Laal Kitaab - GrahPhal Vichar

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Notion

Press
Old No. 38, New No. 6
McNichols Road, Chetpet
Chennai - 600 031
First Published by Notion Press 2017
Copyright © Dr. Amar Aggarwal 2017
All Rights Reserved.
eISBN 978-1-947988-01-9
This book has been published with all reasonable efforts taken to make
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ख़ुद इ सान क पेश न जावे, हु म बधाता होता है

सुख दौलत और सांस आ खर , उ का फैसला होता

(बीमार का इलाज है , मगर मौत का कोई इलाज नह ं-द ु नयावी हसाब कताब है , कोई
दावा-ए-खुदाई नह )ं

पं डत प चंद जोशी जी वारा र चत ंथ लाल- कताब के बारे म कु छ भी लखना मेरे


बस से बाहर क बात है य क पं डत जी एक खदु ाई आ मा थे और म इस न वर संसार
से जुड़ा हुआ एक साधारण इ सान! फर भी पं डत प चंद जोशी जी और लाल- कताब के
बारे म कु छ श द लखे बगैर इस ंथ क मह वता को समझना अ त क ठन है !

पं डत प चंद जोशी जी का ज म 18 जनवर , 1898 को नकोदर (पंजाब) के नज़द क


फरवाला नामक गाँव म हुआ! पं डत जी भारत क डफस एकाऊंटस स वस म नौकर
करते हुये एक उ च पद से सेवा- नवत हृ ु ए! अपनी इस नौकर के दौरान पं डत जी दे श के
भ न- भ न बड़े शहर म भी रहे ! कहते ह क छोट उ म पं डत जी को ह त-रे खा का
ान ख़ुद-ब-ख़ुद दै वक शि तय के कारण हुआ! अपनी नौकर के दौरान एक बार जब
पं डत जी अपनी छू टयाँ बताने के लए अपने गाँव आए तो पहल रात उ हे वपन
अव था म एक अ य शि त (गैबी) कट हुयी और उस शि त न कु छ पंि तयाँ प के
प म बोल ं और यह ं से पं डत जी क यो तष क पढ़ाई शु हुई! कताब के शु म ह
पं डत जी न इस बात का वणन कया है :

लखा था जब क़ मत का कागज़, व त था वह गैब का


अथात जब इस व या का ान हुआ उस समय अ श या न खुदाई शि तयाँ काम कर
रह ं थी िजसम इस सांस रक भेद भाव क कोई गंज
ु ाइश न थी!
लाल- कताब के संधब म पहल कताब “लाल- कताब के फरमान” 1939 म छपी थी
और यह कताब “सामु क-शा ” व ल ण वचार पर थी िजसको “ई म-ए- कयाफ़ा” कह
कर पक ु ारा गया! इसके बाद 1940 म “सामु क क लाल- कताब के अरमान” नमक
पु तक छपी जो क क पहल कताब क पूरक कताब थी या न “फरमान और अरमान”
को एक साथ पढ़ने क ज़ रत है ! उसके लगभग एक साल बाद 1941 म “लाल- कताब,
तीसरा ह सा” के नाम से एक कताब आयी जो सफ क वता के प म थी और इसको
“गुटखा” कह कर पुकारा गया! ई वी 1942 म “ई म समी क क ‘लाल- कताब’ तरमीम
शदु ा” के नाम से एक संपरू ण कताब िजसम 1939 क कताब का सामु क का भाग,
1940 क कताब का यो तष शा का ह सा और 1941 क कताब का क वता का
ह सा शा मल कया गया और यह कताब अपने आप म पहल तीन कताब को संजोय
हुए है ! सबसे आ खर म ई वी 1952 म “लाल- कताब” के नाम से एक महान ंथ का
नमाण हुआ! लाल- कताब ंथ अपने आप म यो तष शा म एक अ त ु ंथ है !
इस ंथ के रचीयता पं डत प चंद जोशी जी क पु य आ मा को मेरा शत-शत नमन!

डॉ. अमर अ वाल


कल, आज और कल या न भूतकाल, वतमान काल और भ व य काल, यह तीन ल ज़ या
जीवन के तीन पढ़ाव हर इ सान के साथ चलते ह और इन तीन ह समय पर हमारा
कोई वश नह ं बि क नय त वारा नधा रत हर एक पल का हसाब- कताब एक गैबी
ताकत के हाथ म हुआ करती है और इ सान बना वजह ख़दु को करदार बनाने क
नाकाम को शश म लगा रहता है और हवा म तैरने क बेफ़ज़ूल को शश करता है जब क
हर एक इ सान के जीवन का अ छा या बुरा समय उस गैबी ताकत के हाथ म हुआ
करती है , जैसे:

न ज़ र न स ताकत, न ह अंग दरकार हो

लेख चमके जब फ़क र , राजा आ दरबार हो

ऊपर क दो पंि तय म इसी संधब म बात प ट हो जाती है ! ऐसा ह कु छ मेरे


जीवन का घटना म रहा! 70 के दशक म आयुव दक च क सीक व दवा ोशी का
कारोबार शु करके जीवन क बुलंद को छूना और ख़ुद को सव प र समझना ह जीवन
था ले कन वह गैबी ताकत और उस ताकत वारा नधा रत सतार का खेल कु छ और
ह था िजसने मेरे जीवन को 360 के अंश पर मोड़ दया और 1995 म मने यो तष
सीखना शु कया और दो साल के बाद यो तष पढ़ाना शु कया! मुझ े यो तष म ले
जाने वाला कोई ह है तो वो है राहू, आम तौर पर यो तष क कु छ चीज को लेकर
आम म रहता है और लोग गुमराह भी इसी म के कारण होते ह और वो चार चीज़
िज ह मने नरथक पाया, वो ह राहू क दशा, साढ़े -सती का चलना, काल-सप योग/दोष
और मांगल क दोष का होना! इन चार चीज को लेकर आमतौर पर यो तष के जानकार
के माथे पर बल पड़ते आम दे खने को मले जब क असल जीवन म इन चार को इतना
गंभीरता से नह ं लेना चा हए यह मेरा ख़ुद का तजुरबा है !

सन 2001 म मेरा जुड़ाव अ खल भारतीय यो तष संघ, द ल (AIFAS) से हुआ और


इस सं था से जड़
ु ने के बहुत सीखने को मला! कुछ समय के बाद इसी सं था न मझ
ु े
Governor (AIFAS) चंडीगढ़ व ह रयाना के लए नयु त कया! यो तष े म
लगभग 50 से यादा लेख भी लखे जो यो तष क भ न- भ न प काओं म छपे!

उपलि धयाँ:

1. AIFAS conferred me with “Rishi Parashar”।


2. I was conferred with highest state award in 2008 by Punjab
Government।
3. Member Of Board Of Studies, Mewar University।

म अपने सभी म व स बि धयो के त कृत हूँ जो सदै व मेरे सहयोग म रहे ह!


यह लाल- कताब का ह सा लखते व त सफ एक बात यान म रह क िजन लोग
को उद ू जानकार नह ं उनके लए यह वषय आसान हो सके! यह एक नया यास है
िजसम लगभग सभी पाँच सं करण को शा मल करने क गु ताखी क है ले कन मंशा
सफ यह रह क लोग को समझ आ सके! इ सान हूँ और गलती हमेशा इ सान से हुआ
करती है इस लए लाल- कताब क जानकार से अनुरोध है क इस कताब को शो धत
करने म अपनी-अपनी राय तुत कर अ त आभार रहूँगा!

डॉ. अमर अ वाल

मकान नंबर-650, सै टर-25,

पंचकुला (ह रयाणा)

मोबाइल नंबर: 9888288888, 9814002574


इ सान बंधा ख़ुद लेख से अपने, लेख बधाता कलम से हो
कलम चले ख़द
ु करम पे अपने, झगड़ा अ ल न क़ मत हो
अगर इन दो पंि तय पर गौर कया जाए तो बलकुल सप ट होता है क इ सान अपने
कम से ह अपनी क़ मत, अ छाई या बुराई को कम कर सकता है और उसके अ छे या
बरु े कम का हसाब- कताब ख़द
ु बधाता के पास होता है और उ ह ं कम को आधार बना
कर बधाता हर इ सान के पैदा होने के साथ ह अपनी कलम से इ सान का भा य
लखता है ! इस बात को अगर गौर से समझा जाए तो हर इ सान अपने ख़ुद के पूव-ज म
के कम को लेकर पैदा होता है और इस ज म म उनको भोगना पड़ता है , ले कन अ छा
भा य लेकर पैदा हुआ इ सान अपने अगले ज म के लए अपने कम के वारा और
अ छा भी कर सकता है और बगाड़ भी सकता है , इस व त य के संधब म नीचे लखी
दो पंि तय पर यान द और इ ह याद भी रखना ज़ र है :

अभी तो चाक पे जार है र स म ी का,

अभी कु हार क नीयत बदल भी सकती है !

यह दो पंि तयाँ इस कताब का नचोड़ भी हो सकती ह य क यह ंथ कोई मामल ू


ंथ नह ं बि क इ सान को जीवन म सह रा ता दखने वाला सं कार और अ या म पर
आधा रत बहुमु य का य ंथ है ! कु छ लोग को एक म है क लाल- कताब कोई
तां क कताब है या फर सफ उपाओं के लए लखी गई कताब है ले कन यथाथ म यह
स य नह ं य क इस ंथ का मूलभूत आधार हमारे सं कार और धरम है ! सं कार के
त तब होना और धरम क पालना ह इस ंथ क सीख है ! इसके ईलावा हर एक
ह के अंतगत आने वाले संबं धय क मान इ ज़त इ सान के जीवन के लए तर क
का रा ता है !
लखत जब बधाता कसी क हो श क , उपाओ मामल
ू बता दे ती है
ह फल व रा श के टुकड़े दो करती, या रे खा म मेखा लगा दे ती है

इस बात से एक बात साफ नकलती है क क़ मत के मैदान म अगर कोई ह श क


के घेरे म हो उसका नदान बहुत ह आसान और मामूल व कम क मत के उपाओं वारा
स भव है !
जैसा क पहले बताया जा चुका है लाल कताब ंथ पाँच कताब के प म छपा है
और 1952 का सं करण बाक के चार थ का इ ठा नचोड़ है ! इस ंथ को समझने
के लए इसका क वता का ह सा समझना अ त आव यक है य द उसको छोड़ दया गया
तो यह ंथ समझना मिु कल ह नह ं बि क असंभव है य क यह मेरा ख़द
ु का अनभ
ु व
है !

म और लाल- कताब का सफ़र: लाल- कताब से मेरा संपक सन2000 म हुआ जब एक


सज न न हमको लाल- कताब सखाई और वो कताब सफ 150 स ह म सी मत थी!
उस व त तक मुझ े लाल- कताब के थकार का नाम भी पता नह ं था और िजस
महापु ष न मुझ े यह कताब पढ़ाई उसका कहना था क यह उसक ख़ुद क लखी हुयी है
और वह नो स बाद म लाल- कताब के कायदे के प म छप गए! सन 2007 म मेरे
परम म ी योगराज भाकर, प टयाला नवासी, न मुझ े उद क ू े असल दो ंथ दये जो
क सन 1942 व सन 1952 के सं करण थे उस व त मझ ु े इस कताब के ंथकार के
नाम का पता चला ले कन कताब उद म होनेू कारण समझना मुि कल होने के बावजूद
मने इसको पढ़ना नह ं छोड़ा! जैसा क ंथकार का कहना है क वषय(मज़मून) आगे
पीछे है और इसको कसी उप यास क तरह बार-बार पढ़ने से यह कताब अपने आप
खुलती चल जाएगी और इस बात को नसीहत मान कर इसको बना समझे कई बार पढ़ा
और कई बार बीच म ह छोड़ भी दया ले कन यह कताब एक लत (ऐब) है जो एक बार
लग गई तो छोड़ पाना बहुत मुि कल है , इस लए को शश जार रखी और सन 2012-
2013 म इस कताब न अपना भेद खोलना शु कर दया और आ खर नतीजा यह हुआ
क इस कताब का क वता का ह सा समझ आने लगा और जो कताब बहुत क ठन लग
रह थी अब उसी को पढ़ने म मज़ा आने लगा!

जो कताब म आपके सामने तुत करने जा रहा हूँ उसके बारे म कु छ लखने से
पहले म ी योगराज भाकर वारा सन 1940 क कताब “लाल- कताब के अरमान” के
लए भू मका लखते व त जो श द उ ह न लखे उनको हू-ब-हू उसी भाषा म लख रहा
हूँ िजसको पढ़ पता चल सकता है क कताब व इस कताब के लेखक के त लोग के
मन म कतनी ा है , भाकर जी न लखा “यह भू मका लखते समय मेरे दल क
कै फ़यत बड़ी अजीब-ओ-गर ब है , मुझ े ऐसा महसूस हो रहा है जैसे क एक बेटा अपने
पता क बारात क अगवानी कर रहा हो”! यह ल ज़ का बल-ए-गौर ह और मेर हालत
भी कु छ ऐसी ह है !
म जो कताब आपके सम रखने जा रहा हूँ उसका मह व सफ इतना क लाल- कताब
के त जाग क लोग को कु छ मदद मल सके ता क जो क ठनाई उद भाषा क ू े ल ज
के कारण आती है या फर इस कताब के क वता के अंश समझने म आती है उसम
कु छ राहत मल सके! इस कताब सभी पाँच क पाँच कताब को समेटने क नाकाम
को शश क है जो क एक क ठन यास है इस लए मुझ े यह मानने म कतई भी गुरेज़
नह ं क इस कताब म कई गल तयाँ भी ह गी खासकर टाइ पंग क और कु छ और
वषय म भी, िजनको म आप लोग क सहायता से सध
ु ारने क हर स भव को शश
क ं गा इस लए चाहूँगा क सभी लाल- कताब के जानकार इस कताब को इस नज रये से
पढ़ क इसम सफ गल तयाँ ह ढूं नी ह! यह कताब सफ भ न- भ न भाव या घर या
खान म ेह क ि तथी पर आधा रत है ! य क पाँच कताब का मज़मून बहुत ल बा
चौड़ा है इस लए हर एक ह से को अलग-अलग भाग म तुत कया जा सकता है अत:
इस कताब का दस ू रा ह सा भी ज द ह आप लोग के सम तत ु करने क को शश
होगी!

यहाँ पर म ी रा बंदर भ डार जी व ी अ ण यादव का आभार य त करना चाहूँगा


िज ह न मझ ु े इस कताब को परू ा करने म सहयोग दया! ी अ ण बंसल जी अ य
AIFAS, Delhi जो मेरे छोटे भाई समान ह उनका सहयोग कभी नह ं भूल पाऊँगा!

कर भला-होगा भला आ ख़र भले का भला

डॉ. अमर अ वाल

मोबाइल: 9888288888
वषय-सच
ू ी
फलादेश
हर एक ह क 12 खानो म या या
chapter 1: बह
ृ पत
Chapter 2: सूरज

Chapter 3: चंदर

Chapter 4: शुकर

Chapter 5: मंगल

Chapter 6: बध

Chapter 7: सनीचर

Chapter 8: राहू

Chapter 9: केतू

फलादेश
ह मु तरका या संयु ह
दो ह
Chapter 1: बह
ृ प त के साथ एक ह
Chapter 2: सूरज के साथ एक ह
Chapter 3: चंदर के साथ एक ह

Chapter 4: शुकर के साथ एक ह


Chapter 5: मंगल के साथ एक ह

Chapter 6: बध
ु के साथ एक ह
Chapter 7: सनीचर के साथ एक ह

Chapter 8 and 9: राहू- केतू

तीन ह
Chapter 1: बह
ृ प त के साथ दो ह
Chapter 2: सूरज के साथ दो ह
Chapter 3: चंदर के साथ दो ह
Chapter 4: शक
ु र के साथ दो ह
Chapter 5: मंगल के साथ दो ह

Chapter 6: बुध के साथ दो ह

Chapter 7: सनीचर- राहू- केतू

चार ह
Chapter 1: बह
ृ प त के साथ तीन ह
Chapter 2: सूरज के साथ तीन ह

Chapter 3: चंदर के साथ तीन ह

Chapter 4: शुकर के साथ तीन ह!

Chapter 5: मंगल के साथ तीन ह!

पंचायत- 5 ह!
Chapter 1
बह
ृ पत
बह
ृ पत
( बधाता- जगतगु - माजी)

दो रं गी द ु नया, के रं ग दोन दे खो

मगर आँख दख
ु जाए, अपनी न दे खो
बह
ृ प त को हवा कहा/माना है जो क इस जहान म भी है और दस
ू रे जहान म भी,
दस
ू रा जहान िजसको हानी ह सा या अ याि मक ह सा भी कहा जा सकता है ! आकाश
का व प यान से दे खा जाए तो उ ट कटोर क तरह है आधी गोलाई लए हुये और
यह आधी गोलाई इ सानी खोपड़ी भी है और यह गोलाई बुध क है ! इस गोलाई और
ज़मीन के म य म जो खुलाव है वो बुध का दायरा है ! इस गोलाई म हवा हमेशा मोजूद
रहा करती है ! जब ब चा पैदा होता है तो उसक मु ी हमेशा ब द हुआ करती है िजसको
आगे ज़मीन पर रख दया जाए तो हू- ब- हू आकाश क श ल हुआ करती है और ब चे
क पैदाइश के समय इस मु ी म हवा हुआ करती है जो क बह ृ प त है और साथ लाये
हुये खजाने का स बंध हुआ करता है ! बह ृ प त को ज़ा हरा ेह का गु और अ याि मक
(गैबी) ताकत का वामी गना है इसी लए बह
ृ प त के दो प ह जो क एक ह घर म
बौठे हुये बह
ृ प त क दो हालत को यान करते ह अगर बह ृ प त नेक हुआ तो सोने क
तरह होगा और अगर नक मा हुआ तो पीतल हुआ करता है ! नेक बह ृ प त का फल उस
राजा क तरह होगा जो समय आने पर सोने क लंका तक दान करदे और मंदे बह ृ पत
के समय एक ऐसे साध ू क तरह होगा िजसका कोई धम- ईमान नह ं हुआ करता!
बहृ प त अगर कंु डल म मंदा हो रहा हो तो इसका असर सनीचर क जानदार व बेजान
चीज पर दखाई दया करता है और बह ृ प त नेक होने के व त असर ख़ुद बह ृ प त क
जानदार व बेजान चीज पर दखाई दया करता है !

ख़द
ु बह
ृ प त जब क़ मत का ह हो ले कन उसक अपनी जड़, ठहराइ हुयी रा श या
प के घर के बाहर या इ ह ं घर म बैठा हो ( सवाय खाना नंबर- 10 के जहान पर
बह
ृ प त बना सनीचर क मदद काम नह ं कर पाता) तो कंु डल वाले पर हर तरह से नेक
असर दया करता है और कभी बुरा असर नह ं दया करता! ऐसा यकती न तो जीवन म
कसी क मदद कया करता है और न ह ख़ुद कसी से मदद पाया करता है !
अगर कंु डल म कसी तरह का ऋण पत ृ (जो क बजु गु के पाप का फल हुआ करता
है ) के कारण अपने पहले च कर म, 35 साला दौरा के, नकारा सा बत हो रहा हो तो भी
कसी भी तरह के उपाओ क ज़ रत नह ं हुआ करती य क ऐसा बह
ृ प त अपने दस
ू रे
दौरे के दौरान पहले क कमी भी पूर कर दया करता है बशत इ सान ख़ुद बह ृ प त ह
का यि त हो और उसका मकान भी बह ृ प त ह क खा सयत वाला हो तो! बह ृ प त व
केत ू दोन ह दरवेश ह ह, अगर बहृ प त दरगाह ह हुआ तो केतू द ु नयावी ह!
बह
ृ प त कसी क बुराई का वा हशमंद नह ं होता वह ं केतू कसी के भले या बुरे के
लए दोरं गी चाल या न छलावापन लए हुए होगा! बह ृ प त पज ू ा पाठ तो केतू पजू ा पाठ
करने क जगह या गु का आसन हुआ करता है !

ह त रे खा/सामु क: िज म म हरकत करने वाल चीज़ का नाम दल है जो क


मि कयत है , दमाग का मा लक बध ु िजसम खयालात के उतार चड़ाव क हर चीज़ का
ता लुक राहू से है ! मगर दल का मा लक और राहू सर का मा लक और दोन ह
आपस म द ु मन! सर और दल के दर मयान एक हवा चलती है जो क कसी से द ु मनी
नह ं करती बि क दोन को इकठा करके काम करवाती है और इस हवा का नाम ह प त
है इस लए जब और राहू को कसी भी तरह ह प त का साथ मल जाए तो कोई
नक ु सान न होगा! अगर द ु नयादार के मेल मलाप के लए बध
ु हुआ तो लोक व परलोक
को मलाने वाला ह प त है ! मगर बुध और ह प त आपस म द ु मन ह इन दोन को
मलाने वाल दो ती का नाम सरू ज है ! य क सरू ज कभी गमु नह ं होता इस लए द ु नया
भी पाएदार हुयी और , राहू व बुध क दो ती बज़ रआ ह प त अटल हुयी!

- - क मत रे खा कलाई और हथेल के जोड़ से, और शुकर के बुरज के दर मयान


से, जो क कंु डल का खाना बर- ९ है , से शु हुआ करती है और ऊपर क तरफ चलती
है ! सबसे बल क मत रे खा वोह है जो कलाई से शु होकर ह प त के बुज पर ख म
हो!
- - िजस समंदर म उ रे खा गरती है उसी समंदर से क मत रे खा नकलती है ! स ्ं ेप
म क मत एक ऐसी चीज़ है जो द ु नयावी काम म न तो हाथ क मदद और न ह इसम
आँख को कोई काम करना पड़े और हर काम का नतीजा खद
ु - ब- खद
ु नेक होता चला
जाए! जैसे “ध ने भगत क गौएँ राम जी चराये”!

- - क मत रे खा अगर कलाई से शु होकर सर रे खा पर ख म हो जाए तो ऐसा


यि त खुद अपनी बेवकू फ़य के कारन अपनी क मत को खराब करे गा! यह ह प त
और बध ु का संबंध है और दोन ह आपस म श ु ह, और खराबी का समय जवानी के
दन से होगा!
- - अगर क मत रे खा कलाई क जगह सर रे खा से शु हो तो यि त ३४ साला उ
जो क बध
ु का समय है , से आराम पावे!
- - अगर सर रे खा से शु होकर दल रे खा पर ह ख म हो जाए तो द ु नयावी इशको
मोह बत बरबाद का बहाना ह गे, बुध और जो क आपस म द ु मन ह का मल
जाना! अब दल और दमाग इकठे मल कर काम कर रहे ह गे!

- - अगर क मत रे खा कलाई से शु होकर दल रे खा म जा मले तो असर नहायत


नेक होगा य क और ह प त आपस म म ह! या न पानी क नाव हवाई जहाज़
का काम दे गी!
- - अगर क मत रे खा कलाई से शु होकर सीधी चलती हुयी म यमा उं गल क
तीसर पोर म जा घस
ु े तो ऐसा यि त माया पर पेशाब क धार मारने वाला होगा अथात
ऐसे यि त के लए द ु नयावी धन के कोई मायने नह ं यहाँ तक क राज छोड़ फ़क र हो
जाए!

- - अगर क मत रे खा कलाई से शु होकर सीधे डंड े क तरह हाथ को दो ह स म


बांटती हुयी सनीचर के बुज को जा नकले ले कन म यमा म न घुसे तो इस रे खा को उध
रे खा के नाम से जाना जाएगा! ऐसा यि त द ु ट भागवान होगा, िजसके यहाँ कु ते को
रोट और चींट को आटे का कण भी नसीब न हो!

- - जब क मत रे खा उ रे खा से नकलती हो तो िजस बुज क और इस रे खा झुकाव


या मंुह होगा उस उ म असर होगा, जैसे मंह
ु क न का उं गल क तरफ हो तो बुध क
उ ३४ साल, अना मका क तरफ हो तो २२ साल, अना मका और म यमा के दर मयान
हो तो ४५ साल, म यमा क तरफ हो तो ६० साल और य द ह प त के बुज क तरफ
हो तो १६ साल क उ म कमाई करने लगेगा!
- - क मत रे खा के शु होने के थान पर कलाई से खाना बर- ९ पर ह प त के
सीधे खत III नहायत शुभ हुआ करते ह अगर दर मयानी ह से म ह ! य द शुकर के बुज
क तरफ ह तो ी क तरफ से क ट और अगर के बजु क तरफ ह तो माता
ह सा नेक होगा और अगर ऐसे खत और शुकर, दोन तरफ फैले हुये ह तो
क मत अजीब होगी कभी अमीर का द रया उफान पर और कभी गर बी अपने ज़ोर पर!

- - अगर क मत रे खा शु होने के थान पर शाख़दार हो तो सरू ज और ह प त का


मला जुला नेक असर होगा ऐसा यि त अपने माँ बाप के ज रया सरकार दरबार म
इ ज़त पाये! ऐसे नशान वाले यि त क आय ु भी ल बी हुआ करती है !
- - अगर क मत रे खा के शु होने के थान पर चोकोर नशान हो तो ह प त को
मंगल नेक का साथ होगा! ऐसे यि त के पास धन दौलत क कोई कमी न होगी! यह
नशान अगर या शुकर क तरफ भी हो तो हालात म कोई फरक न पड़ेगा हर हाल
म जंगल म मंगल होगा!

- - अगर क मत रे खा के शु होने पर मंगल बद और शुकर का नशान (पूर कोण)


हो तो यि त क पैदाइश मे कोई भेद होगा िजसका ज़ा हर करना मुि कल होगा!
- - अगर क मत रे खा शु होने के व त दो शाखाइ हो तो ज म के समय यि त के
माँ बाप क माल हालत कमज़ोर होगी! उ क हदबंद के असूल पर जब यह रे खा एक
होगी तब हालत सुधरे गी!
- - अगर क मत के शु होने के थान गोल नशान(बध ु का दायरा O) हो तो असर
वोह होगा जो कोण के होने से होता है या न पैदाइश म भेद होगा!
- - अगर क मत रे खा के शु होने पर सनीचर + का नशान हो ले कन दर मयान म
या शक
ु र के बज
ु क तरफ तो नेक ले कन अगर क तरफ खसका हुआ हो तो
खराब!

- - अगर क मत रे खा के शु होने के थान पर राहू का नशान हो ले कन सफ


दर मयान म तो मबु ार क, ऐसा यि त हमेशा कबीले क बेहतर के लए खच करने वाला
अपने भाई बंधुओ से सुखी! अगर यह नशान शुकर के बुज क तरफ हो तो शाद बबाद!

- - अगर क मत रे खा के शु होने के थान पर केत ू का नशान हो, सफ दर मयान


या शक
ु र के बज
ु क तरफ तो नेक होगा ले कन अगर यह नशान के बज
ु क तरफ
हुआ तो माता और मामू खानदान के लए नहायत मनहूस!

- - अगर क मत रे खा मछ रे खा से शु हो तो नहायत नेक फल, भरा पूरा कबीला


होगा!

- - अगर क मत रे खा का आर भ काग रे खा से हो तो मंगल बद जैसा असर होगा!

- - अगर दोन भव के बीच तलक लगाने क जगह पर मंगल बद या केतू का नशान


हो तो ऐसा यि त खुशहाल राजा क तरह होगा!

बह
ृ प त- जगत गु
पापी ह या बध
ु ता लुक, पघला सोना गु होता है
उपाओ ह साथी का होवे, गु रा शफल होता है

पापी मंदे या केतू मंदा, गु भी मंदा होता है


हण के व त हवा बफानी, असर मंदा हो जाता है

न ट मंगल आकाश बेल तो, बरु ा शुकर फल दे ता है


श ु ह के जब वो अ दर, वैर न ट कर दे ता है

हाथ हानी, कद, पेशानी, सांस चोट गु गनते ह


नाक बजुज़ सरा अगला इसका, फैसलाकुन हुआ करते ह

1 ता 5 या 12 बैठा, मदद श न र व करता है


घर 6 ता 11 बैठा, सफ़ श न को तारता है

गु अकेला सब को तारे , मदद न जब कोई करता हो


पर केतू को वो मरवावे, ख़द
ु ह जब वो मरता हो

कंु डल म पापी ह या बध
ु बह
ृ प त के साथ हो या साथी ह बन रहा तो बह
ृ प त का
असर हर तरह से अशुभ हुआ करता है ! ऐसी ि तथी म साथी ह या खराब करने वाले ह
का उपाय कया जाना चा हए!
कंु डल म सूरज हण या चंदर हण बन रहा हो तो गु का शुभ फल न ट हुआ मानना
चा हए, कंु डल म मंगल न ट हो रहा हो तो शुकर का फल हर तरह से नक मा गना
जाएगा!
हानी हाथ, कद, माथे क बनावट, सांस व सर क चोट क जगह के बाल, कुल नाक क
बनावट बहृ प त के अ छा या बरु ा होने का नणय कया करते ह!
कंु डल के खाना नंबर- 1 से 5 तक व खाना नंबर- 12 म बैठा बह
ृ प त सूरज व सनीचर
दोन को मदद दया करता है ले कन खाना नंबर- 6 से 11 तक के घर म बैठा बह
ृ पत
सफ सनीचर क सहायता कया करता है !
बह
ृ प त कसी भी तरह से पी ड़त हो रहा हो या न ट हो रहा हो तो केतू को मरवा दया
करता है या न अपना क ट केतू पर डाल दे गा!

एक ह घर म बैठा होने के समय बह


ृ प त का अलग- अलग असर
नीचे द हुई ता लका से पता चल जाएगा क बह
ृ प त कसी भी एक घर म बैठा होने के
समय दो तरह से फल दया करता है , इसका कारण बह ृ प त का मंदे ेह के साथ होना
या बह
ृ प त के प के घर म श ु ेह का होना या बह
ृ प त क जड़ आ द कटना!

खाना बर
नेक हालत म या
िजसमे ह प त मंद हालत म या असर होगा
असर होगा
हो

1 नामवर राजा फ़क र बाकमाल मगर नधन

2 सबको तारने वाला अपना ह खानदान तबाह करने वाला


जगत गु

3 शेर का नामी बज़
ु दल, मनहूस, मंदभाग
शकार

4 राजा इंदर व अपनी ह बेड़ी डोबने वाला म लाह


व मा द य क तरह

5 औलाद के ज म दन ब चा पेट से ह मुदा पैदा हो


से बारौनक

6 हर चीज़ बन मांगे गर बी व मंद से सांस कता हो


हािज़र
7 धरमकाज का उसका मु ब ना भी द ु खया होवे
मु खया

8 सोने क लंका दान दौलत से भरे खज़ान क राख़ का मा लक


करने वाला

9 बज
ु ग
ु न ल, क मत म रे त के बराबर चमक का नतीजा
दमकता सोना

10 िजस कदर टे ढ़ा चले नधन द ु खया होवे


म ी सोना होवे

11 साँप भी सजदा करे कफन तक पराया होवे

12 द रया क तरह राजधानी का मा लक ले कन माया पर पेशाब क धार


दौलत आवे मरने वाला या बरतने का मौका न मले

ह प त क़ हवा से मलावट
उ च राहू या पहले बैठा, आया तरफ गु पहल हो!

गु मा लक हो दो जहान का, ताकत गैबी हानी हो!

द गर हालत म गु े ती, मा लक जहाँ इक होता हो!


माया दौलत का ब दा गल
ु ामी, ताकत हानी छोड़ता हो!
कंु डल म राहू अपनी ऊंच रा श का होकर बैठा हो या फर पहले के घर म हो और उसी
व त बह ृ प त ज म कंु डल म ज मकाल न पहले घर म हो ऐसा बह ृ प त आ याि मक
शि तय का मा लक हुआ करता है ! और अगर बह ृ प त क ि तथी इसके वपर त (द गर)
हो तो ऐसा बह ृ प त आम गह ृ ती होकर माया व दौलत के ब धन म बंधा होगा और हर
तरह क आ याि मक ताकत से दरू होगा!

बह
ृ प त के साथ नर ह (सूरज व/या मंगल) ह या साथी ह बन रहे ह तो मामूल तांबा
भी बह
ृ प त के गुण के कारण सोने का काम दया करता है !

बह
ृ प त ी ेह (चंदर व/या शुकर) के साथ हो या ि ट स बंध हो या साथी ह बन रहे
ह तो म ी भी उतम क म के दध
ू क क मत दया करती है या न फल नेक ह गे!
बह
ृ प त के बना तमाम ेह म मलने जल
ु ने या ि ट क ताकत नह ं हुआ करती या न
हवा ह सभी ेह को मलाती है !

अगर कंु डल म पापी ह (राहू, केतू व सनीचर) मंदे हो रहे ह (बरु े घर म होने कारण, श ु
ेह से पी ड़त होने के कारण या सनीचर ज़ाती स भाव के असूल पर मंदा हो) तो बह ृ पत
सोना न होकर पीतल होगा और बह ृ प त क हवा सांस लेने हवा न होकर दम घ टने वाल
ज़हर ल हवा क तरह होगा!

खाना नंबर- 12 म बहृ प त (रा शप त) और राहू (प का खाना) इकठे माने गए ह!


बह
ृ प त दोन जहान या न द ु नयावी व हानी का मा लक है और इस जहान से उस जहान
म आने जाने का दरवाज़ा राहू या न आसमान (नीला रं ग) है इस लए कंु डल म जैसा
दरवाज़ा (राहू) होगा वैसा ह हवा के आने जाने का हाल हुआ करता है ! अथात अगर राहू
मंदा हो बह
ृ प त क हवा सांस को रोकने वाल कड़वे धुएँ क तरह हुआ करती है !

अकेला बैठा बह
ृ प त (चाहे ि ट आ द के कारण मंदा भी हो रहा हो) कभी बरु ा असर नह ं
दया करता!

कसी भी नयम के अनसु ार अगर बह ृ प त बरबाद हो रहा हो तो वह असर के लए खाल


बधु गना जाएगा और अ छे या बरु े असर का फैसला बध
ु के ज़ाती स भाव के आधार पर
हुआ करता है !

बह
ृ प त जब द ु मन ेह (बध
ु , शुकर, राहू, केत ू व पापी/मंदे सनीचर) के साथ कसी भी
तरह मल रहा हो तो ऐसी हालत म बध ु का असर दया करता है और यह बह ृ पत
का बल- ए- उपाओ हुआ करता है और इसके लए साथी द ु मन ेह का उपाओ मदद दे गा!

ह म डल के सभी ेह म छे ड़- छाड़ करने वाले द ु नयावी पाप ( सफ राहू व केतू ह) और


इन दोन को चलाने वाला ह बह ृ प त है ता पय यह क राहू- केतू क शरारत से पहले ह
बह
ृ प त अपनी खद
ु क चीज़ , कारोबार या रशतेदार के वारा खबर दे दया करता है
इस लए याल रहना चा हए:

असर जलता दो जहान का, हण, श ु साथी जो

चोर बनता 6 ता 11, मंगल टे वे ज़हर जो

जब कंु डल म सूरज या चंदर हण क ि तथी बन रह हो या फर बह


ृ प त श ु ेह के
जब कंु डल म सूरज या चंदर हण क ि तथी बन रह हो या फर बह ृ प त श ु ेह के
साथ से या साथी होने से मंदा हो रहा या कंु डल म मंगल न ट हो रहा हो या बद हो रहा हो
तो खाना नंबर- 6 से खाना नंबर- 11 म म कसी जगह बैठे बह ृ प त का फल श क (चोर)
हुआ करता है !

सूरज हण- सूरज व राहू इ ठे , चंदर हण- चंदर व केतू इ ठे

दस
ू रे ेह को मदद

कस घर म बह
ृ प त बैठा हो कस ह को मदद दे गा

बह
ृ प त हो खाना नंबर 1 से 5 म से कसी म सूरज व सनीचर दोन को मदद दया करता
है !

बह
ृ प त हो खाना मबर 6 से 11 म से कसी सफ सनीचर को मदद दया करता है !

बह
ृ प त हो खाना नंबर 12 म सरू ज व सनीचर दोन को मदद दया करता
है !

आम हालत 12 ह घर म
इ म आय ु घर पहले सोना, गु जगत घर दस
ू रा हो
शेर गरजता तीसरे माना, भला बैठा बुध जब तक हो

चौथे व मी त त बतीसी, पाँच पूरण हम होता हो

छटे मले हर चीज़ जो मु ती, द ु खया बेटे घर सात का हो


भाग उदय 8 उ हो ल बी, योगी 9 ख़ुद बनता हो

10 कमी धन, अ ल वाह कतनी, धरम करम घर 11 हो


पाप हालत पर रात क न ा, गह
ृ त सुखी घर 12 जो
काम छोड़े जब राम भरोसे, श -ु वैर सर कटता हो

खाना नंबर- 1 म बह ृ प त हर तरह से कायम व साफ सुथरा सा बत होने पर एक दम खरे


सोने क तरह हुआ करता है ! ऐसी म जातक पढ़ा- लखा, धनी- मानी व ल बी आय ु का
तीक गना जाता है !
खाना नंबर- 2 धरम थान गना और धरम का कारक ह ख़द
ु बह
ृ प त इस लए इस घर
का बह
ृ प त जातक को जगत के समान मान व इ ज़त दलवाता है !

तीसरा घर मंगल का प का घर होने कारण इस घर का बह


ृ प त एक गरजते हुये उतम
क म के समान हुआ करता है ! इस घर का रा शप त ह बध ु है इस लए बह
ृ प त उतम
ि तथी कंु डल म बध
ु क ि तथी व ज़ाती स भाव के अनु प फल हुआ करती है !

खाना नंबर- 11 धरम क अदालत के नाम से जाना जाता है इस घर का बह


ृ प त इ साफ
करने वाला नयायधीश हुआ करता है !

बह
ृ प त खाना नंबर- 12 म समा ध म ल न साधू क तरह हुआ करता है , नै तकता का
प का और नै तकता के सामने द ु नयावी धन दौलत को शू य समझने वाला!

खाना नंबर- 5 का बह
ृ प त औलाद क पैदाइश के लए हफल का हो जाता है और औलाद
के खन
ू म धरम और सोने के गण
ु पैदा करने वाला उतम गह
ृ त व प रवार का मा लक!

खाना नंबर- 9 बज
ु ुग व बज
ु ुग वारा था पत धा मक र त रवाज का है इस लए इस घर
का बह
ृ प त जब हर से नेक व कायम हो तो सोने क खान क तरह का हुआ करता है ,
धन दौलत मान इ ज़त हर चीज़ उतम क म क !

बह
ृ प त ब द म ी के खान (1–4–7–10) म टे वे वाले का खद
ु का िज म व क मत का
भेद होगा, खद
ु के िज म के अ दर क ताक़त और द ु नयावी व खद ु ाई मोह बत का तीक
होगा!

खाना नंबर- 1 से 5 व 12 म बैठा बह


ृ प त जब हर तरह से नेक व कायम हो तो सोने क
तरह उ दा व उतम हालात का मा लक!

बह
ृ प त जब टे वे के खाना नंबर- 6 से 11 तक कसी एक घर म हो तो कुछ नयम के
अंतगत श क स भाव का हुआ करता है और जब यह हालात या नयम मोजूद ह तो
बहृ प त सोना न होकर लोहे के स भाव का होगा!
कंु डल के खाना नंबर- 3–5–9–11 म बैठा हुआ बह
ृ प त खद
ु के जनम से पहले के भेजे हुये
खजाने का भेद और अगले जहान म साथ ले जाने वाल चीज़ के हा सल करने क ताकत
होगा!

खाना नंबर- 2–8–12 म बैठा बह


ृ प त धन- दौलत के स बंध म मंदा गना गया है ले कन
हानी क़ मत के स बंध म उतम और जागती क़ मत का मा लक हुआ करता है !

खाना नंबर- 6 या न पाताल म बैठा हुआ बह


ृ प त दर- दर भटकते हुये साध ू क तरह हुआ
करता है !

जनमकाल न राहू कंु डल म ऊंच या उतम ि तथी म हो या बह ृ प त के पहले के घर म (1


से 6 व 8) खासकर खाना नंबर- 3 या 6 म अपने ऊंच के घर म तो बह ृ प त के दो त
ह (सरू ज, चंदर व मंगल) उतम फल दे ने वाले ह गे! जनमकाल न ि तथी म हमेशा के
लए और वषफल म यह ि तथी बने तो उस साल के लए! ऐसी ि तथी हर क म का
आराम व सुख बना कसी खास मेहनत के मलता होगा!

जब कंु डल म चंदर नेक व कायम हो तो गुज़रे हुये हालात, गु त व छुपी या गैबी मदद से
चंदर क जानदार व बेजान चीज का फल उतम हुआ करता है !

कंु डल म सूरज नेक व कायम हो तो आने वाल घटनाओं राजदरबार क मदद व ख़द


ु ,
औलाद व प रवार के लए असर उतम हुआ करते ह!

जब कंु डल म मंगल नेक व कायम हो तो वतमान हालात अपन व बेगान , भाई- बंधुओं
और दो त क मदद व साथ का असर उतम होगा!

जब टे वे म मंगल न ट हो रहा हो या बद हो और उसी समय बह ृ प त खाना नंबर- 6 से


11 म से कसी म भी बैठा हो तो बह
ृ प त अब स भाव से श क होगा! ख़द
ु सोना न
होकर लोहे जैसा फल दया करता है , एक ऐसे साधू क तरह जो साधू का चोला पहन लोग
को ठगने का काम करता होगा! हर तरफ से उलझन व कावट का सामना होता होगा
और सनीचर क चीज पर मंदा असर इसक नशानी होगी!
बह
ृ प त कंु डल म सरू ज, चंदर, मंगल के सवाय कसी और ह के साथ संयु त हो तो
बहृ प त दोन जहान का मा लक न होकर सफ एक जहान का मा लक होगा, इस जहान
या उस जहान इस बात का नणय बह ृ प त क ि तथी (बैठने के खाने के आधार अनसु ार)
पर होगी!

जब कंु डल म सरू ज हण (सरू ज व राहू संयु त) या चंदर हण (चंदर व केतू संयु त) हो


तो बह
ृ प त का अपना असर ह मंदा न होगा बि क ि ट के असल ू पर बहृ प त िजस भी
ह या घर से स बंध बनाएगा उस घर व ह संबि धत हालात मंदे ह गे! िजस तरह सूरज
हण के व त रोशनी तो हुआ करती है ले कन म म उसी तरह जीवन का हर काम बे-
रौनक होगा!

मंगल- सनीचर या मंगल- चंदर कोई एक जोड़ी बह ृ प त को दे खती हो नशानी: उ रे खा


के साथ- साथ एक और उ रे खा हुआ करती है तो उ व दे वक (गैबी) मदद के उतम फल
हुआ करते ह!
बह
ृ प त का दस
ू रे ेह से स बंध
बह
ृ प त का सनीचर से स बंध

(क) सनीचर हो खाना तो धन रे खा कंु डल वाले क शाद के दन से आगे बढ़ना शु हो जाएगी


नंबर- 1 म और या न शाद के दन से क मत क तर क शु और यह असर तब तक
बहृ प त खाना रहे गा जब तक वषफल अनस ु ार सनीचर खाना नंबर- 1 म या बहृ पत
नंबर- 6 या सात खाना नंबर- 10 म नह ं आयेगा!
म!

(ख) बह
ृ प त हो खाना
नंबर- 1 म और
सनीचर हो खाना
नंबर- 3 या 6 या
9 म!

बह
ृ प त और सनीचर कंु डल म अलग- अलग घर म बैठे होने के व त बह
ृ प त का असर

सनीचर बैठा होने वाले कस घर म बैठा हुआ बह


ृ प त मंदा असर दे गा जब क दोन बराबर के
घर! ह ह!

खाना नंबर- 1 खाना नंबर- 7

खाना नंबर- 2 खाना नंबर- 8–12


खाना नंबर- 3 खाना नंबर- 5–9–11

खाना नंबर- 4 खाना नंबर- 2–8–10–11


खाना नंबर- 10 खाना नंबर- 2–3–4–5

खाना नंबर- 5 से 9 व 11–12 म सनीचर अकेला बैठा होने के व त बह ृ प त कह ं भी अकेला


बैठा हो कभी बरु ा असर नह ं दे गा चाहे कह ं भी और कैसा भी बैठा हो!

बहृ प त को हवा माना तो सनीचर को पहाड़ गना जाएगा इस लए पानी से लद हुई हवा जब
कभी पहाड़ से टकराएगी तो तो लाभदायक और काम आने वाला पानी बरसाएगी, ले कन अगर
हवा उ ट दशा क तरफ चल नकले तो सनीचर का फल मंदा होगा िजसके न सफ सनीचर क
चीज़ मकान आ द बकवाएगी बि क सनीचर को तबाह- ओ- बरबाद कर दे गी और सनीचर के
पहाड़ को म ी के ज़र म बदल कर रख दे गी िजसके कारण अशभ ु असर शक ु र ( ी ज़ात), बध ु
(वादा फ़रामोशी) या राहू क खु फया शरारत ह गी!

सनीचर कंु डल के खाना नंबर- 1 या 6 म हो तो बह


ृ प त आम तौर पर खराब फल दया
सनीचर कंु डल के खाना नंबर- 1 या 6 म हो तो बह
ृ प त आम तौर पर खराब फल दया
करता है !

खाना नंबर- 6 म बैठे सनीचर का खद


ु का असर हमेशा श क हुआ करता है ले कन ज़ र नह ं
खराब ह होगा ले कन बहृ प त का असर ज़ र मंदा होगा और जब ऐसे मंदे असर नज़र आय तो
सनीचर क चीज़ ना रयल या बादाम पानी म बहाने चा हएँ नेक फल मलेगा!

सनीचर पहले घर म और बह ृ प त बाद के घर म हो तो पानी से लद हुई हवा बना बरसे


नकल जाएगी ले कन अगर बह ृ प त पहले घर म हो तो सनीचर के बैठा होने वाले घर पर
क मती बा रश दे गी य क अब हवा सनीचर के पहाड़ से टकरा जाएगी अथात सनीचर के बैठा
होने वाले घर म बहृ प त का नेक असर शा मल हो जाएगा (यहाँ पर पहले के घर और बाद के
घर का असूल यान म रखना ज़ र होगा)!

बह
ृ प त दे खता हो सनीचर को:

50 तशत ि ट से या न बहृ प त हो खाना नंबर- 3 म और सनीचर 9 या 11 म, या


बह
ृ प त हो खाना नंबर- 5 म और सनीचर खाना नंबर- 9 म तो यि त त ल मात और
जादग
ू र का जानकार होगा!
25 तशत ि ट से या न बह ृ प त हो खाना नंबर- 2 म और सनीचर खाना नंबर- 6 म
या बह
ृ प त हो खाना नंबर- 8 म और सनीचर हो खाना नंबर- 12 म तो यि त योग
अ यास का जानकार होगा!

सनीचर दे खता हो बह
ृ प त को:
उ श न म पता पर भर , मकान श न जब बनता हो

च मा चंदर हरदम जार , ज़मीन चंदर ज़र रखता जो

सनीचर क अपनी उ 36–18–9 म अगर यि त अपने खद ु के नाम से मकान बनवाए तो


पता क उ को खतरा हुआ करता है ! ले कन धन के लए यह ि ट योग अशुभ नह ं बशत
यि त उपाय के तौर पर ज़मीन के नीचे चंदर क चीज़ था पत करे तो! वरना यह ि ट योग
बज
ु ुग व धन दौलत के लए मंदे फल दे ने वाला होगा और नशानी होगी घर के अ दर बना
कसी मतलब लोहे का ब द पड़ा ताला होगा

केत ू से स बंध

जब कंु डल म बह
ृ प त व केतू अलग- अलग बैठे ह :

केतू पहले घर म और बह
ृ प त बाद के घर म हो तो बह
ृ प त का फल हर तरह से मंदा
हुआ करता है !
बह
ृ प त पहले घर म और केतू बाद के घर म हो तो दोन ेह क बजाय चंदर का फल
र ी हुआ करता है ! (यहाँ ेह पहले या बाद के घर म होने का नयम याद रखना ज़ र
है )

बुध से स बंध

बह ृ प त के बध
ु हो या कसी भी तरह से ि ट से संबि धत हो तो बहृ प त का नाश हुआ करता
है और फल मंदे ह गे ले कन खाना नंबर- 2 या 4 म बध ु अकेला हो या बह
ृ प त के साथ तो बध

द ु मनी क बजाय नेक असर दे गा खासकर धन- दौलत क ि तथी पर कोई भी अशुभ असर नह ं
हुआ करता!

अगर बह ृ प त कंु डल म खाना नंबर- 1 से 6 म कसी भी घर म हो और बध ु कंु डल के


खाना नंबर- 7 से 12 म कसी भी घर म हो तो 34 साल क उ तक बह ृ प त का फल
नेक होगा और 35 साल से बध ु का मंदा असर शु हो जाया करता है !
अगर बधु कंु डल म खाना नंबर- 1 से 6 तक कसी घर म हो और बह
ृ प त कंु डल के
खाना नंबर- 7 से 12 तक कसी भी घर म हो तो बध ु 34 साल क उ तक अ छा फल
दे गा और बहृ प त 34 साल क उ तक मंदा फल दया करता है !
या न बधु व बह
ृ प त कसी भी ि ट से एक दसू रे को दे ख तो बह
ृ प त का असर मंदा ह
होगा! बि क बध ु फौरन बह
ृ प त को अपने दायरे म बांध लया करता है , ऐसी हालत म
बह
ृ प त का बगड़ा हुआ हाल नीचे लखे हालात म ठ क हो पाएगा!
(क) जब बह ृ प त अपनी चाल के हसाब से या वषफल के अनुसार सूरज के घर (खाना नंबर- 5) या सनीचर के घर (खाना
नंबर- 10 या 11) म आ नकले!
(ख) जब सूरज या सनीचर वषफल के अनुसार बह
ृ प त के घर 2–5–9–12 म से कसी एक म आ नकले!
(ग) जब सनीचर वषफल के अनस
ु ार खाना नंबर- 5 म आए और उसी व त सरू ज खाना नंबर- 2–5–9–12 म से कसी एक
आए!

ऊपर लखी तमाम हालत म सरू ज या चंदर या सनीचर म से कोई एक नेक होगा तो
बह
ृ प त का मंदा असर ख म होगा वरना फोक और तबाह करने वाले हालात ह गे!

बह
ृ प त क हरे क खाने के अनस
ु ार व तए
ु ँ

खाना बर- 1 सुनार, रसायनशा , पीला रं ग, शेर नर, चलता साधू

खाना बर- 2 गाए थान, मेहमान नवाज़ी, पज


ू ा थान, धन- माया, चने क दाल

खाना बर- 3 दग
ु ा पज
ू न, श ा, द ु नयादार

खाना बर- 4 बा रश, सोना

खाना बर- 5 नाक, केसर


खाना बर- 6 ग ड़, क तरू , पीले सेब

खाना बर- 7 कताब, दमा, मडक, आवारा साधू, खाल हवा मंद

खाना बर- 8 वाचाल, फक र का य या दान

खाना बर- 9 ज ी मकान, मि जद मं दर, चलता व उड़ता वजूद गैस आ द

खाना बर- 10 सख
ू ा पीपल, क मती व त ु का नक
ु सान, श ा ख म, गंधक

खाना बर- 11 गलट मला गंधक

खाना बर- 12 पीपल का हरा पेड़, आम हवा, आम द ु नया, सांस, पीतल


बह
ृ प त का असर लगन के घर या खाना नंबर- 1 म
इ म राज़ तेरा ख़ज़ाने क चाबी
फ़क र मुक मल या दे गा नवाबी

एक व त ह पे पैदा, हुए थे दो बरादर

एक शाह तजोर है , दज
ू ा गदा बना है
इ म बी ए या ड ी कोई, ल बी उ धन- कुदरती हो
सराप दे वे ऋण पत ृ टे वे, बी ए पढ़ा न कुल कोई हो

केत ू चं बुध उ दा होते, पत ृ राजा स यासी हो

र व श न 8–11 मंदे, गु हुआ तब म ी हो

सरू ज के बज
ु पर दोन ह ह दो त ले कन फल अपना- अपना जद ु ा- जद
ु ा दगे!
खाना नंबर- 1 मेख रा श और रा शप त ह मंगल जो बह ृ प त का दो त है , सूरज
को उं च करता है यह भी बह ृ प त का दो त ह है , सनीचर नीच करता है जो खुद
बह
ृ प त का दो त है ! इस लए चार ेह का (मंगल- हरण, सरू ज- रथ, सनीचर-
मगरम छ और बह ृ प त- शेर) और मेख या मढ़ा का असर दो तना, उतम और उं च
होगा! बहृ प त खाना नंबर- 1 के समय द ु मन बहुत हुआ करते ह ले कन परािजत
ह गे, धन- दौलत, राजदरबार, लड़ाई- झगड़े, जायदाद व मकान आ द हर तरह नेक
फल हुआ करते ह! औलाद 8 साल तक होती रहे , उ 75 साल लखी है ! सूरज का
रथ हरण, शेर और चीता चलाएगा और सनीचर क आँख नगरानी करे गी! इ म
वाला ले कन तबीयत म गु सा मगर साफ दल यि त चालाक को समझने वाला
व रोकने वाला हुआ करता है ! िज म उ दा और नज़र उतम! पता व औलाद का
सुख पूण हुआ करता है ! अजीज से मोह बत करने वाला व पाने वाला!
ह प त और केत ू दोन ह दरवेश िजसम ह प त दरगाह व केत ू द ु नयावी दरवेश
होगा और दोन ह ह आपस म बराबर के ह! फरक सफ इतना है क ह प त
क हवा बे- कैद और खुल हवा होगी मगर केत ू क हवा फराटे क तरह जो
द ु नयावी धंध से बंधी हुई कसी मतलब या जहर को साथ लेकर चलती है !
ह प त अगर पज ू ा पाठ माना तो केत ू ह प त के बैठने क ग ी होगी! खद

ह प त जब क मत का ह सा बत हो जाए अपनी जड़, प के खाने या ठहराइ
हुई रा श म या कसी भी खाना म हो ( सवाए खाना बर- 10 के जहां ह प त को
सनीचर क मदद मलना ज र है ) हर तरह से अकेला हो तो कंु डल वाले पर कभी
बुरा असर न दे गा! ऐसा जातक न तो कसी दस ू रे से मदद क आस रखेगा और न
ह कसी क मदद करने के का बल होगा! य द कसी तरह के प ऋण से भा वत
भी हो तो ऐसा ह प त जातक को पहले 35 साला चकर म चाहे कुछ न दे ले कन
दस
ू रे 35 साला चकर म सार कमी परू कर दे गा और वह भी बना कसी उपाओ
के!
ह त रे खा: ह त रे खा को समझने के लए नीचे का च दे ख:

क मत रे खा क जड़ पर या न जहां से क मत रे खा शु हो रह हो चार
शाखाइ रे खा हो!
सूरज के बुज पर बुध क तरफ को बुध का एक दायरा/चकर हो!
ह प त का अपना खास नशान सूरज के बुज पर हो!
दोन हाथ क उं ग लय पर एक सफ एक चकर या शंख हो!
ह प त का सीधा खत खुद ह प त के बुज पर मौजूद हो!

क मयागर, पेशानी, पीले रं ग, शेर- ए- नर, चलता साधू

घर पहला है त त हज़ार , हफल राजा कंु डल का


गु मगर न इसको चाहवे, झगड़ा मनुष है माया का

गु अगर घर पहले आवे, इ म सोना ले आता है


लखना पढ़ना अगर न जाने, भेस फक र पाता है

सोना भी जो सबसे उ दा, दया धम भी उतम हो


सेहत दौलत र तेदाराँ, नाग वल का साया हो

उ 16 से घर को तारे , कुल संसार बुढ़ापे म


गु , हवा, दोन ह चलते फरते कुल ज़माना म

उ 27 म पता से बखड़े, ख़ुद कमाई करता हो


श न च कर से 7 आवे, पता न उसका बैठा हो

उ मामँू क छोट होवे, पर छोट न अपनी हो


घर 7वां गर खाल होवे, टांग त त क टूट हो

माता इसक शवजी होवे, पर औरत से डरती हो


बेटे को तो तारती जावे, ख़द
ु इकावन मरती हो
केत ू लड़का आसान उ दा, बध
ु नक मा लेत े ह
घर 5 गर श न हो बैठा, कोठे भी उसे मंदे ह

च कर दज
ू ा हो जब उसका, उ ननावन गनते ह
गु जगत म कट होगा, सुख द ु नया का लेत े ह

शाद के दन से क़ मत और शोहरत बढ़नी शु हो जाएगी, ले कन पता का साथ नह ं हुआ


करता अगर हो भी तो कसी तरह से मददगार नह ं होगा! बह ृ प त नंबर- 1 के समय यि त को
अपनी वाणी से शुभ बोलना चा हए ले कन अगर जातक कसी को मंदा बोले या कसी को ाप
दे गा तो असर ख़द ु के लए अशुभ होगा! अब बह ृ प त अपने साथ सूरज के गुण को लए हुये
उतम फल का होगा! औलाद क उ म 8 साल से यादा फक नह ं हुआ करता ले कन अगर
पहल औलाद क उ 8 साल क हो गयी हो तो दस
ू र पैदा नह ं हुआ करती! कूल क आम
पढ़ाई पण ू हुआ करती है !
बह
ृ प त खाना नंबर- 1 के दो त ेह क मदद मल रह हो मामूल तांबा भी (राजदरबार का
धन) सोने क क मत दे गा!

नेक हालत
(नामवर राजा)
ख़दु क क़ मत अपने दमाग क ताकत के इ तेमाल से या फर राजदरबार के लोग
से स ब ध के कारण बढ़े गी! बह
ृ प त क ख़द
ु क चीज , रशतेदार व कारोबार के संबंध
म खाना नंबर- 11 क नेक हालत व उसम बैठे ेह क ि तथी के अनुसार होगा! हानी
ताकत व दसू रे जहान क ि तथी खाना नंबर- 8 के ेह अनुसार होगी!

यि त क श ा उतम हुआ करती है , कम से कम कोई ड ी ज़ र होगी ले कन अ धक


दौलतमंद होने क कोई शत नह ं य क धन क ि तथी कंु डल म सनीचर क हालत के
आधार पर होगी! अगर खाना नंबर- 7 म कोई न कोई ह (दो त या द ु मन होना ज़ र
है ) और बह
ृ प त के साथ द ु मन ह न ह कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर दो स फ़!

ऐसा यि त कई तरह क वधाय का जानकार हुआ करता है जब ऊपर लखी ह ि तथी


के साथ- साथ कंु डल म बध
ु भी उतम हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर एक च कर तो
यि त एक राजा के समान उ च ओहदे पर आसीन हुआ करता है !

जब कंु डल म केतू उ दा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर सफ एक संख तो बह


ृ पत
क अपनी उ से 16–8–4 से माता- पता के लए फल उ दा ह गे साथ ह जातक ख़द ु का
ह सा 75 साल क उ तक शा मल होगा!

कंु डल म चंदर उतम ि तथी म हो तो जैसे जैसे उ बढ़ती जाएगी सुख भी बढ़ते जाएंगे,
हालात हर तरह से नेक व उतम होते चले जाएंगे! उ चकोट का अफ़सर होते हुये भी
आ खर उ म स यासी क तरह लोग क सेवा करने वाला िजसका फल उतम होगा!

जब खाना नंबर- 1–2–5–9–11–12 म बह ृ प त के द ु मन ह न ह और साथ ह खाना


नंबर- 7 उतम हो तो बजु ुग क तरफ से जायदाद व सोना या न धन वरासत म मला
करता है , जब खाना नंबर- 11 उतम हो तो ख़दु कमाई से धन- दौलत म बरकत होगी!
शकु र पजू न या न औरत क इ ज़त व गाय क सेवा फालतू धन क नीव हुआ करती है !

जब खाना नंबर- 7 खाल हो तो शाद के दन से या शुकर क चीज़ था पत करने से


बह
ृ प त अ त उतम फल दे ने लगा करता है ! ले कन 28 से पहले या 24 या 27
साल म ख़द ु क शाद या अपनी कमाई से कसी खन ू के र तेदार क शाद या इन साल
म नया मकान बनवाया जाए या नर औलाद क पैदाइश हो तो पता क उ को खतरा
हुआ करता है ! इस ज़हर से बचने के लए मंगल क चीज़ ज़मीन म दबानी चा हएँ!

जब कंु डल के खाना नंबर- 1 या 2 या 4 म सरू ज, चंदर व मंगल ह तो राजदरबार से


कमाया हुआ तांबे का पैसा भी सोने क क मत दे गा या न यह तीन ह अलग- अलग से
इन तीन घर म या कसी दो घर म ह तो बह ृ प त का फल बहुत नेक हो जाया करता
है !

जब मंगल कंु डल के खाना नंबर- 7 म हो तो जातक के बज ु ुग शाह खानदान से स बंध


रखने वाले हुआ करते ह! या न लंबी जागीर का ठाठ बह
ृ प त परू ा करता होगा!

जब खाना नंबर- 2–3–4–8 सब के सब उ दा ह तो मामँू क उ बेशक छोट होगी (ज़ र


नह ं जब तक दस
ू रे नयम न लग) ले कन ख़द
ु क उ कम से कम 75 साल ज़ र हुआ
करती है !

जब सरू ज खाना नंबर- 9 म हो कयाफ़ा: क़ मत रे खा क जड़ पर चार शाखाइ रे खा तो


कंु डल वाले क उ अपनी इ छाओं के अनस ु ार लंबी होती चल जाया करती है !

मंद हालत
(फ़क र बा कमाल मगर नधन)

मंदा बह
ृ प त ऐसी पील गैस क तरह होगा जो सांस लेने का बल न होकर दम घ टने
वाल होगी! ऐसा बह
ृ प त अपना मंदा असर अपने पहले दौरे (35 साला च कर के दौरान)
बेशक मंदा ले कन अपने दस
ू रे दौरे म ज़ र नेक हुआ करता है और ऐसा नेक क पहले
दौरे क कमी को भी पूरा कर दया करता है ले कन शत यह है क यि त अपनी
क़ मत से खुश रहे और पैसे के लए कसी दस ू रे के आगे हाथ न फैलाए!

जब कंु डल म बधु मंदा हो और बह


ृ प त के घर (2–5–9–12) म आपस म द ु मन ह या
फर बह ृ प त के द ु मन ह ह तो ऐसा यि त पढ़ा लखा तो नह ं होगा ले कन कमाल
का साधू/फ़क र हुआ करता है !

जब कंु डल म म ऋण पत ृ सा बत हो रहा (2–5–9–12 म बध


ु , शुकर राहू या पापी सनीचर)
हो तो न सफ जातक ह बि क उसके कुल खानदान न कोई ड ी ा त न क होगी!

जब खाना नंबर- 2–5–9–12 म या बह ृ प त के साथ ह राहू बैठा हो तो 8 से 12 साल तक


उ के बीच ह राहू से संबि धत कारोबार व रशतेदार के घर म राहू का ज़हर ला धुआँ
भरा हुआ करता है यहाँ तक खल स सोना भी राहू के वारा जंग लगा हुआ होगा!

जब खाना नंबर- 2–5–9–12 म शुकर हो या बह


ृ प त के साथ संयु त हो तो 13 से 15
साल क उ म कोई औरत बरबाद का बहाना हुआ करती है या शुकर क चीज से
संबि धत कारोबार या र तेदार सोने से भरा हुआ घर खाक कर दया करते ह! क़ मत के
मैदान म म ी के सवा कुछ नह ं हुआ करता!

जब खाना नंबर- 2–5–9–12 म बधु हो या बह


ृ प त व बधु संयु त ह तो 16 से 19 साला
उ या फर यादा से यादा 19 साल क उ म बध ु से संबि धत कारोबार व र तेदार
बरबाद का कारण हुआ करते ह! क़ मत जल हुई रे त क तरह हुआ करती है !
जब सनीचर कंु डल म सनीचर पापी हो रहा हो या अपने ज़ाती स भाव के कारण मंदा
होकर बहृ प त के साथ संयु त हो या खाना नंबर- 2–5–9–12 म हो तो 36 साल के बाद
और आमतौर पर 42 साल क उ म सनीचर क चीज से संबि धत कारोबार या र तेदार
बरबाद का बहाना हुआ करते ह! हर तरह मंदे हालत और सेहत भी मंद हुआ करती है
खासकर पेशाब व पाखाने क नाल संबि धत बीमा रयाँ परे शान कए रखती ह! क़ मत क
हवा ज़हर क तरह हुआ करती है और बना कसी कारण खौफनाक हादसे हुआ करते ह!

जब सनीचर खाना नंबर- 5 म हो तो ख़द


ु के बनाए हुये मकान कसी जेल से कम नह ं
हुआ करते और औलाद क तरफ से भी क ट और परे शा नयाँ पेश आया करती ह! सनीचर
खदु खाना नंबर- 9 म हो तो अपनी सेहत से संबि धत परे शा नयाँ बनी रहा करती ह!

कंु डल म सनीचर अपने ज़ाती स भाव के कारण मंदा हो और 18 से 27 साल क उ के


बीच वषफल के अनस ु ार खाना नंबर- 7 म आ रहा हो (नेक सनीचर पर यह नयम लागू
नह ं होगा) तो पता से अलग होकर कसी दस ू र जगह कारोबार करना पड़ता है और अपनी
खद ु क कमाई से घर का बोझ संभालना पड़ता है !

वशेष: खाना नंबर- 9 व 10 का जनमकाल न सनीचर 18 से 27 से क उ म खाना नंबर-


7 म कभी नह ं आया करता!

जब सूरज खाना नंबर- 11 म हो ले कन सोया हुआ या सूरज व बध ु इ ठे मंदे माने गए


घर म हो तो मक
ु दमा या बना मतलब क लड़ाई के कारण धन हा न हुआ करती है ,
झगड़ व मक ु दमे के फैसले बेशक यि त के हक म ह ले कन बना मतलब बह ृ पत
सोना दे ने क बजाए म ी दे ता होगा!

जब बह ृ प त सोया हुआ हो (खाना नंबर- 7 खाल ) या खाना नंबर- 8–11 म म शुकर, बध ु ,


राहू या पापी सनीचर हो तो ऐसा यि त हर कसी क न दा करने क आदत वाला हुआ
करता है ! दस
ू र से बरु ा बताव करने वाला व मंदा बोलने वाला िजसके कारण खद
ु का
गहृ त जीवन ज़हर ला हुआ करता है ! ऐसी हालत म छोट उ क शाद यादा से यादा
22 साल तक नेक फल पैदा करे गी ले कन खद ु - ब- खद ु जागा हुआ बह
ृ प त 24 साल
म नहायत मंदे फल दे गा इस मंदे जहर से बचने के लए मंगल क चीज का कारोबार
करना चा हए!

जब राहू खाना नंबर- 8 या 11 म हो तो पता क मौत दमा या दल क बीमार के कारण


हुआ करती है या फर उसक आँख म कोई गंभीर बीमार या टांग से संबि धत बीमार या
फर दमागी बीमा रयाँ हुआ करती ह!
बह
ृ प त खाना नंबर- 2
जगत का धरम गु
इ म व ताल म का मा लक

ज़र व माया गो, दान से तेरा बढ़ता

मगर सेवा उतम, मुसा फ़र जो करता

राजा जनक क साध ू अव था, दानी गु ज़र माया हो


मंदा ह जब ह कोई बैठा, ज़ेर हु म गु साया हो

चार मंदा 5–10 ता 12, र ी र व वाह केत ू हो

काम सोना खुद म ी दे गा, म ी दे ता ज़र सोना हो

शुकर र ी या हो श न 10 , रात दख
ु ी मंद औरत हो
कोई बैठे 8–10 ता 12, सु खया ब च ज़र दौलत हो

खाना नंबर- 2 हथेल पर बहृ प त का अपना बजु ! तजनी उं गल क तीसर पोर के


नीच खाना नंबर- 2 और बह ृ प त का बुज हुआ करता है ! वष ृ भ रा श और रा शप त ह
शक ु र है जो बह
ृ प त का द ु मन ह है ले कन कुल जमाने क हवा बह ृ प त इससे
द ु मनी नह ं करता! अगर हथेल पर बहृ प त का बुज बहुत बड़ा हुआ हो तो शुकर का
फल दया करता है ! यह बह ृ प त का असल थान है ! चंदर उं च करता है जो बह ृ प त का
दो त ह है , इस रा श को नीच करने वाला कोई ह नह ं! बह ृ प त को इसी लए गु या
सबका उ ताद माना गया है और सामु क म सभी ेह म अ वल दजा या असर के लए
सबसे उतम! बह ृ प त के तमाम नशान का परू ा- परू ा व उतम फल होगा! हर काम म
हो शयार और नेक असर हुआ करता है ! 27 साल क उ तक राजदरबार से नेक स बंध
हुआ करते ह और हर तरह क मत का रं ग भी बह ृ प त क तरह ह ज़द शेर जैसा होगा
और फल भी मीठा! जमाने क कुल हवा नेक फल दया करती है ! इस घर को अगर
मं दर गना तो कंु डल म धन- दौलत व इ ज़त का थान भी यह है ! बैल पर साध ू क
सवार या न शवजी बैल पर बैठे हुये लए जाएंगे!

खाना नंबर- 2 को राहू व केतू क बैठक भी माना जो क शुकर के मसनूयी ह भी ह!


इस घर म राहू व केत ू क मोजूदगी हमेशा रहती है ले कन इस घर म यह ह पाप नह ं
करते चाहे मसनय
ू ी हालत म ह या फर असल बैठे ह !
सामु क: ह प त के प के नशान हथेल पर खान क हदबंद के असूल से िजस
खाने म मलगे वहाँ ह प त का फल नेक होगा:

दो स फ़ या ह प त के बुज पर दो सीधे खत!


ह प त का खुद का नशान अगर ह प त के बुज पर हो तो ऐसा ाणी
जगतगु (चाहे मद हो या औरत) और हर हालत म राजा क तरह मान व
इ ज़त पाने वाला हुआ करता है !

गाए अ थान, मेहमान नवाज़ी, पूजा, धन, माया, चने क दाल


गु दज
ू े अ थान गऊ का, हमंड
ु माला माना है
जनम कसाई का वाह होवे, आसन मा, माया है

द ु मन ह घर 6 ता 11, राजा वल वाह कोई हो

बह
ृ प त तब भी गु ह होगा, वाह वो औरत का हो
अगर गु न होवे ऐसा, वह गोबर का पुतला हो

ज़हर ब छू से मद व औरत, कुल अपनी को मारता हो

सुलहकुल और ब शीश करे तो नेक से वो नेक म बढ़े , वरना

“हर जा के द क़दम शर फ़ा, न फज़ल रबीहशद


ु न खर फ़ा”
वरना हाथ पुराने ख सड़े म ीमल जी आए! साध ू अपनी धूनी पर होगा,
मगर गहृ त कु टया क शत न होगी!
इसका मामूल तांबे का पैसा भी सोने का दे गा! सौ चूहे खाकर ब ल हज
को गई वाला हाल! गु घंटाल होगा!
मा जी और ल मी जी अपने संहासन पर होने क तरह से उ दा हाल
होगा!

ऐसे जातक को अपनी मौत का पता मरने पहले चल जाया करता है !


म ी या न शुकर के कारोबार म सोना बरसे ले कन सोने का कारोबार म ी
करे गा! इस घर के बह
ृ प त को उतम करने के लए घर आए मेहमान क
सेवा दधू से करनी चा हए अगर दध ू न हो सके तो पानी ज़ र पलाएँ!
बह
ृ प त खाना नंबर- 2 के समय सनीचर या सूरज या चंदर खाना नंबर- 6 म और खाना
नंबर- 8 खाल कयाफा: बह
ृ प त के बज
ु से कोई रे खा दल रे खा और सर रे खा के म य
म सनीचर या सूरज के बज
ु के नीचे तक जा नकले तो इसको इ ज़त रे खा के नाम से
जाना जाता है और नेक फल दे ने वाल होगी!

बह
ृ प त खाना नंबर- 2 के समय बध ु खाना नंबर- 8 म हो तो पता उ को खतरा हुआ
करता है और खद
ु क 16 से 19 साल क उ के बीच पता का खज़ाना ह ख म कर दे !
इसके इलावा बहन बेवा व मामँ ू भी बबाद ह गे!

बह ृ प त खाना नंबर- 2 के समय केतू खाना नंबर- 6 म तो अपनी खद ु क मौत का पहले


से पता चल जाया करता है ! मामूल कु ते क आवाज़ से बह
ृ प त यि त को आगाह कर
दे गा!

गु ानी को सब ेह का णाम

हथेल पर ह प त के बुज खाना बर- 2 के सामने ( ह प त खाना बर- 2 और


दस
ू रा कोई ह भी खाना बर- 2 या खाना बर- 6 म बैठे कुल ह चाहे ह प त
के साथ या साथी ह बन या ि ट म ह ) सब के सब ह ह प त को णाम के
लए बैठे होगे!

ह खाना असर दे गा बहै सयत


या
बज

पर

सनीचर 10 साँप कान ब द कए टकटक लगाए चुपचाप बैठा होगा

सूरज 1 गु के इंतज़ार म बद्ं र बना बैठा मगर फँू क मारने क ह मत


नह ं

राहू 12 राहू का हाथी केतू के खाना बर- 6 के साथ मलकर अपने कान
लंबे करके खाना बर- 2 क जड़ म गु उपदे श खा तर चुप बैठा
हुआ

केत ू A 6 गु का आसन जो खाना बर- 2 से मला रे हता है क पता नह ं


कस व त गु को आराम क ज़ रत हो केत ू को गए और कु ता
दरवेश भी माना है जो गु के साये म रहते ह

शक
ु र- 7 शाद रे खा खद
ु सर रे खा बन कर 2 क जड़ म
बुध

4 दल रे खा पी द रया हमेशा ह प त के खाना बर- 2 क तरफ


चलता है

मंगल 3 इसक तो जड़ ह खाना बर- 2 से मु तरका है

सब को तारने वाला जगत गु


दस
ू रा घर धरम अ थान या मि दर और बह ृ प त मि दर का पज ु ार होने के नाते
परहे जगार होगा! धन- दौलत हरदम खैरात से बढ़ता होगा ले कन मुसा फर क सेवा से
फल और भी नेक व शुभ होगा! ख़ुद क क़ मत का उतम असर ससुराल खानदान के
वारा बढ़े गा! खाना नंबर- 2 व 8 म बैठे हुये द ु मन ेह का असर चाहे कतना भी मंदा
य न हो मगर उनके बुरे असर क ज़हर बह ृ प त म न मल सकेगी य क अब कुल
ह बह ृ प त के आधीन ह गे ( सवाय सरू ज और सरू ज का असर कंु डल म िजस घर म
बैठा उसी के अनुसार अ छा या बुरा होगा) और कुल ेह म बह
ृ प त का नेक असर
मला हुआ होगा! बह
ृ प त- 2 वाला यि त आमतौर पर मद का गु होगा वरना औरत
का गु ज़ र हुआ करता है !
ऐसे यि त के धन- दौलत हवा क तरह आया करती है और वो इस दौलत को पानी
क तरह बहाने का आद होगा! इ ज़त रे खा का हथेल पर होना नेक नशानी है और ऐसा
यि त दन- बद ं तर क कया करता है ! बह ृ प त- 2 वाले यि त को सोने का कारोबार
नह ं करना चा हए वरना सब कु छ म ी होता होगा, म ी का कारोबार या औरत के
काम आने वाल चीज के कारोबार से सोना बरसा करता है !

राजदरबार से 27 साल क उ तक लाभ होता होगा चाहे कंु डल म सरू ज मंदा ह य


न हो! ऐसे यि त का जनम चाहे कतने भी गर ब घर म य न हुआ हो 16 से 32
साल तक धन- दौलत के मामले म ख़द
ु बधाता मदद कया करता है ले कन बड़े- बड़े
महल और भरे पूरे कबीले क शत नह ं होगी!
ऐसे यि त को आमतौर पर बाप क तरफ से जायदाद मला करती है वरना ख़ुद ह
बढ़ता चला जाएगा चाहे खाना नंबर- 4 (माता खानदान), खाना नंबर- 5 (औलाद क
हालत), खाना नंबर- 10 ( पता व बुजुग का धन), खाना नंबर- 11 (ख़ुद क आमदन),
और खाना नंबर- 12 (रात का आराम भि तभाग) सब के सब र ी ह ले कन खाना नंबर-
2 का बह
ृ प त हर तरह से नेक फल दे ता जाएगा! दमागी खाना नंबर- 2 शक
ु र का
स बंध साथ गना जाएगा इस लए सब तरफ क ऐश करने के बाद कुल ऐब का वाद
चख कर हर तरह क रं ग बरं गी द ु नया दे ख कर आ खर म धरम गु और धमा मा बन
चुका होगा, ले कन हर ि तथी म नेक याल का मा लक हुआ करता है ! हकूमत क
ताकत व प के इरादे और ऊंचे ख़याल वाला यि त हुआ करता है !

कयाफ़ा

ह चाल कयाफ़ा असर होगा

ह प त बर- 2 म और ह प त क राजदरबार का 27 साल नेक ता लुक, िजंदगी


कायम व उतम, हर तरह से अपनी क मत मठास से भरपरू , 75 साल क उ तक मान व
अकेला खासकर जब बर- रे खा, ह प त इ ज़त व दौलत के लए नेक, ऐसी हालत म सर
9 मंदा न हो और न ह वहाँ बर- 2 रे खा, े ठ रे खा का फल उतम, धन दौलत व
ह प त के द ु मन(बध ु , कायम व ह त रे खा फल उतम! दबा हुआ धन या लाटर
शुकर, राहू) मौजूद ह तजनी उं गल आ द से धन मलने क ऊमीद
सीधी हो

ह प त- 2 व मंगल- 8 तजनी उं गल सचाई पस द होगा


का सरा
चोकोर हो

ह प त- 2 व मंगल- 9 तजनी उं गल हुकूमत क ताकत का मा लक


क लबाई
यादा

ह प त- 2 व बध
ु - 8 तजनी का सा हब- ए- तदबीर होगा
सरा गोल हो

ह प त- 2 व सनीचर- 8 म यमा का द ु नया को याग कर जाने के याल व उदासी का


झक
ु ाव तजनी मा लक
क तरफ
ह प त- 2 व राहू- 8 तजनी उं गल बहादरु होगा
का सरा चौड़ा

ह प त- 2 व राहू- 9 तजनी कुछ सोच वचार क ताकत का मा लक


यादा ह
ल बी हो

ह प त- 2 व केत-ू 8 तजनी उं गल नेक ईमानदार तेज़ फ़हम होगा


का सरा
नोकदार

ह प त- 2 व केत-ू 9 तजनी बहुत हुकूमत क ताकत व उतम फ़तहयाब िजंदगी का


ल बी हो मा लक

मशहूर िज़दगी का मा लक सूरज खाना बर- 10 व अना मका बड़ी हो


तजनी से

खद
ु क मौत का इंसान को पहले पता चल जाए ह प त- 2 के समय केतू हो खाना बर- 6
मेन

दबा हुआ धन, लाटर या कसी लाव द का धन जब खाना बर- 2, 6, 8 नेक ह या बर- 8
मले व 10 से मंद हवा 2 को न जाए और खाना-
12 भी मंदा न हो

ज़र व दौलत और ब च क तरफ से सुखी, जहां जब खाना बर- 8, 10, 9, 12, 4 घर म


कोई द ु नयावी मद गार न होगा जमाने क हवा हरे क घर म कोई न कोई ह ज़ र(चाहे
व दो जहां का मा लक ह प त मदद दे गा और ह प त के दो त या द ु मन) सार उँ ग लय
हर मुसीबत का नाश करे गा, प का इरादा, का झुकाव तजनी क तरफ होगा या सूरज,
आज़ाद तबीयत, हौसले वाला बध
ु , सनीचर खाना बर- 8 म ह

नेपो लयन बोनापाट क तरह ज़माना म नामवर जब सनीचर हो खाना बर- 12 म व तजनी
और बहादरु और म यमा बराबर ह

आ लम या व याप त होगा ले कन इस बात क सनीचर साथ या साथी ह बन रहा हो,


पिु ट सनीचर क ि तथी करे गी उँ ग लय क पो रय पर दो स फ़ ह

इ ज़त रे खा मा नंद, राजा जनक क तरह अपनी जब खाना बर- 8 खाल हो और सूरज, ,


इ ज़त रे खा मा नंद, राजा जनक क तरह अपनी जब खाना बर- 8 खाल हो और सूरज, ,
धुन का पाबंद, भरा परू ा कबीला सनीचर राहू या बध
ु म से कोई एक खाना
बर- 6 म हो

सखी फ़ैयाज़ी होगा राहू नेक हो मगर गुम न हो, ह प त के बज



पर एक सीधा खत होगा

नेक काम और द ु नयावी भलाई करने वाला, राहू नेक और कायम सा बत हो रहा हो,
आल शान महल आ द क कोई शत न होगी, ह प त के बज
ु पर दो सीधे खत ह गे
ले कन हर जगह मान व इ ज़त पाने वाला और
द ु नयावी सुखसागर उ दा

नेक हालत

बह
ृ प त- 2 के समय सूरज खाना नंबर- 10 म हो तो अना मका उं गल तजनी से बड़ी
होगी और सूरज खाना नंबर- 12 म हो तो तजनी और अना मका बराबर ह गी और दोन ह
हाल म यि त मशहूर िजंदगी का वामी होगा!

बह
ृ प त- 2 के समय केतू खाना नंबर- 6 म हो तो ख़द
ु अपनी मौत का पता पहले ह लग
जाया करता है !

बह ृ प त- 2 के समय खाना नंबर- 2–6–8 नेक ह और खाना नंबर- 8–10 म बह


ृ प त के
द ु मन ह न ह और खाना नंबर- 12 नह मंदा न हो रहा हो तो दबा हुआ धन, कसी
लाटर से धन या फर कसी बेऔलाद से धन मला करता है !

बह
ृ प त- 2 के समय खाना नंबर- 8–10–9–12–4 घर म कोई न कोई ह ज़ र हो (चाहे
दो त या द ु मन) या बध
ु व सूरज खाना नंबर- 8 म ह धन व दौलत और औलाद क
तरफ से सु खया! जहां कोई भी मदद पर न होगा बह ृ प त ख़दु मदद पर होगा और हर
मुसीबत का नाश करे गा! जातक इरादे का प का, आज़ाद तबीयत और हौसला भर उ मीद
का मा लक होगा!

बह
ृ प त- 2 के सनीचर खाना नंबर- 12 म तो तजनी उं गल व म यमा बराबर क ह ऐसे
म जातक नेपो लयन क तरह बहादरु और काम का इ सान हुआ करता है !
बह
ृ प त- 2 के साथ सनीचर हो या साथी ह बन रहा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय
पर दो सदफ़ हुआ करते ह व याप त हुआ करता है ले कन अ छा या बरु ा होने का फैसला
सनीचर के ज़ाती स भाव या नेक/मंदा होने के आधार पर हुआ करता है !

जब खाना नंबर- 8 खाल हो और उसी समय सरू ज, चंदर, सनीचर, राहू व बध


ु म कोई भी
ह खाना नंबर- 6 म हो तो राजा जनक क तरह अपनी धन
ु का प का इ सान होगा,
हथेल पर इ ज़त रे खा हुआ करती है !

राहू कंु डल म नेक सा बत हो रहा हो ले कन गुम नह ं होना चा हए कयाफ़ा: बह


ृ प त के
बजु पर एक खत होगा, ऐसा इ सान नेक और दानी(फैयाज़) हुआ करता है !

राहू नेक होने के साथ- साथ कायम भी हो कयाफ़ा: बह


ृ प त के बज
ु पर दो सीधे खड़े खत
तो यि त नेक तबीयत और द ु नया क भलाई करने वाला होगा! बड़े- बड़े महल व जागीर
क कोई शत नह ं ले कन हर मान व इ ज़त पाने वाला और द ु नयावी सख ु - सागर उ दा
हुआ करते ह!

मंद हालत

बहृ प त खाना नंबर- 2 के समय खाना नंबर- 8 मंदा हो रहा हो (उधाहरण: खाना नंबर- 8
म चंदर व मंगल संयु त ह , दोन ह ह बह
ृ प त के दो त है और खद
ु आपस म भी
दो ती का स भाव रखते ह और वैसे भी बह ृ प त क हवा म कोई मंदा असर नह ं ले जा
सकते ले कन दोन के संयु त होने से खाना नंबर- 8 मंदा होगा य क चंदर अपनी नीच
रा श म और मंगल बद है इस लए ऐसी ि तथी के समय अपने ह खानदान को तबाह
करने वाला हुआ करता है जैसे दह (शक ु र) और गोबर(शकु र) और दोन को मलाने से ब छू
पैदा ह गे वह हाल चंदर और मंगल संयु त होने के समय हुआ करता है !

खाना नंबर- 8 व 2 जब भी मंदे हो रहे ह गे इसक पहल नशानी केतू क जानदार व


बेजान चीज पर नज़र आया करती है !

जब सनीचर पापी होकर या राहू/केतू वषफल के अनस


ु ार खाना नंबर- 2 म आय तो सेहत
के असर मंदा होगा और ससरु ाल घर म धन- दौलत का नक ु सान हुआ करता है !
गु जहां दो मि दर क चा, या बैठक ख़द
ु खाल हो
मारग घर से गु भी डरता, आठ ि ट खाल जो

खाना नंबर- 2 और आठ को राहू केतू क बैठक कहा है और खाना नंबर- 2 म राहू/केतू का


असर हमेशा शा मल हुआ करता है इस लए खाना नंबर- 8 के खाल होने से राहू/केतू
भावह न ह गे और बह
ृ प त के फल को मंदा करगे या न तीन द ु नयावी कु त पर अशभ ु
असर होगा ले कन ख़द
ु पर कोई बरु ा असर नह ं हुआ करता!

हर जा क रौद क़दम शर फ़ा न फसल रबीहशुद न खर फ़

जब खाना नंबर- 2 या 8 म कोई मंदा ह बैठा होवे (इस घर म मंगल बद ह सबसे


खराब गना है ) या बह ृ प त को ि ट से बरबाद कर रहा हो तो ऐसा जातक इतना मनहूस
हुआ करता है क ख़द
ु के बरबाद होने के साथ- साथ िजसके घर जाए या कसी के साथ
मलकर कारोबार करे तो उसको भी बरबाद ह करे गा न खर फ़ क फसल और न र बी क
या न क़दम ह मनहूस हुआ करते ह!

बह
ृ प त- 2 के समय शुकर मंदा हो रहा हो और सनीचर खाना नंबर- 10 म हो तो रात
क नींद हराम, सेहत खराब और औरत हर तरह से द ु खया!

बह
ृ प त- 2 के समय बध ु खाना नंबर- 8 म और सनीचर खाना नंबर- 10 म हो तो धन
हा न होगी, बज
ु ुग भी दख
ु ीया ह गे और ख़द ु को जेल जाना पढ़ता है !

बह
ृ प त- 2 के समय बध ु खाना नंबर- 9 म हो कयाफ़ा: हाथ क उँ ग लयाँ हथेल के
अनपु ात से बहुत छोट ह तो ई या से भरा इ सान हुआ करता है !

बह
ृ प त- 2 के समय खाना नंबर- 8, 10 म बध ु , शुकर, राहू/केतू या सनीचर पापी/ज़ाती
स भाव के अनस
ु ार मंदा होकर बैठा हो तो फल मंदे हुआ करते ह, हर तरह क लानत और
ज़लालत गले पढ़ा करती है !

उपाओ

1. खाना नंबर- 1 म बध
ु व राहू के मंदे असर के समय सनीचर का उपाओ कर!
2. खाना नंबर- 1 म बध
ु व शुकर के मंदे असर के समय चंदर का उपाओ कर!
3. खाना नंबर- 1 म बध
ु व पापी/मंदे सनीचर के समय ख़द
ु बह
ृ प त का उपाओ कर!
4. खाना नंबर- 8 म बहृ प त के द ु मन (बध
ु , शुकर, पापी सनीचर या राहू) के समय हर एक
ह के लए नधा रत उपाओ कर!
5. ख़द
ु मंदे हो रहे बह
ृ प त के समय या मंदे ेह क चाल के समय बह
ृ प त का उपाओ
मददगार हुआ करता है !

उपाओ:

1. खाना न बर 10 म बुध राहु ह तो शनी का उपाये कर!


2. खाना न बर 10 म शु कर हो तो च दर का उपाए कर!
3. खाना न बर 10 म शनी पापयु त हो तो खुद ह प त का उपाये कर!
4. खाना न बर 8 म ह प त के श ु ह ह या पाप यु त शनी हो तो इन हो
का खाना न बर 8 म दया गया उपाये कर!
5. जब खदु ह प त मंदा हो या खाना न बर 6 म मंदा ेह हो तो खुद ह प त
का उपाए मददगार होगा!

ट पणी:- हर एक ेह के लए 12 घर म उपाये अलग अलग ह! इस लए कोई भी


उपाए नधा रत करने के लए सावधानी से काम ल यो क कोई एक ह उपाए हर जगह
काम न दे गा!
बह
ृ प त खाना नंबर- 3
गजता शेर व खानदानी गु
( वैश व अका रब के ता लुक का मा लक)

बहुत आँख शवजी, गो मुद के लेखे

मगर आँख तू एक से य है दे खे

शेर तबीयत मन
ु सफ द ु नया, दग
ु ा पज
ू न ज़र राज का हो
असर भले जब तक 2 उ दा, न ट ख़श
ु ामद होता हो
4 श न, बुध- टे वे मंदा, मारे म कुल द ु खया हो

दज
ू े मंगल या 9 श न बैठा, तारे सभी, ख़ुद सु खया हो
हथेल पर मंगल नेक के बुज पर, मंगल और बह ृ प त आपस म दो त अब दोन ह
ेह का मला- जल ु ा और उतम असर होगा! लड़ाई के मैदान म तो बहुत बहादरु ले कन
दस
ू र का माल छ नने का आद होगा! खाना नंबर- 3 मथुन रा श और रा शप त ह बुध
जो बहृ प त के साथ द ु मनी करता है ! राहू या न हाथी उं च करता है जो बह
ृ प त के
बराबर का ह है ! असर के लए यह घर मंगल नेक का है िजसक हाज़र म राहू चुप हो
जाता है और कसी तरह क शरारत नह ं कर सकता!

जब क बज ु मंगल नेक का है और असर भाई- बंधओ


ु ं, हक़ क़ ससरु ाल, नज़र, औलाद
को सुख और औलाद क उ से संबि धत होगा इस लए बुध क द ु मनी सफ मामँू क
औलाद से संबि धत होगी! ख़ुद इ सान सा हब- ए- इ म व अ ल वाला होगा! 20 साल
अज़ीज़ से मोह बत होगी व आराम पाएगा! राजदरबार से स बंध नेक व फायदे म द हुआ
करते ह!
बध
ु दग
ु ा और ह प त शेर, और शेर दग ु ा का वाहन है इस लए जब तक जातक दगु ा
पाठ या क या पजू न करता रहे तो फल अ त नेक होगा! ऐसी क या िजसे मा सक धरम
न आया हो उसक पूजा करके आशीवाद लेने से राजधन म व ृ होगी!

(2) खाना न बर- 2 खाना न बर- 3 क द वार सांझी है ! ह प त- 3 के समय खाना


न बर- 2 म कोई शुभ ेह या ह प त का म ेह हो तो जीवन लोक के समान
होगा वरना जलता हुआ जंगल! य द च दर 12 म हो तो न ट लखा गया है य क चौथी
और दसवीं ि ट धोके क ि ट हुआ करती है !

बहृ प त खाना- 3 के समय बह


ृ प त शेर क तरह ह मत वाला हुआ करता है ! धन
क हालत को ठ क रखने के लए क या पूजन नहायत ज़ र है ! ऐसे यि त को ख़ुद क
ख़श
ु ामद करने वाले लोग से बचना चा हए नह ं तो बह ृ प त का भाव न ट होता होगा!
सामु क: कोई रे खा बह
ृ प त के बुज से मंगल नेक बुज को या मंगल नेक से कोई रे खा
बह
ृ प त के बज
ु को जा नकले, इस रे खा को गह
ृ त रे खा के नाम से जाना जाता है !
हाथ क उँ ग लय पर तीन सदफ, सात च कर या सात सीढ़ रे खाओं का होना! शेर का
नामी शकार होगा!

दग
ु ा पज
ू न, ताल म

ै ोक का मा लक होगा गु जो तीजे बैठा हो

पग हो तो 18 से 19 वना 3 ह काना हो

दग
ु ा पज
ू न भेद गना जो 3–18 होने का
नेक होवे तो सब से उ दा वना बध
ु हो 3–9 का

आ दल, मनु सफ मजाज़, दगु ा क सवार का साथ होगा! िजसे तारे तो शेर क तरह या न
ख़द
ु का कया हुआ शकार दसू रे को दे जावे ले कन अगर बैर पर आए तो सामने वाले का
ब तर तक जला डाले! बेमतलब क तार फ और ख़श ु ामद करवाने से बह
ृ प त क ताकत
न ट हुआ करती है !
बह
ृ प त- 3 के समय सनीचर खाना नंबर- 4 म हो तो उध रे खा िजससे दो ती करे उसी
को लट
ू कर अमीर होता हो!
बह
ृ प त- 3 के समय सनीचर- 9 म तो धन- दौलत के लए फल उतम ह गे!

शेर का नामी शकार और दौलतम द

फ़ र ता अजल भी गो तुझ से डरे गा


मगर ज़ु म तेरा, न हर गज़ फलेगा

दमागी खाना नंबर- 17 मंगल का भाव साथ होगा ऐसा जातक याय य (अदल= याय)
मुन सफ या न राजा के समान हुआ करता है ! अब दग
ु ाजी (बध
ु ) शेर (बहृ प त) क सवार क
तरह नेक हाल होगा! यि त सा हब- ए- इ म व अ लम द हुआ करता है , राजदरबार से स बंध
नेक हुआ करते ह ले कन यह सब कु छ उस समय होगा जब यि त दग ु ा पज
ू न (दग
ु ा स तशती
का पाठ या छोट मासूम लड़ कय को मीठा भोजन खला कर आशीवाद लेना) का आ द होगा
वरना यह बह
ृ प त खाना नंबर- 3 म होता हुआ बध
ु खाना नंबर- 3 व 9 के फल दे ने लगेगा!

जब बहृ प त हर तरह से कायम हो ल ै ोक के दरवाज़े पर ख़द


ु ह मौत को रोकने के लए
खड़ा होगा! उ दा सेहत, ल बी उ और धन- दौलत क तरफ से सुखी होगा! भाई- बंधुओं
से स बंध नेक रखने व मीठे वाणी क मत क बु नयाद होगी!

जब कंु डल म मंगल नेक हो व खाना नंबर- 2 उ दा हो या सूरज, मंगल- चंदर म से


जीतने यादा ह खाना नंबर- 2 म ह और जब वषफल अनस ु ार बहृ प त खाना नंबर- 3
म आयेगा तो हर तरफ खश ु ी का माहोल और धन- दौलत म खब ू बरकत होगी!

जब बहृ प त क टकराव या बरु ि ट से बाहर हो और उसी व त खाना नंबर- 11 व 9


म ह ह और खाना नंबर- 5 म कोई द ु मन ह न हो तो जातक मान- इ ज़त वाला
धनी- मानी हुआ करता है ! ख़द ु क कमाई शु करने के दन हालत नेक होती चल जाया
करती है ! औलाद क पैदाइश के दन से और खानदान के साथ रहने से हर तरह से असर
उतम होगा!

बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 9 म कयाफा: हथेल पर उध रे खा साफ
और कायम होगी तो उ और दौलत क कोई कमी नह ं हुआ करती!

बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 2 म कयाफा: बह ृ प त के बजु पर 7 खड़े
खत इसक नशानी होगी तो यि त चालाक आँख, तेज़, और बु (फहम) के बल पर
सामने वाले इ सान को परखने क ताकत रखने वाला होगा!

बह
ृ प त- 2 के समय मंगल हो खाना नंबर- 2 म कयाफा: गह ृ त रे खा हथेल पर खाना
नंबर- 2 को जा नकले तो सबको तारने वाला और ख़द
ु भी सु खया होगा!

बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल पर नेक हो और नेक घर म
हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 3 सदफ़ इसक नशानी होगी तो दौलतम द हुआ
करता है !
बह
ृ प त- 2 के समय बध
ु खाना नंबर- 7 म हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 7
च कर इसक नशानी होगी तो यि त बहादरु हुआ करता है !

मंद हालत

जब बह
ृ प त सोया हुआ हो या द ु मन ेह (बध
ु , शक
ु र, राहू या पापी सनीचर) से घरा
हुआ हो तो जातक इकतरफ़ा तबीयत का मा लक हुआ करता है जैसे मेहरबान हुआ तो सोने
क लंका दे दे और य द उलट तो दस
ू रे का ब तर तक जला दे वे!

बह
ृ प त- 2 के समय चंदर खाना नंबर- 12 म हो तो अपनी बेमतलब क खश
ु ामद से खश

होने क आदत से न ट होवे!

बह
ृ प त- 2 के समय सनीचर खाना नंबर- 4 म और कंु डल म बध ु मंदा हो तो जातक सब
को लटू कर ख़द ु अमीर बनने वाल उध रे खा का मा लक होगा! म व दो तो से धोखा
करने वाला, बरु व मंद बात बोलने का आ द, नाि तक तबीयत हुआ करता है ऐसे म
जातक दस ू र को लूट कर अमीर चाहे बन जाए ले कन बदनसीब और म दभाग होगा,
उसक ऐसी तबीयत के कारण सब के सब र तेदार भी दख ु ी हुआ करते ह! औलाद व मामँू
खानदान मंदे हाल होगा और ख़द ु क सेहत 31 साल तक नक मी हुआ करती है !

बह
ृ प त- 2 के समय कंु डल म मंगल बद हो या न प के खाना का मा लक खराब तो
जातक बज़ु दल, गपबाज़ और बकवासी तबीयत हुआ करता है ! कम नसीब (अब बह ृ पत
ख़दु अपना फल न दे कर बध ु 3 व 9 का फल दे ने लगेगा) बरु िजंदगी वाला, सेहत खराब
बि क हमेशा ह कोई न कोई बीमार लगी रहे , फसाद तबीयत और औलाद भी मंद होगी!
बह
ृ प त खाना नंबर- 4
चंदर क राजधानी का गु
पड़ा माया ब द, पानी, द ु नया जो सड़ता

फले बीज द ु नया जो ब द म ी करता

त त ब मी 32 प रयाँ, म पूण कोई अपना हो

ज़मीन मरु बे दध
ू क न दयां, शेर सीधा पानी तैरता हो
मंद श न बध
ु इ ज़त मंद , 10 वैर ज़र डोलता हो
केत ू बुरे शाह लेगा फ़क र , राहू भले सब उ दा हो

शुकर चंदर और मंगल मोती, दध


ू भर ल
ै ोक जो

नाश बुजुरगां कुल सब होती, इ क गंदे जब ख़ुद सर हो

हथेल पर चंदर के बज ु पर! चंदर और बह ृ प त आपस म दो त ह इस लए दोन ेह


का फल इ ठा और हर तरह से नेक होगा! राजदरबार से स बंध उतम व फायदा होगा!
धन- दौलत के लए अ त शुभ और हर क शाि त होगी! बह ृ प त पी शेर पानी क
र तार जैसी भी हो हमेशा सीधा तैरा करता है इस लए खाना नंबर- 4 का बह
ृ पत
इ सान को द ु नयावी द रया म सीधा रखता है और यह बह
ृ प त क ताकत है इस लए
इस घर म बहृ प त के समय यि त को यवहार और कारोबार म ईमानदार बरतनी
चा हए!

कंु डल म खाना नंबर- 4 कक रा श और र शप त ह चंदर है ! चंदर व बह ृ प त आपस


म दो त, चंदर इस घर म सफ़ेद घोड़ा है ! बह
ृ प त उं च रा श म और इस रा श को मंगल
नीच करता है ! मंगल भी बहृ प त का दो त ह है ! बहृ प त अपने दो त चंदर के साथ
मलकर हर तरह से नेक व उतम फल दया करता है ! धन- दौलत व मकान आ द के
लए फल उतम हुआ करते ह!

बह
ृ प त- 4 के समय बध ु खाना नंबर- 10 म हो तो 34 साल क उ म अपनी बरबाद
का कारण खदु जातक हुआ करता है !

बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर खाना नंबर- 2 म हो तो सामने वाले को मंह
ु क बात से
पहचान लेने क ताकत वाला अपनी उ के आ खर तक फल नेक व उ दा ह गे!

बह
ृ प त- 4 के समय सूरज खाना नंबर- 1 म हो तो दोन ह ह अपनी- अपनी उं च रा श
बह
ृ प त- 4 के समय सूरज खाना नंबर- 1 म हो तो दोन ह ह अपनी- अपनी उं च रा श
म दोन फल जुदा- जुदा ले कन हर तरह से नेक व उतम ह गे!

बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर खाना नंबर- 9 म हो तो उतम उध रे खा िजसके फल खद
ु के
लए व दस
ू र के लए भी उतम हुआ करते ह!

बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर खाना नंबर- 10 म और चंदर खाना नंबर- 1 म हो तो हर
तरह क सवार के सुख मला करते ह!

बह
ृ प त- 4 के समय चंदर खाना नंबर- 2 म, अब दोन ह ह अपनी- अपनी उं च रा श
म ह गे और प के घर अदल- बदल कर बैठने के कारण नहायत उतम फल दगे! द ु नयावी
तर क म अगर पता से बढ़ कर न हुआ तो भी बराबर ज़ र होगा जैसे “माँ पर धी पता
पर घोड़ा”

बह
ृ प त- 4 के समय सरू ज खाना नंबर- 10 म और चंदर कायम तो राजदरबार से
संबि धत ज़ र सफर म असर सीप म मोती क तरह नेक होगा!

चंदर बेहता हुआ पानी है और यवहा रक धन भी जो चलता रहना चा हए वरना का हुआ


पानी और धन दोन बेकार हुआ करते ह! जैसे बीज को अंकु रत करने के लए ज़मीन म
दबाना पड़ता है वैसे ह धन और पानी का इ तेमाल करने से फल नेक व शुभ ह गे!
समु क ल ण: च दर रे खा ह प त के परबत तक जा नकले या च के परबत पर
शंख का नशान या फर हाथ म 4 सीप या 4 शंख या 4 सीधी रे खाएं या 2 च कर ह गे!

बा रश, सोना
बह
ृ प त चौथे घर हुआ, समंदर दध
ू भरा
ह चार ह नेक ह , पानी, आग, म ी, हवा

ऊंच बह
ृ प त जब हुआ, बढ़ता चंदर हो
बध
ु अकेला छोड़ के, फल सब का उ दा हो
10 बध
ु गर आ हुआ, खोट हवा चलने लगी
द ु नया को या तारे जब, ख़द
ु बेड़ी अपनी डूबती
पानी=चंदर, आग=मंगल, म ी=शुकर, हवा=बह
ृ पत

बह ृ प त खाना नंबर- 4 म हर तरह से कायम हो तो यि त राजा व मा द य जैसी क़ मत


कामा लक होगा! द ु नयावी गह ृ ती जीवन म पानी म सीधा तैरने वाला शेर या न द ु नयावी
द ु नयादार म कोई हे रा फेर नह ं बि क हर तरह से नेक स भाव होगा! धा मक संबंधो व हकूमत
का मा लक होगा! ऐसे जातक का मामूल तांबा भी सोने के भाव बका करता है और मकान व
जायदाद उतम क म के ह गे! लावा रस धन या दबा हुआ धन मलने के योग हुआ करते ह!
द ु नयावी बहृ प त के फल होते हुये चंदर अब हानी (गैबी) फल के लए उतम होगा!

नेक हालत

एक ह सदफ़ के अ दर, पैदा हुए दो मोती


एक ताज शाह के सर पर, दज
ू ा खरल म पसता है
(ताज=बध ु , खरल=बध ु ) या न बह
ृ प त- 4 क दो हालत और इसका फैसला बध ु पर होगा!
बहृ प त- 4 के समय सभी ह नेक फल के हुआ करते ह ले कन बध ु को छोड़ कर बध ु का दस
घर म बैठ कर बह ृ प त को दे खना सबसे बड़ा हानी का कारण हुआ करता है ! ख़द ु क क़ मत
का फैसला चंदर व बह ृ प त के नेक होने पर नभर करता है ! कंु डल म चंदर, मंगल, शुकर व
सनीचर सब के सब मोती क तरह उतम फल दया करते ह! जब इन ेह के कारण बह ृ प त हर
तरह से शभ ु सा बत हो जाए तो अपने इलाके म हजार नह ं बि क लाख एक नामवर इ सान
हुआ करता है ! खेती क ज़मीन, दध ू ा पशुओं क कोई कमी नह ं हुआ करती, बाप- दादा व
जातक ख़द ु उतम शि त के मा लक ह गे! द ु नयावी इ ज़त खब ू व इरादे का प का इ सान हुआ
करता है ! धरम म पण ू व वास और हर धरम को एक सार मानने वाला इ सान! आम लोग से
खश ु ी- खश
ु ी मलने वाला और मलनसार हुआ करता है ! खंदह पेशानी (या न खल ु ा माथा नेक
बह ृ प त क नशानी होगा), हर तरह के लालच से दरू और चाल- चलन का प का इ सान हुआ
करता है ! कारोबार हर के लालच से दरू व शाि त से भरा हुआ, मकान आल शान हुआ करता है !
गह
ृ त के लहाज़ से औरत खब
ू सरू त, उतम औलाद व नेक माता- पता का सख
ु व साथ हुआ
करता है ! दमागी खाना नंबर- 21 का साथ होने के कारण चंदर क रहम दल साथ होगी, ऐसा
इ सान ज़माने म शेर क ताकत वाला ले कन रहम दल हुआ करता है , हकूमत क ताकत व
दमागी लयाकत का साथ होगा! ऐसे इ सान क नेक दल खल स सोने क तरह से हुआ करती
है जो इसके खानदानी खनू का नतीजा होगी!

बह
ृ प त- 4 के समय बह ृ प त के प के घर 2–5–9–11–12 कायम ह या न जब इन घर
म बध
ु , शुकर, राहू या मंदा सनीचर न हो तो पता से बढ़ कर न हुई तो पता के बराबर
क है सयत का वामी! मान व इ ज़त राजा वकम द य क तरह हुआ करती है ! मामल ू
काम म भी बहुत लाभ हुआ करता है ! ऐसे इ सान को लाटर से या दबा हुआ धन मला
करता है , कभी- कभी लावा रस जायदाद भी मल जाया करती है या न क इ सान राजा
इ जैसी क़ मत क तरह द ु नयावी दध ू क बा रश से उछलती हुई नहर क तरह
खश
ु हाल!

बह
ृ प त- 4 के समय चंदर खाना नंबर- 1 व सनीचर खाना नंबर- 10 म तो हर तरह क
उतम सवार का सख
ु ा त हुआ करता है !

बह
ृ प त- 4 के समय नर ह सरू ज व मंगल कंु डल म उतम ि तथी म ह तो ऐसे इ सान
का पता दस
ू र क क़ मत लखने के लए ऊंचे पद पर हुआ करता है कभी- कभी जातक
के ज म के तुरंत बाद हो जाया करता है ले कन ख़द
ु जातक क क़ मत ऐसी होगी इसक
शत नह !ं

बहृ प त- 4 के समय चंदर खाना नंबर- 2 म हो कयाफा: चंदर के बज ु पर एक शंख या


च कर हो तो क़ मत क अ छाई या बरु ाई का फैसला कंु डल म सनीचर व राहू क नेक
व बद हालत पर होगा! अगर यह ह नेक हुए तो लाख म एक इ सान हुआ करता है !
बज
ु ुग कारोबार उतम व नेक फल दगे! अगर जातक क ख़द ु क है सयत राजा क न हुई
तो कसी राजा से घ न ठ स बंध ज़ र हुआ करते ह! आमतौर पर ख़द ु क कमाई का एक
चौथाई ह सा ख़द ु क मंद सेहत पर हुआ करता है ! जातक दौलतम द, वजधार का
मा लक और हर क म क शाहाना सवार का सुख पाने वाला हुआ करता है !

बह
ृ प त- 4 के समय खाना नंबर- 10 खाल हो तो बह
ृ प त सोया हुआ होगा ऐसे म
जातक को बना कपड़ क पराए इ सान के सामने नह ं जाना चा हए या न जातक अपने
नंगे िज म पर कसी अनजान यि त क नज़र न पढ़ने दे तो बह ृ प त ऊंच का फल दे ता
रहे गा वरना द ु नया के सामने धन- दौलत क कमी उसको नंगा कर दे गी!
बह
ृ प त- 4 के समय चंदर क हालत( सवाय खाना नंबर- 2 के), टे वे म चंदर कह ं भी और
कैसा भी हो ले कन फल उतम ह ह गे और उसक कमाई का सेहत पर फजल ू खच क
शत भी न होगी!

बह
ृ प त- 4 के समय चंदर कायम हो या फर ख़द ु कायम रखा जाए तो माता के िज़ दा
रहते स ा आमतौर पर कते- काते परू हुआ करती है और अगर माता का साथ बचपन
म छूट जाए तो श ा बना कसी तरह क कावट के शु से आ खर तक परू हो जाएगी!

बह
ृ प त- 4 के समय कंु डल म केतू उ दा हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर या बज
ु - 2
पर 4 शंख ह गे तो श ा ख़दु क या औलाद क पर खच कया हुआ पैसा याज समेत
वा पस आया करता है ! अगर जातक चाल- चलन नेक रखे तो उ भी ल बी हुआ करती है !

बह
ृ प त- 4 के समय बध ु नेक सा बत हो जाए और कंु डल म सूरज खाना नंबर- 10 म हो
कयाफा: उं ग लय क पो रय पर दो च कर तो जातक हुनरम द, म ानी होगा ले कन
नसीबा क शत नह !ं सीप म मोती क तरह के खानदान म ज म लेवे और राजदरबार से
लाभ हो!

बह
ृ प त- 4 के समय शभ
ु सनीचर खाना नंबर- 2–9–10 म से कसी एक म हो कयाफा:
उँ ग लय क पो रय पर 4 सदफ़ व नेक उध रे खा होगी तो नेक, मशहूर व हर एक को
तारने वाला हुआ करता है ! नेक उध रे खा के कारण उतम व आल शान मकान का मा लक
और हर तरह का आराम व सुख पाने वाला हुआ करता है !

मंद हालत

बह ृ प त- 4 के समय ज मकाल न बध ु खाना नंबर- 10 म हो और वषफल के अनस ु ार


िजस साल बध ु खाना नंबर- 4 म आयेगा तो हर तरह के नतीजे मंदे ह गे, ऐसा जातक
अपनी खराब आदत के कारण अपनी खद ु क बेड़ी डुबोने वाले म लाह क तरह हुआ करता
है और हरह क बरबाद का कारण होगी!

बह
ृ प त- 4 के समय सनीचर को अपनी करतूत से मंदा कर लया जाए (साँप को
मरवाना, शराब का आद व यभचार हो जाना) य क बह ृ प त- 4 के समय सनीचर कभी
मंदा नह ं हुआ करता! तो ऐसे म यि त सफ बदकार पस द हुआ करता है , शराब-
शबाब- कबाब और मंद मशहूर पस द करने वाला तो नज़र पर अशभ ु असर होगा इसके
साथ ह केतू भी मंदा असर दे ने लगेगा!

बह
ृ प त- 4 के समय द ु मन ह बधु , शुकर, राहू व मंदा सनीचर(ज़ाती स भाव के असूल
पर) आ द खाना नंबर- 10 म ह तो धन- दौलत के लए नहायत अशुभ ह गे!

बह
ृ प त- 4 के समय कंु डल म राहू मंदा हो तो चंदर क जानदार व बेजान का फल
बरबाद हुआ करता है यहाँ तक क पानी भी ज़हर का भाव रखेगा!

बह
ृ प त- 4 के समय कंु डल म केतू मंदा हो रहा हो तो जातक बादशाह होते हुये भी
फक र ले लेगा या कसी मुसीबत के समय डर कर जंगल को भागना पड़ेगा!
बह
ृ प त खाना नंबर- 5
इ सानी खसलत का मा लक, इ ज़त व आब वाला
म ानी मगर आग का बांस

धरम नाम पर मांग द ु नया जो खाता

असासा ह है , बेच अपना वह जाता

औलाद कदर से बढ़
ु ापा उ दा, सौदा इमानी बढ़ता हो
हाल बज
ु रु गाँ बेशक कैसा, नसल आइंदा फलता हो
उसके गु दन लड़का जनमे, या क जनम श न 9 श न हो

लेख सोया भी आ तब जागे, जोड़ी शेर क बनती हो

केत ू मंदा औलाद हो मंद , मंदे गु ऋण पत ृ हो

चंदर सरू ज बध
ु उ दा पापी, लाव द होता न वह कभी हो
खाना नंबर- 5 संह रा श और रा शप त ह सरू ज, बह ृ प त और सरू ज दोन ह दो त
और नर ह या न शेर क जोड़ी! इस रा श को न कसी ह न उं च कया है और न ह
नीच! बहृ प त के औलाद से संबि धत नशान नेक फल दगे! औलाद क तरफ से
खुशहाल होगा, धन व जायदाद भी पाएगा! अगर ऐसा नह ं तो मामँू 7 साल तक तकल फ
म रहे !

यि त इ ज़त व आब का मा लक और पन ू ा नेक इ सान हुआ करता है ! म ानी


ले कन बहुत गु से वाला य क सूरज का भाव शा मल होगा! ऐसा इ सान य द धरम
के नाम पर धन मांगने का आ द होगा तो अपना समूल (असासा) नाश करने वाला होगा!

बह
ृ प त- 5 के समय चंदर खाना नंबर- 9 म, दोन ह दो त और एक दस
ू रे को दे खते
ह गे इस लए असर नहायत नेक हुआ करता है , पानी क मामूल नाव भी बड़े- बड़े जहाज़
का काम दया करती है या न हर कसी काम म बहुत बड़ा लाभ हुआ करता है !

बहृ प त- 5 के सनीचर खाना नंबर- 9 म तो बह ृ प त क उ म क़ मत का नेक असर


हुआ करता है ! अब दोन ह ह खाना नंबर- 9 म इ ठा फल दगे, हथेल पर म छ रे खा
हुआ करती है िजसका फल अ त उतम होगा! ऐसा इ सान खद ु तो बढ़ता ह है ले कन दरू
को भी तारने वाला होगा! अब औलाद के लए भी कोई अशुभ फल नह ं हुआ करता! या न
वषफल के हसाब से सनीचर खाना नंबर- 9 म आए तो बह ृ प त क मीठ हवा म सनीचर
का साँप सो जाएगा ले कन मुदा नह ं होगा और सनीचर के दन को ज मी हुई औलाद पर
जाग कर 60 साल और उ दा और उतम फल दे गा ले कन अब बह
ृ प त से संबि धत चीज
से कोई फायदा नह ं होगा!

सामु क ल ण

5 सदफ़ या 5 च कर या 5 खड़े खत कुल उँ ग लय पर ह !


सेहत रे खा नीचे जाकर क मत रे खा से मल रह हो या न क मत रे खा कलाई से
नकल कर सेहत रे खा से मलकर आगे को नकल रह हो!

नाक, केसर, असर है हफल का


गु है 5 ल द म मा णक, प थर म वो मोती है

छोट नैया वाह बेशक होवे, नरक कुटुंभी धोती है

द ु मन 2–9–11 बैठे, डूबती बेड़ी होती है


दन गु कोई लड़का जनमे, शेर क जोड़ी होती है
लड़के पोते बेशक बैठे, क़ मत सोई होती है

सरू ज का घर होने के कारण दमागी खाना नंबर- 20 का असर साथ होगा और दमागी
खाना नंबर- 21 बुजुग इ ज़त का फल होगा और सूरज के कारण केत ू का नेक असर
होगा या न ल द म मा णक या न जातक क संतान उतम अव था क होगी! इ म से
दौलत क खब ू कमाई होगी और धन- दौलत क व ृ का कारण स तान हुआ करती है !
े ठ रे खा का उतम फल हुआ करता है ! अ ल महादशा (बुध लाल- कताब 1940) के
व त अगर केत ू अ छ ि तथी म न हुआ तो मामँू को सात साल के लए केतू क
महादशा का असर होगा जो हर हाल म मंदा होगा!
नेक हालत
बढ़े िजतनी औलाद- क़ मत हो बढ़ती
अ ल ज़ोर द ु नया- न कुछ काम करती

ख़ुद क क़ मत का नेक व बुल द असर अपनी औलाद के वारा हुआ करता है !


ख़दु क क़ मत का नेक व बुल द असर अपनी औलाद के वारा हुआ करता है !
ईमानदार का योपर (कारोबार और द ु नयावी कारोबार) सब बढ़ता होगा! जवानी म
औलाद क ज़ रत को यान म रखने से व उनक इ छाओं क कदर करने से ख़ुद का
बढ़
ु ापा उतम हुआ करता है ! िजस दन जातक के यहाँ वीरवार को औलाद का ज म होगा
उस दन से क़ मत बलु द पर होनी शु हो जाएगी, ऐसे लड़के के ज म से पहले
क़ मत सोई ह गनी जाएगी! खाना नंबर- 2–9–11–12 म बह ृ प त के दो त ह (सूरज-
चंदर- मंगल) ह तो उनक मदद साथ होगी! बह ृ प त- 5 म सूरज के गुण शा मल होने
से जातक बेहद गु से वाला ले कन गु सा बेमतलब नह ं हुआ करता!

बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म सरू ज, चंदर और पापी अ छ ि तथी म, बध
ु कंु डल म
उतम हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 5 च कर ह , कंु डल म राहू नेक हो कयाफ़ा:
हथेल पर बजु नंबर- 2 पर 5 खड़े खत ह तो लाव द (बेऔलाद) कभी नह ं हुआ करता!
उतम व बल ु द क मत का मा लक होगा! ऐसा नेक हुकमरान हुआ करता है जो कई लाख
लोग क परव रश कया करता है !

बह
ृ प त- 5 के समय दो त ह सूरज, चंदर, मंगल खाना नंबर- 9 म (कोई एक, दो या
तीन ह ) ह कयाफ़ा: सेहत रे खा पर बहृ प त के खड़े खत या जब क़ मत रे खा कलाई से
शु होकर सेहत रे खा म जा नकले कुल या कोई शाख तो सरू ज खाना नंबर- 9 म होगा!
तो दौलत और औलाद कभी मंदे नह ं ह गे! आने वाल न ल (लड़के व पोते) सब उतम
क़ मत के मा लक ह गे, अगर जातक ख़द ु ल द म मा णक था तो सब- क - सब औलाद
अन गनत प थर म मोती क तरह हुआ करती है ! हर तरफ खश ु हाल का नज़ारा होगा! ऐसे
हालत म जातक अपने बज ु ुग के सब नरक धोने वाला हुआ करता है !

बहृ प त- 5 और सनीचर खाना नंबर- 9 वाले जातक के यहाँ (ज मकाल न सनीचर हो तो


नयम कुल उ के लए होगा) अगर वषफल म सनीचर- 9 म और उस वष सनीचरवार के
दन पैदा हुए लड़के के ज म के दन से बह ृ प त और सनीचर नेक म छ रे खा का असर
दगे और यह असर औलाद क पैदाइश के दन से 60 साल तक जार रहे गा! ले कन अब
बह ृ प त से संबि धत कारोबार व र तेदार कोई नेक असर के न ह गे!

म द हालत

बह
ृ प त- 5 के समय केतू हो खाना नंबर- 11 म तो जातक अगर धरम के नाम पर दान
लेने का आद होगा या मांग कर खाने का आद हुआ तो लाव द क नशानी होगी और
ख़दु के बना कफन मरने क नशानी! अगर ब चे पैदा हुए तो मुदा ह पैदा ह गे!
बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म केतू मंदा हो रहा हो ( ि ट के कारण या ठहराए हुए मंदे
घर म होने के कारण) तो औलाद नक मी हुआ करती है !

बह ृ प त- 5 के समय कंु डल म बह
ृ प त के ठहराए घर (2–5–9–11–12) म बह
ृ प त के
द ु मन ह बध ु - शकु र- राहू- और मंदा सनीचर बैठे ह कयाफ़ा: बह ृ प त के बजु पर 5 खड़े
खत ह तो औलाद के लए असर मंदा नह ं हुआ करता ले कन जातक ख़द ु अपनी बरबाद
का कारण होगा और 25 (शुकर), 34 (बध ु ), 36–39 (सनीचर), 42 (राहू) और 48 (केतू)
साला उ के बाद नेक हालत होगी, यह ेह के असर क उ हुआ करती है इस लए यह
समझना चा हए क मंद हालत के समय 48 साल के बाद ह सुख क सांस मलेगी! जब
केतू कंु डल के खाना नंबर- 5 या 9 म न बैठा हो और वषफल के अनस ु ार जब भी बह ृ पत
मंदा हो रहा होगा तो टे वे वाले के मामँू या मामँ ू क औलाद पर नहायत बरु ा असर होगा
ले कन ख़द ु पर इसका अशुभ असर न होगा ऐसे म केतू का उपाओ करने से लाभ होगा!

बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म राहू बैठा हो खाना नंबर- 9 म तो बह
ृ प त चुप होगा
ले कन गुम नह ं अथात असर दे ने के लए दस ू रे ेह क तलाश म हुआ करता है !

बह
ृ प त- 5 के समय कंु डल म राहू अपने मंदे घर म या कसी और वजह से अशुभ हो
रहा हो तो जातक पैसे क तंगी के कारण इधर- उधर दौड़ता होगा!
बह
ृ प त खाना नंबर- 6
मु तखोर अगर साध ू सभ
ु ाओ
मु त रोट गो- तुझको हर दम मलेगी

मगर माया तो- ढूंढनी ह पड़ेगी

मानसरोवर बाप का उ दा, शत कोई न अपनी हो

हालत श न पर फैसला होगा, राज गु या नधनी हो


पांच 12–9 उ दा दज
ू ा, गु होता ख़द
ु चंदर हो
ख़ैरात बुजुरगाँ नाम पे बढ़ता, राज सभा वाह मि दर हो

अकेले गु बुध केत ू फलता, भला चलन उस जब तक हो

उलट मुक र च कर चलता, ख़ाक भरा सब म तक हो

कंु डल का खाना नंबर- 6 और रा शप त ह बधु है और केत ू का प का घर है ! केतू


बहृ प त के बराबर का ह है ले कन बुध रा शप त केतू के बराबर का ह है ले कन
बह ृ प त का द ु मन! बह ृ प त बुध का द ु मन नह ं बि क बराबर का ह है या न द ु मनी
बध
ु क तरफ से है ! राहू और बध ु दोन ह उं च करते ह और दोन आपस म दो त ह ह
और दोन ह बह ृ प त के बराबर के ह ह! केत ू और शुकर रा श को नीच करते ह या
ख़द ु नीच के माने गए ह और इन दोन म शक ु र बह
ृ प त का द ु मन ह है जब क केतू
बह ृ प त के बराबर का ह है ! बुध घर का मा लक ह भी और उं च भी करता है इस लए
बुध अपने घर को बचाने के लए इस घर क बरबाद नह ं करता या न मामँ ू खानदान
खश ु हाल हुआ करता है य क खाना नंबर- 6 मामँ ू का भी है मगर ख़द ु जातक के लए
40 साल क उ तक मामँू से द ु मनी का स भाव हुआ करता है ! बह ृ प त कसी से
द ु मनी नह ं करता, ले कन बह ृ प त क हवा केत ू (तफू ानी हवा) और शक ु र ( म ी) से भर
हुई होगी या न खाना नंबर- 6 का बह ृ प त शुकर व केत ू के भाव म होगा! इ सान सखी
तबीयत और दस ू र को रा ता दखने वाला ले कन ख़ुद के पास दौलत क कमी होगी!

बह
ृ प त- 6 के समय बध ु खाना नंबर- 2 म हो तो 16 साल से 19 साल के बीच पता
आय ु को खतरा होगा और साथ ह पता का सब धन- दौलत बरबाद कर दे गा!

बह
ृ प त- 6 के समय बध
ु खाना नंबर- 12 म हो तो पता क आय ु को तो कोई खतरा
नह ं ले कन उसका सब धन- दौलत (तोशा) बरबाद कर दे गा!
बहृ प त- 6 अब केतू नीच के भाव म होगा और हालत आवारा कु ते जैसी या न घर- घर
जाकर भ ा मांग कर खाना पढ़े , ऐसे म ऐसे जातक को बना कोई स त मेहनत के ह
रोट नसीब हो जाया करती है !

सामु क: (क)उँ ग लय क पो रय पर 6 च कर, या (ख) क़ मत रे खा क जड़ म केतू


का नशान, या (ग) बहृ प त के बुज से शाख खाना नंबर- 6 (हदब द के असूल
पर) क आयात म ख़ म हो! वशेष: उँ ग लय क पो रय पर 6 च कर के हसाब से
लया हुआ बहृ प त हमेशा राशीफल का होगा!

मुग, ग ड़ (प र दा), मंदे व त म केत ू का उपाओ मदद करे


6वां घर पाताल का, गु छुपावे मंह

मदद करे न बाप क , बेटा, बेट न नू ह

हवा भल उस श स क , मान सरोवर हो

कुल माता, बध
ु भी बढ़े , केतू उ दा हो
चूहे से केतू बना, बध
ु ग ड़ ह हो
रोट खाये वो मु त क , ऐशी प ा हो

अब साधू अपनी कु टया म होगा, समा ध और धूनी म परलोक के ख़याल म खोया


हुआ ले कन द ु नयावी महल व शान- ओ- शौकत क शत न होगी! पता क उ छोट
लखी है ! जातक अगर सखी- दाता होगा तो जीवन भी मान- सरोवर क तरह सुखी फर
भी नकद के धन व सोने क कोई शत नह ं! अगर बह ृ प त के बज ु से रे खा खाना नंबर-
6 म जा नकले तो इ ज़त रे खा होगी या न इस रे खा के होते जातक इ ज़त का धनी
होगा! दमागी खाना नंबर- 18 या न केत ू से के साथ बह ृ प त का फल जैसे चूहे(केतू) पर
वर गणेशजी क तरह और अगर बह ृ प त बधु के स भाव का हुआ तो गणेशजी अब
ग ड़ पर सवार ह गे या न फल मंदा होगा! जातक सखी- दानी तबीयत होगा अपने पास
धन- दौलत जमा कर रखने का आद न होगा! कुल- माता या न मामँू खानदान खश ु हाल
होगा ले कन 40 साल क उ तक जातक के साथ मत भेद ह गे! उँ ग लय क पो रय के
हसाब से लया हुआ बह
ृ प त चंदर का काम दे गा इस लए राशीफल का होगा! उँ ग लय
क पो रय पर सीधे खड़े।।। खत आराम या हराम क रोट खाने का आद या न ऐसे
इ सान को बना मेहनत ह खाना नसीब हुआ करता है य नीच केतू के असर के कारण
दर- दर भटकता हुआ तरह- तरह के खाने मांग कर खाता होगा या न ऐसे यि त को
वाद का कोई फक नह ं हुआ करता!
नेक हालत
हर तरह के आराम क चीज़ बना मांगे हािज़र, सवाय नकद माया के! ख़द ु क
क मत के लए दोहते, भांजे व मामँू खानदान हुआ करता है ! अपने बुजुग के नाम पर
दान दे ने से क़ मत अ वल दजा हुआ करती है और जातक अगर दानी तबीयत होगा तो
पता का साथ ल बी उ तक होगा वरना पता जातक क छोट आय ु म चल बसे!

बह ृ प त- 6 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 म बध ु , शुकर, राहू या सनीचर पापी होकर न


बैठा हो और खाना नंबर- 2 भी खाल हो या न बह ृ प त हर तरह क ि ट आ द से
आज़ाद हो कयाफा: बह ृ प त के बज ु से शाख खाना नंबर- 6 को जा रह हो तो इ ज़त
रे खा के कारण बधु व केतू का उतम फल होगा! लड़के (केतू क जानदार चीज़ या केतू से
संबि धत कारोबार) बहुत हालत म ह गे! केतू या न चूहा बहुत मामूल है सयत ले कन
गणेशजी िजनको द ु नया पज ू ती है और लड़ कयां (ग ड़ या न बध ु ) हर तरह से इ ज़त वाल
िजंदगी क मा लक हुआ करती ह!

बहृ प त- 6 के समय बहृ प त के घर 2–5–9–12 म द ु मन बध


ु , शक
ु र, राहू या पापी
सनीचर न हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर सीधे खड़े खत ( गनती क कोई शत नह ं
ले कन साफ- सुथरे और कायम ह ) ह गे तो ऐसे यि त को रोट बना कसी खास मेहनत
मला करती है ! अगर जीवन म कभी कोई मेहनत करने क ज रत पढ़ भी जाए तो करे गा
नह ं ले कन रोट उसको मल ह जाएगी! ऐसे इ सान म रोट व पानी के भंडारे खोलने का
इंतजे ाम तो हो जाएगा ले कन नकद माया के प म ठन- ठन गोपाल!

बह
ृ प त- 6 के समय कंु डल म बध
ु अ छ ि तथी म हो तो यि त ऐशी प ा (नेक मायन
म) हुआ करता है ले कन मतलबी तबीयत!

बह
ृ प त- 6 के समय कंु डल म केतू उ दा हो, कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 6 च कर
या क़ मत रे खा क जड़ म केतू का नशान हो तो अगर यि त का चाल- चलन
नेक होगा तो मामँू खानदान खश
ु हाल हुआ करता है और ख़दु जातक भी खश
ु हाल व
बारौनक िजंदगी का मा लक होगा, लेक न जातक के मामँू ख़द ु जातक क 40 साल क उ
तक जातक के लए कसी मतलब के नह ं हुआ करते!
मंद हालत

बहृ प त- 6 के समय कंु डल म बध


ु मंदा हो तो 34 साल तक क़ मत का च कर
बेमतलब हुआ करता है और हर तरह से मंदे नसीब का मुक़ाबला करना पड़ेगा!

बह
ृ प त- 6 के समय कंु डल म केत ू मंदा हो तो हाथ म रोज़ी व रोट के लए फक र
तरह घम
ू ना पढ़ता है ऐसे म केतू का उपाओ करने से फायदा हुआ करता है !
बह
ृ प त खाना नंबर- 7
पछले जनम का साध ू ले कन जनम से ह तप या के लए जंगल म नह ं गया और
गह
ृ त (खाना नंबर- 7) म
राजा जनक क तरह स यासी साध ू (बह ृ प त) जो माया (शुकर) म होता हुआ ल मी
(शकु र) को सांस क हवा (बहृ प त) क तरह जानने वाला चप
ु चाप शा तक प रवार का
गु होगा! लड़के के टे वे म बह ृ प त- 7 के समय कु ते से भी कम क मत जैसा हाल और
नधन साध ू मगर लड़क के टे वे म औलाद और धन कसी बात के लए मंदा न होगा!
धरम माला थैल न प रवार दे गी

बड़ी शानो शौकत बला हस होगी

औलाद बे कदर गौर न करता, मदद भाई न हकूमत हो

व त बुढ़ापे हो सुख कसका, ानी तरसता दौलत को

9 श न 7 हो म छ रे खा, रज़क चंदर ख़द


ु दे ता हो
घर से बाहर य दौड़े फरता, मरना लखा है घर म जो

त त साथी या घर गु बैठा, म द शुकर या श ु हो

11 श न, बुध 6–2–12, मुत बना मरे औलाद न हो


हथेल पर शुकर के बुज पर! शुकर व बह
ृ प त दोन बराबर के ह ह! बह
ृ प त तो
कसी तरह का भेद- भाव नह ं रखता ले कन शक ु र बह
ृ प त से द ु मनी करता है ! इस लए
शुकर का ख़ुद का फल तो नेक होगा ले कन बह ृ प त का फल शुकर के ज़हर के कारण
ह का और द ु मनाना होगा! द ु नयावी व गैबी मदद ज़ र होगी! सफर से िज़ दगी उ दा
हुआ करती या न ऐसे कारोबार करने चा हएँ िजनम सफर क ज रत हो! पता व औलाद
का सुख कम हुआ करता है ले कन भाइय क तरफ से परे शा नयाँ बनी रहती ह!

तल
ु ा रा श या न तराजू के दो पलड़े एक तरफ शक ु र और दस ू र तरफ बध
ु , दोन ह
बह
ृ प त से द ु मनी का स भाव रखते ह जब क बह ृ प त दोन म से कसी से द ु मनी
नह ं करता! सनीचर (मगरम छ या म ल ) न इसको उं च कया जो ख़ुद बह ृ प त के
बराबर का ह है , सूरज न इसको नीच कया जो ख़ुद बह ृ प त का दो त ह है इस लए
सूरज क हाजर म दोन द ु मन (शुकर व बुध) चुप रहा करते ह! औलाद खूबसूरत और
सखु लेने वाल होगी ले कन सख ु दे ने वाल कभी नह ं या न कंु डल वाला पता, औलाद,
भाइय व ी सभी को सुख दे गा ले कन ख़ुद इनक तरफ से कोई सुख नह ं मला करता!

खाना नंबर- 7 पर शुकर के साथ- साथ बुध का भी भाव रहता है और क न का उं गल


के नीचे क तीसर पोर के नीचे का ह सा बध
ु का बज
ु और खाना नंबर- 7 है ! इस पर
आढ़े लेत े खत शुकर के होते ह और शाद रे खा के नाम से जाने जाते है ! अगर बह
ृ पत
के खड़े खत।।। शाद रे खा को काट तो औलाद के बरबाद होने क नशानी है ! अगर बध ु
के बुज पर ले कन सूरज के बुज क तरफ को बह ृ प त के।।। खड़े खत ह तो यि त
यो तष का जानकार और द ु नयावी काम का तजब ु कार हुआ करता है ! शक ु र अ याशी क
तरफ ले जाएगा और 4 साल खूब ऐश करे गा ले कन परहे जगार होगा! बुध के बुज पर
दोन ह ेह का अपना- अपना ले कन द ु मनी फल होगा!
सफर से ज़ र िज़ दा वा पस आएगा य क बह ृ प त- 7 के समय मौत अपने ख़ुद के
घर पर हुआ करती है ! अपने पेट क भख
ू मटाने के लए मेहनत बहुत करनी पढ़ती है !
ी धन से कारोबार म तर क ले कन ख़ुद कमाई म ी म! तराज़ ू क डंडी क बोद क
तरह यि त का हाल हुआ करता है य क सारे घर का बोझ उठाना पढ़ता है ! ख़द
ु का
हाल चने क रोट म ी के तवे पर जैसा होगा न खाई जाए और न ह छोड़ी जाए!

ह त रे खा
3 च कर या 3 सदफ, 6 खत, 4 च कर, 5 संख या शु कर क तरह का ह प त (बहुत
बड़ा) हो या नम हाथ का ह प त हो, औलाद रे खा शाद रे खा को काटती हुयी हो,
क मत रे खा क जड़ पर बुध का दायरा हो, शु कर के बुज पर भाईय क रे खाएं लं बी
ल बी और टे ड़ी ह , सर रे खा उ मर रे खा से जुदा होकर ह प त के बुज का ख करे !
इनम से कोई भी ल ण हो तो ह प त खाना न बर ७ का जानना चा हए!

कताब, दमा, मडक, आवारा साध,ु मंदे असर के व त चंदर का उपाओ मददगार होगा!
7 बह
ृ प त सब को तारे , ख़द
ु तकड़ी क बोद हो
धम ईमान म अपने प का, पर भाइय से द ु खया हो
सबका ह वो दे वान हारा, चने का छलका ख़द
ु हो गज़
ु ारा
ख़द
ु क़ मत अपनी का मारा, चंदर पज
ू न हो न तारा
बध
ु श न घर 2–6–11, या क 12 बैठा हो
उध रे खा का डाकू रहज़न, लड़के को वो तरसता हो

40–5(45) जब उ हुई तो, लड़का भी आ बैठा हो

पछले धोने सब कुछ धो कर, सख


ु सागर का मा लक हो
लोग गए जो मेला बैसाखी, लालाजी जकड़े ह घर क राखी

ऐसा यि त भाइय क तरफ से बहुत दख ु ी हुआ करता है क भाई जी, “तुसां जमदे ह
य न मर गए………थान फाड़ने पये!” रमते साध ू का साथ अशभ ु हुआ करता है और अगर
होगा तो मुसीबत व फजूल के खच का कारण होगा! “ ा मण द बोद मींह मंगद ” या न
चंदर पूजन से लाभ होगा (बा रश म नहाना उतम उपाओ है ! मंदे बह
ृ प त क नशानी
घर म रतक(सोना तोलने वाल ) पड़ी होगी जसको पीले रं ग के कपड़े म रखना धन- दौलत
के लए शुभ होगा! हथेल पर बह ृ प त क ल बी और टे ढ़ रे खाएँ शुकर और बह ृ प त क
द ु मनी का सबत
ू ह गी! बह
ृ प त- 7 के समय घर
म व ध पूवक मि दर था पत करना विजत है !

बह
ृ प त- 7 के सनीचर खाना नंबर- 9 म तो उध रे खा यि त डाकू व रहज़न हुआ
करता है !
बह
ृ प त- 7 के समय बध
ु खाना नंबर- 9 म तो गह
ृ त और शाद म गड़बड़!

नेक हालत
ख़दु क धन दौलत क ि तथी का नणय कंु डल म चंदर क हालत पर होगा!
हक़ क़ (वा त वक) मोह बत क़ मत क बु नयाद होगी यहाँ हक़ क़ को खद ु ाई ल ज़ से
जोड़ना बेहतर होगा! यि त परदे स क तरफ भागने वाला हुआ करता है लेक न ऐसे
यि त क मौत अपने ज ी घर म हुआ करती है , कह ं परदे स म मौत हो भी जाए तो
लाश ज ी घर- घाट पहुँच जाया करती है ! सफर म कमाई उ दा व िजंदगी सख
ु ी ज़ र
हुआ करती है !
शाद के समय जहे ज़ म मला धन योपर के लए लाभदायक हुआ करता है ! कसी भी
धरम के काय म ऐसा यि त सबसे आगे हुआ करता है या न मु खया बनने क आदत
ले कन यह आदत नेक नह ं हुआ करती, ऐसी आदत गह ृ त जीवन व औलाद सुख के
लए मंद हुआ करती ह! नर औलाद क तरफ से परे शानी हुआ करती है आमतौर पर
औलाद हुआ नह ं करती! ले कन अगर 34 साल के बाद या यादा से यादा 45 साल क
उ म औलाद हो तो जातक के लए भा यशाल होगी और ऐसी औलाद हर तरह के क ट
को दरू करने वाल हुआ करती है ! ऐसा यि त अपनी मौत के बाद कोई भी कजा छोड़
कर नह ं जाया करता और न ह बे- औलाद हुआ करता है !

बह
ृ प त- 7 के समय सनीचर खाना नंबर- 7 या 9 म हो कयाफ़ा: सनीचर- 7 के समय
हथेल पर म छ रे खा होगी और सनीचर- 9 के समय उधव रे खा हुआ करती है तो म छ
रे खा होना जातक को वड़े प रवार वाला और दौलत के भंडारे का मा लक बनाती है ले कन
जातक को सनीचर क तरह चालाक होना ज़ र होगा!

बह
ृ प त- 7 के समय कंु डल म केतू उ दा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 5 संख
और कंु डल म बध
ु उ दा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 6 खड़े खत तो केतू के
समय यि त तप वी व पज ू ा पाठ होगा ले कन धन- दौलत के उतम होने क कोई शत
नह !ं नेक हालत के समय दोन ह ह (बध ु व केतू) उतम व उ दा फल दगे!

बह
ृ प त- 7 के समय कंु डल म राहू उ दा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 6 खड़े खत
तो िजंदगी आरामदायक हुआ करती है खासकर जवानी का समय!

बह
ृ प त- 7 के समय सूरज खाना नंबर- 1 म हो कयाफ़ा: बध
ु के बज
ु पर सूरज क तरफ
को बह
ृ प त का नशान संख या च कर या सदफ़ हो तो यो तष व या का जानकार हुआ
करता है , तबीयत आराम व ऐश पस द ले कन दौलत क फर भी शत नह ं!

बह
ृ प त- 7 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 म बह ृ प त के दो त ह सरू ज- चंदर- मंगल
ह तो अपने बज
ु ुग क धन- दौलत और प रवार क हालत उ दा हुआ करती है , बज
ु ुग
शाहाना और अमीराना ठाठ वाले ह गे ले कन ख़द ु के लए धन क शत नह ं मगर यि त
धरम कारज म मशहूर व धरम का द वाना हुआ करता है !

मंद हालत

खाना नंबर- 7 का बह
ृ प त अगर नयमानस ु ार मंदा हो रहा हो तो लड़के क कंु डल म ख़दु
क औलाद तो दरू क बात है गोद लया हुआ लड़का भी द ु खया ह होगा! बेहतर होगा ऐसा
जातक धरम क खा तर औलाद न बेचे वरना बढ़ ु ापे म पछताना पड़ेगा! लड़क क कंु डल म
इस घर बह ृ प त कभी अशभु नह ं हुआ करता!

रखा घर म मं दर, न प रवार दे गा!


बचे लड़का जब तो वह म ी करे गा!!

बह
ृ प त- 7 के समय घर म पज ू ा पाठ के मि दर क थापना अशुभ हुआ करती है ! गह
ृ त
सुख व धन- दौलत सब मंदे ह गे! ऐसे जातक के यहाँ नर औलाद नह ं हुआ करती अगर हो
कर बच जाए तो हर तरह क बरबाद का बहाना होगी!

बह
ृ प त- 7 के समय मंगल बद हो (बध
ु से संबि धत हो) कयाफा:उँ ग लय क पो रय पर
4 च कर ह गे तो जातक क बहन या बआु का बेवा होना और जातक को मंदे राग- रं ग
का शौक न होना इसक नशानी होगी! जातक नधन और गर ब होगा, दस ू र को लूटने क
आदत वाला भी! ज रत के व त हमेशा हर चीज़ से नराशा ह मले! अपनी इस िज लत
को छुपाने के लए आवारा साधओ ु ं के साथ रहने का आ द होगा या फर धरम के चार के
लए बे- फजल ू एक शहर से दस
ू रे शहर भागता फरता होगा!

बह
ृ प त- 7 म मंदा हो कयाफा: शुकर के बज
ु पर 7 ल बी मगर टे ढ़ - मेढ़ रे खाएँ तो न
भाई ह मददगार ह गे और न ह राजदरबार से कोई सुख या मदद होगी!

बह ृ प त- 7 के समय खाना नंबर- 1–2 खाल तो बह


ृ प त सोया हुआ होगा कयाफा:
उँ ग लय क पो रय पर लेटे = हुये खत तो जातक बेशक दस ू र को सोना दे ने क है सयत
का मा लक हो ले कन ख़द ु का पेट भरने के लए बना मेहनत रोट नसीब नह ं हुआ करती!

बह
ृ प त- 7 के समय कंु डल म मंदे बध
ु के कारण मंगल बद हो रहा हो तो जातक जवानी
का समय मं दर या धरम गु ओं के पीछे बताने वाला हुआ करता है िजसके कारण न तो
औलाद से सुखी और न ह धन- दौलत से!

बह
ृ प त- 7 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 व 7 म बध ु , शुकर, राहू या पापी/मंदा सनीचर
हो तो औलाद बरबाद खासकर जब शुकर मंदा हो रहा हो तो गोद ल हुयी औलाद
(मतु ब ना) भी न बचे! बाबे, बाप या ससरु ाल म ससरु को दमा हो! ख़द ु जातक म ी का
माधो और क मत का हाल ऐसा जैसे चने क रोट का तवे पर हुआ करता है ! धन- दौलत
क कमी हर तरफ म ी उड़ती हो कयाफा: जब बध ु के बजु पर बह ृ प त के खत ह या
बहृ प त के खड़े खत शाद रे खा को काट रहे ह !
बह
ृ प त- 7 के मंदे होने क नशानी घर म रखी रतक (लाल और काले रं ग का
बीज जो सुनार सोना तोलने के काम लाते ह) या मंगल बद क चीज़ ह गी! इस मंदे
जहर से बचने के लए ऐसी चीज को पीले कपड़े म या घर म रखे सोने के साथ
मला कर रखना चा हए!
मंद हालत के व त चंदर का उपाओ “बा रश म नहाना” मददगार हुआ करता है !

उपाओ:

कुल ् पुरो हत या कसी साध ू को नए व दान करना विजत!


घर म मि दर था पत करना विजत!
लाल रं ग क रतक (जो एक तरफ से काल हो) पीले कपड़े म बांध कर रख!
बा रश म नहाना अ त उतम उपाओ है !
बह
ृ प त खाना नंबर- 8
व त मस
ु ीबत खद
ु ाई मदद का मा लक, हर तरह क बला से बचाने वाला घर का बज
ु ग
ु ,
क तान का साधू

बुजुग का हो साथ, जब रात करता


खज़ाना ज़र वह माया, आय ु का बढ़ता

उड़े खोपड़ी फर भी िज़ दा, साथ फ़क र न दे गा

आठ बाबा न बेशक बैठा, भेद गैबी बतला दे गा

बैठे शुकर घर 2–6 साथी, लाव द होता वह न होगा


दान सोने क लंका अपनी, शवजी रावण को कर दे गा

बध
ु मंगल बद पापी मंदा, क वीराने भर दे गा
श न- मंगल 7–4 जो बैठा, राख ख़ज़ाने कर दे गा

िज म पर सोना क़ायम रखते, द ु खया कभी वह न होगा

बुध राहू ऋण पत ृ टे वे, उ श क तक पा लेगा

खाना नंबर- 8 ब ृ छक रा श और रा शप त ह मंगल है ! मंगल ह बह ृ प त का दो त


है ! असर के लए सनीचर का थान है और सनीचर ह बह ृ प त के बराबर का है ! चंदर
इस घर को नीच करता है ले कन चंदर भी बह ृ प त का दो त ह है ! यहाँ पर कोई ह
उं च नह ं हुआ करता! बह
ृ प त खाना नंबर- 8 वाला अगर बह
ृ प त को क़ायम रखे तो
लंबी आय ु वाला हुआ करता है ! अगर इस बह ृ प त का स बंध कसी भी तरह मंगल बद
से हो रहा हो तो सेहत नक मी व धन क ि तथी कमजोर हुआ करती है !

बह
ृ प त- 8 के समय ख़दु क क़ मत क हार कभी नह ं हुआ करती! आमतौर पर
जातक का बाबा जातक क पैदाइश से पहले मर चुका हो ले कन ख़ुद व बाप क उ लंबी
हुआ करती है , खासकर जब बुध खाना नंबर- 9 म न हो! बह ृ प त- 8 के समय यह घर
मारक थान भी नह ं हुआ करता बि क बह
ृ प त के क़ायम रहने धन- दौलत क कोई
कमी नह ं होगी और प रवार भी भरा- पूरा हुआ करता है !

बह
ृ प त खाना नंबर- 8 के समय अगर मंगल खाना नंबर- 4 म हो तो मंगल बद होगा
और ि ट स बंध होने के कारण जातक बज़ ु दल व द ल र हुआ करता है ! ऐसे म धन क
कमी व सेहत भी खराब हुआ करती है !
1. उँ ग लय पर दो शंख या आठ खड़ी रे खाएं ह
2. शु कर के परबत पर े थ रे खा सीधी खड़ी हो
3. य द एक हाथ पर 6 उँ ग लयाँ ह और उँ ग लय क पो रय पर 8 या 11 च कर ह
4. क़ मत रे खा सूरज रे खा से न मल रह हो
5. ह प त का परबत दबा हुआ न होने के बराबर
6. हाथ पर मंगल बद का कोण हो
7. क़ मत रे खा शु होने क जगह पर दो शाखाइ हो
8. हदय रे खा बह
ृ प त के बुज के नीचे दो शाखाइ हो
9. क़ मत रे खा क जड़ पर कोण हो

य द इनम से कोई एक नशान भी ज़ा हर दखाई दे तो समझना चा हए क ह प त


खाना न बर 8 म काम कर रहा है !

अफ़वाह, न कारा- ए- ख़लक़, फक र का य दान

घर 8वां जो खोपर सबक , साधू का वो याला है

श न मंगल सब को ह जला , गु का फल पान नराला है


गु के घर जब उतम ह , सोने का भंडारा है
श न मंगल गर चौथे बैठा, द ु खया भ म गुज़ारा है

बुजुग क उ खुदाई तौर पर ल बी हुआ करती है , खासकर जब बुध खाना नंबर- 9


म न हो! हर दम बढ़ते हुए प रवार व उतम क़ मत का मा लक हुआ करता है !
यि त बहुत बहादरु और नडर तबीयत हुआ करता है या ऐसा समझ क सर क
खोपड़ी हाथ म लेकर जब तक सांस न नकाल जाए चलने वाला इंसान होता है !
बना कसी चीज़ के अगर जंगल म छोड़ दया जाए तो वहाँ भी सोना पैदा करने क
ताकत वाला इ सान होगा या न बना कसी क म क मदद के धन- दौलत पैदा
करने क ताकत होगी! जले हुए जंगल को हरा- भरा करने क क़ मत वाला
इ सान हुआ करता है ! बाप या बुजुग का साथ हमेशा फ़ायदे म द हुआ करता है !
िज म पर हमेशा सोना धरण करके रखना चा हए!
जातक दौलतम द हो या न हो ले कन द ु नया का हर सख ु व आराम मलता होगा
और मुसीबत के व त खुदाई मदद साथ हुआ करती है ! क़ मत का नेक असर गैबी
ताकत के असर से हुआ करता है ! द ु नया म न तो चमकते हुए सोने क तरह होगा
न ह लंगोट पहने हुए साधू क तरह और न ह नधन व मोहताज हुआ करता है !
जातक के जनम से पहले बाबे क मौत हो जाया करती है या फर जातक क 8
साल क उ तक ले कन अगर बाबा जातक क 8 साल क उ के बाद भी िज़ दा
हो तो उ 80 साल होगी! खुद अपनी उ ल बी होगी और पता का साथ भी
ल बी उ तक हुआ करता है ! ऐसे जातक को अपनी क़ मत के बारे म चाहे कुछ
पता न हो ले कन दस
ू र के गैबी भेद बताने क ताकत ज़ र हुआ करती है ! ऐसे
जातक के बैठे कसी क मौत नह ं हुआ करती या न मरने वाला भी तब नह ं मरे गा
जब तक बह ृ प त- 8 वाला जातक उसके पास बैठा हो!

नेक हालत

बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म खाना नंबर- 2 व 4 उ दा ह तो हर तरह क नेक
क़ मत का मा लक होगा, यहाँ तक क वीराने म भी सोना पैदा करने क ताकत और हरा-
भरा जंगल बनाने क क़ मत! सेहत, दौलत, प रवार व उ से कभी द ु खया नह ं हुआ
करता!

बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म चंदर उतम ि तथी म हो और खाना नंबर- 2–5–9–12 उ दा
ह तो हर तरफ सोना ह सोना और भरे हुए भ डार का मा लक होगा!

बह
ृ प त- 8 के समय शक
ु र कंु डल के खाना नंबर- 2–6–8 म हो तो बेऔलाद कभी नह ं
होगा बि क नर औलाद बहुत हुआ करती ह और औलाद ल बी उ वाल और सख ु दे ने
वाल होगी!

बह
ृ प त- 8 के समय अगर बधु कंु डल के खाना नंबर- 8 म न हो तो खानदान म सभी
ल बी उ के मा लक हुआ करते ह यह खद ु ाई वरदान समझना चा हए!

बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म मंगल नेक हो या फर मंगल का खाना नंबर- 2 से नेक
स बंध बन रहा हो तो शवजी (चंदर) अपनी दयालत
ु ा से रावण (गु बह
ृ प त) को सोने क
लंका दान करने क ह मत का मा लक बना दे गा अथात यि त तबीयत से ह दानी
स भाव होगा! हर द ु खया के आँसू प छने वाला और मरते के मंह
ु म पानी डालने वाल
तबीयत का हुआ करता है !

मंद हालत

बह
ृ प त- 8 के समय सनीचर या मंगल खाना नंबर- 4 म या 7 म या दोन म से एक 4
म और दस ू रा 7 म हो या दोन ह खाना नंबर- 4 या 7 म ह तो खज़ान को जला कर
राख़ कर दे ने वाल क़ मत का मा लक होगा, हर तरफ मौत का नज़ारा हुआ करता है !

बह
ृ प त- 8 के समय जब द ु मन ेह क ि ट हो या कोई स बंध बन रहा हो कयाफा:
हथेल पर बह
ृ प त का बज
ु न होने बराबर या न दबा हुआ हो तो गंदा और बदनाम
आ शक हुआ करता है !

बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म मंगल खराब हो रहा या बद हो कयाफ़ा: गह ृ त रे खा डंडे
क तरह सीधी खड़ी हो, बह ृ प त के बज ु पर या खाना नंबर- 9 क जगह पर मंगल बद
^< > के नशान ह या क़ मत रे खा शु होने क जगह पर दो शाखाइ हो तो इ सान
अ छ भल आमदन होते हुए भी करजाई हुआ करता है ! मंद सेहत और दौलत से परे शान!
उ ल ू क तरह िजस शाख पर बैठे उसी को जला दे ऐसी क़ मत का मा लक होगा! हर
तरह से दख ु ी और परे शान हुआ करता है !

बहृ प त- 8 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 म बध


ु , शुकर, राहू या सनीचर पापी होकर
बैठा हो तो जातक अपने पव
ू - ज म व इस ज म के मंदे काम क वजह से बार- बार
ज म लेने का दख ु भोगा करता है और उ भी श क हुआ करती है !

बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म बध ु मंदा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 8 च कर
या हाथ म 6 उँ ग लयाँ तो बज़
ु दल व द ल र हुआ करता है ! जहमत और बीमार का
भ डार और हर समय कोई न कोई जहमत खड़ी कर लेने वाला होगा!

बह
ृ प त- 8 के समय खाना नंबर- 12 खाल हो कयाफ़ा: हाथ क उँ ग लय के नाखन
ू पीले
ह तो खन
ू क कमी के कारण िज मानी बीमा रयाँ आम हुआ करती ह!
बह ृ प त- 8 के समय कंु डल म सरू ज नक मा हो रहा हो कयाफ़ा: क़ मत रे खा सरू ज
रे खा से न मल रह हो तो क़ मत म कोई चमक व शान नह ं हुआ करती!

बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म राहू मंदा हो कयाफ़ा: बह
ृ प त के बज
ु पर 8 खड़े खत तो
िज़ दगी बेमतलब सफ खानापरू का नाम हुआ करती है !

बह
ृ प त- 8 के समय कंु डल म केतू मंदा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर दो संख तो
यि त नधन, मुफ़ लस, द ल र व बज़
ु दल हुआ करता है !

बह
ृ प त- 8 के समय सनीचर खाना नंबर- 2 म हो कयाफ़ा: तजनी उं गल का झुकाव
म मा उं गल क तरफ हो तो आज़ाद तबीयत, प का इरादा, आगे बढ़ने का याल व हौला
भर उ मीद सब के सब से उलट तबीयत होगा!

उपाओ:

शर र पर सोना धारण करना चा हए!


केसर का तलक लगाएँ!
सनीचर क मंद चीज से परहे ज रख!
ई या व चग
ु ल से दरू रह!
कसी धरम थान म बह
ृ प त क व तए
ु ँ चढ़ाएँ!
बह
ृ प त खाना न बर - 9
सन
ु हर खानदान ले कन खद
ु माया का यागी और योगी,
िजसके धरम मयादा और बुजुरगी साया मदद पर ह गे

माया छोड़ द ु नया क न धरम बनता

धरम ख़ुद उ लंघन सभी कुछ हो जलता

धन क थैल पांच तीजे, योग पालन 12 हो


माया दौलत मत
ू र समझे, फ़ोका पानी गंगा हो
पांच चौथे बुध जो बैठा, राजा योगी होता हो

पापी श ु 5 आया, बैठे द ु खया मरता हो

खाना न बर- 9 धनु रा श और घर का मा लक ह ख़ुद बह


ृ प त, रा शप त भी और
प का घर भी बह ृ प त का! केत ू उं च करता है जो बह
ृ प त के बराबर का ह है और राहू
नीच करता है ! बहृ प त ख़ुद केत ू पर बल होगा ले कन अकेला बैठा राहू खफ़ा होगा और
बे हसाब खचा करवाता है ! धन- दौलत खब ू आया करता है ! राहू होने के कारण खयालात
धरम के खलाफ़ ह गे ले कन सफ दखावे का धरम! पता को राहू क एक चौथाई उ
या न 12 साल क ट हुआ करते ह!

खाना न बर- 9 के ह क़ मत क बु नयाद हुआ करते ह! इस घर म खाना न बर- 3


व 5 के ेह का असर आ मलता है ! औलाद क पैदाइश के दन से खाना न बर- 5 का
असर खाना न बर- 9 म जाने लगता या न बाप(खाना न बर- 9) और बेटा(खाना न बर-
5) दोन का इकठा और नेक असर होगा! खाना न बर- 3 का असर जातक के ज म से
खाना न बर- 9 म शा मल माना गया है औलाद क पैदाइश के दन से पहले खाना
न बर- 5 का असर खाना न बर- 9 म गया तो यह असर बह ृ प त क दस ू र चीज के
लए जैसे धरम करम और कंु डल वाले के बुजुग के स बंध म होगा! इसी तरह जब
जातक के यहाँ भाई पैदा हो या भाई के यहाँ लड़का पैदा होगा तो खाना न बर- 3 का
असर खाना न बर- 9 म शा मल होगा तो नेक असर हर चीज़ के लया जातक के लए
होगा! उ के पहले 35 साला च कर म जातक का छोटा भाई भी हो और जातक के यहाँ
औलाद भी हो तो खाना न बर- 5 का असर खाना न बर- 3 के असर से यादा होगा!
अगर खाना न बर- 3 व 5 दोन ह खाल ह तो क़ मत क बु नयाद खाना न बर- 9
के ह ह गे और अगर खाना न बर- 9 भी खाल हो तो यह शत भी ख म होगी और
क़ मत का ह कंु डल म अलग से हुआ करता है ! खाना न बर- 3 के ह उ के पहले
35 साला च कर म भावी हुआ करते ह जब क खाना न बर- 5 के ह दस ू रे 35 साला
च कर म असरदार ह गे! या न उ के दस
ू रे 35 साला च कर म खाना न बर- 5 का
असर खाना न बर- 3 पर बल होता हुआ क़ मत क बु नयाद खाना न बर- 9 पर
होगा! अगर ऐसा समझ क खाना न बर- 5 का असर बल होने कारण खाना न बर- 3
का असर दबा हुआ होगा!
ऐसी ि तथी म खाना न बर- 9 का असर हर व त साथ होगा! पहले के घर के ह
बाद के घर को ( ि ट के असल ू पर) बाद के घर को जगा दया करते ह और अगर बाद
के घर म कोई ह न हो तो वह घर सोया हुआ जाना जाएगा! उधाहरण के लए खाना
न बर- 11 म कोई ह हो ले कन खाना न बर- 3 खाल हो तो ऐसी हालत म खाना
न बर- 11 का ह सोया हुआ होगा और इसको जगाने के लया क़ मत को जगाने वाले
ह क ज़ रत हुआ करती है यह बात याद रखनी बहुत ज़ र है !

सामु क ल ण

भा य रे खा शु से सीधे डंड े क तरह खड़ी हो!


क मत रे खा क जड़ म सीधे खत!

घर का और हफल का, क़ मत को जगाने वाला! ज ी मकान, मि दर, मि जद, गु वारा


चलता व उड़ता वजद
ू , गैस!
बह
ृ प त हो जब 9–12 म, घर उसके गंगा आती है
क़ मत उ दा सबका प तन, नाव हवा म चलती है

जंू जं ू पानी इसका बरते, होता म ानी है


9 न का मा लक गनते, होती 12 स ह

खाना न बर- 9 का बह ृ प त अगर हर तरह से नेक व कायम सा बत हो जाए तो


जातक अपने वचन का प का हुआ करता है “ ाण जाएँ पर वचन न जाए” पर टकने
वाला! अपने वचन से अपना धरम व वचन दोन पाने वाला हुआ करता है और ऐसे
यि त के पास धन क कभी कमी नह ं आया करती अगर कसी कारण धन व धरम क
हार होने का समय आयेगा तो उस समय के आने से पहले ह जातक इस संसार से चला
जाया करता है या न ऐसा नेक बह
ृ प त कसी भी कारण से यि त को मानहा न या
धनहा न नह ं दे खने दया करता! योपर म बेहतर न क म का सराफ़ व जौहर हुआ
करता है !

बह
ृ प त- 9 के समय सनीचर हो खाना न बर- 5 म तो क मत का नेक व उ दा असर
सनीचर क उ से शु , धन- दौलत उ दा होगा ले कन औलाद से संबि धत फल मंदे ह
ह गे!

बह
ृ प त- 9 के समय चंदर खाना न बर- 5 और बध
ु खाना न बर- 3 म हो तो फल हर
तरह से मंदे ह गे!

बह
ृ प त- 9 के समय चंदर खाना न बर- 3 और बध
ु खाना न बर- 5 म हो तो हर तरह
से उ दा फल ह गे!

बह
ृ प त- 9 के समय शुकर हो खाना न बर- 3 या 5 म और चंदर उसी व त खाना
न बर- 5 या 3 म हो तो मला जल ु ा असर होगा कभी शाहाना और कभी मंदा!

बह ृ प त- 9 के समय मंगल हो खाना न बर- 3 म तो ससुराल खब


ू दौलतम द हुआ करती
है और जातक को ससुराल से धन ाि त होगी!

बह
ृ प त- 9 के समय मंगल खाना न बर- 3 और सूरज खाना न बर- 5 म तो तीन ेह
का संबंध खाना न बर- 9 से इस लए तीन घर और तीन ह हर तरह से उतम व नेक
फल दगे!

बह
ृ प त- 9 के समय बध
ु खाना न बर- 4 म हो तो राजयोग हुआ करता है , नेक फल
ह गे!

क़ मत रे खा सीधे डंड े क तरह खाना न बर- 9 से शु हो तो खद


ु क क़ मत का असर
हर तरह से नेक होगा, ऐसा जातक अपने बज ु ग
ु वारा चाल ू कए काम को बढ़ाता जाए तो
बज
ु ग
ु के कारण जातक क क़ मत बल ु द पर रहा करती है !

अपने वचन क पालना ह हर तरह क तर क क बु नयाद हुआ करती है , जैसे- जैसे धरम
अपने वचन क पालना ह हर तरह क तर क क बु नयाद हुआ करती है , जैसे- जैसे धरम
क पालना और र ा करता होगा वैसे- वैसे धन- दौलत बढ़ता होगा, जं ू जं ू उ बढ़े गी
जातक योगी तबीयत और म ानी होता जाएगा!

बह
ृ प त- 9 म कायम हो तो जातक का ज म ऐसे खानदान म हुआ करता जहां धन
गनती से नह ं बि क तकड़ी से तोल कर दस
ू र को दया जाता होगा या न बज
ु ुग हर से
उतम व उ दा क़ मत और शोहरत मे मा लक हुआ करते ह!

बह
ृ प त- 9 के समय जातक योगी व यागी हुआ करता है और दस
ू र के लए मंह
ु से
नकल बददआु भी नेक असर हुआ करती है ! जातक का आम फ़ोका पानी भी गंगा द रया
क तरह होगा धन व औलाद के लए उतम होगा!

बह
ृ प त- 9 के समय माता- पता का पण ू सख
ु , हक मी या डा टर का पेशा व चाल चलन
सब नेक हुआ करते ह! दमागी खाना न बर- 19 का असर साथ होगा िजसका संबंध
मज़हबी व हानी क नेक ताकत से होगा!

बह
ृ प त- 9 के समय धन क ि तथी खाना न बर- 3 व 5 के ेह क हालत पर नभर
करती है , अगर दोन घर खाल ह तो अपनी मेहनत से दौलत कमा कर अमीर होगा बज
ु ग

का योगदान नह ं हुआ करता!

बहृ प त- 9 के समय कंु डल म सूरज हर तरह से कायम हो तो जातक कभी धरमह न नह ं


हुआ करता अगर धरम से भटकने क को शश करे गा तो संसार म नह ं होगा! द ु नयावी
काम म कामयाबी व बरकत हुआ करती है ! सेहत और तर क साथ होगी बेशक बह ृ पत
कसी कारण खराब हो रहा हो! जातक एक कामयाब सराफ़ व जौहर हुआ करता है , सोना
व ह रे जवाहरात का कारोबार बहुत नेक फल दे ने वाला हुआ करता है !

बह
ृ प त- 9 के समय जब खाना न बर- 2–5–9–12 म बध ु , शुकर, राहू या सनीचर मंदे या
पापी होकर न बैठे ह तो योग पालना करने वाला व सांस रक धरम- करम का प का हुआ
करता है ! योग पालना क अ छ या बरु हालत खाना न बर- 12 म बैठे ह क ि तथी के
अनसु ार होगी!

बह
ृ प त- 9 के समय बध
ु खाना न बर- 4 या 5 म हो तो राजा क है सयत होते हुये भी
बह
ृ प त- 9 के समय बध ु खाना न बर- 4 या 5 म हो तो राजा क है सयत होते हुये भी
योग क पालना करने वाला होगा!

बह
ृ प त- 9 के समय खाना न बर- 3 व 5 म नर ह ह तो बह
ृ प त का असर तीन गन
ु ा
नेक हुआ करता है !

बह
ृ प त- 9 के समय शुकर खाना न बर- 3 व चंदर खाना न बर- 5 म या कुर खाना
न बर- 5 म और चंदर खाना न बर- 3 म हो कयाफ़ा: बह ृ प त के सीधे खत हथेल पर
खाना न बर- 9 क जगह पर चंदर के बज ु क तरफ और शक ु र के बजु क तरफ ह तो
जातक कभी शाह तो कभी मलंग या न कभी अमीर परू े चढ़ाव पर तो कभी आम हालत
या न धन- दौलत क कमी!

खाना न बर- 9 का बह
ृ प त मंदे ेह के कारण खराब हो रहा हो तो नधन व नाि तक
होगा, धरम तक को छोड़ने वाला ले कन धरम गर बी के कारण नह ं छोड़ेगा!

बह
ृ प त- 9 के समय मंदे बध ु , शुकर या मंदा राहू या पापी सनीचर खाना न बर- 5 म हो
तो जातक खद ु गज़ व खद ु पसंद हुआ करता है औलाद मंद व तबाह होगी और औलाद क
तरफ से दख
ु ी ह होगा ऐसा तब होगा जब जातक धरम छोड़ेगा और अपनी मज़ का
मा लक बन कर रहे गा!

बह ृ प त- 9 के समय खाना न बर- 1 खाल तो कयाफ़ा: हाथ क उँ ग लय के नाखन


ू पीले
रं ग के तो सेहत मंद और दल क बीमा रयाँ हुआ करती ह!

बहृ प त- 9 के समय कंु डल म बध


ु मंदा हो कयाफ़ा: उँ ग लय क पो रय पर 11 च कर
हुआ करते ह तो कम उ , म दभाग ऐसे म मंगल बद का असर लया जाता है !
बह
ृ प त खाना न बर- 10
पहाड़ी इलाक़ा का गह
ृ ती, हर शै के लए क पता दरवेश
लखा माया दौलत न था जो बधाता

बनाएगा या तू यह आँस ू बहाता

वाबी महल- न क मत अपनी, न ह पता धन छोड़ता हो

लेख मंदा- वाह अ ल यानी, सफ श न ह तारता हो


रहम लालच श न चं चौथे, राख़ सोने क होती हो

शुकर मंगल जब चौथे बैठे, म ी सोना खुद दे ती हो

10 घर का नीच बह
ृ प त, र व से सोना करता है
श न का गरवां पहरा होवे, हर दो चू हे धरता है

र व मगर ख़द
ु जला जलाया, मदद चं क पाता है
श न न जो प थर फंू के, लाल र व कर दे ता है

हथेल पर म यमा उं गल क तीसर पोर के नीचे सनीचर के बुज पर! बह ृ प त और


सनीचर बराबर के ह ह और दोन का अपना- अपना फल होगा ले कन सनीचर का
खराब! यि त जमीन- जायदाद वाला होगा ले कन यभचार होगा और यह आदत
यि त क बरबाद का कारण हुआ करती है !

कंु डल का खाना नंबर- 10 मकर रा श और सनीचर रा शप त भी व इस घर का प का


ह भी! मंगल इसको उं च करता है और बह ृ प त इस घर को नीच करता है , सनीचर भी
इस घर म बलवान हुआ करता है ! बारह साल तक दौलत का साथ होगा और वह भी
सनीचर क आँख से या न बह ृ प त खाना नंबर- 10 म नेक फल तभी दे गा जब उसको
सनीचर क मदद मलती होगी! कई बार यि त दौलत क तरफ से तंग भी होगा और
बह
ृ प त क दौलत भी साथ न दे रह होगी और इसका कारण यभचार हुआ करता है !
यि त प रणामदश (आ कबतअंदेश) हुआ करता है ले कन धन- दौलत क पना मा ह !
बह
ृ प त नीच होने के कारण पता क तरफ से धन- दौलत क कोई मदद नह ं हुआ
करती यहाँ तक क मरने बाद भी पता क तरफ से कोई धन छोड़ा हुआ नह ं होगा!
सनीचर क तीन चौथाई उ या न 27 साल से 36 साल तक बह
ृ प त का असर बहुत
मंदा हुआ करता है और 28 साल के बाद सनीचर गणेशजी क तरह होगा!
बहृ प त- 10 के समय चंदर खाना नंबर- 4 म हो तो कसी ज़ रतम द को दयावश
रोट खलाने पर सज़ा का डर हुआ करता है य क उसी रोट म सनीचर पी ज़हर मला
होगा!
सामु क ल ण

सरू ज के बज
ु पर बध
ु के बज
ु क तरफ एक सदफ़ हो!
उँ ग लय पर 10 च कर ह !
उ रे खा चंदर के बज
ु को जा नकले या न पत ृ रे खा हो!
बह
ृ प त व सनीचर के बुज दो शाखाइ रे खा से आपस म मल रहे ह !

सूखा पीपल, नु सान ज़र, ताल म ख़ म! मंदे असर के व त द रया/नद म तांबे का पैसा गरना
मददगार होगा

गु वारा 10 हुआ, वग लोक के काम

लालच म दोन गये, माया मल न राम

घर श न के आन कर, गु चढ़ावे वास

ह न कोई चल सके, सफ श न क आस

क ड़ा गंदा अब हुआ, भरे भ म भ डार


लाज गु क श न है , वाह मंदा कुल संसार
9, चौथे घर 5 , श न, र व या बध

शुकर, राहू ह मरे , केत ू पाये न सुध
10 घर का नीच बह
ृ प त, 4 र व से चलता है
ख़ाक से है वो सोना बनता, 4 श न से गलता है
गु र व दोन से कोई, घर 10 जब बैठा हो

5 घर वाह दो त उसका, ज़हर द ु मन होता हो

नधन पता ब चे को नधन व यतीम क तरह छोड़ जाए! बह ृ प त- 10 वाला खुद क


िजंदगी म महल के वाब दे खता है ले कन नींद से जगाने पर वह मंदे हाल “टूट हूई
चारपाई और तवेला ख़राँ” म लेत े हुये पाया या न जीवन म सफ दख ु और क ट! न शु
दे खा न आ खर दे खा अगर दे खा जो खब ू दे खा तो अफ़सोस दे खा, और आरजओ ू ं को कफन
म लपटा हुआ दे खा! 27 साल से लेकर 36 साल क उ तक फल बहुत मंदा हुआ करता
है , जब क 28 साल क उ के बाद भाई क मदद या उसके साथ रहने से गणेशजी या
सबके पूजने क जगह बनते दे खा या न 28 साल क उ के बाद भाई क मदद (मंगल)
से बहृ प त सब कुछ बहाल कर दे गा! बहरहाल बह
ृ प त- 10 के समय यि त हालत
बहुत मंद हुआ करती है ले कन लोग इसके उलट समझा करते ह क यि त बेमतलब
क बहानेबाज़ी कर रहा है “मर- मर बु ढ़या राग गावे लोग कह उसे याह”! बह
ृ प त- 10
वाला यि त अगर कसी तरस खा कर रोट खलाय तो पु लस के डंड े क मार सहनी पड़े
अथात यि त को बहृ प त क नरम दल छोड़ सनीचर क चालाक का सहारा लेना
चा हए! हालत ऐसी होगी क यि त का खल स तेल पेशाब के भाव बकता होगा जब क
दस ू र का पेशाब भी तेल क क मत दे ता होगा! बहृ प त- 10 को सनीचर क मदद न हो
तो िजनको ब शीश दया करता था सनीचर के व त उनसे ह छ नता होगा! िजनको दान
दे कर सरू ज हण के मंदे फल को दरू करता था उनसे ह रोट के लए अ न व धान लेता
होगा! ऐसा यि त िजसने कभी अपने बाप को बाप नह ं कहा होगा अब हर एक को “तू
मेरा माई बाप है ” कहता फरता होगा अथात बह ृ प त मंदा हुआ तो ज़माना भी मददगार
नह ं हुआ! बहृ प त मंदा हुआ तो न अपना आप काब ू म रहा और न ह पत (इ ज़त) ह
पाई!

बह
ृ प त- 10 के समय सूरज हो खाना नंबर- 5 म तो शा दयाँ एक यादा हुआ करती ह,
अब नीच बहृ प त सूरज को भी नह ं छोड़ेगा!

बह
ृ प त- 10 के समय चंदर हो खाना नंबर- 10 म तो नहायत मंद हालत ले कन लोग
इसके उलट समझते ह ! ऐसा यि त दयावश कसी को रोट खलाय तो सज़ा पाये!

बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 9 म और सूरज सनीचर को दे खता हो तो
आग क घटनाओं से नु सान हुआ करता है , हवाई ज़द रं ग (बह
ृ प त) व चंदर क चीज के
कारोबार म लाभ हुआ करता है ले कन सनीचर क चीज का कारोबार मंदा फल दया करते
ह!

बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म चंदर कायम हो या सरू ज खाना नंबर- 4 म और चंदर
कायम तो राजदरबार से संबि धत कए गये सफर के फल हमेशा नेक हुआ करते ह!

बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर हो खाना नंबर- 9 म तो उध रे खा का फल कयाफा:
क मत रे खा खाना नंबर- 9 से शु होकर (सीधे डंड े क तरह) हथेल को दो ह स म
बाँटती हूई सनीचर के बज
ु को जा नकले ले कन म यमा उं गल क पोर म न जाए तो
यि त द ु ट भा यवान हुआ करता है ऐसा कंजस ू क चींट के मंह
ु से आटे का ज़रा छ नने
क नयत वाला!

नेक हालत

बह
ृ प त- 10 के समय सूरज खाना नंबर- 4 म हो तो बह
ृ प त अब नीच फल का न होकर
उतम फल दे गा और धन- दौलत क ि तथी उतम हुआ करती है ! मंदे सनीचर न जो प थर
जलाए वो भी सूरज ि ट के कारण मा णक हो जाया करते ह:
या न “श न न जो प थर फंू के लाल र व कर दे ता है ” या न बह
ृ प त- 10 के समय सूरज
का * तांबा पानी म बहाना चा हए!

बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर उ दा हो और खाना नंबर- 2 या 6 म सूरज या चंदर
कायम ह बह ृ प त का मकान: सहन मकान के कसी एक तरफ होगा ले कन म य नह ,ं
सहन खलु ा है तो बह
ृ प त नेक और तंग हुआ तो मंदा या कोई धरम अ थान नज़द क
होगा जो नेक सनीचर का काम दे गा! अब सनीचर क तरह चालक होना ह कामयाबी का
भेद होगा और ऐसे म मामल ू लोहे का टुकड़ा भी सोने क क मत दे गा! सनीचर क चीज
का कारोबार नेक फल दे गा! द ु नयावी सख ु व माता पता का साथ ल बे समय तक होगा!
यभचार नह ं होना चा हए, अब यि त के स बंध कई औरत से ह गे ले कन अगर उनको
अपनी प नी का दजा दे गा तो फल मंदे नह ं हुआ करते!

बहृ प त- 10 के समय नेक होगा या मंदा इसका फैसला कंु डल म सनीचर क ि तथी पर
हुआ करता है कयाफ़ा: उ रे खा चंदर के बज
ु को जा नकले और पत ृ रे खा का प ले
लेवे, तो माता- पता का सखु सागर सनीचर क ि तथी के अनस ु ार होगा!

बह
ृ प त- 10 के समय मंगल कंु डल के खाना नंबर- 4 म हो तो मंगल क चीज का
कारोबार और मंगल से संबि धत रशतेदार क इ ज़त करना 28 साल क उ से हर से
नेक फल का होगा!

बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर कंु डल खाना नंबर- 2 म नेक होकर बैठा हो तो घर- घाट
व हर तरह से बरकत होगी!
बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर खाना नंबर- 10 म और सरू ज खाना नंबर- 3 या 5 म हो
तो सोने चाँद के काम म लाभ ले कन सनीचर के आग से संबि धत कारोबार आग लगने
क घटनाओं का कारण ह गे!

बह
ृ प त- 10 के समय सूरज या चंदर खाना नंबर- 2 म हो तो सरकार काम के लए
कए सफर के नेक फल ह गे और धन लाभ हुआ करता है !

बह
ृ प त- 10 के समय सूरज खाना नंबर- 1 या 4 या 5 म हो तो बरु ा असर धन- दौलत
के स बंध म बाप पर न होकर बाबे पर हुआ करता है !

बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म बध ु उ दा हो और बह
ृ प त को कसी तरह बरबाद न कर
रहा हो तो कंु डल वाले यहाँ लड़ कय क जगह लड़के बहुत ह गे और ऐसे यि त का तांबा
भी सोने के भाव बका करता है ! यि त हर तरह से खशु हाल व धन- दौलत क चंता से
मु त हुआ करता है !

मंद हालत

बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म सनीचर पापी ेह से यु त हो या ज़ाती स भाव के
असलू पर मंदा हो कयाफ़ा: सरू ज के बज ु पर एक सदफ़ ले कन बध ु के बजु क तरफ तो
जातक खच करने वाला, बरु े काम का सहायक और धरम का वरोधी(मत ु अि सब) हुआ
करता है , हर बात म फैसला यि त के वरोध म हुआ करता है !

बह ृ प त- 10 के समय कंु डल म सनीचर खाना नंबर- 4 या 10 या 12 म या चंदर खाना


नंबर- 4 म हो तो ऐसा यि त कसी ज़ रतम द पर तरस खा कर रोट खलाय तो ज़हर
दे ने के इ ज़ाम म सज़ा पाया करता है या न िजतना रहम दल (बह ृ प त के गुण) होगा
उतना ह क ट पाएगा या न खद ु क जान पर दस ू र के ज़ु म दे खे!

बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल म केतू बरबाद हो तो दल म भलाई क सोच भी सांस म
ज़हर क तरह होगी सोना भी रख होता होगा! इस मंदे असर से बचने के लए केतू या
बहृ प त को कायम करना मददगार होगा!

बह
ृ प त- 10 के सनीचर खाना नंबर- 1–4–10 म से कसी एक म और खाना नंबर- 2
बह
ृ प त- 10 के सनीचर खाना नंबर- 1–4–10 म से कसी एक म और खाना नंबर- 2
खाल हो या सफ खाना नंबर- 2 खाल हो कयाफ़ा: हाथ क उँ ग लय के नाखन
ू पतले
और झुके हुये ह गे तो हर तरह से मंद हालत होगी यहाँ तक क कु ते क खरु ाक को भी
तरसता होगा! धन- दौलत का नाम- ओ- नशान तक नह ं ले कन यि त उ दा सेहत का
मा लक और दरू दश होगा!

बह
ृ प त- 10 के समय कंु डल के खाना नंबर- 2–4–5–6 सब के सब खाल ह कयाफ़ा:
क़ मत रे खा शु होने क जगह पर उ रे खा से अलग होकर नकले तो मनहूस व
म दभाग होगा! ऐसा यि त बहुत कम प रवार वाला हुआ करता है नधन- द ु खया और
द ु नया के बर खलाफ़ ख़दु ज़ाती मेहनत से कामयाब होगा उ का कोई भी साथ मददगार
न होगा!

बह
ृ प त- 10 के समय सूरज खाना नंबर- 5 म हो तो कोई भी औरत ल बे समय तक
साथ नह ं दे गी सफ एक ब चे को ज म दे कर मर जाए या साथ छोड़ दे वे!

बह ृ प त- 10 के समय बध ु खाना नंबर- 4–9–10 म से कसी एक म तो पता के धन का


नाश हुआ करता है और पता क अक मात म ृ य ु हो जाया करती है ! ख़द
ु यि त का
द ु नयावी व धन का हाल “थोथा चना बाजे घना” जैसा होगा! दखावा बेशक उ दा ले कन
अ दर से ढ़ोल का पोल जैसी हालत हुआ करती है ! नाक छे दन सबसे उतम उपाय है !

बह
ृ प त- 10 के समय सनीचर खाना नंबर- 9 म हो और सरू ज क ि ट म तो सनीचर
के कारोबार और सनीचर क चीज के फल नहायत मंदे हुआ करते ह जैसे आग से या
ज़हर से नक ु सान का डर होगा!

बह
ृ प त- 10 के समय खाना नंबर- 4–5–9 म कसी एक म सूरज या सनीचर या बध ु हो
या एक म सनीचर और एक म बध ु हो तो शुकर ( ी ल मी) राहू (ससुराल म चोर आ द)
केतू (औलाद व सफर) सब के सब मंदे हुआ करते ह! िजसके साथ कारोबार स बंध बनाए
या दो ती करे वह बरबाद होता चला जाएगा! ऐसा यि त मंद शोहरत का इ छुक हुआ
करता है और द ु ट भागवान ऐसा िजसके दरवाजे से कु ते को रोट का टुकड़ा और चींट को
अ न का दाना तक नसीब नह ं हुआ करता! जब सनीचर ख़द ु बहृ प त को मदद दे रहा हो
तो ऐसे यि त के उलट चलने वाला ख़द
ु - ब- ख़द
ु बरबाद हो जाएगा और मुक़ाबले पर
आने वाला अपने कया पर पछताने का मौका भी न पाएगा!
उपाओ:

पता का इ तेमाल कया हुआ कपड़ा पीठ के नीचे रख कर सोएँ!


कसी भूके को खाना खलाना विजत है !
ता बे के स के चलते पानी म बहाएँ 43 दन लगातार!
सर पर सफ़ेद रं ग या शबती रं ग क टोपी/पगड़ी का इ तेमाल कर!
श न के मंदे काम से दरू रह!
बह
ृ प त खाना न बर- 11
सनीचर क हकूमत के व त सवाए धरम बाक़ सब कु छ
ख़ुद का कफ़न तक पराया, खजूर के दर त क तरह अकेला

कफ़न दस
ू र को जो दे ता रहे गा
बला कफ़न घर से न बाहर मरे गा

इ क़ हसद से हो गु जलता, मद माया घर डोलता हो


बध
ु दबाया- हो श न मंदा, सफ़र गु ख़द
ु होता हो
धरम पालन से हो गुना 11, उतम गह
ृ ती बनता हो
पेशाब पड़ेगा उसको नहाना, नाल चलन जब गंदा हो

ऊंच हुआ वाह शुकर टे वे, द ु खया औरत उस होती हो

खाना न बर- 11 कु भ रा श या न पानी भरा हुआ घड़ा! रा श का माल ह सनीचर है


जो बहृ प त के बराबर का ह है ! इस रा श को कसी न न तो ऊंच कया और न ह
नीच! असर के लए बह ृ प त का घर है इस लए इस घर म सफ बह ृ प त व सनीचर का
संबंध होगा! 12 साल क उ तक दौलत का आना जार रहा करता है आमतौर पर
बीमार का हमेशा साथ हुआ करता है ! अगर यि त यभचार हुआ तो फल नहायत मंदा
हुआ करता है !

यि त परू ा नरप हुआ करता है ! दमागी खाना न बर- 15 का साथ होने सनीचर
और बहृ प त इ ठे हुआ करते ह ऐसे म यि त वा भमानी ले कन ई यालू तबीयत हुआ
करता है ! दमागी खाना न बर- 35 का असर साथ य क माथा खाना न बर- 11 और
तलक लगाने का थान साथ- साथ ह ऐसे म उतम याददा त का मा लक हुआ करता है !

बह
ृ प त- 11 के समय बधु खाना न बर- 3 म हो तो यि त को पता का सुख नह ं मला
करता! अ छ आमदन होते हुये भी यि त करजाई हुआ करता है ! लाभ बहुत ले कन अगर
लालची हुआ तो बरबाद होगा!

बह
ृ प त- 11 के समय मंगल खाना न बर- 3 म हो तो धन- दौलत के लए ख़द
ु व
ससुराल प के लए उतम क मत वाला ले कन अपने ह खानदान म नजद क लोग क
मौत से द ु खया हुआ करता है !

बह
ृ प त- 11 के समय दो त ह खाना न बर- 3 म ह कयाफा: हथेल पर खान के
बह ृ प त- 11 के समय दो त ह खाना न बर- 3 म ह कयाफा: हथेल पर खान के
असूल पर खाना न बर- 11 क जगह सेहत रे खा के नजद क एक दस ू रा खत जो क मत
रे खा के साथ चल रहा हो तो अपना भाई दखाता है िजसका राजदरबार या सरकार काम
म साथ हुआ करता है नेक मायन म!

सामु क ल ण
हाथ पर 9 च कर ह या फर े ठ रे खा(क से ख) का मोजद
ू होना नेक ह पत क
नशानी होगी
खुद क क मत का नेक असर तभी होगा जब जातक परोपकार व ् धरम क पालना
करने वाला होगा!

ग ट, मुल मा, हफल का, क़ मत को जगाने वाला

गु श न क 11 रा श, बध
ु से दोन चलते ह
बध
ु दबाया या हो मंदा, दोन न फल हो जाते ह

बह
ृ प त खाना नंबर- 11 म सनीचर क ि तथी के अनस
ु ार काम करता है ले कन
बहृ प त व सनीचर खाना नंबर- 11 म उतम फल तब ह दगे जब कंु डल म बुध नेक हो
या फर खुद मंदा न कया हो! म खी (सनीचर नेक व उ दा) तो शहद (मंगल) भी उ दा
या न अगर कंु डल म सनीचर नेक स भाव होगा तो मंगल भी नेक फल दे गा और अगर
सनीचर मंदा हो तो न तो शहद मला या न के फल नेक हुये और न ह मुग (बह ृ प त)
ह नेक रहे गा और ऐसे हालत म खद ु क रोट के लए भी मेहनत ज़ र होगी! जब तक
पता का साथ रहे तो सनीचर भी नेक रहे गा य क सनीचर का साँप बह ृ प त ( पता) के
सामने चुप- चाप होगा! ले कन पता का साथ ख़ म होते ह या न बह ृ प त के मंदा होते
ह माया, साध,ू राजा और दर त का साया भी ख म और हालत यह क मामल ू इ सान
भी कावट का कारण ह गे!

नेक हालत

बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 3 खाल हो तो बह
ृ प त सोया हुआ होगा ऐसी हालत
बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 3 खाल हो तो बह ृ प त सोया हुआ होगा ऐसी हालत
म फैसला कंु डल म सनीचर क ि तथी पर हुआ करता है ले कन इस घर का बह
ृ प त नेक
फल ह दया करता है !

बह
ृ प त- 11 के समय राहू कंु डल के खाना नंबर- 9 म हो तो बह
ृ प त चुप हुआ करता है
और कुछ हालात म फल दे ने म असमथ होगा!

बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 3 म दो त ह (सरू ज, चंदर, मंगल) ह तो 23 साला
िज़ दगी ऐश- ओ- आराम से भर होगी ले कन उसके बाद फर वह मंदे हालात हुआ करते
ह इस ज़हर से बचने के लए बह
ृ प त को कायम रखना बहुत ज़ र है !

बह
ृ प त- 11 के समय खाना नंबर- 5 म दो त ह (सूरज, चंदर, मंगल) हो/ह कयाफा:
क़ मत रे खा के साथ- साथ (मुतवाजी) हथेल के खाना नंबर- 11 म कोई सहायक रे खा हो
तो अपने ख़दु के भाई/भाइय के साथ मलकर चलने से/कारोबार करने से क़ मत जागा
करती है , 12 साल तक खब ू ऐश होगी उसके बाद फर मंदा ज़माना हुआ करता है !

बह ृ प त- 11 के समय सरू ज कंु डल के खाना नंबर- 1 या 4 या 5 म हो तो


राजदरबार(सूरज) या आग के कारोबार से कमाया हुआ तांबे का स का भी सोने क क मत
दे गा! बह
ृ प त- 10 क तरह अगर कोई मंदा असर होगा तो बाप क बजाए बाबा पर हुआ
करता है !

बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म बध ु उतम हालत म हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर
9 च कर ह , बध ु खाना नंबर- 6 म हो कयाफा: हथेल पर दो े ठ रे खा ह गी तो यि त
अपनी मेहनत से बहुत अमीर हुआ करता है ले कन बहृ प त वारा दये मफ़ु त के धन क
शत नह ं होगी!

बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म सनीचर न तो पापी हो और न ह ज़ाती स भाव के
अनस ु ार मंदा और बह
ृ प त का साथी ह बन रहा हो और बधु भी उतम हो कयाफ़ा:
हथेल पर खाना नंबर- 2 व 10 दो शाखाइ रे खा से मले होते ह तो चाहे पता क कोई
मदद न मले धन- दौलत क ि तथी उतम हुआ करती है मंगल भी नेक फल दे गा,
बहृ प त व सनीचर दोन का फल ह उतम और नेक होगा!
मंद हालत

बहृ प त- 11 के समय जब मंदा हो रहा हो आमतौर पर बहन व बआ ु का फल/हाल मंदा


हुआ करता है ! ख़दु यि त धरम के नाम पर योपर करने आद हुआ करता है और कसी
को फ़ायदा नह ं पहुंचाया करता चाहे ख़द
ु क धन क ि तथी कतनी भी उतम य न हो!
पता के साथ रहते हर सख
ु मला करता है ले कन पता क मौत के बाद है सयत म छर
क तरह! अगर यि त अपना चाल- चलन गंदा रखने का आद हो और यभचार हो तो
पेशाब संबंधी बीमा रय का भागी होगा (पेशाब पड़ेगा उसको नहाना), इ क के संबंध म
बेफजूल वाद के लए ठोकर खाता होगा!

बह ृ प त- 11 का बह
ृ प त सोया हुआ हो या ि ट आ द से खराब हो रहा हो या चंदर
कंु डल के खाना नंबर- 1 म हो तो मंदे च र व ई याल ु तबीयत होने के कारण यि त का
सोना भी म ी के भाव बकता होगा!

बह
ृ प त- 11 के समय बध ु खाना नंबर- 6 म और चंदर खाना नंबर- 2 म हो तो बढ़ ु ापे म
मंदा हाल हुआ करता है जो क 90 साल क उ तक होगा, नज़र बहुत कमजोर और
सनीचर का ख़द ु का असर मंदा होगा!

बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल का खाना नंबर- 3 मंदा हो रहा हो तो बह
ृ प त क पहल
उ या दौरा श क हुआ करता है !

प रवार चाहे कतना ह बड़ा य न ले कन ख़द


ु का कफन तक पराया हुआ करता है खासकर मंदे
ेह से संबि धत र तेदार मौत के समय पास नह ं ह गे!

बह
ृ प त बाप- दादा सूरज चंदर शुकर
ख़द
ु अपना आप माता ी

मंगल भाई- ससरु ाल बध


ु सनीचर राहू
बहन- लड़क चाचा ससुराल

केतू औलाद या लड़का


बह
ृ प त- 11 के समय मंगल कंु डल के खाना नंबर- 3 म हो तो यि त ख़द ु के खानदान
म बेवजह क मौत से द ु खया हुआ करता है ले कन ससरु ाल प के लए भा यशाल !

बह
ृ प त- 11 के समय बध
ु कंु डल के खाना नंबर- 3 म हो तो पता क तरफ से द ु खया
होगा और अ छ भल कमाई के बावजूद भी करजाई हुआ करता है !

बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म शुकर ऊंच का हो या फर कतना भी उ दा होकर य न
बैठा हो औरत द ु खया ह होगी!

बह
ृ प त- 11 के समय कंु डल म बध
ु मंदा हो या ख़द
ु अपने आप कर लया जाए और
खाना नंबर- 3 खाल हो तो धरम के नाम पर योपर (धरमफ़रोश) होगा चाहे राजा क तरह
अमीर य न हो, ऐसे यि त कसी दस ू रे के काम नह ं आया करता! बह
ृ प त सोया हुआ
हो (3 खाल ) तो फैसला सनीचर क हालत पर होगा!

बह ृ प त- 11 के समय कंु डल म चंदर मंदा हो तो बहृ प त के नेक या मंदे होने क


नशानी यि त का कद हुआ करती है अगर खद ु क उँ ग लय के माप के अनसु ार 68
उं गल हो तो बहृ प त मंदा और यि त म दभाग हो और अगर 52 उं गल हो तो नेक
नसीब होगा! बह ृ प त मंदा सा बत होने पर मंगल, बह ृ प त व सनीचर तीन ह ह मंदे
फल के ह गे!

उपाओ:

जब तक पता जी वत हो पता से अलग होकर न रह!


शर र पर सोना धारण करना चा हए!
नेक चाल चलन रख व श न क मंद चीज से परहे ज ज़ र है !
लालच, ई या व एहम से दरू रह!
लावा रस लाश पर कफन दान सबसे उतम उपाओ है !
बह
ृ प त खाना नंबर- 12
बरु े का भी भला करने वाला उतम ानी- वैरागी
दआ
ु एं भले सब क गर त ू करे गा
खज़ाना न ताक़त का तेर घटे गा

हालत राहू पर दौलत चलती, केत ू धरम ख़ुद बोलता हो

चप
ु समा ध वषा सोने क , धरम कंु डा दया तोलता हो
आठ 9 घर 2–10 खाल , माया दौलत सब छोड़ता हो

हुआ श न जब 2–9 साथी, पाता दौलत म छ रे खा हो

गु घर जब पापी बैठे, बुध शुकर ख़ुद मंदा हो

पाप मगर जब उं च हो टे वे, प रवार दौलत ज़र सु खया हो

गु उतम 2 राहू बगड़े, साध ू सेवा से बढ़ता हो

नेक करे सर द ु मन कटते, सरहाने पानी जब धरता हो

बैठा शुकर वाह कैसा टे वे, असर मुबारक दे ता हो

बुध उ ता केत ू मंदा, पाप राहू तक द ु खया हो


खाना नंबर- 12 मीन रा श और घर का मा लक ह बह ृ प त ख़ुद! यह घर राहू का
नवास या न प का घर भी है ! बह ृ प त और राहू आपस म बराबर के ह ह! इस घर को
शुकर और केतू ऊंच करते ह या न शुकर अब दो ती का फल दे गा! बुध और राहू न इस
रा श को नीच कया! बध ु शकु र आपस म दो त ह और बध ु राहू भी आपस म दो त
इस लए अब द ु मनी का भाव कम होगा! बह ृ प त अब का बल- ए- उपाओ (बातदबीर)
होगा! शुकर क उ 25 साल दौलत का आराम होगा ले कन राहू का असर होने के कारण
ख़चा खड़ा रहे गा ले कन यह ख़चा पा रवा रक नेक काम के लए हुआ करता है ले कन
बचत नह ं हुआ करती! कंु डल म राहू ऊंच घर का हो तो बह ृ प त दो जहान का मा लक
होगा ले कन राहू अगर नीच घर का हो तो बह ृ प त द ु नयावी गु हुआ करता है !
बह
ृ प त खाना नंबर- 12 के समय सनीचर खाना नंबर- 9 म हो तो ऐसा यि त धन-
दौलत के लए अपनी नै तकता नह ं छोड़ेगा! अगर क़ मत रे खा कलाई से शु होकर
म यमा उं गल क पोर म जा नकले तो राज छोड़ फक र हो जाए या न यि त परू
तरह से यागी होगा ले कन गर बी के कारण फक र हुआ हर गज़ नह ं हुआ करता!
दमागी खाना नंबर- 12 राहू से मु तरका, राज़दार पूरा माया पर पेशाब क धार मारने
वाला अगर बह ृ प त के साथ चंदर व राहू भी ह तो चंदर चुप होगा अब ीय (माता व
औरत) का सुख कम होगा! और बह
ृ प त के साथ सनीचर व राहू ह तो बह
ृ प त चुप
होगा और मद का सख
ु ह का हुआ करता है !

सामु क ल ण

3 सीधे खत या 6 शंख, या 12 च कर (जब हाथ पर 6 उँ ग लयाँ ह )!


क मत रे खा क जड़ म राहू का नशान ( च - 2) हो!
म छ रे खा शक
ु र व चंदर के परबत के म य म और क मत रे खा म छ ल के मंह

म गर रह हो!

पीपल का हारा दर त, हवा, आम द ु नया, साँस पीतल


बह
ृ प त घर हो 12 बैठा, फल 9 का भी लेत े ह
पापी उसके घर ह बैठे, बध
ु , शक
ु र भी मरते ह
माया को वो मू समझे, होता म ानी है

राज छोड़ वैरागी होवे, होता साध ू यागी है

नाक का पानी खु क होने के दन से बह


ृ प त कायम हुआ जानना चा हए या नाक
खु क रखने से बहृ प त कायम रहे गा! माथे पर पीला तलक लगाना शुभ फल दे गा
ले कन गले म मनक क माला आ द डालना बह ृ प त के न ट होने क नशानी होगी!
सर पर चोट (बोद ) का कायम रहना या रखना बह
ृ प त को नेक करे गी! खाना नंबर-
12 का बह ृ प त एक ऐसा साध ू जो अपनी समा ध म होगा िजसको सताने से ाप और
सेवा से आशीवाद मला करता है अथात बह ृ प त- 12 वाले यि त को नाहक तंग न
करके उसका आशीवाद लेत े रहना चा हए! खयालात कसी हद तक धरम के खलाफ़ हुआ
करते ह ले कन इसका अथ यह नह ं क यि त नाि तक होगा बि क दखावे के धरम से
दरू रहने वाला हुआ करता है ! पता को 10.5 साल या यि त क 10.5 साल क उ
तक क ट हुआ करते ह ले कन ख़ुद यि त के लए बह ृ प त एक ऐसा वजीर िजसके
पास हर चीज़ का हल हो!

