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श्री शनिरुवाच –

यत्पाद पंकजरजः परमादरेण


संसेवितं सकल कल्मष राशि नाशम् |
कल्याणकारक मशेष निजानुगानां
स त्वं नृसिंह मयि देहि कृ पावलोकम् || १ ||

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