

4.2. गु ट -मनरपे क्ष तर के कररण

(Reasons for Non-Alignment)


भररत ने गुट-मनरपेक्षतर की नीमत ऄपनरइ क्योंदक वह ऄपनी मनणाय लेने की स्वतंत्रतर को गंवरनर नहीं
चरहतर थर, और सरथ ही स्वतंत्रतर के तुरंत पश्चरत् भररत कर प्ररथममक लक्ष्य अर्धिथक मवकरस थर। यह
नीमत परंच दशकों तक जररी रही। प्रोफे सर एम. एस. ररजन ने अरं भ में आस नीमत को ऄपनरने के सरत
कररणों कर ईललेख दकयर थर।
 सबसे पहलर, यह ऄनुभव दकयर गयर दक ऄमेररकर यर सोमवयत संघ गुट के सरथ भररत कर

गठबंधन, ऄंतरराष्ट्रीय शरंमत को बारवर देने के स्थरन पर ऄंतरराष्ट्रीय तनरव को भडकर देगर। भररत

को “ऄंतरराष्ट्रीय तनरव को कम करने, शरंमत को बारवर देने तथर दोनों गुटों के मध्य एक संपका के

रूप में करया करने की एक सकरररत्मक भूममकर मनभरनी थी।”

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 दूसरर, भररत न तो एक महरन शमक्त थर, और न ही वह स्वयं को दकसी ऐसे ररष्ट्र के रूप में पेश कर

सकतर थर मजसकर कोइ महत्व न हो। हरलरंदक, भररत संभरमवत रूप से एक महरन शमक्त थर। गुट-

मनरपेक्षतर, भररत की “ऄपनी ररष्ट्रीय पहचरन को ऄलग रखने की वतामरन जरूरतों” के ऄनुकूल थी

तथर दूसरी ओर आसे, “एक स्वीकृ त महरन शमक्त की भरवी भूममकर से समझौतर नहीं करनर पड रहर

थर।” गुट-मनरपेक्षतर भररत के मलए ईपयुक्त थी क्योंदक एक ओर यह भररत की ऄपनी ररष्ट्रीय

पहचरन को बनरए रखने की तत्करलीन अवश्यकतरओं के ऄनुकूल थी तथर दूसरी ओर, भररत को

एक स्वीकृ त महरन शमक्त के रूप में ऄपनी भरवी भूममकर के सरथ कोइ समझौतर नहीं करनर पड
रहर थर।
 तीसरर, भररत भरवरत्मक तथर सैिरंमतक कररणों से दकसी भी शमक्त समूह कर सदस्य नहीं बन

सकर। हम पमश्चमी (ऄमेररकी) गुट से आसमलए नहीं जुडे क्योंदक आसके कइ सदस्य ररष्ट्र
औपमनवेमशक शमक्तयरँ यर पूवा-औपमनवेमशक शमक्तयरँ थे, और कु छ ररष्ट्रों में ऄभी भी नस्लीय

भेदभरव कर चलन थर। हम पूवी (सोमवयत) गुट से आसमलए नहीं जुडे क्योंदक एक मवचररधररर के
रूप में सरम्यवरद, भररतीय सोच तथर जीवन-पिमत के मलए, पूणा रूप से मवदेशी थर।

 चौथर, दकसी भी संप्रभु ररष्ट्र की तरह ही, भररत भी, जो ऄभी-ऄभी संप्रभु बनर थर, मनणाय लेने की

ऄपनी स्वतंत्रतर को करयम रखनर चरहतर थर तथर आसकर ईपयोग करनर चरहतर थर, न दक दकसी

ऄन्य ररष्ट्र कर मपछलग्गू बननर चरहतर थर। आसकर तरत्पया यह थर दक भररत ऄपनी योग्यतर के
अधरर पर प्रत्येक मुद्दे पर मनणाय लेने की स्वतंत्रतर चरहतर थर।
 परंचवरं, जब भररत ने अर्धिथक मवकरस योजनरएं प्रररं भ की, तो हमें मवदेशी अर्धिथक सहरयतर की

अवश्यकतर थी। “यह के वल एक ही गुट पर सहरयतर के मलए मनभार नर रहने के मलए एक ओर

ररजनीमतक रूप से वरंछनीय थर तो दूसरी ओर एक से ऄमधक स्रोतों से सहरयतर प्ररप्त करने में
सक्षम होने के मलए लरभदरयक भी थर।”

 छठर, गुट-मनरपेक्षतर, भररत की पररं पररक धररणर के ऄनुसरर थी दक “सत्य, न्यरय तथर कलयरण”

पर दकसी एक धमा यर दशान कर एकरमधकरर नहीं है। भररत समहरणुतर में मवश्वरस रखतर है।
आसमलए, दोनों प्रणरमलयों के मध्य समहरणुतर तथर शरंमतपूणा सह-ऄमस्तत्व की मरंग करने वरली

वैमश्वक पररमस्थमत के मलए अवश्यक थर दक भररत न तो दकसी गुट के सरथ गठबंधन करे और न ही
ईनके मवरुि हो।
 और ऄंत में, गुट-मनरपेक्षतर की नीमत को ऄपनरने के मलए घरे लू ररजनीमतक पररमस्थमतयरँ भी

ईत्तरदरयी थीं । प्रोफे सर ररजन के ऄनुसरर, “भररत को दकसी भी एक गुट के सरथ ममलरकर, भररत

सरकरर ररष्ट्र में ररजनीमतक मववरद तथर ऄमस्थरतर के बीज बो सकती थी...”

नेहरू तथर ईनकी सरकरर को गुट-मनरपेक्षतर की नीमत को ऄपनरने के चरहे जो भी वरस्तमवक कररण रहें
हों, यह स्पि है दक भररत के लोगों ने कु ल ममलरकर नीमत कर समथान दकयर। कइ ऄन्य ररष्ट्रों ने आस

नीमत को ऄपनरनर ऄपने ररष्ट्रीय महत में परयर, मजससे गुट-मनरपेक्ष अंदोलन की स्थरपनर हुइ।

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4.3. गु ट -मनरपे क्ष अं दोलन

(The Non-Aligned Movement)

1961 में गुट-मनरपेक्ष अंदोलन (NAM ) अरं भ करने कर श्रेय करफी हद तक भररत को ददयर जर सकतर

है। अंदोलन की मूल ऄवधररणर कर जन्म 1955 में आं डोनेमशयर में अयोमजत एमशयर-ऄफ्ीकर बरंडुग

सम्मेलन में हुइ चचराओं के दौररन हुअ। आसके पश्चरत्, 5-12 जून 1961 में ममस्र के करमहरर में प्रथम

NAM मशखर सम्मेलन की प्रररं मभक बैठक अयोमजत की गइ। आसकी पहल नेहरू, युगोस्लरमवयर के
ररष्ट्रपमत जोसेफ ब्रेज टीटो और ममस्र के ररष्ट्रपमत कनाल नरसेर द्वररर की गयी।
25 ररष्ट्रों ने प्रथम NAM सम्मेलन में भरग मलयर मजसकर अयोजन मसतंबर 1961 में टीटो की

ऄध्यक्षतर में बेलर्ग्ेड दकयर गयर थर। प्रथम NAM मशखर सम्मेलन के संभरमवत प्रमतभरमगयों की मवदेश

नीमतयों की सरवधरनीपूवाक जरंच के पश्चरत् नेहरू, नरसेर तथर टीटो ने मनमंत्रण भेजे।

NAM में समम्ममलत होने के परंच मरनदंड थे:


 ररष्ट्र गुट-मनरपेक्षतर तथर शरंमतपूणा सह-ऄमस्तत्व पर अधरररत स्वतंत्र मवदेश नीमत कर परलन
करतर हो;

 ररष्ट्र ईपमनवेशवरद तथर सरम्ररज्यवरद के मवरुि हो;

 यह शीत युि से संबंमधत सैन्य गुटों कर सदस्य न हो;

 आसकी दकसी भी महरन शमक्त के सरथ मद्वपक्षीय संमध न हो; तथर


 ऄपने ररष्ट्र में दकसी मवदेशी सैन्य बेस की ऄनुममत न दी हो।
NAM के परस औपचरररक संमवधरन यर स्थरयी समचवरलय नहीं है तथर आसकर प्रशरसन ऄ-पदरनुरियममक

एवं पररवतानशील है। मनणाय सवासम्ममत से मलए जरते हैं, मजसके मलए वरस्तमवक समझौते की

अवश्यकतर होती है, एकमततर की नहीं।

प्रत्येक मशखर सम्मेलन में, एक नयर ररष्ट्ररध्यक्ष औपचरररक रूप से ऄध्यक्ष बनरयर जरतर है और यह

ऄगले सम्मेलन तक आस पद पर बनर रहतर है। NAM कर ऄध्यक्ष आसके मसिरंतों तथर गमतमवमधयों को

बारवर देने के मलए मजम्मेदरर होतर है। ऄध्यक्षतर की मस्थमत में, ऄध्यक्ष ररष्ट्र कर मवदेश मंत्ररलय तथर

न्यूयॉका में मस्थत स्थरयी ममशन, प्रशरसमनक प्रबंध कर ईत्तरदरमयत्व ऄपने उपर ले लेतर है।

न्यूयॉका में संयुक्त ररष्ट्र में मस्थत समन्वय धयूरो आसकर ररजदूत-स्तरीय मनकरय है। यह करयाकररी समूहों,

संपका समूहों, करयाबलों तथर समममतयों के मध्य गमतमवमधयों की समीक्षर करतर है तथर सुमवधर प्रदरन

करतर है। ररज्यों के मध्य समन्वय तथर सहयोग को सुदाृ बनरने कर ऄनुदश
े भी NAM को प्ररप्त है।

संयुक्त ररष्ट्र में ऄध्यक्ष ररष्ट्र कर स्थरयी प्रमतमनमध, समन्वयी करयाकररी ऄध्यक्ष के रूप में करया करतर है।

1997 में गरठत रॉआकर (Troika) मनकरय, पूव,ा वतामरन एवं भरवी ऄध्यक्षों से ममलकर बनर है। यह
पदस्थ ऄध्यक्ष की आच्छरनुसरर करया करतर है।
गुट-मनरपेक्ष सुरक्षर पररषद् में ऐसे NAM ररष्ट्र समम्ममलत होते हैं जो संयक्त
ु ररष्ट्र सुरक्षर पररषद् के

ऄस्थरयी सदस्य के रूप में चुने जरते हैं। ये ररष्ट्र NAM मशखर सम्मेलनों एवं मंमत्रस्तरीय सम्मेलनों में

ऄपनरए गए मनणायों व दृमिकोणों को एकीकृ त दृमिकोणों के रूप में UNSC के समक्ष प्रकट करने कर
प्रयरस करते हैं।

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ऄंतरराष्ट्रीय समुदरय में मवकरसशील ररष्ट्रों के महतों को सममन्वत तथर प्रोत्सरमहत करने के मलए, NAM

की संयक्त
ु समन्वयी समममत तथर 77 सदस्यों कर गुट मनयममत रूप से न्यूयॉका में ममलते हैं। आसे 1994
में स्थरमपत दकयर गयर थर।
1961 में आसकी स्थरपनर के बरद से, NAM कर मवकरस पररमरणरत्मक एवं गुणरत्मक दोनों रूपों में हुअ

है। 2015 में, NAM में 120 सदस्य, 17 पयावक्ष


े क ररज्य तथर 10 पयावेक्षक संगठन थे।

आसके मशखर सम्मेलन, ऄंतरराष्ट्रीय ररजनीमत से संबमं धत मुद्दों पर चचरा करने के मलए समय-समय पर

अयोमजत दकए जरते हैं, आसमें मवमभन्न मुद्दों पर एक अम दृमिकोण मवकमसत करने कर प्रयरस दकयर

जरतर है। चूंदक सदस्यों की संख्यर बहुत ऄमधक बा गइ है, आसमलए प्ररयः ऐसे दृमिकोण को ऄपनरनर

करठन हो जरतर है मजसकर सभी ररष्ट्र ऄनुसरण कर सकते हों। शीत युि के समरमप्त के पश्चरत्, NAM ने

ऄपनी तीव्रत को कु छ हद तक खो ददयर है, य्यममप मवमभन्न नेतर आसकी प्ररसंमगकतर कर दरवर करते रहते
हैं।
NAM : शीत युि के बरद भूममकर:

शीत युि की समरमप्त तथर ईपमनवेशवरद के औपचरररक ऄंत के पश्चरत्, गुट-मनरपेक्ष अंदोलन को स्वयं

को पुन:पररभरमषत करने तथर वतामरन मवश्व व्यवस्थर के ऄनुसरर ऄपने ईद्देश्य को पुन: मनधराररत करने
की अवश्यकतर है। एक बडर प्रश्न यह रहर है दक ररष्ट्रीय स्वतंत्रतर, क्षेत्रीय ऄखंडतर तथर ईपमनवेशवरद

एवं सरम्ररज्यवरद के मवरुि संघषा जैसी आसकी कइ मूलभूत मवचररधरररएँ, क्यर समकरलीन मुद्दों पर

लरगू की जर सकती हैं ?

आस अंदोलन ने दमक्षणी गोलरिा के देशों कर प्रमतमनमधत्व करने के प्रयरस में बहुपक्षवरद, समरनतर तथर

पररस्पररक ऄनररियमकतर के मसिरंतों पर बल ददयर है। सरथ ही ईन सरधनों पर भी बल ददयर गयर है


मजनकर ईपयोग ऄंतरराष्ट्रीय स्तर पर सदस्य ररष्ट्रों की अवश्यकतरओं को पूरर करने तथर ररजनीमतक
प्रभरव को मजबूत करने के मलए दकयर जर सकतर है। दमक्षण के महतों को अगे बारने के ऄपने प्रयरसों में,

अंदोलन ने सदस्य ररष्ट्रों के मध्य सहयोग एवं एकतर के महत्व पर बल ददयर है, परन्तु ऄतीत की तरह

ही, संगठन के अकरर तथर एजेंडर व मनष्ठर में मभन्नतर के कररण यह ऄपने लक्ष्यों को प्ररप्त करने में

पूणारूपेण सफल नहीं रहर है।

यह अंदोलन ऄभी भी मवश्व व्यवस्थर में ऄपनी भूममकर देखतर है, क्योंदक आसके मवचरर में दुमनयर के

सबसे मनधान ररष्ट्र महरशमक्तयों के मवरोध के कररण नहीं ऄमपतु बमलक एक एक-ध्रुवीय दुमनयर में शोमषत
व ऄमधकररहीन ही रहेगें। यह पमश्चमी प्रभुत्व और नव-ईपमनवेशवरद ही हैं मजनके मवरुि अंदोलन ने
वरस्तव में स्वयं कर पुन: संगरठत दकयर है। यह मवदेशी ऄमधर्ग्हणों, अंतररक मरमलों में हस्तक्षेप और

अरियरमक एकपक्षीय ईपरयों कर मवरोध करतर है। सरथ ही, यह सदस्य ररष्ट्रों के सरमने अने वरली

सरमरमजक-अर्धिथक चुनौमतयों पर भी ध्यरन कें दद्रत करतर है, मवशेष रूप से वैश्वीकरण द्वररर प्रकट

ऄसमरनतरओं तथर नव-ईदररवरदी नीमतयों के प्रभरव के प्रमत। गुट-मनरपेक्ष अंदोलन ने अर्धिथक


ऄलपमवकरस, मनधानतर तथर सरमरमजक ऄन्यरय को शरंमत तथर सुरक्षर के बाते खतरों के रूप में
पहचरनर है।

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NAM की हरल की गमतमवमधयरँ तथर दृमिकोण:

मशखर सम्मेलन
13वरँ मशखर सम्मेलन: गुट-मनरपेक्ष अंदोलन कर 13वरं मशखर सम्मेलन 24-25 फरवरी 2003 तक
मलेमशयर के कु अलरलंपरु में अयोमजत दकयर गयर थर।
14वरँ मशखर सम्मेलन: गुट-मनरपेक्ष अंदोलन के ररज्यरध्यक्षों व सरकरर प्रमुखों कर 14वरँ मशखर

सम्मेलन 11-16 मसतंबर 2006 में क्यूबर के हवरनर में अयोमजत दकयर गयर।

15वरँ मशखर सम्मेलन: 15 जुलरइ 2009 को, NAM ने शमा ऄल-शेख में ममस्र के रे ड सी ररजॉटा में

ऄपनर 15वरँ मशखर सम्मेलन अयोमजत दकयर।

16वरँ मशखर सम्मेलन: 26-31 ऄगस्त 2012 को, गुट-मनरपेक्ष अंदोलन के ररज्यरध्यक्षों व सरकरर

प्रमुखों के 16वें मशखर सम्मेलन कर अयोजन तेहररन, इररन में हुअ। सम्मेलन के दौररन, ररज्यरध्यक्षों व

सरकरर प्रमुखों ने मवमभन्न मुद्दों पर चचरा की। ऄंमतम दस्तरवेज में वैमश्वक, क्षेत्रीय एवं ईप-क्षेत्रीय

मस्थमतयरँ तथर मवकरस, सरमरमजक व मरनवरमधकरर संबंधी मुद्दे समम्ममलत थे।

17वरँ मशखर सम्मेलन: 17 मसतंबर 2016 को, वेनज


े ए
़ु लर ने गुट-मनरपेक्ष अंदोलन के 17वें मशखर

सम्मेलन की मेजबरनी की। हरल के वषों में, मशखर सम्मेलन में ईपमस्थत ररष्ट्रों की संख्यर में कमी अइ

है; 2012 में पैंतीस ररज-प्रमुखों ने सम्मेलन में भरग मलयर तथर 2016 में के वल दस प्रमुखों ने भरग

मलयर। दफमलस्तीन, यू.एस.-क्यूबर संबंध तथर वेनज


े ुएलर के ररजनीमतक वरतरवरण पर चचरा की गइ।

18वरँ मशखर सम्मेलन: 2019 में ऄजरबैजरन में होनर प्रस्तरमवत है।

गुट मनरपेक्ष अंदोलन कर मवमभन्न मुद्दों पर पक्ष


ऄमेररकी नीमत की अलोचनर
हरल के वषों में संगठन ने ऄमेररकी मवदेश नीमत की अलोचनर की है। ऄमेररकर कर आररक पर हमलर
तथर अतंकवरद के मवरुि युि की, इररन तथर ईत्तरी कोररयर की परमरणु योजनरओं को दबरने के

प्रयरसों की, तथर आसकी ऄन्य कररा वरआयों की मरनवरमधकररों के ईललंघन तथर छोटे ररष्ट्रों की संप्रभुतर
पर ऄनुमचत मनरं कुश लगरने के प्रयरसों के रूप में कडी सनदर की गयी है। अंदोलन के नेतरओं ने संयुक्त
ररष्ट्र और ऄन्य ऄंतरराष्ट्रीय संस्थरओं पर ऄमेररकी मनयंत्रण की भी अलोचनर की है।
प्यूटो ररको कर अत्ममनणाय

1961 से, समूह ने संयुक्त ररष्ट्र के समक्ष प्यूटो ररको के अत्ममनणाय के मसौदे की चचरा कर समथान दकयर
है।
पमश्चमी सहररर कर अत्ममनणाय
1973 से, समूह ने संयुक्त ररष्ट्र के समक्ष पमश्चमी सहररर के अत्ममनणाय के मसौदे की चचरा कर समथान

दकयर है। गुट-मनरपेक्ष अंदोलन ने ऄपनी बैठक में (शमा ऄल-शेख, 2009 में) दकसी भी वैध मवकलप के

बीच चयन करके पमश्चमी सहररर में मनवरस करने वरले लोगों के अत्ममनणाय के समथान की पुमि की,
दलों के मध्य सीधी बरतचीत कर सम्मरन दकयर।

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संधररणीय मवकरस
यह अंदोलन, सरवाजमनक रूप से, संधररणीय मवकरस के मसिरंतों तथर सहस्ररधदी मवकरस लक्ष्यों की

प्ररमप्त के मलए प्रमतबि है, परन्तु यह मरनतर है दक ऄंतरराष्ट्रीय समुदरय ने मवकरस के मलए ऄनुकूल
मस्थमतयों कर मनमराण नहीं दकयर है तथर प्रत्येक सदस्य ररज्य के संप्रभु मवकरस के ऄमधकरर कर ईललंघन
दकयर है। वैश्वीकरण, ऊण-भरर, ऄनुमचत व्यरपरर प्रथरएं, मवदेशी सहरयतर में मगररवट एवं ऄंतरराष्ट्रीय
मवत्तीय मनणायन में लोकतंत्र की कमी जैसे मुद्दों को मवकरस में बरधर डरलने वरले कररकों के रूप में
ईद्धृत दकयर गयर है।
संयक्त
ु ररष्ट्र सुधरर
गुट-मनरपेक्ष अंदोलन, संयुक्त ररष्ट्र की वतामरन संरचनर तथर शमक्त संतल
ु न की समीक्षर करने में पूणा रूप

से स्पिवरदी रहर है, मवशेषकर ईन मुद्दों पर जहरँ शमक्तशरली देशों ने अंदोलन के मसिरंतों के मवरुि

संयुक्त ररष्ट्र के मंच कर ईपयोग दकयर है। आसने ‘गुट-मनरपेक्ष’ ररज्यों के प्रमतमनमधत्व तथर आनके प्रभरव
को और ऄमधक सशक्त बनरने वरली कइ मसफरररशें की हैं। प्रस्तरमवत सुधररों कर ईद्देश्य संयुक्त ररष्ट्र के
मनणायन प्रदरिययर में पररदर्धिशतर लरनर तथर आस प्रदरिययर को लोकतरंमत्रक बनरनर है। सुरक्षर पररषद् संयुक्त
ररष्ट्र कर ऐसर ऄंग है मजसे सबसे ज्यरदर ऄलोकतरंमत्रक और मवकृ त मन जरतर है और आसी में सबसे
ज्यरदर सुधरर की अवश्यकतर है।
दमक्षण-दमक्षण सहयोग
हरल ही में गुट-मनरपेक्ष अंदोलन ने मवकरसशील मवश्व के ऄन्य संगठनों (मुख्य रूप से G-77 समूह के
सरथ) के सरथ सहयोग स्थरमपत दकयर है। आसने कइ संयुक्त समममतयों कर गठन दकयर है तथर दोनों
समूहों के सरझर महतों को दशराने वरले कथनों व दस्तरवेजों को जररी दकयर है। आस वरतरा तथर सहयोग
को संगठन के मवषय में वैमश्वक जरगरूकतर बारने तथर ऄपने ररजनीमतक संघषा को सहररर देने के एक
प्रयरस के रूप में देखर जर सकतर है।
सरंस्कृ मतक मवमवधतर तथर मरनवरमधकरर
यह अंदोलन, मरनवरमधकररों तथर सरमरमजक न्यरय की सरवाभौममकतर को स्वीकरर करतर है, परन्तु

सरंस्कृ मतक एकरूपीकरण कर जोरदरर मवरोध करतर है। संप्रभुतर पर ऄपने मवचररों के ऄनुरूप, संगठन

सरंस्कृ मतक मवमवधतर के संरक्षण तथर धरर्धिमक, समरमजक-सरंस्कृ मतक एवं ऐमतहरमसक मवमशितरओं में
समहरणुतर की ऄपील करतर है जो दकसी मवमशि क्षेत्र के मरनवरमधकररों को पररभरमषत करते हैं।

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ऄंतरराष्ट्रीय संबध

02. भररत के पड़ोसी देश

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विषय सूची
1. भररत-बरंग्लरदेश सम्बन्ध: अपसी वमत्रतर ____________________________________________________________ 5

1.1. पृष्ठभूवम (Background) ____________________________________________________________________ 5

1.2. क्रवमक विकरस (Evolution) __________________________________________________________________ 5

1.3. हरल की शीषा स्तरीय यरत्ररएं __________________________________________________________________ 6

1.4. नदी जल (River Waters) __________________________________________________________________ 6


1.4.1. तीस्तर वििरद (The Teesta Dispute) _____________________________________________________ 6

1.5. सीमर वििरद (The Border Issue) ____________________________________________________________ 8

1.6. सीमरएं और सीमरन्त : मुख्य समझौतें ____________________________________________________________ 8


1.6.1. भूवम सीमर समझौतर (The LBA) __________________________________________________________ 8
1.6.2. समुद्री सीमर पंचरट _____________________________________________________________________ 9
1.6.2.1. समुद्री सीमर पंचरट कर महत्ि _________________________________________________________ 10

1.7. अर्थथक सहयोग तथर कररोबरर _______________________________________________________________ 10

1.8. उजरा (Energy) _________________________________________________________________________ 11

1.9. कनेवटटविटी (Connectivity) _______________________________________________________________ 11

1.10. सुरक्षर (Security) ______________________________________________________________________ 12

1.11.समरधरन ककये जरने योग्य मुद्दे तथर भरिी चुनौवतयरं_________________________________________________ 12

2. भररत और भूटरन ____________________________________________________________________________ 13

2.1. पृष्ठभूवम तथर विकरस (Background and Evolution) _____________________________________________ 13

2.2. हरवलयर घटनरक्रम ________________________________________________________________________ 14

2.3. जलविद्युत (Hydropower) _________________________________________________________________ 14

2.4. अर्थथक विकरस (Economic Development) ___________________________________________________ 14

2.5. सुरक्षर (SECURITY) ______________________________________________________________________ 15


2.5.1. डोकलरम क्षेत्र में घटनरएं 2017- भररत-भूटरन-चीन _____________________________________________ 15

2.6. चचतरएं (Concerns) _____________________________________________________________________ 15

3. भररत और नेपरल ____________________________________________________________________________ 16

3.1. पृष्ठभूवम (Background) ___________________________________________________________________ 16

3.2. नेपरल में लोकतरंवत्रक प्रकक्रयर कर विकरस _________________________________________________________ 17


3.2.1. 2015 के बरद (After 2015) ____________________________________________________________ 18
3.2.2. चुनरि (Elections) ___________________________________________________________________ 19

3.3. हरल की यरत्ररएं (Recent Visits) ____________________________________________________________ 19

3.4. सुरक्षर (Security) _______________________________________________________________________ 19


3.5. जल संसरधन (Water Resources) ___________________________________________________________ 20

3.6. विद्युत् शवि (Power) _____________________________________________________________________ 20

3.7. व्यरपरर (Trade) ________________________________________________________________________ 21

3.8. यरतरयरत संपका (Connectivity) _____________________________________________________________ 21

3.9. सीमर वििरद (Border Dispute) _____________________________________________________________ 21


3.9.1. चुनौवतयरं (Challenges) ______________________________________________________________ 22

4. BBIN फ्रेमिका ______________________________________________________________________________ 23

4.1. BBIN दृविकोण (Vision of BBIN) ___________________________________________________________ 23

4.2. संभरिनर (Potential) _____________________________________________________________________ 23


4.2.1. हरवलयर घटनरक्रम ____________________________________________________________________ 23

5. भररत-श्रीलंकर ______________________________________________________________________________ 24

5.1. पृष्ठभूवम (Background) ___________________________________________________________________ 24

5.2. भररत-श्रीलंकर संबंधों कर विकरस ______________________________________________________________ 25


5.2.1. हरल के दौरे (Recent Visits) ___________________________________________________________ 25

5.3 नृजरतीय मुद्दर____________________________________________________________________________ 25


5.3.1. मछु अरों से संबंवधत मुद्दर (Fishermen Issue) _______________________________________________ 26

5.4. अर्थथक सहयोग तथर व्यरपरर _________________________________________________________________ 27


5.4.1. विकरसरत्मक सहयोग (Development Cooperation) _________________________________________ 27

5.5. चीनी कररक (The China Factor) ___________________________________________________________ 28


5.5.1. भररत के वहत (Indian Interests) ________________________________________________________ 29

6. भररत-मरलदीि _____________________________________________________________________________ 29

6.1. पृष्ठभूवम (Background) ___________________________________________________________________ 30

6.2. सुरक्षर (Security) _______________________________________________________________________ 30

6.3. अर्थथक और विकरस सहयोग _________________________________________________________________ 31

6.4. मरलदीि में लोकतरवन्त्रक संक्रमण ______________________________________________________________ 31

6.5. हरवलयर पररदृश्य _________________________________________________________________________ 32


6.5.1. भररत के वलए विकल्प__________________________________________________________________ 33

7. दवक्षण एवशयरइ क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सरका ) ________________________________________________________ 34

7.1. पृष्ठभूवम (Background) ___________________________________________________________________ 35

7.2. संगठन (The Organisation) _______________________________________________________________ 35

7.3. ईद्भि (Evolution)_______________________________________________________________________ 35


7.3.1 एजेंडर को स्िरुप प्रदरन करने िरले कररक: प्रररं वभक चरण _________________________________________ 36
7.3.2. सरका एजेंडर _________________________________________________________________________ 36
7.3.3. सरका चरटार के वसद्रंत __________________________________________________________________ 36
7.3.4. सरका के क्षेत्रीय कें द्र ____________________________________________________________________ 36

7.4. व्यरपरर और िरवणज्य: सरका ऄवधमरन्य व्यरपरर प्रबंधन (SAPTA) _______________________________________ 37


7.4.1. SAPTA में प्रगवत कर ऄभरि ____________________________________________________________ 38

7.5. दवक्षण एवशयरइ मुि व्यरपरर समझौतर __________________________________________________________ 38


7.5.1. SAFTA के सुदढृ ीकरण हेतु पहल__________________________________________________________ 39
7.5.2. SAFTA: मुख्य चुनौवतयरं _______________________________________________________________ 39
7.5.3. अगे की ररह (Way Forward)___________________________________________________________ 39

7.6. SAARC: तुलनरत्मक अंकलन _______________________________________________________________ 39


7.6.1. धीमी प्रगवत: अतंररक दृविकोण ___________________________________________________________ 40

7.7. सरका की सीवमत प्रगवत के कररण ______________________________________________________________ 40


7.7.1. सरका को कक्रयरशील बनरनर ______________________________________________________________ 41

7.8. भररत के योगदरन ________________________________________________________________________ 42

7.9. सरका के ऄंतगात निीन प्रगवतयरं _______________________________________________________________ 42

7.10. सरका में गवतरोध: दवक्षण एवशयर में क्षेत्रीय सहयोग के विकल्प__________________________________________ 43

7.11. भररत की पड़ोस नीवत: पड़ोसी पहले __________________________________________________________ 44


1. भररत-बरं ग्लरदे श सम्बन्ध: अपसी वमत्रतर
(India-Bangladesh Relations: Fraternal Friendship)

मरनवचत्र 2.1:बरंग्लरदेश

1.1. पृ ष्ठ भू वम (Background)

 भररत और बरंग्लरदेश के मध्य सरझी भूवम और समुद्री सीमरएं तथर नृजरतीय सम्बन्ध विद्यमरन है।
सरथ ही आन दोनों देशों के मध्य सीमरपररीय नकदयराँ भी प्रिरवहत होती है। भरषर, संस्कृ वत और
विकरस-पथ में समरनतरएं दोनों देशों के मध्य विद्यमरन सम्बन्धों को विवशि बनरती हैं।
 भौगोवलक ऄिवस्थवतयरं एक-दूसरे की पूरक हैं तथर ये ऄिवस्थवतयरं दोनों देशों को ईनकी
कनेवटटविटी में िृवद् करने तथर ऄथाव्यस्थरओं के विकरस हेतु ऄिसर प्रदरन करती हैं।
 भररत ने 1971 में मुवििरवहनी और अिरमी लीग, विशेष रूप से शेख मुजीबुराहमरन के नेतृत्ि को
नैवतक, सरजो-सरमरन में, सैन्य और ररजनवयक समथान प्रदरन कर बरंग्लरदेश के वनमराण में
महत्त्िपूणा भूवमकर वनभरइ।
 बरंग्लरदेश को एक पृथक और स्ितंत्र ररष्ट्र के रूप में मरन्यतर प्रदरन करने िरलर भररत प्रथम देश
थर।
 1972 में भररत-बरंग्लरदेश शरंवत एिं मैत्री संवध ने दोनों देशों के मध्य ऄच्छे सम्बन्धों की नींि
रखी।

1.2. क्रवमक विकरस (Evolution)

 अरं वभक िषों की मैत्री के बरिजूद 1975 में विशेष रूप से सैन्य तख्तरपलट, शेख मुजीबुराहमरन
की हत्यर और सैन्य शरसक वियर-ईर-रहमरन के ईत्कषा के पश्चरत सम्बन्धों में खटरस अ गयी थी।
 1975 से 1990 तक बरंग्लरदेश सैन्य यर ऄधा-सैन्य शरसन के ऄधीन रहर।
 आस ऄिवध में सम्बन्धों को ईभरती ऄपेक्षरओं की संवक्षप्त ऄिवध और वशवथलतर के रूप में वचवन्हत
ककयर गयर।

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 बरंग्लरदेश नेशनवलस्ट परटी (BNP) की बेगम खरवलदर वजयर 1991 में प्रधरनमन्त्री बनीं। 1996
में शेख हसीनर के नेतत्ृ ि में अिरमी लीग सत्तर में अइ। 2001 में िह BNP की खरवलदर वजयर से
हरर गयीं। 2008 में अिरमी लीग शेख हसीनर के नेतृत्ि में विजयी हुइ।
 भररत-बरंग्लरदेश सम्बन्धों में सबसे वनकृ ितम ऄिवध 2001 और 2006 के बीच थी। आस ऄिवध के
दौररन के िल गौण प्रोटोकॉल यर समझौतों पर ही हस्तरक्षर हुए और यूनरआटेड वलबरे शन फ्रंट ऑफ़
ऄसम (United Liberation Front of Asom ) और नेशनवलस्ट सोशवलस्ट करईवन्सल ऑफ़
नरगरलैंड अकद गुटों द्वररर पूिोत्तर में विद्रोही गवतविवधयों में िृवद् हुइ, जो प्रवशक्षण के वलए सीमर
परर जरते थे।
 2009 से, जैसे ही सीमरपरर के मुद्दों को सम्बोवधत ककयर गयर, वद्वपक्षीय सम्बन्धों में सुधरर एिं
कु छ प्रमुख क्षेत्रों में प्रगवत हुइ।
 हरल के िषों में, विवभन्न भररत सरकरर के ऄंतगात आन सम्बन्धों में ईल्लेखनीय पररितान देखर गयर
है।

1.3. हरल की शीषा स्तरीय यरत्ररएं

(Recent Top Level Visits)


 बरंग्लरदेश की प्रधरनमन्त्री शेख हसीनर ने ऄप्रैल 2017 में भररत की अवधकरररक यरत्रर की। दोनों
देशों ने 22 समझौतों पर हस्तरक्षर ककए।
 जून 2015 में प्रधरनमन्त्री नरें द्र मोदी ने बरंग्लरदेश कर दौरर ककयर।
 2011 में प्रधरनमन्त्री मनमोहन चसह ने बरंग्लरदेश कर दौरर ककयर।

1.4. नदी जल (River Waters)

 भररत और बरंग्लरदेश के बीच 54 सरझी नकदयराँ हैं: गंगर और ब्रह्मपुत्र ईनमें प्रमुख हैं। बरंग्लरदेश
आन नकदयों के वनम्नतर छोर पर वस्थत ररष्ट्र है।
 सरझे नदी तंत्रों के सिेक्षण के वलए 1972 में एक संयि
ु नदी जल अयोग कर गठन ककयर गयर थर।
 हुगली नदी की सफ़रइ एिं कोलकतर बन्दरगरह को कक्रयरशील बनरए रखने के ईद्देश्य से गंगर के
जल कर ईपयोग करने हेतु भररत ने 1975 में फरक्कर बराँध कर वनमराण ककयर थर। फरक्कर बराँध तभी
से वििरद कर एक कररण बन गयर। बरंग्लरदेश ने जनरल वजयर के नेतृत्ि में भररत कर विरोध ककयर
और आस मुद्दे कर ऄंतरराष्ट्रीयकरण करने कर प्रयरस ककयर।
 ऄंतत: जनतर दल के नेतृत्ि में नयी सरकरर के सरथ 1977 में एक समझौतर हुअ, वजसे फरक्कर
समझौते के नरम से जरनर जरतर है।
 1996 में शुष्क ऄिवध (1 जनिरी से 31 मइ) के दौररन गंगर नदी के जल के विभरजन हेतु गंगर
जल समझौते पर हस्तरक्षर ककये गए।
 1984 में दोनों पक्षों के बीच तीस्तर नदी के जल के विभरजन हेतु एक ऄंतररम समझौतर हुअ।
हरलराँकक, ऄंवतम समझौतर ऄभी भी दुर्ग्राह्य बनर हुअ है। पवश्चम बंगरल सरकरर ऐसे ककसी भी
समझौते कर विरोध करती है, जो पवश्चम बंगरल की जल अिश्यकतर और मरंगों के प्रवत
ऄन्यरयपूणा और ऄसंिद
े नशील हो।

1.4.1. तीस्तर वििरद (The Teesta Dispute)

 ऐवतहरवसक रूप से, सीमर अयोग (BC) की ररपोटा, नदी वििरदों की नींि है। आस अयोग को
1947 में सर वसररल रे डवटलफ की ऄध्यक्षतर में पवश्चम बंगरल (भररत) और पूिी बंगरल
(तत्करलीन परककस्तरन, 1971 से बरंग्लरदेश) के बीच सीमर रे खर ऄंककत करने के वलए गठन ककयर
गयर थर। जब पूिी बंगरल, परककस्तरन कर भरग थर, ईस ऄिवध के दौररन भररत और पूिी

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परककस्तरन के मध्य कोइ गम्भीर िरतरा नहीं हुइ थी। 1972 में, भररत-बरंग्लरदेश संयि
ु नदी
अयोग की स्थरपनर की गयी थी।
 तीस्तर नदी कर ईद्गम वसकक्कम में है जो पवश्चम बंगरल के सरथ-सरथ बरंग्लरदेश में भी प्रिरवहत होती
है। भररत आस नदी के जल के 55% भरग पर ऄपनर दरिर करतर है।
 यह नदी चसचरइ और मत्स्यन हेतु बरंग्लरदेश की चौथी सबसे बड़ी सीमरपररीय नदी है। तीस्तर के
कु ल बरढ़ प्रभरवित क्षेत्र में से 2,750 ककमी क्षेत्र बरंग्लरदेश में वस्थत है। नदी जलर्ग्हण क्षेत्र (भूवम
कर िह भरग जहरं जल एकवत्रत होतर है) कर 83 प्रवतशत भररत में है और 17 प्रवतशत बरंग्लरदेश
में वस्थत है। ऑब्जिार ररसचा फरईं डेशन के ऄनुसरर, आसकर तरत्पया है कक भररत द्वररर तीस्तर नदी
जल कर ईपयोग करने से बरंग्लरदेश के परंच वजलों में एक लरख हेटटेयर से ऄवधक भूवम गम्भीर
रूप से प्रभरवित हुइ है तथर सरथ ही बरंग्लरदेश के आन परंच वजलों को शुष्क ऊतु में जल की
गम्भीर कमी कर सरमनर करनर पड़तर है।
 1983 में तीस्तर नदी के जल के विभरजन हेतु एक तदथा व्यिस्थर की गयी थी। आस व्यिस्थर के
ऄनुसरर बरंग्लरदेश को जल कर 36% और भररत को 39% प्ररप्त हुअ, शेष 25% ऄनरिंरटत रखर
गयर।
 गंगर जल संवध के पश्चरत, ऄन्य नकदयों कर ऄध्ययन करने के वलए एक संयि
ु विशेषज्ञ सवमवत कर
गठन ककयर गयर। आस सवमवत ने तीस्तर नदी के ऄध्ययन को महत्ि कदयर। 2000 में, बरंग्लरदेश ने
तीस्तर पर ऄपनर मसौदर प्रस्तुत ककयर। भररत और बरंग्लरदेश द्वररर 2010 में ऄंवतम मसौदर
स्िीकरर ककयर गयर। 2011 में, तत्करलीन प्रधरनमन्त्री मनमोहन चसह की अवधकरररक यरत्रर के
दौररन, दोनों देशों के ररजनीवतक नेतत्ृ ि के बीच तीस्तर नदी जल के विभरजन हेतु एक नए फरमूल
ा े
पर सहमवत बनी।
 2011 के ऄंतररम समझौते (जो 15 िषों की ऄिवध के वलए मरन्य थर) के तहत भररत को 42.5
प्रवतशत और बरंग्लरदेश को 37.5 प्रवतशत जल अिंटन ककयर गयर।
 पवश्चम बंगरल की मुख्यमंत्री, ममतर बनजी के विरोध के कररण यह समझौतर स्थवगत हो गयर एिं
आस पर हस्तरक्षर नहीं ककये गए। िरस्ति में, 2011 में ममतर बनजी को तत्करलीन प्रधरनमन्त्री
मनमोहन चसह के सरथ आस समझौते पर हस्तरक्षर करने के वलए बरंग्लरदेश जरनर थर, परन्तु ईन्होंने
यह यरत्रर रद्द कर दी।
 पवश्चम बंगरल की मुख्यमंत्री ममतर बनजी ने पूिा में बरंग्लरदेश के तका कर यह कह कर विरोध ककयर
कक भररत ने पहले ही बरंग्लरदेश के सरथ तीस्तर नदी के जल को सरझर ककयर गयर है। 2013 में
ईन्होंने कहर कक “हमररे कोलकरतर बन्दरगरह को कक्रयरशील रखने और ककसरनों की अिश्यकतरओं
को पूरर करने के वलए, वनवश्चत मरत्रर में जल की अिश्यकतर है, ररज्य के वहतों कर पररत्यरग कर
तीस्तर और फरक्कर से बरंग्लरदेश के वलए जल छोड़र जरतर है।”
 जलविद्युत ईत्परदन हेतु तीस्तर नदी जल कर ईपयोग भी संघषा कर एक ऄन्य कररण है: 50,000
MW ईत्परदन के ईद्देश्य से नदी पर कम से कम 26 पररयोजनरएं मौजूद हैं, ईनमें से ऄवधकरंश
वसकक्कम में वस्थत हैं।
 ममतर बनजी ने ऄन्य नकदयों के जल को सरझर करने कर प्रस्तरि कदयर है। ईन्होंने कहर, चूंकक
ईत्तरी बंगरल पूणत
ा : तीस्तर नदी पर वनभार है, ऄत: भररत और बरंग्लरदेश की सीमर के वनकट
तोरसर और मंशरइ जैसी नकदयराँ बेहतर विकल्प हैं। िरस्ति में तोरसर नदी की बरंग्लरदेश की पद्मर
नदी के सरथ कनेवटटविटी है। पवश्चम बंगरल की मुख्यमंत्री ने यह सुझरि कदयर कक दोनों देशों को
तोरसर में प्रिरवहत जल स्तर और सरझर ककये जर सकने योग्य जल की मरत्रर कर पतर लगरने के
वलए एक अयोग कर गठन करनर चरवहए।

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1.5. सीमर वििरद (The Border Issue)

 भररत और बरंग्लरदेश के मध्य 4096.7 ककमी की सरझी सीमर विद्यमरन है। यह भररत द्वररर ऄपने
पड़ोसी देशों के सरथ सरझर की जरने िरली सीमरओं में सिरावधक लम्बी है।
 2015 में भूवम सीमर समझौते (LBA) के प्रभरिी होने से पूिा यह सीमर विवभन्न एनटलेि एिं
एटसटलेि के कररण ऄत्यंत वििरकदत थी।
 1974 में भररत सरकरर, बरंग्लरदेश को पवश्चम बंगरल में वस्थत ईसके एनटलेि में पहुंच प्रदरन
करने हेतु भूवम के एक छोटे गवलयररे (तीन बीघर गवलयररे ) को पट्टे पर देने के वलए सहमत हो गइ
थी। हरलराँकक सरकरर को भररत में आसके वलए प्रबल घरे लू विरोध कर सरमनर करनर पड़र परन्तु,
ऄंतत: 1982 में आसकर समरधरन हो गयर। समझौते के करयरान्ियन में देरी के कररण ऄनरिश्यक
िैमनस्य की वस्थवत ईत्पन्न हुइ।

1.6. सीमरएं और सीमरन्त : मु ख्य समझौतें

(The Boundaries and Frontiers: Key Agreements)


 सीमरिती ऄिैध गवतविवधयों और ऄपररधों के सरथ-सरथ भररत-बरंग्लरदेश सीमर के सरथ शरंवत
और वस्थरतर बनरये रखने के वलए, दोनों सीमर सुरक्षर बलों के प्रयरसों को समेककत करने हेतु
2011 में एक समवन्ित सीमर प्रबंधन योजनर (CBMP) पर हस्तरक्षर ककए गए थे।
 भूवम सीमर समझौतर (Land boundary agreement: LBA) को 2015 में लरगू ककयर गयर
थर।
 भररत सरकरर ने भररत-बरंग्लरदेश सीमर के सरथ 3326.14 ककमी की सीमर पर करंटेदरर तरर की
बरड़ लगरने की ऄनुमवत दे दी है। आसमें से मरचा 2017 तक 2731 ककमी की सीमर तक बरड़ लगरने
कर करया पूरर हो चुकर है।
 7 जुलरइ, 2014 के UNCLOS पंचरट के ऄनुसरर, भररत और बरंग्लरदेश के बीच समुद्री सीमर
मध्यस्थतर के वनपटरन ने बंगरल की खरड़ी के आस भरग में अर्थथक विकरस के मरगा को प्रशस्त ककयर
है और आसे दोनों देशों के वलए लरभप्रद मरनर जर रहर है।

1.6.1. भू वम सीमर समझौतर (The LBA)

सिाप्रथम 1974 में भररत-बरंग्लरदेश भूवम सीमर समझौते (LBA) पर हस्तरक्षर ककये गए थे। 2011 में,
आस समझौते के एक प्रोटोकॉल पर हस्तरक्षर ककए गए थे।
तीन प्रमुख मुद्दे आस प्रकरर थे:
 लगभग 6.1 ककमी लंबी गैर-सीमरंककत भूवम सीमर
 एनटलेि कर अदरन-प्रदरन
 ऄवनणीत प्रवतकू ल रूप से ऄवधकृ त क्षेत्र (unresolved adverse possession)
 2015 में भररतीय संसद द्वररर प्ररसंवगक ऄवधवनयम (100िरं संशोधन ऄवधवनयम) परररत करने
और ईसी िषा दस्तरिेजों के अदरन-प्रदरन के सरथ आस समझौते को करयरावन्ित ककयर गयर थर।
 आस कदम ने न के िल सीमरओं के ऄंवतम वनपटरन के समक्ष विद्यमरन सभी बरधरओं को समरप्त
ककयर, बवल्क ऄंतरराष्ट्रीय सीमर (IB) ऄथरात रे व्टलफ रे खर कर पुनःवनधरारण कर एनटलेि के
अदरन-प्रदरन और प्रवतकू ल रूप से ऄवधकृ त क्षेत्र के विलय कर मरगा भी सुवनवश्चत ककयर।
 भररत ने बरंग्लरदेश को 17,160.63 एकड़ के कु ल क्षेत्रफल के 111 एनटलेि कर हस्तरंतरण ककयर,
िहीं बरंग्लरदेश ने भररत को 7,110.02 एकड़ के 51 एनटलेि कर हस्तरंतरण ककयर।

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 प्रवतकू ल रूप से ऄवधकृ त क्षेत्र के रूप में भररत को 2777.038 एकड़ भूवम प्ररप्त हुइ और
2267.682 एकड़ बरंग्लरदेश को हस्तरंतररत ककयर।
 आस प्रकरर, 2015 कर LBA वनम्नवलवखत से ईपजे ऄनसुलझे मुद्दों को लरगू करतर है:
o गैर-सीमरंककत भूवम सीमर (लगभग 6.1 ककमी लम्बी)- तीन क्षेत्रों में, ऄथरात दइखरतर–56
(पवश्चम बंगरल), मुहुरी नदी–बेलोवनयर (वत्रपुरर) और लरठीवतलर-दुमरबरड़ी (ऄसम);
o एनटलेि कर अदरन-प्रदरन; और
o प्रवतकू ल रूप से ऄवधकृ त क्षेत्र, वजन्हें पहली बरर 2011 के प्रोटोकरल में सम्बोवधत ककयर गयर
थर।
 भररत में बरंग्लरदेशी एनटलेि के 14,000 वनिरवसयों ने LBA में ईनको कदए गये विकल्प के
ऄनुसरर भररतीय नरगररकतर र्ग्हण करने कर वनणाय ककयर। बरंग्लरदेश में भररतीय एनटलेि के
लगभग 37,000 वनिरवसयों में से 971 ने भररत की नरगररकतर को चुनर।

1.6.2. समु द्री सीमर पं चरट

(The Maritime Boundary Award)


 7 जुलरइ 2014 को हेग वस्थत स्थरयी मध्यस्थतर न्यरयरलय (PCA) ने एक ऐवतहरवसक वनणाय के
तहत बरंग्लरदेश को बंगरल की खरड़ी में भररत के सरथ वििरकदत समुद्री सीमर के कु ल क्षेत्रफल
25,602 िगा ककमी कर ⅘िरं भरग ऄथरात 19,467 िगा ककमी क्षेत्र सौंप कदयर।
 UN रिब्यूनल के आस वनणाय के तहत क्षेत्रीय समुद्र, विवशि अर्थथक क्षेत्र (EEZ) और 200
नररटकल मील (nm) के भीतर और ईससे अगे की महरद्वीपीय शेल्फ में भररत और बरंग्लरदेश के
बीच समुद्री सीमररे खर को स्पि रूप से वनरूवपत ककयर गयर।
 ऄब, बरंग्लरदेश की समुद्री सीमर 118,813 िगा ककमी तक बढ़र दी गयी है, वजसमें 12 nm क्षेत्रीय
समुद्र और ईच्च समुद्र में 200 nm तक विस्तृत EEZ सवम्मवलत हैं। आसके ऄवतररि आस वनणाय में
समुद्र तट में 345 nm तक विस्तृत महरद्वीपीय शेल्फ में समुद्र में जलमग्न संसरधनों पर बरंग्लरदेश
की सम्प्रभुतर के ऄवधकररों को स्िीकरर ककयर, वजसमें चटगरंि तट को अधरर रे खर मरनर गयर है।
 दोनों देशों द्वररर आस वनणाय को वमत्रतर संबध
ं ों को ऄपेक्षरकृ त ऄवधक सुदढ़ृ करने की कदशर में एक
सकरररत्मक पहल के रूप में देखर जर रहर है।
 भररत भी आस वनणाय से बहुत प्रसन्न है और विवभन्न कररणों से आसे ररजनवयक सफलतर के रूप में
देखतर है। ऄन्य लरभों में, आस वनणाय ने न्यू मूर द्वीप पर भररत की सम्प्रभुतर को मरन्यतर प्रदरन की
है तथर लगभग 6000 िगा ककमी के ईस वििरकदत क्षेत्र को भररत को सौंप कदयर है, जहराँ पहले
कभी द्वीप हुअ करतर थर।

मरनवचत्र 2.2 भररत-बरंग्लरदेश समुद्री सीमर पंचरट

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1.6.2.1. समु द्री सीमर पं चरट कर महत्ि

(Significance of the Maritime Boundary Award)


विशरल वहन्द महरसरगरीय क्षेत्र तथर दवक्षण एवशयरइ ईप-क्षेत्र के भू-रणनीवतक/ररजनीवतक महत्ि को
देखते हुए यह पंचरट महत्िपूणा हो जरतर है। आसके ऄवतररि, आस वनणाय के न के िल भररत तथर
बरंग्लरदेश ऄवपतु सम्पूणा बंगरल की खरड़ी क्षेत्र हेतु व्यरपक सुरक्षर संबध
ं ी तथर अर्थथक पररणरम होंगे।
 यह वनणाय खरड़ी से सलग्न सीमरओं को सरझर कर रहे सभी देशों के बीच रणनीवतक सरझे दररी
स्थरवपत करने में योगदरन करे गर। यह वनणाय BIMSTEC जैसे ईभरते बहुपक्षीय मंचों को
सकरररत्मक रूप से प्रभरवित करे गर।
 विशरल वहन्द महरसरगरीय क्षेत्र तथर दवक्षण एवशयरइ ईप-क्षेत्र के भू-रणनीवतक/ररजनीवतक महत्ि
को देखते हुए दोनों देशों द्वररर आस वनणाय को वमत्रतर संबंधों को ऄपेक्षरकृ त ऄवधक सुदढ़ृ करने की
कदशर में एक सकरररत्मक पहल के रूप में देखर जर रहर है।
 दोनों देशों के बीच समुद्री सीमर को स्पि रूप से वनधराररत कर यह वनणाय आस क्षेत्र में तटीय तथर
समुद्री सुरक्षर को सुदढ़ृ करने में प्रमुख भूवमकर वनभर सकतर है।
 आसने खरड़ी में तेल तथर प्ररकृ वतक गैस के ऄन्िेषण कर मरगा प्रशस्त ककयर। खरड़ी क्षेत्र, विशरल
उजरा भण्डरर कर क्षेत्र है। भररत ने वििरकदत क्षेत्र में हररभंगर नदी के मुहरने से 50 ककलोमीटर
दवक्षण में वस्थत एक संकरी खरड़ी (क्रीक) में प्ररकृ वतक गैस के भंडरर की खोज की है।
 मत्स्य-परलन संबंधी संसरधनों कर विकरस एक ऄन्य संभरिनर है।
 आस पंचरट कर क्षेत्रीय ऄखण्डतर तथर BIMSTEC जैसे ईभरते हुए बहुपक्षीय मंचों पर सकरररत्मक
प्रभरि पड़ेगर। आस बरत पर भी ध्यरन कदयर जर सकतर है कक भररत पहले ही श्रीलंकर, म्यरंमरर
तथर थरआलैंड के सरथ ऄपनी समुद्री सीमरओं से संबंवधत मुद्दों कर समरधरन कर चुकर है।

1.7. अर्थथक सहयोग तथर कररोबरर

(Economic Cooperation and Trade)


 वपछले एक दशक से भररत तथर बरंग्लरदेश के बीच वद्वपक्षीय व्यरपरर में वस्थर गवत से िृवद् दजा की
गइ है। वपछले परंच िषों में दोनों देशों के बीच कु ल व्यरपरर 17% तक बढ़ गयर है। जुलरइ 2016
से मरचा 2017 के बीच की ऄिवध में बरंग्लरदेश को ककयर जरने िरलर भररतीय वनयरात 4489.30
वमवलयन ऄमेररकी डॉलर तक पहुाँच गयर तथर वित्त िषा 2016-17 में बरंग्लरदेश से होने िरलर
अयरत 672.40 वमवलयन ऄमेररकी डॉलर तक पहुाँच गयर।
 ऐसर ऄनुमरन है कक व्यरपरर क्षमतर ितामरन स्तर से चरर गुनर ऄवधक है।
 लरआन ऑफ क्रेवडट: हरवलयर िषों में भररत ने बरंग्लरदेश को विवभन्न प्रकरर की योजनरओं के वलए
8 ऄरब ऄमेररकी डॉलर के तीन लरआन ऑफ क्रेवडट ईपलब्ध कररइ हैं। आसमें रे ल ऄिसंरचनर, ब्रॉड
गेज मरआक्रो-प्रोसेसर युि रे ल आंजन तथर यरत्री वडब्बे, बसों की ख़रीद, तथर तलकषाण (ड्रेचजग)
पररयोजनरएं सवम्मवलत हैं। यह ऄब तक भररत द्वररर ककसी भी ऄन्य देश को ईपलब्ध कररयी जरने
िरली सबसे बड़ी ऊण सहरयतर है, तथर आसमें ब्यरज दर में करफी छू ट दी गयी है।
 करमुि पहुाँच के बरििूद, बरंग्लरदेश के वनयरातकों को नौकरशरही तथर सीमर-शुल्क बरधरओं के
रूप में ईच्च गैर-प्रशुल्क बरधरओं कर सरमनर करते हैं। आसमें मैन्युऄल टलीयरे न्स (manual
clearance) के कररण होने िरलर विलम्ब, िीिर संबंधी समस्यरएाँ, सीमर पर बैंककग सेिरओं तथर
गोदरमों कर ऄभरि आत्यरकद सवम्मवलत हैं। सीमर-परर व्यरपरर की लरगत बहुत ऄवधक है।
 भररत-बरंग्लरदेश सीमर के दोनों ओर ‘सीमर हरट’, यर बरिरर (ितामरन में ऐसे चरर हरट करम कर
रहे हैं) सीमरओं पर िैध व्यरपरर को बढ़रिर देने के वलए सफल समरधरन थे। हरल ही में भररत और
बरंग्लरदेश के बीच ईनकी सीमरओं के वनकट ऐसे छः और हरटों को स्थरवपत करने कर वनणाय वलयर
गयर।

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1.8. उजरा (Energy)

 उजरा: सरकररों के मध्य भररत से बरंग्लरदेश की ओर उजरा व्यरपरर 1,300 मेगरिरट है।
 भररत में सरकरर द्वररर संचरवलत भररत हेिी आलेवटिकल्ि वलवमटेड (BHEL) बरंग्लरदेश में
ररमपरल कोयलर-चरवलत उजरा संयंत्र स्थरवपत कर रही है।
 वनजी क्षेत्र में, ररलरयंस पॉिर को बरंग्लरदेश में 750 मेगरिरट कर LNG अधरररत उजरा संयत्र

तथर LNG टर्थमनल स्थरवपत करने की ऄनुमवत प्ररप्त हुइ है। आससे 1.3 ऄरब ऄमेररकी डॉलर के
वनिेश कर मरगा प्रशस्त हुअ है, तथर ऄदरनी र्ग्ुप बरंग्लरदेश को 3000 मेगरिरट उजरा कर विक्रय
करने को तैयरर है।
 कनेवटटविटी: सड़क, रे ल, नकदयराँ, समुद्र, संचरर लरआनें, पेिोवलयम परआप लरआनें, तथर वडवजटल
चलक पर विशेष ध्यरन कदयर जर रहर है। आससे भररत को बरंग्लरदेश से होकर पूिोत्तर तथर दवक्षण-
पूिी एवशयर तक पहुाँच स्थरवपत करने में सहरयतर वमलेगी।

1.9. कने वटटविटी (Connectivity)


