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Banking Questions in Hindi
Banking Questions in Hindi
वह िजन लोग को पैस क ज*रत होती है उ$ह% बक पैसे (दान करता है ले)कन यहाँ पर उन लोग को
इस पैस का 'याज बक को (दान करना पड़ता है. इस"लए हम कह सकते ह क Bank एक मा/यम का
काय 0नवाह करता है Saver (पैसा इ1कठा करने वाला) और Borrower (पैसा लेने वाला) के बीच म% .
ये श'द bank या तो derive हुआ है old Italian word banca से या एक French word banque से, जहाँ पर
दोन का मतलब एक Bench या money exchange table होता है.
वह यह banks इन पैस को उन लोग को (दान करती है िज$ह% क पैस क स1त ज*रत होती है वो
भी बहुत ह 9यादा interest rate म%, उसे Lending Rate कहा जाता है.
इस Deposit Rate और Lending Rate के difference को ‘net interest spread’ कहा जाता है , और यह
interest spread ह bank के income का मूल आ धार होता है.
बक क परभाषा
Oxford Dictionary के अनुसार एक bank होता है “एक ऐसा establishment पैसे (दान करने का, जो क
अपने consumers को pay करता है जब वो उसके "लए अज< कर% . ”
अगर हम Finance का बात कर% तब ये )कसी भी trade, commerce और industry का आ धार होता है .
अभी के समय क बात कर% तब, )कसी भी modern business का backbone होता है ये banking sector.
हम कह सकते ह क )कसी भी दे श का Development उसके banking system के ऊपर पूर तरह से 0नभर
करता है . िजतना ब>ढ़या दे श का banking system चल रहा हो उतना ह ब>ढ़या दे श उ$न0त भी कर रहा
होगा.
Hongkong और Shanghai Banking Corporation ने ATM का Concept सबसे पहले introduce )कया
भारत म% सन 1987 म% . इस पहला ATM को set up )कया गया था Andheri East, Mumbai म% .
कस भारतीय बक ने अपना सबसे पहले अपना Overseas Bank खोला था और कब?
कस Commercial Bank को भारतीय ने सबसे पहले खुद own कया और manage कया?
भारत का वो कौन सा bank है िजसे क सबसे पहला ISO Certification &ा'त हुआ था?
भारत का सबसे बड़ा बक है State Bank of India. State Bank of India भारत का सबसे बड़ा commercial
bank है अभी के समय म% . इसे Government Of India &वारा own )कया है. वह इसक headquarter
Mumbai म% िBतथ है, और सैट म% six regional offices परू द0ु नयाभर म% िBतथ है.
ये सबसे बड़ा commercial bank है दे श म% िजसक asset value करब US$881.95 billion के करब है सन
2018 financial year म% . वह bank क करब 14,000 branches ह जहाँ क 190 international branches है
करब 36 countries म% .
SBI क श*ु वात Bank of Calcutta से हुई थी सन 1806 से, वह ये सबसे पुरानी बक है Asia-Pacific के
अंतगत. ये बहुत से banking products और financial services (दान करती है अपने network के मा/यम
से.
Indian Banking Regulation Act के >हसाब से ‘Public से पैसे लेना deposit के आ धार म% िजसे क उ$ह%
repay भी करना होता है अगर demand हुई तो, साथ म% इन पैस को )कसी ऐसे जगह म% लगाना िजससे
क उ$ह% लाभ (ाAत हो.”
आ सान श'द म% कह% तब इसम% bank अपने consumers के &वारा deposit )कये गया पैस को ऐसे जगह
म% invest करता है जहाँ से उ$ह% profit हो, वह वो consumers को interest भी (दान करती है.
बक क .वशेषताएँ
बक क वग2करण
(Jयेक दे श म% कई (कार के banks होते ह. वह हर (कार का बक कुछ certain functions करते ह.
Banks को classify )कया जाता है उनके functions के >हसाब से.
Scheduled banks को )फर classify )कया जाता है commercial banks और cooperative banks के Lप म% .
वह Commercial Banks को )फर classify )कया जाता है public sector banks, private sector banks,
foreign banks और Regional Rural Banks (RRB) के Lप म% .
वह cooperative banks को classify )कया जाता है urban और rural म% . वह इसे छोड़कर भी अभी
Payments Bank का concept बड़ा ह popular हो रहा है अभी के समय म% .
बक बहुत (कार के होते है . Mब"भ$न कामो के "लए अलग अलग बक बनाया गया है. च"लए सभी बक
के बारे म% जानते है.
Scheduled Banks
Schedules banks को cover )कया गया है Reserve Bank of India Act, 1934 के 2nd Schedule के अंतगत.
एक ऐसा bank िजसके पास paid-up capital करब 5 Lakh या उससे अNधक का होता है. ऐसे bank ह
Schedule Bank Category के अंतगत आ ने के "लए qualify होते ह. ये banks eligible होते ह loan लेने के
"लए RBI से वो भी bank rate म% .
Commercial Banks
Commercial Banks को regulate )कया जाता है Banking Regulation Act, 1949 के अंतगत. वह इनका
business model ह design )कया गया होता है profit बनाने के "लए.
इनका primary function होता है deposits को accept करना और general public को loans (दान करना,
corporates और government.
उदाहरण के "लए Citi Bank, Standard Chartered Bank और HSBC भारत के कुछ leading foreign banks ह.
Regional Rural Banks
ये भी scheduled commercial banks ह होते ह ले)कन इ$ह% establish )कया गया होता है ये main
objective लेकर क Society के कमजोर वग को ये लोन (दान कर% जैसे क )कसान, R"मक और छोटे
enterprises इJया>द को.
ये operate होते ह regional levels म% अलग अलग रा9य म% भारत के. वह इनक 9यादातर branches को
selected urban areas म% रखा गया होता है.
दस
ु रे मह4वपूण6 functions िज7ह क RRBs 8वारा कया जाता है
इन small finance banks के म customers होते ह micro industries, small और marginal farmers,
unorganized sector entities और small business units. इ$ह% license )कया गया है under Section 22
Banking Regulation Act, 1949 के और इ$ह% govern )कया जाता है RBI Act, 1934 और FEMA के
अंतगत.
Co-operative Banks
वह rural areas म% , ये mainly finance करते ह agriculture-based activities जैसे क कृGष, livestock और
hatcheries को.
Payments Bank
पेम%Uस बक एक बहुत ह नया model है bank का Indian Banking industry म% . इसे conceptualized )कया
गया है RBI के &वारा और ये allow करता है एक restricted deposit को accept करना.
वह इसक amount को currently limit )कया गया है Rs. 1 Lakh per customer तक ह. वह ये offer
करता है services जैसे क ATM cards, debit cards, net-banking और mobile-banking.
Commercial Banks
Commercial banks ऐसे banks होते ह जो क पैसे accept करते ह deposits के तोर पर public से और
loans एवं advances (दान करते ह इनके customers को साथ म% charge करते ह interest भी.
ये mobilize करते ह small savings को और promote करते ह growth को trade और commerce के.
Generally, commercial banks पैसे (दान करते ह बहुत ह कम समय के "लए. वह ये केवल (दान
करते ह working capital organizations को ह. ले)कन अभी के समय म% commercial banks (दान कर रहे
ह long-term capital दस
ु रे organizations को भी.
Exchange Banks
ये banks का मK
ु य काम होता है Foreign currencies क Buying और selling करना और साथ म% foreign
bills of exchange भी accept करना.
इसे classify )कया जाता है: Merchant Banks, Commercial Banks, Indigenous Banks म% .
एक bank लोग से पैसे accept करता है deposits के form म% िज$ह% क अ1सर repay )कया जाता है
demand करने पर या उसके fixed period के expiry हो जाने के बाद (Fixed Deposit के case म% ). यह
customers को उनके deposits के ऊपर safety (दान करती है . वह यह एक custodian क role अदा करती
है अपने customers के funds क.
एक bank आ पको पैसे (दान करता है loans के आ कार म% िज$ह% क आ प अपने ज*रत के जगह म%
इBतमाल कर सक%.
5. Payment और Withdrawal
एक bank easy payment और withdrawal facility (दान करता है अपने customers को cheques और
drafts के Lप म% . वह ये bank money को circulation म% ले भी आ ता है. ये पैसे होती है cheques, drafts
के form म% .
एक bank (दान करता है बहुत सी (कार क banking facilities अपने customers को. इसके अंतगत आ ते
ह general utility services और agency services.
Bank एक profit कमाने वाला institution होता है जो क service oriented approach से काम करता है.
