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कोरोना महामारी का यौगिक समाधान

कोरोना एक वायरस से फेलने वाला संक्रमण हा जो की पहले नाक में


गले में फफर स्वसन तंत्र में फेल जाता है । इस्का पहला मामला चीन के
वुहान शहर में फमला। ये संक्राफमत व्यक्ति की खासी, चीक तथा बलघम
से फेलता है ।

ये 3 प्रसार का होता है ।

1- हल्के लक्षण वाला

2- मध्यम लक्षण वाला

3- ज्याद लक्षण वाला

कोरोना मरीज के स्वास्थ्य सुधार के फलए लक्ष्य

१ मेरीज के स्वसन में सुधार

२ खां सी कम करना

३ फुफ्फुफसया जफतलताओ को रोकना

कोगिड-19 महामारी से बचने के गिए गििहाि दु गनयाभर में


कोई दिाई उपिब्ध नही ीं है । ऐसे में कोरोना सींक्रमण से बचना ही
सबसे सुरगित उपाय है । अपने इम्यून गसस्टम को बेहतर करने के
तमाम उपायोीं के बीच अब िैज्ञागनकोीं ने भी यह मान गिया है गक
कोरोना सींक्रमण से बचने के गिए गनयगमत योि बेहद जरूरी है ।
हाि ही में एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है गक योि
करने से आप तनाि और अिसाद से तो बचते ही हैं , साथ ही
शारीररक ि मानगसक रूप में स्वस्थ होने के कारण कोरोना
िायरस महामारी से भी बचे रह सकते हैं ।
कोगिड-19 महामारी से बचने के गिए गििहाि दु गनयाभर में
कोई दिाई उपिब्ध नही ीं है । ऐसे में कोरोना सींक्रमण से बचना ही
सबसे सुरगित उपाय है । अपने इम्यून गसस्टम को बेहतर करने के
तमाम उपायोीं के बीच अब िैज्ञागनकोीं ने भी यह मान गिया है गक
कोरोना सींक्रमण से बचने के गिए गनयगमत योि बेहद जरूरी है ।
हाि ही में एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है गक योि
करने से आप तनाि और अिसाद से तो बचते ही हैं , साथ ही
शारीररक ि मानगसक रूप में स्वस्थ होने के कारण कोरोना
िायरस महामारी से भी बचे रह सकते हैं ।
दो गिश्वगिद्याियोीं ने गमिकर गकया शोध
यूफनवफसिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्र े फलया और यूफनवफसिटी ऑफ न्यू साउथ
वेल्स की मेफिकल शोधकताि ओं की एक टीम ने यह अध्ययन फकया।
शोधकताि ओं ने कहा फक हमने योग में फसफि आसनों को शाफमल फकया
है । प्राणायाम और मेफिकेशन इसमें शाफमल नहीं हैं । उन्ोंने अपने
फनष्कर्ि में पाया फक योग करने से मानफसक सेहत काफी ठीक हो जाती
है । फवशेर्कर तनाव, बेचैनी, फसजोफ्रेफनया, शराब की लत और
बाइपोलर फिसऑिि र के फशकार रोफगयों में इसके काफी सकारात्मक
पररणाम दे खने को फमले हैं ।
कोरोना से बचना है तो प्रगतगदन ये पाींच आसन जरूर करें
िोमुखासन :
िॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, गोमुखासन में गाय के समान मुद्रा
होती है , इस आसन को करना बहुत ही सरल है । गोमुखासन वजन
कम करने के फलए और शारीररक सुंदरता बढाने के फलए काफी
लाभकारी है । इससे कंधे , जां घ की मां सपेफशयां मजबूत होती हैं । इस
आसन से फेफडे मजबूत होते हैं और श्वसन सं बंफधत सभी बीमाररयां
ठीक होती हैं ।