 कोलकरतर तथर ढरकर के बीच मैत्री तथर बंधन नरमक दो िेन सेिरओं कर संचरलन जररी है।
 2016 में ढरकर से होकर जरने िरली कोलकरतर-ढरकर-ऄगरतलर नयी बस सेिर कर अरम्भ ककयर
गयर।
 िेनों को ढरकर होते हुए कोलकरतर से ऄगरतलर के बीच चलरने की योजनर है। आस पररयोजनर को
2019 तक पूरर ककयर जरनर है। ऄखौरर-ऄगरतलर खंड को पूरर कर वलए जरने पर वत्रपुरर से
ऄगरतलर के बीच रे ल दूरी 1000 ककलोमीटर तक कम हो जरएगी।
 दोनों देशों ने बरंग्लरदेश के पंचगढ़ से लेकर भररत के वसलीगुड़ी तल रे ल लरआन वबछरने की
बरंग्लरदेश के अर्ग्ह की संभरव्यतर की जरंच करने कर वनश्चय ककयर है।
 भररत बरंग्लरदेश तटीय नौिहन सेिरएं मरचा 2016 में अरम्भ हो गयीं।
 2017 में बरंग्लरदेश ने भररतीय जहरिों को 40 िषों के पश्चरत प्रथम बरर चटगरंि बंदरगरह पर
लगरने की ऄनुमवत दी। भररतीय कम्पवनयराँ परयरर पत्तन को विकवसत करने में रूवच कदखर रही है।
 सीमरपरर पररिहन कर वचरकरवलक स्िप्न सरकरर करते हुए जून, 2016 को भररतीय सरमरनों से
लदर िक बरंग्लरदेश के अशुगंज पत्तन से वत्रपुरर पहुंचर।
 वर्ग्ड कनेवटटविटी: बरंग्लरदेश पहले से ही भररतीय वर्ग्ड से 600 मेगरिरट विद्युत प्ररप्त कर रहर है।
आसमें भेरमररर-बहररमपुर आं टर-कनेटशन के मरध्यम से 500 मेगरिरट और जोड़र जरनर है।
 डीिल परइपलरआन: भररत सहरयतर ऄनुदरन के रूप में ईच्च गवत डीिल की अपूर्थत के वलए
वसलीगुड़ी से पबातीपुर (बरंग्लरदेश) के बीच एक भररत-बरंग्लरदेश मैत्री परआपलरआन कर वनमराण
कर रहर है।
 यकद दोनों पड़ोवसयों के मध्य संबंध वमत्रतरपूणा रहे तो 2020 के मध्य तक भररत पूिोत्तर को देश
के बरकी वहस्सों से जोड़ने िरले पवश्चम बंगरल में वसलीगुड़ी के वनकट वस्थत 22 ककलोमीटर लम्बे
कॉररडोर, वसलीगुड़ी कॉररडोर यर वचके न नेक पर ही के िल वनभार नहीं रह जरएगर।
 जलमरगा: बरंग्लरदेश में तलकषाण कर करया पूरर होते ही, ररष्ट्रीय जलमरगा 1 (NW-1 गंगर) में
िरररणसी से बड़े जहरि, बरंग्लरदेश के नदी मरगों में होते हुए NW-2 (ब्रह्मपुत्र) तथर NW-16
(बररक) तक जरने में सक्षम हो जरएंग।े आससे ईि संकरे कॉररडोर पर ऄवत-वनभारतर कम हो
जरएगी।
 2017 में बरंग्लरदेश तथर म्यरंमरर के सरथ एक महरत्िरकरंक्षी गैस परइपलरआन पररयोजनर कर
ऄिधररणरत्मक स्तर पर पुननािीकरण ककयर गयर है। भररत आस ऄिसर को क्षेत्रीय कनेवटटविटी
को अगे बढ़रने हेतु ईपयोग में लर सकतर है।

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Map2.3 : भररत- बरंग्लरदेश कनेवटटविटी

1.10. सु र क्षर (Security)

सुरक्षर, दो देशों के बीच संबंधों में एक महत्िपूणा क्षेत्र है।


 2013 में दोनों देशों के बीच प्रत्यरितान संवध ऄवस्तत्ि में अयी। आस संवध के लरगू होने पर ULFA
के ऄनूप चेवतयर जैसे व्यवियों के प्रत्यरितान में सहरयतर वमली।
 2017 में दोनों देशों के बीच सरआबर सुरक्षर पर एक MoU पर हस्तरक्षर ककयर गयर।
 हरल के िषों में, बरंग्लरदेश को भी अतंकिरद के कररण कु छ गंभीर चुनौवतयों कर सरमनर करनर
पड़र है तथर यह अतंकिरद के विरुद् हमररी लड़रइ में एक महत्िपूणा सरझेदरर है।
 दोनों देश तस्करी, नकली करें सी नोटों के चलन तथर मरदक द्रव्यों के प्रसरर अकद को रोकने में एक
दूसरे कर सहयोग करते हैं।
 दोनों देशों के तटरक्षक बलों के मध्य सहयोग से संबवं धत MoU के करयरान्ियन के वलए मरनक करया
प्रकक्रयरएाँ विद्यमरन हैं।

1.11.समरधरन ककये जरने योग्य मु द्दे तथर भरिी चु नौवतयरं

(Issues to be resolved and future challenges)


 तीस्तर नदी जल संबंधी मुद्दे कर समरधरन ककयर जरनर शेष है।
 बररक नदी पर वतपरइमुख पररयोजनर बरंग्लरदेश के वलए एक ऄत्यंत संिद े नशील मुद्दर है।
 ऄिैध अप्रिरसन कर मुद्दर भररत के वलए ख़रस तौर से ऄसम जैसे ररज्यों में ऄत्यंत संिेदनशील है।
जहरं भररत ऄिैध अप्रिरसन के प्रवत संिेदनशील है, िहीं बरंग्लरदेश ने सदैि आस बरत से आन्करर
ककयर है कक बरंग्लरदेशी ऄिैध रूप से भररत में प्रिेश करते रहे हैं।
 ऄनुकूल व्यरपरररक पररवस्थवतयरं बरंग्लरदेश के वलए विशेष रूप से महत्िपूणा हैं।

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 रोचहग्यर मरमलर– यह म्यरंमरर से बरंग्लरदेश में रोचहग्यर शरणरर्थथयों के अप्रिरसन से संबंवधत एक
संिेदनशील मुद्दर है। एक महत्िपूणा क्षेत्रीय शवि के रूप में भररत से आस मुद्दे पर सकरररत्मक
भूवमकर वनभरए जरने की ऄपेक्षर है वजसमें चीन भी सकक्रय रूप से संलग्न है।
 2018 में बरंग्लरदेश में चुनरि होने िरले हैं। दोनों देशों के मध्य संबंधों के वलए यह एक संिद
े नशील
समय होगर।
 गंगर नदी के जल समझौते की ऄिवध 2026 में समरप्त हो जरएगी।

2. भररत और भू टरन
(INDIA and BHUTAN)

मरनवचत्र 2.4: भूटरन

2.1. पृ ष्ठ भू वम तथर विकरस (Background and Evolution)

 1949 के बरद से दोनों देशों के संबंध 1949 में संपन्न स्थरयी शरवन्त तथर मैत्री संवध द्वररर
संचरवलत थे। आस संवध कर ऄनुच्छेद 2 महत्िपूणा थर वजसमें भूटरन सरकरर ने ऄपने विदेशी संबंधों
के मरमले में भररत सरकरर के पररमशों के ऄनुसरर चलने के वलए सहमवत व्यि की थी।
 वथम्पू में भररत के रे वजडेंट प्रवतवनवध की वनयुवि के सरथ ही भररत तथर भूटरन के बीच कू टनीवतक
संबध
ं ों कर अरम्भ 1968 में हुअ।
 21 वसतम्बर 1971 को भूटरन ररज्य को संयुि ररष्ट्र संघ के सदस्य के रूप में स्िीकरर ककयर गयर।
 भूटरन में प्रथम लोकतरंवत्रक चुनरि 2007 में अरम्भ हुए।
 8 फरिरी, 2007 को नयी कदल्ली में हस्तरक्षररत भररत-भूटरन मैत्री संवध, 2 मरचा 2007 को दोनों
सरकररों के बीच पुविकरण दस्तरिेजों के अदरन-प्रदरन के पश्चरत ऄमल में लरइ गइ।
 2007 की संशोवधत संवध में ऄनुच्छेद 2 को “भूटरन एिं भररत के बीच विद्यमरन घवनि वमत्रतर
संबंधों को ध्यरन में रखते हुए, भूटरन सरकरर तथर भररतीय गणतंत्र की सरकरर ऄपने ररष्ट्रीय
महत्ि के मुद्दों पर एक सरथ करम करें गे। दोनों में से कोइ भी सरकरर एक-दूसरे की ररष्ट्रीय सुरक्षर
तथर वहत को क्षवत पहुंचरने िरली गवतविवधयों हेतु ऄपनी भूवम कर प्रयोग ककए जरने की ऄनुमवत
नहीं देगी।” द्वररर प्रवतस्थरवपत ककयर गयर। 2007 की संवध ने वद्वपक्षीय सहयोग के एक निीन युग
कर सूत्रपरत ककयर है।

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 21 जून, 2012 को संयुि ररष्ट्र संघ के ररयो+20 सम्मेलन के दौररन एक ऄलग से हुइ बैठक में
चीनी प्रधरनमंत्री बेन वजयरबरओ, भूटरनी प्रधरनमंत्री वजग्मी िरइ वथनले से प्रथम बरर वमले।
 जून-जुलरइ 2013 में भररत द्वररर के रोसीन तथर LPG सवब्सडी िरपस वलए जरने के कररण संबंधों
में थोड़े समय के वलए कटुतर भी रही।

2.2. हरवलयर घटनरक्रम

(Recent Dynamics)
 प्रधरनमंत्री नरे न्द्र मोदी ने 2014 में सिाप्रथम भूटरन की ही अवधकरररक यरत्रर की।

 भूटरन नरे श, वजग्मे खेसर नरमग्यरल िरंगचुक ने निम्बर 2017 में भररत की अवधकरररक यरत्रर
की।
 भूटरन के प्रधरनमंत्री शेररग तोब्गे ने फरिरी 2018 में भररत की अवधकरररक यरत्रर की।
 भूटरन ने ऄसम के गुिरहरटी में 2 फरिरी, 2018 को िरवणज्य दूतरिरस करयरालय स्थरवपत ककयर।

2.3. जलविद्यु त (Hydropower)

 विकरस के क्षेत्र में व्यरपक सहयोग के ऄंतगात पररस्पररक रूप से लरभकररी जलविद्युत क्षेत्र सहयोग
भी सवम्मवलत है।
 भररत सरकरर की सहरयतर से पहले ही जल विद्युत क्षेत्र की तीन प्रमुख पररयोजनरएं प्रचरवलत की
जर चुकी हैं। आनमें 336 मेगरिरट की चूखर पररयोजनर, 60 मेगरिरट की कु ररचू पररयोजनर और
1020 मेगरिरट की तरलर पररयोजनर शरवमल है।

 दस और पररयोजनरओं पर सहमवत हुइ है। आनमें से तीन पररयोजनरएं, पुनरतसरंग्चू–I जलविद्युत


पररयोजनर, पुनरतसरंग्चू–II और मंगदेचू जलविद्युत पररयोजनर पहले से ही वनमराणरधीन हैं।
 कें द्रीय मंवत्रमंडल ने भूटरन के सरथ संयुि ईपक्रम के अधरर पर चरर जलविद्युत पररयोजनरओं
(खोलोंग्चू, िरंग्चू, बुनरखर और चमखरचू) के वलए ऄंतर सरकररी समझौते (IGA) पर हस्तरक्षर
करने और 600 मेगरिरट की खोलोंग्चू जलविद्युत पररयोजनर के वलए 15% के वित्तपोषण
(DGPC की आकिटी) की स्िीकृ वत प्रदरन की है।
 2020 तक दोनों देशों ने जल विद्युत ईत्परदन हेतु 10,000 मेगरिॉट कर लक्ष्य वनधराररत ककयर है।

2.4. अर्थथक विकरस (Economic Development)

 भररत भूटरन कर सबसे बड़र व्यरपरररक और विकरस भरगीदरर बनर हुअ है।
 भूटरन में योजनरबद् विकरस के प्रयरस 1960 के दशक के अरं भ में शुरू ककये गए थे। भूटरन की
पहली पंचिषीय योजनर (FYP) 1961 में अरं भ की गइ। तब से, भररत भूटरन के FYP के वलए
वित्तीय सहरयतर में िृवद् करतर रहर है।
 ऄवतररटत ऊण सुविधर: भररत सरकरर ने रुपये की तरलतर की कमी से ईबरने में सहरयतर करने
के वलए भूटरन सरकरर को 1000 करोड़ रुपये की ऄवतररि ऊण सुविधर प्रदरन की थी। यह ऊण
सुविधर प्रवत िषा 5% की ररयरयती ब्यरज दर पर प्रदरन की गइ है। यह 5 िषो के वलए मरन्य है।
 29 जुलरइ 2017 से नयर मुि व्यरपरर समझौतर लरगू कर कदयर गयर है। यह भररत और भूटरन के
बीच मुि व्यरपरर व्यिस्थर प्रदरन करतर है। यह समझौतर ऄन्य देश से व्यरपरर के सन्दभा में भूटरनी
व्यरपरररक िस्तुओं के शुल्क मुि पररगमन की सुविधर भी प्रदरन करतर है।

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2.5. सु र क्षर (Security)

 2017 में ररष्ट्रपवत ररमनरथ कोचिद ने कहर कक भररत और भूटरन की सुरक्षर "ऄविभरज्य और
पररस्पररक" है।
 पूिी सैन्य कमरन और पूिी िरयु कमरन दोनों ने ऄपनी भूवमकर में भूटरन की सुरक्षर को समरवहत
ककयर है।
 एक मेजर जनरल की ऄध्यक्षतर में भररतीय सैन्य प्रवशक्षण दल (IMTRAT) भूटरनी सुरक्षर कर्थमयों
को प्रवशक्षण देने में महत्िपूणा भूवमकर वनभरतर है।
 डोकलरम क्षेत्र में हरवलयर घटनरक्रम ने दोनों देशों के बीच सुरक्षर सहयोग के महत्ि को रे खरंककत
ककयर है।
 सुरक्षर मुद्दों पर दोनों देशों के मध्य ईच्च स्तरीय समन्िय विद्यमरन है। आस संदभा में फरिरी 2018
में विदेश सवचि, ररष्ट्रीय सुरक्षर सलरहकरर और सेनर प्रमुख ने वथम्पू कर दौरर ककयर थर।

2.5.1. डोकलरम क्षे त्र में घटनरएं 2017- भररत-भू टरन-चीन

(Incidents in Doklam Area 2017- India-Bhutan-China)

मरनवचत्र 2.5: भररत-भूटरन-चीन


 सीमर वनरूपण से संबंवधत ककसी भी संवध के न होने के कररण, भूटरन और चीन के मध्य िरस्तविक
मरनवचत्रण विसंगवतयों से ईत्पन्न होने िरले क्षेत्रीय वििरदों को हल करने के वलए सरझर सीमर
वनधरारण हेतु िरतराएाँ जररी हैं। आसमें से सिरावधक वििरदरस्पद क्षेत्र भूटरन के पवश्चम में चुम्बी के
बरह्य भरग के वनकट वस्थत है।
 2017 में डोकलरम क्षेत्र में, वत्र-संवधस्थल िरले सीमर क्षेत्र में चीनी सेनर द्वररर ककसी भी प्रकरर के
एकपक्षीय पररितान के विरुद् भररतीय सेनर की कररा िरइ ने भररत तथर भूटरन के बीच मैत्री संवध
पर अधरररत घवनष्ठ सुरक्षर सहयोग कर ईदरहरण प्रस्तुत ककयर।

2.6. चचतरएं (Concerns)

 जुलरइ 2017 तक, तीन प्रमुख वनमराणरधीन पररयोजनरओं: मंगदेचू, और पुनरतसरंग्चू–I और


पुनरतसरंग्चू–II के वलए भूटरन पर भररत कर ऊण लगभग 12,300 करोड़ रुपये थर। यह भूटरन के
कु ल ऊण कर 77% और आसके सकल घरे लू ईत्परद कर 87% है।

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 जहरं वपछले दो िषों के वनमराण के दौररन 720 मेगरिरट की मंगदेचू पररयोजनर की लरगत लगभग
दोगुनी हो गइ है, िहीं 1200-1200 मेगरिॉट की पुनरतसरंग्चू–I और पुनरतसरंग्चू–II की लरगत
तीन गुनी हो गइ है और ये ऄपनी पूिा वनधराररत वनमराण ऄिवध से परंच िषा वपछड़ गइ हैं।
 सरथ ही, भररत द्वररर 30% ऄनुदरन और 10% िरर्थषक ब्यरज दर पर प्रदत्त 70% ऊण के रूप में
वित्तपोवषत पररयोजनरओं पर ब्यरज पुनभुग
ा तरन की ररवश संचवयत होती रही है।
 1988 और 1998 के समझौतों के तहत चीन के लगी भूटरन की सीमरओं के सीमरंकन की प्रकक्रयर
प्रतीक्षररत बनी हुइ है। भररत के वलए आसके सुरक्षर वनवहतरथा हैं और आसको एक नए फ़ॉमूल
ा े के
तहत पुनःवनधराररत करने की अिश्यकतर है।

3. भररत और ने परल
(INDIA and NEPAL)

मरनवचत्र 2.6: नेपरल

3.1. पृ ष्ठ भू वम (Background)

 वनकट पड़ोवसयों के रूप में, भररत और नेपरल वमत्रतर और सहयोग कर ऄवद्वतीय संबध
ं सरझर करते
हैं। आन संबध
ं ों की विशेषतरएाँ खुली सीमरएं और दोनों देशों के लोगों के बीच गहरे नरतेदररी संबध

और सरंस्कृ वतक संपका हैं।
 नेपरल कर क्षेत्रफल 147,181 िगा कक.मी. और जनसंख्यर 29 वमवलयन है। यह पूि,ा दवक्षण और
पवश्चम में परंच भररतीय ररज्यों वसकक्कम, पवश्चम बंगरल, वबहरर, ईत्तर प्रदेश और ईत्तररखंड के सरथ
और ईत्तर में चीन जनिरदी गणररज्य के वतब्बत स्िरयत्त क्षेत्र के सरथ सीमर सरझर करतर है। आसकी
कु ल ऄंतरराष्ट्रीय सीमर 1850 कक.मी. से ऄवधक है।
 भररत-नेपरल के मध्य 1950 की शरंवत और वमत्रतर संवध, भररत और नेपरल के विवशि संबंधों की
अधररवशलर है।
 आस संवध के प्ररिधरनों के ऄंतगात, नेपरली नरगररकों ने भररतीय नरगररकों के समतुल्य सुविधरओं
और ऄिसरों कर लरभ ईठरते हुए भररत में ऄवद्वतीय ररष्ट्रीय व्यिहरर (नेशनल िीटमेंट) कर ईपयोग
ककयर है। लगभग 6 वमवलयन नेपरली नरगररक भररत में रहते और करम करते हैं। नेपरल में लगभग
6,00,000 भररतीय वनिरस करते हैं।

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3.2. ने परल में लोकतरं वत्रक प्रकक्रयर कर विकरस

(The Evolution of Democratic Process In Nepal)


 1951 में, नेपरली सम्ररट ररजर वत्रभुिन ने िंशरनुगत प्रधरनमंत्री (ररणर) द्वररर शरसन की सकदयों
पुररनी प्रणरली समरप्त कर दी और मंवत्रमंडलीय प्रणरली अरं भ की। आससे ररजनीवतक दलों द्वररर
सरकरर बनरये जरने की शुरुअत हुइ।
 कदसंबर 1960 में, तत्करलीन ररजर महेंद्र ने संविधरन को वनलंवबत कर कदयर, वनिरावचत संसद को
भंग कर कदयर और मंवत्रमंडल को पदच्युत कर कदयर। ईन्होंने एक पंचरयत प्रणरली प्रररम्भ की जो
गरंि, वजलर और ररष्ट्रीय पररषदों की एक पदसोपरवनक प्रणरली थी।
 1990 में, नेपरली करंर्ग्स
े परटी (NCP) और िरमपंथी समूहों के नेतत्ृ ि में एक लोकतंत्र समथाक
अंदोलन प्रररं भ हुअ। सुरक्षर बलों द्वररर सड़कों पर होने िरले विरोध प्रदशान कर दमन ककयर गयर
वजसके पररणरमस्िरूप ऄनेक मौतें और बड़े पैमरने पर विरफ़्तरररयराँ हुईं। ऄंततः ररजर बीरें द्र को
दबरि के सरमने झुकनर पड़र और नए लोकतरंवत्रक संविधरन के वलए सहमत होनर पड़र।
 1991 में NCP ने पहलर लोकतरंवत्रक चुनरि जीतर। वगररजर प्रसरद कोआररलर प्रधरनमंत्री बने।
 1995 में मरओिरदी विद्रोह अरं भ हो गयर। यह एक दशक से भी ऄवधक समय तक चलर और
आसके पररणरमस्िरूप हजररों लोगों की मृत्यु हुइ। ऄन्य ऄनेक बरतों के सरथ ही विद्रोही ररजशरही
को भी समरप्त करनर चरहते थे।
 शरही पररिरर कर नरसंहरर: 1 जून 2001 को नेपरल के युिररज दीपेन्द्र ने ररजर बीरें द्र, ररनी
ऐश्वयरा और शरही पररिरर के कइ ऄन्य सदस्यों को गोली मरर कर ऄपने अप को भी गोली मरर
ली। आस नरसंहरर के बरद ररजर के भरइ ज्ञरनेंद्र को ररजर बनरयर गयर।
 फरिरी 2005 में ररजर ज्ञरनेंद्र ने सरकरर को पदच्युत कर कदयर, पूणा ररजशरही की पुनस्थरापनर की
और मरओिरदी विद्रोवहयों को हररने की अिश्यकतर ई्धृत करते हुए अपरतकरल की घोषणर कर
दी।
 निंबर 2005 में मरओिरदी विद्रोवहयों और संसदीय दलों के सरतदलीय गठबंधन (SPA) ने
लोकतंत्र पुनस्थरावपत करने के ईद्देश्य िरले एक करयाक्रम पर सहमवत व्यटत की।
 ऄप्रैल 2006 में लोकतंत्र अंदोलन के भरग के रूप में प्रत्यक्ष शरही शरसन के विरूद् कइ सप्तरहों
तक चली चहसक हड़तरलों और विरोध-प्रदशानों के बरद ररजर ज्ञरनेंद्र संसद को पुनस्थरावपत करने
पर सहमत हुए।
 मइ 2006 में संसद ने ररजर की ररजनीवतक शवियों पर ऄंकुश लगरने के वलए सिासम्मवत से
मतदरन ककयर। सरकरर ने मरओिरदी विद्रोवहयों के सरथ शरंवत िरतरा अयोवजत की।
 शरंवत समझौतर - निंबर 2006 में सरकरर ने मरओिरकदयों के सरथ शरंवत समझौते पर हस्तरक्षर
ककये। आस व्यरपक शरंवत समझौते (CPA) ने एक दशक तक चले विद्रोह को औपचरररक रूप से
समरप्त कर कदयर।
 जनिरी 2007 में मरओिरदी नेतरओं ने ऄस्थरयी संविधरन के प्ररिधरनों के ऄंतगात संसद में प्रिेश
ककयर। ऄप्रैल में मरओिरदी ऄंतररम सरकरर में सवम्मवलत हो गए। यह ऐसर कदम थर वजसने ईन्हें
ररजनीवतक मुख्यधररर में लर कदयर। बरद में, मरओिरकदयों ने ररजशरही के ईन्मूलन की मरंग करते
हुए ऄंतररम सरकरर की सदस्यतर त्यरग दी।
 ररजशरही कर ऄंत : कदसंबर 2007 में, संसद ने मरओिरकदयों के सरथ शरंवत समझौते के ऄंग के रूप
में ररजशरही के ईन्मूलन की स्िीकृ वत दे दी। समझौते के तहत मरओिरदी सरकरर में सवम्मवलत
होने के वलए सहमत हो गये।

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 नइ संविधरन सभर कर चुनरि: ऄप्रैल 2008 में पूिा मरओिरदी विद्रोवहयों ने नइ संविधरन सभर

(CA) के चुनरिों में सिरावधक सीटें जीतीं, लेककन पूणा बहुमत हरवसल करने में विफल रहे। मइ

2008 में नेपरल एक गणररज्य बन गयर।

 जून 2008 में, मरओिरदी मंवत्रयों ने आस बरत पर ईठे वििरद के चलते मंवत्रमंडल से त्यरगपत्र दे

कदयर कक ररज्य कर ऄगलर प्रमुख कौन होगर। जुलरइ 2008 में ररम बरन यरदि नेपरल के पहले
ररष्ट्रपवत बने।
 ऄगस्त 2008 में, मरओिरदी नेतर पुष्प कमल दहल ईफा प्रचंड ने गठबंधन सरकरर बनरइ, नेपरली
करंर्ग्ेस विपक्ष में रही। बरद में ईसी िषा मरओिरकदयों ने सरकरर छोड़ दी।
 मइ 2009 में पूिा विद्रोवहयों के सेनर में समेकन के प्रश्न पर ररष्ट्रपवत यरदि के सरथ वििरद के बरद
प्रधरनमंत्री प्रचंड ने त्यरगपत्र दे कदयर और संविधरन पर गवतरोध जररी रहर।
 मइ 2010 में संविधरन सभर (CA) ने संविधरन वनमराण की समय सीमर बढ़रने के वलए मतदरन

ककयर, यह आस सन्दभा में ककये गए चरर विस्तररों में से पहलर थर।

 मइ 2012 में प्रररूप संविधरन तैयरर करने में विफल रहने पर संविधरन सभर (CA) भंग कर दी
गइ।
 दूसरी संविधरन सभर: निंबर 2018 में, दूसरी संविधरन सभर के चुनरिों में कम्युवनस्ट परटी ऑफ

नेपरल (UML) और नेपरली करंर्ग्ेस ने जीत सरझर की, पूिा सत्तररूढ़ मरओिरदी तीसरे स्थरन पर
पहुाँच गये और बहुमत िरली कोइ परटी नहीं बची।
 फरिरी 2014 में संसदीय समथान हरवसल करने के बरद नेपरली करंर्ग्ेस के नेतर सुशील कोआररलर
प्रधरनमंत्री चुने गए।

3.2.1. 2015 के बरद (After 2015)

 भूकंप: ऄप्रैल 2015 में 7.8 तीव्रतर के भूकंप से करठमरंडू और अस-परस के आलरकों में 8,000 से

ऄवधक लोगों की मृत्यु हो गइ, वजससे बड़े पैमरने पर विनरश हुअ और लरखों लोग बेघर हो गए।

 दरतर सम्मेलन (Donors Conference): नेपरल में जुलरइ 2015 में ऄंतरराष्ट्रीय दरतर सम्मेलन

में, भररत ने पुनर्थनमराण प्रयरसों के समथान में 1 ऄरब ऄमेररकी डॉलर देने कर िचन कदयर। 480
वमवलयन ऄमेररकी डॉलर से ऄवधक के दरन के सरथ चीन दूसरर सबसे बड़र दरतर थर।
 ऐवतहरवसक संविधरन: मधेवसयों की प्रधरनतर िरले तररइ क्षेत्र में विरोध-प्रदशान में 40 से ऄवधक

लोगों की मृत्यु के बरद मतदरन टरलने की मरंग के बरिजूद, वसतंबर 2015 में नेपरल ने एक
ऐवतहरवसक संविधरन ऄपनरयर। आसमें नेपरल को धमावनरपेक्ष देश के रूप में पररभरवषत ककयर गयर
है।
 आस ऄिवध में मधेवसयों की प्रधरनतर िरले सीमरिती क्षेत्रों में चहसर के कररण भररत से नेपरल की
ओर िस्तुओं की अिरजरही में रुकरिट के पररणरमस्िरूप भररत नेपरल संबध
ं ों में वगररिट अइ।
 ऄटटू बर 2015 में के . पी. शमरा ओली नए संविधरन के तहत चुने जरने िरले पहले प्रधरनमंत्री बने।

 फरिरी 2016 में अंवशक रूप से भररत द्वररर समर्थथत ऄल्पसंख्यक मधेसी समुदरय द्वररर नए
संविधरन के विरोध में छह महीने तक की गइ सीमर की नरकरबंदी समरप्त होने के बरद सरकरर ने
ईंधन से ररशचनग हटर ली। मधेशी समुदरय नए संविधरन को भेदभरिपूणा मरनकर ईसकर विरोध
कर रहर थर।

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 जुलरइ 2016 में मरओिरदी परटी, शरसी गठबंधन से बरहर हो गइ। प्रधरनमंत्री के .पी. शमरा ओली
ने संसद में ऄविश्वरस मत से पहले त्यरगपत्र दे कदयर।
 ऄगस्त 2016 में संसद ने दूसरी बरर कम्युवनस्ट विद्रोही नेतर और मरओिरदी परटी के नेतर पुष्प
कमल दहल ईफा प्रचंड को प्रधरनमंत्री चुनर। 2016 में, चीन और नेपरल ने ऄपनर पहलर संयि

सैन्य ऄभ्यरस अयोवजत ककयर।
 जून 2017 में ‘रोटेशन एर्ग्ीमेंट’ के तहत प्रधरनमंत्री के रूप में पुष्प कमल दहल को करंर्ग्स
े नेतर शेर
बहरदुर देईबर ने प्रवतस्थरवपत ककयर।

3.2.2. चु नरि (Elections)

 कदसंबर 2017 में नेपरल में संसदीय चुनरि अयोवजत ककए गए। वनम्न सदन ऄथरात् प्रवतवनवध

सभर में 275 सीटें हैं। आनमें से 165 FPTP (फस्टा परस्ट द पोस्ट) प्रणरली के अधरर पर पर चुनी
जरती हैं और 110 अनुपरवतक प्रवतवनवधत्ि प्रणरली के मरध्यम से चुनी जरती हैं।
 उपरी सदन ऄथरात् नेशनल ऄसेंबली (ररष्ट्रीय सभर) के वलए चुनरि फरिरी 2018 में अयोवजत

ककए गए। आस सदन में 59 सदस्य हैं।


 कम्युवनस्ट परटी ऑफ नेपरल और मरओिरदी परटी समेत िरम गठबंधन की जीत ने नए प्रधरनमंत्री
के रूप में के .पी. ओली कर शपथ र्ग्हण करनर सुवनवश्चत कर कदयर ।
 यह स्पि है कक ओली कर चीन की ओर स्पि झुकरि है। आससे भररत नेपरल संबंधों में संभरवित रूप
से चुनौवतयों में िृवद् होती है।

3.3. हरल की यरत्ररएं (Recent Visits)

 2014 में, प्रधरनमंत्री नरें द्र मोदी ने दो बरर नेपरल की यरत्रर की- ऄगस्त में वद्वपक्षीय मुलरकरत के
वलए और निंबर में SAARC वशखर सम्मेलन के वलए। आस दौररन कइ वद्वपक्षीय समझौतों पर
हस्तरक्षर ककए गए।
 नेपरली प्रधरनमंत्री, के .पी. ओली, 19 से 24 फरिरी 2016 तक भररत की ररजकीय यरत्रर पर थे।
ईनकी यरत्रर के दौररन कइ वद्वपक्षीय समझौतों पर हस्तरक्षर ककये गये।
 नेपरल के प्रधरनमंत्री श्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने 15-18 वसतंबर 2016 के दौररन भररत की
ररजकीय यरत्रर की।
 भररत के ररष्ट्रपवत प्रणि मुखजी ने 2-4 निंबर, 2016 बीच नेपरल की ररजकीय यरत्रर की।

 नेपरल के प्रधरनमंत्री शेर बहरदुर देईबर ने 2017 में नइ कदल्ली की यरत्रर की।
 भररत की विदेश मंत्री सुषमर स्िररज ने फरिरी 2018 में नेपरल की यरत्रर की।
 फ़रिरी 2018 में नेपरल के प्रधरनमंत्री कर पदभरर र्ग्हण करने के बरद के .पी. ओली ऄप्रैल 2018
में ऄपनी पहली ररजकीय यरत्रर में भररत अए। यह दोनों पक्षों के वलए संबंधों को अगे बढ़रने कर
ऄिसर थर।

3.4. सु र क्षर (Security)

 भररत ने नेपरली सेनर (NA) को ईपकरण एिं प्रवशक्षण प्रदरन कर ईसके अधुवनकीकरण में मदद

करने में ऄर्ग्णी भूवमकर वनभरइ है। विवभन्न भररतीय सेनर प्रवशक्षण संस्थरनों में NA के कर्थमयों के
प्रवशक्षण के वलए प्रत्येक िषा लगभग 250 से ऄवधक प्रवशक्षण स्लॉट प्रदरन ककए जरते हैं।

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 10िरं भररत-नेपरल सेनर बटरवलयन स्तरीय संयुि ऄभ्यरस 31 ऄटटू बर से 13 निंबर 2016 तक
सलझंडी (नेपरल) में अयोवजत ककयर गयर थर। 11िरं भररत-नेपरल सेनर बटरवलयन स्तरीय संयि

ऄभ्यरस, सूया ककरण, मरचा 2017 में वपथौररगढ़ (भररत) में अयोवजत ककयर गयर थर।
 भररतीय सेनर की गोरखर रे जीमेंट को अंवशक रूप से नेपरल के पहरड़ी वजलों से भर्थतयों द्वररर
गरठत ककयर गयर है। ितामरन में, नेपरल के लगभग 32,000 गोरखर सैवनक भररतीय सेनर में
सेिररत हैं।

3.5. जल सं सरधन (Water Resources)

 जल संसरधनों में सहयोग (मुख्य रूप से सरझर नकदयों से संबवं धत जल संसरधनों में) भररत-नेपरल
वद्वपक्षीय संबध
ं ों के सबसे महत्िपूणा पक्षों में से एक है तथर आस कदशर में ऄपरर संभरिनरएं भी हैं।
 ऄनुमरन है कक लगभग 250 छोटी-बड़ी नकदयरं नेपरल से भररत की ओर प्रिरवहत होती हैं एिं गंगर
नदी घरटी कर एक महत्िपूणा वहस्सर बनती हैं।
 नेपरल तथर भररत के वलए चसचरइ ि विद्युत के प्रमुख स्रोत के रूप में आन नकदयों में ऄपरर क्षमतरएाँ
हैं; परं तु ईपयुि योजनर के ऄभरि में ये नकदयरं नेपरल के तररइ क्षेत्र तथर भररत के वबहरर ि ईत्तर
प्रदेश में विनरशकररी बरढ़ कर स्रोत भी हैं।
 दोनों देशों के बीच जल संसरधनों तथर जल विद्युत में सहयोग से संबवं धत मुद्दों पर चचरा करने के
वलए 2008 में स्थरवपत एक तीन-स्तरीय वद्वपक्षीय तंत्र भली-भरंवत करया कर रहर है।
 उजरा के ऄभरि कर सरमनर करने के वलए, निंबर 2014 में नेपरल एिं भररत ने नेपरल की ऄरुण
नदी पर 1 वबवलयन डॉलर की लरगत से जल विद्युत संयत्र
ं बनरने के समझौते पर हस्तरक्षर ककये
हैं।
 2017 में महरकरली नदी पर पंचश्व
े र बहुईद्देशीय पररयोजनर पर करया अरं भ हो जरने से भररत
एिं नेपरल के बीच जल संसरधन सहयोग में प्रगवत होने की संभरिनर है।

3.6. विद्यु त् शवि (Power)

 भररत एिं नेपरल के सीमरिती क्षेत्रों में विद्युत की अिश्यकतर की पूर्थत हेतु दोनों देशों के बीच
1971 से एक विद्युत विवनमय समझौतर (परिर एटसचेंज एर्ग्ीमेंट) है। आस ईद्देश्य के वलए एक
दूसरे की पररे षण (िरंसवमशन) ऄिसंरचनर कर ईपयोग ककयर जरतर है।
 132 KV, 33 KV एिं 11 KV के 20 से ऄवधक िरंसवमशन आं टरकनेटशन हैं, जो सीमरिती क्षेत्रों
में विद्युत विवनमय एिं विद्युत व्यरपरर, दोनों के वलए ईपयोग ककए जरते हैं। बढ़ी हुइ विद्युत के
िरंसवमशन के वलए मौजूदर वर्ग्ड कर ऄल्पकरवलक संिद्ान पूरर हो चुकर है।
 मध्यरिवध संिद्ान के ऄंतगात, भररत सरकरर से ऄनुदरन सहरयतर के सरथ 132 KV कटैयर-कु शरहर
एिं 132 KV रटसौल-परिरवनपुर िरंसवमशन लरआनों को प्रररं भ ककयर जर रहर है।
 सीमर के अर-परर वर्ग्ड संबंधी ऄिसंरचनर के दीघाकरवलक संिद्ान के वलए 13.2 वमवलयन
ऄमेररकी डॉलर के वित्त से (भररत सरकरर के 100 वमवलयन ऄमेररकी डॉलर के ऊण में से)
मुजफ्फरपुर-ढरलके बर िरंसवमशन लरआन कर वनमराण प्रगवत पर है।
 मुजफ्फरपुर-ढरलके बर िरंसवमशन लरआन के पूणा होने के पश्चरत्, नेपरल भररत से 1000 मेगरिरट
विद्युत कर अयरत कर सके गर एिं सरथ ही नेपरल द्वररर भररत को वनयरात करनर भी संभि होगर।
 ितामरन में, भररत से नेपरल को लगभग 400 मेगरिरट विद्युत की अपूर्थत की जरती है।
 21 ऄटटू बर, 2014 को भररत एिं नेपरल के बीच ‘आलेवटिक परिर िेड, क्रॉस-बरडार िरंसवमशन
आं टरकनेटशन एंड वर्ग्ड कनेवटटविटी’ पर एक समझौते पर हस्तरक्षर ककए गए थे।

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3.7. व्यरपरर (Trade)

 1996 से ऄब तक नेपरल कर भररत को वनयरात 11 गुने से ऄवधक एिं दोनों देशों के मध्य
वद्वपक्षीय व्यरपरर सरत गुने से ऄवधक हो चुकर है। भररत के सरथ वद्वपक्षीय व्यरपरर, जो 1995-96

में नेपरल के कु ल बरह्य व्यरपरर कर 29.8% थर, 2015-16 में बढ़कर 61.2% तक पहुंच गयर है।
 वद्वपक्षीय व्यरपरर 1995-96 के 1,755 करोड़ रुपये से बढ़कर 2015-16 में 32,294 करोड़ रुपये
(4.8 वबवलयन ऄमेररकी डॉलर) हो गयर।
 भररतीय कं पवनयरं नेपरल में सबसे बड़ी वनिेशक हैं। नेपरल के कु ल ऄनुमोकदत प्रत्यक्ष विदेशी
वनिेश (FDI) में आनकी वहस्सेदररी लगभग 40% है। लगभग 150 भररतीय ईपक्रम नेपरल में करम
कर रहे हैं। ये विवनमराण, सेिर क्षेत्रक (बैंककग, बीमर, शुष्क बंदरगरह, वशक्षर एिं दूरसंचरर), विद्युत
क्षेत्रक तथर पयाटन ईद्योग से सम्बंवधत हैं। कु छ बड़े भररतीय वनिेशकों में ITC, डरबर आं वडयर,
चहदुस्तरन यूनीलीिर, VSNL, TCIL, MTNL, स्टेट बैंक ऑफ आं वडयर, पंजरब नेशनल बैंक,

भररतीय जीिन बीमर वनगम, एवशयन पेंट्स, CONCOR, GMR आं वडयर आत्यरकद सवम्मवलत हैं।
 भररत के 2018 के कें द्रीय बजट में नेपरल के वलए वित्त अिंटन को 375 करोड़ रुपये से बढ़रकर
650 करोड़ रुपये कर कदयर गयर।

 नेपरल के िस्तु व्यरपरर में दो वतहरइ, सेिरओं में एक वतहरइ एिं FDI (प्रत्यक्ष विदेशी वनिेश) में
46 प्रवतशत वहस्सेदररी भररत की है। नेपरल को पेिोवलयम की लगभग 100 प्रवतशत अपूर्थत
भररत से होती है।
 मइ 2017 तक नेपरल में भररत कर FDI 5159.86 करोड़ रुपये कर थर।
 ककसी ऄन्य देश के सरथ होने िरले नेपरल के व्यरपरर कर 98 प्रवतशत भररत के कोलकरतर बंदरगरह
के मरध्यम से होतर है।
 फरिरी 2016 में भररत ने नेपरल को विशरखपत्तनम बंदरगरह पर समर्थपत पहुंच प्रदरन करने की
सहमवत प्रदरन की है।

3.8. यरतरयरत सं प का (Connectivity)

 दोनों देशों के बीच जयनगर-जनकपुर रे लिे लरआन कर विस्तरर प्रगवत पर है। मूल रूप से यह लरआन
वब्ररटश शरसन के दौररन बनरइ गइ थी। आसे 2014 में ऄपर्ग्ेड करने के ईद्देश्य से बंद कर कदयर गयर
थर।
 2017 में भररत ने कदल्ली तथर कोलकरतर से करठमरंडू तक सीधर रे ल चलक भी प्रस्तरवित ककयर है।
 ितामरन में, भररत एिं नेपरल 2014 में अरं भ की गइ एक सीधी बस सेिर से जुड़े हुए हैं।
 दोनों देश ईप-क्षेत्रीय संपका (यरत्री िरहन अिरजरही) प्रयरसों के ऄंतगात ककए गए BBIN मोटर
िरहन समझौते के हस्तरक्षरकतरा हैं।

3.9. सीमर वििरद (Border Dispute)

 भररत एिं नेपरल के बीच सीमर कर वनरूपण सुस्तर तथर करलरपरनी क्षेत्रीय वििरदों के समरधरन
पर वनभार है।
 करलरपरनी वििरद लगभग 35 िगा ककमी वििरकदत क्षेत्र को लेकर है, जहरं सीमर महरकरली नदी
द्वररर वचवननत होती है।

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 नेपरल में नरररयणी के रूप में जरनी जरने िरली गंडक नदी के मरगा पररितान ने सुस्तर क्षेत्र में
वििरद को जन्म कदयर है। गंडक नदी नेपरल तथर भररत के बीच ऄंतरराष्ट्रीय सीमर कर वनमराण
करती है।
 वब्ररटश करल के एक समझौते, वजसे सुगौली की संवध (1816) के रूप में जरनर जरतर है, के
पररणरमस्िरुप भररत एिं नेपरल के बीच ऄंतरराष्ट्रीय सीमर कर वनधरारण हुअ। सीमर वििरद को
सुलझरने के वलए कदसंबर 1816 में एक ऄन्य पूरक सीमर संवध पर हस्तरक्षर ककए गए।
 1981 में एक संयि
ु तकनीकी स्तरीय नेपरल-भररत सीमर सवमवत कर गठन ककयर गयर। आसने िषों
तक सिेक्षण एिं विचरर-विमशा करने के पश्चरत् 182 वस्िप मरनवचत्रों (strip maps) पर भररत-
नेपरल सीमर के 98% भरग कर वनरूपण ककयर। परं त,ु सुस्तर आस वनरूपण कर वहस्सर नहीं थर।
 2007 में ये वस्िप मरनवचत्र दोनों देशों के सरमने ऄनुमोदन के वलए प्रस्तुत ककए गए ।
 नेपरल ने सुस्तर एिं करलरपरनी वििरदों को हल ककए वबनर दस्तरिेजों पर हस्तरक्षर करने से
आनकरर कर कदयर। भररत ने भी मरनवचत्र की पुवि नहीं की।

3.9.1. चु नौवतयरं (Challenges)

 नेपरल में ररजनीवतक पररितानः संिैधरवनक प्रकक्रयर एिं मधेसी, थररू ि ऄन्य जनजरवतयों के
नृजरतीय संबंध वद्वपक्षीय संबंधों के भविष्य के वलए एक महत्िपूणा चुनौती हैं।
 जल संसरधनों के विकरस में सहयोगः नेपरल में 43,000 मेगरिरट की जल विद्युत क्षमतर है, वजसे
तकनीकी रूप से व्यिहरया तथर अर्थथक रूप से व्यरिहरररक मरनर जरतर है। यद्यवप, अर्थथक पररवध
से बरहर की चचतरओं के कररण महत्िपूणा पररयोजनरएं ऄभी तक अरं भ नहीं हो सकी हैं। विडंबनर
यह है कक भररत नेपरल को विद्युत कर वनिल वनयरातक (net exporter) है। वपछले कु छ िषों में
1954 के कोसी समझौते तथर 1959 के गंडक समझौते पर मतभेद नेपरल में अक्रोश कर कररण
बन गयर है। तीन बड़ी पररयोजनरएं- 5,000 मेगरिरट की सप्तकोसी, 11,000 मेगरिरट की
करनरली-वचसपरनी तथर 6,500 मेगरिरट की पंचेश्वर पररयोजनर, 30 िषों से ऄटकी हुइ हैं।
भररतीय कं पवनयों को 27 सिेक्षण लरआसेंस कदए गए, परं तु ईनमें से कोइ भी वनमराण के चरण में
नहीं है।
 चीनी कररक (The China Factor): संिैधरवनक गवतरोध, 2015 में भूकंप एिं ईसी िषा भररत-
नेपरल सीमर पर नरके बंदी के बरद चीन ने नेपरल में नए वसरे से रुवच प्रदर्थशत की है। नेपरल में
बदले हुए ररजनीवतक नेतृत्ि ने भररत के सरथ संबंधों में चीनी कररक कर प्रयोग करने की ओर
झुकरि प्रदर्थशत ककयर है।
 2012 में नेपरल ने पवश्चमी सेती जलविद्युत पररयोजनर के वलए चीन के सरथ 1.8 ऄरब डॉलर के
ऄनुबंध की स्िीकृ वत दी थी।
 निंबर 2017 में, नेपरल ने एक चीनी कं पनी के सरथ ऄनुबंवधत बूढ़ी गंडकी जलविद्युत पररयोजनर
को रद्द कर कदयर है। यह एक ऐसर वनणाय है वजसकर आस क्षेत्र तथर चीन के वलए दूरगरमी पररणरम
हो सकतर है।
 जनिरी 2018 में चीन ने नेपरल को ब्रॉडबैंड कनेवटटविटी प्रदरन करनर शुरू ककयर। यह क्षेत्र ऄब
तक भररतीय एकरवधकरर में थर।
 विश्व बैंक की एक ररपोटा के ऄनुसरर, अर्थथक विकरस को सीवमत करने िरले ऄिरोधों को दूर करने
के वलए, नेपरल को 2020 तक ऄिसंरचनर पररयोजनरओं में 18 वमवलयन डॉलर तक के वनिेश की
अिश्यकतर है।

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4. BBIN फ्रे मिका
(THE BBIN FRAMEWORK)
 पूिी ईप-क्षेत्र के चरर दवक्षण एवशयरइ देशों - बरंग्लरदेश, भूटरन, भररत तथर नेपरल (BBIN) द्वररर
वथम्पू में BBIN समझौते पर हस्तरक्षर ककये गये। आसे ईप-क्षेत्रीय एकतर के एक महत्िपूणा प्रतीक के
रूप में देखर गयर।
 BBIN पहल, कफलहरल, ऄंतर-सरकररी संयि
ु करयादल (JWG) के मरध्यम से संचरवलत है। JWG
में सम्बंवधत विदेश मंत्ररलयों के िररष्ठ सरकररी ऄवधकरररयों के सरथ-सरथ सरकरर के ऄन्य
संबंवधत मंत्ररलयों/एजेंवसयों के प्रवतवनवध भी सवम्मवलत होते हैं।
 आस प्रकरर की दो संयुि करयादल बनरए गए थे। ईनमें से एक व्यरपरर, संपका (कनेवटटविटी) एिं
सीमर-परर व्यरपरर पर तथर दूसरर जल संसरधनों के प्रबंधन तथर विद्युत/जल-विद्युत व्यरपरर एिं
वर्ग्ड कनेवटटविटी पर थर।

4.1. BBIN दृ विकोण (Vision of BBIN)

 आस ईप-क्षेत्र के वलए BBIN दृविकोण चरर स्तंभों पर अधरररत है:


 व्यरपरर, कनेवटटविटी तथर पररगमन (िरंवजट)
 विद्युत ईत्परदन तथर जल प्रबंधन क्षेत्रकों में वनिेश
 उजरा क्षेत्र, विद्युत व्यरपरर तथर ररष्ट्रीय वर्ग्डों को ईप-क्षेत्रीय वर्ग्डों में पररिर्थतत करने में
सहयोग
 क्षेत्र के लोगों के बीच परस्पर संपका ।

4.2. सं भरिनर (Potential)

 पूणा रूप से लरगू होने के पश्चरत्, आसमें भररत के दवक्षण एवशयर के सरथ क्षेत्रीय व्यरपरर में 60%
तक तथर शेष विश्व के सरथ व्यरपरर में 30% तक िृवद् करने की क्षमतर है।
 पररिहन गवलयररों को अर्थथक गवलयररों में पररिर्थतत करने से दवक्षण एवशयर एक स्पि लरभ की
वस्थवत में होगर।
 BBIN समझौतर आस बरत कर संकेत है कक देशों के मध्य पहले वजन संबंधों में विश्वरस की कमी
प्रदर्थशत होती थी, ऄब िे वनणरायक रूप से पड़ोवसयों के बीच सहयोग की ररष्ट्रीय ररजनीवतक
सहमवत की ओर बढ़ रहे हैं।

4.2.1. हरवलयर घटनरक्रम

(Recent Developments)
 निम्बर, 2014 में भररत ने करठमरंडू में SAARC सम्मेलन के दौररन एक SAARC मोटर िरहन
समझौते कर प्रस्तरि रखर। परककस्तरन के विरोध के कररण समझौतर सरकरर नहीं ककयर जर सकर।
 आसके स्थरन पर भररत ने BBIN के सरथ िैसे ही मोटर िरहन समझौते कर प्रयरस ककयर।
पररणरमस्िरूप 15 जून, 2015 को ‘बरंग्लरदेश-भूटरन-भररत-नेपरल मोटर िरहन समझौते’ पर
हस्तरक्षर ककये गये।
 यद्यवप, 2017 में भूटरन यह कहते हुए आस समझौते में सवम्मवलत होने से पीछे हट गयर कक ऄन्य
देश आसे लरगू करने की कदशर में कदम बढ़रएं।
 भररत ने बरंग्लरदेश, भूटरन तथर नेपरल को जोड़ने िरली 558 ककलोमीटर लम्बी सड़क के वनमराण
तथर ईसके ईन्नयन के वलए 1.08 ऄरब डॉलर की ररवश स्िीकृ त की।

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 आस पररयोजनर को 50% वित्तीय सहरयतर एवशयरइ विकरस बैंक से प्ररप्त होगी। आस पररयोजनर के
2018 तक पूणा होने की संभरिनर है।

5. भररत-श्रीलं कर
(INDIA-SRI LANKA)

5.1. पृ ष्ठ भू वम (Background)

 सीलोन के रूप में आसे 1948 में अिरदी वमल गयी। 1972 में आसकर नरम बदल कर श्रीलंकर कर
कदयर गयर।
 नृजरतीय मुद्द-े श्रीलंकर में ऄनेक नृजरतीय समूह हैं- चसहली 74.9%, श्रीलंकरइ तवमल 11.2%,
श्रीलंकरइ मूर यर मुसलमरन 9.2%, भररतीय तवमल 4.2%, ऄन्य 0.5%।
 तवमलों के मतरवधकरर 1949 में छीन वलए गए। 1956 के ‘चसहलर के िल’ ऄवधवनयम (Sinhala
Only Act) ने आस भेद-भरि को और बढ़रयर।
 वलबरे शन टरआगसा ऑफ तवमल आलम (LTTE) की स्थरपनर 1976 में की गयी तथर यह 1983 से
लेकर 2009 तक श्रीलंकरइ सेनरओं के सरथ सशस्त्र संघषा में संलग्न रहर।

मरनवचत्र 2.7: श्रीलंकर


 प्रधरनमंत्री ररजीि गरंधी तथर ररष्ट्रपवत जे. अर. जयिद्ाने के बीच 1987 में हस्तरक्षररत भररत-
श्रीलंकर समझौते कर ईद्देश्य आस देश में गृह-युद् को समरप्त करनर थर।
 आस समझौते में श्रीलंकरइ संविधरन में 13िरं संशोधन कर स्िरयत्त प्ररंतीय पररषदों के वनमराण पर
विचरर ककयर गयर।
 आस समझौते के तहत भररतीय शरवन्त सेनर (IPKF) श्रीलंकर के ईत्तरी तथर पूिी प्ररन्तों में भेजी
गयी। आसकर लक्ष्य तवमल पृथकतरिरदी समूहों तथर सरकरर के बीच विरोध को समरप्त करनर थर।
 यद्यवप, तवमल आलम के हवथयरर छोड़ने तथर ररजनीवतक मुख्य धररर में शरवमल होने से आनकरर
करने के बरद IPKF तथर वलबरे शन टरआगसा ऑफ तवमल आलम के बीच सैन्य संघषा वछड़ गयर।
 10 ऄटटू बर, 1987 से अरम्भ हो कर 1990 तक चलने िरले IPKF-LTTE संघषा में 1,200
भररतीय सैवनकों तथर 660 LTTE कै डरों की जरन गयी।
 1991 में भूतपूिा प्रधरनमंत्री ररजीि गरंधी की नत्यर के कररण श्रीलंकर में नृजरतीय वििरद के प्रवत
भररत के दृविकोण में बड़र बदलरि अयर।
 2009 में एक सैन्य ऄवभयरन के मरध्यम से श्रीलंकर में गृह युद् की समरवप्त हुइ।

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5.2. भररत-श्रीलं कर सं बं धों कर विकरस

(Evolution of India Sri Lanka Relations)

 भररत तथर श्रीलंकर के संबध


ं 2,500 िषों से ऄवधक पुररने हैं। दोनों देशों की बौवद्क, सरंस्कृ वतक,
धरर्थमक तथर परस्पर भरषरइ संिरदों की एक विररसत है।
 भररत तथर श्रीलंकर ने संयि
ु गवतविवधयों के मरध्यम से बुद् को ज्ञरन की प्ररवप्त के 2600िें िषा को

एक स्मरणोत्सि (सम्बुद्त्ि जयंती) के रूप में मनरयर। आन गवतविवधयों में, ऄगस्त-वसतम्बर

2012 में श्रीलंकर में अयोवजत कवपलिस्तु के परिन स्मृवतवचननों की प्रदशानी भी शरवमल है।

 1974 में भररत तथर श्रीलंकर के बीच एक समुद्री समझौतर हुअ थर। आसके तहत भररत ने वनजान
कच्छतीिु द्वीप श्रीलंकर को सौंपर थर।
 1999 में हस्तरक्षररत भररत श्रीलंकर FTA 2000 में लरगू हुअ।

 2009, 2012 तथर 2013 में भररत ने मरनिरवधकरर पररषद् में श्रीलंकर के LTTE के विरुद् युद्
के मरमले में जरंच की मरंग संबध
ं ी प्रस्तरि के समथान में मतदरन ककयर।
 भररत में 2014 तथर श्रीलंकर में 2015 में सरकररों में पररितान के कररण दोनों देशों को निीन
संबध
ं ों की कदशर में अगे बढ़ने कर ऄिसर प्ररप्त हुअ।
 2015 में दोनों देशों के बीच एक ऄसैन्य परमरणु समझौते पर हस्तरक्षर ककये गये।

5.2.1. हरल के दौरे (Recent Visits)

 मइ, 2017 में प्रधरनमंत्री मोदी कोलम्बो में ऄंतरराष्ट्रीय िेसक कदिस समररोह के मुख्य ऄवतवथ बने।

मरचा 2015 के पश्चरत् प्रधरनमंत्री कर यह श्रीलंकर कर दूसरर दौरर थर।

 श्रीलंकरइ प्रधरनमंत्री रवनल विक्रमचसघे ऄप्रैल, 2017 में भररत के दौरे पर अये थे। यह जनिरी

2015 के पश्चरत् ईनकर तीसरर दौरर थर।


 मचहद्रर ररजपक्षे की हरर के पश्चरत् भररत की श्रीलंकर नीवत ररजनीवतक मुद्दों से हट कर अर्थथक
सहयोग तथर सुरक्षर संबंधी मरमलों पर के वन्द्रत रही है।

5.3 नृ जरतीय मु द्दर

(Ethnic Issue)

श्रीलंकरइ सुरक्षर बलों तथर LTTE के बीच लगभग तीन दशक पुररनर सशस्त्र संघषा मइ, 2009 में
समरप्त हुअ। संघषा की ऄिवध के दौररन भररत ने अतंकिरकदयों के विरुद् श्रीलंकरइ सरकरर के कररा िरइ
के ऄवधकरर कर समथान ककयर। तथरवप सरथ ही सरथ भररत ने ऄवधकरंश तवमल अबरदी, जो कक अम

नरगररक थी, की दुदश


ा र पर भी गहरी चचतर व्यि की। भररत ने आस बरत पर बल कदयर कक आस अबरदी

के ऄवधकरर और कल्यरण संबध


ं ी मुद्दे, LTTE के वखलरफ युद् में ईलझ कर न रह जरएं। आस संबध
ं में
भररत ने वनम्नवलवखत प्रयत्न ककए:
 भररत ने 13िें संशोधन कर समथान ककयर वजसमें प्ररन्तों को स्िरयत्ततर कदए जरने के प्ररिधरन तथर
तवमल ऄल्पसंख्यक अबरदी के ऄवधकररों को सवम्मवलत ककयर गयर थर।
 भररत, श्रीलंकर के ईत्तरी तथर पूिी प्ररन्तों में तवमल अबरदी के पुनिरास तथर पुनस्थरापन संबध
ं ी
प्रयरसों में संलग्न है।

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 भररत ने ईच्चतम स्तरों पर यह दोहररयर है कक नृजरतीय मुद्दे कर ररजनीवतक समझौते के मरध्यम से
एक ररष्ट्रीय समरधरन खोजे जरने की अिश्यकतर है। भररत हमेशर से बरतचीत के मरध्यम से ऐसे
ररजनीवतक समझौते के पक्ष में रहर है जो संयुि श्रीलंकर के ढरंचे के भीतर सभी समुदरयों को
स्िीकरर हो और लोकतंत्र, बहुलिरद तथर मरनिरवधकररों के सम्मरन के ऄनुकूल हो।

 घरे लू स्तर पर, नृजरतीय संबध


ं ों के प्रवत संिद
े नशीलतर तवमलनरडु में स्पि रूप से कदखती रही है,

ईदरहरण के वलए, मछु अरों से संबंवधत मुद्दर।

5.3.1. मछु अरों से सं बं वधत मु द्दर (Fishermen Issue)

 भररत तथर श्रीलंकर, दोनों ही देशों के मछु अरे परक खरड़ी क्षेत्र में सकदयों से मछवलयराँ पकड़ते रहे

हैं। आस सन्दभा में समस्यर भररत तथर श्रीलंकर के बीच 1974 में हस्तरक्षररत एक समुद्री समझौते

पश्चरत् समस्यर ईत्पन्न हुइ। िस्तुतः, अरं भ में 1974 के सीमर समझौते ने भी सीमर के दोनों ओर

मछली पकड़ने को प्रभरवित नहीं ककयर थर।


 1976 में, पत्रों के अदरन-प्रदरन के मरध्यम से भररत तथर श्रीलंकर दोनों ही एक दूसरे के जल क्षेत्र

में मछली पकड़नर बंद करने पर सहमत हो गए। यद्यवप यह समझौतर मछु अरों को आन क्षेत्रों में
मछली पकड़ने से रोक न सकर चूकाँ क ईन्हें सीमरओं के संबंध में जरनकररी नहीं थी।
 भररतीय तथर श्रीलंकरइ, दोनों ही ररष्ट्रीयतर के मछु अरे एक दूसरे की जल सीमर में प्रिेश करते रहे

हैं।
 यद्यवप भररतीय प्ररवधकरररयों के द्वररर श्रीलंकरइ मछु अरों को बंदी बनरये जरने की घटनरएं
ऄपेक्षरकृ त कम रही हैं चूकाँ क िे ऄवधकरंशतः मल्टी-डे क्ररफ्ट्स (कइ कदनों तक समुद्र में रह सकने में
समथा नौकरओं) के मरध्यम से भररतीय ऄनन्य क्षेत्र से दूर जरकर खुले समुद्र में मछवलयराँ पकड़ते हैं।
 दूसरी ओर मछली पकड़ने की बहु-कदिसीय क्षमतरओं के ऄभरि में भररतीय मछु अरे परक खरड़ी
क्षेत्र से हट कर भररतीय जलक्षेत्र के ऄपतटीय क्षेत्रों में यर महरद्वीपीय शेल्फ से करफी दूर जरकर
मछली नहीं पकड़ सकते।
 आसवलए, भररतीय मछु अरों के परस श्रीलंकरइ जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के ऄलरिर ऄन्य कोइ

