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सन् 1922, पाकस्मा(भारत के उ�री क्षे� के िजले रोहतक म� बसा एक छोटा सा गाँव).

Sunrise, Village Shot(Milestone/board, basic village stock)


सम्पूणर् भारत क� तरह, इस जगह से भी स्वतं�ता सं�ाम के महायज्ञ म� आ�ितयाँ दी जा रह� थ�. (Independence
struggle basic stocks, Pakasma milestone repeat)
�दसम्बर क� कड़कड़ाती स�दर्य� के बीच इस गाँव के एक कमर्ठ व् नामचीन स्वतं�ता सेनानी �ी गंगा सहाय को पु�-
र� क� �ाि� �ई. �कन्तु, उस क्षण �कं िचत ही �कसी को इसका अंदश
े ा रहा हो �क शरद ऋतु म� जन्मा यह बालक, आने वाले
समय म� ना जाने �कतन� के जीवन को शीतलता �दान करने के कायर् करे गा. (village house night shot wide, high
angle inside shot descripting childbirth, but no clear faces)
गु�, पुरोिहत व् पा�रवार आ�द क� सवर्सम्मित से उस बालक का नाम रखा गया “नर�संह”. (Narsingh text with
appropriate soothing but stern backdrop, shankh sound) जन्म के चार वषर् प�ात ही, गंगा सहाय जी के प�रवार
का �दल्ली आगमन �आ (basic british delhi stock), और वे सब उ�री �दल्ली के बाड़ा �हंदरू ाव क्षे� म� रहने लगे.
(hindurao stock, quick transition) नर�संह जी क� �ाथिमक िशक्षा �दल्ली म� आनंद पवर्त िस्थत रामजस हाई स्कू ल म�
�ई, जहाँ उनके िशक्षक गण व् सहपाठी समान �प से उनक� चा�रि�क एवं शैिक्षक योग्यता के कायल रहे. (ramjas high
stock) �कशोरावस्था म� ही, िव�ा-�हण के साथ-साथ, वे समाज सेवा म� भी स��य �ए व् भोजन िवतरण आ�द काय� म�
बढ़-चढ़ कर िहस्सा लेने लगे. (social work real image + poor people social work stock) रामजस हाई म� नर�संह
दास जी ने मै��क तक क� िशक्षा ली, �कन्तु पा�रवा�रक समस्या� के चलते, उन्ह� इसके बाद पढाई छोड़ कर D.C.M. ऑ�फस
म� नौकरी करना �ारम्भ करना पड़ा. (young narsingh image, govt. office building)

1942 म� महज़ 20 वषर् क� आयु म� वे रा�ीय स्वयंसेवक संघ के सबसे �ारिम्भक �चारक� म� से एक �ी वसंतराव
कृ ष्णराव ओक के संपकर् म� आए व् संघ के काय� म� बढ़-चढ़ कर िहस्सा लेने लगे. इसी वषर् ही उन्ह� संघ �ारा नागपुर भी भेजा
गया. (vasantrao pic, young narsingh, hedgewar, golwalkar, rss people working)

