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जनगणना एवं उत्तर प्रदेश ववशेष नोट्स

Office Address:
Delhi – F- 29, 30, Vardhman Plaza, Nehru Vihar, Delhi-54
Praygraj – Science Faculty, In front of AN JHA Hostel

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जनगणना

शीषष जनसंख्या वाले राज्य

स्थान राज्य जनसंख्या (करोड़ में) जनसख्या प्रविशि

1 उत्तर प्रदेश 19.981 16.51%

2 महाराष्ट्र 11.237 11.237%

3 विहार 10.409 8.60%

4 पविम िंगाल 9.127 7.54 %

5 आंध्र प्रदेश 8.458 6.99%

शीषष जनसंख्या वाले कें द्र शावसि प्रदेश

स्थान कें द्र शावसि प्रदेश जनसंख्या

1 ददल्ली 1,67,87,941

2 पुदच
ु ेरी 12,47,953

3 चंडीगढ़ 10,55,450

4 अंडमान वनकोिार 3,80,581

5 दादर नगर हवेली 3,43,709

6 दमन दीव 0.02 करोड़

जनगणना से संिवं िि िथ्य


 सवषप्रथम आिुवनक पद्धवि से जनगणना स्वीडन ने 1749 में कराई थी।
 विटिश भारि में पहली जनगणना 1872 में लाडष मेयो के कायषकाल में की गई थी।
 1881 ई. में लाडष टरपन के समय से प्रत्येक दस वषष के अंिराल पर जनगणना होने लगी थी।
 वषष 2011 की जनगणना भारि की 15वीं और स्विंत्र भारि की 7वीं जनगणना है।

भारि की जनगणना
 भारि का क्षेत्रफल ववश्व के क्षेत्रफल ला मात्र 2.4% है, जिदक भारि की जनसंख्या ववश्व की कु ल जनसंख्या का 17.5 प्रविशि है।
 जनसंख्या की दृवि ववश्व में भारि का दूसरा स्थान है जिदक क्षेत्रफल की दृवि से भारि का स्थान सािवााँ है।

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 भारि की जनसंख्या में 2001 से 2011 के दौरान 18.18 करोड़ की वृवद्ध हुई है।
 2001 में भारि की जनसंख्या 102.87 करोड़ थी जो 2011 िक िढ़कर 121.08 करोड़ हो गई है।
 विषमान में भारि की जनसंख्या की दशकीय वृवद्ध 17.7 प्रविशि है जिदक वार्षषक वृवद्ध दर 1.64% है।
 1911-21 के दशक में जनसंख्या ह्रास (-0.31%)की वस्थवि आयी थी। इसके पिाि् देश की जनसंख्या में िीव्र वृवद्ध हुई। इसवलए
1921 को जनसंख्या के इविहास में महान ववभाजक वषष खा जािा है।

जनसंख्या वृवद्ध दर

जनसंख्या वृवद्ध दर वाले पांच राज्य/कें द्र शावसि प्रदेश

राज्य/कें द्र शावसि प्रदेश वृवद्ध दर

 दादर और नगर हवेली 55.9%


 दमन और दीव 53.8%
 पुदच
ु ेरी 28.1%
 मेघालय 27.9%
 अरुणाचल प्रदेश 26.0%

न्यूनिम जनसंख्या जनसंख्या वृवद्ध दर वाले पांच राज्य/कें द्र शावसि प्रदेश

राज्य/कें द्र शावसि प्रदेश वृवद्ध दर

 नगालैंड -0.6%
 के रल 4.9%
 लक्षद्वीप 6.3%
 अंडमान और वनकोिार द्वीप 6.9%
 गोवा 8.2%

जनगणना 2001 और 2011 के आंकड़ों की िुलना

2001 2011 अंिर

व्यवि 1,02,87,37,436 1,21,08,54,977 -18,21,17,541


1. पुरुष 51.73 प्रविशि 51.47 प्रविशि
2. मवहलाएं 48.27 प्रविशि 48.53 प्रविशि

0-6 आयु वगष की जनसंख्या 16,44,78,150


(कु ल जनसंख्या की 13.6%)

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नगरीय प्रविशि 27.81% 31.1% + 3.29%

ललंगानुपाि 933:1000 943:1000 +10

साक्षरिा 64.8% 73.0% +8.2%

जनघनत्व (व्यवि/वगषदकमी) 325 382 +57

क्षेत्रफल की दृवि से

 सिसे िड़ा राज्य राजस्थान


 सिसे छोिा राज्य गोवा
 सिसे िड़ा कें द्रशावसि प्रदेश अंडमान एवं वनकोिार
 सिसे छोिा कें द्रशावसि प्रदेश लक्षद्वीप

जनसंख्या की दृवि से

 सिसे िड़ा राज्य उत्तर प्रदेश


 सिसे छोिा राज्य वसदिम
 सिसे िड़ा कें द्र शावसि प्रदेश ददल्ली
 सिसे छोिा कें द्र शावसि प्रदेश लक्षद्वीप

जनसंख्या की दृवि से शीषष पााँच राज्य

राज्य जनसंख्या (प्रविशि)


 उत्तर प्रदेश 19.981 (16.51%)

 महाराष्ट्र 11.237 (9.28%)

 विहार 10.409 (8.60%)

 पविम न्यायालय 09.127 (7.54%)

 आंध्र प्रदेश 08.458 (6.99%)

जनसंख्या की दृवि से शीषष पााँच कें द्र शावसि प्रदेश

राज्य जनसंख्या (करोड़ में)


 ददल्ली 16,78,79,41

 पुदच
ु ेरी 12,47,953

 चंडीगढ़ 10,55,450

 अंडमान वनकोिार 38,05,81

 अंडमान वनकोिार ‘दादर नगर हवेली 34,37,09

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ललंगानुपाि संिि
ं ी आंकड़े

 सवाषविक ललंगानुपाि वाला राज्य के रल (1084)


 न्यूनिम ललंगानुपाि वाला राज्य हटरयाणा (879)
 सवाषविक ललंगानुपाि वाला कें द्रशावसि प्रदेश पुदच
ु ेरी (1037)
 न्यूनिम ललंगानुपाि वाला कें द्रशावसि प्रदेश दमन एवं दीव (618)
 सवाषविक वशशु (0-6 वषष) ललंगानुपाि वाला राज्य अरुणाचल प्रदेश (972)
 न्यूनिम वशशु (0-6 वषष) ललंगानुपाि वाला राज्य हटरयाणा (834)
 सवाषविक वशशु (0-6 वषष) ललंगानुपाि वाला कें द्रशावसि प्रदेश अंडमान वनकोिार द्वीप समूह (968)
 न्यूनिम वशशु (0-6 वषष) ललंगानुपाि वाला कें द्रशावसि प्रदेश ददल्ली (871)

जनघनत्व संिि
ं ी आंकड़े

 सवाषविक जनघनत्व वाला राज्य विहार (1106)


 न्यूनिम जनघनत्व वाला राज्य अरुणाचल प्रदेश (17)
 सवाषविक जनघनत्व वाला कें द्रशावसि प्रदेश ददल्ली (11320)
 न्यूनिम जनघनत्व वाला कें द्रशावसि प्रदेश
अंडमान और वनकोिार (46)

साक्षरिा संिि
ं ी आंकड़े

 सवाषविक साक्षरिा वाला राज्य के रल (94.0%)


 न्यूनिम साक्षरिा वाला राज्य विहार (61.8%)
 सवाषविक साक्षरिा वाला कें द्रशावसि प्रदेश लक्षद्वीप (91.8%)
 न्यूनिम साक्षरिा वाला कें द्रशावसि प्रदेश
दादरा व नगर हवेली (76.2%)

प्राकृ विक संववृ द्ध दर:


देश की प्राकृ विक संवृवद्ध दर 14.3 प्रविशि है।

सवाषविक प्राकृ विक संववृ द्ध दर वाले चार राज्य

 विहार 19.7%
 उत्तर प्रदेश 19.6%
 राजस्थान 18.6%
 मध्य प्रदेश 17.9%

न्यूनिम प्राकृ विक संवृवद्ध दर वाले चार राज्य

 गोवा 6.4
 के रल 8.2

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 िवमलनाडु 8.4
 पंजाि 9.1

नोि-राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीवि 2017 में जन स्वास्थ्य व्यय को समयिद्ध ढंग से जीडीपी के 2.5% िक िढ़ाने का प्रस्िाव रखा गया है।

ललंगानुपाि संिि
ं ी आंकड़े

शीषष ललंगानुपाि वाले राज्य

राज्य ललंगानुपाि

 के रल 1084
 िवमलनाडु 996
 आंध्रप्रदेश 993
 छत्तीसगढ़ 991
 मेघालय 989

न्यूनिम ललंगानुपाि वाले राज्य

राज्य ललंगानुपाि

 हटरयाणा 879
 जम्मू-कश्मीर 889
 वसदिम 890
 पंजाि 895
 उत्तर प्रदेश 912

शीषष ललंगानुपाि वाले कें द्रशावसि प्रदेश

कें द्रशावसि प्रदेश ललंगानुपाि

 पुदच
ु ेरी 1037
 लक्षद्वीप 947
 अंडमान वनकोिार 876
 ददल्ली 868

न्यूनिम ललंगानुपाि वाले कें द्रशावसि प्रदेश

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कें द्रशावसि प्रदेश ललंगानुपाि

 दमन एवं दीव 618


 दादर एवं नगर हवेली 774
 चंडीगढ़ 818

ललंगानुपाि में अंिर

राज्य/कें द्र शावसि प्रदेश ललंगानुपाि अंिर

 जम्मू कश्मीर 941 862 -79


 दादर एवं नगर हवेली 979 926 -53
 लक्षद्वीप 959 911 -48
 राजस्थान 909 888 -21
 महाराष्ट्र 913 894 -19

साक्षरिा संिि
ं ी आंकड़े

भारि में साक्षरिा

साक्षरिा जनसंख्या प्रविशि

 व्यवि 76,34,98,517 73.0

1. पुरुष 43,46,83,779 80.9


2. मवहलाएं 32,88,14,738 64.6

नोि-2001 से 2011 के दौरान मवहलाओं की साक्षरिा दर में वृवद्ध (46.67) पुरुषों की अपेक्षा अविक रही है।

भारि के सवाषविक साक्षर राज्य

राज्य प्रविशि

 के रल 94.0
 वमजोरम 91.3
 गोवा 88.7

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 वत्रपुरा 87.2
 वहमाचल प्रदेश 82.8

भारि के न्यूनिम साक्षर राज्य

राज्य प्रविशि

 विहार 61.8
 अरुणाचल प्रदेश 65.4
 राजस्थान 66.1
 झारखंड 66.4
 आंध्रप्रदेश 67.0

भारि के सवाषविक साक्षर कें द्र शावसि प्रदेश

कें द्र शावसि प्रदेश प्रविशि

 लक्षद्वीप 91.8
 दमन दीव 87.1
 अंडमान एवं वनकोिार द्वीप समूह 86.6
 ददल्ली 86.2
 चंडीगढ़ 86.0

भारि के न्यूनिम साक्षर कें द्र शावसि प्रदेश

कें द्र शावसि प्रदेश प्रविशि

 दादरा एवं नगर हवेली 76.2


 पुदच
ु ेरी 85.8
 चंडीगढ़ 86.0

जनघनत्व संिि
ं ी आंकड़े

सवाषविक जनघनत्व वाले राज्य

राज्य जनघनत्व/वगष दकमी

 विहार 1106
 पविम िंगाल 1028

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 के रल 860
 उत्तर प्रदेश 829
 हटरयाणा 573

न्यूनिम जनघनत्व वाले राज्य

राज्य जनघनत्व/वगष दकमी

 अरुणाचल प्रदेश 17
 वमजोरम 52
 वसदिम 86
 नागालैंड 119
 वहमाचल प्रदेश 123

सवाषविक जनघनत्व वाले कें द्र शावसि प्रदेश

राज्य जनघनत्व/वगष दकमी

 ददल्ली 11320
 चंडीगढ़ 9258
 पुदच
ु ेरी 2547
 दमन एवं दीव 2191
 लक्षद्वीप 2149

न्यूनिम जनघनत्व वाले कें द्र शावसि प्रदेश

राज्य जनघनत्व/वगष दकमी

 अंडमान एवं वनकोिार 46


 दादरा एवं नगर हवेली 700
 लक्षद्वीप 2149

नोि-1911-21 के दशक में जनघनत्व में वृवद्ध ऋणात्मक (-1.2) रही। 2001-11 के दशक में जनघनत्व में 57 व्यवि/वगष दकमी की वृवद्ध
हुई।

