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Sanskrit Vyakaran Vilom Shabd PDF

Sanskrit Vyakaran Vilom Shabd PDF ( सस्ं कृत


व्याकरण विलोम शब्द ) : दोस्तो आज इस पोस्ट मे संस्कृत व्याकरण
(Sanskrit Grammar) के  विलोम शब्द टॉपिक का विस्तारपर्वू क
अध्ययन करें गे । यह पोस्ट सभी शिक्षक भर्ती परीक्षा व्याख्याता (School
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REET 2021, RPSC, RBSE REET, School Lecturer,
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Sanskrit Vyakaran Vilom Shabd PDF ( सस्ं कृत
व्याकरण विलोम शब्द )
Sanskrit Vyakaran Vilom Shabd PDF ( सस्ं कृ त व्याकरण
विलोम शब्द )

अंकुश निरंकुश अकाल सक


ु ाल
अक्रुर क्रुर अकलषु कलषु

अग्रज अनजु अग्रिम अन्तिम

अचल चल अजल निर्जल

अनंत अंत अति अल्प

अथ इति अतक
ु ान्त तक
ु ान्त

अतिवृष्टि अनावृष्टि अनाहूत आहुत

अनक
ु ूल प्रतिकूल अनरु क्ति विरक्ति

अनित्य नित्य अभिज्ञ अनभिज्ञ

अर्पण ग्रहण अपेक्षा उपेक्षा

अर्वाचीन प्राचीन अपकार उपकार

अवलम्ब निरालम्ब अधम उत्तम

अवनत उन्नत अन्तरंग बहिरंग

अनाथ सनाथ अदेय देय

अन्तरंग बहिरंग अंतर बाह्य

अंशतः पर्णू तः अल्पकालीन दीर्घकालीन

अल्पज्ञ बहुज्ञ अपेक्षित अनपेक्षित

अधनु ातन परु ातन अधर्म सध्दर्म

अदोष सदोष अल्पायु दीर्घायु

अभ्यस्त अनभ्यस्त अनरु क्त विरक्त

असली नकली अरूचि सरू


ु चि

अज्ञ विज्ञ अपकार उपकार

अनागत आगत अनिष्ट इष्ट

अस्त उदय अस्ताचल उदयाचल


अनातरु आतरु अनैतिहासिक ऐतिहासिक

अपचार उपचार अवरोह आरोह

अमृत विष आगामी गत

आग्रह दरु ाग्रह अनजु अग्रज

आकर्षण विकर्षण अधिक न्यनू

आलस्य स्फूर्ति अर्थ अनर्थ

आदर्श यथार्थ आय व्यय

आहार निराहार आतरु शातं

आरोह अवरोह आचार अनाचार

आदत्त प्रदत्त आह्वान विसर्जन

आवृत अनावृत आद्र शष्ु क

आच्छादित अनाछ्दित आधनि


ु क प्राचीन

आशिर्वाद अभिशाप आध्यात्मिक भौतिक

आस्था अनास्था ओखली मसल


ओछा गंभीर ओज ओजहीन

ओजस्विता ओजहीनता ओजस्वी ओजहीन

ओट प्रकट ओढना बिछाना

ओतप्रोत विलग औगत सगु त

औद्योगिक अनौद्योगिक औपचारिकता अनौपचारिकता

औघर सघु र औधं ा सीधा

औधं ाना सीधा करना औचक अक्सर

औचित्य अनचि
ु त्य औचक नियमित

औरत मर्द औलाद वालिद


औवल आखिर औहाती विधवा

अज्ञ विज्ञ अतरंग बाहिरी

अघम उत्तम अदं रूनी बाहरी

अक्षम सक्षम अनभिज्ञ अभिज्ञ

आंकुचन प्रसारण आरूढ़ अनारूढ

अबला सबला आमिष निरामिष

औदत्् य अनौदत्य अवनति उन्नति

अर्जन वर्जन अगं ीकार अस्वीकार

अघ अनघ अन्तर्द्वन्द्व बहिर्द्वन्द्व

इच्छा अनिच्छा इहलोक परलोक

ईश्वर अनीश्वर ईर्ष्या प्रेम

इष्ट अनिष्ट इधर उधर

इकट्ठा अलग इति अथ

इसं ाफ गैर इसं ाफ इकहरा दहु रा

ईद महु र्रम ईमानदार बेईमान

इसका उसका यीश अनीश

ईषत अलम इच्छित अनिच्छित

