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Delhi – F- 29, 30, Vardhman Plaza, Nehru Vihar, Delhi-54
Praygraj – Science Faculty, In front of AN JHA Hostel
1 ददल्ली 1,67,87,941
2 पुदच
ु ेरी 12,47,953
3 चंडीगढ़ 10,55,450
भारि की जनगणना
भारि का क्षेत्रफल ववश्व के क्षेत्रफल ला मात्र 2.4% है, जिदक भारि की जनसंख्या ववश्व की कु ल जनसंख्या का 17.5 प्रविशि है।
जनसंख्या की दृवि ववश्व में भारि का दूसरा स्थान है जिदक क्षेत्रफल की दृवि से भारि का स्थान सािवााँ है।
जनसंख्या वृवद्ध दर
न्यूनिम जनसंख्या जनसंख्या वृवद्ध दर वाले पांच राज्य/कें द्र शावसि प्रदेश
नगालैंड -0.6%
के रल 4.9%
लक्षद्वीप 6.3%
अंडमान और वनकोिार द्वीप 6.9%
गोवा 8.2%
क्षेत्रफल की दृवि से
जनसंख्या की दृवि से
पुदच
ु ेरी 12,47,953
चंडीगढ़ 10,55,450
जनघनत्व संिि
ं ी आंकड़े
साक्षरिा संिि
ं ी आंकड़े
विहार 19.7%
उत्तर प्रदेश 19.6%
राजस्थान 18.6%
मध्य प्रदेश 17.9%
गोवा 6.4
के रल 8.2
नोि-राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीवि 2017 में जन स्वास्थ्य व्यय को समयिद्ध ढंग से जीडीपी के 2.5% िक िढ़ाने का प्रस्िाव रखा गया है।
ललंगानुपाि संिि
ं ी आंकड़े
राज्य ललंगानुपाि
के रल 1084
िवमलनाडु 996
आंध्रप्रदेश 993
छत्तीसगढ़ 991
मेघालय 989
राज्य ललंगानुपाि
हटरयाणा 879
जम्मू-कश्मीर 889
वसदिम 890
पंजाि 895
उत्तर प्रदेश 912
पुदच
ु ेरी 1037
लक्षद्वीप 947
अंडमान वनकोिार 876
ददल्ली 868
साक्षरिा संिि
ं ी आंकड़े
नोि-2001 से 2011 के दौरान मवहलाओं की साक्षरिा दर में वृवद्ध (46.67) पुरुषों की अपेक्षा अविक रही है।
राज्य प्रविशि
के रल 94.0
वमजोरम 91.3
गोवा 88.7
राज्य प्रविशि
विहार 61.8
अरुणाचल प्रदेश 65.4
राजस्थान 66.1
झारखंड 66.4
आंध्रप्रदेश 67.0
लक्षद्वीप 91.8
दमन दीव 87.1
अंडमान एवं वनकोिार द्वीप समूह 86.6
ददल्ली 86.2
चंडीगढ़ 86.0
जनघनत्व संिि
ं ी आंकड़े
विहार 1106
पविम िंगाल 1028
अरुणाचल प्रदेश 17
वमजोरम 52
वसदिम 86
नागालैंड 119
वहमाचल प्रदेश 123
ददल्ली 11320
चंडीगढ़ 9258
पुदच
ु ेरी 2547
दमन एवं दीव 2191
लक्षद्वीप 2149
नोि-1911-21 के दशक में जनघनत्व में वृवद्ध ऋणात्मक (-1.2) रही। 2001-11 के दशक में जनघनत्व में 57 व्यवि/वगष दकमी की वृवद्ध
हुई।
1 वमजोरम 1218
2 नगालैंड NSC
3 अरुणाचल प्रदेश NSC
लक्षद्वीप
4 NSC
अंडमान वनकोिार द्वीप समूह
5 NSC
2. पुरुष 104,480,510
3. स्त्री 95,331,831
8. घनत्व/दकमी.2 829
जनसंख्या वृवद्ध दर
2001 से 2011 के दौरान प्रदेश के जनसंख्या की दशकीय वृवद्ध दर 20.22% रही।
