िटकट अलबम भारतीय नाग*रक, के मलू कत12य Fundamental duties
हमार% सामािजक सं+कृ-त क/ गौरवशाल% पर6परा
का मह7व समझ9 और उसका पर%<ण कर9 ।
It shall be the duty of every citizen of
India to value and preserve the rich heritage of our composite culture. पाठ का सार इस कहानी म) दो ,कूल/ ब1चे ह4। एक का नाम है नागराजन और दस ू रे का राज<पा और कुछ उनके अBय DमE ह4। यह कहानी एक अलबम को लेकर FारGभ होती है और खKम भी उसी अलबम को लेकर होती है । नागराजन को उसके मामा जी ने Dसंगापरु से एक अलबम Dभजवाया था । वह उसे लड़कP को Qदखाया करता था। सभी लड़के नागराजन को घेरकर अलबम दे खा करते थे । लड़Sकयाँ भी उस अलबम को दे खने के Dलए उKसक ु रहती थीं । राजा$पा क' अलबम जो -क एक ?दन वह नागराजन के घर जा मशहूर थी ले-कन अब उसक' पहुँचा और उसके कमरे मC बैठ अलबम को कोई पछू ने वाला न गया। तभी नागराजन क' था। उसने बड़े प<र=मपव ू क > बहन कामाSी आई और वह ?टकट जमा -कए थे । Bकूल भी अलबम क' तारEफ़ करने मC उसका अलबम सबसे बड़ा लगी। राज$पा और Vयादा था। ले-कन अब उसके Hचढ़ गया। राज$पा ने अलबम को कोई पछ ू ता न नागराजन क' अलबम दराज था। राज$पा मन हE मन से ढूँढ XनकालE और शट> मC कुढ़ता रहता। उसे अपने Xछपाकर वह घर क' ओर अलबम से Hचढ़ होने लगी भागा। घर आकर उसने और अपनी अलबम कूड़ा अलबम को Xछपा ?दया। लगने लगी। रात को अ$प,ू राज$पा के घर राज$पा के घर के दरवाज़े क' आया और नागराजन के साँकल खटक' तो उसे प`ु लस अलबम के खोने क' बात आने का भय सताने लगा और बताई। ले-कन राज$पा चप ु राज$पा अलबम को लेकर रहा और अ$पू को -कसी तरह bपछवाड़े क' ओर भागा। टाला। ले-कन अ$पू दोबारा बाथcम मC घस ु कर दरवाज़ा सबु ह आया और पछ ू ा -क [या बंद कर `लया। वहाँ अँगीठe वह नागराजन के घर गया था? मC पानी गम> हो रहा था। उसके पापा डी.एस.पी. के राज$पा ने अलबम को द^तर मC काम करते ह_ शायद अँगीठe मC डाल ?दया और वह प`ु लस को खबर कर दC । राज$पा क' आँखf मC आँसू अब राज$पा को प`ु लस का आ गए। माँ के आवाज़ दे ने डर सताने लगा। पर वह गीला तौ`लया लपेटकर बाहर आया। अब वह कपड़े बदलकर ऊपर नागराजन ने अलबम राज$पा गया तो कुसi पर रोनी सरू त को दे दE और राज$पा बनाकर नागराजन बैठा था अलबम को छाती से और उसने अपनी अलबम के लगाकर फूट-फूटकर रोने बारे मC बताया। राज$पा ने लगा। उसे ?दलासा दे ते हुए अपने अलबम ले जाने क' िज़द क'। नागराजन अलबम ले कर नीचे उतर गया। तभी राज$पा ने आवाज़ लगाई -क वह अलबम रात को जी भर के दे खकर सब ु ह दे दे गा। Ref: diksha.gov.in हमारा कत()य
इस कहानी को पढ़कर हमारा यह कत/0य बनता है 3क
मन म4 कभी ई7या/ क8 भावना न आने द4 और चोर? जैसी ग़लत भावना का Cयाग कर द4 । नह?ं तो बाद म4 राजHपा क8 तरह पIचाताप करना पड़ता है । %टकट अलबम के कुछ उदाहरण Qहंद/ व सामािजक DशXा का एकYकरण
िजस तरह अलबम म) QटकटP या \चEP का सं]ह करते ह4, उसी
तरह सं#हालय (Museum) म) कई तरह कY व,तओ ु ं का सं]ह Sकया जाता है । आप अपने शहर के Sकसी सं]हालय म) जाकर सं]Qहत व,तओ ु ं कY जानकार/ Fा<त कर) । भाव सा%यता इस पाठ को पढ़ने के बाद हम/ अलग-अलग चीज़7 के सं9ह करने बारे म/ जहाँ पता चलता है , वहAं यह भाव हम/ खेल7 के Fवारा भी सीखने को Gमलता है । इसका उJकृLट उदाहरण है -ओलिQपक खेल। ओलं$पक खेल !टकट अलबम और ओलं-पक खेल1 म2 बहुत सार8 समानताएं है । जैसे >क !टकट अलबम म2 एक साथ बहुत सार8 !टकट1 को इकBठा करके एक अलबम बनाई जाती है वैसे ह8 ओलं-पक खेल1 म2 बहुत सारे दे श एक साथ Iमलकर बहुत सारे खेल खेलते हJ।
!टकट अलबम म) जैसे
एक साथ बहुत सार5 !टकट6 को 8मलकर एक अलबम बनती है । वैसे ह5 ओलं?पक खेल6 म) अलग-अलग दे श अलग-अलग खेल6 म) भाग लेकर ओलं?पक खेल6 के उHदे Iय को परू ा करते हL। ओलं-पक खेल मानवता के उLLवल भ-वNय के Iलए बहुत जPर8 है । इन खेल1 म2 दे श -वदे श के सभी Qखलाड़ी एक मंच पर इकBठा होकर अलग-अलग खेल1 म2 एक साथ भाग लेते हJ। इन खेल1 से सभी दे श1 म2 Vेम ,भाईचारे , सहानभ ु Yू त आ!द भावनाओं का Vसार होता है ।