इसके एक वषर् प�ात सन् 1943 म�, इ��स वष�य �ी नर�संह दास का िववाह मेरठ िनवासी �ीमती �काश वित से
�आ और इसी �कार उनके गृहस्थ जीवन का �ारम्भ �आ. िववाह स्व�प उनक� चार संतान� ��, िजनम� तीन पु�(सुरेश,
नरे श, योगेश) व एक पु�ी(इं द ु बाला) �ए. (old time mandap stock maybe, couple real image, kids images
maybe)
इसी दौरान संघ म� उनके दाियत्व� क� वृि� होने लगी व् 1946 म� उन्ह�ने मुजफ्फरनगर के �ाम जानसठ म� संघ के
िवस्तारक के �प म� शाखा� के िवस्तार म� महत्वपूणर् भूिमका िनभाई. (rss shakha basic shots, mujaffarnagar,
jansath establishing shot) 1948 म� संघ पर लगे अता�कर् क व् गैर-संिवधािनक �ितबंध का उन्ह�ने पुरज़ोर िवरोध करते
�ए सत्या�ह �कया और इसी कारण उन्ह� छह मास क� अवधी िहसार कारावास म� िबतानी पड़ी. (andolan clipart, old
times jail wide shot, person sitting behind bars, maybe real or not) �कन्तु, कारावास क� घनी दीवार� और
इस्पाती सलाख� भी उनके च�र� क� सुगढ़ता के आगे बौनी ही सािबत �� और इसीिलए कारावास से बाहर आने पर उन्ह�ने
भरपूर जोश व् आशावादी सोच से अपने स्वतं� जीवन म� �वेश �कया. (narsingh emerging big from jail bars, son’s
bytes)
कारावास से बाहर आने पर उनक� D.C.M. ऑ�फस क� नौकरी जा चुक� थी, इसीिलए उन्ह�ने स्वयं का �ापार
�ारम्भ करने का िनणर्य िलया. (new morning, back shot type) �दल्ली िस्थत E-27, कमला नगर म� उन्ह�ने अपनी
आधुिनक एवं दूरदश� सोच के �भाव से NEW LOOK नाम से DRY CLEAN व् िखलौन� क� दुकान शु� क� �कन्तु तीन वषर्
प�ात ही उन्ह� D.C.M. ऑ�फस से पुनः नौकरी का आवेदन आया तो उन्ह�ने एक बार �फर नौकरी करना शु� कर �दया व्
अपनी दुकान के कायर्�वाह को सुचा� �प से बरकरार रखने के िलए �ी मदन लाल को दुकान का �बंधक िनयु� कर �दया.
(better if byte from son suresh)
तत्प�ात, सन् 1958 म� अपने िपताजी क� सहायता से उन्ह�ने शि� नगर म� एक मकान खरीदा, �कन्तु दुभार्ग्यवश
�कन्ह� कारण� से उस खरीद पर मुकदमा चला, िजसे उन्ह�ने, नामी वक�ल �ी कालीचरण जी से जीता और इसी तरह शि�
नगर म� उनका िनवास �ारम्भ �आ. (better if byte from son suresh)

सन् 1982 म�, साठ वष�य आयु म� जब वे अपनी D.C.M. ऑ�फस क� नौकरी से सेवा िनवृ� �ए तो उनके
समाजसेवी व् जनि�य �ि�त्व को देखते �ए उन्ह� संघ �ारा भा.ज.पा. क� तरफ़ से नगर िनगम का चुनाव लड़ने का आदेश
िमला. (rss stock, bjp stock, narsingh public dealing stock) संघ के आदेश को सर आँख� रख उन्ह�ने जी-जान से
चुनाव लड़ा और जीत हािसल क�. यही नह�, अपना पहला कायर्काल पूरा होने पर 1988 म�, वह एक बार �फर चुनावी
मैदान म� खड़े �ए, और इस बार तो िन�वर्रोध �प म� िवजय�ी का ितलक उन के माथे पर सुसि�त �आ. (election
campaign pics, bjp prachaar audio, bjp top leaders stock, atal kamal khilega)
य�िप, सेवािनवृि� प�ात िनगम पाषर्द के �प म� ��यािन्वत रहना जहाँ एक ओर उनके राजनीितक व् सामािजक
जीवन म� नई ऊँचाइयाँ लेकर आया, (mala shot, smiling energetic shot from album)मगर, (black fade) दूसरी
तरफ, (small jyot, wife photo, serious expression photo, background edit – sad music) पा�रवा�रक मोच� पर
यही समय उनके िलए अकू त दुखदायी भी रहा क्य��क इसी दौरान उन्ह� अपनी प�ी, अपनी माताजी व् अपने िपताजी क�
मृत्यु का दंश झेलना पड़ा. (son’s bytes)