विकल्प नहीं बचतर है। जहराँ एक ओर श्रीलंकरइ प्ररवधकरररयों के वलए ऄपनी समुद्री सीमर की
सुरक्षर महत्िपूणा है, िहीं भररतीय मछु अरों के वलए ऄपनी अजीविकर सुरवक्षत करनर प्ररथवमकतर

है।
 2017 के अरं भ में श्रीलंकरइ नौसेनर के द्वररर परक खरड़ी में कच्छतीिु द्वीप के वनकट एक भररतीय

मछु अरे की नत्यर कर मरमलर भररत द्वररर सिोच्च स्तर पर ईठरयर गयर। तवमलनरडु के मुख्यमंत्री
पलरनीस्िरमी ने श्रीलंकरइ वहररसत से 85 मछु अरों तथर ईनकी 128 नौकरओं को छु ड़रने की मरंग

को लेकर प्रधरनमंत्री नरें द्र मोदी को एक पत्र वलखर।


 दूसरी ओर श्रीलंकरइ मछु अरे भी आस क्षेत्र में भररतीय नौकरओं द्वररर बढ़ती हुइ िॉचलग
गवतविवधयों के संबध
ं में चचवतत हैं।
 दोनों देशों ने निम्बर, 2016 में एक संयि
ु करयादल कर गठन ककयर है तथर भररत ने श्रीलंकर को

बॉटम िॉचलग को चरणबद् ढ़ंग से समरप्त करने कर अश्वरसन कदयर है।

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मरनवचत्र 2.8: कच्छतीिु

5.4. अर्थथक सहयोग तथर व्यरपरर

(Economic Cooperation and Trade)


 श्रीलंकर दवक्षण एवशयर में भररत के सबसे बड़े व्यरपरररक भरगीदररों में से एक है।
 दूसरी ओर भररत श्रीलंकर कर सबसे बड़र िैवश्वक व्यरपरररक भरगीदरर है।
 मरचा 2000 में भररत-श्रीलंकर मुि व्यरपरर समझौते के लरगू होने के बरद से दोनों देशों के बीच
व्यरपरर तेिी से बढ़र है।
 2015 में वद्वपक्षीय व्यरपरर 4.7 ऄरब ऄमेररकी डॉलर तक पहुाँच गयर। 2015 में भररत से श्रीलंकर
को 4.1 ऄरब ऄमेररकी डॉलर (वपछले िषा की तुलनर में 2.1% ऄवधक) कर वनयरात ककयर गयर,
जबकक श्रीलंकर द्वररर भररत को ककयर जरने िरलर वनयरात 645 वमवलयन ऄमेररकी डॉलर (3.2%
की िृवद्) थर (MEA कदसम्बर 2016)।
 श्रीलंकरइ कस्टम विभरग के ऄनुसरर, 2016 में दोनों देशों के बीच वद्वपक्षीय व्यरपरर 4.38 ऄरब
ऄमेररकी डॉलर रहर। भररत द्वररर श्रीलंकर को ककयर जरने िरलर वनयरात 3.83 ऄरब ऄमेररकी
डॉलर थर, जबकक श्रीलंकर के द्वररर भररत को ककयर जरने िरलर वनयरात 551 वमवलयन ऄमेररकी
डॉलर थर।
 भररत श्रीलंकर के शीषा चरर वनिेशकों में से एक है। िषा 2003 से ऄब तक भररत कर संचयी वनिेश
1 ऄरब ऄमेररकी डॉलर से ऄवधक हो चुकर है।

5.4.1. विकरसरत्मक सहयोग (Development Cooperation)

सशस्त्र संघषा के समरप्त होने के बरद एक विशरल मरनिीय चुनौती सरमने अइ और लगभग 300,000
तवमल नरगररकों को अंतररक रूप से विस्थरवपत व्यवियों (IDPs) के रूप में वशविरों में रखनर पड़र।
भररत सरकरर ने एक सशि करयाक्रम के मरध्यम से IDPs कर सरमरन्य जीिन यथर शीघ्र बहरल करने
में सहरयतर करने कर प्रयरस ककयर है। भररत द्वररर प्रदरन की जर रही सहरयतर में वनम्नवलवखत
सवम्मवलत हैं:
 50,000 अिरसीय आकरइयों कर वनमराण,
 ईत्तरी रे लिे लरइनों की बहरली,
 KKS बन्दरगरह से मलबे को हटरनर और ईसकी बहरली,

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 व्यिसरवयक प्रवशक्षण के न्द्रों की स्थरपनर,
 जरफनर में एक सरंस्कृ वतक कें द्र की स्थरपनर, वथरुके थीस्िरम मवन्दर की पुनस्थरापनर,
 ईत्तरी प्ररन्त में एक कृ वष ऄनुसन्धरन संस्थरन की स्थरपनर।
 श्रीलंकर भररत सरकरर द्वररर कदए गए विकरस ऊण के प्रमुख प्ररप्तकतराओं में से एक है। भररत द्वररर
कदए जरने िरले ऊण की समर्ग् प्रवतबद्तर 2.6 वबवलयन ऄमेररकी डरलर की है। आसमें से 436
वमवलयन ऄमेररकी डरलर ऄनुदरन के रूप में है।
 ईत्तरी श्रीलंकर में रे लिे लरआन वनमराण में सहरयतर के वलए, रे ल लरइन वबछरने और रोचलग स्टॉक
की अपूर्थत के वलए 800 वमवलयन ऄमेररकी डरलर के ऊण की व्यिस्थर पहले से ही पररचरलन में
है।
 ऄटटू बर 2014 में, पुनर्थनर्थमत पल्लै-जरफनर रे लिे िैक और वसग्नल प्रणरली कर ईद्घरटन ककयर गयर।
आससे जरफनर और कोलम्बो पुनः रे ल मरगा से जुड़ गए।
 7.55 वमवलयन ऄमेररकी डरलर की भररतीय ऄनुदरन सहरयतर से श्रीलंकर में 28 जुलरइ 2016 को
एक अपरतकरलीन एम्बुलस
ें सेिर प्रररम्भ की गयी। आस पररयोजनर में अपरतकरलीन ऄनुकक्रयर कें द्र
की स्थरपनर, पवश्चमी और दवक्षणी प्ररन्तों में 88 एम्बुलेंसों की तैनरती और पहले िषा कर संचरलन
सवम्मवलत है।
 167.4 वमवलयन ऄमेररकी डरलर की एक ऄन्य ऊण व्यिस्थर के तहत सुनरमी-क्षवतर्ग्स्त कोलम्बो-
मटररर रे ल चलक की मरम्मत करके ईसे ऄपर्ग्ेड ककयर गयर है।

5.5. चीनी कररक (The China Factor)

 मचहद्रर ररजपक्षे के करयाकरल (2005-2015) के दौररन चीन की ओर झुकरि स्पि थर। ईनके
करयाकरल के दौररन हम्बनटोटर बन्दरगरह और कोलम्बो बन्दरगरह नगर जैसी पररयोजनरएं चीन
को सौंपी गयीं थीं।
 हम्बनटोटर बन्दरगरह कर वनमराण करया पूणा होने के बरद 2010 में आसकर पररचरलन प्रररम्भ हो
गयर थर। आसकर वनमराण तत्करलीन श्रीलंकरइ ररष्ट्रपवत मचहद्रर ररजपक्षे द्वररर प्रररम्भ की गयी कइ
मेगर ऄिसंरचनरत्मक पररयोजनरओं कर एक भरग थर। मचहद्रर ररजपक्षे कर पररिरर भी मूलतः
तटीय शहर हम्बनटोटर से ही सम्बवन्धत है। आन सभी पररयोजनरओं को चीनी ऊण द्वररर
वित्तपोवषत ककयर गयर थर। आस बरत ने ररजपक्षे सरकरर द्वररर बीचजग के सरथ विशेष व्यिहरर
ककये जरने के सन्दभा में भररत में अशंकरओं को जन्म कदयर थर।
 ितामरन सरकरर के दौररन: ऊण को भरगीदररी में पररिर्थतत करने के वलए हम्बनटोटर बन्दरगरह
को 99 िषों के वलए चीन को पट्टे पर सौंप कदयर गयर है।
 मइ 2017 में श्रीलंकर ने चीन की एक पनडु ब्बी को ईसके बन्दरगरह पर खड़र करने के ऄनुरोध को
ऄस्िीकरर कर कदयर। हरलराँकक, वपछले कु छ िषों में चीनी पनडु वब्बयों को श्रीलंकरइ तट पर कइ
बरर देखर गयर है।
 श्रीलंकर चीन की ‘बेल्ट एंड रोड पहल (BRI)’ कर एक प्रबल समथाक है।
 श्रीलंकर कर ऄनुमरवनत ररष्ट्रीय ऊण 64.9 वबवलयन डॉलर है वजसमें से के िल 8 वबवलयन डॉलर
कर ऊण ही चीन से वलयर गयर है – आसकर कररण चीन द्वररर ऊण पर अरोवपत ईच्च ब्यरज दर को
मरनर जर सकतर है। हम्बनटोटर बन्दरगरह पररयोजनर के वलए श्रीलंकर ने चीन से 6.3% की ब्यरज
दर पर 301 वमवलयन डॉलर कर ऊण वलयर थर, जबकक विश्व बैंक और एवशयरइ विकरस बैंक के
सॉफ्ट लोन पर ब्यरज दर के िल 0.25 से 3% तक है। पड़ोसी देशों के वलए भररत की ऊण
व्यिस्थर के तहत ब्यरज दरें 1% वजतनी कम यर कु छ मरमलों में तो आससे भी कम हैं।

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5.5.1. भररत के वहत (Indian Interests)

 कोलम्बो से 250 ककलोमीटर दवक्षण में हम्बनटोटर में मत्तरलर ररजपक्षे ऄंतरराष्ट्रीय हिरइ ऄड्डे
(MRIA) को 190 वमवलयन डरलर की चीनी सहरयतर के सरथ बनरयर गयर थर। यह सहरयतर
आसकी कु ल लरगत के 90 प्रवतशत से भी ऄवधक है। अज MRIA घरटे में चल रहर है और श्रीलंकर
चीन के एवटजम बैंक को देय ररवश कर भुगतरन करने में ऄसमथा है। विडम्बनर यह है कक श्रीलंकर
ऄब आस हिरइऄड्डे को भररत को सौंप सकतर है तरकक चीनी ऊण कर भुगतरन ककयर जर सके ।
हिरइऄड्डे के संचरलन के वलए भररत श्रीलंकर के बीच िरतरा विकवसत दौर में है।
 कोलम्बो बन्दरगरह में कं टेनर सुविधरओं के विकरस और चत्रकोमरली बन्दरगरह के विकरस में भी
भररत की रुवच है।
 ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल – भररत की समुद्री सुरक्षर और चीन की ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल – मैरीटरआम
वसल्क रूट की दृवि से श्रीलंकर की ऄिवस्थवत रणनीवतक है। चीन ऄिसंरचनर पररयोजनरओं के रूप
में भररत के आदा-वगदा रणनीवतक पररसम्पवत्तयरं बनरने कर प्रयरस कर रहर है। हरलराँकक चीन के
विरुद् भररत भी दृढ़तर से डटर हुअ है। भररत ने श्रीलंकर को सुरक्षर के सम्बन्ध में ऄपनी वचन्तरओं
से ऄिगत कररयर है और श्रीलंकर ने भररत के सुरक्षर वहतों के विरुद् ककसी भी प्रकरर की ऄनुमवत
न देने कर अश्वरसन कदयर है। हम्बनटोटर बन्दरगरह के संदभा में भररत को अशर है कक ऄनुबंध
समझौते में कदए गए सुरक्षर अश्वरसनों को भविष्य में वनष्ठरपूिक
ा वनभरयर जरएगर।

6. भररत-मरलदीि
(INDIA-MALDIVES)

मरनवचत्र 2.9: मरलदीि

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6.1. पृ ष्ठ भू वम (Background)

 लगभग 115 िगा मील के दरयरे में विस्तृत 1200 कोरल द्वीपों कर एक द्वीपसमूह मरलदीि, क्षेत्र
और जनसंख्यर, दोनों ही दृवि से एवशयर कर सबसे छोटर देश है।
 भररत 1965 में मरलदीि की स्ितन्त्रतर के पश्चरत ईसे मरन्यतर प्रदरन करने और ईसके सरथ
ररजनवयक सम्बन्ध स्थरवपत करने िरलर पहलर ररष्ट्र थर।
 भररत ने 1972 में मरले में ऄपनर वमशन स्थरवपत ककयर थर।
 भररतीय सेनर के ‘अपरे शन कै टटस’ ने इलम-समथाक समूह द्वररर 1988 में मरलदीि में तख्तरपलट
के प्रयरस को विफल कर कदयर थर।
 26 कदसम्बर, 2004 को सुनरमी के पश्चरत ररहत और अपूर्थत लेकर आब्ररवहम नरवसर हिरइऄड्डे पर
ईतरने िरलर पहलर डोर्थनयर भररतीय तटरक्षक दल कर थर।
 2009 से मरलदीि के ऄनुरोध पर भररत मरलदीि में ऄपनी नौसैवनक ईपवस्थवत बनरये हुए है।
 5 कदसम्बर, 2014 को, भररत ने मरलदीि की ररजधरनी मरले में “जल सहरयतर” भेजी, जहराँ अग
लगने के कररण ईनके सबसे बड़े जल-ईपचरर संयत्र कर जेनरे टर नि हो गयर थर।
 मरलदीि में बहु-प्रत्यरशी, बहु-परटी प्रणरली के ऄंतगात होने िरलर पहलर ररष्ट्रपवत कर चुनरि
ऄटटू बर 2008 में हुअ थर। आसके द्वररर वनिरावचत ररष्ट्रपवत को 2012 में ही ऄपदस्थ कर कदयर
गयर और 2013 के चुनरि में ऄब्दुल्लर यरमीन ऄब्दुल गयूम द्वररर प्रवतस्थरवपत कर कदयर गयर।
 सत्तर पर ऄपनी पकड़ को मजबूत बनरने के वलए ऄब्दुल्लर यरमीन द्वररर लोकतरवन्त्रक संस्थरओं को
कमजोर बनरने, ररजनीवतक विरोवधयों को जेल में बंद करने, प्रेस को प्रवतबंवधत करने,
न्यरयपरवलकर को वनयंवत्रत करने और ऄसहमवत को सीवमत करने कर प्रयरस ककयर गयर।
 लोकतरवन्त्रक ईथल-पुथल के कररण 2015 में भररत के प्रधरनमंत्री की आस द्वीप की यरत्रर को रद्द
कर कदयर गयर थर।
 ररष्ट्रपवत यरमीन ने ऄप्रैल 2016 में भररत कर दौरर ककयर।
 2018 में ररष्ट्रपवत यरमीन द्वररर अपरतकरल की घोषणर से आस द्वीप देश में वस्थवत और ऄवधक
खररब हो गयी।

6.2. सु र क्षर (Security)

 भररतीय महरसरगर में मरलदीि की ऄिवस्थवत समुद्री सुरक्षर की दृवि से आसे महत्त्िपूणा बनरती है।
यह मलक्कर और स्िेज जलसंवध के बीच के मरगा के लगभग मध्य में वस्थत है। मलक्कर और स्िेज
विश्व के व्यस्ततम व्यरपरर मरगा हैं और आन व्यरपरर मरगों से होकर हजररों करगो जहरज गुजरते हैं।
 आसके सरथ ही, के रल और लक्षद्वीप मरलदीि द्वीपों के बहुत ही वनकट वस्थत हैं। भररत के विरुद्
मरलदीि क्षेत्र कर सम्भरवित ईपयोग सदैि भररत की चचतर कर विषय रहर है।
 भररत की विदेश नीवत की प्ररथवमकतर सूची में मरलदीि कर विवशि स्थरन है, टयोंकक वहन्द
महरसरगर में सोमरवलयर और मलक्कर जलसंवध के वनकट समुद्री डकै ती के मरमलों में िृवद् हुइ है।
आसने वहन्द महरसरगर में सुरक्षर की दृवि से मरलदीि को नौसेनर ऄड्डों की स्थरपनर के वलए
महत्त्िपूणा बनर कदयर है।
 आस विषय पर पहले ररष्ट्रीय सुरक्षर सलरहकरर (NSA) स्तर की बैठक के दौररन, ऄटटू बर 2011 में
भररत, श्रीलंकर और मरलदीि द्वररर मरले में वत्रपक्षीय समुद्री सुरक्षर सहयोग पहल की शुरुअत की
गयी। आस पहल में ये तीनों समुद्र तटीय ररज्य अस-पड़ोस में समुद्री सुरक्षर बढ़रने के ईद्देश्य से
एकजुट हुए। 2013 और 2014 में आसकी दो ऄनुिती बैठकें हुईं।
 2014 में यह वनणाय वलयर गयर कक अगरमी बैठक मरलदीि में अयोवजत की जरएगी। हरलरंकक यह
बैठक ऄभी संपन्न नहीं हुइ है।

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 प्रधरनमंत्री मोदी के मरचा 2015 में वहन्द महरसरगर के ऄन्य तीन देशों के दौरे के एक भरग के रूप
में मरलदीि कर दौरर भी प्रस्तरवित थर, परन्तु मरलदीि के अंतररक ररजनीवतक घटनरक्रम के
कररण प्रधरनमंत्री की आस यरत्रर को ऄंवतम समय में रद्द कर कदयर गयर।
 भररत ने वहन्द महरसरगर के वलए ‘सरगर (SAGAR)’ ऄथरात् ‘क्षेत्र में सभी के वलए सुरक्षर और

विकरस (Security and Growth for all in the Region)’ कर दृविकोण ऄपनरयर है।
 2016 में रक्षर के वलए भररत-मरलदीि करयायोजनर कर वनमराण ककयर गयर थर। विदेश मंत्ररलय के
ऄनुसरर, करयायोजनर में वद्वपक्षीय रक्षर सहयोग के वलए रक्षर सवचिों के स्तर पर एक संस्थरगत
तन्त्र की स्थरपनर की पररकल्पनर की गयी है। सुरक्षर सहयोग के मुख्य ऄियि बन्दरगरहों कर
विकरस, सतत प्रवशक्षण, क्षमतर वनमराण, ईपकरणों की अपूर्थत और समुद्री वनगररनी होंगे।
 भररत ने मरलदीि में तीन तटीय वनगररनी रडरर प्रणरवलयों की स्थरपनर की है और आसी प्रकरर की
10 और सुविधरएाँ स्थरवपत करने की योजनर है। हरलराँकक आस कदशर में अगे की प्रगवत मरलदीि के
हरवलयर घटनरक्रम के कररण विलंवबत हो गयी है।

6.3. अर्थथक और विकरस सहयोग

(Economic and Development Cooperation)


 भररत मरलदीि कर एक ऄर्ग्णी विकरस भरगीदरर है। भररत ने आंकदररगरंधी मेमोररयल हॉवस्पटल
(IGMH), फै कल्टी ऑफ आंजीवनयररग टेक्नोलॉजी (FET) और आंवडयर मरलदीि फ्रेंडवशप फै कल्टी
ऑफ हॉवस्पटैवलटी एंड टू ररज्म स्टडीज (IMFFHTS) सवहत मरलदीि के कइ प्रमुख संस्थरनों की
स्थरपनर की है।
 ितामरन में, भररत ने मरलदीि को 100 वमवलयन ऄमेररकी डॉलर की स्टैंडबरइ ऊण सुविधर
(SCF) प्रदरन की है। आसमें दीघाकरवलक ऊण और व्यरपरर के वलए ररिॉचल्िग क्रेवडट (revolving
credit) भी सवम्मवलत हैं।
 भररत सरकरर द्वररर मरलदीि को प्रदत्त 40 वमवलयन ऄमेररकी डॉलर की नयी लरआन ऑफ क्रेवडट

के तहत, भररत के ओिरसीज आं फ्ररस्िटचर ऄलरयन्स (OIA) को मरलदीि में 485 अिरसीय
आकरइयों के वनमराण कर ऄनुबंध कदयर गयर है।
 भररत और मरलदीि ने 1981 में एक व्यरपरर समझौते पर हस्तरक्षर ककये थे, जो अिश्यक िस्तुओं
के वनयरात की ऄनुमवत देतर है। सरधररण शुरुअत से अगे बढ़ते हुए, ऄब भररत-मरलदीि के बीच
700 करोड़ रूपये कर वद्वपक्षीय व्यरपरर है (MEA, 2015)।

6.4. मरलदीि में लोकतरवन्त्रक सं क्र मण

(Democratic Transition in Maldives)


 मॉमून ऄब्दुल गयूम 1978 से 2008 तक मरलदीि के ररष्ट्रपवत रहे।

 2008 में नरगररक समरज के दबरि में लोकतरवन्त्रक सुधरर प्रररम्भ ककये गए और एक नयर
संविधरन ऄपनरयर गयर।
 2008 में मोहम्मद नशीद लोकतरवन्त्रक पद्वत से वनिरावचत प्रथम ररष्ट्रपवत बने। कु छ घटनरओं की
एक श्रृंखलर के पश्चरत्, वजन्हें कु छ लोगों द्वररर तख्तर पलट की करयािरही कहर गयर, 2012 में ईन्हें
ऄपने पद को छोड़ने के वलए वििश ककयर गयर।

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 तब से वहन्द महरसरगर कर यह द्वीप समूह ररजनीवतक संघषा कर सरक्षी रहर है।
 ऄपने ईत्तररवधकररी के शरसनकरल के दौररन ऄपनी वगरफ्तररी के भय से, नशीद ने एक बरर
भररतीय ईच्चरयोग में शरण ली थी।
 2013 में ऄब्दुल्लर यरमीन ररष्ट्रपवत वनिरावचत हुए।
 2015 में नशीद को अतंकिरद के अरोपों में 13 िषा की जेल की सजर सुनरइ गइ, ईनको ऄपररधी
ठहररए जरने की व्यरपक चनदर भी हुइ। 2016 में मोहम्मद नशीद को UK में ररजनीवतक शरण
प्ररप्त हुइ।
 जून 2016 में, विपक्षी दलों ने यरमीन को ररष्ट्रपवत पद से हटरकर लोकतंत्र की बहरली के ईद्देश्य से
मरलदीि संयि
ु विपक्षी दल कर गठन ककयर।
 हरल के कदनों में, भररत आस द्वीपसमूह ररष्ट्र में लोकतरवन्त्रक संस्थरओं और विपक्ष पर हुए हमलों पर
करफी हद तक चुप ही रहर है, जबकक ऄमेररकर, वब्रटेन और यूरोपीय संघ सवहत आस क्षेत्र में वहत
रखने िरले ऄवधकरंश देशों ने यरमीन सरकरर के ऄवतक्रमण की चनदर की है।
 फरिरी 2018 में, मरलदीि के सिोच्च न्यरयरलय ने मोहम्मद नशीद सवहत 9 विपक्षी नेतरओं को
ऄपररधी ठहररए जरने के वनणाय को रद्द कर कदयर और ईनकी ररहरइ कर अदेश कदयर। न्यरयरलय ने
चुनरि अयोग द्वररर ऄयोग्य घोवषत ककये गये 12 सरंसदों को भी बहरल कर कदयर। आसकर ऄथा थर
कक ऄब संयुि विपक्षी दल कर मजवलस यर संसद में बहुमत होगर और ईन्हें ररष्ट्रपवत पर
महरवभयोग लगरने की शवि होगी।
 आसकी प्रवतकक्रयर स्िरूप ररष्ट्रपवत यरमीन ने अपरतकरल की घोषणर कर दी और मुख्य न्यरयधीश
ऄब्दुल्लर सइद और ऄन्य न्यरयधीशों की वगरफ्तररी कर अदेश दे कदयर। आसने शेष तीन न्यरयधीशों
को विपक्षी दलों के नेतरओं को ररहर करने के न्यरयरलय के अदेश को िरपस लेने पर वििश कर
कदयर।

6.5. हरवलयर पररदृ श्य

(Recent Dynamics)
 चीन की बेल्ट एंड रोड पहल (BRI) के ऄंतगात मैरीटरआम वसल्क रोड पररयोजनर में मरलदीि एक
महत्त्िपूणा कड़ी है।
 कदसम्बर 2017 में, मरलदीि ने चीन के सरथ एक मुि व्यरपरर समझौते पर हस्तरक्षर ककये।
मरलदीि ने चीन की मैरीटरआम वसल्क रोड पररयोजनर कर समथान ककयर है। आस पररयोजनर कर
भररत द्वररर वहन्द महरसरगर में रणनीवतक वनवहतरथा के कररण विरोध ककयर गयर है। मरलदीि की
रणनीवत है कक िह ऄपनी भौगोवलक वस्थवत कर लरभ ईठरते हुए अर्थथक प्रगवत करे ।
 2012 में मरले द्वररर आब्ररवहम नरवसर ऄंतरराष्ट्रीय हिरइऄड्डे के अधुवनकीकरण के वलए 2010 में
GMR के सरथ हुए एक समझौते को समरप्त करने के पश्चरत् भररत और मरलदीि के बीच सम्बन्धों
में तनरि अ गयर थर। GMR ने सरकरर के वनणाय को चुनौती दी ककन्तु करनूनी लड़रइ के पश्चरत्
हिरइऄड्डे पर मरलदीि एयरपोटा कम्पनी वलवमटेड ने कब्जर कर वलयर। मरलदीि सरकरर ने
पररयोजनर को रद्द करने कर कररण तत्करलीन ररष्ट्रपवत नशीद द्वररर “ऄिैध रूप से ऄनुबंध प्रदरन
करनर” बतरयर थर।
 मरलदीि की भ्रिरचरर के मरमलों की वनगररनी करने िरली संस्थर ने GMR को ऄंतरराष्ट्रीय
हिरइऄड्डे कर पट्टर कदए जरने में ककसी भी भ्रिरचरर से आंकरर ककयर है। बरद में हिरइऄड्डे के विस्तरर
की आस पररयोजनर कर ऄनुबध
ं चीनी कम्पनी को दे कदयर गयर, जो आस पररयोजनर में 800
वमवलयन ऄमेररकी डॉलर कर वनिेश करे गी।
 आसी बीच, GMR चसगरपुर वस्थत ऄंतरराष्ट्रीय मध्यस्थतर रिब्यूनल में मरलदीि के विरुद् मध्यस्थतर
वििरद में विजयी रहर वजसमें रिब्यूनल ने कम्पनी को मुअिजे के रूप में 270 वमवलयन डॉलर की
ररवश कर भुगतरन ककये जरने कर अदेश कदयर।

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 मरलदीि के चीन के सरथ संबध
ं ों से भररत ऄसहज है। यह भी मरनर जर रहर है कक मरलदीि द्वररर
परररत नयर करनून, जो कु छ वनधराररत शतों पर भूवम पर पूणा विदेशी स्िरवमत्ि की ऄनुमवत देतर
है,चीन को वहन्द महरसरगर में ऄपने पराँि जमरने और विस्तरर करने में यह बहुत सहरयक होगर।
 भररत की चचतर है कक चीन ऄपने रणनीवतक सहयोगी परककस्तरन के सरथ वमलकर मरलदीि कर
ईपयोग भररत को रणनीवतक रूप से ऄिरुद् करने के वलए कर सकतर है।
 यहराँ तक की मरलदीि के पूिा ररष्ट्रपवत मोहम्मद नशीद ने भी कइ बरर मरलदीि के ‘चीन-समथाक’
रुख पर रटप्पणी की है।

6.5.1. भररत के वलए विकल्प

(Options for India)


 फरिरी 2018 में, न्यरवयक वनणाय तथर ईसके बरद ररष्ट्रपवत यरमीन द्वररर अपरतकरल की घोषणर
के पररणरमस्िरूप ईपजे संकट के दौररन वनरं तर भररत द्वररर हस्तक्षेप ककये जरने की मरंग की जर
रही थी। आस मुद्दे पर िैवश्वक एिं क्षेत्रीय मत आस बरत पर कें कद्रत रहे हैं कक मरलदीि में हस्तक्षेप
करने के वलए भररत के परस कौन-कौन से विकल्प ईपलब्ध हैं।
 श्रीलंकर में रह रहे वनिरावसत पूिा ररष्ट्रपवत मोहम्मद नशीद ने भररत से, मरलदीि में न्यरयरधीशों
तथर ररजनीवतक बंकदयों को ररहर कररने के वलए भररतीय सेनर द्वररर समर्थथत एक प्रवतवनवध भेजने
कर ऄनुरोध ककयर थर।
 भररत ने ऄपनी तरफ से अपरतकरल की घोषणर तथर बरद में आसकी समयरिवध को बढ़रए जरने
पर वनररशर व्यि की थी।
 22 मरचा 2018 को अपरतकरल हटरये जरने के वनणाय कर भररत सरकरर ने स्िरगत ककयर। सरथ ही
भररत ने मरलदीि सरकरर से संविधरन के सभी प्ररिधरनों को पुन:स्थरवपत करने, सिोच्च न्यरयरलय
एिं न्यरयपरवलकर की ऄन्य शरखरओं को पूणा स्ितंत्रतर के सरथ करया करने की ऄनुमवत देने , संसद
की स्ितंत्र एिं ईवचत करयाप्रणरली को प्रोत्सरहन देने ि समथान करने, सिोच्च न्यरयरलय की पूणा
बेंच के 1 फरिरी 2018 के अदेश को लरगू करने तथर सभी विपक्षी दलों के सरथ एक इमरनदरर
ररजनीवतक िरतरा को प्रोत्सरवहत करने कर अनिरन ककयर।
 भररत की सुरक्षर मरलदीि के सरथ घवनितर से ऄन्तसंबवं धत है। ऄतः आस दृवि से एक पड़ोसी देश
के रूप में भररत एक ऐसे वस्थर, शरंवतपूणा एिं समृद् मरलदीि की करमनर करतर है जो ऄपने
नरगररकों की अकरंक्षरओं को पूणा सके ।
 आस संदभा में, भररत की वस्थवत को समझने के वलए वनम्नवलवखत पहलू महत्िपूणा हैं:
o यूरोपीय संघ तथर ऄमेररकर जैसी ऄंतरराष्ट्रीय शवियों ने भररत की वस्थवत कर ऄनुकरण ककयर
है।
o यद्यवप यह अकषाक प्रतीत होतर है तथरवप प्रत्यक्ष हस्तक्षेप को, 1988 के विपरीत, कु छ समय
के वलए खरररज कर कदयर गयर है। आसकर कररण यह है कक हस्तक्षेप की मरंग मरलदीि सरकरर
द्वररर नहीं ऄवपतु विपक्ष द्वररर की गयी है। आसके ऄवतररि, आससे चीन तथर मरलदीि के
संबंधों में और ऄवधक वनकटतर अएगी।
o परं पररगत ज्ञरन तथर हरवलयर ऄनुभि आस बरत की पुवि करते हैं कक बरहरी हस्तक्षेप (प्रत्यक्ष
यर परोक्ष) द्वररर थोपे गए सत्तर पररितान कर विफल होनर तय है।
o सरथ ही, कठोर कररा िरइ के विकल्प को आस अधरर पर भी ख़रररज ककयर जर सकतर थर कक
भररत यह सुवनवश्चत नहीं कर सकतर कक सत्तर पररितान के पश्चरत् मरले की नइ सरकरर
भररतीय वहतों के पक्ष में व्यिहरर करे गी यर नहीं।
o नइ कदल्ली आस द्वीपीय ररष्ट्र में ईत्पन्न होने िरली ऄवस्थरतर के प्रवत सजग है। यहरं कट्टरपंथी
आस्लरवमक स्टेट (IS) द्वररर भी ऄपनी पैठ बनरने कर प्रयरस ककयर जर रहर है,

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 मरलदीि एक निजरत लोकतंत्र है और ऄपनी संस्थरओं एिं क्षमतर वनमराण को सुदढ़ृ बनरने की
प्रकक्रयर में है। हरल के कदनों में भी, मरलदीि ने “पहले भररत” नीवत को ही प्रदर्थशत ककयर है।
 भररत को मरलदीि की सरकरर तथर िहरं की जनतर के मरलदीि को एक वस्थर, लोकतरंवत्रक,
शरंवतपूणा एिं समृद् देश बनरने के प्रयरसों में सहरयतर के वलए प्रवतबद् रहनर चरवहए। भररत को
आस संिेदनशील क्षेत्र में ऄत्यवधक सरिधरनी बरतने की जरूरत है टयोंकक ऄभी तक कर घटनरक्रम
मरलदीि कर एक घरे लू मुद्दर है तथर देश के “अंतररक मरमलों” के दरयरे के ऄंतगात अतर है।
 आस संदभा में, भररत को हरवलयर घटनरक्रम को ध्यरन में रखते हुए सुलह प्रकक्रयर में सभी
वहतधररकों के सरथ सकक्रय रूप से संलग्न रहनर चरवहए, वजससे कक यह सुवनवश्चत ककयर जर सके कक
सभी वहतधररक लोकतरंवत्रक प्रकक्रयर को अगे बढ़रते रहेंगे।
 ऄंतरराष्ट्रीय समुदरय के सरथ समन्िय भररत के विकल्पों को बढ़रएगर।
 ऄब यह देखर जरनर शेष है कक भररत ककस प्रकरर, दवक्षण एवशयर क्षेत्र में मुख्य सुरक्षर प्रदरतर की
ऄपनी वस्थवत को मजबूत बनरते हुए आस क्षेत्र में चीन के हस्तक्षेप को रोक सकतर है।
 जैस-े जैसे चहद महरसरगर में भररत तथर चीन के मध्य रणनीवतक प्रवतस्पधरा बढ़ेगी, हमें बरर-बरर
ऐसी पररवस्थवतयों कर सरमनर करने के वलए तैयरर रहनर होगर। हमें आन पररवस्थवतयों कर
मुकरबलर करने के वलए एक रचनरत्मक एिं गवतशील रणनीवत तैयरर करने की अिश्यकतर है।
 जैसर कक नौ-सेनरध्यक्ष ऄरुण प्रकरश ने संकेत ककयर है, भूगोल तथर आवतहरस के कु छ बुवनयरदी
वसद्रंतों को स्मरण करनर यहरं अिश्यक है:
o मरले से, वनकटतम चीनी बंदरगरह हरआकू (हैनरन), की हिरइ दूरी 2,700 मील तथर समुद्री
दूरी 3,400 मील है। आस दूरी को परर करने के वलए एक विमरन को, तीन देशों के उपर से
ईड़ते हुए, 7 से 8 घंटों कर समय लगेगर तथर समुद्री मरगा से एक जहरज को मरले पहुंचने में
8 से 10 कदन कर समय लेगर।
o िहीं मरले तथर वनकटतम भररतीय बंदरगरह/ हिरइ ऄड्डे कोवच्च के बीच की 500 मील की दूरी
को परर करने के वलए भररत से ईड़रन कर समय मरत्र एक घंटर तथर समुद्र-यरत्रर कर समय
24 घंटों से बस कु छ ही ऄवधक है।
 2004 के सुनरमी ररहत प्रयरस में भररतीय नौसेनर कर ईत्कृ ि प्रदशान आस बरत को यरद रखने हेतु
पयराप्त है कक भररत भौगोवलक ि लरक्षवणक दृवि से मरलदीि के ककतनर वनकट है।

7. दवक्षण एवशयरइ क्षे त्रीय सहयोग सं ग ठन (सरका )


(South Asian Association For Regional Cooperation)

Map 2.9: SAARC countries

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7.1. पृ ष्ठ भू वम (Background)

 दवक्षण एवशयरइ क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सरका ) की स्थरपनर 8 कदसंबर 1985 को ढरकर में की गइ
थी। आसकर सवचिरलय करठमरंडू, नेपरल में वस्थत है।
 सरका के अठ सदस्य देश ऄफगरवनस्तरन, बरंग्लरदेश, भूटरन, भररत, मरलदीि, नेपरल, परककस्तरन
और श्रीलंकर हैं।
 दवक्षण एवशयर के ये अठ ररष्ट्र, विश्व के 3 प्रवतशत क्षेत्र को संघरटत करते हैं, वजसमें िैवश्वक
अबरदी कर 21 प्रवतशत वनिरस करती है। ऄके ले भररत में, महत्िपूणा रूप से, सरका कर 70
प्रवतशत क्षेत्र तथर अबरदी वनवहत है।
 यह संगठन, बहुपक्षीय सहयोग एिं क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़रिर देतर है। आसने 2006 में दवक्षण
एवशयरइ मुि व्यरपरर क्षेत्र कर शुभररं भ ककयर।
 सरका में नौ पयािक्ष
े क देश भी हैं (ऑस्िेवलयर, चीन, यूरोपीय संघ, इररन, जरपरन, मॉरीशस,
म्यरंमरर, दवक्षण कोररयर तथर यूएसए)। सरका , संयुि ररष्ट्र में एक पयािेक्षक के रूप में स्थरयी
ररजनवयक संबंधों को बनरए रखतर है तथर आसने बहुपक्षीय संस्थरओं के सरथ संबंध भी स्थरवपत
ककये हैं।
 परककस्तरन द्वररर ऄन्य देशों के घरे लू मरमलों में हस्तक्षेप करने के चलते, भररत तथर ऄन्य देशों की
गैर-भरगीदररी के कररण 2016 में आस्लरमरबरद में होने िरले 19िें सरका वशखर सम्मेलन को
स्थवगत कर कदयर गयर थर।

7.2. सं ग ठन (The Organisation)

 चरटार वनकरय सरका के मुख्य तंत्र हैं। आनमें वशखर सम्मेलन, मंवत्रपररषद, स्थरयी सवमवत, करयाक्रम
सवमवत, तकनीकी सवमवतयरं तथर कररा िरइ सवमवतयरं सवम्मवलत हैं।
 सरका में वशखर सम्मेलन सिोच्च वनणायन ऄवधकररी है। आन बैठकों को सदस्य देशों द्वररर िणरानक्र
ु म
(alphabetical order) में ऄदल-बदलकर वद्विरर्थषक रूप से अयोवजत ककयर जरतर है। वशखर
सम्मेलन की मेजबरनी करने िरलर सदस्य ररष्ट्र, ककसी ऄन्य सदस्य ररष्ट्र द्वररर ऄगली ऐसी बैठक
अयोवजत करने तक, सम्मेलन के ऄध्यक्ष कर पदभरर र्ग्हण करतर है।
 सरका वशखर सम्मेलन कर मुख्य पररणरम विज्ञवप्त घोषणरपत्र है। आसमें सहमवत प्ररप्त क्षेत्रों में क्षेत्रीय
सहयोग के सुदढृ ीकरण हेतु ररज-प्रमुखों यर ररष्ट्ररध्यक्षों के वनणाय एिं वनदेश सवम्मवलत होते हैं।

7.3. ईद्भि (Evolution)

 1970 के दशक के ऄंत में, सरका के विचरर को स्ियं बरंग्लरदेशी नेतर वजयर ईर रहमरन द्वररर प्रस्तुत
ककयर गयर तथर प्रररं वभक चरणों में बरंग्लरदेश ने सरका के विचरर पर सभी कर ध्यरन अकर्थषत
ककयर थर।
 ढरकर ने दवक्षण एवशयर में भररत के “अवधपत्य” को वनयंवत्रत करने के विचरर से प्रररं भ में सरका के
सुझरि को अगे बढ़रयर। यह विचरर भररत तथर ईसके छोटे दवक्षण एवशयरइ पड़ोसी देशों के मध्य
संरचनरत्मक ऄसमरनतर से प्रेररत थर।
 दूसरी तरफ, भररत भी सरका के विचरर के बररे में बहुत ईत्सरवहत नहीं थर टयोंकक यह मरनतर थर
कक आसके पड़ोसी देशों ने आस विषय में बहुत सररी अशंकरएं बनर रखी हैं तथर आससे संगठन में
भररत की संभरिनरओं में बरधर ईत्पन्न होगी, ऄथिर यह भररत को प्रवतकू ल रूप से प्रभरवित करने
िरलर एक मंच बन जरएगर।
 परककस्तरन भी सरका के अरं भ से ही आसके विषय में बहुत ऄवधक ईत्सरवहत नहीं थर, टयोंकक यह
जरनतर थर कक सरका पर भररत कर प्रभुत्ि होगर (भररत के अकरर के कररण)।

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7.3.1 एजें डर को स्िरुप प्रदरन करने िरले कररक: प्रररं वभक चरण

(Factors Shaping the Agenda: Initial Phase)


प्रररं वभक चरण में सरका के भविष्य की करया पद्वत को अकरर कदयर गयर जैसर वनम्नवलवखत के मरध्यम
से देखर जर सकतर है:
 वद्वपक्षीय मुद्दे नहीं: एक विचरर के रूप में सरका के प्रररं भ से ही, भररत ने अर्ग्ह ककयर कक िह
वद्वपक्षीय वििरदों के मरमले में चचरा के वलए ककसी भी ऄंतरररष्ट्रीय मंच के प्रयोग से सहमत नहीं
होगर तथर ईन्हें के िल वद्वपक्षीय स्तर पर ही हल करनर पसंद करे गर।
 छोटे देशों कर व्यरपरर पर संदह
े : दूसरी तरफ, छोटे देशों को सरका के एजेंडे में व्यरपरर एिं िरवणज्य
को सवम्मवलत करने में कोइ कदलचस्पी नहीं थी टयोंकक भररतीय ऄथाव्यिस्थर के ऄपेक्षरकृ त बड़े
अकरर को देखते हुए, िे आस बरत से चचवतत थे कक आस तरह के प्रयरस से, ईनके बरिररों पर
पूणत
ा यर भररतीय िस्तुओं कर एकरवधकरर हो जरएगर।
 के िल गैर-वििरदरस्पद मुद्द:े सरका एजेंडे में सहयोग के नौ गैर-वििरदरस्पद क्षेत्रों पर ध्यरन कें कद्रत
ककयर गयर है वजन्हें “कररा िरइ के सरका एकीकृ त करयाक्रम” यर “कररा िरइ के क्षेत्रीय करयाक्रम” के रूप
में जरनर जरतर है। आन क्षेत्रों में- कृ वष एिं र्ग्रमीण विकरस, पररिहन एिं संचरर, विज्ञरन एिं
प्रौद्योवगकी, संस्कृ वत, स्िरस््य, जनसंख्यर वनयंत्रण, खेल एिं कलर सवम्मवलत हैं।

7.3.2. सरका एजें डर

(The SAARC Agenda)


 क्षेत्रीय सहयोग
 क्षेत्रीय एकीकरण
 बहुपक्षीयतर

7.3.3. सरका चरटा र के वसद्रं त

(Principles of the SAARC Charter)


 भररत और ईसके छोटे पड़ोसी देशों दोनों की अशंकरओं को ध्यरन में रखते हुए, सरका में एक चरटार
कर वनमराण ककयर गयर है। यह चरटार वनम्नवलवखत अधररों पर सरका की करयाप्रणरली को वनदेवशत
करतर है:
o संप्रभुतर की समरनतर के अधरर पर।
o क्षेत्रीय ऄखंडतर के अधरर पर।
o ररजनीवतक स्ितंत्रतर के अधरर पर।
o घरे लू मरमलों में ऄहस्तक्षेप के अधरर पर।

7.3.4. सरका के क्षे त्रीय कें द्र

(SAARC Regional Centres)


1989 से, क्षेत्रीय सहयोग को सुदढ़ृ एिं प्रोत्सरहन प्रदरन करने हेतु विवशि ऄवधदेशों के सरथ कइ क्षेत्रीय
कें द्र स्थरवपत ककए गए हैं। क्षेत्रीय कें द्र, करयाक्रम की गवतविवधयरं कक्रयरवन्ित करते हैं तथर आनसे ऄपने
संबवं धत क्षेत्रों में ईत्कृ ितर कें द्रों के रूप में विकवसत होने की ऄपेक्षर की जरती है।
 सरका कृ वष कें द्र (SAC), ढरकर
ईवचत सूचनर और संचरर प्रौद्योवगककयरं, प्रबंधन पद्वतयरं और मरनक ऄपनरकर कृ वष संबंधी ज्ञरन और
सूचनर प्रणरली की नेटिर्ककग के मरध्यम से संबंवधत लक्ष्यों को प्ररप्त करने हेतु SAARC सदस्य देशों के
सभी कृ वष व्यिसरवययों को सूचनर और ज्ञरन संसरधनों तक समय पर, प्ररसंवगक और सरिाभौवमक पहुंच
प्रदरन करने के ऄवधदेश के सरथ 1989 में स्थरवपत ककयर गयर थर।

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 सरका उजरा कें द्र (SEC) , आस्लरमरबरद

आसे उजरा पर क्षेत्रीय के सरथ-सरथ संयुि और सरमूवहक गवतविवधयों को अरं भ, समवन्ित और


सुविधरजनक बनरकर दवक्षण एवशयर क्षेत्र की अर्थथक संिृवद् और विकरस के वलए ईत्प्रेरक के रूप में
करया करने के ऄवधदेश के सरथ 2006 में स्थरवपत ककयर गयर थर। SEC उजरा पर सरका करयादल की

(और ऄन्य) बैठकों के वलए तकनीकी अदरन-प्रदरन करतर है, और प्ररसंवगक सूचनर, ऄत्यरधुवनक
प्रौद्योवगकी और विशेषज्ञतर प्रदरन कर आस क्षेत्र के भीतर उजरा रणनीवतयों के त्िररत एकीकरण की
सुविधर प्रदरन करतर है।
 सरका सरंस्कृ वतक कें द्र (SCC), कोलंबो, श्रीलंकर
सरंस्कृ वतक एकीकरण और ऄंतर-सरंस्कृ वतक िरतरा के मरध्यम से क्षेत्रीय एकतर को बढ़रिर देने के
ऄवधदेश के सरथ आस कें द्र की स्थरपनर 2009 में की गइ थी एिं संस्कृ वत के वलए सरका एजेंडे के ढरंचे के

भीतर दवक्षण एवशयर की सरंस्कृ वतक विररसत के परररक्षण, संरक्षण और सुरक्षर में योगदरन करतर है।

 सरका तपेकदक और HIV/AIDS के द्र (STAC), करठमरंडू

सदस्य देशों के ररष्ट्रीय TB करयाक्रमों के प्रयरसों को समवन्ित कर क्षेत्र में तपेकदक रोकने और वनयंवत्रत

करने; सूचनर, ऄनुसंधरन, क्षमतर वनमराण कर अदरन-प्रदरन करने और गवतविवधयरं करयरावन्ित करने;

क्षेत्र में और ऄन्यत्र तपेकदक के क्षेत्र में निीनतम विकरसों और वनष्कषों पर जरनकररी एकवत्रत,

समरनुक्रवमत, विश्लेवषत और प्रसरररत करने के ऄवधदेश के सरथ आस कें द्र की स्थरपनर 1992 में की गइ
थी।
 सरका अपदर प्रबंधन कें द्र (SDMC), कदल्ली, भररत

विज्ञरन और प्रौद्योवगकी के ईपयोग, कइ विषयों के ज्ञरन, सिोत्तम प्रथरओं के अदरन-प्रदरन, क्षमतर

विकरस, सहयोगी ऄनुसंधरन और िैवश्वक प्ररथवमकतरओं/लक्ष्यों और सदस्य देशों द्वररर ऄपनरए गए


ऄन्य प्ररसंवगक ढरंचों की तजा पर नेटिर्ककग के मरध्यम से सदस्य देशों की ईनकी अपदर जोवखम में कमी
की पहलों में सहरयतर करने के ऄवधदेश के सरथ चरर पूिा सरका कें द्रों ऄथरात (1) सरका अपदर प्रबंधन कें द्र

(SDMC- नइ कदल्ली, भररत); (2) सरका मौसम विज्ञरन ऄनुसंधरन कें द्र (SMRC - ढरकर, बरंग्लरदेश);

(3) सरका िरवनकी कें द्र (SFC - वथम्फू , भूटरन); (4) सरका तटीय क्षेत्र प्रबंधन कें द्र (SCZMC - मरले,

मरलदीि) कर विलय करके व्यरपक भूवमकर के ईद्देश्य से निंबर 2016 में आस कें द्र की पुनस्थरापनर की
गइ थी।

7.4. व्यरपरर और िरवणज्य: सरका ऄवधमरन्य व्यरपरर प्रबं ध न (SAPTA)

(Trade and Commerce- The SAARC Preferential Trade Arrangement: SAPTA)

 सरका के एजेंडे में व्यरपरर और िरवणज्य को सवम्मवलत करने के विचरर को पहली बरर 1993 में

सरका ऄवधमरन्य व्यरपरर व्यिस्थर (SAPTA) पर हस्तरक्षर ककए जरने के सरथ ठोस रूप कदयर गयर

थर। आस पर 11 ऄप्रैल 1993 को ढरकर में हस्तरक्षर ककयर गयर थर। यह ऄवधमरन्य अधरर पर
व्यरपरर ईदररीकरण के विवभन्न सरधनों के ऄंगीकरण कर प्ररिधरन करतर है। एक ऄन्य पहलू यह
थर कक सरका के अर्थथक रूप से ऄवधक विकवसत देशों ने आस क्षेत्र के वनम्न विकवसत देशों की
सहरयतर करने पर सहमवत व्यटत की। 1995 में SAPTA कर शुभररं भ ककयर गयर थर।

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7.4.1. SAPTA में प्रगवत कर ऄभरि

(Lack of Progress in SAPTA)


 हरलरंकक, SAPTA ऄंत:क्षेत्रीय व्यरपरर में कोइ िरंवछत प्रगवत नहीं कर सकर।
 ऄंत:क्षेत्रीय व्यरपरर की मरत्रर में के िल मरमूली िृवद् हुइ। SAPTA के ऄंतगात प्रदत्त ररयरयतों की
सूची में 3857 प्रशुल्क क्षेत्र सवम्मवलत थे लेककन प्रमुख सीमर, प्रदत्त ऄवधमरन्य व्यरपरर कर
िरस्तविक व्यरपरर किरे ज थी। ररष्ट्रों द्वररर दी गइ ररयरयतें आस क्षेत्र के समर्ग् व्यरपरर में िृवद् हेतु
पयराप्त नहीं थीं।
 आसके ऄवतररटत, सरका के सदस्य देशों के मध्य संबंधों की खररब वस्थवत को देखते हुए, SAPTA
ऄत्यंत सीवमत महत्िरकरंक्षरओं िरली व्यरपरर व्यिस्थर बनी रही।
 ररष्ट्रों के मध्य िरस्ति में वजन िस्तुओं कर व्यरपरर ककयर जर सकतर है, ईसे आन ररष्ट्रों की
सकरररत्मक सूची में सवम्मवलत नहीं ककयर गयर।
 व्यरपरर संबंधी वििरदों के समरधरन हेतु SAPTA के परस कोइ तंत्र ईपलब्ध नहीं थर।
SAPTA वनम्नवलवखत कवमयों से र्ग्स्त थर
1. ऄलग-ऄलग देशों के वलए प्रशुल्क में कमी कर कोइ लक्ष्य वनधराररत नहीं ककयर गयर थर।
2. देश वबनर ककसी समय सीमर के प्रशुल्क और गैर-प्रशुल्क बरधरओं को क्रवमक ढंग से कम करनर
चरहते थे।
3. देशों ने सकरररत्मक सूची प्रदरन की (िस्तुओं की नकरररत्मक सूची के बजरय) वजनकर PTA के
ऄंतगात व्यरपरर ककयर जर सकतर थर।

7.5. दवक्षण एवशयरइ मु ि व्यरपरर समझौतर

(South Asian Free Trade Agreement: SAFTA)


 2006 में दवक्षण एवशयरइ मुि व्यरपरर समझौते (SAFTA) के करयरान्ियन के सरथ सरका सदस्यों
के अर्थथक एकीकरण को सुदढ़ृ करने की कदशर में एक और प्रयरस ककयर गयर।
 2004 में, आस्लरमरबरद में सरका के वशखर सम्मेलन में SAFTA पर हस्तरक्षर ककयर गयर तथर आसे
सरका के विचरर को जीिनदरन देने के प्रयरस के रूप में देखर गयर।
 SAFTA कर पररचरलन 2006 के पश्चरत् से जररी है और आसकी वनम्नवलवखत विशेषतरएं हैं:
1. सदस्य ररज्य समयबद् तरीके से प्रशुल्क बरधरएं कम करें गे। ऄवधकतम प्रशुल्क 0-5% की
सीमर में होगर।
2. सरका के गैर LDC देशों (भररत, परककस्तरन, श्रीलंकर) के वलए प्रशुल्क कम करने की समय
सीमर 7 िषा, जबकक LDC देशों हेतु 10 िषा की समय सीमर वनवश्चत की गइ थी। SAFTA के
ऄनुसरर, 2016 तक दवक्षण एवशयर को मुि व्यरपरर क्षेत्र बन जरनर थर।
3. सकरररत्मक सूची के बजरय, संिद
े नशील सूची की ऄिधररणर प्रचवलत की गइ (संिेदनशील
सूची में ऐसी िस्तुएं सवम्मवलत होतीं जो प्रशुल्क में कमी के संबंध में समयबद् प्रवतबद्तर के
ऄधीन नहीं होती)। हरलरंकक, यह सहमवत हुइ कक कमी लरने के ईद्देश्य से संिेदनशील सूची
को वनयवमत रूप से संशोवधत ककयर जरएगर।
4. प्रशुल्क और गैर-प्रशुल्क बरधरओं से संबवं धत वििरदों के वलए वििरद समरधरन तंत्र पर
सहमवत हुइ।
5. क्षवतपूर्थत खंड की शुरुअत की गयी- SAFTA के ऄंतगात LDC देशों को होने िरली ररजस्ि
हरवन की पूर्थत हेतु क्षवतपूर्थत खंड को अरं भ ककयर गयर टयोंकक शुरुअत में आन देशों पर FTA
से प्रवतकू ल प्रभरि पड़ सकतर थर। ईन्हें सीवमत ऄिवध के वलए विकरस सहरयतर से क्षवतपूररत
ककयर जरनर थर।

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7.5.1. SAFTA के सु दृ ढीकरण हे तु पहल

(Steps to Strengthen SAFTA)


सरका वशखर सम्मेलन 2011 में - भररत ने ऄपनी नकरररत्मक सूची से 46 टेटसटरआल मदों को हटरने की
घोषणर की
(a) भररत ने सरका के ऄविकवसत देशों (LDC) के वलए संिेदनशील सूची की सभी 25 मदें भी हटर दी
हैं।
(b) भररत और बरंग्लरदेश के मध्य मेघरलय और वत्रपुरर सीमर पर सीमर हरट पुनःस्थरवपत करने हेतु
कदम ईठरए गए हैं।
(c) भररत ने परंच दवक्षण एवशयरइ भरगीदररों को ऄपनी 99.7% िस्तुओं तक शुल्क मुि पहुंच प्रदरन
की है।

7.5.2. SAFTA: मु ख्य चु नौवतयरं

(SAFTA: Key Challenges)


हरलरंकक SAFTA ने कु छ वनवश्चत चुनौवतयों कर वनरं तर सरमनर ककयर है:
1. भररत और परककस्तरन के बीच संबध
ं ों की प्रकृ वत SAFTA की सफलतर के वलए हमेशर महत्िपूणा
कररक बनी रहेगी।
2. ऄथाव्यिस्थरओं के ऄनुपूरक होने पर FTA की सफलतर की संभरिनर ऄवधक होती है, जबकक
दवक्षण एवशयरइ ऄथाव्यिस्थरएं ऄपेक्षरकृ त प्रवतस्पधी प्रकृ वत की हैं।
3. विवभन्न दवक्षण एवशयरइ देशों के मध्य सुदढ़ृ रे ल, सड़क, िरयु और पत्तन कनेवटटविटी चलक कर
ऄभरि है।
4. कइ गैर-प्रशुल्क बरधरएं विद्यमरन हैं वजसमें कठोर िीिर-व्यिस्थर, मरनकीकरण और सीमर शुल्क
करया प्रणरली में ऄंतर सवम्मवलत हैं।

7.5.3. अगे की ररह (Way Forward)

एक ऐसे संदभा में जब क्षेत्र कर 10% से भी कम अंतररक व्यरपरर सरका मुि व्यरपरर क्षेत्र के ऄंतगात
होतर है तो ऐसे में SAFTA को करयाशील बनरने के तरीकों की खोज करनर ऄपररहरया है। हरल के कदनों
में िैक 2 पहलों ने दवक्षण एवशयरइ मंच की तरह SAARC के संदभा में वनम्नवलवखत ऄनुशस
ं रएं की हैं-
1. सीमरओं के अर-परर कनेवटटविटी बढ़रनर।
2. दवक्षण एवशयरइ ब्ररंड कर वनमराण।
3. व्यरपरर के वलए ईदरर िीजर व्यिस्थर और सीमरओं के अर-परर वनिेश की स्ितंत्रतर।

7.6. SAARC: तु ल नरत्मक अं क लन

(SAARC: Comparative Assessment)


 ऄन्य क्षेत्रीय संगठनों की तुलनर में सरका को ऄपेक्षरकृ त कम सफलतर प्ररप्त हुइ है।
 न्यूनतम एकीकृ त क्षेत्र: िैवश्वक स्तर पर ऄन्य क्षेत्रों की तुलनर में (यूरोप यर दवक्षण पूिा एवशयर की
तुलनर में), दवक्षण एवशयर विश्व के न्यूनतम एकीकृ त क्षेत्रों में से एक है। विश्व बैंक ने भी यह तका
कदयर है।
 सदस्य देशों के मध्य ररजनीवतक मुद्दों ने वनरं तर सरका के अर्थथक वहतों कर ईल्लंघन ककयर है। सरका
अर्थथक एकीकरण को ईल्लेखनीय रूप से अगे बढ़रने में सफल नहीं रहर है। न ही यह व्यरपरर में
महत्िपूणा िृवद् करने में सफल रहर है।

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 सरका व्यरपरर की मरत्रर 5% पर वस्थर है, जबकक आसके विपरीत EU के देश ऄपने क्षेत्र में 66%
िस्तुओं और सेिरओं कर व्यरपरर करते हैं, NAFTA 53% तक पहुंच गयर है, जबकक ASEAN
25% तक पहुंच गयर है।
 अिरगमन की सुगमतर: यूरोवपयन यूवनयन के ऄंतगात, यूरोपीय देशों ने िस्तुओं के वलए सरझर
बरजरर एिं सरझी मुद्रर कर प्ररिधरन ककयर है, सरथ ही यह िैसे देशों के वलए िीिर मुि अिरजरही
प्रदरन करतर है जो शेंगन
े समझौते (Schengen Agreement) के पक्षकरर हैं।
 मतभेदों कर प्रबंधन: ASEAN ऄहस्तक्षेप, ऄनौपचरररकतर, न्यूनतम संस्थरगतकरण, पररमशा और
सिासम्मवत, बल प्रयोग न करने और विरोध न करने के अदशों के अधरर पर 'ASEAN मरगा' के
ऄंतगात क्षेत्र को एकजुट करने हेतु ऄर्ग्सर है।

7.6.1. धीमी प्रगवत: अतं ररक दृ विकोण

(Sluggish Progress: Views from Within)


