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Ignou Indira Gandhi National Open

Univer UNIVERSITY START TOT


HET
Enrollment No.:
2004324866
Name: VINITA

Program: BAG

Regional
Centre:07:DELHI 1
Study
Centre:
710
Admission Year: Jul-
2020

Valid Upto: Jun-


2026

Enrollment No.:
2004324866 Program:
BAG
Date of Birth:
27/04/1999
Mobile No.:
9315384041
Email-ID:

VINITAKUMARI7503@GMAI
L.COM Father's Name: JAG
JIVAN
Address:
H NO 731 GALI NO 13
JAITPUR EXTN BADARPUR
NEW DELHI-110044 DELHI
(For Use of
IGNON
Annexure-
1

इग्नू GG-UGHT वलश्लवलद्मारम


anou THE
PEOPLE'S |
UNIVERSITY

INDIRA GANDHI NATIONAL OPEN


UNIVERSITY
REGIONAL CENTRE DELHI-1
Assignment Submission for Term End Exam (Please read the instructions given below carefully
before submitting assignments)
1. Name of the
Student

Vinita

2. Enrollment Number

3. Programme Code

4. Course Code

5. Study Centre
Code

B.H.D.A.E.- 182 (10) DESH


BANDHO COLLEGE (Kalkaji
Main Rd. Block New Delhi -
11009) :931538404)
Venitakumari
7503@gmail.com
6. Name of the Study
Centre
With complete
address

7. Mobile Number

8. E-mail ID
9. Above information is cross checked and it is
correct: Yes/No

(Signature of the
stude
Date of
Submission:
A. General Instructions: 1. Please do not send any assignment at any email of the Regional Centre Delhi-
1, it will not be considered and no correspond will be made/ replied. 2. We discourage plastic covers.
Use plain A4 size pages for assignments for uniformity and better management with this page on each
assignment. 3. Please write your name and enrollment no at the bottom of each page of your
assignment. 4. Please retain a photocopy set of assignment submitted with you for
record and also keep the assignment submission red safe custody:
B. Assignment should have following components in the same
sequence:

1. Copy of IGNOU Identity Card. 2. Second page


should be as Annexure-I. 3. Printout of
valid/applicable assignment question paper.
14. Hand written Assignments.

वत्रीम कामय (वॊऩूणय


ऩाठ्मक्रभ ऩय
आधारयत)
कायय कोड : बी.एच.सी.ऩाई-185/2070-21

नोट : वबी प्रश्नों के


उत्तय दीजजए।
खॊड - क
ननम्नलरखखत प्रश्नों के उत्तय
रगबग 800 ळब्दों भें दीजजए :
2082-40

1.
हशन्दी बाऴा के वलकाव का
लणयन कीजजमे।

नलयों के लगीकयण के आधायों ऩय प्रकाळ सालरए।


व्मॊजन वे क्मा अलबप्राम 7 उच्चायण स्थान के आधाय
ऩय व्मॊजन को बेदों का वललेचन ।

अथला वाम्प्रेऴण कौळारा के


प्रभख
ु प्रकायों का लणयन कीजजमे।

10x440
ननम्नलरखखत प्रश्नों के उजय रगबग
400 ळब्दों भें दीजजए।
यचना के आधाय ऩय लाक्म के प्रभख
ु बेदों ऩय वलचाय कीजजमे । 4. लरॊग
वलधान औय लरॊग ऩरयलतयन का वललेचन कीजजमे। 5. स्लय
लणों की वलळेऴताओॊ ऩय प्रकाळ डालरए।
वलयनाभ औय उवके प्रभख

प्रकायों को ये खाॊककत
कीजजमे।

खॊड -ग

5:420
ननम्नलरखखत प्रश्नों के उत्तय
रगबग 200 ळब्दों भें दीजजए:
7. भूर स्लय क्मा शै ? 8. प्रकामय को आधाय
ऩय बाऴा के प्रभुख रूऩों का ऩरयचम
दीजजमे ।।
आगगक वम्प्रेऴण का अथय स्ऩष्ट कीजजमे।। ' अजन्चनत क्मा
शै ? स्ऩष्ट कीजजमे।।

were Visita Enxament No


Page No
2.004324866

Date
Topic
ABH.DAE-132

भाश
प्रश्न की बाऴा के वलकाव का लणयन काभ उत्तय प्रस्कृत बाऴा वऩार
प्राकृत तथा अऩनाळ' बाऴाभों का
वलकावा एना औय ळताब्दी के अॊत तक अऩॊचळ
बाऴानी एऩभाय डाईजवके ऩश्चात ळताब्दों के आयॊ ळ वे हशन्दी
काााऴा के वलकाव की कशानी ळक ई प्रायॊ ब भें शदी का
कऩ उऩमळ वे वकाऱत हुआ। मा भारए उवकी
ळादीलरी प्राकृत ,अऩञ्चळ चाऴाउना शवतत वभाला
भायरभ लावना पेयक्षषण बायत भे ऩशुॊचने ऩय शी
रारणनो शाऩककात शुआ। हशदा नाऴा के वलकावका
रााानो रूयाण
के आव-
ऩूार जायबईयानरे तीन चयणो
भे ऩाटा जाता शै । शा, काभाई काभ ईवेरा ॐ दो
का आप्मलभक कारे (1300 डवे आजका
काहशल्का आहदकार आशे रार के ऩाॉच वौ लऴे
काचीन हशॊदी के अनेक कऩो भें वे एक
कऩ भें वे एक कमू नागर शै , जजवका वफॊध याजस्थानी
वाहशत्म वे शे ऩा बाऴा का एक दव
ू या रूऩ वलकारत
आशाऩगॊराऩगॊर भध्म प्रदे ळ री वाहशत्मक ज ञाऴा रा
नाभ ऩा) हशन्दी का भध्मकारकालधानों के अनव
ु ाय हशन्दी
लगय
भझ्मरार वाडेतक रगबग 300 लऴों का
यशा शै । इव वभम भे शे का Naveen
का भामकर se sny l3on
भयाजर . वे ICS, रा
ISOD

Teacher's
Signature....