िनगम पाषर्द के �प म� दो सफल कायर्काल पूरे होने पर, उन्ह� भा.ज.पा. क� ओर से राजिनितक पथ पर अपना सफर
जारी रखने के अनेकानेक आ�ह िमलते रहे, �कन्तु एक बार �फर, अपने िनस्वाथर् च�र� व् दूरद�शर्ता का प�रचय देते �ए
उन्ह�ने यह कहते �ए राजनीित से िवदा ले ली �क “अब �कसी युवा को आगे आने का मौक़ा �दया जाना चािहए”. (bytes
and miscellaneous narsingh stock)
जीवन का यह समय, उनके राजिनितक सफर का अंत तो था, �कन्तु उनके समाजसेवा के कायर् कभी भी �कसी
राजिनितक बैसाखी के मोहताज ना रहे. राजनीित छोड़ने के बाद, प� िवभूषण सम्मािनत िशक्षािवद् एवं �िस� समाजसेवी
लाला हंसराज जी गु�ा के िनद�शानुसार व् डॉक्टर सूरज �काश जी के नेतृत्व म� वे “भारतीय िवकास प�रषद्” के संस्थापक
सदस्य बने. (bvp stocks, lala hansraj gupta stock) इसी दौरान, उन्ह�ने सािहबाबाद म�, िवकलांग� के िलए कृ ि�म पैर
लगवाने का क� � खुलवाने म� स��य भूिमका िनभाई, और साथ ही साथ, सेवा भारती जैसी अनेक� समाजसेवी संस्था� क�
कायर्का�रणी म� अ�णी रहे. (viklang stock like Narayan sewa sansthan) ग�ठया बाय जैसे रोग� के उपचार हेतु
मेिडकल क� प लगवाने से लेकर, गरीब ज�रतमंद लोग� को रोज़गार �दलवाने म� मदद करना, उनक� रोजमरार् क�
गितिविधय� म� शािमल रहा. भारतीय िवकास प�रषद् क� ओर से �दल्ली से जो टीम अंतरार्�ीय टू र पर गयी, उसम� भी वे
सिम्मिलत थे. (international tour pics)

सन् 2002 म� उ�राखंड के �कल�कले�र म� उन्ह�ने अपने परम िम� व् स्वयं सेवक �ी श्याम �काश और परम
गौसेवक रामजी लालजी के साथ िमलकर एक सेवा आ�म का �ारम्भ �कया. वृ�ावस्था म� भी वे शि� नगर रहते �ए
भारतीय िवकास प�रषद् क� शाखा� के िवस्तार म� स��य भूिमका िनभाते रहे. (relative bytes about being active in
old age)
जीवन के 90 वसंत देख लेने के उपरान्त, शरीर के साथ ना देने के कारण, उन्ह�ने सभी दाियत्व� को त्याग, िव�ाम
करना शु� �कया, व् �ेटर नॉएडा म� अपने पु� नरे श के साथ जाकर रहने लगे. जीवन के संध्याकाल म�, उन्ह�ने एक बार �फर
कमला नगर आने क� इच्छा जताई, और अपने पु� सुरेश, योगेश व् दोन� पौ�� के साथ आकर रहने लगे. 9 फरवरी 2020 को
कमला नगर म�, अपने पु� सुरेश, पु�वधू िनमर्ला व् अपने पड़-पौ� नमन के हाथ� दुग्ध-पान करते �ए उन्ह�ने अपनी अंितम
�ास ली. (relative bytes, old age family photos)

नर�संह दास जी ने अपना सम्पूणर् जीवन सामािजक, पा�रवा�रक, राजिनितक व् चा�रि�क मूल्य� के उ�-आदश� को
स्थािपत करते �ए िबताया और आने वाली पीढ़ीय� को एक अनुकरणीय च�र� क� िमसाल देकर ही वह इस धरा से िवदा
�ए. (dynamic photos collage)

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