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1.

) कभी सु नकर ते री पसं द का गाना,

कभी पु रानी chat पढ़ना,

कभी दे खना ते री तस्वीर,

और कभी यूं ही बिना कोई बहाना.......

कुछ न कुछ करके,

हर पल तु झे याद किया,

और इसी तरह हमने ,

एक और दिन बर्बाद किया.....

2.) ख्वाबों के दरमियाँ ,

कुछ कदम चलता हँ ,ू और फिर ठहर सा जाता हँ ,ू

सोचता हँ ू कि शायद मे री कल्पना के उस पार,

जु ड़े हों कुछ ख्याल,

उन्हीं ख्यालों में ,

उलझता हँ ,ू और फिर उलझता ही जाता हँ .ू ...

तु झसे मिलने का ख्वाब, या तु झसे बिछड़ने की हकीकत,

हर दिन पै दा होते नए हालात,

या हर पल मरते अने कों जज़्बात,

इन सबसे परे ,

कुछ ख्वाब बु नता हँ ,ू और फिर बु नता ही जाता हँ .ू ...

तु झसे जु ड़ी चं द हसीं यादें ,

ते री कही हुई सै कड़ों बातें ,

इक पोटली में बं द बचपन,


कैसे भूलँ ?ू

कि टटोलने लगता हँ ,ू तो टटोलता ही जाता हँ .ू ......

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