Banking एक evolutionary concept है. इसका मतलब क इसक हमेशा से continuous expansion और
diversification होती रहती है , इसके functions, services और activities के तोर पर.
एक bank काम करता है एक connecting link बनकर borrowers और lenders of money के बीच म% .
Banks उन लोग से पैसे लेता है deposit के आ धार पर िजनके पास बहुJसरा surplus पैसा होता है और
वह ज*रत मन लोग को लोन के आ कार म% पैसे (दान करता है interest के साथ.
एक bank अपने नाम के साथ हमेशा “bank” श'द का इBतमाल करना चा>हए िजससे सभी लोग को ये
पता चल सके क यह एक bank है जो क पैस का dealing करता है.
वैसे तो Banks कई सारे Functions या बक के काय ह ले)कन उनम% से कुछ बहुत ह (मख
ु ह. इ$ह
Functions को दो वगX म% बांटा गया होता है.
Deposits वो पैस का amount होते ह िजसे क एक customer बक को hands over करता है. इसे deposit
करना भी कहा जाता है .
वह अलग अलग (कार का deposit schemes आ धाYरत होते ह Deposit के type और depositing
frequency के ऊपर.
उदाहरण के "लए, एक fixed deposit म% एक definite sum को bank को (दान )कया जाता है कुछ वषX के
"लए. ये interest केवल तभी compounded होता है जब deposit term पूर तरह से पूण हो.
इस (कार क deposit services (दान करना एक बहुत ह primary function होता है )कसी एक bank का.
तो 1या होता है अगर आ पको पैस क ज*रत होती है ? ऐसे म% 1या कोई दस ू र primary function नहं
होनी चा>हए bank क? च"लए आ गे जानते ह.
एक saving deposit म% , amount और rate of interest काफ low होते ह. यहाँ पर Withdrawals करना
allowed है ले)कन वो भी एक limited number म% . यह account सबसे 9यादा उपयु1त होता है उन लोग
के "लए जो क कहं पर काम कर रहे होते ह और उनक income salary से आ ती है.
वह, fixed deposit एक fixed sum होती है जो क consumer bank को (दान करता है एक fixed time के
"लए. इसम% withdrawals करना allowed नहं ह उस fixed time से पहले करना.
वह दस
ु रे श'द म% , current account या deposit म%, कोई भी interest (दान नहं )कया जाता है, और इसम%
customer िजतनी बार चाहे उतनी बार पैसे 0नकाल सकता है और deposit भी कर सकता है.
अब च"लए दस
ु रे function के तरफ नज़र डालते ह :
इसम% bank दस
ु रे लोग को पैसे दे ता है एक time-interest basis पर. यहाँ पर (Jयेक loan amount को
pass )कया जाता है bank के &वारा बहुत कुछ consideration करने के बाद और साथ म% bank क profit
को secure करने के उपरांत ह.
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वह bank अपने customers को advances भी (दान करता है . ये सभी ब1स के primary functions हो होते
ह. वह bank (दान करते ह services जैसे क overdraft, cash credits, loans, और discounting करना bill
of exchange पर.
च"लए अब थोड़ी बहुत जानकार (ाAत करते ह क बक के महJवपूण secondary functions 1या ह :
1. एजसी के काय6
Bank एक (कार से agent होते ह अपने customers के "लए जहाँ क ये अपने customer के behalf से पैसे
invest करते ह. एक agent के तोर पर काम करने से ये customer के बहुत से काम करते ह जैसे क
transfer करना funds, cheques क collection करना, periodic payments भरना, portfolio management
करना, periodic collections करना, और दस
ु रे agency functions.
ये सभी functions बक के secondary functions होते ह.
Bank बहुत से utility functions भी करते ह. कुछ सबसे महJवपूण utility functions ह, drafts को issue
करना, letter of credits, locker क facility (दान करना, underwriting करना shares क, foreign exchange
से deal करना, project reports, social welfare programs चलाना, और दस
ु रे utility functions.
Banks दस
ु रे services जैसे क safe deposit locker facilities, safe custody facilities और demat accounts भी
(दान करती है.
Demat account के खोलने से account holder आ सानी से trade कर सकता है stock exchange म% या
money market म% directly. वह customer िजनके पास demat account है वो directly ह share market से
shares को buy या sell कर सकते ह.
General Utility Functions को Social development functions भी कहा जाता है. कुछ areas म% , banks
आ पक काफ मदद करता है सभी (कार के transactions म% िज$ह% ह आ पको करने पड़ते आ गे चलकर.
भारतीय Yरज़व बक (Reserve Bank of India-RBI) क Bथापना भारतीय Yरज़व बक अNध0नयम, 1934 के
(ावधान के अनस
ु ार 1 अ(ैल, 1935 को हुई थी।
य&यGप (ारं भ म% यह 0नजी Bव"मJव वाला था, वष 1949 म% RBI के रा_`यकरण के बाद से इस पर
भारत सरकार का पण
ू Bवा"मJव है।
&Aतावना
भारतीय Yरज़व बक क (Bतावना म% बक के मूल काय इस (कार वaणत )कये गए ह:
“भारत म% मौ>^क िBथरता (ाAत करने क bि_ट से बक नोट के 0नगम को Gव0नय"मत करना तथा
(ारcdत 0नNध को बनाए रखना और सामा$य Lप से दे श के >हत म% म^
ु ा एवं ऋण (णाल को संचा"लत
करना, अJयNधक ज>टल अथfयवBथा क चुनौती से 0नपटने के "लये आ ध0ु नक मौ>^क नी0त gेमवक
रखना, व&
ृ Nध के उ&दे hय को /यान म% रखते हुए मi
ू य िBथरता बनाए रखना।”
कB:य बोड6
Yरज़व बक का कामकाज क%^य 0नदे शक बोड &वारा शा"सत होता है। भारत सरकार के भारतीय Yरज़व
बक अNध0नयम के अनुसार इस बोड क 0नयिु 1त/नामन चार वष के "लये होती है।
गठन
o सरकार 0नदे शक
गैर:सरकार: Fनदे शक
&मुख काय6
उ&दे hय: Gवकास के उ&दे hय को /यान म% रखते हुए मूiय िBथरता बनाए रखना।
Yरज़व बक यह काय GवOीय पयवेdण बोड (Board for Financial Supervision-BFS) के >दशा-0नदm श के
अनुसार करता है। इस बोड क Bथापना भारतीय Yरज़व बक के क%^य 0नदे शक बोड क एक स"म0त के
Lप म% नवंबर 1994 म% क गई थी।
क%^ सरकार &वारा धारा 45ZB के तहत ग>ठत मौ>^क नी0त स"म0त (Monetary Policy Committee-
MPC) मु^ाBफ0त लSय को हा"सल करने के "लये आ वhयक नी0तगत 'याज दर 0नधाYरत करती है।
पहले यह काम Yरज़व बक के गवनर &वारा )कया जाता था।
2. .वIीय &णाल: का .वFनयामक और पय6वेJक (Regulator and Supervisor of the Financial System)
उ&दे hयः (णाल म% लोग का Gवhवास बनाए रखना, जमाकOाओं के >हत क रdा करना और आ म
जनता को )कफायती ब)कं ग सेवाएँ उपल'ध कराना।
उ&दे hयः Gवदे श fयापार और भुगतान को सुGवधाजनक बनाना एवं भारत म% Gवदे शी मु^ा बाज़ार का
n"मक Gवकास करना तथा उसे बनाए रखना।
यह कर% सी जार करता है और उसका Gव0नमय करता है अथवा पYरचालन के योqय नहं रहने पर
कर% सी और "स1क को न_ट करता है।
उ&दे hय : आ म जनता को अrछs गुणवOा वाले कर% सी नोट और "स1क क पयाAत माkा उपल'ध
कराना।
.वकासा4मक भू;मका
रा_`य उ&दे hय क सहायता के "लये fयापक Bतर पर (ोJसाहक काय करना।
संबं=धत काय6
सरकार का बकर : क%^ और रा9य सरकार के "लये यह fयापार बक क भू"मका अदा करता है;
उनके बकर का काय भी करता है।
वा.ष6क रपोट6
वाGषक Yरपोट Yरज़व बक क सांGवNधक Yरपोट (Statutory Report) है और इसे हर वष अगBत म% जार
)कया जाता है।
यह Yरज़व बक के क%^य 0नदे शक मंडल क भारत सरकार को (Bतुत क जाने वाल Yरपोट है और
इसम% शा"मल होते ह;
यह भी क%^य बक &वारा (Bतुत )कया जाने वाला सांGवNधक (काशन (Statutory Publication) है।
वाGषक Lप से (Bतुत यह दBतावेज़ Gपछले वष के "लये GवOीय dेk क नी0तय और काय 0न_पादन
क समीdा है।
RBI अ=धFनयम क धारा 7(1) के तहत क%^ सरकार Yरज़व बक के गवनर से परामश कर बक को ऐसे
>दशा-0नदm श दे सकती है, जो जनता के >हत म% आ वhयक ह।
सेशन 7(2) के तहत इस तरह के )कसी भी >दशा-0नदm श के बाद बक का काम एक क%^य 0नदे शक
मंडल को सtप >दया जाएगा। यह 0नदे शक मंडल बक क सभी शि1तय का उपयोग कर सकता है
और Yरज़व बक &वारा )कये जाने वाले सभी कायX को कर सकता है।
तथाGप RBI को हमेशा एक BवायO 0नकाय के Lप म% दे खा जाता है, जो सभी वाaणि9यक बक- चाहे
वह पीएसबी हो या 0नजी बक या Gवदे शी बक, हे तु एक समv 0नकाय है।
इसम% न केवल मौ>^क नी0त तैयार करने क शि1तयाँ ह 0न>हत ह, बिiक सभी बक के कामकाज
क 0नगरानी संबंधी शि1तयाँ भी 0न>हत ह।
Gपछले कुछ समय से Yरज़व बक और क%^ सरकार के बीच क%^य बक क BवायOता के मसले को
लेकर टकराव क िBथ0त बनी हुई है। इसके मुKय कारण ह: गैर-0न_पा>दत आ िBतय क जाँच के
संबंध म% RBI क Gवफलता, सKत मौ>^क नी0त के कारण अथfयवBथा म% तरलता क कमी क
समBया, RBI &वारा ब)कं ग (णाल म% सुधार हे तु )कये गए सुधाराJमक उपाय, िज$ह% सरकार &वारा
बहुत सकाराJमक नहं माना गया, आ >द।
ऋण(Loan) या है ?