अनुसवू चि जावि जनगणना-2011


महत्वपूणष िथ्य
 2011 की जनगणना के अनुसार देश में अनुसूवचि जावियों की जनसंख्या 20.137 करोड़ है जो दक देश की कु ल जनसंख्या की
16.6% है।

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 2001-11 के दौरान अनुसूवचि जावि की दशकीय वृवद्ध दर 20.8 प्रविशि रही है।

सवाषविक अनुसवू चि जावि वाले राज्य

स्थान राज्य संख्या

1 उत्तर प्रदेश 4,13,57,608


2 पविम िंगाल 2,14,63,270
3 विहार 1,65,67,325
4 िवमलनाडु 1,44,38,445
5 आंध्र प्रदेश 1,38,78,078

न्यूनिम अनुसवू चि जावि वाले राज्य

1 वमजोरम 1218
2 नगालैंड NSC
3 अरुणाचल प्रदेश NSC
लक्षद्वीप
4 NSC
अंडमान वनकोिार द्वीप समूह
5 NSC

सवाषविक अनुसवू चि जनजावि वाले राज्य

1 मध्य प्रदेश 1,53,16,784


2 महाराष्ट्र 1,05,10,213
3 ओवडशा 95,90,756
4 राजस्थान 92,38,534
5 गुजराि 89,17,174

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उत्तर प्रदेश ववशेष
उत्तर प्रदेश जनगणना, 2011 एक नजर में
क्रम संख्या वववरण जनगणना 2011

1. प्रदेश की जनसाँख्या 20 करोड़

2. पुरुष 104,480,510

3. स्त्री 95,331,831

4. जनसाँख्या वृवद्ध दर (2001-2011) 20.23%

5. देश की कु ल जनसंख्या का (%) 16.51%

6. ललंग अनुपाि 912

7. िाल ललंग अनुपाि 902

8. घनत्व/दकमी.2 829

9. क्षेत्रफल (दकमी.2) 240,928

10. कु ल िाल जनसंख्या (0-6 वषष) 30,791,331

11. पुरुष जनसंख्या (0-6 वषष) 16,185,581

12. मवहला जनसंख्या (0-6 वषष) 14,605,750

13. साक्षरिा 67.7 %

14. पुरुष साक्षरिा 79.24 %

15. मवहला साक्षरिा 59.26 %

16. कु ल साक्षर व्यवि 114,397,555

17. साक्षर पुरुष संख्या 68,234,964

18. साक्षर मवहला संख्या 46,162,591

19. राज्य की कु ल आिादी में अनुसूवचि जावियों का प्रविशि 20.07%

20. राज्य की कु ल आिादी में अनुसूवचि जनजावियों का प्रविशि 0.6%

21. राज्य का सिसे अविक जनसंख्या वाला वजला इलाहािाद

22. राज्य का सिसे कम जनसंख्या वाला वजला महोिा

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23. उच्चिम ललंग अनुपाि वाले वजले 1. जौनपुर (1024)
2. आजमगढ़ (1018)
3. देवटरया (1017)

24. राज्य का सिसे घना वजला इलाहािाद (3971 व्यवि /(दकमी.2)

उत्तर प्रदेश जनगणना


 2011 की टरपोिष के अनुसार राज्य की कु ल जनसंख्या 19,98,12,341 है।
 देश में सवाषविक आिादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश है लेदकन क्षेत्रफल में यह राजस्थान, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के िाद चौथे स्थान पर
है।
 प्रदेश की कु ल आिादी देश की कु ल आिादी की 16.51% है जिदक क्षेत्रफल देश के कु ल क्षेत्रफल का का मात्र 7.33% ही है।
 ववश्व स्िर पर जनसंख्या के मामले में चीन, भारि, अमेटरका वं इं डोनेवशया के िाद उत्तर प्रदेश पांचवें स्थान पर है। 2001 में यह
छठे स्थान पर था लेदकन 2011 में इसने िाजील को आिादी के मामले में पीछे छोड़ ददया है।
 2011 के अनुसार राज्य में सवाषविक आिादी वाले 5 वजले (घििे क्रम में) इस प्रकार है- इलाहािाद, मुरादािाद, गावजयािाद,
आजमगढ़ व लखनऊ।
 2011 के अनुसार राज्य में सिसे कम आिादी वाले 5 वजले (िढ़िे क्रम में) इस प्रकार है- महोिा, वचत्रकू ि, हमीरपुर, श्रावस्िी व
लवलिपुर।
 0-6 आयु वगष जनसंख्या का सवाषविक प्रविशि अनुपाि िहराइच (18.77 प्रविशि) में िथा सिसे कम कानपुर नगर (11.13%) में
है।

जनसंख्या वृवद्ध दर
 2001 से 2011 के दौरान प्रदेश के जनसंख्या की दशकीय वृवद्ध दर 20.22% रही।
 2001-11 के दौरान प्रदेश में पुरुष एवं मवहला की दशकीय व्रवद्ध दर क्रमशः 19.31 िथा 21.23 प्रविशि रही।
 दशकीय जनसंख्या वृवद्ध दर की दृवि से देश के सभी राज्यों िथा कें द्र शावसि प्रदेशों में राज्य का 14 वां स्थान है।
 2011 के अनुसार सवाषविक दशकीय वृवद्ध दर वाले 5 वजले घििे क्रम में इस प्रकार है- गौिम िुद्ध नगर (49.1%), गावजयािाद
(41.3%), श्रावस्िी (30.5%), िहराइच (29.3%) व िलरामपुर (27.7%)।
 2011 के अनुसार सिसे कम वृवद्ध दर वाले 5 वजले िढ़िे क्रम में इस प्रकार है – कानपुर नगर(9.9%), हमीरपुर(11.1%),
िागपि(11.9%), फिेहपुर(14.1%) व देवटरया(14.2%)।

जनघनत्व
 2011 की अंविम जनगणना के अनुसार राज्य का औसि जनघनत्व 829 व्यवि प्रविवगष दकलोमीिर है, जो दक राष्ट्रीय औसि (382)
से 447 अविक है l जनघनत्व की दृवि से यह देश के राज्यों में चौथे स्थान पर है l 2001-2011 के दौरान जनघनत्व में 139 व्यवि
/वगष दकमी की वृवद्ध हुई l
 2011 के आंकड़ों के अनुसार राज्य का औसि जनघनत्व 829 व्यवि प्रवि वगष दकलोमीिर है।
 जनसंख्या घनत्व की दृवि से देश के राज्य िथा कें द्र शावसि प्रदेशों में नौवें स्थान पर है।
 शीषष पांच जनसंख्या घनत्व वाले वजले- गावजयािाद (3971), वाराणसी (2395), लखनऊ (1816), भदोही (1555) व कानपुर
(1452) हैं।
 न्यूनिम 5 जनसंख्या घनत्व वाले वजले - लवलिपुर(242), सोनभद्र(270), हमीरपुर(275), महोिा (279), िथा वचत्रकू ि (308) हैं।
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साक्षरिा दर
 2011 के अनुसार उत्तर प्रदेश की कु ल साक्षरिा 67.7 प्रविशि िथा पुरुष साक्षरिा 77.3 प्रविशि और मवहला साक्षरिा 57.2
प्रविशि रही है।
 उत्तर प्रदेश की ग्रामीण साक्षरिा 65.46% और नगरीय साक्षरिा 75.14% है।
 2001-11 के दौरान राज्य की औसि साक्षरिा में वृवद्ध 11.4% रही। देश में औसि साक्षरिा की दृवि से उत्तर प्रदेश 29 वें स्थान पर
है।
 सवाषविक औसि साक्षरिा वाले 5 वजले गौिम िुद्ध नगर (80.12%), कानपुर नगर (79.65%), औरै या (78.95%), इिावा
(78.41%) िथा गावजयािाद (78.07%) हैं।
 न्यूनिम साक्षरिा वाले 5 वजले श्रावस्िी (46.74%), िहराइच (49.36%), िलरामपुर (49.51%), िदायूं (51.29%) रामपुर
(53.34%) हैं।
 सवाषविक पुरुष साक्षरिा वाले 3 विले गौिमिुद्ध नगर, औरै या और इिावा हैं।
 सिसे कम पुरुष साक्षरिा वाले 3 विले श्रावस्िी, िहराइच और िलरामपुर हैं।
 सवाषविक मवहला साक्षरिा वाले 3 विले कानपुर नगर, लखनऊ और गौिमिुद्ध नगर हैं।
 सिसे कम मवहला साक्षरिा वाले 3 विले श्रावस्िी, िलरामपुर और िहराइच हैं।

ललंग अनुपाि
 2011 के अनुसार प्रदेश में 1000 पुरुषों पर वस्त्रयों की संख्या 912 है जो दक राष्ट्रीय औसि 943 से 31 कम है।
 2001 में ललंग अनुपाि 898 था जिदक 2011 में इसमें 14 की वृवद्ध हुई है।
 वयस्क ललंगानुपाि और वशशु ललंगानुपाि दोनों की दृवि से प्रदेश देश में 26 वें स्थान पर है।
 शीषष पांच ललंगानुपाि वाले वजले जौनपुर (1024), आजमगढ़ (1019), देवटरया (1017), प्रिापगढ़ (998) िथा सुल्िानपुर (983)
है।
 न्यूनिम ललंगानुपाि वाले 5 वजले गौिम िुद्ध नगर (851), िागपि/हमीरपुर (861), कानपुर नगर/िांदा/मथुरा (863), औरै या
(864) िथा जालौन (865)
 प्रदेश में 1 से 10 लाख आिादी वाले नगरों की संख्या 64 है िथा 10 लाख या उससे अविक आिादी वाले नगरों की संख्या 7 है।

अनुसवू चि जावियााँ
 उत्तर प्रदेश की कु ल जनसंख्या में अनुसूवचि जावियों का प्रविशि 20.7% है।
 देश में जनसंख्या की दृवि से सवाषविक अनुसूवचि जावि वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।
 देश में जनसंख्या की प्रविशििा की दृवि से सवाषविक अनुसूवचि जावि वाला राज्य पंजाि है।
 सवाषविक अनुसूवचि जनसंख्या वाले 3 विले:
o सीिापुर
o प्रयागराज
o हरदोई
 सिसे कम अनुसूवचि जनसंख्या वाले 3 विले:
o िागपि
o श्रावस्िी
o गौिमिुद्ध नगर
 सवाषविक अनुसूवचि जावि प्रविशि वाले 3 विले:
o कौशाम्िी
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o सीिापुर
o हरदोई
 सिसे कम अनुसूवचि जावि प्रविशि वाले 3 विले
o िागपि
o िरे ली
o िलरामपुर

उत्तर प्रदेश में अनुसवू चि जनजावियााँ


 उत्तर प्रदेश की कु ल जनसंख्या में अनुसूवचि जनजावि की जनसंख्या का प्रविशि 0.6% है।
 सवाषविक अनुसूवचि जनजावि जनसंख्या वाले 3 विले क्रमशः सोनभद्र, िवलया और देवटरया हैं।
 सिसे कम अनुसूवचि जनजावि जनसंख्या वाले 3 विले क्रमशः िागपि, कन्नौज और िदायूाँ हैं।
 सवाषविक अनुसूवचि जनजावि जनसंख्या प्रविशि वाले 3 विले क्रमशः सोनभद्र, लवलिपुर और देवटरया हैं।
 सिसे कम अनुसूवचि जनजावि जनसंख्या प्रविशि वाले 3 विले िागपि, कन्नौज और िदायूाँ हैं।
 जनसंख्या की दृवि से राज्य की सिसे िड़ी जनजावि थारु है।
 जनसंख्या की दृवि से राज्य की सिसे छोिी जनजावि िनरावि है।