Vinita , Erollment
No.
200429.42
66
_
Nome Topic
Page No.
Date

एय ऩझऩ जस्थय शोने शाताऩातान्मो कारीन


प्रभुख
ऩाटीमा ळाऩ, अऩचाय तथा खडा फोटाश्भ वभम
तक
अऩना ऩयू ा आस्लत्ल फना चक
ु ा ऩाॉ। जजरा भाणवारा कारकानप
का शक हशन्दी
ऩूयी तयश वे हशरावत शो चरो मा
वध्मा भें हशस्वाष्रव्म भेजू बाऴा के
स्थान ऩय खडोरी प्रमोग धेने एऩगा था मो वऩा ककळक
भें अत्र भें हशन्दी काव्म वाहशत्म को मा तो
अणबाऴा शी शै , जीताम ऩाहशत्म भें खडी फोरा रामोग ने एभगता शै ।
My ळत
ू ाब्दी भै शदो खाद का वभाग एर बाऴा
ऩए शोने रगााावनू 1333 भें इब्नफतूता ने अऩने
यशराएनऴतता भें ककताफत नरप्ऩदयात लेर हशन्पी
अथायत पष्ठ दीलायों ऩय हशन्दी भे भखा प्मा,
उल्रेख ककमा शै । ककफाय जामवो , तल्वा आहदजे अपने ब्माहशत्म
भें वप्रमस्तु ळाऴा रो नाऴा की भॊळा शै जवारे लश

भबक्त बायत भें हशन्दी ळब्द का प्रमोग वलयप्रथभ


अभोय खुवयोगे मा व्मालश शो उल्रेफनामा शै कक हशन्दी
को अऩेषा हशन्दला शमाधन प्राचीन शायशमो हशन्दमा ळशय
का प्रमावभायणवयोत
ने बी ईस्थरों ऩय ककमा मश हशन्दमों ळशय लस्तुए हशन्का था नटे ये शी
तूऩवी के पाववा ऩॊचनाभे प्मूटभव भी गोया फादररी ल्मा तमा
इॊळा अल्भ ला
को ळनी केतरी बी पशानी भें बी हशॊदली ळशद लवभानाथी
गाए। पर काया इस्राभ के प्मोग
वे मश अनभान रगा स्मूकते शै कक हशॊदली मा हशन्दीगढ़
राचत व्माहशत्म तर वाभत शा
Navaan
Teacher's
Signature..........

Name Vinita Enabliment No 1.-


2004924866 Topic
Date
Page No
BHA-E- 182

ळताब्दी तक जाते-आते हशन्दी नाग ने अऩना क उऩरेखकों भें


प्राम: हशन्दों का प्रमौछाई था ये खता के फ्मभानाथी के रूऩ
भें शोता था

उदाशकी बाऴा का शै जजवका अथय शै


ळाशोयाळालय थाखेभा जल भगर फादळाश लाटत भाए तो
उन्शोंने मशा फडे फोपोभा ऩडा डार याजेन्र उऩ-ए-भुल्रा
जा जाता था। स्थानीम रोगो वे ऩयस्ऩय वॊप्रेऴण पयते-
कयते एक नई ञाऴा का वलकावत
आडव नई बाऴा पो जकान नए भुअरग शा गमा टाप
हशन्व मा ये खता बी कशते शै
कवका वाॊशीत कऩूई शो ऩामा गपु रोग वे
हशन्दस्
ु तानी हशन्दस्
ु तानी ळशय शपूस्तान नईके मोग
क लाना गमयवन धरयत ऩो आहदवऩकान भानते शै
जजवका प्राचायन प्रमोग शला मा शे ला जाभ वेभरता शै ।
ळताब्दी भें ऑपा औय जभाय खवया नाभ भामा वत्ू काय
कश त्ऩकते शै कक हशन्दी औय उदय ू के स्रोता
उऩक्रभळकवयॊ स्कृत औय अयथ शै लामा वॊस्कृत जजआय
अयमो -पायवा के काशपा रो वलघ्मालान दो
तोर रेना बाऴाउना भे कोई अॊतय नशीॊ शोगा। ऩलना
वम्प्रेऴण रौळर के प्रभुख प्रकायों का ऩणयन नालभएय उत्तय
वॊप्रेऴठा रोळर चाय वाय के शोते शै
आळेव्मजक्त लाचन औय रेखनाभलणाखुनना औय
वलनाऩजाभानामरम रोळर भाने गए शै , जलाप
आभव्माक्ताभोलऱ मा फोरना तथा रैणनारणूनाए
वारमोळर भाने गए वारम रौळर वलचायों
रो व्मक्त कयने भे उनामक वशभ शैं।
Naveen
Teacher's
Signature...

Prige No.
Date
Name Vinita , Enzollment. No 2004324861 Topic.
. 3. A. )... - L82 लबलण
पौळर ऩाचन वुनने औय उवका अमूॊ एलॊ
आऩ वभझने की कक्रमा रो वुनने रा कौळर
का जाता शै वाऱोळर न कनातन्तक ऩष छान
वलसान के अन्तगयत हदमा गमा वाभान्मत् पानो
द्लाया जो ध्मानमाॉ ग्रशण री जाती शै औय भजस्तएक
शाया उनकी अनुबूनत त्मा प्रत्मषीकयणको प्रालणूरते
इव प्रकाय जफ कोई व्मजक्त शभाये वभाने
अऩने बाल एलॊ वलचाय
वलबव्मजक्त कौळर ऩनाभ लक्ता एक बाली औय
वलचायों
ाो ऩव
ु या के वभष ऩयतत कवेशत ऩाने वकेटू मक्
ु त बाऴारा प्रमोग
भारययक आचेव्माक्तकशराता वऩयन्त ऩर बाऴा झोता को मभम
ना आमब्वारए बफशाव्मात स्ऩष्ट, वशजळशद स्लाबाजम्का उवके
। भानावन स्तय के अन्कऩ एक चाय प्रभफश शोनी
चाशए। लवय खारवा , ऩाऩ-वललाद, वभाचाय लाचन, राव्म
ऩातमोगता नाक भॊचना आदा भाखणक आव्माक्त शभाये
दीभक भाऩन का आबन्न लवग शयमाव शभाये वाऩों वे
उदावीनता
खाळा फ्रोध आद ू का बी ळुल्ता ऩय नौएरा चाहशएम्रा
भाआवानी वे जाभाव वशा मश व्मजक्त के वशी व्मालऴ
की ऩशचानी शोगी प्वकभात्भाऩूश्लाव स्ऩएटता जस्थयता
भानावा एस्तय
आहद इववे वे शभ ळाफतचात एक वाभाजजक भालन भें
वाभॊजस्मालशात तवाच शीप्राथाभक स्तय ऩूयाळणरा
मश भशत्लऩूणय अॊग शै उव कोळर वलकाव वे
वलद्माथयमो को फशुत
राबता शै ।
Naveen
Paga No
Name : Niloknaallment No:-200432486 Topic
Date

