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Laal Kitaab - GrahPhal Vichar
Laal Kitaab - GrahPhal Vichar
Laal Kitaab - GrahPhal Vichar
Press
Old No. 38, New No. 6
McNichols Road, Chetpet
Chennai - 600 031
First Published by Notion Press 2017
Copyright © Dr. Amar Aggarwal 2017
All Rights Reserved.
eISBN 978-1-947988-01-9
This book has been published with all reasonable efforts taken to make
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ख़ुद इ सान क पेश न जावे, हु म बधाता होता है
(बीमार का इलाज है , मगर मौत का कोई इलाज नह ं-द ु नयावी हसाब कताब है , कोई
दावा-ए-खुदाई नह )ं
उपलि धयाँ:
पंचकुला (ह रयाणा)
जो कताब म आपके सामने तुत करने जा रहा हूँ उसके बारे म कु छ लखने से
पहले म ी योगराज भाकर वारा सन 1940 क कताब “लाल- कताब के अरमान” के
लए भू मका लखते व त जो श द उ ह न लखे उनको हू-ब-हू उसी भाषा म लख रहा
हूँ िजसको पढ़ पता चल सकता है क कताब व इस कताब के लेखक के त लोग के
मन म कतनी ा है , भाकर जी न लखा “यह भू मका लखते समय मेरे दल क
कै फ़यत बड़ी अजीब-ओ-गर ब है , मुझ े ऐसा महसूस हो रहा है जैसे क एक बेटा अपने
पता क बारात क अगवानी कर रहा हो”! यह ल ज़ का बल-ए-गौर ह और मेर हालत
भी कु छ ऐसी ह है !
म जो कताब आपके सम रखने जा रहा हूँ उसका मह व सफ इतना क लाल- कताब
के त जाग क लोग को कु छ मदद मल सके ता क जो क ठनाई उद भाषा क ू े ल ज
के कारण आती है या फर इस कताब के क वता के अंश समझने म आती है उसम
कु छ राहत मल सके! इस कताब सभी पाँच क पाँच कताब को समेटने क नाकाम
को शश क है जो क एक क ठन यास है इस लए मुझ े यह मानने म कतई भी गुरेज़
नह ं क इस कताब म कई गल तयाँ भी ह गी खासकर टाइ पंग क और कु छ और
वषय म भी, िजनको म आप लोग क सहायता से सध
ु ारने क हर स भव को शश
क ं गा इस लए चाहूँगा क सभी लाल- कताब के जानकार इस कताब को इस नज रये से
पढ़ क इसम सफ गल तयाँ ह ढूं नी ह! यह कताब सफ भ न- भ न भाव या घर या
खान म ेह क ि तथी पर आधा रत है ! य क पाँच कताब का मज़मून बहुत ल बा
चौड़ा है इस लए हर एक ह से को अलग-अलग भाग म तुत कया जा सकता है अत:
इस कताब का दस ू रा ह सा भी ज द ह आप लोग के सम तत ु करने क को शश
होगी!
मोबाइल: 9888288888
वषय-सच
ू ी
फलादेश
हर एक ह क 12 खानो म या या
chapter 1: बह
ृ पत
Chapter 2: सूरज
Chapter 3: चंदर
Chapter 4: शुकर
Chapter 5: मंगल
Chapter 6: बध
ु
Chapter 7: सनीचर
Chapter 8: राहू
Chapter 9: केतू
फलादेश
ह मु तरका या संयु ह
दो ह
Chapter 1: बह
ृ प त के साथ एक ह
Chapter 2: सूरज के साथ एक ह
Chapter 3: चंदर के साथ एक ह
Chapter 6: बध
ु के साथ एक ह
Chapter 7: सनीचर के साथ एक ह
तीन ह
Chapter 1: बह
ृ प त के साथ दो ह
Chapter 2: सूरज के साथ दो ह
Chapter 3: चंदर के साथ दो ह
Chapter 4: शक
ु र के साथ दो ह
Chapter 5: मंगल के साथ दो ह
चार ह
Chapter 1: बह
ृ प त के साथ तीन ह
Chapter 2: सूरज के साथ तीन ह
पंचायत- 5 ह!
Chapter 1
बह
ृ पत
बह
ृ पत
( बधाता- जगतगु - माजी)
दो रं गी द ु नया, के रं ग दोन दे खो
मगर आँख दख
ु जाए, अपनी न दे खो
बह
ृ प त को हवा कहा/माना है जो क इस जहान म भी है और दस
ू रे जहान म भी,
दस
ू रा जहान िजसको हानी ह सा या अ याि मक ह सा भी कहा जा सकता है ! आकाश
का व प यान से दे खा जाए तो उ ट कटोर क तरह है आधी गोलाई लए हुये और
यह आधी गोलाई इ सानी खोपड़ी भी है और यह गोलाई बुध क है ! इस गोलाई और
ज़मीन के म य म जो खुलाव है वो बुध का दायरा है ! इस गोलाई म हवा हमेशा मोजूद
रहा करती है ! जब ब चा पैदा होता है तो उसक मु ी हमेशा ब द हुआ करती है िजसको
आगे ज़मीन पर रख दया जाए तो हू- ब- हू आकाश क श ल हुआ करती है और ब चे
क पैदाइश के समय इस मु ी म हवा हुआ करती है जो क बह ृ प त है और साथ लाये
हुये खजाने का स बंध हुआ करता है ! बह ृ प त को ज़ा हरा ेह का गु और अ याि मक
(गैबी) ताकत का वामी गना है इसी लए बह
ृ प त के दो प ह जो क एक ह घर म
बौठे हुये बह
ृ प त क दो हालत को यान करते ह अगर बह ृ प त नेक हुआ तो सोने क
तरह होगा और अगर नक मा हुआ तो पीतल हुआ करता है ! नेक बह ृ प त का फल उस
राजा क तरह होगा जो समय आने पर सोने क लंका तक दान करदे और मंदे बह ृ पत
के समय एक ऐसे साध ू क तरह होगा िजसका कोई धम- ईमान नह ं हुआ करता!
बहृ प त अगर कंु डल म मंदा हो रहा हो तो इसका असर सनीचर क जानदार व बेजान
चीज पर दखाई दया करता है और बह ृ प त नेक होने के व त असर ख़ुद बह ृ प त क
जानदार व बेजान चीज पर दखाई दया करता है !
ख़द
ु बह
ृ प त जब क़ मत का ह हो ले कन उसक अपनी जड़, ठहराइ हुयी रा श या
प के घर के बाहर या इ ह ं घर म बैठा हो ( सवाय खाना नंबर- 10 के जहान पर
बह
ृ प त बना सनीचर क मदद काम नह ं कर पाता) तो कंु डल वाले पर हर तरह से नेक
असर दया करता है और कभी बुरा असर नह ं दया करता! ऐसा यकती न तो जीवन म
कसी क मदद कया करता है और न ह ख़ुद कसी से मदद पाया करता है !
अगर कंु डल म कसी तरह का ऋण पत ृ (जो क बजु गु के पाप का फल हुआ करता
है ) के कारण अपने पहले च कर म, 35 साला दौरा के, नकारा सा बत हो रहा हो तो भी
कसी भी तरह के उपाओ क ज़ रत नह ं हुआ करती य क ऐसा बह
ृ प त अपने दस
ू रे
दौरे के दौरान पहले क कमी भी पूर कर दया करता है बशत इ सान ख़ुद बह ृ प त ह
का यि त हो और उसका मकान भी बह ृ प त ह क खा सयत वाला हो तो! बह ृ प त व
केत ू दोन ह दरवेश ह ह, अगर बहृ प त दरगाह ह हुआ तो केतू द ु नयावी ह!
बह
ृ प त कसी क बुराई का वा हशमंद नह ं होता वह ं केतू कसी के भले या बुरे के
लए दोरं गी चाल या न छलावापन लए हुए होगा! बह ृ प त पज ू ा पाठ तो केतू पजू ा पाठ
करने क जगह या गु का आसन हुआ करता है !
बह
ृ प त- जगत गु
पापी ह या बध
ु ता लुक, पघला सोना गु होता है
उपाओ ह साथी का होवे, गु रा शफल होता है
कंु डल म पापी ह या बध
ु बह
ृ प त के साथ हो या साथी ह बन रहा तो बह
ृ प त का
असर हर तरह से अशुभ हुआ करता है ! ऐसी ि तथी म साथी ह या खराब करने वाले ह
का उपाय कया जाना चा हए!
कंु डल म सूरज हण या चंदर हण बन रहा हो तो गु का शुभ फल न ट हुआ मानना
चा हए, कंु डल म मंगल न ट हो रहा हो तो शुकर का फल हर तरह से नक मा गना
जाएगा!
हानी हाथ, कद, माथे क बनावट, सांस व सर क चोट क जगह के बाल, कुल नाक क
बनावट बहृ प त के अ छा या बरु ा होने का नणय कया करते ह!
कंु डल के खाना नंबर- 1 से 5 तक व खाना नंबर- 12 म बैठा बह
ृ प त सूरज व सनीचर
दोन को मदद दया करता है ले कन खाना नंबर- 6 से 11 तक के घर म बैठा बह
ृ पत
सफ सनीचर क सहायता कया करता है !
बह
ृ प त कसी भी तरह से पी ड़त हो रहा हो या न ट हो रहा हो तो केतू को मरवा दया
करता है या न अपना क ट केतू पर डाल दे गा!
खाना बर
नेक हालत म या
िजसमे ह प त मंद हालत म या असर होगा
असर होगा
हो
3 शेर का नामी बज़
ु दल, मनहूस, मंदभाग
शकार
9 बज
ु ग
ु न ल, क मत म रे त के बराबर चमक का नतीजा
दमकता सोना
ह प त क़ हवा से मलावट
उ च राहू या पहले बैठा, आया तरफ गु पहल हो!
बह
ृ प त के साथ नर ह (सूरज व/या मंगल) ह या साथी ह बन रहे ह तो मामूल तांबा
भी बह
ृ प त के गुण के कारण सोने का काम दया करता है !
बह
ृ प त ी ेह (चंदर व/या शुकर) के साथ हो या ि ट स बंध हो या साथी ह बन रहे
ह तो म ी भी उतम क म के दध
ू क क मत दया करती है या न फल नेक ह गे!
बह
ृ प त के बना तमाम ेह म मलने जल
ु ने या ि ट क ताकत नह ं हुआ करती या न
हवा ह सभी ेह को मलाती है !
अगर कंु डल म पापी ह (राहू, केतू व सनीचर) मंदे हो रहे ह (बरु े घर म होने कारण, श ु
ेह से पी ड़त होने के कारण या सनीचर ज़ाती स भाव के असूल पर मंदा हो) तो बह ृ पत
सोना न होकर पीतल होगा और बह ृ प त क हवा सांस लेने हवा न होकर दम घ टने वाल
ज़हर ल हवा क तरह होगा!
अकेला बैठा बह
ृ प त (चाहे ि ट आ द के कारण मंदा भी हो रहा हो) कभी बरु ा असर नह ं
दया करता!
बह
ृ प त जब द ु मन ेह (बध
ु , शुकर, राहू, केत ू व पापी/मंदे सनीचर) के साथ कसी भी
तरह मल रहा हो तो ऐसी हालत म बध ु का असर दया करता है और यह बह ृ पत
का बल- ए- उपाओ हुआ करता है और इसके लए साथी द ु मन ेह का उपाओ मदद दे गा!
दस
ू रे ेह को मदद
कस घर म बह
ृ प त बैठा हो कस ह को मदद दे गा
बह
ृ प त हो खाना नंबर 1 से 5 म से कसी म सूरज व सनीचर दोन को मदद दया करता
है !
बह
ृ प त हो खाना मबर 6 से 11 म से कसी सफ सनीचर को मदद दया करता है !
म
बह
ृ प त हो खाना नंबर 12 म सरू ज व सनीचर दोन को मदद दया करता
है !
आम हालत 12 ह घर म
इ म आय ु घर पहले सोना, गु जगत घर दस
ू रा हो
शेर गरजता तीसरे माना, भला बैठा बुध जब तक हो
बह
ृ प त खाना नंबर- 12 म समा ध म ल न साधू क तरह हुआ करता है , नै तकता का
प का और नै तकता के सामने द ु नयावी धन दौलत को शू य समझने वाला!
खाना नंबर- 5 का बह
ृ प त औलाद क पैदाइश के लए हफल का हो जाता है और औलाद
के खन
ू म धरम और सोने के गण
ु पैदा करने वाला उतम गह
ृ त व प रवार का मा लक!
खाना नंबर- 9 बज
ु ुग व बज
ु ुग वारा था पत धा मक र त रवाज का है इस लए इस घर
का बह
ृ प त जब हर से नेक व कायम हो तो सोने क खान क तरह का हुआ करता है ,
धन दौलत मान इ ज़त हर चीज़ उतम क म क !
बह
ृ प त ब द म ी के खान (1–4–7–10) म टे वे वाले का खद
ु का िज म व क मत का
भेद होगा, खद
ु के िज म के अ दर क ताक़त और द ु नयावी व खद ु ाई मोह बत का तीक
होगा!
बह
ृ प त जब टे वे के खाना नंबर- 6 से 11 तक कसी एक घर म हो तो कुछ नयम के
अंतगत श क स भाव का हुआ करता है और जब यह हालात या नयम मोजूद ह तो
बहृ प त सोना न होकर लोहे के स भाव का होगा!
कंु डल के खाना नंबर- 3–5–9–11 म बैठा हुआ बह
ृ प त खद
ु के जनम से पहले के भेजे हुये
खजाने का भेद और अगले जहान म साथ ले जाने वाल चीज़ के हा सल करने क ताकत
होगा!
जब कंु डल म चंदर नेक व कायम हो तो गुज़रे हुये हालात, गु त व छुपी या गैबी मदद से
चंदर क जानदार व बेजान चीज का फल उतम हुआ करता है !
जब कंु डल म मंगल नेक व कायम हो तो वतमान हालात अपन व बेगान , भाई- बंधुओं
और दो त क मदद व साथ का असर उतम होगा!
(ख) बह
ृ प त हो खाना
नंबर- 1 म और
सनीचर हो खाना
नंबर- 3 या 6 या
9 म!
बह
ृ प त और सनीचर कंु डल म अलग- अलग घर म बैठे होने के व त बह
ृ प त का असर
बहृ प त को हवा माना तो सनीचर को पहाड़ गना जाएगा इस लए पानी से लद हुई हवा जब
कभी पहाड़ से टकराएगी तो तो लाभदायक और काम आने वाला पानी बरसाएगी, ले कन अगर
हवा उ ट दशा क तरफ चल नकले तो सनीचर का फल मंदा होगा िजसके न सफ सनीचर क
चीज़ मकान आ द बकवाएगी बि क सनीचर को तबाह- ओ- बरबाद कर दे गी और सनीचर के
पहाड़ को म ी के ज़र म बदल कर रख दे गी िजसके कारण अशभ ु असर शक ु र ( ी ज़ात), बध ु
(वादा फ़रामोशी) या राहू क खु फया शरारत ह गी!
बह
ृ प त दे खता हो सनीचर को:
सनीचर दे खता हो बह
ृ प त को:
उ श न म पता पर भर , मकान श न जब बनता हो
केत ू से स बंध
जब कंु डल म बह
ृ प त व केतू अलग- अलग बैठे ह :
केतू पहले घर म और बह
ृ प त बाद के घर म हो तो बह
ृ प त का फल हर तरह से मंदा
हुआ करता है !
बह
ृ प त पहले घर म और केतू बाद के घर म हो तो दोन ेह क बजाय चंदर का फल
र ी हुआ करता है ! (यहाँ ेह पहले या बाद के घर म होने का नयम याद रखना ज़ र
है )
बुध से स बंध
बह ृ प त के बध
ु हो या कसी भी तरह से ि ट से संबि धत हो तो बहृ प त का नाश हुआ करता
है और फल मंदे ह गे ले कन खाना नंबर- 2 या 4 म बध ु अकेला हो या बह
ृ प त के साथ तो बध
ु
द ु मनी क बजाय नेक असर दे गा खासकर धन- दौलत क ि तथी पर कोई भी अशुभ असर नह ं
हुआ करता!
ऊपर लखी तमाम हालत म सरू ज या चंदर या सनीचर म से कोई एक नेक होगा तो
बह
ृ प त का मंदा असर ख म होगा वरना फोक और तबाह करने वाले हालात ह गे!
बह
ृ प त क हरे क खाने के अनस
ु ार व तए
ु ँ
खाना बर- 3 दग
ु ा पज
ू न, श ा, द ु नयादार
खाना बर- 7 कताब, दमा, मडक, आवारा साधू, खाल हवा मंद
खाना बर- 10 सख
ू ा पीपल, क मती व त ु का नक
ु सान, श ा ख म, गंधक
एक शाह तजोर है , दज
ू ा गदा बना है
इ म बी ए या ड ी कोई, ल बी उ धन- कुदरती हो
सराप दे वे ऋण पत ृ टे वे, बी ए पढ़ा न कुल कोई हो
सरू ज के बज
ु पर दोन ह ह दो त ले कन फल अपना- अपना जद ु ा- जद
ु ा दगे!
खाना नंबर- 1 मेख रा श और रा शप त ह मंगल जो बह ृ प त का दो त है , सूरज
को उं च करता है यह भी बह ृ प त का दो त ह है , सनीचर नीच करता है जो खुद
बह
ृ प त का दो त है ! इस लए चार ेह का (मंगल- हरण, सरू ज- रथ, सनीचर-
मगरम छ और बह ृ प त- शेर) और मेख या मढ़ा का असर दो तना, उतम और उं च
होगा! बहृ प त खाना नंबर- 1 के समय द ु मन बहुत हुआ करते ह ले कन परािजत
ह गे, धन- दौलत, राजदरबार, लड़ाई- झगड़े, जायदाद व मकान आ द हर तरह नेक
फल हुआ करते ह! औलाद 8 साल तक होती रहे , उ 75 साल लखी है ! सूरज का
रथ हरण, शेर और चीता चलाएगा और सनीचर क आँख नगरानी करे गी! इ म
वाला ले कन तबीयत म गु सा मगर साफ दल यि त चालाक को समझने वाला
व रोकने वाला हुआ करता है ! िज म उ दा और नज़र उतम! पता व औलाद का
सुख पूण हुआ करता है ! अजीज से मोह बत करने वाला व पाने वाला!
ह प त और केत ू दोन ह दरवेश िजसम ह प त दरगाह व केत ू द ु नयावी दरवेश
होगा और दोन ह ह आपस म बराबर के ह! फरक सफ इतना है क ह प त
क हवा बे- कैद और खुल हवा होगी मगर केत ू क हवा फराटे क तरह जो
द ु नयावी धंध से बंधी हुई कसी मतलब या जहर को साथ लेकर चलती है !
ह प त अगर पज ू ा पाठ माना तो केत ू ह प त के बैठने क ग ी होगी! खद
ु
ह प त जब क मत का ह सा बत हो जाए अपनी जड़, प के खाने या ठहराइ
हुई रा श म या कसी भी खाना म हो ( सवाए खाना बर- 10 के जहां ह प त को
सनीचर क मदद मलना ज र है ) हर तरह से अकेला हो तो कंु डल वाले पर कभी
बुरा असर न दे गा! ऐसा जातक न तो कसी दस ू रे से मदद क आस रखेगा और न
ह कसी क मदद करने के का बल होगा! य द कसी तरह के प ऋण से भा वत
भी हो तो ऐसा ह प त जातक को पहले 35 साला चकर म चाहे कुछ न दे ले कन
दस
ू रे 35 साला चकर म सार कमी परू कर दे गा और वह भी बना कसी उपाओ
के!
ह त रे खा: ह त रे खा को समझने के लए नीचे का च दे ख:
क मत रे खा क जड़ पर या न जहां से क मत रे खा शु हो रह हो चार
शाखाइ रे खा हो!
सूरज के बुज पर बुध क तरफ को बुध का एक दायरा/चकर हो!
ह प त का अपना खास नशान सूरज के बुज पर हो!
दोन हाथ क उं ग लय पर एक सफ एक चकर या शंख हो!
ह प त का सीधा खत खुद ह प त के बुज पर मौजूद हो!
च कर दज
ू ा हो जब उसका, उ ननावन गनते ह
गु जगत म कट होगा, सुख द ु नया का लेत े ह
नेक हालत
(नामवर राजा)
ख़दु क क़ मत अपने दमाग क ताकत के इ तेमाल से या फर राजदरबार के लोग
से स ब ध के कारण बढ़े गी! बह
ृ प त क ख़द
ु क चीज , रशतेदार व कारोबार के संबंध
म खाना नंबर- 11 क नेक हालत व उसम बैठे ेह क ि तथी के अनुसार होगा! हानी
ताकत व दसू रे जहान क ि तथी खाना नंबर- 8 के ेह अनुसार होगी!
कंु डल म चंदर उतम ि तथी म हो तो जैसे जैसे उ बढ़ती जाएगी सुख भी बढ़ते जाएंगे,
हालात हर तरह से नेक व उतम होते चले जाएंगे! उ चकोट का अफ़सर होते हुये भी
आ खर उ म स यासी क तरह लोग क सेवा करने वाला िजसका फल उतम होगा!
मंद हालत
(फ़क र बा कमाल मगर नधन)
मंदा बह
ृ प त ऐसी पील गैस क तरह होगा जो सांस लेने का बल न होकर दम घ टने
वाल होगी! ऐसा बह
ृ प त अपना मंदा असर अपने पहले दौरे (35 साला च कर के दौरान)
बेशक मंदा ले कन अपने दस
ू रे दौरे म ज़ र नेक हुआ करता है और ऐसा नेक क पहले
दौरे क कमी को भी पूरा कर दया करता है ले कन शत यह है क यि त अपनी
क़ मत से खुश रहे और पैसे के लए कसी दस ू रे के आगे हाथ न फैलाए!
शुकर र ी या हो श न 10 , रात दख
ु ी मंद औरत हो
कोई बैठे 8–10 ता 12, सु खया ब च ज़र दौलत हो
बह
ृ प त तब भी गु ह होगा, वाह वो औरत का हो
अगर गु न होवे ऐसा, वह गोबर का पुतला हो
बह
ृ प त खाना नंबर- 2 के समय बध ु खाना नंबर- 8 म हो तो पता उ को खतरा हुआ
करता है और खद
ु क 16 से 19 साल क उ के बीच पता का खज़ाना ह ख म कर दे !
इसके इलावा बहन बेवा व मामँ ू भी बबाद ह गे!
गु ानी को सब ेह का णाम
राहू 12 राहू का हाथी केतू के खाना बर- 6 के साथ मलकर अपने कान
लंबे करके खाना बर- 2 क जड़ म गु उपदे श खा तर चुप बैठा
हुआ
शक
ु र- 7 शाद रे खा खद
ु सर रे खा बन कर 2 क जड़ म
बुध
कयाफ़ा
ह प त- 2 व बध
ु - 8 तजनी का सा हब- ए- तदबीर होगा
सरा गोल हो
खद
ु क मौत का इंसान को पहले पता चल जाए ह प त- 2 के समय केतू हो खाना बर- 6
मेन
दबा हुआ धन, लाटर या कसी लाव द का धन जब खाना बर- 2, 6, 8 नेक ह या बर- 8
मले व 10 से मंद हवा 2 को न जाए और खाना-
12 भी मंदा न हो
नेपो लयन बोनापाट क तरह ज़माना म नामवर जब सनीचर हो खाना बर- 12 म व तजनी
और बहादरु और म यमा बराबर ह
नेक काम और द ु नयावी भलाई करने वाला, राहू नेक और कायम सा बत हो रहा हो,
आल शान महल आ द क कोई शत न होगी, ह प त के बज
ु पर दो सीधे खत ह गे
ले कन हर जगह मान व इ ज़त पाने वाला और
द ु नयावी सुखसागर उ दा
नेक हालत
बह
ृ प त- 2 के समय सूरज खाना नंबर- 10 म हो तो अना मका उं गल तजनी से बड़ी
होगी और सूरज खाना नंबर- 12 म हो तो तजनी और अना मका बराबर ह गी और दोन ह
हाल म यि त मशहूर िजंदगी का वामी होगा!
बह
ृ प त- 2 के समय केतू खाना नंबर- 6 म हो तो ख़द
ु अपनी मौत का पता पहले ह लग
जाया करता है !
बह
ृ प त- 2 के समय खाना नंबर- 8–10–9–12–4 घर म कोई न कोई ह ज़ र हो (चाहे
दो त या द ु मन) या बध
ु व सूरज खाना नंबर- 8 म ह धन व दौलत और औलाद क
तरफ से सु खया! जहां कोई भी मदद पर न होगा बह ृ प त ख़दु मदद पर होगा और हर
मुसीबत का नाश करे गा! जातक इरादे का प का, आज़ाद तबीयत और हौसला भर उ मीद
का मा लक होगा!
बह
ृ प त- 2 के सनीचर खाना नंबर- 12 म तो तजनी उं गल व म यमा बराबर क ह ऐसे
म जातक नेपो लयन क तरह बहादरु और काम का इ सान हुआ करता है !
बह
ृ प त- 2 के साथ सनीचर हो या साथी ह बन रहा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय
पर दो सदफ़ हुआ करते ह व याप त हुआ करता है ले कन अ छा या बरु ा होने का फैसला
सनीचर के ज़ाती स भाव या नेक/मंदा होने के आधार पर हुआ करता है !
मंद हालत
बहृ प त खाना नंबर- 2 के समय खाना नंबर- 8 मंदा हो रहा हो (उधाहरण: खाना नंबर- 8
म चंदर व मंगल संयु त ह , दोन ह ह बह
ृ प त के दो त है और खद
ु आपस म भी
दो ती का स भाव रखते ह और वैसे भी बह ृ प त क हवा म कोई मंदा असर नह ं ले जा
सकते ले कन दोन के संयु त होने से खाना नंबर- 8 मंदा होगा य क चंदर अपनी नीच
रा श म और मंगल बद है इस लए ऐसी ि तथी के समय अपने ह खानदान को तबाह
करने वाला हुआ करता है जैसे दह (शक ु र) और गोबर(शकु र) और दोन को मलाने से ब छू
पैदा ह गे वह हाल चंदर और मंगल संयु त होने के समय हुआ करता है !
बह
ृ प त- 2 के समय शुकर मंदा हो रहा हो और सनीचर खाना नंबर- 10 म हो तो रात
क नींद हराम, सेहत खराब और औरत हर तरह से द ु खया!
बह
ृ प त- 2 के समय बध ु खाना नंबर- 8 म और सनीचर खाना नंबर- 10 म हो तो धन
हा न होगी, बज
ु ुग भी दख
ु ीया ह गे और ख़द ु को जेल जाना पढ़ता है !
बह
ृ प त- 2 के समय बध ु खाना नंबर- 9 म हो कयाफ़ा: हाथ क उँ ग लयाँ हथेल के
अनपु ात से बहुत छोट ह तो ई या से भरा इ सान हुआ करता है !
बह
ृ प त- 2 के समय खाना नंबर- 8, 10 म बध ु , शुकर, राहू/केतू या सनीचर पापी/ज़ाती
स भाव के अनस
ु ार मंदा होकर बैठा हो तो फल मंदे हुआ करते ह, हर तरह क लानत और
ज़लालत गले पढ़ा करती है !
उपाओ
1. खाना नंबर- 1 म बध
ु व राहू के मंदे असर के समय सनीचर का उपाओ कर!
2. खाना नंबर- 1 म बध
ु व शुकर के मंदे असर के समय चंदर का उपाओ कर!
3. खाना नंबर- 1 म बध
ु व पापी/मंदे सनीचर के समय ख़द
ु बह
ृ प त का उपाओ कर!
4. खाना नंबर- 8 म बहृ प त के द ु मन (बध
ु , शुकर, पापी सनीचर या राहू) के समय हर एक
ह के लए नधा रत उपाओ कर!
5. ख़द
ु मंदे हो रहे बह
ृ प त के समय या मंदे ेह क चाल के समय बह
ृ प त का उपाओ
मददगार हुआ करता है !
उपाओ:
मगर आँख तू एक से य है दे खे
शेर तबीयत मन
ु सफ द ु नया, दग
ु ा पज
ू न ज़र राज का हो
असर भले जब तक 2 उ दा, न ट ख़श
ु ामद होता हो
4 श न, बुध- टे वे मंदा, मारे म कुल द ु खया हो
दज
ू े मंगल या 9 श न बैठा, तारे सभी, ख़ुद सु खया हो
हथेल पर मंगल नेक के बुज पर, मंगल और बह ृ प त आपस म दो त अब दोन ह
ेह का मला- जल ु ा और उतम असर होगा! लड़ाई के मैदान म तो बहुत बहादरु ले कन
दस
ू र का माल छ नने का आद होगा! खाना नंबर- 3 मथुन रा श और रा शप त ह बुध
जो बहृ प त के साथ द ु मनी करता है ! राहू या न हाथी उं च करता है जो बह
ृ प त के
बराबर का ह है ! असर के लए यह घर मंगल नेक का है िजसक हाज़र म राहू चुप हो
जाता है और कसी तरह क शरारत नह ं कर सकता!
दग
ु ा पज
ू न, ताल म
ल
ै ोक का मा लक होगा गु जो तीजे बैठा हो
पग हो तो 18 से 19 वना 3 ह काना हो
दग
ु ा पज
ू न भेद गना जो 3–18 होने का
नेक होवे तो सब से उ दा वना बध
ु हो 3–9 का
आ दल, मनु सफ मजाज़, दगु ा क सवार का साथ होगा! िजसे तारे तो शेर क तरह या न
ख़द
ु का कया हुआ शकार दसू रे को दे जावे ले कन अगर बैर पर आए तो सामने वाले का
ब तर तक जला डाले! बेमतलब क तार फ और ख़श ु ामद करवाने से बह
ृ प त क ताकत
न ट हुआ करती है !
बह
ृ प त- 3 के समय सनीचर खाना नंबर- 4 म हो तो उध रे खा िजससे दो ती करे उसी
को लट
ू कर अमीर होता हो!
बह
ृ प त- 3 के समय सनीचर- 9 म तो धन- दौलत के लए फल उतम ह गे!
दमागी खाना नंबर- 17 मंगल का भाव साथ होगा ऐसा जातक याय य (अदल= याय)
मुन सफ या न राजा के समान हुआ करता है ! अब दग
ु ाजी (बध
ु ) शेर (बहृ प त) क सवार क
तरह नेक हाल होगा! यि त सा हब- ए- इ म व अ लम द हुआ करता है , राजदरबार से स बंध
नेक हुआ करते ह ले कन यह सब कु छ उस समय होगा जब यि त दग ु ा पज
ू न (दग
ु ा स तशती
का पाठ या छोट मासूम लड़ कय को मीठा भोजन खला कर आशीवाद लेना) का आ द होगा
वरना यह बह
ृ प त खाना नंबर- 3 म होता हुआ बध
ु खाना नंबर- 3 व 9 के फल दे ने लगेगा!
बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 9 म कयाफा: हथेल पर उध रे खा साफ
और कायम होगी तो उ और दौलत क कोई कमी नह ं हुआ करती!
बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 2 म कयाफा: बह ृ प त के बजु पर 7 खड़े
खत इसक नशानी होगी तो यि त चालाक आँख, तेज़, और बु (फहम) के बल पर
सामने वाले इ सान को परखने क ताकत रखने वाला होगा!
बह
ृ प त- 2 के समय मंगल हो खाना नंबर- 2 म कयाफा: गह ृ त रे खा हथेल पर खाना
नंबर- 2 को जा नकले तो सबको तारने वाला और ख़द
ु भी सु खया होगा!
बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल पर नेक हो और नेक घर म
हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 3 सदफ़ इसक नशानी होगी तो दौलतम द हुआ
करता है !
बह
ृ प त- 2 के समय बध
ु खाना नंबर- 7 म हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 7
च कर इसक नशानी होगी तो यि त बहादरु हुआ करता है !
मंद हालत
जब बह
ृ प त सोया हुआ हो या द ु मन ेह (बध
ु , शक
ु र, राहू या पापी सनीचर) से घरा
हुआ हो तो जातक इकतरफ़ा तबीयत का मा लक हुआ करता है जैसे मेहरबान हुआ तो सोने
क लंका दे दे और य द उलट तो दस
ू रे का ब तर तक जला दे वे!
बह
ृ प त- 2 के समय चंदर खाना नंबर- 12 म हो तो अपनी बेमतलब क खश
ु ामद से खश
ु
होने क आदत से न ट होवे!
बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर खाना नंबर- 4 म और कंु डल म बध ु मंदा हो तो जातक सब
को लटू कर ख़द ु अमीर बनने वाल उध रे खा का मा लक होगा! म व दो तो से धोखा
करने वाला, बरु व मंद बात बोलने का आ द, नाि तक तबीयत हुआ करता है ऐसे म
जातक दस ू र को लूट कर अमीर चाहे बन जाए ले कन बदनसीब और म दभाग होगा,
उसक ऐसी तबीयत के कारण सब के सब र तेदार भी दख ु ी हुआ करते ह! औलाद व मामँू
खानदान मंदे हाल होगा और ख़द ु क सेहत 31 साल तक नक मी हुआ करती है !
बह
ृ प त- 2 के समय कंु डल म मंगल बद हो या न प के खाना का मा लक खराब तो
जातक बज़ु दल, गपबाज़ और बकवासी तबीयत हुआ करता है ! कम नसीब (अब बह ृ पत
ख़दु अपना फल न दे कर बध ु 3 व 9 का फल दे ने लगेगा) बरु िजंदगी वाला, सेहत खराब
बि क हमेशा ह कोई न कोई बीमार लगी रहे , फसाद तबीयत और औलाद भी मंद होगी!
बह
ृ प त खाना नंबर- 4
चंदर क राजधानी का गु
पड़ा माया ब द, पानी, द ु नया जो सड़ता
ज़मीन मरु बे दध
ू क न दयां, शेर सीधा पानी तैरता हो
मंद श न बध
ु इ ज़त मंद , 10 वैर ज़र डोलता हो
केत ू बुरे शाह लेगा फ़क र , राहू भले सब उ दा हो
बह
ृ प त- 4 के समय बध ु खाना नंबर- 10 म हो तो 34 साल क उ म अपनी बरबाद
का कारण खदु जातक हुआ करता है !
बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर खाना नंबर- 2 म हो तो सामने वाले को मंह
ु क बात से
पहचान लेने क ताकत वाला अपनी उ के आ खर तक फल नेक व उ दा ह गे!
बह
ृ प त- 4 के समय सूरज खाना नंबर- 1 म हो तो दोन ह ह अपनी- अपनी उं च रा श
बह
ृ प त- 4 के समय सूरज खाना नंबर- 1 म हो तो दोन ह ह अपनी- अपनी उं च रा श
म दोन फल जुदा- जुदा ले कन हर तरह से नेक व उतम ह गे!
बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर खाना नंबर- 9 म हो तो उतम उध रे खा िजसके फल खद
ु के
लए व दस
ू र के लए भी उतम हुआ करते ह!
बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर खाना नंबर- 10 म और चंदर खाना नंबर- 1 म हो तो हर
तरह क सवार के सुख मला करते ह!
बह
ृ प त- 4 के समय चंदर खाना नंबर- 2 म, अब दोन ह ह अपनी- अपनी उं च रा श
म ह गे और प के घर अदल- बदल कर बैठने के कारण नहायत उतम फल दगे! द ु नयावी
तर क म अगर पता से बढ़ कर न हुआ तो भी बराबर ज़ र होगा जैसे “माँ पर धी पता
पर घोड़ा”
बह
ृ प त- 4 के समय सरू ज खाना नंबर- 10 म और चंदर कायम तो राजदरबार से
संबि धत ज़ र सफर म असर सीप म मोती क तरह नेक होगा!
बा रश, सोना
बह
ृ प त चौथे घर हुआ, समंदर दध
ू भरा
ह चार ह नेक ह , पानी, आग, म ी, हवा
ऊंच बह
ृ प त जब हुआ, बढ़ता चंदर हो
बध
ु अकेला छोड़ के, फल सब का उ दा हो
10 बध
ु गर आ हुआ, खोट हवा चलने लगी
द ु नया को या तारे जब, ख़द
ु बेड़ी अपनी डूबती
पानी=चंदर, आग=मंगल, म ी=शुकर, हवा=बह
ृ पत
नेक हालत
बह
ृ प त- 4 के समय बह ृ प त के प के घर 2–5–9–11–12 कायम ह या न जब इन घर
म बध
ु , शुकर, राहू या मंदा सनीचर न हो तो पता से बढ़ कर न हुई तो पता के बराबर
क है सयत का वामी! मान व इ ज़त राजा वकम द य क तरह हुआ करती है ! मामल ू
काम म भी बहुत लाभ हुआ करता है ! ऐसे इ सान को लाटर से या दबा हुआ धन मला
करता है , कभी- कभी लावा रस जायदाद भी मल जाया करती है या न क इ सान राजा
इ जैसी क़ मत क तरह द ु नयावी दध ू क बा रश से उछलती हुई नहर क तरह
खश
ु हाल!
बह
ृ प त- 4 के समय चंदर खाना नंबर- 1 व सनीचर खाना नंबर- 10 म तो हर तरह क
उतम सवार का सख
ु ा त हुआ करता है !
बह
ृ प त- 4 के समय नर ह सरू ज व मंगल कंु डल म उतम ि तथी म ह तो ऐसे इ सान
का पता दस
ू र क क़ मत लखने के लए ऊंचे पद पर हुआ करता है कभी- कभी जातक
के ज म के तुरंत बाद हो जाया करता है ले कन ख़द
ु जातक क क़ मत ऐसी होगी इसक
शत नह !ं
बह
ृ प त- 4 के समय खाना नंबर- 10 खाल हो तो बह
ृ प त सोया हुआ होगा ऐसे म
जातक को बना कपड़ क पराए इ सान के सामने नह ं जाना चा हए या न जातक अपने
नंगे िज म पर कसी अनजान यि त क नज़र न पढ़ने दे तो बह ृ प त ऊंच का फल दे ता
रहे गा वरना द ु नया के सामने धन- दौलत क कमी उसको नंगा कर दे गी!
बह
ृ प त- 4 के समय चंदर क हालत( सवाय खाना नंबर- 2 के), टे वे म चंदर कह ं भी और
कैसा भी हो ले कन फल उतम ह ह गे और उसक कमाई का सेहत पर फजल ू खच क
शत भी न होगी!
बह
ृ प त- 4 के समय चंदर कायम हो या फर ख़द ु कायम रखा जाए तो माता के िज़ दा
रहते स ा आमतौर पर कते- काते परू हुआ करती है और अगर माता का साथ बचपन
म छूट जाए तो श ा बना कसी तरह क कावट के शु से आ खर तक परू हो जाएगी!
बह
ृ प त- 4 के समय कंु डल म केतू उ दा हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर या बज
ु - 2
पर 4 शंख ह गे तो श ा ख़दु क या औलाद क पर खच कया हुआ पैसा याज समेत
वा पस आया करता है ! अगर जातक चाल- चलन नेक रखे तो उ भी ल बी हुआ करती है !
बह
ृ प त- 4 के समय बध ु नेक सा बत हो जाए और कंु डल म सूरज खाना नंबर- 10 म हो
कयाफा: उं ग लय क पो रय पर दो च कर तो जातक हुनरम द, म ानी होगा ले कन
नसीबा क शत नह !ं सीप म मोती क तरह के खानदान म ज म लेवे और राजदरबार से
लाभ हो!
बह
ृ प त- 4 के समय शभ
ु सनीचर खाना नंबर- 2–9–10 म से कसी एक म हो कयाफा:
उँ ग लय क पो रय पर 4 सदफ़ व नेक उध रे खा होगी तो नेक, मशहूर व हर एक को
तारने वाला हुआ करता है ! नेक उध रे खा के कारण उतम व आल शान मकान का मा लक
और हर तरह का आराम व सुख पाने वाला हुआ करता है !
मंद हालत
बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर को अपनी करतूत से मंदा कर लया जाए (साँप को
मरवाना, शराब का आद व यभचार हो जाना) य क बह ृ प त- 4 के समय सनीचर कभी
मंदा नह ं हुआ करता! तो ऐसे म यि त सफ बदकार पस द हुआ करता है , शराब-
शबाब- कबाब और मंद मशहूर पस द करने वाला तो नज़र पर अशभ ु असर होगा इसके
साथ ह केतू भी मंदा असर दे ने लगेगा!
बह
ृ प त- 4 के समय द ु मन ह बधु , शुकर, राहू व मंदा सनीचर(ज़ाती स भाव के असूल
पर) आ द खाना नंबर- 10 म ह तो धन- दौलत के लए नहायत अशुभ ह गे!
बह
ृ प त- 4 के समय कंु डल म राहू मंदा हो तो चंदर क जानदार व बेजान का फल
बरबाद हुआ करता है यहाँ तक क पानी भी ज़हर का भाव रखेगा!
बह
ृ प त- 4 के समय कंु डल म केतू मंदा हो रहा हो तो जातक बादशाह होते हुये भी
फक र ले लेगा या कसी मुसीबत के समय डर कर जंगल को भागना पड़ेगा!
बह
ृ प त खाना नंबर- 5
इ सानी खसलत का मा लक, इ ज़त व आब वाला
म ानी मगर आग का बांस
औलाद कदर से बढ़
ु ापा उ दा, सौदा इमानी बढ़ता हो
हाल बज
ु रु गाँ बेशक कैसा, नसल आइंदा फलता हो
उसके गु दन लड़का जनमे, या क जनम श न 9 श न हो
चंदर सरू ज बध
ु उ दा पापी, लाव द होता न वह कभी हो
खाना नंबर- 5 संह रा श और रा शप त ह सरू ज, बह ृ प त और सरू ज दोन ह दो त
और नर ह या न शेर क जोड़ी! इस रा श को न कसी ह न उं च कया है और न ह
नीच! बहृ प त के औलाद से संबि धत नशान नेक फल दगे! औलाद क तरफ से
खुशहाल होगा, धन व जायदाद भी पाएगा! अगर ऐसा नह ं तो मामँू 7 साल तक तकल फ
म रहे !
बह
ृ प त- 5 के समय चंदर खाना नंबर- 9 म, दोन ह दो त और एक दस
ू रे को दे खते
ह गे इस लए असर नहायत नेक हुआ करता है , पानी क मामूल नाव भी बड़े- बड़े जहाज़
का काम दया करती है या न हर कसी काम म बहुत बड़ा लाभ हुआ करता है !
सामु क ल ण
सरू ज का घर होने के कारण दमागी खाना नंबर- 20 का असर साथ होगा और दमागी
खाना नंबर- 21 बुजुग इ ज़त का फल होगा और सूरज के कारण केत ू का नेक असर
होगा या न ल द म मा णक या न जातक क संतान उतम अव था क होगी! इ म से
दौलत क खब ू कमाई होगी और धन- दौलत क व ृ का कारण स तान हुआ करती है !
े ठ रे खा का उतम फल हुआ करता है ! अ ल महादशा (बुध लाल- कताब 1940) के
व त अगर केत ू अ छ ि तथी म न हुआ तो मामँू को सात साल के लए केतू क
महादशा का असर होगा जो हर हाल म मंदा होगा!
नेक हालत
बढ़े िजतनी औलाद- क़ मत हो बढ़ती
अ ल ज़ोर द ु नया- न कुछ काम करती
बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म सरू ज, चंदर और पापी अ छ ि तथी म, बध
ु कंु डल म
उतम हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 5 च कर ह , कंु डल म राहू नेक हो कयाफ़ा:
हथेल पर बजु नंबर- 2 पर 5 खड़े खत ह तो लाव द (बेऔलाद) कभी नह ं हुआ करता!
उतम व बल ु द क मत का मा लक होगा! ऐसा नेक हुकमरान हुआ करता है जो कई लाख
लोग क परव रश कया करता है !
बह
ृ प त- 5 के समय दो त ह सूरज, चंदर, मंगल खाना नंबर- 9 म (कोई एक, दो या
तीन ह ) ह कयाफ़ा: सेहत रे खा पर बहृ प त के खड़े खत या जब क़ मत रे खा कलाई से
शु होकर सेहत रे खा म जा नकले कुल या कोई शाख तो सरू ज खाना नंबर- 9 म होगा!
तो दौलत और औलाद कभी मंदे नह ं ह गे! आने वाल न ल (लड़के व पोते) सब उतम
क़ मत के मा लक ह गे, अगर जातक ख़द ु ल द म मा णक था तो सब- क - सब औलाद
अन गनत प थर म मोती क तरह हुआ करती है ! हर तरफ खश ु हाल का नज़ारा होगा! ऐसे
हालत म जातक अपने बज ु ुग के सब नरक धोने वाला हुआ करता है !
म द हालत
बह
ृ प त- 5 के समय केतू हो खाना नंबर- 11 म तो जातक अगर धरम के नाम पर दान
लेने का आद होगा या मांग कर खाने का आद हुआ तो लाव द क नशानी होगी और
ख़दु के बना कफन मरने क नशानी! अगर ब चे पैदा हुए तो मुदा ह पैदा ह गे!
बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म केतू मंदा हो रहा हो ( ि ट के कारण या ठहराए हुए मंदे
घर म होने के कारण) तो औलाद नक मी हुआ करती है !
बह ृ प त- 5 के समय कंु डल म बह
ृ प त के ठहराए घर (2–5–9–11–12) म बह
ृ प त के
द ु मन ह बध ु - शकु र- राहू- और मंदा सनीचर बैठे ह कयाफ़ा: बह ृ प त के बजु पर 5 खड़े
खत ह तो औलाद के लए असर मंदा नह ं हुआ करता ले कन जातक ख़द ु अपनी बरबाद
का कारण होगा और 25 (शुकर), 34 (बध ु ), 36–39 (सनीचर), 42 (राहू) और 48 (केतू)
साला उ के बाद नेक हालत होगी, यह ेह के असर क उ हुआ करती है इस लए यह
समझना चा हए क मंद हालत के समय 48 साल के बाद ह सुख क सांस मलेगी! जब
केतू कंु डल के खाना नंबर- 5 या 9 म न बैठा हो और वषफल के अनस ु ार जब भी बह ृ पत
मंदा हो रहा होगा तो टे वे वाले के मामँू या मामँ ू क औलाद पर नहायत बरु ा असर होगा
ले कन ख़द ु पर इसका अशुभ असर न होगा ऐसे म केतू का उपाओ करने से लाभ होगा!
बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म राहू बैठा हो खाना नंबर- 9 म तो बह
ृ प त चुप होगा
ले कन गुम नह ं अथात असर दे ने के लए दस ू रे ेह क तलाश म हुआ करता है !
बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म राहू अपने मंदे घर म या कसी और वजह से अशुभ हो
रहा हो तो जातक पैसे क तंगी के कारण इधर- उधर दौड़ता होगा!
बह
ृ प त खाना नंबर- 6
मु तखोर अगर साध ू सभ
ु ाओ
मु त रोट गो- तुझको हर दम मलेगी
बह
ृ प त- 6 के समय बध ु खाना नंबर- 2 म हो तो 16 साल से 19 साल के बीच पता
आय ु को खतरा होगा और साथ ह पता का सब धन- दौलत बरबाद कर दे गा!
बह
ृ प त- 6 के समय बध
ु खाना नंबर- 12 म हो तो पता क आय ु को तो कोई खतरा
नह ं ले कन उसका सब धन- दौलत (तोशा) बरबाद कर दे गा!
बहृ प त- 6 अब केतू नीच के भाव म होगा और हालत आवारा कु ते जैसी या न घर- घर
जाकर भ ा मांग कर खाना पढ़े , ऐसे म ऐसे जातक को बना कोई स त मेहनत के ह
रोट नसीब हो जाया करती है !
कुल माता, बध
ु भी बढ़े , केतू उ दा हो
चूहे से केतू बना, बध
ु ग ड़ ह हो
रोट खाये वो मु त क , ऐशी प ा हो
बह
ृ प त- 6 के समय कंु डल म बध
ु अ छ ि तथी म हो तो यि त ऐशी प ा (नेक मायन
म) हुआ करता है ले कन मतलबी तबीयत!
बह
ृ प त- 6 के समय कंु डल म केतू उ दा हो, कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 6 च कर
या क़ मत रे खा क जड़ म केतू का नशान हो तो अगर यि त का चाल- चलन
नेक होगा तो मामँू खानदान खश
ु हाल हुआ करता है और ख़दु जातक भी खश
ु हाल व
बारौनक िजंदगी का मा लक होगा, लेक न जातक के मामँू ख़द ु जातक क 40 साल क उ
तक जातक के लए कसी मतलब के नह ं हुआ करते!
मंद हालत
बह
ृ प त- 6 के समय कंु डल म केत ू मंदा हो तो हाथ म रोज़ी व रोट के लए फक र
तरह घम
ू ना पढ़ता है ऐसे म केतू का उपाओ करने से फायदा हुआ करता है !
बह
ृ प त खाना नंबर- 7
पछले जनम का साध ू ले कन जनम से ह तप या के लए जंगल म नह ं गया और
गह
ृ त (खाना नंबर- 7) म
राजा जनक क तरह स यासी साध ू (बह ृ प त) जो माया (शुकर) म होता हुआ ल मी
(शकु र) को सांस क हवा (बहृ प त) क तरह जानने वाला चप
ु चाप शा तक प रवार का
गु होगा! लड़के के टे वे म बह ृ प त- 7 के समय कु ते से भी कम क मत जैसा हाल और
नधन साध ू मगर लड़क के टे वे म औलाद और धन कसी बात के लए मंदा न होगा!
धरम माला थैल न प रवार दे गी
तल
ु ा रा श या न तराजू के दो पलड़े एक तरफ शक ु र और दस ू र तरफ बध
ु , दोन ह
बह
ृ प त से द ु मनी का स भाव रखते ह जब क बह ृ प त दोन म से कसी से द ु मनी
नह ं करता! सनीचर (मगरम छ या म ल ) न इसको उं च कया जो ख़ुद बह ृ प त के
बराबर का ह है , सूरज न इसको नीच कया जो ख़ुद बह ृ प त का दो त ह है इस लए
सूरज क हाजर म दोन द ु मन (शुकर व बुध) चुप रहा करते ह! औलाद खूबसूरत और
सखु लेने वाल होगी ले कन सख ु दे ने वाल कभी नह ं या न कंु डल वाला पता, औलाद,
भाइय व ी सभी को सुख दे गा ले कन ख़ुद इनक तरफ से कोई सुख नह ं मला करता!
ह त रे खा
3 च कर या 3 सदफ, 6 खत, 4 च कर, 5 संख या शु कर क तरह का ह प त (बहुत
बड़ा) हो या नम हाथ का ह प त हो, औलाद रे खा शाद रे खा को काटती हुयी हो,
क मत रे खा क जड़ पर बुध का दायरा हो, शु कर के बुज पर भाईय क रे खाएं लं बी
ल बी और टे ड़ी ह , सर रे खा उ मर रे खा से जुदा होकर ह प त के बुज का ख करे !
इनम से कोई भी ल ण हो तो ह प त खाना न बर ७ का जानना चा हए!
कताब, दमा, मडक, आवारा साध,ु मंदे असर के व त चंदर का उपाओ मददगार होगा!
7 बह
ृ प त सब को तारे , ख़द
ु तकड़ी क बोद हो
धम ईमान म अपने प का, पर भाइय से द ु खया हो
सबका ह वो दे वान हारा, चने का छलका ख़द
ु हो गज़
ु ारा
ख़द
ु क़ मत अपनी का मारा, चंदर पज
ू न हो न तारा
बध
ु श न घर 2–6–11, या क 12 बैठा हो
उध रे खा का डाकू रहज़न, लड़के को वो तरसता हो
ऐसा यि त भाइय क तरफ से बहुत दख ु ी हुआ करता है क भाई जी, “तुसां जमदे ह
य न मर गए………थान फाड़ने पये!” रमते साध ू का साथ अशभ ु हुआ करता है और अगर
होगा तो मुसीबत व फजूल के खच का कारण होगा! “ ा मण द बोद मींह मंगद ” या न
चंदर पूजन से लाभ होगा (बा रश म नहाना उतम उपाओ है ! मंदे बह
ृ प त क नशानी
घर म रतक(सोना तोलने वाल ) पड़ी होगी जसको पीले रं ग के कपड़े म रखना धन- दौलत
के लए शुभ होगा! हथेल पर बह ृ प त क ल बी और टे ढ़ रे खाएँ शुकर और बह ृ प त क
द ु मनी का सबत
ू ह गी! बह
ृ प त- 7 के समय घर
म व ध पूवक मि दर था पत करना विजत है !
बह
ृ प त- 7 के सनीचर खाना नंबर- 9 म तो उध रे खा यि त डाकू व रहज़न हुआ
करता है !
बह
ृ प त- 7 के समय बध
ु खाना नंबर- 9 म तो गह
ृ त और शाद म गड़बड़!
नेक हालत
ख़दु क धन दौलत क ि तथी का नणय कंु डल म चंदर क हालत पर होगा!
हक़ क़ (वा त वक) मोह बत क़ मत क बु नयाद होगी यहाँ हक़ क़ को खद ु ाई ल ज़ से
जोड़ना बेहतर होगा! यि त परदे स क तरफ भागने वाला हुआ करता है लेक न ऐसे
यि त क मौत अपने ज ी घर म हुआ करती है , कह ं परदे स म मौत हो भी जाए तो
लाश ज ी घर- घाट पहुँच जाया करती है ! सफर म कमाई उ दा व िजंदगी सख
ु ी ज़ र
हुआ करती है !
शाद के समय जहे ज़ म मला धन योपर के लए लाभदायक हुआ करता है ! कसी भी
धरम के काय म ऐसा यि त सबसे आगे हुआ करता है या न मु खया बनने क आदत
ले कन यह आदत नेक नह ं हुआ करती, ऐसी आदत गह ृ त जीवन व औलाद सुख के
लए मंद हुआ करती ह! नर औलाद क तरफ से परे शानी हुआ करती है आमतौर पर
औलाद हुआ नह ं करती! ले कन अगर 34 साल के बाद या यादा से यादा 45 साल क
उ म औलाद हो तो जातक के लए भा यशाल होगी और ऐसी औलाद हर तरह के क ट
को दरू करने वाल हुआ करती है ! ऐसा यि त अपनी मौत के बाद कोई भी कजा छोड़
कर नह ं जाया करता और न ह बे- औलाद हुआ करता है !
बह
ृ प त- 7 के समय सनीचर खाना नंबर- 7 या 9 म हो कयाफ़ा: सनीचर- 7 के समय
हथेल पर म छ रे खा होगी और सनीचर- 9 के समय उधव रे खा हुआ करती है तो म छ
रे खा होना जातक को वड़े प रवार वाला और दौलत के भंडारे का मा लक बनाती है ले कन
जातक को सनीचर क तरह चालाक होना ज़ र होगा!
बह
ृ प त- 7 के समय कंु डल म केतू उ दा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 5 संख
और कंु डल म बध
ु उ दा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 6 खड़े खत तो केतू के
समय यि त तप वी व पज ू ा पाठ होगा ले कन धन- दौलत के उतम होने क कोई शत
नह !ं नेक हालत के समय दोन ह ह (बध ु व केतू) उतम व उ दा फल दगे!
बह
ृ प त- 7 के समय कंु डल म राहू उ दा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 6 खड़े खत
तो िजंदगी आरामदायक हुआ करती है खासकर जवानी का समय!
बह
ृ प त- 7 के समय सूरज खाना नंबर- 1 म हो कयाफ़ा: बध
ु के बज
ु पर सूरज क तरफ
को बह
ृ प त का नशान संख या च कर या सदफ़ हो तो यो तष व या का जानकार हुआ
करता है , तबीयत आराम व ऐश पस द ले कन दौलत क फर भी शत नह ं!
बह
ृ प त- 7 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 म बह ृ प त के दो त ह सरू ज- चंदर- मंगल
ह तो अपने बज
ु ुग क धन- दौलत और प रवार क हालत उ दा हुआ करती है , बज
ु ुग
शाहाना और अमीराना ठाठ वाले ह गे ले कन ख़द ु के लए धन क शत नह ं मगर यि त
धरम कारज म मशहूर व धरम का द वाना हुआ करता है !
मंद हालत
खाना नंबर- 7 का बह
ृ प त अगर नयमानस ु ार मंदा हो रहा हो तो लड़के क कंु डल म ख़दु
क औलाद तो दरू क बात है गोद लया हुआ लड़का भी द ु खया ह होगा! बेहतर होगा ऐसा
जातक धरम क खा तर औलाद न बेचे वरना बढ़ ु ापे म पछताना पड़ेगा! लड़क क कंु डल म
इस घर बह ृ प त कभी अशभु नह ं हुआ करता!
बह
ृ प त- 7 के समय घर म पज ू ा पाठ के मि दर क थापना अशुभ हुआ करती है ! गह
ृ त
सुख व धन- दौलत सब मंदे ह गे! ऐसे जातक के यहाँ नर औलाद नह ं हुआ करती अगर हो
कर बच जाए तो हर तरह क बरबाद का बहाना होगी!
बह
ृ प त- 7 के समय मंगल बद हो (बध
ु से संबि धत हो) कयाफा:उँ ग लय क पो रय पर
4 च कर ह गे तो जातक क बहन या बआु का बेवा होना और जातक को मंदे राग- रं ग
का शौक न होना इसक नशानी होगी! जातक नधन और गर ब होगा, दस ू र को लूटने क
आदत वाला भी! ज रत के व त हमेशा हर चीज़ से नराशा ह मले! अपनी इस िज लत
को छुपाने के लए आवारा साधओ ु ं के साथ रहने का आ द होगा या फर धरम के चार के
लए बे- फजल ू एक शहर से दस
ू रे शहर भागता फरता होगा!
बह
ृ प त- 7 म मंदा हो कयाफा: शुकर के बज
ु पर 7 ल बी मगर टे ढ़ - मेढ़ रे खाएँ तो न
भाई ह मददगार ह गे और न ह राजदरबार से कोई सुख या मदद होगी!
बह
ृ प त- 7 के समय कंु डल म मंदे बध
ु के कारण मंगल बद हो रहा हो तो जातक जवानी
का समय मं दर या धरम गु ओं के पीछे बताने वाला हुआ करता है िजसके कारण न तो
औलाद से सुखी और न ह धन- दौलत से!
बह
ृ प त- 7 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 व 7 म बध ु , शुकर, राहू या पापी/मंदा सनीचर
हो तो औलाद बरबाद खासकर जब शुकर मंदा हो रहा हो तो गोद ल हुयी औलाद
(मतु ब ना) भी न बचे! बाबे, बाप या ससरु ाल म ससरु को दमा हो! ख़द ु जातक म ी का
माधो और क मत का हाल ऐसा जैसे चने क रोट का तवे पर हुआ करता है ! धन- दौलत
क कमी हर तरफ म ी उड़ती हो कयाफा: जब बध ु के बजु पर बह ृ प त के खत ह या
बहृ प त के खड़े खत शाद रे खा को काट रहे ह !
बह
ृ प त- 7 के मंदे होने क नशानी घर म रखी रतक (लाल और काले रं ग का
बीज जो सुनार सोना तोलने के काम लाते ह) या मंगल बद क चीज़ ह गी! इस मंदे
जहर से बचने के लए ऐसी चीज को पीले कपड़े म या घर म रखे सोने के साथ
मला कर रखना चा हए!
मंद हालत के व त चंदर का उपाओ “बा रश म नहाना” मददगार हुआ करता है !
उपाओ:
बध
ु मंगल बद पापी मंदा, क वीराने भर दे गा
श न- मंगल 7–4 जो बैठा, राख ख़ज़ाने कर दे गा
बह
ृ प त- 8 के समय ख़दु क क़ मत क हार कभी नह ं हुआ करती! आमतौर पर
जातक का बाबा जातक क पैदाइश से पहले मर चुका हो ले कन ख़ुद व बाप क उ लंबी
हुआ करती है , खासकर जब बुध खाना नंबर- 9 म न हो! बह ृ प त- 8 के समय यह घर
मारक थान भी नह ं हुआ करता बि क बह
ृ प त के क़ायम रहने धन- दौलत क कोई
कमी नह ं होगी और प रवार भी भरा- पूरा हुआ करता है !
बह
ृ प त खाना नंबर- 8 के समय अगर मंगल खाना नंबर- 4 म हो तो मंगल बद होगा
और ि ट स बंध होने के कारण जातक बज़ ु दल व द ल र हुआ करता है ! ऐसे म धन क
कमी व सेहत भी खराब हुआ करती है !
1. उँ ग लय पर दो शंख या आठ खड़ी रे खाएं ह
2. शु कर के परबत पर े थ रे खा सीधी खड़ी हो
3. य द एक हाथ पर 6 उँ ग लयाँ ह और उँ ग लय क पो रय पर 8 या 11 च कर ह
4. क़ मत रे खा सूरज रे खा से न मल रह हो
5. ह प त का परबत दबा हुआ न होने के बराबर
6. हाथ पर मंगल बद का कोण हो
7. क़ मत रे खा शु होने क जगह पर दो शाखाइ हो
8. हदय रे खा बह
ृ प त के बुज के नीचे दो शाखाइ हो
9. क़ मत रे खा क जड़ पर कोण हो
नेक हालत
बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म खाना नंबर- 2 व 4 उ दा ह तो हर तरह क नेक
क़ मत का मा लक होगा, यहाँ तक क वीराने म भी सोना पैदा करने क ताकत और हरा-
भरा जंगल बनाने क क़ मत! सेहत, दौलत, प रवार व उ से कभी द ु खया नह ं हुआ
करता!
बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म चंदर उतम ि तथी म हो और खाना नंबर- 2–5–9–12 उ दा
ह तो हर तरफ सोना ह सोना और भरे हुए भ डार का मा लक होगा!
बह
ृ प त- 8 के समय शक
ु र कंु डल के खाना नंबर- 2–6–8 म हो तो बेऔलाद कभी नह ं
होगा बि क नर औलाद बहुत हुआ करती ह और औलाद ल बी उ वाल और सख ु दे ने
वाल होगी!
बह
ृ प त- 8 के समय अगर बधु कंु डल के खाना नंबर- 8 म न हो तो खानदान म सभी
ल बी उ के मा लक हुआ करते ह यह खद ु ाई वरदान समझना चा हए!
बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म मंगल नेक हो या फर मंगल का खाना नंबर- 2 से नेक
स बंध बन रहा हो तो शवजी (चंदर) अपनी दयालत
ु ा से रावण (गु बह
ृ प त) को सोने क
लंका दान करने क ह मत का मा लक बना दे गा अथात यि त तबीयत से ह दानी
स भाव होगा! हर द ु खया के आँसू प छने वाला और मरते के मंह
ु म पानी डालने वाल
तबीयत का हुआ करता है !
मंद हालत
बह
ृ प त- 8 के समय सनीचर या मंगल खाना नंबर- 4 म या 7 म या दोन म से एक 4
म और दस ू रा 7 म हो या दोन ह खाना नंबर- 4 या 7 म ह तो खज़ान को जला कर
राख़ कर दे ने वाल क़ मत का मा लक होगा, हर तरफ मौत का नज़ारा हुआ करता है !
बह
ृ प त- 8 के समय जब द ु मन ेह क ि ट हो या कोई स बंध बन रहा हो कयाफा:
हथेल पर बह
ृ प त का बज
ु न होने बराबर या न दबा हुआ हो तो गंदा और बदनाम
आ शक हुआ करता है !
बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म मंगल खराब हो रहा या बद हो कयाफ़ा: गह ृ त रे खा डंडे
क तरह सीधी खड़ी हो, बह ृ प त के बज ु पर या खाना नंबर- 9 क जगह पर मंगल बद
^< > के नशान ह या क़ मत रे खा शु होने क जगह पर दो शाखाइ हो तो इ सान
अ छ भल आमदन होते हुए भी करजाई हुआ करता है ! मंद सेहत और दौलत से परे शान!
उ ल ू क तरह िजस शाख पर बैठे उसी को जला दे ऐसी क़ मत का मा लक होगा! हर
तरह से दख ु ी और परे शान हुआ करता है !
बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म बध ु मंदा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 8 च कर
या हाथ म 6 उँ ग लयाँ तो बज़
ु दल व द ल र हुआ करता है ! जहमत और बीमार का
भ डार और हर समय कोई न कोई जहमत खड़ी कर लेने वाला होगा!
बह
ृ प त- 8 के समय खाना नंबर- 12 खाल हो कयाफ़ा: हाथ क उँ ग लय के नाखन
ू पीले
ह तो खन
ू क कमी के कारण िज मानी बीमा रयाँ आम हुआ करती ह!
बह ृ प त- 8 के समय कंु डल म सरू ज नक मा हो रहा हो कयाफ़ा: क़ मत रे खा सरू ज
रे खा से न मल रह हो तो क़ मत म कोई चमक व शान नह ं हुआ करती!
बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म राहू मंदा हो कयाफ़ा: बह
ृ प त के बज
ु पर 8 खड़े खत तो
िज़ दगी बेमतलब सफ खानापरू का नाम हुआ करती है !
बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म केतू मंदा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर दो संख तो
यि त नधन, मुफ़ लस, द ल र व बज़
ु दल हुआ करता है !
बह
ृ प त- 8 के समय सनीचर खाना नंबर- 2 म हो कयाफ़ा: तजनी उं गल का झुकाव
म मा उं गल क तरफ हो तो आज़ाद तबीयत, प का इरादा, आगे बढ़ने का याल व हौला
भर उ मीद सब के सब से उलट तबीयत होगा!
उपाओ:
सामु क ल ण
बह
ृ प त- 9 के समय सनीचर हो खाना न बर- 5 म तो क मत का नेक व उ दा असर
सनीचर क उ से शु , धन- दौलत उ दा होगा ले कन औलाद से संबि धत फल मंदे ह
ह गे!
बह
ृ प त- 9 के समय चंदर खाना न बर- 5 और बध
ु खाना न बर- 3 म हो तो फल हर
तरह से मंदे ह गे!
बह
ृ प त- 9 के समय चंदर खाना न बर- 3 और बध
ु खाना न बर- 5 म हो तो हर तरह
से उ दा फल ह गे!
बह
ृ प त- 9 के समय शुकर हो खाना न बर- 3 या 5 म और चंदर उसी व त खाना
न बर- 5 या 3 म हो तो मला जल ु ा असर होगा कभी शाहाना और कभी मंदा!
बह
ृ प त- 9 के समय मंगल खाना न बर- 3 और सूरज खाना न बर- 5 म तो तीन ेह
का संबंध खाना न बर- 9 से इस लए तीन घर और तीन ह हर तरह से उतम व नेक
फल दगे!
बह
ृ प त- 9 के समय बध
ु खाना न बर- 4 म हो तो राजयोग हुआ करता है , नेक फल
ह गे!
अपने वचन क पालना ह हर तरह क तर क क बु नयाद हुआ करती है , जैसे- जैसे धरम
अपने वचन क पालना ह हर तरह क तर क क बु नयाद हुआ करती है , जैसे- जैसे धरम
क पालना और र ा करता होगा वैसे- वैसे धन- दौलत बढ़ता होगा, जं ू जं ू उ बढ़े गी
जातक योगी तबीयत और म ानी होता जाएगा!
बह
ृ प त- 9 म कायम हो तो जातक का ज म ऐसे खानदान म हुआ करता जहां धन
गनती से नह ं बि क तकड़ी से तोल कर दस
ू र को दया जाता होगा या न बज
ु ुग हर से
उतम व उ दा क़ मत और शोहरत मे मा लक हुआ करते ह!
बह
ृ प त- 9 के समय जातक योगी व यागी हुआ करता है और दस
ू र के लए मंह
ु से
नकल बददआु भी नेक असर हुआ करती है ! जातक का आम फ़ोका पानी भी गंगा द रया
क तरह होगा धन व औलाद के लए उतम होगा!
बह
ृ प त- 9 के समय माता- पता का पण ू सख
ु , हक मी या डा टर का पेशा व चाल चलन
सब नेक हुआ करते ह! दमागी खाना न बर- 19 का असर साथ होगा िजसका संबंध
मज़हबी व हानी क नेक ताकत से होगा!
बह
ृ प त- 9 के समय धन क ि तथी खाना न बर- 3 व 5 के ेह क हालत पर नभर
करती है , अगर दोन घर खाल ह तो अपनी मेहनत से दौलत कमा कर अमीर होगा बज
ु ग
ु
का योगदान नह ं हुआ करता!
बह
ृ प त- 9 के समय जब खाना न बर- 2–5–9–12 म बध ु , शुकर, राहू या सनीचर मंदे या
पापी होकर न बैठे ह तो योग पालना करने वाला व सांस रक धरम- करम का प का हुआ
करता है ! योग पालना क अ छ या बरु हालत खाना न बर- 12 म बैठे ह क ि तथी के
अनसु ार होगी!
बह
ृ प त- 9 के समय बध
ु खाना न बर- 4 या 5 म हो तो राजा क है सयत होते हुये भी
बह
ृ प त- 9 के समय बध ु खाना न बर- 4 या 5 म हो तो राजा क है सयत होते हुये भी
योग क पालना करने वाला होगा!
बह
ृ प त- 9 के समय खाना न बर- 3 व 5 म नर ह ह तो बह
ृ प त का असर तीन गन
ु ा
नेक हुआ करता है !
बह
ृ प त- 9 के समय शुकर खाना न बर- 3 व चंदर खाना न बर- 5 म या कुर खाना
न बर- 5 म और चंदर खाना न बर- 3 म हो कयाफ़ा: बह ृ प त के सीधे खत हथेल पर
खाना न बर- 9 क जगह पर चंदर के बज ु क तरफ और शक ु र के बजु क तरफ ह तो
जातक कभी शाह तो कभी मलंग या न कभी अमीर परू े चढ़ाव पर तो कभी आम हालत
या न धन- दौलत क कमी!
खाना न बर- 9 का बह
ृ प त मंदे ेह के कारण खराब हो रहा हो तो नधन व नाि तक
होगा, धरम तक को छोड़ने वाला ले कन धरम गर बी के कारण नह ं छोड़ेगा!
बह
ृ प त- 9 के समय मंदे बध ु , शुकर या मंदा राहू या पापी सनीचर खाना न बर- 5 म हो
तो जातक खद ु गज़ व खद ु पसंद हुआ करता है औलाद मंद व तबाह होगी और औलाद क
तरफ से दख
ु ी ह होगा ऐसा तब होगा जब जातक धरम छोड़ेगा और अपनी मज़ का
मा लक बन कर रहे गा!
10 घर का नीच बह
ृ प त, र व से सोना करता है
श न का गरवां पहरा होवे, हर दो चू हे धरता है
र व मगर ख़द
ु जला जलाया, मदद चं क पाता है
श न न जो प थर फंू के, लाल र व कर दे ता है
सरू ज के बज
ु पर बध
ु के बज
ु क तरफ एक सदफ़ हो!
उँ ग लय पर 10 च कर ह !
उ रे खा चंदर के बज
ु को जा नकले या न पत ृ रे खा हो!
बह
ृ प त व सनीचर के बुज दो शाखाइ रे खा से आपस म मल रहे ह !
सूखा पीपल, नु सान ज़र, ताल म ख़ म! मंदे असर के व त द रया/नद म तांबे का पैसा गरना
मददगार होगा
ह न कोई चल सके, सफ श न क आस
बह
ृ प त- 10 के समय सूरज हो खाना नंबर- 5 म तो शा दयाँ एक यादा हुआ करती ह,
अब नीच बहृ प त सूरज को भी नह ं छोड़ेगा!
बह
ृ प त- 10 के समय चंदर हो खाना नंबर- 10 म तो नहायत मंद हालत ले कन लोग
इसके उलट समझते ह ! ऐसा यि त दयावश कसी को रोट खलाय तो सज़ा पाये!
बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 9 म और सूरज सनीचर को दे खता हो तो
आग क घटनाओं से नु सान हुआ करता है , हवाई ज़द रं ग (बह
ृ प त) व चंदर क चीज के
कारोबार म लाभ हुआ करता है ले कन सनीचर क चीज का कारोबार मंदा फल दया करते
ह!
बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म चंदर कायम हो या सरू ज खाना नंबर- 4 म और चंदर
कायम तो राजदरबार से संबि धत कए गये सफर के फल हमेशा नेक हुआ करते ह!
बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 9 म तो उध रे खा का फल कयाफा:
क मत रे खा खाना नंबर- 9 से शु होकर (सीधे डंड े क तरह) हथेल को दो ह स म
बाँटती हूई सनीचर के बज
ु को जा नकले ले कन म यमा उं गल क पोर म न जाए तो
यि त द ु ट भा यवान हुआ करता है ऐसा कंजस ू क चींट के मंह
ु से आटे का ज़रा छ नने
क नयत वाला!
नेक हालत
बह
ृ प त- 10 के समय सूरज खाना नंबर- 4 म हो तो बह
ृ प त अब नीच फल का न होकर
उतम फल दे गा और धन- दौलत क ि तथी उतम हुआ करती है ! मंदे सनीचर न जो प थर
जलाए वो भी सूरज ि ट के कारण मा णक हो जाया करते ह:
या न “श न न जो प थर फंू के लाल र व कर दे ता है ” या न बह
ृ प त- 10 के समय सूरज
का * तांबा पानी म बहाना चा हए!
बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर उ दा हो और खाना नंबर- 2 या 6 म सूरज या चंदर
कायम ह बह ृ प त का मकान: सहन मकान के कसी एक तरफ होगा ले कन म य नह ,ं
सहन खलु ा है तो बह
ृ प त नेक और तंग हुआ तो मंदा या कोई धरम अ थान नज़द क
होगा जो नेक सनीचर का काम दे गा! अब सनीचर क तरह चालक होना ह कामयाबी का
भेद होगा और ऐसे म मामल ू लोहे का टुकड़ा भी सोने क क मत दे गा! सनीचर क चीज
का कारोबार नेक फल दे गा! द ु नयावी सख ु व माता पता का साथ ल बे समय तक होगा!
यभचार नह ं होना चा हए, अब यि त के स बंध कई औरत से ह गे ले कन अगर उनको
अपनी प नी का दजा दे गा तो फल मंदे नह ं हुआ करते!
बहृ प त- 10 के समय नेक होगा या मंदा इसका फैसला कंु डल म सनीचर क ि तथी पर
हुआ करता है कयाफ़ा: उ रे खा चंदर के बज
ु को जा नकले और पत ृ रे खा का प ले
लेवे, तो माता- पता का सखु सागर सनीचर क ि तथी के अनस ु ार होगा!
बह
ृ प त- 10 के समय मंगल कंु डल के खाना नंबर- 4 म हो तो मंगल क चीज का
कारोबार और मंगल से संबि धत रशतेदार क इ ज़त करना 28 साल क उ से हर से
नेक फल का होगा!
बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर कंु डल खाना नंबर- 2 म नेक होकर बैठा हो तो घर- घाट
व हर तरह से बरकत होगी!
बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर खाना नंबर- 10 म और सरू ज खाना नंबर- 3 या 5 म हो
तो सोने चाँद के काम म लाभ ले कन सनीचर के आग से संबि धत कारोबार आग लगने
क घटनाओं का कारण ह गे!
बह
ृ प त- 10 के समय सूरज या चंदर खाना नंबर- 2 म हो तो सरकार काम के लए
कए सफर के नेक फल ह गे और धन लाभ हुआ करता है !
बह
ृ प त- 10 के समय सूरज खाना नंबर- 1 या 4 या 5 म हो तो बरु ा असर धन- दौलत
के स बंध म बाप पर न होकर बाबे पर हुआ करता है !
बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म बध ु उ दा हो और बह
ृ प त को कसी तरह बरबाद न कर
रहा हो तो कंु डल वाले यहाँ लड़ कय क जगह लड़के बहुत ह गे और ऐसे यि त का तांबा
भी सोने के भाव बका करता है ! यि त हर तरह से खशु हाल व धन- दौलत क चंता से
मु त हुआ करता है !
मंद हालत
बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म सनीचर पापी ेह से यु त हो या ज़ाती स भाव के
असलू पर मंदा हो कयाफ़ा: सरू ज के बज ु पर एक सदफ़ ले कन बध ु के बजु क तरफ तो
जातक खच करने वाला, बरु े काम का सहायक और धरम का वरोधी(मत ु अि सब) हुआ
करता है , हर बात म फैसला यि त के वरोध म हुआ करता है !
बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म केतू बरबाद हो तो दल म भलाई क सोच भी सांस म
ज़हर क तरह होगी सोना भी रख होता होगा! इस मंदे असर से बचने के लए केतू या
बहृ प त को कायम करना मददगार होगा!
बह
ृ प त- 10 के सनीचर खाना नंबर- 1–4–10 म से कसी एक म और खाना नंबर- 2
बह
ृ प त- 10 के सनीचर खाना नंबर- 1–4–10 म से कसी एक म और खाना नंबर- 2
खाल हो या सफ खाना नंबर- 2 खाल हो कयाफ़ा: हाथ क उँ ग लय के नाखन
ू पतले
और झुके हुये ह गे तो हर तरह से मंद हालत होगी यहाँ तक क कु ते क खरु ाक को भी
तरसता होगा! धन- दौलत का नाम- ओ- नशान तक नह ं ले कन यि त उ दा सेहत का
मा लक और दरू दश होगा!
बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल के खाना नंबर- 2–4–5–6 सब के सब खाल ह कयाफ़ा:
क़ मत रे खा शु होने क जगह पर उ रे खा से अलग होकर नकले तो मनहूस व
म दभाग होगा! ऐसा यि त बहुत कम प रवार वाला हुआ करता है नधन- द ु खया और
द ु नया के बर खलाफ़ ख़दु ज़ाती मेहनत से कामयाब होगा उ का कोई भी साथ मददगार
न होगा!
बह
ृ प त- 10 के समय सूरज खाना नंबर- 5 म हो तो कोई भी औरत ल बे समय तक
साथ नह ं दे गी सफ एक ब चे को ज म दे कर मर जाए या साथ छोड़ दे वे!
बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर खाना नंबर- 9 म हो और सरू ज क ि ट म तो सनीचर
के कारोबार और सनीचर क चीज के फल नहायत मंदे हुआ करते ह जैसे आग से या
ज़हर से नक ु सान का डर होगा!