उत्कर्ष अपकर्ष उत्थान पतन

उद्यमी आलसी उर्वर ऊसर

उधार नगद उत्कृ ष्ट निकृ ष्ट

उत्तम अधम उपस्थित अनपु स्थित

उचित्त अनचि
ु त उषा संध्या

उग्र सौम्य उदार अनदु ार


उपकार अपकार उन्नति अवनति

उपयक्त
ु अनपु यक्त
ु उपाय निरुपाय

उत्तरायण दक्षिणायन उपचार अपचार

उन्नयन अवनयन उपयोगी अनपु योगी

उष्ण शीत , शीतल उदास प्रसन्न , प्रफुल्ल

उदित अस्त उच्च निम्न

उपजीव्य उपजीवी उतीर्ण अनत्तु ीर्ण

उपकारक अपकारक उतार चढ़ाव

उदीची प्रतीची उपजाऊ बजं र

उपार्जित स्वयं प्राप्त उत्पतन निपतन ,


अवतरण

उदात्त अनदु ात्त उन्मल


ू न मल
ु न

उपयोग दरूु पयोग उपसर्ग प्रत्यय

उतर दक्षिण उन्मीलन निमीलन

उपमेय अनपु मेय उपमा अनपु मा

उग्र सौम्य उदार कृ पन

उदयाचल उस्ताचल उपभक्त


ु अनपु भक्त

उत्तरार्ध पर्वा
ू र्द्ध उन्मल
ू न रोपण

एकता अनेकता एडी चोटी

एकल बहुल ऐतिहासिक अनैतिहासिक

एकाग्र चंचंल ऐश्वर्य अनैश्वर्य

एकत्र विकर्ण एक अनेक

ऐहिक पारलौकिक एकांगी सर्वांगीण

ऐसा वैसा ऐक्य अनैक्य


एकमख
ु ी बहुमख
ु ी एकतत्रं बहुतत्रं

ऋजु वक्र ऋजु वक्र

ऋत अनृत ऋत अनृत

ऋणात्मक धनात्मक

कृ तज्ञ कृ तघ्न खेद प्रसन्नता

क्रय विक्रय कनिष्ठ ज्येष्ठ

कृ ष स्थल
ू कृ ष्ण शक्ु ल

कंकाल शरीर कंगला खश


ु हाल

कंजसू दानी कंटक पष्ु प

कंठस्थ विस्मरण कंपन स्थिर

कई एक कगार मझं धार

कटरा कटरी कटुता मधरु ता

कटुक्ति सक्ति
ू कट्टर उदार

कठिन सरल कठोर कोमल

कडवा मीठा कथन चप्ु पी

कथ्य अकथ्य कद्रदान नाकद्र

कनिष्ठ वरिष्ठ कपट निष्कपट

कपाल पद कड़ा मल
ु ायम

कडाह कडाही कम ज्यादा

कमखर्च खर्चीला कमीना भला

करतल पदतल करार बेकरार

कपतू सपतू कबल


ू ना नकारना

कर्जदार महाजन कर्ण कटु कर्ण प्रिय


कर्मशाला विश्रामशाला कर्मशील कर्महीन

कलकल शातं करीना बेढंग

करुण निष्ठु र कीर्ति अपकीर्ति

कृ त्रिम प्राकृ त कर्मण्य अकर्मण्य

कर्क श कोमल , मधरु कुरूप सरू


ु प, संदु र
, सश
ु ील

कोप कृ पा क्रिया प्रतिक्रिया

क़ाननू ी गैरकाननू ी किनारा बीच

कमी बेशी काम आराम

काला गोरा कमजोर ताकतवर,


बलवान

काबिल नाकाबिल क्रेता विक्रेता

कायर निडर क्रोध क्षमा

खरीद बिक्री खल सज्जन

खद्य अखाद्य खिलना मरु झाना

खीजना रीझना खडं न मडं न

खरा खोटा खश
ु ी गम

खश
ु ु ,
नाखश खल
ु ा बंद
गमगीन, दख
ु ी

खोलना बाधं ना खश
ु बू बदबू

खश
ु किस्मत बदकिस्मत खश
ु नसीब बदनसीब

खगोल भगू ोल कठिनाई सरलता

कभी-कभी अक्सर कें द्रित विके न्द्रित

करीबी दरू के खरीदना बेचना


घटना बढना गर्म ठंडा

घृणा प्रेम गमन आगमन

गभं ीर वाचाल गीला सख


ु ा

गहरा छिछला गरल सधु ा

गणतंत्र राजतंत्र गणु दोष

गद्य पद्य गर्मी सर्दी

गत आगत घात प्रतिघात

घन तरल गाँव शहर

गणु अवगणु गंदा साफ

गलत सही गप्तु प्रकट

गरुु लघु गौरव लाघव

गोचर अगोचर ग्राम्य नागर