 2010 में भूटरन में 25िीं िषागरंठ पर वथम्फू वशखर सम्मेलन में पहली बरर सदस्य देशों ने
SAARC की धीमी प्रगवत पर ऄपनी वनररशर व्यि की।
 भररत के तत्करलीन प्रधरन मंत्री मनमोहन चसह ने यह कहते हुए ऄपनी वनररशर व्यि की कक
"क्षेत्रीय सहयोग, क्षेत्रीय विकरस और क्षेत्रीय एकीकरण कर वगलरस अधर खरली है" और बल देते
हुए कहर कक ऄन्य क्षेत्रीय संगठनों के सरथ तुलनरत्मक सफलतर प्ररप्त करने के वलए "यह क्षेत्र बेहतर
ढंग से संयोवजत, सशटत, समृद् और वशवक्षत होनर चरवहए।"
 2014 में प्रधरन मंत्री नरें द्र मोदी ने करठमरंडू में 18िें सरका वशखर सम्मेलन में ऄपने भरषण में कहर
कक "विश्ि में ऄन्यत्र कहीं भी सरमूवहक प्रयरस आतनर ऄवधक ऄत्यरिश्यक नहीं हैं; वजतनर दवक्षण
एवशयर में है और, ऄन्यत्र कहीं आतनर कम भी नहीं वजतनर यहराँ हैं।"
 ईन्होंने यह भी कहर कक "हम में से प्रत्येक (दवक्षण एवशयरइ देश) ने ऄपनी पहल की है। हरलरंकक,
सरका के रूप में हम ऄपेवक्षत एिं अिश्यक गवत से अगे बढ़ने में विफल रहे हैं।"
 1985 में सरका के ईद्घरटन सम्मेलन में, अपसी सहयोग के मरध्यम से गरीबी ईन्मूलन और
जीिनस्तर में सुधरर करनर मुख्य विषय थर। हरलरंकक, सरका आन मोचों पर स्पि रूप से ठोस
पररणरम प्ररप्त करने में सफल नहीं रहर है।

7.7. सरका की सीवमत प्रगवत के कररण

(Causes for The Limited Progress of SAARC)


सरका की सीवमत प्रगवत के कु छ प्रमुख कररण वनम्नवलवखत हैं-
1. सरका कर ईद्भि- अरं भ से ही, सरका को कु छ देशों द्वररर भररत की शवि को प्रवतसंतवु लत करने के
ईपकरण के रूप में देखर गयर, जबकक भररत ने ऄपनी अशंकरएं भी बनरए रखी कक आस संगठन कर
ईपयोग छोटे ररज्यों द्वररर बहुपक्षीय मंचों पर भररत के विरूद् ररजनीवतक बढ़त बनरने के वलए
ककयर जर सकतर है।
2. भररत-परककस्तरन संबध
ं : सरका के दो सबसे बड़े सदस्यों के मध्य वद्वपक्षीय मतभेद ने सरका की प्रगवत
में व्यिधरन ईत्पन्न ककयर है। सरका के ऄन्य सदस्यों ने प्ररय: तका कदयर है कक आनके संबंधों में ईतरर-
चढ़रि की प्रकृ वत ने सरका समूह को पंगु बनर कदयर है। आसके ऄवतररटत, परककस्तरन ने कभी भी
सरका के सुदढ़ृ ीकरण के विचरर कर समथान नहीं ककयर टयोंकक ईसे अशंकर है कक भररत आस समूह में
मुख्य करयाक्षेत्र पर अवधपत्य स्थरवपत कर लेगर।

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3. भररत और ईसके दवक्षण एवशयरइ पड़ोवसयों के अकरर के मध्य संरचनरत्मक विषमतर ररष्ट्रों के
मध्य ईत्पन्न अशंकरओं / ऄसुरक्षर को बल प्रदरन करती है। आस संदभा में परककस्तरन द्वररर चीन को
सदस्य के रूप में सवम्मवलत करने एिं हरल के कदनों में नेपरल को सदस्य बनरने की िकरलत को
भररत की भूवमकर कर मुकरबलर करने के प्रयरस के रूप में देखर जर रहर है।
4. दवक्षण एवशयरइ देशों में विश्िरस के ऄभरि (trust deficit) कर ईच्च स्तर- आस क्षेत्र के सदस्यों के
मध्य लंवबत सीमर संघषा, जल बंटिररर संघषा अकद के पररणरमस्िरूप विश्वरस में कमी व्यरप्त है।
5. सरका के सदस्य देशों में ररजनीवतक ऄवस्थरतर - लगभग सभी सरका देश वपछले दो दशकों में
ररजनीवतक ऄवस्थरतर से र्ग्स्त हैं तथर यह दवक्षण एवशयरइ देशों के बीच स्थरयी सरझेदररी हेतु
लवक्षत प्रयरसों को और जरटल बनर देती है।
6. करयरान्ियन की कमी: सदस्य ररज्यों के मध्य समझौतों के करयरान्ियन में कमी सरका को िरंवछत
प्रभरिशीलतर यर गवत प्ररप्त करने से ऄिरुद् करती है।

7.7.1. सरका को कक्रयरशील बनरनर

(Making SAARC Work)


 2010 में वथम्फू में अयोवजत 16िें वशखर सम्मेलन ि 2011 में अ्दू में अयोवजत 17िें वशखर
सम्मेलन में सदस्य देशों द्वररर कइ पहलों पर सहमवत व्यि की गइ है।
 16िें वशखर सम्मेलन में वनम्नवलवखत कदमों कर सुझरि कदयर गयर है-
o यह भी स्पि ककयर गयर कक अर्थथक विकरस के वलए छरत्रों, युिरओं, वनजी मीवडयर, विचरर
मंचों, नरगररक समरज एिं संस्थरनों तक पहुाँच के वलए प्रभरिी संचरर तथर सरिाजवनक
कू टनीवत ऄत्यरिश्यक है। क्षेत्रीय सहयोग की ऄिधररणर को लोकवप्रय बनरनर तथर सरका की
गवतविवधयों के बररे में आस क्षेत्र के लोगों में रुवच ईत्पन्न करनर महत्िपूणा होगर। यह ऄवनिरया
रूप से संगठन की छवि कर वनमराण करे गर वजसे कइ लोग वनरथाक मरनते हैं।
o एक महत्िरकरंक्षी दूरदर्थशतर को ऄंगीकृ त ककयर गयर है। ईदरहरण के वलए: िषा 2010-2020
को “सरका में ऄंतःक्षेत्रीय कनेवटटविटी कर दशक (Decade of Intra-regional
Connectivity in SAARC)” घोवषत ककयर गयर है, जब सदस्य देश स्ियं वद्वपक्षीय
कनेवटटविटी प्रदरन करने में संकोच जतर रहे हैं।
o सकरररत्मक रूप से, सरका विकरस कोष (SDF) कर गठन ककयर गयर तथर वथम्फू में आसके
सवचिरलय कर ईद्घरटन ककयर गयर। यह क्षेत्रीय एिं ईप-क्षेत्रीय पररयोजनरओं कर वित्त पोषण
करे गर।
o भररत द्वररर आस क्षेत्र में विद्यमरन विद्युत के ऄभरि को महत्त्िपूणा मरनते हुए विद्युत व्यरपरर
हेतु सरका बरजरर को विकवसत करने कर प्रस्तरि प्रस्तुत ककयर गयर।
 जैसर कक प्रधरन मंत्री मनमोहन चसह ने कहर, “संस्थरनों को गवतविवधयों में, संविदरओं को करयाक्रमों
में, अवधकरररक ििव्यों को लोकवप्रय भरिनरओं में पररिर्थतत करनर समय की मरंग है। वशखर
सम्मेलनों तथर अवधकरररक स्तर की बैठकों में की गयीं घोषणरएं, क्षेत्रीय सहयोग यर एकीकरण के
समरन नहीं होती हैं।”
 सरका वशखर सम्मेलनों की घोषणरओं में नए क्षेत्रों को प्रमुखतर प्रदरन करने के स्थरन पर, सरका को
व्यरपरर, कनेवटटविटी ि सुरक्षर पर तथर एक क्षेत्रीय पहचरन विकवसत करने की अिश्यकतर पर
ध्यरन देनर चरवहए।
 आस संदभा में लोगों के मध्य परस्पर संबध
ं में िृवद् करनर सिोपरर है।

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 के िल एक क्षेत्रीय पहचरन, क्षेत्रीय दृविकोण को ईत्पन्न करे गी, न कक क्षेत्रीय दृविकोण, क्षेत्रीय
पहचरन को।
o रे लिे एिं समुद्री कनेवटटविटी के वलए समय सीमर को गंभीरतरपूिाक वनधराररत तथर
करयरावन्ित ककयर जरनर चरवहए।
o क्षेत्रीय रे लिे समझौते को ऄंवतम रूप प्रदरन करने तथर आं वडयन ओशन करगो एंड पैसज
ें र फे री
सर्थिस (Indian Ocean Cargo and Passenger Ferry Service) पर जररी प्रररं वभक
करया को पूरर करने की अिश्यकतर है। अ्दू घोषणर के दौररन पररकवल्पत, बरंग्लरदेश-
भररत-नेपरल मरल-रे लगरड़ी की प्रदशान यरत्रर के सरमवयक वनष्परदन को अगे बढ़रने की
अिश्यकतर है।
o व्यरपरर मोचे पर, स्ितंत्र व्यरपरर समझौतों के प्रभरिी करयरान्ियन, संिेदनशील सूवचयों को
संवक्षप्त करने, गैर-शुल्क बरधरओं के ईन्मूलन, तथर मरनकों एिं सीमर-शुल्क प्रकक्रयरओं को
सुसंगत बनरने पर बल कदयर जरनर चरवहए।

7.8. भररत के योगदरन

(India’s Contributions)
भररत द्वररर एकतरफर प्रस्तरि तथर योगदरन ककयर गयर है:
 क्षेत्र में ऄिसंरचनर पररयोजनरओं के वित्तपोषण हेतु एक स्पेशल पपास व्हीकल की स्थरपनर तथर
सरका देशों के नरगररकों के वलए 3-5 िषों की ऄिवध के व्यरपरर िीिर कर प्रस्तरि (2014 के
वशखर सम्मेलन में)
 करठमरंडू में सरका सूप्रर रे फरे न्स लेबोरे टरी (Supra Reference Laboratory) कर ऄपर्ग्ेडश
े न,
 दवक्षण एवशयर में बच्चों के वलए िैटसीन की अपूर्थत,
 ऄफगरवनस्तरन, भूटरन ि नेपरल में टेली-मेवडवसन पररयोजनरएं,
 2017 में सरका ईपर्ग्ह की लरंचचग,
 240 वमवलयन ऄमरीकी डरलर की लरगत से नइ कदल्ली में दवक्षण एवशयरइ विश्वविद्यरलय कर
वनमराण,
 सरका विकरस कोष में 100 वमवलयन ऄमेररकी डॉलर कर स्िैवच्छक योगदरन।
अशर है कक ईपयुाि पहलें सरका के नरगररकों के मध्य पररस्पररक विश्वरस तथर अत्मविश्वरस में िृवद्
करे गी।

7.9. सरका के ऄं त गा त निीन प्रगवतयरं

(Recent Developments within SAARC)


 करठमरंडू में 2014 में अयोवजत सरका के 18िें वशखर सम्मेलन में, उजरा सहयोग (विद्युत) संबध
ं ी
सरका फ्रेमिका समझौते पर हस्तरक्षर ककयर गयर। सरका विद्युत व्यरपरर समझौते पर हस्तरक्षर कर
मूल-कररण, ऄलग-ऄलग सदस्य देशों के सम्मुख असन्न घरे लू उजरा संकट थर। ईदरहरण के तौर
पर, परककस्तरन ऄपनी बढ़ती उजरा मरंगों की पूर्थत के वलए संघषारत है। आस समझौते के तहत:
o समझौते को एक ऄवत महत्िपूणा सहकररी योजनर के रूप में मरनर जर रहर है, वजसकर लक्ष्य,
विद्युत् के सीमर-परर व्यरपरर को सक्षम बनरनर, एक सरझर वनयरमक तंत्र कर विकरस करनर
तथर सीमर-शुल्कों के ऄवधत्यरग जैसे व्यरपक मुद्दों को संबोवधत करनर है।
o 18िें वशखर सम्मेलन ने तीन क्षेत्रीय के न्द्रों को बंद करने कर वनणाय वलयर नरमतः नइ कदल्ली
में सरका डॉटयूमेंटेशन सेंटर (SDC), आस्लरमरबरद में सरका मरनि संसरधन विकरस कें द्र
(SHRDC) तथर करठमरंडू में सरका सूचनर कें द्र (SIC) तथर ऄपने जनरदेशों को सवचिरलय ि
ऄन्य तंत्रों में स्थरनरंतररत करने कर वनणाय वलयर।

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 आसने चरर क्षेत्रीय कें द्रों, नरमत: सरका तटीय क्षेत्र प्रबंधन कें द्र (SCZMC), सरका मौसम-विज्ञरन

ऄनुसंधरन कें द्र (SMRC), सरका िन्यजीि कें द्र (SFC) ि सरका अपदर प्रबंधन कें द्र (SDMC) के

विलय तथर ‘सरका पयरािरण एिं अपदर प्रबंधन कें द्र’ (SEMDC) नरमक एक नए कें द्र के वनमराण
कर वनणाय वलयर गयर।
 विगत 29 िषों में के िल 18 वशखर सम्मेलनों के अयोजन की पृष्ठभूवम में आस बरर, क्षेत्रीय नेतरओं
ने प्रत्येक दो िषा की ऄिवध में वशखर सम्मेलन अयोवजत करने कर वनणाय वलयर। हरलराँकक सरका
चरटार, क्षेत्रीय वनकरयों के प्रवतिषा सम्मेलन कर ऄवधदेश देतर है।

 दो ऄन्य समझौते, यरत्री ि करगो यरतरयरत के विवनयमन हेतु सरका मोटर िरहन समझौतर तथर

रे लिे पर सरका क्षेत्रीय समझौतर, पर 18िें वशखर सम्मेलन के दौररन हस्तरक्षर ककए जर सकते थे
यकद ऄंवतम क्षणों में परककस्तरन द्वररर अपवत्त न ईठरइ गयी होती।
 निंबर 2016 में आस्लरमरबरद में अयोवजत होने िरले 19िें वशखर सम्मेलन को, चरर देशों-

ऄफगरवनस्तरन, भूटरन, बरंग्लरदेश ि भररत के ऄनुरोध के पश्चरत् स्थवगत कर कदयर गयर। आसकर
प्रमुख कररण भररत ि परककस्तरन के मध्य सीमर-परर अतंकिरद के कररण बढ़तर तनरि है।

7.10. सरका में गवतरोध: दवक्षण एवशयर में क्षे त्रीय सहयोग के विकल्प

(Deadlock At Saarc: Options For Regional Cooperation In South Asia)

भररत द्वररर निंबर 2016 में आस्लरमरबरद में अयोवजत होने िरले सरका वशखर सम्मेलन में भरग न लेने

कर वनणाय, परककस्तरन के सरथ वबगड़ते संबंधों की पररणवत थी। हरलरंकक, आसने भररत के क्षेत्रीयिरद

हेतु सरका की बढ़ती ऄप्ररसंवगकतर को भी रे खरंककत ककयर। आस संदभा में, सरका के स्थरन पर नए विकल्पों

की खोज ने एक नए अिेग को प्ररप्त कर वलयर है। आस संदभा में सरका मरआनस िन सूत्रीकरण (SAARC

minus one formulation)- ऄथरात् परककस्तरन के बगैर क्षेत्रीय सहयोग को अगे बढ़रने की ओर संकेत
करतर है। वजसके ईदरहरण हैं:
 BBIN फ्रेमिका : भूटरन, बरंग्लरदेश, भररत तथर नेपरल के मध्य कनेवटटविटी, व्यरपरर एिं उजरा,

लोगों के मध्य परस्पर संबंधों पर ईप-क्षेत्रीय सहयोग से संबंवधत एक संविन्यरस है। हरलरंकक,

BBIN, सरका फ्रेमिका कर ही एक बड़र वहस्सर थर। सरका चरटार, आसके दो यर ऄवधक सदस्य देशों को

‘ईप-क्षेत्रीय सहयोग’ के शुरुअत की ऄनुमवत देतर है।

 एवशयरइ विकरस बैंक कर दवक्षण एवशयर ईप-क्षेत्रीय अर्थथक सहयोग (SASEC) करयाक्रम: यह

एक पररयोजनर-अधरररत भरगीदररी में बरंग्लरदेश, भूटरन, भररत, मरलदीि, म्यरंमरर, नेपरल तथर

श्रीलंकर को एक सरथ लरतर है। आस पररयोजनर कर ईद्देश्य क्षेत्रीय समृवद् को प्रोत्सरहन देनर,

अर्थथक ऄिसरों को बेहतर बनरनर, तथर ईपक्षेत्र में रहने िरले लोगों के जीिन की गुणित्तर को

बेहतर बनरनर है। 2016 में, SASEC देशों ने SASEC पररचरलन योजनर 2016-2025 कर

ऄनुमोदन ककयर। अर्थथक गवलयररर विकरस को फोकस के खंडीय क्षेत्र के रूप में पेश करने िरली,

यह एक 10 िषीय रणनीवतक रूपरे खर है। 2001 से, SASEC देशों द्वररर उजरा, अर्थथक

गवलयररर विकरस, पररिहन, व्यरपरर सुविधर तथर सूचनर एिं सम्प्रेषण प्रौद्योवगकी क्षेत्रों में

10.74 वबवलयन डॉलर से ऄवधक मूल्य की 49 क्षेत्रीय पररयोजनरओं को लरगू ककयर गयर है।

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 बहुक्षेत्रीय तकनीकी और अर्थथक सहयोग के वलए बंगरल की खरड़ी पहल (वबम्सटेक): 1997 से पूिा

कर िह मंच वजसके तहत परंच दवक्षण एवशयरइ देश (बरंग्लरदेश, भूटरन, भररत, नेपरल ि श्रीलंकर)
तथर दो दवक्षण पूिी एवशयरइ देश (बमरा ि थरइलैंड) एक सरथ अए। यह दीघा करल तक वनवष्क्रय
रहर, हरलरंकक, गत कु छ समय में, भररत ने आस मंच पर सहयोग को पुनजीवित करने की पहल की

है। आस संदभा में भररत ने वबम्सटेक नेतरओं को 2016 में वब्रटस के गोिर वशखर सम्मेलन में भरग
लेने के वलए अमंवत्रत ककयर थर।
 हरलरंकक, ये विकल्प ऄफगरवनस्तरन के सरथ अर्थथक सहयोग को बढ़रिर देने में भररत की परक

समस्यर कर समरधरन नहीं करते हैं। ऄफगरवनस्तरन में भौवतक पहुाँच के ऄभरि में, भररत को
वद्वपक्षी सहयोग एिं तेहररन जैसे ऄन्य भरगीदररों के सरथ वत्रपक्षीय सहयोग के मरध्यम से करबुल
के सरथ वद्वपक्षीय अर्थथक िचनबद्तर को और ऄवधक गहन बनरने हेतु रचनरत्मक तरीकों की खोज
करने की अिश्यकतर है।
 भररत, परककस्तरन पर दवक्षण एवशयरइ एकीकरण पररयोजनर में शरवमल होने के वलए दिरब नहीं

डरल सकतर है। ितामरन समय में सरका की प्ररसंवगकतर कम होती प्रतीत हो रही है। हरलरंकक, ऄन्य
क्षेत्रीय एकीकरण संबंधी पहलों में प्ररप्त सफलतर से परककस्तरन को सरका की महत्तर कर अभरस हो
सकतर है वजससे सरका को पुनजीवित करने में भी मदद वमल सकती है। आस प्रकरर परककस्तरन पर
ध्यरन कें कद्रत करने के स्थरन पर, भररत को ऄपने पड़ोसी देशों के सरथ वद्वपक्षीय, ईप-क्षेत्रीय तथर

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ऄंतर-क्षेत्रीय सहयोग के वलए समर्थपत होनर चरवहए, वजनमें परककस्तरन को छोड़कर शेष सभी देश

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भररत से और ऄवधक प्रगवत एिं पहलों की ऄपेक्षर करते हैं।

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7.11. भररत की पड़ोस नीवत: पड़ोसी पहले
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(India’s Neighbourhood Policy: Neighbourhood First)


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 प्रधरनमंत्री नरें द्र मोदी ने मइ 2014 में 14िें भररतीय प्रधरनमंत्री के रूप में ऄपने शपथ र्ग्हण
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समररोह के दौररन भररत के पड़ोसी ररष्ट्रों के प्रमुखों को अमंवत्रत करके , एक महत्िपूणा ररजनवयक
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बढ़त प्ररप्त की।


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 प्रधरनमंत्री ने भूटरन में शीघ्र ही ऄपनी प्रथम विदेश अवधकरररक यरत्रर की। विदेश मंत्री सुषमर
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स्िररज ने भी पड़ोसी देश बरंग्लरदेश में ऄपनी प्रथम अवधकरररक विदेश यरत्रर की। भररत की
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ऄपने पड़ोसी देशों से जुड़ी ररजनवयक प्ररथवमकतर, प्रधरनमंत्री द्वररर पड़ोसी देशों (मरलदीि को
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छोड़कर) में की गइ यरत्रर तथर नइ कदल्ली में कइ नेतरओं के वलए अयोवजत स्िरगत सरोकरर से ि
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ऄन्य बहुपक्षीय मंचों पर हुइ बैठकों से सुस्पि है।


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 आन घटनरक्रमों ने भररत की नीवत के रूप-रे खर में एक नइ शब्दरिली ‘पड़ोसी पहले (नेबरहुड फस्टा
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पॉवलसी) को जोड़ कदयर है।


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 भररत की नेबरहुड फस्टा पॉवलसी की नीवत में चरर पहलू वनवहत हैं।
 ऄपने समीपिती पड़ोवसयों तथर चहद महरसरगर के द्वीपीय ररज्यों को ररजनीवतक एिं
ररजनवयक प्ररथवमकतर प्रदरन करने की तत्परतर;
 अिश्यकतरनुसरर ईन्हें समथान प्रदरन करनर
 व्यरपक कनेवटटविटी एिं एकीकरण
 भररत के नेतत्ृ ि में क्षेत्रीयिरद के एक मॉडल को बढ़रिर देनर वजसके वलए आसके पड़ोसी देश
अश्वस्त हों।

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 भररत यह ऄनुभि करतर है कक एक वस्थर ि सहयोगी पड़ोसी के वबनर, विकरस तथर तीव्र अर्थथक
विकरस को संभि नहीं बनरयर जर सकतर है। भररत ऄपने पड़ोवसयों के सरथ सीमरओं, नकदयों,
जलिरयु क्षेत्रों, सरंस्कृ वतक ि नृजरतीय संबंधों को सरझर करतर है जो संघषा तथर सहयोग, दोनों के
ही स्रोत हो सकते हैं।
 पररितानशील भू-ररजनैवतक पररदृश्य के संदभा में, विदेश नीवत में भररत के पड़ोसी देशों कीके न्द्रीय
भूवमकर ऄब और ऄवधक महत्िपूणा हो गइ है। एक महत्िपूणा पड़ोसी देश चीन कर ईदय तथर
पड़ोसी दवक्षण एवशयरइ देशों में चल रहे घरे लू पररितान, आन घटनरक्रमों को पृष्ठभूवम प्रदरन करते
हैं।
 भररत के छोटे पड़ोसी देशों की बढ़ती विकरस अिश्यकतरओं तथर ईनकी पूर्थत की बढ़ती आच्छरओं
ने चीन की पहुाँच के विस्तरर को असरन बनर कदयर है। आस संदभा में, भररत को ऄपने छोटे पड़ोसी
देशो की बढ़ती अकरंक्षरओं पर ध्यरन कें कद्रत करने की अिश्यकतर है। छोटे पड़ोसी देशों को
संचरवलत करने िरलर सरधररण तका यह है कक दो ईभरते एवशयरइ शवियों से ककस प्रकरर
ऄवधकतम लरभ प्ररप्त ककयर जर सकतर है।
 भररत को एक ऐसे िरतरिरण के वनमराण की अिश्यकतर है जो आसके छोटे पड़ोसी देशों को
अश्वस्त करे कक भररत भी ईनके ईदय में योगदरन करनर चरहतर है । विकरस सरझेदररी, व्यरपरर,
लोगों के मध्य पररस्पररक संबंध अकद अगे की ररह को संभि बनर सकते हैं।

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ऄंतरराष्ट्रीय संबध

03. भररत के पड़ोसी देश : परककस्तरन और ऄफगरननस्तरन

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निषय सूची
1. भररत और परककस्तरन__________________________________________________________________________ 3

1.1. पृष्ठभूनम (The Background) ________________________________________________________________ 3

1.2. भररत-परककस्तरन संबंध एक रूपरे खर: िरतरा-ऄिरोध-िरतरा _____________________________________________ 7

1.3. मुख्य मुद्दे (Key Issues) ____________________________________________________________________ 9

1.4. नसन्धु जल समझौतर ________________________________________________________________________ 9


1.4.1. महत्ि (Significance) ________________________________________________________________ 10
1.4.2. महत्िपूणा प्ररिधरन (Important Provisions) ________________________________________________ 10
1.4.3. नसन्धु, झेलम तथर चेनरब: पनिमी नकदयराँ तथर भररत____________________________________________ 10
1.4.4. निीन मतभेद के निषय (Recent Disagreements) ___________________________________________ 11
1.4.5. भररत की नइ चचतरएं क्यर हैं? ____________________________________________________________ 12
1.4.6. संनध पर ईठते सिरल __________________________________________________________________ 12
1.4.7. क्यर संनध रद्द (ननरस्त) कर दी जरनी चरनहए? _________________________________________________ 13
1.4.8. भररत के समक्ष निकल्प (India’s Options) __________________________________________________ 13

1.5. सर क्रीक नििरद (Sir Creek Dispute) ________________________________________________________ 13


1.5.1. भररतीय दरिे बनरम परककस्तरनी दरिे _______________________________________________________ 14
1.5.2. सर क्रीक नििरद कर महत्ि ______________________________________________________________ 14

1.6 नसयरनचन (Siachen) _____________________________________________________________________ 15


1.6.1 भररत बनरम परककस्तरन: दरिे_____________________________________________________________ 16
1.6.2. अगे की ररह पर भररत की ऄिनस्थनत _______________________________________________________ 16

1.7. चीन-परककस्तरन अर्थथक कॉररडोर _____________________________________________________________ 17

1.8. कु लभूषण जरधि नििरद ____________________________________________________________________ 17

1.9. व्यरपरर (TRADE) ________________________________________________________________________ 18

1.10. दशान एिं िरस्तनिकतर (Vision and Reality) __________________________________________________ 19

2. भररत और ऄफगरननस्तरन ______________________________________________________________________ 19

2.1. पृष्ठभूनम (BACKGROUND)__________________________________________________________________ 19

2.2. रणनीनतक सरझेदररी ऄनुबध


ं (SPA: Strategic Partnership Agreement) _____________________________ 20

2.3. ‘हरर्ा ऑफ़ एनशयर’ प्रकक्रयर___________________________________________________________________ 20

2.4. पुनर्थनमराण के प्रयरसों में भररत कर योगदरन _______________________________________________________ 21


2.4.1. कनेनक्र्निर्ी की चुनौनतयराँ ______________________________________________________________ 21

2.5 सहयोग के निनिध पहलू _____________________________________________________________________ 22


1. भररत और परककस्तरन
(INDIA AND PAKISTAN)
मरननचत्र 3.1 भररत-परककस्तरन और ऄफगरननस्तरन

नचत्र स्रोत:http://www.essential-humanities.net/img/history/his119.png

1.1. पृ ष्ठ भू नम (The Background)

 22-24 मरचा 1940 को लरहौर में अयोनजत ऄनखल भररतीय मुनस्लम लीग के िरर्थषक ऄनधिेशन
में परककस्तरन प्रस्तरि परररत ककयर गयर
 1947 में भररत निभरजन के सरथ ही परककस्तरन कर ननमराण
 1948 में कश्मीर कर मुद्दर संयक्त
ु ररष्ट्र में ईठरयर गयर और 1949 में युद्धनिररम की घोषणर
 परककस्तरन SEATO (1954) और बगदरद संनध यर CENTO (1955) में शरनमल हुअ
 निश्व बैंक की मध्यस्थतर से 1960 में चसधु जल संनध पर हस्तरक्षर हुअ
 1962-64 में 6 दौर की िरतराएाँ
 1965 कर भररत-परककस्तरन युद्ध -
 तरशकं द समझौतर 1966- दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय दरिों को छोड़ते हुए नििरकदत क्षेत्र से ऄपनी
सेनरएाँ िरपस बुलर लीं
 बरंग्लरदेश युद्ध 1971: पररजय और बरंग्लरदेश के ननमराण ने परककस्तरन की ररजनीनत और ईसके
भररत के सरथ संबंधों को एक नये चरण में पहुाँचरयर
 नशमलर समझौतर 1972: प्रधरनमंत्री आं कदरर गरंधी और परककस्तरन के जुनल्फकरर ऄली भुट्टो के
मध्य हस्तरक्षररत-

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o नशमलर समझौते द्वररर 17 कदसंबर 1971 की युद्धनिररम रे खर को दोनों देशों के मध्य की नइ
"ननयंत्रण रे खर (LOC)" के रूप में नचनननत ककयर गयर कोइ भी पक्ष आसे बदलने कर
एकपक्षीय प्रयरस नहीं कर सकतर और "ककसी भी पक्ष की मरन्यतर प्ररप्त नस्थनत के प्रनत

पूिराग्रह के नबनर दोनों पक्षों द्वररर आसकर सम्मरन ककयर जरएगर"


o आस समझौते में दोनों पक्ष आस बरत पर भी सहमत हुए थे कक प्रत्यक्ष नद्वपक्षीय िरतराओं के
मरध्यम से सभी मुद्दों कर शरंनतपूणा समरधरन ककयर जरयेगर
 परककस्तरन में घरे लू ऄशरंनत- जनरल नज़यर-ईल-हक, जुनल्फकरर ऄली भुट्टो को ऄपदस्थ करके
1978 में स्ियं ररष्ट्रपनत बन गयर और आस्लरमी करनून व्यिस्थर अरं भ की भुट्टो को 1979 में
फरंसी दे दी गइ
 1984 में ऑपरे शन मेघदूत से नसयरनचन ग्लेनशयर भररत के ननयंत्रण में अ गयर
 1988 कर समझौतर - दोनों देशों ने आस समझौते पर हस्तरक्षर ककयर कक कोइ भी पक्ष एक-दूसरे के

परमरणु प्रनतष्ठरनों यर कें द्रों पर अक्रमण नहीं करे गर आनमें "परमरणु उजरा और शोध ररएक्र्र,
ईंधन ननमराण, यूरेननयम संिद्धान, समस्थरननक पृथक्करण और पुन: प्रसंस्करण सुनिधरओं के सरथ-
सरथ ककसी भी रूप में निककरनणत परमरणु ईंधन तथर पदरथा िरले कोइ भी ऄन्य प्रनतष्ठरन और
रे नडयो-सकक्रय पदरथों की भररी मरत्रर भंडरररत करने िरले प्रनतष्ठरन सनम्मनलत हैं " जनिरी 1992

से, भररत और परककस्तरन ऄपने-ऄपने नरगररक परमरणु सुनिधरओं की सूनचयों कर अदरन-प्रदरन


करते रहे हैं
 1989 में कश्मीर घरर्ी में सशस्त्र निद्रोह अरं भ हुअ ररज्य सरकरर पर 1987 के ररज्य निधरनयकर
के चुनरिों में हेर-फे र करने कर अरोप लगरने के बरद मुनस्लम ररजनीनतक समूहों ने अतंकिरदी
शरखरएाँ बनर लीं
 1991 में दोनों देशों ने सैन्य ऄभ्यरस, सेनर ऄथिर जहरजों की तैनरती और सेनर की अिरजरही की
ऄनग्रम ऄनधसूचनर प्रदरन करने के सरथ-सरथ हिरइ क्षेत्र कर ईल्लंघन रोकने और ओिरफ्लरआर्
ननयमों की स्थरपनर करने संबंधी समझौतों पर हस्तरक्षर ककयर
 ररसरयननक हनथयररों कर ईपयोग प्रनतबंनधत करने िरले संयक्त
ु घोषणर पत्र पर 1992 में नइ
कदल्ली में हस्तरक्षर ककयर गयर
 1998 में भररत ने पोखरण में परंच परमरणु परीक्षण ककये प्रनतकक्रयरस्िरूप परककस्तरन ने भी
चघरइ पहरनड़यों में छह परमरणु परीक्षण ककये परीक्षणों के पररणरमस्िरूप दोनों देशों पर
ऄंतरराष्ट्रीय प्रनतबंध लगरए गए ईसी िषा, दोनों देशों ने लंबी दूरी की नमसरआलों कर भी परीक्षण
ककयर
 1999 में भररतीय प्रधरन मंत्री ऄर्ल नबहररी िरजपेयी लरहौर में ऄपने परककस्तरनी समकक्ष
निरज शरीफ से नमले दोनों ने लरहौर घोषणर पर हस्तरक्षर ककयर यह 1972 के नशमलर समझौते
के बरद से दोनों देशों के बीच पहलर बड़र समझौतर थर दोनों देशों ने नशमलर समझौते के प्रनत
ऄपनी प्रनतबद्धतर की पुन:पुनि की और कइ 'निश्िरस ननमराण ईपरय' (Confidence Building

Measures: CBM) अरं भ करने पर सहमनत व्यक्त की


 हरलरंकक, मइ 1999 में कररनगल युद्ध अरं भ हो जरने से पूिि
ा ती ररजननयक प्रयरस कु छ हद तक
निफल हो गए परककस्तरनी सेनरओं ने ननयंत्रण रे खर परर कर भररतीय क्षेत्र में नस्थत रणनीनतक
स्थरनों पर ननयंत्रण कर नलयर नजसके पररणरमस्िरूप भररत को प्रनत-अक्रमण करने पर मजबूर
होनर पड़र और भररत ने परककस्तरनी सेनर को मूल ननयंत्रण रे खर के दूसरी ओर धके ल कदयर

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अनधकरररक रूप से परमरणु हनथयररों कर परीक्षण ककए जरने के बरद से कररनगल दोनों पड़ोनसयों
के बीच पहलर सशस्त्र संघषा थर
 ऄक्र्ू बर 1999 में, परककस्तरनी सेनर प्रमुख जनरल परिेज मुशरा फ ने सैन्य निद्रोह कर नेतत्ृ ि ककयर
और तत्करलीन प्रधरनमंत्री निरज शरीफ को हर्रकर ऄपने अपको सरकरर के मुनखयर के रूप में
स्थरनपत ककयर
 परककस्तरन नस्थत चरमपंथी समूह हरकत-ईल-मुजरनहदीन के सदस्यों द्वररर भररतीय िरयुक्षेत्र में
आं नडयन एयरलरआं स की फ्लरआर्- IC 814 के ऄपहरण ने भररत के निरूद्ध अतंकिरद कर समथान
करने में परककस्तरन की भूनमकर को नसद्ध ककयर
 2001 में श्रीनगर में कश्मीर निधरनसभर पर हमले में 38 लोगों की मृत्यु के कररण ननयंत्रण रे खर
पर तनरि में िृनद्ध हुइ जुलरइ में, भररतीय प्रधरन मंत्री ऄर्ल नबहररी िरजपेयी और परककस्तरनी
ररष्ट्रपनत परिेज मुशरा फ अगरर में दो कदिसीय नशखर सम्मेलन में नमले यह नशखर सम्मेलन दो
कदनों बरद निफल हो गयर, क्योंकक दोनों पक्ष कश्मीर के मुद्दे पर समझौते तक पहुंचने में ऄसमथा
रहे 13 कदसंबर को, नइ कदल्ली में भररतीय संसद पर सशस्त्र हमले में 14 लोग मररे गए भररत ने
हमलों के नलए लश्कर-ए-तैयबर और जैश-ए-मुहम्मद को दोषी ठहररयर आस हमले से ननयंत्रण
रे खर पर भररत (नजसे ऑपरे शन पररक्रम के रूप में जरनर जरतर है) और परककस्तरन की सेनरओं के
मध्य गनतरोध ईत्पन्न हो गयर जो ऄंतरराष्ट्रीय मध्यस्थतर के बरद ऄक्र्ू बर 2002 समरप्त हुअ
 2002 में ररष्ट्रपनत मुशरा फ ने कहर कक परककस्तरन चरमपंथ कर मुकरबलर करे गर, लेककन सरथ ही
कश्मीर पर पककस्तरन के ऄनधकरर को पुनः दोहररयर
 2003 में नसतंबर में संयक्त
ु ररष्ट्र की महरसभर की बैठक के दौररन मुशरा फ द्वररर LOC पर
युद्धनिररम की मरंग के बरद, दोनों देश LOC पर तनरि शरंत करने और युद्धनस्थनत समरप्त करने
के समझौते पर पहुंचे
 जनिरी 2004 में िरजपेयी और मुशरा फ ने में आस्लरमरबरद में SAARC के 12िें नशखर सम्मेलन
के दौररन भररतीय प्रधरनमंत्री िरजपेयी और परककस्तरनी ररष्ट्रपनत मुशऱा फ के मध्य प्रत्यक्ष
बरतचीत हुइ और आसी िषा बरद में दोनों देशों के निदेश सनचिों के मध्य भी िरतरा हुइ यह िषा
संयक्
ु त िरतरा प्रकक्रयरओं की शुरुअत के नलए महत्िपूणा थर आन िरतरा प्रकक्रयरओं में सरकरर के
निनभन्न स्तरों के ऄनधकरररयों (निदेश मंनत्रयों, निदेशी सनचिों, सैन्य ऄनधकरररयों, सीमर सुरक्षर
ऄनधकरररयों, मरदक द्रव्य ननषेध ऄनधकरररयों और परमरणु निशेषज्ञों सनहत) के बीच नद्वपक्षीय
बैठकें अयोनजत की जरती हैं निंबर में, जम्मू-कश्मीर की यरत्रर की पूिा संध्यर पर भररतीय
प्रधरनमंत्री मनमोहन चसह ने घोषणर की कक भररत िहरं सैननकों की तैनरती कम करे गर
 2006 में भररत ने जम्मू-कश्मीर की नस्थनत में "सुधरर" कर ईल्लेख करते हुए िहराँ से 5000
सैननकों को िरपस बुलर नलयर, लेककन दोनों देश नसयरनचन ग्लेनशयर से सेनरएाँ िरपस हर्रने के
समझौते तक नहीं पहुंच परए
 नसतंबर में, ररष्ट्रपनत मुशरा फ और प्रधरनमंत्री मनमोहन चसह ने भररत-परककस्तरन संस्थरगत
अतंकिरद रोधी तंत्र स्थरनपत करने पर सहमनत व्यक्त की
 2007 में 18 फरिरी को, भररत और परककस्तरन के मध्य चलने िरली ट्रेन ‘समझौतर एक्सप्रेस’ में
नइ कदल्ली के समीप नस्थत परनीपत में बम-निस्फ़ोर् हुअ आसमें 68 लोगों की मृत्यु हुइ और दजानों
घरयल हुए
 परंचिें दौर की सयुक्
ं त िरतरा प्रकक्रयर के भरग के रूप में परमरणु और बैनलनस्र्क नमसरआल की
समीक्षर से संबंनधत CBMs (निश्वरस बहरली ईपरय) कर अयोजन ककयर गयर सरथ ही संयुक्त

अतंकिरद रोधी तंत्र (JATM) कर दूसरर दौर भी अयोनजत ककयर गयर

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 2008 में भररत 7.6 ऄरब डॉलर की गैस परआपलरआन पररयोजनर (TAPI) में तुकामेननस्तरन,
ऄफगरननस्तरन और परककस्तरन के सरथ ढरंचरगत समझौते में सनम्मनलत हो गयर
 िररष्ठ नरगररकों के नलए ईदरर रट्रपल-एंट्री परनमर् सुनिधर की स्िीकृ नत सनहत कश्मीर-निनशि
CBMs की श्रृंखलर पर भी सहमनत व्यक्त की गइ
 जुलरइ में, भररत ने करबुल नस्थत भररतीय दूतरिरस पर बम हमले के नलए परककस्तरन की आं र्र
सर्थिसेज आं र्ेनलजेंस (ISI) ननदेशरलय को दोषी ठहररयर, नजसमें 58 लोगों की मृत्यु हो गइ थी और
141 लोग घरयल हो गए थे
 नसतंबर में, परककस्तरनी ररष्ट्रपनत अनसफ ऄली जरदररी और भररतीय प्रधरनमंत्री मनमोहन चसह ने
औपचरररक रूप से दोनों देशों के बीच कइ व्यरपरर मरगों को खोलने की घोषणर की
 ऄक्र्ू बर में, LOC के अर-परर व्यरपरर अरं भ हुअ, हरलरंकक यह 21 िस्तुओं तक सीनमत थर और
सप्तरह में के िल दो कदन हो सकतर थर
 26 निंबर को, सशस्त्र बंदक
ू धरररयों ने मुब
ं इ में कइ स्थरनों पर नरगररकों पर गोलरबररी की आन
हमलों के पररणरमस्िरूप तरज होर्ल की लगभग तीन कदन तक घेररबंदी चली, जहरं बंदक
ू धररी
तब तक छु पे रहे जब तक ईनमें से एक को छोड़कर बरकी भररतीय सुरक्षर बलों के ऄनभयरन में मररे
नहीं गए आन हमलों में 160 से ऄनधक लोगों की मृत्यु हो गयी जीनित पकड़े गए एकमरत्र
हमलरिर ऄजमल कस्सरब ने बतरयर कक हमलरिर लश्कर-ए-तैयबर के सदस्य थे हमलों के चलते,
भररत ने परककस्तरन के सरथ िरतरा-प्रकक्रयर स्थनगत कर दी
 2009 में परककस्तरनी सरकरर ने मरनर कक मुब
ं इ हमलों की योजनर अंनशक रूप से परककस्तरन की
भूनम पर बनरइ गइ हो सकती है, सरथ ही पककस्तरन ने आन अरोपों को स्पि रूप से ऄस्िीकरर कर
कदयर कक परककस्तरन की खुकफयर एजेंनसयों द्वररर षडयंत्रकतराओं को ऄनुमनत और सहरयतर दी गइ
है भररतीय प्रधरन मंत्री मनमोहन चसह और परककस्तरनी प्रधरन मंत्री यूसफ
ु रजर नगलरनी ने नमस्र
के शमा ऄल शेख में गुर् ननरपेक्ष अंदोलन (NAM) के नशखर सम्मेलन के दौररन मुलरकरत करके
भनिष्य में िरतरा की रूपरे खर तैयरर करते हुए संयुक्त िक्तव्य जररी ककयर हरलरंकक, मनमोहन चसह
ने तत्करलीन पररनस्थयों में संयक्
ु त िरतरा प्रकक्रयर पुन: अरं भ करने से मनर कर कदयर भररत
सरकरर ने परककस्तरन के सरथ कठोर रिैयर ऄपनरनर जररी रखर और कहर कक ऄपनी भूनम पर
अतंकिरदी समूहों पर लगरम लगरकर िरस्तनिक िरतरा पुन: अरं भ करने की कदशर में पहलर कदम
ईठरने कर ईत्तरदरनयत्ि परककस्तरन पर है ऄगस्त में, भररत ने परककस्तरन को हमलों के संबंध में
सरक्ष्यों कर एक नयर दस्तरिेज कदयर और लश्कर-ए-तैयबर से संबंध रखने िरले जमरत-ईद-दरिर के
प्रमुख हरकफज मोहम्मद सइद पर मुकदमर चलरने की मरंग की
 जनिरी 2010 में, भररतीय और परककस्तरनी सेनरओं ने कश्मीर में LOC के अर-परर गोलरबररी
की यह आस तरह की घर्नरओं की श्रृंखलर में निीनतम कड़ी है नजससे आस क्षेत्र में तनरि बढ़ गयर
फरिरी में, भररत और परककस्तरन के निदेश सनचिों ने िरतरा के नलए नइ कदल्ली में मुलरकरत की
यह बैठक जुलरइ में आस्लरमरबरद में दोनों देशों के निदेश मंनत्रयों की बैठक के बरद हुइ मइ में,
मुंबइ हमले के मरमले में ऄजमल कसरब को हत्यर, षडयंत्र और भररत के निरूद्ध युद्ध छेड़ने कर
दोषी परयर गयर और मृत्युद‍ड कदयर गयर
 जनिरी 2011 में, भररतीय गृह सनचि जी.के . नपल्लइ ने कहर कक भररत 2007 के समझौतर
एक्सप्रेस निस्फ़ोर् के संबंध में परककस्तरन के सरथ जरनकररी सरझर करे गर दोनों देशों के निदेश
सनचि फरिरी में चथपू में नमले और "सभी मुद्दों पर शरंनत िरतरा पुन: अरं भ करने पर सहमनत
व्यक्त की "

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 जनिरी 2013 में भररत और परककस्तरन ने एक-दूसरे पर कश्मीर में संघषा निररम कर ईल्लंघन
करने कर अरोप लगरयर, आस्लरमरबरद ने भररतीय सैननकों पर सीमर परर हमले कर अरोप लगरयर,
नजसमें एक सैननक मररर गयर और भररत ने परककस्तरनी गोलरबररी से ऄपनी ओर एक घर नि
होने कर अरोप लगरयर
 नसतंबर 2013 में, भररत और परककस्तरन के प्रधरनमंत्री संयुक्त ररष्ट्र महरसभर के दौररन न्यूयॉका में
नमले दोनों नेतर ने ऄशरंत कश्मीर में दोनों पक्षों की सेनरओं के बीच तनरि समरप्त करने पर
सहमनत व्यक्त की
 12 फरिरी 2014 को, भररत और परककस्तरन ने ऄपने-ऄपने क्षेत्रों में रोककर रखे गए ट्रकों को
मुक्त करने पर सहमनत व्यक्त की, आसके सरथ भररत-प्रशरनसत कश्मीर में कनथत रूप से ब्ररईन
शूगर के सरथ िरस्तनिक ननयंत्रण रे खर के परर से अने िरले ट्रक को ज्त करने से अरं भ हुअ तीन
सप्तरह कर गनतरोध समरप्त हो गयर
 1 मइ 2014 को, परककस्तरन के सेनर प्रमुख जनरल रहेल शरीफ ने कश्मीर को परककस्तरन की

"जॉगुलर नस" कहर और कहर कक आस क्षेत्र में स्थरयी शरंनत के नलए आस नििरद को कश्मीररयों की
आच्छरओं और अकरंक्षरओं और UNSC के प्रस्तरिों के ऄनुसरर हल ककयर जरनर चरनहए
 25 मइ 2014 को, परककस्तरन ने प्रधरनमंत्री के रूप में नरें द्र मोदी के शपथ ग्रहण समररोह से पहले

ऄपनी जेलों से सद्भरिनर के रूप में 151 भररतीय मछु अरों को ररहर ककयर
 27 मइ 2014 को, भररत के प्रधरनमंत्री नरें द्र मोदी ने नइ कदल्ली में परककस्तरन के प्रधरनमंत्री
निरज शरीफ के सरथ बरतचीत की दोनों पक्षों ने नद्वपक्षीय संबध
ं ों कर नयर युग अरं भ करने की
आच्छर व्यक्त की
 कदसंबर 2015 में मोदी ने निरज शरीफ के जन्मकदन और ईनकी पोती की शरदी पर लरहौर की
अियाजनक यरत्रर की
 जनिरी 2016 में छह बंदक
ू धरररयों ने पठरनकोर् में भररतीय िरयु सेनर के बेस पर हमलर ककयर,
नजसमें चरर घंर्ों तक चली लड़रइ में सरत सैननक मररे गए
 जुलरइ 2016 में, भररतीय सैननकों ने नहजबुल मुजरनहदीन के अतंकिरदी बुरहरन िरनी को मरर
कदयर, नजसके पररणरमस्िरूप कश्मीर में महीनों तक भररत निरोधी प्रदशान और घरतक
पत्थरबरजी हुइ
 नसतंबर 2016 में संकदग्ध अतंकिरकदयों ने कश्मीर के ईरी में भररतीय सेनर के बेस में घुसकर 18
सैननकों को मरर कदयर चरर हमलरिर भी मररे गए, 11 कदन बरद भररतीय सेनर ने कहर कक ईसने
परककस्तरन में ननयंत्रण रे खर के परर अतंकिरदी लॉन्च पैड नि करने के नलए "सर्थजकल स्ट्ररआक" की
है

1.2. भररत-परककस्तरन सं बं ध एक रूपरे खर: िरतरा - ऄिरोध-िरतरा

(India-Pakistan Relations A Framework: Dialogue-Disruption-Dialogue)


 भररत तथर परककस्तरन के संबंधों की पहचरन नभन्न नििरणों से होती है नजसकर अरं भ
औपननिेनशक शरसन, नद्व-ररष्ट्र नसद्धरंत तथर भररत के निभरजन की पृष्ठभूनम में, िषा 1947 में ही
ईनकी स्ितंत्रतर-प्ररनप्त से हो चुकर थर आससे क्षेत्ररनधकरर (जम्मू और कश्मीर), सीमरओं (सर क्रीक
और नसयरनचन) तथर सुरक्षर (अतंकिरद) जैसे मुद्दों पर ऄपनी नस्थनतयों से समझौतर करनर करठन
होतर गयर

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 भररत के निरुद्ध परककस्तरन की संस्थरपनरत्मक अशंकरओं तथर भररत के निपरीत धड़े के रूप में
ऄपने अप को पररभरनषत करने की चरह ने ईसे बहुत से मुद्दों पर हठपूणा रुख ऄपनरने को बरध्य
ककयर है
 आस संबंध की संरचनर नििरदोन्मुख रही है तथर यह अरम्भ से ही ऄसंतुनलत रही है
 स्ितन्त्रतर प्ररनप्त के पिरत के दशकों से ही िरतरा-ऄिरोध-िरतरा कर चक्र चलतर रहर है ऄथरात,
युद्ध के खतरों के समरनरंतर ही शरनन्त तथर सहयोग के दौर भी ज़ररी रहे यर ईनके मरगा में
अतंकिरद की चहसक कनड़यों के कररण ऄड़चनें भी अती रहीं
 यद्यनप यदर-कदर भररत तथर परककस्तरन के मध्य 1960 की नसन्धु जल संनध, 1966 कर तरशकं द

समझौतर, तथर 1972 कर नशमलर समझौतर जैसे समझौते भी हस्तरक्षररत ककए जरते रहे हैं, ककन्तु

1990 के दशक के ऄंत में संयुक्त शरनन्त प्रकक्रयर (CDP) अरम्भ होने तक शत्रुतर-पूणा रुख़ रखने
िरले दोनों देशों के मध्य कभी कोइ क्रमबद्ध शरनन्त प्रकक्रयर अरम्भ नहीं हो परइ
 1997 में मरले में भररतीय प्रधरनमंत्री अइ. के . गुजररल तथर परककस्तरनी प्रधरनमंत्री निरज़

शरीफ के मध्य हुइ बैठक में एक संयक्त


ु िरतरा प्रकक्रयर (CDP) की अिश्यकतर पर बल कदयर गयर

 यद्यनप आस संयक्त
ु िरतरा में भी 1999 के कररनगल युद्ध, 2001 में भररतीय संसद पर हमले, तथर

2008 में मुब


ं इ में 26/11 हमले जैसी घर्नरओं के कररण व्यिधरन अते रहे हैं

 दोनों देशों द्वररर िरतरा प्रकक्रयर पुनः अरम्भ करने के पिरत से 2010 में CDP कर नरम बदल कर

‘ररज़्यूम्ड िरतरा यर पुनःस्थरनपत िरतरा रख कदयर गयर तथर आसकी निषय सूची में मुंबइ मुक़द्दमे में
होने िरली प्रगनत को जोड़ने जैसे कु छ पररितान भी ककए गए
 आस पुनःस्थरनपत िरतरा के दो दौर हुए तथर निदेश मंत्ररलय ने आसमें हुइ प्रगनत कर निश्लेषण ककयर
ककन्तु 2012 में सीमर पर हुइ गोली-बररी तथर भररतीय सैननक हेमररज कर सर करर् नलए जरने
की घर्नर के बरद आसे पुनः रोक कदयर गयर आस घर्नर के बरद तत्करलीन प्रधरनमंत्री मनमोहन
चसह ने कहर थर कक परककस्तरन के सरथ सरमरन्य संबंध बहरल नहीं रखे जर सकते
 2015 में ईफ़र में हुए SCO सम्मेलन के दौररन भररतीय प्रधरनमंत्री नरें द्र मोदी तथर परककस्तरनी
प्रधरनमंत्री निरज़ शरीफ के मध्य हुइ िरतरा में यह ननणाय नलयर गयर कक दोनों पक्ष अतंकिरद तथर
सीमर पर शरनन्त को ले कर दो िरतराएाँ एक सरथ करें गे
 8 से 9 कदसंबर 2015 को ‘हरर्ा ऑफ एनशयर’ सम्मेलन के नलए सुषमर स्िररज की परककस्तरन

यरत्रर के दौररन यह तय ककयर गयर कक भररत तथर परककस्तरन ‘संयक्त


ु िरतरा’ यर ‘पुनःस्थरनपत

िरतरा’ के नरम से नहीं बनल्क ‘निस्तृत नद्वपक्षीय िरतरा’ के शीषाक तले व्यरपक मुद्दों पर चचरा
अयोनजत करें गे
 निीनतम चरण में, दोनों देशों के बीच 2015 में पुनः अरम्भ हुइ बरतचीत में 2016 में पठरनकोर्
तथर ईड़ी में हुए अतंकी हमलों के कररण पुनः व्यिधरन अ गयर
 भररत परककस्तरन के सरथ अतंकिरद तथर चहसर मुक्त िरतरिरण में शरंनतपूण,ा मैत्रीपूणा तथर
सहयोगपूणा संबध
ं की आच्छर रखतर है
 MEA के ऄनुसरर, भररत की परककस्तरन नीनत के ननम्ननलनखत चबदु हैं:

o मुद्दों को बरत-चीत के मरध्यम से सुलझरयर जर सकतर है;

o आस प्रकरर की बरतचीत में दो ही पक्ष सनम्मनलत हो सकते हैं – भररत तथर परककस्तरन;
o हरलराँकक अतंकिरद तथर िरतराएाँ सरथ-सरथ नहीं चल सकतीं

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1.3. मु ख्य मु द्दे (Key Issues)

न्युयॉका में भररत, परककस्तरन के निदेश सनचिों की भेंर् के पिरत ईनके द्वररर 23 नसतंबर 1998 को
कदए गए संयक्त
ु िक्तव्य में दोनों देशों के मध्य CDP में सनम्मनलत ककए जरने िरले मुद्दों तथर ईन्हें ले कर
ककस स्तर पर चचरा की जरएगी आसकी पहचरन की गयी
i. निश्वरस बहरली ईपरयों (CBM) समेत शरनन्त तथर सुरक्षर – निदेश सनचि
ii. जम्मू और कश्मीर - निदेश सनचि
iii. नसयरनचन – जल तथर उजरा सनचि
iv. िुलर बराँध /तुलबुल नौिहन पररयोजनर – जल तथर उजरा सनचि
v. सर क्रीक – ऄनतररक्त रक्षर सनचि / महरसिेक्षक
vi. अतंकिरद तथर मरदक द्रव्यों की तस्करी – गृह/अतंररक मरमलों के सनचि
vii. अर्थथक तथर व्यरपरररक सहयोग — िरनणज्य सनचि
viii. निनिध क्षेत्रों में मैत्रीपूणा निचरर-निमशा को प्रोत्सरहन – संस्कृ नत सनचि
 अतंकिरदः भररत में अतंकिरद फै लरने िरले परककस्तरनी तत्िों की भूनमकर के बररे में भररत
पककस्तरन को सदैि ऄिगत कररतर रहर है मुद्दे पर भररत को संयुक्त ररज्य ऄमेररकर कर समथान
भी नमलतर रहर है परककस्तरन तथर ईसके ननयंत्रण िरले क्षेत्रों प्रसरररत ककये जर रहे अतंकिरद ने
स्थरयी संबंधों के ननमराण हेतु की गयी पहलों को ऄिरोनधत ही नहीं ककयर है ऄनपतु ईसके अयरम
भी सीनमत कर कदए हैं
 कश्मीर: पूिा देशी ररयरसत जम्मू और कश्मीर को ले कर 1947 में हुए भररत-परककस्तरन युद्ध के
पिरत यह क्षेत्र भररत तथर परककस्तरन के बीच बंर् गयर लरआन ऑफ कं ट्रोल ऄथरात ननयंत्रण रे खर
(1972 के पिरत LoC) के नरम से जरनी जरने िरली एक युद्ध निररम रे खर भररत तथर परककस्तरन
प्रशरनसत नहस्सों को पृथक करती है परककस्तरन आस मुद्दे को संयुक्त ररष्ट्र संघ जैसे मंचों पर
ऄंतरराष्ट्रीय रं ग देने की चेिर करतर रहर है यद्यनप आसके नुकसरन ही सरमने अए हैं CDP ही
एकमरत्र ऐसर नद्वपक्षीय मंच है नजस पर भररत तथर परककस्तरन के बीच कश्मीर को ले कर
औपचरररक िरतराएाँ होती हैं
 सरमरन्यीकरण: सरमरन्यीकरण कर अशय दोनों देशों के बीच नििरदपूणा मुद्दों पर होने िरली प्रगनत
से है आसमें व्यरपरर, सरंस्कृ नतक अदरन-प्रदरन, तथर नसयरनचन और सर क्रीक जैसे सुगमतर से हल
ककए जर सकने िरले मुद्दों समेत सभी मरमलों कर हल ढू ाँढर जरनर सनम्मनलत है
 भररत और परककस्तरन संबध
ं ों में में अयी कर्ु तर के पररप्रेक्ष्य में नसन्धु जल समझौते कर महत्ि बढ़
गयर है

1.4. नसन्धु जल समझौतर

(Indus Water Treaty)


 निश्व बैंक की मध्यस्थतर में भररत तथर परककस्तरन के बीच 9 िषों तक चली बरत-चीत के पिरत
1960 में नसन्धु जल समझौते पर हस्तरक्षर ककए गए निश्व बैंक भी आसकर एक हस्तरक्षरकतरा है
आस पर तत्करलीन भररतीय प्रधरन मंत्री जिरहरलरल नेहरू तथर तत्करलीन परककस्तरनी ररष्ट्रपनत
ऄयूब खरन ने हस्तरक्षर ककए थे
 यह संनध चसधु बेनसन से होकर बहने िरली छह नकदयों िरली नसन्धु प्रणरली की नकदयों के पूणा तथर
संतोषप्रद ईपयोग से संबंनधत है
 ये समझौतर निश्वबैंक के भूतपूिा ऄध्यक्ष यूजीन ्लैक की पहलों कर पररणरम है

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1.4.1. महत्ि (Significance)

 आसे सिरानधक सफल ऄंतरराष्ट्रीय संनधयों में से एक मरनर जरतर है


 यह समझौतर दोनों देशों के मध्य प्ररयः ईत्पन्न होने िरले तनरिों तथर नििरदों के बरिज़ूद भी
करयम है
 आसने अधी शतर्दी से ऄनधक समय तक चसचरइ तथर जल-निद्युत् निकरस की रूपरे खर प्रदरन की
है
 बेनसन के जल के सरझेदररी ऄनुपरत (नसन्धु नदी-प्रणरली में बहने िरले सम्पूणा जल की मरत्रर कर
80.52 प्रनतशत परककस्तरन के नलए अरनक्षत है ) तथर सम्पूणा अयतन में नहस्सेदररी को देखते हुए
आसके ननचले ऄपिरह क्षेत्र में अने िरले देश (परककस्तरन) के नलए यह एक ईदरर संनध है
 यह प्रथम तथर एकमरत्र ऐसी संनध है जो जल की सरझेदररी से अगे बढ़ कर नकदयों के बंर्िररे तक
को शरनमल करती है

1.4.2. महत्िपू णा प्ररिधरन (Important Provisions)

 तीन पनिमी नकदयों (झेलम, चेनरब, नसन्धु) के जल कर ऄबरनधत ईपयोग परककस्तरन करे गर

 तीन पूिी नकदयों (ररिी, ्यरस तथर सतलुज) के जल कर ऄबरनधत ईपयोग भररत करे गर

1.4.3. नसन्धु , झे ल म तथर चे नरब: पनिमी नकदयराँ तथर भररत

(Indus, Jhelum and Chenab: Western Rivers and India)

 संनध की शतों के ऄनुसरर, भररत आन नकदयों के जल के ईपयोग के मरमले में ननम्ननलनखत नस्थनतयों

को छोड़ कर कोइ हस्तक्षेप नहीं करे गर:

o घरे लू ईपयोग;

o गैर-ईपभोगकररी ईपयोग (Non-Consumptive Use);

o ऄनुलग्नक C में ननधराररत कृ नष संबध


ं ी ईपयोग तथर

o ऄनुलग्नक D में ननधराररत जल-निद्युत् उजरा ईत्परदन

 ऄनुलग्नकों D तथर E में ननधराररत शतों के ऄनतररक्त, भररत पनिमी नकदयों के जल कर संचय नहीं
करे गर ऄथिर ककसी भी प्रकरर की भंडररण सुनिधरओं कर ननमराण नहीं करे गर
 आस प्रकरर, भररत को भंडररण सुनिधरओं के ननमराण पर अरोनपत प्रनतबंधों के सरथ पनिमी नकदयों
के जल के ईपयोग की ऄनुमनत है
 संनध के ऄनुसरर, कु छ निनशि मरमलों को छोड़ कर भररत द्वररर पनिमी नकदयों पर कोइ भंडररण
सुनिधर यर चसचरइ प्रणरनलयों कर ननमराण नहीं ककयर जर सकतर है
 संनध के ऄनुलग्नकों में ननधराररत निनशि प्रनतबंधों को ध्यरन में रखते हुए भररत आन नकदयों पर
जल-निद्युत् उजरा संबध
ं ी संयत्र
ं ननर्थमत कर सकतर है
संनध प्रकक्रयर (Working of the treaty:):
 आस संनध में दोनों देशों के मध्य नकदयों के ईपयोग से सम्बंनधत सहयोग तथर सूचनरओं के अदरन-
प्रदरन हेतु स्थरयी नसन्धु अयोग नरम से एक व्यिस्थर ननर्थमत की गयी है आसमें दोनों देशों के एक-
एक अयुक्त शरनमल हैं

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 आस संनध में ऄड़चनों के रूप में सरमने अने िरले मुद्दों से ननपर्ने के नलए स्पि प्रकक्रयरएं ननधराररत
की गयी हैं:
 “प्रश्नों” पर अयोग निचरर करतर है;
 “मतभेदों” कर हल एक ननष्पक्ष निशेषज्ञ ढू ंढतर है
 “नििरदों की सुनिरइ “मध्यस्थतर न्यरयरलय” के नरम से जरने जरने िरले एक सरत सदस्यीय
मध्यस्थ न्यरयरनधकरण में की जरती है

 “नििरदों” तथर “मतभेदों” के मरमले में निश्व बैंक की भूनमकर दोनों पक्षों द्वररर अग्रह ककए
जरने पर कु छ निनशि भूनमकरओं को ननभरने हेतु निनशि लोगों के चयन तथर ननधरारण तक ही
सीनमत है
मरननचत्र 3.2-नसन्धु नदी प्रणरली

Image Source:http://nriachievers.in/wp-content/uploads/2017/03/1.jpg

1.4.4. निीन मतभे द के निषय (Recent Disagreements)

 भररत तथर परककस्तरन के मध्य भररत द्वररर ककशनगंगर (330 मेगरिरर्) तथर रतले (850
मेगरिरर्) जल-निद्युत् उजरा संयत्र
ं ों के ननमराण को ले कर ऄसहमनत है
 दोनों देशों के मध्य आस बरत को ले कर सहमनत नहीं बन पर रही है कक आन दोनों जल-निद्युत्
संयत्र
ं ों की तकनीकी नडज़रआन संबध
ं ी निशेषतरएाँ संनध कर ईल्लंघन तो नहीं कर रहीं
 ये संयत्र
ं क्रमशः झेलम तथर चेनरब की सहरयक नदी पर नस्थत हैं
 आन दोनों नकदयों के सरथ-सरथ नसन्धु को “पनिमी नदी” के रूप में नचनन्हत ककयर गयर है नजस पर
परककस्तरन को ऄबरनधत ईपयोग कर ऄनधकरर कदयर गयर है
 संनध के ऄंतगात ऄन्य ईपयोगों के तहत भररत को संनध में सनम्मनलत ऄनुलग्नकों में कदए गए
प्रनतबंधों के ऄनतररक्त आन दोनों नकदयों पर जल-निद्युत् उजरा संयत्र
ं ों के ननमराण की ऄनुमनत है
 ककशनगंगर तथर रतले जल-निद्युत् संयत्र
ं ों को ले कर िरतराएाँ ज़ररी हैं यद्यनप, भररत तथर
परककस्तरन द्वररर संनध की नभन्न शतों की तलरश की जरती रही है

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 परककस्तरन ने निश्व बैंक से आन दोनों जल-निद्युत् उजरा पररयोजनरओं की नडज़रआनों को लेकर
ईसकी अपनत्तयों की जरंच के नलए एक मध्यस्थतर न्यरयरलय की स्थरपनर की मरंग की है भररत ने
ईसी ईद्देश्य के नलए एक ननष्पक्ष निशेषज्ञ की ननयुनक्त की मरंग की है
 संनध के तहत निश्व बैंक को यह ऄनधकरर नहीं है कक िह एक प्रकक्रयर को हर्र कर दूसरी को लरगू
कर सके
 12 कदसंबर को, निश्व बैंक समूह के ऄध्यक्ष नजम योंग ककम ने यह घोषणर की कक निश्व बैंक दोनों
पक्षों द्वररर अग्रह की गयी प्रकक्रयरओं के संबंध में कोइ भी कदम ईठरने से पूिा निचरर करे गर

1.4.5. भररत की नइ चचतरएं क्यर हैं ?