उत्तर प्रदेश में शहरीकरण


 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश, भारि का सवाषविक जनसंख्या (19.96 करोड़) वाला राज्य है, वजसमें से 15.51 करोड़
जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहिी है और 4.45 करोड़ जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रहिी है।
 2001-2011 के िीच शहरी क्षेत्रों में 1.09 करोड़ आिादी की िढ़ोत्तरी हुई है।
 इस प्रकार, भारि की कु ल जनसंख्या का लगभग 16.50% प्रदेश में और 11.80% आिादी उत्तर प्रदेश के शहरों में रहिी है। भारि
के 4041 वैिावनक नगरों में 648 (16%) उत्तर प्रदेश में रहिा है।
 प्रदेश की कु ल जनसंख्या में से 22.28% शहरों में रहिी है (2011 की जनगणना के अनुसार), जो 2011 में 20.78% थी, अथाषि
1.50 प्रविशि की िढ़ोत्तरी हुई है। हालांदक, शहरीकरण का स्िर (22.28%) पूरे देश के अनुसार (31.16%) काफी कम है।
 2001-2011 दशक की जनगणना के अनुसार शहरी की जनसंख्या 28.75 प्रविशि है,जो 1991-2001 में 31.80 प्रविशि थी। ऐसा
अनुमान लगाया जा रहा है दक 2021 िक प्रदेश में शहरों की जनसंख्या 5.83 करोड़ हो जाएगी।
 हालांदक, उत्तर प्रदेश में सिसे िड़ी नगर प्रणाली है, वजसमें 630 नगर पावलकाएं हैं, दफर भी यह नगरीकरण के मामले में 23वें
स्थान पर है। प्रदेश के शहरीकरण के स्िर में काफी अवनयवमििाएं हैं।
 2011 की जनगणना के अनुसार, पविमी क्षेत्रों में 32.45% नगरीय जनसंख्या (सिसे अविक) रहिी है, वहीं पूवी क्षेत्रों में 13.40%
जनसंख्या (सिसे कम) रहिी है।
 कें द्र और िुंदल
े खंड क्षेत्र की शहरी जनसंख्या 20.06 और 22.74 के अनुपाि में है। नगरीय आिादी में िढ़ोत्तरी ििािी है, दक िड़े
नगर, खासिौर पर क्लास-1 नगर, काफी िेजी से ववकास कर रहे हैं, वजससे इस िथ्य को नहीं नकारा जा सकिा दक 1951 में वजन
शहरी इलाकों की जनसंख्या मात्र 33.71% थी, वह 2011 में िढ़कर 60% हो गई है।
 इसके अविटरि, क्लास-1 श्रेणी के शहर1991 में 14 से िढ़करा 2001 में 54 हो गए थें, जो 2011 में िढ़कर 64 हो चुके हैं, जिदक
मेट्रोपॉवलिन वसिी की संख्या 06 (2001 में) से िढ़कर 07 (2011 में) हो गई है।
 छोिे शहर (खासिौर पर क्लास-5 और क्लास-6 के ) में अभी िक नकरात्मक िढ़ोत्तरी देखने को वमली है।

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16वीं जनगणना
 जनगणना देश में नागटरकों के वलये योजना िनाने हेिु आिार प्रदान करिी है। वषष 2021 की जनगणना देश की 16वीं और स्विंत्र
भारि की 8वीं जनगणना होगी। भारि की जनगणना प्रदकया ववश्व में अपनी िरह की सिसे िड़ी पटरयोजना है।
 जनगणना 2021 का ववषय (थीम) “जन भागीदारी से जनकल्याण” है।
 जनगणना 2021 के पहले चरण में वषष 2020 में अप्रैल से वसिंिर िक जनगणनाकमी घरों की सूची (House Listing) और उसमें
रहने वाले व्यवि/व्यवियों के आाँकड़े एकवत्रि करें गे।
 इसके साथ ही असम को छोड़ कर देश के अन्य सभी राज्यों में राष्ट्रीय जनसंख्या रवजस्िर (NPR) को अपडेि करने का काम भी
दकया जाएगा।
 जिदक दूसरे चरण 9-28 फरवरी, 2021 िक पूरे देश में जनगणना का कायष संपन्न दकया जाएगा।
 देश के वववभन्न राज्यों (असम को छोड़कर) के सरकारी कमषचारी जैसे- वनगमों के कमषचारी, वशक्षक एवं अन्य ववभागों के
पदाविकारीगण जनगणना प्रदक्रया में योगदान देंगे।

राजनीविक पटरदृश्य
 उत्तर प्रदेश में विषमान में 75 विले एवं 18 संभाग (मंडल) हैं (18वााँ- अलीगढ़)|
 सिसे िड़े मण्डल- कानपुर और लखनऊ
 सिसे छोिा मण्डल- सहारनपुर
 इस राज्य की राजिानी 1858 िक आगरा रही; उसके िाद 1858-1921 िक प्रयागराज (इलाहािाद) रही और 1921 से राजिानी
लखनऊ है।
 प्रदेश की प्रथम राजकीय भाषा लहंदी (वषष 1947 से) एवं वद्विीय राजकीय भाषा उदूष (वषष 1989 से) है|
 राजकीय पुष्प – पलाश ( झारखंड का भी)
 राजकीय पशु – िारहलसंगा
 राजकीय पक्षी – सारस अथवा क्रौंच
 राजकीय वृक्ष – अशोक
 राजकीय खेल – हॉकी
 राजकीय वचह्न - एक वृत्त में दो मछली और एक िीर-िनुष
 वविान पटरषद का गठन- 1921
 राज्य वविानसभा का प्रथम गठन- 1937
 वविानस भा में सदस्यों की कु ल संख्या- 404 (403 वनवाषवचि, 1 मनोनीि)
 वविान पटरषद में सदस्यों की संख्या-100
 लोकसभा में सदस्यों की संख्या - 80
 राज्यसभा में सदस्यों की संख्या - 31
 सवाषविक वविानसभा सीि वाला विला- प्रयागराज (इलाहािाद) (12)
 प्रदेश में अभी िक कु ल 10 िार राष्ट्रपवि शासन लगाया गया।
 प्रथम मुख्यमंत्री- गोलवंद वल्लभ पंि
 राज्य एवं देश की प्रथम मवहला मुख्यमंत्री- सुचेिा कृ पलानी
 सवाषविक िार मुख्यमंत्री – मायाविी (4 िार)
 विषमान में 18वीं वविानसभा
 उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 1975 में उत्तर प्रदेश लोकायुि िथा उप-लोकायुि अविवनयम, 1975 पाटरि दकया गया।
 14 वसिंिर 1977 को उत्तर प्रदेश का प्रथम लोकायुि न्यायमूर्िष ववश्वम्भर दयाल को वनयुि दकया गया।

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उत्तर प्रदेश के कै विनेि मंत्री एवं ववभाग
योगी आददत्यनाथ मुख्य मंत्री वनयुवि, कार्मषक, गृह, सिकष िा, आवास एवं शहरी वनयोजन, राजस्व, खाद्य एवं रसद,
नागटरक आपूर्िष, खाद्य सुरक्षा एवं औषवि प्रशासन, भूित्व एवं खवनकमष, अथष एवं
संख्या, राज्य कर एवं वनिन्िन, सामान्य प्रशासन, सवचवालय प्रशासन, गोपन,
सूचना, वनवाषचन, संस्थागि ववत्त, वनयोजन, राज्य सम्पवत्त, उ0प्र0 पुनगषठन समन्वय,
प्रशासवनक सुिार, कायषक्रम कायाषन्वयन, अवस्थापना, भाषा, अभाव सहायिा एवं
पुनवाषस, लोक सेवा प्रिन्िन, दकराया वनयंत्रण, प्रोिोकॉल, सैवनक कल्याण एवं प्रान्िीय
रक्षक दल, नागटरक उड्डयन, न्याय एवं वविायी ववभाग

श्री के शव प्रसाद मौयष उप मुख्य मंत्री ग्राम्य ववकास एवं समग्र ग्राम्य ववकास िथा ग्रामीण अवभयंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण,
मनोरं जन कर एवं सावषजवनक उद्यम िथा राष्ट्रीय एकीकरण
श्री िजेश पाठक उप मुख्य मंत्री वचदकत्सा वशक्षा, वचदकत्सा एवं स्वास्थ्य, पटरवार कल्याण िथा मािृ एवं वशशु कल्याण

श्री सुरेश कु मार खन्ना कै विनेि मंत्री ववत्त एवं संसदीय कायष

श्री सूयष प्रिाप शाही कै विनेि मंत्री कृ वष, कृ वष वशक्षा एवं कृ वष अनुसंिान

श्री स्विंत्र देव लसंह कै विनेि मंत्री जल शवि िथा िाढ़ वनयंत्रण

श्रीमिी िेिी रानी मौयष कै विनेि मंत्री मवहला कल्याण, िाल ववकास एवं पुिाहार
श्री लक्ष्मी नारायण
चौिरी कै विनेि मंत्री गन्ना ववकास एवं चीनी वमलें

श्री जयवीर लसंह कै विनेि मंत्री पयषिन एवं संस्कृ वि


श्री िमषपाल लसंह कै विनेि मंत्री पशुिन एवं दुग्ि ववकास, राजनैविक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुवस्लम वक्फ एवं
हज िथा नागटरक सुरक्षा
श्री नन्द गोपाल गुप्ता कै विनेि मंत्री
''नन्दी'' औद्योवगक ववकास, वनयाषि प्रोत्साहन, एन0आर0आई0 िथा वनवेश प्रोत्साहन

श्री भूपेन्द्र लसंह चौिरी कै विनेि मंत्री पंचायिी राज

श्री अवनल राजभर कै विनेि मंत्री श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय

श्री वजविन प्रसाद कै विनेि मंत्री लोक वनमाषण


श्री राके श सचान कै विनेि मंत्री सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रे शम उद्योग, हथकरघा एवं
वस्त्रोद्योग
श्री अरववन्द कु मार कै विनेि मंत्री नगर ववकास, शहरी समग्र ववकास, नगरीय रोजगार एवं गरीिी उन्मूलन, ऊजाष एवं
शमाष अविटरि ऊजाष स्रोि
श्री योगेन्द्र उपाध्याय कै विनेि मंत्री उच्च वशक्षा, ववज्ञान एवं प्रौद्योवगकी, इलेक्ट्रावनक्स एवं सूचना प्रौद्योवगकी

श्री आशीष पिेल कै विनेि मंत्री प्राववविक वशक्षा, उपभोिा संरक्षण एवं िॉंि माप
श्री संजय वनषाद कै विनेि मंत्री मत्स्य