आ सान भाषा म% लोन एक ऐसी रा"श है िजसे एक 0निhचत समय म% वापस करने के भरोसे के साथ
उधार "लया जाता है. बक एक ऋणदाता(lender) के Lप म% काय करते ह और उधार द गई रा"श पर
एक 0निhचत दर से 'याज वसूलते ह. लोन के मूल "स&धांत पर ह बक काय करते ह, इसी"लए बक
&वारा >दए गए ऋण को एक परसंप.I माना जाता है. दे श का Gवकास करने और कारोबार बढ़ाने के
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"लए बक को Gव"भ$न सरकार नी0तय और RBI क नी0तय &वारा पैसे उधार दे ने के "लए (ोJसा>हत
)कया जाता है. उधार लेने वाला fयि1त (borrower) समझौते के अनुसार )कBत म% 'याज के साथ
रा"श चुकाता है.
लोन के &कार:
लोन को अrछे से समझने के बाद यह समझना आ वhयक है )क लोन )कतने (कार के होते ह, मK
ु य
Lप से लोन 2 (कार के होते ह.
सुरcdत लोन वे लोन ह, िज$ह% दे ने के "लए बक आ पसे कोई संपGO Nगरवी रखने के "लए कहता है.
अगर आ प तय समय पर लोन नहं चुकाते ह तो ऐसी िBथ0त म% ये बक आ पक Nगरवी रखी गई संपGO
के मा/यम से वसूल सकते ह. मान लिजये )क आ पने लोन के "लए अपना घर Nगरवी रख >दया और
आ प समय पर लोन नहं चुका पाए तो आ पके घर को बेच कर पैसा वसल
ू ा जा सकता है. "स1योड लोन
म% 'याज दर सुरcdत ऋण क तुलना म% कम है.
होम लोन एक ऐसी पYरसंपGO है िजसका उपयोग बक से लोन लेने के "लए )कया जाता है और इस"लए
इसे एक "स1योड लोन माना गया है. य>द कोई fयि1त अपना घर बनाना चाहता है या कोई घर
खरदना चाहता है , तो वह इस लोन के "लए आ वेदन कर सकता है. घर खरदने या बनाने म% बक
ऋणदाता(lender) के Lप म% काय करते ह. ऋण उस घर के आ धार पर >दया जाता है िजसे कोई fयि1त
खरदना या बनाना चाहता है
&ॉपटP लोन
यह लोन भी सरु cdत लोन क Rेणी म% आ ता है . इस लोन म% उधार लेने वाला )कसी (ॉपटy को खरदने
के "लए लोन लेता है. इस िBथ0त म% लोन उस (ोपट के आ धार पर >दया जाता है , िजसे ख़रदा जा रहा
है. अगर तय समय म% लोन लेने वाला fयि1त लोन नहं चुकाता तो बक खरद गई संपGO को ज'त
कर सकता है.
सोने के गहने या MबBकुट (ाचीन काल से सुरcdत ऋण के "लए सबसे अNधक लोकG(य Lप ह. यहां,
सोने के गहने बक म% Nगरवी रख कर आ प लोन ले सकते ह.
अन"स1योड लोन म% बक के पास आ पको कोई संपGO Nगरवी नहं रखनी पड़ती है, यह लोन कज लेने
वाले fयि1त क GवOीय िBथ0त को दे ख कर >दया जाता है. असुरcdत ऋण को "सqनेचर (Signature)
उrच "शdा के "लए Bटूड%Uस Education loans लेते ह . यह लोन कोस क basic fees के साथ-साथ
अ$य खचX जैसे )क आ वास (हॉBटल शi
ु क), परdा शi
ु क आ >द को कवर करता है . इस लोन म% Bतुद%Bत
मुKय उधारकता होते ह, जब)क माता-Gपता, भाई-बहन और प0त / पJनी co-applicants हो सकते ह. यह
लोन Gव"भ$न (कार क "शdा के "लए होते है, जैसे full-time, part-time, graduation, post-
graduation course और vocational course साथ ह Gव"भ$न dेk जैसे management,
engineering, और medicine आ >द.
JेRीय >ामीण बक क शेयर पँूजी FनTन &कार एकR क जाती थी:
सभी (ादे "शक या dेkीय vामीण बक को Yरजव बक ऑफ इि}डया ए1ट क दस
ू र अनुसूची म%
स{म"लत )कया गया है । इसके साथ ह Yरजव बक ने इ$ह% कुछ Yरयायते भी द ह ।
जैसे:
(i) अ$य अनुसूNचत बक के अपनी कुल जमारा"शय का 38 (0तशत तरल स{पGOय के Lप म% रखना
पड़ता है , जब)क (ादे "शक vामीण बक के "लये यह (0तशत केवल 25 ह है ।
(ii) अनुसूNचत बक को अपनी कुल माँग एवं समय दे यताओं का 15 (0तशत नकद के Lप म% रखना
पड़ता है जब)क dेkीय vामीण बक अपनी दे यताओं का केवल 3 (0तशत भाग ह नकद रखते है ।
इसके साथ ह (ादे "शक vामीण बक &वारा कमाये गए 'याज दर आ य कर भी नहं लगता ।
JेRीय >ामीण बक के उ8दे Uय एवं &ब7ध (Objectives and Management of Regional Rural
Banks):
JेRीय >ामीण बक के &मुख उ8दे Uय दो है:
(अ) कृGष, fयापार, वाaण9य, उ&योग तथा अ$य उJपादक कायX के "लए GवO fयवBथा करके vामीण
अथfयवBथा का Gवकास करना, और
(ब) छोटे -छोटे उ&य"मय, "शiपकार, कृGष R"मक तथा छोटे एवं सीमा$त कृषक के "लए साख एवं
अ$य सुGवधाएँ (दान कर उ$ह% साहूकार के चंगुल से बचाना ।
(Jयेक dेkीय vामीण बक सरकार &वारा 0नधाYरत Bथानीय सीमाओं के भीतर ह काय करता है ।
इसका (ब$ध 9 सदBयीय संचालक म}डल &वारा चलाया जाता है । संचालक म}डल का अ/यd सरकार
&वारा 0नयु1त )कया जाता है । dेkीय vामीण बक का (ब$धन संचालक म}डJन &वारा fयावसा0यक
"स&धांत एवं समय-समय पर सरकार &वारा >दये गए आ दे श के अनुसार होता है ।
ये बकस- मरु ादाबाद तथा गोरखपरु (उOर(दे श), "शवानी (हYरयाणा), जयपरु (राजBथान) तथा माiवा (प.