नेक हालत
गु पवन माया वाह सोना ब शे

मगर मद यागी जो दे खे न बरते

ख़दु क क़ मत के नेक असर नींव पजू ा- पाठ हुआ करती है ! यि त क छोट उ


(राहू का ज़माना) म पता यादा खच के कारण परे शान हुआ करता है ! ख़ुद यि त
धन- दौलत के लए नै तकता नह ं छोड़ने वाला होगा! खाना नंबर- 9 का असर साथ
शा मल हुआ करता है इस लए धन- दौलत क तरफ से कोई परे शानी नह !ं टे वे म
अगर बुध मंदा या केत ू बुरा हो तो बुरा असर इन ेह क चीज पर हो सकता है
ले कन पैसे के लए असर मंदा नह ं होगा! शकु र कंु डल म कैसा भी बैठा हो असर
नेक हुआ करता है ! ऐसा यि त अपना धन- दौलत िजतना यादा दसू र के लए
खच उतनी ह ख़द ु के धन म बरकत बढ़ती होगी! शा त स भाव और अपने- आप
म म त रहना धन- दौलत के लए उतम हुआ करता है ! यि त िजतना यादा
दयालू होगा उतना ह यादा सुखी होगा! नेक के काम और दस
ू र क मदद राहू
पी हाथी को सोने क ज़ंजीर म बांधे रखेगी िजससे रात को आराम बना रहे और
धन- दौलत भी खूब हो! यि त कभी गर बी का मारा हुआ साध ू नह ं हुआ करता!

यि त 11 साल क उ से एक वजीर क तरह होगा, खश


ु गुजरान व राज़दार का मा लक
और परू ा यागी हुआ करता है !

बह ृ प त- 12 के समय यि त क गैबी ताकत (दै वक शि त) बहुत कमाल क हुआ करती


है ! राहू का असर शा मल होने के कारण ख़चा बहुत यादा ले कन प रवार के नेक काम
पर हुआ करता है !

बह
ृ प त- 12 के सनीचर साथ हो या साथी ह बन रहा हो या खाना नंबर- 2 या 11 म
हो तो म छ रे खा का असर, सनीचर के कारोबार म लाभ ले कन यि त यागी तबीयत
होगा!
बह
ृ प त- 12 के समय यि त बद नय त, झठ ू गवाह , धोखा- फ़रे ब व एहं कार आ द से
बचकर रहे तो ऐसा यि त उतम गह ृ त का मा लक अपनी समा ध और परलोक के
खयालात क लहर या अपने साथी हि तय के भले क म ती म डूबा रहने वाला हुआ
करता है ! साथ लखे हुये उ के साल म फल बहुत नेक हुआ करते ह (1–9–11–19–31–42–
43–67–84–89–101–114) और शुकर अपना परू ा अरसा कम- से- कम 25 साल आराम दया
करता है !

बह ृ प त- 12 के समय सनीचर खाना नंबर- 9 म हो और राहू साथ या साथी ह हो


कयाफा: म छ रे खा शुकर के बज ु पर या बजु नंबर- 9 पर म छल का नशान और उध
रे खा उसके मंह
ु म गर रह हो या उ रे खा म छल के मंह ु म गर रह हो तो सनीचर के
काम मोटर- लार - मशीन आ द से म छ रे खा उतम और नेक फल हुआ करता है ! अब
सनीचर को राहू या केतू कसी तरह मल रहे ह तो फैसला सांस पर होगा या न दोन
नथुन से या फर दाय नथुने से सांस का जाना हो तो लंबे समय तक रहने वाल चीज या
कारोबार शु करने म फ़ायदा होगा और इसके उलट सांस य द बाएँ नथुने से आ जा रह
हो तो ऐसे समय म शु कया काम कोई नेक फल नह ं हुआ करता!

बह
ृ प त- 12 के समय राहू खाना नंबर- 6 (उं च) म हो तो बह
ृ प त दोन जहान का
मा लक होगा रात का आराम, औलाद के लए खचा और द ु मन से बचाव होता रहे गा!
यि त अपने अि तम समय म (मौत का व त) कोई क ट नह ं पाएगा!

बह
ृ प त- 12 के समय फैसला राहू क हालत पर होगा अगर राहू उ दा सा बत हो रहा हो
तो सोना, धन- दौलत सब क हालत उतम होगी और राहू अगर मंदा सा बत हो रहा हो तो
खदु का सोना भी पीतल होगा और हर तरह के दख
ु भोगने पढ़गे!

बह
ृ प त- 12 के समय धरम समा ध का फैसला केत ू क हालत पर होगा अगर केतू उं च
या उतम हालत का हो कयाफा: उँ ग लय क पो रय पर 6 संख ह तो यि त बड़ा अमीर,
औलाद वाला और समा ध का सुख उतम व नेक होगा!

मंद हालत

बह
ृ प त- 12 के समय कंु डल म बधु मंदा हो रहा हो कयाफा: हाथ क उँ ग लय पर 12
च कर ह (जब हाथ पर 6 उँ ग लयाँ ह ) तो ख़दु क उ ल बी हुआ करती है ले कन दसू र
के लए मंदा और मनहूस खासकर पता के लए!
बह
ृ प त- 12 म बैठा हुआ सोया हुआ हो या द ु मन ेह क ि ट आ द से पी ड़त हो तो
यि त अगर मंदे काम करने का आ द होगा तो मौत का बहाना या न जीवन म ृ य ु क
तरह होगा!

बह
ृ प त- 12 म बैठा मंदे ेह क जहर से मंदा हो चुका/रहा हो तो यि त कसी के
सामने मदद के लए हाथ फैलाए तो द ु कार और खाक मला करती है !

बह
ृ प त- 12 के समय खाना नंबर- 2–5–9–12 म पापी ह ( सवाए केतू खाना नंबर- 9–12
के) तो 42 साल क उ तक बहुत आस और उ मीद हुआ करती है ले कन हाथ नराशा ह
लगा करती है या न “फ़ोक उ मीद” ह गी!

बहृ प त- 12 के समय खाना नंबर- 2–8–9–10 खाल कयाफा: क़ मत रे खा म यमा क


जड़ पर चढ़ जाए तो राजधानी का फ़ायदा न उठा पाए, राज छोड़ फक र हो जाए! सोया
हुआ बहृ प त होगा!

बह ृ प त- 12 के समय कंु डल म राहू नीच हो (खाना नंबर- 9–12 म) कयाफा: बह ृ प त के


बजु पर 3 खड़े खत तो अ लम द होगा और ख़द ु क हुनरमंद पेश े म कोई फ़ायदा न दे गी!
यालात धरम के व (खासकर दखावे का धरम) हुआ करते ह और राहू फ़ज़ल ू के खच
खड़े ह रखा करता है ! पता को राहू क उ तक धन- दौलत क तरफ से परे शानी व क ट
हुआ करते ह!

बहृ प त- 12 म जड़ आ द कटने से, मंदे ेह के भाव म होने से मंदा हो रहा हो तो


जातक ख़द ु अपने लए भा यवान होगा ले कन औलाद क तरफ से कावट और परे शानी
हुआ करती है ! इसके ईलावा खेती क ज़मीन व चंदर से संबि धत कारोबार मंदे असर के
हुआ करते ह!

बह
ृ प त- 12 के समय कंु डल म बध
ु हर तरह से मंदा हो रहा हो तो केतू का 34 साल क
उ तक असर मंदा ह हुआ करता है !

उपाओ:

1. यि त हरदम गले म मनक क माला धारण करने का आ द हो!


2. गु - साध ू का अपमान करने का आ द!
3. पीपल आ द कटवा कर उनको गंद जगह फकने का आ द होगा!
4. माथे पर केसर या ह द का तलक लगाना चा हए!
5. नाक का पानी खश
ु क रखना चा हए!
Chapter 2
सरू ज
सरू ज सामा य या या

1. जब आकाश या खाल जगह म बह ृ प त (हवा) का असर हुआ या ज़माने क हवा म


इ सान घूमने फरने लगा तो उस म हलने- जुलने क ताक़त पैदा हुई और इसी
हरकत या हलने- जुलने से गम - आग या द ु नया म सूरज नकाल आया! नकलते
सूरज का रं ग सुख दे खा गया जो क मंगल का रं ग है और यह नज़ारा दन के नाम
से जाना गया! सूरज जैसे- जैसे आकाश म ऊंचा होता चला गया लाल घटती चल
गयी और हवा का ख सरू ज क तरफ को हुआ या न िजधर सरू ज होगा उधर ह
ज़माने क हवा का ख हुआ करता है या न िजसका सूरज बुल द होगा ज़माना क
मदद (शान- ओ- शौकत) उस यि त के पाँव पकड़ती होगी और उसम मंगल क
लाल शा मल होकर उसक शान को दोगुना करती होगी अथात यह बह ृ प त सूरज व
मंगल का मला जुला असर है जो हरे क यि त ज़माने म नाम और इ ज़त ब शता
है ! सरू ज के सामने चंदर एक भकार होगा िजसको सरू ज क रौशनी चा हए या सरू ज
से रोशनी लेकर ह चंदर चमक सकता है ! बह ृ प त अगर सब ेह का पता हुआ तो
सूरज द ु नया का पता है ! बुध क अ ल का गोल दायरा भी सूरज का अपना आकार
है ! या न सूरज नकला तो बह ृ प त, मंगल, चंदर और बुध सबके सब एक तरफ हो
गए और शुकर- राहू व सूरज का लड़का सनीचर- केत ू को साथ लए दस ू र तरफ हो
गए! सरू ज अपनी गोलाई के सबब से हरदम आगे को चलता मालम ू आया है और
कसी न उसको मुड़ते नह ं दे खा न ह रा ता बदला और न ह पीछे हटा! मंगल
दो त क लाल सूरज के आकाश म ऊंचा उठने के साथ- साथ सफेद म बदलती
गयी और सूरज म चमक आई िजस से वो द ु नया को रोशन करने लगा या न मंगल
अब सूरज और द ु नया क ज़मीन शुकर के म य म तनी हुई हालत म होगा! द ु नया
के दल या इंसानी दल चंदर न अपने अलग से खचड़ी पकानी शु कर द और
अपना घोड़ा (चंदर दल भी, घोड़ा भी और सफ़ेद रं ग भी है ) सूरज के रथ म जोड़
दया और ख़ुद सूरज के दल म जा बैठा या इंसानी दल अब सूरज के िज म म
बैठा हुआ है ! बह
ृ प त क हवा न परलोक से इस द ु नया का ख कया और
नकलते ह सूरज के हु म को पूरा करने के लए पीले रं ग के हवाई शेर को संह
रा श के मा लक सरू ज को णाम करने को भेजा जो खद ु मंगल क मेख रा श को
ऊंच करता/होता है 1 मंगल इस सूरज के शेर को खूनी लाल रं ग दे ता है जो सूरज क
करण क श ल म धरती क तरफ को आता है ले कन धरती जो क शुकर है अबला
और एक आँख वाल कानी औरत पर हमला नह ं करता बि क बह ृ प त और सूरज
पी शेर को इस अबला और कमजोर औरत क है सयत बतलाता है ! मंगल
नयाय न ठ (आ दल) है और नयाय का मा लक! बह ृ प त हवाई शेर रह म या न रहम
का दे वता जो कसी से द ु मनी नह ं करता! सूरज मुन सफ़ (उ च पदअ धकार राजा
क तरह) है िजसम रहम (बह ृ प त) और नयाय (मंगल) दोन ह शा मल ह! य क
सरू ज के ज़ा हरा ( दखाई दे ने वाले) गु से के अंद नी वजद
ू म शाि त (चं ) वाला
दल भी है जो यह सब हालत दे ख रहा है और फैसला हुआ क पाँव (ज़मीन) पड़ी
मासमू औरत पर मद का हाथ उठाना (मंगल का काम) और हमला करना शेर
(सूरज व बहृ प त) क बहादरु नह !ं बुध चुप- चाप यह सब दे खता हुआ अपनी
अ ल का दायरा खुला (वसीअ) करता है और मथुन रा श पैदा हो जाती है या मेख
एक(1) मंगल व सरू ज के साथ होने पर मथन
ु या मैथन
ु (3) या मद व औरत का
जोड़ा व बाहर अ ल म कामदे व क ताकत साथ मल बैठ !

बध
ु अब शक ु र को अपने घर म पालने लगा! दस
ू र तरफ सनीचर िजसने, शक
ु र या
औरत या ज़मीन को दे खने के लए अपनी एक आँख दे रखी थी, शुकर को समझाता है
क मेरे होते हुए आँख क नज़र एक मामूल कर शमा है और इसी सनीचर न अपने बाप
सूरज के खलाफ भी शुकर को सलाह द और औरत सनीचर के फरे ब म आ गई! आँख
बेशक सनीचर क है ले कन म ी शुकर क जो गऊ व बैल के प म भोल - भाल नज़र
आई ले कन इस आँख क चालाक न जो क सनीचर क करामात है , न सरू ज व बह ृ पत
के शेर को नीचा कर दया और नीच फल पैदा हुआ और शुकर क इस चालाक से
द ु नया म यभचार पैदा हुआ! जब मंगल के पेट पर ई या के कारण छु रयाँ चलने
लगीं तो वह मंगल बद हुआ और राहू बन गया और दमाग म नकल- ओ- हरकत हो
रह है ले कन मंगल के होते राहू क पेश नह ं चलती ले कन दल ह दल म बदले के
लए तड़पता रहा और जब मंगल न मंगल क क सरू त ल तो मद क कंु डल म औरत
और औरत क कंु डल म मद क मौत का कारण हुआ! कामदे व के कारण सूरज क
करण म कमी आई तो मंगल क सलाह पर फर ज़मीन पर वा पस आयीं ले कन कसी
को मार दे ने के लए नह ं बि क सबको रोशनी दे ने के लए ले कन अब ज़मीन कैसे
चमक सकती थी और सभी ेह को सनीचर क शैतानी का पता चला! अब बह ृ प त क
हवा हु म बजा ला रह है , मंगल अपने स भा वक नयम अनस ु ार गम नह ं छोड़ सकता
इस लए वह सूरज के हु म पर अपनी करण को इधर- उधर छोड़ रहा है ले कन म ी
(शक
ु र) का करण कुछ नह ं बगाड़ सकतीं, बह ृ प त क हवा न ज़ोर पकड़ा तो म ी के
कण इधर- उधर उड़ने लगे और शुकर के झगड़े के कारण सबक आंखो म पड़ने लगे और
यह कण या ज़र द ु नयादार के झगड़े ह और इन झगड़ से वह बच पाया िजसने
सनीचर क आँख से आँख (शक ु र को द हुई) नह ं मलाई! म ी इन ज़र के कारण हवा
भी खराब हुई और गम बढ़ने लगी और मैदान गम हुए ले कन ऊंचे- ऊंचे पहाड़ ठं डे रहे
और द ु नया म गम और सद दो ह से हुए! औरत क मु कराहट न द ु नया को झगड़
का और लड़ाई का मैदान बना डाला और सुख दख
ु क न दयां (रे खाएँ) हाथ पर दखाई
दे ने लगी या बहने लगीं! मंगल न नज़ारा दखाया तो चंदर न नज़ारा दे खा ले कन रे खाओं
के समंदर (चंदर का दस
ू रा नाम) न शां त न छोड़ी ले कन गम के पानी भी धीरे - धीरे
गम होने लगा ले कन खु क का तमाम मांड (या शक ु र क कुल ज़मीन जो क हथेल
पर एक बड़े मैदा या न बरआज़म के नाम से जाना गया) सूरज क गम से इस कदर तंग
हुआ क सारे का सारा उठ कर दौड़ता हुआ दखाई दे ने लगा या न बहृ प त क साफ हवा
एक गद - गब ु ार म बादल गई और इस गब ु ार न सरू ज क त पश को म म कया लेक न
सूरज का रथ कने क बजाए चलता ह रहा, सबने अपना आप खराब कया ले कन
सरू ज का कु छ नह ं बगाड़ सके इसी लए सरू ज के अपने अस (या उ म) शक
ु र का फल
नीच या खराब हुआ करता है !
आ ह ता- आ ह ता सूरज का रथ छपने लगा और सनीचर क काल रात का पहरा
होने लगा, करण ख़ म हु तो मंगल भी चला गया और मंगल क गैरहाज़र म राहू भी
आ नकला! अब सरू ज क चमक बह ृ प त क ठं डक के साथ चंदर के प म दखाई दे ने
लगी, त पश ख़ म हुई और ज़मीन को भी शां त मल और समंदर न भी अपने अंदर
समाई हुई गम को दर- ब- दर कर दया! राहू न रात ख़ म क तो फर से ठं डी हवा
चलने लगी और रात के बाद दन होने से पहले केतू नकल आया जैसे दन ख़ म होते
ह रात शु होने पहले केतू था और इसके साथ ह नए सूरज क आस भी जागने लगी!
राहू ह ते (स ताह) का आ खर और केत ू ह ते का आगाज इसी कारण दोन एक दस
ू रे से
सात हुए और केत ू के बाद फर से दब ु ारा ेह का वह दौर शु हुआ!

1. िजस तरह बना हवा के आग क गम दम घ टती है इसी तरह से बना बह


ृ प त के
सूरज का असर जला दे ने वाला होगा!
2. बह
ृ प त को शेर या संह माना गया है और संह रा श सूरज का अपना घर है या न
सरू ज संह रा श का मा लक है , इस लए बह ृ प त सरू ज के साथ मलता है तो रथ म
जुता हुआ शेर होगा! सबक क़ मत ल मी के नाम से मशहूर है और यह बह ृ पत
का दसू रा नाम है ! अब सूरज व बह
ृ प त का मेल हू- ब- हू शेर पर ल मी वार
होगी िजसम लोक व परलोक का सुख होगा!
3. सूरज छुपता ज़ र है ले कन आज तक या नह ं मालूम हुआ क कस घर म छुपता
है ! सूरज दखाई न दे ने का व त रात के नाम से जाना गया जो क सनीचर, राहू व
केतू वगैरह ेह क चाल का व त हुआ करता है या इस तरह समझा जाए क जहां
सूरज नह ं वहाँ अंधेरा होगा, जहां आग नह ं वहाँ ठं डक होगी! केत,ू सनीचर, राहू व
शक ु र सरू ज के असर म खराबी करते ह या न अपने खयालात क गंदगी, राहू क
बद नयती, सनीचर क इ क व मोह बत या म ी (औरत) क पूजा, शुकर से कान
का क चा होना (औरत का अवगुण) व केतू से पाँव क नक़ल व हरकत खराबी का
कारण हुआ करते ह और सब के सब सूरज के असर को बरबाद करने वाले हुआ
करते ह!
4. सरू ज के बगैर िजंदगी अंदेरे क िजंदगी होगी या क़ मत को हण और य द सरू ज
बह
ृ प त से न मल रहा हो या न सूरज रे खा व क़ मत रे खा आपस म न मल रह
ह तो जीवन क क़ मत चमक के बना होगी!
5. सरू ज से सीधी शाख शकु र म तपे दक पैदा करती है और दोन ेह क आपसी
द ु मनी का सबूत भी है !
6. सूरज क मदद न मलने से मंगल भी बद गना गया है , इस लए अगर चंदर से
कोई शाख मंगल बद से होती हुई सरू ज को नकल जाए तो नहायत बरु िजंदगी
हुआ करती है ! मंगल बद सबका द ु मन है इस लए रात और दन हर व त मुसीबत
होगी!
7. सूरज जब बुध को मदद दे ि ट से या साथ होने से तो ी (शुकर) को बुध क
मदद से सूरज क उतम ताकत मलेगी!
8. सूरज के बुज से रे खा चल कर दल रे खा तक होवे तो फल उतम ह गे य क सूरज
व चंदर आपस म दो त ह!

सरू ज रे खा कभी उँ ग लय पर नह ं हुआ करती सफ हथेल पर ह होगी!

9. सरू ज का सतारा चमकते हुए सरू ज क तरह है और सरू ज रे खा बादल के नीचे छुपा
हुआ सूरज है
10. सनीचर सूरज का द ु मन है ! सूरज इतवार या न ह ते का पहला दन और श नवार
ह ते का आ खर दन! दोन के म य का ह सा आधा हाथ होगा ले कन दोन ह
ेह को दो ह स म बाँटने वाल रे खा उध रे खा है !

सरू ज क लाल : नकलते सरू ज म जो लाल या लाल रं ग क झलक हुआ करती है वो


सूरज व मंगल इ ठे लए जाएंगे अथात शु उ या ख म से अ छा व उ दा हाल और
छुपते या डूबते सूरज क लाल का मतलब बुढ़ापे क उ या पछल अव था म मंगल व
सनीचर के इ ठे व उतम फल क हालत हुआ करती है !
सूरज नकलने का व त अथात पैदाइश का व त: ब चे का माँ के पेट म आने के दन
से ह सूरज का असर गना जा सकता है ले कन आमतौर पर सूरज का इस द ु नया म
ज़ा हर होने का व त और ब चे के पैदा होने का व त इस द ु नया क हवा म ज़ा हर होने
से लया जाता है ! इस तरह से कभी- कभी फलादे श के स बंध म 9 मह ने का फक पड़
जाया करता है और इसी कारण कुल ह अपनी ठहराइ हुयी उ के समय असर दे ने म
धोका करते ह, असर तो ज़ र हुआ करता है ले कन ठहराए हुये दन या समय म फक
पड़ जाता है ! इस बात क जांच इस लए भी ज़ र है क तमाम ह कब बा लग हुये
दे खना ज़ र होता है ! कंु डल का खाना नंबर- 9 सूरज क रोशनी ज़ा हर होने का असल
थान है ! इस बात को उधाहरण से समझने के लए “लाल- कताब के अरमान नंबर-
133” को समझना ज़ र है , और यह नीचे तत
ु है :

यो क सरू ज का नकलना खाना नंबर- 9 पर तय कया गया है इस लए इस


संशोधन के लए कंु डल म सूरज क ि तथी व खाना नंबर- 9 ह आधार ह गे!
सूरज के सवाय बाक के ेह को गनती म लया जाता है ! बात को समझने के
लए ऊपर द हुयी कंु ड लय को उधाहरण सव प लेत े ह! कंु डल नंबर- 1 म सरू ज
खाना नंबर- 9 से आगे के घर म है , अब सूरज को छोड़ कर खाना नंबर- 9 से
खाना नंबर- 12 तक के कुल ह लए जाएंगे और इस कंु डल म दो ह ह गनती
म आएंगे मश मंगल व बध ु , मंगल के अपने असर का समय 6 साल है और बध ु
का 2 साल अथात दोन ेह का कुल समय 8 साल हुआ इस बात से यह समझना
चा हए क ज म से लेकर 8 घ टे , 8 दन या 8 मह न पहले सरू ज अपना असर
दे ने लगेगा!
कंु डल नंबर- 2 म सूरज खाना नंबर- 2 म बैठा है और खाना नंबर- 2 व खाना
नंबर- 9 के दर मयान राहू, शक ु र, मंगल, बध ु , सनीचर, चंदर और केत ू ह अब इन
ेह के असर क उ मश 6 साल, 3साल, 6 साल, 2 साल, 6साल, 1 साल और
3 साल है और इसका कुल जोड़ 27 हुआ अथात सूरज का अपना असर 27 घ टे ,
27 दन या 27 मह ने बाद शु होगा!
वशेष: नीचे लखे नयम यान म रखना ज़ र है :

1. सूरज िजस घर म बैठा हो उससे आगे के घर को गनती म लया जाएगा!


2. सूरज अगर कसी घर म अकेला बैठा हो तो उसके आगे के घर म बैठे ह
लए जाएंगे सरू ज को छोड़ कर!
3. सरू ज के साथ बैठे ह गनती म आएंगे ले कन सरू ज नह !ं
4. सूरज अगर खाना नंबर- 9 से पहले बैठा हो तो असर ज म के बाद होगा और
य द सूरज खाना नंबर- 9 या उसके आगे बैठा हो तो असर ज म से पहले शु
हो जाया करता है !
सूरज अपनी रोशनी या िज म से दस
ू रे ेह क मदद कया करता है इसी लए
इसको रोशनी का कारक ह माना है !
1. सूरज के साथ बह
ृ प त का स बंध हानी हुआ करता है !
2. सूरज के साथ चंदर का स बंध आम शां त व ज ी जायदाद के लए होगा!
3. सूरज के साथ बुध का स बंध दमागी हुआ करता है ी का असर पूरा नेक
होगा!
4. सूरज के साथ सनीचर का स बंध बुढ़ापे क हालत बताता है !

सूरज के साथ शुकर का स बंध बेहद नक मा हुआ करता है ! अब सूरज क गम के


कारण शुकर जलता होगा या न ह ज़बरद त और बुत ह का! सूरज बुध इ ठे ह तो
सेहत उ दा हुआ करती है ! कंु डल म सूरज व सनीचर इ ठे होने के समय मंगल बद
या न खाल बध ु होगा और असर बेहद नक मा! कंु डल म सरू ज बल हो और सनीचर
कमजोर तो िज मानी सेहत कमजोर हुआ करती है !

सूरज के दो त ह और द ु मन ह

द ु मन सनीचर का सूरज का शुकर का बह


ृ प त का बध
ु का का केतू का मंगल बद राहू
पाट

दो त पाट सूरज का का बह
ृ प त का मंगल नेक का राहू का बध
ु का सनीचर का केतू
शुकर

इस ता लका से यह दे खा जाएगा क आ खर कौनसा ह होगा और दो ती व द ु मनी


क हालत म असर कस ह जैसा होगा!

सूरज
सब का पालन करता तप वी राजा, व ण ु भगवान जी
गरम शौक तेरा है बु नयाद उ न त

मगर बढ़ न जाए क हर शै हो जलती


पाप मंगल- बुध फैसला करता, हण होता ख़ुद पाप से हो
उतम र व हो िजस दम बैठा, भला चं बुध शुकर हो

त त केतू 6 मंगल बैठा, ऊंच र व ख़ुद होता हो


आग जल वाह 6–7 होता, दान मोती का दे ता हो

मदद म पर बाप से बढ़ता, नमक छोड़े ख़द


ु फलता हो
श ु साथी से केतू मरता, दान दये सब बचता हो

पांच- पहले घर 11 बैठा, श ु मदद पर होता हो


हण टे वे हो िजस दम आया, पाप व त तक मंदा हो

र व दे खे जब चं माई, त त बैठा न जब क हो
न फ़ उ जब चं होगी, लेख भला सब होता हो
बध
ु नज़र जब र व पर करता, दजा ि ट कोई हो
असर भला सब दो का होगा, सेहत माया या दमागी हो

र व ि ट श न पे करता, बुरा शुकर का होता हो

श न र व से पहले बैठा, नर ह ी उ दा हो

श न शक
ु र जब सरू ज दे ख, मौत भरे दख
ु होता हो
मकान बनाते रशतेदार के, माया ख़ म हो जाती हो

सूरज का बुज असर खाना नंबर- 1


सूरज अपनी उं च रा श का! द ु नया म मान- इ ज़त, धन- दौलत क हालत नेक,
राजदरबार से स बंध नेक ह गे! िज म व सेहत उ दा व आ खर उ तक शर र के तमाम
अंग कायम हुआ करते ह! यि त जायदाद वाला, सफर म लाभ ह गे और हानी ताकत
उतम हुआ करती है ! द ु नयावी िजंदगी म ईमानदार, ख़ुद स चा व स चाई पसंद होगा यह
नेक सरू ज क पहचान होगी! ऐसे यि त का रं ग न तो बहुत काला और न ह बहुत गोरा
हुआ करता बि क गंदम ु ी रं ग (जो क सूरज का अपना रं ग है ) का होगा! आमतौर पर पहल
संतान लड़का हुआ करती है और पता का सख
ु काफ समय तक होगा! यि त क
औलाद गनती क हुआ करती है , तबीयत से गुसैल और यि त अपनी आँख दे खी बात
पर यक न करने वाला न क कान सुनी बात पर! अगर हथेल पर दल रे खा हर तरह से
कायम हो तो शक ु र कभी मंदा फल नह ं दया करता!
नीच हालत: सूरज ख़ुद कभी नीच नह ं हुआ करता बि क साथ बैठे ेह को नीच कर
दया करता है ! शुकर के साथ हो तो यि त जनमुर द व च र ह न होगा, सनीचर के साथ
हो तो यि त एहसान फ़रामोश और झूठ का पत ु ला होगा, राहू के साथ होने पर दमागी
बीमा रय का डर हुआ करता है , य द हथेल पर क़ मत रे खा व सर रे खा न हो तो
यि त ख़द ु कुशी तक कर सकता है !
सरू ज न तो बहृ प त से कसी तरह क मदद क आस रखता है और न ह सनीचर से
कोई उ मीद या न ऐसे यि त को न तो बाप (बहृ प त) से कोई मदद क आस हुआ
करती और न ह बेटे (सनीचर) से कोई उ मीद, सख ु तांबे क हालत का य - य चोट
(ज़माने क ठोकर) खाएगा य - य बढ़ता चला जाएगा, ऐसा यि त िजतना दबेगा
उतना ह बुलंद होता चला जाएगा!

कंु डल म पाप (राहू, केतू व पापी सनीचर), मंगल व बध


ु के फल का नणय सरू ज क
कंु डल म पाप (राहू, केतू व पापी सनीचर), मंगल व बुध के फल का नणय सूरज क
हालत पर नभर करता है ले कन अगर राहू या केत ू सूरज के साथ ह तो सूरज ख़ुद
सत होगा!
जब कंु डल म सूरज कायम व नेक फल का सा बत हो जाए तो चंदर, बुध व शुकर भी
नेक असर ह गे!
केतू कंु डल के खाना नंबर- 1 के समय मंगल खाना नंबर- 6 म तो कंु डल म सरू ज
कह ं भी उं च फल का गना जाएगा!
सूरज खाना नंबर- 6 म हो तो ज़मीन तक जलाने वाला होगा और खाना नंबर- 7 म
बैठ कर पक हुयी फसल को या न यि त का राज धन बेकार होगा ले कन यि त परु ानी
र म को पालन करने वाला दानी तबीयत हुआ करता है !

दो त ह सूरज के साथ ह या साथी ह बन रहे ह तो यि त का तबा पता से बड़


कर हुआ करता है , ऐसे म सरू ज को कायम व नेक रखने के लए नमक खाने से परहे ज़
करना चा हए!

सूरज के द ु मन ह ह साथी बन रहे ह तो नर औलाद क कमी होगी या न केतू


बरबाद होगा, इस ज़हर से बचने के लए दान- पु य करते रहना चा हए!

सरू ज कंु डल खाना नंबर- 1–5–11 म से कसी एक म हो तो टे वा नाबा लग ेह का


नह ं हुआ करता, श ु ह भी सूरज क मदद पर ह गे!
य द टे वे म हण योग हो तो जो भी ह हण का कारण ह गे उन ेह क उ तक
सरू ज का फल मंदा हुआ करता है !
जब भी सूरज चंदर को दे ख रहा हो ( सवाए खाना नंबर- 1 म बैठा) तो चंदर का फल
चंदर क उ 6–12–24 साल ज म कंु डल के अनुसार और 6 या 12 मह ने वष कंु डल के
अनसु ार तो चंदर का फल सरू ज के आधीन होगा य क चंदर को रोशनी सरू ज दे ता है
और इसके बाद दोन ह ेह का अपना- अपना नेक फल होगा, सूखे कुएँ भी पानी से भर
जाएंगे या न धन- दौलत क कोई कमी नह ं होगी!
जब कंु डल म बध
ु सरू ज को दे ख रहा हो ि ट चाहे कोई भी हो (25%, 50% 100%)
तो धन, सेहत व अ ल स ब धी नेक फल ह गे!

कंु डल म सनीचर कसी भी तरह सूरज क ि ट म हो या सूरज के टकराव म तो


शुकर बरबाद होगा, औरत पे औरत मरे !
जब सनीचर व शक ु र कसी भी तरह सूरज को दे ख रहे ह तो जीवन दख
ु से भरा हुआ
करता है और यि त क मौत भी ददनाक ढं ग से हुआ करती है !

सामु क: सूरज का बुज हथेल पर अना मका उं गल क तीसर पोर के नीचे हुआ
करता है और हथेल पर खान क हदब द के नयम पर खाना नंबर- 1 माना गया है !
सामु क: सूरज का बुज हथेल पर अना मका उं गल क तीसर पोर के नीचे हुआ
करता है और हथेल पर खान क हदब द के नयम पर खाना नंबर- 1 माना गया है !
इस बजु (परबत) का अ छ तरह से वक सत होना और कसी द ु मन ह क नशानी
इस पर न होना सरू ज के नेक होने का पहला सबत
ू होगा! इसके ईलावा इस बज
ु पर
अना मका उं गल से नीचे क तरफ को नकलती हुयी सूरज क अपनी रे खा होगी!

य द सूरज रे खा चंदर रे खा ( दल रे खा) तक न पहुँच रह हो तो सूरज का असर


मामल
ू होगा!
य द यह रे खा दल रे खा तक हो तो दल क शां त व बुढ़ापा उ दा हुआ करता है !
य द सूरज रे खा आगे चलती हुयी सर रे खा से जा मले तो जवानी म क़ मत
जागने क नशानी है !
अगर सरू ज रे खा अपने बज
ु तक ह सी मत हो तो सरू ज खाना नंबर- 5 का फल
दे गा, अगर सूरज रे खा दल रे खा पर जा नकले तो सूरज खाना नंबर- 4 का फल
दे गा, अगर सूरज रे खा चंदर रे खा से आगे चलती हुयी सर रे खा पर जा नकले तो
सरू ज व बध
ु संयु त खाना नंबर- 7 म लए जाएंगे! य द सरू ज रे खा चंदर ( दल
रे खा) रे खा से आगे चलती हुयी सर रे खा को न छू रह हो तो सूरज खाना नंबर- 6
का फल दे गा, अगर सरू ज रे खा सर रे खा से आगे नकल जाए तो सरू ज खाना नंबर-
11 म लया जाएगा और बह ृ प त से स बंध गना जाएगा!
सूरज के बुज और बुध के बुज या न अना मका उं गल व क न का उं गल के म य
से कोई छोट सी रे खा नकल रह हो तो यि त गणी त हुआ करता है और य द
ऐसी रे खा अना मका और म यमा उँ ग लय के म य से नकल रह हो तो यि त
यो तष का जानकार हुआ करता है !
अगर कोई शाख सूरज रे खा से नकल कर बुध के बुज क तरफ जा रह हो तो
औरत अमीर खानदान से हुआ करती है ले कन इस रे खा को शाद रे खा से दरू होना
चा हए
अगर सूरज रे खा नीचे क तरफ से शाख़दार हो तो सूरज का बेहतर न असर होगा,
िजंदगी हर तरह से चमकदार होगी!
य द सूरज रे खा चंदर रे खा को छू कर दो शाखाइ श ल ले लेवे तो या न कोण क
श ल बन जाए तो मंगल बद का असर हुआ करता है !

चंदर रे खा या सर रे खा या उ रे खा पर वसग (…) या (:) का नशान हो (नीचे


चंदर रे खा या सर रे खा या उ रे खा पर वसग (…) या (:) का नशान हो (नीचे
च दे ख) तो आँख क खराबी क नशानी होगी यहाँ तक क यि त अंधा हो
सकता है ! अ धे होने क उ के लए हथेल पर उ के साल दे ख!

सूरज का सतारा:

1. सूरज के बुज पर ले कन बुध के बुज क तरफ को तो सूरज का फल हर तरह से


नेक होगा, यि त दौलतम द व राजदरबार से मान इ ज़त पाने वाला!
2. सफ सतारा हो या च कर के अंदर, च कर के अंदर का सतारा यादा नेक फल
हुआ करता है , खाल सतारा बना च कर के हो तो अपने लए फ़ायदे म द हुआ
करता है ले कन अगर च कर के साथ हो तो अपने से बड़े औहदे दार से मनमुटाव व
झगड़े करवाता है ले कन आ खर म फैसला यि त के प म हुआ करता है !
3. अगर यह सतारा सनीचर के बज
ु क तरफ को हो तो सरू ज व सनीचर आपस म
झगड़े पर ह गे और कानूनी झगड़ का फैसला यि त के हक म नह ं हुआ करता!
4. अगर सतारा पूरा न हो तो उ के िजस ह से म आमदन दे खनी हो कुल उ को
( यि त क उस समय क ) को 21 से भाग द और जो शेष बचे यह उसक मह ने
क आमदन होगी और यह उ 22 साल तक जार रहा करता है और सूरज के असर
के अनसु ार आमदन कम से कम 22 X 22 पय मह ना हुआ करती है !
5. सरू ज का सतारा िजतना यादा क न का उं गल क जड़ जो क या रा श है , क
तरफ हो या फर सूरज के बुज पर नीचे खाना नंबर- 6 क तरफ को होगा असर
उतना ह कम होगा य क खाना नंबर- 6 केत ू का और केत ू सूरज को म म करता
है !
6. सतारा हर तरह से कायम होने क हालत म सूरज मेख रा श म लया जाएगा जहां
वो उं च फल का होगा, यि त क उ 90 साल हुआ करती है और ऐसी हालत म
मौत भी अचानक ह हुआ करती है !

र व गु घर दो का इ ठा, असर मला दो जुदा ह है


गु पता गर र व का होवे, र व पता ख़ुद श न का है
ह संसार का गु जो मा लक, बुत द ु नया सब र व का है

साँस ाणी गु का होवे, ढांचा पर ख़ुद र व का है


गु अगर आसमान गना तो, र ता र व आसमान का है
हवा रोशनी मले जो रहते, आकाश बना बध
ु दो का है
गट द ु नया बुध जो होवे, ह ड बढ़ा आकाश का है

फटे रोशनी हवा से द ु नया, जुदा जुदा घर दो का है

ब चा हुआ घर र व है चमका, गु शरण उस होता है

र व बैठा जब 1–5–11, ह बा लग सब होता है


घर 1–5 जब र व हो बैठा, तलवारधार वो होता है

ख़ुद कभी न राशीफल का, ह सब ह को दबाता है

1–5 बैठे ह राशीफल के, श ु भी दो त बनता है

र व नीच न ख़ुद कभी होवे, असर साथी मंदा होता है

ह दो त अपना मरवावे, ख़द
ु ह जब वो मरता हो
श ु ह गर साथी ह , घर बैठक उड़ जाता है

कु डल मगर घर पहले ह , असर र व ख़ुद मंदा है

अंग िज म या आँख हो दा , हाथ सपाट भी होता है

बुध मंगल या पाप क हालत, फैसलाकुन र व होता है


सरू ज रोशनी मंगल करण, हण राहू- केतू होता है

बध
ु आकार तो तेज गु का, चमक चंदर र व दे ता है
र व, श न दो इ ठे बैठे, झगड़ा नह ं कभी करते ह

वजह कसी गर दोन झगड़, ह या शुकर क करते ह

सूरज का सनीचर से स बंध:

सरू ज बंदर तो सनीचर साँप, दोन क द ु मनी नहायत मंद ! दन म सरू ज का राज
तो सनीचर का साँप अपने बल म छुप कर रहना ह पसंद करता है इसी तरह सूरज
डूबा और रात शु हुई तो बंदर अपने छुपने क जगह पर जा बैठे! कु डल म एक,
दो, तीन क गनती क तरतीब से सरू ज बैठा हो सनीचर से पहले के घर म तो
सनीचर जो सूरज का लड़का गना है सूरज के फल म कोई बुरा और द ु मनाना
असर नह ं दे गा और सूरज का फल उ दा होगा! ले कन अगर सनीचर पहले घर म
और सरू ज बैठा हो बाद के घर म तो सनीचर अपनी का लख सरू ज म मलता होगा
और क मत पर ध बे लगाता रहे गा! ले कन इसका अशुभ असर चंदर, मंगल,
बह
ृ प त व बुध पर नह ं होगा!
अगर सूरज व सनीचर दोन इ ठे एक ह घर म बैठे ह तो बुध का खाल असर
पैदा होगा, मंगल बद होगा, िजसके नतीजे मंदे ह गे!
अगर सूरज जो क सनीचर का बाप है , के साथ दो त ह बैठे ह तो कु डल वाले
क हालत व है सयत अपने ख़ुद के बाप से उ दा होगी ले कन अगर सूरज के साथ
उसके द ु मन ह बैठे ह तो कु डल वाले यि त क औलाद का हाल मंदा होगा
और औलाद कु डल वाले के लए कसी काम क न होगी!
मंगल क लाल नकलते और छुपते सूरज के साथ हुआ करती है , जैसे- जैसे सूरज
क उ बढ़ती जाए या न सरू ज ऊपर उठता जाए (इंसानी उ का स बंध) मंगल क
लाल छपती जाती है और अलग से नज़र न आकर सूरज के अदं र ह छपी हुआ
करती है ! िजस कदर लाल और रोशनी क मलावट यादा होगी उसी तरह से सरू ज
उ दा व नेक असर बढ़ता होगा या न यि त को सूरज क तरह से च र और धरम
का पालक होने के साथ- साथ मंगल क तरह याय क पालना करने वाला भी होना
ज़ र है ! अब मंगल क लाल के बना जीवन म शान नह ं होगी और अगर सरू ज
साथ छोड़े तो मंगल नेक क बजाए बद होगा या न अब मंगल म सनीचर क बद
का असर मला हुआ होगा!
द ु मन ेह के ईलावा सरू ज का अपना मंदा असर बहुत ह छुपे और खु फया ढं ग से
या रात क नींद के समय होगा जब क सनीचर का असर दन दहाड़े सबके सामने
भरे बाज़ार म हुआ करता है अथात सनीचर जब इंसान को नंगा करने पर आयेगा
तो कोई रहम नाम क चीज़ न होगी!
सूरज का शुकर के साथ द ु मनाना है यो क शुकर म ी और सूरज के पास म ी
का कोई काम नह ं इस लए जब भी शुकर उभर पर आयेगा सूरज क आँख म म ी
पढ़ती होगी! चंदर म सरू ज क आधी रोशनी है य क चंदर सरू ज के दर का
भखार है और सूरज कसी भी मांगने वाले को कभी म ी नह ं दे गा और अगर
दे गा तो चाँद और सोना दे गा! यहाँ तक क भीख दे या न दे ले कन सनीचर क
तरह कसी को भी मौत नह ं दे गा! अगर ब शीश न भी दे वे तो सनीचर क तरह
नह ं होगा क फक र क झोल से सब कुछ नकाल ले या न सूरज जहां सखी
तबीयत और उ का रखवाला हुआ सनीचर इसके उलट लट ू ने वाल तबीयत का
मा लक और बेरहम मौत दे ने वाला!

सरू ज व केत ू का आपसी स बंध:


केतू ह शुकर का असर है , शुकर व केत ू दोन ह सूरज के द ु मन ह! अब केतू
क औरत या कंु डल वाले के लड़के क औरत खब ू मोटे शर र क होगी या न “ मज़ा
ह का सारं गी भार ” वाल बात! मंुह फाड़ कु ते क तरह भ कने वाल और लड़के का
गहृ त बरबाद करने वाल होगी और खुद लड़का कु डल वाले (बाप) क राजदरबार
क कमाई को बरबाद करने वाला होगा! कु ता सरू ज क तरफ मंह
ु करके रोएगा
य क कु ते को मौत के यम नज़र आ रहे ह गे और यह बुरे व त क नशानी का
सबत
ू होगा!

सूरज का द ु मन ेह से स बंध:

1. सूरज अपनी खुद क संह रा श खाना नंबर- 5 म द ु मन ेह म भी कु डल वाले


क जान क मदद करने क ताकत पैदा कर दया करता है , ले कन कु डल वाले क
औलाद को द ु मन ेह के असर से बचाने म असमथ होगा!
2. खद ु सूरज जब अपने द ु मन ह क रा श/प के घर म बैठा हो तो िजस भी घर म
होगा उस घर से संबि धत जानदार व बेजान चीज उसी तरह का मंदा असर दे गा जो
सरू ज पर होना था! य द सरू ज के साथ द ु मन ह के साथ- साथ सरू ज का मददगार
ह हो तो सूरज उस मददगार ह क चीज पर अपना मंदा असर दे गा या न अपनी
बला मददगार ह पर डाल दे गा!
3. जब द ु मन ह सरू ज से पहले घर म ह तो सरू ज द ु मन ह के बरु े असर से नह ं
बच सकेगा और मंदा असर खुद कु डल वाले पर होगा!
4. जब द ु मन ह बाद के घर म ह और सूरज पहले घर म तो द ु मन ह का मंदा
असर बाद के उस घर क कारक चीज पर होगा िजसम क द ु मन ह बैठा हो
ले कन कु डल वाले पर कोई बुरा असर नह ं हुआ करता! ेह से पहले व बाद के
घर का असूल यान म रखना ज़ र होगा!
5. जब कु डल के खाना नंबर- 1–5–11 म सूरज बैठा हो तो सभी ह बा लग गने
जाएंगे और कुल ह सरू ज क अपनी उ के बाद अपना- अपना खराब असर न
सफ सूरज म मलाते ह गे बि क िजस घर म बैठे ह उन घर क कारक चीज पर
भी मंदा असर दगे, सरू ज का ऐसा टकराव 45 साल (कुल ेह क इकठ उ ) तक
हो सकता है , इस लए व त से पहले ह बुरे ेह का उपाओ कर लेना चा हए यह
ज़ र भी है !

ह उ का कुल अरसा शु का ह म य का ह आ खर का ह

सरू ज 2 साल सरू ज चंदर मंगल


सूरज क अपनी उ के असर का समय 2 साल हुआ करता है ! इस कुल अरसे को
तीन ह स म बाँटने पर असर के लए पहले सरू ज का अपना असर होगा उसके
बाद चंदर का असर होगा और आ खर म मंगल का असर! कुल असर 24 मह ने है
तो हरे क ह को आठ- आठ मह ने का समय असर के लए दया जाएगा!

आम हालत 12 घर
सत जग
ु ी राजा घर पहले का, दाता सखी जब दो का हो
भ डार दौलत ख़ुद तीसरे होगा, जोड़ मरे घर 4 का जो

औलाद बढ़े गी हरदम 5 , फ़ दौलत न 6 का हो


प रवार कमी गो होती 7 , राजा तप वी आठ का हो

उ ल बी 9 बढ़ता कबीला, 10 सेहत ज़र उ दा हो

धरम परू ा घर- 11 उसका, रात सख


ु ी घर 12 हो

सूरज- द ु नयावी राजा टे वे वाले के अपने िज म और राजदरबार स ब ध


का असर

खाना असर
नंबर

1 खाना नंबर- 1 त त और सूरज अपने उं च के घर म, यि त नेक तबीयत और इ साफ


पस द होगा, हर कसी क सहायता करने वाला! “हाकमी गरम क और दकू ानदार नरम
क ” वाल तबीयत का हुआ तो फल नेक ह गे!

2 खाना नंबर- 2 मं दर या धमा थान या ऐसी यो त जो कसी मज़हब क गुलाम नह !ं


सूरज 2 के समय घर के प के ह बह ृ प त का असर शा मल लया जाएगा, यि त
सतजुग जमाने का इ सान धरम क पालना करने वाला! ख़द ु क क़ मत क बेशक कोई
शत नह ं ले कन अपने सा थय व प रवार को माला माल कर दे गा! यि त सखी और
दानी तबीयत होगा!

3 दो त मंगल के घर म मौत को रोकने वाले बहादरु शेर क तरह! ख़द ु भी ह वा परू खाने


व दसू र को ह वा परू खलाने का शौक न होगा (बधु का असर भी और उपाओ भी), झूठ
से परहे जगार और झूठे इ सान को सज़ा दे ने वाला! अब बध ु जो क रा शप त है क हर
चीज़ म तर क व बढ़ोतर होती होगी, ऐसे यि त को चा हए क दस ू र क पालना करे
वरना बरबाद का नज़ारा होगा!
4 सरू ज अपने दो त चंदर के घर म! उतम खानदान म पैदा होने क कोई शत नह ं ले कन
सरू ज इस घर म राजयोग कारक होगा! यि त अपनी मेहनत से खब ू धन- दौलत जमा
कया करता है ले कन उसको खच करने का हु म नह ं होगा! िजस तरह रे शम का क ड़ा
दस
ू र को रे शम दे कर जाता है ले कन उसका इ तेमाल नह ं कर सकता इसी तरह यि त
धन- दौलत सफ दस ू र के लए ह जमा करने वाला हुआ करता है ! ख़दु के ज म के
समय प रवार क धन क हालत चाहे कतनी भी मंद रह हो ले कन यि त अपनी
औलाद के लए खब ू धन- दौलत छोड़ कर जाया करता है ! यि त चाल- चलन का ढ ला
कभी नह ं हुआ करता! दान म मोती दे ने क आदत वाला यि त हुआ करता है ! यि त
अगर चल- चलन का ढ ला हुआ तो बेऔलाद हुआ करता है

5 सूरज अपने ह घर म यि त इंसानी शराफ़त व द ु नयावी मयादाओं का रखवाला होगा


िजसने अपने खानदान के नेक खनू को ह अपना आदश बना रखा हो! ज म से क़ मत
साथ लेकर पैदा हुआ इ सान, य - य उ बढ़ती जाएगी हालात नेक व उ दा होते चले
जाएंगे! िजतना यादा खच करने वाला यि त होगा औलाद उस से कई गुना यादा धन-
दौलत पैदा करने वाल हुआ करती है ! नेक व स चा इ सान हुआ करता है !

6 सूरज आग का गोला िजसने आसमान को गरम कया हुआ था अब खाना नंबर- 6 म


आया तो ज़मीन भी जलने लगी और ऐसी आग िजसक आंच रात को भी ठं डी नह ं हो
सक ! ऐसी आग से सफ वह बच सकेगा जो घर आए मेहमान क सेवा हो सके तो दध ू
से नह ं तो पानी से ज़ र करे (चंदर का उपाओ) ऐसा यि त अगर अ ढ़यल और िज ी
स भाव का हुआ तो हालात ऐसे ह गे क अपनी ह रयासत के जलने पर ठहाके लगाता
होगा! यि त बेऔलाद या बेवकूफ बलकुल नह ं होगा ले कन उसके यकायक कए काम
इस शत से कम ह बर हुआ करते है !

7 सूरज खाना नंबर- 7 अपनी नीच के घर म ज म से ह मंद भाग या न ज म के सामी


िजसको सूरज समझे वो सफ दम ु दार सतारा नकला! ऐसा यि त समझ से तो सभी
कम नेक समझ कर शु कया करता है ले कन नतीजा सफ शू य ह , ले कन अगर
हौसला करे गा तो सब कु छ जलने से आधा तो बचा ह लेगा या न इ सान को मेहनती
होना बहुत ज़ र होगा और जब िज़ मेदार समझी तो तो सुख क रोट नसीब होने लगी!
राजदरबार से भी मदद मल ले कन खेती पकने के समय अनाज के जलने क ब ू आने
लगी या न राजदरबार भी मंदा ह होगा!

8 खाना नंबर- 8 का सूरज मौत को मात दे ने वाला यहाँ तक क मौत के कर ब खड़े क


मौत भी खाना नंबर- 8 वाले यि त के सामने न होगी! ज म के साथ ह सब कुछ साथ
आया करता है , यि त का ज म चाहे कसी उजाड़ म हुआ हो ले कन फर भी गु क
है सयत का राजा होगा! ऐसे यि त को कसी तरह क मुसीबत का सामना नह ं करना
पढ़े गा जब तक वो सदच र रहे गा वरना अपनी मंद क मत का लेख खद
ु अपने हाथ
लखेगा! अगर यि त दानी होगा तो भंडार म अ न क कमी न होगी ले कन अगर खद

कसी के आगे हाथ फैलाये तो रख ह मला करती है !

9 खाना नंबर- 9 का सूरज अपने दो त बह ृ प त के घर, यि त अगर कसी को दआ ु दे गा


तो उसका भला ज़ र होगा, एक कामयाब हक म या डा टर हुआ करता है िजसके हाथ म
ऐसी करामात क बड़े- बड़े रोग मामूल दवाई से ठ क कर दे वे! अपने खन
ू के रशतेदार के
इलावा अपने सा थय क परव रश करने वाला हुआ करता है ! अपने वचन और ईमान का
प का हुआ करता है ! जो बीत गया उसको भल ू कर आगे क सोच रखने वाला बे फ़कर
यि त हुआ करता है !

10 सूरज खाना नंबर- 10 सनीचर या न अपने बेटे के घर म! यि त खद ु ईमान का प का


ले कन कोई दस ू रा इसक कदर नह ं करे गा! सूरज क असल और स ची आग को द ु नया
भूत- ेती आग समझ नजद क आने से भी डरती होगी! एहम का मारा हुआ झुकना पसंद
नह ं होगा ले कन टूटना पसंद! सनीचर के असर के कारण मंद आदत के कारण बरबाद
होगा या न उसी के साथ ह गे जो हम याला और हम नवाला होगा!

11 सरू ज अब बहृ प त के प के घर म ले कन सनीचर रा शप त होने के कारण यि त को


लालची तबीयत बनयेगा ले कन फर भी धरम क पालना करने वाला! नेक , स य व धरम
क पालना सूरज के नेक होने क बु नयाद होगी! अगर यि त गेहूं (सूरज) के साथ गोशत
(सनीचर) खाने का आ द होगा तो नर औलाद न होगी या बचेगी नह ं! खद ु यि त चाहे
कैसे भी प रवार म ज म लेवे ले कन नेक का फ र ता हुआ करता है !

12 खाना नंबर- 12 बह ृ प त क रा श ले कन राहू का प का घर, सूरज खाना नंबर- 12 के


समय यि त सख ु क नींद पाने वाला होगा और बे फ़कर तबीयत हुआ करता है ! धरम क
पालना ह नेक सरू ज क बु नयाद होगी ले कन कभी धरम क अवहे लना हुयी तो बदनाम
साधू क तरह होगा और दन के समय चोर से नक ु सान हुआ करता है इस मंदे असर से
बचने के लए साधू क सेवा व शुकर (गाय) क पालना नेक असर दे गी! यि त न तो
नधन होगा और न ह बेऔलाद!

सूरज क उतम हालत का असर

सूरज क रोशनी म गम क हालत का पता कंु डल म राहू व केतू क ि तथी पर नभर


होगा!

केतू खाना नंबर- 1 म या मंगल खाना नंबर- 6 म हो तो सरू ज हमेशा उं च फल का होगा


कंु डल म चाहे कसी भी घर म और कैसा भी बैठा हो!
सरू ज दे ख रहा हो चंदर को (खाना नंबर- 1 का सरू ज नह )ं तो चंदर अपनी आधी उ तक
(ज म कंु डल 6–12–24 साल और वष कंु डल 3–6–12 मह ने) सूरज के असर के नीचे दबा
हुआ होगा और इस उ के बाद दोन का अपना- अपना अलग- अलग असर होगा जो हर
हाल म नेक होगा, खब ू धन- दौलत आए!
य द चंदर दे खे सरू ज को तो चंदर क कोई मदद सरू ज को न दे गा बि क खद
ु चंदर का
असर ह कभी- कभी मंदा हुआ करता है !

सूरज क जड़ या न खाना नंबर- 5 म पापी ह और उसी समय शुकर क जड़ म या न


खाना नंबर- 2–7 म चंदर, राहू ह तो कंु डल वाले के पता क उ श क हुआ करती है !
िजस घर म शुकर बैठा हो उस घर संबि धत जानदार व बेजान चीज क हालत खराब हुआ
करती है !

बध ु कंु डल के खाना नंबर- 6 म और सरू ज कायम तो यि त कलम का धनी और


राजदरबार से कमाया हुआ धन खब ू बरकत दे गा, ईमानदार और नेकनीयती उतम फल
दे गी!

सूरज दे खे बध
ु को: य द 100% ि ट हो तो सूरज को मदद हुआ करती है औरत अमीर
खानदान से होगी,
य द 50% ि ट हो तो औरत क ताकत उतम होगी, औरत क क मत शीशे क तरह
चमकदार होगी, य द 25% ि ट हो तो यि त योगा यास का जानकार, ग णत श का
ाता और यो तष का जानकार हुआ करता है !

बध
ु दे खे सूरज ि ट चाहे कोई भी हो तो बध
ु का असर बहुत उतम होगा सेहत उ दा,
द ती- दमागी कारोबार नेक असर ह गे और औरत के लए भी शुभ!

सनीचर दे खे सरू ज को य द 25% ि ट से दे खे तो ग णत- शा मददगार होगा, य द


ि ट 50% हो तो मकान बनाने क कला का मा हर, य द 100% ि ट हो तो जादग ू र का
जानकार होगा!
य द सनीचर हो पहले घर म और सूरज बाद के घर म सूरज का असर हर तरह से खराब
होगा य क सनीचर अब सरू ज म अपनी याह मलाता होगा िजसके कारण िज मानी
कमजोर होगी ले कन चंदर (सद ), मंगल (लाल ) बह
ृ प त (हवा) व बध
ु (आकार) जो
सूरज के ज़ र ह से ह, पर कोई बरु ा असर नह ं होगा और न पैदा करदा क मत व खद ु
क कमाई पर भी कोई बरु ा असर नह ं होगा, न ह अब शुकर बरबाद होगा उपाओ के तौर
पर मकान के द ण क म (पव
ू को मंह
ु करके) म ी का कोरा बरतन पानी से भरकर
दबाएँ और उसका पानी 40/43 दन तक सख
ू ना नह ं चा हए!

सूरज दे खे सनीचर को या न सूरज हो पहले घर म और सनीचर बाद के घर म तो शुकर


बरबाद होगा औरत पे औरत मरे ले कन सूरज के लए कोई मंदा असर नह ं होगा बि क
िज मानी ताकत उ दा होगी!
(पहले और बाद के घर म ह ि तथी के लए ि ट का नयम ज़ र होगा)

सूरज को जब अपने दो त ेह (चंदर, मंगल, बह


ृ प त) क मदद हो या कंु डल वाला
नमक न खाने या बहुत कम खाने का आद हो तो यि त नेक व द ु नयावी ओहदे म
अपने बाप से ऊपर होगा!

ज म कंु डल के अनस
ु ार सूरज खाना नंबर- 1 या 5 या 11 म हो टे वा बाल ग ेह का
होगा जो ब चे के माँ के पेट म आने के दन से ह अपना असर शु कर दे गा! ऐसी हालत
म खाना नंबर- 1 का सरू ज अपने साथी ेह को (चाहे द ु मन ह या दो त) को मदद दे गा!
जब सूरज खाना नंबर- 5 या 11 म ज मकाल न या वषफल के अनस ु ार हो तो दस ू रे ह
सूरज को मदद दया करते ह चाहे द ु मन ह ह य न ह !

सूरज खदु अकेला नीच या मंदे घर म हो तो सूरज अपनी बजाए केतू को बरबाद करे गा
िजसके कारण नर औलाद कम उ या होगी नह ं या पता को औलाद का सुख नह ं मला
करता! बहुत गस ु ैल तबीयत होना बरबाद का कारण होगा और इसके लए दान व क याण
उतम उपाओ है ! सरू ज जब कभी कंु डल के खाना नंबर- 1 म हो या वषफल अनस ु ार आए
तो शुकर चाहे कसी भी घर का नीच होगा, ले कन सूरज खद ु के इक़बाल म द होगा! मंदे
असर से बचने के लए बध ु क पालना मददगार होगी!

कंु डल म हण योग हो (सूरज राहू=सूरज हण और चंदर केतू=चंदर हण) के व त


तमाम ेह क कुल उ (45साल तक) कोई नेक असर नह ं हुआ करता बि क मंदा असर
ह लया जाएगा!

खाना नंबर- 2, 6, 7, 8, 10, 11, 12 म अकेला बैठा हुआ सरू ज इन घर के मा लक ेह


से संबि धत जानदार व बेजान चीज पर कोई नेक असर नह ं दे गा ले कन इसका यह भी
मतलब नह ं क बरु ा असर ज़ र दे गा!
सूरज के द ु मन ह जब पहले घर म बैठे ह और ि ट के असूल पर सूरज से पहले घर
म ह तो सूरज का मंदा असर कंु डल वाले पर होगा ले कन अगर द ु मन ह बाद के घर
म ह तो मंदा असर कंु डल वाले पर न होकर ेह व घर क कारक व तुओं पर होगा!

सरू ज जब द ु मन ेह (शक
ु र, राहू, केतू, सनीचर) के साथ बैठा चाहे कंु डल के कसी भी
घर म संयु त ह जैसे सरू ज+शकु र, सरू ज+सनीचर, सरू ज+राहू, सरू ज+केतू आ द तो वषफल
के अनसु ार जब यह संयु त ह दब ु ारा उसी घर म आएइगे तो बैठे हुये घर से संबि धत
चीज पर मंदा असर होगा इसके इलावा यह ह 22 से 45 साल के बीच अपनी- अपनी
उ के अरसा म भी मंदा फल दगे, उधाहरण के लए मान सूरज व शुकर खाना नंबर- 5
म संयु त ह और जब वषफल अनस ु ार खाना नंबर- 5 तो अशुभ असर औरत या खद ु क
िज मानी िज द पर होगा! इस मंदे असर से बचने के लए बध ु पालना से द ु मन ह को
नेक कर लेना चा हए, अगर द ु मन ह के साथ सरू ज का कोई दो त ह (चंदर, मंगल,
बह
ृ प त) भी हो तो मंदा असर द ु मन ह पर न होकर दो त ह से संबि धत बैठे हुये
घर क कारक चीज पर हुआ करता है !

मंदे असर के लए उपाओ

1. अगर सूरज का खद ु का मंदा असर दस


ू रे ेह पर बरु ा हो रहा हो तो सूरज के दो त ेह
(चंदर- मंगल- बह
ृ प त) को नेक कर लेना चा हए!
2. सरू ज खाना नंबर- 6 या 7 म बैठा होने के समय आम मंद हालत म बधु का उपाओ नेक
असर दे गा, इसके इलावा ऐसी मंद हालत के व त या न सरू ज- 6 या 7 म होने के व त
चंदर न ट करना उतम उपाओ है (रात क आ खर रोट या खाना बनने के बाद चू हे को
दध
ू के छ ंटे से बझ
ु ाना चा हए) यह उपाओ 43 दन कम से कम होगा!

1. जब कोई ह सूरज के कारण न ट हो रहा हो या बरबाद हो रहा हो तो खद


ु सूरज का
उपाओ करना चा हए!
2. जब सरू ज कसी भी कारण कसी दस ू रे ह से न ट हो रहा या बरबाद हो रहा हो तो उस
न ट करने वाले ह को नेक कर लेना चा हए!
3. बेहद यादा गु सा करना व यादा नमक खाना भी सूरज को मंदा करता है इस लए इन
चीज से बचना चा हए!
4. नीले- काले, काले- काले या नीले- नीले कपड़ से परहे ज करना चा हए, यह रं ग सूरज के
द ु मन ह सनीचर व राहू के ह इस लए इनका इ ठा इ तेमाल सूरज को मंदा कया करता
है !

5. सनीचर क मंद चीज (शराब- शबाब- कबाब) से बचना बेहद ज़ र है वरना सूरज नहायत
5. सनीचर क मंद चीज (शराब- शबाब- कबाब) से बचना बेहद ज़ र है वरना सूरज नहायत
मंदा असर दे गा!
6. दान दे ना, जन- क याण के काम और बज ु ुग वारा था पत र म- ओ- रवाज़ को नय त
से नभाना सरू ज के फल को नेक करते ह!

सूरज के द ु मन (शुकर- राहू- केत-ू सनीचर) ेह के घर (मलक यत व प के घर) या न 2–6–7–8–


10–11–12 म अकेला बैठा सूरज उन घर से संबि धत चीज पर अपना नेक असर ब द कर दे गा!

िज म सूरज द ु मन संबि धत चीज़


का का ह क
ह सा द ु मन मलक यत
ह का घर

गुदा शुकर खाना ी धन, वाद, बचत खद ु क कमाई से, बेवा या माशूका औरत,
नंबर- 2 रशतेदार से- माता, भुआ, फूफ , मौसी! दस
ू र सब चीज़: आलू,
गाय- अ थान, घी, काफ़ूर, अबरक़ सफ़ेद, भौडी ( बना सींग) गाय!
शर र का ह सा: गुदा!

कमर केतू खाना औलाद व उसका सुख, माता- पता के र तेदार जो ज म से पहले
नंबर- 6 कायम थे, मामँू, नाना- नानी आ द, र तार, साहूकारा, चड़ा ( च ड़या
का नर) शर र का ह सा: कमर!

िज म शुकर खाना बाहर िज द, ी क खब ू सूरती िज द के कारण, शाद व गह


ृ त
क नंबर- 7 फल, चार - वार, सफ़ेद गाय, काँसी का बतन!
िज द
शर र का ह सा: िज द!

पड़
ु पड़ी सनीचर खाना जन मरु द , ब छू! शर र का ह सा: पड़
ु पड़ी (कनपट )!
नंबर- 8

पंजर, सनीचर खाना ज ी- वरासत, पता का सुख! नमक काला, तेल- लोहा, लकड़ी,
घट
ु ना नंबर- 10 नज़र व उ ! शर र के बाल, मकान रहायशी िजसम 3 साल से
यादा रहायश हो, मगर- म छ, साँप का घर, भस!
शर र का ह सा: घट
ु ना व अि थ- पंजर!

चूतड़ सनीचर

खाना ज म व त से कुल उ तक अपनी कमाई, खद


ु का बनाया या
खाना ज म व त से कुल उ तक अपनी कमाई, खद ु का बनाया या
नंबर- 11 खर दा मकान, औलाद क उ व गनती, पहल सरकार नौकर ,
नफ़सानी( वलास) क ताकत, राहू व केत ू के काम का फैसला!

शर र का ह सा: चत
ू ड़!

सर राहू खाना दौलत व गह


ृ त सुख, ह डी, नसल का खन
ू , दमागी हरकत, औरत
नंबर- 12 व मद क आपसी उ , खयालात, बदनामी, क चे कोयले व हाथी!

शर र का ह सा: खोपर ( सर क ह डी)!

सूरज खाना बर- 1


(सतयुगी राजा, हुकमरान)

हुई राख़ द ु नया है - दन रात जलती


सफ़ धरम बाक है - एहसान धरती

धरमी राजा खुद उ सद का- पाँच- पहले घर 11 जो

श न कौवा वाह नेक हो कतना- ह डी गंद यग डालता हो

दज
ू े - श न 11 बैठा- माया मरतबा बढ़ता हो

शुकर मगर जब 7 आया- उ छोट पता मरता हो

श न टे वे हो 8 जब बैठा- मुदा औरत पर मुदा हो

5 मंगल हो जब कभी आया- बेटा बेटे पर मरता हो


मतर मंदे खद
ु सरू ज मंदा- बध
ु मंदे आकार न हो
मला शुकर बुध टे वे बैठा- उ रज़क दरबार का हो
- - मेख रा श और र शप त ह मंगल जो क सूरज का दो त है ! खुद सूरज इस रा श
को ऊंच करता है ! सनीचर नीच करता है जो सूरज का द ु मन है ! सूरज खाना बर- 1 के
समय मंगल टे वे म नेक व कायम हो तो जातक दौलतमंद और जायदाद वाला होगा! हर
तरफ से उतम व नेक फल का मगर सनीचर क द ु मनी के अस म 15 साल तक
िज मानी क ट हुआ करते ह!
बैसाख का सूरज घर पहले म- राज, िज म, ह उ दा हो

(लाल कताब संसकण- 1942 फ़ह बर- 116)


- - खाना बर- 1 का सूरज अपनी ऊंच रा श म और मेख रा श या न खाना बर- 1
म सरू ज बैसाख के मह ने म हुआ करता है ! िज म का कारक ह होने के कारण
राजदरबार, िज म व सेहत के लए उतम!

ह त रे खा

शकु र और बधु के बरु ज को मलने वाल रे खा सरू ज क तर क रे खा या सेहत रे खा


के नाम से जानी जाती है !
सूरज के अपने बुज पर अना मका उं गल के नीचे सूरज का सतारा होना!
अना मका उं गल क जड़ से क दल रे खा क तरफ चलती हुई रे खा सूरज रे खा
है !

सूरज का बुज कंु डल का खाना बर- 1 है ले कन अगर हथेल पर सूरज का सतारा


अगर बधु के बज
ु क तरफ होगा तो सरू ज खाना बर- 1 का फल दे गा वरना सरू ज
खाना बर- 5 का फल दे गा!

बैसाख का सरू ज पहले घर म, राज िज म ह उ दा हो

तेज दे वे हर नधन को वो, पर- उपकार चव नी हो

मात, पता ख़द
ु उ हो ल बी, पर औलाद हो गनती क
आँख पर वो न चा करे गा, परवाह न हो सुनने क

चोट से वो हरदम बढ़ता, बेशक बहन न भाई हो


बहन=बध
ु भाई=मंगल

दन का व त, दायाँ ह सा या आँख
सनीचर का ¼ ह सा, बरु ा असर शा मल होगा! बाक एक बचने वाले मकान क है सयत का
राजा होगा! ल मी को वो ख़द
ु पैदा करे गा, मगर ख़द
ु ल मी का दलदादा न होगा! आफ़ताब
चमका तो या चमका, अगर वो ख़द ु अपनी ह पर भी न चमका या न पर- उपकार और सेवा
साधन के बगैर अब सूरज न फल होगा और कुछ न दे गा, अगर दे गा तो तो आग दे गा मगर
ख़ाक फर भी न दे गा! बहरहाल ग दे इ क और मंदे कामदे व से दरू होगा!
नेक हालत
- - टे वे वाला धरमाथ मकान आ द बनवाने वाला कुएं या ऐसी यव था करने का आ द
क मस ु ा फर आ द के लए ठहरने क जगह और पानी क ज रत परू होती रहे ! अपने
बुजुग वारा अपनाए हुये धरम के काम क र ा व पालना करने वाला होगा!
- - सूरज कायम हो तो बाप क सेवा कुल उ करता रहे ले कन अपने बेटे से अपने
लए कोई उ मीद न रखने वाला! खद
ु के बाप से दौलत बेशक न मले ले कन अपने बेटे
ज़ र दौलत दे कर जायेगा!

- - जो भी ऐसे जातक को बरबाद करने क सोचेगा खुद बरबाद हो जाएगा! जब दो त


ह साथ ह , साथी ह बन रहे ह तो धन दौलत खदु पैदा करे गा ले कन माया का गल
ु ाम
न होगा!

- - सूरज खाना बर- 1 के समय इसम एक चौथाई ह सा सनीचर का शा मल रे हता


है , अब सूरज कतना ऊंच व शि तशाल य न हो सनीचर अपने स भाव के अनुसार हर
अ छे काम म कावट डालेगा इस लए जातक को चा हए क अपनी कमाई का एक
चौथाई ह सा धरम करम के काम म लगाता रहे !

- - सूरज खाना बर- 1 के समय खाना बर- 2 म और सनीचर खाना बर- 11


म हो तो जातक उ च तर का भा यवान हुआ करता है !

- - य द सूरज खाना बर- 1 के समय शुकर और बुध संयु त ह , इसक नशानी


सेहत रे खा का कायम होना होगी, तो धन दौलत पूण व राजदरबार भी उ म होगा!
सरू ज खाना बर- 1 क मंद हालत

सूरज खाना बर- 1 के समय शुकर खाना बर- 7 म (वषफल म हो सकता है ) हो तो पता क
उ को खतरा हुआ करता है ! जातक क ी उस वष बख
ु ार से पी ड़त हो सकती है (तपे दक
आ द बख
ु ार) और मान सक रोग का शकार होगी खासकर जब जातक दन के व त संभोग
करने का आ द हो!

श न के मंदे काम (शराब, शबाब व कबाब) का आ द हो तो धन दौलत क बरबाद और गह


ृ त
जीवन बरबाद होगा!

य द जातक परोपकार व धरम क पालना न करे गा तो धन, दौलत, ी व संतान के सुख से


वं चत रहे गा!

य द वषफल के अनसु ार बध
ु खाना बर- 7 म आए और जातक सनीचर क मंद चीज के सेवन
का आ द हो तो ी व संतान सुख न के बराबर और ववेकह न होगा!

य द खाना बर- 7 खाल तो सरू ज सोया हुआ होगा ऐसे म 24 साल म क शाद शभ ु फल
दे गी ले कन अगर कारोबार शाद से पहले शु कया जाए तो 24 वां साल मंदा होगा!

सूरज- 1 के समय मंगल खाना बर- 5 म हो तो औलाद क हा न हुआ करती य क सूरज


और मंगल केतू से द ु मनी करते ह!

सूरज- 1 के समय सनीचर खाना बर- 8 म हो तो सूरज के टकराव म होगा तो ी सुख बहुत
ह कम होगा (औरत पे औरत मरे )

उपाओ:

ज ी मकान म हड प प 10 साल के बाद से नेक फल दे गा, ऐसे म माता पता को


चा हए जातक के ज म के समय ह घर म हड प प लगवा द!
जब सूरज के दो त ह मंदे हो रहे ह तो सभी ेहो का फल शू य होगा, जीवन
अंधेर रात और मंद आग से झुलसा हुआ होगा ऐसे म सभी दो त ेह को द ु त
करना चा हए!

सूरज खाना बर- 2


(सखी दाता- अपने बाजुओं का मा लक)
है खाना मुबारक- कमा खुद जो खाते
हुए म द सूरज- मु त दध
ू पीते
दजा सखावत राज हो ऊंचा- श ु वैर सब मरता हो
पता माता बध
ु पाप कबीला- भी घर को तारता हो
टे खद
ु बढ़ता- आठ र व मरता हो

पहले मंगल और 12- द ु खया आँस ू घर भरता हो

न ह औरत ज़ात हो बढ़ती- न गु परधान हो

याद इतनी हो ज र - छोड़ दे ना दान को

- - हथेल पर खाना बर- 2 तजनी उं गल के नीचे जो क बह ृ प त का बज ु है ! इस


बुज पर सूरज का नशान ठ क हालत म होने से जातक दौलतम द, मं दर, कुएं व मकान
आ द लोग क सहू लयत के लए बनवाने वाला होगा! बाप दादा क तरफ से चल आ
रह र म व र त रवाज क पालना करने वाला! अगर सरू ज का सतारा तजनी उं गल
क जड़ म हो तो जातक औरत का र सया होगा यो क सूरज और बह ृ प त आपस म
दो त है इस लए गंदा इ क न होगा! कंु डल म खाना बर- 2 बख ृ रा श और घर का
मा लक शुकर बैल है जो सूरज का द ु मन है ! ले कन असर म बह
ृ प त का बुज है जो
सूरज का दो त है या न रा शप त बेशक शुकर है ले कन मकान बह ृ प त का है , ऊंच
करता है जो सफ सरू ज का दो त ह नह ं बि क रोशनी भी सरू ज से ह लेता है ! सरू ज
और बह ृ प त का मला जुला असर होने के कारन इस घर को कोई ह नीच न कर
पाया! कसी कारन इस घर का सरू ज म म हो रहा हो या सरू ज का सतारा तजनी उं गल
क तीसर पोर , जो क मथुन रा श है राहू को ऊंच करती है , म जा घुसे तो जातक प का
आ शक होगा और राहू का बुरा असर शा मल होने के कारन 17 साल क उ तक
नक
ु सान पावे! अगर कंु डल म खाना बर- 2 का सरू ज हर तरह से नेक व कायम हो
और दो त ह भी ठ क ह तो फल नहायत नेक होगा!
जेठ मह ने सूरज दज
ू े- माया शेर सवार हो
(लाल कताब सं कण- 1942 फ़ह- 117)
जेठ मह ने म सरू ज बख
ृ रा श म हुआ करता है जो क क कंु डल का खाना बर- 2 है !
इस घर का सूरज बह ृ प त के परभाव म होगा धन दौलत व वार का सुख पूण होगा!
ह त रे खा
- - क मत रे खा से शाख नकल कर सरू ज के बज
ु या सरू ज रे खा को जा छुए या
- - सूरज रे खा से शाख या खुद सूरज रे खा बह
ृ प त के बुज पर जा नकले ले कन
सनीचर के बुज पर न हो!

जेठ मह ने सरू ज दज
ू े, माया शेर सवार हो

ै ोक का सुख सागर तो, उ का इ छाधार हो

ख़द
ु चमके सबको दमकावे, घर 6 वां भी बढ़ता हो
सखी होवे तो बढ़ता जावे, भ छया से वो गलता हो
झगड़े औरत ज़र ज़मीनाँ, बादल का अंधेरा हो

मंगल पहले, 12, आलसी, नधन, द ु खया हो

गंदम
ु !
िजस कदर इस क तै म पानी बढ़े , सरू ज का रथ और भी ऊंचा होकर चले! ले कन िजस कदर
इस क तरफ पानी बढ़े , वो कागज़ क तरह गलता जाए या अगर वो शुकर के झगड़ से दरू रहे
तो हरदम बढ़े , वरना आँधी के बादल से ख़द
ु अपने लए अंधेरा कर ले! मगर सवार और चौपाया
का सुख ज़ र होगा!

नेक हालत

कयाफा: सूरज व बह ृ प त साथ ह या साथी ह बन रहे ह (2, 8, 6, 12, 5, 9, 10) ले कन


सनीचर का कोई स बंध न हो, सूरज क उं गल अना मका सीधी हो, सूरज- 2 म कायम हो तो
मामू क हालत उ दा, लड़ कय के र तेदार के खानदान खश ु हाल, जातक क खद ु क उ जब
11 दन, 11मह ने या 11साल क होगी तो द ु मन क मौत या बरबाद होगी! बह ृ प त का अपना
असर न होगा बि क सूरज के साथ शा मल होगा! वार व चौपाया का सुख पणू होगा! िजस
कदर जातक दान पु य करने वाला उसी कदर कबीला तर क करे ! अपने बाजुओं व अपनी ताकत
पर परू ा भरोसा होगा!

माता- पता, बहन, बेट का कबीला, ससुराल खानदान खद


ु क औरत व नर औलाद आ द को
पालने व तार दे ने वाल शि सयत का मा लक होगा!
जब खाना बर- 6 म हो तो खद
ु सरू ज व दोन का फल उ दा होगा!

जब बध
ु खाना बर- 8 म हो (हो नह ं सकता) इस लए अना मका उं गल का सरा दे ख अगर
गोल हो या क न का उं गल अना मका क तरफ झुक रह हो तो जातक बहादरु व कारोबार क
अ छ समझ वाला होगा!

जब राहू खाना बर- 8 म और अना मका का सरा चौड़ा हो तो जातक हुनरम द होगा!

जब केतू खाना बर- 8 म और अना मका का सरा नोकदार हो तो जातक खद


ु स चा व स चाई
पस द होगा!

जब बध ु खाना बर- 9 म या अना मका बहुत छोट हो तो जातक बह पया और मशहूर पस द


होगा!

जब राहू खाना बर- 9 म और अना मका बहुत ल बी हो तो जातक च कार होगा!

जब केतू खाना बर- 9 म या बध


ु खाना बर- 10 म और अना मका ल बी हो या मंगल खाना
बर- 9 म और अना मका बहुत ल बी हो तो जातक शौक न खयालात और द ती (technical)
काम म मा हर होगा!

जब कंु डल का खाना बर- 8 खाल हो तो सूरज व खाना बर- 2 क जानदार व कारोबार


व तुओ ं का फल उ म होगा!

सूरज- 2 के समय सनीचर हो खाना बर- 10 म और म यमा अना मका से बहुत बड़ी हो
इ ज़त व अ ल का मा लक होगा!

सरू ज- 2 के समय सनीचर हो खाना बर- 11 म कभी तो बहुत खश


ु और कभी बहूत उदास हर
पल तबीयत बदलने वाला!
सरू ज- 2 क मंद हालत
न ह औरत ज़ात बढ़ती, न गु धान हो
याद इतनी हो ज र , छोड़ दे ना दान को

इस घर म अकेला बैठा हुआ सरू ज अपने द ु मन ह शक


ु र क व तओ
ु ं (औरत धन, बेवा या
माशक
ू ा औरत- आल,ू घी, अबरक़, सफेद काफ़ूर, बना सींग क गाए, राग, ज़ायका, माता, बआ ु ,
मासी, गुदा) पर अपना नेक असर ब द कर दे गा! ज़र, जो और ज़मीन के झगड़े खड़े करवाएगा!

घर म औरत क गनती िजसम खद ु क प नी, भाई क प नी और माता आ द कम होती


जाएंगी इस मंदे असर से बचने के लए तेल, बादाम, ना रयल (सनीचर क चीज़) धरम थान म
द!

जातक िजस कदर धन, औरत और ज़मीन आ द के झगड़ म उलझता जाएगा सरू ज उसी कदर
कमजोर होता जाएगा!

अगर खाना बर- 8 म हो और जातक दान म चं चीज़ लेने का आ द हो तो सूरज तबाह


का कारन होगा इस लए खदु मेहनत कर खाना चा हए!

मंगल- 1 व - 12 हो तो हर तरह से दख
ु ी, तीन ेह का फल अशुभ होगा!

मंगल- 8 और अना मका का सरा चौरस जातक लालची तबीयत होगा!


सरू ज खाना बर- 3
(दौलत का राजा, खद
ु कमा कर खाने वाला)
हुआ धोका क़ुदरत न क मत का डर था

बजा बगुल मंदा चलन जब तो बद था

बाप दादा- वाह गर बी- या पड़ोसी मर गए

उ ले कन पछल अपनी- माया ज़र न कम रहे


जहर मंगल न बद कोई चलती- न बरु ा बध
ु शक
ु र हो
माया खड़े दन चोर लुटती- हुवा बुरा जब हो

मंदा असर बुध टे वे पापी- केत ू माम ू घर मारता हो

उ ल बी औलाद हो अपनी- सोया सूरज वाह जागता हो

- - खाना नंबर- 3 का सरू ज मंगल नेक के बज ु पर, दोन ह दो त ह! सरू ज के बगैर


मंगल भी बद हुआ करता है ! दोन ह अपना अपना शुभ फल दगे ले कन सूरज यहा
यादा बल होगा! अगर टे वे म मंगल नेक हो तो मंगल भी उ म फल का होगा! सूरज
का सतारा मंगल नेक के बज ु पर उतम फल दे गा ले कन यह सतारा अगर मंगल बद
पर हो तो यि त को बेरहम और बदचलन बना दे गा! अगर यह सतारा हथेल के अंदर
क तरफ हो तो यि त क मौत लड़ाई के मैदान पर होगी!

- - खाना नंबर- 3 मथन ु रा श और रा शप त बध ु जो सरू ज क मौजद ू गी म चपु रे हता


है ! राहू इस घर को उं च और केत ू नीच करता है ! राहू सूरज को हण लगा कर इसक
ताकत को कम करता है ! केत ू सरू ज को म म करता है ले कन राहू का साथी है इस लए
नीच केत ू का फल मामू पर होगा! सूरज इस घर म जातक को ग णत व यो तष का
मा हर बनाता है ! खाना नंबर- 3 ाकम और भाइय का भी है सूरज इस घर म होते अगर
मंगल भी नेक हो तो जातक भाइय व भाइय क औलाद या न भतीजो क तरफ से भी
हर तरह से सुखी होगा! मंगल नेक होने पर जातक को साफ दल और हर कसी के त
हमदद व इ साफपस द बनाता है !

असाढ़ मह ने सूरज तीजे- मंगल बुध बलकार हो


(लाल कताब संसकण 1942 फ़ह नंबर- 118)

- - वकम संवत के अनुसार तीसरा म हना असाढ़ का माना गया है और असाढ़ के


मह ने म ज म हो तो सरू ज खाना नंबर- 3 म होगा! मंगल का प का घर और बध

रा शप त अब सूरज इन दोन ेह के फल को भी नेक कर दे गा!
ह त रे खा
- - सूरज रे खा या सूरज के बुज से शाख नकल कर मंगल नेक के बुज पर जाती हुयी
या

मंगल नेक के बज
ु पर सरू ज का नशान ( सरू ज का सतारा) हो!

असाढ़ मह ने सूरज तीजे, मंगल बध


ु बलकार हो
से गर धरती घम
ू े, फर भी त त हज़ार हो
बध
ु मंदा तो मामँू मंद, मंदा राहू केतू हो
पर मंदा न इ म यो तष, या क इ म रयाजी हो
मंगल भी गर मंदा होवे, मंदा शक
ु र कभी न हो
मंगल बद, मंगल क भी होवे, फर भी डरके चलता हो

ज़मीन जब
ु ंद बजब
ु ंद, पर न जब
ु ंद मेहरो मंगल
गर बजुबंद, माह बजुबंद, पर न जुबंद बध
ु का जंगल

दन क औलाद, भतीजे!
अब का फल र ी न होगा, माता क उ ल बी होगी वाह न ट हो! बाप दादा बेशक
गर ब ह , पड़ोसी मरे यह भी मम
ु कन है ले कन जातक खद
ु अपनी आ खर उ और आ खर
व त म नधन न होगा और होगा तो खद ु अपनी बदचलनी व मंदे काम से बरबाद होगा, मगर
फर भी गर दशे ज़माना व अ ल के धोके और फरे ब से कभी आजूदा हाल न होगा!

नेक हालत
- - सरू ज- 3 के समय य द टे वे म मंगल नेक हो तो जातक क मत का धनी होगा! खद

कमा कर खाने वाला दौलतम द होगा!
- - टे वे म न तो का फल मंदा होगा बशत खुद बहुत मंदा न हो रहा हो और
न ह मंगल बद होगा! बि क बध
ु व शकु र का फल भी मंदा न होगा! खद ु अपनी और
औलाद क उ ल बी होगी! न तो क मत धोका दे गी न ह अ ल साथ छोड़ेगी!

- - दमागी कारोबार से बुध का असर भी नेक होगा! ऐसे जातक को ग णत व यो तष


के कारोबार से लाभ होगा! चोर के माल से दरू रहना और नेक चाल चलन क मत क
बु नयाद सा बत ह गे!
- - टे वे म भी उतम ि तथी म हो तो बुढ़ापे तक या आ खर उ तक पैसे क
तंगी न होगी! क जानदार व तओ ु ं का सखु जीवन भर रहे गा और से संबि धत
चीज के कारोबार म लाभ होगा!
- - बुध सूरज के साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो खाना बर- 3 से संबि धत
सरू ज क जानदार व बेजान चीज़ ( दन म ज मे भतीजे) कभी मंदा असर न दगे ले कन
बुध से संबि धत जानदार व बेजान चीज से लाभ क कोई शत नह !ं य द सपाट हथेल
हो या न उँ ग लयो क गांठ मोट मोट ह तो बध
ु भी नेक फल दे गा!
मंद हालत

य द मंदा हो रहा हो तो दन के समय चोर हो जाया करती है !

य द खाना बर- 9 मंदा हो रहा हो तो बाप दादा नधन ह गे!

य द खाना बर- 11 मंदा हो तो पड़ोसी बरबाद हुआ करते ह!

य द बध
ु या पापी ह मंदे ह तो मामू पर अशुभ असर होगा!

खा ना बर- 3 का सरू ज तभी मंदा असर दे गा य द जातक का चाल चलन मंदा होगा, जातक
झठ
ू बोलने का आद होगा ले कन क मत या कुदरत क तरफ से असर मंदा कभी नह ं होगा!
सरू ज खाना बर- 4
(दस
ू र के लए जोड़ जोड़ कर मरे , ब च का दफ़ ना)
तमा माया म य तू छोड़ा बसेरा

करोड़ प त नाम लेवा जो तेरा

मंगल हालत प रवार कबीला- च मा रज़क गु घर

क ड़ा रे शम ज़र दौलत दे ता- बध
ु श न दोन के घर
माया लालच या शम से अपनी- शकम हरामी भरता हो

आग लगी न लंका बुझती- गांठ काटे धन हरता जो

पाँच चौथे घर मोती- योपार उतम बुध 10 का हो

म द पापी औलाद हो मंद - नहोराता श न घर सात का हो

म द राहू- श न त त पर बैठा- असर सरू ज कुल मंदा हो

चोर गु 10 मंगल काना- ईजाद मौजद खद


ु होता हो
तखत माता 5 शुकर बैठा- सात श न खुद ऊंच का हो

तुखम बद कसी काम न आता- नामद औरत या हजड़ा हो


10 म 5 श ु बैठे- मोती वाह 5 का हो

र व मले कुल नि ट ह गे- उपाओ भला खद


ु मंगल हो
- - के बज ु पर सरू ज का असर उतम व बल होगा य क दोन ह आपस म
दो त ह! का असर भी उतम होगा ले कन सूरज यादा बल दखाई दे गा! राजदरबार
म मान व इ ज़त पावे! अगर सरू ज का नशान या रे खा के बज
ु के ऊपर ह से तक
हो तो जाद ू टोने का जानकार होगा!
- - कक रा श और रा शप त जो इस घर का मा लक भी है ! जो सूरज का
दो त होने के साथ साथ भखार भी है य क रोशनी सरू ज से लेता है ! यह खाना
मंगल को नीच और बह ृ प त को ऊंच करता है , दोन ह ह सूरज के दो त या न सब के
सब ( , सूरज, मंगल, बह ृ प त) दो त! इस लए से नकल सूरज क तरफ जाती
हुयी कुल रे खाएँ सीप म मोती पैदा करगी अथात फल नहायत नेक व शुभ होगा! ले कन
अगर से नकलने वाल रे खाएँ मंगल बद म होकर नकल तो 15 साल क उ तक
पैसे क तरफ से तंगी बनी रहे !
सावन सूरज चौथे गनते- मींह पानी का घर
(लाल कताब संसकण 1942 फ़ह बर- 118)

- - ावण के मह ने का सूरज के चौथे घर म होगा और बा रश के मौसम का


सरू ज! दायीं आँख का डेला और भआ ु का लड़का इस घर से दे खा जाएगा!
ह त रे खा
- - सूरज रे खा से कोई शाख या सूरज के बुज से कोई शाख के बुज पर जा नकले
या

के बुज सूरज का सतारा ( सूरज का सतारा) हो या सूरज रे खा दल रे खा पर


ख म हो रह हो!

सावन सूरज चौथे गनते, मींह पानी का गर

पानी बरसे पबत, जंगल, बध


ु श न दोन के घर
10 घर का नीच बह
ृ प त, र व से सोना करता है
श न का गर वहाँ पहरा होवे, हर दो चू हे धरता है
र व मगर खद
ु जला जलाया, मदद क पाता है

श न न ह जो प थर फंू के, लाल र व कर दे ता है


मंगल राजा घर 10 का, श न नज़र का मा लक है

मंगल खद
ु अब आँख दे अपनी, र व गो बल करता है
श न अगर हो 7 बैठा, हजड़ा बज़
ु दल होता है
नहोराता या आधा अंधा, टे वा ऐसा होता है

दा आँख का डेला, भूआ का लड़का भाई!


ईजाद का मूजब और फायदा ब यार का मा लक होगा! समंद
ु र क सीप म मोती पैदा करे गा और
अगर सीप म क ड़ा भी पड़ जाए तो भी क मत दे कर जाएगा! रे शम का क ड़ा अगर खदु तबाह
भी हो जावे तो फर भी बाक रे शम ह छोड़ कर जाएगा, या न अगर ख़द
ु बल
ु द इक़बाल न हो
तो अपने पैरोकार या पीछे रह जाने वाल को ज़ र बल
ु द ह करके जाएगा!

नेक हालत
- - सरू ज बर- 4 वाला जातक प रवार का पालनहार हुआ करता है ! खदु तो सार िजंदगी
मामूल खाना खा कर गुज़ारा करने क सोच वाला ले कन आने वाल पीड़ी के लए धन
दौलत जोड़ता जाए! उसक औलाद धनी मानी होगी ले कन खद
ु यि त सादा जीवन
यतीत करने वाला और नेक दल होगा! अ लमंद और

हुकूमत का मा लक!! टे वे म क ि तथी उतम होने पर धन क बा रश सनीचर व


बध
ु के बैठा होने वाले घर म करे गा! जैसा टे वे म और बह
ृ प त ह गे वैसी ह धन
क ि तथी होगी! जैसा टे वे म मंगल वैसी ह प रवार व कबीले क ि तथी होगी!
- - खाना बर- 4 या 5 म हो तो के बुज पर सूरज का नशान होगा और
ऐसा यि त नयी नयी खोज से धन दौलत इ कठा करता है !
- - बध
ु खाना बर- 10 म हो तो यि त राजदरबार सफर से दौलत पैदा करे गा, टे वे
म मंगल नेक व कायम हो तो यि त सहनशील तबीयत व नम दल इंसान होगा!

- - सूरज खाना बर- 4 के समय य द बह ृ प त खाना बर- 10 म भी तो भी नीच


फल न दे गा य क सरू ज अपनी ि ट से उसको चमकाता चला जाएगा!

- - जब टे वे म बह
ृ प त खाना बर- 4 और भी उ दा हो, नशानी होगी के
बुज पर बह ृ प त का सीधा खत या ऐसी रे खा िजसका ख सूरज के बुज क तरफ हो या
बधु के बज
ु क तरफ हो ले कन मंगल बद के रा ते से हटकर तो जातक ऐसा उतम व
नया काम करे गा जो उसके बुजुग न भी न कया हो, समंदर के सफर म धन लाभ हो
और जौहर के कारोबार म धन कमाए!

- - शकु र और साथी ह बन रहे ह तो अपने माता पता से उतम सं कार लेकर


पैदा हुआ जातक होगा!
- - बध
ु साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो योपार के लए कए गए सफर म धन
दौलत का फाइदा हुआ करता है !

मंद हालत

जब टे वे म पापी ह मंदे ह तो औलाद मंद होगी!

चोर व हे राफेर क आदत, मंदे शौक और खद ु गरजी के वश लोग क जेब काटना, ऐसी आदत
होने पर खदु क बरबाद के सवा कुछ न होगा! ऐसी बरबाद होगी क आ खर व त अपने
करम के कारन हुयी बरबाद पर दो आँसू बहाने का समय न मलेगा!
माया का लालच इतना यादा क पेट भरने के लए धन ह ढूंड े तो जीवन नक क आग म
जलता हुआ होगा!

सनीचर खाना बर- 7 म हो तो नहोराते ेह का टे वा होगा!

जब मंगल खाना बर- 10 म हो तो एक आँख से काना होगा या मंगल का हाल श क होगा!

टे वे म राहू मंदा हो रहा हो, सनीचर खाना बर- 1 म हो सूरज का फल नहायत मंदा होगा ऐसे
म ससुराल से राहू क चीज़ लेना बजल क तरह तबाह लाएँगी!

बहृ प त खाना बर- 10 म हो और सनीचर खाना बर- 1 म हो तो सोने क चोर होने का डर


हुआ करता है , आगजनी से नक
ु सान होने का डर होगा!

सरू ज खाना बर- 4 के व त टे वे म हो खाना बर- 1 या 2 म, शक


ु र खाना बर- 5 म
और सनीचर हो खाना बर- 7 म तो औरत बांझ व मद हजड़ा (नामद) होगा! न दमागी अ ल
और न ह गांठ म पैसे!

- बह
ृ प त या बध
ु , सूरज के बलमुका बल ह ,
1। …राहू, केतू 2.बह
ृ प त……शक
ु र, बध
ु 3।बध
ु … और उसी व त शक
ु र या पापी खाना
बर- 4 म या 2, 5, 9, 12 म या 3, 6 म ह तो कुल ेह ( सवाय मंगल के) का फल नक मा
होगा, ऐसी हालत म अपने ज ी मकान म अ ध खाना खलाना इस मंदे ज़हर से बचा सकेगा

टे वे म उ दा और बह ृ प त खाना बर- 4 म ले कन मंगल बद हो तो नशानी होगी


के बज ु से रे खा खाना बर- 8 से होती हुयी बध
ु के बज
ु को जा नकले तो शाद व औलाद मे
गड़बड़ और हर तरह से हालात मंदे ह गे!

वशेष: (चोर गु 10 मंगल काना) या न 10 घर म बैठे बह


ृ प त का वभाव फल दे ने के लए
श क होगा और मंगल भी अपने फल के त नेक न होकर श क होगा
सरू ज खाना बर- 5
(प रवार उ न त का मा लक, बु ज़(क ना) भरा)
प र दा मुग बाल ब चे जो पाले

पड़ा सोया कस बजर लंगर तू डाले

आईना ए दल न जब तक- बुगज़ से चूर हो

लपट हुई न आरज़ू- कोई कफन म हो


ह पांच से अपने घर का- या पापी 9–11 जो

सूरज क वह ह गे जा- हं स हुमा भी तारता हो

बेटे जनम से हरदम फलता- कदर बेशक न करता हो

पाँच पहले घर श ु तरता- राज सभा र व भरता हो

औरत मरती गु 10 बैठे- लड़के श न 3 मारता हो

गु र व जड़ श ु कटते- औलाद भला न होता हो

- - संह रा श र शप त सूरज खुद, सूरज का अपना घर ले कन असर के लए बह ृ पत


का प का घर! सूरज और बह ृ प त दोन ह नर ह और दो त इस लए दो ताकतवर
अ त उतम फल दगे! इस घर को कोई ह नीच नह ं करता! सरू ज अगर कायम हो फल
नहायत उतम व राजदरबार से स बंध नेक ह गे! अगर सूरज रे खा खुद या कोई शाख
सनीचर के बजु को जा नकले तो 9 साल क उ तक खौफ व डर बना रहे गा यह
सनीचर क द ु मनी का नतीजा होगा! अगर सूरज नेक और कायम हो तो बुढ़ापा उ दा
और औलाद का सुख पूण होगा!

भाद सरू ज 5 घर का- तेज त पश का प का हो


(लाल कताब 1942, फ़ह बर- 119)

- - वकम संव त के अनुसार भाद के मह ने सूरज संह रा श म नवास करता है !


संह रा श का वामी
खदु सरू ज है तेज या न जातक क चमक परू े कबीले म होगी ले कन जातक गु से का
भरा हुआ होगा! सूरज घर का और हफल का होगा! क मत को जगाने वाला! आमतौर
पर अकेला लड़का हुआ करता है ! लाल मंहु वाला ब दर और पोता कारक ाणी ह!
ह त रे खा

सूरज रे खा सीधी सूरज के बुज पर (क) हो और सूरज के अपने प के घर म ह


मालमू हो और सरू ज का बजु भी कायम और द ु त हो! सरू ज ह व िज म का
सूरज रे खा सीधी सूरज के बुज पर (क) हो और सूरज के अपने प के घर म ह
मालमू हो और सरू ज का बजु भी कायम और द ु त हो! सरू ज ह व िज म का
मा लक होने के कारन इस रे खा को सेहत रे खा का नाम दया गया है !

सेहत रे खा या सूरज क तर क रे खा (ख) हथेल म सनीचर के है ड वाटर से ऊपर


सूरज के बुज क तरफ या बुध के बुज क तरफ हुआ करती है या न सूरज का
असर बुध को पहुंचाने जाती है !
इस रे खा का हथेल पर न होना कोई बुरा असर पैदा नह ं करती इसके उलट उ दा
सेहत क नशानी होगी!
अगर यह रे खा हथेल पर हो तो इसका साफ सथ
ु रा व कायम होना नहायत नेक
होता है , अगर सर रे खा या दल रे खा कह ं पर टूट फूट भी हो तो ऐसी सेहत रे खा
इस टूट फूट के अशुभ असर से बचा लया करती है !
सेहत रे खा बुध, व मंगल बद को हथेल से अलग करती है ! िजस जगह सेहत
रे खा उ रे खा से जा कर मलती है वह थान सेहत का आ खर या उ रे खा के
ख म होने का व त है या न जीवन के अ त और मौत का थान है !

भाद सूरज 5 घर का, तेज त पश का प का हो

राजा पर- उपकार होवे, साध,ू अ प न आय ु हो


भे ड़या, बकर , अि न, पानी, सब को इक जा रखता हो
लड़के इसके शेर ह अपने, और बढ़
ु ापा उ दा हो
गु अगर हो 10 बैठा, औरत इसक मरती हो
श न अगर घर तीजे होवे, औलाद भी द ु खया हो

ह पाँच से अपने घर का, या पापी ह 9 जो


सरू ज क वो ह गे जा, हं स, हुमा भी तारता हो

क मत को जगाने वाला, इकलौता लड़का, लाल मंह


ु का ब दर, पोता!
सरू ज का ख़दु ज़ाती फल अब कभी मंदा न होगा! शेर क गाड़ी म शेर ब बर जत ु ा हुआ होगा!
अगर राजा न तारे तो साध ू ह तार दे गा मगर कफन म लपट हुई कसी क आरज़ू न होगा!
अगर राजा न हो तो साधू भी छोट उ का न होगा! जब होगा बकर (बज़ ु =बकर , गूग=भे ड़या)
और भे ड़या को इ कठा रखने क ह मत वाला बज ु ुग होगा या बकर से बढ़कर भे ड़या तो ज़ र
होगा! अगर साफ दल होवे तो बढ़ ु ापा उ दा व औलाद का सुख परू ा होगा, वरना कान से पकड़
कर भे ड़ये क तरह भगाई हुई बकर क तरह क मत का हाल होगा!

नेक हालत

औलाद क पैदाइश के दन से खश
ु हाल शु होगी और मश रक (पव
ू ) द वार क तरफ खाना
बनाने का थान नेक फल दे गा!

खाना बर- 5 का सूरज नहायत नेक फल दे गा य द जातक नेक दल और धरम के काम क


पालना करने वाला हो और य द ई या व वेश से भरा हुआ होगा तो सूरज उतना ह बरु ा फल
दे गा ले कन खद
ु क क मत के लए, राजदरबार व औलाद पर इसका अशुभ परभाव न होगा!

औलाद क व ृ व प रवार क उ न त का मा लक होगा! अगर राजा हुआ तो परोपकार तर क


क बु नयाद होगी और अगर साधू हुआ तो भी हर कसी क भलाई चाहने वाला! ऐसे यि त को
अगर कोई राजा न तारे तो साध ू तार दया करता है !

मंगल 1 या 8 म, बधु 3 या 6 म, राहू, केत,ू सनीचर 9 या 11 म ह तो इन पांच ेह को


सूरज अपनी जा को हं स हुमा क तरह तारता होगा! जातक का बढ़ु ापा उ दा होगा!

बह ृ प त 9 या 12 म, 4 म, और सूरज कायम हो कयाफा: सूरज रे खा व सूरज क तर क


रे खा कायम और द ु त, शुकर खाना बर 2 या 7 म, सनीचर खाना बर- 11 म हो तो
यि त एक ऐसे राजा क तरह होगा जो हं स(मोती खाने वाला प ी) हुमा(का प नक प ी)
िजसक छाया से आम इ सान भी राजा हो जाए) क तरह अपनी जा क पालना करने वाला! हर
तरह से बरकत व तर क होगी औलाद भी खब ू फलेगी फूलेगी! अब सरू ज और सनीचर का झगड़ा
भी न होगा!

खाना बर- 4 म तो दोन ह मल रहे ह गे ऐसा यि त कसी राजा क तरह मान


इ ज़त का मा लक हो!

कोई भी द ु मन ह खाना बर- 1 या सूरज के साथ खाना बर- 5 म सूरज इनको मदद दे गा!

जब टे वे म बह
ृ प त उ दा हो तो राज सभा म मान इ ज़त पाये! बादल तले छुपे हुये सरू ज क
जब टे वे म बह
ृ प त उ दा हो तो राज सभा म मान इ ज़त पाये! बादल तले छुपे हुये सूरज क
तरह बधु भी गायब होगा और बध ु का अपना जद
ु ा फल कुल उ ज़ा हर न होगा!

जातक अगर नेक दल और ई या का मारा हुआ न होगा तो जीवन क कोई इ छा अधूर न


रहे गी ऐसे म जातक को ई या, एहम और श न क मंद व तुओ ं से दरू रहना चा हए!

सनीचर खाना बर- 11 म हो तो सूरज और सनीचर का झगड़ा न होगा बि क दोन एक दस ू रे


क मदद पर ह गे, औलाद खबू तर क करने वाल होगी और माता पता का साथ ल बे समय
तक होगा व नेक होगा!

मंद हालत

बह
ृ प त खाना बर- 10 म हो तो शा दयाँ एक से यादा, औरत पे औरत मरे !

सनीचर खाना बर- 3 म हो तो नर औलाद क कमी, लड़के पे लड़का मरे !

सनीचर खाना बर- 3 म दख


ु ो के वालामुखी पहाड़ क तरह औलाद और धन क हानी करता
जाएगा!

सनीचर खाना बर- 3 आमतौर पर औलाद होती नह ं अगर हो जाए नहायत न कमी होगी!
सरू ज खाना बर- 6
(आग जला, दौलत से बे फकर और क मत पर शा कर)
जो तरसे न रोज़ी को प थर का क ड़ा

तो माथे क तेर को धो कौन दे गा

न ज़ र राज दौलत- न हुआ लाव द हो

चलन मंदा लाख औरत- गज़


ु र आला शत हो
द वार तोड़ी न पछल अपनी- न ह भल हठ धम हो

र म पुरानी कायम चलती- सूरज उतम सब उ न त हो

उ र व पर बाण न कता- बुरा 5 पापी हो

श न 12 पर शुकर मरता- पता मरे दो खाल जो

10 मंगल हो लड़के खाता- राज गाले बध


ु 12 हो
- - खाना बर- 6 क या रा श और रा शप त व घर का मा लक बध ु है ! बध
ु सरू ज के
साथ चुप रे हता है ! खाना बर- 6 केत ू का प का घर और केत ू सूरज को म म करता है !
राहू इस घर म उं च और सरू ज को हण लगाता है ! केत ू और शक ु र दोन को इस रा श न
नीच कया और दोन ह सूरज के द ु मन ह! द ु मन ह राहू इस घर क मदद पर होता
है इस लए इस घर म सूरज का फल खराब रहे गा! राहू केत ू का भी दो त है इस लए
राजदरबार से फायदा न होने क संभावना होगी, ले कन सरू ज का फल बलकुल बरु ा ह न
होगा! शुकर खुद सूरज से नीच होता है इस लए सफ 3 साल जो शुकर क उ है उसम
खब ू ऐश करे गा! कुल मलाकर कर यह समझना चा हए क सरू ज कोई बहुत बरु ा फल
नह ं दे गा सवाय माम ू खानदान व औरत के स बंध म! इन दोन प का फल ह का
होगा! इस घर का सूरज पाँव म खरा बयाँ पैदा करता है ! रा शफल का होगा रं ग गंदम
ु ी
बधु का उपाओ इसको नेक करे गा! यह घर दोहता भी दखलाता है ! माम ू खानदान के
बचाव के लए ब दर को गुड़ खलाना चा हए इस घर के मंदे असर को दरू करे गा!

(असूज सूरज 6 घर का- अि न बाण ले चलता है )


(लाल कताब 1942, फ़ह बर- 120)

व मी संव त के अनुसार सूरज असूज के मह ने म खाना बर- 6 म लखा गया है !


ह त रे खा

सूरज के बुज से रे खा (ग) दल रे खा (क) से नकल कर हथेल पर खाना बर- 6


क जगह जो
दल रे खा (क) और सर रे खा (ख) के बीच क बड़ी आयतकर श ल है , म ख म हो
ले कन सर

रे खा को न काट रह हो!

असज
ू सरू ज 6 घर म, अि नबाण ले चलता है
घर 12 म श न पे मारे , शुकर उससे मरता है

मंगल घर 10 पर मारे , लड़के भ म बनाता है

घर दज
ू े से कोई न दे खे, पता को भी वो खाता है
अि नबाण से वह बचेगा, पज
ू न िजसक हो
घर अपने म िजसने रखी, घोड़ी, पानी, चाँद हो

गंदम
ु ी रं ग, पाँव क खरा बयाँ, बधु का उपाओ मददगार होगा, मामँू क मदद के लए
ब दर को गुड़ दे ने का उपाओ मददगार होगा, दोहता!
पैदाइश नानके घर होगी!
पहले ाल ध, पीछे बना शर र, केतू राजा हो बना, राहू बने वज़ीर!

या न जनम अ थान उ दा और वालदै न(माता- पता) मुबा रक हालत बि क राज तान होगा!
मगर पापी ेह के व त से हण का मंदा ज़माना ज़ र होगा, या एक दफ़ा तो जवाल ज़ र
होगा! मगर औलाद होने के दन तक फर वह रोशन व सूरज का शानदार ज़माना बहाल होगा!
मगर राज ता लुक और राजा के दरवाजे से कई बार वा पस आकर फर सवाल ज़ र होता रहे गा!

नेक हालत

ऐसी हालत म मंगल खाना बर- 4 म होता हुआ भी मंगल बद या मांगल क न होगा! ऐसे
जातक क रोज़ी रोट कभी ब द न होगी और ऐसा जातक स व शु से भरा हुआ होगा!

गरम तबीयत का मा लक और राजदरबार क तरफ से बे फ होगा!


जातक रसखू वाला होगा, हर एक संद
ु र चीज़ और संद
ु र ी क ज़ा हरा खब
ू सरू ती का द वाना!
ऐसे जातक के स बंध पराई औरत से बन जाया करते ह ले कन मंदा चाल चलन र क या
कारोबार म कोई कावट न होगा!

राजदरबार से स बंध उ दा हुआ करते ह और राजदरबार से धन भी ा त हुआ करता है !

ऐसे जातक क पैदाइश आमतौर पर नानका थान पर या ज ी घर बाहर हुआ करती है ! जातक
क पैदाइश के व त घर क माल हालत ठ क हुआ करती है ले कन मंदे ेह (श न, राहू, केतू)
क उ म वनाश हुआ करता है जो क लड़के क पैदाइश के बाद फर सब ठ क होगा!

जीवन म कई बार सरकार से कारोबार नाता तोड़ेगा मगर औलाद क पैदाइश के बाद वह काम
थायी हो जाएगा या न औलाद के पैदा होने के दन से एक ह कारोबार म जुट जाएगा और रोज़ी
रोट के लए कोई कारोबार तबद ल करने क ज रत न होगी!

तीन द ु नयावी कु त (दोहता, साला, जमाई) म से कसी एक क पालना मददगार होगी!

सरू ज खाना बर- 6 के व त खाना बर- 2 म , मंगल बह ृ प त, कोई एक हो तो जातक


को चा हए परू ाने र त रवाज व सं कार क पालना करता रहे इससे जमाई को बहुत फायदा
होगा!

केतू खाना बर- 1 या 7 म हो या वषफल के अनस ु ार 1 या 7 म आयेगा तो राजदरबार से


तर क मले और लड़का पैदा होने का योग होगा चाहे कंु डल म नर औलाद के सभी मंदे योग
ह ! अगर जातक तीन द ु नयावी कु त क पालना करता रहे तो 48 साल क उ के बाद बना
कसी भी उपाओ के बरु े दन खद ु - ब- खदु नेक होते चले जाएंगे!

मंद हालत

खाना बर- 6 म सूरज अकेला बैठा हो और सोया हुआ हो तो केतू क व तुओ,ं नर औलाद और
उसका सख
ु , मामू, नाना, नानी, साहूकारा आ द पर अपना शभ
ु फल दे ना ब द कर दे गा!

घर क पछल मगर बी(पि चमी) द वार तोड़ कर रोशनी आने क जगह बनाना या बेमतलब क
हठधम जीवन का नयम होना जातक के अपने सुख और बढ़
ु ापे म औलाद के सुख के लए
अि न बाण होगा!

अगर केतू क जानदार व तुओ ं (औलाद व मामू) पर बरु ा परभाव आ रहा हो या खद ु क सेहत
खराब हो तो ब दर को गुड़ और गेहूं डाल या भूर चीं टय को गेहूं और बाजरा डाल! केतू क
बेजान चीज म नक
ु सान के व त बध ु को नेक कर लेना मददगार होगा! य द सरू ज का अपना
असर खराब हो रहा हो तो न ट करना चा हए!

य द खाना बर- 2 खाल हो तो सरू ज क उ म टे वे वाला और उसका बाप एक ह जगह रह


कर सरकार से लाभ न उठा सकगे सफ एक ह उठा पाएगा! य द दोन अलग अलग जगह पर
रहगे तो टे वे वाले के लए राजदरबार के दरवाजे खल
ु ते और ब द होते रहगे! ऐसा जातक अपने
पता क उ पर भार हुआ करता है ! इस मंदे ज़हर से बचने के लए कु ते क खरु ाक क व तुएँ
धरम थान म दे नी चा हए! जातक क खद
ु क 5.5 साल, 11 साल या 22 साल क उ म
पता को खतरा हुआ करता है ऐसे धरम थान म कुछ न कुछ दे त े रहना चा हए!

टे वे म मंदा हो रहा और खाना बर- 5 म पापी ह ह तो 11 या 21–22 साल क उ म


सरू ज का असर नहायत मंदा होगा!

सूरज खाना बर- 6 के समय सनीचर 12 म हो तो शा दयाँ एक से यादा हो सकती ह, औरत


पे औरत मरे !

सूरज खाना बर- 6 के व त मंगल खाना बर- 10 म हो तो लड़के पे लड़का मरता हो ऐसे मे
ज़मीन के नीचे कोई भ ी या त दरू नह ं होना चा हए बचाओ होता रहे गा! इसके इलावा क
व तएु ँ अपने सरहाने रख का सोएँ और सब ु ह धरम थान म छोड़ आय!

अगर बधु खाना बर- 12 म हो तो राजदरबार गक और मंदे नतीजे दे गा! खन ू का दबाव (blood
pressure) क वजह से सेहत मंद रहे ! सर पर चोट क जगह को सूरज क गम जला कर
राजदरबार मंदा करे गी!

राहू या सनीचर हो खाना बर- 1 म तो क मत को हण लगा होगा सूरज हर तरह से मंदा


असर दे गा! जातक क पैदाइश के व त खानदानी हालत कतने भी शाहाना य न ह ले कन
सनीचर या राहू क उ या फर जब यह ह वषफल के हसाब से खाना बर- 1 म आएंगे तो
क मत को हण लगाएँगे और यह मंदा असर उस दन ख म होगा िजस दन जातक के यहाँ
लड़का पैदा होगा या िजस साल केतू खाना बर- 1 या 7 म आयेगा!

राहू हो खाना बर- 2 म और सनीचर खाना बर- 8 म टे वे म सूरज हण होगा जो क खद ु क


सेहत व राजदरबार के लए मंदा असर दे गा ऐसे मंदे असर के व त दस
ू रे लोग क मं दर म दान
क हुयी व त ु अपने पास रखने से सूरज का मंदा असर ख म होगा!

सूरज खाना बर- 6 के व त हो खाना बर- 12 म तो जातक क खद


ु क या औरत क
अ वल तो दोन ह वरना एक आँख खराब हुआ करती है !

सूरज खाना बर- 6 के समय राहू खाना बर- 1 और केत ू खाना बर- 7 म हो तो पैदाइश
सूरज खाना बर- 6 के समय राहू खाना बर- 1 और केत ू खाना बर- 7 म हो तो पैदाइश
ज ी मकान से बाहर आमतौर पर नानका घर म हुआ करती है !

खबरदार : ज ी मकान क पछल कोठडी को तोड़ कर कोई खड़क या रोशनदान नह ं बनवाना


चा हए अगर ऐसा हुआ तो क मत म रोशनी क जगह बद क मती क आग बरसती होगी!
बज
ु ग
ु वारा तय शदु ा परु ानी र म व धा मक सं कार का ब द होना कभी सरू ज को शभ
ु नह ं
होने दगे!
सरू ज खाना बर- 7
(कम कबीला- डरता डरता मरे )
जबान नरम हा कम- योपार हो जलता

ज़माना उसे य है - पामाल करता

घर पहले के खाल होते- 7 वां फौरन सोया

दन उसी ह सरू ज नकले- 8 जब दज


ू े होया
नीच- सरू ज हो न द ु नया- माया ज़र प रवार हो

बुध गु या शुकर उ दा- 2 भला 3 पाँच जो

रज़क बाहर- उ सार - मौत आ खर घर म हो

गुज़रते बुध आय ु अपनी- खेले माया ज़र म वह

गु या मंगल दज
ू े- वज़ीर बल
ु द बनता हो
श ु मगर जब घर दो बैठे- साथ पराई ममता हो

गु शुकर या पापी राजा- जुदा हुआ बुध नि ट हो

मौत मारे घर इक दम इतना- मले कफ़न न दफनी हो


- - सूरज खाना बर- 7 या न शुकर के बुज पर! सूरज शुकर को नीच करता है मगर
खदु सरू ज को शक ु र नीच नह ं कर सकता! सरू ज रे खा, य द उ रे खा जो क बह ृ प त क
क मत रे खा क जड़ के साथ है , से नकल हो तो फल बहुत नेक होगा और अगर अंगूठे
क जड़ को जा नकले तो औरत का सख ु ह का होगा, इसके इलावा पराई औरत का
साथ बना रहे ! ले कन जातक खुद के लए भा यवान होगा! लाजवंती के पौदे क तरह
अपनी इ ज़त खुद बचाने वाल औरत होगी या न ऐसे जातक क औरत को अपनी इ ज़त
जान से यार होगी! खाना बर- 7 तल ु ा रा श तराज़ ू के दो पलड़ म शक ु र व बधु और
इन दोन म से बुध तो सूरज क मौजूदगी म चुप होगा ले कन शुकर नीच हो जाता है !
सनीचर इस रा श म ऊंच है जो सरू ज का द ु मन है इस लए औरत का सख ु 25 साल तक
ह का होगा!
सूरज के सतारा का असर: बुध के बुज पर! सूरज और बुध दोन बराबर के ह ह
ले कन बध ु अपनी ताकत सरू ज को दे दे ता है और अपनी आधी उ तक चप ु रहता है !
दोन ह ेह का अपना अपना और उ म फल होगा! दौलत खूब होगी मगर अ ल चुप
रहे गी या कम मालूम होगी! अगर सतारा क न का क जड़ म हो तो लोग म जातक के
त बेतबार और वचार भी तु छ ह गे! य क सतारा धन रा श के बहुत कर ब है इस
लए बह ृ प त को चमक दे दे गा! सूरज के ज़ोर के कारन बुध या अ ल बलकुल चुप
होगी ी धन तो यादा ले कन अ ल क बार क न होगी! अगर कोई शाख सूरज से बुध
के बज
ु को जा नकले तो औरत अमीर खानदान से होगी ले कन रे खा अगर धनु रा श क
तरफ हो तो औलाद बरबाद!
कतक सूरज 7 आया- सोने से घर म ी पाया
(लाल कताब- 1942 फ़ह बर- 121)

वकम संवत के अनसु ार कतक या का तक मह ने म सरू ज 7 घर या न तल


ु ा रा श
म होगा! य क सूरज खुद नीच नह ं होता इस लए इसका अशुभ असर शुकर या न औरत
पर होगा! सूरज इस घर म रा शफल का होता है ! लाल रं ग क गाए का साथ हानी नु स
पैदा करती है , सफ़ेद गाए अशभ
ु होगी ले कन काले रं ग क गाए शभ
ु फल दे गी! अगर
सूरज मंदा असर दे रहा हो तो न ट कर!

कयाफा:

मकान का सहन गल के साथ लगता हुआ होगा या न गल , बाज़ार और सहन के


दर मयान

खाल द वार होगी िजस पर कोई छत न होगी! गल और सहन क दर मयानी द वार


छोट ह होगी जैसे बाहर गल म खड़े होने पर सहन के साथ लगता हुआ मकान दखाई
दे गा तो सरू ज खाना बर- 7 का असर दे गा!

ह त रे खा

शक
ु र के बुज से रे खा/शाख (ग) सूरज के बुज पर जा नकले, शुकर का पतंग (क)
हथेल पर


कायम हो या सूरज का सतारा बुध के बुज बुज पर हो!

कतक सूरज 7 आया, सोने से घर म ी पाया

जनम व त थे लाख हज़ार , बोलते बोलते हूंझ- बह


ु ार
गु मंगल उस घर से भागे, शुकर रहे न जागे

पापी ह भी गने अभागे, मल मदद बध


ु सब है जागे
न धन रहे धनाढ़ हो, न गल
ु रहे गल
ु ज़ार हो
सब माल जान बबाद हो, गर बध
ु का न वां साथ हो
घर पहले के खाल होते, सरू ज 7 म सोया

दन उस ह सूरज नकले, 8 जब दज
ू े होया

लाल गाय(सूरज रं ग क ), हानी नु स, सफेद गाय गैर मुबा रक, मगर याह गाय मददगार
होगी, (दध
ू ) न ट करने से मदद होगी, बध ु या भोडी गाय भी मुबा रक होगी!
ज़मीन म तांबे के चोकर टुकड़े दबाना मददगार होगा! पराई ममता ज़ र साथ रहे ! अगर औरत
भी है तो लाजव ती ह रहे , वरना वो न रहे ! अगर औरत हो और फर भी रहे तो शुकर का घर
(ससुराल तरफ) ह न रहे ! फर भी रहे तो धन क जगह म ी रहे या बद ल मी रहे , अगर फर
भी रहे तो कोई न रहे ! अगर बध ु खाना बर- 7 म न हो या टे वे म बध
ु नक मा हो तो कागज़
पर फैलने वाल याह क तरह क मत का हाल होगा या वो सफ बध
ु क मदद से फा रग-
उल- बाल होगा!

नेक हालत

खद
ु टे वे वाले क जान व सेहत के लए सूरज का असर बरु ा न होगा, टे वे वाले का ज़ाती प रवार
(आल औलाद) उ दा और औलाद क पैदाइश के दन से धन दौलत भी उतम होगा!

खद
ु के माता पता (वालदै न) व ससुराल खानदान के लए यह सूरज सरकार काम म सूखी घास
म आग के समान होगा!

सरू ज इस घर म टे वे वाले के लए उ दा होगा, मद व औरत क उ ल बी होगी! अगर जातक


फक र होगा तो तीसर क म (पीछे मड़ ु मड़ु वेखदा) का न होगा! सफर से वा पस ज़ र आयेगा,
कसी ज़ रतम द को दे गा तो मोती दे गा मगर म ी या न खाल हाथ कभी न भेजेगा! अगर
औरत लाजव ती क रहे तो गह ृ त सुख परू ा नह ं तो औरत का साथ 25 साल तक होगा! ऐसा
यि त बधु क उ 34 साल या उससे आधी 17 साल से शोहरत या ता होगा!

खाना बर- 2–3–5 या गु या शुकर टे वे म उतम ह तो कमाई के लए सार उ चाहे परदे स ् म


खाना बर- 2–3–5 या गु या शुकर टे वे म उतम ह तो कमाई के लए सार उ चाहे परदे स ् म
गुज़र जाए ले कन मौत ज ी घर पर ह होगी!

य द सनीचर, बध
ु , केतू खाना बर- 2 म हो तो ी सख
ु ह का होगा ले कन मंदा नह !ं पराई
औरत हमेशा गले पड़ी रह!

गु - या मंगल खाना बर- 2 म तो वज़ीर क तरह तबा होगा!

बध
ु ऊंच, या खाना बर- 7 म या खाना बर- 7 के सूरज को मंगल क मदद मल रह हो तो
आमदन और दौलत उ दा ले कन अ ल उ दा होने क शत नह !ं

मंद हालत

अगर सूरज खराब हो रहा हो तो जनम दन से लेकर जातक के बोलना सीखने क उ तक घर


क माल हालत बरबाद होगी और जातक के जनम के दन से भआु - मौसी बरबाद होवे!

अगर टे वे म बध
ु शुकर मंदे ह और सूरज भी राहू आ द से खराब हो रहा हो तो लड़का गंग
ू ा या
पागल होगा!

इस घर म अकेला बैठा सूरज शुकर क व तुओ ं (गहृ त फल, औरत क बह नी शान- िज म क


िज द, काँसी के बरतन, चर - वार, सफेद गाए) आ द पर अपना नेक असर ब द कर दे गा!

अगर ऊंचे सरकार औहदा (हा कम) हो और नम ज़ुबान हो या अ छा योपर होते हुए गरम
तबीयत हो तो बरबाद का बहाना होगा (हा कमी गरमी क दक
ू ानदार नरमी क ), ऐसा जातक
बहुत गु से वाला, स जी म नमक यादा खाने वाला, बद- मजाज़, गंद मशहूर क ई छा वाला
सब मंद हालत क नशा नयाँ ह!

टे वे म सभी ह मंदे हो रहे ह तो घर म सोने क बजाए म ी होगी, कभी कभी तो ख़द


ु कुशी
तक क नौबत आए इस मंदे जहर से बचने के लए बह ृ प त का उपाओ कर!

शुकर या पापी ह खाना बर- 2 म ह तो पराई औरत गले पड़ती रह और इनम से कोई न
कोई औरत हमेशा द ु खया रहे ! खद
ु क औरत अपने माता पता को जातक के कारन दख
ु ी दे ख
हमेशा बलखती रहे !

गु , शुकर या पापी खाना बर- 1 म और बध


ु भी बरबाद हो रहा हो तो जातक के सामने इतनी
मौत ह गी क लाश के कफन और दफनाने क जगह न मले!

खरा बयाँ: दमा तपे दक या मद व औरत दख


ु का जोड़ा, मंदा ज़माना 34 साल क उ तक होगा
खरा बयाँ: दमा तपे दक या मद व औरत दख ु का जोड़ा, मंदा ज़माना 34 साल क उ तक होगा
मंद हवा जहर ल गैस क तरह गह ृ त साथी का दम घ टती होगी! मर ज़ क मरज़ और डा टर
के घर का पता न चले! पत ृ ऋण का बोझ होगा! आग के वा कयात गबन आ द का इ ज़ाम
लगे! घर से भागने तक क सोचने वाला!

जब वषफल के अनस ु ार बध
ु खाना बर- 9 म हो और टे वे म बध
ु क मदद न हो तो लोग ऐसे
यि त पर कोई एतबार नह ं करते और हालत (न धन रहे धनाड़ हो- न गुल रह गुलजार हो) सब
मालो- ज़र सफ़र (जनम व त वाह लखहज़ार बोलते बोलते हो हूंझ बह
ु ार )!

केतू खाना बर- 1 या बध


ु खाना बर- 11 नरम ज़ब
ु ान का हा कम और गरम ज़ब
ु ान का
योपर होगा जो बरबाद का बहाना ह गे! दोहता या पोता क पैदाइश के दन से सेहत मंद !

खाना बर- 1 खाल तो सूरज क त पश स दय के सूरज क तरह होगी या न मंद हालत और


यह मंद हालत उस दन ठ क होगी िजस दन खाना बर- 8 का ह खाना बर- 2 म आयेगा
और यह हालत उ के 13–29–41–54–64–72–78–86–98–119 साल म होगी!

उपाओ:

अगर सनीचर खाना बर- 1 या सनीचर का टकराव हो तो न ट करना चा हए! रात


क रोट पकने के बाद तवे/चू हे को दध
ू के छ ंटे से बझ
ु ाएँ और अगल सुबह पहला खाना
कसी दस ू रे चू हे पर बनाएँ!
आम मंद हालत म बध
ु को नेक करना मददगार होगा!
पैसे क तंगी, गह
ृ त जीवन व नर औलाद के लए तांबे के चोकोर टुकड़े ज़मीन के नीचे
दबाएँ!
घर से काम पर जाते व त थोड़ा गड़
ु पानी के साथ खा कर जाएँ!
काले रं ग या बना सींग क गाए क सेवा नेक फल दे गी! गाए के रं ग को यान म रखना
ज र है ! सफेद (शुकर रं ग- दह ) अशुभ, काल (सनीचर- लोहे रं गी) शुभ, लाल (सूरज या
मंगल) अशुभ!
इन उपाओं के ईलावा भोजन का थोड़ा सा टुकड़ा आहु त के तौर पर आग म डालना गह
ृ त
जीवन के लए नेक!

खबरदार :

अगर जातक सरकार नौकर हो तो स ती बरतनी चा हए और अगर दक


ु ानदार हो तो नरमी
बरतनी चा हए फल नेक होगा!
नमक खाना कम कर, गु सा आ द से परहे ज कर!
सरू ज खाना बर- 8
(तप वी राजा, साँच क आंच)
स चाई म मा ड जब तुझसे कांपे

तो फर झूठ द ु नया का य तू है ढाँपे

राज तप वी िजस घर बैठे- मौत भागी खुद कोस हो

मद नामद मा ड जागे- िज़ंदा करे गा मद


ु को
उ र व से राज तर क - भ डार दौलत ज़र बनता हो

हालत पापी खुद क मत अपनी- लेख साथी बुध होता हो

संगे द ु नया दलदादा चोर - लगन बह पी मंदा हो

इ क तबाह करता ऐसी- नाम रहे न लेवा को

श न हो तीसरे गु हो मंदा- दरवाज़ा द कन बद मंगल हो

पाँच पहले घर शक
ु र बैठा- उ छोट , जले जंगल वह
- - खाना बर- 8, ब ृ छक रा श िजसका वामी मंगल है ! मंगल ह सूरज का दो त है
और सूरज के बगैर मंगल बद हो जाता है ! इस रा श न को नीच कया और भी
सरू ज का दो त ह है ! ब ृ छक रा श असर के लए सनीचर ह का थान है जो सरू ज का
द ु मन ह है ! इस लए अब सूरज के यहाँ होने पर सनीचर झगड़े का कारन होगा! इस घर
पर सनीचर व मंगल बद का इकठा अ धप य है इस लए दोन ह मक ु दमा, बीमार ,
दस ू र जहमत जो झगड़ा करवा कर मौत का कारन ह गी! ले कन खुद सूरज जो क िज म
है इ सान को मरने न दे गा! सूरज खाना बर- 8 वाले यि त क मौत भी अचानक हुआ
करती है ! सरू ज के इस घर म होने से मंगल भी बद न होगा और मंगल का असर नेक
होगा! इस घर म सनीचर य द मौत दे ता है तो सूरज ल बी उ का परतीक है ! सूरज- 8
के समय जातक न तो ल बी बीमार भोगता है और न ह म ृ य ु क टदायक होगी!
(म घर मह ने र व है 8 - बट है गरमी सरद से)

(लाल कताब- 1942, फ़ह बर- 122)


वकम संव त के अनुसार सूरज व ृ छक रा श म होता है जो क कंु डल के खाना बर-
8 म पड़ती है ! रथ गाड़ी व प क और स ची आग इस घर क कारक व तए ु ँ ह!
ह त रे खा

सूरज के बुज से कोई रे खा या शाख मंगल बद के बुज पर जा नकले!


हथेल पर क मत रे खा या सरू ज रे खा न हो!


हथेल पर क मत रे खा व सूरज रे खा, दोन ह न ह !

म घर मह ने र व 8 , बट है गम सद से

मारग घर अब मौत न होगा, िज़ंदे हो गे मुद से

बड़ा भाई और गाय सेवा, ल बी उ नशानी हो

कुता गर ससुराल का होवे, हर जा इसक हा न हो

रथ गाड़ी, प क और स ची आग!
ऐसे टे वे म हथेल पर शुकर का पतंग हुआ करता है जो काग रे खा का फल दे गा, इस लए सफ़ेद
गाय क मंद हालत दे गी! उजड़े मकान को बसाने वाला और पानी से भरे बादल को बरसा लेने
वाला होगा! प थर से आग और आग से पानी से म ी या न सारा मा ड पैदा करने वाला
यि त होगा! मारग अ थान के ब छू से मुद िज़ंदा करवा लेगा और इसक ज़हर से जलाय हुये
प थर से सं खया और सं खए से हजड़ या न नामद को मद म गनवा लेने वाला तप वी राजा
क तरह होगा बशत क सग द ु नया(3 कुते) या चोर का दलदादा न हो!

नेक हालत

सरू ज क नेक हालत का आधार पापी ेह क अ छ या बरु ि तथी पर नभर करे गा! अगर
सूरज नेक फल का हो तो गेबी द ु मन का वनाश और जातक खद ु सचाई का पतु ला होगा!

ऐसा तप वी राजा िजससे मौत भी दरू भागे, ऐसे जातक के सामने कसी खन
ू के र तेदार क
मौत न होगी!

दमागी खाना बर- 25 पापी ेह के स बंध से नकल करने क ताकत का मा लक होगा

सरू ज क उमर 22 साल से 24 साल तक राजदरबार के फल उतम ह गे! जातक दौलत और माया
का भ डार होगा! सरू ज क गरमी क आग जलाने के बजाए मा ड से शीतल जल बरसाती
होगी!

उजड़े मकान को बसाने वाला और पानी से बादल को बरसाने वाला प थर (सनीचर) से आग,
आग से पानी और पानी से म ी (शुकर) पैदा क शि सयत का मा लक! मंगल भी अब मंगल क
न होगा! मारक थान के जले हुये प थर को सं खया म बदले जो नामद को मद बनावे और
ऐसे जातक क मौजूदगी म मुद भी जी उठ जब तीन द ु नयावी कु ते नेक हालत के ह !

दो त ह साथ हो या साथी ह या खाना बर- 1 म दो त ह हो या टे वे म मंगल नेक हो तो


सनीचर और मंगल बद भी शभ
ु फल दे ने वाले ह गे!

मंद हालत

खा ना बर- 8 का सरू ज य द मंदा हो रहा हो तो सरू ज सनीचर क व तओ


ु ं (पड़
ु पड़ी, बछु व
दस
ू रे जहर ले जानवर ) के वारा बरु ा असर दे गा! जातक के च र को खराब करने क परू
को शश करे गा जो तबाह का बहाना ह गे! जातक बड़े भाई और गाए क सेवा से उतम फल पाये!
सफेद रं ग क गाए मंदे भा य क नशानी होगी! घर का मु य वार द ण दशा क तरफ हो
तो बना समय क मौत दे खे! चोर या बह पयापन का शौक न या गंदे इ क का मारा हुआ हो
तो ऐसे बरबाद होगा क न तो खद ु होगा और न कोई नाम लेने वाला!

सनीचर खाना बर- 3 म बह ृ प त मंदा, खाना बर- 1 व 5 खराब या मंगल बद हो तो उमर


छोट , नसीबा जलता हुआ, घर का मु य वार द ण दशा म, जातक अपने बड़े भाई घण ृ ा व
वेश रखने वाला होगा तो हर तरफ बरबाद का नज़ारा होगा!

शुकर खाना बर- 1–5–10 म से कसी एक म हो तो काग रे खा, फल नहायत मंदा होगा

जब टे वे म बह
ृ प त मंदा हो रहा हो तो दस
ू र को तो हर क ट से बचावे ले कन खद
ु क क मत
नहायत मंद होगी!

बध
ु खाना बर- 2 (वषफल म हो सकता है ) तो धन दौलत के लए फल मंदा होगा!
सरू ज खाना बर- 9
(ल बी उ , भार कबीला, खानदानी परव रश वाला- सरू ज हण के बाद का सरू ज)
उ ल बी म पाप तो खुद बढ़े गा

मगर धरम को कब तू ऊंचा करे गा

वैश कदर खुद क मत अपनी- सात पु त तक तारता हो

दान लेना न चांद - न ह मु तखोर पालता हो


पाँच तीजा न शक
ु र मंदा- न ह बरु ा अब हो

हाथ हक मी बरकत द ु नया- राज गु वाह मि दर हो

साथ ि ट बुध जो मंदा- जलता सूरज खुद अपना हो

पांच पहले- 3 राहू बैठा- ऐशी धरम म चा हो

- - खाना नब्ं र- 9 धनु रा श, नील गाए, घर का मा लक ह बह ृ प त जो सरू ज का


दो त है ! धन ु रा श केत ू को ऊंच करती है और केत ू सूरज को म म करता है ! धनु रा श
राहू को नीच करती है और राहू सूरज को हण लगाता है ! सूरज खाना नब्ं र- 9 के समय
खचा बहुत हुआ करता है ले कन का बलदार म और नेक काम पर! सरकार से कोई
स बंध नह ं होगा, मगर हक मी या डा टर के कारोबार से स बंध होगा! जातक परोपकार
होगा चाहे राहू के परभाव के कारण धरम म चा य न हो!

पोह मह ने सरू ज 9 - उ ल बी का मा लक हो

ह त रे खा

हथेल के दा ह से म कलाई के उपर शक


ु र का बज
ु है और हथेल के बाय ह से
म कलाई

के उपर का बज
ु है और इन दोन के म य म खान क हदब द के असल
ू पर
खाना बर- 9 है , उपर दया हुआ च दे ख!

क मत रे खा क जड़ अगर चार शाखाइ हो तो सूरज खाना बर- 9 का फल दे रहा


होगा! क मत रे खा का चार शाखाइ होना नहायत शुभ है या न क मत का आर भ
ह सूरज क रोशनी के साथ! क मत पूर चमक लए हुये और उ भी ल बी हुआ
करती है !

पोह मह ने सरू ज 9 , उ ल बी का मा लक हो

पर- उपकार कुनबा परवर, कुल 7 अपनी तारता हो

खाल बतन मोटे पीतल, बुध क ज़हर हटाते ह

राज से वाह ता लुक न हो, हक मी शफ़ा तो पाते ह

भूरा र छ! सूरज हण के बाद का सूरज


कसी का कुछ बने या न बने मगर खानदानी खन ू के लए अपना सब कुछ बहा दे गा मगर बदले
(एवज) म कुछ न माँगेगा! उस क खानदान ल बी उ का ठे केदार होगा! अगर यादा नह ं तो
सात पु त (3 यि त के पहले क और 3 उसके नीचे क और खद ु का िज म दर मयान म) का
नगहबान और मददगार होगा! हद से यादा गम या नम होने पर तबाह होगा! चाँद का दान
दे ना इसके बढ़ने का सबब होगा और चाँद का दान लेना इसक तबाह का कारण होगा!

नेक हालत
मंद हालत

अगर जातक क व तुएँ खासकर चाँद दान म लेने का आद होगा तो बरबाद क नशानी
होगी!

बध
ु साथ या खाना बर- 3 या 5 म हो तो सूरज का मंदा असर ज़ोर पर होगा इस मंदे असर
से बचने के लए घर म पीतल के बड़े बड़े बरतन का इ तेमाल करना चा हए!

राहू खाना बर- 1, 3, 5 म से कसी एक म हो तो हद यादा गु सा और हद से यादा नरमी


तबाह का कारन होगी! जातक धरम का क चा, मु तखोर व ऐशी प ा होगा!

उपाओ:

एहम, ई या, गु से से दरू रह!


बज
ु ग
ु वारा बनाई र म क पालना कर!
पता, श क व कुलपरु ो हत का आशीवाद लेत े रह!
क व तए
ु ं दान म न ल!
नीले व काले कपड़ से परहे ज कर!
सनीचर क व तुओ ं शराब, शबाब व कबाब से दरू रह!
सरू ज खाना बर- 10
(इ ज़त, सेहत व दौलत का मा लक मगर वहमी)
इताअत बुज़ुगान जो करता चलेगा

ज़माना म कुछ तेरा बन के रहे गा

बुज़ुग आला वाह लाख उसके- अकेला र व न उ दा हो

रं ग श न राहू सर जब नंगे- लेख नसीबी रोता हो


गु मंगल न िजस दम साथी- पाँच, छटा मंद हो

सात छटे वाह हो कोई पापी- अ प आय ु दख


ु मि दर हो
4 शुकर श न टे वे मंदा- उ छोट पता मरता हो

ऊंच कायम 2 बैठा- सुख 24 न माता हो

- - खाना बर- 10 सनीचर का बजु और कंु डल म सनीचर का प का घर या न हर


तरह से सनीचर क मालक यत! सूरज और सनीचर आपस म द ु मन ह! सूरज खाना
बर- 10 के समय दोन ेह का अपना अपना फल होगा ले कन सनीचर का फल बुरा हो
जाएगा! दौलतम द तो खब ू ले कन उतना ह बदनाम भी होगा या न सनीचर अपना बरु ा
असर ह कायम रखेगा! ऐसा जातक अपने काम को खुद बगाड़ता चला जाएगा! अगर दो
सतारे ह तो सनीचर नीच का फल दे ने लगेगा और बेवजह मारा जाएगा! मंगल इस रा श
को ऊंच करता है और बह ृ प त नीच! मंगल और बह ृ प त दोन सूरज के दो त! बह ृ पत
सनीचर का दो त ह! सनीचर मंगल से दश ु मनी नह ं करता ले कन मंगल सनीचर से
द ु मनी करता है ! ेह क इस दो ती द ु मनी के चलते सरू ज और सनीचर म ज़बरद त
झगड़ा हुआ! मंगल य क सनीचर से द ु मनी करता है इस लए सनीचर उसको ऊंच नह ं
होने दे ता इस लए 19 साल क उ तक पता का सख ु ह का होगा पता से जद ु ाई भी हो
सकती है !
(माघ मह ने सूरज 10 - राहू क चा धुआ ँ हो- - वकम संव त के अनुसार माघ
म हना होगा और सरू ज 10 बर रा श या खाना बर- 10 म हुआ! सनीचर का पणू
असर होगा य क र शप त और घर का ह सनीचर ह है ! आम चीज म भूरे रं ग क
भस और भूरे रं ग का नेवला होगा!
ह त रे खा

सरू ज रे खा का घम
ु ावदार होकर सनीचर के बज
ु पर जा नकलना या सरू ज रे खा से
कसी शाख

का सनीचर के बुज को नकल जाना!

कई बार सरू ज रे खा अना मका और यमा उँ ग लय के दर मयान से शु होती है


और सनीचर के बुज को जा नकलती है !सूरज क रे खा श ा से स बंध रखती है
इस लए जब इस रे खा का ख सनीचर के बज
ु पर हो और रे खा साफ सथ
ु र व
कायम हो तो आम कूल श ा के साथ साथ सनीचर के काम जैसे मकान आ द
बनवाना क भी जानकार जातक म होगी!

माघ मह ने सूरज 10 , राहू क चा धुआँ हो

अ प आय ु या क मत मंद , जब तक इनका साथी हो

शुकर चौथे पता को मारे , चंदर मारता 5 है

म छर से भरपूर हो क मत, छटे अगर वाँ सनीचर है

र व, गु दोन से कोई, घर 10 जब बैठा हो

5 घर वाह दो त उसका, ज़हर द ु मन होता हो

भूर , भूरा नेवला!


राज दरबार म याह से सफा रशी कागज़ याह करके कई बार दे खा, आर दे खा न कभी उसे
पार दे खा, बि क नर ह क मदद साथ या साथी ह होने के बगैर न उसे दर जहान दे खा! फर
भी दे खा तो सूरज के गु सा क गम क आग से ज़ोर से - ओ- रं ग याह दे खा! औलाद तबाह
दे खा! क मत अपनी के लेखे म भी उसे न कभी शाह दे खा! और शाह फह र त म भी न उसे
दर पनाह दे खा! अगर दे खा तो सफ़ेद पगड़ी या द तार से ह उसे गु के दरबार म दे खा! पर बध ु
क उ से पहले न कभी ये हाल दे खा, फर भी दे खा तो उसे न कभी योगी अलंकार दे खा!

नेक हालत
- - सूरज य द कायम होगा तो इ त, सेहत व दौलत के फल हर तरह से नेक ह गे
ले कन जातक वहमी तबीयत हुआ करता है ! ऐसे म सर पर सफेद या ह के शबती रं ग
क टोपी या पगड़ी पहनना नहायत नेक होगा! टोपी या पगड़ी काले या नीले रं ग क नह ं
होनी चा हए!
- - बज़
ु ग
ु क सेवा व उनक आ ा मानना तर क क नीव हुआ करती है !
मंद हालत

जब खाना बर- 10 म सरू ज अकेला बैठा हो तो सनीचर अपनी चीज (ज ी वरासत, पता का
सुख, तेल, लोहा, लकड़ी, भस, बाल, ऐसा मकान िजस म रहते तीन साल हो चुके ह , पंजर व
घट
ु ना आ द) पर अपना नेक असर ब द कर दे गा!

जातक य द ससुराल खानदान के साथ मलकर कारोबार करे या राहू से संबि धत चीज का
योपर करे तो राहू सूरज को सत कर सूरज हण क ि तथी पैदा करे गा!

हमेशा अपने मंदे हाल का रोना दस


ू र के आगे रोते रहना तबाह क नशानी होगी!

श ा का तर कतना भी ऊंचा य न हो अगर जातक नंगे सर रहे या अपने घर क पि चमी


द वार तुड़वा कर रोशनी आने का रा ता कायम करे तो मंदे सूरज को कायम करके तबाह मोल
लेने के समान होगा!

राजदरबार म याह से सफारशी कागज़ काला करके कई बार दे खा,


आर दे खा न उस पार दे खा, ( सफ़ा रश का नेक असर न हुआ)

नर ेह (मंगल, बह
ृ प त) क बन सहायता न दर जहान दे खा,
फर भी दे खा सरू ज क गम और नजी ोध से जलता हुआ याह दे खा,

औलाद तबाह दे ख नजी भा य या कम के लेखे म भी न शाह दे खा,


शाह सच
ू ी म भी न उसे दर पनाह दएका (या न शाह सच
ू ी म भी नाम गम
ु )

या न सूरज मंदा हो या खद
ु कर लया जाए तो जातक को कह ं का न रखेगा! सफ़ेद पगड़ी से
उसको शाह का शाह दे खा! ले कन बध
ु क 34 साल क उ तक अकेले सूरज का हाल/फल मंदा
ह होगा!

खाना बर- 5 व 6 मंदे ह या टे वे म मंदा हो और सूरज को मंगल- बह


ृ प त का साथ न
मल रहा हो तो जातक अ पआय ु होगा!

सूरज खाना बर- 10 के समय - 5 म हो और नर ह साथ न ह या साथी न ह तो आयु


केवल 12 दन ह होगी!
य द खाना बर- 4 म हो तो क व तओ ु ं घोड़ा, माता के लए अशभ
ु ले कन
राजदरबार संबि धत फल खदु जातक के लए नेक ह गे!

य द शुकर खाना बर- 4 म या टे वे म सनीचर खराब हो रहा हो तो पता क आय ु श क हुआ


करती है !

उ च जो टे वे बैठा भला दौलत ज़र होता हो


साल 24 न माता सु खया राज असर पर उ दा हो॰

खाना बर- 2 म हो तो माता को क ट 24 साल तक रहे गा ले कन धन दौलत के स बंध


म फल नेक ह गे! यहाँ यान दे ने यो य बात है क माता क उ कम नह !ं

खाना बर- 6 या 7 म कोई पापी (श न, राहू या केतू) हो तो जातक न खद ु सुखी न ह पता


सुखी, न स तान कायम न ह कोई शाह सहायता, न खद ु धनी न राजदरबार म स मान ले कन
34 साल क उ के भा य चमक उठे गा!

अगर टे वे म सनीचर मंदा हो रहा हो तो तो सूरज व सनीचर ल बा झगड़ा होगा िजससे


राजदरबार या सनीचर क चीज पर असर मंदा होगा या न अगर राजदरबार नेक फल दे रहा हो
तोसनीचर के मकान आ द बकगे या खद ु - ब- खदु गर जाएंगे और (ऐसे म सनीचर क महादशा
का समय मानना चा हए) जातक क खद ु क 19 साल क उ तक पता को तकल फ या पता
से जुदाई हो सकती है ! इस मंदे असर से बचने के लए कुआं या हे ड प प लगवाना मददगार
होगा!

खा ना बर- 4 खाल तो सूरज सोया हुआ होगा ऐसे जातक क तमाम लयाकत, ख़ा सयत व
अ ल कोई काम न आएगी और इसका अशुभ असर राजदरबार से संबि धत कारोबार पर होगा!
इस मंदे असर से बचने के लए तांबे के स के चलते द रया म बहाने चा हएँ 43 दन लगातार!

उपाओ:

बज़
ु ुग क आ ा पालन कर व आशीवाद ल!
सनीचर क मंद चीज शराब, शबाब व कबाब से परहे ज कर!
हड प प के पानी का इ तेमाल कर!
पापी ेह के मंदे असर से बचने के लए खाने(घर) के अनस
ु ार उनका उपाओ कर
तांबे के स के चलते द रया म बहाएँ 43 दन लगातार!
सर पर सफेद या बादामी रं ग क टोपी या पगड़ी पहन!
राहू से संबि धत कारोबार न कर!
सरू ज खाना बर- 11
(पण
ू धरमी मगर अपना ह ऐश पस द)
ज़ुबान तेर गो त का खाना जो मांगे

लखे ख़ुद लावव द बधाता कलम से

पूरा धरमी नेक चलते- प रवार सु खया आप हो

शराबखोर गो त छोड़े- तीन बेटा बाप हो


म द श न बध
ु तीजे आया- आठ ख़द
ु बैठा हो
उ ल बी गो हरदम होगा- हरामकार का पुतला हो

पाँच दे उ जो 12- औलाद पैदा न होती हो

खुराक श न लाव द होगा- दान मुबारक मूल हो

- - खाना बर- 11 कु भ रा श और र शप त ह सनीचर है जो क सरू ज का द ु मन!


असर के लए यह घर बहृ प त का है य क यह धरम क अदालत के नाम से जाना
जाता है ! बह
ृ प त ह सूरज का दो त है ! सूरज- 11 के समय बह ृ प त, सनीचर व सूरज
का का मला जल ु ा असर लया जाएगा! यह घर आय का घर भी है इस लए सरू ज इस
घर म बह ृ प त के परभाव म तो धन तो खूब आए ले कन सनीचर का असर शा मल होने
के कारन झूठ बोलने का आद होगा! ऐसा जातक बह ृ प त के परभाव के कारन परू तरह
से धरम म व वास रखने वाला और धरम क पालना करने वाला ले कन सनीचर का
असर शा मल होने के कारन ऐश पस द भी होगा और इस ऐश जो सनीचर के अंतगत
आए से बचना ज र है !
(फागुन सूरज 11 होवे- श न याह करता है )

(लाल कताब- 1942, फ़ह बर- 124)


- - व मी संवत के अनुसार फागुन मह ने का सूरज 11 बर रा श जो क काल पु ष
क कंु डल के अनस
ु ार खाना बर- 11 म होगी इस लए सरू ज को खाना बर- 11 म
लया जाएगा!

ह त रे खा

हथेल को क मत रे खा दो ह स म बांटती है ! उ रे खा, सर रे खा और सेहत रे खा


हथेल पर

बड़ा कोण बनाती ह और क मत रे खा इस कोण को दो ह सो म बांट कर हथेल


पर

खाना बर- 11 व 12 पैदा करती है ! हथेल के बाहर बाएँ ह से म खाना बर- 11 व


दाय

ह से म खाना बर- 12 होगा!

हथेल पर बर- 1 सूरज का बुज है और (क) सूरज रे खा जो सर रे खा (ख) को पार


कर खाना बर- 11 (ग) म गर रह है या न सरू ज का असर खाना बर- 11 म
माना जाएगा!

फागुन सूरज 11 होवे, श न याह करता है

चंदर हो जब 5 बैठा, साल 12 म मरता है

बुध गना है तीजे मंदा, सूरज पर न असर करे

चमके ख़द
ु न चमकने दे वे, उ क पर वो र ा करे

सुख तांबा!
जठ
ू मारे या झट
ू , शराब गाले या प थर
सनीचर क चीज का स बंध सूरज क चमक पर याह फेर दे गा! बह ृ प त के दरबार जहाँ क
सनीचर हलफ़ (कसम) उठाए, क मत का फैसला कर रहा है उसी कलम से सूरज पर क़ ल का
हु म लख दे गा, या न सनीचर क ख़रु ाक या मंद चीज के इ तेमाल से औलाद क तबाह का
हु म स दर कर दे गा! िजसे राहू केतू क उ तक मनसूख़ कराना इनसानी ताकत से बाहर होगा!
गलती क द ु ती के लए अपने हमवज़न दध ू के बराबर दध
ू दे ने वाल बक रय क गनती के
बराबर बकरे छोड़ने पर ठ क होगी, और 40 या 43 दन तक रे त का ब तर मुबा रक होगा!

नेक हालत

जातक य द सादा भोजन खाने वाला और शराब, शबाब व कबाब से दरू रहने वाला होगा तो नर
जातक य द सादा भोजन खाने वाला और शराब, शबाब व कबाब से दरू रहने वाला होगा तो नर
औलाद ज़ र होगी चाहे टे वे म औलाद न होने के कतने भी योग ह !

सनीचर का अपना परभाव होने के कारन जातक लालची ले कन तप वी राजा होगा!

अगर धरम क पालना स चे मन से करने वाला जातक हो तो ख़द


ु और उसका कुल प रवार भी
सु खया होगा!

अगर सनीचर के मंदे काम (शराब, शबाब व कबाब) से तौबा करले तो नर औलाद कम से कम
तीन तो ह गी और जातक धा मक वचार का होगा!

सूरज 11 के समय जातक क उ ल बी होगी यो क सूरज बाप है बेटे सनीचर को नह ं मारे गा!

मंद हालत

खाना बर- 11 का सूरज जब अकेला हो तो सनीचर क व तुओ ं (खद ु क कमाई, खदु के बनाए
हुये मकान, स तान क आय,ु काम व शि त और राहू केतू पर अपना शुभ परभाव ब द कर
दे गा!

अगर जातक गो त खाने का आद होगा तो 45 साल क उ तक नर स तान न होगी! इस घर


म सूरज के समय गो त खाना अपनी खद ु क औलाद के गो त खाने के बराबर होगा और अ त
म लावलद हो जाएगा!

अगर जातक के मकान के साथ गल लगती हो घर के सहन म कोई दर त हो तो लावलद क


नशानी होगी!

सनीचर और बध ु के मंदे काम बरबाद क नशानी होगी! ज़बान का खोटापन, साँप को सपने म
दे खना, लड़ाई- झगड़े, गंद ज़ब
ु ान का इ तेमाल, झठ
ू शहादत, अमानत म खयानत, या न लठ
मारे या झूठ, शराब म कार सभी चीज़ मंदा फल दगी!

सनीचर क चीज का सेवन जैसे मांस व शराब आ द का इ तेमाल अपनी खद


ु क औलाद का
गो त खाने के समान होगा! 45 साल क उ बाद औलाद कायम होगी यह मंदा जहर िज़ दा
बकरे जंगल म छोडने से दरू होगा!

8 म, सनीचर टे वे म मंदा हो, और बध


ु खाना बर- 3 म हो तो उ तो ल बी ले कन
जातक चाल चलन के मामले म नहायत ढ ला हो तो बध ु और सरू ज दोन का फल मंदा होगा!
हो खाना बर- 5 म ॰ हो जब पांच बैठा- साल 12 म मरता है ॰ नर ह साथ या
साथी न ह तो 12 साल तक उ श क होगी! नर औलाद पैदा न होगी अगर होगी तो मद ु ा पैदा
होगी! इस मंदे असर से बचने के लए ॰मूल सरहाने रख कर सोएँ और सुबह मि दर म दे आय
(यहाँ पर शलजम और गाजर का इ तेमाल भी लखा है ) या सनीचर क व त ु बादाम सरहाने
रख कर सोएँ और सुबह धरम थान म छोड़ आय!
सरू ज खाना बर- 12
(सख
ु क नींद मगर पराई आग म जल मरने वाला)
हसद ज़ाती जलता या ममता पराई

शहादत गबन द- ज़मानत तबाह

र व श न न झगड़ा कोई- न ह शुकर, बुध मंदा हो

असर गु वाह बेशक श क - मद औरत सब सु खया ह


साध ू हुआ न होगी लवा द - नफ़ा पापी न दे ता हो

माया मले या हो तंगद ती- धरमह न न होता हो

पापी त त पर राज खराबी- नींद खुराक न मलती हो

व त मंदे जब दे ता मुआफ़ - फ़तह कलम नर करती हो

- - खाना बर- 12 मीन रा श और घर का मा लक बह ृ प त है जो क सरू ज का दो त


है ! राहू का प का घर होने के कारण राहू का नवास भी इस घर म माना गया है ! बुध
ह जो सूरज को साथ दे ता है और राहू सूरज को हण लगाता है इन दोन ेह न इस
रा श को नीच कया! शक ु र और केत ू इस रा श को ऊंच करते ह ले कन दोन ह सरू ज के
श ु ह ह! इस लए इस घर म बैठा सूरज हण यु त होगा! शुकर के बुज से शु होकर
सरू ज क तर क रे खा या सेहत रे खा अगर बना कटे फटे बध
ु और सरू ज के बज
ु के
दर मयान को जा नकले तो खूब धन दौलत आवे और योपर म लाभ हो! मगर द ती
कारोबार (सनीचर से स बंध रखने वाले काम) कमाई म सूरज हण या न कावट ह गे!

(चेतर सरू ज 12 होवे- म गु ह होता है )


(लाल कताब- 1942, फ़ह बर- 125)

- - व मी संव त के अनुसार चेतर/चैत के मह ने सूरज 12 बर रा श म होता है जो


क काल पु ष कंु डल का खाना बर- 12 है ! इस घर के सूरज का असर आम तौर पर
मसनईु सरू ज (बध
ु +शक
ु र) क तरह होगा! राहू का प का घर होने के कारन शर र के
हसाब से दमागी बीमा रयाँ हो सकती ह!

ह त रे खा

हथेल पर खान क हदबंद के असूल पर खाना बर- 12 सर रे खा (क) उ रे खा


और क मत

रे खा का दर मयानी ह सा है ! जब सूरज रे खा सूरज के बुज से नकल कर हथेल पर


खाना

बर- 12 पर जा नकले तो सूरज का असर खाना बर- 12 म लया जाएगा!

चेतर सूरज 12 होवे, ह गु ह होता है !

ला’ल चमकता गर न होवे, लालड़ी कभी न होता है !

सुख गह
ृ ती प का होवे, धम गर वो परू ा हो!
धन प रवार क कमी न कोई, राहू से गर बचता हो!

भूर यु ट , दमागी ख़राबी, मसनुई सूरज (शुकर- बुध)


द ती कारोबार, हुनरमंद व म ीपन हो तो सूरज हण का असर होगा! अगर मकान का सेहन
न हो तो सूरज का नेक फल तबाह होगा, हर हाल म अंधेरा मुबा रक न होगा और न ह जातक
लाव द होगा! खासकर घर के बाहर वीराना म वो कभी साधू न होगा अगर होगा तो जागीरदार,
आज़ाद िजंदगी, बड़े- बड़े गाँव और बा- आमदन जायदाद का मा लक होगा!

नेक हालत

राहू का प का घर होने के कारन इस घर के सरू ज पर राहू क छाया मानी जाएगी या न हण


यु त सरू ज होगा फर भी रात क नींद पर कोई अशभ ु परभाव न होगा! गह ृ त सख
ु के लए भी
सूरज का फल अशुभ न होगा! ले कन जातक पराई औरत से स ब ध के कारन खद ु - ब- खद

अपने को बबाद करने वाला होगा! चाल चलन ठ क व सनीचर क व तुओ ं से परहे ज़ कर!

जब पापी राहू, केतू, सनीचर म से कोई खाना बर- 1 म आए तो सनीचर से संबि धत कारोबार
मंदे फल दगे!

सरू ज- 12 के समय सनीचर चाहे खाना बर- 6 म हो सरू ज और सनीचर का कोई झगड़ा नह ं
होगा न ह शकु र और बध
ु मंदा फल दगे!
इस घर के र शप त बहृ प त का फल श क होगा! जातक क धन क ि तथी चाहे अ छ न हो
पर त ु जातक धमह न कभी न होगा न ह बेऔलाद और न ह लंगोटधार साध ू होगा!

जातक िजतना यादा धरम और आचरण का प का होगा उतना यादा जीवन खश


ु हाल होगा धन
दौलत का मा लक, े ठ म ानी और िज़ंदा दल इंसान होगा!

भा य य द अनमोल ह रे क तरह चमकदार न भी हो नकल ह रा भी न होगा! य द सरकार


काम म लाभ न भी हो योपर म खब ू कमाई करने वाला होगा!

य द केतू खाना बर- 6 म हो तो केत ू क उ (48 साल) के बाद खद


ु कमाई म चमक आ
जाएगी और जीवन खश ु हाल होगा!

मंद हालत

सुख गह
ृ ती प का होवे- धम गर वो परू ा हो,
धन प रवार क कमी न कोई- राहू से गर बचता हो॰

सूरज खाना बर- 12 के समय जातक अगर धरम क पालना और सं कार का रखवाला होगा
तो गहृ त जीवन सुखी होगा!

खाना बर- 12 का सूरज राहू क चीज पर अपना नेक असर ब द कर दया करता है िजसके
कारन राहू के कारोबार व खोपड़ी, कू हे क ह डी, दमागी खरा बयाँ पैदा हो सकती ह!

राजदरबार संबि धत बरु े फल, सनीचर के कारोबार म नक


ु सान, बधु से संबि धत योपर उ दा
फल दगे! मकान का सहन िजस कदर ल बा चौड़ा और खल ु ा होगा सरू ज उसी कदर नेक फल
दे गा!

दस
ू र के त दल म मैल, ई या, बेवजह क द ु मनी, अंधेरे मकान म रहने क आदत, झूठ
गवाह , अमानत म खयानत आ द आदत सूरज क रोशनी को पेशाब म बझ ु ाते ह गे!

राहू क चीज का कारोबार या ससुराल से सांझ े म कारोबार हर तरफ नराशा और मंदे फल दगे!
जीवन म शां त नाम क कोई चीज़ न होगी!

पापी ह (सनीचर, राहू, केत)ू खाना बर- 1 म ह तो न तो रात को नींद नसीब हो और न ह


सुबह का ना ता! अगर यि त कंजूस तबीयत होगा तो सूरज का फल नहायत मंदा होगा! अपने
साथ बरु ा करने वाल को मुआफ करते जाना सूरज को नेक करे गा!
सरू ज- 12 के समय य द खाना बर- 6 म हो तो जातक खद
ु या उसक औरत या दोन ह
एक आँख से काना ह गे!
Chapter 3
चंदर
चंदर सामा य या या
उ क क ती का सम दर- जगत क धरती माता- दयालू शव जी भोलेनाथ

बढ़े दल मुह बत जो पांव पकड़ती

उ नहर तेर - चले ज़र उछलती


चं मा लक ह उ जो द ु नया, गु राज ह म डल हो

जनम वष वाह कह ं हो बैठा, असर आता वां र व का हो

व त द ु मनी एक पे मंदा, बीज नाश नह ं करता हो

बाद केत-ू गु पहले बैठा, म द चं ख़ुद होता हो

गु होवे जब पहले बैठा, ि ट मगर न मलता हो

माता- पता हो द ु खया बेटा, ज़हर चं भर जाता हो

चावल चं का िजतना पुराना, क मत बुढ़ापे बढ़ती हो

नज़र चं म गु जो बैठा, माया बलाई मलती हो

बुध चं से हो जो पहले, रे त ज़हर पानी भरता हो

तीन चौथे 7–9 ह बैठे, राख़ कुल जलता हो


बुध भले तक दध
ू चं का, मले पापी फट जाता हो
मा लक उ जो कुल ज़माना, बगड़े शुकर न बनता हो
अ स सरू ज का हरदम मलता, मंगल बद सब जलता हो

खाल चौथा वाह कोई अकेला, असर उतम ख़ुद दे ता हो


र व दे खे जब चं माई, त त बैठा न जब क हो

न फ़ उ जब चं होगी, लेख भला सब होता हो

पहले के घर और बाद के घर के ेह का आधार ि ट का असूल होगा न क


गनती के असूल पर! सूरज चंदर को दे खता हो ले कन खाना नंबर- 1 से नह ं!

चंदर: लाल- कताब के फरमान स ह नंबर- 208 पर चंदर के साथ घोड़े क त वीर
चंदर: लाल- कताब के फरमान स ह नंबर- 208 पर चंदर के साथ घोड़े क त वीर
या न घोड़ा चंदर क चीज़! घोड़ा सफ 3 बार जागता है ! चंदर हमेशा राशीफल का होता है
और तीन घर म तो खद
ु ा क मदद क तरह हुआ करता है !
खाना नंबर- 3 म चंदर मैदान- ए- जंग म लड़ाई के समान क कभी कमी नह ं होने
दे गा या न इस घर को मंगल का प का घर होने के कारण मैदान- ए- जंग कहा गया है
ले कन जीवन क हर लड़ाई के व त इस घर का चंदर साथ दया करता है ! कंु डल म
मंगल बद भी नह ं हुआ करता! भाई- बंधुओ ं क सहायता, धन- दौलत पूरा और चोर
वारा होने वाले नक
ु सान से भी बचाया करता है !
खाना नंबर- 8 म बैठ कर ल बी आयु का कारक हुआ करता है और कंु डल वाले क
(आकि मक) मौत को रोकता है ! ले कन चंदर क बाक चीज के लए चंदर नेक फल का
होगा इसक शत नह ं य क चंदर अपनी नीच राशी म होगा! उ और खानदानी न ल
के लए फल उतम ह गे!

खाना नंबर- 7 ख़ुराक म कंकर, रोड़ा, प थर या गह ृ त सुख म मसनुई शुकर के अंश


या न राहू व केत ू के अचानक हमल से िजनक कभी उ मीद भी नह ं हुआ करती से र ा
करता है ! बला- ए- बद (राहू- द ु नयादार बा लग से संबि धत) व हवा- ए- बद (केतू- ब च
व मासूम पर गैबी हमले, िज न- भूत व कुल फ़ज वहम क बुर हवाएँ) से बचाया करता
है !

चंदर: सूरज जमा बह


ृ प त या न चंदर के मसनुई ह! सूरज रोशनी तो बह ृ प त हवा
और दोन का मला- जुला प चंदर जो दल और शां त का कारक ह है ! कंु डल म बुध
(अ ल) कायम हो तो चंदर का फल कभी बरु ा नह ं होगा!

1. ल ै ोक का भेद खाना नंबर- 3 से खाना नंबर- 9 म नौ ह ेह से ज़ा हर हुआ, जहां


गैबी और ज़ा हरा दोन जहान का मा लक बह ृ प त है िजसने द ु नया को यह खबर
दे ने के लए गह
ृ ि तय का घर शुकर के खाना नंबर- 2 को अपना प का घर
नधा रत कया! िजसम आने के बाद से चले जाने का पैगाम या मौत का हु म भी
(खाना नंबर- 8 से) आने लगा, ले कन उस फक र पी बह ृ प त न अपना ये भेद
कु ते के ज़ रए खाना नंबर- 6 म भेजा! जब कु ता बोला तो इसक आवाज़ वा पस
खाना नंबर- 12 म जा पहुंची और इसी भेद को जो खाना नंबर- 3 को खाना नंबर-
9 म और खाना नंबर- 8 से खाना नंबर- 2 म ले गयी वह चीज़ “ ि ट” दे खना
कहलाया जो असल म मंगल व सनीचर क नज़र कहलाई! बह ृ प त न इस नज़र को
पहचाना और अपने साथी द ु नयावी दरवेश कु ते क आवाज़ बुध के वारा ज़ा हर कर
दया! बह
ृ प त न गैबी बात पहचानी! केतू न बुध के वारा धन- दौलत के सुख के
खाने म ये खबर दे द ! दोन दरवेश (बह
ृ प त व केत)ू क इस ताकत का भेद बध

के वारा खुला, इसी लए बुध का आकाश या आवाज़ “न कारा- ए- ख़लक़” को
“आवाज़- ए- खुदा” समझा गया या हर कसी का भेद खोलने क ताकत बुध म ह
है ! कंु डल म अगर बध ु अ छा हो तो चंदर कभी मंदा नह ं हुआ करता और जब
कंु डल म चंदर अ छा हो तो शुकर का फल बुरा नह ं होगा! इस लए बुध अपना फल
शक ु र म पहुंचा दे ता है या न बध
ु के बगैर शक ु र पागल होगा और शक ु र के बगैर बध

एक पागल कु ते क तरह होगा जो अपने मा लक को छोड़ कर (पागल कु ता अपने
मा लक को छोड़ दया करता है ) और अगर वो कु ता अपने ह घर म बंधा हुआ होवे
(खाना नंबर- 12) तो मा लक को ह काट खाएगा या न बध
ु ह सब ेह का भेद है
और बह ृ प त सबको जानने वाला इस लए यह दोन (बुध और बह ृ प त) ह राहू व
केतू के सर और पाँव को पहचान सकते ह!
2. राहू और केतू दो द वार क तरह ह जो सफ रा ता रोक सकते ह और ये द वार
हमेशा चलने वाल हुआ करती ह या न इंका अपना असर ख म होते ह ेह का वह
उ दा असर होगा जो क कंु डल अनुसार उनका होना चा हए! ले कन जब ये हाथी
(राहू) व कु ता (केत)ू घोड़े के साथ एक ह मकान म बंधे ह तो तबेला मवे शयाँ
(पश ु बांधने क जगह) होगा जो बाक के सात या राहू व केतू इ ठे (मसनुई शुकर)
का नतीजा गह ृ त का खाना नंबर- 7 है िजसम शुकर के साथ- साथ बुध को भी
माना है , ता क केत ू क बरबाद न हो सके, केत ू को इस व या (लाल- कताब) म
लड़का कहा है इस लए खाना नंबर- 7 म बुध शुकर इ ठे या न मसनुई सूरज जो क
औलाद क पैदाइश का कारक है !
3. खाना नंबर- 6 म केतू को माना तो इंका दस ू रा ह सा राहू खाना नंबर- 12 म और
इन दोन को चलाने वाला बह ृ प त खाना नंबर- 2 म बैठा है ! खाना नंबर- 2
गु वारा भी है और बह ृ प त का थान, इसम खाना नंबर- 8 का असर आया,
खाना नंबर- 8 पापी ेह (सनीचर, राहू व केतू) क बैठक है जब क खाना नंबर- 2
सफ राहू और केत ू क बैठक है या न जब खाना नंबर- 8 का असर खाना नंबर- 2
म जाएगा तो राहू, केतू व सनीचर तीन ेह का असर होगा ले कन ले कन खाना
नंबर- 2 जब खाना नंबर- 6 म अपना असर डालेगा तो सफ राहू और केतू का असर
साथ होगा, इस लए खाना नंबर- 2 मसनई ु शकु र या न हवाई शक ु र का है और हवा
को संभालने वाला ह बह ृ प त है ! खाना नंबर- 2 का असर उसम बैठे ह के ईलावा
राहू और केत ू का असर भी आकर खाना नंबर- 6 म मल गया अब इन सभी ेह
के असर को बुध खाना नंबर- 12 म ले गया, बुध आकाश भी है और गोल दायरा
भी! इस तरह से खाना नंबर- 8–2–6–12 म हर तरह का झगड़ा हुआ और पाताल
(खाना नंबर- 6) से आकाश (खाना नंबर- 12) म हर तरफ बध ु व बह ृ प त क चार
तरफ घूमने वाल गांठ म सनीचर क चार तरफ मार कर लेने वाल ताकत खड़ी हो
गयी और अब बुध व बह ृ प त न आपस म द ु मनी के होते हुये भी सूरज व सनीचर
का साथ दया और इन चार ेह क चार तरफ़ (स जुग, त े ा, वापर व कलजुग)
क ताकत वाला खाना नंबर- 4 चंदर को मला, िजसम हर तरह क नेक क स त
होगी! इस घर म मंगल बद और सनीचर न चंदर से अपनी द ु मनी का स भाव जार
रखा! इस च के बरु े और भले क नगरानी के सबब से चंदर न सब क उ अपने
काब ू म करल और सब क उ का मा लक कहलाया और तमाम ेह के सफर म
अपना असर डालने क ताकत पकड़ी और ये राहू और केत ू का कु ता या न हलक म
क वा बन बैठा! इसी से बचाव के लए गाय, क वा और कु ते को या सनीचर से
बचाव के वा ते अपनी रोट के तीन टुकड़े लै ोक म आराम के वा ते गऊ ास के
नाम से एलहदा रखे या न बध
ु के खाल ढांचे म राहू व केतू पकड़े गए! खाना नंबर-
9 व 12 के बुध न अगर सब ेह को मारा तो खाना नंबर- 2 के बुध न सब को
तारा भी है ! सफ खाना नंबर- 4 के बुध म राहू व केत ू का स बंध नह ं हुआ करता
इस लए वह राजयोग है !

चंदर का द ु मन ेह से स बंध

1. जब चंदर कंु डल के पहले घर म हो और द ु मन ह बाद के घर म तो चंदर अपना


नेक फल उन द ु मन ेह को दे ना ब द का दया करता है !
2. जब कंु डल म चंदर व द ु मन ह संयु त ह तो द ु मन ेह व चंदर, दोन का फल
हर तरह से र ी होगा!
3. जब चंदर कंु डल के बाद के घर म हो और द ु मन ह पहले घर म तो चंदर का
फल न ट होगा! द ु मन ह पर कोई असर नह ं होगा!
4. बह
ृ प त के साथ बहृ प त के घर म राहू हाथी का तदआ ु होगा या बह
ृ प त के साथ
या बह
ृ प त के घर म राहू बुरा फल दे गा! बुध के साथ बुध के घर म केत ू का सर
पागल या द वाने क तरह से नीच फल का होगा!

चंदर का खास स बंध

1. जब सूरज चंदर के घर खाना नंबर- 4 म या कसी नेक घर (जो सूरज व चंदर के


द ु मन का न हो) सूरज हो तो मोती दान म दया करता है !
2. जब सूरज या बहृ प त या दोन ह चंदर को दे ख रहे ह तो चंदर खुद- ब- खुद
अपना नेक असर पैदा कर दे गा िजससे खु क कुओं म पानी भर जाएगा या न धन-
दौलत क कमी नह ं होगी! ऐसी ि तथी म सफ ब चे क आवाज़ मा से माता के
प तान दध
ू से भर जाएंगे, चाहे माता अंधी ह य न हो (चंदर द ु मन ेह से
न ट हो)!

चंदर के बुज का असर


कंु डल का खाना नंबर- 4 और कक राशी! चंदर का बुज हथेल पर बाहर क तरफ कलाई
रे खा से ऊपर और बह ृ प त के खाना नंबर- 9 के लगभग साथ लगता हुआ! चंदर का बज

कायम हो तो चंदर हर तरह से नेक फल होगा! चंदर क कारक चीज ( दल क शाि त,
पानी दध
ू , गैबी- खद
ु ाई मदद, माता का सख
ु , औलाद का सख
ु , ज ी जायदाद, ज़मीन का
सुख, आम सफर समंदर पार, राजदरबार व समाज म मान इ ज़त, हर तरह क सवार
का सुख, और रात क नींद) आ द पर नेक फल दे गा!

सामु क या या

दल रे खा जहाँ ख म हो रह हो और दो ह स - < म बंट जाये ऐसा इ सान


अ ड़यल त बयत (नेक व ् म दे दोन ) हुआ करता है !
दल रे खा के ख म पर कोण बन जाये तो सनीचर और मंगल बद का असर,
ले कन जातक सरकार मल ु ाज़म हो सकता है !
सनीचर के बजु से रे खाएं नीचे को आकर दल रे खा को छुएं तो जातक औरत क
कबूतरबाजी म पैसा बरबाद करने वाला! ऐसे म सांप को दध ू पलाना चा हए!
बुध के बुज से रे खा चल कर दल रे खा को छुए तो दमागी सदमे लगा करते ह!

सर रे खा से कोई रे खा उपर उठ कर दल रे खा को छुए तो इंसान खूनी होगा (च दर


बुध क द ु मनी)
सर रे खा व दल रे खा आपस म मल या दोन एक हो जाएँ तो यि त खंख
ू ार
त बयत होगा!

जब दल रे खा और े थ रे खा क न का या म यमा के नीचे मल रह ह तो मौत


जब दल रे खा और े थ रे खा क न का या म यमा के नीचे मल रह ह तो मौत
सदमे से होगी!
च दर से रे खा शक
ु र को नकले और बीच म उठ हुयी हो तो शराफत रे खा कहलाती
है ले कन यि त नशेड़ी हुआ करता है ! अगर शुकर वाले ह से पर श न का नशान
बने तो फ़क र- ब- कमाल!
अगर उ रे खा च दर के बुज पर जा नकले तो पत ृ रे खा कहलाती है ! इस पत ृ
रे खा के शु म सूरज का सतारा हो तो मौत दन के समय पानी म डूबने से होगी
और अगर सनीचर का नशान पत ृ रे खा के साथ च दर के बुज पर हो तो मौत रात
के व त पानी म डूबने से होगी!
च दर के बुज से सीधा खत मंगल बद के रा ते से होता हुआ शाद रे खा को काटता
हुआ बुध के बुज पर जा नकले (नीचे च दे ख) तो बुध च दर व च दर शुकर क
द ु मनी का असर होगा िजसमे मंगल बद भी अपना ज़हर डाल रहा होगा या न क
कुल ेहो का असर मंदा होगा! ऐसी ि तथी म शाद आमतौर पर 34 साल क उमर
म हुआ करती है अगर शाद 34 साल से पहले 33 साल म हो जाए तो शाद का
कोई मतलब न होगा और भाई बंध ु भी दख ु ी ह ह गे! माता व खेती क ज़मीन से
परे शानी बनी रहे गी! ऐसे यि त क औरत को बुध क अपनी उमर 34 साल म
गभाशय क बीमा रय से परे शान होगी! और औरत 34 साल (बध ु क उमर) और
मद 48 साल (केत)ू क उमर से पहले नर औलाद का सुख न मलेगा, सरकार
काम म भी परे शानी होगी, या न च दर और मंगल दोन ह ह नुकसान का सबब
ह गे इस लए च दर के लए इ ट आराधना और मंगल के लए गाय ी पाठ करना
चा हए!
राहू के लए क यादान और केतू के लए क पला गाए क सेवा शुभ सा बत होगी!
खुद बुध के लए दग
ु ा पाठ या क या पूजन करना चा हए!
इसके इलावा शक
ु र के लए अपनी खरु ाक के दस ह से का आटा काले रं ग क
मछ लय को केत ू के व त खलाएँ, यह उपाए 40 ह ते (ह ते म एक बार) करना
चा हए!
आम हालत 12 घर
िज़ दा माता ज़र दौलत पहले, दज
ू े दौलत ख़ुद अपनी हो
कमी रज़क न चोर तीजे, चौथे खच से चौगन
ु ी हो
तबीयत धरम 5 दौलत चलता, धरम को आन 6 मंदा हो

अवतार ल मी घर 7 होता, मारा हुआ न पाप का जो

माता मंद 8- उ पे मंदा, घड़ा मोती 9 माया हो

द ु नया पानी- 10 ज़हर सम दर, नाम मा घर 11 हो


आराम माया कुल द ु नया चाहती, कोई चाहे न एक दख
ु को
चंदर 12 क चमक हो ऐसी, जले जलावे हर सख
ु को

खाना नंबर- 1 का चंदर हर तरह से कायम व नेक हो तो माता का सुख पूण


हुआ करता है ! खाना नंबर- 2 का चंदर अपनी उं च रा श वष ृ भ म और ख़द ु क
कमाई हुयी दौलत को दशाता है , चंदर- 2 म उं च हालत के समय बह ृ प त भी
नेक फल हो जाता है चाहे कह ं भी बैठा हो!
खाना नंबर- 3 का चंदर नहायत उ दा फल दया करता है , कारोबार कभी नह ं
कता धन- दौलत क ि तथी उतम, चोर नह ं होने दे गा न धन क और न ह
उ क या न अक मात क हा न या मौत!
खाना नंबर- 4 का चंदर अपनी राशी व प के घर का नतीजे हर से नेक हुआ
करते ह! पानी का न सूखने वाले च मे क तरह िजतना धन खच होगा उस से
कई गुना आएगा
चंदर खाना नंबर- 5 म दो त सरू ज के घर म! यि त य द धरम क पालना
करने वाला होगा तो धन- दौलत म कोई कमी नह ं हुआ करती!
खाना नंबर- 6 का चंदर पाताल के पानी क तरह कड़वा होगा य क अपने
द ु मन ेह बुध व केतू के भाव म!
खाना नंबर- 7 का चंदर य द पापी ेह से कसी तरह भी भा वत न हो रहा हो
तो सा ात ल मी का अवतार हुआ करता है !
खाना नंबर- 8 का चंदर अपनी नीच राशी म होता हुआ माता क सेहत व उ के
लए खराब फल दया करता है !
खाना नंबर- 9 का चंदर हर तरह से नेक और शभ
ु होगा! बह
ृ प त का प का घर
और चंदर इस घर म उतम धन- दौलत दया करता है !

खाना नंबर- 10 का चंदर अब सनीचर से भा वत होगा और चंदर का पानी पीने


खाना नंबर- 10 का चंदर अब सनीचर से भा वत होगा और चंदर का पानी पीने
लायक न होकर ज़हर ला हुआ करता है या न चंदर कोई शुभ फल का नह ं होगा
खाना नंबर- 11 के चंदर को शू य कहा है और इस घर के चंदर के फल दस
ू रे
ेह क ि तथी अनस
ु ार ह गे!
खाना नंबर- 12 का चंदर राहू व बह
ृ प त दोन से भा वत होगा नेक हुआ तो
उतम वरना हर तरह से खराब!

च दर से बध
ु का संब ध:
- - च दर टे वे म बध
ु से पहले घर म हो तो च दर का भाव बध
ु पर बल होगा, यह
संबंध मान सक प से उ तम ले कन सांसा रक प म दोन का फल म दा होगा!
- - बुध टे वे म च दर से पहले घर म हो तो बुध का च दर पर बल भाव होगा, धन
क हार नह ं ले कन मान सक परे शानी बनी रहे गी, य द दोन ह या कोई पी ड़त हो तो
जातक आ मह या तक कर सकता है !

- - एक तरफ क ि ट का असर:

(क) बध
ु दे खे च दर को 100% ि ट से तो भाव नहायत अशभ
ु , नशानी होगी
सी ढ़य के ठ क सामने कुआँ (आज के युग पानी जमा करने क जगह)

(ख) बुध दे खे च दर को 50% ि ट से बहुत अशुभ!

(ग) बुध दे खे च दर को 25% ि ट से अशुभ होगा!

- - दोन ह अलग अलग एक दस


ू रे के घर (4–7) म ह तो नेक ले कन दोन ह
इकठे खाना न बर- 4 या 7 म होने पर कभी नेक फल न दगे!

च दर का सनीचर से संब ध:
- - च दर दे खे सनीचर को तो च दर का फल नेक मगर सनीचर का फल म दा होगा
(दोन ह अपने पके घर म ह तो शत नह ं लगेगी)!

- - सनीचर दे खे च दर को तो च दर का फल म दा ले कन सनीचर टे वे म ि त थ के
अनुसार अपना फल जार रखेगा!
- - दोन ह ह अलग अलग ले कन साथ लगते हुए घर म ह तो आपसी द ु मनी पर
ह गे, ऐसे म अगर दवार तोड़ कर कुआँ या पानी जमा करने का थान या फर बफखाना
बनवाया जाये तो असर नहायत बुरा, माता क सेहत खराब, औलाद व दौलत का न होना
या न रहना, खदु क सेहत खराब अधरं ग तक हो सकता है !
- - पापी टोला अगर च दर को भा वत करे तो च दर के दध
ू म ज़हर के समान होगा!

- - अगर च दर के बलमुक बल पापी(राहू केत ू सनीचर) ह ह तो अशुभ असर टे वे


- - अगर च दर के बलमुक बल पापी(राहू केत ू सनीचर) ह ह तो अशुभ असर टे वे
वालेपर न होकर कर बी र तेदार पर होगा जैसे (1)च दर दे खता हो सूरज को और सूरज
के खाना न बर- 5 म कोई पापी ह बैठा हो(2)टे वे म य द सूरज व मंगल इकठे ह तो
च दर का फल अ छा नह ं हुआ करता(3)च दर दे खे बह ृ प त को और बह ृ प त के पके
घर म पापी ह या शुकर हो तो फल नहायत नक मा होगा!

च दर के पानी व ताल म का टे वे वाले पर असर

च दर को पानी भी कहा गया है और ताल म ( व या) से भी इसका संब ध है ! टे वे के


भ न भ न घर म बैठा च दर पानी क क म और ताल म के बारे म जानकार दे ता
है ! व तार से समझने के लए नीचे द गयी ता लका दे ख:

च दर पानी क पानी/ताल म
और है सयत
खाना कैसी
न बर

1 घर म ताल म पर खच कया पैसा कभी यथ न जायेगा और ताल म कारआमद और


रखे घड़े/ मददगार होगी िजसका फायदा दरबार/सरकार से होगा!
बतन का
अ छा
पानी

2 पहाड़ से माता और ताल म, जायदाद व नकद दौलत, दोन म से एक ह सा नहायत


नकलता उ दा होगा अथात जब तक माता का साथ होगा ताल म उ दा होगी और पता
हुआ के रहते दौलत और जायदाद दोन का सुख ले कन टे वे वाले के बाप को
ताकतवर ताल म से कोई सुख मले इसक शत नह !ं टे वे वाले के लए च दर क चीज़
च मा, (घोड़ का योपार, चाँद का कारोबार, ज़मीन क संचाई आ द का महकमा)
उ दा क मत क बु नयाद ह गे! मामूल कूल मा टर कभी न होगा!
पानी

3 जंगल या य य ताल म बढ़ती जाएगी पता क आ थक ि त थ कमज़ोर होती जाएगी


रे ग तान ले कन जातक क ताल म केगी नह !ं ताल म पर खच कया पैसा वसल
ू होगा
का पानी बशत टे वे म केतू कायम हो और च दर को बरबाद न कर रहा हो! य य
उमर बढ़ती जाएगी ताल म क क मत घटती जाएगी, समझने के लए अगर
जातक कह ं श क हो तो बढ़ती उ के साथ तरक क जाएगी या ताल म
से कमाया पैसा घरे लू काम न आएगा!
4 च मे का व या के पणू करने म हर तरह क सहायता खदु - ब- खद
ु पैदा होती जाएगी!
पानी ताल म चाहे िजस भी े म होगी खब
ू खश
ु हाल और सुख दे ने वाल होगी!
इस ताल म म माता के

असल खन
ू का सबत
ू होगा!

5 आबाद ताल म पर लगाया हुआ पैसा ताल म के अनस


ु ार क मत न दे गा ले कन ब च
के अ दर क ताल म पर खच कया पैसा अपनी परू क मत दे गा! द रया चाहे कतना
का भी प व य न हो ले कन ले कन लोग इसम कूड़ा ह फकगे या न खद ु क
द रया! ताल म बेमायनी होगी!
सैलाब
लाने
वाला
द रया या
नहर

6 पाताल ऐसी ताल म होगी जो तार फ के का बल ले कन ताल म के लए पैसा बहुत


का पानी, मेहनत से आयेगा!
कुआँ
हडपंप
आद

7 मैदान शाद होने से पहले ताल म परू हो जाएगी ले कन कसी कारन ताल म लंबी
और खेती चल जाए तो शाद म दे र होगी, ताल म कारआमद रहे गी ले कन अ वल दजा
क का दधू न होगा ले कन दधू जैसा भी होगा चाँद के भाव बकेगा!
ज़मीन
को दया
जाने
वाला
नहर का
पानी

8 अमतृ या ताल म खा लस दध
ू क तरह न हो कर सख ू े दध
ू क तरह होगी या न अगर
खा लस जातक पढ़ाई क तरफ जाएगा तो परू ा पढ़े गा वरना ब च को भी पढ़ाई से
जहर रोकेगा!

9 सम दर सब सुख चैन दे ने वाल ताल म का जानकार ले कन खद


ु ताल मया ता होगा
ऐसी कोई शत नह ं ले कन राजा इंदर क तरह सब को सुख दे ने वाला!
10 पहाड़ क दस ू र को पड़ाना तो दरू क बात बि क खद
ु ह पड़ाने वाले को भगाने वाला
कावट इंसान! खश ु क दवाइय का जानकार! अगर खाना बर- 2 उ दा तो का
से ब द फल नेक अगर खाना बर- 8 मंदा तो जातक हर जगह बेइ ज़त हो!
पड़ा पानी

11 बरसाती पड़ेगा तो परू ा वरना अनपढ़ हा फज़!


नाला

12 बा रश य य ताल म बड़ती जाए तो ऐसा पानी िजसमे गंदगी का नशान तक न


का पानी हो! ले कन अगर पड़ाई न कमी तो ना लयाँ साफ करने वाला पानी! अगर
ओले, नेक सा बत हो जाए तो साध ू क समा ध के लए चाँद का फश होगा!
ब द गंद
नाल का
पानी,
सम दर

उँ ग लय पर जौ का नशान:
अंगूठे को छोड़ कर बा क उँ ग लय क पो रय (दोन हाथ क ) पर जौ का नशान
द ु नयावी िज़ंदगी म आने वाल ख़श ु ी या गम को बताता है ! आम तौर पर कुल नशान ३२
तक हो सकते ह! य द २१ जौ क नशान ह तो च दर का असर खुद के लए नेक लखा
है ,

टे वे का खाना न बर उँ ग लय पर कुल जौ के नशान और असर

खाना- 1 12- सार उमर दौलतमंद और खश


ु गुजरान!

खाना- 2 22 से 32 द ु नया से कनाराकश!

खाना- 3 17 दौलतमंद, बेइ ज़त व बेएतबारा होगा!

खाना- 4 14 औ तदरजा क िजंदगी होगी!

खाना- 5 19 धमा मा, राजदरबार म इ ज़त पानेवाला!


खाना- 6 20 सा हबे तदबीर व अकलमंद!

खाना- 7 13 दौलत मंद ले कन ह तजीवन खराब!

खाना- 8 16 बदब त, जुया रया होगा!

खाना- 9 18 भला इंसान, नेक तबीयत होगा!

खाना- 10 15 चोर, डाकू, लट


ु े रा ले कन फर भी परू न पढ़े !

खाना- 11 __ सफर या नप मंदा होगा!

खाना- 12 21 कमब त, बदनसीब होवे!

21 नशान से यादा तो द ु नया से बेपरवाह जो 9 ह और 12 रा शय क तरह आम


चाल से जुड़ा, अगर 32 नशान ह तो सुख दःु ख बराबर ह गे! यह नशान 32 से िजतने
यादा होने उसी कदर ख़ुशी भी यादा ा त होगी!
(माता िज़ दा होने तक ज़र व दौलत- ख़ा लस दध
ू )
हु म पूरा माता का गर तू करे गा

उमर र क माया न तेरा घटे गा

दध
ू ख़ा लस ज़र पहले - नहर वीराने आती हो

काम मंदे या मु तखोर से- शान पहल भी जाती हो

बहन भराता गज़
ु रते पहले- आम नशानी होती हो
इ म तप या हर दो मलते- दध
ू बेचे कुल घटती हो
माता जब त त पे बैठे- असर गुना 2 दे ती हो
ऊंच शुकर वाह कतना टे वे- द ु खया औरत उस रहती हो

श न सूरज जब 6 बैठे- तो तवा म ी घर चढ़ता हो

मतर चौथे वाह 10 आए- मोती सफ़र कुल द रया हो

आठ भला 7 उ दा होते- रे त जल भी दौलत हो

उपाओ दया हो िजस दम करते- शान भल सब शौकत हो

- - खाना बर- 1 कंु डल म मेष रा श और र शप त मंगल, प का ह सूरज है जो क


मंगल का दो त है ! सरू ज और भी आपस म दो त ह इस लए सरू ज क मदद
करे गा! राजदरबार से इ ज़त व कामयाबी मलेगी! आम सुख 28 साल और औलाद का
सुख खासकर होगा! उ 90 साल लखी है ! 28 साल से पहले क गयी नेक फल न होगी
और औलाद का सुख भी मंदा होगा और यह बुर हालत 24 साल से पहले नए मकान
बनाने पर होगी! चारपाई के चार पाय म तांबे के क ल नेक फल दगे! बड़ के पेड़ को
पानी डालना भी नेक फल दे गा! जब कभी संतान के साथ सफर पर जाना हो और रा ते
म द रया आए तो तांबे के पैसे द रया म गराना औलाद क उ के लए उतम होगा!!

ह त रे खा: के बुज (खाना बर- 4) से रे खा सूरज के बुज (खाना बर- 1) को जा


नकले!

दध
ू का पहले घर म, जहर श न से होता है

शुकर, बध
ु भी द ु मन इसके, केत ू राहू मंदा है
24 साल 27 होते, माता सर पर मौत चले

इन साल गर हो न सफ़र म, तब माता क उ बढ़े


दन 28 का औरत पानी, 28 साल ह र ा है

- मंगल दोन मलते, दध


ू बरे ती चलता है

दल, बाग, बायाँ ह सा, बायाँ डेला आँख का!


28 साल क उ से पहले क शाद का कुल फल बरबाद करे औलाद के लए भी असर मंदा
होगा और ऐसे हालत तब ह गे अगर मकान 24 साल से पहले बनाया जाए! शीशे के बरतन म
दध
ू या पानी पीना मंदे फल दे गा और चाँद के बरतन का इ तेमाल हर तरह से शुभ होगा! धन
क इ छा मंगल के उपाओ से और प रवार क तर क चाँद का थाल इ तेमाल करने से होगी!
सोने वाल चारपाई के चार पाय म तांबे के क ल लगवाना नेक फल दे गा! बड़ के पेड़ को दध

डालना क ताकत को बढ़ायेगा!

नेक हालत

जातक कामयाब िजंदगी का मा लक और क मत खा लस दध ू क तरह होगी! ऐसे जातक के


जनम से पहले कई भाई बहन गज ु र चक
ु े ह गे और जातक खद
ु भी तरस क औलाद हुआ करता
है !

जब कभी सफ़र 100 दन या उससे यादा का हो तो द रया पार करते व त उसम तांबे के
स के बहाने चा हए औलाद क उ के लए नेक होगा वरना औलाद क ट म रहे गी! दध
ू को
जलाना या मुनाफे के लए बेचना को कमजोर करे गा!

चाँद के बरतन म बध
ु क नाल का इ तेमाल मनहूस फल दे गा जैसे केतल या चाँद का
गंगासागर िजसम बध ु क नाल लगी हो ऐसे बरतन का इ तेमाल करने से टे वे वाले क 34
साला उ से 48 साल क उ तक माता क आम सेहत व आँख के लए अशुभ होगा!
इ म और हर तप या का मा लक होगा! माता के चरण छू कर आशीवाद लेत े रहना कामयाब
िजंदगी क बु नयाद होगे! माता से चाँद क ट लेकर अपने पास रख कुल उ माता का
आशीवाद साथ होगा! घर से नकलते व त और वा पस आकर माता के चरण छू कर आशीवाद
लेत े रहना चा हए वैसे तो कुल उ ले कन 24 व 27 साल म नहायत ज र है !

सूरज या मंगल या बह
ृ प त खाना बर 4–10 म ह तो समंदर के सफ़र से खबू धन लाभ हो!
जब खाना बर 7 व 8 उ दा ह तो जल हुयी रे त भी धन दे गी! जब नेक व कायम हो तो
ज़मीन जायदाद से लाभ व कभी कभी परु ानी अमानत भी पास रे ह जाया करती है !

बहृ प त हो खाना बर- 4 म और सनीचर खाना बर- 10 म तो हर क म क सवार का सुख


ा त होगा, धन व दौलत म व ृ होती रहे गी! शुकर हो खाना बर- 7 म तो नंह
ु और सास का
र ता माँ बेट क तरह होगा ले कन औलाद के लए अशुभ होगा इस लए शाद के दन से कुता
पालना चा हए!

शकु र व बध
ु या मंगल व बध
ु खाना बर- 7 म ह तो सख ु ी रे त भी मीठ खांड का फल दे गी
ले कन खाना बर- 8 मंदा हो रहा हो तो मीठ खांड भी रे त होगी या न फल मंदा!

जब बधु खाना बर- 7 म हो तो राजदरबार व सफ़र से धन मले! ल बे ल बे सफ़र से हर तरह


नेक फल व धन लाभ हो! ले कन जातक कम अ ल हुआ करता है !

अगर ल बे सफ़र पार जाना हो तो माता का आशीवाद लेकर जाएँ, माता से चाँद क कोई चीज़
लेकर अपने साथ रख य द माता क सेहत मंद हो रह हो तो मंगल क चीज़ म ी के बरतन म
भर कर ज़मीन के नीचे दबाएँ!
हु म परू ा माता का गर त ू करे गा

उ र क माया न तेरा घटे गा

मंद हालत

पापी ेह या के द ु मन ेह से संबि धत कारोबार या उनसे संबि धत रशतेदार के साथ


मल कर कारोबार करने से, द ु नयावी मंदे काम और मु तखोर के फल को न ट करे गी!
फायदे के लए क व तुओ ं का कारोबार (खासकर दध ू बेचना) खदु के प रवार के घटने क
नशानी होगी! यहाँ पर यह याल रखना ज र है क जो कुल दध ू बेचने के लए ह पैदा हुआ
हो उस पर यह नयम लाग ू नह ं होगा!

शुकर कतना भी उं च या नेक य न हो ले कन जातक क माता के रहते औरत द ु खया ह रहे गी


इस मंदे ज़हर से बचने के लए क चीज़ घर म था पत कर और माता समान औरत के
पाँव छू कर आशीवाद लेत े रह! जब खाना बर- 7 खाल हो तो सोया हुआ होगा इसको 24
साल क उ से पहले जगा लेना चा हए! म ी म मंगल क चीज़ दबाएँ वरना खद
ु - ब- खद
ु जागा
हुआ हर तरह से अशुभ असर दे गा!

सनीचर व सूरज दोन ह खाना बर- 6 म ह तो गर बी इतनी क रोट पकाने के लए म ी


का तवा इ तेमाल करना पड़ेगा!

बह
ृ प त खाना बर- 11 म हो तो जातक इ क- ओ- मोह बत म डूबा रहने वाला और उसक
यह आदत बरबाद का बहाना होगी! शाद के शगुन के दन से ह टे वे वाले क माता, दाद , सास
व नानी आ द क हालत खराब! टे वे म मंगल बद या खाना बर- 8 खराब हो रहा हो तो शाद
के लए मना कए गए साल म शाद हो जाए तो पेट व भाइय क तरफ से असर मंदा होगा!

उपाओ:

चाल चलन और च र ठ क रख!