(What are Indian Concerns in Recent Times?)

 भररतीय दृनिकोण से संनध को लेकर मूल ऄसंतोष आस तथ्य से ईत्पन्न होतर है कक यह देश को
पनिमी नकदयों पर ककसी भी भंडररण प्रणरली के ननमराण से रोकतर है भररत द्वररर ईठरइ गइ
नशकरयत यह है कक संनध में यह प्ररिधरन होने के बरिजूद कक कु छ निशेष पररनस्थनतयों में भंडररण
सुनिधरओं कर ननमराण ककयर जर सकतर है कफर भी परककस्तरन भररत के सरथ ररजनीनतक
प्रनतद्वंनद्वतर के कररण जरनबूझकर ऐसे प्रयरसों को रोकतर है
 संनध में आंजीननयररग के ऄनेक प्ररिधरन हैं तथर यह भररतीय पररयोजनरओं के नडजरआन को रोकने
के नलए परककस्तरन को ऄनुनचत ऄनधकरर देती है भररत पनिमी नकदयों पर रन-ऑफ-द-ररिर
पररयोजनरओं (Run-of-the-river projects) कर ननमराण करने कर प्रयरस कर रहर है रन-ऑफ-
द-ररिर पररयोजनरओं को चसधु संनध के ऄंतगात पररभरनषत सीमरओं के भीतर ऄनुमनत है परं तु,
परककस्तरन तीन “पनिमी नकदयों” पर ककसी भी प्रकरर कर भररतीय ननमराण करया नहीं चरहतर एिं
संनध के नििरद ननपर्ररे प्ररिधरनों के तहत ऄंतरराष्ट्रीय मध्यस्थतर की मरंग करतर है
 1960 में हुइ संनध के बरद से ही दोनों देश पनिम में बहने िरली नकदयों पर भररत द्वररर प्रस्तरनित
बगनलहरर, ककशनगंगर तथर रतले (चेनरब नदी) जलनिद्युत संयत्र
ं ों सनहत कइ पररयोजनरओं पर
नििरदों में ईलझे रहे हैं
 चूाँकक यह तथ्य ध्यरतव्य है कक जल जम्मू-कश्मीर कर प्ररकृ नतक संसरधन है एिं िहराँ के अर्थथक
निकरस के नलए अिश्यक है ऄतः संनध के ऄंतगात आसकर नदी जल परककस्तरन को देने के प्ररिधरन
से जन नशकरयतों की संख्यरओं में िृनद्ध हुइ है

1.4.6. सं नध पर ईठते सिरल

(Increasing Questions on the Treaty)

 परककस्तरन द्वररर ररज्य नीनत के सरधन के रूप अतंकिरद कर प्रयोग ककए जरने के संदभा में संनध पर
प्रश्न ईठते रहे हैं
 1960 में भररत ने एक सद्भरिनर संकेत के रूप में संनध को स्िीकरर कर नलयर थर परं तु, संनध में
प्रिेश के परंच िषों के भीतर 1965 में परककस्तरन ने जम्मू-कश्मीर के भररतीय नहस्से पर क्जर
करने के नलए युद्ध अरं भ कर कदयर
 परककस्तरन नबनर ककसी ईत्तरदरनयत्ि के मरत्र ऄनधकररों की मरंग करतर है कइ लोग तका देते हैं कक
संनध करनून (Law of Treaties) पर नियनर सम्मेलन के ऄनुच्छेद 62 के ऄंतगात ररज्य-समर्थथत
अतंकिरदी समूहों के ईपयोग (परककस्तरन द्वररर) को भररत द्वररर चसधु संनध से िरपसी के नलए
ईनचत अधरर बनरयर जर सकतर है ऄंतरराष्ट्रीय न्यरयरलय ने भी आस नसद्धरंत को बरकररर रखर है
कक पररनस्थनतयों में मौनलक पररितान के कररण कोइ संनध भंग की जर सकती है
 जैसर कक डेनिड नलनलएंथल ने तका कदयर थर, "बम एिं गोलरबररी के सरथ भी कोइ सेनर जमीन की
आतनी बरबरदी नहीं कर सकती नजतनर कक भररत द्वररर बड़ी सरलतर से जल के स्रोत को स्थरयी

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रूप से बंद करके परककस्तरन को बबराद ककयर जर सकतर है - जल के िे स्रोत जो परककस्तरन के खेतों
और लोगों को समृद्ध रखते हैं "
 भररत को प्ररप्त कम प्रनतफल के बरिजूद यकद परककस्तरन चसधु संनध को संरनक्षत रखनर चरहतर है
तो ईसे एक संतल
ु न बनरकर चलनर होगर नदी जल के बड़े नहस्से कर ईपयोग करने के ऄनधकरर के
सरथ-सरथ परककस्तरन को यह दरनयत्ि (ऄंतरराष्ट्रीय करनून में नननहत) भी ननभरनर होगर कक अतंक
कर ननयरात करके यह ऄपने तर्िती देश में "प्रत्यक्ष नुकसरन" कर कररण न बने

1.4.7. क्यर सं नध रद्द (ननरस्त) कर दी जरनी चरनहए?

(Should the Treaty be Revoked?)

संनध रद्द करने की ककसी भी मरंग के पीछे ऄनेक कररकों कर होनर अिश्यक हैः
 संनध रद्द ककए जरने की नस्थनत में परककस्तरनी पक्ष एक और सीनमत संघषा अरं भ कर सकतर है यर
कफर कश्मीर में ऄशरंनत बढ़रने कर प्रयरस कर सकतर है
 चीन-परककस्तरन धुरी को देखते हुए यह संभि है कक संनध रद्द ककए जरने पर भररत की छनि क्षेत्र के
ननचले नदी तर् पर नस्थत देश पर दरदरगीरी करने िरले देश के रूप में नचनत्रत करने कर प्रयरस हो
आसके ऄनतररक्त, चीन आसकर ईदरहरण देकर ब्रह्मपुत्र नदी पर जल सरझरकरण समझौते में प्रिेश से
आनकरर करने के ऄपने मौजूदर ननणाय को बदलने से आनकरर कर सकतर है
 संनध ने जल नििरद की संभरिनर पर रोक एिं शरंनत बहरली को प्रोत्सरनहत ककयर है परंच दशकों
से ऄनधक समय से भररत एिं परककस्तरन, दोनों चसधु तथर आसकी सहरयक नकदयों कर जल
शरंनतपूिाक सरझर कर रहे हैं आसकर श्रेय चसधु जल संनध को जरतर है ध्यरन देने योग्य है कक
निभरजन के बरद से भररत तथर परककस्तरन, दोनों निनभन्न मुद्दों पर झगड़ते रहे हैं, परं तु संनध की
पुनि होने के बरद से नदी जल को लेकर कोइ संघषा नहीं हुअ है
 1965 ि 1971 के भररत-परककस्तरन युद्ध, 1999 के कररनगल संघषा तथर 1990 से चल रहे
कश्मीर ऄशरनन्त के बरिजूद संनध बची हुइ है एिं यह निश्व की सबसे सफल जल संनध मरनी जरती
है प्रनतकू ल पररनस्थनतयों में भी संनध को बनरए रखने को ऄंतरराष्ट्रीय प्रशंसर नमली है एिं भररत
एक नजम्मेदरर देश होने में गिा ऄनुभि करतर है
 रद्द न होने पर, संनध को ऄनुच्छेद 12 के मौजूदर प्ररिधरनों के ऄंतगात संशोनधत ककयर जर सकतर
है

1.4.8. भररत के समक्ष निकल्प (India’s Options)

 पूिा की नकदयों के परनी कर बेहतर ईपयोग करनर


 यह सुनननित करनर कक अधररभूत संरचनर को समयबद्ध तरीके से शीघ्रतर से पूरर ककयर जरए
नजससे की पनिमी एिं पूिी नकदयों दोनों के संबंध में IWT के ऄंतगात ककये गए प्ररिधरनों कर
पूणत
ा यर दोहन ककयर जर सके
 मौजूदर नििरद समरधरन तंत्र कर न्यरयसंगत ईपयोग करनर
 भररत को परककस्तरन के निरोध के बरिजूद ऄफगरननस्तरन के सरथ ऄपनर ऄनुबंध जररी रखने एिं
बरंध ननमराण में सहरयतर करनर जररी रखनर चरनहए

1.5. सर क्रीक नििरद (Sir Creek Dispute)

 भररत के गुजररत एिं परककस्तरन के चसध प्ररंत के मध्य 96 ककलोमीर्र लंबे एिुयरी से भररत की
सुरक्षर महत्िपूणा रूप से प्रभरनित होती है, यद्यनप मरनर जरतर रहर है कक आसकर समरधरन
ऄपेक्षरकृ त सरल है

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 2004 में ऄर्ल नबहररी िरजपेयी सरकरर के नेतत्ृ ि में अरं भ होने िरली भररत-परककस्तरन समग्र
िरतरा के दौररन यह महत्िपूणा निषयों में से एक थर
 छह बरर िरतराएं हुइ हैं, दोनों पक्षों ने क्रीक कर संयक्त
ु सिेक्षण ककयर तथर ऄपनी संबनं धत नस्थनतयों
को कदखरते हुए मरननचत्रों कर अदरन-प्रदरन ककयर
 यह मुद्दर ऄभी भी ऄनसुलझर ही है

Image
Source:http://media2.intoday.in/indiatoday/images/stories//2012december/sircree
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1.5.1. भररतीय दरिे बनरम परककस्तरनी दरिे

(India’s Claims v Pakistan’s Claims)


 1914 में बम्बइ सरकरर के ननणाय के दो निरोधरभरसी ऄनुच्छेदों के प्ररिधरन के कररण भररत एिं
परककस्तरन एक ही नहस्से पर ऄपनी दरिेदररी जतरते हैं
 आस ननणाय के ऄनुच्छेद 9 में कहर गयर है कक कच्छ एिं चसध के बीच की सीमर ‘क्रीक के पूि’ा (ग्रीन
लरआन) में है, नजसकर तरत्पया है कक यह क्रीक चसध से संबंनधत है ऄतः यह परककस्तरन के ऄनधकरर
क्षेत्र में अतर है
 दूसरी ओर, ऄनुच्छेद 10 में कहर गयर है कक चूकं क सर क्रीक िषा भर नौगम्य (जहरजों के चलने
योग्य) है, ऄतः ऄंतरराष्ट्रीय करनून एिं थरलिेग नसद्धरंत के ऄनुसरर यह सीमर एक नौगम्य चैनल
(जलडमरूमध्य) के मध्य ही तय की जर सकती है आसकर ऄथा यह हुअ कक आसे चसध एिं कच्छ के
बीच निभरनजत ककयर गयर है ऄथरात, भररत एिं परककस्तरन के मध्य यह भररत के दरिे (लरल
रे खर) कर अधरर है, नजसकी 1925 के एक मरननचत्र से पुनि भी होती है

1.5.2. सर क्रीक नििरद कर महत्ि

(The Sir Creek Issue: Significance)


 निगत कु छ िषों में, क्रीक के भौनतक स्िरुप में भी महत्िपूणा पररितान अयर है यकद कोइ देश,
ककसी ऄन्य देश की पररं पररक ऄिनस्थनत से सहमत होतर है, तो सहमत होने िरले देश को एक
निस्तृत ऄनन्य अर्थथक क्षेत्र (एक्सक्लूनसि आकोनॉनमक ज़ोन- EEZ) की हरनन होगी दोनों देशों के

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नलए आस क्रीक पर नििरद में ईलझने कर एक महत्िपूणा कररण, समुद्र के नीचे प्रचुर मरत्रर में तेल ि
गैस कर संभरनित संकेंद्रण है, नििरदों के कररण नजसकर ईपयोग ितामरन में नहीं हो पर रहर है
 सर क्रीक क्षेत्र, भररत ि परककस्तरन दोनों देशों के सैकड़ों मछु अरों के नलए मछली पकड़ने कर एक
बड़र स्थरन भी है सर क्रीक को एनशयर के सबसे बड़े मत्स्यन क्षेत्रों में से एक मरनर जरतर है
ऄत्यनधक लरभ प्ररप्त करने की लरलसर में, ईनकी कइ नौकरएं कनथत सीमरओं में यहराँ-िहराँ भर्क
जरती हैं और ऄंततः दूसरी ओर के सीमर रक्षकों द्वररर पकड़ ली जरतीं हैं
 निंबर 2008 में मुब
ं इ अतंकिरदी हमले के बरद से समुद्री सुरक्षर की चचतरएं भी बढ़ी हैं नजसमें
अतंकिरकदयों ने सर क्रीक से दूर मछली पकड़ने के नलए ईपयोग होने िरले एक भररतीय जहरज,
कु बेर, पर क्जर कर नलयर तथर मुंबइ पर हमलर करने के नलए आसकर ईपयोग ककयर
 नशीली दिरओं कर व्यरपरर: सर क्रीक के नििरकदत समुद्री क्षेत्र में र्ेलीफोन िरतरालरपों की जरंच
करने िरले ऄनधकरररयों कर कहनर है कक आस क्षेत्र में नशीली दिरओं के ईत्परदक-संघों के सकक्रय
होने कर संकेत नमलतर है, तथर पररमरण ि अिृनत्त दशराती है कक यह क्षेत्र, दुननयर के सबसे सकक्रय
व्यरपरर कें द्रों में से एक हो सकतर है
मरननचत्र 3.4 नसयरनचन नहमनद

स्त्रोत: http://img01.ibnlive.in/ibnlive/uploads/875x584/jpg/2016/03/siachen-map.jpg

1.6 नसयरनचन (Siachen)

 नसयरनचन नििरद, जुलरइ 1949 के कररची युद्धनिररम समझौते में निद्यमरन ऄस्पितर कर प्रत्यक्ष
पररणरम है 1947-1948 के युद्ध के ऄंत में, दोनों सेनरओं की ऄिनस्थनत को दशराते हुए युद्धनिररम
रे खर की स्थरपनर करने िरले समझौते ने नग्रड NJ 9842 से परे क्षेत्र कर िणान नहीं ककयर, जो
नसयरनचन नहमनद के दनक्षण में पड़तर है

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 1972 के नशमलर समझौते ने आस स्थरन के बरद “नहमनदों के ईत्तर” तक सीमरओं कर निस्तरर करने

कर ईल्लेख ककयर

 1984 में, परककस्तरन की ऑरोपॉनलरर्क्स (पिातीय-ररजनीनत) की प्रनतकक्रयर में, भररत ने ऄपनी

भू-नस्थनत को प्रमरनणत ककयर तथर ऑपरे शन मेघदूत के मरध्यम से ग्लेनशयर पर ऄपनर ननयंत्रण
स्थरनपत ककयर

 ऄपनी-ऄपनी ऄिनस्थनतयों को लेकर भररत और परककस्तरन के मध्य मतभेद, ईन प्रमुख कररणों में

से एक है नजसके चलते नसयरनचन नहमनद तथर असपरस के क्षेत्रों के निसैन्यीकरण पर हुयी


िरतराओं में ऄनधक प्रगनत नहीं हुयी

1.6.1 भररत बनरम परककस्तरन: दरिे

(India v Pakistan Claims)

 भररतीय तथर परककस्तरनी पक्षों ने “नहमनदों के ईत्तर” िरक्यरंश कर ऄथा नभन्न-नभन्न ननकरलर है

परककस्तरन कर तका है कक आसकर ऄथा है कक रे खर को NJ 9842 से सीधे चीन-भररत सीमर पर

करररकोरम दरे तक जरनर चरनहए हरलरंकक, भररत दृढ़तर से कहतर है कक रे खर को NJ 9842 से

ईत्तर की ओर सरल्र्ोरो रें ज के सरथ-सरथ चीनी सीमर तक अगे बढ़नर चरनहए आन दो व्यरख्यरओं
के मध्य एक निस्तृत नहमरच्छरकदत क्षेत्र पड़तर है नजस पर दोनों पक्ष ऄपनर ननयंत्रण चरहते हैं

 आन निरोधरभरसी व्यरख्यरओं ने नििरद के ऄंनतम समरधरन को करठन बनर कदयर है यद्यनप, आस

क्षेत्र की कठोर जलिरयु के कररण भररत ि परककस्तरन दोनों देशों के सैननकों की ननयनमत रूप से
होने िरली मौतों को देखते हुए आन क्षेत्रों कर पररस्पररक रूप से निसैन्यीकरण करनर संभि है

हरलरंकक, पररस्पररक ऄनिश्वरस के चलते पूिा में की गईं निसैन्यीकरण िरतराएं सफल नहीं हो सकीं

1.6.2. अगे की ररह पर भररत की ऄिनस्थनत

(India’s Position on the Way Forward)

 भररत कर कहनर है कक ककसी भी निसैन्यीकरण से पूिा, सरल्र्ोरो ररज पर ितामरन भू-नस्थनतयों को

मरननचत्र पर सीमरंककत तथर प्रमरनणत ककयर जरनर चरनहए क्योंकक भररत को आस बरत कर डर है
कक भररत के आस क्षेत्र से हर्ने पर परककस्तरनी सेनर आस ईच्च भूनम पर क्जर कर सकती है क्योंकक

जब भररतीय सेनर ने 1984 में ऑपरे शन मेघदूत द्वररर आस क्षेत्र पर ऄपनर ननयंत्रण स्थरनपत ककयर

थर ईस समय परककस्तरनी सेनर यहराँ से के िल कु छ हफ़्तों की दूरी पर थी


 आसनलए भररत ने दृढ़तरपूिक
ा कहर है कक सिाप्रथम भूनम के सरथ-सरथ मरननचत्र पर िरस्तनिक भू-

नस्थनत रे खर (एक्चुऄल ग्ररईं ड पोनजशन लरआन-AGPL) कर संयक्त


ु सीमरंकन होनर चरनहए

तत्पिरत ही संयक्त
ु सत्यरपन समझौतर तथर परस्पर सहमत ऄिनस्थनतयों पर बलों पुनर्थनयोजन
होनर चरनहए

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1.7. चीन-परककस्तरन अर्थथक कॉररडोर

(CPEC: The China-Pakistan Economic Corridor (CPEC)


मरननचत्र 3.5: The CPEC

 चीन-परककस्तरन अर्थथक गनलयररर (CPEC), चीन की िृहत OBOR ऄथिर बेल्र् एंड रोड
(BRI) पररयोजनर कर नहस्सर है
 आसकर लक्ष्य चीन के चझनजयरंग प्ररंत में करसगर को, परककस्तरन के बलुनचस्तरन प्ररंत में ग्िरदर के

बंदरगरह से जोड़नर है आसमें ररजमरगों, रे लमरगों, जलमरगों तथर परआपलरआनों सनहत कइ


ऄिसंरचनर पररयोजनरएं सनम्मनलत हैं पररयोजनर कर ननिेश ऄनुमरन 40 ऄरब से 60 ऄरब
ऄमेररकी डॉलर तक है
 महत्िरकरंक्षी चीन-परककस्तरन अर्थथक कॉररडोर (CPEC) कर एक ऄंनतम चबदु ग्िरदर बंदरगरह
परंच िषों के भीतर प्रनतिषा 13 नमनलयन र्न नौभरर कर प्रबंधन करने में सक्षम होगर – तथर िषा

2030 तक प्रनतिषा 400 नमनलयन र्न नौभरर स्थलरुद्ध मध्य एनशयर तथर पनिमी चीन तक
पहुाँचरने में सक्षम होगर
 ग्िरदर बंदरगरह के निकरस से पररयोजनर कर रणनीनतक महत्ि भी बढ़ जरतर है क्योंकक आससे
चीन को चहद महरसरगर में ईपनस्थनत प्ररप्त होती है
 भररत के निरोध कर प्रमुख निषय पररयोजनर कर मरगा है जो भररत के संप्रभु दरिों कर ईल्लंघन
करते हुए जम्मू-कश्मीर के नगलनगर्-बरनल्र्स्तरन क्षेत्र से गुज़रतर है

1.8. कु लभू ष ण जरधि नििरद

(The Kulbhushan Jadhav Issue)

 परककस्तरन ने 3 मरचा, 2016 को बलूनचस्तरन से जरधि को नगरफ्तरर करने कर दरिर ककयर थर


भररत कर कहनर है कक जरधि को इररन से ऄपहरण कर नलयर गयर थर, जहरं िे 2002 में भररतीय
नौसेनर से सेिरननिृत्त होने के पिरत् व्यरिसरनयक गनतनिनधयों में सनम्मनलत थे

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 ऄप्रैल 2017 में परककस्तरन के सैन्य प्रनतष्ठरन ने घोषणर की कक जरधि को फरंसी दी जरएगी
 कु छ ही समय पिरत् भररत ने ऄंतरराष्ट्रीय न्यरयरलय (ICJ) में ऄपील की क्योंकक भररत को जरधि
के नलए करंसल
ु र सहरयतर से िंनचत कर कदयर गयर थर भररत ने परककस्तरन पर निएनर सम्मेलन
कर ईल्लंघन करने कर अरोप लगरयर
 परककस्तरन ने तका कदयर कक दूतीय ऄनभगम पर निएनर सम्मेलन के प्ररिधरन, निध्िंसक
गनतनिनधयों में संनलप्त ककसी “जरसूस” के नलए नहीं हैं
 भररत कर मरननर है कक ICJ, जरधि मरमले की जरंच कर सकतर है क्योंकक दोनों देशों ने दूतीय
संबध
ं ों पर निएनर सम्मेलन (VCCR) के िैकनल्पक संलख
े ों पर हस्तरक्षर ककये हुए हैं संलेख कर
कहनर है कक VCCR के प्रस्तुनतकरण यर ऄनुप्रयोग से ईत्पन्न कोइ भी नििरद ICJ के ऄनधकरर
क्षेत्र में होगर
 18 मइ 2017 को, ऄंतरराष्ट्रीय न्यरयरलय ने परककस्तरनी सैन्य ऄदरलत द्वररर कु लभूषण जरधि को
दी गइ मौत की सजर को ऄगली सूचनर तक स्थनगत कर कदयर
 1971 के पिरत् यह पहली बरर हुअ कक भररत ने परककस्तरन के निरुद्ध ककसी नििरद में ICJ की
ओर रुख ककयर है
 भररत ने 1959 में की गइ आसी तरह की घोषणर को प्रनतस्थरनपत करते हुए नसतंबर 1974 में ईन
सभी मरमलों की व्यरख्यर की नजन पर भररत ICJ के ऄनधकरर-क्षेत्र को स्िीकरर करे गर
 नजन मरमलों पर भररत, ICJ के ऄनधकरर-क्षेत्र को स्िीकरर नहीं करतर है िे हैं: “ककसी भी ऐसे देश
के सरथ नििरद जो ररष्ट्रमंडल के सदस्य हैं यर रह चुके हैं”
 ICJ में जरने कर ऄथा होगर परककस्तरन के सरथ नििरदों को एक बहुपक्षीय मंच पर ले जरनर, तथर
ऐसे करने से भररत बचनर चरहतर है

1.9. व्यरपरर (Trade)

 निभरजन के पिरत, एक लंबी ऄिनध के नलए व्यरपरर संबंध जीिंत रहे परककस्तरन के पूिा
िरनणज्य सनचि ज़फर महमूद के ऄनुसरर, 1948-49 में, परककस्तरन के कु ल ननयरात कर लगभग
56% नहस्सर भररत को जरतर थर तथर कु ल अयरत कर 32% नहस्सर भररत से अतर थर िरस्ति
में, 1948 की शत्रुतर के बरिजूद, भररत 1955-56 तक परककस्तरन कर सबसे बड़र व्यरपरररक
भरगीदरर बनर रहर
 1965 ि 1971 के युद्धों के कररण, व्यरपरररक संबध
ं ों में करफी नगररिर् अ गयी थी जो 1972 में
नशमलर समझौते पर हस्तरक्षर के पिरत् ही, एक सीनमत स्तर तक पुन: प्ररप्त ककयर जर सकर
 भररत ने 1966 में परककस्तरन को एकतरफर रूप से मोस्र् फे िडा नेशन (MFN) कर दजरा प्रदरन
ककयर परन्तु परककस्तरनी रिैये को देखते हुए हरल के िषों में आस पर भी प्रश्न ईठरयर जरने लगर है
 पककस्तरन के प्रनत कठोर कररा िरइ प्रदर्थशत करने के नलए भररत परककस्तरन से MFN दजरा िरपस
ले सकतर है जोकक सरंकेनतक परन्तु एक महत्िपूणा कदम होगर
 परन्तु आसकर कोइ िरस्तनिक प्रभरि नहीं पड़ेगर क्योंकक दोनों देशों के मध्य व्यरपरर की मरत्रर
आतनी कम है कक प्रनतबंधों से कोइ प्रभरि नहीं पड़ेगर
 गत नित्तीय िषा के अंकड़ों के ऄनुसरर, जहराँ भररत से परककस्तरन को ककयर जरने िरलर ननयरात िषा
2007-08 के 0.78% से मरमूली रूप से बढ़कर 2015-16 में 0.88% हो गयर िही ाँ परककस्तरन से
भररत को होने िरलर अयरत, कु ल ननयरात के 0.12% के सरथ नग‍य रहर
 दनक्षण एनशयर से परककस्तरन कर कु ल अयरत 4 प्रनतशत से भी कम है
 MFN के दजे को रद्द न करके , भररत मयरादोनचत रूप से WTO के दरनयत्िों को पूरर करने में ईच्च
नैनतक दरिर कर सकतर है जबकक परककस्तरन ऐसर नहीं कर सकतर है

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1.10. दशा न एिं िरस्तनिकतर (Vision and Reality)

 जैसर कक जनिरी 2007 में प्रधरनमंत्री मनमोहन चसह जी ने कहर, कक िह एक ऐसे कदन कर सपनर

देखते हैं कक “ऄपनी संबनं धत ररष्ट्रीय पहचरनों को बनरए रखते हुए, हममें से कोइ भी व्यनक्त

ऄमृतसर में सुबह कर जलपरन, लरहौर में कदन कर भोजन और करबुल में ररनत्र भोजन कर सके मेरे

पूिज
ा आसी प्रकरर नजयर करते थे मेरे नरती-पोते आसी प्रकरर नजएाँ यही मैं चरहतर हाँ ”

 र्ीसीए ररघिन के ऄनुसरर: िषा 2008 से अज तक “ऐसर बहुत कु छ बदल गयर है नजससे यह

सुनननित हो गयर है कक पुररने समरधरन तब तक करया नहीं करें गे ” कफर भी मेल-नमलरप की


गनतनिनधयों एिं युद्धकररी गनतरोध की चक्रीय प्रकक्रयर जररी रहेगी

2. भररत और ऄफगरननस्तरन
(India and Afghanistan)

मरननचत्र 3.6- ऄफ़गरननस्तरन

2.1. पृ ष्ठ भू नम (Background)

 ऄफगरननस्तरन और भररत के लोगों के मध्य चसधु घरर्ी सभ्यतर के समय से संबध


ं हैं
 डू रंड रे खर परककस्तरन और ऄफगरननस्तरन के बीच नस्थत 2,430 ककलोमीर्र लंबी ऄंतरराष्ट्रीय

सीमर है सर मोर्टर्मर डू रंड ने यह रे खर 1893 में ऄफगरननस्तरन और तत्करलीन नब्ररर्श भररत के


बीच ननधराररत की थी भररत निभरजन के पिरत से यही रे खर परककस्तरन और ऄफ़ग़रननस्तरन के
मध्य की सीमर रे खर हो गयी

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 डू रंड रे खर पश्तून जनजरनत क्षेत्र को करर्ते हुए दनक्षण में बलूनचस्तरन क्षेत्र से होकर गुजरती है यह
नृजरतीय पश्तूनों एिं बलूच और ऄन्य नृजरतीय समूहों को ररजनीनतक रूप से निभरनजत करती है,
जो ऄफगरननस्तरन एिं परककस्तरन में सीमर के दोनों ओर ननिरस करते हैं
 सोनियत हस्तक्षेप (1979-89) के दौररन, ऄफगरननस्तरन के सोनियत समर्थथत लोकतरंनत्रक
गणररज्य को मरन्यतर प्रदरन करने िरलर एकमरत्र दनक्षण-एनशयरइ देश भररत थर भररत ने
तत्करलीन ऄफगरन ररष्ट्रपनत नजीबुल्लरह की सरकरर को भी मरनिीय सहरयतर प्रदरन की
सोनियत बलों के चले जरने के बरद भररत ने मरनिीय सहरयतर प्रदरन करनर जररी रखर
 1990 के दशक में भररत तरनलबरन-निरोधी ईत्तरी गठबंधन के प्रमुख समथाकों में से एक बन
गयरI
 2005 में, भररत ने SAARC में ऄफगरननस्तरन की सदस्यतर कर प्रस्तरि कदयर
 दोनों ररष्ट्रों ने आस्लरमी अतंकिरद के निरुद्ध सरमररक एिं सैन्य सहयोग भी निकनसत ककयर
 दोनों देशों के मध्य िषा 2011 में हस्तरक्षररत सरमररक सरझेदररी समझौते के मरध्यम से भररत-
ऄफगरननस्तरन संबंधों में मजबूती अइ है
 जब ऄफगरननस्तरन 2015 में तीन तरह के समकरनलक ररजनीनतक, सुरक्षर एिं अर्थथक संक्रमणों से
गुजर रहर थर तब भररत ने ऄफगरननस्तरन की सुरक्षर एिं निकरस के नलए दीघरािनधक प्रनतबद्धतर
व्यक्त करके भनिष्य के संबध
ं में आसके भय समरप्त ककए थे
 ऄफगरननस्तरन के ररष्ट्रपनत ऄशरफ घनी ने ऄप्रैल 2015 में पहली और ऄक्र्ू बर 2017 में पुनः
भररत कर ररजकीय दौरर ककयर
 प्रधरनमंत्री मोदी जी ने कदसंबर 2016 में ऄफगरननस्तरन कर दौरर ककयर

2.2. रणनीनतक सरझे दररी ऄनु बं ध (SPA: Strategic Partnership Agreement )

दोनों पक्षों के बीच परस्पर रणनीनतक सरझेदररी ऄनुबंध (SPA) ननम्ननलनखत व्यिस्थर करते हैं
 ऄफगरननस्तरन की ऄिसंरचनर एिं संस्थरनों कर पुनर्थनमराण करने के नलए सहरयतर, निनभन्न क्षेत्रों
में स्िदेशी ऄफगरन क्षमतर कर पुनर्थनमराण करने के नलए नशक्षर एिं तकनीकी सहरयतर
 ऄफगरननस्तरन के प्ररकृ नतक संसरधनों में ननिेश को प्रोत्सरहन प्रदरन करनर, ऄफगरननस्तरन के
ननयरातों को भररतीय बरजरर तक शुल्क मुक्त पहुंच प्रदरन करनर
 ऄफगरननस्तरन के नेतत्ृ ि और स्िरनमत्ि िरली व्यरपक अधररीय एिं सिा-समरिेशी शरंनत एिं
सुलह प्रकक्रयर को समथान,
 ऄंतरराष्ट्रीय समुदरय द्वररर ऄफगरननस्तरन के नलए ऄनिरत एिं दीघरािनधक प्रनतबद्धतर की
अिश्यकतर कर समथान करनर

2.3. ‘हरर्ा ऑफ़ एनशयर’ प्रकक्रयर

(Heart of Asia Process)


 ‘हरर्ा ऑफ़ एनशयर’ प्रकक्रयर यर आस्तरंबल
ु प्रकक्रयर िषा 2011 में ऄफगरननस्तरन को ऄनधकरनधक
सहरयतर प्रदरन करने के नलए अरं भ की गइ आस प्रकक्रयर के तीन मुख्य स्तंभ आस प्रकरर हैं:
o ररजनीनतक पररमशा
o निश्वरस ननमराण करने के ईपरय (CBMs)
o क्षेत्रीय संगठनों के सरथ सहयोग
 आस प्लेर्फॉमा की स्थरपनर ऄफ़गरननस्तरन एिं आसके पड़ोनसयों तथर क्षेत्रीय भरगीदररों की सरझर
चुनौनतयों एिं नहतों को संबोनधत करने के नलए की गइ थी हरर्ा ऑफ़ एनशयर में 14 भरगीदरर
देश, 17 समथाक देश एिं 12 समथाक क्षेत्रीय और ऄंतरराष्ट्रीय संगठन सनम्मनलत हैं

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 ‘हरर्ा ऑफ़ एनशयर’ एनशयर के हृदय क्षेत्र की समृनद्ध के नलए सुरनक्षत और नस्थर ऄफगरननस्तरन को
महत्िपूणा मरनने के तथ्य को मरन्यतर प्रदरन करते हुए, ऄफगरननस्तरन को ऄपने कें द्र में रखकर
पररणरम ईन्मुख क्षेत्रीय सहयोग के नलए प्लेर्फॉमा प्रदरन करतर है
 भररत ‘हरर्ा ऑफ़ एनशयर’ प्रकक्रयर के तहत व्यरपरर, िरनणज्य एिं ननिेश हेतु निश्वरस बहरली
ईपरयों (CBMs) कर ऄग्रणी देश है,
 भररत ने कदल्ली में जनिरी 2014 में ‘हरर्ा ऑफ़ एनशयर’ देशों के िररष्ठ ऄनधकरररयों की बैठक की
मेजबरनी की और भररतीय िरनणज्य एिं ईद्योग महरसंघ (कफक्की) की सहरयतर से भररत ने नइ
कदल्ली में निंबर 2015 को 6िें क्षेत्रीय तकनीकी समूह (RTG) की मेजबरनी की
 भररत ने कदसंबर 2016 में ऄमृतसर में ‘हरर्ा ऑफ़ एनशयर’ के 6िें मंनत्रस्तरीय सम्मेलन की
मेजबरनी की आसकर ईद्घरर्न प्रधरनमंत्री मोदी एिं ऄफगरननस्तरन के ररष्ट्रपनत ऄशरफ घनी द्वररर
संयुक्त रुप से ककयर गयर थरI

2.4. पु न र्थनमरा ण के प्रयरसों में भररत कर योगदरन

(India’s Contribution in Reconstruction Efforts)


 ऄफगरननस्तरन की निकरस पररयोजनरओं में भररत ने 2 नबनलयन ऄमेररकी डॉलर से ऄनधक कर
योगदरन करने की प्रनतबद्धतर व्यक्त की है
 आसने ननम्ननलनखत महत्िपूणा पररयोजनरओं कर नित्तपोषण एिं ननमराण ककयर है:
 जररं ज-डेलरररम ररजमरगा,
 संसद भिन,
 भररत ऄफगरननस्तरन मैत्री बरंध / सलमर बरंध, नचश्त-ए-शरीफ़ नदी, हेररत प्ररंत
 करबुल के नलए ट्ररंसनमशन लरआनें
 यद्यनप भररत ने ऄफ़ग़रननस्तरन में ऄपनी सैन्य ईपनस्थनत को ऄभी तक र्रलर है, लेककन भररत
ऄफगरननस्तरन में निदेशी सैन्य ईपनस्थनत को आस देश की ररजनीनतक नस्थरतर एिं निकरस में
सहरयतर के नलए ऄपररहरया समझतर है संयुक्त ररज्य ऄमेररकर ने भी भररत से और ऄनधक
संलग्नतर कर अग्रह ककयर है
 भररत ऄफगरननस्तरन के नलए ननिेश करने और एक रर्करउ रणनीनत में निश्वरस रखतर है

2.4.1. कने नक्र्निर्ी की चु नौनतयराँ

(Challenges of Connectivity)
 परककस्तरन, ऄफ़ग़रननस्तरन पर भररतीय प्रभरि में ककसी भी िृनद्ध कर निरोध करतर रहर है और
ऄफगरननस्तरन को ऄपनी रणनीनत के नलए महत्िपूणा मरनतर है
 ऄफगरननस्तरन तक सीधी स्थलीय पहुाँच हेतु भररत की ओर से ननिेदन ककए जरने के बरद भी,
परककस्तरन ने ऄपनी सरमररक चचतरओं के बहरने भररत को आस प्रकरर की सुनिधर देने से मनर कर
कदयर है
 ऄफ़ग़रननस्तरन तक पहुाँच स्थरनपत करने के नलए भररत द्वररर ईपयोग ककए जर सकने िरले
िैकनल्पक मरगा: सीधी स्थलीय पहुंच के ऄभरि में भररत, ऄफगरननस्तरन और इररन के सरथ
नत्रपक्षीय मरगा बनरने पर भी करया कर रहर है चरहबहरर पत्तन के निकरस से ऄफ़ग़रननस्तरन और
ईससे अगे के हमररे संपकों कर संिधान होगर
 भररत ने ऄक्र्ू बर 2017 में इररनी बंदरगरह चरहबहरर के मरध्यम से ऄफगरननस्तरन को गेहाँ की
अपूर्थत अरम्भ की

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 भररत और ऄफगरननस्तरन ने दो हिरइ गनलयररों की भी स्थरपनर की है – एक कदल्ली और करबुल
के मध्य और दूसरर कं धरर से कदल्ली के मध्य - आसकर ईद्देश्य सन्सडी दरों पर मरल कर पररिहन
करनर है
मरननचत्र 3.7 ऄफगरननस्तरन से संपका स्थरनपत करनर

2.5 सहयोग के निनिध पहलू

(Multiple Aspects of Cooperation)


 भररत ने ऄफगरननस्तरन को 2015 और 2016 में तीन रूस ननर्थमत Mi-25 युद्धक हेलीकॉप्र्र
प्रदरन ककए हैं ररपोर्ों से संकेत नमलतर है कक यह शीघ्र ही एक और हेलीकॉप्र्र प्रदरन करने िरलर
है
 भररत तरनलबरन के सरथ सरमंजस्य स्थरनपत करने के ककसी भी प्रकरर के प्रयरसों के प्रनत सजग
रहतर है समय के सरथ भररत ने आस तथ्य के प्रनत सरमंजस्य स्थरनपत कर नलयर है कक संयुक्त
ररज्य ऄमेररकर समेत ऄन्य देश तरनलबरन को िरतराओं में सनम्मनलत करनर चरहते हैं, जबकक भररत
ऐसे तरनलबरनी गुर् को िरतरा में शरनमल करनर चरहतर है जो चहसर कर पररत्यरग करे
 भररत के दृनिकोण से सुलह की कोइ भी प्रकक्रयर ऄफगरननस्तरन के नेतत्ृ ि में ही होनी चरनहए और
पररदशी और समरिेशी होनी चरनहए आस प्रकरर, भररत ऄफगरन सरकरर के क्षमतर ननमराण पर
ऄत्यनधक बल देतर है
 भररत करबुल नदी पर रन-ऑफ-द ररिर जलनिद्युत पररयोजनर अरम्भ करने पर भी निचरर कर
रहर है यह चसधु जल समझौते के प्रसंग में परककस्तरन पर दबरि डरल सकतर है परककस्तरन और
ऄफगरननस्तरन के मध्य ऄब नदी जल संनध निद्यमरन है

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Classroom Study Material

ऄंतरराष्ट्रीय संबध

04. भररत के पड़ोसी देश : भररत और चीन

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विषय सूची
1. भररत और चीन ______________________________________________________________________________ 3

1.1. पृष्ठभूवम (Background) ____________________________________________________________________ 3


1.1.1. क्रमरगत विकरस (Evolution) _____________________________________________________________ 3

1.2. सीमर संबंधी प्रश्न तथर क्षेत्रीय ऄखंडतर ___________________________________________________________ 8

1.3. भररत-चीन सीमर: विवशष्ट क्षेत्र ________________________________________________________________ 9


1.3.1. पविमी क्षेत्र (Western Sector) __________________________________________________________ 9
1.3.2. पूिी क्षेत्र (The Eastern Sector) _________________________________________________________ 9
1.3.3. मध्य क्षेत्र (The Middle Sector)_________________________________________________________ 10

1.4. समझौतों की ितामरन रूपरे खर ________________________________________________________________ 10


1.4.1. 2005 से ऄब तक िरतराओं में प्रगवत ________________________________________________________ 10

1.5. डोकलरम क्षेत्र की घटनर – 2017 ______________________________________________________________ 11


1.5.1. सीमरओं पर अमनर-सरमनर: एक पैटना ______________________________________________________ 12

1.6. नददयराँ ________________________________________________________________________________ 13

1.7. व्यरपरर और ऄथाव्यिस्थर (Trade and Economy) ________________________________________________ 14

1.8. भू-सरमररक प्रवतस्पधरा (Geo-Strategic Competition) ____________________________________________ 15

1.9. भररत कर ऄनुदक्रयर तंत्र (India’s Response Mechanism) _________________________________________ 15

1.10. बहुपक्षीय जुड़रि (Multilateral Engagement) _________________________________________________ 16


1.10.1 BCIM गवलयररर (The BCIM Corridor) __________________________________________________ 17

1.11. OBOR/BRI __________________________________________________________________________ 18


1.11.1. OBOR/BRI कर पूिा मूलयरंकन __________________________________________________________ 19
1.11.2. भररत तथर OBOR (India and the OBOR) ______________________________________________ 19

1.12. परदकस्तरनी कररक (The Pakistan Factor) ___________________________________________________ 20

1.13. ऄमेररकी कररक (The USA Factor) _________________________________________________________ 20

1.14. रूसी कररक (The Russia Factor) _________________________________________________________ 20

1.15. जरपरनी कररक (The Japan Factor) ________________________________________________________ 21

1.16. भररत तथर चीन कर ईदय (The Rise of China and India)________________________________________ 21
1. भररत और चीन
मरनवचत्र 4.1- चीन

1.1. पृ ष्ठ भू वम (Background)

 भररत, चीन के सरथ लगभग 3,488 दकलोमीटर की कु ल सीमर सरझर करतर है (बरंग्लरदेश के बरद
दूसरी सबसे बड़ी सीमर)।
 आस सीमर कर पूरी तरह से वनधरारण नहीं हुअ है। िरस्तविक वनयंत्रण रे खर स्पष्ट करने और पुवष्ट
करने की प्रदक्रयर प्रगवत पर है। यह क्षेत्र ऄवधक उॅंचरइ िरलर भू-भरग है और आन क्षेत्रों में
ऄिसंरचनर कर पयराप्त विकरस नहीं हुअ है। चीन-भररतीय सीमर को तीन क्षेत्रों में विभरवजत दकयर
जर सकतर है ऄथरात्: पविमी क्षेत्र, मध्य क्षेत्र और पूिी क्षेत्र।

 5 ररज्यों ऄथरात जम्मू-कश्मीर, वहमरचल प्रदेश, ईत्तररखंड, वसदिम और ऄरुणरचल प्रदेश की सीमर
चीन से लगती है।
 चीन वहन्द महरसरगर कर तटिती देश नहीं है, न ही भररत प्रशरंत महरसरगर कर तटिती देश है।
 2005 में- प्रधरनमंत्री हू जजतरओ की भररत यरत्रर के दौररन, दोनों पक्षों ने रणनीवतक भरगीदररी के
समझौते पर हस्तरक्षर दकयर थर।

1.1.1. क्रमरगत विकरस (Evolution)

 30 ददसंबर 1949: पीपुलस ररपवललक ऑफ चरआनर द्वररर 1 ऄक्टूबर को की गइ ईद्घोषणर के बरद


भररत आसको मरन्यतर देने िरलर दूसरर गैर-सरम्यिरदी देश बनर।
 7 ऄक्टू बर 1950: पीपुलस वलबरे शन अमी (Peoples Liberation Army: PLA) और चीनी

सैन्य दल चीन-वतलबत सीमर परर करके लहरसर, वतलबत की ओर बढर। 1793 के बरद से यह पहली
बरर थर जब चीनी-वतलबती सेनर ने नेपरल के शरसकों को दंवडत करने के वलए करठमरंडू तक
ऄवभयरन दकयर थर। आस समय भररत को ईत्तरी सीमरओं पर बड़ी चीनी सेनर कर सरमनर करनर
पड़र। विरटश नीवत कर ईद्देश्य आस तरह के पररदृश्य से बचने के वलए वतलबत को मध्यस्थ ररज्य
बनरनर थर।
 मइ 1951: चीन ने चरमदो के वतलबती गिनार को वतलबत पर पूणा अवधपत्य स्िीकरर करने के वलए
वििश दकयर।

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 15 मइ 1954: चीन और भररत ने पंचशील समझौते पर हस्तरक्षर दकये।

 2 मरचा 1955: भररत ने यह कहते हुए चीन के अवधकरररक मरनवचत्र में भररत की ईत्तरी सीमर
कर एक भरग सवम्मवलत करने पर अपवत्त जतरइ दक यह पंचशील कर स्पष्ट ईललंघन थर।
 1 ऄप्रैल 1955: भररत ने वतलबत में सभी संचरर सेिरओं कर वनयंत्रण चीन को सौंपते हुए लहरसर में
एक प्रोटोकॉल पर हस्तरक्षर दकयर।
 निंबर 1956: चरउ एन लरइ ने सद्भरिनर वमशन पर दूसरी बरर भररत की यरत्रर की।

 18 ददसंबर 1956: लद्दरख में प्रिेश करने िरले चीनी नरगररकों को ऄिैध रूप से वनरूद्ध दकयर
गयर और बरद में ईन्हें िरपस चीन भेज ददयर गयर।
 वसतंबर 1957: भररतीय ईपररष्ट्रपवत एस. ररधरकृ ष्णन ने चीन की यरत्रर की।

 4 वसतंबर 1958: भररत ने चीन पीपुलस ररपवललक के अवधकरररक खंड – चरआनर वपक्टोररयल में

ईत्तरी ऄसम और NEFA कर एक बड़र भरग सवम्मवलत करने पर अवधकरररक रूप से अपवत्त
जतरइ।
 23 जनिरी 1959: चरउ एन लरइ ने पहली बरर लद्दरख और NEFA दोनों स्थरनों में 40,000
िगा मील से ऄवधक भररतीय क्षेत्र पर चीन कर दरिर पेश दकयर।
 3 ऄप्रैल 1959: दलरइ लरमर लहरसर से पलरयन करके भररतीय क्षेत्र में चले अए। ईन्हें अय दय देने
के भररत के वनणाय से बीजजग के सरथ संबंध कटु हो गए।
 8 वसतंबर 1959: चरउ एन लरइ ने कहर दक चीन विरटश भररत और आं ग्लैंड के बीच 1842 में हुए

शरंवत संवध कर हस्तरक्षरकतरा नहीं थर, ऄतः चीन ने मैकमोहन रे खर स्िीकरर करने से मनर कर

ददयर। आसके ऄवतररक्त, बीजजग ने वसदिम और भूटरन में लगभग 50,000 िगा मील भररतीय क्षेत्र
पर ऄपनर दरिर पेश दकयर।
 19 ऄप्रैल 1960: सीमर संबंधी प्रश्न को हल करने के वलए चरउ एन लरइ और नेहरू के बीच नइ
ददलली में सम्पन्न हुइ बैठक गवतरोध के सरथ समरप्त हुइ।
 फरिरी 1961: चीन ने चीन-भूटरन और चीन-वसदिम सीमर वििरदों पर चचरा करने से मनर कर

ददयर और आसके ऄवतररक्त चीन-भररतीय सीमर के पविमी क्षेत्र में 12,000 िगा मील क्षेत्र पर
कलजर कर वलयर।
 15-18 निंबर 1962: पूिी मोचे, तिरंग पर बड़े पैमरने पर चीनी अक्रमण, पविमी क्षेत्र में

िरलोंग को रौंद ददयर गयर, रे जरंग लर और चुशल


ु हिरइ ऄड्डे पर गोले बरसरए गए। NEFA क्षेत्र
में चीनी सैन्य दलों ने बोमवडलर पर कलजर कर वलयर।
 21 निंबर 1962: चीन ने पूरी सीमर पर एकतरफर युद्धविररम की घोषणर की और ऄपने सैवनकों

को LAC से 20 दक.मी. पीछे की वस्थवत में िरपस जरने की घोषणर की।

 8 ददसंबर 1962: चीन ने तीन-जबदु कर युद्धविररम फॉमूालर दोहररते हुए चरउ एन लरइ द्वररर
हस्तरक्षररत एक नोट भररत को भेजर।
 दोनों पक्ष िरस्तविक वनयंत्रण रे खर कर सम्मरन करें ग,े

 सशस्त्र बल आस रे खर से 20 दक.मी. पीछे चले जरएंग;े


 वमत्रित ढंग से वनपटने कर प्रयरस करने के वलए दोनों देशों के प्रधरन मंवत्रयों के बीच िरतरा।
 भररत ने कोलंबो प्रस्तरि स्िीकरर कर वलयर और बरद में 10 ददसंबर को आसकी पुवष्ट की।

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 2 मरचा 1963: चीन और परदकस्तरन ने कश्मीर और जझवजयरंग के बीच बीजजग में एक सीमर
समझौते पर हस्तरक्षर दकए वजसमें परदकस्तरन ने परदकस्तरन ऄवधकृ त कश्मीर (POK) कर 5080
िगा दकलोमीटर क्षेत्र चीन को सौंप ददयर।
 27 ऄगस्त 1965: चीन ने भररत पर वसदिम-चीन सीमर परर करने कर अरोप लगरयर।

 30 निंबर 1965: चीनी सैन्य दलों ने एक बरर दफर ईत्तरी वसदिम और NEFA में घुसपैठ की।
 1986: ऄरुणरचल प्रदेश के सुमदोरुं ग चू (Sumdorung Chu) क्षेत्र में मैकमोहन रे खर की सटीक
पररसीमर पर मतभेद ईभर अए।
 8 ददसंबर 1986: बीजजग ने भररतीय संघ के पूणा ररज्य के रूप में ऄरुणरचल प्रदेश की स्थरपनर की
कठोर जनदर की।
 ददसंबर 1988: प्रधरनमंत्री ररजीि गरंधी ने चीन की यरत्रर की। सीमर संबध
ं ी प्रश्न पर संयक्त

करयादल और अर्थथक संबंधों, व्यरपरर, विज्ञरन और प्रौद्योवगकी पर संयुक्त समूह स्थरवपत करने हेतु
समझौते पर हस्तरक्षर दकए गए।
 ददसंबर 1991: चीन के प्रधरनमंत्री ली पेंग ने 31 िषा के ऄंतररल के बरद भररत की यरत्रर की और
वमत्रित विचरर-विमशा के मरध्यम से सीमर संबंधी प्रश्न को हल करने कर िचन ददयर।
 वसतंबर 1993: प्रधरनमंत्री पी.िी. नरवसम्हर ररि ने चीन की यरत्रर की, सीमर की शरंवत और
प्रशरंवत पर समझौते और संयुक्त करयादल के करया में सहरयतर करने के वलए ररजनवयक और सैन्य
ऄवधकरररयों के भररत-चीन विशेषज्ञ समूह के गठन पर हस्तरक्षर दकयर।
 1994: ईपररष्ट्रपवत के .अर. नरररयणन ने चीन की यरत्रर की।
 ऄगस्त 1995: भररत और चीन ने पूिी क्षेत्र में सुमदोरोंग चू घरटी में ऄपने सैन्य दलों को िरपस
बुलरने पर सहमवत व्यक्त की।
 निंबर 1996: चीनी ररष्ट्रपवत वजयरंग जेवमन भररत अए, भररत-चीन सीमर क्षेत्रों में LAC के
सरथ सैन्य क्षेत्र में विश्वरस बहरली के ईपरयों (Confidence Building Measures: CBM) के
समझौते पर हस्तरक्षर दकयर।
 ऄगस्त 1997: भररत-चीन संयक्त
ु करयादल की बैठक नइ ददलली में हुइ। विश्वरस बहरली ईपरय
समझौते के संबंध में ऄनुमोदन विपत्रों कर अदरन-प्रदरन दकयर गयर।
 मइ 1998: रक्षर मंत्री जॉजा फनरांडीस के आस दरिे से चीन नरररज हो गयर दक चीन भररत के वलए
पहलर खतरर है।
 14 मइ 1998: चीन ने भररत के दूसरे शरंवतपूणा परमरणु परीक्षणों की कठोर जनदर की।
 जुलरइ 1998: चीन ने भररत और परदकस्तरन से ऄपनी परमरणु महत्िरकरंक्षरएं त्यरगने और NPT
पर हस्तरक्षर करने कर अग्रह दकयर।
 ऄगस्त 1998: भररत ने लद्दरख-कै लरश-मरनसरोिर मरगा दफर से खोलने पर चीन के सरथ
अवधकरररक रूप से िरतरा की घोषणर की।
 जून 1999: चीन ने कररवगल संघषा पर तटस्थतर प्रदर्थशत की और भररत के सरथ सुरक्षर तंत्र
स्थरवपत करने पर सहमवत व्यक्त की।
 28 वसतंबर 1999: चीन ने वद्वपक्षीय संबंधों में सुधरर लरने के वलए नइ ददलली से भररतीय भूवम से
दलरइ लरमर की 'विभरजनकररी गवतविवधयरं' रोकने के वलए कहर।
 24 निंबर 1999: भररत और चीन ने ऄपने सीमर संबंधी झगड़े को सुलझरने के तरीकों पर नइ
ददलली में विस्तृत चचरा अयोवजत की।