बह
ृ प त- 10 के समय खाना नंबर- 4–5–9 म कसी एक म सूरज या सनीचर या बध ु हो
या एक म सनीचर और एक म बध ु हो तो शुकर ( ी ल मी) राहू (ससुराल म चोर आ द)
केतू (औलाद व सफर) सब के सब मंदे हुआ करते ह! िजसके साथ कारोबार स बंध बनाए
या दो ती करे वह बरबाद होता चला जाएगा! ऐसा यि त मंद शोहरत का इ छुक हुआ
करता है और द ु ट भागवान ऐसा िजसके दरवाजे से कु ते को रोट का टुकड़ा और चींट को
अ न का दाना तक नसीब नह ं हुआ करता! जब सनीचर ख़द ु बहृ प त को मदद दे रहा हो
तो ऐसे यि त के उलट चलने वाला ख़द
ु - ब- ख़द
ु बरबाद हो जाएगा और मुक़ाबले पर
आने वाला अपने कया पर पछताने का मौका भी न पाएगा!
उपाओ:
कफ़न दस
ू र को जो दे ता रहे गा
बला कफ़न घर से न बाहर मरे गा
यि त परू ा नरप हुआ करता है ! दमागी खाना न बर- 15 का साथ होने सनीचर
और बहृ प त इ ठे हुआ करते ह ऐसे म यि त वा भमानी ले कन ई यालू तबीयत हुआ
करता है ! दमागी खाना न बर- 35 का असर साथ य क माथा खाना न बर- 11 और
तलक लगाने का थान साथ- साथ ह ऐसे म उतम याददा त का मा लक हुआ करता है !
बह
ृ प त- 11 के समय बधु खाना न बर- 3 म हो तो यि त को पता का सुख नह ं मला
करता! अ छ आमदन होते हुये भी यि त करजाई हुआ करता है ! लाभ बहुत ले कन अगर
लालची हुआ तो बरबाद होगा!
बह
ृ प त- 11 के समय मंगल खाना न बर- 3 म हो तो धन- दौलत के लए ख़द
ु व
ससुराल प के लए उतम क मत वाला ले कन अपने ह खानदान म नजद क लोग क
मौत से द ु खया हुआ करता है !
बह
ृ प त- 11 के समय दो त ह खाना न बर- 3 म ह कयाफा: हथेल पर खान के
बह ृ प त- 11 के समय दो त ह खाना न बर- 3 म ह कयाफा: हथेल पर खान के
असूल पर खाना न बर- 11 क जगह सेहत रे खा के नजद क एक दस ू रा खत जो क मत
रे खा के साथ चल रहा हो तो अपना भाई दखाता है िजसका राजदरबार या सरकार काम
म साथ हुआ करता है नेक मायन म!
सामु क ल ण
हाथ पर 9 च कर ह या फर े ठ रे खा(क से ख) का मोजद
ू होना नेक ह पत क
नशानी होगी
खुद क क मत का नेक असर तभी होगा जब जातक परोपकार व ् धरम क पालना
करने वाला होगा!
गु श न क 11 रा श, बध
ु से दोन चलते ह
बध
ु दबाया या हो मंदा, दोन न फल हो जाते ह
बह
ृ प त खाना नंबर- 11 म सनीचर क ि तथी के अनस
ु ार काम करता है ले कन
बहृ प त व सनीचर खाना नंबर- 11 म उतम फल तब ह दगे जब कंु डल म बुध नेक हो
या फर खुद मंदा न कया हो! म खी (सनीचर नेक व उ दा) तो शहद (मंगल) भी उ दा
या न अगर कंु डल म सनीचर नेक स भाव होगा तो मंगल भी नेक फल दे गा और अगर
सनीचर मंदा हो तो न तो शहद मला या न के फल नेक हुये और न ह मुग (बह ृ प त)
ह नेक रहे गा और ऐसे हालत म खद ु क रोट के लए भी मेहनत ज़ र होगी! जब तक
पता का साथ रहे तो सनीचर भी नेक रहे गा य क सनीचर का साँप बह ृ प त ( पता) के
सामने चुप- चाप होगा! ले कन पता का साथ ख़ म होते ह या न बह ृ प त के मंदा होते
ह माया, साध,ू राजा और दर त का साया भी ख म और हालत यह क मामल ू इ सान
भी कावट का कारण ह गे!
नेक हालत
बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 3 खाल हो तो बह
ृ प त सोया हुआ होगा ऐसी हालत
बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 3 खाल हो तो बह ृ प त सोया हुआ होगा ऐसी हालत
म फैसला कंु डल म सनीचर क ि तथी पर हुआ करता है ले कन इस घर का बह
ृ प त नेक
फल ह दया करता है !
बह
ृ प त- 11 के समय राहू कंु डल के खाना नंबर- 9 म हो तो बह
ृ प त चुप हुआ करता है
और कुछ हालात म फल दे ने म असमथ होगा!
बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 3 म दो त ह (सरू ज, चंदर, मंगल) ह तो 23 साला
िज़ दगी ऐश- ओ- आराम से भर होगी ले कन उसके बाद फर वह मंदे हालात हुआ करते
ह इस ज़हर से बचने के लए बह
ृ प त को कायम रखना बहुत ज़ र है !
बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 5 म दो त ह (सूरज, चंदर, मंगल) हो/ह कयाफा:
क़ मत रे खा के साथ- साथ (मुतवाजी) हथेल के खाना नंबर- 11 म कोई सहायक रे खा हो
तो अपने ख़दु के भाई/भाइय के साथ मलकर चलने से/कारोबार करने से क़ मत जागा
करती है , 12 साल तक खब ू ऐश होगी उसके बाद फर मंदा ज़माना हुआ करता है !
बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म बध ु उतम हालत म हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर
9 च कर ह , बध ु खाना नंबर- 6 म हो कयाफा: हथेल पर दो े ठ रे खा ह गी तो यि त
अपनी मेहनत से बहुत अमीर हुआ करता है ले कन बहृ प त वारा दये मफ़ु त के धन क
शत नह ं होगी!
बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म सनीचर न तो पापी हो और न ह ज़ाती स भाव के
अनस ु ार मंदा और बह
ृ प त का साथी ह बन रहा हो और बधु भी उतम हो कयाफ़ा:
हथेल पर खाना नंबर- 2 व 10 दो शाखाइ रे खा से मले होते ह तो चाहे पता क कोई
मदद न मले धन- दौलत क ि तथी उतम हुआ करती है मंगल भी नेक फल दे गा,
बहृ प त व सनीचर दोन का फल ह उतम और नेक होगा!
मंद हालत
बह ृ प त- 11 का बह
ृ प त सोया हुआ हो या ि ट आ द से खराब हो रहा हो या चंदर
कंु डल के खाना नंबर- 1 म हो तो मंदे च र व ई याल ु तबीयत होने के कारण यि त का
सोना भी म ी के भाव बकता होगा!
बह
ृ प त- 11 के समय बध ु खाना नंबर- 6 म और चंदर खाना नंबर- 2 म हो तो बढ़ ु ापे म
मंदा हाल हुआ करता है जो क 90 साल क उ तक होगा, नज़र बहुत कमजोर और
सनीचर का ख़द ु का असर मंदा होगा!
बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल का खाना नंबर- 3 मंदा हो रहा हो तो बह
ृ प त क पहल
उ या दौरा श क हुआ करता है !
बह
ृ प त बाप- दादा सूरज चंदर शुकर
ख़द
ु अपना आप माता ी
बह
ृ प त- 11 के समय बध
ु कंु डल के खाना नंबर- 3 म हो तो पता क तरफ से द ु खया
होगा और अ छ भल कमाई के बावजूद भी करजाई हुआ करता है !
बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म शुकर ऊंच का हो या फर कतना भी उ दा होकर य न
बैठा हो औरत द ु खया ह होगी!
बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म बध
ु मंदा हो या ख़द
ु अपने आप कर लया जाए और
खाना नंबर- 3 खाल हो तो धरम के नाम पर योपर (धरमफ़रोश) होगा चाहे राजा क तरह
अमीर य न हो, ऐसे यि त कसी दस ू रे के काम नह ं आया करता! बह
ृ प त सोया हुआ
हो (3 खाल ) तो फैसला सनीचर क हालत पर होगा!
उपाओ:
चप
ु समा ध वषा सोने क , धरम कंु डा दया तोलता हो
आठ 9 घर 2–10 खाल , माया दौलत सब छोड़ता हो
सामु क ल ण
नेक हालत
गु पवन माया वाह सोना ब शे
बह
ृ प त- 12 के सनीचर साथ हो या साथी ह बन रहा हो या खाना नंबर- 2 या 11 म
हो तो म छ रे खा का असर, सनीचर के कारोबार म लाभ ले कन यि त यागी तबीयत
होगा!
बह
ृ प त- 12 के समय यि त बद नय त, झठ ू गवाह , धोखा- फ़रे ब व एहं कार आ द से
बचकर रहे तो ऐसा यि त उतम गह ृ त का मा लक अपनी समा ध और परलोक के
खयालात क लहर या अपने साथी हि तय के भले क म ती म डूबा रहने वाला हुआ
करता है ! साथ लखे हुये उ के साल म फल बहुत नेक हुआ करते ह (1–9–11–19–31–42–
43–67–84–89–101–114) और शुकर अपना परू ा अरसा कम- से- कम 25 साल आराम दया
करता है !
बह
ृ प त- 12 के समय राहू खाना नंबर- 6 (उं च) म हो तो बह
ृ प त दोन जहान का
मा लक होगा रात का आराम, औलाद के लए खचा और द ु मन से बचाव होता रहे गा!
यि त अपने अि तम समय म (मौत का व त) कोई क ट नह ं पाएगा!
बह
ृ प त- 12 के समय फैसला राहू क हालत पर होगा अगर राहू उ दा सा बत हो रहा हो
तो सोना, धन- दौलत सब क हालत उतम होगी और राहू अगर मंदा सा बत हो रहा हो तो
खदु का सोना भी पीतल होगा और हर तरह के दख
ु भोगने पढ़गे!
बह
ृ प त- 12 के समय धरम समा ध का फैसला केत ू क हालत पर होगा अगर केतू उं च
या उतम हालत का हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 6 संख ह तो यि त बड़ा अमीर,
औलाद वाला और समा ध का सुख उतम व नेक होगा!
मंद हालत
बह
ृ प त- 12 के समय कंु डल म बधु मंदा हो रहा हो कयाफा: हाथ क उँ ग लय पर 12
च कर ह (जब हाथ पर 6 उँ ग लयाँ ह ) तो ख़दु क उ ल बी हुआ करती है ले कन दसू र
के लए मंदा और मनहूस खासकर पता के लए!
बह
ृ प त- 12 म बैठा हुआ सोया हुआ हो या द ु मन ेह क ि ट आ द से पी ड़त हो तो
यि त अगर मंदे काम करने का आ द होगा तो मौत का बहाना या न जीवन म ृ य ु क
तरह होगा!
बह
ृ प त- 12 म बैठा मंदे ेह क जहर से मंदा हो चुका/रहा हो तो यि त कसी के
सामने मदद के लए हाथ फैलाए तो द ु कार और खाक मला करती है !
बह
ृ प त- 12 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 म पापी ह ( सवाए केतू खाना नंबर- 9–12
के) तो 42 साल क उ तक बहुत आस और उ मीद हुआ करती है ले कन हाथ नराशा ह
लगा करती है या न “फ़ोक उ मीद” ह गी!
बह
ृ प त- 12 के समय कंु डल म बध
ु हर तरह से मंदा हो रहा हो तो केतू का 34 साल क
उ तक असर मंदा ह हुआ करता है !
उपाओ:
बध
ु अब शक ु र को अपने घर म पालने लगा! दस
ू र तरफ सनीचर िजसने, शक
ु र या
औरत या ज़मीन को दे खने के लए अपनी एक आँख दे रखी थी, शुकर को समझाता है
क मेरे होते हुए आँख क नज़र एक मामूल कर शमा है और इसी सनीचर न अपने बाप
सूरज के खलाफ भी शुकर को सलाह द और औरत सनीचर के फरे ब म आ गई! आँख
बेशक सनीचर क है ले कन म ी शुकर क जो गऊ व बैल के प म भोल - भाल नज़र
आई ले कन इस आँख क चालाक न जो क सनीचर क करामात है , न सरू ज व बह ृ पत
के शेर को नीचा कर दया और नीच फल पैदा हुआ और शुकर क इस चालाक से
द ु नया म यभचार पैदा हुआ! जब मंगल के पेट पर ई या के कारण छु रयाँ चलने
लगीं तो वह मंगल बद हुआ और राहू बन गया और दमाग म नकल- ओ- हरकत हो
रह है ले कन मंगल के होते राहू क पेश नह ं चलती ले कन दल ह दल म बदले के
लए तड़पता रहा और जब मंगल न मंगल क क सरू त ल तो मद क कंु डल म औरत
और औरत क कंु डल म मद क मौत का कारण हुआ! कामदे व के कारण सूरज क
करण म कमी आई तो मंगल क सलाह पर फर ज़मीन पर वा पस आयीं ले कन कसी
को मार दे ने के लए नह ं बि क सबको रोशनी दे ने के लए ले कन अब ज़मीन कैसे
चमक सकती थी और सभी ेह को सनीचर क शैतानी का पता चला! अब बह ृ प त क
हवा हु म बजा ला रह है , मंगल अपने स भा वक नयम अनस ु ार गम नह ं छोड़ सकता
इस लए वह सूरज के हु म पर अपनी करण को इधर- उधर छोड़ रहा है ले कन म ी
(शक
ु र) का करण कुछ नह ं बगाड़ सकतीं, बह ृ प त क हवा न ज़ोर पकड़ा तो म ी के
कण इधर- उधर उड़ने लगे और शुकर के झगड़े के कारण सबक आंखो म पड़ने लगे और
यह कण या ज़र द ु नयादार के झगड़े ह और इन झगड़ से वह बच पाया िजसने
सनीचर क आँख से आँख (शक ु र को द हुई) नह ं मलाई! म ी इन ज़र के कारण हवा
भी खराब हुई और गम बढ़ने लगी और मैदान गम हुए ले कन ऊंचे- ऊंचे पहाड़ ठं डे रहे
और द ु नया म गम और सद दो ह से हुए! औरत क मु कराहट न द ु नया को झगड़
का और लड़ाई का मैदान बना डाला और सुख दख
ु क न दयां (रे खाएँ) हाथ पर दखाई
दे ने लगी या बहने लगीं! मंगल न नज़ारा दखाया तो चंदर न नज़ारा दे खा ले कन रे खाओं
के समंदर (चंदर का दस
ू रा नाम) न शां त न छोड़ी ले कन गम के पानी भी धीरे - धीरे
गम होने लगा ले कन खु क का तमाम मांड (या शक ु र क कुल ज़मीन जो क हथेल
पर एक बड़े मैदा या न बरआज़म के नाम से जाना गया) सूरज क गम से इस कदर तंग
हुआ क सारे का सारा उठ कर दौड़ता हुआ दखाई दे ने लगा या न बहृ प त क साफ हवा
एक गद - गब ु ार म बादल गई और इस गब ु ार न सरू ज क त पश को म म कया लेक न
सूरज का रथ कने क बजाए चलता ह रहा, सबने अपना आप खराब कया ले कन
सरू ज का कु छ नह ं बगाड़ सके इसी लए सरू ज के अपने अस (या उ म) शक
ु र का फल
नीच या खराब हुआ करता है !
आ ह ता- आ ह ता सूरज का रथ छपने लगा और सनीचर क काल रात का पहरा
होने लगा, करण ख़ म हु तो मंगल भी चला गया और मंगल क गैरहाज़र म राहू भी
आ नकला! अब सरू ज क चमक बह ृ प त क ठं डक के साथ चंदर के प म दखाई दे ने
लगी, त पश ख़ म हुई और ज़मीन को भी शां त मल और समंदर न भी अपने अंदर
समाई हुई गम को दर- ब- दर कर दया! राहू न रात ख़ म क तो फर से ठं डी हवा
चलने लगी और रात के बाद दन होने से पहले केतू नकल आया जैसे दन ख़ म होते
ह रात शु होने पहले केतू था और इसके साथ ह नए सूरज क आस भी जागने लगी!
राहू ह ते (स ताह) का आ खर और केत ू ह ते का आगाज इसी कारण दोन एक दस
ू रे से
सात हुए और केत ू के बाद फर से दब ु ारा ेह का वह दौर शु हुआ!
9. सरू ज का सतारा चमकते हुए सरू ज क तरह है और सरू ज रे खा बादल के नीचे छुपा
हुआ सूरज है
10. सनीचर सूरज का द ु मन है ! सूरज इतवार या न ह ते का पहला दन और श नवार
ह ते का आ खर दन! दोन के म य का ह सा आधा हाथ होगा ले कन दोन ह
ेह को दो ह स म बाँटने वाल रे खा उध रे खा है !
सूरज के दो त ह और द ु मन ह
दो त पाट सूरज का का बह
ृ प त का मंगल नेक का राहू का बध
ु का सनीचर का केतू
शुकर
सूरज
सब का पालन करता तप वी राजा, व ण ु भगवान जी
गरम शौक तेरा है बु नयाद उ न त
र व दे खे जब चं माई, त त बैठा न जब क हो
न फ़ उ जब चं होगी, लेख भला सब होता हो
बध
ु नज़र जब र व पर करता, दजा ि ट कोई हो
असर भला सब दो का होगा, सेहत माया या दमागी हो
श न र व से पहले बैठा, नर ह ी उ दा हो
श न शक
ु र जब सरू ज दे ख, मौत भरे दख
ु होता हो
मकान बनाते रशतेदार के, माया ख़ म हो जाती हो
सामु क: सूरज का बुज हथेल पर अना मका उं गल क तीसर पोर के नीचे हुआ
करता है और हथेल पर खान क हदब द के नयम पर खाना नंबर- 1 माना गया है !
सामु क: सूरज का बुज हथेल पर अना मका उं गल क तीसर पोर के नीचे हुआ
करता है और हथेल पर खान क हदब द के नयम पर खाना नंबर- 1 माना गया है !
इस बजु (परबत) का अ छ तरह से वक सत होना और कसी द ु मन ह क नशानी
इस पर न होना सरू ज के नेक होने का पहला सबत
ू होगा! इसके ईलावा इस बज
ु पर
अना मका उं गल से नीचे क तरफ को नकलती हुयी सूरज क अपनी रे खा होगी!
सूरज का सतारा:
ह दो त अपना मरवावे, ख़द
ु ह जब वो मरता हो
श ु ह गर साथी ह , घर बैठक उड़ जाता है
बध
ु आकार तो तेज गु का, चमक चंदर र व दे ता है
र व, श न दो इ ठे बैठे, झगड़ा नह ं कभी करते ह
सरू ज बंदर तो सनीचर साँप, दोन क द ु मनी नहायत मंद ! दन म सरू ज का राज
तो सनीचर का साँप अपने बल म छुप कर रहना ह पसंद करता है इसी तरह सूरज
डूबा और रात शु हुई तो बंदर अपने छुपने क जगह पर जा बैठे! कु डल म एक,
दो, तीन क गनती क तरतीब से सरू ज बैठा हो सनीचर से पहले के घर म तो
सनीचर जो सूरज का लड़का गना है सूरज के फल म कोई बुरा और द ु मनाना
असर नह ं दे गा और सूरज का फल उ दा होगा! ले कन अगर सनीचर पहले घर म
और सरू ज बैठा हो बाद के घर म तो सनीचर अपनी का लख सरू ज म मलता होगा
और क मत पर ध बे लगाता रहे गा! ले कन इसका अशुभ असर चंदर, मंगल,
बह
ृ प त व बुध पर नह ं होगा!
अगर सूरज व सनीचर दोन इ ठे एक ह घर म बैठे ह तो बुध का खाल असर
पैदा होगा, मंगल बद होगा, िजसके नतीजे मंदे ह गे!
अगर सूरज जो क सनीचर का बाप है , के साथ दो त ह बैठे ह तो कु डल वाले
क हालत व है सयत अपने ख़ुद के बाप से उ दा होगी ले कन अगर सूरज के साथ
उसके द ु मन ह बैठे ह तो कु डल वाले यि त क औलाद का हाल मंदा होगा
और औलाद कु डल वाले के लए कसी काम क न होगी!
मंगल क लाल नकलते और छुपते सूरज के साथ हुआ करती है , जैसे- जैसे सूरज
क उ बढ़ती जाए या न सरू ज ऊपर उठता जाए (इंसानी उ का स बंध) मंगल क
लाल छपती जाती है और अलग से नज़र न आकर सूरज के अदं र ह छपी हुआ
करती है ! िजस कदर लाल और रोशनी क मलावट यादा होगी उसी तरह से सरू ज
उ दा व नेक असर बढ़ता होगा या न यि त को सूरज क तरह से च र और धरम
का पालक होने के साथ- साथ मंगल क तरह याय क पालना करने वाला भी होना
ज़ र है ! अब मंगल क लाल के बना जीवन म शान नह ं होगी और अगर सरू ज
साथ छोड़े तो मंगल नेक क बजाए बद होगा या न अब मंगल म सनीचर क बद
का असर मला हुआ होगा!
द ु मन ेह के ईलावा सरू ज का अपना मंदा असर बहुत ह छुपे और खु फया ढं ग से
या रात क नींद के समय होगा जब क सनीचर का असर दन दहाड़े सबके सामने
भरे बाज़ार म हुआ करता है अथात सनीचर जब इंसान को नंगा करने पर आयेगा
तो कोई रहम नाम क चीज़ न होगी!
सूरज का शुकर के साथ द ु मनाना है यो क शुकर म ी और सूरज के पास म ी
का कोई काम नह ं इस लए जब भी शुकर उभर पर आयेगा सूरज क आँख म म ी
पढ़ती होगी! चंदर म सरू ज क आधी रोशनी है य क चंदर सरू ज के दर का
भखार है और सूरज कसी भी मांगने वाले को कभी म ी नह ं दे गा और अगर
दे गा तो चाँद और सोना दे गा! यहाँ तक क भीख दे या न दे ले कन सनीचर क
तरह कसी को भी मौत नह ं दे गा! अगर ब शीश न भी दे वे तो सनीचर क तरह
नह ं होगा क फक र क झोल से सब कुछ नकाल ले या न सूरज जहां सखी
तबीयत और उ का रखवाला हुआ सनीचर इसके उलट लट ू ने वाल तबीयत का
मा लक और बेरहम मौत दे ने वाला!
सूरज का द ु मन ेह से स बंध:
ह उ का कुल अरसा शु का ह म य का ह आ खर का ह
आम हालत 12 घर
सत जग
ु ी राजा घर पहले का, दाता सखी जब दो का हो
भ डार दौलत ख़ुद तीसरे होगा, जोड़ मरे घर 4 का जो
खाना असर
नंबर
सूरज दे खे बध
ु को: य द 100% ि ट हो तो सूरज को मदद हुआ करती है औरत अमीर
खानदान से होगी,
य द 50% ि ट हो तो औरत क ताकत उतम होगी, औरत क क मत शीशे क तरह
चमकदार होगी, य द 25% ि ट हो तो यि त योगा यास का जानकार, ग णत श का
ाता और यो तष का जानकार हुआ करता है !
बध
ु दे खे सूरज ि ट चाहे कोई भी हो तो बध
ु का असर बहुत उतम होगा सेहत उ दा,
द ती- दमागी कारोबार नेक असर ह गे और औरत के लए भी शुभ!
ज म कंु डल के अनस
ु ार सूरज खाना नंबर- 1 या 5 या 11 म हो टे वा बाल ग ेह का
होगा जो ब चे के माँ के पेट म आने के दन से ह अपना असर शु कर दे गा! ऐसी हालत
म खाना नंबर- 1 का सरू ज अपने साथी ेह को (चाहे द ु मन ह या दो त) को मदद दे गा!
जब सूरज खाना नंबर- 5 या 11 म ज मकाल न या वषफल के अनस ु ार हो तो दस ू रे ह
सूरज को मदद दया करते ह चाहे द ु मन ह ह य न ह !
सूरज खदु अकेला नीच या मंदे घर म हो तो सूरज अपनी बजाए केतू को बरबाद करे गा
िजसके कारण नर औलाद कम उ या होगी नह ं या पता को औलाद का सुख नह ं मला
करता! बहुत गस ु ैल तबीयत होना बरबाद का कारण होगा और इसके लए दान व क याण
उतम उपाओ है ! सरू ज जब कभी कंु डल के खाना नंबर- 1 म हो या वषफल अनस ु ार आए
तो शुकर चाहे कसी भी घर का नीच होगा, ले कन सूरज खद ु के इक़बाल म द होगा! मंदे
असर से बचने के लए बध ु क पालना मददगार होगी!
सरू ज जब द ु मन ेह (शक
ु र, राहू, केतू, सनीचर) के साथ बैठा चाहे कंु डल के कसी भी
घर म संयु त ह जैसे सरू ज+शकु र, सरू ज+सनीचर, सरू ज+राहू, सरू ज+केतू आ द तो वषफल
के अनसु ार जब यह संयु त ह दब ु ारा उसी घर म आएइगे तो बैठे हुये घर से संबि धत
चीज पर मंदा असर होगा इसके इलावा यह ह 22 से 45 साल के बीच अपनी- अपनी
उ के अरसा म भी मंदा फल दगे, उधाहरण के लए मान सूरज व शुकर खाना नंबर- 5
म संयु त ह और जब वषफल अनस ु ार खाना नंबर- 5 तो अशुभ असर औरत या खद ु क
िज मानी िज द पर होगा! इस मंदे असर से बचने के लए बध ु पालना से द ु मन ह को
नेक कर लेना चा हए, अगर द ु मन ह के साथ सरू ज का कोई दो त ह (चंदर, मंगल,
बह
ृ प त) भी हो तो मंदा असर द ु मन ह पर न होकर दो त ह से संबि धत बैठे हुये
घर क कारक चीज पर हुआ करता है !
5. सनीचर क मंद चीज (शराब- शबाब- कबाब) से बचना बेहद ज़ र है वरना सूरज नहायत
5. सनीचर क मंद चीज (शराब- शबाब- कबाब) से बचना बेहद ज़ र है वरना सूरज नहायत
मंदा असर दे गा!
6. दान दे ना, जन- क याण के काम और बज ु ुग वारा था पत र म- ओ- रवाज़ को नय त
से नभाना सरू ज के फल को नेक करते ह!
गुदा शुकर खाना ी धन, वाद, बचत खद ु क कमाई से, बेवा या माशूका औरत,
नंबर- 2 रशतेदार से- माता, भुआ, फूफ , मौसी! दस
ू र सब चीज़: आलू,
गाय- अ थान, घी, काफ़ूर, अबरक़ सफ़ेद, भौडी ( बना सींग) गाय!
शर र का ह सा: गुदा!
कमर केतू खाना औलाद व उसका सुख, माता- पता के र तेदार जो ज म से पहले
नंबर- 6 कायम थे, मामँू, नाना- नानी आ द, र तार, साहूकारा, चड़ा ( च ड़या
का नर) शर र का ह सा: कमर!
पड़
ु पड़ी सनीचर खाना जन मरु द , ब छू! शर र का ह सा: पड़
ु पड़ी (कनपट )!
नंबर- 8
पंजर, सनीचर खाना ज ी- वरासत, पता का सुख! नमक काला, तेल- लोहा, लकड़ी,
घट
ु ना नंबर- 10 नज़र व उ ! शर र के बाल, मकान रहायशी िजसम 3 साल से
यादा रहायश हो, मगर- म छ, साँप का घर, भस!
शर र का ह सा: घट
ु ना व अि थ- पंजर!
चूतड़ सनीचर
शर र का ह सा: चत
ू ड़!
दज
ू े - श न 11 बैठा- माया मरतबा बढ़ता हो
ह त रे खा
मात, पता ख़द
ु उ हो ल बी, पर औलाद हो गनती क
आँख पर वो न चा करे गा, परवाह न हो सुनने क
दन का व त, दायाँ ह सा या आँख
सनीचर का ¼ ह सा, बरु ा असर शा मल होगा! बाक एक बचने वाले मकान क है सयत का
राजा होगा! ल मी को वो ख़द
ु पैदा करे गा, मगर ख़द
ु ल मी का दलदादा न होगा! आफ़ताब
चमका तो या चमका, अगर वो ख़द ु अपनी ह पर भी न चमका या न पर- उपकार और सेवा
साधन के बगैर अब सूरज न फल होगा और कुछ न दे गा, अगर दे गा तो तो आग दे गा मगर
ख़ाक फर भी न दे गा! बहरहाल ग दे इ क और मंदे कामदे व से दरू होगा!
नेक हालत
- - टे वे वाला धरमाथ मकान आ द बनवाने वाला कुएं या ऐसी यव था करने का आ द
क मस ु ा फर आ द के लए ठहरने क जगह और पानी क ज रत परू होती रहे ! अपने
बुजुग वारा अपनाए हुये धरम के काम क र ा व पालना करने वाला होगा!
- - सूरज कायम हो तो बाप क सेवा कुल उ करता रहे ले कन अपने बेटे से अपने
लए कोई उ मीद न रखने वाला! खद
ु के बाप से दौलत बेशक न मले ले कन अपने बेटे
ज़ र दौलत दे कर जायेगा!
सूरज खाना बर- 1 के समय शुकर खाना बर- 7 म (वषफल म हो सकता है ) हो तो पता क
उ को खतरा हुआ करता है ! जातक क ी उस वष बख
ु ार से पी ड़त हो सकती है (तपे दक
आ द बख
ु ार) और मान सक रोग का शकार होगी खासकर जब जातक दन के व त संभोग
करने का आ द हो!
य द वषफल के अनसु ार बध
ु खाना बर- 7 म आए और जातक सनीचर क मंद चीज के सेवन
का आ द हो तो ी व संतान सुख न के बराबर और ववेकह न होगा!
य द खाना बर- 7 खाल तो सरू ज सोया हुआ होगा ऐसे म 24 साल म क शाद शभ ु फल
दे गी ले कन अगर कारोबार शाद से पहले शु कया जाए तो 24 वां साल मंदा होगा!
सूरज- 1 के समय सनीचर खाना बर- 8 म हो तो सूरज के टकराव म होगा तो ी सुख बहुत
ह कम होगा (औरत पे औरत मरे )
उपाओ:
जेठ मह ने सरू ज दज
ू े, माया शेर सवार हो
ल
ै ोक का सुख सागर तो, उ का इ छाधार हो
ख़द
ु चमके सबको दमकावे, घर 6 वां भी बढ़ता हो
सखी होवे तो बढ़ता जावे, भ छया से वो गलता हो
झगड़े औरत ज़र ज़मीनाँ, बादल का अंधेरा हो
गंदम
ु !
िजस कदर इस क तै म पानी बढ़े , सरू ज का रथ और भी ऊंचा होकर चले! ले कन िजस कदर
इस क तरफ पानी बढ़े , वो कागज़ क तरह गलता जाए या अगर वो शुकर के झगड़ से दरू रहे
तो हरदम बढ़े , वरना आँधी के बादल से ख़द
ु अपने लए अंधेरा कर ले! मगर सवार और चौपाया
का सुख ज़ र होगा!
नेक हालत
जब बध
ु खाना बर- 8 म हो (हो नह ं सकता) इस लए अना मका उं गल का सरा दे ख अगर
गोल हो या क न का उं गल अना मका क तरफ झुक रह हो तो जातक बहादरु व कारोबार क
अ छ समझ वाला होगा!
जब राहू खाना बर- 8 म और अना मका का सरा चौड़ा हो तो जातक हुनरम द होगा!
सूरज- 2 के समय सनीचर हो खाना बर- 10 म और म यमा अना मका से बहुत बड़ी हो
इ ज़त व अ ल का मा लक होगा!
जातक िजस कदर धन, औरत और ज़मीन आ द के झगड़ म उलझता जाएगा सरू ज उसी कदर
कमजोर होता जाएगा!
मंगल- 1 व - 12 हो तो हर तरह से दख
ु ी, तीन ेह का फल अशुभ होगा!
मंगल नेक के बज
ु पर सरू ज का नशान ( सरू ज का सतारा) हो!
ज़मीन जब
ु ंद बजब
ु ंद, पर न जब
ु ंद मेहरो मंगल
गर बजुबंद, माह बजुबंद, पर न जुबंद बध
ु का जंगल
दन क औलाद, भतीजे!
अब का फल र ी न होगा, माता क उ ल बी होगी वाह न ट हो! बाप दादा बेशक
गर ब ह , पड़ोसी मरे यह भी मम
ु कन है ले कन जातक खद
ु अपनी आ खर उ और आ खर
व त म नधन न होगा और होगा तो खद ु अपनी बदचलनी व मंदे काम से बरबाद होगा, मगर
फर भी गर दशे ज़माना व अ ल के धोके और फरे ब से कभी आजूदा हाल न होगा!
नेक हालत
- - सरू ज- 3 के समय य द टे वे म मंगल नेक हो तो जातक क मत का धनी होगा! खद
ु
कमा कर खाने वाला दौलतम द होगा!
- - टे वे म न तो का फल मंदा होगा बशत खुद बहुत मंदा न हो रहा हो और
न ह मंगल बद होगा! बि क बध
ु व शकु र का फल भी मंदा न होगा! खद ु अपनी और
औलाद क उ ल बी होगी! न तो क मत धोका दे गी न ह अ ल साथ छोड़ेगी!
य द बध
ु या पापी ह मंदे ह तो मामू पर अशुभ असर होगा!
खा ना बर- 3 का सरू ज तभी मंदा असर दे गा य द जातक का चाल चलन मंदा होगा, जातक
झठ
ू बोलने का आद होगा ले कन क मत या कुदरत क तरफ से असर मंदा कभी नह ं होगा!
सरू ज खाना बर- 4
(दस
ू र के लए जोड़ जोड़ कर मरे , ब च का दफ़ ना)
तमा माया म य तू छोड़ा बसेरा
क ड़ा रे शम ज़र दौलत दे ता- बध
ु श न दोन के घर
माया लालच या शम से अपनी- शकम हरामी भरता हो
मंगल खद
ु अब आँख दे अपनी, र व गो बल करता है
श न अगर हो 7 बैठा, हजड़ा बज़
ु दल होता है
नहोराता या आधा अंधा, टे वा ऐसा होता है
नेक हालत
- - सरू ज बर- 4 वाला जातक प रवार का पालनहार हुआ करता है ! खदु तो सार िजंदगी
मामूल खाना खा कर गुज़ारा करने क सोच वाला ले कन आने वाल पीड़ी के लए धन
दौलत जोड़ता जाए! उसक औलाद धनी मानी होगी ले कन खद
ु यि त सादा जीवन
यतीत करने वाला और नेक दल होगा! अ लमंद और
- - जब टे वे म बह
ृ प त खाना बर- 4 और भी उ दा हो, नशानी होगी के
बुज पर बह ृ प त का सीधा खत या ऐसी रे खा िजसका ख सूरज के बुज क तरफ हो या
बधु के बज
ु क तरफ हो ले कन मंगल बद के रा ते से हटकर तो जातक ऐसा उतम व
नया काम करे गा जो उसके बुजुग न भी न कया हो, समंदर के सफर म धन लाभ हो
और जौहर के कारोबार म धन कमाए!
मंद हालत
चोर व हे राफेर क आदत, मंदे शौक और खद ु गरजी के वश लोग क जेब काटना, ऐसी आदत
होने पर खदु क बरबाद के सवा कुछ न होगा! ऐसी बरबाद होगी क आ खर व त अपने
करम के कारन हुयी बरबाद पर दो आँसू बहाने का समय न मलेगा!
माया का लालच इतना यादा क पेट भरने के लए धन ह ढूंड े तो जीवन नक क आग म
जलता हुआ होगा!
टे वे म राहू मंदा हो रहा हो, सनीचर खाना बर- 1 म हो सूरज का फल नहायत मंदा होगा ऐसे
म ससुराल से राहू क चीज़ लेना बजल क तरह तबाह लाएँगी!
- बह
ृ प त या बध
ु , सूरज के बलमुका बल ह ,
1। …राहू, केतू 2.बह
ृ प त……शक
ु र, बध
ु 3।बध
ु … और उसी व त शक
ु र या पापी खाना
बर- 4 म या 2, 5, 9, 12 म या 3, 6 म ह तो कुल ेह ( सवाय मंगल के) का फल नक मा
होगा, ऐसी हालत म अपने ज ी मकान म अ ध खाना खलाना इस मंदे ज़हर से बचा सकेगा
नेक हालत
औलाद क पैदाइश के दन से खश
ु हाल शु होगी और मश रक (पव
ू ) द वार क तरफ खाना
बनाने का थान नेक फल दे गा!
कोई भी द ु मन ह खाना बर- 1 या सूरज के साथ खाना बर- 5 म सूरज इनको मदद दे गा!
जब टे वे म बह
ृ प त उ दा हो तो राज सभा म मान इ ज़त पाये! बादल तले छुपे हुये सरू ज क
जब टे वे म बह
ृ प त उ दा हो तो राज सभा म मान इ ज़त पाये! बादल तले छुपे हुये सूरज क
तरह बधु भी गायब होगा और बध ु का अपना जद
ु ा फल कुल उ ज़ा हर न होगा!
मंद हालत
बह
ृ प त खाना बर- 10 म हो तो शा दयाँ एक से यादा, औरत पे औरत मरे !
सनीचर खाना बर- 3 आमतौर पर औलाद होती नह ं अगर हो जाए नहायत न कमी होगी!
सरू ज खाना बर- 6
(आग जला, दौलत से बे फकर और क मत पर शा कर)
जो तरसे न रोज़ी को प थर का क ड़ा
रे खा को न काट रह हो!
असज
ू सरू ज 6 घर म, अि नबाण ले चलता है
घर 12 म श न पे मारे , शुकर उससे मरता है
घर दज
ू े से कोई न दे खे, पता को भी वो खाता है
अि नबाण से वह बचेगा, पज
ू न िजसक हो
घर अपने म िजसने रखी, घोड़ी, पानी, चाँद हो
गंदम
ु ी रं ग, पाँव क खरा बयाँ, बधु का उपाओ मददगार होगा, मामँू क मदद के लए
ब दर को गुड़ दे ने का उपाओ मददगार होगा, दोहता!
पैदाइश नानके घर होगी!
पहले ाल ध, पीछे बना शर र, केतू राजा हो बना, राहू बने वज़ीर!
या न जनम अ थान उ दा और वालदै न(माता- पता) मुबा रक हालत बि क राज तान होगा!
मगर पापी ेह के व त से हण का मंदा ज़माना ज़ र होगा, या एक दफ़ा तो जवाल ज़ र
होगा! मगर औलाद होने के दन तक फर वह रोशन व सूरज का शानदार ज़माना बहाल होगा!
मगर राज ता लुक और राजा के दरवाजे से कई बार वा पस आकर फर सवाल ज़ र होता रहे गा!
नेक हालत
ऐसी हालत म मंगल खाना बर- 4 म होता हुआ भी मंगल बद या मांगल क न होगा! ऐसे
जातक क रोज़ी रोट कभी ब द न होगी और ऐसा जातक स व शु से भरा हुआ होगा!
ऐसे जातक क पैदाइश आमतौर पर नानका थान पर या ज ी घर बाहर हुआ करती है ! जातक
क पैदाइश के व त घर क माल हालत ठ क हुआ करती है ले कन मंदे ेह (श न, राहू, केतू)
क उ म वनाश हुआ करता है जो क लड़के क पैदाइश के बाद फर सब ठ क होगा!
जीवन म कई बार सरकार से कारोबार नाता तोड़ेगा मगर औलाद क पैदाइश के बाद वह काम
थायी हो जाएगा या न औलाद के पैदा होने के दन से एक ह कारोबार म जुट जाएगा और रोज़ी
रोट के लए कोई कारोबार तबद ल करने क ज रत न होगी!
मंद हालत
खाना बर- 6 म सूरज अकेला बैठा हो और सोया हुआ हो तो केतू क व तुओ,ं नर औलाद और
उसका सख
ु , मामू, नाना, नानी, साहूकारा आ द पर अपना शभ
ु फल दे ना ब द कर दे गा!
घर क पछल मगर बी(पि चमी) द वार तोड़ कर रोशनी आने क जगह बनाना या बेमतलब क
हठधम जीवन का नयम होना जातक के अपने सुख और बढ़
ु ापे म औलाद के सुख के लए
अि न बाण होगा!
अगर केतू क जानदार व तुओ ं (औलाद व मामू) पर बरु ा परभाव आ रहा हो या खद ु क सेहत
खराब हो तो ब दर को गुड़ और गेहूं डाल या भूर चीं टय को गेहूं और बाजरा डाल! केतू क
बेजान चीज म नक
ु सान के व त बध ु को नेक कर लेना मददगार होगा! य द सरू ज का अपना
असर खराब हो रहा हो तो न ट करना चा हए!
सूरज खाना बर- 6 के व त मंगल खाना बर- 10 म हो तो लड़के पे लड़का मरता हो ऐसे मे
ज़मीन के नीचे कोई भ ी या त दरू नह ं होना चा हए बचाओ होता रहे गा! इसके इलावा क
व तएु ँ अपने सरहाने रख का सोएँ और सब ु ह धरम थान म छोड़ आय!
अगर बधु खाना बर- 12 म हो तो राजदरबार गक और मंदे नतीजे दे गा! खन ू का दबाव (blood
pressure) क वजह से सेहत मंद रहे ! सर पर चोट क जगह को सूरज क गम जला कर
राजदरबार मंदा करे गी!
सूरज खाना बर- 6 के समय राहू खाना बर- 1 और केत ू खाना बर- 7 म हो तो पैदाइश
सूरज खाना बर- 6 के समय राहू खाना बर- 1 और केत ू खाना बर- 7 म हो तो पैदाइश
ज ी मकान से बाहर आमतौर पर नानका घर म हुआ करती है !
गु या मंगल दज
ू े- वज़ीर बल
ु द बनता हो
श ु मगर जब घर दो बैठे- साथ पराई ममता हो
कयाफा:
ह त रे खा
शक
ु र के बुज से रे खा/शाख (ग) सूरज के बुज पर जा नकले, शुकर का पतंग (क)
हथेल पर
कायम हो या सूरज का सतारा बुध के बुज बुज पर हो!
दन उस ह सूरज नकले, 8 जब दज
ू े होया
लाल गाय(सूरज रं ग क ), हानी नु स, सफेद गाय गैर मुबा रक, मगर याह गाय मददगार
होगी, (दध
ू ) न ट करने से मदद होगी, बध ु या भोडी गाय भी मुबा रक होगी!
ज़मीन म तांबे के चोकर टुकड़े दबाना मददगार होगा! पराई ममता ज़ र साथ रहे ! अगर औरत
भी है तो लाजव ती ह रहे , वरना वो न रहे ! अगर औरत हो और फर भी रहे तो शुकर का घर
(ससुराल तरफ) ह न रहे ! फर भी रहे तो धन क जगह म ी रहे या बद ल मी रहे , अगर फर
भी रहे तो कोई न रहे ! अगर बध ु खाना बर- 7 म न हो या टे वे म बध
ु नक मा हो तो कागज़
पर फैलने वाल याह क तरह क मत का हाल होगा या वो सफ बध
ु क मदद से फा रग-
उल- बाल होगा!
नेक हालत
खद
ु टे वे वाले क जान व सेहत के लए सूरज का असर बरु ा न होगा, टे वे वाले का ज़ाती प रवार
(आल औलाद) उ दा और औलाद क पैदाइश के दन से धन दौलत भी उतम होगा!
खद
ु के माता पता (वालदै न) व ससुराल खानदान के लए यह सूरज सरकार काम म सूखी घास
म आग के समान होगा!
य द सनीचर, बध
ु , केतू खाना बर- 2 म हो तो ी सख
ु ह का होगा ले कन मंदा नह !ं पराई
औरत हमेशा गले पड़ी रह!
बध
ु ऊंच, या खाना बर- 7 म या खाना बर- 7 के सूरज को मंगल क मदद मल रह हो तो
आमदन और दौलत उ दा ले कन अ ल उ दा होने क शत नह !ं
मंद हालत
अगर टे वे म बध
ु शुकर मंदे ह और सूरज भी राहू आ द से खराब हो रहा हो तो लड़का गंग
ू ा या
पागल होगा!
अगर ऊंचे सरकार औहदा (हा कम) हो और नम ज़ुबान हो या अ छा योपर होते हुए गरम
तबीयत हो तो बरबाद का बहाना होगा (हा कमी गरमी क दक
ू ानदार नरमी क ), ऐसा जातक
बहुत गु से वाला, स जी म नमक यादा खाने वाला, बद- मजाज़, गंद मशहूर क ई छा वाला
सब मंद हालत क नशा नयाँ ह!
शुकर या पापी ह खाना बर- 2 म ह तो पराई औरत गले पड़ती रह और इनम से कोई न
कोई औरत हमेशा द ु खया रहे ! खद
ु क औरत अपने माता पता को जातक के कारन दख
ु ी दे ख
हमेशा बलखती रहे !
जब वषफल के अनस ु ार बध
ु खाना बर- 9 म हो और टे वे म बध
ु क मदद न हो तो लोग ऐसे
यि त पर कोई एतबार नह ं करते और हालत (न धन रहे धनाड़ हो- न गुल रह गुलजार हो) सब
मालो- ज़र सफ़र (जनम व त वाह लखहज़ार बोलते बोलते हो हूंझ बह
ु ार )!
उपाओ:
खबरदार :
पाँच पहले घर शक
ु र बैठा- उ छोट , जले जंगल वह
- - खाना बर- 8, ब ृ छक रा श िजसका वामी मंगल है ! मंगल ह सूरज का दो त है
और सूरज के बगैर मंगल बद हो जाता है ! इस रा श न को नीच कया और भी
सरू ज का दो त ह है ! ब ृ छक रा श असर के लए सनीचर ह का थान है जो सरू ज का
द ु मन ह है ! इस लए अब सूरज के यहाँ होने पर सनीचर झगड़े का कारन होगा! इस घर
पर सनीचर व मंगल बद का इकठा अ धप य है इस लए दोन ह मक ु दमा, बीमार ,
दस ू र जहमत जो झगड़ा करवा कर मौत का कारन ह गी! ले कन खुद सूरज जो क िज म
है इ सान को मरने न दे गा! सूरज खाना बर- 8 वाले यि त क मौत भी अचानक हुआ
करती है ! सरू ज के इस घर म होने से मंगल भी बद न होगा और मंगल का असर नेक
होगा! इस घर म सनीचर य द मौत दे ता है तो सूरज ल बी उ का परतीक है ! सूरज- 8
के समय जातक न तो ल बी बीमार भोगता है और न ह म ृ य ु क टदायक होगी!
(म घर मह ने र व है 8 - बट है गरमी सरद से)
म घर मह ने र व 8 , बट है गम सद से
रथ गाड़ी, प क और स ची आग!
ऐसे टे वे म हथेल पर शुकर का पतंग हुआ करता है जो काग रे खा का फल दे गा, इस लए सफ़ेद
गाय क मंद हालत दे गी! उजड़े मकान को बसाने वाला और पानी से भरे बादल को बरसा लेने
वाला होगा! प थर से आग और आग से पानी से म ी या न सारा मा ड पैदा करने वाला
यि त होगा! मारग अ थान के ब छू से मुद िज़ंदा करवा लेगा और इसक ज़हर से जलाय हुये
प थर से सं खया और सं खए से हजड़ या न नामद को मद म गनवा लेने वाला तप वी राजा
क तरह होगा बशत क सग द ु नया(3 कुते) या चोर का दलदादा न हो!
नेक हालत
सरू ज क नेक हालत का आधार पापी ेह क अ छ या बरु ि तथी पर नभर करे गा! अगर
सूरज नेक फल का हो तो गेबी द ु मन का वनाश और जातक खद ु सचाई का पतु ला होगा!
ऐसा तप वी राजा िजससे मौत भी दरू भागे, ऐसे जातक के सामने कसी खन
ू के र तेदार क
मौत न होगी!
सरू ज क उमर 22 साल से 24 साल तक राजदरबार के फल उतम ह गे! जातक दौलत और माया
का भ डार होगा! सरू ज क गरमी क आग जलाने के बजाए मा ड से शीतल जल बरसाती
होगी!
उजड़े मकान को बसाने वाला और पानी से बादल को बरसाने वाला प थर (सनीचर) से आग,
आग से पानी और पानी से म ी (शुकर) पैदा क शि सयत का मा लक! मंगल भी अब मंगल क
न होगा! मारक थान के जले हुये प थर को सं खया म बदले जो नामद को मद बनावे और
ऐसे जातक क मौजूदगी म मुद भी जी उठ जब तीन द ु नयावी कु ते नेक हालत के ह !
मंद हालत
शुकर खाना बर- 1–5–10 म से कसी एक म हो तो काग रे खा, फल नहायत मंदा होगा
जब टे वे म बह
ृ प त मंदा हो रहा हो तो दस
ू र को तो हर क ट से बचावे ले कन खद
ु क क मत
नहायत मंद होगी!
बध
ु खाना बर- 2 (वषफल म हो सकता है ) तो धन दौलत के लए फल मंदा होगा!
सरू ज खाना बर- 9
(ल बी उ , भार कबीला, खानदानी परव रश वाला- सरू ज हण के बाद का सरू ज)
उ ल बी म पाप तो खुद बढ़े गा
पोह मह ने सरू ज 9 - उ ल बी का मा लक हो
ह त रे खा
के उपर का बज
ु है और इन दोन के म य म खान क हदब द के असल
ू पर
खाना बर- 9 है , उपर दया हुआ च दे ख!
पोह मह ने सरू ज 9 , उ ल बी का मा लक हो
नेक हालत
मंद हालत
अगर जातक क व तुएँ खासकर चाँद दान म लेने का आद होगा तो बरबाद क नशानी
होगी!
बध
ु साथ या खाना बर- 3 या 5 म हो तो सूरज का मंदा असर ज़ोर पर होगा इस मंदे असर
से बचने के लए घर म पीतल के बड़े बड़े बरतन का इ तेमाल करना चा हए!
उपाओ:
सरू ज रे खा का घम
ु ावदार होकर सनीचर के बज
ु पर जा नकलना या सरू ज रे खा से
कसी शाख
नेक हालत
- - सूरज य द कायम होगा तो इ त, सेहत व दौलत के फल हर तरह से नेक ह गे
ले कन जातक वहमी तबीयत हुआ करता है ! ऐसे म सर पर सफेद या ह के शबती रं ग
क टोपी या पगड़ी पहनना नहायत नेक होगा! टोपी या पगड़ी काले या नीले रं ग क नह ं
होनी चा हए!
- - बज़
ु ग
ु क सेवा व उनक आ ा मानना तर क क नीव हुआ करती है !
मंद हालत
जब खाना बर- 10 म सरू ज अकेला बैठा हो तो सनीचर अपनी चीज (ज ी वरासत, पता का
सुख, तेल, लोहा, लकड़ी, भस, बाल, ऐसा मकान िजस म रहते तीन साल हो चुके ह , पंजर व
घट
ु ना आ द) पर अपना नेक असर ब द कर दे गा!
जातक य द ससुराल खानदान के साथ मलकर कारोबार करे या राहू से संबि धत चीज का
योपर करे तो राहू सूरज को सत कर सूरज हण क ि तथी पैदा करे गा!
नर ेह (मंगल, बह
ृ प त) क बन सहायता न दर जहान दे खा,
फर भी दे खा सरू ज क गम और नजी ोध से जलता हुआ याह दे खा,
या न सूरज मंदा हो या खद
ु कर लया जाए तो जातक को कह ं का न रखेगा! सफ़ेद पगड़ी से
उसको शाह का शाह दे खा! ले कन बध
ु क 34 साल क उ तक अकेले सूरज का हाल/फल मंदा
ह होगा!
खा ना बर- 4 खाल तो सूरज सोया हुआ होगा ऐसे जातक क तमाम लयाकत, ख़ा सयत व
अ ल कोई काम न आएगी और इसका अशुभ असर राजदरबार से संबि धत कारोबार पर होगा!
इस मंदे असर से बचने के लए तांबे के स के चलते द रया म बहाने चा हएँ 43 दन लगातार!
उपाओ:
बज़
ु ुग क आ ा पालन कर व आशीवाद ल!
सनीचर क मंद चीज शराब, शबाब व कबाब से परहे ज कर!
हड प प के पानी का इ तेमाल कर!
पापी ेह के मंदे असर से बचने के लए खाने(घर) के अनस
ु ार उनका उपाओ कर
तांबे के स के चलते द रया म बहाएँ 43 दन लगातार!
सर पर सफेद या बादामी रं ग क टोपी या पगड़ी पहन!
राहू से संबि धत कारोबार न कर!
सरू ज खाना बर- 11
(पण
ू धरमी मगर अपना ह ऐश पस द)
ज़ुबान तेर गो त का खाना जो मांगे
ह त रे खा
चमके ख़द
ु न चमकने दे वे, उ क पर वो र ा करे
सुख तांबा!
जठ
ू मारे या झट
ू , शराब गाले या प थर
सनीचर क चीज का स बंध सूरज क चमक पर याह फेर दे गा! बह ृ प त के दरबार जहाँ क
सनीचर हलफ़ (कसम) उठाए, क मत का फैसला कर रहा है उसी कलम से सूरज पर क़ ल का
हु म लख दे गा, या न सनीचर क ख़रु ाक या मंद चीज के इ तेमाल से औलाद क तबाह का
हु म स दर कर दे गा! िजसे राहू केतू क उ तक मनसूख़ कराना इनसानी ताकत से बाहर होगा!
गलती क द ु ती के लए अपने हमवज़न दध ू के बराबर दध
ू दे ने वाल बक रय क गनती के
बराबर बकरे छोड़ने पर ठ क होगी, और 40 या 43 दन तक रे त का ब तर मुबा रक होगा!
नेक हालत
जातक य द सादा भोजन खाने वाला और शराब, शबाब व कबाब से दरू रहने वाला होगा तो नर
जातक य द सादा भोजन खाने वाला और शराब, शबाब व कबाब से दरू रहने वाला होगा तो नर
औलाद ज़ र होगी चाहे टे वे म औलाद न होने के कतने भी योग ह !
अगर सनीचर के मंदे काम (शराब, शबाब व कबाब) से तौबा करले तो नर औलाद कम से कम
तीन तो ह गी और जातक धा मक वचार का होगा!
सूरज 11 के समय जातक क उ ल बी होगी यो क सूरज बाप है बेटे सनीचर को नह ं मारे गा!
मंद हालत
खाना बर- 11 का सूरज जब अकेला हो तो सनीचर क व तुओ ं (खद ु क कमाई, खदु के बनाए
हुये मकान, स तान क आय,ु काम व शि त और राहू केतू पर अपना शुभ परभाव ब द कर
दे गा!
सनीचर और बध ु के मंदे काम बरबाद क नशानी होगी! ज़बान का खोटापन, साँप को सपने म
दे खना, लड़ाई- झगड़े, गंद ज़ब
ु ान का इ तेमाल, झठ
ू शहादत, अमानत म खयानत, या न लठ
मारे या झूठ, शराब म कार सभी चीज़ मंदा फल दगी!
ह त रे खा
सुख गह
ृ ती प का होवे, धम गर वो परू ा हो!
धन प रवार क कमी न कोई, राहू से गर बचता हो!
नेक हालत
जब पापी राहू, केतू, सनीचर म से कोई खाना बर- 1 म आए तो सनीचर से संबि धत कारोबार
मंदे फल दगे!
सरू ज- 12 के समय सनीचर चाहे खाना बर- 6 म हो सरू ज और सनीचर का कोई झगड़ा नह ं
होगा न ह शकु र और बध
ु मंदा फल दगे!
इस घर के र शप त बहृ प त का फल श क होगा! जातक क धन क ि तथी चाहे अ छ न हो
पर त ु जातक धमह न कभी न होगा न ह बेऔलाद और न ह लंगोटधार साध ू होगा!
मंद हालत
सुख गह
ृ ती प का होवे- धम गर वो परू ा हो,
धन प रवार क कमी न कोई- राहू से गर बचता हो॰
सूरज खाना बर- 12 के समय जातक अगर धरम क पालना और सं कार का रखवाला होगा
तो गहृ त जीवन सुखी होगा!
खाना बर- 12 का सूरज राहू क चीज पर अपना नेक असर ब द कर दया करता है िजसके
कारन राहू के कारोबार व खोपड़ी, कू हे क ह डी, दमागी खरा बयाँ पैदा हो सकती ह!
दस
ू र के त दल म मैल, ई या, बेवजह क द ु मनी, अंधेरे मकान म रहने क आदत, झूठ
गवाह , अमानत म खयानत आ द आदत सूरज क रोशनी को पेशाब म बझ ु ाते ह गे!
राहू क चीज का कारोबार या ससुराल से सांझ े म कारोबार हर तरफ नराशा और मंदे फल दगे!
जीवन म शां त नाम क कोई चीज़ न होगी!
चंदर: लाल- कताब के फरमान स ह नंबर- 208 पर चंदर के साथ घोड़े क त वीर
चंदर: लाल- कताब के फरमान स ह नंबर- 208 पर चंदर के साथ घोड़े क त वीर
या न घोड़ा चंदर क चीज़! घोड़ा सफ 3 बार जागता है ! चंदर हमेशा राशीफल का होता है
और तीन घर म तो खद
ु ा क मदद क तरह हुआ करता है !
खाना नंबर- 3 म चंदर मैदान- ए- जंग म लड़ाई के समान क कभी कमी नह ं होने
दे गा या न इस घर को मंगल का प का घर होने के कारण मैदान- ए- जंग कहा गया है
ले कन जीवन क हर लड़ाई के व त इस घर का चंदर साथ दया करता है ! कंु डल म
मंगल बद भी नह ं हुआ करता! भाई- बंधुओ ं क सहायता, धन- दौलत पूरा और चोर
वारा होने वाले नक
ु सान से भी बचाया करता है !
खाना नंबर- 8 म बैठ कर ल बी आयु का कारक हुआ करता है और कंु डल वाले क
(आकि मक) मौत को रोकता है ! ले कन चंदर क बाक चीज के लए चंदर नेक फल का
होगा इसक शत नह ं य क चंदर अपनी नीच राशी म होगा! उ और खानदानी न ल
के लए फल उतम ह गे!
चंदर का द ु मन ेह से स बंध
सामु क या या
च दर से बध
ु का संब ध:
- - च दर टे वे म बध
ु से पहले घर म हो तो च दर का भाव बध
ु पर बल होगा, यह
संबंध मान सक प से उ तम ले कन सांसा रक प म दोन का फल म दा होगा!
- - बुध टे वे म च दर से पहले घर म हो तो बुध का च दर पर बल भाव होगा, धन
क हार नह ं ले कन मान सक परे शानी बनी रहे गी, य द दोन ह या कोई पी ड़त हो तो
जातक आ मह या तक कर सकता है !
- - एक तरफ क ि ट का असर:
(क) बध
ु दे खे च दर को 100% ि ट से तो भाव नहायत अशभ
ु , नशानी होगी
सी ढ़य के ठ क सामने कुआँ (आज के युग पानी जमा करने क जगह)
च दर का सनीचर से संब ध:
- - च दर दे खे सनीचर को तो च दर का फल नेक मगर सनीचर का फल म दा होगा
(दोन ह अपने पके घर म ह तो शत नह ं लगेगी)!
- - सनीचर दे खे च दर को तो च दर का फल म दा ले कन सनीचर टे वे म ि त थ के
अनुसार अपना फल जार रखेगा!
- - दोन ह ह अलग अलग ले कन साथ लगते हुए घर म ह तो आपसी द ु मनी पर
ह गे, ऐसे म अगर दवार तोड़ कर कुआँ या पानी जमा करने का थान या फर बफखाना
बनवाया जाये तो असर नहायत बुरा, माता क सेहत खराब, औलाद व दौलत का न होना
या न रहना, खदु क सेहत खराब अधरं ग तक हो सकता है !
- - पापी टोला अगर च दर को भा वत करे तो च दर के दध
ू म ज़हर के समान होगा!
च दर पानी क पानी/ताल म
और है सयत
खाना कैसी
न बर
असल खन
ू का सबत
ू होगा!
7 मैदान शाद होने से पहले ताल म परू हो जाएगी ले कन कसी कारन ताल म लंबी
और खेती चल जाए तो शाद म दे र होगी, ताल म कारआमद रहे गी ले कन अ वल दजा
क का दधू न होगा ले कन दधू जैसा भी होगा चाँद के भाव बकेगा!
ज़मीन
को दया
जाने
वाला
नहर का
पानी
8 अमतृ या ताल म खा लस दध
ू क तरह न हो कर सख ू े दध
ू क तरह होगी या न अगर
खा लस जातक पढ़ाई क तरफ जाएगा तो परू ा पढ़े गा वरना ब च को भी पढ़ाई से
जहर रोकेगा!
उँ ग लय पर जौ का नशान:
अंगूठे को छोड़ कर बा क उँ ग लय क पो रय (दोन हाथ क ) पर जौ का नशान
द ु नयावी िज़ंदगी म आने वाल ख़श ु ी या गम को बताता है ! आम तौर पर कुल नशान ३२
तक हो सकते ह! य द २१ जौ क नशान ह तो च दर का असर खुद के लए नेक लखा
है ,
दध
ू ख़ा लस ज़र पहले - नहर वीराने आती हो
बहन भराता गज़
ु रते पहले- आम नशानी होती हो
इ म तप या हर दो मलते- दध
ू बेचे कुल घटती हो
माता जब त त पे बैठे- असर गुना 2 दे ती हो
ऊंच शुकर वाह कतना टे वे- द ु खया औरत उस रहती हो
दध
ू का पहले घर म, जहर श न से होता है
शुकर, बध
ु भी द ु मन इसके, केत ू राहू मंदा है
24 साल 27 होते, माता सर पर मौत चले
नेक हालत
जब कभी सफ़र 100 दन या उससे यादा का हो तो द रया पार करते व त उसम तांबे के
स के बहाने चा हए औलाद क उ के लए नेक होगा वरना औलाद क ट म रहे गी! दध
ू को
जलाना या मुनाफे के लए बेचना को कमजोर करे गा!
चाँद के बरतन म बध
ु क नाल का इ तेमाल मनहूस फल दे गा जैसे केतल या चाँद का
गंगासागर िजसम बध ु क नाल लगी हो ऐसे बरतन का इ तेमाल करने से टे वे वाले क 34
साला उ से 48 साल क उ तक माता क आम सेहत व आँख के लए अशुभ होगा!
इ म और हर तप या का मा लक होगा! माता के चरण छू कर आशीवाद लेत े रहना कामयाब
िजंदगी क बु नयाद होगे! माता से चाँद क ट लेकर अपने पास रख कुल उ माता का
आशीवाद साथ होगा! घर से नकलते व त और वा पस आकर माता के चरण छू कर आशीवाद
लेत े रहना चा हए वैसे तो कुल उ ले कन 24 व 27 साल म नहायत ज र है !
सूरज या मंगल या बह
ृ प त खाना बर 4–10 म ह तो समंदर के सफ़र से खबू धन लाभ हो!
जब खाना बर 7 व 8 उ दा ह तो जल हुयी रे त भी धन दे गी! जब नेक व कायम हो तो
ज़मीन जायदाद से लाभ व कभी कभी परु ानी अमानत भी पास रे ह जाया करती है !
शकु र व बध
ु या मंगल व बध
ु खाना बर- 7 म ह तो सख ु ी रे त भी मीठ खांड का फल दे गी
ले कन खाना बर- 8 मंदा हो रहा हो तो मीठ खांड भी रे त होगी या न फल मंदा!
अगर ल बे सफ़र पार जाना हो तो माता का आशीवाद लेकर जाएँ, माता से चाँद क कोई चीज़
लेकर अपने साथ रख य द माता क सेहत मंद हो रह हो तो मंगल क चीज़ म ी के बरतन म
भर कर ज़मीन के नीचे दबाएँ!
हु म परू ा माता का गर त ू करे गा
मंद हालत
बह
ृ प त खाना बर- 11 म हो तो जातक इ क- ओ- मोह बत म डूबा रहने वाला और उसक
यह आदत बरबाद का बहाना होगी! शाद के शगुन के दन से ह टे वे वाले क माता, दाद , सास
व नानी आ द क हालत खराब! टे वे म मंगल बद या खाना बर- 8 खराब हो रहा हो तो शाद
के लए मना कए गए साल म शाद हो जाए तो पेट व भाइय क तरफ से असर मंदा होगा!
उपाओ:
उ ल बी हो खद
ु उस माता- च कर दज
ू े 48 जो
4 टे दस 8–9–12- श ु बैठे न पापी को
ह त रे खा: दल रे खा (क) बह
ृ प त के बुज पर जा नकले या क मत रे खा (ख)
के बज
ु से शु हो कर बह ृ प त के बज
ु को जा नकले!
वशेष: कंु डल म टकराव क ि त थ नह ं दखाई य क दोन घर का ह बह
ृ पत
और का दो त टकराव नह ं होगा बि क दोन घर मले हुये ह गे!
चंद चढ़या कुल आलम दे खे, गर बहन न दे खे भाई तो दे खे
सब को ह वो तब तक दे खे, जब तक चीज़ दे खे
नेक हालत
खाना बर- 2 वाले जातक क बहन आमतौर पर नह ं हुआ करती ले कन भाई ज़ र होते
ह अगर खद ु के भाई न भी हुये तो औरत के भाई ज़ र ह गे! जातक दौलतम द, शाह िजंदगी
वाला, सवार और औलाद का सुख पण ू होगा!
उतम व उं च फल का होगा! जब भी वषफल के अनस ु ार खाना बर- 1 म आयेगा तो
व बह
ृ प त दोन का फल उतम होगा! खाना बर- 2 का 2–14–26–38–50–62–81–98–110
साल म खाना बर- 1 म आयेगा! टे वे वाले क खानदानी न ल कभी ब द न होगी चाहे टे वे
म औलाद न होने के कतने ह योग य न ह ! माता का आशीवाद के दो च कर या न
जातक क 48 साल क उ तक ज़ र होगा!
खदु अपनी उ व सेहत के लए मकान क सतह के नीचे चाँद क चीज़ दबाना मुबारक होगा!
द रया का पानी या माता से चाँद लेकर अपने पास रख कुल उ ! घर के अंदर फश का कुछ
ह सा क चा ज़ र रखना चा हए!
जब टे वे के खाना बर- 4–6–8–9–12 म राहू या केतू या सनीचर पापी होकर न बैठा हो तो माता
का साथ दे र तक बना रहे गा और माता क उ का फैसला बह ृ प त क ि तथी के अनसु ार होगा!
टे वे म जागता हो तो खद
ु जातक क अपनी व ससुराल खानदान क धन क ि तथी उतम
होगी!
टे वे म शुकर उ दा हो कयाफा: दल रे खा का एक ह सा बज
ु बर- 2 पर जा रहा हो तो शुकर
और का इ कठा फल होगा जातक कामयाब आ शक होगा द ु नयावी या हानी!
मंद हालत
सूरज खाना बर- 1 म हो तो उ आमतौर पर 25 साल ह हुआ करती है वरना 25–34 साला
उ से 75 साल क उ तक हर तरह से फल मंदे ह गे जीवन गर बी से भरपरू होगा!
खाना बर- 9या 10या 12 म पापी ह ह तो सनीचर क अपनी उ 9–18–36 साल म माता
क उ श क होगी! खाना बर- 1 म के द ु मन ह बध
ु , शुकर और राहू केतू बर- 1–2–
7–11 म मंदे तो सभी ेह का असर मंदा होगा ले कन रा शफल के ह काबीले उपाओ ह गे!
बध
ु बैठा हो खाना बर- 3 म और बह ृ प त 9 म तो हर काम क क कर व रगड़े खा कर
होगा या काम बगड़े फर दब ु ारा से बने! इस मंदे जहर से बचने के लए हरे रं ग(बध
ु ) का कपड़ा(
) छोट लड़ कय (बध ु ) को 43 दन दे ना चा हए!
उपाओ:
पज
ू न सबसे उतम उपाओ है !
माता व माता समान औरत के पैर छू कर आशीवाद लेना चा हए!
माता से चाँद लेकर कुल िजंदगी अपने पास रख!
ज़मीन के नीचे चाँद व शहद चाँद के बरतन मे भर कर दबाएँ!
औलाद क तरफ से परे शानी हो तो कुते क सेवा कर!
छोट लड़ कय को हरे कपड़े द!
जो ह को खराब कर रहा हो उसका उपाओ कर!
खाना बर- 3
(चोर व मौत का र क, उ का मा लक फ़ र ता िजससे मौत भी डरे )
पीवे दध
ू ख़द
ु - बहन भाई जो तेरा
बरु ा न फल कभी टे वे- खाल पड़ा 9–11 जो
होगा शुकर भी उतम टे वे- न ह मंगल बद होता हो
- - मंगल के बज
ु पर, मंगल व दोन ह बराबर के ह! मंगल नेक हो तो का
फल भी उतम होगा और अगर मंगल बद हो तो का फल भी मंदा! नेक हो तो मैदाने
जंग या न जीवन क हर लड़ाई म फतह होगी और अगर मंगल बद हुआ तो माता से
र ता ठ क नह ं होगा यह एक नशानी भी है ! जातक ख़ुद अपने लए हर तरह से नेक
होगा! कंु डल के खाना बर- 3 म मथुन रा श और रा शि त बुध है जो का दो त है
ले कन बध
ु से द ु मनी करता है ! इस घर म राहू उं च होता है जो के फल को
म म करता है ! के व त 3 साल पूर ऐश होवे! उ 80 साल लखी है ! ल क क
पैदाइश पर क चीज का दान धन के लए, राहू के वा ते क यादान मब
ु ारक रहे ,
लड़के के जनम पर सूरज क व तुओ ं का दान (हवा- ए- बद से बचाव) शुकर के लए
गाए क सेवा! चोर से बचाव के लए मसनुई सूरज क चीज का दान शुभ होगा!
ह त रे खा: दल रे खा(क) से शाख(ख) मंगल के बज
ु (3) को जा नकले!
ह फ़ बझ
ु ा बझ
ु ा सा बेतरतीब शमनाक, डरपोक!
खब
ू सरू त व सजावट ह फ़ ग पी, बात बात म टरकाने वाला!
इतना तो फल ज र , कर दे गा तीजे
नेक हालत
अगर टे वे म बध
ु उ दा हो और कायम तो जातक द ु नयावी गंद मोह बत से नफरत करने
वाला नेक दल इंसान होगा! मौत पर काब ू पाने क ह मत का मा लक! न तो रज़क क कमी
न ह चोर का डर, जीवन क हर जंग म फतह पाने वाला!
जातक क माता अब पता क तरह हर जगह जातक के साथ होगी! खानदान म मंद व बेव त
क मौत न के बराबर ह गी! टे वे म य द राहू व केतू मंदे ह तो बध
ु पज
ू न ज र होगा वरना घर
क नौकरानी दध
ू के साथ दध
ू दे ने वाला पशु भी बेच डाले!
टे वे म बध
ु मंदा हो और खाना बर- 1 म आ जावे या बध ु खाना बर- 11 म हो तो
और बधु दोन अ त उतम फल के ह गे, ीय क ऐसे घर म पजू ा होगी और वह उ न त
का कारण ह गी!
सूरज खाना बर- 1, सनीचर खाना बर- 11, बधु खाना बर- 5, बह
ृ प त खाना बर- 9 व
खाना बर- 4 उतम हो तो राजयोग होगा! माता पता का सुख नेक व ल बे समय तक होगा!
शां त और दौलत का च मा चलता होगा!
राहू केतू क ि तथी उतम हो नशानी होगी अंगूठा छोटा और उँ ग लयाँ तराशी हुयी तो दध
ू और
म ी से लाभ पश ु पालन से फायदा हो!
मंगल खाना बर- 4 तो दमागी खाना बर- 27 हरकतशील, जातक दमागी सोच वचार का
मा लक नेक मायन म ले कन धन दौलत होते हुये भी जातक तंग दल हुआ करता है ! अ ल
ल बी व नेक नय त का मा लक ट का जवाब प थर से दे ने वाला चाहे टे वे म न ट ह
य न हो!
मंद हालत
धन दौलत को चोर व दस
ू र जहमत से बचने के लए, शाद के व त मसनई
ु सूरज क व तुओं
का दान कर!
ह त रे खा: धन रे खा के बज
ु से शु हो या सर रे खा(क) के नीचे कोण का
नशान!
सोना नह ं तो चाँद , दध
ू नह ं तो पानी
पानी भी न सह तो, गु दे व क वाणी
ना भ दे खी आँख भी दे खी, दे खी तो पड़
ु पड़ी भी है
जो न दे खा राहू न दे खा, न ह दे खा केतू है
पाप नह ं वो इस घर करते, मदद तो उनक होती है
नेक हालत
मंद हालत
उपाओ:
श ु मंदे 3 दज
ू े बैठे- म मंदे 9–11 जो
बध
ु तीजे गु 9–2 मारे - जलता मगर 10–12 हो
असर भले वाह 3–8 मंदा- बुध मोती 7–11 हो
एक सद आह के खचते ह , सब ख़ाक- ओ- भ म ह
द ु मन ह 9–11 बैठे, नेक नतीजे दे त े ह
नेक हालत
घर म धन दौलत क खब
ू बरकत होगी और जातक खद
ु परमा मा से डर कर चलने वाला!
रा ती तेरा प ला हमेशा भार है
अदल व इ साफ क तू है मीज़ान
अगर जातक नेक तबीयत और धम क पालना करने वाला होगा तो धन दौलत का च मा कभी
ब द न होगा
खाना बर- 9 खाल हो तो सोया हुआ माना जाएगा ऐसे मंगल क मदद लेनी चा हए, घर
से नकलते व त खाने पीने का सामान िजसम मीठा होना चा हए लेकर चल और चलते व त भी
खबू मीठा भोजन खाकर काम पर नकल!
मंद हालत
ऐसे जातक को हर काम का ढंडोरा पीटने क आदत हुआ करती है और साथ ह उसक ज़ुबान
भी मंद ह होगी इस लए ऐसा इ सान अपने भेद दस ू र के सामने ज़ा हर कर दे ता है और उसका
भेद ह जातक क बरबाद का कारन होगा! खु गज व लालच भी बरबाद का कारन ह गे! कसी
दस
ू रे को कु छ बताने से पहले कसी और इ सान(सूरज) या घर क द वार से सलाह ले लेनी
चा हए!
उपाओ:
नह ं पहले क गर तू कर दे ख नेक
आठ दज
ू े बध
ु मंगल 12- म द हुई न दौलत हो
मात- बेटा न दो कोई बैठा- पता रोवे खुद क मत को
- 6 के समय बध
ु - 12 म हो माता खानदान के असर नहायत मंदा होगा!
- 6 के समय मंगल 4 या 8 म या बध
ु - 6 म माता जातक के बचपन म गुज़र जाए!
- 6 के समय बध
ु - 8 म और मंगल- 6 म हो जातक माता से पहले गज़
ु र जाए!
टे हो , 12 दे ख, 8 दज
ू े चौथे दे ख
गर ह ये घर र ी सब, होगा म ी तब
घर अपने खद
ु के लये, कोई न मंदा जवाब
खह
ू बरते जो खेती द ु नया, म ी मौत खराब
नेक हालत
मंद हालत
दध
ू का या क दस
ू र चीज का इ तेमाल खासकर रात के समय पया दध
ू जहर का काम
करे गा िजसका मंदा असर खद ु क सेहत, धन- दौलत व चाँद पर होगा!
उपाओ:
खद
ु अकेला बैठा- ल मी अवतार हो
मोल बेचे दध
ू पानी- पत
ू माया जलता हो
दध
ू औरत साथ लाती- माया बेटा बढ़ता हो
पापी, शुकर, बुध हर कोई जलता- शाद उ जब हो
म द शक
ु र- घर मंदे- बध
ु भला न केत ू हो
मौत ज ी घर घाट हो अपने- लेख मंदा लाख बेशक हो
- 7 के समय बध
ु हो खाना बर- 1 म नशेबाज़ का सरदार या न परू ा नशेड़ी!
सनीचर तीजे बह
ृ प त 7 , कतना ह कंगाल हो
खद
ु अकेला 7 , ल मी का अवतार हो
औरत आए, माता गयी, पर न जावे ल मी
गर हो घर म चीज़, दध
ू पानी हर घड़ी
सनीचर तीजे- बह
ृ प त 7 - कतना ह कंगाल हो
खद
ु अकेला 7 - ल मी का अवतार हो
आमतौर पर जातक नेक दल और नेक चाल चलन वाला हुआ करता है ! राजदरबार म इ ज़त
और से संबि धत जानदार व बेजान चीज का सुख भोगने वाला!
अगर जातक शायर और यो तष का जानकार हो तो जातक का चाल चलन भी नेक होगा अगर
ऐसे हालात न ह तो चाल चलन श क होगा! अ ल क बार क अ वल दजा क होगी अगर
जातक फक र होगा तो फक र भी अ वल दजा क और नेक असर क होगी!
बध
ु नेक और खाना बर- 8 खाल ऐसे म के बज
ु से रे खा बध
ु के बज
ु को जाती हुयी
मलेगी जो जातक क अंद नी अ ल और खद ु ाई पहुँच कमाल क हुआ करती है !
य द टे वे म बध
ु उतम हो तो धन धा य क दे वी सा बत होगा चाहे टे वे म सनीचर खाना
बर- 3(धन क कमी) और बह ृ प त खाना बर- 7(प रवार क कमी) म ह य न ह !
अगर के बज
ु से रे खा शक
ु र के बज
ु को जा नकले तो सांस रक व गह
ृ त जीवन म हर
तरह का सुख व शां त होगी!
मंद हालत
माता से झगड़ा जातक क बरबाद का कारन होगा! अगर जातक दधू या पानी बेचे तो औलाद
और धन घटता जाएगा! आमतौर पर शाद के व त से क जानदार चीज (माता- घोड़ी)
आ द क उ के श क होती है जब शाद 12–24 साल क उ म हो तो पापी- बध ु - शुकर सभी
का फल मंदा गनते ह!
उपाओ:
शाद के दन औरत अपने मायके से अपने वजन के बराबर क चीज़ (दध ू , चाँद या
चावल) लेकर आए और इन चीज को औरत के घर म दा खल होने से पहले घर म
था पत कर तो कायम रहे गा वरना औलाद धन व माता के लए अशुभ होगा!
माता से झगड़ा नह ं कर बि क उसका आशीवाद लेत े रह!