गहरा उथल गरीब अमीर

घर बाहर घाटा फायदा

गेय अगेय गृही शिष्ट

गृहीत त्यक्त गगन पृथ्वी

गृहस्थ सन्यासी ग्राह्म त्याज्य

घरे लू बाहरी गाढ़ा पतला, तनु

गढ़ू प्रकट गडबड सही

गौण प्रमख
ु प्रधान ग्रहण त्याग

ग्रास मोक्ष गाड़ना उखाड़ना

गोरक्षक गोभक्षक घटाव जोड़

घटिया बढ़िया गजब सामान्य


गठित अगठित गदर शाति

घंटा घण्टी घंटा पल

घनेरा नगण्य घमासान सामान्य

घाटी पर्वत घायल दरुु स्त

घमंड विनय घोषित अघोषित

छूत अछूत छली निश्चल

चढ़ाव उतार चर अचर

चल अचल चाह अनचाह

चिन्मय जड़, अचिन्मय चिर नवीन, अचिर

चिरन्तर नश्वर चेतन अचेतन

चोर साधु चोर पलि


ु स

चचं ल स्थिर चतरु मर्ख


चाहा अनचाहा चालाक बेवकूफ

चस्ु त ढीला चय अपचय

चिकना रुखड़ा चाँदनी अँधेरा

चमकदार चमकहीन चालू सस्ु त, बंद

चिंतित निश्चिंत चपल गंभीर

जागरूक उदासीन जन्म मृत्यु

जीवन मरण जंगम स्थावर

जटिल सरल जड़ चेतन

ज्येष्ठ कनिष्ठ जल स्थल

जातीय विजातीय ज्वार भाटा

जाग्रत सषु प्तु जीत हार


जाति कुजाति झठू सच

झोंपड़ी महल जंगली पालतू

जय पराजय ज्योति तम

जल्लाद देवता जीना मरना

जमीन आसमान जनता सरकार

जरा जवानी जीवात्मा परमात्मा

झठू ा सच्चा झगड़ा मेल, मिलाप

ठंडा गर्म ठंडा गर्म

ठोस तरल ठोस तरल

डरपोक निडर , साहसी डरपोक निडर , साहसी

तम ज्योति तिमिर प्रकाश

तीव्र मंद तक
ु ांत अतक
ु ांत

तच्ु छ महान ताप शीत

तामसिक सात्विक तरल ठोस

तरुण वृद्ध तारीफ शिकायत

तिक्त मधरु तीक्ष्ण कंु ठित

तटस्थ पक्षपाती तृषा तृप्ति

तपन ठंडक दिन रात

दाता याचक दर्ल


ु भ सल
ु भ

दत्ु कार स्वागत दयालु निर्दयी

धीर अधीर देव दानव

देवता राक्षस देय अदेय

दष्टु सज्जन देवत्व दानवत्व


दिवा रात्रि दीर्घकाय लघक ु ाय ,
कृ शकाय ,
क्षीणकाय

देर सवेर , जल्दी दरु ाचारी सदाचारी

दडं परु स्कार दषि


ू त स्वच्छ

दर्बु ल सबल दक्षिण उत्तर, वाम

द्रुत विलबि
ं त देश परदेश, विदेश

दृढ विचलित दृश्य अदृश्य

दोष गणु दश्ु यकाव्य श्रव्यकाव्य

दीर्घ ह्स्व दास स्वामी

दानी कंजसू दर्जु न सज्जन

दर्दां
ु त शातं धरा गगन

न्याय अन्याय प्यार घर्णा

नतू न परु ातन निंदा स्तति


नख शिख नैसर्गिक कृ त्रिम

नश्वर साश्वत निकट दरू

निर्मल मलिन निरर्थक सार्थक

पाप पण्ु य पर्णू अपर्णू

प्रत्यक्ष परोक्ष प्रमख


ु सामान्य

पर्वू वर्ती परवर्ती प्रवृति निवृति

पठित अपठित परतंत्र स्वतंत्र

पक्ष विपक्ष परमार्थ स्वार्थ

प्रधान गौण पष्टु अपष्टु

प्रतिकूल अनक
ु ूल पर्वू पश्चिम
पतला मोटा निर्दय सदय

निषिद्ध विहित निष्काम सकाम

प्राचीन नवीन प्राची प्रतीची

प्रभु भृत्य पर्वू वर्ती परवर्ती

पाश्चत्य पौवार्त्य निजी सार्वजनिक

नकद उधार नियमित अनियमित

निश्चित अनिश्चित निरक्षर साक्षर

नतू न परु ातन प्रलय सृष्टि

पदोन्नति पदावनति प्रारम्भ अंत