Date जैव-अक्वयानुकुर वलचाय यखने


के लरयगचत श्रीधयरी का प्रमोग अऩनी फात बालऩूणय
तयीके वे यखना ऩछ
ू े गए प्रश्नों का वशी त स्ऩष्ट उत्तय दे ने
की भग वॊलाद के दौयान दव
ू योका वलश्रेऴण कयते शुए
अऩनी फात ळानतऩण
ू य ऩयॊ तु प्रळाती रूऩ वे वाभने प्रस्तत

कयना। भौखखक अलबव्मजक्त के वलकाव
कुछ वभस्माए बी आ वकती शै जजवके कायण मश प्रकक्रमा
वशी नशी शो ऩाती षेत्रीम चाणका प्रबाल, वॊकाच ळभ,
|डय, उदावीनत्म आहद उन वभस्माओॊ के वॊतगयत आता
लळषक को चाहशए कक लश ऐवी वभयव की ऩशरे ऩशचान
वभझने का प्रमाव कये औय इवका वभाधान खोजने का मथावॊबल प्रमाव कयें
लयना आगे चरकय फच्चों भें शडफडान उरान मा करानेटवा आदत ऩड
जाती शा

वलाचनकौळर लाचन,एक कराटे लाचन की जीलन


के
प्रत्मेक षेत्र भे आलश्मकता शोती शै । व्मजक्त का वफवे फडा वाबऴ
ू ण उवकी
ु ॊस्कृत एल भधयु लागी शै , क्मोंकक अन्म वबी आऩ रोशयऩागधव
वव
जाते शै , ककन्तु ऩागी वदा फनी यशती शै । व्मजक्त का एकभात्र
ू ण उवकी भधुय लागा शै । अभत
आळऴ ृ भी भय लाभाय भॊशी शोता शै
भनुष्म अऩने बालो लळल वलचाया का लारकय अथला लरलकय व्मक्त
कयता शै । बाला एऩ वलचायों का वम्प्रेऴण मा प्रकाळन शीयचना शै ।
वत यचना केदा भख्
ु म रूऩ शैं- भौखखक यऩभा ल लरखखत यचना
लरालत बाऴा का अदन की कक्रमा काऩडन कौळर का दाला शै जैव-
ऩुस्तकों को ऩढना वभाचाय ऩत्रो को ऩटना वाहद। बाऴा के वॊचवयभें
ऩढ़ने का अथय कुछ ननम्न शोता शै ।बाल औय वलचायों को लररयक्त
बाऴा ककॊ भादृधावै अलबव्मजक्त का ऩढ़ कय वभझना ऩढन
कशा जाताशालरयलन का उद्देश्म शोता? कक आल औय वलचायको शभ
दव
ू यों तक ऩशुॉचाना चाशते शै । अन्म
माठत जर उवको लरखखत बाऴा के रूऩ भें ऩटें भातफ उवके
बाल एल वलचायों को वभझरेगा उव ककचा का Naveen
Teacher's
Signature.
F
Teacher's
Signature........

Fage No.

Nome - Pritamollment No, 900 2566 Topic.


Date_
logo ऩशर कशते शै ।
लाचन के दो प्रकाय
शै लान औय ऑन लाचना वस्तय लाचन फोरते
ऩटना शै तथा शोठन चराते शुए ऩशरा भौन लाचन
कशरातावस्लय लाचन करात्भक कौळर शै । इवभें
वऩढन वाभग्री का लाचन कयते शुए ळायीरयक स्टाय, तान
अनुतान शाल-बाल आहद भें रा आदळय लाचन शै ककॊतु वऩतयनीलाद्मलान-वाम्म,
अनुकयण आहदका बी ध्मान यखना शोगाभीन लाचन भें भशज लाचन
औय दत
ू लाचन चोनो ये , गशनलाचन भे ऩाम-वाभग्री भें ननहशत जाभ
ु का स्ऩष्टीकयण ककमा जाता शै डवभॊलगय भात्रा वभम
के वलन्दओ
भमा लाक्मो ऩय ध्मान नटाकय अथय की प्राजप्त कयना शोता लाचन
ळाजन्त का वलकाव लाचन की गनत फढ़ाना शै । इवभें कभ वभम भें
अथय ग्रशण कयना औय अगधक ऩष्ृ ठो कालाचन कयना। भान लाचन
एक प्रकाय का ऩठनशी शै । ऩाठन,लाचना
के गल वलळेऴताए

ला प्रत्मेक अझय का याभ तथा स्ऩष्ट उच्चारयत कयना।


लाचनभवन्
ु दयता के वाथ प्रलाश फनामे यखना भधयु ता, ऩबालोत्ऩादकता तचा
चभत्कायऩण
ू य ढॊ ग वे
आयोश-अलयोश के वाथ लाचना कयना। का प्रत्मेक ळब्द का अन्म
ळब्दाॊवॊ वरग कयके फर
तथा वलयाभ के वाथ ऩटना।

रेखनकौळर
बाऴा अगधगभ के वफवे वॊर भें आता शै -रेखन कौळरा ऩयन्तु
इवका मश वचनशी कक उववे वफवे अॊत भें शी लवखामा जाए।
वलद्माथी लरखना तो फशुत ऩशरे वॊऩायम्ऩकय दे य
शै , ऩयन्तु ळुभरेश्लन कोळन भें शभरा वशी अभ्माव
Naveen
Teacher's
Signature...