बंगाल) इन dेkीय बक के (ायोिजत fयापाYरक बक nमशः थे- "स}डीकेट बक, Bटे ट बक ऑफ इि}डया,
पंजाब नेशनल बक, यूनाइटे ड काम"शयल बक और यूनाइटे ड बक ऑफ इि}डया ।
दे श म% सव(थम सन ्1975 म% 5 dेkीय vामीण बक क Bथापना क गई थी इसके बाद बक क संKया
म% nमशः व&ृ Nध हुई और यह संKया माच 1981 म% 163 िजल म% 100 और जून 2002 के अ$त म% 451
िजल म% 196 dेkीय vामीण बक हो गई । जून, 1997 म% dेkीय vामीण बक क कुल शाखाएँ 14,405
थी जो बढकर जून 2007 म% 15 हो गई ।
dेkीय vामीण बक को सबसे अNधक शाखाएँ उOर (दे श म% ह, इसके बाद Mबहार और म/य(दे श का
Bथान है । dेkीय vामीण बक क शाखा GवBतार कायnम के अ$तगत यह मानद}ड Bवीकार )कया
गया )क य>द dेkीय vामीण बक के पास केवल एक िजला है तो उसक 25 शाखाएँ और एक से अNधक
िजले होने पर 40 शाखाएँ ह ।
माच, 2001 म% dेkीय vामीण बक क जमारा"श 37,027 करोड *. थी जो )क Gपछले वष क तुलना म%
23.2 (0तशत अNधक थी । कुल जमारा"श म% से 6,499 करोड़ *. या 17.5 (0तशत माँग जमाओ तथा
शेष 30 करोड़ *. या 82.5 (0तशत "मयाद जमाओं का है ।
माच, 2001 के अ$त तक dेkीय vामीण बक &वारा >दये गये ऋण क रा"श, 15,579 करोड *. थी जो
)क Gपछले वष क तुलना म% 23.2 (0तशत अNधक थी । इन बक का ऋण-जमा अनुपात 42.1 (0तशत
रहा । dेkीय vामीण बक ने कुल ऋण एवं अNvम का 47.5 (0तशत भाग कृGष एवं कृGष से स{ब&ध
कायX के "लये >दया उपल'ध आ 1
ँ स के अनुसार माच, 2001 तक इन बक के 0नवेश 7,546 करोड *. के
थे िजसम% से सरकार (0तभू0तय म% 0नवेश क रा"श 1588 करोड़ *. थी । इन बक का 0नवेश जमा
अनप
ु ात 20.4 (0तशत था ।
(ायः कहा जाता है )क घाटे के )कटाणु ज$म के समय से ह dेkीय vामीण बक के शरर म% (वेश कर
गये थे । सन ्1988 म% )कए गए एक अ/ययन से यह तय सह "स&ध होता है )क >दस{बर, 1988 म%
कुल 196 dेkीय vामीण बक म% से 151 घाटे म% एवं शेष 45 बक लाभ का उपावान कर रहे थे । घाटे
म% होने वाले बक म% से अनेक ऐसे बक थे जो )क 10 वषX से अNधक समय से काय कर रहे थे । घाटे
के कारण 117 बक क स{पूण अंश पूंजी डूब चुक थी ।
इन बक &वारा अिजत पYरचालन लाभ 715 करोड *. तथा 0नचला लाभ 589 करोड़ *. था । कुल
आ िBतय म% पYरचालन लाभ का अनप
ु ात 1.47 (0तशत तथा 0नचला लाभ का अनप
ु ात 1.21 (0तशत था
। ये दोन अनप
ु ात Gपछले वषX क तल
ु ना म% अNधक थे ।
JेRीय >ामीण बक को हो रहे घाटे के कुछ &मुख कारण FनTन &कार ह:
(v) Bथानीय आ धार होने के कारण अ0नय"मतताएँ एवं भ_ृ टाचार आ >द ।
fयापाYरक बक के समान ह dेkीय vामीण बक क एक (मुख समBया गैर-0न_पादक आ िBतय का
होना है । य&यGप Gपछले कुल वषX म% इनम% कमी आ ई है , तथाGप अभी भी यह एक ज>टल समBया बना
हुई है । उपल'ध आ कड़ के अनुसार माच, 1996 म% dेkीय vामीण बक क गैर-0न_पादक आ िBतय
(NPAs) का अनुपात 43.1 था, जो घट कर 1997 म% 36.8 (तीशत, 2000 म% 23.2 (0तशत एवं 2001 म%
19.2 (0तशत रह गया ।
JेRीय >ामीण बक क काय6&णाल: म सुधार के &यास (Attempts for Developments in the
Working of Regional Rural Banks):
अपनी Bथापना के समय से भी dेkीय vामीण आ लोचना म% रहे ह । सव(थम सन ्1977 म% भारत
सरकार के ब)कं ग Gवभाग ने इन बक क उपयोNगता के (0त कुछ स$दे ह (कट )कए थे । तक यह था
)क चँ)ू क सावज0नक dेk के बक बड़े पैमाने पर पहले से ह vामीण dेk म% साख (दान कर रहे है अतः
vामीण dेkीय बक क कोई आ वhयकता नहं है ।
)क$तु द$तवाला स"म0त एवं जे{स राज स"म0त ने इन बक का परू ा समथन )कया तथा इनके Gवचार
पर बता >दया । इस स$दभ म% यह उiलेखनीय है )क जे{स राज स"म0त ने सन ्1978 म% यह सझ
ु ाव
>दया था )क dेkीय vामीण बक को धीरे -धीरे fयापाYरक बक क vामीण शाखाओं को अपने (ब$ध म%
ले लेना चा>हए । 8 माच, 1979 को भारत सरकार ने dेkीय vामीण बक का सच
ू ना 0नयंkण Yरजव बक
को हBता$तYरत कर >दया ।
Yरजव बक के मागदशन म% dेkीय vामीण बक ने अपनी काय(णाल म% सुधार करने का (यास )कया ।
वष 1979-80 के दौरान इन बक ने अपनी vाहक के "लए अ$य ब)कं ग सेवाएँ, जैसे- चेक एवं Mबल क
वसूल, बक ाट जार करना आ >द (ार{भ क । )क$त,ु इससे भी dेkीय vामीण बक क आ Nथक
(अ) कुल 188 dेkीय vामीण बक म% से 49 बक का छोडकर (जो लाभ क िBथ0त थी) शेष सभी
vामीण बक घाटे म% चल रह है ।
(ब) कृGष एवं vामीण Gवकास के रा_`य बक (नाबाड), जो इन बक क अंशपँज
ू ी का 50 (0तशत भाग
दे ता है, ने यह इrछा (कट क थी )क इन बक क दे खभाल करने के उOरदा0यJव से उसे मु1त कर
>दया जाये।
(स) dेkीय vामीण बक के कमचाYरय एवं fयापाYरक बक के कमचाYरय के वेतन, भO एवं अ$य
सेवा शतX म% भार असमानताएँ पायी जाती है । फलतः dेkीय vामीण बक के "लए योqय एवं अनुभवी
कमचार (ाAत नहं होते ।
य&यGप Yरजव बक ने (ाथ"मक अनुसNू चत बक म% dेkीय vामीण बक के Gवलय क "सफाYरश क थी,
तथाGप भारत सरकार ने इस सुझाव को अ{बीकार कर
>दया । यहाँ यह भी उiलेखनीय है )क कनाटक सरकार ने Yरजव बक क "सफाYरश का Gवरोध करते हुए
कहा था )क ”यह एक Gवपरत गामी एवं 0नधन Gवरोधी कदम होगा ।”
पुनः भारत सरकार के अनुरोध पर Yरजव बक ने Rी ए.एम खुसरो क अ/यdता म% भारत म% vामीण
ऋण के समv dेk क जाँच करने के 0नयु1त स"म0त के dेkीय vामीण बक के बारे म% vामीण बक
के बारे म% सुझाव दे ने के बारे म% सुझाव दे ने को कहा इस स"म0त ने अगBत, 1989 म% अपना (0तवेदन
(Bतुत )कया ।
फलतः dेkीय vामीण बक क काय(णाल म% सुधार करने और उ$ह% आ Nथक bि_ट से सdम बनाने के
"लए अनेक नी0तमय उपाय )कए गए । इन उपाय म% हा0न उठाने वाल शाखाओं के Gवलयन स>हत
साखाओं का उNचत 0नधारण करने, सरकार &वारा अ0तYर1त सहायता दे कर dेkीय vामीण बक का
इस योजना म JेRीय >ामीण बक को युितयुत बनाने के ;लए FनTन;ल[खत माग6दश6क ;स8धांत
बनाए गए:
(i) िजन 70 dेkीय vामीण बक )क संGवतरण रा"श वष 1992-93 म% 2 करोड़ *. कम रह थी उ$ह% सेवा-