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भौगोवलक पटरदृश्य
 राज्य की पूवष से पविम िक लंिाई -650 दकमी.
 राज्य की उत्तर से दवक्षण िक चौड़ाई -240 दकमी.
 प्रदेश से सिे राज्यों की संख्या -9 (8 राज्य और 1 संघ राज्य क्षेत्र)
 सोनभद्र से सिे राज्यों की संख्या -4 (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और विहार)
 उत्तर प्रदेश से लगा सवाषविक सीमा वाला राज्य -मध्य प्रदेश
 उत्तर प्रदेश से लगा सिसे कम सीमा वाला राज्य -वहमाचल प्रदेश
 प्रदेश का सिसे पूवी विला -िवलया
 प्रदेश का सिसे पविमी विला -शामली
 प्रदेश का सिसे उत्तरी विला -सहारनपुर
 प्रदेश का सिसे दवक्षणी विला -सोनभद्र
 प्रदेश का सिसे िड़ा विला (क्षेत्रफल में) -लखीमपुर खीरी (7680 वगष दकमी.)
 प्रदेश का सिसे छोिा विला (क्षेत्रफल में) -हापुड़ (660 वगष दकमी.)
 सहारनपुर से सिे राज्यों की संख्या -3 (हटरयाणा, वहमाचल प्रदेश िथा उत्तराखंड)
 प्रदेश में कृ वष जलवायु क्षेत्र -9
 प्रदेश में प्रवावहि होने वाली प्रमुख नददयााँ -गंगा, यमुना, रामगंगा, गोमिी और घाघरा
 प्रदेश की सिसे िड़ी नहर प्रणाली -शारदा नहर
 मध्य प्रदेश से िीन िरफ से वघरा उत्तर प्रदेश का विला -लवलिपुर
 उत्तर प्रदेश की जलवायु उष्णकटििंिीय मानसूनी है।
 राज्य में औसि िापमान जनवरी में 12.50 से 17.50 िक रहिा है।
 मई-जून में यह िापमान 27.50 से 32.50 के िीच रहिा है।
 यहां पूवष से 1000 वममी से 2000 वममी और पविम में 610 वममी से 1000 वममी की वषाष होिी है।
 राज्य में पूवष से पविम की ओर जाने पर वषाष की मात्रा घििी जािी है।
 राज्य में लगभग 90% वषाष दवक्षण पविम मानसून के दौरान होिी है जो जून से वसिंिर िक रहिी है।
 प्रदेश में वषाष का प्रारं भ जून के अंविम सप्ताह से होिा है।
 जून से वसिंिर िक होने वाली वषाष के कारण राज्य के पूवी वहस्से में िाढ़ जैसी समस्या उत्पन्न हो जािी है।
 राज्य के पूवी वहस्से में िाढ़ के कारण फसल, जनजीवन व संपवत्त को भारी नुकसान पहुंचिा है।
 राज्य में सवाषविक वषाष गोरखपुर में और सिसे कम वषाष मथुरा में होिी है।
 सिसे अविक गमी आगरा व झांसी में और सिसे कम गमी िरे ली में पड़िी है।
 राज्य में सवाषविक औसि िापमान िुंदेलखंड में पाया जािा है।
 उत्तर प्रदेश में शीि ऋिु में पविमी गंगा मैदान में सिसे कम िापमान पाया जािा है।
 वषाष ऋिु में उत्तर प्रदेश में (75% से 80%) अविकांश वषाष िंगाल की खाड़ी से होिी है।
 ग्रीष्म ऋिु में प्रदेश का औसि अविकिम िापमान 36℃ से 39℃ िक िथा औसि न्यूनिम िापमान 21℃ से 23℃ िक िथा
औसि िापांिर 14℃ रहिा है।
 इस ऋिु में ककष रे खा के नजदीक होने के कारण इलाहािाद, कानपुर, फिेहपुर, आगरा, िांदा, वचत्रकू ि, महोिा, झांसी, हमीरपुर,
जालौन, लवलिपुर आदद िुन्देलखण्डीय नगरों का िापमान 40℃ से 47℃ िक पहुच जािा है।
 इस ऋिु में ववशेषकर मई, जून महीने में पविमी हवाए िीव्र हो जािी है वजन्हें लू कहा जािा है। ये अत्यंि गमष और शुष्क होिी है।
कभी कभी इन शुष्क हवाओं से सामुदद्रक हवाए वमल जािी है पटरणामस्वरूप 100 से 115 दकमी/घंिे वेग से चलने वाले िूफान (िूल
भरी आंविया) आिी हैं।

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उत्तर प्रदेश की सीमा को स्पशष करने वाले राज्य और उनके विले

क्रम राज्य विले

1. मध्य प्रदेश 13 (मुरैंना, लभंड, दविया, वशवपुरी, अशोकनगर, सागर, िीकमगढ़, वनवाड़ी छिरपुर, पन्ना, सिना, रीवा,
लसंगरौली)

2. विहार 8 (पविमी चंपारण, गोपालगंज, वसवान, सारण, भोजपुर, िक्सर, कै मूर, रोहिास)

3. हटरयाणा 7 (यमुनानगर, करनाल, पानीपि, सोनीपि, फरीदािाद, पलवल, नूाँह (मेवाि))

4. उत्तराखंड 5 (देहरादून, हटरद्वार, पौड़ी, नैनीिाल, उिम लसंह नगर)

5. राजस्थान 2 (भरिपुर व िौलपुर)

6. छत्तीसगढ़ 1 (िलरामपुर)

7. झारखंड 1 (गढ़वा)

8. वहमाचल 1 (वसरमौर)
प्रदेश

कृ वष जलवायु क्षेत्र
2011 के जनगणना के अनुसार प्रदेश की कु ल कायषशील जनसंख्या के 59.3% लोग कृ वष से संिवं िि है। इसमे से 29% कृ षक व 30.3% कृ वष
श्रवमक है। उत्तर प्रदेश राज्य िीन कृ वष जलवायु क्षेत्रों के अंिगषि आिा है। कृ वष जलवायु क्षेत्र -
1. मध्य गंगा का मैदान क्षेत्र कृ वष जलवायु क्षेत्र
2. ऊपरी गंगा का मैदान क्षेत्र और कृ वष जलवायु क्षेत्र
3. मध्य पठार और पहाड़ी क्षेत्र।
इन 3 कृ वष जलवायु प्रदेशों को 9 उप-कृ वष जलवायु प्रदेशों में वगीकृ ि दकया गया है:
1. भाभर व िराई क्षेत्र- वहमालय के िलहिी क्षेत्र जैसे सहारनपुर, मुिफ्फरनगर, विजनौर, मुरादािाद, रामपुर, िरे ली, पीलीभीि,
लखीमपुर, िहराइच, श्रावस्िी आदद वजले आिे है।
2. पविमी मैदान- मेरठ मंडल एवं आस पास के क्षेत्र
3. मध्य पविमी मैदान- िरे ली व मुरादािाद मंडल के क्षेत्र
4. दवक्षणी-पविमी समशुष्क मैदान- आगरा मंडल एवं आस पास का क्षेत्र
5. मध्य मैदान- कानपुर व लखनऊ मंडल व फिेहपुर क्षेत्र
6. िुंदेलखंड प्रदेश- झांसी एवं वचत्रकू ि मण्डल के क्षेत्र
7. उत्तरी-पूवी मैदान- गोरखपुर मंडल सवहि गोण्डा िक का क्षेत्र
8. पूवी मैदान- वाराणसी, फै िािाद, आजमगढ़ मंडल िथा इलाहािाद मण्डल
9. लवंध्य प्रदेश- वमिाषपुर, सोनभद्र िथा दवक्षणी इलाहािाद के क्षेत्र

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प्रमुख संग्रहालय
राज्य संग्रहालय, लखनऊ उ0 प्र0 का प्राचीनिम िथा ववशालिम् िहुउद्देशीय संग्रहालय है। इसकी स्थापना सन् 1863 ई0 में लखनऊ
वडवीजन के ित्कालीन कवमश्नर कनषल एब्िोि द्वारा सींखचे वाली कोठी में की गयी थी।
संग्रहालय सूची
1. राज्य संग्रहालय, लखनऊ (1863)
2. राजकीय संग्रहालय, मथुरा (1874)
3. राजकीय संग्रहालय, झांसी (1978)
4. अन्िराषष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय एवं आिष गैलरी, अयोध्या (1988)
5. राजकीय िौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर (1988)
6. लोक कला संग्रहालय लखनऊ (1989)
7. जनपदीय संग्रहालय, सुल्िानपुर (1989)
8. राजकीय िौद्ध संग्रहालय, कु शीनगर (1995)
9. राजकीय पुराित्व संग्रहालय, कन्नौज (1996)
10. राजकीय स्विंत्रिा संग्राम संग्रहालय, मेरठ (1996)
11. डा. भीमराव अम्िेडकर संग्रहालय एवं पुस्िकालय, रामपुर (2004)
12. राजकीय िौद्ध संग्रहालय, वपपरहवां (वसद्धाथषनगर)
13. राजकीय जैन संग्रहालय, मथुरा (2003)
14. कालका विन्दादीन महाराज की ड्यूढ़ी व कथक संग्रहालय, लखनऊ (2016)
15. लाल िहादुर शास्त्री स्मृवि संग्रहालय, वाराणसी (2018)
16. राजकीय पुराित्व संग्रहालय, फरुष खािाद (वनमाषणािीन)
17. िाल संग्रहालय, कन्नौज (वनमाषणािीन)
18. थारू जनजावि एवं संस्कृ वि संग्रहालय, इवमवलया कोडर, जनपद-िलरामपुर (वनमाषणािीन)
19. प्राकृ विक ववज्ञान संग्रहालय, लखनऊ(प्रस्िाववि)
अन्य संग्रहालय
1. मोिीलाल नेहरू िाल संग्रहालय, लखनऊ (1957)
2. प्रांिीय हाइजीन इं वस्िट्यूि, लखनऊ (1928)
3. इलाहािाद संग्रहालय, प्रयागराज (1931)
4. राहुल सांकृत्यायन संस्थान, गोरखपुर
5. िुंदेलखंड छत्रसाल संग्रहालय, िााँदा

उत्तर प्रदेश की प्रमुख नददयााँ एवं उनके दकनारे वस्थि प्रमुख नगर

नदी प्रमुख नगर

गंगा गढ़मुिेश्वर, कछलाघाि, फिेहगढ़, विल्लौर, विठू र, कानपुर, उन्नाव, डलमऊ, श्रृंगिेरपुर, प्रयागराज
(इलाहािाद), वसरसा, वाराणसी, गािीपुर, शेरपुर (िवलया)

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यमुना िागपि, वृन्दावन, मथुरा, आगरा, ििेश्वर, इिावा, हमीरपुर, कौशाम्िी, प्रयागराज (इलाहािाद)

गोमिी लखनऊ, जौनपुर, सुल्िानपुर

सरयू अयोध्या, गोला, िरहलगंज

राप्ती गोरखपुर

िेिवा हमीरपुर

मंदादकनी या वचत्रकू ि
पयवस्वनी

रामगंगा मुरादािाद

सई प्रिापगढ़

सोन सोनभद्र

लहंडन गावियािाद

उत्तर प्रदेश की प्रमुख झीलें

झीलें विला

फु ल्हर झील (गोमिी नदी का उद्गम यहीं से होिा है) पीलीभीि

िखीरा झील सन्ि किीर नगर

करै ला झील लखनऊ

गोववन्द िल्लभ पन्ि सागर (कृ वत्रम झील) सोनभद्र

औंिी िाल वाराणसी

लौंिी िाल सुल्िानपुर

देवटरया िाल कन्नौज

रामगढ़ िाल गोरखपुर

िड़ा िाल (गोखुर) शाहजहााँपुर

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िेंिी, नइया झील प्रिापगढ़

वजगो जलाशय वमिाषपुर

कु न्द्रा समुन्दर उन्नाव

शुक्र िाल मुजफ्फरनगर

अलवारा झील (ववदेशी पक्षी) कौशाम्िी

राजा का िााँि सुल्िानपुर

िलहापरा झील कानपुर

िरुआ सागर झााँसी

नौह झील मथुरा

उत्तर प्रदेश में वस्थि प्रमुख िाप ववद्युि के न्द्र

िाप ववद्युि कें द्र विला

आाँवला िाप ववद्युि पटरयोजना िरे ली

औरै या िाप ववद्युि कें द्र औरै या

टरहन्द िाप ववद्युि कें द्र सोनभद्र

लसंगरौली िाप ववद्युि कें द्र सोनभद्र

ऊाँचाहार िाप ववद्युि पटरयोजना रायिरे ली

िांडा िाप ववद्युि कें द्र अम्िेडकर नगर

दादरी िाप ववद्युि पटरयोजना गौिमिुद्ध नगर

नोि: औरै या, आाँवला व दादरी गैस आिाटरि संयंत्र हैं।

एक वजला, एक उत्पाद
 उत्तर प्रदेश सरकार ने “एक वजला एक उत्पाद योजना” को 24 जनवरी 2018 में लॉन्च दकया था। इसके िाद, इस योजना से राज्य
भर में लगभग लाखों िेरोजगार उम्मीदवारों को नौकरी के अवसर (Job Opportunities) प्रदान होंगे।

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 इस योजना के अंिगषि, यूपी सरकार आने वाले 5 वषों में स्थानीय कारीगरों और उद्यवमयों को 25,000 रुपये प्रदान करे गी।
 एक वजला एक उत्पाद योजना (One District One Product Scheme) राज्य के सकल घरे लू उत्पाद को 2 प्रविशि िक
िढ़ाएगी।
 सरकार वववभन्न राज्यों में काम कर रहे कई उद्योगों के सहयोग से इस योजना को लागू करे गी।