Page No
Date

Name Vinita , emaillement No - 200 432 4866


Topic.
Dat
e
7 ल लळषण प्राळशी आती
शै BIH.D-AE -182 | बाल औय वलचायों को वुवम्फद्ध
तयीके वे लरखखत
रूऩ दे नाशी रेखनकौळर के अॊतगयत आता शै ऩय लररयलत यचना वे ऩूणय
उवकी भौखखक यचना का
वध्माव आलश्मक शै । लरखखत टोरीशयच्चको यचना वाहशत्म की दृजष्ट वे
वफवे ज्मादा भशत्लऩूणय शै , क्मोंकक मश भौरयलक यचना की अऩेषा
ू य शोतीशा उच्चकोहटकी
अगधक वुगहठत वयर, वळत २० प्रबालऩण
लररयलतयऩनाकई वगचाॊ तक भानल का उत्वाश, जान, ऊजाय ल
वन्दे ळ दे ने का कामय कयती शै शभायवाशजत्मक, वास्कृनतक
व्मालशारयक वॊतयाष्रीम कक्रमाकराऩों का ननलाश लरखखत बाऴा
के भाध्मभ वे शोता शै । शय प्रभाण अगधकतय
लरखखत भें शी भान्म शोते शैं। प्रश्न यचना के आधाय ऩय
लाक्म के वभुण श्रेमों ऩय वलचाय
कीजजए.? उत्तय यचना के आधाय ऩय ऩाक्म के तीन
भाय शै वयर
लाम्म, वॊमुक्त ऩाक्म औय लभत लाम्मा वयर लाक्म वयर लाक्मों को
वलश्रावऴत कयने के
वए उवक अऩमों ण्ण सान शोना आत आऩल्मा -
प्मयर लाक्म की एक ऩूणय ऩाक्म रमा जाता शै मशाॉ लाक्म
माय भत लास्थ के वाथ जुड जाता शै , तो याश ठवा लाक्म का
उऩलाक्म फन जाता वयर लश्मॊ पा वलश्रेऴण कयने वे ऩता
चरता शै कक इवकी ऩशचान Naveen
Teacher's Signature....
.........................

Namne - Vinita Follmen! No


Topic

Topi
c
Date ननग्नारामत आट्मायो ऩय
ळेती शै । ळब्द लगों के आधाय ऩय, उवभें याजा
नाभ,
वलळेऴण कक्रमावलळेऴण आहद आते
वे छाडऩोऱी मस्चानात्भक नोहट बी कशा जाता
शै कामाव आधाय ऩय इवके अॊतगयत ऩत्तो नाभ
ऩूयक आहद आते शैं।नव ऩाक्म भे ळब्दों
की बूलभका का फोध शोता शैंडवारए इकु परामायत्भक
कोहट ना जाता शै
जैवे:- रडको ऩुयस्तप, अध्मावऩका माहदफाटो की
ऩशचान वॊसा के रूऩ भें शोती शै , वार पमय रको
ऩुस्तक ऩढ़ यशी गपतून कभय ककमा आमो कॉपताय
गभय ऩुयक आहद के रूऩ भें की जजई, ऩयन वम्ऩूणय
ऩऩप्ऩो ळालभर ककमा जाता शै , डडवारए उन्शें
लाक्मों भें ऩदक्ष्मों के नाभ वे
वऩौजष्मत ककमा जाता शै जैवे
लभयाफडारडकीडनतशाव की।
ऩुरुस्तक
शवयशा वमुक्त
ऩाक्म - वॊमुक्त लाक्म भें आने लारे
वबी उऩळम्म ऩॊतप्त उऩलाक्म शोते शै । स्लतॊत
ऩलाव्म वे तात्ऩमय मश शै कक इनका प्रमोग बाऴा भें
अरग ने स्लाऩ कऩ भें शो वकता शै इवारए वॊमक्त लाक्मों
रे उऩऩामों को वभानाथयकत
उऩलाक्मभा भत शै , जैवे
कभे

कक्रमा

Naveen
Teacher's
Signature....

Page No

Topic
Date
Nanna - Vinila pollment_MO: 9004394866
Date
| B, H. D. A E - 18 2 भौन हदल्री
औय ळीरा मशी यशे गी। भारा भोफाजायगई औय
फच्चों के लरए खनन मशाॉ आऩ यश वकते शै था
एएवऩका आई एट
वकता ET वॊमुक्त लाक्मों के बेऴ भें वॊमुक्त लाक्मो के बेद उव
आधाय ऩय ककए जाते शैं कक ननकै तऩ
ु लाक्म ऩयस्ऩय ककन
वॊफॊधों के आधाय ऩय ई शै ।
ॊ ॊधचाय प्रकाय के शोते शै नवॊमोजक
वाभान्मत् मेवफ

वॊमुक्त लाक्म, वलबाजक वॊमुक्त लाक्म,


वलयोटालाऩक वॊमुक्त लाक्म,
ऩरयणाभलाची वॊमुक्त
लाक्म

वॊमुक्त लाक्म भें दोउऩलाक्मों का प्रमोग ककमा जाता शै


औय मे दोनों शी स्लतॊत्र शोत शै । कोई बी उऩलाक्मएक
वये ऩय आलळत नशी शोरा, रेककन एक उऩलाक्म का अथय
चव
ू ये उऩलाक्म वे जड
ु ा शोग शै जैवे
ळीळा नीचे गगया औयचयन्मूयघयाऩावॊगता काळीळन्धय-चूय
शो गमा औय भीच गगयााााा अवॊगय
वथय वॊफॊधों के आधाय ऩय वॊमुक्त लाक्मों कौऩाय बागा भें फाॊटा गमा शै

वॊमोजक वॊफॊध-
- ल वॊमुक
लाक्म कैदी उऩलाक्मो वदाकामय-व्माऩाळय को जोडने का बाल
प्रकट शोता शै , तो ऩुव वॊमोजक लवॊलध भाना जाता शै
Naveen
Teacher's
Signature......
PROTEIN Olgare.....