2001-11 के दौरान प्रदेश में पुरुष एवं मवहला की दशकीय व्रवद्ध दर क्रमशः 19.31 िथा 21.23 प्रविशि रही।
दशकीय जनसंख्या वृवद्ध दर की दृवि से देश के सभी राज्यों िथा कें द्र शावसि प्रदेशों में राज्य का 14 वां स्थान है।
2011 के अनुसार सवाषविक दशकीय वृवद्ध दर वाले 5 वजले घििे क्रम में इस प्रकार है- गौिम िुद्ध नगर (49.1%), गावजयािाद
(41.3%), श्रावस्िी (30.5%), िहराइच (29.3%) व िलरामपुर (27.7%)।
2011 के अनुसार सिसे कम वृवद्ध दर वाले 5 वजले िढ़िे क्रम में इस प्रकार है – कानपुर नगर(9.9%), हमीरपुर(11.1%),
िागपि(11.9%), फिेहपुर(14.1%) व देवटरया(14.2%)।
जनघनत्व
2011 की अंविम जनगणना के अनुसार राज्य का औसि जनघनत्व 829 व्यवि प्रविवगष दकलोमीिर है, जो दक राष्ट्रीय औसि (382)
से 447 अविक है l जनघनत्व की दृवि से यह देश के राज्यों में चौथे स्थान पर है l 2001-2011 के दौरान जनघनत्व में 139 व्यवि
/वगष दकमी की वृवद्ध हुई l
2011 के आंकड़ों के अनुसार राज्य का औसि जनघनत्व 829 व्यवि प्रवि वगष दकलोमीिर है।
जनसंख्या घनत्व की दृवि से देश के राज्य िथा कें द्र शावसि प्रदेशों में नौवें स्थान पर है।
शीषष पांच जनसंख्या घनत्व वाले वजले- गावजयािाद (3971), वाराणसी (2395), लखनऊ (1816), भदोही (1555) व कानपुर
(1452) हैं।
न्यूनिम 5 जनसंख्या घनत्व वाले वजले - लवलिपुर(242), सोनभद्र(270), हमीरपुर(275), महोिा (279), िथा वचत्रकू ि (308) हैं।
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साक्षरिा दर
2011 के अनुसार उत्तर प्रदेश की कु ल साक्षरिा 67.7 प्रविशि िथा पुरुष साक्षरिा 77.3 प्रविशि और मवहला साक्षरिा 57.2
प्रविशि रही है।
उत्तर प्रदेश की ग्रामीण साक्षरिा 65.46% और नगरीय साक्षरिा 75.14% है।
2001-11 के दौरान राज्य की औसि साक्षरिा में वृवद्ध 11.4% रही। देश में औसि साक्षरिा की दृवि से उत्तर प्रदेश 29 वें स्थान पर
है।
सवाषविक औसि साक्षरिा वाले 5 वजले गौिम िुद्ध नगर (80.12%), कानपुर नगर (79.65%), औरै या (78.95%), इिावा
(78.41%) िथा गावजयािाद (78.07%) हैं।
न्यूनिम साक्षरिा वाले 5 वजले श्रावस्िी (46.74%), िहराइच (49.36%), िलरामपुर (49.51%), िदायूं (51.29%) रामपुर
(53.34%) हैं।
सवाषविक पुरुष साक्षरिा वाले 3 विले गौिमिुद्ध नगर, औरै या और इिावा हैं।
सिसे कम पुरुष साक्षरिा वाले 3 विले श्रावस्िी, िहराइच और िलरामपुर हैं।
सवाषविक मवहला साक्षरिा वाले 3 विले कानपुर नगर, लखनऊ और गौिमिुद्ध नगर हैं।
सिसे कम मवहला साक्षरिा वाले 3 विले श्रावस्िी, िलरामपुर और िहराइच हैं।
ललंग अनुपाि
