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वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के कायषवनष्पादन की समीक्षा

भाग I – कायषवनष्पादन की समीक्षा

अ. भूवमका
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अधिधियम, 1976 के अतं र्गत भारत सरकार, राज्य सरकार और प्रायोजक बैंक की शेयर पंजी से
क्षेत्र आिाररत और ग्रामीण उन्मख ु सस्ं थाओ ं के रूप में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की स्थापिा की र्ई. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों
का मल उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कृ धि, व्यापार, वाधणज्य, लघु उद्योर् और अन्य उत्पादक र्धतधवधियों के धवकास के
धलए छोटे और सीमान्त धकसािों, कृ धि मजदरों, जिसंख्या के सामाधजक-आधथगक रूप से कमजोर वर्ग को ऋण देिे के
धलए पेशवे र रूप से प्रबधं ित वैकधपपक चैिल के रूप में कायग करिा था. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से यह अपेधक्षत है धक वे
संसाििों का संग्रहण कर उिका स्थािीय स्तर पर अधभधियोजि करें . इस तरह से कृ धि और ग्रामीण अथगव्यवस्था के
धवकास में इिकी महत्वपणग भधमका है.
धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि क्षेत्रीय ग्रामीण (क्षेग्रा) बैंकों की समीक्षा’ दो भार्ों में बांटी र्ई है, अथागत भार्-I क्षेत्रीय
ग्रामीण बैंकों के धवत्तीय धिष्पादि की समीक्षा, और भार् II-िीधतर्त पहलें और धवकास.
आ. वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का वित्तीय वनष्पादन
क्षेग्रा बैंकों के प्रमख
ु धिष्पादि संकेतकों की तल
ु िात्मक धस्थधत अिबु ंि-1 में दी र्ई है
1. कृवर् के विए एजेंसी-िार ऋण प्रिाह
धपछले 4 विों के दौराि सभी एजेंधसयों द्वारा कृ धि हेतु प्रदत्त कुल ऋण प्रवाह का एजेंसी-वार धववरण िीचे धदया र्या है.
ताधलका I से यह देखा जा सकता है धक आिारस्तरीय ऋण में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का धहस्सा विग 2020-21 में
12.1% रहा.

ताविका I: विवभन्न एजेंवसयों का आधार स्तरीय ऋण प्रिाह


(₹ करोड़)
एजेंसी जीएिसी 2017-18 2018-19 2019-20 2020-21
राधश 1,50,321 1,52,340 1,57,367 1,90,682
सहकारी सवमवतयाां
% धहस्सा 12.9 12.1 11.3 12.1
राधश 1,41,216 1,49,667 1,65,326 1,90,012
क्षेग्रा बैंक
% धहस्सा 12.1 11.9 11.9 12.1
राधश 8,71,080 9,54,823 10,70,036 11,94,704
िावणज्य बैंक
% धहस्सा 74.9 76.0 76.8 75.8
कुि 11,62,617 12,56,830 1,392,729 15,75,398
2. कुि कृवर् ऋण प्रिाह -िक्ष्य और उपिवधध
विग 2020-21 के दौराि, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों िे आिार स्तरीय ऋण प्रवाह के अपिे लक्ष्य का 99% प्राप्त धकया है.
धपछले 4 विों में आिार स्तरीय ऋण के अतं र्गत लक्ष्य के समक्ष उपलधधि ताधलका II में दी र्ई है.
ताविका II: कुि कृवर् ऋण प्रिाह: क्षेग्रा बैंकों के िक्ष्य और उपिवधध
(₹ करोड़)
फसि ऋण सािवध ऋण जोड़
िर्ष
िक्ष्य उपिवधध उपिवधध % िक्ष्य उपिवधध उपिवधध % िक्ष्य उपिवधध उपिवधध %
2020-21 1,43,039 1,56,369 109 49,037 33,642 69 1,92,076 1,90,012 99
2019-20 1,35,135 138,069 102 40,365 27,257 68 1,75,500 165,326 94
2018-19 1,10,000 1,25,654 114 33,000 24,013 73 1,43,000 1,49,667 105
2017-18 1,06,000 1,19,789 113 34,000 21,426 63 1,40,000 1,41,216 101
2016-17 95,000 1,05,001 111 30,000 18,215 61 1,25,000 1,23,216 99
3. शाखा नेटिकष
31 माचग 2021 की यथाधस्थधत 26 राज्यों (र्ोवा और धसधककम को छोड़कर सभी राज्यों में) और तीि कें द्र शाधसत
प्रदेशों (जम्म और कश्मीर, लद्दाख और पदु चु ेरी) में 12 वाधणधज्यक बैंकों द्वारा प्रायोधजत 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
कायगरत हैं. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के िेटवकग में 696 धजलों में 21,856 शाखाएँ (धपछले विग के दौराि 21,847 शाखाएँ)
शाधमल थीं. इिमें से 92% शाखाएं ग्रामीण क्षेत्रों / अिग शहरी क्षेत्रों में थीं.
4. तुिन-पत्र
देयता पक्ष में पंजी के अतं ः प्रवाह और उिार (24.8%) और जमाराधशयों (9.7%) में वृधि के कारण विग 2020-21 के
दौराि तलु ि पत्र में 10.8% की वृधि हुई और 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार तल ु ि पत्र का आकार ₹6.52
लाख करोड़ का हो र्या.
देयता पक्ष में धिधियों की उपलधिता में वृधि का क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा धदए जािे वाले ऋणों पर अिक ु ल प्रभाव
पड़ता हैं. सभी अिसु धचत वाधणज्य बैंकों की औसत वृधि दर 5.3% (सावगजधिक क्षेत्र के बैंक – 3.2%, धिजी क्षेत्र के
बैंक 8.5%, धवदेशी बैंक - 0.01%) की तल ु िा में विग 2020-21 के दौराि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के सकल ऋण और
अधग्रमों में 12% की वृधि हुई. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का समेधकत तल
ु ि पत्र अिबु ंि II में धदया र्या है.
5. स्िावधकृत वनवधयाां
31 माचग 2021 को क्षेग्रा बैंकों की स्वाधिकृ त धिधियां, धजसमें शेयर पंजी और आरधक्षत धिधियां और अधिशेि शाधमल
हैं, ₹38,741 करोड़ थीं. विग 2020-21 के दौराि इिमें 11.8 प्रधतशत की वृधि दजग की र्ई. 30 क्षेग्रा बैंकों द्वारा
₹3,550 करोड़ का लाभ और पिु :पँजीकरण के कारण शेयर पज ं ी में वृधि स्वाधिकृ त धिधियों में वृधि का मख्ु य कारण
रहा.
6. जमारावशयाां
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की धिधियों के स्रोत का 80% जमाराधशयों से आता है. विग 2020-21 के दौराि जमाराधशयों में
9.7% की वृधि हुई और जमाराधशयाँ ₹5.25 लाख करोड़ रहीं. भारतीय ररज़वग बैंक के आक ं ड़ों के अिसु ार विग 2020-
21 के दौराि समग्र रूप से बैंधकंर् सेकटर की जमाराधशयों में 12.3% की वृधि हुई और 31 माचग 2021 की धस्थधत के
अिसु ार ये जमाराधशयाँ ₹154.43 लाख करोड़ थीं.
विग के दौराि कम लार्त वाली जमाराधशयों (कासा जमाराधशयों) का धहस्सा 31 माचग 2020 की धस्थधत 53.3% से
कुछ बढ़कर 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार 53.8% प्रधतशत हो र्या. 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार
अिसु धचत वाधणज्य बैंकों की कासा जमाराधशयों का धहस्सा समग्र रूप से 43.7% था.

ताविका III: क्षेग्रा बैंकों की जमारावशयााँ


(₹ करोड़)
क्रम 31-मार्ष-19 31-मार्ष-20 31-मार्ष-21
पैरामीटर
सां. वहस्सा वहस्सा वहस्सा
रावश रावश रावश
(%) (%) (%)
1 कुल जमाराधशयाँ 4,34,444 100 4,78,737 100 5,25,226 100
क) चाल 11,124 3 10,750 2 11,499 2
ख) बचत 2,24,095 51 2,44,414 51 2,71,516 52
र्) मीयादी 1,99,226 46 2,23,573 47 2,42,211 46
2 कासा जमाराधशयाँ (%) 54 53 54
3 जमाराधशयों की लार्त (%) 5.0 5.1 4.5
4 कुल देयताओ ं में धहस्सा 80.7 81.4 80.6

31 माचग 2021 को 22 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की जमाराधशयां `10,000 करोड़ से अधिक थीं जो कुल जमाराधशयों का
80% थीं. 11 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में जमाराधशयां, ₹5,000 करोड़ और ₹10,000 करोड़ के बीच थीं. इस तरह से, 33
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में प्रत्येक की जमाराधशयां `5,000 करोड़ से अधिक थीं, जो धक सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की कुल
जमाराधशयों का 96% है. बड़ौदा यपी बैंक की जमाराधशयां सवागधिक अथागत् ₹52,391 करोड़ थीं जबधक िार्ालैंड
ग्रामीण बैंक की जमा राधशयां सबसे कम ₹117 करोड़ थी.
कुल जमाराधशयों में कम लार्त वाली जमाराधशयों (कासा) का धहस्सा 23% (सप्तधर्री ग्रामीण बैंक) से 79% (मधणपरु
ग्रामीण बैंक) के बीच रहा.
ताविका IV: कासा जमा की रेंज
क्षेग्रा बैंकों कुि जमारावशयों में बैंकों की जमारावशयों
सीएएसए जमा की रेंज %
की सांख्या का % वहस्सा
> 70 % 8 18.1
60 % to 70 % 7 18.6
50 % to 60 % 11 22.7
30 % to 50 % 14 36.1
<30 % 3 4.5
कुि 43 100.0

31 माचग 2021को 8 क्षेग्रा बैंकों - आयागवतग बैंक, अरुणाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक, असम ग्रामीण धवकास बैंक,
छत्तीसर्ढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, मधणपरु ग्रामीण बैंक, मेघालय ग्रामीण बैंक, प्रथमा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक और उत्तर
धबहार ग्रामीण बैंक की कासा जमाराधशयां 70% से अधिक थीं. 9 क्षेग्रा बैंकों की कासा जमाराधशयां 40 प्रधतशत से
कम थीं और इिमें से 08 बैंक देश के दधक्षणी क्षेत्र में पररचालिरत हैं.
7. उधार
धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि उिार राधशयों में 24.8% की भारी वृधि हुई और 31 माचग 2021 को उिार राधशयाँ.
₹67,864 करोड़ थीं. धवशेि तरलता सधु विा (एसएलएफ़) के अतं र्गत सहायता और िाबाडग से पिु धवगत्त प्राप्त करिे हेतु
पात्रता मािदडं में कुछ ररयायतों के कारण धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि िाबाडग द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को धदए
जािे वाली उिार राधश में 33.5% की उपलेखिीय वृधि हुई. 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार क्षेत्रीय ग्रामीण
बैंकों द्वारा धलए र्ए कुल उिार में से िाबाडग द्वारा धदए र्ए उिार का धहस्सा 91% तक बढ़ र्या.