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 7 जनिरी 2000: करमरपर लरमर चीन से भरगकर धमाशरलर पहुंचे और दलरइ लरमर से वमले।

 11 जनिरी 2000: बीजजग ने चेतरिनी दी दक करमरपर को ररजनीवतक अय दय देने से शरंवतपूणा


सहऄवस्तत्ि के परंच वसद्धरंतों कर ईललंघन होगर।
 4 जनिरी 2000: भररत ने अवधकरररक रूप से चीन को बतरयर दक 17िें करमरपर धमाशरलर

पहुंच गए हैं, लेदकन ईन्हें शरणरथी कर दजरा नहीं ददयर गयर है।

 22 जनिरी 2000: दलरइ लरमर ने 17िें करमरपर को सुरक्षर प्रदरन करने कर अग्रह करते हुए
प्रधरनमंत्री को पत्र वलखर।
 31 जनिरी 2000: चीनी पीपुलस वलबरे शन अमी ने लद्दरख के ऄक्सरइ वचन क्षेत्र में भररत की

ओर LAC के 5 दक.मी. ऄंदर स्थरयी सड़क नेटिका कर वनमराण दकयर और बंकर बनरए।

 22 फरिरी 2000: भररत और चीन ने WTO में चीन कर शीघ्र प्रिेश सुगम बनरने के वलए बीजजग
में वद्वपक्षीय व्यरपरर समझौते और आस्परत के क्षेत्र में संयुक्त करयादल स्थरवपत करने के समझौतर
ज्ञरपन पर हस्तरक्षर दकयर।
 1 ऄप्रैल 2000: भररत और चीन ने ऄपने ररजनवयक संबंधों की 50िीं िषागरंठ मनरइ।

 13 जनिरी 2002: चीनी प्रधरनमंत्री झू रोंगजी ने भररत की यरत्रर की।

 29 मरचा 2002: भररत और चीन ने ईवचत समय-सीमर के भीतर कष्टप्रद सीमर वििरद हल करने

के वलए LAC के वनरूपण की गवत तेज करने पर बीजजग में सहमवत व्यक्त की।

 23 जून 2003: भररतीय प्रधरनमंत्री ऄटल वबहररी िरजपेयी ने चीन की ऐवतहरवसक यरत्रर की।
आसने सीमर िरतरा पर विशेष प्रवतवनधरयी करयायोजनर कर शुभररं भ दकयर।
 9 ऄप्रैल, 2005: चीनी प्रधरनमंत्री िेन वजयरबरओ ने ईच्च तकनीक िरले ईद्योगों में चीन-भररतीय
सहयोग को बढरने के वलए बंगलौर की यरत्रर की। भररत और चीन ने ऄपनी वहमरलयी सीमर पर
वििरदों को हल करने के ईद्देश्य से एक समझौते पर भी हस्तरक्षर दकयर।
 6 जुलरइ 2006: चीन और भररत ने 1962 में चीन-भररत युद्ध के बरद से बंद कर ददए गए नरथू
लर दरे को दफर से खोल ददयर।
 25 मइ 2007: चीन ने यह तका देते हुए ऄरुणरचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को िीजर देने से मनर कर

ददयर, दक यह ररज्य िरस्ति में चीन कर ऄंग है, आसवलए ईन्हें ऄपने देश की यरत्रर करने के वलए
िीजर की अिश्यकतर नहीं है।
 13 ऄक्टू बर 2009: चीन ने प्रधरनमंत्री मनमोहन जसह की ऄरुणरचल प्रदेश की यरत्रर पर अपवत्त
की।
 3 जनिरी 2009: भररतीय प्रधरनमंत्री मनमोहन जसह ने चीन की यरत्रर की। वद्वपक्षीय व्यरपरर 50
वबवलयन डॉलर से ऄवधक हो गयर और चीन िस्तुओं के क्षेत्र में भररत कर सबसे बड़र व्यरपरररक
सरझीदरर बन गयर।
 27 ऄगस्त 2010: बीजजग द्वररर ईत्तरी कमरन के प्रमुख लेवटटनेंट जनरल बी.एस. जसिरल को आस

कररण से िीजर देने से मनर कर ददयर गयर दक जम्मू-कश्मीर कर वििरददत क्षेत्र ईनके "वनयंत्रण" में
थर। आसके बरद भररत ने चीन के सरथ रक्षर सौदों को रद्द कर ददयर। बरद में भररत ने दो चीनी रक्षर
ऄवधकरररयों को नइ ददलली अने की ऄनुमवत देने से मनर कर ददयर।
 निंबर 2010: चीन ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को नत्थी िीजर जररी करने की प्रथर अरं भ की।

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 ऄप्रैल 2013: चीनी सैवनकों ने पूिी लद्दरख में िरस्तविक वनयंत्रण रे खर (LAC) के लगभग 19
दकमी. ऄंदर डेपसंग बलज में घुसपैठ दकयर और दरिर दकयर दक यह ईनके वसनवजयरंग प्ररंत कर
वहस्सर है। हरलरंदक, ईन्हें पीछे धके ल ददयर गयर।

 मइ 2014: चीन ने मोदी को चुनरि में जीत पर बधरइ दी। बरद में ईसी महीने में मोदी की

ऄरुणरचल प्रदेश की यरत्रर ने चीनी विदेश मंत्ररलय से रटप्पणी अमंवत्रत की, वजसे चीन वििरददत
क्षेत्र मरनतर है।
 जून 2014: चीन के विदेश मंत्री िरंग यी ने ऄपने भररतीय समकक्ष सुषमर स्िररज और मोदी के

सरथ बरतचीत करने के वलए नइ ददलली की यरत्रर की। बरद में जून में, भररत के ईपररष्रपवत
हरवमद ऄंसररी ने बीजजग की परंच ददिसीय यरत्रर की।
 जुलरइ 2014: भररत के सेनर प्रमुख वबक्रम जसह ने बीजजग की तीन ददिसीय यरत्रर की। बरद में

ईसी महीने में, िरजील में BRICS वशखर सम्मेलन के दौररन प्रधरनमंत्री मोदी ने पहली बरर शी

से मुलरकरत की। दोनों की मुलरकरत लगभग 80 वमनट चली।

 ऄगस्त 2014: प्रधरनमंत्री मोदी ने परंच ददनों की जरपरन की यरत्रर की और विश्ि कर दो गुटों में
विभरवजत विश्ि के रूप में िणान करते हुए भरषण ददयर।
 वसतंबर 2014: ररष्ट्रपवत शी ने भररत की यरत्रर की और प्रधरनमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए
ऄहमदरबरद में ईनकी अगिरनी की। सरबरमती नदी के तट पर घूमते हुए ईन्होंने शरम वबतरइ।
चीन ने परंच िषों के दौररन भररत में 20 वबवलयन डॉलर वनिेश करने कर िरदर दकयर। हरलरंदक,
आस पूरी यरत्रर के दौररन कवथत रूप से चीनी सैवनकों द्वररर भररत की ओर सीमर परर करने के बरद
दोनों देश लद्दरख में सीमर पर अमनर-सरमनर करने में लगे रहे।
 निंबर 2014: ररष्ट्रपवत शी ने प्रधरनमंत्री मोदी को बीजजग में एवशयर प्रशरंत अर्थथक सहयोग

(Asia Pacific Economic Cooperation: APEC) के वशखर सम्मेलन में भरग लेने के वलए

अमंवत्रत दकयर। मोदी ने यह प्रस्तरि ठु करर ददयर, लेदकन म्यरंमरर, ऑस्रेवलयर और दफजी की
यरत्रर की। भररत ने ऄपने ररष्ट्रीय सुरक्षर सलरहकरर ऄजीत डोभरल को चीन-भररत सीमर िरतरा के
वलए देश के विशेष प्रवतवनवध के रूप में वनयुक्त दकयर।
 जनिरी 2015: ऄमेररकी ररष्ट्रपवत बररक ओबरमर की गणतंत्र ददिस की यरत्रर के दौररन,

समरचररों के ऄनुसरर ओबरमर और मोदी ने चीन के संबंध में बरतचीत करते हुए लगभग 45 वमनट

वबतरए और दोनों नेतरओं ने बीजजग के विस्तररिरदी रुख पर जचतर व्यक्त की, विशेष रूप से दवक्षण
चीन सरगर के सन्दभा में।
 फरिरी 2015: ओबरमर के प्रस्थरन के एक सप्तरह से भी कम समय बरद विदेश मंत्री सुषमर
स्िररज बीजजग गईं और ररष्ट्रपवत शी से वमलीं।
 मरचा 2015: भररत ने भू -सीमर के मुद्दे पर चीन के सरथ 18िें दौर की िरतरा अरं भ की। ररष्ट्रीय
सुरक्षर सलरहकरर डोभरल और चीन के विशेष प्रवतवनवध यरंग जरआची ददलली में वमले।
 मइ 2015: प्रधरनमंत्री मोदी ने चीन की यरत्रर की। ईनकर पहलर पड़रि वजयरन थर जो दक शी कर
गृहनगर थर। आसके बरद िह बीजजग गए।
 ऄक्टू बर 2016: गोिर BRICS वशखर सम्मेलन के दौररन प्रधरनमंत्री मोदी चीनी ररष्ट्रपवत शी
वजनजपग से वमले।

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 मइ 2017: भररत ने बीजजग में अयेरवजत बेलट और रोड पहल वशखर सम्मेलन में भरग लेने के

चीनी वनमंत्रण को ठु करर ददयर और ऄपनी अपवत्तयरं सूचीबद्ध करते हुए विस्तृत िक्तव्य जररी
दकयर।

 8-9 जून 2017: भररत ने परदकस्तरन के सरथ पूणा सदस्य के रूप में शंघरइ सहयोग संगठन

(Shanghai Cooperation Organisation: SCO) में प्रिेश दकयर। मोदी चीनी ररष्ट्रपवत शी

वजनजपग से वमले और SCO में भररत की पूणा सदस्यतर के वलए ईनके देश के सहयोग के वलए

धन्यिरद ददयर।

1.2. सीमर सं बं धी प्रश्न तथर क्षे त्रीय ऄखं ड तर

(Boundary Question and Territorial Integrity)

 30 िषा से ऄवधक के वनयवमत बरत-चीत के बरिजूद, चीन तथर भररत के सीमर संबंधी मुद्दे ऄब भी

जरटल तथर करठन बने हुए हैं।

 चीन, भररतीय ररज्य जम्मू और कश्मीर में 38,000 िगा दकलोमीटर भूवम पर ऄिैध रूप से

ऄवधकरर जमरए बैठर है। आसके ऄवतररक्त, 1963 के कवथत चीन-परदकस्तरन सीमर समझौते के

ऄंतगात परदकस्तरन ने परक ऄवधकृ त कश्मीर में से 5,180 िगा दकलोमीटर कर क्षेत्र ऄिैध रूप से

चीन को दे ददयर है।

 चीन ने 1950 के दशक में वहमरलयी क्षेत्रों में ऄपनी सलरमी रणनीवत (salami tactics) को और

प्रखर दकयर, जब ईसने ऄरवक्षत क्षेत्र में गुप्त रूप से एक रणनीवतक हरइिे बनर कर ऄक्सरइ वचन

को हड़प वलयर। जम्मू और कश्मीर की देसी ररयरसत के ऄवभन्न ऄंग ऄक्सरइ वचन ने चीन को
वतलबत तथर वशनवजयरंग के ईसके ऄशरंत क्षेत्रों के बीच एक गवलयररर ईपललध कररयर।

 1993 में, भररत-चीन सीमर क्षेत्रों में िरस्तविक वनयंत्रण रे खर (LAC) पर शरवन्त बनरए रखने

संबध
ं ी समझौते पर हस्तरक्षर दकए गए।

 LAC ितामरन में भररत तथर चीन के बीच िरस्तविक सीमर को वनरूवपत करती है तथर यह तीन

प्रक्षेत्रों: पविमी, मध्य तथर पूिी, में विभरवजत है।

 1988 तथर 2003 के बीच JWG व्यिस्थर के तहत बरत-चीत के लगभग 15 दौर अयोवजत दकए

गए।

 2003 में भररतीय प्रधरनमंत्री ऄटल वबहररी बरजपेयी के चीन दौरे के समय आन िरतराओं को

ितामरन विवशष्ट प्रवतवनवध (SR) व्यिस्थर के ऄंतगात पुनः अरं भ दकयर गयर।

 2003 और 2005 के बीच, बीजजग ने समय के सरथ-सरथ तथर ऄव्यक्त रूप से दकन्तु औपचरररक

तौर पर ऄपनी 20 िषों पुररनी नीवत में बदलरि करते हुए वसदिम को भररतीय संघ कर एक ररज्य

मरन वलयर।

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मरनवचत्र 4.2 भररतीय-चीन सीमर

ImageSource:http://www.thehindu.com/news/national/article19180924.ece/altern
ates/FREE_615/ChinaJPG

1.3. भररत-चीन सीमर: विवशष्ट क्षे त्र

(India-China Border: Specific Sectors)

1.3.1. पविमी क्षे त्र (Western Sector)

 ऄक्सरइ वचन 38,000 िगा दकलोमीटर कर सबसे बड़र वििरददत क्षेत्र है। यह चीन के कलजे में है,
दकन्तु भररत आस पर जम्मू और कश्मीर के लद्दरख वजले के एक ऄंग के रूप में ऄपनर दरिर करतर
रहर है।
 दोनों में से दकसी देश के परस आस क्षेत्र पर ऄपनर सशक्त ऐवतहरवसक दरिर वसद्ध करने के वलए
पयराप्त दस्तरिेज नहीं हैं। यद्यवप िैध दरिे से ऄवधक वतलबतीय क्षेत्र तक पहुाँच हेतु चीन के वलए आस
क्षेत्र कर रणनीवतक महत्ि है।
 ऐवतहरवसक रूप से विटेन बरहरी वतलबत को एक बफ़र जोन बनरनर चरहतर थर। पविमी क्षेत्रों में
सीमरओं की हदबंदी शरयद ही की गइ थी।
 1957 में, चीन ने ऄक्सरइ वचन से गुजरती हुइ वशनवजयरंग को वतलबत से जोड़ने िरले ऄपने
पविमी हरइिे कर वनमराण दकयर। आसने 1962 के पिरत ऄंततोगत्िर आस पर ऄपनर ऄवधकरर कर
वलयर।
 लद्दरख क्षेत्र में युद्ध के पिरत चीनी सेनर की वस्थवत कर प्रश्न ही वििरद कर विषय है।
 ऄक्सरइ वचन क्षेत्र में सीमरंकन ऄवधक जरटल है क्योंदक यह कभी भी ऄवधिरवसत क्षेत्र नहीं रहर है
तथर ईनकी संप्रभुतर को रे खरंदकत करने िरलर कोइ भी वचन्ह िरस्ति में नहीं है।

1.3.2. पू िी क्षे त्र (The Eastern Sector)

 1914 के चीन-वतलबत-विटेन वशमलर सम्मेलन में, विरटश भररत के विदेश सवचि य दी हेनरी
मैकमोहन ने विरटश भररत तथर वतलबत के बीच 890 दकलोमीटर लम्बी मैकमोहन रे खर खींची।
 सिोच्च िरटरशेड वसद्धरंत (highest watershed principle) पर प्ररथवमक रूप से खींची गयी
रे खर ने पूिा में ऄवनधराररत/वबनर दकसी दरिेदररी िरली सीमरओं कर रे खरंकन दकयर।

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 आस रे खर ने तिरंग तथर ऄन्य वतलबती क्षेत्र को विरटश सरम्ररज्य में रखर। विरटश सरकरर द्वररर
संवधयों के एवचसन संग्रह के 1937 के संस्करण के प्रकरवशत होने तक आस सीमर रे खर को लगभग
भुलर ददयर गयर थर। बरद में, चीन ने आस रे खर को मरनने से आनकरर कर ददयर।
 ऄरुणरचल क्षेत्र में, चीन ने मैकमोहन रे खर को LAC के रूप में स्िीकरर दकयर। दकन्तु िरटरशेड कर
ऄनुकरण दकए जरने के भररतीय दरिे को िह चुनौती देतर है। चीन, ऄरुणरचल को दवक्षणी वतलबत
बतर कर ईस पर ऄपनर दरिर प्रस्तुत करतर है तथर तिरंग क्षेत्र में ईसकी रूवच विशेष रूप में
ऄवधक है।

1.3.3. मध्य क्षे त्र (The Middle Sector)

 ईत्तररखंड के बरररहोती मैदरन जैसे वनवित क्षेत्रों को ले कर ऄसहमवत।


 वसदिम क्षेत्र को चीन द्वररर एक प्रकरर से सुलझर हुअ मरन वलयर गयर है। लम्बे समय तक, चीन
वसदिम के भररत कर िैधरवनक ऄंग बन जरने को स्िीकरर नहीं कर परयर थर। 2005 के संयक्त

िक्तव्य के बरद ही चीन ने औपचरररक रूप से वसदिम को भररत के एक ररज्य के रूप में स्िीकरर
दकयर।
 सीमरओं को पररभरवषत करने िरली दकसी औपचरररक संवध कर ऄभरि तथर भररत-चीन सीमर की
बदलती हुइ व्यरख्यरयें ही अधररभूत समस्यर है। आस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच 1962 में एक युद्ध
हो चुकर है।

1.4. समझौतों की िता मरन रूपरे खर

(Current Negotiation Framework)


 2003 में, प्रधरनमंत्री िरजपेयी की चीन यरत्रर के दौररन सिोच्च स्तर पर वद्वपक्षीय समझौतों को
अगे बढरने हेतु प्रथम व्यरपक दस्तरिेज पर हस्तरक्षर हुए। आस यरत्रर के दौररन, दोनों पक्षों ने सीमर
वििरद संबध ं ी मुद्दों के समरधरन के वलए विवशष्ट प्रवतवनवध व्यिस्थर स्थरवपत करने पर सहमवत
जतरइ।
सीमर वििरदों के समरधरन के वलए िरतराओं के तीन चरण िरली प्रदक्रयर से गुजरने की अशर की जरती
है-
 चरण 1- व्यरपक वसद्धरंतों तथर ऐसे ररजनीवतक मरनदंडों पर सहमवत वजनकर ऄनुपरलन सीमर
वििरदों को सुलझरने के वलए दकयर जरएगर।
 चरण 2- सभी क्षेत्रों में वििरदों को सुलझरने के वलए व्यरपक करयायोजनर पर समझौतर िरतरा
करनर।
 चरण 3- मरनवचत्रों तथर भूवम पर सीमर कर ऄंकन करनर।
 2005 में, ररजनीवतक मरनदंडों तथर मरगादशाक वसद्धरंतों को ले कर एक समझौते पर सहमवत बनी
(बरतचीत कर प्रथम चरण पूरर हुअ) वजसकर ऄनुपरलन सीमर वििरद के समरधरन के वलए दकयर
जरएगर।

1.4.1. 2005 से ऄब तक िरतरा ओं में प्रगवत

(Progress in Negotiations Since 2005)


 ितामरन में िरतराएं दूसरे चरण में हैं। ददसंबर, 2017 में हुइ SR बैठक व्यरपक करयायोजनर पर
सहमवत स्थरवपत करने के ईद्देश्य से िरतराओं कर 20िराँ दौर थर। आसके बरद बरतचीत ऄंवतम चरण
में प्रिेश कर सकतर है।
 कु छ पयािेक्षकों ने ऐसी ररय दी है दक तीन चरणों की प्रदक्रयर के दूसरे चरण में िरतराएं ऄिरोध में
फं स कर रह गयी हैं।
 निम्बर, 2013 में, प्रधरनमंत्री मनमोहन जसह की बीजजग यरत्रर के समय दोनों पक्षों ने सीमर
प्रवतरक्षर सहयोग समझौते (Border Defence Cooperation Agreement: BDCA) पर

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हस्तरक्षर दकए। आसकर लक्ष्य अधरर स्तर पर बरतचीत में विस्तरर करनर तथर सैन्य टकररिों से
बचने के वलए गश्ती वनयमों कर औपचरररक वनधरारण दकयर जरनर थर।

1.5. डोकलरम क्षे त्र की घटनर – 2017

(The Incident in Doklam Area-2017)


मरनवचत्र 4.3 - डोकलरम क्षेत्र

Source:http://www.thehindu.com/news/national/article12665125.ece/alternates/F
REE_660/India%20Bhutan%20China
 यह वििरददत भूवम, पविमी भूटरन में एक विरल जनसंख्यर िरले पठररी क्षेत्र में 269 िगा
दकलोमीटर में फै ली हुइ है। भूटरन कर चीन के सरथ कोइ कू टनीवतक संबंध नहीं है तथर िह बीजजग
के सरथ ऄपने संबंधों को नयी ददलली के मरध्यम से समवन्ित करतर है।
 1890 में, ग्रेट विटेन तथर चीन के बीच वसदिम तथर वतलबत से संबंवधत ऄवभसमय पर हस्तरक्षर
दकए गए वजसने चीन के वतलबत क्षेत्र तथर वसदिम के बीच सीमर की हदबंदी को स्िरूप ददयर।
चीन कर दरिर है दक भररत ने आस ऄवभसमय कर ईललंघन दकयर है।
मरनवचत्र 4.4 – चीन – भूटरन

Source:https://i0.wp.com/thewire.in/wp-
content/uploads/2017/07/Chinese_incursion_Bhutan.jpg?resize=648%2C505&ssl
=1

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 जून 2017 में, भररतीय सेनर ने आस क्षेत्र में सड़क वनमराण के चीन के प्रयरसों को नरकरम कर ददयर।
यह क्षेत्र भररत की वसलीगुड़ी सीमर से बहुत वनकट तीन देशों के बीच ररआ-जंक्शन कर वनमराण
करतर है। आसकर पररणरम दोनों देशों के बीच 73 ददनों तक चले सैन्य टकररि की वस्थवत के रूप में
सरमने अयर। आसकी समरवप्त चीन तथर भररत की सैन्य टु कवड़यों को िहराँ से पीछे हटरए जरने के
पिरत ऄगस्त 2017 में हुइ।
 भूटरन के ऄनुसरर, चीन द्वररर बनरइ जर रही सड़क डोक लर शहर से चल कर जोम्पेलरी में वस्थत
भूटरनी सैन्य कै म्प तक पहुंचग
े ी।
 भररत कर तका थर दक दोनों देशों के बीच 2012 में एक समझौतर हुअ थर दक चीन तथर भररत के
बीच भूटरनी पठरर पर वस्थत डोकलरम क्षेत्र की वस्थवत कर ऄंवतम वनधरारण तीनो पक्षों के बीच
संयक्त
ु विचरर-विमशा के मरध्यम से दकयर जरएगर।
 भूटरन के विदेश मंत्ररलय ने आसे 1988 तथर 1998 में शरवन्त बहरल रखने तथर ऄंवतम सीमरंकन के
ऄभरि में िहराँ दकसी भी एक-पक्षीय कररा िरइ से दूर रहने संबध ं ी समझौते कर प्रत्यक्ष ईललंघन
बतरयर।
 चीनी विदेश मंत्ररलय के प्रिक्तर लू करंग ने तका ददयर दक भररत ने चीनी सेनर के वनमराण दल कर
विरोध कर “ऄिैध रूप से चीनी क्षेत्र में प्रिेश” दकयर है।
 चीवनयों ने आसकर प्रत्युत्तर देते हुए नरथुलर दरे से हो कर कै लरश-मरनसरोिर यरत्रर पर रोक लगर
दी। ईन्होंने भररत को यह चेतरिनी भी दी दक िह 1962 के युद्ध से प्ररप्त “ऐवतहरवसक सीखों” को
न भूले।
 भररत के वलए, डोकलरम पठरर को सुरवक्षत रखनर वसलीगुड़ी गवलयररे के वलए अिश्यक है
क्योंदक यह गवलयररर देश को सुदरू पूिोत्तर ररज्यों से जोड़तर है।
 भररत ने कहर है दक चीनी सड़क पररयोजनर से गवलयररे तक ईसके पहुाँच को ख़तरर है, जबदक
चीन ने प्रश्न ईठरयर है दक बीजजग तथर भूटरन के बीच के दकसी मुद्दे पर भररत को ऄपनी ररय रखने
कर क्यर हक है।
 भररतीय विश्लेषकों ने कहर दक चीन डोकलरम में ऄपनी ईपवस्थवत सुदढृ कर समरधरन संबध ं ी
समझौतों को ऄिरुद्ध करने तथर रोकने की चेष्टर करतर प्रतीत हुअ। बीजजग आस क्षेत्र में सरमररक
लरभ प्ररप्त करने के वलए लंबे समय से प्रयरस कर रहर है।
 आस वििरद को ले कर G-20 सम्मेलन में ऄलग से चीनी ररष्ट्रपवत शी-वजनजपग तथर भररतीय
प्रधरनमंत्री नरें द्र मोदी द्वररर संवक्षप्त चचरा की गयी, परन्तु आस चचरा कर कोइ समरधरन नहीं
वनकलर।
 28 ऄगस्त, 2017 को दोनों सेनरओं को पीछे हटरए जरने के सरथ ही संकट को कु छ समय के वलए
भले टरल ददयर गयर है, परन्तु भविष्य में आस वििरद के पुनः भड़क ईठने से आनकरर नहीं दकयर जर
सकतर।

1.5.1. सीमरओं पर अमनर-सरमनर: एक पै ट ना

(Confrontation at the Borders: A Pattern)


 ऄतीत में भी आसी प्रकरर की ऄन्य झड़पें हुइ हैं:
 लद्दरख क्षेत्र के चुमरर-डेमचोक क्षेत्र में 2014 में सैन्य-ऄवनणाय की वस्थवत। दूसरी ओर चुमरर क्षेत्र
पर अज तक कभी कोइ दरिर नहीं दकयर गयर थर और यह 1960 के चीनी दरिे की रे खर से भी हट
कर थर।
 2013 की डेपसरंग घटनर में, घुसपैठ दकयर गयर क्षेत्र 1960 में दकये गए चीन द्वररर दरिर की गयी

रे खर से बरहर थर और 1962 के युद्ध में चीनी सेनर सबसे दूर वस्थत वजस रे खर तक पहुंची थी,
ईससे भी परे थी, आस क्षेत्र में िरस्तविक वनयन्त्रण रे खर पर पररस्पररक सहमती नहीं बनी थी।

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1.6. नददयराँ

मरनवचत्र 4.5 – िह्मपुत्र पर चीनी बरंध

Image Source:
http://www.thehindubusinessline.com/multimedia/dynamic/01418/brahmaputra_n
ew_1418338f.jpg
 भररत और चीन वसन्धु और िह्मपुत्र जैसे प्रमुख नदी तंत्रों को सरझर करते हैं। दोनों देशों के बीच
नददयों के जल को सरझर करने के वलए कोइ संवध नहीं है। ितामरन वद्वपक्षीय MoU के ऄंतगात, बरढ
के मौसम में चीन भररत को िह्मपुत्र नदी (यररलुग
ं जंगबो) और सतलुज नदी (लरंगजेनजंगबो) के
सम्बन्ध में जलविज्ञरन सम्बन्धी जरनकररी प्रदरन करतर है।
 िह्मपुत्र, वतलबत से वनकलती है वजसे िहरं यररलंग सरंगपो के नरम से जरनर जरतर है। यह भररत
की ओर प्रिरवहत होती है और अगे चल कर यह बरंग्लरदेश में प्रिेश करती है, जहराँ यह गंगर में
वमल जरती है और बंगरल की खरड़ी में समरप्त हो जरती है। िह्मपुत्र के जल कर लगभग 18 प्रवतशत
भरग वतलबत में ग्लेवशयर के वपघलने से प्ररप्त होतर है। भररतीय क्षेत्र में आसके जल में ऄवधकरंश
योगदरन िषरा कर है।
 भररत, चीन और बरंग्लरदेश के बीच िह्मपुत्र के प्रबन्धन के वलए कोइ संयुक्त संवध नहीं है।
 भररत और चीन ने, बरढ के मौसम में जलविज्ञरन डरटर, अपरतकरलीन प्रबन्धन और ऄंतर-सीमर
नददयों से जुड़े मुद्दों पर पररस्पररक दक्रयर और सहयोग पर चचरा के वलए 2006 में एक विशेषज्ञ
स्तरीय तन्त्र की स्थरपनर की थी।
 चीन द्वररर 15 मइ से 15 ऄक्टू बर के बीच, मरनसून के मौसम में नददयों के जल सम्बन्धी अंकड़े
ऄक्टू बर 2013 में हस्तरक्षररत समझौतर ज्ञरपन के ऄंतगात सरझर दकए जरते हैं। मुख्य रूप से यह
अकं ड़र बरढ की वस्थवत में नदी के वनम्न प्रिरह मरगा में पड़ने िरले देशों को नदी के जल स्तर के बररे
में सतका करने के वलए होतर है।
 ददलली ने नदी के गैर-मरनसून प्रिरह के वलए भी अंकड़ों की मरंग की है, क्योंदक भररत को संदह
े है
दक चीन शुष्क मौसम में िह्मपुत्र के जल को ऄपने सूखे क्षेत्रों की ओर मोड़ सकतर है।
 समझौते के बरिजूद भी, 2017 के मरनसून के मौसम में भररत को चीन में ईपरी प्रिरह क्षेत्र से
िह्मपुत्र नदी के जलीय अकं ड़े प्ररप्त नहीं हुए।

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 बीजजग ने ईस नदी पर कइ पन-वबजली बराँधों कर वनमराण कर वलयर है, वजसे वतलबत में यररलंग
जंगबो सरंगपो के नरम से जरनर जरतर है। जरंगमु बराँध कर पररचरलन 2015 में अरं भ दकयर गयर
थर।
 चीन कर कहनर है दक बराँधों में जल संग्रहण नहीं होतर है यर जल की ददशर को नहीं मोड़र जरतर
क्योंदक यह वनम्न प्रिरह िरले देशों के वहतों के विरुद्ध होगर। परन्तु हरल के िषों में विशेषकर
पूिोत्तर भररत में आस भय में िृवद्ध हो रही है दक चीन ऄचरनक ही भररी मरत्रर में जल छोड़ सकतर
है।
 वसयरंग नदी में प्रदूषण कर मुद्दर, वजसने ऄसम में िह्मपुत्र के जल-प्रिरह को प्रदूवषत कर ददयर है।
यद्यवप भररत ने ददसम्बर 2017 में भररत यरत्रर पर अये चीन के विदेश मंत्री िरंग-यी के सरथ
िरतरा में आस मुद्दे को ईठरयर थर, लेदकन चीनी विदेश मंत्ररलय के प्रिक्तर ने आस ररपोटा को नकरर
ददयर।
 चीन के बरंध वनमराण के सन्दभा में विशेषज्ञों कर तका है दक-जल के प्रिरह को मोड़ने, गैर-मरनसून
अंकड़ों की ऄनुपललधतर और अकं ड़े सरझर करने में व्यिधरन जचतर कर कररण है। ऄतः भररत को
िह्मपुत्र के वलए एक व्यरपक नदी जल संवध के वलए दबरि बनरनर चरवहए। हरलराँदक लवम्बत सीमर
वििरद आस प्रकरर के दकसी भी वििरद के वलए बरधक है।

 आस प्रकरर की दकसी भी व्यरपक संवध दकये जरने तक, भररत को जल प्रिरह पर वनगररनी के वलए
सभी ईपललध तकनीकी संसरधनों जैसे ईपग्रह वचत्रों अदद कर ईपयोग करनर चरवहए।
 आस सन्दभा में बरंग्लरदेश (जो नदी जल में सहभरगी है) को भी सवम्मवलत दकये जरने पर विचरर
करनर चरवहए। आससे भररत की वस्थवत सुदढृ होगी।

1.7. व्यरपरर और ऄथा व्य िस्थर (Trade and Economy)

 तीव्र विकरस: सदी के प्रररम्भ में दोनों देशों के बीच व्यरपरर की मरत्रर, िषा 2000 में 3 वबवलयन
ऄमेररकी डरलर थी। 2008 में चीन के सरथ वद्वपक्षीय व्यरपरर 51.8 वबवलयन ऄमेररकी डरलर तक
पहुंच गयर वजसने िस्तुओं के व्यरपरर भरगीदरर देश के रूप में संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर कर स्थरन ले
वलयर। 2011 में, वद्वपक्षीय व्यरपरर 73.9 वबवलयन ऄमेररकी डरलर के ईच्चतम स्तर पर पहुंच
गयर।
 चीन के सीमर शुलक विभरग द्वररर हरल ही में जररी दकये गये अंकड़ों के ऄनुसरर, 2016 में भररत-
चीन व्यरपरर में िरर्थषक अधरर पर 0.67% की वगररिट अइ है और यह 71.18 वबवलयन
ऄमेररकी डरलर हो गयी है। भररत से चीन को होने िरलर वनयरात िरर्थषक अधरर पर 12.29% घट
कर 11.748 वबवलयन ऄमेररकी डरलर रह गयर है, जबदक चीन से भररत को होने िरलर अयरत
िरर्थषक अधरर पर 2.01% बढ कर 59.428 वबवलयन ऄमेररकी डरलर हो गयर है।
 चीन के सरथ भररत कर व्यरपरर घरटर जचतर कर विषय है। 2016-17 में यह 51.08 वबवलयन
डरलर और 2015-16 में यह 52.69 वबवलयन डरलर थर। भररत ऄपने पड़ोसी के सरथ चीनी
बरजरर में भररतीय ईत्परदों और सेिरओं तक ऄवधक पहुंच प्रदरन करने के मुद्दे पर चचरा कर रहर है।
 2016 में भररत चीन के ईत्परदों के वलए 7िरं सबसे बड़र वनयरात गन्तव्य थर और चीन के वलए
27िरं सबसे बड़र वनयरातक।
 2017 के पहले अठ महीनों में भररत-चीन कर िरर्थषक व्यरपरर 18.34% की िृवद्ध के सरथ 55.11
वबवलयन ऄमेररकी डरलर हो गयर थर। भररत से चीन को होने िरलर वनयरात िरर्थषक अधरर पर
40.69% बढकर 10.60 वबवलयन ऄमेररकी डरलर हो गयर जबदक, चीन से भररत को होने िरलर
अयरत 14.02% िरर्थषक िृवद्ध दर के सरथ बढ कर 44.50 वबवलयन डरलर हो गयर।

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 भररत और चीन के अर्थथक और िरवणवज्यक सम्बन्धों को विवभन्न िरतरा तंत्रों के मरध्यम से अकरर
प्रदरन दकयर जरतर है, जैस:े
o संयक्त
ु अर्थथक समूह (Joint Economic Group) वजनकर नेतत्ृ ि दोनों पक्षों के िरवणज्य
मंत्री करते हैं,
o नीवत अयोग के ईपरध्यक्ष और चीन के ररष्ट्रीय विकरस और सुधरर अयोग (National
Development and Reform Commission of China) की ऄध्यक्षतर में सरमररक
अर्थथक िरतरा,
o नीवत अयोग और विकरस ऄनुसन्धरन कें द्र (Development Research Center) की िरतरा
और
o भररत के अर्थथक मरमलों के सवचि और PRC के वित्त मंत्ररलय के ईप-मंत्री के नेतृत्ि में
िरतरा।
 दोनों देशों के बीच कु छ ऄन्य संस्थरगत िरतरा तंत्रों में व्यरपरर पर संयक्त
ु करयाकररी समूह (Joint
Working Group: JWG), कौशल विकरस और व्यिसरवयक वशक्षर में सहयोग पर JWG, सूचनर
और संचरर प्रौद्योगीकी और ईच्च प्रौद्योगीकी पर JWG, क्षेत्रीय व्यरपरर समझौते (Regional
Trading Agreement: RTA) पर संयुक्त ऄध्ययन समूह और संयुक्त करया बल, कृ वष पर भररत-
चीन संयुक्त करयाकररी समूह, उजरा और सहयोग पर भररत-चीन संयुक्त करया समूह सवम्मवलत हैं।

1.8. भू - सरमररक प्रवतस्पधरा (Geo-Strategic Competition)

 भररत और चीन के बीच सम्बन्ध, कवथत और िरस्तविक प्रवतस्पधरा से अकरर ग्रहण करते हैं और
प्रभरवित होते हैं, जो संघषा में पररिर्थतत हो सकते हैं ऄतः ईन्हें प्रबंवधत करने की अिश्यकतर है।
 भररत और चीन कर ईदय एक जैसर ही है, ऐवतहरवसक रूप से शवक्तयों के ईदय के पररणरमस्िरुप
संघषा हुअ है। दवक्षण-एवशयर, दवक्षण-पूिा एवशयर, भररत-प्रशरंत और ऄफ्रीकर के कु छ क्षेत्रों में आस
पैटना को देखर जर सकतर है।
 हरल के दशकों में कु छ विचररों कर ईदय हुअ है, जैसे जस्रग ऑफ़ पलसा (मोवतयों की मरलर),
ऄमेररकी वशक्षरविदों द्वररर गढर गयर एक शलद है, जो चीनी सैन्य और िरवणवज्यक सुविधरओं और
आसकी समुद्री रे खरओं के सरथ-सरथ सम्बन्धों के नेटिका को संदर्थभत करतर है। समुद्री रे खरएं कइ
प्रमुख ऄिरोध वबन्दुओं (चोक पॉआं ट्स) जैसे मंदब े कर जलडमरूमध्य (लरल सरगर को ऄदन की
खरड़ी से जोड़तर है) मलिर जलडमरूमध्य (प्ररयद्वीपीय मलेवशयर और सुमरत्रर के आं डोनेवशयरइ
द्वीप के बीच जल विस्तरर) जैसे कइ प्रमुख समुद्री ऄिरोध वबन्दुओं से गुजरती हैं।
 िन बेलट िन रोड (One Belt One Road: OBOR) पहल में वहन्द महरसरगर में समुद्री
अधरररक ढरंचे कर वनमराण भी सवम्मवलत है, भररत के वलए आसकर सरमररक वनवहतरथा है। भररत
के पड़ोसी देश; परदकस्तरन, य दीलंकर, मरलदीि, बंगलरदेश OBOR के महत्त्िपूणा स्थरन हैं।

1.9. भररत कर ऄनु दक्रयर तं त्र (India’s Response Mechanism)

 1992 से होने िरलर मरलरबरर ऄभ्यरस: जरपरन और संयक्त


ु ररज्य ऄमेररकर के सरथ होने िरलर
बहु-पक्षीय नौसेनर ऄभ्यरस। आसके विगत गैर-स्थरयी प्रवतभरगी अस्रेवलयर और जसगरपुर थे।
 भररत-जरपरन-अस्रेवलयर कर वत्रपक्षीय समूह ।
 निम्बर 2017 में मनीलर में अवसयरन वशखर सम्मेलन के दौररन, आससे ऄलग भररत-जरपरन-
अस्रेवलयर-संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर चतुभज
ुा , के चररों देशों की बैठक हुइ। आसे एवशयर-प्रशरंत के
समरन सोच िरले लोकतरंवत्रक देशों द्वररर चीन को संतुवलत करने के रूप में देखर जर रहर है।

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 मेटल चेन (Metal Chain) और अयरन कटेन (Iron curtain) : नौसेनर विश्लेषक झरंग जमग ने
हरल ही में घोषणर की दक भररत के ऄंडमरन और वनकोबरर द्वीप समूहों कर ईपयोग मलिर
जलडमरूमध्य में चीनी पहुंच को ऄिरुद्ध करने के वलए मेटल चेन के रूप में दकयर जर सकतर है।
चीन ने अगे यह दरिर दकयर है दक भररत वहन्द महरसरगर में अयरन कटेन कर वनमराण कर रहर है,
जो िरद-वििरद कर विषय है।
 फू लों की मरलर (String of flowers): 2015 से, मररीशस में ऄगलेगर द्वीपों (Agalega
islands) और सेशले स के एजम्पशन द्वीप (Assumption Island) में अधररभूत ढरंचर विकवसत
करने के वलए भररत द्वररर समझौते पर हस्तरक्षर दकये गये हैं। ईन्होंने 2007 में वहन्द महरसरगर
क्षेत्र में (Indian Ocean Region: IOR) में विदेशी नौसेनर की गवतविवधयों की वनगररनी के
वलए ऄफ्रीकर तट पर मेडरगरस्कर में एक भररतीय पोस्ट वनर्थमत की। आन्हें चीन के मोवतयों की
मरलर कर सरमनर करने के वलए भररत की रणनीवत मरनर जरतर है।
 हरलराँदक दोनों देशों ने ऐसी दकसी भी मोवतयों की मरलर यर फू लों की मरलर जैसी दकसी रणनीवत
होने से आंकरर दकयर है।

1.10. बहुपक्षीय जु ड़रि (Multilateral Engagement)

 ऄंतरराष्ट्रीय संबंधों में प्रमुख भूवमकर वनभरने के भररत और चीन कइ मुद्दों पर विवभन्न बहुपक्षीय
मंचों पर िरतरा करते रहते हैं। सहयोग के ऐसे कइ ईदरहरण हैं, परन्तु आस सन्दभा में कु छ महत्त्िपूणा
मुद्दों पर मतभेद भी हैं।
 समुद्री डकै ती के विरुद्ध ऄवभयरन: ऄदन की खरड़ी में और हॉना ऑफ़ ऄफ्रीकर में भररत और
चीन के बीच नौसैवनक समन्िय।
 BCIM गवलयररर: दोनों देश बरंग्लरदेश-चीन-भररत-म्यरंमरर (BCIM) अर्थथक गवलयररे के
मरध्यम से क्षेत्रीय जुड़रि को प्रोत्सरहन देने के वलए िरतराओं में शरवमल रहे हैं।
 BRICS: पररस्पररक वचन्तरओं के मुद्दों पर बहुपक्षीय सहयोग को बढरिर देने के वलए यह एक
मंच है, वजसमें रूस, िरजील और दवक्षणी ऄफ्रीकर भी सवम्मवलत हैं, ईदरहरण के वलए NDB
िेटनिुड्स संस्थरओं कर एक विकलप है।
 BASIC: चरर बड़े और नए औद्योगीकृ त देशों – िरजील, दवक्षण ऄफ्रीकर, भररत और चीन –
के गुट कर एक समझौते के ऄंतगात 28 निम्बर 2009 को गठन दकयर गयर थर। ये चररों संयुक्त
रूप से कोपेनहेगन जलिरयु वशखर सम्मेलन के वलए करया करने के वलए प्रवतबद्ध हैं।
 RIC: रूस-भररत-चीन के विदेश मंत्री स्तर कर यह फोरम तीन प्रमुख देशों कर मंच है वजसकर
ईद्देश्य प्रमुख िैवश्वक चुनौवतयों – कट्टरपंथी विचररों, अतंकिरदी खतरे , ऄफगरवनस्तरन और
पविमी एवशयर के मुद्दे पर सरमरन्य वस्थवत को सुविधरजनक बनरनर है।
 SCO: मध्य एवशयर अधरररत यह संगठन एक ऐसर मंच है, वजसके चीन और भररत दोनों ही
सदस्य हैं। अतंकिरद कर सरमनर करनर आस संगठन कर प्रमुख ईद्देश्य है।
 AIIB: यह चीन की एक बहुपक्षीय पहल है, वजसमें भररत दूसरे सबसे बड़े पूज
ाँ ी के
योगदरनकतरा और शेयरधररक के रूप में सवम्मवलत हुअ है।
 G-20: िैवश्वक अर्थथक मुद्दों पर विचरर विमशा के वलए दोनों ही देश, विकवसत और ईभरती
हुइ ऄथाव्यिस्थरओं के आस समूह के सदस्य हैं।
 संयक्त
ु ररष्ट्र: संयुक्त ररष्ट्र सुरक्षर पररषद (UNSC) कर सदस्य होने के नरते चीन, भररत के
ईद्देश्यों की प्ररवप्त के वलए महत्िपूणा है, जैस-े संयुक्त ररष्ट्र सुरक्षर पररषद में सुधरर और
अतंकिरद के विरुद्ध करयािरही के मुद्दे पर। हरलराँदक ितामरन में भररत की सुरक्षर पररषद में
ईम्मीदिररी और सुरक्षर पररषद में सुधररों पर चीन कर रुख संददग्ध रहर है। यह 1267

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सवमवत में जैश-ऐ-मोहम्मद के मुवखयर मसूद ऄजहर पर प्रवतबन्ध लगरने के वलए भररत के
ऄनुरोध को ऄिरुद्ध कर रहर है।
 OBOR/BRI: चीन की कनेवक्टविटी की आस पहल में भररत सवम्मवलत नहीं हुअ है क्योंदक
भररत को आस पहल के ईद्देश्यों और विवधयों के बररे में संदह
े बनर हुअ है।
 NSG: चीन परमरणु अपूर्थतकतरा समूह (Nuclear Suppliers Group: NSG) में भररत
के प्रिेश को ऄिरुद्ध कर रहर है। आसने दोहररयर है दक परमरणु अपूर्थतकतरा समूह में
सवम्मवलत होने के वलए परमरणु ऄप्रसरर संवध (Nuclear Non-proliferation Treaty:

NPT) पर हस्तरक्षर करनर ऄवनिरया है।

1.10.1 BCIM गवलयररर (The BCIM Corridor)

 हरल के िषों में एवशयर में ररष्ट्रीय सरकररों की मुख्य नीवतयों में से एक ऄपनी ऄथाव्यिस्थरओं को
और ऄवधक जोड़ने तथर संयोवजत करने के वलए ईप-क्षेत्रीय, क्षेत्रीय तथर ररंस रीजनल गवलयररों
के विकरस की ओर ईन्मुख होनर है।
 ऐसर ही एक गवलयररर बरंग्लरदेश, चीन, भररत तथर म्यरंमरर अर्थथक गवलयररर (BCIM-EC)
प्रस्तरवित है। आसमें ये चरर देश शरवमल हैं तथर आन्होंने ध्यरन अकर्थषत करने के सरथ-सरथ जचतरओं
को भी जन्म ददयर है।
 BCIM नरमक पहल कर अरम्भ चीन के युन्नरन प्ररंत की ररजधरनी कु नजमग में 1999 में हुअ।
आसकी कलपनर एक ईप-क्षेत्रीय अर्थथक सहयोग के रूप में की गयी थी।
 दो प्रमुख ईद्देश्यों ने BCIM को गवत प्रदरन की है – एक है आस ईप-क्षेत्र में अर्थथक एकतर वजससे
ऄंततोगत्िर एवशयर कर भी एकीकरण संभि हो सकतर है तथर दूसरर है सीमर क्षेत्रों कर विकरस।
BCIM की प्ररथवमकतर करयासच
ू ी कर विकरस समय के सरथ हुअ है। व्यरपरर, पररिहन तथर

पयाटन के तीन T (Trade, Transport, and Tourism) से अगे बढ कर BCIM कर एजेंडर

TTE (व्यरपरर, पररिहन तथर उजरा) की ओर बढ चलर है।

 2013 कर िषा BCIM पहल के विकरस में ऄत्यंत महत्िपूणा थर। ईस िषा फ़रिरी में बड़ी
सफलतरपूिक
ा कु नजमग से ले कर कोलकरतर तक एक करर रै ली अयोवजत की गयी। आस विचरर कर
अरम्भ ररष्ट्रपवत हू जजतरओ की नयी ददलली यरत्रर के दौररन 2006 में प्रधरनमंत्री मनमोहन जसह

के द्वररर हुअ थर। ऄक्टू बर, 2013 में प्रधरनमंत्री मनमोहन जसह की चीन यरत्रर के दौररन
कोलकरतर तथर कु नजमग वसस्टर वसटीज के रूप में सरमने अये।
 भररत तथर चीन कर BCIM अर्थथक कॉररडोर पर एक संयुक्त ऄध्ययन समूह है। आस ऄध्ययन पर

पहली बैठक 2013 में कु नजमग में हुइ। आसमें सहयोग को बढरिर देने के वलए एक व्यिस्थर की
औपचरररक रूप से शुरुअत हुइ।

 आन घटनरक्रमों से आस बरत कर स्पष्ट संकेत वमलतर है दक भररत तथर चीन ऄपने समरन पररवध में
एक सरथ करम करने के वलए तैयरर हैं।

 चुनौवतयरं: भररत तथर चीन के बीच संबध


ं ों के आस क्षेत्र पर रणनीवतक प्रभरि हो सकते हैं तथर
प्रस्तरवित कॉररडोर के गुजरने िरले आस क्षेत्र में मुख्य चुनौवतयराँ हो सकती हैं।
 स्थरनीय, ररष्ट्रीय तथर क्षेत्रीय स्तर पर विवभन्न ररजनीवतक तथर सुरक्षर संबंधी मुद्दे हैं। BCIM-EC
के िरवणवज्यक पहलुओं पर चचरा करने से पूिा आन मुद्दों कर समरधरन तलरशर जरनर अिश्यक है।

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 व्यरपरर के ढराँच,े पररगमन संबध
ं ी सुविधरएं, ऄिसंरचनर संबध
ं ी क्षमतरओं आत्यरदद कर ऄपनर
महत्ि है, दकन्तु अर्थथक गवलयररे के आन पररचरलन संबधी पहलुओं पर व्यरपक सरमरवजक पररप्रेक्ष्य
में चचरा दकए जरने की अिश्यकतर है। BCIM-EC को शुद्ध अर्थथक दृवष्टकोण से देखे जरने पर एक
ही प्रश्न शेष रह जरतर है दक दकसको दकस मूलय पर क्यर प्ररप्त होतर है।
 यदद BCIM के ढराँचे के विषय-क्षेत्र कर समरज तक विस्तरर दकयर जरए तो BCIM संबध
ं ी पहल के
खरते में सभी वहतधररकों को देने के वलए बहुत कु छ है। शीषा से वनचले वहस्से की ओर अरम्भ होने
िरली पहलें महत्िपूणा हैं, दकसी भी ररष्ट्रीय तथर ऄंतरराष्ट्रीय पहलों कर वनधरारण समरज ही करतर
है।
मरनवचत्र 4.6-BCIM गवलयररर

Image Source:
http://www.thehindu.com/migration_catalog/article10441468.ece/alternates/FREE
_660/HURDLES-TO-PROG+HURDLES-TO-PROGRESS.jpg

1.11. OBOR/BRI

 6 वसतंबर 2013 को ऄस्तरनर में शी वजनजपग कर भरषण भूवम अधरररत वसलक रोड आकॉनोवमक
बेलट पर ही के वन्द्रत थर।
 ऄक्टू बर 2013 में आं डोनेवशयर की संसद में ऄपने भरषण में ईन्होंने समुद्री रे शम मरगा (Maritime
silkroute) के विचरर से सबको ऄिगत कररयर।
 आन दोनों विचररों को वमलर कर िन बेलट िन रोड (OBOR) बनर वजसे बेलट एंड रोड
आवनवशएरटि (BRI) के नरम से भी जरनर जरतर है।
 चीनी ररष्ट्रपवत शी वजनजपग की महरत्िरकरंक्षी पररयोजनर के रूप में विख्यरत िन बेलट िन रोड
पहल वनम्नवलवखत पर बल देती है:
 एवशयरइ ररष्ट्रों, अफ्रीकर, चीन तथर यूरोप के बीच सम्बद्धतर तथर सहयोग विकवसत करनर।
 आसमें भूवम तथर समुद्री मरगों को बढरने पर बल ददयर गयर है। यह नीवत चीन के वलए
महत्िपूणा है चूाँदक आसकर लक्ष्य देश में घरे लू विकरस यर िृवद्ध को सुदढृ करनर है।
 आसकर प्रभरि 4.4 ऄरब लोगों के जीिन पर होगर।
 ऐसर ऄनुमरन है दक चीन आस पररयोजनर पर 1 ररवलयन डॉलर व्यय कर रहर है।
 यह कोइ एक पररयोजनर नहीं है बवलक आसमें छः मुख्य मरगा सवम्मवलत हैं। आसमें कइ रे ल लरआनें,
सड़कें , पत्तन, तथर ऄन्य ऄिसंरचनरएं होंगी।

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 विशेषज्ञों कर ध्यरन आस बरत पर गयर है दक यह चीन की अर्थथक कू टनीवत कर भी एक वहस्सर है।
G7 से चीन के बहरर वनकल जरने के पिरत, OBOR नीवत चीन को ऄपनर अर्थथक विकरस जररी
रखने कर एक ऄिसर प्रदरन कर सकती है।
 चीन कर दरिर है दक आस योजनर से न के िल ईन देशों में ऄिसंरचनरओं के वनमराण में सहरयतर
वमलेगी जो ईस पर व्यय कर परने में ऄसमथा हैं बवलक आससे िैवश्वक व्यरपरर को भी लरभ होगर।
 बीजजग ने मइ 2017 में दो ददिसीय बेलट एंड रोड फोरम (BRF) की मेजबरनी की वजसमें 29
ररष्ट्ररध्यक्षों ने ईच्च स्तरीय वशष्टमंडल स्तर पर एक दूसरे के सरथ OBOR पर िरतरा में भरग वलयर।
भररत ने आस बैठक में भरग नहीं वलयर।
 PwC नरमक एक लेखर कं पनी के अकलन के ऄनुसरर, ितामरन में 250 ऄरब ऄमेररकी डॉलर की
पररयोजनरएं यर तो करयराधीन है यर ईन पर हस्तरक्षर हो चुके हैं।

1.11.1. OBOR/BRI कर पू िा मू लयरं क न

(Early Assessment of OBOR/ BRI)


 चीन की रणनीवत: ऄपेक्षरकृ त छोटे तथर ऄविकवसत देशों में भूवम हड़पने की चीन की रणनीवत
बहुत सरल है। यह ईन्हें ऄिसंरचनरत्मक पररयोजनरओं के वलए ईच्च लयरज दर पर ऊण ईपललध
कररतर है तथर पररयोजनर में ऄपनर वहस्सर प्ररप्त करतर है और जब ईक्त देश ऊण ऄदरयगी में
ऄसफल हो जरतर है तो िह पररयोजनर कर स्िरवमत्ि प्ररप्त कर लेतर है। आस प्रकरर, आसे एकपक्षीय
तथर शोषक पररयोजनर के रूप में भी देखर जरतर है वजस कररण ईसे विश्व में हर तरफ़ महत्िपूणा
ऄिवस्थवतयों पर रणनीवतक पकड़ भी प्ररप्त होती है।
 चीन की छवि: OBOR पररयोजनरओं की िरस्तविकतर में बदलने की वस्थवत में एवशयर तथर
अफ्रीकर के दजानों छोटे देशों में यह पररदृश्य ईजरगर होगर। चीन के द्वररर िैवश्वक सरझेदररी के रूप
में प्रस्तुत आस OBOR के बररे में संयक्त
ु ररज्य ऄमेररकर समेत बहुत से देशों की यह ररय है दक
OBOR ऄपेक्षरकृ त छोटे देशों में महत्िपूणा पररसंपवत्तयरं प्ररप्त करने के वलए एक शोषक तथर
औपवनिेवशक रणनीवत है।
 वनिेश: आस महत्िपूणा पररयोजनर पर 5 ररवलयन ऄमेररकी डॉलर से ऄवधक व्यय होने कर ऄनुमरन
है। जबदक ितामरन में चीन ने ऄनुमरनतः 1 ररवलयन ऄमेररकी डॉलर तक सीवमत रहने की
प्रवतबद्धतर व्यक्त की है।
 पूिा संकेतक: निम्बर 2017 में, परदकस्तरन ने डरयमर भरषर बराँध के वलए 14 वबवलयन ऄमेररकी
डॉलर की सहरयतर के चीन के प्रस्तरि को ठु करर ददयर थर। परदकस्तरन ने चीन से OBOR के एक
ऄंग- 60 वबवलयन डॉलर की चीन परदकस्तरन अर्थथक गवलयररे की पररयोजनर से वनकरलने के
वलए कहर है। ईक्त बराँध को परदकस्तरन स्ियं के बल पर बनरने की ऄनुमवत चरहतर है। आसकर
कररण यह है दक परदकस्तरन को चीन की शतें शोषणकररी प्रतीत हुईं। प्रररम्भ से ही, यह स्पष्ट है
दक OBOR ईन देशों में भी करठनरइ कर सरमनर कर रहर है जो चीन को ऄपनर वमत्र मरनते हैं।
य दीलंकर, नेपरल तथर परदकस्तरन में हुइ घटनरओं के कररण चीन द्वररर ऄिसंरचनर में वनिेश कर
विश्व पर प्रभुत्ि स्थरवपत करने की पररयोजनर पर गंभीर संशय ईत्पन्न हो गयर है।

1.11.2. भररत तथर OBOR (India and the OBOR)

 भूटरन के ऄवतररक्त भररत एकमरत्र ऐसर दवक्षण-एवशयरइ देश है जो एवशयरइ महरशवक्त की


महत्िरकरंक्षी पररयोजनर में सवम्मवलत नहीं है।
 आस नीवत के प्रवत भररत के विरोध कर मुख्य कररण चीन-परदकस्तरन अर्थथक गवलयररर (China-
Pakistan Economic Corridor: CPEC) है, जो OBOR कर एक ऄंग है।

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 विदेश मंत्ररलय के ऄनुसरर, भररत कनेवक्टविटी को बढरिर देने कर समथाक है, दकन्तु OBOR के
सरथ समस्यर यह है दक तथरकवथत CPEC, OBOR कर एक ऄंग है और यह भररतीय सीमरक्षेत्र
के भीतर से हो कर गुजरतर है।
 संप्रभुतर के मुद्दे कर हिरलर देते हुए भररत ने परक-ऄवधकृ त कश्मीर (PoK) में CPEC
पररयोजनरओं पर ऄपनर विरोध भी प्रकट दकयर है।
 यद्यवप, चीन ने अरम्भ में भररत की जचतरओं को नजरऄंदरज दकयर, दकन्तु शंघरइ वस्थत दवक्षण
तथर मध्य एवशयर ऄध्ययन संस्थरन के वनदेशक िरंग देहुअ के ऄनुसरर, “CPEC एक टलैगवशप
पररयोजनर है तथर दवक्षण एवशयर के सभी देशों ने बेलट एंड रोड फोरम में ऄपनी भरगीदररी पिी
कर दी है और आस पहल कर लरभ ईठर रहे हैं।”
 निम्बर 2017 में, भररत में चीन के ररजदूत ने यह संकेत ददयर दक चीन CPEC कर नरम बदल
सकतर है और “भररत की जचतरओं कर वनिररण करने के वलए जम्मू और कश्मीर, नरथुलर दरे यर
नेपरल के ररस्ते एक िैकवलपक गवलयररर बनर सकतर है।”
 कनेवक्टविटी तथर ऄिसंरचनर विकरस के महत्ि को समझते हुए भररत INSTC, चरबहरर
गवलयररर तथर एवशयर-अफ्रीकर विकरस गवलयररर जैसे विकलप सरमने रख रहर है।

1.12. परदकस्तरनी कररक (The Pakistan Factor)

 ऄपनी रणनीवतक वस्थवत के कररण परदकस्तरन चीन को दवक्षण एवशयर में भररत के विरुद्ध ऄपने
प्रभरि के विस्तरर कर ऄिसर प्रस्तरवित करतर है।
 बीजजग आस्लरमरबरद को कइ वबवलयन डॉलर िरले चीन-परदकस्तरन अर्थथक गवलयररे जैसे सैन्य
तथर अर्थथक सहरयतरएाँ प्रदरन करतर रहर है। आस पररयोजनर के PoK से गुजरने के कररण भररत
आस पर अपवत्त जतरतर है।
 दवक्षण चीन सरगर मुद्दे पर परदकस्तरन कर चीन को समथान तथर ग्िरदर पत्तन के मरध्यम से वहन्द
महरसरगर में चीन को मजबूत अधरर ददलरने की चेष्टर के कररण भररत की जचतरएं बढ जरती हैं।