खाना बर- 8
(मद
ु ा माता- जला दध
ू )
बुज़ुग के दन चीज़ जो दे ता
मंगल बद भी हो- गु शक
ु र नीच भी ह
वैश- ओ- अका रब माल व दौलत- 8 वाह सब
बध
ु मगर जब दज
ू े बैठा- 9 गु वाह 12 हो
माता पता दो आय ु ल बा- असर का उ दा हो
राहू केतू बध
ु मले, गु , शक
ु र नीच भी हो
वेशो अका रब, माल दौलत, अपने और बेगाने को
- 8 म बैठा अपनी चीज पर बरु ा असर नह ं दे गा! इ सान दखावे के तौर पर मीठा और
मलनसार ले कन दल म कपट ह कपट! खद ु क क मत गंद नाल के पानी क तरह, यह
गंदा पानी या ज ी जायदाद खेती के काम या फर उड़ कर शुकर के घर जाती होगी या न खद
ु के
कसी काम न आएगी!
नेक हालत
बह
ृ प त सनीचर खाना बर- 2 म तो अब टे वे म राहू का असर बरु ा न होगा और न ह मंगल
बद होगा! अब भी मंदा या न ट न होगा और क बेजान चीज पर असर उतम होगा
जब टे वे म बध
ु उ दा हो खद
ु क अपनी उ ल बी होगी! माता के बैठे कभी उ क हार न
होगी! सूरज या शुकर उ दा हो तो आ खर उ म सुख ह सुख!
बध
ु खाना बर- 2 म और बह ृ प त खाना बर- 9 या 12 म का असर हर तरह से उ दा
होगा माता व पता क उ ल बी होगी!
मंद हालत
टे वे म मंगल या बध
ु या पापी मंदे हो रहे ह और ज ी मकान के नजद क कुआं हो तो तो जीवन
और मंदा होगा! अपनी उ के दस ू रे दौरे म बरु े असर दे गा! मौसी, नानी, दाद सभी के सभी
द ु खया ह गे और इसक नशानी होगी जातक का अपना चाल चलन खराब होगा िजसका अशभ ु
असर ससुराल (राहू) औलाद (केतू) भी बबाद ह गे लड़ कयां हो सकती ह!
पापी या शुकर या बध
ु खाना बर- 11 म और खाना बर- 2 खाल या पापी त त पर तो
क उ 4–8–12 या 24 साल तक माता क उ मंद और क जायदाद के लए भी असर
अशुभ होगा!
शुकर मंदा या मंद औरत से स बंध या बध ु और सनीचर दोन मंदे ह नशानी होगी सर रे खा
के ऊपर कोण या मंगल बद के बज ु से रे खा के बज
ु पर दध
ू म रे त मल क मत, पीने
के पानी क जगह गंदगी से भरा कुआं जैसी क मत औलाद और खद ु क सेहत मंद !
बध
ु खाना बर- 4 या 12 म या सनीचर व राहू बर- 12 म तो नज़र और बाल ब च क उ
के लए असर मंदा होगा इस जहर से बचने के लए नाक छे दन उतम उपाओ है !
उपाओ:
फ़क दध
ू गाए जो होता थोहर का
मोती गुना 9 गनते- औलाद दौलत सब बढ़ता हो
- - धन ु रा श घर का मा लक बह ृ प त जो का दो त! केत ू रा श को उं च करता है
और राहू नीच! अगर जातक धरमह न होगा तो अ याश होगा! जैसा साथ होगा वैसा ह
का असर य द बरु े व बदचलन लोग क सोहबत म रहे तो गाए का दध ू थोहर के
दध
ू का फल दे गा या न नहायत नक मा असर! जब खाना बर- 9 म हो खाना
बर- 5 भी नेक असर का हो जाएगा य क यह घर सरू ज का है इस लए जद ु ा असर
न दे गा! भला इ सान भले काम व नेक तबीयत होगा जो द ु खय के काम आए! दमागी
खाना बर- 23 (बुध से मु तरका) इ म रयाज़ी के असुल क ताक़त का मा लक होगा!
अगर - 9 के समय बह
ृ प त खाना बर- 5 म हो तो क मत का नहायत नेक
असर होगा, पानी क मामूल क ती से भी बड़े बड़े जहाज जैसा फायदा उठाने वाला!
ह त रे खा: क मत रे खा(क) हथेल पर के बुज से नकले या के बुज से
शाख(ख) हथेल पर खाना बर- 9 म जा नकले!
9 कभी भी होगा, घड़े बराबर मोती होगा
बध
ु शक
ु र और मंगल बद, होते भाग सब
ऐसा इंसान क नेक ताकत से मु त ना( बना कोई शत) होगा! कम, धम, तीथ या ा का
शभु नाम या !ु जातक नेक तबीयत, भले काम करने वाला और हर कसी क मदद करने वाला
होगा! पा पय के पाप काटने वाला और द ु खय को आराम दे ने के नसीब वाला हुआ करता है !
नेक हालत
बह
ृ प त साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो समु व हवाई सफर से लाभ! ऐसे जातक का
जनम चाहे गर ब प रवार म हो ले कन खद ु ह क मत को चमका लेगा! कुल ह चाहे खाना
बर- 3 या 5 म बैठे ह के आधीन ह गे!
मंद हालत
चोर, राहज़न, खद
ु के कुएं म डूबने से मौत
चोर, राहज़न, खद
ु के कुएं म डूबने से मौत
हो
- 10 के समय सूरज या बह
ृ प त बर- 4 खु क कुएं खद
ु - ब- खद
ु पानी दवे!
म
उ - ए- रवां क उ ट क ती, कोई न पीछे छोड़ेगी गोया क िजस क खबर को वो गए, बीमार
मुदा हो गया मीठा शबत दे त े दे त,े ज़हर का तल हो गया पहाड़ से द रया था चलना, चल पड़ा
कोहसार ह मकान म द, ससुराल म द, और म द हुआ चाँद भी गज़ क
10 - द ु मन दज
ू े या तीजे होती है आज़ार ह
गोया(जैसे) गज(या न) आज़ार(दख
ु )
नेक हालत
खद
ु जातक क अपनी उ कौवे क तरह ल बी 90 साल तक हो सकती है !
मंद हालत
(क) सनीचर हो खाना बर- 3 म जातक चोर डाकू होते हुये भी मंदे हाल होगा!
(ख) सूरज हो खाना बर- 7 म तो मौत दन के व त पानी म डूबने से होगी!
खाना बर- 5 या 8 म बध
ु शुकर या पापी ह तो क चीज़ ज़हर का काम करगी!
(क) मंगल हो खाना बर- 7 और सूरज बैठा होने वाले घर से अगले घर म सनीचर हो तो
जातक अंगह न होगा!
उपाओ:
नेक बध
ु 5 होते- त त आया या मि दर हो
साथ पापी या श ु साथी- केतू मंदा खद
ु होता हो
पोता खेले न बैठे दाद - दध
ू प थर दख
ु धोता हो
भला गु ज़र दौलत बढ़ती- 4 र व बुध बैठा जो
- 11 के समय बध
ु हो 3 म भाई बंधओ
ु ं व 3 बाक बचने वाले मकान के लए अशभ
ु
- 11 के समय बध
ु हो 5 म दोन ह घरो का अपना अपना और नेक असर होगा!
शुकर बध
ु या पापी भाई, चोट लगे न द द रयाई
घर गाँव सब तेरे भाई, कोठ हाथ न लाई
इस घर के का कोई एतबार नह ं
पल म वो तफ
ू ान पे होता, पल म होता वां नशान नह ं
माखन म तो घी भी होता, पर म तो इस घर जान नह ं
नेक हालत
खाना बर- 11 का कस साल खाना बर- 2 म आयेगा 4, 17, 27, 47, 55, 69, 81,
95, 103, 115
खाना बर- 11 का कस साल खाना बर- 1 म आयेगा 1, 23, 36, 48, 57, 72, 84,
94, 105, 119
मंद हालत
केतू का फल अब मंदा होगा! दाद पोते का झगड़ा या दाद के बैठे पोता न खेलेगा या न खाना
बर- 11 के वाले जातक क माता अ वल तो अपनी िजंदगी म पोता न दे खेगी अगर नर
औलाद हो भी जावे और दाद उसको 43 दन के अंदर दे खे तो तो बेवा या बबाद हो जाएगी अगर
दाद पहले से ह बेवा या अंधी हो तो नर औलाद हो सकती है ले कन फर भी 12 साल क उ
तक दाद या पोता दोन म से एक, रहे इस मंदे ज़हर से बचने के लया:
खा ना बर- 3 मंदा हो रहा हो तो बचपन मंदा होगा और ऐसे म नीचे लखे पाँच काय ज़हर
ह गे:
1. बध
ु वार को बहन या बेट का जनम दन मनाना या शाद करना!
2. शु वार अपनी या कसी र तेदार क शाद करवाना!
3. सनीचरवार को मकान शु करना, गरवाना या सनीचर क चीज़ खर दना!
4. सुबह सूय दय से पहले दान दे ना या लेना या केतू संबि धत कोई काम इस समय करना!
5. शाम के व त गु उपदे श सुनना या सुनाना या बह
ृ प त संबि धत चीज़ लेना!
घर म कुआं लगवाया जाए तो माता क मौत का डर होगा, समंदर - द रयाई सफर के दौरान
औलाद क मौत का डर होगा, केतू खाना बर- 3 म हो तो कसी दस ू रे इ सान क गलत सलाह
के कारण धन दौलत का नक
ु सान होगा!
उपाओ:
दध
ू माया ज़र दौलत जलता- नरक खद
ु पानी हो
त त माता जब टे वे पाती- करम धरम ज़र घटता हो
नीम बढ़
ू से पानी टपकता रहा
माता बढ़
ू का पोता भटकता रहा
पानी पे पानी बरसता रहा
बीकानेर बेचारा तरसता रहा
दज
ू े पेट गना है , रे त हुआ घर बाराँ
खेती भी जो पानी से उजड़े, वसदे घर उजाड़ा
नीम बढ़
ू से पानी टपकता रहा, माता बढ़
ू का पोता भटकता रहा
पानी पे पानी बरसता रहा, बीकानेर तरसता रहा
मु तसरन जायदाद ज ी का वो गनीम होगा, नो मन लोहा हर घड़ी अफ म होगा
ख़श
ु ामद, सफेद ब ल ! मींह का पानी मद गार होगा!
(1)व त गुज़रे मद पछताये- आता है याद मुझको गुज़रा हुआ ज़माना- (2)कभी हम भी ब-
इकबाल थे तु ह याद हो क न याद हो…(3) पदरम सु तान बद ू …मगर अब तू कहाँ है का जवाब
वो सफ आंसओ ु ं से ह दे गा! अपनी और अपने ससरु ाल क जायदाद बाइस- ए- खराबी होगी,
बि क कमनसीब, याहब त या आजद ू ा हाल होगा!
नेक हालत
सूरज बध
ु खाना बर- 3 म अपने कुल और घर बार को तारने वाला होगा!
बहृ प त उ दा या सरू ज नेक हो तो अब मामल
ू पानी क बजाए उ दा व उतम क म के
दध
ू क तरह माया व दौलत दे गा!
ज़ाती क मत का फैसला:
नीम बूढ़ से पानी टपकता रहा, माता बूढ़ का पोता भटकता रहा
पानी पे पानी बरसता रहा, बीकानेर बेचारा तरसता रहा
खाना मंगल बैठा होने वाले घर केतू बैठा होने वाले घर का हाल! बध
ु बैठा होने वाले
बर का हाल! घर का हाल!
1 राजदरबार म जहर के बदले िजस घर म जातक पाँव रखे उसी घर राजदरबार मंदा
शहद मलता होगा कचहर से बल
ु ावा आने लगे(वारं ट) उजड़ा हुआ असर
दे गा
3 भाई बंध ु खब
ू धनवान ह गे खद
ु जातक औलाद क वजह से परे शान भाई बंधुओ ं के
भाइय का भी वह हाल मदद के नाम पर
बाज़ू कटे हुये
4 बड़े भाई खद
ु के, पता के नालयक क औलाद खानदानी नालायक माता खानदान
बाबा के या माता के कभी का सबत
ू होगा हमेशा मातमी
द ु खया न ह गे हालात म रहे
7 गह
ृ त इतना उतम क अपने ह घर का कुता ज़मीन पर पेशाब खद
ु क औरत क
पानी मांगने पर दध
ू से करने के बजाए जातक पर पेशाब करगे हालत खराब होगी
सेवा हो या न मंदा हाल
9 बज
ु ुग के घर म धन दौलत मामू खानदान बरबाद होगा बजु ुग क उजड़ी
क चहल पहल होगी खद ु हुयी जायदाद को
जातक चाहे कह ं बाहर रहे रोता हुआ जातक
मंद हालत
पानी बादल म भरकर जलता- रे त मैदान भरता हो उजाड़ खेती जागीर नसीबा- अफ म खाये ले
सुथरा वो
दध ू दौलत ज़र पानी दे ता- नरक घर डोलता हो करम- धरम चंडाल साया- मान इ ज़त कुल
फंू कता हो
ग दे बरसाती नाले क तरह हाल होगा या न जैसे बा रश आने से ऐसे नाले भर जाते ह वैसे ह
कभी क मत न लहर मार तो समय ठ क वरना यादातर फल मंदा ह होगा! टे वे के अनस ु ार
बह
ृ प त क मदद या उपाओ या फर धरम थान म माथा टे कने से फल नेक हो सकता है ! जब
भी वषफल के अनस ु ार खाना बर- 1 (12–24–35–46–59–71–82–97–106–111) म आयेगा
तो हर तरह बरबाद करे गा और िजस वष खाना बर- 12 (4–17–28–48–55–68–80–90–
101–116 ) म आयेगा तो 12 ह घर म जो मंदा फल है वैसा ह असर दे गा! खासकर जब
वषफल के अनस ु ार खाना बर- 12 म आए तो जातक यह सोच कर क बज ु ुरगी धन
दौलत दौलत व जायदाद जो बाक न बचेगी सोच कर परे शान होता होगा!
दमागी खाना बर- 36 राहू से मु तरका अब का असर राहू नीच के समान होगा हर गुजरे
काम के मंदे नतीज से पछताए ले कन य य व त गज़
ु रता जाएगा हाल और भी मंदा होता
चला जाएगा!
आता है याद मझ
ु को गज़
ु रा हुआ ज़माना- था वाब म ह दे खा या हो गए द वाना
सु तान बद
ू पदरम इकबाल था शहाना- त सीर उनक आजम या हो गया बहाना
है याद करके रोता घर उजड़े हो वीराना- ज़ा हल बना वह जो था मा हर- ए- ज़माना
उपाओ:
श न र व से पहले बैठा, नर ह ी उ दा हो
शक
ु र बैठा जब बध
ु से पहले, असर राहू का मंदा हो
बुध पहले से शुकर मलते, केत ू भला खुद होता हो
- - बध
ु के बज
ु पर बड़ी रे खा ऊपर और छोट रे खा नीचे हो तो शाद ठ क समय (आयु)
म
हो जाया करती है अगर छोट रे खा ऊपर और बड़ी रे खा नीचे हो तो शाद बहुत दे र से
हुआ
- - इन अशभ
ु परभाव से बचने के लए और ह प त क पज
ू ना नेक असर दे गी!
- - दाय पाँव क अना मका म यमा से बहुत यादा छोट हो तो औरत का खानदान
गर ब होगा अगर अमीर ह भी तो उनका सख
ु ह का होगा!
- - दाय पाँव क अना मका म यमा से बहुत यादा छोट हो तो औरत का खानदान
गर ब होगा अगर अमीर ह भी तो उनका सख
ु ह का होगा!
- - पाँव क तजनी उं गल म यमा से बड़ी हो तो औरत खानदान गर ब ले कन तजनी
म यमा से थोड़ी छोट हो तो औरत का सुख पूण होगा!
- - हाथ क क न का उं गल का नाखन
ू वाला सरा अगर अना मका उं गल क पहल
पोर (कक रा श) तक या नीचा रहे तो औरत का रं ग साफ होगा तबीयत नेक होगी अगर
क न का का यह ह सा बड़ा होगा तो असर उलट होगा!
शु से बध
ु का स बंध
- - बध
ु का शकु र के साथ सात घर पर वामी व भी है ! खाना बर- 3, 7 म बैठा बध
ु
सात घर को मश ५वीं ९वीं ि ट से खाना बर- 7 को म ि ट से दे ख सकता है
और हमेशा शक ु र क मदद पर होगा!
- - ि ट के आधार पर 25%, 50%या 100% ि ट से दे खे तो फल चकवे और चकवी
क तरह होगा जैसे:
(ग) बधु के साथ शुकर ि ट वाले घर म बैठा होने पर शुकर का परभाव बल होगा!
ले कन य द बुध कसी भी कारन मंदा हो रहा हो तो उसका अशुभ परभाव शुकर म
शा मल होगा िजसको शुकर भी न रोक सकेगा और प रणाम व प ह त जीवन
खराब होगा!
(घ) जब दोन ह ह क के बाहर के घर गनने पर 1/7 क ि तथी पर ह जैसे बुध
खाना बर- 2 या 3 और शुकर खाना बर- 8 या 9 म होने पर दोन ह ेह और
घर का फल ने ट होगा ले कन य द शुकर हो 12 म और बुध 6 म तो दोन ह
ेह का फल े ठ होगा और केतू (शक
ु र का बीज) का फल भी नेक होगा!
(च) जब बुध और शुकर अलग अलग घर म ह और उनम कोई ि ट स बंध न हो तो
ऐसे म बध
ु अपना परभाव शक
ु र म नाल (बध
ु क नाल ) के ज रये मला दया
करता है और आमतौर पर ऐसी अव था म मंदा शुकर भी शुभ फल दे ने लगता है !
शक
ु र का से फक
बार क उड़ने वाल ज़रा ज़रा हुयी म ी को शक
ु र और कुल जम कर एक ह तय बनी हुयी
म ी को क धरती माता कहते ह! इन दोन ेह का मेल दह (शुकर) और दध
ू ( )
का मेल है !
द ु मन ेह से स बंध
सूरज और सनीचर आपस म श ु ह! य द दोन ह इ ठे बैठे ह तो टे वे वाले पर इसका
परभाव अशुभ न होगा जमा और तफर क हमेशा बराबर हुआ करते ह! ले कन जब भी
शक
ु र और सनीचर टे वे म इ ठे ह और कोई भी ह कसी भी ि ट से इस यु त को दे खे
तो सनीचर दे खने वाले ह का समूल नाश कर दे गा और इसका अशुभ परभाव मंगल और
केतू पर जाएगा इस संधब म ंथकार न कुछ ऐसे यान कया है :
श न ी ह संग मल बैठे दज
ू े या फर बैठा कह ं भी हो,
कोई ह इ ह कह ं से दे खे मरते मंगल केतू ह !
अगर दोन रे खाएँ हर तरह से कायम और साफ सुथर ह तो बुध और शुकर का शाद
संबंधी ता लक
ु नेक होगा! शक
ु र के बगैर बध
ु पागल होता है और बध
ु के बगैर शक
ु र
नदारद होगा इस लए एक रे खा बेमायनी हुआ करती है ! एक ह लक र होने का मतलब
शुकर तो है मगर बुध नह !ं
- - बध
ु और शक
ु र दोन ह नेक सा बत हो रहे ह और मंगल नेक भी साथ हो या
साथी ह बन रहा हो तो- शाद व औलाद का फल नेक व उ दा होगा!
- - बध
ु और शक ु र टे वे के बाद के घर म ह और मंगल बद टे वे म पहले घर म तो-
दो शाखाई रे खा का ख आगे क तरफ हथेल क और होगा!
- - मंगल बद ऐसी हालत म शुकर पर अपना बुरा असर दे रहा हो तो शाद क बरबाद
का बहाना औरत होगी और अगर मंगल बद बधु को अपना असर दे रहा हो तो शाद क
बरबाद का बहाना मद होगा और अगर टे वे म बुध और शुकर जुदा जुदा ह और दोन से
ह मंगल बद का ता लक
ु हो तो- कुदरती सबब शाद क बरबाद का बहाना ह गे!
- - ी ह( व शकु र) जब नर ेह (सरू ज, मंगल व ह प त) के साथ ह या साथी
ह ह तो मतलब शाद रे खा से होगा बशत क सनीचर का संबंध कसी भी सूरत म इन
ेह से हो रहा हो और ऐसी हालत म ी ेह को शक
ु र और नर ेह को बध
ु क
रे खाएँ माना जाएगा! यह शत सफ उस व त लाग ू होगी जब टे वे म बुध और शुकर दोन
ह न ट हो गए हो इसक नशानी होगी क ज म से जातक क बहन, बुआ आ द मरती
ह गी!
मद व औरत के जोड़े क उ
बध
ु को उसका दो त ह दे ख रहा हो तो मद क उ लंबी होगी!
बध
ु को उसका द ु मन ह दे ख रहा हो तो मद क उ छोट होगी!
शुकर व बध
ु संयु त ह और उनको कोई दो त ह दे ख रहा हो तो दोन क उ लंबी
होगी!
शुकर बध
ु संयु त ह और उनको कोई द ु मन ह दे ख रहा हो तो दोन क उ छोट होगी!
बध
ु को दे खता हो उसका दो त ह सूरज या राहू और शुकर को दे खता हो उसका द ु मन
ह सूरज या राहू तो मद क उ लंबी व औरत पहले गुज़र जाए!
शक
ु र को उसके द ु मन ह सरू ज, चंदर, राहू (कोई एक या दो या तीन ) और बध
ु को
उसके दो त ह (सरू ज, राहू) दे ख रहे ह तो मद कायम होगा ले कन कई औरत मरती ह
या अलग हो जाएँ!
बध
ु को दे खता हो उसका द ु मन ह चंदर व शुकर को दे खता हो उसका द ु मन (सूरज,
चंदर, राहू) तो औरत तो कायम होगी ले कन मद मरते जाएंगे या अलग होते जाएंगे!
सरू ज बैठा हो खाना नंबर- 6 म और सनीचर खाना नंबर- 12 म तो औरत पे औरत मरती
होगी!
शुकर, बध
ु व मंगल खाना नंबर- 3 म संयु त ह और खाना नंबर- 11 खाल तो शाद और
औलाद म गड़बड़ हुआ करती है !
अकेला बध
ु कंु डल के नर ेह के घर (1–5–9–12) म बैठा हो तो ी तो एक होगी ले कन
मद कई ह गे! शाद से औलाद का कोई मतलब नह ं होगा!
वशेष: अगर ऊपर द गई दोन प रि त थयाँ उलट ह तो नतीजा भी उलट होगा!
बध
ु व शक
ु र दोन नेक ह और मंगल नेक साथ या साथी ह हो तो शाद व औलाद के
लए उतम फल ह गे!
बध
ु व शकु र दोन के साथ या कसी एक के साथ मंगल बद का स बंध हो तो शाद रे खा
दो शाखाइ होगी!
बध
ु और शुकर अगर कंु डल के पहले घर म हो और मंगल बद बाद के घर से स बंध
बना रहा हो तो दो शाखाइ रे खा का मंह ु हथेल के बाहर क तरफ होगा!
बध
ु और शुकर अगर कंु डल के बाद के घर म ह और मंगल बद पहले घर से स बंध
बना रहा हो तो दो शाखाइ रे खा का मंह ु हथेल के अंदर क तरफ होगा!
वशेष: अगर मंगल बद शुकर पर अपना बरु ा असर डाल रहा हो औरत खराबी का कारण होगी
और अगर बध ु पर मंगल बद का असर होगा तो मद खराबी का कारण होगा!
अगर बधु और शुकर टे वे म जुदा जुदा हो और मंगल बद का स बंध हो जावे तो शाद खराब
होने का कारण कुदरती होगा!
शुकर क दोरं गी म ी
उठती जवानी मेन जातक ऐश और इ क क लहर से म ी (संद
ु र औरत ) क पूजा या न
उनक संगत म अ ध क तरह बताव करे गा!
खाना इस घर म म नई
ू शुकर (राहू/केतू क श ल म होगा)
बर- 2
खाना इस घर के शक
ु र के कारन मद को दो औरत या औरत को दो मद मल ले कन
बर- 4 स तान सख
ु न होगा (शकु र य द अकेला हो)
खाना बाल चे तो खब
ू ले कन बाप कहने वाला कोई नह ,ं बाहर चे बनावे
बर- 5
खाना
खाना केवल साथी का असर होगा- जैसे तम
ु वैसे हम
बर- 7
खाना जातक शक
ु र से संबि धत बीमा रय से त, ह त सख
ु मंदा
बर- 9
बध
ु मंदा औलाद हो मंद - गह
ृ त मंदा र व करता हो
श न बरु े म द ह गे साथी- तीन मंदे सब मरता हो
ऐश तबीयत इ क़ वाह लट
ू े - लेख लखत न मंद हो
घर सातवाँ दस खाल होते- म छ रे खा बन जाती हो
- - सूरज के बुज पर शुकर नशान हो तो शुकर खाना बर- 1 का असर दे रहा होगा!
सरू ज और शक ु र एक दस
ू रे के द ु मन ह! सरू ज इस घर म बल होगा और शक ु र को
नीच करे गा अब शुकर का फल खराब और खुद सूरज का फल उतम होगा! शुकर
आ शक़ाना और सूरज सू फयाना या न दोन ह एक दस ू रे के उलट असर के ले कन शुकर
अपना असर सूरज पर डालेगा और जातक धरमह न होगा ले कन औरत और भाई बंधु
जातक से फायदा उठाएंगे और जातक खुद उनसे कोई लाभ नह ं ले सकेगा! औरत का
सख ु 7 साल के लए यक नी होगा! अगर शक ु र का पतंग सरू ज के बज ु पर अना मका क
जड़ म हो तो औरत सुख ह का! अगर शुकर कायम हो और बुध खाना बर- 3 या 6 म
तो सर क े ठ रे खा का फल उतम होगा और का फल भी बुरा न होगा अगर
शुकर र ी हो रहा हो तो का फल माता के लए हर तरह से मंदा होगा! अगर शुकर
के बुज से रे खा चल कर सूरज के बुज को जा नकले तो और सूरज के साथ शुकर
का स बंध नहायत बुर िजंदगी तपे दक तक हो सकती बि क इस रे खा को तपे दक रे खा
ह कहा है !
शुकर- 1 के समय राहू खाना बर- 7 म औरत क सेहत खराब दमागी बीमा रयाँ ह
शुकर- 1 के समय सूरज खाना बर- 7 म औरत क सेहत खराब अब सूरज पर शुकर का
या शक ु र दे खे सरू ज को या खाना बर- 7 असर बरु ा होगा िजसके कारण जातक बदइखलाक
के सरू ज के साथ द ु मन या पापी ह ह या न च र ह न और जातक म हानी नु स ह गे
ह त रे खा: शकु र के बज
ु पर अंगठ
ू े क जड़ म सरू ज का सतारा(क) या शक
ु र के बज
ु
से रे खा सूरज के बुज को (ख से ग) जा नकले या अनं मका के नीचे शुकर का पतंग हो!
घर का जब हो ख़द
ु ह मोहर , ख़ु क तालाब डुबोता है
औरत क जब सेहत हो मंद , दान चर का होता है
माता पर कोई असर न होवे, औरत जब वां अलहदा है
नेक हालत
सनीचर जनम कंु डल म उतम ि तथी म हो तो शाद रज़क से पहले होने का योग है और जो
सनीचर जनम कंु डल म उतम ि तथी म हो तो शाद रज़क से पहले होने का योग है और जो
औरत प नी के तौर पर आएगी वो हु मरान तबीयत और घर क ब धक होगी! य द मंगल
खाना बर- 6–7 या 12 म हो उ 100 साल लखी है जातक पत ू व पोते दे ख कर जाए!
जब बध
ु खाना बर 3 या 6 म हो तो सर क े ठ रे खा का फल होगा मक
ु दम का फैसला
जातक के हक म होगा और भी आमतौर पर शभ ु फल दया करता है
मंद हालत
श न शुकर घर पहले बैठे- - - काग रे खा कहलाती है
टे वे म बध
ु मंदा हो कयाफा: शक
ु र का पतंग क न का क जड़ म तो औलाद मंद होगी!
टे वे म सूरज मंदा हो कयाफा:शुकर का पतंग अना मका क जड़ म तो गह
ृ त मंदा होगा!
बध
ु , सनीचर व सरू ज तीन ह मंदे कयाफा: शक
ु र का पतंग एक तरफ क न का क जड़ और
दसू र तरफ म यमा क जड़ को मला रहा हो तो न सफ जातक खद ु ह बबाद होगा बि क
सा थय को भी बबाद करने वाला हर तरफ मौत का नज़ारा होगा!
उपाओ:
तो फर मांगता य है सोने क ह ी
माया दौलत खद
ु म तक चलती- शान शाह घर आला हो
शेर दहाना हो घर उस का- काम करे या सोने का
पाया शक
ु र ह जब घर दज
ू ा- असर श न 9 दे ता हो
- - वषृ भ रा श और राशि त शक ु र ले कन प का ह बह ृ प त! इस घर को राहू केतू
क बैठक भी कहा है और दोन मलकर मसनुई शुकर बनाते ह! शुकर अपनी रा श का
और मि दर म अब जातक को कसी से कु छ मांगने क ज़ रत नह ं य क खद ु
परमा मा उसक हरे क इ छा को पूर करता होगा! हथेल
पर यह बह
ृ प त का बुज है ! शुकर और बह
ृ प त आपस म द ु मन ह ह, अब बहृ पत
शक
ु र के फल को साथ लेकर चलता होगा या न जब बाहर से सफू तबीयत ले कन अंदर
से आ शक़ाना या यंू कह क दन म म ान और रात को इ क नान! शुकर इस घर
म होता हुआ तमाम आराम, औरत का सुख खुशी क िजंदगी 60 साल ले कन पराई
औरत और बेवा का साथ तबाह का कारन होगा! घर का मा लक शुकर जो को उं च
करता है और शुकर के बराबर का ह है ! अकेला शुकर हर तरह से नेक फल का
हुआ करता है ! औरत क कंु डल म खाना बर- 2 का अकेला शक ु र ऐसा िजसमे मोह बत
तो होगी ले कन हवाई बहृ प त क तरह या औलाद पैदा करने क ताकत नह ं या न
औरत बांझ होगी! शुकर बर- 2 और बह ृ प त बर- 2 और मंगल न ट हो तो बहुत
बड़ा बहृ प त होगा जो शुकर का फल दे ता है या जब तजनी उं गल क जड़ पर बहृ पत
के बज
ु क चब मंगल नेक को आ दबाए तो भी बहुत बड़ा बह ृ प त होगा जो शकु र खाना
बर- 2 क तरह काम करता है और इ क व मोह बत म म कमाल का कामयाब इ सान
होगा ले कन औलाद सख
ु कम करता है ! आराम व औरत का सख
ु खश
ु ी क िजंदगी व
गहृ त ल बा होगा ले कन औरत ज़ात माशूका या बेवा औरत तबाह करे गी मगर फर भी
धन दौलत का सुख होगा, िजस दन जातक खुद का कारोबार शु करे गा 60 साल तक
आमदन जार रहे गी!
शुकर िजसके दज
ू े आवे, 60 साल धन दौलत पावे
बाल ब च क बरकत आवे, सल
ु ह का झड्ं ा खब
ू लहरावे
म नतकश गैर हर गज़ न होगा, खद
ु ा का ह ममनन
ू एहसान होगा
जत
ू ी चोर साध ु वो हर गज़ न होगा, गह
ृ त न होकर गु जगत होगा
नेक हालत
म नतकश गैर हर गज़ न होगा-
खद
ु ा का ममनन
ू एहसान होगा
जूती चोर साधु वह हर गज़ न होगा- गह
ृ त न हो वाह गु जगत होगा
कभी खाल घर न वह ब च से होगा- व त साठ साल ज़र व धन का होगा
बहृ प त, केतू, बधु व सनीचर का फल उतम होगा धन दौलत क कोई कमी न होगी घर शानदार
होगा! अगर घर गौमुखा हो तो बाक 5 (लाल कताब क वा त ु के नयमानस
ु ार) बचने वाले
मकान का फल दे गा! खद ु के भाई क हालत व खदु क औलाद क हालत का फैसला बह ृ प त क
ि तथी के अनस ु ार होगा!
सनीचर खाना बर- 2 या 9 म हो तो शुकर दो गुना नेक असर का होगा! कमाई शु करने के
दन से 60 साल तक धन आता रहे गा! पशुपालन या पशुओ ं से संबि धत कारोबार व म ी के
कारोबार म खब ू धन लाभ होगा, औलाद और रज़क बढ़ता होगा!
मंद हालत
शेर दहाना घर हो उसका- काम करे या सोने का हण घरा जब हो कभी टे वा- म ी होवे फल
क मत का औरत के टे वे म शुकर खाना बर- 2 म हो तो मतलब उसका मद औलाद पैदा करने
के का बल न होगा और मद के टे वे म शुकर खाना बर- 2 म तो उसक औरत बांझ होगी!
खाना बर- 2 म शुकर के साथ पापी या शुकर के साथी ह बन रहे ह कयाफा: शुकर के बज
ु
खाना बर- 2 म शुकर के साथ पापी या शुकर के साथी ह बन रहे ह कयाफा: शुकर के बज ु
पर भाइय क रे खाओं क तरह बह ृ प त के बज
ु को ख कए हुये खत चाहे औलाद क कतनी
भी ईछा हो ले कन कसी दस ू रे क औलाद बना गोद लए अपने लड़के क तरह खद ु के पास रहे !
उपाओ:
ऐसे ाणी के वीय म शु ाणु कम हुआ करते ह और औरत का मा सक धरम खराब होने के
कारन अंडा नह ं बना करता, इसके इलावा पेशाब क नाल स ब धी बीमा रयाँ भी हो सकती
ह इस लए ऐसी खरु ाक व दवाइयाँ लेनी चा हए िजनम मंगल क चीज़ शा मल ह !
शक
ु र खाना बर- 3
बरु ा य जो इ त- तू औरत क करता
व त पर है तेरे- जो खुद मद बनता
बध
ु मंदा घर 11 बैठे- शक
ु र मंदे ज़र घटता हो
महल- बाड़ी वाह परबत ऊंचे- नींद 34 न सु खया हो
म मंगल 7 दज
ू े बैठा- आठ मंदा न हो
- - शकु र का नशान मंगल नेक के बुज पर, मंगल और शुकर आपस म बराबर के ह
ह अब दोन का फल अपना अपना होगा! मंगल नेक से स बंध तो नेक फल और अगर
मंगल बद से स बंध हो तो फल मंदा होगा य क मंगल बद भी धरम के खलाफ है
और शक ु र (इ क) भी धरम क परवाह नह ं करता! मंगल नर है और शक ु र ी इस लए
बरु ा मद (मंगल बद) और मंद औरत खूब मुबारक रहगे और आपस म खुश (या न र ब
मलाई जोड़ी इक अंधा दज ू ा कोढ़ )! झगड़े और बुरे काम म फायदा उठा ! बुरे मद और
बरु औरत से मदद होते हुये भी पैसे से तंग रहे ! कंु डल म खाना बर- 3 मथनु रा श
और रा शप त बुध जो शुकर का दो त है ! मथुन रा श न राहू को उं च कया जो शुकर का
द ु मन है और केत ू को नीच कया जो शक ु र का दो त है ! असर के लए मंगल को गना
जाएगा जो क शुकर के बराबर का ह है ! अब शुकर का असर खाना बर- 9 पर मंदा न
होगा बि क पत ृ रे खा का नेक व उतम फल होगा ले कन जातक पराई लड़ कय से
स ब ध के कारण खद ु व इसका धन बरबाद होगा और न ह अपने खद ु के बनाए हुये
मकान का आराम होगा अगर होगा तो घर एक वीराना होगा, एक दफा उजड़ा तो दब ु ारा
आबाद न होगा यह शत तब तक रहे गी जब तक का साथ न होगा, क मत भल तो
वहाँ रहने का मौका ह न मलेगा ले कन यह सब कुछ बुध क 34 साला उ तक होगा!
शुकर अब बुरे काम म फायदा दलवाएगा ले कन मकान का फायदा न होगा, जातक को
बुरे मद और औरत से मदद होने के बावजूद भी धन क क लत रहे !
शुकर- 3 के समय बध
ु जातक क औरत खद ु अपने मायके वाल को जातक का धन पहुँचाती
खाना बर- 11 म हो रहे गी या अपने लड़क क बजाए अपनी लड़ कय को धन दे ती होगी!
ह त रे खा: गह
ृ त रे खा(क) मंगल नेक के बुज(ख) से शु होकर शुकर(ग) के बुज पर
अंगठ
ू े क जड़ म हो!
शक
ु र घर जब तीजे आवे, औरत भी वाँ मद कहावे
शुकर बैल तो साधु, मद बढ़गे तो बढ़े गी आयु
ीय क भी पज
ू ा होगी, गर न होगी, चोर न होगी
नेक हालत
शुकर- 3 वाला जातक हरे क औरत का परवाना हुआ करता है ले कन अपनी औरत क इ ज़त
करना उसक क मत क बु नयाद होगी! अब शुकर या न जातक क औरत मद क तरह उसका
साथ दे ने वाल होगी! ऐसी औरत के होते चोर, अ यार और यमराज से भी बचाव होता रहे गा!
दमागी खाना बर- 3 मंगल से मु तरका यार मोह बत का द वाना होगा! एक से 15 साला उ
का ज़माना यार और मोह बत का ज़माना होगा, जातक सामने आयी थाल से इंकार कैसा
तबीयत का मा लक होगा! पराईऔरत व बरु े मद से स बंध भी फायदा और मदद दगे! राह
चलती औरत गले पढ़ रहगी िजसके कारण अपनी औरत से दब कर रहना पढ़ता है !
टे वे म केतू उ दा हो तो ऐसे घर म औरत क कदर हुआ करती ह और औरत भी सतव ती होगी
िजसके दम तक घर म चोर कभी न होगी!
दो त ह (बध
ु , सनीचर, केतू) या मंगल खाना बर 2 या 7 म कयाफा: गह ृ त रे खा बज
ु बर-
3 से चल कर बज ु बर- 7 पर ख म हो या धन रे खा शक
ु र के बज
ु से नकल कर मंगल के बज ु
पर ख म हो तो जातक क प नी सीता सतव ती क तरह उतम फल दे गी शक
ु र अब का
फल दे गा बना यादा मेहनत कए आराम क रोट मले!
बध
ु टे वे म नेक हो तो 20 साला उ म तीथ या ा का फल उतम होगा पत ृ रे खा फल उतम
और ल बे अरसे के लए होगा!
जब बहृ प त 2 म आवे या बह
ृ प त का दसू रा दौरा शु हो जो क 49 साल म होगा तो शुकर
अब खाना बर- 9 व 11 पर कोई बरु ा असर न डालेगा खद ु के खानदानी मद पर नेक असर
होगा और जातक हर तरह से खशु हाल व चंतामु त होगा!
मंद हालत
बह
ृ प त खाना बर- 9 म तो शक ु र का जहर ला असर खदु क सेहत, खानदान क मंद हालत
और हर तरफ जहमत ह जहमत हो! अगर बध ु खाना बर- 11 म हो (वषफल म हो सकता है )
तो शुकर को बरबाद करे गा 34 साला उ तक कतनी भी धन दौलत व जायदाद हो ले कन सुख
क नींद एक दन भी नसीब न होगी और धन दौलत दन- ब- दन घटती जाएगी!
खाना बर- 9 व 11 म बैठे द ु मन ह अपना बरु ा असर शुकर पर डालगे और शुकर को बरबाद
करगे! शुकर का स बंध मंगल बद से हो कयाफा: हाथ क उँ ग लय क पो रय पर शुकर के लेटे
खत ह गे तो जातक चाहे लाख प त हो ले कन अपनी रोट के लए जी तोड़ मेहनत करनी होगी
टे वे म बध
ु व मंगल मंदे हो रहे ह तो शुकर का मंदा असर दौलत पर होगा न ह औरत का
बरताव उ दा होगा! गु क अपनी मयाद 16 साल क उ से क मयाद 24 साल क उ
और बध ु क मयाद 34 साल क उ तक मंदा होगा! इस समय म लड़ कय (बध ु ) औरत (शुकर)
का मंदा हाल होगा, भाई बंधओ
ु ं के हाथ धन हानी होगी, लड़ कय के र तेदार धन खाएँगे अपने
बनाए मकान का सख ु न होगा न ह पता क जायदाद या सोना जातक के काम आयेगा!
शक
ु र खाना बर- 4
नु स यार अपना इ क़ औरत का
च मपोशी करते भी लानत ह दे गा
पापी बैठे बध
ु मंगल राजा- औलाद कलपना हटती हो
- - के बज
ु पर, व शक
ु र आपस म बराबर के ह ह ले कन द ु मनी
करता है शुकर से! शुकर औरत और माता या न नंह
ु सास का झगड़ा भी होता है
और दोन बराबर भी मगर सास ह द ु मनी करे गी! जातक खद ु खानदान का पालन पोषण
करने वाला होगा! लड़ कयां(केत)ू अपनी माँ क मददगार और दाद क द ु मन! लड़के माँ
बाप दोन के लए शुभ या न शुकर का असर औरत के लए मुबारक ले कन जातक के
खानदान के लए अशभ ु होगा! कंु डल म खाना- 4 म कक रा श पढ़ती है और घर का
मा लक ह है जो शुकर से खुद द ु मनी करता है ! कक रा श न मंगल को नीच
कया जो क शक ु र के बराबर का ह है इस लए औरत दो ह ! 4 साल खब ू आराम होगा!
बह
ृ प त के समय म जातक बाग बगीचे खूब लगाने का शौक न होगा!
औरत दो िज़ दा होते हुये भी औलाद क क लत होगी ले कन अगर घर के पहले
दरवाज़े क दहल ज़ कायम तो यह फल न होगा! अगर औरत क सेहत खराब हो तो छत
पर तालाब क चकनी म ी का लेप नेक फल दे गा या छत पर शहद से भरा बरतन
दबाने से औरत का दखु दरू होगा और नेक फल
बहाल होगा, अब जातक न तो लाव द होगा और न ह दख ु ी(आजद
ू ा) हाल होगा! अगर
टे वे के खाना बर 2 व 7 खाल ह तो एक ह व त पर दो औरत हुआ करती ह! खाना
बर 2 व 7 म िजस ह म बुध केत ू का ह सा शा मल होगा अब शुकर उसी ह का
असर दे गा अगर ऐसा हो तो आड़ू क गटक म सुमा भर कर जंगल म कसी घास वाल
जगह पर दबाना चा हए िजससे औलाद व ी का सुख बना रहे गा! औलाद का नेक असर
सनीचर, केत ू या मंगल के दस
ू रे दौरा म होगा जब वो ह खाना बर- 1 म आएंगे! अगर
कंु डल वाला अपने घर म कुआं बनवाए तो खुद का मामू खानदान भी बरबाद होगा! शुकर
खाना बर- 4 के समय खाना बर- 10 खाल हो तो शक ु र घर क ीयो पर असर दे गा
िजनम माता, मौसी, फूफ वगैरा पर होगा! दमागी खाना बर- 4 का मु तरका असर
होगा िजसका काम है ऐब पर पदा और खब ू ी पर नज़र डालना पहला ह सा मोह बत का
दस
ू रा ह सा कामदे व क मोह बत और तीसरा ह सा ऐसी मोह बत िजसम इ क न होगा
यह मोह बत दरअसल क मोह बत रे खा है ! शुकर- 4 के समय बुध खाना बर- 6
म हो तो औलाद दे र से हुआ करती है खासकर बध
ु क उ 34 साल के बाद!
ह त रे खा: के बज
ु से कलाई रे खा के ऊपर एक रे खा शक ु र के बज
ु (क से ख) को
जाती हुयी! यह रे खा फ़क र रे खा- नशा रे खा व शराफत रे खा के नाम से जानी जाती है !
य द यह रे खा दर मयान से ऊपर को उठ जाए तो शराफत रे खा और अगर शुकर के बुज
पर इस रे खा को खड़ा खत काटे तो जातक नशेबाज़ का सरदार होगा या फक र बाकमाल
होगा!
शक
ु र चौथे जब पानी आया, औरत हुआ वैराग
एक से दो भी हुई, पर बझ
ु ी न उनक आग
द रया क है वो दलदल, तालाब क वो चकड़ी
दह , चौपाया, च र द! बह
ृ प त का उपाओ मददगार होगा!
औरत दो िज़ दा होती हुई भी औलाद क क लत बनी रहे जो बध ु क 34 साल क उ के बाद
मंगल, सनीचर या केतू के खाना बर- 1 म आने पर दरू होगी! अगर शुकर खद ु कसी और ह
का साथी बन कर ने ट फल दे रहा हो तो आड़ू क गटक म काला सुरमा भर कर बाहर घास
वाल ज़मीन म दबाने से शुकर का मंदा असर दरू होगा! अगर घर के पहले दरवाज़े क दहल ज़
कायम, परु ानी और साफ हो तो का अशभ ु असर मामू खानदान पर न होगा! अगर औरत क
सेहत खराब हो तो छत पर तालाब क चकड़ी म ी का लेप नेक फल दे गा या छत पर शहद से
भरा बतन दबाना चा हए िजससे औलाद संबि धत क ट दरू ह गे और सब कु छ बहाल होगा!
बहर हाल जातक न तो लाव द होगा और न ह दख ु ी और हर तरह से खश ु हाल होगा! औरत क
खदु क क मत का अगर शुभ फल न हो तो बह
ृ प त के उपाओ क मदद लेने से फल नेक
ह गे!
ऐसे टे वे म आमतौर पर बध
ु और सनीचर दोन ह मंदे हुआ करते ह या न सनीचर (मकान)
और बध
ु (बहन, बआ
ु , बेट ) का फल र ी होगा!
नेक हालत
औरत क हो आज़ार - बध
ु केत ू मंदा होगा
य द जातक दस
ू र के अवगुण को सब के सामने बखान करने का आ द होगा तो खद
ु का
अपना सनीचर भी रे त के कण बन कर बखरता होगा या न जातक खद ु भी हर जगह बदनाम
होगा और अगर शकु र पर या न औरत पर अंकुश न होगा तो खब
ू सरू ती योवन के बाज़ार म
बकने लगेगी और बध ु व केतू के फल मंदे ह गे!
बाज़ा औरत से संबंध द मक क तरह जातक को बबाद करगे! ब द कुआं या कुएं पर छत डाल
कर बनाया मकान लाव द क नशानी होगा! दस ू र के ऐब पर पदा डालना और नेक को बढ़ा
चढ़ा कर बखान करना नेक फल दे गा! मकान क छत अगर उ दा रखी जाए तो औरत क सेहत
के लए नेक होगा! अगर टे वे म शुकर और दोन ह मंदे ह तो आड़ू क गटक म काला
सरु मा भर कर बाहर दबाना नेक होगा! 22–24–29–32–39–47–51–60 साल क उ म शाद
करवाना अशभ ु होगा!
सनीचर का साथ हो या साथी ह बने कयाफा: शुकर और के बरु ज को मलने वाल लेट
हुई रे खा हो तो बध
ु क चीज का कारोबार मंदा फल दगे बि क बह
ृ प त और केतू भी नक मे
ह गे! का साथ हो तो फक र रे खा का फल होगा गर बी व तंगद ती तो होगी ले कन खद ु ाई
मदद साथ होगी! टे वे म सनीचर मंदा हो तो बाज़ा औरते बरबाद का बहाना ह गी और औलाद
क क लत होगी!
बह
ृ प त खाना बर- 1 म हो तो नंह
ु सास का झगड़ा रहे दोन ह ह मंदा फल दगे मामू
खानदान बरबाद होगा! बध
ु खाना बर- 6 म या मंदा या मंदा हो शुकर हर तरह से मंदा
फल दे गा घर क लड़ कयां बरबाद का बहाना ह गी और जातक क औरत जातक के लए मनहूस
होगी!
जो ह पहले घर 9 - अ धा काना हो
दो त शक
ु र ह कायम होते- पार माया भवसागर हो
श ु मगर 7 पहले बैठे- पतंग फटा घर शुकर हो
ि ट शक
ु र न जब कोई करता- चोर शक
ु र खद
ु होता हो
एक अकेला न कोई मंदा- ऊत गया ह आवा हो
क ची थी उड़ती फर , अब इक जा टक गई
फल, आवा घम
ु ार या भ ा ट!
वतन व कबीला क मोह बत का दलदादा और मुबा रक फल का हो! अगर आ शक तबीयत हुआ
तो क मत का हाल दर त म फंसे पतंग क तरह होगा! ले कन अगर जातक सूफ होगा तो कुल
खानदान को भवसागर से पार लगाने वाला होगा, वरना एक को य रोते, यहाँ तो आवा ह ऊत
गया, वाल बात होगी!
नेक हालत
शकु र के कायम रहते रज़क कभी ब द न होगा! दमागी खाना बर- 5 वतन व कबीले के त
दल म ेम और समपण होगा! जातक अगर अपने चाल चलन को नेक रखे तो शक ु र भवसागर
से पार लगाने वाल गाए क तरह होगा और य द चाल चलन मंदा तो जीवन पेड़ म फंसे पतंग
क तरह होगा या न न ठौर न ठकाना!
सूरज खाना बर- 1 और मंगल खाना बर- 3 म हो तो हर तरह से नेक व बरकत ह बरकत
हो ले कन नेक चाल चलन इसक बु नयाद होगा!
मंद हालत
टे वे म मंदा हो तो असर शक
ु र पर होगा या न शकु र अगर दर त म फंसे पतंग क तरह है
तो डोर क तरह साथ होगा ले कन ऐसे शकु र को ठ क करने के लए का उपाओ काम
आयेगा!
उपाओ:
शक
ु र बरु ा न खद
ु कभी होगा- असर बरु ा हमसाया हो
भला जनम ह जब कभी मंदा- ि ट मारा ज़र माया हो
शक
ु र 6 घर ख सी होवे, अ ल से मंदा हो
आ शक द ु नया न हुआ, पर यागी परू ा हो
आप ते डु बी डूमनी, नाल भ भी गाले
नेक हालत
सूरज या बह
ृ प त या दोन शुकर के साथ या साथी ह बन तो खब ू दौलतम द अब शुकर
क मती ह रा होगा ले कन औलाद न कमी होगी! मह वपण ू : शुकर खाना बर- 6 वाले मद या
औरत को ऐसी औरत या ऐसे मद से शाद करवानी चा हए जो अकेला भाई या बहन न हो अगर
ऐसा न होगा तो शुकर के दो त बध
ु , सनीचर व केतू मंदा असर दगे या शुकर के द ु मन ह
सरू ज, बहृ प त व राहू अपना बरु ा असर ज़ा हर करगे और असर होगा:
सनीचर से संबि धत चीज़- - - - - - - - - - - - - मकान व मशीनर आ द!
बध
ु से संबि धत चीज़- - - - - - - - - - - - - बहन बआ
ु बेट आ द!
केतू से संबि धत चीज़- - - - - - - - - - - - - औलाद, खद
ु के कान, जोड़ व र ड़ क
ह डी आ द!
बध
ु से संबि धत चीज़: गम
ु नाम ब द हालत तहखाना या द वार म गोल ग डे या खाल रखे हुये
बड़े बड़े पीतल या म ी के बरतन!
फैसला टे वे म बध
ु क हालत पर होगा व बध
ु को सनीचर क मदद क ताकत पर होगा ले कन
कोई भी अशुभ असर होना होगा तो राहू और केतू क चीज पर असर आना शु होगा और मंगल
आ खर नतीजा बता दे गा!
मंद हालत
खाना बर- 2 खाल या सूरज बर- 6 म और बर- 2 खाल शुकर का असर औलाद के लए
मंदा होगा! पता के बचपन म गुज़र जाने क आशंका होगी और औलाद 28 साल उ के बाद
होगी! जातक अपनी औरत को िजस तरह शान से रखेगा उसी तरह दौलत और महल ह गे वरना
औरत ह कुल मी सा बत होगी!
बध
ु खाना बर- 5 म मंदा हो रहा हो तो खाना बर 3–4–7–9 म बैठे ेह क कारक चीज का
मंदा हाल होगा ले कन खाना बर- 1 का ह या जब बध ु खाना बर- 1 म आयेगा सब कु छ
बहाल कर दे गा! ले कन बध
ु खाना नंबर- 5 के बाहर मंदा हो तो अशभु असर होगा बर- 9 या न
बजु ुग, बर- 3 या न भाई बंधु, बर- 4 या न माता व माता खानदान, बर- 6 या न मामू,
बर- 7 या न खद ु क औरत, बर- 10 या न उ पता, बर- 11 या न आमदन और बर- 12
या न रात का सुख!
बध
ु खाना बर- 8 म हो तो शुकर का फल मंदा होगा और असर नर औलाद के लए अशुभ! टे वे
बध
ु खाना बर- 8 म हो तो शक
ु र का फल मंदा होगा और असर नर औलाद के लए अशभ
ु ! टे वे
म सनीचर मंदा हो तो धन दौलत म दन- ब- दन कमी होती चल जाएगी!
उपाओ:
औलाद क मंद हालत (पैदा न होना या होकर मर जाना या लड़ कयां ह पैदा होना) के
व त ऐसे ाणी (चाहे मद हो या औरत) को चा हए क अपने गु तांग (जाए- ख़ास) क
सफाई के लए मंगल क व तुएँ परयोग कर या मंगल के रं ग क कोई ऐसी वा िजस से
कटाणु न ट होते ह उदाहरण के लए स फ के पानी म लाल वाई (potassium
permanganate) के एक दो कण डालकर!
शक
ू र ि ट से खाल तो बेकार म औरत के बारे म गपबाज़ी और इ क के फज पल
ु अशभ
ु ह गे
बह
ृ प त खाना बर 7 से 12 तक कसी घर म हो या सूरज भी खाना बर- 6 के बाद वाले
घर म हो तो शुकर हर तरह से मंदा फल दे गा दौलत बरबाद ले कन मंदे व त क शु आत पापी
ेह से स बंध रखने वाल जानदार व बेजान चीज से होगी और नतीजा मंगल क ि तथी पर
होगा!
उपाओ:
जल माया घर क ये या नार ले ल
नामद हुआ या खस
ु रा गनते- सांड ख सी जन खस
ु रा हो
औलाद केत ू और श न गह
ृ सती- हालत राहू खुद माल हो
प रवार कबीला बुध क गनती- चाल शुकर 4 तरफ़ हो
4 दज
ू े बुध नेक करता- आठ र ी बुध मंदा हो
साथ राहू या हो गु मंदा- असर शक
ु र सब गंदा हो
- - शक
ु र के बजु पर, शक
ु र का अपना घर, ी भा य से उतम फल होगा! ऐसे जातक
को औरत के समान संबि धत कारोबार उतम फल दगे! बुध के बुज पर, बुध और शुकर
आपस म दो त ह ह! शाद , ी, औलाद का सख ु , नेक तबीयत, दौलतम द होवे! शक
ु र
बुध इकठे ह तो यभचार (जानी) व अ याश
होगा! घर का मा लक शुकर है जो सनीचर को उं च और सूरज को नीच करता है !
सनीचर शक ु र का दो त और सरू ज शक ु र का द ु मन ह है ! जब बध ु और शकु र के साथ
सूरज भी हो तो बुध चुप होगा और शुकर बरबाद! अगर सेहत रे खा बुध के बुज से शुकर
के बुज तक हो तो कमाई खा जाने वाले दस
ू रे लोग ह गे! ले कन बुध के बुज शाद रे खा
उतम और 37 साल तक औरत का आराम!
इस घर का शक ु र खुद अपनी बजाए साथ बैठे या साथी ह का फल दे गा, मगर खुद
औरत का कभी मंदा फल न होगा:क ले बँधी गाँ, न हूँ न हाँ: क तरह औरत का हाल
होगा ले कन शत यह है क शुकर या न औरत या गाय सफेद रं ग क नह ं होनी चा हए!
ब ल क ज़ेर हर तरह नक मा फल दे गी ले कन अगर रखनी हो हो तो कंबल के टुकड़े
म रखनी चा हए कसी चमड़े क चीज़ जैसे बटुआ आ द म रखना खुद क बरबाद
खर दना होगा!
शुकर बहृ प त खाना बर- 2 और मंगल न ट और हथेल का मांस नरम तो बहुत बड़ा बह ृ पत
होगा जो सफ शुकर या (राहू, केतू मु तरका या न मसनई
ु शुकर) का असर दे गा या शुकर
बह
ृ प त खाना बर- 7 और मंगल न ट तो भी बहुत बड़ा बह ृ प त जो केवल शुकर का असर
दे गा और बेऔलाद रखे!
शक
ु र 7 फसल हुआ, पर खेती उ दा हो
शायर उ दा िजंदगी, और सुख सवार हो
ख़रबज़
ू ा दे ख ख़रबज़
ू ा पके, 1–9 या 7–11
चोरां टोल - एको बोल , बध
ु - श न और शुकर याराँ
द ु मन ह गर इस घर आं , जत
ू ा प थर खब
ू चला
पर शुकर न ह मत हारे , हरे न खद
ु वो सबको मारे
नेक हालत
टे वे म बह
ृ प त सोया हुआ हो कयाफा: शक ु र के बजु पर बहृ प त के खड़े खत ले कन छोटे तो
सफर से हर हाल म िज़ दा वा पस आयेगा और मौत कभी परदे स म न होगी! खाना बर 1–7–9–
11 म द ु मन ह सूरज, , राहू ह तो माया दौलत बढ़ती होगी और शुकर का फल उ दा
होगा!
बध
ु खाना बर 4–6–2 म नेक हो कर बैठा हो कयाफा: शुकर का पतंग क न का उं गल क जड़
पर हो तो शाद के दन से मद और औरत के लए बध ु व शक
ु र का फल 37 साला अरसा तक
उतम होगा!
मंद हालत
खाना बर- 8 म सूरज बध ु ह तो शुकर और खाना बर- 8 के ह, दोन का मंदा असर औरत
पर होगा, खासकर जब छत से सरू ज क सीधी रोशनी घर म आती हो तो औरत पे औरत मरे !
अगर राहू खाना बर- 8 म हो तो औरत सार िज़ंदगी दख
ु ी रहे औरत को सार िज़ंदगी नीले
कपड़ से परहे ज़ करना चा हए!
राहू शुकर के साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो शुकर मंदा असर दे गा खासकर जब जातक न
अपने बटुए म ब ल क ज़ेर रखी हुयी हो, सनीचर के कारोबार, खाऊ दो त और औरत पर धन
बरबाद होवे! खाना बर- 1 खाल हो तो शुकर मंदा असर न दे गा ले कन पराई औरत क लगन
और गु सा बरबाद का कारण ह गे!
खाल पड़ा हो घर जब दज
ू ा- पाप शक
ु र सब मंदा हो
ससरु ाल नाव ज़र भर कर डूबे- बरबाद खाना औलाद का हो
- - कंु डल म शक
ु र का असर, खाना बर- 8 ब ृ क रा श और घर का मा लक ह
मंगल जो शुकर के बराबर का ह है ! इस रा श न को नीच कया जो शुकर से
द ु मनी का स भाव रखता है ले कन शुकर से द ु मनी नह ं करता! इस रा श म कोई
ह उं च नह ं होता! अगर कंु डल म मंगल नेक हो तो शक ु र पर हर तरह से नेक असर
होगा और अगर मंगल बद हुआ तो जातक को च र ह न व यभचार बनाता है !
- - अगर टे वे म ठ क तो शुकर का फल बुरा न होगा, गर भी मंदा हो तो
बध
ु मदद दे गा, अगर बध ु भी र ी हो तो मंगल से मदद मलेगी ले कन अगर मंगल भी
खराब तो राहू के ग दे नाले से ह मदद पा सकेगा इस लए ग दे नाले म तांबे(सूरज) के
स के या फूल(बधु ) डालना मब ु ारक होगा! सफेद रं ग क गाय म दभाग होगी ले कन
काल या लाल गाय मददगार होगी!
शक
ु र खुद क मदद के लए चर (जवार) म ी म दबानी चा हए! शुकर को अगर थोड़ी
सी बरु ाई क मदद मल जाए तो ई क व मोह बत बल ु द होगा जो क जातक को बाज़ा
औरत के च कर म डाल सकती ह और नतीजा आत क या सुजाक जैसी बीमा रयाँ हो
सकती ह! शुकर- 8 के समय खाना बर- 2 खाल हो तो शाद बहुत दे र से हुआ करती
है और अगर ज द हो जाए तो औरत िज़ंदा नह ं रहती!
शुकर 8 क है , म द शगुन ह हो
नेक हालत
खाना बर- 8 वाले जातक क औरत स त सुभाओ क होगी ले कन औरत क ज़ुबान से नकला
वा य प थर पर लक र क तरह होगा अगर कोई बरु ा वा य मंह
ु से नकाले से फौरन परू ा हो
ले कन नेक कह बात के परू ा होने क शत नह !ं
दान लेना स त मनाह है इस लए जातक दान लेना छोड़ दे वे और मि दर म माथा टे कता रहे तो
द ु मन क हार होगी
शक ु र- 8 वाला जातक अपने को बहुत बड़ा ानी समझा करता है उसको हमेशा गलतफहमी रहती
है क उसको भ व य के बारे म बहुत जानकार है ले कन कोई उससे पछ
ू ता नह ं और ऐसा जातक
अपने इसी एहं कार म जलता रे हता है !
खाना बर- 2 म कोई भी ह हो अब शक
ु र उस ह जैसा ह असर दे गा! जातक को मेहनती
और ईमानदार होना ज र है !
मंद हालत
खाना बर- 8 का शुकर हमेशा के लए मंदा न होगा और इसके मंदे फल का अरसा आमतौर पर
11 साला क उ तक ज़ोर पर हुआ करता है 12 साला उ के बाद जब भी शुकर वषफल के
अनस
ु ार खाना बर- 12 म आयेगा तो नेक फल दे गा! बद का तूफान कु छ इस तरह से होगा:
1 साल से 11 साल क उ तक…………………………कुल समय 11 साल
- - जातक के जनम के बाद मकान बने तो उसके 17 साल बाद या शक ु र खाना बर-
9 म वषफल के अनुसार 23 साल क उ म आता है , अब यह 25 साल क उ या न
48 या 24 साल तक अपना मंदा फल दे गा! गेह के दस ू रे दौरा म 48 या 24 साल के
बाद 17 साल गुजरने पर या न 65 या 50 साल म नेक असर दे गा! सफेद रं ग क गाय
का घर म आना या शाद 25 साल क उ म होना बरबाद क नशानी होगी अब शुकर
मंगल बद का काम करे गा! घर म चाँद क ट क जगह सफेद म ी होगी ऐसे म घर
क नीव म चाँद या ख़ा लस शहद था पत करना चा हए! लाख प त होता हुआ भी रोट
तभी नसीब होगी जब अपनी मेहनत से कमाएगा! ऐसे जातक के बज ु ग
ु का हाल उ दा
हुआ करता है ले कन खुद क औलाद का सुख न होगा! अगर शाद रे खा घूम कर
क न का का ख करे तो शाद व औलाद म गड़बड़ और द ु मन क तरह असर पैदा हो
जाएगा!
बध
ु , पापी, नर ी, वाह सब ह अ छे ह
सफेद रं ग(दह जैसा) और सफेद गाय अशुभ, नीम के दर त म चाँद के चौरस टुकड़े
दबाना नेक फल दे गा!
नेक हालत
दस
ू रे क मुसीबत व मंद सेहत खद
ु अपने मंदे काम से मोल ल होगी!
जब या मंगल का साथ हो तो मकान क नींव म चाँद व शहद था पत करना चा हए तो
शक
ु र- 9 गनु ा उ दा फल दे ने लगेगा!
मंद हालत
खद
ु क माल हालत के लए मंगल बद, औलाद क क लत के लए केतू व दौलत के लए मंदा
बध
ु जीमेदार होगा और राहू शरारत और खराबी पैदा करे गा इस मंदे जहर से बचने के लए नीम
के दर त म चाँद के चौरस टुकड़े डाल कर सरु ाख नीम क लकड़ी से बंद कर द!
उपाओ:
उतम श न से बध
ु हो उ दा- हादसा कभी न दे खता हो
द वार मग रबी जब तक क ची- प रवार दौलत ज़र उ दा हो
बैठा 7–4 या दज
ू े- साथी कोई न उसका हो
प थर म ी सब खा ड ह बनते- लार मोटर कुल उ दा हो
बध
ु असर सब उतम दे गा- बाग बगीचे उ दा हो
औरत म ी क ल मी बनती- चलन नाल न गंद जो
बदल औरत कुल म ी होती- द ु खया नज़र तक श क हो
नेक हालत
पराई औरत से स बंध बनने का बहुत मौका मलेगा, आमतौर पर शक ु र- 10 वाला जातक औरत
मद क दौलत और मद औरत से स बंध म ह व वास रखता है ! ऐसे लोग का एक ह असल ू
होता है क कपड़ा और चमड़ा जब धोने से साफ हो सकता है तो कसी भी चीज़ का परहे ज य
ले कन जातक क यह आदत व मंगल के फल को नक मा करे गी!
मंद हालत
अगर सेहत लगातार मंद रहे तो गऊ दान करे तो सनीचर क मंद ज़हर से बचाव होता रहे गा!
इसके इलावा अगर बीमार पीछा न छोड़ रह हो तो गऊ दान करवाने के बाद क सा एक तरफ
हो जाएगा या न अगर उ बाक हुई तो तंद त नह ं तो चलता बनेगा ले कन बीमार से गले
सड़ेगा नह ं, आमतौर पर नतीजा बेहतर का हुआ करता है ! पराई औरत से कामदे वी स बंध 12
साल तक केत(ू औलाद) मंगल(भाई) और (माता व माया दौलत) सब बरबाद ह गे! काल
क पला गाय क सेवा/दान तमाम बरु े असर से बचाव करे गी!
खद
ु शुकर जब वषफल के अनस ु ार खाना बर- 1 (10–22–32–47–58–70–79–96–108–120) म या
खाना बर- 7 (4–16–33–44–50–66–76–94–98–111) म या सनीचर जब अपने बैठा होने वाले घर
म आयेगा तो शुकर हर तरह से नेक फल दे गा बशत जातक सनीचर के मंदे काम से दरू रहे !
उपाओ:
शक
ु र- 11 और बध
ु बर- 3 म मद क औरत ह मद क बरबाद का बहाना होगी!
शक
ु र 11 घम
ू ता ल ू , दौलत का भ डार हो
गर ऐसा न होवे कोई, बज़
ु दल, बु ू, हजड़ा हो
माता बेशक चल बसे, गऊ- औरत का साथ
ई, मोती दह रं ग सफेद!
औरत गो क़ मत क मा लक मालूम होती होगी मगर वो खद ु ह बाइस- ए- तबाह होगी!पापी
ेह के मंदे असर के व त तेल दान क याण होगा! जातक क आमदन शु होने से पहले शाद
या शुकर क अ या का होना ज र होगा!अगर शुकर सोया हुआ होवे, तो नर औलाद शुकर क
परू मयाद (20 साल महादशा) के बाद कायम होगी और इसका उपाओ बध ु पालना होगा!अगर
ऐसा न हो और औरत के कम से कम तीन भाई ह गे जो हर तरह से शुकर को जगाने का काम
करगे और औलाद स ब धी मंदा फल न होगा!
बव त शाद गाए का दान गैर मुबा रक होगा!
नेक हालत
बध
ु या टे वे म कायम ह तो हर काम खु फया तर के से करे गा चाहे ठ क काम ह य न
हो और हरदम तबीयत बदलने वाला होगा! ऐसे जातक क मौत सर कटने/ सर क कसी बीमार
से होगी! अगर खब ू धन दौलत आ रहा हो तो ठ क वरना हजड़ा होगा! पाँच लड़ कय क शाद म
िजतना धन खच होना चा हए उतना धन होगा!
मंद हालत
जातक दे खने म भोलाभाला ले कन अंदर से याह दल का होगा िजसके कारन अपनी कह बात
बदलने का आद होगा जो कोई खब ू ी क बात नह ं! चाहे दमाग क कमज़ोर मानो या सनीचर
क चालाक मौत आमतौर पर सर कटने या सर क बीमार के कारन हुआ करती है ! अगर
औरत घर क खजांची हो गयी तो फल अशुभ होगा! काल क पला गाए क सेवा सनीचर के मंदे
असर से बचाएगी!
खाना बर- 3 खाल हो तो शुकर सोया हुआ होगा ऐसे म मंगल क मदद लेनी होगी या मंगल
साथी ह बन रहा हो या खद ु मंगल का उपाओ या औरत के तीन भाई ह तो शक ु र खद
ु - ब- खद
ु
जागा हुआ होगा और शक ु र अब मंदे असर क बजाए खब
ू धन दौलत दे ता होगा और प रवार भी
बढ़ता होगा वरना शाद के तीन साल बाद नौबत और मुसीबत होगी हर तरफ बरबाद क म ी
उड़ती होगी!
औलाद पैदा न हो या होकर मरती जाए तो बधु का उपाओ बकर पालना मददगार होगा! औरत
अब क मत क धनी तो होगी ले कन खद ु औरत ह जातक क तबाह का कारन होगी इस मंदे
ज़हर से बचने के लए तेल का दान क याणकार होगा!
शक
ु र खाना बर- 12
(आड़े व त हर जगह मदद क मज
ु ि सम दे वी और भवसागर से पार करने वाल गऊ)
लहर माया चलती- फरा कुल ज़माना
तीन गन
ु ा नर उ न त- असर भला दो मलता हो
राज ता लक
ु हरदम ऊंचा- 37 साल सख
ु औरत हो
नाश वैर कुल एकदम होता- रात भल ज़र दौलत हो
खाल मंदा 7 दज
ू ा होते- शक
ु र होता सब म ी हो
तीन छठे जब उतम टे वे- कामधेन ु गाय होती हो
शुकर उं च हालत का होगा जातक खानदान क परव रश करने वाला होगा औरत का पूण
शक
ु र उं च हालत का होगा जातक खानदान क परव रश करने वाला होगा औरत का पूण
सुख व औरत के वारा शु कए काम के नतीजे नेक ह गे! राजदरबार से फायदा और हर
एक तरह का आराम होवे! अगर टे वे म बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म ह तो
हथेल पर शकु र के बज
ु पर म छल का नशान होगा जो नेक फल दे गा! कामदे व,
मोह बत बाज़ी व ी ता लुक उं च के शुकर क आिजज़ी(बेबसी) है ! धन दौलत क कोई
कमी नह ं ले कन औरत क सेहत मंद ! दस
ू र क मदद व भंडारे लगाना नयतन जातक
क तबीयत होगी! इस घर का शुकर औलाद क तंगी रखता है इसके इलावा हर तरह से
फल नेक होगा! शुकर- 12 और बुध- 6 म हो तो दोन अपनी उं च रा शय म लड़के
लड़ कयां सभी सख ु ी व सखु ी करने वाले ह गे! बह ृ प त, सरू ज व का नेक फल साथ
होगा चाहे यह ह खुद नेक न ह और वैसे भी हर ह मंदा नह ं हो सकता! औरत क
मंद सेहत के व त नीले रं ग के फूल बाहर वीराने म म ी के नीचे दबाने चा हएँ खुद
औरत के हाथ से!
शक
ु र 12 रा श 12, पग भी उसके 12 ह
प थर सूखा भी बेशक होवे, घी का मौसम बाराँ हो
अकेला शक
ु र ह इसको तारे , मदद न कोई करता हो
दख
ु श ु सब म ी करके, दया से अपनी तारता हो
नेक हालत
बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म कयाफा: हाथ पर म छ रे खा का नशान या हथेल
के खाना बर- 12 म शुकर के– लेटे हुये खत तो म छ रे खा औलाद व प रवार के लए उतम
मगर औरत खद ु द ु खया होवे!
बध
ु खाना बर 2 या 6 म और हर तरह से कायम हो तो जातक रागी व शायर का शौक न
भंडार का मा लक और उ 96 साल (औरत व मद)!
मंद हालत
औरत के हाथ से गऊ दान सबसे उतम उपाओ है वरना कु छ न कु छ दान करवाते रहना
चा हए!
य द टे वे म बध
ु और राहू मंदे ह तो प क शाम (राहू का समय) के व त नीले(राहू) रं ग के
फूल(बधु ) औरत के हाथ वीरान जगह म दबवाने चा हएँ हर तरह का क ट दरू होगा!
जातक अगर नेक हो नेक के काम करता रहे , दस ू र क मदद न वाथ करता रहे
तो मंगल नहायत नेक फल दे ता रहे गा! ले कन मंगल बद हंसक खूनी व ् बदला
लेने वाला होता है ! खाना न बर- 3 का मंगल अगर नेक हो तो खाना न बर- 8 से
उठ हुयी मौत तक को रोकने म स म है ! अ टम थान का मंगल रा श ती होते
हुए भी बद कहा गया है ! मंगल कक राशी म नीच और मकर राशी म उ च होता है !
खाना न बर- 4 का मंगल बद होकर मांग लक योग बनाता है ले कन इस घर का
मंगल माता या न च दर से डरता है ! खाना न बर- 4 व ् 8 के मंगल के सूरज या
च दर ह या साथी ेह बन जाएँ तो मांग लक दोष भंग गना जायेगा! य द कोई दो
पापी ेह या बध ु और केत ु मंगल के साथ ह या साथी ेह बन रहे ह तो मंगल
मंदा नह ं रहता! सूरज+बुध को मंगल नेक (बनावट ) और सूरज+शनी को मंगल बद
(बनावट ) कहा गया है ! बध
ु खाना न बर 3 व ् 6 का रा श ती है ले कन खाना
न बर ३ का बुध मंगल बद का फल दे ता है ! इसी तरह खाना न बर ९ का शु कर
भी कई शत के अंतगत मंगल बद का परभाव रखता है ! मंगल अगर हर तरह से
नेक सा बत हो जाये तो स तान दे ता है और इसके वपर त मंगल बद स तान प
के लए नहायत अशुभ होता है !
मांग लक दोष:- मांग लक दोष को लेकर कई तरह क शंकाएं बनी रहती ह मंगल
अगर टे वे के खाना न बर 1, 2, 4, 7, व 12 म हो तो मांग लक दोष माना जाता
है जो क शाद के खुशहाल जीवन के लए अशुभ गना जाता है ! ले कन लाल
कताब के नयम को लेकर जो अनुभव हुआ है उसके अंतगत खाना न बर 4 व ् 8
का मंगल ह मांग लक दोष बनाता है ! ले कन जैसा क उपर बयान कया गया है
उसको लेकर इन घर का मंगल भी अशुभ नह ं रहता! इस लए सफ मंगल दोष को
लेकर कसी म म पड़ना उ चत बात नह !ं ले कन इन दोन घर के मंगल के साथ
य द सूरज या च दर का साथ हो, साथी ेह बन तो मांग लक दोष भंग गना
जायेगा! इसी तरह खाना न बर 8 का मंगल बद माना गया है ले कन इस मंगल के
साथ अगर बध ु हो तो मंगल बद नह ं रहता!
सामु क ल ण, ह त रे खा व कयाफा
ह त रे खा: यह रे खा मंगल नेक के बुज पर हुआ करती है औरत क तरफ के भाई बंधु
- - ह त रे खा य द ह प त के बज
ु पर जा नकले तो जातक दौलतम द होगा,
ससुराल खानदान भी दौलतम द और ससुराल क और से दौलत मले!
- - अगर यह रे खा सरू ज के बज
ु को जा नलके तो जातक मजबत
ू िज म होगा ले कन
अपनी दौलत औरत और औरत खानदान को खलाता रहे !
अदल का राजा क़ा तल खन
ू ी, तलवार धनी वो होता है
जग चार म चंदर चलता, तरफ़ चार श न चलता है
बद मंगल क जो चौथे बनता, बदला ख़न
ू से लेता है
पहले तीन घर बड़ा है भाई, चौथे मंगल बद होता है
आम हालत 12 घर म
तेग अदल घर पहले जंगी, मा लक लंगर लोह दज
ू े हो
शेर होता गर तीसरे कैद , आग सम दर चौथे वह
1. अगर टे वे म सूरज बुध इ कठे ह तो मंगल नेक होगा और अगर सूरज शनी इ कठे
ह तो मंगल बद गना जाता है ! यह ेह चाहे कह ं भी इ कठे ह और मंगल वैसे
कसी भी हालत को ले कन इन यु तय के समय मंगल का परभाव और बरताव
त द ल होगा!
2. खाना पीना, भाई बंधुओ ं क सेवा, लड़ाई झगड़ा और शार रक दःु ख तकल फ का 28
वष का जमाना मंगल का साथ होता है !
3. दस
ू र क भलाई के काम, भंडारे आ द खोलना मंगल नेक के शभ
ु ल ण ह! टे वे म
मंगल नेक हो तो कुल प रवार म कोई भी बेऔलाद न होगा!
4. अकेला शुभ ि त थ म बैठा मंगल जंगल के राजा शेर क तरह होगा! यि त अपनी
बात मंह
ु पर कहने क ताकत रखता होगा!
5. कु डल म पापी ह साथ ह या साथी ह बन रहे ह तो मंगल बद नह ं रहा करता!
6. कु डल के कोई दो ऐसे ह जो आपस म श ु ह जब इ ठे बैठे ह तो मंगल मंदा
असर नह ं दया करता!
7. मंगल अपने शुभ परभाव क नशानी उन ह क ब तुओ ं पर ज़ा हर करे गा जो ेह
टे वे म उ तम होगा! और जब यह उ तम ेह अपनी दशा म या वषफल के अनस ु ार
फल दे ने पर आयेगा!
8. इसी तरह से मंगल बद उस ेह के मा यम से फल दे गा जो ेह टे वे म मंदा हो!
उस मंदे ेह के फल दे ने क अव ध म मंगल बद उस ेह के असर दे ने से पहले
मंदे ेह क चीज़ वारा पहले ह सूचना दे दे गा!
1. अगर मंगल दे खता हो राहू को (राहू हाथी मंगल महावत) तो अंकुश के डर से राहू
चुप होगा! फल शुभ हो या न हो ले कन अशुभ नह ं होगा!
2. अगर राहू दे खता हो मंगल को तो बाजओ
ू ं म दद, पेट या खन
ू क खराबी क
बीमा रयाँ लगी रहती ह! यादातर क ट शर र के दा हने भाग म क ट आता है ! ऐसे
म च दर का उपाए मददगार होगा!
मंगल से केतु का स ब ध
मंगल के दो प
मंगल नेक और मंगल बद इन दोन हालत को व तार से जानने के लए कुछ और बात
पर गौर करना नहायत ज र है ! हो सकता है कुछ बात का िज़ पहले भी हुआ हो
ले कन फर बात क गहरायी जानने के लए वोह बात व तार से दोहराई जा सकती है !
कुछ चीज़ क गहराई जानने के लए बात का बार दोहराया जाना नहायत ज र हो
जाता है !