खाना बर- 7 खाल हो तो घर म शुकर क व त ु कायम कर!
माता के चरण छू कर आशीवाद लेत े रह और माता से चाँद लेकर घर म था पत कर!
माता समान औरत के पैर छू कर आशीवाद लेत े रहना चा हए!
बह
ृ प त को कायम कर और केसर का तलक लगाएँ!
अपने नजी फायदे के लए दध
ू मत बेच न ह दध
ू जलाएं!
क उ 24 साल म शाद मत करवाएँ!
खाना बर- 2
(ख़ुद पैदा करदा माया क दे वी)

लगे बजने घ ड़याल मि दर जो घर म

बजा दगे घ टा लाव द का दम म

ब द न ल न टे वे होगी- योग मंदा औलाद वाह हो


वरसा मलेगा घर का ज र - चीज़ जब रखता हो

मि दर क चे गो माता बैठ - असर प का गु घर का हो

लखत भूल कोई जनम हो पछल - कमी पूर कर जाता हो

उ ल बी हो खद
ु उस माता- च कर दज
ू े 48 जो
4 टे दस 8–9–12- श ु बैठे न पापी को

बाद उ खुद माता अपनी- द ती मुबारक दे ती जो

चीज़ घर कायम रहती- आशीवाद आ खर हो

म द गु वाह त त हो मंदा- बुरा मि दर न होता हो


ज़हर टे वे क धोता- दौरा त त का करता जो

- - के सतारा का खाना- 2 पर असर, अब हथेल पर बह


ृ प त के बज
ु पर
होगा! दोन ह ह आपस म बराबर के ह और दोन दो त भी इस लए फल हर तरह से
उतम होगा! धन- दौलत, माता, पता व औलाद का सख ु पण
ू होगा! बखृ रा श और
र शप त शुकर के बराबर का ह है ले कन शुकर से द ु मनी करता है !
इस रा श को उं च करता है और कसी न इस रा श को नीच नह ं कया य क धरम
थान नीच हो ह नह ं सकता! असर के लए बह ृ प त को लगे! धन दौलत का फ़ायदा
27 साल! द ु नया का सुख पूण और उ 96 साल! ऐसे इंसान क आमतौर पर बहन नह ं
होती ले कन भाई ज़ र ह गे! जातक का जनम शु ल प का होगा अगर उलट तो
बुढ़ापे म फल दया करता है !
आमतौर पर पैदाइश ऐसी जगह होगी जहां पानी ज़मीन से आने का साधन होगा!

ह त रे खा: दल रे खा (क) बह
ृ प त के बुज पर जा नकले या क मत रे खा (ख)
के बज
ु से शु हो कर बह ृ प त के बज
ु को जा नकले!
वशेष: कंु डल म टकराव क ि त थ नह ं दखाई य क दोन घर का ह बह
ृ पत
और का दो त टकराव नह ं होगा बि क दोन घर मले हुये ह गे!
चंद चढ़या कुल आलम दे खे, गर बहन न दे खे भाई तो दे खे

मात पता तो ज़ र दे ख, हो अपनी या औरत लेखे

सब को ह वो तब तक दे खे, जब तक चीज़ दे खे

गर न दे खे वो न दे खे, होगा 12 लेखे

क मत को जगाने वाला! माता, दध


ू , चावल, हानी ह सा, सफ़ेद घोडा
खाना बर- 2 वाले क आमतौर बहन नह ं हुआ करती मगर भाई ज़ र होते ह! जनम भी
आमतौर पर शु ल प का हुआ करता है ! जनम थान से 24 से 30 कदम क दरू पर कुआं
हुआ करता है या कोई ऐसा साधन िजससे पानी ज़मीन से आ रहा हो अगर ऐसा न होगा तो
बढ़ु ापा मंदा होगा! माता क उ का साथ 48 साल क उ तक होगा! ल बी उ के लए मकान
क तय म चाँद क चीज़ दबानी चा हए कुल उ नेक फल दे गा! माता से आशीवाद के तौर
पर चाँद या चावल घर म रखने चा हए हर तरह से नेक होगा! माता के साथ न होते व त माता
समान औरत के पैर छू कर आशीवाद लेना चा हए!

नेक हालत

खाना बर- 2 वाले जातक क बहन आमतौर पर नह ं हुआ करती ले कन भाई ज़ र होते
ह अगर खद ु के भाई न भी हुये तो औरत के भाई ज़ र ह गे! जातक दौलतम द, शाह िजंदगी
वाला, सवार और औलाद का सुख पण ू होगा!
उतम व उं च फल का होगा! जब भी वषफल के अनस ु ार खाना बर- 1 म आयेगा तो
व बह
ृ प त दोन का फल उतम होगा! खाना बर- 2 का 2–14–26–38–50–62–81–98–110
साल म खाना बर- 1 म आयेगा! टे वे वाले क खानदानी न ल कभी ब द न होगी चाहे टे वे
म औलाद न होने के कतने ह योग य न ह ! माता का आशीवाद के दो च कर या न
जातक क 48 साल क उ तक ज़ र होगा!

खदु अपनी उ व सेहत के लए मकान क सतह के नीचे चाँद क चीज़ दबाना मुबारक होगा!
द रया का पानी या माता से चाँद लेकर अपने पास रख कुल उ ! घर के अंदर फश का कुछ
ह सा क चा ज़ र रखना चा हए!

जब टे वे के खाना बर- 4–6–8–9–12 म राहू या केतू या सनीचर पापी होकर न बैठा हो तो माता
का साथ दे र तक बना रहे गा और माता क उ का फैसला बह ृ प त क ि तथी के अनसु ार होगा!
टे वे म जागता हो तो खद
ु जातक क अपनी व ससुराल खानदान क धन क ि तथी उतम
होगी!

टे वे म शुकर उ दा हो कयाफा: दल रे खा का एक ह सा बज
ु बर- 2 पर जा रहा हो तो शुकर
और का इ कठा फल होगा जातक कामयाब आ शक होगा द ु नयावी या हानी!

मंद हालत

घर म मि दर था पत कर घ टे व घ ड़याल बजाना लाव द क नशानी होगी! खाना


बर- 2 म क मत का मा लक माना गया है ले कन उसी समय अगर केतू खाना बर- 12 म हो
तो एक ह का फल ा त या न ठ क हुआ तो व या व धन और अगर केतू से
बेहतर तो औलाद ा त होगी!

खाना बर- 1–2–7–10–11 मंदे हो रहे ह तो - 2 म होते हुये भी खाना बर- 12 का फल


दे गा और गु व शुकर भी मंदे फल के ह गे! ऐसा यि त कभी कसी दस ू रे के काम न आ
सकेगा!

सूरज खाना बर- 1 म हो तो उ आमतौर पर 25 साल ह हुआ करती है वरना 25–34 साला
उ से 75 साल क उ तक हर तरह से फल मंदे ह गे जीवन गर बी से भरपरू होगा!

सनीचर खाना बर- 10 म हो तो बढ़ ु ापा मंदा हुआ करता है और उ का 75 साला समय


नक मा ह होगा! बह
ृ प त खाना बर- 11 म हो तो 90 साल क उ तक हाल मंदा होगा!
बध
ु खाना बर- 6 म हो तो सनीचर अपने ज़ाती स भाव के अनस ु ार मंदे फल का होगा और
इसका अशुभ असर नज़र पर होगा!

खाना बर- 9या 10या 12 म पापी ह ह तो सनीचर क अपनी उ 9–18–36 साल म माता
क उ श क होगी! खाना बर- 1 म के द ु मन ह बध
ु , शुकर और राहू केतू बर- 1–2–
7–11 म मंदे तो सभी ेह का असर मंदा होगा ले कन रा शफल के ह काबीले उपाओ ह गे!
बध
ु बैठा हो खाना बर- 3 म और बह ृ प त 9 म तो हर काम क क कर व रगड़े खा कर
होगा या काम बगड़े फर दब ु ारा से बने! इस मंदे जहर से बचने के लए हरे रं ग(बध
ु ) का कपड़ा(
) छोट लड़ कय (बध ु ) को 43 दन दे ना चा हए!

उपाओ:

पज
ू न सबसे उतम उपाओ है !
माता व माता समान औरत के पैर छू कर आशीवाद लेना चा हए!
माता से चाँद लेकर कुल िजंदगी अपने पास रख!
ज़मीन के नीचे चाँद व शहद चाँद के बरतन मे भर कर दबाएँ!
औलाद क तरफ से परे शानी हो तो कुते क सेवा कर!
छोट लड़ कय को हरे कपड़े द!
जो ह को खराब कर रहा हो उसका उपाओ कर!
खाना बर- 3
(चोर व मौत का र क, उ का मा लक फ़ र ता िजससे मौत भी डरे )

भरा माया होगा- जहाज़ का बेड़ा

पीवे दध
ू ख़द
ु - बहन भाई जो तेरा
बरु ा न फल कभी टे वे- खाल पड़ा 9–11 जो
होगा शुकर भी उतम टे वे- न ह मंगल बद होता हो

माता फल- पता का शवजी- नेक जभी बुध होता हो

उलट हालत जब त त पे आती- भला - बुध उ दा हो

पहले सरू ज हो- श न 11- बध


ु पाया घर 5 का हो
भला गु हो 9 जब बैठा- राज योग सब होता हो

ख़याल अ ल- धन दौलत ल बा- दल से छोटा पर नेक ह हो

माक़ूल जवाब- शरारत दे गा- हुआ वाह नि ट हो

आठ मंदा या आठ पर द ु खया- व त नशानी मंद हो


चोर कोई न बेशक करता- माया दौलत धन हा न हो

- - मंगल के बज
ु पर, मंगल व दोन ह बराबर के ह! मंगल नेक हो तो का
फल भी उतम होगा और अगर मंगल बद हो तो का फल भी मंदा! नेक हो तो मैदाने
जंग या न जीवन क हर लड़ाई म फतह होगी और अगर मंगल बद हुआ तो माता से
र ता ठ क नह ं होगा यह एक नशानी भी है ! जातक ख़ुद अपने लए हर तरह से नेक
होगा! कंु डल के खाना बर- 3 म मथुन रा श और रा शि त बुध है जो का दो त है
ले कन बध
ु से द ु मनी करता है ! इस घर म राहू उं च होता है जो के फल को
म म करता है ! के व त 3 साल पूर ऐश होवे! उ 80 साल लखी है ! ल क क
पैदाइश पर क चीज का दान धन के लए, राहू के वा ते क यादान मब
ु ारक रहे ,
लड़के के जनम पर सूरज क व तुओ ं का दान (हवा- ए- बद से बचाव) शुकर के लए
गाए क सेवा! चोर से बचाव के लए मसनुई सूरज क चीज का दान शुभ होगा!
ह त रे खा: दल रे खा(क) से शाख(ख) मंगल के बज
ु (3) को जा नकले!

कयाफा: जातक क लखाई या खाना बर- 8 क हालत तय करगी क नेक है


या मंदा!

लखाई कैसी हो का असर जातक पर कैसा

बड़ा व मोटा ह फ़ फ़राख दल यि त!

साफ़ सादा पढ़ा जाने वाला ह फ़ मजबत


ू व स त दल वाला! खाना- 8 क हालत!

ल बी ल बी लक र व चध मध बना सोचे समझे ज दबाज़ी करने वाला!

सीधा व साफ़ ह फ़ क़ुदरती अ ल वाला!

बलकुल बार क, बराये नाम अमल लयाकत वाला!

गोलाई लए बराबर ह फ़ उ दा फैसला करने वाला!

ह फ़ बझ
ु ा बझ
ु ा सा बेतरतीब शमनाक, डरपोक!

खब
ू सरू त व सजावट ह फ़ ग पी, बात बात म टरकाने वाला!

इतना तो फल ज र , कर दे गा तीजे

मौत से बचा रहे गा, सब माल- ओ- जान मि दर


गर मद न बच तो, औरत तबाह न होगी

वाह पापी न ट करते ह का पानी


घर जब तीजे आवे, माता भी वां पता कहा
शुकर बैल तो साधू, मद बढ़गे बढ़े गी आयु

मंगल बद मंगल क न होगा, शवजी होकर दया करे गा


ीय क भी पज
ू ा होगी, तीन काल वहाँ उ न त होगी
होगी तो कुल उ दा होगी, गर न होगी चोर न होगी

नह ं है कमी तेरे ख़जाने म, शव श भू भोले नाथ

मज़लूम पे दया है करता, मदद यतीमां ल बे हाथ

घोडा, शवजी भोले नाथ!


बध
ु के साथ पर क चीज का दान मुबा रक, राहू(ससुराल) या ता लुक पर क यादान(बला-
ए- बद से बचने के लए), लड़के क पैदाइश पर सूरज क चीज़ दान करना चा हए! (वा ते तादाद
मबराँ व हवा- ए- बद से बचाव) व शुकर के लए मसनई ु सूरज क चीज का दान मुबा रक होगा!

नेक हालत

नेक हो और जातक साधू हो तो नौ न ध स का मा लक और अगर गह


ृ ती तो धन
दौलत का भ डार या न दोन ह हालात म नहायत नेक फल! तीन जमाने उ न त ह उ न त

खाना बर- 3 का शुकर अगर खानदान को तारने वाल ल मी गना तो साधना व न ध


स का दाता होगा! जनम चाहे गर ब प रवार म हो ले कन कुदरत क मदद से सब उतम होगा

अगर टे वे म बध
ु उ दा हो और कायम तो जातक द ु नयावी गंद मोह बत से नफरत करने
वाला नेक दल इंसान होगा! मौत पर काब ू पाने क ह मत का मा लक! न तो रज़क क कमी
न ह चोर का डर, जीवन क हर जंग म फतह पाने वाला!

जातक क माता अब पता क तरह हर जगह जातक के साथ होगी! खानदान म मंद व बेव त
क मौत न के बराबर ह गी! टे वे म य द राहू व केतू मंदे ह तो बध
ु पज
ू न ज र होगा वरना घर
क नौकरानी दध
ू के साथ दध
ू दे ने वाला पशु भी बेच डाले!

जब खाना बर 9 व 11 खाल हो तो उ के हर तीसरे दन/मह ने/साल कभी बरु ा असर न दे गा,


शुकर का फल उ दा मंगल चाहे कह ं भी और कैसा ह बैठा हो बद न होगा! घर म मद क कमी
हो सकती है ले कन औरत क न तो कमी होगी न ह औरत द ु खया ह गी!

टे वे म बध
ु मंदा हो और खाना बर- 1 म आ जावे या बध ु खाना बर- 11 म हो तो
और बधु दोन अ त उतम फल के ह गे, ीय क ऐसे घर म पजू ा होगी और वह उ न त
का कारण ह गी!

सूरज खाना बर- 1, सनीचर खाना बर- 11, बधु खाना बर- 5, बह
ृ प त खाना बर- 9 व
खाना बर- 4 उतम हो तो राजयोग होगा! माता पता का सुख नेक व ल बे समय तक होगा!
शां त और दौलत का च मा चलता होगा!

राहू केतू क ि तथी उतम हो नशानी होगी अंगूठा छोटा और उँ ग लयाँ तराशी हुयी तो दध
ू और
म ी से लाभ पश ु पालन से फायदा हो!

मंगल खाना बर- 4 तो दमागी खाना बर- 27 हरकतशील, जातक दमागी सोच वचार का
मा लक नेक मायन म ले कन धन दौलत होते हुये भी जातक तंग दल हुआ करता है ! अ ल
ल बी व नेक नय त का मा लक ट का जवाब प थर से दे ने वाला चाहे टे वे म न ट ह
य न हो!

मंद हालत

अगर टे वे म खाना बर- 8 मंदा हो रहा हो तो जो ह खाना- 8 को मंदा कर रहा हो उस ह


क उ या फर क अपनी 8 साला उ म धन हानी का डर होगा लेक न चोर से नह ं

- 3 के समय आमतौर पर मंगल बद नह ं होता ले कन सनीचर क मलावट या फर अपनी


आदत से मंगल बद कर लया जाए ल क का पैसा हड़पना या बकर का दध ू (बध
ु ) छाती म जहर
का असर दगे ऐसे म घर आए यि त को दध
ू नह ं तो पानी ज़ र पलाएँ!

धन दौलत क बरकत के लए ल क या बहन क पैदाइश के व त बध ु पज


ू न कर वरना घर क
नौकरानी दध
ू के साथ साथ दध
ू दे ने वाला जानवर भी बेच दे गी या न धन का नकु सान होगा!

बलाए- ए- बद से बचने के लए जो क राहू के मंदे असर क नशानी है क यादान बेहतर न


उपाओ है , खानदान के सद य क उ के लए हवाए- बद से बचने के लए सूरज क चीज़ दान
कर!

धन दौलत को चोर व दस
ू र जहमत से बचने के लए, शाद के व त मसनई
ु सूरज क व तुओं
का दान कर!

मंगल बधु या मंगल खाना बर- 10 म हो तो माता और भाई के लए असर अशभु जद


ु ाई व
रं िजश आ द ले कन खद ु जातक के लए फल शुभ होगा! केतू खाना बर- 11 म हो तो भी
खाना बर- 11 का फल दे गा जो क अशुभ होगा!
खाना बर- 4
(खचने पर और बढ़ने वाला आमदन का द रया)

शु सुख म य त-ू न दौलत का करता

कदर द ु खया जाने- हो आह जो भरता

आँख मैल ह तू य करता- रज़क मा लक जब दे ता हो


दध
ू बेचे ज़र च मा जलता- मुफ़त दये ज़र बनता हो
म द पापी न शुकर होगा- न ह बुरा 8 दज
ू ा हो
आप मंद न पछल अव था- ब द मु ी ह उ दा हो

माता पता कुल घर को तारे - शगन


ु भला दध
ू होता हो
केत ू गु जब मि दर दे ख- ज़हर टे वे सब धोता हो

साथ से 4 का टोला- बढ़ती माया कुल चौगुनी हो

तीन कमेट तीन मंदा- पापी मंदा 9 ी जो

पांच र व- गु 2 घर बैठा- राज समंदर मोती हो


बध
ु - कभी 10 मंगल आया- मसले राजा खद
ु योगी हो
- - अपने ह बजु पर, ह का घर और घर का ह सब कु छ ह इस लए
फल हर तरह से नेक व शुभ! कक रा श जो बह
ृ प त को उं च करती है और दोन ह
आपस म दो त ह यह कक रा श मंगल को नीच करती है ! मंगल के बराबर का ह
है ले कन मंगल बद द ु मन होगा! ज़मीन से लाभ और अगर टे वे म शुकर नीच भी हो तो
भी लाभ दे गा या न 12 साल औलाद होती रहे ! उ 85 से 96 साल क होवे! ज ी
कारोबार उतम फल दगे! य द जनम शु ल प का हो तो बढ़ ू ापा उ दा वरना बचपन
उ दा होगा! दमागी खाना बर- 28 शुकर से
मु तरका पुरानी याददा त क ताकत!

ह त रे खा: धन रे खा के बज
ु से शु हो या सर रे खा(क) के नीचे कोण का
नशान!

कयाफा: क सफर रे खा मामूल सफर! सफ़ेद घोडा जो असल म द रयाई


घोडा हुआ करता है जो के समंदर मे एक ण म ह च कर लगा लेता है !
बर- 4 के समय अंगूठे क दस
ू र पोर पर जौ का नशान या न और राहू व केतू
इक थे काम करने के मैदान या न खाना बर- 8 क जड़ खाना बर- 4 है अगर राहू व
केत ू कोई भी के साथ न हो तो जातक क उ लंबी व बुढ़ापा उ दा होगा!

सोना नह ं तो चाँद , दध
ू नह ं तो पानी
पानी भी न सह तो, गु दे व क वाणी

घर चौथे होने पे, होगा जा वदानी

पता को तारे माता तारे , तारता वो सब घर को है


माया से तारे , दया से तारे , तारता वो कुल अपनी है

गर न मारे घर न मारे , मारता मौत नमाणी है

ना भ दे खी आँख भी दे खी, दे खी तो पड़
ु पड़ी भी है
जो न दे खा राहू न दे खा, न ह दे खा केतू है
पाप नह ं वो इस घर करते, मदद तो उनक होती है

तार वाह न तार मज़ , कसम पाप क होती है

हफल का, क मत को जगाने वाला, तालाब, कुआं, च मा, शां त!


ज ी कारोबार हर तरह से शुभ फल दे गा! जनम शु ल प का हो तो बढ़ ु ापा उ दा वरना बचपन
उ दा होगा! राहू और केत ू का साथी होना गना जाएगा! कपड़ा व बजाजी के कारोबार म माता का
साथ शुभ होगा वरना नक ु सान का डर! औलाद 12 साल होती रहे !

नेक हालत

कैसा फल दे गा इसका नणय जातक क आँख क ताकत से होगा य क असल फैसला


खा ना बर- 8 सनीचर का हे ड वाटर, खाना बर- 10 व 11 पर सनीचर क मालक यत और
सनीचर नज़र का कारक ह या न जातक आँख क ताकत से सामने वाले के वचार को पड़ने
क शि त रखता है तो इसका नणय सनीचर करे गा!

खा ना बर- 4 म अकेला होने के समय, दौलत का ऐसा द रया होगा जो िजतना


खचा होगा उतना ह धन बढ़ता जाए क मसाल वाला! माता व माता खानदान सब नेक फल
दगे!

दमागी खाना बर- 28 शुकर से ता लुक रखता है अब जैसा शुकर टे वे म हो वैसा ह फल


होगा, परु ानी याददा त, सवार का सख
ु और हर र ता क हालत ह क टे वे म ि तथी के
अनस
ु ार होगी जैसे टे वे म मंगल अ छा हो तो जातक का बड़ा भाई- ताया- मामू आ द सभी
अ छ हालत म ह गे! अब खा लस दध
ू के समान होगा इस लए कोई भी नेक काम शु
करने से पहले दधू से भरा बरतन था पत ् करना नेक होगा!

- 4 के व त पापी और द ु मन ेह का असर भी मंदा न होगा! राहू व केतू जो पाप गने ह


वो भी माता के दध
ू क कसम उठा कर बरु ा न करने का ण लेत े ह! मंगल बद और मंदे सनीचर
म अब बरु ा करने क ज़हर न होगी न ह खाना बर- 2 और 8 बरु े ह गे बि क खाना बर- 1,
4, 7, 10 के ह उ दा हाल के ह गे!

बहृ प त अगर खाना बर- 6 म हो तो ज ी कारोबार उतम फल दगे और अगर कोई यि त


कु छ क मती सामान अमानत के तौर पर छोड़ जाएगा उसको वा पस लेने कभी न आयेगा!
के साथ कोई तीन ह और ह माया दौलत चार गुना उ दा होगी नर ह बेटे के वारा और बध ु ,
शुकर बहू- बेट क मदद पर ह गे! सनीचर खाना बर- 9 या 11 म हो तो जातक भला
इ सान होगा जो उसके पु तैनी खनू क नशानी होगी!

सरू ज- 5 म व बहृ प त- 2–9म/सरू ज- 5 व शक


ु र या मंगल या बध
ु - 10 म/अकेला - 4 म
और शक ु र- 7 म परू ा इ ज़तम द इ सान होगा! पहल नर औलाद क पैदाइश के दन से मान
इ ज़त म बढ़ोतर हो! राजा होकर भी योगी के समान यि त व!

मंद हालत

अगर कसी कारणवश माल हालत ठ क न हो और कसी यि त क सेवा दध ू से न कर सको


तो दल अव य साफ रखना चा हए! दध ू बेचना या जलाना धन दौलत क हानी का कारन होगा
ले कन िजस यि त का खानदानी पेशा हो उसके लए नयम नह ं!

राहू- 10 म हो मौत सर फटने या सर क बीमार से हो! बध


ु से संबि धत कारोबार अशुभ होगा!
बहृ प त- 10 म हो तो कसी भूके को दयावश रोट खलाये तो सज़ा पाये!

- 4 के साथ कोई दो ह ह तो हर एक ह का असर अशुभ होगा ज़हर आ द के मंदे


- 4 के साथ कोई दो ह ह तो हर एक ह का असर अशभ
ु होगा ज़हर आ द के मंदे
वा कयात ह गे!

- 4 के समय पापी ह मंदे हो रहे ह या शुकर/सनीचर खाना बर- 9 म हो तो मंगल बद


का असर होगा और सनीचर क आँख अब ज़हर से भर होगी ऐसे म सुख क यादती क वजह
से परमा मा का शूकगुजार न होगा तो इतना द ु खया क हरदम आह भरता होगा!

उपाओ:

माता के चरण छू कर आशीवाद लेना चा हए!


कसी भी नेक काम को शु करने से पहले दध
ू से भरा बरतन था पत कर!
घर आए यि त को दध
ू या पानी ज़ र पलाएँ!
बह
ृ प त- 10 म हो तो दयावश कसी को रोट न खलाएँ!
के साथ अ य दो ह जो भी ह उनका उपाओ कर!
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 2 म ह या दे ख रहे ह तो बाबा और पोता या नाना और
दोहता इक थे धरम थान म य करवाएँ!
खाना बर- 5
(ब च के दध
ू क माता व हानी नहर)
सलाह नेक क जो- बुरा करते लेता

भला उससे बढ़कर नह ं कोई होता

मद ह रा द ु नया काटे - झुकना खद


ु आता नह ं
लेख राजा आयु ल बे- बोल पर मीठा नह ं

द रया को सीधे चलते- आसान राह न होगा

पर कब केगा द रया- पानी भरा जो होगा

श ु मंदे 3 दज
ू े बैठे- म मंदे 9–11 जो
बध
ु तीजे गु 9–2 मारे - जलता मगर 10–12 हो
असर भले वाह 3–8 मंदा- बुध मोती 7–11 हो

न ट लालच ख़ुदगरज़ी होता- च ड़य से बाज़ तुड़ाता हो

- - का असर खाना बर- 5, संह रा श घर का मा लक सूरज जो क का


दो त है ! इस रा श को कसी भी ह न उं च या नीच नह ं कया! सरू ज के घर म
का परकाश दखाई नह ं दे ता इस लए कम रौब! जंगल व पहाड़ का सफर करने वाला
ले कन दौलत क कमी नह ं और 9 साल सफर पे सफर बना रहे ! उ 100 साल! चाहे
पापी ह साथ ह नर औलाद के लए कोई बुरा असर न होगा! साहसी इतना क बड़े से
बड़े सुरमाँ से जा भड़े ॰ च ड़य से बाज़ लड़ावे॰ दमागी खाना बर- 29 कद व शर र
औसत, और उि चत दज क लयाकत! खाना बर- 5 के समय सरू ज अगर खाना
बर- 10 म हो तो उ 12 दन होवे और सूरज अगर खाना बर- 11 म हो तो उ 12
साल हुआ करती है ! खाना बर- 5 के समय बह ृ प त खाना बर- 9 म और बध ु
खाना बर- 3 म ह तो फल मंदा होगा! खाना बर- 5 के समय बुध खाना बर-
11 म हो तो राजदरबार संबि धत फल नेक ह गे और ल बे ल बे सफर से लाभ होगा!

ह त रे खा: दल रे खा(क) सरू ज के बज


ु क जड़ म ख म हो रह हो या के बज
ु से
शाख(ख) सेहत रे खा(ग) को जा नकले!
आठ ह वाह इस के, द ु मन घर रहगे

गर पांच हो, सब पानी हो बहगे


द ु मन वाह इसके कतने ह , म लक- उल- मलूक ह

एक सद आह के खचते ह , सब ख़ाक- ओ- भ म ह
द ु मन ह 9–11 बैठे, नेक नतीजे दे त े ह

गर वो घर 2–3 म आंवे, यम बजल के होते ह

हाल ऊपर का उ टा होवे, दो त ह जब आते ह

2–3 घर 9–11 ह वे, पानी तक भी फंू कते ह

बैठा पांच होवे, चलता वो घर 4 ह है

आगे पीछे दोन चलता, जलता घर 10–12 है

जातक तबीयत से धमा मा होगा, राजदरबार म इ ज़त पावे! जंगलो और पहाड़ो का कारोबार हो


तो भी परू ा कामयाब होगा! बहादरु तबीयत, साथ अगर पापी ह भी ह तो माता व नर औलाद
के लया असर अशभ ु न होगा! राहू भी अब ठं डा होगा!

नेक हालत

घर म धन दौलत क खब
ू बरकत होगी और जातक खद
ु परमा मा से डर कर चलने वाला!
रा ती तेरा प ला हमेशा भार है
अदल व इ साफ क तू है मीज़ान

अगर जातक नेक तबीयत और धम क पालना करने वाला होगा तो धन दौलत का च मा कभी
ब द न होगा

दमागी खाना बर- 29 और नेक का साथ यि त ह रे क तरह उतम होगा ले कन कसी


के आगे झुकना पसंद न होगा या न अपनी बात पर कट जाए ले कन झुकेगा कभी नह ं! राजा
जैसी क मत और ल बी उ का म लक!
राहू टे वे म चुप होगा! च ड़य या न केत-ू 6 अपनी मामूल औलाद से बाज़ या न बध
ु एक बहादरु
इंसान को मरवाने क ह मत वाला या न अपनी बहादरु और नेक नय त से जीवन क हर लड़ाई
म जीत हा सल करने वाला! लोक क याण व धरम के काम से औलाद खब ू तर क करे !

सरू ज व बध ु खाना बर- 2 या 3 म और द ु मन पापी व शक


ु र खाना बर- 9 या 11 म होते
हुये भी नेक फल दगे! बध
ु खाना बर- 3 या 7 म हो और खाना बर 3–8 मंदे ह तो भी बध

नेक फल दे गा और का असर उ दा होगा!

केतू टे वे म उ दा हालत का हो तो नर औलाद कम से कम पाँच ह गी! के साथ पापी ह


भी ह तो भी औलाद पर बरु ा असर न होगा!

खाना बर- 9 खाल हो तो सोया हुआ माना जाएगा ऐसे मंगल क मदद लेनी चा हए, घर
से नकलते व त खाने पीने का सामान िजसम मीठा होना चा हए लेकर चल और चलते व त भी
खबू मीठा भोजन खाकर काम पर नकल!

मंद हालत

खाना बर- 10 व 12 म नेक ह भी ह तो खाना बर- 5 का अशुभ/शुभ फल दे गा,


बर- 10 खाना बर- 5 को टकराव दे गा और को बरबाद करे गा ले कन बर- 10 के ह
का असर खराब न होगा इसी तरह - 5 से खाना बर- 12 के ह को टकराव दे गा िजससे
खाना बर- 12 का ह का असर खराब होगा ले कन का फल मंदा न होगा!

अगर जातक अपनी ज़ुबान पर काब ू न रखेगा तो बध


ु के र तेदार बहन- बआ
ु - बेट - साल या
बध
ु से संबि धत कारोबार आ द बरबाद का कारन ह गे!

ऐसे जातक को हर काम का ढंडोरा पीटने क आदत हुआ करती है और साथ ह उसक ज़ुबान
भी मंद ह होगी इस लए ऐसा इ सान अपने भेद दस ू र के सामने ज़ा हर कर दे ता है और उसका
भेद ह जातक क बरबाद का कारन होगा! खु गज व लालच भी बरबाद का कारन ह गे! कसी
दस
ू रे को कु छ बताने से पहले कसी और इ सान(सूरज) या घर क द वार से सलाह ले लेनी
चा हए!

जब मंदा हो रहा हो तो शतरं ज के घोड़े क तरह ढाई घर क टे ढ़ चाल चलेगा और इसका


बरु ा असर खाना बर- 3, 8, 10 व 12 पर होगा!

खाना बर- 2–3 म द ु मन ह (शुकर या पापी) ह और खाना बर- 9 या 11 म सूरज बध


ु ह
तो मौत के यम क तरह मंदे नतीजे ह गे! - 5 के समय सूरज खाना बर- 10 म और कोई
नर ह क मदद पर न हो तो उ 12 दन इसी तरह सूरज खाना बर- 11 के समय उ
12 साल होगी!

उपाओ:

जातक को धरम क पालना करनी चा हए!


अपनी ज़ब
ु ान पर काब ू रखना चा हए!
कसी के साथ न तो कठोर यवहार और न ह बदले क भावना रखनी चा हए!
खाना बर- 6
(धोका क माता व खारा पानी)

एवज़ तुझ को द ु नया है तेरा ह दे ती

नह ं पहले क गर तू कर दे ख नेक

आठ दज
ू े बध
ु मंगल 12- म द हुई न दौलत हो
मात- बेटा न दो कोई बैठा- पता रोवे खुद क मत को

4–12–8–34 मंदे- शुकर- केतू- बुध मंदा हो

उलट मगर दन 6 कोई तड़पे- शफ़ा घड़ी इक दे ता हो

कुआं लगे 6–12–24– मस


ु ा फर पानी या खेती जो
शमशान जाए कुल नहा उस अपनी- मरे माया बन बरती वह

- - कंु डल म खाना बर- 6 क या रा श और रा शप त बुध! हथेल पर दल रे खा और


सर रे खा के दर मयान क आयत खाना बर- 6 है ! बुध यहा उं च का है और से
दो ती का स भाव रखता है , प का घर केत ू का है ! बध
ु और राहू न इस रा श को उं च
कया और केतू न नीच! केत ू को हण लगाता है ! इंसान अ लमंद होगा! लड़ कयां
यादा पैदा हुआ करती ह और उ 80 साल लखी है ! अंगठ ू े क नाखन
ू वाल पोर और
दस
ू र पोर पर जौ का नशान उ के दो ह स जवानी और बचपन म असर करते ह!
अगर जौ का नशान पूण और साफ सुथरा हो जनम शु ल प का और बचपन व जवानी
दोन उ दा ह गे और अगर जौ का नशान न होकर सीधी रे खा हो या टूटा फूटा हो तो
बचपन और जवानी तकल फ़ म गुज़रे ! - 6 के व त बुध खाना बर- 12 म हो तो
माता खानदान के लए असर नक मा होगा, जातक का खद ु का हाल भी बाक 6 बचने
वाले मकान क तरह हुआ करता है अब न तो औलाद आराम पावे और न ह यार दो त
मदद करगे!

- 6 के समय बध
ु - 12 म हो माता खानदान के असर नहायत मंदा होगा!

- 6 के समय मंगल 4 या 8 म या बध
ु - 6 म माता जातक के बचपन म गुज़र जाए!

- 6 के समय बध
ु - 8 म और मंगल- 6 म हो जातक माता से पहले गज़
ु र जाए!

वशेष: ऊपर क हालत होते हुये भी माता और जातक िज़ंदा ह तो दोन एक दस


ू रे से
दख
ु ी ह गे
ह त रे खा: जब कोई शाख(ग) के बुज से दल रे खा(क) व सर रे खा(ख) के
दर मयान बनने

वाल आयत के बीच को चल जाए!

जैसी करनी वैसी भरनी, नह ं क ती तो करके दे ख

टे हो , 12 दे ख, 8 दज
ू े चौथे दे ख
गर ह ये घर र ी सब, होगा म ी तब

कुआं लगे, माता मरे , मरे गी आल औलाद भी


घर अपने के काम न आवे, माया उस इ सान क

घर अपने खद
ु के लये, कोई न मंदा जवाब
खह
ू बरते जो खेती द ु नया, म ी मौत खराब

ख़रगोश, सफ़र, केतू का परू ा चाँद हण होगा!


सा हबे तदबीर व अ लम द होगा या न कसी भी मुि कल के व त अपनी अ ल से बरु े व त से
बचने का रा ता ढूंढ लेगा! क अपनी उ 24 साल म कुएं खोदना या खद
ु वाना खद
ु क
माता और क ताकत के लए मंद क खद
ु वाने के समान होगा खासकर ऐसा कुआं जो
आम लोग के काम आए या फर उस कुएं के पानी से खेती क ज़मीन क संचाई हो!

नेक हालत

- 6 के व त उ 80 साल लखी है ! दमागी खाना बर- 30 हरकतशील हुआ करता है


- 6 के व त उ 80 साल लखी है ! दमागी खाना बर- 30 हरकतशील हुआ करता है
अगर ऐसे इ सान से कोई अ छा यवहार करे तो उसके साथ बहुत अ छा और बरु ा करने वाले के
साथ बहुत बरु ा!

टे वे का खाना बर- 2 अगर शुभ हो रहा हो तो जातक क इ ज़त व मान क बु नयाद होगा


और धन का फैसला खाना बर- 4 व उसम बैठे ह करगे! उ का फैसला खाना बर- 8 व
उसम बैठे ेह के अनस
ु ार होगा! गह
ृ त सख
ु व रात को आराम का फैसला खाना बर- 12 के
ह करगे!

जब खाना बर 2–4–8–12 सब के सब नेक हो रहे ह तो 6 दन से तड़पते मुद समान यि त


के मंह
ु म पानी डाल दे तो उसको सकँू न मलेगा!

बहृ प त खाना बर- 2 म हो तो मंदा फल न दे गा! ले कन कसी और वजह से माता क


सेहत खराब हो या से संबि धत कारोबार व र तेदार नक मा फल दे रहे ह तो पता को
दध
ू पलाना चा हए या धरम थान म क व तुएँ दान कर!

॰जैसी करनी वैसी भरनी॰ या न इस घर का जातक के कम के अनसु ार फल दे गा य द


जातक नेक नय त और दस ू र क भलाई करने वाला हो तो खदु का भी भला होता रहे गा और
य द जातक दस ू र के त ई या और वेष रखे और दस ू र का मंदा सोचे तो खद
ु के लए
भी मंदे फल का होगा!

मंद हालत

जब केतू से बरबाद हो रहा हो तो 6/12/24 साल क उ म धरमाथ कुआं लगवाना या कोई


ऐसी यव था करना जहां लोग के पीने के लए पानी का इंतज़
े ाम करना या खेती के लए कुआं
लगवाना अ त मंदा फल दे गा इसका अशुभ असर औलाद व माता- पता के खानदान क उ पर
होगा! अ पताल या शमशान म लगवाया कुआं या नल मंदा नह ं होगा!

दध
ू का या क दस
ू र चीज का इ तेमाल खासकर रात के समय पया दध
ू जहर का काम
करे गा िजसका मंदा असर खद ु क सेहत, धन- दौलत व चाँद पर होगा!

य द बधु खाना बर- 2 या 12 म हो या िजस वष इन घर म आयेगा तो मंदे सफर गले पड़गे


यहाँ तक क ख़द ु कुशी तक क नौबत आ जाए ले कन ख़द
ु कुशी क वजह गर बी हर गज़ न होगी!

- 6 के व त सूरज खाना बर- 12 म हो तो जातक खद ु या उसक प नी एक आँख से


कानी होगी! मंगल खाना बर- 4 या 8 म और बध ु खाना बर- 6 म हो तो माता जातक के
बचपन म ह गज़ ु र जाए अगर िज़ंदा हो तो दोन एक दस ू रे के लए मद ु से बदतर ह गे!
अगर मंगल खाना बर- 6 या 12 म और बध ु खाना बर- 8 म हो तो टे वे वाला खद ु छोट उ
म गज़
ु र जाए! टे वे म शक
ु र मंदा हो तो ससरु ाल खानदान बरबाद होवे, अगर केतू मंदा हो तो
पता खानदान बरबाद होवे और अगर बध ु मंदा हो तो माता खानदान बरबाद होवे!

उपाओ:

धरम थान म के दो त ेह (सरू ज, मंगल, बह


ृ प त) क चीज़ दे त े रह!
धरम थान म माथा टे कना शुभ फल दे गा!
कसी बीमार क वजह से दध
ू पीना ज र हो दन के व त पये रात को नह ं!
रात के व त ज र हो तो दह से पानी नकाल कर इ तेमाल कर!
अ पताल या शमशान म नल लगवाएँ!
खाना बर- 7
(ब च क माता खद
ु ल मी अवतार)
नह ं दन है - प रवार बढ़ने को लगते

भरगे खज़ाना जो- अपने ह धन से

धन न बेशक पहले इतना- न ह वाह प रवार हो

खद
ु अकेला बैठा- ल मी अवतार हो
मोल बेचे दध
ू पानी- पत
ू माया जलता हो
दध
ू औरत साथ लाती- माया बेटा बढ़ता हो
पापी, शुकर, बुध हर कोई जलता- शाद उ जब हो

साथ पापी- गु मंगल मंदा- बुध जले 8 मि दर जो

म द शक
ु र- घर मंदे- बध
ु भला न केत ू हो
मौत ज ी घर घाट हो अपने- लेख मंदा लाख बेशक हो

बुध राजा- सरदार नश का- ख़ाक ख़ज़ाने भरता हो

आठ खाल - बुध उतम बैठा- पहुँच खुदाई करता हो


राजा त त या द ु मन साथी- साथ पापी खुद हो

उ मंद ता मंगल उसक - माया जले बध


ु मंगल जो
- - कंु डल म खाना बर- 7 रा शप त शक ु र जो क के बराबर का ह है ! य क
शुकर से द ु मनी करता है इस लए द ु नयावी फल खराब ले कन हानी फल उतम
होगा! या न शक ु र क कामदे व क ताकत ज़ाया होगी! मगर द ु नयावी का सख ु पणू व नेक
औरत का आराम होगा!
अगर नशान बुध के बुज पर हो तो क बुध के साथ द ु मनी के कारन बुध का
फल खराब होगा ले कन का खद ु का फल नेक होगा! राजदरबार म मान इ ज़त,
माता व औलाद का सुख होगा! शायर व इलमे- यो तष का मा हर होगा! ज ी जायदाद
तो कम ले कन नक़द पैसा बहुत होगा! क उ 24/25 साल म शाद करना
अशुभ होगा य क ऐसे म शुकर और का झगड़ा होगा िजसके कारन केत ू अपना
मंदा फल दे गा और औलाद क हा न होगी! जातक शायर व इलमे- यो तष का मा हर
हुआ करता है अगर ऐसा न हो तो चाल चलन श क होगा! अ ल क बार क कमाल क
अगर फक र हुआ तो अ वल और उं च दजा का!
- 7 के साथ बह
ृ प त भी खाना बर- 7 म बचपन क टकार होगा!

- 7 के साथ सनीचर भी खाना बर- 7 म मौत ह थयार से होगी!

- 7 के समय शुकर हो खाना बर- 1 म नंह


ु सास का झगड़ा, घर लेश खाना होगा!

- 7 के समय बध
ु हो खाना बर- 1 म नशेबाज़ का सरदार या न परू ा नशेड़ी!

ह त रे खा: दल रे खा क न का उं गल क जड़ या बुध के बुज पर ख म हो रह हो या


दल रे खा से

कोई शाख बध ु के बुज से क न का क जड़ म जा नकले! या रे खा सर रे खा से


मल कर ख म हो जावे तो उ ख म होने क नशानी होगी! रे खा से शक
ु र को
जाने वाल शराफत रे खा हो तो फक र रे खा के नाम से जानी ले कन जातक को नशेबाजी
क आदत हुआ करती है !

सनीचर तीजे बह
ृ प त 7 , कतना ह कंगाल हो
खद
ु अकेला 7 , ल मी का अवतार हो
औरत आए, माता गयी, पर न जावे ल मी

गर हो घर म चीज़, दध
ू पानी हर घड़ी

खेती क ज़मीन (खद


ु क या ज ी,) मगर आबाद क न हो!
जायदाद ज ी ले कन रौनक न होगी मगर नक़द नामा बहुत होगा! क उ 24/25 साल
24 साल क उ म क गयी शाद बेमायनी होगी अब और शक ु र आपस म झगड़े पर ह गे
िजसके चलते केतू के नागहानी(अचानक) हमले और जातक के मासमू ब च मंदे असर के ह गे!
शायर व इ मे यो तष का मा हर वरना चाल चलन श क होगा और सनीचर के मंदे काम का
आ द होगा!
नेक हालत

सनीचर तीजे- बह
ृ प त 7 - कतना ह कंगाल हो
खद
ु अकेला 7 - ल मी का अवतार हो

7 घर का बधु के फल को खराब करता है ले कन अपना फल नेक और शुभ रखता है !


अगर म राहू/केतू का असर शा मल न हो रहा हो तो जातक क पैदाइश चाहे कतने भी
गर ब प रवार म य न हो वो अपनी मेहनत से धन- दौलत ज़ र पैदा कर लेगा! ज ी या खद ु
पैदा क जायदाद क कोई शत नह !ं खाना बर- 7 वाला जातक धन- दौलत के लए घर
से कतना भी दरू रहे ले कन मौत के व त अपने ज ी थान पर होगा!

आमतौर पर जातक नेक दल और नेक चाल चलन वाला हुआ करता है ! राजदरबार म इ ज़त
और से संबि धत जानदार व बेजान चीज का सुख भोगने वाला!

अगर जातक शायर और यो तष का जानकार हो तो जातक का चाल चलन भी नेक होगा अगर
ऐसे हालात न ह तो चाल चलन श क होगा! अ ल क बार क अ वल दजा क होगी अगर
जातक फक र होगा तो फक र भी अ वल दजा क और नेक असर क होगी!

बध
ु नेक और खाना बर- 8 खाल ऐसे म के बज
ु से रे खा बध
ु के बज
ु को जाती हुयी
मलेगी जो जातक क अंद नी अ ल और खद ु ाई पहुँच कमाल क हुआ करती है !

य द टे वे म बध
ु उतम हो तो धन धा य क दे वी सा बत होगा चाहे टे वे म सनीचर खाना
बर- 3(धन क कमी) और बह ृ प त खाना बर- 7(प रवार क कमी) म ह य न ह !

अगर के बज
ु से रे खा शक
ु र के बज
ु को जा नकले तो सांस रक व गह
ृ त जीवन म हर
तरह का सुख व शां त होगी!

मंद हालत

माता से झगड़ा जातक क बरबाद का कारन होगा! अगर जातक दधू या पानी बेचे तो औलाद
और धन घटता जाएगा! आमतौर पर शाद के व त से क जानदार चीज (माता- घोड़ी)
आ द क उ के श क होती है जब शाद 12–24 साल क उ म हो तो पापी- बध ु - शुकर सभी
का फल मंदा गनते ह!

य द बहृ प त खाना बर- 7 म या पापी ेह के साथ हो या बध ु खाना बर- 2 या 8 म मंदा


हो तो सर रे खा और दल रे खा आपस म मलकर एक हो रह ह गी या सर रे खा या सेहत रे खा
को काट रह हो तो बचपन का ज़माना नहायत मंदा होगा और बधु से संबि धत कारोबार
नक
ु सान दगे!

खा ना बर- 7 का मंदा हो रहा हो तो शक


ु र िजस घर म होगा उस घर से संबि धत
जानदार व बेजान चीज का असर मंदा होगा ले कन कारोबार पर कोई मंदा असर न होगा

शुकर पापी ेह के साथी कह ं भी हो तो औलाद मासूमी म गुज़रती जाए!

शुकर बर- 1 तो नंह


ु सास का झगड़ा खड़ा रहे गा, अगर बध
ु खाना बर- 1 म हो और सनीचर
साथ हो या साथी तो नशेबाज़ का सरदार होगा!

उपाओ:

शाद के दन औरत अपने मायके से अपने वजन के बराबर क चीज़ (दध ू , चाँद या
चावल) लेकर आए और इन चीज को औरत के घर म दा खल होने से पहले घर म
था पत कर तो कायम रहे गा वरना औलाद धन व माता के लए अशुभ होगा!
माता से झगड़ा नह ं कर बि क उसका आशीवाद लेत े रह!
खाना बर- 8
(मद
ु ा माता- जला दध
ू )
बुज़ुग के दन चीज़ जो दे ता

के न कभी सांस जब तक हो लेता

सूरज मंदा- पापी बुरे- राहू- केत-ू बुध मले

मंगल बद भी हो- गु शक
ु र नीच भी ह
वैश- ओ- अका रब माल व दौलत- 8 वाह सब

अपने और बेगाने का- हारे पर न उ को

ससुराल तारे दामाद तारे - तारे गा माम ू को भी

उलट गंगा होके तारे - उ के आ खर भी

चलन धरम न जब कोई उ दा- कुआं पेशानी भरता हो

नज़र कबीला हर दो जलता- सेहत दौलत खद


ु मंदा हो
नाम बुज़ुग दध
ू जो दे ता- हु म बुरा न गैबी हो
महल कुएं छत िजस दम बनता- दमा- लाव द मग हो
पापी शुकर बुध 11 बैठे- खाल पड़ा खुद मं दर हो

माता चौथे 8–24 मारे - चीज़ भल न हो

बध
ु मगर जब दज
ू े बैठा- 9 गु वाह 12 हो
माता पता दो आय ु ल बा- असर का उ दा हो

- - कंु डल म खाना बर- 8 ब ृ छक रा श और घर का मा लक मंगल जो का


दो त है ! इस रा श को न नीच कया ले कन उं च कोई ह नह ं कर सकता! फल
बुरा होगा, राजदरबार म द ु मनी यादा और 6 साल क टकार ह गे! दरअसल यह घर
मंगल बद और सनीचर का है जो बुरा फल पैदा करते ह! गैबी तौर पर का बुरा
असर क खुद क चीज पर न होगा! दमागी खाना बर- 32 सनीचर का असर,
शाइ तगी ( श टाचार) दखावे के तौर पर भरपूर ले कन अंदर से कपट क कान! अगर
जौहर या जए ु बाज हुआ तो धन क म ी उड़ती होगी! बहरहाल कुएं या का नजद क
साथ न होगा अगर हुआ तो कुआं अमत ृ क जगह पेशाब से भरा हुआ होगा या न असर
मंदा होगा! जब खाना बर- 8 म हो राहू कभी मंदा फल न दे गा!

ह त रे खा: दल रे खा(क) से शाख मंगल बद(ख) के बुज को या मंगल बद के बुज से


शाख चल कर
ह त रे खा: दल रे खा(क) से शाख मंगल बद(ख) के बुज को या मंगल बद के बुज से
शाख चल कर

दल रे खा म जा मले! या के बुज पर मंगल बद का नशान हो!

सूरज मंदा, पापी बरु े , वाह मंगल बद भी हो

राहू केतू बध
ु मले, गु , शक
ु र नीच भी हो
वेशो अका रब, माल दौलत, अपने और बेगाने को

8 वाह सब हारे , पर न हारे उ को


ससुराल तारे दामाद तारे , तारे गा मामू को भी

उ ट गंगा होके तारे , उ के आखीर म

क मत को जगाने वाला! उ के लए ल बा समंदर व खद ु समंदर, बालाई आमदनी, िज मानी


व द ु नयावी धन ¼ मंदा असर होगा! मग का रोग या मुरदा दल इ सान!

- 8 म बैठा अपनी चीज पर बरु ा असर नह ं दे गा! इ सान दखावे के तौर पर मीठा और
मलनसार ले कन दल म कपट ह कपट! खद ु क क मत गंद नाल के पानी क तरह, यह
गंदा पानी या ज ी जायदाद खेती के काम या फर उड़ कर शुकर के घर जाती होगी या न खद
ु के
कसी काम न आएगी!

नेक हालत

बह
ृ प त सनीचर खाना बर- 2 म तो अब टे वे म राहू का असर बरु ा न होगा और न ह मंगल
बद होगा! अब भी मंदा या न ट न होगा और क बेजान चीज पर असर उतम होगा

जब टे वे म बध
ु उ दा हो खद
ु क अपनी उ ल बी होगी! माता के बैठे कभी उ क हार न
होगी! सूरज या शुकर उ दा हो तो आ खर उ म सुख ह सुख!

बध
ु खाना बर- 2 म और बह ृ प त खाना बर- 9 या 12 म का असर हर तरह से उ दा
होगा माता व पता क उ ल बी होगी!
मंद हालत

टे वे म मंगल या बध
ु या पापी मंदे हो रहे ह और ज ी मकान के नजद क कुआं हो तो तो जीवन
और मंदा होगा! अपनी उ के दस ू रे दौरे म बरु े असर दे गा! मौसी, नानी, दाद सभी के सभी
द ु खया ह गे और इसक नशानी होगी जातक का अपना चाल चलन खराब होगा िजसका अशभ ु
असर ससुराल (राहू) औलाद (केतू) भी बबाद ह गे लड़ कयां हो सकती ह!

पापी या शुकर या बध
ु खाना बर- 11 म और खाना बर- 2 खाल या पापी त त पर तो
क उ 4–8–12 या 24 साल तक माता क उ मंद और क जायदाद के लए भी असर
अशुभ होगा!

खाना बर- 3 व 4 मंदे ह नशानी होगी उ रे खा और क मत रे खा मलकर कलाई क तरफ


मंगल बद क तरह दो शाखाइ ह तो माता पता व ज ी जायदाद का सख
ु और औलाद मंद
होगी!

शुकर मंदा या मंद औरत से स बंध या बध ु और सनीचर दोन मंदे ह नशानी होगी सर रे खा
के ऊपर कोण या मंगल बद के बज ु से रे खा के बज
ु पर दध
ू म रे त मल क मत, पीने
के पानी क जगह गंदगी से भरा कुआं जैसी क मत औलाद और खद ु क सेहत मंद !

बध
ु खाना बर- 4 या 12 म या सनीचर व राहू बर- 12 म तो नज़र और बाल ब च क उ
के लए असर मंदा होगा इस जहर से बचने के लए नाक छे दन उतम उपाओ है !

बहृ प त और सरू ज मंदे हो रहे ह नशानी होगी पत ृ रे खा (उ रे खा) या क मत रे खा के


बज
ु पर कोण के नशान म ह तो राजदरबार मंदा व खद ु को िज मानी क ट ह गे! खाना बर-
1 म या के साथ द ु मन ह या पापी तो 34 साल तक िजंदगी नक के समान!

टे वे का खाना बर- 2 मंदा या बर- 2 म बध


ु व बह
ृ प त या राहू व बह
ृ प त या बध
ु तो
जातक अपनी गल तय के कारन शुकर व क चीज का असर मंदा होगा िजसका कारन
जातक खद ु होगा न क परमा मा!

उपाओ:

औलाद के लए शमशान के प प का पानी घर म रख!


बज
ु ग
ु के नाम पर दध
ू का दान कर दमा व मग से बचाव होगा!
कुआं छत कर मकान बनाना विजत है !
बज
ु ग
ु के पैर छूना व धोना शभ
ु फल दे गा!
चाहे घोडा व कुआं आ द साथ न रहगे ले कन इनका बार बार कायम करना शभ
ु होगा
महसूस करने क ताकत का ख म होना मंदे व त क पहल नशानी होगी!
चाल चलन व सनीचर के मंदे काम से दरू रह!
जौहर का कारोबार न कर न ह जुआ खेल!
घर म क चीज़ िजतनी यादा हो सके कायम कर!
खाना बर- 9
(घड़े बराबर मोती, द ु खय का र क)
असर तु म सोहबत वह कृत न का

फ़क दध
ू गाए जो होता थोहर का
मोती गुना 9 गनते- औलाद दौलत सब बढ़ता हो

हण हुआ वाह द ु मन बैठे- धरम पालन जग करता हो


श ु पापी- बध
ु पाँच वाह तीजे- शरण क होता हो

ताक़त म मु त ना तो- मा हर रयाज़ी होता हो

चौथे बैठा ह नर कोई टे वे- दध


ू भर खुद क मत हो
पत ृ रे खा सुख सागर ल बे- करम धरम या दौलत हो

गु जगत जब साथ या साथी- बहर हवाई बढ़ता हो

छोट बेढ़ से हरदम अपनी- बेड़ा जंगी कर लेता हो

- - धन ु रा श घर का मा लक बह ृ प त जो का दो त! केत ू रा श को उं च करता है
और राहू नीच! अगर जातक धरमह न होगा तो अ याश होगा! जैसा साथ होगा वैसा ह
का असर य द बरु े व बदचलन लोग क सोहबत म रहे तो गाए का दध ू थोहर के
दध
ू का फल दे गा या न नहायत नक मा असर! जब खाना बर- 9 म हो खाना
बर- 5 भी नेक असर का हो जाएगा य क यह घर सरू ज का है इस लए जद ु ा असर
न दे गा! भला इ सान भले काम व नेक तबीयत होगा जो द ु खय के काम आए! दमागी
खाना बर- 23 (बुध से मु तरका) इ म रयाज़ी के असुल क ताक़त का मा लक होगा!
अगर - 9 के समय बह
ृ प त खाना बर- 5 म हो तो क मत का नहायत नेक
असर होगा, पानी क मामूल क ती से भी बड़े बड़े जहाज जैसा फायदा उठाने वाला!
ह त रे खा: क मत रे खा(क) हथेल पर के बुज से नकले या के बुज से
शाख(ख) हथेल पर खाना बर- 9 म जा नकले!
9 कभी भी होगा, घड़े बराबर मोती होगा

शूतर- मुग का अंडा होगा, माता पता अमोलक होगा

बध
ु शक
ु र और मंगल बद, होते भाग सब

गर वो इस घर आते ह , सर झुकाये तारते ह

जायदाद ज ी, द ु नया का गैबी समंदर! अमूमन राहू के हण से मारा हुआ न फ़ होगा!

ऐसा इंसान क नेक ताकत से मु त ना( बना कोई शत) होगा! कम, धम, तीथ या ा का
शभु नाम या !ु जातक नेक तबीयत, भले काम करने वाला और हर कसी क मदद करने वाला
होगा! पा पय के पाप काटने वाला और द ु खय को आराम दे ने के नसीब वाला हुआ करता है !

नेक हालत

शराफत और क ताकत के लए सबसे उतम हालत का मा लक और दमागी खाना बर-


33 बध
ु से मु तरका हसाब कताब के असूल म मा हर! जातक भला इ सान और भल तबीयत
का मा लक, धरम करम व नेक काम म व वास रखने वाला!

- 9 म बैठकर खाना बर- 5 को दे खेगा और रोशन करे गा या न औलाद सुख के लए उतम


चाहे खाना बर- 3 म या के साथ पापी ह ह ! उ आमतौर पर 75 साल हुआ करती है !

ज ब रे खा हर तरह से कायम हो तो जातक द ु खय का र क, लोक क याण म व वास


रखने वाला हर तरह से उतम और नेक फल होगा!

जब के साथ दो त ह ह तो औलाद व धरम के फल नेक ह गे! चाहे साथ पापी ह ह तो


भी जातक धरम क पालना करने वाला होगा! जब खाना बर- 3 म दो त या मददगार ह ह
तो धन दौलत म खब ू बरकत बनी रहे गी!

खाना बर- 4 म कोई ह हो नशानी होगी क मत रे खा के बज


ु से उठ रह होगी तो दध

क तरह क क मत का माल क, माता पता का सख
ु पणू और ल बे समय के लए होगा!

बह
ृ प त साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो समु व हवाई सफर से लाभ! ऐसे जातक का
जनम चाहे गर ब प रवार म हो ले कन खद ु ह क मत को चमका लेगा! कुल ह चाहे खाना
बर- 3 या 5 म बैठे ह के आधीन ह गे!

मंद हालत

साथी ेह और बर- 4 के मंदे ेह का असर गाए के दध


ू म थोहर का दध
ू मला हुआ होगा क
साथी ेह और बर- 4 के मंदे ेह का असर गाए के दध
ू म थोहर का दध
ू मला हुआ होगा क
तरह का असर होगा!

केतू बर- 2 और बध ु बर- 5 म ह तो समंदर म इतना ह पानी जो एक कुता या भेड़ बकर


ह ख म कर दे या न यह ि तथी जातक क आ थक हालत को मंदा करे गी! अब धन क हालत
34 से 48 साल क उ के बाद ठ क होगी इस लए इस उ तक से संबि धत कारोबार भी
मंदा असर दगे!

शुकर खाना बर तीन म हो तो और शुकर क उ म माता क नज़र बरबाद होगी!


खाना बर- 10
(आक का दध
ू - ज़हर ला पानी)
क मुद से कौन ज द भरे गा

उसी ठे केदार को अब त ू करे गा

क ती तेर मि दर अपना- पानी द रया पाँच हो

पासबां घर तीजे बैठा- लंगर डाला 6 हो


चांद चमकता रात हो आधी- घोडा सफ़र का साथी हो

वैद ध वंतर साथ वाह होवे- मौत पानी से होती हो

आंख शरारत- ह मत मंद - उध रे खा माया आती हो

ज़हर क़ा तल उस इकदम होगी- धरम नाल जब गंद हो

खाल मि दर नर चौथे बैठे- काम जराह 24 जो

ख़ु क कुएं ज़र दौलत भरते- हुआ वाह ज़हर हो

िजसक खबर को वह गए- बीमार मुदा हो गया

चार मुसा फर पाँच हो साध-ू महल- मि दर- धुआ ँ जलता हो


बान अगन 6 च कर 8 - तूफान कबीले चलता हो

साल रखा 10- कुदरती पानी- असर खद


ु उ दा हो
टे वे बैठा ह 6–5 कोई- चीज़ दन द ु खया हो
- - सनीचर के बुज पर हथेल पर और कंु डल का खाना बर- 10, रा शप त सनीचर
जो क के बराबर का ह है ले कन सनीचर से द ु मनी करता है ! इस लए
दोन का फल खराब होगा! कम दौलत, हमेशा बीमार व अ य तकल फ़! माता से
मनमुटाव(अदावत)! इस घर म मकर रा श है जो मंगल को उं च और बहृ प त को नीच
करती है ! मंगल के बराबर और बह ृ प त का दो त ह है ! 42 साल तक दौलत आवे
ले कन उध रे खा के अनुसार! उ 90 साल लखी है ! ऐसा यि त इलमे हकमत का
मा हर हुआ करता है अगर जराह हुआ तो कामयाब होगा! पूरा धोकेबाज़ मंगल बद से
मु तरका य क दमागी खाना बर- 34 हरकतशील होगा! - 10 के समय सनीचर
खा ना बर- 4 म हो तो पत ृ रे खा का उतम असर होगा ले कन खुद अपने च र के
कारन बाजा औरत से धोका खावे और बरबाद होवे!

- 10 के समय सनीचर हो खाना बर- 3 म

चोर, राहज़न, खद
ु के कुएं म डूबने से मौत
चोर, राहज़न, खद
ु के कुएं म डूबने से मौत
हो

- 10 के समय सूरज या बह
ृ प त बर- 4 खु क कुएं खद
ु - ब- खद
ु पानी दवे!

ह त रे खा: दल रे खा(क) सनीचर के बज


ु पर म यमा क जड़ म ख म हो रह हो या
दल रे खा(क) और सर रे खा(ख) आपस म मल जाएँ या

दल रे खा, सर रे खा व उ रे खा तीन ह मल जाएँ!

10 साँप क माता, ब चे या वो छोड़ेगी

उ - ए- रवां क उ ट क ती, कोई न पीछे छोड़ेगी गोया क िजस क खबर को वो गए, बीमार
मुदा हो गया मीठा शबत दे त े दे त,े ज़हर का तल हो गया पहाड़ से द रया था चलना, चल पड़ा
कोहसार ह मकान म द, ससुराल म द, और म द हुआ चाँद भी गज़ क
10 - द ु मन दज
ू े या तीजे होती है आज़ार ह
गोया(जैसे) गज(या न) आज़ार(दख
ु )

रात का व त, तै ज़मीन, आम पानी मगर कड़वा!


खाना बर- 2 के ेह क र ा व पालना होगी! अगर खाना बर- 2 खाल हो तो बह
ृ प त बैठा
होने वाले घर से ता लुक रखने वाल चीज से मदद होगी!
ऐसे आदमी का पेशा अगर हकमत हो तो बेमायनी होगा! अगर हकमत का पेशा हुआ तो वो
क तान का ठे केदार होगा या न कसी को ठ क करने क बजाए मारे गा ह चाहे इ म हकमत
का बहुत बड़ा जानकार ह य न हो! अगर होगा तो चीर फाड़(पेशा) करने म मा हर होगा! ख़दु
चोर डाकू का के स भाव का होगा!

नेक हालत

खाना बर- 10 का कैसा फल दे गा यह खाना बर- 2 (द ु नयावी सा थय क मदद) खाना


खाना बर- 10 का कैसा फल दे गा यह खाना बर- 2 (द ु नयावी सा थय क मदद) खाना
बर- 5 (द रया के पानी के नकास का रा ता और बहने क हालत) खाना बर- 3 (जीवन के
सफ़र को पार लगाने वाले साथी) व खाना बर- 6 (आ खर पड़ाव या कने क जगह) या न यह
चार घर अगर नेक हुये तो भी उतम और अशुभ हुये तो का फल भी मंदा!

खद
ु जातक क अपनी उ कौवे क तरह ल बी 90 साल तक हो सकती है !

पापी ह खाना बर- 5 म ह भी तो बरु ा असर न दगे और न ह उपाओ क ज़ रत होगी! खद ु


क मत के लए खाना बर- 2 का जागना और शभ
ु होना ज र है इस लए धरम थान म
जाना नेक फल दे गा ले कन जातक को अपने च र पर काब ू रखना ज र !

खाना बर- 2 खाल और खाना बर- 4 म नर ह ह तो 24 साल क उ म चीर फाड़ क


डा टर खु क कुएं भी माया से भर दे गी चाहे कसी तर के से मंदा या जहर ला हो!

सनीचर बर- 4 या शुकर- बर- 1 म हो तो माता पता का सुख पण


ू और ल बे समय तक
लेक न पराई वधवा औरत बरबाद का कारन बनगी!

सरू ज व बहृ प त या मंगल या न तीन नर ेह कोई दो या तीन ह खाना बर- 4 म ह तो


उजड़े घर आबाद ह गे खु क कुएं दध
ू से भरने लगगे या न हर तरह से नेक फल दे ने
लगेगा! जब भी वषफल के अनस ु ार ऐसी ि तथी बनेगी तो नहायत मुबारक समय होगा!

मंद हालत

- 10 म ऐसा पानी जो आया तो नेक समंदर से ले कन सनीचर के प थरो म ह फंस कर


जहर ला हो गया! ऐसा इंसान कतना भी अ छा हकमत का जानकार य न हो ले कन उसके
हाथ से तंद ती कोई न पाएगा! पानी म घल ु दवाइयाँ ज़हर का काम करगी या रात के व त
मर ज़ का इलाज मंदा असर दे गा! सनीचर(मकान) व ससुराल(राहू) दोन का मंदा हाल होगा!
अगर जातक अपने भाई बंधओ ु ं से सनीचर क कोई ठोस व तु लेगा तो फल बहुत मंदा होगा खद ु
के घर का कुआं ह मौत का कारन बनेगा! ज़मीन क तै से नकला पानी, कसी आबशर(झरना)
का पानी या औल का पानी 10 साल तक घर म रखने से यह ज़हर धुलेगा!

सनीचर खाना बर- 1 या 4 म हो तो लोग का गला काटना, झूठ फरे ब व दगाबाजी से धन


कमाने का आ द होगा और ऐसा धन बेवा व बाजा औरत पर ह लुटाता जाएगा!

(क) सनीचर हो खाना बर- 3 म जातक चोर डाकू होते हुये भी मंदे हाल होगा!
(ख) सूरज हो खाना बर- 7 म तो मौत दन के व त पानी म डूबने से होगी!

(ग) पापी ह खाना बर- 4 म और शक


ु र बर- 7 म औलाद पे औलाद मरे , माता क उ भी
(ग) पापी ह खाना बर- 4 म और शुकर बर- 7 म औलाद पे औलाद मरे , माता क उ भी
श क होगी!

(घ) खाना बर- 2 या 3 खराब हो रहा हो तो 10 गुना मंदा फल दे गा!

जब खाना बर- 3 मंदा हो या उसम के द ु मन ह बध ु , शुकर, पापी ह तो िजसके इलाज


को गया वो िज़ंदा न रहा और िजसको पानी म घल ु वा द वो ज़हर हो गयी!

खाना बर- 5 या 8 म बध
ु शुकर या पापी ह तो क चीज़ ज़हर का काम करगी!

व बधु का आपस म स बंध हो कयाफा: दल रे खा, सर रे खा व उ रे खा आपस म मल


हुयी मालूम ह तो तीन ेह का फल मंदा होगा िजस घर म कदम रखेगा उसको बरबाद करे गा
नहायत मनहूस (स ज़ कदमा)!

(क) मंगल हो खाना बर- 7 और सूरज बैठा होने वाले घर से अगले घर म सनीचर हो तो
जातक अंगह न होगा!

(ख) टे वे म मंगल बद हो तो चोर, धोखेबाज़, तैरते को डुबोने वाल नयत का मा लक!

य द खाना बर- 2 खाल हो तो सोया हुआ होगा और उँ ग लय के नाखन


ू ल बे ह तो
फेफड़ क बीमा रयाँ जैसे दल का रोग, दमा, तपे दक व अ य सांस स ब धी रोग हो सकते ह!

उपाओ:

कसी च मे का पानी या आसमानी ओल को 10 साल तक घर म रख!


कसी से सनीचर का ठोस समान मु त म मत ल!
धरम थान म माथा टे कना जीवन का नयम बनाएँ!
खाना बर- 2 खाल के समय व सूरज क व तुएँ धरम थान म द!
खाना बर- 4 खाल हो तो सूरज, बह
ृ प त व मंगल क चीज़ पानी म बहाएँ!
धोकेबाजी व झूठ फरे ब से तौबा कर!
कसी को अपने हाथ से पानी या कसी भी तरल म घल
ु वाई न द!
सनीचर क मंद चीज से तौबा कर!
पराई औरत से स बंध मत बनाएँ!
सूया त के बाद दध ू या क कसी अ य चीज़ का परयोग मत कर य द कसी कारण
करना पढ़े तो रं ग बदल ल!
खाना बर- 11
(होते हुए न के बराबर- नरप , सफ़र मंदा)
दये दध
ू है पूत द ु नया म मलता
नह ं दल तो या ख़ाक द ु नया म जीता

तीन हुआ घर मंदा टे वे- पाँच ज़हर खुद हो

नेक बध
ु 5 होते- त त आया या मि दर हो
साथ पापी या श ु साथी- केतू मंदा खद
ु होता हो
पोता खेले न बैठे दाद - दध
ू प थर दख
ु धोता हो
भला गु ज़र दौलत बढ़ती- 4 र व बुध बैठा जो

उ माता न बेशक ल बी- श न उतम सुख द ु नया हो

- - कु भ रा श घर का मा लक सनीचर जो के बराबर का ह है ! असर के लए


बह
ृ प त का घर है जो का दो त ह है ! इस रा श न न तो कसी ह को उं च
कया और न ह नीच! द ु मन ख म, राजदरबार से नेक असर! 12 साल राजदरबार से
दौलत आए! उ 90 साल लखी है ! न बढ़ ू मरे न चारपाई छूटे या न दाद पोते को तरसे!
अगर घर म गड़ा हुआ प थर हो तो उसको दध ू से धोने से प रवार बढ़े और दाद पोते का
झगड़ा ख म! िजस जातक क कंु डल म खाना बर- 11 म उसके लड़के क 12
साला उ तक दाद पोते म से कोई एक होगा! या सनीचर क उ के समय दोन ह न
होबगे! दमागी खाना बर- 35 पेशानी बह ृ प त से मु तरका (क) बहन क शाद बुधवार
क (ख) खद ु क शाद शु वार क (ग) सनीचरवार को मकान शु करना (च) सब ु ह तड़के
का दान (छ) शाम को गु उपदे श सुनना सब के सब मंदा फल दगे!

- 11 के समय बध
ु हो 3 म भाई बंधओ
ु ं व 3 बाक बचने वाले मकान के लए अशभ

- 11 के समय बध
ु हो 5 म दोन ह घरो का अपना अपना और नेक असर होगा!

- 11 के समय दो त ह 3 म दल रे खा से ऊपर क तरफ जाने वाल रे खाएँ तर क दगी

- 11 के समय श ु ह 3 म दल रे खा से नीचे को जाने वाल रे खाएँ मंदा असर दगी


ह त रे खा: दल रे खा बह
ृ प त के बुज क तरफ ले कन तजनी और म यमा के
दर मयान (क)

जो क हथेल पर खाना बर- 11 गना है !


या के बज
ु (ग) से रे खा चल कर खाना बर- 11 (ख) को जा नकले!

अकेला गयाहर् होवे, होगा माखन माझा

द ु मन साथी या क तीजे, न ट ह होगा

शुकर बध
ु या पापी भाई, चोट लगे न द द रयाई
घर गाँव सब तेरे भाई, कोठ हाथ न लाई
इस घर के का कोई एतबार नह ं

पल म वो तफ
ू ान पे होता, पल म होता वां नशान नह ं
माखन म तो घी भी होता, पर म तो इस घर जान नह ं

चाँद , मोती सफेद, खूनी कुआं, उड़ते बादल!


न बढ़
ू मरे न चारपाई छूटे , या न दाद पोते को तरसती होगी ले कन अगर घर म गड़ा हुआ
प थर होवे और दाद प थर को दध ू से धोती रहे तो का माखन और प रवार बढ़ता होगा!
दाद पोते का झगड़ा होवे! कंु डल वाले के लड़के जनम से 12 साल तक दाद रहे या पोता, या
सनीचर क उ के व त तक दोन ह न ह वे!

नेक हालत

टे वे म सनीचर उ दा हो, कयाफा: दल रे खा सनीचर व बह ृ प त के दर मयान खाना बर- 11


म ख म हो रह हो, तो दध ू दान म दे ने से औलाद और दौलत बढ़ती जाए! दमागी खाना बर-
35 बह ृ प त से मु तरका घटनाएँ शुभ! अगर टे वे म बहृ प त उतम हो तो धन दौलत क ि तथी
भी उतम होगी!

खाना बर- 4 म सूरज बध


ु , कयाफा: के बज
ु खाना बर- 4 से रे खा खाना बर- 11 म
खाना बर- 4 म सरू ज बध ु , कयाफा: के बज
ु खाना बर- 4 से रे खा खाना बर- 11 म
जा नकले, तो आमदन के स बंध म शाि त व माकूल कमाई होवे! य द बध ु खाना बर- 5 म
हो तो र तेदार व उ बि क दोन जहान का नेक असर होगा!

वषफल के अनस ु ार खाना बर- 1 या 2 म आए तो खाना बर- 11 का खब


ू उतम
फल दे गा 12 साल तक राजदरबार से दौलत आती रहे !

खाना बर- 11 का कस साल खाना बर- 2 म आयेगा 4, 17, 27, 47, 55, 69, 81,
95, 103, 115

खाना बर- 11 का कस साल खाना बर- 1 म आयेगा 1, 23, 36, 48, 57, 72, 84,
94, 105, 119

मंद हालत

केतू का फल अब मंदा होगा! दाद पोते का झगड़ा या दाद के बैठे पोता न खेलेगा या न खाना
बर- 11 के वाले जातक क माता अ वल तो अपनी िजंदगी म पोता न दे खेगी अगर नर
औलाद हो भी जावे और दाद उसको 43 दन के अंदर दे खे तो तो बेवा या बबाद हो जाएगी अगर
दाद पहले से ह बेवा या अंधी हो तो नर औलाद हो सकती है ले कन फर भी 12 साल क उ
तक दाद या पोता दोन म से एक, रहे इस मंदे ज़हर से बचने के लया:

1. पानी के प प के नीचे गड़े हुये प थर को दध


ू से धोना चा हए 43 दन! या
2. दाद अपनी आंखे और सर दध
ू से धोये 43 दन लगातार! या
3. भैर के मि दर म दध
ू का दान कर 43 दन!

सनीचर खाना बर- 3 म हो तो व सनीचर क उ म माता क सेहत मंद और आय ु को


खतरा हुआ करता है !

खाना बर- 11 के व त केतू कमजोर हुआ करता है इस लए औलाद क पैदाइश के लए


सोने क सलाई लाल सुख कर कर दध ू म बझ ु ा कर पीएं, यह या 11 बार दोहरानी है अगर
कसी वजह से दध ू का इ तेमाल मना हो तो पानी म इ तेमाल कर साथ ह ऐसी वाई का
इ तेमाल कर िजसम सोने क भ म/कुशता हो…… के साथ बह
ृ प त हो तो दोन मंदा फल
नह ं दे त े और न ह द ु मन से मार खाते ह!

खा ना बर- 3 मंदा हो रहा हो तो बचपन मंदा होगा और ऐसे म नीचे लखे पाँच काय ज़हर
ह गे:

1. बध
ु वार को बहन या बेट का जनम दन मनाना या शाद करना!
2. शु वार अपनी या कसी र तेदार क शाद करवाना!
3. सनीचरवार को मकान शु करना, गरवाना या सनीचर क चीज़ खर दना!
4. सुबह सूय दय से पहले दान दे ना या लेना या केतू संबि धत कोई काम इस समय करना!
5. शाम के व त गु उपदे श सुनना या सुनाना या बह
ृ प त संबि धत चीज़ लेना!

घर म कुआं लगवाया जाए तो माता क मौत का डर होगा, समंदर - द रयाई सफर के दौरान
औलाद क मौत का डर होगा, केतू खाना बर- 3 म हो तो कसी दस ू रे इ सान क गलत सलाह
के कारण धन दौलत का नक
ु सान होगा!

उपाओ:

माता क मदद के लए 11 आद मय क खरु ाक के बराबर दध ू के खोये के पेड़ े ब च म


बांट अगर कोई लेने से मना करे तो चलते पानी म बहा द!
ब चा पैदा होने से पहले जातक क माता कसी दस
ू रे र तेदार के पास चल जाए और जब
ब चा 43 दन का हो जाए तो वा पस आए!
सोने क सलाई को आग पर सख
ु करके दध
ू /पानी म बझ
ु ा कर पये या 11 बार दोहराएँ!
भैर के मि दर म दध
ू का दान कर!
व बह
ृ प त क चीज़ धरम थान म द!
खाना बर- 12
(रात के व त सैलाब, तफ
ू ान से बि तयाँ उजाड़ने वाला द रया)
छोड़ी याद मंिज़ल बुढ़ापा उजाड़ा

गया जल बका िजसम तेरा ह या था

सु तान बूद पदरम- इक़बाल था शाहाना

है याद करके रोता- घर उजड़े हो वीराना


मैदान पानी चलता- तीथ था जो हुआ

आबाद करके द ु नया- खुद गक जा हुआ

लेख ज़ाती खुद अपना- पाँच छटे - 9 दज


ू े हो
बुध र व घर तीजे बैठा- तारे गंगा कुल- घर सब को

साथ साथी या असर पापी का- नाला गंदा बरसाती हो

दध
ू माया ज़र दौलत जलता- नरक खद
ु पानी हो
त त माता जब टे वे पाती- करम धरम ज़र घटता हो

दौरा मगर जब 12 करती- उजड़ी खेती घर जलता हो

नीम बढ़
ू से पानी टपकता रहा
माता बढ़
ू का पोता भटकता रहा
पानी पे पानी बरसता रहा
बीकानेर बेचारा तरसता रहा

- - खाना बर- 12 मीन रा श, घर का मा लक ह बह


ृ प त जो का दो त है
ले कन घर का प का ह राहू है जो को म म करता है ! मीन रा श शक
ु र और केतू
को उं च व बुध और राहू को नीच करती है ! उ 90 साल लखी है ले कन आधी उ 45
तक पानी से खतरा! जातक अ लमंद होगा ले कन जायदाद और दौलत का फल म म!
अपनी और ससुराल क जायदाद पर असर खराब होगा! अंगूठे के दर मयानी ह से पर जौ
का नशान सह सलामत तो कायम गना जाएगा और क उ म जायदाद का
फल म म बाक हालत म उ दा! अगर नशान टूटा फूटा हो तो द ु मन ेह से
खराब हो रहा होगा क जायदाद सफ बचपन म उ दा जवानी व बुढ़ापे म फल मंदा
होगा! खाना बर- 12 के समय य द सरू ज- 2 और मंगल- 1 म हो तो द ल ृर व
आलसी!
ह त रे खा: सर रे खा(क), उ रे खा(ख) और सेहत रे खा मल कर हथेल पर एक बड़ा
कोण बनाती

ह और इस कोण को क मत रे खा दो ह स म बांटती है हथेल के अंगूठे क तरफ


वाला

ह सा खाना बर- 12 है , के बुज से रे खा का नकल कर खाना बर- 12 म


आना!

दज
ू े पेट गना है , रे त हुआ घर बाराँ
खेती भी जो पानी से उजड़े, वसदे घर उजाड़ा

नीम बढ़
ू से पानी टपकता रहा, माता बढ़
ू का पोता भटकता रहा
पानी पे पानी बरसता रहा, बीकानेर तरसता रहा
मु तसरन जायदाद ज ी का वो गनीम होगा, नो मन लोहा हर घड़ी अफ म होगा

ख़श
ु ामद, सफेद ब ल ! मींह का पानी मद गार होगा!
(1)व त गुज़रे मद पछताये- आता है याद मुझको गुज़रा हुआ ज़माना- (2)कभी हम भी ब-
इकबाल थे तु ह याद हो क न याद हो…(3) पदरम सु तान बद ू …मगर अब तू कहाँ है का जवाब
वो सफ आंसओ ु ं से ह दे गा! अपनी और अपने ससरु ाल क जायदाद बाइस- ए- खराबी होगी,
बि क कमनसीब, याहब त या आजद ू ा हाल होगा!

नेक हालत

मींह का पानी मददगार होगा, खामोशी व लाचार खद


ु ह तबाह का कारण होगी!

क जायदाद का फल नेक होगा खद


ु जातक अ लमंद और श ा क तरफ से खश
ु नसीब
होगा!

सूरज बध
ु खाना बर- 3 म अपने कुल और घर बार को तारने वाला होगा!
बहृ प त उ दा या सरू ज नेक हो तो अब मामल
ू पानी क बजाए उ दा व उतम क म के
दध
ू क तरह माया व दौलत दे गा!

ज़ाती क मत का फैसला:

बर- 2 के ेह क ि तथी व हालत मान व इ ज़त का फैसला करगे!


बर- 5 के ेह क ि तथी औलाद के लए फैसला दगे!
बर- 6 के ेह क ि तथी उ , रहाइश व द ु नयावी स ब ध का फैसला करगे!
बर- 9 के ेह क ि तथी धरम करम बज
ु ुरगी का फैसला करगे!

खाना बर- 12 के समय मंगल, बध


ु व केतू टे वे के िजन घर म ह गे उनका असर कैसा
होगा!

मंगल जो क खाना बर- 4 म आमतौर पर मंगल बद या मंगल क गना है अब आग से


जला हुआ असर दे ने क बजाए ठं डा असर दे गा!
केतू खाना बर- 4 म कुता कुएं म गरा या न कुता पानी से दरू रहना पसंद करता है न
तो कुएं म शुभ हुआ और न ह बा रश म भीगता हुआ!
इसी तरह से 12 के समय खाना बर- 4 म बैठा बध
ु माता खानदान के लए मंदे
असर का होगा!

नीम बूढ़ से पानी टपकता रहा, माता बूढ़ का पोता भटकता रहा
पानी पे पानी बरसता रहा, बीकानेर बेचारा तरसता रहा

यहा नीम का मतलब मंगल और भाई, पोता का मतलब केतू बढ़


ू माता दाद को लगे, पानी
पे पानी या न खद
ु और बीकानेर का मतलब बध
ु लया जाएगा!

खाना मंगल बैठा होने वाले घर केतू बैठा होने वाले घर का हाल! बध
ु बैठा होने वाले
बर का हाल! घर का हाल!

1 राजदरबार म जहर के बदले िजस घर म जातक पाँव रखे उसी घर राजदरबार मंदा
शहद मलता होगा कचहर से बल
ु ावा आने लगे(वारं ट) उजड़ा हुआ असर
दे गा

2 ससुराल का धन जातक के ससुराल गए तो अपनी जूती गुम और ससुराल ऐसा


घर आए जो रोकने से भी ससुराल वाले भी नंगे पाँव हो गए उजड़े क
न के
रे ग तान के
नज़ारे दखाई द

3 भाई बंध ु खब
ू धनवान ह गे खद
ु जातक औलाद क वजह से परे शान भाई बंधुओ ं के
भाइय का भी वह हाल मदद के नाम पर
बाज़ू कटे हुये

4 बड़े भाई खद
ु के, पता के नालयक क औलाद खानदानी नालायक माता खानदान
बाबा के या माता के कभी का सबत
ू होगा हमेशा मातमी
द ु खया न ह गे हालात म रहे

5 जातक क अपनी औलाद बेटा जो भी हो बाप बन कर दखाएगा औलाद मंदे पानी


बहुत बड़ी जायदाद के ले कन मंदे मायन म म बहे , खद
ु को
मा लक ह गे दल क या आँख
क बीमार हो

6 िजस के यहाँ जातक क जातक के रशतेदार के तरफ से जातक लड़ कय के


ल क , बहन याह जाए या को कोई सख
ु न मले ससरु ाल वाले
लड़क के ससुराल आ द म तूफान म फंसी
धन के द रया बहने लगगे िजंदगी जी रहे
ह गे

7 गह
ृ त इतना उतम क अपने ह घर का कुता ज़मीन पर पेशाब खद
ु क औरत क
पानी मांगने पर दध
ू से करने के बजाए जातक पर पेशाब करगे हालत खराब होगी
सेवा हो या न मंदा हाल

8 मौत गल सड़ कर नह ं बला- ए- बद के कारन नर औलाद ल बी ल बी


होगी ख म होती जाए बीमा रय पर धन
का खचा हो

9 बज
ु ुग के घर म धन दौलत मामू खानदान बरबाद होगा बजु ुग क उजड़ी
क चहल पहल होगी खद ु हुयी जायदाद को
जातक चाहे कह ं बाहर रहे रोता हुआ जातक

10 सर पर मुसीबत का पहाड़ रा ते जाती जाती आँधी अपना ह घर पहा ड़य से लगता


गर जाए जातक दख ु ी होने ले उड़ेगी हुआ आल शान
के बजाए सामना करे
मकान रात को
सोये हुये उजड़े

11 गुनहगार होते हुये भी न तो इंसाफ पसंद होगा और न ह बेगुनाह होते हुये


इंसाफ करने वाला जातक चालचलन नेक, मामूल लालच से इंसाफ भी दस ू रे के
को बेगुनाह करार दे गा! क म ी उड़ा दे ने वाला और कुछ ह इ ज़ाम के कारन
ण म चाल चलन ढ ला करने वाला जातक सज़ा पाये

12 दधू म शहद जैसी िजंदगी कमाई म लाख पए आए ले कन दमाग न िजस


दल क शां त व रात का गनने पर सफर कसी क मदद
आराम करने को सोचा वो
सोचते ह उजड़
गया

मंद हालत

खा ना बर- 12 का मंदा हो रहा हो तो बज


ु ुग से मला हुआ धन व जायदाद सब कुछ
बक जाएगा ले कन अपनी कमाई से इकठा कया धन व जायेदाद बरबाद न होगी!

द ु नया म न तो कोई अपना खद


ु का नक
ु सान चाहता है और न ह बीमार व जहमत ले कन
- 12 वाला खद ु आग ह नह ं पानी से भी जलता होगा और दस ू र को जलाता होगा!

पानी बादल म भरकर जलता- रे त मैदान भरता हो उजाड़ खेती जागीर नसीबा- अफ म खाये ले
सुथरा वो

दध ू दौलत ज़र पानी दे ता- नरक घर डोलता हो करम- धरम चंडाल साया- मान इ ज़त कुल
फंू कता हो
ग दे बरसाती नाले क तरह हाल होगा या न जैसे बा रश आने से ऐसे नाले भर जाते ह वैसे ह
कभी क मत न लहर मार तो समय ठ क वरना यादातर फल मंदा ह होगा! टे वे के अनस ु ार
बह
ृ प त क मदद या उपाओ या फर धरम थान म माथा टे कने से फल नेक हो सकता है ! जब
भी वषफल के अनस ु ार खाना बर- 1 (12–24–35–46–59–71–82–97–106–111) म आयेगा
तो हर तरह बरबाद करे गा और िजस वष खाना बर- 12 (4–17–28–48–55–68–80–90–
101–116 ) म आयेगा तो 12 ह घर म जो मंदा फल है वैसा ह असर दे गा! खासकर जब
वषफल के अनस ु ार खाना बर- 12 म आए तो जातक यह सोच कर क बज ु ुरगी धन
दौलत दौलत व जायदाद जो बाक न बचेगी सोच कर परे शान होता होगा!

दमागी खाना बर- 36 राहू से मु तरका अब का असर राहू नीच के समान होगा हर गुजरे
काम के मंदे नतीज से पछताए ले कन य य व त गज़
ु रता जाएगा हाल और भी मंदा होता
चला जाएगा!

आता है याद मझ
ु को गज़
ु रा हुआ ज़माना- था वाब म ह दे खा या हो गए द वाना
सु तान बद
ू पदरम इकबाल था शहाना- त सीर उनक आजम या हो गया बहाना
है याद करके रोता घर उजड़े हो वीराना- ज़ा हल बना वह जो था मा हर- ए- ज़माना

जातक रो रो कर कहता होगा क मेरे पव


ू ज अपने समय के जाने माने अमीर थे ले कन न जाने
कन कम के कारन म इस हाल म पहुंचा हूँ या मेरा जनम ह उनक इस दद ु शा का कारन है !
जातक जो कसी समय म हर काम म मा हर और लयाकत का पत ु ला हुआ करता था अब सबसे
बड़ा मख
ू होगा!

जब खाना बर- 2–6–12 म बध ु या शुकर या पापी ह तो बाप क तरफ से जो कुछ भी वरासत


म मलेगा सब कुछ कौड़ी- कौड़ी करके ख म होता चला जाए वजह चाहे कोई भी हो!

जब खाना बर- 6 म सूरज हो तो जातक खद


ु या उसक औरत या दोन ह एक आँख से काणे
हुआ करते ह!

उपाओ:

बा रश का पानी भरकर घर म रख और कभी ख म न होने द अगर कम पड़ने लगे तो घर


का पानी उसम डालते रह!
बह
ृ प त क चीज़ धरम थान म द और लगातार धरम थान म माथा टे क!
केसर का ट का नय मत प से लगाएँ!
गु सा, एहं कार और ई या से दरू रह!
Chapter 4
शक
ु र
शक
ु र, सामा य या या
बद खु फ़या तू िजससे दन करता

व त मंदा तेरे वह सर पर चढ़ता

ऐश पस द इ क खुदाई, अकेला बुरा नह ं होता हो


पाप न ल का खून ह ती, म ी माया का पुतला हो

मद टे वे म औरत बनता, औरत टे वे खुद मद हो वह

उठती जवानी इ क म अ धा, बढ़


ू े नसीहत करता हो
र व ि ट श न पे करता, बुरा शुकर का होता हो

श न र व से पहले बैठा, नर ह ी उ दा हो

नज़र शुकर म जब श न आता, माया द गर खा जाता हो

ि ट शुकर पे जब श न करता, मदद ह सब करता हो

शक
ु र बैठा जब बध
ु से पहले, असर राहू का मंदा हो
बुध पहले से शुकर मलते, केत ू भला खुद होता हो

श ु दोन का साथ जो बैठे, असर दोन न मलता हो


शुकर मा लक है आँख श न का, तरफ चार जो दे खता हो

चोट श न हो जब कह ं खाता, अ धा शुकर खुद होता हो


शकु र:- हर तरह के सख
ु व ऐश- ओ- आराम का मा लक ह जो क राहू और केत ू के
इकठे असर का नतीजा है और इसम बुध का असर हमेशा मला गना जाएगा और खुद
इस ह का नतीजा केत ू है या न राहू+केत=
ू शुकर और शुकर का बीज केत!ू शुकर कसी
भी ह को नीच नह ं करता और केत ू कसी को मारता नह !ं शुकर क आम मयाद तीन
साल िजसम पहले साल मंगल का फल शा मल होगा, दर मयानी ह से म खुद शुकर का
अपना फल हुआ करता है और आ खर साल सफ बध ु का असर होगा! बधु क या
कु वते- बाह(कामईछा), शुकर िज म क म ी(बुत) और मंगल खून( चा पैदा करने क
ताकत) या न ल क के िज म म िजस दन से (माहवार - आयाम) शु हो जाए वोह
समय चा पैदा करने क ताकत और उस दन से राहू केत ू के मु तरका असर का मैदाने
जंग शुकर के नाम से गना जाएगा! ऐश(राहू) व रब से लौ(केतू) शुकर के दो प ह
ले कन असल म राहू और केत ू (जो क शक ु र के म नई ू ह ह) ह इन दोन चीज के
कारक ह! मद के टे वे म शुकर ी/प नी का कारक है तो ी के टे वे म शुकर मद/प त
का कारक माना जाएगा! जवानी के समय राहू का स पूण परभाव होगा और यि त
हवसो- इ क का पत ु ला हुआ करता है ले कन बढ़ु ापे क तरफ आते आते केत ू का परभाव
ब ने लगता है तो जातक दस ु र को नसीहत दे ने लगता है ! सूरज कसी भी तरह श न को
दे खता हो या संयु त हो तो शकु र क बरबाद होगी! अकेला शक ु र श न को दे खता हो तो
दौलत का नाश पराई औरत हुआ करती ह ले कन इसके उलट श न य द शुकर को दे खे
या साथी ह बन जाए तो कुल ह मदद पे ह गे! बुध टे वे म शुकर के बाद के घर म हो
तो राहू के कारक बरबाद ह गे(साथ के घर म आगे या पीछे क शत ख म गननी चा हए
य क मु तरका खान के ह आपस म मल जया करते ह! य द बुध टे वे म शुकर से
पहले हो तो केत ू उ दा फल का होगा! श ु दोन या न टे वे म बध
ु व शक
ु र इ ठे ह और
साथ ह कोई श ु ह(दोन का या कसी एक का) तो दोन ह अपना अलग अलग फल
दगे! शुकर क एक ह आँख है जो श न क द हुयी है और श न क फतरत यह आँख
चार तरफ दे खती है ले कन इस नज़र क अछाई या बरु ाई का आधार टे वे म श न क
ि तथी पर नभर करे गा!

शुकर आँख है श न क पाई, तरफ चार जो दे खता है

श न अगर कह ं जावे मारा, ब ल वो अपनी दे ता है

साथ मंगल के बनता, बध


ु केत ू िजसम न ह
शुकर अकेला बरु ा न करता, बैठा घर वाह कसी ह हो
घर 7 जब अपने बैठा, असर- नज़र, ह अपनी को

दे दे ता ह उसी को है ये, बैठा जो घर 7 हो


भला या बध
ु हो अ छा, बरु ा शुकर नह ं होता है
घर तीजे म जब आ बैठा, शक
ु र मद हो जाता है
9 मंगल बद है यह होता, छटे म खद
ु ह मंदा है
काग रे खा है त त पे होता, चौथे औरत दो दे ता है
12 दस
ू रे सब से उतम, 10 श न खद
ु बनता है
घर 5 प क म ी, 11 ल ू बन घम
ू ता है
घर 8 ह सब मंदे, शुकर भी मंदा होता है
भवसागर से पार है करता, शुकर गऊ जब होता है

सामु क/ह त रे खा: सामु क शा लाल कताब यो तष का मह वपूण ह सा है !


सामु क/ह त रे खा: सामु क शा लाल कताब यो तष का मह वपण ू ह सा है !
इसम शाद क रे खा, शुकर क अपनी रे खाएँ, शुकर का बुज व शुकर का दस
ू रे ेह से
स बंध आ द का िज़कर है !
नीचे के च म हथेल के बज
ु के बलकुल दसू र तरफ अंगठू े के नीचे शक
ु र का
बुज मौजूद है और यह कंु डल का खाना बर- ७ है ! क न का उं गल के नीचे बुध के बुज
पर भी खाना बर- ७ ह है , यह इस लए क खाना बर- ७ बुध और शुकर दोन का ह
पका खाना है ! बध ु के बज
ु से रे खा चल कर शक ु र के बज
ु तक जाने वाल रे खा सेहत रे खा
या सूरज क तरक रे खा के नाम से जानी जाती है और यह टे वे का खाना बर- ५ भी
है ! बध
ु और शक
ु र के इस तरक रे खा के ज रये मलने से मसनई
ु सरू ज बनता है !
क न का उं गल के नीचे बुध के बुज पर दो लेटे या ह प त के बुज क तरफ मंह
ु कए
हुए खत शाद रे खा के नाम से जाने जाते ह!

- - बध
ु के बज
ु पर बड़ी रे खा ऊपर और छोट रे खा नीचे हो तो शाद ठ क समय (आयु)

हो जाया करती है अगर छोट रे खा ऊपर और बड़ी रे खा नीचे हो तो शाद बहुत दे र से
हुआ

करती है और शाद का सुख व स तान नह ं हुआ करती य द अ य कसी ह क मदद


के कारण औलाद हो भी जाए तो न होने के बराबर होगी!

- - अगर सफ एक ह रे खा हो तो शाद बहुत यादा दे र बाद होगी, ले कन यह रे खा


- - अगर सफ एक ह रे खा हो तो शाद बहुत यादा दे र बाद होगी, ले कन यह रे खा
शु होते व त दो शाखाई हो तो भी शाद म दे र हुआ करती है , अगर आगे से दो शाखाई
हो तो शाद बचेगी नह (ं मंगल बद का असर)

- - शाद क दो शाखाई रे खा का एक ह सा दल को छूए या क न का उं गल क


आ खर पोर (धन ु रा श) म जा नकले तो शाद टूटने का योग होगा! अगर शाद रे खा का
अगला ह सा दो शाखाई हो और एक फालत ू शाख शाद रे खा से चल कर दल रे खा को
जा न नकले तो जातक के अनै तक स बंध अपने सगे संबं धय से हो जाया करते ह!

- - इन अशभ
ु परभाव से बचने के लए और ह प त क पज
ू ना नेक असर दे गी!

- - दोन रे खाओं म से ऊपर क रे खा मद और नीचे क रे खा को औरत गना है (क)


दोन रे खाओं क लंबाई लगभग बराबर हो तो आदमी और औरत क आयु लगभग एक
सी हुआ करती है (ख)दोन रे खाओं म से जो छोट होगी और िजस कदर छोट होगी तो
वह औरत और मद क उ के अ तर को बताएगी (ग)छोट रे खा चाहे मद चाहे औरत
रे खा हो वोह दोन म से पहले अलहदा हो जाएगा!

- - क न का उं गल के आ खर पोर जहां धनु रा श होती है वहाँ से रे खा नकल कर


शाद रे खा को काटे या शाद रे खा आगे से दो शाखाई हो और एक शाख दल रे खा को जा
मले तो अलहदगी का योग होगा!

- - चंदर के बुज से रे खा चलती हुयी खाना बर- 8 से होकर सर रे खा व दल रे खा


को काटती हुयी शाद रे खा को जा छूए तो प रणाम भयंकर ह गे खुद क शाद शुदा
िजंदगी, भाई बंधु व प रवार व धन के लए अशभ ु !
- - शुकर के बुज पर अंगूठे के नीचे सूरज का नशान हो तो औरत का सुख ह का
होगा ले कन जातक के खुद के लए यह नशान शुभ होगा!
- - उ रे का ( प रे खा) पर राहू का नशान तो भी औरत का सुख ह का लगे खासकर
मीन रा श वाल के लए!

- - दाय पाँव क अना मका म यमा से बहुत यादा छोट हो तो औरत का खानदान
गर ब होगा अगर अमीर ह भी तो उनका सख
ु ह का होगा!
- - दाय पाँव क अना मका म यमा से बहुत यादा छोट हो तो औरत का खानदान
गर ब होगा अगर अमीर ह भी तो उनका सख
ु ह का होगा!
- - पाँव क तजनी उं गल म यमा से बड़ी हो तो औरत खानदान गर ब ले कन तजनी
म यमा से थोड़ी छोट हो तो औरत का सुख पूण होगा!

- - हाथ क क न का उं गल का नाखन
ू वाला सरा अगर अना मका उं गल क पहल
पोर (कक रा श) तक या नीचा रहे तो औरत का रं ग साफ होगा तबीयत नेक होगी अगर
क न का का यह ह सा बड़ा होगा तो असर उलट होगा!

- - अगर उ रे खा ( प रे खा) टे ढ़ होकर सर रे खा (मा रे खा) को काट कर के बजु


पर हथेल पर कोण जैसी श ल ( च दे ख) तो जातक खोटे च र का होगा, पराई
औरत से मेल मलाप रखने वाला होगा ( क बुध श न से द ु मनी)!

- - अगर औरत के पाँव क अना मका उं गल का पहला ह सा ज़मीन को न छूए तो


पहला प त मरे और य द कुल उं गल ज़मीन को न छूए तो प त पे प त मर
(खा वंदखानी) ले कन औरत खुद न मरे और न ह आराम पावे!

शु से बध
ु का स बंध
- - बध
ु का शकु र के साथ सात घर पर वामी व भी है ! खाना बर- 3, 7 म बैठा बध

सात घर को मश ५वीं ९वीं ि ट से खाना बर- 7 को म ि ट से दे ख सकता है
और हमेशा शक ु र क मदद पर होगा!
- - ि ट के आधार पर 25%, 50%या 100% ि ट से दे खे तो फल चकवे और चकवी
क तरह होगा जैसे:

(क) य द बुध 1, 2, 3 के नयमानुसार पहले घर म हो और शुकर भी पहले घर म


ले कन बध
ु से बाद के घर म हो तो बध
ु का शभ
ु परभाव शक
ु र म मला गना
जाएगा और टे वे म केत ू शुभ फल का हो जाएगा!
(ख) य द शुकर पहले और बुध बाद के घर म हो तो दोन ह ेहो म राहू का परभाव
शा मल होगा!

(ग) बधु के साथ शुकर ि ट वाले घर म बैठा होने पर शुकर का परभाव बल होगा!
ले कन य द बुध कसी भी कारन मंदा हो रहा हो तो उसका अशुभ परभाव शुकर म
शा मल होगा िजसको शुकर भी न रोक सकेगा और प रणाम व प ह त जीवन
खराब होगा!
(घ) जब दोन ह ह क के बाहर के घर गनने पर 1/7 क ि तथी पर ह जैसे बुध
खाना बर- 2 या 3 और शुकर खाना बर- 8 या 9 म होने पर दोन ह ेह और
घर का फल ने ट होगा ले कन य द शुकर हो 12 म और बुध 6 म तो दोन ह
ेह का फल े ठ होगा और केतू (शक
ु र का बीज) का फल भी नेक होगा!
(च) जब बुध और शुकर अलग अलग घर म ह और उनम कोई ि ट स बंध न हो तो
ऐसे म बध
ु अपना परभाव शक
ु र म नाल (बध
ु क नाल ) के ज रये मला दया
करता है और आमतौर पर ऐसी अव था म मंदा शुकर भी शुभ फल दे ने लगता है !

(छ) य द बुध के साथ शुकर का श ु ह बैठा हो तो शुकर बुध को नाल के वारा


अपना अशभ ु परभाव मलाने न दे गा या न ऐसी ि तथी म बध ु शकु र को मंदा न
कर सकेगा!

शुकर का सनीचर से ता लुक


शकु र से सूरज क द ु मनी हमेशा शुकर को जलाती है ! सूरज क आग आकाश से शुकर
क म ी को जब भी जलाएगी तो ज़मीन के नीचे जहां क सनीचर का वास है तो
सनीचर अब सूरज बर खलाफ होगा और शुकर क खु फया मदद पर सनीचर होगा! सूरज
क त पश और सनीचर के बीच अब शक ु र या होगा! ऊपर से सरू ज का दबाव और नीचे
से सनीचर का दबाव अब म ी(शुकर) को तोड़गे और यह शुकर के मसनुई ह से राहू
और केतू ह गे जो क टूट फूट के कारन रे त ह गे और रे त है बुध क चीज़ या न बुध
खद ु - ब- खद
ु पैदा हो गया! मतलब यह क जब शक ु र को सनीचर क मदद मल तो राहू
और केत ू भी शुकर के मददगार हो गए या न जब शुकर क नेक काम न आई तो औरत
क शैतानी ताकत ह सब द ु मन को मातहत करवा दे गी!

शक
ु र का से फक
बार क उड़ने वाल ज़रा ज़रा हुयी म ी को शक
ु र और कुल जम कर एक ह तय बनी हुयी
म ी को क धरती माता कहते ह! इन दोन ेह का मेल दह (शुकर) और दध
ू ( )
का मेल है !

द ु मन ेह से स बंध
सूरज और सनीचर आपस म श ु ह! य द दोन ह इ ठे बैठे ह तो टे वे वाले पर इसका
परभाव अशुभ न होगा जमा और तफर क हमेशा बराबर हुआ करते ह! ले कन जब भी
शक
ु र और सनीचर टे वे म इ ठे ह और कोई भी ह कसी भी ि ट से इस यु त को दे खे
तो सनीचर दे खने वाले ह का समूल नाश कर दे गा और इसका अशुभ परभाव मंगल और
केतू पर जाएगा इस संधब म ंथकार न कुछ ऐसे यान कया है :
श न ी ह संग मल बैठे दज
ू े या फर बैठा कह ं भी हो,
कोई ह इ ह कह ं से दे खे मरते मंगल केतू ह !

य द टे वे म सूरज सनीचर को दे खे तो दोन का झगड़ा होगा और शुकर मरे गा या न


सरू ज सनीचर के झगड़े के समय औरत पे औरत मरे ! य द कोई ह शक ु र के साथ बैठा
हो, साथी ह बने या ि ट स बंध बनाए तो शुकर व श ु ह से स बंध रखने वाले
र तेदार व कारोबार बरबाद ह गे!
शुकर से राहू का स बंध
शक
ु र अगर गाये है तो राहू को हाथी माना गया है इस लए जब कभी दोन ह ि ट
स बंध बनाएँगे तो शुकर का फल अशुभ होगा ल मी और ी दोन कुल उ मंदे ह गे!
जब दो ऐसे ह जो आपस म द ु मन ह और साथ लगते हुये घर म बैठे ह तो तो दोन
का फल जुदा जुदा होगा ले कन अगर राहू साथ लगते(सांझी द वार) वाले घर म ह तो
दोन आपस म मले हुये ह गे और अब उनका असर वैसा ह होगा जैसा इ ठे बैठे समय
होता है

- - ज म कंु डल शुकर अगर अपने द ु मन ह/ ेह को दे ख रहा हो तो वषफल के


मुता बक िजस साल भी शुकर मंदा होगा तो वह ह िजनको ज म कंु डल म शुकर
दे खता हो अब शुकर क जड़ काटगे चाहे वह ह शुकर को दे ख या न दे ख! इसको
खु फया बद कहा गया है इस लए वह ह शुकर से संबि धत कारोबार, र तेदार व
ल मी क बरबाद का बहाना ह गे!

शाद क दो लक र: क न का उं गल के नीचे बुध के बुज पर हथेल के बाहर से अंदर


को आती हुयी रे खाएँ शाद क रे खाएँ हुआ करती ह!

ऊपर क रे खा: अगर साफ सूथर हो तो कायम बुध क रे खा और मद से मुति लका!

नीचे क रे खा: अगर साफ सथ


ु र तो कायम और शक
ु र क रे खा और औरत के
मुति लका!

अगर दोन रे खाएँ हर तरह से कायम और साफ सुथर ह तो बुध और शुकर का शाद
संबंधी ता लक
ु नेक होगा! शक
ु र के बगैर बध
ु पागल होता है और बध
ु के बगैर शक
ु र
नदारद होगा इस लए एक रे खा बेमायनी हुआ करती है ! एक ह लक र होने का मतलब
शुकर तो है मगर बुध नह !ं
- - बध
ु और शक
ु र दोन ह नेक सा बत हो रहे ह और मंगल नेक भी साथ हो या
साथी ह बन रहा हो तो- शाद व औलाद का फल नेक व उ दा होगा!

- - बुध शुकर दोन या कसी एक के साथ मंगल बद हो या साथ ह बने तो- दो


शाखाई रे खा का असर होगा!
- - बुध और शुकर टे वे के पहले घर म और मंगल बद बाद के घर म हो तो- दो
शाखाई हथेल से बाहर क तरफ होगी!

- - बध
ु और शक ु र टे वे के बाद के घर म ह और मंगल बद टे वे म पहले घर म तो-
दो शाखाई रे खा का ख आगे क तरफ हथेल क और होगा!
- - मंगल बद ऐसी हालत म शुकर पर अपना बुरा असर दे रहा हो तो शाद क बरबाद
का बहाना औरत होगी और अगर मंगल बद बधु को अपना असर दे रहा हो तो शाद क
बरबाद का बहाना मद होगा और अगर टे वे म बुध और शुकर जुदा जुदा ह और दोन से
ह मंगल बद का ता लक
ु हो तो- कुदरती सबब शाद क बरबाद का बहाना ह गे!
- - ी ह( व शकु र) जब नर ेह (सरू ज, मंगल व ह प त) के साथ ह या साथी
ह ह तो मतलब शाद रे खा से होगा बशत क सनीचर का संबंध कसी भी सूरत म इन
ेह से हो रहा हो और ऐसी हालत म ी ेह को शक
ु र और नर ेह को बध
ु क
रे खाएँ माना जाएगा! यह शत सफ उस व त लाग ू होगी जब टे वे म बुध और शुकर दोन
ह न ट हो गए हो इसक नशानी होगी क ज म से जातक क बहन, बुआ आ द मरती
ह गी!

शाद का समय: सनीचर क दो ती व आम दौरा का व त शाद होने का समय होगा


(यह एक साधाहरण या या है ले कन इस बात का िज़कर शाद याह के अलग से
अ याय म होगा!

मद व औरत के जोड़े क उ

शुकर को उसका दो त ह दे ख रहा हो तो औरत क उ लंबी होगी!


शुकर को उसका द ु मन ह दे ख रहा हो तो औरत क उ छोट होगी!

बध
ु को उसका दो त ह दे ख रहा हो तो मद क उ लंबी होगी!
बध
ु को उसका द ु मन ह दे ख रहा हो तो मद क उ छोट होगी!

शुकर व बध
ु संयु त ह और उनको कोई दो त ह दे ख रहा हो तो दोन क उ लंबी
होगी!
शुकर बध
ु संयु त ह और उनको कोई द ु मन ह दे ख रहा हो तो दोन क उ छोट होगी!

शकु र को दे ख रहा हो उसका दो त ह सनीचर और बध ु को दे ख रहा हो उसका द ु मन ह


चंदर तो औरत क उ लंबी व मद पहले गज़ ु र जाए!

बध
ु को दे खता हो उसका दो त ह सूरज या राहू और शुकर को दे खता हो उसका द ु मन
ह सूरज या राहू तो मद क उ लंबी व औरत पहले गुज़र जाए!
शक
ु र को उसके द ु मन ह सरू ज, चंदर, राहू (कोई एक या दो या तीन ) और बध
ु को
उसके दो त ह (सरू ज, राहू) दे ख रहे ह तो मद कायम होगा ले कन कई औरत मरती ह
या अलग हो जाएँ!

बध
ु को दे खता हो उसका द ु मन ह चंदर व शुकर को दे खता हो उसका द ु मन (सूरज,
चंदर, राहू) तो औरत तो कायम होगी ले कन मद मरते जाएंगे या अलग होते जाएंगे!

शुकर हर तरह से कायम हो तो मद के आ खर दम तक एक ह औरत रहे गी!

सरू ज बैठा हो खाना नंबर- 6 म और सनीचर खाना नंबर- 12 म तो औरत पे औरत मरती
होगी!

शुकर, बध
ु व मंगल खाना नंबर- 3 म संयु त ह और खाना नंबर- 11 खाल तो शाद और
औलाद म गड़बड़ हुआ करती है !

कंु डल म मंगल बद और शुकर के दर मयान जीतने घर खाल ह उतनी ह औरत हो


सकती ह ले कन इस नयम के लए बध ु व शक
ु र के अलग- अलग होने क ि तथी म बध ु
क नाल का नयम लगाना ज़ र होगा और बध ु व शक
ु र का पहले व बाद के घर का
नयम भी!

अकेला शुकर कंु डल म ी ेह के घर (2–4–7) म से कसी एक म हो तो शाद वाला


मद तो एक ह होगा ले कन औरत एक ह समय म कई और सब क सब िज़ंदा चाहे उनसे
औलाद पैदा हो या न हो!

अकेला बध
ु कंु डल के नर ेह के घर (1–5–9–12) म बैठा हो तो ी तो एक होगी ले कन
मद कई ह गे! शाद से औलाद का कोई मतलब नह ं होगा!
वशेष: अगर ऊपर द गई दोन प रि त थयाँ उलट ह तो नतीजा भी उलट होगा!

बध
ु व शक
ु र दोन नेक ह और मंगल नेक साथ या साथी ह हो तो शाद व औलाद के
लए उतम फल ह गे!
बध
ु व शकु र दोन के साथ या कसी एक के साथ मंगल बद का स बंध हो तो शाद रे खा
दो शाखाइ होगी!
बध
ु और शुकर अगर कंु डल के पहले घर म हो और मंगल बद बाद के घर से स बंध
बना रहा हो तो दो शाखाइ रे खा का मंह ु हथेल के बाहर क तरफ होगा!

बध
ु और शुकर अगर कंु डल के बाद के घर म ह और मंगल बद पहले घर से स बंध
बना रहा हो तो दो शाखाइ रे खा का मंह ु हथेल के अंदर क तरफ होगा!

वशेष: अगर मंगल बद शुकर पर अपना बरु ा असर डाल रहा हो औरत खराबी का कारण होगी
और अगर बध ु पर मंगल बद का असर होगा तो मद खराबी का कारण होगा!
अगर बधु और शुकर टे वे म जुदा जुदा हो और मंगल बद का स बंध हो जावे तो शाद खराब
होने का कारण कुदरती होगा!

शुकर क दोरं गी म ी
उठती जवानी मेन जातक ऐश और इ क क लहर से म ी (संद
ु र औरत ) क पूजा या न
उनक संगत म अ ध क तरह बताव करे गा!

खाना काग रे खा के परभाव से जातक एकतरफा याल का मा लक इ क म कोई भी हद पार


बर- 1 कर जाए क सा रिज़या सु तान और गल ु ाम याकूत

खाना इस घर म म नई
ू शुकर (राहू/केतू क श ल म होगा)
बर- 2

खाना ऐसी औरत िजसक ह मत मरद के समान हो और घर क औरत मरद क तरह


बर- 3 साथ दे ती ह

खाना इस घर के शक
ु र के कारन मद को दो औरत या औरत को दो मद मल ले कन
बर- 4 स तान सख
ु न होगा (शकु र य द अकेला हो)

खाना बाल चे तो खब
ू ले कन बाप कहने वाला कोई नह ,ं बाहर चे बनावे
बर- 5

खाना ी क कंु डल म हो तो औरत बांझ और मद क कंु डल म हंजड़ा


बर- 6

खाना
खाना केवल साथी का असर होगा- जैसे तम
ु वैसे हम
बर- 7

खाना जल म ी क तरह शुकर अगर नेक सा बत हो तो भवसागर से पार लगाए


बर- 8

खाना जातक शक
ु र से संबि धत बीमा रय से त, ह त सख
ु मंदा
बर- 9

खाना य द ी के टे वे म हो तो मद को भगा ले जावे और य द पु ष के टे वे म हो तो पर


बर- 10 ी से संबंध ह गे

खाना जातक चंचल पवत का वामी, ल ू क तरह घम


ू ने वाला, धन अव य होगा
बर- 11

खाना इस घर का शक ु र भवसागर से पार लगाने वाल गाए क तरह, ले कन हरदम मंद


बर- 12 सेहत को रोये

वशेष यह सभी योग व या या सामा य है कसी भी नतीजे पर पहुँचने से पहले सभी ह


और घर भल भां त जाँचने चा हएँ!

- - शुकर क म ी न के द रया को अपने ऊपर और नीचे जगह द ! म ी से


इंसान बना और आ खर म म ी म ह जा मला(चाहे जलाया गया या दफनाया गया)!
जब िज म म म कसी भी तरह क खुराक हज़म करने क ताकत न रह तो शुकर के
दह न ह जान बचाई! दह से घी, औरत से औलाद और म ी से खेती सब शक ु र क दे न
है ! या न शुकर जब भी खाना बर- ६ म अपनी नीच रा श का हुआ तो भी इसने मंगल
बद का असर न दया! शुकर गुम से मतलब अ ल का गुम होना होगा य क बुध ने
साथ छोड़ दया! ी व औलाद का फल मंदा ले कन धन दौलत क कमी न होगी! शक ु र
नीच के कारन अ ल तो कम/गुम हुयी ले कन नसीब क हार न होगी ;ल ल ू करे
कवि लयाँ र ब स याँ पावे: या न धन या रोज़ी अ ल के हसाब से होती तो कमअ ल
या कम पढ़ा लखा भूक मरता! इस घर का शुकर द ु नया से कोई ता लुक है या नह ं
कोई मैने नह ं रखता, ऐसा जातक द ु नया का आ शक न होगा तो यागी ज़ र होगा!
शक
ु र क खानावार व तए
ु ं

खाना बर- 1 खसार, पराई औरत क मोह बत!


खाना बर- 2 आलू, गाए थान, घी, अबरक़, सफ़ेद कफूर, भ डी गाए!

खाना बर- 3 शाद , सती या सतवंती औरत!

खाना बर- 4 दह , चौपाया, च रंद!

खाना बर- 5 फल, कु हार का आवा या ट का भ ा!

खाना बर- 6 च ड़या, ल क , सफेद गाए मंद , खस


ु रा (न मद न औरत)!

खाना बर- 7 चर (सफेद वार), सफेद गाए, काँसी का बतन, हर दो मोह बत

खाना बर- 8 िज़मीक द, गाज़र, क , भ डी सफेद गाए(मंद )!

खाना बर- 9 सफेद दह जैसा, सफेद गाए अशुभ!

खाना बर- 10 म ी, कपास!

खाना बर- 11 रोट , मोती(दह के रं ग का),!

खाना बर- 12 कामधेन ु गाए, ल मी, चौपाया का सख


ु व गह
ृ त उतम!
शक
ु र खाना बर- 1
(काग व म छ रे खा क रं ग बरं गी माया)
अगर धरम द ु नया न औरत पे बकता

कोई लेख म दा बधाता न लखता

आंख दोन न शुकर दे खे- श न नज़र का मा लक हो

असर दोन का यकसां लेत-े श न बर- 1 बल हो


औरत रज़क से पहले आवे- श न उतम जब अपने घर

शाद मगर जब 25 होवे- दौलत रहे न औरत घर

शुकर मंदे से मरती माता- बुरा सूरज न होता हो

सात टे घर मंगल 12- पूर सद पूत पोता हो

बध
ु मंदा औलाद हो मंद - गह
ृ त मंदा र व करता हो
श न बरु े म द ह गे साथी- तीन मंदे सब मरता हो

धरम हालत 8 हो गु जैसा- ऊंच श न म छ रे खा हो

तीन टे बुध हो जब बैठा- े ठ रे खा सर होता हो


सात पहले घर श ु साथी- र व आया या पापी हो

शमा इ क 2 औरत पकड़ी- दमा दक़ तपे खांसी हो

ऐश तबीयत इ क़ वाह लट
ू े - लेख लखत न मंद हो
घर सातवाँ दस खाल होते- म छ रे खा बन जाती हो

- - सूरज के बुज पर शुकर नशान हो तो शुकर खाना बर- 1 का असर दे रहा होगा!
सरू ज और शक ु र एक दस
ू रे के द ु मन ह! सरू ज इस घर म बल होगा और शक ु र को
नीच करे गा अब शुकर का फल खराब और खुद सूरज का फल उतम होगा! शुकर
आ शक़ाना और सूरज सू फयाना या न दोन ह एक दस ू रे के उलट असर के ले कन शुकर
अपना असर सूरज पर डालेगा और जातक धरमह न होगा ले कन औरत और भाई बंधु
जातक से फायदा उठाएंगे और जातक खुद उनसे कोई लाभ नह ं ले सकेगा! औरत का
सख ु 7 साल के लए यक नी होगा! अगर शक ु र का पतंग सरू ज के बज ु पर अना मका क
जड़ म हो तो औरत सुख ह का! अगर शुकर कायम हो और बुध खाना बर- 3 या 6 म
तो सर क े ठ रे खा का फल उतम होगा और का फल भी बुरा न होगा अगर
शुकर र ी हो रहा हो तो का फल माता के लए हर तरह से मंदा होगा! अगर शुकर
के बुज से रे खा चल कर सूरज के बुज को जा नकले तो और सूरज के साथ शुकर
का स बंध नहायत बुर िजंदगी तपे दक तक हो सकती बि क इस रे खा को तपे दक रे खा
ह कहा है !

शुकर- 1 के समय राहू खाना बर- 7 म औरत क सेहत खराब दमागी बीमा रयाँ ह

शुकर- 1 के समय खाना बर- 7 म नंह


ू सास म हरदम झगड़ा व लेश रहे

शुकर- 1 के समय मंगल खाना बर- 7 म औलाद और दौलत का स पण


ू सुख

शुकर- 1 के समय सूरज खाना बर- 7 म औरत क सेहत खराब अब सूरज पर शुकर का
या शक ु र दे खे सरू ज को या खाना बर- 7 असर बरु ा होगा िजसके कारण जातक बदइखलाक
के सरू ज के साथ द ु मन या पापी ह ह या न च र ह न और जातक म हानी नु स ह गे

ह त रे खा: शकु र के बज
ु पर अंगठ
ू े क जड़ म सरू ज का सतारा(क) या शक
ु र के बज

से रे खा सूरज के बुज को (ख से ग) जा नकले या अनं मका के नीचे शुकर का पतंग हो!

शुकर पहले काना गनते, श न नज़र का मा लक है

फल दोन का यकसां मंदा, बल होता श न का है


दौलत म ी हो गई, औरत, म , अ भमान

जैसी क ल चक द , वैसा िज म ईमान (खाना बर- 7)


श ु ह जब 7 आं , खांसी खन
ू ी तपे दक लां
गना अ छा तो साध ु होवे, पबत- जंगल रहता होवे

गऊ- मू , जौ सरस दान, सत- अनाजा चर क याण


जब तक न वो शाद करे , तरु त पीड़ िज मानी हरे

गर शाद के बाद हो द ु खया, क यादान से होवे सु खया


शक
ु र का फल बेशक मंदा, पर मंदा न सरू ज है
कुटु भ कबीला सब सुख लेवे, ख़द
ु फटा ख़रबज़
ू ा है
रथ सवार आराम चौपाया, इ क जब
ु ानी होता हो
धम से े ह न हो बेशक, पतंग शुकर का होता है

हमअसर क न बरदार , या मु खया वो होता है

घर का जब हो ख़द
ु ह मोहर , ख़ु क तालाब डुबोता है
औरत क जब सेहत हो मंद , दान चर का होता है
माता पर कोई असर न होवे, औरत जब वां अलहदा है

औरत रज़क से पहले आवे, शुकर बैठा जब पहले घर

शाद अगर उस 25 होवे, औरत रहे न दौलत घर

सारा, पराई औरत क मोह बत


द ु मन ह: सूरज, , राहू
औरत को गऊदान करना चा हए
मद को क यादान करना चा हए

नेक हालत

अगर शकु र हर तरह से नेक सा बत हो तो म छ रे खा का असर दे गा और अगर शक


ु र कसी
वजह से खराब हो रहा हो तो काग रे खा का असर दे गा! आमतौर पर जातक धरम और इ क म
फक नह ं समझता ले कन राजदरबार मंदा न होगा! इंसान िजस पर मेहरबान हुआ उस पर हर
चीज़ कुबान कर दे वे ले कन अगर कसी के खलाफ हुआ तो उसक म ी तक खराब कर दे वे!
ले कन हर हालत म शुकर क अ छ या बरु हालत का फैसला सनीचर क ि तथी पर होगा!
सवार व चौपाये का सुख हर हाल म होगा!

धरम का फैसला खाना बर- 8 के ह व बह


ृ प त क ि तथी करे गी!
दमागी खाना बर- 1 इ कबाज़ी और सनीचर से मु तरका अब 16 से 36 साल क उ तक
ख़द ु क औरत और पराई औरत का इ क ज़ोर पर होगा और औरत क खा तर ईमान तक बेच
दे वे!

कयाफा: शुकर का पतंग सूरज के बज ु पर अना मका क जड़ म इसक नशानी होगा! इस रे खा


के होने से इंसान धरमह न- जनमरु द(मंदे मायन म) और शमा के परवाने क तबीयत का होगा!
औरत क सेहत मंद ! ख़द ु अपनी सेहत व औलाद क हालत नेक होगी! अपने काम के लए
दस
ू र क सलाह लेना मददगार व नेक होगा!

सनीचर जनम कंु डल म उतम ि तथी म हो तो शाद रज़क से पहले होने का योग है और जो
सनीचर जनम कंु डल म उतम ि तथी म हो तो शाद रज़क से पहले होने का योग है और जो
औरत प नी के तौर पर आएगी वो हु मरान तबीयत और घर क ब धक होगी! य द मंगल
खाना बर- 6–7 या 12 म हो उ 100 साल लखी है जातक पत ू व पोते दे ख कर जाए!

टे वे म सनीचर उं च हो या खाना बर- 7 व 10 खाल ह (अगर खाना बर 7 या 10 म राहू,


केतू, बध ु या सनीचर ह तो यह खाल ह गने जाएंगे) अगर मंगल 6 से 12 म से कसी घर म
न हो तो तो 7 व 10 के खाल होते हुये काग रे खा मानी जाएगी या न राहू व केतू 4–10 म तो
म छ रे खा का उतम फल होगा, जातक व ण ु भगवान क तरह दस
ू र को पालने वाला होगा
ले कन शत यह है क घर म गाये या नौकरानी का होना ज र है वरना धन आयेगा और कैसे
ख म हुआ पता भी न चलेगा!

जब बध
ु खाना बर 3 या 6 म हो तो सर क े ठ रे खा का फल होगा मक
ु दम का फैसला
जातक के हक म होगा और भी आमतौर पर शभ ु फल दया करता है

मंद हालत
श न शुकर घर पहले बैठे- - - काग रे खा कहलाती है

मा लक वाह हो त त हजार - म ी कर दखलाती है

ज़बानी क इ कबाज़ी और घर बरदार खद ु अपनी ह नह ं बि क बाक रशतेदार क भी


बरबाद का बहाना होगा! जब शक
ु र मंदा हो रहा हो तो माता जातक के बचपन म ह गज़ ु र जाए
अगर जी वत हो तो नहायत द ु खया होगी! माता और औरत दोन म से एक ह सु खया होगी,
सूरज अब मंदा फल न दे गा!

जब खाना बर- 7 व 10 खाल ह तो शुकर काग रे खा का फल दे गा अगर शाद 25 साल क


उ म हो जाए तो न औरत बचेगी न ह दौलत! जब राहू खाना बर- 7 म हो तो औरत क
सेहत जल हुयी म ी के समान होगी औरत को मान सक रोग हो सकते ह, इस मंदे ज़हर से
बचने के लए शाद के व त ससुराल से खा लस चाँद ले !

टे वे म बध
ु मंदा हो कयाफा: शक
ु र का पतंग क न का क जड़ म तो औलाद मंद होगी!
टे वे म सूरज मंदा हो कयाफा:शुकर का पतंग अना मका क जड़ म तो गह
ृ त मंदा होगा!

टे वे म सनीचर मंदा हो कयाफा:शुकर का पतंग म यमा क जड़ तक तो जातक खद ु ऐशी प ा


होगा, साथी व र तेदार मंदा साथ दगे जातक क औरत एक सदाबहार फूल क तरह होगी!

बध
ु , सनीचर व सरू ज तीन ह मंदे कयाफा: शक
ु र का पतंग एक तरफ क न का क जड़ और
दसू र तरफ म यमा क जड़ को मला रहा हो तो न सफ जातक खद ु ह बबाद होगा बि क
सा थय को भी बबाद करने वाला हर तरफ मौत का नज़ारा होगा!

खाना बर 1–7 म सरू ज, , राहू कोई भी हो और बधु खाना बर- 3 के सवाय कह ं भी


मंदा होकर बैठा हो कयाफा: अंगूठे क जड़ म शुकर के बज ु पर सूरज का सतारा हो या शुकर के
बज
ु से रे खा नकल कर सूरज के बज ु पर चल जाए तो बख ु ार के समय म और दन के समय म
औरत से संबंध बनाने का द वाना तो तपे दक तक हो सकती है , इस मंदे ज़हर से बचने के लए
गौ- मू व जौ का इ तेमाल मददगार होगा, सात अनाज िजसम सरस ज र है दान कर, चर
का दान नेक फल दे गा!

दल पर काब-ू इ क पर क ज़ा या न बाजा औरत से दरू रहना ह नेक क मत क बु नयाद


होगा! दस
ू र का सलाह मश वरा लेकर काम करना नेक फल दे गा!

उपाओ:

1. औरत गऊ दान और मद को क या दान करना चा हए!


2. बख
ु ार के व त गऊमू और जौ का इ तेमाल लाभकार होगा!
3. शाद के समय ससुराल से औरत के वज़न के बराबर चावल लाएँ!
शक
ु र खाना बर- 2
(मोहमाया का उ दा गह
ृ त, सफ मा लक से मांगना ह तेर कमी परू करे गा)
बने माया तेर मवेशी जो म ी

तो फर मांगता य है सोने क ह ी

घाट गऊ जब कु टया उसक - केत-ू गु - बुध उ दा हो

माया दौलत खद
ु म तक चलती- शान शाह घर आला हो
शेर दहाना हो घर उस का- काम करे या सोने का

हण घेरा जब हो कभी टे वा- म ी होवे फल क मत का

आठ खाल 9–12 मंदे- औरत दौलत सब मंदा हो

अपने भाई और लड़के उसके- हालत गु पर चलता हो

बरबाद औरत बाज़ार करती- पाप गु घर बैठा जो

नेक चले सब क मत फलती- उड़ती म ी जब उलटा हो

आठ छटे ह 2–10 जागे- असर श न 9 दे ता हो

श न वल घर 9 जब बैठे- शुकर गुना 2 होता हो


टे वे श न हो जब 9 बैठा- असर शुकर 2 दे ता हो

पाया शक
ु र ह जब घर दज
ू ा- असर श न 9 दे ता हो
- - वषृ भ रा श और राशि त शक ु र ले कन प का ह बह ृ प त! इस घर को राहू केतू
क बैठक भी कहा है और दोन मलकर मसनुई शुकर बनाते ह! शुकर अपनी रा श का
और मि दर म अब जातक को कसी से कु छ मांगने क ज़ रत नह ं य क खद ु
परमा मा उसक हरे क इ छा को पूर करता होगा! हथेल
पर यह बह
ृ प त का बुज है ! शुकर और बह
ृ प त आपस म द ु मन ह ह, अब बहृ पत
शक
ु र के फल को साथ लेकर चलता होगा या न जब बाहर से सफू तबीयत ले कन अंदर
से आ शक़ाना या यंू कह क दन म म ान और रात को इ क नान! शुकर इस घर
म होता हुआ तमाम आराम, औरत का सुख खुशी क िजंदगी 60 साल ले कन पराई
औरत और बेवा का साथ तबाह का कारन होगा! घर का मा लक शुकर जो को उं च
करता है और शुकर के बराबर का ह है ! अकेला शुकर हर तरह से नेक फल का
हुआ करता है ! औरत क कंु डल म खाना बर- 2 का अकेला शक ु र ऐसा िजसमे मोह बत
तो होगी ले कन हवाई बहृ प त क तरह या औलाद पैदा करने क ताकत नह ं या न
औरत बांझ होगी! शुकर बर- 2 और बह ृ प त बर- 2 और मंगल न ट हो तो बहुत
बड़ा बहृ प त होगा जो शुकर का फल दे ता है या जब तजनी उं गल क जड़ पर बहृ पत
के बज
ु क चब मंगल नेक को आ दबाए तो भी बहुत बड़ा बह ृ प त होगा जो शकु र खाना
बर- 2 क तरह काम करता है और इ क व मोह बत म म कमाल का कामयाब इ सान
होगा ले कन औलाद सख
ु कम करता है ! आराम व औरत का सख
ु खश
ु ी क िजंदगी व
गहृ त ल बा होगा ले कन औरत ज़ात माशूका या बेवा औरत तबाह करे गी मगर फर भी
धन दौलत का सुख होगा, िजस दन जातक खुद का कारोबार शु करे गा 60 साल तक
आमदन जार रहे गी!

ह त रे खा: अकेल शुकर रे खा बह ृ प त के बुज पर हो या औलाद रे खा शाद रे खा को


काटे (ग) या भाइय क रे खा(ख) ल बी बहृ प त के बुज को हो या दल रे खा का वो
ह सा जो बह ृ प त के बुज के अंदर(क) हो तो इसको मोह बत रे खा के नाम से जाना
जाता है !

शुकर िजसके दज
ू े आवे, 60 साल धन दौलत पावे
बाल ब च क बरकत आवे, सल
ु ह का झड्ं ा खब
ू लहरावे
म नतकश गैर हर गज़ न होगा, खद
ु ा का ह ममनन
ू एहसान होगा
जत
ू ी चोर साध ु वो हर गज़ न होगा, गह
ृ त न होकर गु जगत होगा

आल,ू गाय अ थान, घी, अबरक़ सफेद, काफ़ूर, भ डी गाय, राग!


शकु र का खदु ज़ाती फल मंदा न होगा, या न औरत, गाय, ल मी वगैरह सब नेक फल के ह गे!
माता के बछड़े (भाई) और गाय के बछड़े (लड़के) बहुत ह गे! घर उसका गऊघाट (गौमुख) होगा या
बाक 5 बचने वाला मकान होगा! वरना वह भटूर क म ी (खु क और जल हुई) क तरह
क मत का हाल होगा! बहरहाल जान व जानदार का हर तरह से उ दा हाल होगा ले कन
बीमार के झगड़ का न कोई हसाब होगा, गर न होगा तो रजक न कभी खराब होगा!

नेक हालत
म नतकश गैर हर गज़ न होगा-

खद
ु ा का ममनन
ू एहसान होगा
जूती चोर साधु वह हर गज़ न होगा- गह
ृ त न हो वाह गु जगत होगा
कभी खाल घर न वह ब च से होगा- व त साठ साल ज़र व धन का होगा

कयाफा: बह ृ प त के बज ु पर शुकर का लेटा हुआ खत तो खद ु का रज़क, दौलत और ससुराल


क हालत नेक होगी! द ु नयावी व खद
ु ाई दोन तरह के इ क का तलबगार होगा! अपनी गह
ृ ती
औरत का फल नेक होगा!

दमागी खाना बर- 2 बह ृ प त से मु तरका 37 से 70/72 साल तक दमाग बढ़ ू औरत क


उलफत से भरा होगा या न कामदे व अपने ज़ोर पर होगा, ज़ रत से यादा आ शक़ और उलफ़त
जो हज़म भी न हो ले कन दल है क भरता ह नह ं वाल हालत बाद म चाहे हाज़मा (इ क के
संबंध म) खराब हो! औरत अब सवाए औलाद पैदा करने के हर काम म उ दा होगी, जान व
जानदार का हाल उ दा ले कन बीमार पीछा न छोड़े! ऐसे जातक क दखावे क हालत तो
सू फयाना ले कन अंद नी हालत आ शक़ाना होगी या न ऐसा इ सान 100 चूहे खा के ब ल हज
को चल वाल तबीयत का मा लक होगा!

सनीचर टे वे म कह ं भी खाना बर- 9 का फल दे गा चाहे खद


ु सनीचर क अव था कैसी भी हो
इस लए गह ृ त उतम होगा!

बहृ प त, केतू, बधु व सनीचर का फल उतम होगा धन दौलत क कोई कमी न होगी घर शानदार
होगा! अगर घर गौमुखा हो तो बाक 5 (लाल कताब क वा त ु के नयमानस
ु ार) बचने वाले
मकान का फल दे गा! खद ु के भाई क हालत व खदु क औलाद क हालत का फैसला बह ृ प त क
ि तथी के अनस ु ार होगा!

सनीचर खाना बर- 2 या 9 म हो तो शुकर दो गुना नेक असर का होगा! कमाई शु करने के
दन से 60 साल तक धन आता रहे गा! पशुपालन या पशुओ ं से संबि धत कारोबार व म ी के
कारोबार म खब ू धन लाभ होगा, औलाद और रज़क बढ़ता होगा!

बह ृ प त खाना बर- 6 या 12 म कयाफा: शुकर के बज ु बर- 7 पर भाइय क टे ढ़ व ल बी


रे खा तो भाई बंधुओ ं क बरकत व द ु नयावी मदद होगी! बहृ प त खाना बर- 2 म और टे वे म
मंगल न ट हो रहा हो तो जातक कामयाब आ शक हुआ करता है !

मंद हालत

शेर दहाना घर हो उसका- काम करे या सोने का हण घरा जब हो कभी टे वा- म ी होवे फल
क मत का औरत के टे वे म शुकर खाना बर- 2 म हो तो मतलब उसका मद औलाद पैदा करने
के का बल न होगा और मद के टे वे म शुकर खाना बर- 2 म तो उसक औरत बांझ होगी!

खाना बर- 2 म शुकर के साथ पापी या शुकर के साथी ह बन रहे ह कयाफा: शुकर के बज

खाना बर- 2 म शुकर के साथ पापी या शुकर के साथी ह बन रहे ह कयाफा: शुकर के बज ु
पर भाइय क रे खाओं क तरह बह ृ प त के बज
ु को ख कए हुये खत चाहे औलाद क कतनी
भी ईछा हो ले कन कसी दस ू रे क औलाद बना गोद लए अपने लड़के क तरह खद ु के पास रहे !

शुकर खाना बर- 2 के समय खाना बर 9 व 12 मंदे हो रह ह तो जातक क कमाई चाहे


िजतनी भी हो ले कन औरत परे शानी का कारन होगी! अगर बह ृ प त के घर 2–5–9–12 म राहू
केतू ह तो कसी बेवा औरत क िज़मेदार उठानी पड़ सकती है और बाज़ा औरत बरबाद का
बहाना ह गी!

जब खाना बर- 8 खाल हो तो प त और प नी स तान पैदा करने यो य न ह तो भी अ याश


और शौक न तबीयत ह गे, य द औरत बांझ सा बत हो जाए तो धन घटे और मंदे हाल ह गे!

य द बह ृ प त खाना बर 8, 9, 10 म से कसी एक म हो (तीन घर का स बंध खाना बर-


2 से है ) कयाफा: औलाद रे खा शाद रे खा को काट रह होगी, तो शाद और स तान म गड़बड़
हुआ करती है

उपाओ:

ऐसे ाणी के वीय म शु ाणु कम हुआ करते ह और औरत का मा सक धरम खराब होने के
कारन अंडा नह ं बना करता, इसके इलावा पेशाब क नाल स ब धी बीमा रयाँ भी हो सकती
ह इस लए ऐसी खरु ाक व दवाइयाँ लेनी चा हए िजनम मंगल क चीज़ शा मल ह !
शक
ु र खाना बर- 3
बरु ा य जो इ त- तू औरत क करता
व त पर है तेरे- जो खुद मद बनता

केत ू भले सतवंती औरत- चोर कभी न होती हो

गु ज़हर 9- मंद सेहत- श न रे खा 9 पत ृ हो

बध
ु मंदा घर 11 बैठे- शक
ु र मंदे ज़र घटता हो
महल- बाड़ी वाह परबत ऊंचे- नींद 34 न सु खया हो

म मंगल 7 दज
ू े बैठा- आठ मंदा न हो

लक र लेट खुद शुकर सीता- पार गऊ भवसागर हो

- - शकु र का नशान मंगल नेक के बुज पर, मंगल और शुकर आपस म बराबर के ह
ह अब दोन का फल अपना अपना होगा! मंगल नेक से स बंध तो नेक फल और अगर
मंगल बद से स बंध हो तो फल मंदा होगा य क मंगल बद भी धरम के खलाफ है
और शक ु र (इ क) भी धरम क परवाह नह ं करता! मंगल नर है और शक ु र ी इस लए
बरु ा मद (मंगल बद) और मंद औरत खूब मुबारक रहगे और आपस म खुश (या न र ब
मलाई जोड़ी इक अंधा दज ू ा कोढ़ )! झगड़े और बुरे काम म फायदा उठा ! बुरे मद और
बरु औरत से मदद होते हुये भी पैसे से तंग रहे ! कंु डल म खाना बर- 3 मथनु रा श
और रा शप त बुध जो शुकर का दो त है ! मथुन रा श न राहू को उं च कया जो शुकर का
द ु मन है और केत ू को नीच कया जो शक ु र का दो त है ! असर के लए मंगल को गना
जाएगा जो क शुकर के बराबर का ह है ! अब शुकर का असर खाना बर- 9 पर मंदा न
होगा बि क पत ृ रे खा का नेक व उतम फल होगा ले कन जातक पराई लड़ कय से
स ब ध के कारण खद ु व इसका धन बरबाद होगा और न ह अपने खद ु के बनाए हुये
मकान का आराम होगा अगर होगा तो घर एक वीराना होगा, एक दफा उजड़ा तो दब ु ारा
आबाद न होगा यह शत तब तक रहे गी जब तक का साथ न होगा, क मत भल तो
वहाँ रहने का मौका ह न मलेगा ले कन यह सब कुछ बुध क 34 साला उ तक होगा!
शुकर अब बुरे काम म फायदा दलवाएगा ले कन मकान का फायदा न होगा, जातक को
बुरे मद और औरत से मदद होने के बावजूद भी धन क क लत रहे !

शुकर- 3 के समय बध
ु जातक क औरत खद ु अपने मायके वाल को जातक का धन पहुँचाती
खाना बर- 11 म हो रहे गी या अपने लड़क क बजाए अपनी लड़ कय को धन दे ती होगी!

ह त रे खा: गह
ृ त रे खा(क) मंगल नेक के बुज(ख) से शु होकर शुकर(ग) के बुज पर
अंगठ
ू े क जड़ म हो!

शक
ु र घर जब तीजे आवे, औरत भी वाँ मद कहावे
शुकर बैल तो साधु, मद बढ़गे तो बढ़े गी आयु

मंगल बद- मंगल क न होगा, शवजी होके या करे गा

ीय क भी पज
ू ा होगी, गर न होगी, चोर न होगी

शाद , सती या स यवान औरत!


खा ना बर- 3 का शुकर खाना बर- 9 को दे खेगा ले कन कोई बरु ा फल न दे गा बि क पत ृ
रे खा का उतम और नेक फल साथ होगा, ले कन लड़ कय के हाथ व और ी ता लुकदार के
हाथ जातक का धन बरबाद होगा और न ह अपने बनाए मकान का कोई सख ु होगा! अगर होगा
तो खाऊ मद से वो घर वीरान होगा, और जब एक बार उजड़ा तो फर कभी आबाद न होगा गर
न इसम का साथ होगा, क मत भल तो वहाँ रहने का मकान ह न होगा और यह सब
कुछ बध ु क 34 साला उ तक का हाल होगा!
आ खरन जगत गु के दस ू रे दौरे पर गट होते ह खशु हाल व फा रग- उल- बाल होगा, ले कन
बध
ु के ता लक
ु से न कभी वहां बारौनक गल ु ज़ार होगा!

नेक हालत

शुकर- 3 वाला जातक हरे क औरत का परवाना हुआ करता है ले कन अपनी औरत क इ ज़त
करना उसक क मत क बु नयाद होगी! अब शुकर या न जातक क औरत मद क तरह उसका
साथ दे ने वाल होगी! ऐसी औरत के होते चोर, अ यार और यमराज से भी बचाव होता रहे गा!

दमागी खाना बर- 3 मंगल से मु तरका यार मोह बत का द वाना होगा! एक से 15 साला उ
का ज़माना यार और मोह बत का ज़माना होगा, जातक सामने आयी थाल से इंकार कैसा
तबीयत का मा लक होगा! पराईऔरत व बरु े मद से स बंध भी फायदा और मदद दगे! राह
चलती औरत गले पढ़ रहगी िजसके कारण अपनी औरत से दब कर रहना पढ़ता है !
टे वे म केतू उ दा हो तो ऐसे घर म औरत क कदर हुआ करती ह और औरत भी सतव ती होगी
िजसके दम तक घर म चोर कभी न होगी!

सनीचर खाना बर- 9 म हो तो उतम पत ृ रे खा (माता पता का सुखसागर) ल बे समय तक


होगा!

दो त ह (बध
ु , सनीचर, केतू) या मंगल खाना बर 2 या 7 म कयाफा: गह ृ त रे खा बज
ु बर-
3 से चल कर बज ु बर- 7 पर ख म हो या धन रे खा शक
ु र के बज
ु से नकल कर मंगल के बज ु
पर ख म हो तो जातक क प नी सीता सतव ती क तरह उतम फल दे गी शक
ु र अब का
फल दे गा बना यादा मेहनत कए आराम क रोट मले!

बध
ु टे वे म नेक हो तो 20 साला उ म तीथ या ा का फल उतम होगा पत ृ रे खा फल उतम
और ल बे अरसे के लए होगा!

टे वे म खाना बर- 8 भी मंदा न हो और भी उतम हो कयाफा: कलाई रे खा या उँ ग लय


क पो रय पर शुकर के लेटे खत अब िजस कसी को तालाब क म ी अपने हाथ से दे दे गा
उसके पशुओ ं क पेट क बीमा रयाँ ठ क हो जाएंगी! शुकर अब बह ृ प त व सूरज से उतम फल
दे ने वाला होगा! अब शुकर म का असर शा मल होने के कारण बध ु और केतू भी शुभ फल
दगे और खाना बर- 8 का मंदा ह मंदे असर को नेक करके मौत का मंुह मोड दे गा!

जब बहृ प त 2 म आवे या बह
ृ प त का दसू रा दौरा शु हो जो क 49 साल म होगा तो शुकर
अब खाना बर- 9 व 11 पर कोई बरु ा असर न डालेगा खद ु के खानदानी मद पर नेक असर
होगा और जातक हर तरह से खशु हाल व चंतामु त होगा!

मंद हालत

बह
ृ प त खाना बर- 9 म तो शक ु र का जहर ला असर खदु क सेहत, खानदान क मंद हालत
और हर तरफ जहमत ह जहमत हो! अगर बध ु खाना बर- 11 म हो (वषफल म हो सकता है )
तो शुकर को बरबाद करे गा 34 साला उ तक कतनी भी धन दौलत व जायदाद हो ले कन सुख
क नींद एक दन भी नसीब न होगी और धन दौलत दन- ब- दन घटती जाएगी!

खाना बर- 9 व 11 म बैठे द ु मन ह अपना बरु ा असर शुकर पर डालगे और शुकर को बरबाद
करगे! शुकर का स बंध मंगल बद से हो कयाफा: हाथ क उँ ग लय क पो रय पर शुकर के लेटे
खत ह गे तो जातक चाहे लाख प त हो ले कन अपनी रोट के लए जी तोड़ मेहनत करनी होगी

टे वे म बध
ु व मंगल मंदे हो रहे ह तो शुकर का मंदा असर दौलत पर होगा न ह औरत का
बरताव उ दा होगा! गु क अपनी मयाद 16 साल क उ से क मयाद 24 साल क उ
और बध ु क मयाद 34 साल क उ तक मंदा होगा! इस समय म लड़ कय (बध ु ) औरत (शुकर)
का मंदा हाल होगा, भाई बंधओ
ु ं के हाथ धन हानी होगी, लड़ कय के र तेदार धन खाएँगे अपने
बनाए मकान का सख ु न होगा न ह पता क जायदाद या सोना जातक के काम आयेगा!
शक
ु र खाना बर- 4
नु स यार अपना इ क़ औरत का
च मपोशी करते भी लानत ह दे गा

साथ टे वे न ह कोई साथी- सात दज


ू ा भी खाल हो
औलाद कमी क अजब कहानी- िज़ दा औरत 2 बैठ हो

नशा उजाड़े साथ श न से- फक र रे खा हो


बैठा कोई ह 2–7 टे वे- एक औरत ह िज़ दा हो

श न मंदा बुध राहू मंदा- भला शुकर न हो

गु केत ू भी चलते उलटा- लेख औरत ह मंदा हो

बुध सुभाओ साथ श न का- लेख औरत गु चलती हो

पापी बैठे बध
ु मंगल राजा- औलाद कलपना हटती हो
- - के बज
ु पर, व शक
ु र आपस म बराबर के ह ह ले कन द ु मनी
करता है शुकर से! शुकर औरत और माता या न नंह
ु सास का झगड़ा भी होता है
और दोन बराबर भी मगर सास ह द ु मनी करे गी! जातक खद ु खानदान का पालन पोषण
करने वाला होगा! लड़ कयां(केत)ू अपनी माँ क मददगार और दाद क द ु मन! लड़के माँ
बाप दोन के लए शुभ या न शुकर का असर औरत के लए मुबारक ले कन जातक के
खानदान के लए अशभ ु होगा! कंु डल म खाना- 4 म कक रा श पढ़ती है और घर का
मा लक ह है जो शुकर से खुद द ु मनी करता है ! कक रा श न मंगल को नीच
कया जो क शक ु र के बराबर का ह है इस लए औरत दो ह ! 4 साल खब ू आराम होगा!
बह
ृ प त के समय म जातक बाग बगीचे खूब लगाने का शौक न होगा!
औरत दो िज़ दा होते हुये भी औलाद क क लत होगी ले कन अगर घर के पहले
दरवाज़े क दहल ज़ कायम तो यह फल न होगा! अगर औरत क सेहत खराब हो तो छत
पर तालाब क चकनी म ी का लेप नेक फल दे गा या छत पर शहद से भरा बरतन
दबाने से औरत का दखु दरू होगा और नेक फल
बहाल होगा, अब जातक न तो लाव द होगा और न ह दख ु ी(आजद
ू ा) हाल होगा! अगर
टे वे के खाना बर 2 व 7 खाल ह तो एक ह व त पर दो औरत हुआ करती ह! खाना
बर 2 व 7 म िजस ह म बुध केत ू का ह सा शा मल होगा अब शुकर उसी ह का
असर दे गा अगर ऐसा हो तो आड़ू क गटक म सुमा भर कर जंगल म कसी घास वाल
जगह पर दबाना चा हए िजससे औलाद व ी का सुख बना रहे गा! औलाद का नेक असर
सनीचर, केत ू या मंगल के दस
ू रे दौरा म होगा जब वो ह खाना बर- 1 म आएंगे! अगर
कंु डल वाला अपने घर म कुआं बनवाए तो खुद का मामू खानदान भी बरबाद होगा! शुकर
खाना बर- 4 के समय खाना बर- 10 खाल हो तो शक ु र घर क ीयो पर असर दे गा
िजनम माता, मौसी, फूफ वगैरा पर होगा! दमागी खाना बर- 4 का मु तरका असर
होगा िजसका काम है ऐब पर पदा और खब ू ी पर नज़र डालना पहला ह सा मोह बत का
दस
ू रा ह सा कामदे व क मोह बत और तीसरा ह सा ऐसी मोह बत िजसम इ क न होगा
यह मोह बत दरअसल क मोह बत रे खा है ! शुकर- 4 के समय बुध खाना बर- 6
म हो तो औलाद दे र से हुआ करती है खासकर बध
ु क उ 34 साल के बाद!

ह त रे खा: के बज
ु से कलाई रे खा के ऊपर एक रे खा शक ु र के बज
ु (क से ख) को
जाती हुयी! यह रे खा फ़क र रे खा- नशा रे खा व शराफत रे खा के नाम से जानी जाती है !
य द यह रे खा दर मयान से ऊपर को उठ जाए तो शराफत रे खा और अगर शुकर के बुज
पर इस रे खा को खड़ा खत काटे तो जातक नशेबाज़ का सरदार होगा या फक र बाकमाल
होगा!

शक
ु र चौथे जब पानी आया, औरत हुआ वैराग
एक से दो भी हुई, पर बझ
ु ी न उनक आग
द रया क है वो दलदल, तालाब क वो चकड़ी

औलाद मामू दो घर, बखर हुई हो खचड़ी


फर भी रे त हो गर, तो रे त उड़ता होगा
औरत क हो आज़र , बध
ु केतू मंदा होगा
कुआँ चलता उ दा होवे, दे ता म ी जो रहे
गर कुआँ ह बंद होवे, ल मी वाँ न रहे

दह , चौपाया, च र द! बह
ृ प त का उपाओ मददगार होगा!
औरत दो िज़ दा होती हुई भी औलाद क क लत बनी रहे जो बध ु क 34 साल क उ के बाद
मंगल, सनीचर या केतू के खाना बर- 1 म आने पर दरू होगी! अगर शुकर खद ु कसी और ह
का साथी बन कर ने ट फल दे रहा हो तो आड़ू क गटक म काला सुरमा भर कर बाहर घास
वाल ज़मीन म दबाने से शुकर का मंदा असर दरू होगा! अगर घर के पहले दरवाज़े क दहल ज़
कायम, परु ानी और साफ हो तो का अशभ ु असर मामू खानदान पर न होगा! अगर औरत क
सेहत खराब हो तो छत पर तालाब क चकड़ी म ी का लेप नेक फल दे गा या छत पर शहद से
भरा बतन दबाना चा हए िजससे औलाद संबि धत क ट दरू ह गे और सब कु छ बहाल होगा!
बहर हाल जातक न तो लाव द होगा और न ह दख ु ी और हर तरह से खश ु हाल होगा! औरत क
खदु क क मत का अगर शुभ फल न हो तो बह
ृ प त के उपाओ क मदद लेने से फल नेक
ह गे!

ऐसे टे वे म आमतौर पर बध
ु और सनीचर दोन ह मंदे हुआ करते ह या न सनीचर (मकान)
और बध
ु (बहन, बआ
ु , बेट ) का फल र ी होगा!

नेक हालत

खु क के सफर आम होते रहगे जो नेक और उ दा नतीजे दगे! शाद के दन से चार साल तक


का समय खब ू ऐश- ओ- आराम का होगा! शुकर नेक फल दे गा या मंदा इसका फैसला टे वे म
बह ृ प त क ि तथी पर होगा और टे वे म बह ृ प त व सनीचर साथ न ह और न ह साथी ह
बन रहे ह अगर ऐसा हो तो फैसला बध ु के स भाव व ि तथी के अनस ु ार होगा ले कन कैसी भी
ि तथी हो जातक अपने भा य से तर क व ऐश करे गा, औरत का भा य कसी हालत म साथ न
दे गा!

दमागी खाना बर- 4 से मु तरका अब जातक इ क मोह बत व दो ती क ताकत को


बढ़ाएगा जातक म दस ू र के ऐब छुपने क ताकत होगी और कसी दस ू रे के अवगुण को पहचानने
क ताकत का मा लक होगा! जातक आ शक मजाज ऐसा क जहां दल मले मलाते जाना और
जहां आँख मले मलाते जाना या न औरत के मामले म परू ा शकार होगा! अब एक चारपाई पर
दो मेहमान या एक मेहमान के लए दो चारपाइयाँ ज़ र ह गी और चारपाई क नवाड़ या बान
का दर मयानी ह सा गीला ह मलेगा!

आमतौर पर खाना बर- 4 का शुकर दो शा दय का योग बनाता है इस लए अपनी ह औरत से


दब
ु ारा व ध पव
ू क शाद करना इस दोष से बचाएगा!

शुकर- 4 के समय खाना बर 2 व 7 खाल ह और शुकर कसी दस ू रे ह का साथी ह न बन


रहा हो तो एक ह समय म दो औरत का योग हुआ करता है एक व ृ माता क तरह जातक क
दे खभाल करती होगी और दस
ू र ऐश- ओ- आराम के लए जो क बयाहता न होकर वैसे ह अवैध
स ब ध म उलझी हुयी होगी ले कन यह सब होते हुये भी औलाद क क लत ह होगी!

य द सब कु छ होते हुये भी औलाद क क लत हो या मामू खानदान बबाद हो तो पज


ू न
कर या कुएं म बह
ृ प त क व तुएँ गराएँ लाभ होगा!
मंद हालत

प थर भी रे त ह गर- तो रे त उड़ाता होगा

औरत क हो आज़ार - बध
ु केत ू मंदा होगा
य द जातक दस
ू र के अवगुण को सब के सामने बखान करने का आ द होगा तो खद
ु का
अपना सनीचर भी रे त के कण बन कर बखरता होगा या न जातक खद ु भी हर जगह बदनाम
होगा और अगर शकु र पर या न औरत पर अंकुश न होगा तो खब
ू सरू ती योवन के बाज़ार म
बकने लगेगी और बध ु व केतू के फल मंदे ह गे!

बाज़ा औरत से संबंध द मक क तरह जातक को बबाद करगे! ब द कुआं या कुएं पर छत डाल
कर बनाया मकान लाव द क नशानी होगा! दस ू र के ऐब पर पदा डालना और नेक को बढ़ा
चढ़ा कर बखान करना नेक फल दे गा! मकान क छत अगर उ दा रखी जाए तो औरत क सेहत
के लए नेक होगा! अगर टे वे म शुकर और दोन ह मंदे ह तो आड़ू क गटक म काला
सरु मा भर कर बाहर दबाना नेक होगा! 22–24–29–32–39–47–51–60 साल क उ म शाद
करवाना अशभ ु होगा!

औरत क क मत जातक के लए नेक है या मंद इसका फैसला बहृ प त क ि तथी पर नभर


करता है अगर बह
ृ प त सनीचर के साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो फैसला बध
ु क ि तथी
पर होगा!

सनीचर का साथ हो या साथी ह बने कयाफा: शुकर और के बरु ज को मलने वाल लेट
हुई रे खा हो तो बध
ु क चीज का कारोबार मंदा फल दगे बि क बह
ृ प त और केतू भी नक मे
ह गे! का साथ हो तो फक र रे खा का फल होगा गर बी व तंगद ती तो होगी ले कन खद ु ाई
मदद साथ होगी! टे वे म सनीचर मंदा हो तो बाज़ा औरते बरबाद का बहाना ह गी और औलाद
क क लत होगी!

बह
ृ प त खाना बर- 1 म हो तो नंह
ु सास का झगड़ा रहे दोन ह ह मंदा फल दगे मामू
खानदान बरबाद होगा! बध
ु खाना बर- 6 म या मंदा या मंदा हो शुकर हर तरह से मंदा
फल दे गा घर क लड़ कयां बरबाद का बहाना ह गी और जातक क औरत जातक के लए मनहूस
होगी!

मंगल या बधु या पापी ेह म से कोई भी अपने दस


ू रे दौरा म त त पर आए या शुकर के साथ
हो या साथी ह बने तो औलाद क क लत दरू होगी!
शक
ु र खाना बर- 5
(ब च से भरा हुआ घर प रवार)
ज़माना क माताएँ- औरत जो तेर

न ल तेरे ब च क तुझ े कौन दे गी

आग जल न म ी उड़े- उड़ेगी िजस दम वह

जो ह पहले घर 9 - अ धा काना हो
दो त शक
ु र ह कायम होते- पार माया भवसागर हो
श ु मगर 7 पहले बैठे- पतंग फटा घर शुकर हो

क़ायम ह नर शुकर दे खे- माया दौलत सब बढ़ाता हो

12 जले घर शुकर मंदे- बैठा भला वाह 3–8 हो

ि ट शक
ु र न जब कोई करता- चोर शक
ु र खद
ु होता हो
एक अकेला न कोई मंदा- ऊत गया ह आवा हो

सेवा गऊ और होते- औलाद सोना घर भरता हो

चलन मंदे ब चे बाहर बनते- आग जल जोड़ी मरता हो


- - संह रा श सूरज का घर है ! इस घर म न कोई ह ऊंच का और न ह नीच का है ,
शक ु र और सरू ज आपस म द ु मन ले कन सरू ज शकु र को अपने आधीन रखता है ! पाँच
साल धन दौलत खूब आए वरना बदचलन व अ याश होगा! जातक अगर चाल चलन का
ढ ला होगा तो क मत का हाल दर त म फंसे पतंग क तरह होगा ले कन अगर जातक
का चाल चलन ठ क हुआ तो प रवार को भवसागर से पार लगाने वाला होगा! अगर खाना
बर- 1 म शुकर के द ु मन ह ह तो बदचलन व अ याश होगा ले कन औलाद पर कोई
बरु ा असर न होगा! दमागी खाना बर- 25 बह
ृ प त से मु तरका अब अगर शक
ु र कसी
भी नर ह क ि ट म हो तो हालात ठ क और नर ह कसी तरह ि ट न डाल और
न ह साथी ह

बन तो घर का माल ले उड़ने वाल नौकरनी क तरह शुकर का असर होगा और इस


मंदे असर से क चीज वारा बचा जा सकता है !
ह त रे खा: सेहत रे खा(क से ख) शुकर के बुज से बुध के बुज को जा नकले!

शुकर घर 5 हुआ, म ी आग पड़ी

क ची थी उड़ती फर , अब इक जा टक गई

आग जले न म ी उड़े, उड़ेगी िजस दम वो

जो ह पहले, घर नौ , अंधा काना हो


पापी ह या बध
ु वाँ आवे, शुकर उसको सोना दलावे
गर न दे दख
ु न दे , दे तो वो उ न त दे वे

फल, आवा घम
ु ार या भ ा ट!
वतन व कबीला क मोह बत का दलदादा और मुबा रक फल का हो! अगर आ शक तबीयत हुआ
तो क मत का हाल दर त म फंसे पतंग क तरह होगा! ले कन अगर जातक सूफ होगा तो कुल
खानदान को भवसागर से पार लगाने वाला होगा, वरना एक को य रोते, यहाँ तो आवा ह ऊत
गया, वाल बात होगी!

नेक हालत

शकु र के कायम रहते रज़क कभी ब द न होगा! दमागी खाना बर- 5 वतन व कबीले के त
दल म ेम और समपण होगा! जातक अगर अपने चाल चलन को नेक रखे तो शक ु र भवसागर
से पार लगाने वाल गाए क तरह होगा और य द चाल चलन मंदा तो जीवन पेड़ म फंसे पतंग
क तरह होगा या न न ठौर न ठकाना!

दो त ह, सनीचर, बध ु और केतू कायम ह तो शुकर का फल नहायत नेक होगा गऊ माता क


तरह उतम ल मी और कुल को तारने वाल औरत होगी! नर ह क ि ट हो, साथ हो या साथी
हो तो माया व दौलत बढ़ती होगी! बध ु या पापी ह खाना बर- 1 या 7 म ह तो खाना बर-
1 व 9 के ेह के र तेदार शक
ु र से मदद पाएंगे या टे वे वाले को उन ेह से संबि धत चीज के
कारोबार म लाभ हो!

सूरज खाना बर- 1 और मंगल खाना बर- 3 म हो तो हर तरह से नेक व बरकत ह बरकत
हो ले कन नेक चाल चलन इसक बु नयाद होगा!
मंद हालत

जब शुकर मंदा हो या खद ु कर लया जाए तो क मत के लए असर मंदा ले कन औलाद के लए


मंदा न होगा! अब खाना बर 1 व 9 के ेह ( सवाए सरू ज 1 और बह ृ प त 9 के) सभी ेह
पर असर मंदा होगा जैसे इन घर म राहू व मंगल ह तो ससरु ाल (राहू) व बड़ा भाई या ताया
(मंगल) अ धा या काना होगा (मंगल, राहू के कारक स ब धी) जातक मंगल व राहू से संबि धत
चीज का कारोबार करे तो फल मंदा होगा!

द ु मन ह व राहू बर- 1 म और सूरज- 7 म हो तो खाना बर 3 व 8 कतने भी उ दा


य न ह खाना बर 12 जलता होगा या न खाना बर 12 के फल मंदे ह गे! टे वे वाले पर तो
मंदा असर न होगा ले कन सा थय के लए पेड़ म फंसे पतंग क तरह होगा!

शक ु र क ि ट म कोई भी ह न हो तो ंथकार का मानना है क जातक चोर होगा ले कन


अगर गहराई से सोच तो इसका मतलब होना चा हए क शक ु र अपना असर दे ने म चोर या
श क होगा ले कन ऐसे जातक का चोर गया माल कभी वा पस नह ं मलेगा यह ज़ र है ! केवल
जातक या उसक प नी ह नह ं बि क घर का हर एक सद य इसी स भाव का होगा: दन को
ान और रात को इ क नान: तभी तो कहा है क एक य रोते हो यहाँ तो आवा ह ऊत गया
है !

ज़माना क माताएँ- औरत जो तेर


न ल तेरे ब च क - तुझ े कौन दे गी
जातक का च र ह न होना लाव द क नशानी होगी! अपनी िज मानी भूख शांत करने के लए
जातक इधर उधर मंह
ु मारने का आ द होगा और इसका असर उसक खद ु क औलाद पर होगा
या न जातक क औलाद बहै सयत औलाद काम न आएगी!

टे वे म मंदा हो तो असर शक
ु र पर होगा या न शकु र अगर दर त म फंसे पतंग क तरह है
तो डोर क तरह साथ होगा ले कन ऐसे शकु र को ठ क करने के लए का उपाओ काम
आयेगा!

जब जातक घर क बजाए बाहर ब चे बनाने लगे तो मद और औरत दोन ह नक क आग म


जलते ह गे!

उपाओ:

गऊ और माता क सेवा हर तरह से शुभ फल दे गी!


इस घर का शुकर नेक रखने के लए जातक को अपना चाल चलन ठ क रखना चा हए!

सेहत के स बंध म चाहे औरत हो या मद अपने गु तांग पानी क बजाए दध


ू या दह से
सेहत के स बंध म चाहे औरत हो या मद अपने गु तांग पानी क बजाए दध
ू या दह से
साफ करे ! ऐसा करने सेहत के इलावा गह
ृ त और माल क नाल भी साफ रहे गी!
शक
ु र खाना बर- 6
(शान से रखी तो दौलत के महल वरना नीच दौलत- कुल मी)
जवानी अगर तू न ब चे भुलाता

बुढ़ापा न द ु नया म तुझको लाता

ज़ा हरदार और इ ज़त उ दा- असर गना घर दो का हो

आठ मंदा 2 साथ जो मलता- शक


ु र दे ता फल 12 हो
गु र व कोई 6–2 बैठे- शक
ु र रे खा म छ होता हो
साथ श न या मंगल होते- ह रा रज़क ज़र च मा हो

राज ता लुक बेशक नीचे- साया दौलत ज़र होता हो

लड़का अगर कोई उस घर जनमे- साल 12 न दज


ू ा हो
सात छटे घर श ु बैठे- केत ू साथी गु 12 जो

र व गु वाह मलते- असर सभी का मंदा हो

बुध मंदे हो सेहत मंद - श न बुरे ज़र घटता हो

केत ू हुआ म द द ु मन बैर - बांझ औरत या खुसरा हो


शु शरारत पाप हो करता- मंगल नतीजा दे ता हो

जनम मंदा ह त त पर आता- ज़हर टे वा सब धोता हो

शक
ु र बरु ा न खद
ु कभी होगा- असर बरु ा हमसाया हो
भला जनम ह जब कभी मंदा- ि ट मारा ज़र माया हो

- - खाना बर- 6 क या रा श- घर के मा लक बुध और केत,ू दोन ह ह शुकर के


दो त! इस रा श न बध ु और राहू को उं च कया और शक ु र व केत ू को नीच! केत ू का घर
होने के कारन जो क शुकर का दो त है अब खूब धन दौलत दे गा! राहू का प का घर होने
के कारन ी सुख ह का हो सकता है ! बह ृ प त अगर खाना बर- 2 से ि ट डाले तो
ब चे 6 तक हो सकते ह ले कन अगर बह ृ प त खाना बर- 12 म हो तो शुकर क म ी
उड़ती होगी या न अब शुकर नहायत मंदा फल दे गा! अगर केत ू भी खाना बर- 6 म
मलेगा तो शक ु र का सखु गंदा करे गा! दमागी खाना बर- 6 दलच पी प क मोह बत
काम कए बगैर न छो ना क आदत का होता है ! जातक धरमह न होने के ईलावा औरत
ज़ात क तार फ़ के पुल बांधने वाला हुआ करता है ! सेहत उ दा और ज़ुबान व आँख क
ताकत साफ होती है ! सरकार क तरफ से कोई खास फायदा नह ं हुआ करता! जातक कई
बार सूरज के परभाव के कारण अपने दो त और सा थय क बे जती तक कर बैठता है
जो क जातक के लए मंदा होगा! अगर शुकर का यह पतंग बुध से सनीचर तक हो तो
याल म वहशीपन हुआ करता है जो क परे शानी का कारण होगा! शक ु र- 6 वाले जातक
क औरत को नंगे पैर ज़मीन पर चलना अशुभ होगा इस लए हमेशा जुराब या च पल
पहन कर रखनी चा हए! अगर ऐसा करने क आद न होगी तो गाय बैल धन दौलत का
चोर होना इसक नशानी होगी! शुकर- 6 म नीच हुआ तो अ ल गुम हुयी या न बुध न
साथ छोड़ा िजससे ी ज़ात को क ट हुआ ले कन धन दौलत के लए असर मंदा न होगा
या न अ ल चाहे गम
ु हुयी ले कन नसीब न हार नह ं द या न: ल ल ू करे क ल याँ र ब
स याँ पवे: जब केत ू नीच, मंदा या दबाया हुआ हो तो औरत बांझ होगी या सफ
लड़ कयां ह पैदा करे ! शक
ु र को जब नर ह क मदद मले तो जातक खब
ू दौलतम द
होगा! कुल ह या कोई एक ह गु वारा (खाना- 2) म होता हुआ शुकर को नीच या न
अबला हालत म नह ं दे ख सकता य क खाना- 2 म शुकर क अपनी रा श है !
ह त रे खा: सेहत रे खा(ख) जब शुकर के बुज से शु हो कर हथेल क बड़ी आयात
खाना बर- 6 म ख म हो या शक ु र के बजु पर राहू का नशान हो (ग)!

शक
ु र 6 घर ख सी होवे, अ ल से मंदा हो
आ शक द ु नया न हुआ, पर यागी परू ा हो
आप ते डु बी डूमनी, नाल भ भी गाले

गधा गरा पाताल म, कु हार छट सब नाले


ल लू करे कवि लयाँ, र ब स याँ पावे
लड़के उस घर से डर, कुड़ीयाँ प ले पावे

च ड़या, ल क ! सफेद गाय मंदा फल दे गी!


बहृ प त अगर खाना बर- 6 म हुआ तो 6 तक नर औलाद हो सकती ह ले कन खाना बर-
12 म बैठा बह
ृ प त शुकर को बरबाद को करे गा चाहे केतू का साथ या साथी ह य न हो!
अगर केतू भी खाना बर- 6 म हुआ तो शुकर के तमाम सुख बरबाद करे गा! धन, दौलत, गाय
बैल, पश ु जानवर का चोर होना या गुम होना आम सबत ू ह गे! अब इस घर का शुकर आ खर
उ म का बल- ए- आराम होगा और का उपाओ मददगार होगा! अगर सफ एक ह ल क
हो तो 12 साल तक लड़के क पैदाइश न होगी और जो दब ु ारा हर 7 साल औलाद दे गा ले कन
ल क ह आने क इजाज़त होगी! बह ृ प त, सरू ज व चंदर तीन का हाल मंदा होगा या उनका
साथ ह न होगा! बहरहाल सरू ज या बह ृ प त के ता लक ु से शकु र अब एक क मती चीज़ होगा,
हालाँ क पाताल का शक ु र उनका भी दो त नह !ं मगर दोन सरू ज व बह
ृ प त या कोई एक
गु वारा (खाना- 2) म बैठे ह तो पाँव म पड़ी अबला या नीच शुकर क हालत नह ं दे ख सकते
य क गु वारा भी शुकर का अपना ह घर है ! शुकर खाना बर- 6 के व त जातक क औरत
को ज़मीन पर नंगे पाँव चलना अशुभ होगा इस लए बेहतर होगा क औरत हरदम जुराब आ द
पहन कर रखे ता क ज़मीन से पैर का चमड़ा न लग सके!

नेक हालत

ल ल ू करे कवि लयाँ र ब स याँ पावे


लड़के उस घर से डर कुड़ीयां प ले पावे
जातक अगर अपना दखावा उतम रखे तो द ु नयावी शान व शौकत भी उ दा ह होगी! आ खर
उ म आराम होगा िजसके लए का उपाओ कारगार होगा! कसी भी काम को शु करके
बीच म न छोडने क आदत वाला! सफ औलाद के लए इस घर का शुकर नक मा फल दे गा
बाक सब हालत के लए जैसा शुकर का खाना बर- 2 म फल है वैसा ह होगा!

जब खाना बर 2–8 मंदा असर शा मल होवे या 2–8 म शक ु र के द ु मन (सरू ज- - राहू


आ द) ह ह या 2–8 वैसे ह मंदा हो रहा हो तो राजदरबार का फल मंदा होगा ले कन अगर
शुकर के साथ मंगल हो तो यह अशुभ असर न होगा इसके इलावा राहू व केतू का ज़ाती स भाव
भी यान म रखना ज र होगा!

टे वे म कायम व उ दा हो तो शुकर कभी बरु ा फल न दे गा! अगर मंगल साथ हो या साथी


ह बन रहा हो तो उ दा िजंदगी ले कन शुकर का अपना असर राहू केतू क ि तथी व स भाव के
अनस ु ार होगा! सरू ज या बह
ृ प त या दोन खाना बर- 2–6 म ह और खाना बर- 12 म कोई
ह ज़ र हो तो म छ रे खा का असर जातक के खद ु के लए या पता के लए होगा!

सूरज या बह
ृ प त या दोन शुकर के साथ या साथी ह बन तो खब ू दौलतम द अब शुकर
क मती ह रा होगा ले कन औलाद न कमी होगी! मह वपण ू : शुकर खाना बर- 6 वाले मद या
औरत को ऐसी औरत या ऐसे मद से शाद करवानी चा हए जो अकेला भाई या बहन न हो अगर
ऐसा न होगा तो शुकर के दो त बध
ु , सनीचर व केतू मंदा असर दगे या शुकर के द ु मन ह
सरू ज, बहृ प त व राहू अपना बरु ा असर ज़ा हर करगे और असर होगा:
सनीचर से संबि धत चीज़- - - - - - - - - - - - - मकान व मशीनर आ द!
बध
ु से संबि धत चीज़- - - - - - - - - - - - - बहन बआ
ु बेट आ द!
केतू से संबि धत चीज़- - - - - - - - - - - - - औलाद, खद
ु के कान, जोड़ व र ड़ क
ह डी आ द!

बध
ु से संबि धत चीज़: गम
ु नाम ब द हालत तहखाना या द वार म गोल ग डे या खाल रखे हुये
बड़े बड़े पीतल या म ी के बरतन!

सनीचर से संबि धत चीज़: लोहे के स दक


ू िजनको हमेशा ताला लगा रे हता हो या लोहे क बनी
ज़मीन के अंदर कोई पेट (safe) आ द!

फैसला टे वे म बध
ु क हालत पर होगा व बध
ु को सनीचर क मदद क ताकत पर होगा ले कन
कोई भी अशुभ असर होना होगा तो राहू और केतू क चीज पर असर आना शु होगा और मंगल
आ खर नतीजा बता दे गा!

मंद हालत

खाना बर- 6 व 7 म मंगल व बहृ प त के सवाए कोई भी ह हो या कोई ह साथी ह बन


रहा हो तो शुकर और साथी ह दोन ह बरबाद ह गे, इस ज़हर से बचने के लए घर म ठोस
चाँद रख!

खाना बर- 2 खाल या सूरज बर- 6 म और बर- 2 खाल शुकर का असर औलाद के लए
मंदा होगा! पता के बचपन म गुज़र जाने क आशंका होगी और औलाद 28 साल उ के बाद
होगी! जातक अपनी औरत को िजस तरह शान से रखेगा उसी तरह दौलत और महल ह गे वरना
औरत ह कुल मी सा बत होगी!

बध
ु खाना बर- 5 म मंदा हो रहा हो तो खाना बर 3–4–7–9 म बैठे ेह क कारक चीज का
मंदा हाल होगा ले कन खाना बर- 1 का ह या जब बध ु खाना बर- 1 म आयेगा सब कु छ
बहाल कर दे गा! ले कन बध
ु खाना नंबर- 5 के बाहर मंदा हो तो अशभु असर होगा बर- 9 या न
बजु ुग, बर- 3 या न भाई बंधु, बर- 4 या न माता व माता खानदान, बर- 6 या न मामू,
बर- 7 या न खद ु क औरत, बर- 10 या न उ पता, बर- 11 या न आमदन और बर- 12
या न रात का सुख!

केतू साथी ह हो और बह ृ प त खाना बर- 12 मे तो सभी ह मंदे असर के ह गे चाहे सूरज व


मदद पर ह य न ह ! राहू बर- 2 म हो तो पहल औरत मर जाए और राहू क उ
तक द ु मन तंग करते रहगे!

बध
ु खाना बर- 8 म हो तो शुकर का फल मंदा होगा और असर नर औलाद के लए अशुभ! टे वे
बध
ु खाना बर- 8 म हो तो शक
ु र का फल मंदा होगा और असर नर औलाद के लए अशभ
ु ! टे वे
म सनीचर मंदा हो तो धन दौलत म दन- ब- दन कमी होती चल जाएगी!

केतू मंदा हो और शुकर के साथ या साथी ह हो तो औरत बांझ व मद खस ु रा होगा, नर औलाद


से मह म व द ु खया होवे अगर औलाद होगी तो लड़ कय क भरमार होगी! जातक अ ल से
पैदल तो ज़ र होगा ले कन रज़क म कोई कमी न होगी! जातक को पराई व तयागी हुयी औरत
बरबाद करगी! शुकर खाना बर- 6 वाले जातक (चाहे औरत हो या मद) के खन ू म नर औलाद
पैदा करने के स बंध म कोई न कोई बीमार हुआ करती है इसक नशानी होगी गप
ु तांग क
िज द म कसी बीमार का होना!

उपाओ:

औलाद क मंद हालत (पैदा न होना या होकर मर जाना या लड़ कयां ह पैदा होना) के
व त ऐसे ाणी (चाहे मद हो या औरत) को चा हए क अपने गु तांग (जाए- ख़ास) क
सफाई के लए मंगल क व तुएँ परयोग कर या मंगल के रं ग क कोई ऐसी वा िजस से
कटाणु न ट होते ह उदाहरण के लए स फ के पानी म लाल वाई (potassium
permanganate) के एक दो कण डालकर!

जब शूकर सोया हुआ हो तो नर औलाद क पैदाइश के बाद दस


ू रा ब चा 12 साल बाद ह होगा!

शक
ू र ि ट से खाल तो बेकार म औरत के बारे म गपबाज़ी और इ क के फज पल
ु अशभ
ु ह गे

बह
ृ प त खाना बर 7 से 12 तक कसी घर म हो या सूरज भी खाना बर- 6 के बाद वाले
घर म हो तो शुकर हर तरह से मंदा फल दे गा दौलत बरबाद ले कन मंदे व त क शु आत पापी
ेह से स बंध रखने वाल जानदार व बेजान चीज से होगी और नतीजा मंगल क ि तथी पर
होगा!

जनम कंु डल का मंदा ह जब भी खाना बर- 1 म आयेगा टे वे के सब दख


ु धो दे गा शूकर खद

कभी बरु ा असर न दे गा बि क हमसाया ह का ह बरु ा असर होगा! औरत का नंगे पाँव ज़मीन
पर चलना औलाद क क लत पैदा करे गा!

उपाओ:

जाए- ख़ास को मंगल क लाल रं ग क दवाई से धोते रहना चा हए!


औरत को नंगे पाँव ज़मीन पर नह ं चलना चा हए!
औरत के बाल म ख़ा लस सोना लगाएँ!
पेशाबगाह को दह से साफ करना चा हए!

शाद के व त ल क के माता पता ख़ा लस सोने के दो टुकड़े पण


ू संक प करके िजस
शाद के व त ल क के माता पता ख़ा लस सोने के दो टुकड़े पण
ू संक प करके िजस
जातक (लड़का या ल क ) के शुकर6 म हो को दे दे और जातक तमाम उ इस टुकड़े को
संभाल कर रखे तो सार उ औलाद का नतीजा नेक होगा! यान रहे क इस टुकड़े को
कसी भी हालत म बेचने क को शश नह ं होनी चा हए!
शक
ु र खाना बर- 7
(जैसा यह वैसी वह साथी का असर, अकेला नेक)
एवज़ गैर सतव ती अपनी जो भूल

जल माया घर क ये या नार ले ल

सफ़र गुज़र हो उसक ल बी- रज़क तलक परदे सी हो

लगन पराई औरत मंद - चड्ं ाल गु से जड़ कटती हो


न ल फौरन हो रानी करती- उ दा होता ह जब कोई हो

सात पहले 9–11 बैर - माया दौलत सब बढ़ती हो

श न 9 घर 11 बैठा- सामान रफ़ा ए कुल द ु नया हो

टे वे जब त त हो पाता- जले शुकर खुद रोता हो

4 र व और पहले- साथ श न भी बैठा हो

नामद हुआ या खस
ु रा गनते- सांड ख सी जन खस
ु रा हो
औलाद केत ू और श न गह
ृ सती- हालत राहू खुद माल हो
प रवार कबीला बुध क गनती- चाल शुकर 4 तरफ़ हो
4 दज
ू े बुध नेक करता- आठ र ी बुध मंदा हो
साथ राहू या हो गु मंदा- असर शक
ु र सब गंदा हो
- - शक
ु र के बजु पर, शक
ु र का अपना घर, ी भा य से उतम फल होगा! ऐसे जातक
को औरत के समान संबि धत कारोबार उतम फल दगे! बुध के बुज पर, बुध और शुकर
आपस म दो त ह ह! शाद , ी, औलाद का सख ु , नेक तबीयत, दौलतम द होवे! शक
ु र
बुध इकठे ह तो यभचार (जानी) व अ याश
होगा! घर का मा लक शुकर है जो सनीचर को उं च और सूरज को नीच करता है !
सनीचर शक ु र का दो त और सरू ज शक ु र का द ु मन ह है ! जब बध ु और शकु र के साथ
सूरज भी हो तो बुध चुप होगा और शुकर बरबाद! अगर सेहत रे खा बुध के बुज से शुकर
के बुज तक हो तो कमाई खा जाने वाले दस
ू रे लोग ह गे! ले कन बुध के बुज शाद रे खा
उतम और 37 साल तक औरत का आराम!
इस घर का शक ु र खुद अपनी बजाए साथ बैठे या साथी ह का फल दे गा, मगर खुद
औरत का कभी मंदा फल न होगा:क ले बँधी गाँ, न हूँ न हाँ: क तरह औरत का हाल
होगा ले कन शत यह है क शुकर या न औरत या गाय सफेद रं ग क नह ं होनी चा हए!
ब ल क ज़ेर हर तरह नक मा फल दे गी ले कन अगर रखनी हो हो तो कंबल के टुकड़े
म रखनी चा हए कसी चमड़े क चीज़ जैसे बटुआ आ द म रखना खुद क बरबाद
खर दना होगा!

शुकर बहृ प त खाना बर- 2 और मंगल न ट और हथेल का मांस नरम तो बहुत बड़ा बह ृ पत
होगा जो सफ शुकर या (राहू, केतू मु तरका या न मसनई
ु शुकर) का असर दे गा या शुकर
बह
ृ प त खाना बर- 7 और मंगल न ट तो भी बहुत बड़ा बह ृ प त जो केवल शुकर का असर
दे गा और बेऔलाद रखे!

शुकर खाना बर- 7 म कसी ह को न दे ख रहा हो तो दमागी खाना बर- 7 बध


ु से
मु तरका या न खरबज़
ू े को दे ख खरबज
ू ा पके!

शुकर- 7 और सनीचर हो 9 या 11 म तो रफ़ाए आम के सामान पैदा करे और खद


ु भी आराम
पावे!

शुकर- 7 के समय - 1, सूरज- 4 व सनीचर- 10 म हो तो नामद व बज़


ु दल होगा!

शुकर- 7 के समय खाना बर- 1 म तो नंह


ु और सास माँ बेट क तरह ले कन शाद और
औलाद म गड़बड़ होवे!

शक
ु र 7 फसल हुआ, पर खेती उ दा हो
शायर उ दा िजंदगी, और सुख सवार हो
ख़रबज़
ू ा दे ख ख़रबज़
ू ा पके, 1–9 या 7–11
चोरां टोल - एको बोल , बध
ु - श न और शुकर याराँ
द ु मन ह गर इस घर आं , जत
ू ा प थर खब
ू चला
पर शुकर न ह मत हारे , हरे न खद
ु वो सबको मारे

चर (जवार), सफेद गाय, काँसी के आम बतन, हर दो मोह बत! हफल का क मत को जगाने


वाला!

खदु क बजाए साथी या मु तरका ह का फल दे गा, मगर शक


ु र का फल कभी मंदा न होगा!
क ले बाँधी गाँ- न हूँ न हाँ जैसा औरत का हाल होगा जब तक खद ु शकु र या न गाय व औरत
सफेद रं ग न हो, अगर होगा तो दरजहाँ न होगा, तो अरसा शुकर या 25 साला उ तक खराब
होगा, फर भी अगर होगा तो याह या काला रं ग(सनीचर) ह होगा! बहरहाल ल मी से दरू न
होगा, अगर शुकर का फल खराब हो तो इसका कारण खु गज होगा! आ खर होगा तो शुकर एक
आँख ह होगा िजसे सब झुक झुक कर सलाम कर, वरना ज ी जायदाद से बेबहरा और बेआराम
होगा! ब ल क ज़ेर अगर चमड़े के बटुए म रखी तो अशुभ होगी, कंबल के टुकड़े म रखना ठ क
होगा!

नेक हालत

दमागी खाना नंबर- 7 बध


ु से मु तरका ल बी उ क वा हश या ल बी उ ले कन इसका
मतलब तर क नह ं होगा! सांस रक व गह ृ ती के स ांत पर चलते हुये जब तक पराई औरत
के पीछे न भागे तो गहृ त सुख पण ू होगा!

अकेला शुकर खाना बर- 7 म शुभ फल दे ता है ले कन य द कोई ह साथ हो या साथी हो तो


शुकर उस ह का फल दे गा या न िजसके घर म हुआ उसी का धरम भी हुआ! जातक का
अ धकांश जीवन या ा म वयतीत होगा कमाई का साधन भी घर से दरू होगा! पैतक ृ घर- घाट का
सखु कम होगा!

जैसा बर- 1 का ह होगा या जब भी शक ु र खाना नंबर- 1 म आयेगा तो शक ु र खाना बर- 7


म बैठे ह का उ दा फल दे गा! शाद , गहृ त व औरत खानदान क हालत शुकर क उ 25
साल म उ दा होगी! औरत अगर रं ग म ज रत से यादा सफेद न हो और आम दज़ा क
खबू सूरत हो तो नेक सुभाओ और हर तरह से उतम होगी, ऐसी औरत कसी के भी लेन दे न म
कोई दख़लअंदाज़ी न करे गी!

टे वे म बह
ृ प त सोया हुआ हो कयाफा: शक ु र के बजु पर बहृ प त के खड़े खत ले कन छोटे तो
सफर से हर हाल म िज़ दा वा पस आयेगा और मौत कभी परदे स म न होगी! खाना बर 1–7–9–
11 म द ु मन ह सूरज, , राहू ह तो माया दौलत बढ़ती होगी और शुकर का फल उ दा
होगा!

खाना बर 1–7–9–11 म दो त ह बधु , सनीचर व केत ू ह तो शुकर, जैसे यह ह ह गे वैसा ह


फल दे गा! सनीचर खाना बर 9 या 11 म हो तो रफा- ए- आम के सामान व कारोबार म लाभ
हो

बध
ु खाना बर 4–6–2 म नेक हो कर बैठा हो कयाफा: शुकर का पतंग क न का उं गल क जड़
पर हो तो शाद के दन से मद और औरत के लए बध ु व शक
ु र का फल 37 साला अरसा तक
उतम होगा!

जब टे वे म शुकर हर तरह से नेक व कायम सा बत हो जाए तो याह शाद व शुकर से संबि धत


काम व कारोबार हमेशा नेक फल दगे!

कयाफा: सेहत रे खा शुकर के बज


ु पर ख म हो या शुकर के बज
ु खाना बर- 7 पर बध
ु का o
दायरा हो तो

औलाद क हालत केतू क ि तथी पर होगी!


गह
ृ त क हालत सनीचर क ि तथी पर होगी!
खद
ु क माल हालत राहू क ि तथी पर होगी!
प रवार व कबीले क हालत बध
ु क ि तथी पर होगी!

मंद हालत

जातक का धन दौलत औरत के काम पर खच होगा बि क पराई औरत और इ क बाज़ी खद ु क


ज़ाती कमाई और ज ी जायदाद क बरबाद का बहाना ह गी िजसका कारण राहू क शरारत और
सूरज का गु सा होगा! उ बहरहाल 85/96 साल होगी! अगर जातक अपने ससुराल के मद के
साथ सांझ े म कारोबार करे गा तो धन व गह
ृ त के लए फल मंदा होगा!

वषफल के अनस ु ार जब भी राहू खाना बर- 1 म आय और उसी व त खाना बर- 3 भी


मंदा हो तो चोर के कारण धन हा न होगी ऐसा आमतौर पर 4–16–28–40–52–64–76–88–100–
114 साल म हुआ करता है ! जनमकाल न टे वे के खाना बर- 1 म हो तो शुकर मंदा
फल दे गा!

खाना बर- 8 म सूरज बध ु ह तो शुकर और खाना बर- 8 के ह, दोन का मंदा असर औरत
पर होगा, खासकर जब छत से सरू ज क सीधी रोशनी घर म आती हो तो औरत पे औरत मरे !
अगर राहू खाना बर- 8 म हो तो औरत सार िज़ंदगी दख
ु ी रहे औरत को सार िज़ंदगी नीले
कपड़ से परहे ज़ करना चा हए!
राहू शुकर के साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो शुकर मंदा असर दे गा खासकर जब जातक न
अपने बटुए म ब ल क ज़ेर रखी हुयी हो, सनीचर के कारोबार, खाऊ दो त और औरत पर धन
बरबाद होवे! खाना बर- 1 खाल हो तो शुकर मंदा असर न दे गा ले कन पराई औरत क लगन
और गु सा बरबाद का कारण ह गे!

खाना बर- 4 मंदा या 4 म शुकर के द ु मन ह सूरज या या राहू (एक, दो या तीन ) ह


तो शक
ु र हर तरह से मंदा फल दे गा! जातक क खद
ु गरजी उसक बरबाद क बु नयाद होगी!
बह
ृ प त खाना बर- 2 म और मंगल न ट हो रहा हो औलाद से द ु खया या फर बेऔलाद होगा!

शुकर के प के घर बर- 7 म उसका दस ू रा साथी बधु हो ( म ी म रे त) या न मद व औरत म


कामइ छा और हमसाया घर खाना नंबर- 2 म बध ु (कामइ छा) व केतू (कामदे व क नाल ) और
खाना बर- 8 म मंगल(खन ू ) और सनीचर(शैतान) या न अब जायज़ या नाजायज़ म फक नह ं
करे गा! खाना बर- 7 म शुकर बध ु क च क को चलाने वाल क ल बर- 8 का ह गना है
इस लए खाना बर- 8 के खाल होते या का पदा उठा हुआ होगा और औरत गंद नाल म
कामदे व का खन
ू ज़ोर पर होगा िजसक वजह से बेहयाई और मद या औरत कसी एक को
तपे दक या िज द के जलने क बीमा रयाँ हो सकती ह!

औरत को जाए खास क बीमा रय क वजह से िज द को नक


ु सान होने से बचाने के लए
सनीचर क पानी क तरह बहने वाल चीज से जाए खास को धोना चा हए!
शक
ु र खाना बर- 8
(जल म ी क चांडाल औरत)
क दस
ू रे क न जब कोई पड़ता
कसम पर ज़मानत य त ू फर भरता

बने वह घर- 2 कोई बैठा- असर ज़ाती 8–2 का हो

खाल पड़ा हो घर जब दज
ू ा- पाप शक
ु र सब मंदा हो
ससरु ाल नाव ज़र भर कर डूबे- बरबाद खाना औलाद का हो

लक र प थर जो औरत बोले- जनाह मंगल बद होता हो

दान छोड़े सर मि दर टे के- श ु कलम सर होता हो

मंगल बुध कायम होते- असर शुकर न मंदा हो

- - कंु डल म शक
ु र का असर, खाना बर- 8 ब ृ क रा श और घर का मा लक ह
मंगल जो शुकर के बराबर का ह है ! इस रा श न को नीच कया जो शुकर से
द ु मनी का स भाव रखता है ले कन शुकर से द ु मनी नह ं करता! इस रा श म कोई
ह उं च नह ं होता! अगर कंु डल म मंगल नेक हो तो शक ु र पर हर तरह से नेक असर
होगा और अगर मंगल बद हुआ तो जातक को च र ह न व यभचार बनाता है !
- - अगर टे वे म ठ क तो शुकर का फल बुरा न होगा, गर भी मंदा हो तो
बध
ु मदद दे गा, अगर बध ु भी र ी हो तो मंगल से मदद मलेगी ले कन अगर मंगल भी
खराब तो राहू के ग दे नाले से ह मदद पा सकेगा इस लए ग दे नाले म तांबे(सूरज) के
स के या फूल(बधु ) डालना मब ु ारक होगा! सफेद रं ग क गाय म दभाग होगी ले कन
काल या लाल गाय मददगार होगी!

शक
ु र खुद क मदद के लए चर (जवार) म ी म दबानी चा हए! शुकर को अगर थोड़ी
सी बरु ाई क मदद मल जाए तो ई क व मोह बत बल ु द होगा जो क जातक को बाज़ा
औरत के च कर म डाल सकती ह और नतीजा आत क या सुजाक जैसी बीमा रयाँ हो
सकती ह! शुकर- 8 के समय खाना बर- 2 खाल हो तो शाद बहुत दे र से हुआ करती
है और अगर ज द हो जाए तो औरत िज़ंदा नह ं रहती!
शुकर 8 क है , म द शगुन ह हो

गऊ सेवा या दान से, सब कुछ उ दा हो

हम भी डूबे, तुम भी डूबो, डूबगे मलकर सभी

ससरु ाल डूबे, औरत डूबे, डूबेगी औलाद भी


उ सार गंद नह ं, सफ 25 साल तक

कमी सार परू होगी, दस


ू र प चीस तक

िज़मीक द, गाजर, क , भ डी(बगैर सींग) या सफेद गाय मंद !

के श क होने पर शुकर का फल बरु ा न होगा! गर भी मंदा हो तो बधु ह मदद दे गा,


अगर बध ु भी र ी हो तो मंगल से मदद पा लेगा अगर मंगल भी मंदा हुआ तो राहू के ग दे नाले
से मदद पाएगा, िजसमे (ग दे नाले) तांबे(सूरज) के टुकड़े या फूल(बधु ) का डालना/ गराना मुबा रक
होगा! सफेद रं ग क गाय म दभाग मगर काले या लाल रं ग क गाय क सेवा मस
ु ीबत म
मददगार होगी! शक ु र क खदु क मदद के लए चर ( वार) म ी म दबाना मददगार होगा!

नेक हालत

खाना बर- 8 वाले जातक क औरत स त सुभाओ क होगी ले कन औरत क ज़ुबान से नकला
वा य प थर पर लक र क तरह होगा अगर कोई बरु ा वा य मंह
ु से नकाले से फौरन परू ा हो
ले कन नेक कह बात के परू ा होने क शत नह !ं

दान लेना स त मनाह है इस लए जातक दान लेना छोड़ दे वे और मि दर म माथा टे कता रहे तो
द ु मन क हार होगी

शक ु र- 8 वाला जातक अपने को बहुत बड़ा ानी समझा करता है उसको हमेशा गलतफहमी रहती
है क उसको भ व य के बारे म बहुत जानकार है ले कन कोई उससे पछ
ू ता नह ं और ऐसा जातक
अपने इसी एहं कार म जलता रे हता है !
खाना बर- 2 म कोई भी ह हो अब शक
ु र उस ह जैसा ह असर दे गा! जातक को मेहनती
और ईमानदार होना ज र है !

मंद हालत

खाना बर- 8 का शुकर हमेशा के लए मंदा न होगा और इसके मंदे फल का अरसा आमतौर पर
11 साला क उ तक ज़ोर पर हुआ करता है 12 साला उ के बाद जब भी शुकर वषफल के
अनस
ु ार खाना बर- 12 म आयेगा तो नेक फल दे गा! बद का तूफान कु छ इस तरह से होगा:
1 साल से 11 साल क उ तक…………………………कुल समय 11 साल

उ का 27 वां साल…………………………………………कुल समय 1 साल


उ का 34 वां साल………………………………………कुल समय 1 साल
39 साल से 45 साल तक…………………………कुल समय 7 साल

कुल अरसा………………………………20 साल

25 साल क उ म शाद करना अशुभ होगा! जब तक , बध


ु या मंगल जो क आमतौर पर
ऐसे टे वे म नक मे हुआ करते ह! अगर यह ह कायम ह तो शक ु र का असर मंदा न होगा! इन
ेह से संबि धत रशतेदार ( - माता, मंगल- भाई व बध
ु - बहन बआ ु ) से आशीवाद लेत े रहना
चा हए!

द ु मन ेह (सूरज- - राहू म से कसी का भी) साथ हो तो कसी दस ू रे के लए ज़मानत दे ना


बरु ा फल दे गा! अगर मंगल बद का साथ हो तो जातक यभचार हुआ करता है और बाज़ा
औरत के च कर म आतशक या सुजाक जैसी बीमा रय का खतरा हुआ करता है ऐसे मंदे असर
से बचने के लए गऊ दान सबसे उतम व कारगर उपाओ होगा!

ग दे नाले म तांबे के टुकड़े या फूल डालते रहना चा हए द ु मन हमेशा दरू भागगे!

शुकर- 8 के समय खाना बर- 2 खाल हो तो गह ृ त जीवन मंदा होगा, बज


ु ुग का साया डोलता
होगा या न उनक उ को खतरा हो सकता है ! औरत क मंद सेहत के व त चर के बीज का
दान या ज़मीन म दबाना या पानी म बहाना उतम फल दे गा! आ बैल मुझ े मार क तबीयत का
यि त हुआ करता है ! ससुराल घराने के लए नहायत मंदा फल होगा! खाना बर- 8 का मंदा
शुकर दह म गोबर क मलावट से ब छू पैदा होते ह या न हर तरफ मुसीबत ह मुसीबत होगी!
शक
ु र खाना बर- 9
( म ी क काल आँधी, मंगल बद)
गना सबसे बेहतर गो मेहनत का खाना

मगर शेख़ी या खून हरदम बहाना

हाल बुजुरगाँ लाख हो उ दा- मद माया न इक ा हो

औलाद- औरत- ज़र अपना मंदा- साथ पापी बध


ु होता जो
मंदा चौथे या श ु बैठा- त त च कर जब लाता हो

गु कोई मंदा होता- गह


ृ त माया सब जलता हो
चीज़ या मंगल साथी- असर शुकर- 9 हो

नीम दर ताँ टुकड़े चाँद - भला गह


ृ ती मि दर हो
- - कंु डल का खाना बर- 9 धन ु रा श और घर का मा लक बह ृ प त जो शकु र से
द ु मनी नह ं करता ले कन खुद शुकर बह ृ प त से द ु मनी का स भाब रखता है ! धनु रा श
केत ू को उं च करती है और केत ू शुकर का दो त यह रा श राहू को नीच करती है जो
शक ु र का द ु मन है और इसका असर औरत सख ु व दौलत के लए मंदा होगा! ऐसा
यि त अ लम द एक वज़ीर क तरह हुआ करता है मगर दौलत का सुख केवल 2 साल
होगा!