Page No.

Nome - Vinila bollmant. No: 200 vab Topic


Date | उव प्रकाय वॊमोजक ळब्द वे जोHERAE-12
आगधक अऩलाक्मों को वॊमोजक लोचक वॊमुक्त लाक्म कशा जाता शै।
वभुच्चमफोधक अव्ममों का प्रमोग वॊमोजक वॊफॊध को। व्मक्त कयने के
लरए दो प्रकाय के उऩलाक्मा कलाम

वॊ- तथा, एख जजय, ऩहशक औय आहद भोशन ने ककताफशाय औय फस्ते


भें यख दी। भदन ने आइवक्रीभशी नशी फलरक ठॊ डा बी ऩीमा

नल वॊथात लाऩथ के दो उऩामों से दो काययन्व्यापारी को जोडने का बाल


पकट शोता शै ,तो उवे वॊमोजक वॊलध भाना जाता शै इव जऩ
वॊमुक्त ऩाक्म केदा उऩलाक्मों भयी कामाय मा जस्थनतमों भें वे एक
को स्लीकाय औय दव
ू ये को
वस्लीकाय कयने का बाल उत्ऩन्न शोता शै तो उव वलबाजक वॊफॊध कशा
जाता शै । वलनाजूक वॊफॊध वे जुडे दो मा उववे अगधक
उऩलाक्मों णे वॊमोजक खामक स्लमुक्त लाक्म का ऩाता शै ।
भोन ने ककताफ उठाडू औय फस्ते भेयभदा भन आइवक्रीभ शी
नशी नएभ गन्दगी कये गेन ककवी को कयने दें गे।
चाशे तुभचरो, चाशे ऩामल्रो नवलयोद्मऩाचा वॊलधान जा वमुक्त
लाम्म के दो उऩलाग्मों
वे कामों के फीच भें ककवी बी प्रकाय "
भाकोययाष्म उत्ऩन्न षेता शै तो मूवे लाधलाचा वॊकम रष
जाता शवलयोधलाचा बावेज मा वामक
एपाक्मों वे फने लाक्मो नो वलयाद्ममाचा वक्मोधक वे
Naveen
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Date

ऩरयणाभमाचा
वफप्ऩ
ऩलाक्मों
Name - Vinita indollment AO: - 2004224856 Topic
Date - ...
B.HD.AE-12 मस्त ऩस्थ श
लयोधलाची वलम को स्ऩष्ट भरे
लरए भगय नाभन ककन्तु ऩय झाऩ गज्
ु मफोधक अव्ममों रा रागल्मा लाता शै जैवे भैंने
उवे आजाय ऩाने के लरए नाफारन उवने
जशी वनी शभ तम्
ु शाया फयु ा नशीॊ चाशते वार अच्चा शी चाशते शैं।
ऩायणाभमाचा वॊफॊध * जफ ममलय ऩाक्म ऊो.
उऩलाक्मों भें वे रामय औय लवय वे उस्भक
ऩायणाभरा आमाम शोर , तो उनक वलच का कामय औय
ऩरयणाभ का वॊफॊध भाना जाएगा लवता य ळब्दों का ऩमोग
ककमा जाता शै । जैवे
लायवॉधेया शै उवारए हदखाई शये ऴा वऩताना थक गए थे अतएऩ ऩेजरको
एवो गमा जर शडतार शै अत: फाजाय फॊद यगा। लभत्रा लाक्मभेन
ऩान्म भळा ऩूणत
य स्लॊतत्र
उऩऩाक्म शोते शै औय वथायत ऩो लारे अलाक्म ऩय
ननबेय शोते शी इवी
उऩऩाक्म आझत के आधाय
ऩयाभयलालमों के तान ऩराय के बफताए गए शैं।
भे
तो अनेक

ऩॊझा उऩऩाक्मात मालमा के अन्तगयत जो जस्थनत ववा


ऩों की शोता शै , ला स्थात ् वगा। उऩऩाक्मों को
भाना गमा शै । वॊसा ऩडों भें शभेळा एकवे आमकलाडऩों का
वभालेळ शोता शै औय वॊसा उऩलाक्मों भें लवपय एक मू
उऩलाम्मू शोता शै ।वॊळ उऩलाक्मों भें शभेळा उऩलास्थ वे ऩूलय
के काभमागाक जाता शै जैवे- भुझे ऩता था, फाजाय जाएॉगा

Naveen

ruage No.

Name - Vinita, samadollment No_-_900432424 Topic.


Date

B.HD.AE -12 लवॊसा

उऩमारमों शोरी य कामय को


स्थानो ऩयभ ककमा जाता शै ऩामो-कॉव ऩकाय की जस्थनत पनती शै , जफ कक
उऩलाक्मू कृप्त रूऩ भे वमोग पयक पवा ऩूयक के रूऩ भें जस्थत शो
जाता शै कृदॊ त कऩ के प्माथ-वाथ वलयनाभ मश आहद कक ऩुयक
ऊऩो भै बा ऩॊसा उऩऩाक्म के लानों
को दे खा जा स्मकता शै । | स्ऩॊषा उऩलाक्म कक्रमा अऩो ऩय ऩूणय
रुऩ वे
प्रनतफॊध रगातशूॉT:- पुर वऩकाय को कक्रमाए तो शै
याजनाप्मोग शभ रानक जाऩन भेकय वकते शै औयऱक
कथाए ऐवा बी शोता शै जजनके वाथ ककवी बी कायका
गोई बी फल्मन न शोता, जैवे
भें जनता शूॉ कक क्मों आए आ यशे शैं।आएॊगे आ
195

वलळेऴण उऩलाक्मम्ऩाक्म भे की आवश्यकत


याक्म भ मो आलश्मकता
वॊसा
उऩऩाक्म का शोता शै ऩी भाऩूश्मकता
वलळेऴण उऩलाक्मों की लाक्म भे शोती शै । वलळेऴण
उऩलाक्म का लाक्म भे एक एऩकास्म पेवऩ लभ प्रमोग
ककमा जाता शै ऩेळऴ
े ण उऩलास्म भें
वामराळ वध आयम्ब भें लाचक वलयनाभ जो का
प्रमागू शोता शै वो ओ ऩयवगे के आ जाने ऩय जी के रूऩ भें
ऩाये लतयन आ जाता शै जैवे एजऩचनऩछुऩचन ऩत्व ए ऩ ऩन
शुऴचन ऩयवगे, याजमका जजनका
काजजवऩय जजन ऩयऩय वलळेऴण उऩलामों को दो बागों भें
फाशयी जथा Naveen
Page No