ताविका V: क्षेग्रा बैंकों का उधार


(₹ करोड़)

31-मार्ष-19 31-मार्ष-20 31-मार्ष-21


क्रम मापदडां
सां. वहस्सा वहस्सा वहस्सा
रावश रावश रावश
(%) (%) (%)
1 कुल उिार 53,548 100 54,393 100 67,864 100
क) िाबाडग 46,894 88 46,120 85 61,588 91
ख) प्रायोजक बैंक 3,738 7 4,519 8 3,444 5
र्) अन्य 2,916 5 3,754 7 2,832 4
2 देयताओ ं के धलए उिार (%) 9.9% 9.2% 10.4%
3 ऋणों के धलए उिार (%) 19.1% 18.2% 20.3%
4 उिार की लार्त (%) 6.0% 5.9% 5.1%
8. वनिेश
31 माचग 2020 को क्षेग्रा बैंकों का कुल धिवेश `2,50,859 करोड़ था जो 9.9% बढ़कर 31 माचग 2021 को
₹2,75,658 करोड़ हो र्या. धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के कुल धिवेश में से एसएलआर
प्रधतभधतयों के धहस्से में तीव्र वृधि हुई. यह धहस्सा 57% से बढ़कर 70% हो र्या. धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि
सावधि जमा खातों में लर्ाई र्ई धिधियों का धहस्सा 37% से घटकर 26% रह र्या.

ताविका VI: वनिेश


(₹ करोड़)
31-मार्ष-19 31-मार्ष-20 31-मार्ष-21
क्रम पैरामीटर
सां. वहस्सा वहस्सा वहस्सा
रावश रावश रावश
(%) (%) (%)
1 कुल धिवेश 2,26,172 100 2,50,859 100 2,75,658 100
क) एसएलआर धिवेश 1,38,113 61 1,43,166 57 1,93,097 70
ख) जमा खाते में शेि राधश 72,928 32 92,292 37 72,052 26
र्) र्ैर एसएलआर/अन्य धिवेश 15,131 7 15,401 6 10,510 4
2 आईडी अिपु ात (%) 52% 52% 52%
3 जमाराधशयों में एसएलआर धिवेश (%) 32% 30% 37%
4 कुल संपधत्त में धिवेश (%) 42% 43% 42%
5 धिवेश पर प्रधतफल (%) 7.0% 7.0% 6.5%
9. बकाया ऋण
भारतीय ररज़वग बैंक के आक ं ड़ों के अिसु ार अिसु धचत वाधणज्य बैंकों के बैंक ऋण में धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि
5.3% की दर से वृधि हुई. 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार यह राधश ₹110.8 लाख करोड़ थी. क्षेत्रीय ग्रामीण
बैंकों के मामले में ऋण संबंिी वृधि 12% से अधिक थी जोधक बैंधकंर् सेकटर के औसत की ऋण वृधि से दोर्िु ी से
अधिक थी.
31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार सकल ऋण और अधग्रम ₹3.34 लाख करोड़ थे, इिमें से 90% से अधिक ऋण
और अधग्रम भारतीय ररज़वग बैंक द्वारा पहचाि धकए र्ए प्राथधमकता प्राप्त क्षेत्र के धलए धदए र्ए थे. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों
द्वारा धदए र्ए ऋणों में से 70% कृ धि क्षेत्र के धलए, उसके बाद एमएसएमई (12%), आवास (7%) और धशक्षा (1%)
थे. धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि ऋणों में अच्छी वृधि के पररणामस्वरूप क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का ऋण जमा अिपु ात
31 माचग 2020 की धस्थधत में 62% था. 31 माचग 2021 में यह अिपु ात बढ़कर 64% हो र्या.
ताविका VII: प्रयोजन-िार बकाया अवग्रम
(₹ करोड़)
31 मार्ष 2019 31 मार्ष 2020 31 मार्ष 2021 2020-21 में
प्रयोजन वहस्सा वहस्सा वहस्सा साि-दर-
रावश रावश रावश
(%) (%) (%) साि िृवि
प्राथवमकता (i से v) 2,55,022 91% 2,70,182 91% 3,00,962 91% 11%
i कृ धि 1,96,228 70% 2,08,762 70% 2,33,145 70% 12%
ii एमएसएमई 33,723 12% 35,240 12% 39,543 12% 12%
iii धशक्षा 2,634 1% 2,358 1% 2,132 1% -10%
vi आवास 18,238 6% 19,814 7% 21,127 7% 7%
v अन्य 4,199 1% 4,008 1% 5,016 1% 25%
गैर प्राथवमकता 25,733 9% 28,032 9% 33,209 9% 18%
100
सकि ऋण बकाया 2,80,755 100% 2,98,214 3,34,171 100% 12%
%
सीडी अनपु ात (%) 64.6 62.3 63.6
अवग्रम पर प्रवतफि
8.8 9.3 9.2
(%)

9.1 प्राथवमकता प्राप्त क्षेत्र को उधार (पीएसएि) मानदडां ों के तहत कायष वनष्पादन
भारतीय ररजवग बैंक िे मास्टर धिदेश धदिांक 4 धसतंबर 2020 के माध्यम से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सधहत
वाधणधज्यक बैंकों के धलए प्राथधमकता प्राप्त क्षेत्र ऋण (पीएसएल) के संबंि में संशोधित धदशाधिदेश जारी धकए
हैं. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के धलए प्रमख
ु पररवतगि धिम्िधलधखत हैं:
क) अन्य वाधणधज्यक बैंकों की तजग पर 'प्राथधमकता प्राप्त क्षेत्र के लक्ष्यों को प्राप्त ि करिे' के धलए
धदशाधिदेश क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों पर लार् धकए र्ए हैं. तदिसु ार, धवत्तीय विग 2020-21 से अपिे पीएसएल
लक्ष्य / उप-लक्ष्यों के समक्ष ऋण ि देिे वाले क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को भारतीय ररजवग बैंक के धदशाधिदेशों के
अिसु ार आरआईडीएफ और अन्य पिु धवगत्त धिधियों के धलए अश ं दाि देिा होर्ा.
ख) "छोटे और सीमांत धकसािों" और "कमजोर वर्ों" के धलए धििागररत लक्ष्यों को चरणबि तरीके से
बढ़ाया जा रहा है. एसएफ/एमएफ श्रेणी के तहत प्राथधमकता प्राप्त ऋण प्रमाणपत्रों (पीएसएलसी) की बढ़ती
मार्ं के कारण एसएफ/एमएफ श्रेणी के तहत लक्ष्यों में वृधि से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को लाभ होर्ा.
र्) एसएफ/एमएफ के धलए ऋण क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के बकाया सकल ऋण का लर्भर् 47% है और
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों िे धवत्त विग 2020-21 के दौराि एसएफ/एमएफ श्रेणी के तहत ₹78,837 करोड़ की राधश
वाले पीएसएलसी जारी धकए थे. धवत्त विग 2020-21 में समग्र रूप से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा पीएसएलसी
जारी करिे के माध्यम से कुल ₹2,069 करोड़ की फीस आय अधजगत की र्ई थी, धजसमें अके ले
एसएफ/एमएफ श्रेणी के तहत पीएसएलसी जारी करिे के माध्यम से फीस आय ₹1,378 करोड़ (67%) थी.
घ) धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा कुल ₹1.93 लाख करोड़ के पीएसएलसी
का कारोबार धकया र्या. धवत्त विग 2020-21 के दौराि, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा धकए र्ए पीएसएलसी के
कारोबार में 26% की वृधि हुई. सभी बैंकों द्वारा कारोबार धकए र्ए पीएसएलसी मे से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का
धहस्सा 33% रहा.
ङ) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एसएफ/एमएफ श्रेणी और कृ धि श्रेणी के तहत पीएसएलसी के प्रमख
ु धवक्रेता रहे हैं
चंधक एसएफ/एमएफ और कृ धि श्रेणी के तहत शपु क (%) अधिक है, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक इि श्रेधणयों के तहत
पीएसएलसी जारी कर रहे हैं और सामान्य श्रेणी के तहत पीएसएलसी खरीद रहे हैं जहां शपु क (%) कम है.
च) भारतीय ररज़वग बैंक िे उि मािदडं ों को हटा धदया है धजसके तहत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को अपिे
बकाया अधग्रमों के 75% से अधिक आईबीपीसी जारी करिा अधिवायग हैं.
छ) धवधभन्ि पीएसएल लक्ष्य/उप-लक्ष्यों के तहत उपलधधि की र्णिा धपछले विग की इसी तारीख के
अिसु ार एएिबीसी (समायोधजत िेट बैंक क्रेधडट) के आिार पर की जाएर्ी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा जारी
पीएसएलसी में वृधि के साथ एएिबीसी में कमी आएर्ी. पररणामस्वरूप, जब क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
पीएसएलसी/ आईबीपीसी जारी करते हैं तो धजस आिार पर पीएसएल उपलधधि की र्णिा की जाती है, वह
भी कम हो जाएर्ा.
ज) प्रत्येक श्रेणी के तहत सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको द्वारा जारी और खरीदे र्ए पीएसएलसी का धववरण
ताधलका VIII में धदया र्या है.

ताविका VIII: प्राथवमकता प्राप्त क्षेत्र को उधार प्रमाण पत्र (पीएसएिसी)


जारी पीएसएिसी (रावश ₹करोड़ में)
वित्तीय िर्ष 2019-20 वित्तीय िर्ष 2020-21
क्षेग्रा क्षेग्रा
अवजषत अवजषत
पीएसएिसी श्रेणी बैंकों पीएसएिसी बैंकों पीएसएिसी
शुल्क शुल्क
की का मूल्य की का मूल्य
रावश रावश
सांख्या सांख्या
पीएसएलसी कृ धि 13 20,401 232 24 40,731 625
पीएसएलसी सामान्य 3 1,275 4 7 4,004 24
पीएसएलसी सक्ष्म उद्यम 3 6,272 38 9 3,580 42
पीएसएलसी छोटे धकसाि / सीमातं धकसाि 29 70,464 1,089 29 78,837 1,378
कुि 30 98,412 1,363 33 1,27,151 2,069
खरीदे गए पीएसएिसी (रावश ₹करोड़ में)
वित्तीय िर्ष 2019-20 वित्तीय िर्ष 2020-21
खर्ष
क्षेग्रा खर्ष क्षेग्रा
की
पीएसएिसी श्रेणी बैंकों पीएसएिसी की गई बैंकों पीएसएिसी
गई
की का मूल्य शुल्क की का मूल्य
शल्ु क
सांख्या रावश सांख्या
रावश
पीएसएलसी –कृ धि 4 940 14 5 735 12
पीएसएलसी –सामान्य 15 45,109 158 20 52,628 232
पीएसएलसी –सक्ष्म उद्यम 9 8,247 44 8 7,125 38
पीएसएलसी - छोटे धकसाि / सीमांत धकसाि 1 350 3 3 4,953 46
कुि 17 54,646 220 23 65,440 327
भारतीय ररज़वग बैंक द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के धलए धििागररत धवधभन्ि लक्ष्यों/ उप लक्ष्यों के समक्ष क्षेत्रीय ग्रामीण
बैंकों की उपलधधि और ऐसे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की सची धजन्होंिे प्राथधमकता प्राप्त क्षेत्र से संबंधित ऋण संबंिी
धदशाधिदेशों में धिधहत लक्ष्य / उप-लक्ष्य प्राप्त िहीं धकए हैं, को ताधलका IX में प्रस्ततु धकया र्या है.
ताविका IX: पीएसएि िक्ष्य और उपिवधध –वित्तीय िर्ष 2020-21
िक्ष्य समेवकत क्षेग्रा बैंक वजनके द्वारा िक्ष्य/ उप-
क्षेत्र /उप क्षेत्र
(%) उपिवधध (%) िक्ष्य प्राप्त नहीं वकए गए
• अरुणाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक
समग्र प्राथधमकता क्षेत्र 75 92.0 • मेघालय ग्रामीण बैंक
• िार्ालैंड ग्रामीण बैंक
• अरुणाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक
कृ धि 18 50.0
• िार्ालैंड ग्रामीण बैंक
छोटे और सीमांत धकसाि 8 31.4 -