- - जातक के जनम के बाद मकान बने तो उसके 17 साल बाद या शक ु र खाना बर-
9 म वषफल के अनुसार 23 साल क उ म आता है , अब यह 25 साल क उ या न
48 या 24 साल तक अपना मंदा फल दे गा! गेह के दस ू रे दौरा म 48 या 24 साल के
बाद 17 साल गुजरने पर या न 65 या 50 साल म नेक असर दे गा! सफेद रं ग क गाय
का घर म आना या शाद 25 साल क उ म होना बरबाद क नशानी होगी अब शुकर
मंगल बद का काम करे गा! घर म चाँद क ट क जगह सफेद म ी होगी ऐसे म घर
क नीव म चाँद या ख़ा लस शहद था पत करना चा हए! लाख प त होता हुआ भी रोट
तभी नसीब होगी जब अपनी मेहनत से कमाएगा! ऐसे जातक के बज ु ग
ु का हाल उ दा
हुआ करता है ले कन खुद क औलाद का सुख न होगा! अगर शाद रे खा घूम कर
क न का का ख करे तो शाद व औलाद म गड़बड़ और द ु मन क तरह असर पैदा हो
जाएगा!
बध
ु , पापी, नर ी, वाह सब ह अ छे ह

शुकर 9 जब हुआ, कुल मंगल बद ह ह

घर से भूल ल मी, ढूंड े आल पताल

श न अकेला तरे गा, जब गुज़र 17 साल

सफेद रं ग(दह जैसा) और सफेद गाय अशुभ, नीम के दर त म चाँद के चौरस टुकड़े
दबाना नेक फल दे गा!

1. मकान बनने के 17 साल बाद!


2. वषफल के अनस ु ार शुकर खाना बर- 9 म 23 साल म आता है या न 23 साल से
25 साल या न 48 साल तक अपना फल दे गा और 48 साल के बाद 17 साल गुजरने
पर या न 65 साला उ म!
3. तीथ या ा उ दा ले कन कारोबार और औलाद से संबि धत फल मंदे ह ह गे!
4. शुकर क आय ु 25 साल क शाद और घर म सफेद गाय का लाया जाना परू बरबाद
क नशानी होगा!
5. अगर मकान क क नींव म खल स चाँद या खा लस शहद था पत करने पर शुकर अब
खाना बर- 9 म बैठे का फल दे गा! ले कन बध
ु व केत ू मंदे ह ह गे!

नेक हालत

शुकर- 9 के समय बजु ुग के धन दौलत म व ृ होती होगी ले कन खद


ु क औलाद का असर मंदा
ह होगा! जातक के यहाँ मद और धन दौलत का इ ा रहना संभव नह !ं

जातक के पास अ ल व तदबीर क कोई कमी न होगी ले कन लाखोप त होते हुये भी खद


ु क
रोट तभी नसीब होगी जब जातक मेहनत से कमाएगा! धन दौलत या अपनी आ थक ि तथी ठ क
रखने के लए नीम के दर त म चाँद के चौरस टुकड़े दबाने चा हए

दस
ू रे क मुसीबत व मंद सेहत खद
ु अपने मंदे काम से मोल ल होगी!
जब या मंगल का साथ हो तो मकान क नींव म चाँद व शहद था पत करना चा हए तो
शक
ु र- 9 गनु ा उ दा फल दे ने लगेगा!

मंद हालत

शुकर क अपनी उ - 25 साल म शाद होना या सफेद गाय का घर म आना या शुकर से


संबि धत चीज कारोबार सब ह मंदा फल दगे, ऐसा मंदा हाल होगा क घर क चाँद क द वार
सफेद म ी हो जाएंगी!

खद
ु क माल हालत के लए मंगल बद, औलाद क क लत के लए केतू व दौलत के लए मंदा
बध
ु जीमेदार होगा और राहू शरारत और खराबी पैदा करे गा इस मंदे जहर से बचने के लए नीम
के दर त म चाँद के चौरस टुकड़े डाल कर सरु ाख नीम क लकड़ी से बंद कर द!

पापी ह या बधु कसी भी तरह मल रहे ह (साथ ह , ि ट हो या साथी ह ) तो 17 साल क


उ से जातक नशे व बीमा रय से तंग होगा! शाद के दन से औरत क सेहत मंद , मुरद क
तरह होगी और मंद सेहत क वजह से खच पे खचा होता होगा चाँद क चूड़ी लाल रं ग करके
धारण करवाएँ! िजस वष सनीचर खाना बर- 1 म आए या मकान बने सब कुछ उ दा होना शु
हो जाएगा!

खाना बर- 4 म या शकु र के द ु मन ह ह और यह ह वषफल के अनस ु ार जब खाना


बर- 1 म आएंगे (ऐसा योग 4–16–28–40–52–64–76–88–100–114 साल म बनेगा) तो धन
दौलत सब कुछ बबाद होगा कयाफा: शुकर के बज ु बर- 7 से रे खा के बजु बर- 4 को
जा नकले ले कन शराफत रे खा न हो!

बर- 7 या टे वे म कह ं भी मंदा होकर बैठा हो कयाफा: क न का क जड़ म


का नशान हो तो गह
ृ त के संबंध म औलाद व माल हालत के लए मंदा!

अगर खाना बर- 1 खाल हो और नाखन


ू सफेद हो जाएँ तो खन
ू से संबि धत बीमा रयाँ ह गी!

बह ृ प त व शकु र कसी भी तरह मल रहे ह या टे वे म बह ृ प त मंदा हो रहा हो कयाफा:


उँ ग लय के नाखनू पीले रं ग के ह गे व शुकर के बज
ु 7 व बह
ृ प त के खाना बर- 9 को
मलाने वाला लेटा– हुआ खत हो तो साथी द ु नयदार से लेन दे न मंदा और औलाद म कावट
ह गी!

उपाओ:

मकान म क चीज़ घोडा, कुआं आ द कायम कर!


नीव म चाँद व शहद था पत कर!
नयी याह औरत को चाँद क चड़
ू ी जो बाहर से लाल हो पहनाएँ!
नीम के दर त म चाँद के चौरस टुकड़े दबाएँ!
शक
ु र खाना बर- 10
( वाब- ए- हूरां- खद
ु सनीचर उ दा तो धरम मरू त)
सदा फूल औरत जवानी पे मरता

गया खाल औलाद पीर तरसता

4 ि ट खाल होता- शुकर श न बन खेलता है

उतम श न से बध
ु हो उ दा- हादसा कभी न दे खता हो
द वार मग रबी जब तक क ची- प रवार दौलत ज़र उ दा हो

नज़र भल न जब श न अपनी- शुकर अ धा लेख रोता हो

पांच पहले ह वाह कोई बैठा- आराम उ सार होता हो

साथ मगर जब श ु पाया- मंगल केतू मंदा हो

बैठा 7–4 या दज
ू े- साथी कोई न उसका हो
प थर म ी सब खा ड ह बनते- लार मोटर कुल उ दा हो

श न जनम घर शुकर आता- पाया त त या 7 वां हो

काम श न न जब तक करता- असर मुबारक हर जा हो


11–9 श न टे वे बैठा- साथी कोई न होता हो

बध
ु असर सब उतम दे गा- बाग बगीचे उ दा हो
औरत म ी क ल मी बनती- चलन नाल न गंद जो
बदल औरत कुल म ी होती- द ु खया नज़र तक श क हो

- - हथेल पर सनीचर के बुज पर, सनीचर और शुकर आपस म दो त ह! सनीचर


शराबी हुआ तो शक ु र ऐसी औरत जो सनीचर क माशक ू ा है इस लए दोन का खब ू मेल
मलाप रहता है ! सनीचर क मदद होने से सेहत बीमार का बचाव! इस घर का शुकर
इ क का घर है जो सनीचर क जवानी के साथ है ! बूढ़ापे म दोन ह परहे जगार ह गे
और द ु नया का आराम! बूढ़े होकर दोन ह दस ू र को अ ल दे ने का काम करते ह! आम
कहावत है क:बूढ़ कंजर नसीहत दे ने लगती है : या न नौ सौ चूहे खा के ब ल हज को
चल !

- - कंु डल के खाना बर- 10 म शुकर, इस घर म मकर रा श होती है और घर का


मा लक सनीचर जो शुकर का दो त या मान तो शुकर का आ शक है ! इस रा श न मंगल
को उं च कया जो शक
ु र के बराबर का ह है और बह
ृ प त को नीच कया! बह
ृ पत
शुकर से द ु मनी का भाव नह ं रखता ले कन शुकर बह
ृ प त से द ु मनी करता है ! 12
साल तक खब ू दौलत आवे!
- - खाना बर- 10 का शक ु र बढ़
ु ापे म आराम दया करता है ! अगर सनीचर भी साथ
हो तो जवानी के व त जातक इ क से भरा होगा, या न ऐसा इ सान पराई औरत का
द वाना हुआ करता है िजसके कारन केत(ू औलाद) का फल मंदा होगा, बि क मंगल(भाई)
भी जातक के कारन दख ु ी होगा और (माता) पछताता होगा या न चाल चलन मंदा
हुआ तो तीन ह बरबाद ह गे इस लए चाल चलन पर काबू नहायत ज र है अगर चाल
चलन पर काब ू न हुआ तो जातक त हाई पस द और क मत को रोता होगा! िजस दन
पराई औरत से स बंध बनेगा उस दन से 12 साल तक नर औलाद पैदा न होगी, अगर
होगी तो 13 साल म ले कन उस व त शक ु र क उ ट चाल खद ु शक
ु र या न औरत
पर ह होगी या न औरत के सेहत नहायत मंद होनी शु हो जाएगी! शुकर- 10 के
समय खाना बर- 4 खाल हो तो सेहत उ दा होगी

द वार क ची, म ी क ची, न ह क ची गर वाँ हो

िज म मोटा, सेहत उ दा, शक


ु र घर 10 से हो
बाग़ बाग़ीचे, उ दा कोठे , ऐश करे गा वो सदा

श न हो उसके दाय बाएँ, दे खे न कभी हादसा


हो उसका 7 चौथे, या क घर दज
ू े म हो
म ी से भी खा ड है बनती, मोटर लार उ दा हो

पहले पांच रशक करगे, बरु ा नह ं कर सकते ह


मदद तो उनक बेशक होवे, हसद कभी नह ं करते ह

म ी, कपास, सनीचर क जानशीनी!यह ह अब बढ़


ु ापे म आराम दे गा!
सनीचर क हािज़र म बव त जवानी इ क का घर होगा, िजस से केतू का फल मंदा होगा, बि क
मंगल भी च लाता और पछताता होगा (केतू- औलाद, मंगल- भाई, - माता)

नेक हालत
पराई औरत से स बंध बनने का बहुत मौका मलेगा, आमतौर पर शक ु र- 10 वाला जातक औरत
मद क दौलत और मद औरत से स बंध म ह व वास रखता है ! ऐसे लोग का एक ह असल ू
होता है क कपड़ा और चमड़ा जब धोने से साफ हो सकता है तो कसी भी चीज़ का परहे ज य
ले कन जातक क यह आदत व मंगल के फल को नक मा करे गी!

सनीचर साथ हो या साथी ह बने या खाना बर- 1 म हो तो धरमी सनीचर का उ दा असर


सनीचर क तबीयत(शैतानी, चालाक व हो शयार ) से अब हर ह नेक असर होगा ले कन जब
तक सनीचर के मंदे काम (शराब, शबाब व कबाब) से दरू रहे !

खाना बर- 4 खाल हो तो शुकर अब सनीचर का फल दे गा, जातक क प नी आमतौर से भार


हुआ करती है : मज़ा ह का सारं गी भार : औरत भार होने के इलावा कामदे व से भर और म पर
आई हुई होगी, कामदे व का ज़ोर इतना क दस ू र औरत के मद को ले भागे!

सनीचर उतम या सनीचर खाना 9 या 11 म हो कयाफा: शुकर का पतंग सनीचर के बज


ु पर
म यमा क जड़ म: तो बध ु भी उतम फल दे गा और अगर औरत के साथ मोटर म कह ं जा रहा
हो और हादसा होने का खतरा हो तो जब तक जातक मोटर से उतर न जाएगा हादसा न होगा
इसी तरह कसी मकान म बैठा हो और य ह बाहर नकलेगा मकान गर जाएगा! औरत क
सेहत उ दा! मद और औरत दोन ह धा मक वचार के ह गे! अगर मगर ब(पि चम) क द वार
क ची हो तो प रवार, धन दौलत और बढ़ ु ापा उतम होगा!

खाना 1 व 5 म कोई ह ज़ र हो चाहे दो त या द ु मन, सार उ आराम खासकर जवानी म


खब
ू ऐश होगी और बढ़
ु ापा नेक होगा!

अकेला खाना बर 7–4–2 म से कसी एक म हो तो जातक क म ी भी खा ड के समान


होगी या न प थर और म ी का कारोबार खबू नेक फल दे गा! मोटर लार का आराम सार उ
होगा!

मंद हालत

औलाद का न होना या होकर जी वत न रहना या औरत का ज़ रत से यादा कामदे व से भरा


होना कई तरह क द कते पैदा कर सकता है ऐसे म औरत को अपनी जाए- खास(गु त अंग)
दह से धोते रहना चा हए इससे बर- 10 का शुकर श न बनकर औलाद कायम होने म मदद
करे गा!

अगर सेहत लगातार मंद रहे तो गऊ दान करे तो सनीचर क मंद ज़हर से बचाव होता रहे गा!
इसके इलावा अगर बीमार पीछा न छोड़ रह हो तो गऊ दान करवाने के बाद क सा एक तरफ
हो जाएगा या न अगर उ बाक हुई तो तंद त नह ं तो चलता बनेगा ले कन बीमार से गले
सड़ेगा नह ं, आमतौर पर नतीजा बेहतर का हुआ करता है ! पराई औरत से कामदे वी स बंध 12
साल तक केत(ू औलाद) मंगल(भाई) और (माता व माया दौलत) सब बरबाद ह गे! काल
क पला गाय क सेवा/दान तमाम बरु े असर से बचाव करे गी!

खद
ु शुकर जब वषफल के अनस ु ार खाना बर- 1 (10–22–32–47–58–70–79–96–108–120) म या
खाना बर- 7 (4–16–33–44–50–66–76–94–98–111) म या सनीचर जब अपने बैठा होने वाले घर
म आयेगा तो शुकर हर तरह से नेक फल दे गा बशत जातक सनीचर के मंदे काम से दरू रहे !

द ु मन ह सूरज, , राहू साथ ह (कोई एक या दो या सभी) या साथी ह बन तो मद के 12


साल नहायत मंदे ह गे!

य द टे वे म सनीचर मंदा हो रहा हो तो ी अ ल से या फर आँख से अ धी होगी!

य द सनीचर खाना बर- 5 म हो तो शुकर और सनीचर दो त होते हुये भी आपस म द ु मनी


पर ह गे यह एक नयम है , ऐसे म गऊ को ज़हर का डर हुआ करता है या औरत को आँख से
संबंधी क ट ह गे! य द कसी कारन 10 गौय बरबाद हो जाएँ तो वहम नह ं यह ह का असर
होगा इस मंदे ज़हर से बचने के लए बकर पाल गऊ व औलाद के जीवन म बरकत होगी!

उपाओ:

सनीचर के मंदे काम (शराब, शबाब व कबाब) से दरू रह!


औरत को अपने गु तांग दह से धोते रहना चा हए!
घर क पि चमी द वार क ची रख!
क पला गाये के सेवा कर ले कन दान करना उतम फल दे गा!
औलाद क उ , ी क आँख व गाय कायम करने के लए बकर पाल!
शक
ु र खाना बर- 11
(हसीन औरत/मद माया के ता लक
ु से घम
ू ता लटटू)
इ क़ लहर औरत न हो इतनी बढ़ती

चमट बाद िजसके हो जाती नामद

तीन भाई खुद औरत होते- भ डार जगत कुल बनता हो

साथ माता न बेशक दे वे- क या औरत धन बढ़ता हो


साथ ि ट बध
ु जो मलता- घटती मद कुल अपनी हो
रज़क दौलत न बेशक घटता- मंदा असर बुध पापी हो

तीन खाल 20 शुकर मंदा- औलाद नर ना मरती हो

बाद शाद 3 दौलत घटता- बुध ु गना नामद हो

- - कंु डल म खाना बर- 11 कु भ रा श और घर का मा लक सनीचर जो शक ु र का


दो त है ! इस रा श न न तो कसी ह को उं च कया और न ह नीच! असर के लए
बह
ृ प त ह होगा िजससे शुकर द ु मनी करता है ! 12 साल दौलत खूब आवे ले कन
कामदे व क ताकत गम ु होगी!
- - औरत गऊ क क मत क मा लक होगी ले कन वह खुद ह जातक क तबाह का
कारन होगी! पापी ेह के मंदे असर के व त तेल का दान क याणकार होगा! अगर
शकु र सोया हुआ हो तो नर औलाद 20 साल (शक
ु र क मयाद) के बाद कायम होगी,
उपाओ के तौर पर बुध पालना करनी चा हए! अगर ऐसा न हो और औरत के तीन भाई
ह तो शकु र जागता हुआ गना जाएगा जो मंदा फल न होने दे गा! सर रे खा के ठ क नीचे
हदबंद के असूल पर छोट सी लक र होगी िजसके कारन जातक अपने याल को बदलने
वाला होगा यह अ छे मायन म भी और बुरे मायन म भी गना जा सकता है

शुकर- 11 और राहू- 12 म तो लड़ कयां बहुत पैदा ह ले कन धन दौलत भी उसी मा ा म आए!

शुकर- 11 और बधु कायम तो अपना हर काम खु फया रख कर करने का आद और मौका


पर लटटू क तरह घमू जाने वाला ले कन द ु खया या धन दौलत से खाल न होगा!

शक
ु र- 11 और बध
ु बर- 3 म मद क औरत ह मद क बरबाद का बहाना होगी!
शक
ु र 11 घम
ू ता ल ू , दौलत का भ डार हो
गर ऐसा न होवे कोई, बज़
ु दल, बु ू, हजड़ा हो
माता बेशक चल बसे, गऊ- औरत का साथ

क या बढ़, दौलत बढ़े , बढ़गे हर दो साथ


शुकर जब यारह हुआ, और बध
ु भी मलता हो
धन दौलत क न कमी, पर पापी मंदा हो

औरत तारती अपन को, और बनी हो घर क मेहरन

ज़ा हरदार हो भोल भाल , हरदे भर हो ज़हरन

ई, मोती दह रं ग सफेद!
औरत गो क़ मत क मा लक मालूम होती होगी मगर वो खद ु ह बाइस- ए- तबाह होगी!पापी
ेह के मंदे असर के व त तेल दान क याण होगा! जातक क आमदन शु होने से पहले शाद
या शुकर क अ या का होना ज र होगा!अगर शुकर सोया हुआ होवे, तो नर औलाद शुकर क
परू मयाद (20 साल महादशा) के बाद कायम होगी और इसका उपाओ बध ु पालना होगा!अगर
ऐसा न हो और औरत के कम से कम तीन भाई ह गे जो हर तरह से शुकर को जगाने का काम
करगे और औलाद स ब धी मंदा फल न होगा!
बव त शाद गाए का दान गैर मुबा रक होगा!

नेक हालत

बचपन क मोहमाया से लगाव क तबीयत वाला! खब


ू सूरत (मद या औरत जो भी हो) दौलत का/
क भ डार व मालामाल होगा अगर ऐसा न होगा तो नामद हजड़ा या िज द क बीमा रय से
दख
ु ी होगा!

अगर जातक द ु नयावी कामकाज और दौलत कमाने क धन ु म कामदे व क ताकत को भल ु ा दे गा


तो उसक औरत इस लए शा त नह ं क उसका खन ू खानदानी है बि क इस लए क कोई दस ू रा
ाहक नह ं य क वो खदु अपनी नज़ाकत से बढ़ रह है या य ंू समझना चा हए क शाद के दन
से वह कुएं म गर हुयी बेशम से जातक पर हँसती नज़र आएगी ले कन अंदर से उसका दल
शाद के दन से ह जल रहा होगा!

बध
ु या टे वे म कायम ह तो हर काम खु फया तर के से करे गा चाहे ठ क काम ह य न
हो और हरदम तबीयत बदलने वाला होगा! ऐसे जातक क मौत सर कटने/ सर क कसी बीमार
से होगी! अगर खब ू धन दौलत आ रहा हो तो ठ क वरना हजड़ा होगा! पाँच लड़ कय क शाद म
िजतना धन खच होना चा हए उतना धन होगा!

शकु र- 11 के समय राहू खाना बर- 12 म हो तो लड़ कय क पैदाइश खब


ू होगी ले कन िजतनी
यादा लड़ कयां ह गी उतना ह यादा धन आता जाएगा या न हर ल क अपने भा य का धन
लेकर पैदा होगी!

मंद हालत

जातक दे खने म भोलाभाला ले कन अंदर से याह दल का होगा िजसके कारन अपनी कह बात
बदलने का आद होगा जो कोई खब ू ी क बात नह ं! चाहे दमाग क कमज़ोर मानो या सनीचर
क चालाक मौत आमतौर पर सर कटने या सर क बीमार के कारन हुआ करती है ! अगर
औरत घर क खजांची हो गयी तो फल अशुभ होगा! काल क पला गाए क सेवा सनीचर के मंदे
असर से बचाएगी!

खाना बर- 3 खाल हो तो शुकर सोया हुआ होगा ऐसे म मंगल क मदद लेनी होगी या मंगल
साथी ह बन रहा हो या खद ु मंगल का उपाओ या औरत के तीन भाई ह तो शक ु र खद
ु - ब- खद

जागा हुआ होगा और शक ु र अब मंदे असर क बजाए खब
ू धन दौलत दे ता होगा और प रवार भी
बढ़ता होगा वरना शाद के तीन साल बाद नौबत और मुसीबत होगी हर तरफ बरबाद क म ी
उड़ती होगी!

सोया हुआ शुकर नामद दे ता है ! मु तज़नी(ह तमैथुन), बीरज़पात व एहतलाम( व नदोष) क


अ धकता के कारन पेशाब व बीरज़ संबि धत बीमा रयाँ हो जाया करती ह और इस बगड़ी हुयी
हालत के व त सनीचर क व तुएँ जैसे कुशता फौलाद या मछल का तेल या चाँद का कुशता या
दध
ू का इ तेमाल लगातार 43 दन करने से हालात ठ क ह गे! जब टे वे म केतू नक मा न हो
तो सोने से बनी हुयी दवाइयाँ भी मददगार हो सकती ह!

औलाद पैदा न हो या होकर मरती जाए तो बधु का उपाओ बकर पालना मददगार होगा! औरत
अब क मत क धनी तो होगी ले कन खद ु औरत ह जातक क तबाह का कारन होगी इस मंदे
ज़हर से बचने के लए तेल का दान क याणकार होगा!
शक
ु र खाना बर- 12
(आड़े व त हर जगह मदद क मज
ु ि सम दे वी और भवसागर से पार करने वाल गऊ)
लहर माया चलती- फरा कुल ज़माना

गया भूल य फर- तू िजस घर को जाना

जनम व त वाह म ी उड़ती- शाद व त पग 12 हो

तीन गन
ु ा नर उ न त- असर भला दो मलता हो
राज ता लक
ु हरदम ऊंचा- 37 साल सख
ु औरत हो
नाश वैर कुल एकदम होता- रात भल ज़र दौलत हो

गु श न म छ रे खा 7 - सु खया औरत न होता हो

बुध बैठा जब कायम 6 - प रवार सुखी औलाद का हो

खाल मंदा 7 दज
ू ा होते- शक
ु र होता सब म ी हो
तीन छठे जब उतम टे वे- कामधेन ु गाय होती हो

ज़ुबान औरत बुध टे वे मंदा- रात धुएँ से द ु खया हो

राहू मगर जब साथ ह बैठा- गह


ृ त 25 तक मंदा हो
नाम औरत पर दान जो दे ता- सेहत औरत ज़र दौलत हो

मंदे मदद न जब कोई करता- लेख मदद खद


ु औरत हो
- - कंु डल का खाना बर- 12 मीन रा श घर के मा लक ह बह ृ प त व राहू! राहू
शुकर का द ु मन और बह ृ प त से शुकर द ु मनी करता है ! इस रा श न बुध व राहू को
नीच कया और बध ु शक
ु र का दो त ह है ! केत ू जो शक ु र का दो त है को व शक ु र को
इस रा श न उं च कया! असर के लए बह ृ प त जो कसी
का द ु मन नह ं ले कन कोई और ह बह ृ प त से द ु मनी करे तो करे ! अब शुकर का
अपना असर होगा, ी सख ु ह का होगा यो क राहू का असर शा मल होगा मगर
राजदरबार उतम द ु मन का नाश और हर तरह का आराम होगा! म छ रे खा शुकर के बुज
पर हो तो फल नहायत नेक होगा!
- - शक
ु र अब तारने वाल कामधेन ु गाय क तरह होगा और खाना बर- 2 का नेक
फल साथ होगा और क मत से संबि धत हर चीज़ औरत के हाथ म होगी अगर टे वे म
बुध और राहू मंदे ह तो नीले(राहू) रं ग के फूल(बुध) औरत के हाथ बाहर वीराने म दबाने
चा हएँ!

शुकर उं च हालत का होगा जातक खानदान क परव रश करने वाला होगा औरत का पूण
शक
ु र उं च हालत का होगा जातक खानदान क परव रश करने वाला होगा औरत का पूण
सुख व औरत के वारा शु कए काम के नतीजे नेक ह गे! राजदरबार से फायदा और हर
एक तरह का आराम होवे! अगर टे वे म बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म ह तो
हथेल पर शकु र के बज
ु पर म छल का नशान होगा जो नेक फल दे गा! कामदे व,
मोह बत बाज़ी व ी ता लुक उं च के शुकर क आिजज़ी(बेबसी) है ! धन दौलत क कोई
कमी नह ं ले कन औरत क सेहत मंद ! दस
ू र क मदद व भंडारे लगाना नयतन जातक
क तबीयत होगी! इस घर का शुकर औलाद क तंगी रखता है इसके इलावा हर तरह से
फल नेक होगा! शुकर- 12 और बुध- 6 म हो तो दोन अपनी उं च रा शय म लड़के
लड़ कयां सभी सख ु ी व सखु ी करने वाले ह गे! बह ृ प त, सरू ज व का नेक फल साथ
होगा चाहे यह ह खुद नेक न ह और वैसे भी हर ह मंदा नह ं हो सकता! औरत क
मंद सेहत के व त नीले रं ग के फूल बाहर वीराने म म ी के नीचे दबाने चा हएँ खुद
औरत के हाथ से!

शक
ु र 12 रा श 12, पग भी उसके 12 ह
प थर सूखा भी बेशक होवे, घी का मौसम बाराँ हो

अकेला शक
ु र ह इसको तारे , मदद न कोई करता हो
दख
ु श ु सब म ी करके, दया से अपनी तारता हो

कामधेन ु गाय, ल मी, चौपाया व अपनी गह


ृ ती, औरत का सुख सागर 37 साल!
तारने वाल कामधेन ु गाय होगी! अब शक
ु र खाना बर- 2 का फल साथ लेकर चलेगा और
क मत का सब कु छ इसक अपनी औरत के हाथ होगा, जो मामूल नीले रं ग के फूल से राहू व
बध
ु को दबा सकेगी जब क दोन ह ह मंदे ह ! औरत का सुख 37 साल होगा!

नेक हालत

जवानी क रात और मल हुयी चारपाई से परहे ज या नफरत य जब क लोग को नसीहत दे ने


के लए बढ़
ु ापा बहुत होगा! जातक क चारपाई क कहानी औरत क सेहत का मंदा रहना होगा
ले कन औरत खद
ु सतव ती और सख
ु व ती होगी!

भवसागर से पार करने वाल गऊ क तरह से औरत क क मत होगी! जातक के जनम के व त


प रवार चाहे कतना ह गर ब य न हो मगर शाद के दन क मत का हाल पौ 12 होगा!
व बाक नर ेह का असर तीन गुना उ दा होगा अब शुकर खाना बर- 2 का असर साथ लेकर
चलेगा जो क उतम ह होगा! औरत का सुख कम- से- कम 37 साल होगा राजदरबार उतम, रात
का आराम और धन का सुख होगा!

बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म कयाफा: हाथ पर म छ रे खा का नशान या हथेल
के खाना बर- 12 म शुकर के– लेटे हुये खत तो म छ रे खा औलाद व प रवार के लए उतम
मगर औरत खद ु द ु खया होवे!

बध
ु खाना बर 2 या 6 म और हर तरह से कायम हो तो जातक रागी व शायर का शौक न
भंडार का मा लक और उ 96 साल (औरत व मद)!

मंद हालत

जब जातक पर कोई क ट आयेगा उसको औरत पहले खद ु झेलेगी या न उसके प त पर क ट


आयेगा और इसी कारन औरत क सेहत खराब रहे गी! जैसे प त क तकल फ़ को झेलने का एहद
औरत न ले र खा है उसी तरह औरत क सेहत के लए प त के हाथ कया दान अ त नेक
होगा!

औरत के हाथ से गऊ दान सबसे उतम उपाओ है वरना कु छ न कु छ दान करवाते रहना
चा हए!

जब कोई भी उपाओ कारगार न हो या कोई भी सहायता न मले तो औरत का भा य प त का


साथ दे गा पर तु शत यह है जातक कभी नाि तक न होवे और ई वर क उपासना करता रहे !

य द टे वे म बध
ु और राहू मंदे ह तो प क शाम (राहू का समय) के व त नीले(राहू) रं ग के
फूल(बधु ) औरत के हाथ वीरान जगह म दबवाने चा हएँ हर तरह का क ट दरू होगा!

य द खाना बर 2 व 7 खाल ह तो शुकर गंद म ी जैसा फल दे गा! अगर टे वे म बध


ु मंदा हो
और साथ ह औरत क ज़ुबान मंद हो तो खद
ु औरत के सभी सुख बरबाद ह गे!

य द राहू खाना बर 2–6–7–12 म से कसी म हो गह ृ त सुख 25 साल तक बरबाद होगा! नीले


रं ग क गाय मंदा फल दे गी! औरत को नीले रं ग के कपड़ से परहे ज करना चा हए!
सं त म: शुकर- 12 म अकेला बैठा कभी बुरा फल न दे गा बि क सुरे ह जो ि ट
आ द से स बंध बना रहे ह वो खराब कया करते ह! शक
ु र सबका मतीह और सबका
यारा ह है ! अगर पेशाब क धार या पानी क लहर आयी तो दब गया और खराब हुआ!
सूरज क गम से तबाह हुआ! बह ृ प त क हवा से दर- ब- दर हुआ और इ क म दस ू र
के दरवाज़े पकड़े! राहू न जंु बश म डाला! न बहू, बेट , माता को तबाह कया! मंगल
न भाइय के स बंध को खराब करवाया और आ खर म बुध न मद क शाद रे खा को
सँभाला और अपना गोल दायरा दे कर ज़मीन को गोल कया!
Chapter 5
मंगल
मंगल– श धार
मंगल के दो ह से ह मंगल नेक व मंगल बद, जैसा क नाम है मंगल नेक भलाई व
इ साफ करने वाला और मंगल बद हमेशा बद का साथ दे ने वाला हुआ करता है ! गह ृ त
म आराम ढूंढने के समय म लड़ाई के मैदान म, ज़माने म नेक नय त होना, भाइय ,
चाचा व ताए सब से स बंध नेक रखना मंगल नेक क नशानी है और इन सब के उलट
मंगल बद होगा! साफ़ दल साफ़ नज़र( कसी के साथ इ साफ करते समय), अ दर व
बाहर से एक जैसा! ज़मीन के अ दर लाल (क मती प थर) जैसा, और बेऔलाद को
औलाद दे ने वाला पूरा नेक व इ साफ पसंद हुआ करता है ! हरदम लड़ाई के लए तयार
और हरण क तरह भागना इसका काम है ! मंगल नेक का हथेल पर चोकोर नशान
हुआ करता है वह ं मंगल बद का नशान कोण या दो शाखाइ रे खा हुआ करता है !
मंगल नेक द ु मन से बचाया करता है और मंगल बद द ु मन ह पैदा कया करता है ! नेक
मंगल के बना गह ृ त जीवन हर तरह से बबाद होगा! न ह भाई बंधु और न ह ससरु ाल
खानदान खशु होगा! मंगल कु डल म नेक हो और हथेल पर मंगल नेक बुज कायम हो
तो हर एक शुभ काम म नेक फल दया करता है

मंगल नेक: ये ह इंसानी बल


ु द और नेक और नेक खवा हश का कारक ह है !
मंगल का बुध से स बंध कसी भी दो चीज का इकठे होकर काम को नेक और द ु त
कर लेना क खा सयत हुआ करती है ! दोन चीज़ बेशक अलग- अलग ह ले कन दोन के
मलने से काम का नतीजा नेक हुआ करता है ! बुध (ज़माने क अ ल) बेशक मंगल का
द ु मन ह है ले कन मंगल के साथ होने पर बुरा फल नह ं दया करता या न मंगल व
बधु का आपसी मलाप बेशक खराब नह ं गना जाता ले कन कसी हद तक असर बरु ा ह
होगा! समझने के लए मंगल न जब भी चंदर से मदद पाई तो सब से उतम हालत का
मंगल हुआ जो चंदर के दध ू म मंगल क खांड क तरह से हुआ जो दध ू म घुल गयी और
दध
ू का वाद कई गुना अ धक कर दया और दध ू व खांड अलग- अलग नज़र भी नह ं
आए ले कन यह मलावट बुध क अ ल या ताकत से हुयी, अब दध ू खांड क मलावट के
कारण मीठा तो हो गया ले कन बध ु क अ ल न सफ उसको पीने के का बल ह छोड़ा
कसी और काम का नह ं होगा! बुध (कु वते- बाह या न कामइ छा) न उकसाया तो मंगल
न अपनी ब चे पैदा करने क ताकत से खानदानी न ल कर द और िजसे बहन कह
सकता था उसी को औरत कहना पड़ा! या न जब भी बुध न मंगल को उकसाया मंगल
पीछे नह ं हट सका! बुध तो अपने गोल दायरे म इधर से उधर घूम गया! खाल जगह या
खलु ाओ या आकाश का नाम बध ु है जो मौके के अनस
ु ार (अ ल व सरू ाख) बढ़ता चला
जाएगा ले कन मंगल फूल म कैद शहद क तरह होगा! या न अगर हथेल पर बुध ( सर
रे खा) कायम हो तो मंगल का असर कभी मंदा नह ं हुआ करता!
दो रं गी अ छ न- यक रं ग होजा

सरासर तू हो मोम- या संग होजा

यि त को हमेशा मंगल नेक क खा सयत का होना चा हए अगर कसी के साथ भलाई


करनी हो या क इ साफ करना हो तो अपने और पराए का भेद- भाव छोड़ कर एक
समान बरताव करना चा हए जैसा दल हो वैसी ह सूरत या न सूरत और सूरत एक
समान यह नह ं “श ल- ए- मोमना और करतूत- ए- का फ़रां”!

दान भलाई- द ु नया िजतनी, नेक मंगल ख़द


ु होता हो
तु म बद - का बदला खन
ू ी, ह सा मंगल बद लेता हो
मौत नमाणी- रा ता तीजे, नेक मंगल जा रोकता हो

मारग घर 8- द ु नया लेत,े िजसम मंगल बद बैठता हो

चंदर र व क मदद जो पाता, मंगल बद न होता हो

माता चंदर से बेशक डरता, मंगल क वह घर माता हो

पापी कोई दो श ु साथी, मंगल बद न होता हो

नेक कुल क दरू लाव द , बेड़ा गक ब द करता हो

जातक अगर नेक हो नेक के काम करता रहे , दस ू र क मदद न वाथ करता रहे
तो मंगल नहायत नेक फल दे ता रहे गा! ले कन मंगल बद हंसक खूनी व ् बदला
लेने वाला होता है ! खाना न बर- 3 का मंगल अगर नेक हो तो खाना न बर- 8 से
उठ हुयी मौत तक को रोकने म स म है ! अ टम थान का मंगल रा श ती होते
हुए भी बद कहा गया है ! मंगल कक राशी म नीच और मकर राशी म उ च होता है !
खाना न बर- 4 का मंगल बद होकर मांग लक योग बनाता है ले कन इस घर का
मंगल माता या न च दर से डरता है ! खाना न बर- 4 व ् 8 के मंगल के सूरज या
च दर ह या साथी ेह बन जाएँ तो मांग लक दोष भंग गना जायेगा! य द कोई दो
पापी ेह या बध ु और केत ु मंगल के साथ ह या साथी ेह बन रहे ह तो मंगल
मंदा नह ं रहता! सूरज+बुध को मंगल नेक (बनावट ) और सूरज+शनी को मंगल बद
(बनावट ) कहा गया है ! बध
ु खाना न बर 3 व ् 6 का रा श ती है ले कन खाना
न बर ३ का बुध मंगल बद का फल दे ता है ! इसी तरह खाना न बर ९ का शु कर
भी कई शत के अंतगत मंगल बद का परभाव रखता है ! मंगल अगर हर तरह से
नेक सा बत हो जाये तो स तान दे ता है और इसके वपर त मंगल बद स तान प
के लए नहायत अशुभ होता है !
मांग लक दोष:- मांग लक दोष को लेकर कई तरह क शंकाएं बनी रहती ह मंगल
अगर टे वे के खाना न बर 1, 2, 4, 7, व 12 म हो तो मांग लक दोष माना जाता
है जो क शाद के खुशहाल जीवन के लए अशुभ गना जाता है ! ले कन लाल
कताब के नयम को लेकर जो अनुभव हुआ है उसके अंतगत खाना न बर 4 व ् 8
का मंगल ह मांग लक दोष बनाता है ! ले कन जैसा क उपर बयान कया गया है
उसको लेकर इन घर का मंगल भी अशुभ नह ं रहता! इस लए सफ मंगल दोष को
लेकर कसी म म पड़ना उ चत बात नह !ं ले कन इन दोन घर के मंगल के साथ
य द सूरज या च दर का साथ हो, साथी ेह बन तो मांग लक दोष भंग गना
जायेगा! इसी तरह खाना न बर 8 का मंगल बद माना गया है ले कन इस मंगल के
साथ अगर बध ु हो तो मंगल बद नह ं रहता!

सामु क ल ण, ह त रे खा व कयाफा
ह त रे खा: यह रे खा मंगल नेक के बुज पर हुआ करती है औरत क तरफ के भाई बंधु

औरत के से ता लुक रखती है ! अगर यह रे खा सीधे डंड े क तरह खड़ी हो तो माकूल


आमदनी के बावजद
ू यि त करजाई ह रहा करता है !
- - अगर यह रे खा अध क तरह खमदार हो ले कन मंह
ु अंगूठे क तरफ को हो तो
जातक दौलतम द, औलाद व औरत का सुख भोगने वाला होगा!

- - ह त रे खा य द सर रे खा से जा मले तो जातक जीवन बहुत क ट दे खेगा, य द


यह रे खा सर रे खा को काट कर आगे नकल जाए तो बुध( सर रे खा) का बुरा असर न
होगा!

- - ह त रे खा य द ह प त के बज
ु पर जा नकले तो जातक दौलतम द होगा,
ससुराल खानदान भी दौलतम द और ससुराल क और से दौलत मले!

- - अगर यह रे खा सनीचर के बुज पर जा नकले तो जातक दौलतम द व पोत


पड़पोत वाला होगा!

- - अगर यह रे खा सरू ज के बज
ु को जा नलके तो जातक मजबत
ू िज म होगा ले कन
अपनी दौलत औरत और औरत खानदान को खलाता रहे !

- - य द यह रे खा बुध के बुज को जा नकले तो कसी नेक असर क ऊमीद नह ,ं


य क बध ु व मंगल बराबर क ताकत रखते ह ले कन बध ु मंगल से द ु मनी पर रे हता है
नतीजा अपने यालयात के कारण द ु नयावी झगड़े फसाद का कारन होगा!
- - शुकर पर अध के नशान से शाख अंगूठे को जा नकले तो औरत के भाई बंधु
जातक के बर खलाफ ह गे, जहर के वाकयात ह गे या न ह त तबाह होगा!

मंगल नेक जंगल म मंगल, ख़न


ू चढ़ा खन
ू ी होता है
अकेला बैठा जब शेर है जंगल, घर च ड़या कैद होता है

अदल का राजा क़ा तल खन
ू ी, तलवार धनी वो होता है
जग चार म चंदर चलता, तरफ़ चार श न चलता है
बद मंगल क जो चौथे बनता, बदला ख़न
ू से लेता है
पहले तीन घर बड़ा है भाई, चौथे मंगल बद होता है

घर 5 ता 9 मुन सफ़ होवे, 12 भाई न रहता है


त त सूरज या करण उसक , पवन पु भी होता है

श न के घर ये राजा चीता, मद मगर नह ं मारता है


ह ट बाज़ू या मंह
ु का दहाना, हाथ मुर बा होता है
पेट छाती जो बल होवे, मंगल का फैसला होता है
चंदर दध
ू म शहद से मलता, शूकर म ी पानी होता है
बध
ु मगर इसे च कर दे ता, मंदा मंगल हो जाता है
राहू बना है हाथी इसका, केत ू से हरदम लड़ता है

नेक रहे तो दया हो शवजी, टुकड़े बद दो करता है

आम हालत 12 घर म
तेग अदल घर पहले जंगी, मा लक लंगर लोह दज
ू े हो
शेर होता गर तीसरे कैद , आग सम दर चौथे वह

पांच रईसां बाप हो दादा, केत ू कमी घर 6 क हो

व णु पालन घर 7 करता, बेड़ी गक 8 भाई हो

त त बना घर 9 शाह , राजा होता घर 10 का हो

11 लेवे जो भेस फ़क र , न ट राहू घर 12 हो

1. अगर टे वे म सूरज बुध इ कठे ह तो मंगल नेक होगा और अगर सूरज शनी इ कठे
ह तो मंगल बद गना जाता है ! यह ेह चाहे कह ं भी इ कठे ह और मंगल वैसे
कसी भी हालत को ले कन इन यु तय के समय मंगल का परभाव और बरताव
त द ल होगा!
2. खाना पीना, भाई बंधुओ ं क सेवा, लड़ाई झगड़ा और शार रक दःु ख तकल फ का 28
वष का जमाना मंगल का साथ होता है !
3. दस
ू र क भलाई के काम, भंडारे आ द खोलना मंगल नेक के शभ
ु ल ण ह! टे वे म
मंगल नेक हो तो कुल प रवार म कोई भी बेऔलाद न होगा!
4. अकेला शुभ ि त थ म बैठा मंगल जंगल के राजा शेर क तरह होगा! यि त अपनी
बात मंह
ु पर कहने क ताकत रखता होगा!
5. कु डल म पापी ह साथ ह या साथी ह बन रहे ह तो मंगल बद नह ं रहा करता!
6. कु डल के कोई दो ऐसे ह जो आपस म श ु ह जब इ ठे बैठे ह तो मंगल मंदा
असर नह ं दया करता!
7. मंगल अपने शुभ परभाव क नशानी उन ह क ब तुओ ं पर ज़ा हर करे गा जो ेह
टे वे म उ तम होगा! और जब यह उ तम ेह अपनी दशा म या वषफल के अनस ु ार
फल दे ने पर आयेगा!
8. इसी तरह से मंगल बद उस ेह के मा यम से फल दे गा जो ेह टे वे म मंदा हो!
उस मंदे ेह के फल दे ने क अव ध म मंगल बद उस ेह के असर दे ने से पहले
मंदे ेह क चीज़ वारा पहले ह सूचना दे दे गा!

9. चाहे मंगल नेक हो या मंगल बद हो, हर हाल म मंगल का परभाव न तो एक समान


9. चाहे मंगल नेक हो या मंगल बद हो, हर हाल म मंगल का परभाव न तो एक समान
ग त होगी न ह नरं तर ग त होगी, चाहे मंगल नेक बहादरु शेर हो या मंगल बद
एक डरपोक हरन क तरह कोस दरू भागने वाला य न हो!

मंगल से शनी का ता लुक

1. नेक के फ र ते केत ु और बद के फ र ते राहू दोन ह शनी के एजट ह इस लए


शनी का वभाव भी दो तरह का हो जाता है , नेक व ् बद! शु कर+ ह प त =शनी
केतु वभाव होगा, मंगल+बध ु =शनी राहू वभाव होगा! इसी लए इन दोन म जो योग
टे वे म कह ं भी होगा उस से शनी का वभाब नि चत होगा!
2. शनी नजर का कारक है ! िजस ेह को भी चाहे ि ट से शुभ या अशुभ कर सकता
है ! सामने आये को नजर ह पहचान लेना या दल क बात को भांप लेना शनी क
ताकत है !
3. शनी मंगल से श त ु ा नह ं करता बि क शनी क मकर राशी म मंगल उ च का हो
जाता है ! इसके वपर त मंगल शनी से श तु ा रखता है और मंगल क मेष राशी म
शनी नीच हो जाता है ! खाना न बर 3जो क मंगल का प का घर है उसम बैठा शनी
जातक को पैसे क तंगी बनाये रखता है !
4. मंगल सीधा चलने वाला नेक ेह है ले कन कसी दस ु रे ेह के उकसाने पर मंगल
बुराई से भी पीछे नह ं हटता, ऐसे म मंगल अपना पूरा बल उस ेह को दे ता है जो
इसे बुराई के लए उकसाता है और उकसाने वाले ेह के मा यम से बुरा करता है !
5. मंगल नजर का मा लक ेह नह ं ले कन ि ट के परभाव का जाद ू मंगल का
चम कार है या न यान ि ट से सौ मील पर पड़ी चीज़ को दे ख लेना जैसे सपने म
कसी चीज़ का दे खना और उसका स य होना मंगल क ताकत है !
6. शनी के खाना न बर 10 म अकेला मंगल राजा होता है य द मंगल के साथ शनी भी
हो जाये तो मंगल राजा होगा ले कन साथ और कोई ह नह ं होना चा हए!
7. जब शनी और मंगल एक दस ु रे को दे खते ह तो हाथ पर चू हे का नशान होगा और
जातक चू हे से जल हुयी क मत का मा लक होगा ऐसा जातक चोर फरे बी होता है
और उस व त शनी खाना न बर 1 (नीच) और मंगल खाना न बर 4 (नीच) का
फल दगे!
8. अगर मंगल दे खता हो शनी को तो मंगल क व तुओ,ं स बि धत र तेदार और
कारोबार का फल सफर होगा! स तान क कमी ले कन शनी से ता लक ु रखने वाले
र तेदार और कारोबार का फल दग ु ना नेक होगा!
9. य द शनी दे खता हो मंगल को तो एक ह स ांत के दोन ह डाकू स भाव हुआ
करते ह!
मंगल से राहू का स ब ध

1. अगर मंगल दे खता हो राहू को (राहू हाथी मंगल महावत) तो अंकुश के डर से राहू
चुप होगा! फल शुभ हो या न हो ले कन अशुभ नह ं होगा!
2. अगर राहू दे खता हो मंगल को तो बाजओ
ू ं म दद, पेट या खन
ू क खराबी क
बीमा रयाँ लगी रहती ह! यादातर क ट शर र के दा हने भाग म क ट आता है ! ऐसे
म च दर का उपाए मददगार होगा!

मंगल से केतु का स ब ध

1. जब दोन (मंगल व ् केतु) आपस म ि ट स ब ध बनाएं, आमने सामने या मक ु ाबले


पर ह तो भा य का मैदान शेर (मंगल) कु ते (केतु) क लड़ाई के समान होगा या न
दोन ह मंदे ह गे! ऐसे समय पर मंगल+केत ु इ कठे के समय दया उपाए काम
दे गा!
2. जब दोन ह ेह ि ट योग से मल रहे ह या फर मु तरका खान म ह तो दोन
का फल मु तरका खान के ह के समान लया जायेगा!

मंगल के दो प
मंगल नेक और मंगल बद इन दोन हालत को व तार से जानने के लए कुछ और बात
पर गौर करना नहायत ज र है ! हो सकता है कुछ बात का िज़ पहले भी हुआ हो
ले कन फर बात क गहरायी जानने के लए वोह बात व तार से दोहराई जा सकती है !
कुछ चीज़ क गहराई जानने के लए बात का बार दोहराया जाना नहायत ज र हो
जाता है !

मंगल बद
मंगल बद हर एक बरु े काम मा लक हुआ करता है , तु मबद शत ू र- ए- बेमह
ु ार या न हर
काम टे ढ़ा करने वाला (यहाँ तक क ऊंट(शूतर) क पेशाब क नाल भी सीधी नह )ं , चंदर
के समंदर को जला दे ने वाला ले कन कंु डल के खाना नंबर- 4 म मंगल हो और खाना
नंबर- 3 म चंदर न हो या इस मंगल को सूरज या चंदर क मदद न मल रह हो तो
बुराई के लए दल ई या व बदले क भावना से भरा हुआ होगा (ऊंट या न मंगल बद क
चंदर से कोई मोह बत नह ,ं रे त या न बध
ु का ता लकु दार है ), हर एक के पाँव म र सी
का फंदा डालने वाला और बना लक ड़य (जहां सनीचर सूखी लकड़ी है वह ं मंगल बद
इ सान को सूखी लकड़ी क तरह से सुखा दे ने वाला ह है ) या न इ सान को िज़ंदा ह
आग म जलाने का काम मंगल बद का है ! सनीचर के मारे हुये तो बच सकते ह ले कन
मंगल बद का मारा हुआ िज़ंदा होते नह ं दे खा गया!

मंगल क मंद हालत


1. बद का तु म (बीज) जो खून का बदला खून से लेना ज र समझे!
2. जब घी (शु कर) और शेहद (मंगल नेक) बराबर मा ा म मलाये जाएँ तो वष
(मंगल बद) हो जाता है अथात टे वे म सबसे पहले शु कर फर सरू ज (इसी
मानुसार) मंदा होगा, ले कन अगर सूरज या च दर साथ ह या साथी ेह बन तो
मंगल बद न होगा!
3. कोई दो पापी (शनी राहू या शनी केतु) या दो ऐसे ेह जो आपस म श ु ह (बध

केतु या सूरज शु कर) मंगल के साथ ह या साथी ेह ह या फर ि ट स ब ध
बना रहे ह तो भी मंगल बद नह ं रहता!
4. जब भी अपनी आई पे आएगा तो कसी एक का बरु ा नह ं करे गा बि क कुल
खानदान का बेडा गक कर दे गा!
5. जब खाना न बर 3 का रा शप त बुध टे वे म मंदा हो तो मंगल बद और भी अशुभ
हो जायेगा! यह मंगल अब खंख
ू ार शेर होते हुए भी भेड़ और बक रय के समान
डरपोक और द बू होगा जो अपनी असल ताकत से प र चत न होगा! दो शाखी रे खा
(< > ^) या कोण का होना मंगल बद क नशानी है !
6. सर रे खा को वभा वक अव था म हथेल के आ खर तक बढ़ाय तो मंगल बद क
हद (खाना न बर- 8) खाना न बर 6 क हद से अलेहदा हो जाएगी! इसी तरह के
परबत क उतर सीमा रे खा तो न बर 8 का द ण मलेगा, वा य (सेहत) रे खा
का ह सा खाना न बर 8 का पव ू होगा! इस तरह से मंगल बद के खाना न बर 8
क सीमा हथेल पर नि चत क जा सकती है !

मंगल बद- मंगल क ( हरण, ऊँट, चीता)


मंगल बद- मंगल क दो भाई, खून इ ठा होते ह

बद लड़का है श न का होता, मंगल क को भाई लेत े ह


मंगल क मारे गर मद व औरत, बद उड़ाता जान- ओ- ज़र

भाई श न घर एक ह मारे , लड़का श न का दोन घर


मंगल बद मंगल क श न क , माता एको कहते ह

नु फ़े पता तीन के अलैहदा, उ बराबर गनते ह


असर म तीन जद
ु ा- जद
ु ा ह , आयु गने तीन ल बे ह
एक तरफ मंगल क न पकड़ी, बद न दो श न चार है

शुकर, सुख, दौलत और म ी, ह न कोई नीच करे


खून श न का मंगल ऐसा, शुकर पर भी ज़ु म करे
गु पता है दोन जहाँ का, र व पता है सनीचर का

श न का ऐसा चौथा दजा, बद मंगल क है परलै का


श न तरफ चार ह चलता, घर चौथा चंदर का है
उ का मा लक 3–8 चंदर, मारता बद मंगल क को है

मंगल नेक, मंगल बद, मंगल क (सभी अलग- अलग ह)

मंगल नेक से फ़क: मंगल नेक अपनी उ के दौरे म सबसे पहले इंसानी क मत म
उन चीज पर असर कया करता है जो ह कंु डल म अव था म ह , यह ह उं च के घर
के प के घर के हो सकते है ! मंगल बद कंु डल के सबसे खराब ह से मल कर उस ह
से संबि धत चीज पर अपने आने क नशानी दया करता है !

सनीचर से फ़क: जान से मार दे ने वाल जहर या तेज़ ह थयार से फौरन मर जाना या
अचानक कसी बड़े पहाड़ के नीचे दब कर कुचला जाना या न ऐसी मौत मारता है िजसम
यि त ख़ुद तो मर जाता है ले कन बाद वाल मौत का कारण पता नह ं चलता यह सब
सनीचर के काम ह! कसी को खु डे ह थयार से मारना, ल बी- ल बी बीमार से गल सड़
कर मरना या हर रोज़ ह मौत को दे ख- दे ख ख़ुद भी द ु खया होकर मरना आ द सब
मांग- बद क मौत हुआ करती है !

बनावट या बु नयाद: हथेल पर काग रे खा का होना मंगल बद क नशानी है !

1. सूरज के बना मंगल चाहे उं च रा श का हो मंगल बद ह होगा! कंु डल म सूरज व


सनीचर संयु त ह तो मंगल बद होगा, खाल द ु नया या न बुध आकाश का तमाशा
न सफ दसू र के लए बि क ख़द
ु अपना घर फँू क तमाशा दे खने जैसे हालात ह गे!
अगर कंु डल म बुध कायम और द ु त हो तो मंगल बद का बुरा असर नह ं हुआ
करता! य द मंगल बद हो या खाना नंबर- 4 म ह य न हो उसी व त चंदर अगर
खाना नंबर- 3 म हुआ तो मंगल कभी बुरा फल नह ं दे गा और पूरा नेक होगा!
2. कंु डल म मंगल के साथ या मंगल क रा श (खाना नंबर- 1 या 8) म सूरज न हो
या सूरज कसी दसू रे घर (6–7–10–12) म से कसी एक म हो या सूरज अपने
द ु मन ेह के भाव म (शुकर खाना नंबर- 7, राहू खाना नंबर- 5 या 9, केतू खाना
नंबर- 3 या 6 या न इन ट ओनोन ेह म से कसी एक के इन दये हुये घर म) हो
तो भी असर मंगल बद का ह लया जाएगा!
3. मंगल क, खाना नंबर- 4 का मंगल बद हुआ करता है िजसका बरु ा असर चार औरत
(कंु डल वाले क माँ, नानी, सास, ज़नानी) पर मौत तक का हुआ करता है ! ले कन
अगर खाना नंबर- 8 म सरू ज, चंदर, बह
ृ प त म से कोई एक या दो ह ह तो
खाना नंबर- 8 मौत का घर नह ं होगा या न कंु डल वाले क उ ल बी होगी चाहे
बाक चीज पर मंगल का अशभ
ु असर आता होगा!
4. मंगल को सरू ज या चंदर क मदद भी मल रह हो ले कन अगर सनीचर या बध ु या
केतू (मंगल के द ु मन) म से कोई भी मंगल के साथ हुआ तो सब कु छ मला
मलाया और मंगल बद ह लया जाएगा!
5. दो पापी (सनीचर- राहू या सनीचर- केत)ू या दो द ु मन ह (बध
ु - केत)ू संयु त ह
तो मंगल बद होते हुये भी नेक असर होगा!
6. मंगल बद का बुरा असर भाई- बंधुओ ं व दस
ू रे रशतेदार पर अशुभ हुआ करता है
ले कन कंु डल वाले पर कोई बरु ा असर नह ं होगा!
7. मंगल बद नर ेह के घर म बैठा हो और नर ह बलमक ु ा बल ह तो ख़द
ु के खन

के रशतेदार और ख़ुद क जान पर भी मंगल बद का बुरा असर होगा!
8. कंु डल म मंगल बद मुख नस व पापी ेह (बुध व सनीचर) के बलमुका बल हो या
मख ु नस ेह के घर म तो द ु नयादार के खन
ू के रशतेदार के सवाय दस
ू रे कर बी
रशतेदार पर इ ज़त, दौलत व बीमार के स बंध म अशुभ होगा!
9. मंगल बद होकर ी ेह (चंदर व शुकर) के बलमुका बल हो या ी ेह के घर

तो ि यॉ को तबाह कया करता है !

मंगल बद का इलाज: यह माना जाता है क ऊँट के दल नह ं होता या न बना चंदर के


होगा इसील ये बना चंदर के मंगल भी बद हो जाता है ! िजस तरह ऊँट को उसके नाखून
सज़ा दलवाया करते ह या न केत ू (नाखून) के बुरे असर को बरबाद करने से काब ू म
होगा! या चंदर क पूजा मददगार हुआ करती है या न कंु डल म चंदर िजस घर म होगा
उसी के अनसु ार उपाओ कया जाएगा! चंदर व मंगल बद दोन को ह शवजी माना है
ले कन जहाँ चंदर उ का मा लक है वह ं मंगल बद मौत का फ र ता इस लए जहा चंदर
होगा वहाँ मंगल बद नह ं हुआ करता और जहाँ मंगल बद होगा वहाँ चंदर नह ं होगा और
इसी असूल पर मंगल बद का इलाज सफ चंदर कायम करने से हुआ करता है !

मंगल बद और ह त रे खा
- - हथेल का बाहर ह सा जो क के बुज और बुध के बुज के बीच का ह सा
होगा और इस बाहर ह से का के बुज से ऊपर और रे खा तक का ह सा मंगल
बद का ह सा गना जाता है !
- - यह मंगल बद का बुज माता के भाई बंधु या पता के भाई बंधुओ ं को दशाता है !
य द इस बुज से कोई रे खा सेहत रे खा िजसे सूरज क तर क रे खा भी कहा जाता है को
छूए तो ताए, चाचे उनक औलाद, खुद क औलाद के लए मंदा फल दे गी ले कन ीजात
पर इसका बुरा असर न होगा!
- - अगर मंगल बद से रे खा (सीधी या टे ढ़ ) चल कर क मत रे खा को छूए तो अपने
खदु के कारोबार म अपने ह र तेदार बाधा डालगे या रशतेदार क मौत दख
ु का कारण
ह गी!

- - अगर सर का मंगल बद क तरफ का ह सा दो शाखाइ हो जाए तो भी फल मंदा


ह होगा या न बुध क चोट मंगल बद को लगे जो क मामू खानदान को मौत के मंह
ु म
पहुंचाए!

- - अगर मंगल बद से रे खा शुकर के बुज को जा नकले तो जातक के खुद के लए


मंदा असर होगा य क अब बुध, सनीचर और मंगल बद टकराव पर ह गे!

- - मंगल बद टे वे म दखाई न भी दे तो भी अगर हथेल पर कोण का नशान भी


मंगल बद ह दशाता है ! इसके ईलावा कसी रे खा कह ं से भी दो शाखाई हो रह हो तो
जीवन के उस ह से म मंगल बद का परभाव आने लगेगा, जैसे क शाद रे खा जो क
बुध के परबत पर होती है य द शु म दो शाखाई हो तो शाद दे र से होगी और य द
आ खर म दो शाखाई हो तो शाद शद
ु ा जीवन खश
ु हाल न होगा!

- - - जैसा क हमने पहले भी पढ़ा है क मंगल नेक के इ ट हनम ु ान जी ह! इसी तरह


लाल कताब के अनुसार मंगल बद के वामी भूत ेत ह! खाना न बर ४ के अंतगत
फरमान (क वता क शकल म) म लखा है क शनी सख ू ी लकड़ी को जलाता है !
मंगलअ टक तो म मंगल को अंगारक का नाम दया गया है ! यो तष शा म इसे
कपाल और खड़ग के साथ दखाया गया है जहाँ दग
ु ा के साथ साथ काल और यम क
पज
ू ा के बारे म वणन आता है ! अता: शनी ह काल है और मंगल ह यम है
यह बात सभी जानते ह क मंगल एक सीधा चलने वाला ेह है ! जब कसी श ु या
हा नकारक ेह का योग होता है तो मंगल बद हो जाता है उस व त इसको खून का
बदला खन ू से लेने वाला भी कहा गया है ! जब भी कोई अ य ेह मंगल को बद के लए
उकसाता है तो मंगल पीछे नह ं हटता और अपना पूरा बल उस बुरा करने वाले ेह को दे
दे ता है और उस ेह क बुराई करने क ताकत कई गुना बड जाती है ! बुध टे वे म मंदा
हो और साथ मंगल बद हो तो मंगल कई गन ु ा मंदा हो जाता है !
(अ) जब मंगल बद होकर दस ु रे ेह को अपना बल दे ता है तो वह ेह मंगल बद का
फल दे ने लगता है जैसे क बुध खाना नंबर- 3 म और शु कर खाना न बर- 9 म! जैसा
क पहले मंगल का 12 घर म फल पढ़ चक ु े ह! शनी राहू व ् केत ु का मंगल से स ब ध
भी दे खा है और यह भी क खाना न बर- 4 का ेह मंगल क अव था क सुचना दे गा
या न जैसी खाना न बर- 4 के ेह क अव था होगी वैसा ह मंगल का परभाव रहे गा!
(ब) उपर लखी क वता के प म जो पंि तयाँ ह उसम मंगल और शनी के दो भेद कहे
ह! शनी नजर का वामी है और वह नजर िजस से सब लखते पदते ह! ले कन मंगल
उस ि ट का चम कार है ! कसी क नजर प थर को फाड़ने क ताकत रखती है और यह
नजर मंगल क है और यह वह यान ि ट है िजस से कोई भी सकड़ो मील क दरु तक
दे ख सकता है यह मंगल क करामात है !

मंगल बद नह ं होगा
अगर कंु डल म कुछ ऐसे योग ह जो क नीचे यानशद
ु ा ह तो मंगल बद होते हुए भी बद
का परभाव समा त हो जाता है !

1. य द दो पापी ेह (शनी+राहू या शनी+केतु) एक ह घर म इ कठे ह ! यह योग और


भी बेहतर होगा य द यह पापी मंगल के साथी ेह बन रहे ह !
2. कोई दो ेह जो आपस म श ु ह (बुध+केतु, सूरज+शु कर) आ द एक ह घर म
इ कठे ह ! मंगल बद के साथी ेह बन जाएँ तो भी मंगल बद नह ं रहे गा!
3. य द खाना न बर 3–4–8 म मंगल के साथ च भी हो तो भी मंगल बद नह ं रहे गा!
4. जब खाना न बर 1–4–7–10 से बाहर के घर म बैठा हुआ च दर न ट हो रहा हो तो
भी मंगल बद नह ं रहता!
5. जब सूरज खाना न बर 6 म हो तो भी मंगल बद नह ं रहता!
6. जब खाना न बर 3–4–8–9 म मंगल के दो त ेह सूरज, च दर, ह प त (कोई एक
या दो या तीन ) ह तो भी मंगल बद नह ं रहता!
♻कुछ खास हालात म या न कसी ेह से यु त होने पर या कुछ एक खास घर म
बैठा होने सरू ज मंगल को मदद नह ं दे ता! जब ऐसी प रि त थ हो और मंगल टे वे म
साफ सुथरा होते हुए मंगल बद जैसा असर दे ने लगता है ♻

सूरज कब मंगल को मदद नह ं दे ता

1. जब सूरज खाना न बर 1 या 7 म मंगल के साथ हो तो मंगल क मदद नह ं


करता!
2. य द सूरज खाना न बर 4, 10 या 12 म अकेला हो तो भी मंगल क मदद नह ं
करता!
3. य द सूरज केतु से संयु त खाना न बर5या 9 म हो तो मंगल क मदद नह ं करता!
4. य द सूरज खाना न बर 6 या 12 म राहू से संयु त हो तो मंगल क मदद नह ं
करता!
5. य द सूरज खाना न बर 7 म शु कर के साथ हो तो भी मंगल क मदद नह ं करता!
6. जब सूरज शनी से संयु त हो तो मंगल क मदद नह ं कर पाता और मंगल बद
होता है !
7. जब सरू ज खाना न बर 12 म बध
ु के साथ हो तो भी खाना न बर 4 के मंगल क
मदद नह ं कर पाता!

कुछ ख़ास नयम


(अ) खाना न बर 4 म मंगल नीच होता है और बद भी गना जाता है ! मांगल क योग भी
बनाता है ! ले कन उपर लखे पहले 6 योग म से कोई एक योग हो तो मंगल बद नह ं
रहता!
(ब) य द टे वे के खाना न बर 3, 4, 8, 9 या 11 म से कसी एक म सूरज या
ह प त हो तो खाना न बर 4 का मंगल ज़हर के बदले दध ू का परभाव दे ने वाला होगा!
खाना न बर 4 वाला जातक कसी भी शरारत का मंह ु तोड़ जवाब दे ने वाला होता है !
प रवार क पालना करने वाला शु हदय और स चा यि त होता है !

(क) जब खाना न बर 4 के मंगल को म ह क मदद मल रह हो तो भाई क


प नी जातक के लए शुभ होती है ! बड़े भाईय पर या भाई क स तान के लए अशुभ
नह ं होगा! मंगल केवल प त प नी के लए ह मांग लक नह ं होता, ा ी कारक होने के
कारण ि ट आ द से प रवार के दस ु रे लोग के लए भी वष समान हो सकता है !
12 घर म मंगल बद का परभाव

1. खाना न बर 1 व ् 8 दोन ह मंगल के अपने घर ह! अपनी खुद क जान व ्


स बि धय के लए मंदा है !
2. जब टे वे म केत ु मंदा हो तो मंगल धन दौलत के लए अशुभ! जब केतु और मंगल
दोन ह मंदे ह तो खद ु के लए और र तेदार के लए भी मंदा!
3. जब मंगल खाना म बैठा मंदा हो रहा हो तो अपनी जान, प नी व ् खन
ू के र तेदार
के लए मंदा होगा जब टे वे म शनी भी मंदा हो!
4. खाना न बर 5, 9 व ् 12 का मंगल बद अपनी जान (12 म) अपने खून के र तेदार
(5–9) क जान के लए मंदा होगा!
5. मंगल क चौथी धोके क ि ट, सातवीं टकराव क ि ट और आठवीं वष ि ट
िजस र तेदार के घर पर जाएगी उसी के लए अशुभ होगी)
6. मंगल बद खाना न बर 5–9–12 म हो और टे वे म बुध भी मंदा हो तो परभाव दस
ू र
के लए मंदा होगा!
7. य द मंगल बद खाना न बर 6–10–11 म हो तो धन दौलत के लए दस
ू र पर मंदा
परभाव होगा!

मांग लक योग कस तरह के परभाव का होगा

1. खाना न बर 7 का मांग लक दोष जब टे वे म शनी मंदा हो तो ी क आयु के लए


अशुभ य क ी के आठ थान को दे खता/ट कर मारता है !
2. खाना न बर 4 का मंगल घर क औरत के लए अशुभ होता है , घर क औरत म
मां, नानी, सास व ् खुद क प नी गनी जाएगी इनके लए मारक होता है य द टे वे
म शनी मंदा हो तो वरना शनी मंगल बद के परभाव को ठ क करे गा!
3. खाना न बर ४ का मंगल मांग लक दोष बनाता है अगर यह दोष भंग न हो रहा हो
तो धन, माल व ् जान के लए मंद आग होता है ले कन एक घर के लए चाहे प त
का घर उजड़े या प नी का!
4. मंगल खाना न बर ८ वाला यि त छोटे भाई (खाना न बर 3 को मारे ) और मंगल
खाना न बर 12 वाला यि त बड़े भाई (खाना न बर 6 खाना नंबर- 11 से आठवाँ)
पर 28 वष तक परभाव मंदा रहे गा!
5. मंगल बद वाला यि त खद ु क 70 साल क उ तक ज म दे ने वाले प रवार के
लए मंदा, उसके प चात ् दादे का वोह प रवार जो अलग हो चूका हो उसके लए मंदा
और आ खर उ म खद ु के लए मंदा ऐसा यि त अँधा होकर या फर क ठन रोग
से दख
ु ी होकर मरता है !
6. मंगल खाना न बर 4 और बुध केतु खाना न बर 8 म ह तो मंगल बद के परबत
पर लेट रे खाएं ह गी ऐसे म घर क औरत (ताई चची बआ
ु आ द) बबाद का बहाना
हुआ करती ह!
मंगल के अपने भाई ब धु

मंगल मंगल क आम है सयत टे वे वाले के भाइय क तादाद या होगी


खाना
न बर

1 अदल क तलवार छोटे बड़ क शत नह ,ं मगर अकेला भाई


न होगा

2 दस
ू र के पालन यो य पैदाइश से खुद ह बड़ा भाई होगा

3 च ड़या घर का कैद शेर बहन भाई ज़ र ह गे, मंगल क उ और


िजसे अपनी बहादरु का पता बुध बैठा होने वाले घर क गनती के
ह न हो बराबर, जातक क खुद क ७ या १४ साल
क उ के बाद तीन भाई ह गे

4 भाई क औरत और दौलत खदु चाहे ज म म छोटा हो ले कन अपनी


अपनी माता, नानी, सास सब २८ साला उमर तक खुद ह बड़ा भाई हो
पर मरते दम तक भार जायेगा वरना उसका बड़ा भाई लाव द या
मंद सेहत का मा लक होगा

5 अगर मंगल नेक हो तो रईस खाना न बर- ३ म अगर ह ह :-


का बाप दादा वरना मंगल (१)नर ह तो चार भाई, (२) ी ह ह
बद हो तो नज़र से ह तबाह तो तीन भाई, (३)पापी ह ह तो पांच
करने वाला भाई, (४)बुध अकेला हो तो दो भाई

6 साध ू स यासी त बयत का खुद एक अकेला ह धमवीर होगा


मा लक जो खुद अपना आप
ह मारे

7 व णु जी, भाई क औलाद अगर मंगल को बधु का साथ मले या


क पालना मददगार होगी हथेल पर म छ रे खा हो तो लाव द होगा
8 मौत का भेद ४, ८, १३ बि क १५ क उमर होने पर
दस
ू रा भाई होगा ले कन कई बार तो
जातक अकेला ह होगा

9 त तशाह खज़ाना, भाई क बाबे के िजतने भाई उतने ह खद


ु के भाई
औरत क सेवा और ताबेदार
मंगल क बल
ु ंद क बु नयाद
होगी

10 टे वे म सनीचर उ दा होने पर िजतने जातक के ताये, चाचे इतने ह भाई


मंगल भी उ दा होगा और वरना म छ रे खा
जातक ता िज़ंदगी भाई का
मददगार रहे गा

11 मंगल इस घर म टे वे म बध
ु मंगल ११ के समय फैसला बहृ प त क
व सनीचर क ि त थ के ि त थ पर होगा! आमतौर पर:
अनुसार फल दे गा
(१)बह
ृ प त न बर- १से१० कसी घर म हो
तो ९ भाई हो सकते ह

(२)बह
ृ प त न बर- १ म हो तो २ भाई हो
सकते ह
(३)बह
ृ प त न बर- १२ म हो तो जातक
आमतौर एक अकेला ह हुआ करता है य द
कोई एक भाई हो तो वोह भी ता उमर
द ु खया ह रहे गा

12 गु चरण का यान रखने बड़ा भाई िज़ंदा न रहने दे गा मगर टे वे


वाला, मर जायेगा मगर धरम वाले के जनम से पहले जातक का बड़ा
न छोड़े भाई ज़ र होगा और कायम भी होगा
मगर औरत के टे वे म मंगल- १२ के समय
भाई को तबाह करने क कोई शत नह ं
वशेष भाइय क गनती का यह छोटे भाई या बड़े भाई के होने या न होने
यान नयम परु ाने समय तक के नयम बहुत सोच समझ कर लगाना
यो य:- बलकुल सट क था ले कन हर चा हए!
नयम को दे श काल पा के
नयमानस
ु ार लगाना ज़ र है !

मंगल का शुकर व ह प त से संबंध:

1. मंगल नेक के हथेल के ह से जो क कंु डल का खाना बर- 3 है क चब बहुत


बड़ कर अंगठ ू े क जड़ को इतना बड़ा कर दे क यह बड़ा हुआ ह सा खाना बर- 2
ह प त के बुज से मला हुआ दखाई दे तो शुकर बहुत बड़ा हुआ होगा, ऐसा
यि त नर औलाद से मह म होगा या न ह प त न अपना प छोड़ा और वह खद ु
शुकर म त द ल हो गया! टे वे म इसक नशानी होगी शुकर और ह प त का ि ट
संबंध होगा और मंगल दोन को या कसी एक के साथ या साथी ह या दे ख रहा
होगा!
2. इसी तरह मंगल बद खाना बर- 8 वाले ह से इतनी अ धक हो क और बुध
का बुज आपस म मला हुआ दखाई दे तो मंगल बद का अशुभ असर व बुध
दोन ेह पर होगा! इस बरु े असर को रोकने के लए बध
ु है इस लए सर रे खा का
साफ सुथरा व कायम होना ज़ र है , इस बुरे असर को रोकने वाला ह भी है
इस लए दल रे खा का साफ सुथरा व कायम होना ज र है !
3. अकेला मंगल ( कसी भी तरह कसी अ य ह से ता लक ु न हो) शेर तो होगा
ले कन जंगल(बुध) के बना या ऐसा शेर जो बकर को भुला कर खा ड खाने वाला
पालत ू शेर होगा िजसम शेर क शेर ताकत और बकरे के खून से पैदा हुयी खंख ू ार
न होगी! ऐसे अकेले मंगल क तासीर शेर जैसी है बकर जैसी का फैसला खाना
बर- 4 के ह करगे!
मंगल क खानावार व तए
ु ँ

खाना बर- 1 दांत 32/31, स फ

खाना बर- 2 चीता, हरण

खाना बर- 3 पेट, ह ठ, छाती, हाथी दांत शुभ

खाना बर- 4 तलवार, डेक का पेड़, ना भ के नीचे क बीमा रयाँ, मग


ृ शाला नेक

खाना बर- 5 भाई, नीम का पेड़

खाना बर- 6 ना भ

खाना बर- 7 बेल(फल दार), दाल मसूर, पहला लड़का, अजवाइन

खाना बर- 8 बाजुओं के बना बाक शर र

खाना बर- 9 सख
ु रं ग, खन
ू ी

खाना बर- 10 शहद, मीठा भोजन, खा ड

खाना बर- 11 संदरू लाल रं ग

खाना बर- 12 बल
ु द आवाज़, हाथी का महावत, गलोय
मंगल खाना बर- 1
मैदाने जंग और अदल क तलवार अगर मंगल बद तो दम
ु दार सतारा
थमे कटती तलवार शहजोर कतना

के दांत 32 न खुद बोल अपना

राज ता लुक िज म हो उ दा, काम श न नफा दे ता हो

व त गज
ु रते पाप श न का, वज़ीर जंगी राजा होता हो
ससरु ाल भाई घर अपने तारे , प थर पानी म तैरता हो

खून क मत न फुजला दे वे, पुतला बद का बनता जो

बुध तीजे 2 मं दर खाल , बहन नसीबे बड़ती हो

र व 2–12 साथी, उ पता पर भार हो

, र व बध
ु पापी साथी, सात चकर से बैठा हो
नेक करे वह द ु नया इतनी, मौत पराई लेता हो

मंगल बद पर िजस दम आता, दम


ु दार सतारा चढ़ता हो
मद आयु न बेशक घटता, दौलत बुरा ह होता हो
- - कंु डल म खाना बर- 1 मेष रा श िजसका वामी मंगल खुद है और सूरज इस
रा श म ऊंच होता व सरू ज का प का खाना भी है ! सरू ज व मंगल दोन आपस म दो त
ह ह! मंगल नेक सा बत हुआ तो सूरज का साथ ज़ र होगा चाहे सूरज साथ न बैठा हो!
ऐसा जातक क मत क तरफ से वज़ीर लए हुये होता है ! द ु मन बहुत ह गे ले कन
द ु मन से अपने आप बचाव होता रहे गा! लकड़ी के कारोबार या सनीचर के काम से
फायदा! 6 साल क उ (सनीचर का समय) िज मानी तकल फ़! मंगल के दो ह से ह
पहला मंगल नेक जो क हथेल के दाय ह से म शक ु र और ह प त के बरु ज और उ
रे खा के

नीचे हुआ और दसू रा मंगल बद जो क हथेल क बा तरफ बुध और के बुरज के


दर मयान या न क सर रे खा और दल रे खा के म य म मंगल बद का बुज है !
सामु क ल ण: मंगल नेक का नशान चोकोर या आयताकर हुआ करता है जब क
मंगल बद दो शाखाइ रे खा या आधी तर क कसी भी तरफ को!

सूरज के परबत पर चोकोर नशान का होना!


मंगल नेक से कोई एक रे खा का नकल कर सूरज के बुज तक चले जाना!

मंगल पहले तेग अदल क , सच का हरदम हामी हो

बद से भी वो नेक करता, भला पु ष वो ाणी हो

बद कभी न बद को छोड़े, नेक कभी न नेक तोड़े

नेक छोड़ कलंक होवे, भाई मरे , ससुराल भी रोवे


पापी ह सब मंदा होवे, सरू ज चंदर म यम होवे

न ह साथ बह
ृ प त होवे, गर होवे वो घर न होवे

- - ऐसा जातक खुद बड़ा भाई हुआ करता है वरना छोटा होते हुये भी बड़े भाई के फज़
नभाने पड़ आमतौर पर ऐसे जातक का बड़ा भाई हुआ ह नह ं करता य द हो तो जातक
क खुद क छोट उ म चल बसे!

- - य द सूरज व खाना बर- 2 व 12 से मंगल से मल तो मंगल क उ 14–


28 या 13–15 पता क उ के लए धोका होगा!
- - यि त के मंह
ु म आमतौर पर 32 दांत हुआ करते ह और यि त के मंह
ु से
नकले वचन आमतौर पर पूरे हो जाया करते ह!
- - ऐसे जातक क बहन नह ं हुआ करती ले कन अगर हो तो राजा क भां त होगी!
- - राजदरबार व शर र उतम होगा, सनीचर के कारोबार लाभ दगे! सनीचर का कोई
र तेदार जो आय ु म तो जातक क उ के लगभग बराबर ह ले कन स ब ध म छोटा
या बड़ा जैसे चाचा, भतीजा, दोहता,
पोता आ द हमेशा जातक के लए नेक सा बत ह गे!
- - जीवन म कम से कम 28 साल खुद क नेक कमाई, नौकर , कारोबार और आमदनी
का समय होगा!
- - मंगल खाना बर- 1 के समय बुध खाना बर- 3 म हो और सोया हुआ तो खुद
अपनी व भाई क क मत सोयी हुयी होगी!
- - य द ऐसे यि त का रं ग काला हो तो ससरु ाल खानदान और अपने भाइय को
तारने वाला ाणी होगा!
- - ऐसे यि त के द ु मन बहुत हुआ करते ह ले कन हर हाल म कुदरत के ज रये
बचाव होता रहे गा!
- - मंगल खाना बर- 1 के समय - 2 और सूरज- 12 या सूरज- 2 और - 12
तो यि त दल दर व आलसी तबीयत हुआ करता है !

नेक छोड़ कलंक होवे, भाई मरे ससरु ाल भी रोवे


पापी ह सब मंदा होवे, सरू ज म म होवे

न ह साथ ह प त होवे, गर होवे वह घर न होवे

- - यह ि तथी उस व त होगी जब खाना बर- 1 के मंगल वाला यि त अपनी नेक


छोड़ कर बद हो जाए या अपने खद ु के कारनाम से बद कर लया जाए उस व त यि त
मंगल क नेक आदत भूल चुका होगा और हर काम मंगल बद जैसा होगा! जब ऐसे
हालात हो जाएँ भाई क दौलत और उ को खतरा होगा और ससुराल खानदान भी जातक
के कारन बबाद होगा!

- - पापी ेह का फल नहायत मंदा होगा और साथ ह सूरज और का फल भी


नक मा होगा!

- - मंगल के साथ ह प त हो या साथी ह बने तो यि त बना मतलब दर- ब- दर


भटकता होगा, ऐसा यि त अगर ह प त को था पत करे गा तो भाई क दौलत व सेहत
को तबाह करे गा!
वशेष: ॰मंगल खाना बर- 1 व बध
ु खाना बर- 3 और दोन ह ि ट से खाल ऐसे
जातक और उसका भाई दोन ह कभी शाह कभी नंग हालत म रहगे ले कन उनक बहन
लाख म खेलती होगी!

॰मंगल खाना बर- 1 के समय सरू ज- 12 व - 2 या - 12 व सरू ज- 2 हो तो


यि त आलसी व दल दर हुआ करता है और य द जातक हराम का माल खाने का आद
या दान लेने का आद होगा तो खुद क क मत जल हुयी होगी!
॰मंगल खाना बर- 1 के समय य द बधु खाना बर- 2 म हो और खाना बर- 7, 9,
11 खाल ह तो साला, बहनोई व भाई क सेहत के लए अशुभ, खाना नंबर- 9 व 11 के
लए बहृ प त और खाना नंबर- 7 के लए शुकर का उपाओ नेक फल दे गा
मंगल खाना बर- 2
धरम मरू त, भाइय क पालना करता हुआ, लोह लंगर का मा लक, अगर बद तो आ तीन
का साँप

गरे नज़र से भाई अपने जो तेरे


पहाड़ा 2 दन
ू ी का 2 तझ
ु को घेरे
भाई बड़ा खद
ु आप ह होगा, वरना बड़ा खद
ु बनता हो
रज़क दौलत हो साथी सब का, अपनी शत न करता हो

जहे ज़ औरत से हरदम फलता, दौलत राहू से पाता हो


श ु ज़हर बद मंगल भरता, जंग व जदल जा मरता हो

साथ हकूमत लाख पाले, गांठ न अपनी बांधता हो

लाव द कभी न दो घर ह गे, शत कबीला पालता हो

गु र व बुध श न हो मलता, आठ 9 10–12 जो

उ सार गुज़रान हो उ दा, श ु असर न मलता जो

हथेल पर खाना बर- 2 ह प त का बुज जो क मंगल का दो त ह है और कंु डल


का खाना बर- 2 वष ृ भ रा श िजसका मा लक शक ु र है ! मंगल और शक
ु र आपस म
बराबर के ह ह! राहू/केत ू क बैठक होने के कारन इस घर म दोन ेह का असर
शा मल रे हता है ले कन खाना बर- 2 धरम अ थान होने के कारन राहू/केत ू चप ु ह गे!
इस घर को नीच करने वाला कोई ह नह ं! मंगल- 2 के समय जातक खानदान का
मु खया और हर तरह के आराम पाता है ! अगर मंगल बद हो रहा हो तो 9 साल क उ
तक कोई न कोई बीमार बनी रहे !

- - मंगल- 2 वाला जातक आमतौर पर भाइय म सबसे बड़ा होगा अगर कोई बड़ा भाई
हुआ भी तो उससे अलहदगी होगी और यह इस घर के मंगल के गुण भीं क बड़े भाई
क तरह खदमत करे !

- - ऐसा यि त अगर लोग क भलाई क और यान रखे तो भरे भंडार का वामी


होगा और िजतनी समाज क सेवा करे गा पैसा उसी कदर बड़ता जाएगा अगर ऐसा न
करने का आ द होगा तो कमाई म बरकत न होगी!
- - ऐसा यि त नेक दल हुआ करता है और दस
ू र क धन दौलत से मदद करने वाला
ले कन खुद हराम के पैसे को हाथ न लगाएगा!

सामु क:- - ह त रे खा मंगल नेक (खाना बर- 3) से चल कर ह प त के बुज


सामु क:- - ह त रे खा मंगल नेक (खाना बर- 3) से चल कर ह प त के बुज
(खाना बर- 2) पर जा पहुंचे!

- - य द मंगल के साथ बुध व केतू का असर कसी तरह न मल रहा हो तो उँ ग लय


के सरे चौड़े ह गे और ऐसा यि त ढ़ ईछाशि त का मा लक और हकूमत क ईछा
रखने वाला हुआ करता है !

मंगल दज
ू े मु खया गनते, लोह लंगर का मा लक हो
लाख करोड़ को वो पाले, गाँठ न अपनी बंधता हो

शहद म खी का काम, उसके है नह ं आता

अगर आता तो रात है आता, रात दज


ू ी नह ं आता
पानी कुएँ ससुराल म, मीठा ह बढ़ता हो

गर वाँ कुआं न होवे, तो कम नसीब होगा

- - शाद म आया दहे ज़ फलेगा, न तो खुद बेऔलाद होगा और न ह कोई ससुराल


खानदान म बेऔलाद होगा! ससुराल खानदान हमेशा फले फूलेगा य द ससुराल घर म
कुदरती पानी आने क जगह कुआं, हडप प आ द हो या चाँद का कारोबार हो तो हमेशा
बरकत बनी रहे गी और यि त को भी ससरु ाल से माल मदद मलती होगी!
शहद म खी का काम, उसके नह ं आता है

अगर आता तो रात है आता, रात दज


ू ी नह ं आता है
- - ऊपर क दो पंि तय म मंगल नेक के स भाव को यान कया है , िजस तरह शहद
क म खी बना इस बात क परवाह कए क उसके वारा बनाया गया शहद खद
ु के
काम नह ं आयेगा उसी तरह मंगल नेक वाला यि त बना कसी लालच या खुदगरजी के
अपने धन को लोग क भलाई के इ तेमाल करे तो उसका नाम दो जहां म रोशन होगा
और इस नेक काम व खुद क ज रत के लए धन क कमी कभी न होगी!

- - य द खाना बर- 2 का मंगल दस ू रे ेह क मलावट से या फर सूरज क मदद न


मलने से बद तबीयत हो जाए तो ऐसा जातक आ तीन का साँप होगा जो अपने हतैषी
को भी नह ं ब शेगा और ऐसे जातक क मौत यु म या दस ू र के लड़ाई झगड़ म हुआ
करती है !
मंगल खाना बर- 3
लोग के लए फल का जंगल मगर अपने आप क माया म स ज़कदमा
झुक सर कलम करती तलवार तरछ

पड़ा खम न ज़ा लम- पकड़ तेग िजस ल

एतबार मंगल न तीजे गनते, नेक मला बद मंगल हो

शेर दहाना बैठक होते, तदबीर जंगी सब का मल हो


र व 9–11–7 , नेक मंगल खद
ु होता हो
उलट गु बुध िजसदम होवे, ज़हर मंगल बद बनता हो

असर मंदा न राहू टे वे, सु खया गह


ृ ती होता हो
अ याश फोक सब ठन ठन होवे, मंगल क टे वे जब बनता हो

श न टे वे हो 9 जब बैठा, मौत बीमार बचत हो

महल मकाना सब कुछ उ दा, श न असर शभ


ु दे ता हो
नरम तबीयत एकदम बढ़ता, मौत आयी तक रोकता हो

उलट गरम हो िजसदम चलता, ज़ेर बार दख


ु भोगता हो
- - मंगल नेक का बुज उ रे खा के नीचे और शुकर के दर मयान होता है ! अगर इस
बज
ु पर मंगल नेक का नशान मले तो समझना चा हए क मंगल अपने प के घर है
ऐसे म जातक का ससुराल खानदान अमीर होगा और जातक को उनक तरफ से लाभ
होता रहे गा! कंु डल का खाना बर- 3 मथनु रा श और रा श का वामी बध ु है ! मंगल
और बुध आपस म बराबर के ह ह ले कन अगर मंगल बद हो रहा हो तो बुध से द ु मनी
करे गा! मथुन रा श राहू को ऊंच का होता ले कन मंगल क मौजूदगी म राहू चुप हुआ
करता है ! यह रा श केत ू को नीच करती है जो क मंगल बद का द ु मन है ! ऐसा जातक
जंगी तदबीर म मा हर हुआ करता है ! अगर मंगल बद हो

जाए तो आम द ु नया से द ु मनी के बहाने ढूंड,े औलाद का सुख कम हो, बना मतलब
का सफर गले लगा रहे व िज मानी तकल फ 15 साल क उ तक बनी रह! नीचे च
म हथेल पर मंगल नेक क ि तथी व कंु डल म मंगल का प का घर दया है !
सामु क: गह
ृ त रे खा जो क कमान क तरह ले कन मंगल नेक के बुज पर अंगूठे क
तरफ मंह
ु कए हुये या मंगल का अपना चोकोर नशान मंगल के बुज पर मौजूद हो!
य द गह
ृ त रे खा क पीठ अंगूठे क तरफ हो तो गह
ृ त जीवन बरबाद होगा!

दो त 9 ह 11, या क ह वो सात

मंगल तीजे सबसे बरते, बरतेगा वो शहद म

बध
ु , गु अ छे नह ं ह, 11–9- या सात
मंगल उनसे मल न बरते, बरतेगा वो ज़हर म

- - सीधी तलवार िजसम कमान क गोलाई न हो मंगल बद क नशानी और गोलाई


लए हुये तलवार मंगल नेक जो सर क म कर दे वे अथात यि त अगर अ ड़खान होगा
तो मंगल बद के गुण ह गे ले कन सब कुछ होते हुये भी हर कसी के साथ न ता से पेश
आवे तो बड़े से बड़े अ ड़खान को अपना मुर द बनाने क ताकत वाला होगा! हाथ पर
मंगल नेक का नशान हो और कंु डल म भी मंगल नेक हो ले कन अपने एहम(राहू) और
गु से(सूरज) के कारन नेक फल बरबाद ह गे!

- - तीसरे घर के मंगल क नयत पर आँख ब द करके भरोसा नह ं करना चा हए, य द


व सरू ज खाना बर- 7–9–11 म ह तो मंगल नेक होगा ले कन खाना बर- 3 व
11म बुध और ह प त हो तो जातक को नेक बनना होगा! जातक खुद और एक और
या न दो भाई या बहन ज़ र ह गे यहाँ शत होने क है जी वत रहने क नह ं!

- - तीसरे घर के मंगल का असर श क हुआ करता है ! दस


ू रे लोग के लए तो फल से
लदा हुआ जंगल ले कन खुद अपने लए पंजरे म ब द शेर क तरह जो अपनी शि त को
भल
ू ा हुआ होगा (बध ु का असर) ऐसे शेर को अपनी ताकत पर भरोसा नह ं हुआ करता!
- - शेर मख
ु ी बैठक हो तो जातक लड़ाई आ द के यह
ू रचने म मा हर और पु लस क
नौकर म कामयाबी हा सल करे ! जब मंगल हर तरह से नेक और कायम सा बत हो जाए
तो जातक भोले भ डार क तरह हर कसी क नेक दल से मदद करने वाला होगा! ऐसा
जातक स भाव का न हुआ करता है ! आय ु 90 वष!

- - ससुराल खानदान अमीर होगा या जातक के ता लुक से अमीर हो जाएगा और


- - ससरु ाल खानदान अमीर होगा या जातक के ता लक
ु से अमीर हो जाएगा और
जातक को ससुराल क तरफ से धन ा त हुआ करता है अथात िजस खानदान म ऐसे
जातक क शाद होगी वो शाद के बाद तर क करता जाएगा और इस बात को भूलेगा
नह !ं

- - य द सूरज व म कोई भी या सभी ह खाना बर- 7–9–11 म हो तो गह


ृ त
जीवन अ त उतम अब टे वे म राहू भी अशुभ फल दे ने म असमथ होगा!

- - य द सनीचर खाना बर- 9 म हो तो जातक का रोग एंव बना आयु भोगे म ृ यु से


बचाव होता रहे गा, सेहत उतम, धन और संप त का सुख पूण होगा! सनीचर अब उतम
फल का होगा ले कन इस सनीचर को कायम रखने के लए सनीचर के मंदे काम से
परहे ज करना ज र होगा!

मंगल खाना बर- 3 के व त कुछ खास नयम

मंगल खाना बर- 3 और ह प त या सरू ज खाना बर- 9 या 11 म या और बध ु खाना


बर- 9 म या सनीचर खाना बर- 11 म तो दस
ू र के कारन बरु े नतीजे या न आ बैल मुझे
मार ले कन खानदान को मदद दे ता रहे !

मंगल खाना बर- 3 और बध


ु खाना बर- 9 या 11 तो आ बैल मुझ े मार वाल कहावत होगी
ले कन औरत के खानदान को मदद दे ता रहे !

मंगल खाना बर- 3 के समय ह प त खाना बर- 11 म तो खद


ु के उतम ले कन रशतेदार
म होने वाल मौत से दख
ु ी!

मंगल खाना बर- 3 के समय ह प त या सूरज या खाना बर- 7 म या बध ु या सनीचर


खाना बर- 3 या बध
ु व सनीचर दोन खाना बर- 7 म तो आ बैल मुझ े मार के कारन अशुभ
फल मगर अपनी औरत के खानदान क मदद करता रहे !
मंगल खाना बर- 4
(जलती आग- बद का सरदार, जलाने पर आए तो मद व माया के सम दर को भी जला
दे वे)

पकड़ हौसला सब मुसीबत गो कटती


मगर लेख उलटे ह ह मत न बनती

मु ी बंद बाहर नि ट, र व टे खद
ु बैठा हो
मदद ह नर- मलती, बद मंगल न होता हो

बध
ु - केत ू 8 चौथे तीजे, मदद र व न हो

मंगल बद मग्ं ल क हो जलते, आग सम दर मि दर हो


गुलज़ार भरा जो कबीला ज़ाती, 28 भ म जा करता हो

माता नानी और सास ज़नानी, मौत चार क मांगता हो


6 बध
ु माता मंद , प रवार पापी 9 मंदा हो
अ ल 12 बुध टे वे मार , पेट जला खुद द ु खया हो

कसी जगह 8–4 या तीजे, मंगल टे वे खुद बैठा हो

बाक घर बुध केत ू आए, ज़हर मंगल बद बनता हो

लकड़ी खु क से आग बनाना, काम श न का होता हो


मरु दे सख
ू ा कर चू हा जलाना, राख मंगल बद करता हो
बैठा सामने श न के जलता, कोस मंगल बद फंू कता हो
नज़र गैबी दो मा लक होता, आकाश पाताल म दे खता जो

पढ़ना लखे को ताकत बनाई, मा लक नज़र श न होता हो


पहाड़ फटे जब नज़र से उसक , असर नज़र बद करता हो
राहू सवार नेक मंगल क , मील लाख से दे खता जो

बैठे बठाए अ ल जो फरती, मंगल बनाई दे ता हो


राहू होगा बु नयाद दोन क , बुरा भला हो जब कोई दो

नेक हालत म मदद द शवजी, व ण ु पालन खुद करता जो


गु र व 8 बैठा, 4–9 3–11 जो
उतम असर दध
ू सागर दे गा, दांत सुबह पानी धोता जो
- - के बुज पर मंगल नेक का नशान हो या मंगल के बुज से कोई रे खा के
बज
ु को जा नकले तो मंगल खाना बर- 4 क नशानी होगी! व मंगल दोन बराबर
के ह दोन का असर नेक होगा! कक रा श खाना बर- 4 म िजसका वामी खुद
है जो मंगल का दो त है ! खाना बर- 4 ह प त को ऊंच करता है जो क मंगल का
पूरा दो त है ! मंगल खुद खाना बर- 4 को नीच करता है ! नीच होते हुये भी मंगल अगर
ेह के योग/मदद से नेक हो रहा हो असर पूण नेक होगा अगर बद सा बत हो जाए तो
असर बद ब त या न नहायत बरु ा 2 साल तक क ट दे वे!

सामु क: ॰ े ठ रे खा या पत ृ रे खा के बुज से शु होकर मंगल नेक के बुज पर


जा नकले जैसा क नीचे च म दखाया है !

के बुज पर मंगल नेक का नशान हो!


कंु डल के अनुसार खाना बर- 4 के लये खाना बर- 8 व 12 बु नयाद के घर
होते ह और खाना बर- 9 टकराव का घर!

चौथे मंगल मंगल क होगा, जला दे वे वो समंदर को


ठं डा उस दम ह वो होगा, 8 तीजे जब चंदर हो
द ु मन इसके चौथे तीजे, या घर 8 ह आं

आग से जलता चौथे मंगल, तेल म ी का ह पां


र व गु जो 3, 8, चौथे, या क 9 बैठा हो

ज़हर के बदले दध
ू पलाता, मंगल बद मंगल क ह हो

- - खाना बर- 4 का मंगल अशभ ु गना जाता है य क नीच रा श का होने के कारन


मंगल बद भी हो जाता करता है , कुछ वशेष योग के अंतगत मंगल बद नह ं हुआ करता
इसको समझने के लए नीचे क ता लका दे ख!
मंगल बद नह ं होगा के लए नयम

जब सनीचर+राहू या सनीचर+केतू एक ह घर म बैठे हो!

कोई आपस म श ु ह जैसे बध


ु +केतू या सरू ज+शु या ह प त+शक
ु र इकठे एक ह घर म ह !

य द खाना बर 3 या 4 या 8 म या शुकर अकेले ह !

जब खाना बर 1–4–7–10 से बाहर बैठा हुआ न ट हो रहा हो!

य द सूरज अकेला खाना बर- 6 म हो!

य द खाना बर- 3 या 4 या 8 या 9 म मंगल के दो त ह (सरू ज, , ह प त) ह म


ि ट के कारन!

- - मंगल नेक तभी होता है जब मंगल को सरू ज क मदद मल रह हो ले कन कुछ


खास घर म बैठा हुआ सूरज मंगल को मदद नह ं कया करता उस हालत म मंगल बद
गना जाएगा! कन कन घर म बैठा सरू ज मंगल क मदद नह ं करता इसको समझने के
लए नीचे क ता लका दे ख!

सूरज मंगल को मदद नह ं दे गा

जब सूरज खाना बर- 1 या 8 म मंगल के साथ हो!

य द सूरज खाना बर- 7–10–12 म से कसी एक म, अकेला बैठा हो!

जब सूरज खाना बर 5 या 9 म केतू से संयु त हो!

जब सूरज खाना बर 6 या 12 म राहू से संयु त हो!

जब सरू ज खाना बर 7 म शक
ु र से संयु त होकर बैठा हो!

जब सूरज खाना बर 10 म सनीचर से संयु त हो!

जब सूरज बध
ु के साथ संयु त होकर खाना बर 12 म हो!
खाना बर- 4 का मंगल नीच का है और मंगल क योग बनाता है ले कन पहल
ता लका के अनस
ु ार कोई नयम लग रहा तो मंगल क योग भंग समझना चा हए!
य द खाना बर 3–5–8–9–11 म सरू ज या ह प त अकेले अकेले या इकठे या फर
कसी एक घर म सूरज और दस ू रे म ह प त तो खाना बर- 4 का मंगल ज़हर के
बदले अमत
ृ जैसा फल दे गा! ऐसा जातक प रवार का पालक, स चा व शु दय
यि त हुआ करता है !
जब खाना बर- 4 के मंगल को म ेहो क सहायता मल रह हो तो गड़ा हुआ
धन मलने का योग होता है ! संतान व भाइय के लए भी शुभ फल का होगा!
मंगल बद हो या मंगल क योग हो तो इसका अशभ
ु असर प त/प नी पर होगा
ले कन ि ट के असर से कभी कभी िजस घर को दे खे उस घर से स बि धत
रशतेदार के लए भी हा नकारक होता है खासकर इन चार जीव पर: (माँ, नानी व
सास, ज़नानी)

मंगल बद य और कैसे व स भाव: मंगल एक साफ दल ह है ! प टवा दता और


नेक दल इसके कुदरती गण ु ह! जब कुछ खास ि तथी या कुछ अशभ ु ेह के परभाव म
हो जाए तो मंगल वषैला ह बन कर मंगल बद कहलाया! यह बहादरु का ह है जब
कोई इसे ललकारता है तो यह ह पीछे नह ं हटता और अपना पूरा बल बुरा करने वाले
ह को दे दे ता है ! सनीचर, राहू- केत ू व बुध इसके श ु ह ह शुकर बराबर का ह है !
टे वे म मंगल बद सा बत हो जाए और साथ ह टे वे म बुध मंदा हो तो मंगल बद और भी
ज़हर हो जाएगा!

- - घी शुकर क व त ु है और शहद मंगल नेक क , शहद और घी वषम मा ा म


मलाये जाएँ तो अमत ृ समान ह गे ले कन अगर बराबर क मा ा म ह तो ज़हर हो जाते
ह! टे वे म सरू ज और बध
ु संयु त ह तो मंगल नेक बन जाते ह और सरू ज सनीचर
संयु त मंगल बद बनते ह!
- - नज़र के स बंध म ंथकार न दो मत तुत कए ह जो अ यंत मह व पूण ह!
आँख के कारक ह सरू ज और ह ले कन नज़र सनीचर के अंतगत आती है ! सनीचर
आम नज़र का मा लक है जो दे खने व पड़ने के काम आती है ले कन मंगल उस नज़र का
चम कार है ! आम कहावत है नज़र लग जाना यह मंगल बद क करामात है ! मंगल बद
वाले क नज़र प थर को फोड़ने क ताकत रखती है और यान ि ट िजसक वजह से
सकड़ मील क दरू तक दे खा जा सकता हा वोह मंगल क करामात है !
मंद हालत
मोती भरे सम दर न लेख घर का जलता
माता शकम के अंदर जो पाँव तू न धरता
- - शकम अथात पेट या न अगर कंु डल म मंदा होगा तो ऐसा यि त िजस दन
अपनी माँ के पेट म आया होगा उस दन बरबाद शु हो गयी, धन दौलत के भंडारे
खाल होते चले जाएंगे! यह भी कुदरत का क र मा है क मंदे मंगल वाला यि त कसी
उजड़े या गर ब प रवार म ज म न लेकर ऐसे प रवार म ज म लेगा जहां धन दौलत के
भ डार ह गे! आमतौर ऐसा यि त कड़वा बोलने वाला, अखड़ स भाव मंदबु हुआ करता
है ! कसी भी काम के अ छे या बुरे फल सोचे बना ह काम शु कर दे गा! ऐसा यि त
बेलगाम ऊँट क तरह इधर उधर घम ू ने का आ द, बरु नज़र वाला, हमेशा मन म बदले
भावना रखने वाला, काना या फर आँख म कसी तरह के दोष वाला हुआ करता है ! हर
समय जलती हुयी आग व बद का सरदार होगा! ऐसा यि त अपनी माँ, नानी, सास व
प नी क उ के लए खतरनाक होता है ! मंगल बद का भाव और भी मंदा होगा जब:

जातक के मकान क ज़मीन क तह के 3–8–13–18 कोने ह या मकान के अंदर


तहखाना हो या कुएं क द वार फाड़ कर कोई कमरा बनाया हो!
घर का मु य वार द ण दशा क तरफ हो या घर से बाहर नकलते व त दाय
हाथ कोई भ ी या कोयले क आग पर काम करने क यव था हो और बा तरफ
पानी का थान हो!
मकान पर कसी पेड़ क छाया पड़ती हो या आँगन म बेर अथवा क कर का पेड़ हो
या घर के पीछे क द वार से लगता कटा फटा पीपल का पेड़ हो!
घर के दाय बाय कसी भ भंज
ू े क भ ी या हलवाई क दक
ु ान या आग पर होने
वाले काम क कोई जगह या साथ लगता हुआ क तान हो!
कसी बेऔलाद से जगह खर द हो या सख
ू े कुएं को भर कर या भरे कुएं पर छत
डाल कर मकान बनवाया हो!
गल या आम रा ते को बंद करके मकान बनवाया हो या ऐसा मकान हो िजसम
आम रा ते क हवा सीधी दा खल होती हो!

- - ऐसे योग म मकान ेत, अि न, वष, श या दघ


ु टनाओं से भरा हुआ होता है !
जातक मौज म ती के स भाव वाला कामी तबीयत व मंदबु हुआ करता है !
वशेष: खाना बर 3–4–8 म मंगल के समय बाक के घर 1–2–5–6–7–9–10–11–12 म
से दो घर म बुध व केत ू ह तो मंगल बद होगा खासकर उस व त जब मंगल को सूरज
क मदद न मल रह हो!

- - जब मंगल खाना बर- 4 म हो और 3–4–8 म सरू ज या या ह प त न ह


या कह ं से भी इन ेह क मदद न मल रह हो या मंदे सनीचर और केत ू मंगल के
साथ ह तो भी मंगल बद होगा! मंद आग ज़ोर पर होगी घर- बार, धरम, धन के ख़ज़ाने
आग म जलते ह गे! बुध, पापी ेह (सनीचर, राहू, केतू) से ता लुक रखने वाले कारोबार
व र तेदार बरबाद का बहाना ह गे!

- - य द खाना बर- 9 म सनीचर या राहू या केत ू या कोई दो ह ह तो प रवार क


हालत हर तरह से मंद होगी, मंगल- 4 के समय नीच का बध ु 12 म हो तो बु ट
करता है !

क म खाना असर कस पर होगा


बर

(1) 1 व अपनी जान व खन


ू के ता लक
ु दार पर!
मंगल 8
सफ धन दौलत पर जब केतू मंदा हो तो खाना बर- 8 का मंगल बद अब
बद 1 व अपने रशतेदार व धन दौलत के लए!
मंगल 8
बद

क म खाना असर कस पर होगा


बर

मंगल 2 अपनी जान और खन ू क ता लुकदार औरत क जान पर जब टे वे म


बद सनीचर मंदा हो!

मंगल 5–9–12 अपनी खद


ु क जान व खन
ू के ता लुकदार क जान पर मंदा!
बद

मंगल 5–9–12 जब टे वे म बध
ु मंदा हो तो दस
ू र के लए मंदा होगा!
बद

2–10–11 दस
ू र पर धन दौलत के स बंध म मंदा होगा!

मंगल
मंगल
बद

- - खाना बर- 4 का मंगल जब हर तरह से मंगल क सा बत हो जाए तो धन व


प रवार दोन के लए मंदे असर का होगा ले कन औरत या मद म से एक ह के लए
या न चाहे मद का घर उजड़े या फर औरत खानदान बरबाद हो आमतौर पर मद व
औरत क जोड़ी अमूमन टूटे !

क म खाना दस
ू र क ीय के लए मंदा जब टे वे म सनीचर मंदा हो!
मंगल क बर- 7

क म खाना खद
ु के घर क ीय (माँ, नानी, सास, ज़नानी) क उ के लए मंदा
मंगल क बर- 4 जब टे वे म सनीचर मंदा

- - मंगल खाना बर- 8 वाला अपने छोटे भाइय के लए मंदा हुआ करता है य क
8 म बैठ कर खाना बर- 3 (छोटे भाई) को टकराव दे ता है और खाना बर- 12 का
मंगल खद ु के बड़े भाइय के लए मंदा हुआ करता है य क 12 का मंगल खाना बर-
6 को दे खेगा जो क खाना बर- 11 से 8 वां थान है और यह ि तथी जातक क 28
साल क उ तक बनी रहती है !

- - जातक अपनी 70 साल क उ तक खद ु के खानदान पर मंदा असर डालेगा और


70 साल क उ के बाद बाबे/दादे के उन रशतेदार पर जो जातक के खानदान से अलग
हो चुके ह गे!

बध
ु केतू खाना बर- 8 हथेल पर मंगल अपने ह घर क औरत तायी या चाची घर क
बद के बज ु पर लेटे– हुये खत बरबाद का कारन हुआ करती ह

शुकर या मंगल से कोई शाख खाना बर- अपने ताये या चाचे बरबाद का बहाना हुआ करते ह
4 या 8 को जाती हुयी इस जहर से बचने के लए वधवा तायी, चाची या
ताये चाचे का आशीवाद लेना चा हए

मंगल बद के व त मंगल क ि ट म नर तो खदु टे वे वाले व दस


ू रे नर रशतेदार के लए
ह ह मंदा असर होगा

मंगल बद के व त मंगल क ि ट मे ी तो खदु टे वे वाले व दस


ू र औरत रशतेदार के लए
ह हो मंदा असर होगा

मंगल बद के व त मंगल क ि ट म तो बधु और पापी ेह से संबि धत कारोबार बरबाद


मु स ह, पापी या बध
ु हो करगे

बध
ु या खाना बर- 6 और मंगल छोट उ म माता के िज़ंदा रहने तक असर मंदा,
बद सनीचर से संयु त हो और उ रे खा के ज़बान क बीमा रयाँ ले कन चोर का द ु मन होगा
आ खर म कोण का नशान हो

मंगल बद और खाना बर- 9 म पापी ह खद


ु के प रवार के लए मंदा होगा

मंगल बद और बध
ु खाना बर- 12 म हो दख
ु का मारा हुआ, बेवकूफ़ होगा

मंगल बद और ह प त खाना बर- 8 म बज़


ु दल और द ल होगा
हो

मंगल बद और सनीचर खाना बर- 1 म चोर, फरे बी व चू हे क तरह मंदा हाल हो


हो

मंगल बद के साथ द ु मन ह ह या हथेल तंग हाल, भाइय से दरू अलग रहे , िजस पेड़ के
पर मंगल बद के नशान ह नीचे बैठे पेड़ उखड़ जाए या न िजसके साथ जड़ ु ग
े ा
उसको ह बरबाद करे गा

उपाओ:

हर रोज़ सुबह फोके पानी से दांत साफ करने चा हए!


घर म क व तुएँ था पत करनी चा हए और अपने पास ज़ेब म भी चाँद रख!
बड़ के पेड़ को मीठा दध
ू डाल और उस दध
ू से गील हुयी म ी का तलक लगाएँ!
अगर घर म आग क घटनाएं हो तो घर क छत पर खा ड क बो रयां रख!
शर र पर फोड़े ह तो उनके मंह
ु म दे सी खा ड भर!
म ी के बतन म शहद भर कर शमशान म दबाएँ (लाव द के व त)
द ण (जनूब) दशा के दरवाज़े म चोकोर चाँद लगवाएँ या लोहे से क ल द!
काले, काने, लाव द व डेक के पेड़ से दरू रह!
चड़े- च ड़य को मीठा खलाएँ व हाथी दांत अपने पास रख!
सरू ज(तांबा, गड़
ु , गेहूं, बद्ं र), ह प त(सोना, केसर, बज
ु ग
ु , साधू), (घोडा, कुआं,
चाँद , चावल) आ द कायम कर!
मंगल खाना बर- 5
(रईस का बाप दादा, अगर मंगल बद तो ज ी मकान से दरू रहना लवा द क नशानी
होगी)

भरा सुख से सागर- जहाज का बेड़ा


ख़ु क दम म कर दे - न महबब
ू तेरा
बाप दादा वह रईसां होगा, नींद परू न सोता होगा

योग ि ट ऐसा बदला, नज़र तबाह बद का हो

नेक बद 5 ताकत गनते, भला नेक शुकर हो


तीन 9 वाह द ु मन बैठे, बाहमी मदद ह करता हो

तकल फ पीछे आराम हो मलता, जनम औलाद से बढ़ता हो

रात सरहाने पानी रखता, राहू मंदा नह ं होता हो

- - संह रा श खाना बर- 5 म हुआ करती और हथेल पर खाना बर- 5 का थान


सूरज क तर क रे खा या सेहत रे खा को माना है अगर हथेल पर मंगल नेक का नशान
सेहत रे खा के पास और मंगल बद के बज
ु के सामने हो तो मंगल खाना बर- 5 का
असर दे गा! रा श का वामी सूरज है और मंगल सूरज क रा श म अ त शि तशाल होगा
यहाँ तक इसक शि त के आगे दसू रे ह बे ठकाना होकर इधर को भागते ह और इस
हड़बड़ी को ि ट का बदलना या त द ल होना कहा है , इस त द ल हुयी ि ट को समझने
के लए नीचे द गयी ता लका दे ख! संह रा श को न तो कसी ह न ऊंच कया और न
ह नीच! मंगल हर तरह से कायम हो तो औरत, औलाद व धन का सख ु स पण ू होगा!
खा ना बर- 5 का मंगल कह ं से भी मंगल बद से स बंध बना रहा हो तो आग क
घटनाओं से नकु सान व नज़र खराब होने का खतरा बना रहे गा! खाना बर- 5 के मंगल
वाले यि त को अपने चाल चलन पर को उ दा रखना चा हए वरना औरत बरबाद का
बहाना हुआ करती ह!
- - मंगल खाना बर- 5 के समय यि त को नेक दल, नरम तबीयत व ई या से दरू
रहना चा हए, इसके इलवा कसी क पीठ पीछे बोलने क आदत से भी बचना चा हए
वरना मंगल बद का फल मलना शु हो जाएगा!

ेह क बदल हुयी ि ट: मंगल (शेर) जब खाना बर- 5 म हो और सरू ज टे वे म नेक हो तो


मंगल क ताकत यी गुना बड़ी हुयी होती है ऐसे म बाक घर के ह जंगल म डरे हुये जानवर
क तरह इधर उधर भागने या न अपनी असल ि ट भूल जाते ह और इधर उधर दे खने लगते ह!
मगर ेह क आपसी दो ती द ु मनी म कोई तबद ल न होगी व और शुकर हमेशा नेक फल
के ह रहगे!
वशेष: ेह क ि ट सफ उस व त बदल हुयी होती है जब मंगल- 5 के व त कोई ह मंदा
या बरु ा करने क हालत म हो जैसे खाना बर- 8 के समय न ट होने के ल ण
दखाई दे ने लग तो मंगल- 5 के डर अपनी ि ट बदल लेगा और यह तभी हुआ करता है
जब मंगल- 5 के समय जातक अपने पव ू ज के नाम से दान पु य या उनका ा आ द करना
ब द कर दे और यह नयम हर घर के ह पर लागू होगा! मंगल- 5 के समय य द - 8 म
हो और ह न ि ट बदल है इसक नशानी होगी जातक माता या पता को मग आ द का रोग
रहा होगा!

- - जब खाना बर- 5 का मंगल जागता हुआ हो अथात खाना बर- 9 म कोई ह


हो या जातक का बड़ा भाई कायम हो और खाना बर- 10 खाल हो तो ऐसे जातक पु
व पौ अमीर हुआ करते ह और खुद जातक के पास भी धन क कमी न होगी!

सामु क: मंगल नेक के बुज से कोई रे खा/शाखा नकल कर सेहत रे खा को जा मले तो


समझना चा हए क मंगल कंु डल के खाना बर- 5 का फल दे रहा है !

मंगल 5 5 गुणा हो, नेक और बदनामी म

पवन पु क तरह, वो उछले अि न पानी म


माया आती 11 से, जाती वो तीजे से है

मंगल 5 घर म बैठ, पँछ


ू से/के ह चलती है

- - मंगल खाना बर- 5 के समय धन व औलाद म व ृ तभी होगी अगर कंु डल का


- - मंगल खाना बर- 5 के समय धन व औलाद म व ृ तभी होगी अगर कंु डल का
खाना बर- 10 खाल हो और मंगल सोया हुआ न हो इसके इलावा खाना बर- 10 म
मंगल के द ु मन ह ह तो जातक पूर नींद व आराम क नींद कभी न ले पाएगा!

- - खाना बर- 1–5–9 आपस म एक दस


ू रे क बु नयाद होते ह और दो ती के खाने ह!
खाना बर- 3 व 11 आपस म गु त म ह, मंगल खाना बर- 3 का कारक ह भी है
इस लए खाना बर- 3 के ह मंगल के आधीन ह गे इस लए 3–5–9 के ह चाहे दो त
ह या द ु मन एक दस
ू रे क मदद ह करगे! शुकर और चाहे कैसे भी ह नेक फल ह
दगे! मंगल क नेक व बद पाँच गन ु ा होगी, अगर मंगल हर तरह से नेक तो पाँच गनु ा
नेक फल दे गा और य द मंदे ेह के टकराव या ि ट या फर मंगल बद होने के कारण
मंदा सा बत हो रहा हो तो फल पाँच गनु ा मंदे ह गे! अगर खाना बर- 5 का मंगल नेक
सा बत हो गया तो उस बूढ़ नीम के पेड़ क तरह होगा िजसका पानी मुदा यि त म भी
जान डाल दे अथात यि त जैसे जैसे बूढ़ा होता जाएगा उसी कदर धन दौलत ब ता जाए!

- - द ु नयावी काम म याय करने वाला होगा ले कन इसका फैसला खाना बर- 3 के
ह/ ेह पर नभर होगा! जातक खुद वैद या डा टर होगा या फर उसके बाप दादे वैद या
हक म रहे ह गे!

- - नेक मंगल के होते यि त व यावान और औलाद वाला होगा! ी व स तान का


सुख स पूण होगा! ऐसे जातक क औलाद का हर एक दन बीते हुये दन से बेहतर और
शुभ होगा! स तान नेक व सुख दे ने वाल होगी! ले कन जातक को स दय और वासना से
दरू रहना चा हए वरना उसक े मका उसके स पण
ू सख
ु सागर को जला कर राख कर
दे गी! य द खाना बर- 9 व 10 म मंगल के श ु ह ह तो खाना बर- 5 का मंगल
नेक न रे ह कर बद का असर दे ने लगेगा!
मंगल- 5 क मंद हालत
- - जब भी मंगल मंदे असर का सा बत हो जाएगा तो इसका परभाव रात के समय होगा
य क खाना बर- 10 का वामी रात का ह सनीचर है और खाना बर- 10 टकराव
का घर है ! य क मंगल खद
ु स तान के घर म है तो इसका अशभ
ु असर स तान के
वारा नज़र आयेगा!
- - खाना बर- 5 का मंगल संतान ह न होने का योग भी बनाता है ले कन सफ उस
व त जब खाना बर- 10 म श ु ह ह ! सनीचर खाना बर- 11 म हो तो खाना बर-
5 का मंगल बद हो जाएगा! खाना बर- 9 म बुध या केत ू ह तो भी मंगल बद हो
जाएगा और रात क नींद हराम हो जाएगी!
- - खाना बर- 5 का मंगल य द क ह ं कारण बद हो जाए तो आग से नक ु सान का
डर बना रहे गा! स तान से कोई सुख न मलेगा, मंदे सफर गले पड़े रहगे, भाई, भाई क
औलाद व माता पता के भाई बंधओ ु ं क मौत का अंदेशा रे हता है ले कन मौत सफ मद
क ह गी औरत क नह !ं जातक य द अपने ज ी मकान से अलग हटकर रहने लगे तो
लाव द गले पड़ेगी!
- - औलाद का हर आठ के हंदसा या हद 18 पर गुज़र जाना या न 8 दन 8 मह ने 8
साल या आ खर हद 18 साल क उ होगी यह मंदे मंगल क नशानी होगी!

उपाओ:

मंगल बद व राहू क शरारत से बचने के लए रात को सरहाने पानी रख कर सोएँ


और सबु ह उस पानी को ऐसी जगह गरा द जहां उसका अपमान न हो!
माता पता के नाम पर कुछ न कुछ दान करते रहना चा हए!
प के ा नयमानुसार करने चा हएँ!
गु सा, एहम, ई या यागनी चा हए व दल का साफ व नम दल होना ज र है !
मंगल खाना बर- 6
(तरसे क औलाद- साधू स यासी अगर मंगल बद हो तो फसाद )
बजे नाम लड़के पे- बाजा जो शाद

ग़मी दे र करती- न उस जा पे आती

न कमी औलाद माया, न ह द ु खया बाप हो

भाई बंद ह गे सु खया, बढ़ता िजस दम आप हो


वह हो शव श भू वरना गरा दे कोठे और ला त बू

केत-ू शुकर- बुध ज़ाती मंदा जान पर होता हो

र व बैठा टे वे वाह र ी, असर भला वह दे ता हो

गु र व या हो बुध उ दा, औलाद होती नर एक ह हो

शक
ु र भला या हो 7 उ दा, फलती न ल 3 पश
ु ती हो
खश
ु ी औलाद न हर गज़ फलता, न ह दखावा उतम हो
िज म पे उसके सोना आता, दख
ु ड़े खड़े और मातम हो
- - क या रा श, राशि त बुध व घर के मा लक ह बुध और केतू, दोन ह ह मंगल
के द ु मन ह! क या रा श राहू को ऊंच करती है ले कन राहू कह ं भी हो मंगल- 6 के
समय चुप होगा! केत ू द ु मन ह है जो मंगल के कारक र तेदार भाइय को जातक से
कमजोर करता है , य द भाइय क धन क ि तथी उतम हो तो अचानक भार नुकसान
उठाना पड़े! जातक के खद ु के लए नेक और हर तरह का आराम दे ने वाला! मंगल- 6
वाला यि त गाने का शौक न होता है ! औरत और औलाद का सुख होगा और दो त से
भी फायदा! अगर मंगल बद हो तो असर मंदा हर बात पे झगड़ा व हानी हो! पहल दो
पंि तय म खास हदायत है क िजस जातक क कंु डल म मंगल- 6 म हो उसको खुशी
के मौका पर बहुत यादा गाजे बाजे से परहे ज करना चा हए!
सामु क: मंगल नेक के बज
ु से कोई रे खा/शाख हथेल पर खाना बर- 6 म चल जाए
या खाना बर- 6 क आयत म मंगल नेक का चोकोर नशान हो!

मंगल 6 घर हुआ, ह केतू, शुकर म द

र व मगर उस ऊंच हो, बैठा कसी हो अंग


उस कुल बध
ु न होगा चौथे, चंदर 2 न गु ह पहले
न सफ पहला ह लड़का, मामँू घर कुल ह चटका
छटे मंगल हो भाइय क हा न, राजा जनक वाह लाख ह दानी

िजस दम वो ख़द
ु ऊँचा होगा, साया सब पर उ दा होगा
वरना वह हो शव शंभु, ढा कोठे तँू, ला त बू

मंगल खाना बर- 6 वाला जातक भरपूर ह मत व हौसले का मा लक हुआ करता


है मुि कल से मुि कल काम भी आसानी से करने वाला और अपने कबीले व
खानदान क सेवा करने वाला होगा!
ऐसा यि त मान इ ज़त वाला व उ च औहदे पर काम करे ! कसी नेक साधू
स यासी क तरह हर कसी क सेवा करने वाला! सरू ज टे वे म कह ं भी हो नेक फल
का होगा अगर अपने अछे घर का हो तो फल अ त उतम!
बध
ु के कारोबार हाथ क लखाई, राग व या, ज़ुबानदानी म मा हर होगा! ऐसे
यि त क क म म ज़ब ु ान से यादा ताकत हुआ करती है ज़ब
ु ान से नकला वचन
तो मट सकता है ले कन क म से लखा श द तलवार से भी यादा तेज़ होगा!
यि त अपने चाल चलन पर काब ू रखने वाला होगा! राहू का कोई मंदा असर नह ं
होगा ले कन केत ू का स भाव श क होगा!
खाना बर- 6 का मंगल जागता हो तो जातक िजतनी तर क करता जाएगा उसके
भाई बंधु भी उसी तरह बढ़ते जाएंगे इसक नशानी होगी क जातक क 14 साला
उ तक घर म अनाज रखने क कोठडी था पत होगी वरना ॰जै शव शंभु गरा दे
कोठे लगा दे त बू॰ वाल बात होगी! मंगल के इस मंदे ज़हर से बचने के लए (क)
खुद के ह त जीवन के लए कंजक पूजन कर (ख) भाइय क सेवा कर (ग) बुध
को नेक करने के लए माता क सेवा कर (घ) केत ू का उपाओ मददगार होगा!

टे वे म शुकर नेक हो या खाना बर- 7 शुभ हो या खाना बर- 7 म सनीचर- बुध-


टे वे म शुकर नेक हो या खाना बर- 7 शुभ हो या खाना बर- 7 म सनीचर- बुध-
केतू ह कयाफा:- ह त रे खा अंगूठे क तरफ झुक हो तो जातक पोते- प पोते
दे ख कर मरे , तीन पुशत तक औलाद बड़े और हर तरह से बरकत हो! नीचे तुत
कंु डल लाल- कताब सं कण- 1952 फह- 507 से उदाहरण के तौर पर ल है !

- - केतू खाना बर- 8 म और सनीचर खाना बर- 5 म संतान के लए अशुभ है


ले कन सरू ज, बध
ु और ह प त के उतम होने से औलाद के स बंध म फल अशभ
ु न
होगा!

मंद हालत:

औलाद के ज म व ज म दन के मौके पर बाजे आ द बजाना नहायत मंदा फल


दगे! जातक िजतने यादा बाजे आ द बजाएगा उतना यादा गम उसको उठाना
पड़ेगा! भाइय क धन दौलत भी कम होती चल जाएगी ले कन य द भाइय के पास
धन बहुत हो जाए तो अचानक नक ु सान हो जाएगा इस मंदे ज़हर से बचने के लए
भाइय को चा हए क मंगल- 6 वाले जातक को कुछ न कुछ धन बना मांगे दे ते
रह अगर कसी कारण भाई को न दे सक तो द रया आ द म बहा द!
केतू (मामू- औलाद), शुकर (प रवार क औरत ले कन खुद क औरत नह )ं , बुध
(ल क - बहन- बुआ), (दध
ू दे ने वाले जानवर) या न केत-ू शुकर- बुध- से
संबि धत रशतेदार तक असर मंदा होगा, जातक खुद फसाद होगा, नर औलाद क
कमी व मामू द ु खया या बबाद होगा ले कन ऐसे हालात तब पैदा ह गे जब मंगल
बद हो रहा हो!
गु - सूरज या बुध मंदा हो तो नर औलाद सफ एक ह होगी लेक न लाव द न
होगा!
अगर कसी कारण केत ू मंदा हो रहा हो तो 34 साल क उ तक औलाद कायम
होगी ऐसी औलाद के ज म व ज म दन पर मठाई क जगह नमक न बांटना शुभ
होगा! ऐसे यि त के िज म पर सोना धारण करना अशभ ु फल दे गा इस लए जब
तक शर र पर सोना धारण न करे गा सोना कमाएगा और िजस दन सोना धारण
करे गा घर का सोना भी म ी हो जाएगा!
बुध खाना बर- 12 म हो तो मंगल- 6 वाले जातक के भाई बहन ह दख
ु का
कारण ह गे!
बध
ु खाना बर- 8 म हो और मंगल को सरू ज या /सरू ज व क मदद न
मल रह हो तो माता छोट उ म ह गुज़र जाए!
बध
ु खाना बर- 4 म हो जातक क उ छोट और जातक के बाद माता भी गुज़र
जाए!

उपाओ:

खुद क अपनी ह ती क मंद हालत के लए सनीचर का उपाओ कर!


भाइय क मदद के लए कंजक पज
ू न कर!
औलाद के लए पज
ू न व बध
ु (बहन, बआ
ु , ल क व मौसी) क सेवा कर!
जातक य द अपने चाल चलन को उ म रखे तो नधन प रवार के घर ज म होने के
बावजूद जमाने का शेर और धनी मानी होगा!
मंगल खाना बर- 7
(मीठा हलवा- व णु पालना अगर मंगल बद तो मनहूस बदब त)
मलेगा सभी कुछ- जो दरकार- घर म

शत सफ इतनी दोबारा न तलबे

शान मकाना सब कुछ उ दा, धन दौलत प रवार ह सब

सबका सब ह र ी होगा, बध
ु मले मंगल से जब
बध
ु - श न घर 6–7 बैठे, मौत पराई लेता हो
बु नयाद भतीजा अपनी गनते, तु म सोहबत न छपता हो

शुकर- गु कोई हो घर पहले, राज हकूमत बढ़ता हो

इ म रयाज़ी मा हर गनते, खून वज़ीर होता हो

- - शक
ु र के बज
ु के ऊपर और उ रे खा के नीचे मंगल नेक का बज
ु है ! शक
ु र और
मंगल बराबर के ह ह इस लए दोन का फल नेक व उतम होगा! औरत का सुख पूण
होगा व कसी दरबार म वज़ीर तक हो सकता है ! अब शुकर का फल इतना नेक होगा क
एक आँख होते हुये भी दो आँख वाले सलाम ठोकते ह गे या न जातक धनी व मानी होगा
तभी कहा है ॰इ को अख सुल नी झुक- झुक करन सलाम॰ गह ृ त का आराम होगा चाहे
औरत कानी ह होवे या न ी म शार रक दोष होते हुये भी कोई बरु ा फल न होगा
इसी लए कहा है क ॰औरत आँख से बेशक कानी हो ले कन रं ग से कानी नह ं होनी
चा हए॰ साफ दल होना ज र है !

- - अगर मंगल का नशान बध ु के बज


ु पर हो तो बध
ु मंगल का स बंध होगा! मंगल
और बुध बराबर होते हुये भी बुध मंगल से द ु मनी करता है इस लए मंगल क दौलत को
बुध न ट करे गा ले कन जातक ग णत का मा हर होगा!

- - कंु डल का खाना बर- 7 तलु ा रा श और र शप त शक ु र है जो क मंगल के बराबर


का ह है ! तुला रा श सनीचर को ऊंच और सूरज को नीच करती है ! खाना बर- 7 बुध
व शुकर के असर का घर है इस लए य द मंगल के साथ बुध हो या साथी ह बन रहा
तो औरत क तरफ से धोका होने का खतरा होगा! 17 साल क उ तक आग से जानी
या माल नुकसान का खतरा हुआ करता है ऐसे म न तो अ ल ह काम करती है और न
ह ी मददगार होगी(अगर टे वे मंगल बद हो) इस लए मंगल बध ु क यु त या ि ट
स बंध शुभ नह !ं

ह त रे खा: मंगल नेक से गह


ृ त रे खा शुकर के बुज पर ख म हो रह हो और रे खा का
मंह
ु अंगठ
ू े क तरफ हो!

या मंगल नेक से कोई रे खा/शाख नकल कर बुध के बुज पर चल जाए!

मंगल 7 सब कु छ उ दा, धन दौलत प रवार ह सब

सबका सब ह र ी होगा, बध
ु मले मंगल से जब
(बध
ु - बहन, मंगल- भाई)

नेक हालत

मंगल हर तरह से नेक हो और कोई अशुभ ह का परभाव न आ रहा हो तो


क मत इतनी मेहरबान क धन गनती से नह ं बि क तराज़ू से तुल कर आए!
मंगल नेक व साफ सथ ु रा होने पर तो िजंदगी मठास भर होगी या न जीवन सख ु ी!
मंगल नेक होने क नशानी मछ रे खा का होना होगी अगर मंगल अशुभ या बद
हुआ तो लावलद क नशानी होगा ऐसे भाइय क औलाद क पालना नेक फल
दे गी!
मंगल नेक और कायम होने क अव था म औरत का सुख पूरा होगा! खुद भी
सरकार महकमे म अछे औ दे पर होगा, धमा मा व नेक तबीयत इंसान दस ू र को
मसु ीबत के व त हौसला और मदद दे कर हं साने वाला होगा!
जातक व णु क तरह प रवार क पालना करने वाला और याय य होगा! आदत
म अ छा या बुरा परभाव संगत के कारन होगा या न अ छ संगत तो नेक और बुर
संगत तो अशभु फर भी
राजदरबार म मान और इ ज़त पाने वाला! ऐसा जातक ग णत व या म मा हर
हुआ करता है ! ऐसे जातक के पूवज भी ऊँची है सयत वाले हुआ करते ह!
मंगल नेक खाना बर- 7 के समय अगर ह प त या शुकर टे वे के खाना बर- 1
म ह या वषफल के अनुसार खाना बर- 1 म आय तो जीवन म ज रत अनुसार
िजस चीज़ क इ छा होगी एक बार अव य मलेगी दब
ु ारा या बार बार मलने क
कोई शत नह !ं

गु शुकर कोई घर- जब पहले, ठाठ ल बी जागीर का


योग पूण खुद मंगल करता, खून शाह या वज़ीर का

मंद हालत
मंगल 7 सब कुछ उ दा, धन दौलत प रवार ह सब

सब का सब ह र ी होगा, बुध मले मंगल से जब

- जातक मनहूस- बदब त ऐसा क हालत कोढ़ से कम न होगी खासकर जब


जब खाना
खु क खाल कुआं घर के साथ लगता हो!
बर- 7
का मंगल - या बध
ु क व तुओ ं का कारोबार और बध
ु के रशतेदार से सांझद
े ार म
बद हो रहा कारोबार कर लया जाए तो बहन ज द ह वधवा होगी और ऐसी वधवा
हो या बधु बहन को अगर अपने साथ रख लया जाए तो टे वे वाले के लए लाव द क
खाना घ ट होगी!
बर- 1–7–8 - वधवा बहन, साल , भतीजी, मौसी, बआ ु , दोहती या कसी क म या क म
म या कह ं क नब का मु त मलना, मकान म चौड़े प त के पौदे और पेड़ लगवाना,
और मंदा तोता या मैना का पालना, खाल बाँस, खु क घास के ढे र, भौड़ी गाए, शराब
होकर बैठा कबाब भतू क खरु ाक, सी ड़य बार बार गरना और बनवाना, ढोलक तबला
हो! हरदम बजना सब के सब मंदे असर के ह गे इन सभी चीज के मंदे असर से
कयाफा: बचने के लए सनीचर का उपाओ मकान के वारा करना चा हए! उपाओ:एक
मंगल के छोट सी द वार बनवा कर उसको गरते रहना मंदे जहर से बचाएगा!
बज
ु से
शाख/रे खा
बधु के बजु
पर जा
नकले या
सर रे खा
आ खर म
दो शाखाइ
हो!

बध
ु सनीचर - बेमतलब लोग क तकल फ़ अपने सर लेने वाला ले कन जातक प रवार क
खाना बर- 6 सेवा करने वाला होगा, भतीज क सेवा खद
ु क क मत क बु नयाद होगी!
या 7 म या दोन
म से एक 6 म
और दसू रा 7 म

खन
ू मंदा या - जब कभी बहन मलने के लए आए तो उसको मीठाई दे कर वदा करना
खनू मंदा या - जब कभी बहन मलने के लए आए तो उसको मीठाई दे कर वदा करना
िज म पीला होने चा हए! अगर वधवा बहन साथ रहे तो हर रोज़ सुबह कसी काम को शु
लगे तो जल हुयी करने से पहले बहन मीठा खलना चा हए! घर म ठोस चाँद कायम करने से
ट दह के साथ प रवार म बरकत होगी!
इ तेमाल करनी
चा हए ले कन
डा टर या वैद क
सलाह लेकर!
मंगल खाना बर- 8
(मौत का फ दा, इस जहाँ से कूच क जगह)
बचन बेवा दे ती- जो नेक का तुझको

बुझ े आग खुद ह - जला दे घर जो

खाल मि दर से मंगल उ दा, असर मुबारक दे ता हो

तीन चौथे 9 पहले , जहर मंगल न रहता हो


बध
ु मंगल न इस घर मंदा, कायम अंधेर कोठर जो
तनूर भ ी हो- जब घर जलता, बचता बाक न कोई हो

चीज़ मंगल न मंद कोई, मंद मुसीबत बुध से हो

बुध बढ़े गा िजतनी ज द , उतना बुरा बद मंगल हो

इ तकलाल मद हो प का, िज म मेहनत परू करता हो

ताक़त मब
ु ारक हमला रोके, बैठा वाह कैसा हो

मा लक टे वे न मंगल मंदा, म द कर बी खून पे हो

उ दौलत खुद अपनी ल बा, जलता जलाता द गरा हो


- - मौत का घर और द ु नया से कूच करने का थान! व ृ छक रा श मंगल बद का
अपना घर! यह रा श अपने दो त को नीच करती है ले कन कसी ह को ऊंच नह ं
करती! अगर खाना बर- 8 म बैठा मंगल बद सा बत हो रहा हो तो 22 साल क उ
तक आय ु को खतरा होगा और अगर मंगल नेक हो तो हर काम म फतह पाने वाला,
सुखी व गह ृ त सुख पूण होगा! इरादे का प का (इ तकलाल ) इंसान होगा! मंगल बद का
अपना घर मौत! उ रे खा पर मंगल बद < >^ v ( कसी भी तरह) तो मौत ददनाक हुआ
करती है और अगर उ रे खा पर कोण हो तो 22 साल क उ म मौत का खतरा
होगा! अगर ऐसे ह नशान मंगल बद के बुज पर ह तो औरत िज़ंदा नह ं बचा करती
ले कन इस नशान का असर माता पर बरु ा नह ं हुआ करता! हथेल पर ऐसा नशान हो
तो औरत आने के बाद इसका अशुभ असर एकदम से शु हो जाया करता है ले कन
मंगल- 8 के समय खाना नंबर- 4 म सूरज, चंदर, बह ृ प त (कोई एक, दो या तीन ) ह
तो खाना नंबर- 8 मौत का घर नह ं होगा या न कंु डल वाले क उ लंबी होगी!
ह त रे खा
- - हथेल पर मंगल नेक के बुज से रे खा या कोई शाख मंगल बद के बुज को जा नकले
या

मंगल बद के बज
ु पर मंगल नेक का नशान चोकोर हो!

मंगल 8 आठ बरस तक, फ़क भाई छोटा गनते ह

लाख मुसीबत खड़ी है करता, अ त बरु ा नह ं गनते ह


माता पता सब का, साया भी होवे

िज म उ दा, ज़र सीम, पाया भी होवे


तनरू शुकर जब, तपाया वाँ होवे

न हो वो, न है ये, तबाह ह होवे

नकोई का नाम, नेकोई ह होवे

मंगल बद हो 8 , तो कोई न होवे

(ज़र- धन- दौलत, सीम- सोना, चाँद , नकोई- नेक , नेकोई- बदनामी)

- - दमागी खाना बर- 8 श न से संयु त इस लए इस घर को सनीचर का हे ड वाटर


भी कहा जाता है ! जातक ड़ ई छाशि त का मा लक धैयवान व िजस काम को ठान ले
पूरा करने वाला1 श ु चाहे कतना भी शि तशाल य हो उसका डटकर मुक़ाबला करने
वाला! जातक क नयत नेक व याय य तबीयत होगा!
- - अगर खाना बर- 2 खाल हो तो या खाना बर- 2 म या बह
ृ प त ह तो
मंगल का फल नेक व उतम होगा!

- - खाना बर- 8–1–3–4–9 म हो तो खाना बर- 8 का मंगल कभी बद न होगा


- - खाना बर- 8 के मंगल के साथ बध
ु भी यु त हो तो मंगल और बध
ु दोन का
फल नेक होगा! यह फल तब ह मलेगा य द घर के आ खर ह से म सनीचर क अंधेर
कोठडी कायम हो!

- - जब खाना बर- 2 खाल न हो तो मंगल बद होगा और 28 क उ तक इसका


फल मंदा होगा, ऐसी हालत म क हमेशा तैयार होगी जो भी बदनसीब हो उसम आ लेटे!
कयाफा: सर रे खा के ऊपर दल रे खा क तरफ कोण हो तो को बरबाद
करे गी िजस के कारण धन दौलत के नतीजे मंदे ह गे और माता क उ को भी खतरा
हुआ करता है , अगर एक कोण रे खा क तरफ हो और दस ू रा के बुज क तरफ
को हो तो जातक और माता दोन क उ को खतरा होगा! अगर सर रे खा आगे से दो
शाखाइ हो तो जातक ू र स भाव होगा और इसी स भाव के कारन कई तरह के
खतरे पेश आ सकते ह! इस मंदे असर से बचने के लए गले म चाँद धारण करनी
चा हए!

- - घर का मु य वार द ण दशा क तरफ होना भी हा नकारक हुआ करता है ,


इसके ईलावा ज़मीन के

नीचे खुद हुयी भ याँ िज हे सर शाद याह के मौके पर खोला जाता हो और उसके
बाद वैसे ह ब द करके रख दया जाता हो या ज़मीन के अ दर लगा हुआ त दरू भी
मनहूस होगा, ऐसी भ याँ कबीले क बरबाद का कारन हुआ करती ह और िजस लड़के
या ल क क शाद के समय इ ह खोला जाए तो औलाद न होने क नशानी होगी! उ ट
गहृ त रे खा जैसा ऊपर के च म दखाया है गह ृ त जीवन के लए मनहूस होगी, इस
मंदे जहर से बचने के लए त दरू म पक हुयी मीठ रो टयाँ कु त को खलाएँ 43 दन
लगातार!

- - बध
ु व केतू खाना बर- 2 म ह तो छोटा भाई अगर िज़ दा बच जाए तो उसके
बाज़ ू न कमे ह गे या फर खून से संबि धत बीमा रयाँ ह गी!
- - बुध खाना बर- 6 म हो माता के जातक क छोट उ म गुज़र जाने का डर
होगा!

- - य द या सरू ज या बह
ृ प त खाना बर- 1 या 3 या 4 या 8 म न ह तो
जातक के माल हालात कमजोर ह गे और जातक द ु खया होगा!
- - खाना बर- 6 या 8 के सवाए बुध कह ं भी हो और िजतना यादा उ दा व नेक
फल होगा खाना बर- 8 का मंगल उतना ह अशभ ु होगा
उपाओ: मंगल खाना बर- 8 के लए भी मंगल खाना बर- 4 वाले उपाओ
करने चा हए!

हर रोज़ सुबह फोके पानी से दांत साफ करने चा हय!


घर म क व तुएँ था पत करनी चा हए और अपने पास ज़ेब म भी चाँद रख!
बड़ के पेड़ को मीठा दध
ू डाल और उस दध
ू से गील हुयी म ी का तलक लगाएँ!
अगर घर म आग क घटनाएं हो तो घर क छत पर खा ड क बो रयां रख!
शर र पर फोड़े ह तो उनके मंह
ु म दे सी खा ड भर!
म ी के बतन म शहद भर कर शमशान म दबाएँ (लाव द के व त)
द ण (जनब
ू ) दशा के दरवाज़े म चोकोर चाँद लगवाएँ या लोहे से क ल द!
काले, काने, लाव द व डेक के पेड़ से दरू रह!
चड़े- च ड़य को मीठा खलाएँ व हाथी दांत अपने पास रख!
सूरज(तांबा, गुड़, गेहूं, बद्ं र), ह प त(सोना, केसर, बुजुग, साधू), (घोडा, कुआं,
चाँद , चावल) आ द कायम कर!
मंगल खाना बर- 9
(बज
ु ग
ु से ह चलता आया त त शाह , अगर मंगल बद तो नाि तक- बदनाम)
बड़े भाई क ताबेदार जो रहता
ज़माना ग़ल
ु ामी न- तुझ े कोई कहता
सामान हकूमत पहले बनते, पीछे जगत म आता हो

उ 13 घर दौलत गनते, 28 राजा खद


ु बनता हो
शक
ु र- का नेक हो मंगल, असर उतम मछ रे खा हो
राज र व का हरदम बल, बैठे टे वे वाह कैसा हो

बुध मंदा खुद मंगल मंदा, भला पता न माता हो

बड़ा भाई जब साथी उसका, गुज़र बुरा न होता हो

शेर- मैदानी- क मत उसक , द त दराज़ न होता हो

मात पता क हालत अपनी, गु पर चलता हो

सेवा भाई न ग़ल
ु ामी गनते।फतेह जगत दो मलता हो
शेर राजा दो जंगल कटते, लंका जले भाई लड़ता हो

- - कंु डल म मंगल का असर: धन ु रा श र शप त बह ृ प त और बह ृ प त का प का


घर! बह ृ प त ह मंगल का दो त! खाना बर- 9 केत ू को ऊंच करता है जो मंगल का
द ु मन है ! यह रा श राहू को नीच करती है ले कन राहू चुप होगा! अगर मंगल को श ु
ेह का साथ न हो और न ह ि ट हो तो मंगल नेक हालत का होगा ले कन अगर इस
घर म बैठा मंगल बद हो जाए तो जातक बद से भरा हुआ और बद तु म होगा! बड़े भाई
क सेवा ग़ल ु ामी न हो कर जीवन नैया को पार लगाने का काम करे गी!
- - खाना बर- 9 का मंगल उस हालत म बद होगा जब मंगल क जड़ (खाना- 1 या
8) म बुध केत ू इक थे या अलग अलग ह या खाना बर- 3 से दे ख रहे ह ! खाना बर-
2 हमेशा खाना बर- 9 से मला होता है इस लए यह टकराव अशुभ न होगा ले कन श ु
ह नह ं होने चा हए!
ह त रे खा: हथेल पर शुकर और के बुरज के बीच क जगह कंु डल का खाना
बर- 9 है , इस थान पर मंगल नेक का चोकोर नशान हो तो मंगल खाना बर- 9 का
फल दे गा!

मंगल जब घर 9 आवे, 9 ह ेह का मंगल गावे

भरे ख़ज़ाने दौलत अंदर, हर तरफ हो जंगल मंगल

न तीजा न 5 बगाड़े, गर दे ख मंदा मंगल मारे


दमदमे म दम न हो वाह, खैर होगी जान क
बध
ु अकेला छोड़ के सब, उ दा हो हचाल क

नेक हालत

दम दमे म दम न हो वाह- - खैर हो 3 पाँच क

बध
ु अकेला छोड़ के सब- उ दा हो ह चाल क

- - खाना बर- 9 का मंगल अगर बद न हो रहा हो तो अ त नेक फल का हुआ करता


है ! भाइय खासकर बड़े भाई क सेवा नहायत नेक फल दे गी! दो भाई इ ठे क मत के
मैदान म शेर का जोड़ा सा बत ह गे! अगर जातक अपने भाइय से अलग रहने लगे तो
धन के वनाश क नशानी होगी! बड़े भाई क प नी जातक क क मत क बु नयाद
होगी इस लए बड़े भाई क प नी के चरण छू कर आशीवाद लेना अ त शुभ होगा!

- - अगर शुकर या कोई एक साथ हो या ि ट संबंध बन रहा हो तो सूरज टे वे म


कैसा भी फल हर तरह से नेक व उतम होगा! सरू ज अब खाना बर- 2 का फल दे गा!
टे वे के खाना बर- 3 व 5 िजस तरह शुभ होते जाएंगे मंगल उतना ह उतम फल दे ने
वाला हो जाएगा!
- - अकेला मंगल साफ सथ
ु रा व जागता हुआ हो तो मंगल ह से संबि धत कारोबार व
र तेदार नेक फल दगे! जातक चमकती हुई क मत का मा लक व पैसे क कोई कमी न
होगी! कभी ऐसी नौबत न आएगी क पैसे क तंगी के कारन कसी के आगे हाथ फैलाना
पड़े!
- - माता पता क ि तथी का अंदाज़ा टे वे म व बह
ृ प त क ि तथी नभर करे गी!
पैदाइशी शाह तबीयत इंसान और ऐसे जातक का पालन पोषण भी शहाना हुआ करता है !
जीवन म धन पैदा करने के बहुत रा ते पैदा ह गे और धन क कभी कमी न होगी!
- - बुध मंगल के साथ या मंगल को न दे खता हो और न ह मंगल क जड़ (रा श- 1,
8) म बैठा हो तो बाक के सभी ह हर तरह से नेक फल दगे! केत ू भी बध
ु क तरह
मंगल को भा वत न कर रहा हो!

- - जातक के माँ के पेट म आते ह या पैदा होते ह प रवार तर क करने लगेगा, ऐसा
जातक माता पता क धन क ि तथी को खद ु क 13 साल क उ पहुँचते ह उ दा कर
दे गा और खुद जातक 28 साल क उ तक पहुँचते राजा के समान होगा!

मंद हालत
जब मंगल का बुध या केत ू से स बंध हो तो मंगल बद होगा इसका सबूत होगा हथेल पर
मंगल के नशान होना, अगर मंगल बद हो रहा हो तो जातक नाि तक व बदनाम
होगा अब शेर क तरह अपना शकार खुद न धू डेगा बि क शेर के बचे हुये शकार को
गीदड़ क तरह खाने वाला होगा और ऐसा तब होगा जब टे वे म बधु मंदा हो!
मंगल खाना बर- 10
(चयू ट के घर भगवान)
बके घर से सोना- तो हो दध
ू जलता
रहा जब न तो- प रवार घटता

खाल ि ट मंगल राजा- - नज़र श न पर चलता हो

मदद श न से चीता बनता- - हमला मद न करता हो


शक
ु र और पापी दज
ू े- - औलाद दे र से पता हो
राज मुबारक चौथे- - प रवार श न 3 दे ता हो

- र व गु 6–3 बैठे- - जलता जंगल ज़र घटता हो

लड़के पोते ह अ सर मरते- सु खया पता न माता हो

4 र व- 6 बैठा- मा लक टे वा खद
ु काना हो
श न मगर जब चौथे आया- क़ैद राजा क पाता हो

- - कंु डल का खाना बर- 10 और हथेल पर सनीचर का बुज, पूर तरह से सनीचर


क मालक यत! इस घर म मकर रा श पड़ती है जो मंगल को ऊंच और बह ृ प त को नीच
करती है ! सनीचर और मंगल आपस म द ु मन अब दो द ु मन इकठे बैठे तो फल उ म
होगा! ऐसा जातक दस ू र को लूट खसोट कर भार जायदाद का मा लक होगा और सेहत
भी उ दा हुआ करती है ! अगर इस बज ु पर मंगल बद का नशान हो तो तो जातक
त व या और जाद ू का जानने वाला हुआ करता है ! अगर मंगल नेक हो तो दौलतमंद
और अगर मंगल बद हो रहा हो तो 15 क उ तक क ट रहे !

- - इस घर के मंगल का चींट के घर खद
ु भगवान का आना माना गया है या न
जातक तकद र कुदरत क तरफ से लेकर पैदा होता है ! अगर मंगल खाना बर- 10 वाला
जातक घर का सोना बेचे तो बरबाद होगा और जब ह न रहे गा तो प रवार कहाँ
से होगा! ऐसा जातक िजस घर म ज म लेगा वोह प रवार जातक के पैदा होने से पहले
चाहे धन के मामले म कतना भी नीचे तर का य न हो ले कन जातक के ज म लेते
ह ऐसा प रवार अमीर होना शु हो जाएगा!

ह त रे खा: गह
ृ त रे खा साफ और सनीचर के बुज को जा नकले!

अकेला मंगल 10 बैठा, राजा होता है वल

दज
ू े पापी, शक
ु र चंदर, सोने म ह गे कलई
तीजे ता 6 म बैठे, दो त इसके अपने

जंगल जलता, लड़का मारता, ज़र है घटता, ऊंच वाह कतने हो


मंगल राजा घर दस का, श न नज़र का मा लक है

मंगल पर तब काना होगा, घर चौथे जब सूरज हो

(जंगल- बध
ु मंदा, लड़का- केतूबरबाद, ज़र- बह
ृ प त नीच)

मंगल खाना बर- 10 वाला जातक ज म से राजा के स भाव क तरह हुआ करता है जो धन व
जायदाद खद
ु ह पैदा कर लया करता है और जातक कभी बेऔलाद नह ं होगा!

दरअसल इस घर का मंगल- 10 आँख वाले सनीचर के साथ होगा और क मत का फैसला


सनीचर क हालत (ज़ाती स भाव) के अनस ु ार होगा!

अगर कसी कारन मंगल का असर शेर क तरह न हो तो अकेला मंगल नेक व उतम हरण क
तरह होगा! चीता ज़ र होगा ले कन अपनी हद के अंदर रहने वाला असूल का प का!

भाई क िजंदगी क मत म धन दौलत के आने क बु नयाद होगी! आमतौर गनती म जीतने


बाप के भाई उतने ह खदु के भाई हुआ करते ह! दौलतमंद, सेहतमंद व हौसले का प का!

मंगल- 10 के समय खाना बर- 4 म हो तो जीवन हर तरह से सुखी व खश


ु हाल, प रवार
दन रात तर क करता होगा और हर तरह का सुख!

सनीचर य द मंगल के साथ या साथी ह बन रहा हो तो यि त शेर यादा चौक ना चीता होगा!

य द मंगल- 10 के समय सनीचर खाना बर- 3 म हो तो मकान व जायदाद तो बहुत ले कन


नकद माया सफर हो!
मंगल खाना बर- 10 के समय खाना बर- 5 खाल तो फल उ म होगा!

मंगल ि ट से खाल और अकेला ह खाना बर- 10 म तो हर तरह से नेक फल होगा!

मंद हालत

घर का सोना बेचने से बरबाद होगा, दध


ू गया तो पत
ू गया या न औलाद और कबीला
बरबाद!

दस
ू रे द ु मन ेह (सनीचर के ईलावा) तो एक ह जगह पर दो एक समान ताकत वाले लोग का
होना बरबाद का बहाना हुआ करता है या बरबाद करने वाले काले जाद ू का म हर होगा!

शक
ु र या या पापी ह खाना बर- 2 म ह तो औलाद बहुत दे र से पैदा हुआ करती है ऐसे
म कसी काले, काणे या लाव द यि त क सेवा करनी चा हए लाभ होगा!

खाना बर- 3–6 म गु या सूरज हो तो मंगल बद क हालत होगी ऐसे म उ रे खा शु


होने क जगह या ख म होने क जगह दो शाखाइ होगी, बध
ु हर तरह से मंदे असर का होगा तो
जातक उजड़े जंगल म रहने जैसी हालत म होगा सब और बेरौनक़!

मंगल- 10 के समय सरू ज खाना बर- 4 या खाना बर- 6 म हो तो टे वे वाला काना हो


सकता है , ऐसी ह ि तथी म नानका खानदान म नह ं रहना चा हए!

मंगल- 10 के समय य द सनीचर खाना बर- 4 म हो तो बना कसी कसूर सरकार क तरफ
से सज़ा पावे!

अगर खाना बर- 5 खाल हो तो दस


ू र के लए मंगल बद ले कन खद
ु के लए नेक और अ छे
फल का होगा!

मंगल- 10 के समय सरू ज खाना बर- 6 म हो तो लड़के पे लड़का मरे (या न नर औलाद क
कमी) य क केतू का घर अब केतू बरबाद होगा!
मंगल खाना बर- 11
मले कु ते द ु नया- के हर दम जो होते
असर शेर दगे- वाह कतने ह सोते

चीता मंगल दरबार गु के- पकड़ा गु ज़ंजीर म हो

हाल बह
ृ प त जैसा टे वे- असर वह खुद मंगल हो
मंगल 9 का असर दे 13- गु हालत वाह कैसी हो
बध
ु श न जब उ दा बैठा- सु खया 24 ज़र 28 हो
उलट हालत बद मंगल होगा- केत ू भला न लड़का हो

पाप उ तक द ु खया करता- न ह सुखी खुद होता हो

- - कु भ रा श और र शप त सनीचर है ले कन असर के लए बह
ृ प त का थान
होगा! सनीचर और मंगल आपस म बराबर के ह जब क मंगल व बह ृ प त आपस म
दो त! इस रा श न न तो कसी ह को ऊंच कया और न ह नीच! मंगल नेक हो 24
साल क उ के बाद जीवन सख ु दायी होगा और 28 साल क उ तक पहुँचते पहुँचते धन
दौलत क भी कोई कमी न होगी! अगर मंगल बद हो रहा हो तो यादा से यादा 48
नह ं तो 45 साल क उ तक औलाद और सुख से वं चत हो!

ह त रे खा: मंगल नेक के बज


ु से शाख हथेल के खाना बर- 11 के थान को जा
नकले!

याहर मंगल है रखता, शहद के बतन भरे

शहद उ दा होगा उसका, फूल ह िजसके खरे


फूल छोड़ो म खी ह , नेक और उ दा मले

दम म ह ले आयगी वो, शहद के बतन भरे


(फूल- बध
ु , म खी- सनीचर)
नेक हालत

खाना बर- 11 का मंगल अब बह ृ प त से परभा वत होगा, ऐसा ाणी अब खन


ू ी शेर न होगा
बि क नेक और नम दल इंसान होगा! ऐसे यि त को केतू से संबि धत कारोबार नेक फल दगे!
तीन द ु नयावी कु त क सेवा नेक फल दे गी!

मंगल अब वैसा ह असर दे गा जैसा टे वे म गु होगा! इसके साथ ह बध


ु व सनीचर क हालत
नेक होनी चा हए तो जीवन असल शहद क तरह होगा!

आमतौर पर जातक क खद ु क 13 साला उ से मंगल खाना बर- 9 का फल दे गा जो क उ म


होगा चाहे टे वे म बह
ृ प त कैसा भी हो!

अगर टे वे म बध
ु और सनीचर अपने स भाव के अनस
ु ार नेक व ि तथी के अनस
ु ार शभ
ु फल के
ह तो 24 या 28 साल क उ म खब ू धन दौलत जमा होगा!

बह
ृ प त टे वे के िजस घर म उसक ि तथी के अनस
ु ार भाई ह गे या न

1. बह
ृ प त हो 1 से 10 म तो 9 भाई तक हो सकते ह!
2. बह
ृ प त हो 1 से 11 म तो 2 भाई तक हो सकते ह!
3. बह
ृ प त हो 1 से 12 म तो जातक अकेला ह होगा!

तीन द ु नयावी कु ते:

बहन घर भाई कु ता!


ससरु ाल घर जमाई कु ता!

नानके घर दोहता कु ता!


अथात मंगल- 11 के समय ऐसे सांस रक कु ते या न थायी तौर पर इन तीन जगह पर अपना
डेरा मत जमा बैठ!

मंद हालत
कयाफा: मंगल के बज
ु से सीधा खत बह
ृ प त के बज
ु को जा नकले!
- - ऐसा खत काग रे खा का फल दे गा भान मनहूस: जातक आमदन होते हुये भी
करजाई होगा और बुजुरगी जायदाद व पता क तरफ से मल वरासत बेकार होगी!
- - खाना बर- 3 खाल या न मंगल सोया हुआ या टे वे म सनीचर बध
ु मंदे हो रहे ह
तो बाप दादा क जायदाद क कौड़ी कौड़ी बेच कर ख म करने वाल क मत का मा लक!
- - मंगल बद हो रहा हो तो तो औलाद के साथ साथ मामा भी बरबाद ह गे और ऐसे
हालात 43 से 48 साल क उ तक रहा करते ह!
- - मंगल के भाई बंधु अथात जानदार व बेजान चीज़ सभी अशभ
ु फल दगी और दख

का कारण हुआ करती ह!
- - लड़के क पैदाइश के दन से या कु ता पालने से हालात सुधर सकते ह और मंगल
अपना नेक फल दे ना शु कर दे गा!
मंगल खाना बर- 12
दया मीठा लोग - वाह मीठा खलाया
कमी ज़र न दौलत- सभी कुछ हो पाया

राजा होगा सुख का मंगल- घर गु वेश जो

जनम कु टया या क जंगल वाह ह वह दरवेश हो

साथ गु या दज
ू े बैठे पाया केत ू घर तेरा हो
म छ मआ
ु वन हर दो तारे बध
ु पापी नह ं बोलता हो
आठ तीजा न मंदा होगा नह ं बुरा खुद बर 1 हो

साल 24/28 म उतम होगा या जब लड़का पहला भाई दस


ू रा हो
गु शुकर और केत ू टे वे आठ पहले 3–11 जो

मदद मंगल क हर दम करते बैठा कोई वाह कैसा हो

आठ तीजे 9–12 बैठा- बध


ु असर खद
ु अपना हो
र व बैठा 3–11 उ दा मौत बीमार रोकता हो

र व मंदे म असर मंगल का तीन पहले फर 11 हो


असर राहू न टे वे होगा चुप हुआ वह बैठता हो

बध
ु टे वे 8–4 जो आता मंगल 6 वाह 12 हो
उ छोट खद
ु पहले मरता बाद उड़ा दे माता को
- - खाना बर- 12 मीन रा श सनीचर का घर और र शप त बह ृ प त! सनीचर मंगल
के बराबर का ह है और बह ृ प त मंगल का दो त! शुकर ह मंगल के बराबर का ह है
और मीन रा श शक ु र को उं च करती है ! केत ू को भी मीन रा श न उं च कया ले कन केतू
मंगल का द ु मन ह है ! बुध और राहू को इस रा श न नीच कया, बुध द ु मनी करता है
मंगल से ले कन मंगल के होते राहू चप
ु होगा! अगर टे वे म या ह त रे खा के आधार पर
मंगल नेक सा बत हो रहा हो और कायम ह हो तो ी और धन का सुख स पूण होगा
और अगर मंगल बद हो रहा हो तो जातक क खुद क बेवकू फ़याँ उसके धन का वनाश
करगी और 5 साल नुकसान का खतरा हुआ करता है ! इस मंदे असर से बचने के लए
खुद मीठ रोट खाएं और लोग को भी खलाएँ!

ह त रे खा: मंगल नेख (खाना बर- 3) रे खा चल कर खाना बर- 12 को जा नकले!

मंगल 12 सुख का राजा, घर गु वेश हो

जनम कु टया या क जंगल, वाह ह वो दरवेश हो


शेर गरजे, हाथी ढरके, बजल कड़के, चमकती तलवार हो

ख़न
ू ख़ा लस, धन शाहना, स का माना, दमकता प रवार हो
मंगल 12 गु हो दज
ू े, आसमान से पातालाँ
दो शेर से गंज
ू े गंब
ु ंद, हाथी छपे हो जा गाराँ
केत ू तीजे, मंगल 12, म छ मआ
ु वन दोन तारां
साल 24 म उतम हो, या लड़का जब पहला हो

नेक हालत

अब बध ु खाना बर- 1 पर कभी बरु ा असर नह ं करे गा चाहे बर- 1 का ह टे वे


म कैसा भी हो! और केतू भी बर- 1 म नेक फल दे गा! ऐसा जातक गरम स भाव
और खुशपंसद आज़ाद और खुद मुि तयार का मा लक हुआ करता है ! राहू टे वे म
कह ं भी बैठा हो चप
ु होगा और मंदा असर न दे सकेगा!
मंगल अब गरजते हुये शेर क तरह होगा! जातक क पैदाइश उतम खानदान म
होगी! स चे साधू व गु क पालना करने वाला होगा! धन दौलत के भ डार भरे ह
या न ह ले कन जातक क नींद उतम अव था क होगी!
जातक का ज म चाहे जंगल म हो या उजड़ी कु टया म फर भी जातक हर तरह का
सुख पावे! हाथी के मंगल महावत होगा और साधू के लए समा ध या न राहू का
धआ
ु ँ मंगल के काब ू म तो
बह
ृ प त क समाधी म भी कोई खलल न होगा!
अब बधु और पापी ह भी शांत ह गे और कोई नुकसान न कर सकगे ले कन खाना
बर- 3–8–9–12 म बैठा बुध श क स भाव होगा! कुल टे वे के ह नेक होकर
अपना असर दगे और खाना बर- 11–8–3–1 म बैठे ह कभी बरु ा असर न दगे
ले कन अपनी तबीयत अनुसार केतू भ कना नह ं छोड़ेगा और बकर दध
ू दे गी तो
मगने डाल आकर या न बध ु और केत ू मंगल के साथ दश ु मनी के कारन अपना असर
कावट से दगे ले कन रोक नह ं सकगे ले कन खाना बर- 1–3–8–11 म बुध और
केतू भी खामोश ह गे!
जातक क 24 या 28 साल क उ म खुद के यहाँ लड़का या जातक का भाई पैदा
हो तो क मत के जागने का व त समझना चा हए!
केतू खाना बर- 3 या बहृ प त के साथ या बह
ृ प त खाना बर- 2 या बह
ृ प त,
शुकर, केत ू खाना बर- 8–1–3–11 म ह (अलग अलग हो सकते ह) तो हथेल पर
मछ रे खा होगी तो जातक हर तरह से क मत का धनी होगा या न फांसी के व त
भी खुद खुदा जान बचाए! कुल ह कैसे भी बैठे ह अब मंगल क मदद पर ह गे!
सूरज खाना बर- 3 या 11 म बैठा हो और खाना बर- 11 का ह खाना बर-
8 के ह का द ु मन न हो तो मौत और बीमार से बचाव होता रहे गा!

मंद हालत

य द खाना बर- 12 का मंगल बद हो रहा हो तो नीचे लखे क ट ज़ा हर ह गे:


सांस क तकल फ़ बह
ृ प त के कारन!
औरत व धन दौलत क पपरे शानी शक
ु र के कारन!
औलाद क कमी व दख
ु लदर केतू के कारन!
द ु मन क गुमनाम शरारत, फजूल खच व जहमत बीमार राहू के कारन!
अ ल का मौके पर काम न दे ना व योपर म नुकसान बुध के कारन!
मकान, जायदाद व गैर मनकूला (ि थर) साज़ो समान सनीचर के कारन!
मंगल अगर तलवार है तो बुध दल ल से कोई यार नह ं अथात अगर बुध अपनी
लाख दल ल पेश करे ले कन मंगल बद पी तलवार का काम काटना है !
मंगल बद वाला जातक बेवकूफ़ तबीयत हुआ करता है और इसी बेवकूफ के कारन
धन दौलत का नाश, ी सुख मंदा, योपर हा न और नज़र के लए भी अशुभ है ,
जातक अगर अंधा नह ं तो काना ज़ र होगा ले कन मरते व त जातक अंधा होकर
ह मरे गा!
टे वे म केतू मंदा हो तो जातक क पैदाइश के व त बड़ा भाई ज़ र होगा मगर भाई
क 28 साल क उ म जातक खुद ह बड़ा होगा या आमतौर पर मंगल- 12 वाले
के बड़े भाई होते ह नह ं अगर ह तो द ु खया और बेऔलाद ह गे ले कन ल क के
टे वे म यह शत लाग ू नह ं होगी! ऐसे मंगल के व त जातक को लाल रं ग क पौशाक
से परहे ज करना ज र होगा उसक जगह सरू ज क गेहूं के रं ग क पगड़ी या टोपी
का इ तेमाल और बह ृ प त के लए सर पर चोट रखना नहायत शुभ फल दे गा!
बड़े भाइय को चा हए क मंगल- 12 वाले भाई क सेवा दध
ू से कर, अपने पास
चाँद आ द रखनी चा हए!
मीठा खाना और लोग को मीठा खलाना धन, दौलत व उ के लए उतम होगा!
सूरज को मीठा जल चढ़ाना चा हए!
जब खाना बर- 3 खाल या उसम कोई 2 या 2 से यादा ह ह तो मंगल- 12
वाला जातक खद
ु क 28 साला उ तक बड़े भाइय क उ के लए खतरनाक होता
है सवाए उस भाई के िजसके मंगल खाना बर- 10 म हो, ऐसे म जब भी बड़े
भाई पर कोई बुरा असर दखाई दे गा वोह असर टे वे वाले पर आयेगा!
बधु खाना बर- 3–8–9–12 म से कसी घर म बैठा हो तो अपना मंदा असर (बध ु
बैठे घर के अनुसार) जार रखेगा अब मंगल ऐसे बुध को काब ू नह ं कर सकता!
टे वे म सूरज मंदा हो तो मंगल का अशुभ असर खाना बर- 3 उसके बाद खाना
बर- 1 और फर खाना बर- 11 पर होगा!
बध
ु खाना बर- 4 या 8 म हो ले कन सरू ज या का असर न हो तो मंगल- 6
या 12 म कह ं भी हो पहले जातक खुद छोट उ म गुज़र जाए और फर उसक
माता क म ृ यु हो जाए!

उपाओ:

मंगल क मंद हालत के समय मि दर जाकर पूजा करना मददगार होगा!


दध
ू म शहद मलाकर दस
ू र को पलाना शुभ फल दे गा!
जातक खुद मीठ रोट खाये और फक र, कु ते व लोग को खलाये!
सरू ज को मीठा पानी अ पत करना चा हए!
य द सनीचर खाना बर- 2 म हो तो मंगल का फल मंदा होगा ऐसे जातक के
बाजुओं म कोई वकार हो सकता है ऐसे म धरम थान म बताशे चढ़ाने चा हए…टे वे
म मंगल, बध ु व सनीचर कतने भी मंदे य न ह धरम थान मे बताशे चढ़ाने से
तीन ह नेक फल दगे!
Chapter 6
बध

बध
ु सामा य या या
घर 2–4 या 6 बैठा, राजा योगी बध
ु होता है
7 घर म पारस होता, ह साथी को तारता है

9–12–8 तीसरे 11, थूके कोढ़ बुध होता है


घर पहले 10 घूमता राजा, प रवार दौलत 5 दे ता है

बह
ृ प त का पीला रं ग और राहू के नीला रं ग मलने पर बध ु के हरे रं ग को ज म दे ता है
या न बह ृ प त व राहू बध ु के मसनई
ु ह ह! अगर इसी असूल को दे खा जाए तो कंु डल का
खाना नंबर- 12 म बह ृ प त रा शप त होने के कारण और राहू इस घर का ह होने के
कारण हमेशा मोजद ू रहते ह इस लए जब भी कंु डल का खाना नंबर- 12 खाल होगा उसम
मसनई ु बधु मोजदू समझना चा हए! बध ु के चौड़े प त के दर त पर गले म लाल- कंठ
वाला तोता (तोता=बध ु व लाल- कंठ =मंगल) बह ृ प त क नक़ल करे गा या न मंगल बध ु के
साथ होने से बेशक बह ृ प त का सोना न होगा ले कन बह ृ प त क नक़ल ज़ र होगा, जो
बहृ प त के दोन जहान म गु क आवाज़ क नक़ल अपनी पती के हरफ़ से रं ग बरं गे
पर वाल मैना को नहारता होगा!
बध ु वो चीज़ है दध
ू दे ने वाले बकरे क तरह है (द ु नया म दध
ू दे ने वाला बकरा दे खा गया
है िजसम बकरे के नर होने क चीज़ भी हुआ करती ह और वो दध ू भी दया करता है ) जो
हरदम भेढ़ को दे खता रहता है ! प रंद म चमगादड़ के नाम से भी जाना जाता है !
हचाल म तोते क 35 (पती) म कंु डल के खाना नंबर- 9 को उड़ा कर अपना भेद खोल
गया है ! ये बध
ु का भेद दर- असल इ सान और है वान म अकल का दायरा है ! बध
ु एक
अजीब ले कन दलच प ह है अगर नरम हुआ तो इतना क कलई कहलाया और अगर
ताक़त और क़ मत पकड़ी तो ह रे क तरह स त जो शीशे को भी काट डाले या न ये बध ु
क दो हालत ह अगर नेक हुआ तो हर कसी को तारे और मंदा हुआ तो सबको मारे !
बध
ु क अ ल के दायरा के इद- गद क गोलाई म आसमान और पाताल के दर मयान
आकाश म न मालम ू उस मा लक क बनाई हुई कौन- कौन सी चीज़ ज़ा हर ह और कौन-
कौन से अ दर ह छपी- छपाई रखी ह! एक तरफ तो दल को मायस ू करने वाले यालात
क:

“पड़े भटकते ह लाख दानां करोड़ पि डत सयाने”

“जो ख़ब
ू दे खा तो यार आ खर ख़द
ु ा क बात ख़द
ु ा ह जाने”
तो दस
ू र तरफ इशारा है क:
िजधर दे खता हूँ उधर तू ह तू है !

क हर शै म जलवा तेरा हू- ब- हू है !

या न “तू” (वह मा लक) ख़द


ु तो नह ं मगर “तू” का जलवा या क र मा या अ स ज़ र है !
क मत को अपनी मज़ मुता बक लखा तो नह ं जा सकता ले कन लखे को पढ़ने क
को शश ज़ र है , अ ल व सूराख को बरतने या कुरे दने से घटता नह ं इस लए इ सान बध
ु क
मंगल को छे ड़ जाने क तबीयत से हटता भी नह ं! ह और बत ु के इ ठे चलते इ सान को
हज़रत कहा और कहना या होना भी ज़ र है ले कन व त- ए- रहलत (कूच के व त) ये
इ ठे होते हुये भी न होना है यह बध
ु का होना कहलाया है !

बुध का अ य ेह से स बंध

1. कंु डल के खान म अगर बधु पहले के घर म हो तो बध


ु का असर बल होगा चंदर
पर ले कन कंु डल के खान म अगर चंदर पहले घर म हो तो चंदर का असर बल
होगा बुध पर (इस बात के लए ि ट स बंध ज़ र है ), कंु डल के एक ह घर म
बध
ु के साथ कोई और ह हो तो बुध का असर र ी होकर साथ बैठे ह का बढ़
जाया करता है ! अकेला बैठा हुआ बुध जो हर तरह से खाल हो ( ि ट व टकराव
आ द से) तो ऐसा बध ु द ु मन ह घर क भी नेक हालत पैदा कर दया करता है !
(क) जहां राहू के साथ होने पर बह
ृ प त चुप हो जाया करता है वह ं बुध के साथ हो या ि ट स बंध हो तो
बह
ृ प त का नाश हुआ करता है !
(ख) राहू बुध के साथ खाना नंबर- 6 म तो ह ह उं च के ह गे और बुध के साथ केत ू खाना नंबर- 6 म हो तो
बुध तो घर का उं च भी ले कन केतू नीच होगा या न केतू उं च होगा बह
ृ प त के साथ!
(ग) आमतौर पर िजन कंु ड लय म केतू कायम या उं च हो उन कंु ड लय म बध
ु /राहू नीच हुआ करते ह या बध

नर ेह से घरा हुआ और राहू ी ेह से घरा हुआ होगा!

2. िजस कंु डल म बुध हर तरह से कायम या उं च हो उस कंु डल म केतू कमजोर हुआ


करता है ! ले कन अगर दोन एक ह ताकत के ह तो लड़का व लड़क (केतू व बध ु )
दोन ह एक ह ताकत के ह गे या न जब लड़का और लड़क एक ह बतन से इ ठे
पैदा ह तो लड़का (केत)ू बरबाद या ख़ म होगा!
3. अगर केत ू के प के घर खाना नंबर- 6 म या केतू के साथ बध
ु भी हो तो केतू नीच
व बुध न होकर उं च होगा ले कन इसके उलट अगर खाना नंबर- 12 म राहू के साथ
बुध भी हो तो बुध नीच ले कन राहू उं च होगा!
4. ऊपर क तकोन म य द सूरज बैठा हो सनीचर वाल तकोन (ADB) म और
सनीचर बैठा हो सरू ज

वाल तकोन (ABC) म तो ऊपर के असूल अनुसार बुध का नयम लाग ू नह ं होगा
और न ह उस

हालत म जब कंु डल म सरू ज व सनीचर संयु त ह !

5. CAD को लेकर बनती हुई तकोन खाना नंबर- 1 से 5 व 12 बैठा हुआ बह ृ पत


उं च फल का होगा और सूरज को मदद दया करता है चाहे सूरज कंु डल के कसी भी
घर म बैठा हो!
6. CBD तकोन म, खाना नंबर- 6 से 11 म बैठा हुआ बह
ृ प त सनीचर को मदद
दया करता है , सनीचर चाहे कंु डल के 1 से 5 व 12 घर म कसी म हो!
7. बध
ु िजस राशी म बैठा हो और उस राशी का वामी ह कंु डल के खाना नंबर- 9 म
होवे तो शाद और गह
ृ त म खाना नंबर- 9 बैठे ह से संबि धत फल मंदे हुआ
करते ह, खाना नंबर- 9 का ह चाहे बुध का दो त हो या द ु मन! ऐसी मंद हालत
के व त राहू व केतू का उपाओ उनके अपने- अपने दो त ेह का मंदा फल हटा कर
नेक कर दे गा:
(क) बुध या सनीचर या केतू के लए राहू का उपाओ!
(ख) शुकर या राहू के लए केत ू का उपाओ!
(ग) चंदर, सूरज व बह
ृ प त के लए मंगल नेक का उपाओ!
(घ) मंगल के लए बह
ृ प त का उपाओ!

वशेष: मगर बध
ु के लए अपने फल क कोई शत नह !ं

बध
ु कस घर म हो तो कस ह क मदद करे गा

खाना बर- 1 से 2 सनीचर

दस
ू रे ेह को मदद
खाना बर- 3 से 8 सूरज
खाना बर- 9 से 12 सनीचर

दस
ू रे ेह से ता लुक

सामु क व ह त रे खा
- - मंगल के बुज से लगभग उ रे खा के नकलने के थान से चल कर सेहत रे खा क
हद तक इस रे खा क लंबाई को द ु त माना है ! ज र नह ं क हाथ पर सेहत रे खा
मौजदू हो ले कन बध ु के बजु को शकु र के बज
ु से मलाने वाल रे खा सेहत रे खा है ! यह
सर रे खा है और बुध क रे खा भी कहा जाता है !

- - शु होने के थान पर य द सर रे खा उ रे खा से अलग नकले तो पता का सुख


मंदा! जब यह रे खा उ रे खा से मलती हुयी नकले तो ऐसा आदमी हमदद होगा य क
बुध सनीचर का स बंध और दोन ह दो त ह!
- - सर रे खा को मात ृ रे खा भी कहा जाता है ! जब यह रे खा आ खर म थोड़ा सा झुकाव
लए हुए हो!
- - मात ृ रे खा के ऊपर कोण का नशान हो तो जातक क माता जातक छोट उ म
ह चल बसे य क मंगल बद का परभाव आ जाएगा अगर मंगल बद क कोण नीचे
क तरफ हो तो मंगल बद का परभाव केवल बध ु पर होगा ऐसे म जातक माता क आँख
के सामने या न माता के िज़ंदा रहते मर जाए!

सर रे खा िजस कदर दल रे खा के कर ब होती जाएगी या न सर रे खा और दल रे खा


का दर मयानी फासला िजतना कम होगा का अशुभ असर उसी कदर बढ़ता जाएगा!
- - सर रे खा और दल रे खा के दर मयान एक और रे खा आ नकले तो इसको सर क
े ठ रे खा के नाम से जाना जाता है और इसका असर सार िजंदगी नेक हुआ करता है !
ऐसा इंसान मु त या न हराम क कमाई से नफरत करने वाला होगा और य द हराम क
कमाई करे गा तो उसके काम न आकर नुकसान ह दे गी! ऐसी रे खा होने पर मंगल बद भी
अपना बरु ा असर छोड़ दे गा! सर क े ठ रे खा के बरु े असर से बचाएगी, इस रे खा
के व त आमतौर पर माता का सुख तो कम होगा ले कन द रया और खेती के कारोबार
लाभकार ह गे! सर क े ठ रे खा अगर ह प त के बज
ु को जा नलके तो दमागी
कारोबार कताब का छापा- खाना म लाभ होगा!

सर रे खा के शु होने के थान पर ( ह प त के बुज के नीचे) अगर चोकोर या न


मंगल नेक का नशान हो तो ऐसा इंसान अपनी अ ल और दमागी लयाकत से धन
दौलत पैदा करने क ताकत रखने वाला होगा!

- - सर रे खा से अगर कोई रे खा नकल कर क रे खा को छूए तो दल क खराबी


से ऐसा यि त बुरे काम करे गा जो क बना चाहे और सोचे हुआ करते ह, ऐसा यि त
अचनचेत खन ू तक कर सकता है !
- - अगर सर रे खा से शाख नकल कर बुध क तरफ जा नकले तो यापार म फायदा
होगा ले कन ऐसा जातक लालची और झूठा होने के कारन नुकसान उठाएगा!
- - अगर सर रे खा से शाख सनीचर के बज
ु को जा नकले तो नहायत बरु और
मनहूस, अचानक मौत का खतरा य क बुध, और सनीचर का स बंध हो जाएगा!

सर रे खा से कोई रे खा नकल कर शुकर के बुज को चल जाए तो ह थ का आराम


और औरत क तरफ से मदद मले!
- - अगर मात ृ रे खा के ऊपर और दल रे खा के नीचे X का नशान हो तो यि त हर
काम खु फया रखने क ताकत रखता होगा ले कन ऐसे इंसान क मौत सर कटने से हुआ
करती है ! यह नशान अपनी शाख से सरू ज और सनीचर को मलता हो तो तो जीवन जो
सूरज क तरह चमक लए हुये होगा सनीचर के याह भूत म त द ल होगा, दौलत का
त त मुसीबत के ब त म त द ल होगा, दौलत का हाल यह होगा क सोने के थाल क
जगह म ी का तवा होगा ले कन अगर 35 और 42 साल के दर मयान घर म कोई ऐसा
लड़का पैदा हो िजसक आँख म खराबी और िज म बरबाद सा हो तो लड़के क 9, 18
या 36 साल क उ म म ी को सोने म त द ल कर दे गा!

बध
ु से राहू क़ा स ब ध

1. बध
ु और राहू दोन एक ह घर म ह या दोन अपने अपने मंदे घर म, बुध खाना
न बर 3, 8, 9, 11 और 12 म मंदा और राहू खाना न बर 1, 5, 7, 8 और 11 म
मंदा, तो इन दोन योग म जातक को जेलखाना या पागलखाना या शफाखाना ज र
पहुंचाएगा! या फर कसी भी कारण उजाड़ जंगल ज र ले जायेगा!
2. कसूर या बमार हो न हो ले कन बना कसी कारण क ट दे गा और मंदे खच
करवाएगा! सामा य यो तष म इसी को अ य रोग तथा ेत पीड़ा क़ा योग कहा
गया है ! अ य रोग वोह ह िजनका इलाज डा टर या वैद न कर सक! कह ं कह ं
गु त रोग को गु त अंग क़ा रोग भी कहा गया है !
3. बध
ु राहू उपर व णत घर म न ह ले कन इन घर से स ब ध रखने वाल जानदार
चीज़ से स ब ध रखना या इन घर क चीज़ क़ा योपार करना भी इस योग को
बनाएगा और बुध व ् राहू संयु त गने जायगे! बुध से स बि धत तेदार- बहन,
बआु , मौसी, साल और यापर कहा गया है ! राहू- ससरु ाल, नाना नानी और काम
बजल , जेल क़ा काम आ द!

- - - य द बध
ु अकेला हो खाना न बर एक म और खाना न बर एक क़ा कारक ेह
सूरज हो खाना न बर १२ म तो बुध वह फल दे गा जो सूरज क़ा खाना न बर १२ क़ा है !
इसी तरह य द बुध एक समय सूरज हो खाना न बर चार म तो बुध वह फल दे गा जैसा
क सरू ज चार क़ा लखा है !
उपर दए उधारन के अंतगत बुध खाना न बर एक म मंदा हो जाये तो अशुभ परभाव
रा श ती मंगल पर होगा अगर बुध खाना न बर एक म मंदा हो और मंगल बैठ जाये
खाना न बर नौ म तो मंगल क़ा फल यथ होगा!

बध
ु अकेला आकाश का च कर, नप नलप होता है
घर 2–4 या 6 म बैठा, राज योगी हो जाता है

घर तीजे ता 8 होवे, मदद र व को दे ता है

9 ता 12 या दस
ू रे पहले, श न को बल करता है
घर प का िजस ह का होवे, बैठा वहाँ वह बनता है

7 घर म पारस होवे, ह साथी को तारता है


3–8–12–9 म बैठा, कोढ़ थूकता होता है

घर पहले होवे घम
ू ता राजा, प रवार र व 5 करता है
सर का ढांचा या दाँत ह उसके, अगला सरा नाक होता है

र तार, आवाज़, ह नाड़ या गदन, मंतक हाथ भी होता है

शम, हया तंजीम जो खाल , अ ल सुराख़ भी चलता है

हसाब सुभाओ जो ज़ाती है उसका, फैसला बध


ु का होता है
श न बह
ृ प त 11 रा श, बध
ु से दोन चलते ह
बध
ु दबाया हो या मंदा, दोन न फल जाते ह

बु के काम ( तजारत- योपर- हुनर- द तकार - दमागी लयाक़त) से धन- दौलत कमाने
का 34 साल क उ का समय बध
ु से भा वत होगा! नेक बैठा बध
ु इन सभी काम म
शभु फल दे गा!

कसी द ु मन ह के कारण ज़हर ला बध ु (ज़हर आलूदा) खाना नंबर- 1–2–4 म बैठकर साथ
बैठे ेह पर मंदा असर नह ं दया करता ले कन ख़द
ु का असर बेशक मंदा हो ले कन खाना
नंबर- 11 व 12 म बैठा बधु हड़काए कु ते क तरह होगा!

कंु डल म चंदर व राहू का झगड़ा हो तो बध


ु बरबाद हुआ करता है !

बरु े ह के साथ बैठा बध


ु उसके असर को और भी बरु ा कर दे गा जब क शभ
ु या नेक ह
के साथ बैठा बध ु उसके असर को कई गनु ा नेक कर दे गा!

बध ु िजन घर म मंदा लखा ह उनम ये चमगादड़ क तरह होगा जो अंधेरे म जागा करता
है अब बध
ु भी खु फया शरारत कया करता है और मंदे बध
ु क पहल नशानी होगी क
नए बने मकान क सी ढ़याँ गर जाना या गरवा कर नई बनवाना!
पाप (राहू व केतू) बध
ु के दायरे म चला करते ह सवाय खाना नंबर- 4 के जहां बध
ु राहू
केतू के मंदे असर से बर होगा!

मंदे शुकर को बध
ु हमेशा मदद दया करता ले कन कंु डल म राहू व केतू मंदे नह ं होने
चा हय य इन दोन के मंदा होते ह बध
ु भी मंदा होगा और हर तरफ मौत का नज़ारा
होगा, ऐसे म शुकर भी ऐसे घर म हो जहां बध
ु मंदा हुआ करता है तो शुकर भी बरबाद
होगा!

अकेला बैठा हुआ बधु (जब ि ट से खाल हो) तो नक मा और बना कसी ताकत के
होगा और िजस घर म बैठा हो उस घर के ठहराए हुये प के ह क ि तथी अनस ु ार फल
दे गा! ले कन बधु के बैठा होने वाले घर का रा शप त य द खाना नंबर- 9 म हुआ तो बध ु
उस रा शप त को जड़ से उखाड़ दे गा! बध ु कस घर म बैठ कर खाना नंबर- 9 म बैठे कस
ह को बरबाद करे गा इसके लए नीचे क ता लका दे ख इसको “बध ु का भेद” कहा है !

बुध का भेद
बध ु का भेद एक बड़ा उलझन भरा हुआ भेद है और इस भेद को समझना अ यंत क ठन
है ! एक ऐसा ह जो न जाने कब कैसा असर दे डाले यह बध
ु का भेद है ! बध
ु कंु डल के
कसी खाना म बैठा हो और उस घर का र शप त य द खाना बर- 1 म मल जाए तो
बध
ु उस ह का समल
ू नाश कर दे गा! अ त महतवपण
ू है इस लए बध
ु के इस भेद क
या या नीचे द गई ता लका म क ी है !

बध
ु खाना बर कस ह का आमतौर पर कस ह को बरबाद करे गा जो क उस व त
म बैठा हो फल दे गा खाना बर- 9 म बैठा हो

खाना बर- 1 सूरज मंगल

खाना बर- 2 ह पत शुकर

खाना बर- 3 मंगल शुकर

खाना बर- 4
खाना बर- 5 ह पत सरू ज

खाना बर- 6 केतू केतू बध


खाना बर- 7 शुकर बध


ु शुकर

खाना बर- 8 मंगल सनीचर मंगल

खाना बर- 9 ह पत ह पत

खाना बर- 10 सनीचर सनीचर

खाना बर- 11 ह पत सनीचर

खाना बर- 12 राहू राहू ह प त

- - इस ता लका को गौर से दे ख तो खाना बर- 1 म बुध तो परभाव होगा सूरज जैसा


ले कन अगर उसी व त र शप त मंगल बैठा हो खाना बर- 9 म तो मंगल बरबाद होगा!
इसी नयम के अनुसार सभी ेह के फल को दे खना चा हए! बात को समझने के लए
उधाहरण दे ख!
य द बुध अकेला हो खाना न बर एक म और खाना न बर एक क़ा कारक ेह सूरज हो
खाना न बर 12 म तो बुध वह फल दे गा जो सूरज क़ा खाना न बर 12 क़ा है ! इसी
तरह य द बध
ु एक समय सरू ज हो खाना न बर चार म तो बध ु वह फल दे गा जैसा क
सूरज चार क़ा लखा है !
इस नयम म खाना नंबर- 2–4–6 म बैठे बुध को अलग से दे खना चा हए य क इस
घर का कायम बध
ु राजयोग या न नेक फल दे ने वाला लखा है !
- - खाना बर- 3, 8, 9, 11, 12 का मंदा बुध बेवकूफ कोढ़ म लाह क तरह होगा
जो खतरे के समय अपनी बेड़ी को खुद डुबो कर आमदन के ज रया को ख म करे !
बध
ु का अंडा- अ ल का बीज नह ं मगर अ ल क नकल ह बध
ु का अंडा है
बध
ु का अंडा या न अ ल का बीज जो इस ह का प का घर बह ृ प त है और बध
ु के
बनावट के ेह (मसनुई ेह बह
ृ प त+राहू) म से एक है अब ये बुध बह
ृ प त क नकल
होगा या न पीतल जो बहृ प त क नकल करता होगा! अलग- अलग घर म बैठे बुध को
अलग- अलग क म का अंडा लखा है जो उसके नेक व मंदे फल को दखाते ह!
खड़ा अंडा खाना बर- 2, 4, 6 का बध
ु नेक माना गया है !

लेटा हुआ अंडा खाना बर- 8 व 10 का बध


ु खराब नह ं ले कन शभ
ु भी नह ं

गंदा अंडा खाना बर- 12 का बध


ु नहायत अशुभ!

माँ धी खाना बर- 1 व 7 का बध


ु सम अव था!

चमगादड़ खाना बर- 3 व 9 का बध


ु त समी भूत!

दध
ू दे ने वाला बकरा खाना बर- 5 का बध
ु या न नेक हालत!

लाल कंठ वाला तोता खाना बर- 11 म बध


ु मंगल संयु त!

बुध के दाँत

बध
ु दांत का कारक ह है और जब तक दाँत कायम ह गे तो ख़ुद क आवाज़ काबू
म होगी जो क बह
ृ प त क हवाई ताकत है जो औलाद क पैदाइश है और अब
मंगल भी साथ दे गा या न ब चे क पैदाइश के समय दाँत नह ं थे चंदर न माता के
दधू क श ल म मदद द और जब दाँत दए तो अनाज (शुकर) साथ हुआ!
जब दाँत आए तो मंगल भी साथ हो गया जो क ब चा पैदा करने क ताकत है !
ले कन जब ऊपर जबाड़े के सामने के तीन दाँत बना कसी बीमार के गर जाएँ तो
बुध क अपनी ताकत कु वत- ए- बाह (कामइ छा) का ख म होना या न बुध ख़ म!
अब न तो मंगल का साथ होगा और न ह बह ृ प त क हवा पर काब ू होगा या न
उस यि त (मद हो या औरत) के अब औलाद का ज़माना ख म समझना चा हए
और बह
ृ प त ख म हुआ तो ला लद हुआ!

बध
ु का स भाव
जब कंु डल हर तरह से मक ु मल हो और खाना बर- 1 मे 1 का हंदसा तो टे वे म का
खास स भाव क बुध क तबीयत कस ह जैसी है यह नधा रत करना अ त आव यक
है ! ह टे वे म अकेले अकेले बैठे ह या कसी एक खाना म सारे के सारे (राहू और केतू
को छोड़ कर), य क यह दोन हमेशा अलग अलग ह रहगे! हरे क ह के लए उसक
एक ताकत मुकरर जो क ऐसे है : ह प त- 6, सूरज- 9, - 8, शुकर- 7, मंगल- 5,
बध ु - 4, सनीचर- 3, राहू- 2, केतू- 1

1. यह बात भी साफ हो चुक है क बुध िजस घर म बैठेगा उस घर कारक ेह के


1. यह बात भी साफ हो चुक है क बुध िजस घर म बैठेगा उस घर कारक ेह के
समान फल दे गा और र श ती को बरबाद करे गा! बध ु कस ेह के समान अ छा या
बुरा फल दे गा इस बात को समझने के लए बुध का वभाव जानना नहायत ज र
है और यह बध
ु का भेद है !
4.कोई एक ेह िजस खाना न बर म बैठा हो उस खाना न बर के अंक को ेह क
ठहराई हुयी ताकत से गुना करके नौ से भाग द! इस तरह नौ के नौ ह को खाना
न बर के अंक से गन
ु ा करके तमाम ह क गन
ु ा शद
ु ा रकम ( ह दसा) को जमा
करके नौ से भाग द! वभािजत अंक को छोड़ कर जो शेष बचे वह बुध का भेद है !
इस बात को और भी प ट करने के लए आ खर म उधारन तुत है !

2. भाग दे ने पर य द शेष शू य बचे तो बध ु का वभाव कंु डल के खाना न बर 5 म


बैठे हुए ेह क तरह होगा! य द कंु डल का खाना न बर 5 खाल हो तो बुध र श ती
सूरज क तरह वभाब रखेगा
3. जब बध ु क ताकत शू य या न शेष ह दसा शू य बचे तो उस कंु डल म राहू और
केतु का दस
ु रे ह पर अ छा या बुरा कोई परभाव नह ं होगा! ले कन राहू और केतु
का नजी परभाव यथावत कायम रहे गा!
4. ऐसी हालत म राहू/केतु क ि ट बुध के दायरे म बंद होकर शू य होकर रह जाएगी!
ले कन बध
ु खाना न बर 4 के समय य द राहू या केत ु खाना न बर4 म ह तो राहू
और केत ु का परभाव शू य होगा!
5. य द ह क जुदा जुदा ताकत, बना खाना न बर के, को जमा कर तो कुल योग
होगा 45 इस रकम को 9 से वभािजत करने पर शू य शेष बचेगा! शू य का मतलब
बुध का वभाव खाना न बर 5 के ेह क तरह होगा!
6. य द खाना न बर 5 म कोई ेह न हो तो िजस घर म सूरज होगा और उस घर से
स बि धत जैसा सरू ज का वभाव होगा उसी परकार बध
ु का वभाव होगा! यह
नयम बा क ह के लए भी लाग ू होगा! बुध िजस ेह के वभाव का सा बत हो
जाये उस ेह क टे वे म अ छ या बुर जो भी ि त थ होगी बुध उस ेह के अनुसार
फल दे गा!
7. सूरज और मंगल के मुकाबले म बुध का फल शू य होगा के समान होगा! य द बुध
टे वे म मंगल या सूरज के साथ बैठा हो तो अपनी आधी अव ध तक चुप रहे गा
ले कन ख़ु फ़या शरारत से बाज़ नह ं आयेगा!

- - - - वशेष:- बुध से राहू केतु का स ब ध है , खाना न बर 4 को छोड़ कर हर घर


के बधु म राहू केत ु का परभाव शा मल गना जाता है ! सरू ज और मंगल के साथ बध ु चप

ज र है ले कन शरारत से बाज़ नह ं आयेगा! शु कर म बुध का परभाव न हो तो खाना
न बर 8 का फल दे गा! शु कर और मंगल म ि ट योग न हो तो बध ु दोन को अपनी
नाल वारा मला दे ता है ! बुध िजस घर म हो उस घर के कारक ेह फल ेह क
ि त थ अनस ु ार दे ता है और र श ती का फल खराब करता है ! बध
ु अपना सीधा फल नह ं
दे ता, शुभ ह के साथ हो तो उसक शुभता बड़ा दे गा और मंदे ह के साथ बैठ जाये तो
उनको और मंदा कर दे गा! इसका सवभाव ह के बल से जान और उसी के अनस ु ार
उपाए करने चा हय! बुध का स भाव समझने के लए नीचे द गयी कंु डल व ेह क
ताकत और तर का दे ख!

(यह कंु डल लाल कताब- 1952, फ़ाह- 537 से ल है )

कुल ेहो क ताकत को जोड़ने पर 45 क सं या आती है इसको जब 9 से वभािजत


कया तो कुल सं या 5 और शेष बचा सफर यानी बुध टे वे म सूरज के स भाव का होगा!
यह एक आम प ृ या है अब इसी के अनसु ार ऊपर उदाहरण के तौर पर द गयी कंु डल
म बुध का स भाब दे खते ह!

अब ह िजस खाना बर म बैठा है उस खाना बर क सं या को ह क ं ताकत से


गन ु ा करना होगा, जैसे ह प त खाना बर- 4 म है इसको ह प त क ताकत जो क
6 है से गुना करने पर 24 का हंदसा मला! इसी नयम के अनुसार हरे क ह क खाना
सं या को ह क नधा रत ताकत से गुना करके उपल ध सं या को जमा करने पर 219
का हंदसा मला इस ह दसे को 9 से भाग दे ने पर वभािजत सं या मल 24 और शेष
बचा 3, वभािजत सं या को छोडने पर शेष 3 बचा जो क सनीचर क ताकत है इस लए
टे वे म बधु होगा सनीचर के भाब का और सनीचर अपने ज़ाती नयम के अनस ु ार मंदा
है इस लए बुध सनीचर क चीज पर मंदा फल दे गा और सनीचर भी दोगुना मंदा फल
दे गा!

1. बध
ु का स भाव िजस ह से मलता हो उपाओ उस ह और बध
ु दोन को मलर
कर करना होगा!
2. बध
ु खाना नंबर- 3 या 9 म हो तो लाल गोल क मदद लेनी चा हए, ले कन अगर
बधु नेक स भाव का हो तो लोहे क जगह सीसे क होनी चा हए और रं ग उस ह
का होगा िजस ह के स भाव का बुध हो!
3. बुध खाना नंबर- 12 के समय न ट होने वाले ह का उपाओ होगा या केत ू (दोरं गा
कु ता ले कन लाल न हो) कायम करना चा हए!

तोते क पती
लाल कताब म कसी भी बात को समझाने के लए थकार न पंजाबी भाषा म
चि लत लोकोि तय का बखूबी योग कया है ! इसी के अंतरगत एक बहुत स
लोकोि त, “लत पत दाता चतरु सजु ान कहो गंगा रामा ी भगवान” को बध ु का कंु डल के
12 खान म कैसा भाव रहता है का बहुत ह ख़ूबसूरती से बयान कया है !