dेk के दा0यJव से मु1त करना,
(ii) वष 1992-93 म% >दये गये कुल ऋण के 40 (0तशत के उनके गैर-लSय समूह के GवO घोषणा को
बढाकर 60 (0तशत करना,
(iii) dेkीय vामीण बक को नुकसान पहुंचाने वाल मौजद ू ा शाखाओं का Bथान बदल कर उ$ह%
Gवकासखंड, िजला मुKयालय, मि}डय, कृGष उJपादन के$^ जैसी जगह पर हBता$तYरत करना,
(iv) dेkीय vामीण बक को अपना fयावसाय बढाने के "लये GवBतार काउं टर खोलने क अनुम0त दे ना,
(v) dेkीय vामीण बक के कायकलाप म% सुधार करना तथा गहराई लाना िजससे उनके fयावसाय का
GवBतार हो सके ।
इसके साथ ह नाबाड को यह दा0यJव सtपा गया )क वह dेkीय vामीण बक क काय-(णाल म%
आ वhयक सुधार जाए । फलतः dेkीय vामीण बक क वसूल क अस$तोषजनक िBथ0त म% सुधार लाने
के "लये नाबाड ने उनके कामकाज के महJवपूण मानद}ड, जैसे- उJपादकता, नकद (ब$धन, अNvम
दे ना, वसूल के 0न_पादन के 0तमाह आ धार पर 0नगरानी रखना (ार{भ )कया ।
इसके साथ ह नाबाड dेkीय vामीण बक को सभी dेk म% सुधार करने एवं आ वhयकतानुसार
उपचाराJमक उपाय करने के "लए (ेYरत कर रहा है dेkीय vामीण बक को Gवकास काय योजनाओं के
मा/यम से पुनजीGवत करने क ()nया अ(ैल, 1994 म% आ र{भ गई, ता)क एक आ वत< योजना क
संकiपना के आ धार पर 5 वषX क अवNध म% इनके योजनाब&ध Gवकास के "लए fयापक bि_टकोण
सु0निhचत )कया जा सके ।
इस (योजन के "लए (ार{भ म% कुल 196 dेkीय vामीण बक म% से 49 बक का पता लगाया गया है ।
वष 1994-95 म% के$^ सरकार ने dेkीय vामीण बक को सुbढ़ बनाने के उ&दे hय से 6 चरण म% पँज
ू ी
उपल'ध कराने क योजना बनाई और (थम चरण म% 300 करोड़ क पूंजी उपल'ध कराई गई ।
तदप
ु रा$त, वष 1995-96 म इन बक को 447 करोड *. क पँज
ू ी उपल'ध कराई गई । dेkीय vामीण
बक म% नई पँज
ू ी लगाने के उJसाहनजक पYरणाम >दखाई >दए । फलतः सरकार ने वष 1996-97 म%
400 करोड *. तथा 1997-98 म% 90 dेkीय बक को पुन 400 करोड *. क पँज
ू ी (दान क गई ।
dेkीय vामीण बक क Bथापना के बाद से आ लोचना क जाती रह है तथा आ लोचक का यह सझ
ु ाव
रहा है )क इ$ह% (ायोजक बक को हBता$तYरत कर >दया जाना चा>हए । सरकार ने हमेशा dेkीय
vामीण बक का पd "लया और उ$ह% सb
ु ढ़ बनाने क घोषणा क । )क$तु Bथापना के 20 वष बाद, यथा
1994-95 से ह 102 ठोस उपाय )कए गए ।
के$^य सरकार ने 1994-95 से 2000-01 के वषX म% जोGवOीय सहायता इन बक को द है तथा नाबाड
ने इनक काय(णाल म% सुधार के जो (यास )कए, उससे उJसाह वधक पYरणाम दे खने म% आ ए ह ।
dेkीय vामीण बको के Gपछले 5 वषX के आ क
ँ ड़ से यह सकेत "मलता है )क मुनाफे एवं समv लाभ
अनुपात म% सुधार हुआ है ।
RBI ने लोन के "लए कई dेk को (ाथ"मकता द है और बक को कुछ 0निhचत लSय >दए गए ह,
िजसके अनुसार बक को इन dेk म% लोन उपल'ध कराने के "लए (ाथ"मकता दे नी चा>हए
इन JेR म ]याज दर समय-समय पर RBI के बकं ग .वFनयमन .वभाग 8वारा जार: Fनद^ श के आ धार
पर तय क जाती है
As notified by RBI on on December 28, 2018, given below are categories under priority sector
(i) कृGष (Agriculture)
(ii) माइnो (सूSम), लघु और म/यम उ&यम (Micro, Small and Medium Enterprises)
(iii) 0नयात ऋण (Export Credit)
(iv) "शdा (Education)
(v) आ वास (Housing)
BEWAL CLASSES JAIPUR 9828013714, 9828165558 19
(vi) सामािजक बु0नयाद संरचना (Social Infrastructure)
(vii) नवीकरणीय ऊजा (Renewable Energy)
(viii) अ$य (Others)
श*
ु आ ता म% जब priority sector lending क बात रखी गई थी, तब कोई Gवशेष लSय 0नधाYरत नहं )कये
गए थे. पहल बार सन 1974 के नव{बर म% इन dेk का >हBसा बढ़ाने क सलाह गी गई. RBI ने 2016-
17 से 2019-20 तक &Fत वष6 ANBC के के 2 &Fतशत का अFतरत priority sector lending का टारगेट
रखा है. जो अब 40% पहुँच गया है.
(ाथ"मकता dेk के तहत बक के "लए लSय और उप-लSय नीचे >दए गए ह:
कुल कुल ANBC म% से समायोिजत नेट बक nेuडट का 2020 तक समायोिजत नेट बक nेuडट या
&ाथ;मकता- 40 (0तशत या ऑफ-बैल%स शीट ए1सपोजर क ऑफ-बैल%स शीट ए1सपोजर के समायोिजत
&ा'त JेR nेuडट समतुiय रा"श, गणना के बाद जो भी ANBC के कुल (0तशत का 40 (0तशत, जो
(Total अNधक होगा, माना जाएगा भी गणना के बाद अNधक है, 2020 तक
Priority
चरणब&ध तरके से (ाAत )कया जाना है
Sector)
Agriculture - कृ.ष
RBI के अनुसार, कृGष के अंतगत आ ने वाल ग0तGवNधय को तीन उप-Rेaणय के अंतगत वग<कृत )कया
गया है- कृ.ष ऋण(Farm credit), कृ.ष बुFनयाद: ढाँचा(Agriculture infrastructure) और सहायक
गFत.व=धयाँ(Ancillary activities)
• वे लोग जो individual farmers ह (िजनम% Bवयं सहायता समूह (SHG) या संयु1त दे यता समूह
(JLGs) शा"मल ह, अथात fयि1तगत )कसान के समूह, बशतm )क बक ऐसे ऋण का अलग से 'योरा रखते
ह] कृGष और इससे संबंNधत सेवाओं म% अथात डेयर:, म4Aय पालन, पशप
ु ालन, मुग2 पालन, मधुमखी
पालन और सेर:कQचर.
माइdो, लघु और मeयम उ8यम(MSME) RBI के अनुसार, सूSम लघु और म/यम उ&यम मंkालय &वारा
अNधसूNचत 0नवेश क सीमाएँ नीचे द गई ह:
• सू_म उ8योग के ;लए : सीमा एक करोड़ *पये का 0नवेश और पांच करोड़ fपये का टन6ओवर
• छोटे उ8योग के अंतगत : 10 करोड़ का Fनवेश और 50 करोड़ fपये का टन6ओवर वाले उ&योग
• वहं, मeयम उ8योग क Rेणी म% : 20 करोड़ fपये Fनवेश और 250 करोड़ fपये टन6ओवर वाले
उ&योग आ एंगे.
Education -;शJण.
Housing- आ वास
• (0त पYरवार 0नवास dेk क खरद/ 0नमाण करने के "लए fयि1तय को महानगरय क%^ (दश
लाख और उससे अNधक क आ बाद वाले) म% ₹ 35 लाख तक का लोन और अ7य कB म ₹ 25 लाख
तक का लोन बशतm 0नवास dेk क समv सीमा महानगरय क%^ और अ$य क%^ म% nमश: ₹ 45 लाख
(ाथ"मकता dेk के लSय को (ाAत करने के "लए Export Credit को 20 से कम शाखाओं वाले Gवदे शी बक
&वारा बढ़ाया जाता है.