वजला (District) उत्पाद (Products)

आगरा (Agra) चमड़ा

दफरोिािाद (Firozabad) कांच के उत्पाद

मथुरा (Mathura) सैवनिरी दफटिंग

मेनपुरी (Mainpuri) िारकशी कला

अलीगढ़ (Aligarh) िाले और हाडषवेयर

हाथरस (Hathras) हींग

एिा (Eata) घुंघरू, घंिी एवं पीिल उत्पाद

कासगंज (Kasganj) जरी-जरदोिी

प्रयागराज (Prayagraj मूंज उत्पाद

प्रिापगढ़ (Pratapgarh) फल प्रसंस्करण (आंवला)

कौशाम्िी (Kaushambi) फल प्रसंस्करण (के ले)

आिमगढ़ (Azamgarh) ब्लैक पात्री

िवलया (Baliya) लिंदी

मऊ (Mau) वस्त्र उत्पाद

िरे ली (Bareli) जरी जरदोिी

िदायूं (Badayu) िरी जरदोिी उत्पाद

पीलीभीि (Pilibhit) िांसुरी

शाहजहांपुर (Shahjahanpur) िरी-िरदोिी

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संि किीर नगर (Sant Kabri Nagar) िासवेयर

वसद्धाथष नगर (Siddharth nagar) काला नमक चावल

वचत्रकू ि (Chitrakoot) लकड़ी के वखलौने

िांदा (Banda) शिर पत्थर वशल्प

महोिा (Mahoba) गोरा पत्थर वशल्प

हमीरपुर (Hamirpur) जूिे

गोंडा (Gonda) खाद्य प्रसंस्करण (दाल)

िहराइच (Bahraich) गेहाँ डंठल (हस्िकला) उत्पाद

िलरामपुर (Balrampur) खाद्य प्रसंस्करण (दाल)

अयोध्या (अयोध्या) गुड़

िारािंकी (Barabanki) वस्त्र उत्पाद

अम्िेडकरनगर (Ambedkarnagar) वस्त्र उत्पाद

अमेठी (Amethi) मूाँज उत्पाद

सुल्िानपुर (Sultanpur) मूाँज उत्पाद

गोरखपुर (Gorakhpur) िेराकोिा

कु शीनगर (Kushinagar) के ला फाइिर उत्पाद

देवटरया (Devariya) सजावि के सामान

महाराजगंज (Maharajganj) फनीचर

झांसी (Jhansi) सॉफ्ि ट्वॉयज

जालौन (Jallon) हस्िवनर्मषि कागज कला

लवलिपुर (Lalitpur) िरी वसल्क साड़ी

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कानपुर नगर (Kanpur Nagar) चमड़ा उत्पाद
कानपुर देहाि (Kanpur Dehat) एल्युवमवनयम ििषन

इिावा (Itawa) वस्त्र उद्योग

औरै या (Oarayia) दूि प्रसंस्करण (देसी घी)

फरुष खािाद (Farrukhabad) वस्त्र छपाई

कन्नौज (Kannauj) इत्र और वचकन

उन्नाव (Unnab) िरी-जरदोिी

रायिरे ली (Raebareli) काष्ठ कला

सीिापुर (Sitapur) दरी

लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जनजािीय वशल्प

हरदोई (Hardoi) हैंडलूम

मेरठ (Meerut) खेल सामग्री

िागपि (Bhagpat) हैंडलूम

गावजयािाद (Ghaziabad) इं जीवनयटरं ग सामान

िुलंदशहर (Bulandshahr) वसरे वमक उत्पाद

गौिमिुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) रे डीमेड गामेंि

हापुड़ (Hapur) होम फर्नषलशंग

मुरादािाद (Moradabad) िािु वशल्प

रामपुर (Rampur) पैचवकष के साथ एवललक वकष , जरी पैचवकष

विजनौर (Bijnor) लकड़ी निाशी

अमरोहा (Amroha) संगीि वाद्ययंत्र (ढोलक)

संभल (Sambhal) हस्िवशल्प (हॉनष-िोन)

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वमजाषपुर (Mirzapur) दरी और कालीन

सोनभद्र (Sonbhadra) कालीन

भदोही (Bhadohi) दरी और कालीन

सहारनपुर (Saharanpur) लकड़ी पर निाशी

मुिफ़्फरनगर (Mujafarnagar) जेगेरी उत्पाद

शामली (Shamli) लौहकला

वाराणसी (Varanasi) िनारसी रे शम साड़ी

गाजीपुर (Gazipur) जूि वॉल हैंलगंग

जौनपुर (jaunpur) ऊनी कालीन (दरी)

चंदौली (Chandauli) िरी-िरदोिी

श्रावस्िी (shravasti) जनजािीय वशल्प

उत्तर प्रदेश के मेले

मेले का नाम स्थल

रामनवमी मेला अयोध्या में

शाकं भरी देवी का मेला सहारनपुर में

गोलवंद सागर मेला अंिेडकरनगर में

राम िाराि आगरा

वखचड़ी मेला गोरखपुर

श्रावणी मेला फरुष खािाद

सोरो मेला कासगंज

रामनगटरया मेला फरुष खािाद

रामायण मेला वचत्रकू ि

कै लाश मेला आगरा (प्रविवषष श्रावण के िीसरे सोमवार को)

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पटरक्रमा मेला अयोध्या

किीर मेला मगहर ( संि किीर नगर में)

देवी पािन मेला िलरामपुर

काललंजर मेला िांदा

िल सुंदरी देवी मेला अनूपशहर

गोला गोकणष नाथ मेला लखीमपुर खीरी

ढाई घाि मेला शाहजहांपुर

मकनपुर मेला फरुष खािाद

देवा मेला िारािंकी

नौचंदी मेला मेरठ

गढ़मुिेश्वर मेला हापुड़

कुं भ मेला प्रयाग

ििेश्वर मेला आगरा

नैवमषारण्य मेला नैवमषारण्य, सीिापुर

कवम्पल मेला िांदा

सैयद सालार मेला िहराइच

देवछठ मेला दाऊजी ( मथुरा)

नवरावत्र मेला आगरा

गोलवंद साहि मेला अिरौवलया (आजमगढ़)

उत्तर प्रदेश शहरों के उपनाम

शहर उपनाम

इलाहािाद संगम नगरी, कुं भ नगरी, िीथषराज, अमरुद नगरी

गावजयािाद छोिी ददल्ली, उद्योग नगरी

नोएडा उत्तर प्रदेश का शो लवंडो

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कानपुर चमषनगर, उद्योग नगर, पूवोत्तर भारि का मैनचेस्िर

गोरखपुर गोरख-िाम, नाथ नगर, गीिा प्रेस नगर

मलीहािाद आमो का नगर

प्रिापगढ़ आंवला नगरी

अयोध्या राम जन्मभूवम स्थल, रामनगर

शुक्रिाल भागवि कथा नगर

नैवमषारण्य 30 हजार िीथों का स्थान,88 हजार ऋवष यों की िपोभूवम

मेरठ क्रांवि नगर, कैं ची नगर

कन्नौज इत्र नगरी, खुशिूओ का शहर

गाजीपुर काशी की िहन

आगरा िाज नगरी, पेठानगरी

संडीला( हरदोई) लड्डू नगरी

दफरोजािाद चूड़ी नगरी, सुहागन नगरी

रामपुर चाकु ओ का शहर

चंदौली िान का किोरा

हाथरस लहंग व गुलाल नगरी

मथुरा पंडो का नगर, कृ ष्ण नगरी, पेड़ा नगर

अलीगढ़ िाला नगरी

सोनभद्र सोनांचल, पावर कै वपिल ऑफ इं वडया

िरे ली सुरमा नगरी, िांस िरे ली

लखनऊ नवािों का शहर, िागों का नगर, नजाकि- नफासि का शहर

मुरादािाद पीिल नगरी, ििषनों का शहर

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जौनपुर वशराज-ए-लहंद, पूवष का वशराज

वाराणसी वशव नगरी, घािों का नगर, मुवि क्षेत्र, ववश्वनाथ नगरी

उत्तर प्रदेश के प्रमुख शोि संस्थान

प्रमुख शोि संस्थान स्थान

भारिीय ववष ववज्ञान अनुसि


ं ान संस्थान लखनऊ

राष्ट्रीय वनस्पवि अनुसंिान संस्थान लखनऊ

कें द्रीय औषवि अनुसि


ं ान संस्थान लखनऊ

नेशनल शुगर टरसचष इं स्िीट्यूि कानपुर

इं वडयन िेक्नोलॉजी टरसचष सेंिर लखनऊ

िीरिल साहनी इं वस्िट्यूि पैवलयोिॉिनी लखनऊ

भारिीय पशु वचदकत्सा अनुसंिान संस्थान इज्जिनगर

इं वडयन इं वस्िट्यूि ऑफ़ हैंडमूल िेक्नोलॉजी वाराणसी

राष्ट्रीय कृ वष वावनकी अनुसंिान कें द्र झांसी

इं वडयन इं वस्िट्यूि ऑफ़ शुगरके न टरसचष लखनऊ

कें द्रीय पक्षी अनुसंिान कें द्र इज्जिनगर

भारिीय दलहन अनुसंिान संस्थान कानपुर

इं वडयन इं वस्िट्यूि ऑफ़ वेवजिेिल टरसचष वाराणसी

हटरिंद्र अनुसंिान संस्थान इलाहािाद

कें द्रीय उपोष्ण िागवानी संस्थान ( पूवष नाम- कें द्रीय आम अनुसंिान लखनऊ
संस्थान)

सेंट्रल इं स्िीट्यूि आफ मेवडवसनल एंड एरोमैटिक ललांट्स (CMAP) लखनऊ

न्यावयक प्रवशक्षण एवं अनुसंिान संस्थान लखनऊ

अनुसंिान अवभकल्प एवं मानक संगठन लखनऊ

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नेशनल ब्यूरो ऑफ दफश जेनेटिक टरसोसेज लखनऊ

भारिीय चरागाह एवं चारा अनुसंिान संस्थान झांसी

इं वडयन ग्रेन स्िोरे ज मैनेजमेंि एंड टरसचष इं स्िीट्यूि हापुड़

राष्ट्रीय सांस्कृ विक संपदा संरक्षण अनुसंिान शाला लखनऊ

कें द्रीय िकरी अनुसंिान संस्थान(CIRG) मथुरा

कौवशकी एवं वनवारण अिुषदशास्त्र संस्थान (ICPO) नोएडा

सेंट्रल पल्प एंड पेपर टरसचष इं स्िीट्यूि सहारनपुर

गोलवंद िल्लभ पंि सामावजक ववज्ञान संस्थान इलाहािाद

भारिीय कालीन प्रौद्योवगकी संस्थान भदोही

राष्ट्रीय उद्यवमिा एवं लघु व्यवसाय ववकास संस्थान (NIESBUD) नोएडा

नेशनल इं वस्िट्यूि ऑफ़ िायोलॉवजकल्स नोएडा

वी.वी वगरी नेशनल लेिर इं वस्िट्यूि नोएडा

इं वडयन इन्स्िीट्यूि ऑफ वेजीिेिल टरसचष वाराणसी

सेन्ट्रल ड्रग टरसचष इन्स्िीट्यूि लखनऊ

इं वडयन शुगर के न टरसचष इन्स्िीट्यूि लखनऊ

नेशनल िॉिेवनकल टरसचष इन्स्िीट्यूि लखनऊ

नेशनल िॉिेवनकल गाडेन लखनऊ

सेन्ट्रल इं स्िीट्यूि फॉर सि ट्रॉवपकल हॉिीकल्चर लखनऊ

िीरिल साहनी इं स्िीट्यूि ऑफ पोवलयोिॉिनी लखनऊ

उ.प्र. कृ वष अनुसंिान पटरषद लखनऊ

उ.प्र. एके डमी ऑफ साइं सेज लखनऊ

उ.प्र. प्राववविक वव.वव. (2000) लखनऊ

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राजकीय प्रसंस्करण प्रौद्योवगकी संस्थान लखनऊ