इसी लोकोि त के अनुसार बुध का 12 म से कसी भी खाने म बैठ कर भाव कैसा


और कस ह के अनस ु ार होगा और इस बात को समझने के लए इस लोकोि त के
ल ज का इ तेमाल कुछ इस तरह से कया है “लट पट 35 चतुर सुजान कहो गंगा रा
मा ी भाग वान”

ल ज़ ह टे वे का खाना व भाव

लट शन 10 लटपट, उमर, लूटना, म कार

पट/पत बह
ृ पत 2 पत, इ ज़त, दौलत

35 बह
ृ पत 11 पेशानी, सब क क मत

चतुर बध
ु 7 चतुराई, अकल

सुजान मंगल 3 यायशील तो मंगल नेक का फल

कहो केतू 6 कहना, सुनना

गंगा गु 5 गंगा द रया, समु , आजाए औलाद


रा राहू 12म, मुझ,े मेरा, अ भमान

मा चंदर 4 माता, दल, शाि त

ी सरू ज 1 सब से उ तम, सबका बज


ु ग

भाग शक
ु र 7 ल मी, औरत, ज़मीन

वान मंगल बद 8 बाण, पतर, सब का आ खर, मौत

लट: यह श द लत या न ऐब से लया है और बध ु खाना नंबर- 10 के समय य द


यि त को सनीचर क मंद चीज़ इ तेमाल करने क लत होगी तो बुध का फल
नहायत मंदा होगा!
पट: यह श द पत या न इ ज़त है और बह ृ प त क ख़ा सयत या न खाना नंबर- 2
का बुध मान- इ ज़त दे ने वाला होगा ले कन यि त को अपने वचार और करम
बह
ृ प त क तरह रखने चा हय!
35: यह ल ज बहृ प त खाना नंबर- 11 के गण
ु को बताता है ! बध
ु - 11 के समय
इसको अपने कम , मन व वचन से ठ क रखना चा हए!
चतुर: बुध खाना नंबर- 7 के समय अपने प के घर का होगा! चतुर श द नेक
मायन म योग कया गया है या न यावहा रक जीवन म चतरु होना ज़ र ले कन
चालक व बे- ईमान नह !ं
सुजान: बुध खाना नंबर- 3 के समय यि त को जीवन शैल नेक रखनी चा हए व
यायशील व दसू र के त नेक दल जो मंगल नेक क ख़ा सयत है !
कहो: या न बोलाना कहना, ज़ब ु ान बध
ु क चीज़ है ले कन खाना नंबर- 6 म बध
ु के
साथ- साथ केत ू का भाव है इस लए बोलते समय मंदा बोलने से बचना चा हए!
गंगा: गंगा सबसे प व द रया या न बुध खाना नंबर- 5 के समय स भाव व करम
से नेक होना नहायत ज़ र जो बह ृ प त क तरह औलाद व धन के लए नेक फल
दे गा!
रा: या न राहू, बुध खाना नंबर- 12 म नीच व राहू का प का घर होने कारण राहू
के भाव म होगा इस लए गु सा, एहम व म कार से बचना चा हए!
मा: या न माँ, बध
ु खाना नंबर- 4 म चंदर क तरह फल दे गा यि त य द माता व
माता समान औरत क सेवा करता रहे और पैर छू कर आशीवाद लेने का आ द हो!

ी: ह सरू ज सभी ेह का सरमौर और खाना नंबर- 1 का प का ह, बध


ु खाना
ी: ह सरू ज सभी ेह का सरमौर और खाना नंबर- 1 का प का ह, बध
ु खाना
नंबर- 1 के समय यि त य द याय य बने और धा मक कम क पालना करने
वाला होगा तो बधु उं च के सरू ज जैसा फल दे गा!
भाग: या न शक
ु र और खाना नंबर- 7, इस घर म बध
ु का भी भाव रहा करता है ,
यि त औरत क इ ज़त करने वाला और सनीचर के मंदे काम से दरू रहने वाला
होगा तो असर हर तरह से नेक ह गे!
वान: या न बान मंगल बद का फल जब बध ु खाना नंबर- 8 म हो तो हर तरफ से
मायूसी होगी इस लए बुध को नेक रखना ज़ र है !

वशेष: इस सार या या म खाना नंबर- 9 का कोई िज़कर नह ं अथात खाना


नंबर- 9 बह
ृ प त के हर तरह से उतम भाव का तीक है और बध ु बहृ प त के
वपर त! इस घर का बुध इसी द ु मनी के कारण इस घर म बैठ कर कंु डल के सब-
के- सब ेह को कैद कर न फल कर दे ता है अब बुध ह भावी होगा!

असल बध ु : खाल खुलाओ, सफ़ेद कागज़, शीशा और फटकड़ी होगा, इस पर ज़रा सी


मैल या न कसी मंदे ह का स बंध हुआ तो इसक गोलाई का क (मरकज़) मालूम
करना अ यंत क ठन होगा इस लए इसक अ छाई या बरु ाई क जांच कर लेना बहुत
ज़ र होगा! खाना नंबर- 3 या 9 या कसी और घर का मंदा सा बत बुध उसी साल नेक
होगा िजस साल वह अपने ज़ाती स भाव के असल ू पर नेक होगा ले कन जनम के पहले
साल या मह ने बुध का ह रा हर हाल म ज़हर ला होगा ले कन अगर हुआ तो यि त
जनम मरण के झगड़ से दरू होगा!

बध
ु क खाल नाल

कंु डल म 1/3 क ि तथी म बैठे हुए ह आपस म मला नह ं करते इस लए कसी


दस ू रे ह म अपना असर भी नह ं मला सकते! ले कन बुध क नाल के वारा
कसी ि तथी म मल जाएँ तो आमतौर पर नेक असर हो जाया करते ह! इस
ि तथी म बैठे ेह को मलाने क ताकत सफ बध ु म और इनका मलना बध ु क
नाल वारा हुआ करता है !
बुध व शुकर कंु डल म संयु त ह तो नेक फल दया करते ह य क दोन ह दो त
और खाना नंबर- 7 दोन ह ेह का प का खाना भी है ! अगर ये दोन अलग-
अलग बैठे ह और ि तथी एक दस ू रे से 1/7 क हो तो दोन ह ेह का फल र ी
होगा! ले कन जब ये दोन ह अलग- अलग घर म ह तो बध ु अपने बैठा होने
वाले घर और साथ बैठे हुए ेह का असर अपनी नाल के वारा शुकर म मला
दया करता है और इस तरह बुध और बुध के साथ बैठे ेह का असर शुकर म
मला हुआ होगा!

अंतर यह है क शु कर अपना परभाव बुध म मलाने म समथ नह ं ले कन बुध के


अंतर यह है क शु कर अपना परभाव बुध म मलाने म समथ नह ं ले कन बुध के
बैठे हुए घर के ह का असर शु कर के बैठे घर मला हुआ होगा!
जब भी बध ु शु कर का परभाव दे खगे तो यह याद रख क अगर बुध बैठा शु कर
से पहले घर म और बुध अपने घर का परभाव शु कर के बैठे हुए घर म मलाये
तो बधु का उठा कर लाया हुआ परभाव शभ ु ह होगा ले कन बध
ु सथत घर म य द
शु कर के श ु ेह ह तो शु कर इजाज़त नह ं दे गा क बुध उन श ु ह का
परभाव शु कर म मलाये! ऐसी अव था म बध ु क नाल बंद मानी जाएगी!
जब बधु क नाल बंद होगी और शु कर को बध ु क मदद नां मल सकती हो तो
शु कर पागल होगा, म ेह ह तो अपना परभाव शु कर के बैठे हुए घर म
लेजाना पड़ेगा!
स भव है क ऐसी मलावट म राहू केतु दोन शा मल ह (यह ि थ त केवल तब
होगी जब बुध शु कर भी सात ह और उनके साथ राहू केतु भी सात ह ) ऐसे
योग म य द बुध हो शु कर से बाद के घर म और वषफल के अनुसार राहू केतु भी
साथ ह आ जाएँ अथात वषफल म कोई खाना न बर एक म आ जाये तो नचोड़
यह होगा एक तो बुध शु कर राहू केत ु साथी ेह हो गये, दस ू र तरफ राहू केत ु का
अपने राज म आने का समय हो तो और रा श नंबर के हसाब से बोलने वाले ह
भी ह जातक के लए मारक योग होगा या न अ त मंदे असर हुआ करते ह!
अगर बध ु शु कर से पहले के घर म हो तो उपर कथनानुसार मंदा समय नां होगा!
मंदा समय केवल राहू/केत ु के खाना न बर 1 म आने पर होगा (दौर/दौरे का अथ
कसी भी ेह का खाना न बर 1 म आना), शु कर या बुध य द खाना न बर 1 म
आएंगे तो मंदा फल नह ं होगा!
मंगल और बुध आपस म श ु ह ले कन मंगल के बना शु कर क़ स तान नह ं
होती इस लए जब बुध मंगल के साथ हो, साथी ेह हो तो वह लाल कंठ वाला
तोता होगा जो अपना खुद का और मंगल का परभाव शु कर म मला दे गा और
शु कर के स तान हो जाएगी (शु कर रज और मंगल वीय के कारक ह)!
इस बध ु क़ नाल का खास लाभ मंगल को मलता है ! कई बार मंगल को सरू ज या
चंदर क़ मदद नह ं मल रह होती, अथात मंगल बद होने क़ स भवना बन रह
होती है , जब ि ट योग नां हो तो बध ु क़ नाल मंगल को सरू ज या चंदर से मला
दे ती है और मंगल नेक हो जाता है !
मंगल के बना शुकर क औलाद कायम नह ं रहती! बुध मंगल के साथ होवे तो बुध
लाल- कंठ वाला तोता होगा और खुद मंगल के असर को उठा कर शुकर म मला
दे गा और शुकर क औलाद को बचा लेगा ऐसी हालत म शुकर व बुध का आपस म
पहले या बाद के घर म होने पर बुध क बुराई क शत नह ं होगी अथात बुध क़
नाल 100%, 50%, 25% और अपने से सात होने ि ट से परे ! बध ु और शु कर
क़ ि ट एक तरफ से होती है िजसम बुध और शु कर का परभाव मला हुआ माना
जाता है ! यह बध
ु क़ नाल का परभाव है जो बध
ु शु कर को मलाता है !
मलावट म राहू के साथ हो जाने से जब शु कर न बध
ु को बाहर रोक दया तो बध

के बना शु कर पागल हुआ और खाना न बर 8 का फल दे ने लगा!

इसी तरह शु कर के बना बुध का परभाव उस फूल क़ तरह होगा जो फल नह ं दे


पायेगा अथात कामइ छा (कु वत- ए- बाह) तो होगी ले कन मंगल क़ ब चा पैदा
करने ताकत का लाभ शु कर को नह ं होगा!

मंदे बुध के आम उपाओ

1. नाक छे दन करवाएं ५–६ चाँद डाल कर रख ता क छे द बंद न हो!


2. हर रोज़ फटकड़ी से दांत साफ कर!
3. घर के कई सद य क़ा बध ु मंदा हो या वषफल म जातक क़ा बध
ु मंदा हो रहा हो
तो बकर दान कर! बुध क़ा उ तम उपाए है !
4. पूर धा और व ध के अनुसार क या पूजन करते रहना चा हए!
5. बुध मंदा हो ले कन जबान म तोतला पन हो तो बुध मंदा परभाव नह ं दे गा!
6. य द घर से बीमार नां नकले एक बाद दस
ू रा रोग लगा रहे तो पूरा पीला क ू
(साबुत) जो अंदर से खोखला हो धरम थान म द!
7. शु कर मंदा हो तो बुध उसक मदद करता है ले कन य द शु कर बुध मंदे घर म
हो शु कर बबाद होगा!
8. य द टे वे म राहू और केतु मंदे ह तो बुध क़ा परभाव भी मंदा होगा! औरत मौत
गंूजेगी
9. अकेला बुध चाहे कसी भी घर म हो नबल होगा! अकेला बुध उस ेह क़ा फल दे गा
जो उसके ि तथ भाव म दे रहा ह ो!
बुध खाना बर- 1
(राजा या हा कम मगर खद
ु गज़, शरारती- बदनाम)
मले त त औरत को कतना ह ऊंचा,
जवानी म तोहमत का खतरा ह होगा

फ द ु नया छोड़ो व बावा- व त सुलझाने को है

लड़के जैसी ल क राजा- लेख जग जाने को है

तबला गो न अपना उ दा- राग सब का दल हरे


रं ग काला गर हो उसका- पानी म प थर तरे

बुध घर पहले पांच - सूरज को प रवार

बा रश धन क हो रह - दन न गुज़रे चार

श न चलेगा बध
ु इशारे - पाप पड़ा खद
ु रोता हो
धरम प का न बेशक कदरे - राज सेहत ज़र उ दा हो

बुध चीज पर बुध गो मंदा- तोता च म वाह होता हो

शराबी कबाबी बेशक कतना- र क मंदा न अपना हो

- - हथेल पर सूरज के बुज पर, खुद अपनी ताकत सूरज को दे कर सूरज क ताकत को
बढ़ाने वाला! सरू ज व बधु दोन ह बराबर का फल दे ने वाले ह! बध
ु अपनी उ के आधे
ह से तक अपना अलग से फल नह ं दे ता उसके बाद उसका अपना फल होगा ले कन फल
उ म होगा! राजदरबार से फायदा ले कन ऐसा इ सान बे लहाज़ हुआ करता है ! खाना बर-
1 मेख रा श और र शप त मंगल जो बुध का द ु मन है ! इस रा श को नीच करने वाला
ह सनीचर जो मंगल के बराबर है और ऊंच करने वाला ह सूरज जो मंगल का दो त
और सरू ज के सामने बधु चप ु रहता है ! ऐसा यि त शराबी कबाबी हुआ करता है ले कन
11 साल क उ तक नेक व लहाजी इ सान होगा!

ह त रे खा: सूरज के बुज कसी शाख का बुध के बुज पर चले जाना या सूरज के बुज
पर बध
ु का दायरा!

पहले घर का बध
ु है राजा, घम
ू े फरता दर- ब- दर
च म तोता, अ ल खोटा, मंदा हो शाम व सनीचर

तबला उ दा, राग मंदा, हमचू मा न द गरे

रं ग काला गर हो उसका, पानी म प थर तरे

आम साधारण हालत माँ- धी! ज़बान, सर का ढाँचा, आकाश का च कर औरत के टे वे म बध



मा न द सूरज उतम होगा और पैदाइश भी व त दन सूरज के बाद क होगी!

बहै सयत त त- ए- शाह , बध ु म पाप (राहू- ससुराल व केतू- औलाद) क मंद हालत का साथ
होगा, और सनीचर भी बध ु के इशारे पर काम करता होगा, िजसका सबत ू होगा वो श स खाने
पीने वाला या न शराबी कबाबी और अपने धरम करम से कदरे लापरवाह होगा!

मंदा हो बध
ु (बढ़
ु ापा) व सनीचर(बचपन)
बचपन व बढ़ ु ापा ल ज का इ तेमाल ेह असर क उ के आधार पर है ! जातक जब जनम
लेता है तो पहल 6 साल क उ तक सनीचर का असर गना है और आ खर 2 साल बध ु का
असर गना है इस लए सनीचर- बचपन और बध ु - बढ़
ु ापा!

नेक हालत

अपनी तबीयत पर घम
ू ता हुआ राजा होगा, राज दरबार से फायदा होगा!

आकाश म कसी चीज़ का न होना बधु का होना कहलाता है या खाल खल


ु ाओ सरू ज का दायरा
फ़ज खाल च कर इस ह क ह ती होगी!

मंगल के फल को बेशक नक मा कर दे वे ले कन सूरज का असर कभी मंदा न होगा बि क ऐसे


जातक का खन ू ऐसा होगा जो गम मलते ह ऊपर नीचे चलता हो! िजस घर म सूरज होगा उस
घर से स बंध रखने वाले र तेदार दे खते ह दे खते दौलतम द हो जाएंगे!

सूरज क है सयत पहले परु ाने जमाने क माया दौलत क फ छोड़ अ छे व त क नशा नयाँ
दखाई दे ने लगगी! घर क लड़ कयां भी राज करगी और जातक खद ु भी सुखी होगा!
धरम से कसी भी कारण दरू रहने वाला होगा ले कन इसका अशुभ असर रज़क व आमदन पर
नह ं होगा! सफ सनीचर ह नह ं कुल ह बध
ु के इशारे पर चलगे:घम
ू ते बध
ु के दायरे म ह: के
असल ू पर!

खाना बर- 7 म कोई ह हो खासकर बध ु या सनीचर और यि त का रं ग काला हो तो पानी


म प थर तैरा दे ने क शि त का मा लक होगा!

सूरज का बध
ु से स बंध हो कयाफा: सूरज के बज
ु से बध
ु के बज
ु को रे खा जाती होगी तो औरत
अमीर घराने से होगी और नेक व उतम स भाव होगी!

मंद हालत

जब बध
ु सोया हुआ हो या मंदा हो या खद
ु मंदा कर लया जाए तो औरत क क मत के मामले
म उ दा होगा ले कन उसक जवानी म उसके कारन तोहमत का दर ज़ र होगा!

मंगल का असर कसी कारन मंदा हो सकता है ले कन सरू ज का असर मंदा न होगा! शरारती व
बदनाम!

अगर टे वे म मंगल खाना बर- 12 म हो तो बध ु कभी बरु ा असर न दे गा चाहे टे वे म कैसा भी


बैठा हो! मंद हालत म बध
ु क चीज पर बरु ा असर होगा अगर जातक अंडा खाने का आद होगा
तो कोई न कोई बीमार खड़ी रहे गी ले कन बध ु क आधी उ म धन के लए उ दा हो जाएगा!

खदु बध
ु का अपना असर हरे रं ग क चीज - योपर या हकमत का पेशा मंदा फल दगे! अगर
जातक शराब व कबाब का सेवन करने वाला होगा तो ससरु ाल(राहू) और औलाद(केतू) का हाल
मंदा होगा!

परदे स म रहने वाला मगर लालची होगा, जवानी का असर उ दा होगा!

दाँत अगर 30 से कम और 32 से यादा ह तो म दभाग और बध ु खाना बर- 12 का असर


साथ होगा! और 32 दाँत होने पर खाना बर- 2 का असर साथ लगे अगर कसी को बरु ा बोलेगा
तो परू ा होने का डर होता है !

अगर बध
ु मंदा सा बत हो जाए तो घम
ू घम
ू कर योपर नह ं करना चा हए बि क एक जगह टक
कर काम करना बेहतर होगा!
अगर खाना बर- 7 खाल हो और बध
ु अकेला हो तो बध
ु का असर खद
ु के लए मंदा ले कन
दस
ू र के लए फायदे म द होगा!

बध
ु खाना बर- 1 के समय खाना बर- 7 म हो नशेबाज़ का सरदार होगा और ज़ुबान
का च का बरबाद का बहाना होगा!
बध
ु खाना बर- 2
(योगी- राजा- मतलबपर त- म ानी)
पता उसके वा लद अगर मौत चलता

दआ
ु एं पैदाइश न लड़के क करता
अकेला बैठा सबको तारे - राजा योगी बनता हो

आठ- 6 घर खाल होते- े ठ रे खा सर पाता हो


राज नसीबा द ु मन मारे - शक
ु र- मंगल न मंदा हो
कलम ज़ुबान से मोती गरते- ससुराल घराना तारता हो

आठ 6 ह बैठा कोई- भरता तबेला क या हो

उ 16 ता 19 उसक - पता न उसका बैठा हो

साथ का जब कभी मलता- उ पता न श क हो

इ ज़त गु 9–12 दे ता- आयु माता क ल बी हो

श न मले तो साँप हो उड़ता- साथ भला न साल हो

भेड़ तोता हो जब कभी रखता- म द कहानी होती हो


- - हथेल पर खाना बर- 2 तजनी उं गल के नीचे बह ृ प त का बुज, दोन ह आपस
म द ु मन! बहृ प त उतम ले कन बध ु खदु खराब करे गा या न बध ु अगर नेक सा बत हो
जाए तो अपना फल अ छा दे गा! य क बह ृ प त के साथ द ु मनी रखता है इस लए बुध
दौलत क परवाह न करे गा! बह
ृ प त को अपने दायरे म लेकर हवा के बाओबगलू े
बनाएगा! ानी व उपदे शक स भाव का होगा! न तो दौलतम द होगा और न ह नधन
मगर िजंदगी बाआराम होगी!

कंु डल का खाना बर- 2 बख


ृ रा श और घर का मा लक ह शक
ु र जो बध
ु का दो त
है ! इस रा श न
को उं च कया ले कन नीच कसी ह को नह ं कया! ह बुध का द ु मन है !
असर के लए बह ृ प त का थान है जो बध
ु के बराबर का ह है और बध
ु खद
ु बह
ृ पत
का द ु मन है ! 36 साल दौलत आए ले कन जानी होवे!

हर पल अपनी तबीयत को बदलने वाला होगा, िजसका बुध ह चाल तबीयत के असूल
पर मंदा होगा ऐसा हर तरह से मनहूस होगा मगर उसक आँख के सामने धन दौलत
और अपना ह खानदानी प रवार बरबाद होता होगा! खुद क हालत मुरद के समान होगी!
इस घर का बुध धन दौलत के लए तो शुभ है ले कन पता क उ के लए असर मंदा
होगा अगर पता होगा तो धन दौलत न होगा ले कन जातक खुद कभी दमागी खरा बय
का शकार न होगा! बध
ु खाना बर- 2 के समय बह ृ प त का असर नेक हुआ करता है
ले कन बुध उसके असर को अपने दायरे म कैद रखता है ! बुध- 2 के समय खाना बर-
8 खाल या बह
ृ प त खाना बर- 9 या 12 म हो तो दमागी खाना बर- 38 ज़बान
दानी, इ ज़त मान का नेक असर होगा! खाना बर- 9 या 12 के बह ृ प त न खाना
बर- 2 के बुध को भी तारा है ! बुध अब राजयोग होगा अगर बुध से रे खा दल रे खा और
सर रे खा के दर मयान म जा नकले!
बध
ु - 2 के समय बह ृ प त खाना बर- 6 या 7 म हो कयाफा: सर रे खा उ रे खा से
जुद होगी या न मात ृ रे खा और पत ृ रे खा शु होने के थान पर अलग अलग ह गी या न
सर रे खा पत ृ रे खा का साथ छोड़ कर बह
ृ प त के बज
ु का ख करे तो बह
ृ प त क
मयाद 16 साल से 19 साल क उ म पता क उ को खतरा हुआ करता है ! खुद
जातक इक़बालम द होगा!

बध
ु से जब ल क बनी, घर दज
ू ा ससुराल का
इ ज़त जहाँ दो क इक ी, जान- ओ- ज़र और माल का

मौत गँज
ू े 8 घर, पाताल खाना बर 6 ह है
9 म तारे , 12 गाले, तारता बध
ु 2 ह है
शान राजा, राग उ दा, जब अकेला घर म हो
नज़र इसक आगे आवे, सोना- लोहा भ म हो

पीछे उसके हो न कोई, न ह आगे ठहरता

बध
ु को माना खाल ह है , फाँस है वो गज़ब का
घर 8 गर श ु आवे, फाँस बध
ु का मंदा हो
धन दौलत सब को ह गाले, ह रा जल कर कलई हो
पता मरे औलाद न आवे, क या से भरपरू हो वो
कुटुंभ कबीला सारा पाले, थोड़ा सा मग र भी हो

घर 8 वां अगर खाल होवे, राजयोग कहलाता है

बध
ु गना ल क है सबने, अब राजा हो जाता है
रं ग सुनहर क़ मत गहर , खड़ा अंडा दरबार

का फ़र करे बध
ु आि तक, शाहाँ दे प रवार
सोना- गु , लोहा- सनीचर

खाना बर- 1 व 8 बध
ु - 2 के पीछे गने ह!
खाना बर- 3 व 6 बध
ु - 2 के आगे गने ह!

खड़ा अंडा, लड़क क स त क ल क , मंग


ू साबत
ु , कलम क नब, च च, साल !
हर पल अपनी तबीयत को बदलने वाला होगा! राग व ज़ुबानदानी का मा लक! िजसका बध ु ह
चल असूल के अनस ु ार मंदा हो तो खद
ु मनहूस न होगा ले कन उसक आँख के सामने बध ु का
हरा भरा प रवार धन दौलत सब कु छ बरबाद होगा! जातक खद
ु तो मरा नह ं होगा मगर
लड़ कय क यादती व सा थय क आहज़ार व मौत से द ु खया और जीवन कसी मद ु से कम
न होगा, मगर हजूम क मौत म भी ज न ह रखता होगा! बहरहाल धन दौलत के लए उ दा
मगर पता क उ के लए मंदा होगा या पता हुआ तो पता के हाथ धन दौलत बरबाद होगा
मगर जातक कभी दमागी खरा बय का शकार न होगा फर भी अगर हो तो लड़ कय क सेवा
से क याण होगा!

नेक हालत

बध
ु - 2 वाले जातक का माथा ल बा और बाहर को उभरा हुआ होगा जो क अ लम द व साथ
लाई हुयी नेक क मत का असर शा मल होगा मगर जातक अपनी धन ु म म त- खद
ु गज़-
योगीराजा क तरह होगा अपने लए सोने का मा लक ले कन शक ु र का फल नक मा होगा!

का फर को मारने वाला और द ु मन को बरबाद करने वाला! ससुराल घर को तारने वाला होगा,


द ु मन पर फतह पाने वाला और शुकर व मंगल क चीज़ नेक फल दगी!

पता का सुख नह ं मलेगा ले कन जातक खद ु खश


ु क मत होगा और अपनी मेहनत से धन पैदा
करे गा! खद
ु क उ भी ल बी होगी और माता क उ को भी कोई खतरा न होगा! जातक को
अपने आप पर परू ा भरोसा हुआ करता है और खद ु क को शश से बनाई हुयी उतम िजंदगी का
मा लक होगा!

बध
ु खाना बर- 2 के समय:
राहू खाना बर- 8 म हो तो हािजर जवाब होगा कयाफा: क न का का सरा चौड़ा होगा!
राहू बर- 9 म हो तो उ दा तकर र का मा लक कयाफा: क न का क लंबाई यादा होगी!

मंगल- 8 म तो ज़ुबान व क म का धनी होगा कयाफा: क न का का सरा चौरस होगा!

मंगल- 9 म तो ज़ब
ु ान क ताकत से हर नु स छुपा ले कयाफा: क न का बहुत ल बी होगी!

बध ु अकेला खाना बर- 2 म तो सबको तारने वाला, खाना बर- 6 व 8 खाल सर क े ठ


रे खा होगी और दमागी खरा बयाँ कभी न ह गी!

खाना बर- 8 या 12 से मदद दे रहा हो कयाफा: सर रे खा से शाख नकल कर दल रे खा


म जा मले तो पता क उ श क न होगी अगर कसी कारण भी र ी न हो रहा हो तो
न पता क उ को खतरा और न ह खद ु क शि त व बल म कोई कमी होगी!

बध
ु खाना बर- 2 के समय:
के तू बर- 8 म हो तो दस
ू र को नसीहत करने वाला कयाफा: क न का का सरा नोकदार
होगा!

के तू बर- 9 म तो उ दा बोलने क ताकत का मा लक कयाफा:क न का ल बी व नोकदार


होगी!

बह
ृ प त बर- 9 या 12 म हो तो तो खद
ु क इ ज़त आब और माता क उ ल बी होगी!

खाना बर- 6 म मंगल व बह ृ प त या अकेला मंगल हो तो 2 म बैठा बध ु बह


ृ प त( पता) पर
कोई बरु ा असर नह ं दे गा अगर शरारत करे भी तो मंगल पर करे गा ले कन यह ज र नह ं क
मंगल का बरु ा करे गा!

बध
ु खाना बर- 2 के समय:
सूरज- 8 म हो तो द ती काम का योपर ले कन पैसे का पीर होगा कयाफा: अना मका उं गल
का झुकाव क न का उं गल क तरफ होगा!

बध
ु खाना बर- 2 के समय य द सनीचर खाना बर- 6 म हो तो जातक हद से यादा तेज़
होगा उड़ने वाले साँप (नेक मायन म) क तरह!

मंद हालत

मंदा बधु एक ऐसी राख़ क तरह असर करे गा क जातक क मान इ ज़त सब राख़ होगी! अब
केतू भी मंदे असर का होगा या न नर औलाद दे र से होगी और जातक को औलाद का सख
ु नह ं
मलेगा! योपर स ा या फज कारोबार जो जएु क तरह ह सब के सब मंदा असर दगे!

जातक को पता का सुख नसीब न होगा बि क जातक क 16 से 21 या हद 34 से 36 साल क


जातक को पता का सुख नसीब न होगा बि क जातक क 16 से 21 या हद 34 से 36 साल क
उ म पता क मौत हो जाया करती है ! अगर िज़ंदा होवे तो जीवन मुरद से बदतर होगा पता
क माल हालत भी सफर होगी या न जातक क साल भर क कमाई का एक ह बार नक ु सान
हो जाएगा और बाप िज़ंदा रहे गा कयाफा: सर रे खा जब शु होने क जगह पर उ रे खा से
अलग हो कर जा नकले!

बध
ु क जानदार चीज़ बहन- ल क - बआ ु सब जातक के लए मंदे असर क ह गी इस मंदे असर
से बचने के लए 4 या 5 दन के नाक म चाँद पहन यह उपाओ 16 से 21 साल से पहले
यादा मददगार होगा ले कन बध ु के लए यह उपाओ कसी भी उ म मदद दे ता है !

य द सूरज खाना बर- 8 म हो तो बहुत यादा सोच वचार और चंतन वाला जातक होगा जो
क िज मानी व दमागी हालात के लए उतम ले कन माल हालत ह क होगी!

शकु र खाना बर 12–3–8–9 म हो (यह वो घर ह जहां बध ु नहायत मंदा गना है ) तो साल को


पास रखना अशुभ होगा उदाहररन के लए अगर शुकर खाना बर- 12 म हो तो पहले बध ु ी
को बरबाद करे गा और फर खद
ु मंदा असर दे ने लगेगा यह हाल तोता, भेड़ आ द पालने पर
होगी!

बह
ृ प त खाना बर- 8 म हो तो अब बध
ु का मंदा असर पता क बजाए बाबे पर होगा!

अगर व सनीचर खाना बर- 12 म ह बध ु क मयाद 17 साल से लेकर सनीचर का व त


आने तक या न 33 से 36 साल से पहले जो क 32 साल से 35 साल के बीच पता क धन
दौलत व ज ी जायदाद कुएं म जाती होगी य द घर का मु य वार पव ू - द ण (जनब ू ी-
मश रक ) म हो इस मंदे जहर से बचने के लए क व तुएँ धरम थान म दे नी चा हएँ!
बध
ु खाना बर- 3
(थक
ू ने वाला कोढ़ , मंदा)
चरण घर म रखते लगी कुछ न दे र

चले सब गए उ बाक है तेर

पहले मंगल बुध हर दम उ दा- दौलत कबीला भरता हो

असर चीज़ बध
ु उतम दे गा- मंदे केत ू जा मरता हो
4 शक
ु र औलाद म दे र - उ ल बी र व 11 जो
मामू मुबारक दौलत होगी- वैद दमे का आला हो

आठ से शुकर मंदा- श न राहू भी जलते ह

सात छटे हो पापी बैठा- खलु- पता माम ू मरता हो

अ धेरे जंगल म मस
ु ा फर लट
ु ते- आग च कर बध
ु जलता हो
9 मरते ह 11 उजड़े- चार पांच 3 गरकता हो

- - मंगल नेक के बुज पर सर रे खा या सर रे खा से कसी शाख का नकल जाना बुध


का खाना बर- 3 म होना दखाता है ! मंगल और बुध बराबर के ह ह ले कन बुध
द ु मनी का स भाव रखता है और मंगल के नेक असर को खराब करता है ! ऐसा जातक
लड़ाई झगड़े के लए मशहूर होगा!

कंु डल म खाना बर- 3 म मथुन रा श और घर का मा लक ह बुध है ! इस रा श न


राहू को उं च कया और केत ू को नीच! अगर टे वे म मंगल हर तरह से नेक सा बत हो
जाए तो तो 12 साल दौलत और माता का सुख होगा ले कन अगर मंगल बद हो तो दोन
का असर मंदा होगा!
अगर जातक वैद या हक म हो तो दमा के मर ज के लए कामयाब होगा! मंगल नेक
के बुज पर सर रे खा का अंगूठे क तरफ का ह सा दो शाखाइ हो तो टे वे वाले के लए
अशभु भाव होगा और इसके उलट खाना बर- 8 क तरफ का ह सा दो शाखाइ हो तो
दस
ू र को बबाद करे गा! द ु त सर रे खा क
हद सेहत रे खा तक ह है वरना यह बुध खाल खड़कता हुआ बुध होगा इस मंदे असर
से बचने के लए पलाश (ढाक) के पते दध ू से धोकर ज़मीन म दबाये और ख डे के ऊपर
खाना बर- 9 या 11 म बैठे ह के रं ग का प थर गाड़ द य द कोई ह न हो तो उस
घर का कारक ह लया जाएगा जो दोन ह हालत म बह
ृ प त होगा! या मकान क
पि चमी (मगर ब) द वार के नीचे लाल रं ग क सूरज क व तुएँ बाएँ!
बध
ु खाना बर- 3 के समय:
- 5 और बह
ृ प त- 9 म हो तो सभी ेह का फल मंदा होगा!
मंगल बद खाना बर- 5 या 11 म तो बध
ु और मंगल दोन का फल मंदा होगा!
खाना बर- 11 म तो भाई बंध ु व 3 बचने वाला मकान भी मंदे असर दे ना शु कर
दे गा!

शक
ु र कायम और ि ट खाल तो सर क े ठ रे खा होगी और नीच भी नेक फल दे गा!
शुकर र ी हो रहा हो तो े ठ रे खा का फल उतम ले कन र ी फल दे गा सौतेल माता
होगी!

शुकर खाना बर- 4 म हो तो औरत और औलाद का सुख बहुत दे र बाद ले कन उतम फल


होगा!

सरू ज- 3 व सनीचर- 11 बध
ु दोन ेह का फल र ी करे गा और नहायत बरु िजंदगी होगी!
सनीचर- 7 म तो बहृ प त 6/7 वाला असर या न सर रे खा उ रे खा से अलग होकर नकले
और पता का सुख ह का होगा!

बध
ु बैठा घर तीसरे , 9 घर उजाड़ा
खद
ु अंधेरा जंगल होवे, राख़ पड़े घर यारां
बध
ु घर तीजे जब हुआ, जल अनोखी आँच
9 उजड़े 11 मरे , गरके 4 और पाँच
बध
ु गना जो तीजे मंदा, 11 र व से डरता है
बोले ख़द
ु न बोलने दे वे, उ क र ा करता है
पापी ह 7 हुये, बध
ु का प का घर
पता क म ी न रहे , खाल,ू मामू घर

भतीजी, चमगादड़, चौड़े प त का दर त, तल मी भूत, शि त िजसका साया न होवे, ख़द


ु अपने
असर म क मत जगाने वाला, बाण(द मक)!

हर रोज़ फटकर से दाँत साफ करना आद मय क बरकत दे गा! अगर हक म/वैद होवे तो दमा
हर रोज़ फटकर से दाँत साफ करना आद मय क बरकत दे गा! अगर हक म/वैद होवे तो दमा
के मर ज के लए नायाब हक म/वैद होगा! अँगठ ू े क तरफ क सर रे खा दो शाखाइ हो तो ख़द ु
टे वे वाले के लये मंदभाग होगी और खाना बर- 8 क तरफ से दो शाखाइ हो तो दस ू र को
तबाह करे गी! द ु त सर रे खा क हालत सफ सेहत रे खा क हद तक क ल बाई होगी! अगर
ऐसी सर रे खा न हो तो बध ु मंदा और खड़कता(खोखला) होगा, िजसका इलाज फ़श ज़मीन म
प थर गाड़ना होगा िजसका रं ग खाना बर- 9 या 11 के ह का होना चा हए! इस प थर के
नीचे पहले दध ू से भगोये हुये पलाह (ढाक) के प ते दे ने मुबार क ह गे या मकान के मरकज़
(क ) या मगरबी (पि चमी) द वार म लाल (सरू ज) क व तए ु ँ दबाना मबु ा रक होगा!
अगर टे वे म मंगल नेक हो तो उस घर म ख़द
ु बध
ु का अपना ज़ाती फल या न ल क , बहन,
बआ
ु आ द बध ु के ता लुक क चीज़ व खानदान वगैरह सब बारौनक ह गे! ले कन दस
ू रे घर पर
बधु का बरु ा असर ह होगा!

नेक हालत

जातक के अपने भाई बंधओु ं व बरादर के रशतेदार जातक के लये मददगार व नेक असर ह गे
ले कन दस
ू र के लये कोढ़ (मंदा) अपनी ख़द ु क मदद के लए शेर जैसे दांत का मा लक ले कन
धन दौलत के लए कभी मंदा न होगा! उ 80 साल से कम न होगी

मंगल खाना बर- 1 म हो तो बध ु बहुत नेक असर होगा! दौलत और कबीला बढ़ता होगा! बध ु
क जानदार व बेजान चीज का फल हर तरह से उतम होगा और कसी कारण बध
ु का असर
मंदा हो तो भी केतू बरबाद होगा! अपनी व भाई क क मत क मदद के लए बह ृ प त 9 व 11
और शुकर खाना बर- 7 से ता लुक रखने वाल चीज का कारोबार नेक फल दे गा!

सरू ज खाना बर- 11 म हो तो केतू या न औलाद व मामू का फल उतम होगा और दमा के


मर ज़ के लए उतम हक म/वैद होगा ले कन सूरज व बध ु क अपनी कोई चमक या शान न
होगी मगर उ ल बी होगी!

खाना बर- 9 व 11 खाल ह या न बध


ु सोया हुआ हो तो बध
ु हर तरह से उतम फल का होगा!

मंद हालत

बध
ु खाना बर- 3 वाले जातक क ज़ुबान म थुथलाहट हो तो बध
ु का असर मंदा नह ं होगा
वरना इस घर का बध ु सब कु छ तबाह करने क ताकत रखता है ! अब बध ु ताए, चाचे, बाबे व
अ य सगे संबं धय के लए नहायत मंदा होगा! जब टे वे म मंगल नेक होगा तब तक बध ु के
मंदे असर के कारण दर- ब- दर भटकता रहे गा! बध ु - 3 का मंदा असर अगर थोड़े नक ु सान पर ह
ख म हो जाए तो शु गुजार होना बेहतर होगा वरना यह बध ु उस बेहया ल डी क तरह होगी जो
अपनी खश ु ी के लए सगे भाई बंधुओ ं तक मरवा दे वे!
िजस तरह सनु सान अंधेरे जंगल म मस
ु ा फर लट
ु ता है उसी तरह से जातक क क मत होगी!
अगर टे वे म मंगल बद हो और जातक के मंह ु म 32 दांत ह तो कई घर क तबाह करने वाला
होगा!

खाना बर- 9 म बैठे ह से संबि धत र तेदार व कारोबार उजाड़ दे गा, खाना बर- 11 म बैठे
ह से ता लुक रखने वाले र तेदार मुरद क तरह जी रहे ह गे और खाना बर- 3–4–5 म बैठे
ह के संबि धत र तेदार खद ु गक ह गे या जातक को गक करगे! अगर मंह ु म 32 दांत ह तो
बध
ु का मंदा असर 9–11 व 4–5–3 पर होता रहे गा जो क 34 साल क उ तक परू े ज़ोर पर होगा
42 साल क उ तक शरारत करता रहे गा 45 साल क उ तक म म मंदा असर और 48 साल
म इस मंदे असर से आज़ाद होगा!

बध
ु क मंद हालत क नशानी सबसे पहले केतू क जानदार चीज व कारोबार पर नज़र आएँगी
जैसे औलाद का न होना, माम ू खानदान का बरबाद होना आ द! इस मंदे ज़हर से बचने के लए
केतू कायम करना चा हए जैसे कुता पाल या तीन द ु नयावी कु त क पालना करनी चा हए!

आमतौर बध ु क उ 34 या आधा 17 या आधा साढ़े आठ या उसका आधा सवा चार साल क


उ तक खाना बर- 9 के ह से संबि धत रशतेदार क मौत का मातम होगा, खाना बर-
11 से ता लुक रखने वाले र तेदार क मौत का नज़ारा होगा और खद ु क आमदन म कावट
आएगी! खाना बर- 4 ज ी आमदन व जायदाद का नक ु सान और इस घर से संबि धत र तेदार
तबाह ह गे! इसी तरह से खाना बर- 3 व 5 से संबि धत रशतेदार का हाल होगा! बध
ु क
चीज जैसे मंूग क दाल का इ तेमाल बीमार का कारण होगा!

अगर घर का मु य वार द ण दशा क तरफ हो तो बधु खाना बर- 8 का असर दे ने लगेगा


िजसका अशभ
ु परभाव औरत, दौलत और ससरु ाल क तबाह होगा!

टे वे म शुकर कायम हो तो कलम का फल उतम होगा भी नेक फल दे गा चाहे मंदा ह य


न हो! शुकर खाना बर- 4 म हो तो औलाद दे र से हुआ करती है !

अगर - 8 म हो और खाना बर- 6 म दो त ह न हो तो शुकर का फल मंदा और सनीचर


व राहू भी बरबाद ह गे!

अगर खाना बर- 6 व 7 म पापी ह ह तो पता का धन, माम ू व खाल(ू मौसी) सब बरबाद
ह गे!

उपाओ:

हर रोज़ फटकर से दांत साफ करने चा हएँ!


रात को सबत
ू मंग
ू पानी म भगो द और अगल सब
ु ह प य को डाल 43 दन!
घर म गड़ा हुआ प थर हो तो उसको दध
ू से धोएँ!
नाक छे दन करवा कर चाँद क तार डाल कम- से कम 6 दन के लए!
क या पज
ू न एक उतम उपाओ है !
पलाश या ढाक के पते दध
ू म धोकर वीरान जगह दबाएँ और उनके ऊपर खाना बर- 9
या 11 म बैठे ह के रं ग का प थर रख और खडा ब द कर द, िजस औज़ार से खडा खोद
और िजस बतन म दध ू ले जाएँ वो वह ं छोड़ आय!
लाल रं ग के प थर (सूरज) पि चमी द वार क बु नयाद म दबाएँ!
पीले रं ग क को ढ़याँ जला कर राख़ कर ल और उस राख़ को द रया म बहाएँ
बध
ु खाना बर- 4
(राजयोग- हुनरमंद)
जनम तेरे पे हं स माता य रोई

पता उस लगा उ बाक न कोई

धन का तो द रया है चलता- जो खतम होता नह ं

बहन बेट राज मलता- दल मगर होता नह ं


बध
ु दज
ू े था पता पे भार - चौथे माता पर मंदा हो
तीन चौथे 6 साथी- ह रा अमोलक द ु नया हो

र व घर 3–5–11- साथी गु 9 बैठा हो

पाप पापी हो सबने छोड़ा- प रवार उ धन ल बा हो

पाप मंदा खद
ु मद ह मंदे- सफर सलाह डूबता हो
माता मगर जब मि दर बैठे- ख़ु क घड़े ज़र भरता हो

उ दा ी ह नर होते- पारस बना बुध होता हो

ऋण पत ृ जब टे वे बैठे- माता दौलत घर जलता हो


- - हथेल पर के बुज पर- बुध से द ु मनी करता है ! दल रे खा पर सनीचर के
बज
ु पर दायरा(O) हो तो दल क ताकत को कमजोर करता है जैसे तोते के पास ब ल
गुज़र जाए तोता अपने आप मर जाएगा चाहे ब ल न तोते को छुआ भी न हो यह दल
क ताकत का कमजोर होना है !
चौथे घर म कक रा श होती है और घर का मा लक ह है जो बध
ु से द ु मनी
रखता है ! इस रा श न बह
ृ प त को उं च कया िजससे बुध द ु मनी करता है मगर
बह
ृ प त द ु मनी नह ं करता! बध
ु और बहृ प त दोन बराबर के ह ह! इस रा श न
मंगल को नीच कया! मंगल और बुध बराबर के ह ह
ले कन आपस म द ु मनी रखते ह! बुध- 4 वाला जातक हमेशा सफर म रहे और
बह
ृ प त क मेहरबानी से 22 साल क उ म दौलत आवे!
बध
ु चौथे क चा घड़ा, कोरा, उ दा, साफ
अरब करोड़ी लखप त, मारे अपना आप

धन का तो द रया है चलता, जो ख म होता नह ं

ल क बैठ राज करती, दल मगर होता नह ं


बध
ु चौथे हो सरू ज 5, गु हो बैठा 9 अंग
राजयोग वो मद कहावे, बकरा जंगल साँप जो खावे

तोता स ज़ मैना का साथ, ठं डा रे ता पानी बेहाथ

ह रा क मती कुल जो तारे , धन दौलत प रवार हो सारे

सरू ज हो 3–11, गु 9 म बैठा बध


ु चहाराँ
धन आय,ु प रवार भी हो, फल चार का उ दा हो

तोता, कलई, खड़ा अंडा, भूआ, मौसी!


राहू के ता लुक से बध
ु खद
ु मुदा होगा! ज़रा सी ठोकर से क चा घड़ा टुकड़े होगा िजसके लए
सूरज क चीज का उपाओ होगा! दौलत के लए बह ृ प त का उपाओ मदद दे गा! धन दौलत तो
उ दा ले कन माता क उ के लए मंदा! केतू से संबि धत फल बबाद ह होगा!

नेक हालत

जब टे वे म नर ह या ी ह उतम ि तथी म ह तो जातक हर एक माँ बेट से डरने वाला


दस
ू र क मस ु ीबत अपने सर लेने वाला और स वाला होगा! जब बध
ु - 4 म अकेला ह हो और
कायम हो तो हर तरह से नेक फल का होगा द ु नयावी माया के लए उतम ले कन दल क शां त
के लए नक मा फल दे गा!

बध
ु - 4 के समय खाना बर- 2 म हो तो सरकार धन मले, दोन ह ेह का फल उतम
होगा खाल घड़े धन दौलत से भर जाएँ! मंह
ु म 32 दांत भी ह तो मंगल बद न होगा बि क कुल
प रवार को तारने वाला होगा अब बध
ु और शक
ु र दोन का फल उ दा होगा!

कयाफा: सर रे खा बह
ृ प त के बज ु क तरफ न जाकर सफ सनीचर के बज ु तक रे ह जावे या
उ रे खा मंगल नेक के बजु से शु हो रह हो! तो माता पता का सुख उतम व लंबी उ तक
होगा!

खा ना बर- 3–5–11 म से कसी एक म सूरज और खाना बर- 9 म बह


ृ प त हो तो
प रवार, दौलत और उ तीन के लए नेक फल के ह गे और पापी ह भी कोई बरु ा असर न दे
सकगे!

टे वे म बह
ृ प त उतम हालत म हो तो राजयोग होगा उजड़े मैदान भी आबाद ह गे सर रे खा उतम
फल होगा! सरकार क तरफ से धन मलने का योग हुआ करता है !

मंद हालत

बध
ु खाना- 4 वाला जातक अपनी माता खानदान के लए मंदा हुआ करता है ! जैसे ह बध ु क
जानदार चीज़ जैसे बकर , तोता आ द घर म आने लग तो क जानदार चीज जैसे माता,
घोडा आ द चलते बनगे! आमतौर पर माता क उ श क हुआ करती है अगर माता िज़ंदा होगी
तो उसक हालत मुद से बदतर होगी और माता के हाथ धन दौलत न ट होगी!

राहू मंदे घर म हो या मंदा हो रहा हो तो मद क हालत मंद होगी! केतू मंदे घर म हो या


कसी भी तरह मंदा हो रहा हो तो सफर और दस ू रे द ु नयावी सलाहकार मंदा असर दगे!

टे वे म ऋण पत ृ हो (2–5–9–12) म शुकर, राहू या सनीचर पापी होकर बैठा हो तो ी सुख,


दौलत और गह ृ त सुख सब बरबाद ह गे!

- 6 म या मंदा या बरबाद हो कयाफा: सर रे खा आ खर म आम हालत क तरह न झुक


कर के बजु म बहुत यादा झुक जाए या सेहत रे खा दल रे खा को काट रह हो या सर
रे खा और दल रे खा मलकर एक हो जाएँ तो यि त का दल और दमाग एक सा काम नह ं
करता (बध ु व क द ु मनी) ख़द
ु कुशी तक कर सकता है !
बध
ु खाना बर- 5
(खश
ु हाल- उसके मंह
ु से नकला मवाक उतम होगा)
(मासूम क आवाज़)

ज़बान से पता न ल तेर जो चलता

उसे क़ाब ू फर य न त ू अपने करता

हो या नर ह- बैठे 9–3- यारह


बध
ु आ नकले पांच - बाबे पोते तारां
शुकर हो जैसे टे वे- असर वह बुध दे ता हो

पैसा गले का खज़ाना गनते- खून न ल सब उ दा हो

असर श न सब उतम होगा- औलाद कभी न मंदा हो

मदद ज़ र शक
ु र दे गा- चीज़ से तरता हो

गु जब टे वे मंदा- बध
ु ज़हर आ होता हो
तीन चौथे 7–9 ह बैठा- राख़ हुआ सब जलता हो

- - खाना बर- 5 संह रा श और घर का मा लक ह सूरज जो बुध का दो त है ! इस


रा श न न तो कसी ह को उं च कया और न ह नीच! इस घर का बध ु जातक के खद ु
के लए व उसक प नी के लए नहायत उतम असर का होगा ले कन जातक के पता के
लए मंदा गना है ! ले कन कसी भी हालत म औलाद के लए अशुभ न होगा! इसका घर
गऊघाट होगा और बाक 5 बचने मकान क क मत का साथ होगा!

बध
ु - 5 के समय सूरज खाना बर- 3 या 9 म हो तो 34 साल क उ म क मत
जागेगी!
बध
ु - 5 के समय खाना बर- 3 व बह
ृ प त- 9 म हो तो उ दा फल होगा!
बध
ु - 5 के समय खाना बर- 11 म हो तो दोन का अपना अपना फल होगा!
बध
ु - 5 म और ि ट खाल तो दमागी खाना बर- 41 सूरज से संबि धत इंसानी
वत का होगा औलाद पर कोई बुरा असर न होगा!
लड़का बला तड़ागी मंदा, गु मंदा बन ान

बध
ु घर 5 जब हुआ, सब कुछ उ दा जान
बध
ु घर पहले पांच , सूरज को प रवार
बा रश धन क हो रह , दन न गुज़र चार
हो या नर ह, बैठे 9, 3, याराँ

बध
ु आ नकले पांच , बाबे पोते तारां
लड़का- सरू ज, तड़ागी- बध
ु , दायरा- सरू ज के घर

बाँस, फ़क र क आवाज़, आशीवाद, दध


ू वाला बकरा, पोती!
जातक अपनी औरत व खद ु के लए नहायत मुबा रक ले कन पता के लए म दभाग होगा, पर
कसी भी हालत म औलाद पर कोई बरु ा असर न होगा, बि क 5 बचने वाले मकान क क मत
का साथ होगा या इसका घर गऊघाट होगा! बहरहाल जातक नेक परवत का मा लक होगा!:लड़का
बला तड़ागी मंदा, गु मंदा बन ान: सूरज को बध ु ताकत दे ता है और बह
ृ प त को सूरज क
मदद होनी ज र है !

नेक हालत

बध
ु खाना बर- 5 वाले जातक के मंह
ु से अचानक नकल बात का असर उतम व नेक हुआ
करता है

राजा को भी तार वाल क मत का मा लक होगा! राजदरबार का घर खाना बर- 10 से बध ु अब


8 होगा तो सरू ज के असर म बध
ु गड
ु म रे त और राजदरबार ता लक
ु म गेहूं क रोट म रे त
का असर होगा और बेमतलब के च कर म रखने वाला असर होगा!

अब सूरज और बहृ प त दोन का फल उतम होगा, से संबि धत जानदार चीज़ व कारोबार


सब नेक फल के ह गे! सनीचर का फल उतम होगा
कयाफा: जब सेहत रे खा कायम और सर रे खा क ल बाई खाना बर- 11 तक हो तो औलाद,
औरत व अपनी खद ु क क मत सब उ दा ह गे अपना खद
ु का घर ह गऊघाट होगा राजदरबार
भी मदद पर होगा!

बध
ु ि ट से खाल या न सोया हुआ हो तो जातक इंसा नयत से भरपरू होगा, ज ी मकान का
असर हर तरह से नेक होगा, गह ृ त जीवन सुखी होगा!

सू र ज, व बह
ृ प त खाना बर- 3 या 9 म ह तो 34 साल क उ के बाद से क मत
बल
ु द पर होगी!

बैठा हो 1 या 2 या 4 म या 6 या 12 म बैठा मंदा हो रहा हो तो बधु खाना बर-


4–6–7–8–9 म बैठे ेह क कारक व तुओ ं को न ट करे गा चाहे वो जानदार ह या बेजान!

मंद हालत

बध
ु - 5 अगर मंदा हो रहा हो तो खाना बर- 3–4–7–9–5 सब का असर मंदा होगा यहाँ तक
बर- 1 के ह क तो म ी उड़ती होगी! या बह
ृ प त खाना बर- 3 या 9 म ह तो उनका
फल उ दा होगा! गले म तांबे का पैसा धारण करने से बरकत होगी!

से संबि धत र तेदार व कारोबार जातक को नेक फल दगे और ी हर तरह से मददगार


होगी! सरू ज क चीज का फल उतम होगा!

या बह
ृ प त जब नीच या र ी ह खासकर जब बधु टे वे म से पहले घर म हो तो बध

ज़हर असर दे गा और इसका कारण होगा जातक क ज़ुबान!
बध
ु खाना बर- 6
(गम
ु नाम योगी और दल का राजा)
नकलते सुख़न मंह
ु से पूरा जो होगा
ज़बान मीठ तेर भला दस
ू रे का
े ठ रे खा जब शुकर उ दा- बुरा मंगल न हो

भला गु श न सरू ज बैठा- योग राजा ज़र मि दर हो


हाल शक
ु र घर दज
ू ा जैसे- चाल वह बध
ु चलता हो
कायम बैठा ह जो कोई टे वे- उतम असर सब दे ता हो

बुध चीज़ न ह गी मंद - उ छोट वाह कतनी हो

ल क होवे जो उतर याह - सु खया कभी न होती हो

हक म लालच जड़ अपनी कटता- सु खया सा बर खद


ु फलता हो
सरू ज श न गु दज
ू े बैठे- जागीर राजा धन बढ़ता हो
- - कंु डल म खाना बर- 6 क या रा श घर का मा लक बुध और केत ू है ! बुध खुद
अपने दो त राहू को उं च करता है और इस रा श म नीच होने वाला ह केत ू बुध के
बराबर का है ! इस लए जातक एहले कलम या न कलम का धनी होगा मगर केत ू का संबंध
होने के कारण 37 साल क उ म द ु मन यादा ह गे! खुद बुध का अपना असर बुध क
चीज पर कभी मंदा न होगा! ख़रबज़ ू ा दे ख ख़रबज़ू ा पके या न कंु डल म जब भी कोई ह
उ दा फल दे ने वाला होगा बुध वैसा ह असर दे ने लगेगा! जो ह खाना बर- 2 म ह गे
बुध उनह ेह क तरह असर दे ने लगेगा जो क नेक ह होगा! छापाखाना व ईमानदार
का धन नेक नतीजे दे गा अगर जातक डा टर, हक म या वैद हो और तबीयत से लालची
हो तो बरबाद क नशानी होगी! पहल औलाद आमतौर पर ल क हुआ करती है ! सा हब-
त नीफ़ (त नीफ़- कताब लखने वाला) होगा, झगड़े म हमेशा जीत हा सल करने वाला
होगा! क जानदार चीज का कोई फायदा न होगा ले कन क बाक चीज का
पूरा फायदा और मदद होगी! जब टे वे म शुकर मंदा हो तो ल क क उ के लए म ी
के बतन म दध ू भरकर वीराने म दबाएँ य द टे वे म मंदा असर दे रहा हो तो गंगा
जल शीशे क बोतल (िजसका ढ कन भी शीशे का हो) खेती क ज़मीन म दबाएँ! अगर
केत ू बध
ु के बर खलाफ हो तो ल क के बदन पर दाय ह से म चाँद क अंगठ ू धारण
करनी चा हए! बुध खाना बर- 6 वाले जातक को कसी भी नेक काम के शु करने से
पहले क या पूजन या कसी फूल क पूजा करना चा हए या फूल अपने साथ लेकर काम
पर जाना चा हए! अगर दल रे खा के नीचे और सर रे खा के ऊपर ले कन सर रे खा के
यादा नजद क कोई रे खा कसी भी श ल म हो तो े ठ रे खा कहलाएगी ऐसा जातक
हराम क कमाई से नफरत करने वाला हुआ करता है या फर हराम का माल उसको
हज़म नह ं होगा! आमतौर पर जातक क माता छोट उ म मर जाया करती है या न
अगर का बुज दबा हुआ हो तो माता का सुख चाहे कम हो ले कन बरबाद से बच
जाएगा!

बध
ु - 6 म उं च हो या न जागता हुआ और कायम और टे वे म बह
ृ प त या सनीचर या सूरज
कायम ह तो तो धन क आमद छापाखाना के कारोबार से होगी और जायदाद से संबि धत फल
नेक ह गे!

बध
ु - 6 के समय शकु र खाना बर- 4 म हो तो ी और औलाद का सख
ु बहुत दे र बाद मले
खासकर बध ु क उ 34 साल के बाद!

बध
ु - 6 के समय सनीचर खाना बर- 9 या 11 म हो तो औरत अमीर खानदान से और जातक
के लए खशु नसीब होगी!

बध
ु - 6 के समय मंगल खाना बर- 4 या 8 म हो तो माता बचपन म गुज़र जाए वरना जातक
और माता दोन द ु खया ह गे! सर रे खा के ऊपर मंगल बद का नशान हो तो जातक माता के बैठे
गुज़र जाए य क मंगल बद न सफ बध ु से बि क से भी द ु मनी का बताव करता है

बध
ु - 6 के समय शकु र कायम हो ले कन ि ट से खाल तो सर क े ठ रे खा का फल उतम
होगा ले कन अगर शुकर र ी तो तो का असर भी माता के लए बरु ा ह होगा!

बध
ु 6 सर े ठ रे खा, तो राजयोग भी कहते ह
उस टे वे के ह जो कायम, उतम फल वो दे त े ह

घर 6 पाताल म, बध
ु शुकर नह ं मलते ह
ल क जब हो उतर याह , फल मंदा ह लेत े ह
उ छोट अब बध
ु क होवे, घर 6 जब बैठता है
लाख उपाओ करो न टलता, हफल लखा इसको है
खदु बध
ु का ज़ाती फल बध ु क चीज पर कभी मंदा न होगा! कंु डल के कुल ेह म से जो ह
उ दा फल दे ने लगे बध
ु भी वैसा ह असर दे ने लगेगा ले कन खदु खाना बर- 6 क चीज के
लए बध ु का असर वैसा ह होगा जैसा क शुकर टे वे म हो या फर जैसे खाना बर- 2 के ह
ह ले कन असर नेक मायन म होगा! छापाखाना व ईमानदार का धन उ दा व नेक नतीजे दे ने
वाला होगा, जातक अगर पेश े से डा टर, हक म या वैद हो और नयत से लालची हो तो बरबाद
होगा! पहल औलाद आमतौर पर ल क हुआ करती है ! क जानदार चीज़ बेशक नेक फल न
द ले कन क बाक चीज का आराम और परू ा फायदा होगा!

अगर टे वे म शुकर मंदा हो तो ल क क उ के लए म ी के बरतन म दध


ू भर कर वीरान
जगह दबाना चा हए!

अगर टे वे म मंदा हो तो शीशे क ऐसी बोतल िजसका ढ कन भी शीहे का हो म गंगाजल


भर कर खेती क ज़मीन म दबाना चा हए!

अगर केत ू भी बध
ु के बर खलाफ हो तो तो इसके बदन के दाय ह से म चाँद क चीज़ बध

क श ल म धारण करने से लाभ होगा!
बहरहाल बध
ु खद
ु जातक के खद
ु के पेशा के लए कभी मंदा फल न दे गा!

नेक हालत

इस ि तथी का बध ु , जातक के मां के पेट म आने के दन से अपना असर शु कर दया करता


है ! इस घर का बध ु हर व त अपने मा लक क खदमत म हािजर रहने वाले वफादार कुते क
तरह होगा! आ खर व त तक जातक क ज़ब ु ान ब द न होगी और मंह ु से नकला ल ज, चाहे
अ छा हो या बरु ा, ज़ र परू ा होगा!

चाहे जनम गर ब घराने म ले कन खद ु अपने बल पर दौलतम द और उ दा िजंदगी का मा लक


होगा! गुमनाम योगी क तरह का राजा होगा, बध
ु अब खाना बर- 2 या शुकर क हालत के
अनसु ार फल दे गा खासकर जो ह खाना बर- 2 म उतम फल का हो बध ु फौरन उस ह क
नकल कर शुभ असर दे ने लगेगा!

बध
ु क जानदार चीज व रशतेदार क उ चाहे छोट हो ज र नह ं क उ छोट ह होगी
मतलब उनक तरफ से कोई सुख न होगा ले कन बध ु से संबि धत कारोबार म फायदा हो, अगर
जातक संतोषी वत रखे तो बध ु हमेशा नेक फल दे गा, समु सफर के नतीजे उ दा ह गे!

दमागी कारोबार और उससे संबि धत कारोबार अ ल क बार क व लखाई के कारोबार से परू ा


लाभ होगा ले कन द ती काम ह का फायदा दगे! हर तरह के झगड़े का फैसला जातक के हक म
होगा!

खेती क ज़मीन, तहर र व तकर र से फायदा व फल बेहतर ह गे! ईमानदार के धन व कमाई म


खेती क ज़मीन, तहर र व तकर र से फायदा व फल बेहतर ह गे! ईमानदार के धन व कमाई म
बरकत होगी! कसी भी शुभ काम के शु करने से पहले क या पज
ू न या कसी फूल क पज
ू ा
नेक फल दे गी!

बध
ु का खद
ु का असर खद
ु बध
ु क चीज पर कभी मंदा न होगा, कंु डल म जब भी कोई ह
उ दा फल दे ने वाला होगा बधु भी उसी ह क तरह नेक फल का हो जाएगा या ऐसा मान क
नेक फल दे ने वाला ह दो गुना उ दा फल दे गा!

बध
ु अकेला ि ट खाल तो चंदर क जानदार चीज का फल अशुभ ले कन क बाक चीज़
नेक फल दे ती रहगी! सनीचर खनन बर- 9 या 11 म हो तो औरत अमीर खानदान से होगी
और जातक के लए भा यवान भी!

खा ना बर- 1 म बह
ृ प त या सूरज या सनीचर राजयोग होगा ज़र दौलत, धरम मयादा का
मा लक व जगीरदार होगा!

मंद हालत

अगर खाना बर- 6 का बध ु मंदा हो रहा हो तो बधु घर से भागने वाल नौकरानी क तरह होगा
जो भागते समय अपने मा लक के लड़के को भी ले भागेगी या न नमक हराम ल डी क तरह
बरताव होगा!

मकान का मु य वार उतर दशा क तरफ हो तो मातम कु ड सा बत होगा खासकर जो ल क


उतर दशा म याह जाए कभी सु खया न होगी! अगर जातक पेश े से डा टर, हक म या वैद हो
और तबीयत से लालची हो तो अपनी ह जड़ काट कर बरबाद होगा!

खाना बर- 6 का बध ु टे वे वाले क 34 साला उ के बाद मंगल बद का असर दे ने लगेगा माता


मरे या बरबाद हो! मंगल खाना बर- 4 या 8 म हो तो माता मासूमी म गुज़र जाए!

टे वे म शुकर र ी हो और बध ु मंदा हो तो म ी के बरतन म दध


ू भरकर वीरान जगह दबाना
चा हए और मंदा हो तो गंगाजल शीशे क बोतल (िजसका ढ कन भी शीशे का हो) म
भरकर खेती क जगह दबाना चा हया!

व बह
ृ प त- 2 म या - 2 व बह ृ प त- 11 म तो सनीचर का ज़ाती असर मंदा होगा
नज़र कमजोर होगी और बढ़
ु ापा मंदा होगा!
बध
ु खाना बर- 7
द ु नया के लए पारस- लड़के के टे वे म दस
ू र को तारे ,
ल क के टे वे म बुध अपने लए कभी मंदा न होगा!

मरे कफ़न पहने- खुदा घर को चले

भला फर भी जाएंगे- लाख का करते

जागता बध
ु ह रा होगा- सोया म ी जलती हो
जान चीज़ बध
ु को मंदा- साल 34 ज़हर हो
खाल थैल लेख अपना- न ह शाह उ दा हो

साथ साथी ह जो बैठा- डूबा प थर तैरा हो

चीज़ शुकर या ज़ाती- उतम नेक हमा ड क हो

श न या मंगल पापी- नेक भला न कोई हो

आया घर पहले टे वे- सफ़र सम दर मोती हो

बैठा श न हो घर जब तीजे- ससुर अमीर होती हो

10 पहले वाह द ु मन ज़हर - नेक असर सब उनका हो


गु 9 घर म ी उड़ती- भला शुकर वाह बैठा हो

- - शक
ु र के बज
ु पर: दोन ह आपस म दो त ह! दोन का अपना- अपना ले कन
उतम फल होगा! जातक आमतौर पर औरत के इ क म म त रहने वाल तबीयत का
होगा और औरत को हर तरह का सुख दे गा! इस लए बुध न औरत क शाद रे खा अपने
बज
ु पर बनाई हुयी है ! अगर सर गोल हो तो औरत अमीर खानदान से होगी! ज़मीन क
हालत भी गोल कर ज़मीन पर आ शक है ! सर और ज़ुबान का आ शक ले कन धड़ जो
क केत ू क चीज़ है उसका दो त न होकर बराबर का ह है या न कामदे व
का क ड़ा न होगा औरत के लए खच करने म दलेर!

- - बध
ु के बुज पर: अपना खुद का बुज! तजारत योपर पर म त और फल भी नेक
ह गे!
खाना बर- 7 तल ु ा रा श और घर का मा लक ह शक ु र है जो बधु का दो त है और
हमेशा साथ रहने वाला! इस रा श न सनीचर को उं च कया जो बुध के बराबर का ह है !
बुध का असल दो त सूरज इस रा श म नीच गना है ले कन बुध के साथ दो ती है
इस लए ी का सुख 22 साल होगा! हुनरमंद मगर सनीचर के असर के कारण शराबी
कबाबी होगा य क सनीचर हमेशा अपना असर करता रे हता है ! बुध व शुकर, दोन का
असर होने के कारण जातक यभचार (शहवत पर त) व च र ह न(जानी) हुआ करता है !
सरू ज और शक ु र के मलाप से बध ु पैदा होगा मगर बध ु व शकु र के मलाप से सरू ज पैदा
होगा या न सूरज व शुकर टे वे म इ ठे ह तो पहल संतान आमतौर से ल क हुआ
करती है ! कंु डल म बध ु व सरू ज इ ठे तो बध ु का असर 22 साल(सरू ज) क उ म शु
हो जाएगा! इस घर का बुध सब साथ बैठे और साथी ेह को तारता है ले कन अगर
मंगल से स बंध बन रहा हो तो मंगल बद होगा! मंगल और बुध अकेले अकेले खाना
बर- 7 म ह तो बेशक मती ह ह गे! बध ु जब भी कसी दसू रे ह के साथ होगा उसका
फल उतम कर दे गा चाहे खुद का फल थोड़ा कम ह य न हो जाए ले कन के साथ
होने से बुध को द ू षत करे गा ऐसे म बुध भी एक रे ग तान क तरह होगा या न
का साथ कसी हद तक मंदा ह होगा! बुध से संबि धत चीज के कारोबार व योपर
से खूब फायदा हुआ करता है ! शुकर या न औरत के साथ ह बुध जो क न मद है न ह
औरत, को बैठाया है ले कन खदु बध
ु न छट रा श क या और मथन
ु रा श बर- 3 जो
बह
ृ प त के बुज के साथ लगती है ! अगर बुध न खुद अपनी जगह बह ृ प त के साथ ल
तो अपने दो त शुकर को खाना बर- 2 म तजनी उं गल क जड़ म बठाया या न ल मी
उस जगह पर उतम व नेक है जहां उसक इ ज़त व कदर होती हो! इस घर का बुध
कसी दस ू रे ह जो साथ हो जाएँ या साथी ह बन रहे ह चाहे दो त हो या द ु मन का
बरु ा असर न होने दे गा!

बध
ु - 7 के समय खाना बर- 1 म हो तो सम दर पार ल बे ल बे सफर के फल उतम व
नेक ह गे!

बध
ु - 7 के समय सनीचर खाना बर- 3 म हो तो औरत अमीर खानदान से होगी और जातक के
लए खशु क मत भी!

बध ु - 7 के समय बह
ृ प त खाना बर- 9 म हो तो शाद व ह त जीवन म गड़बड़ हुआ करती
है !

बध
ु - 7 ले कन ि ट से खाल या न सोया हुआ हो गह
ृ त जीवन व खदु क िजंदगी एक वीरान
जंगल क तरह हुआ करती है जैसे क लर ज़मीन िजसम चकनी म ी(शुकर) का नशान तक न
होगा!
बध
ु को 7 सब न माना, भरे आये खाल है जाना
पर जो इसका साथी हो, डूबता प थर तैरता हो

7 बध
ु को रे त भी माना, शु बरु ा, आ खर शाहाना
पहले 10 ह जो आ , बध
ु 7 से नेक हो जा
नेक गो वो अपनी दे , बध
ु फटकर रं गत ल
बध
ु 7 ह रा हुआ, तारे सबको जो
पर खद
ु अपने असर म, जंगल रे ता हो

हर घास, भ डी गाए, बकर , आम, माँ- धी क हालत, दस


ू र चीज का ठ पा!
आमतौर पर इस घर का बधु सब साथी ेह को तारता है ले कन अगर मंगल से कसी तरह
स बंध हो जाए तो मंगल बड़ खड़ा होगा, बेशक मंगल और बध ु अकेले अकेले खाना बर- 7 म
बेशक मती फल दे ने वाले ह ह! कसी दसू रे ह क मदद करते व त बध ु का अपना ज़ाती फल
बेशक मंदा हो जाए ले कन दस
ू रे ेह के असर को मंदा नह ं होने दे गा- सवाय - 7 के
िजसका असर दध ू म मींगन क तरह होगा और खद ु बधु ज़ाती हालत म क लर ज़मीन िजसम
चकनी म ी न हो जैसा असर होगा या न खद ु का गहृ त जीवन हरे भरे जंगल जैसा न होकर
बना प य के रे ग तान क तरह होगा और यह सब बध ु क उ 34 साल तक होगा! बहरहाल
कलम म तलवार से यादा ताकत होगी गर न होगी तो फ़ौजदार न होगी!

नेक हालत

बध ु अब शक ु र के साथ मलकर दस ू रे ेह क मदद पर होगा, जो भी ह बध


ु के साथ होगा या
साथी ह बन रहा होगा बध ु उस ह क हर तरह क कारक चीज के फल को कई गन ु ा नेक कर
दे गा चाहे बधु का खद
ु का असर कसी हद तक कम हो जाए! ऐसा यि त हर कसी क मदद के
लए तैयार हुआ करता है ! बढ़ ु ापा हमेशा उ दा हुआ करता है !

हुनरमंद व द ती काम म बरकत होगी, फ़ौजदार मुकदम वगैरह म कोई नक


ु सान नह ं होगा!
हुनरमंद व द ती काम म बरकत होगी, फ़ौजदार मुकदम वगैरह म कोई नक
ु सान नह ं होगा!
जातक क कलम म तलवार से यादा तेज़ी होगी या न ऐसा जातक अपनी कलम के बल पर ह
द ु मन पर जीत हा सल करने वाला हुआ करता है ! धन दौलत उतम होगा!

जब बध
ु जागता हुआ हो तो जातक अपने कुल म ह रे के समान इ ज़त पाये! खाना बर-
1 म हो तो समंदर सफर से खब
ू धन कमाए!

सनीचर खाना बर- 3 म हो तो जातक क ी अमीर खानदान से आए और जातक के खद


ु के
लए भी भा यवान होगी!

खाना बर- 1 व 10 के ह (चाहे दो त ह या द ु मन) कभी मंदा असर नह ं दगे चाहे आपस म
इन ेह का तालमेल ठ क न हो!

मंद हालत

अगर टे वे म बध
ु मंदा सा बत हो रहा हो तो जातक क खद
ु क बहन व बेट , बाप क बहन और
औरत क बहन सब क सब ह द ु खया ह गी!

केतू खाना बर- 1 या 8 म हो तो औरत क बदचलन बहन टे वे वाले के भाई से मलकर टे वे


वाले क औरत क म ी खराब करगे या न खद
ु टे वे वाले क साल टे वे वाले क औरत को उजाड़े!

खाना बर- 1 खाल या न बध


ु सोया हुआ तो साहूकारा का फल नेक नह ं होगा! मंद रे त क
तरह जीवन दखु से भरा हुआ होगा ले कन बढ़ ु ापा उ दा हुआ करता है , शक ु र का फल भी मंदा ह
होगा

बध
ु - 7 के समय बह ृ प त खाना बर- 9 म हो गह ृ त जीवन बरबाद होगा खद
ु बध
ु भी हर तरह
से मंदा फल ह दे गा चाहे गह
ृ सती व कारोबार के लए शुकर का फल कतना ह नेक य न हो!
बध
ु खाना बर- 8
(बीमार , ज़हमत और लानत का घर, खु फया तबाह का फंदा, माल नक
ु सान करने वाला
कोढ़ )

क तक क लानत फ़ र ता भी भागे
जले आग ऐसी नज़र जो न आवे

साथ ह नर बध
ु न मंदा- न बध
ु मंगल हो
म द ज़माना साल 34 का- हाल वह जो नर ह हो

मौत मंद का बाजा बजता- खाल मि दर जब होता हो


नाग ज़हर ह नीच म भरता- तीर मंदे ह चलता हो

बैठा कोई हो ह जब दज
ू े- ज़हर भरे बध
ु लानत दो
उ गु पर बध
ु जो फडके- न ह पता न दौलत हो
4 र व या उ दा- ज़हर धोता बुध अपनी हो

छठा मंदा ह म डल मंदा- मुआफ़ गु को मलती हो

- - ब ृ छक रा श घर का मा लक ह मंगल है बुध क िजससे द ु मनी है ! इस रा श न


को नीच कया ले कन उं च कसी ह को नह ं कया! बध ु का भी द ु मन है ! धन
क तंगी और 14 साल तक क ट रह! उ के हर 8 साल म खुशी का बाजा बजता
होगा ले कन यह सफ दखावे क खश ु ी होगी य क इस घर का बध ु अब पौदे से टूटा
हुआ फूल या मुरद पर चढ़ाए जाने वाले फूल क तरह होगा िजस म राहू(ससुराल)
केत(ू औलाद) शुकर(औरत) और खुद बुध(बहन, बुआ व बेट ) व खाना बर- 6 के र तेदार
(माता- पता के र तेदार मामू व मामू खानदान) सब के सब मंदे हाल ह गे! अगर मंगल
साथ तो भी मंगल बद न होगा बि क भाइय क तर क का कारण हुआ करता है और
मौत का दरवाजा भी ब द करे ले कन माता- पता का खानदान बरबाद होगा 14 साल क
उ तक मौत ह मौत दे खे! खाना बर- 8 का बुध खाना बर- 2 के खाल होने पर
अपनी कारक चीज को उजाड़ता है या न बहन या बेट या बुआ को वधवा करे ले कन
अगर खाना बर- 2 म कोई ह हो तो यह मंदा हाल ससुराल खानदान
म दे खने को मलेगा िजसका सबूत होगा घर क सफ सी डयाँ ह दब ु ारा बनवाना चाहे
कु छ साल के बाद मकान दब
ु ारा बने! उपाओ: बुध के अ थान क पूजा करनी चा हए
वरना खाल घड़ा बजता होगा या न औलाद और मद का हाल मंदा होगा! बुध जब भी
जनम काल न कंु डल , वष कंु डल या मा सक कंु डल म खाना बर- 8 म आवे तो म ी
के बरतन म शहद भरकर शमशान म दबाना चा हए या कसी उजाड़ जगह पर दबा द!
अगर सर रे खा बहुत ल बी होती हुयी सेहत रे खा क हद से आगे मंगल बद को जा
नकले तो जातक खदु तो तेज़ और हो शयार होगा ले कन मामू खानदान बरबाद होगा!
अ वल तो माम ू बचेगा ह नह ं ले कन अगर बच नकला तो बेऔलाद होगा! खाना बर-
8 के बुध के समय मंगल खाना बर- 6 म हो और बुध को सूरज या क मदद न
हो तो जातक खुद माता के बैठे हुये बचपन म गुज़र जाए! अगर सर रे खा पर कोण
नीचे क तरफ को झुका हो तो और मात ृ रे खा साफ व गहर न हो तो माता का कोई
सख
ु नह ं होगा! अगर टे वे म हर तरह से कायम व उ दा हो तो माता का सख ु
मलेगा व माता क उ ल बी होगी! बुध- 8 के समय बह ृ प त खाना बर- 2 म हो तो
पता क उ ख म करने के इलावा पता का धन दौलत भी 16 से 19 साल क उ के
बीच बरबाद होगा बहन वधवा व मामू खानदान उजड़े!

बध
ु 8 जब हुआ, भ ी रे त तपा
ल क , बहन ससरु ाल से, बेवा होके आ

रे त जल है जंगल क , जलता मंगल बद

लड़का मामँ ू और माता भी, सफाचट ह सब


भेड़ चाल सब ह कर, मंदा बध
ु जो हो
बंद सांस सब ह कर, बध
ु नागबल हो

लेटा हुआ अंडा, मुदा या मुद का फूल, द मक, बहन!


उ के हर 8 साल फोक खश ु ी का शानदार बाजा बजता होगा, मगर पौदे से टूटा हुआ फूल या
मुद पर चढ़ाया जाने वाला फूल होगा िजसम राहू (ससुराल), केतू (औलाद), शुकर ( ी) और खद ु
बध
ु (बहन, बआ ु , बेट , फूफ ) व खाना बर- 6 क चीज़ (माता पता के र तेदार- मामँू व मामँू
खानदान) सबका मंदा हाल शा मल होगा, मगर मंगल से अब मंगल बद न होगा बि क भाइय
को बल ु द करे और मौत का दरवाजा ब द हो! मगर वा दै न बबाद, मौत 14 साल ह ! बध ु टे वे
वाले के रशतेदार जो क बध ु के कारक ह उनको बेवा बनाता है ले कन जब तक खाना बर- 2
खाल हो, अगर खाना बर- 2 म कोई ह हो यह मंदा असर ससरु ाल खानदान पर होगा,
िजसका सबत ू होगा सी डयाँ सब क सब गराकर दब ु ारा बनवाना, कुछ साल बाद वो मकान भी
दब
ु ारा बनेगा! इस मंदे ज़हर से बचने के लया बध
ु के अ थान क पज
ू ा मब
ु ा रक होगी, वरना
खाल घड़ा बजता रहे या न औलाद व मद क कमी और हालत मंद ! बध ु जब जनम कंु डल के
खाना बर- 8 म हो या वष कंु डल या मा सक कंु डल के अनस
ु ार खाना बर- 8 म आए तो
म ी के कोरे बरतन (गोल) म शहद या खांड (मंगल क चीज़) भर कर शमशान या क तान
या कसी उजाड़ जगह दबाना नेक फल दे गा!

नेक हालत

बध
ु - 8 को कसी नर ह का साथ मल जाए तो बध
ु कभी मंदा असर न दे गा बि क बध
ु भी
उस नर ह क तरह फल दे गा!

टे वे म सरू ज या खाना बर- 4 उ दा हो तो 34 साल क उ म बध ु अपना मंदा फल दे ना


ब द कर दे गा! अब केतू (औलाद) भी बरबाद न होगा! माता क उ व क चीज का असर
हर तरह से नेक होगा!

अगर टे वे म मंगल खाना बर- 12 म हो तो खाना बर- 8 पर बध


ु का कोई भी मंदा असर
नह ं होगा! क न का का सरा गोल तो जातक ानी होगा!

बध
ु - 8 के साथ मंगल भी खाना बर- 8 म हो तो दोन ह ेह का फल नेक होगा!

मंद हालत

खाना बर- 8 का र शप त मंगल और कारक ह सनीचर अब इस घर का बध ु मंगल के कारक


खन ू व सनीचर क कारक नज़र पर तो कोई बरु ा असर नह ं डालेगा ले कन अपनी खदु के कारक
अंग (दाँत व ना ड़य ) को जहर ला ज़ र करे गा और जातक को ना ड़य से संबि धत बीमा रयाँ
दे गा!

मंदा बध
ु ऐसी गु त सज़ा दे गा क टे वे वाला कारण तक न समझ सके और कमाई को घटा कर
आधा करता चला जाएगा ले कन बलकुल ख म नह ं करे गा!

सरकार क तरफ से धोका होगा िजस का असर धन का नक ु सान होगा या न धन का नक ु सान भी


बना कसी कारण के िजसका कारण सफ झठ
ू तोहमत हुआ करता है ! बध
ु एक बेशम और
बेहया ल क क तरह असर दे रहा होगा!

बध
ु क जानदार चीज़/ र तेदार बरबाद ह गे िजनम बहन, बआ ु , बेट , फूफ आ द शा मल ह और
इस मंदे व त क नशानी यह होगी क सफ घर क सी डय का अपने आप गरना या खद

गरवा कर दब ु ारा बनवाना और यह सब अगर बध ु जब भी वषफल या मा सक कंु डल के हसाब
से खाना बर- 8 म आवे! बध ु के इस मंदे जहर से बचने के लए म ी के बरतन म शहद या
खांड भरकर शमशान या बलकुल वीरान म दबाएँ यह उपाओ दो बार करना नहायत मब
ु ा रक
होगा एक बार वषफल शु होने से पहले और दसू र बार वषफल शु होने के 34 दन के अंदर!
खाना बर- 8 म बैठा अकेला बध
ु कभी भी नेक असर न दे गा!

बध
ु - 8 के समय खाना बर- 2 खाल हो तो 34 साल क उ तक हाल मंदा ह होगा और उस
व त जो भी ह टे वे म मंदा हो रहा हो बध
ु उसको दोगुना मंदा करता चला जाएगा!

बुध खाना बर- 8 के समय:

बह
ृ प त खाना बर- 2 म हो तो 16 से 21 के अंदर पता क उ व दौलत के लए
खतरा हुआ करता है !
खाना बर- 2(जनमकाल न) म हो तो क चीज़ उस ह के र तेदार को द जो
वषफल के अनस ु ार खाना बर- 2 म आए जैसे 34 साल म केतू खाना बर- 2 म
आया हो और बध ु खाना बर- 8 म तो ऐसे म खोये के 24 पेड़ े केतू से संबि धत र तेदार
या जानवर को दे ने चा हएँ कसी कुते को खला द या चलते द रया म बहा द (इन पेड़ म
खाँड नह ं डालनी)!
इसी असल ू पर दसू रे ेह का उपाओ होगा जैसे सनीचर खाना बर- 2 म आए तो सरू ज
क चीज़ (गेहूं, गड़
ु ) आ द सनीचर के जानवर भस या मछल को डाल! अगर ज मकाल न
कंु डल म खाना बर- 2 खाल हो तो वषफल के अनस ु ार खाना बर- 2 म आए ह का
उपाओ कया जाएगा और उपाओ वह होगा जो उस ह के खाना बर- 2 म होने के व त
तय है !

खाना बर- 6 खाल हो तो बह


ृ प त के सवाय सभी ह मंदा असर दगे! खाना बर- 12 खाल
हो तो प से संबि धत बीमा रयाँ ह गी!

नर ह खाना बर- 6 म हो तो खासकर मंगल तो माता के छोट उ म गज़ ु र जाने का खतरा


होगा अगर माता िज़ंदा भी हो तो माँ और बेटा दोन ह द ु खया ह गे! औलाद का फल भी मंदा
होगा और मामँ ू खानदान बरबाद होगा!

उपाओ:

वषफल के अनस ु ार बधु खाना बर- 8 म आ रहा हो तो वषफल शु होने से पहले और


वषफल शु होने के बाद दो बार म ी के बरतन म शहद या खाँड भरकर शमशान या
उजाड़ जगह पर दबाएँ! जनमकाल न बध ु खाना बर- 8 म हो तो यह उपाओ कया
जाएगा!
ऊपर लखे उपाओ के साथ साथ ह तांबे के गोल बरतन म सबत
ू मंग
ू भरकर द रया म
बहाना चा हए!
काला सरु मा अपने नतंब पर लगाना चा हए!
बा रश का पानी या दध
ू कसी म ी के बरतन म भरकर छत पर रखना चा हए!
ल क का नाक छे द करवा कर चाँद का ला डालना नहायत मुबा रक होगा!
खद
ु के पास आतशी शीशा रखना व ल क को सुख रं ग के कपड़े जातक के लए बरबाद
का कारण ह गे!
खाना बर- 2 म आए ह का उपाओ ऊपर बताए तर के से कर!
बध
ु खाना बर- 9
(कोढ़ व राजा मु तरका, मनहूस कम उ )
अजब भूल भुलईयाँ- ज़बानी तमाशा

दखाते बह पी ले ब तर ह भागा

तीन पहले 6–7–9–11- गु केत ू बैठा हो

धरम आय ु कुल प रवारां- बध


ु कभी न मंदा हो
ऋण पत ृ गु एक अकेला- आठ छटे 10–11 जो

अ पायु का ाणी होगा- उतम वाह बैठा हो

छुपे मंगल न र व से भागे- न ह गु से डरता हो

केत ू न 11 बैठे- ख़ाक ह सब करता हो

वजह कसी हो उ ल बी का- औलाद औरत सख


ु जलता हो
साया 34 बध
ु उलटा होगा- असर मंगल बद दे ता हो
वष च कर म 11 बैठा- बुध तावीज़ी आता जो

ज़हर भर ह मंडल टे वा- पौधा मय जड़ काटता हो

खाना बर- 9 धन ु रा श, घर का मा लक ह बह ृ प त है और बध ु इसका द ु मन


ह है ! यह रा श केत ू को उं च करती है और केतू व बुध आपस म बराबर के ह ह!
इसी रा श न राहू को नीच कया और राहू बुध के होते बेअसर होता है ! जातक
खानदान क परव रश करने वाला हो वरना 29 साल वा लद( पता) दख ु ी रहे !
आमतौर पर जातक थथला कर बोलने वाला होगा! इस घर म बुध बेबु नयाद और
बहुत यादा गहराई वाले खाल कुएँ क तरह होगा या न जातक बेपे दे के लोटे के
समान होगा! ऐसे श स क पैदाइश म भेद हुआ करता है और इसक नशानी होगी
जातक का थथलापन! मंगल या सूरज या दोन ह साथ ह तो हालत लसूड़ े क
गटक क तरह

क मत का हाल होगा (मंदे मायन म) और उ का मंगल बद या खुद बुध का


ज़माना (1–4–13–15–17–28–34 वां साल, मह ना या दन) कभी नेक व खुशहाल
नह ं ह गे! उ के वा ते नाक छे दन के इलावा कोई उपाओ नह ं और नाक छे दन
कर उसम सोने या चाँद का छ ला डालना ज़ र होगा! बुध का दायरा O क मत
रे खा के शु होने के थान पर या बध ु के बजु पर शाद रे खा काटती हुयी क न का
उं गल क तीसर पोर जो दरअसल बह ृ प त क धन ु रा श है म जा रह हो तो बुध
और शुकर धनु रा श म हमेशा मंदा असर दे त े ह! बुध का दौरा जब 34 साल म
शु हो तो मंगल बद का असर दे गा िजसका उपाओ लाल रं ग क लोहे क गोल
होगा! टे वे म बुध िजस घर म बैठा हो उस घर का मा लक ह अगर खाना बर-
9 म जा बैठे तो बुध उस ह का समूल नाश कर दे गा, बुध का इस ज़हर असर
का नयम कुल ेह पर लाग ू होगा चाहे वो ह बध
ु के दो त ह या द ु मन! ऐसी
हालत के समय नर ेह (सूरज, मंगल, बह
ृ प त) म से उस ह का उपाओ कर जो
बध
ु के कारण न ट हो रहा हो, अगर ी ेहो ( , शकू र) क यह ि तथी हो तो
उस ी ह का उपाओ कर यह यान म रखते हुये उपाओ के लए इ तेमाल ह
व बधु बरबाद न ह ले कन अगर इससे भी काम न बने तो मु स ेह क मदद
ल! बध ु बर- 9 के समय या बह
ृ प त या दोन ह खाना बर 7 या 3 या 6
म ह तो ल बी उ होगी ले कन शाद और गह ृ त सुख म फोक शान व गड़बड़
होगी!

जब तलक बध
ु 9 बैठा, ह न बोलता कोई
भल
ू े से गर कोई बोले, बध
ु न उसको छो ता
साया तो है नज़र आता, बध
ु नज़र आता नह ं
मार पड़ती सब ेह को, कोई छुड़वाता नह ं

आ माँ ऊँचा तो, बहर- ए- फ़ना हुआ गहरा


बध
ु बढ़ा इतना, क दोन म ह न ठहरा
अगर ठहरा तो 13 साल या, 13 मह ने ह वो है ठहरा
साल 16, माह 16, दन भी 16, है नह ं ठहरा
फर भी ठहरा न ह ठहरा, ठहरा ठं डे दल से है

बहन, मासी, भुआ, फूफ , मारता सबको ह है


बध
ु घर 9 सब से बल, से वो डरता है
जो रे त को तै म करके, बध
ु को चलता करता है
बैठा पहले घर म, बध
ु भी 9 बैठा हो
पानी वाले बादल , बध
ु कभी वाँ न मंदा हो

तल मी भत
ू िजसका साया न मालम
ू होवे, चमगादड़, स ज़ रं ग, थथलाना! जंगल स ज़े
व दर त का!
अब बध ु बेबु नयाद और ला- इ तहा गहराई का खाल कुएं का महल होगा! ऐसे जातक क पैदाइश
म भेद होगा, िजसके ज़ा हर करने म उसक अपनी ज़ुबान का थथलापन होगा! मंगल या सूरज या
दोन के साथ लसूड़ े क गटक क तरह क मत का हाल होगा (मंदे मायन म) और उ का
मंगल बद या खद ु (बध
ु का ज़माना 13–15–17–28–34 वाँ साल म हना का दन) कभी नेक और
खशु हाल न होगा! चमगादड़ के मेहमान आए, जहां हम लटके वहाँ तम ु लटको- क तरह सा थय
का हाल होगा, िजसका उपाओ नाक छे न के ईलावा कोई और न होगा! गर फर भी होगा तो
क चलती चीज़ या बह ृ प त के रं ग म रं गी चीज से वो या न बध ु एक चलता द रया
होगा(स ज़ रं ग मंदा होगा) िजसक तूफानी हालत का न कोई इ तहा होगा या वो ज़ा लम को
फाँसी दे कर गराने के लए त ल मी कुआँ होगा, िजसक तै दे खने के लए सीढ़ का भी इंतज े ाम
न होगा! अगर यह सब कुछ न हुआ तो दरजहाँ होगा! बहरहाल बध ु खाना बर- 9 या 3 या
कसी भी मंदे घर का असर उस व त नेक होगा िजस साल म बध ु अपने ज़ाती सभ ु ाओ के असल ू
पर नेक हो जावे मगर जनम के पहले साल या पहले मह ने म बध ु का मंह ु ज़हर से खाल न
होगा, अगर होगा तो जनम मरण का झगड़ा ह दरू होगा! वशेष: कोई भी नया व पहनना हो
या धारण करना हो तो धो कर या द रया के पानी का छ ंटा दे कर दोपहर के व त धारण करना
चा हए ले कन रात को हर गज़ नह ं!

नेक हालत

बध
ु अगर टे वे म नेक सा बत हो रहा हो तो अपने पेट के लए जातक को रोट मले या न मले
ले कन अपने प रवार का पालन ज़ र करने वाला होगा! अ ल क नकल का बीज (अंडा) खाना
बर- 9 म पैदा होता है ले कन उसके अंदर क हालत खाना बर क हालत से ज़ा हर होगी या न
बधु क असल हालत नेक है या मंदा का फैसला खाना बर- 11 के ह क ि तथी पर नभर
करता है ! अगर खाना बर- 11 खाल हो तो बध
ु एक ऐसी बेहया ल क क तरह होगा जो
अपनी माँ के च र को तार तार करदे और और माता पता के स ब ध को अ याशी कहने म
शम न करे और खद ु उसी बाप से िजनह (िज़नाँ- यभचार) करने से परहे ज़ न करे !

खाना बर- 3–1–6–7–9–11 म , केतू, बह


ृ प त ह तो खाना बर- 9 का बध ु कभी मंदा न
होगा बि क हर तरह खश
ु हाल जीवन और धन दौलत दे ने वाला होगा! धरम उ पा रवा रक
सद य म बरकत व दौलत हर चीज़ उतम होगी!

मंद हालत
खाना बर- 9 का बध ु तकह न और बेइंतह े ा गहराई के कुएँ क तरह होगा, न तो इस बध ु का
कोई अथ होता है और गत इतना गहरा क तै ज़मीन तक न ढूंडी जा सके और यह सब मंदे
मायन म हुआ करता है ! बध ु खाना बर- 9 वाले जातक क पैदाइश म भेद हुआ करता है और
इसक पहचान जातक क ज़ुबान का थुथलापन होगा! मंगल या सूरज या दोन ह साथ ह तो
सबक क मत का हाल लसूड़ े क गटक क तरह होगा (मंदे मायन म) जैसे साँप के मंुह म
छु छु दर, और मंगल बद या बध
ु का ज़माना (1–4–13–15–17–28–34 वां साल मह ने का दन)
कभी नेक व खश ु हाल न होगा इस मंदे ज़हर से बचने के लए नाक छे न एक उतम उपाओ है
इसके ईलावा कोई उपाओ कारगार न होगा!

नया कपड़ा द रया के पानी से धोकर या द रया के पानी का छ ंटा दे कर दोपहर के व त धारण
करना चा हए न क रात के व त! अगर खाना बर- 3–8–5–9 हो तो इस बध ु से खदु - ब-
खदु बचाव होता रहे गा! इस घर के बधु क तूफानी हालत क कोई हद नह ं या न इस तरह बेरहम
होगा क जीवन को नहस तहस कर दे गा और गहराई क भी कोई हद नह ं होगी एक ऐसे अंधे
कुएं क गहराई क िजसक तै तक पहुँचना ह आसान न होगा या न इस घर के बध ु को समझना
कसी जो खम से कम नह ं! अगर यह सब कुछ न हुआ और जातक कसी तरह उ वाला हुआ
तो खानदान क परव रश करने वाला होगा वरना 29 साल क उ म पता दख
ु ी होवे! जातक
थथलाकर बोलता हो और बध ु का दौर 34 साल से शु हो तो बध ु मंगल बद का असर दे गा
और सब कुछ बरबाद करता चला जाएगा इस मंदे ज़हर से बचने के लए लोहे क गोल लाल रं ग
करके अपने पास रखनी चा हए! बध ु खाना बर- 9 वाले जातक को स ज़ रं ग का इ तेमाल नह ं
करना चा हए!

बधु खद
ु खाना बर- 9 म हो और कोई ह उसके साथ बैठा हो या खाना बर- 9 म कोई
अ य ह हो और बध ु उस ह क रा श वाले घर म बैठा हो या उस ह के कारक घर म जा
बैठे तो बधु उस ह अपने दायरे म कैद कर के न फल कर दे गा!

उधारण: घर से 9 मील क दरू पर कुएँ से पानी का घड़ा भर कर घर को चले तो घड़े के पदे म


सुराख कर दे गा िजससे घर पहुँचते पहुँचते घड़ा भी खाल कर दे गा और सारे कपड़े गीले या न
हरे क काम म मायस ू ी के ईलावा कु छ न होगा मानो तो बध ु अब एक ऐसा बवाई बि क हवाई
कोढ़ होगा जो खद ु - ब- खदु आ चमटे !
उपाओ: नर ेह (सरू ज- मंगल- बह ृ प त) म से उस नर ह का उपाओ होगा जो ऊपर के यान
अनसु ार खराब/न ट हो रहा हो, ी ेह ( - शुकर) म उस ी ह का जो यान अनसु ार
खराब/न ट हो रहा हो, अगर नर ह व ी ह के उपाओ से काम न बने तो मु स ेह क
मदद लेनी चा हए ले कन उपाओ के समय एक बात यान म रखनी ज़ र है उपाओ से कोई ह
बरबाद नह ं होना चा हए!
बह
ृ प त अकेला खाना बर- 8–6–10–11 म से कसी एक म हो अ पाय ु (8–16–24) का ाणी
होगा, चाहे टे वे म लाख उं च व उ दा हो वरना औरत व औलाद का सख ु मंदा होगा!
खाना बर- 3 या 6 या 7 म या बह
ृ प त या दोन या एक एक घर म दोन ह तो उ
तो ल बी होगी मगर शाद और औलाद म खरा बयाँ ह गी!

कयाफा: टे वे म खाना बर- 1 खाल और हाथ क उँ ग लय के नाखन


ू नीले ह तो शर र फसाद
होगा!

जनम काल न बध
ु खाना बर- 9 म हो और वषफल के अनस
ु ार खाना बर- 11 म आ जाए तो
पौदे को जड़ से उखाड़ दे ने क जहर ल ताकत का बधु होगा खासकर जब कसी साधू से तावीज़,
य , शंख व वभू त आ द ल जाए तो बध ु ऐसी चीज के आने के दन के 17 से 34 दन के
अंदर अंदर तबाह- ओ- बरबाद कर दे गा और अपनी जहर का सबत ू दे गा! इसके ईलावा 76–96–
108–120 साला उ म बध ु खाना बर- 11 म आयेगा तो भी मंदा फल दे गा!

उपाओ:

लोहे क गोल िजस पर लाल रं ग कया हो अपने पास रख!


नाक छे दन करकर चाँद डाल सबसे उतम उपाओ है !
नया कोरा कपड़ा धो कर या गंगाजल का छ ंटा दे कर दोपहर के समय म धारण कर रात
को नह !ं
घर के अंदर चाँद दबाएँ व शर र पर चाँद धारण कर!
खु ब म ी के बरतन म भरकर धरम थान म रख आय राजदरबार के मंदे असर से बचाव
होता रहे गा!
शंख, स पी, तावीज़, य व वभू त आ द घर म मत रखे और न ह कसी साध ू संत से
ल!
बध
ु खाना बर- 10
(ख़श
ु गज़
ु रान, जी हजु रया शाम को रात कहे )
भला यार दो त- न म कार होता

बचेगा कहाँ तक- त ू खामोश सोता

तीन चार- 5 पहले - असर मकान 3 बाक जो

खाल मि दर ज़र सफ़र सम दर- स फ़ भरा खद


ु मोती हो
कान कटे पर राग जो मीठा- साँप आँख से सन
ु ता हो
श न भला तो सब कुछ उ दा- वरना धोका खुद मंदा हो

श न इशारे बुध पे चलता- मंद उ खुद पापी हो

साया वा लद भी श क होगा- भरोसा नज़र न ज़ाती हो

हथेल पर सनीचर के बजु पर बध ु का नशान! बध ु और सनीचर आपस म बराबर


के ह ह और बुध सनीचर से दो ती करता है ! आँख को गोल बुध न कया और
शकु र क ज़मीन क तरह आँख क पत ु ल बन गया! मगर सनीचर बध ु से दो ती
नह ं करता इसी लए कभी कभी आँख के होते हुये भी उसम नज़र नह ं होती! रं जो
तकल फ! पता क मरज़ी हो सुख दे वे मरज़ी हो तो न दे वे ज़ र नह !ं कंु डल म
खाना बर- 10 घर का मा लक ह सनीचर है जो बध ु के बराबर का है ! इस रा श
न मंगल को ऊंच कया और बुध मंगल का द ु मन है , बह ृ प त को नीच कया और
बध
ु बह
ृ प त का भी द ु मन है ! इस लए 42 साल क उ तक ह थयार का डर हुआ
करता है , ऐसे जातक के द ु मन भी बहुत हुआ करते ह!
इस घर का बध ु लाख के महल क तरह होगा, बा द का पटाखा, साँप के जहर ले
दांत, हड़काए कुते क दम
ु , सनीचर के इशारे पर काम करगे या न जैसा टे वे म
सनीचर होगा वैसा ह बुध हो जाएगा! पता का साया हर गज़ नह ं होगा इसका
मतलब पता क उ नह ं बि क उसक तरफ से मलने वाला सुख या सहायता
होगा! खद ु क नज़र का भी कोई भरोसा नह ं हुआ करता या न कसी को परखने म
नज़र धोका दे सकती है ! जातक शराबी, शबाबी व कबाबी हुआ करता है और ज़ुबान
का यह च का आमतौर पर बरबाद का कारण
हुआ करते ह! बध
ु क अ ल म सनीचर क शरारत मलने से द ु मन ह द ु मन
हुआ करते ह!

बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 4 समंदर पार ल बे ल बे सफर हुआ
बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 4 समंदर पार ल बे ल बे सफर हुआ
करते ह िजसके नतीजे नेक ह गे!
बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 3 म हो तो बाक 3 बचने वाले मकान
क तरह क मत का हाल होगा!
बध
ु खाना बर- 10 के समय खाना बर- 5 म हो तो ऊपर जैसा

बध
ु 10 हुआ बसेरा, श न करे गा फैसला तेरा
कसी तरह से अगर मलेगा, अपनी दया करे गा

ख़ु क घड़े सबम पानी भरे गा, सदफ़ म वो मोती पैदा करे गा

श न बना कुछ भी न मलेगा, अगर कुछ मला, स त धोका मलेगा

दाँत, ख़ु क घास, शराब- कबाब, नाि तक या भूत क खुराक, सी ढ़याँ (मकान)


लेटा हुआ अंडा!
बध
ु अब सनीचर के इशारे पर काम करे गा, जैसा सनीचर होगा वैसा ह बध
ु का फल होगा! पता
क मरज़ी है क जातक को सुख दे वे या न दे वे! पता का साया कोई शत नह ं क होगा! न ह
खदु क नज़र का कोई भरोसा होगा गर यक नन होगा तो ज़ुबान का च का होगा जो जातक क
बरबाद का कारन होगा ले कन उ लंबी होगी

नेक हालत

खा ना बर- 10 का बध
ु साँप क सर - लोहे पर कलई क पा लश क तरह होगा या न िजस
तरह धड़ के बना साँप क कोई ताकत नह ं और लोहे पर कलई का मूल मा लोहे को चाँद नह ं
बना सकता उसी तरह बध ु बना सनीचर के कसी काम का नह ं होगा!

जातक को हर कसी क हाँ म हाँ मलाने क आदत होगी अगर कसी न कहा क शाम नह ं रात
है तो जी हजूर कह बात का साथ दे ने वाल आदत का हुआ करता है ! ज़ुबान का नहायत मीठा
क हर कोई उसक बात मान लेवे!
टे वे के खाना बर- 1–3–4 या 5 म हो तो जैसे तीन बचने वाले मकान का असर हुआ
करता है वैसा ह क मत का हाल होगा! जंगी तजारती काम म लाभ हो ले कन औरत और
ब च के लए असर मंदा होगा जैसा क शेर मुख मकान का हुआ करता है !

कंु डल का खाना बर- 2 खाल कयाफा: हाथ क उँ ग लय के नाखन


ू वाला सरा गोल तो
समंदर सफर से मोती पैदा ह गे! जातक खद ु लहाजदार व हुनरमंद हुआ करता है !

टे वे म सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असल


ू पर नेक हो तो बध
ु और सनीचर दोन का फल
उ दा होगा 6 सर वाले साँप क तरह मददगार होगा ले कन केतू (औलाद) क हालत बेशक ठ क
न होगी!

जब खाना बर- 2 नेक हो रहा हो तो बध


ु दोगुना नेक फल का होगा, चाहे जातक का ज म
गर ब प रवार म हुआ हो अब बध ु खब ू धन दौलत दे गा!

मंद हालत

अगर जातक शराबी कबाबी होगा तो सनीचर मंदा होगा और बध ु अब साँप के टे ढ़े ज़हर ले दांत
क तरह बरबाद का कारन होगा या न ज़ब
ु ान का च का खराबी क पहल नशानी होगी, अब
सनीचर बध ु के इशारे पर चलेगा और हर तरह क बरबाद का कारन होगा!

न सफ 42 साल क उ तक बि क तीन ह पापी (सनीचर, राहू, केतू) अपनी अपनी उ तक


मंदे ह गे! पता क उ व खद
ु क नज़र का कोई भरोसा न होगा!

जब टे वे म सनीचर मंदा हो या खद
ु कर लया जाए बध
ु अब साँप क सर क तरह होगा जो
दोगुना मंदा असर पैदा करे गी!

जब खाना बर- 8 मंदा हो तो बध ु हर तरह से मंदे फल का होगा जो जातक को दोन हाथ से


मार मार कर दोन जहां द ु खया कर दे गा!
बध
ु खाना बर- 11
(दौलतम द जनम से, खध
ु बध
ु उ लू का ब चा और कोढ़ , 34 साल के बाद ह रा
मददगार होगा)

नख सोना बढ़ता- लगे जब कसौट


व त नाश अपने- अ ल पहले सोती

बध
ु घड़ा कंु भ द ु नया उ टा- उ 34 तक मरता हो
श न गु द ु नया मारा- बुध आ खर तारता हो

साथ गु या बैठा- दज
ू ा खाल 3 उ दा हो
सीप ह रा बन मोती दे ता- त त च कर जब लाता हो

बध
ु च कर म श न हो चलता- लेख गु पर होता हो
बध
ु दबाया हो या मंदा- श न गु न उ दा हो
लगन 9 का 11 आए- तावीज़ फक र बनता हो

काम अ ल न कोई दे वे- अपनी जड़ खुद काटता हो

बाद मुसीबत मदद हो पाता- कमी अ ल ज़र दौलत हो

रोज़े रोशन गो लेख न खल


ु ता- ख़श
ु ी मगर खद
ु रात को हो

टे वे म खाना बर- 11 कंु भ रा श, घर का मा लक ह सनीचर है जो बुध के बराबर


का ह है ले कन असर के लए बह ृ प त ह है जो बुध का द ु मन है ! इस रा श न
न कसी ह को ऊंच कया और न ह नीच, बद करदार होगा! अगर टे वे म
सनीचर उं च या उ दा हालत का हो तो 45 साल तक दो त क आमदन!
बध
ु खुद तो मंद हालत का होगा िजसका असर उसक (बुध क ) पूर उ 34 साल
तक साये क तरह साथ होगा, सब तरफ से बरबाद व नराश हो जाने के बाद
खासकर सनीचर, बह ृ प त व मंदे वाले इंसान को तबाह से जुदा कर आबाद
कर दे गा ले कन बुध खुद बद करदार होगा और इसक वजह होगी सनीचर के मंदे
काम!
कंु भ घड़ा उ टा है बेशक, बध
ु 11 म हुआ
हर तरह से हो जो डूबा, उसको िज़ दा कर गया

ह जभी सब ख़ म ह तो, बध
ु अकेला रह गया
तारने ह वो लगा जब, घर ह सारा बह गया
बध
ु न कसी को तारे , तारता जब वो आ खर है
श न, बह
ृ प त, मारा, तारता आ खर बध
ु ह है

क चा घड़ा, कंठ वाला तोता गु का उपदे श दे वे, चौड़े प त का दर त सीप, ह रा,


फटकर ,
उ टा घड़ा या जनम व त जब क इ सान इस द ु नया म आते व त सर नीचे मगर सबको णाम
करता आवे!

बज़ात- ए- खद
ु बध
ु बर करदार(खलनायक) खोटे काम व मंद हालत का होगा, िजसका असर
परू उ (ल क क 17 साल ले कन टे वे वाले क 34 साल) तक साये क तरह साथ होगा, सब
तरफ से बरबाद व नराश हो जाने के बाद खासकर सनीचर, बहृ प त या मंदे वाले को या
इन तीन के कारन हुयी तबाह को खशु हाल म बहाल करे गा

नेक हालत

सनीचर अब बध
ु के च कर म होगा, बध
ु नेक फल दे गा या मंदा इसका फैसला बह
ृ प त क
ि तथी पर नभर करता है !

बधु नशान O(दायरा) जब तजनी व म यमा उँ ग लय के जोड़ पर हो तो 34 साल क उ के


बाद जीवन म सुख चैन होगा और बधु अब एक तारने वाला ह होगा धन दौलत क सब कमी
दरू होगी!

चाहे जीवन का शु का समय कम खश ु ी का होगा य क बह ृ प त(ज़माने क हवा) और


सनीचर(द ु नया क ज़हर) को बध
ु अपने ह दायरे म घम
ु ाता होगा मगर 34 साल के बाद रात
या न बढ़
ु ापा उ दा व शाहाना होगा!

टे वे म खाना बर- 2 खाल हो कयाफा: हाथ क उँ ग लय के नाखन


ू गोल ह गे तो जातक
शमसार व हुनरमंद होगा!

कंु डल का खाना बर- 3 मंदा हो तो िजस साल बध


ु खाना बर- 1 म आयेगा तो खब
ू धन
दौलत आने का योग है ऐसा 11–23–36–48–57–72–84–94–105–119 साल म होगा!

मंद हालत

इस घर के बध ु को उ ल ू का प ा कहा गया है जातक कसी दस


ू रे क नेक सलाह पर न चल कर
खदु अपने मन क करने वाला हुआ करता है िजसके कारन नकु सान का डर रहता है उपाओ के
तौर पर गले म तांबे का पैसा धारण करना चा हए!

जनम दन से लेकर 34 साल क उ तक हालत एक मुद के समान होगी, बह


ृ प त, सनीचर व
तीन ेह का फल मंदा हुआ करता है !

जनमकाल न खाना बर- 9 का बधु जब वषफल के अनस


ु ार खाना बर- 11 म आयेगा और
कसी साधू से तावीज़, य या वभू त क श ल म लया आशीवाद जातक को 43 दन के अंदर
अंदर तबाह- ओ- बरबाद कर दे गा!

उपाओ:

गले म तांबे का पैसा धारण करना चा हए जो धन क बरबाद रोकेगा!


नाक छे द करवा कर उसम चाँद पहन 6 दन तक ता क सरु ाख कायम रहे !
बध
ु खाना बर- 12
(ल बी उ , खश
ु गज़
ु रान मगर क मत के फेर से रात क नींद उजाड़ने वाला)
गई शब न आधी- वह य रो रहा है

लखा सब फ़ र ता- उलट हो रहा है

बुध भला न मद के 12- बुरा टे वे न औरत हो

साथ श न गु हो जब मलता- कु ड भरा बध


ु अमत
ृ हो
4 छटे - 9–12 मारे - वरना तीन दज
ू ा नह ं बचता हो
गु राहू खुद जड़ से कटते- सु खया रानी न राजा हो

श न र व कोई 12 बैठे- असर ज़हर न उन पर हो

साथ साथी ह श ु होते- ज़हर श न म भरता हो

उ 25 गर शाद उसक - गु पता खद


ु रोता हो
बध
ु होगा तब नमक हरामी- मद माया सब डोलता हो
गु श न म छ रे खा टे वा- असर उतम बुध दे ता हो

टे वा मा लक न ज़हर गो चढ़ता- चीज़ िज़ दा बुध द ु खया हो


ह घर 6 वां हर दो जलते- बुध ज़हर न घटता हो

मदद केत ू से िजस दम पाते- औलाद दौलत सब फलता हो

जब खाना बर- 12 या 2 से बह
ृ प त का साथ हो तो इ ज़त और ताकत मगर सनीचर
का साथ होने से माल, दौलत व प रवार बढ़े गा!
बाक 6 बचने वाले मकान क क मत व 2–3–4–6–9–12 के ह बरबाद ह !
जातक क बहन, भुआ, ल क , मासी टे वे वाले के घर म द ु खया ले कन ससुराल म सु खया

कंु डल का खाना बर- 12 मीन रा श, घर का मा लक ह बह ृ प त, बधु िजसका


खुद द ु मन है और राहू चुप रहने वाला ह ले कन बुध का दो त! इस रा श न
शक ु र और केत ू को ऊंच कया, शक ु र बधु का दो त और केत ू बराबर का ह है ! बध ु
और राहू इस रा श म नीच के ह ह इस लए धन दौलत और योपर का कोई सुख
न हो सफ दस ू र के लए धन जोड़ेगा और पराई दौलत का रखवाला होगा!
सनीचर अगर बध ु के साथ हो या साथी ह बन रहा हो तो सनीचर को छोड़ कर
बाक कोई भी ह खाना बर- 6 या 12 म हो उनम बुध अपना ज़हर मलाता
होगा ले कन सूरज असल दो त होने के नाते इसक ज़हर को पहचान लेगा और
बचता जाएगा! इस घर के बध ु को हड़काया हुआ कुता कहा है जो भाइय का द ु मन
होगा, लोग म बेइतबार क िजंदगी और तबीयत का मा लक हर व त घूमने वाला
होगा योपर या स ा के कारोबार मंदा फल दगे! नाक छे दन व गले म पीले रं ग का
धागा हर व त पहन कर रखना चा हए वरना हर तीसर बोल या न 3 दन, 3
मह ने या 3 साल या न 3 क गनती के अनुसार खुद जातक व रशतेदार पर मंदा
असर दे गा! माल क का माल बके या न बके या घाटे म बके ले कन दलाल अपनी
दलाल नह ं छोड़ेगा अगर छोड़ेगा तो आ खर म अपने पता को! उ के 25 साल से
पहले क गयी शाद बरबाद का सबब होगी! च का ज़ुबान (पापी ेह क चीज ) पर
काब ू करना नहायत ज र होगा!

बुध खाना बर- 12 के समय:

बह
ृ प त खाना बर- 6 म हो तो पता क उ ख म के ईलावा पता का
धन दौलत भी ख म कर दे वे!
- 6 म माता खानदान के लए फल नहायत मंदा होगा और गर बी का
कारण जातक खुद होगा!
मंगल- 6 म तो मंगल का फल र ी भाई बहन मौत के यम ह गे!
राहू- 6 म तो राहू से संबि धत रशतेदार का फल मंदा होगा!
मंगल बद- 6 म तो माता बचपन म गज़
ु र जाए वरना जातक व माता दोन
ह द ु खया!
सूरज- 6 म तो राजदरबार और राजदरबार से आमदन ख म होगी!
शुकर- 6 म तो बुध और शुकर दोन नीच घर के दोन का फल र ी होगा!
केत-ू 6 म तो केत ू बरबाद और फल र ी होगा!
सनीचर- 6 म हो तो बेइतबार का माहोल होगा और अपने ह धन का खद

के लए कोई फायदा नह ं होगा!

खाना बर- 12 के बध
ु का ज़ाती सभ
ु ाओ दे खना नहायत ज र है !
(यह कंु डल लाल कताब- १९५२, फ़ाह- ५३७ से ल है )

- कुल ेहो क ताकत को जोड़ने पर 45 क सं या आती है इसको जब 9 से वभािजत


कया तो कुल सं या 5 और शेष बचा सफर यानी बुध टे वे म सूरज के स भाव का होगा!
यह एक आम प ृ या है अब इसी के अनसु ार ऊपर उदाहरण के तौर पर द गयी कंु डल
म बुध का स भाब दे खते ह!

- अब ह िजस खाना बर म बैठा है उस खाना बर क सं या को ह क ं ताकत से


गन
ु ा करना होगा, जैसे ह प त खाना बर- 4 म है इसको ह प त क ताकत जो क
6 है से गुना करने पर 24 का हंदसा मला! इसी नयम के अनुसार हरे क ह क खाना
सं या को ह क नधा रत ताकत से गुना करके उपल ध सं या को जमा करने पर 219
का हंदसा मला इस ह दसे को 9 से भाग दे ने पर वभािजत सं या मल 24 और शेष
बचा 3, वभािजत सं या को छोडने पर शेष 3 बचा जो क सनीचर क ताकत है इस लए
टे वे म बधु होगा सनीचर के भाब का और सनीचर अपने ज़ाती नयम के अनस ु ार मंदा
है इस लए बुध सनीचर क चीज पर मंदा फल दे गा और सनीचर भी दोगुना मंदा फल
दे गा!

बध
ु जब बैठा 12 म तो, रे त बरसाने लगा
12–6 से सब ह भागे, कुता हड़काने लगा
आ माँ से कुता हड़का, भागता पाताल को
12 गाले, 6 भी मारे , साड़े खाना 4 को

गर न मारे धन न मारे , मारता है जान को

बच सके न इससे कोई, नाक जब तक साफ़ हो

दमदमे म दम नह ं अब, खैर मांगो जान क

बस ख़ म अब हो चक
ु , र तार सब हचाल क
12 कुता बध
ु , जो हड़का, तारता केतू ह है
गर न घर म कुता रखे, झपटता बध
ु राहू है

रा शफल का, केतू का उपाओ मददगार होगा, अंड े खलौने, भेड़, गंदा अंडा हड़काया कुता
(आम टे वे म)!
मगर 12 म बैठा खाना बर- 6 का फल दे ने वाला(ऊंच बध ु ) सफ़ ज़ाती खन ू के लए और िजस
टे वे म सनीचर बह
ृ प त इ ठे ह केतू का उपाओ खद
ु - ब- खद
ु हो जाता है , बाक तरफ वह
मंदा असर! सनीचर 12 म बैठे बध ु का कभी बरु ा असर न होगा!
सवाय सनीचर के जो बध ु के साथ हो या साथी ह बन रहा हो कोई भी दस ू रा ह खाना
बर- 12 का बध ु के साथ बैठा हो या साथी ह बन रहा हो या बर- 6 के ेह को अपने बरु े
असर क जहर दे गा अब 6 म बैठे सनीचर को भी नह ं ब शेगा ले कन सूरज इसक जहर को
पहचान लेगा और बच नकलेगा! हड़काया हुआ कुता- भाइय का द ु मन, दौलत का रखा और
दस
ू र के लए जोड़ेगा! लोग म बेएतबार क िज़ंदगी और तबीयत का, हर ल हा घम ू ने वाला
होगा! योपार- स ा (बध ु क हवाई ताकत व चीज का ता लुक) भी मंदा होगा! नाक छे दन या
गले म पीला धागा हर व त कायम रखना नेक फल दे गा वरना हर तीसर बोल (3 दन,
3मह ने, 3साल या हर तीसर गनती अपनी उ क या अपने रशतेदार ) पर नीलामी क बोल
ख म कर दे गा! सेठ का माल बाक बचे या न बचे या क मत के बदले वाह ज़हमत ह दे वे
मगर दलाल को कसी भी नमक हलाल का याल न होगा, सफ होगा तो अपने मा लक( पता)
को आ खर म छोड़ दे ने का लहाज़ होगा या जातक खद ु उस घर से बाहर होगा बशत क शाद
क ज़ंजीर म जकड़ा हुआ न हो! अगर होगा तो पागल होने क वजह से हरे क पर हमलावर होगा
या न शुकर क उ 25 साल से पहले शाद न करना भला होगा! च का ज़ुबान (पापी ेह से
संबि धत चीज क खरु ाक) से परहे ज़ मब ु ा रक होगा!
औरत के टे वे म खाना बर- 12 का बध
ु कोई बरु ा नह ं गनते रा शफल का होगा!

नेक हालत

सफ खाना बर- 12 म सनीचर व सूरज बध ु के साथ बैठे बध


ु क जहर से बचते रहगे! खाना
बर- 12 का बधु दाँत कहलता है ले कन टे ढ़ा दाँत! सूरज को अगर ब दर माना है तो सनीचर
को साँप दोन ह के मंुह म थै लयाँ हुआ करती ह ले कन सनीचर क थैल सर के साथ िजसम
ज़हर भरा होता है और ब दर के गले म थैल जो उसक रखवाल के लए तय है ! सनीचर क
थैल का ज़हर इन टे ढ़े दांत वारा ह कसी अ य चीज़ म जा सकता है खद ु - ब- खदु कभी नह ं!
इस तरह ब दर और साँप या न सूरज और सनीचर बध
ु क ज़हर से बच जाते ह बि क कई दफ़ा
तो इस नक मी ज़हर को कारआमद बना लेत े ह ले कन बध ु - 12 के समय खाना बर- 6 म
बैठे ह मय सूरज व सनीचर बरबाद ह ह गे! अ ल(बध ु ) के साथ हो शयार (सनीचर) का साथ 2–
12 म हो जाए तो ज़हर से मरे हुये के लए भी अमत
ृ सा बत ह गे या न बध
ु को सनीचर मदद
हो तो टे वे वाला खब
ू तर क करे !

बहृ प त या सनीचर खाना बर- 2 या 12 म या बह ृ प त या सनीचर खाना बर- 3 म हो तो


बध
ु प रवार व माल व दौलत के संबंध म अमत
ृ से भरा हुआ तालाब होगा!

बह
ृ प त बर- 2 या 12 म हो तो इ ज़त, ताकत, द ु नयावी शोहरत सब कुछ होगा ले कन धन
दौलत क चोर या बेवजह का नक
ु सान होता होगा!

सनीचर व बह ृ प त खाना बर- 7 म संयु त ह बध ु हर तरह से जातक के लए नेक फल का


होगा ले कन बधु क जानदार चीज़ (बहन- भुआ- बेट - ल क आ द) टे वे वाले के घर म सु खया
न ह गी ले कन अपने अपने ससुराल घर म खश ु हाल ह गी!

मंद हालत

दम दमे म दम नह -ं अब खैर मांगो जान क

बस ख़तम अब हो चुक र तार कुल ह चाल ह

बध
ु अब ऐसे बेवकूफ़ दो त क तरह होगा जो बरु ा करते व त कसी का भी समेत जातक खद
ु ,
भला नह ं सोचेगा हर मौके पर कोढ़ सा बत होगा और नहायत मंदे फल दे गा!

हवाई काम- योपर, स ा सब मंदे असर वाले ह गे, खद ु जातक क ज़ुबान या कलम या बध ु क
चीज का कारोबार बरबाद का कारन ह गे! मंह ु म 30 से कम या 32 से यादा दांत का होना
मंदे बध
ु क नशानी होगी! 25 साल से पहले क गयी शाद पर औरत व पता दोन ह रोते
ह गे, मद व माया सब बरबाद ह गे और उ का हर तीसरा साल मंदा होगा!

ऐसा मंदा व त होगा क चाहे फक र हो या बज़ु दल सब के सब टे वे वाले पर भार पढ़गे जैसे


बकर म कोई हौसला नह ं होता वोह भी अब पेट फाड़ने क ताकत रखती होगी!

बध
ु - 12 वाला जातक हर पल तबीयत बदलने वाला हुआ करता है , एक पल तो ऐसा होगा क
खबू जोश से भरा हुआ और अगले पल जोश कह ं नह ं बस मुद क तरह होगा और अपनी इस
आदत के कारन न सफ सा थय को तंग करता होगा बि क उसक तेज़ाब भर ज़ुबान से साथ
रहने वाले भी दख
ु ी ह गे! दमाग म आयी बात को (चाहे अ छ हो या बरु ) परू ा करने के लए
सर से पाँव तक क ताकत लगा दे गा और हालात हर तरह से मंदे ह गे! इस मंद हालत क
पहल वजह शराबखोर से शु होगी िजस पर झठ ू का रं ग चढ़ता होगा और आ खर म नौबत दगा
फरे ब तक जा पहुंचेगी या न ज़ब
ु ान से स चा और अंदर से बेईमान!

चाहे कोई राजा हो या गर ब हर कसी क रात क नींद उजाड़ने वाला व कारोबार पर मंदा! मद
के टे वे म 12 का बध
ु कभी भला नह ं माना ले कन औरत के टे वे म बरु ा नह ं गनते ले कन
अगर मद क कंु डल म बध ु - 12 के साथ औरत क कंु डल म भी बध ु - 12 म हो तो मंदा ह
होगा इसके उलट कसी एक के टे वे म केतू उतम या नेक घर का हो तो बध ु के मंदे जहर से
बचाव होता रहे गा!

शुकर के दो ह से (मसनई
ु ह) राहू और केतू ह अब खाना बर- 12 का बध
ु न खद
ु ज़हर
होगा बि क खाना बर- 6 जहां बध ु के साथ केतू भी प के घर का है । केतू को भी बरबाद कर
दे गा और इसका असर होगा नर औलाद का न होना या बरबाद हो जाना!

िज मानी अंग के हसाब से दमागी ढांचा- ज़ुबान- दाँत- नाक क नोक आ द सब के सब कसी
न कसी कारन खराब ह गे! अगर टे वे म राहू मंदा होकर बध
ु के साथ हो या साथी हो तो
जेलखाना- पागलखाना- चोर - आग के वा कयात गबन बेईमानी वगैरह से धन का नक ु सान हुआ
करता है !

बुध- 12 के समय:

सूरज या मंगल खाना बर- 6 म ह तो माता व मामँू द ु खया और माता बचपन म गुज़र
जाए अगर िज़ंदा हो तो माता व जातक दोन दख
ु ी ह गे!
बह
ृ प त खाना बर- 6 म हो तो पता क उ श क और पता क दौलत बरबाद होवे!
मंगल खाना बर- 6 म हो तो खद
ु के भाई जातक के लए यम क तरह ह गे और खद

भी बरबाद!
राहू/केतू खाना बर- 6 म ह तो सौरल(राहू) और औलाद(केतू) पर जलती रे त बरसती होगी
या न दोन बरबाद!
खाना बर- 2 खाल हो तो जातक कम- अ ल और ज दबाज़ हुआ करता है इस बरु े असर
से बचने के लए मि दर जाते रहना चा हए!
राहू खाना बर- 8 या 12 म कयाफा: हाथ क उँ ग लय के नाखन
ू बहुत छोटे ह गे तो
अगर जेलखाना नह ं तो पागलखाना ज़ र नसीब होगा चाहे कोई कसरू या बीमार न भी हो
ऐसे म मि दर के अंदर माथा टे कना ज़हमत का बहाना होगा!
खाना बर- 6 म हो तो माता के लए फल र ी!
सनीचर खाना बर- 6 म हो तो सनीचर से संबि धत कारोबार व र तेदार सब मंदा फल
दगे!
खाना बर- 2 म हो तो बगैर बरतन गंगा जल था पत कर ( पंज आ द म)!
राहू खाना बर- 2 म हो तो ससरु ाल के लए असर मंदा, मौत व हादसे आम ह गे!
सरू ज खाना बर- 6 म हो तो राजदरबार क आमदन के ईलावा राजदरबार से संबंध भी
खराब!
- 5 म और सनीचर- 9 म हो और सनीचर को द ु नयावी स बंध म मोटर गाड़ी
गनते ह! बध
ु - 12 के व त या बध
ु राहू- 12 के व त अगर कोई नई हरे रं ग क गाड़ी
खर द जाए तो िजस व त उसम औरत के साथ जातक होगा तो अपने आप से दरु घटना
होगी (अगर बध ु के साथ राहू हो तो ससरु ाल खानदान के र तेदार भी ह गे) िजसम गाड़ी म
बैठे ा णय को तो नक
ु सान नह ं होगा ले कन गाड़ी का अगला ह सा पीस ज़मीन को छोने
लगेगा जैसे क सजदा कर रहा हो!

उपाओ:

तीन द ु नयावी कुत (बहन घर भाई, ससरु ाल घर जमाई, नानके घर दोहता) क सेवा या
फक र क सेवा उतम फल दे गी!
नाक छे दन करवाकर चाँद धारण करना बध
ु का सबसे उतम उपाओ है !
गले म सोना या पाला धागा धारण करना चा हए!
फौलाद का बना जोड़ का छ ला उं गल म पहन, फौलाद ऐसा हो िजसमे जंग न लगे और
चमकदार हो! ऐसा छ ला मुफ़त म न लेकर खर द कर पहन वरना काम नह ं करे गा!
माथे पर केसर या काला तलक लगाएँ ले कन वभू त का तलक पता क िजंदगी के लए
खतरनाक होगा (बधु खाना बर- 2 का फल दे ने लगेगा)!
कोरा घड़ा िजस पर कसी भी तरह पानी न लगा हो पानी म बहाएँ!
बध
ु िजस ह के ज़ाती स भाव का सा बत हो जाए उस ह के रं ग क शीशे क गोल
अपने पास रख!
खाना बर- 2 के समय बना बरतन पानी कायम कर ( पंज आ द ले कन हमेशा
गीला रहना चा हए)!
बध
ु के साथ राहू भी खाना बर- 12 म हो तो मि दर म माथा टे कना मना है !
जातक को अपनी ज़ुबान व गु से पर काब ू रखना चा हए और ज़ुबान का च का या न
सनीचर क मंद चीज से दरू रह!
Chapter 7
सनीचर
सनीचर
ज़माना म बदकार- अ सर जो रहते

भले लोग को- बु ू अहमक़ ह कहते

पाप नैया न हरदम चलती न ह माला कुल ह क


श न होता है मुन सफ़ द ु नया बेड़ी गक थी सब क

साथ साथी या पाप ि ट पापी श न खुद होता हो

लखत केत ू बध
ु राहू जैसी फैसला धरम से करता हो
पहले घर दम
ु केत ू होते इछाधार श न होता हो
उलट मगर जब बैठा टे वे अजदहा खूनी बनता हो

सांप श न दम
ु केत ू गनते मुखड़ा राहू खुद होता हो
ज़ा लम र व गर खु फया होते क ल श न दन करता हो

पहाड़ ठं ड गु कायम धरती वैद धनंतर घर गु हो

ज़हर फंू के घर श ु अपनी भला ज़ाती न सुभाओ जो

औरत हामला पहले लड़के श न दे खे खुद अ धा हो


ब चे शुकर न खुद कभी मारे सांप ब चे दो खाता हो

र व ि ट श न पर करता बुरा शुकर का होता हो


श न र व से पहले बैठा नर ह ी उ दा हो

नज़र शुकर म जब श न आता माया द गर खा हो


ि ट शुकर पे जब कभी करता मदद ह सब करता हो

सनीचर पापी ेह के टोले का मा लक और अपनी ताकत के हसाब से सबसे आगे!


आमतौर सनीचर का नाम आते ह तभाकुन हालत दमाग म आते ह ले कन यह एक
वहम है य क सनीचर अपने सुभाओ के अनुसार अछे या बुरे फल दया करता है ! अगर
इसका एक प गक करने वाला है तो दस ू रा तारने वाला! अगर शुकर को गाये माना तो
सनीचर भस है ! केत ू को शुकर का दो त माना तो वह ं केत ू सनीचर का एजट है ! सनीचर
का इ ट भैर तो केत ू भैर का कु ता! गाये का ड़ा जवान हुआ और कामदे व क ताकत
आने के बाद अपनी माँ को भी भल ू बैठा मगर सनीचर क भस का चा जवान हुआ तो
भी कामदे व के ज़ोर के समय उसने अपनी माँ को पहचान लया यह फरक शुकर क
नफ़सानी ताकत और सनीचर क नफ़सानी ताकत म है !

केत ू के सअ
ू र को गोल लगी तो वो गोल चलने क जगह पर आ कर दम तोड़ेगा,
मंगल का शेर पानी म तैरते व त सीधा तैरता है और खंख ू ार के व त हाथी को चुप करा
लेता है मगर सनीचर के सामने अपना फल सनीचर को ह दे गा, मगर सनीचर मार पड़ने
या मार करने के व त चार तरफ चल जाता है ! सरू ज इतना बलवान ह है क कोई
उसका रा ता नह ं बदल सका ले कन सूरज अकेला जब भी सनीचर के साथ होगा तो
सनीचर बरु ाई क ताकत नह ं बरतेगा बि क बध ु क तरह खाल मैदान कर दे गा! ले कन
अगर इन दोन के साथ ह प त आ बैठे तो सनीचर अपनी ताकत से सूरज व ह प त
दोन के फल को मंदा करे गा और ऐसी मार मारे गा क दोन का नशान तक न मले!
हालां क ह प त के सामने सनीचर बरु ाई नह ं करता ले कन िजस कदर द ु मन ेह क
तादाद बड़ती जाएगी उसी कदर सनीचर अपने रा त को बड़ाता जाएगा! सनीचर खुद
बरु ाई नह ं करता बि क इसके एजट राहू व केत ू बरु ा करने वाल क बरु ाई का हसाब
कताब लेकर सनीचर के पास फैसले के लया आते है और बुरा फैसला करने के लए
सनीचर बदनाम हुआ ले कन बुरे काम का नतीजा तो बुरा ह हुआ करता है !
पापी ह काला यम:- अंधेर रात, सरू ज का लड़का होते हुए भी सरू ज के खलाफ चलने
वाला! न द न का लहाज न द ु नया क शम! प थर को भी को हनूर बनाने क ताकत
रखने वाला! काल चीज पर बजल क तरह बुरा असर करने वाला! काले साँप क आँख
का मा लक तारने पे आए तो इछाधार साँप क तरह मदद करने वाला! इसका िज म
मगरमछ, भूक मछल क और आँख शवजी क है !

कु भ: पानी से भरा घड़ा और टे वे का खाना बर- ११ भी कु भ रा श कह कर पुकारा


गया! पानी का भरा हुआ बतन द ु नया के सभी काम के लए नेक है िजसको सनीचर न
अपने घर म रख कर पल त कर दया (यहाँ पर - पानी, बुध- घड़ा और सनीचर के
घर म) आपसी द ु मनी के कारन खराब हुआ! इसी वजह से यि त क मौत के बाद पानी
से भरा घड़ा मत ृ यि त के सर क तरफ फोड़ा जाता है क य द यि त क कोई बद
बाक है तो वोह भी ख म हो जाए!
- - सनीचर क रे खा का आरं भ ह प त के बज
ु क जड़ से होता है जो क पता का
मुकाम है और का बुज माता के मुकाम के नाम से जाना जाता है इस लए य द
सनीचर क उ रे खा के बुज क तरफ का ख करले तो इसको मात ृ रे खा का नाम
दया गया है !

- - सर रे खा को मात ृ रे खा का नाम दया गया है ! अगर पत ृ रे खा शु होने क जगह


पर मात ृ रे खा से मल हुयी हो तो माता और पता का आपसी संबंध नेक होगा और ऐसा
इंसान खुद भी हमदद तबीयत हुआ करता है ! य द पत ृ रे खा शु के ह से म मात ृ रे खा
से मल हुयी न हो पता क िजंदगी को खतरा होगा!

- - े ठ रे खा:यह रे खा कलाई के भाग से शु होती है ! यह वह धन रे खा है जो यमा


पर चड़ कर भाग जाती है और कलाई के रा ते आ नकलती है ! ऐसा इंसान सा हबे
तदबीर, अकलमंद व हर जगह तर क व मान इ ज़त पाने वाला हुआ करता है !

- - े ठ रे खा अगर ह प त के बुज क तरफ जा नकले तो नेक व उतम ढं ग से


कमाई हुयी दौलत होगी, और अगर सूरज क तरफ जा नकले तो राजदरबर से कमाया
हुआ धन होगा! अगर यह रे खा बध
ु क तरफ को ख करे तो यि त अ वल दज का
यापार होगा! अगर यह रे खा सनीचर को जा नकले तो नहायत मंदे असर ह गे, ऐसा
यि त सनद (डीगर शुदा) मूख होगा!

- - यह रे खा का ता लक
ु के बज
ु से शाख के ज रये या रे खा को छूना भी
नेक होगी, मंगल नेक से ता लुक और शुकर से कसी भी तरह संबंध बने तो हर तरह से
नेक!
- - य द सरू ज के बज
ु से रे खा सनीचर के बज
ु को जा नकले तो फल नेक होगा ले कन
अगर रे खा सनीचर से नकल कर सूरज के बुज क तरफ का ख करे तो फल मंदे ह गे!
उ रे खा: यह सनीचर क रे खा या दोन जहान म फरक करने क ताकत व आँख क
रोशनी भी है या यह वो ताकत है िजससे इंसान के अि त व व बरबाद का फरक मालम ू
होता है ! लाल कताब के अनुसार सनीचर मीन रा श का मा लक है िजसे मछल माना है !
यह रे खा मंगल नेक के बुज के ऊपर से और ह प त के बुज क जड़ से चलती हुयी
खाना बर के पास शक ु र के बजु पर ख म हुआ करती है !

- - इस उ रे खा से कोई शाख सनीचर के बुज क तरफ नकल जाए तो कसी दस ू रे


इंसान क परव रश क िज़मेदार या यि त क कमाई का इ तेमाल कोई और करे गा!

- - य द कोई शाख सनीचर के बुज से चल कर उ रे खा को काट कर शुकर के बुज को


जा नकले तो मौत नहायत पुरदद होगी! ले कन अगर यह शाख सफ उ रे खा से मल
रह हो तो कमाई दस
ू र के काम आएगी!
- - उ रे खा से कोई शाख सर रे खा को काट कर सनीचर के बुज को नकल जाए तो
कोई नहायत नजद क र तेदार िजसका काम मकान वगैरा के समान का होगा इस
यि त क कमाई से फायदा उठाएगा!

- - उ रे खा से नकलती हुयी शाख अगर सर को छूए और वह ं क जाए तो ऐसा


यि त खाने
खाने पीने वाला होगा ले कन कसी को खलाए या पलाएगा नह !ं

- - उ रे खा से कोई शाख नकल कर क मत रे खा से जा मले ले कन क मत रे खा


को काटे नह ं तो यि त को जीवन म कोई साथी मलेगा जो उसक क मत क बु नयाद
सा बत होगा ऐसा यि त उस इंसान क औरत भी हो सकती है !

- - उ रे खा के शु होने के थान ऊपर क तरफ कोई दो शाखाइ रे खा हो तो इसका


परभाव कोई मंदा न होगा ले कन उ रे खा जहां ख़ म हो रह हो और वहाँ दो शाखाइ हो
तो बड़ती उ के साथ आँख क रोशनी के लए असर मंदा होगा!

- - जहां क मत रे खा उ रे खा से मल रह हो और उ रे खा से शक
ु र के बज
ु क
तरफ दो

शाखाएँ नकल जाएँ और इन दो शाखाओं म से अंगूठे क तरफ का ह सा बड़ा और


लंबा होवे तो मौत मात ृ भू म म होगी ले कन अगर के बजु क तरफ क शाखा लंबी
हो तो मौत परदे स म होगी!

- - उ रे खा पर मंगल नेक के ह से म केत ू का नशान (E कसी भी तरफ) हो तो


ऐसा जातक भाइय से दखु ी होकर परदे स म जीवन यतीत करे गा!
- - उ रे खा के कसी भी ह से म वसग (…:) का नशान आँख क तकल फ दखाता
है यहाँ तक क जातक अपनी नगह तक खो सकता है ! यह नशान उ रे खा पर आयु
ख ड के अनस ु ार िजस थान पर होगा वोह उ का ह सा खतारनाक होगा!

सनीचर के बज
ु पर नशान मौत का कारन

मंगल नेक के बज
ु पर सूरज का सतारा या पेट पर एक ह बल पड़े! लड़ाई या जंग अदल

सनीचर के बज
ु से रे खा उ रे खा काट कर शुकर के बज
ु को जा नकले! उ नहायत परु दद
होवे

सूरज के बज
ु पर सूरज का सतारा होवे! मौत अचानक होगी

दल व सर रे खा का मल जाना, दल रे खा और ह त रे खा क न का मौत कसी सदमे से


या म यमा के पास मल रह ह ! होवे
े ठ रे खा का सनीचर को झक
ु जाना! जानवर से खतरा व
मौत

अंगूठा छोटा, म यमा बहुत लंबी, दल सर व सर रे खा का कसी भी ख़द


ु कुशी
तरह मल जाना!

सर रे खा से दल रे खा तक शाख का होना, पत ृ रे खा से शाख मात ृ को खन


ू ी होवे
काटती हुयी अना मका को चल जाए!

उ रे खा से नकल हुयी क मत रे खा सरू ज म चल जाए! मौत कैद म होवे या


तपे दक से मरे

पत ृ रे खा पर शूल + होवे! घोड़े से गरकर मौत

पत ृ रे खा के नीचे राहू का नशान होवे! फांसी से मौत

सर रे खा पर शूल + होवे! मौत सर काटने या


सर क चोट से

के नचले ह से पर शूल + होवे! मौत पानी से

शुकर के बज
ु पर उ पर सूरज का सतारा हो द रया या नद म डूबने
से

सनीचर ह सूरज का लड़का ले कन सूरज के उलट चले, रं ग काला याह! इस फरमान


क पहल दो पंि तयाँ सनीचर और सरू ज क जद
ु ा जद
ु ा तबीयत को बतलाती ह! अगर
पापी ह सनीचर के साथ बैठे ह , साथी ह बन रहे ह या सनीचर पर ि ट डाल रहे ह
सनीचर भी पापी ह ह कहलाएगा! सनीचर टे वे नेक सुभाव का है या फर मंदे सुभाव का
इसका फैसला राहू केत ू क ि तथी पर नभर करता है ! सनीचर का ज़ाती सुभाव समझने
के लए नीचे द गयी ता लका दे ख!
सनीचर का ज़ाती सभ
ु ाओ
सनीचर टे वे म नेक सभ ु ाओ का है या मंदे सभ
ु ाओ का इसका नणय टे वे म राहू व केतू
क ि तथी करती है ले कन यह एक अ त मह वपूण सू है इस लए सनीचर का ज़ाती
सुभाओ समझने के लए नीचे द गयी ता लका को हमेशा यान म रख!
पहले घर म दर मयान के घर म आ खर के घर म सनीचर का सभ
ु ाओ

राहू सनीचर केतू मंदा/खराब

केतू सनीचर राहू नेक

राहू केतू सनीचर मंदा/खराब

केतू राहू सनीचर नेक

सनीचर राहू केतू मंदा/खराब

सनीचर केतू राहू नेक

राहू- केतू - - - - - - - सनीचर सनीचर का फल मंदा

सनीचर - - - - - - - राहू- केतू सनीचर का फल नेक

राहू - - - - - - - सनीचर- केतू मंदा/खराब

सनीचर- केतू - - - - - - - राहू नेक

सनीचर- राहू - - - - - - - केतू मंदा/खराब

केतू - - - - - - सनीचर- राहू नेक

वशेष:- मंदे/खराब सुभाओ का सनीचर िजस घर म बैठा हो, उस घर से मु ल का


जानदार व बेजान चीज पर बुरा असर दे गा चाहे गु वारा (खाना बर- 2) म ह बैठा
होवे!
सनीचर अगर टे वे म ता लका के अनुसार नेक सा बत हो जाए तो ईछाधार साँप होगा
और अगर मंदा सा बत हो जाए तो खूनी अजगर क तरह यवहार करे गा! अगर टे वे म
सूरज अपने मंदे

घर म हो और पापी ेह से पी ड़त हो यि त अकाल म ृ यु पाएगा! अगर सनीचर


अपने ज़ाती सुभाव के आधार पर मंदा हो तो अपने श ु ेह को बबाद करे गा!
अगर टे वे म सनीचर खाना बर- 5 म हो और टे वे म मसनुई सनीचर भी मौजूद हो या
कर लया जाए तो ऐसा सनीचर चे खाने वाला साँप लखा है अथात सनीचर खाना
बर- 5 वाला जातक िजस दन अपने नाम से मकान आ द बनवाएगा वो दन उसक
औलाद का फरमान होगा!
आम हालत 12 घर म
तीन गण
ु ा घर पहले मंदा 2 गण
ु ा सदा तीसरे है
एक गुणा घर छठे मंदा पर मंदा नह ं सदा ह है

घर चौथे म साँप पानी का पांच ब चे खाता है

दस
ू रे घर म गु शरण तो आठ हे ड वाटर है
9–7 घर 12 बैठा कलम वधाता होता है
खाल कागज़ हो घर 10 का ठे सयाह होता है

घर 11 म लखे बधाता जनम ब चे का होता है

क मत का हो हरदम राखा पाप सयाह धोता है

सनीचर अगर सूरज क ि ट म हो तो औरत का सुख नह ं होगा, औरत पे औरत मरे


ले कन अगर सनीचर सरू ज को दे खे तो यह असर न होगा बि क ी ह हर तरह से
नेक फल दे ने वाले ह गे!

अगर शकु र सनीचर को दे खे या साथी ह बने तो ीय के कारन धन बरबाद होगा


इसके उलट अगर सनीचर शकु र को दे खे तो सभी ह मदद पर ह गे!
- - शराबखोर और ब चलनी मंदे सनीचर क पहल नशानी है ! खाना न बर- 1 म
श न के समय य द यि त इन चीज का आ द होगा तो सनीचर सूरज व ह प त को
बरबाद करे गा और
परभाव नहायत मंदा होगा! य द यि त एहसान फरामोश व झूठ बोलने वाला होगा तो
भी धन व सेहत के लए अशुभ!

- - सनीचर जब अपने ज़ाती सभ ु ाव के असल


ू पर नेक सा बत हो जाए तो ह प त के
घर (2, 5, 9, 12) म कभी अशुभ फल नह ं दे गा! सनीचर को अगर साँप माना है तो
उसक दम ु उस घर म होगी जहां टे वे म केत ू बैठा हो और साँप का सर राहू के बैठा होने
वाले घर म लगे! टे वे म ह प त कायम हो तो सनीचर तारने वाला ह सा बत होगा
खासकर जब टे वे म भी ठ क हो!

- - मंद हालत के व त सनीचर नहायत नक मा फल दे गा ऐसा यि त कसी क


सहायता तो या बि क उसक जेब से पैसे नकालने वाला होगा! गंदे इ क का मारा हुआ
जनमुर द तबीयत वाला और आ खर म मंद मौत पाने वाला ऐसे सनीचर का एजट राहू
होगा जो जहर का भंडार है !
- - सनीचर जब भी अपने ज़ाती सुभाव के असूल पर मंदा सा बत हो जाए और राहू या
केत ू कसी भी तरह सनीचर से मल (साथ, साथी या ि ट से) तो सनीचर जहर होगा!
वषफल के अनुसार दब
ु ारा सनीचर जब उ ह ं घर म आयेगा तो सनीचर क चीज क
बरबाद होगी और जहर आ द के वा कयात ह गे! व राहू टे वे के खाना बर- १२ म
मु तरका ह या अकेले अकेले असर डाल रहे ह तो सनीचर हमेशा मंदे फल का होगा
वाह टे वे म कतना भी अ छा य न बैठा हो!
- - दो से यादा नर ेह (सरू ज मंगल ह प त) के साथ हो या साथी हो तो कभी
मंदा न होगा ले कन य द मुक़ाबला पर द ु मन ेह (सूरज मंगल) का साथ ब ता
जाए सनीचर उसी कदर मंदा होता जाएगा! उपाओ के तौर पर लोहे का सामान, चमटा-
तवा- अंगीठ या बादाम दान करने चा हएँ!

- - ी ेह के साथ बैठा सनीचर या ी ेह से संबंध के समय सनीचर खाना बर-


1–4–7–10 म अपने एजट राहू और केतू का बुरा असर दे गा य क राहू और केतू को
सनीचर क बु नयाद माना जाता है ! यह असर सनीचर के साथ ी ह होने पर हर घर
म हो सकता है ! अगर मुक़ाबला पर ी ेह के साथ सनीचर के द ु मन ह बैठे ह तो
सनीचर ी ेह को छोड़ कर द ु मन ेह को जड़ से मार दे गा बि क ऐसी हालत म
सनीचर हामला(गभवती) औरत के

सनीचर बैठा हो राहू या केतू बैठे ह का मंदा असर होगा

1 12 2

2 1 3

3 2 4

4 3 5

5 4 6

6 5 7

7 6 8

8 7 9

9 8 10

10 9 11
11 10 12

12 11 1

सामने अ धा साँप होगा जो कभी हमला न करे गा!

- - जब ज़ाती सुभाव के असूल पर सनीचर मंदा हो तो अपने द ु मन ेह के घर म


बैठा हुआ उनको अपनी जहर से जला दे गा या न:

खाना बर- 1 म बैठा सनीचर सूरज और मंगल को ज़हर दे गा/बबाद करे गा!
खाना बर- 3 म बैठा सनीचर सूरज और मंगल को ज़हर दे गा!
खाना बर- 4 म बैठा हुआ सनीचर सूरज और को ज़हर दे गा!
खाना बर- 5 म बैठा सनीचर सरू ज को ज़हर दे गा!
खाना बर- 8 म बैठा हुआ सनीचर सरू ज और मंगल को ज़हर दे गा!

- - टे वे म राहू अगर सनीचर से पहले हो तो खूनी अजदहा (अजगर) कहा गया है या न


नहायत मंदा ले कन सनीचर अकेला कभी मंदा नह ं होता राहू और केत ू के मलने पाप
का टोला हो

जाता है !

- - सनीचर अगर राहू को दे खे तो ई या के कारन तबाह होवे य क राहू अब सनीचर


के बर खलाफ चल रहा होगा और अगर राहू सनीचर को दे खे तो सनीचर का लोहा राहू के
नीले थोथे से सूरज के तांबे म बदला हुआ होगा!

सनीचर टे वे म बैठे हर एक ह को कस नज़र से दे खेगा

खाना बर 1 तो एक आँख से खाना बर- 7 के ह व उसके ता लक


ु दार को दे खता होगा
म सनीचर

खाना बर 2 तो दो आँख से खाना बर- 8/12 के ेह व उनके ता लुकदार को


म सनीचर

खाना बर 3 तो तीन आँख से 5, 9, 11 के ेह व उनके ता लुकदार को


म सनीचर

खाना बर 4 तो एक आँख से 2, 8, 10, 11 के ेह व उनके ता लक


ु दार को
म सनीचर
खाना बर 5 तो अ धा साँप ले कन खाना बर- 10 म ह प त या केतू तो औलाद ठ क
म सनीचर

खाना बर 6 तो सनीचर अ धा साँप होगा य द खाना बर- 2 खाल हो


म सनीचर

खाना बर 7 तो जागता सनीचर हवा क आँख म म ी डालने का असर रखे


म सनीचर

खाना बर 8 तो मौत भर जा लमाना आँख वाला जब खाना- 3 म पापी या खाल हो


म सनीचर

खाना बर 9 तो जले हुये बगीच को हरा भरा करने वाला ले कन 2 म दो त ह ह तो


म सनीचर

खाना बर 10 तो चार तरफ दे खने वाला 2, 3, 4, 5 के ेह और ता लक


ु दार को
म सनीचर

खाना बर 11 तो सनीचर एक मासूम ब चे क आँख य द ३म पाप या 1 म दो त ह ह


म सनीचर

खाना बर 12 तो सनीचर द ु खया को सु खया, बीमार को तंद त करने वाला बशत शुकर,
म सनीचर मंगल कायम या खाना बर 2 म दो त ह ह

सनीचर क अदालत: राहू अगर मुि ज़म का चालान पेश करने वाला वक ल तो केतू
मुि ज़म को बचाने के लए मद गार वक ल क तरह होते ह! दोन के दर मयान धरम
( ह प त) क हािज़र म ठ क फैसला करने वाला यायाधीश या न व त क कचहर का
सबसे बड़ा हा कम!

पापी ेह (राहू, केतू, सनीचर) न द ु नयावी पा पय व गुनहगार को सीधे रा ते पर लाने


और गह ृ ती के नज़ाम को कायम रखने के लए अपनी खद ु क पंचायत ठहरा रखी है !
इसी बात को यान म रखते हुये ज़माना के गु और कुल ेह के पेशवा बह
ृ प त न
सनीचर के घर खाना बर- 11 (कंु भ रा श) म अपनी धरम अदालत बना रखी है जहां पर
सनीचर अपनी माता के दध ू क कसम खाकर बह ृ प त के सामने सौगंध खाकर राहू या
केतू क दल ल के अनुसार अपना फैसला लखता है !
सनीचर खाना बर- 1
(जब मंदा हो तो तीन गन
ु ा वरना क
ै ाल (तीन ज़माने) उ दा)
भरे जनम पर जो ख़ज़ाने दवामी

फ़ र ता- ए- अजल बोल दे गा नीलामी

श न शुकर घर पहले बैठे- काग रे खा कहलाती है

मा लक वाह हो त त हज़ार - म ी कर दखलाती है


घर 7 वां 10 खाल होते- म छ रे खा बन जाती है

माल माया सब द ु नया बढ़ते- उ सुखी कट जाती है

काग रे खा फल काम ज ी का- भाग भी उड़ता हो

सामान सनीचर उतम होगा- मदद र व जब पाता हो

पाप मंदे श न होगा मंदा- मंदा असर घर तीसरा हो

मद माया फल काग रे खा का- उ मगर खद


ु ल बा हो
शराब खोर या इ क ज़बानी- मकान श न जब बनता हो

पापी उ तक राज फ़क र - वैद बीमार मलता दो


असर श न हो तेल म ी का- आग चौथे घर वैर जो

ज ी दौलत ज़र इकदम उड़ता- जलती म ी सब पापी हो

सात र व 10–11 बैठा- शक


ु र भला न होता हो
श न मंगल दो हर दम मंदा- वैश- व- अका रब रोता हो

बुध टे वे घर सात आया- असर केत ू 7 दे ता हो


मात पता घर लाख माया- भला जब होता हो

हथेल पर अना मका उं गल के नीचे खाना बर- 1 और सरू ज का बज


ु है , इस बजु
पर सनीचर का अपना नशान + या वसग:…का होना तय करता है क सनीचर
खाना बर- 1 म है ! सरू ज और सनीचर आपस म द ु मन और दोन ह ज़बरद त
ह सूरज बाप तो बेटा सनीचर दोन एक जैसी ताकत के एक सेर तो दस ू रा सवा
सेर वाला हसाब होगा! दोन का अपना अपना नतीजा और खराब, हर काम अधूरा,
बेवजह गर बी, ख़ासकर ताल म तो ज़ र अधरू हो! बाप कमाए जो क सरू ज का
असर है और बेटा उड़ाए जो क सनीचर क फतरत है ! ऐसे जातक के घर म
मनहू सयत अ वल दजा हुआ करती है या ऐसा जातक कंगाल नधन होगा! म छ
रे खा और काग रे खा मु तरका ह गी! औरत भी आमतौर पर बदसूरत हुआ करती है
य क सरू ज और सनीचर के आपसी झगड़े म शक ु र बरबाद होगा! सनीचर खाना
बर- 1 वाला जातक म ानी हुआ करता है ले कन अगर शूल का नशान सूरज
के बुज पर हो तो बेशरम और बेहया खोटे काम करने वाला होगा!
खाना बर- 1 म मेख रा श और र शप त मंगल जो सनीचर से द ु मनी करता है !
इस रा श न सनीचर को नीच और सूरज को उं च कया, सूरज भी सनीचर का
द ु मन ह है ! नेक फरामोश, 5 साल बीमार , नधन व सब काम अधूरे!
उ साँप व वे क तरह ल बी होगी, जातक कामयाब डा टर/वैद होगा ले कन
गर बी के कारन हर काम अधरू ा ख़ासकर श ा तो अधरू ह होगी! काग रे खा के
कारन बददयानती, झूठ व फज यालात बाइसे मौत ह गे! म छ रे खा व काग रे खा
दोन इ कठ ह गी! सनीचर क उ 36 साल तक सब कु छ उड़ता जावे और हर
काम म सवाई हो, अगर िज म पर यादा बाल ह तो तंग हाल होगा! सनीचर
कसी दस ू रे ह के साथ हो तो सनीचर का दजा बाप का होगा ले कन सूरज और
बह
ृ प त के साथ होने पर सनीचर बाप के दजा का न होगा! आमतौर पर हर एक
मंदा ह उस टे वे म होगा िजस ह के र तेदार जातक के खानदान म उ दा हाल
म रहे ह और िजसे सनीचर बरबाद कर सके! काग रे खा उसी जगह होगी जहां कभी
म छ रे खा थी! शराबखोर सूरज के बुज क मंदा होने क नशानी है ! जब सनीचर
मंदा हो तो राहू व केत ू का फल भी र ी होगा और जब यह दोन ह र ी ह तो
काग रे खा का मंदा असर होगा! अगर टे वे म मंगल बद हो तो चोर- फरे बी-
बददयानत- झगड़ाल ू व धोखेबाज़ होगा औलाद का दख ु (नर औलाद 5 साल क उ
म गज़ ु र जाए)- आमदन खराब- नज़र म नु स होगा! खराब रे खा से बदनसीब और
गुमनाम िजंदगी वाला, दमागी खाना बर- 1 शुकर से मु तरका इ क जबानी, सुखी
लकड़ी- आग का क ड़ा- काग रे खा सफ धन के लए और म छ रे खा मु तरका
ईमानदार म बददयानती का बीज होगा, मगर शक ु र का पतंग ज़ र होगा! सनीचर-
1 के समय सूरज- 7 म हो तो जातक झूठ का पुतला एहसान फरामोश नधन
कंगाल होगा ले कन सरू ज का फल उ दा होगा जो अब साँप को दध ू पलाएगा!
श न, शुकर घर पहले बैठे, काग रे खा कहलाती है
मा लक वाह हो त त हज़ार , म ी कर दखलाती है

धन दौलत सब चू हे धरके, उ को ल बा करती है

9 ह ेह पर बल होके, सब को नबल करती है

सूखी लकड़ी आग का क ड़ा, दोन झगड़ा करते ह

गर हो राहू केतू मंदे, भ म भंडारा भरते ह

घर पहले म तेल- म ी का, आग चौथे से लाते ह

घर 7 वां 10 खाल होवे, म छ रे खा बन जाते ह


वरना वह चू हे पड़ी ल मी, भ ी म भगवान

सूखी लकड़ी=सनीचर, आग का क ड़ा=सूरज

हलक का कौआ, गंदा क ड़ा, आग से जलना!


कामयाब डा टर/वैद! गर बी के कारन सब काम अधूरा खासकर ताल म अधूर होगी! बध ु क म छ
रे खा के व त(बध
ु - 7) बहन क जगह नर ब चा बदलता जावे! सनीचर कसी दस ू रे ह के साथ
हो तो उस ह का बाप होगा ले कन सरू ज बह
ृ प त के साथ सनीचर से मरु ाद उसका बाप न
होगा! हर एक ह मंदे असर का होगा खासकर वोह ह िजसके कारन खानदान उ दा रहा हो
और उसी ह को सनीचर बरबाद करता होगा ले कन अ छे ेह क शत नह !ं

नेक हालत

खाना बर- 1 का सनीचर एक आँख का मा लक गना अगर सनीचर नेक व कायम सा बत हो


जाए तो अमीर व दौलतम द बना दे गा वरना पेट भरने के लए रोट तक का मोहताज बना दे गा!
नेक हालत म सनीचर से संबि धत सामान का फल उतम होगा!

सनीचर व शक ु र दोन के खाना बर- 1 म होने के व त खरु ाक, रज़क व दौलत पर असर
करगे, चाहे म छ रे खा का उतम असर हो या काग रे खा क हालत म वे क खरु ाक क
बदनसीबी गले पढ़े !

बध
ु खाना बर- 7 म हो तो बध
ु खद
ु के असर क जगह केतू का असर दे गा अब घर म न तो
बहन पैदा होगी और न ह ल क ! टे वे म उतम ि तथी का हो तो माता पता के घर धन
दौलत के भंडारे ह गे!

राहू या केत ू खाना बर- 4 या 10 म ह तो सनीचर अब मंगल क ि तथी के अनस


ु ार होगा,
मंगल अगर नेक न हो या फर खाना बर- 6 से 12 म कसी एक म न हो तो सनीचर ज र
नह ं क काग रे खा ह असर दे वे ले कन म छ रे खा का असर भी उस व त होगा जब राहू व केतू
दोन सनीचर से मल रहे ह ! अगर अपने ज़ाती स भाव के असल ू पर सनीचर नेक हो रहा हो तो
धन दौलत नेक तर के से आयेगा ले कन अगर सनीचर पापी हो रहा हो तो चाहे ईमानदार या
फर बेईमानी हो धन तो आयेगा य क पापी का धरम माया इ कठा करना है चाहे तर का
बेईमानी ह य न हो!

मंद हालत

सनीचर खाना बर- 1 म और िज म पर हद से यादा बाल ह तो नधन होने क नशानी है !


जातक के जनम से पहले चाहे खानदान कतना भी अमीर य न हो जातक के जनम के दन से
दौलत कम होनी शु हो जाएगी जो क 18 साल क उ तक सब कुछ खाक करके गर बी म ले
जाएगा! शराबखोर और बेमतलब औरत क बात करना इस बरु े व त का बहाना ह गे या मकान
का मुखी वार पि चम(मग रब) क तरफ हो तो सनीचर मंदा असर दे गा बि क 36–42–45–48
साल क उ तक राज फक र वैद व बीमार साथ साथ चलते ह गे! सनीचर क मयाद तक काग
रे खा का परू ा मंदा फल होगा!

पाप टे वे म जब हो मंदा- काग रे खा बन जाती है

मा लक वाह हो त त हज़ार - म ी कर दखलाती है

टे वे म राहू केतू मंदे हो रहे ह और सनीचर अपने ज़ाती असूल के अनस


ु ार मंदा हो रहा हो तो
जातक के जनम से पहले चाहे करोड़प त प रवार हो सब कुछ म ी म मलता होगा! आमतौर पर
ताल म भी अधरू ह रहा करती है ! ज़मीन म सरु मा दबाना व बड़ के पेड़ क जड़ म दध ू डाल
कर गील म ी से तलक लगाना ताल म व बीमार आ द म मदद दे गा! धन क अ छ ि तथी
के लए सूरज क मदद नेक फल दे गी!

जब टे वे म राहू/केत ू मंदे सा बत ह या खाना बर- 7 म कोई न कोई ह हो तो सनीचर अब


तीन गुना मंदा होगा, ताल म, औरत व दौलत के लए असर मंदा होगा, भाग भी मंदा होगा!

जब टे वे म बध
ु मंदा हो तो ज ी कारोबार से मद व माया पर काग रे खा का फल होगा! जातक के
ज म लेत े ह धन दौलत घटना शु हो जाएगा ले कन 9 के 9 ह मंदे होने पर भी जातक क
खद
ु क उ पर कोई बरु ा असर नह ं होगा!

खाना बर- 4 म सनीचर के द ु मन ह सूरज, , मंगल या फर शुकर के द ु मन ह सूरज,


, राहू ह तो सनीचर का बरु ा असर खाना बर- 4 के द ु मन ेह क चीज व कारोबार व
रशतेदार पर बरु ा असर होगा! पता क हालत मंद होगी ज ी धन व जायदाद सब बरबाद होती
होगी!

सूरज खाना बर- 8 म हो तो राजदरबार का फल मंदा होगा! खाना बर- 10 या 11 म सूरज


सरू ज खाना बर- 8 म हो तो राजदरबार का फल मंदा होगा! खाना बर- 10 या 11 म सरू ज
हो तो शकु र का फल मंदा होगा मंगल का असर भी मंदा ह होगा जातक खद
ु और भाई
बंध(ु वैशो- अका रब) सब द ु खया ह गे!

टे वे म मंगल बद हो तो जातक चोर- फरे बी- बददयानत- झगड़ाल ू व धोखेबाज़ होगा इसका अशुभ
असर औलाद, आमदन व नज़र पर होगा!

उपाओ:

ज़मीन म काला सुरमा दबाना चा हए!


बड़ के पेड़ क जड़ म दध
ू डाल कर गील म ी का तलक लगाएँ 43 दन!
ब दर को गुड़ और गेहूं खलाएँ!
अपने च र व ज़ुबान को काब ू म रख!
सनीचर क मंद चीज से तौबा कर!
सनीचर खाना बर- 2
(गु शरण)
पांव नंगे मि दर- जो तू भूल कहता

ज़हर बाक़ कोई- बलाए का न रहता

सास ससुर घर आग हो जलती- शाद लगन जब होता हो

भल जगह जब माता बैठ - पता गु चल जाता हो


नेक बरु ा वाह कोई बैठे- आठ 9 10–12 जो

ह ब है सयत िज़ंदगी गुज़रे - िज़ंदा जभी तक रहता हो

गु मा लक 10 लहर जो मु क - अमीर हा सद र व 10 का हो

बुर शौहरत और वैश पसंद - 11 गु जब बैठा जो

वैर श न खद
ु पाप से करता- राहू टे वे 8 बैठा जो
जआ
ु जवाहर 12 र व का- वहम दमागी भरता हो
सात रखी हो धन क थैल - मद 6 जा बोलता हो

घर 12 से सुख गह
ृ ती- चीज़ श न घर दस
ू रा हो

हथेल पर बह ृ प त के बजु पर, बहृ प त और सनीचर बराबर के ह और असर भी


जुदा- जुदा ह होगा! बह
ृ प त क भलाई व सनीचर क बुराई या न रहम और अदल
का दर मयानी ह सा इंसाफ है ! जातक ज़मीन व जायदाद का मा लक होगा! सेहत
उ दा और हर तरह का आराम होगा! िजतना धन खच होगा उतना ह आता जाएगा!
जातक िजतना दानी स भाव होगा उतना ह यादा दस ू र से छ न लाने क ह मत
वाला होगा! एक सांस आए तो दस ू र सांस जाए जैसे हसाब कताब होगा!
कंु डल म खाना बर- 2 बख
ृ रा श और घर का मा लक ह शक
ु र जो सनीचर का
दो त है , इस

रा श न को ऊंच कया और नीच कोई ह नह ं होगा! असर के लए बह


ृ पत
का थान है जो क सनीचर के बराबर का ह है !
भूरे रं ग क भस नेक होगी लेक न दोरं गी या सफ काले रं ग क भस मंदा असर
दे गी! अगर टे वे म मंगल नेक हो तो औरत का सुख पूरा वरना हमेशा बीमार रहे !
दमागी खाना बर- 7 शक ु र से मु तरका िजंदगी म आगे बढ़ने का मतलब तर क
से होगा न क ल बी उ से! सनीचर खाना बर- 2 के समय बह ृ प त खाना
बर- 4 म हो तो दस ू रे क बात मंुह से बाहर आने से पहले ह भाँप लेने क ताकत
का मा लक! उ रे खा बह
ृ प त क जड़ से शु हो रह हो तो जातक दे खने म ढ ला
ढाला और भ ा सा मालमू होगा ले कन खब
ू तेज़ व हर बात को फौरन समझ लेने
क ताकत वाला होगा!

श न होवे जब दज
ू े बैठा, गु का हो दरबार
व त नसीबा अपना अ छा, अज़/ता व त मु तार

धम मि दर का साँप ह होगा, ज़ा हरा बु ू पर आ कल

गर न होगा ज़ा लम न होगा, अदल रहम इंसाफ ह होगा

खद
ु कभी न द ु खया होगा, होगा जब तक सु खया होगा
खद
ु मरे न कसी को मारे , गर मारे ससरु ाल ह मारे
दध
ू पला सब को तारे , द ु मन इनके सब ह मारे

माश सालम (जो व त शाद योहार पकते ह !)


बह
ृ प त व सनीचर दोन का असर बराबर होगा! गु उ दा, सनीचर खराब तो दो तरह के हालात
ह गे! जातक खद ु ा पर त होगा! ह ब- है सयत गज़
ु रान होती रहे ! भरू भस मब
ु ा रक ले कन दोरं गी
या परू काल गैर मुबा रक होगी!

नेक हालत

सनीचर का व सनीचर क व तुओ ं का फल अ छा होगा या बरु ा इसका फैसला खाना बर- 8 के


ह पर होगा! दमागी खाना बर- 2 शुकर से संयु त िजंदगी बढ़ने क वा हश का मतलब
होगा जीवन म तर क न क उ का बढ़ना होगा, बात को दस ू रे के मंह
ु से नकलने से पहले ह
भाँप लेने क ताकत का म लक! िज म के हर पोर(मुसाम) से तीन बाल पैदा ह तो जातक खद ु ा
म व वास रखने वाला पज ू ा पाठ होगा! माथे पर तेल का तलक लगाना अशभ ु होगा ले कन दधू
या दह का तलक बह ृ प त व सनीचर के फल को नेक करे गा!

धन क थैल 7 होवे- मद बोलते 6 ह

घर आठ से उ मले तो- बने महल घर दस


ू रे ह

सनीचर- 2 के समय धन क हालत खाना बर- 7 के ह बताएँगे, मद क कुल गनती खाना


सनीचर- 2 के समय धन क हालत खाना बर- 7 के ह बताएँगे, मद क कुल गनती खाना
बर- 6 के ह, उ का ल बा होना या छोटा होना खाना बर- 8 के ह और महल व मकान
कस शान के ह गे खाना बर- 2 ज़ा हर करे गा!

जातक उ दा सेहत का मा लक ले कन धरम थान म कम जाने वाला होगा! दखने म बेशक बु ू


हो ले कन असल म परू ा अ लम द होगा! खद
ु सु खया व रहम दल और नधन कभी न होगा
और न ह कसी को दख
ु ी करने वाला!

सनीचर- 2 कायम हो कयाफा: म यमा सीधी होगी तो जातक अलग थलग रहने वाल तबीयत
का मा लक होगा, स यास, उदासी व अलहदगी इसक नशानी होगी!

खाना बर- 8–9–10–12 म कोई न कोई ह हो तो हद दजा क उदास तबीयत का मा लक!

टे वे म उ दा हो तो माता का सुख और आय ु ल बी होगी ले कन पता (बह


ृ प त) आमतौर
पर बरबाद हुआ करता है !

सनीचर- 2 के समय बह
ृ प त खाना बर- 4 म हो तो जातक ती बु और कमाल क
आ याि मक शि त का मा लक होगा कयाफा: तमाम उँ ग लय का झक ु ाव म यमा क तरफ हो!

सनीचर ज़ाती सभु ाओ के असल ू पर नेक हो या मंदा इसका असर सनीचर क खद


ु क चीज पर
होगा जो 8 व 2 के ेह के वारा दे खने को मलेगा!

मकान जब बने और जैसा बने बनने दे ना चा हए बीच म नह ं रोकना चा हए!

सनीचर- 2 के समय:

केतू खाना बर- 8 म हो और म यमा उं गल का सरा नोकदार हो तो जातक के खयालात


ब च जैसे ह गे!
केतू खाना बर- 9 म हो और म यमा ल बी तो हर बात बहुत ज द समझने वाला होगा!
मंगल खाना बर- 8 म हो और म यमा का सरा चोकोर हो तो खब
ू दौलतम द होगा
बध
ु खाना बर- 8 म हो और यमा का सरा गोल श ल का हो तो जातक अ लम द
होगा!
बह
ृ प त खाना बर- 10 म हो और तजनी उं गल म यमा से बड़ी हो या सरू ज खाना बर-
10 म हो और अना मका उं गल यमा से बड़ी हो तो जातक नेता या उ चा धकार
(मु क लहर का मा लक) होगा, धरम करम वाला सोच समझ कर खचा करने वाला व
दौलतम द ले कन कंजूस व ई यालु तबीयत होगा!
बह
ृ प त खाना बर- 11 म हो तो जातक मंद शोहरत व बझ
ु े खयालात व टूटे हौसले का
मा लक होगा!
सनीचर- 2 के समय:

सूरज खाना बर- 12 म हो तो जातक म यम ेणी का और मंद शोहरत का मा लक


होगा!
बध
ु खाना बर- 12 म हो तो (जैसे 12 का बधु कभी भी भला नह ं होता जब तक सनीचर
और बहृ प त क मदद न हो) तो बध ु क उ 34 के अंदर जातक के यहाँ ल क पैदा हो
और उस ल क को जातक अपने ससुराल वाल को पालने के लए दे दे तो वोह ल क
ससुराल वाल के लए अमत ृ कु ड सा बत होगी ले कन जब ल क खद ु के माता पता क
कमाई पर जीवन यापन शु करे तो टे वे वाले और ससुराल वाल , दोन हालात मंदे होने
शु हो जाएंगे!

मंद हालत

खा ना बर- 2 का सनीचर जब अपने ज़ाती स भाव के असूल पर मंदा सा बत हो रहा हो तो


जातक क शाद तो दरू क बात है सगाई के दन से ससुराल खानदान क बरबाद शु हो
जाएगी! टे वे वाला जैसे जैसे सनीचर क चीज़ मकान- मशीन- मोटर आ द कायम करता जाएगा
उसी के हसाब से ससुराल खानदान क यह चीज़ बरबाद होती चल जाएंगी! सनीचर के इस मंदे
ज़हर से बचने के लए:

नंगे पाँव मं दर जाकर अपनी भूल स वकार कर मुआफ मांगनी चा हए!


साँप को दध
ू पलाने से सनीचर के इस ज़हर को ढोइएगा!

काल या दोरं गी भस मनहूस फल दे गी, लाल रं ग क भस शभ


ु रहे गी!

जब राहू खाना बर- 8 म हो जातक क सगाई के दन से ससरु ाल खानदान म मद क कमी


होनी शु हो जाएगी और राहू खाना बर- 12 म हो और सनीचर कसी कारन मंदा हो रहा हो
तो ससुराल खानदान से धन उड़ता चला जाएगा! अब सनीचर राहू व केतू के उलट चलता होगा!

सनीचर खाना बर- 2 के समय:

बह
ृ प त खाना बर- 11 म हो तो जातक बदनाम और चापलस
ू ी पस द हुआ करता है
सूरज खाना बर- 12 म हो तो मशहूर जुआ रया और दमागी वहम का मा लक होगा,
आमदन और खचा बराबर हुआ करता है !
टे वे म मंगल मंदा हो तो 28 से 29 साल क उ बीमार गले लगी रहे !
राहू खाना बर- 8 और हाथ क उँ ग लय के सरे चौड़े ह तो वहमी स भाव होगा!
राहू खाना बर- 9 म और हाथ क उँ ग लयाँ बहुत ल बी ह तो अलहदगी पस द होगा
मंगल खाना बर- 9 और हाथ क उँ ग लयाँ बहुत ह ल बी ह तो मद
ु ा खयालात का
मा लक होगा!
बधु खाना बर- 9 और हाथ क उँ ग लयाँ बहुत छोट ह तो बेबु नयाद खयालात तबीयत
इंसान होगा!
सरू ज, बध
ु व बह
ृ प त खाना बर- 8 म हो और हाथ क कुल उँ ग लयाँ म यमा क तरफ
झुक रह ह तो हद से उदास तबीयत व अलहदगी पस द होगा!
सूरज खाना बर- 8 म हो और अना मका का झुकाव म यमा क तरफ हो तो बरु शोहरत
पस द तबीयत का होगा!

उपाओ:

माथे पर तेल के तलक क जगह दध


ू या दह का तलक लगाएँ!
नंगे पाँव मि दर जाकर माथा टे क और अपनी भल
ू क मा मांग 43 दन लगातार!
सनीचर के साँप को के दध
ू के ज रये शांत कर या न साँप को दध
ू पलाना चा हए!
काल या दोरं गी भस पालना अशुभ होगा!
सनीचर खाना बर- 3
(अगर मंदा हुआ तो 2 गन
ु ा मंदा होगा)
मले राजा दो शेर बकर कहगे

मगर मद माया जुदा ह रहगे

मदद केत ू से खुद श न बढ़ता- वरना केत ू खुद कटता हो

वैद धनतर नज़र का होता- काम श न सब उ दा हो


दरवाज़ा द कन या परू ब मंदा- लकड़ी शगन
ु न उ दा हो
साथ मकान जब प थर गढ़ता- मौत ज़हर श न दे ता हो

केत ू बैठा 10 कायम साथी- माया दौलत सब बढ़ता हो

बगड़ा मंगल बद हो जब ज़हर - गैर मदद उस करता हो

पाँच र व से केत ू मंदा- उ दा श न न होता हो

नज़र वाई मु त जो दे ता- आँख कायम खद


ु रहता हो
टे वे घर 10 बैठा- साँप श न जड़ कटती हो

मौत को आन ख़ुद अपना होगा- उध रे खा माया मंद हो

हथेल म मंगल के बज ु पर- मंगल और सनीचर बराबर के ह ह ले कन मंगल


द ु मनी करता है सनीचर से इस लए फालत ू के झगड़े करता होगा और झगड़े से
फायदा भी उठाता होगा! जातक दस ू र के काम बगाड़ने वाला होगा ले कन खुद
आराम पाये! मगर मंगल नेक क दौलत फर भी साथ न दे गी या न जातक के पास
धन दौलत क कमी रहे गी!
कंु डल म खाना बर- 3 मथुन रा श, बुध का घर है जो सनीचर के बराबर का ह
है और दो त भी! इस रा श न राहू, जो क सनीचर का दो त है , को उं च कया और
केत,ू जो सनीचर के बराबर का ह है , को नीच कया! सनीचर खाना बर- 3 वाला
जातक वादे का क चा और

दस
ू र क नंदा करने वाला हुआ करता है , 10 साल तकल फ के बाद आराम पाये!
नज़र( बनाई) के मर ज का कामयाब डा टर/वैद होगा! घर का मु य वार
द ण(जनूब) म हो या घर से नकलते ह घर के आगे कोई प थर का गड़ा होना
सनीचर के खन
ू ी होने का सबब होगा अगर ऐसा न हो तो नकद माया क इलावा
सनीचर का फल हर चीज़ के लए उतम होगा! अगर जातक न कुता पाल रखा हो
तो धन दौलत भी उतम होगा और अगर घर म कुआं हुआ तो जातक क मौत का
कारण भी कुआं ह होगा! घर से नकलते ह मु य वार के पास कोई लकड़ी का
सतनू ( तंभ) हो या दर त ह हो तो सभी काम मंदे ह गे इस लए खाना बर- 3
वाले जातक को कोई भी शुभ काम शु करते व त लकड़ी से परहे ज करना चा हए!
घर का मु य वार पि चम(मग रब) दशा म हो या घर म दा खल होते व त दाय
हाथ क तरफ अंधेर कोठड़ी हो िजसम कोई खड़क या रोशनदान न हो तो धन
दौलत क कोई कमी न होगी ले कन जब कभी भी मु य वार पूव(मश रक) दशा
को होगा या अंधेर कोठड़ी म रो नदान या खड़क आ द खल
ु वा ल जाए तो सनीचर
और सूरज टकराव पर ह गे और हर तरह से बरबाद का महोल होगा! दमागी खाना
बर- 10 का साथ या न बुध और सनीचर मु तरका ह गे िजससे मजबूत िज म,
दौलत कम ले कन जायदाद बहुत होगी! भाई बंधओ ु ं से संबंध नक मे ह गे!

सनीचर खाना बर- 3 के व त:

खाना बर- 10 म हो हाथ पर उध रे खा होगी जातक चोर और डाकू तबीयत


होते हुये भी मंदे हाल होगा और ऐसे जातक क मौत भी पानी के कारण हुआ
करती है !
सूरज खाना बर- 5 म हो तो औलाद के कारण द ु खया होगा!

श न कु डल घर तीजे पाया, पर बैठे नह ं चैन कर

ज़हर छोड़ी, फँू क छोड़ी, छोड़ता है माल- ओ- ज़र


जो न वा कफ़ इसके ह गे, उन से वो बचता रहे

ख़न
ू उसका भाई बंदे, सब खराबी द उसे
गो न दौलत उसने रखी, बढ़ती जाए जायदाद

िजतना- िजतना वो उजाड़, होगा वो हरदम आबाद


श न हो तीजे 10 , गर ह बैठे वहाँ कभी

उध रे खा डाकू होवे, कुएं ह मंदे सभी


ज़हर जो साँप म थी, अपने लए ह ज़हर हो

भय जो लोग के लए था, अपना ह वो कहर हो

क कर, बेर ! नक़द पय क कमी के लए रा श फल का िजसके लए केतू का उपाओ


मददगार, जायदाद के लए हफल का!
बीनाई(नज़र) के मर ज का कामयाब डा टर/वैद होगा! जनब ू ी(द ण) दरवाज़े का मकान या फर
मकान के कसी प थर का गड़ा होना सनीचर- 3 के खन ू ी होने का सबत
ू होगा, वरना नक़द माया
के इलावा सनीचर का फल हर तरह से उ दा होगा! घर म केतू(कुता) नक़द दौलत के लए नेक
होगा, ले कन घर म (पानी) कुएं आ द क श ल म हो तो जातक क खद ु क मौत का कारन
होगा! जातक िजतना मज़ चोर, डाकू आ द हो तो भी दौलत क कमी ह रहे गी, जातक बेहुनर
और म द हाल ह होगा! अगर घर क पछल द वार तोड़कर रोशनी का रा ता बना लया जाए
तो खड़क या रोशनदान क तरफ का तीसरा मकान बरबाद होगा और उसके तीसरे साल नए
दरवाज़े/ खड़क /रोशनदान वाला घर बेआबाद हो जाएगा! ऐसे जातक को बना त त के खाल
चौखट घर म खासकर छत पर रखना औरत व दौलत के लए मनहूस होगा!

नेक हालत

सनीचर अब तीन आँख का माल क यम का प(फ़ र ता- ए- अजल) होगा, मद और माया दोन
ह कम होते जाएंगे अगर जातक शराबी कबाबी न हो तो उ क र ा होती रहे गी!

राज म ी(मेमार) को धन क या ज़ रत उसे तो ट प थर हर व त मौजूद चा हए या न


सनीचर- 3 वाला जातक धन क कमी से परे शान ले कन जायदाद क कमी नह होगी! जातक
कुता पाले और तीन द ु नयावी कुत क सेवा करे तो सनीचर से संबि धत कारोबार म लाभ होगा!
आगे डा टर/वैद हो तो आंखो का कामयाब डा टर होगा!

मंद हालत

टे वे म मंगल बद हो तो लोग चाहे िजतनी भी मदद पर ह उनके काम बगाडता होगा!

अगर जातक कुता न पाले तो केतू मंदा होगा और सनीचर बरबाद का कारन होगा! िज म के
हरे क पोर(मुसाम) से चार- चार बाल पैदा ह तो जातक गर ब, बेहुनर व अ याश होगा! खद
ु के
भाई बंध ु खराबी का कारन ह गे और धन दौलत के लए नहायत मंदा, केतू का उपाओ मददगार
होगा ले कन अगर केतू साथ ह बैठा हो या खाना बर- 10 म हो तो कसी उपाओ क ज़ रत
न होगी!

नज़र क दवाई मु त म बाँटे तो खद


ु क नज़र के लए नेक होगा! मकान के आ खर म अंधेर
कोठडी का होना धन दौलत के लए नेक होगा!
परू ब(मश रक़ खाना बर- 1व5) दशा का मकान हो तो सूरज और सनीचर का साथ गना
जाएगा और अब सूरज और सनीचर झगड़े पर ह गे या द ण(जनब ू ) दशा क तरफ घर का
मु य वार हो और मकान से नकलते व त कोई प थर गड़ा हुआ हो तो या जब कभी ऐसा
दरवाजा बनवाया जाएगा उसके 40 दन के अंदर अंदर एक के बाद दस
ू र 3 मौत हुआ करती ह!

सनीचर- 3 के व त सूरज खाना बर- 1 या 3 या 5 म हो तो केतू(नर औलाद) और खद



सनीचर का असर मंदा होगा!

खाना बर- 10 म हो तो सनीचर नहायत मंदा होगा और जड़ से कटता होगा ऐसे म घर


का कुआं ह खद
ु क मौत का कारन होगा, धन दौलत बरबाद होता होगा! बेशक उध रे खा का
साथ हो और जातक चोर डाकू ठग आ द हो तो भी धन क कमी बनी रहे गी!

द ु मन ह साथ ह या साथी ह बन रहे ह तो चोर आ द के कारन धन क हानी हुआ करती


है !
सनीचर खाना बर- 4
(पानी का साँप)
ख़ु क ज़हर से मरने वाला मरे गा

घुल जब वह पानी न कोई बचेगा

तीन 2- पत ृ रे खा- उध रे खा गु तीसरा जो

साथ साथी जब बैठा- ज़हर शक


ु र दध
ू मंदा हो
10 से द ु खया माता- उलट ज़हर खड़ी करता हो

सेहत िज म हो जब कभी मंदा- साँप शफ़ा खुद दे ता हो

मकान नया खुद अपना बनते- साँप माता सर चढ़ता हो

ज़हर मगर जा मामँ ू पकड़े- पेशा हक मी उ दा हो

रात पया दध
ू ज़हर होगा- ज़हर दवा खद
ु बनती हो
तेल बेचे जब साँप का द ु नया- औलाद मरे लाव द हो

हथेल पर के बुज पर, और सनीचर बराबर के ह ह ले कन द ु मनी


करता है ! दोन ह ेह का जद
ु ा- जद
ु ा असर होगा ले कन का फल खराब होगा!
जातक अगर अ य लोग व कारन से सुखी होगा तो भी माता क और से द ु खया
होगा! सनीचर का नशान + के बुज पर नचले ह से म हो तो मौत का कारण
पानी हुआ करता है ! के बज
ु पर या दल रे खा पर वसग:…का नशान हो तो
मो तया आ द बीमार के कारन अ धा होने क नशानी होगी! जातक क खुद क
असावधानी व सनीचर क मंद चीज का इ तेमाल इसका कारन होगा वरना कसी
चोट आ द से आँख खराब न होगी!
कंु डल म खाना बर- 4 कक रा श और घर का मा लक ह जो सनीचर से
द ु मनी का स भाव रखता है ! कक रा श न बह ृ प त को उं च कया जो सनीचर के
बराबर का ह है और मंगल को नीच कया जो सनीचर से द ु मनी करता है !
सनीचर अब पानी के कनारे का या कुएं का साँप और खूनी म लाह होगा जो अपनी
खुद क जायदाद को बरबाद करके छोड़ेगा ऐसे म साँप को दध
ू पलाना मुबा रक
होगा या कुएँ म दध
ू गरने से बल होगा, मंदा चाल चलन सनीचर के मंदा
होने क पहल नशानी होगा! सनीचर- 4 और छाती पर बाल कम ह तो जातक
बेएतबारा हुआ करता है ! इस घर का सनीचर कंु डल वाले के लए कभी मंदे असर
का न होगा जब तक क खुद इसको खराब न कया जाए और न ह साँप काटने
क घटनाएँ ह गी इसके उलट कसी स त बीमार के व त सनीचर का साँप ह
जातक को तंद त कर दे गा या न सनीचर- 4 वाले जातक को शराब से बनी वाई
या शराब का वाई के तौर पर इ तेमाल अशभ ु न होगा! अगर के बज
ु पर
सनीचर का + नशान हो तो मौत पानी म डूबने से हुआ करती है ! अगर सनीचर के
बुज से शाख दल रे खा को जा मले तो जातक पराई व बाज़ा औरत पर पैसा
बरबाद करने वाला होगा!

सनीचर खाना बर- 4 के समय:

खाना बर- 10 म हो तो पराई औरत बरबाद का कारन ह गी,


ऐसे म का मंदा असर बल होगा, साँप को दध
ू पलाना चा हए!
खाना बर- 3 म हो तो पत ृ रे खा और क जायदाद का फल
उ दा होगा!
बह
ृ प त खाना बर- 3 म हो तो उध रे खा िजससे दो ती करे उसको
ह बरबाद करे और खुद अमीर हो जाए!
खाना बर- 2 म हो पता का सुख पूण व नेक होगा!

श न हो चौथे, घर माता के, न ल मामँू नह ं छोड़ेगा


कुल अपनी को डोबता जावे, ख़द
ु भी गोता खावेगा
दज
ू े या क तीजे, श न भी चौथे बैठा हो
पत ृ रे खा अब उतम होगी, सुख सागर सब ल बा हो
, सनीचर साथी ह , दध
ू ज़हर मल जा दो
धन खज़ाना मंदा होवे, शुकर फल भी गंदा हो

श न 4 म, गु हो तीजे, उध रे खा कहलायेगी
सब को लट
ू े खसोटे इतना, जायदाद बन जाएगी
मकान, काले क ड़े, दध
ू का छ ंटा मददगार होगा!
पानी के कनारे या पानी म रहने वाला या कुएँ के साँप जैसे स भाव का सनीचर होगा और खन ू ी
म लाह होगा, और अपनी जायदाद बरबाद करके छोड़ेगा! साँप को दध
ू पलाना मुबा रक होगा
िजससे का असर बल होगा, कुएं म दध ू गराने से का असर उतम होगा! औरत क
कबत
ू रबाज़ी सनीचर को मंदा करे गी! छाती पर बाल कम ह तो जातक बेएतबारा हुआ करता है !

नेक हालत

दमागी खाना बर- 4 जो क हर तरह क मोह बत है का साथ होगा या न माता पता क


मोह बत, जवानी म औरत क मोह बत और बढ़ती उमर के साथ परहे जगार भी साथ होगी!

सनीचर अब चार आँख का मा लक होगा और टे वे वाले के लए मंदे असर का न होगा, कसी


लाइलाज बीमार के व त सनीचर क व तुओ ं से तयार क हुयी वाइ तंद ती दे गी, सनीचर से
संबि धत चीज के कारोबार या र तेदार लाभ दगे! सनीचर- 4 वाला जातक ज़हर ले जानवर के
काटे का बेहतर न डा टर/वैद हुआ करता है ! ले कन अगर साँप का तेल बेचे तो लाव द होगा चाहे
कंु डल म औलाद के लाख योग ह ! इसी तरह शराबखोर , साँप मरवाना या रात के समय नए
मकान क नीव रखना सनीचर को ख़द ु ह नकारा करना होगा तो ऐसे म अपने ह मकान क
छत से गरा हुआ प थर सर चाहे न फोड़े अ धा ज़ र कर दे गा!

खाना बर- 2 या 3 म हो कयाफा: पत ृ रे खा उ रे खा बह


ृ प त के बज
ु क जड़ क
बजाए बज ु बर- 2 तजनी क जड़ से शु हो तो माता- पता का सुख, ख़द ु का गह ृ त जीवन व
द ु नयावी सुख ल बा अरसा और उतम ह गे!

बह
ृ प त खाना बर- 3 म हो तो उध रे खा फल होगा सब लूट खसोट कर ख़द
ु अमीर बने!

ख़द
ु के नए मकान क नींव रखते ह माता को साँप लड़े या न कोई ज़हर ल बीमार हो और मामँू
को ज़हर चढ़े क तरह के हालात पैदा ह गे!

मंद हालत

सनीचर अगर मंदा हो रहा हो तो जानदार चीज के अनस ु ार माता और माता खानदान बरबाद
करे गा और धन के स बंध म ख़दु के खानदान व ख़द
ु अपने पर सनीचर क मयाद तक मंदा
असर होता होगा!

खा ना बर- 4 का सनीचर टे वे वाले के लए मंदा नह ं हुआ करता ले कन इसका नेक असर


जातक के नेक च र पर नभर करता है अगर औरत के च कर म रहे तो सनीचर के साथ साथ
शुकर का असर भी मंदा ह होगा!
रात के समय पया दध
ू ज़हर जैसा असर दे गा! छाती पर बाल न ह तो जातक बेएतबारा होगा!

मंद सेहत के व त शराब या शराब से तैयार क दवा या न ज़हर ल नशे वाल चीज से फायदा
होगा और क चीज़ कोई लाभ न दगी!

साँप को दध
ू पलाना या मछल , भस, कौवा व मज़दरू क सेवा सनीचर के मंदे ज़हर को धोयेगी
िजससे माता व पता खानदान का बचाव होता रहे गा और माल (धन) हालत के लए कुएं म दधू
गराना उतम फल दे गा!

खाना बर- 10 या 4 म हो कयाफा: उ रे खा और दल रे खा आपस म मल रह ह तो


- 10 या सनीचर के साथ होने के समय मंदा असर माता व माता खानदान पर होगा य क
ख़द ु बरबाद होगा, जातक अपने खन ू के प रवार व ख़द ु के लए भी मंदा होगा! पानी से मौत
होने का खतरा हुआ करता है , धन- दौलत बरबाद होता होगा, पैतक
ृ जायदाद न ट होती होगी,
जातक ख़द ु बे- वजह क या ाओं म भटकता होगा, कसी वधवा या पराई औरत पर धन लुटाता
होगा!

उपाओ:

साँप को दध
ू पलाना चा हए!
म ल या भस या कौवे या कसी मज़दरू क सेवा करनी चा हए!
आ थक संकट के समय कुएँ म दध
ू गराना चा हए!
च र को ठ क रख व सनीचर क मंद चीज से परहे ज कर!
सनीचर क चीज का योपर मंदा असर दे गा इस लए इससे बच!
सनीचर खाना बर- 5
(ब चे खाने वाला साँप)
जले माया धन- जान बचता रहे गा

मर बेटे पोते- तो फर या करे गा

साँप श न का लड़के खाता- या द ु मन वह मकान का

बाक़ सभी फल उतम होगा- श न- बह


ृ प त दोन का
केत ू भले- औलाद हो बढ़ता- मकान राहू से बनता हो

सुभाओ श न हो जब कभी मंदा- पाप उ तक जलता हो

सात 12 घर- शुकर आया- र व 5–10–9 हो

मंगल टे वे वाह 10 बैठा- औलाद बुरा न होता हो

मकान नया जब अपना बनता- सामान लाव द होता हो

र व टे वे जब त त पे बैठा- श न पाया घर पहला हो

अ ल अ धा वाह गांठ का पूरा- फर भी माया ज़र क पता हो

संह रा श, घर का मा लक ह सूरज जो क सनीचर का द ु मन है ! इस रा श न न


तो कसी ह को उं च कया और न ह नीच! जातक कलम का धनी ले कन नधन!
अगर चोर और फरे बी भी हो तो भी तंगहाल होगा ले कन भोला बादशाह!
खाना बर- 5 का सनीचर एक से अ धक शा दयाँ करवा सकता है ले कन औलाद के
लए फल मंदा होगा! जातक दे खने म चाहे कम अ ल नज़र आए ले कन गांठ का
परू ा होगा! औलाद बरबाद होगी! इस घर के सनीचर को ब चे/अंड े खाने वाला साँप
कहा गया है , ले कन अगर औलाद कायम हो और 48 साल क उ से पहले मकान
बने तो औलाद और मकान म से एक ह चीज़ कायम होगी या न औलाद को तो
सोने को लोहा करने क तरह तबाह- ओ- बरबाद कर दे गा! अगर िज म पर बाल
बहुत ह तो चोर और फरे बी होते हुये भी खद ु का अपना और औलाद

का हाल मंदा ह होगा, बुध का उपाओ मददगार होगा! दमागी खाना बर- 15
बह
ृ प त से मु तरका खु ार के इलावा ज़हमत, बीमार व मकु दमे आम गले पढ़े रहगे!
सनीचर खाना बर- 5 के समय बह ृ प त खाना बर- 9 म हो तो क मत का असर
सनीचर के दौरा से शु होगा जो क नेक और उ दा होगा ले कन औलाद के लए फल
मंदा ह होगा!
श न है पांच लड़के खाता, या द ु मन वो मकान का

बाक़ सब फल उतम होवे, श न, बह


ृ प त दोन का
केतू मा लक लड़क का तो, राहू वल मकान का

12–24 जो गट हो, दज
ू ा शु ननावन का

सुरमा याह, बु ू लड़का!


शा दयाँ 7 तक ह गी या न शाद एक से यादा, औलाद भी बहुत होगी ले कन आ खर न होगी!
जातक श ल से भोला बादशाह हुआ करता है , अ ल कम होने के बावजूद गांठ का परू ा होगा!
अगर कसी तरह अपने ह अंड े खाने वाल सांपनी से कोई लड़का बचे भी तो 48 साला उ तक
मकान या औलाद म से एक चीज़ ह कायम होगी! अगर िज म पर बाल बहुत यादा ह तो
बेशक चोर व फरे बी बने फर भी अपना खद ु का और औलाद का हाल मंदा ह होगा! िजस तरह
सोना लोहा होकर बरबाद होता है वह हाल औलाद का होगा! बध ु का उपाओ मददगार होगा!

नेक हालत

दमागी खाना बर- 15 बह ृ प त से मु तरका जातक खु ार तबीयत का होगा! औलाद क हालत


केतू ि तथी और मकान क हालत राहू क ि तथी पर नभर होगी ले कन जातक लाव द न
होगा, औलाद के वा ते ज ी मकान म मंगल या बह ृ प त क चीज़ कायम कर!

भोला बादशाह ले कन अ भमानी(खद ु ) व वा भमानी(खु ार) होगा लेक न छानबीन क आदत से


िजंदगी उ दा बना लेगा! खद ु के बनाए या खर दे मकान औलाद क कुबानी लगे ले कन औलाद
के पैसे से बनाए या खर दे मकान कभी बरु ा फल न दगे!

सनीचर टे वे म अपने सुभाओ के अनसु ार नेक हो और केतू कायम हो तो औलाद बढ़ती होगी और
जब राहू कायम हो तो मकान बनेगे!

सनीचर- 5 के समय शुकर खाना बर- 7 या 12 म या सूरज - 5 या 9 या 10 म या


बह
ृ प त या मंगल- 10 म हो तो सनीचर केएस औलाद पर कोई बरु ा असर नह ं होगा और न ह
कसी उपाओ क ज़ रत होगी, अब औलाद और औलाद क उ पर कोई बरु ा असर न होगा
ले कन ऐसी औलाद माता- पता(वालदै न) के लए कसी काम क नह ं होगी बि क ऐसी औलाद
खदु ह घर का सोना(बह
ृ प त) व खाने का सामान(मंगल) घर से चोर करके बाहर लोहे के भाव
बेच डालेगी!

खाना बर- 11 खाल हो कयाफा: सेहत रे खा कायम और खाना बर- 11 तक हो तो सनीचर


अब धरम दे वता होगा!

सनीचर- 5 के समय बहृ प त खाना बर- 9 म हो तो क मत का नेक असर 5–17–29–41–53–


65–77–89–101–113 साला उ म होगा ले कन औलाद का हाल फर भी मंदा ह होगा!

सनीचर खाना बर- 5 के समय केतू खाना बर- 4 म हो तो पहला लड़का बेशक कायम न हो
ले कन अब सनीचर का औलाद पर बरु ा असर न होगा बि क उसके एवज म जातक का खानदानी
परु ो हत बरबाद होगा! द ु नयावी तीन कुत क पालना नेक असर दे गी!

मंद हालत

जनमकाल न सनीचर खाना बर- 5 म हो और वषफल के अनस


ु ार सूरज या या मंगल
खाना बर- 7 म आए तो उस साल सेहत के लए अशुभ होगा!

तमाम िजस पर बाल बहुत यादा ह तो जातक चाहे चोर व फरे बी तबीयत हो तो भी म दभाग
और बदनसीब ह होगा चाहे कलम का कतना बड़ा धनी य न हो गर ब व नधन होगा!
मुकदमा, बीमार व दस
ू र जहमत गले पढ़ रहगी!

ज़ाती सुभाओ के अनस


ु ार सनीचर टे वे म मंदा हो तो पाप(राहू व केतू) क उ (48साल) तक
सनीचर का असर मंदा ह होगा बि क सार उ गुलामी म गुजरे !

मंगल व बधु टे वे म इ ठे ह या ि ट से मल रहे ह तो सनीचर क उ 36–18–9 म खाना


बर- 2 के ह के र तेदार या उस ह से संबि धत जानदार चीज़ को साँप काटे या क ट दे वे
य क सनीचर अब राहू के स भाव (मंदा) मसनई ु साँप होगा!

सनीचर- 5 के समय वषफल के अनसु ार सूरज या सनीचर खद ु खाना बर- 1 म आए तो जातक


कम अ ल तो ज़ र होगा ले कन गांठ का परू ा होगा ले कन माया क क पना तो तब भी होगी!