1.13. ऄमे ररकी कररक (The USA Factor)

 संयुक्त ररज्य ऄमेररकर तथर चीन रणनीवतक प्रवतद्वंद्वी हैं। चीन की प्रगवत तथर ईसके दरिों के
कररण ऄमेररकर ईसकी गवत को रोकने कर प्रयरस करे गर। भररत दोनों ही देशों के सरथ ऄच्छे संबंध
चरहतर है।
 ददसंबर, 2017 में जररी ऄमेररकर के ररष्ट्रीय सुरक्षर रणनीवतक दस्तरिेज में तथर 2018 में
सीमरशुलक िृवद्ध की घटनरओं में बढते हुए तनरि के संकेत वमलते हैं।
 नीवतगत रूप में, यह ओबरमर प्रशरसन के एवशयर के वलए धुरी (Pivot to Asia) तथर रंप प्रशरसन
के “भररत-प्रशरंत सूत्रीकरण” (Indo-Pacific formulations) से प्रकट होतर ददखतर है।

1.14. रूसी कररक (The Russia Factor)

 सोवियत युग के ऄवधकराँश वहस्से में चीन तथर रूस के संबध


ं (1960 के दशक में चीन-रूस वििरद
के पिरत से) ऄत्यवधक ईत्सरहजनक नहीं रहे हैं। 1969 में दोनों देशों के बीच सीमर पर झड़पें भी
हुईं। आसने 1971 में चीन को ऄमेररकर के वनकट अने में सहरयतर की।
 हरलरंदक, हरल के कु छ िषों में पविमी हस्तक्षेपिरद, SCO, सीररयर, क्रीवमयर तथर दवक्षण चीन
सरगर जैसे मुद्दों पर दोनों देशों के बीच सहमवत बढी है। 2014 में, दोनों पक्षों ने पविमी देशों के
सरथ वबगड़ते संबध
ं ों के पररप्रेक्ष्य में रूस के एवशयर के प्रवत बढते झुकरि के मद्देनजर चीन को रूसी

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गैस की अपूर्थत करने के ईद्देश्य से गजप्रोम हेतु 30 िषों के वलए 400 वबवलयन ऄमेररकी डॉलर
(237 ऄरब परईं ड) के समझौते पर हस्तरक्षर दकए।
 आस प्रकरर ऄलप समय के वलए एक सहमवत ऄिश्य ददखरइ पड़ रही है। यद्यवप दक आसके नीचे गहरे
तक जड़ जमरए हुए भौगोवलक िरस्तविकतरएं वस्थत हैं, वजनके कररण वस्थवतयरं कभी भी बदल
सकती हैं।
 RIC फोरम भररत के वलए वत्रकोणीय संिरद कर एक सूत्र है।

1.15. जरपरनी कररक (The Japan Factor)

 जरपरन तथर चीन के संबध ं जरटल प्रकृ वत के हैं। दोनों विश्वयुद्धों के बीच जरपरनी सरम्ररज्यिरद कर
युग कड़िी स्मृवतयों कर एक स्रोत रहर है।
 सेनकरकू (जरपरन)/ ददयरउ (चीन) द्वीपों पर करयम वििरद बढते हुए तनरि के संकेत हैं।
 ऐसे पररदृश्य में, जरपरन ने भररत को ऄपनी ओर मोड़नर अरम्भ कर ददयर है। आस पररदृश्य में
भररत के वलए ऄिसर तथर चुनौवतयरं दोनों ही विद्यमरन हैं।
 डोकलरम वििरद के दौररन जरपरन ने खुल कर भररत कर समथान दकयर।

1.16. भररत तथर चीन कर ईदय (The Rise of China and India)

 डेन वजयरओजपग के बरद तथर कु छ लोगों की दृवष्ट में मरओ के बरद ररष्ट्रपवत शी-वजनजपग सबसे
मजबूत नेतर मरने जरते हैं। OBOR ईन्हीं की ददमरगी ईपज है।
 ऄक्टू बर 2017 में हुए हरवलयर 19िें परटी करंग्रस
े में- शी वजनजपग के विचरर को OBOR के सरथ
संविधरन में सवम्मवलत दकयर गयर। शी ने प्रत्येक परंच िषा पर अयोवजत दकए जरने िरले तथर एक
सप्तरह तक चलने िरले नेतृत्ि पररितान संबंधी सम्मेलन में ऄपनी वस्थवत को और भी सुदढृ कर
वलयर।
 परटी के संस्थरपक ईद्देश्यों को कभी न भूलने के सरथ-सरथ चीनी स्िप्न के रूप में विख्यरत “चीनी
ररष्ट्र के निोत्थरन” को यरद रखने को शी ने आस िषा के करंग्रेस कर मुख्य विचरर घोवषत दकयर।
 शी के नेतत्ृ ि में चीन की प्रगवत के तेिर अक्ररमक हो गए हैं तथर आस तेिर के अगे भी बने रहने की
अशर है, जैसे दक दवक्षण चीन सरगर कर मुद्दर।
 शी के ऄधीन चीन ऄंतरराष्ट्रीय समुदरय में चेतरिनी, रूवच तथर सरिधरनी तीनों के ही भरि जगर
रहर है।
 भररत को जहरं भी संभि हो सहयोग बनरए रखने, ऄपनी शवक्त में िृवद्ध करने तथर सीमर तथर
नदी-जल वििरद को शरंवतपूिक
ा सुलझर लेने की अिश्यकतर है। ऐसी रणनीवत के वलए एक रूप-
रे खर भी ईपललध है।
 भररत के वलए, सिाप्रथम चीन को बेहतर रूप से समझने की अिश्यकतर है। विदेश मंत्ररलय द्वररर
चीन के वलए समर्थपत चीनी भरषर में वनपुण विशेषज्ञों कर एक विचरर-दल स्थरवपत करने की
हरवलयर पहल संभितः एक ऄच्छी शुरुअत है।

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ऄंतरराष्ट्रीय संबध

05. भररत और दक्षिण -पूर्ा एक्षियर

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क्षर्षय सूची
1. भररत और दक्षिण - पूर्ा एक्षियर ___________________________________________________________________ 4

1.1. मयरंमरर: दक्षिण पूर्ा एक्षियर कर द्वरर _____________________________________________________________ 4

1.2. भररत-मयरंमरर समबन्ध ______________________________________________________________________ 4


1.2.1. प्रमुख यरत्ररएँ (Key Visits) ______________________________________________________________ 5
1.2.2.व्यरपरर (Trade) ______________________________________________________________________ 5
1.2.3. क्षर्करस सहरयतर (Development Assistance)_______________________________________________ 6
1.2.3.1. कलरदरन मल्टी मरडल ट्रंक्षजट पररर्हन पररयोजनर ___________________________________________ 7
1.2.4. सुरिर (Security)_____________________________________________________________________ 7
1.2.5. िेत्रीय / ईप-िेत्रीय सन्दभा में क्षद्वपिीय सहयोग _________________________________________________ 7
1.2.6. मयरंमरर में चीनी हस्तिेप (Chinese Involvement In Myanmar) _________________________________ 8
1.2.7. मयरंमरर कर महत्त्र् (Significance of Myanmar) _____________________________________________ 8
1.2.8. भररत को क्यर करनर चरक्षहए? (What Should India Do?) ______________________________________ 8

1.3. क्षबमसटेक (BIMSTEC) _____________________________________________________________________ 9

1.4. मेकरंग-गंगर सहयोग (Mekong-Ganga Cooperation) _____________________________________________ 9

2. दक्षिण पूर्ी एक्षियरइ ररष्ट्रों कर संगठन (ASEAN) _____________________________________________________ 10

2.1. अक्षसयरन क्यर है? (WHAT IS ASEAN?) ________________________________________________________ 10

2.2. भररत तथर दक्षिण पूर्ा एक्षियर ________________________________________________________________ 12


2.2.1. पृष्ठभूक्षम (Background) _______________________________________________________________ 12
2.2.2. लुक इस्ट से एक्ट इस्ट तकः पॉक्षलसी फ्रेमर्का (नीक्षत की रूपरे खर) क्षर्कक्षसत करनर_________________________ 13
2.2.3. लुक इस्ट पॉक्षलसी (The Look East Policy) ________________________________________________ 13
2.2.4. लुक इस्ट नीक्षत को अगे बढ़रनर: लुक इस्ट 2.0 यर न्यू लुक इस्ट नीक्षत _________________________________ 13
2.2.5. एक्ट इस्ट: क्षर्स्तृत पूर्ा के क्षलए करयार्रही एर्ं करयरान्र्यन ईन्मुख दृक्षिकोण _____________________________ 14

2.3. भररत-अक्षसयरन (India-Asean) _____________________________________________________________ 15


2.3.1. भररत–अक्षसयरन: हरल ही के घटनरक्रम______________________________________________________ 16
2.3.2. व्यरपरर (Trade) _____________________________________________________________________ 16
2.3.3. क्षनर्ेि (Investment) _________________________________________________________________ 17

2.4. िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) र्रतरा: व्यरपरर से अर्थथक सरझेदररी तक ___________________________ 17
2.4.1. RCEP कर महत्र् (Significance of RCEP) _______________________________________________ 18
2.4.2. RCEP एर्ं भररत की र्तामरन चचतरएं ______________________________________________________ 18

2.5. कनेक्षक्टक्षर्टी (CONNECTIVITY) ______________________________________________________________ 19

2.6. िेत्र में सुरिर कर पहलू (Security Factor In The Region) _________________________________________ 20
2.6.1. दक्षिण चीन सरगर क्षर्र्रद (The South China Sea Disputes) __________________________________ 21
2.6.1.1 हरल ही के क्षर्र्रद और ऄंतरररष्ट्रीय क्षनयम _________________________________________________ 22
2.6.2. भररत कर रुख (India’s Position) ________________________________________________________ 22
2.6.3. अगे की कररा र्रइ करने की अर्श्यकतर (Need For Further Action) _______________________________ 23
2.7. भररत और दक्षिण पूर्ा एक्षियर के बीच सरंस्कृ क्षतक संबंध _______________________________________________ 23

2.8. भररत और चसगरपुर (India And Singapore) ___________________________________________________ 24


2.8.1. पृष्ठभूक्षम (Background) _______________________________________________________________ 24
2.8.2. व्यरपरर एर्ं क्षनर्ेि (Trade & Investment) _________________________________________________ 25
2.8.3. स्मरटा िहर (Smart Cities)_____________________________________________________________ 25
2.8.4. रिर सहयोग (Defence Cooperation) ___________________________________________________ 25

2.9. भररत और क्षर्यतनरम (India and Vietnam) ____________________________________________________ 26


1. भररत और दक्षिण - पू र्ा एक्षियर
(India And South East Asia)

1.1. मयरं मरर: दक्षिण पू र्ा एक्षियर कर द्वरर

(Myanmar: The Gateway to South East Asia)


मरनक्षचत्र 5.1 मयरंमरर

Source:https://www.cia.gov/library/publications/the-world-
factbook/graphics/maps/bm-map.gif

1.2. भररत-मयरं मरर समबन्ध

(India-Myanmar Relations)
 मयरंमरर (क्षजसे पहले बमरा के नरम से जरनर जरतर थर) भररत के सरथ 1600 ककलोमीटर से ऄक्षधक
लमबी स्थलीय सीमर सरझर करतर है, सरथ ही यह बंगरल की खरड़ी में ऄपनी सरगरीय सीमर भी
भररत के सरथ सरझर करतर है। चरर ईत्तर-पूर्ी ररज्य (ऄरुणरचल प्रदेि, नरगरलैंड, मक्षणपुर और
क्षमजोरम) मयरंमरर के सरथ ऄपनी सीमर सरझर करते हैं।
 भररत और मयरंमरर भररत की बौद्ध क्षर्ररसत पर अधरररत ऄपने क्षनकट सरंस्कृ क्षतक संबध
ं ों तथर
ऄपनेपन की गहरी भरर्नर को सरझर करते हैं।
 62 र्षों (1824-1886) की ऄर्क्षध में, क्षिटेन ने बमरा पर क्षर्जय प्ररप्त की और आसको क्षिरटि
सरम्ररज्य में सममक्षलत कर क्षलयर। 1937 तक बमरा को भररत के एक प्ररन्त के रूप में प्रिरक्षसत
ककयर गयर थर।
 ऐसर ऄनुमरन है की भररतीय मूल के लगभग 1.5 - 2.5 क्षमक्षलयन लोग मयरंमरर में क्षनर्रस करते है
तथर ऄपनी अजीक्षर्कर क्षनर्राह कर रहे है।

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 मयरंमरर, भररत से सीमर सरझर करने र्रलर एकमरत्र ASEAN देि है, आसक्षलए, भररत के क्षलए यह
दक्षिण-पूर्ा एक्षियर कर द्वरर है, क्षजसके सरथ भररत “लुक आस्ट” और र्तामरन में “एक्ट आस्ट” नीक्षत के
मरध्यम से ऄक्षधक अर्थथक एकीकरण के क्षलए प्रयरसरत हैं।
 नर्मबर 2015 के अम चुनरर्ों में अँग सरन सू की की ऄगुर्रइ र्रली नेिनल लीग फॉर डेमोक्रेसी
(NLD) की भररी जीत और NLD सरकरर के गठन ने क्षपछले प्रयरसों की र्चनबद्धतर को और सुदढ़ृ
करने कर ऄर्सर प्रदरन ककयर है।
 क्षर्क्षभन्न संस्थरगत तन्त्र: भररत-मयरंमरर संयक्त
ु पररमिी अयोग (India-Myanmar Joint
Consultative Commission: JCC) की पहली बैठक 16 जुलरइ 2015 को नइ कदल्ली में
अयोक्षजत की गयी थी।
 सक्षचर्-स्तर की बैठकों में क्षर्देि सक्षचर्/ईप क्षर्देि मंत्री के स्तर पर क्षर्देि करयरालय पररमिा
सममक्षलत हैं।
 मयरंमरर पि ने ईच्चतम स्तर पर अश्वरसन प्रदरन ककयर है कक यह भररत क्षर्रोधी गक्षतक्षर्क्षधयों के
क्षलए मयरंमरर िेत्र के ईपयोग को रोकने में अर्श्यक करयार्रही करने में भररत कर सहयोग करे गर।

1.2.1. प्रमु ख यरत्ररएँ (Key Visits)

 25 र्षों के पश्चरत् (मइ 2012) को तत्करलीन प्रधरनमन्त्री डॉ. मनमोहन चसह की मयरंमरर की
ररजकीय यरत्रर संपन्न की।
 ऄभी हरल ही में प्रधरनमन्त्री नरें द मोदी ने 12र्ें ASEAN-भररत क्षिखर सममलेन और 9र्ें पूर्-ा
एक्षियर क्षिखर सममेलन में भरग क्षलयर (नर्मबर 11-13, 2014, ने पइ तरर्)।
 मयरंमरर के ररष्ट्रपक्षत यू क्षतन क्यरर् ने 27-30 ऄगस्त 2016 में भररत की ररजकीय यरत्रर की।
 गोर्र में ऄक्टू बर में क्षिक्स-क्षबमसटेक अउटरीच क्षिखर सममलेन में भरग लेने के पश्चरत स्टेट
करईं सलर अँग सरन सू की ने 17-19 ऄक्टू बर 2016 को भररत की ररजकीय यरत्रर संपन्न की।

1.2.2.व्यरपरर (Trade)

 भररत और मयरंमरर ने 1970 में क्षद्वपिीय व्यरपरर समझौते पर हस्तरिर ककये गये थे। 2016-17
में क्षद्वपिीय व्यरपरर 2178.44 ऄमेररकी डॉलर थर, क्षजसमें भररत कर क्षनयरात 1111.19 क्षमक्षलयन
डॉलर और अयरत 1067.25 क्षमक्षलयन ऄमेररकी डॉलर रहर।
 भररत, मयरंमरर कर परंचर्र सबसे बड़र व्यरपरररक भरगीदरर है परन्तु व्यरपरर की संभरर्नर आससे
कहीं ऄक्षधक है। व्यरपरर में सर्राक्षधक योगदरन कृ क्षष िेत्रक कर है, भररत को होने र्रली अपूर्थत में
प्रमुख योगदरन फक्षलयरं, दलहन (2016-17 में 809 क्षमक्षलयन डॉलर) और आमररती लकड़ी (156
क्षमक्षलयन डॉलर) कर रहर।
 भररत से मयरंमरर को होने र्रले क्षनयरात में चीनी (424 क्षमक्षलयन डॉलर), दर्रआयरं (184 क्षमक्षलयन
डॉलर) अकद सममक्षलत हैं।
 मोरे ह तथर जरर्खरतर के मरध्यम से सीमर व्यरपरर 87.89 क्षमक्षलयन डॉलर पर पहंच गयर है
क्षजसमें से भररतीय क्षनयरात 24.44 क्षमक्षलयन डॉलर और अयरत 63.46 क्षमक्षलयन डॉलर है।
 भररत र्तामरन में मयरंमरर में दसर्रं सबसे बड़र क्षनर्ेिक है। 25 भररतीय कमपक्षनयों ने 30 जून,
2017 तक 740.64 क्षमक्षलयन ऄमेररकी डॉलर कर ऄनुमोकदत क्षनर्ेि ककयर है। ऄक्षधकरंि भररतीय
क्षनर्ेि तेल और गैस िेत्र में है। चयक्षनत िेत्रों में 100% FDI की ऄनुमक्षत है। भररतीय कमपक्षनयों
ने मयरंमरर में क्षनर्ेि में रूक्षच कदखरइ है और भररतीय कमपक्षनयों द्वररर कु छ मुख्य ऄनुबंध प्ररप्त ककये
गये हैं।

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1.2.3. क्षर्करस सहरयतर (Development Assistance)

 MEA के ऄनुसरर र्तामरन में, मयरंमरर के क्षर्करस के क्षलए भररत की प्रक्षतबद्धतर 1.726 क्षबक्षलयन
ऄमेररकी डॉलर है, जो ऄन्य देिों द्वररर प्रदरन की जरने र्रली सहरयतर से ऄक्षधक है।
 भररत लगभग 4000 करोड़ रुपयों की ऄनुदरन सहरयतर प्रदरन करने हेतु र्चनबद्ध है। आसमें
क्षनम्नक्षलक्षखत सममक्षलत हैं:
o कलरदरन मल्टीमॉडल ट्रंक्षजट पररर्हन पररयोजनर;
o क्षत्रपिीय ररजमरगा पररयोजनर। यह एक पूर्ोत्तर गक्षलयररर है जो हमररे पूर्ोत्तर को मयरंमरर
और थरइलैंड से जोड़तर है;
o रक्षह-रटड्डीम सड़क;
o बैली क्षिज की अपूर्थत;
o पुलों, सड़कों, स्कू लों और छोटे स्र्रस््य के न्रों के क्षर्त्तपोषण के द्वररर नरगर स्र्-िरक्षसत िेत्र में
सीमर िेत्र के क्षर्करस के क्षलए सहरयतर;
 ईच्च क्षििर और िोध के क्षलए संस्थरनों की स्थरपनर, जैसे मयरंमरर सूचनर प्रौद्योक्षगकी संस्थरन, कृ क्षष
क्षििर और िोध के क्षलए क्षर्िेषीकृ त कें र, मयरंमरर-भररत ईद्यक्षमतर क्षर्करस कें र, ऄंग्रज
े ी भरषर के
प्रक्षििण के क्षलए मयरंमरर-भररत कें र, मयरंमरर-भररत औद्योक्षगक प्रक्षििण कें र, लोक स्र्रस््य में
सुधरर के क्षलए क्षचककत्सरलयों आत्यरकद के क्षर्करस के क्षलए यथर यरंगून बरल क्षचककत्सरलय, क्षसतर्े
जनरल हॉक्षस्पटल आत्यरकद के ईन्नयन में सहरयतर प्रदरन करनर अकद।
 अपदर ररहत: भररत ने मयरंमरर को मोरर चक्रर्रत (2017), कोमेन (2015), 2008 में नर्थगस
चक्रर्रत और 2010 में िरन स्टेरटन में भूकमप जैसे प्ररकृ क्षतक अपदरओं के समय पर तत्करल और
प्रभरर्ी सहरयतर प्रदरन की है।
 20 कदसमबर 2017 को, भररत और मयरंमरर के बीच रखरआन के दीघाकरक्षलक सरमक्षजक-अर्थथक
क्षर्करस हेतु G2G रणनीक्षत के तहत एक समझौतर ज्ञरपन पर हस्तरिर ककये है, क्षजसके ऄंतगात
भररत ने 25 क्षमक्षलयन ऄमेररकी डॉलर क्षनर्ेि करने की प्रक्षतबद्धतर व्यक्त की है।
मरनक्षचत्र 5.2 कलरदरन मल्टीमरडल ट्रंक्षजट पररर्हन पररयोजनर

क्षचत्र स्रोत: http://www.myanmarmatters.com/wp-content/uploads/2014/04/Vol6_014.jpg

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1.2.3.1. कलरदरन मल्टी मरडल ट्रं क्षजट पररर्हन पररयोजनर

(Kaladan Multi Modal Transit Transport Project)


 आस पररयोजनर में मयरंमरर के क्षसतर्े बंदरगरह से लेकर पलेत्र्र तक कलरदरन नदी पर 158
ककलोमीटर कर जलमरगा खंड और भररत-मयरंमरर सीमर पर क्षमजोरम ररज्य में पलेत्र्र से
जोररनपुइ तक 109 ककलोमीटर कर सड़क खंड सममक्षलत हैं। जलमरगा खंड में क्षसतर्े बन्दरगरह,
ऄंतदेिीय जल पररर्हन टर्थमनल (IWT), बैकऄप सुक्षर्धरएँ और नेक्षर्गेिन चैनल सममक्षलत हैं।

 2003 में कक्षल्पत कलरदरन पररयोजनर के क्षलए भररत ने र्षा 2008 में मयरंमरर के सरथ एक
फ्रेमर्का समझौतर ककयर। 2010 में आसकर क्षनमराण प्रररमभ हअ, क्षजसकी समय सीमर जून 2010
थी। हरलरँकक पररयोजनर के क्षर्िेषकर सड़क खंड के क्षनमराण में क्षर्लमब हअ। धन के ऄपयराप्त
अर्ंटन और क्षनयोजन में क्षर्फलतर को देरी के प्रमुख कररणों के रूप में देखर जरतर है।
 पररयोजनर कर करयरान्र्यन भररत सरकरर द्वररर ‘मयरंमरर को ऄनुदरन सहरयतर’ के रूप में ककयर
जर रहर है।
 2017 के प्रररमभ तक, क्षसतर्े में समबक्षन्धत जलमरगा, बन्दरगरह और ऄंतदेिीय जल पररर्हन
(IWT) और समबक्षन्धत सरं चनर/बैकऄप सुक्षर्धरएँ; IWT/ट्रंसक्षिपमेंट टर्थमनल और पलेत्र्र पर

समबक्षन्धत सुक्षर्धरएँ, क्षसतर्े से पलेत्र्र तक कलरदरन नदी के सरथ नेक्षर्गेिनल चैनल और छह स्र्-
चरक्षलत IWT पोतों को पूरर कर क्षलयर गयर है।
 सड़क खंड कर क्षनमराण क्षनधराररत समय से पीछे चल रहर है। सड़क क्षनमराण कर करया 17 मरचा,
2017 को अर्ंरटत कर कदयर गयर है और आसकी क्षनमराण ऄर्क्षध 36 महीने है।

 सूत्रों के ऄनुसरर, फ्रेमर्का समझौते के ऄनुसरर भररत द्वररर क्षसतर्े में एक SEZ की स्थरपनर करने
के क्षर्चरर है, जो क्यौक््यु (Kyaukphyu) में चीनी बन्दरगरह और SEZ के क्षनकट क्षस्थत होगर।

1.2.4. सु र िर (Security)

 भररतीय सिस्त्र बलों के ऄपने मयरंमरर समकिों से मैत्रीपूणा समबन्ध रहे हैं।
 दोनों ही देिों को एक दूसरे की भूक्षम कर ईपयोग सिस्त्र ऄलगरर्र्रदी समूहों द्वररर ईपयोग ककये
जरने की समस्यर कर सरमनर करनर पड़तर है।
 मयरंमरर कर एक क्षर्रोही समूह KIA, चीन के पड़ोसी युन्नरन प्ररन्त में सरकररी सहमक्षत तथर
सहरयतर से भररत के ईत्तर-पूर्ी ऄलगर्रदी समूहों जैसे ULFA और NSCN (खरपलरंग) कर
समथान करते हैं।

1.2.5. िे त्रीय / ईप-िे त्रीय सन्दभा में क्षद्वपिीय सहयोग

(Bilateral Cooperation In Regional/Sub-Regional Context)


 मयरंमरर की ASEAN, BIMSTEC और मेकरंग गंगर सहयोग की सदस्यतर ने क्षद्वपिीय समबन्धों

के क्षलए एक िेत्रीय/ईप-िेत्रीय अयरम प्रस्तुत ककयर है और हमररी “एक्ट आस्ट” नीक्षत के सन्दभा में
ऄक्षतररक्त महत्त्र् जोड़र है।
 मयरंमरर, क्षर्क्षभन्न ऄंतरराष्ट्रीय संगठनो में भररत के पि कर समथान करतर रहर है।
 भररत ने 2008 में मयरंमरर को SAARC के एक पयार्ि
े क के रूप में सममक्षलत करने कर समथान
ककयर थर।

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1.2.6. मयरं मरर में चीनी हस्तिे प (Chinese Involvement In Myanmar)

 1990 के दिक के पश्चरत मयरंमरर में बड़े चीनी ऄर्सरं चनर और खनन पररयोजनरएं जररी है और
आन्होंने पयरार्रणीय क्षनम्नीकरण और क्षर्स्थरपन की तक्षनक भी चचतर नही की है।
 चीन ने हरल ही में ऄन्य पररयोजनरओं के सरथ क्यौक््यु में क्षर्िेष अर्थथक िेत्र के क्षलए दबरर् बनर
कर िेत्र में ऄपनी अर्थथक ईपक्षस्थक्षत में र्ृक्षद्ध की है। ररयटसा की एक ररपोटा में कहर गयर है कक
क्षर्िेष अर्थथक िेत्र में 4,200 एकड़ (17 र्गा कक.मी.) से ऄक्षधक सममक्षलत होने की अिर है,

क्षजसमें 7.3 क्षबक्षलयन डॉलर कर गहन समुरी बन्दरगरह और 2.3 क्षबक्षलयन कर औद्योक्षगक परका

सममक्षलत है, क्षजसमें र्स्त्र और तेल-िोधन जैसे ईद्योगों को स्थरक्षपत करने की योजनर है।
 मयरंमरर में ऄपने ईद्देश्यों को सफल बनरने के क्षलए यह ऄदूरदिी नीक्षतयों कर भी ईपयोग करतर
रहर है।
 चीन में ऄब मयरंमरर क्षर्रोही समूहों जैसे यूनरआटेड WA स्टेट अमी (UWSA) और करक्षचन

आं क्षडपेंडस
ें अमी (KIA) को महत्त्र्पूणा ढंग से प्रभरक्षर्त करने की िमतर है।
 हरल ही में चीनी सेनर ने मयरंमरर के तटों पर सैन्य ऄभ्यरस कर अयोजन भी ककयर।

1.2.7. मयरं मरर कर महत्त्र् (Significance of Myanmar)

 पूर्ोत्तर में क्षर्रोही गक्षतक्षर्क्षधयों पर लगरम लगरने के क्षलए मयरंमरर को एक महत्त्र्पूणा भरगीदरर
देि के रूप में देखर जरतर है।
 दक्षिण-पूर्ा एक्षियर के द्वरर के रूप में और
 दक्षिण और दक्षिण-पूर्ा एक्षियरइ िेत्रीय सहयोग और भररत की एक्ट आस्ट नीक्षत के एक प्रमुख
घटक के रूप में।
 मयरंमरर में महत्त्र्पूणा हरइड्रोकरबान संसरधनों के भंडरर हैं।
 मयरंमरर भररत कर एक ऐसर पड़ोसी है, क्षजसे चीन तेजी से लुभरने और ऄपने पि में करने कर
क्षनरं तर प्रयरस कर रहर है।

1.2.8. भररत को क्यर करनर चरक्षहए? (What Should India Do?)

 क्षििर, स्र्रस््य, संचरर और छोटे/ग्ररमीण ईद्योगों के क्षलए नर्रचरर युक्त योजनरओं के मरध्यम से
सीमरओं के क्षनकट रहने र्रले लोगों की सहरयतर करने के क्षलए भररत को मयरंमरर के सरथ क्षमलकर
ऄपने अर्थथक सहयोग की समीिर करने और आसकर पुनगाठन करने की अर्श्यकतर है।
 भररत ने मयरंमरर को लगभग 2 क्षबक्षलयन डॉलर कर सॉ्ट ऊण प्रदरन ककयर है। यह ऊण

क्षनदेिरत्मक प्रकृ क्षत कर नहीं हैं, तथर आसको मयरंमरर ऄपनी अर्श्यकतरओं के ऄनुसरर ईपयोग कर
सकतर हैं।
 पररयोजनरओं के करयरान्र्यन में हो रही देरी को समबोक्षधत ककये जरने की अर्श्यकतर है।
 भररत ऄपनी सीमर के 16 ककमी के भीतर लोगों के स्र्तंत्र अर्रगमन को सुव्यर्क्षस्थत करने के

क्षलए एक समझौते पर हस्तरिर करने कर आच्छु क है। क्षसतमबर 2017 में आस समबन्ध में दोनों देिों

के बीच एक समझौतर ज्ञरपन पर हस्तरिर ककये गये हैं। जनर्री 2018 में के न्रीय मंत्रीमंडल ने
दोनों देिों के लोगों के बीच अर्थथक ऄंतर्क्रक्रयर में र्ृक्षद्ध के क्षलए लैंड बॉडार क्ररचसग पर भररत और
मयरंमरर के बीच प्रस्तरक्षर्त समझौते को स्र्ीकृ क्षत दे दी थी। हरलरँकक दोनों देिों के बीच आस
समझौते पर ऄभी तक हस्तरिर नहीं ककये गये हैं।

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 भररत ने मयरंमरर में जररी अतंररक क्षर्रोह और रोचहग्यर मुद्दे जैसी अंतररक समस्यरओं पर समझ -
बूझ कर पररचय कदयर है। प्रधरनमंत्री मोदी की मयरंमरर यरत्रर के दौररन 2017 में जररी संयक्त

र्क्तव्य के प्रमुख क्षबन्दुओं के ऄनुसरर सहयोग को बढ़रर्र कदयर जर सकतर है।
 “भररत ने ईत्तरी रखरआन प्ररन्त में हए हरक्षलयर अतंकी हमलों की चनदर की है, क्षजसमें मयरंमरर
सुरिर बलों के कइ सदस्यों ने ऄपनी जरन गंर्र दी थी। दोनों पि आस बरत पर सहमत हए कक
अतंकर्रद मरनर्रक्षधकररों कर ईल्लंघन करतर है और आनकी गक्षतक्षर्क्षधओं पर रोक लगरने के क्षलए
सयुंक्त प्रयरस ककये जरने चरक्षहए”।

 मयरंमरर ने “भररत की समप्रभुतर और िेत्रीय ऄखंडतर” की पुक्षि की है और मयरंमरर ऄपनी भूक्षम कर


भररत के क्षर्रुद्ध ककसी भी क्षर्रोही समूह को ईपयोग न करने देने की नीक्षत को दृढ़तर से बनरये
रखर है।

1.3. क्षबमसटे क (BIMSTEC)

 भररत की रणनीक्षत दक्षिण और दक्षिण-पूर्ा एक्षियर के मध्य एक सेतु कर क्षनमराण करनर है। आस
सन्दभा में BIMSTEC और मेकरंग-गंगर सहयोग जैसे समूह महत्त्र्पूणा भूक्षमकर क्षनभर रहे हैं।

 1997 में द बे ऑफ बंगरल आक्षनक्षिएरटर् फॉर मल्टी-सेक्टरल टेकिल एंड आकोनोक्षमक कोऑपरे िन

(BIMSTEC) कर बंगरल की खरड़ी की पहल के रूप में गठन ककयर गयर थर।

 आसमें बरंग्लरदेि, भूटरन, भररत, मयरंमरर, नेपरल, श्रीलंकर और थरइलैंड सममक्षलत हैं, और ये क्षर्श्व

की जनसख्यर के 21% यर 1.5 क्षबक्षलयन लोगों और 2.5 रट्क्षलयन से ऄक्षधक के संयुक्त सकल घरे लू

ईत्परद (GDP) कर प्रक्षतक्षनक्षधत्र् करते है।

 भररत के क्षलए BIMSTEC कर स्थरन ऄत्यंत महत्त्र्पूणा है, क्योंकक भररत र्षों से परककस्तरन पर

SAARC के करयाकरण में बरधरएं डरलने कर अरोप लगतर रहर है। BIMSTEC की प्रगक्षत यह
स्पि करे गी की भररत सदैर् ही बहपिीय संघठनों को प्रोत्सरक्षहत करतर रहर है।
 BIMSTEC को सकक्रय करने में भररत कर नेतृत्र् 2016 में गोर्र में अयोक्षजत क्षिक्स-क्षबमसटेक
अउटरीच में स्पि रूप से प्रदर्थित हइ थी।

1.4. मे करं ग -गं गर सहयोग (Mekong-Ganga Cooperation)

 मेकरंग-गंगर सहयोग (MGC) पयाटन, संस्कृ क्षत, के सरथ पररर्हन और संचरर में सहयोग के क्षलए

भररत और परंच ASEAN देिों (कमबोक्षडयर, लरओ PDR, मयरंमरर, थरइलैंड और क्षर्यतनरम) की
एक संयक्त
ु पहल है।
 आसे 2000 लरओ PDR के क्षर्यनक्षतयरने में प्रररमभ ककयर गयर थर। गंगर और मेकरंग दोनों ही

नकदयों के ककनररे सभ्यतरओं कर क्षर्करस हअ हैं, और MGC की आस पहल कर ईद्देश्य आन दो प्रमुख

नदी घरटी में रहने र्रले लोगों के बीच समपकों को और ऄक्षधक सुक्षर्धरजनक बनरनर है। MGC
सदस्य देिों के बीच सरंस्कृ क्षतक और र्रक्षणक्षज्यक समबन्धों को भी प्रोत्सरक्षहत करतर है।
 भररत ने 2016-18 हेतु करया-योजनर बनरइ है, जो भरर्ी कररा र्रइ के कदिर क्षनदेि तय करे गी।

MGC की भक्षर्ष्य की कदिर पर यह ऄनुिस


ं र की गयी थी कक POA 2016-18 को जररी रखर जर
सकतर है।

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2. दक्षिण पू र्ी एक्षियरइ ररष्ट्रों कर सं ग ठन (ASEAN)
2.1. अक्षसयरन क्यर है ? (What is ASEAN?)

 अक्षसयरन (ASEAN) की स्थरपनर आं डोनेक्षियर, मलेक्षियर, कफलीपींस, चसगरपुर र् थरइलैंड द्वररर


ररजनीक्षतक एर्ं अर्थथक सहयोग तथर िेत्रीय क्षस्थरतर को बढ़रर्र देने के क्षलए 1967 में की गइ थी।
यह अक्षसयरन समुदरय की पररकल्पनर पर अधरररत है, जो तीन स्तंभों ररजनीक्षतक- सुरिर
समुदरय, अर्थथक समुदरय तथर सरमरक्षजक-सरंस्कृ क्षतक समुदरय पर अधरररत हैं।
मरनक्षचत्र 5.3 अक्षसयरन के सदस्य देि

क्षचत्र स्रोत: https://assets.weforum. org/editor/i4SuKiQBoWo0xuL_ rK4b t5ym


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 सदस्यों देिों द्वररर 1976 में अक्षसयरन द्वररर एकजुटतर बनरने के क्षलए िरंक्षत, क्षमत्रतर एर्ं सहयोग
को प्रोत्सरक्षहत करते हए क्षमत्रतर एर्ं सहयोग संक्षध पर हस्तरिर ककए।
 सदस्यों ररष्ट्रों ने दक्षिण-पूर्ा एक्षियर को परमरणु-मुक्त िेत्र बनरने हेतु 1995 में एक समझौते पर
हस्तरिर ककए।
 यह ऄपने सदस्यों के मध्य अर्थथक, ररजनीक्षतक तथर सुरिर सहयोग को बढ़रर्र देने हेतु एक िेत्रीय
समूह के रूप में क्षर्कक्षसत हअ है।
 10 ररष्ट्र (मयरंमरर, थरइलैंड, लरओस, कं बोक्षडयर, क्षर्यतनरम, मलेक्षियर, चसगरपुर, आं डोनेक्षियर,
िुनइ
े , कफक्षलक्षपन्स) अक्षसयरन कर क्षहस्सर हैं । पूर्ी क्षतमोर एक पयार्ि
े क ररष्ट्र है।
 आसकर सक्षचर्रलय जकरतरा में क्षस्थत है।
 अक्षसयरन की ऄध्यितर एक र्रर्थषक अर्ती प्रेसीडेंसी द्वररर की जरती है। अंतररक मरमलों में
ऄहस्तिेप के क्षसद्धरंतों तथर संघषों के िरंक्षतपूणा समरधरन के क्षसद्धरंतों द्वररर क्षनदेक्षित पररमिा एर्ं
सर्ासममक्षत से क्षनणाय क्षलए जरते हैं।
 2007 में, दस सदस्यों द्वररर अक्षसयरन चरटार को ऄपनरयर गयर।
 अक्षसयरन देिों की अबरदी करीब 640 क्षमक्षलयन है तथर आनकर संयुक्त सकल घरे लू ईत्परद 2.57
रट्क्षलयन डॉलर कर है। 1993 में अक्षसयरन-मुक्त व्यरपरर िेत्र अरं भ होने के पश्चरत ऄंतर-
अक्षसयरन व्यरपरर 19.2% से बढ़कर 2016 में 25.9% हो गयर।
 ऄन्य िेत्रीय ऄथाव्यर्स्थरओं (ऑस्ट्ेक्षलयर, चीन, भररत, जरपरन, न्यूजीलैंड तथर दक्षिण कोररयर) के
सरथ छह मुक्त-व्यरपरर समझौतों पर हस्तरिर करके समूह ने अर्थथक एकीकरण को बढ़रयर है।

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 अलोचकों कर तका है कक रणनीक्षतक दृक्षिकोण तथर ररष्ट्रीय प्ररथक्षमकतरओं के क्षर्स्तरर के ऄभरर् एर्ं
कमजोर नेतृत्र् के कररण अक्षसयरन कर प्रभरर् सीक्षमत है। ब्लॉक की सबसे बड़ी चुनौती चीन के
संबंध में, क्षर्िेष रूप से दक्षिण चीन सरगर में ईसके व्यरपक समुरी दरर्ों के प्रक्षतकक्रयर में एक
एकीकृ त दृक्षिकोण कर ऄभरर् है।
मरनक्षचत्र 5.4 - अक्षसयरन एर्ं संबद्ध समूह

क्षचत्र स्त्रोत:https://www.cfr.org/content/publications/ASEAN-Affiliated-Groups –Final.


jpg
 अक्षसयरन की सुरिर चुनौक्षतयों में सीमर क्षर्र्रद, मरनर् तस्करी, प्ररकृ क्षतक तथर मरनर् क्षनर्थमत
अपदरएं, खरद्य सुरिर एर्ं सीमर परर अतंकर्रद र् ऄलगरर्र्रद सक्षममक्षलत हैं।
 िेत्रीय सुरिर मुद्दों कर सरमनर अक्षसयरन यर अक्षसयरन के नेतत्ृ र् र्रले क्षनम्नक्षलक्षखत मंचों के
मरध्यम से ककयर जरतर है:
अक्षसयरन िेत्रीय मंच (ARF)
o िेत्रीय अत्मक्षर्श्वरस क्षनमराण एर्ं क्षनर्ररक कू टनीक्षत में योगदरन के क्षलए ररजनीक्षतक तथर सुरिर
मुद्दों पर सहयोग को सरल बनरने की कदिर में 27-सदस्यीय बहपिीय समूह क्षर्कक्षसत ककयर गयर
थर।
o आसकी पहली बैठक 1994 में बैंकरक, थरइलैंड में अयोक्षजत की गयी थी।
o आसमें अक्षसयरन तथर 10 संर्रद सरझेदरर (डरयलॉग परटानर) ररष्ट्र ऑस्ट्ेक्षलयर, कनरडर, चीन,
यूरोपीय संघ, भररत, जरपरन, दक्षिण कोररयर, रूस, न्यूजीलैंड एर्ं संयुक्त ररज्य ऄमेररकर
सक्षममक्षलत हैं। परपुअ न्यू क्षगनी, डेमोक्रेरटक पीपुल्स ररपक्षब्लक ऑफ कोररयर, मंगोक्षलयर,
परककस्तरन, क्षतमोर-लेस्ते, बरंग्लरदेि एर्ं श्रीलंकर भी सक्षममक्षलत हैं।
o ARF की एक ऄक्षद्वतीय क्षर्िेषतर आसकर न्यूनतम संस्थरकरण, सर्ासममक्षत से क्षनणाय लेने तथर "ट्ैक
र्न" (अक्षधकरररक) र् "क्षद्वतीय टू " (गैर-अक्षधकरररक) दोनों प्रकरर की कू टनीक्षतयों कर ईपयोग
ककयर जरनर है।
पूर्ी एक्षियर क्षिखर सममेलन (EAS)
o 2005 में स्थरक्षपत EAS 18 (10+8) ररष्ट्रों के नेतृत्र् र्रलर एक ऄक्षद्वतीय मंच है, जो िेत्र में
सुरिर एर्ं समृक्षद्ध को बढ़रर्र देनर चरहतर है। आसमें प्ररयः अक्षसयरन, ऑस्ट्ेक्षलयर, चीन, भररत,
जरपरन, न्यूजीलैंड, रूस, दक्षिण कोररयर एर्ं संयुक्त ररज्य ऄमेररकर के ररज्य प्रमुखों द्वररर क्षहस्सर
क्षलयर जरतर है।
o यह सरमरन्य िेत्रीय चचतर के ररजनीक्षतक, सुरिर एर्ं अर्थथक मुद्दों पर सरमररक र्रतरा तथर
सहयोग के क्षलए एक मंच के रूप में क्षर्कक्षसत हअ है एर्ं िेत्रीय संरचनर में एक महत्र्पूणा भूक्षमकर
क्षनभरतर है।

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अक्षसयरन+3 (ASEAN plus three; APT)
o कदसंबर 1997 में अक्षसयरन तथर चीन, जरपरन एर्ं दक्षिण कोररयर के नेतरओं के बीच एक
ऄनौपचरररक क्षिखर सममेलन के अयोजन के सरथ अक्षसयरन प्लस थ्री (APT) सहयोग प्रकक्रयर
अरं भ हइ थी। 1999 में नेतरओं द्वररर मनीलर में तीसरे APT क्षिखर सममेलन में पूर्ी एक्षियर में
सहयोग पर संयुक्त र्क्तव्य जररी करके APT क्षिखर सममेलन को संस्थरगत बनरयर गयर थर।

2.2. भररत तथर दक्षिण पू र्ा एक्षियर

(India and South East Asia)

2.2.1. पृ ष्ठ भू क्षम (Background)

 भररत एर्ं दक्षिण पूर्ा एक्षियर के पुररने सरंस्कृ क्षतक संबंध हैं। भररत से चहदू, बौद्ध तथर आस्लरम धमा
कर आस िेत्र में क्षर्स्तरर हअ तथर आस सरझर सरंस्कृ क्षतक क्षर्ररसत की छरप कलर के क्षर्क्षभन्न रूपों
एर्ं र्रस्तुकलर में भी देखी जर सकती है।
 आस िेत्र के भूगोल ने मरनसून के मरध्यम से समुरी संपका में एक महत्र्पूणा भूक्षमकर क्षनभरइ है।
 क्षिरटि औपक्षनर्ेक्षिक करल के दौररन भररत से ऄनेक लोग आस िेत्र में जरकर बस गए एर्ं आं क्षडयन
नेिनल अमी को आस िेत्र से समथान प्ररप्त हअ।
 िीत युद्ध की ऄर्क्षध में आस िेत्र में ऄलगरर् देखर गयर, क्योंकक यह िेत्र ऄमेररकी प्रभरर् में अ गयर
थर एर्ं भररत ने आससे दूरी बनर ली, हरलरँकक आं डोनेक्षियर गुट क्षनरपेि अंदोलन कर एक महत्र्पूणा
क्षहस्सर बनर रहर।
 िीत युद्ध के ऄंत के सरथ एक नयर ऄक्षभक्षर्न्यरस देखर गयर एर्ं भररत ने िेत्र के सरथ ऄपने संबध
ं ों
को सुधररने के क्षलए "पूर्ा की ओर देखो (Look East)" नीक्षत को ऄपनरयर।
 हरल के कदनों में ऄपनरइ गइ भररत की "एक्ट इस्ट (Act East)" नीक्षत ने िेत्र को ऄक्षधक महत्र्
प्रदरन ककयर है।
 अक्षसयरन के ऄक्षतररक्त भी भररत ने आस िेत्र में ऄन्य नीक्षतगत पहलें की हैं, क्षजनमें अक्षसयरन के
कु छ सदस्य, जैसे BIMSTEC, MGC अकद सक्षममक्षलत हैं। भररत की कइ िेत्रीय मंचों में भी
सकक्रय भरगीदररी है, जैसे कक एक्षियर-यूरोप मीटटग (AEM), पूर्ी एक्षियर क्षिखर सममेलन
(EAS), एक्षियरन िेत्रीय फोरम (ARF), अक्षसयरन रिर मंक्षत्रयों की बैठक (ASEAN Defence
Ministers' Meeting+: ADMM+) तथर क्षर्स्तरररत अक्षसयरन समुरी मंच (Expanded
ASEAN Maritime Forum: EAMF)।
 र्तामरन भूररजनीक्षतक पररदृष्य में दक्षिण-पूर्ा एक्षियर भररत की क्षर्देि नीक्षत कर सबसे महत्र्पूणा
चबदु है।
 कनेक्षक्टक्षर्टी पर ध्यरन कें करत करके भररत यह स्पि करनर चरहतर है कक र्ह आस िेत्र को ऄपनर
क्षर्स्तरररत पड़ोस नहीं, बक्षल्क करीबी क्षहस्सर मरनतर है आस पररप्रेष्य य में कक यह कु छ देिों के सरथ
समुरी सीमरएं सरझर करतर है तथर कु छ के सरथ स्थलीय सीमर, जैसे कक मयरंमरर के सरथ।
 भररत एर्ं अक्षसयरन ने ऄब तक संर्रद सरझेदररी के पच्चीस र्षा, क्षिखर स्तर की बरतचीत के पंरह
र्षा एर्ं रणनीक्षतक सरझेदररी के परंच र्षा पूरे ककए हैं।
 प्रधरनमंत्री ने 15 नर्ंबर, 2017 को मनीलर में 15र्ें अक्षसयरन-भररत क्षिखर सममेलन तथर 12र्ें
पूर्ा एक्षियर क्षिखर सममेलन में क्षहस्सर क्षलयर।
 भररत ने 2018 गणतंत्र कदर्स पर एक संस्मररक क्षिखर सममेलन के क्षहस्से के रूप में सभी 10
अक्षसयरन देिों के नेतरओं की मेजबरनी की।

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2.2.2. लु क इस्ट से एक्ट इस्ट तकः पॉक्षलसी फ्रे मर्का (नीक्षत की रूपरे खर) क्षर्कक्षसत करनर

(From Look East to Act East: Evolving Policy Framework)

 दक्षिण पूर्ा एक्षियर के संदभा में भररत की लुक इस्ट पॉक्षलसी (LEP) 1990 के दिक से ही हमररी
क्षर्देि नीक्षत कर एक प्रमुख स्तंभ रही है। 2014 के ईत्तररधा में लुक इस्ट पॉक्षलसी में सुधरर करके
एक्ट इस्ट पॉक्षलसी को ऄपनरयर गयर, जो एक्षियर-प्रिरंत िेत्र में क्षर्स्तरररत पड़ोस पर कें करत है।
क्षजस नीक्षत की मूल रूप से एक अर्थथक पहल के रूप में कल्पनर की गइ थी, अज ईसे बरतचीत
तथर सहयोग के क्षलए संस्थरगत तंत्र की स्थरपनर सक्षहत ररजनीक्षतक, सरमररक एर्ं सरंस्कृ क्षतक
अयरम प्ररप्त हो चुकर है।
 लुक इस्ट नीक्षत के प्रमुख क्षसद्धरंत एर्ं ईद्देश्य क्षद्वपिीय, िेत्रीय तथर बहपिीय स्तर पर क्षनरं तर
सहभरक्षगतर के मरध्यम से अर्थथक सहयोग, सरंस्कृ क्षतक संबंधों को बढ़रर्र देनर र् एक्षियर-प्रिरंत
िेत्र के देिों के सरथ रणनीक्षतक संबंध क्षर्कक्षसत करनर है। आस प्रकरर, ईत्तर पूर्ी िेत्र के ररज्यों में
हमररे पड़ोस के ऄन्य देिों के सरथ ईन्नत कनेक्षक्टक्षर्टी प्रदरन करनर है।

2.2.3. लु क इस्ट पॉक्षलसी (The Look East Policy)

 प्रधरनमंत्री नरक्षसमहर ररर् तथर क्षर्त्त मंत्री मनमोहन चसह की देखरे ख में भररत ने लुक इस्ट नीक्षत
कर सूत्रपरत ककयर थर। नीक्षत कर मुख्य ईद्देश्य दक्षिण पूर्ा एक्षियर के देिों के सरथ सकक्रय जुड़रर् की
नीक्षत कर परलन करनर थर। आस नीक्षत कर प्ररथक्षमक ध्यरन दक्षिण पूर्ी एक्षियरइ ररष्ट्रों कर संगठन
(अक्षसयरन) तथर आसके सदस्य देिों, क्षर्िेष रूप से मलेक्षियर, चसगरपुर, थरइलैंड, आं डोनेक्षियर र्
मयरंमरर की तीव्रतर से क्षर्कक्षसत होती ऄथाव्यर्स्थर थी।
 भररत की लुक इस्ट नीक्षत के क्षलए ईत्तरदरयी कररकः
o सोक्षर्यत संघ कर पतनः भररत के दीघाकरक्षलक सहयोगी के पतन ने भररत को ऄंतरराष्ट्रीय
करयाित्र
े में ऄके लर कर कदयर। आसके ऄक्षतररक्त खरड़ी संकट, तेल की कीमतों में र्ृक्षद्ध, रुपयर-
रूबल समझौते के पतन ने भररत को ऄंतरररष्ट्रीय पररदृश्य में क्षबनर ककसी सहयोगी के ऄके लर
छोड़ कदयर। ऐसे में, भररत ने ऄक्षनर्रया रूप से नए सरझेदररों की खोज की।
o भुगतरन संतल
ु न (BOP) कर संकट: BOP संकट तथर IMF से ऊण प्ररप्त करने के क्षलए लगरए
गए ितों के पररणरमस्र्रूप भररत ने कीमतें कम करके क्षर्श्व के क्षलए ऄपनर बरजरर खोल
कदयर। आस प्रकरर तैयरर मरल के क्षलए एक बरजरर ईपलब्ध करर कदयर।
 आसके प्रररं क्षभक चरण के दौररन भररत ने पूर्ी एक्षियरइ देिों के सरथ व्यरपरर एर्ं अर्थथक संबंध
स्थरक्षपत करने पर ध्यरन कें करत ककयर तथर आस ईद्देश्य को प्ररप्त करने के क्षलए यह अक्षसयरन समूह
के देिों के सरथ ऄपने व्यरपरर र् अर्थथक संबंधों को बढ़रने पर ध्यरन के क्षन्रत ककयर।
 आस ऄर्क्षध के दौररन 1992 में भररत अक्षसयरन कर एक िेत्रीय संर्रद भरगीदरर बन गयर तथर
कफर 2002 में क्षिखर सममेलन स्तर कर भरगीदरर बन गयर।
 भररत एर्ं अक्षसयरन के बीच व्यरपरर चरर गुनर बढ़ गयर, यह 1991 में 3.1 क्षबक्षलयन डॉलर से
बढ़कर 2002 में यह 12 क्षबक्षलयन डॉलर हो गयर।

2.2.4. लु क इस्ट नीक्षत को अगे बढ़रनर: लु क इस्ट 2.0 यर न्यू लु क इस्ट नीक्षत

(Taking The Look East Forward: Look East 2.0 Or The New Look East)
जहरँ लुक इस्ट नीक्षत कर प्रथम चरण मुख्य रूप से अर्थथक संलग्नतर पर कें करत थर दूसरे चरण में अर्थथक
संबंधों को सुदढ़ृ करने के सरथ-सरथ रणनीक्षतक एर्ं घरे लू अयरमों ने बढ़त प्ररप्त की।
 आस प्रकरर लुक इस्ट 2.0 को अधरर प्रदरन करने र्रले मरनदंड क्षनम्नक्षलक्षखत थे -

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o सुदढ़ृ एर्ं व्यरपक अर्थथक संलग्नतर - अर्थथक संलग्नतर में र्ृक्षद्ध भररत एर्ं अक्षसयरन समूह के
देिों के संबंध स्थरक्षपत करने को समरक्षर्ि करे गी। 2010 में भररत ने अक्षसयरन के सरथ
र्स्तुओं के व्यरपरर के क्षलए मुक्त व्यरपरर समझौते पर हस्तरिर ककए (यह प्रथम व्यरपरर समूह
यर ट्ेड ब्लरक है, क्षजसके सरथ भररत ने मुक्त व्यरपरर समझौते को ऄंक्षतम रूप प्रदरन ककयर है।)
र्स्तुओं के व्यरपरर में मुक्त व्यरपरर समझौते के करयरान्र्यन के बरद, र्षा 2011-12 में व्यरपरर
में 41 प्रक्षतित की र्ृक्षद्ध हइ। र्षा 2012 में भररत और अक्षसयरन के बीच व्यरपरर 80
क्षबक्षलयन डॉलर तक पहँच गयर। क्षपछले दिक क्षनर्ेि में क्षर्देिों में भी क्षद्वमरगीय प्रर्रह भी
तेजी से बढ़र है। क्षपछले दिक में क्षनर्ेि के क्षद्वमरगीय प्रर्रह में तेजी अयी हैं तथर यह बढ़कर
43 क्षबक्षलयन डॉलर तक पहंच गयर है।
o सरमररक एर्ं सुरिर घटक- चीन कर ऄभूतपूर्ा ईदय अक्षसयरन देिों और सरथ ही जरपरन,
दक्षिण कोररयर अकद पूर्ी एक्षियरइ ररष्ट्रों के क्षलए के क्षलए भी चचतर कर क्षर्षय रहर है। चीन
कर ईदय आसकी हठधर्थमतर के सरथ-सरथ हअ है, आसकी पृष्ठभूक्षम में दक्षिण चीन सरगर एर्ं
पूर्ी चीन सरगर पर आसके द्वररर ककए गए दरर्ों को व्यक्त करने की अर्ृक्षत्त को देखर जरतर है।
ये देि आस िेत्र में सत्तर एर्ं िरंक्षत कर संतल
ु न बनरए रखने के ऄपने प्रयरस में भररत को
संभरक्षर्त भरगीदरर के रूप में देखते हैं। भररत ऄकक्षथत रूप से आस चचतर को सरझर करतर
प्रतीत होतर है जैसर कक र्षा 2012 में प्रधरनमंत्री के भरषण में प्रदर्थित हअ थर - “भररत
अक्षसयरन को न के र्ल सरल रूप से अर्थथक क्षर्करस के संस्थरन के रूप में देखतर है ऄक्षपतु
क्षस्थर, सुरक्षित और समृद्ध एक्षियर से संबक्षं धत भररत के दिान के ऄक्षभन्न ऄंग के रूप में भी
देखतर है।” हरलरंकक, भररत खुद को चीन के सरथ टकररर्पूणा प्रर्ृक्षत्त ऄपनरने के रूप में नहीं
देखतर, भले ही यह अक्षसयरन और जरपरन जैसे देिों के सरथ संलग्नतर बढ़रने के क्षलए अगे
कदम बढ़र रहर है।
o घरे लू अयरम- पूर्ा की ओर देखो के मरध्यम से पूर्ोत्तर कर क्षर्करस; अर्थथक क्षर्करस, व्यरपरर,
औद्योगीकरण एर्ं कनेक्षक्टक्षर्टी में भररत क्षपछड़ गयर है। आसके ऄक्षतररक्त लंबी क्षछकरत सीमरएं
सुरिर कर एक प्रमुख मुद्दर हैं। नृजरतीय मुद्दों के सरथ क्षमलकर आन कररकों ने आस िेत्र में
ईग्रर्रद को बढ़रर्र कदयर है। पूर्ोत्तर के मरध्यम से दक्षिण पूर्ी एक्षियरइ देिों के सरथ व्यरपरर
एर्ं कनेक्षक्टक्षर्टी स्थरक्षपत करनर लुक इस्ट नीक्षत 2.0 के ऄंतगात ध्यरन कें करत करने के प्रमुख
िेत्रों में से एक रहर है। आसकर ईद्देश्य आस िेत्र को अर्थथक रुप से सुदढ़ृ करनर है। आस ईद्देश्य
की प्ररक्षप्त के क्षलए, क्षनम्नक्षलक्षखत सुझरर् कदए गए है -
(a) भररत - मयरंमरर-थरइलैंड क्षत्रपिीय ररजमरगा
(b) कलरदरन मल्टी मोडल पररर्हन
(c) मेकरंग गंगर गक्षलयररर
(d) बरंग्लरदेि-चीन-भररत-मयरंमरर गक्षलयररर

2.2.5. एक्ट इस्ट: क्षर्स्तृ त पू र्ा के क्षलए करया र्रही एर्ं करयरा न्र्यन ईन्मु ख दृ क्षिकोण

(The Act East: Action and Implementation Oriented Approach to A Wider East)

 लुक इस्ट नीक्षत क्षर्कक्षसत होकर गक्षतिील एर्ं करयरान्र्यन ईन्मुख ‘एक्ट इस्ट नीक्षत’ में रूपरंतररत
हो गइ है। प्रधरनमंत्री ने, नर्ंबर 2014 में नरएप्यीडॉ में अयोक्षजत में 12र्ें अक्षसयरन-भररत
क्षिखर सममेलन एर्ं 9र्ें पूर्ा एक्षियर क्षिखर सममेलन में औपचरररक रूप से ‘एक्ट इस्ट नीक्षत’ को
क्षनरूक्षपत ककयर।
 भररत की एक्ट इस्ट नीक्षत एक्षियर-प्रिरंत िेत्र में क्षर्स्तरररत पड़ोस पर ध्यरन कें करत करती है।
 यह नीक्षत मूलतः एक अर्थथक पहल के रूप में ऄक्षभकक्षल्पत की गइ थी। आसने संर्रद और सहयोग के
क्षलए संस्थरगत तंत्र की स्थरपनर के समेत ररजनीक्षतक, रणनीक्षतक और सरंस्कृ क्षतक अयरम प्ररप्त कर
क्षलए हैं।