राजकीय फल संरक्षण एवं वडब्िािंदी संस्थान लखनऊ

राज्य आपदा प्रिंिन प्राविकरण लखनऊ

राज्य अक्षय ऊजाष शोि एवं प्रवशक्षण के न्द्र वचनहि (लखनऊ)

उ.प्र. वनयाषि वनगम लखनऊ

जैव प्रौद्योवगकी पाकष लखनऊ

राज्य का प्रथम हाईिेक िाऊन सुशान्ि गोल्फ वसिी (लखनऊ)

एवशया का प्रथम डीएनए िैंक लखनऊ

मेडी वसिी लखनऊ

इं वडयन इन्स्िीट्यूि ऑफ शुगर िेक्नोलॉजी कानपुर

इं वडयन पल्सेज टरसचष इन्स्िीट्यूि (दलहन अनुसंिान संस्थान) कल्यानपुर (कानपुर)

चन्द्रशेखर आ. कृ वष एवं प्रौ.वव.वव. कानपुर

जे.के . कैं सर संस्थान कानपुर

राजकीय चमष संस्थान कानपुर

ग्रीन पाकष स्िेवडयम (दक्रके ि) कानपुर

उ.प्र. दक्रके ि अकादमी कानपुर (2010 में स्थावपि)

साइिर वसिी कानपुर

इको नॉलेज पाकष प्रयागराज (इलाहािाद)

इं वडयन वेटिनरी टरसचष इन्स्िीट्यूि िरे ली

नेशनल टरसचष सेन्िर फॉर मीि इज्जिनगर (िरे ली)

नेशनल इं स्िीट्यूि ऑफ फै शन िेक्नोलॉजी (वनफ्ि) रायिरे ली

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सेन्ट्रल एववयन (पक्षी) टरसचष इं स्िीट्यूि इज्जिनगर (िरे ली)

इं वडयन इं स्िीट्यूि ऑफ हैन्डलूम िेक्नोलॉजी वाराणसी

सेन्ट्रल लेप्रोसी इन्स्िीट्यूि आगरा

सेन्ट्रल पोिैिो टरसचष स्िेशन मेरठ

इं वडयन इं स्िीट्यूि ऑफ स्पेस साइं स एंड िेक्नोलॉजी मेरठ

स्कू ल ऑफ पेपर िेक्नोलॉजी सहारनपुर

सरदार पिेल कृ वष एवं प्रौ. वव.वव. मोदीपुरम (मेरठ)

मवस्िष्क ज्वर उन्मूलन के न्द्र गोरखपुर

डॉ. अंिेडकर उ.प्र. पुवलस अकादमी मुरादािाद

आलू अनुसंिान कें द्र िािूगंज (गावजयािाद)

गन्ना शोि पटरषद शाहजहााँपुर

गन्ना शोि के न्द्र मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, गोला (खीरी)

लेदर िेक्नोलॉजी पाकष िंथरा (उन्नाव)

लेदर पाकष आगरा

एपैरेल पाकष ट्रोवनका वसिी (गावजयािाद)

लेदर वनयाषि संवद्धषन औद्योवगक पाकष आगरा

राज्य का प्रथम सेिेलाइि िाउन वपलखुवा (हापुड़)

लायन सफारी पाकष इिावा

थीम पाकष (पयषिन संिंिी) आगरा

िॉिेवनकल गाडेन ऑफ इं वडयन टरपवब्लक नोएडा

एग्रो प्रोसेलसंग जोन (कृ वष पाकष ) लखनऊ, वाराणसी, हापुड़ व सहारनपुर

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इलेक्ट्रॉवनक वसिी नोएडा व आगरा

िॉय वसिी ग्रेिर नोएडा

उत्तर प्रदेश के प्रमुख पयषिन स्थल

स्थल वजला

िािमहल आगरा

वृंदावन के मंददर मथुरा

खानकाह रशीददया मैनपुरी

भगवान वराह मंददर कासगंज

रूमी दरवािा लखनऊ

गोला गोकणषनाथ मंददर लखीमपुर खीरी

चक्रिीथष नैवमषारण्य सीिापुर

आनंद भवन प्रयागराज

कड़कशाह िािा की मिार कौशांिी

िावनी इमली शहीद स्थल फिेहपुर

फााँसी इमली शहीद स्थल प्रयागराज

शहीद स्थल छावनी िस्िी

कनक भवन अयोध्या

सप्तमािृका की प्रविमा कन्नौज

जे.के . मंददर कानपुर नगर

ददगंिर जैन मूर्िषयााँ इिावा


(आसई दकले से प्राप्त)

शुक्ल िालाि कानपुर देहाि

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गोरखनाथ मंददर गोरखपुर

िौद्ध स्िूप कु शीनगर एवं वपपरहवा (वसद्धाथष नगर)

िािा सोमनाथ जी का मंददर देवटरया

कामदवगटर पवषि वचत्रकू ि

काललंजर दुगष िााँदा

रिा लाइिेरी रामपुर

वशब्ली एके डमी आिमगढ़

देवीपािन (पािेश्वरी देवी) मंददर िलरामपुर

अरगा पावषिी मंददर गोंडा

रे णुकेश्वर महादेव मंददर सोनभद्र

सीिावुंड घाि सुल्िानपुर

सीिा समावहि स्थल (सीिामढ़ी) भदोही (संि रववदास नगर)

चौरासी गुंिद कालपी (जालौन)

िेल्हा देवी मंददर प्रिापगढ़

एजाज अली हॉल विजनौर

शुक्रिाल का प्राचीन वशव मंददर मुिफ्फरनगर

िानापुर शहीद स्मारक चंदौली

लॉडष कानषवावलस का मकिरा गािीपुर

श्री सनािन िमष मंददर गौिमिुद्ध नगर

देवकली मंददर औरै या

ववक्िोटरया हॉल घंिाघर हरदोई

यज्ञशाला िागपि

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संि किीर वनवाषण स्थल मगहर (संि किीर नगर)

माथाकुाँ अर िुद्ध प्रविमा कु शीनगर

दशाविार मंददर देवगढ़ (लवलिपुर)

हटरदेव जी मंददर मथुरा

लाडली जी (रािा) मंददर मथुरा

भीिरगााँव गुप्तकालीन मंददर कानपुर

भारद्वाज आश्रम एवं अक्षयवि प्रयागराज

शाकं भरी देवी मंददर सहारनपुर

दानिीथष (हवस्िनापुर) मेरठ

झारखंडेश्वर मंददर हापुड़

व्यास िीला एवं नरलसंह िीला जालौन

लवंध्यवावसनी मंददर वमिाषपुर

लोिेश्वर मंददर िारािंकी

भृगु मंददर िवलया

मुगल घाि फरुष खािाद

औघड़नाथ मंददर मेरठ

जायसी स्मारक रायिरे ली

अशफाक उल्ला की मिार शाहजहााँपुर

श्री दाओजी महाराज हाथरस

चाइना मंददर श्रावस्िी

रानी महल झााँसी

मकरिाई मंददर महोिा

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शेख सलीम वचश्िी का मकिरा फिेहपुर सीकरी (आगरा)

इमामिाड़ा एवं छिर मंवजल लखनऊ

लाल दरवािा मवस्जद जौनपुर

हािी वाटरस अली की मिार (देवा शरीफ) िारािंकी

सैयद सालार मसूद गािी की दरगाह िहराइच

कवपल मुवन आश्रम, रामेश्वरिाम मंददर एवं भेदवुंड फरुष खािाद

महर्षष दिीवच आश्रम सीिापुर

क्षेमकली देवी मंददर, पद्माविी सिी मंददर, जयचंद का दकला एवं कन्नौज
हािी शरीफ दरगाह

भरि वुंड अयोध्या

सैयद महमूद शाह अशरफ जहााँगीर की दरगाह अंिेडकर नगर

सैयद शाह अब्दुल रज्जाक की दरगाह िारािंकी

महर्षष दुवाषसा आश्रम प्रयागराज

वुंिेश्वर मंददर िारािंकी

सलामि शाह की मिार िारािंकी

राजराजेश्वरी श्रीववद्या मंददर उन्नाव

दाऊजी मंददर मथुरा

िुलसी स्मारक िााँदा

वेिवसिी ग्रेिर नोएडा

वनयाषि संवद्धषन औद्योवगक पाकष ग्रेिर नोएडा

भारि का प्रथम नाइि सफारी (रावत्र वन्य जीव पाकष ) ग्रेिर नोएडा

राज्य का प्रथम दफल्म सेंिर नोएडा

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उत्तर प्रदेश के प्रमुख ‘वन्य जीव ववहार’

वन्य जीव ववहार विला

चन्द्रप्रभा वन्य जीव ववहार चन्दौली (सिसे पुराना,1957)

दकशनपुर वन्य जीव ववहार, दुिवा राष्ट्रीय पाकष लखीमपुर खीरी

किरवनया घाि वन्य जीव ववहार िहराइच

रानीपुर वन्य जीव ववहार वचत्रकू ि

राष्ट्रीय चम्िल वन्य जीव ववहार, ििर शेर सफारी इिावा

कै मूर वन्य जीव ववहार सोनभद्र, वमिाषपुर

महावीर स्वामी वन्य जीव ववहार लवलिपुर (सिसे छोिा, 5.4 वगष दकमी.)

सोहागीवरवा वन्य जीव ववहार महाराजगंज

सुहल
े वा वन्य जीव ववहार श्रावस्िी, िलरामपुर

कछु आ वन्य जीव ववहार वाराणसी

पीलीभीि िाइगर टरिवष (देश का 45वााँ) पीलीभीि, शाहजहांपुर (नवीनिम)

नोि- प्रदेश में सवाषविक क्षेत्रफल में ववस्िृि ‘हवस्िनापुर वन्य जीव ववहार’ (2,073 वगष दकमी.) है। इसका ववस्िार मेरठ, मुिफ्फरनगर,
विजनौर, अमरोहा एवं हापुड़ विले में है|

उत्तर प्रदेश के प्रमुख पक्षी ववहार

पक्षी ववहार विला

नवािगंज पक्षी ववहार उन्नाव (सिसे पुराना, 1984)

िखीरा पक्षी ववहार िस्िी/संि किीर नगर

समान पक्षी ववहार मैनपुरी

पावषिी अरं गा पक्षी ववहार गोंडा (जय प्रकाश नगर)

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ववजय सागर पक्षी ववहार महोिा, हमीरपुर

पिना पक्षी ववहार एिा (सिसे छोिा, 1 वगष दकमी.)

सुरहािाल (लोकनायक जय प्रकाश नारायण) पक्षी ववहार िवलया

लाख िहोशी पक्षी ववहार कन्नौज (सिसे िड़ा, 80 वगष दकमी.)