सनीचर- 5 के समय खाना बर- 10 खाल हो तो सनीचर ब चे खाने वाला साँप होगा, नर
औलाद का द ु मन! शा दयाँ चाहे िजतनी भी ह और नर औलाद भी कई पैदा हो ले कन जातक
जब भी 48 साल क उ तक अपने नाम से मकान बनाएगा या बना बनाया खर दे गा तो सफ
एक लड़का या मकान ह बाक बचेगा खासकर जब खाना बर- 7 या 12 म शक ु र हो या खाना
बर- 5 या 9 म सरू ज व या सरू ज या हो तो औलाद इस तरह बरबाद होगी जैसे
लोहे को जंग बरबाद करता है !

उपाओ:

ज ी मकान म सरू ज क रोशनी के लए मोघ(skylight) कायम कर!


ज ी मकान क पि चम(मग रब) दशा म खाना बर- 10 क जगह सूरज क चीज़ (बंदर-
तांबा- भूर भस) क चीज़(चावल- दध
ू - चाँद ) बह
ृ प त क चीज़(सोना- केसर- ह द )
मंगल क चीज़(खा ड- स फ- शहद- लाल मंग ू ा) आ द कायम कर ले कन अगर खाना बर-
10 म राहू/केत ू ह तो मंगल क चीज़ ज ी मकान म जलाने से औलाद और औलाद क
उ म बरकत होगी!
सनीचर के बादाम धरम थान म लेकर जाएँ और उसम से आधे वा पस घर लाकर कायम
कर ले कन खाना नह ं यह उपाओ 43 दन लगातार होगा अब सनीचर न खद ु ा को हािज़र
जानकार बरु ा न करने क कसम खाई है !
औलाद के जनम पर मीठा न बाँट कर नमक न चीज़ बांट या दान म दे द!
सनीचर खाना बर- 6
(लेख क याह - एक गन
ु ाह मंदा)
बुरा लड़का गो पैसा खोटा न अ छे

मगर काम फर भी वह अ सर ह आते

उलट ि ट दज
ू ा दे खे- असर बुरा न 10 पर हो
असर श न खद
ु वैसे ह गे- जैसा केत ू कह ं बैठा हो
बध
ु केत ू न दो कोई मंदा- न ह लावलद टे वा हो
शाद पहले जब 28 करता- शुकर केत ू मंदा हो

केत ू टे वे घर 10 क गनती- हाल मुसा फर उ दा हो

बाप से ऊपर नाम खलाड़ी- आयु- मद- माया बढ़ता हो

मतर श न 10 चौथे बैठा- बध


ु पाया घर दज
ू ा हो
मौत फ़ र ता सर जब कटता- मदद श न न करता हो

हालत कोई वाह कैसी टे वा- ह फ़ श न जब लेता हो

बाद 42 एसा उ दा- फ़लक याह धोता हो

कंु डल का खाना बर- 6 क या रा श, घर का मा लक ह बध ु जो सनीचर का


दो त है और केत ू जो सनीचर के बराबर का ह है ! इस रा श न दो त ेह म राहू
और बुध को ऊंच कया, केत ू जो बराबर का ह है को नीच कया! जातक खोटे
काम करने वाला वरना केत ू के असर से 24 साल लड़के पैदा ह ! एक कहावत है : मां
पर धी पता पर घोडा, बहुत नह ं तो थोड़ा- थोड़ा!
खाना बर- 4 (माता) क या(धी या ल क ) और खाना बर- 6 केत ू का घर
या न सनीचर- 6 के समय केतू अगर खाना बर- 4 म हो तो जातक के घर
लड़ कयां ह लड़ कयां पैदा ह गी और जब बहृ प त( पता) खाना बर- 2 या ऊंच
रा श खाना बर- 4 म हो पर (घोडा) हो तो असर

बहुत नह ं तो थोड़ा तो ज़ र हुआ करता है ! मगर सनीचर तो सरू ज का बेटा है


ले कन जब यह क या (खाना नंबर- 6) के घर म होवे तो क मयाद 24 साल
मलड़ कय क जगह लड़के दे ता है ले कन जब कभी सूरज के बुज या न खाना
बर- 1 या सूरज के घर खाना बर- 5 म हो तो पता या न सूरज के नेक असर के
नशान तक को मटा दे ता है ! बाप(सूरज) कुल द ु नया को अमीर बनाता है तो
बेटा(सनीचर) गर ब, और सब क चोर करता फरता है ! पता अगर दौलत ब शता
है तो बेटा चुराता है ! सूरज न सब से बड़ी उ 100 साल द तो सनीचर मौत के
घर खाना बर- 8 म बैठ कर मंगल बद से मल कर हर कसी के लए मौत का
जाल बुनता है ! सूरज अगर चमकता नज़र आता है तो अंदर से भी नेक और साफ
दल है ले कन सनीचर क उलट हालत अंदर और बाहर दोन ह तरफ से काला
ले कन फर भी माड़ा पत ु और खोटा पैसा कभी न कभी काम आ जाता है क तरह
सनीचर जब तारने पे आयेगा तो कुल याह धो दे गा और बह
ृ प त क तरह उतम
असर दे गा!

जब भी वषफल के अनस ु ार राहू खाना बर- 3 या 6 म आयेगा तो सनीचर ज़माने


क हर याह धो दे गा! अगर जातक क शाद 28 साल से पहले हो जाए तो
सनीचर बध ु क मयाद 34 साल तक माता व औलाद सब को ख म करता जाएगा
ले कन लाव द का हु म नह ं होगा! केत(ू औलाद) क बरबाद रोकने के लए पूरा
काले रं ग का कुता पालना चा हए! खाना बर- 2 म शुकर या हो तो गाय,
ी व माता सब का बरु ा हाल कर दे गा! अगर जातक सनीचर के मंदे काम से
बचता रहे तो केत ू के असर म लड़के पैदा ह गे या सनीचर- 6 के व त केतू वषफल
के हसाब से सनीचर के नेक ठहराए हुये घर म आ जाए तो बह ृ प त का फल
दे गा और लड़के ह ह गे! अगर दल रे खा और सर रे खा के म य म सूरज व
सनीचर के बुरज के नीचे X या + का नशान हो तो जातक हर काम छुपा कर
करने का आद होगा! अगर यह शल ू का नशान सर रे खा पर हुआ तो मौत सर
कटने से हुआ करती है ! अगर इस नशान के ऊपर के ह से बड़ कर सूरज और
सनीचर को मला द तो िजंदगी म अजब त द लयाँ दे गा सरू ज क चमक भी और
सनीचर क याह भी होगी! सोने के थल क जगह रोट खाने के लए म ी के
थल ह गे अगर 35 से 42 साल के बीच घर म कोई ऐसा लड़का पैदा हो िजसका
कोई अंग(सरू ज) खराब हो या आँख(सनीचर) खराब हो या न िजसके शर र पर सरू ज
और सनीचर का इ कठा असर हो तो ऐसे लड़के क 9 से 18 साल क उ के बीच
म ी के थाल सोने के थाल म बदल जाएंगे!

सनीचर- 6 के समय शक
ु र- 2 म तो गाय और ी का बरु ा हाल होगा!

सनीचर- 6 के समय बध
ु - 12 म तो सनीचर के कुल फल को बध
ु बरबाद कर दे गा!

सनीचर- 6 के समय बध
ु - 2 म तो हर काम खु फया करने वाला होगा!

सनीचर- 6 के समय सूरज- 12 म तो दोन क द ु मनी का असर औरत पर नह ं होगा!

सनीचर- 6 के समय केत-ू 10 म हो तो जातक एक नामवर खलाड़ी होगा!


श न दज
ू े म नेक था, छठे हुआ बदनाम
शुकर केतू भी मरे , सब मंदे उसके काम

पापी मंदे पाप तक, उ 42 हो

कसम पावे वो पाप क , वाह र व भी 12 हो

कौआ! राहू(काला कुता) का उपाओ मददगार होगा वा ते ज़हमत बीमार ! बुध का उपाओ
वा ते कारोबार मदद करे !
जब शाद 28 साल क उ म हो तो 24 साल तक लड़के पैदा ह ! जातक हुनरम द व अ लम द
होगा! माड़ा पत
ु ते खोटा पैसा फर भी कभी न कभी काम आ ह जाएगा और ज़माने क याह
धो डालेगा, जब भी राहू वषफल के अनस ु ार अपने ऊंच के घर (खाना बर- 3 या 6) म आयेगा!
अगर शाद 28 से पहले हो तो सनीचर बध ु क मयाद तक माता व औलाद को सफ़ाचट कर दे गा
ले कन लाव द का हुकम न होगा! केतू (औलाद) क बरबाद रोकने के लए परू ा काला कुता
पालना नेक होगा! अगर खाना बर- 2 म शुकर या हो तो सनीचर गाय व ी और माता
धन पर भी बरु ा हमला कर दे गा!

नेक हालत

आमतौर पर खाना बर- 2 खाना बर- 6 को दे खा करता है ले कन सनीचर- 6 के समय हालात


उलट ह गे या न सनीचर खाना बर- 2 को दे खता होगा और खाना बर- 2 म कोई भी ह हो
(चाहे सनीचर का दो त या द ु मन) सनीचर उस ह म अपनी ज़हर मलाता होगा!

िज म के एक पोर(मुसाम) से दो बाल पैदा ह तो जातक अ लम द व हुनरम द हुआ करता है !


खाना बर- 6 का सनीचर नहोराता वाले साँप क तरह होगा जो दन म तो दे ख सके ले कन
रात को अ धा हो इस लए रात के व त कए हुये काम म सनीचर का मंदा ज़हर शा मल होगा!

सनीचर- 6 म बैठा उलट ि ट से खाना बर- 2 को दे खता होगा खासकर जब राहू खाना बर-
सनीचर- 6 म बैठा उलट ि ट से खाना बर- 2 को दे खता होगा खासकर जब राहू खाना बर-
8 म हो! सनीचर अपने खाना बर- 10 पर कोई बरु ा असर नह ं करे गा! अगर केतू सनीचर के
नेक होने वाले घर म हो तो साँप का फराटा जहां केत ू होगा वह ं जाएगा और नेक असर होगा!
जब भी वषफल के अनस ु ार सनीचर अपने नेक घर म होगा तो असर शेषनाग क तरह शभ

होगा! अगर शाद 28 साल से पहले हो जाए तो बध ु , व शुकर तीन ह मंदे असर के ह गे
और 28 साल क उ म शाद हो तो लड़के ह पैदा ह गे! माता- पता ज़रव दौलत अ ल, हुनर
सब म बरकत होगी!

सनीचर- 6 के समय राहू अगर टे वे के खाना बर- 3 या 6 म हो या जब भी वषफल अनस ु ार


इन घर म आए तो 42 साल क सार क सार याह /का लख धो दे गा चाहे सरू ज टे वे के खाना
बर- 12 म ह य न हो!

केतू खाना बर- 10 म या अपने उ दा घर म हो तो सनीचर जब भी अपने नेक घर म आयेगा


उस व त गु व बध ु के असर का होगा और ल क क जगह लड़के पैदा ह गे! सफ़र के उ दा
नतीजे ह गे! केत-ू 10 के समय जातक नामवर खलाड़ी और हर तरह के खेल करतब या चाल
चलन क रं ग बरं गी हालत म सबसे ऊपर के दजा का मा लक होगा! मद आय ु व माया क
बरकत होगी!

मंद हालत

सनीचर- 6 के समय मंगल खाना बर- 2 म हो तो मंगल से संबि धत र तेदार (खद ु का बड़ा
भाई, बाप का बड़ा भाई या न ताया, माता का बड़ा भाई या न बड़ा मामँू) पर सनीचर, नज़र पर
मंदा असर दे गा खासकर जब राहू खाना बर- 1 म हो तो 21 साल क उ म मामँू अ धा
होगा!

खाना बर- 6 का सनीचर राहू स भाव होगा और इसके मंदे होने क नशा नयाँ ह गी चमड़े के
जूत े गुम होना या लोहे के बने ब च के खलोन का गुम होना! ऐसा यि त अगर सनीचर क
मंद चीज (शराब, शबाब, कबाब) का आद हो जाए तो सनीचर नहायत नक मे फल दे गा!
सनीचर- 6 के समय जब वषफल के अनस ु ार सनीचर- 6 म आए और जातक मकान बनवाना
शु करदे या सनीचर क मशीनर आ द लगवाए तो जातक को पो लस और अदालत के च कर
म डाल दे गा! आमतौर पर जब भी वषफल के अनस ु ार सनीचर- 6 म आयेगा तो चमड़े के सामान
क ज़ रत हो जाया करती है या चमड़े का सामान तौहफ़े के प म गले पढ़ता है ! सबसे बेहतर
होगा उस साल चमड़े का सामान खर दने से परहे ज कर वरना जैसे ह जूत े पाँव म पहने वैसे ह
जूत े सर पर पढ़गे! चमड़ा सनीचर क चीज़ है ले कन मुदा िज म क खाल और पाँव केतू अब
िज़ंदा चमड़े और मुदा चमड़े का झगड़ा है !

28 साल क उ से पहल क शाद हो तो सनीचर साँप क तरह ज़हर ला असर दे गा और बध



मंदा हो जाएगा िजसके कारन 34 से 36 साल क उ के दर मयान माता और औलाद बरबाद
होती होगी अब न सफ सनीचर ह मंदा असर दे गा बि क केतू भी मंदा असर दे ने लगेगा! औलाद
क र ा के लए साँप क सेवा करनी चा हए!

खाना बर- 6 के सनीचर का फल श क हुआ करता है य क सनीचर खद ु चाहे मंदा असर न


दे ले कन बह
ृ प त को ज़ र मंदा कर दे गा, बह
ृ प त टे वे म कह ं भी और कैसा भी बैठा हो!

सनीचर- 6 के व त बध ु , शुकर व राहू खाना बर- 4 या 10 म ह या बध ु बर- 2 म हो या


सूरज, मंगल, का साथ हो या साथी ह ह कयाफा: हथेल पर खाना बर- 6 के थान पर
सर रे खा के ऊपर और दल रे खा के नीचे सनीचर के बजु के नीचे छोट सी लक र या शूल X
का नशान हो तो मौत सर कटने से हुआ करती है , अगर शल ू का एक सरा सनीचर के बज ु
क तरफ और दस ू रा सरा सरू ज के बज
ु क तरफ को नकल रहा हो तो घर म रोट पकाने के
लए म ी के तवे होने या न परू बदनसीबी होगी!

सनीचर- 6 के समय य द खाना बर- 2 म शुकर या ह तो सनीचर शुकर क जानदार


चीज गाय व ी के और क जानदार चीज़ माता के लए वषैला साँप होगा खासकर जब
टे वे म राहू मंदा हो या खाना बर- 8 म हो!

सनीचर खाना बर- 6 के व त य द मकान बनाना हो तो सनीचर क उ (36 से 39 साल क


उ म बनवाना चा हए ले कन पाप क उ (39 से 48 साल) म बनवाया मकान नहायत मंदा
असर दे गा!

उपाओ:

सनीचर- 6 के व त रात को कोई काम नह ं करना चा हए!


औलाद के उ के लए साँप क सेवा उतम फल दे गी!

परू ा काला कुता पालना चा हए!


सनीचर क व तुएँ बादाम व ना रयल आद पानी म बहाएँ!

शराबखोर व सनीचर क दस
ू र मंद चीज से बच!
सनीचर के मंदे ज़हर से बचने के लए सरस के तेल से भरा हुआ म ी का बरतन कसी जोहड़
या द रया के नीचे दबाएँ जहां बरतन पानी के नीचे ह रहे !
सनीचर खाना बर- 7
(कलम बधाता- रज़क)
उलट रं गीं बोतल क जो नाज़नीं थी

कफ़न खींचने को वह तेरा खड़ी थी

न बुज़ुग शान माया- न इ म दरकार हो

हक म सा दक़ द ु नया बनता- पल समंदर पार हो


बु नयाद श न क शक
ु र होता- ताक़त गन
ु ा 7 होती हो
दौलत हकूमत साथ दो लाता- शत जागीर न कोई हो

गु शुकर बद मंगल मलता- नसीब मारा वह होता हो

पर उपकार दौलत उ दा- वरना यासर माया हो

बध
ु श -ु 10 तीन या 7 का- आय-ु पता- ज़र मंदा हो
करे जब मंदा टे वा- श न मंदा खद
ु रोता हो

शक
ु र के बुज पर, सनीचर और शुकर आपस म दो त ह ह! शुकर औरत माना तो
सनीचर जो क आँख का कारक है शक
ु र क आँख बन कर साथ रहता है ! औरत क
आँख द ु नया को बचाती है ! औरत क आँख अगर सनीचर माना तो औरत(शुकर)
और शरारत(सनीचर) दोन का इ कठा होना औरत को शरारत से भरा हुआ पुतला
बना दया! दोन ेह का जद ु ा- जद
ु ा ले कन उतम फल होगा! राजदरबार से नेक
फल ह और इ ज़त मले! अगर नेक हुआ तो हर कसी क आँख म म ी डाल
और बद हुआ (ज़ाती स भाव) तो खद ु अपनी आँख म म ी डाल कर बदकार हुआ!
अंगूठे क जड़ म शुकर के ह से पर शूल + का नशान नेक फल होगा ले कन
जातक च र ह न होगा!
उ रे खा पर:… वसग का नशान हो तो आंखे खराब ह गी! बुध के बुज पर शूल +
का नशान, बुध और सनीचर आपस म बराबर के ह ह ले कन बुध दो ती करता
है ! दोन ह ेह का अपना- अपना फल होगा! बुध का तो दो तना होगा ले कन
सनीचर का एतबार नह ं! जातक द तकार- हुनरम द व परोपकार होगा अगर
सनीचर मंदा सा बत हो जाए तो चोर- रहज़न व फरे बी होगा! अगर दो शूल ह तो
कमनसीब होगा! सर रे खा पर:… वसग हो तो आँख खराब और सर रे खा पर +
शूल हो तो मौत सर कटने से हुआ करती है !
कंु डल म खाना बर- 7 तुला रा श और घर का मा लक ह शुकर है जो सनीचर
का दो त ह नह ं माशूक है ! इस रा श न सनीचर को ऊंच कया तो द ु मन सूरज
को नीच कया! शुकर स भाव से प पकार ! औरत उ भर बीमार रहे ! अगर नशान
बध
ु पर हो तो अ ल का अ धा ले कन गांठ का परू ा इ सान!
अगर टे वे म मंगल नेक हो तो बेशक जातक के पास कोई ज ी जायदाद न हो
ले कन मह ने क आमदन भरपूर होगी! दौलत का आना 24 साल तक इस तरह से
होगा क क़तरे से शरबत का कड़ाहा तैयार कर लेवे! अगर जातक परोपकार होगा
तो धन भी नेक काम आए वरना द ु ट भागवान होगा! मकान क दहल ज़ ज ी और
पुरानी लकड़ी क हो जो क जातक के जनम से पहले क लगी हो और उसको कायम
रखा जाए तो सनीचर- 7 का नेक फल होगा वरना सनीचर खाना बर- 1 का फल
दे ने लगेगा!
अगर टे वे म मंगल बद हो तो तो सनीचर 39 साल क उ तक उजाड़ कर बरबाद
कर दे गा और 27 साल क उ तक ह थयार का डर हुआ करता है िजसका उपाओ
है काले रं ग क बांसुर म खाँड भरकर वीरान जगह दबाएँ!
सनीचर क अपनी रे खा या उ रे खा: सनीचर क यह रे खा दोन जहान म फरक
करने क ताकत या आँख क लहर है या इस से ह इ सान क ह ती(अ सत व) व
ने ती(बरबाद ) का फक मालूम होता है ! सनीचर मीन रा श बर- 12 का मा लक है
िजसे म ल माना है इस लए िजस तरह म ल पानी के बना नह ं रह सकती उसी
तरह इंसानी जीवन भी उ रे खा के बना बेकार है ! उ रे खा मंगल नेक के बज
ु से
चल कर शुकर के बुज पर जाती है अगर इस उ रे खा से शाख ऊपर क तरफ को
नकल तो मतलब होगा क जातक के बज ु ग
ु बेशक धनवान न रह ह मगर जातक
दौलतम द होगा!

सनीचर खाना बर- 7 के समय:


द ु मन ह भी खाना बर- 7 म ह तो खन
ू व दल से संबि धत बीमा रयाँ
ह गी!
द ु मन ह भी 7 म ह और कोई रे खा उ रे खा को काटे तो मौत पुरदद
होगी!
दो त ह साथ ह और उ रे खा से कोई शाख सनीचर के बज
ु क तरफ को
नकले तो मतलब होगा शाख क ल बाई क उ तक कसी साथी क
पालना करनी पड़े!
सरू ज खाना बर- 4 म हो तो नहोराता ेह का टे वा होगा!
अगर बध
ु खाना बर- 7 म हो तो पता क िजंदगी को खतरा हुआ करता है
और पता क दौलत भी बरबाद होगी!
कयाफा: उ रे खा म टाप(ू जजीरा) मंगल बद बीमार बताता है , सुख नशान
ह तो िज मानी कमजोर (सरू ज), पीले रं ग के नशान तो कुदरती
कमजोर (बह ृ प त), नीले रं ग के नशान तो जातक ई यालु तबीयत(राहू),
सफेद रं ग के नशान तो सर और आँख क बीमा रयाँ( )!

श न हो 7 7 गुणा, धनी हो दौलतम द

ज़र पाये वो राज से, हो खचा ल क 5

प रवार बढ़े दौलत बढ़े , बढ़गे शुकर साथ

शुकर िजस दन ख म हो, श न होगा चुपचाप

श ु ह 3–5 आं , सेहत मंद और पता जला

साथी या मु तरका ह , श न हो मंदा खद


ु भी र
सूरज अगर हो चौथे बैठा, हजड़ा बज़
ु दल होता है
होराता वाह आधा अ धा, टे वा ऐसा होता है

च र दे , याह गाय, सरु मा सफ़ेद, बनाई! लाल या सफ़ेद- ओ- लाल गाय से शक


ु र का
असर मंदा, मगर याह या सफ़ेद- ओ- याह दो रं गी गाय नेक!
जायदाद ज ी( वरासती) तो बेशल इतनी न होगी ले कन माहवार आमदन खब ू होगी! हु मरान,
दौलतम द, अ लम द(आँख क हो शयार )! दौलत 24 साल, ह थयार का दर 27 साल उ तक
होगा! कतरे - कतरे से शरबत का कड़ाहा या न दौलत का अ बार कर लेगा! परोपकार हुआ तो
धन कारआमद वरना द ु ट भागवान होगा! याह खाल( तल) से ऊंचा पहाड़ और क ड़े से मगरमछ
होगा, मगर धन का दस ू रा दजा होगा या आ खर म बन बरते ह चला जाएगा! यासर माया
होगी- जब शराबखोर का दलदादा हो! मकान क दहल ज़ बाप दादे क बनाई हुयी हो तो सनीचर
नेक होगा वरना खाना बर- 1 का असर दे ने लगेगा! अगर सनीचर सोया हुआ हो और अपनी
मयाद के दौरान सोया ह रहे तो पोते के जनम के दन से सब कुछ ह काल माया या वीरान
होवे और इसका उपाओ मंगल के शहद वारा होगा!

नेक हालत

अगर िज म के पोर(मुसाम) से एक बाल नकले तो खाना बर- 7 का सनीचर एक व उतम


अगर िज म के पोर(मुसाम) से एक बाल नकले तो खाना बर- 7 का सनीचर एक व उतम
असर दे गा! जातक प का हठधम और दे खने क बजाय सुनने से कायल होने वाला व एलहदगी
पस द होगा! आई चलाई लाख क मगर जायदाद क शत नह ं!

गह
ृ ती के हालात उतम ह गे! जातक के जनम के व त घर के हालात मामल ू राई के दाने के
बराबर ह ले कन जातक सनीचर क मयाद तक राई से पहाड़ खड़ा कार लेगा! दरअसल सनीचर
क बु नयाद अब शुकर होगा और असर क ताकत 7 गुना होगी! मकान आ द बने बनाए ह मल
जाएंगे! अगर शाद 22 साल(सूरज क उ ) से पहले हो तो सूरज का मंदा असर जो क नज़र पर
हो सकता है नह ं होगा!

जातक अगर परोपकार तबीयत होगा तो धन दौलत का नेक असर होगा वरना धन दौलत उ लू
पर आयी ल मी क तरह होगा और जातक यासर (या न िजस घर जाए उसी को बबाद करे )
माया होगी! चालाक और हो शयार इतनी क उड़ती च ड़या क आँख म म ी डाल दे वे!

राजदरबार से इतना धन मले क 5 लड़ कय क शाद भी आराम से करने के का बल होगा! अब


ऊंच का सनीचर अपनी मयाद के समय नेक बह ृ प त का फल दे गा या ऐसा मान क बह ृ पत
और शुकर का फल उतम होगा! घर म लेटा हुआ प थर या खड़ा सतून उतम सनीचर का फल
दे गा

दो त ह बधु , शक
ु र, राहू खाना बर- 3–5–7–11 म ह कयाफा: उ रे खा व सर रे खा मल
जाएँ तो सनीचर- बध ु - शकु र- राहू सभी ह उतम फल के ह गे, भाई बंध ु मददगार ह गे ले कन
सनीचर संबि धत कारोबार म शा मल होने पर जातक को नक ु सान दगे!

सनीचर- 7 के समय टे वे म मंगल नेक व कायम हो तो जायदाद बेशक न होगी ले कन मह ने क


आमदन खब ू होगी!

सनीचर- 7 के समय बध
ु खाना बर- 11 म हो तो गाँव का मा लक व रईस जातक होगा!

सनीचर के साथ मंगल और शक ु र भी ह कयाफा: मआ ु वन रे खा या न उ रे खा के साथ- साथ


एक और उ रे खा तो मंगल और केतू दोगन
ु ा नेक फल के ह गे! मआ
ु वन उ रे खा से ल बी
उ - उ दा सेहत- आल औलाद का सुख और क ट के समय हर तरफ से सहायता मले!

मंगल बह
ृ प त या मंगल शुकर दे ख रह ह सनीचर को तो मुआ वन धन रे खा होगी िजसके
कारण धन दौलत बहुत यादा और कायम!

मंगल या मंगल सनीचर दे ख रहे ह बह


ृ प त को तो मआ
ु वन उ व गैबी मदद रे खा का
फल उतम व नेक होगा!
मंद हालत

सनीचर खाना बर- 7 म और वषफल अनस ु ार जब सूरज या या मंगल या कोई दो या तीन


ह खाना बर- 7 म आय तो सेहत से संबि धत बरु ा असर होगा! पराई औरत क मोह बत के
व त अपनी खद ु क औलाद का फल मंदा होगा और धन दौलत भी ख़ म होता होगा, ऐसे म घर
के अ दर ज ी दहल ज़ कायम करने से सब कु छ वा पस मले!

सनीचर अगर ज़ाती सभ


ु ाओ के आधार पर मंदा हो रहा हो और जातक को शराबखोर व बाजा
औरत क लत हो तो मंदे असर क नशानी जेल जाना होगा! अगर टे वे म मंगल- - शक
ु र
र ी हो रहे ह तो जीवन म दख
ु ह दख
ु ह गे! अगर बह
ृ प त मंदा हो तो जातक प ट प म
भोला भला ले कन असल म कमीना और ई यालु होगा!

सनीचर खाना बर- 7 के समय कंु डल म म नई


ु सनीचर(बह
ृ प त+शुकर=केतू सुभाओ, मंगल
+बधु =राहू सुभाओ) भी मौजूद हो तो 27 साल क उ तक ह थयार का खतरा होगा और 29 साल
क उ तक सेहत मंद हो, झगड़ाल ू व नसीब का मारा हुआ होगा! टे वे म मंदा हो तो धन के
वा ते सनीचर भी मंदे असर का होगा, सर से संबि धत बीमा रयाँ हो सकती ह!

बध
ु के द ु मन ह ( व मंगल) और सनीचर के द ु मन ह (सूरज, मंगल व ) खाना
बर- 3–5–7–10 म ह आय,ु ज़र, दौलत व पता सबके सब मंदे ह गे ज ी जायदाद व मकान का
असर भी मंदा ह होगा!

शक
ु र भी सनीचर के साथ खाना बर- 7 म हो तो बेगज़ तबीयत तो होगा ले कन गंदा आ शक
और ऐसे जातक क ी ल बे समय तक बीमार रहा करती है ! बध
ु खाना बर- 1 म हो तो मौत
सर कटने से हुआ करती है !

खाना बर- 1 खाल या न सनीचर सोया हुआ घर म शहद रखना ज र वरना पोते के पैदा होते
ह सब धन दौलत बरबाद(काल माया) होगा! बध
ु वषफल अनस
ु ार- 7 म आए तो आँख खराब
ह गी!

सरू ज खाना बर- 4 म हो तो नहोराता टे वा ऐसे टे वे के ह रात को काम नह ं कया करते!

मंगल बद हो तो 27 साल तक ह थयार का खतरा अब सनीचर खाना बर- 1 का फल दे गा!

उपाओ:

अगर खाना बर- 1 म ह हो तो काले रं ग क बांसरु म खा ड भर कर वीरान जगह


दबानी चा हए
अगर खाना बर- 1 खाल हो तो म ी के बतन म शहद भर कर वीरान जगह दबाना
चा हए!
सनीचर क मंद चीज (शराब, शबाब व कबाब) से दरू रह!
सनीचर खाना बर- 8
(है ड वाटर)
ख़ुशी जनम क उसक या वह करे गा

जनमते ह िजसके हो मातम पड़ेगा

न श न क चीज़ मंद - न बुरा खुद आप वह

चाल उसक होगी वैसी- जैसा बध


ु या पाप हो
श ु ह जब साथ या साथी- मंदा श न खद
ु होता हो
ज़हर भरे गी नाग म इतनी- मौत खड़ी ह रखता हो

असर श न दे मंगल जैसा- बैठा टे वे म जैसा हो

खाल पड़ा घर 12 टे वा- उ - क तक द ु खया हो

कंु डल का खाना बर- 8 ब ृ छक रा श और घर का मा लक ह मंगल है ! मंगल


सनीचर से द ु मनी करता है ! इस रा श न को नीच कया ले कन उं च कसी ह
को नह ं कया! सनीचर और भी आपस म द ु मन ह! मौत का घर होने के
कारण सनीचर का है ड वाटर भी माना है ! हर तरह से डर- भय- नुकसान व मौत का
घर होवे!
इस घर म अकेला बैठा सनीचर अब खुद सनीचर क चीज पर मंदा फल न दे गा!
के उपाओ से पता चलेगा क खाना बर- 8 का सनीचर नेक सुभाओ का है या
फर मंदे सुभाओ का, कनपट या पुड़पड़ी भी इस बात का फैसला करे गी! छाती पर
यादा बाल ह तो सारा जीवन गल
ु ामी म बीते! शर र पर कनपट सनीचर का
है ड वाटर खाना बर- 8 है ! हर तरह के डर और नुकसान और मौत का घर है
या न क मत क हार, जीवन म हर काम म नुकसान, और मौत का आम साथ
होगा! ज़हमत, बीमार , मौत का सबब व बुढ़ापे म नज़र का धोका होवे! दमागी
खाना बर- 14 का साथ जो इ सान को एहं कार बनाए! अकेला सनीचर इस घर म
कभी बरु ा फल नह ं दे ता ले कन जब कभी व मंगल/ या मंगल साथ ह तो
सनीचर का फल भी बुरा ह होगा!
श न है 8 है ड वाटर, घर तो मंगल ह का है

जैसा मंगल हो श न भी, असर मुसावी दो का है

एक अकेला 8 होवे, ख़द
ु कभी न मंदा हो
मंदा होगा मंगल से, या भी वाँ बैठा हो

ब छू, मौत का घर, कनपट , पुड़पड़ी!


अकेले सनीचर का अब सनीचर क चीज पर कभी मंदा फल न होगा! सनीचर का उपाओ करने
से पता चलेगा क है ड वाटर म बैठा सनीचर कस नयत व तबीयत का है ! कनपट और पड़ ु पड़ी
भी इस बात का फैसला कर दे गी! छाती पर बाल यादा ह तो तमाम िजंदगी गुलामी म गुजरे !

नेक हालत

सनीचर अपने है ड वाटर म बैठा श क भाव का होगा या न अगर नेक सा बत हुआ तो हर


तरह से उतम और अगर मंदा सा बत हुआ तो हर चीज़ के लए असर मंदा ह होगा! ले कन ऐसा
इ सान अपना भला हरे क के भले म मांगने वाला होगा! दमागी खाना बर- 14 का साथ होने
के कारण इ सान एहं कार और अपने को सबसे उतम समझने वाला होगा!

टे वे म जैसी ि तथी बध ु - केतू- राहू क होगी वैसा ह सनीचर का फल होगा! सनीचर अब अपने
एजे ट राहू व केतू के इशारे पर काम करे गा ले कन ख़द
ु सनीचर का असर टे वे म मंगल क
ि तथी पर नभर करे गा! इस घर का अकेला सनीचर कभी मंदा फल न दे गा!

के उपाओ (चाँद का चौरस टुकड़ा अपने पास रखने से) से सनीचर के असल सभ
ु ाओ क
नेक है या मंदा पता चल जाएगा!

सनीचर खाना बर- 8 म अकेला हो तो सनीचर से संबि धत चीज पर मंदा असर न होगा और
न ह सनीचर का असर मंदा होगा ले कन यह मान लेना क सनीचर अब भला होगा ठ क नह ं
य क मौके के अनस
ु ार सनीचर के असर म तबद ल होगी!
मंद हालत

छाती पर बाल यादा ह तो सार िजंदगी गुलामी म गुजरे ! शराबखोर क आदत सनीचर को मंदा
करे गी!

इस घर के सनीचर के साथ िजतने ह ह या िजतने ह साथी ह उतनी मौत के बाद जातक


का जनम हुआ होगा!

सनीचर क मंद हालत के व त चाँद का चौरस टुकड़ा अपने पास रखना चा हए! दध ू मले पानी
से नहाना भी सनीचर को ठ क रखेगा! नहाते व त पाँव के नीचे लकड़ी या प थर का टुकड़ा रख
लेना शुभ होगा य क पाँव क तल क ची ज़मीन को नह ं छूनी चा हए!

द ु मन ह सरू ज, , मंगल साथ ह या साथी ह बन तो सनीचर ख़द


ु इतना मंदा हो जाएगा
क मौत ह मौत खड़ी रखेगा!

सनीचर खाना बर- 8 के समय खाना बर- 12 खाल हो कयाफा: हाथ क उँ ग लय के नाखन ू
कालापन लए हुये ह तो कुल उ या न आ खर व त तक कम दौलत और द ु खया ह रहे गा!
ऐसे टे वे वाले के जनम लेत े ह साथी ेह से संबि धत रशतेदार को क म जाना पढ़े गा!

(सनीचर के मंदे असर का ख कधर होगा)


राहू को सर और केत ू को दम
ु मान कर अगर साँप क श ल बना द तो राहू के बैठा होने वाले
घर से एक सीधी लक र (िजस खाना तक सीधी जा सके) िजस खाने पर जाएगी उस घर के लए
सनीचर का अ छा या बरु ा असर होगा (जनम कंु डल व वषफल के हसाब से), केतू पहले घर म
नेक होगा!
सनीचर खाना बर- 9
(कलम बधाता, मकानां/मरदां)
सोया रात नधन चले जब सवेरे

उठाता नह ं कोई घर बार तेरे

जागीर मा लक और भार कबीला- पु त तीन तक चलता हो

बरु ा यहाँ न वह कभी करता- बध


ु कोढ़ से डरता हो
60 साल तो उ दा होगा- बि क उ हो सार ह

शत बह
ृ प त इतनी करता- होवे पर उपकार भी
श न मा लक है आँख शुकर का- तरफ चार ह दे खता जो

चोट श न हो जब कह ं खाता- अ धा शुकर खुद होता हो

श न बैठा जब उतम टे वे- शक


ु र असर 2 दे ता हो
शक
ु र मगर जब आया दज
ू े- श न गन
ु ा 9 होता हो
मंगल टे वे जब चौथे बैठा- श न जलावे 9 को

फँू क तमाशा सार द ु नया- ख़ुद लेगी चूहा हो


सात छटे बुध शुकर उ दा- श ु बुरा न तीजा हो

बेच कफ़न ख़द
ु दौलत पाता- खाल पड़ा जब दज
ू ा हो
पापी ह हो जब श न बनता- घम
ू ता प थर होता हो
क नावर शाह होगा माड़ा- मन क दल ल सोचता हो

कंु डल म खाना बर- 9 धनु रा श और घर का ह बह


ृ प त है जो सनीचर के
बराबर का ह है ! इस रा श न राहू(सनीचर का दो त) को नीच कया और
केत(ू सनीचर के बराबर का) को ऊंच कया! सनीचर- 9 वाला जातक हमदद तबीयत
और सखी(दानी) हुआ करता है ! ले कन 14 साल क उ तक फ़ व गम म रहे !
मकान व मस ु ाफ़र के सामान क जानकार व श ा दे ने वाला कामयाब इ सान
हुआ करता है ! घर म गड़े हुये प थर का होना उतम और बेहतर न क मत का
सबूत होगा! अब खाना बर- 3 से दे खता हो तो भी कोई बुरा असर न होगा!
ले कन राजदरबार से कोई यादा मदद क उ मीद न होगी! अगर माथे(पेशानी) व
पीठ(पु त) पर यादा बाल ह तो म दभाग होगा! अगर सनीचर ज़ाती सुभाओ के
असल ू अनसु ार मंदा हो तो जातक बेफजल ू के च कर म पड़ा रहने वाला हुआ करता
है ! बहरहाल भरे पूरे कबीले व जायदाद का मा लक होगा!
ी(शुकर) के लए
सनीचर का असर नेक होगा ले कन माता( ) के लए मंदा! माता- पता के रहते
(आमतौर पर माता- पता लंबी उ हुआ करते ह) कोई मंदा असर न होगा अगर हो
तो बह
ृ प त का उपाओ कारआमद होगा! अगर घर के आ खर म दाय तरफ अंधेर
कोठडी म खड़क या रौशनदानदान नकलवाया जाए तो खड़क क तरफ से तीसरा
मकान तबाह- ओ- बरबाद होगा! सनीचर खाना बर- 9 वाले जातक को बना
दरवाज़ के खाल चौखाट घर म खासकर छत पर नह ं रखनी चा हए वरना ी व
धन के लए मंदा असर होगा! उमर रे खा के शु होने क जगह बहृ प त के बुज क
जड़ है जो क पता का थान है इस लए इस रे खा को पत ृ रे खा के नाम से भी
जाना जाता है !

सनीचर खाना बर- 9 के समय:

शक
ु र खाना बर- 7 म तो लोक क याण(रफ़ा- ए- आम) के फायदे नेक
असर ख़द ु भी आराम पावे!
बह
ृ प त खाना बर- 5 म तो बह
ृ प त के व त क मत का असर दे गा
और औलाद के लए भी मंदा नह ं होगा!
मंगल खाना बर- 3 म तो कुदरत क तरफ से कोई बुर घटना नह ं होगी,
मंगल व सनीचर दोन ह नेक असर ह गे!
खाना बर- 4 म तो माता पता के लए उतम फल और जातक एक
भला इ सान होगा
बध
ु खाना बर- 6 म हो तो औरत अमीर खानदान से और जातक के लए
खुश क मत!
मंगल खाना बर- 4 म तो औलाद के लए नक मा मामँू व ससुराल को
खा पी कर बरबाद करने वाला, ज ी हालात उ दा ले कन घर म मौत बहुत
ह!
बह
ृ प त खाना बर- 10 म तो आग क घटनाएँ ह गी, बह
ृ प त क चीज
व क चीज के कारोबार म लाभ ले कन सनीचर क चीज के कारोबार
म नक
ु सान होगा!
सूरज खाना बर- 5 म तो दस ू र के त हमदद तबीयत, माता पता और
जातक के संबंध नेक(मुआफ़त) अब सूरज और सनीचर का आपसी झगड़ा
नह ं होगा!
बह
ृ प त खाना बर- 12 म तो धन दौलत बहुत आयेगा ले कन तबीयतन
जातक पैसे का पीर न होगा या न पैसे के लए अपनी नै तकता नह ं छोड़ेगा!
9 श न सबसे वल है , सफ़ बध
ु से डरता है
बरु ा यहाँ वो कभी न करता, तीन पु त तक चलता है

60 साल तो उ दा होगा, बि क उ हो सार ह

शत बह
ृ प त इतनी करता, होवे पर- उपकार भी
मंगल गर हो चौथे बैठा, श न जलावे 9 को

फँू क- फँू क कर द ु नया सार , ख़द


ु लेगी चूहा हो

टाहल , फलाह ! याह व परु ानी क म क लकड़ी!

बह
ृ प त का उपाओ मददगार होगा- बहै सयत यागी गु !
मकान व मुसा फ़र के सामान क ताल म दे ने म कामयाब मद होगा! हमदद व सखी तबीयत
होगा! घर म खड़ा हुआ प थर उ दा उतम व नायाब क मत का सबत ू होगा! अब क खाना
बर- 3 क ि ट का कोई बरु ा असर न होगा! मगर राजदरबार के पहाड़ पर कछुए क चाल
चढ़ने वाला होगा! अगर पेशानी(माथा) या पु त- ए- पा(पैर क पीठ) पर यादा बाल ह तो
म दभाग होगा! अगर खद ु ा बदला लेना वरना औलाद को बदला लेने क नसीहत करके मरने वाला
हो! घम ू ता प थर(rolling stone) होगा जब क सनीचर बहै सयत पापी ह बैठा होवे, िजसका
सबत ू राहू केत ू का कसी न कसी तरह आ मलने का होगा! बहरहाल भार कबीला व जायदाद
का मा लक होगा! ी भाग(शुकर) भी हर तरह से उतम ले कन माता( ) भाग म मंदा असर
दे गा, िजसके लए बह ृ प त का उपाओ मददगार होगा, या माता पता के बैठे(जो आमतौर पर
ल बी उ के होते ह) कभी मंदा हाल न होगा! मगर बादअजाँ गड़े प थर का सहारा ज़ र
कारआमद होगा, वरना साँप क तरह हर कोई उसे हर एक लकड़ी से मार दे ने को तैयार होगा!

नेक हालत

खा ना बर- 9 का सनीचर मद व मकान के लए उतम फल का हुआ करता है ! सनीचर क


मयाद 36 से 39 साल के बीच या द ु नया से कूच के समय जातक कम से कम तीन रहायशी
मकान का मा लक ज़ र होगा ले कन तीसरा मकान कायम होते ह आ खर व त क नशानी
होगी!
खाना बर- 9 का सनीचर इस तरह होगा जैसे वा यवधक पहाड़ी हवा हुआ करती है या न हर
तरह से नेक फल का! जातक उदार वभाव व दस ू र का भला चाहने वाला हुआ करता है ले कन
शत यह भी है क जातक परउपकार व अपने बज़
ु ग
ु वारा बनाए हुये धा मक सं कार क
पालना करने वाला हो! जातक बड़े प रवार उ दा संप त सख ु ी व द घआय ु होगा! ऐसा जातक कसी
तरह का कज़ छोड़कर नह ं मरा करता! तीन पी ड़याँ (बाबा- बाप- जातक) हरदम कायम ह गे!

इस घर का सनीचर कभी मंदा असर नह ं दे गा बशत इस सनीचर को अपने काम से मंदा न कर


लया जाए! 60 क उ तक तो ज र बि क तमाम उ उतम असर दे गा! पता के गुज़र जाने
के बाद कोई क ट हो तो बह
ृ प त का उपाओ मद गार होगा!

सनीचर जब नेक फल का सा बत हो जाए तो शक ु र टे वे म कह ं भी हो वह सनीचर के स बंध म


शकु र खाना बर- 2 का फल दे गा ले कन अगर शक ु र खाना बर- 2 म बैठा हो तो 9 गनु ा नेक
होगा ले कन माता के लए हर हाल म मंदा होगा!

बध
ु खाना बर- 6 व शुकर खाना बर- 7 म हो तो बध
ु , शुकर व सनीचर तीन ेह का फल
उतम होगा! अगर जातक अपनी कमाई का कुछ ह सा जन क याण(रफा- ए- आम) के काम म
खच करे तो खब
ू फायदा हो! जातक क ी अमीर खानदान से होगी (बध
ु - 6)!

द ु मन ह सूरज, , मंगल(कोई एक, दो या तीन ) खाना बर- 3 म ह तो कोई मंदा असर


न दगे ले कन घर क आ खर कोठडी म खड़क आ द बनवा द जाए तो तीन साल म सब
बरबाद होगा

सनीचर- 9 के समय खाना बर- 2 खाल तो उध रे खा का फल होगा ऐसा जातक धन दौलत के


होते हुये भी गंद िज़ंदगी जीने को मजबरू /आ द होगा, लेक न औलाद का हाल मंदा न होगा!

बह
ृ प त- 5 मंगल- 3 या सूरज, या मंगल खाना बर- 3 म ह तो कुदरत क तरफ से
कसी तरह के बरु े वा कयात मौत या दसू रे क ट नह ं दे खने पढ़गे! खाना बर- 4 म हो तो
जातक भला इ सान होगा, माँ बाप का सख ु और उ दा क मत का मा लक होगा!

सनीचर- 9 के समय सरू ज खाना बर- 5 म हो तो सरू ज और सनीचर का कोई झगड़ा नह ं


होगा, जातक दस ू र के त हमदद रखने वाला और माता पता से स बंध नहायत नेक ह गे!

सनीचर- 9 के समय बह ृ प त- 12 म तो जातक खब


ू धनी और दौलतम द होगा ले कन दौलत
के लए अपनी नै तकता नह ं छोड़ेगा!

मंद हालत
मंगल खाना बर- 4 म हो तो सनीचर खाना बर- 9 क हर एक जानदार व बेजान व त ु के
लए ज़हर होगा जो खद ु के घर बाहर व सार द ु नया म बीमार व लानत फैलाने वाले लेगी चह
ू े
क तरह होगा!

खाना बर- 9 का सनीचर अपने ज़ाती सुभाओ के असूल पर मंदा हो या राहू/केत ू का साथ होने
से पापी हो रहा हो तो टे वे वाले को बेबु नयाद च कर म डाले रखेगा! ऐसा इ सान अमीर से
गर ब होने के कारण खद ु ह अपनी दल दल ल म उलझा रहने वाला होगा! सनीचर अब औलाद
क पैदाइश म प थर क तरह कावट पैदा करे गा! अगर खाना बर- 5 का सनीचर ब चे खाने
वाला साँप है तो खाना बर- 9 को मंदा सनीचर साँप क बजाए पहाड़ जैसा बड़ा प थर माना है
या न ब चे बहुत दे र से पैदा ह गे और जो पैदा ह गे वो िज़ंदा रहगे!

सनीचर- 9 के समय खाना बर- 2 खाल कयाफा:उध रे खा, हथेल पर खाना खाना बर- 9 से
चल कर हथेल को दो ह स म बाँटती रे खा सनीचर पर ख म हो तो ऐसा इनसान अमीर तो
खब
ू होगा ले कन द ु ट तबीयत यहाँ तक क धन के लए दस ू र के कफ़न तक बेच डाले!

पेशानी(माथा) या पु ट(पाँव क पीठ) पर यादा बाल ह तो म दभाग होगा! कसी भी यि त पर


यक न नह ं इस लए कसी गर ब को भी ठहरने क जगह न दे गा क कह ं वह उसका सामान ह
न उठा ले भागे!

सनीचर मंदा हो तो यि त जैसे ह अपनी माता के पेट म आया होगा और उस दौरान बनाया या
खर दा मकान बाप को सनीचर क मयाद 36 से 39 के बीच िज़ंदा न छोड़ेगा! राजदरबार भी
मंदा ह होगा कछुए क चाल से धन आयेगा! छत पर धन या खाल चौकाठ मंदे असर क
पहल नशानी होगी, बह ृ प त का उपाओ मददगार होगा!

केतू खाना बर- 5 म हो तो औलाद पर कोई बरु ा असर नह ं होगा बि क परू म छ रे खा का


उतम असर होगा!
सनीचर खाना बर- 10
(लेख का कोरा खाल कागज़)
अ स दल का आँख पे इ ज़त करे गा

क़दम पर क़दम आगे बढ़ता चलेगा

मा लक नज़र ह म डल होगा- दौलत शाहाना पाता हो

नेक असर ख़द
ु अपना दे ता- दज
ू ा गु आ मलता हो
केत ू बेशक हो टे वे मंदा- पापी बरु ा न होता हो

नेक श न तो सबसे उ दा- मंदे ज़हर खूनी होता हो

श ु ह या मंदा साथी- अ धा श न ख़ुद होता हो

नज़र उड़ेगी ह सब ह क - न ह भला श न रहता हो

39 साला 48 होते- उ पता का साथी हो

श न असर दे जब ख़द
ु मंदे- भल मदद गु होती हो
त त गु चौथे बैठा- ऐश सवार दे ता हो

4 मंदा या द ु मन घेरा- 27 साला ज़र मंदा हो


साल सातवाँ/तीसरा हर कोई उ दा- चार तरफ श न दे खता हो

घम
ू च कर बध
ु 7 आता- ससरु ाल अमीर दे ता हो

हथेल पर सनीचर के बुज पर, सनीचर का अपना घर! अ लम द तो सा हबे


तदबीर(चालाक, चतुर) और अगर उलट हुआ तो बदब त, बदनसीब व मौत भी
परु दद(ददनाक) हो! सनीचर एक ऐसा ह िजसका कोई एतबार नह ं! सनीचर का
नशान + मुस ल(लगातार) चार तरफ मार करता है , चार तरफ दे खता है ! अगर
एक शल ू + हो तो इ सान जाद ू म म मा हर हुआ करता है और अगर दो
नशान ह तो सा हबे तदबीर(चालाक , अ ल) होगा! अगर + के कनारे मुड़ जाएँ
और वाि तक क श ल के हो जाएँ तो गणेश जी क श ल सब से उतम होगी!
बह ृ प त का डंडा 1 और बध ु का दायरा 0 या न 1+0=10 दस सब क क मत का
घर है !
कंु डल म खाना बर- 10, मकर रा श और र शप त व घर का मा लक ह ख़ुद
सनीचर है ! इस रा श मंगल जो सनीचर से द ु मनी करता है को ऊंच कया और
बह ृ प त जो सनीचर के बराबर का ह है को नीच कया! अमीर का अमीर होगा
ले कन 27 साल क उ तक ह थयार का डर हुआ करता है !
जनमकाल न खाना बर- 10 का सनीचर नीचे लखे(म दरजा ज़ैल) साल म चार
तरफ मार करता है , और सनीचर व बह ृ प त मु तरका फक र क झोल का असर
दे गा, िजसका फैसला खाना बर- 11 के ह करगे, और कंु डल ख़ास होगी, यह
साल ह गे 3–9–15–21–27–33–39–45–51–57–63–69–75–81–87–93–99–105–111–117,
एक जमा सफर =10 या न दसवां वार आ खर मैदान! पता का कम से कम 24–
48 साल क उ तक साथ होगा! अगर सनीचर के नशान + के कोने चार तरफ
को मड़ ु कर वि तक क श ल ले ल तो सनीचर गणेश जी क तरह उतम फल
दे गा और सब ेह क नज़र का मा लक होगा! सनीचर अब घने दर त क तरह
जायदाद का मा लक होगा! सनीचर- 10 के समय इंसान य द सनीचर से संबि धत
चीज का कारोबार करे तो असर नेक होगा! अगर खाना बर- 4 म मंदे या सनीचर
के द ु मन ह ह तो 27 साल क उ तक ह थयार का खतरा हुआ करता है !
जातक करम- म कार - आँख क हो शयार से धन दौलत पैदा करता है , मंगल नेक
के असर से उलट असर(बरअ स) वाला! आँख से कान का काम लेने वाला उतम
हालत और सब पर बल होने वाला! माता क उ , जनक याण(रफा- ए- आम) के
काम इस घर के सनीचर के व त सरू ज(7 साल), (8 साल), मंगल(9 साल)
अपने- अपने अरसा म सनीचर का 1/3 ज़ाया करते ह! केतू का(24 साल) इसके
अपने अरसा से आधा होगा! बाक अपना- अपना परू ा अरसा सरू ज, , मंगल
द ु मनाई का असर दगे! यह सनीचर का अपना घर है , अ लम द तो सा हबे
तदबीर(चालाक, चतुर) और अगर इसके उलट हुआ तो बदब त व बदनसीब और
मौत भी खौफनाक होगी! सनीचर को बनाई(नज़र) का कारक ह माना है या न
खाना बर- 10 इंसानी िज म क ना भ खाना बर- 4 जो क आँख का डेला या न
दे खने वाल चीज़ है , जो द ु नया और मौत दोन क बनाई(नज़र) है और नज़र का
मा लक सनीचर है या न टे वे म खाना बर- 10 र ी हो तो वह अ धे ेह का टे वा
होगा, चाहे सनीचर समेत कुल ह ऊंच घर के य न ह अब अ ध क तरह फल
दगे! दमागी खाना बर- 13 सनीचर का ज़ाती असर दरू अंदेश व हो शयार का
मा लक होगा!

सनीचर- 10 के समय बध
ु - 7 म हो तो औरत अमीर खानदान से और जातक के लए
भा यशाल !
सनीचर- 10 के समय बह
ृ प त- 4 म तो हर तरह क सवार का सख
ु होगा!
10 श न हो जब आ बैठा, शेषनाग संघासन हो

नज़र ह सबक का मा लक, उ बढ़ाता पता क हो

बह
ृ प त क करवाये सेवा, द ु नया गु को पज
ू े गी
राजसभा सब शाद अ दर, पहले गणप त मानेगी
ख़द
ु सनीचर उतम होगा, धन दौलत शाहाना हो
ह थयार से ह या करनी, बरस 27 मंदे ह

हफल का, क़ मत को जगाने वाला!मगरम छ, साँप!सनीचर के ज़ाती असर का घर!


जनमकाल न खाना बर- 10 का सनीचर नीचे लखे(मंदरजा ज़ैल) साल म चार तरफ मार
करता है , और सनीचर बह
ृ प त मु तरका फ़क र क झोल का असर दे गा, िजसका फैसला खाना
बर- 11 के ह करगे, और कंु डल म ख़ास ह होगी!

3–9–15–21–27–33–39–45–51–57–63–69–75–81–87–93–99–105–111–117
एक जमा सफ़र =10 या दसवाँ वार आ खर मैदान- सब क क़ मत गणेश जी क तरह
उतम फल दे गा! पता का साथ कम से कम 24–48 साला उ तक होगा! सनीचर के नचान +
के कनारे चार तरफ को मड़
ु जाएँ तो सब ेह क नज़र का मा लक होगा!

नेक हालत

खाना बर- 10 का सनीचर अगर खाना बर- 1 म बैठे ह का दो त हुआ तो दो गुना नेक
फल और अगर द ु मन हुआ तो दो गुना मंदे फल का होगा!

सनीचर खाना बर- 10 के समय टे वे वाले क 48 साला उ तक पता का साथ होगा और


सनीचर हर सात साल हर तरह से मान, इ ज़त, शौहरत व धन दौलत म बरकत दे गा! अब
सनीचर और बह ृ प त दोन का फल उ दा होगा!

खाना बर- 10 म अकेला सनीचर बैठा होने क हालत म उ का हर तीसरा साल उ दा असर
दे गा अब सनीचर चार तरफ से मदद करने वाला होगा! क़ मत का कोरा क़ागज़ लेकर पैदा हुआ
इंसान िजस पर अपनी क़ मत ख़द
ु लखने क ताकत का मा लक होगा, सनीचर अब तमाम ेह
क नज़र का मा लक होगा और उनके लए बहै सयत पता होगा!

दर त व पहाड़ क ऊंचाई क तरह क दौलत व जायदाद का मा लक, शाहाना दौलत और


आसमान तक क बल ु द व इ ज़त आब पा कर आ खर व त ऐसा गरे गा क उसका नशान
तक ढूं ना मुि कल होगा खासकर जब इंसान धमा मा हुआ ले कन अगर सनीचर क तबीयत
(साँप क तरह चौक ना व संग दल) होगा तो हर तरह से उ दा व उतम फल ह गे! सनीचर- 10
वाले जातक को एक जगह टक कर कारोबार करना चा हए ले कन अगर दर- ब- दर जाकर
कारोबार करने वाला हुआ तो साँप क तरह कुचला जाएगा या न बरबाद होगा!

सनीचर खाना बर- 10 के समय केतू बेशक बरु ा हो ले कन राहू और सनीचर कभी मंदा असर न
दगे! जातक िजस कदर दस
ू र क इ ज़त करे उसी तरह ख़द ु क इ ज़त बढ़ती होगी!

पता क उ ल बी और ख़द ु टे वे वाले क 39–48 साला उ तक पता का साथ ज़ र होगा और


टे वे वाले क ख़द
ु क उ लगभग 90 साल होगी! राजदरबार, शाद याह या धरम थान हो
जातक िजस जगह जा खड़ा होगा परू इ ज़त पाएगा!

बध
ु का गोल O दायरा और बह
ृ प त का सीधा डंडा 1 (कुल 10 का हंदसा) या ऐसा कह क
दोन मले तो बधु व बहृ प त के खाल आकाश का मा ड होगा िजसम सनीचर + का शूल,
बहृ प त के सीधे खत या न सबसे ऊपर इ ज़त दे गा!

जातक य द शराब न पये तो सनीचर क बरकत हर तरह से बढ़ती होगी! अगर जातक 48 क
उ तक मकान न बनावे तो सनीचर मकान क क मत के बराबर धन दे ता जाएगा और जब
मकान बन कर तैयार हो जाएगा तो सनीचर अपनी मदद का बो रया ब तर उठा कर चलता
बनेगा और उस दन के बाद दब ु ारा मकान बनवाने के लए धन नह ं दे गा!

सनीचर खाना बर- 10 के समय:

- 1 व बह
ृ प त- 4 म हो तो हर तरह क सवार का सुख मलेगा!
बध
ु वषफल अनस
ु ार बर- 7 म आए ससुराल खानदान अमीर होगा और जातक को धन
मलेगा
कयाफा: म यमा क जड़ पर रे खा तो सनीचर जागता और नेक फल दे गा!
खाना बर- 2 खाल सनीचर अब सोया हुआ होगा मगर फर भी नेक असर दे गा!

मंद हालत

सनीचर खाना बर- 10 के समय दाढ़ व मंछ


ू के बाल बहुत कम ह या बलकुल न ह तो कम
सनीचर खाना बर- 10 के समय दाढ़ व मंछ ू के बाल बहुत कम ह या बलकुल न ह तो कम
हौसले का इ सान होगा और उसक खद
ु क पैदा करदा जायदाद न होगी! खाना बर- 10 का
सनीचर आमतौर पर मंदा नह ं हुआ करता ले कन अगर मंदा सा बत हो जाए तो खन ू ी
अजगर(अज़दहा) ह होगा!

खाना बर- 10 के सनीचर के साथ कोई द ु मन ह हो (सरू ज- - मंगल) या साथी ह बन


रहे ह तो सभी ह अ धे ह गे बि क सनीचर खद
ु भी मंदा होगा!

खा ना बर- 4 मंदा या खाना बर- 4 म सनीचर के द ु मन(सूरज- - मंगल) ह और 27


साल क उ तक जातक ह थयार से ह या करे तो सनीचर का असर मंदा होगा ऐसे म बह ृ पत
का उपाओ मददगार होगा!
सनीचर खाना बर- 11
( लखे बधाता, ख़द
ु बधाता)
कथा दांत द ु नया से धरमी जो डरता

पकड़ पापी बेड़ी है ख़ुद पार करता

दरबार गु के हलफ़ से पहले- धरम अदालत बैठता हो

केत ू राहू ह जैसे टे वे- फैसला उन पर करता हो


ह उतम को वह बढ़ा कर- ज द ज द ख़द
ु बढ़े
सफ़ बुध से है वह डरता- क न हो घर तीसरे

साथ साथी जब हो गु बैठा- धरमी श न ख़ुद होता हो

मंदे गु घर तीसरा मंदा- खाल तीजे श न सोता हो

लेख नसीबा त त यह खोलता- उ 84 र ा हो

बध
ु दबाया हो या मंदा- बेकार श न ख़द
ु होता हो
र व मंगल घर 10 बैठे- आया घर 6 हो

राज दौलत सब उतम होते- पाप याह धोता हो


दरवाज़ा द कन का साथी मलते- असर दौलत धन मंदा हो

अ याश िज़नाह घर ख़द
ु होते- िज म आय ु श न जलता हो

कंु डल म खाना बर- 11 कु भ रा श, पानी का घड़ा! घर का मा लक ह ख़ुद


सनीचर ले कन असर के लए बह ृ प त! इस रा श न न तो कसी ह को ऊंच कया
और न ह नीच! 24 साल धन दौलत व जायदाद खब ू आए और फायदा भी होगा
ले कन जातक ज़नाह व अ याश होगा!
अगर दाढ़ व मंछ ू के बाल बहुत कम ह तो ख़ुद क बनाई हुयी जायदाद न होगी!
खाना बर- 3 अगर खाल हो तो सनीचर सोया हुआ होगा! क मत का घड़ा बेशक
भरा हुआ हो ले कन घड़े के पानी का इ तेमाल गु के वारा ह होगा या न सनीचर
असल हालत का फैसला टे वे म बह ृ प त क ि तथी पर नभर करे गा! अगर टे वे म
बह
ृ प त नक मा हो या बाप, बुज़ुग या गु का साथ न हो तो बह ृ प त का उपाओ
मददगार होगा! खाना बर- 3 का ह क मत को जगाने वाला होगा िजसक मदद
से आँख क हो शयार व फ़रे ब से धन कमाए! जातक अगर ज़नाह , अ याश व
शराबखोर होगा तो सनीचर का असर बरबाद होगा! क मदद या पूजन(चाँद क
ट) से मान इ ज़त व धन म बढ़ोतर होगी! सनीचर खाना बर- 11 म या
बह
ृ प त के साथ कह ं भी हो तो ऐसा टे व धरमी टे वा कहलाएगा िजसम पापी ेह
का बरु ा असर न होगा बि क बाक ह भी धरमी ह गे, बशत क ख़द
ु मंदा न कर
लया जाए! दमागी खाना बर- 11 का साथ या न सनीचर का ज़ाती असर ज़ख़ीरा
जमा करने क आदत व ताकत!

सनीचर खाना बर- 11 के समय:

- 6 व सूरज मंगल खाना बर- 10 म तो जातक भा यवान होगा!


- 2 व सूरज- 1 म ह तो मान इ ज़त व जायदाद का मा लक होगा!
बध
ु - 3 व सूरज- 9 म हो तो सनीचर व सूरज दोन का फल र ी बुर िज़ंदगी का
मा लक य क बध ु दोन को ह बेवकूफ़ बना दे वे और ऐसे च कर म डाले क
साँप और हवा को एक दायरे म रहना पढ़े !

11 श न है बैठता, बह
ृ प त के दरबार
हलफ़ गु से पहले लेवे, फैसला हो दर- बाद
ख़द
ु श न अब याद करके, दध
ू अपनी माता का
ख़द
ु तरे सब को वो तारे , ज़हर है नह ं उगलता
राहू केतू जैसे ह , फैसला इन पर करे

तार वाह वो मार मज़ , नाग र ा ह करे


मयाद इनक ऐसी होगी, साल 48 ह तक

ख़द
ु श न फर मदद दे गा, साल 84 ह तक
ह उतम को वो बढ़ा कर, ज द ज द ख़द
ु बढ़े
सफ़ बध
ु से है डरता, ता न हो घर तीसरे
श न 11 ख़द
ु घड़ा है , बध
ु मगर उ टा घड़ा
सफ़ इतना ह नह ,ं घम
ू ता क चा घड़ा
श न बह
ृ प त 11 रा श, बध
ु से दोन चलते ह
बध
ु दबाया हो या मंदा, दोन न फल जाते ह

हफल का, लोहा, बहै सयत हलफ़ उठाये हुये, राहू(ससुराल), केतू(औलाद) के काम या
क मत के नतीजे क क मत का मा लक!
अगर दाढ़ व मंछ
ू के बाल कम ह तो ख़द
ु पैदा कदा जायदाद न होगी तो केतू(औलाद) क
आमदन बरबाद होगी! खाना बर- 3 खाल हो तो सनीचर सोया हुआ होगा! भरा हुआ घड़ा तो
क मत का बेशक होवे मगर बरतावा तो गु का ह होगा या न इसक क मत का फैसला
बह
ृ प त के हाथ होगा! अगर बहृ प त नक मा हो या बाप, बज़ ु ग
ु , गु आ द का साथ न हो तो
बहृ प त का उपाओ मददगार होगा! खाना बर- 3 का ह क मत को जगाने वाला होगा
िजसक मदद से जातक आँख क हो शयार व फरे ब से धन कमावे! ज़नाह, अ याश, शराबखोर
से सनीचर का नेक असर ज़ाया होगा! क मदद या पज ू न (चाँद क ट) से ऊंच कोट का
धनवान होगा!

नेक हालत

य द जनमकाल न केतू पहले घर म हो तो सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल पर नेक होगा
और अगर राहू पहले घर म हो तो राहू मंदे स भाव का होगा इस लए कसी भी नणय पर
पहुँचने से पहले सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असल ू पर नेक है या मंदा दे ख लेना ज़ र है !

खाना बर- 11 का सनीचर जातक को धन दे गा ले कन पाप माग से या न आँख क हो शयार


व फरे ब से, काला सनीचर काले धन का कारक होगा! सनीचर के ज़ाती स भाव के असूल से 48
वष क उ तक अ छे या बरु े भा य का फैसला होगा, य द सनीचर नेक हुआ तो म ी को भी
सोना करे गा और य द अशुभ हुआ तो सोने को म ी कर दे गा!

खाना बर- 11 का सनीचर औलाद अव य दे गा चाहे टे वे म औलाद न होने के अ य कतने भी


योग मौजद ू ह ! सनीचर ख़द
ु क मत का रखवाला व पाप धोने वाला होगा! जातक क न तो ख़द ु
क बनाई हुयी जायदाद होगी! आमतौर पर जातक धरमी तबीयत और धरमी आँख का मा लक
होगा या न उसके सोच व दे खने क ताकत म कोई बरु ाई न होगी!

खाना बर- 11 का सनीचर धरम क अदालत म बह ृ प त के सामने कसम खाये हुये है क नेक
फैसला करे गा! अगर खाना बर- 3 म बध
ु न हो तो सनीचर दस
ू रे ेह को बढ़ाता है और ख़द

भी उतम हुआ करता है !

बह
ृ प त साथ हो या साथी ह हो कयाफा: अगर सनीचर के बज ु से रे खा/शाख तजनी व म यमा
के दर मयान जाए तो सनीचर मंदा समझना चा हए ले कन अगर रे खा खान क हदब द के
असूल अनस ु ार हथेल के खाना बर- 11 म जाए तो सनीचर नेक होगा तो अब सनीचर ख़द ु भी
धरमी होगा और टे वा भी धरमी ेह वाला होगा (खासकर जब राहू या केतू खाना बर- 4 म या
के साथ कह ं भी ह तो दोन पापी अब धरमी ह ह गे) ले कन अगर टे वे म बहृ प त मंदा
हो तो खाना बर- 11 के सनीचर क बु नयाद खाना बर- 3 होगा, अगर खाना बर- 3 खाल
हुआ तो सनीचर बेशक सोया हुआ होगा ले कन उसका असर जार रहे गा बि क वषफल के
अनसु ार खाना बर- 1 म आने के दन से सनीचर नेक असर दे ना शु कर दे गा और 84 साल
क उ तक मदद दे ता जाएगा!
खाना बर- 11 का सनीचर 11–23–36–48–57–72–84–94–105–119 साल म वषफल अनस
ु ार
खाना बर- 1 म आयेगा!

सूरज या मंगल या दोन ह खाना बर- 10 म और खाना बर- 6 म हो या सूरज खाना


बर- 1 म और खाना बर- 2 म हो तो राजदरबार, धन- दौलत सब उतम ह गे अब राहू/
केतू भी मदद पर ह गे और पाप क याह धोते ह गे!

सनीचर- 11 के समय शक ु र खाना बर- 7 म हो तो जातक क याणकार स भाव होगा परू ा नेक
तबीयत व ख़दु भी आराम पावे!

अगर खाना बर- 11 का सनीचर ि ट से खाल हो तो पानी से भरा हुआ घड़ा था पत करना
चा हए और कोई भी नेक काम शु करने से पहले पानी का कु भ था पत करना शुभ होगा!

मंद हालत

खाना बर- 11 का सनीचर औलाद ज़ र दे ता है ले कन अगर जातक स भाव के अनस ु ार अंडा,


मांस या शराब (सनीचर क खरु ाक) का आद होगा तो सनीचर का असर ब चे खाने वाले साँप क
तरह होगा नेक असर ख म और मंदे असर क लहर चलती होगी! जातक का ख़द ु का बनाया हुआ
मकान 54–55 साल क उ म कायम होगा ले कन अगर पहल उ (36 से 39 साल सनीचर क
उ से) म मकान बनवाया जाए तो आ खर उ म उसी मकान म ल बी बीमार के बाद मौत
होगी ऐसा जातक अपनी औलाद और गह ृ त जीवन क िज़ मेदा रयाँ बीच म छोड़ कर द ु नया से
कूच कर जाएगा!

सनीचर खाना बर- 11 और घर का मु य वार द ण दशा क तरफ हो तो धन- दौलत का


हाल नहायत मंदा होगा!

जातक अगर अ याश िज़ना(च र ह न) और शराब का आद हुआ तो असर ख़द ु के िज म व उ


के लया नहायत मंदा होगा! सबसे उतम तो यह होगा क शराब न पीने क कसम खा लेवे और
जब कभी मौका लगे शराब मंुह म डालने क बजाए ज़मीन पर गरा दे वे तो सनीचर का नेक
असर बढ़ता जाएगा!
बधु से संबि धत कारोबार व र तेदार सभी मंदे असर के ह गे! फरे ब व बद नय त से कमाया धन
खद ु के लए कफ़न के समान होगा! जातक अपने जनम से पहले बने मकान का मु य वार
पव ू (मश रक़) दशा से हटा कर पि चम(मग रब) दशा को या उतर(शुमाल) दशा से द ण(जनब ू )
दशा क तरफ कर ले खासकर द ण(जनब ू ) दशा क तरफ तो उ दा जीवन मंदा हो जाएगा
और िजंदगी मातम क सराय क तरह होगी!

सनीचर खाना बर- 11 के समय बध


ु खाना बर- 3 और बहृ प त खाना बर- 9 म ह तो
तीन का फल न फल होगा और नक मा होगा! टे वे म बध ु मंदा हो या खद
ु मंदा कर लया जाए
तो सनीचर का फल नहायत मंदा होगा!

अगर सनीचर के मंदा होने से सेहत नक मी रहने लगे ी से कम से कम एक साल के लए


शार रक स बंध नह ं बनाने चा हएँ वरना बीमार कम से कम तीन साल और बड़ जाएगी!

उपाओ:

राहू/केतू से संबि धत चीज़ मंदा असर द तो मंगल का उपाओ करना चा हए!


बाप, दादा या गु का साथ न हो तो बह
ृ प त का उपाओ करना चा हए!
सनीचर ज़ाती सभ
ु ाओ के असल
ू अनस
ु ार मंदा हो तो सनीचर का उपाओ मददगार होगा
इसके लए पानी का कु भ था पत करना चा हए!
राजदरबार, गहृ त जीवन व आमदन के लए सनीचर क चीज़ (शराब- ि प रट- सरस का
तेल) सुबह सूय दय के व त क ची ज़मीन पर गराएँ 43 दन लगातार!
सनीचर खाना बर- 12
(कलम बधाता, आराम)
मदद साँप ज़हर जो तेर करे गा

ज़माना म द ु मन न बाक़ रहे गा

नाग बैठे न जले जंगल म- म ल नहावे जल म

साध ू ख़श
ु ी हो अपनी समा ध- गह
ृ ती ख़श
ु ी हो धन म
लेखा या दे खे दरपन म- जब शक
ु र मंगल नह ं घर म
(या श ु आए ह दर म)

असर श न का बल ऐसा- साँप हाथ म खेलता हो

बुध बारह न पापी मंदा- शेषनाग साया करता हो

योपार कबीला बेहद लंबा- अरब करोड़ी होता जो

उतम श न वाह त त हो दे ता- पेशाब दौलत पे करता वह

पछल कोठडी घोर अ धेरा- रोशन जभी न होती हो

पाप बैठा जब ऊंच हो घर का- उतम रे खा म छ होती हो


सूरज छटे द वार जो फटती- औरत औरत पर मरती हो

पदम असर न झूठ शराबी- म छ मआ


ु वन उड़ती हो

कु डल का खाना बर- 12 मीन रा श, घर का मा लक ह बह ृ प त जो सनीचर


के बराबर का है और राहू जो सनीचर का दो त है ! इस रा श न सनीचर के दो त
शक ु र व बराबर के ह केत ू को ऊंच कया और बध ु और राहू दोन सनीचर दो त
ेह को नीच कया! असर के लए बह
ृ प त का घर है ! योपार उतम(सा हबे
कमाल) मगर 15 साल झगड़े िजसम हार व हानी होगी!
गहृ त जीवन उतम व औलाद गनती म बहुत हो ले कन हर एक ब चा अपनी
क मत साथ लेकर पैदा होगा! अगर सर पर चोट क जगह बाल न ह (टटर ) तो
धन- दौलत खूब होगा! जब तक सूरज खाना बर- 6 म न हो तो कसी उपाओ क
ज रत नह ं होगी! अगर पछल अंधेर कोठडी म रोशनी के लए जगह कायम कर
ल गयी हो तो गह
ृ त जीवन खराब ऐसे म मकान के द ण- पूव के कोने म
(जो क मकान कु डल का खाना बर- 12 होगा) बादाम ज़मीन म दबाने से सनीचर
कायम रहे गा! सबसे बेहतर तो यह होगा क घर म दा खल होते समय दा हने हाथ
क तरफ पछल आ खर कोठडी अंधेर रखी जाए िजसम कुदरती रोशनी आने का
कोई साधन न हो!

सनीचर खाना बर- 12 के समय:

सूरज खाना बर- 6 म हो तो शुकर बरबाद, औरत पे औरत मरे !


सनीचर के साथ राहू व भी ह तो चुप होगा माता समान औरत का सुख
कम होगा!
सनीचर के साथ राहू व बह
ृ प त ह तो बह
ृ प त चुप होगा और पता समान मद
का सुख कम होगा!
राहू खाना बर- 3 या 6 म या केतू खाना बर- 9 या 12 म तो म छ रे खा
होगी!

श न बैठा जब घर आ 12, राहू केतू नह ं बोलते ह

कागज़ उ ह के हुये ह फ़ज़ , मदद बध


ु क ढूंढते ह
बध
ु ख़द
ु अब कह ं हो बैठा, बैठता चुप चपाती है
शेषनाग बल है बैठा, खेलता वो प रवार म है
खेल तमाशा उ दा होवे, अँधेरा जब तक न घटे

सूरज बैठे न आ 6 , न पछल द वार फटे


म छ मुआ वन दोन रे खा, पदम छुपा भी पाया हो

झूठ, शराबी गर वो होवे, असर श न का ज़ाया हो

म नूई तांबा, म ल , त तपोश, बादाम, सर पर टटर , ज़मीन म लाल फूल दबाना(जब


सूरज नंबर- 6 म हो) मुबा रक होगा!

गह
ृ ती साथी क ड़ के भौण क तरह बेहद कबीला बन जाएंगे, और अपनी खरु ाक साथ लाएँगे!
गहृ ती साथी क ड़ के भौण क तरह बेहद कबीला बन जाएंगे, और अपनी खरु ाक साथ लाएँगे!
सर पर टटर हो तो दौलतम द ज़ र होगा! जब तक सरू ज खाना बर- 6 म न हो, कोई उपाओ
ज़ र न होगा! अगर अँधेरा हटा कर ( पछल अँधेर कोठडी जो मकान म दा खल होते व त दाय
हाथ क तरफ क याह पोर होती है आ ख़र पर) रोशन हो चुक हो तो उस मकान
द ण(जनब ू )- पव
ू (मश रक) कोने म (मकान कु डल का खाना बर- 12) बादाम तै ज़मीन म
दबाना सनीचर को कायम रहने म मदद दे गा! सबसे बेहतर तो यह होगा क पछल दायीं और
क कोठडी को परू ा अँधेर याह ह रखा जाए!

नेक हालत

खाना बर- 12 का सनीचर हाथ म शल ू लेकर जातक क द ु मन से र ा करने वाला होगा!


अगर जातक के सर के बाल चोट के थान से उ से पहले गर जाएँ(टटर हो) तो जातक खब

धनवान होगा!

जातक का प रवार खब
ू बड़ा हुआ करता है और हर एक ाणी अपने भा य का पैसा व खरु ाक
साथ लेकर आएगा! अब राहू व केतू का कोई बरु ा फल न होगा और बध ु भी अपनी शरारत से
बाज़ आ चुका होगा!

आमतौर पर 6 से 12 क उ म नया मकान बन जाएगा मकान जब भी बने और जैसा भी बने


उसको बनने दे ना चा हए बीच म नह ं रोकना चा हए! मकान और जायदाद खब
ू होगी!

राहू खाना बर- 12 म सनीचर के साथ हो तो सनीचर तारने वाला इ छाधार साँप होगा!

सनीचर अब रात के समय र ा करने वाला अज़दहा होगा जो जले हुये को भी आबाद कर दे वे!
सनीचर का नेक असर इतना बल होगा क अगर साँप हाथ म आ जाए तो काटने क बजाए
खेलने लगेगा! योपार और कबीला उतम दजा के ह गे! वाह सनीचर अब खब ू धन दे गा ले कन
जातक गंभीर और गु त भेद को छुपाने वाला होगा ले कन अपनी नै तकता याग कर धन दौलत
कमाने के तर के नह ं ढूंडग
े ा!

खाना बर- 2 म सनीचर के द ु मन ह (सूरज- - मंगल) न ह तो रात के आराम व सुख


के लए सनीचर खद
ु ा क कलम क तरह होगा!

राहू खाना बर- 3 या 6 म हो या केतू खाना बर- 9 या 12 म हो कयाफा: उध रे खा म ल


के मंहु म गर रह होगी तो जब घर म दा ख़ल होते व त आ खर पछल कोठडी कायम रहे गी
उं च बैठे पापी उतम म छ रे खा का फल दगे आमतौर पर ऐसे समय मंगल भी खाना बर- 6 से
12 म कसी एक म हुआ करता है !
मंद हालत

अगर जातक झूठ बोलने वाला, च र ह न(जीनाहकार ) और शराबी कबाबी होगा तो पदम और
मआ
ु वन उ रे खा या म छ रे खा का कसी तरह का उतम न असर होगा या न ज़ब ु ान का च का
और च र ह नता बरबाद का बहाना ह गे!

सनीचर अगर मंदा हुआ तो पहला असर होगा आँख क बीमार उसके बाद मंद सेहत व आ खर
म सनीचर हर तरह से मंदा असर दे ना शु कर दे गा!

सनीचर खाना बर- 12 के व त सूरज खाना बर- 6 म हो तो औरत पे औरत मरती जाए
खासकर जब पछल द वार म कुदरती रोशनी आने क जगह बना ल जाए!

व राहू खाना बर- 12 म सनीचर के साथ ह तो अब चप


ु होगा और मंदा असर माता
व माता समान ीय पर होगा!

1. टे वे म बध
ु मंदा हो तो बध
ु से संबि धत कारोबार, र तेदार व ज़ब
ु ान(बध
ु ) का च का बरबाद
का कारन ह गे!
2. सूरज का स बंध हो कयाफा: सूरज क तर क रे खा या बध ु क सेहत रे खा म ल के मंह

म गर रह ह तो सूरज(बंदर) और सनीचर(साँप) क लड़ाई का नज़ारा होगा जातक
च र ह न व नशे का आ द होगा, नहायत गु से वाला, यह सब जातक क बरबाद का
बहाना ह गे!
Chapter 8

राहू सामा य या या
(रहनुमाएँ गर बा, मुसा फरा)

फ़लक ढांचा बहरे द ु नया दोन नीला हो गया

मदद पर जब राहू आया द ु नया सर सब झुक गया


मा लक बद का पाप एजसी मौत बहाने घड़ता हो

लखत श न को वाब म पढ़ता लखा हुआ बद मंगल जो

साथ श न खुद साँप का मनका असर मगर खुद अपना हो

बाद बैठा ले हु म श न का पहले बैठा खुद हा कम हो

श न ि ट राहू पर करता लोहा- तांबा र व बनता हो

राहू मगर हो उलट जो चलता हसद तबाह करता हो

श न बैठे को राहू दे खे राहू मंदा खुद होता हो

मदद मगर न श न को दे वे जंग लोहे को खाता हो

सूरज क रोशनी ख म और सनीचर क रात के शु होने से पहले या न सूरज के अ त


होने के बाद पहला तारा दखाई दे ने से पहले समय राहू का व त माना गया है ! ज़मीन
के नीचे जलता हुआ लावा क लहर और बगैर धड़ के सर का साया या दमाग म
खयालात क हरकत करने क लहर व बद क तरफ ले जाने वाल ताकत का नाम राहू
है ! हाथी क तरह ताकतवर और रं ग नीला आसमानी! हर बुज क ताकत को गुम करने
या म म करने क ताकत रखने वाला ह है ! राहू को न तो हथेल के बरु ज पर कोई
जगह मल और न ह कसी रा श का अलहदा मा लक हुआ! ह प त क मीन रा श जो
क कंु डल का खाना बर- 12 है इसका नवास थान या पका घर कह कर पुकारा गया!
मीन रा श या न मछल जो मगरमछ या सनीचर क स यास क उं गल क आ खर पोर
जो सनीचर के बुज से जुड़ी हुयी है ! मीन रा श या न खाना बर- 12 कुल जमाने क हवा
िजसम ह प त का भी नवास है ! खाना बर- 12 म केत ू का फल उ म व
बध
ु का फल खराब होगा! मंगल टे वे म नेक हो या खाना बर- 12 म हो तो राहू का
फल नदारद या न राहू क शरारतबाज़ी बंद! अगर के साथ कसी तरह संबंध बनाए
तो को नीच करे गा और य द सरू ज के साथ या सरू ज के पके घर म हो तो सरू ज
को हण लगाएगा!

ऊंच हालत: अगर टे वे म घर के असूल पर राहू ऊंच हालत का सा बत हो जाए तो


यि त शेर का शकार करने वाले हाथी क ताकत का होगा या न ऐसा जातक हर
मुसीबत का सामना करने से घबराएगा नह !ं जहां राहू नेक सा बत हो जाए तो आसमान
व ज़मीन के द ु मन को नाश करने वाला होगा! ऐसे जातक क हथेल दर मयान म
गहराई लए हुये होगी!

नीच हालत: हथेल के दर मयान का ह सा बाहर को उभरा हुआ हो तो जातक ई या व


जलन से भरपूर तबीयत होगा! कसी का यहाँ तक क अपने मा लक या न खुद का भी
सगा न होगा! सर पर भूत सवार क तरह इधर से उधर भटकता रहने वाला और ऐसा
राहू बना कसी कारण क बदनामी का बायस भी हुआ करता है ! चोर , गबन धोकादे ह
का कारण होगा! द ु मन ेह के व त अदालती झगड़ का कारण भी होगा!

बनावट: सूरज सनीचर मु तरका=बुध होगा, िजसम राहू क शरारत का सुभाओ होगा!
मंगल बद और सनीचर मु तरका=राहू बुर नयत का होगा! टे वे म दो मंगल(मंगल खुद
और मंगल मसनई ु ) होने क ि तथी म राहू नेक नयत होगा! राहू ह प त मु तरका=ऐसे
म ह प त चुप होगा ले कन ख म न होगा! राहू के साथ ह प त व होने के समय
ह प त व कसी का फल खराब न होगा! राहू मु तरका या बलमुका बल=
का असर म म दल का बेमतलब वहम बना रहे ! ह प त, , सनीचर, शुकर व राहू
मु तरका तो पाँच ेह क पंचायत नहायत नेक फल व क मत का धनी!
रं ग का फक: आमतौर पर राहू का रं ग नीला होता है और केतू का दोरं गा सयाह और
सफेद ले कन जब दोन ह ह अपनी ऊंच हालत के ह तो राहू से ता लुक रखने वाल
चीज का रं ग सफेद होगा याह नशान कह ं नज़र नह ं आयेगा बाक सब स त राहू क
तरह ह गी! ऊंच केत ू रं ग बरं गा ले कन उसम लाल रं ग ज़ र होगा जो क बध
ु होगा
ले कन असर केत ू का ह होगा!
राहू क दोहर चाल या दो अमल - (1)राहू का नशान जाल या पदम है ! हाथी भी
कहलाता है , अगर से संबंध हो जाए तो द रया म यह हाथी के लए जाल बन गया
और तंदव ु ा कहलाया! राहू बुध का दो त है ले कन जब राहू ह प त क रा श म हो और
बुध क ि ट म आ जाए तो बुध क ज़ुबान को थुथलाने क बीमार कर दे गा!

(1)राहू का लावा या भंच


ू ाल से क जाता है और के बैठा होने वाले घर से
आगे नह ं जा सकता ले कन सूरज क आग से लावा और भी गरम होकर आगे बड़ता है
ऐसी ि तथी म सूरज अपने घर म बैठे द ु मन ह को आगे करता है ! अगर सूरज अपने
दो त और द ु मन ेह के साथ तो द ु मन ेह का असर अपने दो त ेह पर डाल कर
खुद बच जाएगा! अगर सूरज व राहू या केत ू के साथ खाना बर- ५ म ह तो अशुभ
असर औलाद व क चीज पर होगा ले कन सरू ज पर कोई बरु ा असर न होगा!
राहू व केतू का आपसी ता लक
ु : टे वे म बैठे राहू केतू का आपसी या अपना अपना असर
कस तरह का होगा इसके लए नीचे द हुयी ता लका दे ख!

राहू क अलग अलग घर म होने पर इलामत

राहू हो केतू हो असर होगा


खाना बर खाना बर
म म

1 7 पैदाइश के व त स त आंधी व बा रश, नाना- नानी बव त पैदाइश


मोजूद! 40साल तक खद ु के लए दोन का फल मंदा!

2 8 25साल क उमर तक केतू का फल उ दा ले कन 26 साल से दोन


ेह का फल मंदा!

3 9 दोन ेह का फल उ म और अपनी ऊंच रा शय का!

4 10 24/48 साल उमर तक का फल म म, 45साल से दोन ह उ म

5 11 दोन का द ु मनाना और खराब फल!

6 12 दोन ह उ म अपनी ऊंच रा श क तरह!

7 1 पैदाइश नानका घर, दोन का फल खाना बर- 7 से संबि धत खद



के लए मंदा!
8 2 केतू उ म असर का ले कन राहू मंदा फल दे गा!

9 3 दोन ह खराब, बाप व ससरु ाल के लए! भाई बंधओ


ु ं से भी दख
ु ी!

10 4 बाप के लए उ दा, माता के लए मंदा! खद


ु क सेहत भी ह क !

11 5 अपने खद
ु के लए उ म ले कन औलाद के लए मंदा!

12 6 दोन ह खराब और अपनी नीच हालत का फल दगे!

मन मि दर- दरवेश कलंदर:मन ( ) मि दर ( ह प त) या ह प त मु तरका


मन का मि दर या न दल साफ व आल शान होगा दरवेश ( ह प त या केत)ू या केतू
(तमाशा के जानवर का माल क बुध) या न केतू- ह प त- बुध! राहू केतू य द बुध के
साथ ह तो दरवेश का यवहार एक तमाशे दखने वाले साधू क तरह होगा!

आम हालत 12 घर म
हाथी त त पर हण र व का, 10 श क खद
ु होता वह
लेख पंघूड़ा गु मं दर का, रोता गु - घर 11 हो

उ दौलत का राजा तीजे, गोल प का बंदक


ू ची हो
पाप कसम वह करता चौथे, औलाद- बची न पाँच क हो

धुआँ शुकर बुध 7 उड़ता, कटती फांसी घर 6 से हो

मौत नकारा घर 8 बजता, ज़हर जब सनीचर से हो


जले धरम 9 राहू भ ी, शफ़ा पागल को दे ता हो
लाख ऊमीद 12 फज , हाथी खच न कता हो

कयाफा: राहू व केत ू क कोई रे खा नह ं होती सफ नशान ह हुआ करते ह (राहू


और केत ू ) हथेल पर जहां नशान नज़र आए खान क हदबंद के असल ू पर राहू या
केतू उसी घर का होगा! और य द हथेल पर नशान न मल तो दोन ह ह अपने अपने
घर के ह गे या न राहू खाना बर- 12 और केतू खाना बर- 6 का! य द हथेल पर मछ
रे खा हो तो राहू खाना बर- 3 या 6 का और केतू खाना बर- 9 या 12 अपनी अपनी
ऊंच हालत के ह गे और य द हथेल पर काग रे खा हो तो दोन ह अपने अपने नीच घर
के लए जाएंगे या न राहू 9 या 12 और केत ू 3 या 6 का!

नेक हालत: सबसे पहले यह तै करना होगा क राहू और केतू नेक स भाव के ह या मंदे
नेक हालत: सबसे पहले यह तै करना होगा क राहू और केतू नेक स भाव के ह या मंदे
स भाव के! राहू और केतू दोन सनीचर के माहतहत/एजट गने जाते ह, राहू बद का तो
केतू नेक का एजट होने के कारन मौत का बहाना हुआ करते ह! केतू य द सनीचर से
पहले हो तो सनीचर नेक होगा (दे ख सनीचर का ज़ाती स भाव), टे वे के खाना बर- 1
को त त कहा जो क सरू ज का प का घर है इस लए राहू य द खाना बर- 1 म हो तो
सूरज टे वे म कह ं भी सत होगा या न सूरज क तरफ से असर मंदा होगा! दस ू रे घर का
राहू जीवन को हंडोला बना कर रखता है इस घर का राहू हफल का होते हुये भी सेहत
और धन क हा न करवाता है ! टे वे म मंगल ऊंच का, नेक फल या खाना बर- 12 म हो
तो राहू चुप या न मंगल के आधीन होगा ले कन राहू पहले घर म हो और मंगल पर
ि ट रखे तो मंगल खराब फल का होगा!
सूरज के साथ होने से सूरज हण होगा ले कन के साथ राहू शरारत नह ं करता,
ह प त के साथ हो जाने से दमा या दल क बीमार का कारन बनता है ! सनीचर य द
राहू को दे खे तो सनीचर के कारोबार से सोना बरसे ले कन य द राहू सनीचर को दे खे तो
सनीचर के कारोबार म हा न होगी, सनीचर और राहू टे वे म संयु त ह तो ईछाधार म ण
वाला साँप होगा!

सनीचर+मंगल राहू ऊंच करते ह जब क सरू ज+सनीचर राहू को नीच करते ह! मंगल
खाना बर- 3 या 12 म हो या सूरज+बुध खाना बर- 3 म और राहू हो खाना बर- 4
म तो राहू कभी मंदा फल न दे गा! खाना बर- 9 का राहू यि त को धरम के बर खलाफ
चलाता है ले कन अधम नह ं बनाता अगर बात क गहराई को समझा जाए तो ऐसा
यि त दखावे के धरम मे व वास न करे गा, पागल को ठ क करने क ताकत कुदरत
क तरफ से होगी! खाना बर- 10 का राहू अपना असर सनीचर क ि तथी के अनस ु ार
दे गा! खाना बर- 12 का राहू यि त को शेख च ल बनाएगा फजूल म हवा म महल
बनाने वाला और बेफजल ू के खच का कारक भी होगा! 42 वष क उ राहू क अपनी
उ है , राहू दमागी लहर का कारक होने के कारन श ु से बचाव व श ु का नाश करने
वाला होगा! टे वे म राहू नेक हो तो आगे आने वाल शुभ या घटना जातक को सपने म ह
नज़र आ जाएगी!
मंद हालत: राहू स भाव से कड़कती हुयी बजल , भूकंप, वालामुखी व पाप क एजसी
का मा लक है ! ठगी, चोर व बदमाशी म सब ेह का सरदार है ! य द राहू मंदा होकर
अपने श ु ेह (सरू ज, मंगल, शु आ द) साथी ह बन रहा और केत ू पर इसक ि ट
हो तो नर संतान व केतू से संबंध रखने वाले कारोबार व रशतेदार क हानी करे गा! जब
सरू ज साथ हो या राहू सरू ज क ि ट म हो तो िजस घर म राहू बैठा हो और साथ
लगता हुआ घर भी बबाद होगा! घर का मु य वार द ण दशा क तरफ हो और टे वे
म राहू मंदा हो तो धन का नाश करे गा!
जब राहू मंदा फल दे रहा हो तो नीचे लखे उपाओ कर:
1. मन क शां त भंग हो रह तो दहल ज़ के नीचे चाँद क तार लगवाएँ!
2. मसूर क लाल रं ग क दाल कसी भंगी को द 43 दन लगातार!
3. य द बुखार न टूट रहा हो तो जौ दध
ू म धोकर पानी म बहाएँ!
4. रात को जौ सरहाने रख कर सोएँ और सुबह गर ब म बाँट द, 43 दन लगातार!
5. य द राजदरबार/सरकार क तरफ से परे शा नयाँ आ रह ह तो यि त अपने वजन के
बराबर चे कोयले पानी म बहाये!
राहू खाना बर- 1
सीढ़ पर चढ़ने वाला हाथी, दौलतमंद क नशानी, मगर सरू ज बैठा होने के घर को
हण)

हुआ लेख अंधेर- बादल जो घेरा

कोई प छे आँस-ू पसीना न तेरा

हाथी बैठा त त पर- तो त त थराने लगा


सूरज बैठ िजस हो घर म- हण वां आने लगा

संड
ू राहू का बुध हो बनता- केत ू िज म बन चलता हो
टोला तीन का िजस दम मलता- मौत फ र ता गँूजता हो

चलती गाड़ी म रोड़ा अटका- माला भल जो टूट हो

होते सभी कुछ न कुछ होना- राम कहानी होती हो

धन दौलत और लड़के पोते- कायम सभी वाह होता हो

राहू चमक जब अपनी दे वे- काम कोई न आता हो

बुध शुकर ह जब तक उ दा- हण असर न मंदा हो

मंगल बैठा जब आ घर 12- राहू सफ़र खद


ु होता हो
- - य क राहू का हथेल पर कोई बज ु नह ं और न ह हथेल पर कोई खाना राहू को
दया गया है इस लए िजस बुज या खाना पर राहू का अपना नशान मले राहू उसी
घर या बज ु पर समझना चा हए! खाना बर- 1 पर राहू का नशान हो तो सरू ज टे वे मे
कह ं भी हो उस घर पर हण का असर होगा! िजस तरह हण के व त सूरज क रोशनी
म म हो जाती है उसी तरह सूरज बैठा होने वाले घर से संबि धत चीज पर सूरज अपनी
रोशनी दे ने म असमथ होगा! जैसा हण के व त का नज़ारा हुआ करता है वैसा ह
क मत का हाल होगा! अगर सूरज क सेहत रे खा या तर क रे खा बुध से शुकर तक जा
रह हो तो सरू ज क मत के एक ह से म अपना असर जार रखेगा य क द ु नया म भी
सूरज हण एक ह तरफ नज़र आता है ! ऐसे म तर क रे खा के कायम होने के समय
धन दौलत खूब आयेगा और योपर म भी तर क होगी! साफ सुथर तर क रे खा मंद
सर रे खा व मंद दल रे खा के बरु े असर से भी बचाएगी! अगर हण का असर होगा तो
सफ क मत क चमक व शानो शौकत पर होगा! दान क याण माना गया है इस लए
हण के बाद सरू ज जैसे दबु ारा यादा चमकदार दखाई दे ता है उसी तरह राहू क अपनी
उ के बाद सूरज हर तरह क कमी पूर कर दे गा!
ह त रे खा

अना मका उं गल के नीचे सूरज के बुज पर राहू का नशान जाल!

साल मंदे 18–20, शत ये राहू क है

दान र ा सबने माना, र व क चीज से है

ठोड़ी, नाना- नानी, हण दो साल, महादशा 18 साल, सरू ज का उपाओ मददगार


होगा!

नेक हालत

ऐसा हाथी जो सीढ़ पर चढ़ सकता हो! दौलतम द होने क नशानी! अपने खद


ु के िज म व
का बलदार म खचा बहुत हुआ करता है ले कन नेक काम म! सूरज बैठा होने घर पर हण का
असर ज़ र होगा ले कन ह के हटते ह सूरज फर जीवन को बारौनक कर दे गा!

खाना बर- 1 से 6 तक बैठा राहू हाथी क संडू है और असर जनम कंु डल या वष कंु डल म बध

क हालत अनस ु ार होगा! खाना बर- 7 से 12 म राहू हाथी के बाक िज म क तरह और असर
जनम कंु डल या वष कंु डल म केतू क हालत के अनस ु ार होगा!

ब ल क जेर सरू ज के रं ग के कपड़े म रखना नेक असर दे गी या सरू ज से संबि धत व तओ


ु ं का
दान करना चा हए!

शुकर बैठा हो खाना बर- 7 म तो जातक धनी मानी होगा ले कन औरत क सेहत मंद होगी!

मंगल हो खाना बर- 12 म तो राहू का असर न भला न बरु ा बि क राहू अब चुप होगा!

राहू खाना बर- 1 के समय सूरज के बैठा होने वाले घर पर असर


सरू ज बैठा हो तो असर या होगा

खाना बर- 1 राजदरबार से संबि धत बेबु नयाद वहम और मंद शरारत दमाग म आएँगी

खाना बर- 2 धरम व पज


ू ा पाठ के व , धरम थान व ससुराल का अपमान करने वाला

खाना बर- 3 भाई बंधुओ ं पर दख


ु और मुसीबत बनी रहे

खाना बर- 4 माता खानदान व खद


ु क कमाई म कावट आती रह

खाना बर- 5 औलाद ज़ र होगी चाहे नालायक ह हो! ऐसी ह हुआ करती है

खाना बर- 6 लड़के/ल क क ससरु ाल से बेफजल


ू तोहमत लग

खाना बर- 7 अदालती काम म नाकामी और गह


ृ त सुख नक मा

खाना बर- 8 बना वजह खचा खड़ा रहे जैसे खद


ु क रोट कु ता खा जाए

खाना बर- 9 धरम से लापरवाह, बज


ु ुग वारा बनाए मं दर आ द को दखावे का समान बनाए

खाना बर- 10 द ु नयावी बेएतबार क िजंदगी, साधारण हालात

खाना बर- 11 वज़ीर व इंसाफ पस द लोग के दमाग म अ भमान क ब ू पैदा करने वाला

खाना बर- 12 बेवजह ह रात क नींद हराम होने के बहाने बनते रह

मंद हालत

राहू खाना बर- 1 का असर बध ु के ज़ाती स भाव के अनस ु ार होगा! ऐसे जातक क पैदाइश के
व त स त आँधी और तफू ान का मौसम होगा! जातक क पैदाइश के व त नाना व/या नानी
मौजद ू (िज़ दा) ह गे!!

घर से बाहर नकलते व त सामने पड़ने वाला मकान ख ता हाल होगा या उसम कोई ऐसा
यि त रे हता होगा िजसके यहाँ नर औलाद न होगी! 40 साल क उ तक राहू के कारोबार जातक
के खद
ु के लए मंदे असर के ह गे!

राहू का कड़वा धुआँ म त हाथी क तरह हर मंदे काम का आ द य द चोर करनी ह है तो


राहू का कड़वा धुआँ म त हाथी क तरह हर मंदे काम का आ द य द चोर करनी ह है तो
कोतवाल का या डर! अगर खद ु कोतवाल हुआ तो खद ु ह चोर करवाता होगा! िज म फैला हुआ
खबू मोटा और चाल हाथी क तरह!

राहू क अपनी उ 11–21–42 साल पता के लए जातक बद क मत होगा! पता क धन व मान


हानी का कारन होगा!

कारोबार या सरकार नौकर म तबद ल तो कई बार होगी ले कन तबद ल के साथ तर क भी


होगी ऐसी कोई शत नह ं!

सूरज के बैठा होने घर से संबि धत र तेदार व कारोबार सूरज हण से दख


ु भोगते ह गे ( सवाए
सूरज बध ु खाना बर- 3), चलती गाड़ी म रोड़ा अटकाना या न हर काम म कावट, माला जपते
जपते टूट जाना या न साँस क डोर कब टूट जाए कोई खबर नह !ं धन दौलत, लड़के पोते ह गे
ले कन होते हुये भी कोई सख ु न होगा!

ससुराल क तरफ से या कसी अंजान यि त से बजल का सामान लेना जीवन पर राहू क


बजल गराता रहे गा! शाद के व त दहे ज़ म आए बजल के सामान का कोई वहम नह ं!

राहू का मंदा समय आम असा म 2 साल, वषफल के अनस ु ार 2 मह ने और कुल महादशा म 18


साल का समय हो सकता है ! जब सरू ज बैठा होने वाला घर और उस घर का र शप त खराब होगा
तो दमागी बीमा रयाँ हो सकती ह!

राहू खाना बर- 1 के समय सूरज खाना बर- 9 म हो तो जातक धरमह ं होगा और बज
ु ुग
वारा बनाई र म क अवहे लना करने वाला!

उपाओ:

सूरज बैठे हुये 2घर के ह को ठ क कर!


क मदद मंदे राहू के परभाव से बचाती रहे गी!
सरू ज क व तए
ु ँ धरम थान म दे त े रहना चा हए!
चाँद का चौरस टुकड़ा हमेशा अपने पास रख!
राहू खाना बर- 2
(राजा गु का मातहत, लेख पंघड़
ु ा, बरसाती बादल)
उ गुज़र मं दर मु त माल खाते

मले दल कहाँ फर जो खैरात बांटे

लेख पंघूड़ा 2–8 घूमे- म ी सोना दो मलता हो

भंच
ू ाल माया ज़र रोके- राजा सखी वह होता हो
उ ल बी गज़
ु रान हो उ दा- जंगल बासी वाह राजा हो
बचत सफ़र हो या गुना 11- लेख झलक दो रं गा हो

लेख धुआ ँ जब श न हो मंदा- मदद गु करता हो

श न- केत-ू बुध फौरन उ दा- मंगल शूकर घर भरता हो

धरम मं दर का पापी द ु नया- क़ बैठा खद


ु तरसता हो
ज़ा लम ज़माना बेशक कतना- क़ैद राजा न होता हो

गु हालत पर माया चलती- धुआ ँ नशानी दे ता हो

बा रश मगर ज़र- उस दन होगी


श न त त, गु उ दा हो

- - बहृ प त के बज ु जो क खाना बर- 2 है पर राहू! ऐसा यि त भगवान वज़ीर


हुआ करता है ! बहृ प त अब शुकर के अरसा 25 साल तक दौलत का आराम दे गा! मगर
इस घर म बैठा राहू खचा खड़ा रखता है जो क का बलदार के नेक काम म खच हुआ
करता है ! पैसे पये क आमदनी िजतनी मज़ हो ले कन बचत के नाम पर सफ़र यह
असर उस व त भी दे खने को मलेगा जब राहू का नशान क मत रे खा क जड़ पर हो
ले क न व शकु र के बरु ज को तबाह न कर रहा हो! अगर राहू का नशान शक ु र के
बुज क तरफ हुआ तो औरत शुख मंदा करे गा और य द राहू के बुज क तरफ तो राहू
के बराबर का है अब न तो को नीच करे गा और न ह ऊंच! दोन ेह का
अपना अपना फल होगा!
ह त रे खा

तजनी उं गल क जड़ हथेल पर राहू का नशान दशाता है क राहू खाना बर-


2 का फल

दे गा!

झूलता पंघड़
ू ा क मत, ठहरता वो नह ं है
रोके गर, तो रोके, कता घर वो है नह ं

- - हाथी के पाँव क म ी, सरस , ससुराल व क चा धुआँ! जब शुकर के खलाफ चले


तो चाँद क गोल मददगार होगी!
नेक हालत

खाना बर- 2 का राहू म यम फल न दे कर या तो बहुत उतम या बहुत नक मा होगा

इस घर का राहू गह
ृ त जीवन के लए अशुभ नह ं ले कन धन दौलत का फैसला बह
ृ प त क
ि तथी के अनस ु ार होगा और इसक नशानी यह होगी क धन लाभ राहू से संबि धत कारोबार म
होगा ले कन धन दौलत का द रया उस दन से शु होगा!

िजस वष सनीचर खाना बर- 1 म आए और बह ृ प त भी शभु हालत का हो अगर यह ि तथी


जनमकाल न हो तो कुल िजंदगी धन दौलत क कमी न होगी! इस नयम के अंतगत सनीचर
अपने ज़ाती स भाव के अनस ु ार नेक होना चा हए!

खा ना बर- 2 बहृ प त का प का घर है ले कन राहू व केतू क बैठक भी! राहू अब गु के


आधीन होकर चलेगा ले कन पापी होने के नाते अपना स भाव परू तरह से न बदलेगा इस लए
इस घर का राहू दन के समय चोर करवाएगा! जातक क आँख के सामने धन गुम करवा दे गा
या पजु ार के सामने ह पज
ू ा क मू तयाँ गायब करवा दे ! धरम थान म बैठे राहू का धरम सफ
इतना होगा क रात के समय चोर न होने दे गा! चाँद क ठोस गोल राहू के मंदे असर से
बचाएगी!

जातक चाहे कसी जंगल का राजा या कसी धरम मि दर का रखवाला हुआ तो धन इतना क
ह थय को भी खरु ाक दे ने क ह मत होगी! ऐसा यि त तबीयत से सखी और राजा के समान
हुआ करता है !

कमाई के मामले म क मत एक पंघड़


ू े के समान होगी कभी अश पर और कभी फश पर! चाहे
कमाई के मामले म क मत एक पंघड़
ू े के समान होगी कभी अश पर और कभी फश पर! चाहे
जंगल म बसे या आबाद म हर हाल म सेहत अ छ , उ ल बी व आमदन उतम!

राहू हर से नेक सा बत हो रहा हो तो शुकर क (25 साला) उ म दौलत का हर तरफ से आराम


होगा!

कंगाल हो वाह फ़रार , राज छोड़े वाह दरबार

लोग से मल खैरात का जमा कया माल से चोर का इ ज़ाम न धो सकेगा! या न लोग अपनी
मुसीबत हल करने के लए जो कुछ भी धरम थान म दगे वह सब चोर हो जाया करते ह!

बह
ृ प त- शकु र- - मंगल- सनीचर- केत ू आ द सभी ह इस तरतीब से मंदे होते चले जाएँ
तब भी राहू नेक के समय जातक को हर तरह से मदद मलती रहे गी!

मंद हालत

राहू क मयाद(10.5–21–42 साला उ ) म अगर ज ी मकान के उतर- पि चम के कोने म बैठ


कर परू ब क तरफ मंह ु करके और मकान कंु डल के खाना बर- 2 रोट पकाने का थान कायम
कया जाए तो राहू का धुआँ न सफ जातक का बि क उसके ससुराल व माता- पता के खानदान
का धुआ ँ नकाल दे गा और यह हाल टे वे वाले क 36 साल से 42 साल तक बना रहे गा! मंद
घटनाएँ, गबन व चोर का इ ज़ाम और धन हा न आम बात ह गी!

ऐसी मंद हालत के व त चाँद क ठोस गोल या बह ृ प त क व तुएँ सोना केसर आ द


अपने पास रख या मकान कंु डल के खाना बर- 2 क जगह पर क चीज़ कायम
कर॰

राहू मंदे के व त जातक खद ु सारा जीवन मु त का माल खाता हुआ बताएगा ले कन खैरात के
नाम पर दस ू रे को कुछ न दे गा!

राहू- 2 वाला यि त धरम मि दर म बैठ कर भी पाप करने से परहे ज न करे गा और अपनी


आ खर अव था खराब कर लेगा! राहू- 2 के समय केतू- 8 म हुआ करता है और 25 साला उ
तक फल उतम होगा लेक न 26 साल से राहू व केतू दोन ह मंदा फल दे ने लगगे!

माया दौलत क मंद हालत को रोकेगा इस लए का उपाओ और माता क सेवा उतम


फल दे गी!

अगर टे वे म सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल पर मंदा हो रहा हो तो क मत म राहू का


अगर टे वे म सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल पर मंदा हो रहा हो तो क मत म राहू का
मंदा धुआँ भरा हुआ होगा!

उपाओ:

चाँद क ठोस गोल अपने पास रख!


शर र पर चाँद व सोना धारण कर!
चाँद का चोकोर टुकड़ा हमेशा अपने पास रख!
चाँद क ठोस गोल सोने के घंग
ु म जड़वा कर गले म धारण कर!
माता क सेवा सबसे उतम उपाओ है !
मकान कंु डल के खाना बर- 2 म चाँद के बतन म शहद दबाएँ!
राहू खाना बर- 3
(उ व दौलत का मा लक, रईस- गोल बंदक
ू लए पहरे दार)
अ लमंद कभी तेरा द ु मन बनेगा

बुरा यार अहमक़ से कमतर करे गा

साल खबर दो पहले दे ता- वाब स चा उसे आता हो

जाल नरक ल
ै ोक कटता- लाव द कभी न होता हो
उ र व और शत तर क - मा लक जागीरां होता हो

मंद 12 कोई दज
ू ा साथी- 34 बुध केत ू मंदा हो
बुध र व घर तीसरे साथी- बहन दख
ु ी बेवा होती हो
साथ मंगल से शाह सवार - राजा महावत हाथी हो

साथ वैर न राहू मंदा- न ह हण र व होता हो

औरत औलाद ज़र हरदाम सु खया- औलाद अमीर भोगता हो

- - राहू मंगल नेक के बुज पर हथेल पर और कंु डल के खाना बर- 3 म! अब मंगल


नेक के व त राहू चुप होगा य क मंगल नेक तो है ह वह िजसम राहू न हो और सूरज
क मदद मंगल को परू हो! अब औरत और दौलत का सख ु स पणू होगा! औरत क उ
ल बी और दौलत भी जमा होगी! औलाद का सुख भी पूण होता है ! तर क क शत ज़ र
है ले कन तबद ल क कोई शत नह ं! रईस व जायदाद वाला और द ु मन के लए तलवार
क तरह! सूरज और बुध इस राहू के साथ ह या साथी ह बन रहे ह तो राजदरबार व
खुद क सेहत के लए मंदा न होगा ले कन जातक क बहन के प त का राजदरबार मंदा
व बरबाद होगा! कभी कभी बहन को बेवा भी कर दे ता है इस मंदे असर से बचने के लए
का उपाओ मददगार होगा!
ह त रे खा

हथेल पर उ रे खा के नीचे अंगूठे क जड़ म राहू का नशान


राहू तीजे ल
ै ोक के, श ु द ु मन नाश करे

धन दौलत हो औरत सु खया, र व आय ु काश करे

तदआ
ु ज़ुबान, जौ (अनाज), र तेदार ( याह रं ग)! हाथी दांत गैर मुबा रक!

नेक हालत

खाना बर- 3 राहू वाला जातक सा हबे जायदाद होगा और राहू परू मदद पर होगा! अकेला राहू
उ और दौलत के मामले म बंदक
ू लए हुए पहरे दार क तरह होगा! बहादरु और नेक दल
इ सान! अगर ऐसा इ सान द ु मनी भी करे तो बेवकूफ़ दो त से बेहतर होगा!

भ व य म होने वाल घटना सपने दखाई दे और जो सपने म दे खे वोह स चा होगा! लाव द


कभी न होगा, ल बी उ वाला, जीवन म तर क करने वाला, सु खया और द ु मन पर फतह पाने
वाला! सूरज का असर भी दोगुना नेक होगा! ऐसा जातक कजा छोड़ कर नह ं मरता और जायदाद
ज़ र छोड़ जाता है !

मंगल खाना बर- 3 म राहू के साथ हो तो जीवन राजा के समान सुखी होगा!

द ु मन ह, सूरज- शुकर- मंगल साथ ह या साथी ह बन रहे ह , इस घर का राहू द ु मन ेह


से मंदा न होगा और न ह मरे गा और द ु मन ेह के असर म भी कोई खराबी न होगी बि क
औरत, दौलत व औलाद सब तरफ से सख ु ी होगा!

मंद हालत

अगर राहू कसी वजह से मंदा हो रहा हो तो जातक के भाई बंध ु जातक का पैसा बरबाद करगे!
धन दौलत कज के तौर पर लेकर मुकर जाएँ या धोके से जातक का पैसा हड़पगे!

राहू का फल अशुभ नज़र आ रहा हो तो का उपाओ मदद दे गा ऐसे म शर र पर चाँद धारण


कर!

कोई भी ह खाना बर- 12 म या साथ हो या साथी हो ( सवाय मंगल) तो 34 साल क उ


तक बध
ु और केतू का फल मंदा होगा!

सूरज और बधु खाना बर- 3 म राहू के साथ या साथी ह बन तो बहन बेवा होगी या उसका
प त सरकार क तरफ से परे शान होगा!
हाथी दांत कसी भी श ल म अपने पास रखना अशभ
ु फल दे गा!
राहू खाना बर- 4
(धरमी मगर धन व दौलत का आम गम)
भला कहते अ नान- गंगा जो करता

वह तेरा खुद अपने घर ह का बनता

राहू खड़ा न जब तक करते- धरमी टे वा वह होता हो

उतम या त त पर बैठे- हाथी माया म नहाता हो


माया के घर से लेता- बध
ु घर म भरता हो
ससुराल दौलत ज़र शाद बढ़ता- केत ू व त गु फलता हो

लेख भला जो मामू घर का- मटता उ सब हो

साथ मलेगा र व मंगल का- बैठा जब कोई मि दर हो

10 ह नर साथी- मदद श न वाह हलक हो

साल गज़
ु रते उ क - बा रश दौलत ज़र होती हो

- - राहू का नशान के बुज पर म म फल होगा! इ सान पढ़ा लखा तो ज़ र होगा


जो क क करामात है ले कन का बाक फल कम होगा! 45 साल (केत ू के 48
साल और राहू के 42 साल और दोन का इकठा 45 साल) क उ तक पानी से खतरा
या न उ का आधा ह सा, य क मीन रा श म क उ 90 साल होती है , अगर
के अंश आ द से 90 साल क बजाए उ कोई और नकले तो उस उ का आधा
ह सा गनना चा हए! दौलत व जायदाद का फल म म होगा! राहू का अरसा ख म होते
ह सब कमी पूर हो जाएगी और अपनी पूर ताकत पर आ जाएगा! राहू या केतू
खाना बर- 4 या के साथ कह ं भी तो ऐसा टे वा धरमी टे वा होगा ले कन धरमी टे वे
का असर तभी मलेगा जब यि त राहू के मंदे काम से दरू रहे गा! एहम और एहं कार व
झूठ फरे ब को याग कर रखना, माता और माता समान ीय का स मान करना राहू को
काम रखेगा!
ह त रे खा

हथेल के बाएँ ह से म के बुज पर राहू का नशान!


राहू केतू घर चौथे, माता से डरते ह

तार उसे न तार मज़ , कसम पाप क करते ह

वाब या वाब का ज़माना, ध नया, सोया दमाग! राहू व केतू इस घर म बैठे हुये
अ छा चाहे न कर ले कन बुरा न करने क कसम खाते ह!

नेक हालत

राहू खाना बर- 4 जातक के दौलतम द होने क नशानी है ! अब टे वा धरमी होगा! क


बेजान चीज का फल म म होगा ले कन क खा सयत या न अकल व ईलम के लए फल
उतम होगा!

केतू और सनीचर कसी भी बरु े काम के लए राहू का साथ न दगे और दोन का फल अपना
अपना होगा! राहू इस घर म माता के चरण म सर झुका कर बरु ा न करने क कसम लेता है
ले कन जब तक राहू अकेला या के साथ हो, घर का पानी ह गंगा द रया के पानी क तरह
होगा!

हर तरह से उतम हो या खाना बर- 1 म तो जातक बहुत दौलतम द होगा! िजस घर


म बैठा हो उस घर संबि धत चीज के कारोबार से खब
ू धन आयेगा और बध
ु िजस घर म होगा
उस घर से संबि धत रशतेदार को दौलत से भरता जाएगा!

बर- 1 और बध
ु बर- 10 तो दौलत बध
ु से संबि धत चीज के कारोबार और बध
ु से
संबि धत र तेदार फ़ायदा पाएंगे, उधाहरण के तौर पर राजदरबर से धन आयेगा और बज ु ुग के
घर भर दे गा!

टे वे म शुकर उ दा हो तो शाद के दन से ससुराल खानदान का धन बढ़ने लगेगा और उस धन


म से जातक को उसका ह सा अपने आप मलता रहे गा!

सूरज या मंगल या दोन ह खाना बर- 2 म ह तो राहू क मदद करगे!


टे वे म केतू उतम हो तो 12 या 24 या 48 साल क उ या िजस दन औलाद पैदा होगी उस
दन से माता- पता के लए फल उतम होगा!

मंद हालत

24 व 48 साल क उ म क बेजान चीज का फल मंदा होगा ले कन 45 साल क उ के


बाद राहू व केतू दोन का फल उ म होगा! मामू घर का उतम लेख क उ 6 या 12 या
24 साल तक बरबाद हो चुका होगा!

खदु राहू धरमी ह होगा ले कन राहू खड़ा करने से (गरक , भ ी, शौचालय तुड़वा कर बनवाते
रहना, कोयले आ द का कारोबार करना या घर क छत त द ल करना) बरबाद का बहाना ह गी!
अगर छत तबद ल क ज रत आ जाए तो छत के साथ साथ द वार भी त द ल करवा लेनी
चा हए! अगर फर छत बदलवाने क ज़ रत आन पड़े तो परु ानी छत का मलबा नए समान म
मला लेना चा हए अगर हो सके तो मसनई ु छत डाल कर छत त द ल कर!

टे वे म मंदा हो तो धन दौलत क हालत उतम न होगी!

या नर ह (सूरज, मंगल, बह ृ प त) बर- 10 म या खाना बर- 4 म हो तो सभी


ह राहू के मंदे धए
ु म ह गे और हालात मंदे वाब क तरह ह गे ले कन क उ गजु रते ह
धन दौलत बा रश क तरह आए!

उपाओ:

के उपाओ नेक फल दगे!


चाँद का चौरस टुकड़ा अपने पास रखो!
माता का आशीवाद सव म रहे गा!
राहू संबि धत चीज का कारबार न कर!
राहू क तबीयत वाले जातक से सांझ े मे कारोबार न कर!
राहू खाना बर- 5
(शरारती, औलाद- गक मगर सरू ज को तारे )
ख़ुशी दन म योहार- का फ़र जो बनता

नशानी लाव द क - पैदा वह करता

पहल औरत- औलाद न दे खे- श न मंदा जब बैठा हो

लाव द ज़ र जोड़ी गनते- दया बती गल


ु करता हो
साल 21 घर पहला लड़का- उ 42 दज
ू ा हो
बर दस
ू रा िजस दम आता- ससुर- बाबा चल बसता हो
साथ र व त त पे बैठे- मदद राहू खुद करता हो

बैठ माता न साथी होवे- िज़ंद होते म छ रे खा हो

र व या मंगल चौथे- या घर 6 12 हो

तादाद औलाद न लेख ह मंदे- योग न ल वाह मंदा हो

- - खाना बर- 5 संह रा श और र शप त सूरज है ले कन इस घर का प का ह


बहृ प त है ! राहू सूरज को हण लगाता है ले कन बहृ प त के साथ बराबर का ह है !
राहू दोन ह ेह (सरू ज व बह
ृ प त) के साथ द ु मनी रखता है और असर खराब होगा!
अगर टे वे म सनीचर मंदा हो तो पहल औरत से औलाद न होगी अगर हो भी गयी तो
नहायत न कमी होगी! अ ल, आमदन व सेहत के लए राहू का फल मंदा न होगा!

ह त रे खा

हथेल पर बध ु के बज
ु से (ख) नकल कर शकु र के बज
ु को (क) जाती हुयी रे खा
सूरज क तर क रे खा या सेहत रे खा के नाम से जानी जाती है ! य क सूरज सेहत
का कारक ह है इस लए इस सेहत रे खा का दर मयानी ह सा खाना बर- 5 है !
यहाँ पर राहू का नशान!

राहू गना गर धआ
ु ँ है भ ी, घर 5 हो दया न बती
21 साला जो लड़का होवे, बाबा रहे न पोता होवे

सूरज गर वां पहले होवे, फल राहू का उ दा होवे

ह गर साथी होवे, भ चाल राहू का ठं डा होवे

छत, औलाद का सुख व तादाद, उ

नेक हालत

रा शप तसूरज ले कन कारक ह बहृ प त होगा, धम मयादा, मान बु और धन क हालत के


लए फल उतम होगा! जातक ती बु , सेहतम द और सूरज ( पता) को मदद दे ने वाला होगा
िजससे राजदरबार से बरकत ह बरकत होगी!

य द टे वे वाले क माता जी वत और साथ होगी तो माता के आ खर सांस तक मछ रे खा का फल


होगा जो क धन और स तान के लए नहायत नेक होगा ले कन यह मछ रे खा खाना बर- 7 के
बह
ृ प त व सनीचर संयु त के सामान के लए मंदे फल क होगी! अब धन और स तान तो ह गे
ले कन शाह ठाठ न ह गे!

खाना बर- 5 या सूरज 1–5–11 म से कसी एक घर म हो तो जातक साधू तबीयत और


सभी धरम क पालना करने वाला होगा! औलाद क पदाइश म व न तो हो सकते ह ले कन पैदा
शुदा औलाद के लए राहू मंदा न होगा! राहू अब सूरज और क मदद पर होगा! माता का
साथ लंबे समय तक नह ं हुआ करता या तो छोट उ म गुज़र जाए या फर जातक से अलग
होकर रहे !

सरू ज- - मंगल खाना बर- 4 या 6 म या सनीचर, मंगल खाना बर- 5 म ह तो टे वे म


बेऔलाद होने के लाख योग ह मगर अब औलाद ज़ र होगी और क मत भी बल ु द होगी!
जातक खद ु व उसका भाई राजा जैसी तकद र वाले ह गे! जातक खद ु पाँच तक बेट का बाप हो
सकता है ! पाँच से जीतने यादा ह गे उतने भाई कम होते जाएंगे!

मंद हालत

आकाश से गरने वाल बजल जानदार और बेजान चीज म फक न करके तबाह का सबब हुआ
करती है इसी तरह खाना बर- 5 का राहू बीमार आ द के कारण फजूल के खच करवाता है !

खाना बर- 5 का मंदा राहू जातक को संतान सख


ु से वं चत करता है , कभी संतान क खश
ु ी का
योहार मनाने का मौका नह ं दे ता!

सनीचर को य द साँप माना तो राहू साँप क सर िजसम जहर भरा हुआ होगा, अब सनीचर टे वे
सनीचर को य द साँप माना तो राहू साँप क सर िजसम जहर भरा हुआ होगा, अब सनीचर टे वे
म कह ं भी हो उसक सर खाना बर- 5 म मानी जाएगी! मंदा राहू माँ के पेट म ह ब च क
मौत का कारण होगा!

जातक का पहला लड़का अगर जातक क 21 साला उ म पैदा हुआ हो तो दस


ू रा 42 साला उ
म पैदा होगा! दस
ू रे ब चे के पैदा होते ह जातक का पता या ससुर चल बसेगा! बाबा और पोते
का झगड़ा या न ॰अगर पोता खेले तो बाबा गायब और य द बाबा कायम तो पोता गायब॰ ऐसा
योग 10.5, 21 या 42 साल क उ म बन सकता है !

य द टे वे म सनीचर मंदा हो रहा हो तो पहल औरत से संतान पैदा नह ं होगी ऐसा राहू प त
प नी को नस तान ह रखता है , ॰राहू गना गर धआ ु ँ है भ ी, घर 5 हो दया न बाती॰ ऐसे म
पहल औरत से दब ु ारा शाद कर लेनी चा हए!

य द बह
ृ प त साथ हो या साथी या टकराव पर हो तो जातक के बेटे क 12 साल तक सेहत मंद
और जातक के पता का हाल कुल उ मंदा होगा

उपाओ:

मकान क दहल ज़ के नीचे चाँद का पतरा बछा दे ना राहू के बरु े असर को रोकेगा!
शुकर क व त ु गए पालने से भी राहू नेक फल दे गा!
चाँद का ठोस हाथी बनवा कर घर म कायम कर!
चाँद के बतन म गंगा जल भर कर चाँद का चौरस टुकड़ा डाल कर दहल ज़ के नीचे दबाएँ!
चाँद का चौरस टुकड़ा अपने पास रख!
अपनी खद
ु क माता को खश
ु रखे व पैर छू कर आशीवाद ल!
राहू खाना बर- 6
(फांसी काटने वाला मददगार हाथी)
गरे तुझ से जब ख़ून भाई का कतरा

न ल बंद तेर - का बढ़ता हो खतरा

असर वह जो श न 12 के- फांसी लगा खुद छूटता हो

पहाड़ ऊंचे जा- द ु मन मारे - ताक़त दमागी ऊंचा हो


बध
ु - मंगल कोई 12 मंदा- आग जल खद
ु होता हो
बीमार ज़हमत का पता न चलता- माया घट घर लुटता हो

शगुन मुबारक कु ता काला- छ ंक उलट न उ दा हो

गोल स का या काला शीशा- असर मुबारक दे ता हो

- - खाना बर- 6 का राहू अब केत ू के साथ होगा! राहू और केत ू का कोई बज


ु नह !ं
दोन ह ह आदत के अनुसार खराब ह इस लए इनका काम है खराबी या गलत काम
क तरफ एलआर जाना! जो जातक इनके ठहराए हुये मंदे/खराब काम से बचने म
कामयाब हो गया उसको यह दोन ह तार दे ने क ताकत रखते ह! राहू एक म त हाथी है
जो हमेशा नीचे क तरफ दे खता है इस लए इ सान का आधा ह सा ह इसको नज़र
आता है ले कन नज़र इतनी तेज़ क ज़मीन पर ग र हुयी दव ु नी भी उठा ले या न राहू
का काम है दमागी ख़याल को नीचे क तरफ ले जाकर उसम बुरे याल पैदा करके
इ सान को बरबाद करना! अब केत ू के घर म होने के कारण केत ू का भी साथ हो जाएगा
या न ऐसा इ सान िजस म राहू व केत ू दोन ह ेह क स त होगी! अगर राहू दमागी
मंदे याल का मा लक तो केत ू धड़ क तमाम बुर हरकत का मा लक! ऐसा इ सान
िजसम कु ते व सव ु र क आदत शा मल ह गी और रं ग बरं गा ले कन िजसम मंगल का
लाल रं ग या न नेक शा मल न होगी बाक रं ग चाहे कोई भी हो! ऐसे इ सान का इ ज़त
व आदर सफ़र हुआ करता है ! कामदे व वह भी वषय वकार लए हुये! सूअर का कामदे व
(12 बगन) सव ु र , 8 अठगन कु तया, 4च क गाए, 2 तो रयाँ बकर ) या न सव ु र एक
व त म सब से यादा ब चे दे ती है ! यह जानवर और इनका नर भी कामदे व म यादा
हुआ करता है ! या न दो सव
ु र एक सव ु र से इ ठे मलापी हो जाया करते ह! बाक
िज मानी ताक़त इ सान को बद क तरफ ले जाती ह!

ह त रे खा

हथेल पर दल रे खा (ख) और सर रे खा (ग) के दर मयान क आयत (क) ह खाना


बर- 6 है

और इस आयत पर राहू का नशान होना!

राहू 6 ऊंच है , केतू ऊंच है 12

फल दोन का है वह , जो श न घर 12

पापी ेह का मेल है , कु ता परू ा काला

पाताल नीचे से वो पबत होवे, 9 ह रा श 12

तर क क शत है तबद ल क शत नह !ं खद
ु अपनी व ससरु ाल क क मत
इंदरधनुष (कौस- ओ- कजाह) क तरह जो कभी कभी चमके!
द ु मन के मुक़ाबला के समय एक पहाड़ क तरह खड़ा! दमागी स ब ध म राहू का
फल नेक होगा! ले कन भतीजे के पैदा होते ह च चा क मौत का बहाना होगा!
िजस तरह आम लोग के बैठने क जगह हर घर म ज र उसी तरह बीमार का
साथ बना रहे गा ले कन ऐसा असर तब होगा अगर जातक अपने भाई से स बंध
ठ क न रखेगा या न भाई छोटे ह या बड़े उनको अपने पास रखना और उनक सेवा
से राहू नेक फल का होगा!
उपाओ:अपने पास स के क गोल या काले रं ग का शीशा रखान शुभ होगा!
नेक हालत

खद
ु क आरामदार और अ छे रख रखाव पर खब
ू खचा हुआ करता है !

खाना बर- 6 म राहू बजल क ताकत का मा लक और टे वे वाले क मदद करने वाला!

राहू अब मंद शरारत से दरू होगा या न करे गा! उतम दमागी ताकत दे ता है !

राहू- 6 का असर सनीचर- 12 क तरह होगा जो क नेक हुआ करता है ! द ु मन को ऐसी जगह ले
जाकर मारे जहां पानी भी न मले!

इस घर का राहू तर क करवाता है ले कन तर क के साथ तबद ल भी होगी ऐसी कोई शत


इस घर का राहू तर क करवाता है ले कन तर क के साथ तबद ल भी होगी ऐसी कोई शत
नह !ं

मंगल ह अगर पु लस से ता लुक रखता है तो राहू खु फया पु लस से इस लए इस घर का राहू


खु फया काम से धन दलवाता है !

मंद हालत

अगर राहू मंदा हो रहा हो तो मंदे क चड़ क तरह जीवन को नरक समान कर दे गा!

मंदा राहू यि त म बरु े वकार पैदा करता है िजसके कारन यि त कसी भी मंदे काम से नह ं
डरता!

अगर जातक अपने भाइय से स बंध बगाड़े और उनको बेवजह तंग करे तो खद
ु को औलाद क
क लत होगी!

टे वे म बध
ु या केत ू मंदे हो रहे ह तो बीमार पीछा न छोड़े यहाँ तक क बीमार क शना त
तक न हो पाएगी और पैसा खच होता चला जाएगा!

मंगल खाना बर- 12 म हो और जातक अपने भाइय से लड़ाई झगड़ा बनाए रखे तो चू हे म
आग जलाने तक के पैस के लए तरसे!

बध
ु हो 12 म और सूरज हो 2 म तो धरम, ईमान, नेक व इ ज़त के लए राहू का फल मंदा
होगा! ससुराल खानदान क क मत इंदरधनष
ु क तरह कभी कभार उठान पर! धरम थान से
सूरज क ि ट अि न क तरह राहू को मंदा करे गी िजसका अशुभ असर खाना बर- 2 और 7
क जानदार व बेजान चीज पर होगा!

उपाओ:

काले रं ग का शीशा या काला कंचा अपने पास रख


स के क गोल अपने पास रखे!
राहू खाना बर- 7
(चांडाल, ल मी का धआ
ु ँ नकालने वाला)
फ़क बीवी बेट - या हो नज़र माता

बढ़े गा दमागी- ख़याल खुशी का

बुध- शुकर का तराज़ ू उ टे - औरत मंद प रवारां

दौलत का वह रखा होवे- खा दो त यारां


श न दे व उस र ा करगे- श ु मर दरबारां

म छ रे खा फल उतम दे वे- बुध शुकर- 2- यारां

राज ता लुक मरतबा- ऊंचा- दौलत- औरत न सु खया हो

दर त तले हो िजस जा बैठा- उखड़ा वह जड़ जलता हो

केत ू कु ता हो सब से मंदा- अ याश िजना ह होता जो

पेशा राहू ह - हो जब करता- ख़तरा उ तक बढ़ता हो

त त शुकर से म ी उड़ती- जलती सेहत ज़र माया हो

उलट जभी सब हालत होती- अमीर होता इक आला हो


- - राहू का असर खाना बर- 7 हथेल पर शुकर का बुज है और राहू शुकर का ह सा
होते हुये भी शकु र से द ु मनी रखता है इस लए औरत का सख ु ह का होगा! सरू ज अपना
पूरा असर दे गा इस लए राजदरबार से मान इ ज़त मले और द ु मन भी प त ह गे!
जातक के पास हर तरह के सख ु का साधन होगा! मीन रा श या बाहरवीं रा श या न राहू
का घर है ! या न शुकर के बुज पर राहू का नशान तो मंदा फल दे ता है ले कन मछ
रे खा िजसम सनीचर और बुध भी शा मल हो जाएंगे अगर शुकर के बुज पर हो तो
मब ु ारक फल होगा य क सनीचर(उ रे खा) और बध ु (सेहत या तर क रे खा) दौलत के
लए शुकर से दो ती नभाएंगे! जातक स भाव से अ याश और हो शयार होगा! जहां तक
राहू का ता लक ु है असर
द ु मनी का होगा जो ी सुख कम करता है और खचा बहुत यादा करवाता है !
ह त रे खा

हथेल पर शुकर के बुज या बुध के बुज पर राहू का नशान होना!


राहू 7 तुला भी उ टे , औरत म द प रवारां

दौलत का वो राखा होवे, खा दो त यारां

श न दे व ह र ा करगे, श ु मर दरबारां
म छ रे खा फल उतम दे वे, बध
ु शुकर 2–11

स े का योपर, सनीचर का उपाओ मददगार, बुध शुकर का तराज़ू


- - खदु अपने खन
ू के र तेदार (माता- पता व औरत वगैरा) और गह
ृ थी सा थय का असर मंदा
होगा!

- - िजसके साथ या िजसक शरण (ज़ेर- ए- साया) रहे वह भी तबाहो बरबाद हो जाए या खद

लाव द हो!

- - कु ते पालने का शौक अशुभ फल दे गा!

- - शुकर के बज
ु क तरफ म छ रे खा का होना धन दौलत क नशानी है !
- - इस घर का राहू बेफजूल खचा करवाता है ! जातक अपने पर खचा करे या न करे ले कन
अपनी अगल न ल के लए पैसा ज़ र छोड़ेगा!
- - उपाओ के तौर सनीचर क व त,ु ना रयल पानी म बहाते रहना चा हए!

नेक हालत

जातक खद ु दौलतम द होते हुये भी दौलत का सख


ु नह ं होगा! औरत का सख
ु भी ह का हुआ
करता है ! ससरु ाल प व औरत चाहे कतने भी मंदे य न ह दरबार प कभी मंदा न होगा!
ऐसे जातक को कसी के आगे पैसे के लए हाथ नह ं फैलाना पढ़े गा!

बध
ु व सनीचर हमेशा मदद दगे व पैसे के लए म छ रे खा का काम दगे! दोन ह ह द ु मन
को मात दे ने म साथ दगे!

बध
ु और शुकर खाना बर- 2 या 11 म ह तो धन दौलत क ि तथी उतम होगी!

मंद हालत
अगर औरत के टे वे म राहू खाना बर- 7 म हो तो 21 साल क उ से पहले या 21 साल म
क गयी शाद का कोई मतलब न होगा ऐसे म या तो औरत खद ु गज़
ु र जाया करती है या फर
तलाक आ द जुदाई का बहाना ह गे या ऐसी औरत का मद गुज़र जाए या घर से भाग जाए, हर
तरफ से मंद िजंदगी और बदचलनी के कारन बदनाम होवे!

ऐसा ह ह असर मद के टे वे म राहू- 7 के समय हुआ करता है ! घी के पर ठे पर कु ते के पेशाब


क तरह गहृ त जीवन हुआ करता है !

राहू खाना बर- 7 चाहे मद के टे वे म चाहे औरत के टे वे म यि त को नहायत गरे च र का


बना दे ता है ऐसा इ सान अपनी औरत और बेट व ऐसी औरत अपने प त और बेटे म फक नह ं
कया करते! हर तरफ जलती हुयी ल मी होगी!

अपने खदु के मंदे वचार हर तरफ बरबाद पैदा करगे! स े आ द का शौक न और उसम घाटा,
यार दो त जातक का माल खाने के लए साथ बने रहगे! गह ृ सती झगड़े, बेबु नयाद क औरत क
लानत, बेमानी बीमार पर ल बे खच, शाद शद ु ा िजंदगी म तलाक क नौबत होगी! औरत के टे वे
म राहू- 7 के समय कई शा दयाँ हो सकती ह! अगर शाद 21 साल से पहले या 21 साल मे हो
तो मसनई ु सूरज बध ु +शुकर का धुआँ नकाल दे गा!

राहू खाना बर- 7 के समय मंदा हो रहा तो जातक क मत ऐसी होगी अगर कसी पेड़ के नीचे
के तो पेड़ जड़ से उखड़ जाए और अगर कसी के यहाँ मेहमान बन कर रहे तो वोह प रवार
तबाह हो जाए! य द जातक राहू क चीज का कारोबार करे तो खद ु क उ श क होगी!

शाद के समय ल क के माता- पता चाँद क डल पण ू संक प के साथ क या दान के समय


ल क को द (राहू चाहे मद के टे वे म चाहे औरत के टे वे म खाना बर- 7 म हो) इस चाँद क
डल को सार िजंदगी अपने पास रखना है अगर इसे बेच दया जाए तो हर तरफ मंद आग का
ज़माना होगा! यह डल खद
ु - ब- खद
ु न तो गुम होगी और न ह चोर क जा सकेगी! कु ता
पालना तबाह का कारन होगा!

राहू खाना बर- 7 के समय तो कसी चाँद के बतन म गंगा जल या द रया का पानी डाल कर
उसम चाँद का चौरस टुकड़ा डाल और ढ कन को टांका लगवा कर घर म रख! याद रहे क यह
पानी सख ु ना नह ं चा हए! अगर जनम कंु डल म राहू- 7 म हो तो सार िजंदगी और अगर वषफल
के अनस ु ार 7 म आए तो उस साल!

अगर शाद 21 साला उ से पहले हो जाए तो राहू- 7 वाला जातक (मद या औरत) कसी चाँद
के बतन म गंगा जल डाल कर उसम चाँद का चौरस टुकड़ा डाल कर कसी धरम थान म रख
और ऐसा ह एक बतन औरत अपने पास रखे!
बधु या सनीचर या केतू खाना बर- 11 म हो तो जो ह 11 म होगा उस ह से संबि धत
र तेदार या कारोबार जातक को बबाद करगे!

मंगल सनीचर इ ठे या अकेले अकेले खाना बर- 5 म ह तो तो दस


ू र नर औलाद 42 साल क
उ के बाद नसीब होगी!

उपाओ:

खाना बर- 7 म राहू के समय इस घर म उ च होने वाले ह सनीचर के वारा उपाओ


होगा!
चाँद क ट अपने पास रख!
शाद के व त ल क क तरफ से चाँद क डल लेनी चा हए!
चाँद के बतन म गंगा जल भर कर उसम चाँद का चौरस टुकड़ा डाल कर अपने पास रख!
सनीचर क व तए
ु ँ ना रयल, बादाम आ द पानी म बहाएँ!
अपना चाल चलन व खानपान नेक रख! कु ता न पाल!
राहू खाना बर- 8
(कूच न कारा व मौत के पैगाम का मा लक, कड़वा धआ
ु ँ)
हु म मौत मा लक- न फ रयाद जोई

सफ़ दाद अपनी- न दलदार कोई

चाल और हुकम श न का- असर राहू दो मलता हो

नेक मंगल जब 12 बैठा- राहू मंदा नह ं होता हो


बाक घर बद मंगल ज़हर - मौत न कारा बजता हो

चब क ची छत अपनी उड़ती- लेख नसीबा मंदा हो

28 साला जब मंगल आवे- श न फेरा खुद पाता हो

सोया नसीबा पकड़ जगावे- उजड़ा खज़ाना भरता हो

- - राहू का असर खाना बर- 8 कंु डल का और हथेल पर मंगल बद के बज


ु पर! दोन
ह ह बद और बद के मा लक! अ ल बेलगाम के कारण आ बैल मुझ े मार क कहावत
को स य करने वाला! औरत व दौलत दोन का सुख सफर और तबाह! खुद क 5 साल
क उ तक नक ु सान का डर/उ श क !
ह त रे खा: मंगल बद के बुज पर राहू का नशान!

राहू घर 8 म होवे, घोडा चढ़े छताँ

क मत क दो पलट होवे, द वार खड़ी बन छताँ

मज झोला, मा लनखू लया, द वार क अंगीठ का धआ


ु !ँ

खद
ु के खयालात मंदे होने के कारण नतीजे भी मंदे!
चाँद का चोकोर टुकड़ा अपने पास रखने से पता चले क राहू नेक है या मंदा!
द ण द वार क तरफ घर का मु य वार या द ण दशा म रसोई का चू हा नहायत
मंदा फल दे गा!
ले कन य द घर का मु खया या नौकर (कारकुन) काले रं ग का होवे तो फल नेक होगा!
नेक हालत

राहू नेक सा बत हो तो भी क मत पंघड़


ू े क तरह होगी, एक दन शाह और एक दन मलंग!

इस घर के राहू का भेद (नेक है या बद) चाँद का चौरस टुकड़ा 43 दन अपने पास रखने से
खल
ु ेगा और नेक या बद सा बत होने पर खाना बर- 2 के अनस ु ार फल होगा और चाल क
व हु म सनीचर का होगा!

मंगल नेक हालत म खाना बर- 12 म हो तो राहू मंदा फल नह ं दे गा!

मंगल नेक या खाना बर- 1, 8 म हो या सनीचर खाना बर- 8 म हो तो मंगल क उ 28


साल म मंगल टे वे म नेक हो या 1–8 म से कसी घर म आ जावे या सनीचर बर- 8 म आवे
तो क मत जाग उठे गी और खाल ख़ज़ाने भर जाएंगे!

मंद हालत

घर का सबसे बड़ा यि त या घर का नौकर काले रं ग का या काना या बेऔलाद हो, शर र व


चाल हाथी क तरह तो राहू का कुल घर पर कोई बरु ा असर न होगा!

जातक बद नय त से पैसा कमाने क को शश करे या अमानत म खयानत करने का आ द हो तो


जो कमाएगा उससे 8 गुना यादा नकु सान उठाएगा! क मत के उतार चढ़ाव का फैसला सनीचर
क हालत पर होगा!

जब घर क सफ छत ह बदल जाए तो राहू के उलट चलेगा और ऐसे म राहू सनीचर के


उलट चलेगा ऐसे म राहू कतना ह उं च य न हो हर झगड़े फसाद और अदालती करवाइय म
बना मतलब खचा होता रहे गा न कोई मददगार और न ह कोई फ रयाद सुनने वाला होगा!

घर का मु य वार द ण दशा क तरफ और घर के अंदर दा खल होने पर आम तह से नीचा


हो, मकान के साथ कसी भड़भंज
ु े क भ ी हो यह सब राहू के मंदा होने क नशा नयाँ ह गी!

जनमकाल न राहू खाना बर- 8 म हो और वषफल के अनस ु ार जब भी खाना बर- 8 म


आयेगा हर तरह नक ु सान करवाएगा! यह नक ु सान आमतौर पर जनम दन से 8 मह ने म शु
हुआ करते ह इस लए िजस दन जनम दन के बाद 8 वां मह ना शु हो तो 8 बादाम धरम
थान लेकर जाएँ और आधे वा पस ले आय और यह उपाओ आने वाले ज म दन तक जार रख
राहू के गज
ु रने के लए पल
ु का काम करे गा!
उपाओ:

खोटे स के या आठ टुकड़े स के के चलते पानी म डाल 43 दन लगातार!


जब टे वे म मंगल बद हो या न मंगल व बध
ु मंदे हो रहे ह ( सवाए मंगल- 12 के) तो
मौत का न कारा बजता होगा खासकर 21 साल म जब राहू के द ु मन ह से संबि धत
काय कए जाएँ जैसे 21 साला उ म शाद (सरू ज), बजल के सामान का कारोबार
(मंगल), जंगल के काय म नौकर के व त धोका व हे राफेर आ द!
सनीचर हो खाना बर- 2 या 3 म सनीचर और राहू क उ 9 साल व 11 साल पर चाचा
क धन क ि तथी खराब होगी खासकर जब चाचा राहू के कारोबार करे और खद
ु क औ ड
के लए असर मंदा होगा!
सनीचर खाना बर- 6 म हो तो राहू को कसी क मौत क मुनयाद करने वाला अजट
बनाकर उसी जगह लाकर मरे गा जहां उस यि त क मौत होगी!
राहू खाना बर- 9
(पागल का सरताज हक म मगर बेईमान)
धरम तेर ढोलक या ब च क ज़ाती

बचेगी कहाँ तक- जो हाथी से बजती

धरम जला जब राहू भ ी- चुप गु 5–11 हो

सरसाम हटाता फँू क से अपनी- शफ़ा पागल को दे ता हो


ह चौथे का त त पे आते- राहू मंदा खद
ु होता हो
त त मगर जब खाल होवे- सेहत बुजुग मंदा हो

झगड़े अदालती खून से करता- प क लाव द होती हो

औलाद हालत खुद ऐसी करता- पैदा होती और मरती हो

श न टे वे जब 5 बैठा- हुकम श न से पाता हो

योग औलाद का ऐसा मंदा- न ह मरे न पैदा हो

उपाओ केत ू या पालन कु ता- भाओ सेवा वाह कतना हो

बार कई हो कु ता मरता- उ औलाद क ब शता हो


- - राहू का असर खाना बर- 9, खाना बर 9 और 5 म राहू का असर बह
ृ प त और
राहू का बराबर का होगा जो क द ु मनाना और खराब हुआ करता है !
- - अगर सनीचर को साँप कहा है तो राहू साँप क सर है जो जहर से भरपूर होती है
और राहू इस घर म बना धड़ क सर है ! अगर खाना बर- 5 पाँच म सनीचर को
ब चे खाने वाला साँप माना है तो राहू खाना बर- 9 म ब च क पैदाइश म सबसे बड़ी
कावट होती है ! हथेल पर क मत रे खा के शु होने का थान खाना बर- 9 है !
ह त रे खा

खान क हदबंद के असूल पर हथेल पर और शुकर के बुरज के दर मयान


खाना बर- 9

है और इस जगह पर राहू का नशान हो तो राहू खाना बर- 9 का होगा!

राहू 9 जब हुआ, चुप बह


ृ प त हो
धम छोड़ खचा करे , औलाद म दे र हो

भाई बहन गर लड़े, म द नसीबा हो

चू हे अि न उस बझ
ु ,े क चा धआ
ु ँ हो

दहल ज़, नीला रं ग! सरू ज हण(राजदरबार) परू ा और मंदा, को आधा हण! घंड


ु ी से
ऊपर क बीमा रयाँ!

पागलो को चुटक म ठ क करने वाला और सरसाम को फँू क से ह हटा दे वे!


अपने भाई बहन से स बंध ठ क रखने से परू बरकत वरना लावलद क नशानी होगी!
सांस रक धरम करम से दरू तो औलाद नक मी, नालायक या न होगी!
सनीचर से संबि धत चीज के कारोबार म मंदा असर न होगा!

नेक हालत

राहू- 9 के समय बह
ृ प त खाना बर- 5 या 11 म हो तो पागल क बीमार का अ वल दजा
डा टर या हक म, सरसाम क बीमार को फँू क मार कर ठ क करने क ताकत का मा लक!
अगर जातक नयतन बेईमान हो तो धरम ईमान सभी राहू के धुएँ म जलता होगा!

मंद हालत

राहू- 9 म मंदा होने के समय नर औलाद या तो माता के गभ म ह न ट होगी या पैदा होते ह


मर जाए! बाप, दादा और ससुराल खानदान तबाह! भाई बंध ु भी तंग करते रहगे ले कन अगर
जातक अपने रशतेदार से अदालती झगड़ म उलझेगा तो लावि द क नशानी होगी!

मंदा राहू 9 गन
ु ा मंद ताकत का मा लक होगा जो को म म करे गा इसके साथ ह खाना
बर- 5 औलाद व खाना बर- 11 कमाई के लए भी मंदा होगा!
जनम कंु डल के खाना बर- 4 के ह जब कभी खाना बर- 1 म आएंगे तो त त म आए ेह
का मंदा असर खाना बर- 9 क जानदार व बेजान चीज पर होगा! ऐसा जातक धरम के असूल
व कारोबार को भ ी म डाल कर उड़ता हुआ धुआँ कर दे गा या न धरम व बज ु ुग वारा था पत
सं कार क अवहे लना करना उसक बरबाद का बहाना होगा! खाना बर- 4 के ह 6–16–28–
40–52–64–76–88–100 व 114 साल म खाना बर- 1 म आएंगे!

बा लग के झगड़े, बीमार , औलाद क तरफ से परे शानी, मंद छत, दहल ज़ के नीचे से गंदे पानी
का नकास होना, काले रं ग के कु ते का गम
ु हो जाना, ब ल का रोना, काले याह यि त क
मौत होना व नाखनू आ द का झड़ जाना मंदे राहू क नशा नयाँ ह!

कु ते क पालना या तीन द ु नयावी कु त क पालना औलाद क उ ब शेगा, कई बार तो कु ता


11 बार मरता चला जाएगा और इसका मतलब होगा औलाद क िजंदगी बचाता होगा!

खानदान के साथ रहना, खद ु मु तार न होना, ससुराल से स बंध न तोड़ना, मंगल बद क सलाह
से बचना व सर पर चोट रखना या सोना धारण करना राहू के मंदे असर से बचाता रहे गा और
उतम फल दे गा!

खाना बर- 1 खाल होने पर खदु क सेहत मंद और इ ज़त भी न होगी! दमागी परे शा नयाँ व
बज
ु ुग क तरफ से क ट ह गे!

सनीचर खाना बर- 5 म हो तो नर औलाद क तरफ से परे शानी ह परे शानी होगी! अब सनीचर-
5 का असर और भी बल होगा!

उपाओ:

सर पर चोट रख या शर र पर सोना धारण कर!


कु ता पाल या तीन द ु नयावी कु तो क सेवा कर!
नीले काले कपड़ से परहे ज कर ले कन वद के लए मनाह नह ं!
ससुराल से स बंध ठ क रख!
कसी से बजल का सामान मु त मत ल खासकर ससरु ाल क तरफ से ले कन दहे ज़ म
आए हुये बजल के सामान पर पाबंद नह !ं
घर क दहल ज़ के नीचे से गंदे पानी क नकास क जगह न बनवाएँ!
बज
ु ग
ु वारा बनाए धा मक सं कार क पालना कर!
पता या पता समान यि त, कुलपरु ो हत व श क के पैर छू कर आशीवाद ल!
धरम क अवहे लना मत कर!
कमाई के लए नेकनीयत बन!
कसी के साथ धोका या अमानत मे खयानत न कर!
राहू खाना बर- 10
(साँप क म ण [मददगार], साँप क सर [खतरनाक])
करे दो ती जब- तो हाथी या राजा

बड़ा रखना दरवाज़ा- बेहतर ह होगा

दग
ु ना राहू हो- नेक श न से- मंदे नज़र आय ु घटता हो
टे वे मंगल बद आ जब बैठे- ल द हाथी घर भरता हो
गर टे वा कोई अ धा होवे- हाथी अ धा खद
ु होता हो
गैर डरे - घर अपना मारे - मंदा नंगा सर काला हो

अकेला चौथे बैठा- खाल धुआँ आ होता हो

दमाग फटे या हो सर कटता- बजल राहू ज़र कड़कता हो

खाल मि दर से राहू सोता- तेज़ तबीयत मंदा हो

म ह पर क चड़ दे ता- उपाओ मंगल का उ दा हो

- - राहू का असर खाना बर- 10, राहू सनीचर के बुज पर और सनीचर का दो त!


जातक उतम और सफल योपर होगा! ले कन 15 साल क उ मेन झगड़े पैदा ह गे, ऐसे
झगड़ मेन हार और हा न दोन चीज का सामना करना पड़ेगा! सनीचर जो क राहू का
दो त है अब इस दो ती का असर धन दौलत पर होगा! राहू का स भाव बुर तरफ या बुरे
काम क और लेजाने का है वह ं सनीचर नेक और बरु ाई दोन तरफ चलता है इस लए
इस घर के राहू का असर हमेशा श क हुआ करता है ले कन अं तम फैसला टे वे म
सनीचर के ज़ाती स भाव के अनुसार होगा! राहू हर तरह से नेक सा बत हो जाए तो
बेशक मती साँप क म ण क तरह मदद करे गा और अगर मंदा सा बत हो जाए तो साँप
क सर क तरह होगा िजसम जहर ह जहर है !
ह त रे खा

सनीचर के बुज पर म यमा उं गल क तीसर पोर के नीचे राहू का नशान!


घर 10 म तीन ह ह , चलते श न से ह

राहू, केतू और बध
ु तीसरा, तीन श क ह
श न अगर वाँ उतम होवे, हाथी शेर शकारां

द ु मन उससे कोस भाग, उ दा हो गुलजारां

गंद नाल , गरक (ग दे पानी का गढ़ा तालाब)

अगर राहू मंदा हो और सनीचर भी खराब हो तो नज़र कम या उ कम होगी, अगर मंगल


साथ हो या साथी बने तो राहू चुप होगा! नंगा सर या सर का बनावट याह होना राहू क
मंद हलत का परू ा सबत
ू होगा! राहू अगर मंदा असर दे रहा हो तो मंगल का उपाओ
मददगार होगा!

मंद हालत

राहू अब पता के लए उतम फल दे ने वाला होगा! जातक खद


ु भी नेक गुण और नेक खयालात
वाला होगा! राहू का असल स भाव टे वे म सनीचर के ज़ाती स भाव के अनसु ार होगा!

दौलतम द होने क नशानी- मददगार होवे तो साँप क म ण क तरह होगा!

जब टे वे म सनीचर उ दा हो तो राहू धन दौलत के स बंध मे दो गुना नेक फल का होगा! राहू के


असर क रफ़तार भी दो गुना तेज़ होगी! जातक क उ ल बी व जातक खद ु कामयाब योपार
हुआ करता है !

मंद हालत

बाप के लए उ दा होते हुये भी माता या क चीज और असर के लए अशुभ! खद ु जातक


क सेहत भी श क हुआ करती है ले कन फैसला सनीचर क हालत पर होगा! अगर टे वे म
सनीचर नेक हो तो खचा नेक काम पर होगा और अगर सनीचर मंदा तो सनीचर क चीज़ ह
तबाह करगी घर के सोने को बेचकर खाने वाला यहाँ तक क ज ी जायदाद भी बबाद का दे वे!

मंदा राहू साँप क सर क तरह तबाह करने वाला होगा!

मंदा राहू यि त को तंग दल और कंजूस बनाता है िजसके कारन दस


ू र से द ु मनी पैदा हो!

इस घर के मंदे राहू का अशुभ परभाव धन दौलत पर होगा!


अगर टे वे म सनीचर मंदा हो तो नज़र कमजोर होगी और आय ु को खतरा होगा!

अगर टे वे म मंगल बद हो तो राहू का हाथी अब हथीदा त क जगह ल द दे गा या न नधनता


और मुसीबत दे गा!

अगर राहू- 10 के समय टे वा अंधे ेह का हो तो राहू ऐसा हाथी होगा जो अपनी ह सेना को
कुचल डाले!

टे वे म मंगल नेक हो तो राहू का मंदा असर टे वे वाले पर नह ं होगा!

अकेला खाना बर- 4 म हो तो खयाल दमागी धआ ु ँ परे शानी का कारन होगा! दमाग फटे
या सर कटे या नज़र गम
ु हो या दमागी बीमार से मौत हो! धन दौलत के लए मंदा! मंगल का
उपाओ मददगार होगा!

जब मंगल साथ न हो या साथी ह न बन रहा हो तो काला नंगा सर रखना धन हा न क


नशानी होगा!

उपाओ:

सर पर सफ़ेद टोपी या पगड़ी पहन!


चाँद क ड बी म शहद भर कर अपने पास रख!
शराब, शबाब व कबाब (सनीचर के मंदे काम) से दरू रह!
राहू खाना बर- 11
( पता को गोल मारे या मंह
ु न दे खे! लेग या ह चाल गोल से मार दे वे)
बढ़े नाम बदनाम- जब सीना ज़ोर

कसम खा के बेचगे सब माल चोर

जनम द ु नया बेटा होते- बाप वहाँ रहता नह ं,

राहू टे वे चमक दे त-े बह


ृ प त वां होता नह ं
बह
ृ प त भागा पापी भागे- भागता संसार है
श न बैठा पाँच तीजे- योगी अलंकार है

एक तीजे पापी बैठे- राहू बढ़ता आप से

धन न मांगे माँ से अपनी- न ह लेगा बाप से

उ पता सख
ु सागर उसका- न ह दौलत धन मलता हो
औलाद केत ू दरवेश हो मंदा- व त गु तक उ दा हो

धरम मि दर और दान हमेशा- चलती हवा या पानी हो

बंद पड़ा धन व दौलत सड़ता- जिज़या- मर ज़ ाणी हो


- - राहू का असर खाना बर- 11, यह घर असर के लए बह ृ प त का ले कन र शप त
सनीचर है ! राहू और बह ृ प त दोन दो त ले कन राहू बह ृ प त के खलाफ चलता है ! इस
घर म राहू के व त सनीचर व राहू दोन ह बह ृ प त के बर खलाफ चलगे! आमतौर पर
इस घर का राहू बरु े असर का हुआ करता है ! बह
ृ प त क उ तक धन दौलत उतम
ले कन बाद म धन क तंगी! राहू- 11 के समय जातक को पता का सुख व पता से धन
कम मला करता है ! धन दौलत और औलाद (केत)ू दोन का फल मंदा होगा! ॰गर बदनाम
ह तो या नाम नह ं॰ वाले हालात ह गे! जातक हर मंदा काम करने का आ द होगा!

ह त रे खा

हथेल के दर मयान म सर रे खा(ख), क मत रे खा(च) व सेहत रे खा(ग) को मला


कर खाना

बर- 11 (क) है ! इस जगह पर राहू का नशान!

हलफ़ से जो बात करते, है यक न होता नह ं

राहू 11 आ जो बैठे, बह
ृ पत वाँ होता नह ं
6 ह ह मद
ु ा ह वे, पापी यहाँ मरते नह ं
िजस को तार परू ा तार, धोका वो करते नह ं

नीलम प थर,
बह
ृ प त क़ायम रखना अ त आव यक, जो आमतौर पर हुआ नह ं करता, वरना क़ज़ा खड़ा और
धन दौलत बरबाद ह गे! केतू (औलाद) भी मंदे दरवेश क तरह मंदा और कम क मत होगा,
आमतौर पर 36 साल क उ तक वो सफ़र होगा!

नेक हालत

राहू- 11 के समय पता रहा नह ं करता या फर जातक और पता एक छत के नीचे न रहगे!


पता के साथ रहते धन दौलत उ दा होगा और पता के बाद बह
ृ प त क पील व तए
ु ँ सोना
आ द कायम करना नेक फल दे गा!

सनीचर अगर खाना बर- 3 या 5 म हो राहू योगी क तरह फल दे ने वाला होगा और ऐसी
हालत म पता को भी कोई खतरा न होगा!

पापी ह सनीचर या केतू खाना बर- 1 या 3 म ह जातक ह मत वाला और इसी ह मत से


धन व नसीब बढ़ता होगा! ऐसा जातक न तो अपनी माता( ) न ह अपने पता(बह ृ प त) क
मदद का वा हशम द होगा! अगर मंदे काम और झठ ू फरे ब से दरू रहे तो खद
ु - ब- खद
ु अमीर
होता जाएगा!

मंद हालत

िजस तरह से मंगल बद वाला जातक ऐसे घराने म जनम लया करता है िजसम ऐश आराम के
िजस तरह से मंगल बद वाला जातक ऐसे घराने म जनम लया करता है िजसम ऐश आराम के
सभी सामान हुआ करते ह ले कन जातक के जनम के साथ ह सब कु छ खाक होने लगता है
वह हाल राहू- 11 के समय हुआ करता है ! आग, साँप क दघ
ु टनाएँ और बेमतलब क बीमा रय
पर धन का नाश हो!

जातक जहां भी अपनी पहल नौकर करे तो अपने पहले अफसर के साथ बना मतलब क
अनबन व मन मट
ु ाव से नक
ु सान उठावे!

खाना बर- 11 के मंदे राहू के व त खाना बर- 2 म बैठे ह से संबि धत र तेदार या खाना
बर- 2 के खाल होने क अव था म इस खाना से संबि धत (द ु नयावी इ ज़त व ससुराल)
चीज व रशतेदार का हाल मंदा होना शु हो जाएगा जो जातक के जनम के व त तो धनाडय
ह गे ले कन 36 साल क उ तक घटते घटते सफ़र हो जाएंगे!

जातक जनम लेत े या माता के पेट म आते ह पता के लए क टकार सा बत होना शु हो


जाएगा! आमतौर पर 11 मह ने, 11 साल या आ खर हद 21 साल क उ तक आते आते पता
का कारोबार व बह
ृ प त क बाक जानदार व बेजान व तओ ु ं को बरबाद करता चला जाएगा!
फजूल म पैसा बरबाद हो जाया करता है !

पता, ससुर या नाना क दौलत उ और जमा पंज ू ी सब के सब न ट होते चले जाएंगे! जातक
क खदु क कमाई का फैसला खाना बर- 3 का ह करे गा! िजस तरह से हर एक काम को
करने के लए झूठ कसम खाने वाले यि त पर कोई एतबार नह ं होता उसी तरह खाना बर-
11 के राहू का कोई एतबार नह ं हुआ करता!

केतू या न औलाद और सनीचर के कारोबार व नज़र के ऊपर भी परभाव अशभ ु होगा! अगर टे वे
म बह ृ प त क ि तथी बहुत यादा उतम हो तो और पता क उ लंबी दखा रहा हो तो अशुभ
असर खद ु जातक पर होगा जैसे बहुत छोट उ म धन का नाश होना अ धा या लंगड़ा होना
आ द! राहू बर- 11 के व त बाप- बेटा या बाबा- पोता बहुत ल बी उ तक साथ नह ं चल
सकते जुदाई होगी और कई बार तो बहुत ज द हुआ करती है !

मंगल खाना बर- 3 म हो तो भाई क गदन बरबाद या ताया लंगड़ा या लाव द होगा

केतू खाना बर- 5 म तो असर नर औलाद के लए मंदा इसके ईलावा जातक को कान- टांग-
र ड़ क ह डी- घटु ना- पेशाबगाह संबि धत बीमा रयाँ, सफर म नक
ु सान व मामू खानदान के लए
अ त अशुभ!

उपाओ:

िज म पर सोना धारण कर!


िज म पर राहू क चीज़ जैसे पु लस आ द क वद का इ तेमाल न कर ले कन जो रं ग
सरकार क तरफ से पहनना ज र हो उसक मनाह नह !ं
नीले कपड़े या ह थयार आ द धारण करना या नीलम प थर धारण करना सोने को रख
करे गा!
भंगी या सफाई करने वाले को कु छ पैसे दे त े रहना चा हए!
अगर बह
ृ प त खाना बर- 3 या 11 म हो तो सोने क जगह लोहा धारण करना चा हए!
दध
ू या पानी पीने के लए चाँद के गलास का इ तेमाल कर!
चाँद क टूट मे सगरे ट लगा कर इ तेमाल कर!
क चे कोयले कसी धरम थान म जहां लंगर पकता हो द!
सनीचर क मंद चीज (शराब, शबाब व कबाब) से दरू रह!
राहू खाना बर- 12
(शेख च ल - सथ
ु रा शाह , मंदरचा खयालम व फ़लक दरचा ख़याल)
रहा भूका दन भर- कमाई जो ढोता

ख़ज़ाने भरे या- न जब रात सोता

रात का आराम उ दा- या गुज़र ससुराल क

म शनासी द ु नया होगा- नेक चलता जब श न


लकड़ी मीठ पौन मीठ - धआ
ु ँ तो कड़वा ह है
खचा घर का होता हाथी- लगता काम शुभ ह है

मंद श न खुद योग हो मंदा- अंग मंदा जो योगी हो

श ु ह जब साथ हो बैठा- हसद तबाह होती हो

चोर अ यार गबन न उ दा- छ ंक उलट मंद होती हो

बा रश धआ
ु ँ न माया करता- फ़लक हवा वाह भरती हो
मंगल टे वे हो िजस दम साथी- राजशाह सुख होता हो

11 शुकर से क या बढ़ती- बुध गु धन दे ता हो


- - खाना बर- 12 बह
ृ प त र शप त और राहू का प का घर! राहू और बह
ृ पत
आपस म द ु मन अब यहाँ राहू का धआ ु ँ साधू क समा ध म कावट होगा! इस घर का
राहू नीच रा श का और मंदा फल दे ने वाला! हथेल का म य भाग बाहर को उभरा हुआ!
जातक ई या और जलन से मारा हुआ, वचार गंदगी से भरे हुये! इस घर का राहू अपने
मा लक त कभी वफादार न होगा! सर पर भूत वार क तरह हर व त इधर उधर
भटकने क आदत! बना मतलब क बदनामी का कारन होगा! द ु मन ेह क चाल के
व त चोर धोकादे ह , फ़ौजदार मक
ु दमे और गबन आ द के इ ज़ाम लगा करते ह!
ह त रे खा

हथेल पर उ रे खा(क), सर रे खा(ख) और सेहत रे खा(ग) मलकर एक बड़ा कोण


बनाती ह

और क मत रे खा(च) इस कोण को दो ह स म बांटती है ! इन दो ह स म से दा

तरफ (अंगूठे क तरफ) खाना बर- 12 है ! इस ह से म राहू का नशान!

6 राहू कौस- ओ- कजाह था, 12 म वो धुआँ है


मंगल भी घर 12 होवे, राहू ख म हो जाता है

प का घर व ह फल का (मंदा), कोयले, हाथी, समंदर का तदव


ु ा खोपड़ी

क चा धुआँ, क मत के असर म कोई काम क आग न होगी, अगर होगी तो उतना ह


यादा खचा होगा! गह
ृ त जीवन म हाथी क मंद ल द होगी या न गह
ृ त सुख न के
बराबर! फ़ौजदार मक
ु दम म घरा जातक! जलन व ई या उसका चलन और बरबाद क
नशानी होगी! ऐसे जातक के यहाँ लड़ कयां यादा पैदा ह गी!

नेक हालत

राहू अब बध
ु के सहारे होगा या न जैसा टे वे म बध
ु वैसा ह राहू का असर होगा! राहू का नेक
असर मकान और चारद वार के स बंध म होगा!

राहू- 12 के समय जातक शेख च ल तबीयत हुआ करता है सोचता कुछ है और कुदरत को कुछ
और ह मंजूर होता है ! ऐसे जातक का खचा बहुत हुआ करता है जो लाख को शश के बाद भी
काब ू म नह ं आता ले कन खचा नेक काम पर हुआ करता है जो आमतौर पर बे टय और बहन
क पालना म हुआ करता है !

राहू नेक हालत के समय रात का आराम पण


ू होगा, ससुराल धन दौलत के स बंध म उ दा,
जातक का द ु मन से बचाव होता रहे गा! मंगल साथ हो या साथी हो तो राहू चुप और जातक हर
तरह से सु खया होगा!

जब टे वे म सनीचर उ दा हो तो जातक मदे व, उतम शर र व सांस रक भोग से वर त होगा!

राहू- 12 के समय य द शुकर खाना बर- 11 म हो तो क या औलाद यादा ह गी ले कन


राहू- 12 के समय य द शुकर खाना बर- 11 म हो तो क या औलाद यादा ह गी ले कन
िजतनी क याएँ ह गी उतना ह यादा धन आयेगा या न क याएँ अपने भा य का धन साथ
लाएँगी! बधु और बहृ प त बु नयाद ह गे या न जैसा बधु वैसी ह लड़ कय क हालत होगी और
जैसा बह ृ प त वैसी ह धन क ि तथी होगी! बध ु और बह ृ प त के ता लक
ु रखने वाले र तेदार
व कारोबार जातक के लए उतम ह गे और जातक कभी तंग हाल न होगा!

मंद हालत

कोई भी नेक काम शु करते व त कोई उलट छ ंक मार दे तो मंदे राहू क नशानी होगी और
नतीजे भी मंदे ह ह गे! फ़ौजदार मुकदम , चोर , गबन आ द के इ ज़ाम से हर तरफ परे शानी ह
परे शानी होगी! कबीले के फजूल के खच पर दौलत का ख म होना बेमतलब क परे शा नयाँ पैदा
करगे!

बेमतलब क आस उ मीद के कारन हमेशा मान सक तनाव बना रहे ! बेआरामी और फजल
ू खच
के बादल हमेशा सर पर मंडराये!

जातक खद
ु मेहनती इतना क दन भर बोझा ढोता रहे ले कन हा सल कुछ न हो!

राहू का कड़वा धुआँ हमेशा दम घ टे और जातक ख़द


ु कुशी तक क सोचने लगे!

राहू क हालत का फैसला सनीचर क ि तथी के अनस ु ार होगा इस लए अगर सनीचर मंदा हो तो
धुआँ इस कदर मंदा होगा क िजस अंग के वारा इंसान अपना जीवन सुधारणा चाहे वह अंग
बेकार हो जावे जैसे आँख पर ज़ोर डाल कर अ या म ढूंड े तो आंखे जाती रह, दमाग से ऐसा
काम करे तो पागल हो जाए!

नाहक तोहमत लेने वाला या च र के कारन बदनाम होगा! अगर श ु ह सूरज- शुकर साथ ह
या साथी ह बन रहे ह तो ई या और जलन तबाह करके छोड़गी!

उपाओ:

रात को आराम करने क जगह पर स फ या खा ड क बोर रखना लाभ दे गा


जहां खाना बने वह ं बैठ कर खाने से राहू मंदा असर छोड़ेगा!
सनीचर क मंद चीज , शराब, शबाब व कबाब से दरू रह!
कसी भी दस
ू रे यि त के त ई या, वेष न रख बि क जहां तक हो सके दस
ू र क
मदद कर!
केसर का तलक लगाएँ!

रात को सोते व त कसी बरतन म पानी सरहाने रख कर सोये और सुबह वो पानी कसी
रात को सोते व त कसी बरतन म पानी सरहाने रख कर सोये और सुबह वो पानी कसी
पौदे म डाल द!
Chapter 9
केतू
केत ू सामा य या या
(दरवेश- आ कबत अंदेश)

नज़र पाँव तेरे- जो उखड़े पड़गे

सभी ज़ेर रहते- ह सर पर चढ़गे


गु - मंगल- बुध तीन ह का, केत ू कु ता ल
ै ोक हो

8 कान मंह
ु दज
ू े खुलता, टे टे ड़ी दम िजसक हो
मले केत ू बध
ु - कु ता द ु नया, पापी बरु ा ह होता हो
सफ़ेद काला दो रं ग बरं गा- लाल मला बुध होता हो

श न मंगल कोई साथ बैठा, असर सभी का मंदा हो

केत ू त त से र व हो ऊँचा, टे मंगल- केत ू मरता हो

कु तया चा जब एक ह होता, न ल कायम कर जाता हो

रात के अंधेरे के बाद ले कन सरू ज नकलने से पहले का समय केत ू का है ! ज़मीन के


ऊपर और आसमान के नीचे तूफानी हवा क लहर, सर के बगैर बाक कुल िज म क
नकलो हरकत पैदा करने वाल बुर लहर, बद क तरफ ले जाने वाल ताकत रं ग बरं गा
कु ता व सूअर (िजसम लाल रं ग न हो) ह केत ू है ! हथेल पर कोई बुज नह ं मला और
न ह कंु डल के 12 खान म कोई रा श, केत ू का ता लुक बुध से हुआ तो बुध( सर) क
ट रा श जो छोट क या िजसम अभी जमाने के बरु े भाव का मा ा मौजद ू न हो जगह
द गयी! इस रा श को बुध और राहू तो ऊंच करते ह ले कन कामदे व का फ र ता केतू
खदु उसे नीच करता है या न जब ल क म बदफेल या कामदे व या धड़ क बुर हरकत
या पाँव क नकल हरकत क आदत हुयी तो केत ू का असर पैदा हुआ और असल राहू व
केत ू दोन के लए कहा जाता है :
“गले पई सलाह वह भी गई, रन पई राह वो भी गई”

या न जब कोई बात कई लोग म सलाह मशवरे के लए चल जाए तो कभी कोई


नतीजा नह ं नकलेगा और जो और एक रा ते से हटकर (च र से ता लुक) दस ू रे के यहाँ
आने जाने लगे तो उसका भी कोई एतबार नह ं होता

राहू न सूरज को सत कया तो केत ू न म म कया इसी तरह केत ू न को सत


राहू न सूरज को सत कया तो केतू न म म कया इसी तरह केतू न को सत
कया तो राहू न म म कया! बध ु एक ऐसा जबद त ह है जो दो द ु मन के बीच दो ती
से काम नकाल लेता है या दो द ु मन के बीच आकर एक का बुरा असर दस ू रे पर नह ं
होने दे ता! सूरज हण हुआ तो सेहत या सूरज रे खा बुध से मल और सूरज क चमक
का असर बहाल कया इसी तरह हण हुआ तो बुध क दसू र रे खा जो े ठ रे खा के
नाम से जानी जाती है , के असर को बहाल रखा! हण के बाद का ज़माना यादा
चमकदार हुआ करता है इसके लए दान भलाई आ द ज र ह!

- - केतू पापी ह ज़ र है ले कन तबाह न दे गा या न अगर लड़के न रहने दे तो


लड़ कय क गनती ज़ र बड़ा दे गा, दो म से एक कर दे गा ले कन शू य न होने दे गा!
अगर टे वे म नेक और कायम हो तो लड़के ह लड़के दे गा!

ऊंच हालत: सूअर क तरह ऐसा बहादरु क िजसने गोल मार उसी के पास आकर दम
तोड़े या कु ते क तरह अपने मा लक क र ा खा तर मर मटने वाला! गुजरे जमाने क
बरु ाई को भलु ा दे ने वाला और भ व य के लए हौसला दे ने का काम करता है और खदु -
ब- खुद ह सलाहकार भी होगा! सनीचर+शुकर इकठे =केतू ऊंच!

नीच हालत:टे वे म केत ू नीच का हो तो जातक कान का चा या न सुनी सुनाई बात


पर ह यक न करने वाला बना सच जाने! जीवन बना डोर के पतंग क तरह न तो राह
का पता और न ह मि्ं जल का! मा लक से कोई वा ता नह ं बि क मकान से यार हो!
जंगल म हुआ मंगल बद क हवा और नींद म राहू क जहर मल हवा के समान!

भेद: ह प त से स बंध (साथ हो, ह प त से ि ट स बंध या साथी ह बने) तो केतू


ऊंच स भाव होगा और जहां केत ू ऊंच हो वहाँ बुध भी अशुभ फल दे ने म असमथ होगा!
केत ू क गैर हािज़र के समय ह प त क हवा बुध के दायरे म कैद होगी तो दम घुटने
का ज़माना होगा मगर मौत न होगी बेहोशी या सु ती होगी! ले कन जब ह प त को केतू
ने चलाया तो ह प त न बुध के बुरे असर पर काबू पा लया! दरअसल ह प त और
केत ू का असल मतलब सरू ज क गम से हा सल हुआ! मंगल सरू ज मु तरका चमक ला
और ऊंच सूरज होगा, सुबह और शाम के सूरज म लाल तो होगी ले कन गम नह !ं लाल
मंगल क है और मंगल म क ठं डक हमेशा हुआ करती है ! केतू खटाई है जो सूरज
के नमक को म म करती और ह का करती है या न जब केतू क तेज़ हवा मौजूद हो तो
सूरज क गम म कमी होगी! मंगल के तेज़ न खाये जाने वाले मीठे का वाद भी केतू
क खटास ठ क करके खाने का बल बना दे ता है ! केत ू के इस चकर और बध ु क गोलाई
व सूरज और मंगल क मीठ गम को तेज़ करने या न केतू को नेक बना कर बुध को
द ु त करके सब ेह क चाल को नेक व द ु त करना सनीचर क हो शयार से होगा
या न ऐसा काम हो क सनीचर भी आ जाए और केत ू खुद- ब– खुद इसक ताबेदार म
जा बैठे! सनीचर क द ु ती से सूरज मंगल से अलग हो जाएगा और लाल के घटते ह
गम पैदा होगी या न केत ू को कायम करने के लए सनीचर, मंगल व बध
ु का उपाओ
करना चा हए इसके लए सबसे उ म व त ु लाल रं ग के गोल बेर ह और मसनुई उपाओ
के लए लोहे क गोल पर मंगल का लाल रं ग करके पास रख! ेह के असर म तबद ल
नह ं हुआ करती सफ उनको द ु त चाल पर लगाया जा सकता है !

केतू का घर खाना नंबर- 6: केत ू को कु ता माना है तो बुध उसक दमु है और इस दमु


वाले कु ते का घर खाना नंबर- 6 तय है िजसम बधु व केत ू इ ठे माने गए ह! ले कन
केतू से द ु मनी के कारण बुध खाना नंबर- 7 म शुकर के साथ जा बैठा, खाना नंबर- 6
म बध
ु अगर कु ते क दम
ु हुआ तो खाना नंबर- 7 म गाय क दम ु या औरत क गुत
बन गया! ये गत
ु जब औरत से हट , गाय से दम
ु हट तो वो लंडवा हुई, केतू से हट तो
आधा कु ता रह गया, साँप का साथ छोड़ा तो सर बाक रहा और हाथी क संूड हट तो
महं त बाबा ब च को डराने वाला ह वा हुआ, या न जब- जब बध ु गायब हुआ तो सबक
हालत खराब हुई, जैसे बुध न खाना नंबर- 6 छोड़ा और खाना नंबर- 12 म पहुंचा तो
कु ते क दम
ु सीधी हुई और कु ता पागल हुआ! शुकर क औरत न बाल कटवाए तो
मातम क नशानी हुई या द वाना शक ु र िज़नाहकार औरत हुई!
दोन जहान का मा लक बह ृ प त और खाना नंबर- 12 बह ृ प त का घर है , बह
ृ पत
साधू भी है जब साध ू या गु न सर पर राख़ (बुध) डाल तो गु अपनी समा ध छोड़
अपने मि दर खाना नंबर- 2 म आ बैठा या न बध ु न खाना नंबर- 12 के बह ृ प त को
द ु नयावी अ ल द और गु अपना आ म- ान भूल कर एक द ु नयावी साधू बन बैठा!
खाना नंबर- 2 राहू केत ू क बैठक भी है और इस घर को पापी ेह (राहू, केतू सनीचर)
क बैठक का खाना नंबर- 8 दे ख रहा है और बह
ृ प त के सामने खुद के दो त केतू का
खाना नंबर- 6 है ! अब बह
ृ प त खाना नंबर- 2 म है तो इसका दसू रा साथी दरवेश कु ता
इसके चरण म खाना नंबर- 6 (पाताल) का नवासी हुआ! सफ गु (बह ृ प त) म ह मत
है क वो खाना नंबर- 6 के ज़ रए खाना नंबर- 12 म जा नकलता है ! बह ृ प त खाना
नंबर- 2 का भी मा लक है जो क गु वारा या मि दर है , खाना नंबर- 2 राहू व केत ू क
बैठक जो मलकर मसनुई शुकर बनाते ह या न सब द ु नयावी गोरख ध धा है और खाना
नंबर- 12 बहृ प त गु क समा ध का थान या गह ृ ि तय के सुख का थान जहां शुकर
आकर उं च हुआ या न अगर ठ क से समझ तो सफ बह ृ प त ह खाना नंबर- 6 के रा ते
खाना नंबर- 12 म जा सकता है य क खाना नंबर- 6 के दोन सर पर बह ृ प त के दो
घर (खाना नंबर- 2 और 12) ह! खाना नंबर- 6 बहृ प त क कु टया केतू का घर है
इस लए इस घर म आए ह को (चाहे वह केतू के दो त ह या द ु मन) कभी बरबाद नह ं
होने दया करता, ले कन बह ृ प त खुद बुध से दख ु ी होगा!
अब बह ृ प त (द ु नयावी साधू) अपने सामने पढ़ राख़ (बध
ु ) को लोग के भले के लए
बाँटता हुआ साध ू होगा! खाना नंबर- 6 क यह राख़ उं च का बुध है जो खाना नंबर- 2 के
बह
ृ प त के सर म पढ़ हुई है इस लए अब कंु डल वाले का बाप राख़ हुआ ले कन इसका
मंदा असर कंु डल वाले पर हर गज़ नह ं होगा ले कन बाप का सोना व दौलत कु त न खा
लया या न बरबाद होगा और जब यह राख़ (बुध) खाना नंबर- 12 म पढ़ तो न सफ
खाना नंबर- 6 ह बरबाद होगा बि क खाना नंबर- 6 म बैठे सारे - के सारे ह कंु डल
वाले के लए ज़हर के असर के हो जाएंगे! अगर केतू भी खाना नंबर- 6 म हो तो वो
बाहर से आने वाले ेह को खराब नह ं कया करता अगर करे गा तो यह बुध ह होगा!
खाना नंबर- 6 का केत ू सबका भला करने वाला और बदले म अपनी सेवा क क मत नह ं
चाहा करता, कसी भी तरह मंदा हुआ केत ू अपना अशुभ भाव कंु डल वाले के मामँू
खानदान पर दया करता है ! खद ु केत ू खाना बर- 6 म हो तो जातक बेवकूफ़ गधे क
तरह हर एक मदद करने वाला! केतू बल वाले के कान बड़े- बड़े, भव का दर मयानी
ह सा उभरा हुआ और िज म मजबूत खासकर टांगे गाजर क तरह ह गी! अगर केतू
ठ क हालत का होगा तो जातक का मकान को दो सड़क लगती ह गी! अगर जातक के
तीन लड़के तो एक पोता और अगर एक लड़का तो तीन पोते ह गे! कसी एक तरफ का
मकान टूटा फूटा आधा बना या वीरान होगा सफ कु त के काम आए! केत ू सन
ु ने क
ताकत है , पेशाबगाह का भी कारक है !

केतू लावा है चलो चल का, पापी बुरा ह होता है

मरे न खद
ु वो मरने दे वे, चारपाई नह ं छोडता है
ह जब तक कोई एक हो चलता, केत ू चला ह चलता है
र व को गर म म करे , हण को करता है

केत ू मला जब श न मंगल से, ऐसा बुरा नह ं होता है

साथी मगर जब तीसरा होवे, फल तीन ह का मंदा है

गु मले तो सबसे उतम, माता मले खद


ु मंदा है
बध
ु मले खद
ु द ु ट कहावे, मदद शक
ु र क करता है
पाताल प का घर 6वां होवे, नीच वहाँ यह होता है

घर 12 आसमान पे चढ़ के, द ु नया से ऊँचा होता है


पहले घर म केत ू जो होवे, गु मंदा हो जाता है

उ ट अगर हो टे वे बैठा, भला नह ं होता है


अगर मंगल बद रोके, केतू मंगल बद करता है

बुध केत ू दो बाहम लड़ते, बद मंगल भी डरता है


कु ता बने केतू द ु नया के कु ते, लड़का, आसन गु होता है

श ु ह, घर जब झगड़े, न ट सभी का होता है


राहू पाप गर खु फया होवे, केत ू ज़ा हरा ह चलता है

शारह- आम म दोन मलते, मार दो तरफ़ करता है


मकान गल का आ खर होवे, औरत ज़ात पर पड़ता है
हवा चलेगी भत
ू - ेती, ब च पे हमला करता है
श न क माता ब चे खावे, कु तया कोई ब चे खाती है

ब चा अगर कभी एक ह होवे, न ल कायम हो जाती है

चाल राहू क टे ढ़ गनते, सीधी केतू नह ं होती है

बध
ु ने पकड़ा पाप है द ु नया, मदद से होती है
कान, पीठ, गदन या पाँव, नाखन
ू भी उनके होता है
र तार गोलाई या बल गदन पर, फैसलाकुन केत ू होता है

पापी ेह के स भाव का भेद: जहां कह ं ल ज पापी होगा तो सनीचर, राहू व केतू तीन
ेह से मतलब होगा! राहू व केतू दोन पाप के नाम से जाने जाते ह और सनीचर इनको
चलाने वाला ह है इस लए राहू व केत ू का सुभाओ भी सनीचर जैसा ह है ! और पापी
ेह का सभु ाओ है :

जब कभी कोई द ु मन ह अकेला इन पापी ेह के मुक़ाबला पर हो तो इस द ु मन


ह क ताकत को न ट करते ह!
जब कभी दो या दो से यादा ह पापी ेह के मक़
ु ाबला पर ह तो द ु मन ेह क
ताकत को ख म करने के लए पापी ेह क ताकत और अ धक होती जाएगी और
पाप करने क ह मत और यादा हो जाएगी!
जब कभी कोई द ु मन ह कसी ऐसे ह के साथ पापी ेह के मक़
ु ाबला पर हो जो

पापी ेह का दो त हो तो ऐसी हालत म पापी ह आम हालत क बजाए दो गुना
बरु ा फल दे ने लगगे! कंु डल वाले का खब
ू ज़ोर से नाश करगे और अपने दो त ह
को भी न ब शगे, जैसे:

केतू, मंगल व ह प त टे वे म इकठे तो मंगल का सवनाश होगा और कंु डल वाले


का भाई लंगड़ा, नधन व 45 साल क उ तक क मत क तरफ से मंदा होगा!
केतू, सरू ज व ह प त के इकठे होने के समय सरू ज का फल नहायत मंदा होगा
इसका असर कंु डल वाले क सेहत व सरकार काम मे नुकसान होना होगा!

केतू, व ह प त लाख प त होते हुये भी मुसीबत पे मुसीबत आती जाए! अ ल


केतू, व ह प त लाख प त होते हुये भी मुसीबत पे मुसीबत आती जाए! अ ल
कह ं काम न करे , न दन को चैन और न ह रात को सुख क नींद मले!
केतू, सूरज व बुध इकठे जातक का पैसा जातक के भतीजे व भानजे खा पीकर
डकार मारगे और जातक को फटे हाल कर दगे!
टे वे म केत ू असल और केत ू मसनुई (चाहे उं च चाहे नीच) मंगल नेक क ताकत को
भी दो गुना न ट करगे!
पापी ह जब अपने दो त या बराबर के ह के साथ हो जाएँ तो भी वनाश ह
करगे जैसे केत,ू सनीचर व ह प त इकठे ह तो हवाए बद के अचानक हमल से
औलाद न ट होगी!
पापी ेह म से कोई एक अपने दो त पापी ह से मले तो नहायत नेक फल दे गा
जैसे राहू और सनीचर इकठे ह तो ईछाधार नाग हर तरह से नेक होगा! राहू केतू
मु तरका के समय (जो भी दोन म से पहले घर म बाद वाले म अपना असर मला
दे गा) या न ि ट के असूल पर बाद वाले ह का असर भी पहले जैसा हो जाएगा!
जैसा पहले घर म बैठा ह हो वैसा ह दस
ू रे का असर होगा!
केतू दरअसल शक ु र का एक ह सा है िजसे गऊ भी माना है और कु ता व सअ ू र
भी, जब शुकर क ट म होगा उसका बु नयाद ह शुकर भी बेआराम होगा! केतू
नीच हुआ ह प त नीच हुआ तो शुकर बन गया! बुध अगर शुकर का ह सा है तो
केतू शुकर का बीज ले कन दोन म फक यह है क बुध तो अपनी नाल के वारा
शुकर से मल जाता है ले कन केत ू के लए शुकर बेताब और खुद उसको ढूंदता
फरता है ! या न जब कभी शक ु र को बध ु क मदद न मले या
शकु र को मंगल बद तंग करे तो केत ू क मदद से शुकर शां त पाएगा! द ु नयावी
कहानी म औरत को बुध क कु वते- ए- बाह (कामईछा) न तलाश करवाया ले कन
केतू को शकु र न खदु ढूंडा! केतू खद
ु ह प त के बराबर है इस लए केतू जब कभी
र ी हो जाए तो ह प त का उपाओ मदद करे गा! बुध म नु स है क जब शुकर के
साथ हो तो मंगल के साथ मलकर मंगल बद बनकर शुकर को बरबाद करे गा!
केतू के तीन पाया श ल का मंह
ु िजस बज
ु क तरफ हो तो समझना चा हए क
केतू अपना असर उस बुज और बुज के मा लक ह म मला रहा है !
केतू क तीन टांग बुध, ह प त व मंगल ह! इस लए शुकर क जान माना गया है !

राहू व केत ू क दस
ू रे ेह से नाखूनबाज़ी: दल का भेद सनीचर क आँख ने ज़ा हर
कर दया या न सनीचर न जब अपने दोन एजे टो राहू व केत ू को खराब कया तो
इंसान का पाप व पु य नाखून के ज रये दखाई दे ने लगा! ब चे क पैदाइश का
समय 9 मह ने तो नाखन ू भी 9 मह ने म पणू हुये! नाखन
ू खराब हो जाने या झड़
पर:
राहू का असर हाथ के नाखून पर, दाय हाथ पर राहू का आम अरसा 6 साल होगा,
बाएँ हाथ पर राहू क कुल महादशा 18 साल बरु हालत या राहू क खद
ु क उ 42
साल तक(नेक असर) होगा!
केतू का असर पाओं के नाखून पर, दायाँ पाँव केतू का आम अरसा 3 साल, बाएँ
पाँव पर केतू कुल महादशा 7 साल बुरा असर होगा या केतू क कुल उ 48 साल
का अरसा(नेक) होगा!

- - य क राहू और केत ू एक दसू रे से सात होते ह और आपस म दो त भी इस लए


दोन म मल जाने क और एक जैसा असर पैदा करने क ताकत है , य द दोन म से
एक ठ क और दस ू रा खराब हो और उसी समय ठ क हालत वाला मंदे ह से को दे ख रहा
हो तो मंदे को ठ क कर लेगा यह असल ू ि ट के नयमानस ु ार होगा!
अंगठू े का शक
ु र से ता लक
ु : अंगठ
ू ा हाथ का हो या पाओं का यह राहू केत ू दोन का
या न मसनुई शुकर होगा और कंु डल का खाना बर- 2 जो क राहू व केत ू क बैठक है
या न अंगठ
ू ा राहू और केतू का मैदान है िजसम राहू व केतू का असर अ छा या बरु ा होगा
इन पर ह नभर

करता है , जो नाखून बरबाद या खराब हो जाएँ तो समझना चा हए क जो ह नाखून


से ता लक
ु रखता है उसके असर क तबद ल का समय शु हो गया है ! कंु डल म ह
ि तथी के अनुसार तबद ल अछ या बुर हो सकती है !

- - खाना बर- 2 अंगूठा और मसनुई शुकर तो बना ले कन असर एक छलावे क तरह


होगा, अगर राहू 2 म और केत ू 8 म या केतू 2 म और राहू 8 म तो क मत का मैदान
रं ग बरं गा होगा थायी एक जैसा नह ं जैसी क राहू और केत ू क तबीयत होगी!

आम हालत 12 घर म
केत ू त त पर पसर हो मलता, फज फ भी होता है

सफ़र हकूमत घर 2 उ दा, उतम टे ह अकेला हो


रं ग बरं गा हाल हो तीजे, ससरु भाई खद
ु अपने जो
गु हालत 5 लड़के उसके, बेटा ज द न चौथे हो
शेर बहादरु घर 7 बैठे, औलाद क 8 भरता हो

पता 9 घर अपना तारे , 10 श न पर चलता हो


उ - नज़र- न माता साथी, केतू पाया घर 11 जो

ऐश करे घर 12 इतनी, माया फैल घर भरता हो

- - रा ते का छलावा या छलेडा जाना जाता है ले कन जान से नह ं मारता! केतू के 3


- - रा ते का छलावा या छलेडा जाना जाता है ले कन जान से नह ं मारता! केतू के 3
साला दौरा के असर म पहला साल सनीचर का, दस ू रा साल राहू का और तीसरा साल खदु
केतू का हुआ करता है ! केतू क मौत ज़ा हरा मौत न होगी बि क ॰न बु ड़या मरे और न
ह चारपाई छोड़े॰ या न न तो बीमार का पता चले और न ह तद्ं त! आ ह ता आ ह ता
झुकते जाना और तीर- व- कमान होगा ले कन मंगल बद क मौत न होगी, कसी चीज़
का फौरन टूट जाना बगैर यह राहू क मौत होगी, मगर जेहमत भी हो मगर दख
ु का पता
भी न चले और मौत आ जाए यह केत ू क मौत होगी!

- - केतू एक छलावे क तरह ह प त क हवा को साथ लेकर सनीचर(मकान) के शराए


आम क हवा के सफर के ज रये सीधी मकान म आने लगी और घर के ब चे हवाए
बद का शकार होने लगे या न माता को क ट तो होगा ले कन ब च के कारन और इस
दख
ु का कारन (माता) के लए सनीचर हुआ या न अगर मकान न होता तो मौत का
बहाना न होता!

- - हर एक क न ल को बढ़ाना क ब शीश है (चाहे माता क उ छोट य न


हो - 8 म) क द ु मनी क वजह से कु ते के कान इतने ल बे हुये क लटकने
लगे ले कन न अपनी कारक जानदार व तु घोड़े के कान ल बे नह ं होने दये, बुध
क बकर हुयी तो वह भी कान ल बे करवा गयी और सनीचर के कान तो गायब ह हो
गए! कान ल बे तो उ ल बी!

- - कु ता(केत)ू पागल होकर इतना भागा क 10 दन(खाना बर- 10) तक भागता ह


रहा और मंह ु से पानी( ) टपकता रहा ले कन जब तक पानी से दरू रहा मौत न हुयी
पानी से पागल कु ता मर जया करता है ! ले कन जब के साथ हो या के घर
खाना बर- 4 म तो कु ता कुएं म दम तोड़ने लगा! कु ते का सर(बध ु ) जब तक ठ क है
कु ता कभी नह ं मरे गा या न जब तक कंु डल म बुध नेक व कायम है केत ू भी ठ क
होगा! केत(ू कु ता) और उसक दम ु (बुध) है और दोन ह खाना बर- 6 म रहे और कु ते
क दम ु बुध के दायरे क तरह साथ (12 साल नाल म रहने के बाद भी सीधी न हुयी)
और जब सीधी हुयी तो कु ते को पागल कर उसक मौत का कारन हुयी! सर, दाँत व
दमु सभी बध ु के ह से ह जब बधु खाना बर- 12 म हुआ तो खाना बर- 6 के सभी
ेह को र ी कर दे गा ले कन अगर केत ू क टांग खाना बर- 6 म ह तो बुध बुरा असर
न दे गा, केत ू क तीन टांग ह प त मंगल और बुध ह!

पाँव क उँ ग लय के नाखन
ू :

सुख तांबा के रं ग के तो राजा समान उ चअ धकार होगा (सूरज का असर)


नीलापन लए हुये तो उ च शोहरत का मा लक होगा (राहू का असर)
पीले रं ग के ह (ज़द) तो द वान सा हब क तरह ओहदे दार (बह
ृ प त का असर)

काला रं ग लए हुये ह ( याह) डाकू लोग को लूटने वाला फर भी मंदे हाल


काला रं ग लए हुये ह ( याह) डाकू लोग को लूटने वाला फर भी मंदे हाल
(सनीचर का असर)

केतू क कारक व तुएँ नीचे क ता लका म दे ख:

खाना बर शर र के अंग व र तेदार व ह क व तए


ु ँ

1 टांग- नानका घर- ना भ के नीचे क बीमा रयाँ

2 इमल - तल

3 र ढ़ क ह डी- केला- फोड़ा फंु सी

4 सुनना- कान

5 पेशाबगाह

6 चड़ा- खरगोश नर- पज


ू ा अ थान- चारपाई- याज़ लहसन

7 दस
ू रा लड़का- सूअर- गधा

8 कान- सुनने क ताकत का छलावा- धोकेबाज़

9 दो रं गा कु ता या कु तया िजसम लाल रं ग न हो

10 चह
ू ा

11 दो रं गा क मती प थर

12 छपकल - मुतब ना- चारपाई- खाल परसा


केत ू खाना बर- 1
हर व त ब चे बनाने क फ वाला,
तमाम शहर के ब च के फ म गलतां होगा

रज़क तेरा जब तुझ को- है आज मलता

लंगोटा फ़कर कल- का य ढ ला करता

सोच रहे थे सफ़र क अपनी- ब चा नया आ पहुंचा हो


व त मंदा वाह कतना होवे- पता गु को तारता है

जान कसम वह हरदम खाता- हड़काया कु ता वाह लेख का हो

सात टा हो बेशक मंदा- उं च असर र व दे ता हो

खाल पड़ा जब 6–7 टे वा- तूफान जनम घर आता हो

बध
ु शक
ु र न राहू उ दा- उतम र व गु होता हो
दरवेश सेवा हो मदद खद
ु ाई- चरण पता के धोता जो
मंगल ग ी जब 12 पाई- केत ू बुरा नह ं होता हो

बाद शाद जब केत ू मंदा- मदद श न से पाता हो


वरना कु ता हड़काया ऐसा- पता र व भी काटता हो

- - केत ू का असर खाना बर- 1 कंु डल का और सरू ज के बज


ु पर! अब केत ू सरू ज के
असर को म म करे गा! मामू खानदान क तरफ यादा खराबी करे गा! ी सुख भी ह का
हुआ करता है ! राजदरबार से फायदा तो होगा ले कन बहुत यादा नह !ं सूरज के अरसे म
3 साल के लए खब ू ऐश होगी! अब अगर सरू ज हण हो और सेहत रे खा कायम हो तो
सूरज 22 साल और बुध 17 साल या कुल 39 और 39 साल से खूब चमक दे गा!
ह त रे खा

सूरज के बुज पर अना मका उं गल क तीसर पोर के नीचे केत ू का या


नशान!

केतू जब घर पहले आवे, जनम मुसा फर- खाने पावे

िजधर िजधर वो कदम धरे गा, म ी उड़ती साथ

बाओ- बगूला तूफ़ानी बने वो, मरे गा घर छह सात


पापी ह तीन गने, केतू भी बदनाम
जो मारे न जान से, म ी, गद- ओ- आम

न इधर मारा, न उधर मारा हो

अगर मारा, जनम अ थान ह मारा

टाँग, नानका घर, हवा- ए- बद, धु नी के नचले ह से क बीमा रयाँ


जातक िजस मकान म जनम लेगा वोह मकान न रहे गा, िजस र तेदार के घर म जनम ले वोह
खानदान न रहे ! माम ू खानदान के लए भी असर ह का होगा! औरत और औलाद का सुख भी
ह का ह रहे गा ले कन िजस सूरज के बैठा होने वाले घर और खद ु सूरज से संबि धत र तेदार व
कारोबार नेक होगा, सरू ज चाहे कसी भी घर म व कसी भी हालत म बैठा हो! अगर बाप क
क मत मंद तो केत-ू 1 वाला जातक बाप क क मत म ज़ र मदद करे गा और बाप को तार
दे गा, हालां क सूरज और केतू आपस म द ु मन ह! कु ता हड़काया भी हो तो अपने बाप, मा लक
और सरपर त को ज़ र छोड़ दे गा!