Others
• बक &वारा fयि1तय और उनके SHG/JLG को सीधे >दए जानेवाले (0त उधारकता ₹ 50,000/- या
इससे कम के लोन बशतm उधारकता क घरे लू वाGषक आ य vामीण dेk म% ₹ 0.1 ;म;लयन से अNधक न
हो और गैर-vामीण dेk म% यह ₹ 0.16 ;म;लयन से अNधक न हो.
िजनक fयि1तगत कज सीमा ₹ 0.1 "म"लयन से अNधक न हो, ऐसे vामीण और कुटर उ&योग,
2.
काhतकार
3. सरकार &वारा (ायोिजत योजनाओं जैसे रा_`य vामीण आ जीGवका "मशन (NRLM), रा_`य शहर
आ जीGवका "मशन (NULM) और Bवrछकार क पुनवास के "लए Bव-रोजगार योजना (SRMS) के
अंतगत लाभाथ<
&मुख gबंद:ु
RBI &वारा (ाथ"मकता (ाAत dेk के दायरे का GवBतार करते हुए इसम% Bटाट अप के "लये 50 करोड़
*पए तक का GवOपोषण और कृGष dेk म% सौर ऊजा चा"लत पंप तथा संपीuड़त बायोगैस संयंk क
Bथापना के हे तु ऋण को भी शा"मल कर >दया गया है।
‘छोटे और सीमांत )कसान’ (Small and Marginal Farmers) तथा ‘कमज़ोर वगX’ के "लये 0नधाYरत
लSय को चरणब&ध तरके से बढ़ाया जा रहा है।
RBI &वारा PSL (ावधान म% हा"लया संशोधन के मा/यम से नवीकरणीय ऊजा के "लये ऋण सीमा को
बढ़ा कर दोगुना कर >दया गया है।
इसके साथ ह RBI &वारा PSL के तहत BवाBय बु0नयाद ढांचे (आ यु_मान भारत स>हत) के "लये
ऋण सीमा को भी दोगुना कर >दया गया है।
RBI के अनस
ु ार, संशोNधत PSL >दशा 0नदm श के मा/यम से ऋण उपल'धता क कमी वाले dेk म%
nेuडट पहुँच को बेहतर बनाने म% सहायता (ाAत होगी।
RBI &वारा PSL >दशा 0नदm श म% पYरवतन का उ&दे hय इसे उभरती रा_`य (ाथ"मकताओं के साथ
संरेaखत करना और समावेशी Gवकास पर /यान क%>^त करना है।
इससे पहले PSL >दशा 0नदm श क समीdा अ(ैल 2015 म% fयावसा0यक बक और मई 2018 म% ‘शहर
सहकार बक’ (Urban Cooperative Banks- UCBs) के "लये क गई थी।
RBI &वारा ‘)कसान उJपादक संगठन’ (Farmers Producers Organisations- FPOs) और कृGष dेk म%
स)nय ‘)कसान उJपादक कंप0नय’ (Farmers Producer Companies- FPCs) के "लये ऊँची ऋण सीमा
का 0नधारण )कया गया है।
साथ ह FPOs और FPCs के "लये उनक उपज के पूव 0नधाYरत मूiय पर Gवपणन का (ावधान भी
)कया गया है।
कृGष dेk के "लये (0त इकाई ऋण क सीमा 2 करोड़ *पए 0नधाYरत क गई है।
RBI के अनस
ु ार, GवOीय वष 2020-21 के दौरान गैर-fयावसा0यक )कसान के "लये 0नधाYरत ऋण
Gवतरण का लSय के तहत ‘समायोिजत 0नवल बक ऋण’ (Adjusted Net Bank Credit-ANBC) या
‘ऑफ-बैल%स शीट ए1सपोज़र क समतi
ु य रा"श’ (Credit Equivalent Amount of Off-Balance Sheet
Exposure-CEOBE) का 12% (जो भी अNधक हो) लागू होगा।
RBI &वारा 1 हे 1टे यर तक क भू"म वाले )कसान को सीमांत )कसान (Marginal Farmers) तथा 1
हे 1टे यर से अNधक और 2 हे 1टे यर से कम क भ"ू म वाले )कसान को छोटे )कसान (Small Farmers)
के Lप म% पYरभाGषत )कया गया है।
नवीकरणीय ऊजा6:
RBI &वारा PSL के तहत नवीकरणीय ऊजा के dेk से संबNं धत ऋण क सीमा को दोगुना कर >दया
गया है।
AवाAiय JेR:
RBI &वारा PSL (ावधान म% )कये गए हा"लया पYरवतन के पhचात टयर II से टयर VI (Tier II to
Tier VI) क%^ म% BवाBय दे खभाल क%^ के 0नमाण के "लये ऋण सीमा को बढ़ाकर 10 करोड़ *पए
तक कर >दया गया है।
RBI &वारा ऋण Gवतरण के संदभ म% dेkीय असमानताओं को दरू करने के "लये संशोNधत PSL >दशा
0नदm श के मा/यम से कुछ महवपूण सुधार )कये गए ह।
इसके तहत (ाथ"मकता वाले dेk म% ऋण क उपल'धता के आ धार पर िज़ल क सूची तैयार क
जाएगी।
इसके आ धार पर (ाथ"मकता वाले dेk के संदभ म% कम ऋण (वाह वाले िज़ल के "लये एक
(ोJसाहन gेमवक का 0नमाण )कया जाएगा।
इसके मा/यम से कम ‘(0त fयि1त PSL’ वाले दे श के लगभग 184 िज़ल को लाभ (ाAत होगा।
RBI &वारा दोन Rेaणय के बक क सूची जार कर द गई है। यह सूची GवOीय वष 2023-24 तक
वैध रहे गी, िजसके बाद इसक पुनः समीdा क जाएगी।
जो िज़ले इन दोन सNू चय म% नहं शा"मल ह उ$ह% पूव क तरह 100% भारांश (ाAत होता रहे गा।
लाभ:
PSL के तहत अलग-अलग dेk के "लये 'याज क दर "भ$न होती है परं तु सामा$य ऋण क तुलना
म% यह अNधक सBता और सुलभ माना जाता है।
RBI के अनस
ु ार , इसके मा/यम से छोटे और सीमांत )कसान तथा कमज़ोर वगX के "लये ऋण क
उपल'धता बढ़े गी, साथ ह नवीकरणीय ऊजा एवं BवाBय dेk से जुड़े ब0ु नयाद ढांचे के "लये ऋण को
बढ़ावा >दया जा सकेगा।
RBI के इस कदम से vामीण dेk क अथfयवBथा को ग0त (दान करने म% सहायता (ाAत होगी।
(ाथ"मकता (ाAत dेk से आ शय ऐसे dेk से है िज$ह% भारत सरकार तथा भारतीय Yरज़व बक &वारा
दे श क बु0नयाद ज़Lरत के Gवकास के "लये महवपूण माना जाता है तथा इसके कारण उ$ह% अ$य
dेk क अपेdा अNधक (ाथ"मकता द जाती है।
कृGष, ‘सूSम, लघु और म/यम उ&यम’, 0नयात ऋण, "शdा, आ वास, सामािजक अवसंरचना, नवीकरणीय
ऊजा, अ$य।
RBI के (ावधान के अनुसार, सभी fयावसा0यक बक (Bथानीय और Gवदे शी) के "लये अपने कुल
‘समायोिजत 0नवल बक ऋण’ (Adjusted Net Bank Credit- ANBC) का 40% PSL के "लये 0नधाYरत
करना अ0नवाय है।
dेkीय vामीण बक और छोटे GवOीय बक को अपने ANBC का 70% PSL के "लये आ वं>टत करना
अ0नवाय है।
)कसान nेuडट काड (KCC) का छोटे )कसान के "लए बेहद काम क योजना है. इसके जYरए )कसान को
1.6 लाख *पये का लोन Mबना गारं ट के >दया जा रहा है . वहं 5 साल म% )कसान इसके जYरए 3 लाख
*पये तक का लोन ले सकते ह. इस काड म% 'याज दर भी बेहद कम 4 फसद सालाना है. ले)कन इसके
"लए पीएम )कसान म% आ पका खाता खुला होना जLर है.
)कसान nेuडट काड के जYरए )कसान 5 साल म% 3 लाख *पये तक का लोन शॉट टम लोन ले सकते ह.
वैसे तो 9 फसद क दर पर लोन "मलता है, ले)कन सरकार इसपर 2 फसद क सि'सडी दे ती है. इस
"लहाज से यह 7 फसद हुआ . वहं अगर )कसान इस लोन को समय पर लौटा दे ता है तो उसे 3 फसद
क और छूट "मल जाती है. यानी इस शत पर उसको लोन पर महज 4 फसद 'याज दे ना होता है.