2011 के अनुसार प्रदेश में 1000 पुरुषों पर वस्त्रयों की संख्या 912 है जो दक राष्ट्रीय औसि 943 से 31 कम है।
2001 में ललंग अनुपाि 898 था जिदक 2011 में इसमें 14 की वृवद्ध हुई है।
वयस्क ललंगानुपाि और वशशु ललंगानुपाि दोनों की दृवि से प्रदेश देश में 26 वें स्थान पर है।
शीषष पांच ललंगानुपाि वाले वजले जौनपुर (1024), आजमगढ़ (1019), देवटरया (1017), प्रिापगढ़ (998) िथा सुल्िानपुर (983)
है।
न्यूनिम ललंगानुपाि वाले 5 वजले गौिम िुद्ध नगर (851), िागपि/हमीरपुर (861), कानपुर नगर/िांदा/मथुरा (863), औरै या
(864) िथा जालौन (865)
प्रदेश में 1 से 10 लाख आिादी वाले नगरों की संख्या 64 है िथा 10 लाख या उससे अविक आिादी वाले नगरों की संख्या 7 है।
अनुसवू चि जावियााँ
उत्तर प्रदेश की कु ल जनसंख्या में अनुसूवचि जावियों का प्रविशि 20.7% है।
देश में जनसंख्या की दृवि से सवाषविक अनुसूवचि जावि वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।
देश में जनसंख्या की प्रविशििा की दृवि से सवाषविक अनुसूवचि जावि वाला राज्य पंजाि है।
सवाषविक अनुसूवचि जनसंख्या वाले 3 विले:
o सीिापुर
o प्रयागराज
o हरदोई
सिसे कम अनुसूवचि जनसंख्या वाले 3 विले:
o िागपि
o श्रावस्िी
o गौिमिुद्ध नगर
सवाषविक अनुसूवचि जावि प्रविशि वाले 3 विले:
o कौशाम्िी
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o सीिापुर
o हरदोई
सिसे कम अनुसूवचि जावि प्रविशि वाले 3 विले
o िागपि
o िरे ली
o िलरामपुर
राजनीविक पटरदृश्य
उत्तर प्रदेश में विषमान में 75 विले एवं 18 संभाग (मंडल) हैं (18वााँ- अलीगढ़)|
सिसे िड़े मण्डल- कानपुर और लखनऊ
सिसे छोिा मण्डल- सहारनपुर
इस राज्य की राजिानी 1858 िक आगरा रही; उसके िाद 1858-1921 िक प्रयागराज (इलाहािाद) रही और 1921 से राजिानी
लखनऊ है।
प्रदेश की प्रथम राजकीय भाषा लहंदी (वषष 1947 से) एवं वद्विीय राजकीय भाषा उदूष (वषष 1989 से) है|
राजकीय पुष्प – पलाश ( झारखंड का भी)
राजकीय पशु – िारहलसंगा
राजकीय पक्षी – सारस अथवा क्रौंच
राजकीय वृक्ष – अशोक
राजकीय खेल – हॉकी
राजकीय वचह्न - एक वृत्त में दो मछली और एक िीर-िनुष
वविान पटरषद का गठन- 1921
राज्य वविानसभा का प्रथम गठन- 1937
वविानस भा में सदस्यों की कु ल संख्या- 404 (403 वनवाषवचि, 1 मनोनीि)
वविान पटरषद में सदस्यों की संख्या-100
लोकसभा में सदस्यों की संख्या - 80
राज्यसभा में सदस्यों की संख्या - 31
सवाषविक वविानसभा सीि वाला विला- प्रयागराज (इलाहािाद) (12)
प्रदेश में अभी िक कु ल 10 िार राष्ट्रपवि शासन लगाया गया।
प्रथम मुख्यमंत्री- गोलवंद वल्लभ पंि
राज्य एवं देश की प्रथम मवहला मुख्यमंत्री- सुचेिा कृ पलानी