Nane - vinite EmolimoentNo: 2004 24866 Topic


Date
___.H.D. A - E -112
लणयनात्भक वलळेऴण भख्
ु मारमशयरे वतगयत
वजा के
वभस्त स्लरूऩ का लणयग लरमा जाता
शै । ननदे ळात्भक वलळेऴळा ऩराकय उवके अन्तगयत
याजा
के पैरालऱो बात ककमा जाता शै ।
लरमावलळेऴण उऩलाक्म एजेन लाक्मो के भाङमभ वे
ककमा।
भा वलळेऴण का ऩता चरता शै , उन्शे
कथावलळेऴण उऩलाफ्थ कशा जाता शै मा के आधाय
ऩय कक्रमावलळेऴण उऩलाक्मोऱो आठ बागो भे फाटा
ठामा शै । वभमऴाचक कक्रमावऴळेऴण उऩलाक्म,
वलयोष्मलाचक कक्रमावलळेऴण उऩलाक्म, कारणाचऱ
पारमाणवाचक यातऩ
ू ाचक
, प्रथाजवाचक

वातलाचक प्रश्न का तभग रलळान औय रग ऩरयलतयन का


ऩूलल
य ेचन भौलरए
लरॊगाधान औय लरॊग ऩायलतेभारगॊ वकूर रा
---- ळडद शोता शै जेवभा अथय ळेता शै
गचशाजजव वॊसा ळफद वे ब्मायत को जात का ऩता
चरता शै , एवेलरग भतेड्व मश ऩर चरता शै कक लश ऩरु
ु ऴ
जानत का शै था स्त्री जाते

Navean
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Nome Vinita frollment no Topic


20042248
66
Paga No.

Date
B...H.D-A-E-I7.2

हशन्दी भें लरॊगवव्माकयणाचामों ने ननणयम के पुप


-ननमभ मतामे शै ऩनन जवना भे अऩलाप शै , जजन
कपय बी लरग ननणयम के कुछ ननमभ रूव ऩवाय
शै । जूब्ध प्राणयलाचक वॊसा ऩक्रमा जानत का फोध
कयाए तो
ऩाल्ऩग शोते शै औय जफ स्ऩा रग का फोध ककए तो
स्त्रारॊग शोते वत्ता ती धोयय ये ळभाय आहद र प्राणलाचक
वॊजा आठ जफ ऩरु
ु ऴ औय स्भोकोरो
रगों का फोध कयाते शैं। जजवे- खयगोळ खटभर, गेडा, बारू
उल्मू आपा करू प्राणोलाचक प्मसा भ एऩ औय एऩादोनो
पा फोध कयाए, तो ले भत्म स्प्रालरॊग भें ळाभर धे
प्मात शै प्ऩव-कोभर, चार, नततभा, वऩऱवा आदा लरॊग बेद्-
हशन्दी भे लरॊग रूऩी बेद शोते शै ।
ऩुरग स्त्रोलरळ ऩलरॊग लभज भॊसा आशदी वे
ऩुरूऴ जानत का ऩता भ
चरता शै , उन्शे ऩाल्रग कशते शै जैवे राऩता, याजा,
घोडा तारफदय , फकया, राकी वाऩभा रयठ, भकान रोधा
ु ,प्रेभ, रगाल, खटभर, पूर नाटक ऩलयत ऩै भुगाय
पयभा दख
फेव प्राई लळऴ टनुभान औय
आहद जस्तलरॊगवाजन वॊराफाडी वेस्त्रीणानत का ऩता
चरता शै उन्शे स्भालरग पतेशावे-धाभी, रकी,
खमयी, भारायानी , ' वई
ु हदन राभा, फनालट घोडी,
कानतमा दरयमा रवी ऩत्ता , नदी , ळाखा भन
ु ी औयत
कोवी जायी आभा, रोभडा ज्मादा

Naveen
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Page No.

Nerde - Vinita , mollment. Noi 200 43.248


66 Topic
Date ___
187

ऩजु ल्रॊग स्भीलरॊग भनाने की ननमभश


ू वरकाय :
आभा ऩाल्ऩग ळडऩो कोई कये र
गगगगा

जय .. नाया जक अ.आ, फाकी जगश ऩयड्मा कयके प्रे


रोटराट्मा

ऩय दायमा ठा -लाझ्मा फेटा -फामा अक ऩैवे


तत्वभ ळशदो भैडका जोडकय, जैवे
आध्माऩक + डका: आध्मावऩत ऩप्त + इका - ऩाप्नका
चारक । फकचालरका वेलकका
वालजा

जय मा भादा रगाकय ऩेवे -


तोताभाष ताॊता एणयगोळ भादा खयगोळ
भच्छय भा भच्छय कुछ ळब्द , २-लतयप्त कऩ वे ऩत
ु ान ् ऩरु
ु ऴ
के स्ऩम भी
जोडे शोते शाकुछ ऩाल्ऩगॊ ळब्दों के स्त्रीलरॊग वलर कुर उरे
शोते शैं। जैवे
याप्ऩा . यानबाई-फरा वभाट वम्राट
वऩता भाता
Navaan
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Name -sinila, Entell ment Me -