5 साल क वै;ल\डट:
)कसान nेuडट काड क वै"लuडट 5 साल क है. 1.6 लाख *पये तक का लोन अब Mबना गारं ट "मल रहा
है. इसके पहले यह "ल"मट 1 लाख *पये थी. सभी केसीसी लोन पर अNधसूNचत फसल /अNधसNू चत dेk,
फसल बीमा के अंतगत कवर )कए जाते ह.
)कसान nेuडट काड के "लए अगर आ वेदन करना है तो इसके "लए पीएम )कसान स{मान 0नNध म%
अकाउं ट होना जLर है. "सफ वह vाहक सरकार क इस योजना का फायदा ले सकते ह.
• 1.60 लाख *पये तक के लोन Mबना )कसी "स1योYरट/ सुरdा के (दान )कया जाता है
• भुगतान अवNध फसल क कटाई और fयापार अवNध पर आ धाYरत होती है िजसके "लए
लोन रा"श ल गई थी
• )कसान अपने )कसान nेuडट काड (Kisan Credit Card) अकाउं ट म% बचत पर उrच 'याज
दर (ाAत करते ह
)कसान nेuडट काड (Kisan Credit Card) के "लए आ वेदन करने के "लए यहाँ योqयता शत है:
• सभी )कसान जो अकेले या अNधक fयि1त के साथ "मलकर खेती या खेती संबNं धत काय करते ह
• Bवयं सहायता समूह या संयु1त दे यता समूह िजसम% )करायेदार )कसान या बटाईदार शा"मल ह
• )कसान को 5,000 *. और उससे अNधक के उJपादन लोन के "लए योqय होना चा>हए, और )फर वह )कसा
न nेuडट काड का हकदार होगा
• ऐसे सभी )कसान जो फसल उJपादन या )कसी भी संब&ध ग0तGवNधय के साथ–साथ गैर–
कृGष ग0तGवNधय के "लए शाट -टम लोन के "लए योqय ह
नाबाड एक Gवकास बक है जो (ाथ"मक तौर पर दे श के vामीण dेk पर /यान क%>^त करता है। यह
कृGष एवं vामीण Gवकास हे तु GवO (दान करने के "लये शीष ब)कं ग संBथान है। इसका मK
ु यालय दे श
क GवOीय राजधानी मंब
ु ई म% अविBथत है। कृGष के अ0तYर1त यह छोटे उ&योग, कुटर उ&योग एवं
vामीण पYरयोजनाओं के Gवकास के "लये उOरदायी है। यह एक सांGवNधक 0नकाय है िजसक Bथापना
वष 1982 म% राYm:य कृ.ष और >ामीण .वकास बक अ=धFनयम, 1981 के तहत क गई थी।
काय6
नाबाड के कायnम का उ&दे hय vामीण भारत म% .व;शYट ल_य उ7मुख .वभाग (Specific Goal
Oriented Departments) के मा/यम से GवOीय समावेशन को सश1त करना है िजसे fयापक Lप म%
तीन शीष भाग .वIीय, .वकास एवं Fनर:Jण म% वग<कृत )कया जा सकता है।
यह vामीण आ धारभत
ू संरचना के 0नमाण हे तु GवOीय सहायता (दान करता है।
यह िज़ला Aतर:य ऋण योजनाएँ (district level credit plans) तैयार करता है ता)क उपरो1त लSय को
(ाAत करने म% ब)कं ग उ&योग को 0नदm "शत एवं (ेYरत )कया जा सके।
o CBS 'लेटफॉम6 अथा6त ् कोर बकं ग सॉQयूशन pांच का नेटवक6 है जो vाहक को उनके अकाउं Uस के
संचालन म% समथन करता है और CBS नेटवक पर मौजद
ू ा बक क )कसी भी ांच से ब)कं ग सेवाएँ
(दान करता है।
इसका उ&दे hय क%^ सरकार क Gवकास योजनाओं क uडज़ाइ0नंग एवं उनके )nया$वयन म% 0न>हत है।
o ये अंतरा_`य भागीदार संगठन GवOीय सहायता एवं सलाहकार सेवाएँ (दान करने म% एक (मुख
सलाहकार क भू"मका 0नभाते ह ता)क Gव"भ$न कृGष ()nयाओं के अनुकूलन एवं vामीण लोग के
उJथान को सु0निhचत )कया जा सके।
इFतहास
vामीण अथfयवBथा के Gवकास हे तु संBथागत ऋण का महव सरकार के 0नयोजन के (ारं "भक दौर
से ह Bप_ट हो जाता है। इसी nम म% वष 1979 म% ताJका"लक योजना आ योग के सदBय Rी बी.
;सवरामन क अ/यdता म% भारत सरकार के आ vह पर भारतीय Yरज़व बक ने कृ.ष एवं >ामीण
.वकास के ;लये संAथागत ऋण क qयवAथा क समीJा करने हे तु एक स"म0त का गठन )कया।
o स"म0त &वारा vामीण Gवकास से जुड़े ऋण संबंधी मु&दे पर /यान क%>^त करने हे तु संगठनाJमक
उपकरण क आ वhयकता रे खां)कत )कया गया।
o इसके पYरणामBवLप वष 1982 म% राYm:य कृ.ष >ामीण .वकास बक अ=धFनयम, 1981 के तहत एक
सांGवNधक 0नकाय के Lप म% नाबाड क Bथापना क गई।
इसक आ रं "भक पैड अप कै.पटल (Paid Up Capital) 100 करोड़ *पए थी िजसम% भारतीय Yरज़व बक
एवं भारत सरकार क >हBसेदार 50:50 थी।
नाबाड क Bथापना से पहले RBI भारतीय vामीण अथfयवBथा को ऋण सुGवधा (दान करने हे तु शीष
0नकाय था।
o इसके पYरणामBवLप भारत म% कृGष और vामीण Gवकास के संदभ म% एक शीष Gवकास GवOीय
संBथान के Lप म% नाबाड क Bथापना क गई।
भारतीय Yरज़व बक क तीन संBथाओं के कायX को नाबाड को हBतांतYरत कर >दया गया है। ये तीन
संBथाएँ ह:
(1) कृGष ऋण Gवभाग (Agricultural Credit Department- ACD): भारतीय Yरज़व बक अपने कृGष ऋण
(2) vामीण योजना एवं nेuडट सेल (Rural Planning and Credit Cell - RPCC): यह वष 1979 से
ह JेRीय >ामीण बक (Regional Rural Banks-RRBs) के साथ सहयोग कर रहा है।
(3) कृGष पुनGवO एवं Gवकास कॉरपोरे शन (Agricultural Refinance and Development Corporation -
ARDC): भारतीय Yरज़व बक ने वष 1963 म% एक पुनGवO एज%सी के Lप म% काय करने के "लये कृ.ष
पुन.व6I कॉरपोरे शन (Agricultural Refinance Corporation-ARC) क Bथापना क। इस एज%सी का काय
कृGष Gवकास के "लये 0नवेश ऋण क आ वhयकताओं को पूरा करना है।
o वष 1975 म% कृGष dेk म% Gवकास एवं संव&धन को बढ़ावा दे ने के "लये ARC का नाम बदलकर
कृGष पुनGवO एवं Gवकास कॉरपोरे शन (ARDC) कर >दया गया था।
o उपरो1त संशोधन अNध0नयम &वारा क%^ सरकार को नाबाड क अNधकृत पूंजी को 5000 करोड़ *पए
से 30000 करोड़ *पए तक बढ़ाने का अNधकार >दया गया है।
o नाबाड6 क पूंजी म बढ़ोतर:: 1981 के अNध0नयम के तहत नाबाड क पूंजी 100 करोड़ *पए तक हो
सकती है। इस पूंजी को क%^ सरकार &वारा भारतीय Yरज़व बक के साथ परामश करके आ गे 5000
करोड़ तक बढ़ाया जा सकता ह। यह अNध0नयम क%^ सरकार को नाबाड क पूंजी को 30000 करोड़
*पए तक बढ़ाने क अनुम0त दे ता है।
o कB सरकार को भारतीय रज़व6 बक के GहAसे का हAतांतरण: 1981 केअNध0नयम के तहत क%^
सरकार एवं Yरज़व बक ऑफ इंuडया दोन के पास नाबाड क शेयर पंज
ू ी का कम-से-कम 51%
>हBसा होना चा>हये। अNध0नयम के अनस
ु ार, क%^ सरकार के पास अकेले नाबाड क शेयर पंज
ू ी का