सवाषविक िार मुख्यमंत्री – मायाविी (4 िार)
विषमान में 18वीं वविानसभा
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 1975 में उत्तर प्रदेश लोकायुि िथा उप-लोकायुि अविवनयम, 1975 पाटरि दकया गया।
14 वसिंिर 1977 को उत्तर प्रदेश का प्रथम लोकायुि न्यायमूर्िष ववश्वम्भर दयाल को वनयुि दकया गया।
श्री के शव प्रसाद मौयष उप मुख्य मंत्री ग्राम्य ववकास एवं समग्र ग्राम्य ववकास िथा ग्रामीण अवभयंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण,
मनोरं जन कर एवं सावषजवनक उद्यम िथा राष्ट्रीय एकीकरण
श्री िजेश पाठक उप मुख्य मंत्री वचदकत्सा वशक्षा, वचदकत्सा एवं स्वास्थ्य, पटरवार कल्याण िथा मािृ एवं वशशु कल्याण
श्री सुरेश कु मार खन्ना कै विनेि मंत्री ववत्त एवं संसदीय कायष
श्री सूयष प्रिाप शाही कै विनेि मंत्री कृ वष, कृ वष वशक्षा एवं कृ वष अनुसंिान
श्री स्विंत्र देव लसंह कै विनेि मंत्री जल शवि िथा िाढ़ वनयंत्रण
श्रीमिी िेिी रानी मौयष कै विनेि मंत्री मवहला कल्याण, िाल ववकास एवं पुिाहार
श्री लक्ष्मी नारायण
चौिरी कै विनेि मंत्री गन्ना ववकास एवं चीनी वमलें
श्री आशीष पिेल कै विनेि मंत्री प्राववविक वशक्षा, उपभोिा संरक्षण एवं िॉंि माप
श्री संजय वनषाद कै विनेि मंत्री मत्स्य
1. मध्य प्रदेश 13 (मुरैंना, लभंड, दविया, वशवपुरी, अशोकनगर, सागर, िीकमगढ़, वनवाड़ी छिरपुर, पन्ना, सिना, रीवा,
लसंगरौली)
2. विहार 8 (पविमी चंपारण, गोपालगंज, वसवान, सारण, भोजपुर, िक्सर, कै मूर, रोहिास)
6. छत्तीसगढ़ 1 (िलरामपुर)
7. झारखंड 1 (गढ़वा)
8. वहमाचल 1 (वसरमौर)
प्रदेश
कृ वष जलवायु क्षेत्र
2011 के जनगणना के अनुसार प्रदेश की कु ल कायषशील जनसंख्या के 59.3% लोग कृ वष से संिवं िि है। इसमे से 29% कृ षक व 30.3% कृ वष
श्रवमक है। उत्तर प्रदेश राज्य िीन कृ वष जलवायु क्षेत्रों के अंिगषि आिा है। कृ वष जलवायु क्षेत्र -
1. मध्य गंगा का मैदान क्षेत्र कृ वष जलवायु क्षेत्र
2. ऊपरी गंगा का मैदान क्षेत्र और कृ वष जलवायु क्षेत्र
3. मध्य पठार और पहाड़ी क्षेत्र।
इन 3 कृ वष जलवायु प्रदेशों को 9 उप-कृ वष जलवायु प्रदेशों में वगीकृ ि दकया गया है:
1. भाभर व िराई क्षेत्र- वहमालय के िलहिी क्षेत्र जैसे सहारनपुर, मुिफ्फरनगर, विजनौर, मुरादािाद, रामपुर, िरे ली, पीलीभीि,
लखीमपुर, िहराइच, श्रावस्िी आदद वजले आिे है।
2. पविमी मैदान- मेरठ मंडल एवं आस पास के क्षेत्र
3. मध्य पविमी मैदान- िरे ली व मुरादािाद मंडल के क्षेत्र
4. दवक्षणी-पविमी समशुष्क मैदान- आगरा मंडल एवं आस पास का क्षेत्र
5. मध्य मैदान- कानपुर व लखनऊ मंडल व फिेहपुर क्षेत्र