2004324316 Topic
Date
116
PH.D. AF-182 आना' प्रत्मम
रगाकय प्रालवॊग जेव ठाकयभानों कयानी दे लय । आनी
शे लयानो न जोकय स्भायभग खनामा जाता शै ,
जैवे
वाॊऩ इन -माऩन
भनाय नन - वुनाय आइन जोडकय जैवे
चोधया + आइन चौधयाइना प्रश्नशस्ऩय ऩो को वऩळेऴताओॊ ऩय
प्रकाळ डालरए उत्तयस्ऩ य भें ऩानमों का लणय शै जैवे उच्चायण
वे
भखामऩय भका कूभ मा आगधक खुरता शै । हशन्शी
य ारा भेस्ऩय लो को कुछ भुखावलळेऴताएॉ शै यो व्मानरे
ऩूणभ
अरग कयती शै ककवी बी लणय के उच्चायण का आधाय
स्लतोजन्तमों,
स्लय लणय केलों के उच्चायण भै व्मॊजन लणो के एच्चायण को अऩेता स्लय
ताप्रमो भे आमक कॊऩन
शोता शै । वप्ऩ स्लयी का उच्चायण ककमा जाता शै तो भख
ु ावलकट
चौडा-फशत अलश्म खरता शै स्लय लणो को मश वलळेऴता शै कक इनका
उच्चायण पयत त्मभथ शला औय जोण्ट ऩयस्ऩय स्ऩळय नशीॊ
कयते। स्ऩय लो नाइज्चायण बफना ककवी अन्म खान की वघमता
वे शोता शै अमायतस्ऩयों का अचायण
पयते वभम शला भख
ु भे फामतू नशीॊ शोता। जमामे व्मॊजन ऩो का उच्चायण
शभस्लयों के रना नशीॊ रय प्मकते
स्लयों को उनके भूर रूऩ वे स्ऩाचस्ऩतत रूऩ वे बी Navaan
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Date
Name - Vinita, emollmont No 900224866 Topic
| 0.4, P. AE - 132 प्रमाग कय वकते
शै औय भातशी श्म भे बोक व्मजन को रेलर उवके
भूऴ रूऩ
वे शी वखा खात्मकता शै । पभश वलयजाभ औय उवके
प्रभख
ु प्रकायों को ये खाॊककत
जाए भन ळब्दों का प्रमोण वजा के स्थान ऩय कपमा
जाता शै , उन्शे वदनाभ कयते शै वल
ू न
य ाभ उव वलकाय
मूशद को कशते शै , जो ऩूलायऩयवफष्म वे ककवी ना
वॊतारे खदरे आत्भशे भें ऩय
आऩकाई, थ,
म भ जोनो उवका आहद ओयारग लचन कायण को
रष्ट वे वफ्ना श्ऩ फदररॊ शै : याधा जत्ु म कयती शै
याधारा गाना बी अच्छाशता शै याधा कायाको नी भदद
कयता शै लळव्मा नत्ृ म कयता शै उवका गाना भी अच्छा
शोता शै
लशायाफ नी भदद कयता शै ।
वलयनाभ के बेद कभलयनाभ के छ बेद शोते शै
१.ऩुऴलाचक वलयनाभ :- जजन ऩलनाभ ळष्ऩो वे व्मास्त
का फोध शोता शै उन्शें ऩुरुऴलाचर
एवऩनाभ कयते उनके लरए प्रमोग ककए जाने लारे
वलयनाभ ऩूरूऴलाचक वलयनाभ फात शै । नवे भें आता तुभभाते शोगश
बागता शग | उऩमुम्व ऩाक्मों भें तुभ ऩशा ऩुरुऴलाचक
वलयनाभ शै ।

ऩुरुऴलाचक वलयनाभ के प्रचाय


+
ऩरु
ु ऴलाचक वलयनाभ तीन प्रकाय के शोते शै
Naveen
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I.EEEEEEEEEEEEEEEEE
None - vinto chaolmen No: 9004224266 Topic.
Date
Page. No

उत्तभ ऩरू
ु ऴऩाचक् जन वऩनाभों का प्रमोळ
फोरने
लारा अऩने लरए कयता शै , उन्शे कुरभ
ऩुरुऴलाचकते शै जैवे - भें , भाटा, भ भुभको , शभायी
भैने भेया आद उदाशयण भैं स्कूर जाऊॉगााारभ
भतदान नशीॊ कये गा।
यह कापता भेन राम शै

भैने उवे धोखा नशीॊ हदमा। भध्मभ ऩरु


ु ऴलाचक
वलयनाभों का प्रमोग वनने लारे
के लरए ककमा जाता शै , उन्शें भध्मभ
ऩुरुऴलाचक कशते शै ।
भकेतू तुभ आऩ तुम्शाये , तुभने ,एजऩने आहदळ उदाशयण:- तुभने
वत्कामय नशीॊ ककमा धत्भ वो जाओ
तम्
ु शाये वऩता जी क्मा काभ कयते शै । अन्म
ऩरु
ु ऴलाचक जजन वलयनाभ ळशदी का प्रमोग ककवी
अन्म व्मजक्त कालरए ककमा जाता शै उन ्६अन्म
ऩरु
ु ऴलाचक कशतेधाजेव-लेमश, ऩश, इनका
इन्शे , ठवे उधोने, जवे नमे आदा उदाशयण भैच नशी खेरेगा उन्शोंने
कभय पवरीमा
१६ पर वलद्मारम जो आमा था ३. ननश्चमलाचक
वलयनाभभा वऩयराभ के जजव कऩ वे
एभे ककवी फात मा लस्तू का नेश्चत रूऩ वे फौद्मोता शै ,
उवे ननश्चमलाचक वलयनाभ कतैवे - याश, लामऩे वदा

Naveen
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Nane - Vinita Emrelment no 2004324826


Topic
Date

B.HD.AE - नतनुऩ पातोटा


बाई भामा ऩाचशत वभझादाय शै ।
कळोय फाजाय गमा था, लश रोट आमा शा आनश्चलाचक वलयनाभ भजजव
वलयनाभ ् राशन वे ककवी
ु ा खखोरा
ननजश्चत व्मजक्त था ऩस्तक
ज शोने आनश्चमलाचक वलयनाभ पशते शै
प्ऩेव कोड पकाव भादा वलमलाचक वलयनाभ वाजन वलयनाभ भब्दों
का ऩूवये ,
भलेनाभ ळशदी वे वलष्मजाती ताऩी ळादी लाक्मो
की जोडते शै उन्शे वणलाचक पतेव-जो जजनकी, मो
जजवने भेवा ऩैवा
नाऩा