र्ैर-कॉपोरे ट धकसाि 12.14 83.5 -

सक्ष्म उद्यम 7.5 15.1 -

कमजोर वर्ग 15 70.3 -


नोट : िक्ष्य और उपिवधध वपछिे वित्त िर्ष की इसी वतवथ के अनुसार एएनबीसी के % के रूप में हैं.
10. कायष पररणाम
िाभप्रदता और व्यिहायषता
i. िाभप्रदता
धवत्तीय विग 2018-19 और धवत्त विग 2019-20 में लर्ातार दो विों की हाधि के बाद, क्षेग्रा बैंक िे धवत्त विग 2020-21
के दौराि समग्र रूप से ₹1,682 करोड़ का समेधकत धिवल लाभ अधजगत धकया. माििीय सवोच्च न्यायालय के फै सले
के बाद 01 अप्रैल 2018 से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (कमगचारी) पेंशि योजिा, 2018 के कायागन्वयि के कारण क्षेत्रीय
ग्रामीण बैंक िे धवत्तीय विग 1996-97 के बाद पहली बार 2018-19 में समेधकत धिवल हाधि दजग की. पेंशि योजिा के
कायागन्वयि के कारण भारी पेंशि देयता को ध्याि में रखते हुए, भारतीय ररजवग बैंक िे क्षेग्रा बैंकों को 2018-19 से पाच

विों की अवधि में अपिी कुल पेंशि देयता को पररशोधित करिे की अिमु धत दी है जो प्रत्येक विग मपयांकि की र्ई
पेंशि देयता के न्यितम 20% के अिीि है.
धवत्त विग 2020-21 के दौराि, 30 क्षेग्रा बैंकों िे ₹3,550 करोड़ का लाभ अधजगत धकया और 13 क्षेग्रा बैंकों को
₹1,867 करोड़ की हाधि हुई. धवत्त विग 2019-20 के दौराि धजि 5 क्षेग्रा बैंकों को हाधि हुई थी उि बैंकों िे धवत्त विग
2020-21 के दौराि लाभ अधजगत धकया. धवत्त विग 2020-21 के दौराि क्षेग्रा बैंकों की लाभप्रदता में सिु ार के कारण
िीचे धदए र्ए हैं:
क) आधस्तयों से होिे वाली आय में धर्रावट की तुलिा में धिधियों की लार्त में अधिक धर्रावट के कारण धिवल
धयाज माधजगि में सिु ार हुआ.
ख) धवधवि आय में बेहतर वृधि- क्षेग्रा बैंकों िे अपिी धवधवि आय बढ़ािे के धलए अपिे उच्च प्राथधमकता वाले
क्षेत्र के ऋण (पीएसएल) पोटगफोधलयो (धवशेिकर कृ धि और एसएफ/एमएफ पोटगफोधलयो) का प्रभावी ढंर् से
उपयोर् धकया है. धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा जारी प्राथधमकता प्राप्त क्षेत्र के
प्रमाणपत्र (पीएसएलसी) में 26% की वृधि हुई और यह ₹1.92 लाख करोड़ हो र्या और सभी बैंकों द्वारा
जारी पीएसएलसी की कुल संख्या में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का धहस्सा 33% रहा. पीएसएल धदशाधिदेशों के
तहत आरबीआई द्वारा घोधित एसएफ/एमएफ लक्ष्यों में चरणबि वृधि से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को पीएसएलसी
जारी करिे के माध्यम से अपिे एसएफ/एमएफ पोटगफोधलयो का मद्रु ीकरण करिे में मदद धमल सकती है.
र्) आधस्त र्णु वत्ता और ऋण-जमा (सीडी) अिपु ात में सिु ार

क्षेग्रा बैंकों की समेधकत आय और व्यय धववरण अिबु ंि III में धदया र्या है. धपछले 3 विों के दौराि क्षेत्रीय ग्रामीण
बैंकों की लाभप्रदता ताधलका संख्या VII में दी र्ई है.
ताविका X: िाभप्रदता
(₹ करोड़)
सांकेतक 2018-19 2019-20 2020-21
क्षेग्रा बैंकों की संख्या 53 45 43
लाभ दशागिे वाले क्षेग्रा बैंकों की संख्या 39 26 30
लाभ दशागिे वाले क्षेग्रा बैंकों के लाभ की राधश 1,759 2,203 3,550
हाधि दशागिे वाले क्षेग्रा बैंकों की संख्या 14 19 13
हाधि दशागिे वाले क्षेग्रा बैंकों की हाधि की राधश 2,411 4,411 1,867
संधचत हाधि दशागिे वाले क्षेग्रा बैंकों की संख्या 11 17 17
संधचत हाधि 2,887 6,467 8,264
सभी क्षेग्रा बैंकों का धिवल लाभ (-)652 (-)2,208 1,682
ii. व्यिहायषता
अधिकांश अथागत,् 43 में से 26 क्षेग्रा बैंक 31 माचग 2021को संिारणीय रूप से व्यवहायग थे (अथागत् लाभ अधजगत कर
रहे थे और सचं यी हाधियाँ शन्य थीं). धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि 04 क्षेग्रा बैंक लाभ अधजगत कर रहे थे परंतु उिमें
पवगवती विों की संधचत हाधियाँ थीं. धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि में 13 क्षेग्रा बैंकों को हाधि हुई थी और उन्होंिे
संचयी हाधि दजग की थी. धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार 17 क्षेग्रा बैंकों में
संधचत हाधियाँ ₹8264 करोड़ थी जबधक 31 माचग 2020 की धस्थधत के अिसु ार संधचत हाधियाँ ₹6467 करोड़ थीं.
धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार हाधि दज़ग करिे वाले 13 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में
से 05 पवी क्षेत्र से, 03 पवोत्तर क्षेत्र से, 02 उत्तरी क्षेत्र से, 02 मध्य क्षेत्र से और 01 पधिमी क्षेत्र से था. धवत्तीय विग
2021 के अतं में दधक्षणी क्षेत्र के सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक संिारणीय रूप से व्यवहायग धस्थधत में थे.
ताविका XI: व्यिहायषता
(राधश ₹ करोड़ में)

31 मार्ष 2019 31 मार्ष 2020 31 मार्ष 2021


क्रम व्यिहायषता क्षेग्रा ितषमान क्षेग्रा ितषमान क्षेग्रा ितषमान
स.ां श्रेणी बैंकों सांवर्त िाभ/ बैंकों सांवर्त िाभ/ बैंकों सांवर्त िाभ/
की हावन हावन की हावन हावन की हावन हावन
सांख्या (-) सख् ां या (-) सांख्या (-)
सांधारणीय
रूप से
1 36 0 1,733 25 0 2,200 26 0 3,431
व्यिहायष
अथाषत् सांवर्त
31 मार्ष 2019 31 मार्ष 2020 31 मार्ष 2021
क्रम व्यिहायषता क्षेग्रा ितषमान क्षेग्रा ितषमान क्षेग्रा ितषमान
सां. श्रेणी बैंकों सवां र्त िाभ/ बैंकों सवां र्त िाभ/ बैंकों सवां र्त िाभ/
की हावन हावन की हावन हावन की हावन हावन
सांख्या (-) सख् ां या (-) सांख्या (-)
हावनयों के
वबना िाभ की
वस्थवत में
ितषमान िाभ
2 के साथ 3 216 26 1 36 3 4 1,143 119
सवां र्त हावन
क. ितषमान
हावन के साथ 8 2,671 -1,212 16 6,431 -3,351 13 7,121 -1,867
सवां र्त हावन
3
ख. ितषमान
हावन वबना 6 0 -1,199 3 0 -1,060 0 0 0
सवां र्त हावनके

4 वनिि वस्थवत 53 2,887 -652 45 6,467 -2,208 43 8,264 1,682

सांधारणीय
रूप से
5 68 56 60
व्यिहायष क्षेग्रा
बैंक का%

11. वित्तीयिागत और मावजषन


धिवल धयाज माधजगि(%)और धवधवि आय (%) में सिु ार के कारण आधस्तयों पर प्रधतफल (%) के रूप में क्षेत्रीय
ग्रामीण बैंकों की लाभप्रदता बहुत अधिक बढ़ी है. धवत्तीय विग 2019-20 के दौराि आधस्तयों पर प्रधतफल (%) के रूप
में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की लाभप्रदता -0.40% थी जोधक धवत्तीय विग 2020-21 में बढ़कर 0.27% हो र्ई. धपछले तीि
विों में लार्त और माधजगि की तल ु िात्मक धस्थधत िीचे ताधलका में दी र्ई है.
ताविका XII: वित्तीय िागत और मावजषन (%)
क्रम स.ां पैरामीटर 2018-19 2019-20 2020-21
1. ऋण पर प्रधतफल 8.8 9.3 9.2
2. धिवेश पर प्रधतफल 7.1 7.0 6.5
3. आवस्तयों पर प्रवतफि 7.5 7.9 7.6
4. जमाराधशयों की लार्त 5.0 5.1 4.5
5. उिार की लार्त 6.0 5.9 5.1
6. धिधियों की लार्त 4.6 4.7 4.2
7. धिवल धयाज माधजगि 2.9 3.2 3.4
8. धवधवि आय 0.8 1.0 1.1
9. स्टाफ की लार्त 1.8 2.3 2.4
10. प्रबंिि लार्त 2.7 3.6 3.2
11. जोधखम लार्त 1.2 1.0 1.1
12. आधस्तयों पर प्रधतफल -0.13 -0.40 0.27

12. आवस्त गुणित्ता


धवत्त विग 2020-21 के दौराि क्षेग्रा बैंक की समेधकत सकल अिजगक आधस्तयां (जीएिपीए) 10.4% से घटकर 9.4%
हो र्ई है. धवत्त विग 2020-21 के दौराि शि ु एिपीए में समग्र रूप से और प्रधतशतके रूप में दोिों तरह से धर्रावट आई
है. प्राविािि कवरे ज अिपु ात (पीसीआर) में धपछले 3 विों में धिरंतर सिु ार देखा र्या है. 28 क्षेग्रा बैंकों िे 31 माचग
2021 को 31 माचग 2020 की धस्थधत के समक्ष कम जीएिपीए (%) ररपोटग धकया है. इि 28 क्षेग्रा बैंकों में से 18 क्षेग्रा
बैंकों िे जीएिपीए (राधश) में पणग कमी की ररपोधटिंर् की है. धवत्त विग 2020-21 के दौराि अवमािक आधस्तयों में जहां
7.9% की धर्रावट आई, वहीं सधं दग्ि और हाधि वाली आधस्तयों में क्रमशः 4.9% और 4.8% की वृधि हुई.

