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“कोरोना वायरस - एक वैश्विक महामारी”

यह ताज जो तन ू े पहना है , जजससे है तुझे तेरा नाम जमला,


करके बीमार लेता है जान , क्या यही है तुझको काम जमला,
आफत में है डाला दुजनया को , लोग नाम से तेरा डर रहे है ,
तुझसे संक्रजमत होने वाले , अनजगनत लोग मर रहे है ,
आसान नहीं है इलाज तेरा ,तो क्या इंसान हार जायेगा,
तुझे जड़ से उखाड़ फेकेगा , मानवता को संवार जायेगा ।

वायरस क्या है?


वायरस अकोजिकीय अजतसक्ष्ू म जीव हैं जो केवल जीजवत कोजिका में ही वंि वजृ ि कर
सकते हैं। ये नाजिकीय अम्ल और प्रोटीन से जमलकर गजित होते हैं, िरीर के बाहर तो ये
मतृ -समान होते हैं परं तु िरीर के अंदर जीजवत हो जाते हैं। ये इतने सक्ष्ू म होते है जक इन्हें
सामान्य आंख से नही देखा जा सकता । इन्हें देखने के जलए सक्ष्ू मदिी की आवश्यकता
होती है ।

इसकी उत्पश्वि कहााँ से हुई?


कोरोना की उत्पजि सबसे पहले 1930 में एक मुगी में हु ई थी और इसने मुगी के स्वसन
प्रणाली को प्रिाजवत जकया था और आगे चलकर 1940 में कई अन्य जानवरों में िी पाया
गया। इसके बाद सन् 1960 में एक व्यजि में पाया गया जजसे सदी की जिकायत थी। इन सब
के बाद वर्ष 2019 में इसे दुबारा इसका जवकराल रूप चीन में देखा गया जो अब धीरे -धीरे परू े
जवश्व में फै लता जा रहा है।

कोरोना वायरस (COVID-19) क्या है?


जवश्व स्वास््य संगिन ने कोरोना का नाम कोजवड-19(COVID-19) रखा है, जहां ‘CO’ का
अथष है कोरोना (Corona), ‘VI’ का अथष है वायरस(Virus), ‘D’ का अथष है जडजसस (Disease)
और ‘19’ का अथष है साल 2019 यानी जजस वर्ष यह बीमारी पैदा हु ई । इस वायरस का सबसे
पहले चीन के ‘वुहान’ प्रान्त में देखा गया जो धीरे -धीरे परू े जवश्व में फै ल चुका है ।
जवश्व स्वास््य संगिन (WHO) ने कोरोना वायरस को महामारी घोजर्त कर जदया है।
कोरोना वायरस बहु त सक्ष्ू म लेजकन प्रिावी वायरस है। कोरोना वायरस मानव के बाल की
तुलना में 900 गुना छोटा है, लेजकन कोरोना का संक्रमण दुजनयािर में तेजी से फ़ै ल रहा है ।
और बहु त ही घातक वायरस है।
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
इसके लक्षण फ्लू से जमलते जुलते है। कोजवड-19 / कोरोना वायरस में पहले बुखार होता है।
इसके बाद सख ू ी खांसी होती है और जफर एक हफ़्ते बाद सांस लेने में परे िानी होने लगती है।
इन लक्षणों का हमेिा मतलब यह नहीं है जक आपको कोरोना वायरस का संक्रमण है।
कोरोना वायरस के गंिीर मामलों में जनमोजनया, सांस लेने में बहु त ज़्यादा परे िानी, जकडनी
फ़ेल होना और यहां तक जक मौत िी हो सकती है। बुजुगष या जजन लोगों को पहले से अस्थमा,
मधुमेह या हाटष की बीमारी है उनके मामले में खतरा गंिीर हो सकता है। जुकाम और फ्लू में
के वायरसों में िी इसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं।
तेज बुखार आनााः अगर जकसी व्यजि को सुखी खांसी के साथ तेज
बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाजहए. यजद आपका तापमान 99.0 और 99.5
जडग्री फारे नहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 जडग्री फ़ारे नहाइट (37.7
जडग्री सेजससयस) या इससे ऊपर पहु ंचता है तिी यह जचंता का जवर्य है.
कफ और सख ू ी खांसीाः पाया गया है जक कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रजमत व्यजि
को सुखी खांसी आना ।
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक
बहना और गले में खराि जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यजि से दूसरे
व्यजि में फै लता है। इसजलए इसे लेकर बहु त सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस जदसंबर
में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देिों में पहु ंच जाने की आिंका जताई
जा रही है। परन्तु अब यह जवश्व के अजधकांि देिों में फै ल चुका है।
कोरोना से श्वमलते-जल ु ते वायरस खाांसी और छींक से श्विरने वाली बांदों के
ज़ररए फैलते हैं। कोरोना वायरस अब चीन में उतनी तीव्र िश्वत से नहीं फ़ैल रहा है
श्वजतना दुश्वनया के अन्य देशों में फैल रहा है। कोश्ववड-19 नाम का यह वायरस अब तक
70 से ज़्यादा देशों में फैल चकु ा है। कोरोना के सांक्रमण के बढ़ते ख़तरे को देखते हुए
सावधानी बरतने की ज़रूरत है ताश्वक इसे फैलने से रोका जा सके।