नेक हालत

केतू खाना बर- 1 के समय हर व त सफ़र क तयार का फ़कर लगा रहा करता है ले कन
सफ़र हुआ नह ं करता! मंगल खाना बर- 12 म हो तो केतू खाना बर- 1 पर अपना मंदा
असर कभी न दे गा!

केतू- 1 के समय अ ल म कामदे व और बेहयाई अपने ज़ोर पर होगी! राजा ( यो क केतू त त


पर) के चलन को कौन रोक सका है ! हर तरह रजक ठ क होते हुये जातक आने वाले दन क
परे शानी बनाए रखने वाला!

अब सूरज नेक फल का होगा चाहे खाना बर- 6 म मंदा या खाना बर- 7 म नीच हो! वषफल
अब सूरज नेक फल का होगा चाहे खाना बर- 6 म मंदा या खाना बर- 7 म नीच हो! वषफल
के अनसु ार केतू जब भी खाना बर- 1 म आ जाए तो लड़का/दोहता/भांजा पैदा होने क नशानी
होगी!

केतू- 1 के व त अगर सरू ज खाना बर- 6 या 7 म हो तो पहले जनमे लड़के को शाम के व त


(बध
ु का समय) या सब ु ह सरू ज उदय से पहले (केतू का समय) गड़ ु खाने को दे ना या बाज़ार से
खाने पीने का सामान लेने के लए तांबे के स के दे ना मंदे ज़हर का कारन ह गे!

मंद हालत

के तू बर- 1 के समय जब मंदा हो तो बेमतलब के वहम या सोच पैदा करता है ! शाद के बाद
केतू के मंदे असर हुआ करते ह ले कन अगर टे वे म ज़ाती स भाव के अनस
ु ार सनीचर नेक हो तो
असर उ दा होगा वरना सनीचर का उपाओ ज र होगा वरना केतू ऐसा मंदा असर दे गा क पता
को भी काट खाये!

ऐसे जातक क पैदाइश अपने ज ी घर से बाहर हुआ करती है और िजस घर म पैदाइश होगी वोह
जातक के जनम के दन से बरबाद होना शु हो जाएगा यहाँ तक इसका अशभु असर साथ लगते
हुये मकान पर भी होगा!

केतू मंदा होने क नशानी सबसे पहले बधु क व तुओ ं पर ज़ह र होगी उसके बाद शुकर(खरु ाक व
गहृ सती), उसके बाद खनू से संबि धत बीमा रयाँ और फर गु क चीज पर ज़ा हर ह गी!

खाना बर- 2–7 खाल तो बध


ु और शुकर दोन मंदे फल के ह गे! सूरज खाना बर- 7 म हो तो
जब दोहता या पोता पैदा होगा खद
ु क सेहत नक मी होगी!
केत ू खाना बर- 2
(आसद
ू ा हुकमरान, मस
ु ा फ़र)
हुई पैदा औलाद- हर घर जो तेर

बुढ़ापे तुझ े कौन दे गा दलेर

खाल 8 मं दर अकेला- नेक और बेहूदा हो

सफ़र उसको बहुत लखा- हुकमरान आसद


ू ा हो
तलक कुदरती मदद पे उसक - आठ ि ट खाल जो

बैठा ह जब हो 8 कोई- अ प आय ु खुद ज़हमती हो

भाग शुकर हो हरदम उ दा- बैठा शुकर वाह मंदा हो

असर न उतम दे गा- ऊंच हुआ या बरसता हो

राज खताबां लेख गो ऊँचा- माया जमा नह ं होती हो

आई चलाई लाख करता- नतीजा दलाल दलाल हो

- - केत ू का असर खाना बर- 2 और बह ृ प त का बुज पर केत ू का नशान तो जातक


सखी व दान पु य करने वाला होगा! जो कमाएगा वो खा लेगा या खला दे गा अपने पास
पैसा जमा न रख सकेगा और न ह जमा हो सकेगा! पैसे क हालत यह होगी क एक
सांस आया और दस ू रा गया उसके बाद फर पहला आया या न आई चलाई ठ क होगी!
अगर केत ू का नशान क मत रे खा क जड़ मेन शक ु र क तरफ को हो तो शभ ु और य द
क तरफ हो तो अशुभ होगा! वैसे भी खाना बर- 2 राहू व केत ू क बैठक है और
बहृ प त का प का घर अब केत ू क लाज गु के हाथ म होगी! हर दन नया सफ़र!
तबद ल क शत ज़ र होगी लेक न तर क क शत नह !ं दोन भोव के बीच जो क
खाना बर- 2 है पर केत ू का नशान हो तो जातक रा यअ धकार व दौलतमंद होगा!
ह त रे खा

तजनी उं गल क तीसर पोर के नीचे बह


ृ प त का बुज और खाना बर 2 है इस
जगह केतू का

या नशान!

केतू दज
ू े गोबर गाए, म गु अ थान हो

माता को बेशक न तारे , औरत का अ भमान हो


घम
ू ती क मत सह , पर नेक और बहबद
ू ा हो
सफ़र इसको बहुत लखा, हु मरान आसूदा हो

इमल , तल
हर तबद ल के व त नया सफ़र भी होगा या न अगर तबद ल के साथ पहले जनब ू (द ण) क
तरफ जावे तो अगल तबद ल मग रब(पि चम) क तरफ को और फर मश रक(पवू ) म आवे!
तबद ल क शत तो है ले कन तर क क कोई शत नह !ं सखी- सरवर, सफ़र का मा लक नेक
मायन म!

इन दशाओं को समझने के लए नीचे का च दे ख!

नेक हालत

अगरचे घम
ू ती हुई क मत का मा लक होगा िजसे आम भाषा म पाँव म च कर कहा जाता है
ले कन जातक हु मरान और खश ु क मत होगा, सफ़र यादा खु क के ह गे!

अब शुकर टे वे म कैसा भी बैठा हो ले कन औरत सुख उतम होगा ले कन का असर उतम हो


ऐसी कोई शत नह ं चाहे उतम घर म हो या ऊंच का!

राजदरबार म नाम भी होगा और खताब भी मलगे ले कन पैसे के मामले म सफ आई चलाई


होगी चाहे हर लाख पये गने या कलम से लखे! अब सफ दलाल क दलाल क तरह खद
ु का
ह सा ह मलेगा!

टे वे म धन क ि तथी बह
ृ प त पर और गह
ृ सती क ि तथी शुकर पर नभर करे गी!

खाना बर- 8 खाल (राहू क गनती नह ं होगी) और केतू हर तरफ से अकेला हो!

कयाफा: माथे पर तलक लगाने क जगह, जो क खाना बर- 2 है , पर केतू या मंगल बद का


या कोण हो तो जातक उ दा क मत वाला होगा!

सूरज खाना- 12 म 24 साला उ के बाद खद


ु क कमाई और जीवन बारौनक हो!

मंद हालत

खाना बर- 2 का केतू मंदा हो रहा हो तो जातक च र का ढ ला हुआ करता है ऐसे म आगे घर
के बाहर शार रक स बंध बनाएगा तो बढ़ ु ापे म कोई पछ
ू ने वाला ब चा न होगा!

खाना बर- 8 म राहू के सवा कोई भी ह हो खासकर केतू के द ु मन या मंगल तो खाना-


8 म बैठे ह क उ के अनसु ार कोई न कोई जहमत खड़ी होगी बि क अ पाय ु होगी!
केत ू खाना बर- 3
(टूँ- टूँ करता रहने वाला कु ता मगर नेक दरवेश)
बुझ े यास न- खून भाई का करते

गले बाज़ ू बांधगे- तलवार कटते

नेक मा लक को याद हो रखता- दरवेश भला ह करता हो

द ु खया भाइय से अ सर होता- परदे स जद


ु ाई फरता हो
असर शक
ु र बध
ु न कुछ उ दा- मंदा खेती फल होता हो
ससुराल घराना हरदम द ु खया- जंगल मंगल बद होता हो

मंगल टे वे जब 12 बैठा- म छ मुआ वन तारता हो

उ 24 म उ म होगा- या जब लड़का पहला हो

केत ू मंदे हो मदद गु क - तलक केसर भला होता हो

र ढ़ क ह डी दद जो करती- सोना िज म पर उ दा हो

- - केत ू का सर कंु डल के खाना बर- 3 व हथेल पर मंगल नेक के बुज पर! खुद
अपने लए असर नेक ले कन भाई बंधुओं के लए मंदा! परदे स क िजंदगी व बेआराम
िजंदगी का कारन भाई ह गे! जातक नेक को याद रखने वाला और बरु ाई को भल ु ा दे ने
वाल तबीयत का मा लक! बना कहे ह दस ू र क मदद करने को हािजर रहने वाला!
खाना बर- 3 का केत ू बहन, बआ ु व बेट आ द के लए अशभ ु फल का होगा! टूटे बाज़ू
व गले से चमटे भाइयो क ि तथी होगी!

ह त रे खा

हथेल पर उ रे खा के नीचे मंगल नेक के बुज पर केत ू का या नशान!

केत ू घर जब तीजे आवे, भाइय से वो तंग करावे


औरत घर ससुराल ह मंदे, सा लयाँ बेवा प ले पावे
केतू तीजे मंगल 12, म छ मआ
ु वन दोन ताराँ
24 साला म उतम होवे, या जब लड़का पहला होवे

र ढ़ क ह डी, केला, फोड़े फंु सी आ द


चलते पानी म व सरू ज क चीज़ डालना मब
ु ा रक होगा, सफर म धकेलेगा, अगर फोड़े फंु सी
पैदा ह तो बह
ृ प त क चीज़ पानी म डाल कान म खल स सोना डालना सबसे उतम रहे !
उलझन म जकड़ा हुआ दरवेश होगा! कभी कभी बना कसी वजह औरत से जुदाई का कारन
हुआ करता है ! खद ु भाइय से दरू परदे स म या फर भी ह जातक से दरू रहा करते ह, कभी कभी
तो भाई न होने का कारन भी बनता है ! जातक खद ु दस
ू र क नेक याद रखने वाला और दस
ू र
क बद को भल ु ा दे ने वाला! खद
ु - ब- खदु बन बल
ु ाये मदद के लए आ हािजर होने वाला इ सान
हुआ करता है !

नेक हालत

ससुराल खानदान व भाइय क हालत कभी मंद और कभी न कमी ले कन खद


ु क औलाद के
लए नेक!

दस
ू रे साथी व मा लक क नेक को याद रखने वाला भला इ सान होगा और बन बल
ु ाये ह दस
ू र
क मदद के लए तैयार रहे !

मंगल खाना बर- 12 म हो तो 24 साला उ या पहले लड़के के जनम के साथ ह म छ रे खा


(धन) और मआ
ु वन रे खा (उ ) के लए नेक फल का होगा खासकर उस व त जब कोई बढ़
ू ा
बज़
ु ुग साथ मदद पर हो!

मंद हालत

केतू मंदा हो रहा हो तो यि त हर कसी क हां म हां मलने क आदत के कारन द ु खया रहे !
य द साले के साथ कारोबार करे तो भाई द ु खया होगा

द वानी मुकदम म धन क बरबाद होगी! औरत से बना वजह अलग होना पड़ सकता है !

अगर घर का मु य दरवाज़ा द ण दशा क तरफ हो तो हर साल औलाद या घर के ब च को


लेकर कोई न कोई परे शानी बनी रहे गी! खद
ु क औलाद न कमी और नालायक होगी! भाई को
नाहक तंग करना खद
ु अपने बाज़ ू काटने के समान होगा!

बना मतलब हाये हाये करते रहने क आदत होगी ले कन अंद नी तौर पर नेक तबीयत इ सान!
बना मतलब हाये हाये करते रहने क आदत होगी ले कन अंद नी तौर पर नेक तबीयत इ सान!
बेमतलब परदे स के च कर ह गे! ऐसे व त म खद ु - ब- खद ु कोई बहाना से अपनी दौलत बरबाद
करता चला जाएगा! उ के लए भी अ छा फल न होगा! बध ु शुकर क जानदार व बेजान चीज
से परे शानी, अपने खद
ु के भाई बंध ु व ससुराल खानदान द ु खया होगा!

जब या मंगल या दोन खाना बर- 8 म ह तो दण दशा का मु य वार होना तय है


और ऐसे मकान म रहने से हर तीसरे साल से औलाद (लड़के व लड़ कयां) दोन का ह मंदा हाल
होगा यहाँ तक क उनक मौत का दर बना रे हता है और यह असर या मंगल जो भी ह
खाना बर- 8 म होगा उस ह क उ तक रहे गा!

या मंगल खाना बर- 3 या 4 म नशानी होगी अंगूठे का नाखन


ू वाला ह सा मोटा व
छोटा होगा तो जातक मुफ लस व गर ब होगा!

पड़ोस लगता हुआ मकान टूटा फूटा और बरबाद होगा, ऐसे जातक के 3 लड़के हुये तो एक पोता
होगा और अगर एक लड़का हुआ तो तीन पोते ह गे या तीन खड़ कयाँ या तीन दरवाजे (ऐसे
िजनसे घर म परवेश कया जा सके) ह गे

उपाओ:

फेफड़े क बीमा रयाँ या मंद सेहत के व त बह


ृ प त क व तुएँ पानी म बहाएँ!
केसर का तलक लगाएँ!
धन क ि तथी को ठ क करने के लए शर र पर सोना धारण कर!
सरू ज व क व तए
ु ँ पानी म बहाएँ!
कान म खा लस सोना पहनना उतम उपाओ है !
केत ू खाना बर- 4
(ब च को डराने वाला कु ता, वार भाटा)
स अपने का फल- गो मीठा मलेगा

मगर बोझ दे र - का सहना पड़ेगा

तूफ़ान समंदर आय ु माता- उ दौलत खुद उ दा हो

चीज़ सब र ी करता- लड़का पैदा न होता हो


गु टे वे न जब तक उ दा- क या बहुत उस होती हो

पैदा कोई जब लड़का होता- उ सद पूर होती हो

गु उपाओ गर करे - दोन दख


ु ह दरू
कुल उसक चलती रहे - माया मले ज़ र

- - केत ू का असर खाना बर- 4 व हथेल के बज


ु पर! केत ू नेक तो अ ल कायम
ले कन जातक के यहाँ लड़ कयां यादा पैदा हुआ करती ह! हण होने के कारण 6
साल क उ क टपूण होती है ! अगर े ठ रे खा कायम हो तो हण व के नीच होने
के असर से बचाएगी! सर रे खा व े ठ रे खा दोन ह बध ु क रे खाएँ ह इस लए 34 साल
क उ से शु होकर 36 साल क उ तक असर दे ती ह! हण केत ू से हुआ जो
क बध ु के बराबर का ह है , हण के कारन केत ू से दबेगा और इसका असर 48
साल क उ तक रहे गा! बुध जो क का दो त है (बुध से दो ती रखता है
ले कन बुध से द ु मनी) के द ु मन ह राहू और केत ू ह! राहू से सूरज हण
हुआ िजसका मंदा असर सरू ज क उ 22 साल तक होगा और केत ू से हण
िजसका मंदा असर क उ 24 साल तक होगा! अगर राहू व केत ू दोन ह खराब
असर दे ना शु कर द तो राहू का 42 साल तक असर मंदा और केत ू का 48 साल तक
मंदे असर का समय होगा या न कुल मंदा असर 48 साल तक रहे गा और 48 साल क
उ के बाद पूर शां त होगी! ले कन अगर हथेल पर सर रे खा और सेहत रे खा कायम हो
तो इस मंदे असर से बचाव होगा! हण के व त सरू ज का सतारा और सरू ज हण
के व त का सतारा एक दस ू रे क मदद करते ह य क सूरज और आपस म
दो त ह िजस तरह राहू व केत ू एक दस ू रे के मददगार ह!
ह त रे खा: हथेल पर के बुज पर केतू का या नशान! इसके इलावा क-
रे खा और ख- सर रे खा के दर मयान ग- े ठ रे खा हो!

केत ू चौथे जब हुआ, कु ता कुएं म हो

न खद
ु अ छा रहा, न केतू उ दा हो
गु उपाओ गर करे , दोन दख
ु ह दरू
कुल उसक चलती रहे , माया मले ज़ र

सुनना (कान का स बंध), बह


ृ प त का उपाओ मददगार होगा! हण का समय
( मयाद एक साल)
लड़ कयां यादा ले कन ढ़ ईछाशि त (इ तकलाल) का मा लक इंसान! नर और और दोन का
हाल मंदा होगा, ले कन जातक खद
ु कभी तंगहाल न होगा! य क हण का समय होगा
इस लए न नेक फल दे गा और न ह केतू ले कन यह सब केतू क उ का हाल होगा! हण
का असर एक साल तक हुआ करता है ! इस मंदे जहर से बचने के लए बह
ृ प त का उपाओ
मददगार होगा!

नेक हालत

खाना बर- 4 का केतू बाप के लए उ दा और नेक फल का! बह


ृ प त, पता गु क ताकत को
उतम- ऊंच व नेक करने वाला!

जातक क खद ु क औलाद दे र से पैदा हुआ करती है या न ल क तो ज द हो सकती है ले कन


नर औलाद बहुत दे र के बाद कायम होगी! नर औलाद उस साल होगी िजस साल वषफल के
अनस ु ार बह
ृ प त बहुत उतम हो रहा होगा! ले कन जब कभी भी नर औलाद पैदा होगी ल बी उ
वाल होगी! माता व माता क दौलत के लए केतू का फल नक मा होगा ले कन खद ु क कमाई
के लए केतू नेक फल का होगा! जातक ढ़ ईछाशि त का मा लक हुआ करता है , अपनी मेहनत
पर भरोसा और नतीजा खद ु ा पर छोडने वाला!

बह
ृ प त का उपाओ औलाद और धन दौलत म बरकत दे गा! मि दर म बह ृ प त क व तुओ ं का
दान उतम फल दे गा! कुलपरु ो हत को पीले रं ग के सेब दे ने चा हए!

जब या मंगल खाना बर- 3 या 4 म न ह तो जातक अ लमंद, उ दा तदबीर का माल क


और धन दौलत का वामी होगा!
मंद हालत

ब च को डराने वाला कु ता, जातक क खदु क सेहत मंद ! पेशाब के रा ते श कर का


(diabetic) आना! माता और खद ु क औलाद का बरबाद होना! नर औलाद का बहुत दे र (36 से
48) से पैदा होना और वह भी ऐसे कुलपरु ो हत के आशीवाद से िजसको हटाया जा चक ु ा हो!

या मंगल खाना बर- 3 या 4 म नशानी होगी अंगूठे का नाखन


ू वाला ह सा छोटा व
मोटा होगा तो केतू और दोन का फल मंदा होगा न माता सु खया और न ह नर औलाद!

वहशी हालत व खयालात और दौलत न होना!

उपाओ:

कुलपरु ो हत को बदलना नह ं चा हए अगर बदला जा चुका हो तो परु ाने कुलपरु ो हत से मा


मांग कर उसक सेवा कर!
बह
ृ प त क चीज़ मि दर म दान कर और खद
ु सोना पहन!
केत ू खाना बर- 5
(अपनी रोट के टुकड़े के लए गु का नगरान)
हुए नेक थे- जब जवानी के चढ़ते

मले पोते इतने- न थे िजतने लड़के

हाल टे वे जो ह प त होता- केतू वैसा ह होता है

बाद 24 खद
ु केत ू उ दा- शत गु न करता हो
मंगल 3 चौथे बैठा- पांच श न वाह 9 हो

लड़का खतम 3- अ सर होता- बाद 36- तीन मलता हो

गु मंदा 45 मंदे- दमा औलाद को लगता हो

गनती गनी हो बेशक कतने- पूरा कोई ह होता हो

ऋण पत ृ जब टे वे बैठा- केत ू ह ती मंदा हो

लड़का िज़ंदा 2 अ सर बचता- सु खया मक


ु मल होता हो
- - खाना बर- 5 व 9 बहृ प त के घर ह और केत ू ह बह ृ प त के बराबर का है
इस लए असर द ु मनाना न होगा! केत ू अगर उ दा हुआ तो दो लड़के तक हो सकते ह
ले कन इस बात क पिु ट बह
ृ प त क टे वे म ि तथी से होगी! अगर कसी वजह से
बह
ृ प त मंदा हो तो 45 साल क उ के बाद ह नर औलाद कायम होगी ले कन औलाद
क सेहत मंद रहे गी! अगर सनीचर केत ू क जड़ म हो तो 3 नर औलाद न ट होने का
खतरा होगा और इस सनीचर का मंदा असर 36 साल क उ म खुद- ब- खुद ठ क हो
जाएगा! बहृ प त, सूरज या खाना बर- 4–6 या 12 म ह तो नर औलाद 5 तक हो
सकती ह! आ थक ि तथी के प म खाना बर- 5 का केत ू कभी मंदा फल नह ं दे गा!

ह त रे खा

सर रे खा (क) के ख म होने के थान पर मंगल बद (ख) के बुज के ठ क सामने


खाना बर- 5 पर केत ू का या नशान!


केत ू घर है पांच , र व गु के घर

जैसा हाल बह
ृ प त होवे, वैसा ह केतू घर
गर शत न परू होवे, 24 बाद ज़ र

दख
ु द ल र सब कुछ बदले, बदले हाल ज़ र
वजह फक घर 9 म होगी, नज़र न भल
ू े जो
फल कड़वा तब ह हुआ, जड़ म आक जो हो

अगर टे वे म बह
ृ प त मंदा हुआ तो 45 साल क उ तक नर औलाद न हो अगर हो तो उसको
दमा क बीमार होगी! अगर सनीचर(आक) का स बंध हो जाए तो 3 औलाद न ट होने का खतरा
हुआ करता है और आमतौर पर न ट हो जया करती ह, जो फर से सनीचर क उ (36 साला)
म बहाल होगी! टे वे म बहृ प त कायम या उं च रा श का हो तो केत ू का फल उ दा ले कन
बहृ प त मंदा फल दे गा! बह ृ प त या सूरज या खाना बर- 4 या 6 या 12 म हो तो शुभ

नेक हालत

उठती जवानी के व त य द जातक अपना चाल चलन ठ क रखे तो पोते गनती म लड़क से
यादा ह गे! केतू का फल खदु के लए भी उतम होगा!

लड़क क हालत, कुल गनती व उ के बारे म बह ृ प त क ि तथी बताएगी! 24 साल क उ


तक खदु के दाना पानी के लए केत ू बह
ृ प त पर नभर होगा और उसके बाद केतू खद
ु - ब- खद

उतम होगा अब बह ृ प त क शत ख म होगी!

बह
ृ प त, सूरज या खाना बर- 4, 6, या 12 म ह तो नर औलाद पाँच से कम न ह गी
और केतू का असर कभी मंदा न होगा!

सनीचर खाना बर- 6 और शुकर खाना बर- 4 म हो तो सनीचर औलाद के स बंध म परे शानी
पैदा नह ं करे गा और न ह दो औरत का ता लुक होगा! एक ह औरत से 9 तक लड़के और 3
लड़ कयां हो कायम गनते ह!

मंद हालत

टे वे म बह
ृ प त मंदा हो तो नर औलाद के मंदे असर का होगा, लड़का हुआ तो दमे से परे शान
होगा और 45 साल क उ के बाद औलाद कायम होगी! लड़के चाहे कतने भी ह ले कन उनके
टूँ टूँ करने क आवाज़ आती होगी!

ऋण पत ृ या न बध
ु , शुकर, राहू या पापी होकर सनीचर खाना बर- 2, 5, 9, 12 म हो तो
ऋण पत ृ या न बधु , शुकर, राहू या पापी होकर सनीचर खाना बर- 2, 5, 9, 12 म हो तो
गहृ सती का असर मंदा होगा! लड़के चाहे कतने ह हो जाएँ पर बाक 2 ह ह गे जो सुख दे ने
वाले ह गे!

या मंगल 3 या 4 म केतू का असर मंदा! जातक मुफ लस व गर बी का मारा हुआ वहशी


खयालात वाला होगा! जैसा जातक का धरम ईमान होगा वैसी ह औलाद होगी! इस अशभु असर
से बचने के लए व मंगल क व तए
ु ँ धरम थान म द!

सनीचर खाना बर- 5 या 9 म हो तो 3 तक क गनती म लड़के न ट ह गे और 36 साला उ


म फरसे 3 कायम ह गे खासकर जब या मंगल खाना बर- 3 या 4 म हो!
केत ू खाना बर- 6
(शेर क़द खंख
ू ार कु ता, दो रं गी द ु नया)
हज़म घी अगर कु ता- द ु नया म करता

छुपे फरता हर घर म- बुज दल न डरता

रं ग दो रं गा केतू होता- असर होता भी दो रं गा हो

मामं ु माता न बेशक उ दा- श न भला ह होता हो


केत ू क चीज पे केत ू मंदा- पर मंदा न दस
ू र पर
ह टे वे कोई साथी बैठा- ख़ुद मंदा बुरा दस
ू र पर
गु भले औलाद हो बढ़ता- शुकर मुसीबत कटता हो

टे वे कोई जब नर दो उ दा- तूफ़ान केत ू का मंदा हो

गु मंगल न हो जब साथी- न ह मला बध


ु 12 हो
बढ़ता केत ू ख़द
ु नेक अपनी- तक बरु ख़द
ु न जब तक हो
- - केत ू को कु ता माना तो बुध कु ते क दम ु ! दम
ु वाले कु ते के लए खाना बर- 6
ठहराया हुआ है जहां केत ू अपनी नीच रा श म होगा! बुध और केत ू का प का खाना होने
के बावजदू यह घर केत ू का प का घर माना गया और बध ु अपने दो त ह शक ु र के
साथ खाना बर- 7 म जा बैठा! जो बुध खाना बर- 6 म कु ते क दम ु था अब खाना
बर- 7 म शक ु र क दम ु या न गाये क दम
ु या औरत क गत ु (चोट ) बन गया, जब
इस दम ु न कु ते का साथ छोड़ा तो कु ता आधा हुआ, गाये से हट तो बैल लंडवा हुआ!
साँप क पंूछ कट तो सफ सर बचा, हाथी क संूड कट तो ब च को डराने वाला हौवा
हुआ य क अब बध ु खाना बर- 6 से खाना बर- 12 म जा पहुंचा तो कु ते क दम ु
सीधी हुयी और वो पागल हुआ! औरत न सर मंड ु वाया तो मातम क नशानी या अपने
च र से भटक ! बध
ु - 12 म हुआ तो साध ू (बह
ृ प त) न रख अपने सर म डाल तो
उसका आ म ान ख म हुआ! गु खाना बर- 2 म बैठा है तो इसका साथी दरवेश केतू
6 म! गु खाना बर- 2 से खाना बर- 6 के केतू से जा मलता है और 6 से वो
आसमान या न खाना बर- 12 म जा नकलता है ! केत ू का खाना बर- 6 बह ृ प त क
कु टया है जहां
केत ू हर एक ह चाहे केत ू का दो त हो या द ु मन उसक मदद करता है ! बह
ृ पत
अपने सामने क राख़ (बुध) जो उं च फल क होती है लोग म बाँटता है ले कन जब यह
रख बहृ प त न अपने सर म डाल तो कंु डल वाले का बाप द ु नयादार के ता लुक से दरू
भागा ले कन कंु डल वाले पर इसका असर अशुभ न होगा! ले कन बाप व बाप का सोना
बरबाद होगा!
ह त रे खा

दल रे खा(क) और सर रे खा(ख) के दर मयान क आयत (मु त तल) जो क खाना


बर- 6 है पर केत ू का या नशान!

केतू 6 नीच है , द ु मन ज़ेर ह ह

माता, मामंु ह मंदे, पर खद


ु न मंदा हो
गर मंदे ह ह सभी, केतू मदद करे

बध
ु से न झगड़े कभी, न शुकर मदद करे
केतू क चीज पे केतू मंदा, पर मंदा न दस
ू र पर
ह दज
ू ा कोई साथ ह होवे, ख़द
ु मंदा बरु ा दस
ू र पर

हफल का, घर का, पूरा हण, खरगोश, चड़ा, पूजा अ थान, परदे स
मसु ीबत के व त जाल काटने वाला चहू ा, अगर बह
ृ प त उतम तो धन दौलत व औलाद क कोई
कमी न होगी! इस घर का केतू शक ु र क मदद नह ं करता और न ह मामू खानदान के लए शभ

ले कन बहन से कोई झगड़ा नह ं करता! सोने क अंगूठ बाएँ हाथ म पहनना नेक होगी!

कयाफा:- पांव म रे खा
- - इस खाना के केत ू ह क द ु ती व असर पांव से पता चलेगा! पांव का हसाब
खान , बुरज , रे खाओं व उँ ग लय आ द के वह नाम ह जो हाथ पर ह!
- - पाँव हमेशा ज़मीन को छूता है और ज़मीन को शुकर माना है , शुकर का बुज अंगूठे
पर होने के कारण सफ एक ह रे खा हाथ क रे खाओं से अलग हुआ करती है और बाक
सब बात म पाव और हाथ क रे खाएँ एक समान गनी जाएंगी!

- - पाव म रे खा य द एड़ी से नकल कर पाँव के अंगठ


ू े तक चल जावे तो सवार का
- - पाव म रे खा य द एड़ी से नकल कर पाँव के अंगठ
ू े तक चल जावे तो सवार का
सुख होगा, अब इस रे खा क लंबाई व बनावट यह तय करे गी क सवार का साधन आम
क म का होगा या फर उतम क म का!
- - पाँव क उँ ग लय को छोड़ कर तलव
ु े पर अगर च कर- शंख- स फ़ का नशान दाय
पाँव पर हो तो ह के कायम होने क नशानी होगी और असर भी नेक होगा ले कन यह
च कर- शंख- स फ़ का नशान अगर बा तरफ के तलव
ु े पर हुआ तो ह नीच माना
जाएगा!

- - अगर बायां पाँव दाय पाँव से बड़ा हो तो जातक डरपोक और बना हौसले के होगा,
अंगठू ा बहुत छोटा हो तो केत ू नीच समझना चा हए!
- - नीचे दये गए च से अंगठ
ू े व उँ ग लय क लंबाई म फरक और उसका परभाव
अ छा या बुरा होगा यह व तार से समझाया गया है !
पाँव क उँ ग लय के नाखून

य द तांबे के रं ग के ह तो जातक शासक या उच धकार होगा!


य द नीले रं ग के ह तो जातक उ चा धकार होगा!
य द पीले रं ग के ह तो जातक धनी मानी होगा!
य द काले रं ग के ह तो चोर- डाकू होते हुये भी मंदे हाल होगा!

नेक हालत

खाना बर- 6 का केतू टे वे म बह


ृ प त क ि तथी अनस
ु ार फल दे गा, जैसा बह
ृ प त वैसा ह
केतू!

केतू को लड़का, कुता, गधा और सुअर भी माना है इस लए टे वे वाले क औलाद अगर न कमी
भी हो तो जैसे एक कुता शेर क खाल पहन कर अपने मा लक क मदद करता है वैसे ह जातक
क औलाद जातक के काम आएगी या न खाना बर- 6 का केतू बह ृ प त को मंदा नह ं होने दे गा
चाहे बह
ृ प त टे वे म कैसा भी बैठा हो!

कयाफा: हाथ का अंगठ ू ा सीधा रहे तो सनीचर टे वे म नेक असर होगा! अपनी खद ु क औलाद व
दस
ू रे सलाहकार हमेशा नेक असर ह गे! यह घर कुते क टे ढ़ दम ु मानी गयी है इस लए जातक
अपने ह स भाव का होगा ले कन नेक मायन म, औलाद का सख
ु पण
ू होगा!

इस घर म अकेला बैठा केतू नेक फल का होगा हमेशा अपने मा लक क मदद पार खासकर पता
को मदद दे गा! ऐसा केतू जातक के खद
ु के लए अ छा ले कन दस
ू र के लए मंदे असर का
होगा!

केतू घर का ह भी है और नीच भी इस लए दोरं गी द ु नया जैसा असर, केतू अब शेर के कद का


खंख
ू ार कुता होगा, जातक हर तरह से सु खया होगा!

बध
ु खाना बर- 6 म केतू के साथ हो अब दोन ेह का फल नेक होगा! केतू अब बह
ृ प त को
उ दा करे गा इस लए औलाद के लए उतम!

बह
ृ प त व मंगल खाना बर- 6 म न ह और न ह बध ु या बहृ प त या मंगल खाना बर-
12 म ह तो केतू अपने नेक फल म बढ़ता होगा और उ दा फल दे गा जब तक जातक एहं कार न
करे ! टे वे म शुकर उ दा या कायम हो तो शुकर खद
ु हर मुसीबत दरू करता होगा!

कयाफा: पीठ पर ऊध रे खा हो (ऐसी रे खा जो गदन क तरफ से नीचे को जाती हुयी र ड क


ह डी को दो ह स म बांटती दखाई दे ) ऐसे म टे वे म बह ृ प त नेक या खाना बर- 2 से शभ ु
ि ट आ रह होगी तो उ कम से कम 70 साल, माम ू खानदान के लए फल नेक व दे स परदे स
क िजंदगी म आराम होगा!

मंद हालत

केतू बध
ु का द ु मन और शुकर का दो त माना गया है ले कन अगर केतू मंदा हो तो हालात उलट
ह गे या न केतू बधु से दो ती और शुकर से द ु मनी पर होगा!

आम कहावत है क कुते को घी हजम नह ं होता इस असूल के अनस


ु ार जातक बेकदर, बज़
ु दल,
बि क जीवन के हर मोड पर ठोकर खाता हुआ होगा! मामू खानदान का हाल भी मंदा होगा!

जब खाना बर- 2 से द ु मन ेह क ि ट से केतू बरबाद हो रहा हो तो अशभ


ु असर केतू से
ता लुक कारोबार व रशतेदार पर होगा ऐसे म बाएँ हाथ म सोने क अंगूठ धारण करना केतू के
फल को नेक करे गा!

जब टे वे म बह
ृ प त भी मंदा हो तो बे मतलब का सफर और बन बलु ाये द ु मन खड़े ह गे!
खाना बर- 2 म हो तो मामू व माता का हाल मंदा होगा! खद
ु जातक का बढ़ ू ापा भी मंदा होगा
ले कन केतू क चीज व औलाद पर अशुभ असर न होगा!
बध
ु के सवा कोई दस ू रा ह केतू के साथ खाना बर- 6 म बैठे तो सभी का हाल मंदा होगा!
बहृ प त केतू के साथ हो तो गु क चीज खयालात आ द पर बरु ा असर होगा और य द शक ु र 6
म हो तो पाँव क खरा बयाँ ह गी! या न अब खदु का कुता खद
ु को काटे !

उपाओ:

एहं कार से दरू रह!


कुलपरु ो हत व पता क सेवा कर!
बह
ृ प त क व तुएँ धरम थान म दान कर!
बाएँ हाथ म खल स सोने क अंगूठ पहन!
पाव के अँगूठ म खल स चाँद के ले पहन!
केत ू खाना बर- 7
(गड रये का कुता, ब च का साथी, शेर का मक़
ु ाबला करने वाला कुता)
सभी कुछ के होते जो रोता रहे गा

तो यह न ल तेर को ज़ा हर करे गा

तरह कु ते क द ु मन मारे - च क हवाई चलती हो

बढ़ता कबीला साफ़ ह र ते- म ी प थर न कोई हो


ह श ु हो जब कोई मंदा- बरबाद ख़द
ु वह होता हो
केत ू च कर जब त त का करता- लेख मंदा सब उ दा हो

ज़बान मंदा बुध झूटा वायदा- ज़हमत बीमार पाता हो

शुकर गह
ृ ती आग म जलता- प थर तूफ़ानी चलता हो
- - सामने के घर का हाल केत ू क चीज के लए मंदा होगा! अगर बध ु साथ हो तो 34
साल क उ तक द ु मन साथ लगे रहगे ऐसे म जातक को कलम से ता लुक रखने वाले
कारोबार से परहे ज़ करना चा हए, ले कन उसके बाद सबको हरा दे ने वाला जातक! धन
जब आए तो 40 साल तक खब ू आए जातक बध ु के मंदे व त के बाद दौलतम द होगा!
हर एक इ सान मदद पर होगा और जो द ु मनी करे गा खुद ह बरबाद हो जाएगा!
ह त रे खा: शुकर के बुज पर केत ू का या नशान!

केतू जब घर 7 आवे, द ु मन सब वो मार हटावे


कु ता राज बैठालया, मुड़ च क च ण जावे

24 साल ह गुज़रते, धन 40 साला आवे

सामने वाले घर का हाल मंदा(केतू से संबि धत चीज से) होगा या न जातक के सामने जो घर
होगा उनम नवास करने वाल के लए! अगर बध ु भी साथ बैठा हो तो 24 साला उ तक द ु मन
गले लगे रहगे इस लए बध
ु से ता लुक रखने वाल चीज का कारोबार नह ं करना चा हए, ले कन
40 साल क उ के बाद सभी द ु मन से नजात पाये, धन भी खब ू आए इतना क 40 साल
तक गुजारा चलता रहे !
नेक हालत

केतू खाना बर- 7 म नेक हो तो आमतौर पर जीतने औरत के भाई- बहन ह उतनी ह खद ु क
औलाद हुआ करती है ! 24 साल क उ म अगले 40 के गुज़ारे के वा ते धन जमा हो जाएगा!
लड़के क उ को केतू क उ से भाग दो और उपलि ध को 8 से गुना करने पर जो हा सल हो,
अब औलाद क पैदाइश के समय जो धन था 24 साल क उ म उतने गुना अ धक होगा और
य य दसू रा लड़का बड़ा होता जाएगा धन भी उसी हसाब से बढ़ता जाएगा!
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नेक केतू अब अपनी गल म कु ता भी शेर वाल कहावत चरताथ करे गा, ब च से मोह बत व
दे खभाल और मा लक के लए गड़ रये के कुते क तरह होगा!

बध
ु , शक
ु र व बहृ प त मदद पर ह तो बना यादा मेहनत के भरपरू धन मले! शक
ु र और
सनीचर म से कोई भी ह मंदे फल का नह ं होगा! द ु मन ेह व मंगल जो कोई भी मंदा
होगा उसका खद ु का फल मंदा होगा!

केतू नेक हो और दो त ेह का साथ हो तो जातक अपने वायदे का प का होगा यहाँ तक ज़बान


बेशक कट जाए ले कन वायदे से नह ं मुकरे गा, कभी मायस
ू िजंदगी ण होगी!

जातक के पास धन दौलत व एश- ओ- आराम के सभी साधन ह गे ले कन इन सबके होते हुये
भी जातक अगर दस
ू र के न होने के रोने रोता रहे गा तो यह उसक ज ी खन
ू का असर होगा!

मंद हालत

खाना बर- 7 का केत ू मंदा हो रहा हो तो सामने के घर म केतू से संबि धत चीज के कारन
द कत होगी!

टे वे वाला अगर बरबाद हालत म हो तो इसका जीमेदार जातक का एहम व एहं कार होगा!

अगर केतू मंदा हो रहा हो तो िजस वष त त (खाना बर- 1) म आयेगा ऐसा (7–19–31–43–55–
67–74–95–103–105 साल) म होगा या िजस दन जातक के यहाँ पहला लड़का पैदा होगा केतू
उ दा असर का हो जाएगा!

मंद ज़ुबान और झूठा वायदा केतू को खराब करगे िजसके कारन गह ृ ती जलती होगी और जीवन
म हर काम म कावट आने लगगी! ऐसे टे वे म बध
ु मंदा होगा िजसके कारन जातक क ज़ुबान
मंद होगी और जातक झठ
ू े वायदे करने का आद होगा या फर अपनी इन आदत से बध
ु को
न ट कर रहा होगा!

बधु खाना बर- 7 म हो या हरे रं ग क क म का इ तेमाल और बध


ु से संबि धत कारोबार ह
तो बध ु का मंदा असर 34 साल तक रहे गा और 34 साल क उ के बाद बध ु तारने वाला होगा
द ु मन गले पड़गे ले कन खदु - ब- खद ु बरबाद होते जाएंगे!

उपाओ:

बध
ु से संबि धत चीज के कारोबार से परहे ज कर!
झूठ व फरे ब क आदत से दरू रह!
ज़ुबान से मंदा न बोल और एहं कार छोड़!
क चीज़ कायम कर!
केत ू खाना बर- 8
(ब च क मोह बत के गम म छत पर रोने वाला कुता, मौत के यम को पहले दे ख वाला
कुता)

मरे ब चे इतने- क भर रह है
गला मर चक
ु का- त ू कया कर रह है
मारग घर जब केत ू बैठा- प तान प थर आ होता हो

मद औरत न सु खया जोड़ा- लड़का क जा सोता हो

पहले 6 तक बुध जो बैठा- औलाद कायम त 34 हो


बैठा मगर जब 7 ता 12- बाद 34 जा बचती हो

गु मि दर जब खाल टे वे- उपाओ गु का उतम हो

आया गु ह हो जब दज
ू े- केत ू गना तब कायम हो
ह साथी या साथ हो कोई- केत ू मंदा खुद होता हो

क मत क दोरं गी होगी- केत ू दे ता फल 2 का हो

गु बुरा तो केत ू मंदा- भला मंगल न रहता हो

बध
ु शक
ु र न होगा उ दा- औलाद दे र से पाता हो
मंगल गु 6–12 बैठे- मंगल क मंगल बद चौथे हो
औलाद दौलत न उ दा गनते- मंगल केत ू दो मंदे ह

मींह बरसे औलाद का- जब दज


ू े हो
भी जब हो बुरा- पालन हो

- - केत ू का परभाव अब सोया हुआ गनगे इसके लए का उपाओ कारगार होगा!


टे वे म बह
ृ प त मंदा हो तो केत ू का फल अशुभ होगा! कोई ह केत ू के साथ हो या साथी
ह बन रहा हो तो केत ू के साथ उस ह का उपाओ भी ज र होगा! अगर केतू मंदा हो
रहा हो तो कुता शेर क नींद सोया हुआ होगा! औलाद क भलाई या पैदाइश के वा ते दो
रं गा कंबल वीरान जगह या शमशान म दबाएँ अगर कोई ह केत ू के साथ हो तो कंबल
के टुकड़े म उस ह क व त ु बांध कर वीरान या शमशान म दबाएँ! अगर खाना बर- 2
खाल हो तो बह ृ प त का उपाओ मददगार होगा! जनमकाल न बह ृ प त खाना बर- 2 म
हो तो केत ू उतम फल का होगा या िजस साल बह
ृ प त खाना बर- 2 म आयेगा उस
साल से केतू उतम हो जाएगा! राहू- 2 के समय औलाद क पैदाइश या औलाद रहने का
व त बहुत दे र से आया करता है , इस मंदे असर से बचने के लए मंगल बद का उपाओ
करना चा हए! केत ू खाना बर- 8 के समय शुकर या बुध टे वे म आमतौर पर मंदे घर के
ह गे ले कन अगर बह
ृ प त खाना बर- 6 या 12 म हो तो केतू का असर मंदा नह ं
होगा!
ह त रे खा: हथेल पर मंगल बद के बुज पर केत ू का या नशान!

केतू जब 8 हुआ, प थर ह प तान

कुता सोया छत पर, लड़का हो क तान

मींह बरसे औलाद का, जब दज


ू े हो
जब भी हो बरु ा, पालन हो

कान(सुनने क ताकत), छलावा, धोकाबाज़


खदु अपनी उ लंबी ले कन केत ू क उ (48) साल तक औलाद से द ु खया व मह म! कुता अब
शेर क नींद सोया होगा! दोरं गे कंबल (काला सफेद) का टुकड़ा शमशान म दबाएँ! अगर केतू के
साथ कोई अ य ह हो तो उस ह क व त ु कंबल म बांध कर दबाएँ!

नेक हालत

केतू के उ दा होने का फैसला खाना बर- 12 से होगा! अगर टे वे म बध


ु व शुकर उ दा ह तो
केतू कभी मंदा फल नह ं दे गा चाहे ह चाल कैसी भी हो!

औलाद ज द कायम हो या दे र से ले कन जातक क खद


ु क उ लंबी होगी और 70 से कम
कभी न होगी यादा हो सकती है !

खा ना बर- 8 ह चाल कुते(केतू) के कान क जगह है ! मौत क आहत को पहचानने वाला


या न जातक को अपनी म ृ य ु का पहले से पता चल जाएगा!

जनम कंु डल म अगर बध ु गनती के हसाब से खाना बर- 1 से 6 म से कसी एक म हो तो


टे वे वाले क 34 साल क उ तक पैदा हुयी औलाद आ खर तक कायम रहे गी और अगर बध ु
बैठा हो खाना बर- 7 से 12 म से कसी एक म तो नर औलाद आमतौर पर 34 साल क उ
म कायम होगी! कई बार तो 45 से 48 साल तक एक लड़का हुआ करता है और उसके बाद
दस
ू रा लड़का कायम होगा!

खाना बर- 6 केतू का अपना घर है और इस घर म केतू नीच भी है ! अब केतू- 8 के समय


अगर बध ु खाना बर- 6 म हो तो 34 साल से पहले और 34 साल के बाद पैदा हुयी औलाद
िज़ंदा रहे गी! खद
ु क अपनी शाद या बहन क शाद के बाद पैदाशुदा औलाद कायम रहे गी!

केतू- 8 के समय कस खाना म बध


ु हो तो कस साल औलाद कायम होगी!

मंगल नेक हो और बह ृ प त खाना बर- 2 या 1 म या - 2 म हो तो तो केतू नेक होगा


और जातक के यहाँ कई औलाद ह गी! अगर कसी वजह से मंदा हो रहा हो तो पज
ू न
उतम उपाओ है !

बह
ृ प त और मंगल खाना बर- 6–12 म न ह तो केतू का असर कभी मंदा नह ं होगा!

मंद हालत

जब केतू- 8 म हो तो बध
ु या शुकर मंदे हुआ करते ह ऐसे म जातक का चाल चलन ठ क नह ं
रे हता और इसका अशुभ परभाव औरत क सेहत पर होगा!

अगर खाना बर- 8 का केतू मंदा हो रहा हो तो औलाद क मौत सदमे का कारन हुआ करती है
इसक पहल नशानी होगी क कुता छत पर बैठ कर रोता होगा औलाद क पैदाइश 34 साल क
उ म और 48 साल तक औलाद क तरफ से परे शानी बनी रहे गी! खदु को पेशाब से संबि धत
बीमा रयाँ ह गी!

25 साल क उ तक केतू का फल उ दा होगा ले कन 26 साल से बध


ु और सनीचर का फल
मंदा होगा इसका बरु ा असर गह
ृ त जीवन पर होगा!

खाना बर- 2 खाल (राहू गना नह ं जाएगा) तो औलाद क मंद हालत होगी और खद
ु को पेट
क बीमार जल
ु ाब- जोड़ म दद- फोड़े आ द) ह गे!

कोई भी ह खाना बर- 8 म केतू के साथ हो तो केतू का फल मंदा होगा! टे वे म बह ृ प त मंदा


हो तो केतू भी मंदा होगा और मंगल भी अशुभ फल का होगा! बध
ु और शुकर भी अपना नेक
फल न दे सकगे नर औलाद दे र से पैदा होगी!
गु मंगल कोई भी 6 या 12 म, मंगल क योग हो या मंगल बद 4 म हो तो औलाद और दौलत
दोन के लए असर मंदा होगा इसके ईलावा मंगल व केतू का फल भी मंदा!

सनीचर या मंगल खाना बर- 7 म केतू क सभी चीज़ मंद ! जहमत, छत का गरना, गह
ृ त
जीवन व घर बार सब बरबाद होगा!

मंगल खाना बर- 12 और सनीचर खाना बर- 1 म हो तो ऐसे टे वे वाले के जनम से 12


मह ने पहले भाई क मौत हुयी होगी!

उपाओ:

खराब हो तो पज
ू न करना चा हए!
काला सफेद दोरं गा कंबल धरम थान मे द या वीरान जगह दबाएँ!
केतू के साथ कोई ह हो तो उस ह क व त ु कंबल म बांध कर दबाएँ!
केले धरम थान म द!
चाल चलन नेक होना केत ू के ठ क होने क बु नयाद होगी!
औलाद व बीमार से बचने के लए कान छे द करवा कर सोना पहन कम से कम 96 घ टे
के लए!
केसर का इ तेमाल तलक आ द के लए कर व ज़ुबान पर लगाएँ!
केत ू खाना बर- 9
(इंसान क ज़ब
ु ान समझने वाला कुता, बाप का फरमाबरदार बेटा)
पता माता एहसान- हम पर जो करते

उ गुज़रे सार - एवज़ उनका भरते

केत ू कायम खुद पता को तारे - तारता नह ं वह मामं ु को

औलाद नर ना तीन ह गनते- सु खया होवे और उ दा जो


भले घर माता तारे - गु भले पता तारता हो

श ु ह घर तीसरे बैठे- औलाद नर ना मारता हो

साल गुज़रते ह 7 के- उ दा असर केत ू दे ता हो

सुख़न बेटा ला लदां दे त-े हु म बधाता होता हो

ट सोने क घर जब रखता- केत ू िज म कुल उ दा हो

सोना बढ़े घर हरदम उतना- िजतना वज़न ज़र बढ़ता हो

औलाद केत ू म लड़का अपना- नेक सलाह होता हो

हाल हो न हो साल जो अगला- पहले बता ह दे ता हो


शुकर श न फल हर दो उ दा- गु भला ह मि दर जो

भाग भला न बेशक माता- साथ 9 वाह हो

गज़
ु रान लखी परदे स हो उ दा- केत ू पालन से बढ़ता हो
मा लक सफ़त दो शेर कुता- अमीर बना खुद सा ता हो

- - केत ू उं च या न नौकर हो या कारोबार तर क तो दे गा ले कन तबद ल क शत


नह !ं सअ
ू र क बहादरु और नेक कुते क वफादार जैसी स त का मा लक होगा! नर
औलाद यादा से यादा तीन कायम ह गी ले कन हर तरह से खुशहाल! आमतौर से
यादा समय परदे स म बीतता है ले कन अ छे मायन म! िजनके यहाँ औलाद न होती हो
उसको केत-ू 9 वाले का आशीवाद लेना चा हए और यह आशीवाद हु म बधाता क तरह
असरदार होगा! इस घर का केत ू बह ृ प त के बराबर होता है पता को तारने वाला ले कन
मामं ु के लए मंदे असर का! घर म सोने क ट या कान म सोना धारण करना केत ू को
नेक करे गा!

ह त रे खा

शुकर और के बुरज के दर मयान खाना बर- 9 पर केत ू का या नशान!


केतू 9 पता को तारे , तारता नह ं वो मामंु को

औलाद तो होगी गनती ह क , पर सु खया व उ दा हो

मात- पता घर दोन तारे - जब गु उ दा हो

जो ह दोन से र ी होवे, तरफ वह ह मंदा हो


घर तीजे जब द ु मन होवे, लड़का भी हो मंदा

साल गुज़रे ह 7 के, होगा फर वो उ दा

दो रं गा कुता, घर म सई
ु हुई कु तया ब च के साथ शभ
ु व नेक फल होगी
तर क क शत है ले कन तबद ल क नह ं! सूअर क बहादरु और कुते क मा लक के त
वफादार जातक के जीवन क बु नयाद होगी! नर औलाद यादा से यादा तीन ह कायम ह गी
ले कन औलाद हर तरह से खश ु हाल होगी!

नेक हालत

कुते क वफादार और सअ
ू र क बहादरु ऐसे जातक क रग रग म होगी नेक मायन म, यह
खू बयाँ जातक क औलाद म ज़ र ह गी! केतू क ज़ाती अ छ या बरु हालत का फैसला टे वे म
बह
ृ प त क ि तथी पर नभर करे गा!

हुनरमंद व हाथ क मेहनत से कामयाब यि त होगा! कुता पालना या तीन द ु नयावी कुत क
सेवा तर क क बु नयाद होगी!

शकु र, सनीचर व बहृ प त का फल उतम होगा और खाना बर- 2 का हर एक ह ( समेत)


नेक फल दे गा! ऐसा यि त जनम लेत े ह पता क हालत को उ दा करता चला जाएगा!

खाना बर- 7 के ह क उ या न जो ह- 7 म ह उनक असर करने क उ जैसे सूरज- 22


साल, बह
ृ प त- 16 साल आ द) के गुज़र जाने के बाद केतू हर तरह से उ दा फल का होगा!

िजस यि त के औलाद न होती हो उसको खाना बर- 9 वाले जातक का आशीवाद लेना चा हए
यह कुदरती हु म है ! घर म सोने क ट या िज म पर सोना धारण करना खासकर कान म
सोना पहनना केतू संबि धत बीमा रय से बचाएगा और धन दौलत म बरकत दे गा!

सोना रखने से घर के सोने म बढ़ोतर होती चल जाएगी! खद


ु का लड़का ह जातक का सबसे
बड़ा सलाहकार होगा, जो घटना भ व य म घ टत होनी हो उसको पहले ह बता दे गा! मां बाप का
फमाबरदार बेटा हुआ करता है !

नर औलाद कम से कम तीन कायम ह गी और हर तरह से खश


ु हाल! टे वे म शुभ घर का
या उ दा हो तो माता खानदान को तारने वाला!

टे वे म बह
ृ प त या राहू उतम ि तथी म ह या खाना बर- 2 नेक हो रहा हो तो उतम सरकार
नौकर होगी और पता खानदान को तारे गा!

मंद हालत

अगर केतू मंदा हो रहा हो तो मामा खानदान को बरबाद करे गा, क चीज पर भी असर
अशुभ होगा चाहे खाना बर- 9 म ह हो!

द ु मन ह - मंगल खाना बर- 3 म हो तो नर औलाद मरती जाएगी!

टे वे म सनीचर मंदा हो तो जातक चोर डाकू स भाव होते हुये भी मंदे हाल होगा

उपाओ:

घर म सोने क ट रख या शर र पर सोना धारण कर!


कान म खल स सोना पहन!
माता, पता, श क व कुलपरु ो हत क सेवा कर और आशीवाद ल!
कुता पालना उतम उपाओ है !
तीन द ु नयावी कुत क पालना करनी चा हए!
केतू खाना बर- 10
(चप
ु चाप अपने रा ते पर चलने वाला मौक़ा बाज़(मंद हालत) मौक़ा शनास(नेक हालत)
उजाड़े बरादर- मुआफ हो दे ता

भरे पेट दौलत- न कंगाल होता

श क केत ू दरबार श न के- जाँ केत ू ख़ुद मंदा हो

मंगल राजा वाह साथी बैठे- भला दोन न होता हो


श न टे वे घर अ छे होते- म ी सोना दे जाती हो

बुरे घर जब श न जा बैठे- सोना म ी खा लेती हो

ताक़त श न ह धोका होता- इंसाफ श न पर होता हो

उ पापी 48 करता- चलन संभलते उ दा हो

श न अकेला 6 घर बैठे- नाम खलाड़ी होता हो

लड़का पैदा 3 होकर मरता- श न पाया घर चौथा जो

उपाओ वह अब उतम होगा- गना केतू घर 8 का जो

माया दौलत न केत ू मंदा- नीच सफ औलाद का हो


- - जातक दौलतम द होगा ले कन आचरण व चल चलन का ढ ला! टे वे म सनीचर क
हालत बताएगी क जातक म ी से सोना पैदा करे गा या फर सोने को म ी म बदलेगा!
चाल चलन को ठ क रखना एक नहायत ज र हदायत है ! खल स चाँद के बरतन म
शहद भर कर रख! 48 साल क उ के बाद कुता पालना नेक फल दे गा! अगर टे वे म
सनीचर मंदा हो रहा हो तो फल हर तरह से अशुभ होगा और अगर सनीचर नेक हो तो
सनीचर व केतू का फल उ दा होगा! 48 साल क उ तबद ल के हालात पैदा कर दे गी!
अगर सनीचर उ टा या न मंदा सा बत हो जाए तो िज मानी, हानी, ज़मीन, मकान व
धन हा न होगी या न तीन काणे और अगर सनीचर मद गार सा बत हो जाए पौ बारह!

ह त रे खा: सनीचर के बुज पर म यमा क तीसर पोर के नीचे केत ू का या


नशान!


केतू घर 10 का श क , कुता, लड़का मंदे

मंगल वाह घर 10 होवे, फर भी दोन मंदे

श न अगर घर अ छे होवे, म ी- सोना होवे

बरु जगह जब नाग जा बैठे, सोना- म ी होवे


अब उपाओ केत ू होगा, या का पानी

महल मकानाँ नीचे दे वे, दध


ू शहद वो ाणी
अकेला हो केत ू जब घर 10 , मदद मंगल से होगी

पर जब ह दो इक ठे बैठे, दया क होगी

चूहा, फैसला सनीचर से होगा, मंगल का उपाओ मदद दे गा


दौलतम द ले कन बदफेल व अ याश होगा! सनीचर क नेक हालत म ी को सोना करे और मंद
हालत सोने को म ी! जातक अपनी 45 साल क उ म अपना च र ठ क रखे यह एक
कारआमद चीज़ होगी, ऐसे म खा लस चाँद के बरतन म शहद भरकर 45 साल से पहले ह रख
लेवे! 48 साल के बाद कुता पालना मददगार होगा! केत ू खाना बर- 10 के समय सनीचर खाना
बर- 4 म हो तो तीन नर औलाद बेमायनी होगी और इस मंदे जहर का उपाओ वह है जो केतू
खान बर- 8 का है !

नेक हालत

जातक के भाई य द धन दौलत उजाड़ और जातक उनक गलती मआ


ु फ़ करता जाए तो धन
दौलत बढ़ता ह रहे गा!

इस घर के केतू क हालत श क हुआ करती है और इसका फैसला क केतू नेक फल है या मंदा


सनीचर क ि तथी पर होगा! अगर मंदा भी हुआ तो औलाद के लए होगा धन दौलत के लए
नह ं!

चप
ु चाप अपने रा ते पर चलने वाला जातक ले कन अगर च र से ढ ला हुआ तो पराई औरत मंदे
कफ़न का काम करे गी!

सनीचर उ दा या उ दा घर म तो म ी से भी सोना पैदा करने क ताकत! 24 साल क उ


तक लड़के ह लड़के पैदा ह गे या न बह ृ प त भी नेक फल का होगा!

अगर सनीचर खाना बर- 6 म हो तो नामवर खलाड़ी होगा (चाहे चौसर- चौपड़, मैदान के खेल
व नेक और बद चाल चलन के खेल भी शा मल ह)
मंद हालत

केतू क मंद हालत के समय केतू क जानदार चीज पर 24–48 तक असर अशुभ खासकर जब
सनीचर मंदा हो!

औलाद क बरबाद के व त राहू व केतू क इ कठ उ 42 साल क उ म खा लस चाँद के


बरतन म शहद भर कर घर म रख फर वीरान जगह पर दबा द! 48 साल क उ के बाद कुता
पालना ज र होगा!

45 से 48 साल क उ के बीच अपने चाल चलन पर काब ू रखना औलाद के जीवन क बु नयाद
होगा

अकेला केतू मंदा हो तो मंगल का उपाओ मददगार होगा ले कन दोन इक ठे तो दोन का फल


मंदा! जातक अ याश व बदकार होगा गह ृ ती व कारोबार हर जगह बरबाद , सोने को म ी करे !

सनीचर खाना बर- 4 म हो तो 3 नर औलाद न ट ह गी ले कन धन दौलत मंदा न होगा!

उपाओ:

चाल चलन नेक रखना नहायत ज र !


42 साल क उ म खा लस चाँद के बरतन म शहद भर कर रख!
मकान क नींव म चाँद के बरतन म शहद भर कर दबाएँ!
48 साल क उ म कुता पाल!
क के िजस घर म राहू या केतू ह उस घर म उ च होने वाले ह का उपाओ कर
केतू खाना बर- 11
(गीदड़ सभ
ु ाओ कुता)
फ छोड़ गुज़र क जो चल गई है

नज़र रख तू आगे क जो आ रह है

ताक़त केत ू हो गुना 11- उ दा दौलत ज़र दे ता हो

साथी श न बध
ु तीजे बैठा- असर केत ू का मंदा हो
भला श न या 3 घर आया- केत ू बरु ा न होता हो

औरत टे वे वाह कैसा बैठा- शत श न न करता हो

केत ू गु 5–11 होते- जनम लेता जो लड़का हो

िज म उ उस मुदा गनते- लाश अमूमन पैदा हो

व त केत ू ता माता मरती- दौलत मगर ख़द


ु बढ़ती हो
श न मंदे न होगी उतनी- औलाद मकान जड़ कटती हो

- - केत ू खाना बर- 11 के समय टे वे म र ी होगा या फर माता न होगी! ज ी


जायदाद के बजाए ख़ुद पैदा क हुयी जायदाद यादा हो ग, खूब आमदन का मा लक
होगा! अगर टे वे म सनीचर मंदा सा बत हो रहा हो तो लड़का और मकान परे शानी का
कारण ह गे! मगर औरत के टे वे म यह सब उलट या न नेक व शुभ होगा! केत ू ह
सनीचर के बराबर का है इस लए अगर सनीचर अपने ज़ाती सावभाव ब नेक घर का हो
तो केत ू का असर सबसे बल होगा और खूब धन दौलत दे ने वाला! केत ू क हाजर या न
लड़के के होते या न माता न होगी!

क मती दो रं गा ( याह व सफेद) प थर, याह कुते का साथ नेक! केत ू कायम रखना
मुबारक होगा
ह त रे खा: हथेल पर खाना बर- 11 क जगह पर केत ू का या नशान!

केतू 11- यारह गुणा हो, धन दौलत हो उ दा


पर ख़द
ु केत ू श न दोन का, फल होगा ह मंदा
जायदाद न उतनी होगी, िजतनी ख़द
ु बनावे
बध
ु अगर न तीजे बैठे, केतू राज करावे
गर बध
ु उसके तीजे आवे, केतू मारे चीखाँ
क मत क दोरं गी होवे, रोवे अपने लेखाँ

क मती दो रं गा ( याह व सफेद) प थर, याह कुते का ता लुक सबसे नेक, केतू कायम
रखना मुबा रक!
ऐसे टे वे म या तो र ी होगा या फर माता न होगी! ज ी जायदाद क बजाए ख़द ु क बनाई
जायदाद कई गुणा यादा होगी! आमदन खब ू होगी ले कन सनीचर (मकान) व ख़दु केतू (लड़का)
का अपना फल मंदा होगा िजसके कारन द ल र व परे शानी का आलम होगा! मगर औरत के टे वे
म यह हालत उलट या न हर हाल म नेक व मुबा रक ह गे!

नेक हालत

जो समय गुज़र गया उसको भूल कर आने वाले समय का याल रखने वाला! ज ी जायदाद
इतनी नह ं होगी िजतनी क खद
ु पैदा कर लेगा! अगर बध
ु खाना बर- 3 म न हो तो केतू
राजदरबार के लए राजयोग होगा!

बह
ृ प त इस घर का ह होने के कारन केतू अब सोने क ज़ंजीर म जकड़ा हुआ गीदड़ के
सुभाओ का कुता होगा!

सनीचर हो खाना बर- 3 म तो 11 गुना उ दा धन दौलत का मा लक!

जब नर ह या ी ह मद्ं े हो रहे ह तो माल हालत के लए 11 गुना नेक फल का! केतू 11–


23–36–48 साल म वष फल के अनस ु ार खाना बर- 1 म आयेगा और बेहतर न फल दे गा!

मंद हालत

जातक के यहाँ जब लड़का पैदा होगा और औरत के यहाँ लड़का या दोहता तो जातक क माता
क उ को खतरा होगा! केतू क उ और का फल माता व क बहने वाल चीज पर
नहायत मंदा होगा!

जब बर- 5 का राहू कसी दसू र हालत म मददगार हो तो जातक खद ु द ल र व परे शानी का


मारा ले कन औलाद नेक होगी, यह शत औरत के टे वे म केतू- 11 के समय लागू न होगी!
कसी नेक काम पर नकलते व त पीछे से कोई आवाज़ लगा दे तो मद्ं े असर क नशानी होगी!
बध
ु खाना बर- 3 म हो तो का असर 11–23–36–48 साल म मंदा होगा!

सनीचर अपने स भाव के अनस ु ार मंदा हो तो मकान व औलाद के लए फल नक मे ह गे ले कन


औरत के टे वे म यह नयम लाग ू न होगा!

केतू मंदा हो तो नर औलाद मुदा पैदा होगी ऐसे म सनीचर क व त ु सफेद मूल सरहाने रख
सबु ह कसी धरम थान म रख द अगल औलाद ठ क पैदा होगी!
केतू खाना बर- 12
(ऐश व आराम ज ी वरसा)
भरे ज़र कबीला वाह ब च से तेरा

ऐवज घर गु का तू कस जनम दे गा

आप बढ़ता साथी बढ़ते- बढ़ता कुल प रवार हो

मद माया ह गे फलते- फलता सब गल


ु ज़ार हो
उं च केत ू जड़ खाल बैठा- सख
ु गह
ृ ती बढ़ता हो
श न शुकर और गु तीन का- असर मुबारक दे ता हो

मदद भाई न मंगल गनते- लड़का ज़ाती खुद तारता हो

शत तर क केत ू लेत-े मकान सफ़र फल उ दा हो

श ु म वाह साथी बैठा- औलाद केत ू न मंदा हो

टे वे राहू का द ु मन साथी- ज़हर केत ू को दे ता हो

औलाद नर ना होगी श क - मंदा केत ू खुद होता हो

केत ू 12 न असर जो दे वे- नशानी दज


ू े जा दे ता हो
औलाद असर धन दौलत अपने- ससुराल घर आ भरता हो

असर दो तरफ़ पाप जो मंदा- बाहर टे वे से होता हो

औलाद उपाओ राहू होगा- दध


ू अंगठ
ू ा चस
ू ता हो
मंगल राहू म हसद हो भरता- लड़के तरफ़ चार

श ु बैठा खुद र ा करता- फले फ़ूले गुलज़ार


- - तर क क शत है तबद ल क नह !ं औलाद क पैदाइश के दन से जब लड़का 24
साल का होगा जातक दौलतम द होगा! हर जगह जातक का इ ज़त मान होगा! नर
औलाद कम से कम 6 तक हो सकती ह! अंगूठा दध ू म डुबो कर चूसना नेक फल दे गा!
घर म दो रं ग का कुता (काला व फेद) पालना मब ु ारक होगा! अंगठ
ू े का झुकाव बाहर क
तरफ हो तो रशतेदार को तारने वाला जातक! केत ू उन तमाम बात का असर उतम दे गा
िजनका स बंध केत ू से है ! ले कन भाइय क तरफ से बेआरामी पैदा करे गा! कुटु ब
कबीला भरा पूरा व हर तरह से सु खया होगा!
ह त रे खा: हथेल पर क मत रे खा व उ रे खा के दर मयान खाना बर- 12 पर केतू
का या का नशान!

केत ू बैठा जब घर आ 12, सुख गह


ृ ती होता हो
शक
ु र, केतू, श न, बह
ृ प त, फल चार का उ दा हो
खद
ु बढ़े साथी बढ़, बढ़े गा कुल प रवार
मद माया क कमी न होवे, बढ़गे र तेदार
मंगल, राहू हसद करगे, लड़के तरफ़ चार

हर तरह से र ा होगी, फल फुले गल


ु ज़ार

औलाद क पैदाइश या लड़के क 24 साल क उ से दौलतम द होगा! अंगूठा मंह


ु म रखना
गह
ृ ती के लए शुभ! काला व सफेद दो रं गा कुता पालना नहायत नेक फल दे गा!

नेक हालत

तर क (चाहे नौकर हो या कारोबार) ज़ र दे गा ले कन तबद ल क शत नह !ं केतू अगर खाना


बर- 12 का फल न दे रहा हो तो अपना नेक असर खाना बर- 2 म ज़ा हर करे गा!

सनीचर, शक
ु र व बहृ प त मय केतू चार का फल उतम होगा ले कन बड़े भाई, ताया, मामा आ द
क कोई मदद नह ं होगी! सफ खद
ु का अपना लड़का तारे गा!

अगर जातक केतू कायम रखे व चाल चलन ठ क रखे तो नर औलाद क कोई कमी न होगी चाहे
द ु मन ह साथी ह !

मंगल व राहू हसद करगे या न इन ेह से संबि धत व तुओ ं या रशतेदार से कोई लाभ न


होगा!

जब खाना बर- 6 खाल हो (राहू नह ं गना जाएगा) तो जातक दौलतमंद प रवार का मा लक,
ज ी जायदाद कुदरती हक होगा! गह ृ त सुख व औलाद का सुख पण ू ! धन दौलत क कोई कमी
न होगी!
मंद हालत

टे वे वाले पर खद
ु कोई मंदा असर न होगा ले कन केतू खराब हो तो नर औलाद न ट करे गा!

केतू खाना बर- 12 म उं च फल का है ले कन राहू खाना बर- 6 के साथ बध


ु भी हो तो कोई
बरु ा असर न होगा य क बध ु र शप त और केतू का प का घर और राहू उं च ले कन॰॰॰॰॰

य द राहू के साथ इसके श ु सूरज, शुकर या मंगल हो तो औलाद क जड़ कटे गी!


य द राहू के साथ मंगल हो तो 28 साल क उ तक औलाद कायम न होगी!
य द राहू के साथ हो तो 32 साल क उ तक औलाद कायम न होगी!
य द राहू के साथ सरू ज हो तो 42 साल क उ तक औलाद कायम न होगी!
याद राहू के साथ शुकर हो तो 25 साल क उ ताल औलाद कायम न होगी!

खास नयम: जब खाना बर- 6 म राहू के सम ह ह चाहे वह केतू के श ु ह य न ह केतू


पर कोई अशभु असर न होगा ले कन नयत के आधार पर ऐसा जातक मंगल बद से मलता
जल
ु ता होगा!

िजस तरह 6 म राहू के श ु ेह , शुकर( ी ह) तथा सूरज, मंगल(पु ष ह) साथ होने से


संतान हानी होती है इसी असूल पर खाना बर- 2 म सूरज, शुकर या मंगल ह तो खाना बर-
12 म उं च का केतू न फल होगा! य द कसी अ य योग के कारन केतू शुभ सा बत हो जाए तो
2 नर औलाद कायम हो सकगी! य द टे वे म खाना बर- 2 वाला योग हो और जातक कसी
बेऔलाद यि त से ज़मीन खर द कर मकान बनाए तो खद ु भी बेऔलाद होगा!

य द खाना बर- 2 (उं च) हो और केतू खाना बर- 12 (उं च) हो तो और केतू म से


एक ह का फल नेक होगा!

य द जातक कुते मरवाये तो उं च का केतू भी मंदा फल दे गा!

उपाओ:

य द संतान क मंद हालत हो तो राहू का उपाओ करना चा हए!


आ थक तंगी के लए अंगूठा दध
ू म डुबो कर चूसना चा हए!
ई या, दवेश व गु से से दरू रह!
कुते क सेवा हमेशा नेक फल दे गी!
दोरं गा (काला व सफेद) कुता पाल!
अगर औलाद कायम न हो रह हो तो कुते पे कुता मरे गा ऐसे म 11 कुते मर सकते ह
इस लए एक कुते के मरते ह 40 दन के अंदर दस ू रा कुता ले आय!
दो ह
Chapter 1
बह
ृ प त के साथ एक ह
बह
ृ प त- सरू ज
(शाह धन)

त त मले से साल 38- आला दौलत धन शाह हो

व णु- मा पालन सिृ ट- भाग उदय ल


ै ोक हो
बाप बेटे का दोन द ु नया- लेख नसीबा मलता हो

जुदा जुदा वाह लाख मंदा- मलते सुखी दो होता हो

दोन दे ख जब माता- खश
ु क कुएँ ज़र भरता हो
नज़र ि ट श न जो करता- सोया जला फल दो का हो

साथ साथी माता अंधी- प तान भरे दध


ू होती हो
बुध मगर जब हो कभी साथी- र व गु दो कैद ह

बह
ृ प त को शेर माना गया है और कंु डल के खाना बर- 5 म संह रा श या न दो
शेर इक ठे ह गे! दोन इक ठे नेक घर म और हर तरह से कायम तो फल नहायत
उतम ले कन अगर कसी वजह से क ट म ह तो अपनी जगह केत ू को मरवा दया
करते ह! दोन का इ ठा असर सोने क तरह और शेर क र तार क मत पर होगा
और यह असर इ ठा असर टे वे वाले क 38 साल क उ तक गना जाएगा पहले
बहृ प त का और कभी कभी सरू ज का असर हुआ करता है और उसके बाद दोन
ेह अपना अपना जुदा जुदा असर होगा! मक़दार के हसाब से सूरज का असर
अगर तीन होगा तो बह ृ प त का दो हुआ करता है या न सरू ज का असर बह ृ पत
से उतम होगा! बाप बेटे का एक ह ब तर पर सोना क मत क बु नयाद हुआ
करता है ले कन कसी मजबूर के कारन अलग अलग रहना पड़े तो बाप का
इ तेमाल कया हुआ ऐसा कपड़ा या दर जो पीठ के नीचे बछाई जाती हो जातक
को इ तेमाल करनी चा हए या घर क सबसे पुरानी चारपाई हो सकती है ! बह ृ पत
सरू ज इक ठे होने पर म नईु का असर शा मल होगा जो क पैतक ृ खन ू क
नशानी होगा! अब बह ृ प त बाबे क जगह टे वे वाले का बाप गना जाएगा या न
बह
ृ प त होगा टे वे वाले का बाप और टे वे वाला खुद जो बह ृ प त का लड़का है सूरज
होगा या टे वे वाले अगर बाप तो बह ृ प त और उसका लड़का सूरज होगा और दोन
क क मत एक साथ चलती होगी!
या न क बाप व बेटे हर दो के इकठा होने क हालत म हमेशा ह 70 साल क उ
तक खुशहाल ह गे! अगर ेह के असूल पर दोन म से कसी एक क क मत का दजा
कम हो तो दस ू रे क तरफ से उ क बरकत और नसीब क मदद का ज़ोर मलकर दोन
बाप व बेटे क 70 साल तक बल ु द के मा लक ह गे!

अकेला गु जगत बाबा जो होवे, बाप र व से वो कहलाता है

र व गु जब इ ठे ह बैठे, बाप बेटा हर दो मल जाता है


क़ मत हर दो एक ह होवे, मले दोन ह बन जाता है

घर 6 7 वो ह रा श फल के, ईकठ से ऋण पत ृ हो जाता है


द ु नया क ह का र व होइए मा लक, तो मा लक गु जगत हो जाता है
दोन इ ठे ह सांस हानी, जहाँ दोन ल
ै ोक हो जाता है

गु बाप बनता तो सूरज हो लड़का, भाग मु तरका दोन का हो जाता है


बने एक रा श तो दज
ू ा हफल, लखत वाँ बधाता बदल जाता है
तरफ पहल बैठा या बा लग जो होवे, असर उसका बल ह हो जाता है

अकेले अकेले ह बेशक वो मंदे, असर नेक दोन का हो जाता है


द ु मन ेह या घर मंदे मारे , या टकराते बाहम वो टे वे म ह
फल दोन का हो कभी भी न मंदा, बैठे बेशक वो कह ं ह ह

ान अ ल या हवा रोशनी तो, राजा योगी भी होते ह

फल दोन का उतम अपना, द ु खया मामँू को करते ह

र व गु होते ह व णु मा, तो भाग उदय उसका कहलाता है

दोन अगर ह कह ं कभी न मलते, जनम मंदा उसका ह हो जाता है


इंसाफ बजग
ु उ के मा लक, द ु मन से घबराते ह
सात साल क महादशा म, वो केत ू को मरवाते ह

को जब दोन दे ख, ख़ु क कुएँ भर आते ह

माता हो उनक बेशक अ धी, प तान हरे हो जाते ह

श न अगर दोन को दे खे, इक दम ह सो जाते ह

शेर गरजता, सोना दमकता, दोन ह जल जाते ह

ब मुका बल ह कभी बैठे, वज़ीर मातहती होते ह

राजा इनका हो मा लक रा श, िजसम क वो बैठते ह

हाथ क रे खा जनम हो कु डल , या मलते कभी दो न ह


मटे सरू ज रे खा व क़ मत, फल मंदे दोन के ह

वशेष: जहाँ बा लग श द आया है उसको उ क जगह बा लग टे वा गनना होगा!


माता अ धी से मतलब होगा क टे वे म बबाद या न ट हो रहा हो!

खाना बर- 1
र व गु घर पहले बैठे, त त सन
ु हर का हा कम हो,
उ ल बी और सुख गह
ृ ती, म ी का वाह माधो हो!
सूरज व बह
ृ प त संयु त खाना नंबर- 1 म तो नहायत नेक फल हुआ करते ह!
हर तरह से कायम ह तो यि त हकूमत करने वाला हुआ करता है ! आयु ल बी
और गह ृ त सुख भी पूरा होगा चाहे यि त कम पढ़ा- लखा ह य न हो!
खाना बर- 2
दोन मलकर घर दज
ू े म, उपदे श गु का सुनाते ह,
महल मकान सब आला उसके, शेर गरजते होते ह!

सूरज व बह
ृ प त संयु त खाना नंबर- 2 म बह
ृ प त का मि दर और सूरज
इसका दो त! यि त शेर क तरह बहादरु होगा! मकान आ द सब का फल नेक
हुआ करता है !

खाना बर- 3
घर तीजा ल
ै ोक गनते, सोना माया कुल बढ़ती है ,

माया लालच का पुतला जो होवे, कुल गारत ह होती है !

खाना नंबर- 3 मंगल नेक का प का घर, सूरज व बह ृ प त इस घर म संयु त


होने के व त धन- दौलत का पूण सुख हुआ करता है ! ले कन बुध क रा श होने
के कारण उसका भाव भी साथ होगा इस लए यि त य द लालची तबीयत होगा
तो घर व सभी ेह का फल मंदा ह होगा!

खाना बर- 4
घर चौथे माता के ह , दध
ू पहाड़ से बहता हो,
श न अगर घर 10 बैठे, भ म दोन को करता हो!
सूरज व बह
ृ प त खाना नंबर- 4 म संयु त तो घर के मा लक ह चंदर का
फल साथ होगा इस लए तीन ेह का फल अ त उतम व नेक होगा, ले कन
सनीचर य द खाना नंबर- 10 म हो तो दोन ेह के फल को र ी करे गा!

खाना बर- 5
दोन मल जब 5 बैठ, सोना घर औलाद के है ,
र व राजा घर अपने बैठा, गु महमान वज़ीर भी है !

माया आवेगी पर- वाथ से, श ु भागते बल से ह,


नाव, जहाज़ हवा से चलते, पंखे साँस औलाद के ह!

के कभी न हवा, रोशनी, बैठे वहाँ वाह पापी ह ,


बध
ु अगर आ नकले इस घर, र व गु भी क़ैद ह !
घर इसका गऊ- घाट ह होगा, बाक पाँच ह बचते ह ,

धम दौलत क कमी न कोई, बाल ब चे सब बढ़ते ह !


बहृ प त व सरू ज खाना नंबर- 5 म, सरू ज क रा श और बह
ृ प त का प का
घर अब दोन ह ह खरे सोने क तरह ह गे! यि त बहादरु और श ओ ु ं का नाश
करने वाला होगा, िजतना यादा पर- उपकार करे गा धन- दौलत का आना उतना
ह यादा होगा! इस घर म पापी ह भी साथ ह या इन दोन के साथी ह तो भी
दोन के फल म कोई कमी नह ं आया करती ले कन बुध के भाव से फल मंदा हो
जाया करता है ! अगर गनती के हसाब से बाक पाँच बचने वाला मकान हुआ तो
हर तरह फल नेक व उतम ह गे! धन- दौलत व औलाद के लए उतम यु त है !

बाक खाने
घर 6, सात या 10 हो 11, र व गु नह ं मलते ह,

फल दोन का अपना अपना, तरफ बुढ़ापा गनते ह!

घर 9–12 शु आ खर , कुल उ न त भी लेत े ह,

घर 8 से मौत हटा , जागती क़ मत करते ह!

बाक बचे खान 6–7–10–11 म दोन ह ह इ ठा फल दे ने म असमथ ह गे


इस लए दोन का अपना- अपना जुदा- जुदा फल होगा! खाना नंबर- 9 व 12 म
हर तरह से नेक फल व प रवार क उ न त के नहायत नेक फल ह गे! दोन नर
ह खाना नंबर- 8 म नेक फल दया करते ह और आयु को लंबा करते ह!

र व गु क़ैद से मतलब होगा क बाप व बेटे क क़ मत सोई हुई होगी!


खाना बर- 5 म पापी भी बरु ा नह ं करते ले कन बध
ु आ मले तो दोन का फल
र ी!
खा ना बर 6–7–10–11 म दोन बैठे हुये भी अपना अपना जुदा- जुदा असर दगे
या न अ य खान क तरह दोन इ ठे असर नह ं दे सकगे!
खाना बर- 9 अगर जीवन का शु का ह सा होगा तो खाना बर- 12 जीवन का
आ खर ह सा है और इन घर म प रवार को तर क दे त े ह!
खाना बर- 8 मौत का घर है इस घर म दोन ह ल बी उ के तीक ह!

नेक हालत
सरू ज व बह
ृ प त संयु त के समय दमागी खाना बर- 20 जो क इ ज़त व बज
ु ग
ु का
मा लक है इस यु त के साथ होगा िजससे ऐसा जातक अंदर व बाहर से से नेक, ान दाता,
अ ल का भ डार और क मत के मैदान म राजयोगी क तरह होगा जो न सफ
मा(बह
ृ प त) और व ण(ु सूरज) क लखत को उलट कर त द ल करने क ह मत रखता
होगा!
सरू ज व बह
ृ प त क यु त के समय शक
ु र बाद के घर म हो बाल ब च म बरकत और
हर तरह से व ृ होगी! जातक राजा के दरबार व धरम मि दर म हो हर जगह इ ज़त
पाये!
घर के हसाब से सूरज उतम फल का हो सेहत िज मानी उ दा होगी, द ु नयावी इ ज़त क
तर क हर तरह से दन- ब- दन उतम होगा और दोन ेह से संबि धत कारोबार व
र तेदार सब मदद पर ह गे!
दोन ह को दे ख रहे ह तो का अपना असर भी कई गुना नेक होगा, धन
दौलत के भ डार भरे ह गे! कतना भी मंदा या द ु मन ेह का मारा हुआ य न हो
नेक फल दे गा यहाँ तक क सूखे कुएँ खद ु - ब- खदु पानी से भरने लगगे!
जब यह यु त खाना बर- 1 म हो तो जातक क है सयत एक ऐसे राजा/उ चअ धकार क
तरह होगी जो लोग से राज व ा त करता होगा! ऐसे जातक क मौत अचानक हुआ
करती है ! उतम गह
ृ ती व क मत का मा लक होगा! जातक पढ़ाई के मामले म चाहे
सफर हो ले कन कामयाब हुनरम द होगा!
दोन खाना बर- 2 म ह तो महल मकान आला और उतम व शाहाना जीवन होगा!
जातक शेर क तरह बहादरु ले कन बेरहम तबीयत होगा!

दोन ह खाना बर- 3 म ह और जातक तबीयत से लालची न हो तो माया दौलत क


हरदम तर क होती होगी!
दोन ह खाना बर- 4 म ह तो जातक प थर व पहाड़(सनीचर के कारोबार) से दध
ू पैदा
करने वाला होगा! आला िजंदगी का मा लक होगा!
दोन खाना बर- 5 म और खाना बर- 4 म हो तो मान इ ज़त का धनी और नर
औलाद क पैदाइश के दन से मान इ ज़त बढ़ता जाएगा!
दोन ह खाना बर 6–7–10–11 म इ ठे होते हुये भी अपना अपना अलग अलग फल
दगे!
दोन ह खाना बर- 8 म ह तो जागती क मत का सबत
ू ह गे और बेव त क मौत से
बचाव होता रहे गा!
दोन ह खाना बर 9 या 12 म ह तो असर कुल क उ न त, खानदान क व ृ और
बरकत होगी! माया दौलत और खानदान के सद य म तर क होती होगी!

मंद हालत
शक
ु र अगर पहले घर म हो तो न राजदरबार म कोई इ ज़त होगी और न ह मज़हबी
पच ्ं ायत म! जातक हर तरह से बेआब होता होगा!
जब सूरज और बह ृ प त क यु त खाना बर- 4 म हो और उसी व त सनीचर खाना
बर- 10 म हो तो हालात नहायत मंदे ह गे! केतू से संबि धत कारोबार व र तेदार (मामँू,
औलाद) सब का असर मंदा होगा और धन हा न होगी! सरकार फैसले जातक के उलट ह गे
अगर सनीचर ज़ाती स भाव के असल ू पर नेक हुआ तो कु छ राहत हो सकती है !
दोन ह ह ऐसे घर म यु त ह िजनम सूरज का असर मंदा गनते ह तो हर काम म
तकल फ व कावट पेश आएगी, िज़ंदगी म कोई खश ु ी न होगी बि क जीवन बस जीने के
लए खानापरू जैसा होगा!
दोन ह ह खाना बर- 3 म ह और जातक तबीयतन लालची हो तो कुल खानदान को
तबाह- ओ- बरबाद करने वाल क मत का मा लक होगा!

उपाओ:

िज मानी या माल हालत मंद हो तो बाप बेटे को एक साथ रहना शु कर दे ना चा हए!


मु त का बतौर दान/खैरात लेना नहायत मंदा होगा!
अगर मजबरू वश बाप से अलग रहना पड़े तो बाप का इ तेमाल कया कोई भी कपड़ा पीठ
के नीचे रख कर सोना चा हए!
घर क सबसे परु ानी चारपाई का इ तेमाल भी नेक असर दे गा!
घर म खल स सोना या केसर कायम करना चा हए!

बह
ृ प त-

( दया हुआ धन- महकमा क़ानन


ू - बड़ का दरख़त)
अ ल घटे पर धन बढ़े - सफ़र भी उ दा हो
वरासत का त सब फले- गैबी मदद भी हो

इ साफ महकमा दौलत अपनी- काम मद खुद आती हो


उतम असर ह दोन ज़ाती- तीन काल ल
ै ोक हो

दोन बैठ को द ु मन दे खे- न ट वह खुद होता हो


उलट हालत म दोन मरते- श ु ज़हर न चढ़ता हो

ऋण पत ृ या मात ृ होते- माता पता सुख उड़ता हो


आराम औलाद न उसका दे खे- शुकर गह
ृ ती मंदा हो
क या क मत न जब तक लेत-े माता पता सुख ल बा हो

धरम दया का पुतला होते- सोने चाँद क कु टया हो


करनी जैसी हो वैसी भरनी- मंद तप या होती हो
राज फ़क र म ी उड़ती- राजशाह या धोबी हो

थाल घर कायम होते- हवा बा रश क चलती हो

गंद हवा घर मंदा बैठे- नेक बुढ़ापे होती जो

ख़ा लस चाँद का बतन खाल - मकान कोने म दबाता जो

गु से ज़हर हटे गी- बादल बरसात होता हो

क मत का असर छ धार बढ़ के व ृ क तरह होगा जो हर आम व खास यि त


के काम आ सके! बह ृ प त व का इ ठा असर टे वे वाले क 28 साल क उ
तक होगा और यह असर बह ृ प त क 16 साल क उ से शु हुआ करता है ! 28
साल क उ के बाद बहृ प त पर द ु मन ेह का असर हो सकता है ! 28 साल क
उ तक दोन का इ ठा असर होगा जो क उतम हुआ करता है , दोन ेह के इ ठा
असर के समय का असर एक ह सा तो बह ृ प त का दो गुणा होगा! दोन ह
ह पूरा नेक असर दगे उतम ल मी व दल क शां त होगी! का चावल िजस
तरह बढ़ू ा या न पुराना होता जाए उसक क मत बढ़ती जाए यह हालत बह
ृ प त व
के समय अ ल जावे और धन आवे का हाल होगा!
अगर के बुज से रे खा क मत रे खा को जा मले तो तो मामूल सफर और
के बज
ु से संबि धत नेक असर दे गी ले कन अगर से खत क मत रे खा क
तरफ को हो तो पैतक ृ जायदाद, का त(खेती) क ज़मीन व गैबी मदद मलती होगी!
जब दे खे बह
ृ प त को तो सफर आम हुआ करते ह और बलाइ आमदन भी
हुआ करती है ! ससुराल खानदान से धन मलने क संभावना होगी!
दमागी खाना बर- 21 का साथ या न हमदद व रहम दल होगा ले कन जब दोन
जदु ा- जद
ु ा और एक दस
ू रे के सामने ह या अपने से 7 ह तो जब कभी भी
सनीचर या द ु मन ेह क चीज़ जैसे शाद का होना या मकान का बनना तो
(माता) व बह ृ प त( पता) ख म ह गे इसम से जो पहले घर का ह होगा उसक
कारक चीज़ बाद और जो बाद के घर का होगा उसक कारक चीज़ पहले जाएगी
इस लए दोन ेह को चलता रखने के लए केत ू का आसन ज़मीन म था पत कर
या केतू क चीज़ तै ज़मीन म दबाएँ या गले म धारण कर!

बह
ृ प त इ ठे ह और इनके बलमक
ु ा बल मंगल या शक
ु र व सनीचर या मंगल व
बह
ृ प त इ ठे ह और इनके बलमुका बल मंगल या शुकर व सनीचर या मंगल व
सनीचर हो तो सभी का नेक फल होगा!
बह
ृ प त इ ठे को मंगल दे खे, साथ हो या साथी ह बने तो सबसे उतम ल मी होगी!
दोन के इ ठा होने के समय य द सूरज साथ हो या साथी ह बने तो उतम योपार , ठोस
खयालात व दस ू र का लाभ पहुँचाने वाला होगा!
य द दोन के साथ शुकर हो या साथी ह बने तो शाद के दन से धन दौलत घटना शु
हो जाएगा!
य द सनीचर साथ या साथी ह बने तो तो जो कोई भी ऐसे जातक से दो ती करे गा
तर क करता होगा!
य द बधु साथ हो या साथी ह बने तो उतम फल होगा, अब बध ु द ु मनी न करके दोन
क मदद करे गा! वैसे खाना बर- 2 का बध
ु पता के लए और खाना बर- 4 का बध

माता के लए मंदा हुआ करता है !

अ ल घटे पर धन बढ़े , सफ़र भी उ दा हो


वरासत, का त सब फल, गैबी मदद भी हो

ताल म 24 साल, तीथ 20 साल, का असर ½ होगा! चाँद क थाल , अ छे घर म मौनसून


और बरु े घर म गंद (कसीफ़) हवा! माता- पता बड़ का दर त, ठं डी हवा(नेक) बढ़
ु ापा परु ाने चावल
क तरह!

पहले घर 1 से 6 म बैठे अपना नेक फल होगा ले कन बाद के घर 7 से 12 म बैठे होने पर


दो त को मदद दगे चाहे ि ट स बंध हो या न हो! उतम ल मी होगी! अगर दोन अलग अलग
ह ले कन एक दस ू रे से 7 ह तो जब कभी द ु मन ेह क चीज़ खासकर सनीचर का मकान
बने या फर शुकर क शाद हो तो (माता) और बह
ृ प त( पता) ख म ह गे! अब दोन ेह
को चलता रखने के लए केतू(आसन) ज़मीन पर था पत कर या केतू क चीज़ ज़मीन के नीचे
दबाएँ या गले म धारण कर!

खाना बर 2–5–9–12 म बुध, शुकर, राहू (ऋण) जो पता भुगते वह बेटे पर गुजरे !
खाना बर- 4 म पापी जो माता पर गुजरे वह बुध, शुकर क जानदार चीज पर
गज
ु रे !
दोन ह नेक घर म यु त ह तो फल उतम, घर म चाँद क थाल नेक असर को
बढ़ाये!

खाना बर- 1
28 साल क उ से पहले शाद या नया मकान बनाना या नर औलाद क पैदाइश
हो तो असर मंदा होगा िजसका असर वालदै न(माता- पता) क उ को कम करे गा
जब क खाना बर- 7 खाल हो! इस बरु े असर से बचने के लए म ी म मंगल
क चीज़ दबानी चा हएँ!

खाना बर- 2
बुध राहू का साथ ह मलते- दध
ू ज़हर दो मंदा हो
बड़ के पेड़ को तलयर काटे - साथ साल न उ दा हो

खाना बर- 2 म बैठे बह


ृ प त व के साथ बुध राहू ह या साथी ह बन
तो फल नहायत मंदा होगा जैसे बड़ के दर त को क ड़े( तलयर) लगे ह ! का
दध
ू बोतल म बंद होगा िजसका कोई वाद न होगा अगर हुआ तो जहर ला होगा!
साल का साथ या तोता पालना भी मंदा फल दे गा!

खाना बर- 3
जातक खशु हाल, भा यवान व दौलतम द होगा! ऐसा जातक भाइय को तारने वाला
हुआ करता है !

खाना बर- 4
जातक के जनम से ह प रवार म धन दौलत बड़ना शु हो जाएगा! छोट नाव से
बड़े बड़े जहाज से यादा धन पैदा करे ! अब का फल बह
ृ प त के फल से
उतम होगा! क चीज के कारोबार व र तेदार नेक फल दगे, मन क शां त
पूण होगी

खाना बर- 5
ऐवज दोन के असर र व का- नेक बल
ु ंद दे ता जो
अमीर तािजर हो माल हािजर का- अहल ए कलम गु होता हो
अब दोन ेह का खाना बर- 5 म होते हुये भी सूरज का फल अ त उतम
होगा! योपार हो या लखने पढ़ने का काम करने वाला दस
ू र के लए भी नेक
असर होगा!

खाना बर- 6
दोन ह खाना बर- 6 म संयु त के समय, जैसा टे वे म बुध व केत ू होगा वैसा
ह फल दगे! लोकक याण या का त(खेती) क ज़मीन म लगवाया हुआ कुआं सब
उ दा असर को तै पाताल म ले जाएगा ले कन अ पताल या शमशान म लगवाया
हुआ कुआं कोई मंदा असर न दे गा!

खाना बर- 7
मले दोन जब इस घर बैठे- ताक़त न कमी होती हो

श ु ह जब त त पे आवे- बाप माता सोई होती हो

दोन ह खाना बर- 7 म ह तो बचपन मंदा, 24 साल क उ से माता-


पता द ु खया ह गे जब वषफल अनस ु ार श ु ह खाना नंबर- 1 म आय! शाद के
दन से या ल क क पैदाइश के दन से दौलत का प न(ज़वाल) होना शु ले कन
दलाल के कारोबार म फायदा हो!

खाना बर- 8
माया दौलत ख़ुद लाख हज़ार - भाई बंदे मरवाता हो

चीज़ मामँू से श न मंगल क - मौत ज़हर भर लाता हो


जातक क ख़ुद क उ ल बी होगी ले कन भाइय क उ श क हुआ करती
है ! माता खानदान (मामंू) से सनीचर या मंगल क चीज का लेना जातक क
तबाह का कारण होगा!

खाना बर- 9
दोन ह खाना बर- 9 म होने के समय जातक क क मत ऐसे हुआ करती है
जैसे दर त को पानी से नह ं दध
ू से सींचा गया हो! माता- पता का सुख व साथ
ल बे समय तक हुआ करता है ले कन शत यह होगी क ल क का धन न खावे!
जब भी दोन ह वषफल के अनस ु ार दबु ारा खाना बर- 9 म आएंगे तो दौलत
का तूफान साथ लेकर आएंगे!
खाना बर- 10
जातक एहं कार व अ भमानी हुआ करता है यहाँ तक क अपने बाप को कह दे क
ख़ुद- ब- ख़ुद पैदा हुआ है या न बाप क दाढ़ और माता क मोह बत व घोड़ी क
दम का भी कोई लहाज न होगा! जातक आमतौर पर बीमा रय का मारा हुआ
होगा! अपनी ह अकड़ म रहने वाला इंसान होगा!

खाना बर- 11
दोन ह खाना बर- 11 म तो जातक दस ू र को तारने वाला हुआ करता है
ले कन ख़ुद क क मत का आधार खाना बर- 3 के ह ह गे! अगर खाना बर-
3 खाल तो ह सोये हुये ह गे और खाना बर- 5 के ह का कोई असर ना
होगा! खाना बर- 3 खाल होने के व त छोट क याओं क सेवा करने से दोन
ह नेक असर दे ना शु कर दगे!

खाना बर- 12
ल क जनम या व त हो शाद - माया दौलत घर मंद हो

जाले लगे घर अ सर मकड़ी- थाल भोजन से खाल हो

अ छ हालत क आम नशानी- बेटा होने से होती हो

बाप बेटे ह हालत कोई- उ दा कायम जब अ छ हो


ऐसा जातक राजा होते हुये भी तयागी तबीयत होगा! शाद के दन से या िजस
दन ल क पैदा होगी दौलत का प न शु हो जाएगा! मकान म मकड़ी के जाले
आम दे खने को मलगे, सोने चाँद क थाल म खाने क जगह गंदे फूल और चाँद
धन क जगह सफ़ेद कलई होगी! इस मंदे ज़हर से बचने के लए चाँद का खाल
बरतन ज़मीन के नीचे दबाना नेक फल दे गा!

मंद हालत

बहृ प त और दोन जुदा- जुदा और एक दस ू रे से 7 घर म ह तो जब कभी सनीचर क


चीज़ मकान आ द बने, शुकर का शाद क हालत म घर म आना या बध ु से संबि धत साज़- ओ-
समान का घर म खर द कर लाया जाए या पैदा होवे या न क अपने नाम क कहलावे तो माता-
पता क उ के लए मौत के साये क तरह होगा! बह ृ प त व म से जो ह पहले के घर
म ( ि ट के असल
ू पर) होगा उस से संबि धत र तेदार बाद म और जो ह बाद के घर म
होगा उससे संबि धत र तेदार पहले मस ु ीबत म जकड़ा या मौत से हार पाएगा! दोन ह ेह के
असर को नेक रखने के लए केतू क चीज़ तै ज़मीन म दबाएँ या केतू का आसन ज़मीन पर
था पत कर या केतू क चीज़ (होलदर या लहसु नया) गले म धारण कर!

बह
ृ प त व टे वे म इकठे बध
ु के बैठा होने वाले घर से बाद के घर म ह तो बध
ु अपने
स भाव के असल
ू व खाना के असल ू पर कतना भी नेक य न हो तो भी बध ु से संबि धत
कारोबार व र तेदार मंदा असर दगे!

बह
ृ प त व दोन ह मंदे घर म बैठे ह या कसी भी कारणवश मंदे हो रहे ह जातक चाहे
कतने ह हौले वाला य न हो और कतनी भी मेहनत करने वाला हो क मत और बदनसीबी
क गंद हवा हमेशा जातक को द ु खया रखेगी!

दोन ेह क यु त के समय टे वे म सनीचर नक मा हो रहा हो तो फोक उ मीद का मा लक


और तबाह करने वाला होगा! ऐसा जातक ई वर के त भी मंदे खयालात रखने वाला होगा और
तबीयत से नाि तह स भाव होगा!

खाना बर- 2
बह
ृ प त और खाना बर- 2 के समय बधु व राहू के साथ ह या साथी ह बन रहे ह तो
दोन ेह (बहृ प त व ) क हालत मंद होगी! बड़ के पेड़ को क ड़े( तलयर) काट दगे और
का दधू बोतल म बंद होगा िजसका कोई वाद न होगा अगर वाद कायम हुआ तो दध ू का
असर ज़हर क तरह होगा! ऐसी ि तथी म साल को साथ रखना तबाह का कारण होगा!

दोन ह खाना बर- 2 के समय बध ु खाना बर- 6 म हो तो नज़र कमजोर होगी सनीचर का
ज़ाती असर मंदा होगा और बढ़
ु ापा भी मंदा ह होगा!

खाना बर- 3
बह
ृ प त व खाना बर- 3 के समय र शप त बध ु से भा वत ह गे अब बधु क जानदार
चीज तोता आ द का साथ व बध
ु से संबि धत कारोबार नहायत बरु ा फल दगे हु- ब- हु बध

खाना बर- 3 क तरह!

खाना बर- 6
बह
ृ प त व खाना बर- 6 के समय जन क याण हे त ु कुआं या नल या खेती क ज़मीन म
कुआं लगवाना दोन ेह के नेक असर को बरबाद करे गा िजससे खदु टे वे वाला और और उस
कुएँ या नल से फायदा उठाने वाले बरबाद ह गे! कसी अ पताल या शमशान म कुआं या नल
लगवाना अशुभ फल न दे गा!

खाना बर- 7
दोन खाना बर- 7 म तो बचपन क टपण ू होगा! क अपनी उ (6–12–24 साल) म माता-
पता द ु खया ह गे और शाद के दन से या जब घर म ल क पैदा होगी धन दौलत घटना शु
हो जाएगा!

खाना बर- 8
धन दौलत व जायदाद क खा तर भाइय को खद
ु मार दे या मरवा दे ! मामँ ू घर से या माता के
खानदान से सनीचर व मंगल क चीज़ घर म आय तो तबाह शु हो जाएगी!

खाना बर- 9
खा ना बर- 9 म बहृ प त व यु त होने के व त े ठ फल हुआ करते ह! जातक का
प रवार भरा परू ा व खशु हाल होगा धन दौलत क कोई कमी न होगी ले कन अगर जातक कसी
भी तर के से ल क का पैसा खाये या खैरात और दान लेने का आ द हो जाए तो बह ृ प त व
दोन का असर न सफ मंदा होगा बि क टे वे वाले के लए जहर ला होगा!

खाना बर- 10
माँ- बाप चाहे कतने ह अमीर य न ह ले कन आ खर व त टे वे वाले के पास अँ धयारे प थर
या न बेमायनी धन होगा और नेक पानी क जगह पानी के बल ु बले ह ह गे जो कसी काम के
नह ं न ह यह बल ु बले समंदर झाग क तरह ह गे जो कसी दवाई म काम आ सक अथात नाम
का धन होगा वरना ठन- ठन गोपाल और हर तरह से मंद क मत का मा लक होगा!

खाना बर- 11
बह
ृ प त व क यु त खाना बर- 11 के समय बध ु , शक
ु र या राहू खाना बर- 3 म ह तो
बहृ प त व दोन ह बरबाद ह गने जाएंगे! बह
ृ प त क उ 16 साल व क उ 12
साला उ म खाना बर- 3 म बैठे ह से संबि धत र तेदार क बजाए टे वे वाले के
वालदै न(माता- पता) बरबाद और द ु खया ह गे! इस मंदे ज़हर से बचने के लए खाना बर- 3 के
ह बधु (बहन- ल क - बआ
ु - मासी आ द), शुकर(गाय- ल मी- औरत), राहू(नाना- नानी खासकर
भंगी क पालना या सेवा मददगार होगी!

खाना बर- 12
शाद के दन (शुकर का व त) और ल क क पैदाइश(बध ु शु ) से जायदाद का फल म म और
धन दौलत बरबाद होना शु हो जाएगा! जायदाद के आल शान महल अंधेरे म डूबे और मकड़ी के
जाल से भरे ह गे! चाँद के उ दा बरतन बेहतर न खरु ाक क बजाए कलई के के बरतन जो सड़े
हुये फल से भरे ह गे! घर म चाँद के अ बार क जगह कलई और चूने के ढे र ह गे या न यह
यु त खाना बर- 12 के समय नहायत मंद है !

बह
ृ प त- शुकर
(बूर के ल डू- दखावे का धन)
असर गु का पहले गनते- पीछे शुकर का होता हो

सुभाओ ज़ाती बुध क मत लेत-े ख़तम जनम जब पछला हो


भला शक
ु र हो इ क म उ दा- रज़क मंदा नह ं करता जो
कामदे वी जब क ड़ा बनता- असर दोन का मंदा हो

तरफ 12 ल
ै ोक होते- गु जगत म जनम हुआ

माया हवा जब मलने लगी तो- पछला जनम अब ख़तम हुआ

बह
ृ प त व शक
ु र इ ठे (मु तरका) के समय पहले बहृ प त का असर फर शकु र का
असर हुआ करता है और टे वे म 33 साल क उ तक असर इ ठा(मु तरका) लया
जाएगा और उसके बाद दोन ेह अपना- अपना जुदा- जुदा असर होगा! असर क
मलावट म अगर बह ृ प त का एक ह सा है तो शुकर का असर शा मल होगा,
र तार म अगर शुकर दो गुणा तेज़ है तो बहृ प त इससे आधी( न फ़) र तार पर
चलता है !
बह
ृ प त का असर हवा माना तो शुकर म ी है और इन दोन के मलाप से द ु नया
म सद व गम का फरक खड़ा हुआ य क जब बह ृ प त क हवा म शुकर क
म ी के कण(ज़र) शा मल ह जो सरू ज क त पश से गरम होकर ज़मीन के गरम
होने का एहसास करवाते ह! हू- ब- हू इसी तरह इन दोन के मलाप से द ु नयावी
क मत का हाल होगा या न अगर सुख चार साल(शुकर का ह सा) तो दौलत दो
साल(बह ृ प त का ह सा), आमदन 60 साल तो मोह बत 20 साल और यह असर
आयु के हसाब से होगा!
बहृ प त का असर म म और शुकर का अ छा व जातक एक कामयाब आ शक
होगा! दोन ेह क मलावट से म नई ू सनीचर(केतू स भाव) होगा जो बीमार व
दख
ु से बचाता होगा, मगर क लर ज़मीन जैसा हाल य क कामदे व यादा
च(रगबत) दोन के फल को र ी करे गी! धन दौलत खराब न होगा ले कन चाल
चलन मंदा हो सकता है ! अकेला शुकर खुद गु पर बुरा असर न दे गा बि क सार
उ गु क सेवा करता रहे गा य क शुकर आ खर औरत है ! शुकर और बह ृ पत
बराबर के ह ह, बह ृ प त कसी से द ु मनी नह ं करता मगर शक ु र क कानी औरत
बह ृ प त के ज़द रं ग या नर शेर से श त ु ा(अदावत) करती है इसी वजह से बहुत बड़ा
शक
ु र औलाद क कमी रखता है !
बह
ृ प त व शक ु र मु तरका ह तो आमतौर पर हथेल के फैलाने पर तजनी उं गल
और अंगूठा आपस म मले नज़र आते ह ऐसे म जनम लेत े व त दख ु हुआ करते ह
दोन ह मु तरका या बलमुका बल तो दोन का फल खराब या न सोने(बह
ृ प त)
म म ी(शुकर) हुयी हालत होगी ले कन औरत से मदद मलती होगी अगर शुकर के
बुज शाख आकर क मत रे खा म मल रह हो तो औरत क मदद और स बंध
ह गे!

नेक हालत

खाना बर- 1
काग रे खा फल त त पे होता- इ ज़त जंगल म पाता हो

बाप औरत से जब कोई मरता- लेख रोशन ख़द


ु होता हो
काग रे खा के मंदे हाल वाले साधू क तरह क मत होगी! गह
ृ त बरबाद, जंगल म इ ज़त
पावे! आमतौर पर बाप या औरत म से एक ह कायम हुआ करता है और दोन म से एक का रह
जाना नेक असर दे गा!

खाना बर- 2
सोने क जगह म ी क मती होगी या ऐसा मान क सोने का कारोबार बरबाद करे और म ी के
कारोबार से सोना पैदा होगा

खाना बर- 3
जातक ख़द
ु खश
ु हाल व भगवान होगा, उसक औरत भाइय क तरह जातक क मददगार होगी
और जातक का धन भाइय क तर क क बु नयाद होगा!

खाना बर- 4
औरत उ औलाद क गनते- टुकड़े मांगे रोट होती हो

ब चा औरत भी हो एक दे ती- बदल ज़माने जाती हो


आमतौर पर औरत एक से यादा हुआ करती ह ले कन अगर यि त एक से अ धक औरत न
करे तो बह
ृ प त का फल नेक होगा! हर औरत नमन
ू े के तौर पर एक ब चा दे कर चल बसे या
दस
ू रा प त करे !

खाना बर- 5
इ म और औलाद के बल पर खब
ू धन कमावे और हरदम तर क करता होगा! दोन का फल
उतम व नेक होगा धन- दौलत व औलाद के लए!

खाना बर- 6
नर औलाद अ वल तो होती नह ं और अगर हो तो िज़ंदा न रहे अगर िज़ंदा रहे तो क मत को
मंदा कर दे वे इस मंदे असर से बचने के लए औरत के बाल म खल स सोने का इ तेमाल करना
चा हए जो औलाद और नसीब म मदद दे गा!

खाना बर- 7
धन क कमी के कारण पेट के लए औलाद तक क कुबानी दे दे वे या खद ु सोने को म ी बना
लेवे! बध
ु से संबि धत जानदार चीज़ व कारोबार से धन कम होने क हालत म भी तंघाल न
होगा! गोद लया ब चा सुख पाएगा ले कन खद ु बेआराम होगा!

खाना बर- 8
धन दौलत का असर न उ दा- बाक असर सब उतम हो

असर गु घर 2 का दे गा- शुकर को घर 8 का हो

धन दौलत सब उ दा अब बह
ृ प त खाना बर- 2 का असर दे गा मगर शक
ु र का फल वह
होगा जो खाना बर- 8 के लए लखा है या न सवाय धन दौलत सब मायन म नेक होगा!

खाना बर- 9
मलता असर दो हरदम उ दा- शुकर श न से ऊपर हो

काम हज़ार द ु नया दे गी- गैस ज़हर ल बेशक हो


शुकर व बह
ृ प त खाना बर- 9 म यिु त के समय दोन ेह का अपना- अपना अलग-
अलग फल होगा ले कन उ दा फल! द ु नया का परू ा आराम और तीथ या ा 20 साल उतम!

खाना बर- 10
चाल चलन वाह सेहत मंद - मंद दौलत न होती हो
इ क़ शक
ु र माशक
ू खद
ु ाई- उड़ती म ी कुल घर क हो
आता है याद मझ
ु को- गज़
ु रा हुआ ज़माना
या शान मलती हमको- या ठाठ था शाहाना

वालदै नी धन दौलत सब म ी होगा ले कन खदु कमाया धन खराब न होगा! जब जातक धरम


क मख
ु ालफत करने वाला हो तो पैतक
ृ धन दौलत सब बरबाद होगा ल मी हवा क तरह आएगी
और हवा क तरह चल जाएगी! दोन ेह के नेक फल क बु नयाद खद
ु का चाल- चलन होगा!
धन- दौलत के संबंध म अपने बज
ु ुग के शाह ठाठ याद करके आँसू बहता होगा! सनीचर का
अपना घर होने के कारण सेहत मंद हुआ करती है !

खाना बर- 11
गु शक
ु र फल अपन अपना- इ क़ नसीहत मलता हो
सोना गु जो दज
ू ा बनता- म ी ज़र अब होता हो
खाना बर- 11 म दोन ेह क यु त के समय दोन का ह फल अपना- अपना हुआ करता
है , गु अगर दस
ू रे घर म सोना दे ता है तो इस घर म सोने को पील म ी करता है !

खाना बर- 12
बह
ृ प त का अपना घर और शुकर अपने उं च के घर म, यि त अगर सनीचर के मंदे काम से
बचता रहे तो फल नेक हुआ करते ह! योपार व स ा मंदा फल दगे! बाक गह
ृ त जीवन व
अ यातम के लए फल उतम होगा!

मंद हालत

कामदे व क यादती व इ क़/पराई औरत क ई छा सोने को म ी करे गी, चाहे धन क हालत


पर कोई अशुभ असर न होगा ले कन मंदा चल चलन िज मानी नु स ज़ र पैदा करे गा! लावलद
तक क नौबत आ सकती है !

खाना बर- 1
काग रे खा का फल होगा मंदे हाल वाले साधू क तरह नधन क मत होगी और गह
ृ त बरबाद
होगा!

खाना बर- 2
मद क तरफ से नर औलाद क पैदाइश म कावट ह गी और दस ू रे झगड़े खड़े रहगे! अगर मकान
2 बचने वाल है सयत का हुआ तो सोने के कारोबार म राख़ नसीब होगी!

खाना बर- 3

नसीब क बल
ु ंद के व त हर कोई उसक खश
ु ामद पर होगा िजससे जातक क ताकत व नसीब
नसीब क बल ु ंद के व त हर कोई उसक खश
ु ामद पर होगा िजससे जातक क ताकत व नसीब
क हार शु होगी!

खाना बर- 4
शा दयाँ एक से यादा ह और हर औरत एक ब चा पैदा करके चल दे वे या तो म ृ य ु हो जाए या
कसी दस ू रे मद के साथ हो ले! ब च क हालत भी खराब ह होगी!

खाना बर- 5
पराई औरत ले कन शाद शद
ु ा से स बंध होने के कारण धन क चोर व धन क हा न क
घटनाएँ ह गी!

खाना बर- 6
अगर जातक केतू से संबि धत चीज का कारोबार करे या रशतेदार के साथ रहे तो नर औलाद
न होगी अगर होगी तो क मत को हण लगाने वाल होगी! जातक खद ु भी प रवार के लोग के
लए म दभाग होगा खासकर जब अपनी औरत क बेकदर करने वाला हो! कयाफा: पाँव का
अंगठ
ू ा और तजनी आपस म मले हुये ह गे!

खाना बर- 7
घर के कुल सद य आराम पाने वाले ह गे सवाए खदु जातक के! बहृ प त खाना बर- 7 म दये
हुये फल दे गा ले कन शुकर जातक को च र ह न बनाएगा! नर औलाद क पैदाइश म शुकर औरत
क तरफ से भी मंदा ह होगा! हर काम म सोने को म ी करे गा!

बह
ृ प त व शुकर खाना बर- 7 के समय मंगल खाना बर- 4 म हो तो नर औलाद से मह म
होगा अगर कोई ब चा गोद भी लेगा तो उससे भी सुख न पावे!

“जोड़ भाई जोड़- खाएँगे कोई और” का हसाब होगा!

खाना बर- 9
ी के स बंध म काग रे खा का फल होगा और गर बी गले पड़ी रहे गी!

खाना बर- 10
13 से 15 साल क उ तक हर एक औरत सोने क मूत नज़र आएगी और जातक पराई औरत
के च कर म बरबाद होकर रहे गा! औलाद और माता- पता का दख
ु आम होगा, भाइय से द ु मनी
का वभाव होगा और हर कसी कहता होगा:
आता है याद मुझको गुज़रा हुआ ज़माना
या शान थी हमार घर घाट था शाहाना

खाना बर- 11
क मत म सोने क जगह पील म ी मल हुयी होगी हर तरह से मंदा हाल होगा!
अब शकु र खाना बर- 11 के समय खाना बर- 3 खाल होने वाला असर होगा ऐसी हालत म
वीय प न आम हुआ करता है या जातक ह तमैथुन(मु तज़नी) का बेहद शौक न हुआ करता है !

खाना बर- 12
बह
ृ प त अपने घर म और शुकर अपनी उं च रा श म अगर मंदे हो रहे ह तो स े का योपार
तबाह का कारण होगा!

बह
ृ प त- मंगल
( े ठ गह
ृ ती धन)
नेक मंगल हो करन सोने क - जगत भंडार होता हो

आग मंगल बद जलता पराई- केतू र ी बुध मंदा हो

घर दज
ू े या पांच बैठे- लेख राजा का होता हो
फ़क र का मल घर बाक गनते- सु खया गह
ृ ती फलता जो
मुआ वन उ का मा लक गनते- श न दोन को दे खता जो

असर गु गो मंदा लेत-े वापस क म आता हो

दोन ह टे वे वाले क 72 साल क उ तक इ ठे ह गे! बह ृ प त 16 साल क उ


से शु होगा! दोन ेह म अगर बह ृ प त का नेक ह सा एक है तो मंगल का नेक
ह सा दो गण
ु ा होगा मले मलाये तो सोना नेक जैसा असर होगा! अगर टे वे म
मंगल बद हो तो जातक बदब त होगा! बहरहाल जातक सब के साथ याय करने
वाला होगा! अगर हाथ पर गदा या गुज का नशान हो और दोन ह खाना बर-
1 म ह तो राजा क तरह उ चा धकार होगा! अगर दोन ह खाना बर- 2 से 5
तक कसी एक म ह तो उ च पदअ धकार (वा लये- त त) होगा वरना खुदापर त
होगा और य द दोन ह खाना बर- 6 से 12 म से कसी एक म ह तो
म ानी होगा! क मत रे खा से शाख मंगल नेक को जा नकले या सर रे खा को
तो असर नहायत नेक होगा “ ह मत- ए- मरदां, मदद- ए- खुदा” हौसला, अंद नी व
गैबी ताकत क मदद होगी! अगर मंगल बद से कोई शाख आकर क मत रे खा को
मले या कोई शाख क मत रे खा से नकल का मंगल बद क तरफ चल जाए तो
भाई बंधओ
ु ं से स बंध के बारे म बताएगी! टे वे म मंगल बद हो तो तो 31 साल
तक बीमार और 5 साल तक नुकसान होगा! दख ु तकल फ व रशतेदार क मौत
के कारण मातम का महोल होगा! दोन को सनीचर दे खे तो धन दौलत उ दा
मुआ वन रे खा का असर!

बहृ प त व मंगल क यु त के समय सनीचर क ि ट हो तो फल मुआ वन उ रे खा का


हुआ करता है यह रे खा सफ उ के लए ह मददगार नह ं हुआ करती बि क कुल उ नेक
तरह के असर दया करती है ! िजस हाथ म यह रे खा हो वो दस ू र से खब
ू मदद पाया करता
है और द ु मन क जगह दो त आम पैदा हो जाते ह और मुसीबत के व त हर तरह से
साथ दया करते ह! जीवन म आने वाल बीमा रय व टूट फूट से भी बचाव हुआ करता है !

खाना बर- 1
सरदार हु मरान

राज हकूमत माया बढ़ता- अमीर अमीरां होता हो


बध
ु वज़ीर हो जब कभी बनता- न ट दोन को करता हो
दोन ह खाना बर- 1 म ह और हाथ पर अंकुश या कु डल का नशान हो तो जातक खब

धनी होगा! आमतौर पर दोन ह अपना अपना फल दे त े ह!

खाना बर- 2
दोन ह खाना बर- 2 म ह तो औरत खानदान से स बंध नेक ह गे! गह
ृ ती व साथी हर
समय उसके साथ खड़े ह गे जो जातक के पसीने पर अपना खन ू तक बहा द!

खाना बर- 3
पाठ पज
ू ा लासानी होता- र ा वरासत होती हो
बरबाद पैसा न धेला करता- शत माया न ज़ाती हो
जातक खब ू पज
ू ा पाठ करने वाला या न धा मक तबीयत हुआ करता है ! पैतक
ृ धन क र ा
करने वाला व उसको कायम रखने वाला होगा ले कन पैतकृ धन म अपना खद ु का धन डाले
इसक कोई शत नह ं!

खाना बर- 4
घर प रवार म मद क कोई कमी न होगी ले कन उन मद के लए घर म धन दौलत भी हो
इसक कोई शत नह ं!

खाना बर- 5
ख़ैरात लेने का हो जब आ द- कोढ़ सोने को होता हो

मान सरोवर माया उसक - उ ल ू सभी पर बोलता हो

औलाद क पदाइश के दन से घर म धन दौलत बढ़ना शु हो जाएगा जो 28 साल तक बढ़ता


ह जाएगा, हर तरफ खबू रौनक होगी! जातक अगर दान करता रहे तो धन बढ़ता रहे गा ले कन
इसके उलट य द दान लेने का आ द होगा तो धन दौलत सब बरबाद ह गे!

खाना बर- 6
जातक खद ु ह बड़ा भाई होगा और नेक तबीयत! पता पर बध
ु का कोई मंदा असर न होगा,
बि क बधु का फल दबा हुआ होगा! धन दौलत के लए बध ु खाना बर- 2 का फल दे गा अब
बध
ु व बहृ प त क कोई द ु मनी नह ं होगी!

खाना बर- 7
बह
ृ प त व मंगल खाना बर- 7 म शक ु र के घर म, बह ृ प त व शकु र बराबर के ह ह ले कन
शुकर बह
ृ प त से द ु मनी करता है और मंगल से दो ती इस लए दोन ेह का फल अलग-
अलग बैठे ेह क तरह होगा या न जो फल अकेले बह ृ प त का खाना बर- 7 म है वह होगा
और ऐसा ह मंगल का फल होगा!

खाना बर- 8
असर दोन का अपनो अपना- वैश कबीले भरता हो
बध
ु बैठे जब टे वे मंदा- मंगल गु दो मरता हो
दोन ह खाना बर- 8 के समय अपना- अपना जद ु ा- जद
ु ा फल दया करते ह ले कन असर
टे वे वाले के खद
ु के खन
ू के रशतेदार के स बंध म होगा! अगर टे वे म बध
ु मंदा हो तो मंगल व
गु दोन का फल नक मा होगा!

खाना बर- 9
दोन ह खाना बर- 9 म होने के समय गह
ृ त, प रवार व धन दौलत के लए असर उतम
और आल शान होगा!

खाना बर- 10
साधू करे गा द ु नया क चोर - माल मुफ़त का खाता हो

ह चौथे न 6 कोई- लेख नसीबा खोटा हो

ह जैसे ह चौथे और छटे के- असर वैसा ह होता हो

घर चौथा 6 खाल होते- खन


ू बीमार जलता हो
बह
ृ प त व मंगल खाना बर- 10 के फल का फैसला खाना बर- 4 व 6 के ेह के अनस
ु ार
होगा और अगर खाना बर- 4 व 6 खाल तो दोन ह सोये हुये अब धन दौलत असल सोना न
होकर सोने का पानी(मल
ु मा) चढ़ा हुआ होगा या न फोक शान होगी!

खाना बर- 11
बाप और भाई क उ तक हालात शाहाना ह गे, बाद म क मत ऐसी होगी जैसे शहद के खाल
बरतन पर मि खय का झु ड बैठा हो! मंगल व बह
ृ प त कायम रखना हर तरह से मददगार
होगा!

खाना बर- 12
दोन ह ह उतम हालत के ह गे फल हर तरह से नेक व प रवार बढ़ता होगा िजसको आशीवाद
दे वे तार दे वे और खद
ु भी चैन क नींद सोने वाला होगा!

मंद हालत

खाना बर- 5
बह
ृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 5 के समय य द जातक दान(खैरात) लेने का आ द होगा
तो घर से दौलत ऐसे गायब होगी जैसे सोने को कोढ़ हो गया हो, क मत क मंद हवा िज म के
खनू को बरबाद करे गी!
खाना बर- 6
बह
ृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 6 के समय बध ु व केत ू से संबि धत चीज के कारोबार
व र तेदार सभी मंदा फल दगे! यह यु त इस घर म औलाद के लए खासतौर से मंद है !

खाना बर- 7

खाना बर- 8
बहृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 8 म हो तो दोन ह अपना- अपना ठहराया हुआ फल
दया करते ह ले कन अगर दोन ह मंदे हो रहे ह तो अशुभ असर जातक के खद
ु के खानदान
पर होगा!

खाना बर- 11
बह
ृ प त व मंगल क यु त खाना बर- 11 म मंदा होने के समय असर इन दो ेह (बह
ृ प त व
मंगल) से संबि धत कारोबार व रशतेदार पर ह होगा!

बह
ृ प त- बुध
बुध कायम हो गु वाह उतम- भला श न जब होता हो
नेक र व होता िजस दम- लेख असर सब उ दा हो

वरना
दह हो- आ ल खी बुध- फ़क र

गुड़ रहे (सूरज)- न हो म खी (सनीचर)


गु घर या साथी बैठा- धरमी बेटा बुध होता हो

बध
ु गु को िजस दम दे खा- गु कैद हो जाता हो
तीन पाँच 9–12 बैठा- पहले से अकेला हो

ज़हर क़ा तल बुध हरदम होगा- न फ़ सद तक मंदा हो


श न र व से कोई टे वे- पाँच दज
ू े 9–12 हो
गु आया घर श न र व के- क़ैद रहाई पाता हो

क़ैद ख़ म हो गु क द ु नया- असर भला हर दो का हो


सोना कलई से कोढ़ होता- उपदे श भला गु दे ता हो

बहृ प त अगर साध/ू गु , सोना व हवा गना है तो बुध साध ू क अलख(धूनी),


आवाज़ और िज म पर मल हुई भभूती या राख है ! जब बह ृ प त का असर एक
ह सा हो तो बुध का दो गुणा होगा! बह ृ प त अपनी उ 16 साल के बाद 17
साल से बुध का साथी होकर 42 साल क उ तक बुध के च कर म होगा या
इसका आधा( न फ़) 8 साल क उ से 17 साल कुल 25 साल क उ तक क़ैद म
होगा, मगर कैद होते हुये भी क़ैद म न होगा या फर हर तरह से बुध के दायरे म
क़ैद होगा यह होना और न होना का अजीब नज़ारा होगा जो क असल म अ ल क
कमी बेशी का हे र फेर होगा!
दोन ेह के इ ठा होने का फल आकाश म हवा ब द होने वाल हालत होगी अगर
ऐसी हालत म कु डल म सनीचर उ दा हो तो धन दौलत के लए कु छ मतलब या
भरोसा हो सकता है वरना फोक तबाह करने वाल उ मीद होगी! (क) बह ृ प त के
बगैर तमाम ेह म मलने जुलने क ताकत न होगी (ख) बुध के बगैर तमाम ेह
म झुकने झुकाने क ताकत कायम न होगी! िजस जगह बध ु व बहृ प त बरबाद या
र ी ह वहाँ सब ेह म ऊपर क दोन ताक़त बेबु नयाद ह गी! “मन मि दर, दरवेश
कलंदर” मन( ) मि दर(बहृ प त) या न व बह
ृ प त इ ठे तो मन का मि दर
आल शान होगा! दरवेश(बहृ प त या केतू) कल दर(तमाशा का मा लक बुध) या न
बध ु व बह
ृ प त या बुध व केत ू या राहू- केतू बुध से भा वत ह तो मन क शां त
क जगह तमाशबीनी होगी! पता क उ व उसके धन दौलत को तबाह करने वाला
अपनी ह बेड़ी डोबने वाले म लाह क तरह हुआ करता है या न अपनी बरबाद का
कारन खुद जातक ह हुआ करता है ! भरे पूरे कबीले का बोझ जातक पर हुआ करता
है !
अगर बहृ प त कु डल के पहले घर म हो तो 34 साल क उ तक बह ृ प त का
फल उतम होगा और 35 साल से बुध का बुरा असर शु हो जाएगा ले कन अगर
बध
ु पहले घर म हो तो 34 साल क उ तक बध ु का असर अ छा और बह ृ पत
का असर मंदा होगा और 35 साल से बुध का असर नक मा और बह
ृ प त का
उ दा असर शु होगा!
बह
ृ प त व बध ु इ ठे होने के समय बह
ृ प त चप
ु होगा अब बह
ृ प त सोने क
जगह म ी होगा अब जातक बेइ ज़ती और तकल फ़ के कारन चोट क जगह
सु न(बे हस) होकर सो जाना ह बेहतर समझे! फोक उ मीद व शेख च ल क
कहा नयाँ सुन कर दन गुजारता होगा, हालत यह होगी क “नंग के घर मेहमान
आए, हं स हं सा कर भक
ू े ह सो गए”!

बध
ु के बुज पर शाद रे खा के ऊपर धन ु रा श या न क न का उं गल क तरफ सीधे
खड़े खत औलाद के बारे म बताते ह! जब यह खत शाद रे खा को काट रहे ह तो
बहृ प त खाना बर- 7 का फल होगा और य द तीसर पोर या न धनु रा श म जा
घस ु तो बुध खाना बर- 9 का असर होगा और बह ृ प त व बुध का आपसी
द ु मनाना असर होगा! शक ु र क रे खा न शाद व औलाद के लए बध
ु के बज
ु को
पस द कया इस लए बुध और शुकर आपस म दो त हो गए! ले कन बुध न
बह ृ प त के बीज शुकर और द ु नयावी बीज औलाद को अपने ह घर बठाये रखा
इस लए यह दोन (बुध व शुकर) ह बह ृ प त से द ु मनी पर गने गए!
बह
ृ प त क धन ु रा श से कोई खत बुध म चला जाए तो वह औलाद रे खा न होकर
शाद म कावट व गह ृ त जीवन क तकल फ़ को बताता है ! धन ु रा श म राहू व
केतू ह असर कर सकते ह य क इस रा श न केतू को उं च कया तो राहू को नीच
इस लए ऐसी कावट के व त राहू के असर से दमागी सोच वचार व नकल- ओ-
हरकत काम न दे गी बि क नीच असर पैदा करे गी और केतू क चाल व लोग का
सलाह मशवरा सुनना या लोग क सलाह लेकर ह नणय लेना नेक रहे गा और
शाद व औलाद से से संबि धत दख ु दरू करे गा!
बह
ृ प त के नशान च कर का असर: उं गल क नाखन ू वाल पोर पर च कर का
नशान (दोन हाथ क उँ ग लय पर कुल च कर) पूरा असर दे गा! दाय हाथ क
हथेल पर म म फल होगा और बाएँ हाथ क हथेल पर च कर का होना अशुभ
होगा!

कु डल का कुल च कर असर होगा

खाना बर गनती म
1 1 राजा क तरह उ चा धकार होगा!

2 3 म ानी होगा!

3 7 दलावर बहादरु होगा!

4 2 हुनरम द होगा!

5 5 खश
ु हाल होगा!

6 6 अ याश होगा!

7 4 मुफ लस होगा

8 8 हमेशा बीमार रहे !

9 11 मनहूस व कम उ होगा!

10 10 खश
ु गुजरान होगा!

11 9 दौलतम द होगा!

12 12 नेक सलाह, ल बी उ , खश
ु गुजरान होगा!

वशेष: पाँच से यादा उँ ग लय वाले हाथ पर दस से यादा च कर हो सकते ह और


हथेल पर भी हो सकते ह, इस लए उँ ग लय व हथेल के कुल च कर गन कर ह कोई
फैसला लेना चा हए!

च कर का पोर पर होने का मतलब है क बुध और बह ृ प त का आपस म संबंध


बन रहा है ! जब भी बह
ृ प त का बुध से संबंध बने तो बुध फौरन बह
ृ प त को
अपने दायरे म बांध लया करता है ! अब बह ृ प त अपनी चाल के हसाब से सरू ज
या सनीचर के घर म आ नकले या सूरज/सनीचर म से कोई ह बह ृ प त के घर
म हो या सनीचर खाना बर- 5 और सूरज खाना बर- 2 या 9 या 12 म हो तो
ऐसी हालत म क मत का फैसला सूरज या या सनीचर म से जो सबसे नेक
होगा वह ह करे गा!
1. बुध के खाना बर- 3 या 6 म बहृ प त अकेला या बह ृ प त अपने दो त के
साथ खाना बर- 7 म हो और बध ु को दे खे बह
ृ प त या व बह
ृ प त!
2. खाना बर- 3 का बध
ु खाना बर- 9 व 11 को दे ख सकता है !
3. खाना बर- 9 या 11 का बध
ु खाना बर- 3 को दे ख सकता है !
4. खाना बर- 6 का बुध खाना बर- 12 को दे ख सकता है !
5. खाना बर- 2 या 12 का बुध खाना बर- 6 को दे ख सकता है !
6. खाना बर- 7 का बुध खाना बर- 1 को और खाना बर- 1 का बुध खाना बर-
7 को दे ख सकता है !

ऊपर क ि तथी के समय जातक लाख प त होता हुआ भी मुसीबत पे मुसीबत म घरा
रहे गा और चाहे कतना भी अ लम द य न हो अ ल क कोई पेश न चलेगी!

नेक हालत

खाना बर- 1
बह
ृ प त बध ु क यु त खाना बर- 1 म हो तो जातक राजा के समान, अमीर व उ चा धकार हो
सकता है (एक च कर का असर होगा)

खाना बर- 2
बह
ृ प त बध
ु क यु त खाना बर- 2 म हो तो जातक म ानी- धन व उपदे श उ दा होगा
(तीन च कर का असर होगा)!

खाना बर- 3
लेख शा कर यक तरफ़ा तबीयत- शक
ु र मंदा ख़द
ु होता हो
माया दौलत और हकूमत- दलेर बहादरु द ु नया हो

खाना बर- 4
राजयोग बध
ु गु हो ऊंचा- हरदम मुबारक होता हो
काम कायर जब पापी करता- ख़द
ु कुशी कर मरता हो
बह
ृ प त बध ु क यु त खाना बर- 4 के समय पत ृ रे खा(उ रे खा) का फल होगा, मंगल का
असर भी बरु ा न होगा! अगर ह कायम ह तो राजयोग होगा (दो च कर का असर होगा)!

खाना बर- 5
बह
ृ प त बधु क यु त खाना बर- 5 के समय अगर जातक के यहाँ कोई लड़का वीरवार को पैदा
हो जाए तो खशु हाल व भागवान होगा (पाँच च कर का असर होगा)!

खाना बर- 6

खाना बर- 7
बध
ु ल क नर इस घर मंदा- लड़के भला न होता हो
सोना गु उस घर से उड़ता- मुतब ना सुखी न रहता हो

बह ृ प त बध
ु क यु त खाना बर- 7 के समय जातक म ानी तो होगा ले कन नर औलाद
न होगी यहाँ तक क गोद लए लड़के से भी सुख न मलेगा! ल क के टे वे म यह यु त अशुभ
नह ं हुआ करती (चार च कर का असर होगा!

खाना बर- 8
बह
ृ प त बध ु क यु त खाना बर- 8 के समय य द खाना बर- 2 खाल हो तो कभी फल मंदा
नह ं होगा (आठ च कर का असर होगा)!

खाना बर- 10
नीच करम गो गु का हरदम- बध
ु श न ख़द
ु बनता हो
मले मलाए हरदम उतम- माया कबीला सु खया हो

बह
ृ प त बध
ु क यु त खाना बर- 10 के समय बध ु सनीचर जैसा असर दे ता है और सनीचर
बह
ृ प त इस घर म मंदा फल नह ं दे त े इस लए बह
ृ प त क हवा बध
ु के मंदे च कर से दरू होगी
और जातक खश ु हाल व भागवान होगा (दस च कर का असर होगा)!

खाना बर- 11
बह
ृ प त व बध
ु क यु त खाना बर- 11 के समय खाना बर- 3 मंदा हो और वषफल अनस ु ार
जब दोन ह खाना बर- 1 म आएंगे (11–23–36 म आते ह) तो जातक को मलमाल कर दगे!
जातक दौलतम द, हुनरम द नेक नाम व सुखी गहृ त वाला होगा (नौ च कर का असर होगा)

मंद हालत

बहृ प त बध ु क यु त के समय य द दोन या कोई एक ह मंदा हो रहा हो तो जातक के बाप


या बाबे या ससुर को सांस कने या दमे क बीमार होगी! खद
ु टे वे वाला भी आम लोग म
बोलने से परहे ज़ करता होगा या उसम बोलने क ताकत क कमी होगी! इस यु त के समय माता-
पता का सुख कम हुआ करता है ! अपनी मूखता के कारन धन क बरबाद व कारोबार तबाह
करने वाला होगा!

खाना बर- 1
बहृ प त व बध
ु खाना बर- 1 म और कसी कारन मंदे हो रहे ह तो गर बी का मारा हुआ
बेवकूफ़ साधू होगा!

खाना बर- 3
बहृ प त व बध ु खाना बर- 3 म और कसी कारन मंदे हो रहे ह तो टे वे म शक
ु र का फल मंदा
हुआ करता है !

खाना बर- 4
बह
ृ प त व बध
ु खाना बर- 4 म और मंदे हो रहे ह तो कायराना हरकत ह गी और बेवकूफ भरे
काम जो तबाह का कारन ह गे, कभी कभी तो नौबत ख़द ु कुशी तक हो सकती है !

खाना बर- 6
बह
ृ प त व बध
ु खाना बर- 6 म यु त ह और मंदे हो रहे ह तो जातक अ याश हुआ करता है !

खाना बर- 8

खाना बर- 8
बह
ृ प त व बध
ु खाना बर- 8 म बैठे मंदे हो रहे ह तो हमेशा बीमार गले पड़ी रहे ! 16 साल से
19 या 22 तक हर काम का नतीजा मंदा होगा इस अशभ ु असर से बचने के लए चाँद क तार
नाक म डलवाएँ 96 घंटे के लए या म ी के बरतन म खा ड भर कर वीराने म दबानी चा हए!

खाना बर- 9

बह
ृ प त- सनीचर
(स यासी फ़क र क माया िजसका भेद न खुल सके)

गु बा रश क हवा जो बनता- पहाड़ श न बन बैठता हो

दोन इ ठे मींह हो बरसता- समंदर सहरा नह ं दे खता हो


फ़क र झोल धन रे खा गनते- तीन छटे 7–9 जो

माया व दौलत दन शाद बढ़ते- बैठ त त पर िजस दन वह

शुकर दे खे जब दोन बैठा- पहाड़ माया धन म ी हो

नज़र केतू जब दो पर करता- औलाद मासूमी मरती हो

बह ृ प त- सनीचर: “ ी गणेशाए नम:” सब के पज ू ने क जगह होगी! द ु नयावी श ल


म फ़क र क झोल क क मत होगी िजसका बुरा भला, शु या अंत जानना
मुि कल बात न होगी! दोन ह इ ठे होने के व त बह ृ प त क उ 16 साल से
टे वे वाले क 34 साल क उ तक पता क उ के लए और 43 साल क उ
तक धन दौलत के लए इ ठा फल दगे और इस मलावट म सनीचर का असर चार
गनु ा तो बह
ृ प त का असर पाँच गनु ा शा मल होगा, िजसक ह से गम 14 साल,
हा न 15 साल व दौलत 12 साल होगी! हमेशा दोन का जुदा- जुदा फल होगा मगर
बह
ृ प त फर भी बचत ह दे ता जाएगा!
बह ृ प त व सनीचर का आपसी स बंध: बह ृ प त व सनीचर कसी भी घर म इ ठे
ह या सनीचर अकेला खाना बर- 11 म हो तो ऐसा टे वा धम टे वा होगा िजसम
पापी ेह का मंदा असर शा मल न होगा बि क बाक ह भी धम ह ह गे! ऐसे
टे वे क ि ट क कंु डल भी अलग होगी य क सनीचर बह ृ प त के प के घर 2–
9–12 म कभी बुरा फल नह ं दे गा ले कन बह ृ प त सनीचर के खाना बर- 10 म
नीच व खाना बर- 11 म नकारा होगा!
हालां क बह
ृ प त दोन जहान क हवा का मा लक है और सफ नेक ह सा का तब
तक जब तक उसक हवा म सद ( ), गम (सरू ज) और नेक क मीठ
खा सयत(मंगल नेक) मोजूद हो तो बह
ृ प त दोन जहान का होगा और जब कसी
और ह (सूरज, , मंगल के इलावा) क हालत इसम मल हो तो बह ृ प त एक
ह हालत का मा लक होगा!
अ लफ़(क): दोन म से कोई एक त त(खाना बर- 1) का मा लक हो और दस ू रा
रा शफल (बह
ृ प त- 6 व 7) और सनीचर(3–6–9 म) का हो तो धन रे खा होगी
ले कन दोन म से कोई एक अपनी नीच रा श/घर का नह ं होना चा हए तो हर तरह
क कावट के बाद सोना ह पैदा होगा, इसम शत सफ इतनी होगी क जातक
अपनी क मत पर संतु ट(शा कर) होना चा हए!
बे(ख): ऐसी ि तथी म दोन म से कोई भी नीच घर का हो तो मु तरका बरकत
होगी! और हाल होगा “एक अ धा दस ू रा कोढ़ ” ले कन फर भी एक दस ू रे क मदद
करगे या न “हमाँ याराँ दोज़ख हमाँ याराँ ब ह त” होगा!
जीम(ग): अगर बहृ प त र ी हो और सनीचर उ दा तो लोहे क तलवार(सनीचर)
तमाम मंद हवा(बह
ृ प त) को नेक कर लेगी, ले कन अगर बह ृ प त उ दा और
सनीचर मंदा हुआ तो जातक दस
ू र के लए पारस क तरह होगा ले कन खुद के
लए मंदा!
दाल(च): जब बह ृ प त व सनीचर साथी ह ह और सूरज राजा(खाना बर- 1) होवे
तो (1) जब दोन उतम ह तो कोई बुरा फल न होगा, उतम नतीजा होगा (2) जब
दोन ह र ी ह या नीच घर के ह तो सरू ज व सनीचर का झगड़ा होगा िजसके
कारन राज दरबार से पाया धन और िज म का कोई अंग बरबाद होने के बाद शां त
होगी (3) जब सनीचर उ दा हो और बह ृ प त र ी और सरू ज राजा हो तो जेहमत व
बीमार के कारन राजदरबार का धन बरबाद होगा ले कन कोई अंग खराब न होगा
(4) सनीचर र ी और बह
ृ प त उ दा हो तो कोई अंग खराब होगा ले कन धन-
दौलत बरबाद होने क शत नह ं होगी! उपाओ: यानशद ु ा तमाम हालत म खाना
बर- 7 वाले ह क मदद लगे!
सनीचर के बुरे दौर के व त बह
ृ प त फैसला करे गा और बह
ृ प त के बुरे दौर के
व त सनीचर क मत का फैसला करे गा!
दोन ह अब कोहसर और समंदर क तरह ह गे या न अगर सनीचर पहले घर म
हो तो कोहसार(पहाड़) पहले और हवा इसके ऊपर से नकल कर चल जाएगी ले कन
अगर बह ृ प त पहले घर म और सनीचर बाद के घर म हो तो बह
ृ प त क हवा
सनीचर के पहाड़ से टकराकर क मती बा रश दे गी!

दोन ह इ ठे (मु तरका) होने पर बुढ़ापे म तकल फ होवे! क मत के शु होने का


दोन ह इ ठे (मु तरका) होने पर बुढ़ापे म तकल फ होवे! क मत के शु होने का
व त उस ह क उ होगा जो ह इनको दे खता हो या जगाता हो जैसे अगर बुध
दे खता हो तो 34 साल और सूरज दे खता हो तो 22 साल म वगैरह! अगर कोई
ह इनको न जगावे तो खद ु बहृ प त क उ 16 साल म क मत जाग जाएगी!
दोन ेह के इ ठे (मु तरका) होने क हालत म क मत का फैसला खाना बर- 11
के ह करगे, अगर खाना बर- 11 खाल हो तो सनीचर का ज़ाती फैसला बल
होगा! सनीचर के खास- खास साल म चार तरफ चलने के साल का भी याल
रखना ज़ र होगा!
दोन ह बलमुका बल और ि ट हो

100 तशत- इ ठे (मु तरका) होने क हालत गनी जाएगी या न दोन इ ठे लए


जाएंगे!
50 तशत- इ म तल समात और जादग
ू र बल होगी!
25 तशत– योग अ यास का मा लक होगा!

सनीचर दे खे बह
ृ प त को: तो सेहत ह क , धन दौलत भी ह का, सनीचर के व त
18–36 साल क उ म पता क उ को खतरा, िजसका सबूत होगा घर के अंदर
पुराना स दक
ू िजसको लोहे का ताला लगा हुआ होगा!
शक
ु र दे खे दोन को: शाद के बाद धन बढ़ता होगा ले कन आम हालत म दखावे
का धन या न म ी का पहाड़ ले कन फायदा सफ़र! जातक का धन अपने खानदान
व औरत के काम आवे!
केतू दे खे दोन को: तो औलाद पर बला- ए- बद या हवाए- ए- बद के हमले ह गे!
मकान म दा खल होते व त(शारह- आम) क सीधी हवा मंद सा बत होगी!
नेक हालत

खाना बर- 1
बह
ृ प त व सनीचर क यु त खाना बर- 1 वाला जातक साध ू या गु हुआ करता है ले कन यह
यु त काग रे खा का मंदा फल दे गी इस लए यि त धन के मामले म मुफ लस(गर ब) होगा (एक
सदफ़ का असर)!

खाना बर- 2
बह
ृ प त व सनीचर क यु त खाना बर- 2 म तो जातक पढ़ा व व वान हुआ करता है ले कन
इसका फैसला सनीचर क ज़ाती हालत पर नभर करता है ! हरे भरे पहाड़ जैसा जीवन होगा, दोन
इ ठा होने के समय का फल भी नेक होगा चाहे खाना बर- 8 म ह य न हो (दो
स फ़ का असर)!
खाना बर- 3
दजा औसत क दौलत मंद - आराम बढ़
ु ापे पाता हो
उ श न गु - माता पता क – म ी दौलत ज़र उड़ता हो
दौलतम द होगा ले कन जीवन का सुख औसत दजा का होगा ले कन बढ़
ु ापे म आराम होगा!
खद
ु क 18 क उ म माता- पता के लए मंदा होगा (तीन सदफ़ का असर)!

खाना बर- 4
बह ृ प त व सनीचर खाना बर- 4 म यु त होने के समय जातक ज़माने म मशहूर हुआ करता
है ! साँप का काटना भी नेक फल दे गा या न कसी ऐसी गंभीर बीमार के समय शराब या शराब
से बनी दवाई ठ क कर दे गी! (चार सदफ़ का असर)!

खाना बर- 5
बह ृ प त व सनीचर क यु त खाना बर- 5 म होने के समय क मत साधारण हुआ करती है
जो क बाक ेह के फैसले के अनस ु ार होगी! मान इ ज़त खब ू पावे ले कन सूरज जो क र शप त
है के फल म खराबी ह होगी! बह ृ प त या सूरज से संबि धत कारोबार सरकार झगड़ का कारन
ह गे! बेशक अपने से बड़े सरकार अफसर या सरकार के साथ झगड़ के कारन अदालती कारवाई
के च कर म रहे ले कन अगर चालाक, म कार व शराब आ द का परहे जगार होगा तो फैसला
जातक के हक म होगा! (पाँच सदफ़ का असर)!

खाना बर- 6

1. अब अगर बहृ प त हर तरह से कायम और सनीचर खाना बर- 2 के कारन मंदा हो रहा
हो तो औरत का सुख कम होगा!
2. सनीचर हर तरह से कायम हो ले कन बह
ृ प त खाना बर- 2 म राहू/केतू के कारन चुप हो
तो औरत का सुख पणू होगा!
3. सनीचर हर तरह से कायम हो ले कन बह ृ प त न ट हो रहा हो तो औरत का सुख ह का
होगा कयाफा: पैर क तजनी उं गल म यमा से थोड़ी छोट हो! (छ या छ से यादा सदफ़
का असर)!

खाना बर- 7
शक
ु र या मंगल उ दा– उतम रे खा म छ होता हो
गर ब पाए धन दौलत द ु नया- अमीर त त ज़र पाता हो

न ट मंदा श न तीन ोह उलट रे खा म छ होती हो

बध
ु राजा वाह तीन से कोई– नि ट शु आ होती हो

बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म और टे वे म शक
ु र या या मंगल कायम तो
म छ रे खा का परू ा असर होगा िजसका असर नेक होगा प रवार कबीला खबू बड़ा हुआ करता है !
बहृ प त व सनीचर खाना बर- 7 म और या शुकर या मंगल नीच या न ट हो रहे ह
तो नीचे को मंह
ु कए वाल म छ रे खा होगी िजसका असर अशुभ होगा और इसका बरु ा असर
उस दन से शु होगा िजस दन या शकु र या मंगल म से कोई भी खाना बर- 1 म
आयेगा!

दोन ह खाना बर- 7 और सूरज खाना बर- 1 म हो तो जनम से लेकर 9 साल क उ


तक गर बी होगी घर म लोहे के तवे के बजाए रोट म ी के तवे पर बने!

म छ रे खा: गर ब को धनवान और धनवान को ऊंचा ओहदा दलावे तीन पु त और तीन जमाने


नेक असर दे ने वाल म छ रे खा होगी

खाना बर- 8
बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 8 म इ ठे ह तो मारक अ थान अब मौत का घर न होकर
या न ऐसे जातक के घर म कोई तबाह करने वाले वा कयात न ह गे और न ह घर म यादा
मौत ह गी!

खाना बर- 9
खाना बर- 10
मान सरोवर द ु नया बनता– गणेश दाता स होता हो

माया यासर जो गु दे ता- श न सफ़ा चट करता हो

ख़दु अपने लए नहायत उतम और ी गणेश जी क इ ज़त का मा लक होगा! ले कन जातक


का धन दसू र को तबाह करने वाल माया क तरह होगा! यभचार होने के कारन हमेशा परे शान
और तंगहाल होगा और इसक यह आदत बह ृ प त के दये हुये धन को बबाद करती जाएगी!

खाना बर- 11
श न बह
ृ प त 11 रा श– दोन बध
ु से चलते ह
बध
ु दबाया हो या मंदा– दोन न फल जाते ह

खाना बर- 12
बढ़ते कबीला साल मंगल के– चराग बल
ु ंद होता हो
श ु 6 का त त पे आते– हा न चोर धन जाता हो
मंद हालत

जब तजनी व म यमा पहल पोर क तरफ से जुड़ी हुयी दखाई द और शेष भाग म सुराख क
तरह खाल नज़र आए और जातक शराब मांस आ द का सेवन करता हो, और हराम का माल
खाने आ द व दस
ू र के धन पर नज़र रखे तो सनीचर का नेक फल बरबाद होगा िजसके कारन
बह
ृ प त भी मंदा फल दे गा ऐसी हालत म बढ़ ु ापा मंदा हुआ करता है , जातक बीमा रय से घरा
रहता ह! जब दोन को केतू दे खे तो ेत पीड़ा के योग हुआ करते ह!

खाना बर- 1
जब सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल अनस
ु ार मंदा हो तो काग रे खा वाला मंदा फल होगा!

खाना बर- 2
बह
ृ प त व सनीचर खाना बर- 2 के समय जब वषफल के अनस
ु ार वा पस बर- 2 म आय
जो क (9–21–33–45–57–65–74–96–105–117) साल म आएंगे तो बह ृ प त से संबि धत
बीमार और पता क उ के लए असर मंदा होगा और यह मंदा असर सनीचर क चीज वारा
ज़ह र होगा! ऐसी अव था म सनीचर का उपाओ मददगार होगा!

खाना बर- 3
खाना बर- 3 का सनीचर खदु नधन माना गया है ! सनीचर क 9–18–36 साला उ म पता के
धन दौलत के लए असर मंदा होगा!

खाना बर- 6

खाना बर- 7
ल क क पैदाइश के दन से बध
ु से संबि धत रशतेदार व कारोबार का फल नेक होगा ले कन
बह
ृ प त का फल मंदा होगा ले कन सनीचर पर बध ु का कोई बरु ा असर न होगा! बचपन म कु छ
क ट हुआ करते ह!

बह
ृ प त व सनीचर इ ठे खाना बर- 7 या 12 के समय या शुकर या मंगल म कोई
न ट हो या नीच हो और इनम से कोई भी जब वषफल अनस ु ार खाना बर- 1 म आयेगा
तो (माता) शुकर(औरत) मंगल(बड़ा भाई या बाप का बड़ा भाई या माता का बड़ा भाई)
बरबाद ह गे! ऐसा जातक च र ह न व अ याश हो सकता है िजसे ज़ुबान का च का बरबाद
करे या शाद होते ह माता चल बसे और पता बध
ु क उ 34 म गुज़र जाए!
सूरज खाना बर- 1 म हो तो सनीचर क उ 9–18–36 साल म घर क माल हालत
नहायत मंद होगी!

खाना बर- 10
बह
ृ प त व सनीचर ह खाना बर- 10 म और सूरज हो खाना बर- 4 म तो सनीचर अपने
साथ बैठे बह
ृ प त व बर- 4 म बैठे सरू ज को जला डालेगा मगर सरू ज खाना बर- 4 म
क मदद से सनीचर के जलाए हुये नकारा प थर भी क मती लाल म त द ल कर दे गा ले कन
सनीचर क जहर से बह ृ प त नह ं बच सकेगा या न जातक क माया कसी काम क न होगी,
ऐसी माया होगी जो दसू र को भी तबाह करके छोड़ेगी! अगर बध
ु का स बंध हो रहा हो तो
जातक यभचार होगा और उसक यह आदत जातक को बरबाद करे गी! ठगी व बद दयानती क
कमाई का धन 12 साल साथ दे गा ले कन बह ृ प त क दौलत साथ न दे गी!

खाना बर- 11
अगर टे वे म बध
ु मंदा हो तो क मत का कोई भरोसा न होगा और य द बध
ु नेक तो लोहे का
गुबारा हवा म उड़ाने क ताकत का मा लक होगा!

बह
ृ प त- राहू
बह
ृ प त गना पवन तो– राहू धुआ ं हुआ
दोन के चलने फरने को– आकाश बन गया

बह
ृ प त का ण है ये– टे ढ़ा कभी न होगा
है गंज न कसम पाई– सीधा न वह चलेगा
घर से चले थे एक से– अब 12 हो गया

त कया फ़क र साध ु का– धुआ ं धार हो गया


चलते सब
ु ह से दोन थे– तब शाम हो गया
गु लगा समा ध म– सुनसान हो गया
धुआं हटे न साध ु जागे– दोन अपनी लय म ह

द ु नया के सब साथी बंदे– इन दोन क शरण म ह


झगड़ा बढ़ा तवील तो– सूरज भी आ गया

बना है घोड़े तो– बध


ु प हये हो गया
शुकर बना जो म ी था– अब ल मी हुआ
लेटा पड़ा जो साँप था– अब भैर हो गया

मंगल न शीर छोड़ी थी– अब चीता हो गया


केतू के आते आते ह – सब वाब हो गया
हाथी न सर टटोला तो– टुकड़े पाएँ ह दो

केतू जो गुर के नीचे था– उसके भी रं ग दो

बह
ृ प त न आँख खोल तो– दे खे जहान दो
राजा फ़क र होते भी– क मत दो रं गी हो

गु राहू जब ह दो इ ठे – शेर सोया गु होता हो


झगड़े फ़साद बेइ ज़त करते– पीतल सोने का बनता हो

खाना बर- 12 का र शप त बहृ प त और राहू का प का घर है मसनुई ेह के के


असलू अनस
ु ार खाल खाना- 12 म बधु का अि त व रहे गा! राहू के साथ होने पर
बह
ृ प त चुप होगा ले कन गुम न होगा! बह ृ प त राहू इ ठे तो फक र क कु टया
माना है ! इस यु त म बहृ प त को शेर माना तो राहू को हाथी कहा है , बह
ृ पत
अगर ाणवाय ु है तो राहू धुआँ या न शु हवा न होने के कारन जातक के बुजुग
को सांस क बीमार हो सकती है ! यहाँ पर ेह क या या को यान म रखना
ज़ र है इस लए बध ु (आकाश), बह ृ प त(वाय)ु , सरू ज(रोशनी), मंगल(अि न),
(जल) और शकु र(धरती) है ! बह
ृ प त व राहू आकाश म चलने वाले ह ह इस लए
दोन ह ज म से मरण तक इ ठे चलते ह!
इस वशालकाय हाथी न सांसा रक उलझन व दौड़ धप ू के धए
ु ँ न शेर पी बह ृ पत
को पथ ट करना चाहा ले कन बह ृ प त कट तो सकता है ले कन झुक नह ं सकता
इस लए वह नयम पी सीधे माग पर चलता रहा और उसके उलट कड़कती हुई
बजल के बल वाला नशे म चूर राहू चोट खाता हुआ भी कसी नि चत रा ते पर
चलने को तयार नह !ं अब भा य क दोरं गी चाल होगी कह ं तो राहू क मंद हालत
सोने को पीतल कर रह होगी और कह ं बह ृ प त क ताकत जंग लगे लोहे को सोना
बना रह होगी!
ाणी न ज म लेकर 12 साल पूरे कर लए या न बह ृ प त न कंु डल 12 घर का
च कर लगा लया और उसके बाद जातक का घर घाट क मत से हारे हुए साधू का
त कया बन गया जो उजड़ा और मंदे धुएँ से भरा हुआ होगा! अब जगतगु गह ृ ती
साध ू न समा ध लगा ल या यं ू समझ क भा य का शेर गर बी के मंदे धुएँ से तंग
आकर गहर नींद सो गया! न धआ ु ँ हटता है न शेर जागता है या न राहू से यु त
बह
ृ प त चुप होकर तमाशबीन होगा यहाँ तक क उसके सांस रक साथी हाथी के पैर
के नीचे कुचले जा रहे ह गे और बह
ृ प त अपनी ववशता के कारन कोई भी मदद
करने के का बल न होगा!
या न क बहृ प त व राहू क यु त के समय जातक दोरं गी क मत का मा लक
होगा राजा घर पैदा होकर फक र या फक र के घर पैदा होकर राजा और जातक का
कुल मंदा ज़माना सफ एक सव न क तरह होगा जो लड़के क पैदाइश के साथ सब
दरू होगा! दोन ह इ ठे से मतलब मसनुई बुध जो खाल और फोक शोहरत दे गा!
बह
ृ प त व राहू क यु त कंु डल के पहले घर (1 से 6) म हो तो बह
ृ प त दो
जहान का मा लक होगा या न टे वे वाले को द ु नयावी व गैबी मदद मलती रहे गी!
बह ृ प त व राहू क यु त कंु डल के बाद के घर (7 से 12) म हो ऐसा इ सान सफ
द ु नया से संबि धत होगा गैबी ताकत या इबादत का मा लक न होगा!

नेक हालत

बह
ृ प त व राहू क यु त वाले जातक को अ वल तो मेहनत व म त करना ह पड़ेगा य क
आदतन आराम पर त हुआ करता है ले कन अगर क मत क मार के कारन कोई स त काम
गले भी पढ़े तो भी ऐसा इ सान कु छ नह ं करे गा ले कन अपने पेट के लए रोट ज़ र पा लेगा
वाह इसे आराम क गनो वाह हराम क !

खाना बर- 1
फ याज सखी हो त त पर बैठा– फ़क र राजा वाह कोई हो

रज़क रोज़ी न ह गज मंदा– फ़सल कट या बोई हो


ऐसा जातक अमीर या नधन मगर आदतन दाता(फ याज) व दानी होगा! ऐसे जातक को इस
बात क कोई चंता नह ं हुआ करती क फसल कट चुक है या अभी बोई है य क रज़क व
रोट क कोई कमी न होगी! जातक का जनम चाहे चांडाल के घर म हो ले कन रोट उसके
दरवाजे पर आती होगी!

खाना बर- 2
चप
ु गु जो टे वे गनते– खामोश राहू अब होता हो
उपदे श पाएगा गु का अपने– सवार हाथी गु माया हो
अब जातक नेक के काम करने वाला होगा और गर ब का मददगार! इस घर म राहू बह ृ पत
के साथ होते हुये भी बह
ृ प त क चीज (बाप, दादा, सोना आ द) पर कोई बरु ा असर नह ं डालेगा
बि क हाथी पी राहू अब गु बह ृ प त क शरण म होगा! अगर कसी अ य ह योग के कारन
जातक गर ब भी हो तो भी ग ी पर बैठा हा थय वाला साधू होगा!
खाना बर- 3
जातक क आँख क हो शयार हर मस ु ीबत व द ु मन से बचाती रहे गी और जातक खद ु भी बहादरु
हुआ करता है ! राहू क परू उ (42–21–10.5 साला) के बाद बहृ प त व राहू दोन का खाना
बर- 3 का दया हुआ असर ज़ा हर होगा! अगर कसी कारण असर मंदा हो तो केत ू का उपाओ
मददगार होगा!

खाना बर- 4
बह
ृ प त अपने उं च के घर म और राहू यहाँ पर धम ह! उतम जैसा असर होगा ले कन
बह
ृ प त उं च होते हुये भी चप
ु ह होगा ले कन इसका मतलब यह न होगा क बह
ृ प त का असर
मंदा होगा!

खाना बर- 5
बह
ृ प त व राहू खाना बर- 5 म संयु त वाला जातक नेता या उ चअ धकार हुआ करता है !

खाना बर- 7
ससुराल पता से एक ह िज़ंदा– वह भी दमा से द ु खया हो

बध
ु मंदे से लेख हो जलता– तराज़ ू शुकर बध
ु उलटा हो
ससुर या पता म से कोई एक ह िज़ंदा होगा और जो िज़ंदा होगा वह भी दमा जैसे रोग के
कारण दख
ु ी होगा! य द टे वे म बध
ु मंदा हो रहा हो तो बह
ृ प त व राहू दोन का क मत के लए
फल अशुभ होगा! ले कन जातक जवानी म खब ू आराम पाये!

खाना बर- 12
लेख दौलत न कोई मंदे– न ह आ कबत गंद हो
करम धरम पर असर राहू से– गंद नाल बह नकलती हो
द तीकर या पेशा हुनर से- नफ़ा न हर गज़ मलता हो
सुख मद का ह का गनते– श न असर भी मंदा हो

बहृ प त खाना बर- 12 का र शप त और राहू का प का घर व कारक ह, जब दोन ह


खाना बर- 12 म संयु त ह तो मसनई ु बधु या न खोखला बध ु होगा अथात जातक का भागी
खोखले बध
ु क तरह होगा! बहृ प त व राहू म कोई झगड़ा नह ं ले कन राहू चांडाल वत होने के
कारण धरम व करम को भा वत करे गा! जातक बु मान व हुनरमंद होगा ले कन सनीचर के
काम म कोई लाभ न होगा!

खाना बर- 6–9–10–11

बह
ृ प त व राहू क यु त इन घर (6–9–10–11) म अपना अपना ठहराया हुआ जुदा- जुदा फल
बहृ प त व राहू क यु त इन घर (6–9–10–11) म अपना अपना ठहराया हुआ जुदा- जुदा फल
दया करते ह!

मंद हालत

बह
ृ प त व राहू क यु त खाना बर- 2 व 12 के सवा ऊपर दया हुआ फल होगा ले कन बाक
सभी घर यह यु त मंद है ! 8 से 12 साल क उ तक नक
ु सान ह नक
ु सान ह गे यहाँ तक सोना
भी जंग लगा हुआ पीतल होगा! क मत के मैदान म बह ृ प त भी श क स भाव होगा! राहू का
कड़वा धुआँ हर तरह क मंद घटनाओं को ज म दे गा! जातक क खद ु क 16 से 21 साल क
उ के बीच पता को अधरं ग या दमा क बीमार हो सकती है ! जातक क 42 साल क उ म
सोने क चोर का खतरा हुआ करता है या राहू (ससुराल) व बह
ृ प त ( पता प रवार) के रशतेदार
या कारोबार पर मंदा असर रहे गा!

बह
ृ प त व राहू संयु त अब मंदे व खोखले बध ु का फल दगे! यहाँ पर एक बात प ट होती है
क सभी बनावट ह (मसनई ु ह) दरअसल मूल ेह का मंदा प है ! धन ाि त के लए वह
फल होगा जो राहू का खाना बर- 11 के समय बह ृ प त का हुआ करता है ! खद
ु क ज़ाती
आमदन के लए भी भा य के दो टुकड़े ह गे और वह भी फजूल या न राहू पी हाथी जैसे
बह
ृ प त पी साधू क कु टया म घस ु ा हो वैसा ह क मत का हाल होगा!
बहृ प त व राहू खाना बर- 2 म संयु त ह और खाना बर- 8 म इनका श ु ह या कोई
मंदा ह हो तो नर स तान क पैदाइश म व न होगा!

खाना बर- 3 म संयु त ह तो बध


ु व केतू का असर 34 साल तक मंदा होगा, खाना बर- 5
म संयु त ह तो स तान के लए मंदा, खाना बर- 7 म संयु त ह तो पता या ससुर म से
कोई एक बचेगा और जो बचेगा वह भी द ु खया होगा, खाना बर- 8 म संयु त होने के समय
जीवन जीना सफ खानापू त होगा यहाँ बह
ृ प त का उपाओ करना चा हए!

उपाओ:

मंद हालत के समय केतू का उपाओ मददगार होगा!


य द केतू भी खराब हो तो जातक क माता का उपाओ करे !
केतू का प थर (लहसु नया) गाये के जूठे पानी म धोकर मंगल क चीज का दान करना
चा हए!
मु ी भर जौ दध
ू म धोकर अपने पास रख और अगले दन द रया म बहा द 43 दन
लगातार!उनम से कुछ दाने अपने पास रख!

बह
ृ प त- केतू
(ज़द ल म-ू गु ग ी)
साथ केतू से सेवा उ दा– बना गु होता हो
पहले केत ू गु पीछे बैठा– मंदा असर गु दे ता हो

बुध मदद जब उनको दे ता– लेख बधाता खुलता हो


धन आयु औलाद इ ठा– श न औरत सख
ु परू ा हो
बाप गु तो केतू बेटा– पाठ पज
ू ा शभ
ु होता हो
व त मंदे जब दोन इ ठा– द ु खया कोई न रहता हो

बहृ प त कुदरती दरवेश माना तो केतू द ु नयावी दरवेश है ले कन ह दोन ह दरवेश!


अगर बह ृ प त गु हुआ तो केतू उसका चेला या शा गद! अगर बह ृ प त को पूजा
पाठ माना तो केत ू को गु के बैठने क जगह या आसन माना है ! बह
ृ प त को
पता माना तो केतू लड़का हुआ! दोन के एक साथ संयु त होने से या ि ट के
मलाप से मलने पर दोन का फल उतम होगा! इस यु त के समय केतू अब
बह
ृ प त के चरण होगा िजसके छूने से प रवार व धन क व ृ हो! शुकर व सनीचर
इ ठे ह उ च का केतू होगा और य द व सनीचर इ ठे तो केतू नीच होगा!
बह
ृ प त क हवा बेकैद और खुल हवा हुआ करती है ले कन केतू जो साँप (सनीचर)
के फराटे (सांस) क हवा है जो क द ु नयावी धंधो से बंधी हुयी कसी मतलब या हवाए
बद (जब केतू मंदा हो) हुआ करती है ! बह ृ प त कसी बुराई या भलाई का ईछुक न
होगा ले कन केतू कसी भी भले या बुरे के लए अपना लावापन दखला दे गा!
अब केतू खुद उं च फल का होगा! केत ू ठे घर का कारक ह होने के कारन मामंू
या पड़ोसी पर बरु ा असर दाल सकता है ! बह ृ प त व केतू क यु त वाले जातक का
चेहरा चौड़ा हुआ करता है और नाक के दोन तरफ कान तक का फासला अ धक
होगा!

नेक हालत

खाना बर- 1
संह संहासन योगी कु टया– धरमी राजा वह होता हो
क़दम मुबारक िजस घर रखता– सु खया सभी आ होता हो

कयाफा: हथेल पर एक शंख का नशान हो! बह ृ प त व केतू खाना बर- 1 म संयु त, केतू
खा ना बर- 1 के समय सरू ज कह ं भी हो उ च फल का हुआ करता है ! हमेशा खश
ु हाल व
सु खया होगा!

खाना बर- 2
गु मं दर दरवेश फ़क र – आठ ि ट खाल हो
लेख नसीबा खल
ु ती पेशानी– बल
ु ंद मरतबा खाल हो
आठ बैर या द ु मन साथी– कुता फांसी आ मरता हो

लेख लखत सब कुछ हो मंद – आय ु अ प तक होता हो

बहृ प त व केतू खाना बर- 2 म संयु त या न गु का आसन भी उ दा होगा ले कन खाना


बर- 8 खाल होना चा हए तो जातक चौड़ी पेशानी (माथा) वाला भा यवान होगा! उ च अ धकार
व दसू र का भला चाहने वाला खद
ु भी खश
ु हाल होगा! अगर खाना बर- 8 मंदा हो या द ु मन
ह साथी ह बन रह ह तो केतू क कारक चीज का नक
ु सान व असर मंदा होगा!

खाना बर- 4
ऊंच गु वाह केत ू मंदा– औलाद मंदा नह ं होता हो

ज़र दौलत घरबार हो उ दा– भगत पता और माता हो

ी रे खा का असर हो बढ़ता– इ म अ ल सुख मलता हो

बहर हवाई बा रश उ दा– पाव ल मी दे ता हो

बहृ प त व केतू खाना बर- 4 म संयु त, बह


ृ प त अपनी ऊंच रा श म ले कन केतू द ु मन
ह के घर म भी धम ह होगा! अब बहर(समु ) और बह ृ प त (हवाई) धन का योग
बनाएँगे या न बह
ृ प त व समु या ा के रा ते धन दगे! दोन ह कायम व नेक ह तो
जातक धनवान व माता पता का सेवागार होगा! श ा व अ ल उ दा होगी ी सख ु पण
ू होगा!

खाना बर- 6

खाना बर- 7–8–12


गर ब तप वी पेट से भूका– साथ द ल र भरता हो

रात आराम अमीर आला– बाक़ असर सब उ दा हो


खाना बर- 7 म बह ृ प त व केतू संयु त तो पैसे क तंगी हुआ करती है , यह ह खाना
बर- 8 म संयु त ह तो जातक आलसी और द र हुआ करता है , ले कन खाना बर- 12 म
दोन ेह के संयु त होने वाला जातक अमीर, धनवान े ठ और हर तरह से सुखी हुआ करता
है !

बाक़ खान का असर: खाना बर- 3–5–9–10–11 म बह


ृ प त व केत ू संयु त होने पर अपना-
अपना फल दया करते ह!
मंद हालत

बह
ृ प त व केतू टे वे म संयु त और दोन ेहो क जड़ म इनके द ु मन ह ह तो द ु मन 40
साल क उ तक तंग करगे (केतू क जड़ खाना बर- 6 और द ु मन व मंगल, बह ृ पत
क जड़ खाना बर- 9 व 12 और द ु मन शक ु र, बध
ु व राहू) ज़द ल मू (पीले नींब)ू धरम थान
म दे ना मददगार होगा!

बह ृ प त व केतू म से कसी एक फल कसी भी कारन वाह कसी भी तरफ मंदा हो रहा हो तो


कंु डल वाले के लए तो दोन ेह का फल उतम होगा ले कन बह ृ प त व केतू के जानदार चीज
के लए फल मंदा होगा! नाक और कान के बीच का फासला (दोन तरफ) अगर यादा हो तो
चेहरा चौड़ा होगा ऐसा यकती खद ु गज़ हुआ करता है !

खाना बर- 2
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 2 म और खाना बर- 8 म द ु मन ह ह तो माथा(पेशानी) तंग
होगी और चेहरा चौड़ा ऐसा यि त खद
ु गज़ व म दभाग हुआ करता है !

खाना बर- 4
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 4 म संयु त तो कयाफा: हथेल पर 4 संख के नशान ह गे, तो
नर क क लत हुआ करती है अगर हो भी तो बहुत दे र से!

खाना बर- 6

खाना बर- 7
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 7 म संयु त तो जातक तप वी व साधू स भाव ले कन
मुफ लस(गर ब) होगा! अब बह
ृ प त का भाव बल होगा!

खाना बर- 8

बह
ृ प त व केतू खाना बर- 8 म संयु त या न गु और चेला शमशान म तो जातक ल र व
बह
ृ प त व केतू खाना बर- 8 म संयु त या न गु और चेला शमशान म तो जातक ल र व
आलसी व मदु ा तबीयत का मा लक हुआ करता है !
Chapter 2
सरू ज के साथ एक ह
सरू ज-
(बड़ के दर त का ख़ा लस दध
ू , अल ची(फल), घोड़ा- टांगा)
र व मा लक जो उ बुढ़ापा– माया खुद दे ता हो

मोती दमकते असर दोन का– लेख बैठ घर चमकता हो


घर 1 ता 6 बढ़ता– बाद ज़ा हर न होता हो

साथ ह कुल ह गो मंदा– बुध गु पर उ दा हो

असर सरू ज से बढ़ते– राज कभी न मंदा हो

मद बढ़गे िजस घर बैठे– वाह ह औरत उ दा हो

सूरज व संयु त तो दोन ह 40 साल तक असर के लए इ ठे (मु तरका)


ह गे! मलावट म अगर का असर 3 ह से तो सरू ज 4 गनु ा होगा ले कन बल
व ज़ा हरा असर सूरज का ह होगा य क सूरज क रोशनी ह को चमक दे ती
है !

खाना बर- 1
सूरज व खाना बर- 1 म संयु त ह तो यि त एक राजा के समान मान, इ ज़त व
दौलत का मा लक होगा!

खाना बर- 2
गु मं दर फल उ दा गनते– राज तर क होती हो

औरत बहाना झगड़े होते– हार हा न जो दे ती हो

सरू ज व खाना बर- 2 म संयु त या न दोन अपने दो त बह


ृ प त के घर म तो फल
अ त उतम हो राजदरबार म तर क , इ ज़त व मान ले कन ी ह साथ या साथी न बन रहे
ह या मुक़ाबला पर न ह !

खाना बर- 3
सरू ज व खाना बर- 3 म संयु त या न दोन दो त अपने तीसरे दो त मंगल के प के घर
म तो अपने खद
ु के लए असर अ त उतम होगा ले कन दस ू र के संबंध म जातक मतलब पर त
होगा य क र शप त बध
ु का भाव शा मल होगा!

खाना बर- 4
सूरज व खाना बर- 4 म संयु त तो यि त एक राजा के समान मान इ ज़त वाला जो
दस
ू र को धन दौलत के प म मोती दान क है सयत का इंसान, रथ गाड़ी व हर तरह क सवार
का आराम बशत खाना बर- 10 खाल हो! अगर सनीचर खाना बर- 10 म हो तो मौत द रया
या नद म डूबने से हुआ करती है !

खाना बर- 5
सूरज व खाना बर- 5 म संयु त तो जातक सार िज़ंदगी आराम का जीवन यतीत करे !
क मत का असर हर तरह से नेक हुआ करता है ! इस यु त वाला जातक जैसे ह माता के पेट म
आता है खानदान क क मत चमकना शु हो जाती है !

खाना बर- 6
असर दोन के अपन अपने– साथ पापी न मलता जो
खाल पड़ा जब दज
ू ा टे वे– माता पता दो मंदा हो
अब उपाओ मंगल होगा– ऊंच र व को करता जो
मं दर र व क ज़हर हटाता– उ बढ़ा कुल दे ता हो

सूरज व खाना बर- 6 म संयु त ह तो दोन ह अपना- अपना जुदा- जुदा फल दया
करते ह! टे वे म खाना बर- 2 खाल और पापी ेह का साथ होने पर जातक खद ु माता पता
क आय ु के लए खतरा हुआ करता है ऐसे म मंगल का उपाओ मददगार होगा! खाना बर- 2 म
बह
ृ प त हो या कोई दो त ह हो तो कुल खानदान म उ पर कोई बरु ा असर न होगा!

खाना बर- 9

माता क तरफ या माता खानदान क तरफ नेक फल होगा और खब


ू मदद मला करती है ! तीथ
माता क तरफ या माता खानदान क तरफ नेक फल होगा और खब
ू मदद मला करती है ! तीथ
या ा 20 क उ म स भव है !

खाना बर- 12
गम पानी से ज़ म न जलते– राज समा ध बढ़ता हो

श ु मगर जब घर दो बैठे– आग पानी से जलता हो

सूरज व खाना बर- 12 म संयु त तो दोन ेह का अपना- अपना जुदा- जुदा असर
हुआ करता है ले कन सूरज का असर बल होगा! अगर खाना बर- 2 म द ु मन ह ह तो दोन
ह ेह का असर नक मा/मंदा होगा!

मंद हालत

खाना बर- 1
सरू ज व खाना बर- 1 म संयु त हो और कसी न कसी वजह मंदे हो रहे ह तो ऐसे
जातक क मौत अचानक और कभी कभी अकाल म ृ य ु हुआ करती है !

खाना बर- 2
सूरज व खाना बर- 2 म संयु त होने के समय औरत प हा न का कारन हुआ करता है ,
औरत से नफरत, झगड़ा व हार हुआ करती है !

खाना बर- 4
सूरज व खाना बर- 4 म संयु त व सनीचर खाना बर- 10 म हो तो मौत दन के व त
द रया, नद , नाला या ज़मीन के नीचे के पानी म डूबने से हुआ करती है !

खाना बर- 6
सरू ज व खाना बर- 6 म संयु त और खाना बर- 2 म पापी(राहू या केतू) ह तो ल बी
उ क कोई तस ल नह ं होगी ले कन इसका मतलब यह भी नह ं क उ छोट ह होगी!
खाना बर- 11
असर ह हर दो का मंदा– उ साला 9 होती हो

ख़रु ाक श न का गो त छोड़ा– उ सद तक ल बी हो

सरू ज व खाना बर- 11 म संयु त ह और जातक सनीचर व तओ ु ं मांस शराब का आ द


हो तो उ 9 साल क होगी और य द जातक मांस व शराब के इ तेमाल से बचा रहे तो उ
100 साल या न ल बी होगी!

सरू ज- शक
ु र
औलाद पैदाइश दे र करता– लाभ सोना नह ं होता हो

एक व त ह एक ह चलता– द गर जा न ट ह होता हो

सूरज शुकर क उ के साल – योग शाद न उ दा हो

सेहत माया न उ दा जान – मंदा औरत का होता हो

गम सूरज से शुकर जलता– स त औरत न मंद हो


ल ज़ ज़ब
ु ानी औरत नकला– लक र प थर पर होती हो
उ पता या राज हो श क – दग
ु ा पज
ू न ख़द
ु करता हो
औलाद पैदा म हो जब दे र – केतू पालन शुभ होता हो

सरू ज व शक ु र संयु त के समय, जब सरू ज का असर 22 साल क उ म हो तो


41 साल क उ तक इ ठे (मु तरका) असर दे त े रहगे! इस मलावट के समय शुकर
का ह सा 3 तो सूरज का ह सा 4 होगा, दोन ेह म से एक ह का असर नेक
होगा और एक ह का मंदा! सरू ज सकु र इ ठे (लाल- म ी, गाचनी, कां य का
कटोरा) पैदाइश औलाद के मा लक ह गे य क मसनुई बह ृ प त का असर होगा
या न दोन इ ठे होने के व त बह
ृ प त क ठोस चीज सोना आ द से कोई स बंध
नह ं होगा!
सूरज का शुकर के साथ दश
ु मनाना स भाव होगा य क सूरज के नजद क म ी
होती ह नह ं और कभी हो जाए तो सूरज क आग से जलेगी या न अब शाद अगर
सूरज क उ 21–22 या शुकर क उ 25 साल म हो तो राजदरबार(सूरज) व
औरत(शकु र) गह
ृ त का हाल मंदा होगा! म ी से इंसान बना तो आग से दे वता
इस लए सरू ज व शकु र म दो ती नह ं हो सक !
सरू ज के साथ शक
ु र का साथ और स बंध खदु शक
ु र के लए मंदे असर का होगा!
या न ह(सूरज) ज़बरद त और बुत(शुकर) ह का या न यि त च र ह न व
बदअखलाक होगा िजसके कारण औरत का मंदा हाल होगा ले कन खद
ु कोई
िज मानी क ट न होगा! औरत को तपे दक व दस ू र ल बी बीमा रयाँ ह गी िजसक
नशानी होगी और के दोन तरफ के गाल ( खसार) ज़ म वगैरह के नशान ह गे!
शुकर से सीधी शाख सूरज को तपे दक पैदा करती है और दोन ेह क आपसी
द ु मनी का सबूत होगी!
सूरज व शुकर के इकथा होने के समय बह
ृ प त का कोई खास नेक असर नह ं हुआ
करता! पता क उ श क हुआ करती है बि क पता यि त क छोट उ म
गुज़र जाए! अगर औरत तंद त नेक व सु खया हो तो शुकर का फल नेक लगे अब
सरू ज या न राजदरबार मंदा होगा और अगर राजदरबार उ दा हुआ तो औरत भाग
जला हुआ होगा य क सूरज के अपने अरसा म जब दोन खाना बर- 1 म आय
तो शुकर नीचफल का होगा ले कन सूरज अपने लए इक़बालम द हुआ करता है इस
मंदे असर से बचने के लए बुध क पालना करनी चा हए!

नु सान 17 साल, दौलत 5 साल, शुकर मंदा 25 साल, शुकर का खराब मगर
सरू ज का अपने लए फल उतम होगा! पता छोट उ म गज़ ु र जावे! लाल- म ी,
गाचनी, काँसी का कटोरा, मसनुई हवाई बह ृ प त! पैदाइश औलाद का मा लक!

नेक हालत

खाना बर- 1
ह मंडल वाह त त हज़ार – असर र व का मंदा हो

शक
ु र औरत हो क मत मार – आग गह
ृ ती जलता हो
लगन पराई औरत मंद – पतंग शुकर का बनता हो
चलन नाल जब हो कभी मंदा– जेल खाना तक पाता हो
औरत मर ज़, काग रे खा वाल , सूरज क भी खद ु म ी खराब करे , पराई औरत के च कर के
कारण जेल खाना तक नसीब हो सकता है , हमरा हय पर शक
ु र के पतंग का बरु ा असर होगा,
औरत को दमागी खरा बयाँ!

खाना बर- 2, 3, 4, 5, 6, 8, 11, 12


सूरज व शुकर जब इन घर म संयु त ह तो दोन ेह का अपना- अपना जुदा- जुदा असर हुआ
करता है जैसा क एक ह का असर होगा!

खाना बर- 7
औरत से झगड़ा रहे , दोन के संयु त के समय खाल बध ु होगा! बजु ुग पर काग रे खा का असर
मगर खद
ु के लए सूरज खाना बर- 9 जैसा असर दे गा! तीथ या ा 20 साल तक उतम फल
दे वे- औरत क उ तक! तै- मकान(बज
ु ुग ज ी), सुख रं ग(सूरज या मंगल का) दोन ेह क
द ु मनी का बरु ा असर दे गा!

खाना बर- 9
सूरज व शुकर खाना बर- 9 म संयु त तो क मत के अजीब रं ग हुआ करते ह, कभी अमीर
का समंदर उफान पर तो कभी रोट तक के लाले!

खाना बर- 10
राज ता लुक कासए गदाई– मदद ह घर चौथा हो

खाल होते घर माई– मदद खद


ु करता हो
मदद ह नर सबसे उ दा– चमक र व खद
ु दे ता हो
राहू धआ
ु ँ जब टे वे हटता– लेख शक
ु र सब बढ़ता हो
सूरज व शुकर खाना बर- 10 म संयु त तो राजदरबार मंदा, ठूठे पड़ा ख़ैर(कासए गदाई) क
तरह क मत का हाल! टे वा अंधे ेह का होगा, सनीचर का फल बरु ा होगा! साँप को दधू पलाना
मुबा रक होगा! खाना बर- 4 के ह या खद
ु मददगार होगा! नीच बह
ृ प त का असर
होगा- वा ते औलाद और पैदाइश- ए- औलाद!

मंद हालत

खाना बर- 1
सूरज व शुकर खाना बर- 1 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औरत को तपे दक या दमागी
बीमा रयाँ हो सकती ह! काग रे खा का फल होगा रोट तक लाले और राजदरबार(सूरज) क हालत
खराब होगी! जातक पराई औरत क मोह बत के कारन बरबाद होगा कभी कभी तो जेलखाना भी
दे खना पड़ सकता है !

खाना बर- 7
शक
ु र चीज़ का बढ़ता झगड़ा– रे त खाल बध
ु होता हो
दे ता र व वाह 9 का– हाल बज
ु ुग मंदा हो
सरू ज व शक
ु र खाना बर- 7 म संयु त तो अब दोन ेह क जगह खाल बध
ु का असर
होगा!

औरत से हमेशा झगड़ा और औरत क सेहत हमेशा मंद होगी यहाँ तक क उ भी श क


होगी!

बज
ु ुग के लए मंद काग रे खा का फल होगा यहाँ तक क रोट तक के लाले ह गे!
बज
ु ुग - ज ी मकान का फश (तै- मकान) लाल रं ग के ह गे तो फल मंदा होगा!

खाना बर- 9
सूरज व शुकर खाना बर- 9 म संयु त तो ी भाग के लए काग रे खा का फल, दौलत के
लहाज से हालत नक मी बि क गर बी ह होगी!

खाना बर- 10
राजा होते हुये भी राजग ी से दरू रहे , सनीचर का फल बरु ा होगा! कसी दस
ू र जगह पर म ी का
पयाला लए फरता होगा या न राजयोग भंग होगा होगा इस मंद ज़हर से बचने के लए साँप को
दधू पलाना चा हए!
औलाद व औलाद क पैदाइश म द कत होगी य क बह ृ प त(सरू ज+शकु र) नीच का होगा
ले कन खाना बर- 4 के ह मद गार ह गे और अगर खाना बर- 4 खाल हो तो का
उपाओ मददगार होगा!

चाल चलन का ढ लापन आम बात होगी, आ खर उ म िज द व खन ू क बीमा रयाँ ह गी इस


ज़हर से बचने के लए गऊ दान उतम उपाओ है ले कन गऊ क क मत के बराबर पैसे दे ना कोई
दान न होगा!

उपाओ:

औरत के बाज़ू पर सोने का कड़ा हमेशा के धारण करना औलाद के लए शुभ होगा!
औरत क सेहत खराब के व त औरत के वजन के बराबर सफेद चर धरम थान म द!
शाद या सगाई के दन से ह जातक खद
ु या उसक औरत गुड़ खाना छोड़ दे वे!

सूरज- मंगल
(जागीरदार का धन)
असर बरु ा न हर दो कोई– भला न होता हो

खोट धरम न धेला पाई– ख़न


ू कबीला तारता हो
बुध राहू जब केतू मंदे– स ज़ क़दम ह होता हो
मौत लेगी चूहा गनते– मंदा सूरज न होता हो

दोन ह 22 साल क उ से शु होकर 48 साल क उ तक इ ठे ह गे! असर के


लए सूरज का एक ह सा तो मंगल दो गुना होगा, ले कन दोन का असर जुदा-
जुदा और नेक होगा! सूरज का असर बल और उतम होगा! सूरज और मंगल
संयु त के समय का फल र ी या ह का होगा इस लए जातक के जनम से ह
माता कसी कसी कारन द ु खया होगी! बचपन क उ , अपनी औलाद और अपने
खन
ू से संबि धत रशतेदार के लए फल नेक हुआ करता है !
चार कोने का मकान या हथेल पर चोकोर नशान सबसे उतम है ! हथेल पर िजस
जगह नशान होगा उस खाना के लए नेक असर पैदा होगा और सूरज का असर
ज़ र साथ होगा य क सरू ज का साथ होने पर ह मंगल नेक होगा वरना सरू ज के
बना तो मंगल बद ह हुआ करता है !
सूरज व मंगल क यु त वाला जातक दौलतम द व जायदाद वाला होगा! हर तरह से
उतम रोशनी सरू ज क है तो मंगल इसक करण है ! दोन इ ठे कसी भी घर म
सूरज उं च का फल दे गा! जातक जनम से नकलते सूरज क तरह चमकदार क मत
का मा लक होगा और उ भी ल बी हुआ करती है ! नेक दल साफ़ ताकत व धरम
म एक कण का भी खोट न होगा! जहां सरू ज होगा वहाँ मंगल नेक ह होगा जब
मंगल को सूरज क मदद न मल तो वह मंगल बद होकर मौत का फ र ता खाना
बर- 8 का मा लक हुआ!
नकलते सरू ज का मतलब क मंगल सरू ज इ ठे या न जनम से अ छा व उ दा
हाल और छपते सूरज क लाल का मतलब पछल उ या बुढ़ापा, इस अव था म
मंगल सनीचर क इ ठे होने क उतम हालत हुआ करती है ! मंगल क लाल
नकलते और छपते सूरज के साथ हुआ करती है , य य सूरज क उ बढ़ने
लगी (दोपहर का समय) मंगल क लाल सूरज क रोशनी म छुपती जाती है और
जदु ा जद
ु ा नज़र नह ं आती ले कन होती साथ ह है ! िजस तरह रोशनी और लाल
का मलाप होगा उसी तरह क मत का सतारा बुलंद होगा! रोशनी के बना लाल
का कोई वजूद नह ं और इसम याह का असर शा मल होगा या न सूरज के बना
मंगल नेक न रह कर मंगल बद होगा जो असर म नहायत मंदा और मौत दया
करता है इस लए 3 या 13 कोने का मकान भी मंगल बद का असर दया करता है !
अगर से कोई शाख मंगल बद के बज ु से होकर सरू ज क तरफ को जा नकले
तो नहायत बुर िजंदगी होगी! अगर मंगल बद के बुज से कोई रे खा नकल कर
सेहत रे खा या तर क रे खा को काटे तो कारोबार नुकसान व रशतेदार क मौत
हुआ करती ह!
नेक हालत

खाना बर- 1 व 2
सूरज व मंगल खाना बर- 1 व 2 म संयु त तो पहल उ म दोन ेह का चढ़ते हुये सूरज
क तरह उतम फल होगा! ऐसा यि त साफ दल व नेक नयत का हुआ करता है ! ल बी उ
का मा लक और द ु मन पर जीत हा सल करने वाला होता है !

खाना बर- 9 व 10
आल मरतबा 9 होता– उड़ती दौलत 10 मं दर हो
दोन बैठे 10 दौलत बढ़ता- 11 श न- 6 जो

सूरज व मंगल खाना बर- 9 म संयु त तो फल हर तरह से उतम हुआ करता है , यि त


मान इ ज़त वाला होगा बशत सनीचर खाना बर- 11 म हो!

दोन ह खाना बर- 10 म संयु त होने के समय अगर खाना बर- 6 म हो तो


जातक नेक भागवान होगा! वशेष: बाक के खानो म अपना- अपना फल हुआ करता है !

मंद हालत

जब मंगल बद से रे खा सेहत रे खा को काटे च बर- 3 तो 3 या 13 कोने का मकान होने क


संभावना हुआ करती है जो मंगल बद का परू ा असर दे गा, द ु नया से हर तरह से वरोध, श त
ु ा
होगी और हर काम म नाकामी हा सल हुआ करती है ! टे वे वाले क खद ु क उ तो ल बी होगी
ले कन अपने खन
ू के कर बी रशतेदार क मौत ज़ र दे खेगा, खद ु क नज़र पर असर अशुभ हुआ
करता है !

खाना बर- 1 व 2
सूरज व मंगल खाना बर- 1 व 2 म संयु त ह और टे वे म मंगल बद हो रहा हो तो मैदान-
ए- जंग या द ु मनी लड़ाई झगड़े म मौत होने का खतरा हुआ करता है !

खाना बर- 9 व 10

सूरज व मंगल खाना बर- 9 म संयु त और खाना बर- 11 खाल या दोन ह खाना बर-
सूरज व मंगल खाना बर- 9 म संयु त और खाना बर- 11 खाल या दोन ह खाना बर-
10 म संयु त और खाना बर- 6 म न हो तो अपने भाई बंधुओ ं से धन दौलत के वा ते
झगड़े हुआ करते ह!

वशेष:

बाक के घर म दोन ह संयु त होने के समय दोन ेह का अपना- अपना जुदा- जुदा
फल हुआ करता है !

सूरज- बुध
मुलाज़मत मुति लका कलम, सरकार का धन,
सर स ज़ पहाड़, लाल फटकड़ी, शीशा सफ़ेद

व त मासम
ू ी हलका होता– अमीर बना ख़द
ु सा ता हो
सेहत दौलत और केत ू उ दा– शक
ु र महादशा करता हो
राज ता लुक नौकर शाह – शत ज़ र होती हो

उलट मगर जब हो कोई िज़ ी– रोट मु त जेल मलती हो

योपार 40 हद अ सर मंदा– ईमानदार धन फलता हो

असर मंदे बध
ु केतू मारता– बढ़ता र व बध
ु उ दा जो
सात पहले 2–10 घर बैठे– असर दोन का उ दा हो
क़ मत 13 जो दो क गनते– पूर सूरज दन करता हो

सूरज व बुध इ ठे और सूरज क अपनी मयाद 22 साल से शु हो तो 39 साल


तक इ ठे ह गे! इस मलावट म भाव के लए अगर सरू ज दो ह से तो बध ु एक
ह सा होगा! दोन का फल उतम होगा ले कन सूरज यादा बल होगा! सर स ज़
पहाड़, लाल फटकड़ी, सफेद शीशा इन दोन ेह क चीज़ ह! सरू ज+बध ु =मंगल नेक
औलाद क िजंदगी का मा लक, नेक केत ू दोन का फल उतम व नेक फल होगा!
राज दरबार से संबंध व सरकार नौकर हुआ करती है !
सूरज को अगर बंदर माना तो बुध बंदर क दम ु क तरह मददगार होगा, उ ल बी
और पूर ले कन मौत अचानक होगी! श ा व कलम का काम हमेशा लाभ दे गा!
बुध क आधी उ 17 साल तक बुध का जुदा फल न होगा, 17 साला उ ल क
क और 17 साल क उ के बाद बध ु सरू ज को मदद दे गा ले कन 25 साल क उ
तक सूरज का फल र ी होगा! दोन ह इ ठे होने के व त सूरज का सतारा से
मतलब होगा य क श ल बुध के दायरे म सूरज का सतारा और इसका हथेल
पर मौजूद होना राजदरबार से झगड़े का कारण हुआ करता है , ले कन फैसला हक म
और िजस ह के बज
ु पर होगा उसी के अनस
ु ार असर होगा!
अगर सतारा परू ा न हो तो इसका मतलब होगा सरू ज अपने नीच, मंदे घर म या
द ु मन ेह के साथ या साथी ह बन रहा होगा ऐसे म उ के िजस साल क
आमदन मालूम करनी हो तो उ के कुल साल म 21 का हंदसा घटाएँ और जो
बाक बचे उसको दस से गुना करने पर जो हंदसा आए वो मह ने क आमदन होगी
और यह असर 22 साल तक रहा करता है !

सूरज दे खे बुध को:

100 तशत ि ट: बुध का जुदा असर न होगा! ी घर या न


ससरु ाल अमीर होगा और ी क ताकत उतम होगी!
50 तशत ि ट: ी क क मत शीशे क तरह चमके, म ी
दरू होवे!
25 तशत ि ट: जातक इलम यो तष म मा हर होवे!

बध
ु दे खे सूरज को ( ि ट कतने भी तशत हो): सेहत उ दा, द ती दमागी
कारोबार नहायत उ दा फल दगे, ी के लए फल शुभ होगा, ले कन अगर टे वे म
न ट हो तो दमागी सदमे झेलने पड़गे!
सरू ज व बध
ु इ ठे (मु तरका): बचपन म क ट ह , औरत क ज़ब
ु ान से नकला
ल ज़ प थर पर लक र होगा! मगर योपार क हालत मंद होगी! बुध का असर 45
साला उ तक योपार के लए जुदा होगा और शुभ न होगा! सूरज व बुध इ ठे
होने के व त सरू ज कभी नीच फल नह ं दे गा, बध
ु खद
ु बेशक मारा जाए या न िजन
घर म सूरज नीच होगा उन घर म बुध का असर मंदा होगा और जहां बुध मंदा
होगा वहाँ सूरज को ध बा लगेगा ले कन बुध क चीज़ हमेशा सूरज को मदद दगी!
दोन को दे खे या बह
ृ प त: मंदे नतीजे ह गे!
नेक हालत
खाना बर- 1
चलती- घम
ू ती- फरती च क – अ ल वज़ीर पाता हो
शेर जंगल या स ज़ पहाड़ी– मा हर रयाज़ी होता हो

सात टे जब दो त बैठा– ऊंच बल


ु ंद होता हो
श ु मगर जब 6–7 होता– द ु खया मस
ु ीबत पाता हो
सूरज व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त तो जातक एक उ चअ धकार (वज़ीर) क तरह होगा,
ह रयाल से भरे हुये पहाड़ क तरह उ त जीवन का भोग करने वाला! खाना बर- 6 या 7 म
दो त ह ह तो राजदरबार से स बंध नेक व उ दा सरकार झगड़ का फैसला हक म होवे!
जातक उ च को ट का ग णत हुआ करता है ले कन टे वे म सनीचर मंदा नह ं होना चा हए!

खाना बर- 2
सूरज व बध ु खाना बर- 2 म संयु त तो िज मानी दमागी हालात उ दा, माल हालत ह क ,
चाहे सूरज खाना बर- 8 और बध
ु खाना बर- 2 म ह ह मगर खाना बर- 1 का असर
शा मल ह होगा!

खाना बर- 3
कु डल असर न राहू मंदा– न ह बरु ा दो होता हो

भला शुकर न िजस दम होता– बरु ा राहू बध


ु मंदा हो
सूरज व बध
ु खाना बर- 3 म संयु त तो राहू का असर भी बरु ा नह ं होगा! खाना बर- 3 म
दोन ह इ ठे होने के व त फल उतम होगा! टे वे म शुकर का उतम होना बध
ु व राहू क
बु नयाद होगी! यि त आ शक होगा ले कन बदनाम न होगा!

खाना बर- 4
राज योपार रे शम होते– चीज़ बसाती बजाजी जो
माया दौलत ज़र इतने बढ़ते– खाल नाल भर जाती हो

सूरज व बध
ु खाना बर- 4 म संयु त तो दोन ह राज योग का फल दगे ले कन दोन का
अपना- अपना जुदा जुदा फल होगा!
खाना बर- 5
सरू ज व बध
ु खाना बर- 5 म संयु त औलाद व बज
ु ग
ु पर कोई अशभु असर नह ं होगा! उ
90 के कर ब होगी! अगर सनीचर खाना बर- 9 म बैठा हो तो बध ु का अब सार उ ह जद ु ा
असर न होगा!

खाना बर- 6
राज सभा खद
ु कलम से अपनी– ऊँचा मुबारक होता हो
क़ायम दोन जब घर 2 खाल – सु खया औलाद से होता हो

कयाफा: पाँव क क न का उं गल अना मका उं गल से छोट या इसके उलट क न का उं गल


अना मका से काफ बड़ी हो तो बध ु क़ायम और सरू ज मंदा खाना बर- 2 क ि ट के कारण तो
नेक नसीब होगा, ले कन अगर सरू ज बरबाद हो रहा हो तो म दभाग और बात बात बेइ ज़त होवे
अगर दोन ह क़ायम या खाना बर- 2 खाल हो तो औलाद का सुख होगा ले कन खद ु क उ
कम होगी!

