Vasant CH 4

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पाठ 4 - चााँद से थोड़ी-सी गप्पें


पष्ृ ठ संख्या: 30

प्रश्न अभ्यास

कविता से

1. कविता में 'आप पहने हुए हैं कुल आकाश' कहकर लड़की क्या कहना चाहती है?

उत्तर

कविता में 'आप पहने हुए हैं कुल आकाश' कहकर लड़की चााँद तारों से जड़ी हुई चादर ओढ़कर बैठा
है।

पृष्ठ सख्ं या: 31

2. 'हमको बद्ध
ु ू ही वनरा समझा है !' कहकर लड़की क्या कहना चाहती है?

उत्तर

'हमको बद्ध
ु ू ही वनरा समझा है !' कहकर लड़की हम बद्ध
ु ू नहीं हैं जो आपकी बीमारी ना समझ सकें ।

3. आशय बताओ -
'यह मरज़ आपका अच्छा ही नहीं होने में आता है।'

उत्तर
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कवि के अनसु ार चााँद को कोई बीमारी है वजसके कारण ये घटते हैं तो घटते ही चले जाते हैं और
बढ़ते हैं तो बढ़ते ही चले जाते हैं। ये बीमारी ठीक होने का नाम नहीं ले रही है।

4. कवि ने चााँद से गप्पें वकस वदन लगाई होंगी? इस कविता में आई बातों की मदद से अनमु ान
लगाओ और इसके कारण भी बताओ।
वदन कारण
पवू णिमा .............................................................
अष्टमी .............................................................
अष्टमी से पवू णिमा के बीच ..............................................................
प्रथमा से अष्टमी के बीच ..............................................................

उत्तर

'गोल हैं खबू मगर


आप वतरछे नजर आते हैं जरा।' अष्टमी से पवू णिमा के बीच चाँवू क कविता में इन उपयिक्त
ु पंवक्तयों का
प्रयोग वकया गया है वजससे पता चलता है चााँद अभी तो गोल तो है पर परू ी तरह से नहीं यानी यहााँ
पवू णिमा से कुछ वदन पहले का िणिन वकया गया है।

5. नई कविता में तक ु या छंद की बजाय वबंब का प्रयोग अविक होता है, वबंब िह तसिीर होती है
जो शब्दों को पढ़ते समय हमारे मन में उभरती है। कई बार कुछ कवि शब्दों की ध्िवन की मदद से
ऐसी तस्िीर बनाते हैं और कुछ कवि अक्षरों या शब्दों को इस तरह छापने पर बल देते हैं वक उनसे
कई वचत्र हमारे मन में बनें। इस कविता के अंवतम वहस्से में चााँद को एकदम गोल बताने के वलए कवि
ने वि ल कु ल शब्द के अक्षरों को अलग-अलग करके वलखा है। तमु इस कविता के और वकन
शब्दों को वचत्र की आकृ वत देना चाहोगे? ऐसे शब्दों को अपने ढंग से वलखकर वदखाओ।

उत्तर
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• गो ल
• वत र छे

पृष्ठ सख्ं या: 32

भाषा की िात

1. चााँद संज्ञा है। चााँदनी रात में चााँदनी विशेषण है।


नीचे वदए गए विशेषणों को ध्यान से देखो और बताओ वक कौन-सा प्रत्यय जड़ु ने पर विशेषण बन रहे
हैं। इन विशेषणों के वलए एक-एक उपयक्त ु सज्ञं ा भी वलखो -
गल ु ाबी पगड़ी / मखमली घास / कीमती गहने / ठंडी रात / जंगली फूल / कश्मीरी भाषा

उत्तर

नीचे वदए गए विशेषण 'ई' प्रत्यय लगने से विशेषण बन रहे हैं।

विशेषण - उपयिक्त
ु सज्ञं ा
गलु ाबी - साड़ी
मखमली - कुताि
कीमती - सोना
ठंडी - हिा
जंगली - वबल्ली
कश्मीरी - लड़का

2. • गोल-मटोल • गोरा-वचट्टा
कविता में आए शब्दों के इन जोडों में अंतर यह है वक वचट्टा का अथि सफ़े द है और गोरा से वमलता-
जल
ु ता है जबवक मटोल अपने-आप में कोई शब्द नहीं है। यह शब्द 'मोटा' से बना है। ऐसे चार-चार
शब्द यग्ु म सोचकर वलखो और उनका िाक्यों में प्रयोग करो।
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उत्तर

बरु ा-भला - िो अपने वजद्द पर अड़ा रहा इसवलए मैंने उसे बरु ा-भला कहा।
आज-कल - आज-कल अपराि की संख्या अविक हो गयी है।
पतला-दबु ला - श्याम पतला-दबु ला व्यवक्त है।
वदन-रात - परीक्षा की तैयारी के वलए मोवहत ने वदन-रात एक कर वदया।

3. 'वबलकुल गोल' - कविता में इसके दो अथि हैं -


(क) गोल आकार का
(ख) गायब होना !
ऐसे तीन शब्द सोचकर उनसे ऐसे िाक्य बनाओ वक शब्दों के दो-दो अथि वनकलते हों।

उत्तर

पत्र
पेड़ से पत्र वगर रहे हैं।
डावकया पत्र लाया है।
आम
आम फलों का राजा है।
िह आम आदमी है।
उत्तर
श्याम को इस प्रश्न का उत्तर नहीं पता था।
िह उत्तर वदशा की ओर गया है।

4. जोवक, चाँवू क, हालााँवक - कविता की वजन पंवक्तयों में ये शब्द आए हैं, उन्हें ध्यान से पढ़ो। ये
शब्द दो िाक्यों को जोड़ने का काम करते हैं। इन शब्दों का प्रयोग करते हुए दो-दो िाक्य बनाओ।

उत्तर
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जोवक
उसने मेरा वकताब लौटा वदया जोवक उसने वपछले हफ्ते वलया था।
ताजमहल दवु नया का अजबू ा है जोवक आगरा में वस्थत है।
चाँवू क
चाँवू क मैं भखू ा था इसवलए मैंने खाना खा वलया।
चाँवू क िहााँ भीड़ थी इसवलए मैं रुक गया।
हालााँवक
हालााँवक मझु े उसपर गस्ु सा आ रहा था वफर भी मैंने उसे छोड़ वदया।
हालााँवक मैं स्कूल नहीं जा पाया वफर भी मैंने घर पर पढाई की।

5. गप्प, गप-शप, गप्पबाज़ी - क्या इन शब्दों के अथि में अंतर है? तम्ु हें क्या लगता है? वलखो।

उत्तर

गप्प - वबना काम की बात।


गप-शप - इिर -उिर की बातचीत।
गप्पबाज़ी - कुछ झठू ी, कुछ सच्ची बात।

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