मंगल बद
मंगल बद हर एक बरु े काम मा लक हुआ करता है , तु मबद शत ू र- ए- बेमह
ु ार या न हर
काम टे ढ़ा करने वाला (यहाँ तक क ऊंट(शूतर) क पेशाब क नाल भी सीधी नह )ं , चंदर
के समंदर को जला दे ने वाला ले कन कंु डल के खाना नंबर- 4 म मंगल हो और खाना
नंबर- 3 म चंदर न हो या इस मंगल को सूरज या चंदर क मदद न मल रह हो तो
बुराई के लए दल ई या व बदले क भावना से भरा हुआ होगा (ऊंट या न मंगल बद क
चंदर से कोई मोह बत नह ,ं रे त या न बध
ु का ता लकु दार है ), हर एक के पाँव म र सी
का फंदा डालने वाला और बना लक ड़य (जहां सनीचर सूखी लकड़ी है वह ं मंगल बद
इ सान को सूखी लकड़ी क तरह से सुखा दे ने वाला ह है ) या न इ सान को िज़ंदा ह
आग म जलाने का काम मंगल बद का है ! सनीचर के मारे हुये तो बच सकते ह ले कन
मंगल बद का मारा हुआ िज़ंदा होते नह ं दे खा गया!
मंगल नेक से फ़क: मंगल नेक अपनी उ के दौरे म सबसे पहले इंसानी क मत म
उन चीज पर असर कया करता है जो ह कंु डल म अव था म ह , यह ह उं च के घर
के प के घर के हो सकते है ! मंगल बद कंु डल के सबसे खराब ह से मल कर उस ह
से संबि धत चीज पर अपने आने क नशानी दया करता है !
सनीचर से फ़क: जान से मार दे ने वाल जहर या तेज़ ह थयार से फौरन मर जाना या
अचानक कसी बड़े पहाड़ के नीचे दब कर कुचला जाना या न ऐसी मौत मारता है िजसम
यि त ख़ुद तो मर जाता है ले कन बाद वाल मौत का कारण पता नह ं चलता यह सब
सनीचर के काम ह! कसी को खु डे ह थयार से मारना, ल बी- ल बी बीमार से गल सड़
कर मरना या हर रोज़ ह मौत को दे ख- दे ख ख़ुद भी द ु खया होकर मरना आ द सब
मांग- बद क मौत हुआ करती है !
मंगल बद और ह त रे खा
- - हथेल का बाहर ह सा जो क के बुज और बुध के बुज के बीच का ह सा
होगा और इस बाहर ह से का के बुज से ऊपर और रे खा तक का ह सा मंगल
बद का ह सा गना जाता है !
- - यह मंगल बद का बुज माता के भाई बंधु या पता के भाई बंधुओ ं को दशाता है !
य द इस बुज से कोई रे खा सेहत रे खा िजसे सूरज क तर क रे खा भी कहा जाता है को
छूए तो ताए, चाचे उनक औलाद, खुद क औलाद के लए मंदा फल दे गी ले कन ीजात
पर इसका बुरा असर न होगा!
- - अगर मंगल बद से रे खा (सीधी या टे ढ़ ) चल कर क मत रे खा को छूए तो अपने
खदु के कारोबार म अपने ह र तेदार बाधा डालगे या रशतेदार क मौत दख
ु का कारण
ह गी!
मंगल बद नह ं होगा
अगर कंु डल म कुछ ऐसे योग ह जो क नीचे यानशद
ु ा ह तो मंगल बद होते हुए भी बद
का परभाव समा त हो जाता है !
2 दस
ू र के पालन यो य पैदाइश से खुद ह बड़ा भाई होगा
11 मंगल इस घर म टे वे म बध
ु मंगल ११ के समय फैसला बहृ प त क
व सनीचर क ि त थ के ि त थ पर होगा! आमतौर पर:
अनुसार फल दे गा
(१)बह
ृ प त न बर- १से१० कसी घर म हो
तो ९ भाई हो सकते ह
(२)बह
ृ प त न बर- १ म हो तो २ भाई हो
सकते ह
(३)बह
ृ प त न बर- १२ म हो तो जातक
आमतौर एक अकेला ह हुआ करता है य द
कोई एक भाई हो तो वोह भी ता उमर
द ु खया ह रहे गा
खाना बर- 6 ना भ
खाना बर- 9 सख
ु रं ग, खन
ू ी
खाना बर- 12 बल
ु द आवाज़, हाथी का महावत, गलोय
मंगल खाना बर- 1
मैदाने जंग और अदल क तलवार अगर मंगल बद तो दम
ु दार सतारा
थमे कटती तलवार शहजोर कतना
व त गज
ु रते पाप श न का, वज़ीर जंगी राजा होता हो
ससरु ाल भाई घर अपने तारे , प थर पानी म तैरता हो
, र व बध
ु पापी साथी, सात चकर से बैठा हो
नेक करे वह द ु नया इतनी, मौत पराई लेता हो
न ह साथ बह
ृ प त होवे, गर होवे वो घर न होवे
- - ऐसा जातक खुद बड़ा भाई हुआ करता है वरना छोटा होते हुये भी बड़े भाई के फज़
नभाने पड़ आमतौर पर ऐसे जातक का बड़ा भाई हुआ ह नह ं करता य द हो तो जातक
क खुद क छोट उ म चल बसे!
- - मंगल- 2 वाला जातक आमतौर पर भाइय म सबसे बड़ा होगा अगर कोई बड़ा भाई
हुआ भी तो उससे अलहदगी होगी और यह इस घर के मंगल के गुण भीं क बड़े भाई
क तरह खदमत करे !
मंगल दज
ू े मु खया गनते, लोह लंगर का मा लक हो
लाख करोड़ को वो पाले, गाँठ न अपनी बंधता हो
जाए तो आम द ु नया से द ु मनी के बहाने ढूंड,े औलाद का सुख कम हो, बना मतलब
का सफर गले लगा रहे व िज मानी तकल फ 15 साल क उ तक बनी रह! नीचे च
म हथेल पर मंगल नेक क ि तथी व कंु डल म मंगल का प का घर दया है !
सामु क: गह
ृ त रे खा जो क कमान क तरह ले कन मंगल नेक के बुज पर अंगूठे क
तरफ मंह
ु कए हुये या मंगल का अपना चोकोर नशान मंगल के बुज पर मौजूद हो!
य द गह
ृ त रे खा क पीठ अंगूठे क तरफ हो तो गह
ृ त जीवन बरबाद होगा!
दो त 9 ह 11, या क ह वो सात
बध
ु , गु अ छे नह ं ह, 11–9- या सात
मंगल उनसे मल न बरते, बरतेगा वो ज़हर म
मु ी बंद बाहर नि ट, र व टे खद
ु बैठा हो
मदद ह नर- मलती, बद मंगल न होता हो
बध
ु - केत ू 8 चौथे तीजे, मदद र व न हो
ज़हर के बदले दध
ू पलाता, मंगल बद मंगल क ह हो
जब सरू ज खाना बर 7 म शक
ु र से संयु त होकर बैठा हो!
जब सूरज बध
ु के साथ संयु त होकर खाना बर 12 म हो!
खाना बर- 4 का मंगल नीच का है और मंगल क योग बनाता है ले कन पहल
ता लका के अनस
ु ार कोई नयम लग रहा तो मंगल क योग भंग समझना चा हए!
य द खाना बर 3–5–8–9–11 म सरू ज या ह प त अकेले अकेले या इकठे या फर
कसी एक घर म सूरज और दस ू रे म ह प त तो खाना बर- 4 का मंगल ज़हर के
बदले अमत
ृ जैसा फल दे गा! ऐसा जातक प रवार का पालक, स चा व शु दय
यि त हुआ करता है !
जब खाना बर- 4 के मंगल को म ेहो क सहायता मल रह हो तो गड़ा हुआ
धन मलने का योग होता है ! संतान व भाइय के लए भी शुभ फल का होगा!
मंगल बद हो या मंगल क योग हो तो इसका अशभ
ु असर प त/प नी पर होगा
ले कन ि ट के असर से कभी कभी िजस घर को दे खे उस घर से स बि धत
रशतेदार के लए भी हा नकारक होता है खासकर इन चार जीव पर: (माँ, नानी व
सास, ज़नानी)
मंगल 5–9–12 जब टे वे म बध
ु मंदा हो तो दस
ू र के लए मंदा होगा!
बद
2–10–11 दस
ू र पर धन दौलत के स बंध म मंदा होगा!
मंगल
मंगल
बद
क म खाना दस
ू र क ीय के लए मंदा जब टे वे म सनीचर मंदा हो!
मंगल क बर- 7
क म खाना खद
ु के घर क ीय (माँ, नानी, सास, ज़नानी) क उ के लए मंदा
मंगल क बर- 4 जब टे वे म सनीचर मंदा
- - मंगल खाना बर- 8 वाला अपने छोटे भाइय के लए मंदा हुआ करता है य क
8 म बैठ कर खाना बर- 3 (छोटे भाई) को टकराव दे ता है और खाना बर- 12 का
मंगल खद ु के बड़े भाइय के लए मंदा हुआ करता है य क 12 का मंगल खाना बर-
6 को दे खेगा जो क खाना बर- 11 से 8 वां थान है और यह ि तथी जातक क 28
साल क उ तक बनी रहती है !
बध
ु केतू खाना बर- 8 हथेल पर मंगल अपने ह घर क औरत तायी या चाची घर क
बद के बज ु पर लेटे– हुये खत बरबाद का कारन हुआ करती ह
शुकर या मंगल से कोई शाख खाना बर- अपने ताये या चाचे बरबाद का बहाना हुआ करते ह
4 या 8 को जाती हुयी इस जहर से बचने के लए वधवा तायी, चाची या
ताये चाचे का आशीवाद लेना चा हए
बध
ु या खाना बर- 6 और मंगल छोट उ म माता के िज़ंदा रहने तक असर मंदा,
बद सनीचर से संयु त हो और उ रे खा के ज़बान क बीमा रयाँ ले कन चोर का द ु मन होगा
आ खर म कोण का नशान हो
मंगल बद और बध
ु खाना बर- 12 म हो दख
ु का मारा हुआ, बेवकूफ़ होगा
मंगल बद के साथ द ु मन ह ह या हथेल तंग हाल, भाइय से दरू अलग रहे , िजस पेड़ के
पर मंगल बद के नशान ह नीचे बैठे पेड़ उखड़ जाए या न िजसके साथ जड़ ु ग
े ा
उसको ह बरबाद करे गा
उपाओ:
- - द ु नयावी काम म याय करने वाला होगा ले कन इसका फैसला खाना बर- 3 के
ह/ ेह पर नभर होगा! जातक खुद वैद या डा टर होगा या फर उसके बाप दादे वैद या
हक म रहे ह गे!
उपाओ:
शक
ु र भला या हो 7 उ दा, फलती न ल 3 पश
ु ती हो
खश
ु ी औलाद न हर गज़ फलता, न ह दखावा उतम हो
िज म पे उसके सोना आता, दख
ु ड़े खड़े और मातम हो
- - क या रा श, राशि त बुध व घर के मा लक ह बुध और केतू, दोन ह ह मंगल
के द ु मन ह! क या रा श राहू को ऊंच करती है ले कन राहू कह ं भी हो मंगल- 6 के
समय चुप होगा! केत ू द ु मन ह है जो मंगल के कारक र तेदार भाइय को जातक से
कमजोर करता है , य द भाइय क धन क ि तथी उतम हो तो अचानक भार नुकसान
उठाना पड़े! जातक के खद ु के लए नेक और हर तरह का आराम दे ने वाला! मंगल- 6
वाला यि त गाने का शौक न होता है ! औरत और औलाद का सुख होगा और दो त से
भी फायदा! अगर मंगल बद हो तो असर मंदा हर बात पे झगड़ा व हानी हो! पहल दो
पंि तय म खास हदायत है क िजस जातक क कंु डल म मंगल- 6 म हो उसको खुशी
के मौका पर बहुत यादा गाजे बाजे से परहे ज करना चा हए!
सामु क: मंगल नेक के बज
ु से कोई रे खा/शाख हथेल पर खाना बर- 6 म चल जाए
या खाना बर- 6 क आयत म मंगल नेक का चोकोर नशान हो!
िजस दम वो ख़द
ु ऊँचा होगा, साया सब पर उ दा होगा
वरना वह हो शव शंभु, ढा कोठे तँू, ला त बू
मंद हालत:
उपाओ:
सबका सब ह र ी होगा, बध
ु मले मंगल से जब
बध
ु - श न घर 6–7 बैठे, मौत पराई लेता हो
बु नयाद भतीजा अपनी गनते, तु म सोहबत न छपता हो
- - शक
ु र के बज
ु के ऊपर और उ रे खा के नीचे मंगल नेक का बज
ु है ! शक
ु र और
मंगल बराबर के ह ह इस लए दोन का फल नेक व उतम होगा! औरत का सुख पूण
होगा व कसी दरबार म वज़ीर तक हो सकता है ! अब शुकर का फल इतना नेक होगा क
एक आँख होते हुये भी दो आँख वाले सलाम ठोकते ह गे या न जातक धनी व मानी होगा
तभी कहा है ॰इ को अख सुल नी झुक- झुक करन सलाम॰ गह ृ त का आराम होगा चाहे
औरत कानी ह होवे या न ी म शार रक दोष होते हुये भी कोई बरु ा फल न होगा
इसी लए कहा है क ॰औरत आँख से बेशक कानी हो ले कन रं ग से कानी नह ं होनी
चा हए॰ साफ दल होना ज र है !
सबका सब ह र ी होगा, बध
ु मले मंगल से जब
(बध
ु - बहन, मंगल- भाई)
नेक हालत
मंद हालत
मंगल 7 सब कुछ उ दा, धन दौलत प रवार ह सब
बध
ु सनीचर - बेमतलब लोग क तकल फ़ अपने सर लेने वाला ले कन जातक प रवार क
खाना बर- 6 सेवा करने वाला होगा, भतीज क सेवा खद
ु क क मत क बु नयाद होगी!
या 7 म या दोन
म से एक 6 म
और दसू रा 7 म
खन
ू मंदा या - जब कभी बहन मलने के लए आए तो उसको मीठाई दे कर वदा करना
खनू मंदा या - जब कभी बहन मलने के लए आए तो उसको मीठाई दे कर वदा करना
िज म पीला होने चा हए! अगर वधवा बहन साथ रहे तो हर रोज़ सुबह कसी काम को शु
लगे तो जल हुयी करने से पहले बहन मीठा खलना चा हए! घर म ठोस चाँद कायम करने से
ट दह के साथ प रवार म बरकत होगी!
इ तेमाल करनी
चा हए ले कन
डा टर या वैद क
सलाह लेकर!
मंगल खाना बर- 8
(मौत का फ दा, इस जहाँ से कूच क जगह)
बचन बेवा दे ती- जो नेक का तुझको
ताक़त मब
ु ारक हमला रोके, बैठा वाह कैसा हो
मंगल बद के बज
ु पर मंगल नेक का नशान चोकोर हो!
(ज़र- धन- दौलत, सीम- सोना, चाँद , नकोई- नेक , नेकोई- बदनामी)
नीचे खुद हुयी भ याँ िज हे सर शाद याह के मौके पर खोला जाता हो और उसके
बाद वैसे ह ब द करके रख दया जाता हो या ज़मीन के अ दर लगा हुआ त दरू भी
मनहूस होगा, ऐसी भ याँ कबीले क बरबाद का कारन हुआ करती ह और िजस लड़के
या ल क क शाद के समय इ ह खोला जाए तो औलाद न होने क नशानी होगी! उ ट
गहृ त रे खा जैसा ऊपर के च म दखाया है गह ृ त जीवन के लए मनहूस होगी, इस
मंदे जहर से बचने के लए त दरू म पक हुयी मीठ रो टयाँ कु त को खलाएँ 43 दन
लगातार!
- - बध
ु व केतू खाना बर- 2 म ह तो छोटा भाई अगर िज़ दा बच जाए तो उसके
बाज़ ू न कमे ह गे या फर खून से संबि धत बीमा रयाँ ह गी!
- - बुध खाना बर- 6 म हो माता के जातक क छोट उ म गुज़र जाने का डर
होगा!
- - य द या सरू ज या बह
ृ प त खाना बर- 1 या 3 या 4 या 8 म न ह तो
जातक के माल हालात कमजोर ह गे और जातक द ु खया होगा!
- - खाना बर- 6 या 8 के सवाए बुध कह ं भी हो और िजतना यादा उ दा व नेक
फल होगा खाना बर- 8 का मंगल उतना ह अशभ ु होगा
उपाओ: मंगल खाना बर- 8 के लए भी मंगल खाना बर- 4 वाले उपाओ
करने चा हए!
सेवा भाई न ग़ल
ु ामी गनते।फतेह जगत दो मलता हो
शेर राजा दो जंगल कटते, लंका जले भाई लड़ता हो
नेक हालत
बध
ु अकेला छोड़ के सब- उ दा हो ह चाल क
- - जातक के माँ के पेट म आते ह या पैदा होते ह प रवार तर क करने लगेगा, ऐसा
जातक माता पता क धन क ि तथी को खद ु क 13 साल क उ पहुँचते ह उ दा कर
दे गा और खुद जातक 28 साल क उ तक पहुँचते राजा के समान होगा!
मंद हालत
जब मंगल का बुध या केत ू से स बंध हो तो मंगल बद होगा इसका सबूत होगा हथेल पर
मंगल के नशान होना, अगर मंगल बद हो रहा हो तो जातक नाि तक व बदनाम
होगा अब शेर क तरह अपना शकार खुद न धू डेगा बि क शेर के बचे हुये शकार को
गीदड़ क तरह खाने वाला होगा और ऐसा तब होगा जब टे वे म बधु मंदा हो!
मंगल खाना बर- 10
(चयू ट के घर भगवान)
बके घर से सोना- तो हो दध
ू जलता
रहा जब न तो- प रवार घटता
4 र व- 6 बैठा- मा लक टे वा खद
ु काना हो
श न मगर जब चौथे आया- क़ैद राजा क पाता हो
- - इस घर के मंगल का चींट के घर खद
ु भगवान का आना माना गया है या न
जातक तकद र कुदरत क तरफ से लेकर पैदा होता है ! अगर मंगल खाना बर- 10 वाला
जातक घर का सोना बेचे तो बरबाद होगा और जब ह न रहे गा तो प रवार कहाँ
से होगा! ऐसा जातक िजस घर म ज म लेगा वोह प रवार जातक के पैदा होने से पहले
चाहे धन के मामले म कतना भी नीचे तर का य न हो ले कन जातक के ज म लेते
ह ऐसा प रवार अमीर होना शु हो जाएगा!
ह त रे खा: गह
ृ त रे खा साफ और सनीचर के बुज को जा नकले!
दज
ू े पापी, शक
ु र चंदर, सोने म ह गे कलई
तीजे ता 6 म बैठे, दो त इसके अपने
(जंगल- बध
ु मंदा, लड़का- केतूबरबाद, ज़र- बह
ृ प त नीच)
मंगल खाना बर- 10 वाला जातक ज म से राजा के स भाव क तरह हुआ करता है जो धन व
जायदाद खद
ु ह पैदा कर लया करता है और जातक कभी बेऔलाद नह ं होगा!
अगर कसी कारन मंगल का असर शेर क तरह न हो तो अकेला मंगल नेक व उतम हरण क
तरह होगा! चीता ज़ र होगा ले कन अपनी हद के अंदर रहने वाला असूल का प का!
सनीचर य द मंगल के साथ या साथी ह बन रहा हो तो यि त शेर यादा चौक ना चीता होगा!
मंद हालत
दस
ू रे द ु मन ेह (सनीचर के ईलावा) तो एक ह जगह पर दो एक समान ताकत वाले लोग का
होना बरबाद का बहाना हुआ करता है या बरबाद करने वाले काले जाद ू का म हर होगा!
शक
ु र या या पापी ह खाना बर- 2 म ह तो औलाद बहुत दे र से पैदा हुआ करती है ऐसे
म कसी काले, काणे या लाव द यि त क सेवा करनी चा हए लाभ होगा!
मंगल- 10 के समय य द सनीचर खाना बर- 4 म हो तो बना कसी कसूर सरकार क तरफ
से सज़ा पावे!
मंगल- 10 के समय सरू ज खाना बर- 6 म हो तो लड़के पे लड़का मरे (या न नर औलाद क
कमी) य क केतू का घर अब केतू बरबाद होगा!
मंगल खाना बर- 11
मले कु ते द ु नया- के हर दम जो होते
असर शेर दगे- वाह कतने ह सोते
हाल बह
ृ प त जैसा टे वे- असर वह खुद मंगल हो
मंगल 9 का असर दे 13- गु हालत वाह कैसी हो
बध
ु श न जब उ दा बैठा- सु खया 24 ज़र 28 हो
उलट हालत बद मंगल होगा- केत ू भला न लड़का हो
- - कु भ रा श और र शप त सनीचर है ले कन असर के लए बह
ृ प त का थान
होगा! सनीचर और मंगल आपस म बराबर के ह जब क मंगल व बह ृ प त आपस म
दो त! इस रा श न न तो कसी ह को ऊंच कया और न ह नीच! मंगल नेक हो 24
साल क उ के बाद जीवन सख ु दायी होगा और 28 साल क उ तक पहुँचते पहुँचते धन
दौलत क भी कोई कमी न होगी! अगर मंगल बद हो रहा हो तो यादा से यादा 48
नह ं तो 45 साल क उ तक औलाद और सुख से वं चत हो!
अगर टे वे म बध
ु और सनीचर अपने स भाव के अनस
ु ार नेक व ि तथी के अनस
ु ार शभ
ु फल के
ह तो 24 या 28 साल क उ म खब ू धन दौलत जमा होगा!
बह
ृ प त टे वे के िजस घर म उसक ि तथी के अनस
ु ार भाई ह गे या न
1. बह
ृ प त हो 1 से 10 म तो 9 भाई तक हो सकते ह!
2. बह
ृ प त हो 1 से 11 म तो 2 भाई तक हो सकते ह!
3. बह
ृ प त हो 1 से 12 म तो जातक अकेला ह होगा!
मंद हालत
कयाफा: मंगल के बज
ु से सीधा खत बह
ृ प त के बज
ु को जा नकले!
- - ऐसा खत काग रे खा का फल दे गा भान मनहूस: जातक आमदन होते हुये भी
करजाई होगा और बुजुरगी जायदाद व पता क तरफ से मल वरासत बेकार होगी!
- - खाना बर- 3 खाल या न मंगल सोया हुआ या टे वे म सनीचर बध
ु मंदे हो रहे ह
तो बाप दादा क जायदाद क कौड़ी कौड़ी बेच कर ख म करने वाल क मत का मा लक!
- - मंगल बद हो रहा हो तो तो औलाद के साथ साथ मामा भी बरबाद ह गे और ऐसे
हालात 43 से 48 साल क उ तक रहा करते ह!
- - मंगल के भाई बंधु अथात जानदार व बेजान चीज़ सभी अशभ
ु फल दगी और दख
ु
का कारण हुआ करती ह!
- - लड़के क पैदाइश के दन से या कु ता पालने से हालात सुधर सकते ह और मंगल
अपना नेक फल दे ना शु कर दे गा!
मंगल खाना बर- 12
दया मीठा लोग - वाह मीठा खलाया
कमी ज़र न दौलत- सभी कुछ हो पाया
साथ गु या दज
ू े बैठे पाया केत ू घर तेरा हो
म छ मआ
ु वन हर दो तारे बध
ु पापी नह ं बोलता हो
आठ तीजा न मंदा होगा नह ं बुरा खुद बर 1 हो
बध
ु टे वे 8–4 जो आता मंगल 6 वाह 12 हो
उ छोट खद
ु पहले मरता बाद उड़ा दे माता को
- - खाना बर- 12 मीन रा श सनीचर का घर और र शप त बह ृ प त! सनीचर मंगल
के बराबर का ह है और बह ृ प त मंगल का दो त! शुकर ह मंगल के बराबर का ह है
और मीन रा श शक ु र को उं च करती है ! केत ू को भी मीन रा श न उं च कया ले कन केतू
मंगल का द ु मन ह है ! बुध और राहू को इस रा श न नीच कया, बुध द ु मनी करता है
मंगल से ले कन मंगल के होते राहू चप
ु होगा! अगर टे वे म या ह त रे खा के आधार पर
मंगल नेक सा बत हो रहा हो और कायम ह हो तो ी और धन का सुख स पूण होगा
और अगर मंगल बद हो रहा हो तो जातक क खुद क बेवकू फ़याँ उसके धन का वनाश
करगी और 5 साल नुकसान का खतरा हुआ करता है ! इस मंदे असर से बचने के लए
खुद मीठ रोट खाएं और लोग को भी खलाएँ!
ख़न
ू ख़ा लस, धन शाहना, स का माना, दमकता प रवार हो
मंगल 12 गु हो दज
ू े, आसमान से पातालाँ
दो शेर से गंज
ू े गंब
ु ंद, हाथी छपे हो जा गाराँ
केत ू तीजे, मंगल 12, म छ मआ
ु वन दोन तारां
साल 24 म उतम हो, या लड़का जब पहला हो
नेक हालत
मंद हालत
उपाओ:
बह
ृ प त का पीला रं ग और राहू के नीला रं ग मलने पर बध ु के हरे रं ग को ज म दे ता है
या न बह ृ प त व राहू बध ु के मसनई
ु ह ह! अगर इसी असूल को दे खा जाए तो कंु डल का
खाना नंबर- 12 म बह ृ प त रा शप त होने के कारण और राहू इस घर का ह होने के
कारण हमेशा मोजद ू रहते ह इस लए जब भी कंु डल का खाना नंबर- 12 खाल होगा उसम
मसनई ु बधु मोजदू समझना चा हए! बध ु के चौड़े प त के दर त पर गले म लाल- कंठ
वाला तोता (तोता=बध ु व लाल- कंठ =मंगल) बह ृ प त क नक़ल करे गा या न मंगल बध ु के
साथ होने से बेशक बह ृ प त का सोना न होगा ले कन बह ृ प त क नक़ल ज़ र होगा, जो
बहृ प त के दोन जहान म गु क आवाज़ क नक़ल अपनी पती के हरफ़ से रं ग बरं गे
पर वाल मैना को नहारता होगा!
बध ु वो चीज़ है दध
ू दे ने वाले बकरे क तरह है (द ु नया म दध
ू दे ने वाला बकरा दे खा गया
है िजसम बकरे के नर होने क चीज़ भी हुआ करती ह और वो दध ू भी दया करता है ) जो
हरदम भेढ़ को दे खता रहता है ! प रंद म चमगादड़ के नाम से भी जाना जाता है !
हचाल म तोते क 35 (पती) म कंु डल के खाना नंबर- 9 को उड़ा कर अपना भेद खोल
गया है ! ये बध
ु का भेद दर- असल इ सान और है वान म अकल का दायरा है ! बध
ु एक
अजीब ले कन दलच प ह है अगर नरम हुआ तो इतना क कलई कहलाया और अगर
ताक़त और क़ मत पकड़ी तो ह रे क तरह स त जो शीशे को भी काट डाले या न ये बध ु
क दो हालत ह अगर नेक हुआ तो हर कसी को तारे और मंदा हुआ तो सबको मारे !
बध
ु क अ ल के दायरा के इद- गद क गोलाई म आसमान और पाताल के दर मयान
आकाश म न मालम ू उस मा लक क बनाई हुई कौन- कौन सी चीज़ ज़ा हर ह और कौन-
कौन से अ दर ह छपी- छपाई रखी ह! एक तरफ तो दल को मायस ू करने वाले यालात
क:
“जो ख़ब
ू दे खा तो यार आ खर ख़द
ु ा क बात ख़द
ु ा ह जाने”
तो दस
ू र तरफ इशारा है क:
िजधर दे खता हूँ उधर तू ह तू है !
बुध का अ य ेह से स बंध
वाल तकोन (ABC) म तो ऊपर के असूल अनुसार बुध का नयम लाग ू नह ं होगा
और न ह उस
वशेष: मगर बध
ु के लए अपने फल क कोई शत नह !ं
बध
ु कस घर म हो तो कस ह क मदद करे गा
दस
ू रे ेह को मदद
खाना बर- 3 से 8 सूरज
खाना बर- 9 से 12 सनीचर
दस
ू रे ेह से ता लुक
सामु क व ह त रे खा
- - मंगल के बुज से लगभग उ रे खा के नकलने के थान से चल कर सेहत रे खा क
हद तक इस रे खा क लंबाई को द ु त माना है ! ज र नह ं क हाथ पर सेहत रे खा
मौजदू हो ले कन बध ु के बजु को शकु र के बज
ु से मलाने वाल रे खा सेहत रे खा है ! यह
सर रे खा है और बुध क रे खा भी कहा जाता है !
बध
ु से राहू क़ा स ब ध
1. बध
ु और राहू दोन एक ह घर म ह या दोन अपने अपने मंदे घर म, बुध खाना
न बर 3, 8, 9, 11 और 12 म मंदा और राहू खाना न बर 1, 5, 7, 8 और 11 म
मंदा, तो इन दोन योग म जातक को जेलखाना या पागलखाना या शफाखाना ज र
पहुंचाएगा! या फर कसी भी कारण उजाड़ जंगल ज र ले जायेगा!
2. कसूर या बमार हो न हो ले कन बना कसी कारण क ट दे गा और मंदे खच
करवाएगा! सामा य यो तष म इसी को अ य रोग तथा ेत पीड़ा क़ा योग कहा
गया है ! अ य रोग वोह ह िजनका इलाज डा टर या वैद न कर सक! कह ं कह ं
गु त रोग को गु त अंग क़ा रोग भी कहा गया है !
3. बध
ु राहू उपर व णत घर म न ह ले कन इन घर से स ब ध रखने वाल जानदार
चीज़ से स ब ध रखना या इन घर क चीज़ क़ा योपार करना भी इस योग को
बनाएगा और बुध व ् राहू संयु त गने जायगे! बुध से स बि धत तेदार- बहन,
बआु , मौसी, साल और यापर कहा गया है ! राहू- ससरु ाल, नाना नानी और काम
बजल , जेल क़ा काम आ द!
- - - य द बध
ु अकेला हो खाना न बर एक म और खाना न बर एक क़ा कारक ेह
सूरज हो खाना न बर १२ म तो बुध वह फल दे गा जो सूरज क़ा खाना न बर १२ क़ा है !
इसी तरह य द बुध एक समय सूरज हो खाना न बर चार म तो बुध वह फल दे गा जैसा
क सरू ज चार क़ा लखा है !
उपर दए उधारन के अंतगत बुध खाना न बर एक म मंदा हो जाये तो अशुभ परभाव
रा श ती मंगल पर होगा अगर बुध खाना न बर एक म मंदा हो और मंगल बैठ जाये
खाना न बर नौ म तो मंगल क़ा फल यथ होगा!
बध
ु अकेला आकाश का च कर, नप नलप होता है
घर 2–4 या 6 म बैठा, राज योगी हो जाता है
9 ता 12 या दस
ू रे पहले, श न को बल करता है
घर प का िजस ह का होवे, बैठा वहाँ वह बनता है
घर पहले होवे घम
ू ता राजा, प रवार र व 5 करता है
सर का ढांचा या दाँत ह उसके, अगला सरा नाक होता है
बु के काम ( तजारत- योपर- हुनर- द तकार - दमागी लयाक़त) से धन- दौलत कमाने
का 34 साल क उ का समय बध
ु से भा वत होगा! नेक बैठा बध
ु इन सभी काम म
शभु फल दे गा!
कसी द ु मन ह के कारण ज़हर ला बध ु (ज़हर आलूदा) खाना नंबर- 1–2–4 म बैठकर साथ
बैठे ेह पर मंदा असर नह ं दया करता ले कन ख़द
ु का असर बेशक मंदा हो ले कन खाना
नंबर- 11 व 12 म बैठा बधु हड़काए कु ते क तरह होगा!
बध ु िजन घर म मंदा लखा ह उनम ये चमगादड़ क तरह होगा जो अंधेरे म जागा करता
है अब बध
ु भी खु फया शरारत कया करता है और मंदे बध
ु क पहल नशानी होगी क
नए बने मकान क सी ढ़याँ गर जाना या गरवा कर नई बनवाना!
पाप (राहू व केतू) बध
ु के दायरे म चला करते ह सवाय खाना नंबर- 4 के जहां बध
ु राहू
केतू के मंदे असर से बर होगा!
मंदे शुकर को बध
ु हमेशा मदद दया करता ले कन कंु डल म राहू व केतू मंदे नह ं होने
चा हय य इन दोन के मंदा होते ह बध
ु भी मंदा होगा और हर तरफ मौत का नज़ारा
होगा, ऐसे म शुकर भी ऐसे घर म हो जहां बध
ु मंदा हुआ करता है तो शुकर भी बरबाद
होगा!
अकेला बैठा हुआ बधु (जब ि ट से खाल हो) तो नक मा और बना कसी ताकत के
होगा और िजस घर म बैठा हो उस घर के ठहराए हुये प के ह क ि तथी अनस ु ार फल
दे गा! ले कन बधु के बैठा होने वाले घर का रा शप त य द खाना नंबर- 9 म हुआ तो बध ु
उस रा शप त को जड़ से उखाड़ दे गा! बध ु कस घर म बैठ कर खाना नंबर- 9 म बैठे कस
ह को बरबाद करे गा इसके लए नीचे क ता लका दे ख इसको “बध ु का भेद” कहा है !
बुध का भेद
बध ु का भेद एक बड़ा उलझन भरा हुआ भेद है और इस भेद को समझना अ यंत क ठन
है ! एक ऐसा ह जो न जाने कब कैसा असर दे डाले यह बध
ु का भेद है ! बध
ु कंु डल के
कसी खाना म बैठा हो और उस घर का र शप त य द खाना बर- 1 म मल जाए तो
बध
ु उस ह का समल
ू नाश कर दे गा! अ त महतवपण
ू है इस लए बध
ु के इस भेद क
या या नीचे द गई ता लका म क ी है !
बध
ु खाना बर कस ह का आमतौर पर कस ह को बरबाद करे गा जो क उस व त
म बैठा हो फल दे गा खाना बर- 9 म बैठा हो
खाना बर- 4
खाना बर- 5 ह पत सरू ज
खाना बर- 9 ह पत ह पत
दध
ू दे ने वाला बकरा खाना बर- 5 का बध
ु या न नेक हालत!
बुध के दाँत
बध
ु दांत का कारक ह है और जब तक दाँत कायम ह गे तो ख़ुद क आवाज़ काबू
म होगी जो क बह
ृ प त क हवाई ताकत है जो औलाद क पैदाइश है और अब
मंगल भी साथ दे गा या न ब चे क पैदाइश के समय दाँत नह ं थे चंदर न माता के
दधू क श ल म मदद द और जब दाँत दए तो अनाज (शुकर) साथ हुआ!
जब दाँत आए तो मंगल भी साथ हो गया जो क ब चा पैदा करने क ताकत है !
ले कन जब ऊपर जबाड़े के सामने के तीन दाँत बना कसी बीमार के गर जाएँ तो
बुध क अपनी ताकत कु वत- ए- बाह (कामइ छा) का ख म होना या न बुध ख़ म!
अब न तो मंगल का साथ होगा और न ह बह ृ प त क हवा पर काब ू होगा या न
उस यि त (मद हो या औरत) के अब औलाद का ज़माना ख म समझना चा हए
और बह
ृ प त ख म हुआ तो ला लद हुआ!
बध
ु का स भाव
जब कंु डल हर तरह से मक ु मल हो और खाना बर- 1 मे 1 का हंदसा तो टे वे म का
खास स भाव क बुध क तबीयत कस ह जैसी है यह नधा रत करना अ त आव यक
है ! ह टे वे म अकेले अकेले बैठे ह या कसी एक खाना म सारे के सारे (राहू और केतू
को छोड़ कर), य क यह दोन हमेशा अलग अलग ह रहगे! हरे क ह के लए उसक
एक ताकत मुकरर जो क ऐसे है : ह प त- 6, सूरज- 9, - 8, शुकर- 7, मंगल- 5,
बध ु - 4, सनीचर- 3, राहू- 2, केतू- 1
1. बध
ु का स भाव िजस ह से मलता हो उपाओ उस ह और बध
ु दोन को मलर
कर करना होगा!
2. बध
ु खाना नंबर- 3 या 9 म हो तो लाल गोल क मदद लेनी चा हए, ले कन अगर
बधु नेक स भाव का हो तो लोहे क जगह सीसे क होनी चा हए और रं ग उस ह
का होगा िजस ह के स भाव का बुध हो!
3. बुध खाना नंबर- 12 के समय न ट होने वाले ह का उपाओ होगा या केत ू (दोरं गा
कु ता ले कन लाल न हो) कायम करना चा हए!
तोते क पती
लाल कताब म कसी भी बात को समझाने के लए थकार न पंजाबी भाषा म
चि लत लोकोि तय का बखूबी योग कया है ! इसी के अंतरगत एक बहुत स
लोकोि त, “लत पत दाता चतरु सजु ान कहो गंगा रामा ी भगवान” को बध ु का कंु डल के
12 खान म कैसा भाव रहता है का बहुत ह ख़ूबसूरती से बयान कया है !
ल ज़ ह टे वे का खाना व भाव
पट/पत बह
ृ पत 2 पत, इ ज़त, दौलत
35 बह
ृ पत 11 पेशानी, सब क क मत
चतुर बध
ु 7 चतुराई, अकल
भाग शक
ु र 7 ल मी, औरत, ज़मीन
बध
ु क खाल नाल
बा रश धन क हो रह - दन न गुज़रे चार
श न चलेगा बध
ु इशारे - पाप पड़ा खद
ु रोता हो
धरम प का न बेशक कदरे - राज सेहत ज़र उ दा हो
- - हथेल पर सूरज के बुज पर, खुद अपनी ताकत सूरज को दे कर सूरज क ताकत को
बढ़ाने वाला! सरू ज व बधु दोन ह बराबर का फल दे ने वाले ह! बध
ु अपनी उ के आधे
ह से तक अपना अलग से फल नह ं दे ता उसके बाद उसका अपना फल होगा ले कन फल
उ म होगा! राजदरबार से फायदा ले कन ऐसा इ सान बे लहाज़ हुआ करता है ! खाना बर-
1 मेख रा श और र शप त मंगल जो बुध का द ु मन है ! इस रा श को नीच करने वाला
ह सनीचर जो मंगल के बराबर है और ऊंच करने वाला ह सूरज जो मंगल का दो त
और सरू ज के सामने बधु चप ु रहता है ! ऐसा यि त शराबी कबाबी हुआ करता है ले कन
11 साल क उ तक नेक व लहाजी इ सान होगा!
ह त रे खा: सूरज के बुज कसी शाख का बुध के बुज पर चले जाना या सूरज के बुज
पर बध
ु का दायरा!
पहले घर का बध
ु है राजा, घम
ू े फरता दर- ब- दर
च म तोता, अ ल खोटा, मंदा हो शाम व सनीचर
बहै सयत त त- ए- शाह , बध ु म पाप (राहू- ससुराल व केतू- औलाद) क मंद हालत का साथ
होगा, और सनीचर भी बध ु के इशारे पर काम करता होगा, िजसका सबत ू होगा वो श स खाने
पीने वाला या न शराबी कबाबी और अपने धरम करम से कदरे लापरवाह होगा!
मंदा हो बध
ु (बढ़
ु ापा) व सनीचर(बचपन)
बचपन व बढ़ ु ापा ल ज का इ तेमाल ेह असर क उ के आधार पर है ! जातक जब जनम
लेता है तो पहल 6 साल क उ तक सनीचर का असर गना है और आ खर 2 साल बध ु का
असर गना है इस लए सनीचर- बचपन और बध ु - बढ़
ु ापा!
नेक हालत
अपनी तबीयत पर घम
ू ता हुआ राजा होगा, राज दरबार से फायदा होगा!
सूरज क है सयत पहले परु ाने जमाने क माया दौलत क फ छोड़ अ छे व त क नशा नयाँ
दखाई दे ने लगगी! घर क लड़ कयां भी राज करगी और जातक खद ु भी सुखी होगा!
धरम से कसी भी कारण दरू रहने वाला होगा ले कन इसका अशुभ असर रज़क व आमदन पर
नह ं होगा! सफ सनीचर ह नह ं कुल ह बध
ु के इशारे पर चलगे:घम
ू ते बध
ु के दायरे म ह: के
असल ू पर!
सूरज का बध
ु से स बंध हो कयाफा: सूरज के बज
ु से बध
ु के बज
ु को रे खा जाती होगी तो औरत
अमीर घराने से होगी और नेक व उतम स भाव होगी!
मंद हालत
जब बध
ु सोया हुआ हो या मंदा हो या खद
ु मंदा कर लया जाए तो औरत क क मत के मामले
म उ दा होगा ले कन उसक जवानी म उसके कारन तोहमत का दर ज़ र होगा!
मंगल का असर कसी कारन मंदा हो सकता है ले कन सरू ज का असर मंदा न होगा! शरारती व
बदनाम!
खदु बध
ु का अपना असर हरे रं ग क चीज - योपर या हकमत का पेशा मंदा फल दगे! अगर
जातक शराब व कबाब का सेवन करने वाला होगा तो ससरु ाल(राहू) और औलाद(केतू) का हाल
मंदा होगा!
अगर बध
ु मंदा सा बत हो जाए तो घम
ू घम
ू कर योपर नह ं करना चा हए बि क एक जगह टक
कर काम करना बेहतर होगा!
अगर खाना बर- 7 खाल हो और बध
ु अकेला हो तो बध
ु का असर खद
ु के लए मंदा ले कन
दस
ू र के लए फायदे म द होगा!
बध
ु खाना बर- 1 के समय खाना बर- 7 म हो नशेबाज़ का सरदार होगा और ज़ुबान
का च का बरबाद का बहाना होगा!
बध
ु खाना बर- 2
(योगी- राजा- मतलबपर त- म ानी)
पता उसके वा लद अगर मौत चलता
दआ
ु एं पैदाइश न लड़के क करता
अकेला बैठा सबको तारे - राजा योगी बनता हो
हर पल अपनी तबीयत को बदलने वाला होगा, िजसका बुध ह चाल तबीयत के असूल
पर मंदा होगा ऐसा हर तरह से मनहूस होगा मगर उसक आँख के सामने धन दौलत
और अपना ह खानदानी प रवार बरबाद होता होगा! खुद क हालत मुरद के समान होगी!
इस घर का बुध धन दौलत के लए तो शुभ है ले कन पता क उ के लए असर मंदा
होगा अगर पता होगा तो धन दौलत न होगा ले कन जातक खुद कभी दमागी खरा बय
का शकार न होगा! बध
ु खाना बर- 2 के समय बह ृ प त का असर नेक हुआ करता है
ले कन बुध उसके असर को अपने दायरे म कैद रखता है ! बुध- 2 के समय खाना बर-
8 खाल या बह
ृ प त खाना बर- 9 या 12 म हो तो दमागी खाना बर- 38 ज़बान
दानी, इ ज़त मान का नेक असर होगा! खाना बर- 9 या 12 के बह ृ प त न खाना
बर- 2 के बुध को भी तारा है ! बुध अब राजयोग होगा अगर बुध से रे खा दल रे खा और
सर रे खा के दर मयान म जा नकले!
बध
ु - 2 के समय बह ृ प त खाना बर- 6 या 7 म हो कयाफा: सर रे खा उ रे खा से
जुद होगी या न मात ृ रे खा और पत ृ रे खा शु होने के थान पर अलग अलग ह गी या न
सर रे खा पत ृ रे खा का साथ छोड़ कर बह
ृ प त के बज
ु का ख करे तो बह
ृ प त क
मयाद 16 साल से 19 साल क उ म पता क उ को खतरा हुआ करता है ! खुद
जातक इक़बालम द होगा!
बध
ु से जब ल क बनी, घर दज
ू ा ससुराल का
इ ज़त जहाँ दो क इक ी, जान- ओ- ज़र और माल का
मौत गँज
ू े 8 घर, पाताल खाना बर 6 ह है
9 म तारे , 12 गाले, तारता बध
ु 2 ह है
शान राजा, राग उ दा, जब अकेला घर म हो
नज़र इसक आगे आवे, सोना- लोहा भ म हो
बध
ु को माना खाल ह है , फाँस है वो गज़ब का
घर 8 गर श ु आवे, फाँस बध
ु का मंदा हो
धन दौलत सब को ह गाले, ह रा जल कर कलई हो
पता मरे औलाद न आवे, क या से भरपरू हो वो
कुटुंभ कबीला सारा पाले, थोड़ा सा मग र भी हो
बध
ु गना ल क है सबने, अब राजा हो जाता है
रं ग सुनहर क़ मत गहर , खड़ा अंडा दरबार
का फ़र करे बध
ु आि तक, शाहाँ दे प रवार
सोना- गु , लोहा- सनीचर
खाना बर- 1 व 8 बध
ु - 2 के पीछे गने ह!
खाना बर- 3 व 6 बध
ु - 2 के आगे गने ह!
नेक हालत
बध
ु - 2 वाले जातक का माथा ल बा और बाहर को उभरा हुआ होगा जो क अ लम द व साथ
लाई हुयी नेक क मत का असर शा मल होगा मगर जातक अपनी धन ु म म त- खद
ु गज़-
योगीराजा क तरह होगा अपने लए सोने का मा लक ले कन शक ु र का फल नक मा होगा!
बध
ु खाना बर- 2 के समय:
राहू खाना बर- 8 म हो तो हािजर जवाब होगा कयाफा: क न का का सरा चौड़ा होगा!
राहू बर- 9 म हो तो उ दा तकर र का मा लक कयाफा: क न का क लंबाई यादा होगी!
मंगल- 9 म तो ज़ब
ु ान क ताकत से हर नु स छुपा ले कयाफा: क न का बहुत ल बी होगी!
बध
ु खाना बर- 2 के समय:
के तू बर- 8 म हो तो दस
ू र को नसीहत करने वाला कयाफा: क न का का सरा नोकदार
होगा!
बह
ृ प त बर- 9 या 12 म हो तो तो खद
ु क इ ज़त आब और माता क उ ल बी होगी!
बध
ु खाना बर- 2 के समय:
सूरज- 8 म हो तो द ती काम का योपर ले कन पैसे का पीर होगा कयाफा: अना मका उं गल
का झुकाव क न का उं गल क तरफ होगा!
बध
ु खाना बर- 2 के समय य द सनीचर खाना बर- 6 म हो तो जातक हद से यादा तेज़
होगा उड़ने वाले साँप (नेक मायन म) क तरह!
मंद हालत
मंदा बधु एक ऐसी राख़ क तरह असर करे गा क जातक क मान इ ज़त सब राख़ होगी! अब
केतू भी मंदे असर का होगा या न नर औलाद दे र से होगी और जातक को औलाद का सख
ु नह ं
मलेगा! योपर स ा या फज कारोबार जो जएु क तरह ह सब के सब मंदा असर दगे!
बध
ु क जानदार चीज़ बहन- ल क - बआ ु सब जातक के लए मंदे असर क ह गी इस मंदे असर
से बचने के लए 4 या 5 दन के नाक म चाँद पहन यह उपाओ 16 से 21 साल से पहले
यादा मददगार होगा ले कन बध ु के लए यह उपाओ कसी भी उ म मदद दे ता है !
य द सूरज खाना बर- 8 म हो तो बहुत यादा सोच वचार और चंतन वाला जातक होगा जो
क िज मानी व दमागी हालात के लए उतम ले कन माल हालत ह क होगी!
बह
ृ प त खाना बर- 8 म हो तो अब बध
ु का मंदा असर पता क बजाए बाबे पर होगा!
असर चीज़ बध
ु उतम दे गा- मंदे केत ू जा मरता हो
4 शक
ु र औलाद म दे र - उ ल बी र व 11 जो
मामू मुबारक दौलत होगी- वैद दमे का आला हो
अ धेरे जंगल म मस
ु ा फर लट
ु ते- आग च कर बध
ु जलता हो
9 मरते ह 11 उजड़े- चार पांच 3 गरकता हो
शक
ु र कायम और ि ट खाल तो सर क े ठ रे खा होगी और नीच भी नेक फल दे गा!
शुकर र ी हो रहा हो तो े ठ रे खा का फल उतम ले कन र ी फल दे गा सौतेल माता
होगी!
सरू ज- 3 व सनीचर- 11 बध
ु दोन ेह का फल र ी करे गा और नहायत बरु िजंदगी होगी!
सनीचर- 7 म तो बहृ प त 6/7 वाला असर या न सर रे खा उ रे खा से अलग होकर नकले
और पता का सुख ह का होगा!
बध
ु बैठा घर तीसरे , 9 घर उजाड़ा
खद
ु अंधेरा जंगल होवे, राख़ पड़े घर यारां
बध
ु घर तीजे जब हुआ, जल अनोखी आँच
9 उजड़े 11 मरे , गरके 4 और पाँच
बध
ु गना जो तीजे मंदा, 11 र व से डरता है
बोले ख़द
ु न बोलने दे वे, उ क र ा करता है
पापी ह 7 हुये, बध
ु का प का घर
पता क म ी न रहे , खाल,ू मामू घर
हर रोज़ फटकर से दाँत साफ करना आद मय क बरकत दे गा! अगर हक म/वैद होवे तो दमा
हर रोज़ फटकर से दाँत साफ करना आद मय क बरकत दे गा! अगर हक म/वैद होवे तो दमा
के मर ज के लए नायाब हक म/वैद होगा! अँगठ ू े क तरफ क सर रे खा दो शाखाइ हो तो ख़द ु
टे वे वाले के लये मंदभाग होगी और खाना बर- 8 क तरफ से दो शाखाइ हो तो दस ू र को
तबाह करे गी! द ु त सर रे खा क हालत सफ सेहत रे खा क हद तक क ल बाई होगी! अगर
ऐसी सर रे खा न हो तो बध ु मंदा और खड़कता(खोखला) होगा, िजसका इलाज फ़श ज़मीन म
प थर गाड़ना होगा िजसका रं ग खाना बर- 9 या 11 के ह का होना चा हए! इस प थर के
नीचे पहले दध ू से भगोये हुये पलाह (ढाक) के प ते दे ने मुबार क ह गे या मकान के मरकज़
(क ) या मगरबी (पि चमी) द वार म लाल (सरू ज) क व तए ु ँ दबाना मबु ा रक होगा!
अगर टे वे म मंगल नेक हो तो उस घर म ख़द
ु बध
ु का अपना ज़ाती फल या न ल क , बहन,
बआ
ु आ द बध ु के ता लुक क चीज़ व खानदान वगैरह सब बारौनक ह गे! ले कन दस
ू रे घर पर
बधु का बरु ा असर ह होगा!
नेक हालत
जातक के अपने भाई बंधओु ं व बरादर के रशतेदार जातक के लये मददगार व नेक असर ह गे
ले कन दस
ू र के लये कोढ़ (मंदा) अपनी ख़द ु क मदद के लए शेर जैसे दांत का मा लक ले कन
धन दौलत के लए कभी मंदा न होगा! उ 80 साल से कम न होगी
मंगल खाना बर- 1 म हो तो बध ु बहुत नेक असर होगा! दौलत और कबीला बढ़ता होगा! बध ु
क जानदार व बेजान चीज का फल हर तरह से उतम होगा और कसी कारण बध
ु का असर
मंदा हो तो भी केतू बरबाद होगा! अपनी व भाई क क मत क मदद के लए बह ृ प त 9 व 11
और शुकर खाना बर- 7 से ता लुक रखने वाल चीज का कारोबार नेक फल दे गा!
मंद हालत
बध
ु खाना बर- 3 वाले जातक क ज़ुबान म थुथलाहट हो तो बध
ु का असर मंदा नह ं होगा
वरना इस घर का बध ु सब कु छ तबाह करने क ताकत रखता है ! अब बध ु ताए, चाचे, बाबे व
अ य सगे संबं धय के लए नहायत मंदा होगा! जब टे वे म मंगल नेक होगा तब तक बध ु के
मंदे असर के कारण दर- ब- दर भटकता रहे गा! बध ु - 3 का मंदा असर अगर थोड़े नक ु सान पर ह
ख म हो जाए तो शु गुजार होना बेहतर होगा वरना यह बध ु उस बेहया ल डी क तरह होगी जो
अपनी खश ु ी के लए सगे भाई बंधुओ ं तक मरवा दे वे!
िजस तरह सनु सान अंधेरे जंगल म मस
ु ा फर लट
ु ता है उसी तरह से जातक क क मत होगी!
अगर टे वे म मंगल बद हो और जातक के मंह ु म 32 दांत ह तो कई घर क तबाह करने वाला
होगा!
खाना बर- 9 म बैठे ह से संबि धत र तेदार व कारोबार उजाड़ दे गा, खाना बर- 11 म बैठे
ह से ता लुक रखने वाले र तेदार मुरद क तरह जी रहे ह गे और खाना बर- 3–4–5 म बैठे
ह के संबि धत र तेदार खद ु गक ह गे या जातक को गक करगे! अगर मंह ु म 32 दांत ह तो
बध
ु का मंदा असर 9–11 व 4–5–3 पर होता रहे गा जो क 34 साल क उ तक परू े ज़ोर पर होगा
42 साल क उ तक शरारत करता रहे गा 45 साल क उ तक म म मंदा असर और 48 साल
म इस मंदे असर से आज़ाद होगा!
बध
ु क मंद हालत क नशानी सबसे पहले केतू क जानदार चीज व कारोबार पर नज़र आएँगी
जैसे औलाद का न होना, माम ू खानदान का बरबाद होना आ द! इस मंदे ज़हर से बचने के लए
केतू कायम करना चा हए जैसे कुता पाल या तीन द ु नयावी कु त क पालना करनी चा हए!
अगर खाना बर- 6 व 7 म पापी ह ह तो पता का धन, माम ू व खाल(ू मौसी) सब बरबाद
ह गे!
उपाओ:
पाप मंदा खद
ु मद ह मंदे- सफर सलाह डूबता हो
माता मगर जब मि दर बैठे- ख़ु क घड़े ज़र भरता हो
नेक हालत
बध
ु - 4 के समय खाना बर- 2 म हो तो सरकार धन मले, दोन ह ेह का फल उतम
होगा खाल घड़े धन दौलत से भर जाएँ! मंह
ु म 32 दांत भी ह तो मंगल बद न होगा बि क कुल
प रवार को तारने वाला होगा अब बध
ु और शक
ु र दोन का फल उ दा होगा!
कयाफा: सर रे खा बह
ृ प त के बज ु क तरफ न जाकर सफ सनीचर के बज ु तक रे ह जावे या
उ रे खा मंगल नेक के बजु से शु हो रह हो! तो माता पता का सुख उतम व लंबी उ तक
होगा!
टे वे म बह
ृ प त उतम हालत म हो तो राजयोग होगा उजड़े मैदान भी आबाद ह गे सर रे खा उतम
फल होगा! सरकार क तरफ से धन मलने का योग हुआ करता है !
मंद हालत
बध
ु खाना- 4 वाला जातक अपनी माता खानदान के लए मंदा हुआ करता है ! जैसे ह बध ु क
जानदार चीज़ जैसे बकर , तोता आ द घर म आने लग तो क जानदार चीज जैसे माता,
घोडा आ द चलते बनगे! आमतौर पर माता क उ श क हुआ करती है अगर माता िज़ंदा होगी
तो उसक हालत मुद से बदतर होगी और माता के हाथ धन दौलत न ट होगी!
मदद ज़ र शक
ु र दे गा- चीज़ से तरता हो
गु जब टे वे मंदा- बध
ु ज़हर आ होता हो
तीन चौथे 7–9 ह बैठा- राख़ हुआ सब जलता हो
बध
ु - 5 के समय सूरज खाना बर- 3 या 9 म हो तो 34 साल क उ म क मत
जागेगी!
बध
ु - 5 के समय खाना बर- 3 व बह
ृ प त- 9 म हो तो उ दा फल होगा!
बध
ु - 5 के समय खाना बर- 11 म हो तो दोन का अपना अपना फल होगा!
बध
ु - 5 म और ि ट खाल तो दमागी खाना बर- 41 सूरज से संबि धत इंसानी
वत का होगा औलाद पर कोई बुरा असर न होगा!
लड़का बला तड़ागी मंदा, गु मंदा बन ान
बध
ु घर 5 जब हुआ, सब कुछ उ दा जान
बध
ु घर पहले पांच , सूरज को प रवार
बा रश धन क हो रह , दन न गुज़र चार
हो या नर ह, बैठे 9, 3, याराँ
बध
ु आ नकले पांच , बाबे पोते तारां
लड़का- सरू ज, तड़ागी- बध
ु , दायरा- सरू ज के घर
नेक हालत
बध
ु खाना बर- 5 वाले जातक के मंह
ु से अचानक नकल बात का असर उतम व नेक हुआ
करता है
बध
ु ि ट से खाल या न सोया हुआ हो तो जातक इंसा नयत से भरपरू होगा, ज ी मकान का
असर हर तरह से नेक होगा, गह ृ त जीवन सुखी होगा!
सू र ज, व बह
ृ प त खाना बर- 3 या 9 म ह तो 34 साल क उ के बाद से क मत
बल
ु द पर होगी!
मंद हालत
बध
ु - 5 अगर मंदा हो रहा हो तो खाना बर- 3–4–7–9–5 सब का असर मंदा होगा यहाँ तक
बर- 1 के ह क तो म ी उड़ती होगी! या बह
ृ प त खाना बर- 3 या 9 म ह तो उनका
फल उ दा होगा! गले म तांबे का पैसा धारण करने से बरकत होगी!
या बह
ृ प त जब नीच या र ी ह खासकर जब बधु टे वे म से पहले घर म हो तो बध
ु
ज़हर असर दे गा और इसका कारण होगा जातक क ज़ुबान!
बध
ु खाना बर- 6
(गम
ु नाम योगी और दल का राजा)
नकलते सुख़न मंह
ु से पूरा जो होगा
ज़बान मीठ तेर भला दस
ू रे का
े ठ रे खा जब शुकर उ दा- बुरा मंगल न हो
बध
ु - 6 म उं च हो या न जागता हुआ और कायम और टे वे म बह
ृ प त या सनीचर या सूरज
कायम ह तो तो धन क आमद छापाखाना के कारोबार से होगी और जायदाद से संबि धत फल
नेक ह गे!
बध
ु - 6 के समय शकु र खाना बर- 4 म हो तो ी और औलाद का सख
ु बहुत दे र बाद मले
खासकर बध ु क उ 34 साल के बाद!
बध
ु - 6 के समय सनीचर खाना बर- 9 या 11 म हो तो औरत अमीर खानदान से और जातक
के लए खशु नसीब होगी!
बध
ु - 6 के समय मंगल खाना बर- 4 या 8 म हो तो माता बचपन म गुज़र जाए वरना जातक
और माता दोन द ु खया ह गे! सर रे खा के ऊपर मंगल बद का नशान हो तो जातक माता के बैठे
गुज़र जाए य क मंगल बद न सफ बध ु से बि क से भी द ु मनी का बताव करता है
बध
ु - 6 के समय शकु र कायम हो ले कन ि ट से खाल तो सर क े ठ रे खा का फल उतम
होगा ले कन अगर शुकर र ी तो तो का असर भी माता के लए बरु ा ह होगा!
बध
ु 6 सर े ठ रे खा, तो राजयोग भी कहते ह
उस टे वे के ह जो कायम, उतम फल वो दे त े ह
घर 6 पाताल म, बध
ु शुकर नह ं मलते ह
ल क जब हो उतर याह , फल मंदा ह लेत े ह
उ छोट अब बध
ु क होवे, घर 6 जब बैठता है
लाख उपाओ करो न टलता, हफल लखा इसको है
खदु बध
ु का ज़ाती फल बध ु क चीज पर कभी मंदा न होगा! कंु डल के कुल ेह म से जो ह
उ दा फल दे ने लगे बध
ु भी वैसा ह असर दे ने लगेगा ले कन खदु खाना बर- 6 क चीज के
लए बध ु का असर वैसा ह होगा जैसा क शुकर टे वे म हो या फर जैसे खाना बर- 2 के ह
ह ले कन असर नेक मायन म होगा! छापाखाना व ईमानदार का धन उ दा व नेक नतीजे दे ने
वाला होगा, जातक अगर पेश े से डा टर, हक म या वैद हो और नयत से लालची हो तो बरबाद
होगा! पहल औलाद आमतौर पर ल क हुआ करती है ! क जानदार चीज़ बेशक नेक फल न
द ले कन क बाक चीज का आराम और परू ा फायदा होगा!
अगर केत ू भी बध
ु के बर खलाफ हो तो तो इसके बदन के दाय ह से म चाँद क चीज़ बध
ु
क श ल म धारण करने से लाभ होगा!
बहरहाल बध
ु खद
ु जातक के खद
ु के पेशा के लए कभी मंदा फल न दे गा!
नेक हालत
बध
ु क जानदार चीज व रशतेदार क उ चाहे छोट हो ज र नह ं क उ छोट ह होगी
मतलब उनक तरफ से कोई सुख न होगा ले कन बध ु से संबि धत कारोबार म फायदा हो, अगर
जातक संतोषी वत रखे तो बध ु हमेशा नेक फल दे गा, समु सफर के नतीजे उ दा ह गे!
बध
ु का खद
ु का असर खद
ु बध
ु क चीज पर कभी मंदा न होगा, कंु डल म जब भी कोई ह
उ दा फल दे ने वाला होगा बधु भी उसी ह क तरह नेक फल का हो जाएगा या ऐसा मान क
नेक फल दे ने वाला ह दो गुना उ दा फल दे गा!
बध
ु अकेला ि ट खाल तो चंदर क जानदार चीज का फल अशुभ ले कन क बाक चीज़
नेक फल दे ती रहगी! सनीचर खनन बर- 9 या 11 म हो तो औरत अमीर खानदान से होगी
और जातक के लए भा यवान भी!
खा ना बर- 1 म बह
ृ प त या सूरज या सनीचर राजयोग होगा ज़र दौलत, धरम मयादा का
मा लक व जगीरदार होगा!
मंद हालत
अगर खाना बर- 6 का बध ु मंदा हो रहा हो तो बधु घर से भागने वाल नौकरानी क तरह होगा
जो भागते समय अपने मा लक के लड़के को भी ले भागेगी या न नमक हराम ल डी क तरह
बरताव होगा!
व बह
ृ प त- 2 म या - 2 व बह ृ प त- 11 म तो सनीचर का ज़ाती असर मंदा होगा
नज़र कमजोर होगी और बढ़
ु ापा मंदा होगा!
बध
ु खाना बर- 7
द ु नया के लए पारस- लड़के के टे वे म दस
ू र को तारे ,
ल क के टे वे म बुध अपने लए कभी मंदा न होगा!
जागता बध
ु ह रा होगा- सोया म ी जलती हो
जान चीज़ बध
ु को मंदा- साल 34 ज़हर हो
खाल थैल लेख अपना- न ह शाह उ दा हो
- - शक
ु र के बज
ु पर: दोन ह आपस म दो त ह! दोन का अपना- अपना ले कन
उतम फल होगा! जातक आमतौर पर औरत के इ क म म त रहने वाल तबीयत का
होगा और औरत को हर तरह का सुख दे गा! इस लए बुध न औरत क शाद रे खा अपने
बज
ु पर बनाई हुयी है ! अगर सर गोल हो तो औरत अमीर खानदान से होगी! ज़मीन क
हालत भी गोल कर ज़मीन पर आ शक है ! सर और ज़ुबान का आ शक ले कन धड़ जो
क केत ू क चीज़ है उसका दो त न होकर बराबर का ह है या न कामदे व
का क ड़ा न होगा औरत के लए खच करने म दलेर!
- - बध
ु के बुज पर: अपना खुद का बुज! तजारत योपर पर म त और फल भी नेक
ह गे!
खाना बर- 7 तल ु ा रा श और घर का मा लक ह शक ु र है जो बधु का दो त है और
हमेशा साथ रहने वाला! इस रा श न सनीचर को उं च कया जो बुध के बराबर का ह है !
बुध का असल दो त सूरज इस रा श म नीच गना है ले कन बुध के साथ दो ती है
इस लए ी का सुख 22 साल होगा! हुनरमंद मगर सनीचर के असर के कारण शराबी
कबाबी होगा य क सनीचर हमेशा अपना असर करता रे हता है ! बुध व शुकर, दोन का
असर होने के कारण जातक यभचार (शहवत पर त) व च र ह न(जानी) हुआ करता है !
सरू ज और शक ु र के मलाप से बध ु पैदा होगा मगर बध ु व शकु र के मलाप से सरू ज पैदा
होगा या न सूरज व शुकर टे वे म इ ठे ह तो पहल संतान आमतौर से ल क हुआ
करती है ! कंु डल म बध ु व सरू ज इ ठे तो बध ु का असर 22 साल(सरू ज) क उ म शु
हो जाएगा! इस घर का बुध सब साथ बैठे और साथी ेह को तारता है ले कन अगर
मंगल से स बंध बन रहा हो तो मंगल बद होगा! मंगल और बुध अकेले अकेले खाना
बर- 7 म ह तो बेशक मती ह ह गे! बध ु जब भी कसी दसू रे ह के साथ होगा उसका
फल उतम कर दे गा चाहे खुद का फल थोड़ा कम ह य न हो जाए ले कन के साथ
होने से बुध को द ू षत करे गा ऐसे म बुध भी एक रे ग तान क तरह होगा या न
का साथ कसी हद तक मंदा ह होगा! बुध से संबि धत चीज के कारोबार व योपर
से खूब फायदा हुआ करता है ! शुकर या न औरत के साथ ह बुध जो क न मद है न ह
औरत, को बैठाया है ले कन खदु बध
ु न छट रा श क या और मथन
ु रा श बर- 3 जो
बह
ृ प त के बुज के साथ लगती है ! अगर बुध न खुद अपनी जगह बह ृ प त के साथ ल
तो अपने दो त शुकर को खाना बर- 2 म तजनी उं गल क जड़ म बठाया या न ल मी
उस जगह पर उतम व नेक है जहां उसक इ ज़त व कदर होती हो! इस घर का बुध
कसी दस ू रे ह जो साथ हो जाएँ या साथी ह बन रहे ह चाहे दो त हो या द ु मन का
बरु ा असर न होने दे गा!
बध
ु - 7 के समय खाना बर- 1 म हो तो सम दर पार ल बे ल बे सफर के फल उतम व
नेक ह गे!
बध
ु - 7 के समय सनीचर खाना बर- 3 म हो तो औरत अमीर खानदान से होगी और जातक के
लए खशु क मत भी!
बध ु - 7 के समय बह
ृ प त खाना बर- 9 म हो तो शाद व ह त जीवन म गड़बड़ हुआ करती
है !
बध
ु - 7 ले कन ि ट से खाल या न सोया हुआ हो गह
ृ त जीवन व खदु क िजंदगी एक वीरान
जंगल क तरह हुआ करती है जैसे क लर ज़मीन िजसम चकनी म ी(शुकर) का नशान तक न
होगा!
बध
ु को 7 सब न माना, भरे आये खाल है जाना
पर जो इसका साथी हो, डूबता प थर तैरता हो
7 बध
ु को रे त भी माना, शु बरु ा, आ खर शाहाना
पहले 10 ह जो आ , बध
ु 7 से नेक हो जा
नेक गो वो अपनी दे , बध
ु फटकर रं गत ल
बध
ु 7 ह रा हुआ, तारे सबको जो
पर खद
ु अपने असर म, जंगल रे ता हो
नेक हालत
जब बध
ु जागता हुआ हो तो जातक अपने कुल म ह रे के समान इ ज़त पाये! खाना बर-
1 म हो तो समंदर सफर से खब
ू धन कमाए!
खाना बर- 1 व 10 के ह (चाहे दो त ह या द ु मन) कभी मंदा असर नह ं दगे चाहे आपस म
इन ेह का तालमेल ठ क न हो!
मंद हालत
अगर टे वे म बध
ु मंदा सा बत हो रहा हो तो जातक क खद
ु क बहन व बेट , बाप क बहन और
औरत क बहन सब क सब ह द ु खया ह गी!
बध
ु - 7 के समय बह ृ प त खाना बर- 9 म हो गह ृ त जीवन बरबाद होगा खद
ु बध
ु भी हर तरह
से मंदा फल ह दे गा चाहे गह
ृ सती व कारोबार के लए शुकर का फल कतना ह नेक य न हो!
बध
ु खाना बर- 8
(बीमार , ज़हमत और लानत का घर, खु फया तबाह का फंदा, माल नक
ु सान करने वाला
कोढ़ )
क तक क लानत फ़ र ता भी भागे
जले आग ऐसी नज़र जो न आवे
साथ ह नर बध
ु न मंदा- न बध
ु मंगल हो
म द ज़माना साल 34 का- हाल वह जो नर ह हो
बैठा कोई हो ह जब दज
ू े- ज़हर भरे बध
ु लानत दो
उ गु पर बध
ु जो फडके- न ह पता न दौलत हो
4 र व या उ दा- ज़हर धोता बुध अपनी हो
बध
ु 8 जब हुआ, भ ी रे त तपा
ल क , बहन ससरु ाल से, बेवा होके आ
नेक हालत
बध
ु - 8 को कसी नर ह का साथ मल जाए तो बध
ु कभी मंदा असर न दे गा बि क बध
ु भी
उस नर ह क तरह फल दे गा!
बध
ु - 8 के साथ मंगल भी खाना बर- 8 म हो तो दोन ह ेह का फल नेक होगा!
मंद हालत
मंदा बध
ु ऐसी गु त सज़ा दे गा क टे वे वाला कारण तक न समझ सके और कमाई को घटा कर
आधा करता चला जाएगा ले कन बलकुल ख म नह ं करे गा!
बध
ु क जानदार चीज़/ र तेदार बरबाद ह गे िजनम बहन, बआ ु , बेट , फूफ आ द शा मल ह और
इस मंदे व त क नशानी यह होगी क सफ घर क सी डय का अपने आप गरना या खद
ु
गरवा कर दब ु ारा बनवाना और यह सब अगर बध ु जब भी वषफल या मा सक कंु डल के हसाब
से खाना बर- 8 म आवे! बध ु के इस मंदे जहर से बचने के लए म ी के बरतन म शहद या
खांड भरकर शमशान या बलकुल वीरान म दबाएँ यह उपाओ दो बार करना नहायत मब
ु ा रक
होगा एक बार वषफल शु होने से पहले और दसू र बार वषफल शु होने के 34 दन के अंदर!
खाना बर- 8 म बैठा अकेला बध
ु कभी भी नेक असर न दे गा!
बध
ु - 8 के समय खाना बर- 2 खाल हो तो 34 साल क उ तक हाल मंदा ह होगा और उस
व त जो भी ह टे वे म मंदा हो रहा हो बध
ु उसको दोगुना मंदा करता चला जाएगा!
बह
ृ प त खाना बर- 2 म हो तो 16 से 21 के अंदर पता क उ व दौलत के लए
खतरा हुआ करता है !
खाना बर- 2(जनमकाल न) म हो तो क चीज़ उस ह के र तेदार को द जो
वषफल के अनस ु ार खाना बर- 2 म आए जैसे 34 साल म केतू खाना बर- 2 म
आया हो और बध ु खाना बर- 8 म तो ऐसे म खोये के 24 पेड़ े केतू से संबि धत र तेदार
या जानवर को दे ने चा हएँ कसी कुते को खला द या चलते द रया म बहा द (इन पेड़ म
खाँड नह ं डालनी)!
इसी असल ू पर दसू रे ेह का उपाओ होगा जैसे सनीचर खाना बर- 2 म आए तो सरू ज
क चीज़ (गेहूं, गड़
ु ) आ द सनीचर के जानवर भस या मछल को डाल! अगर ज मकाल न
कंु डल म खाना बर- 2 खाल हो तो वषफल के अनस ु ार खाना बर- 2 म आए ह का
उपाओ कया जाएगा और उपाओ वह होगा जो उस ह के खाना बर- 2 म होने के व त
तय है !
उपाओ:
दखाते बह पी ले ब तर ह भागा
जब तलक बध
ु 9 बैठा, ह न बोलता कोई
भल
ू े से गर कोई बोले, बध
ु न उसको छो ता
साया तो है नज़र आता, बध
ु नज़र आता नह ं
मार पड़ती सब ेह को, कोई छुड़वाता नह ं
तल मी भत
ू िजसका साया न मालम
ू होवे, चमगादड़, स ज़ रं ग, थथलाना! जंगल स ज़े
व दर त का!
अब बध ु बेबु नयाद और ला- इ तहा गहराई का खाल कुएं का महल होगा! ऐसे जातक क पैदाइश
म भेद होगा, िजसके ज़ा हर करने म उसक अपनी ज़ुबान का थथलापन होगा! मंगल या सूरज या
दोन के साथ लसूड़ े क गटक क तरह क मत का हाल होगा (मंदे मायन म) और उ का
मंगल बद या खद ु (बध
ु का ज़माना 13–15–17–28–34 वाँ साल म हना का दन) कभी नेक और
खशु हाल न होगा! चमगादड़ के मेहमान आए, जहां हम लटके वहाँ तम ु लटको- क तरह सा थय
का हाल होगा, िजसका उपाओ नाक छे न के ईलावा कोई और न होगा! गर फर भी होगा तो
क चलती चीज़ या बह ृ प त के रं ग म रं गी चीज से वो या न बध ु एक चलता द रया
होगा(स ज़ रं ग मंदा होगा) िजसक तूफानी हालत का न कोई इ तहा होगा या वो ज़ा लम को
फाँसी दे कर गराने के लए त ल मी कुआँ होगा, िजसक तै दे खने के लए सीढ़ का भी इंतज े ाम
न होगा! अगर यह सब कुछ न हुआ तो दरजहाँ होगा! बहरहाल बध ु खाना बर- 9 या 3 या
कसी भी मंदे घर का असर उस व त नेक होगा िजस साल म बध ु अपने ज़ाती सभ ु ाओ के असल ू
पर नेक हो जावे मगर जनम के पहले साल या पहले मह ने म बध ु का मंह ु ज़हर से खाल न
होगा, अगर होगा तो जनम मरण का झगड़ा ह दरू होगा! वशेष: कोई भी नया व पहनना हो
या धारण करना हो तो धो कर या द रया के पानी का छ ंटा दे कर दोपहर के व त धारण करना
चा हए ले कन रात को हर गज़ नह ं!
नेक हालत
बध
ु अगर टे वे म नेक सा बत हो रहा हो तो अपने पेट के लए जातक को रोट मले या न मले
ले कन अपने प रवार का पालन ज़ र करने वाला होगा! अ ल क नकल का बीज (अंडा) खाना
बर- 9 म पैदा होता है ले कन उसके अंदर क हालत खाना बर क हालत से ज़ा हर होगी या न
बधु क असल हालत नेक है या मंदा का फैसला खाना बर- 11 के ह क ि तथी पर नभर
करता है ! अगर खाना बर- 11 खाल हो तो बध
ु एक ऐसी बेहया ल क क तरह होगा जो
अपनी माँ के च र को तार तार करदे और और माता पता के स ब ध को अ याशी कहने म
शम न करे और खद ु उसी बाप से िजनह (िज़नाँ- यभचार) करने से परहे ज़ न करे !
मंद हालत
खाना बर- 9 का बध ु तकह न और बेइंतह े ा गहराई के कुएँ क तरह होगा, न तो इस बध ु का
कोई अथ होता है और गत इतना गहरा क तै ज़मीन तक न ढूंडी जा सके और यह सब मंदे
मायन म हुआ करता है ! बध ु खाना बर- 9 वाले जातक क पैदाइश म भेद हुआ करता है और
इसक पहचान जातक क ज़ुबान का थुथलापन होगा! मंगल या सूरज या दोन ह साथ ह तो
सबक क मत का हाल लसूड़ े क गटक क तरह होगा (मंदे मायन म) जैसे साँप के मंुह म
छु छु दर, और मंगल बद या बध
ु का ज़माना (1–4–13–15–17–28–34 वां साल मह ने का दन)
कभी नेक व खश ु हाल न होगा इस मंदे ज़हर से बचने के लए नाक छे न एक उतम उपाओ है
इसके ईलावा कोई उपाओ कारगार न होगा!
नया कपड़ा द रया के पानी से धोकर या द रया के पानी का छ ंटा दे कर दोपहर के व त धारण
करना चा हए न क रात के व त! अगर खाना बर- 3–8–5–9 हो तो इस बध ु से खदु - ब-
खदु बचाव होता रहे गा! इस घर के बधु क तूफानी हालत क कोई हद नह ं या न इस तरह बेरहम
होगा क जीवन को नहस तहस कर दे गा और गहराई क भी कोई हद नह ं होगी एक ऐसे अंधे
कुएं क गहराई क िजसक तै तक पहुँचना ह आसान न होगा या न इस घर के बध ु को समझना
कसी जो खम से कम नह ं! अगर यह सब कुछ न हुआ और जातक कसी तरह उ वाला हुआ
तो खानदान क परव रश करने वाला होगा वरना 29 साल क उ म पता दख
ु ी होवे! जातक
थथलाकर बोलता हो और बध ु का दौर 34 साल से शु हो तो बध ु मंगल बद का असर दे गा
और सब कुछ बरबाद करता चला जाएगा इस मंदे ज़हर से बचने के लए लोहे क गोल लाल रं ग
करके अपने पास रखनी चा हए! बध ु खाना बर- 9 वाले जातक को स ज़ रं ग का इ तेमाल नह ं
करना चा हए!
बधु खद
ु खाना बर- 9 म हो और कोई ह उसके साथ बैठा हो या खाना बर- 9 म कोई
अ य ह हो और बध ु उस ह क रा श वाले घर म बैठा हो या उस ह के कारक घर म जा
बैठे तो बधु उस ह अपने दायरे म कैद कर के न फल कर दे गा!
जनम काल न बध
ु खाना बर- 9 म हो और वषफल के अनस
ु ार खाना बर- 11 म आ जाए तो
पौदे को जड़ से उखाड़ दे ने क जहर ल ताकत का बधु होगा खासकर जब कसी साधू से तावीज़,
य , शंख व वभू त आ द ल जाए तो बध ु ऐसी चीज के आने के दन के 17 से 34 दन के
अंदर अंदर तबाह- ओ- बरबाद कर दे गा और अपनी जहर का सबत ू दे गा! इसके ईलावा 76–96–
108–120 साला उ म बध ु खाना बर- 11 म आयेगा तो भी मंदा फल दे गा!
उपाओ:
बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 4 समंदर पार ल बे ल बे सफर हुआ
बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 4 समंदर पार ल बे ल बे सफर हुआ
करते ह िजसके नतीजे नेक ह गे!
बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 3 म हो तो बाक 3 बचने वाले मकान
क तरह क मत का हाल होगा!
बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 5 म हो तो ऊपर जैसा
बध
ु 10 हुआ बसेरा, श न करे गा फैसला तेरा
कसी तरह से अगर मलेगा, अपनी दया करे गा
नेक हालत
खा ना बर- 10 का बध
ु साँप क सर - लोहे पर कलई क पा लश क तरह होगा या न िजस
तरह धड़ के बना साँप क कोई ताकत नह ं और लोहे पर कलई का मूल मा लोहे को चाँद नह ं
बना सकता उसी तरह बध ु बना सनीचर के कसी काम का नह ं होगा!
जातक को हर कसी क हाँ म हाँ मलाने क आदत होगी अगर कसी न कहा क शाम नह ं रात
है तो जी हजूर कह बात का साथ दे ने वाल आदत का हुआ करता है ! ज़ुबान का नहायत मीठा
क हर कोई उसक बात मान लेवे!
टे वे के खाना बर- 1–3–4 या 5 म हो तो जैसे तीन बचने वाले मकान का असर हुआ
करता है वैसा ह क मत का हाल होगा! जंगी तजारती काम म लाभ हो ले कन औरत और
ब च के लए असर मंदा होगा जैसा क शेर मुख मकान का हुआ करता है !
मंद हालत
अगर जातक शराबी कबाबी होगा तो सनीचर मंदा होगा और बध ु अब साँप के टे ढ़े ज़हर ले दांत
क तरह बरबाद का कारन होगा या न ज़ब
ु ान का च का खराबी क पहल नशानी होगी, अब
सनीचर बध ु के इशारे पर चलेगा और हर तरह क बरबाद का कारन होगा!
जब टे वे म सनीचर मंदा हो या खद
ु कर लया जाए बध
ु अब साँप क सर क तरह होगा जो
दोगुना मंदा असर पैदा करे गी!
बध
ु घड़ा कंु भ द ु नया उ टा- उ 34 तक मरता हो
श न गु द ु नया मारा- बुध आ खर तारता हो
साथ गु या बैठा- दज
ू ा खाल 3 उ दा हो
सीप ह रा बन मोती दे ता- त त च कर जब लाता हो
बध
ु च कर म श न हो चलता- लेख गु पर होता हो
बध
ु दबाया हो या मंदा- श न गु न उ दा हो
लगन 9 का 11 आए- तावीज़ फक र बनता हो
ह जभी सब ख़ म ह तो, बध
ु अकेला रह गया
तारने ह वो लगा जब, घर ह सारा बह गया
बध
ु न कसी को तारे , तारता जब वो आ खर है
श न, बह
ृ प त, मारा, तारता आ खर बध
ु ह है
बज़ात- ए- खद
ु बध
ु बर करदार(खलनायक) खोटे काम व मंद हालत का होगा, िजसका असर
परू उ (ल क क 17 साल ले कन टे वे वाले क 34 साल) तक साये क तरह साथ होगा, सब
तरफ से बरबाद व नराश हो जाने के बाद खासकर सनीचर, बहृ प त या मंदे वाले को या
इन तीन के कारन हुयी तबाह को खशु हाल म बहाल करे गा
नेक हालत
सनीचर अब बध
ु के च कर म होगा, बध
ु नेक फल दे गा या मंदा इसका फैसला बह
ृ प त क
ि तथी पर नभर करता है !
मंद हालत
उपाओ:
जब खाना बर- 12 या 2 से बह
ृ प त का साथ हो तो इ ज़त और ताकत मगर सनीचर
का साथ होने से माल, दौलत व प रवार बढ़े गा!
बाक 6 बचने वाले मकान क क मत व 2–3–4–6–9–12 के ह बरबाद ह !
जातक क बहन, भुआ, ल क , मासी टे वे वाले के घर म द ु खया ले कन ससुराल म सु खया
बह
ृ प त खाना बर- 6 म हो तो पता क उ ख म के ईलावा पता का
धन दौलत भी ख म कर दे वे!
- 6 म माता खानदान के लए फल नहायत मंदा होगा और गर बी का
कारण जातक खुद होगा!
मंगल- 6 म तो मंगल का फल र ी भाई बहन मौत के यम ह गे!
राहू- 6 म तो राहू से संबि धत रशतेदार का फल मंदा होगा!
मंगल बद- 6 म तो माता बचपन म गज़
ु र जाए वरना जातक व माता दोन
ह द ु खया!
सूरज- 6 म तो राजदरबार और राजदरबार से आमदन ख म होगी!
शुकर- 6 म तो बुध और शुकर दोन नीच घर के दोन का फल र ी होगा!
केत-ू 6 म तो केत ू बरबाद और फल र ी होगा!
सनीचर- 6 म हो तो बेइतबार का माहोल होगा और अपने ह धन का खद
ु
के लए कोई फायदा नह ं होगा!
खाना बर- 12 के बध
ु का ज़ाती सभ
ु ाओ दे खना नहायत ज र है !
(यह कंु डल लाल कताब- १९५२, फ़ाह- ५३७ से ल है )
बध
ु जब बैठा 12 म तो, रे त बरसाने लगा
12–6 से सब ह भागे, कुता हड़काने लगा
आ माँ से कुता हड़का, भागता पाताल को
12 गाले, 6 भी मारे , साड़े खाना 4 को
बस ख़ म अब हो चक
ु , र तार सब हचाल क
12 कुता बध
ु , जो हड़का, तारता केतू ह है
गर न घर म कुता रखे, झपटता बध
ु राहू है
रा शफल का, केतू का उपाओ मददगार होगा, अंड े खलौने, भेड़, गंदा अंडा हड़काया कुता
(आम टे वे म)!
मगर 12 म बैठा खाना बर- 6 का फल दे ने वाला(ऊंच बध ु ) सफ़ ज़ाती खन ू के लए और िजस
टे वे म सनीचर बह
ृ प त इ ठे ह केतू का उपाओ खद
ु - ब- खद
ु हो जाता है , बाक तरफ वह
मंदा असर! सनीचर 12 म बैठे बध ु का कभी बरु ा असर न होगा!
सवाय सनीचर के जो बध ु के साथ हो या साथी ह बन रहा हो कोई भी दस ू रा ह खाना
बर- 12 का बध ु के साथ बैठा हो या साथी ह बन रहा हो या बर- 6 के ेह को अपने बरु े
असर क जहर दे गा अब 6 म बैठे सनीचर को भी नह ं ब शेगा ले कन सूरज इसक जहर को
पहचान लेगा और बच नकलेगा! हड़काया हुआ कुता- भाइय का द ु मन, दौलत का रखा और
दस
ू र के लए जोड़ेगा! लोग म बेएतबार क िज़ंदगी और तबीयत का, हर ल हा घम ू ने वाला
होगा! योपार- स ा (बध ु क हवाई ताकत व चीज का ता लुक) भी मंदा होगा! नाक छे दन या
गले म पीला धागा हर व त कायम रखना नेक फल दे गा वरना हर तीसर बोल (3 दन,
3मह ने, 3साल या हर तीसर गनती अपनी उ क या अपने रशतेदार ) पर नीलामी क बोल
ख म कर दे गा! सेठ का माल बाक बचे या न बचे या क मत के बदले वाह ज़हमत ह दे वे
मगर दलाल को कसी भी नमक हलाल का याल न होगा, सफ होगा तो अपने मा लक( पता)
को आ खर म छोड़ दे ने का लहाज़ होगा या जातक खद ु उस घर से बाहर होगा बशत क शाद
क ज़ंजीर म जकड़ा हुआ न हो! अगर होगा तो पागल होने क वजह से हरे क पर हमलावर होगा
या न शुकर क उ 25 साल से पहले शाद न करना भला होगा! च का ज़ुबान (पापी ेह से
संबि धत चीज क खरु ाक) से परहे ज़ मब ु ा रक होगा!
औरत के टे वे म खाना बर- 12 का बध
ु कोई बरु ा नह ं गनते रा शफल का होगा!
नेक हालत
बह
ृ प त बर- 2 या 12 म हो तो इ ज़त, ताकत, द ु नयावी शोहरत सब कुछ होगा ले कन धन
दौलत क चोर या बेवजह का नक
ु सान होता होगा!
मंद हालत
बध
ु अब ऐसे बेवकूफ़ दो त क तरह होगा जो बरु ा करते व त कसी का भी समेत जातक खद
ु ,
भला नह ं सोचेगा हर मौके पर कोढ़ सा बत होगा और नहायत मंदे फल दे गा!
हवाई काम- योपर, स ा सब मंदे असर वाले ह गे, खद ु जातक क ज़ुबान या कलम या बध ु क
चीज का कारोबार बरबाद का कारन ह गे! मंह ु म 30 से कम या 32 से यादा दांत का होना
मंदे बध
ु क नशानी होगी! 25 साल से पहले क गयी शाद पर औरत व पता दोन ह रोते
ह गे, मद व माया सब बरबाद ह गे और उ का हर तीसरा साल मंदा होगा!
बध
ु - 12 वाला जातक हर पल तबीयत बदलने वाला हुआ करता है , एक पल तो ऐसा होगा क
खबू जोश से भरा हुआ और अगले पल जोश कह ं नह ं बस मुद क तरह होगा और अपनी इस
आदत के कारन न सफ सा थय को तंग करता होगा बि क उसक तेज़ाब भर ज़ुबान से साथ
रहने वाले भी दख
ु ी ह गे! दमाग म आयी बात को (चाहे अ छ हो या बरु ) परू ा करने के लए
सर से पाँव तक क ताकत लगा दे गा और हालात हर तरह से मंदे ह गे! इस मंद हालत क
पहल वजह शराबखोर से शु होगी िजस पर झठ ू का रं ग चढ़ता होगा और आ खर म नौबत दगा
फरे ब तक जा पहुंचेगी या न ज़ब
ु ान से स चा और अंदर से बेईमान!
चाहे कोई राजा हो या गर ब हर कसी क रात क नींद उजाड़ने वाला व कारोबार पर मंदा! मद
के टे वे म 12 का बध
ु कभी भला नह ं माना ले कन औरत के टे वे म बरु ा नह ं गनते ले कन
अगर मद क कंु डल म बध ु - 12 के साथ औरत क कंु डल म भी बध ु - 12 म हो तो मंदा ह
होगा इसके उलट कसी एक के टे वे म केतू उतम या नेक घर का हो तो बध ु के मंदे जहर से
बचाव होता रहे गा!
शुकर के दो ह से (मसनई
ु ह) राहू और केतू ह अब खाना बर- 12 का बध
ु न खद
ु ज़हर
होगा बि क खाना बर- 6 जहां बध ु के साथ केतू भी प के घर का है । केतू को भी बरबाद कर
दे गा और इसका असर होगा नर औलाद का न होना या बरबाद हो जाना!
िज मानी अंग के हसाब से दमागी ढांचा- ज़ुबान- दाँत- नाक क नोक आ द सब के सब कसी
न कसी कारन खराब ह गे! अगर टे वे म राहू मंदा होकर बध
ु के साथ हो या साथी हो तो
जेलखाना- पागलखाना- चोर - आग के वा कयात गबन बेईमानी वगैरह से धन का नक ु सान हुआ
करता है !
बुध- 12 के समय:
सूरज या मंगल खाना बर- 6 म ह तो माता व मामँू द ु खया और माता बचपन म गुज़र
जाए अगर िज़ंदा हो तो माता व जातक दोन दख
ु ी ह गे!
बह
ृ प त खाना बर- 6 म हो तो पता क उ श क और पता क दौलत बरबाद होवे!
मंगल खाना बर- 6 म हो तो खद
ु के भाई जातक के लए यम क तरह ह गे और खद
ु
भी बरबाद!
राहू/केतू खाना बर- 6 म ह तो सौरल(राहू) और औलाद(केतू) पर जलती रे त बरसती होगी
या न दोन बरबाद!
खाना बर- 2 खाल हो तो जातक कम- अ ल और ज दबाज़ हुआ करता है इस बरु े असर
से बचने के लए मि दर जाते रहना चा हए!
राहू खाना बर- 8 या 12 म कयाफा: हाथ क उँ ग लय के नाखन
ू बहुत छोटे ह गे तो
अगर जेलखाना नह ं तो पागलखाना ज़ र नसीब होगा चाहे कोई कसरू या बीमार न भी हो
ऐसे म मि दर के अंदर माथा टे कना ज़हमत का बहाना होगा!
खाना बर- 6 म हो तो माता के लए फल र ी!
सनीचर खाना बर- 6 म हो तो सनीचर से संबि धत कारोबार व र तेदार सब मंदा फल
दगे!
खाना बर- 2 म हो तो बगैर बरतन गंगा जल था पत कर ( पंज आ द म)!
राहू खाना बर- 2 म हो तो ससरु ाल के लए असर मंदा, मौत व हादसे आम ह गे!
सरू ज खाना बर- 6 म हो तो राजदरबार क आमदन के ईलावा राजदरबार से संबंध भी
खराब!
- 5 म और सनीचर- 9 म हो और सनीचर को द ु नयावी स बंध म मोटर गाड़ी
गनते ह! बध
ु - 12 के व त या बध
ु राहू- 12 के व त अगर कोई नई हरे रं ग क गाड़ी
खर द जाए तो िजस व त उसम औरत के साथ जातक होगा तो अपने आप से दरु घटना
होगी (अगर बध ु के साथ राहू हो तो ससरु ाल खानदान के र तेदार भी ह गे) िजसम गाड़ी म
बैठे ा णय को तो नक
ु सान नह ं होगा ले कन गाड़ी का अगला ह सा पीस ज़मीन को छोने
लगेगा जैसे क सजदा कर रहा हो!
उपाओ:
तीन द ु नयावी कुत (बहन घर भाई, ससरु ाल घर जमाई, नानके घर दोहता) क सेवा या
फक र क सेवा उतम फल दे गी!
नाक छे दन करवाकर चाँद धारण करना बध
ु का सबसे उतम उपाओ है !
गले म सोना या पाला धागा धारण करना चा हए!
फौलाद का बना जोड़ का छ ला उं गल म पहन, फौलाद ऐसा हो िजसमे जंग न लगे और
चमकदार हो! ऐसा छ ला मुफ़त म न लेकर खर द कर पहन वरना काम नह ं करे गा!
माथे पर केसर या काला तलक लगाएँ ले कन वभू त का तलक पता क िजंदगी के लए
खतरनाक होगा (बधु खाना बर- 2 का फल दे ने लगेगा)!
कोरा घड़ा िजस पर कसी भी तरह पानी न लगा हो पानी म बहाएँ!
बध
ु िजस ह के ज़ाती स भाव का सा बत हो जाए उस ह के रं ग क शीशे क गोल
अपने पास रख!
खाना बर- 2 के समय बना बरतन पानी कायम कर ( पंज आ द ले कन हमेशा
गीला रहना चा हए)!
बध
ु के साथ राहू भी खाना बर- 12 म हो तो मि दर म माथा टे कना मना है !
जातक को अपनी ज़ुबान व गु से पर काब ू रखना चा हए और ज़ुबान का च का या न
सनीचर क मंद चीज से दरू रह!
Chapter 7
सनीचर
सनीचर
ज़माना म बदकार- अ सर जो रहते
लखत केत ू बध
ु राहू जैसी फैसला धरम से करता हो
पहले घर दम
ु केत ू होते इछाधार श न होता हो
उलट मगर जब बैठा टे वे अजदहा खूनी बनता हो
सांप श न दम
ु केत ू गनते मुखड़ा राहू खुद होता हो
ज़ा लम र व गर खु फया होते क ल श न दन करता हो
केत ू के सअ
ू र को गोल लगी तो वो गोल चलने क जगह पर आ कर दम तोड़ेगा,
मंगल का शेर पानी म तैरते व त सीधा तैरता है और खंख ू ार के व त हाथी को चुप करा
लेता है मगर सनीचर के सामने अपना फल सनीचर को ह दे गा, मगर सनीचर मार पड़ने
या मार करने के व त चार तरफ चल जाता है ! सरू ज इतना बलवान ह है क कोई
उसका रा ता नह ं बदल सका ले कन सूरज अकेला जब भी सनीचर के साथ होगा तो
सनीचर बरु ाई क ताकत नह ं बरतेगा बि क बध ु क तरह खाल मैदान कर दे गा! ले कन
अगर इन दोन के साथ ह प त आ बैठे तो सनीचर अपनी ताकत से सूरज व ह प त
दोन के फल को मंदा करे गा और ऐसी मार मारे गा क दोन का नशान तक न मले!
हालां क ह प त के सामने सनीचर बरु ाई नह ं करता ले कन िजस कदर द ु मन ेह क
तादाद बड़ती जाएगी उसी कदर सनीचर अपने रा त को बड़ाता जाएगा! सनीचर खुद
बरु ाई नह ं करता बि क इसके एजट राहू व केत ू बरु ा करने वाल क बरु ाई का हसाब
कताब लेकर सनीचर के पास फैसले के लया आते है और बुरा फैसला करने के लए
सनीचर बदनाम हुआ ले कन बुरे काम का नतीजा तो बुरा ह हुआ करता है !
पापी ह काला यम:- अंधेर रात, सरू ज का लड़का होते हुए भी सरू ज के खलाफ चलने
वाला! न द न का लहाज न द ु नया क शम! प थर को भी को हनूर बनाने क ताकत
रखने वाला! काल चीज पर बजल क तरह बुरा असर करने वाला! काले साँप क आँख
का मा लक तारने पे आए तो इछाधार साँप क तरह मदद करने वाला! इसका िज म
मगरमछ, भूक मछल क और आँख शवजी क है !
- - यह रे खा का ता लक
ु के बज
ु से शाख के ज रये या रे खा को छूना भी
नेक होगी, मंगल नेक से ता लुक और शुकर से कसी भी तरह संबंध बने तो हर तरह से
नेक!
- - य द सरू ज के बज
ु से रे खा सनीचर के बज
ु को जा नकले तो फल नेक होगा ले कन
अगर रे खा सनीचर से नकल कर सूरज के बुज क तरफ का ख करे तो फल मंदे ह गे!
उ रे खा: यह सनीचर क रे खा या दोन जहान म फरक करने क ताकत व आँख क
रोशनी भी है या यह वो ताकत है िजससे इंसान के अि त व व बरबाद का फरक मालम ू
होता है ! लाल कताब के अनुसार सनीचर मीन रा श का मा लक है िजसे मछल माना है !
यह रे खा मंगल नेक के बुज के ऊपर से और ह प त के बुज क जड़ से चलती हुयी
खाना बर के पास शक ु र के बजु पर ख म हुआ करती है !
- - जहां क मत रे खा उ रे खा से मल रह हो और उ रे खा से शक
ु र के बज
ु क
तरफ दो
सनीचर के बज
ु पर नशान मौत का कारन
मंगल नेक के बज
ु पर सूरज का सतारा या पेट पर एक ह बल पड़े! लड़ाई या जंग अदल
सनीचर के बज
ु से रे खा उ रे खा काट कर शुकर के बज
ु को जा नकले! उ नहायत परु दद
होवे
सूरज के बज
ु पर सूरज का सतारा होवे! मौत अचानक होगी
शुकर के बज
ु पर उ पर सूरज का सतारा हो द रया या नद म डूबने
से
दस
ू रे घर म गु शरण तो आठ हे ड वाटर है
9–7 घर 12 बैठा कलम वधाता होता है
खाल कागज़ हो घर 10 का ठे सयाह होता है
1 12 2
2 1 3
3 2 4
4 3 5
5 4 6
6 5 7
7 6 8
8 7 9
9 8 10
10 9 11
11 10 12
12 11 1
खाना बर- 1 म बैठा सनीचर सूरज और मंगल को ज़हर दे गा/बबाद करे गा!
खाना बर- 3 म बैठा सनीचर सूरज और मंगल को ज़हर दे गा!
खाना बर- 4 म बैठा हुआ सनीचर सूरज और को ज़हर दे गा!
खाना बर- 5 म बैठा सनीचर सरू ज को ज़हर दे गा!
खाना बर- 8 म बैठा हुआ सनीचर सरू ज और मंगल को ज़हर दे गा!
जाता है !
खाना बर 12 तो सनीचर द ु खया को सु खया, बीमार को तंद त करने वाला बशत शुकर,
म सनीचर मंगल कायम या खाना बर 2 म दो त ह ह
सनीचर क अदालत: राहू अगर मुि ज़म का चालान पेश करने वाला वक ल तो केतू
मुि ज़म को बचाने के लए मद गार वक ल क तरह होते ह! दोन के दर मयान धरम
( ह प त) क हािज़र म ठ क फैसला करने वाला यायाधीश या न व त क कचहर का
सबसे बड़ा हा कम!
नेक हालत
सनीचर व शक ु र दोन के खाना बर- 1 म होने के व त खरु ाक, रज़क व दौलत पर असर
करगे, चाहे म छ रे खा का उतम असर हो या काग रे खा क हालत म वे क खरु ाक क
बदनसीबी गले पढ़े !
बध
ु खाना बर- 7 म हो तो बध
ु खद
ु के असर क जगह केतू का असर दे गा अब घर म न तो
बहन पैदा होगी और न ह ल क ! टे वे म उतम ि तथी का हो तो माता पता के घर धन
दौलत के भंडारे ह गे!
मंद हालत
जब टे वे म बध
ु मंदा हो तो ज ी कारोबार से मद व माया पर काग रे खा का फल होगा! जातक के
ज म लेत े ह धन दौलत घटना शु हो जाएगा ले कन 9 के 9 ह मंदे होने पर भी जातक क
खद
ु क उ पर कोई बरु ा असर नह ं होगा!
टे वे म मंगल बद हो तो जातक चोर- फरे बी- बददयानत- झगड़ाल ू व धोखेबाज़ होगा इसका अशुभ
असर औलाद, आमदन व नज़र पर होगा!
उपाओ:
गु मा लक 10 लहर जो मु क - अमीर हा सद र व 10 का हो
वैर श न खद
ु पाप से करता- राहू टे वे 8 बैठा जो
जआ
ु जवाहर 12 र व का- वहम दमागी भरता हो
सात रखी हो धन क थैल - मद 6 जा बोलता हो
घर 12 से सुख गह
ृ ती- चीज़ श न घर दस
ू रा हो
श न होवे जब दज
ू े बैठा, गु का हो दरबार
व त नसीबा अपना अ छा, अज़/ता व त मु तार
खद
ु कभी न द ु खया होगा, होगा जब तक सु खया होगा
खद
ु मरे न कसी को मारे , गर मारे ससरु ाल ह मारे
दध
ू पला सब को तारे , द ु मन इनके सब ह मारे
नेक हालत
सनीचर- 2 कायम हो कयाफा: म यमा सीधी होगी तो जातक अलग थलग रहने वाल तबीयत
का मा लक होगा, स यास, उदासी व अलहदगी इसक नशानी होगी!
सनीचर- 2 के समय बह
ृ प त खाना बर- 4 म हो तो जातक ती बु और कमाल क
आ याि मक शि त का मा लक होगा कयाफा: तमाम उँ ग लय का झक ु ाव म यमा क तरफ हो!
सनीचर- 2 के समय:
मंद हालत
बह
ृ प त खाना बर- 11 म हो तो जातक बदनाम और चापलस
ू ी पस द हुआ करता है
सूरज खाना बर- 12 म हो तो मशहूर जुआ रया और दमागी वहम का मा लक होगा,
आमदन और खचा बराबर हुआ करता है !
टे वे म मंगल मंदा हो तो 28 से 29 साल क उ बीमार गले लगी रहे !
राहू खाना बर- 8 और हाथ क उँ ग लय के सरे चौड़े ह तो वहमी स भाव होगा!
राहू खाना बर- 9 म और हाथ क उँ ग लयाँ बहुत ल बी ह तो अलहदगी पस द होगा
मंगल खाना बर- 9 और हाथ क उँ ग लयाँ बहुत ह ल बी ह तो मद
ु ा खयालात का
मा लक होगा!
बधु खाना बर- 9 और हाथ क उँ ग लयाँ बहुत छोट ह तो बेबु नयाद खयालात तबीयत
इंसान होगा!
सरू ज, बध
ु व बह
ृ प त खाना बर- 8 म हो और हाथ क कुल उँ ग लयाँ म यमा क तरफ
झुक रह ह तो हद से उदास तबीयत व अलहदगी पस द होगा!
सूरज खाना बर- 8 म हो और अना मका का झुकाव म यमा क तरफ हो तो बरु शोहरत
पस द तबीयत का होगा!
उपाओ:
दस
ू र क नंदा करने वाला हुआ करता है , 10 साल तकल फ के बाद आराम पाये!
नज़र( बनाई) के मर ज का कामयाब डा टर/वैद होगा! घर का मु य वार
द ण(जनूब) म हो या घर से नकलते ह घर के आगे कोई प थर का गड़ा होना
सनीचर के खन
ू ी होने का सबब होगा अगर ऐसा न हो तो नकद माया क इलावा
सनीचर का फल हर चीज़ के लए उतम होगा! अगर जातक न कुता पाल रखा हो
तो धन दौलत भी उतम होगा और अगर घर म कुआं हुआ तो जातक क मौत का
कारण भी कुआं ह होगा! घर से नकलते ह मु य वार के पास कोई लकड़ी का
सतनू ( तंभ) हो या दर त ह हो तो सभी काम मंदे ह गे इस लए खाना बर- 3
वाले जातक को कोई भी शुभ काम शु करते व त लकड़ी से परहे ज करना चा हए!
घर का मु य वार पि चम(मग रब) दशा म हो या घर म दा खल होते व त दाय
हाथ क तरफ अंधेर कोठड़ी हो िजसम कोई खड़क या रोशनदान न हो तो धन
दौलत क कोई कमी न होगी ले कन जब कभी भी मु य वार पूव(मश रक) दशा
को होगा या अंधेर कोठड़ी म रो नदान या खड़क आ द खल
ु वा ल जाए तो सनीचर
और सूरज टकराव पर ह गे और हर तरह से बरबाद का महोल होगा! दमागी खाना
बर- 10 का साथ या न बुध और सनीचर मु तरका ह गे िजससे मजबूत िज म,
दौलत कम ले कन जायदाद बहुत होगी! भाई बंधओ ु ं से संबंध नक मे ह गे!
ख़न
ू उसका भाई बंदे, सब खराबी द उसे
गो न दौलत उसने रखी, बढ़ती जाए जायदाद
नेक हालत
सनीचर अब तीन आँख का माल क यम का प(फ़ र ता- ए- अजल) होगा, मद और माया दोन
ह कम होते जाएंगे अगर जातक शराबी कबाबी न हो तो उ क र ा होती रहे गी!
मंद हालत
अगर जातक कुता न पाले तो केतू मंदा होगा और सनीचर बरबाद का कारन होगा! िज म के
हरे क पोर(मुसाम) से चार- चार बाल पैदा ह तो जातक गर ब, बेहुनर व अ याश होगा! खद
ु के
भाई बंध ु खराबी का कारन ह गे और धन दौलत के लए नहायत मंदा, केतू का उपाओ मददगार
होगा ले कन अगर केतू साथ ह बैठा हो या खाना बर- 10 म हो तो कसी उपाओ क ज़ रत
न होगी!
रात पया दध
ू ज़हर होगा- ज़हर दवा खद
ु बनती हो
तेल बेचे जब साँप का द ु नया- औलाद मरे लाव द हो
श न 4 म, गु हो तीजे, उध रे खा कहलायेगी
सब को लट
ू े खसोटे इतना, जायदाद बन जाएगी
मकान, काले क ड़े, दध
ू का छ ंटा मददगार होगा!
पानी के कनारे या पानी म रहने वाला या कुएँ के साँप जैसे स भाव का सनीचर होगा और खन ू ी
म लाह होगा, और अपनी जायदाद बरबाद करके छोड़ेगा! साँप को दध
ू पलाना मुबा रक होगा
िजससे का असर बल होगा, कुएं म दध ू गराने से का असर उतम होगा! औरत क
कबत
ू रबाज़ी सनीचर को मंदा करे गी! छाती पर बाल कम ह तो जातक बेएतबारा हुआ करता है !
नेक हालत
बह
ृ प त खाना बर- 3 म हो तो उध रे खा फल होगा सब लूट खसोट कर ख़द
ु अमीर बने!
ख़द
ु के नए मकान क नींव रखते ह माता को साँप लड़े या न कोई ज़हर ल बीमार हो और मामँू
को ज़हर चढ़े क तरह के हालात पैदा ह गे!
मंद हालत
सनीचर अगर मंदा हो रहा हो तो जानदार चीज के अनस ु ार माता और माता खानदान बरबाद
करे गा और धन के स बंध म ख़दु के खानदान व ख़द
ु अपने पर सनीचर क मयाद तक मंदा
असर होता होगा!
मंद सेहत के व त शराब या शराब से तैयार क दवा या न ज़हर ल नशे वाल चीज से फायदा
होगा और क चीज़ कोई लाभ न दगी!
साँप को दध
ू पलाना या मछल , भस, कौवा व मज़दरू क सेवा सनीचर के मंदे ज़हर को धोयेगी
िजससे माता व पता खानदान का बचाव होता रहे गा और माल (धन) हालत के लए कुएं म दधू
गराना उतम फल दे गा!
उपाओ:
साँप को दध
ू पलाना चा हए!
म ल या भस या कौवे या कसी मज़दरू क सेवा करनी चा हए!
आ थक संकट के समय कुएँ म दध
ू गराना चा हए!
च र को ठ क रख व सनीचर क मंद चीज से परहे ज कर!
सनीचर क चीज का योपर मंदा असर दे गा इस लए इससे बच!
सनीचर खाना बर- 5
(ब चे खाने वाला साँप)
जले माया धन- जान बचता रहे गा
का हाल मंदा ह होगा, बुध का उपाओ मददगार होगा! दमागी खाना बर- 15
बह
ृ प त से मु तरका खु ार के इलावा ज़हमत, बीमार व मकु दमे आम गले पढ़े रहगे!
सनीचर खाना बर- 5 के समय बह ृ प त खाना बर- 9 म हो तो क मत का असर
सनीचर के दौरा से शु होगा जो क नेक और उ दा होगा ले कन औलाद के लए फल
मंदा ह होगा!
श न है पांच लड़के खाता, या द ु मन वो मकान का
12–24 जो गट हो, दज
ू ा शु ननावन का
नेक हालत
सनीचर टे वे म अपने सुभाओ के अनसु ार नेक हो और केतू कायम हो तो औलाद बढ़ती होगी और
जब राहू कायम हो तो मकान बनेगे!
सनीचर खाना बर- 5 के समय केतू खाना बर- 4 म हो तो पहला लड़का बेशक कायम न हो
ले कन अब सनीचर का औलाद पर बरु ा असर न होगा बि क उसके एवज म जातक का खानदानी
परु ो हत बरबाद होगा! द ु नयावी तीन कुत क पालना नेक असर दे गी!
मंद हालत
तमाम िजस पर बाल बहुत यादा ह तो जातक चाहे चोर व फरे बी तबीयत हो तो भी म दभाग
और बदनसीब ह होगा चाहे कलम का कतना बड़ा धनी य न हो गर ब व नधन होगा!
मुकदमा, बीमार व दस
ू र जहमत गले पढ़ रहगी!
सनीचर- 5 के समय खाना बर- 10 खाल हो तो सनीचर ब चे खाने वाला साँप होगा, नर
औलाद का द ु मन! शा दयाँ चाहे िजतनी भी ह और नर औलाद भी कई पैदा हो ले कन जातक
जब भी 48 साल क उ तक अपने नाम से मकान बनाएगा या बना बनाया खर दे गा तो सफ
एक लड़का या मकान ह बाक बचेगा खासकर जब खाना बर- 7 या 12 म शक ु र हो या खाना
बर- 5 या 9 म सरू ज व या सरू ज या हो तो औलाद इस तरह बरबाद होगी जैसे
लोहे को जंग बरबाद करता है !
उपाओ:
उलट ि ट दज
ू ा दे खे- असर बुरा न 10 पर हो
असर श न खद
ु वैसे ह गे- जैसा केत ू कह ं बैठा हो
बध
ु केत ू न दो कोई मंदा- न ह लावलद टे वा हो
शाद पहले जब 28 करता- शुकर केत ू मंदा हो
सनीचर- 6 के समय शक
ु र- 2 म तो गाय और ी का बरु ा हाल होगा!
सनीचर- 6 के समय बध
ु - 12 म तो सनीचर के कुल फल को बध
ु बरबाद कर दे गा!
सनीचर- 6 के समय बध
ु - 2 म तो हर काम खु फया करने वाला होगा!
कौआ! राहू(काला कुता) का उपाओ मददगार होगा वा ते ज़हमत बीमार ! बुध का उपाओ
वा ते कारोबार मदद करे !
जब शाद 28 साल क उ म हो तो 24 साल तक लड़के पैदा ह ! जातक हुनरम द व अ लम द
होगा! माड़ा पत
ु ते खोटा पैसा फर भी कभी न कभी काम आ ह जाएगा और ज़माने क याह
धो डालेगा, जब भी राहू वषफल के अनस ु ार अपने ऊंच के घर (खाना बर- 3 या 6) म आयेगा!
अगर शाद 28 से पहले हो तो सनीचर बध ु क मयाद तक माता व औलाद को सफ़ाचट कर दे गा
ले कन लाव द का हुकम न होगा! केतू (औलाद) क बरबाद रोकने के लए परू ा काला कुता
पालना नेक होगा! अगर खाना बर- 2 म शुकर या हो तो सनीचर गाय व ी और माता
धन पर भी बरु ा हमला कर दे गा!
नेक हालत
सनीचर- 6 म बैठा उलट ि ट से खाना बर- 2 को दे खता होगा खासकर जब राहू खाना बर-
सनीचर- 6 म बैठा उलट ि ट से खाना बर- 2 को दे खता होगा खासकर जब राहू खाना बर-
8 म हो! सनीचर अपने खाना बर- 10 पर कोई बरु ा असर नह ं करे गा! अगर केतू सनीचर के
नेक होने वाले घर म हो तो साँप का फराटा जहां केत ू होगा वह ं जाएगा और नेक असर होगा!
जब भी वषफल के अनस ु ार सनीचर अपने नेक घर म होगा तो असर शेषनाग क तरह शभ
ु
होगा! अगर शाद 28 साल से पहले हो जाए तो बध ु , व शुकर तीन ह मंदे असर के ह गे
और 28 साल क उ म शाद हो तो लड़के ह पैदा ह गे! माता- पता ज़रव दौलत अ ल, हुनर
सब म बरकत होगी!
मंद हालत
सनीचर- 6 के समय मंगल खाना बर- 2 म हो तो मंगल से संबि धत र तेदार (खद ु का बड़ा
भाई, बाप का बड़ा भाई या न ताया, माता का बड़ा भाई या न बड़ा मामँू) पर सनीचर, नज़र पर
मंदा असर दे गा खासकर जब राहू खाना बर- 1 म हो तो 21 साल क उ म मामँू अ धा
होगा!
खाना बर- 6 का सनीचर राहू स भाव होगा और इसके मंदे होने क नशा नयाँ ह गी चमड़े के
जूत े गुम होना या लोहे के बने ब च के खलोन का गुम होना! ऐसा यि त अगर सनीचर क
मंद चीज (शराब, शबाब, कबाब) का आद हो जाए तो सनीचर नहायत नक मे फल दे गा!
सनीचर- 6 के समय जब वषफल के अनस ु ार सनीचर- 6 म आए और जातक मकान बनवाना
शु करदे या सनीचर क मशीनर आ द लगवाए तो जातक को पो लस और अदालत के च कर
म डाल दे गा! आमतौर पर जब भी वषफल के अनस ु ार सनीचर- 6 म आयेगा तो चमड़े के सामान
क ज़ रत हो जाया करती है या चमड़े का सामान तौहफ़े के प म गले पढ़ता है ! सबसे बेहतर
होगा उस साल चमड़े का सामान खर दने से परहे ज कर वरना जैसे ह जूत े पाँव म पहने वैसे ह
जूत े सर पर पढ़गे! चमड़ा सनीचर क चीज़ है ले कन मुदा िज म क खाल और पाँव केतू अब
िज़ंदा चमड़े और मुदा चमड़े का झगड़ा है !
उपाओ:
शराबखोर व सनीचर क दस
ू र मंद चीज से बच!
सनीचर के मंदे ज़हर से बचने के लए सरस के तेल से भरा हुआ म ी का बरतन कसी जोहड़
या द रया के नीचे दबाएँ जहां बरतन पानी के नीचे ह रहे !
सनीचर खाना बर- 7
(कलम बधाता- रज़क)
उलट रं गीं बोतल क जो नाज़नीं थी
बध
ु श -ु 10 तीन या 7 का- आय-ु पता- ज़र मंदा हो
करे जब मंदा टे वा- श न मंदा खद
ु रोता हो
शक
ु र के बुज पर, सनीचर और शुकर आपस म दो त ह ह! शुकर औरत माना तो
सनीचर जो क आँख का कारक है शक
ु र क आँख बन कर साथ रहता है ! औरत क
आँख द ु नया को बचाती है ! औरत क आँख अगर सनीचर माना तो औरत(शुकर)
और शरारत(सनीचर) दोन का इ कठा होना औरत को शरारत से भरा हुआ पुतला
बना दया! दोन ेह का जद ु ा- जद
ु ा ले कन उतम फल होगा! राजदरबार से नेक
फल ह और इ ज़त मले! अगर नेक हुआ तो हर कसी क आँख म म ी डाल
और बद हुआ (ज़ाती स भाव) तो खद ु अपनी आँख म म ी डाल कर बदकार हुआ!
अंगूठे क जड़ म शुकर के ह से पर शूल + का नशान नेक फल होगा ले कन
जातक च र ह न होगा!
उ रे खा पर:… वसग का नशान हो तो आंखे खराब ह गी! बुध के बुज पर शूल +
का नशान, बुध और सनीचर आपस म बराबर के ह ह ले कन बुध दो ती करता
है ! दोन ह ेह का अपना- अपना फल होगा! बुध का तो दो तना होगा ले कन
सनीचर का एतबार नह ं! जातक द तकार- हुनरम द व परोपकार होगा अगर
सनीचर मंदा सा बत हो जाए तो चोर- रहज़न व फरे बी होगा! अगर दो शूल ह तो
कमनसीब होगा! सर रे खा पर:… वसग हो तो आँख खराब और सर रे खा पर +
शूल हो तो मौत सर कटने से हुआ करती है !
कंु डल म खाना बर- 7 तुला रा श और घर का मा लक ह शुकर है जो सनीचर
का दो त ह नह ं माशूक है ! इस रा श न सनीचर को ऊंच कया तो द ु मन सूरज
को नीच कया! शुकर स भाव से प पकार ! औरत उ भर बीमार रहे ! अगर नशान
बध
ु पर हो तो अ ल का अ धा ले कन गांठ का परू ा इ सान!
अगर टे वे म मंगल नेक हो तो बेशक जातक के पास कोई ज ी जायदाद न हो
ले कन मह ने क आमदन भरपूर होगी! दौलत का आना 24 साल तक इस तरह से
होगा क क़तरे से शरबत का कड़ाहा तैयार कर लेवे! अगर जातक परोपकार होगा
तो धन भी नेक काम आए वरना द ु ट भागवान होगा! मकान क दहल ज़ ज ी और
पुरानी लकड़ी क हो जो क जातक के जनम से पहले क लगी हो और उसको कायम
रखा जाए तो सनीचर- 7 का नेक फल होगा वरना सनीचर खाना बर- 1 का फल
दे ने लगेगा!
अगर टे वे म मंगल बद हो तो तो सनीचर 39 साल क उ तक उजाड़ कर बरबाद
कर दे गा और 27 साल क उ तक ह थयार का डर हुआ करता है िजसका उपाओ
है काले रं ग क बांसुर म खाँड भरकर वीरान जगह दबाएँ!
सनीचर क अपनी रे खा या उ रे खा: सनीचर क यह रे खा दोन जहान म फरक
करने क ताकत या आँख क लहर है या इस से ह इ सान क ह ती(अ सत व) व
ने ती(बरबाद ) का फक मालूम होता है ! सनीचर मीन रा श बर- 12 का मा लक है
िजसे म ल माना है इस लए िजस तरह म ल पानी के बना नह ं रह सकती उसी
तरह इंसानी जीवन भी उ रे खा के बना बेकार है ! उ रे खा मंगल नेक के बज
ु से
चल कर शुकर के बुज पर जाती है अगर इस उ रे खा से शाख ऊपर क तरफ को
नकल तो मतलब होगा क जातक के बज ु ग
ु बेशक धनवान न रह ह मगर जातक
दौलतम द होगा!
नेक हालत
गह
ृ ती के हालात उतम ह गे! जातक के जनम के व त घर के हालात मामल ू राई के दाने के
बराबर ह ले कन जातक सनीचर क मयाद तक राई से पहाड़ खड़ा कार लेगा! दरअसल सनीचर
क बु नयाद अब शुकर होगा और असर क ताकत 7 गुना होगी! मकान आ द बने बनाए ह मल
जाएंगे! अगर शाद 22 साल(सूरज क उ ) से पहले हो तो सूरज का मंदा असर जो क नज़र पर
हो सकता है नह ं होगा!
जातक अगर परोपकार तबीयत होगा तो धन दौलत का नेक असर होगा वरना धन दौलत उ लू
पर आयी ल मी क तरह होगा और जातक यासर (या न िजस घर जाए उसी को बबाद करे )
माया होगी! चालाक और हो शयार इतनी क उड़ती च ड़या क आँख म म ी डाल दे वे!
दो त ह बधु , शक
ु र, राहू खाना बर- 3–5–7–11 म ह कयाफा: उ रे खा व सर रे खा मल
जाएँ तो सनीचर- बध ु - शकु र- राहू सभी ह उतम फल के ह गे, भाई बंध ु मददगार ह गे ले कन
सनीचर संबि धत कारोबार म शा मल होने पर जातक को नक ु सान दगे!
सनीचर- 7 के समय बध
ु खाना बर- 11 म हो तो गाँव का मा लक व रईस जातक होगा!
मंगल बह
ृ प त या मंगल शुकर दे ख रह ह सनीचर को तो मुआ वन धन रे खा होगी िजसके
कारण धन दौलत बहुत यादा और कायम!
बध
ु के द ु मन ह ( व मंगल) और सनीचर के द ु मन ह (सूरज, मंगल व ) खाना
बर- 3–5–7–10 म ह आय,ु ज़र, दौलत व पता सबके सब मंदे ह गे ज ी जायदाद व मकान का
असर भी मंदा ह होगा!
शक
ु र भी सनीचर के साथ खाना बर- 7 म हो तो बेगज़ तबीयत तो होगा ले कन गंदा आ शक
और ऐसे जातक क ी ल बे समय तक बीमार रहा करती है ! बध
ु खाना बर- 1 म हो तो मौत
सर कटने से हुआ करती है !
खाना बर- 1 खाल या न सनीचर सोया हुआ घर म शहद रखना ज र वरना पोते के पैदा होते
ह सब धन दौलत बरबाद(काल माया) होगा! बध
ु वषफल अनस
ु ार- 7 म आए तो आँख खराब
ह गी!
उपाओ:
एक अकेला 8 होवे, ख़द
ु कभी न मंदा हो
मंदा होगा मंगल से, या भी वाँ बैठा हो
नेक हालत
टे वे म जैसी ि तथी बध ु - केतू- राहू क होगी वैसा ह सनीचर का फल होगा! सनीचर अब अपने
एजे ट राहू व केतू के इशारे पर काम करे गा ले कन ख़द
ु सनीचर का असर टे वे म मंगल क
ि तथी पर नभर करे गा! इस घर का अकेला सनीचर कभी मंदा फल न दे गा!
के उपाओ (चाँद का चौरस टुकड़ा अपने पास रखने से) से सनीचर के असल सभ
ु ाओ क
नेक है या मंदा पता चल जाएगा!
सनीचर खाना बर- 8 म अकेला हो तो सनीचर से संबि धत चीज पर मंदा असर न होगा और
न ह सनीचर का असर मंदा होगा ले कन यह मान लेना क सनीचर अब भला होगा ठ क नह ं
य क मौके के अनस
ु ार सनीचर के असर म तबद ल होगी!
मंद हालत
छाती पर बाल यादा ह तो सार िजंदगी गुलामी म गुजरे ! शराबखोर क आदत सनीचर को मंदा
करे गी!
सनीचर क मंद हालत के व त चाँद का चौरस टुकड़ा अपने पास रखना चा हए! दध ू मले पानी
से नहाना भी सनीचर को ठ क रखेगा! नहाते व त पाँव के नीचे लकड़ी या प थर का टुकड़ा रख
लेना शुभ होगा य क पाँव क तल क ची ज़मीन को नह ं छूनी चा हए!
सनीचर खाना बर- 8 के समय खाना बर- 12 खाल हो कयाफा: हाथ क उँ ग लय के नाखन ू
कालापन लए हुये ह तो कुल उ या न आ खर व त तक कम दौलत और द ु खया ह रहे गा!
ऐसे टे वे वाले के जनम लेत े ह साथी ेह से संबि धत रशतेदार को क म जाना पढ़े गा!
शत बह
ृ प त इतनी करता- होवे पर उपकार भी
श न मा लक है आँख शुकर का- तरफ चार ह दे खता जो
बेच कफ़न ख़द
ु दौलत पाता- खाल पड़ा जब दज
ू ा हो
पापी ह हो जब श न बनता- घम
ू ता प थर होता हो
क नावर शाह होगा माड़ा- मन क दल ल सोचता हो
शक
ु र खाना बर- 7 म तो लोक क याण(रफ़ा- ए- आम) के फायदे नेक
असर ख़द ु भी आराम पावे!
बह
ृ प त खाना बर- 5 म तो बह
ृ प त के व त क मत का असर दे गा
और औलाद के लए भी मंदा नह ं होगा!
मंगल खाना बर- 3 म तो कुदरत क तरफ से कोई बुर घटना नह ं होगी,
मंगल व सनीचर दोन ह नेक असर ह गे!
खाना बर- 4 म तो माता पता के लए उतम फल और जातक एक
भला इ सान होगा
बध
ु खाना बर- 6 म हो तो औरत अमीर खानदान से और जातक के लए
खुश क मत!
मंगल खाना बर- 4 म तो औलाद के लए नक मा मामँू व ससुराल को
खा पी कर बरबाद करने वाला, ज ी हालात उ दा ले कन घर म मौत बहुत
ह!
बह
ृ प त खाना बर- 10 म तो आग क घटनाएँ ह गी, बह
ृ प त क चीज
व क चीज के कारोबार म लाभ ले कन सनीचर क चीज के कारोबार
म नक
ु सान होगा!
सूरज खाना बर- 5 म तो दस ू र के त हमदद तबीयत, माता पता और
जातक के संबंध नेक(मुआफ़त) अब सूरज और सनीचर का आपसी झगड़ा
नह ं होगा!
बह
ृ प त खाना बर- 12 म तो धन दौलत बहुत आयेगा ले कन तबीयतन
जातक पैसे का पीर न होगा या न पैसे के लए अपनी नै तकता नह ं छोड़ेगा!
9 श न सबसे वल है , सफ़ बध
ु से डरता है
बरु ा यहाँ वो कभी न करता, तीन पु त तक चलता है
शत बह
ृ प त इतनी करता, होवे पर- उपकार भी
मंगल गर हो चौथे बैठा, श न जलावे 9 को
बह
ृ प त का उपाओ मददगार होगा- बहै सयत यागी गु !
मकान व मुसा फ़र के सामान क ताल म दे ने म कामयाब मद होगा! हमदद व सखी तबीयत
होगा! घर म खड़ा हुआ प थर उ दा उतम व नायाब क मत का सबत ू होगा! अब क खाना
बर- 3 क ि ट का कोई बरु ा असर न होगा! मगर राजदरबार के पहाड़ पर कछुए क चाल
चढ़ने वाला होगा! अगर पेशानी(माथा) या पु त- ए- पा(पैर क पीठ) पर यादा बाल ह तो
म दभाग होगा! अगर खद ु ा बदला लेना वरना औलाद को बदला लेने क नसीहत करके मरने वाला
हो! घम ू ता प थर(rolling stone) होगा जब क सनीचर बहै सयत पापी ह बैठा होवे, िजसका
सबत ू राहू केत ू का कसी न कसी तरह आ मलने का होगा! बहरहाल भार कबीला व जायदाद
का मा लक होगा! ी भाग(शुकर) भी हर तरह से उतम ले कन माता( ) भाग म मंदा असर
दे गा, िजसके लए बह ृ प त का उपाओ मददगार होगा, या माता पता के बैठे(जो आमतौर पर
ल बी उ के होते ह) कभी मंदा हाल न होगा! मगर बादअजाँ गड़े प थर का सहारा ज़ र
कारआमद होगा, वरना साँप क तरह हर कोई उसे हर एक लकड़ी से मार दे ने को तैयार होगा!
नेक हालत
बध
ु खाना बर- 6 व शुकर खाना बर- 7 म हो तो बध
ु , शुकर व सनीचर तीन ेह का फल
उतम होगा! अगर जातक अपनी कमाई का कुछ ह सा जन क याण(रफा- ए- आम) के काम म
खच करे तो खब
ू फायदा हो! जातक क ी अमीर खानदान से होगी (बध
ु - 6)!
बह
ृ प त- 5 मंगल- 3 या सूरज, या मंगल खाना बर- 3 म ह तो कुदरत क तरफ से
कसी तरह के बरु े वा कयात मौत या दसू रे क ट नह ं दे खने पढ़गे! खाना बर- 4 म हो तो
जातक भला इ सान होगा, माँ बाप का सख ु और उ दा क मत का मा लक होगा!
मंद हालत
मंगल खाना बर- 4 म हो तो सनीचर खाना बर- 9 क हर एक जानदार व बेजान व त ु के
लए ज़हर होगा जो खद ु के घर बाहर व सार द ु नया म बीमार व लानत फैलाने वाले लेगी चह
ू े
क तरह होगा!
खाना बर- 9 का सनीचर अपने ज़ाती सुभाओ के असूल पर मंदा हो या राहू/केत ू का साथ होने
से पापी हो रहा हो तो टे वे वाले को बेबु नयाद च कर म डाले रखेगा! ऐसा इ सान अमीर से
गर ब होने के कारण खद ु ह अपनी दल दल ल म उलझा रहने वाला होगा! सनीचर अब औलाद
क पैदाइश म प थर क तरह कावट पैदा करे गा! अगर खाना बर- 5 का सनीचर ब चे खाने
वाला साँप है तो खाना बर- 9 को मंदा सनीचर साँप क बजाए पहाड़ जैसा बड़ा प थर माना है
या न ब चे बहुत दे र से पैदा ह गे और जो पैदा ह गे वो िज़ंदा रहगे!
सनीचर- 9 के समय खाना बर- 2 खाल कयाफा:उध रे खा, हथेल पर खाना खाना बर- 9 से
चल कर हथेल को दो ह स म बाँटती रे खा सनीचर पर ख म हो तो ऐसा इनसान अमीर तो
खब
ू होगा ले कन द ु ट तबीयत यहाँ तक क धन के लए दस ू र के कफ़न तक बेच डाले!
सनीचर मंदा हो तो यि त जैसे ह अपनी माता के पेट म आया होगा और उस दौरान बनाया या
खर दा मकान बाप को सनीचर क मयाद 36 से 39 के बीच िज़ंदा न छोड़ेगा! राजदरबार भी
मंदा ह होगा कछुए क चाल से धन आयेगा! छत पर धन या खाल चौकाठ मंदे असर क
पहल नशानी होगी, बह ृ प त का उपाओ मददगार होगा!
नेक असर ख़द
ु अपना दे ता- दज
ू ा गु आ मलता हो
केत ू बेशक हो टे वे मंदा- पापी बरु ा न होता हो
श न असर दे जब ख़द
ु मंदे- भल मदद गु होती हो
त त गु चौथे बैठा- ऐश सवार दे ता हो
घम
ू च कर बध
ु 7 आता- ससरु ाल अमीर दे ता हो
सनीचर- 10 के समय बध
ु - 7 म हो तो औरत अमीर खानदान से और जातक के लए
भा यशाल !
सनीचर- 10 के समय बह
ृ प त- 4 म तो हर तरह क सवार का सख
ु होगा!
10 श न हो जब आ बैठा, शेषनाग संघासन हो
बह
ृ प त क करवाये सेवा, द ु नया गु को पज
ू े गी
राजसभा सब शाद अ दर, पहले गणप त मानेगी
ख़द
ु सनीचर उतम होगा, धन दौलत शाहाना हो
ह थयार से ह या करनी, बरस 27 मंदे ह
3–9–15–21–27–33–39–45–51–57–63–69–75–81–87–93–99–105–111–117
एक जमा सफ़र =10 या दसवाँ वार आ खर मैदान- सब क क़ मत गणेश जी क तरह
उतम फल दे गा! पता का साथ कम से कम 24–48 साला उ तक होगा! सनीचर के नचान +
के कनारे चार तरफ को मड़
ु जाएँ तो सब ेह क नज़र का मा लक होगा!
नेक हालत
खाना बर- 10 का सनीचर अगर खाना बर- 1 म बैठे ह का दो त हुआ तो दो गुना नेक
फल और अगर द ु मन हुआ तो दो गुना मंदे फल का होगा!
खाना बर- 10 म अकेला सनीचर बैठा होने क हालत म उ का हर तीसरा साल उ दा असर
दे गा अब सनीचर चार तरफ से मदद करने वाला होगा! क़ मत का कोरा क़ागज़ लेकर पैदा हुआ
इंसान िजस पर अपनी क़ मत ख़द
ु लखने क ताकत का मा लक होगा, सनीचर अब तमाम ेह
क नज़र का मा लक होगा और उनके लए बहै सयत पता होगा!
सनीचर खाना बर- 10 के समय केतू बेशक बरु ा हो ले कन राहू और सनीचर कभी मंदा असर न
दगे! जातक िजस कदर दस
ू र क इ ज़त करे उसी तरह ख़द ु क इ ज़त बढ़ती होगी!
बध
ु का गोल O दायरा और बह
ृ प त का सीधा डंडा 1 (कुल 10 का हंदसा) या ऐसा कह क
दोन मले तो बधु व बहृ प त के खाल आकाश का मा ड होगा िजसम सनीचर + का शूल,
बहृ प त के सीधे खत या न सबसे ऊपर इ ज़त दे गा!
जातक य द शराब न पये तो सनीचर क बरकत हर तरह से बढ़ती होगी! अगर जातक 48 क
उ तक मकान न बनावे तो सनीचर मकान क क मत के बराबर धन दे ता जाएगा और जब
मकान बन कर तैयार हो जाएगा तो सनीचर अपनी मदद का बो रया ब तर उठा कर चलता
बनेगा और उस दन के बाद दब ु ारा मकान बनवाने के लए धन नह ं दे गा!
- 1 व बह
ृ प त- 4 म हो तो हर तरह क सवार का सुख मलेगा!
बध
ु वषफल अनस
ु ार बर- 7 म आए ससुराल खानदान अमीर होगा और जातक को धन
मलेगा
कयाफा: म यमा क जड़ पर रे खा तो सनीचर जागता और नेक फल दे गा!
खाना बर- 2 खाल सनीचर अब सोया हुआ होगा मगर फर भी नेक असर दे गा!
मंद हालत
बध
ु दबाया हो या मंदा- बेकार श न ख़द
ु होता हो
र व मंगल घर 10 बैठे- आया घर 6 हो
अ याश िज़नाह घर ख़द
ु होते- िज म आय ु श न जलता हो
11 श न है बैठता, बह
ृ प त के दरबार
हलफ़ गु से पहले लेवे, फैसला हो दर- बाद
ख़द
ु श न अब याद करके, दध
ू अपनी माता का
ख़द
ु तरे सब को वो तारे , ज़हर है नह ं उगलता
राहू केतू जैसे ह , फैसला इन पर करे
ख़द
ु श न फर मदद दे गा, साल 84 ह तक
ह उतम को वो बढ़ा कर, ज द ज द ख़द
ु बढ़े
सफ़ बध
ु से है डरता, ता न हो घर तीसरे
श न 11 ख़द
ु घड़ा है , बध
ु मगर उ टा घड़ा
सफ़ इतना ह नह ,ं घम
ू ता क चा घड़ा
श न बह
ृ प त 11 रा श, बध
ु से दोन चलते ह
बध
ु दबाया हो या मंदा, दोन न फल जाते ह
हफल का, लोहा, बहै सयत हलफ़ उठाये हुये, राहू(ससुराल), केतू(औलाद) के काम या
क मत के नतीजे क क मत का मा लक!
अगर दाढ़ व मंछ
ू के बाल कम ह तो ख़द
ु पैदा कदा जायदाद न होगी तो केतू(औलाद) क
आमदन बरबाद होगी! खाना बर- 3 खाल हो तो सनीचर सोया हुआ होगा! भरा हुआ घड़ा तो
क मत का बेशक होवे मगर बरतावा तो गु का ह होगा या न इसक क मत का फैसला
बह
ृ प त के हाथ होगा! अगर बहृ प त नक मा हो या बाप, बज़ ु ग
ु , गु आ द का साथ न हो तो
बहृ प त का उपाओ मददगार होगा! खाना बर- 3 का ह क मत को जगाने वाला होगा
िजसक मदद से जातक आँख क हो शयार व फरे ब से धन कमावे! ज़नाह, अ याश, शराबखोर
से सनीचर का नेक असर ज़ाया होगा! क मदद या पज ू न (चाँद क ट) से ऊंच कोट का
धनवान होगा!
नेक हालत
य द जनमकाल न केतू पहले घर म हो तो सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल पर नेक होगा
और अगर राहू पहले घर म हो तो राहू मंदे स भाव का होगा इस लए कसी भी नणय पर
पहुँचने से पहले सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असल ू पर नेक है या मंदा दे ख लेना ज़ र है !
खाना बर- 11 का सनीचर धरम क अदालत म बह ृ प त के सामने कसम खाये हुये है क नेक
फैसला करे गा! अगर खाना बर- 3 म बध
ु न हो तो सनीचर दस
ू रे ेह को बढ़ाता है और ख़द
ु
भी उतम हुआ करता है !
बह
ृ प त साथ हो या साथी ह हो कयाफा: अगर सनीचर के बज ु से रे खा/शाख तजनी व म यमा
के दर मयान जाए तो सनीचर मंदा समझना चा हए ले कन अगर रे खा खान क हदब द के
असूल अनस ु ार हथेल के खाना बर- 11 म जाए तो सनीचर नेक होगा तो अब सनीचर ख़द ु भी
धरमी होगा और टे वा भी धरमी ेह वाला होगा (खासकर जब राहू या केतू खाना बर- 4 म या
के साथ कह ं भी ह तो दोन पापी अब धरमी ह ह गे) ले कन अगर टे वे म बहृ प त मंदा
हो तो खाना बर- 11 के सनीचर क बु नयाद खाना बर- 3 होगा, अगर खाना बर- 3 खाल
हुआ तो सनीचर बेशक सोया हुआ होगा ले कन उसका असर जार रहे गा बि क वषफल के
अनसु ार खाना बर- 1 म आने के दन से सनीचर नेक असर दे ना शु कर दे गा और 84 साल
क उ तक मदद दे ता जाएगा!
खाना बर- 11 का सनीचर 11–23–36–48–57–72–84–94–105–119 साल म वषफल अनस
ु ार
खाना बर- 1 म आयेगा!
सनीचर- 11 के समय शक ु र खाना बर- 7 म हो तो जातक क याणकार स भाव होगा परू ा नेक
तबीयत व ख़दु भी आराम पावे!
अगर खाना बर- 11 का सनीचर ि ट से खाल हो तो पानी से भरा हुआ घड़ा था पत करना
चा हए और कोई भी नेक काम शु करने से पहले पानी का कु भ था पत करना शुभ होगा!
मंद हालत
उपाओ:
साध ू ख़श
ु ी हो अपनी समा ध- गह
ृ ती ख़श
ु ी हो धन म
लेखा या दे खे दरपन म- जब शक
ु र मंगल नह ं घर म
(या श ु आए ह दर म)
गह
ृ ती साथी क ड़ के भौण क तरह बेहद कबीला बन जाएंगे, और अपनी खरु ाक साथ लाएँगे!
गहृ ती साथी क ड़ के भौण क तरह बेहद कबीला बन जाएंगे, और अपनी खरु ाक साथ लाएँगे!
सर पर टटर हो तो दौलतम द ज़ र होगा! जब तक सरू ज खाना बर- 6 म न हो, कोई उपाओ
ज़ र न होगा! अगर अँधेरा हटा कर ( पछल अँधेर कोठडी जो मकान म दा खल होते व त दाय
हाथ क तरफ क याह पोर होती है आ ख़र पर) रोशन हो चुक हो तो उस मकान
द ण(जनब ू )- पव
ू (मश रक) कोने म (मकान कु डल का खाना बर- 12) बादाम तै ज़मीन म
दबाना सनीचर को कायम रहने म मदद दे गा! सबसे बेहतर तो यह होगा क पछल दायीं और
क कोठडी को परू ा अँधेर याह ह रखा जाए!
नेक हालत
जातक का प रवार खब
ू बड़ा हुआ करता है और हर एक ाणी अपने भा य का पैसा व खरु ाक
साथ लेकर आएगा! अब राहू व केतू का कोई बरु ा फल न होगा और बध ु भी अपनी शरारत से
बाज़ आ चुका होगा!
राहू खाना बर- 12 म सनीचर के साथ हो तो सनीचर तारने वाला इ छाधार साँप होगा!
सनीचर अब रात के समय र ा करने वाला अज़दहा होगा जो जले हुये को भी आबाद कर दे वे!
सनीचर का नेक असर इतना बल होगा क अगर साँप हाथ म आ जाए तो काटने क बजाए
खेलने लगेगा! योपार और कबीला उतम दजा के ह गे! वाह सनीचर अब खब ू धन दे गा ले कन
जातक गंभीर और गु त भेद को छुपाने वाला होगा ले कन अपनी नै तकता याग कर धन दौलत
कमाने के तर के नह ं ढूंडग
े ा!
अगर जातक झूठ बोलने वाला, च र ह न(जीनाहकार ) और शराबी कबाबी होगा तो पदम और
मआ
ु वन उ रे खा या म छ रे खा का कसी तरह का उतम न असर होगा या न ज़ब ु ान का च का
और च र ह नता बरबाद का बहाना ह गे!
सनीचर अगर मंदा हुआ तो पहला असर होगा आँख क बीमार उसके बाद मंद सेहत व आ खर
म सनीचर हर तरह से मंदा असर दे ना शु कर दे गा!
सनीचर खाना बर- 12 के व त सूरज खाना बर- 6 म हो तो औरत पे औरत मरती जाए
खासकर जब पछल द वार म कुदरती रोशनी आने क जगह बना ल जाए!
1. टे वे म बध
ु मंदा हो तो बध
ु से संबि धत कारोबार, र तेदार व ज़ब
ु ान(बध
ु ) का च का बरबाद
का कारन ह गे!
2. सूरज का स बंध हो कयाफा: सूरज क तर क रे खा या बध ु क सेहत रे खा म ल के मंह
ु
म गर रह ह तो सूरज(बंदर) और सनीचर(साँप) क लड़ाई का नज़ारा होगा जातक
च र ह न व नशे का आ द होगा, नहायत गु से वाला, यह सब जातक क बरबाद का
बहाना ह गे!
Chapter 8
राहू सामा य या या
(रहनुमाएँ गर बा, मुसा फरा)
बनावट: सूरज सनीचर मु तरका=बुध होगा, िजसम राहू क शरारत का सुभाओ होगा!
मंगल बद और सनीचर मु तरका=राहू बुर नयत का होगा! टे वे म दो मंगल(मंगल खुद
और मंगल मसनई ु ) होने क ि तथी म राहू नेक नयत होगा! राहू ह प त मु तरका=ऐसे
म ह प त चुप होगा ले कन ख म न होगा! राहू के साथ ह प त व होने के समय
ह प त व कसी का फल खराब न होगा! राहू मु तरका या बलमुका बल=
का असर म म दल का बेमतलब वहम बना रहे ! ह प त, , सनीचर, शुकर व राहू
मु तरका तो पाँच ेह क पंचायत नहायत नेक फल व क मत का धनी!
रं ग का फक: आमतौर पर राहू का रं ग नीला होता है और केतू का दोरं गा सयाह और
सफेद ले कन जब दोन ह ह अपनी ऊंच हालत के ह तो राहू से ता लुक रखने वाल
चीज का रं ग सफेद होगा याह नशान कह ं नज़र नह ं आयेगा बाक सब स त राहू क
तरह ह गी! ऊंच केत ू रं ग बरं गा ले कन उसम लाल रं ग ज़ र होगा जो क बध
ु होगा
ले कन असर केत ू का ह होगा!
राहू क दोहर चाल या दो अमल - (1)राहू का नशान जाल या पदम है ! हाथी भी
कहलाता है , अगर से संबंध हो जाए तो द रया म यह हाथी के लए जाल बन गया
और तंदव ु ा कहलाया! राहू बुध का दो त है ले कन जब राहू ह प त क रा श म हो और
बुध क ि ट म आ जाए तो बुध क ज़ुबान को थुथलाने क बीमार कर दे गा!
11 5 अपने खद
ु के लए उ म ले कन औलाद के लए मंदा!
आम हालत 12 घर म
हाथी त त पर हण र व का, 10 श क खद
ु होता वह
लेख पंघूड़ा गु मं दर का, रोता गु - घर 11 हो
नेक हालत: सबसे पहले यह तै करना होगा क राहू और केतू नेक स भाव के ह या मंदे
नेक हालत: सबसे पहले यह तै करना होगा क राहू और केतू नेक स भाव के ह या मंदे
स भाव के! राहू और केतू दोन सनीचर के माहतहत/एजट गने जाते ह, राहू बद का तो
केतू नेक का एजट होने के कारन मौत का बहाना हुआ करते ह! केतू य द सनीचर से
पहले हो तो सनीचर नेक होगा (दे ख सनीचर का ज़ाती स भाव), टे वे के खाना बर- 1
को त त कहा जो क सरू ज का प का घर है इस लए राहू य द खाना बर- 1 म हो तो
सूरज टे वे म कह ं भी सत होगा या न सूरज क तरफ से असर मंदा होगा! दस ू रे घर का
राहू जीवन को हंडोला बना कर रखता है इस घर का राहू हफल का होते हुये भी सेहत
और धन क हा न करवाता है ! टे वे म मंगल ऊंच का, नेक फल या खाना बर- 12 म हो
तो राहू चुप या न मंगल के आधीन होगा ले कन राहू पहले घर म हो और मंगल पर
ि ट रखे तो मंगल खराब फल का होगा!
सूरज के साथ होने से सूरज हण होगा ले कन के साथ राहू शरारत नह ं करता,
ह प त के साथ हो जाने से दमा या दल क बीमार का कारन बनता है ! सनीचर य द
राहू को दे खे तो सनीचर के कारोबार से सोना बरसे ले कन य द राहू सनीचर को दे खे तो
सनीचर के कारोबार म हा न होगी, सनीचर और राहू टे वे म संयु त ह तो ईछाधार म ण
वाला साँप होगा!
सनीचर+मंगल राहू ऊंच करते ह जब क सरू ज+सनीचर राहू को नीच करते ह! मंगल
खाना बर- 3 या 12 म हो या सूरज+बुध खाना बर- 3 म और राहू हो खाना बर- 4
म तो राहू कभी मंदा फल न दे गा! खाना बर- 9 का राहू यि त को धरम के बर खलाफ
चलाता है ले कन अधम नह ं बनाता अगर बात क गहराई को समझा जाए तो ऐसा
यि त दखावे के धरम मे व वास न करे गा, पागल को ठ क करने क ताकत कुदरत
क तरफ से होगी! खाना बर- 10 का राहू अपना असर सनीचर क ि तथी के अनस ु ार
दे गा! खाना बर- 12 का राहू यि त को शेख च ल बनाएगा फजूल म हवा म महल
बनाने वाला और बेफजल ू के खच का कारक भी होगा! 42 वष क उ राहू क अपनी
उ है , राहू दमागी लहर का कारक होने के कारन श ु से बचाव व श ु का नाश करने
वाला होगा! टे वे म राहू नेक हो तो आगे आने वाल शुभ या घटना जातक को सपने म ह
नज़र आ जाएगी!
मंद हालत: राहू स भाव से कड़कती हुयी बजल , भूकंप, वालामुखी व पाप क एजसी
का मा लक है ! ठगी, चोर व बदमाशी म सब ेह का सरदार है ! य द राहू मंदा होकर
अपने श ु ेह (सरू ज, मंगल, शु आ द) साथी ह बन रहा और केत ू पर इसक ि ट
हो तो नर संतान व केतू से संबंध रखने वाले कारोबार व रशतेदार क हानी करे गा! जब
सरू ज साथ हो या राहू सरू ज क ि ट म हो तो िजस घर म राहू बैठा हो और साथ
लगता हुआ घर भी बबाद होगा! घर का मु य वार द ण दशा क तरफ हो और टे वे
म राहू मंदा हो तो धन का नाश करे गा!
जब राहू मंदा फल दे रहा हो तो नीचे लखे उपाओ कर:
1. मन क शां त भंग हो रह तो दहल ज़ के नीचे चाँद क तार लगवाएँ!
2. मसूर क लाल रं ग क दाल कसी भंगी को द 43 दन लगातार!
3. य द बुखार न टूट रहा हो तो जौ दध
ू म धोकर पानी म बहाएँ!
4. रात को जौ सरहाने रख कर सोएँ और सुबह गर ब म बाँट द, 43 दन लगातार!
5. य द राजदरबार/सरकार क तरफ से परे शा नयाँ आ रह ह तो यि त अपने वजन के
बराबर चे कोयले पानी म बहाये!
राहू खाना बर- 1
सीढ़ पर चढ़ने वाला हाथी, दौलतमंद क नशानी, मगर सरू ज बैठा होने के घर को
हण)
संड
ू राहू का बुध हो बनता- केत ू िज म बन चलता हो
टोला तीन का िजस दम मलता- मौत फ र ता गँूजता हो
नेक हालत
खाना बर- 1 से 6 तक बैठा राहू हाथी क संडू है और असर जनम कंु डल या वष कंु डल म बध
ु
क हालत अनस ु ार होगा! खाना बर- 7 से 12 म राहू हाथी के बाक िज म क तरह और असर
जनम कंु डल या वष कंु डल म केतू क हालत के अनस ु ार होगा!
शुकर बैठा हो खाना बर- 7 म तो जातक धनी मानी होगा ले कन औरत क सेहत मंद होगी!
मंगल हो खाना बर- 12 म तो राहू का असर न भला न बरु ा बि क राहू अब चुप होगा!
खाना बर- 1 राजदरबार से संबि धत बेबु नयाद वहम और मंद शरारत दमाग म आएँगी
खाना बर- 5 औलाद ज़ र होगी चाहे नालायक ह हो! ऐसी ह हुआ करती है
खाना बर- 11 वज़ीर व इंसाफ पस द लोग के दमाग म अ भमान क ब ू पैदा करने वाला
मंद हालत
राहू खाना बर- 1 का असर बध ु के ज़ाती स भाव के अनस ु ार होगा! ऐसे जातक क पैदाइश के
व त स त आँधी और तफू ान का मौसम होगा! जातक क पैदाइश के व त नाना व/या नानी
मौजद ू (िज़ दा) ह गे!!
घर से बाहर नकलते व त सामने पड़ने वाला मकान ख ता हाल होगा या उसम कोई ऐसा
यि त रे हता होगा िजसके यहाँ नर औलाद न होगी! 40 साल क उ तक राहू के कारोबार जातक
के खद
ु के लए मंदे असर के ह गे!
राहू खाना बर- 1 के समय सूरज खाना बर- 9 म हो तो जातक धरमह ं होगा और बज
ु ुग
वारा बनाई र म क अवहे लना करने वाला!
उपाओ:
भंच
ू ाल माया ज़र रोके- राजा सखी वह होता हो
उ ल बी गज़
ु रान हो उ दा- जंगल बासी वाह राजा हो
बचत सफ़र हो या गुना 11- लेख झलक दो रं गा हो
दे गा!
झूलता पंघड़
ू ा क मत, ठहरता वो नह ं है
रोके गर, तो रोके, कता घर वो है नह ं
इस घर का राहू गह
ृ त जीवन के लए अशुभ नह ं ले कन धन दौलत का फैसला बह
ृ प त क
ि तथी के अनस ु ार होगा और इसक नशानी यह होगी क धन लाभ राहू से संबि धत कारोबार म
होगा ले कन धन दौलत का द रया उस दन से शु होगा!
जातक चाहे कसी जंगल का राजा या कसी धरम मि दर का रखवाला हुआ तो धन इतना क
ह थय को भी खरु ाक दे ने क ह मत होगी! ऐसा यि त तबीयत से सखी और राजा के समान
हुआ करता है !
लोग से मल खैरात का जमा कया माल से चोर का इ ज़ाम न धो सकेगा! या न लोग अपनी
मुसीबत हल करने के लए जो कुछ भी धरम थान म दगे वह सब चोर हो जाया करते ह!
बह
ृ प त- शकु र- - मंगल- सनीचर- केत ू आ द सभी ह इस तरतीब से मंदे होते चले जाएँ
तब भी राहू नेक के समय जातक को हर तरह से मदद मलती रहे गी!
मंद हालत
राहू मंदे के व त जातक खद ु सारा जीवन मु त का माल खाता हुआ बताएगा ले कन खैरात के
नाम पर दस ू रे को कुछ न दे गा!
उपाओ:
जाल नरक ल
ै ोक कटता- लाव द कभी न होता हो
उ र व और शत तर क - मा लक जागीरां होता हो
मंद 12 कोई दज
ू ा साथी- 34 बुध केत ू मंदा हो
बुध र व घर तीसरे साथी- बहन दख
ु ी बेवा होती हो
साथ मंगल से शाह सवार - राजा महावत हाथी हो
राहू तीजे ल
ै ोक के, श ु द ु मन नाश करे
तदआ
ु ज़ुबान, जौ (अनाज), र तेदार ( याह रं ग)! हाथी दांत गैर मुबा रक!
नेक हालत
खाना बर- 3 राहू वाला जातक सा हबे जायदाद होगा और राहू परू मदद पर होगा! अकेला राहू
उ और दौलत के मामले म बंदक
ू लए हुए पहरे दार क तरह होगा! बहादरु और नेक दल
इ सान! अगर ऐसा इ सान द ु मनी भी करे तो बेवकूफ़ दो त से बेहतर होगा!
मंगल खाना बर- 3 म राहू के साथ हो तो जीवन राजा के समान सुखी होगा!
मंद हालत
अगर राहू कसी वजह से मंदा हो रहा हो तो जातक के भाई बंध ु जातक का पैसा बरबाद करगे!
धन दौलत कज के तौर पर लेकर मुकर जाएँ या धोके से जातक का पैसा हड़पगे!
सूरज और बधु खाना बर- 3 म राहू के साथ या साथी ह बन तो बहन बेवा होगी या उसका
प त सरकार क तरफ से परे शान होगा!
हाथी दांत कसी भी श ल म अपने पास रखना अशभ
ु फल दे गा!
राहू खाना बर- 4
(धरमी मगर धन व दौलत का आम गम)
भला कहते अ नान- गंगा जो करता
साल गज़
ु रते उ क - बा रश दौलत ज़र होती हो
वाब या वाब का ज़माना, ध नया, सोया दमाग! राहू व केतू इस घर म बैठे हुये
अ छा चाहे न कर ले कन बुरा न करने क कसम खाते ह!
नेक हालत
केतू और सनीचर कसी भी बरु े काम के लए राहू का साथ न दगे और दोन का फल अपना
अपना होगा! राहू इस घर म माता के चरण म सर झुका कर बरु ा न करने क कसम लेता है
ले कन जब तक राहू अकेला या के साथ हो, घर का पानी ह गंगा द रया के पानी क तरह
होगा!
बर- 1 और बध
ु बर- 10 तो दौलत बध
ु से संबि धत चीज के कारोबार और बध
ु से
संबि धत र तेदार फ़ायदा पाएंगे, उधाहरण के तौर पर राजदरबर से धन आयेगा और बज ु ुग के
घर भर दे गा!
मंद हालत
खदु राहू धरमी ह होगा ले कन राहू खड़ा करने से (गरक , भ ी, शौचालय तुड़वा कर बनवाते
रहना, कोयले आ द का कारोबार करना या घर क छत त द ल करना) बरबाद का बहाना ह गी!
अगर छत तबद ल क ज रत आ जाए तो छत के साथ साथ द वार भी त द ल करवा लेनी
चा हए! अगर फर छत बदलवाने क ज़ रत आन पड़े तो परु ानी छत का मलबा नए समान म
मला लेना चा हए अगर हो सके तो मसनई ु छत डाल कर छत त द ल कर!
उपाओ:
र व या मंगल चौथे- या घर 6 12 हो
ह त रे खा
हथेल पर बध ु के बज
ु से (ख) नकल कर शकु र के बज
ु को (क) जाती हुयी रे खा
सूरज क तर क रे खा या सेहत रे खा के नाम से जानी जाती है ! य क सूरज सेहत
का कारक ह है इस लए इस सेहत रे खा का दर मयानी ह सा खाना बर- 5 है !
यहाँ पर राहू का नशान!
राहू गना गर धआ
ु ँ है भ ी, घर 5 हो दया न बती
21 साला जो लड़का होवे, बाबा रहे न पोता होवे
नेक हालत
मंद हालत
आकाश से गरने वाल बजल जानदार और बेजान चीज म फक न करके तबाह का सबब हुआ
करती है इसी तरह खाना बर- 5 का राहू बीमार आ द के कारण फजूल के खच करवाता है !
सनीचर को य द साँप माना तो राहू साँप क सर िजसम जहर भरा हुआ होगा, अब सनीचर टे वे
सनीचर को य द साँप माना तो राहू साँप क सर िजसम जहर भरा हुआ होगा, अब सनीचर टे वे
म कह ं भी हो उसक सर खाना बर- 5 म मानी जाएगी! मंदा राहू माँ के पेट म ह ब च क
मौत का कारण होगा!
य द टे वे म सनीचर मंदा हो रहा हो तो पहल औरत से संतान पैदा नह ं होगी ऐसा राहू प त
प नी को नस तान ह रखता है , ॰राहू गना गर धआ ु ँ है भ ी, घर 5 हो दया न बाती॰ ऐसे म
पहल औरत से दब ु ारा शाद कर लेनी चा हए!