कोरोना के लक्षण-
➢ बुखार
➢ सदी और खासी
➢ गले में खराि
➢ िारीर में थकान
➢ सांस लेने में जदक्कत (सबसे प्रमुख)
➢ मांसपेजियों में जकड़न
➢ लंबे समय तक थकान

इसकी सजक्रयता जनम्न प्रकार के वगष आयु समहू पर अजधक है।


आयु मत्ृ यदु र
➢ 0-19 वर्ष - 0.2 %
➢ 20-29 वर्ष - 0.09 %
➢ 30-39 वर्ष - 0.18 %
➢ 60-70 वर्ष - 5.0 %
➢ 80 से अजधक – 18 %

खदु को कोरोना से कैसे बचाएां -


कोरोना का संक्रमण बड़ी आसानी से फ़ै ल जाता है और इसकी अब तक कोई दवा नहीं
जमली है, इस जलये इसे बहु त घातक रोग की श्रेणी में रखा गया है। कोरोना के मामले जदन
प्रजत जदन परू ी दुजनया में बढ़ते जा रहे हैं। डब्लू एच ओ ने इसे महामारी घोजर्त कर जदया है।
इजतहास इस बात का गवाह है की हर 100 वर्ष पर दुजनया में कोई न कोई महामारी
जरुर आती है। और इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय है, बचाव ।

कुछ ऐसे कदम जो आप श्वनजी तौर पर ले सकते हैं, श्वजससे आप खदु को इससे बचा
सकते हैं।
➢ हमेिा अपने हाथ धोएं ।
➢ अपने मुह हो बार-बार न छुएं ।
➢ सबसे 5 से 6 जफट की दूरी बना कर चलें या रहें ।
➢ बहु त आवश्यक न हो तो घर से बहार न जाएं ।
➢ सावष जजनक स्थानों पर जैसे की मॉल, बाजार, आजद जगहों पर न जाएं ।
➢ अपने रोग प्रजतरोधक क्षमता को बेहतर करें ।
➢ लोगों से हाथ न जमलाएं ।
➢ मास्क लगाना उस व्यजि के जलये आवश्यक होता है जो कोरोना से ग्रजसत होता है,
परं तु कई बार संक्रजमत व्यजि को पता ही नहीं होता की उसे कोरोना है, इस जलये
अपनी सुरक्षा अपने हाथ में। मास्क अवश्य लगाएं ।
➢ रे लगाड़ी, बस, आजद से यात्रा करने से बचें।
➢ कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोना न िल
ू ें।

जवश्व स्वास््य संगिन(WHO), पजब्लक हे सथ इंग्लैंड और नेिनल हे सथ सजवष स


(एनएचएस) से प्राप्त सच ू ना के आधार पर हम आपको कोरोना वायरस से बचाव के तरीके
बता रहे हैं। एयरपोटष पर याजत्रयों की स्क्रीजनंग हो या जफर लैब में लोगों की जांच, सरकार ने
कोरोना वायरस से जनपटने के जलए कई तरह की तैयारी की है। इसके अलावा जकसी िी तरह
की अफवाह से बचने, खुद की सुरक्षा के जलए कुछ जनदेि जारी जकए हैं जजससे जक कोरोना
वायरस से जनपटा जा सकता है।
लगिग 18 साल पहले सासष वायरस से िी ऐसा ही खतरा बना था। 2002-03 में सासष की
वजह से परू ी दुजनया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हु ई थी। परू ी दुजनया में हजारों लोग इससे
संक्रजमत हु ए थे। इसका असर आजथष क गजतजवजधयों पर िी पड़ा था। कोरोना वायरस के बारे में
अिी तक इस तरह के कोई प्रमाण नहीं जमले हैं जक कोरोना वायरस पासष ल, जचट्टियों या खाने
के जट्टरए फै लता है। कोरोना वायरस जैसे वायरस िरीर के बाहर बहु त ज़्यादा समय तक
जजंदा नहीं रह सकते।
कोरोना वायरस को लेकर लोगों में एक अलग ही बेचन ै ी देखने को जमली है।
मेजडकल स्टोसष में मास्क और सैनेटाइजर की कमी हो गई है, क्योंजक लोग तेजी से इन्हें
खरीदने के जलए दौड़ रहे हैं। परन्तु सैनेटाइजर का उपयोग तिी करना चाजहए जब आप ऐसे
स्थान पर है जहां पानी की सुजवधा नही हैं या बार-बार हाथ धोना संिव नही है । इसके
अलावा बहु त महंगे मास्क पहनना जरुरी नहीं है। इसके जलए घर पर बने मास्क, तौजलया या
रुमाल से िी अपने मुंह को ढक सकते है।

