Class 6 Hindi Ticket Album

You might also like

Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 16

ST.

JOHN’S HIGH SCHOOL


CHANDIGARH

क"ा - 6
पाठ 9

िटकट अलबम
भारतीय नाग*रक, के मलू कत12य
Fundamental duties

हमार% सामािजक सं+कृ-त क/ गौरवशाल% पर6परा


का
मह7व समझ9 और उसका पर%<ण कर9 ।

It shall be the duty of every citizen of


India to value and preserve the rich
heritage of our composite culture.
पाठ का सार
इस कहानी म) दो ,कूल/ ब1चे ह4। एक
का नाम है नागराजन और दस ू रे का
राज<पा और कुछ उनके अBय DमE ह4।
यह कहानी एक अलबम को लेकर
FारGभ होती है और खKम भी उसी
अलबम को लेकर होती है । नागराजन
को उसके मामा जी ने Dसंगापरु से एक
अलबम Dभजवाया था । वह उसे लड़कP
को Qदखाया करता था। सभी लड़के
नागराजन को घेरकर अलबम दे खा
करते थे । लड़Sकयाँ भी उस अलबम को
दे खने के Dलए उKसक
ु रहती थीं ।
राजा$पा क' अलबम जो -क एक ?दन वह नागराजन के घर जा
मशहूर थी ले-कन अब उसक' पहुँचा और उसके कमरे मC बैठ
अलबम को कोई पछू ने वाला न गया। तभी नागराजन क'
था। उसने बड़े प<र=मपव ू क
> बहन कामाSी आई और वह
?टकट जमा -कए थे । Bकूल भी अलबम क' तारEफ़ करने
मC उसका अलबम सबसे बड़ा लगी। राज$पा और Vयादा
था। ले-कन अब उसके Hचढ़ गया। राज$पा ने
अलबम को कोई पछ ू ता न नागराजन क' अलबम दराज
था। राज$पा मन हE मन से ढूँढ XनकालE और शट> मC
कुढ़ता रहता। उसे अपने Xछपाकर वह घर क' ओर
अलबम से Hचढ़ होने लगी भागा। घर आकर उसने
और अपनी अलबम कूड़ा अलबम को Xछपा ?दया।
लगने लगी।
रात को अ$प,ू राज$पा के घर राज$पा के घर के दरवाज़े क'
आया और नागराजन के साँकल खटक' तो उसे प`ु लस
अलबम के खोने क' बात आने का भय सताने लगा और
बताई। ले-कन राज$पा चप ु राज$पा अलबम को लेकर
रहा और अ$पू को -कसी तरह bपछवाड़े क' ओर भागा।
टाला। ले-कन अ$पू दोबारा बाथcम मC घस ु कर दरवाज़ा
सबु ह आया और पछ ू ा -क [या बंद कर `लया। वहाँ अँगीठe
वह नागराजन के घर गया था? मC पानी गम> हो रहा था।
उसके पापा डी.एस.पी. के राज$पा ने अलबम को
द^तर मC काम करते ह_ शायद अँगीठe मC डाल ?दया और
वह प`ु लस को खबर कर दC । राज$पा क' आँखf मC आँसू
अब राज$पा को प`ु लस का आ गए। माँ के आवाज़ दे ने
डर सताने लगा। पर वह गीला तौ`लया
लपेटकर बाहर आया।
अब वह कपड़े बदलकर ऊपर नागराजन ने अलबम राज$पा
गया तो कुसi पर रोनी सरू त को दे दE और राज$पा
बनाकर नागराजन बैठा था अलबम को छाती से
और उसने अपनी अलबम के लगाकर फूट-फूटकर रोने
बारे मC बताया। राज$पा ने लगा।
उसे ?दलासा दे ते हुए अपने
अलबम ले जाने क' िज़द
क'। नागराजन अलबम ले
कर नीचे उतर गया। तभी
राज$पा ने आवाज़ लगाई
-क वह अलबम रात को जी
भर के दे खकर सब ु ह दे
दे गा। Ref: diksha.gov.in
हमारा कत()य

इस कहानी को पढ़कर हमारा यह कत/0य बनता है 3क


मन म4 कभी ई7या/ क8 भावना न आने द4 और चोर? जैसी
ग़लत भावना का Cयाग कर द4 । नह?ं तो बाद म4
राजHपा क8 तरह पIचाताप करना पड़ता है ।
%टकट अलबम के कुछ उदाहरण
Qहंद/ व सामािजक DशXा का
एकYकरण

िजस तरह अलबम म) QटकटP या \चEP का सं]ह करते ह4, उसी


तरह सं#हालय (Museum) म) कई तरह कY व,तओ ु ं का
सं]ह Sकया जाता है । आप अपने शहर के Sकसी सं]हालय
म) जाकर सं]Qहत व,तओ ु ं कY जानकार/ Fा<त कर) ।
भाव
सा%यता
इस पाठ को पढ़ने के बाद हम/
अलग-अलग चीज़7 के सं9ह करने
बारे म/ जहाँ पता चलता है , वहAं यह भाव हम/
खेल7 के Fवारा भी सीखने को Gमलता है ।
इसका उJकृLट उदाहरण है -ओलिQपक खेल।
ओलं$पक खेल
!टकट अलबम और ओलं-पक
खेल1 म2 बहुत सार8 समानताएं
है । जैसे >क !टकट अलबम म2
एक साथ बहुत सार8 !टकट1 को
इकBठा करके एक अलबम बनाई
जाती है वैसे ह8 ओलं-पक खेल1
म2 बहुत सारे दे श एक साथ
Iमलकर बहुत सारे खेल खेलते
हJ।

!टकट अलबम म) जैसे


एक साथ बहुत सार5
!टकट6 को 8मलकर एक
अलबम बनती है । वैसे
ह5 ओलं?पक खेल6 म)
अलग-अलग दे श
अलग-अलग खेल6 म)
भाग लेकर ओलं?पक
खेल6 के उHदे Iय को
परू ा करते हL।
ओलं-पक खेल मानवता के
उLLवल भ-वNय के Iलए बहुत
जPर8 है । इन खेल1 म2 दे श -वदे श
के सभी Qखलाड़ी एक मंच पर
इकBठा होकर अलग-अलग खेल1
म2 एक साथ भाग लेते हJ। इन
खेल1 से सभी दे श1 म2 Vेम
,भाईचारे , सहानभ
ु Yू त आ!द
भावनाओं का Vसार होता है ।

You might also like