य द बह
ृ प त साथ हो या साथी या टकराव पर हो तो जातक के बेटे क 12 साल तक सेहत मंद
और जातक के पता का हाल कुल उ मंदा होगा
उपाओ:
मकान क दहल ज़ के नीचे चाँद का पतरा बछा दे ना राहू के बरु े असर को रोकेगा!
शुकर क व त ु गए पालने से भी राहू नेक फल दे गा!
चाँद का ठोस हाथी बनवा कर घर म कायम कर!
चाँद के बतन म गंगा जल भर कर चाँद का चौरस टुकड़ा डाल कर दहल ज़ के नीचे दबाएँ!
चाँद का चौरस टुकड़ा अपने पास रख!
अपनी खद
ु क माता को खश
ु रखे व पैर छू कर आशीवाद ल!
राहू खाना बर- 6
(फांसी काटने वाला मददगार हाथी)
गरे तुझ से जब ख़ून भाई का कतरा
ह त रे खा
फल दोन का है वह , जो श न घर 12
तर क क शत है तबद ल क शत नह !ं खद
ु अपनी व ससरु ाल क क मत
इंदरधनुष (कौस- ओ- कजाह) क तरह जो कभी कभी चमके!
द ु मन के मुक़ाबला के समय एक पहाड़ क तरह खड़ा! दमागी स ब ध म राहू का
फल नेक होगा! ले कन भतीजे के पैदा होते ह च चा क मौत का बहाना होगा!
िजस तरह आम लोग के बैठने क जगह हर घर म ज र उसी तरह बीमार का
साथ बना रहे गा ले कन ऐसा असर तब होगा अगर जातक अपने भाई से स बंध
ठ क न रखेगा या न भाई छोटे ह या बड़े उनको अपने पास रखना और उनक सेवा
से राहू नेक फल का होगा!
उपाओ:अपने पास स के क गोल या काले रं ग का शीशा रखान शुभ होगा!
नेक हालत
खद
ु क आरामदार और अ छे रख रखाव पर खब
ू खचा हुआ करता है !
राहू अब मंद शरारत से दरू होगा या न करे गा! उतम दमागी ताकत दे ता है !
राहू- 6 का असर सनीचर- 12 क तरह होगा जो क नेक हुआ करता है ! द ु मन को ऐसी जगह ले
जाकर मारे जहां पानी भी न मले!
मंद हालत
अगर राहू मंदा हो रहा हो तो मंदे क चड़ क तरह जीवन को नरक समान कर दे गा!
मंदा राहू यि त म बरु े वकार पैदा करता है िजसके कारन यि त कसी भी मंदे काम से नह ं
डरता!
अगर जातक अपने भाइय से स बंध बगाड़े और उनको बेवजह तंग करे तो खद
ु को औलाद क
क लत होगी!
टे वे म बध
ु या केत ू मंदे हो रहे ह तो बीमार पीछा न छोड़े यहाँ तक क बीमार क शना त
तक न हो पाएगी और पैसा खच होता चला जाएगा!
मंगल खाना बर- 12 म हो और जातक अपने भाइय से लड़ाई झगड़ा बनाए रखे तो चू हे म
आग जलाने तक के पैस के लए तरसे!
बध
ु हो 12 म और सूरज हो 2 म तो धरम, ईमान, नेक व इ ज़त के लए राहू का फल मंदा
होगा! ससुराल खानदान क क मत इंदरधनष
ु क तरह कभी कभार उठान पर! धरम थान से
सूरज क ि ट अि न क तरह राहू को मंदा करे गी िजसका अशुभ असर खाना बर- 2 और 7
क जानदार व बेजान चीज पर होगा!
उपाओ:
श न दे व ह र ा करगे, श ु मर दरबारां
म छ रे खा फल उतम दे वे, बध
ु शुकर 2–11
- - िजसके साथ या िजसक शरण (ज़ेर- ए- साया) रहे वह भी तबाहो बरबाद हो जाए या खद
ु
लाव द हो!
- - शुकर के बज
ु क तरफ म छ रे खा का होना धन दौलत क नशानी है !
- - इस घर का राहू बेफजूल खचा करवाता है ! जातक अपने पर खचा करे या न करे ले कन
अपनी अगल न ल के लए पैसा ज़ र छोड़ेगा!
- - उपाओ के तौर सनीचर क व त,ु ना रयल पानी म बहाते रहना चा हए!
नेक हालत
बध
ु व सनीचर हमेशा मदद दगे व पैसे के लए म छ रे खा का काम दगे! दोन ह ह द ु मन
को मात दे ने म साथ दगे!
बध
ु और शुकर खाना बर- 2 या 11 म ह तो धन दौलत क ि तथी उतम होगी!
मंद हालत
अगर औरत के टे वे म राहू खाना बर- 7 म हो तो 21 साल क उ से पहले या 21 साल म
क गयी शाद का कोई मतलब न होगा ऐसे म या तो औरत खद ु गज़
ु र जाया करती है या फर
तलाक आ द जुदाई का बहाना ह गे या ऐसी औरत का मद गुज़र जाए या घर से भाग जाए, हर
तरफ से मंद िजंदगी और बदचलनी के कारन बदनाम होवे!
अपने खदु के मंदे वचार हर तरफ बरबाद पैदा करगे! स े आ द का शौक न और उसम घाटा,
यार दो त जातक का माल खाने के लए साथ बने रहगे! गह ृ सती झगड़े, बेबु नयाद क औरत क
लानत, बेमानी बीमार पर ल बे खच, शाद शद ु ा िजंदगी म तलाक क नौबत होगी! औरत के टे वे
म राहू- 7 के समय कई शा दयाँ हो सकती ह! अगर शाद 21 साल से पहले या 21 साल मे हो
तो मसनई ु सूरज बध ु +शुकर का धुआँ नकाल दे गा!
राहू खाना बर- 7 के समय मंदा हो रहा तो जातक क मत ऐसी होगी अगर कसी पेड़ के नीचे
के तो पेड़ जड़ से उखड़ जाए और अगर कसी के यहाँ मेहमान बन कर रहे तो वोह प रवार
तबाह हो जाए! य द जातक राहू क चीज का कारोबार करे तो खद ु क उ श क होगी!
राहू खाना बर- 7 के समय तो कसी चाँद के बतन म गंगा जल या द रया का पानी डाल कर
उसम चाँद का चौरस टुकड़ा डाल और ढ कन को टांका लगवा कर घर म रख! याद रहे क यह
पानी सख ु ना नह ं चा हए! अगर जनम कंु डल म राहू- 7 म हो तो सार िजंदगी और अगर वषफल
के अनस ु ार 7 म आए तो उस साल!
अगर शाद 21 साला उ से पहले हो जाए तो राहू- 7 वाला जातक (मद या औरत) कसी चाँद
के बतन म गंगा जल डाल कर उसम चाँद का चौरस टुकड़ा डाल कर कसी धरम थान म रख
और ऐसा ह एक बतन औरत अपने पास रखे!
बधु या सनीचर या केतू खाना बर- 11 म हो तो जो ह 11 म होगा उस ह से संबि धत
र तेदार या कारोबार जातक को बबाद करगे!
उपाओ:
खद
ु के खयालात मंदे होने के कारण नतीजे भी मंदे!
चाँद का चोकोर टुकड़ा अपने पास रखने से पता चले क राहू नेक है या मंदा!
द ण द वार क तरफ घर का मु य वार या द ण दशा म रसोई का चू हा नहायत
मंदा फल दे गा!
ले कन य द घर का मु खया या नौकर (कारकुन) काले रं ग का होवे तो फल नेक होगा!
नेक हालत
इस घर के राहू का भेद (नेक है या बद) चाँद का चौरस टुकड़ा 43 दन अपने पास रखने से
खल
ु ेगा और नेक या बद सा बत होने पर खाना बर- 2 के अनस ु ार फल होगा और चाल क
व हु म सनीचर का होगा!
मंद हालत
चू हे अि न उस बझ
ु ,े क चा धआ
ु ँ हो
नेक हालत
राहू- 9 के समय बह
ृ प त खाना बर- 5 या 11 म हो तो पागल क बीमार का अ वल दजा
डा टर या हक म, सरसाम क बीमार को फँू क मार कर ठ क करने क ताकत का मा लक!
अगर जातक नयतन बेईमान हो तो धरम ईमान सभी राहू के धुएँ म जलता होगा!
मंद हालत
मंदा राहू 9 गन
ु ा मंद ताकत का मा लक होगा जो को म म करे गा इसके साथ ह खाना
बर- 5 औलाद व खाना बर- 11 कमाई के लए भी मंदा होगा!
जनम कंु डल के खाना बर- 4 के ह जब कभी खाना बर- 1 म आएंगे तो त त म आए ेह
का मंदा असर खाना बर- 9 क जानदार व बेजान चीज पर होगा! ऐसा जातक धरम के असूल
व कारोबार को भ ी म डाल कर उड़ता हुआ धुआँ कर दे गा या न धरम व बज ु ुग वारा था पत
सं कार क अवहे लना करना उसक बरबाद का बहाना होगा! खाना बर- 4 के ह 6–16–28–
40–52–64–76–88–100 व 114 साल म खाना बर- 1 म आएंगे!
बा लग के झगड़े, बीमार , औलाद क तरफ से परे शानी, मंद छत, दहल ज़ के नीचे से गंदे पानी
का नकास होना, काले रं ग के कु ते का गम
ु हो जाना, ब ल का रोना, काले याह यि त क
मौत होना व नाखनू आ द का झड़ जाना मंदे राहू क नशा नयाँ ह!
खानदान के साथ रहना, खद ु मु तार न होना, ससुराल से स बंध न तोड़ना, मंगल बद क सलाह
से बचना व सर पर चोट रखना या सोना धारण करना राहू के मंदे असर से बचाता रहे गा और
उतम फल दे गा!
खाना बर- 1 खाल होने पर खदु क सेहत मंद और इ ज़त भी न होगी! दमागी परे शा नयाँ व
बज
ु ुग क तरफ से क ट ह गे!
सनीचर खाना बर- 5 म हो तो नर औलाद क तरफ से परे शानी ह परे शानी होगी! अब सनीचर-
5 का असर और भी बल होगा!
उपाओ:
दग
ु ना राहू हो- नेक श न से- मंदे नज़र आय ु घटता हो
टे वे मंगल बद आ जब बैठे- ल द हाथी घर भरता हो
गर टे वा कोई अ धा होवे- हाथी अ धा खद
ु होता हो
गैर डरे - घर अपना मारे - मंदा नंगा सर काला हो
घर 10 म तीन ह ह , चलते श न से ह
राहू, केतू और बध
ु तीसरा, तीन श क ह
श न अगर वाँ उतम होवे, हाथी शेर शकारां
मंद हालत
मंद हालत
अगर राहू- 10 के समय टे वा अंधे ेह का हो तो राहू ऐसा हाथी होगा जो अपनी ह सेना को
कुचल डाले!
अकेला खाना बर- 4 म हो तो खयाल दमागी धआ ु ँ परे शानी का कारन होगा! दमाग फटे
या सर कटे या नज़र गम
ु हो या दमागी बीमार से मौत हो! धन दौलत के लए मंदा! मंगल का
उपाओ मददगार होगा!
उपाओ:
उ पता सख
ु सागर उसका- न ह दौलत धन मलता हो
औलाद केत ू दरवेश हो मंदा- व त गु तक उ दा हो
ह त रे खा
राहू 11 आ जो बैठे, बह
ृ पत वाँ होता नह ं
6 ह ह मद
ु ा ह वे, पापी यहाँ मरते नह ं
िजस को तार परू ा तार, धोका वो करते नह ं
नीलम प थर,
बह
ृ प त क़ायम रखना अ त आव यक, जो आमतौर पर हुआ नह ं करता, वरना क़ज़ा खड़ा और
धन दौलत बरबाद ह गे! केतू (औलाद) भी मंदे दरवेश क तरह मंदा और कम क मत होगा,
आमतौर पर 36 साल क उ तक वो सफ़र होगा!
नेक हालत
सनीचर अगर खाना बर- 3 या 5 म हो राहू योगी क तरह फल दे ने वाला होगा और ऐसी
हालत म पता को भी कोई खतरा न होगा!
मंद हालत
िजस तरह से मंगल बद वाला जातक ऐसे घराने म जनम लया करता है िजसम ऐश आराम के
िजस तरह से मंगल बद वाला जातक ऐसे घराने म जनम लया करता है िजसम ऐश आराम के
सभी सामान हुआ करते ह ले कन जातक के जनम के साथ ह सब कु छ खाक होने लगता है
वह हाल राहू- 11 के समय हुआ करता है ! आग, साँप क दघ
ु टनाएँ और बेमतलब क बीमा रय
पर धन का नाश हो!
जातक जहां भी अपनी पहल नौकर करे तो अपने पहले अफसर के साथ बना मतलब क
अनबन व मन मट
ु ाव से नक
ु सान उठावे!
खाना बर- 11 के मंदे राहू के व त खाना बर- 2 म बैठे ह से संबि धत र तेदार या खाना
बर- 2 के खाल होने क अव था म इस खाना से संबि धत (द ु नयावी इ ज़त व ससुराल)
चीज व रशतेदार का हाल मंदा होना शु हो जाएगा जो जातक के जनम के व त तो धनाडय
ह गे ले कन 36 साल क उ तक घटते घटते सफ़र हो जाएंगे!
पता, ससुर या नाना क दौलत उ और जमा पंज ू ी सब के सब न ट होते चले जाएंगे! जातक
क खदु क कमाई का फैसला खाना बर- 3 का ह करे गा! िजस तरह से हर एक काम को
करने के लए झूठ कसम खाने वाले यि त पर कोई एतबार नह ं होता उसी तरह खाना बर-
11 के राहू का कोई एतबार नह ं हुआ करता!
केतू या न औलाद और सनीचर के कारोबार व नज़र के ऊपर भी परभाव अशभ ु होगा! अगर टे वे
म बह ृ प त क ि तथी बहुत यादा उतम हो तो और पता क उ लंबी दखा रहा हो तो अशुभ
असर खद ु जातक पर होगा जैसे बहुत छोट उ म धन का नाश होना अ धा या लंगड़ा होना
आ द! राहू बर- 11 के व त बाप- बेटा या बाबा- पोता बहुत ल बी उ तक साथ नह ं चल
सकते जुदाई होगी और कई बार तो बहुत ज द हुआ करती है !
मंगल खाना बर- 3 म हो तो भाई क गदन बरबाद या ताया लंगड़ा या लाव द होगा
केतू खाना बर- 5 म तो असर नर औलाद के लए मंदा इसके ईलावा जातक को कान- टांग-
र ड़ क ह डी- घटु ना- पेशाबगाह संबि धत बीमा रयाँ, सफर म नक
ु सान व मामू खानदान के लए
अ त अशुभ!
उपाओ:
बा रश धआ
ु ँ न माया करता- फ़लक हवा वाह भरती हो
मंगल टे वे हो िजस दम साथी- राजशाह सुख होता हो
नेक हालत
राहू अब बध
ु के सहारे होगा या न जैसा टे वे म बध
ु वैसा ह राहू का असर होगा! राहू का नेक
असर मकान और चारद वार के स बंध म होगा!
राहू- 12 के समय जातक शेख च ल तबीयत हुआ करता है सोचता कुछ है और कुदरत को कुछ
और ह मंजूर होता है ! ऐसे जातक का खचा बहुत हुआ करता है जो लाख को शश के बाद भी
काब ू म नह ं आता ले कन खचा नेक काम पर हुआ करता है जो आमतौर पर बे टय और बहन
क पालना म हुआ करता है !
मंद हालत
कोई भी नेक काम शु करते व त कोई उलट छ ंक मार दे तो मंदे राहू क नशानी होगी और
नतीजे भी मंदे ह ह गे! फ़ौजदार मुकदम , चोर , गबन आ द के इ ज़ाम से हर तरफ परे शानी ह
परे शानी होगी! कबीले के फजूल के खच पर दौलत का ख म होना बेमतलब क परे शा नयाँ पैदा
करगे!
बेमतलब क आस उ मीद के कारन हमेशा मान सक तनाव बना रहे ! बेआरामी और फजल
ू खच
के बादल हमेशा सर पर मंडराये!
जातक खद
ु मेहनती इतना क दन भर बोझा ढोता रहे ले कन हा सल कुछ न हो!
राहू क हालत का फैसला सनीचर क ि तथी के अनस ु ार होगा इस लए अगर सनीचर मंदा हो तो
धुआँ इस कदर मंदा होगा क िजस अंग के वारा इंसान अपना जीवन सुधारणा चाहे वह अंग
बेकार हो जावे जैसे आँख पर ज़ोर डाल कर अ या म ढूंड े तो आंखे जाती रह, दमाग से ऐसा
काम करे तो पागल हो जाए!
नाहक तोहमत लेने वाला या च र के कारन बदनाम होगा! अगर श ु ह सूरज- शुकर साथ ह
या साथी ह बन रहे ह तो ई या और जलन तबाह करके छोड़गी!
उपाओ:
रात को सोते व त कसी बरतन म पानी सरहाने रख कर सोये और सुबह वो पानी कसी
रात को सोते व त कसी बरतन म पानी सरहाने रख कर सोये और सुबह वो पानी कसी
पौदे म डाल द!
Chapter 9
केतू
केत ू सामा य या या
(दरवेश- आ कबत अंदेश)
8 कान मंह
ु दज
ू े खुलता, टे टे ड़ी दम िजसक हो
मले केत ू बध
ु - कु ता द ु नया, पापी बरु ा ह होता हो
सफ़ेद काला दो रं ग बरं गा- लाल मला बुध होता हो
ऊंच हालत: सूअर क तरह ऐसा बहादरु क िजसने गोल मार उसी के पास आकर दम
तोड़े या कु ते क तरह अपने मा लक क र ा खा तर मर मटने वाला! गुजरे जमाने क
बरु ाई को भलु ा दे ने वाला और भ व य के लए हौसला दे ने का काम करता है और खदु -
ब- खुद ह सलाहकार भी होगा! सनीचर+शुकर इकठे =केतू ऊंच!
मरे न खद
ु वो मरने दे वे, चारपाई नह ं छोडता है
ह जब तक कोई एक हो चलता, केत ू चला ह चलता है
र व को गर म म करे , हण को करता है
बध
ु ने पकड़ा पाप है द ु नया, मदद से होती है
कान, पीठ, गदन या पाँव, नाखन
ू भी उनके होता है
र तार गोलाई या बल गदन पर, फैसलाकुन केत ू होता है
पापी ेह के स भाव का भेद: जहां कह ं ल ज पापी होगा तो सनीचर, राहू व केतू तीन
ेह से मतलब होगा! राहू व केतू दोन पाप के नाम से जाने जाते ह और सनीचर इनको
चलाने वाला ह है इस लए राहू व केत ू का सुभाओ भी सनीचर जैसा ह है ! और पापी
ेह का सभु ाओ है :
राहू व केत ू क दस
ू रे ेह से नाखूनबाज़ी: दल का भेद सनीचर क आँख ने ज़ा हर
कर दया या न सनीचर न जब अपने दोन एजे टो राहू व केत ू को खराब कया तो
इंसान का पाप व पु य नाखून के ज रये दखाई दे ने लगा! ब चे क पैदाइश का
समय 9 मह ने तो नाखन ू भी 9 मह ने म पणू हुये! नाखन
ू खराब हो जाने या झड़
पर:
राहू का असर हाथ के नाखून पर, दाय हाथ पर राहू का आम अरसा 6 साल होगा,
बाएँ हाथ पर राहू क कुल महादशा 18 साल बरु हालत या राहू क खद
ु क उ 42
साल तक(नेक असर) होगा!
केतू का असर पाओं के नाखून पर, दायाँ पाँव केतू का आम अरसा 3 साल, बाएँ
पाँव पर केतू कुल महादशा 7 साल बुरा असर होगा या केतू क कुल उ 48 साल
का अरसा(नेक) होगा!
आम हालत 12 घर म
केत ू त त पर पसर हो मलता, फज फ भी होता है
पाँव क उँ ग लय के नाखन
ू :
2 इमल - तल
4 सुनना- कान
5 पेशाबगाह
7 दस
ू रा लड़का- सूअर- गधा
10 चह
ू ा
11 दो रं गा क मती प थर
बध
ु शक
ु र न राहू उ दा- उतम र व गु होता हो
दरवेश सेवा हो मदद खद
ु ाई- चरण पता के धोता जो
मंगल ग ी जब 12 पाई- केत ू बुरा नह ं होता हो
नेक हालत
केतू खाना बर- 1 के समय हर व त सफ़र क तयार का फ़कर लगा रहा करता है ले कन
सफ़र हुआ नह ं करता! मंगल खाना बर- 12 म हो तो केतू खाना बर- 1 पर अपना मंदा
असर कभी न दे गा!
अब सूरज नेक फल का होगा चाहे खाना बर- 6 म मंदा या खाना बर- 7 म नीच हो! वषफल
अब सूरज नेक फल का होगा चाहे खाना बर- 6 म मंदा या खाना बर- 7 म नीच हो! वषफल
के अनसु ार केतू जब भी खाना बर- 1 म आ जाए तो लड़का/दोहता/भांजा पैदा होने क नशानी
होगी!
मंद हालत
के तू बर- 1 के समय जब मंदा हो तो बेमतलब के वहम या सोच पैदा करता है ! शाद के बाद
केतू के मंदे असर हुआ करते ह ले कन अगर टे वे म ज़ाती स भाव के अनस
ु ार सनीचर नेक हो तो
असर उ दा होगा वरना सनीचर का उपाओ ज र होगा वरना केतू ऐसा मंदा असर दे गा क पता
को भी काट खाये!
ऐसे जातक क पैदाइश अपने ज ी घर से बाहर हुआ करती है और िजस घर म पैदाइश होगी वोह
जातक के जनम के दन से बरबाद होना शु हो जाएगा यहाँ तक इसका अशभु असर साथ लगते
हुये मकान पर भी होगा!
केतू मंदा होने क नशानी सबसे पहले बधु क व तुओ ं पर ज़ह र होगी उसके बाद शुकर(खरु ाक व
गहृ सती), उसके बाद खनू से संबि धत बीमा रयाँ और फर गु क चीज पर ज़ा हर ह गी!
या नशान!
केतू दज
ू े गोबर गाए, म गु अ थान हो
इमल , तल
हर तबद ल के व त नया सफ़र भी होगा या न अगर तबद ल के साथ पहले जनब ू (द ण) क
तरफ जावे तो अगल तबद ल मग रब(पि चम) क तरफ को और फर मश रक(पवू ) म आवे!
तबद ल क शत तो है ले कन तर क क कोई शत नह !ं सखी- सरवर, सफ़र का मा लक नेक
मायन म!
नेक हालत
अगरचे घम
ू ती हुई क मत का मा लक होगा िजसे आम भाषा म पाँव म च कर कहा जाता है
ले कन जातक हु मरान और खश ु क मत होगा, सफ़र यादा खु क के ह गे!
टे वे म धन क ि तथी बह
ृ प त पर और गह
ृ सती क ि तथी शुकर पर नभर करे गी!
खाना बर- 8 खाल (राहू क गनती नह ं होगी) और केतू हर तरफ से अकेला हो!
मंद हालत
खाना बर- 2 का केतू मंदा हो रहा हो तो जातक च र का ढ ला हुआ करता है ऐसे म आगे घर
के बाहर शार रक स बंध बनाएगा तो बढ़ ु ापे म कोई पछ
ू ने वाला ब चा न होगा!
र ढ़ क ह डी दद जो करती- सोना िज म पर उ दा हो
- - केत ू का सर कंु डल के खाना बर- 3 व हथेल पर मंगल नेक के बुज पर! खुद
अपने लए असर नेक ले कन भाई बंधुओं के लए मंदा! परदे स क िजंदगी व बेआराम
िजंदगी का कारन भाई ह गे! जातक नेक को याद रखने वाला और बरु ाई को भल ु ा दे ने
वाल तबीयत का मा लक! बना कहे ह दस ू र क मदद करने को हािजर रहने वाला!
खाना बर- 3 का केत ू बहन, बआ ु व बेट आ द के लए अशभ ु फल का होगा! टूटे बाज़ू
व गले से चमटे भाइयो क ि तथी होगी!
ह त रे खा
नेक हालत
दस
ू रे साथी व मा लक क नेक को याद रखने वाला भला इ सान होगा और बन बल
ु ाये ह दस
ू र
क मदद के लए तैयार रहे !
मंद हालत
केतू मंदा हो रहा हो तो यि त हर कसी क हां म हां मलने क आदत के कारन द ु खया रहे !
य द साले के साथ कारोबार करे तो भाई द ु खया होगा
द वानी मुकदम म धन क बरबाद होगी! औरत से बना वजह अलग होना पड़ सकता है !
बना मतलब हाये हाये करते रहने क आदत होगी ले कन अंद नी तौर पर नेक तबीयत इ सान!
बना मतलब हाये हाये करते रहने क आदत होगी ले कन अंद नी तौर पर नेक तबीयत इ सान!
बेमतलब परदे स के च कर ह गे! ऐसे व त म खद ु - ब- खद ु कोई बहाना से अपनी दौलत बरबाद
करता चला जाएगा! उ के लए भी अ छा फल न होगा! बध ु शुकर क जानदार व बेजान चीज
से परे शानी, अपने खद
ु के भाई बंध ु व ससुराल खानदान द ु खया होगा!
पड़ोस लगता हुआ मकान टूटा फूटा और बरबाद होगा, ऐसे जातक के 3 लड़के हुये तो एक पोता
होगा और अगर एक लड़का हुआ तो तीन पोते ह गे या तीन खड़ कयाँ या तीन दरवाजे (ऐसे
िजनसे घर म परवेश कया जा सके) ह गे
उपाओ:
न खद
ु अ छा रहा, न केतू उ दा हो
गु उपाओ गर करे , दोन दख
ु ह दरू
कुल उसक चलती रहे , माया मले ज़ र
नेक हालत
बह
ृ प त का उपाओ औलाद और धन दौलत म बरकत दे गा! मि दर म बह ृ प त क व तुओ ं का
दान उतम फल दे गा! कुलपरु ो हत को पीले रं ग के सेब दे ने चा हए!
उपाओ:
बाद 24 खद
ु केत ू उ दा- शत गु न करता हो
मंगल 3 चौथे बैठा- पांच श न वाह 9 हो
ह त रे खा
केत ू घर है पांच , र व गु के घर
जैसा हाल बह
ृ प त होवे, वैसा ह केतू घर
गर शत न परू होवे, 24 बाद ज़ र
दख
ु द ल र सब कुछ बदले, बदले हाल ज़ र
वजह फक घर 9 म होगी, नज़र न भल
ू े जो
फल कड़वा तब ह हुआ, जड़ म आक जो हो
अगर टे वे म बह
ृ प त मंदा हुआ तो 45 साल क उ तक नर औलाद न हो अगर हो तो उसको
दमा क बीमार होगी! अगर सनीचर(आक) का स बंध हो जाए तो 3 औलाद न ट होने का खतरा
हुआ करता है और आमतौर पर न ट हो जया करती ह, जो फर से सनीचर क उ (36 साला)
म बहाल होगी! टे वे म बहृ प त कायम या उं च रा श का हो तो केत ू का फल उ दा ले कन
बहृ प त मंदा फल दे गा! बह ृ प त या सूरज या खाना बर- 4 या 6 या 12 म हो तो शुभ
नेक हालत
उठती जवानी के व त य द जातक अपना चाल चलन ठ क रखे तो पोते गनती म लड़क से
यादा ह गे! केतू का फल खदु के लए भी उतम होगा!
बह
ृ प त, सूरज या खाना बर- 4, 6, या 12 म ह तो नर औलाद पाँच से कम न ह गी
और केतू का असर कभी मंदा न होगा!
सनीचर खाना बर- 6 और शुकर खाना बर- 4 म हो तो सनीचर औलाद के स बंध म परे शानी
पैदा नह ं करे गा और न ह दो औरत का ता लुक होगा! एक ह औरत से 9 तक लड़के और 3
लड़ कयां हो कायम गनते ह!
मंद हालत
टे वे म बह
ृ प त मंदा हो तो नर औलाद के मंदे असर का होगा, लड़का हुआ तो दमे से परे शान
होगा और 45 साल क उ के बाद औलाद कायम होगी! लड़के चाहे कतने भी ह ले कन उनके
टूँ टूँ करने क आवाज़ आती होगी!
ऋण पत ृ या न बध
ु , शुकर, राहू या पापी होकर सनीचर खाना बर- 2, 5, 9, 12 म हो तो
ऋण पत ृ या न बधु , शुकर, राहू या पापी होकर सनीचर खाना बर- 2, 5, 9, 12 म हो तो
गहृ सती का असर मंदा होगा! लड़के चाहे कतने ह हो जाएँ पर बाक 2 ह ह गे जो सुख दे ने
वाले ह गे!
बध
ु से न झगड़े कभी, न शुकर मदद करे
केतू क चीज पे केतू मंदा, पर मंदा न दस
ू र पर
ह दज
ू ा कोई साथ ह होवे, ख़द
ु मंदा बरु ा दस
ू र पर
हफल का, घर का, पूरा हण, खरगोश, चड़ा, पूजा अ थान, परदे स
मसु ीबत के व त जाल काटने वाला चहू ा, अगर बह
ृ प त उतम तो धन दौलत व औलाद क कोई
कमी न होगी! इस घर का केतू शक ु र क मदद नह ं करता और न ह मामू खानदान के लए शभ
ु
ले कन बहन से कोई झगड़ा नह ं करता! सोने क अंगूठ बाएँ हाथ म पहनना नेक होगी!
कयाफा:- पांव म रे खा
- - इस खाना के केत ू ह क द ु ती व असर पांव से पता चलेगा! पांव का हसाब
खान , बुरज , रे खाओं व उँ ग लय आ द के वह नाम ह जो हाथ पर ह!
- - पाँव हमेशा ज़मीन को छूता है और ज़मीन को शुकर माना है , शुकर का बुज अंगूठे
पर होने के कारण सफ एक ह रे खा हाथ क रे खाओं से अलग हुआ करती है और बाक
सब बात म पाव और हाथ क रे खाएँ एक समान गनी जाएंगी!
- - अगर बायां पाँव दाय पाँव से बड़ा हो तो जातक डरपोक और बना हौसले के होगा,
अंगठू ा बहुत छोटा हो तो केत ू नीच समझना चा हए!
- - नीचे दये गए च से अंगठ
ू े व उँ ग लय क लंबाई म फरक और उसका परभाव
अ छा या बुरा होगा यह व तार से समझाया गया है !
पाँव क उँ ग लय के नाखून
नेक हालत
केतू को लड़का, कुता, गधा और सुअर भी माना है इस लए टे वे वाले क औलाद अगर न कमी
भी हो तो जैसे एक कुता शेर क खाल पहन कर अपने मा लक क मदद करता है वैसे ह जातक
क औलाद जातक के काम आएगी या न खाना बर- 6 का केतू बह ृ प त को मंदा नह ं होने दे गा
चाहे बह
ृ प त टे वे म कैसा भी बैठा हो!
कयाफा: हाथ का अंगठ ू ा सीधा रहे तो सनीचर टे वे म नेक असर होगा! अपनी खद ु क औलाद व
दस
ू रे सलाहकार हमेशा नेक असर ह गे! यह घर कुते क टे ढ़ दम ु मानी गयी है इस लए जातक
अपने ह स भाव का होगा ले कन नेक मायन म, औलाद का सख
ु पण
ू होगा!
इस घर म अकेला बैठा केतू नेक फल का होगा हमेशा अपने मा लक क मदद पार खासकर पता
को मदद दे गा! ऐसा केतू जातक के खद
ु के लए अ छा ले कन दस
ू र के लए मंदे असर का
होगा!
बध
ु खाना बर- 6 म केतू के साथ हो अब दोन ेह का फल नेक होगा! केतू अब बह
ृ प त को
उ दा करे गा इस लए औलाद के लए उतम!
बह
ृ प त व मंगल खाना बर- 6 म न ह और न ह बध ु या बहृ प त या मंगल खाना बर-
12 म ह तो केतू अपने नेक फल म बढ़ता होगा और उ दा फल दे गा जब तक जातक एहं कार न
करे ! टे वे म शुकर उ दा या कायम हो तो शुकर खद
ु हर मुसीबत दरू करता होगा!
मंद हालत
केतू बध
ु का द ु मन और शुकर का दो त माना गया है ले कन अगर केतू मंदा हो तो हालात उलट
ह गे या न केतू बधु से दो ती और शुकर से द ु मनी पर होगा!
जब टे वे म बह
ृ प त भी मंदा हो तो बे मतलब का सफर और बन बलु ाये द ु मन खड़े ह गे!
खाना बर- 2 म हो तो मामू व माता का हाल मंदा होगा! खद
ु जातक का बढ़ ू ापा भी मंदा होगा
ले कन केतू क चीज व औलाद पर अशुभ असर न होगा!
बध
ु के सवा कोई दस ू रा ह केतू के साथ खाना बर- 6 म बैठे तो सभी का हाल मंदा होगा!
बहृ प त केतू के साथ हो तो गु क चीज खयालात आ द पर बरु ा असर होगा और य द शक ु र 6
म हो तो पाँव क खरा बयाँ ह गी! या न अब खदु का कुता खद
ु को काटे !
उपाओ:
तो यह न ल तेर को ज़ा हर करे गा
शुकर गह
ृ ती आग म जलता- प थर तूफ़ानी चलता हो
- - सामने के घर का हाल केत ू क चीज के लए मंदा होगा! अगर बध ु साथ हो तो 34
साल क उ तक द ु मन साथ लगे रहगे ऐसे म जातक को कलम से ता लुक रखने वाले
कारोबार से परहे ज़ करना चा हए, ले कन उसके बाद सबको हरा दे ने वाला जातक! धन
जब आए तो 40 साल तक खब ू आए जातक बध ु के मंदे व त के बाद दौलतम द होगा!
हर एक इ सान मदद पर होगा और जो द ु मनी करे गा खुद ह बरबाद हो जाएगा!
ह त रे खा: शुकर के बुज पर केत ू का या नशान!
सामने वाले घर का हाल मंदा(केतू से संबि धत चीज से) होगा या न जातक के सामने जो घर
होगा उनम नवास करने वाल के लए! अगर बध ु भी साथ बैठा हो तो 24 साला उ तक द ु मन
गले लगे रहगे इस लए बध
ु से ता लुक रखने वाल चीज का कारोबार नह ं करना चा हए, ले कन
40 साल क उ के बाद सभी द ु मन से नजात पाये, धन भी खब ू आए इतना क 40 साल
तक गुजारा चलता रहे !
नेक हालत
केतू खाना बर- 7 म नेक हो तो आमतौर पर जीतने औरत के भाई- बहन ह उतनी ह खद ु क
औलाद हुआ करती है ! 24 साल क उ म अगले 40 के गुज़ारे के वा ते धन जमा हो जाएगा!
लड़के क उ को केतू क उ से भाग दो और उपलि ध को 8 से गुना करने पर जो हा सल हो,
अब औलाद क पैदाइश के समय जो धन था 24 साल क उ म उतने गुना अ धक होगा और
य य दसू रा लड़का बड़ा होता जाएगा धन भी उसी हसाब से बढ़ता जाएगा!
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नेक केतू अब अपनी गल म कु ता भी शेर वाल कहावत चरताथ करे गा, ब च से मोह बत व
दे खभाल और मा लक के लए गड़ रये के कुते क तरह होगा!
बध
ु , शक
ु र व बहृ प त मदद पर ह तो बना यादा मेहनत के भरपरू धन मले! शक
ु र और
सनीचर म से कोई भी ह मंदे फल का नह ं होगा! द ु मन ेह व मंगल जो कोई भी मंदा
होगा उसका खद ु का फल मंदा होगा!
जातक के पास धन दौलत व एश- ओ- आराम के सभी साधन ह गे ले कन इन सबके होते हुये
भी जातक अगर दस
ू र के न होने के रोने रोता रहे गा तो यह उसक ज ी खन
ू का असर होगा!
मंद हालत
खाना बर- 7 का केत ू मंदा हो रहा हो तो सामने के घर म केतू से संबि धत चीज के कारन
द कत होगी!
टे वे वाला अगर बरबाद हालत म हो तो इसका जीमेदार जातक का एहम व एहं कार होगा!
अगर केतू मंदा हो रहा हो तो िजस वष त त (खाना बर- 1) म आयेगा ऐसा (7–19–31–43–55–
67–74–95–103–105 साल) म होगा या िजस दन जातक के यहाँ पहला लड़का पैदा होगा केतू
उ दा असर का हो जाएगा!
मंद ज़ुबान और झूठा वायदा केतू को खराब करगे िजसके कारन गह ृ ती जलती होगी और जीवन
म हर काम म कावट आने लगगी! ऐसे टे वे म बध
ु मंदा होगा िजसके कारन जातक क ज़ुबान
मंद होगी और जातक झठ
ू े वायदे करने का आद होगा या फर अपनी इन आदत से बध
ु को
न ट कर रहा होगा!
उपाओ:
बध
ु से संबि धत चीज के कारोबार से परहे ज कर!
झूठ व फरे ब क आदत से दरू रह!
ज़ुबान से मंदा न बोल और एहं कार छोड़!
क चीज़ कायम कर!
केत ू खाना बर- 8
(ब च क मोह बत के गम म छत पर रोने वाला कुता, मौत के यम को पहले दे ख वाला
कुता)
मरे ब चे इतने- क भर रह है
गला मर चक
ु का- त ू कया कर रह है
मारग घर जब केत ू बैठा- प तान प थर आ होता हो
आया गु ह हो जब दज
ू े- केत ू गना तब कायम हो
ह साथी या साथ हो कोई- केत ू मंदा खुद होता हो
बध
ु शक
ु र न होगा उ दा- औलाद दे र से पाता हो
मंगल गु 6–12 बैठे- मंगल क मंगल बद चौथे हो
औलाद दौलत न उ दा गनते- मंगल केत ू दो मंदे ह
नेक हालत
बह
ृ प त और मंगल खाना बर- 6–12 म न ह तो केतू का असर कभी मंदा नह ं होगा!
मंद हालत
जब केतू- 8 म हो तो बध
ु या शुकर मंदे हुआ करते ह ऐसे म जातक का चाल चलन ठ क नह ं
रे हता और इसका अशुभ परभाव औरत क सेहत पर होगा!
अगर खाना बर- 8 का केतू मंदा हो रहा हो तो औलाद क मौत सदमे का कारन हुआ करती है
इसक पहल नशानी होगी क कुता छत पर बैठ कर रोता होगा औलाद क पैदाइश 34 साल क
उ म और 48 साल तक औलाद क तरफ से परे शानी बनी रहे गी! खदु को पेशाब से संबि धत
बीमा रयाँ ह गी!
खाना बर- 2 खाल (राहू गना नह ं जाएगा) तो औलाद क मंद हालत होगी और खद
ु को पेट
क बीमार जल
ु ाब- जोड़ म दद- फोड़े आ द) ह गे!
सनीचर या मंगल खाना बर- 7 म केतू क सभी चीज़ मंद ! जहमत, छत का गरना, गह
ृ त
जीवन व घर बार सब बरबाद होगा!
उपाओ:
खराब हो तो पज
ू न करना चा हए!
काला सफेद दोरं गा कंबल धरम थान मे द या वीरान जगह दबाएँ!
केतू के साथ कोई ह हो तो उस ह क व त ु कंबल म बांध कर दबाएँ!
केले धरम थान म द!
चाल चलन नेक होना केत ू के ठ क होने क बु नयाद होगी!
औलाद व बीमार से बचने के लए कान छे द करवा कर सोना पहन कम से कम 96 घ टे
के लए!
केसर का इ तेमाल तलक आ द के लए कर व ज़ुबान पर लगाएँ!
केत ू खाना बर- 9
(इंसान क ज़ब
ु ान समझने वाला कुता, बाप का फरमाबरदार बेटा)
पता माता एहसान- हम पर जो करते
गज़
ु रान लखी परदे स हो उ दा- केत ू पालन से बढ़ता हो
मा लक सफ़त दो शेर कुता- अमीर बना खुद सा ता हो
ह त रे खा
दो रं गा कुता, घर म सई
ु हुई कु तया ब च के साथ शभ
ु व नेक फल होगी
तर क क शत है ले कन तबद ल क नह ं! सूअर क बहादरु और कुते क मा लक के त
वफादार जातक के जीवन क बु नयाद होगी! नर औलाद यादा से यादा तीन ह कायम ह गी
ले कन औलाद हर तरह से खश ु हाल होगी!
नेक हालत
कुते क वफादार और सअ
ू र क बहादरु ऐसे जातक क रग रग म होगी नेक मायन म, यह
खू बयाँ जातक क औलाद म ज़ र ह गी! केतू क ज़ाती अ छ या बरु हालत का फैसला टे वे म
बह
ृ प त क ि तथी पर नभर करे गा!
हुनरमंद व हाथ क मेहनत से कामयाब यि त होगा! कुता पालना या तीन द ु नयावी कुत क
सेवा तर क क बु नयाद होगी!
िजस यि त के औलाद न होती हो उसको खाना बर- 9 वाले जातक का आशीवाद लेना चा हए
यह कुदरती हु म है ! घर म सोने क ट या िज म पर सोना धारण करना खासकर कान म
सोना पहनना केतू संबि धत बीमा रय से बचाएगा और धन दौलत म बरकत दे गा!
टे वे म बह
ृ प त या राहू उतम ि तथी म ह या खाना बर- 2 नेक हो रहा हो तो उतम सरकार
नौकर होगी और पता खानदान को तारे गा!
मंद हालत
अगर केतू मंदा हो रहा हो तो मामा खानदान को बरबाद करे गा, क चीज पर भी असर
अशुभ होगा चाहे खाना बर- 9 म ह हो!
टे वे म सनीचर मंदा हो तो जातक चोर डाकू स भाव होते हुये भी मंदे हाल होगा
उपाओ:
केतू घर 10 का श क , कुता, लड़का मंदे
नेक हालत
चप
ु चाप अपने रा ते पर चलने वाला जातक ले कन अगर च र से ढ ला हुआ तो पराई औरत मंदे
कफ़न का काम करे गी!
अगर सनीचर खाना बर- 6 म हो तो नामवर खलाड़ी होगा (चाहे चौसर- चौपड़, मैदान के खेल
व नेक और बद चाल चलन के खेल भी शा मल ह)
मंद हालत
केतू क मंद हालत के समय केतू क जानदार चीज पर 24–48 तक असर अशुभ खासकर जब
सनीचर मंदा हो!
45 से 48 साल क उ के बीच अपने चाल चलन पर काब ू रखना औलाद के जीवन क बु नयाद
होगा
उपाओ:
नज़र रख तू आगे क जो आ रह है
साथी श न बध
ु तीजे बैठा- असर केत ू का मंदा हो
भला श न या 3 घर आया- केत ू बरु ा न होता हो
क मती दो रं गा ( याह व सफेद) प थर, याह कुते का साथ नेक! केत ू कायम रखना
मुबारक होगा
ह त रे खा: हथेल पर खाना बर- 11 क जगह पर केत ू का या नशान!
क मती दो रं गा ( याह व सफेद) प थर, याह कुते का ता लुक सबसे नेक, केतू कायम
रखना मुबा रक!
ऐसे टे वे म या तो र ी होगा या फर माता न होगी! ज ी जायदाद क बजाए ख़द ु क बनाई
जायदाद कई गुणा यादा होगी! आमदन खब ू होगी ले कन सनीचर (मकान) व ख़दु केतू (लड़का)
का अपना फल मंदा होगा िजसके कारन द ल र व परे शानी का आलम होगा! मगर औरत के टे वे
म यह हालत उलट या न हर हाल म नेक व मुबा रक ह गे!
नेक हालत
जो समय गुज़र गया उसको भूल कर आने वाले समय का याल रखने वाला! ज ी जायदाद
इतनी नह ं होगी िजतनी क खद
ु पैदा कर लेगा! अगर बध
ु खाना बर- 3 म न हो तो केतू
राजदरबार के लए राजयोग होगा!
बह
ृ प त इस घर का ह होने के कारन केतू अब सोने क ज़ंजीर म जकड़ा हुआ गीदड़ के
सुभाओ का कुता होगा!
मंद हालत
जातक के यहाँ जब लड़का पैदा होगा और औरत के यहाँ लड़का या दोहता तो जातक क माता
क उ को खतरा होगा! केतू क उ और का फल माता व क बहने वाल चीज पर
नहायत मंदा होगा!
केतू मंदा हो तो नर औलाद मुदा पैदा होगी ऐसे म सनीचर क व त ु सफेद मूल सरहाने रख
सबु ह कसी धरम थान म रख द अगल औलाद ठ क पैदा होगी!
केतू खाना बर- 12
(ऐश व आराम ज ी वरसा)
भरे ज़र कबीला वाह ब च से तेरा
ऐवज घर गु का तू कस जनम दे गा
नेक हालत
सनीचर, शक
ु र व बहृ प त मय केतू चार का फल उतम होगा ले कन बड़े भाई, ताया, मामा आ द
क कोई मदद नह ं होगी! सफ खद
ु का अपना लड़का तारे गा!
अगर जातक केतू कायम रखे व चाल चलन ठ क रखे तो नर औलाद क कोई कमी न होगी चाहे
द ु मन ह साथी ह !
जब खाना बर- 6 खाल हो (राहू नह ं गना जाएगा) तो जातक दौलतमंद प रवार का मा लक,
ज ी जायदाद कुदरती हक होगा! गह ृ त सुख व औलाद का सुख पण ू ! धन दौलत क कोई कमी
न होगी!
मंद हालत
टे वे वाले पर खद
ु कोई मंदा असर न होगा ले कन केतू खराब हो तो नर औलाद न ट करे गा!
उपाओ:
दोन दे ख जब माता- खश
ु क कुएँ ज़र भरता हो
नज़र ि ट श न जो करता- सोया जला फल दो का हो
बह
ृ प त को शेर माना गया है और कंु डल के खाना बर- 5 म संह रा श या न दो
शेर इक ठे ह गे! दोन इक ठे नेक घर म और हर तरह से कायम तो फल नहायत
उतम ले कन अगर कसी वजह से क ट म ह तो अपनी जगह केत ू को मरवा दया
करते ह! दोन का इ ठा असर सोने क तरह और शेर क र तार क मत पर होगा
और यह असर इ ठा असर टे वे वाले क 38 साल क उ तक गना जाएगा पहले
बहृ प त का और कभी कभी सरू ज का असर हुआ करता है और उसके बाद दोन
ेह अपना अपना जुदा जुदा असर होगा! मक़दार के हसाब से सूरज का असर
अगर तीन होगा तो बह ृ प त का दो हुआ करता है या न सरू ज का असर बह ृ पत
से उतम होगा! बाप बेटे का एक ह ब तर पर सोना क मत क बु नयाद हुआ
करता है ले कन कसी मजबूर के कारन अलग अलग रहना पड़े तो बाप का
इ तेमाल कया हुआ ऐसा कपड़ा या दर जो पीठ के नीचे बछाई जाती हो जातक
को इ तेमाल करनी चा हए या घर क सबसे पुरानी चारपाई हो सकती है ! बह ृ पत
सरू ज इक ठे होने पर म नईु का असर शा मल होगा जो क पैतक ृ खन ू क
नशानी होगा! अब बह ृ प त बाबे क जगह टे वे वाले का बाप गना जाएगा या न
बह
ृ प त होगा टे वे वाले का बाप और टे वे वाला खुद जो बह ृ प त का लड़का है सूरज
होगा या टे वे वाले अगर बाप तो बह ृ प त और उसका लड़का सूरज होगा और दोन
क क मत एक साथ चलती होगी!
या न क बाप व बेटे हर दो के इकठा होने क हालत म हमेशा ह 70 साल क उ
तक खुशहाल ह गे! अगर ेह के असूल पर दोन म से कसी एक क क मत का दजा
कम हो तो दस ू रे क तरफ से उ क बरकत और नसीब क मदद का ज़ोर मलकर दोन
बाप व बेटे क 70 साल तक बल ु द के मा लक ह गे!
खाना बर- 1
र व गु घर पहले बैठे, त त सन
ु हर का हा कम हो,
उ ल बी और सुख गह
ृ ती, म ी का वाह माधो हो!
सूरज व बह
ृ प त संयु त खाना नंबर- 1 म तो नहायत नेक फल हुआ करते ह!
हर तरह से कायम ह तो यि त हकूमत करने वाला हुआ करता है ! आयु ल बी
और गह ृ त सुख भी पूरा होगा चाहे यि त कम पढ़ा- लखा ह य न हो!
खाना बर- 2
दोन मलकर घर दज
ू े म, उपदे श गु का सुनाते ह,
महल मकान सब आला उसके, शेर गरजते होते ह!
सूरज व बह
ृ प त संयु त खाना नंबर- 2 म बह
ृ प त का मि दर और सूरज
इसका दो त! यि त शेर क तरह बहादरु होगा! मकान आ द सब का फल नेक
हुआ करता है !
खाना बर- 3
घर तीजा ल
ै ोक गनते, सोना माया कुल बढ़ती है ,
खाना बर- 4
घर चौथे माता के ह , दध
ू पहाड़ से बहता हो,
श न अगर घर 10 बैठे, भ म दोन को करता हो!
सूरज व बह
ृ प त खाना नंबर- 4 म संयु त तो घर के मा लक ह चंदर का
फल साथ होगा इस लए तीन ेह का फल अ त उतम व नेक होगा, ले कन
सनीचर य द खाना नंबर- 10 म हो तो दोन ेह के फल को र ी करे गा!
खाना बर- 5
दोन मल जब 5 बैठ, सोना घर औलाद के है ,
र व राजा घर अपने बैठा, गु महमान वज़ीर भी है !
बाक खाने
घर 6, सात या 10 हो 11, र व गु नह ं मलते ह,
नेक हालत
सरू ज व बह
ृ प त संयु त के समय दमागी खाना बर- 20 जो क इ ज़त व बज
ु ग
ु का
मा लक है इस यु त के साथ होगा िजससे ऐसा जातक अंदर व बाहर से से नेक, ान दाता,
अ ल का भ डार और क मत के मैदान म राजयोगी क तरह होगा जो न सफ
मा(बह
ृ प त) और व ण(ु सूरज) क लखत को उलट कर त द ल करने क ह मत रखता
होगा!
सरू ज व बह
ृ प त क यु त के समय शक
ु र बाद के घर म हो बाल ब च म बरकत और
हर तरह से व ृ होगी! जातक राजा के दरबार व धरम मि दर म हो हर जगह इ ज़त
पाये!
घर के हसाब से सूरज उतम फल का हो सेहत िज मानी उ दा होगी, द ु नयावी इ ज़त क
तर क हर तरह से दन- ब- दन उतम होगा और दोन ेह से संबि धत कारोबार व
र तेदार सब मदद पर ह गे!
दोन ह को दे ख रहे ह तो का अपना असर भी कई गुना नेक होगा, धन
दौलत के भ डार भरे ह गे! कतना भी मंदा या द ु मन ेह का मारा हुआ य न हो
नेक फल दे गा यहाँ तक क सूखे कुएँ खद ु - ब- खदु पानी से भरने लगगे!
जब यह यु त खाना बर- 1 म हो तो जातक क है सयत एक ऐसे राजा/उ चअ धकार क
तरह होगी जो लोग से राज व ा त करता होगा! ऐसे जातक क मौत अचानक हुआ
करती है ! उतम गह
ृ ती व क मत का मा लक होगा! जातक पढ़ाई के मामले म चाहे
सफर हो ले कन कामयाब हुनरम द होगा!
दोन खाना बर- 2 म ह तो महल मकान आला और उतम व शाहाना जीवन होगा!
जातक शेर क तरह बहादरु ले कन बेरहम तबीयत होगा!
मंद हालत
शक
ु र अगर पहले घर म हो तो न राजदरबार म कोई इ ज़त होगी और न ह मज़हबी
पच ्ं ायत म! जातक हर तरह से बेआब होता होगा!
जब सूरज और बह ृ प त क यु त खाना बर- 4 म हो और उसी व त सनीचर खाना
बर- 10 म हो तो हालात नहायत मंदे ह गे! केतू से संबि धत कारोबार व र तेदार (मामँू,
औलाद) सब का असर मंदा होगा और धन हा न होगी! सरकार फैसले जातक के उलट ह गे
अगर सनीचर ज़ाती स भाव के असल ू पर नेक हुआ तो कु छ राहत हो सकती है !
दोन ह ह ऐसे घर म यु त ह िजनम सूरज का असर मंदा गनते ह तो हर काम म
तकल फ व कावट पेश आएगी, िज़ंदगी म कोई खश ु ी न होगी बि क जीवन बस जीने के
लए खानापरू जैसा होगा!
दोन ह ह खाना बर- 3 म ह और जातक तबीयतन लालची हो तो कुल खानदान को
तबाह- ओ- बरबाद करने वाल क मत का मा लक होगा!
उपाओ:
बह
ृ प त-
बह
ृ प त इ ठे ह और इनके बलमक
ु ा बल मंगल या शक
ु र व सनीचर या मंगल व
बह
ृ प त इ ठे ह और इनके बलमुका बल मंगल या शुकर व सनीचर या मंगल व
सनीचर हो तो सभी का नेक फल होगा!
बह
ृ प त इ ठे को मंगल दे खे, साथ हो या साथी ह बने तो सबसे उतम ल मी होगी!
दोन के इ ठा होने के समय य द सूरज साथ हो या साथी ह बने तो उतम योपार , ठोस
खयालात व दस ू र का लाभ पहुँचाने वाला होगा!
य द दोन के साथ शुकर हो या साथी ह बने तो शाद के दन से धन दौलत घटना शु
हो जाएगा!
य द सनीचर साथ या साथी ह बने तो तो जो कोई भी ऐसे जातक से दो ती करे गा
तर क करता होगा!
य द बधु साथ हो या साथी ह बने तो उतम फल होगा, अब बध ु द ु मनी न करके दोन
क मदद करे गा! वैसे खाना बर- 2 का बध
ु पता के लए और खाना बर- 4 का बध
ु
माता के लए मंदा हुआ करता है !
खाना बर 2–5–9–12 म बुध, शुकर, राहू (ऋण) जो पता भुगते वह बेटे पर गुजरे !
खाना बर- 4 म पापी जो माता पर गुजरे वह बुध, शुकर क जानदार चीज पर
गज
ु रे !
दोन ह नेक घर म यु त ह तो फल उतम, घर म चाँद क थाल नेक असर को
बढ़ाये!
खाना बर- 1
28 साल क उ से पहले शाद या नया मकान बनाना या नर औलाद क पैदाइश
हो तो असर मंदा होगा िजसका असर वालदै न(माता- पता) क उ को कम करे गा
जब क खाना बर- 7 खाल हो! इस बरु े असर से बचने के लए म ी म मंगल
क चीज़ दबानी चा हएँ!
खाना बर- 2
बुध राहू का साथ ह मलते- दध
ू ज़हर दो मंदा हो
बड़ के पेड़ को तलयर काटे - साथ साल न उ दा हो
खाना बर- 3
जातक खशु हाल, भा यवान व दौलतम द होगा! ऐसा जातक भाइय को तारने वाला
हुआ करता है !
खाना बर- 4
जातक के जनम से ह प रवार म धन दौलत बड़ना शु हो जाएगा! छोट नाव से
बड़े बड़े जहाज से यादा धन पैदा करे ! अब का फल बह
ृ प त के फल से
उतम होगा! क चीज के कारोबार व र तेदार नेक फल दगे, मन क शां त
पूण होगी
खाना बर- 5
ऐवज दोन के असर र व का- नेक बल
ु ंद दे ता जो
अमीर तािजर हो माल हािजर का- अहल ए कलम गु होता हो
अब दोन ेह का खाना बर- 5 म होते हुये भी सूरज का फल अ त उतम
होगा! योपार हो या लखने पढ़ने का काम करने वाला दस
ू र के लए भी नेक
असर होगा!
खाना बर- 6
दोन ह खाना बर- 6 म संयु त के समय, जैसा टे वे म बुध व केत ू होगा वैसा
ह फल दगे! लोकक याण या का त(खेती) क ज़मीन म लगवाया हुआ कुआं सब
उ दा असर को तै पाताल म ले जाएगा ले कन अ पताल या शमशान म लगवाया
हुआ कुआं कोई मंदा असर न दे गा!
खाना बर- 7
मले दोन जब इस घर बैठे- ताक़त न कमी होती हो
खाना बर- 8
माया दौलत ख़ुद लाख हज़ार - भाई बंदे मरवाता हो
खाना बर- 9
दोन ह खाना बर- 9 म होने के समय जातक क क मत ऐसे हुआ करती है
जैसे दर त को पानी से नह ं दध
ू से सींचा गया हो! माता- पता का सुख व साथ
ल बे समय तक हुआ करता है ले कन शत यह होगी क ल क का धन न खावे!
जब भी दोन ह वषफल के अनस ु ार दबु ारा खाना बर- 9 म आएंगे तो दौलत
का तूफान साथ लेकर आएंगे!
खाना बर- 10
जातक एहं कार व अ भमानी हुआ करता है यहाँ तक क अपने बाप को कह दे क
ख़ुद- ब- ख़ुद पैदा हुआ है या न बाप क दाढ़ और माता क मोह बत व घोड़ी क
दम का भी कोई लहाज न होगा! जातक आमतौर पर बीमा रय का मारा हुआ
होगा! अपनी ह अकड़ म रहने वाला इंसान होगा!
खाना बर- 11
दोन ह खाना बर- 11 म तो जातक दस ू र को तारने वाला हुआ करता है
ले कन ख़ुद क क मत का आधार खाना बर- 3 के ह ह गे! अगर खाना बर-
3 खाल तो ह सोये हुये ह गे और खाना बर- 5 के ह का कोई असर ना
होगा! खाना बर- 3 खाल होने के व त छोट क याओं क सेवा करने से दोन
ह नेक असर दे ना शु कर दगे!
खाना बर- 12
ल क जनम या व त हो शाद - माया दौलत घर मंद हो
मंद हालत
बह
ृ प त व टे वे म इकठे बध
ु के बैठा होने वाले घर से बाद के घर म ह तो बध
ु अपने
स भाव के असल
ू व खाना के असल ू पर कतना भी नेक य न हो तो भी बध ु से संबि धत
कारोबार व र तेदार मंदा असर दगे!
बह
ृ प त व दोन ह मंदे घर म बैठे ह या कसी भी कारणवश मंदे हो रहे ह जातक चाहे
कतने ह हौले वाला य न हो और कतनी भी मेहनत करने वाला हो क मत और बदनसीबी
क गंद हवा हमेशा जातक को द ु खया रखेगी!
खाना बर- 2
बह
ृ प त और खाना बर- 2 के समय बधु व राहू के साथ ह या साथी ह बन रहे ह तो
दोन ेह (बहृ प त व ) क हालत मंद होगी! बड़ के पेड़ को क ड़े( तलयर) काट दगे और
का दधू बोतल म बंद होगा िजसका कोई वाद न होगा अगर वाद कायम हुआ तो दध ू का
असर ज़हर क तरह होगा! ऐसी ि तथी म साल को साथ रखना तबाह का कारण होगा!
दोन ह खाना बर- 2 के समय बध ु खाना बर- 6 म हो तो नज़र कमजोर होगी सनीचर का
ज़ाती असर मंदा होगा और बढ़
ु ापा भी मंदा ह होगा!
खाना बर- 3
बह
ृ प त व खाना बर- 3 के समय र शप त बध ु से भा वत ह गे अब बधु क जानदार
चीज तोता आ द का साथ व बध
ु से संबि धत कारोबार नहायत बरु ा फल दगे हु- ब- हु बध
ु
खाना बर- 3 क तरह!
खाना बर- 6
बह
ृ प त व खाना बर- 6 के समय जन क याण हे त ु कुआं या नल या खेती क ज़मीन म
कुआं लगवाना दोन ेह के नेक असर को बरबाद करे गा िजससे खदु टे वे वाला और और उस
कुएँ या नल से फायदा उठाने वाले बरबाद ह गे! कसी अ पताल या शमशान म कुआं या नल
लगवाना अशुभ फल न दे गा!
खाना बर- 7
दोन खाना बर- 7 म तो बचपन क टपण ू होगा! क अपनी उ (6–12–24 साल) म माता-
पता द ु खया ह गे और शाद के दन से या जब घर म ल क पैदा होगी धन दौलत घटना शु
हो जाएगा!
खाना बर- 8
धन दौलत व जायदाद क खा तर भाइय को खद
ु मार दे या मरवा दे ! मामँ ू घर से या माता के
खानदान से सनीचर व मंगल क चीज़ घर म आय तो तबाह शु हो जाएगी!
खाना बर- 9
खा ना बर- 9 म बहृ प त व यु त होने के व त े ठ फल हुआ करते ह! जातक का
प रवार भरा परू ा व खशु हाल होगा धन दौलत क कोई कमी न होगी ले कन अगर जातक कसी
भी तर के से ल क का पैसा खाये या खैरात और दान लेने का आ द हो जाए तो बह ृ प त व
दोन का असर न सफ मंदा होगा बि क टे वे वाले के लए जहर ला होगा!
खाना बर- 10
माँ- बाप चाहे कतने ह अमीर य न ह ले कन आ खर व त टे वे वाले के पास अँ धयारे प थर
या न बेमायनी धन होगा और नेक पानी क जगह पानी के बल ु बले ह ह गे जो कसी काम के
नह ं न ह यह बल ु बले समंदर झाग क तरह ह गे जो कसी दवाई म काम आ सक अथात नाम
का धन होगा वरना ठन- ठन गोपाल और हर तरह से मंद क मत का मा लक होगा!
खाना बर- 11
बह
ृ प त व क यु त खाना बर- 11 के समय बध ु , शक
ु र या राहू खाना बर- 3 म ह तो
बहृ प त व दोन ह बरबाद ह गने जाएंगे! बह
ृ प त क उ 16 साल व क उ 12
साला उ म खाना बर- 3 म बैठे ह से संबि धत र तेदार क बजाए टे वे वाले के
वालदै न(माता- पता) बरबाद और द ु खया ह गे! इस मंदे ज़हर से बचने के लए खाना बर- 3 के
ह बधु (बहन- ल क - बआ
ु - मासी आ द), शुकर(गाय- ल मी- औरत), राहू(नाना- नानी खासकर
भंगी क पालना या सेवा मददगार होगी!
खाना बर- 12
शाद के दन (शुकर का व त) और ल क क पैदाइश(बध ु शु ) से जायदाद का फल म म और
धन दौलत बरबाद होना शु हो जाएगा! जायदाद के आल शान महल अंधेरे म डूबे और मकड़ी के
जाल से भरे ह गे! चाँद के उ दा बरतन बेहतर न खरु ाक क बजाए कलई के के बरतन जो सड़े
हुये फल से भरे ह गे! घर म चाँद के अ बार क जगह कलई और चूने के ढे र ह गे या न यह
यु त खाना बर- 12 के समय नहायत मंद है !
बह
ृ प त- शुकर
(बूर के ल डू- दखावे का धन)
असर गु का पहले गनते- पीछे शुकर का होता हो
तरफ 12 ल
ै ोक होते- गु जगत म जनम हुआ
बह
ृ प त व शक
ु र इ ठे (मु तरका) के समय पहले बहृ प त का असर फर शकु र का
असर हुआ करता है और टे वे म 33 साल क उ तक असर इ ठा(मु तरका) लया
जाएगा और उसके बाद दोन ेह अपना- अपना जुदा- जुदा असर होगा! असर क
मलावट म अगर बह ृ प त का एक ह सा है तो शुकर का असर शा मल होगा,
र तार म अगर शुकर दो गुणा तेज़ है तो बहृ प त इससे आधी( न फ़) र तार पर
चलता है !
बह
ृ प त का असर हवा माना तो शुकर म ी है और इन दोन के मलाप से द ु नया
म सद व गम का फरक खड़ा हुआ य क जब बह ृ प त क हवा म शुकर क
म ी के कण(ज़र) शा मल ह जो सरू ज क त पश से गरम होकर ज़मीन के गरम
होने का एहसास करवाते ह! हू- ब- हू इसी तरह इन दोन के मलाप से द ु नयावी
क मत का हाल होगा या न अगर सुख चार साल(शुकर का ह सा) तो दौलत दो
साल(बह ृ प त का ह सा), आमदन 60 साल तो मोह बत 20 साल और यह असर
आयु के हसाब से होगा!
बहृ प त का असर म म और शुकर का अ छा व जातक एक कामयाब आ शक
होगा! दोन ेह क मलावट से म नई ू सनीचर(केतू स भाव) होगा जो बीमार व
दख
ु से बचाता होगा, मगर क लर ज़मीन जैसा हाल य क कामदे व यादा
च(रगबत) दोन के फल को र ी करे गी! धन दौलत खराब न होगा ले कन चाल
चलन मंदा हो सकता है ! अकेला शुकर खुद गु पर बुरा असर न दे गा बि क सार
उ गु क सेवा करता रहे गा य क शुकर आ खर औरत है ! शुकर और बह ृ पत
बराबर के ह ह, बह ृ प त कसी से द ु मनी नह ं करता मगर शक ु र क कानी औरत
बह ृ प त के ज़द रं ग या नर शेर से श त ु ा(अदावत) करती है इसी वजह से बहुत बड़ा
शक
ु र औलाद क कमी रखता है !
बह
ृ प त व शक ु र मु तरका ह तो आमतौर पर हथेल के फैलाने पर तजनी उं गल
और अंगूठा आपस म मले नज़र आते ह ऐसे म जनम लेत े व त दख ु हुआ करते ह
दोन ह मु तरका या बलमुका बल तो दोन का फल खराब या न सोने(बह
ृ प त)
म म ी(शुकर) हुयी हालत होगी ले कन औरत से मदद मलती होगी अगर शुकर के
बुज शाख आकर क मत रे खा म मल रह हो तो औरत क मदद और स बंध
ह गे!
नेक हालत
खाना बर- 1
काग रे खा फल त त पे होता- इ ज़त जंगल म पाता हो
खाना बर- 2
सोने क जगह म ी क मती होगी या ऐसा मान क सोने का कारोबार बरबाद करे और म ी के
कारोबार से सोना पैदा होगा
खाना बर- 3
जातक ख़द
ु खश
ु हाल व भगवान होगा, उसक औरत भाइय क तरह जातक क मददगार होगी
और जातक का धन भाइय क तर क क बु नयाद होगा!
खाना बर- 4
औरत उ औलाद क गनते- टुकड़े मांगे रोट होती हो
खाना बर- 5
इ म और औलाद के बल पर खब
ू धन कमावे और हरदम तर क करता होगा! दोन का फल
उतम व नेक होगा धन- दौलत व औलाद के लए!
खाना बर- 6
नर औलाद अ वल तो होती नह ं और अगर हो तो िज़ंदा न रहे अगर िज़ंदा रहे तो क मत को
मंदा कर दे वे इस मंदे असर से बचने के लए औरत के बाल म खल स सोने का इ तेमाल करना
चा हए जो औलाद और नसीब म मदद दे गा!
खाना बर- 7
धन क कमी के कारण पेट के लए औलाद तक क कुबानी दे दे वे या खद ु सोने को म ी बना
लेवे! बध
ु से संबि धत जानदार चीज़ व कारोबार से धन कम होने क हालत म भी तंघाल न
होगा! गोद लया ब चा सुख पाएगा ले कन खद ु बेआराम होगा!
खाना बर- 8
धन दौलत का असर न उ दा- बाक असर सब उतम हो
धन दौलत सब उ दा अब बह
ृ प त खाना बर- 2 का असर दे गा मगर शक
ु र का फल वह
होगा जो खाना बर- 8 के लए लखा है या न सवाय धन दौलत सब मायन म नेक होगा!
खाना बर- 9
मलता असर दो हरदम उ दा- शुकर श न से ऊपर हो
खाना बर- 10
चाल चलन वाह सेहत मंद - मंद दौलत न होती हो
इ क़ शक
ु र माशक
ू खद
ु ाई- उड़ती म ी कुल घर क हो
आता है याद मझ
ु को- गज़
ु रा हुआ ज़माना
या शान मलती हमको- या ठाठ था शाहाना
खाना बर- 11
गु शक
ु र फल अपन अपना- इ क़ नसीहत मलता हो
सोना गु जो दज
ू ा बनता- म ी ज़र अब होता हो
खाना बर- 11 म दोन ेह क यु त के समय दोन का ह फल अपना- अपना हुआ करता
है , गु अगर दस
ू रे घर म सोना दे ता है तो इस घर म सोने को पील म ी करता है !
खाना बर- 12
बह
ृ प त का अपना घर और शुकर अपने उं च के घर म, यि त अगर सनीचर के मंदे काम से
बचता रहे तो फल नेक हुआ करते ह! योपार व स ा मंदा फल दगे! बाक गह
ृ त जीवन व
अ यातम के लए फल उतम होगा!
मंद हालत
खाना बर- 1
काग रे खा का फल होगा मंदे हाल वाले साधू क तरह नधन क मत होगी और गह
ृ त बरबाद
होगा!
खाना बर- 2
मद क तरफ से नर औलाद क पैदाइश म कावट ह गी और दस ू रे झगड़े खड़े रहगे! अगर मकान
2 बचने वाल है सयत का हुआ तो सोने के कारोबार म राख़ नसीब होगी!
खाना बर- 3
नसीब क बल
ु ंद के व त हर कोई उसक खश
ु ामद पर होगा िजससे जातक क ताकत व नसीब
नसीब क बल ु ंद के व त हर कोई उसक खश
ु ामद पर होगा िजससे जातक क ताकत व नसीब
क हार शु होगी!
खाना बर- 4
शा दयाँ एक से यादा ह और हर औरत एक ब चा पैदा करके चल दे वे या तो म ृ य ु हो जाए या
कसी दस ू रे मद के साथ हो ले! ब च क हालत भी खराब ह होगी!
खाना बर- 5
पराई औरत ले कन शाद शद
ु ा से स बंध होने के कारण धन क चोर व धन क हा न क
घटनाएँ ह गी!
खाना बर- 6
अगर जातक केतू से संबि धत चीज का कारोबार करे या रशतेदार के साथ रहे तो नर औलाद
न होगी अगर होगी तो क मत को हण लगाने वाल होगी! जातक खद ु भी प रवार के लोग के
लए म दभाग होगा खासकर जब अपनी औरत क बेकदर करने वाला हो! कयाफा: पाँव का
अंगठ
ू ा और तजनी आपस म मले हुये ह गे!
खाना बर- 7
घर के कुल सद य आराम पाने वाले ह गे सवाए खदु जातक के! बहृ प त खाना बर- 7 म दये
हुये फल दे गा ले कन शुकर जातक को च र ह न बनाएगा! नर औलाद क पैदाइश म शुकर औरत
क तरफ से भी मंदा ह होगा! हर काम म सोने को म ी करे गा!
बह
ृ प त व शुकर खाना बर- 7 के समय मंगल खाना बर- 4 म हो तो नर औलाद से मह म
होगा अगर कोई ब चा गोद भी लेगा तो उससे भी सुख न पावे!
खाना बर- 9
ी के स बंध म काग रे खा का फल होगा और गर बी गले पड़ी रहे गी!
खाना बर- 10
13 से 15 साल क उ तक हर एक औरत सोने क मूत नज़र आएगी और जातक पराई औरत
के च कर म बरबाद होकर रहे गा! औलाद और माता- पता का दख
ु आम होगा, भाइय से द ु मनी
का वभाव होगा और हर कसी कहता होगा:
आता है याद मुझको गुज़रा हुआ ज़माना
या शान थी हमार घर घाट था शाहाना
खाना बर- 11
क मत म सोने क जगह पील म ी मल हुयी होगी हर तरह से मंदा हाल होगा!
अब शकु र खाना बर- 11 के समय खाना बर- 3 खाल होने वाला असर होगा ऐसी हालत म
वीय प न आम हुआ करता है या जातक ह तमैथुन(मु तज़नी) का बेहद शौक न हुआ करता है !
खाना बर- 12
बह
ृ प त अपने घर म और शुकर अपनी उं च रा श म अगर मंदे हो रहे ह तो स े का योपार
तबाह का कारण होगा!
बह
ृ प त- मंगल
( े ठ गह
ृ ती धन)
नेक मंगल हो करन सोने क - जगत भंडार होता हो
घर दज
ू े या पांच बैठे- लेख राजा का होता हो
फ़क र का मल घर बाक गनते- सु खया गह
ृ ती फलता जो
मुआ वन उ का मा लक गनते- श न दोन को दे खता जो
खाना बर- 1
सरदार हु मरान
खाना बर- 2
दोन ह खाना बर- 2 म ह तो औरत खानदान से स बंध नेक ह गे! गह
ृ ती व साथी हर
समय उसके साथ खड़े ह गे जो जातक के पसीने पर अपना खन ू तक बहा द!
खाना बर- 3
पाठ पज
ू ा लासानी होता- र ा वरासत होती हो
बरबाद पैसा न धेला करता- शत माया न ज़ाती हो
जातक खब ू पज
ू ा पाठ करने वाला या न धा मक तबीयत हुआ करता है ! पैतक
ृ धन क र ा
करने वाला व उसको कायम रखने वाला होगा ले कन पैतकृ धन म अपना खद ु का धन डाले
इसक कोई शत नह ं!
खाना बर- 4
घर प रवार म मद क कोई कमी न होगी ले कन उन मद के लए घर म धन दौलत भी हो
इसक कोई शत नह ं!
खाना बर- 5
ख़ैरात लेने का हो जब आ द- कोढ़ सोने को होता हो
खाना बर- 6
जातक खद ु ह बड़ा भाई होगा और नेक तबीयत! पता पर बध
ु का कोई मंदा असर न होगा,
बि क बधु का फल दबा हुआ होगा! धन दौलत के लए बध ु खाना बर- 2 का फल दे गा अब
बध
ु व बहृ प त क कोई द ु मनी नह ं होगी!
खाना बर- 7
बह
ृ प त व मंगल खाना बर- 7 म शक ु र के घर म, बह ृ प त व शकु र बराबर के ह ह ले कन
शुकर बह
ृ प त से द ु मनी करता है और मंगल से दो ती इस लए दोन ेह का फल अलग-
अलग बैठे ेह क तरह होगा या न जो फल अकेले बह ृ प त का खाना बर- 7 म है वह होगा
और ऐसा ह मंगल का फल होगा!
खाना बर- 8
असर दोन का अपनो अपना- वैश कबीले भरता हो
बध
ु बैठे जब टे वे मंदा- मंगल गु दो मरता हो
दोन ह खाना बर- 8 के समय अपना- अपना जद ु ा- जद
ु ा फल दया करते ह ले कन असर
टे वे वाले के खद
ु के खन
ू के रशतेदार के स बंध म होगा! अगर टे वे म बध
ु मंदा हो तो मंगल व
गु दोन का फल नक मा होगा!
खाना बर- 9
दोन ह खाना बर- 9 म होने के समय गह
ृ त, प रवार व धन दौलत के लए असर उतम
और आल शान होगा!
खाना बर- 10
साधू करे गा द ु नया क चोर - माल मुफ़त का खाता हो
खाना बर- 11
बाप और भाई क उ तक हालात शाहाना ह गे, बाद म क मत ऐसी होगी जैसे शहद के खाल
बरतन पर मि खय का झु ड बैठा हो! मंगल व बह
ृ प त कायम रखना हर तरह से मददगार
होगा!
खाना बर- 12
दोन ह ह उतम हालत के ह गे फल हर तरह से नेक व प रवार बढ़ता होगा िजसको आशीवाद
दे वे तार दे वे और खद
ु भी चैन क नींद सोने वाला होगा!
मंद हालत
खाना बर- 5
बह
ृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 5 के समय य द जातक दान(खैरात) लेने का आ द होगा
तो घर से दौलत ऐसे गायब होगी जैसे सोने को कोढ़ हो गया हो, क मत क मंद हवा िज म के
खनू को बरबाद करे गी!
खाना बर- 6
बह
ृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 6 के समय बध ु व केत ू से संबि धत चीज के कारोबार
व र तेदार सभी मंदा फल दगे! यह यु त इस घर म औलाद के लए खासतौर से मंद है !
खाना बर- 7
खाना बर- 8
बहृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 8 म हो तो दोन ह अपना- अपना ठहराया हुआ फल
दया करते ह ले कन अगर दोन ह मंदे हो रहे ह तो अशुभ असर जातक के खद
ु के खानदान
पर होगा!
खाना बर- 11
बह
ृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 11 म मंदा होने के समय असर इन दो ेह (बह
ृ प त व
मंगल) से संबि धत कारोबार व रशतेदार पर ह होगा!
बह
ृ प त- बुध
बुध कायम हो गु वाह उतम- भला श न जब होता हो
नेक र व होता िजस दम- लेख असर सब उ दा हो
वरना
दह हो- आ ल खी बुध- फ़क र
बध
ु गु को िजस दम दे खा- गु कैद हो जाता हो
तीन पाँच 9–12 बैठा- पहले से अकेला हो
बध
ु के बुज पर शाद रे खा के ऊपर धन ु रा श या न क न का उं गल क तरफ सीधे
खड़े खत औलाद के बारे म बताते ह! जब यह खत शाद रे खा को काट रहे ह तो
बहृ प त खाना बर- 7 का फल होगा और य द तीसर पोर या न धनु रा श म जा
घस ु तो बुध खाना बर- 9 का असर होगा और बह ृ प त व बुध का आपसी
द ु मनाना असर होगा! शक ु र क रे खा न शाद व औलाद के लए बध
ु के बज
ु को
पस द कया इस लए बुध और शुकर आपस म दो त हो गए! ले कन बुध न
बह ृ प त के बीज शुकर और द ु नयावी बीज औलाद को अपने ह घर बठाये रखा
इस लए यह दोन (बुध व शुकर) ह बह ृ प त से द ु मनी पर गने गए!
बह
ृ प त क धन ु रा श से कोई खत बुध म चला जाए तो वह औलाद रे खा न होकर
शाद म कावट व गह ृ त जीवन क तकल फ़ को बताता है ! धन ु रा श म राहू व
केतू ह असर कर सकते ह य क इस रा श न केतू को उं च कया तो राहू को नीच
इस लए ऐसी कावट के व त राहू के असर से दमागी सोच वचार व नकल- ओ-
हरकत काम न दे गी बि क नीच असर पैदा करे गी और केतू क चाल व लोग का
सलाह मशवरा सुनना या लोग क सलाह लेकर ह नणय लेना नेक रहे गा और
शाद व औलाद से से संबि धत दख ु दरू करे गा!