ताविका XIII: क्षेग्रा बैंकों में अनजषक आवस्तयों की वस्थवत


(राधश ₹करोड़ में)
क्रम स.ां पैरामीटर 31 मार्ष 2019 31 मार्ष 2020 31 मार्ष 2021
अनजषक आवस्तयों की वस्थवत
1 सकल एिपीए राधश 30,317 31,106 31,381
2 धिवल एिपीए राधश 17,843 16,331 15,094
3 जीएिपीए % 10.8 10.4 9.4
4 धिवल एिपीए % 6.8 5.8 4.8
5 प्राविािि कवरे ज अिपु ात (%) 40 47 51
ताविका XIV: अनजषक आवस्तयों का िगीकरण
(राधश ₹ करोड़ में)
2020-21
में साि-
31-मार्ष-19 31-मार्ष-20 31-मार्ष-21
एनपीए की श्रेणी दर-साि
िृवि
रावश (%) रावश (%) रावश (%) (%)
अवमािक -1 12,977 4.6 10,608 3.6 9,828 2.9 -7.9
संधदग्ि आधस्तयां -2 16,546 5.9 19,655 6.5 20,666 6.2 4.9
हाधि वाली आधस्तयां - 3 794 0.3 843 0.3 886 0.3 4.8
सकि एनपीए (1+2+3) 30,317 10.8 31,106 10.4 31,381 9.4 1.8

क्षेग्रा बैंकों में अनजषक आवस्तयाां (एनपीए) की क्षेत्रिार वस्थवत वनम्नविवखत ताविका में दी गई है:
ताविका XV: विवभन्न क्षेत्रों में सकि अनजषक आवस्तयाां (जीएनपीए) (%)
क्रम सां. क्षेत्र / उप क्षेत्र 31 मार्ष 2019 31 मार्ष 2020 31 मार्ष 2021
1 प्राथधमकता प्राप्त क्षेत्र 11.3 10.8 9.9
2 र्ैर प्राथधमकता प्राप्त क्षेत्र के ऋण 6.1 6.5 4.6
3 कुल एिपीए 10.8 10.4 9.4
सेक्टोरि एनपीए (प्राथवमकता प्राप्त + गैर प्राथवमकता प्राप्त)
I कृ धि (अ+आ+इ) 9.8 8.7 8.3
अ कृ धि ऋण (i+ii+iii) 9.7 8.5 8.2
i फसल ऋण 9.0 7.3 6.9
ii धिवेश ऋण 14.9 14.9 18.3
iii सम्बि र्धतधवधियां 10.1 11.3 8.5
आ कृ धि आिारभत सधु विा 12.2 15.2 15.0
इ सहायक र्धतधवधियां 30.9 34.1 22.5
II एमएसएमई 20.6 21.4 19.4
III धशक्षा 17.2 26.0 23.1
IV आवास 7.9 10.0 7.0
एिपीए में कमी के धलए धिम्िधलधखत उपाय धकए र्ए हैं:
• िाबाडग द्वारा आयोधजत की र्ई सभी समीक्षा बैठकें धजसमें भारत सरकार सधहत सभी धहतिारक भार् लेते हैं, में
क्षेग्रा बैंकों में एिपीए की धस्थधत की समीक्षा एक कायगसची मद रहा है.
• अन्य बातों के साथ-साथ 10% से अधिक सकल एिपीए वाले बैंकों की 'क्षेग्रा बैंक इि फोकस' के रूप में
पहचाि की र्ई है और उन्हें सधचत धकया र्या है धक वे अपिे एिपीए स्तर को कम करिे के धलए धिर्रािी
योग्य कायग योजिा तैयार करें तथा बोडग की बैठकों में उसकी समीक्षा की जाए.
• 'क्षेग्रा बैंक इि फोकस' की धवत्तीय धस्थधत की समीक्षा करिे और उपचारात्मक उपाय सझु ािे के धलए इिकी
समीक्षा बैठकें आयोधजत की जाती हैं.
• िाबाडग िे सभी क्षेग्रा बैंकों को अधिवायग रूप से ‘धसस्टम जिरटेड एिपीए प्लेटफॉमग’ में शाधमल होिे का धिदेश
धदया है.
• क्षेग्रा बैंकों िे समीक्षा बैठकों में सधचत धकया है धक वसली की धस्थधत की धिर्रािी और एिपीए में लधक्षत कमी
सधु िधित करिे के धलए क्षेग्रा बैंकों में एिपीए प्रबंिि कक्ष बिाए र्ए हैं.
• क्षेग्रा बैंकों के स्तर पर, उिके सभी अध्यक्ष अपिे क्षेत्रीय प्रबिं कों की सहायता से - के वल धस्थधत में सिु ार
करिे के धलए ही िहीं, बधपक एिपीए में वृधि को रोकिे के धलए भी शाखावार एिपीए की धस्थधत की धिर्रािी
कर रहे हैं.
• सभी क्षेग्रा बैंक धियधमत आिार पर वसली धशधवर आयोधजत करते हैं और एिपीए के स्तर को कम करिे के
धलए अन्य वसली रणिीधतयों का पालि करते हैं.
13. उत्पादकता
प्रधत शाखा और प्रधत कमगचारी कारोबार के मामले में क्षेग्रा बैंकों की उत्पादकता में धपछले कुछ विों में धियधमत वृधि
हुई है जोधक 31माचग 2021 को क्रमशः ₹39.3 करोड़ और ₹9.8 करोड़ है.

ताविका XVI: उत्पादकता


(राधश ₹ करोड़ में)
उत्पादकता 2014-15 2015-16 2016-17 2017-18 2018-19 2019-20 2020-21
प्रवत शाखा 22.7 24.9 27.9 30.1 32.7 35.6 39.3
प्रवत कमषर्ारी 5.3 5.9 6.9 7.3 7.7 8.5 9.8
14. ऋण जमा अनपु ात
क्षेग्रा बैंकों का ऋण जमा अिुपात 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार 64% रहा जोधक 31 माचग 2020 को 62%
था. धपछले तीि विों में जमा ऋण अिपु ात की अलर्-अलर् रें ज के अिुसार क्षेग्रा बैंकों की संख्या िीचे ताधलका में दी
र्ई है. जबधक, दधक्षणी और पधिमी राज्यों में ऋण जमा अिपु ात अच्छा था, पवी, पवोत्तर और मध्यवती राज्यों में
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का ऋण जमा अिपु ात बहुत कम था.

ताविका XVII: ऋण जमा अनुपात की रेंज


क्रम सां. ऋण जमा अनुपात की रेंज 31 मार्ष 2019 31 मार्ष 2020 31 मार्ष 2021
1 30% से कम 3 3 3
2 30% से 40% के बीच 9 10 7
3 40% से 60% के बीच 18 14 14
4 60% से 80% के बीच 11 9 10
5 80% से अधिक 12 9 9
कुि 53 45 43

15. पूांजी पयाषप्तता


भारतीय ररजवग बैंक की धवधियामक शतों के अिसु ार, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा 9% का न्यितम सीआरएआर बिाए
रखिा अपेधक्षत है. 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार 27 क्षेग्रा बैंकों का सीआरएआर 9% या उससे अधिक था
जबधक 16 क्षेग्रा बैंकों िे 9% से कम सीआरएआर ररपोटग धकया है. 9% से कम सीआरएआर वाले क्षेग्रा बैंकों की सची
ताधलका XVIII में दी र्ई है. क्षेग्रा बैंकोंके परे तंत्र का सीआरएआर 31 माचग 2020 की धस्थधत में 10.3% था जोधक
31 माचग 2021 की धस्थधत में थोड़ा घटकर 10.2% हो र्या.

ताविका XVIII: < 9% सीआरएआर िािे क्षेग्रा बैंक


क्रम सां. क्षेग्रा बैंक का नाम 31.3.2021
1 धवदभग कोंकण ग्रामीण बैंक -20.80
2 उत्कल ग्रामीण बैंक -16.01
3 मध्यांचल ग्रामीण बैंक -11.17
4 इलाकाई देहाती बैंक -8.22
5 ओधडशा ग्राम्य बैंक -7.61
6 िार्ालैंड ग्रामीण बैंक -2.93
7 उत्तर धबहार ग्रामीण बैंक -2.33
8 जम्म और कश्मीर ग्रामीण बैंक -0.35
9 बंधर्या ग्रामीण धवकास बैंक 0.27
10 पधिम बंर् ग्रामीण बैंक 0.34
ताविका XVIII: < 9% सीआरएआर िािे क्षेग्रा बैंक
क्रम सां. क्षेग्रा बैंक का नाम 31.3.2021
11 असम ग्रामीण धवकास बैंक 1.83
12 मधणपरु ग्रामीण बैंक 2.37
13 मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक 2.69
14 दधक्षण धबहार ग्रामीण बैंक 5.66
15 उत्तराखंड ग्रामीण बैंक 6.25
16 के रल ग्रामीण बैंक 6.57
16. सरकारी योजनाओ ां में कायषवनष्पादन
ताविका XIX: सरकारी योजनाओ ां में सहभावगता
31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार खातों / िामांकिों की संख्या लाख में
क्रम क्षेग्रा बैंकों का
सरकार की योजना क्षेग्रा बैंक कुि
स.ां वहस्सा
1 पीएमजेडीवाई खातों की संख्या 755.72 4,220 18%
2 लाभाधथगयों को जारी धकए र्ए रुपे डेधबट काडों की संख्या 343.77 3,090 11%
3 पीएमएसबीवाई के अतं र्गत सचीबि व्यधियों की सच
ं यी सख्ं या 295.22 2,326 13%
4 पीएमजेजेबीवाई के अंतर्गत सचीबि व्यधियों की संचयी संख्या 106.87 1,027 10%
5 एपीवाई के अतं र्गत सचीबि व्यधियों की संचयी संख्या 55.22 280 20%
6 पीएम-धकसाि लाभाथी-खातों की कुल संख्या 179.79 975 18%
7 धकसाि क्रेधडट काडग 129 738 17%

भाग II –क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के विकास के विए नीवतगत पहिें और सहयोग


1. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के विए एिएएफ और एमएसएफ की शुरुआत:
क्षेग्रा बैंकों को चलधिधि प्रबिं ि के धलए अधतररि अवसर प्रदाि करिे के उद्देश्य से भारतीय ररजवग बैंक िे 4 धदसंबर
2020 की अपिी अधिसचिा के माध्यम से धवधशष्ट मािदडं ों को परा करिे वाले अिसु धचत क्षेग्रा बैंकों को चलधिधि
समायोजि सधु विा (एलएएफ) और सीमांत स्थायी सधु विा (एमएसएफ) की समयावधि में धवस्तार धकया.
2. कॉि/नोवटस/सािवध मुद्रा बाजार तक पहर्
ां
भारतीय ररजवग बैंक िे 4 धदसबं र 2020 की अपिी अधिसचिा के माध्यम से क्षेग्रा बैंकों को उिारकताग और उिारदाता
दोिों के रूप में कॉल/ िोधटस और सावधि मद्रु ा बाजार में भार् लेिे की अिमु धत दी है. क्षेग्रा बैंक के धलए
कॉल/िोधटस/सावधि मद्रु ा बाजार पर धववेकपणग सीमाएं और अन्य धदशाधिदेश वही होंर्े जो अिसु धचत वाधणधज्यक
बैंकों पर लार् हैं.
3. नाबाडष से पुनविषत्त सहायता
िाबाडग बैंकों को पिु धवगत्त प्रदाि करता है ताधक अपपावधि और दीघागवधि ऋण धवतरण के धलए उिके संसािि बढ़ सकें .
पिु धवगत्त से जमीिी स्तर पर ऋण में बढ़ोतरी होर्ी और पजं ी धिमागण को बढ़ावा धमल सके र्ा.
कोधवड-19 महामारी के बाद कृ धि और अििु र्ं ी र्धतधवधियों के साथ-साथ ग्रामीण कृ िीतर क्षेत्र में धिरंतर ऋण प्रवाह
हेतु सहायता प्रदाि करिे के धलए, भारतीय ररजवग बैंक िे िाबाडग में धवशेि चलधिधि सधु विा (एसएलएफ़) की शरुु आत
की ताधक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, सहकारी बैंकों और एिबीएफसी-एमएफआई के ऋण पररचालिों में सहायता प्रदाि की
जा सके .
2020-21 के दौराि, िाबाडग िे क्षेग्रा बैंकों को कुल ₹44,975 करोड़ का पिु धवगत्त सधं वतररत धकया, धजसमें ₹15,157
करोड़ का दीघागवधि पिु धवगत्त और ₹29,818 करोड़ का अपपावधि पिु धवगत्त शाधमल था. धवत्त विग 2020-21 के दौराि
िाबाडग द्वारा क्षेग्रा बैंकों को धदए र्ए पिु धवगत्त में 61% की वृधि हुई.
इसके अधतररि, िाबाडग िे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को पिु धवगत्त सहायता प्रदाि करिे के धलए एक उदार िीधत अपिाई.
िाबाडग िे अपिे स्वयं के आतं ररक जोधखम-रे धटंर् टल को लार् कर ऐसे क्षेग्रा बैंकों को पिु धवगत्त सहायता उपलधि कराई
जो अन्यथा पिु धवगत्त के धलए पात्र िहीं हो पाते.
धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि 35 क्षेग्रा बैंकों (27 से अधिक) िे पिु धवगत्त का लाभ उठाया. िए पात्र क्षेग्रा बैंकों में
अधिकांशतः पवी और पवोत्तर क्षेत्रों के क्षेग्रा बैंक शाधमल हैं धजसके फलस्वरूप ऋण-प्रवाह में क्षेत्रीय असमािताओ ं
को कम करिे पर अिक ु ल प्रभाव पड़ा है. िाबाडग िे पवी और पवोत्तर राज्यों में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को पिु धवगत्त सीमा
मजं र करिे के धलए धवशेि प्रोत्साहि भी धदया ताधक वे अपपावधि-मौसमी कृ धि कायों के धलए उिार देिे में सक्षम हो
सकें .
4. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के कायषवनष्पादन पर समीक्षा बैठक
िाबाडग द्वारा क्षेग्रा बैंक के कायगधिष्पादि का धियधमत रूप से अिप्रु वतगि धकया जाता है. 2020-21 के दौराि, क्षेग्रा बैंकों
की राष्रीय समीक्षा बैठक का आयोजि 9 धसतबं र2020 को वचगअ ु ल माध्यम से धकया र्या.
धिम्िधलधखत तीि मािदडं ों िामतः सीआरएआर 10% से कम, जीएिपीए 10% से अधिक, लर्ातार धपछले दो विों से
आधस्तयों पर िकारात्मक ररटिग (%)में से धकसी एक को परा करिे वाले क्षेग्रा बैंकों को 'आरआरबी इि फोकस' के रूप
में वर्ीकृ त धकया र्या है.'आरआरबी इि फोकस' के रूप में धचधन्हत ऐसे कमजोर क्षेग्रा बैंकों के प्रभावी अिप्रु वतगि के
धलए धदसबं र 2020 में राष्रीय स्तर की बैठकें आयोधजत की र्ई ं ताधक वे अपिी मोधिटेरेबल कायग योजिाओ ं (एमएपी)
में आवश्यक सिु ार कर सकें और उिकी धवत्तीय धस्थधत में सिु ार हो. 'आरआरबी इि फोकस' की व्यवस्था क्षेग्रा बैंकों
के धलए साविािी संकेतक के रूप में कायग करती है ताधक क्षेग्रा बैंकों की धवत्तीय धस्थधत में और धर्रावट और पीसीए
फ्रेमवकग में जािे से बचिे के धलए सिु ारात्मक उपाय शरू
ु धकए जा सकें .
31 माचग 2021 को लेखा-परीधक्षत धवत्तीय धस्थधत के आिार पर, 23 क्षेग्रा बैंक ‘इि फोकस’ श्रेणी में हैं. धवत्तीय विग
2020-21 के दौराि 5 क्षेग्रा बैंक इस फ्रेमवकग से बाहर हो र्ए हैं धजिमें आयागवतग बैंक, बड़ौदा र्जु रात ग्रामीण बैंक,
बड़ौदा यपी ग्रामीण बैंक, धहमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक, सवग हररयाणा ग्रामीण बैंक शाधमल हैं. 2 क्षेग्रा बैंकों
िामतःकिागटक ग्रामीण बैंक और महाराष्र ग्रामीण बैंक को 31 माचग 2021 की धस्थधत के अिसु ार उिकी लेखापरीधक्षत
धस्थधत के आिार पर धवत्तीय विग 2021-22 के दौराि इस व्यवस्था में शाधमल धकया र्या.
पवोत्तर क्षेत्र तथा जम्म और कश्मीर में क्षेग्रा बैंकों के कायगधिष्पादि की समीक्षा करिे के धलए 10 फरवरी 2021 को
धवशेि समीक्षा बैठक आयोधजत की र्ई. इस बैठक का उद्देश्य रणिीधतक महत्व के क्षेत्रों में अधं तम व्यधि को धवत्तीय
दायरे में शाधमल करिे में होिे वाली चिु ौधतयों का समािाि करिा था.
5. क्षेग्रा बैंकों का समामेिन
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (क्षेग्रा बैंक) की स्थापिा विग 1975 में ग्रामीण क्षेत्रों में धपछड़े तबकों की ऋण जरूरतों का समािाि
करिे के धलए ऋण सहकाररताओ ं और वाधणज्य बैंकों की सकारात्मक धवशेिताओ ं को समाधहत करिे के अधिदेश के
साथ की र्ई थी. उिका धियंत्रण भारतीय ररजवग बैंक द्वारा तथा पयगवक्ष े ण िाबाडग द्वारा धकया जाता है. भारतीय ररज़वग
बैंक िे 2001 में डॉ वी एस व्यास की अध्यक्षता में ‘फ्लो ऑफ क्रेधडट ट एधग्रकपचर एण्ड ररलेटेड एधकटधवटीज फ्रॉम द
बैंधकंर् धसस्टम’ पर एक सधमधत र्धठत की थी धजसिे ग्रामीण ऋण प्रणाली में क्षेग्रा बैंकों की प्रासंधर्कता और इसे
व्यवहायग बिािे के धवकपपों की जांच की थी. श्री ए.वी.सरदेसाई की अध्यक्षता में र्धठत आतं ररक कायग समह पर
भारतीय ररज़वग बैंक की ररपोटग में क्षेग्रा बैंकों के समामेलि की धसफाररश की र्ई ताधक उिकी पररचालि व्यवहायगता में
सिु ार धकया जा सके और उन्हें आकार/ पररमाण में वृधद्द का लाभ धमल सके . भारत सरकार द्वारा विग 2005-06 में
समेकि की प्रधक्रया शरू ु की र्ई.

समामेलि का प्रथम चरण विग 2005 में एक राज्य के अदं र प्रायोजक बैंक-वार रूप में शरू
ु धकया र्या था और धदव् तीय
चरण 2012-15 के दौराि एक राज्य के अदं र समस्त प्रायोजक बैंकों के बीच कायागधन्वत धकया र्या था. समामेलि के
दो चरणों के पररणामस्वरूप क्षेग्रा बैंकों की संख्या 196 से घटकर 56 रह र्ई और यह प्रधक्रया उिमें बेहतर क्षमता,
उच्चतर उत्पादकता, सदृु ढ़ धवत्तीय धस्थधत, बेहतर धवत्तीय समावेशि लािे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण प्रवाह बढ़ािे में
सफल रही.

भारत सरकार िे 2018-19 में क्षेग्रा बैंकों के समामेलि के तृतीय चरण की प्रधक्रया प्रारंभ की है धजसका धसिान्त यह है
धक छोटे राज्यों के धलए ‘एक राज्य-एक क्षेग्रा बैंक’ हो तथा बड़े राज्यों में क्षेग्रा बैंकों की संख्या कम की जाए. धबहार
तथा पंजाब राज्यों में िए समामेधलत क्षेग्रा बैंक 01 जिवरी2019 को अधस्तत्व में आए. 31 माचग 2019 की धस्थधत में
देश में 53 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक थे.

01 अप्रैल 2019 से, 7 राज्यों - असम, र्जु रात, झारखडं , किागटक, मध्य प्रदेश, तधमलिाडु और उत्तर प्रदेश में 16 क्षेग्रा
बैंकों को समामेधलत कर 8 िए क्षेग्रा बैंक बिाए र्ए हैं धजससे देश में क्षेग्रा बैंकों की कुल संख्या 45 हो र्ई है.

धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि, उत्तर प्रदेश में 3 क्षेग्रा बैंकों िामतः बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक, काशी र्ोमती
संयतु ग्रामीण बैंक और पवािंचल बैंक को समामेधलत कर 1अप्रैल 2020 से बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रायोजि के तहत
बड़ौदा य.पी. बैंक बिाया र्या. इसके पररणामस्वरूप, 1अप्रैल 2020 से भारत में क्षेग्रा बैंकों की संख्या 43 हो र्ई.
सावगजधिक क्षेत्र के बैंकों के समामेलि के कारण, 1अप्रैल 2020 से प्रायोजक बैंकों की संख्या भी 15 से घटकर 12 हो
र्ई. पंजाब और धसंि बैंक को छोड़कर सावगजधिक क्षेत्र के सभी बैंक एक या एक से अधिक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के
प्रयोजक हैं. जे एडं के बैंक धिजी क्षेत्र का अके ला ऐसा बैंक है जो क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का प्रयोजक है.
6. मौजूदा वहतधारकों के अिािा अन्य स्रोतों से पज
ूां ी जुटाना
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (संशोिि) अधिधियम, 2015 के अिसु ार क्षेग्रा बैंक की प्राधिकृ त पंजी ₹5 करोड़ से बढ़ाकर
₹2000 करोड़ कर दी र्ई है. संशोिि में यह भी प्राविाि है धक कें द्र सरकार और प्रायोजक बैंक की संयि ु धहस्सेदारी
51% से कम िहीं होिी चाधहए, इससे मौजदा धहतिारकों के अलावा अन्य स्रोतों से पजं ी जटु ािे का मार्ग प्रशस्त हो
जाता है. अधिधियम में संशोिि 4 फरवरी 2016 से लार् धकए र्ए हैं.