51% >हBसा होना चा>हये। अNध0नयम भारतीय Yरज़व बक क शेयर पूंजी को क%^ सरकार को
हBतांतYरत करता है।
o सू_म, लघु और मeयम उ8यम (MSME): वष 1981 अNध0नयम के तहत नाबाड 20 लाख *पए तक
के 0नवेश वाले उ&यम को मशीनर और संयंk के "लये ऋण एवं दस
ू र सुGवधाएँ दे ता है। संशोNधत
अNध0नयम मै$युफै1चYरंग dेk म% 10 करोड़ *पए तक के और सेवा dेk म% 5 करोड़ *पए तक के
0नवेश वाले उ&योग को इसम% शा"मल करता है।
o वष 1981 अNध0नयम के तहत लघु उ&यम के Gवशेष को नाबाड के 0नदे शक बोड और सलाहकार
पYरषद म% शा"मल )कया जाता है। इसके अ0तYर1त लघु Bतरय, छोटे एवं Gवक%>^त dेk को ऋण
दे ने वाले बक नाबाड से GवOीय सहायता (ाAत कर सकते ह। अNध0नयम इन (ावधान म% सूSम,
लघु और म/यम उ&योग को शा"मल करता है।
नाबाड6 और RBI
नाबाड, dेkीय vामीण बक एवं रा9य कोऑपरे >टव बक &वारा नई शाखाओं को खोलने एवं 0नजी बको
के लाइस%स के म&
ु द पर भारतीय Yरज़व बक को अनुशस
ं ा करता है।
शासन
Fनदे शक बोड6
बोड 0नदे शक &वारा नाबाड के मामल को 0नयंMkत )कया जाता है। बोड 0नदे शक क 0नयुि1त भारत
सरकार &वारा नाबाड अNध0नयम के तहत क जाती है। 0नदे शक का चुनाव Yरज़व बक के अलावा
अ$य शेयरधारक, क%^ सरकार &वारा 0नयंMkत अ$य संBथाओं एवं क%^ सरकार &वारा )कया जाता है।
एक अ/यd
o vामीण अयवBथा
o vामीण Gवकास
o लघु उ&योग
o या ऐसा fयि1त िजसके पास कोऑपरे >टव बक, dेkीय vामीण बक या fयावसा0यक बक म% काय
करने का अनुभव हो।
o या )कसी भी अ$य Gवशेष ान या पेशेवर अनुभव हो िजसे क%^ सरकार रा_`य बक के "लये
उपयोगी मानती हो।
अ/यd एवं अ$य 0नदे शक (शेयरधारक एवं कB सरकार के अ=धकारय 8वारा चुने हुए लोग को
छोड़कर) क 0नयुि1त क%^ सरकार भारतीय Yरज़व बक के परामश से करती है।
काय6कार: स;मFत
बोड 0नदे शक एक कायकार स"म0त का गठन कर सकता है िजसम% 0नदे शक (कायकार 0नदे शक) क
संKया 0नधाYरत क जा सकती है।
कायकार स"म0त को ऐसे कायX िज$ह% बोड &वारा इसे सtपा जा सकता है या िजसका 0नधारण )कया
जा सकता है, को (बंNधत करना होता है।
योगदान
.वIीय योगदान
पुन.व6I-लघु अव=ध ऋण: GवOीय संBथाओं &वारा फसल ऋण का GवBतार )कसान के फसल उJपादन
के "लये )कया गया है, जो दे श म% खा&य सुरdा को सु0निhचत करने म% सहयोग करता है।
द:घ6 अव=ध ऋण: नाबाड दघकालन GवO को कृGष dेk या गैर-कृGष dेk ग0तGवNधय म% शा"मल कायX
क एक GवBतत
ृ पहुँच के "लये ऋण (दान करता है िजसक अवNध 18 महने से लेकर 5 वष तक
होती है।
>ामीण अवसंरचना .वकास Fन=ध (RIDF): वष 1995-96 म% vामीण अवसंरचना पYरयोजनाओं क मदद
के "लये ऋण (दान करने का उOरदा0यJव भारतीय Yरज़व बक &वारा अनस
ु Nू चत fयावसा0यक बक से
((ाथ"मक dेk क उधार म% कमी के कारण) नाबाड को BथानांतYरत कर >द या गया।
नाबाड अवसंरचना Gवकास सहायता (NIDA): NIDA का गठन RIDF को पूरा करने के "लये )कया गया
है।
दघकालन "संचाई कोष (LTIF): नाबाड के तहत दघकालन "संचाई कोष क Bथापना वष 2016-17 के
क%^य बजट म% क गई थी। इस बजट म% 99 "संचाई पYरयोजनाओं को GवOपोGषत करने के "लये
(ारं "भक रा"श 20,000 करोड़ *पए क घोषणा क गई थी।
गोदाम अवसंरचना कोष (Warehouse Infrastructure Fund-WIF): क%^ सरकार ने वष 2013-14 म%
नाबाड के साथ 5,000 करोड़ *पए क रा"श के साथ WIF क Bथापना क, जो दे श म% कृGष वBतुओं के
"लये साइं>ट)फक वेयरहाउ"संग इंgाB`1चर को आ वhयक ऋण उपल'ध कराता है।
उ4पादक संगठन एवं &ाथ;मक कृ.ष ऋण स;मFतय के ;लये उ4पादक संगठन .वकास कोष:
o नाबाड ने बहु-सेवा क%^ संचा"लत करने के "लये उJपादक संगठन (Producer Organizations-POs)
एवं &ाथ;मक कृ.ष ऋण स;मFतय (Primary Agriculture Credit Societies- PACS) को GवOीय
सहयोग (दान करने के "लये 50 करोड़ *पए क (ारं "भक रा"श के साथ उ4पादक संगठन .वकास
कोष ( PODF) क Bथापना क।
o उ4पादक संगठन (PO) एक GवNधक संBथा है िजसका गठन (ाथ"मक उJपादक अथात ्)कसान, दqु ध
उJपादक, मछल उJपादक, बुनकर ,vामीण "शiपकार, "शiपी आ >द &वारा )कया जाता है। उJपादक
संगठन एक उJपादक कंपनी, कोऑपरे >टव सोसायट या कोई अ$य वैधा0नक संरचना हो सकती है
जो सदBय के बीच लाभ का बँटवारा करती है।
o &ाथ;मक कृ.ष ऋण स;मFत एक आ धार इकाई है एवं भारत म% ऋण दे ने वाला सबसे छोटा
कोऑपरे >टव संBथान ह। यह ज़मीनी Bतर (vाम पंचायत और vामीण Bतर) पर काय करता है।
.वकासा4मक योगदान
कसान के ;लये कसान dे\डट काड6: अगBत 1988 म% फसल ऋण (दान करने के "लये नाबाड ने
भारतीय Yरज़व बक के सहयोग से )कसान nेuडट काड योजना क श*
ु आ त क थी।
kपे कसान काड6 (RKCs): नाबाड अपने सभी )कसान vाहक को vामीण GवOीय संBथाओं के सहयोग
से Lपे )कसान काड (दान करके (ौ&योNगक nां0त म% सबसे आ गे है।
o UPNRM क श* ु आ त वष 2007 म% हुई। यह vामीण dेk म% 0नवेश को (ोJसा>हत करने, fयवसाय
के अवसर पैदा करने के साथ-साथ अपने (ाकृ0तक संसाधन के सतत ्उपयोग हे तु vामीण समुदाय
को (ोJसा>हत करने का काय करता है।
वष 1992 म% नाबाड ने Aवयं सहायता समूह बक-;लंकेज काय6dम (Self Help Group-Bank Linkage
Programme-SHG-BLP) क श*
ु आ त क थी। इसम% GवOीय वष 2017-18 के दौरान 23 लाख Bवयं
सहायता समूह ने बक nेuडट-"लं1ड रिजBटर )कये ह।
ईशित काय6dम: 15 माच 2015 को Aवयं सहायता समूह (SHGs) के uडिजटलकरण के उ&दे hय से
ईशि1त कायnम को लॉ$च )कया गया था।
कौशल .वकास: यव
ु ाओं म% उ&यमी संBकृ0त को बढ़ावा दे ना एवं उ$ह% vामीण dेk म% गैर-कृGष dेk से
संबंNधत उ&योग शL
ु करने के "लये (ोJसा>हत करना। इस (कार के कायX को (ोJसा>हत करने के
"लये नाबाड तीन दशक से रणनी0तक Lप से काय कर रहा है।
माक^Gटंग पहल: नाबाड vामीण "शiपकार एवं उJपादक को माकm>टंग अवसर उपल'ध कराने के "लये
दे श भर म% आ योिजत (दश0नय म% उ$ह% भागीदार के "लये (ोJसा>हत कर रहा है।