बह
ृ प त के नशान च कर का असर: उं गल क नाखन ू वाल पोर पर च कर का
नशान (दोन हाथ क उँ ग लय पर कुल च कर) पूरा असर दे गा! दाय हाथ क
हथेल पर म म फल होगा और बाएँ हाथ क हथेल पर च कर का होना अशुभ
होगा!
खाना बर गनती म
1 1 राजा क तरह उ चा धकार होगा!
2 3 म ानी होगा!
4 2 हुनरम द होगा!
5 5 खश
ु हाल होगा!
6 6 अ याश होगा!
7 4 मुफ लस होगा
9 11 मनहूस व कम उ होगा!
10 10 खश
ु गुजरान होगा!
11 9 दौलतम द होगा!
12 12 नेक सलाह, ल बी उ , खश
ु गुजरान होगा!
ऊपर क ि तथी के समय जातक लाख प त होता हुआ भी मुसीबत पे मुसीबत म घरा
रहे गा और चाहे कतना भी अ लम द य न हो अ ल क कोई पेश न चलेगी!
नेक हालत
खाना बर- 1
बह
ृ प त बध ु क यु त खाना बर- 1 म हो तो जातक राजा के समान, अमीर व उ चा धकार हो
सकता है (एक च कर का असर होगा)
खाना बर- 2
बह
ृ प त बध
ु क यु त खाना बर- 2 म हो तो जातक म ानी- धन व उपदे श उ दा होगा
(तीन च कर का असर होगा)!
खाना बर- 3
लेख शा कर यक तरफ़ा तबीयत- शक
ु र मंदा ख़द
ु होता हो
माया दौलत और हकूमत- दलेर बहादरु द ु नया हो
खाना बर- 4
राजयोग बध
ु गु हो ऊंचा- हरदम मुबारक होता हो
काम कायर जब पापी करता- ख़द
ु कुशी कर मरता हो
बह
ृ प त बध ु क यु त खाना बर- 4 के समय पत ृ रे खा(उ रे खा) का फल होगा, मंगल का
असर भी बरु ा न होगा! अगर ह कायम ह तो राजयोग होगा (दो च कर का असर होगा)!
खाना बर- 5
बह
ृ प त बधु क यु त खाना बर- 5 के समय अगर जातक के यहाँ कोई लड़का वीरवार को पैदा
हो जाए तो खशु हाल व भागवान होगा (पाँच च कर का असर होगा)!
खाना बर- 6
खाना बर- 7
बध
ु ल क नर इस घर मंदा- लड़के भला न होता हो
सोना गु उस घर से उड़ता- मुतब ना सुखी न रहता हो
बह ृ प त बध
ु क यु त खाना बर- 7 के समय जातक म ानी तो होगा ले कन नर औलाद
न होगी यहाँ तक क गोद लए लड़के से भी सुख न मलेगा! ल क के टे वे म यह यु त अशुभ
नह ं हुआ करती (चार च कर का असर होगा!
खाना बर- 8
बह
ृ प त बध ु क यु त खाना बर- 8 के समय य द खाना बर- 2 खाल हो तो कभी फल मंदा
नह ं होगा (आठ च कर का असर होगा)!
खाना बर- 10
नीच करम गो गु का हरदम- बध
ु श न ख़द
ु बनता हो
मले मलाए हरदम उतम- माया कबीला सु खया हो
बह
ृ प त बध
ु क यु त खाना बर- 10 के समय बध ु सनीचर जैसा असर दे ता है और सनीचर
बह
ृ प त इस घर म मंदा फल नह ं दे त े इस लए बह
ृ प त क हवा बध
ु के मंदे च कर से दरू होगी
और जातक खश ु हाल व भागवान होगा (दस च कर का असर होगा)!
खाना बर- 11
बह
ृ प त व बध
ु क यु त खाना बर- 11 के समय खाना बर- 3 मंदा हो और वषफल अनस ु ार
जब दोन ह खाना बर- 1 म आएंगे (11–23–36 म आते ह) तो जातक को मलमाल कर दगे!
जातक दौलतम द, हुनरम द नेक नाम व सुखी गहृ त वाला होगा (नौ च कर का असर होगा)
मंद हालत
खाना बर- 1
बहृ प त व बध
ु खाना बर- 1 म और कसी कारन मंदे हो रहे ह तो गर बी का मारा हुआ
बेवकूफ़ साधू होगा!
खाना बर- 3
बहृ प त व बध ु खाना बर- 3 म और कसी कारन मंदे हो रहे ह तो टे वे म शक
ु र का फल मंदा
हुआ करता है !
खाना बर- 4
बह
ृ प त व बध
ु खाना बर- 4 म और मंदे हो रहे ह तो कायराना हरकत ह गी और बेवकूफ भरे
काम जो तबाह का कारन ह गे, कभी कभी तो नौबत ख़द ु कुशी तक हो सकती है !
खाना बर- 6
बह
ृ प त व बध
ु खाना बर- 6 म यु त ह और मंदे हो रहे ह तो जातक अ याश हुआ करता है !
खाना बर- 8
खाना बर- 8
बह
ृ प त व बध
ु खाना बर- 8 म बैठे मंदे हो रहे ह तो हमेशा बीमार गले पड़ी रहे ! 16 साल से
19 या 22 तक हर काम का नतीजा मंदा होगा इस अशभ ु असर से बचने के लए चाँद क तार
नाक म डलवाएँ 96 घंटे के लए या म ी के बरतन म खा ड भर कर वीराने म दबानी चा हए!
खाना बर- 9
बह
ृ प त- सनीचर
(स यासी फ़क र क माया िजसका भेद न खुल सके)
सनीचर दे खे बह
ृ प त को: तो सेहत ह क , धन दौलत भी ह का, सनीचर के व त
18–36 साल क उ म पता क उ को खतरा, िजसका सबूत होगा घर के अंदर
पुराना स दक
ू िजसको लोहे का ताला लगा हुआ होगा!
शक
ु र दे खे दोन को: शाद के बाद धन बढ़ता होगा ले कन आम हालत म दखावे
का धन या न म ी का पहाड़ ले कन फायदा सफ़र! जातक का धन अपने खानदान
व औरत के काम आवे!
केतू दे खे दोन को: तो औलाद पर बला- ए- बद या हवाए- ए- बद के हमले ह गे!
मकान म दा खल होते व त(शारह- आम) क सीधी हवा मंद सा बत होगी!
नेक हालत
खाना बर- 1
बह
ृ प त व सनीचर क यु त खाना बर- 1 वाला जातक साध ू या गु हुआ करता है ले कन यह
यु त काग रे खा का मंदा फल दे गी इस लए यि त धन के मामले म मुफ लस(गर ब) होगा (एक
सदफ़ का असर)!
खाना बर- 2
बह
ृ प त व सनीचर क यु त खाना बर- 2 म तो जातक पढ़ा व व वान हुआ करता है ले कन
इसका फैसला सनीचर क ज़ाती हालत पर नभर करता है ! हरे भरे पहाड़ जैसा जीवन होगा, दोन
इ ठा होने के समय का फल भी नेक होगा चाहे खाना बर- 8 म ह य न हो (दो
स फ़ का असर)!
खाना बर- 3
दजा औसत क दौलत मंद - आराम बढ़
ु ापे पाता हो
उ श न गु - माता पता क – म ी दौलत ज़र उड़ता हो
दौलतम द होगा ले कन जीवन का सुख औसत दजा का होगा ले कन बढ़
ु ापे म आराम होगा!
खद
ु क 18 क उ म माता- पता के लए मंदा होगा (तीन सदफ़ का असर)!
खाना बर- 4
बह ृ प त व सनीचर खाना बर- 4 म यु त होने के समय जातक ज़माने म मशहूर हुआ करता
है ! साँप का काटना भी नेक फल दे गा या न कसी ऐसी गंभीर बीमार के समय शराब या शराब
से बनी दवाई ठ क कर दे गी! (चार सदफ़ का असर)!
खाना बर- 5
बह ृ प त व सनीचर क यु त खाना बर- 5 म होने के समय क मत साधारण हुआ करती है
जो क बाक ेह के फैसले के अनस ु ार होगी! मान इ ज़त खब ू पावे ले कन सूरज जो क र शप त
है के फल म खराबी ह होगी! बह ृ प त या सूरज से संबि धत कारोबार सरकार झगड़ का कारन
ह गे! बेशक अपने से बड़े सरकार अफसर या सरकार के साथ झगड़ के कारन अदालती कारवाई
के च कर म रहे ले कन अगर चालाक, म कार व शराब आ द का परहे जगार होगा तो फैसला
जातक के हक म होगा! (पाँच सदफ़ का असर)!
खाना बर- 6
1. अब अगर बहृ प त हर तरह से कायम और सनीचर खाना बर- 2 के कारन मंदा हो रहा
हो तो औरत का सुख कम होगा!
2. सनीचर हर तरह से कायम हो ले कन बह
ृ प त खाना बर- 2 म राहू/केतू के कारन चुप हो
तो औरत का सुख पणू होगा!
3. सनीचर हर तरह से कायम हो ले कन बह ृ प त न ट हो रहा हो तो औरत का सुख ह का
होगा कयाफा: पैर क तजनी उं गल म यमा से थोड़ी छोट हो! (छ या छ से यादा सदफ़
का असर)!
खाना बर- 7
शक
ु र या मंगल उ दा– उतम रे खा म छ होता हो
गर ब पाए धन दौलत द ु नया- अमीर त त ज़र पाता हो
बध
ु राजा वाह तीन से कोई– नि ट शु आ होती हो
बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म और टे वे म शक
ु र या या मंगल कायम तो
म छ रे खा का परू ा असर होगा िजसका असर नेक होगा प रवार कबीला खबू बड़ा हुआ करता है !
बहृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म और या शुकर या मंगल नीच या न ट हो रहे ह
तो नीचे को मंह
ु कए वाल म छ रे खा होगी िजसका असर अशुभ होगा और इसका बरु ा असर
उस दन से शु होगा िजस दन या शकु र या मंगल म से कोई भी खाना बर- 1 म
आयेगा!
खाना बर- 8
बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 8 म इ ठे ह तो मारक अ थान अब मौत का घर न होकर
या न ऐसे जातक के घर म कोई तबाह करने वाले वा कयात न ह गे और न ह घर म यादा
मौत ह गी!
खाना बर- 9
खाना बर- 10
मान सरोवर द ु नया बनता– गणेश दाता स होता हो
खाना बर- 11
श न बह
ृ प त 11 रा श– दोन बध
ु से चलते ह
बध
ु दबाया हो या मंदा– दोन न फल जाते ह
खाना बर- 12
बढ़ते कबीला साल मंगल के– चराग बल
ु ंद होता हो
श ु 6 का त त पे आते– हा न चोर धन जाता हो
मंद हालत
जब तजनी व म यमा पहल पोर क तरफ से जुड़ी हुयी दखाई द और शेष भाग म सुराख क
तरह खाल नज़र आए और जातक शराब मांस आ द का सेवन करता हो, और हराम का माल
खाने आ द व दस
ू र के धन पर नज़र रखे तो सनीचर का नेक फल बरबाद होगा िजसके कारन
बह
ृ प त भी मंदा फल दे गा ऐसी हालत म बढ़ ु ापा मंदा हुआ करता है , जातक बीमा रय से घरा
रहता ह! जब दोन को केतू दे खे तो ेत पीड़ा के योग हुआ करते ह!
खाना बर- 1
जब सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल अनस
ु ार मंदा हो तो काग रे खा वाला मंदा फल होगा!
खाना बर- 2
बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 2 के समय जब वषफल के अनस
ु ार वा पस बर- 2 म आय
जो क (9–21–33–45–57–65–74–96–105–117) साल म आएंगे तो बह ृ प त से संबि धत
बीमार और पता क उ के लए असर मंदा होगा और यह मंदा असर सनीचर क चीज वारा
ज़ह र होगा! ऐसी अव था म सनीचर का उपाओ मददगार होगा!
खाना बर- 3
खाना बर- 3 का सनीचर खदु नधन माना गया है ! सनीचर क 9–18–36 साला उ म पता के
धन दौलत के लए असर मंदा होगा!
खाना बर- 6
खाना बर- 7
ल क क पैदाइश के दन से बध
ु से संबि धत रशतेदार व कारोबार का फल नेक होगा ले कन
बह
ृ प त का फल मंदा होगा ले कन सनीचर पर बध ु का कोई बरु ा असर न होगा! बचपन म कु छ
क ट हुआ करते ह!
बह
ृ प त व सनीचर इ ठे खाना बर- 7 या 12 के समय या शुकर या मंगल म कोई
न ट हो या नीच हो और इनम से कोई भी जब वषफल अनस ु ार खाना बर- 1 म आयेगा
तो (माता) शुकर(औरत) मंगल(बड़ा भाई या बाप का बड़ा भाई या माता का बड़ा भाई)
बरबाद ह गे! ऐसा जातक च र ह न व अ याश हो सकता है िजसे ज़ुबान का च का बरबाद
करे या शाद होते ह माता चल बसे और पता बध
ु क उ 34 म गुज़र जाए!
सूरज खाना बर- 1 म हो तो सनीचर क उ 9–18–36 साल म घर क माल हालत
नहायत मंद होगी!
खाना बर- 10
बह
ृ प त व सनीचर ह खाना बर- 10 म और सूरज हो खाना बर- 4 म तो सनीचर अपने
साथ बैठे बह
ृ प त व बर- 4 म बैठे सरू ज को जला डालेगा मगर सरू ज खाना बर- 4 म
क मदद से सनीचर के जलाए हुये नकारा प थर भी क मती लाल म त द ल कर दे गा ले कन
सनीचर क जहर से बह ृ प त नह ं बच सकेगा या न जातक क माया कसी काम क न होगी,
ऐसी माया होगी जो दसू र को भी तबाह करके छोड़ेगी! अगर बध
ु का स बंध हो रहा हो तो
जातक यभचार होगा और उसक यह आदत जातक को बरबाद करे गी! ठगी व बद दयानती क
कमाई का धन 12 साल साथ दे गा ले कन बह ृ प त क दौलत साथ न दे गी!
खाना बर- 11
अगर टे वे म बध
ु मंदा हो तो क मत का कोई भरोसा न होगा और य द बध
ु नेक तो लोहे का
गुबारा हवा म उड़ाने क ताकत का मा लक होगा!
बह
ृ प त- राहू
बह
ृ प त गना पवन तो– राहू धुआ ं हुआ
दोन के चलने फरने को– आकाश बन गया
बह
ृ प त का ण है ये– टे ढ़ा कभी न होगा
है गंज न कसम पाई– सीधा न वह चलेगा
घर से चले थे एक से– अब 12 हो गया
बह
ृ प त न आँख खोल तो– दे खे जहान दो
राजा फ़क र होते भी– क मत दो रं गी हो
नेक हालत
बह
ृ प त व राहू क यु त वाले जातक को अ वल तो मेहनत व म त करना ह पड़ेगा य क
आदतन आराम पर त हुआ करता है ले कन अगर क मत क मार के कारन कोई स त काम
गले भी पढ़े तो भी ऐसा इ सान कु छ नह ं करे गा ले कन अपने पेट के लए रोट ज़ र पा लेगा
वाह इसे आराम क गनो वाह हराम क !
खाना बर- 1
फ याज सखी हो त त पर बैठा– फ़क र राजा वाह कोई हो
खाना बर- 2
चप
ु गु जो टे वे गनते– खामोश राहू अब होता हो
उपदे श पाएगा गु का अपने– सवार हाथी गु माया हो
अब जातक नेक के काम करने वाला होगा और गर ब का मददगार! इस घर म राहू बह ृ पत
के साथ होते हुये भी बह
ृ प त क चीज (बाप, दादा, सोना आ द) पर कोई बरु ा असर नह ं डालेगा
बि क हाथी पी राहू अब गु बह ृ प त क शरण म होगा! अगर कसी अ य ह योग के कारन
जातक गर ब भी हो तो भी ग ी पर बैठा हा थय वाला साधू होगा!
खाना बर- 3
जातक क आँख क हो शयार हर मस ु ीबत व द ु मन से बचाती रहे गी और जातक खद ु भी बहादरु
हुआ करता है ! राहू क परू उ (42–21–10.5 साला) के बाद बहृ प त व राहू दोन का खाना
बर- 3 का दया हुआ असर ज़ा हर होगा! अगर कसी कारण असर मंदा हो तो केत ू का उपाओ
मददगार होगा!
खाना बर- 4
बह
ृ प त अपने उं च के घर म और राहू यहाँ पर धम ह! उतम जैसा असर होगा ले कन
बह
ृ प त उं च होते हुये भी चप
ु ह होगा ले कन इसका मतलब यह न होगा क बह
ृ प त का असर
मंदा होगा!
खाना बर- 5
बह
ृ प त व राहू खाना बर- 5 म संयु त वाला जातक नेता या उ चअ धकार हुआ करता है !
खाना बर- 7
ससुराल पता से एक ह िज़ंदा– वह भी दमा से द ु खया हो
बध
ु मंदे से लेख हो जलता– तराज़ ू शुकर बध
ु उलटा हो
ससुर या पता म से कोई एक ह िज़ंदा होगा और जो िज़ंदा होगा वह भी दमा जैसे रोग के
कारण दख
ु ी होगा! य द टे वे म बध
ु मंदा हो रहा हो तो बह
ृ प त व राहू दोन का क मत के लए
फल अशुभ होगा! ले कन जातक जवानी म खब ू आराम पाये!
खाना बर- 12
लेख दौलत न कोई मंदे– न ह आ कबत गंद हो
करम धरम पर असर राहू से– गंद नाल बह नकलती हो
द तीकर या पेशा हुनर से- नफ़ा न हर गज़ मलता हो
सुख मद का ह का गनते– श न असर भी मंदा हो
बह
ृ प त व राहू क यु त इन घर (6–9–10–11) म अपना अपना ठहराया हुआ जुदा- जुदा फल
बहृ प त व राहू क यु त इन घर (6–9–10–11) म अपना अपना ठहराया हुआ जुदा- जुदा फल
दया करते ह!
मंद हालत
बह
ृ प त व राहू क यु त खाना बर- 2 व 12 के सवा ऊपर दया हुआ फल होगा ले कन बाक
सभी घर यह यु त मंद है ! 8 से 12 साल क उ तक नक
ु सान ह नक
ु सान ह गे यहाँ तक सोना
भी जंग लगा हुआ पीतल होगा! क मत के मैदान म बह ृ प त भी श क स भाव होगा! राहू का
कड़वा धुआँ हर तरह क मंद घटनाओं को ज म दे गा! जातक क खद ु क 16 से 21 साल क
उ के बीच पता को अधरं ग या दमा क बीमार हो सकती है ! जातक क 42 साल क उ म
सोने क चोर का खतरा हुआ करता है या राहू (ससुराल) व बह
ृ प त ( पता प रवार) के रशतेदार
या कारोबार पर मंदा असर रहे गा!
बह
ृ प त व राहू संयु त अब मंदे व खोखले बध ु का फल दगे! यहाँ पर एक बात प ट होती है
क सभी बनावट ह (मसनई ु ह) दरअसल मूल ेह का मंदा प है ! धन ाि त के लए वह
फल होगा जो राहू का खाना बर- 11 के समय बह ृ प त का हुआ करता है ! खद
ु क ज़ाती
आमदन के लए भी भा य के दो टुकड़े ह गे और वह भी फजूल या न राहू पी हाथी जैसे
बह
ृ प त पी साधू क कु टया म घस ु ा हो वैसा ह क मत का हाल होगा!
बहृ प त व राहू खाना बर- 2 म संयु त ह और खाना बर- 8 म इनका श ु ह या कोई
मंदा ह हो तो नर स तान क पैदाइश म व न होगा!
उपाओ:
बह
ृ प त- केतू
(ज़द ल म-ू गु ग ी)
साथ केतू से सेवा उ दा– बना गु होता हो
पहले केत ू गु पीछे बैठा– मंदा असर गु दे ता हो
नेक हालत
खाना बर- 1
संह संहासन योगी कु टया– धरमी राजा वह होता हो
क़दम मुबारक िजस घर रखता– सु खया सभी आ होता हो
कयाफा: हथेल पर एक शंख का नशान हो! बह ृ प त व केतू खाना बर- 1 म संयु त, केतू
खा ना बर- 1 के समय सरू ज कह ं भी हो उ च फल का हुआ करता है ! हमेशा खश
ु हाल व
सु खया होगा!
खाना बर- 2
गु मं दर दरवेश फ़क र – आठ ि ट खाल हो
लेख नसीबा खल
ु ती पेशानी– बल
ु ंद मरतबा खाल हो
आठ बैर या द ु मन साथी– कुता फांसी आ मरता हो
खाना बर- 4
ऊंच गु वाह केत ू मंदा– औलाद मंदा नह ं होता हो
खाना बर- 6
बह
ृ प त व केतू टे वे म संयु त और दोन ेहो क जड़ म इनके द ु मन ह ह तो द ु मन 40
साल क उ तक तंग करगे (केतू क जड़ खाना बर- 6 और द ु मन व मंगल, बह ृ पत
क जड़ खाना बर- 9 व 12 और द ु मन शक ु र, बध
ु व राहू) ज़द ल मू (पीले नींब)ू धरम थान
म दे ना मददगार होगा!
खाना बर- 2
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 2 म और खाना बर- 8 म द ु मन ह ह तो माथा(पेशानी) तंग
होगी और चेहरा चौड़ा ऐसा यि त खद
ु गज़ व म दभाग हुआ करता है !
खाना बर- 4
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 4 म संयु त तो कयाफा: हथेल पर 4 संख के नशान ह गे, तो
नर क क लत हुआ करती है अगर हो भी तो बहुत दे र से!
खाना बर- 6
खाना बर- 7
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 7 म संयु त तो जातक तप वी व साधू स भाव ले कन
मुफ लस(गर ब) होगा! अब बह
ृ प त का भाव बल होगा!
खाना बर- 8
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 8 म संयु त या न गु और चेला शमशान म तो जातक ल र व
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 8 म संयु त या न गु और चेला शमशान म तो जातक ल र व
आलसी व मदु ा तबीयत का मा लक हुआ करता है !
Chapter 2
सरू ज के साथ एक ह
सरू ज-
(बड़ के दर त का ख़ा लस दध
ू , अल ची(फल), घोड़ा- टांगा)
र व मा लक जो उ बुढ़ापा– माया खुद दे ता हो
खाना बर- 1
सूरज व खाना बर- 1 म संयु त ह तो यि त एक राजा के समान मान, इ ज़त व
दौलत का मा लक होगा!
खाना बर- 2
गु मं दर फल उ दा गनते– राज तर क होती हो
खाना बर- 3
सरू ज व खाना बर- 3 म संयु त या न दोन दो त अपने तीसरे दो त मंगल के प के घर
म तो अपने खद
ु के लए असर अ त उतम होगा ले कन दस ू र के संबंध म जातक मतलब पर त
होगा य क र शप त बध
ु का भाव शा मल होगा!
खाना बर- 4
सूरज व खाना बर- 4 म संयु त तो यि त एक राजा के समान मान इ ज़त वाला जो
दस
ू र को धन दौलत के प म मोती दान क है सयत का इंसान, रथ गाड़ी व हर तरह क सवार
का आराम बशत खाना बर- 10 खाल हो! अगर सनीचर खाना बर- 10 म हो तो मौत द रया
या नद म डूबने से हुआ करती है !
खाना बर- 5
सूरज व खाना बर- 5 म संयु त तो जातक सार िज़ंदगी आराम का जीवन यतीत करे !
क मत का असर हर तरह से नेक हुआ करता है ! इस यु त वाला जातक जैसे ह माता के पेट म
आता है खानदान क क मत चमकना शु हो जाती है !
खाना बर- 6
असर दोन के अपन अपने– साथ पापी न मलता जो
खाल पड़ा जब दज
ू ा टे वे– माता पता दो मंदा हो
अब उपाओ मंगल होगा– ऊंच र व को करता जो
मं दर र व क ज़हर हटाता– उ बढ़ा कुल दे ता हो
सूरज व खाना बर- 6 म संयु त ह तो दोन ह अपना- अपना जुदा- जुदा फल दया
करते ह! टे वे म खाना बर- 2 खाल और पापी ेह का साथ होने पर जातक खद ु माता पता
क आय ु के लए खतरा हुआ करता है ऐसे म मंगल का उपाओ मददगार होगा! खाना बर- 2 म
बह
ृ प त हो या कोई दो त ह हो तो कुल खानदान म उ पर कोई बरु ा असर न होगा!
खाना बर- 9
खाना बर- 12
गम पानी से ज़ म न जलते– राज समा ध बढ़ता हो
सूरज व खाना बर- 12 म संयु त तो दोन ेह का अपना- अपना जुदा- जुदा असर
हुआ करता है ले कन सूरज का असर बल होगा! अगर खाना बर- 2 म द ु मन ह ह तो दोन
ह ेह का असर नक मा/मंदा होगा!
मंद हालत
खाना बर- 1
सरू ज व खाना बर- 1 म संयु त हो और कसी न कसी वजह मंदे हो रहे ह तो ऐसे
जातक क मौत अचानक और कभी कभी अकाल म ृ य ु हुआ करती है !
खाना बर- 2
सूरज व खाना बर- 2 म संयु त होने के समय औरत प हा न का कारन हुआ करता है ,
औरत से नफरत, झगड़ा व हार हुआ करती है !
खाना बर- 4
सूरज व खाना बर- 4 म संयु त व सनीचर खाना बर- 10 म हो तो मौत दन के व त
द रया, नद , नाला या ज़मीन के नीचे के पानी म डूबने से हुआ करती है !
खाना बर- 6
सरू ज व खाना बर- 6 म संयु त और खाना बर- 2 म पापी(राहू या केतू) ह तो ल बी
उ क कोई तस ल नह ं होगी ले कन इसका मतलब यह भी नह ं क उ छोट ह होगी!
खाना बर- 11
असर ह हर दो का मंदा– उ साला 9 होती हो
ख़रु ाक श न का गो त छोड़ा– उ सद तक ल बी हो
सरू ज- शक
ु र
औलाद पैदाइश दे र करता– लाभ सोना नह ं होता हो
एक व त ह एक ह चलता– द गर जा न ट ह होता हो
नु सान 17 साल, दौलत 5 साल, शुकर मंदा 25 साल, शुकर का खराब मगर
सरू ज का अपने लए फल उतम होगा! पता छोट उ म गज़ ु र जावे! लाल- म ी,
गाचनी, काँसी का कटोरा, मसनुई हवाई बह ृ प त! पैदाइश औलाद का मा लक!
नेक हालत
खाना बर- 1
ह मंडल वाह त त हज़ार – असर र व का मंदा हो
शक
ु र औरत हो क मत मार – आग गह
ृ ती जलता हो
लगन पराई औरत मंद – पतंग शुकर का बनता हो
चलन नाल जब हो कभी मंदा– जेल खाना तक पाता हो
औरत मर ज़, काग रे खा वाल , सूरज क भी खद ु म ी खराब करे , पराई औरत के च कर के
कारण जेल खाना तक नसीब हो सकता है , हमरा हय पर शक
ु र के पतंग का बरु ा असर होगा,
औरत को दमागी खरा बयाँ!
खाना बर- 7
औरत से झगड़ा रहे , दोन के संयु त के समय खाल बध ु होगा! बजु ुग पर काग रे खा का असर
मगर खद
ु के लए सूरज खाना बर- 9 जैसा असर दे गा! तीथ या ा 20 साल तक उतम फल
दे वे- औरत क उ तक! तै- मकान(बज
ु ुग ज ी), सुख रं ग(सूरज या मंगल का) दोन ेह क
द ु मनी का बरु ा असर दे गा!
खाना बर- 9
सूरज व शुकर खाना बर- 9 म संयु त तो क मत के अजीब रं ग हुआ करते ह, कभी अमीर
का समंदर उफान पर तो कभी रोट तक के लाले!
खाना बर- 10
राज ता लुक कासए गदाई– मदद ह घर चौथा हो
मंद हालत
खाना बर- 1
सूरज व शुकर खाना बर- 1 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औरत को तपे दक या दमागी
बीमा रयाँ हो सकती ह! काग रे खा का फल होगा रोट तक लाले और राजदरबार(सूरज) क हालत
खराब होगी! जातक पराई औरत क मोह बत के कारन बरबाद होगा कभी कभी तो जेलखाना भी
दे खना पड़ सकता है !
खाना बर- 7
शक
ु र चीज़ का बढ़ता झगड़ा– रे त खाल बध
ु होता हो
दे ता र व वाह 9 का– हाल बज
ु ुग मंदा हो
सरू ज व शक
ु र खाना बर- 7 म संयु त तो अब दोन ेह क जगह खाल बध
ु का असर
होगा!
बज
ु ुग के लए मंद काग रे खा का फल होगा यहाँ तक क रोट तक के लाले ह गे!
बज
ु ुग - ज ी मकान का फश (तै- मकान) लाल रं ग के ह गे तो फल मंदा होगा!
खाना बर- 9
सूरज व शुकर खाना बर- 9 म संयु त तो ी भाग के लए काग रे खा का फल, दौलत के
लहाज से हालत नक मी बि क गर बी ह होगी!
खाना बर- 10
राजा होते हुये भी राजग ी से दरू रहे , सनीचर का फल बरु ा होगा! कसी दस
ू र जगह पर म ी का
पयाला लए फरता होगा या न राजयोग भंग होगा होगा इस मंद ज़हर से बचने के लए साँप को
दधू पलाना चा हए!
औलाद व औलाद क पैदाइश म द कत होगी य क बह ृ प त(सरू ज+शकु र) नीच का होगा
ले कन खाना बर- 4 के ह मद गार ह गे और अगर खाना बर- 4 खाल हो तो का
उपाओ मददगार होगा!
उपाओ:
औरत के बाज़ू पर सोने का कड़ा हमेशा के धारण करना औलाद के लए शुभ होगा!
औरत क सेहत खराब के व त औरत के वजन के बराबर सफेद चर धरम थान म द!
शाद या सगाई के दन से ह जातक खद
ु या उसक औरत गुड़ खाना छोड़ दे वे!
सूरज- मंगल
(जागीरदार का धन)
असर बरु ा न हर दो कोई– भला न होता हो
खाना बर- 1 व 2
सूरज व मंगल खाना बर- 1 व 2 म संयु त तो पहल उ म दोन ेह का चढ़ते हुये सूरज
क तरह उतम फल होगा! ऐसा यि त साफ दल व नेक नयत का हुआ करता है ! ल बी उ
का मा लक और द ु मन पर जीत हा सल करने वाला होता है !
खाना बर- 9 व 10
आल मरतबा 9 होता– उड़ती दौलत 10 मं दर हो
दोन बैठे 10 दौलत बढ़ता- 11 श न- 6 जो
मंद हालत
खाना बर- 1 व 2
सूरज व मंगल खाना बर- 1 व 2 म संयु त ह और टे वे म मंगल बद हो रहा हो तो मैदान-
ए- जंग या द ु मनी लड़ाई झगड़े म मौत होने का खतरा हुआ करता है !
खाना बर- 9 व 10
सूरज व मंगल खाना बर- 9 म संयु त और खाना बर- 11 खाल या दोन ह खाना बर-
सूरज व मंगल खाना बर- 9 म संयु त और खाना बर- 11 खाल या दोन ह खाना बर-
10 म संयु त और खाना बर- 6 म न हो तो अपने भाई बंधुओ ं से धन दौलत के वा ते
झगड़े हुआ करते ह!
वशेष:
बाक के घर म दोन ह संयु त होने के समय दोन ेह का अपना- अपना जुदा- जुदा
फल हुआ करता है !
सूरज- बुध
मुलाज़मत मुति लका कलम, सरकार का धन,
सर स ज़ पहाड़, लाल फटकड़ी, शीशा सफ़ेद
व त मासम
ू ी हलका होता– अमीर बना ख़द
ु सा ता हो
सेहत दौलत और केत ू उ दा– शक
ु र महादशा करता हो
राज ता लुक नौकर शाह – शत ज़ र होती हो
असर मंदे बध
ु केतू मारता– बढ़ता र व बध
ु उ दा जो
सात पहले 2–10 घर बैठे– असर दोन का उ दा हो
क़ मत 13 जो दो क गनते– पूर सूरज दन करता हो
बध
ु दे खे सूरज को ( ि ट कतने भी तशत हो): सेहत उ दा, द ती दमागी
कारोबार नहायत उ दा फल दगे, ी के लए फल शुभ होगा, ले कन अगर टे वे म
न ट हो तो दमागी सदमे झेलने पड़गे!
सरू ज व बध
ु इ ठे (मु तरका): बचपन म क ट ह , औरत क ज़ब
ु ान से नकला
ल ज़ प थर पर लक र होगा! मगर योपार क हालत मंद होगी! बुध का असर 45
साला उ तक योपार के लए जुदा होगा और शुभ न होगा! सूरज व बुध इ ठे
होने के व त सरू ज कभी नीच फल नह ं दे गा, बध
ु खद
ु बेशक मारा जाए या न िजन
घर म सूरज नीच होगा उन घर म बुध का असर मंदा होगा और जहां बुध मंदा
होगा वहाँ सूरज को ध बा लगेगा ले कन बुध क चीज़ हमेशा सूरज को मदद दगी!
दोन को दे खे या बह
ृ प त: मंदे नतीजे ह गे!
नेक हालत
खाना बर- 1
चलती- घम
ू ती- फरती च क – अ ल वज़ीर पाता हो
शेर जंगल या स ज़ पहाड़ी– मा हर रयाज़ी होता हो
खाना बर- 2
सूरज व बध ु खाना बर- 2 म संयु त तो िज मानी दमागी हालात उ दा, माल हालत ह क ,
चाहे सूरज खाना बर- 8 और बध
ु खाना बर- 2 म ह ह मगर खाना बर- 1 का असर
शा मल ह होगा!
खाना बर- 3
कु डल असर न राहू मंदा– न ह बरु ा दो होता हो
खाना बर- 4
राज योपार रे शम होते– चीज़ बसाती बजाजी जो
माया दौलत ज़र इतने बढ़ते– खाल नाल भर जाती हो
सूरज व बध
ु खाना बर- 4 म संयु त तो दोन ह राज योग का फल दगे ले कन दोन का
अपना- अपना जुदा जुदा फल होगा!
खाना बर- 5
सरू ज व बध
ु खाना बर- 5 म संयु त औलाद व बज
ु ग
ु पर कोई अशभु असर नह ं होगा! उ
90 के कर ब होगी! अगर सनीचर खाना बर- 9 म बैठा हो तो बध ु का अब सार उ ह जद ु ा
असर न होगा!
खाना बर- 6
राज सभा खद
ु कलम से अपनी– ऊँचा मुबारक होता हो
क़ायम दोन जब घर 2 खाल – सु खया औलाद से होता हो
खाना बर- 7
घर ससुराल शुकर गो मंदा– बरबाद केतू वाह होता हो
बध
ु असर दे - हर दम उ दा– खाल पड़ा जब दज
ू ा हो
असर ह घर- 2 गो मंदा– आय ु मगर ख़द
ु ल बा हो
सूरज व बध
ु खाना बर- 8 म संयु त के समय अगर खाना बर- 2 खाल हो तो बध
ु का
असर हर तरह से उ दा होगा, अगर खाना बर- 2 म ह ह तो बध ु उनको बरबाद करे गा! दोन
ेह का अपना- अपना जुदा- जुदा फल होगा! बध ु के मंदे असर से बचने के लए शीशे के बरतन
म गड़
ु भरकर शमशान या वीराने म दबाना चा हए!
खाना बर- 9
सूरज व बधु खाना बर- 9 म संयु त के समय राजदरबार व श ा से संबि धत असर 24 साल
क उ से उतम व नेक होगा जो नेक फल का असर 34 साल क उ तक चालू रहे गा! नर
औलाद 34 साल क उ से पहले क़ायम न होगी और न ह जातक क ल क के यहाँ 22 साल
क उ तक नर औलाद होगी! ऐसे टे वे वाले क ल क 6 साल ( सवाए पहले व तीसरे साल के)
क उ तक नहायत मब
ु ा रक सा बत होगी या इसक हर एक बर क ल क और ऐसी ल क
क उ का हर बर का साल (जैसे तीसर लड़क तो तीन बर) वह फल दे गी जो बध ु उस
बर के हसाब से खाने म हुआ करता है ! मंद हालत के समय सूरज या मंगल का उपाओ
मददगार होगा जो ल क के ज म दन पर या इतवार या मंगलवार को भी हो सकता है !
खाना बर- 10
सरू ज व बध ु खाना बर- 10 म संयु त के समय जो फल खाना बर- 1 व 2 का है वह हुआ
करता है ! खाना बर- 1 व 2 के ेह क दो ती व द ु मनी का असर शा मल हुआ करता है !
खा ना बर- 2 खाल होने क हालत म दोन का फल नेक होगा ले कन सनीचर र शप त है
उसका फल शा मल होगा! जातक दौलतम द तो होगा ले कन बदनाम भी होगा नाहक क बदनामी
हुआ करती है !
खाना बर- 11
पाप ज ी घर वाह कोई करता– ज़हर टे वे आ भरती हो
बध
ु र व कोई चाल न चलता– बु नयाद पहले घर होती हो
सरू ज व बध
ु खाना बर- 11 म संयु त के समय अगर जातक के बज
ु ग
ु ज ी मकान म धरम
करम का काम करते रहे ह तो नेक नसीब वाला होगा!
दोन ेह के नेक असर या बरु ा असर खानदान के सद य के वारा ज़ा हर हो जाया करता है
और असर ज ी मकान या ख़द ु के मकान पर होगा! दोन ेह का असर नेक होगा या मंदा यह
खाना बर- 1 के ेह पर नभर करे गा!
खाना बर- 12
सूरज व बध ु खाना बर- 12 म संयु त होने के समय दोन ेह का अपना- अपना असर हुआ
करता है ले कन राजदरबार व ख़द
ु के िज म पर कोई बरु ा असर नह ं होगा बशत क जातक
िज म पर सोना धरण करके रखे! बध ु खाना बर- 11 के लए बयानशुदा उपाओ मददगार होगा!
मंद हालत
खाना बर- 1
सरू ज व बध
ु संयु त खाना बर- 1 म और कसी भी कारण मंदे हो रहे ह तो राजदरबार/सरकार
से झगड़े हुआ करते ह और झगड़ा हमेशा खद ु से उ च अ धकार के साथ होता है और िजस साल
झगड़ा हो और वषफल के अनस ु ार सनीचर टकराव पर हो तो फैसला हक म नह ं हुआ करता
अगर सनीचर 100 तशत ि ट से टकराव दे रहा हो तो फैसला उलट होगा अगर 50 तशत
ि ट टकराव हो तो उसी अनस ु ार फैसला होगा!
खाना बर- 2
सूरज व बध
ु खाना बर- 2 म संयु त और मंदे होने क हालत म क मत के संबंध म धन
दौलत के लए असर मंदा होगा!
खाना बर- 3
सरू ज व बध
ु खाना बर- 3 म संयु त ह और जातक च र ह न(गंदा आ शक) हो तो राहू व
शक
ु र दोन का असर मंदा होगा, जातक बदनाम व मतलब त होगा! बध ु का असा और बध ु के
मंदा होने क वजह से 17/34 साल लगातार नक ु सान ह नक
ु सान होगा!
खाना बर- 5
सूरज व बध ु खाना बर- 5 म संयु त हो और कसी भी वजह से कोई एक या दोन ह मंदे हो
रहे ह तो मौत अचानक हुआ करती है !
खाना बर- 6
पाँव क क न का उं गल अना मका से बहुत बड़ी हो और बध
ु कायम ले कन सूरज खाना बर- 2
के ह क ि ट के कारण मंदा हो तो म दभाग होगा और खद ु क उ भी ल बी नह ं होगी!
खाना बर- 7
सरू ज व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त और टे वे म शक
ु र मंदा या बरबाद हो रहा हो तो
औरत(शुकर) का फल (औलाद- केतू) मंदा और और भी कोई सुख न पावे! ससुराल बरबाद या
औलाद के लए परे शानी बनी रहे !
खाना बर- 8
सरू ज व बधु खाना बर- 8 म और टे वे म मंगल बद हो तो खाना बर- 2 म कोई भी ह हो
बरबाद होगा और बध ु से संबि धत चीज का कारोबार या बध
ु से संबि धत र तेदार (बहन- बआ
ु -
बेट - मौसी) क हालत मंद होगी! ऐसा जातक तबीयतन लड़ाकु स भाव हुआ करता है और च र
भी श क होता है ऐसे जातक क मौत लड़ाई झगड़े म हुआ करती है !
खाना बर- 9
सूरज व बध
ु खाना बर- 9 म संयु त और बध ु कसी भी तरह मंदा हो रहा हो तो 17 से 27
साल तक असर ऐसा मंदा होगा क एक लानत हट तो दस
ू र गले पड़ी होगी! नर औलाद
आमतौर पर 34 साल से पहले कायम न होगी! औरत के टे वे म नर औलाद 22 साल से पहले न
होगी!
खाना बर- 10
सूरज व बध ु खाना बर- 10 म संयु त होने के समय सनीचर का असर शा मल होगा, य क
सरू ज व सनीचर आपस म द ु मन ह अब सरू ज व बध ु का अपना- अपना जद ु ा- जदु ा असर होगा
ले कन सनीचर का फल मंदा होगा! दौलत तो खब ू होगा ले कन बदनाम होगा! ऐसा यि त अपने
काम अपनी बेवकू फ़य के कारण खराब करता है ! अगर हथेल पर दो सतारे ह तो बना मतलब
के तोहमत लगने का डर हुआ करता है ! खाना बर- 1 व 2 के ेह का असर (दो ती या
द ु मनी के हसाब से) शा मल होगा अगर खाना बर- 1 व 2 खाल ह तो सूरज व बध
ु का
असर उतम होगा ले कन सनीचर का असर टे वे म ि तथी के अनस ु ार होगा!
खाना बर- 11
सूरज व बध
ु खाना बर- 11 म संयु त तो असर ज ी मकान या खद ु के मकान क ज़मीन से
संबि धत होगा या न दोन ेह का नेक या मंदा असर खानदान के दस
ू रे सद य पर ज़ा हर होगा
अगर जातक के पव ू ज धरम करम व नेक काम करने वाले हुये तो नसीबा उतम होगा!
खाना बर- 12
सरू ज व बध
ु खाना बर- 12 म संयु त ह तो बध
ु खाना बर- 6 के ह को बरबाद करे गा
ले कन सूरज के कारण खद ु का िज म व राजदरबार ठ क रहे गा बशत कान म सोना पहन कर
रखे वरना फालतू के खच व जहमत गले पढ़ रहे , ना ड़य क खराबी व मग आ द हो सकती है !
सरू ज- सनीचर
र व श न दो इ ठे बैठे– झगड़ा कोई नह ं करता हो
वजह कसी ह जब कभी लड़ते– बुध ज़हर आ भरता हो
2 माश(उड़द) सा लम(साबत
ु )
4 मकान म काले क ड़े
8 पड़
ु पड़ी- ब छू
9 आक(मदार)- टाहल - फ़लाई
11 लोहा
12 गह
ृ सती प रवार- म ल - त तपोश- सर पर टटर
नेक हालत
खाना बर- 1
सूरज व सनीचर संयु त खाना बर- 1 म अगर कोई मंदा हो तो काग रे खा या म छ रे खा
(सनीचर बर- 1 को दे खे), इ ठे होने के व त ऊँट (मंगल बद), 40 बोता (ऊँट का ब चा)
सनीचर, 45 मंदे होगा! मगर जातक म ानी होगा!
खाना बर- 5
सरू ज व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त और सनीचर अपने ज़ाती सभु ाओ के असल
ू पर मंदा
हो तो 9 साल (सनीचर वषफल अनसु ार खाना बर- 5 म) मंदे, डर और भय(खौफ़- ओ- खदशा)
का माहोल होगा!
खाना बर- 6
कयाफा: पाँव क म यमा उं गल अना मका से छोट (सूरज कायम सनीचर मंदा) अगर टे वे म
बध
ु व दोन कायम ह तो सरू ज का फल कु छ हद तक नेक होगा और औलाद कायम होगी
ले कन अगर खाना बर- 2 के ह क ि ट से सरू ज मंदा तो औरत का सख ु ह का होगा! अगर
सूरज कायम और सनीचर मंदा तो और का सुख पण ू होगा!
खाना बर- 8
सूरज व सनीचर खाना बर- 8 म संयु त के समय हाल त कया- ए- मुसा फर जैसा, बाक 6
बचने वाले मकान जैसा हाल होगा! मंदे असर से बचने के लए क ची शाम के व त नीले रं ग के
फूल या नीले रं ग क काँच क गो लयां चौर ते म दबाएँ!
खाना बर- 9
सरू ज व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त तो जातक दौलतम द होगा ले कन मतलब त!
खाना बर- 10
सूरज व सनीचर खाना बर- 10 म संयु त तो दस
ू र के झगड़े म बना मतलब अपनी टांग
अड़ाने वाला!
खाना बर- 11
सरू ज व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त तो असर खाना बर- 9 का होगा सफ मंदा ह सा!
खाना बर- 12
श न र व न झगड़ा करते– न ह शुकर खद
ु मंदा हो
असर व त पर उ दा दे त–े मद औरत सब सु खया हो
सूरज व सनीचर खाना बर- 12 म संयु त होने के समय दोन का झगड़ा नह ं रहता और न
ह शुकर अशुभ हुआ करता है बि क दोन ेह उतम व उ दा फल होगा!
मंद हालत
सूरज व सनीचर टे वे म संयु त ह और कसी कारण मंदे हो रहे ह तो जातक अपनी बरबाद का
खदु िज़मेदार हुआ करता है ! अब यह यु त दो मंह
ु साँप क तरह होगी िजसम मंगल बद व नीच
राहू का असर शा मल होगा! घर म क कर के दर त का होना मंदे भाग क पहल नशानी होगी!
जवानी म तकल फ व सेहत क खरा बयाँ आम ह गी और राजदरबार क कमाई बरबाद होगी!
सूरज व सनीचर कसी ऐसे घर म संयु त ह जहां दोन म से कसी एक का असर मंदा हो तो
सरू ज क उ 22 साला या सनीचर क उ 36 से 39 साला तक असर नीच राहू या मंगल बद
का होगा चाहे टे वे म राहू कतना भी अ छा य न हो और मंगल कैसा भी ऊंच बैठा हो!
उपाओ:
खाना बर- 1
सूरज व सनीचर संयु त खाना बर- 1 म या न म छ रे खा व काग रे खा ईकठ जो क म नई ू
बध
ु होगा, अब राहू व केतू दोन का असर मंदा होगा! बाप(सूरज) कमाये और बेटा(सनीचर) उड़ाये
या न सरू ज से संबि धत कारोबार तो नेक फल दगे ले कन सनीचर से संबि धत कारोबार व
र तेदार बरबाद का कारण ह गे! ऐसे जातक के घर म मनहू सयत भर होगी और दोन ेह के
झगड़े म शुकर बरबाद होगा!
दोन ेह क यु त के समय बह ृ प त व शक
ु र खाना बर- 12 म बध ु खाना बर- 2 म
ह तो खोटे कम का भ डार होगा या हर काम म खोटापन कुदरती होगा, सरकार नौकर म हर
तरह क खरा बयाँ! जब कभी सूरज व सनीचर इ ठे वषफल के अनस ु ार कसी ऐसे घर म आय
जहां सूरज का फल नक मा हो तो पागलखाना या जेलखाना नसीब होगा!
उधाहरन के लए:
बह
ृ प त, व शुकर 12 म बह
ृ प त व शुकर बर- 2 वरना
बध
ु बर- 2 म बध
ु बर- 5 पागलखाना मलेगा!
खाना बर- 5
अगर सनीचर अपने ज़ाती सुभाओ के असूल पर मंदा हो तो वषफल अनस
ु ार खाना बर- 5 म
आने के दन से 9 साल मंदे और डर से भरे हुये ह गे!
खाना बर- 6
हालत मंद - बध
ु हरदम मंदा– भला न रहता हो
चलते सीधा श न रा ता भूला– असर श क सब दे ता हो
बध
ु जब ह गे उ दा– केतू मंदा आ होता हो
कुता मुबारक काला परू ा– वरना सोना उड़ जाता हो
सूरज व सनीचर खाना बर- 6 म संयु त तो सनीचर का असर केतू क चीज (औलाद व
कारोबार) से संबि धत मंदा होगा! असर नहायत मंदा और गर बी का ज़माना होगा, घर म जहां
कभी सोने के तवे हुआ करते थे अब म ी के तवे ह गे! परू ा काला कुता पालना इस मंदे ज़हर से
बचाएगा, घर म जब भी कोई ऐसा लड़का पैदा हो िजसका जनम से ह कोई अंग भंग हो या
आँख म नु स हो तो लड़के क 18 साल क उ के बाद सब गया हुआ धन दौलत वा पस आ
जाएगा!
खाना बर- 7
सरू ज व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त के समय बध
ु खाना बर- 5 और पहले घर म
हो तो जातक को जेल जाना पढ़े गा!
खाना बर- 8
सूरज व सनीचर खाना बर- 8 म संयु त के समय राहू खाना बर- 11 म और बह ृ प त खाना
बर- 12 म हो तो सनीचर क मयाद 36 साल तक सनीचर का असर ज़हर ले साँप क तरह
होगा और वषफल अनस ु ार जब सनीचर मंदा हो रहा हो और सनीचर क चीज से संबि धत
कारोबार कए जाएँ तो ज़हर के वा कयात(घटनाएँ) ह गे, उधाहरन के लए सनीचर व सरू ज 37
साल म खाना बर- 5 म आय और मकान खर दा जाए या सनीचर क चीज का योपर कया
जाए तो औलाद और योपर दोन ह तबाह ह गे!
उपाओ: आमतौर पर ऐसे घर म द वार के अंदर सनीचर क मू त आ द लगी होती है जहां हवा
नह ं जाती इस लए उस द वार म मू त को हवा पहुँचने के लए छे द कर दे ने चा हएँ िजस से
औलाद बरबाद होने से बच जाएगी!
खाना बर- 9
सूरज व सनीचर खाना बर- 9 म सयंु त ह और बध ु खाना बर- 3 म या टे वे म मंगल बद
हो तो खाना बर- 3 व 9 के ह व दोन घर बरबाद ह गे इन ेह और घर से संबि धत
कारोबार व र तेदार दख
ु का कारण ह गे!
खाना बर- 10
द ु नया तोहमत से नाहक मरती– दग
ु नी ताक़त दो चलता हो
बध
ु जभी घर 8 बैठा– कैद राजा का होता हो
सरू ज व सनीचर खाना बर- 10 म संयु त ह या इनके मसनई ु ह शक ु र+बधु =सरू ज,
बह
ृ प त+शक ु र=सनीचर और बध
ु खाना बर- 8 म हो तो दस
ू र के कए मंदे काम के कारण
जातक को क ट ह और जेल तक जाना पढ़े !
खाना बर- 11
म दोन ह संयु त ह और बध ु खाना बर- 3 म तो जो असर खाना बर- 9 म बैठे होने के
समय दया है वह असर होगा!
वशेष: बाक के बचे घर म दोन ह संयु त होने के समय अपना- अपना जुदा- जुदा फल
दया करते ह!
सूरज- राहू
हण र व क क मत होती– वरना उ छोट मरता हो
सूरज व राहू संयु त- शरारती- हलता हुआ हाथी बह ृ प त क हवा बफ़ानी व नराश
करने वाल होगी! द ु मन ेह (शुकर व पापी) के साथ बैठा सूरज िजस भी घर म
होगा उस घर से संबि धत जानदार व बेजान चीज पर असर बुरा होगा और ऐसी
हालत म 22 साल क उ से 45 साल क उ के दर मयान म अपना बुरा असर
दगे! ऐसे म द ु मन ेह को बध
ु क पालना वारा नेक लेना शभ
ु होगा!
अगर सरू ज के द ु मन ह होने के व त दो त ह ( , मंगल, बह
ृ प त सभी या
दो या एक) भी साथ ह तो दो त ेह क जानदार व बेजान चीज पर बुरा असर
होगा और द ु मन ह बचे रहगे! सरू ज के लए राहू का साथ सरू ज के आगे चलने
वाल द वार क तरह होगा या न हण के व त का समय रोशनी तो होगी ले कन
सूरज क गम नह ं होगी! दन के समय भी धूप रात म चंद क चाँदनी क तरह
होगी! राजदरबार म हर काम म बाधा उतपन होगी ले कन हण ख म होते ह िजस
तरह सूरज क रोशनी म तेज़ी आ जाती है वह हाल राहू क उ के बाद क मत
के मैदान का होगा!
ऐसे टे वे म मंगल खदु राहू के अशभ
ु असर को दरू करता होगा! सरू ज व राहू इ ठे
होने के व त अगर शुकर बुध इ ठे ह या बुध क नाल के वारा सूरज से मल
रहे ह तो सूरज हण का बुरा असर नह ं होगा और राजदरबार से कोई न कोई
मदद व धन मलता रहे गा! सूरज 39 साल से लेकर 78 साल तक उतम असर दे गा!
हण का आम अरसा 2 साल और कुल अरसा 22 साल हो सकता है !
खाना खाना
खाना सूरज- राहू खाना सूरज- राहू
बर बर
नेक हालत
खाना बर- 5
सूरज व राहू खाना बर- 5 म संयु त तो राहू क उ तक जातक कसी उ च पद पर आसीन
होगा ले कन मामूल मंश
ु ी या लक नह ं होगा!
मंद हालत
खाना बर- 1
सूरज व राहू खाना बर- 1 म संयु त ह और उसी व त सनीचर या मंगल या दोन खाना
बर- 5 म ह तो ऐसे योग वाला यि त जनमकाल न अंधा हो सकता है !
खाना बर- 3
सूरज व राहू खाना बर- 3 म संयु त होने के व त 34 साल क उ तक बध
ु और केतू का
फल मंदा होगा!
खाना बर- 5
सरू ज व राहू खाना बर- 5 म संयु त तो 21 साल क उ तक औलाद क तरफ से परे शानी
ले कन राजदरबार क तरफ से कोई खराबी नह ं होगी!
उ मंद खद
ु करने वाला- 8 साथी ह होता जो
श न बैठा हो मंदे टे वा– नि ट हुआ या मंदा हो
उपाओ:
चोर या गुमनाम नक
ु सान से बचने के लए जौ को लाल कपड़े म बांध कर अंधेर जगह
बोझ के नीचे रख!
बख
ु ार न टूट रहा हो तो जौ और गुड़ का दान मददगार होगा या जौ को धूध या गोमू म
धोकर द रया म बहाएँ!
सूरज क चमक को कायम रखने के लए शुकर व बध
ु क चीज का दान करना चा हए
सूरज ह के व त राहू क चीज को (खासकर सूरज के द ु मन ेह ) चलते पानी म बहाना
शुभ फल दे गा!
सूरज व राहू के आपसी झगड़े के व त (जब राहू व सूरज दोन ह मंदा असर दे रहे ह ) तो
तांबे का पैसा रात भर आग म जला कर (कम से कम 12 घंटे आग पर रखना होगा) सब ु ह
चलते पानी म बहाना मब ु ारक होगा! जला हुआ पैसा द रया म बहाने के लए ले जाते व त
घर का कोई ब चा सामने नह ं आना चा हए वरना नक ु सान हो सकता है !
सरू ज- केतू
गरमी सरू ज जब साथ हो मलती– केतू होता खद
ु र ी हो
औरत पसर बरबाद गह
ृ ती– बेटा पता पर भार हो
राज कमाई मा लक टे वे– बरबाद बेटे से होती हो
1 नानका घर 7 दस
ू रा लड़का, सूअर, गधा
4 सुनना 10 चूहा
5 पेशाबगाह 11 दो रं गा क मती प थर
6 पज
ू ा अ थान 12 छपकल , मत
ु ब ना
नेक हालत
क मत के मैदान म चाहे सूरज यादा नेक असर न होगा जैसे सूरज के आगे
बादल आए ह कुछ समय के लए असर मंदा होगा य क सरू ज हण न होते हुये
भी सूरज म म ज़ र होगा!
मंद हालत
खाना बर- 2
सूरज व केतू खाना बर- 2 म संयु त ह तो खुद केतू बरबाद होगा िजसके
कारन मामँ ू बरबाद, औलाद बरबाद व पेशाब क नाल क तकल फ़ से टे वे वाला
परे शान होगा!
व शक
ु र संयु त तो दोन ेह के घर ( - 4 व शक ु र- 2 व 7) का हाल
मंदा होगा! शुकर औरत का घर या न टे वे वाले का ससुराल व टे वे वाले क माता का
घर मामंू खानदान के लए यह यु त अशुभ है ! व शुकर 37 साल क उ तक
इ ठे गने जाएंगे और मलावट म शक ु र का असर परू ा तो का असर आधा
होगा! दध
ू और शुकर म ी या न क मत ऐसी होगी जैसे दध ू म म ी मल
हुयी हो!
बार क ज़रा ज़रा हुयी उड़ने वाल म ी शक ु र क है तो जम एक तह बनी हुयी म ी
क है ! खेती के का बल ज़मीन(ज़ेरेका त) को शुकर और िजस ज़मीन पर मकान
आ द बनाया जाए वह क ज़मीन है ! अगर शक
ु र दह हुआ तो दध
ू है ,
दे खने म दधू और दह सफ़ेद ह ले कन दोन के रं ग म फक है ! सूती सफ़ेद कपड़
का संबंध शुकर से है तो रे शमी सफ़ेद कपड़ा क व त ु है !
व शकु र इ ठे या न माता और औरत तो शाद के दन से नंह
ु और सास म
झगड़ा, माता आमतौर पर नह ं हुआ करती और अगर होवे तो अंधी होगी! य द दोन
के बलमुका बल मंगल बद हो तो माता और औरत दोन ह तबाह ह गी!
नेक हालत
खाना बर- 4
10 श न जब टे वे बैठा– उतम माता शूभ होती हो
खाना बर- 7
काम दौलत से पूरा लेत–े माया दौलत सब बढ़ता हो
वरना गाय ह खुसरा कहते– घोडा ऐबी 5 होता हो
खाना बर- 8
व शुकर खाना बर- 8 म संयु त तो जातक नामद वरना बुज़ दल होगा!
अपने ह कारनाम क वजह से का धन और शक ु र का गह
ृ त सख ु बरबाद
करे ! ऐसा जातक स भाव से बदचलन हुआ करता है सेहत व धन दौलत के लए
माता क सेवा या माता समान बूढ़ औरत क सेवा या गऊ दान नेक फल दगे!
मंद हालत
खाना बर- 1
व शकु र खाना बर- 1 म संयु त ह और मंदे हो रहे ह तो औरत क सेहत
मंद होगी, द वानगी, पागलपन व कम याददा त होगी!
खाना बर- 2
व शकु र खाना बर- 2 म संयु त ह और कसी वजह मंदे हो रहे ह तो दध ू
म खांड क जगह म ी मल जैसी क मत का हाल होगा! बह ृ प त का असर भी
नेक फल का नह ं होगा! इ क द ु नयावी का ज़ोर होगा और जातक अपने मंदे
च र के कारन बरबाद होगा!
खाना बर- 4
व शुकर खाना बर- 4 म संयु त होने के समय अगर मंदे हो रहे ह तो
द ु नया से मदहोश तमाम नश (शराब- भांग- चरस- अफ म आ द) म गक रहने
वाला!
खाना बर- 7
खाना बर- 8
हजड़ा बु ू बद चलनी बढ़ती– उजाड़ उ लू कर दे ता हो
सेवा गऊ और माता बढ़
ू – सेहत दौलत सब पाता हो
मकान दौलत सुख द ु नया पूरे– असर शराफत रे खा हो
- मंगल
( े ठ धन)
मीठ गुज़र हो दध
ू शहद क – लाल, चाँद , धन माया हो
आयु उतम और शां त पूर – दान दे ने से बढ़ता हो
असर उतम ह मंडल साथी– शत माया न होती हो
ऊंच नज़र बुध अ ल योपार – शुकर भला कुल पापी हो
कयाफा:
जब धन े ठ रे खा के बुज से शु होकर सर रे खा से जा मले
और उसका झुकाव हो:
1. बह
ृ प त क तरफ तो दोन ह बह
ृ प त को दे खते ह गे या
दोन को बह
ृ प त दे ख रहा होगा तो सबसे उतम ल मी माया
दौलत होगी या दो त क तरफ से पूर मदद होगी!
2. सरू ज क तरफ तो दोन ह सरू ज को दे खते ह गे या सरू ज
दोन ेह को दे खता होगा तो राजयोग व सरू ज का फल
उतम होगा ऐसा जातक उ चअ धकार हो सकता है !
3. शुकर क तरफ तो दोन ेह को यु त होने के समय शुकर
दे ख रहा होगा या दोन ह शुकर को दे ख रहे ह गे तो औलाद
म व न, अपना घन बन बरते ह चला जाए या जातक
अपने धन का सुख न पा सके!
4. बुध क तरफ तो दोन ह संयु त बुध को दे ख रहे ह गे या
बुध दोन को दे खता होगा तो जातक कमाल का योपार ,
व वान व अ लमंद होगा ले कन बहुत धनवान होने क शत
नह !ं
5. सनीचर क तरफ और सनीचर खाना बर- 10 या 11 घर म
न हो तो सनीचर का पूरा नीच फल जहर ले या द रंदे
जानवर से नक
ु सान व मौत का खतरा! ऐसा जातक िज ी
स भाव का अहमक़ हुआ करता है , मौत ज़हर के कारन या
ह थयार के कारन होगी!
6. व मंगल संयु त को केतू दे खे या दोन ह केतू को दे ख
तो कर बी र तेदार लड़का या भतीजा सरकार नौकर म
जाएंगे ले कन जातक को उनक कमाई का कोई लाभ नह ं
होगा!
नेक हालत
खाना बर- 4
व मंगल क यु त खाना बर- 4 म होने पर जातक खब
ू उ दा दौलत का मा लक होगा
ले कन बध ु और सनीचर का साथ खाना बर- 4 या 10 म नह ं होना चा हए!
खाना बर- 7
व मंगल खाना बर- 7 म संयु त तो प रवार और कबीला खब
ू बड़ा हुआ करता है और
धन दौलत क भी कोई कमी नह ं होती!
खाना बर- 9
व मंगल खाना बर- 9 म संयु त ह तो जातक खद
ु तो द ु ट भागवान होगा ले कन औलाद
उतम व अमीर होगी!
खाना बर- 10
शत माया न मंगल गनते– श न फैसला ख़द
ु करता हो
बध
ु मंगल बद नेक आ होते– राज ख़ज़ाने भरता हो
ि ट शत न घर 2 गनते– पाँच ज़हर न दे ता हो
घर चौथे जब श ु बैठे– नाश दोन ह होता हो
खाना बर- 11
खाना बर- 12
व मंगल खाना बर- 12 म संयु त तो जीवन दध
ू म शहद के समान सुखपण
ू होगा! रात
को आराम और दल क शां त पण
ू होगी!
मंद हालत
खाना बर- 7
खाना बर- 9 व 10
खाना बर- 11
- बुध
मां बेट - द रया के पानी म रे त- मैना
तोता- हं स प रंदा- कुवां मय सीढ़ यां
न ट ख़द
ु हो श न मंदा– औलाद केत ू न उ दा हो
श ु पापी से हर दो गंदा– माता बेट न फलता हो
नेक हालत
व बध
ु ऐसे घर म संयु त ह जहां बध
ु भी नेक फल का हो और भी धमा मा हो तो:
बध
ु के अपने घर 3 या 6 या प के घर 7 म ह तो दधू म मगन जैसा हाल और के
खाना बर- 4 म ह तो हालात ख़दु कुशी तक के हुआ करते ह!
दोन कसी ऐसे घर म संयु त ह िजस म कसी एक का फल खराब हो तो दोन ह ह
उ दा फल दगे!
य द दोन ह ह अपने प के घर ( - 4 व बध
ु - 7) से बाहर के घर म संयु त ह और
ि ट से खाल ह तो जातक मान इ ज़त वाला और धनवान होगा मगर आदतन डरपोक
होगा!
जब दोन इ ठे बैठे हुये व बध
ु को बह
ृ प त या सूरज या सनीचर दे खे तो तो सब ह
नेक असर के ह गे!
खाना नंबर- 2
व बध
ु खाना बर- 2 म संयु त ह तो पता क उ कभी श क नह ं होगी और न ह
जातक का धन दौलत व पैतक ृ संप त बरबाद होगी बि क बध
ु अब मदद पर होगा!
खाना बर- 4
व बध
ु खाना बर- 4 म संयु त और हर तरह से कायम तो बेशक मती ह रे जैसा फल दगे!
धन दौलत का गहरा द रया जो हर तरह से शां त दे वे!
खाना बर- 10
समंदर और सफर दोन मोती दगे या न सफर भी होगा और सफर म धन लाभ भी होवे!
बह
ृ प त- 3 का उतम फल साथ होगा! शेर मुखी मकान क है सयत होगी!
खाना बर- 11
मोती समंदर पैदा करती– रोज़ बा रश न होती हो
व त शाद या अपनी ल क – बा रश मोती क होती हो
मंद हालत
खाना बर- 3
व बध ु खाना बर- 3 म संयु त के व त सनीचर व राहू बरबाद ह गे और शुकर का फल
भी मंदा ह होगा खासकर जब खाना बर- 6 म बधु के दो त ह सूरज या शुकर या राहू न ह !
खाना बर- 4
खाना बर- 6
नज़र श क ख़द
ु खन
ू ी होता– माया दौलत वाह लखप त हो
मंगल चौथे घर 8 बैठा– माता मासूमी मरती हो
खाना बर- 7
व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त तो जातक हरदम तबीयत बदलने वाला हुआ करता है !
अगर दल रे खा(क से ख) को बध ु के बज
ु से सीधा खत(ग) आकर मले( च - 1) तो दमागी
सदमे लगा करते ह! अगर दल रे खा(क) और सर रे खा(ख) या (क1 और ख1) क तरह आपस म
मलकर एक रे खा क तरह दखाई द तो जातक तबीयत बदलने वाला या न पता कब कुछ करने
का वादा करे और कब मक ु र जाए या कसी के साथ कया वादा परू ा करने म टाल मटोल के बाद
काम करे या न बकर दध ू तो दे वे ले कन मगन डाल कर जैसी तबीयत का मा लक होगा!
खाना बर- 10
खाना बर- 12
व बध
ु क यु त खाना बर- 12 म अशुभ हुआ करती य क इस घर म व बधु जुदा-
जुदा भी मंदे हुआ करते ह अब टे वे म सनीचर का फल हर तरह से ज़हर ला होगा चाहे टे वे म
सनीचर लाख उ दा बैठा हो!
वशेष: व बध
ु खाना बर- 8 म संयु त होने के समय खाना बर- 4 जैसा मंदा असर
दया करते ह!
बाक बचे घर म दोन ह संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दया करते ह!
- सनीचर
पहाड़ श न मैदान का– कोहसार समंदर बनता हो
एक भला तो दस
ू रा मंदा– मौत बहाने घड़ता हो
ससुराल औरत के उस क माया– काम अमूमन आती हो
बदनाम हुआ मंह
ु द ु नया काला– ज़हर शुकर म भरती हो
श ु जब त त पे बैठे– चोर - हा न- धन जाता हो
उ श न का साथी मलते– पैदा दौलत खुद करता हो
नेक हालत
खाना बर- 1
व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त के समय वह फल दगे जो सरू ज व सनीचर खाना
बर- 10 म संयु त होने के व त पहले लखा है !
खाना बर- 2
घोड़ा काला या कुवां लगाते– कारे रफ़ाए सब उ दा हो
खाना बर- 3
खाल ब स धन होती– दोन पाया घर तीजा हो
खाना बर- 4
उतरे मो तया आंखो उसक – बध
ु चौथे जब बैठा हो
श ु बैठक 10 होती– मौत या हजा पाता हो
खाना बर- 5
व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त के समय जो फल सूरज व सनीचर खाना बर- 1 म
संयु त होने के समय हुआ करता है वह असर होगा! सूरज क रा श और औलाद का घर इस लए
औलाद के लए फल अशुभ होगा! मुसीबत म दख ु यम वालामुखी(आ तश खेज़) पहाड़ क तरह
िजंदगी को धआु ँ धार कर दे वे और के समंदर के पानी म गोता दे ने जैसा होगा!
खाना बर- 6
श न क म ी बोले– चीज़ सब मंदा हो
खाना बर- 7
खाना बर- 8
खाना बर- 9
माया दौलत गो हरदम बढ़ता– असर खद
ु मंदा हो
आबे हयात जो उसको मलता– िज म पर छाले करता हो
व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त होने के समय सनीचर का फल े ठ होगा ले कन
का फल मंदा इस लए धन दौलत के होते हुये भी का बरु ा असर शा मल रहे गा!
खाना बर- 12
व सनीचर खाना बर- 12 म संयु त के समय औरत का सुख ह का होगा! जातक पैसे को
एह मयत न दे ने वाला हुआ करता है (माया पर पेशाब क धार मारने वाला)!
मंद हालत
अगर खद
ु क नज़र पर मंदा असर आ रहा हो तो खल स पानी क जगह कोई न कोई
अगर खदु क नज़र पर मंदा असर आ रहा हो तो खल स पानी क जगह कोई न कोई
चीज़ (दध
ू , खा ड, नींब,ू नमक आ द) मलकर पीय 43 दन लगातार!
नशे वाल चीज का इ तेमाल भी नेक फल दे गा!
साँप को दध
ू पलाना चा हए िजससे बल होगा और नेक फल दे गा!
हण के समय ना रयल व बादाम (सनीचर क चीज़) पानी म बहानी चा हएँ!
व सनीचर दोन मंदे हो रहे ह तो राहू से बचाव के लए सूरज का उपाओ मदद दे गा!
घर के अंदर लोहे के स दक
ू या लोहे क अलमार म चाँद क थाल म पानी/चावल भर
कर था पत कर ले कन यान दोन ह खाना बर- 5 म ह तो यह उपाओ न कर
इसक जगह मंगल व सनीचर क चीज का परयोग करना चा हए!
खाना बर- 1
व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त ह तो वह मंदा असर होगा जो सूरज व सनीचर इ ठे
खाना बर- 1 म दे त े ह!
खाना बर- 2
व सनीचर खाना बर- 2 म संयु त होने के समय अगर मंदे हो रहे ह तो मौत कसी
ह थयार से हुआ करती है और कोई हादसा भी हो सकता है !
खाना बर- 3
खाना बर- 3 चोर का घर है और इस घर म व सनीचर संयु त होने के समय असर मंदा
हुआ करता है धन के लए स दकू ची तो होगी लेक न खाल या न नकद धन क कमी हमेशा
रहे गी ले कन जायदाद के लए असर मंदा नह ं होगा! धन के लए सनीचर रा शफल का हुआ
करता है इस लए उपाओ के का बल है और केत ू का उपाओ सबसे उतम उपाओ है ले कन अगर
टे वे म केतू मंदा हो तो लाल फटकड़ी ज़मीन म दबाना मददगार होगा!
खाना बर- 4
व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त व मंद हालत के समय एक खन ू ी कुआं होगा
ले कन दस ू र के लए! मौत पानी म डूबने से रात के व त होगी खासकर जब सरू ज खाना बर-
1 या 7 या 10 म न हो लेक न अगर सरू ज खाना बर- 1 या 7 या 10 म हुआ तो मौत दन
के व त कसी नद या द रया म डूबने से होगी! अगर बध ु साथ हो या कसी बेवा ी से स बंध
ह तो जातक का धन पानी म दबा होने के समान होगा जो जातक के बेऔलाद होने के कारन या
मौत के बाद दसू र के काम आयेगा! ऐसे म साँप को दध
ू पलाना नेक फल दे गा! अगर चाल
चलन गंदा हो तो अपनी बेवकू फ़य से या फर मो तया के कारन नज़र बरबाद हुआ करती है
खासकर जब बध ु खाना बर- 4 म साथ हो!
खाना बर- 5
धनी दौलत औलाद हो मंदा– द ु खया मस
ु ीबत भरता हो
आ तशखेज़ी धुआँ ज़माना– गक समंदर करता हो
खाना बर- 6
व सनीचर खाना बर- 6 म संयु त के समय दोन ेह ( व सनीचर) से संबि धत
जानदार व बेजान र तेदार व कारोबार से संबि धत फल मंदा होगा, दोन ेह से संबि धत चीज़
बरबाद ह गी या जातक को बरबाद करगी! तीन द ु नयावी कुत (ससुरा घर जमाई, बहन घर भाई,
नानका घर दोहता) के साथ कारोबार स बंध बरबाद का कारन ह गे!
खाना बर- 8
व सनीचर खाना बर- 8 म संयु त और मंद हालत के समय सनीचर क कोई चीज़ जैसे
तेज़ धार ह थयार, कोई जानवर या साँप आ द क मंद घटनाये ह गी! बढ़
ु ापे म नज़र कम होने
क नशानी ले कन अ धा नह ं होगा!
खाना बर- 9
व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो सनीचर का नेक फल कायम
होगा ले कन हर नेक काम म का मंदा असर मला हुआ होगा! अमत ृ जल भी जहर का असर
दे गा!
खाना बर- 10
खतम कुएँ वाह पानी माया– टटू तारे का होता है
उ खतम तक बाक क़ज़ा– द ु खया जगत से जाता है
व सनीचर खाना बर- 10 म संयु त और मंद हालत के समय घर के कुएँ बेशक धन
दौलत से भरे ह या न जातक चाहे िजतना भी अमीर हो सब कु छ खच व बरबाद कर दे गा और
आ खर व त सर पर क़ज़ा छोड़ कर मरे गा! नसीब इतना मंदा क बज ु ुरगी शान- ओ- शौकत म
बदनामी क जहर होगी! अब मनहूस घोडा(ट ू तारे ) होगा!
खाना बर- 12
व सनीचर खाना बर- 12 म संयु त के समय हाल मंदा होगा खासकर औरत का सुख
ह का व रात क नींद खराब होगी!
- राहू
न फ़ उ तक हर दो मंदा– बुध भला न मि दर हो
नेक हालत
खाना बर- 7
राहू घर 7 बैठे– ऊंच शुकर र व 11 हो
खाना बर- 9
न फ़ वाह 9 गनते– हण म म वाह होता हो
खश
ु क कुएँ घर ज ी उसके– पानी दोबारा आता हो
व राहू खाना बर- 9 म संयु त के समय का फल आधा हुआ करता है और हण
से म म भी होने के बाद भी राहू नेक फल हो जाता है , ज ी घर म रौनक होगी और िजस तरह
अ धक पानी से खश ु क कुएँ भर जाते ह उसी तरह भरपरू धन दौलत होगी!
खाना बर- 11
व राहू खाना बर- 11 म संयु त के समय बध
ु खाना बर- 3 और बह
ृ प त खाना
बर- 2 म हो तो औलाद क कमी हुआ करती है ऐसे म शु सोने को आग म गरम करके दध
ू म
बझ
ु ा कर दध
ू पीना उतम उपाओ है !
मंद हालत
खाना बर- 3
व राहू खाना बर- 3 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो 34 साल क उ तक बध
ु व केतू
का फल मंदा होगा!
खाना बर- 7
व राहू खाना बर- 7 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो ससरु ाल घर बलकुल वीरान ह
होगा!
खाना बर- 9
व राहू खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो का खद
ु का फल बलकुल
म म होगा बि क हण लगे क तरह ह का ह होगा!
खाना बर- 12
व राहू खाना बर- 12 म संयु त और मंदे ह तो का फल क जानदार व बेजान
चीज के लए नक मा बि क अब शुकर भी मंदा होगा िजसके कारन गह
ृ त बरबाद होगा!
उपाओ:
- केतू
( हण)
नेक हालत
मंद हालत
खाना बर- 1 व 8
व केतू खाना बर- 1 या 8 म संयु त के समय दोन ह ह मंदे और न ट
माने ह और नाश करने वाले हुआ करते ह!
खाना बर- 2
व केतू खाना बर- 2 म संयु त और मंदे ह तो नमो नया, ग ठया आ द
होगा! हण नए जनमे पहले नर ब चे और गाय के नर बछड़े के पाओं म
चाँद के छले डालने चा हएँ!
खाना बर- 4
व केतू खाना बर- 4 म संयु त तो पापी ेह का मंदा असर नह ं बि क
सारे के सारे ह और टे वा ह धरमी होगा बशत जातक खद
ु आदत से धरमी बन
कर रहे !
खाना बर- 6
व केतू खाना बर- 6 म संयु त व मंदे तो हण का मंदा ज़माना होगा
1 के हर एक काम म कावट पेश आएगी! माता और बेटे के लए यह यु त
खतरनाक है !
खाना बर- 9
व केतू खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो अलग अलग तो इस
घर म दोन उतम असर दे त े ह ले कन अब दोन का नीच जैसा मंदा फल होगा!
खाना बर- 12
व केतू खाना बर- 12 म संयु त और मंदे हो तो कमाई म खूब धन आए
िजसक आवाज़ भी बहुत हुयी ले कन गनने पर शू य ह पायी या न दखावे का
धन!
वशेष: बाक बचे घर म इस यु त के समय दोन ह ेह का अपना- अपना
असर होगा!
उपाओ:
लाल म ी(गे ), ी धन
टे वे म शक
ु र व मंगल साथ ह , साथी ह इ ठे ह या अपने प के घर/रा शयाँ
प रवतन कर बैठे ह तो असर नेक का होगा! तीथ 20 साल, सुख 7 साल,
दोन का फल उतम व नेक होगा!
शक ु र व मंगल टे वे म संयु त ह और दोन को बह ृ प त दे खे तो उतम ल मी योग
है और अगर दोन को व बहृ प त दे खे तो ऐसा धन जो हर तरह से नेक फल
दे गा! अगर दोन को पापी ह या मंगल बद दे ख तो रात दन मुसीबत पे मुसीबत
बनी रहे और गह
ृ त सुख मंदा और मौत बुर तक असर हो!
नेक हालत
खाना बर- 2
ससुराल कुता वह उ दा होगा– नेक मंगल जब होता हो
खाना बर- 3
शक
ु र व मंगल खाना बर- 3 म संयु त के समय जातक का धन भाई बंधुओ ं को
तारने वाला हुआ करता है !
खाना बर- 7
अनाज दौलत न हो कभी घटता– बुध चीज़ न मंदा हो
खाना बर- 8
ऐसे ज मे भान- चू हे आग न मंजे बान
आप मुबारक उतम मान– नंदा जगत कुल करता जान
शक
ु र व मंगल खाना बर- 8 म संयु त और पापी ेह का कसी तरह साथ न
हो तो जातक धनी मानी होगा ले कन जातक हर कसी क नंदा करने वाला हुआ
करता है ! जातक खुद बहादरु व ह मत वाला होगा!