6. िुंदेलखंड प्रदेश- झांसी एवं वचत्रकू ि मण्डल के क्षेत्र
7. उत्तरी-पूवी मैदान- गोरखपुर मंडल सवहि गोण्डा िक का क्षेत्र
8. पूवी मैदान- वाराणसी, फै िािाद, आजमगढ़ मंडल िथा इलाहािाद मण्डल
9. लवंध्य प्रदेश- वमिाषपुर, सोनभद्र िथा दवक्षणी इलाहािाद के क्षेत्र
उत्तर प्रदेश की प्रमुख नददयााँ एवं उनके दकनारे वस्थि प्रमुख नगर
गंगा गढ़मुिेश्वर, कछलाघाि, फिेहगढ़, विल्लौर, विठू र, कानपुर, उन्नाव, डलमऊ, श्रृंगिेरपुर, प्रयागराज
(इलाहािाद), वसरसा, वाराणसी, गािीपुर, शेरपुर (िवलया)
राप्ती गोरखपुर
िेिवा हमीरपुर
मंदादकनी या वचत्रकू ि
पयवस्वनी
रामगंगा मुरादािाद
सई प्रिापगढ़
सोन सोनभद्र
लहंडन गावियािाद
झीलें विला
एक वजला, एक उत्पाद
उत्तर प्रदेश सरकार ने “एक वजला एक उत्पाद योजना” को 24 जनवरी 2018 में लॉन्च दकया था। इसके िाद, इस योजना से राज्य
भर में लगभग लाखों िेरोजगार उम्मीदवारों को नौकरी के अवसर (Job Opportunities) प्रदान होंगे।
शहर उपनाम
कें द्रीय उपोष्ण िागवानी संस्थान ( पूवष नाम- कें द्रीय आम अनुसंिान लखनऊ
संस्थान)
स्थल वजला
िािमहल आगरा
यज्ञशाला िागपि
क्षेमकली देवी मंददर, पद्माविी सिी मंददर, जयचंद का दकला एवं कन्नौज
हािी शरीफ दरगाह
भारि का प्रथम नाइि सफारी (रावत्र वन्य जीव पाकष ) ग्रेिर नोएडा
महावीर स्वामी वन्य जीव ववहार लवलिपुर (सिसे छोिा, 5.4 वगष दकमी.)
सुहल
े वा वन्य जीव ववहार श्रावस्िी, िलरामपुर
नोि- प्रदेश में सवाषविक क्षेत्रफल में ववस्िृि ‘हवस्िनापुर वन्य जीव ववहार’ (2,073 वगष दकमी.) है। इसका ववस्िार मेरठ, मुिफ्फरनगर,
विजनौर, अमरोहा एवं हापुड़ विले में है|
यूरेवनयम लवलिपुर
गेरू िांदा
वसल्लीमेनाइि सोनभद्र
कै ल्साइि वमजाषपुर
फे ल्सपार झााँसी
पूवाांचल एक्सप्रेस-वे
पूवाांचल एक्सप्रेस-वे देश का सिसे लंिा एक्सप्रेस-वे
354 दकलोमीिर लंिा
22,494 करोड़ की लागि
जुलाई 2018 में पीएम नरें द्र मोदी ने आजमगढ़ में वशलान्यास
लखनऊ (चांद सराय गांव) से गाजीपुर (हैदटरया गांव) िक : लखनऊ से शुरू होकर िारािंकी, फै जािाद, अंिड
े करनगर, अमेठी,
सुल्िानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर
गंगा एक्सप्रेस वे
प्रयागराज से मेरठ
कु ल लंिाई - 628 दकलोमीिर
कु ल लागि - 35952 करोड़
कु ल लेन - छह
वशलान्यास - वषष 2020
वनमाषण पूरा करने का लक्ष्य - वषष 2024
गंगा एक्सप्रेस वे का वडजाइन चार चरणों का है।
o पहला चरण में मेरठ में 0.7 दकलोमीिर से 137 दकलोमीिर का प्रस्िाववि दकया गया है।
o दूसरा चरण 137 दकमी. से 289 दकमी. का होगा।
o िीसरा चरण 289 दकमी. से 445 दकमी. का होगा।
o चौथा चरण 445 दकमी. से आगे का ददखाया गया है।