ताडासन :
इस आसन को सु बह खाली पेट करना चाफहए। ताडासन करने से भी
फेफडे मजबूत होते हैं , इसके अलावा पेट में भारीपन नहीं लगता है
और कब्ज की फशकायत भी दू र होती है । यह आसन शरीर को लचीला
भी बनाता है और मां सपेफशयों का ददि कम करता है ।
मत्स्यासन
मत्स्यासन को करना भी काफी सरल है , इसमें शरीर की मु द्रा मछली
के समान फदखती है । मत्स्यासन करने से भी सां स की बीमारी ठीक
होती है । फेफडों को मजबूत बनाने के फलए मत्स्यासन सबसे बेहतर
आसन है । इस आसन को भी सु बह खाली पेट करने से ज्यादा फायदा
होता है ।
शशकासन
िॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, फनयफमत रूप से इस आसन को
करने से शरीर मजबूत और लचीला बनता है । पाचन प्रणाली सफक्रय
होती है और कब्ज को दू र करता है । इस आसन को करने से श्वसन
फक्रया सफक्रय हो जाती है , फजससे फेफडे मजबू त होते हैं । इसके
अलावा यह आसन क्रोध, भय, शोक, आफद आवे श तथा भावनात्मक
असंतुलन को कम करता है । हृदय रोग, दमा, मधुमेह से पीफडत व्यक्ति
के फलए यह उपयोगी योग है । पेट पर जमी अफतररि चबी को कम कर
मोटापा दू र करने में सहायक है ।
सूययनमस्कार
सूयि नमस्कार में कुल 12 योगासन होते हैं । सुबह सूयोदय से पहले
उठकर 15 फमनट के फलए सूयि नमस्कार करने से भी स्वास्थ्य अच्छा
होता है । चूंफक यह 12 योगासनों का संयोजन है , इसफलए यह शरीर के
हर अंग को फायदा पहुं चाता है । सू यि नमस्कार से श्वसन प्रफक्रया अफधक
होती है , इसफलए फेफडों के फलए यह काफी अच्छा माना जा सकता है ।
इसके अलावा सूयि नमस्कार वजन कम करने के अलावा पाचन तंत्र को
भी ठीक करता है ।
कोरोना से बचाव में खुद को पूरी तरह स्वस्थ रखने , खान-पान पर ध्यान
दे ने और एक्सरसाइज करने की सलाह दी जा रही है . ऑक्सीजन स्तर
बढाने के फलए के फलए ब्रीफदं ग एक्सरसाइज बहुत कारगर मानी जा रही
है . ब्रीफदं ग एक्सरसाइज का सबसे अच्छा जररया योग और प्राणायाम है .

प्राकृफतक तरीके से शरीर में ऑक्सीजन लेवल को कैसे मेंटेन रखा जा


सकता है . साथ ही कोरोना के मरीज ऐसे कौन से योग-प्राणायाम कर
सकते हैं फजससे उन्ें की फदक्कत ना हो.

अनुलोम-फवलोम- अनुलोम-फवलोम करने से ऑक्सीजन का स्तर 95-


100 तक बना रहता है . अगर फकसी मरीज को अचानक से ऑक्सीजन
की फदक्कत हो रही है और उसे कोई तुरंत मेफिकल व्यवस्था नहीं फमल
पा रही है तो अनु लोम-फवलोम उसके फलए काफी फायदे मंद साफबत हो
सकता है .
प्राणायाम- ऑक्सीजन स्तर बढाने में भक्तिका प्राणायाम भी बहुत
कारगर है . इस प्राणायाम में लंबी-लं बी सां से लेकर छोडना है . सां स से
संबंफधत समस्याओं को दू र करने के फलए ये सबसे अच्छा प्राणायाम है .
इसके अलावा आप कपालभाफत, उज्जायी और शीतकारी प्राणायाम भी
कर सकते हैं .

फेफडों को बे हतर कैसे बनाएं - भाप लेने से फेफडों की फदक्कत काफी


हद तक कम हो जाती है . आप पानी में दे सी कपूर, अजवाइन, पेपरफमंट
ऑयल, यू केफलप्टस ऑयल समान मात्रा में िाल लें और इसमें
5एमएल लौंग का तेल फमला लें. इसकी भाप लेने से आपको बहुत
फायदा होगा.

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