परकीया स्वकीया नागरिक ग्रामीण

प्रभु दास निर्लज सलज्ज

नगर ग्राम निदय सदय

निश्छल छली निषेध विधि

प्रात: सायं प्रमख


ु सामान्य

प्रारंभिक अंतिम परार्थ स्वार्थ

परुु ष स्त्री प्रयोग अप्रयोग

प्रजा राजा पात्र कुपात्र

प्रज्ञ मढ़ू पराया अपना

प्रशसं ा निदं ा नमाज कलमा

नेम कुनेमनास्तिक आस्तिक

नीरस सरस पृथू तनु

प्राण निष्प्राण पेट पीठ

पोषण शोषण फायदा नक


ु सान
फल निष्फल बधं न मक्ति

बैर प्रीति बालक वृद्ध

बहार पतझड़, खिजान बसाना उजाड़ना

बनाना बिगाड़ना बीमार निरोग, स्वस्थ

बहिस्कार स्वीकार ,
अगं ीकार

मक
ू वाचाल मौखिक लिखित

मितव्यय अपव्यय मोक्ष बंध

भद्र अभद्र भाव अभाव

मानव दानव मिलन विछोह

भतू भविष्य मनष्ु यता पशतु ा

मिथ्या सत्य राजा रानी, रंक

रात दिन यश अपयश

रुग्ण स्वस्थ रक्षक भक्षक

रहित सहित रात्रि दिवस

योगी भोगी रचना विनाश

रत विरत राजतत्रं प्रजातत्रं

रिक्त पर्णू रंगीन रंगहीन

वृष्टि अनावृष्टि वरदान अभिशाप

विधि निषेध विधवा सधवा

लोभ सतं ोष विपन्न संपन्न

विशद्ध
ु दषि
ू त विरोध समर्थन

लौह स्वर्ण वन मरु


विरह मिलन विशालकाय लघक
ु ाय

विश्वास संदहे विवाद निर्णय

विशिष्ट साधारण विस्तार सक्ष


ं ेप

लघु गरुु लौकिक अलौकिक

लिप्त अलिप्त लप्तु व्यक्त

वसतं पतझड़ विश्वास अविश्वास

विषम सम वीर कायर

विवेक अविवेक विशलेषण सश्ल


ं े षण

विजय पराजय व्यवहारिक अव्यवहारिक

लहू पसीना लहलहाना मरु झाना

लवलीन अमग्न लवण शर्क रा

ललित कुरूप ललाई सफे दी

ललचाना त्यागना ललकारना पक


ु ारना

ललकार पक
ु ार ललकना विलगना

लघतु ा बडप्पन लग्न कुलग्न

लब्धप्रतिष्ठित छिन्नप्रतिष्ठ लब्ध अनपु लब्ध

लबालब खाली लहँगा साड़ी

लफंगा भला, शरीफ लतिका पौधा

लताड़ना थापराना लतखोर भला

लड़ाना मिलाना लड़ाका सद्भावी

लड़ाई सल
ु ह लड़ना मिलना

लक्ष्य अलक्ष्य लक्षितार्थ अभिधार्थ

लक्षित अलक्षित लक्षणा अभिधा


सहयोग असहयोग स्त्री परुु ष

सोत्साह निरुत्साह पराधीन स्वाधीन

सजीव निर्जीव सगु धं दर्गंु ध

संक्षेप विस्तार सरस नीरस

सौभाग्य दर्भा
ु ग्य सगणु निर्गुण

शष्ु क आद्र शयन जागरण

शीत उष्ण सक्रिय निष्क्रिय

सफल असफल सज्जन दर्जु न

शभु अशभु शासक शासित

शचि
ु अशचि
ु शोषण पोषण

समास व्यास सम्पद विपद

स्थावर जगं म स्वकीया परकीया

सगं त असगं त श्वेत श्याम

सदाशय दरु ाशय सपतू कपतू

समाज व्यक्ति ससीम असीम

सक
ं ीर्ण उदार श्रीगणेश इतिश्री

श्रद्धा अश्रद्धा सभ्यता बर्बरता

सगं त असगं त सगं असगं

सल
ु झाव उलझाव स्थल
ू सक्ष्ू म

सहस कठिन

हार जीत हानि लाभ

हर्ष शोक क्षणिक शाश्वत

हास्य रुदन क्षम अक्षम


क्षर अक्षर क्षद्रु महान

क्षम्य अक्षम्य क्षमा दडं

क्षणिक शास्वत क्षर अक्षर

ह्स्व दीर्घ हित अहित

हिसं ा अहिसं ा

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