भीमराव अम्िेडकर पक्षी ववहार प्रिापगढ़ (कु ण्डा)

सांडी पक्षी ववहार हरदोई

समसपुर पक्षी ववहार रायिरे ली

सूर सरोवर पक्षी ववहार आगरा

ओखला पक्षी ववहार गावियािाद व गौिमिुद्ध नगर

उत्तर प्रदेश के प्रमुख खवनज एवं स्थल


खवनज का नाम वजलों का नाम

हीरा िााँदा, वमजाषपुर

सोना शारदा और रामगंगा की रे ि में, परसोई क्षेत्र (सोनभद्र),िेरवार


(लवलिपुर)

यूरेवनयम लवलिपुर

चूना पत्थर गुरुमा-कनाच-िासुहारी (वमजाषपुर), कजराहि (सोनभद्र)

िाक्साइि िााँदा, वाराणसी,लवलिपुर

पोिाश लवण इलाहािाद, चंदौली, िांदा, झााँसी, सोनभद्र

डोलोमाइि िारी (सोनभद्र), िांदा

कांच िालू शंकरगढ़,लोहरगढ़ (इलाहािाद) ,िरगढ़ (िांदा),अलीगढ़, वचत्रकू ि

पोिाश लवण इलाहािाद, चंदौली, िांदा, झााँसी, सोनभद्र

एंडालुसाइि सोनभद्र, वमजाषपुर

सेलखडी (वलखने की खवड़या) हमीरपुर, झााँसी

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पाइराइट्स सोनभद्र

रॉक फास्फे ि लवलिपुर

गेरू िांदा

वसल्लीमेनाइि सोनभद्र

चाइना क्ले िााँदा, सोनभद्र

कै ल्साइि वमजाषपुर

लौह अयस्क लवलिपुर

ग्रेनाइि िांदा, हमीरपुर, लवलिपुर, महोिा

डायस्पोर झााँसी, महोिा, लवलिपुर, हमीरपुर

सैंड स्िोन वमजाषपुर

वजलसम झााँसी, हमीरपुर

एस्िेस्िस वमजाषपुर, झााँसी

संगमरमर वमजाषपुर, सोनभद्र

फे ल्सपार झााँसी

उत्तर प्रदेश में पटरवहन, एक्सप्रेस वे एवं हवाई अड्डे


 राष्ट्रीय राजमागों की लंिाई की दृवि से प्रदेश का देश में स्थान -प्रथम
 उत्तर प्रदेश राज्य राजमागष प्राविकरण का गठन -2004 ई. में
 यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योवगक ववकास प्राविकरण का गठन -2001 ई. में
 प्रदेश का सिसे लंिा राजमागष - ग्रैंड ट्रंक रोड (NH-2)
 देश का सिसे लंिा ग्रीन फील्ड (एक्सेस कं ट्रोल्ड) एक्सप्रेस-वे -आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (302 दकमी.)
 उत्तर प्रदेश राज्य सड़क पटरवहन वनगम की स्थापना -1972 ई. में
 उत्तर प्रदेश राज्य सेिु वनगम की स्थापना -1973 ई. में
 ववश्व का सिसे लंिा रे लवे ललेिफॉमष -गोरखपुर
 लखनऊ मेट्रो रे ल कॉरपोरे शन वलवमिेड का गठन -2013 ई. में
 लखनऊ मेट्रो का व्यावसावयक संचालन प्रारं भ -5 वसिंिर, 2017 से
 रे ल संरक्षा आयोग का मुख्यालय -लखनऊ
 राज्य में प्रथम रे लगाड़ी माचष 1859 ई. में चलाई गई -प्रयागराज से कानपुर
 प्रदेश में कु ल रे ल नेिवकष -9167 दकमी. (देश में प्रथम)
 देश का पहला मल्िीमॉडल िर्मषनल िनाया गया है -राल्हपुर (वाराणसी) में
 प्रदेश में लखनऊ आकाशवाणी कें द्र की स्थापना हुई -2 अप्रैल, 1938 को
 भारि में सवषप्रथम हवाई डाक सेवा शुरू हुई -इलाहािाद (प्रयागराज) से नैनी के मध्य

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 इं ददरा गांिी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी वस्थि है -फु सषिगंज (अमेठी)

गोरखपुर ललंक एक्सप्रेसवे


 पूणि
ष ः प्रवेश वनयंवत्रि 04 लेन एक्सप्रेसवे की कु ल लम्िाई-91.352 दकमी.।
 पटरयोजना की स्वीकृ ि लागि- रू 5876.67 करोड़ (भूवम लागि सवहि)।
 प्रारम्भ विन्दुः गोरखपुर िाई पास (राष्ट्रीय राजमागष-27) पर जैिपुर ग्राम के वनकि
 अवन्िम विन्दुः ग्राम- सालारपुर, (जनपद- आजमगढ़) पूवाांचल एक्सप्रेसवे के चैनेज 190+855 पर
 एक्सप्रेसवे पर पड़ने वाले जनपदः गोरखपुर, आजमगढ़, अम्िेडकरनगर, सन्ि किीरनगर।

पूवाांचल एक्सप्रेस-वे
 पूवाांचल एक्सप्रेस-वे देश का सिसे लंिा एक्सप्रेस-वे
 354 दकलोमीिर लंिा
 22,494 करोड़ की लागि
 जुलाई 2018 में पीएम नरें द्र मोदी ने आजमगढ़ में वशलान्यास
 लखनऊ (चांद सराय गांव) से गाजीपुर (हैदटरया गांव) िक : लखनऊ से शुरू होकर िारािंकी, फै जािाद, अंिड
े करनगर, अमेठी,
सुल्िानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर

गंगा एक्सप्रेस वे
 प्रयागराज से मेरठ
 कु ल लंिाई - 628 दकलोमीिर
 कु ल लागि - 35952 करोड़
 कु ल लेन - छह
 वशलान्यास - वषष 2020
 वनमाषण पूरा करने का लक्ष्य - वषष 2024
 गंगा एक्सप्रेस वे का वडजाइन चार चरणों का है।
o पहला चरण में मेरठ में 0.7 दकलोमीिर से 137 दकलोमीिर का प्रस्िाववि दकया गया है।
o दूसरा चरण 137 दकमी. से 289 दकमी. का होगा।
o िीसरा चरण 289 दकमी. से 445 दकमी. का होगा।
o चौथा चरण 445 दकमी. से आगे का ददखाया गया है।

उत्तर प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डे

हवाई अड्डे नगर

चौिरी चरण लसंह अंिराषष्ट्रीय हवाई अड्डा (अमौसी हवाई अड्डा) लखनऊ

लाल िहादुर शास्त्री अंिराषष्ट्रीय हवाई अड्डा (िाििपुर हवाई अड्डा) वाराणसी

चके री हवाई अड्डा कानपुर

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िमरौली हवाई अड्डा प्रयागराज

खेटरया आगरा

लहंडन वायु सेना कें द्र गावियािाद

सरसावा वायु सेना कें द्र सहारनपुर

झााँसी हवाई अड्डा झााँसी

िाज (जेवर) अंिराषष्ट्रीय हवाई अड्डा ग्रेिर नोएडा (गौिमिुद्ध नगर)

कल्याणपुर हवाई अड्डा कानपुर

िरे ली हवाई अड्डा िरे ली

गोरखपुर हवाई अड्डा गोरखपुर

रायिरे ली (फु रसिगंज) हवाई अड्डा रायिरे ली

डॉ. भीमराव अंिेडकर हवाई अड्डा मेरठ

उत्तर प्रदेश में संगीि और नृत्य कला


संगीि कला
 मध्ययुगीन भारि में संगीि की दो अलग िाराओं का ववकास देखने को वमला। एक था दरिारी संगीि वजसे शाही संगीि भी कह
सकिे हैं। संगीि की इस िारा को आगरा, फिेहपुर-सीकरी, लखनऊ, जौनपुर, वाराणसी, अयोध्या, िांदा और दविया के राजघरानों
या नवािी खानदानों में प्रश्रय वमला।
 दूसरी िारा भविभाव से ओि-प्रोि थी, वजसे भवि संगीि के नाम से भी जाना जािा है। यह मथुरा, वृंदावन और अयोध्या में
पुवष्पि-पल्लववि हुई। उत्तर प्रदेश के शासकों और संगीिकारों ने लहंदस्ु िानी संगीि को िढ़ाने और समृद्ध करने के वलए अभूिपूवष
योगदान ददया।
 शहनाई वादक उस्िाद विवस्मल्लाह खान, कथक सम्राि पंवडि विरजू महाराज, ििला वादक पंवडि दकशन महाराज, िािा
अल्लाउदीन खान और उनके वशष्य पंवडि रवव शंकर और उस्िाद ववलायि खान, ग़िल साम्राज्ञी िेगम अख्िर, रसूलन िाई,
वगटरजा देवी और अन्य कई प्रविवष्ठि संगीि के पुजाटरयों ने यूपी में ही रहकर न वसफष अपनी कला को ववदेशों िक पहुंचाया िवल्क
भारिीय संगीि की समृद्ध ववरासि को और िढ़ाने का काम भी दकया।
नृत्य कला
 भारि के छह शास्त्रीय नृत्यों में से एक है कथक। यह भी उत्तर प्रदेश में ही पुवष्पि-पल्लववि हुआ है। कथक िना है कथा यानी कहानी
शब्द से। इसमें नृत्य के माध्यम से दकसी पौरावणक कहानी को पेश दकया जािा है।
 शास्त्रीय नृत्य की यह शैली 7वीं सदी में उत्तर भारि में ववकवसि हुई थी। कथक नृत्य में हाथ और पैर का िेहद जटिल संयोजन होिा
है। साथ ही कथा के अनुरूप कथक में चेहरे के भावों को भी व्यि करना पड़िा है।
 संगीि के वाद्य यंत्रों खासकर ििले और पखावज की िाल पर पैरों की वथरकन और हाव-भाव को प्रदर्शषि करना इसे अनूठी नृत्य
शैली िनािा है।
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इसके अलावा लोक नृत्य की भी उत्तर प्रदेश में समृद्ध ववरासि मौजूद है-
 रामलीला कला का वह माध्यम है वजसके जटरये भगवान राम के जीवन से जुड़े प्रसंगों को प्रस्िुि दकया जािा है। इसमें भी जरूरि के
मुिाविक नृत्य का समावेश दकया जािा है। रामलीला अमूमन मंच पर प्रस्िुि की जािी है, लेदकन अि इसे नाट्य शैली में भी ढाला
जाने लगा है।
 िज रासलीला में भगवान कृ ष्ण के जीवन से जुड़े प्रसंगों को प्रदर्शषि दकया जािा है।
 चरकु ला राज्य की एक लोक नृत्य शैली है। इसमें नृत्यांगना अपने वसर पर जलिे हुए दीपकों का मुकुि सरीखा िारण कर जटिल
भाव-भंवगमाओं को प्रदर्शषि करिी है। यह अके ले और समूह दोनों में दकया जािा है।
 रवसया में भगवान कृ ष्ण और रािा के प्रेम को जीवंि दकया जािा है। चरकु ला और रवसया लोक नृत्य िज क्षेत्र की स्थानीय कला
संस्कृ वि का अवभन्न अंग है।

उत्तर प्रदेश में सावहत्य


 उत्तर प्रदेश में भाषा और सावहत्य का समृद्ध और प्राचीन इविहास रहा है। उत्तर प्रदेश का सावहवत्यक और सांस्कृ विक ववरासि में
योगदान प्राचीन अवभलेखों में भी दजष है। लहंद ू िमष के संस्कृ ि भाषा में दो महाकाव्यों रामायण और महाभारि की रचना भी इसी
भूवम पर हुई।
 यह प्रदेश किीर, िुलसीदास, सूरदास और के शवदास की कमषभूवम रहा है। इनके अलावा राजे-रजवाड़ों समेि नवािों ने भी प्रदेश की
सावहवत्यक ववरासि को और िढ़ाने में अपना महत्वपूणष योगदान ददया है। वववभन्न राजाओं और नवािों ने सावहवत्यक ववद्वानों को
अपने दरिार में प्रश्रय ददया। अश्वघोष, िाण, मयूर, ददवाकर, वाक्पवि, भवभूवि, राजशेखर, लक्ष्मीिर, श्रीहषष और कृ ष्ण वमश्रा
अलग-अलग दौर में राजाओं के दरिारों के रत्नों में शावमल रहे। वशक्षा के प्रमुख कें द्र के वलहाि से वाराणसी (प्राचीन दौर के प्रयाग
और काशी) के अलावा िज क्षेत्र, अवि, िुद
ं ेलखंड और कालांिर में प्रयागराज है।
 वाराणसी प्राचीन काल से ही वशक्षा और िमष पर दुवनया भर के ववद्वानों के व्याख्यान और िार्कष क िहस का कें द्र रहा है। िाद की
सददयों में भी इसने अपना यह मुकाम नहीं गंवाया। वववभन्न ववषयों पर िहस और दाशषवनक संवाद के वलए भी प्रविवष्ठि और ददग्गज
यहां आिे रहे हैं। उत्कृ ि वशक्षा के प्रवि इस नगर का झुकाव ही रहा है, जो इसे संस्कृ ि भाषा में रचे गए महाकाव्यों में स्थान वमला।
लहंद ू और िौद्ध सावहत्य के पववत्र ग्रंथों के अलावा, वेद-पुराणों का कु छ वहस्सा भी यहीं वलखा गया है।
 लहंदी, उदू,ष संस्कृ ि, लहंदस्ु िानी, िज भाषा, इं वग्लश, अविी, िाघेली, भोजपुरी, िुद
ं ेली और कन्नौजी के रूप में उत्तर प्रदेश की भाषा
संिंिी परं पराएं काफी पुरानी और समृद्ध हैं। इस प्राचीन और समृद्ध सावहवत्यक परं परा को कालांिर में आगे िढ़ाने का महत्वपूणष
काम दकया नागरी प्रचारणी सभा और लहंदी सावहत्य सम्मलेन ने।
 उत्तर प्रदेश लहंदी और उदूष ििान को ववकवसि कर उन्हें फै लाने वाला राज्य रहा है। लहंदी में भारिेंद ु हटरिंद्र, मुश
ं ी प्रेमचंद, महादेवी
वमाष, श्रीकांि वमाष सरीखे लेखक, िो सूयक
ष ांि वत्रपाठी 'वनराला', हटरवंशराय िच्चन, सुवमत्रा नंदन पंि, महावीर प्रसाद ददवेदी और
उपेन्द्रनाथ अश्क जैसे कवव इसी प्रदेश की मािी में जन्में हैं।
 अगर उदूष की िाि करें िो शायरी और अदि की दुवनया के िमाम िड़े नाम यहीं से िाल्लुक रखिे हैं। इन्होंने प्रदेश को गंगा-जमुनी
िहिीि का वििाि ददलाया। उदूष सावहत्य जगि के कु छ प्रविवष्ठि नाम है दफ़राक़ गोरखपुरी, जोश मवलहािादी, अकिर प्रयागराजी,
मजाि लखनवी, कै फ़ी आिमी, अली सरदार जाफरी, शक़ील िदायून
ं ी और वनदा फ़ािली।