कोरोना की भयावह श्वथिश्वत-


कोरोना से अब तक परू े जवश्व में 20 लाख से िी अजधक लोग संक्रजमत हो चुके हैं और एक
लाख से अजधक लोगों की जानें िी जा चुकी हैं। दुजनया के कुछ प्रिाविाली देि जैसे की
अमेट्टरका,इटली, युएस, इसके चपेट में बुरी तरह आ चुके हैं और वहां रोजाना 1500 से अजधक
जानें जा रही हैं। कोरोना ने परू े जवश्व के अथष व्यस्था को जहला जदया है और िारत, फ्ांस,
जमष नी, स्पेन, इरान, आजद जैसे देि िी इसके चपेटे में आ चुके हैं। परू े जवश्व में इस
जवनािकारी महामारी ने तबाही मचा रखी है। अफ़सोस की बात तो यह है की तमाम
कोजििों के बावजदू , अब तक इसकी कोई दवा नहीं जमल पायी है।
श्ववि में कोरोना सांक्रमण (COVID-19) पर एक नजर (श्वदनाांक 18-04-2020 तक)
जविेर्ज्ञों का कहना है जक कोरोनावायरस से संक्रजमत प्रजत एक हजार व्यजियों
में से नौ व्यजियों की मौत होने की आिंका है. अिी तक इस वायरस से बुजुगों की मत्ृ यु दर
सबसे ज्यादा है. कोरोना के लक्षण और उसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जानने से पहले
आइए देखते हैं दुजनया िर में कोरोना संक्रमण की मौजदू ा जस्थजत क्या है।
➢ कोरोना से दुजनया िर में अब तक 1.50 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
➢ ईरान में अब तक कोरोना से 5,031और दजक्षण कोट्टरया में 232 लोगों की मौत हो चुकी
है
➢ जसफष इटली में ही अब तक कोरोना से 22,745लोगों की मौत हो गयी है.
➢ चीन में अब तक कोरोना से प्रिाजवत लोगों की संख्या 82,719 हो गयी है.
➢ चीन में अब तक कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या करीब 4,632 हो गयी है.
➢ दुजनया िर में कोरोना वायरस से संक्रजमत लोगों की संख्या 22.56 लाख हो गयी है ।

कोरोना से कुछ प्रमुख देिो में हु ई मौतो का आंकड़ा (जदनांक 18-04-2020 तक)
देश का नाम सांक्रश्वमत की सांख्या मौत
➢ य0ू एस0ए0 710272 37175
➢ स्पेन 190839 20002
➢ इटली 172434 22745
➢ फ्ांस 147969 18681
➢ जमष नी 141397 4352
➢ य0ू के0 108692 14576
➢ चीन 82719 4632
➢ ईरान 80868 5031
➢ कनाडा 31927 1310
➢ भारत 14425 488
➢ पाजकस्तान 7481 143

(स्त्रोत – वोर्ल्डोमीटसस डॉट इांफो ,थवाथ्य एां व पररवार कर्ल्याण मांत्रालय)


क्या कोरोनावायरस से मत्ृ यु श्वनश्वित होती है?
नहीं, जरूरी नहीं की आपको यजद कोरोना है तो अब बचने की कोई उम्मीद नहीं है। सच यह
है की जजतनी जसदी आपको इसका पता लगता है अपने नजदीकी अस्पताल जरुर जाएँ ,
क्योंजक इसका उपचार घर पर मुमजकन नहीं है और बाकी पट्टरवार वाले िी संक्रजमत हो
सकते हैं।

श्वनष्कर्स-
सतकष रहें ,स्वच्छ रहें , स्वास््य रहें और कोरोना को समाप्त करने के जलए सरकार
द्वारा जारी जदिा-जनदेिों का सख्ती से पालन करें । इससे पहले िी कई महामारी आई हैं, जजन
पर हमने परू ी तरह से जवजय हाजसल की है और इसी तरह कोरोना को िी हम साथ जमलकर
हराएं गे। दूसरों के चक्कर में पड़ने से अच्छा है अपनी रक्षा करें , यही काफी है।

घर पर रहे, सरु श्वक्षत रहें

सेंट्रल हेर्ल्पलाइन नम्बर - +91-11-23978046

धन्यवाद कुलदीप श्वसहॅ

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