चौिरी चरण लसंह अंिराषष्ट्रीय हवाई अड्डा (अमौसी हवाई अड्डा) लखनऊ
लाल िहादुर शास्त्री अंिराषष्ट्रीय हवाई अड्डा (िाििपुर हवाई अड्डा) वाराणसी
खेटरया आगरा
िौद्ध सर्कष ि
गौिम िुद्ध ने अपने जीवन का काफी समय इस पटरपथ में व्यिीि दकया था। िुद्ध ने व्यापक रूप से यात्रा कर ज्ञान प्राप्त दकया और
अपने संदेशों को सुदरू में फै लाया और अंि में इस क्षेत्र में महापटरवनवाषण प्राप्त दकया।
सर्कष ि में भव्य स्िूप, प्राचीन मठ, िौद्ध मंत्रों के िीच ध्यान और पूजा करना िौद्ध िीथषयावत्रयों के वलए अलौदकक अनुभव होिा है।
इसमें वनम्नवलवखि स्थल शावमल हैं:
कवपलवस्िु
यहां राजकु मार वसद्धाथष का िाल्यकाल िीिा और इस कारण इसे पववत्र माना जािा है।
इसकी पहचान विषमान समय में वसद्धाथषनगर वजले में वपपहरवा िाउनवशप के रूप में की जािी है।
यहां हजारों युग पहले की उस घिना का अनुभव दकया जा सकिा है, जि युवा राजकु मार वसद्धाथष ने मोक्ष की िलाश में सभी
सांसाटरक िन और सुख का त्याग दकया था।
कौशाम्िी
प्रयागराज से लगभग 60 दकमी दूर इस स्थान पर िुद्ध ने कई िमोपदेश ददए थे।
यह िौद्धों के वलए उच्च वशक्षा के कें द्र के रूप में प्रवसद्ध है। यह उस समय के सिसे समृद्ध शहरों में से एक माना जािा है।
खुदाई के दौरान यहां मूर्िषयों, वसिों और िेराकोिा वस्िुओं की एक िड़ी संख्या के अलावा एक अशोक स्िंभ, एक पुराने दकले और
एक भव्य मठ के खंडहर का पिा चला था।
सारनाथ
वाराणसी से वसफष 10 दकमी दूर इस स्थान पर भगवान िुद्ध ने आत्मज्ञान प्राप्त करने के िाद अपना पहला िमोपदेश ददया था ।
महान िामेक स्िूप और उसके खंडहर अभी भी िुद्ध की वशक्षाओं की याद ददलािे हैं।
273-232 ईसा पूवष में सम्राि अशोक द्वारा स्थावपि चमकदार स्िंभ िौद्ध संघ की नींव की वनशानी है।
इस स्िंभ के ऊपर के शेर को भारि के राष्ट्रीय प्रिीक के रूप में अपनाया गया है।
संदकसा
मान्यिा है दक स्वगष में अपनी मां को संिोविि करने के िाद भगवान िुद्ध ने यहां अविरण वलया था।
यह फरुष खािाद वजले में काली नदी के िि पर िसंिपुर गांव के साथ जुड़ा हुआ है।
सम्राि अशोक ने इस पववत्र स्थान को वचवह्नि करने के वलए यहां एक स्िंभ िनवाया था।
श्रावस्िी
िहराइच से मात्र 15 दकमी दूर इस जगह कई संरवक्षि स्िूप और खंडहर हैं।
प्राचीनकाल में यह कोसल साम्राज्य की राजिानी थी और यहां िुद्ध ने अपनी ददव्य शवियों का प्रदशषन कर उन लोगों को प्रभाववि
करने का प्रयास दकया जो उनमें ववश्वास नहीं करिे थे।
ऐसा माना जािा है दक इसे पौरावणक राजा श्रावस्ि द्वारा स्थावपि दकया गया था। यहां िुद्ध ने अपने जीवन के 27 साल गुजारे थे।
कु शीनगर