उत्तर प्रदेश में रॉक पेंटिंग्स


 वैसे यूपी में वचत्रकारी का स्वर्णषम काल मुग़ल दौर कहा जा सकिा है, खासकर जहांगीर के शासन काल में वचत्रकारी की कला ने नए
आयाम छु ए। यही वजह है दक मुग़ल शैली की वचत्रकारी एवशयाई संस्कृ वि की खास उपलवब्ि मानी जािी है। ववचार, प्रस्िुवि और
स्िाइल में इस शैली का कोई जोड़ नहीं है।
 मथुरा में ओरछा के राजा ने जि के शव देव मंददर का जीणोद्धार कराया, िो उस वि िुंदेलखंड क्षेत्र में वचत्रकारी ििौर कला अपने
वशखर और पूणषिा पर थी। मथुरा, गोकु ल, वृद
ं ावन और गोविषन में वचत्रकारी के जटरए भगवान कृ ष्ण के जीवन से जुड़े प्रसंगों को
जीवंि दकया गया है।

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 वचत्रकारी के आिुवनक दौर से पहले एक और शैली अवस्ित्व में आई, वजसे गढ़वाली कला का नाम ददया गया। इस शैली को गढ़वाल
के राजा ने न वसफष प्रश्रय ददया, िवल्क फलने-फू लने के िमाम अवसर भी उपलब्ि कराए।
 उत्तर प्रदेश में वचत्रकारी की परं परा या कहें दक जड़ें प्रागैविहावसक काल में भी वमलिी हैं। सोनभद्र और वचत्रकू ि में वमली गुफाओं की
दीवारों पर वशकार, युद्ध, त्योहार, नृत्य-संगीि, श्रृग
ं ार रस और जानवरों के उके रे हुए वचत्र वमले थे।

उत्तर प्रदेश में पयषिन


हेटरिेज आकष
 हेटरिेज आकष में प्रदेश के सांस्कृ विक, ऐविहावसक और प्राकृ विक आयामों को करीि से देखने का मौका वमलिा है, और आप प्रदेश के
एक छोर से दूसरे छोर िक फै ले सुन्दर और जीवंि समाज से रूिरू होिे हैं।
 हेटरिेज आकष यावत्रयों को आगरा, लखनऊ और वाराणसी क्षेत्र में और इनके चारों ओर वस्थि मनोहारी स्थानों की यात्रा करािा है।

िौद्ध सर्कष ि
 गौिम िुद्ध ने अपने जीवन का काफी समय इस पटरपथ में व्यिीि दकया था। िुद्ध ने व्यापक रूप से यात्रा कर ज्ञान प्राप्त दकया और
अपने संदेशों को सुदरू में फै लाया और अंि में इस क्षेत्र में महापटरवनवाषण प्राप्त दकया।
 सर्कष ि में भव्य स्िूप, प्राचीन मठ, िौद्ध मंत्रों के िीच ध्यान और पूजा करना िौद्ध िीथषयावत्रयों के वलए अलौदकक अनुभव होिा है।
 इसमें वनम्नवलवखि स्थल शावमल हैं:
कवपलवस्िु
 यहां राजकु मार वसद्धाथष का िाल्यकाल िीिा और इस कारण इसे पववत्र माना जािा है।
 इसकी पहचान विषमान समय में वसद्धाथषनगर वजले में वपपहरवा िाउनवशप के रूप में की जािी है।
 यहां हजारों युग पहले की उस घिना का अनुभव दकया जा सकिा है, जि युवा राजकु मार वसद्धाथष ने मोक्ष की िलाश में सभी
सांसाटरक िन और सुख का त्याग दकया था।
कौशाम्िी
 प्रयागराज से लगभग 60 दकमी दूर इस स्थान पर िुद्ध ने कई िमोपदेश ददए थे।
 यह िौद्धों के वलए उच्च वशक्षा के कें द्र के रूप में प्रवसद्ध है। यह उस समय के सिसे समृद्ध शहरों में से एक माना जािा है।
 खुदाई के दौरान यहां मूर्िषयों, वसिों और िेराकोिा वस्िुओं की एक िड़ी संख्या के अलावा एक अशोक स्िंभ, एक पुराने दकले और
एक भव्य मठ के खंडहर का पिा चला था।
सारनाथ
 वाराणसी से वसफष 10 दकमी दूर इस स्थान पर भगवान िुद्ध ने आत्मज्ञान प्राप्त करने के िाद अपना पहला िमोपदेश ददया था ।
 महान िामेक स्िूप और उसके खंडहर अभी भी िुद्ध की वशक्षाओं की याद ददलािे हैं।
 273-232 ईसा पूवष में सम्राि अशोक द्वारा स्थावपि चमकदार स्िंभ िौद्ध संघ की नींव की वनशानी है।
 इस स्िंभ के ऊपर के शेर को भारि के राष्ट्रीय प्रिीक के रूप में अपनाया गया है।
संदकसा
 मान्यिा है दक स्वगष में अपनी मां को संिोविि करने के िाद भगवान िुद्ध ने यहां अविरण वलया था।
 यह फरुष खािाद वजले में काली नदी के िि पर िसंिपुर गांव के साथ जुड़ा हुआ है।
 सम्राि अशोक ने इस पववत्र स्थान को वचवह्नि करने के वलए यहां एक स्िंभ िनवाया था।
श्रावस्िी
 िहराइच से मात्र 15 दकमी दूर इस जगह कई संरवक्षि स्िूप और खंडहर हैं।
 प्राचीनकाल में यह कोसल साम्राज्य की राजिानी थी और यहां िुद्ध ने अपनी ददव्य शवियों का प्रदशषन कर उन लोगों को प्रभाववि
करने का प्रयास दकया जो उनमें ववश्वास नहीं करिे थे।
 ऐसा माना जािा है दक इसे पौरावणक राजा श्रावस्ि द्वारा स्थावपि दकया गया था। यहां िुद्ध ने अपने जीवन के 27 साल गुजारे थे।
कु शीनगर

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 गोरखपुर से लगभग 50 दकमी की दूरी पर कु शीनगर में िुद्ध ने अपनी आवखरी सांसें ली थीं।
 यहां महापटरवनवाषण मंददर में 1876 में खुदाई के दौरान वमली िुद्ध की एक ववशाल मूर्िष स्थावपि है।
 कु शीनगर में खुदाई से यह भी ज्ञाि होिा है दक यहां 11वीं सदी में वभक्षुओं का िड़ा समुदाय रहिा था।

उत्तर प्रदेश में लसंचाई


 उत्तर प्रदेश में नहर लसंचाई के िहि लगभग 3,091 हजार हेक्िेयर भूवम है जो राज्य के कु ल नहर लसंवचि क्षेत्र का 30.91 प्रविशि
है।
 नलकू प लसंचाई के प्रमुख स्रोि हैं, वजसके िाद नहर, कु एाँ और िैंक हैं।
 उत्तर प्रदेश राज्य में लगभग 80 प्रविशि लसंचाई कायष नलकू पों और कु ओं द्वारा िथा 19 प्रविशि नहरों द्वारा दकया जा रहा है और
शेष 1 प्रविशि िैंकों, झीलों और अन्य स्रोिों द्वारा दकया जािा है।
 उत्तर प्रदेश की प्रमुख नहर लसंचाई पटरयोजनाएाँ:
o पूवी यमुना नहर - पूवी यमुना नहर, यमुना नदी के िाएं िि से िाजेवाला से वनकलिी है। इस नहर प्रणाली के माध्यम से,
लहंडन यमुना दोआि लसंचाई सुवविा सहारनपुर, मुज़्जिफरनगर, मेरठ और गावजयािाद वजलों को प्रदान की जािी है।
o ऊपरी गंगा नहर- भीमगुडा, हटरद्वार से वनकलिी है। कनषल सर पी.िी. कािले को इस पटरयोजना के जनक के रूप में जाना
जािा था। इस नहर प्रणाली के माध्यम से, हटरद्वार, सहारनपुर, मुिफ़्फ़रनगर, मेरठ, गावजयािाद, िुलंदशहर, अलीगढ़,
एिा, मथुरा, दफ़रोिािाद, मैनपुरी, और आगरा वजलों को लसंचाई सुवविा प्रदान की जािी है।
o आगरा नहर प्रणाली- हटरयाणा के फरीदािाद और गुड़गांव वजलों, उत्तर प्रदेश के मथुरा और आगरा वजलों िथा राजस्थान
के भरिपुर वजले में लसंचाई प्रदान करने के वलए नोएडा से वनकलिी है।
o शारदा नहर प्रणाली- नैनीिाल के खिीमा के वनकि शारदा नदी से वनकलिी है। नैनीिाल, पीलीभीि, िरे ली, लखीमपुर
खीरी, शाहजहााँपुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, िारािंकी, रायिरे ली, प्रिापगढ़, सुल्िानपुर, जौनपुर, आिमगढ़, गािीपुर
और प्रयागराज वजलों को इसके माध्यम से लसंवचि दकया जािा है।

उत्तर प्रदेश की वववभन्न योजनाएं एवं ववभाग की स्थापना


 वनशुल्क हेल्थ काडष योजना-2005
 उत्तर प्रदेश वपछड़ा वगष कल्याण ववभाग- 2 अगस्ि 1995
 उत्तर प्रदेश समाज कल्याण ववभाग- 1955
 उत्तर प्रदेश समाज कल्याण वनमाषण वनगम वलवमिेड- 25 जून 1976
 उत्तर प्रदेश राज्य वपछड़ा वगष आयोग- माचष 1993
 मवहला एवं िाल ववकास ववभाग- 1989
 समेदकि िाल ववकास पटरयोजना- 1975
 उत्तर प्रदेश राज्य मवहला आयोग- 2004
 राज्य पोषण वमशन- 1 नवंिर 2014
 उत्तर प्रदेश में पटरवार वनयोजन कायषक्रम लागू- 1957 ( कें द्र सरकार द्वारा 1955 में शुरू)
 जननी सुरक्षा योजना- अप्रैल 2005
 भरण पोषण एवं कल्याण अविवनयम, 2007 उत्तर प्रदेश में लागू- 25 वसिंिर 2012
 वभक्षावृवत्त प्रविषेि अविवनयम लागू- 1975
 अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ ववभाग की स्थापना- अगस्ि 1995

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 वफ्फ़ ववकास वनगम- 27 अप्रैल 1987
 उत्तर प्रदेश में खेल ववभाग और खेल वनदेशालय की स्थापना- 1974

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