प्रश्न भूर स्ऩय क्मा शै ? उत्तय उच्चायण की दृजष्ट वे स्लयों


के चाय बेद शै स्लाटय
वभत एलॊ प्रौँत जजन स्ऩयों के उच्चायण भे कभ वे
कभ
वभम रगता शै , उन्शे स्ऩयस्ऩय कयते शै इन्शे भर
ू स्लयी कशते शै जो
स्ऩट उगग ये खा औय ऩूश्चा ये खा ककवी वभाऩ जो केप्रीम स्ऩय
पयलाते हदजम भाभाय कोई व्मजन ककवी स्लय रेप्माथ वुनाता।
हश तफ उवके ऩाऩ स्ऩय, जफ रखा जाता आऩत स्ऩय
की भाता वऩख जाती शै । भाता स्ऩय वभरूऩ गोऩीभा
को प्लाता हशन्पी स्ऩय एतानमों भें प्रथभ
स्लय औय उवकी भाताय इव प्रकाय शै शल्का स्ऩयकक
व्मजनों को ऩुया लरमा गमा शै , अत् उवके फाद वभान
लरखा जाता शै , ककन्तु उच्चायण कयते वभम शभ ऊऩय शर
गचह्न रगाकय रखें.. गए ळल्मो। का उच्चाय कयते
शैंवथायत योखेत-याणान्त
फोरते शी
Navean
Teacher's
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.
Teacher's
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.

जगश की
प्रतीफा
रगानाक की
AMyne - Vinila EmaallemenND:-
2004224856
|| Topic......................................Date................. रा ये रगाडी की
एक शी वीट ऩय फैठने लारे व्मजक्त
का ककवी औय के लेडने ऩय व्मगथत शोना शारत कायट्मबफत ऩाककिंग के लरए जगश
की प्रताफा.
भशता ऩबफत ऩाककिंग की जगश छोडने भें

अगधक लक्त रगाना ळायीरयक रयघानत ल वॊचरनवलऴमक कायजोलळका का


वव वलभानी ये फडय वलहशस्टै र ने ककमा था। उवके
क्व ऩशर वामलन मठ
ू भॊ भानल वलकाव अब्धमन वॊआगगक वॊप्रग ऩय
काप्ऩी प्रकाळ ऩडरा शे जेवय ळायीरयक भर
ु ा बाल- वॊगभा, स्ऩळय,
ळायीरयक
वॊचरन के तयीके वाॊगगक वॊप्रऴठा के वललबन्न काचो को बी फमान भें
यखना आलश्मक श व -
- बालनाओॊ को
व्मक्त कयना । वऩायस्ऩरयक व्मलशाय का ऩलत कयना वलक्ता ल
श्रोत्रा के भध्म वॊता कक्रमावों के वॊकरो का
प्रफॊध कयने भेलाणी का वाथ दे ना। ककवी के
टमाक्तता का स्ल-प्रदळन ।
अनुष्ठान आभलादनारा ,शाऩ,खाधलाम तथा नभस्काय आका
अळाजब्दक वॊप्रेऴणभै कहठनाइमा रोगों भें अळाजब्दक
लवॊप्रेऴण को बेजने तथा भात कयने की फभा भ लभरता
भशोती शै अतएल औवतन वॊ वाभान्मू डेगी तथा
भहशरा अळाजब्दक वॊप्रेऴण भें ऩुरुऴों की अऩेका फेशतय शो लवळाजब्दक रूऩ वे
वम्प्रेऴण की मोग्मताओ का ऩरयभाऩ लरमा वशानब
ु नू त अनब
ु ल
कयने की षभता ने हदखामा।
शै कक नो चोग्मताए रुक इवये वे वातत्र शै
-
प्रश्नाभा अजन्लनत क्मा शै यस्ऩाट कीरयनयी
उत्तय अजन्लतका अथय शव्माकयखणक चूगचवॊ एकरूऩता
Teacher's
Sign..........
Nome Vinite Enzollment. - 200432 426 || Topic.................. .. नमश
ळकयऩता प्राम लरगक्चनऩयु कायक
आहद की दजष्ट वे शोती शै । वलजजन्न आऩात भें वललबन्न रूऩ लभरते शै दे वका वायाप्त
वललयण उव

प्रकाय शै राउद्देश्म औय कक्रमाकी अजन्लनत कारडकायतेरता।


रडकी ऩटती शै ाला बाई-फन जा यशे शै । भेये वऩता घय ऩय शै
ळाडयभान औय जान दौना

राकभय औय कक्रमाका अन्लमन बी ककमा के लरग


लचन ऩुरूऴ के अनुवाय शोते शैं ।ऩाईको वोय ककभ बूतकालरक कृदन्त के
वाथ शी जेव
भन ऩर खाचाव बफजल्रमों दे खी। अनॊक वॊजाओॊ वे ऩथ
ृ कता का लोध शोने
ऩय ककमा। रयकलऩन भें आती शै जैवे व्माऩायी लरग-लचन की यकागधक
वॊजाय वप्राऩमनॊ एक गाम औय रुक लकयी लेची लबन्भ लरग लचन की
एकागधक वफाय प्रत्मम काभकायक भे वानेऩय, ककचा के लरॊग लचन
ु ाय शात शैं जैवे उवने भेये लरए दो कनी वोयवन्म
वजन्तभ कभय के अनव
कई कऩडे तैमाय ककचे थे वलळेऴण-वलळेष्म अजन्लनत-गचहशत
वाकायान्त वलळेऴण ननकटलता वॊसा के अनव
ु ाय शालाश लवदै ल
अऩने लरॊग लचन के अनव
ु ाय वाते शै जेव कारा कूता, कारी अव,
रार कऩडे लळष्म के स्थान भें एकागधक वॊजाय शोने ऩय वलळेऴका
ननकटलती लवॊजा के अनुवाय शोगा
शोटा फच्चा फडी फच्ची रम्फ रडके औय रडककमों लबतकालरक
औय लतयभानकालरक ऩन्त के कक्रमा वलळेऴणलत प्रमोग की
जस्थनत भें अन्म वा एजें
Teacher's
Sign..... .....

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