भारत सरकार, धवत्त मत्रं ालय, धवत्तीय सेवाएं धवभार् (क्षेग्रा बैंक प्रभार्) िे क्षेग्रा बैंकों द्वारा पजं ी जटु ािे के धलए उपलधि
धवधभन्ि धवकपपों की जांच करिे के धलए मई 2018 में एक सधमधत का र्ठि धकया. इसके अध्यक्ष उप प्रबंि धिदेशक,
िाबाडग थे तथा सदस्य के रूप में 03 प्रयोजक बैंकों के महाप्रबंिक इसमें शाधमल धकए र्ए थे. सधमधत िे भारत सरकार
को अपिी ररपोटग प्रस्ततु कर दी है.

भारतीय ररज़वग बैंक िे 1 िवबं र, 2019 के पररपत्र के माध्यम से क्षेग्रा बैंकों को बेधमयादी ऋण धलखत (पीडीआई) जारी
करिे की अिमु धत दी, जो धििागररत सीआरएआर को बिाए रखिे के धलए धटयर 1 पंजी के रूप में शाधमल धकए जािे के
धलए पात्र है. तथाधप, धवत्तीय विग 2019-20 के दौराि धकसी भी क्षेग्रा बैंक िे पीडीआई जारी िहीं धकया है.

7. क्षेग्रा बैंकों के विए साांविवधक िेखा परीक्षकों का पैनि


क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अधिधियम, 1976 की िारा 19(1) और 19(2) के अिसु ार, प्रत्येक क्षेग्रा बैंक से यह अपेधक्षत है
धक वह अपिे खातों की सांधवधिक लेखापरीक्षा के धलए लेखापरीक्षकों की धियधु ि करे और साथ ही भारत सरकार की
पवागिमु धत से उन्हें देय पाररश्रधमक का धििागरण करे .भारत सरकार िे इस संबंि में धवस्तृत धदशा-धिदेश जारी धकए हैं. इि
धदशाधिदेशों के अिसु ार, िाबाडग अिमु ोदि के धलए भारत सरकार को लेखा परीक्षकों की सची की संस्तधु त करे र्ा.
धवत्तीय विग 2020-21 के धलए क्षेग्रा बैंकों के खातों की सांधवधिक लेखा-परीक्षा के धलए लेखा परीक्षकों की सची मई
2021 में बैंकों को भेजी र्ई थी और 30 जि 2021 की धििागररत धतधथ तक सभी क्षेग्रा बैंकों में सांधवधिक लेखा परीक्षा
की प्रधक्रया परी कर ली र्ई थी. धवत्तीय विग 2021-22 के धलए क्षेग्रा बैंकों की सांधवधिक लेखा परीक्षा करिे वाले लेखा
परीक्षकों की सची को अधं तम रूप धदए जािे का कायग जारी है.

8. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का पनु :पज


ूां ीकरण
कें द्रीय मधं त्रमडं ल िे 10 फरवरी, 2011 को आयोधजत अपिी बैठक में क्षेग्रा बैंकों के पिु :पंजीकरण की योजिा को
मजं री दी थी ताधक उिका सीआरएआर 9% से अधिक हो सके और वे उसे बिाए रख सकें . 2011 के बाद, ₹2,900
करोड़ की धवत्तीय सहायता के साथ क्षेग्रा बैंकों के पिु :पंजीकरण की योजिा को चरणबि रूप से धवत्त विग 2019 तक
के धलए बढ़ा धदया र्या था. इस सहायता राधश की 50% अथागत् ₹1,450 करोड़ की राधश भारत सरकार द्वारा दी जािी
थी.
25 माचग 2020 को, आधथगक मामलों की मधं त्रमडं लीय सधमधत (सीसीईए) िे 9% का न्यितम सीआरएआर बिाए रखिे
में अक्षम क्षेग्रा बैंकों के धलए पिु :पंजीकरण की प्रधक्रया को 2019-20 के बाद एक और विग, अथागत् 2020-21 तक
जारी रखिे के धलए अपिी स्वीकृ धत प्रदाि की. इसके अलावा, सधमधत िे क्षेग्रा बैंकों के पिु :पजं ीकरणकी योजिा के
धलए कें द्र सरकार के धहस्से के रूप में ₹670 करोड़ (अथागत,् ₹1340 करोड़ की कुल पिु :पजं ीकरण सहायता का 50%)
के उपयोर् के धलए भी अिमु ोदि प्रदाि धकया. धवत्तीय विग 2019-20 और धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि भारत
सरकार द्वारा मजं र पिु :पजं ीकरण सहायता के धववरण का साराश
ं िीचे दी र्ई ताधलका में धदया र्या है.

ताविका XX:मांजूर पनु :पज


ूां ीकरण में भारत सरकार का वहस्सा (50%)
राधश ₹करोड़ में
क्रम सां. क्षेग्रा बैंक का नाम वित्तीय िर्ष 2019-20 वित्तीय िर्ष 2020-21
1. असम ग्रामीण धवकास बैंक 20.74 12.35
2. बंधर्या ग्रामीण धवकास बैंक 111.36 66.30
3. दधक्षण धबहार ग्रामीण बैंक 75.72 45.08
4. इलाकाई देहाती बैंक 7.84 -
5. मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक 21.30 12.68
6. मध्यांचल ग्रामीण बैंक 48.33 7.58
7. मधणपरु ग्रामीण बैंक 2.34 -
8. िार्ालैंड ग्रामीण बैंक 0.68 -
9. ओधडशा ग्राम्य बैंक 99.26 34.57
10. उत्कल ग्रामीण बैंक 237.72 -
11. उत्तर धबहार ग्रामीण बैंक 36.01 21.44
12. धवदभग कोंकण ग्रामीण बैंक* 39.22 -
कुल 700.52 200.00
* धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि िाबाडग द्वारा भारत सरकार के धहस्से की ₹39.22 करोड़ की राधश धवदभग
कोंकण ग्रामीण बैंक को जारी की र्ई. यह राधश इस बैंक के धलए पुि:पंजीकरणसहायता के राज्य सरकार
संबंिी धहस्से की राधश प्राप्त होिे के बाद जारी की र्ई.
कुल मंजर पुि:पंजीकरण में धहस्सा (भारत सरकार:राज्य सरकार: प्रयोजक बैंक) = (50:15:35)
9. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में मानि सांसाधन विकास से सांबवां धत मामिे
िाबाडग क्षेग्रा बैंकों में मािव संसािि से जड़ु े धवधभन्ि मद्दु ों को देखता है तथा धियधु ि और पदोन्िधत, सेवा धियम, श्रम-
शधि आयोजिा/ स्टाधफंर् पैटिग, पेंशि सधहत सेवाधिवृधत्त के बाद धमलिे वाले लाभों और कमगचारी के कपयाण से जड़ु े
धवधभन्ि उपायों आधद से सबं धं ित मामलों पर भारत सरकार को अपिी राय देता है.
(i) वेति और भत्ते

क्षेग्रा बैंकों के कमगचारी आम तौर पर सावगजधिक क्षेत्र के बैंकों में अपिे समकक्ष स्टाफ के समाि वेति और भत्ते प्राप्त कर
रहे हैं. सावगजधिक क्षेत्र के बैंकों के धलए 11वें धद्वपक्षीय समझौते/8वें संयि
ु िोट के अिसु ार क्षेग्रा बैंकों के कमगचाररयों के
सश ं ोधित वेति और भत्ते अप्रैल 2021 में मजं र धकए थे.
(ii) पेंशि योजिा

सभी क्षेग्रा बैंकों िे 01 अप्रैल 2018 से राष्रीयकृ त बैंकों के अिरू


ु प सरकार द्वारा अिमु ोधदत मॉडल पेंशि योजिा को
अपिाया है. हालाधं क, मॉडल पेंशि योजिा से सबं धं ित कुछ मद्दु ों पर धवधभन्ि न्यायालयों में मकु दमे चल रहे हैं. क्षेत्रीय
ग्रामीण बैंक पेंशि धवधियमों में कुछ संशोिि करिे के धलए िाबाडग िे भारत सरकार को अलर् से भी प्रस्ताव धदया है.

पेंशि योजिा के कायागन्वयि के पररणामस्वरूप, क्षेग्रा बैंकों को पेंशि के धलए कुल ₹27,444 करोड़ (बीमाधं ककीय
मपयांकि के माध्यम से उिके द्वारा धकए र्ए आकलि के अिसु ार) की देयता हेतु प्राविाि करिे की आवश्यकता है.
भारतीय ररज़वग बैंक िे क्षेग्रा बैंकों को पांच विग (2018-19 से 2022-23) की अवधि में पेंशि देयता की चक
ु ौती करिे
की अिमु धत दी है.
(iii) ईपीएफ और एमपी अधिधियम, 1952 के तहत क्षेग्रा बैंकों को शाधमल ि धकया जािा

िाबाडग िे अपर सीपीएफसी (अिपु ालि, धवधिक और वसली), ईपीएफओ, िई धदपली के साथ संपकग कर उिसे कहा है
धक वे क्षेग्रा बैंक के अिरू
ु प शेि राधश की वापसी के धलए आचं धलक आरपीएफसी को उपयि
ु रूप से सधचत करे और
ईपीएफ और एमपी अधिधियम, 1952 की िारा 16 के तहत क्षेग्रा बैंकों को शाधमल ि धकए जािे के मामले में
औपचाररक पत्र, यधद कोई हो, जारी करें .

िाबाडग क्षेग्रा बैंकों के मािव संसािि से जड़ु े धवधभन्ि मद्दु ों से संबंधित कायग करता है और क्षेग्रा बैंकों में भती, पदोन्िधत
और धियधु ि, श्रम-शधि आयोजिा, क्षेग्रा बैंकों के िॉि-कोर कायों की आउटसोधसिंर्, बखागस्तर्ी/अिश ु ासिात्मक
कारग वाई की धस्थधत में कमगचाररयों/ बैंक के अश ं दाि का भधवष्य धिधि में भर्ु ताि करिा/ उसे जारी करिा, सेवाधिवृधत्त के
बाद के लाभ, अिश ु ासिात्मक कारग वाई के कारण बखागस्त धकए र्ए कमगचाररयों को लाभ जारी करिे पर स्पष्टीकरण
सैबेधटकल छुट्टी आधद के संबंि में भारत सरकार को अपिी राय भेजता है.