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 भररत ने आं डोनेक्षियर, क्षर्यतनरम, मलेक्षियर, जरपरन, कोररयर गणररज्य (ROK), ऑस्ट्ेक्षलयर,
चसगरपुर और दक्षिण पूर्ा एक्षियरइ ररष्ट्रों के संघ (अक्षसयरन) के सरथ रणनीक्षतक सरझेदररी के रूप
में ऄपने संबंधों को ऄद्यक्षतत कर क्षलयर है और एक्षियर-प्रिरंत िेत्र के सभी देिों के सरथ घक्षनष्ठ
संबंध स्थरक्षपत ककए हैं।
 आसके ऄक्षतररक्त, अक्षसयरन, अक्षसयरन िेत्रीय फोरम (ARF) और पूर्ी एक्षियर क्षिखर सममेलन
(EAS), के सरथ ही भररत क्षर्क्षभन्न िेत्रीय फोरमों जैसे बह िेत्रीय तकनीकी और अर्थथक सहयोग
के क्षलए बंगरल की खरड़ी पहल (BIMSTEC), एक्षियर सहयोग संर्रद (ACD), मेकरंग गंगर
सहयोग (MGC) और चहद महरसरगर ररम एसोक्षसएिन (IORA) के सरथ भी सकक्रय रूप संलग्न
रहर है।
 एक्ट इस्ट नीक्षत ने ऄर्संरचनर, क्षर्क्षनमराण, व्यरपरर, कौिल, िहरी नर्ीकरण, स्मरटा िहरों, मेक
आन आं क्षडयर एर्ं ऄन्य पहलों संबध
ं ी हमररे घरे लू एजेंडे पर भररत और अक्षसयरन सहयोग पर भी
जोर कदयर है।
 कनेक्षक्टक्षर्टी पररयोजनरएं, ऄंतररि क्षर्ज्ञरन एर्ं प्रौद्योक्षगकी एर्ं लोगों से लोगों के बीच क्षर्क्षनमय
में सहयोग, िेत्रीय एकीकरण एर्ं समृक्षद्ध की ओर तीव्र प्रगक्षत करने कर अधरर प्रदरन कर सकतर
है।
 भररत कर पूर्ोत्तर िेत्र हमररी एक्ट इस्ट नीक्षत (AEP) में प्ररथक्षमकतर रहर है। एक्ट इस्ट नीक्षत
(AEP) ऄरुणरचल प्रदेि और अक्षसयरन िेत्र के समेत पूर्ोत्तर भररत के बीच एक आं टरफ़े स प्रदरन
करती है। क्षद्वपिीय एर्ं िेत्रीय स्तर पर ऄनेक योजनरओं में पूर्ोत्तर िेत्र की अक्षसयरन िेत्र के सरथ
व्यरपरर, संस्कृ क्षत, लोगों से लोगों के बीच संपका और भौक्षतक ऄर्संरचनर (सड़क, हर्रइ ऄड्डर,
दूरसंचरर, क्षर्द्युत, अकद) के मरध्यम से कनेक्षक्टक्षर्टी को क्षर्कक्षसत और सुदढ़ृ करने के क्षस्थर प्रयरस
सक्षममक्षलत हैं। कु छ महत्र्पूणा पररयोजनरओं में कलरदरन मल्टी मॉडल ट्रंक्षजट पररर्हन
पररयोजनर, भररत-मयरंमरर-थरइलैंड क्षत्रपिीय ररजमरगा पररयोजनर, रक्षह-रटड्डीम सड़क
पररयोजनर, सीमर हरट अकद सक्षममक्षलत हैं।

2.3. भररत-अक्षसयरन (India-ASEAN)

 अक्षसयरन के सरथ भररत के संबध


ं हमररी क्षर्देि नीक्षत कर मुख्य स्तंभ है तथर हमररी एक्ट इस्ट
नीक्षत कर अधरर है।
 आस संबंध कर र्षा 2012 में सरमररक सरझेदररी के रूप में ऄद्यतन िेत्र में की गइ प्रगक्षत कर सहज
क्रम थर।
 भररत र्षा 1992 में अक्षसयरन कर िेत्रकीय भरगीदरर, र्षा 1996 में र्रतरा भरगीदरर और र्षा
2002 में क्षिखर सममेलन के स्तर कर भरगीदरर बन गयर।
 भररत और अक्षसयरन के बीच क्षर्क्षभन्न िेत्रकों में कु ल क्षमलरकर 30 र्रतरा तंत्र क्षर्द्यमरन है।
 अक्षसयरन के क्षलए क्षमिन: भररत ने ऄप्रैल 2015 में समर्थपत ररजदूत के मरध्यम से अक्षसयरन देिों
और अक्षसयरन कें करत प्रकक्रयरओं में संलग्नतर को सुदढ़ृ करने के क्षलए अक्षसयरन के क्षलए और पूर्ी
एक्षियरइ ररष्ट्रों के क्षलए जकरतरा में एक पृथक क्षमिन की स्थरपनर की है।
 कदल्ली संर्रद: भररत र्रर्थषक रूप से ट्ैक 1.5 रणनीक्षत के तहत, कदल्ली संर्रद कर अयोजन करतर
है। आस अयोजन कर ईद्देश्य अक्षसयरन और भररत के बीच ररजनीक्षतक-सुरिर एर्ं अर्थथक मुद्दों पर
चचरा करनर है। र्षा 2009 से भररत में आसके 9 संस्करणों कर अयोजन ककयर गयर है। कदल्ली
संर्रद के नौर्ें संस्करण की मेजबरनी क्षर्देि मंत्ररलय द्वररर 4-5 जुलरइ 2017 को नइ कदल्ली में की
गइ थी।

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2.3.1. भररत–अक्षसयरन: हरल ही के घटनरक्रम

(India-ASEAN: Recent Developments)


 जनर्री 2018 में अक्षसयरन भररत संर्रद संबध
ं ों की 25र्ीं र्षागरंठ मनरने के क्षलए भररत ने
अक्षसयरन-भररत स्मररक क्षिखर सममेलन में 10 अक्षसयरन ररष्ट्रों के नेतरओं की मेजबरनी की तथर
आस ऄर्सर पर कदल्ली घोषणर पत्र जररी ककयर गयर।
 नर्ंबर 2017 में प्रधरनमंत्री ने 15र्ें अक्षसयरन-भररत क्षिखर सममेलन में भरगीदररी की, यह
मनीलर में अयोक्षजत 31र्े अक्षसयरन क्षिखर सममेलन के सरथ अयोक्षजत ककयर गयर थर।
 कदल्ली में कदसंबर 11-12 2017 अयोक्षजत अक्षसयरन-भररत कनेक्षक्टक्षर्टी क्षिखर सममेलन में सभी
दस अक्षसयरन ररष्ट्रों और सरथ ही सरथ जरपरन ने भरग क्षलयर।
 आस क्षिखर सममेलन में बेहतर क्षडक्षजटल कनेक्षक्टक्षर्टी सुक्षनक्षश्चत करने पर भी ध्यरन कें करत ककयर
गयर क्योंकक सरकरर ऄपनी पहल को कनेक्षक्टक्षर्टी पर अक्षसयरन मरस्टर प्लरन 2025 के सरथ
संरेक्षखत करने कर प्रयरस कर रही है, जो मुख्य रूप से परँच रणनीक्षत िेत्रों पर कें करत है:
o संधररणीय ऄर्संरचनर,
o क्षडक्षजटल नर्ोन्मेष,
o क्षनबराध लॉक्षजक्षस्टक्स,
o क्षर्क्षनयरमकीय ईत्कृ ितर और
o लोगों की गक्षतिीलतर।
 क्षिखर सममेलन ने क्षडक्षजटल प्रौद्योक्षगककयों कर समथान करने के क्षलए क्षर्क्षनयरमक ढरंचों, क्षडक्षजटल
ऄर्संरचनर कर क्षर्त्तपोषण करने सरथ ही सूष्य म लघु एर्ं मध्यम ईद्यमी द्वररर प्रौद्योक्षगकी के
ईपयोग पर ध्यरन कें करत ककयर।
 भररत ने 2015 में अक्षसयरन के सरथ पररयोजनरओं को बढ़रर्र देने के क्षलए एक क्षमक्षलयन डॉलर
की लरआन ऑफ़ क्रेक्षडट कर प्रस्तरर् कदयर थर।
 आसके ऄक्षतररक्त भररत ने CLMV (कं बोक्षडयर, लरओस, मयरंमरर एर्ं क्षर्यतनरम) देिों में क्षर्क्षनमराण
हबों कर क्षर्करस करने के क्षलए 77 क्षमक्षलयन डॉलर की पररयोजनर क्षर्करस क्षनक्षध भी स्थरक्षपत की
है।
 जरपरन ने भररत के सरथ 5 कदसंबर 2017 को एक्ट इस्ट फोरम कर ई्रटन ककयर थर। आस फोरम
कर ईद्देश्य जरपरन के सरथ पूर्ोत्तर िेत्र में सहयोग को क्षर्स्तरररत करनर भी है।
 भररत और जरपरन दोनों चीन की ‘र्न बेल्ट र्न रोड’ को प्रक्षतसंतुक्षलत करनर चरहते हैं क्षजस पर
प्ररय: िोषक ऊण क्षर्त्तपोषण को ऄपनरने कर अरोप लगतर रहर है।
 जरपरन की मुक्त एर्ं खुली भररत-प्रिरंत रणनीक्षत भररत की इस्ट नीक्षत के सरथ सुमक्षे लत प्रतीत
होती है, और यह क्षर्िेष रूप से भररत के पूर्ोत्तर िेत्र के क्षलए लरभदरयक है जहरँ ये पहलें
भौगोक्षलक रूप से संरेक्षखत हैं।

2.3.2. व्यरपरर (Trade)

 भररत अक्षसयरन के मध्य व्यरपरररक संबंध क्षनरं तर प्रगक्षतिील रहे हैं।


 अक्षसयरन भररत कर चौथर सबसे बड़र व्यरपरर भरगीदरर है।
 अक्षसयरन के सरथ भररत कर व्यरपरर 2016-17 में बढ़कर 70 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डॉलर हो गयर है
जो 2015-16 में 65 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डॉलर थर।
 2016-17 में भररत से अक्षसयरन को ककयर जरने र्रलर क्षनयरात बढ़कर 31.07 क्षबक्षलयन ऄमेररकी
डॉलर हो गयर है जो 2015-16 में 25 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डॉलर थर।

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 अक्षसयरन से भररत कर अयरत 2015-16 की तुलनर में 2016-17 में 1.8% बढ़र है और यह
40.63 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डॉलर थर।
 यह व्यरपरर क्षर्श्व के सरथ भररत के 10.85 प्रक्षतित व्यरपरर कर प्रक्षतक्षनक्षधत्र् करतर है।

2.3.3. क्षनर्े ि (Investment)

 अक्षसयरन की भररत में र्षा 2000 से लगभग 12.5% क्षनर्ेि प्रर्रहों की क्षहस्सेदररी रही है।
 ऄप्रैल 2000 से ऄगस्त 2017 तक अक्षसयरन से भररत में प्रत्यि क्षर्देिी क्षनर्ेि कर ऄंतर्राह
लगभग 514.73 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डॉलर थर।
 अर्थथक मरमलों के क्षर्भरग द्वररर प्रदर्थित अँकड़ों के ऄनुसरर ऄप्रैल 2007 से मरचा 2015 के बीच
भररत से अक्षसयरन देिों की ओर प्रत्यि क्षर्देिी क्षनर्ेि कर बक्षहर्राह लगभग 38.672 क्षबक्षलयन
ऄमेररकी डॉलर थर।
 अक्षसयरन-भररत मुक्त व्यरपरर समझौते पर ऄंक्षतम समझौतर 13 ऄगस्त 2009 को हस्तरिररत
ककयर गयर थर। मुक्त व्यरपरर िेत्र 1 जनर्री 2010 को प्रभरर्ी हअ। अक्षसयरन-भररत मुक्त
व्यरपरर िेत्र, 1 जुलरइ 2015 को सेर्र और क्षनर्ेिों में अक्षसयरन-भररत समझौतर प्रर्र्थतत होने के
सरथ पूरर हो चुकर है।
 भररत ने CLMV (कं बोक्षडयर लरओस मयरंमरर एर्ं क्षर्यतनरम) देिों में क्षर्क्षनमराण हबों कर क्षर्करस
करने के क्षलए पररयोजनर क्षर्करस क्षनक्षध की स्थरपनर की है, आस हेतु मलेक्षियर में नर्ंबर 2015 में
अयोक्षजत 13र्ें अक्षसयरन भररत क्षिखर सममेलन में 500 करोड़ रूपए के कोष कर क्षनमराण करने
कर क्षनधरारण ककयर गयर।

2.4. िे त्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) र्रतरा : व्यरपरर से अर्थथक सरझे दररी
तक

(Rcep Negotiations: From Trade to Economic Partnership)


 र्स्तुओं से संबंक्षधत भररत-अक्षसयरन व्यरपरर समझौते को 1 जनर्री, 2010 को हस्तरिररत एर्ं
तभी से प्रर्र्थतत ककयर गयर। लेककन अक्षसयरन के सरथ भररत के र्स्तुओं कर व्यरपरर घरटर ने
2010-11 में 4.98 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डॉलर से बढ़कर 2015-16 में 14.75 क्षबक्षलयन ऄमेररकी
डॉलर हो गयर लेककन 2016-17 में यह कम होकर 9.56 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डॉलर रह गयर।
 आस भररी र्स्तुगत व्यरपरर घरटे के पररणरमस्र्रूप यह प्रश्न ईठ खड़र हअ कक क्यर यह समझौतर
अक्षसयरन ररष्ट्रों को ही सहयोग कर रहर है और भररत को आससे कोइ लरभ प्ररप्त नहीं नहीं हो रहर
है।
 आस प्रसंग में प्रस्तरक्षर्त िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) महत्र्पूणा है। व्यरपरर र्रतरा
सक्षमक्षत (Trade Negotiating Committee : TNC) की बैठकों कर 19र्ें दौर एर्ं ऄन्य संबंक्षधत
बैठकें 17 से 28 जुलरइ 2017 को हैदररबरद, भररत में अयोक्षजत की गइ थी। िेत्रीय व्यरपक
अर्थथक भरगीदररी (RCEP) की र्रतराओं के 20र्ें दौर कर अयोजन आं क्षचयॉन, कोररयर में, 17 से
28 ऄक्टू बर, 2017 को ककयर गयर थर।
 िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP), 10-अक्षसयरन देिों (िुनेइ दररुसलरम, कं बोक्षडयर,
आं डोनेक्षियर, लरओस, मलेक्षियर, मयरंमरर, कफलीपींस, चसगरपुर, थरइलैंड, और क्षर्यतनरम) और
ईनके छह मुक्त व्यरपरर समझौतों के बीच प्रस्तरक्षर्त व्यरपक िेत्रीय अर्थथक एकीकरण समझौतर
यर र्ृहत् मुक्त व्यरपरर समझौतर है।
 िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP), र्स्तुओं, सेर्रओं, क्षनर्ेि, अर्थथक और तकनीकी
सहयोग, बौक्षद्धक संपदर ऄक्षधकरर, प्रक्षतयोक्षगतर, क्षर्र्रद क्षनपटरन में र्रतराओं को सक्षममक्षलत करती

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है। आसके सरथ ही यह रूल्स ऑफ़ ओररजन, सीमर िुल्क प्रकक्रयरओं और व्यरपरर सुक्षर्धर ईपरयों
जैसे ऄन्य मुद्दों को भी सक्षममक्षलत करती है।
 िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) क्षनम्नक्षलक्षखत 16 देिों को सक्षममक्षलत करती है:
o ईत्तर-पूर्ा एक्षियर में चीन, जरपरन और दक्षिण कोररयर;
o दक्षिण-पूर्ा एक्षियर में दस अक्षसयरन सदस्य; और
o तीन गैर-पूर्ा एक्षियरइ देि - भररत, ऑस्ट्ेक्षलयर और न्यूजीलैंड।

2.4.1. RCEP कर महत्र् (Significance of RCEP)

 िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) में सक्षममक्षलत ऄथाव्यर्स्थरएं क्षर्श्व की लगभग अधी
जनसंख्यर एर्ं लगभग 30% र्ैक्षश्वक सकल घरे लू अय कर योगदरन देती हैं।
 संयुक्त ररज्य ऄमेररकर के ‘ट्रंस पैक्षसकफक परटानरक्षिप’ (TPP) से हट जरने के बरद, िेत्रीय व्यरपक
अर्थथक भरगीदररी (RCEP) संपण
ू ा एक्षियर-प्रिरंत के क्षलए सबसे महत्र्पूणा एकीकरण प्लेटफॉमा
है। तथर यह प्लेटफरमा ऐसे सभी देिों को सक्षममक्षलत करतर है जो TPP में सक्षममक्षलत थे।
 भररत को िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) में सक्षममक्षलत क्यों होनर चरक्षहए:
 भररत के आसमें सक्षममक्षलत होने कर ऄथा होगर:
o एक्षियर प्रिरंत िेत्र तक भररत की पहँच जो आस िेत्र में आसकी भरर्ी अर्थथक एर्ं रणनीक्षतक
प्रक्षस्थक्षत के क्षलए महत्र्पूणा होगी।
o यह अक्षसयरन के सरथ आसके संबध ं ों को और ऄक्षधक सुदढ़ृ तर प्रदरन करे गी।
o िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) भररत के क्षलए र्ृहत िेत्रीय व्यरपरर समझौते
(RTA) द्वररर बढ़रर्र कदए जरने र्रले ईच्चतर मरनकों को पूरर करने के क्षलए महत्र्पूणा ऄर्सर
भी है। सरथ ही यह घरे लू ईद्योगों को समथान जररी रखतर है और व्यरपरर के क्षर्करस अयरमों
को बढ़रर्र देतर है।
o भररत ने क्षर्िेष रूप सेर्रओं में व्यरपरर कर क्षर्स्तरर करने, व्यरपरर बरधरओं को हटरने सरथ ही
फरमरास्यूरटकल्स और र्स्त्रों जैसी र्स्तुओं में ऄपनी रुक्षच दिराइ है।

2.4.2. RCEP एर्ं भररत की र्ता मरन चचतरएं

(RCEP and India’s Current Concerns)

 भररत र्तामरन में ऄपने 92% ईत्परदों पर िुल्क समरप्त करने और सरथ ही संभर्त: ऄन्य 7% पर
बहत कम िुल्क लगरए जरने की मरंग कर सरमनर कर रहर है। आस प्रकरर आस मरंग में आसके कृ क्षष
एर्ं औद्योक्षगक ईत्परदन कर 99% भरग सक्षममक्षलत होतर है।
 सरकरर को परे िरन करने र्रलर त्य यह है कक ऄन्य िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी र्रले देि
सेर्रओं के िेत्र में ऄक्षधकरक्षधक बरजरर पहंच के क्षर्षय में भररत की मरंग के प्रक्षत ऄभी तक
क्षनरुत्सरही रहे हैं। क्षर्िेष रूप से ऄल्पकरक्षलक रोजगरर के क्षलए सीमर परर पेिेर्रों और कु िल
श्रक्षमकों के अर्रगमन पर सहजतर मरनदंडों को सरल करने के क्षर्षय में यह त्य ऄक्षधक लरगू
होतर है।
 भररत ने क्षर्श्व व्यरपरर संगठन में इ-कॉमसा संबध ं ी समझौतों से आनकरर कर कदयर है और िेत्रीय
व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) में आसके रूख में कोइ ऄंतर अने के ऄप्रत्यि पररणरम अने
की संभरर्नर है।
 िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी की र्ैक्षश्वक और भररतीय स्र्रस््य करयाकतराओं द्वररर भररत को
दर्रओं की ऄपनी सस्ती अपूर्थत समरप्त करने के क्षलए क्षर्र्ि करने हेतु अलोचनर की जरती रही है।
क्षर्िेषत: ऄफ्रीकर के क्षर्करसिील देिों को क्षर्िेष रूप से एचअइर्ी/एड्स संबंक्षधत आन दर्रओं की

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अपूर्थत की जरती हैं। भररत को ऐसे ईपरयों से सरर्धरन रहनर होगर क्षजनके पररणरमस्र्रूप पेटेंट
की ऄर्क्षध में क्षर्स्तरर के प्रर्तान एर्ं डेटर ऄन्यतर संबंधी सख्त बौक्षद्धक संपदर ऄक्षधकरर व्यर्स्थर के
प्रर्तान के फलस्र्रूप भररत सस्ती जेनरे रक दर्रओं कर ईत्परदन करने कर ऄक्षधकरर खो सकतर है।
 2017 में क्षर्देि मंत्ररलय (MEA) ने एक सख्त दक्षिकोण ऄपनरयर थर कक देि को ऐसे ककसी भी
समझौते को समपन्न करने से स्र्यं को क्षनयंक्षत्रत करनर चरक्षहए क्षजसके कररण आसे मध्यम ऄर्क्षध में
लरभ प्ररप्त न हो।
 क्षर्देि सक्षचर् एस. जयिंकर ने र्रक्षणज्य पर क्षर्भरग संबक्षं धत संसदीय स्थरयी सक्षमक्षत के सरमने
जून 2017 में रटप्पणी की, ईक्षचत संयम कर परलन करने कर अह्र्रन ककयर। ईन्होंने कहर कक ऐसर
कोइ व्यरपरर समझौतर न ककयर जरए जो मध्यम ऄर्क्षध में हमररे क्षलए लरभप्रद न हो”। ‘दक्षिण पूर्ा
एक्षियरइ ररष्ट्रों के एसोक्षसएिन (अक्षसयरन) के सरथ व्यरपरर’ पर पैनल की ररपोटा 18 कदसंबर
2017 को जररी की गइ थी। ररपोटा के ऄनुसरर, र्ररष्ठ ऄक्षधकररी ने “यह स्र्ीकरर ककयर कक हमररे
ऄनेक [भररत के मुक्त व्यरपरर] समझौतों ने हमें ईतनी भली प्रकरर लरभ नहीं पहँचरयर क्षजतनर कक
र्े पहँचर सकते थे।”
 स्थरयी सक्षमक्षत के सरमने िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) कर संदभा प्रदरन करते हए,
श्री जयिंकर ने कहर थर कक “हरलरंकक बड़े मुक्त व्यरपरर समझौते (FTAs) बरजररों के क्षलए
मनपसंद पहंच प्ररप्त करने के क्षलए महत्र्पूणा हैं, लेककन क्षजस प्रकरर ऐसी व्यर्स्थर ऐसी व्यर्स्थरएं
हमररे अयरतों एर्ं हमररी ऄथाव्यर्स्थर में क्षर्क्षनमराण िेत्रक की क्षहस्सेदररी बढ़रने के हमररे प्रयरसों
के संबध
ं करया करती हैं, ईसकी पद्धक्षत के क्षर्षय में सतका रहनर महत्र्पूणा है।”
 श्री जयिंकर ने जोर कदयर कक भररत की बरहरी व्यरपरर व्यर्स्थरएं मेक आन आं क्षडयर पहल की
सहरयक होनी चरक्षहए। सक्षमक्षत की ररपोटा के ऄनुसरर, ईन्होंने बतरयर कक “आन व्यरपरर व्यर्स्थरओं
में ऄक्षधकतर जोर र्स्तुओं के व्यरपरर पर है और सेर्रओं में व्यरपरर के क्षलए ईसी प्रकरर कर ईत्सरह
सरझर नहीं ककयर जरतर है। सेर्रओं में व्यरपरर के क्षलए बरजरर में प्रर्ेि देने में क्षहचक एक बड़ी
चुनौती है।”
 ऄक्षधकररी ने कहर कक ऐसे मजबूत दृक्षिकोण को ऄन्य समझौतर-र्रतराओं में भी ऄपनरयर जरएगर,
क्षजनमें प्रस्तरक्षर्त भररत-यूरोपीय संघ के व्यरपक अधरर पर व्यरपरर और क्षनर्ेि समझौते समेत
ऄन्य समझौतर र्रतराएं भी सक्षममक्षलत हैं।
 25 जनर्री 2018 को अयोक्षजत अक्षसयरन-भररत स्मररक क्षिखर सममेलन में, लंबे समय से लंक्षबत
िेत्रीय व्यरपक अर्थथक भरगीदररी (RCEP) कर मुद्दर ईठरयर गयर थर और भररत ने आस प्रकक्रयर
को अगे बढ़रने के क्षलये प्रक्षतबद्धतर करयम रखी है।

2.5. कने क्षक्टक्षर्टी (Connectivity)

अक्षसयरन-भररत कनेक्षक्टक्षर्टी भररत तथर अक्षसयरन देिों के क्षलए प्ररथक्षमकतर है।


 2013 में, भररत, अक्षसयरन कनेक्षक्टक्षर्टी समन्र्य सक्षमक्षत बैठक अरं भ करने र्रलर अक्षसयरन कर
तृतीय संर्रद सहयोगी बनर।
 भररत ने भररत-मयरंमरर-थरइलैंड क्षत्रपिीय ररजमरगा एर्ं और कलरदरन मल्टीमोडल पररयोजनर
कर करयरान्र्यन करने में पयराप्त प्रगक्षत की है।
 अक्षसयरन और भररत के बीच समुरी और हर्रइ कनेक्षक्टक्षर्टी बढ़रने और कनेक्षक्टक्षर्टी के गक्षलयररों
को अर्थथक गक्षलयररों में बदलनेने से संबंक्षधत मुद्दों पर चचरा चल रही है।
 भररत-मयरंमरर-थरइलैंड क्षत्रपिीय ररजमरगा कर कं बोक्षडयर, लरओ पीडीअर और क्षर्यतनरम तक
क्षर्स्तरर करने के क्षलए चचरा चल रही है।

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 भररत-मयरंमरर-थरइलैंड मोटर र्रहन समझौते (IMT MVA) पर प्रस्तरक्षर्त प्रोटोकॉल को ऄंक्षतम
रूप देने पर अम सहमक्षत प्ररप्त कर ली गइ है। यह समझौतर भररत, मयरंमरर और थरइलैंड को
जोड़ने र्रली सड़कों के ककनररे यरत्री, व्यक्षक्तयों और करगो के क्षनबराध अर्रगमन को र्रस्तक्षर्कतर
में पररणत करने में ऄहम भूक्षमकर कर क्षनर्राह करे गर।
 2015 में प्रधरनमंत्री ने भररत और अक्षसयरन के बीच भौक्षतक और क्षडक्षजटल कनेक्षक्टक्षर्टी कर
समथान करने र्रली पररयोजनरओं के क्षलए 1 क्षबक्षलययन ऄमेररकी डरलर लरआन ऑफ़ क्रेक्षडट की
घोषणर की, सरथ ही भररत ने कदसमबर 2107 में कनेक्षक्टक्षर्टी क्षिखर सममेलन कर भी अयोजन
ककयर है।

2.6. िे त्र में सु र िर कर पहलू (Security Factor In The Region)

बढ़ती पररं पररक और गैर पररं पररक चुनौक्षतयों कर समरनर करते हए, ररजनीक्षतक-सुरिर सहयोग
महत्र्पूणा है और आस संबंध कर ईभरतर स्तंभ है:
 समुरी सुरिर - संचरर की समुरी लेनों की सुरिर करनर एर्ं समुरी डकै ती से संघषा करनर।
 धरर्थमक कट्टरतर और अतंकर्रद
 मरदक पदरथों की तस्करी और मरनर् दुव्यरापरर
 दक्षिण चीन सरगर क्षर्र्रद
 आस सन्दभा में भररत क्षनम्नक्षलक्षखत रूप से सहयोग बढ़र सकतर हैं :
o ऄंडमरन और क्षनकोबरर में क्षत्रकोणीय सेर्र कमरन
o अक्षसयरन सुरिर संर्रद के क्षलए फोरम में भरगीदररी जैसे कक अक्षसयरन िेत्रीय फोरम
(ARF)। भररत 1996 से आन र्रर्थषक बैठकों में भरगीदररी करतर रहर है और आसकी क्षर्क्षभन्न
गक्षतक्षर्क्षधयों में ईसने सकक्रय रूप से भरगीदररी की है।
o अक्षसयरन रिर मंक्षत्रयों की बैठक (ADMM) प्लस अक्षसयरन में सर्ोच्च ईच्चतम रिर
पररमिादरत्री और सहकरररतर तंत्र है। ADMM+10 अक्षसयरन ररष्ट्रों एर्ं सरथ ही ऑस्ट्ेक्षलयर,
चीन, भररत, जरपरन, न्यूज़ीलैंड, कोररयर गणररज्य, रूस, और संयुक्त ररज्य ऄमेररकर के रिर
मंक्षत्रयों को सक्षममक्षलत करते र्षा में दो बरर बैठक कर अयोजन करतर है।
o क्षर्स्तरररत अक्षसयरन समुरी फोरम (EAMF) सर्ाक्षनष्ठ चचतरओं के परस्पर महत्र् रखने र्रले
समुरी मुद्दों पर ध्यरन कें करत करते हए ट्ैक 1.5 कू टनीक्षत को प्रोत्सरक्षहत करतर है।
o CSCAP: एक्षियर प्रिरंत में सुरिर और सहयोग के क्षलए पररषद, ARF, EAS और
ADMM जैसे क्षनकरय ट्ैक-2 कू टनीक्षत कर ऄंग है। भररत को र्षा 2000 में CSCAP की
सदस्यतर दी गइ थी और र्ह ऐसे अर्क्षधक सममेलनों में भरगीदररी करतर है जो िेत्रीय
क्षर्द्वरनों और क्षर्िेषज्ञों के क्षलए क्षर्चररों कर अदरन-प्रदरन करने फोरम कर करया करते हैं और
ट्ैक-1 के क्षलए प्ररय: ईपयोगी नीक्षत क्षर्कल्प प्रदरन करते हैं।
 कदल्ली घोषणर 2018 में दोनों पिों ने पुन: पुक्षि की:
o पररस्पररक चचतर के सर्ाक्षनष्ठ िेत्रीय और ऄंतरराष्ट्रीय सुरिर मुद्दों पर घक्षनष्ठतरपूर्क
ा क्षमलकर
करया करने की प्रक्षतबद्धतर एर्ं मौजूदर अक्षसयरन- के नेतत्ृ र् र्रले ढरंचे और तंत्र के मरध्यम से
खुली, पररदिी, समरर्ेिी और क्षनयम अधरररत िेत्रीय संरचनर सुक्षनक्षश्चत करनर।
o िेत्र में िरंक्षत, क्षस्थरतर और सुरिर, नेक्षर्गेिन और िेत्र की र्रयुसीमर एर्ं समुर के ऄन्य
क्षर्क्षधमरन्य ईपयोगों की स्र्तंत्रतर तथर क्षनबराध क्षर्क्षधमरन्य समुरी व्यरपरर को प्रोत्सरक्षहत
करने और सरगरीय क्षर्क्षध पर संयक्त
ु ररष्ट्र कन्र्ेंिन (United Nations Convention on
the Law of the Sea: UNCLOS), और ऄंतरराष्ट्रीय नरगररक ईड्डयन संगठन
(International Civil Aviation Organization: ICAO) और ऄंतरररष्ट्रीय समुरी संगठन
(International Maritime Organization: IMO) द्वररर प्ररसंक्षगक मरनकों ऄनुिंक्षसत
प्रथरओं के ऄनुसरर क्षर्र्रदों के िरंक्षतपूणा समरधरन को प्रोत्सरक्षहत करनर।

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o मौजूदर प्ररसंक्षगक तंत्र के मरध्यम से समुरी सहयोग को मजबूत करनर एर्ं समुर में होने र्रली
दुघटा नरओं को रोकने एर्ं प्रबंक्षधत करने के क्षलए क्षमलकर करया करनर और अक्षसयरन और
भररत के बीच समुरी खोज और बचरर् में प्रभरर्ी समन्र्य को बढ़रर्र देनर।
o सूचनर की सरझेदररी, करनून प्रर्तान सहयोग एर्ं मौजूदर अक्षसयरन के नेतृत्र् र्रले तंत्र के
ऄधीन िमतर क्षनमराण के मरध्यम से, सभी रूपों एर्ं ऄक्षभव्यक्षक्तयों समेत अतंकर्रद, चहसक
ईग्रर्रद एर्ं कट्टरतरर्रद कर सरमनर करने में सहयोग को बढ़रनर।
o िरंक्षत, सुरिर, करनून कर िरसन बनरए रखने को बढ़रर्र देने के क्षलए ईदररर्रकदयों के र्ैक्षश्वक
अंदोलन पर लैंगकॉर्ी घोषणर के करयरांर्यन कर समथान करनर।
o अतंकर्रकदयों, अतंकर्रदी समूहों और नेटर्कों को बरक्षधत करने और ईनकर प्रक्षतकरर करके
अतंकर्रद से क्षनपटने की प्रक्षतबद्धतर एर्ं व्यरपक दृक्षिकोण को प्रोत्सरक्षहत करनर। आस प्रकक्रयर
में अतंकर्रकदयों और क्षर्देिी अतंकर्रदी लड़रकों के सीमर परर अर्रगन एर्ं अतंकी
संस्थरओं द्वररर सोिल मीक्षडयर सक्षहत आं टरनेट के दुरूपयोग कर प्रक्षतकरर करनर; अतंकर्रद कर
क्षर्त्तपोषण करने के प्रयरस रोकने के क्षलए सहयोग को मजबूत करने को सक्षममक्षलत करनर है।
आसके सरथ ही अतंकर्रदी समूहों और ईनके पनपने के स्थरनों को लक्षित करने, अतंकर्रद कर
सरमनर करने एर्ं अतंकर्रद को बढ़ने से रोकने के क्षलए और ऄक्षधक ऄत्यरर्श्यक ईपरय करनर
एर्ं अतंकर्रद के प्रसरर को रोकनर। आस प्रकक्रयर में आस त्य पर जोर देनर कक ककसी भी
अधरर पर अतंकर्रदी कृ त्यों को ईक्षचत नहीं ठहररयर जर सकतर।
o अतंकर्रद कर प्रक्षतकरर करने के संबंध में प्ररसंक्षगक संयुक्त ररष्ट्र सुरिर पररषद कर प्रस्तरर्ों क
ऄनुपरलन सुक्षनक्षश्चत करने के क्षलए ऄंतरररष्ट्रीय समुदरय के सरथ क्षमलकर करया करनर। आसके
सरथ ही संयुक्त ररष्ट्र में ऄंतरराष्ट्रीय अतंकर्रद पर व्यरपक कन्र्ेंिन ( Comprehensive
Convention on International Terrorism: CCIT) पर ककए जरने र्रले प्रयरसों पर
ध्यरन देनर।
o अक्षसयरन और भररत के बीच सरआबर सुरिर िमतर क्षनमराण एर्ं नीक्षत समन्र्य पर सहयोग
को मजबूत करनर। यह सहयोग अक्षसयरन सरआबर सुरिर सहयोग की रणनीक्षत कर
करयरान्र्यन कर समथान करके समपन्न करनर। आस घोषणर ने 2018 में पहले अक्षसयरन-भररत
सरआबर संर्रद को भी प्रस्तरक्षर्त ककयर।

2.6.1. दक्षिण चीन सरगर क्षर्र्रद (The South China Sea Disputes)

 1970 के बरद से, दक्षिण चीन सरगर में कइ क्षनकटर्ती देिों की ओर से द्वीपीय संरचनरओं एर्ं
महरसरगरीय स्थलों पर संप्रभुतर स्थरक्षपत करने के दरर्ों की होड़ लगी रही है।
 दक्षिण चीन क्षर्र्रद िेत्र, प्रभुसत्तर और समुरी ऄक्षधकरर और स्र्रIक्षमत्र् पर है, यह क्षर्क्षिष्ट रूप से
परसेल और स्प्रैटली द्वीप श्रृख
ं लरओं के ककनररे है।
 आन द्वीप श्रृंखलरओं पर आस िेत्र में क्षर्द्यमरन कइ देिों द्वररर दरर्े ककए जरते हैं क्षजनमें चीन,
क्षर्यतनरम, कफलीपींस, मलेक्षियर, आं डोनेक्षियर और िुनेइ सक्षममक्षलत हैं।
 1947 में घोक्षषत ऄपनी एकपिीय 9 डैि रे खरओं के मरध्यम से चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन
सरगर पर ऄपनर दरर्र करतर है।
 ये द्वीप क्षर्श्र् के की सबसे व्यस्त क्षिचपग लेन में ऄर्क्षस्थत हैं और ईनके चररों ओर क्षर्िरल खक्षनज
संसरधन क्षर्द्यमरन हैं, जो ईन्हें ऄत्यक्षधक रणनीक्षतक संसरधन बनर देते हैं।
 आसके ऄक्षतररक्त, चीन हरल ही में ऄन्य बरतों के सरथ स्प्रैटली द्वीपों की ऄनेक लघु संरचनरओं को
भौक्षतक रूप से समृद्ध करने एर्ं दक्षिण चीन सरगर में मत्स्यन के करयों में संलग्न रहर है।

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मरनक्षचत्र 5.5 दक्षिण चीन सरगर

2.6.1.1 हरल ही के क्षर्र्रद और ऄं त रररष्ट्रीय क्षनयम

(Recent Dispute and International Ruling)

 2013 में, कफलीपींस ने हेग में मध्यस्थतर हेतु स्थरयी न्यरयरलय में UNCLOS के प्ररर्धरनों के
ऄंतगात चीन के क्षर्रुद्ध एक मरमलर अरमभ ककयर। यद्यक्षप चीन आस कन्र्ेंिन कर लमबे समय से
पिकरर रहर है लेककन ईसने न्यरयरक्षधकरण की स्थरपनर में भरगीदररी करने यर ईसके समि
ईपक्षस्थत होने से आनकरर कर कदयर।
 1982 UNCLOS के ऄनुलग्नक vii के ऄंतगात एक मध्यस्थ न्यरयरक्षधकरण कर गठन ककयर गयर
थर।
 संबक्षं धत मुद्दे: दक्षिण चीन सरगर में समुरी ऄक्षधकररों कर क्षर्क्षधक अधरर एर्ं परत्रतर, दक्षिण चीन
सरगर में कु छ भौगोक्षलक संरचनरओं की प्रक्षस्थक्षत, एर्ं चीन द्वररर दक्षिण चीन सरगर में की गइ कु छ
कररा र्रआयों की क्षर्क्षधमरन्यतर।
 चीन ने कु छ क्षर्र्रदग्रस्त प्रमुख क्षर्षयों को ररजनीक्षतक एर्ं न्यरयरक्षधकरण के िेत्ररक्षधकरर और
िमतर से परे मरनर।
 न्यरयरक्षधकरण ने 2015 में िेत्ररक्षधकरर पर ऄक्षधक्षनणाय जररी ककयर, आसमें व्यक्त ककयर गयर कक
आसे कफलीपींस द्वररर प्रस्तुत ककए गए लगभग सभी क्षर्र्रदों की ईपयुक्ततर पर क्षर्चरर करने कर
िेत्ररक्षधकरर थर।
 2016 में कदए गए एक ऄंक्षतम ऄक्षधक्षनणाय ने यह क्षनयम कदयर कक दक्षिण चीन सरगर में चीन के
ऄनेक समुरी दरर्े समुर के करनून पर संयक्त
ु ररष्ट्र कन्र्ेंिन (UNCLOS) के क्षर्परीत थे और
आसक्षलए कफलीपींस के संप्रभु ऄक्षधकररों और स्र्तंत्रतरओं कर ईल्लंघन करते थे।
 चीन कर कहनर है कक दोनों ऄक्षधक्षनणाय "ऄकृ त और िून्य (null and void)" हैं और ईनमें कोइ
“बरध्यकररी िक्षक्त” नहीं है।

2.6.2. भररत कर रुख (India’s Position)

 भररत के 55 % से ऄक्षधक व्यरपरर आस िेत्र से होकर होतर है।


 दक्षिण चीन सरगर में क्षर्यतनरम तट के ककनररे हरआड्रोकरबान िेत्रक में भररत ने ऄहम क्षनर्ेि ककयर
हअ हैं।

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 आस प्रकरर, भररत ने ऄंतरररष्ट्रीय करनून के ढरंचे में मतभेदों के िरंक्षतपूणा समरधरन कर पि क्षलयर
है।
 सरथ ही भररत ने नेक्षर्गेिन की स्र्तंत्रतर एर्ं और संचरर की खुली समुरी लेनों कर समथान करते
हए ऄपनी दृढ़ क्षस्थक्षत व्यक्त की है। स्थरइ मध्यस्थतर न्यरयरलय (Permanent Court of
Arbitration: PCA) के क्षनणाय के प्रक्षत भररत की प्रक्षतकक्रयर ने नेक्षर्गेिन, उपर से ईड़रन भरने
(ओर्र-्लरआट) की स्र्तंत्रतर, एर्ं करनून के िरसन पर जोर कदयर।
 दक्षिण पूर्ा एक्षियर में चीनी समुरी िक्षक्त कर चहद महरसरगर में आसकी नौसेनर की िक्षक्त प्रिेपण
योजनरओं से सीधर संबंध है। भररतीय पररप्रेष्य य से, दक्षिण चीन सरगर में चीन की बढ़ती सैन्य
ईपक्षस्थक्षत कर व्यरपक एक्षियरइ समुरतटर्ती िेत्रों पर ऄक्षस्थरकररक प्रभरर् है, क्योंकक यह
क्षर्द्यमरन िक्षक्त ऄसंतल
ु न को और ऄक्षधक बढ़र देती है।
 प्ररदेक्षिक क्षर्र्रदों पर सैद्धरंक्षतक क्षनणाय लेकर, भररत को भररत-प्रिरंत में सरमररक संतल
ु न को
पुन:स्थरक्षपत करने में ऄक्षनर्रया रूप से योगदरन करनर चरक्षहए।
 कदल्ली घोषणर 2018 में भररत ने दक्षिण चीन सरगर में पिों के अचरण पर घोषणर (DOC) के
पूणा एर्ं प्रभरर्ी करयरान्र्यन कर समथान ककयर और यह दक्षिण चीन सरगर में अचरर संक्षहतर
(COC) पर िीघ्र क्षनष्कषा के क्षलए ईत्सुक है।

2.6.3. अगे की कररा र्रइ करने की अर्श्यकतर (Need For Further Action)

 यह पहचरन करनर महत्र्पूणा है कक भररत के समुरी क्षहत कर िेत्र – जो ऄब भररत-प्रिरंत िेत्र तक


क्षर्स्तरररत है, कइ ऄर्सर प्रदरन करतर है।
 भररत को ऄपने चहद महरसरगर के अधरर से लेकर सर्ात्र व्यरपी समुरी पहँच तक सरगर
(SAGAR: Security and Growth for All in the Region) के दृक्षिकोण कर क्षर्स्तरर करने
की अर्श्यकतर है।
 सरगरीय िेत्र में व्यर्स्थर को बनरए रखने के क्षलए सहयोगरत्मक बहपिीय कररा र्रइ को बढ़रर्र
देनर। आसे िेत्रीय ऄक्षभकतराओं के बीच नौर्हन की सुरिर, समुरी डकै ती क्षर्रोधी संचरलनों, खोज
एर्ं बचरर् एर्ं अपदर ररहत अकद क्षजममेदरररयों पर सहयोग को बढ़रर्र देकर ककयर जर सकतर है।
 संयुक्त ररज्य ऄमेररकर के समथान पर ऄत्यक्षधक क्षनभार रहे क्षबनर भररत को "भररत-प्रिरंत समुरी
भरगीदररी" अरमभ करनी चरक्षहए जो अक्षसयरन ररष्ट्रों के सरथ पररस्पररक रूप से लरभकररी समुरी
सुरिर सहयोग कर प्रयरस करती हो।
 कदल्ली घोषणर 2018 आन ऄक्षधकतर क्षर्चररों को ज्यरदर रे खरंककत करती है। लेककन क्षर्चररों को
कररा र्रइ में पररणत करने की अर्श्यकतर है और ईसके क्षलए भररत को ररष्ट्रीय समुरी रणनीक्षत
तैयरर करने की अर्श्यकतर है।

2.7. भररत और दक्षिण पू र्ा एक्षियर के बीच सरं स्कृ क्षतक सं बं ध

(Cultural Ties Between India And South East Asia)

 3 Cs (commerce, connectivity and culture) - र्रक्षणज्य, कनेक्षक्टक्षर्टी एर्ं संस्कृ क्षत;


भररत की एक्ट इस्ट नीक्षत के कें र चबदु हैं।
 भररत की मृद ु िक्षक्त यर सॉ्ट पॉर्र क्षनम्नक्षलक्षखत के मरध्यम से पररलक्षित होती है:
o बौद्ध धमा, योग,
o नरलंदर क्षर्श्वक्षर्द्यरलय कर पुनरुद्धरर,
o क्षर्श्वक्षर्द्यरलयों(चसगरपुर, मलेक्षियर, आं डोनेक्षियर) में भररतीय ऄध्ययन के प्ररध्यरपक पद।
o भररतीय सरंस्कृ क्षतक कें र (जकरतरा, बरली, बैंकॉक, कु अलरलंपरु , सुर्र, लौटोकर), एर्ं
o स्मररकों कर संयुक्त पुनरुद्धरर (कं बोक्षडयर, क्षर्यतनरम, लरओस)।

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 अक्षसयरन के सरथ लोगों कर लोगों से संपका को बढ़रर्र देने के क्षलए भररत बड़ी संख्यर में करयाक्रमों
कर अयोजन करतर रहर है,
o जैसे कक छरत्रों के अदरन-प्रदरन करयाक्रम के क्षलए प्रक्षत र्षा अक्षसयरन छरत्रों को अमंक्षत्रत
करनर,
o अक्षसयरन ररजनक्षयकों के क्षलए क्षर्िेष प्रक्षििण परठ्यक्रम,
o सरंसदों कर अदरन-प्रदरन, ररष्ट्रीय बरल क्षर्ज्ञरन करंग्रेस में अक्षसयरन छरत्रों की भरगीदररी,
अक्षसयरन-भररत चथक टैंक्स कर नेटर्का ,
o अक्षसयरन-भररत के प्रख्यरत व्यक्षक्तयों की व्यरख्यरन श्रृंखलर, अकद।
o 2017 में स्मरणरत्मक घटनरओं के भरग के रूप में भररत ने युर्र कें करत करयाक्रम अयोक्षजत
ककए जैसे युर्र क्षिखर सममेलन, कलरकरर क्षिक्षर्र एर्ं संगीत बैंड समररोह।

2.8. भररत और चसगरपु र (India And Singapore)

2.8.1. पृ ष्ठ भू क्षम (Background)

 चसगरपुर की स्थरपनर 1819 में एक व्यरपरररक के न्र के रूप में स्थरक्षपत की गइ थी। क्षिरटि भररत
के ऄंतगात यह एक कॉलोनी बन गयर। आसकर िरसन कलकत्तर (1830-1867) से ककयर जरतर थर।
र्षा 1965 में यह स्र्तंत्र ररष्ट् बनर।
 भले ही अकरर की दृक्षष्ट से यह छोटर है, लेककन 700 र्गा ककलोमीटर िेत्र कर चसगरपुर रणनीक्षतक
रूप से ऄक्षर्स्थत है।
 यह बह नस्लीय और बह सरंस्कृ क्षतक पहचरनों कर क्षमलन क्षबन्दु बन गयर है क्षजसमें भररतीय मूल के
लोग भी सक्षममक्षलत हैं।
 सुभरष चंर बोस ने चसगरपुर में क्षनर्रस ककयर थर। जर्रहर लरल नेहरू ने 1937 और 1946 में यहरँ
की यरत्रर की थी।
 संस्थरपक प्रधरनमंत्री ली कु अन यू को चसगरपुर को अर्थथक िक्षक्त संपन्न अधुक्षनक नगर में
रूपरंतररत करने कर श्रेय कदयर जरतर है।
 चसगरपुर ने अक्षसयरन में भररत कर समथाक रहर है। चसगरपुर एक्षियर में भररत के क्षलए क्षनणरायक
भूक्षमकर में क्षर्श्वरस करतर है। चसगरपुर दक्षिण पूर्ा एक्षियर में भररत की ररजनीक्षतक, अर्थथक,
सुरिर संलग्नतर कर हब है। चसगरपुर भररत को क्षस्थरतर प्रदरन करने र्रले देि के रूप देखतर है।
“भररत न तो मुख्यतः पक्षश्चमी है और न ही पूर्ा ईन्मुख है, भररत तो भररत है। ”
 र्षा 2015 को क्षद्वपिीय संबध
ं ों की 50 र्ीं र्षागरंठ के रूप में क्षचक्षह्नत ककयर गयर और क्षद्वपिीय
संबध
ं ों को सरमररक सरझेदररी के रूप में ईन्नत ककयर गयर थर।
 संबंधों को रिर सहयोग समझौते 2003 एर्ं र्षा 2005 के व्यरपक अर्थथक सहयोग समझौते
(CECA) द्वररर नयर अधरर प्रदरन ककयर जरतर है।
 5-S घोषणर पत्र – क्षजसे क्षद्वपिीय संबध
ं ों को बढ़रने के क्षलए सहयोग के परंच िेत्रों के रूप में
संदर्थभत ककयर जरतर है।
 5-S घोषणर पत्र - ऄगस्त 2014 में क्षर्देि मंत्री की चसगरपुर के क्षलए यरत्रर के दौररन आस पर
सहमक्षत व्यक्त की गइ थी। 5-S घोषणर पत्र ऄग्रक्षलक्षखत क्षर्षयों पर संबध
ं ों के क्षलए क्षनदेि प्रदरन
करतर है-
o व्यरपरर एर्ं क्षनर्ेि को बढरऺनर (Scale up Trade & Investment);
o संपका की गक्षत बढरऺनर (Speed up Connectivity);
o स्मरटा िहर और िहरी करयरकल्प (Smart Cities and Urban Rejuvenatio);
o कौिल क्षर्करस (Skill development); एर्ं
o ररज्यों पर क्षर्िेष ध्यरन (State focus)।

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2.8.2. व्यरपरर एर्ं क्षनर्े ि (Trade & Investment)

 व्यरपक अर्थथक सहयोग समझौतर (CECA) समपन्न होने के बरद, र्षा 2016-17 में क्षद्वपिीय
व्यरपरर बढ़कर 16.7 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डरलर हो गयर, जो र्षा 2004-05 में 6.7 क्षबक्षलयन
ऄमेररकी डरलर थर।
 चसगरपुर है भररत कर 10र्रं सबसे बड़र (2016-17) और अक्षसयरन देिों के बीच दूसरर सबसे
बड़र, क्षद्वपिीय व्यरपरर सरझेदरर है। भररत और चसगरपुर के समग्र व्यरपरर में आनकी परस्पर
भरगीदरी क्रमि: 2.5% और 2.6% है।
 चसगरपुर से भररत में कु ल प्रत्यि क्षर्देिी क्षनर्ेि USD 57.6 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डरलर (जून
2017 तक) थे, जो कु ल प्रत्यि क्षर्देिी क्षनर्ेि ऄंतर्राह कर 16.8% थर। चसगरपुर की ओर बक्षहर्राह
होने र्रलर भररतीय प्रत्यि क्षर्देिी क्षनर्ेि 49.45 क्षबक्षलयन ऄमेररकी डरलर (जून 2017 तक) थर,
क्षजसने चसगरपुर को भररतीय क्षनर्ेि के क्षलए िीषा गंतव्यों में से एक बनरयर।
 चसगरपुर में 6000 के लगभग भररतीय कं पक्षनयरं पंजीकृ त हैं।

2.8.3. स्मरटा िहर (Smart Cities)

 चसगरपुर ने स्मरटा िहर पहल पर भररत के सरथ करया करने में रुक्षच व्यक्त की है। अंध्र प्रदेि के नए
ररजधरनी िहर ऄमररर्ती कर क्षर्करस करने के क्षलए चसगरपुर सहयोग प्रदरन कर रहर है। चसगरपुर
ररजस्थरन सरकरर के सरथ ईदयपुर और जोधपुर में टरईनक्षिप के क्षलए कॉन्सेप्ट योजनरएं तैयरर
करने एर्ं और क्षहमरचल प्रदेि सरकरर के सरथ ग्रेटर क्षिमलर के एकीकृ त टरईनक्षिप कर क्षर्करस
करने के क्षलए भी करया कर रहर है।

2.8.4. रिर सहयोग (Defence Cooperation)

 ऄक्टू बर 2003 में रिर सहयोग समझौते (DCA) पर हस्तरिर ककए गए, और नर्ंबर 2015 में
हस्तरिररत ईन्नत रिर सहयोग समझौतर (DCA) क्षद्वपिीय रिर के क्षलए व्यरपक ढरंचर प्रदरन
करतर है, आसमें नीक्षत संर्रदों कर संचरलन, करया दल एर्ं कमाचररी-र्गा चचराए,ं ऄभ्यरस, प्रक्षििण
करयाकलरप, प्रदिाक्षनयरँ और सममेलन सक्षममक्षलत हैं।
 ईन्नत रिर सहयोग समझौते (DCA) को कक्रयरक्षन्र्त करने के क्षलये पहले रिर मंत्री स्तरीय संर्रद
कर अयोजन 3 जून 2016 को ककयर गयर थर।
 दो देिों की सिस्त्र सेनरओं के बीच पररस्पररक दौरे और ऄभ्यरस क्षनयक्षमत रूप से अयोक्षजत ककए
जरते हैं।
 चसगरपुर सिस्त्र बलों कर भररत के सरथ क्षर्क्षिष्ट संबंध है।
 नौ-सेनरओं को पररस्पररक लॉक्षजक्षस्टक समथान प्ररप्त है। भररतीय नौसेनर ऄपने नौसैक्षनक जहरजों
को चरंगी नौ-सैन्य संचरलन कें र पर स्थरयी रूप से अधरर प्रदरन कर सकती है। आस समझौते को
2017 में मजबूत ककयर गयर थर।
 चसगरपुर भररत समुरी क्षद्वपिीय ऄभ्यरस (SIMBEX) नौसेनर ऄभ्यरस कर अयोजन 2017 में
दक्षिण चीन सरगर में ककयर गयर थर।
 नर्ंबर 2017 में दोनों देिों ने समुरी सुरिर िेत्र में सहयोग को गहररइ प्रदरन करने के क्षलए एक
समझौते पर हस्तरिर ककए और चीन की पृष्ठभूक्षम के क्षर्रुद्ध महत्र्पूणा समुरी लेनों में नेक्षर्गेिन
की स्र्तंत्रतर सुक्षनक्षश्चत करने कर अह्र्रन ककयर।
 यह समझौतर समुरी सुरिर िेत्र में बढ़ी हइ संलग्नतर के मरध्यम से नौसेनर सहयोग िेत्र, संयक्त

ऄभ्यरसों, एक-दूसरे की नौसैक्षनक सुक्षर्धरओं और लॉक्षजक्षस्टक्स समथान से ऄस्थरइ पररक्षनयोजन की
व्यर्स्थर करतर है, आस प्रकरर भररत-प्रिरंत िेत्र में सैन्य गक्षतिीलतर में र्ृक्षद्ध करतर है।

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2.9. भररत और क्षर्यतनरम (India and Vietnam)

 क्षर्यतनरम ने 1945 में स्र्तंत्रतर की घोषणर की। ईसके बरद फ्ररंसीसी िरसन कर प्रक्षतरोध जररी
रहर जो 1954 में फ्ररंसीक्षसयों की पररजय के सरथ समरप्त हअ।
 जर्रहर लरल नेहरू 1954 में क्षर्यतनरम की यरत्रर करने र्रले पहले क्षर्देिी नेतर बने।
 दोइ-मोइ सुधरर (Doi-Moi reforms): क्षर्यतनरम में 1986 में सुधरर अरमभ हए क्षजनकर लष्य य
"समरजर्रद ईन्मुख बरजरर ऄथाव्यर्स्थर" कर क्षनमराण करनर थर।
 चीन के प्रक्षत क्षर्यतनरम की बहत गहरी और ऐक्षतहरक्षसक ित्रुतर 1979 के युद्ध से और ऄक्षधक
गहरर गइ।
 भररत और क्षर्यतनरम के बीच 2007 में रणनीक्षतक सरझेदररी समझौते पर हस्तरिर ककए गए थे।
 यह दक्षिण पूर्ा एक्षियर में भररत की भूक्षमकर के क्षलए धुरी प्रदरन करतर है। प्रौद्योक्षगकी कर क्षनयरात।
िह्मोस क्षमसरआल के क्षनयरात की संभरर्नर।
 दोनों देिों ने 2016 में नरगररक परमरणु सहयोग समझौते पर हस्तरिर ककए थे, क्षजसके ऄनुसरर
परमरणु उजरा सरझेदररी के क्षलए र्ैक्षश्वक कें र (GCNEP) एर्ं क्षर्यतनरम परमरणु उजरा संस्थरन
(VINATOM) के बीच सहयोग हेतु एक समझौतर ज्ञरपन पर 2018 में हस्तरिर ककए गए थे।
 पेट्ोक्षलयम ऄन्र्ेषण: 2006 में, ओएनजीसी क्षर्देि क्षलक्षमटेड (OVL) ने पेट्ोक्षर्यतनरम के सरथ
फु खरन बेक्षसन, क्षर्यतनरम में खण्ड 127 और 128 कर संयुक्त रूप से ऄन्र्ेषण करने के क्षलए एक
संक्षर्दर जीती। तत्श्चरत् आसने पेट्ोक्षर्यतनरम के सरथ क्षसतंबर 2011 में आन खण्डों में संयुक्त रूप से
ऄन्र्ेषण करने के क्षलए तीन र्षा के सौदे पर हस्तरिर ककए। ओएनजीसी क्षर्देि क्षलक्षमटे ड (OVL)
ने बरद में कुँ ए सूखे परए जरने पर खण्ड 127 को बंद कर कदयर गयर ।
 भररत ने क्षर्यतनरम के सरथ ऄक्टू बर 2011 में दक्षिण चीन सरगर में क्षर्स्तरर और तेल ऄन्र्ेषण
कर क्षर्स्तरर करने और बढ़रर्र देने के एक समझौते पर हस्तरिर ककए और भररतीय ईपक्षस्थक्षत की
र्ैधतर को लेकर चीन की चुनौती के बरद भी ऄपने क्षनणाय पर दृढ़ रहर।
 प्रधरनमंत्री नरे न्र मोदी ने जी-20 क्षिखर सममेलन के क्षलए चीन जरते समय क्षसतंबर 2016 में
क्षर्यतनरम कर दौरर ककयर।
 प्रधरनमंत्री मोदी ने रिर सहयोग को और प्रगक्षत प्रदरन करने के क्षलए क्षर्यतनरम हेतु 500
क्षमक्षलयन डरलर की नइ लरआन ऑफ़ क्रेक्षडट की घोषणर की।
 भररत पहले से ही क्षर्यतनरम को 100 क्षमक्षलयन डॉलर की छू ट प्ररप्त लरआन ऑफ़ क्रेक्षडट प्रदरन की
हइ है, क्षजसमें से कु छ कर ईपयोग ऄपतटीय गश्ती र्रहनों (OPVs) की खरीद करने के क्षलए ककयर
जर रहर है,
 जमीन से हर्र में मरर करने र्रली अकरि क्षमसरआल प्रणरक्षलयों (SR-SAMS) एर्ं ध्रुर्- ईन्नत
हल्के हैलीकॉप्टरों के क्षलए र्रतरा जररी हैं।
 हनोइ की ओर भररत की यह पहँच ऐसे समय हइ है जब संयुक्त ररज्य ऄमेररकर ने क्षर्यतनरम को
घरतक सैन्य ईपकरणों की क्षबक्री पर लगरए गए, लंबे समय से चले अ रहे ऄपने प्रक्षतबंध को हटर
क्षलयर है।

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