खाना बर- 10
म ी डाल पर- नधन झगड़े– भाई औरत ज़र पाता हो
मंद हालत
खाना बर- 3
शक
ु र व मंगल खाना बर- 3 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो जातक तबीयतन
यभचार हुआ करता है !
खाना बर- 4
औरत भाइय को जड़ से मारे – लेख भला न होता हो
शुकर व मंगल खाना बर- 4 म संयु त तो माता के भाई बंधु खुद तबाह ह गे
शकु र व मंगल खाना बर- 4 म संयु त तो माता के भाई बंधु खुद तबाह ह गे
और टे वे वाले को भी तबाह करगे, असल हालत म उन क मौत पानी म डूबने से
होवे या द ु नयावी डूबने से हो, अब मंगल बद का बुरा असर हर तरफ से उनपर
होगा! शक
ु र व मंगल 4 म जातक दोगुना यभचार और अ याश और इन दोन
के झगड़े म बधु (साल ) बरबाद होगी!
खाना बर- 8
शक
ु र व मंगल खाना बर- 8 म संयु त और पापी ेह से भा वत तो जातक
हर एक क नंदा करने वाला िजस घर म पैदा हुआ उसको तबाह करे और िजसके
साथ हो ले उसको तबाह करे या न िजस दर त पर बैठे उसको जड़ से उखाड़ दे वे
ले कन खद
ु क आय ु को कोई खतरा नह ं हुआ करता!
खाना बर- 9
सेहत औरत क मंद होती– भाई बड़ा खद
ु होता जो
रं ग मंगल का चूड़ी चाँद – बाज़ ू औरत पर उ दा हो
शुकर व मंगल खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औरत क सेहत
खराब ह रहे गी उपाओ के तौर पर औरत के बड़े भाई के हाथ औरत के दवाई
भजवानी नेक फल दे गी! जातक खुद अगर भाइय म बड़ा होगा तो औरत क
सेहत मंगल के कारण मंद होगी ऐसे म चाँद क चूड़ी पर लाल रं ग करके औरत
के बाज़ ू म पहनाएँ!
खाना बर- 10
शकु र व मंगल खाना बर- 10 म संयु त तो र शप त सनीचर के असर के कारण
जातक नधन व झगड़ालू होगा जातक क औरत भी सनीचर रं ग और सुभाओ क
होगी! जातक मामूल बात के लए बड़े बड़े झगड़े खड़े करने क तबीयत का होगा
तल का ताड़ बनाना उसक ज़ाती आदत म शा मल होगा!
शुकर- बुध
न फ़ सरकार मुलाज़मत, मसनुई सूरज, तराज़ू
शकु र व बध
ु टे वे म खाना बर- 4 के सवा कसी भी घर म संयु त ह तो धन
दौलत क कोई कमी न होगी ले कन खाना बर- 4 म दोन का फल र ी होगा!
योपार म भी लाभ हो यहाँ तक क टे वे म सूरज हण के व त भी उ दा नतीजा
होगा जब क शुकर व बुध संयु त मसनुई सूरज का ह काम दे दगे! दोन ह
बराबर ताक़त और मयाद के ह गे अब सूरज क तरह ह 22 साल क उ से शु
होकर 44 साल क उ तक इ ठे ह गे ले कन हकूमत या राजदरबार क कोई शत
नह !ं सरकार से स बंध 22 साल, औरत का सुख 37 साल, दौलत 36 साल द ु मन
40 साल तक दोन का फल उतम होगा!
शक
ु र व बधु ऐसे घर म संयु त ह जहां शक ु र कायम और बध ु उं च होवे जैसे खाना
बर- 3 म तो सर क े ठ रे खा का उतम फल होगा जो अब के बुरे असर से
बचाएगी खासकर जब र ी हो, ले कन अगर हण ह हो तो भी माता के
सुख को छोड़ कर से संबि धत बाक चीज का असर नेक होगा! शुकर अगर
केतू का िज म हुआ तो बुध केतू क टे ढ़ दमु है और बुध शुकर का दो त है ले कन
अगर मंगल कसी भी तरह साथ हो जावे, साथी हो या मक़ ु ाबला पर तो शक ु र क
गाए पर मंगल का शेर हमला करे गा! अगर दोन ह ऐसे घर म संयु त ह जहां
बुध तो उं च का हो ले कन शुकर नीच का जैसे खाना बर- 6 म तो सर क े ठ
रे खा के बुरे असर से तो बचाएगी ले कन औलाद के लए असर मंदे ह गे जैसे
औलाद का दे र से होना या न होना या होना ले कन उ कम होना आ द!
दोन बलमुका बल: जब दोन ह ि ट के खान क शत से बाहर ह तो िजस घर
म शकु र होगा वहाँ बध
ु अपना असर अपनी नाल के वारा मला दे गा और कई बार
नक मे शुकर को भी नेक कर दया करता है ! अगर ि ट वाले घर म ह तो मले
मयाए असर म शकु र का असर बल होगा! अगर दोन अलग अलग घर म ह
(या न बीच म एक घर खाल ) तो अगर बुध पहले के घर म होगा तो शुकर का
फल उ दा और य द शुकर से पहले होगा तो शुकर का फल मंदा होगा और गह ृ त
जीवन नक मा होगा!
दोन ह जुदा- जुदा हो तो:
1. जब ि ट वाले घर म ह चाहे ि ट का दजा 100% या 50% या 25% हो और
बध
ु बैठा हो कंु डल पहले घर म तो दोन ेह के इ ठे होने के असर म ऊंच केतू
का फल शा मल होगा!
2. जब शक ु र बैठा हो कंु डल के पहले घर म तो दोन ेह के इ ठे होने के असर म
ऊंच राहू का असर शा मल होगा!
शुकर हो बध
ु हो खाना असर या होगा
खाना बर म बर म
8 2 दोन ेह का फल र ी 8 का बध
ु मुदा, शुकर जो बह
ृ प त के
प के घर म को बधु मुआफ नह ं करे गा!
2 8 दोन ेह का फल र ी 8 का बध
ु मुदा, शुकर जो बह
ृ प त के
प के घर म को बधु मआु फ नह ं करे गा!
नेक हालत
खाना बर- 1
शुकर व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त तो क मत म नेक म नई ु सूरज ले कन म नई
ु होने के
कारन राजदरबार से संबंध तो ह गे ले कन सरकार नौकर क शत नह !ं
खाना बर- 2
शुकर व बध
ु खाना बर- 2 म संयु त और जातक का चाल चलन उ दा और नेक हो तो दोन
ह ह अपना- अपना उ दा फल दगे, जातक एक कामयाब योपार होगा!
खाना बर- 3
शुकर व बध ु खाना बर- 3 म संयु त तो सर क े ठ रे खा का उतम फल होगा जो के
बरु े असर से बचाएगी या न अगर टे वे म मंदा भी हो तो माता के ईलावा क बाक
सभी चीज का फल उतम होगा!
खाना बर- 4
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 4 म तो खद
ु बध
ु राजयोग दे ता है और बध
ु व शुकर से
संबि धत काम के ईलावा और चीज के योपार भी राजयोग का फल दगे! जातक का कोई मामँू
िजसके यहाँ ल क औलाद हो जातक के लए मददगार होगा!
खाना बर- 5
शुकर व बधु खाना बर- 5 म संयु त के समय औलाद पर कोई बरु ा असर नह ं होगा, दोन ह
ह मसनईु सूरज का असर अपनी ह रा श म दगे!
खाना बर- 6
शुकर व बध ु संयु त खाना बर- 6 म शुकर अपनी नीच रा श म और बध ु अपनी उं च रा श म
फल राजयोग होगा अगर जातक के यहाँ लड़का न भी पैदा हो तो ल क भी सरू ज क तरह नेक
फल दे गी! औरत क मदद और गह
ृ त का सख
ु होगा! अगर सरू ज खाना बर- 2 म हो तो
कताब का काम व छापाखाना के काम बहुत लाभ होवे! सनीचर खाना बर- 2 म हो तो
जायदाद बहुत होगी! खाना बर- 2 म चाहे सरू ज हो या सनीचर ईमानदार का धन हमेशा साथ
दे गा!
खाना बर- 7
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 7 म तो दोन ह अपने प के घर फल अ त उतम! फल व
फूल, घर बार व गह ृ त सुख हर तरह से उतम होगा! उतम योपार व आढ़ती होगा, तराज़ू के
काम म हमेशा लाभ होगा!
खाना बर- 9
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 9 के समय अगर खाना बर- 3–1–6–7–9–11 म से कसी या
इन खान म अलग- अलग , केतू या गु बैठे ह तो बध
ु का फल कभी मंदा नह ं होगा िजस
कारन शुकर भी नेक ह रहे गा!
खाना बर- 10
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 10 के समय खाना बर- 2 भला हो या खाल हो ले कन
नक मा नह ं होना चा हए, तो जातक उ दा सेहत का मा लक और अ लमंद होगा!
खाना बर- 12
शक
ु र व बध
ु संयु त खाना बर- 12 के समय जातक सेहतम द और ल बी उ (लगभग 100
साल) का मा लक होगा!
मंद हालत
खाना बर- 1 व 2
शुकर व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त ह और मंदे हो रहे ह तो जातक अ पआय ु होगा और
पालत ू जानवर का कोई सुख न होगा! खाना बर- 2 म संयु त और मंदे ह तो जातक
च र ह न हुआ करता है !
खाना बर- 3
खाना बर- 4
ससुराल मामंू घर अ सर मंदा– भला न होता हो
उ ट च क बध
ु शुकर चलता– मंदा असर दो दे ता हो
खाना बर- 5
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 5 म और मंदे ह रहे ह शुकर के पतंग का बरु ा हाल होगा,
बना मतलब औरत क बात (ई क जुबानी) सा थय को भी बरबाद करे गा और इस मंदे असर क
नशानी घर म गढ़ा हुआ तंदरू या ज़मीन के अंदर भ याँ ह गी!
खाना बर- 6
शुकर व बध
ु खाना बर- 6 म संयु त ह और सूरज से स बंध हो रहा हो तो औरत से झगड़े व
सोच का वरोध होगा, औलाद म कावट और भ न भ न तरह क तोहमत व तकाजे ह गे!
खाना बर- 7
शुकर व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त के समय य द राहू/केत ू के कारन मंदा हो रहा हो तो
शकु र व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त के समय य द राहू/केत ू के कारन मंदा हो रहा हो तो
शुकर व बध ु भी मंदे ह ह गे ऐसे म शाद व औलाद म कावट पैदा हुआ करती ह! उपाओ के
लए काँसी का कटोरा मददगार होगा!
खाना बर- 8
र ब बनाई ऐसी जोड़ी– एक अंधा तो दस
ू रा कोढ़
राख़ भर दो मलकर बोर – िजतनी उड़े हो उतनी थोड़ी
शक
ु र व बधु खाना बर- 8 म संयु त के समय जातक और उसक औरत एक ऐसी कम
अ ल जोड़ी होगी िजसम एक तो द ु नयावी र म- ओ- रवाज़ को लेकर बेवकूफ़ हुआ तो दस
ू रा
शार रक तौर पर बीमार! शाद और औलाद म खरा बयाँ! शुकर अब अ ल के खलाफ़ काम करने
वाला और बध ु नक मा होने से मामंू व बहन बरबाद! परू ा मारक थान का असर नक मी और
लानत भरा जीवन होगा!
खाना बर- 9
लड़क जनम या उ 17– दोन मंगल बद बनता हो
उ मीद बज़
ु ुग पानी फेरा– मंदा असर 2–9 का हो
शुकर व बध ु खाना बर- 9 म संयु त के समय बध ु के व त से जातक अपनी 17 साल क
उ से या लड़क क पैदाइश के दन से अपने बाप दादा क उ मीद को म ी म मला दे गा
और दोन ह ह मंगल बद का परू ा- परू ा असर दगे!
खाना बर- 10
शुकर व बध
ु खाना बर- 10 म संयु त और अपने दो त के घर म जातक अ लम द व
सेहतम द होगा ले कन अगर खाना बर- 8 खराब हो रहा हो तो दोन ह ह जहर ला असर
दगे!
खाना बर- 11
शुकर व बध
ु खाना बर- 11 म संयु त के समय अपने नजद क रशतेदार व भाई बंधुओ ं से
जुदाई हुआ करती है ! जातक जहां पर भी पहल नौकर करे गा वहाँ अपने शासक के साथ अपनी
बेवकू फ़य से तकल फ़ खड़ी करे गा!
खाना बर- 12
हड़काया कुता या पागल बकर – पेट गाय आ फाड़ती हो
खांड गह
ृ ती रे त हो भरती– शीशा म ी धोका दे ती हो
श ु शुकर बध
ु दज
ू े बैठा– दांत ज़हर श न भरता हो
दज
ू े मगर जब मतर आया– आकाश बानी बध
ु बषा हो
शुकर व बधु खाना बर- 12 म संयु त के समय मंदे हो रहे ह या बध ु उलट असर दे ने लगा
(या न सनीचर या बह ृ प त खाना बर- 2–12–3 म न ह ) या खाना बर- 2 म श ु ह ह तो
दोन ह सेहत व गह ृ ती के लए नहायत नक मा फल दगे! जीवन ऐसे होगा जैसे मंहु म खांड
क जगह रे त डाल ल हो! छोटे छोटे श ु भी काट खाने को आते ह गे और जीवन नक के समान
होगा!
शक
ु र- सनीचर
फ़ज अ याश, काल मच व घी,
ि ट र व पर ह जब करते–मौत भरे दख
ु होती हो
मकान बनाए र तादार के–माया ख़ म हो जाती हो
शक
ु र व सनीचर टे वे म संयु त ह और बुध इनको दे खता हो तो ज़ुबान का
च का जातक क बरबाद का कारन होगा!
शक
ु र व सनीचर टे वे म संयु त ह और सरू ज इनको दे खता हो तो सनीचर
का बुरा असर पूरे ज़ोर पर होगा और मौत भी ददनाक हुआ करती है !
शक
ु र व सनीचर टे वे संयु त और दोन दे ख बह
ृ प त को तो उ रे खा से
छोट सी शाख नकल कर क मत रे खा को मल जाए तो जातक क औरत
जातक क क मत क बु नयाद होगी!
नेक हालत
खाना बर- 1
साथ राहू या केतू बैठा– सात र व आ बैठा हो
दख
ु ज़हमत का पत
ु ला होगा– आग जला दख
ु भोगता हो
शुकर व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त तो दोन ेह असर वह होगा जो शुकर या सनीचर
अकेले खाना बर- 1 म दे त े ह या न यह यु त खरु ाक, माया व रजक पर असर होगा अगर
हथेल पर म छ रे खा हुयी तो असर उतम होगा!
खाना बर- 3
कमाई उ तक दस
ू रे खाते– भला शुकर न होता हो
काम सनीचर ल बे बढ़ते– नफ़ा न बेशक इतना हो
खाना बर- 4
श न- शक
ु र मल- हो जब बैठा– र व भी साथी बनता हो
मौत स त परु दद पाता– क़ ल सूरज दन होता हो
शक
ु र व सनीचर संयु त खाना बर- 4 म तो दोन ेह का अपना- अपना नेक या मंदा फल
हुआ करता है ! अगर धन दौलत को कपड़े क थैल म रखने क आदत हो तो गमु नाम तर के से
नकु सान हुआ करते ह ले कन अगर यह थैल दो कपड़ और दोन कपड़ का रं ग अलग- अलग हो
तो इस नु स से बचाव होगा! सूरज य द इस यु त का साथी ह बन रहा हो तो मौत ददनाक
हुआ करती है और म ृ य ु आमतौर पर र ववार के दन होगी!
खाना बर- 9
पांच छठे गु 10 बैठा– असर भला कुल होता हो
शुकर व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त तो औरत च र ह न (कंजर - बदफ़ेल) होते हुये भी
शाद के बाद नेक औरत क तरह शक
ु र का उ दा फल होगा! औरत व ल मी दोन का परू ा सख ु
होगा!
य द बह
ृ प त खाना बर- 5 या 6 या 10 म (साथ या साथी) हो तो जातक जायदाद वाला
होगा!
खाना बर- 10
हादसा हमल हर दम बचता– क़बीला रे खा म छ होता हो
श न मकान खद
ु बनता उसका– जवाई दौलत ज़र खाता हो
र व बेशक हो साथी बैठा– असर बरु ा न दे ता हो
जायदाद म हर दम बढ़ता– नक़द शत न करता हो
खाना बर- 12
असर वह 9 घर जो होता– मलता 12 म होता हो
मंद हालत
खाना बर- 1
शुकर व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त और मंदे होने के व त काग रे खा जैसा मंदा असर
हुआ करता है , जातक खदु बदचलन व अ याश होगा!
खाना बर- 3
शक
ु र व सनीचर खाना बर- 3 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो जातक क िज़ंदगी और कमाई
खदु क बजाए दस
ू र के काम आए!
जातक का कोई चचा (सनीचर) आवारा औरत से स बंध रखने वाला होगा या चचा क औरत
का च र श क हुआ करता है !
खाना बर- 4
शुकर व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त ह और सूरज खाना बर- 10 म हो तो जातक के
चचा का चाल चलन खराब हुआ करता है ! जातक क खद
ु क मौत ददनाक हुआ करती है !
खाना बर- 7
शुकर व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो कर बी र तेदार उसके साथ
शक
ु र व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो कर बी र तेदार उसके साथ
कारोबार म शा मल होकर जातक का धन खा जाएंगे!
शुकर- राहू
म ी भर काल अंधेर
नेक हालत
खाना बर- 12
असर मंदा जो घर पहले का– रज़क औरत का होता हो
शाम दबाती फूल जो नीला– लेख चमकता होता हो
मंद हालत
शक
ु र व सनीचर संयु त और जातक के मकान का मु य दवार द ण(जनूब) दशा
का हो तो शक
ु र का फल हर तरह से मंदा होगा! औरत क सेहत ह मंद नह ं
शक
ु र व सनीचर संयु त और जातक के मकान का मु य दवार द ण(जनूब) दशा
का हो तो शक
ु र का फल हर तरह से मंदा होगा! औरत क सेहत ह मंद नह ं
बि क उ तक खतरे म ल जाएगी, आमतौर पर औरत का सुख हुआ ह नह ं
करता!
शक
ु र व राहू संयु त के समय पहल मंद नशानी नाखन
ू पर दखाई दे गी या न
ऐसे औरत या मद अपने नाखून को कटवाने क बजाए बढ़ा कर ल बे ल बे और
उन पर रं ग आ द करने का शौक न होने लगेगा या राहू सनीचर क अजसी म रहने
क को शश करे गा अथात जातक शानदार चमक ले सुरमे वाल आँख से फैसला लेगा
िजसका नतीजा राहू क राजधानी या ऐसे जातक क 43 साला उ तक उसके लए
जमाने म हर तरफ कड़वे धए
ु ँ के बादल खड़े ह गे िजससे रात क नींद आमतौर पर
हराम हुआ करती है !
उपाओ: व शुकर दोन ह ेह का इ ठा उपाओ दध ू ( ) म म नन (शुकर)
या ना रयल का दान मब
ु ारक होगा! औरत के िज म के दाय ह से पर चाँद का
छ ला मुबारक होगा!
खाना बर- 1
शक ु र व राहू खाना बर- 1 म संयु त तो औरत को दमागी बीमा रयाँ या खद
ु
टे वे वाले क अपनी सेहत मंद होगी!
खाना बर- 3
शकु र व राहू खाना बर- 3 म संयु त के समय 34 साल क उ तक बुध व
केतू दोन ेह का फल मंदा होगा!
खाना बर- 7
धुआँ म ी घर औरत भरती– असर बुरा ह होता हो
उ औरत न ल बी होगी– केतू न उ दा हो
खाना बर- 12
शक
ु र व राहू खाना बर- 12 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औरत क सेहत
और जातक क खद ु क दौलत आ द खराब होगी!
उपाओ: औरत को या खद
ु जातक को शाम के समय नीले रं ग का फूल म ी म
उपाओ: औरत को या खद
ु जातक को शाम के समय नीले रं ग का फूल म ी म
दबाते रहना चा हए!
शक
ु र- केतू
माता बेटा दो हक़ क़ जोड़ा– र ा बाहम जो करता हो
औलाद- औरत- सख
ु होता परू ा– इ ज़त गह
ृ ती पाता हो
मंदा कोई दो िजस दम होता– िज म औरत केत ू मंदा हो
नेक हालत
खाना बर- 9
शुकर व केतू खाना बर- 9 म संयु त तो दोन ेह का इ ठा फल नहायत उतम होगा, शुकर
अकेला खाना बर- 9 म नहायत मंदा हुआ करता है ले कन केत ू के साथ इसका स भाव नेक
होगा!
खाना बर- 12
औरत बहादरु स त सूअर क – औलाद 12 नर करती हो
स त दौलत म हरदम बढ़ती– उ ल बी सुख रा ी हो
वशेष: बाक के घर इस यु त के समय दोन ह अपना- अपना अलग- अलग फल दया करते
ह!
मंद हालत
खाना बर- 1
बघन औलाद लाव द गनते– इ क़ मंदा ह होता हो
चौथे बैठा जब मंगल टे वे– लाव द मंगल बद बनता हो
शकु र व केतू संयु त खाना बर- 1 म आमतौर पर मंदे हुआ करते ह! औलाद क पैदाइश म
कावट हुआ करती ह यहाँ तक औलाद हुआ ह नह ं करती! इस यु त के समय मंगल खाना
बर- 4 म हो जातक अपने दस
ू रे सा थय क मौत से दख
ु ी होगा और औलाद का सुख भी नह ं
हुआ करता!
खाना बर- 6
बध
ु मदद नह ं शुकर करता– केतू धोका ह दे ता हो
अकेले असर दो बेशक उ दा– इ ठे ज़हर दो होता हो
नेक हालत
खाना बर- 1
मंगल व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त तो:
खाना बर- 2
घर 8 वां जब होता खाल – नेक असर दो दे ता हो
खाना बर- 3
मंगल व बुध खाना बर- 3 म संयु त: बुध इस घर का र शप त है ले कन खाना
बर- 3 चोर का घर और धन के चले जाने का दरवाजा गना गया है ! धन
दौलत के बहुत खेल दे खेगा जो क मंदे मायन म ह य क मंगल बद होकर
बरबाद करने वाला होगा! ऐसे इ सान क सोच व दल के खयालात ह बद हुआ
करते ह जो मन को हमेछा चलायमान रखते ह और खयालात बरु े काम क तरफ
यादा हुआ करते ह यह खरगोश क तीन टांगे जो तीन कोने ह दखलायगी
कभी पौ बारह (12+1) नह ं होगा! अगर बड़ा भाई साथ हुआ तो मदद पर हो तो
धन दौलत के फल नेक ह गे, माता- पता का सुख ल बे समय तक हुआ करता
है !
खाना बर- 4
जान ज़ाती पर बरु ा न होता– कहर गैर पर ढाता हो
मंगल व बुध संयु त खाना बर- 4 म जहां अकेला बुध राजयोग माना है
ले कन मंगल बद होगा इस लए यह यु त जातक अपनी उ के लए तो मंद नह ं
होगी ले कन दस
ू र या न जो भी जातक के साथ जुड़गे नुकसान ह उठायगे!
खाना बर- 6
खाना बर- 8
जुदा जुदा ह बेशक मंदा– केतू भला न होता हो
मला असर यां हरदम उ दा– श न दज
ू े न बैठा जो
मामंू कबीला ऐसा उजड़ा– िज़ंदा कोई न रहता हो
हुआ िज़ंदा जो बदतर मद
ु ा– फ़क र जंगल जा बचता हो
मंगल व बध
ु संयु त खाना बर- 8 के समय दोन ेह का कोई बरु ा असर
नह ं होगा और न ह मंगल बद होगा जब क दोन ह ह जब अलग- अलग व
अकेले अकेले ह तो बरु ा फल दया करते ह!
मंद हालत
खाना बर- 1
मंगल व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त और मंद हालत के समय भाई बंधओु ं पर असर मंदा
हुआ करता है औलाद क भी तंगी होगी! अपना खद ु का जीवन भी बेमतलब लगने लगता है ऐसे
म म ी क सुराह म शहद भर कर वीरान जगह दबाना मददगार होगा, सुराह के इरद गरद
ढाक के प ते रखने से फल और भी उतम होगा!
खाना बर- 3
मंगल व बधु खाना बर- 3 म संयु त के समय बध ु इस घर का र शप त है और मंगल इस घर
का प का ह ले कन बध ु को इस घर म “थक ू ने वाला कोढ़ ” कहा या न बध ु मंदा फल दे ता है
और अपने साथ मंगल को भी बद करता है ! इस यु त के समय चोर आ द से बहुत नक
ु सान
ह गेम माया भी मंदा असर दे गी और मान सक वचार भी नराशा भरे ह गे!
खाना बर- 4
मंगल व बध ु खाना बर- 4 म संयु त, बध ु अकेला इस घर म राजयोग लखा है ले कन मंगल
मंदा ऐसा जातक खद ु न तो बरु ा हुआ करता है और न ह कसी का बरु ा करता है ले कन फर
भी दसू र उसके काम बरु े ह दखाई दगे!
खाना बर- 7
गह
ृ त मंदे म ज़हर वकूए– ज़बान मंद जब होता हो
गु श न से कोई मलते– ज़हर मंगल बद भरता हो
सब का सब ह मंदा होगा– बध
ु मले मंगल से जब
मंगल व बध ु संयु त खाना बर- 7 म तो मंगल का शेर बध ु के दांत वारा शुकर क गाय
पर हमला कर दे गा, इस घर म बध ु अपने प के खाने और राशि त शुकर का दो त है , मंगल भी
शुकर से दो ती रखता है ले कन बधु अब इसम शुकर क कुबानी दे गा या न गह
ृ त सुख बरबाद
और ज़हर क घटनाएँ ह गी य क बध ु अपनी नाल लगा खाना बर- 7 का असर जहां भी
शकु र बैठा होगा वहाँ ले जाएगा और बाक बचेगा मंगल बद! मंगल से रे खा नकल कर सर रे खा
को पार करके बध ु के बजु पर जा नकले तो कसी तरह के नेक असर क उ मीद नह ं य क
मंगल और बध ु बराबर के ह है ले कन बधु मंगल से द ु मनी करता है िजसके कारन ऐसे हालात
ह गे! जातक क ज़ुबान क बदज़ुबानी ह उसक बरबाद का कारन होगी यह हाल तब भी होगा
जब यह रे खा सनीचर या बह ृ प त या सूरज के बज ु का ख करे ले कन दल रे खा पर ख म हो
जाए!
खाना बर- 8
मंगल व बध ु संयु त खाना बर- 8 के समय मामं ू व उसके खानदान के लए नहायत मंदा हुआ
करता है , न सफ मामंू ह बि क उसक आने वाल नसल भी बरबाद करे गा! जातक िजस दन से
होश संभालेगा उस दन से मामंू बरबाद होना शु हो जाएगा आ खर म दख ु ी होकर मामंू घर से
भाग नकले और सर पर राख़ मल कर ह बच सकेगा ले कन घर म रहता हुआ तो मुरद से
बदतर जीवन का मा लक होगा!
खाना बर- 11
शराब खोर खद
ु आँख टे ढ़ – श न गु फल मंदा हो
मकान तवेले दौलत जलती– हार हा न सब दे ता हो
मंगल- सनीचर
छुपते सूरज क लाल पाता– शान बुढ़ापे बढ़ती हो
मंद हालत म राहू मंदा- काग रे खा फल दे ती हो
गु घर फल हर दो उ दा- सु खया गह
ृ ती होता हो
धन दौलत इतना बढ़ता- डाका वहाँ आ पढ़ता हो
लेने दे ने एतबार मंदा- नक
ु सान ल बे वह पाता हो
लाल ह रा न पहनते उ दा– क़ज़ा बीमार दे ता जो
1 बह
ृ पत राज दरबार से संबंध 7 शुकर ी- भोग
2 शुकर खद
ु क शाद /ससुराल 8 मंगल बद मौत- फंदे
3 बध
ु शाद लड़क (ऋतद
ु ान) 9 बह
ृ पत यग- पत ृ
कयाफा:
ि ट:
काग रे खा:
नेक हालत
खाना बर- 1
औरत कबूतरबाज़ी मंद – ख़ून मंदा खुद होता हो
खाना बर- 2
मंगल व सनीचर क यु त खाना बर- 2 म हो तो िजस दन जातक क शाद
होगी या ससुराल से स बंध था पत ह गे तो बह
ृ प त भी उतम फल दे गा खुद
जातक क दौलत खूब बढ़े गी! ससुराल के धन क लहर (शुकर के ज़ रये) मुबारक
होगी और ससुराल भी अमीर होगा! जातक को ससुराल क तरफ से धन दौलत व
जायदाद मला करती है और ससरु ाल खानदान लाव द नह ं होगा!
खाना बर- 3
मंगल व सनीचर क यु त खाना बर- 3 के समय जायदाद बहुत होगी जातक
बहादरु होगा! लड़क के ऋतुदान या शाद के दन से दोन ह अ त उतम फल
दगे!
खाना बर- 4
मंगल व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त के समय था पत होते ह (िजस
दन खेती के ज़मीन खर द जाए या घोड़ी मादा ब चे को ज म दे वे) दोन ेह
का नेक फल शु होगा वरना दोन ह खाना बर- 10 का फल दे त े रहगे!
खाना बर- 7
खाना बर- 9
मंगल व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त ह तो जनम से ह उतम हालात हुआ
करते ह, जातक का पालन पोषण शाह प रवार म हुआ करता है और खुद के पास
भी नेक और शाह दौलत होगी ले कन इस यु त पर बुध का कोई भाव नह ं होना
चा हए वरना फल काग रे खा का होगा!
खाना बर- 10
पोते परोते हर दम बढ़ते– पाप टे वे जब उ दा हो
4 वाह श ु बैठे– दध
ू बगीचे भरता हो
खाना बर- 11
मंगल व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त के समय क मत का असल दन
उस दन से होगा िजस दन बाप क तमाम चीज के बदले खुद क कमाई से
सभी चीज़ बना लेगा! बह ृ प त का घर होने के कारन चोर को फँसाने वाला तो
होगा ले कन माकूल आमदन होते हुये भी करजाई होगा! धमा मा साधू क तरह
बह
ृ प त दोन का फल बरबाद करता जाएगा!
खाना बर- 12
असर दोन दे अपन अपना– नेक भला और उ दा जो
राहू बुरा न टे वे होगा– न ह केतू बुध मंदा हो
मंद हालत
उपाओ:
खाना बर- 1
मंगल व सनीचर टे वे म संयु त हो और बुध मंदा हो तो काग रे खा का मंदा
फल होगा जो सनीचर क उ 36 से 39 साल तक रशतेदार और खुद टे वे
वाले का अपना सब कु छ उजाड़ दे वे! सनीचर का असर बरु ा होगा! बीमा रयाँ
तंग करे गी! औरत क इ कबाज़ी तबाह का बहाना होगी आमतौर पर काल
आँख वाल (जो क गोल ह ) औरत वारा धन दौलत बबाद होगा! भरू
आँख वाल औरत मददगार होगी! पराई औरत कोई वधवा अपनी खूबसूरती
या चालाक से टे वे वाले के स पक म आ जाया करती है और बरबाद का
कारन हुआ करती है !
खाना बर- 3
खाना बर- 4
मंगल व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त और मंद हालत के समय दोन
ह जद
ु ा- जद
ु ा फल दगे ले कन मौत बरु हालत और कसी हादसा म हो
सकती है !
खाना बर- 5
मंगल व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त के समय केतू खाना बर- 1 म
हो दस
ू र नर औलाद या केत ू का उ दा फल 42 साल के बाद नसीब होगा!
खाना बर- 6
मंगल व सनीचर खाना बर- 6 म संयु त के समय केतू खाना बर- 2 म
हो तो जातक एहसान फ़रामोश और खद ु गज़ हुआ करता है ! पेट क बीमा रयाँ
आम तौर पर तंग कया करती ह िजसके लए चीनी या मीठा भोजन या
खाने पीने क मीठ चीज़ धरम थान म दे नी चा हएँ!
खाना बर- 7
मंगल व सनीचर संयु त खाना बर- 7 म और मंदे हो रहे ह तो बुढ़ापे म
नज़र का कमजोर होना इसक नशानी होगी ले कन अंधा नह ं होगा! दमाग
म खरा बयाँ पैदा हो सकती है िजसके लए चरायता इ तेमाल करना चा हए
लाभ होगा!
खाना बर- 8
मंगल व सनीचर खाना बर- 8 जो क मारक थान है म संयु त मंदा
चू हा, या मंद आग जलाने के मा लक ह गे! तीन कोने का मकान या शू य
बचने वाला मकान क मत के लए हर तरह से मंदा होगा, मौत, मातम व
हर तरह क तकल फ़ पेश आएंगी!
खाना बर- 9
मंगल व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त ह तो नहायत उतम हुआ करते
ह ले कन अगर बुध कसी भी तरह से इस यु त को भा वत करे तो काग
रे खा का नहायत मंदा असर होगा!
खाना बर- 11
चोर ठगी हो गु का पेशा– असर मंदे सब दे ता जो
माक़ूल कमाई क़ज़ा होगा– वरना पता खुद जलता हो
मंगल- राहू
हाथी- पापी- न शरारत करता– लेख ज़ाती को उभारता हो
नेक हालत
मंगल व राहू संयु त ऐसे घर म ह जहां क राहू ऊंच होता है (खाना बर- 3 व
6) या दस
ू रे घर म बैठा राहू आम ि ट के नयम अनस
ु ार दस
ू रे ेह क मदद
हा सल कर रहा हो और हर तरह से उतम हो रहा हो तो ऐसा जातक राजा के
समान धनी मानी हुआ करता है !
मंद हालत
उपाओ: अगर रोट पकाने और खाने क जगह एक ह हो या जहां रोट पकाई जाए वह ं
बैठ कर
खाई जाए तो तो राहू मंदा असर नह ं दे सकेगा!
खाना बर- 10
मंगल व राहू संयु त खाना बर- 10 के समय केतू खाना बर- 4 और सूरज खाना बर- 6 म
हो तो पेशाब से संबि धत बीमार व औलाद के मंद हालत होगी!
उपाओ:
वशेष: मंगल व राहू संयु त के समय बाक के घर म दोन ेह का अपना- अपना फल होगा!
मंगल- केतू
शेर क न ल का कुता
मंगल नेक म दोगुना उ दा– श न शुकर जब मलता हो
बर ह कस जीव का दध
ू होगा ह के फल
1 बह
ृ पत शेरनी का दध
ू या गंगा जल सेब
3 घोड़ी का दध
ू चावल
5 मंगल बद ऊंटनी का दध
ू स फ, डेक का फल
6 बध
ु बकर या भेड़ का दध
ू सूखा फूल, हर घास
7 सनीचर भस का दध
ू चने, बादाम
8 राहू ब ल , हथनी का दध
ू जौ, ना रयल
1. एक केतू असल व दस
ू रा म नुई टे वे म शुकर व सनीचर इ ठे तो केतू उं च!
2. एक केतू असल व दस
ू रा म नुई टे वे म व सनीचर इ ठे केतू नीच!
नेक हालत
खाना बर- 2
मंगल व केत ू खाना बर- 2 म संयु त के समय दोन ेह का जद
ु ा- जद
ु ा फल होगा ले कन
जातक एक उतम अ धकार व धनी मानी यि त होगा!
खाना बर- 9
साल 28 हालत बदले- नेक तरफ़ वाह मंदा हो
खाना बर- 10
मंगल व केत ू खाना बर- 10 म संयु त ह तो खाना बर- 9 के लए दया गया उपाओ
मददगार होगा!
मंद हालत
मंगल शेर तो केत ू कुता, शेर कुते क क लड़ाई या न मंगल व केतू के झगड़े म जब केतू ख़द
ु
मंगल के असर को खराब कर रहा हो या जब मंगल बद का असर पैदा हो रहा हो तो दो कुत
(एक काला व एक सफेद एक नर और एक मादा) रखना और उनक पालना करना मुबारक फल
पैदा करे गा!
मंगल व केतू संयु त खाना बर- 4 या 6 के समय केत ू खाना बर- 4 म धरमी ह होगा
और मंगल बद खाना बर- 6 केतू का प का घर है इस लए केतू अब मंगल पर भार पढ़े गा
“या न अपनी गल म कुता भी शेर” वाल कहावत! मंद हालत के व त दोन ह ह मंदा असर
दगे ख़द
ु भी न ट ह गे और घर क कारक चीज को भी न ट करगे!
खाना बर- 8
मंगल व केतू संयु त खाना बर- 8 के समय मंगल का वह असर होगा जो मंगल- 4 के समय
हुआ करता है और केत ू का असर वैसा ह होगा जैसा केतू- 8 म दया करता है या न एक करे ला
और दसू रा नीम पर उगा जैसी मंद हालत होगी!
खाना बर- 10
28 दोन 45 मंदे- केतू भला न रहता हो
गु बैठा हो जैसा टे वे– फैसला 11 होता हो
खाना बर- 11
मंगल व केतू संयु त खाना बर- 11 के समय दोन का वह फल होगा जो मंगल अकेला खाना
बर- 10 म दया करता है ले कन टे वे म मंगल बद नह ं होना चा हए!
वशेष: बाक के घर म मंगल व केतू संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दगे!
Chapter 6
बध
ु के साथ एक ह
बध
ु - सनीचर
जायदाद मनकूला, आम का दर त
बध
ु व सनीचर संयु त के साथ सूरज भी हो तो सूरज व सनीचर का फल नेक होगा
और बधु का कोई फल नह ं (नदारद)!
खाना बर- 4
बध
ु व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त तो बुध का फल कभी खराब नह ं होगा
चाहे भी साथ हो या ि ट स बंध बनाए!
खाना बर- 7
बध
ु व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त तो दोन ह ह अपने दो त शूकर के
घर म, बुध का भी प का घर और सनीचर उं च रा श का इस लए जातक खूब
धनवान और हर तरह से सु खया होगा
खाना बर- 11
बध
ु व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त और सनीचर ज़ाती सभ ु ाओ के असल ू
अनुसार नेक हो तो खाना बर- 3 से कोई सनीचर का द ु मन ह न दे खे तो
ऐसा इंसान गाँव म जाना माना रईस हुआ करता है , दौलत 45 साल नसीब होती
रहे !
वशेष: बाक के घर म बध
ु व सनीचर संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल
दगे!
मंद हालत
खाना बर- 4
बध
ु व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो का फल बरु ा होगा! दस
ू र
के लए ऐसा इ सान खन
ू ी साँप क तरह अशुभ होगा!
खाना बर- 7
बध
ु व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त अगर मंदे हो रहे ह तो जातक शराबी, कबाबी व च र
का ढ ला हुआ करता है ऐसा जातक एहसान फरामोश होगा!
खाना बर- 9
बध
ु उ तक काग क रे खा– बाद श न फल दे ता हो
असर मंदा औलाद न होगा– श न भला ह रहता हो
बधु व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त के समय बध
ु क उ 34 साल तक मंदा हाल होगा
(काग रे खा का फल) और उसके बाद सनीचर अपना फल दे गा जो हर तरह से नेक होगा! औलाद
के लए भी कोई अशुभ असर नह ं होगा!
खाना बर- 11
पाप सभ
ु ाओ जो श न उ दा– या घर तीसरा खाल हो
ज़मीन ज़मीनां गाव होता– वरना श न फल ज़ाती हो
बधु व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त के समय राहू/केत ू क नेक ि तथी हो और सनीचर
ज़ाती सभु ाओ के असल
ू अनस
ु ार नेक हो या टे वे का खाना बर- 3 खाल हो तो फल हर तरह से
नेक होगा!
वशेष: बाक के घर म बध
ु व सनीचर संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दगे!
बध
ु - राहू
तलयर प रंदा जो बड़ के दर त पर होता है
जो व बह
ृ प त के फल को बरबाद करता है
हाथी िज म जब राहू होता– संड
ू ह सा बुध बनता हो
दोन जभी कोई बैठा मंदा– असर मुबारक दो का हो
दोन दज
ू े 9–11–12 बैठे- असर गु न उ दा हो
2–3 या 5–6 बैठे- उ दा असर बध
ु दे ता हो
घर 7 10–11 आते- ज़हर राहू का बढ़ता हो
बध
ु व राहू टे वे म इ ठे ह तो कंु डल के खाना बर- 2–3–5–6 म अपनी कारक
चीज के लए मददगार और मब ु ारक होने के साथ- साथ दस ू र के लए भी
फ़ायदाम द हुआ करते ह!
राहू अगर हाथी का शर र माना तो बुध हाथी क संड ू है , अब बुध प रंद म उड़ने
वाला साँप हुआ तो राहू के साथ सफेद हाथी! बध ु व राहू संयु त या अलग- अलग
मंदे घर जैसे बुध हो खाना बर- 3–8–9–12 और राहू हो खाना बर- 5–1–7–8–11
तो असर नहायत मंदा होगा और जेलखाना या पागलखाना या अ पताल- या
शमशान गले पढ़ता है ! इन ेह के मंदे ज़हर से बचने के लए क चीज़
शमशान म दे नी चा हएँ या शमशान के कुएँ या हड प प का पानी घर म था पत
करना चा हए!
बुध व राहू खाना बर- 7–10–11 म संयु त ह तो जातक के लए मददगार और
मबु ारक ले कन दस ू र के लए बु ू व बेवकूफ दो त क तरह बहुत मंदे हुआ करते
ह, यहाँ दस
ू र का अथ जातक के कर बी र तेदार आ द होगा! जब यह यु त खाना
बर- 1–4–8–9 म से कसी एक म हो तो खुद के असर मंदा होगा ले कन दस ू र पर
कोई बरु ा असर नह ं होगा और खाना बर- 12 म जब दोन ह संयु त ह तो खद ु
अपने लए और दसू र के लए असर बहुत मंदा हुआ करता है ! बह
ृ प त का स बंध
कसी भी तरह दोन क यु त से बने तो बध
ु , राहू और बह
ृ प त तीन का फल मंदा
होगा!
बध ु व राहू क यु त के समय दोन ह ेह म से कौनसा ह बल है इसका फैसला
टे वे वाल क वाणी (गु तार) करे गी! आमतौर पर दोन ेह के इ ठा होने के समय
मंद हालत
खाना बर- 1
बुध व राहू खाना बर- 1 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औलाद क पैदाइश
म कावट पेश आया करती ह!
खाना बर- 3
बध
ु व राहू खाना बर- 3 म संयु त और मंदे तो 34 साल क उ तक बुध व
केतू का फल मंदा हो जाएगा! बहन अमीर खानदान म याह होगी ले कन ज द
ह वधवा हो सकती है या प त के साथ अनबन(नाचाक ) के कारन प त से अलग
हो सकती है !
बध
ु व राहू खाना बर- 12 म संयु त ह तो खद
ु और ससरु ाल घर बरबाद होगा
और आ खर म लाव द क नशानी है ! जातक के मंह ु से जो भी बुर और मनहूस
बात नकलेगी वह सच होगी!
बुध- केतू
ब र एक जानवर िजससे हाथी भी डरता है
खाना बर- 6
साथ ि ट खाल होते– बाहम दोन नह ं लड़ता हो
मंद हालत
खाना बर- 2
साथ ि ट खाल होते– असर दोन का उ दा हो
खाना बर- 3 या 11
बध
ु व केतू खाना बर- 3 या 11 म संयु त ह तो दोन ह ह मंदे और बरबाद फल के ह गे!
खाना बर- 5
बध
ु व केतू खाना बर- 5 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो जब टे वे वाले क उ 17 साल क
हो और उसक बहन के घर लड़का पैदा हो तो उस लड़के क उ श क हुआ करती है ! ऐसे
लड़के क ल बी उ के लए दान मुबारक होगा!
खाना बर- 6
बधु व केतू खाना बर- 6 म संयु त के खाना बर- 2 के ह क ि ट के कारन सफ केतू
मंदा हो रहा हो तो बरु ा असर सफ केतू क चीज पर होगा ले कन अगर बध ु मंदा हो रहा हो तो
न सफ बध ु क चीज के लए मंदा होगा बि क ऐसा इ सान दस ू रे रशतेदार के लए नह मंदा
हुआ करता है !
खाना बर- 12
बध
ु व केतू खाना बर- 12 म संयु त के समय बध ु व केतू दोन ह ह बरबाद ह गे, और 17
से 34 साल क उ म केत ू से संबि धत िज मानी अंग (टांग- पेशाबगाह- कमर- र ढ़ क ह डी
आ द) मंदे या बरबाद ह गे!
ऐसे समय म बध
ु खाना बर- 12 का दया हुआ उपाओ कर!
Chapter 7
सनीचर के साथ एक ह
सनीचर- राहू
मौत और बजल कायम सांप क म ण
अ प आय ु या शान बज़
ु ग
ु - न ट ज़माने करता हो
ना भ ऊपर हो आदमी मारे - दौलत नीचे से जलता हो
सनीचर व राहू संयु त को इ छाधार साँप कहा है , िजसम सनीचर अगर साँप माना
तो राहू साँप के सर क म ण होगी जो साँप के ज़हर को चूस कर इ सान को
िज़ दा करने क ताकत रखे! सनीचर अगर प थर हुआ तो राहू उस प थर म चमक
होगी! मौत कायम(या न सनीचर नेक) तो राहू उसक सवार हुआ! हाथ पर साँप का
नशान या िज म पर पदम का नशान होगा! अगर यह तल/पदम का नशान तल
से कु छ बड़ा हुआ तो टे वे म राहू मामूल है सयत का होगा, अगर दर मयाना
याह(काला) नशान जो अंगूठे क पहल पोर के नीचे आ जाए तो पदम कहलाएगा
जो हर हाल म सुभ गना है और अगर यह नशान अंगूठे क पोर से बड़ा हो तो
लसन या ेह के हण का नशान होगा िजसका फल मंदा होगा!
नेक हालत
खाना बर- 2
सनीचर व राहू खाना बर- 2 म संयु त के समय बाएँ हाथ पर नाग का नशान तो सनीचर अब
इ छाधार साँप क तरह तारने वाला होगा! अब दोन ह ेह का ससुराल खानदान पर कोई बरु ा
असर नह ं होगा!
खाना बर- 3
सनीचर व राहू खाना बर- 3 म संयु त के समय खाना बर- 11 म हो तो माता क
सेहत व उ अ छ होगी! दल क शां त के लए द रया म चावल बहाने चा हएँ!
खाना बर- 9
सनीचर व राहू खाना बर- 9 म संयु त और ि ट खाल हो तो नहायत मुबारक, भार कबीला
सनीचर व राहू खाना बर- 9 म संयु त और ि ट खाल हो तो नहायत मब
ु ारक, भार कबीला
व शाहाना धन दौलत होगा!
खाना बर- 12
सनीचर व राहू खाना बर- 12 म संयु त ह और कसी ह क ि ट म न ह और न ह कोई
ह साथ हो तो हाथ के दाय ह से पर शेषनाग (उतम और मददगार साँप) का नशान हो- तो
दमागी खाना बर- 12 राज़दार - फरे ब व अपना भेद छुपाने वाला होगा! हर काम चालाक से
करने वाला इ सान हुआ करता है !
वशेष: बाक के घर म दोन ह संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दया करते ह!
मंद हालत
उपाओ: मंदे सनीचर व मंदे राहू के लए कए जाने वाले उपाओ करने से लाभ होगा!
खबरदार : सनीचर व राहू संयु त के समय:
खाना बर- 7
सनीचर व राहू खाना बर- 7 म संयु त के समय जातक का गह ृ त जीवन हर तरह से बरबाद
होगा चाहे सनीचर क अ छ हालत के होते हुये जातक कतना ह हो शयार य न हो! अगर टे वे
म शुकर भी मंदा हो रहा हो या मंदे घर (खाना बर- 8 या 9 या 4) म हो तो शाद के दन से
औरत का सुख या औरत का फल (नर औलाद) मंदा होगा!
खाना बर- 9
सनीचर- केतू
नेक हालत
खाना बर- 6
उध रे खा जब पीठ पे पाता- उ 70 तक चलती हो
असर दोन का हर दम उ दा– गुज़रान भल सब होती हो
सनीचर व केतू खाना बर- 6 म संयु त के समय जातक क पीठ पर (पीछे क तरफ गदन
से शु होकर गुदा तक ल बी सी लक र जो शर र को दो ह स म बांटती दखाई दे ) तो उ 70
साल क होगी और दोन ह ह उ दा असर के ह गे! धन दौलत भी ठ क होगा!
खाना बर- 8
मौत न कारा है ब द गनते– नज़र रहम ख़द
ु करता हो
जुदा जुदा वाह लाख मंदे– मलते असर दो उ दा हो
सनीचर व केतू खाना बर- 8 म संयु त के समय जातक अगर दसू र के त रहम दल होगा
तो आय ु को कोई खतरा नह ं हुआ करता! दोन ह ह अलग- अलग खाना बर- 8 म मंदे गने
ह ले कन इ ठे होने के समय दोन का फल उ दा होगा!
खाना बर- 9
असर मुबारक उतम होता- भार क़बीला पाता हो
वशेष: सनीचर व केतू संयु त होते हुये भी बाक के घर अपना- अपना फल दया करते ह!
मंद हालत
खाना बर- 8
सनीचर व केतू खाना बर- 8 म संयु त ह और मंदे हो रहे ह तो दमागी खाना बर- 14 का
असर होगा जातक अहं कार का पत
ु ला और अपनी मज़ करने वाला जो क इस यु त के मंदा होने
के कारण होगा!
वशेष: सनीचर व केतू संयु त और मंद हालत के समय बाक के घर म अपना- अपना फल दगे
Chapter 8 and 9
राहू- केतू
राहू- केतू
केत ू पहले राहू बाद यासर माया
मंद हालत
उपाओ:
राहू क मंद हालत व उसके बरु े असर से बचाव के लए चंदर का उपाओ और केतू
क मंद हाला व उसके बुरे असर से बचाव के लए सूरज का उपाओ मददगार होगा!
खाना बर 1 या 7 म राहू बैठा हो और केत ू खाना बर 4 या 10 म बैठा होने के
समय अगर बरु ा असर आ रहा हो तो इन खान म ऊंच के ठहराए हुये ेह का
उपाओ कया जाएगा!
खाना बर- 4 पर तो बह
ृ प त का उपाओ मददगार होगा!
खाना बर- 7 पर तो सनीचर का उपाओ मददगार होगा!
खाना बर- 1
सूरज बैठे घर हण राहू का– भला चंदर फल दे ता हो
केत ू त त हो िजस दम पाता– ऊंच असर र व होता हो
खाना बर- 2
दोन बैठे आठ दज
ू े– घूमती ह चाल हो
हो जो बैठा आठ टे वे– ज़हर उसका हाल हो
खाना नंबर- 4
बाप ता लुक केतू उ दा– माता चंदर पर मंदा हो
खाना नंबर- 8
हु म दोन ले श न का चलते– लेख पंघड़
ू ा घम
ू ता हो
असर श न का मलता गनते– बैठा टे वे वह जैसा हो
खाना नंबर- 2 का ह (राहू या केत)ू खाना नंबर- 8 म मला हुआ गना जाएगा
और जीवन एक पंघूड़ े क तरह हुआ करता है कभी अश(आकाश) पर तो कभी
फश(ज़मीन) पर सनीचर टे वे म अपने ज़ाती स भाव के अनस ु ार जैसा होगा वैसा
ह उसका फल मला हुआ गना जाएगा!
खाना नंबर- 10
दो त दोन बन श न के चलते– चोट आ ख़र करता जो
चंदर र व दो म म आधे- मंगल गु से डरता हो
खाना नंबर- 11
दोन बराबर एक यारह– मदद श न 3 करता जो
राहू उड़ा दे गु टे वे से- केत ू चंदर ले मरता हो
खाना नंबर- 12
नीच राहू तो ऊंच हो केतू– चंदर न फ़ और ह का हो
बह
ृ प त- सरू ज- चंदर टे वे म संयु त के समय फल अ त उतम हुआ करता है ! तीन
ह आपस म दो त ह और टे वे म असल चंदर के साथ म नूई चंदर भी होगा या न
जातक इक़बालमंद होगा, उतम योपर व कलम का धनी होगा िजससे दस ू र को भी
लाभ होवे! हािज़र माल के योपर से ख़ुद को व सा थय को लाभ हो!
बह
ृ प त- सूरज- शुकर
बह
ृ प त- सूरज- शुकर टे वे म संयु त के समय शुकर क चीज से संबि धत
कारोबार म लाभ हो! इस यु त के समय शाद के दन क मत जागेगी और औरत
भी रं ग, सुभाओ व क मत के स बंध म जातक के लए भा यशाल होगी!
बह
ृ प त- सूरज- मंगल
बह
ृ प त- सूरज- मंगल टे वे म संयु त और तीन नर ह व दो त इ ठे बह ृ पत
(शेर बबर), सरू ज (नर शेर) व मंगल (चीते जैसा शेर) या न तीन शेर का टोला,
आमतौर पर दो शेर इ ठे एक जगह नह ं रह सकते ले कन जब शेर का टोला हो तो
जातक ऐसा इ सान होगा िजसके साये म तीन ह ह उतम फल के ह गे और
जातक नेक व उतम क मत का मा लक होगा! सूरज (जातक ख़ुद), बह ृ पत
(जातक के बाप- दादा) व मंगल (बड़ा भाई या ताया या मामंू) म ह मत होगी क
वह तीन- तीन शेर का अकेला ह मक़
ु ाबला कर सके और द ु नयावी ता लक
ु म
जातक को कम- से- कम खून क सज़ा फांसी दे ने का अि तयार होगा या न ऐसा
जातक कसी राजा के समान उ च पद पर आसीन हुआ करता है ! अगर यह यु त
खाना नंबर- 8 म हो तो जातक योग- अ यास का जानकार होगा!
बह
ृ प त- सूरज- बुध
बह
ृ प त- सरू ज- सनीचर
बह
ृ प त- सूरज- राहू
बह
ृ प त- सूरज- राहू संयु त के समय अनाज के भ डार व राजदरबार क तरफ से
आग का धुआ ँ बढ़ता होगा या न हर तरफ से नुकसान! घर के संबंधी भी जातक के
साथ चोर जैसा बरताव करगे अथात तीन ह ेह का फल जला हुआ होगा ले कन
खाना नंबर- 5 म यह तीन ह इ ठे बैठे भी कोई बुरा फल नह ं दगे!
बह
ृ प त- सरू ज- केतू
बह
ृ प त- सरू ज- केत ू संयु त के समय सरू ज का फल नहायत मंदा होगा सवाय
खाना नंबर- 5 के जहां तीन ह ेह का फल उ दा होगा!
बह
ृ प त- चंदर- शुकर
बह
ृ प त- चंदर- शुकर क यु त के समय क मत का अजीब हाल हुआ करता है
जातक कभी शाह तो कभी मलंग(फ़क र), कभी ख़श
ु हाल कभी नंग होगा! नेक हालत
के व त क मत के लहाज़ से म ी म से दध
ू नकले क तरह नेक व उतम फल
होगा ( सवाय खाना नंबर- 7 के), जातक क माता नहायत नेक व उतम सभ
ु ाओ
वाल होगी! इस यु त के समय शाद के दन से धन दौलत आगे बढ़ना ब द हो
जाएगा बि क कम होना शु हो जाएगा!
तीन ह खाना नंबर- 7 म संयु त के समय जातक श मा के परवाने क तरह
इ क क लहर म जल मरने वाला हुआ करता है ! इस यु त के समय य द टे वे म
सूरज भी मंदा हो तो जातक एक नाकामयाब आ शक होगा जो बदनाम और तबाह
ह होगा!
बह
ृ प त- चंदर- शक
ु र खाना नंबर- 2 म ह और टे वे म मंगल न ट हो रहा हो तो
बहुत बड़ा बह
ृ प त हुआ करता है और जातक बेऔलाद हुआ करता है !
बह
ृ प त- चंदर- मंगल
बह
ृ प त- चंदर- मंगल संयु त तीन ह ह आपस म दो त पीपल(बह
ृ प त),
नीम(मंगल) व बड़(चंदर) का दर त जो हर तरह से उतम होता है अब तीन ह ह
उतम फल दगे!
बह
ृ प त- चंदर- बध
ु
बह ृ प त- चंदर- बध
ु संयु त के समय दलाल के काम म बहुत फायदा हुआ करता
है ! अब तीन ह ेह का ( सवाय खाना बर- 2–4–6 के) उतम फल होगा और बुध
भी मददगार होगा ले कन जातक लाख प त होते हुये भी मस
ु ीबत से घरा रहे गा!
बह
ृ प त- चंदर- बध
ु खाना बर- 2 म संयु त के समय धन दौलत के लए उ दा
ले कन पता क उ पर भर हुआ करता है !
तीन ह खाना नंबर- 3 म संयु त के समय तीन का फल नहायत नक मा हुआ
करता है !
तीन ह ह खाना नंबर- 4 म संयु त के समय धन दौलत उ दा व उतम हुआ
करता है ले कन माता पर असर मंदा होगा!
बह
ृ प त- चंदर- सनीचर
बह
ृ प त- चंदर- सनीचर क यु त ( सवाय खाना नंबर- 2 व 9 के) के समय तीन
ह ेह का उ दा और आपस म दो ताना फल होगा खासकर बह ृ प त व सनीचर
का फल नहायत उ दा होगा! ऐसा इ सान एक पारस प थर क तरह दस
ू र को
तारने वाला हुआ करता है ! माता- पता का साथ व सुख ल बे समय तक ा त
होगा!
तीन ह खाना नंबर- 2 म संयु त के समय खाना नंबर- 8 कतना भी मंदा य
न हो और उसका नहायत बुरा असर खाना नंबर- 2 म जा रहा हो ले कन इन तीन
ेह के समय चंदर कभी मंदा नह ं होगा!
तीन ह खाना नंबर- 9 म संयु त के समय चंदर का फल मंदा हुआ करता है !
क मत के मैदान म जीवन भंवर म फंसी नाव क तरह होगा!
तीन ह खाना नंबर- 11 म संयु त ह तो माता- दाद - ताई- चाची- मौसी ख़ुदकुशी
से मर या मार जा !
बह
ृ प त- चंदर- राहू
बह
ृ प त- चंदर- राहू संयु त के समय बह ृ प त चुप होगा (या न कोई असर नह ं दे
सकेगा) ले कन गुम न होगा! बह
ृ प त व चंदर का फल ( सवाय खाना बर- 12)
भी खराब न होगा, खाना नंबर- 12 म बह
ृ प त व चंदर का फल मंदा रहे गा ले कन
बाक के घर म मद व ीय का सुख ह का हुआ करता है ले कन जान पर कोई
बुरा असर नह ं होगा सफ आपसी सुख या न आपसी खयालात म फक हुआ करता
है !
बह
ृ प त- चंदर- केतू
बह
ृ प त- चंदर- केतू संयु त के समय तीन ह ेह का फल मंदा होगा! सांस लेने
तक क हवा भी बफानी होगी या न दम घ टने वाल या न बह
ृ प त खराब और
चंदर का फल ऐसे होगा जैसे पीने के पानी म पेशाब मला हो और केत ू मंदा होने के
कारन सफ़र मंदा होगा!
बह
ृ प त- शक
ु र- मंगल
बह
ृ प त- शक ु र- मंगल क यु त के समय जातक ऐश- ओ- इशरत व इ क म डूबा
रहने वाला हुआ करता है , तीन ह संयुक बहुत बड़ा शुकर होगा िजसक नशानी
होगी बहृ प त का बज
ु बड़ा होकर मंगल क तरफ को नकला हुआ होगा और
नतीजा होगा लाव द !
बह
ृ प त- शुकर- बुध
बह
ृ प त- शुकर- बुध संयु त के समय शाद - शुदा िजंदगी बरबाद होगी!
तीन ह (बह ृ प त- शुकर- बुध) खाना नंबर- 7 म तो धन दौलत यादा नह ं होगा
ले कन रोट - पानी के पैसा आता रहे गा! म नई
ू सरू ज का असर हमेशा मदद पर
होगा इस लए बह ृ प त पीले रं ग क गैस का काम दे गा चाहे गैस जहर ल ह य न
हो!
बह
ृ प त- शक
ु र- सनीचर
बह
ृ प त- शक ु र- सनीचर टे वे म संयु त ह तो फल उतम हुआ करता है खासकर
जब तीन ह खाना नंबर- 9 म ह बाक के घर म दो नेक और मददगार साँप
ह गे (एक तो सनीचर असल दस ू रा म नई
ू बह
ृ प त+शक ु र)! ऐसे जातक क प नी
मसक न(चुपचाप) ब ल क तरह होगी जो अपने ह ट (तब सुम) क हं सी व आंखो
के इशार से झगड़े फसाद का कारन हुआ करती है !
बह
ृ प त- मंगल- बध
ु
बह
ृ प त- मंगल- बध
ु संयु त कंु डल के कसी भी घर म तो फल नक मा हुआ
करता है खासकर जब राहू कसी न कसी तरह इनसे ि ट स बंध बना रहा हो या
साथ ह बैठा हो!
बह
ृ प त- मंगल- बधु खाना नंबर- 8 म संयु त ह और उसी समय टे वे म राहू
खाना नंबर- 11 म हो और केतू खाना नंबर- 5 म तीन नर औलाद को दमा क
शकायत होगी और टांग म कोई न कोई क ट हुआ करता है िजसके लए टे वे वाले
को अपने शर र पर सोना धारन करना चा हए!
बक रय को क चे चने सबत
ू (सफ़ेद या काले) खलाने चा हएँ!
छोट क याय (जो रजस ला न हुयी ह ) को बादाम दे कर
आशीवाद ले !
बह
ृ प त- मंगल- सनीचर
बह
ृ प त- मंगल- केतू
बह
ृ प त- मंगल- केतू क यु त के समय खुद अपनी क मत व केतू का फल 45
साल क उ तक नक मा हुआ करता है ले कन 45 साल क उ तक कोई भाई
जो लंगड़ा होगा नधन होते हुये भी जातक क मदद करे गा, कभी कभी ऐसा भाई
भी बेमतलब हुआ करता है !
बह
ृ प त- बध
ु - सनीचर
बह
ृ प त- बध
ु - सनीचर खाना नंबर- 7 म संयु त के समय अगर बध
ु उ दा हो तो
उतम म छ रे खा (हर तरफ धन दौलत क बरकत) हो!
बह
ृ प त- बुध- सनीचर खाना नंबर- 12 म संयु त के समय नहायत नेक व उतम
फल होगा, बध
ु अब कसी अमतृ कु ड क तरह होगा जो रात के व त भी कसी
गुमनाम चौक दार क तरह टे वे वाले के प रवार व दौलत क र ा करे गा!
बह
ृ प त- बुध- सनीचर खाना बर- 3 या 8 या 9 म संयु त ह तो बुध मंदा होगा
और मंद काग रे खा का फल दे गा ज़ुबान का च का(शराब व कबाब) बरबाद का
बहाना होगा!
बह
ृ प त- बुध- राहू
बह
ृ प त- बुध- केतू टे वे म संयु त होने के समय जातक चाहे लाख प त य न हो
ले कन खद
ु के लए कंजस ू होगा खासकर जब यह यु त खाना नंबर- 12 म हो
ले कन जातक नधन नह ं होगा!
बह
ृ प त- बुध- केतू
बह
ृ प त- बुध- केत ू संयु त के समय “मद क माया व दर त का साया” टे वे वाले
के साथ चलता होगा या न जातक क क मत हर जगह साथ दे ती होगी, खासकर
जब तीन ह खाना बर- 2 म तो क मत हर जगह मदद दे गी और दौलत व
प रवार का सख
ु होगा!
बह
ृ प त- सनीचर- राहू
बह
ृ प त- सनीचर- राहू संयु त के समय सवाय ख़ुद के खाना नंबर- 2 म आमतौर
पर मद का सख
ु कम हुआ करता है ! बह
ृ प त- सनीचर- राहू खाना नंबर- 2 से
संबि धत र तेदार (बह
ृ प त- बाप या दादा, सनीचर- चाचा, राहू- ससुराल) ख़ुदकुशी
कर लेगा खासकर जब जातक के ज ी मकान क द ण दशा म मकान से कुछ
दरू पर क तान या कोई क हो!
जब तीन ह ह खाना नंबर- 12 म संयु त ह तो बह
ृ प त चोर, राहू धोकेबाज़
और सनीचर ज़हर ला मंदा सांप होगा और तीन ह ेह से सबि धत हरे क ह से
संबि धत मंडी घटनाएँ ह गी!
िजस घर म तीन ह संयु त ह गे उस घर से संबि धत चीज का कारोबार व
रशतेदार का बुरा हाल होगा, ऐसे जातक को अपने खानदान के साथ मलकर
जीवन यतीत करना चा हए य क खानदान से अलग होकर जीवन यतीत करना
तबाह क पहल नशानी होगा!
बह
ृ प त- सनीचर- केतू
बह
ृ प त- सनीचर- केतू संयु त के समय बरु और मंद हवा के हमल से औलाद
क पैदाइश म कावट व औलाद न ट हो जाया करती है , इसके ईलावा के से
संबि धत र तेदार व चीज का कारोबार का हाल भी मंदा होगा!
बह
ृ प त- राहू- केतू
बह
ृ प त- राहू- केतू संयु त के समय राहू ज़माने क घड़ी क चाबी, केत ू उस चाबी
का कुता और बहृ प त दोन को चलाने वाला ह होगा या न हर शरारत का
मक़ु ाबला करना पड़ेगा और हर तरफ क मत का उ टा च कर चलता होगा िजसके
कारण जातक चाहे िजतना भी सोच समझ कर और बच कर चलने क को शश करे
ले कन ेह के कारण क मत क हे रा फेर का च कर तो बना मतलब खरा बयाँ
और दख ु को सामने खड़ा कर दे गा!
Chapter 2
सरू ज के साथ दो ह
सरू ज के साथ दो ह
सरू ज- चंदर- शक
ु र
सरू ज- चंदर- शक
ु र टे वे म संयु त के समय जातक अमीर हो या गर ब जब कभी भी
होगा तो दोन
बहुत अ धकता म ह गी या न जीवन ऐसा हुआ करता है क कभी तो अमीर का
द रया तफू ान पर होगा और कभी गर बी इतनी क रे त के कण म भी कोई चमक
न होगी खासकर जब तीन ेह क यु त खाना नंबर- 9 म हो मगर यकती ख़ुद
इंसा नयत और शराफत का पुतला होगा!
सरू ज- चंदर- बध
ु
सरू ज– शक
ु र- 3 तो रात के व त जातक क बहन से लड़ाई हो और ब चा
चंदर- म, राहू- 2 पैदा होने क खबर पर जातक घोड़े पर बैठ कर ससुराल को
बध
ु म जाए तो घोड़े से गर कर मौत होगी!
संयु त!
केत-ू 8 म
सनीचर- 6
म हो!
सरू ज- चंदर- राहू संयु त के समय चंदर बरबाद होगा िजसके कारन द ु नयावी धन-
दौलत का कोई सुख न होगा और माता का साथ सुख क बजाए दख
ु का कारन
होगा, रात दन दोन व त द ु खया व ल बी उ क भी तस ल न होगी ले कन यह
ज र नह ं क उ छोट होगी!
तीन ह खाना नंबर- 5 म संयु त के समय सरू ज का फल उतम होगा ले कन
खाना नंबर- 5 क कारक चीज़ औलाद वगैरह बरबाद होगी ले कन बीज न ट न
होगा
उपाओ: बध
ु का उपाओ या दग
ु ा पज
ू ा नेक फल दगे!
सूरज- चंदर- केत ू टे वे म संयु त के समय केतू का फल मंदा होगा, जातक चाहे
लाख प त य न हो दख ु ी ह होगा ऐसे म अ ल भी साथ नह ं दया करती! उ भी
श क हुआ करती है !
सूरज- चंदर- केतू टे वे म सूरज का असर टे वे वाले के लए उतम होगा ले कन केतू और चंदर
संयु त खाना नंबर- 5 दोन बरबाद ह गे िजसके कारन औलाद न ट होगी ले कन न ल बंद
म! नह ं होगी!
उपाओ: बध
ु का उपाओ या दग
ु ा पज
ू ा नेक फल दगे!
उपाओ:
सरू ज- मंगल- बध
ु
सरू ज- बध
ु - सनीचर संयु त के समय सरू ज व सनीचर अपना- अपना काम करते
ह गे, बुध साथ होने के कारण दोन ह ेह का आपसी झगड़ा नह ं होगा! तीन ह
ह चाहे मंदे घर म संयु त ह फल उ दा होगा ले कन बह
ृ प त का फल मंदा
होगा खासकर जब तीन ह खाना नंबर- 2–5–9–12 म संयु त ह !
सूरज- बुध- सनीचर क यु त सूरज के उ दा होने वाले घर म हो तो बुध से
संबि धत कारोबार/ योपर व दमागी कारोबार के लए उ दा ह गे!
सूरज- बुध- सनीचर क यु त सनीचर के उ दा होने वाले घर म हो तो जायदाद
मला करती है जो और भी बढ़ती होगी!
सरू ज- बध
ु - राहू क यु त के समय शा दयाँ एक से यादा होने का योग है ले कन
सरू ज- बधु - राहू क यु त के समय शा दयाँ एक से यादा होने का योग है ले कन
जातक के लए सूरज का कोई मंदा असर नह ं होगा! बुध क चीज का कारोबार या
बुध से संबि धत र तेदार जैसे बहन आ द के प त का राजदरबार मंदा होगा इस
अशुभ असर को दरू करने के लए चंदर का उपाओ करना चा हए!
सूरज- बुध- केतू
शक
ु र- मंगल- बध
ु टे वे म संयु त के समय शाद , औलाद व टे वे वाले क उ के
लए तीन ह ह मंदे असर के ह गे खासकर जब यह यु त खाना नंबर- 3 म हो!
शक
ु र- बध
ु - केत ू संयु त के समय तीन ह ह मंदा असर दगे खासकर जब यह
शकु र- बध
ु - केत ू संयु त के समय तीन ह ह मंदा असर दगे खासकर जब यह
यु त खाना नंबर- 7 म हो तो शाद और औलाद म स त खरा बयाँ ह गी!
मंगल- बध
ु - सनीचर संयु त ह चाल के अनस ु ार दो मंदे साँप अब इस यु त के
समय सनीचर दो गुना मंदा असर दे गा सेहत के मामले म आँख क खरा बयाँ,
ना ड़य या खून से संबि धत नु स और धन के मामले म क मत मंद होगी!
उपाओ:
मंगल- सनीचर- केतू संयु त के समय मंगल बद का असर ज़ोर पर होगा! मकान
(सनीचर) आमतौर पर क चा और प का ह सा मलकर बना हुआ होगा िजसम
नीम का दर त (मंगल) व कुता (केत)ू मोजूद ह गे और तीन का फल मंदा होगा!
Chapter 6
बध
ु के साथ दो ह
बध
ु - सनीचर- राहू
बध
ु - राहू- केतू
बध
ु - राहू- केत ू संयु त के समय हर व त सर पर मौत गँज
ू ती होगी खासकर जब
वषफल के अनुसार तीन ह खाना नंबर- 1 म आय (राहू/केत ू आमने सामने के घर
म हुआ करते ह ले कन वषफल के अनुसार जब साथ लगते घर म ह तो एक घर
म मल सकते ह) इसक नशानी होगी जातक क ज़ब ु ान व हलक के क वे का रं ग
कालापन लए हुये होगा ऐसे म जातक अपने खून के सभी रशतेदार क बरबाद
का कारन होगा, खदु भी स तानह न होकर नहायत मंद मौत मरे गा!
बध
ु - राहू- केत ू क यु त के समय य द सनीचर खाना नंबर- 8 म हो तो सभी ह
खाना नंबर- 8 म संयु त गने जाएंगे और बुध- राहू- केत ू का अपना- अपना शुभ
या अशभ ु फल होगा जैसी क टे वे म उनक ि तथी हो!
Chapter 7
सनीचर- राहू- केतू
सनीचर- राहू- केतू
तीन का मु तरका टोला पापी ह कहलाता है ,
तीन काल ल
ै ोक टोला- पापी ह 3 होता हो
पाप क म ल पाप बनाता- दरबार श न ले जाता हो
पापी मंदे गु हो ख़द
ु मंदा- फैसला श न एक करता हो
मकान श न नेक हालत बनता– उलट बने गरवाता/ बकवाता हो
पापी ेह का आम सुभाओ
बह
ृ प त- सरू ज- चंदर- मंगल टे वे म संयु त के समय जातक का यि त व उतम
बहृ प त के समान होगा! पूरा संसार ऐसे जातक का आदर मान कया करता है ! इन
चार ेह क यु त टे वे म कह ं भी हो ले कन बह
ृ प त खाना नंबर- 4 का उ च फल
साथ होगा!
बह
ृ प त- सूरज- शुकर- मंगल
बह
ृ प त- सूरज- शुकर- बुध
बह
ृ प त- सूरज- शुकर- बुध संयु त के समय तीन ह खाना नंबर- 3 म ह और
खाना नंबर- 11 खाल हो तो सब ु ह के समय सरू ज क तरफ को मंह
ु करके गाय ी
पाठ करने से भा य बुल द होगा
बह
ृ प त- चंदर- बुध- सनीचर
बह
ृ प त- चंदर- बुध- सनीचर खाना नंबर- 2 म संयु त ह तो जातक क संगत
मंद हुआ करती है और जातक खोटे करम व पापी तबीयत होगा! यह चार ह
अगर खाना नंबर- 6 म संयु त ह तो जातक नेक संगत का मा लक होगा, धन-
दौलत उ दा और नेक नाम वाला होगा!
बह
ृ प त- चंदर- बुध- राहू
बह
ृ प त- चंदर- बुध- राहू संयु त के समय राहू का असर 42 साल क उ तक
खराब हुआ करता है ! िजस घर म यह चार ह बैठे ह उस घर जानदार व बेजान
चीज के लए फल मंदा होगा! कभी- कभी चार ह ह आपस म द ु मन होते हुये
और जो दो त ह वोह दस
ू रे दो त जोड़े से मलकर नेक असर दे दया करते ह!
बह
ृ प त- बुध- सनीचर- राहू
बह
ृ प त- बुध- सनीचर- राहू अगर टे वे के खाना नंबर- 12 म सयु त ह िजस काम
म भी जातक पया पैसा लगाएगा उसी म सब बबाद करता चला जाएगा ले कन
अगर ससरु ाल(राहू) या चाचा(सनीचर) के पैसे से कारोबार करे तो उतम लाभ होगा!
Chapter 2
सरू ज के साथ तीन ह
सरू ज- चंदर- शक
ु र- बध
ु
सरू ज- चंदर- शक
ु र- बध
ु क यु त वाला जातक नेक तबीयत और भले काम करने
वाला हुआ करता है ! माता- पता क धन- दौलत क ि तथी उतम और मान इ ज़त
वाले ह गे!
सरू ज- चंदर- बध
ु - केतू
सरू ज- चंदर- बध
ु - केत ू क यु त अशभ
ु हुआ करती है ! इस यु त वाले जातक के
पता क मौत पानी म डूबने से हुआ करती है या वो आ मह या कया करता है !
सरू ज- शक
ु र- बध
ु - सनीचर
सरू ज- शक
ु र- बध
ु - सनीचर क यु त नहायत मंद हुआ करती है ! जब यह यु त
खाना नंबर- 4 म हो तो जातक अपना सारा जीवन धन जोड़ने म बता दे गा ले कन
उसका इ तेमाल दस ू रे कया करते ह! दो औरत के होते हुये दोन क दोन बेऔलाद
हुआ करती ह और इनका चाल चलन भी ठ क नह ं हुआ करता! ख़द ु जातक क
िजंदगी भी बेमायनी हुआ करती है और आ खर व त क टपूण हुआ करता है यहाँ
तक क जातक पानी क बंद ू को तरस जाए!
सूरज- मंगल- बुध- सनीचर संयु त के समय जातक का जीवन उस उड़ते पतंग क
तरह हुआ करता है िजसका कोई ठकाना नह ं होता! टे वे के िजस घर म इन चार
ेह क यु त होगी उस घर क जानदार व बेजान चीज पर चार ेह का मंदा
असर होगा!
य द यह चार ह न ट हो रहे ह तो जातक म लाख लोग से मक़ु ाबला करने क
ताकत हुआ करती है और य द चार ह कायम ह तो जातक दस ू र को लूट- लूट
कर धनवान हुआ करता है !
Chapter 3
चंदर के साथ तीन ह
चंदर- शक
ु र- मंगल- बध
ु
चंदर- शक
ु र- मंगल- बध
ु क यु त अशभ
ु हुआ करती है ! चार ह ेह का फल मंदा
होगा और यह मंदा असर उस दन ख म होगा िजस दन जातक अपनी लड़क क
शाद करे गा!
चंदर- शक
ु र- मंगल- सनीचर
चंदर- शक
ु र- मंगल- सनीचर टे वे म संयु त और दल रे खा आगे से दो शाखाइ हो
तो राजदरबार से संबंध उतम हुआ करते ह! गुज़ारा अ छा हुआ करता है खासकर
जब यह यु त खाना नंबर- 2 म हो
शक
ु र- मंगल- बध
ु - राहू या केत ू जब भी चार ह संयु त ह तो शाद म आमलोग
बर खलाफ़ हुआ करते है और धन हा न भी हुआ करती है खासकर जब यह यु त
खाना नंबर- 7 म हो!
Chapter 5
मंगल के साथ तीन ह!
मंगल- बध
ु - सनीचर- राहू
नर ेह व ी ेह (िजसम बध
ु न हो) के साथ कसी पापी ह का संयु त होना क
पंचायत हो तो जातक क मत का धनी, उ च अ धकार , नेक औलाद वाला होता है ! जातक
को दौलत, गह
ृ त व औलाद का पणू सखु हुआ करता है , ख़द
ु क उ ल बी हो चाहे
जातक द ु नयावी बात म बेअकल ह य न हो “अ ल का अंधा व म ी का माधो”!
टे वे म बह
ृ प त- सूरज- शुकर- बध
ु - सनीचर संयु त ह तो:
1. राहू के लए जौ व ना रयल आ द!
2. केतू के लए केले या खटाई वाल चीज़!
3. सनीचर के लए बादाम, सगरे ट/बीड़ी या नशे क दस
ू र चीज़!
4. सबसे उतम तो होगा जातक ख़द
ु ह अधम हो जाय!
तमाम ह