10. सांयुक्त परामशष सवमवत (जेसीसी)


भारत सरकार से प्राप्त सचिा के अिसु ार, विग 2009 में िाबाडग िे क्षेग्रा बैंकों के धलए एक सयं ि ु परामशग सधमधत
(जेसीसी) र्धठत की धजसमें िाबाडग, प्रायोजक बैंक, क्षेग्रा बैंकों के अध्यक्ष और राज्य सरकारों के प्रधतधिधि शाधमल हैं.
यह सधमधत क्षेग्रा बैंकों की राष्र स्तरीय यधियिों/संर्ठिों के साथ धवचार-धवमशग करे र्ी. जेसीसी वह परामशग मचं है जहां
कायग और सेवा की शतों, कमगचारी कपयाण, क्षमता और कायों के मािकों में सिु ार से सबं ंधित सभी मामलों के साथ-
साथ भती, पदोन्िधत और अिश ु ासि के सामान्य धसिांतों पर धवचार-धवमशग धकया जाता है.
धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के धलए संयि
ु परामशग सधमधत की XI वीं बैठक 30 धदसंबर
2020 को आयोधजत की र्ई थी.
11. स्ियां सहायता समूह (एसएर्जी)-बैंक सहबिता कायषक्रम और क्षेग्रा बैंक
िाबाडग द्वारा शरू
ु धकए र्ए एसएचजी-बैंक सहबिता कायगक्रम में क्षेग्रा बैंकों िे महत्वपणग भधमका धिभाई है. 31 माचग
2021 को क्षेग्रा बैंकों द्वारा 35.97 लाख समहों को बचत सहबि धकया र्या और उिकी कुल बचत की राधश
₹9511.68 करोड़ थी धजसकी तल ु िा में 31 माचग 2020 को क्षेग्रा बैंकों द्वारा 32.61 लाख समहों को बचत सहबि
धकया र्या और उिकी कुल बचत की राधश ₹7,811.27 करोड़ थी. इसके अलावा, 2020-21के दौराि क्षेग्रा बैंकों
द्वारा 11.85 लाख समहों को ऋण सहबि धकया र्या था जबधक विग 2019-20 के दौराि 10.93 लाख समह ऋण
सहबि धकए र्ए थे.

ऋण के प्रधतशत के रूप में एसएचजी का एिपीए 31 माचग 2021 को 3.99% था जबधक 31 माचग 2020 और 31 माचग
2019 को यह एिपीए क्रमशः 4.37% और 4.87% था.

31.03.2021 को िाबाडग ई-शधि पररयोजिा के अतं र्गत धडधजटाइज़ धकए र्ए कुल 12,33,089 स्वयं सहायता समहों
के समक्ष 3,21,549 (26.07%) समहों के बचत खाते क्षेग्रा बैंकों में खोले र्ए हैं और 1,71,327 समहों को क्षेग्रा बैंकों
द्वारा ऋण से जोड़ा र्या है.
12. सांयुक्त देयता समूहों (जेएिजी) का वित्तपोर्ण
विग 2020-21 के दौराि सभी एजेंधसयों द्वारा 41.26 लाख जेएलजी धवत्तपोधित धकए र्ए. इिमें से, क्षेग्रा बैंकों िे धवत्तीय
विग 2020-21 के दौराि ₹839.29 करोड़ की राधश से 50,940 जेएलजी धवत्तपोधित धकए जो विग के दौराि सभी
एजेंधसयों द्वारा धवत्तपोधित कुल जेएलजी का 1.23% है.

13. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में प्रौद्योवगकी की वस्थवत


31 माचग, 2021 की धस्थधत में पररचालिरत कुल 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में प्रौद्योधर्की की वतगमाि धस्थधत ताधलका
XXI में दी र्ई है:
ताविका XXI: 31 मार्ष 2021 को क्षेग्रा बैंक में प्रौद्योवगकी की वस्थवत
क्रम
वििरण बैंकों की सांख्या
स.ां
1. सीबीएस पर काम करिे वाले बैंक 43
2. आरटीजीएस/एिईएफटी सधु विा वाले बैंकों की संख्या 43
3. रुपे डेधबट और रुपे के सीसी - दोिों प्रौद्योधर्की के काडग की सधु विा से यि
ु बैंक 43
4. सावगजधिक धवत्तीय प्रबिं ि प्रणाली से यि ु बैंक 43
5. मोबाइल बैंधकंर् का लाइसेंस प्राप्त बैंक 28
6 इटं रिेट बैंधकंर् की सधु विा प्रदाि करिे वाले बैंक 19

14. प्रौद्योवगकी उन्नयन


क्षेग्रा बैंक धवत्तीय समावेशि में महत्वपणग भधमका धिभाते हैं और उन्हें अपिी धवत्तीय समावेशि योजिा तैयार करिी
होती है धजसे उिकी व्यावसाधयक योजिा में शाधमल धकया जािा होता है. वे प्रौद्योधर्की के संवधिगत उपयोर् के साथ
सभी के धलए धवत्तीय समावेशि हाधसल करिे के धलए धवधभन्ि रणिीधतयाँ अपिा रहे हैं. क्षेग्रा बैंकों में प्रौद्योधर्की
उन्ियि की धस्थधत सक्ष ं ेप में िीचे दी र्ई है:
14.1 सीबीएस के बाद: सर् ू ना प्रौद्योवगकी आधाररत उत्पाद और सेिाएाँ
• आईएमपीएस: 28 क्षेग्रा बैंकों के पास मोबाइल बैंधकंर् लाइसेंस है जो मोबाइल फोि के माध्यम से यह तकिीक
उपलधि करािे के धलए एक पवग-आवश्यकता है. इस सधु विा के दायरे में अन्य क्षेग्रा बैंकों के प्रवेश में सबसे
बड़ी रुकावट है भारतीय ररज़वग बैंक द्वारा धििागररत धवत्तीय मािदडं धजसके तहत मोबाइल बैंधकंर् सधु विा प्रदाि
करिे के धलए अिमु धत प्राप्त करिा आवश्यक है.
• ई-कॉम प्रमाणि: 38 क्षेग्रा बैंकों िे ई-कॉम प्रमाणीकरण धकया है जो क्षेग्रा बैंक द्वारा जारी धकए र्ए काडग से
ऑिलाइि लेि-देि करिे के धलए आवश्यक है.

14.2 इटां रनेट बैंवकांग


भारतीय ररजवग बैंक के पररपत्र सख्ं या डीबीआर.क्षेग्रा बैंक.बीसी.सं. 59/ 31.01.001/ 2015-16,धदिाक ं 19
िवबं र 2015 के अिसु ार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को अपिे ग्राहकों को इटं रिेट बैंधकंर् सधु विाएं प्रदाि करिे की
अिमु धत दी र्ई है. भारतीय ररजवग बैंक िे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा लेि-देि की सधु विा सधहत इटं रिेट बैंधकंर्
सधु विा प्रदाि करिे के धलए मािदडं धििागररत धकए हैं. ये मािदडं हैं - सीआरएआर > 10%, ₹100 करोड़
की धिवल माधलयत, सकल अिजगक आधस्तयाँ<7%, धिवल अिजगक आधस्तयाँ अधिकतम 3% आधद.10 क्षेग्रा
बैंक लेि-देि सधु विा के साथ-साथ इटं रिेट बैंधकंर् सेवाएँ भी दे रहे हैं.

14.3 मोबाइि बैंवकांग


क्षेग्रा बैंकों के धलए मोबाइल बैंधकंर् लाइसेंस प्राप्त करिे हेतु पात्रता मािदडं धिम्िािसु ार हैं:
क) लाइसेंस प्राप्त होिा चाधहए
ख) सीबीएस स्थाधपत होिा चाधहए
र्) सीआरएआर न्यितम 9% होिा चाधहए
घ) धिवल अिजगक आधस्तयाँ 5% से कम होिी चाधहए
च) धपछले तीि विों में लर्ातार शि ु लाभ अधजगत होिा चाधहए
छ) पवगवती धवत्तीय विग के दौराि सीआरआर/एसएलआर में कोई चक िहीं होिी चाधहए
ज) के वाईसी /एएमएल का अिपु ालि होिा चाधहए
झ) सदृु ढ़ आतं ररक जांच और धियंत्रण प्रणाली होिी चाधहए
ट) बोडग में दो पेशवे र धिदेशक होिे चाधहए
ठ) धिरीक्षण ररपोटग में कोई र्ंभीर अधियधमतता िहीं होिी चाधहए.
43 में से कुल 28 क्षेग्रा बैंक अपिे ग्राहकों को मोबाइल बैंधकंर् सेवाएं प्रदाि कर रहे हैं. तथाधप, अन्य सभी क्षेग्रा
बैंक धििागररत धवधियामक आवश्यकताओ ं का पालि ि करिे के कारण भारतीय ररज़वग बैंक से मोबाइल बैंधकंर्
लाइसेंस प्राप्त िहीं कर सके .
14.4 भीम आधार पे:
‘भीम आिार पे’ आिार एिेबपड पेमटें धसस्टम (एईपीएस) प्लेटफॉमग पर काम करता है और मोबाइल ऐप के जररए
मचेंट सेवाएं प्रदाि करता है. धजि बैंकों िे भारतीय ररज़वग बैंक से मचेंट एकवायरर धबजिेस की अिमु धत ली है, वे इस
प्लेटफॉमग पर मचेंट सेवाएं प्रदाि कर सकते हैं. 31 माचग 2021 तक, 33 क्षेग्रा बैंक एक इश्यअर के रूप में भीम आिार
पे में शाधमल हो चक ु े हैं.
14.5 पॉस उपकरण
पीओएस उपकरण बैंक के मचेंट व्यवसाय को संभव बिाते हैं. इस व्यवस्था में व्यावसाधययों को कवर करिे के धलए
बैंकों को प्रोत्साधहत करिे के उद्देश्य से िाबाडग धटयर III से VI कें द्र में पॉस/एम-पॉस उपरकण लर्ािे के धलए धवत्तीय
सहायता प्रदाि कर रहा है. बैंकों को भारतीय ररजवग बैंक से मचेंट एकवायरर की अिमु धत प्राप्त करिे और पॉस मशीिों के
साथ व्यावसाधययों को जोड़िे के धलए एिपीसीआई के साथ पॉस इश्यअ ु र प्रमाणि प्रधक्रया को परा करिे की
आवश्यकता है. 31 माचग 2021 तक, 34 क्षेग्रा बैंकों िे पॉस प्रमाणि प्रधक्रया परी कर ली है.

14.6 भीम यूपीआई

भारत इटं रफे स फॉर मिी (भीम) ऐप धडधजटल पेमटें ् स को बढ़ावा देिे के उद्देश्य से लॉन्च धकया र्या है ताधक यधिफाइड
पेमटें ् स इटं रफे स (यपीआई) का उपयोर् कर सरल, आसाि और त्वररत भर्ु ताि धकए जा सकें . इस जेिेररक ऐप िे
अलर्-अलर् बैंकों द्वारा मोबाइल बैंधकंर् ऐप धवकधसत करिे, होधस्टंर् करिे और उिका रख-रखाव करिे की
आवश्यकता को समाप्त कर धदया है. क्षेग्रा बैंकों को भीमऐप के माध्यम से बैंधकंर् लेि-देि की सधु विा प्रदाि करिे में
सक्षम बिािे के धलए, “क्षेग्रा बैंकों और ग्रामीण सहकारी बैंकों की भीम यपीआई प्लेटफ़ॉमग पर ऑि-बोधडिंर्” की
योजिा शरू ु की र्ई है. इस योजिा के तहत क्षेग्रा बैंकों को कुल व्यय की 80% राधश या प्रधत बैंक ₹5.00 लाख (इिमें
से जो भी कम हो), तक धवत्तीय सहायता प्रदाि की जाती है. 31 माचग 2021 तक 27 क्षेग्रा बैंक भीम यपीआई प्लेटफ़ॉमग
पर ऑि-बोडग हो चक ु े हैं.
14.7 यूआईडीएआई की ऑथेवन्टके शन यूज़र एजेंसी (एयूए)/ ए-के िाईसी यूज़र एजेंसी (के यूए) सदस्यता

यधद बैंकों के खातािारक सीिे खातों में सरकारी लाभ/ सधधसडी प्राप्त करिा चाहते हैं तो उन्हें अपिे खातों को आिार
संख्या से जोड़िा होर्ा. डीबीटी उद्देश्यों के धलए खोले र्ए खातों को प्रमाधणत करिे के साथ-साथ अपिे खातािारकों
को बायोमेधरकस के माध्यम से लेिदेि करिे की सधु विा प्रदाि करिे के धलए बैंकों के पास भारतीय धवधशष्ट पहचाि
प्राधिकरण (यआईडीएआई) की एयए/ उप-एयए सधु विाओ ं की एकसेस होिी आवश्यक है. क्षेग्रा बैंक अपिे ग्राहकों को
आिार प्रमाणीकरण सेवाएँ प्रदाि कर सकें इसके धलए उिका एयए/ सब-एयए होिा आवश्यक है. यधद आवश्यक हो,
तो ई-के वाईसी सेवाएं ऑफ़लाइि ई-के वाईसी के माध्यम से उपलधि कराई जा सकती हैं. क्षेग्रा बैंकों को एयए/ सब
एयए बििे के धलए िाबाडग एक बारर्ी सहायता प्रदाि कर रहा है. 31 माचग 2021 तक, 42 क्षेग्रा बैंक एयए/ सब-एयए
के सदस्य बि र्ए हैं.

14.8 आधार समवथषत भुगतान प्रणािी (एईपीएस)

भधवष्य में एईपीएस- प्रमाधणत एधप्लके शि वाले माइक्रो एटीएम और पॉस धडवाइस (भीम आिार पे सधहत) से ग्रामीण
इलाकों में उपभोिाओ ं को उिके द्वार पर इटं र ऑपरे बल बैंधकंर् सेवाएं प्रदाि की जाएर्ं ी. एयए/सब-एयए के सदस्य
बििे के बाद, क्षेग्रा बैंक इस प्लेटफॉमग पर ऑिबोडग होकर अपिे ग्राहकों, जो अकसर धिरक्षर/कम साक्षर होते हैं, को
आसाि बायोमेधरक प्रणाली पर आिाररत सरु धक्षत लेि-देि की सधु विा प्रदाि कर सकते हैं. इस सधु विा के धलए क्षेग्रा
बैंकों को धवत्तीय समावेशि धिधि से अिदु ाि सहायता प्रदाि की जाती है ताधक ग्रामीण जिता को आिार आिाररत
लेि-देि की सधु विा प्राप्त हो सके . 31 माचग 2021 तक 38 क्षेग्रा बैंक एईपीएस प्लेटफॉमग पर ऑिबोडग हो चक
ु े हैं. इसके
अलावा, बीसी पॉइटं पर स्वयं सहायता समहों के धवत्तीय लेिदेि को सधु विाजिक बिािे के धलए क्षेग्रा बैंकों को
प्रोत्साधहत धकया जा रहा है धक वे माइक्रो एटीएम पर ड़ूअल ओथेधन्टके शि फंकशिेधलटीज़ को सधक्रय करें .
15. प्रधानमांत्री मुद्रा योजना (पीएमएमिाई)
माििीय प्रिािमत्रं ी द्वारा पीएमएमवाई का शभु ारंभ 08 अप्रैल 2015 को धकया र्या था. इस योजिा के तहत
धवधिमागण, व्यापार एवं सेवा र्धतधवधियों में संलग्ि सक्ष्म/ लघु व्यावसाधयक इकाइयों को ऋण धवतरण का कारोबार
करिे वाले बैंकों, एिबीएफ़सी, एमएफ़आई जैसे अधं तम धवत्तीय मध्यस्थों को पिु धवगत्त प्रदाि धकया जाता है. विग
2020- 21-21 के धलए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को आबंधटत ₹21,723 करोड़ के समक्ष विग 2020-21 के दौराि
उपलधधि ₹19,654 करोड़ (%90.48)रही .यह राधश पीएमएमवाई के अतं र्गत धशशु ( 7.19 लाख खाते,
₹2,059 करोड़), धकशोर (8.40 लाख खाते, ₹14,080 करोड़) और तरुण (43,612 खाते, ₹3,515
करोड़) श्रेधणयों के अतं र्गत प्रदाि की र्ई. स्रोत :मुद्रा

16. स्टैंड-अप इवां डया


भारत सरकार िे 05 अप्रैल 2016 को 'स्टैंड अप इधं डया योजिा' की शरू ु आत की है, धजसका उद्देश्य एक
ग्रीिफीपड उद्यम स्थाधपत करिे के धलए प्रधत बैंक शाखा कम से कम एक अिसु धचत जाधत(अजा)या अिसु धचत
जिजाधत (अजजा) उिारकताग को और कम से कम एक मधहला को रुपए 10 लाख से रुपए 1 करोड़ तक के बैंक
ऋण की सधु विा प्रदाि करिा है. र्ैर-व्यधिर्त उद्यमों के मामले में कम से कम 51% शेयरहोधपडंर् और धियंत्रण
धहस्सेदारी अिसु धचत जाधत(अजा) या अिसु धचत जिजाधत (अजजा) अथवा मधहला उद्यमी की होिी
चाधहए. योजिा के अतं र्गत व्यधिर्त ऋण के धलए ऋण र्ारंटी हेतु एक समह धिधि और धसडबी के माध्यम से
पिु धवगत्त भी उपलधि है. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भी स्टैंड अप इधं डया योजिा में भार् ले रहे हैं. इस योजिा के अंतर्गत
धवत्तीय विग 2020-21 के दौराि क्षेग्रा बैंकों का धिष्पादि ताधलका XXII में धदया र्या है.

(रावश ₹ करोड़ में)


ताविका XXII: कुि उपिवधध (अजा/अजजा और मवहिाए)ां
िक्ष्य
श्रेणी उपिवधध मांजूर रावश सांवितररत रावश
(खातों की सांख्या)
अजा 34 5.85 1.05
8,696
अजजा 5 0.89 0.31
मधहलाएं 8,696 161 31.46 10.98
कुि 17,392 200 38.2 12.34

स्रोत : स्टैंडअप इधं डया पोटगल


******
अनबु ध
ां I : क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक –प्रमुख वनष्पादन सक
ां े त कों की तुिनात्मक वस्थवत

(रावश ₹ करोड़ में)


वििरण 2018-19 2019-20 2020-21
क्षेग्रा बैंकों की संख्या (स.ं ) 53 45 43
शाखा िेटवकग (सं.) 21,871 21,847 21,856
शेयर पंजी 6,735 7,849 8,393
धटयर II बॉण्ड 192 192 192
प्रारधक्षत धिधियाँ 25,398 26,814 30,348
जमाराधशयाँ 4,34,444 4,78,737 5,25,226
उिार 53,548 54,393 67,864
धिवेश 2,26,172 2,50,859 2,75,658
बकाया सकल ऋण और अधग्रम 2,80,755 2,98,214 3,34,171
लाभ अधजगत करिे वाले क्षेग्रा बैंकों की
39 26 30
संख्या
लाभ की राधश (अ) 1,759 2,203 3,550
हाधि वाले क्षेग्रा बैंकों की संख्या 14 19 13
हाधियों की राधश (आ) 2,411 4,411 1,867
क्षेग्रा बैंकों का धिवल लाभ (अ – आ) -652 -2,208 1,682
संधचत हाधियों वाले क्षेग्रा बैंकों की संख्या 11 17 17
सधं चत हाधियाँ 2,887 6,467 8,264
बकाया ऋणों की तल ु िा में अिजगक
10.8 10.4 9.4
आधस्तयां (%)
>7% जीएिपीए वाले क्षेग्रा बैंकों की
33 27 25
संख्या
>10%जीएिपीए वाले क्षेग्रा बैंकों की
25 18 15
सख्ं या
धिवल स्वाधिकृ त धिधियाँ 29,246 28,196 30,477
<9% सीआरएआर वाले क्षेग्रा बैंकों की
13 17 16
संख्या
अनबु ध
ां II: क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक : समेवकत तुिन पत्र

(रावश ₹ करोड़ में)


मार्ष के अांत में िर्ष िार िवृ ि (%)
क्रम सां. मानदडां
2020 2021 2019-20 2020-21
1 शेयर पंजी 7,849 8,393 16.5 6.9
2 प्रारधक्षत धिधियां 26,814 30,348 5.6 13.2
3 जमाराधशयां 4,78,737 5,25,226 10.2 9.7
3.1 चाल 10,750 11,499 -3.4 7.0
3.2 बचत 2,44,414 2,71,516 9.1 11.1
3.3 मीयादी 2,23,573 2,42,211 12.2 8.3
4 उिार 54,393 67,864 1.6 24.8
4.1 िाबाडग से 46,120 61,588 -1.6 33.5
4.2 प्रयोजक बैंक से 4,519 3,444 20.6 -23.8
4.3 अन्य 3,754 2,832 28.7 -24.6
5 अन्य देयताएं 20,227 19,754 13.2 -2.3
अन्य देयताएां / आवस्तयाां 5,88,021 6,51,585 9.3 10.8
6 हस्ते रोकड़ 2,860 2,954 -1.8 3.3
7 भारतीय ररज़वग बैंक में शेि 16,744 18,947 -6.4 13.2
8 चाल खाते में शेि 7,613 5,987 39.2 -21.4
9 धिवेश 2,50,859 2,75,658 10.9 9.9
10 ऋण और अधग्रम (धिवल) 2,80,220 3,15,181 7.0 12.5
11 अचल आधस्तयां 1,235 1,229 -3.0 -0.5
12 अन्य आधस्तयां 28,490 31,629 27.7 11.0
12.1 सधं चत हाधियां 6,467 8,264 124.0 27.8
अनबु ध
ां III: क्षेग्रा बैंक: समेवकत आय और व्यय वििरण

(रावश ₹ करोड़ में)


क्रम स.ां मद रावश
2019-20 2020-21
1 2 3 4
अ आय (i + ii) 49,452 53,858
i धयाज आय 43,698 46,803
ii अन्य आय 5,754 7,055
आ व्यय (i+ii+iii) 51,660 52,176
i धयाज व्यय 25,985 25,588
ii वेति धबल 14,654 15,101
iii अन्य पररचालि व्यय 5,422 4,668
iv प्राविाि और आकधस्मकताएं 5,599 6,819
इ िाभ
i पररचालिर्त लाभ 2,972 8,304
ii धिवल लाभ -2,208 1,682
ई औसत कायषशीि वनवधयााँ 5,55,660 6,17,305
उ वित्तीय अनुपात *
I पररचालिर्त लाभ (%) 0.53 1.35
Ii धिवल लाभ (%) -0.40 0.27
iii आय (क + ख) (%) 8.90 8.72
(क) धयाज आय (%) 7.86 7.58
(ख) अन्य आय (%) 1.04 1.14
iv व्यय (क+ख+र्+घ) (%) 9.30 8.45
(क) धयाज व्यय (%) 4.68 4.15
(ख) वेति धबल (%) 2.37 2.45
(र्) अन्य पररचालिर्त व्यय (%) 0.99 0.76
(घ) प्राविाि और आकधस्मकताएं (%) 1.27 1.10

* सभी अिपु ात औसत कायगशील पजं ी / धिधि का प्रधतशत हैं, जहां औसत को माह के अतं के आक
ं ड़ों पर धिकाला
र्या है.

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