खाना बर- 7
घर ससुराल शुकर गो मंदा– बरबाद केतू वाह होता हो

फ़ वारा दौलत का इतना उठता– सैराब जंगल कोह करता हो

रहट माया का योग से चलता– भला लाख का करता हो


अ नान जगत गो सारा करता– यासा मगर खद
ु रहता हो
सरू ज व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त के समय अगर शक ु र क़ायम और नेक हालत हो तो
औरत अमीर खानदान से अगर शुकर मंदा तो ससुराल म द हाल होगा! खद ु यि त सूरज क
तरह उतम और स पण ू होगा! अगर शुकर नेक व क़ायम हो तो खद ु क आमदन से हजार जंगल
व पहाड़ को हरा भरा कर दे वे, चलते रहट क तरह आमदन चालू रहे गी, राजदरबार से कोई
फायदा नह ं! इ म यो तष मददगार रहे , चाहे खद ु को कोई लाभ न हो! बध ु का फल 34 साल
क उ के बाद नेक होगा और अब केतू भी उतम फल का होगा! जवानी का ह सा शानदार
बेशक न हो ले कन बढ़ ु ापा उ दा होगा!
चलता रहट: आर ढांगा, पार ढांगा वच ट म ट ल याँ,
आन कंु जा दे न ब चे, नद नहावन च लयाँ!

बध
ु असर दे - हर दम उ दा– खाल पड़ा जब दज
ू ा हो
असर ह घर- 2 गो मंदा– आय ु मगर ख़द
ु ल बा हो
सूरज व बध
ु खाना बर- 8 म संयु त के समय अगर खाना बर- 2 खाल हो तो बध
ु का
असर हर तरह से उ दा होगा, अगर खाना बर- 2 म ह ह तो बध ु उनको बरबाद करे गा! दोन
ेह का अपना- अपना जुदा- जुदा फल होगा! बध ु के मंदे असर से बचने के लए शीशे के बरतन
म गड़
ु भरकर शमशान या वीराने म दबाना चा हए!

खाना बर- 9
सूरज व बधु खाना बर- 9 म संयु त के समय राजदरबार व श ा से संबि धत असर 24 साल
क उ से उतम व नेक होगा जो नेक फल का असर 34 साल क उ तक चालू रहे गा! नर
औलाद 34 साल क उ से पहले क़ायम न होगी और न ह जातक क ल क के यहाँ 22 साल
क उ तक नर औलाद होगी! ऐसे टे वे वाले क ल क 6 साल ( सवाए पहले व तीसरे साल के)
क उ तक नहायत मब
ु ा रक सा बत होगी या इसक हर एक बर क ल क और ऐसी ल क
क उ का हर बर का साल (जैसे तीसर लड़क तो तीन बर) वह फल दे गी जो बध ु उस
बर के हसाब से खाने म हुआ करता है ! मंद हालत के समय सूरज या मंगल का उपाओ
मददगार होगा जो ल क के ज म दन पर या इतवार या मंगलवार को भी हो सकता है !

खाना बर- 10
सरू ज व बध ु खाना बर- 10 म संयु त के समय जो फल खाना बर- 1 व 2 का है वह हुआ
करता है ! खाना बर- 1 व 2 के ेह क दो ती व द ु मनी का असर शा मल हुआ करता है !
खा ना बर- 2 खाल होने क हालत म दोन का फल नेक होगा ले कन सनीचर र शप त है
उसका फल शा मल होगा! जातक दौलतम द तो होगा ले कन बदनाम भी होगा नाहक क बदनामी
हुआ करती है !

खाना बर- 11
पाप ज ी घर वाह कोई करता– ज़हर टे वे आ भरती हो

बध
ु र व कोई चाल न चलता– बु नयाद पहले घर होती हो
सरू ज व बध
ु खाना बर- 11 म संयु त के समय अगर जातक के बज
ु ग
ु ज ी मकान म धरम
करम का काम करते रहे ह तो नेक नसीब वाला होगा!
दोन ेह के नेक असर या बरु ा असर खानदान के सद य के वारा ज़ा हर हो जाया करता है
और असर ज ी मकान या ख़द ु के मकान पर होगा! दोन ेह का असर नेक होगा या मंदा यह
खाना बर- 1 के ेह पर नभर करे गा!

खाना बर- 12
सूरज व बध ु खाना बर- 12 म संयु त होने के समय दोन ेह का अपना- अपना असर हुआ
करता है ले कन राजदरबार व ख़द
ु के िज म पर कोई बरु ा असर नह ं होगा बशत क जातक
िज म पर सोना धरण करके रखे! बध ु खाना बर- 11 के लए बयानशुदा उपाओ मददगार होगा!

मंद हालत
खाना बर- 1
सरू ज व बध
ु संयु त खाना बर- 1 म और कसी भी कारण मंदे हो रहे ह तो राजदरबार/सरकार
से झगड़े हुआ करते ह और झगड़ा हमेशा खद ु से उ च अ धकार के साथ होता है और िजस साल
झगड़ा हो और वषफल के अनस ु ार सनीचर टकराव पर हो तो फैसला हक म नह ं हुआ करता
अगर सनीचर 100 तशत ि ट से टकराव दे रहा हो तो फैसला उलट होगा अगर 50 तशत
ि ट टकराव हो तो उसी अनस ु ार फैसला होगा!

खाना बर- 2
सूरज व बध
ु खाना बर- 2 म संयु त और मंदे होने क हालत म क मत के संबंध म धन
दौलत के लए असर मंदा होगा!

खाना बर- 3
सरू ज व बध
ु खाना बर- 3 म संयु त ह और जातक च र ह न(गंदा आ शक) हो तो राहू व
शक
ु र दोन का असर मंदा होगा, जातक बदनाम व मतलब त होगा! बध ु का असा और बध ु के
मंदा होने क वजह से 17/34 साल लगातार नक ु सान ह नक
ु सान होगा!

खाना बर- 5
सूरज व बध ु खाना बर- 5 म संयु त हो और कसी भी वजह से कोई एक या दोन ह मंदे हो
रहे ह तो मौत अचानक हुआ करती है !

खाना बर- 6
पाँव क क न का उं गल अना मका से बहुत बड़ी हो और बध
ु कायम ले कन सूरज खाना बर- 2
के ह क ि ट के कारण मंदा हो तो म दभाग होगा और खद ु क उ भी ल बी नह ं होगी!

खाना बर- 7
सरू ज व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त और टे वे म शक
ु र मंदा या बरबाद हो रहा हो तो
औरत(शुकर) का फल (औलाद- केतू) मंदा और और भी कोई सुख न पावे! ससुराल बरबाद या
औलाद के लए परे शानी बनी रहे !
खाना बर- 8
सरू ज व बधु खाना बर- 8 म और टे वे म मंगल बद हो तो खाना बर- 2 म कोई भी ह हो
बरबाद होगा और बध ु से संबि धत चीज का कारोबार या बध
ु से संबि धत र तेदार (बहन- बआ
ु -
बेट - मौसी) क हालत मंद होगी! ऐसा जातक तबीयतन लड़ाकु स भाव हुआ करता है और च र
भी श क होता है ऐसे जातक क मौत लड़ाई झगड़े म हुआ करती है !

खाना बर- 9
सूरज व बध
ु खाना बर- 9 म संयु त और बध ु कसी भी तरह मंदा हो रहा हो तो 17 से 27
साल तक असर ऐसा मंदा होगा क एक लानत हट तो दस
ू र गले पड़ी होगी! नर औलाद
आमतौर पर 34 साल से पहले कायम न होगी! औरत के टे वे म नर औलाद 22 साल से पहले न
होगी!

ऐसी मंद हालत के व त सूरज या मंगल को नेक कर लेना चा हए!

इतवार या मंगलवार को पैदा हुयी ल क के लए कसी उपाओ क ज रत नह ं होगी!

खाना बर- 10
सूरज व बध ु खाना बर- 10 म संयु त होने के समय सनीचर का असर शा मल होगा, य क
सरू ज व सनीचर आपस म द ु मन ह अब सरू ज व बध ु का अपना- अपना जद ु ा- जदु ा असर होगा
ले कन सनीचर का फल मंदा होगा! दौलत तो खब ू होगा ले कन बदनाम होगा! ऐसा यि त अपने
काम अपनी बेवकू फ़य के कारण खराब करता है ! अगर हथेल पर दो सतारे ह तो बना मतलब
के तोहमत लगने का डर हुआ करता है ! खाना बर- 1 व 2 के ेह का असर (दो ती या
द ु मनी के हसाब से) शा मल होगा अगर खाना बर- 1 व 2 खाल ह तो सूरज व बध
ु का
असर उतम होगा ले कन सनीचर का असर टे वे म ि तथी के अनस ु ार होगा!

खाना बर- 11
सूरज व बध
ु खाना बर- 11 म संयु त तो असर ज ी मकान या खद ु के मकान क ज़मीन से
संबि धत होगा या न दोन ेह का नेक या मंदा असर खानदान के दस
ू रे सद य पर ज़ा हर होगा
अगर जातक के पव ू ज धरम करम व नेक काम करने वाले हुये तो नसीबा उतम होगा!

खाना बर- 12
सरू ज व बध
ु खाना बर- 12 म संयु त ह तो बध
ु खाना बर- 6 के ह को बरबाद करे गा
ले कन सूरज के कारण खद ु का िज म व राजदरबार ठ क रहे गा बशत कान म सोना पहन कर
रखे वरना फालतू के खच व जहमत गले पढ़ रहे , ना ड़य क खराबी व मग आ द हो सकती है !

सरू ज- सनीचर
र व श न दो इ ठे बैठे– झगड़ा कोई नह ं करता हो
वजह कसी ह जब कभी लड़ते– बुध ज़हर आ भरता हो

नतीजा वह जो र व हो टे वे– श न श क - ह होता हो


झगड़ा दोन का ल बा बढ़ते– नीच राहू बद मंगल हो
आग वकुवे क मत कौड़ी– चीज़ श न सब मंद ह

श न जलावे ताकत बदनी– र व सेहत िज मानी को

काम उतम ज़र चाँद होगा– हालत ताल मी फलता हो

बुध साथी से दोन उ दा– असर उतम सब करता जो

द ु मन ेह (शुकर व पापी) के साथ बैठा सूरज (चाहे कसी भी घर म हो) उस साथ


बैठे द ु मन ह क चीज जो बैठे हुये घर से संबि धत ह पर बुरा असर दे गा! ऐसी
हालत 22 से 45 साल क उ के दर मयान द ु मन ह अपनी अपनी मयाद पर
बुरा असर दगे! दशु मन ह बुध के उपाओ से नेक कर लेना चा हए! दश ु मन ह के
साथ साथ सूरज के दो त ह ( , मंगल, बहृ प त) भी साथ ह (कोई एक या
अ धक) तो दो त ेह से संबि धत चीज पर बुरा असर होगा!
सनीचर ह सूरज का दश
ु मन है ! सूरज का दन इतवार तो सनीचर का दन
श नवार ह ता का आ खर दन! दोन क दर मयानी हद हाथ का आधा ह सा
होगी जो क उध रे खा बन कर हथेल को दो ह स म बाँट दे ती है ले कन मंद
हालत क हुआ करती है ! सूरज बाप है जो कुल द ु नया को रोशन करता है और
इसका बेटा सनीचर नधन बनाता है , सरू ज दौलत ब शता है तो सनीचर दौलत
चुराता है , सूरज सब से ल बी 100 साल क उ दे ता है तो सनीचर मौत के घर
खाना बर- 8 बिृ छक रा श म मंगल बद से मलकर सब के लए मौत का जाल
लए बैठा है ! सूरज जैसा बाहर से चमकदार दखाई दे ता है वैसा ह अंदर से साफ
और सु चा है इसके उलट सनीचर बाहर और अंदर दोन रं ग म याह हो गया!
द ु मन ेह के इलावा सरू ज का खद
ु का मंदा असर
नहायत पोशीदा और छुपे ढं ग से ज़ा हर होता है वह ं सनीचर का बरु ा असर दन
दहाड़े सब के क़तल करने जैसा है ! सूरज अगर कसी को खैरात दे वे या न दे वे
ले कन सनीचर खैरात दे ने क बजाए फक र क झोल से उ टा माल नकाल लेगा!
दोन ह इ ठे (मु तरका) होने के समय क मत का फैसला सरू ज रे खा से होगा
और बगैर सूरज िजंदगी म कोई चमक न होगी!
दोन ह:

इ ठे (मु तरका) होने पर और इस मलावट म सनीचर 2/3 वा ते माया!


जब सूरज 22 साल से शु हो 46 साल तक धन दौलत के लए और सनीचर ½ (आधा)
ह सा पता क उ के लए!
जब सूरज 22 साल से शु हो 40 साल तक पता क उ के लए और 1/3 ह सा
सनीचर द ु नयावी सुख के लए होगा!
जब सूरज 22 साल क उ से शु हो 34 साल क उ तक द ु नयावी सुख, दोन क
द ु मनी म शुकर ( ी) बरबाद या द ु खया!
क वा, दो मंह
ु के साँप या न मसनई ु मंगल बद और नीच राहू का असर होगा! िजसम राहू
क शरारत शा मल होगी- झगड़े फसाद तबाह का कारण ह गे िजसका असर बढ़ ु ापे से
संबि धत होगा! मंद उध रे खा का फल होगा, घर म क कर का दर त तबाह का कारण
होगा!
िजसका उपाओ सूरज हण के समय सनीचर क चीज़ पानी म बहाये!

सूरज व सनीचर इ ठे खाल बुध आकाश का तमाशा न सफ दस ू र का बि क खुद


अपना घर फँू क तमाशा दे खने वाला! साँप(सनीचर) व बंदर(सरू ज) क लड़ाई िजसके
नतीजे मंदे हुआ करते ह! सूरज व सनीचर इ ठे या मंगल व सनीचर इ ठे कंु डल
म बैठे होने के समय घर के मत ु ा बक अगर सरू ज बल और सनीचर कमजोर हो
तो िज मानी सेहत बहुत कमजोर होगी! अना मका और म यमा क तीसर पोर म
खुल जगह हो तो 15 साल के अरसा तक िज मानी तकल फ होगी!
सनीचर अगर सरू ज को 100 तशत ि ट से दे खे या सनीचर टे वे के पहले घर म
और सूरज बाद के घर म हो तो सूरज का असर ज़ र खराब होगा, िज मानी
ताकत म रोशनी तो होगी ले कन याह से भर हुयी जो क मत पर ध बे लगाती
होगी! मगर (सद ), मंगल(लाल ), बह ृ प त(हवा) और बधु खाल जगह का रोशनी
या ज़ाती कमाई पर कोई बुरा असर न होगा! ऐसे म मकान क द ण दशा(जनूब)
म म ी का कोरा घड़ा पानी डाल कर दबा द िजसम चावल और मीठा डालना
चा हए और 40 से 43 दन तक उसम पानी सूखने न द!
बंदर और बये क कहानी
बा रश ज़ोर से हो रह थी और बया(एक प ी) अपने घ सले म बैठा था और बंदर
उसी दर त पर बैठा बा रश के कारण तकल फ से च- च कर रहा था! बये न व त
से पहले बंदर को घ सला बनाने क नसीहत द थी तो बंदर के आल दमाग न
बये के घ सले को ह बरबाद कर दया! बलकुल इसी तरह सूरज और सनीचर
संयु त के समय इंसान क हुआ करती है जब भी वो मदद के लए हाथ बढ़ायेगा
साँप अपने जहर ले दांत से सब कुछ बरबाद कर दे गा! खाल बुध का बेमायनी
असर होगा जो बध
ु क ताकत आम इलम ताल म से संबि धत है और िजसम
सनीचर मंदा फल शा मल होगा!

इ ठे होने क हालत म सूरज(बंदर) और सनीचर(साँप) क आपसी लड़ाई के हाल


क तरह क मत म जमा(सरू ज) और तफ़र क(सनीचर) बराबर होगी! दोन क
आपसी लड़ाई म शुकर ( ी व ी भाग) बरबाद होगा ले कन औलाद के लए
असर बुरा नह ं होगा बि क ऐसी मु तरका(इ ठा) हालत म सनीचर का साँप
गभवती(हा मला) औरत के सामने आया हुआ अंधा हो जाएगा और उस पर कभी
हमला नह ं करे गा और न ह इकलौते बेटे को डंक मारा करता है

खाना बर सरू ज सनीचर इ ठे और चीज़

1 हलक का क वा- आग से जलना

2 माश(उड़द) सा लम(साबत
ु )

3 परु ानी क़ म क लकड़ी- बेर , क कर

4 मकान म काले क ड़े

5 सरु मा याह(काला), बु ू लड़का

6 क वा- परू ा काला कुता

7 द रंदे- सुरमा सफ़ेद- बनाई- याह अनाज

8 पड़
ु पड़ी- ब छू
9 आक(मदार)- टाहल - फ़लाई

10 मगरम छ- ज़ाती घर का मकान

11 लोहा

12 गह
ृ सती प रवार- म ल - त तपोश- सर पर टटर

नेक हालत

सूरज व सनीचर संयु त खाना बर- 1 म मंगल के घर या दोन को मंगल कसी भी ि ट से


दे ख रहा हो तो दोन का ह नेक व उतम फल होगा! सोना चाँद या आग से संबि धत कारोबार
म लाभ होगा!

खाना बर- 1
सूरज व सनीचर संयु त खाना बर- 1 म अगर कोई मंदा हो तो काग रे खा या म छ रे खा
(सनीचर बर- 1 को दे खे), इ ठे होने के व त ऊँट (मंगल बद), 40 बोता (ऊँट का ब चा)
सनीचर, 45 मंदे होगा! मगर जातक म ानी होगा!

खाना बर- 5
सरू ज व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त और सनीचर अपने ज़ाती सभु ाओ के असल
ू पर मंदा
हो तो 9 साल (सनीचर वषफल अनसु ार खाना बर- 5 म) मंदे, डर और भय(खौफ़- ओ- खदशा)
का माहोल होगा!

खाना बर- 6
कयाफा: पाँव क म यमा उं गल अना मका से छोट (सूरज कायम सनीचर मंदा) अगर टे वे म
बध
ु व दोन कायम ह तो सरू ज का फल कु छ हद तक नेक होगा और औलाद कायम होगी
ले कन अगर खाना बर- 2 के ह क ि ट से सरू ज मंदा तो औरत का सख ु ह का होगा! अगर
सूरज कायम और सनीचर मंदा तो और का सुख पण ू होगा!

खाना बर- 8
सूरज व सनीचर खाना बर- 8 म संयु त के समय हाल त कया- ए- मुसा फर जैसा, बाक 6
बचने वाले मकान जैसा हाल होगा! मंदे असर से बचने के लए क ची शाम के व त नीले रं ग के
फूल या नीले रं ग क काँच क गो लयां चौर ते म दबाएँ!
खाना बर- 9
सरू ज व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त तो जातक दौलतम द होगा ले कन मतलब त!

खाना बर- 10
सूरज व सनीचर खाना बर- 10 म संयु त तो दस
ू र के झगड़े म बना मतलब अपनी टांग
अड़ाने वाला!

खाना बर- 11
सरू ज व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त तो असर खाना बर- 9 का होगा सफ मंदा ह सा!

खाना बर- 12
श न र व न झगड़ा करते– न ह शुकर खद
ु मंदा हो
असर व त पर उ दा दे त–े मद औरत सब सु खया हो

सूरज व सनीचर खाना बर- 12 म संयु त होने के समय दोन का झगड़ा नह ं रहता और न
ह शुकर अशुभ हुआ करता है बि क दोन ेह उतम व उ दा फल होगा!

वशेष: बाक बचे हुये घर म दोन ेह का अपना- अपना जद


ु ा- जद
ु ा फल हुआ करता है !

मंद हालत

सूरज व सनीचर टे वे म संयु त ह और कसी कारण मंदे हो रहे ह तो जातक अपनी बरबाद का
खदु िज़मेदार हुआ करता है ! अब यह यु त दो मंह
ु साँप क तरह होगी िजसम मंगल बद व नीच
राहू का असर शा मल होगा! घर म क कर के दर त का होना मंदे भाग क पहल नशानी होगी!
जवानी म तकल फ व सेहत क खरा बयाँ आम ह गी और राजदरबार क कमाई बरबाद होगी!

सूरज व सनीचर कसी ऐसे घर म संयु त ह जहां दोन म से कसी एक का असर मंदा हो तो
सरू ज क उ 22 साला या सनीचर क उ 36 से 39 साला तक असर नीच राहू या मंगल बद
का होगा चाहे टे वे म राहू कतना भी अ छा य न हो और मंगल कैसा भी ऊंच बैठा हो!
उपाओ:

सूरज हण के व त सनीचर क चीज़ (बादाम, ना रयल आ द) चलते प न म बहाना नेक


फल दे गा! यहाँ पर यह समझना ज़ र ह है क सूरज हण के मंदे असर से मतलब नह ं
बि क मंदा असर सूरज व सनीचर के इ ठा होने से है िजसके कारण औरत क िजंदगी
बरबाद हुआ करती है खासकर जब दन के समय म संभोग क आदत हो!

मंदे असर से बचने के लए औरत के सर पर तीन नर ेह (सूरज, मंगल व बह


ृ प त)
मंदे असर से बचने के लए औरत के सर पर तीन नर ेह (सरू ज, मंगल व बह
ृ प त)
क बनी हुयी कोई भी चीज़ जो श ल म तकोनी न हो लगाएँ ले कन एक बात का यान
रखना ज़ र होगा क औरत या मद सनीचर ह के नह ं होने चा हएँ!

खाना बर- 1
सूरज व सनीचर संयु त खाना बर- 1 म या न म छ रे खा व काग रे खा ईकठ जो क म नई ू
बध
ु होगा, अब राहू व केतू दोन का असर मंदा होगा! बाप(सूरज) कमाये और बेटा(सनीचर) उड़ाये
या न सरू ज से संबि धत कारोबार तो नेक फल दगे ले कन सनीचर से संबि धत कारोबार व
र तेदार बरबाद का कारण ह गे! ऐसे जातक के घर म मनहू सयत भर होगी और दोन ेह के
झगड़े म शुकर बरबाद होगा!
दोन ेह क यु त के समय बह ृ प त व शक
ु र खाना बर- 12 म बध ु खाना बर- 2 म
ह तो खोटे कम का भ डार होगा या हर काम म खोटापन कुदरती होगा, सरकार नौकर म हर
तरह क खरा बयाँ! जब कभी सूरज व सनीचर इ ठे वषफल के अनस ु ार कसी ऐसे घर म आय
जहां सूरज का फल नक मा हो तो पागलखाना या जेलखाना नसीब होगा!

उधाहरन के लए:

जनम कंु डल म वषफल अनस


ु ार उस साल

सूरज व सनीचर खाना बर- 1 म सूरज व सनीचर बर- 7 जेलखाना

बह
ृ प त, व शुकर 12 म बह
ृ प त व शुकर बर- 2 वरना

बध
ु बर- 2 म बध
ु बर- 5 पागलखाना मलेगा!

खाना बर- 5
अगर सनीचर अपने ज़ाती सुभाओ के असूल पर मंदा हो तो वषफल अनस
ु ार खाना बर- 5 म
आने के दन से 9 साल मंदे और डर से भरे हुये ह गे!

खाना बर- 6
हालत मंद - बध
ु हरदम मंदा– भला न रहता हो
चलते सीधा श न रा ता भूला– असर श क सब दे ता हो

बध
ु जब ह गे उ दा– केतू मंदा आ होता हो
कुता मुबारक काला परू ा– वरना सोना उड़ जाता हो

सूरज व सनीचर खाना बर- 6 म संयु त तो सनीचर का असर केतू क चीज (औलाद व
कारोबार) से संबि धत मंदा होगा! असर नहायत मंदा और गर बी का ज़माना होगा, घर म जहां
कभी सोने के तवे हुआ करते थे अब म ी के तवे ह गे! परू ा काला कुता पालना इस मंदे ज़हर से
बचाएगा, घर म जब भी कोई ऐसा लड़का पैदा हो िजसका जनम से ह कोई अंग भंग हो या
आँख म नु स हो तो लड़के क 18 साल क उ के बाद सब गया हुआ धन दौलत वा पस आ
जाएगा!

खाना बर- 2 के ह क ि ट के कारण अगर सूरज मंदा हो रहा हो और सनीचर कायम हो


तो 6 बाक बचने वाले मकान जैसा हाल हुआ करता है इस लए घर म बध ु का सामान जैसे फूल
के पौदे , बोलने वाले प ी या संगीत का सामान कायम रखना मब
ु ारक फल दे गा! औरत का सख ु
ह का होगा!

कयाफा: पाँव क अना मका उं गल म यमा से काफ छोट हो!

उपाओ: आबाद के बाहर वीराने म चौरसते म प क शाम के व त नीले रं ग के फूल या नीले


रं ग क शीशे क गो लयां (कंचे) दबानी चा हएँ!

खाना बर- 7
सरू ज व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त के समय बध
ु खाना बर- 5 और पहले घर म
हो तो जातक को जेल जाना पढ़े गा!

खाना बर- 8
सूरज व सनीचर खाना बर- 8 म संयु त के समय राहू खाना बर- 11 म और बह ृ प त खाना
बर- 12 म हो तो सनीचर क मयाद 36 साल तक सनीचर का असर ज़हर ले साँप क तरह
होगा और वषफल अनस ु ार जब सनीचर मंदा हो रहा हो और सनीचर क चीज से संबि धत
कारोबार कए जाएँ तो ज़हर के वा कयात(घटनाएँ) ह गे, उधाहरन के लए सनीचर व सरू ज 37
साल म खाना बर- 5 म आय और मकान खर दा जाए या सनीचर क चीज का योपर कया
जाए तो औलाद और योपर दोन ह तबाह ह गे!
उपाओ: आमतौर पर ऐसे घर म द वार के अंदर सनीचर क मू त आ द लगी होती है जहां हवा
नह ं जाती इस लए उस द वार म मू त को हवा पहुँचने के लए छे द कर दे ने चा हएँ िजस से
औलाद बरबाद होने से बच जाएगी!

खाना बर- 9
सूरज व सनीचर खाना बर- 9 म सयंु त ह और बध ु खाना बर- 3 म या टे वे म मंगल बद
हो तो खाना बर- 3 व 9 के ह व दोन घर बरबाद ह गे इन ेह और घर से संबि धत
कारोबार व र तेदार दख
ु का कारण ह गे!

खाना बर- 10
द ु नया तोहमत से नाहक मरती– दग
ु नी ताक़त दो चलता हो
बध
ु जभी घर 8 बैठा– कैद राजा का होता हो
सरू ज व सनीचर खाना बर- 10 म संयु त ह या इनके मसनई ु ह शक ु र+बधु =सरू ज,
बह
ृ प त+शक ु र=सनीचर और बध
ु खाना बर- 8 म हो तो दस
ू र के कए मंदे काम के कारण
जातक को क ट ह और जेल तक जाना पढ़े !

खाना बर- 11
म दोन ह संयु त ह और बध ु खाना बर- 3 म तो जो असर खाना बर- 9 म बैठे होने के
समय दया है वह असर होगा!
वशेष: बाक के बचे घर म दोन ह संयु त होने के समय अपना- अपना जुदा- जुदा फल
दया करते ह!

सूरज- राहू
हण र व क क मत होती– वरना उ छोट मरता हो

उ राहू औलाद हो श क – राज कमाई जलता हो

सूरज व राहू संयु त- शरारती- हलता हुआ हाथी बह ृ प त क हवा बफ़ानी व नराश
करने वाल होगी! द ु मन ेह (शुकर व पापी) के साथ बैठा सूरज िजस भी घर म
होगा उस घर से संबि धत जानदार व बेजान चीज पर असर बुरा होगा और ऐसी
हालत म 22 साल क उ से 45 साल क उ के दर मयान म अपना बुरा असर
दगे! ऐसे म द ु मन ेह को बध
ु क पालना वारा नेक लेना शभ
ु होगा!
अगर सरू ज के द ु मन ह होने के व त दो त ह ( , मंगल, बह
ृ प त सभी या
दो या एक) भी साथ ह तो दो त ेह क जानदार व बेजान चीज पर बुरा असर
होगा और द ु मन ह बचे रहगे! सरू ज के लए राहू का साथ सरू ज के आगे चलने
वाल द वार क तरह होगा या न हण के व त का समय रोशनी तो होगी ले कन
सूरज क गम नह ं होगी! दन के समय भी धूप रात म चंद क चाँदनी क तरह
होगी! राजदरबार म हर काम म बाधा उतपन होगी ले कन हण ख म होते ह िजस
तरह सूरज क रोशनी म तेज़ी आ जाती है वह हाल राहू क उ के बाद क मत
के मैदान का होगा!
ऐसे टे वे म मंगल खदु राहू के अशभ
ु असर को दरू करता होगा! सरू ज व राहू इ ठे
होने के व त अगर शुकर बुध इ ठे ह या बुध क नाल के वारा सूरज से मल
रहे ह तो सूरज हण का बुरा असर नह ं होगा और राजदरबार से कोई न कोई
मदद व धन मलता रहे गा! सूरज 39 साल से लेकर 78 साल तक उतम असर दे गा!
हण का आम अरसा 2 साल और कुल अरसा 22 साल हो सकता है !

सरू ज व राहू संयु त के भ न भ न खान का असर

खाना खाना
खाना सूरज- राहू खाना सूरज- राहू
बर बर

1 ठोड़ी- नाना- नानी 7 स ा का योपार

2 हाथी के पाँव क म ी- ससरु ाल 8 झूला(बीमार ) मा लखू लया

चा धुआँ- घर का भेद चोर!

3 हाथी दांत गैर मब


ु ारक, ज़ब
ु ान का 9 दहल ज़- नीला रं ग- घंड
ु ी
तदआु , जौ (अनाज) क बीमा रयाँ

4 वाब, ध नया, सोया हुआ दमाग 10 गरक , गंद नाल

5 छत- औलाद का सुख व उ 11 नीलम प थर

6 पूरा काला कुता 12 कोयले- हाथी- खोपर

नेक हालत

खाना बर- 5
सूरज व राहू खाना बर- 5 म संयु त तो राहू क उ तक जातक कसी उ च पद पर आसीन
होगा ले कन मामूल मंश
ु ी या लक नह ं होगा!

मंद हालत

हण का मंदा असर उस व त अपने पूरे ज़ोर पर होगा जब सूरज व राहू दोन


इ ठे खाना बर- 9 या 12 म ह !
राहू को भंच
ू ाल माना तो सरू ज आग होगा या िजस घर म दोन संयु त ह न सफ
उस घर के लए असर मंदा होगा बि क साथ लगता हुआ घर भी जलता होगा, जैसे
दोन इ ठे खाना बर- 6 म ह तो राहू ि ट के असूल से न सफ खाना बर- 12
को ह बरबाद करे गा बि क अब खाना बर- 7 भी जो क खाना बर- 6 के साथ
लगता है वो भी मंदा हो रहा होगा! खाना बर- 5 मंदा नह ं होगा य क उसका
र शप त सरू ज राहू के साथ बैठा हुआ है !
इस यु त के समय राहू क अपनी उ 42 साल पूर नह ं तो आधी उ 21 साल तक
औलाद के लए असर मंदा होगा! अगर टे वे म मंगल कसी तरह से भी राहू को भा वत
न कर रहा हो या मंगल टे वे म खुद मंदा हो या राहू व सूरज ऐसे घर म इ ठे ह िजन
घर से राहू ह मंगल को बरबाद कर रहा हो तो ऐसे म टे वे वाले क उतम सेहत व उ
दोन ह श क हुआ करती ह! क मत के मैदान म सरू ज हण का नज़ारा होगा,
राजदरबार से खरा बयाँ ( सवाए खाना बर- 5) खुद अपने आप पैदा क हुयी खरा बयाँ
नकु सान का कारण ह गी, िज म पर काले रं ग के ध बे, ले कन फूलबहर नह ,ं ह गे!

खाना बर- 1
सूरज व राहू खाना बर- 1 म संयु त ह और उसी व त सनीचर या मंगल या दोन खाना
बर- 5 म ह तो ऐसे योग वाला यि त जनमकाल न अंधा हो सकता है !

खाना बर- 3
सूरज व राहू खाना बर- 3 म संयु त होने के व त 34 साल क उ तक बध
ु और केतू का
फल मंदा होगा!

खाना बर- 5
सरू ज व राहू खाना बर- 5 म संयु त तो 21 साल क उ तक औलाद क तरफ से परे शानी
ले कन राजदरबार क तरफ से कोई खराबी नह ं होगी!

दोन ह खाना बर- 5 म और खाना बर- 4 म बरबाद ह गना जाएगा! ससुराल


और मामँू घर दोन ह राहू क उ 42 साल या आधी 21 साल या चौथाई 10.5 साल तक मंदे
व नधन मामूल आई चलाई होती रहे गी!

खाना बर- 9–10–11–12


घर 9–12 हण र व का– वहम उ नह ं होता हो
दोन बैठे घर 10 या 11– उ श क का होता हो

उ मंद खद
ु करने वाला- 8 साथी ह होता जो
श न बैठा हो मंदे टे वा– नि ट हुआ या मंदा हो

दोन तभी घर 10 बैठे– श न दज


ू े ह मंदा हो
मदद मंगल न गु ख़द
ु पाते– उ 22 का होता हो
सूरज व राहू संयु त खाना बर- 10 या 11 म ह और टे वे म सनीचर मंदा हो रहा हो व
खाना बर- 2 म ी ह ह या सनीचर ख़द ु न ट हो रहा हो और सूरज व राहू को नर ेह का
साथ न मल रहा हो तो उ 22 साल तक क हुआ करती है !
सरू ज व राहू संयु त ह खाना बर- 9 या 12 म तो पण
ू सरू ज हण का ज़माना होगा!

उपाओ:

चोर या गुमनाम नक
ु सान से बचने के लए जौ को लाल कपड़े म बांध कर अंधेर जगह
बोझ के नीचे रख!
बख
ु ार न टूट रहा हो तो जौ और गुड़ का दान मददगार होगा या जौ को धूध या गोमू म
धोकर द रया म बहाएँ!
सूरज क चमक को कायम रखने के लए शुकर व बध
ु क चीज का दान करना चा हए
सूरज ह के व त राहू क चीज को (खासकर सूरज के द ु मन ेह ) चलते पानी म बहाना
शुभ फल दे गा!
सूरज व राहू के आपसी झगड़े के व त (जब राहू व सूरज दोन ह मंदा असर दे रहे ह ) तो
तांबे का पैसा रात भर आग म जला कर (कम से कम 12 घंटे आग पर रखना होगा) सब ु ह
चलते पानी म बहाना मब ु ारक होगा! जला हुआ पैसा द रया म बहाने के लए ले जाते व त
घर का कोई ब चा सामने नह ं आना चा हए वरना नक ु सान हो सकता है !

सरू ज- केतू
गरमी सरू ज जब साथ हो मलती– केतू होता खद
ु र ी हो
औरत पसर बरबाद गह
ृ ती– बेटा पता पर भार हो
राज कमाई मा लक टे वे– बरबाद बेटे से होती हो

कुता रोवे मंह


ु सूरज करके– नशानी भल न कोई हो
पोता उ ता केतू तरसे– आयु मगर खद
ु ल बी हो
नक
ु सान सफ़र म अ सर होते– सरू ज चमकता गरमी जो
राज खराबी या ज़र मंदे– शुकर केतू न उ दा जो
पेशाब गऊ का धरती छड़के– केतू शुकर बुध उ दा हो

सरू ज व केत ू संयु त द ु मन ेह (शक


ु र व पापी) के साथ बैठा सरू ज िजस भी घर
म होगा उस घर से संबि धत जानदार व बेजान चीज पर असर बुरा होगा और ऐसी
हालत म 22 साल क उ से 45 साल क उ के दर मयान म अपना बुरा असर
दगे! ऐसे म द ु मन ेह को बध ु क पालना वारा नेक लेना शभु होगा! अगर सरू ज
व केत ू संयु त के समय द ु मन ेह साथ ह सूरज के दो त ह (बह ृ प त, ,
मंगल, कोई एक या कोई दो या फर तीन ह ) भी साथ ह बैठे ह तो दो त ह
क जानदार व बेजान चीज पर मंदा असर होगा और द ु मन बचा रहे गा!
खाना बर सरू ज- केतू खाना बर सरू ज- केतू

1 नानका घर 7 दस
ू रा लड़का, सूअर, गधा

2 इमल - तल 8 कान, छलावा

3 र ड़ क ह डी, फ़ोड़े, फंु सी 9 दो रं गा कुता

4 सुनना 10 चूहा

5 पेशाबगाह 11 दो रं गा क मती प थर

6 पज
ू ा अ थान 12 छपकल , मत
ु ब ना

नेक हालत

क मत के मैदान म चाहे सूरज यादा नेक असर न होगा जैसे सूरज के आगे
बादल आए ह कुछ समय के लए असर मंदा होगा य क सरू ज हण न होते हुये
भी सूरज म म ज़ र होगा!

मंद हालत

सरू ज व केत ू संयु त होने के समय सरू ज का फल म म होगा! सफर म नक ु सान


हुआ करता है ! दस ू र का सलाह मशवरा कसी काम का न होकर नुकसान का कारन
होगा! खुद अपने पैर से पैदा क हुयी बुराइयाँ पतन व बरबाद का कारन हुआ
करती ह! ऐसे जातक के लड़के क औरत शर र से मोट तो हुआ ह करती है ले कन
बदजुबान भी होगी! टे वे वाले का खुद का लड़का टे वे वाले क राजदरबार क कमाई
को बरबाद करने वाला हुआ करता है !
कुता अगर आसमान क तरफ को मंह ु करके रोये तो मंदे व त क पहल नशानी
होगी! औलाद का सुख आमतौर पर मंदा हुआ करता है और टे वे वाला अपने पोते या
पड़पोते शायद ह दे ख पाये ले कन खुद क उ पर कोई मंदा असर नह ं होगा!
उपाओ: सरू ज हण के व त केतू क चीज़ द रया या नद म बहाना मब
ु ारक होगा!

खाना बर- 2
सूरज व केतू खाना बर- 2 म संयु त ह तो खुद केतू बरबाद होगा िजसके
कारन मामँ ू बरबाद, औलाद बरबाद व पेशाब क नाल क तकल फ़ से टे वे वाला
परे शान होगा!

वशेष: बाक बचे घर म दोन ेह क यु त के समय फल र शप त क ि तथी


के अनस ु ार व अपना- अपना फल होगा!

वशेष: बाक के घर म सूरज व केत ू क यु त के समय दोन ह ेह अपना-


अपना शभ
ु या अशभ
ु फल ि तथी अनस
ु ार हुआ करता है !
Chapter 3
चंदर के साथ एक ह
- शक
ु र
(गले म चाँद मददगार)

हाल घर का- हर दो मंदा– ससुर मामँू का होता हो

माता औरत जब साथ इ ठा– एक आँख से द ु खया हो

व शक
ु र संयु त तो दोन ेह के घर ( - 4 व शक ु र- 2 व 7) का हाल
मंदा होगा! शुकर औरत का घर या न टे वे वाले का ससुराल व टे वे वाले क माता का
घर मामंू खानदान के लए यह यु त अशुभ है ! व शुकर 37 साल क उ तक
इ ठे गने जाएंगे और मलावट म शक ु र का असर परू ा तो का असर आधा
होगा! दध
ू और शुकर म ी या न क मत ऐसी होगी जैसे दध ू म म ी मल
हुयी हो!
बार क ज़रा ज़रा हुयी उड़ने वाल म ी शक ु र क है तो जम एक तह बनी हुयी म ी
क है ! खेती के का बल ज़मीन(ज़ेरेका त) को शुकर और िजस ज़मीन पर मकान
आ द बनाया जाए वह क ज़मीन है ! अगर शक
ु र दह हुआ तो दध
ू है ,
दे खने म दधू और दह सफ़ेद ह ले कन दोन के रं ग म फक है ! सूती सफ़ेद कपड़
का संबंध शुकर से है तो रे शमी सफ़ेद कपड़ा क व त ु है !
व शकु र इ ठे या न माता और औरत तो शाद के दन से नंह
ु और सास म
झगड़ा, माता आमतौर पर नह ं हुआ करती और अगर होवे तो अंधी होगी! य द दोन
के बलमुका बल मंगल बद हो तो माता और औरत दोन ह तबाह ह गी!

नेक हालत

व शकु र संयु त के समय दोन ेह का अंद नी(खद ु ाई व मान सक) फल उतम


और बल होगा! खुसरा गाय(न बैल न ह गाय) न अमीर न गर ब मामूल िजंदगी
बसर करने वाला होगा! को अगर द ु नयावी धन दौलत का दजा मला तो शुकर
जगत ल मी होती हुयी म ी क मोहनी त वीर होगी फक यह होगा क
चाँद (ठोस धात)ु अगर दल क शां त के लए द ु नयावी श ल म धन दौलत हुआ तो
शक
ु र क जानदार चीज़ ी, गाय, बैल गहृ ती हालत क जगत ल मी रात का
आराम दे ! कुल मलाकर माया बेजान हालत म दौलत है तो शुकर को
जानदार हालत म ल मी का असल सुख माना है !
खाना बर- 2
काम दवाइयाँ दौलत दे त–े हक म बेशक न होता हो

यक़ नी शफ़ा ह ब चे पाते– पहचान मज़ न करता हो


गु नक मा होगा उसका– इ क़ बुढ़ापे बढ़ता हो

असर मंदा दो शाद होगा– कुवां नया जब लगता हो

खाना बर- 4
10 श न जब टे वे बैठा– उतम माता शूभ होती हो

पता अमोलक गनते उसका- 10 र व जब साथी हो

र व बैठा घर 5 उसके– माता- पता सख


ु ल बा हो
शक
ु र असर न मंदा होगा– दध
ू दह घर भरता हो

खाना बर- 7
काम दौलत से पूरा लेत–े माया दौलत सब बढ़ता हो
वरना गाय ह खुसरा कहते– घोडा ऐबी 5 होता हो

व शुकर खाना बर- 7 म संयु त तो जातक तप वी(आ बद) तबीयत होता


व शकु र खाना बर- 7 म संयु त तो जातक तप वी(आ बद) तबीयत होता
है ! धन दौलत खब ू और अगर धन का नेक फायदा लेवे तो असर उ दा, वह धन
हर तरह के ऐब करवा कर बरबाद का बहाना बनेगा! बाक 7 बचने वाले मकान
क क मत का मा लक हर तरह क सवार का सख
ु होगा

खाना बर- 8
व शुकर खाना बर- 8 म संयु त तो जातक नामद वरना बुज़ दल होगा!
अपने ह कारनाम क वजह से का धन और शक ु र का गह
ृ त सख ु बरबाद
करे ! ऐसा जातक स भाव से बदचलन हुआ करता है सेहत व धन दौलत के लए
माता क सेवा या माता समान बूढ़ औरत क सेवा या गऊ दान नेक फल दगे!

वशेष: बाक घर म दोन ेह क यु त के समय अपना- अपना जुदा- जुदा फल


हुआ करता है !

मंद हालत

व मंगल संयु त होने के समय अगर दोन ह ह या कोई एक ह खराब हो


रहा हो तो जातक क शाद के दन से दोन ह ेह का फल खराब होगा! माता न
बचेगी और अगर िज़ंदा हो आँख पर बुरा असर आयेगा यहाँ तक क माता अंधी भी
हो सकती है , सेहत के लहाज से भी माता और औरत म एक ह तंद त व चलने
फरने के का बल होगा! अगर टे वे म के कारन शुकर बरबाद हो रहा हो तो बुध
क मदद लेनी चा हए और य द खुद बरबाद हो रहा हो तो को मंगल क
मदद दे नी चा हए!

खाना बर- 1
व शकु र खाना बर- 1 म संयु त ह और मंदे हो रहे ह तो औरत क सेहत
मंद होगी, द वानगी, पागलपन व कम याददा त होगी!

खाना बर- 2
व शकु र खाना बर- 2 म संयु त ह और कसी वजह मंदे हो रहे ह तो दध ू
म खांड क जगह म ी मल जैसी क मत का हाल होगा! बह ृ प त का असर भी
नेक फल का नह ं होगा! इ क द ु नयावी का ज़ोर होगा और जातक अपने मंदे
च र के कारन बरबाद होगा!
खाना बर- 4
व शुकर खाना बर- 4 म संयु त होने के समय अगर मंदे हो रहे ह तो
द ु नया से मदहोश तमाम नश (शराब- भांग- चरस- अफ म आ द) म गक रहने
वाला!

खाना बर- 7

खाना बर- 8
हजड़ा बु ू बद चलनी बढ़ती– उजाड़ उ लू कर दे ता हो

सेवा गऊ और माता बढ़
ू – सेहत दौलत सब पाता हो
मकान दौलत सुख द ु नया पूरे– असर शराफत रे खा हो

सेहत औरत ज़र जब कभी मंदे– र ा बंधन शुभ होता हो

वशेष: बाक बचे खान म दोन ेह क यु त के समय फल अपना- अपना और


जद
ु ा- जद
ु ा हुआ करता है !

- मंगल
( े ठ धन)
मीठ गुज़र हो दध
ू शहद क – लाल, चाँद , धन माया हो
आयु उतम और शां त पूर – दान दे ने से बढ़ता हो
असर उतम ह मंडल साथी– शत माया न होती हो
ऊंच नज़र बुध अ ल योपार – शुकर भला कुल पापी हो

ऋण पत ृ जब टे वे बैठा– आकाश पाताल आ कांपता हो


बपता कबीले ख़द
ु सर लेता– जान जोख कर जाता हो

व मंगल संयु त के समय जब 24 साल से शु हो तो 52 साल क उ


तक असर इ ठा होगा! जब दोन ऐसे घर म यु त ह िजन म उ दा और नेक
हो तो 38 साल क उ तक नेक फल के लए दोन इ ठे ह गे! जब ऐसे घर म
यु त ह िजन घर म मंगल नेक हुआ करता है तो मलावट के असूल पर दोन
बराबर ह गे ले कन जब ऊंच या उ दा हो तो मंगल मलावट म आधा होगा
और जब मंगल ऊंच या उ दा घर का हो तो क मलावट दो गुना होगी! जब
टे वे म मंगल बद हो तो 33 साल क उ तक दोन इ ठे ह गे और मंगल बद का
एक तहाई ह सा जो क बुरा होगा शा मल लया जाएगा! कुल असर के हसाब से
सुख- 3 साल, औलाद- 27 साल, मुसीबत 2 साल (मंगल बद) तक दोन का फल
उतम व नेक होगा!
दध
ू का अपना वाद है ले कन जब उसम मंगल क मठास शा मल हो गयी तो
वाद कई गुना अ धक हो गया अथात असल मंगल नेक तब ह है जब मंगल को
क मदद मल जावे या अकेला या व मंगल दोन ह ि ट से खाल कसी
एक के प के घर खाना बर- 3 या 4 या 8 म ह और मंगल इस व त बेशक
खाना बर- 4 म ह य न हो ऐसे म मंगल म बद का तु म(बीज) शा मल नह ं
होगा!

व मंगल खाना बर- 3 या 4 या 8 म संयु त ह तो मंगल बद नह ं


हुआ करता!

कयाफा:
जब धन े ठ रे खा के बुज से शु होकर सर रे खा से जा मले
और उसका झुकाव हो:
1. बह
ृ प त क तरफ तो दोन ह बह
ृ प त को दे खते ह गे या
दोन को बह
ृ प त दे ख रहा होगा तो सबसे उतम ल मी माया
दौलत होगी या दो त क तरफ से पूर मदद होगी!
2. सरू ज क तरफ तो दोन ह सरू ज को दे खते ह गे या सरू ज
दोन ेह को दे खता होगा तो राजयोग व सरू ज का फल
उतम होगा ऐसा जातक उ चअ धकार हो सकता है !
3. शुकर क तरफ तो दोन ेह को यु त होने के समय शुकर
दे ख रहा होगा या दोन ह शुकर को दे ख रहे ह गे तो औलाद
म व न, अपना घन बन बरते ह चला जाए या जातक
अपने धन का सुख न पा सके!
4. बुध क तरफ तो दोन ह संयु त बुध को दे ख रहे ह गे या
बुध दोन को दे खता होगा तो जातक कमाल का योपार ,
व वान व अ लमंद होगा ले कन बहुत धनवान होने क शत
नह !ं
5. सनीचर क तरफ और सनीचर खाना बर- 10 या 11 घर म
न हो तो सनीचर का पूरा नीच फल जहर ले या द रंदे
जानवर से नक
ु सान व मौत का खतरा! ऐसा जातक िज ी
स भाव का अहमक़ हुआ करता है , मौत ज़हर के कारन या
ह थयार के कारन होगी!
6. व मंगल संयु त को केतू दे खे या दोन ह केतू को दे ख
तो कर बी र तेदार लड़का या भतीजा सरकार नौकर म
जाएंगे ले कन जातक को उनक कमाई का कोई लाभ नह ं
होगा!

नेक हालत

व मंगल संयु त ह और हर तरह से नेक ह तो जातक का धन े ठ धन होगा और जीवन


दध
ू म शहद के समान सख ु ी होगा! गह
ृ त जीवन व जंग चाहे वो द ु नयावी हो या लड़ाई के मैदान
क सब म शुभ फल ह गे!
खाना बर- 3
व मंगल क यु त खाना बर- 3 म होने पर जातक अ लमंद, मान इ त वाला जीवन म
तर क करने वाला उतम त ठा का मा लक होगा! हर तरह के धन दौलत का मा लक ले कन
हथेल पर उध रे खा हो तो द ु ट भागवान कहलाएगा!

खाना बर- 4
व मंगल क यु त खाना बर- 4 म होने पर जातक खब
ू उ दा दौलत का मा लक होगा
ले कन बध ु और सनीचर का साथ खाना बर- 4 या 10 म नह ं होना चा हए!

खाना बर- 7
व मंगल खाना बर- 7 म संयु त तो प रवार और कबीला खब
ू बड़ा हुआ करता है और
धन दौलत क भी कोई कमी नह ं होती!

खाना बर- 9
व मंगल खाना बर- 9 म संयु त ह तो जातक खद
ु तो द ु ट भागवान होगा ले कन औलाद
उतम व अमीर होगी!

खाना बर- 10
शत माया न मंगल गनते– श न फैसला ख़द
ु करता हो
बध
ु मंगल बद नेक आ होते– राज ख़ज़ाने भरता हो
ि ट शत न घर 2 गनते– पाँच ज़हर न दे ता हो
घर चौथे जब श ु बैठे– नाश दोन ह होता हो

व मंगल संयु त खाना बर- 10 म होने पर धन व खश


ु हाल का फैसला टे वे म सनीचर
व मंगल संयु त खाना बर- 10 म होने पर धन व खश ु हाल का फैसला टे वे म सनीचर
क ि तथी पर होगा! अगर टे वे म सनीचर नेक हो तो बध ु और मंगल बद भी नेक ह ह गे! अब
खाना बर- 2 म कसी ह के होने क शत नह ं और न ह दोन ह खाना बर- 5 को
बरबाद(टकराव) करगे! अगर खाना बर- 4 म द ु मन ह आ जाएँ तो दोन ेह ( व मंगल)
क कारक चीज का वनाश होगा!

खाना बर- 11

खाना बर- 12
व मंगल खाना बर- 12 म संयु त तो जीवन दध
ू म शहद के समान सुखपण
ू होगा! रात
को आराम और दल क शां त पण
ू होगी!

मंद हालत

खाना बर- 7

खाना बर- 9 व 10
खाना बर- 11

वशेष: बाक के घर म व मंगल के संयु त होने पर अपने- अपने जद


ु ा- जद
ु ा फल हुआ
करते ह!

- बुध
मां बेट - द रया के पानी म रे त- मैना
तोता- हं स प रंदा- कुवां मय सीढ़ यां

अपने घर ख़ुद हर दो मंदे– साथ ि ट खाल जो


नेक असर द बाहर घर से– पाई जगह वाह मंद हो

न ट ख़द
ु हो श न मंदा– औलाद केत ू न उ दा हो
श ु पापी से हर दो गंदा– माता बेट न फलता हो

को माता तो बध ु को ल क माना है ! रजस ला होने पर ल क माता का प


हो जाती है जैसे लड़का, जो क केत ू माना है , िजस दन औलाद पैदा करता है तो
बह
ृ प त हो जाता है ! बह ृ प त और केत ू दोन को दरवेश गना है ! केत ू अगर पाताल
(खाना बर- 6) का मा लक हुआ तो राहू आसमान (खाना बर- 12) का मा लक है
और दोन के दर मयान क खाल जगह बध ु न संभाल ल ! पहले आकाश हुआ या
बुध ल क बना तो बाद म पानी आया या माता बनी अथात अगर बुध नेक हुआ तो
भी नेक ह होगा और अगर बुध बगड़ा तो अ ल मार गयी और भी र ी
हुआ या न दोन ह मंदे होने के समय मंदे सनीचर का फल दगे! लड़ कयां 6 साल,
बीमार 15 साल, दौलत 22 साल या न द ु नयावी काम म का फल खराब
ले कन हानी ह से म का फल बल होगा! अब अगर बध
ु मंदा हो तो इसको
हटाने के लए राहू या मंगल बद क मदद मुबारक होगी!
कु डल के खान म अगर पहले घर म हो तो बुध पर का असर बल
होगा! अगर दोन ह अपने ठहराए हुये घर म संयु त ह तो हानी हालत तो ठ क
होगी ले कन द ु नयावी हालत मंद ! अगर इस यु त के के साथ पापी ेह या दोन म
से कसी एक का द ु मन ह से स बंध हो जाए तो हानी व द ु नयावी दोन तरफ
का फल नक मा होगा! अगर व बधु क यु त के समय बह ृ प त साथ हो या
साथी ह बन रहा हो या ि ट स बंध बना रहा हो तो और बहृ प त मलकर
बुध को दबा लगे और कोई बुरा असर न होगा ले कन अकेले या बह
ृ प त को
बुध मार लेता है !
व बुध इ ठे के समय न ट ह गना जाएगा और चाँद क जगह
कलई होगा! जब दोन अपने- अपने घर म संयु त ह तो गलबा- ए- इ क तबाह
का कारन होगा!

नेक हालत

व बध
ु ऐसे घर म संयु त ह जहां बध
ु भी नेक फल का हो और भी धमा मा हो तो:
बध
ु के अपने घर 3 या 6 या प के घर 7 म ह तो दधू म मगन जैसा हाल और के
खाना बर- 4 म ह तो हालात ख़दु कुशी तक के हुआ करते ह!
दोन कसी ऐसे घर म संयु त ह िजस म कसी एक का फल खराब हो तो दोन ह ह
उ दा फल दगे!
य द दोन ह ह अपने प के घर ( - 4 व बध
ु - 7) से बाहर के घर म संयु त ह और
ि ट से खाल ह तो जातक मान इ ज़त वाला और धनवान होगा मगर आदतन डरपोक
होगा!
जब दोन इ ठे बैठे हुये व बध
ु को बह
ृ प त या सूरज या सनीचर दे खे तो तो सब ह
नेक असर के ह गे!

खाना नंबर- 2
व बध
ु खाना बर- 2 म संयु त ह तो पता क उ कभी श क नह ं होगी और न ह
जातक का धन दौलत व पैतक ृ संप त बरबाद होगी बि क बध
ु अब मदद पर होगा!

खाना बर- 4
व बध
ु खाना बर- 4 म संयु त और हर तरह से कायम तो बेशक मती ह रे जैसा फल दगे!
धन दौलत का गहरा द रया जो हर तरह से शां त दे वे!

खाना बर- 10
समंदर और सफर दोन मोती दगे या न सफर भी होगा और सफर म धन लाभ भी होवे!
बह
ृ प त- 3 का उतम फल साथ होगा! शेर मुखी मकान क है सयत होगी!

खाना बर- 11
मोती समंदर पैदा करती– रोज़ बा रश न होती हो
व त शाद या अपनी ल क – बा रश मोती क होती हो

व बध ु संयु त खाना बर- 11 के समय क मत जब जागेगी तो एकबार म मो तय से


घर भर दे गी! ल क क शाद के दन से हालात बेहतर से बेहतर होते जाएंगे!

मंद हालत

खाना बर- 3
व बध ु खाना बर- 3 म संयु त के व त सनीचर व राहू बरबाद ह गे और शुकर का फल
भी मंदा ह होगा खासकर जब खाना बर- 6 म बधु के दो त ह सूरज या शुकर या राहू न ह !
खाना बर- 4

खाना बर- 6
नज़र श क ख़द
ु खन
ू ी होता– माया दौलत वाह लखप त हो
मंगल चौथे घर 8 बैठा– माता मासूमी मरती हो

व बध ु खाना बर- 6 म संयु त ह तो हालात श क हुआ करते ह और जातक का दल(


) बध
ु के काब ू म होगा जो कभी कभी जातक को खन
ू ी तक बना दे ता है ! ऐसा यि त
लखप त होते हुये भी हरदम मुसीबत म घरा रे हता है ! इस यु त के समय य द मंगल खाना
बर- 4 या 8 म हो तो माता जातक क छोट आय ु म ह गुज़र जाया करती है !

खाना बर- 7
व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त तो जातक हरदम तबीयत बदलने वाला हुआ करता है !
अगर दल रे खा(क से ख) को बध ु के बज
ु से सीधा खत(ग) आकर मले( च - 1) तो दमागी
सदमे लगा करते ह! अगर दल रे खा(क) और सर रे खा(ख) या (क1 और ख1) क तरह आपस म
मलकर एक रे खा क तरह दखाई द तो जातक तबीयत बदलने वाला या न पता कब कुछ करने
का वादा करे और कब मक ु र जाए या कसी के साथ कया वादा परू ा करने म टाल मटोल के बाद
काम करे या न बकर दध ू तो दे वे ले कन मगन डाल कर जैसी तबीयत का मा लक होगा!
खाना बर- 10

खाना बर- 12
व बध
ु क यु त खाना बर- 12 म अशुभ हुआ करती य क इस घर म व बधु जुदा-
जुदा भी मंदे हुआ करते ह अब टे वे म सनीचर का फल हर तरह से ज़हर ला होगा चाहे टे वे म
सनीचर लाख उ दा बैठा हो!

वशेष: व बध
ु खाना बर- 8 म संयु त होने के समय खाना बर- 4 जैसा मंदा असर
दया करते ह!
बाक बचे घर म दोन ह संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दया करते ह!

- सनीचर
पहाड़ श न मैदान का– कोहसार समंदर बनता हो
एक भला तो दस
ू रा मंदा– मौत बहाने घड़ता हो
ससुराल औरत के उस क माया– काम अमूमन आती हो
बदनाम हुआ मंह
ु द ु नया काला– ज़हर शुकर म भरती हो
श ु जब त त पे बैठे– चोर - हा न- धन जाता हो
उ श न का साथी मलते– पैदा दौलत खुद करता हो

र व हुआ जब टे वे मंदा– ज़हर श न क बढ़ती हो


जान श न जो चीज़ दो रं गी– हमले औलाद पे करती हो

चमड़े का बटवा ब स लोहे के– माया कभी जब होती हो


जान चीज पर बजल कड़के– ज़हर दौलत सब बनती हो
साँप श न दध
ू पीता– ज़हर माता खद
ु दे ती हो
ि ट मगर ह जब कोई बैठा– जान शफ़ा ज़हर बनती हो

व सनीचर संयु त काल याह , राजदरबार 12 साल, दौलत 42 साल, पानी क


बाउल , दोन ह इ ठे होने के व त फल खराब हुआ करता है ! हण के व त
सनीचर क चीज़ पानी म बहाना मुबारक हुआ करता है ! पाँच क याणी काले रं ग क
भस या सार काल सफ माथा सफ़ेद तो खद
ु जातक के ब चे या भस के अपने
ब चे क उ के लए अशुभ हुआ करती है और अगर भस लाल रं ग क पाँच
क याणी होगी तो केत(ू ब च ) क बजाए बाप, बाबा बुजुग (बह
ृ प त) पर हमला
करे गी ले कन यह दोन रं ग का असर सफ उस व त मंदा होगा जब तक सूरज
बल ् वाला कोई भी यि त उस घर म न हो! अगर पहले और 8 साल क उ
म शु हो तो 8+36=44 साल क उ तक दोन ह इ ठे भावशाल ह गे! जहां
सनीचर का असर उ दा होगा उसम एक तहाई मंदा असर का शा मल होगा
और जहां उतम असर का होगा वहाँ सनीचर का 3 गुना बुरा असर शा मल
होगा! दोन को ट क करने के लए सूरज का उपाओ मददगार होगा!
सनीचर खद ु अकेला के साथ होने के समय ज़हर पैदा करने वाला होगा! वसग:
या… व सनीचर इ ठे होने क नशानी है , तेज़ ह थयार या औज़ार मसनुई केतू
का मंदा असर होगा या न िजसके टे वे म व सनीचर इ ठे ह उसको कोई भी
नेक काम करते व त तेज़ ह थयार से बचना चा हए!
धन रे खा( सनीचर क ) को अगर धन माना है तो सनीचर खजांची होगा
दोन का इ ठा होना दल रे खा पर वसग का नशान होगा िजसक नशानी होगी
आँख का भैगापन, काले मंह
ु वाल माया व कछुआ है ! दे खे सनीचर को तो
सनीचर का असर मंदा ले कन का असर का असर उ दा होगा, सनीचर दे खे
को तो का असर बरबाद लगे! अगर व सनीचर साथ लगते घर म ह
तो आपसी द ु मनी के कारन जुदा- जुदा रहगे और ऐसे म अगर यि त कुएँ( )
क द वार फाड़ कर मकान(सनीचर) बनाए तो असर दध ू म ज़हर के समान होगा
िजसके कारन माता व औलाद क उ को खतरा व दौलत का नाश होगा खद ु
जातक को अधरं ग होने का खतरा होगा!
व सनीचर इ ठे होने के समय वसग, कछुआ(फटा हुआ दधू ), मोटर लार या
लोहे क बनी सफर करने क चीज़ आ द जो या सनीचर के उं च के घर मश
2 या 7 म यु त होने पर खुद टे वे पर हमला करगी िजसके कारन कोई बड़ा हादसा
होगा और नज़र जाती रहे गी! दल क शां त का कारक ले कन सनीचर के साथ
संयु त होने पर क चाँद भी काले रं ग क होगी चाहे अपनी उं च रा श का
ह हो! सनीचर का अपना असर भी ज़हर के समान होगा, सनीचर अब खूनी कुएँ क
तरह होगा, दधू म ज़हर तो पानी काल याह का असर होगा, सनीचर के मकान
आराम दे ने क बजाए दख
ु का कारन बनगे!
व सनीचर संयु त होने के समय जब कभी के द ु मन ह वषफल के
अनुसार खाना बर- 1 म आएंगे तो उस वष चोर के कारन धन हा न हुआ करती
है ! जातक का धन ी, ी खानदान(ससरु ाल) या दस ू रे यार दो त के काम आवे!
के बुज से नकल हुयी रे खा िजसका ख दल रे खा क तरफ हो और सनीचर
के बुज को जा नकले तो सनीचर का असर बहुत बुरा होगा िजसके कारन के
असर से जो ज़मीन खेती के लए इ तेमाल हो रह होगी इसम लगे कुएँ खु क होने
शु हो जाएंगे या न अब सनीचर को हा न पहुंचाएगा!

नेक हालत

खाना बर- 1
व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त के समय वह फल दगे जो सरू ज व सनीचर खाना
बर- 10 म संयु त होने के व त पहले लखा है !

खाना बर- 2
घोड़ा काला या कुवां लगाते– कारे रफ़ाए सब उ दा हो

व सनीचर खाना बर- 2 म संयु त के समय दोन ेह का असर उ दा होगा! काला


घोड़ा (काला- सनीचर व घोड़ा- ) पालना और लोक भलाई हे तु कुवां लगवाना नेक फल दे गा!

खाना बर- 3
खाल ब स धन होती– दोन पाया घर तीजा हो

चोर का घर है ! व सनीचर खाना बर- 3 म संयु त ह तो जातक धन से खाल या न


नक़द पैसा नह ं होगा ले कन जायदाद बहुत होगी, सनीचर इस घर म रा शफल का होने के उपाओ
के का बल है इस लए केतू का उपाओ मददगार होगा! अगर टे वे म केतू र ी हो रहा हो तो लाल
रं ग क फटकड़ी ज़मीन म दबानी चा हए!

खाना बर- 4
उतरे मो तया आंखो उसक – बध
ु चौथे जब बैठा हो
श ु बैठक 10 होती– मौत या हजा पाता हो
खाना बर- 5
व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त के समय जो फल सूरज व सनीचर खाना बर- 1 म
संयु त होने के समय हुआ करता है वह असर होगा! सूरज क रा श और औलाद का घर इस लए
औलाद के लए फल अशुभ होगा! मुसीबत म दख ु यम वालामुखी(आ तश खेज़) पहाड़ क तरह
िजंदगी को धआु ँ धार कर दे वे और के समंदर के पानी म गोता दे ने जैसा होगा!

खाना बर- 6
श न क म ी बोले– चीज़ सब मंदा हो

तीन कुते घर उसके मंदे– मकान कमाई उ दा हो


खा ना बर- 6 बध
ु व केतू का घर है इस घर व सनीचर संयु त होने के समय तीन
द ु नयावी कुते (बहन घर भाई कुता, ससरु ाल घर जवाई कुता, नानके घर दोहता कुता) जातक का
धन बरबाद करगे! व सनीचर दोन क म ी खराब होगी! माता खानदान क तरफ क
जायदाद बरबाद ले कन जातक क खद ु क कमाई व खदु के बनाए मकान आबाद व मुबारक
ह गे!

खाना बर- 7
खाना बर- 8

खाना बर- 9
माया दौलत गो हरदम बढ़ता– असर खद
ु मंदा हो
आबे हयात जो उसको मलता– िज म पर छाले करता हो
व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त होने के समय सनीचर का फल े ठ होगा ले कन
का फल मंदा इस लए धन दौलत के होते हुये भी का बरु ा असर शा मल रहे गा!

खाना बर- 12
व सनीचर खाना बर- 12 म संयु त के समय औरत का सुख ह का होगा! जातक पैसे को
एह मयत न दे ने वाला हुआ करता है (माया पर पेशाब क धार मारने वाला)!

मंद हालत

व सनीचर संयु त के समय यि त अपने चाल चलन व गंदे इ क के कारन तबाह का


कारन हुआ करता है , इस यु त वाले जातक का धन उसके ससरु ाल खानदान, यार दो त व भाई
बंधओ
ु ं के ह काम आया करता है ! जब कभी के द ु मन ह त त (खाना बर- 1) पर
आएंगे उस समय चोर से धन हा न हुआ करती है ! सनीचर से संबि धत कारोबार व र तेदार
जातक के लए दख ु का कारन हुआ करते ह, ऐसे जातक का चाँद का पया भी खोटा और पानी
भी जहर ला होगा या न कसी काम न आकर बदनामी का कारन होगा! अगर को उ दा धन
कहा है तो सनीचर एक मंदा खजांची है जो ज़ रत के समय मा लक को धन नकालने न दे गा
या न टे वे वाले क खदु क कमाई अपने काम नह ं आएगी! व सनीचर क दोरं गी जानदार
छ जे (काले रं ग क भस या घोड़ी ले कन िजसके पैर व माथा सफ़ेद हो या लाल रं ग क भस
ले कन पैर व माथा सफेद) बह ृ प त व केतू क जानदार चीज क जान के लए खतरनाक ह गी!
एक आँख सीधी व दसू र टे ढ़ या दल क बीमा रयाँ या साँप क तरह कसी पर भी जहर ला
हमला करने वाला खद ु गज़ इ सान होगा!
उपाओ:

मंदे व त के समय दो रं गे जानवर खासकर घोड़ी/घोडा या भस का माथा काला कर द!

अगर खद
ु क नज़र पर मंदा असर आ रहा हो तो खल स पानी क जगह कोई न कोई
अगर खदु क नज़र पर मंदा असर आ रहा हो तो खल स पानी क जगह कोई न कोई
चीज़ (दध
ू , खा ड, नींब,ू नमक आ द) मलकर पीय 43 दन लगातार!
नशे वाल चीज का इ तेमाल भी नेक फल दे गा!
साँप को दध
ू पलाना चा हए िजससे बल होगा और नेक फल दे गा!
हण के समय ना रयल व बादाम (सनीचर क चीज़) पानी म बहानी चा हएँ!
व सनीचर दोन मंदे हो रहे ह तो राहू से बचाव के लए सूरज का उपाओ मदद दे गा!
घर के अंदर लोहे के स दक
ू या लोहे क अलमार म चाँद क थाल म पानी/चावल भर
कर था पत कर ले कन यान दोन ह खाना बर- 5 म ह तो यह उपाओ न कर
इसक जगह मंगल व सनीचर क चीज का परयोग करना चा हए!

खाना बर- 1
व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त ह तो वह मंदा असर होगा जो सूरज व सनीचर इ ठे
खाना बर- 1 म दे त े ह!

खाना बर- 2
व सनीचर खाना बर- 2 म संयु त होने के समय अगर मंदे हो रहे ह तो मौत कसी
ह थयार से हुआ करती है और कोई हादसा भी हो सकता है !

खाना बर- 3
खाना बर- 3 चोर का घर है और इस घर म व सनीचर संयु त होने के समय असर मंदा
हुआ करता है धन के लए स दकू ची तो होगी लेक न खाल या न नकद धन क कमी हमेशा
रहे गी ले कन जायदाद के लए असर मंदा नह ं होगा! धन के लए सनीचर रा शफल का हुआ
करता है इस लए उपाओ के का बल है और केत ू का उपाओ सबसे उतम उपाओ है ले कन अगर
टे वे म केतू मंदा हो तो लाल फटकड़ी ज़मीन म दबाना मददगार होगा!

खाना बर- 4
व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त व मंद हालत के समय एक खन ू ी कुआं होगा
ले कन दस ू र के लए! मौत पानी म डूबने से रात के व त होगी खासकर जब सरू ज खाना बर-
1 या 7 या 10 म न हो लेक न अगर सरू ज खाना बर- 1 या 7 या 10 म हुआ तो मौत दन
के व त कसी नद या द रया म डूबने से होगी! अगर बध ु साथ हो या कसी बेवा ी से स बंध
ह तो जातक का धन पानी म दबा होने के समान होगा जो जातक के बेऔलाद होने के कारन या
मौत के बाद दसू र के काम आयेगा! ऐसे म साँप को दध
ू पलाना नेक फल दे गा! अगर चाल
चलन गंदा हो तो अपनी बेवकू फ़य से या फर मो तया के कारन नज़र बरबाद हुआ करती है
खासकर जब बध ु खाना बर- 4 म साथ हो!

खाना बर- 5
धनी दौलत औलाद हो मंदा– द ु खया मस
ु ीबत भरता हो
आ तशखेज़ी धुआँ ज़माना– गक समंदर करता हो

व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त के समय वह फल हुआ करता है जो सरू ज व


सनीचर खाना बर- 1 म संयु त होने के समय होता है ! धन दौलत के लए औलाद पर खराबी
होगी या न अगर जातक पैसे का पीर होगा तो बेऔलाद हो सकता है ! जीवन एक वालामुखी
पहाड़ क तरह होगा! माता क या खदु क नज़र खराब होगी! जातक अगर साँप मरवाने का आ द
होगा तो सनीचर का बड़ा स दक ू धन हा न का कारन होगा और मकान आ द बक जाया करते ह
ऐसे म लोहे क अलमार म मंगल व सनीचर क चीजे (छुहारे ) रखने नेक फल दगे!

खाना बर- 6
व सनीचर खाना बर- 6 म संयु त के समय दोन ेह ( व सनीचर) से संबि धत
जानदार व बेजान र तेदार व कारोबार से संबि धत फल मंदा होगा, दोन ेह से संबि धत चीज़
बरबाद ह गी या जातक को बरबाद करगी! तीन द ु नयावी कुत (ससुरा घर जमाई, बहन घर भाई,
नानका घर दोहता) के साथ कारोबार स बंध बरबाद का कारन ह गे!

दधू म काल मच डाल कर इ तेमाल और वो भी रात के समय फेफड़े या दल क बीमा रयाँ


दे गा जो धन हानी व नज़र क कमजोर का कारन ह गी! जातक क खद ु क 42 साल क उ म
माता पता म से कोई एक िज़ंदा रहे गा! अनै तक तर के से कमाई हुयी दौलत ( याह मंुह बंदर)
बदनामी का कारन बनेगी और सनीचर मौत का कारन होगा!

खाना बर- 8
व सनीचर खाना बर- 8 म संयु त और मंद हालत के समय सनीचर क कोई चीज़ जैसे
तेज़ धार ह थयार, कोई जानवर या साँप आ द क मंद घटनाये ह गी! बढ़
ु ापे म नज़र कम होने
क नशानी ले कन अ धा नह ं होगा!

खाना बर- 9
व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो सनीचर का नेक फल कायम
होगा ले कन हर नेक काम म का मंदा असर मला हुआ होगा! अमत ृ जल भी जहर का असर
दे गा!

खाना बर- 10
खतम कुएँ वाह पानी माया– टटू तारे का होता है
उ खतम तक बाक क़ज़ा– द ु खया जगत से जाता है
व सनीचर खाना बर- 10 म संयु त और मंद हालत के समय घर के कुएँ बेशक धन
दौलत से भरे ह या न जातक चाहे िजतना भी अमीर हो सब कु छ खच व बरबाद कर दे गा और
आ खर व त सर पर क़ज़ा छोड़ कर मरे गा! नसीब इतना मंदा क बज ु ुरगी शान- ओ- शौकत म
बदनामी क जहर होगी! अब मनहूस घोडा(ट ू तारे ) होगा!

खाना बर- 12
व सनीचर खाना बर- 12 म संयु त के समय हाल मंदा होगा खासकर औरत का सुख
ह का व रात क नींद खराब होगी!

वशेष: बाक बचे घर म व सनीचर क यु त अपना- अपना फल दे गी घर व ि तथी


अनस
ु ार!

- राहू
न फ़ उ तक हर दो मंदा– बुध भला न मि दर हो

ससुराल घराना लाख हो ऊंचा– पाप उ तक ख डर हो

इ ठे दोन से धरमी टे वा– उ ल बी खुद पाता हो

असर राहू जब होता मंदा– केतू भला न रहता हो

उ केतू 45 मंदे- क़ैद न रहता हो

नेक रोशन तब दोन होते– हाथी माया म नहाता हो

घर पहले ता 6 बैठे– माता साल उन मरती हो


व त ब चे के पैदा होते– लेग गोल जल बसती हो

राहू भूचाल जो अपनी उ 45 साल म केगा या 45 का हंदसा या न 45 मह ने या


45 दन तक तो मंदा असर दे गा और व राहू दोन का फल बरबाद! राहू
इ ठे बंधे हुये हाथी क तरह होगा जो द रया के बहाव को भी रोक ले और खद
ु भी
बरबाद हो जाए!
व राहू इ ठे कसी भी घर म ह खासकर खाना बर- 2 म ह तो ऐसा टे वा
धरमी टे वा होगा िजसम न सफ पापी ह ह नेक असर ह गे बि क बाक के सभी
ह भी धरमी ह गे! राहू का वालामुखी लावा या भूचाल से काब ू होता है और
बैठा होने वाले घर से आगे नह ं जा सकता!
दोन ह इ ठे कंु डल के िजस खाना/घर म बैठे ह उस घर क चीज पर राहू व
का असर बुरा ह होगा! अगर व राहू कंु डल के पहले घर (खाना बर- 1
से 6) म बैठे ह तो िजस खाना का बर होगा उतने साल क उ तक माता क
उ के लए भार हुआ करता है ले कन खद ु क उ पर कोई मंदा असर न होगा!
क चीज पर गोल आ द लग कर मौत होने का डर होता है !

बाद के घर (खाना बर- 7 से 12) म इ ठे बैठे ह तो माता पर कोई बरु ा असर न


बाद के घर (खाना बर- 7 से 12) म इ ठे बैठे ह तो माता पर कोई बरु ा असर न
होगा अगर होगा तो माता और जातक खद ु दोन पर ह होगा और वह भी क
उ 24 दन, 24 मह ने या 24 साल क जातक क उ तक उसके बाद कोई बरु ा
असर न होगा!

नेक हालत

व राहू संयु त होने के समय य द टे वे म सनीचर क ि तथी उ दा हो तो राहू का सब तरह


का असर उतम होगा!

खाना बर- 7
राहू घर 7 बैठे– ऊंच शुकर र व 11 हो

मौत मारे घर ससुर का उजड़े– लाख पत


ु र वाह पोता हो
व राहू खाना बर- 7 म संयु त ह और उसी समय शक ु र व सरू ज खाना बर- 11 म
बैठे हुये ऊंच फल के होते है इस लए ी व राजदरबार कभी मंदा न होगा! जातक औलाद वाला
होगा ले कन राहू क उ म ससुर के लए खतरा होगा!

खाना बर- 9
न फ़ वाह 9 गनते– हण म म वाह होता हो

खश
ु क कुएँ घर ज ी उसके– पानी दोबारा आता हो
व राहू खाना बर- 9 म संयु त के समय का फल आधा हुआ करता है और हण
से म म भी होने के बाद भी राहू नेक फल हो जाता है , ज ी घर म रौनक होगी और िजस तरह
अ धक पानी से खश ु क कुएँ भर जाते ह उसी तरह भरपरू धन दौलत होगी!

खाना बर- 11
व राहू खाना बर- 11 म संयु त के समय बध
ु खाना बर- 3 और बह
ृ प त खाना
बर- 2 म हो तो औलाद क कमी हुआ करती है ऐसे म शु सोने को आग म गरम करके दध
ू म
बझ
ु ा कर दध
ू पीना उतम उपाओ है !

मंद हालत

व राहू संयु त के समय जब ह मंदे हो रहे ह तो क आधी उ 12 साल तक पानी


से खतरा या राहू क अपनी कुल उ 42 साल तक िज म क चमड़ी खराब या िज म पर सफेद
और काले ध बे और म से हो जाना हो सकता है ! ससरु ाल खानदान आमतौर पर बरबाद हुआ
करता है ! अब का असर म म होगा िजसके कारन फ़ज़ वहम से मान सक ि तथी का खराब
होना!

खाना बर- 3
व राहू खाना बर- 3 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो 34 साल क उ तक बध
ु व केतू
का फल मंदा होगा!

खाना बर- 7
व राहू खाना बर- 7 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो ससरु ाल घर बलकुल वीरान ह
होगा!

खाना बर- 9
व राहू खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो का खद
ु का फल बलकुल
म म होगा बि क हण लगे क तरह ह का ह होगा!

खाना बर- 12
व राहू खाना बर- 12 म संयु त और मंदे ह तो का फल क जानदार व बेजान
चीज के लए नक मा बि क अब शुकर भी मंदा होगा िजसके कारन गह
ृ त बरबाद होगा!

वशेष: बाक घर म व राहू क यु त के समय दोन ह अपना- अपना फल दगे!

उपाओ:

औलाद के लए खा लस सोने क सलाई आग पर गरम कर दध


ू म बझ
ु ा कर पीय!
हण के व त राहू क चीज़ या के द ु मन ेह क चीज़ द रया म बहाएँ!
राहू का भूचाल से क जाता है ले कन म खराबी आएगी उसको ठ क करने के
लए केत ू का उपाओ कर!
मंगल या बह
ृ प त या का उपाओ कर ले कन अगर नतीजा न मले तो बध
ु कायम
करना चा हए!

- केतू
( हण)

क़ायम ह नर टे वे बैठे– उ दा असर दो दे ता हो


वरना गह
ृ ती द ु खया ऐसे– टांग जल दल फटता हो
दाद और केतू पोते– मेल दोन न होता हो
लेख बधाता हो दो इ ठे – एक दोन से द ु खया हो

असर कभी जब दोन मंदा– माल जान पर पड़ता हो


राहू फल बाक अपना– हर दो हालत हर घर का जो हो
मंगल साथी वाह साथ ि ट– बैठे घर या मंगल हो

हण हटे जब माता बैठ – व त 28 मंगल हो

व केत ू संयु त के समय हण होगा! ि ट के कारण जब खुद नीच


हो रहा हो या बुध क मार से मर रहा हो या दोन ह खाना बर- 6 म यु त ह
तो केतू के साथ ऐसा होगा जैसे के आगे कोई द वार चल रह हो और
के रा ते क कावट हो या न अब धमा मा होते हुये भी दागदार नज़र आयेगा!
व केत ू संयु त का मंदा असर आमतौर पर जान व माल पर होगा बाक सभी
बात के असर वह होगा जो व राहू इ ठे होने के व त हुआ करता है सफ
अंतर इतना ह है क जहां ल ज़ केत ू है वहाँ राहू लख कर नतीजा दे ख लो!
क मत क मदद और बह ृ प त क हवा अब नराश करने वाल होगी माता के लए
असर र ी होगा! सफर चाहे खु क का हो या समंदर मंदा ह होगा! व केतू
बर- 2 कुते का पसीना या न दोन ह मंदे असर के और केतू क उ 45 साल तक
सूरज का फल भी मंदा ह होगा! िजस यि त के टे वे म व केतू इ ठे ह
उसको कसी ऐसी जगह पेशाब करने से परहे ज करना चा हए जहां कसी न पहले ह
पेशाब कर रखा हो वरना मस
ु ीबत गले पढ़े गी! अगर टे वे म बध
ु उतम हो तो इस
यु त का फल मंदा नह ं होगा बि क 34 से 58 साल क उ नेक होगी!

नेक हालत

व केतू टे वे म संयु त के समय अगर नर ह (सरू ज, बह


ृ प त, मंगल) उ दा
हालत म ह तो इस यु त का फल उ दा होगा! अगर मंगल क ि ट हो या मदद
हो तो जातक क 28 साल क उ म जंगल म मंगल जैसा फल होगा!

मंद हालत

व केत ू टे वे म संयु त होकर मंदे हो रहे ह तो हालत दधू म कुते का पेशाब,


अ धा घोडा व लंगड़ी माता जैसा मंदा हाल होगा या माता क सेहत या पहल नर
औलाद क उ म झगड़ा होगा या न दोन म एक ह बचे या दाद और पोते का
मेल न हो सके! टे वे वाले जातक क पहल नर औलाद और टे वे वाले क माता का
ब चे के जनम से 40 से 43 दन तक इ ठे रहना मुबारक न होगा बि क जान पर
भार होगा! रात को दध
ू पीना नक
ु सान दे गा और कसी के पेशाब के ऊपर पेशाब
करना मुसीबत पर मुसीबत खड़ी करे गा!
कयाफा: दोन ह संयु त हो कर मंदे हो रहे ह इसक नशानी होगी टे वे वाले क
श ा नक मी और बरबाद! िज म म दद चोट व पेशाब क बीमा रयाँ!

खाना बर- 1 व 8
व केतू खाना बर- 1 या 8 म संयु त के समय दोन ह ह मंदे और न ट
माने ह और नाश करने वाले हुआ करते ह!

खाना बर- 2
व केतू खाना बर- 2 म संयु त और मंदे ह तो नमो नया, ग ठया आ द
होगा! हण नए जनमे पहले नर ब चे और गाय के नर बछड़े के पाओं म
चाँद के छले डालने चा हएँ!

खाना बर- 4
व केतू खाना बर- 4 म संयु त तो पापी ेह का मंदा असर नह ं बि क
सारे के सारे ह और टे वा ह धरमी होगा बशत जातक खद
ु आदत से धरमी बन
कर रहे !

खाना बर- 6
व केतू खाना बर- 6 म संयु त व मंदे तो हण का मंदा ज़माना होगा
1 के हर एक काम म कावट पेश आएगी! माता और बेटे के लए यह यु त
खतरनाक है !

खाना बर- 9
व केतू खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो अलग अलग तो इस
घर म दोन उतम असर दे त े ह ले कन अब दोन का नीच जैसा मंदा फल होगा!

खाना बर- 12
व केतू खाना बर- 12 म संयु त और मंदे हो तो कमाई म खूब धन आए
िजसक आवाज़ भी बहुत हुयी ले कन गनने पर शू य ह पायी या न दखावे का
धन!
वशेष: बाक बचे घर म इस यु त के समय दोन ह ेह का अपना- अपना
असर होगा!

उपाओ:

केतू क दोरं गी व तु िजसम लाल रं ग हो अपने पास रख!


बध
ु क चीज के दान से क याण होगा!
श ा को क़ायम रखने के लए तीन केले हर रोज़ 48 दन तक लगातार
धरम थान म द
नए जनमे पहले नर ब चे के पाओं म चाँद के छले धारण करवाएँ!
Chapter 4
शक
ु र के साथ एक ह
शक
ु र- मंगल
म ी का तनरू , मीठा अनार,

लाल म ी(गे ), ी धन

मलते दोन से बनता– बुध केत ू न द ु मन जो


शुकर म ी से मंगल द ु नया– जगत बना कुल मा ड हो

ससुराल औरत क क मत चलता– जहे ज़ औरत से बढ़ता हो

मंगल क मंगल बद साथ जो मलता– आग भ ी सब जलता हो

धन बढ़े प रवार बढ़ता- तीरथ द ु नया उ दा हो

उतम दौलत साथ गु का- पापी हर दम मंदा हो

दोन दे ख जब श न को- धन मुआ वन रे खा हो

उलट हालत जब हो टे वा- असर तीन का मंदा हो

आमतौर पर धन और मद औरत दोन चीज़ ईकठ कम हुआ करती ह ले कन शुकर


व मंगल संयु त के समय दोन ह इ ठे ह गे या न अब ऐसा धन दौलत होगा िजस
के साथ प रवार भी होगा या न प रवार और धन दोन क तरफ से खश ु हाल होगी!
दोन ह 36 साल क उ तक इ ठे ह गे िजसम मंगल का असर एक ह सा तो
शकु र का असर एक तहाई ह सा होगा! अगर टे वे म मंगल बद होवे तो शक
ु र का
असर 3 ह सा नेक तो मंगल बद का 4 ह से मंदा असर शा मल होगा!
शुकर मंगल- साथी इ ठे , या बदले घर बाहम ह !
दो क जगह अब होगा, ज़ा हरा बेशक दोन ह !

टे वे म शक
ु र व मंगल साथ ह , साथी ह इ ठे ह या अपने प के घर/रा शयाँ
प रवतन कर बैठे ह तो असर नेक का होगा! तीथ 20 साल, सुख 7 साल,
दोन का फल उतम व नेक होगा!
शक ु र व मंगल टे वे म संयु त ह और दोन को बह ृ प त दे खे तो उतम ल मी योग
है और अगर दोन को व बहृ प त दे खे तो ऐसा धन जो हर तरह से नेक फल
दे गा! अगर दोन को पापी ह या मंगल बद दे ख तो रात दन मुसीबत पे मुसीबत
बनी रहे और गह
ृ त सुख मंदा और मौत बुर तक असर हो!

नेक हालत

खाना बर- 2
ससुराल कुता वह उ दा होगा– नेक मंगल जब होता हो

सब कुछ उनका आग म जलता– पापी मंगल बद मलता हो

खाना बर- 3
शक
ु र व मंगल खाना बर- 3 म संयु त के समय जातक का धन भाई बंधुओ ं को
तारने वाला हुआ करता है !

खाना बर- 7
अनाज दौलत न हो कभी घटता– बुध चीज़ न मंदा हो

सुख सागर हो भार क़बीला– औलाद पोता सब फलता हो


शक
ु र व मंगल खाना बर- 7 म संयु त के समय प रवार हरदम बढ़ता होगा
और जातक खुद दौलत का भ डार होगा! औलाद का सुख पूण पोते और पड़पोते
बहुत ह गे! जातक का धन अपने ह खून से पैदाशुदा को तारने वाला होगा िजसम
भाई तो शा मल ह गे ले कन बहन और बुआ नह !ं

खाना बर- 8
ऐसे ज मे भान- चू हे आग न मंजे बान
आप मुबारक उतम मान– नंदा जगत कुल करता जान

शक
ु र व मंगल खाना बर- 8 म संयु त और पापी ेह का कसी तरह साथ न
हो तो जातक धनी मानी होगा ले कन जातक हर कसी क नंदा करने वाला हुआ
करता है ! जातक खुद बहादरु व ह मत वाला होगा!

खाना बर- 10
म ी डाल पर- नधन झगड़े– भाई औरत ज़र पाता हो

रं ग सफा जब औरत चमके– ठाठ रानी दो राजा हो

शकु र व मंगल खाना बर- 10 म संयु त के समय मामूल म ी क डल क


खा तर झगड़े खड़े करने का आ द इंसान होगा चाहे नुकसान खुद का ह हो! औरत
के लए भाइय तक को मरवा दे या न औरत के लए अपने भाई बंधुओ ं तक को
भलू बैठने वाला, खाना बर- 2 का कोई खास असर नह ं होगा! खद ु क औरत के
भाई और खुद के भाई अमीर हुआ करते ह ले कन खुद क औरत सनीचर के
सुभाओ व सनीचर के रं ग क हुआ करती है ! अगर औरत का रं ग साफ हुआ तो
जातक राजा क तरह इ ज़त मान का मा लक होगा!

वशेष: बाक बचे घर म दोन ह अपना- अपना फल दे त े ह!

मंद हालत

शकु र व मंगल टे वे म संयु त ह और इनको पापी ह (सनीचर, राहू, केत)ू कोई


एक, दो या तीन ह दे ख तो रात दन मस ु ीबत पे मस
ु ीबत और हर तरह से मंदा
हाल होगा!
मंगल बद साथ हो या साथी ह बन जाए तो शुकर िजसको कसी ह न नीच नह ं
कया उसको मंगल बद न नह ं ब शा, हर तरह से मौत का बुरा असर ह दया!
ऐसी हालत म आग का डर, बीमार व जहमत का दख ु बि क मौत तक मानी है !

खाना बर- 3
शक
ु र व मंगल खाना बर- 3 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो जातक तबीयतन
यभचार हुआ करता है !

खाना बर- 4
औरत भाइय को जड़ से मारे – लेख भला न होता हो

दौलत माया ह सब ह उड़ते– प रवार क़बीला द ु खया हो

शुकर व मंगल खाना बर- 4 म संयु त तो माता के भाई बंधु खुद तबाह ह गे
शकु र व मंगल खाना बर- 4 म संयु त तो माता के भाई बंधु खुद तबाह ह गे
और टे वे वाले को भी तबाह करगे, असल हालत म उन क मौत पानी म डूबने से
होवे या द ु नयावी डूबने से हो, अब मंगल बद का बुरा असर हर तरफ से उनपर
होगा! शक
ु र व मंगल 4 म जातक दोगुना यभचार और अ याश और इन दोन
के झगड़े म बधु (साल ) बरबाद होगी!

खाना बर- 8
शक
ु र व मंगल खाना बर- 8 म संयु त और पापी ेह से भा वत तो जातक
हर एक क नंदा करने वाला िजस घर म पैदा हुआ उसको तबाह करे और िजसके
साथ हो ले उसको तबाह करे या न िजस दर त पर बैठे उसको जड़ से उखाड़ दे वे
ले कन खद
ु क आय ु को कोई खतरा नह ं हुआ करता!

खाना बर- 9
सेहत औरत क मंद होती– भाई बड़ा खद
ु होता जो
रं ग मंगल का चूड़ी चाँद – बाज़ ू औरत पर उ दा हो
शुकर व मंगल खाना बर- 9 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औरत क सेहत
खराब ह रहे गी उपाओ के तौर पर औरत के बड़े भाई के हाथ औरत के दवाई
भजवानी नेक फल दे गी! जातक खुद अगर भाइय म बड़ा होगा तो औरत क
सेहत मंगल के कारण मंद होगी ऐसे म चाँद क चूड़ी पर लाल रं ग करके औरत
के बाज़ ू म पहनाएँ!

खाना बर- 10
शकु र व मंगल खाना बर- 10 म संयु त तो र शप त सनीचर के असर के कारण
जातक नधन व झगड़ालू होगा जातक क औरत भी सनीचर रं ग और सुभाओ क
होगी! जातक मामूल बात के लए बड़े बड़े झगड़े खड़े करने क तबीयत का होगा
तल का ताड़ बनाना उसक ज़ाती आदत म शा मल होगा!

वशेष: बाक घर म शुकर- मंगल संयु त ह अपना- अपना फल दगे!

शुकर- बुध
न फ़ सरकार मुलाज़मत, मसनुई सूरज, तराज़ू

रे तील म ी, आटा पीसने क च क िजसके दो प थर


राज ता लुक शत न करता– रज़क दौलत घर बढ़ता हो

खाल ि ट हो श न उ दा– तराज़ ू माया ज़र चलता हो


आठ छठे दो- 9–3–12- म नई
ु सरू ज दो होता हो
उतम बराबर- असर दोन का– ि ट र व न करता जो

बुध शुकर जब ह दो इ ठे – श न भी उ दा होता है

अन दौलत क कमी न कोई– घी म ी से नकलता है

शकु र व बध
ु टे वे म खाना बर- 4 के सवा कसी भी घर म संयु त ह तो धन
दौलत क कोई कमी न होगी ले कन खाना बर- 4 म दोन का फल र ी होगा!
योपार म भी लाभ हो यहाँ तक क टे वे म सूरज हण के व त भी उ दा नतीजा
होगा जब क शुकर व बुध संयु त मसनुई सूरज का ह काम दे दगे! दोन ह
बराबर ताक़त और मयाद के ह गे अब सूरज क तरह ह 22 साल क उ से शु
होकर 44 साल क उ तक इ ठे ह गे ले कन हकूमत या राजदरबार क कोई शत
नह !ं सरकार से स बंध 22 साल, औरत का सुख 37 साल, दौलत 36 साल द ु मन
40 साल तक दोन का फल उतम होगा!
शक
ु र व बधु ऐसे घर म संयु त ह जहां शक ु र कायम और बध ु उं च होवे जैसे खाना
बर- 3 म तो सर क े ठ रे खा का उतम फल होगा जो अब के बुरे असर से
बचाएगी खासकर जब र ी हो, ले कन अगर हण ह हो तो भी माता के
सुख को छोड़ कर से संबि धत बाक चीज का असर नेक होगा! शुकर अगर
केतू का िज म हुआ तो बुध केतू क टे ढ़ दमु है और बुध शुकर का दो त है ले कन
अगर मंगल कसी भी तरह साथ हो जावे, साथी हो या मक़ ु ाबला पर तो शक ु र क
गाए पर मंगल का शेर हमला करे गा! अगर दोन ह ऐसे घर म संयु त ह जहां
बुध तो उं च का हो ले कन शुकर नीच का जैसे खाना बर- 6 म तो सर क े ठ
रे खा के बुरे असर से तो बचाएगी ले कन औलाद के लए असर मंदे ह गे जैसे
औलाद का दे र से होना या न होना या होना ले कन उ कम होना आ द!
दोन बलमुका बल: जब दोन ह ि ट के खान क शत से बाहर ह तो िजस घर
म शकु र होगा वहाँ बध
ु अपना असर अपनी नाल के वारा मला दे गा और कई बार
नक मे शुकर को भी नेक कर दया करता है ! अगर ि ट वाले घर म ह तो मले
मयाए असर म शकु र का असर बल होगा! अगर दोन अलग अलग घर म ह
(या न बीच म एक घर खाल ) तो अगर बुध पहले के घर म होगा तो शुकर का
फल उ दा और य द शुकर से पहले होगा तो शुकर का फल मंदा होगा और गह ृ त
जीवन नक मा होगा!
दोन ह जुदा- जुदा हो तो:
1. जब ि ट वाले घर म ह चाहे ि ट का दजा 100% या 50% या 25% हो और
बध
ु बैठा हो कंु डल पहले घर म तो दोन ेह के इ ठे होने के असर म ऊंच केतू
का फल शा मल होगा!
2. जब शक ु र बैठा हो कंु डल के पहले घर म तो दोन ेह के इ ठे होने के असर म
ऊंच राहू का असर शा मल होगा!

- - जब दोन ह अपने से सात घर म ह तो आम असूल से ज़रा फक होगा और


दोन का ह फल
खराब होगा ऐसे म सफेद रं ग क गाए मंद हालत का सबत
ू होगी!

शुकर हो बध
ु हो खाना असर या होगा
खाना बर म बर म

3 9 दोन घर व ेह का फल मंदा होगा!

9 3 दोन घर व ेह का फल मंदा होगा!

6 12 दोन ेह का फल बरबाद होगा!

12 6 दोन ेह का उं च फल व केतू भी उतम होगा!

8 2 दोन ेह का फल र ी 8 का बध
ु मुदा, शुकर जो बह
ृ प त के
प के घर म को बधु मुआफ नह ं करे गा!

2 8 दोन ेह का फल र ी 8 का बध
ु मुदा, शुकर जो बह
ृ प त के
प के घर म को बधु मआु फ नह ं करे गा!

नेक हालत
खाना बर- 1
शुकर व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त तो क मत म नेक म नई ु सूरज ले कन म नई
ु होने के
कारन राजदरबार से संबंध तो ह गे ले कन सरकार नौकर क शत नह !ं

खाना बर- 2
शुकर व बध
ु खाना बर- 2 म संयु त और जातक का चाल चलन उ दा और नेक हो तो दोन
ह ह अपना- अपना उ दा फल दगे, जातक एक कामयाब योपार होगा!

खाना बर- 3
शुकर व बध ु खाना बर- 3 म संयु त तो सर क े ठ रे खा का उतम फल होगा जो के
बरु े असर से बचाएगी या न अगर टे वे म मंदा भी हो तो माता के ईलावा क बाक
सभी चीज का फल उतम होगा!

खाना बर- 4
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 4 म तो खद
ु बध
ु राजयोग दे ता है और बध
ु व शुकर से
संबि धत काम के ईलावा और चीज के योपार भी राजयोग का फल दगे! जातक का कोई मामँू
िजसके यहाँ ल क औलाद हो जातक के लए मददगार होगा!

खाना बर- 5
शुकर व बधु खाना बर- 5 म संयु त के समय औलाद पर कोई बरु ा असर नह ं होगा, दोन ह
ह मसनईु सूरज का असर अपनी ह रा श म दगे!

खाना बर- 6
शुकर व बध ु संयु त खाना बर- 6 म शुकर अपनी नीच रा श म और बध ु अपनी उं च रा श म
फल राजयोग होगा अगर जातक के यहाँ लड़का न भी पैदा हो तो ल क भी सरू ज क तरह नेक
फल दे गी! औरत क मदद और गह
ृ त का सख
ु होगा! अगर सरू ज खाना बर- 2 म हो तो
कताब का काम व छापाखाना के काम बहुत लाभ होवे! सनीचर खाना बर- 2 म हो तो
जायदाद बहुत होगी! खाना बर- 2 म चाहे सरू ज हो या सनीचर ईमानदार का धन हमेशा साथ
दे गा!

खाना बर- 7
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 7 म तो दोन ह अपने प के घर फल अ त उतम! फल व
फूल, घर बार व गह ृ त सुख हर तरह से उतम होगा! उतम योपार व आढ़ती होगा, तराज़ू के
काम म हमेशा लाभ होगा!

खाना बर- 9
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 9 के समय अगर खाना बर- 3–1–6–7–9–11 म से कसी या
इन खान म अलग- अलग , केतू या गु बैठे ह तो बध
ु का फल कभी मंदा नह ं होगा िजस
कारन शुकर भी नेक ह रहे गा!

खाना बर- 10
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 10 के समय खाना बर- 2 भला हो या खाल हो ले कन
नक मा नह ं होना चा हए, तो जातक उ दा सेहत का मा लक और अ लमंद होगा!

खाना बर- 12
शक
ु र व बध
ु संयु त खाना बर- 12 के समय जातक सेहतम द और ल बी उ (लगभग 100
साल) का मा लक होगा!

मंद हालत

खाना बर- 1 व 2
शुकर व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त ह और मंदे हो रहे ह तो जातक अ पआय ु होगा और
पालत ू जानवर का कोई सुख न होगा! खाना बर- 2 म संयु त और मंदे ह तो जातक
च र ह न हुआ करता है !

खाना बर- 3
खाना बर- 4
ससुराल मामंू घर अ सर मंदा– भला न होता हो
उ ट च क बध
ु शुकर चलता– मंदा असर दो दे ता हो

खाना बर- 5
शुकर व बध
ु संयु त खाना बर- 5 म और मंदे ह रहे ह शुकर के पतंग का बरु ा हाल होगा,
बना मतलब औरत क बात (ई क जुबानी) सा थय को भी बरबाद करे गा और इस मंदे असर क
नशानी घर म गढ़ा हुआ तंदरू या ज़मीन के अंदर भ याँ ह गी!

खाना बर- 6
शुकर व बध
ु खाना बर- 6 म संयु त ह और सूरज से स बंध हो रहा हो तो औरत से झगड़े व
सोच का वरोध होगा, औलाद म कावट और भ न भ न तरह क तोहमत व तकाजे ह गे!

खाना बर- 7

शुकर व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त के समय य द राहू/केत ू के कारन मंदा हो रहा हो तो
शकु र व बध
ु खाना बर- 7 म संयु त के समय य द राहू/केत ू के कारन मंदा हो रहा हो तो
शुकर व बध ु भी मंदे ह ह गे ऐसे म शाद व औलाद म कावट पैदा हुआ करती ह! उपाओ के
लए काँसी का कटोरा मददगार होगा!

खाना बर- 8
र ब बनाई ऐसी जोड़ी– एक अंधा तो दस
ू रा कोढ़
राख़ भर दो मलकर बोर – िजतनी उड़े हो उतनी थोड़ी

शक
ु र व बधु खाना बर- 8 म संयु त के समय जातक और उसक औरत एक ऐसी कम
अ ल जोड़ी होगी िजसम एक तो द ु नयावी र म- ओ- रवाज़ को लेकर बेवकूफ़ हुआ तो दस
ू रा
शार रक तौर पर बीमार! शाद और औलाद म खरा बयाँ! शुकर अब अ ल के खलाफ़ काम करने
वाला और बध ु नक मा होने से मामंू व बहन बरबाद! परू ा मारक थान का असर नक मी और
लानत भरा जीवन होगा!

खाना बर- 9
लड़क जनम या उ 17– दोन मंगल बद बनता हो
उ मीद बज़
ु ुग पानी फेरा– मंदा असर 2–9 का हो
शुकर व बध ु खाना बर- 9 म संयु त के समय बध ु के व त से जातक अपनी 17 साल क
उ से या लड़क क पैदाइश के दन से अपने बाप दादा क उ मीद को म ी म मला दे गा
और दोन ह ह मंगल बद का परू ा- परू ा असर दगे!

खाना बर- 10
शुकर व बध
ु खाना बर- 10 म संयु त और अपने दो त के घर म जातक अ लम द व
सेहतम द होगा ले कन अगर खाना बर- 8 खराब हो रहा हो तो दोन ह ह जहर ला असर
दगे!

खाना बर- 11
शुकर व बध
ु खाना बर- 11 म संयु त के समय अपने नजद क रशतेदार व भाई बंधुओ ं से
जुदाई हुआ करती है ! जातक जहां पर भी पहल नौकर करे गा वहाँ अपने शासक के साथ अपनी
बेवकू फ़य से तकल फ़ खड़ी करे गा!

शुकर व बध ु खाना बर- 11 के समय बह ृ प त व सूरज खाना बर- 10 म ह तो जातक


के शर र पर सोने के ऐसे मनक क माला होगी जो अंदर से खोखले ह गे इस माला को
दध
ू से या द रया के पानी धोते रहना चा हए िजससे बध
ु का बह
ृ प त से मंदा असर दरू
होगा या का उपाओ करना चा हए!
शुकर व बध
ु खाना बर- 11 के समय सनीचर व मंगल खाना बर- 8 म ह तो मंगल व
सनीचर क उ म खद ु के मकान म आग लगने क दघ
ु टनाएँ हुआ करती ह िजसम गाए
और भाइय क हानी हो सकती है !

खाना बर- 12
हड़काया कुता या पागल बकर – पेट गाय आ फाड़ती हो
खांड गह
ृ ती रे त हो भरती– शीशा म ी धोका दे ती हो
श ु शुकर बध
ु दज
ू े बैठा– दांत ज़हर श न भरता हो
दज
ू े मगर जब मतर आया– आकाश बानी बध
ु बषा हो
शुकर व बधु खाना बर- 12 म संयु त के समय मंदे हो रहे ह या बध ु उलट असर दे ने लगा
(या न सनीचर या बह ृ प त खाना बर- 2–12–3 म न ह ) या खाना बर- 2 म श ु ह ह तो
दोन ह सेहत व गह ृ ती के लए नहायत नक मा फल दगे! जीवन ऐसे होगा जैसे मंहु म खांड
क जगह रे त डाल ल हो! छोटे छोटे श ु भी काट खाने को आते ह गे और जीवन नक के समान
होगा!

शक
ु र- सनीचर
फ़ज अ याश, काल मच व घी,

काला याह मनूर, म ी का खु क पहाड़

बुध मुबारक टे वे होगा– पाप बुरा नह ं करता हो

केतू मंगल ह मलते उ दा– नेक बुढ़ापा बनता हो

ि ट र व पर ह जब करते–मौत भरे दख
ु होती हो
मकान बनाए र तादार के–माया ख़ म हो जाती हो

सलाख़ लोहे क छत पर गड़ते– बजल असर नह ं करती हो


मनूर काले बु नयाद म भरते–माया दौलत घर बढ़ती हो

शुकर मा लक है आँख श न का–तरफ चार ह दे खता जो


चोट श न हो जब कह ं खाता–अंधा शक
ु र ख़द
ु होता हो
टे वे श न हो जब 9 बैठा- असर शक
ु र 2 दे ता हो
पाया शुकर ह घर जब दज
ू ा– असर श न 9 होता हो
नज़र शुकर म जब श न आता– माया द गर खा जाता हो

ि ट शुकर पे जब श न करता– मदद ह सब करता हो

शुकर (गाय- म ी- ल मी) और सनीचर (काला रं ग- पहाड़- लोहा) दोन दो त ह या


शुकर (गाय- म ी- ल मी) और सनीचर (काला रं ग- पहाड़- लोहा) दोन दो त ह या
याह रं ग (क पला) गाय पर बजल व जाद ू मंतर का बरु ा असर न होगा! दोन ह
52 साल क उ तक इ ठे ह गे और दोन ेह के इ ठे होने म शुकर अगर 4
ह से हुआ तो नेक करने के लए सनीचर 3 ह से होगा, ले कन अगर मंदा असर
हुआ तो एक तहाई ह होगा या न अब सनीचर अपने साथ होने पर शुकर का बुरा
नह ं करे गा! जब शुकर व सनीचर इ ठे ह गे तो मंगल व केतू भी इ ठे ह लए
जाएंगे! शक ु र (घी) व सनीचर (काल मच) मंगल बद के असर को दरू करे ! याह
काला प थर (मनूर या मुन वर) घर म ठाकुर मौजूद!
शुकर व सनीचर इ ठे मसनुई केत ू (ऊंच हालत) जो ऐश का मा लक होगा! सनीचर
के साथ होने पर या सनीचर क रा श 10 या 11 म शक ु र हो तो शक
ु र काल
क पला गाय होगी जो सनीचर के बुरे असर से बचाव करे गी! दोन ह संयु त होने
के व त बुध भी कोई शरारत नह ं करे गा चाहे खाना बर- 6 म ह य न हो
बि क बधु का नेक असर ख़दु - ब- ख़द
ु शा मल होता जाएगा! जातक क कमाई
नज़द क र तेदार खा जाया करते ह या मकान पर खच हो जाया करती है ! मकान
के ऊपर बजल के बरु े असर से बचाने वाल लोहे क सलाख़ होनी ज़ र है वरना
धन क जगह जल हुयी राख़ होगी!
दोन ह दो त ह, शुकर अगर औरत हुआ तो सनीचर उसक आँख बन कर साथ
ह रहता है और औरत क यह आँख द ु नया को नचाती है , इसी लए यह आँख और
सनीचर िज म के प म द ु नया म शरारत है ! अगर सूरज न शुकर से द ु मनी क
तो सूरज न ऊपर अपनी गम को भेजकर शुकर को जलाया तो सनीचर न ज़मीन
के नीचे से छुपी हुयी हालत म शक
ु र क मदद क और यह सनीचर (साँप) क
शुकर ( म ी) को मदद हो गई! ऊपर से सूरज क त पश और नीचे से सनीचर का
दवाब और दोन के म य म शक ु र अपने म नई ु ह स राहू व केतू के प म है या
ऐसे समझ क ऊपर से नीचे को सूरज न दबाया तो नीचे से ऊपर को सनीचर न
उठाया तो शुकर टूट फूट कर रे त म त द ल होगा और यह रे त बुध है या न बुध
ख़दु - ब- ख़द ु पैदा हो गया! या न जब शक ु र को सनीचर क मदद मल तो राहू व
केतू भी शुकर के म नुई ह हो गए! जब भी सूरज शुकर के बर खलाफ होगा तो
सनीचर शक ु र को मदद दे गा या न जब शक ु र (औरत) क नेक उसके काम न आयी
तो तो शुकर क शैतानी ताकत सब द ु मन को झुकने पर मजबूर कर दे वे!
शकु र पहले घर म बैठा हुआ सनीचर को दे खता हो तो सनीचर क तरह शुकर के
दस
ू रे साथी जातक का धन खा जाएँ या जातक खुद दस ू र को खला कर अपना धन
बरबाद करने वाला होगा! शुकर के बुज से नकल हुयी रे खा अगर सनीचर के बुज
क तरफ हो तो तो घर दस ू रे लोग जातक क कमाई से अपना पालन पोषण करने
वाले ह गे और अगर शक
ु र के बज
ु से नकल रे खा उ रे खा से नकले ले कन
नकलने का थान शुकर का बुज हो तो जातक क िजंदगी क कमाई कर बी
रशतेदार के काम आएगी!

शक
ु र व सनीचर टे वे म संयु त ह और बुध इनको दे खता हो तो ज़ुबान का
च का जातक क बरबाद का कारन होगा!
शक
ु र व सनीचर टे वे म संयु त ह और सरू ज इनको दे खता हो तो सनीचर
का बुरा असर पूरे ज़ोर पर होगा और मौत भी ददनाक हुआ करती है !
शक
ु र व सनीचर टे वे संयु त और दोन दे ख बह
ृ प त को तो उ रे खा से
छोट सी शाख नकल कर क मत रे खा को मल जाए तो जातक क औरत
जातक क क मत क बु नयाद होगी!

नेक हालत

खाना बर- 1
साथ राहू या केतू बैठा– सात र व आ बैठा हो

दख
ु ज़हमत का पत
ु ला होगा– आग जला दख
ु भोगता हो
शुकर व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त तो दोन ेह असर वह होगा जो शुकर या सनीचर
अकेले खाना बर- 1 म दे त े ह या न यह यु त खरु ाक, माया व रजक पर असर होगा अगर
हथेल पर म छ रे खा हुयी तो असर उतम होगा!

खाना बर- 3
कमाई उ तक दस
ू रे खाते– भला शुकर न होता हो
काम सनीचर ल बे बढ़ते– नफ़ा न बेशक इतना हो

शुकर व सनीचर संयु त खाना बर- 3 म तो मद व औरत दोन ह खब ू आराम पसंद और


दोन ह दस
ू रे मद या औरत से स बंध बना कसी तकल फ के हो जाया करते ह! सनीचर से
संबि धत कारोबार तो बहुत ह गे ले कन लाभ बहुत यादा नह ं होगा!

खाना बर- 4
श न- शक
ु र मल- हो जब बैठा– र व भी साथी बनता हो
मौत स त परु दद पाता– क़ ल सूरज दन होता हो

शक
ु र व सनीचर संयु त खाना बर- 4 म तो दोन ेह का अपना- अपना नेक या मंदा फल
हुआ करता है ! अगर धन दौलत को कपड़े क थैल म रखने क आदत हो तो गमु नाम तर के से
नकु सान हुआ करते ह ले कन अगर यह थैल दो कपड़ और दोन कपड़ का रं ग अलग- अलग हो
तो इस नु स से बचाव होगा! सूरज य द इस यु त का साथी ह बन रहा हो तो मौत ददनाक
हुआ करती है और म ृ य ु आमतौर पर र ववार के दन होगी!

आमदन को ठ क व कायम रखने के लए खाना बर- 10 के ह का टे स भरते जाना


मददगार होगा जैसे सूरज खाना बर- 10 म हो तो हर रोज़ तांबे का पैसा चलते पानी म गराना
चा हए!

खाना बर- 9
पांच छठे गु 10 बैठा– असर भला कुल होता हो

जायदाद जागीर बढ़ता– आराम औरत सब फलता हो

शुकर व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त तो औरत च र ह न (कंजर - बदफ़ेल) होते हुये भी
शाद के बाद नेक औरत क तरह शक
ु र का उ दा फल होगा! औरत व ल मी दोन का परू ा सख ु
होगा!
य द बह
ृ प त खाना बर- 5 या 6 या 10 म (साथ या साथी) हो तो जातक जायदाद वाला
होगा!

खाना बर- 10
हादसा हमल हर दम बचता– क़बीला रे खा म छ होता हो
श न मकान खद
ु बनता उसका– जवाई दौलत ज़र खाता हो
र व बेशक हो साथी बैठा– असर बरु ा न दे ता हो
जायदाद म हर दम बढ़ता– नक़द शत न करता हो

खाना बर- 12
असर वह 9 घर जो होता– मलता 12 म होता हो

बाक़ असर 2–12 उ दा– वह गना हर दो का जो

वशेष: बाक़ बचे घर का अपना- अपना जुदा- जुदा फल होगा!

मंद हालत

खाना बर- 1
शुकर व सनीचर खाना बर- 1 म संयु त और मंदे होने के व त काग रे खा जैसा मंदा असर
हुआ करता है , जातक खदु बदचलन व अ याश होगा!

य द इस यु त के समय मंगल खाना बर- 4 म सूरज खाना बर- 2 म और खाना


बर- 12 म हो तो जातक आलसी, ल र , नधन व द ु खया होगा!
य द इस यु त के समय सरू ज व राहू या सरू ज व केतू खाना बर- 8 म ह तो कसी
बीमार के कारण िज म हमेशा जलता होगा, सेहत खराब व क मत के संबंध म दख ु का
पत
ु ला या न हर तरफ से मंदा हाल होगा!

खाना बर- 3
शक
ु र व सनीचर खाना बर- 3 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो जातक क िज़ंदगी और कमाई
खदु क बजाए दस
ू र के काम आए!
जातक का कोई चचा (सनीचर) आवारा औरत से स बंध रखने वाला होगा या चचा क औरत
का च र श क हुआ करता है !

खाना बर- 4
शुकर व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त ह और सूरज खाना बर- 10 म हो तो जातक के
चचा का चाल चलन खराब हुआ करता है ! जातक क खद
ु क मौत ददनाक हुआ करती है !

खाना बर- 7

शुकर व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो कर बी र तेदार उसके साथ
शक
ु र व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो कर बी र तेदार उसके साथ
कारोबार म शा मल होकर जातक का धन खा जाएंगे!

य द इस यु त के समय खाना बर- 1 म और सूरज खाना बर- 4 म हो तो जातक


खद
ु नामद या बज़ ु दल हुआ करता है और हर तरह बगड़ा हुआ नाकाम इंसान होगा!

वशेष: बाक घर दोन ह इ ठे होने पर अपना- अपना जद


ु ा- जद
ु ा फल दगे!

शुकर- राहू
म ी भर काल अंधेर

केतू गना फल शुकर मंदा– औलाद भल न ल मी हो


फूल लगा बुध बेशक डंडी- फ़ोक इ ज़त माया होती हो

सोहबत औरत म चोर गह


ृ ती– औलाद उ तक श क हो
र व जब मदद हो मलती– जलती म ी घी दे ती हो

शकु र व राहू संयु त के समय शुकर के दो ह स बुध(क या) व केतू(लड़का) म से


सफ बुध ह बाक होगा या न फूल तो ह गे ले कन फल ( तु) गुम होगा! अगर
दोन मंदे हो रहे ह तो असर गुदा (rectum) पर ज़ा हर होगा! िजस घर म इ ठे
बैठे ह उस घर संबि धत शुकर के र तेदार व दस ू र चीज पर असर अशुभ होगा!
बध
ु क फोक इ ज़त व शोहरत होगी!

नेक हालत

खाना बर- 12
असर मंदा जो घर पहले का– रज़क औरत का होता हो
शाम दबाती फूल जो नीला– लेख चमकता होता हो

शुकर व राहू कसी भी घर म संयु त होने के व त शुकर क चीज़ (ल मी, गह ृ त जीवन) सब


बरबाद होगा! जब केत ू पहले घर म तो ल क क शाद पड़ोस (हमसाया) मकान म कभी न
होगी! शक
ु र का फल औरत ज़ात क क मत तो ज़ र उं च और उ दा होगी!

वशेष: शुकर व राहू संयु त बाक के घर म अपना- अपना फल दगे!

मंद हालत

शक
ु र व सनीचर संयु त और जातक के मकान का मु य दवार द ण(जनूब) दशा
का हो तो शक
ु र का फल हर तरह से मंदा होगा! औरत क सेहत ह मंद नह ं
शक
ु र व सनीचर संयु त और जातक के मकान का मु य दवार द ण(जनूब) दशा
का हो तो शक
ु र का फल हर तरह से मंदा होगा! औरत क सेहत ह मंद नह ं
बि क उ तक खतरे म ल जाएगी, आमतौर पर औरत का सुख हुआ ह नह ं
करता!
शक
ु र व राहू संयु त के समय पहल मंद नशानी नाखन
ू पर दखाई दे गी या न
ऐसे औरत या मद अपने नाखून को कटवाने क बजाए बढ़ा कर ल बे ल बे और
उन पर रं ग आ द करने का शौक न होने लगेगा या राहू सनीचर क अजसी म रहने
क को शश करे गा अथात जातक शानदार चमक ले सुरमे वाल आँख से फैसला लेगा
िजसका नतीजा राहू क राजधानी या ऐसे जातक क 43 साला उ तक उसके लए
जमाने म हर तरफ कड़वे धए
ु ँ के बादल खड़े ह गे िजससे रात क नींद आमतौर पर
हराम हुआ करती है !
उपाओ: व शुकर दोन ह ेह का इ ठा उपाओ दध ू ( ) म म नन (शुकर)
या ना रयल का दान मब
ु ारक होगा! औरत के िज म के दाय ह से पर चाँद का
छ ला मुबारक होगा!

खाना बर- 1
शक ु र व राहू खाना बर- 1 म संयु त तो औरत को दमागी बीमा रयाँ या खद

टे वे वाले क अपनी सेहत मंद होगी!

खाना बर- 3
शकु र व राहू खाना बर- 3 म संयु त के समय 34 साल क उ तक बुध व
केतू दोन ेह का फल मंदा होगा!

खाना बर- 7
धुआँ म ी घर औरत भरती– असर बुरा ह होता हो
उ औरत न ल बी होगी– केतू न उ दा हो

शकु र व राहू खाना बर- 7 म संयु त तो शक ु र और बध ु दोन ह बरबाद ह गे!


केतू भी मंदा होकर को बरबाद करे गा िजस से माता और माता खानदान
(मामं ू आ द) बरबाद ह गे िजसक वजह से 24 साल क उ बरबाद म ह बीतेगी!

खाना बर- 12
शक
ु र व राहू खाना बर- 12 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औरत क सेहत
और जातक क खद ु क दौलत आ द खराब होगी!

उपाओ: औरत को या खद
ु जातक को शाम के समय नीले रं ग का फूल म ी म
उपाओ: औरत को या खद
ु जातक को शाम के समय नीले रं ग का फूल म ी म
दबाते रहना चा हए!

वशेष: बाक के घर म शुकर व राहू संयु त अपना- अपना फल दगे!

शक
ु र- केतू
माता बेटा दो हक़ क़ जोड़ा– र ा बाहम जो करता हो

औलाद- औरत- सख
ु होता परू ा– इ ज़त गह
ृ ती पाता हो
मंदा कोई दो िजस दम होता– िज म औरत केत ू मंदा हो

औलाद राहू हद पाप जो होता– उपाओ गु का उ दा हो

शक ु र व केतू संयु त के समय दोन ह उ दा ह तो फल अ त उतम ले कन अगर


दोन म से कोई एक मंदा हो रहा हुआ तो दोन का फल खराब होगा य क केतू
(कामदे व क नाल ) शुकर क जान है और शुकर का बीज (नर औलाद) भी केतू ह
है ! आमतौर पर 40 साल क उ तक द ु मन आम ह गे! अगर राहू टे वे म शक
ु र व
केतू संयु त से पहले घर म हो तो लड़के क शाद पड़ोस (हमसाया) मकान म नह ं
हो पाएगी!

नेक हालत

खाना बर- 9
शुकर व केतू खाना बर- 9 म संयु त तो दोन ेह का इ ठा फल नहायत उतम होगा, शुकर
अकेला खाना बर- 9 म नहायत मंदा हुआ करता है ले कन केत ू के साथ इसका स भाव नेक
होगा!

खाना बर- 12
औरत बहादरु स त सूअर क – औलाद 12 नर करती हो
स त दौलत म हरदम बढ़ती– उ ल बी सुख रा ी हो

शुकर व केतू खाना बर- 12 म संयु त के समय दोन ह ह अपनी ऊंच रा श म ह गे


अथात दोन का फल नहायत उ दा व नेक होगा! नर औलाद और धन दौलत क कोई कमी नह ं
होगी! सेहत उ दा व बहादरु और हर तरह से सु खया, रात क नींद भी चैन भर होगी!

वशेष: बाक के घर इस यु त के समय दोन ह अपना- अपना अलग- अलग फल दया करते
ह!
मंद हालत

खाना बर- 1
बघन औलाद लाव द गनते– इ क़ मंदा ह होता हो
चौथे बैठा जब मंगल टे वे– लाव द मंगल बद बनता हो

शकु र व केतू संयु त खाना बर- 1 म आमतौर पर मंदे हुआ करते ह! औलाद क पैदाइश म
कावट हुआ करती ह यहाँ तक औलाद हुआ ह नह ं करती! इस यु त के समय मंगल खाना
बर- 4 म हो जातक अपने दस
ू रे सा थय क मौत से दख
ु ी होगा और औलाद का सुख भी नह ं
हुआ करता!

खाना बर- 6
बध
ु मदद नह ं शुकर करता– केतू धोका ह दे ता हो
अकेले असर दो बेशक उ दा– इ ठे ज़हर दो होता हो

र व गु जब टे वे मंदा– बांझ औरत फल होता हो

गाय होता घी बेशक उ दा– कुता हज़म नह ं करता हो

शक ु र व केत ू अपने नीच के घर खाना बर- 6 म संयु त के समय न तो बध ु और न ह केतू


दो त होते भी कसी तरह क मदद नह ं दगे! अकेले शुकर व केतू का इस घर म कोई मंदा फल
नह ं हुआ करता ले कन यु त के समय दोन ह ज़हर ले ह गे! अगर दोन क यु त को सूरज या
बह
ृ प त क मदद नह ं मलेगी या दोन टे वे म मंदे ह तो औरत बांझ होगी! रज़क व कारोबार
चाहे कतना भी उ दा य न हो ले कन जातक को रास नह ं आयेगा!

वशेष: दोन ह इ ठे बाक के घर अपना- अपना अलग- अलग फल दगे!


Chapter 5
मंगल के साथ एक ह
मंगल- बध

नेक मंगल बध
ु यकसां होता– बद मंदा बध
ु दग
ु ना हो
नेक हालत चुप हो बुध रहता– बद म बद भर जाता हो

खांड ज़हर बुध मंगल मलता– मंदे घर दो उ दा हो


नेक मंगल फल नेक गो दे ता– बुध ज़हर कर दे ता हो

मंगल व बध ु इ ठे लाल कंठ वाला र ू तोता जो बोल कर न ल कर लेने वाला,


खासकर बह ृ प त क न ल करने वाला तोता! आम तोता टू नया तोता जो सफ ट
ट करता है र ी फल का होता है ले कन िजसके गले म लाल रं ग हुआ वो प का
बुध होगा और अब मंगल के साथ बुध चुप होगा! मंगल व बुध 45 साल क उ
तक इ ठे गने जाएंगे! अगर टे वे म मंगल नेक होगा तो दोन का फल बराबर-
बराबर और उ दा होगा, ले कन अगर मंगल बद हुआ तो बध ु का मंदा असर दो
गन
ु ा शा मल होगा! मंगल बद के व त आग से नुकसान का डर 17 साल, फोक
इ ज़त 11 साल और मंगल नेक के व त पता का स बंध 12 साल मंदा, लड़के
24 साल उ दा अब मंगल का फल उ दा और बुध का फल खराब होगा!
मंगल व बुध इ ठे म नुई सनीचर(राहू स भाव) मौत व बीमार का मा लक और हर
लानत का मंगल बद, अनार का फूल, आ तशी शीशा, लड़क के लाल चमक ले कपड़े
(अगर लाल रं ग के कपड़े चमक ले न ह तो मंगल नेक होगा, सु भर जो शाद के
व त होता है मंगल नेक होगा)! मंगल बुध इ ठे लाल कंठ वाला तोता जो बह ृ पत
क न ल करता है या न टे वे म जैसा बह
ृ प त होगा वैसा ह मंगल बध
ु संयु त का
होगा!
मंगल का बुध से स बंध: बुध (ज़माने क अ ल) चाहे मंगल का द ु मन है ले कन
मंगल के साथ बध ु बरु ा फल न दे गा या न मंगल बध
ु का आपसी मलाप कोई ऐसा
बुरा न होगा, मगर होगा कसी हद तक बुरा ह ! अगर बुध क कु वत- ए-
बाह(कामे छा) न उकसाया तो मंगल न अपने ब चा पैदा करने क ताकत से
खानदानी न ल(बेल- बूटा) कायम कर द िजसे बहन कह सकता था अब औरत
कहना पड़ा या न बुध न जब मंगल के साथ मलकर कोई काम कया तो मंगल
पीछे न हट सका ले कन बध
ु अपने गोल दायरे म इधर से उधर हो गया! बध
ु एक
ऐसा ह जो मंगल को मंगल बद कर सकता है ! गह
ृ त रे खा अगर सर रे खा से
मलकर ख म हो तो जातक जीवन म फ , दख ु व तकल फ बहुत दे खेगा!

नेक हालत

लड़के 24 साल उ दा और नेक ह गे! शुकर का फल ी क दमागी ताकत उतम


होगी िजसमे हरे भरे पहाड़ (सनीचर) का उतम असर शा मल होगा और औरत क
ज़बु ान से नकला ल ज़ प थर पर लक र(अटल) होगा या ऐसा लगे क उसने जो भी
बोला वह मा (बह ृ प त) से सुनकर बोला हो! इस यु त वाला जातक लाव द कभी
नह ं होगा चाहे औलाद के योग कतने ह मंदे य न ह खास कर जब दोन ह
टे वे म शुकर से पहले के घर म ह !

खाना बर- 1
मंगल व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त तो:

खाना बर- 2
घर 8 वां जब होता खाल – नेक असर दो दे ता हो

आप धनी ससरु ाल अमीर – लाव द कभी न होता हो


मंगल व बध
ु खाना बर- 2 म संयु त तो:

खाना बर- 3
मंगल व बुध खाना बर- 3 म संयु त: बुध इस घर का र शप त है ले कन खाना
बर- 3 चोर का घर और धन के चले जाने का दरवाजा गना गया है ! धन
दौलत के बहुत खेल दे खेगा जो क मंदे मायन म ह य क मंगल बद होकर
बरबाद करने वाला होगा! ऐसे इ सान क सोच व दल के खयालात ह बद हुआ
करते ह जो मन को हमेछा चलायमान रखते ह और खयालात बरु े काम क तरफ
यादा हुआ करते ह यह खरगोश क तीन टांगे जो तीन कोने ह दखलायगी
कभी पौ बारह (12+1) नह ं होगा! अगर बड़ा भाई साथ हुआ तो मदद पर हो तो
धन दौलत के फल नेक ह गे, माता- पता का सुख ल बे समय तक हुआ करता
है !

खाना बर- 4
जान ज़ाती पर बरु ा न होता– कहर गैर पर ढाता हो

बुध अकेला बेशक उ दा– राख़ ज़माना मलता दो

मंगल व बुध संयु त खाना बर- 4 म जहां अकेला बुध राजयोग माना है
ले कन मंगल बद होगा इस लए यह यु त जातक अपनी उ के लए तो मंद नह ं
होगी ले कन दस
ू र या न जो भी जातक के साथ जुड़गे नुकसान ह उठायगे!

खाना बर- 6

खाना बर- 8
जुदा जुदा ह बेशक मंदा– केतू भला न होता हो
मला असर यां हरदम उ दा– श न दज
ू े न बैठा जो
मामंू कबीला ऐसा उजड़ा– िज़ंदा कोई न रहता हो
हुआ िज़ंदा जो बदतर मद
ु ा– फ़क र जंगल जा बचता हो
मंगल व बध
ु संयु त खाना बर- 8 के समय दोन ेह का कोई बरु ा असर
नह ं होगा और न ह मंगल बद होगा जब क दोन ह ह जब अलग- अलग व
अकेले अकेले ह तो बरु ा फल दया करते ह!

मंद हालत

खाना बर- 1
मंगल व बध
ु खाना बर- 1 म संयु त और मंद हालत के समय भाई बंधओु ं पर असर मंदा
हुआ करता है औलाद क भी तंगी होगी! अपना खद ु का जीवन भी बेमतलब लगने लगता है ऐसे
म म ी क सुराह म शहद भर कर वीरान जगह दबाना मददगार होगा, सुराह के इरद गरद
ढाक के प ते रखने से फल और भी उतम होगा!

खाना बर- 3
मंगल व बधु खाना बर- 3 म संयु त के समय बध ु इस घर का र शप त है और मंगल इस घर
का प का ह ले कन बध ु को इस घर म “थक ू ने वाला कोढ़ ” कहा या न बध ु मंदा फल दे ता है
और अपने साथ मंगल को भी बद करता है ! इस यु त के समय चोर आ द से बहुत नक
ु सान
ह गेम माया भी मंदा असर दे गी और मान सक वचार भी नराशा भरे ह गे!

खाना बर- 4
मंगल व बध ु खाना बर- 4 म संयु त, बध ु अकेला इस घर म राजयोग लखा है ले कन मंगल
मंदा ऐसा जातक खद ु न तो बरु ा हुआ करता है और न ह कसी का बरु ा करता है ले कन फर
भी दसू र उसके काम बरु े ह दखाई दगे!

खाना बर- 7
गह
ृ त मंदे म ज़हर वकूए– ज़बान मंद जब होता हो
गु श न से कोई मलते– ज़हर मंगल बद भरता हो

मंगल 7 सब कुछ उ दा– धन दौलत प रवार ह सब

सब का सब ह मंदा होगा– बध
ु मले मंगल से जब
मंगल व बध ु संयु त खाना बर- 7 म तो मंगल का शेर बध ु के दांत वारा शुकर क गाय
पर हमला कर दे गा, इस घर म बध ु अपने प के खाने और राशि त शुकर का दो त है , मंगल भी
शुकर से दो ती रखता है ले कन बधु अब इसम शुकर क कुबानी दे गा या न गह
ृ त सुख बरबाद
और ज़हर क घटनाएँ ह गी य क बध ु अपनी नाल लगा खाना बर- 7 का असर जहां भी
शकु र बैठा होगा वहाँ ले जाएगा और बाक बचेगा मंगल बद! मंगल से रे खा नकल कर सर रे खा
को पार करके बध ु के बजु पर जा नकले तो कसी तरह के नेक असर क उ मीद नह ं य क
मंगल और बध ु बराबर के ह है ले कन बधु मंगल से द ु मनी करता है िजसके कारन ऐसे हालात
ह गे! जातक क ज़ुबान क बदज़ुबानी ह उसक बरबाद का कारन होगी यह हाल तब भी होगा
जब यह रे खा सनीचर या बह ृ प त या सूरज के बज ु का ख करे ले कन दल रे खा पर ख म हो
जाए!

खाना बर- 8
मंगल व बध ु संयु त खाना बर- 8 के समय मामं ू व उसके खानदान के लए नहायत मंदा हुआ
करता है , न सफ मामंू ह बि क उसक आने वाल नसल भी बरबाद करे गा! जातक िजस दन से
होश संभालेगा उस दन से मामंू बरबाद होना शु हो जाएगा आ खर म दख ु ी होकर मामंू घर से
भाग नकले और सर पर राख़ मल कर ह बच सकेगा ले कन घर म रहता हुआ तो मुरद से
बदतर जीवन का मा लक होगा!

खाना बर- 11
शराब खोर खद
ु आँख टे ढ़ – श न गु फल मंदा हो
मकान तवेले दौलत जलती– हार हा न सब दे ता हो

गु क चीज़ उ दा– पानी उतम गंगा जल हो


सब
ु ह सवेरे दांत जो धोता– ज़हर मंगल बद उड़ता हो
मंगल व बधु संयु त खाना बर- 11 के समय जातक य द शराब पीने का आ द हुआ तो खदु
क आँख पर मंदा असर होगा या मकान, सोना व पता के लए अशुभ पानी से दांत साफ करने
चा हएँ! इस मंदे ज़हर से बचने के लए बह
ृ प त व चंदर को कायम करना चा हए!

मंगल- सनीचर
छुपते सूरज क लाल पाता– शान बुढ़ापे बढ़ती हो
मंद हालत म राहू मंदा- काग रे खा फल दे ती हो

साथ गु से तीन मंदे- चोर- साधू मरवाता हो


बाप दादा का सब कुछ छोड़े– मुआ वन उ धन रे खा हो

गु घर फल हर दो उ दा- सु खया गह
ृ ती होता हो
धन दौलत इतना बढ़ता- डाका वहाँ आ पढ़ता हो
लेने दे ने एतबार मंदा- नक
ु सान ल बे वह पाता हो
लाल ह रा न पहनते उ दा– क़ज़ा बीमार दे ता जो

मंगल व सनीचर क हर एक खाने म यु त का असर और नशानी

खाना कस ह का नशानी या होगी खाना कस ह का नशानी या


बर असर दगे! बर असर दगे! होगी

1 बह
ृ पत राज दरबार से संबंध 7 शुकर ी- भोग

2 शुकर खद
ु क शाद /ससुराल 8 मंगल बद मौत- फंदे

3 बध
ु शाद लड़क (ऋतद
ु ान) 9 बह
ृ पत यग- पत ृ

4 ज़मीन खेती, घोड़ी ब चा 10 सनीचर सनीचर


दे वे

5 सूरज पैदाइश औलाद 11 बह


ृ पत बाप दादा का
माल छोड़े

6 केतू कु तया ब चे दे - छपकल 12 बह


ृ पत खानदानी यग
िज म पे चढ़े होवे

कयाफा:

1. उ रे खा बहुत चौड़ी और सुख रं ग लए हुये हो तो िज मानी ताक़त उ दा होगी!


2. उ रे खा चौड़ी और पील (ज़द) रं गत लए हुये हो तो बीमा रयाँ व मंद ईछाओं क
नशानी होगी

डा टर- डाकू- फौजी- ना रयल- बादाम- छुआरा- कमान


वशेष: मंगल व सनीचर संयु त के समय राहू आमतौर पर ऊंच फल का होगा चाहे कह ं
भी बैठा हो!
जब मंगल व सनीचर संयु त ह या दोन एक दस
ू रे को दे ख रहे ह (अपने से सात
क ि ट जो आम ि ट से अलग है ) तो अलग- अलग ेह क बजाए सफ
सनीचर ह लया जाएगा य क मंगल बुध क तरह अपनी तमाम ताक़त सनीचर
को दे कर खुद शू य( सफ़र) हो जाएगा या कंु डल वाले का बड़ा भाई(मंगल) बुध क
तरह खाल होगा या कंु डल वाले का भाई जातक से हर हाल म कम होगा!

ि ट:

मंगल व सनीचर संयु त को बह ृ प त दे खे ले कन बह


ृ प त खाना बर- 2 का न हो तो
माकूल आमदन होते हुये भी जातक करजाई होगा, खासकर जब बाप क तमाम ज ी चीज़
ख म न हो जाएँ! लोग को ाप दे ने वाला बह ृ प त होगा, ले कन खद
ु के लए ल बी उ
का मा लक और दस ू रे लोग से मदद दलवाने वाला!
मंगल व सनीचर संयु त और बह ृ प त खाना बर- 2 से दे खता हो तो गु (बह
ृ प त) भी
चोर के सरदार क तरह होगा ले कन धन दौलत शाहाना होगा!
दोन ह ह जद
ु ा- जद
ु ा ले कन मंगल दे खे सनीचर को तो मंगल खद
ु शू य( सफर) होगा
बि क औलाद तक को तरसता होगा अब सनीचर दो गन ु ा होगा!
अगर सनीचर दे खे मंगल को तो दोन बल दो डाकू बलवान क तरह!
दोन ह ह जद
ु ा- जद
ु ा और कोई ि ट संबंध न हो तो दोन का अपना- अपना असर होगा
जैसा कोई ह होगा वैसा ह फल!
साथ या साथी ह होने से दोन इ ठे गने जाएँगे!

मंगल व सनीचर संयु त होने पर मलावट म मंगल 3 ह से तो सनीचर 4 ह से


होगा! दोन ह ह 40 साल क उ तक इ ठे ह गे! मंगल बद हो तो मंगल क
बुराई 1/3 ह से होगी ले कन जब मंगल नेक हो तो सनीचर क बुराई और मंदा
असर सफ 1/3 ह से होगा!
अब दोन ह ेह क बु नयाद राहू होगा य द राहू टे वे म उतम हालत का तो दोन
ेह का फल उतम होगा! मंगल नेक और सनीचर दयालु शवजी और व ण ु जी क
तरह नेक फल दे ने वाले! छुपते सरू ज क लाल बढ़
ु ापे म क मत क शान और
म नुई राहू (ऊंच) का असर होगा! धन दौलत और प रवार दोन ह ह जड़ म
सामने आए हुये पहचान लेना लखे को दे ख कर पढ़ लेना यह सनीचर क ताकत है
मगर दमागी हाथी क सवार करके एक ह जगह बैठे बैठे सकड़ मील क चीज
को दे ख लेना मंगल क ताकत है !

काग रे खा:
नेक हालत

दो डाकू (मंगल व सनीचर) ले कन एक ह असूल के आपस म मले हुओ ं क तरह


बुढ़ापे म छुपते सूरज क तरह क मत क उ दा शान होगी (हथेल पर कमान का
नशान) दलावर- बहदरु उ दा सेहत व िज मानी ताकत का मा लक होगा! दस
ू रे
मद पर खौफ़नाक मौत क छाया क तरह रहने वाला! दस ू रे भाइय (जातक से बड़े
जो मंगल के र तेदार ह गे) क क मत का जातक को ह मल जाएगा या बड़े भाई
मंगल के दस
ू रे दौरा म शू य ह हो जाएंगे! धन दौलत क अ धकता के कारन
जातक का घर डाका डालने के का बल होगा या न ऐसे जातक के यहाँ चोर व डाके
क घटनाय हुआ करती ह!

खाना बर- 1
औरत कबूतरबाज़ी मंद – ख़ून मंदा खुद होता हो

माया दौलत ससुराल क बढ़ती– सफ़र ता लुक उ दा हो


मंगल व सनीचर संयु त खाना बर- 1 म तो िजस दन इस यु त वाला
इ सान सरकार से स बि धत कारोबार शु करे दोन ह ह नेक फल दे ना शु
कर दगे, ससुराल खानदान हर हालत म धनवान होगा और खुद टे वे वाले क उ
ल बी होगी! सफ़र से स बि धत कारोबार करने से हर तरह से बचाओ होता
रहे गा!

खाना बर- 2
मंगल व सनीचर क यु त खाना बर- 2 म हो तो िजस दन जातक क शाद
होगी या ससुराल से स बंध था पत ह गे तो बह
ृ प त भी उतम फल दे गा खुद
जातक क दौलत खूब बढ़े गी! ससुराल के धन क लहर (शुकर के ज़ रये) मुबारक
होगी और ससुराल भी अमीर होगा! जातक को ससुराल क तरफ से धन दौलत व
जायदाद मला करती है और ससरु ाल खानदान लाव द नह ं होगा!
खाना बर- 3
मंगल व सनीचर क यु त खाना बर- 3 के समय जायदाद बहुत होगी जातक
बहादरु होगा! लड़क के ऋतुदान या शाद के दन से दोन ह अ त उतम फल
दगे!

खाना बर- 4
मंगल व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त के समय था पत होते ह (िजस
दन खेती के ज़मीन खर द जाए या घोड़ी मादा ब चे को ज म दे वे) दोन ेह
का नेक फल शु होगा वरना दोन ह खाना बर- 10 का फल दे त े रहगे!

खाना बर- 5–6–8–9


पांच ज़हर श न म म होती– याद नेक न 6 क हो

मंगल बद घर क तानी– काग रे खा बुध 9 क हो

मंगल व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त के समय सरू ज था पत होते


या न नर औलाद के पैदा होते ह क मत जाग उठे गी!
यह यु त खाना बर- 6 म हो तो पैर के छपकल शर र पर चड़े, घर म
या घर के सामने मैदान म कु तया ब चे दे वे तो केतू था पत होगा और
क मत जागेगी!

यह यु त खाना बर- 8 के समय मंगल जो खाना बर- 3 म नेक था अब


दोहरा तीन या न एक सीधा और एक उ टा मलकर 8 हुआ और उद म ू
या न झुका हुआ और ब ृ छक रा श ब छू बन गया और मौत के घर का
मा लक बन कर मुरद को बेआराम करने लगा और आ खर अपनी बदनामी
धोने के लए बड़े भाई मंगल 8 के कदम म जा गरा और कोन हो
गया, इसी लए तीन कोने का मकान बुरा गना गया है अब सफ शमशान के
कुएँ या हे ड प प का पानी मुबारक होगा वरना सब बरबाद!

खाना बर- 7
खाना बर- 9
मंगल व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त ह तो जनम से ह उतम हालात हुआ
करते ह, जातक का पालन पोषण शाह प रवार म हुआ करता है और खुद के पास
भी नेक और शाह दौलत होगी ले कन इस यु त पर बुध का कोई भाव नह ं होना
चा हए वरना फल काग रे खा का होगा!

खाना बर- 10
पोते परोते हर दम बढ़ते– पाप टे वे जब उ दा हो

4 वाह श ु बैठे– दध
ू बगीचे भरता हो

मंगल व सनीचर संयु त खाना बर- 10 के समय घर म दन के व त साँप


नज़र आए (रात को नह ं) और साँप को मारा न जाए तो ऐसा साँप क मत के
जागने क सच
ू ना दे ने आया करता है और डंक नह ं मारा करता, और सनीचर
क मत को जगा दे गा!

अगर टे वे म राहू व केत ू शुभ घर के ह तो ऐसा इ सान दौलतम द(मालदार)


बाल ब च वाला(अयालदार) बि क पोते पड़पोत वाला हुआ करता है ! ले कन अगर
राहू व केत ू मंदे ह या बरबाद ह तो नेक असर राहू क कुल उ 42 साल के बाद
पैदा होगा!
नेक हालत के समय जातक कसी राजा के समान दौलतम द व इ ज़त वाला
हुआ करता है य क मंगल राजयोग पैदा करता है जब तक कोई और ह खाना
बर- 3–4 म न हो और न खाना बर- 1 या 8 म (मंगल क जड़) कोई द ु मन
ह(बध
ु केत)ू हो! अगर खाना बर- 3–4 या 1–8 म मंगल सनीचर का द ु मन ह
हो तो ऐसा द ु मन ह खुद ह मारा जाएगा और बरबाद होगा ले कन मंगल व
सनीचर क ताकत कम नह ं होगी!
ऐसे जातक क ी भा यशाल हुआ करती है जो शाद होते ह क मत को
जगा दे गी, कई बार ऐसा भी होता है क शाद न भी हुयी हो जातक का कोई
र तेदार साथ आ मलता है और क मत को जगा दे ता है अगर सं ेप म मान
तो सनीचर का कसी तरह भी बरु ा असर नह ं होगा जैसे सनीचर के कारण पैदा
होने वाल बीमा रयाँ, बेव त क मौत और दस
ू रे तबाह के वाक़या दे खने को नह ं
मलगे!
ऐसा जातक दस ू रे लोग पर मौत क तरह छाया रहने वाला हुआ करता है और
चीते क तरह पीछे चलने वाला हुआ करता है अगर कोई ऐसे जातक को सताएगा
तो बेशक हमला कर दे गा!
इस घर म बड़े भाई (मंगल नेक) ने सनीचर के साथ मलकर या न सनीचर के
बज
ु /खाना बर- 10 के हंदसा से 3 जमा 10 तेरह(13) या पग/पौ बारह का नाम
पाया या न शलू + पर मयान का गलाफ पाया और सनीचर के बरु े असर से
सब को बचाया या न चोकोर जो कोन के साथ चौथी लक र के मलने पर
बना या न चार कोने का मकान नहायत उतम फल दे गा!

दोन ह खाना बर- 10 म और हो खाना बर- 4 म: तो ऐसा जातक


पानी क बजाए दधू से पाले गए दर त क तरह उतम क मत का मा लक होगा!
राजदरबर/सरकार क तरफ से लाभ ा त ह और कसी न कसी तरह सरकार से
संबंध हुआ करते ह!

खाना बर- 11
मंगल व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त के समय क मत का असल दन
उस दन से होगा िजस दन बाप क तमाम चीज के बदले खुद क कमाई से
सभी चीज़ बना लेगा! बह ृ प त का घर होने के कारन चोर को फँसाने वाला तो
होगा ले कन माकूल आमदन होते हुये भी करजाई होगा! धमा मा साधू क तरह
बह
ृ प त दोन का फल बरबाद करता जाएगा!

खाना बर- 12
असर दोन दे अपन अपना– नेक भला और उ दा जो
राहू बुरा न टे वे होगा– न ह केतू बुध मंदा हो

मंगल व सनीचर संयु त खाना बर- 12 के समय दोन ह ह अपना- अपना


फल दगे जो क उतम और उ दा ह गा! अब मंगल के कारन राहू भी बरु ा असर
नह ं दे गा और केत ू व बुध भी मंदे नह ं ह गे!

मंद हालत

मंगल व सनीचर टे वे म संयु त ह और मंदे हो रहे ह तो धन दौलत व प रवार


सब उजड़ेगा ज़हमत व बीमार आम होगी, बीमार जब कभी भी होगी स त होगी
और ऐसा मालम ू होगा क अब मरा अब मरा ले कन उ ल बी हुआ करती है ! चोर
व डाके से नुकसान हुआ करता है ले कन डाके का मतलब यह नह ं लेना चा हए क
हर हाल म डाकू ह लूटगे बि क कभी कभी साहूकार या पैसे के लेन दे न के कारन
भी मोटे मोटे नकु सान हो जाया करते है !

उपाओ:

1. लेन दे न के स बंध म हमेशा कागज़ी कारवाई ज़ र समझनी चा हए!


2. मंद सेहत के व त मंगल बद व मंदे सनीचर के लए करने वाले उपाओ कर!
3. घोड़ी जब ब चा दे वे तो उस ब चे के दध
ू पीने से पहले का दध
ू शीशे के बतन
म कायम करने से धन दौलत म बरकत होगी और चोर डाके से बचाव होगा!
4. ले कन पैसे के लेन दे न के स बंध म एह तयात बरतना ज़ र है !

खाना बर- 1
मंगल व सनीचर टे वे म संयु त हो और बुध मंदा हो तो काग रे खा का मंदा
फल होगा जो सनीचर क उ 36 से 39 साल तक रशतेदार और खुद टे वे
वाले का अपना सब कु छ उजाड़ दे वे! सनीचर का असर बरु ा होगा! बीमा रयाँ
तंग करे गी! औरत क इ कबाज़ी तबाह का बहाना होगी आमतौर पर काल
आँख वाल (जो क गोल ह ) औरत वारा धन दौलत बबाद होगा! भरू
आँख वाल औरत मददगार होगी! पराई औरत कोई वधवा अपनी खूबसूरती
या चालाक से टे वे वाले के स पक म आ जाया करती है और बरबाद का
कारन हुआ करती है !

इस मंदे असर से बचने के लए माता या माता समान ीय का हु म


मानना व उनक सलाह लेत े रहना ज़ र है !
खाना बर- 2
मंगल व सनीचर खाना बर- 2 म संयु त और मंद हालत म तो रात के
व त या प क शाम के व त माता या ससुर के साथ धरम थान म जाना
अचानक दघु टनाओं का कारन होगा या बेहद नक
ु सान भी हो सकता है ले कन
दन के व त कोई वहम नह ं!

खाना बर- 3

खाना बर- 4
मंगल व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त और मंद हालत के समय दोन
ह जद
ु ा- जद
ु ा फल दगे ले कन मौत बरु हालत और कसी हादसा म हो
सकती है !

खाना बर- 5
मंगल व सनीचर खाना बर- 5 म संयु त के समय केतू खाना बर- 1 म
हो दस
ू र नर औलाद या केत ू का उ दा फल 42 साल के बाद नसीब होगा!

खाना बर- 6
मंगल व सनीचर खाना बर- 6 म संयु त के समय केतू खाना बर- 2 म
हो तो जातक एहसान फ़रामोश और खद ु गज़ हुआ करता है ! पेट क बीमा रयाँ
आम तौर पर तंग कया करती ह िजसके लए चीनी या मीठा भोजन या
खाने पीने क मीठ चीज़ धरम थान म दे नी चा हएँ!

खाना बर- 7
मंगल व सनीचर संयु त खाना बर- 7 म और मंदे हो रहे ह तो बुढ़ापे म
नज़र का कमजोर होना इसक नशानी होगी ले कन अंधा नह ं होगा! दमाग
म खरा बयाँ पैदा हो सकती है िजसके लए चरायता इ तेमाल करना चा हए
लाभ होगा!

खाना बर- 8
मंगल व सनीचर खाना बर- 8 जो क मारक थान है म संयु त मंदा
चू हा, या मंद आग जलाने के मा लक ह गे! तीन कोने का मकान या शू य
बचने वाला मकान क मत के लए हर तरह से मंदा होगा, मौत, मातम व
हर तरह क तकल फ़ पेश आएंगी!

उपाओ के तौर पर शमशान के कुएँ या हड प प का पानी शीशे क बोतल


म भर कर घर म कायम करना चा हए!

खाना बर- 9
मंगल व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त ह तो नहायत उतम हुआ करते
ह ले कन अगर बुध कसी भी तरह से इस यु त को भा वत करे तो काग
रे खा का नहायत मंदा असर होगा!

खाना बर- 11
चोर ठगी हो गु का पेशा– असर मंदे सब दे ता जो
माक़ूल कमाई क़ज़ा होगा– वरना पता खुद जलता हो

मंगल व सनीचर संयु त खाना बर- 11 म जो क बह ृ प त का है िजसम


सनीचर र शप त होने के कारन ह सेदार है और मंगल जो शेर है वो भी
सोने क ज़ंजीर म जकड़ा हुआ होगा ऐसे म अ छ कमाई के होते हुये भी
इ सान करजाई ह रहा करता है ! बाप क चीज क बजाए खुद पैदा क चीज़
कायम ह गी! बह ृ प त का अपना फल भी श क हुआ करता है इस लए
बह
ृ प त ह दोन का फल बबाद करता जाएगा!

मंगल- राहू
हाथी- पापी- न शरारत करता– लेख ज़ाती को उभारता हो

बैठे घर कोई िजस दम मंदा– वैशो अका रब मारता हो


ऊंच- उतम कोई- जब दो बैठा– राजा सवार होता हो
शान राजा और दौलत उ दा– साथ हकूमत पाता हो
मंगल रोट पानी(खाने का समान) तो राहू चू हा(िजस पर खाना बने) या मंगल
महावत तो राहू हाथी होगा! जब मंगल व राहू इ ठे ह तो राहू का फल अलग नह ं
हुआ करता या ऐसा भी कह सकते ह क मंगल के साथ राहू चुप होगा या गुम होगा
या राहू पी हाथी पर मंगल एक महावत के प म वार होगा जो राहू को अपनी
मज़ एसआर चलाएगा इस लए राहू अब कोई शरारत नह ं करे गा!

नेक हालत

मंगल व राहू संयु त ऐसे घर म ह जहां क राहू ऊंच होता है (खाना बर- 3 व
6) या दस
ू रे घर म बैठा राहू आम ि ट के नयम अनस
ु ार दस
ू रे ेह क मदद
हा सल कर रहा हो और हर तरह से उतम हो रहा हो तो ऐसा जातक राजा के
समान धनी मानी हुआ करता है !

मंद हालत

मंगल व राहू टे वे म संयु त ह और ऐसे घर म जहां दोन म से कसी एक फल


खराब हो तो िज म पर लसन का नशान होगा! राहू अब बना राजा का बना
महावत के बगड़ा हुआ या गंदा हाथी होगा जो अपनी ह फौज को कुचलता चला
जाए या न िजस घर म मंदा होगा उस घर से संबि धत रशतेदार के लए बुरे फल
का होगा!

उपाओ: अगर रोट पकाने और खाने क जगह एक ह हो या जहां रोट पकाई जाए वह ं
बैठ कर
खाई जाए तो तो राहू मंदा असर नह ं दे सकेगा!

खाना बर- 10
मंगल व राहू संयु त खाना बर- 10 के समय केतू खाना बर- 4 और सूरज खाना बर- 6 म
हो तो पेशाब से संबि धत बीमार व औलाद के मंद हालत होगी!
उपाओ:

म ी के बतन म राहू क व तू (जौ या सरस ) भर कर चलते पानी म बहाएँ!

वशेष: मंगल व राहू संयु त के समय बाक के घर म दोन ेह का अपना- अपना फल होगा!

मंगल- केतू
शेर क न ल का कुता
मंगल नेक म दोगुना उ दा– श न शुकर जब मलता हो

वरना मंगल बद क़ मत बनता– शेर कुता दो लड़ता हो

औरत के टे वे म मंगल व केतू संयु त होने के व त क या का रजोधम आमतौर पर


14 साल क उ से शु होकर 48 साल क उ तक रहे गा जो औलाद क पैदाइश
म नेक फल दे गा!
जब टे वे म सनीचर व शक ु र आपस म कसी भी तरह मलते ह तो मंगल व केतू
संयु त होने का मतलब होगा मंगल दोगुना नेक है वरना मंगल व केतू (जब मंगल
बद हो, मंगल क योग या मंगल नीच हो) तो पत ृ ऋण म के कारन केतू (कुता,
मुसा फर और लड़का) तीन के लए ह नहायत मंदे फल का होगा और इस बुरे
ज़हर से बचने के लए का उपाओ कारगार होगा इसके लए सात परकार के
फल सात ह तरह के जीव के दध
ू से धोकर शमशान या वीरान जगह म दबाने
चा हएँ वरना 28 साल से लेकर 48 क उ के दर मयान क आयु म हाथ - पाव
का काँपना, तपे दक या कोढ़ आ द से मद क मौत ह गी!

बर ह कस जीव का दध
ू होगा ह के फल

1 बह
ृ पत शेरनी का दध
ू या गंगा जल सेब

2 सूरज बंद रया, पहाड़ी गाय, क पला गाय गेहूं, बाजरा

3 घोड़ी का दध
ू चावल

4 शुकर साधारण गाय का दध


ू या 7 बे टय वाल ी का दध
ू गाजर, आलू

5 मंगल बद ऊंटनी का दध
ू स फ, डेक का फल

6 बध
ु बकर या भेड़ का दध
ू सूखा फूल, हर घास

7 सनीचर भस का दध
ू चने, बादाम

8 राहू ब ल , हथनी का दध
ू जौ, ना रयल

9 केतू कु तया, सूअरनी या गधी का दध


ू केला, तल, इमल
जब टे वे म दो केतू ह :

1. एक केतू असल व दस
ू रा म नुई टे वे म शुकर व सनीचर इ ठे तो केतू उं च!
2. एक केतू असल व दस
ू रा म नुई टे वे म व सनीचर इ ठे केतू नीच!

तो मंगल दोगुना नेक होगा! अगर टे वे म मंगल बद भी हो तो दो केतू उसक बद क


ताकत को

नेक कर दगे! अगर टे वे मंगल व केतू संयु त के समय शक


ु र व सनीचर भी संयु त ह
तो मंगल को दोगुना नेक कर दगे और 28 साल तक नर औलाद ह पैदा होती रहे !

नेक हालत

खाना बर- 2
मंगल व केत ू खाना बर- 2 म संयु त के समय दोन ेह का जद
ु ा- जद
ु ा फल होगा ले कन
जातक एक उतम अ धकार व धनी मानी यि त होगा!

खाना बर- 9
साल 28 हालत बदले- नेक तरफ़ वाह मंदा हो

पाँच तीजे ह मुन सफ़ िजसके– उपाओ उतम ह दस का हो

मंगल व केत ू खाना बर- 9 म संयु त के समय य द खाना बर- 3 व 5 के ह शुभ हो


शभ
ु फल और य द अशभ ु ह तो मंदा फल होगा! मकान क बु नयाद म चाँद के बतन म शहद
या बा रश का पानी था पत कया जा चक ु ा हो तो केत ू का फल अ त उतम होगा!

खाना बर- 10
मंगल व केत ू खाना बर- 10 म संयु त ह तो खाना बर- 9 के लए दया गया उपाओ
मददगार होगा!

मंद हालत

मंगल शेर तो केत ू कुता, शेर कुते क क लड़ाई या न मंगल व केतू के झगड़े म जब केतू ख़द

मंगल के असर को खराब कर रहा हो या जब मंगल बद का असर पैदा हो रहा हो तो दो कुत
(एक काला व एक सफेद एक नर और एक मादा) रखना और उनक पालना करना मुबारक फल
पैदा करे गा!

खाना बर- 4–6


मकान पे अपने शेर हो कुता– शेर गार म छपता हो

मलता मलाया असर दोन का– मंदा बरु ा ह होता हो

मंगल व केतू संयु त खाना बर- 4 या 6 के समय केत ू खाना बर- 4 म धरमी ह होगा
और मंगल बद खाना बर- 6 केतू का प का घर है इस लए केतू अब मंगल पर भार पढ़े गा
“या न अपनी गल म कुता भी शेर” वाल कहावत! मंद हालत के व त दोन ह ह मंदा असर
दगे ख़द
ु भी न ट ह गे और घर क कारक चीज को भी न ट करगे!

खाना बर- 8
मंगल व केतू संयु त खाना बर- 8 के समय मंगल का वह असर होगा जो मंगल- 4 के समय
हुआ करता है और केत ू का असर वैसा ह होगा जैसा केतू- 8 म दया करता है या न एक करे ला
और दसू रा नीम पर उगा जैसी मंद हालत होगी!

खाना बर- 10
28 दोन 45 मंदे- केतू भला न रहता हो
गु बैठा हो जैसा टे वे– फैसला 11 होता हो

मंगल व केत ू खाना बर- 10 म संयु त के समय 28 साल क उ से 45 साल क उ तक


मंगल बद का असर पैदा होगा जो 45 साल क उ तक बरबाद करता जाएगा! ेह क अ छ
या बरु ि तथी बह
ृ प त पर नभर होगी!
केतू घर 10 का श क – कुता लड़का मंदे

मंगल भी वाह 10 बैठा– फि र भी दोन मंदे

अब उपाओ केतू होगा– या का पानी


महल मकानां नीचे दे वे– दध
ू शहद व पानी
खाना बर- 10 म बैठे केतू का स भाव श क होगा और इसका मंदा असर नर औलाद पर
होगा! मंगल भी खाना बर- 10 म जहां वो उं च का है फर इस यु त के समय दोन का फल
नक मा होगा अब इन ेह के मंदे असर से बचने के लए केतू का उपाओ(7 फल 7 जीव के
दध
ू से धोकर वीरान जगह दबाएँ) होगा या मकान क नींव म चाँद के बरतन म दध ू व शहद
भरकर दबाएँ!

खाना बर- 11
मंगल व केतू संयु त खाना बर- 11 के समय दोन का वह फल होगा जो मंगल अकेला खाना
बर- 10 म दया करता है ले कन टे वे म मंगल बद नह ं होना चा हए!

वशेष: बाक के घर म मंगल व केतू संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दगे!
Chapter 6
बध
ु के साथ एक ह
बध
ु - सनीचर
जायदाद मनकूला, आम का दर त

उड़ता सांप या बाज़ प रंदा– नज़र चील क होती हो

ज़हर खूनी गो द गरां होता– अमीर ह सा खुद ज़ाती हो


बुध हक मी शीशा बोले- साथी श न जब उतम हो

शुकर र व का तपे दक तोड़े– अनाज योपार उ दा हो

बध
ु व सनीचर संयु त के साथ सूरज भी हो तो सूरज व सनीचर का फल नेक होगा
और बधु का कोई फल नह ं (नदारद)!

खाना बर- 2–12


बध
ु व सनीचर खाना बर- 2 या 12 म संयु त के समय सनीचर क चीज जैसे
लोहा, प थर आ द भी क मती ह रे क क मत दगे या न इन चीज के कारोबार म
लाभ हो! यहाँ तक ऐसा जातक अगर ज़हर को भी हाथ लगा दे तो वह भी अमत ृ
क तरह नेक फल दे गी! जातक उ दा सेहत, हमदद तबीयत और नेक क मत
वाला होगा! माता- पता के साथ नेक स बंध जातक क क मत को बल ु द करगे
और टे वे वाले के लए माता- पता का सुख ल बे समय तक होगा और हर तरह
से नेक होगा!

खाना बर- 4
बध
ु व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त तो बुध का फल कभी खराब नह ं होगा
चाहे भी साथ हो या ि ट स बंध बनाए!
खाना बर- 7
बध
ु व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त तो दोन ह ह अपने दो त शूकर के
घर म, बुध का भी प का घर और सनीचर उं च रा श का इस लए जातक खूब
धनवान और हर तरह से सु खया होगा

खाना बर- 11
बध
ु व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त और सनीचर ज़ाती सभ ु ाओ के असल ू
अनुसार नेक हो तो खाना बर- 3 से कोई सनीचर का द ु मन ह न दे खे तो
ऐसा इंसान गाँव म जाना माना रईस हुआ करता है , दौलत 45 साल नसीब होती
रहे !

वशेष: बाक के घर म बध
ु व सनीचर संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल
दगे!

मंद हालत

खाना बर- 2–12


बध
ु व सनीचर खाना बर- 2 या 12 म संयु त ह और मंद हालत के समय पता क मौत का
कारन सनीचर क व त ु जैसे मोटर, गाड़ी, शराब या ज़हर हुआ करती है या सनीचर से संबि धत
चीज का कारोबार पता के लए अशभ ु होगा!

खाना बर- 4
बध
ु व सनीचर खाना बर- 4 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो का फल बरु ा होगा! दस
ू र
के लए ऐसा इ सान खन
ू ी साँप क तरह अशुभ होगा!

खाना बर- 7
बध
ु व सनीचर खाना बर- 7 म संयु त अगर मंदे हो रहे ह तो जातक शराबी, कबाबी व च र
का ढ ला हुआ करता है ऐसा जातक एहसान फरामोश होगा!

खाना बर- 9
बध
ु उ तक काग क रे खा– बाद श न फल दे ता हो
असर मंदा औलाद न होगा– श न भला ह रहता हो
बधु व सनीचर खाना बर- 9 म संयु त के समय बध
ु क उ 34 साल तक मंदा हाल होगा
(काग रे खा का फल) और उसके बाद सनीचर अपना फल दे गा जो हर तरह से नेक होगा! औलाद
के लए भी कोई अशुभ असर नह ं होगा!

खाना बर- 11
पाप सभ
ु ाओ जो श न उ दा– या घर तीसरा खाल हो
ज़मीन ज़मीनां गाव होता– वरना श न फल ज़ाती हो

बधु व सनीचर खाना बर- 11 म संयु त के समय राहू/केत ू क नेक ि तथी हो और सनीचर
ज़ाती सभु ाओ के असल
ू अनस
ु ार नेक हो या टे वे का खाना बर- 3 खाल हो तो फल हर तरह से
नेक होगा!

वशेष: बाक के घर म बध
ु व सनीचर संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दगे!

बध
ु - राहू
तलयर प रंदा जो बड़ के दर त पर होता है

जो व बह
ृ प त के फल को बरबाद करता है
हाथी िज म जब राहू होता– संड
ू ह सा बुध बनता हो
दोन जभी कोई बैठा मंदा– असर मुबारक दो का हो

घर पहले ता 6 उ दा- बाक घर दो मंदा हो

दोन दज
ू े 9–11–12 बैठे- असर गु न उ दा हो
2–3 या 5–6 बैठे- उ दा असर बध
ु दे ता हो
घर 7 10–11 आते- ज़हर राहू का बढ़ता हो

बध
ु व राहू टे वे म इ ठे ह तो कंु डल के खाना बर- 2–3–5–6 म अपनी कारक
चीज के लए मददगार और मब ु ारक होने के साथ- साथ दस ू र के लए भी
फ़ायदाम द हुआ करते ह!
राहू अगर हाथी का शर र माना तो बुध हाथी क संड ू है , अब बुध प रंद म उड़ने
वाला साँप हुआ तो राहू के साथ सफेद हाथी! बध ु व राहू संयु त या अलग- अलग
मंदे घर जैसे बुध हो खाना बर- 3–8–9–12 और राहू हो खाना बर- 5–1–7–8–11
तो असर नहायत मंदा होगा और जेलखाना या पागलखाना या अ पताल- या
शमशान गले पढ़ता है ! इन ेह के मंदे ज़हर से बचने के लए क चीज़
शमशान म दे नी चा हएँ या शमशान के कुएँ या हड प प का पानी घर म था पत
करना चा हए!
बुध व राहू खाना बर- 7–10–11 म संयु त ह तो जातक के लए मददगार और
मबु ारक ले कन दस ू र के लए बु ू व बेवकूफ दो त क तरह बहुत मंदे हुआ करते
ह, यहाँ दस
ू र का अथ जातक के कर बी र तेदार आ द होगा! जब यह यु त खाना
बर- 1–4–8–9 म से कसी एक म हो तो खुद के असर मंदा होगा ले कन दस ू र पर
कोई बरु ा असर नह ं होगा और खाना बर- 12 म जब दोन ह संयु त ह तो खद ु
अपने लए और दसू र के लए असर बहुत मंदा हुआ करता है ! बह
ृ प त का स बंध
कसी भी तरह दोन क यु त से बने तो बध
ु , राहू और बह
ृ प त तीन का फल मंदा
होगा!
बध ु व राहू क यु त के समय दोन ह ेह म से कौनसा ह बल है इसका फैसला
टे वे वाल क वाणी (गु तार) करे गी! आमतौर पर दोन ेह के इ ठा होने के समय

1. अगर दोन टे वे पहले घर 1 से 6 म ह तो टे वे वाले के लए आमतौर पर शुभ ह गे!


2. अगर दोन टे वे के बाद के घर 7 से 12 म ह दोन का फल मंदा होगा और केतू
भी मंदा फल दे गा सवाय खाना बर- 11 के य क खाना बर- 5 म बैठा केतू
कोई असर न मला सकेगा!
3. खाना बर- 12 म दोन ह संयु त होने के समय बुध क ज़हर इतनी यादा होगी
क बकर (बुध) से हाथी(राहू) जान बचाने के लए चीखता होगा या न इस यु त के
समय राहू नहायत मंदा होगा िजसके कारन राहू क चीज से संबि धत कारोबार व
राहू से संबि धत र तेदार (ससुराल, नाना, नानी आ द) सब के सब द ु खया और
उजड़ी हालत म ह गे!

मंद हालत

बधु व राहू संयु त या आपस म ि ट स बंध से खाना बर- 7 से 12 ( सवाय


खाना बर- 11) म मल रहे ह और मंदे हो रहे ह तो मौत गँज
ू ती होगी! छोटे -
छोटे जानवर या मामूल प रंद खासकर टटहर का शकार करने से दोन ेह के
मंदा होने क पहल नशानी होगी! अब इ ठे बैठे होने क ि तथी म टे वे वाले के
लए कोई मंदा फल नह ं होगा ले कन बधु और राहू से संबि धत र तेदार (बहन,
बुआ, फूफ , मौसी- बुध के ता लुकदार) और राहू से संबि धत र तेदार (ससुराल,
नाना, नानी- राहू के ता लुकदार) मंदे हाल व बरबाद ह गे! ज़ुबान का तदवा या
आँख का टे ढ़ापन या न एक आँख छोट व दस ू र बड़ी या एक आँख बरबाद भी हो
सकती है खासकर जब दोन खाना बर- 9 या 11 या 12 म ह या बह ृ प त के
टकराव म ह !

खाना बर- 1
बुध व राहू खाना बर- 1 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो औलाद क पैदाइश
म कावट पेश आया करती ह!

खाना बर- 3
बध
ु व राहू खाना बर- 3 म संयु त और मंदे तो 34 साल क उ तक बुध व
केतू का फल मंदा हो जाएगा! बहन अमीर खानदान म याह होगी ले कन ज द
ह वधवा हो सकती है या प त के साथ अनबन(नाचाक ) के कारन प त से अलग
हो सकती है !

खाना बर- 1–8–9–11–12


आठ- पहले- 9 चौथे होते– मौत धआ
ु ँ आ नकलता हो
लेख मंदा जब 12 बैठे– पकड़ हाथी पाँव र दता हो

औलाद लानत घर पहले होती– आकाश शरारत भरती हो

घर- 3–11 बहन अमीर – ज द बेवा दख


ु भोगती हो
बध
ु व राहू खाना बर- 3या11 म संयु त ह और मंदे ह तो बहन बेशक
कतने भी अमीर खानदान म याह ज द ह वधवा होगी या प त के साथ
अनबन(नाचाक के कारन अलग रहने पर मजबूर होगी!

इस मंदे ज़हर से बचने के लए पि चम(मगर ब) दशा क द वार के साथ कोई


चू हा नह ं होना चा हए अगर हो तो उसको बंद करवा दे ना चा हए! बहन क शाद
से पहले उसके ससुराल के घर म भी पि चम दशा क द वार के साथ कोई चू हा
या आग पर काम करने क भ ी आ द हो तो उसको बंद करवा दे ना चा हए!

बध
ु व राहू खाना बर- 12 म संयु त ह तो खद
ु और ससरु ाल घर बरबाद होगा
और आ खर म लाव द क नशानी है ! जातक के मंह ु से जो भी बुर और मनहूस
बात नकलेगी वह सच होगी!

उपाओ: बुध और राहू क यु त के समय मंदे असर से बचने के लए क ची म ी


क 100 गो लयां बना ल और हर रोज़ एक गोल दन के व त कसी धरम थान
म रख आनी चा हए अपनी सहू लयत के अनुसार धरम थान त द ल कर सकते
ह ले कन 100 दन म से कोई दन नागा नह ं पढ़ना चा हए!

बुध- केतू
ब र एक जानवर िजससे हाथी भी डरता है

मौत नह ं तो ग दश होगी– भला कोई न होता हो


हड़काए कुते दम
ु होगी मंद – एक दज
ू े से बढ़ता हो

अकेला केत ू खाना बर- 4 म धम ह माना है ले कन बुध के साथ हो जाने पर न


सफ बुध ह बरबाद होगा केत ू क चीज़ औलाद, माता क उ बरबाद होगी!
अगर माता िज़ंदा हुयी तो माता या औलाद के हाथ से धन दौलत बरबाद होगा
बि क बुध भी बरबाद होगा! बुध इस घर म राजयोग माना है इस लए बरबाद होता
हुआ भी धन दौलत के लए बरु ा नह ं होगा ले कन अपनी जानदार कारक चीज के
लए मंदा होगा! हर के सफर समंदर ह या खु क के मंदे असर दगे!
जब मंगल टे वे के खाना बर- 12 म हो तो बुध व केत ू संयु त होते हुये भी खाना
बर- 1 या 8 पर कभी बरु ा असर न होगा चाहे वो दोन इ ठे ह या अलग- अलग
जब बध ु क उ 17 साला उ म बहन क नर औलाद बरबाद होने लगे तो मंगल
का उपाओ मददगार होगा! खाना बर- 3–4–8 म से कसी एक म शुकर हो और
बाक के कसी एक घर म बध
ु व केतू संयु त ह तो रँडुआ मद अपना खानदान
बरबाद करे गा! बुध क मंद हालत के व त का उपाओ मददगार होगा! बुध अब
कुते क दम
ु होगा!
बध
ु व केत ू इ ठे ह या ि ट वारा आपस म मले हुये होने के व त बुध अपना
अपना वह असर दे गा जो “बुध घर का ह” होने पर दया करता है ले कन केत ू का
वह फल होगा जो “केत ू नीच” क हालत म हुआ करता है !
हड़काए कुते क दम
ु क तरह बुध (दम ु ) अब केत ू (कुता) को बरबाद करे गा! अगर
बध
ु कसी हालत म नेक फल दे भी दे वे तो भी केतू का फल हर तरह से मंदा ह
होगा अगर मौत नह ं तो जीवन म ृ य ु समान होगा! अब मंगल का उपाओ मददगार
होगा!
नेक हालत

खाना बर- 6
साथ ि ट खाल होते– बाहम दोन नह ं लड़ता हो

असर ि ट मंदा लेत-े झगड़ा दोन का होता हो


केतू क चीज पे केतू मंदा- पर मंदा न दस
ू र पर
बध
ु मगर जब मंदा होगा– ख़द
ु मंदा बरु ा दस
ू र पर
बध
ु व केतू संयु त ले कन ि ट से खाल ह तो दोन ह आपस म कोई झगड़ा नह ं करते
य क खाना बर- 6 बध ु क उं च क रा श है तो केतू का प का घर इस लए नेक फल ह दगे!
दोन या दोन म से कोई एक मंदा हो रहा हो तो दोन ह ह झगड़े पर ह गे, ऐसी हालत म
केतू अपना मंदा असर अपनी चीज पर डालेगा ले कन ले कन दस ू र पर कोई मंदा असर न होगा
और अगर बध ु मंदा हो रहा हो तो बध
ु अपने साथ साथ दस
ू र को भी बरबाद करता होगा!

मंद हालत

खाना बर- 2
साथ ि ट खाल होते– असर दोन का उ दा हो

घर 12 न श ु बैठे– लेख शाह खद


ु राजा हो
बधु व केतू खाना बर- 2 म संयु त के समय एक अ छा तो दस ू रा मंदा होगा! केतू (कुते) क
जान बधु ( सर) म होगी! जब कोई अ य ह साथ न हो और न ह कसी ह क ि ट हो और
खाना बर- 12 म श ु ह न ह तो फल उ दा! व राहू खाना बर- 8 म ह तो बहन
और मामंू बरबाद लंगड़े या केतू क बीमा रय से दख
ु ी ह गे! नाने क टांग या पाँव हमेशा के लए
नक मा होवे!

खाना बर- 3 या 11
बध
ु व केतू खाना बर- 3 या 11 म संयु त ह तो दोन ह ह मंदे और बरबाद फल के ह गे!

खाना बर- 5
बध
ु व केतू खाना बर- 5 म संयु त और मंदे हो रहे ह तो जब टे वे वाले क उ 17 साल क
हो और उसक बहन के घर लड़का पैदा हो तो उस लड़के क उ श क हुआ करती है ! ऐसे
लड़के क ल बी उ के लए दान मुबारक होगा!

खाना बर- 6
बधु व केतू खाना बर- 6 म संयु त के खाना बर- 2 के ह क ि ट के कारन सफ केतू
मंदा हो रहा हो तो बरु ा असर सफ केतू क चीज पर होगा ले कन अगर बध ु मंदा हो रहा हो तो
न सफ बध ु क चीज के लए मंदा होगा बि क ऐसा इ सान दस ू रे रशतेदार के लए नह मंदा
हुआ करता है !

खाना बर- 12
बध
ु व केतू खाना बर- 12 म संयु त के समय बध ु व केतू दोन ह ह बरबाद ह गे, और 17
से 34 साल क उ म केत ू से संबि धत िज मानी अंग (टांग- पेशाबगाह- कमर- र ढ़ क ह डी
आ द) मंदे या बरबाद ह गे!

ऐसे समय म बध
ु खाना बर- 12 का दया हुआ उपाओ कर!
Chapter 7
सनीचर के साथ एक ह
सनीचर- राहू
मौत और बजल कायम सांप क म ण

पापी श न जब उ फ़ र ता– राहू हाथी उस बनता हो

नाग उ तक अपनी मंदा- इ छाधार फर होता हो


तरफ़ पहल जो ि ट खाल – पदम पोशीदा राजा हो

नशान लसन हो हालत उ ट – साथ फ़क र दे ता जो

सेहत दौलत का मा लक राजा– पदम चार पहले होता हो

घर 5 ता जब 8 बैठा- राजा शाह का बनता हो

योगी गना घर बैठे बाक़ - गह


ृ ती मगर जब बनता हो
लेख हालत हो रं ग बरं गी- साधू राजा दो मलता हो

लसन गना जो हण नशानी– असर मंदा ह दे ता हो

अ प आय ु या शान बज़
ु ग
ु - न ट ज़माने करता हो
ना भ ऊपर हो आदमी मारे - दौलत नीचे से जलता हो

लेख फ़क र अ सर पावे- सेहत मंद ह रखता हो

लसन: याह काला नशान जो अंगठ


ू े क पहल पोर से बड़ा हो!
ना भ से ऊपर: खाना बर- 1 से 4 तक!
ना भ से नीचे: खाना बर- 5 से 8 तक!
सांप का नशान: सनीचर व राहू ह खाना बर- 2 म तो बाएँ हाथ पर!
सांप का नशान: सनीचर व राहू ह खाना बर- 12 म तो दाय हाथ पर!

खाना वार असर

भार क़बीला पहले गनते– शाह दौलत ज़र पाता हो


इ छाधार 2–12 लेत-े नाग ज़माना तारता हो
मौत फंदा घर 8 होते- नाग ज़माना मारता हो

श न राहू घर 12 बैठे- सूरज औलाद का मंदा हो


गर ब घराना औरत गनते– मद सख
ु ी न होता हो

सनीचर व राहू संयु त को इ छाधार साँप कहा है , िजसम सनीचर अगर साँप माना
तो राहू साँप के सर क म ण होगी जो साँप के ज़हर को चूस कर इ सान को
िज़ दा करने क ताकत रखे! सनीचर अगर प थर हुआ तो राहू उस प थर म चमक
होगी! मौत कायम(या न सनीचर नेक) तो राहू उसक सवार हुआ! हाथ पर साँप का
नशान या िज म पर पदम का नशान होगा! अगर यह तल/पदम का नशान तल
से कु छ बड़ा हुआ तो टे वे म राहू मामूल है सयत का होगा, अगर दर मयाना
याह(काला) नशान जो अंगूठे क पहल पोर के नीचे आ जाए तो पदम कहलाएगा
जो हर हाल म सुभ गना है और अगर यह नशान अंगूठे क पोर से बड़ा हो तो
लसन या ेह के हण का नशान होगा िजसका फल मंदा होगा!

नेक हालत

िज म पर पदम का नशान दाय ह से म हो ले कन सामने नज़र न आए (पोशीदा) तो नेक


असर दे गा या न जब सनीचर व राहू टे वे म संयु त ह और कोई ह इस यु त को न दे खता हो
और न ह साथ हो और दोन ह खाना बर- 1 से 6 म ह तो दायीं तरफ गने जाएंगे! अगर
पदम कंु डल के खाना बर- 1 से 4 तक के ह से म हो तो जातक क है सयत कसी राजा क
तरह होगी और अगर पदम खाना बर- 5 से 8 तक के खान वाले ह से म हो तो महाराजा
और खाना बर- 9 से 12 म पदम हो तो योगी होगा! वैसे बाएँ ह से म (खाना बर- 7 से 12
तक) पदम कोई मुबारक फल न दे गा!

खाना बर- 2
सनीचर व राहू खाना बर- 2 म संयु त के समय बाएँ हाथ पर नाग का नशान तो सनीचर अब
इ छाधार साँप क तरह तारने वाला होगा! अब दोन ह ेह का ससुराल खानदान पर कोई बरु ा
असर नह ं होगा!

खाना बर- 3
सनीचर व राहू खाना बर- 3 म संयु त के समय खाना बर- 11 म हो तो माता क
सेहत व उ अ छ होगी! दल क शां त के लए द रया म चावल बहाने चा हएँ!

खाना बर- 9

सनीचर व राहू खाना बर- 9 म संयु त और ि ट खाल हो तो नहायत मुबारक, भार कबीला
सनीचर व राहू खाना बर- 9 म संयु त और ि ट खाल हो तो नहायत मब
ु ारक, भार कबीला
व शाहाना धन दौलत होगा!

खाना बर- 12
सनीचर व राहू खाना बर- 12 म संयु त ह और कसी ह क ि ट म न ह और न ह कोई
ह साथ हो तो हाथ के दाय ह से पर शेषनाग (उतम और मददगार साँप) का नशान हो- तो
दमागी खाना बर- 12 राज़दार - फरे ब व अपना भेद छुपाने वाला होगा! हर काम चालाक से
करने वाला इ सान हुआ करता है !

वशेष: बाक के घर म दोन ह संयु त होते हुये भी अपना- अपना फल दया करते ह!

मंद हालत

सनीचर व राहू टे वे म संयु त के समय िज म पर लसन का नशान हो तो कुल ेह को हण


होगा! ऐसे जातक क उ आमतौर पर कम हुआ करती है , ले कन अगर ल बी उ का मा लक
हुआ तो बाप- दादा क कुल दौलत व मान इ ज़त को बरबाद करने वाला होगा! यह सब मंदा
असर 39 साल क उ तक होगा! लसन का नशान ना भ क तरफ से ऊपर सर क तरफ को
होवे तो घर के आद मय क बरबाद का कारन होगा और अगर ना भ पर नीचे पाँव क तरफ
को हो तो धन दौलत को बरबाद करे गा! हर दो हालत म टे वे वाले के लए मंद सेहत व गर बी
का कारन होगा!

उपाओ: मंदे सनीचर व मंदे राहू के लए कए जाने वाले उपाओ करने से लाभ होगा!
खबरदार : सनीचर व राहू संयु त के समय:

1. रात(सनीचर का व त) (2) या प क शाम (राहू का व त) (3) या सनीचरवार (सनीचर का


दन) (4) या वीरवार क प क शाम (राहू का व त) के समय बादाम(सनीचर),
ना रयल(राहू) को आग पर भूनना या तलना खासकर कढ़ाह म रख कर आग पर भूनना
नहायत मंदे फल दे गा!

खाना बर- 7
सनीचर व राहू खाना बर- 7 म संयु त के समय जातक का गह ृ त जीवन हर तरह से बरबाद
होगा चाहे सनीचर क अ छ हालत के होते हुये जातक कतना ह हो शयार य न हो! अगर टे वे
म शुकर भी मंदा हो रहा हो या मंदे घर (खाना बर- 8 या 9 या 4) म हो तो शाद के दन से
औरत का सुख या औरत का फल (नर औलाद) मंदा होगा!

खाना बर- 9

सनीचर व राहू खाना बर- 9 म संयु त या न “बज


ु ुरगी घर म कंज रय का तवेला कायम” फल
सनीचर व राहू खाना बर- 9 म संयु त या न “बज ु ुरगी घर म कंज रय का तवेला कायम” फल
नहायत मंदा होगा बहृ प त (सांस- सोना- पता) बरबाद, दमा आ द क बीमार से परे शान!
जातक को शराबखोर से परहे ज करना चा हए!

वशेष: बाक के घर म सनीचर व राहू संयु त अपना- अपना फल दया करते ह!

सनीचर- केतू

उतम मुबारक दोन इ ठे - लेख श न पर चलता हो

न फ़ उ जब उसक गुज़रे – फैसला क मत करता हो

ह तीजे जब हो कोई साथी- असर तीन न उ दा हो

मंदा हुआ हर दो से कोई- केत-ू िज म- दो मंदा हो

सनीचर व केत ू संयु त के समय जातक के यहाँ नर औलाद क पैदाइश क गनती


बहुत हुआ करती है ! दोन ह ह संयु त के समय फल नेक व मुबारक होगा ले कन
आधी उ गज़ ु रने के बाद हुआ करता है ! जब कोई भी ह खाना बर- 3 म बैठा
हो तो तीन , सनीचर, केत ू व खाना बर- 3 म बैठे ह का फल मंदा होगा!
सनीचर व केतू संयु त के समय दोन ह ह ताकतवर (इ त लाल) ह गे और
इसक नशानी होगी कोई ऐसा जानवर या पशु जातक के पास मोजद ू होगा िजसका
माथा सफेद व बाक शर र म कोई और रं ग होगा, वैसे भी इस यु त के समय टे वे
वाले को सफ एक रं ग का जानवर या पश ु नेक फल दे गा य क दो रं गे म शरारत
छुपी हुआ करती है खासकर िजस जानवर या पश ु का माथा सफेद हो ले कन घोड़ा
सफेद माथे वाल शत से बर है !

नेक हालत

खाना बर- 6
उध रे खा जब पीठ पे पाता- उ 70 तक चलती हो
असर दोन का हर दम उ दा– गुज़रान भल सब होती हो

सनीचर व केतू खाना बर- 6 म संयु त के समय जातक क पीठ पर (पीछे क तरफ गदन
से शु होकर गुदा तक ल बी सी लक र जो शर र को दो ह स म बांटती दखाई दे ) तो उ 70
साल क होगी और दोन ह ह उ दा असर के ह गे! धन दौलत भी ठ क होगा!

खाना बर- 8
मौत न कारा है ब द गनते– नज़र रहम ख़द
ु करता हो
जुदा जुदा वाह लाख मंदे– मलते असर दो उ दा हो

सनीचर व केतू खाना बर- 8 म संयु त के समय जातक अगर दसू र के त रहम दल होगा
तो आय ु को कोई खतरा नह ं हुआ करता! दोन ह ह अलग- अलग खाना बर- 8 म मंदे गने
ह ले कन इ ठे होने के समय दोन का फल उ दा होगा!

खाना बर- 9
असर मुबारक उतम होता- भार क़बीला पाता हो

धन दौलत शाहाना उसका– माया सागर सुख लंबा हो


परू सद तक उतम गनते- पोते पड़ौते दे खता हो
बाप बज़
ु ुग ह सब फलते– मामंू बरु ा नह ं करता हो
सनीचर व केतू खाना बर- 9 म संयु त के समय फल नेक हुआ करता है य क सनीचर इस
घर म नेक फल दे ता है और केतू उं च फल का है ! जातक भरे परू े कबीले का मा लक हुआ करता
है और धन दौलत भी खब ू िजसका सुख ल बे समय तक मलता है ! उ 100 साल लखी है और
जातक पोते पड़पोते दे खा करता है ! बाप और दस
ू रे बज़
ु ुग भी खब
ू खश
ु हाल व उतम ि तथी म
हुआ करते ह!

वशेष: सनीचर व केतू संयु त होते हुये भी बाक के घर अपना- अपना फल दया करते ह!

मंद हालत

खाना बर- 8
सनीचर व केतू खाना बर- 8 म संयु त ह और मंदे हो रहे ह तो दमागी खाना बर- 14 का
असर होगा जातक अहं कार का पत
ु ला और अपनी मज़ करने वाला जो क इस यु त के मंदा होने
के कारण होगा!

वशेष: सनीचर व केतू संयु त और मंद हालत के समय बाक के घर म अपना- अपना फल दगे
Chapter 8 and 9
राहू- केतू
राहू- केतू
केत ू पहले राहू बाद यासर माया

केत ू कुता हो पापी घड़ी का– चाबी राहू जा बनता हो

सूरज से भेद हो खुलता– ज़ेर श न दो होता हो


राहू र व- 9–12- मलते- हण सूरज का होता हो

हण का उस दन गनते– केत ू टे - 9 मलता जो

पहले घर जो टे वे बैठा- चाल दो तरफ़ करता हो

लेख असर सब बाद को दे गा– ऊंच नीच वाह कैसा हो

राहू केत ू जो पाप गने ह- ह सब ह को घूमाते ह

गु अकेला दो को चलावे- घूमते पर वह बुध म ह

सात हो नौ या माला चौरासी- पाप फ़क 2 ह का है

ऊपर नीचे जगत के अ दर- झगड़ा इन दो ह का है

पाप अगर सब द ु नया छोड़े- सात ह बच जाता है

रा श बारह म सात ह से- नरक चौरासी कटता है


सुपुदम बतो मायये वैशरा

तू दानी हसाबे कमो बेश


___________________
4 पहले 7–10 बैठा- असर मंदा कभी दो का हो

उपाओ उतम उस ह का होगा– ऊंच कायम जो बैठ हो


शुकर बैठा हो बुध से पहले- असर राहू का मंदा हो

बुध पहले से शुकर मलते- केत ू भला ख़ुद होता हो


र व/मंगल सनीचर ह दो इ ठे – नीच/ऊंच असर राहू दे ता हो
चंदर/शक
ु र सनीचर मल कर बैठे- नीच/ऊंच केत ू होता हो
बुध सूरज मल उतम बैठे- केतू भला और उ दा हो

सेहत रे खा बुध शुकर मलते- हण असर न मंदा हो


राहू मा लक है सांप के सर का– केतू तरफ़ दम
ु होता हो
सभ
ु ाओ केतू गु ज़ा हर करता- असर राहू ख़द
ु बध
ु का हो

चि लत यो तष के अनुसार राहू और केत ू एक ह घर म कभी इ ठे नह ं हो


सकते ले कन लाल कताब ि ट के हसाब से दोन इ ठे ह गने जाएंगे, जैसे दोन
कंु डल के के खाना बर- 1 व 7 म बैठे ह गे तो खाना बर- 1 म बैठा राहू या
केत ू अलग फल दे गा ले कन खाना बर- 7 म दोन इ ठे लए जाएंगे!
ह त रे खा के अनस
ु ार बनाई हुई कंु डल और लाल कताब के अनस
ु ार बनाई हुई वष
कंु डल म राहू केत ू के आमने सामने होने क शत नह ं होगी! इस हसाब से बनाई
हुई कंु डल म दोन ह साथ लगते हुये घर म या एक ह घर म भी हो सकते ह!
बुर शोहरत मंदे काम बुरे व त (राहू के काम) के आने क नशानी होगी और
इसका भेद बुध के वारा खुलेगा, इसी तरह नेक क शु आत व अंजाम केत ू के
आने क नशानी होगी और इसका भेद बह ृ प त से खलु ेगा! घर म आम लोग के
दा खल होने का रा ता (शार- ए- आम) राहू व केत ू के मलने का थान है ! राहू
अगर खु फ़या पाप माना तो केतू नज़र म आने वाला (ज़ा हरा) पाप है ! जब केतू
पहले घर (1–6) म और राहू बाद के घर (7–12) म हो तो केतू आमतौर पर शू य
और राहू मंदा होगा ले कन ज़ र नह ं क मंदा ह हो!
अगर राहू न बहृ प त के साथ खाना बर- 12 को प का घर बनाया तो केतू खाना
बर- 6 पाताल म बध ु के साथ जा बैठा, खाना बर- 8 म सनीचर के एजट बन
कर अपना हे ड कवाटर मान लया तो खाना बर- 2 द ु नया का दरवाज़ा हो गया,
अपनी चाल के अनस ु ार राहू व केतू द वार के प म सफ रा ते क कावट हुआ
करते ह और द वार भी ऐसी जो हल जुल सके इसी लए इन द वार के कारन बनी
हुयी हण क हालत उस समय ठ क हो जाएगी जब यह द वार ह के रा ते से हट
जाएँ तो हण के बाद ह अपनी परू ताकत से पहले क तरह असरदार होगा!

सुपुदम बतो मायये वैशरा


त ू दानी हसाबे कमो बेशरा

राहू व केत ू म से जो भी कंु डल के पहले घर (खाना बर- 1 से 6) म हो वह


अपना असर उस म मला दे गा जो कंु डल के बाद के घर (खाना बर- 7 से 12)
म होगा, यह मलाप सफ उन घर तक सी मत होगा जो घर ि ट स बंध रखते ह
और ऐसा सभी घर के मामले म स भव है सवाए खाना बर- 5 व 11 के य
यह दोन घर कोई आपसी ि ट नह ं रखते!
राहू अगर सर माना है तो केतू सर के बगैर बाक का धड़ हुआ ले कन इ सान के
िज म म ना भ से लेकर सर तक ऊपर का ह सा राहू क राजधानी गना तो
ना भ के नीचे से पांव तक के ह से पर केतू का राज होगा! िज म के ह स म
ठोड़ी राहू क हकूमत क जगह हुयी तो पाँव केतू क हकूमत गने गए! राहू व केतू
दोन क इकठ जगह या बैठक हाथ का अंगूठा होगी या माथे पर तलक लगाने का
थान जो कंु डल का खाना बर- 2 है ! गुदा को भी दोन ेह के मलने का थान
माना है ले कन कंु डल म वो खाना बर- 8 होगा! आमतौर पर दोन के मलने क
जगह शार- ए- आम है जहां पर दो तरफ से आकर रा ता ब द हो जाता हो जैसे
और यहाँ दोन ेह का मंदा असर होगा जैसे पाप क वारदात, बना कारन इ ज़ाम
लगना या बदनामी होना या गह ृ त जीवन क नींव खोखल होगी!
सूरज को राहू हण लगाता है तो चंदर को केतू या न जब राहू सूरज के साथ खाना
बर- 9 या 12 म तो सूरज हण होगा और जब चंदर केत ू के साथ खाना नंबर- 6
म हो तो चंदर हण होगा!

राहू या सूरज हण का मंदा ज़माना 2 साल……………

केतू या चंदर हण का मंदा ज़माना 1 साल……………कुल 3 साल होगा!

ऐसे व त म शुकर व बुध क इकठ चीज का दान या दोन ह ेह क


अलग अलग चीज का दान क याणकार होगा!
अपनी- अपनी ठहराई हुई रा श या अपने प के घर से बाहर दोन ह इ ठे
ह तो दोन का फल र ी होगा!
राहू चाबी तो केत ू कुता या सब ह ेह को चलाने वाले ह ले कन राहू व केतू
को बह ृ प त चलाता है ले कन सभी घूमते बुध के दायरे म ह ह या न जैसा
टे वे म बधु होगा यह दोन भी वैसे ह ह गे और वह ं घम
ू रहे ह गे जहां बध

बैठा हो!

राहू व केत ू अकेले अकेले या इ ठे चंदर के घर खाना बर- 4 म ह या चंदर के


साथ कह ं भी बैठे ह तो दोन ह धरमी ह हुआ करते ह जो कसी भी तरह का
पाप न करने क कसम लेत े ह!
टे वे म राहू कैसा है (अ छा या बरु ा) यह जानने के लए चंदर का उपाओ या न चाँद
का खा लस टुकड़ा अपने पास रख और केतू का स भाव जानने के कए सूरज का
उपाओ या न तांबे का टुकड़ा अपने पास रख या ब दर को गुड़ डाला कर या गुड़,
तांबा और गेहूं म से कोई एक चीज़ चलते पानी म बहाया कर इस तरह से राहू व
केतू क नयत का पता चल जाएगा!
राहू व केतू म से कोई एक ह जब खाना बर- 8 म हो तो सनीचर भी उस व त
खाना बर- 8 म समझा जाएगा चाहे कंु डल म सनीचर कसी और खाना म हो
और जैसा सनीचर अपने ज़ाती स भाव के असूल पर होगा वैसे ह यह दोन ह
ह गे!
वशेष: राहू व केत ू दोन ह ेह क हर एक खाने म द हुई नेक हालत पर गौर
करना चा हए!

मंद हालत

ऐसा इ सान िजसके टे वे म राहू व केत ू दोन ह इ ठे ह वह इ सान द ु नया म कोई


बरु ा काम और बदनामी बाक न छोड़ेगा अथात ऐसे इ सान को बदनामी खद
ु - ब-
खुद मलती जाएगी! इसी तरह चि लत यो तष के अनुसार जनम कंु डल के िजस
घर म दोन इ ठे हो रहे ह उस घर से संबि धत द ु नयावी र तेदार व राहू व केतू
से संबि धत चीज के कारोबार पर राहू व केत ू का असर मंदा हुआ करता है या उस
से संबि धत चीज को बरबाद करते ह गे!
खाना बर- 6 व 12 के लए यह नयम लाग ू नह ं होगा य क इन घर म होते
हुये आम हालत क ि तथी म साधारण असर होगा, अगर दोन उं च हालत के हुये
तो उतम हालात और असर भी पूर ताकत का होगा और अगर नीच हालत के हुये
तो असर बरबाद करने वाला हुआ करता है ! दोन ेह का मंदा ज़माना आमतौर पर
राहू का एक साल और केतू का दो साल कुल तीन साल होगा! अगर राहू व केतू
दोन ह बुरा असर दे ना शु कर द और टे वे म सूरज हण या चंदर हण न हो
तो राहू 42 साल क उ तक और केत ू 48 साल क उ तक और दोन इ ठे होते
हुये 45 साल क उ तक या न उ के लहाज़ से 48 साल के बाद मंदा असर
ख म होगा और नेक ज़माना शु होगा! 48 साल क मयाद िजसम राहू व केत ू का
मंदा असर होगा उस दन से शु होगी िजस दन वषफल के अनुसार दोन म से
कोई एक त त (खाना बर- 1) पर आयेगा! या न राहू/केतू म से कोई एक कंु डल
के िजस खाना म बैठा हो उ के उसी साल से शु करके राहू के 42 साल और केतू
के 48 साल और दोन के इ ठे 45 साल उधारण के लए मान लो राहू या केतू
कंु डल के खाना बर- 5 म बैठा हो तो उ के पांच साल म यह ह खाना बर-
1 म आयेगा जो भी खाना बर- 5 म होगा और पाँच साल से राहू/केतू का ज़माना
गना जाएगा सवाय खाना बर- 6 व 9 के य क 6 खाने का राहू/केतू 9
साल म और 9 खाने का राहू/केत ू 6 साल म खाना बर- 1 म आएगा!
राहू के मंदे असर क नशानी होगी हाथ के नाखून का झड़ना और केत ू का असर
पाँव के नाखून पर 9 मह ने पहले से ह नज़र आना शु हो जाएगा!

हाथ के दाय ह से के नाखून खराब होने लग तो राहू के मंदे असर का समय 6


हाथ के दाय ह से के नाखून खराब होने लग तो राहू के मंदे असर का समय 6
साल होगा और अगर बाएँ हाथ के नाखून खराब होने लग तो तो राहू महादशा या न
18 साल के लए या राहू क अपनी उ 42 साल तक मंदा असर रहे गा!
पाँव के दाय ह से के नाखून खराब होने लग तो केतू का मंदा असर 3 साल होगा
और अगर बाएँ ह से के नाखून खराब होने लग तो केतू क महादशा के 7 साल या
केतू क अपनी उ 48 साल तक मंदा असर होगा!

उपाओ:

राहू क मंद हालत व उसके बरु े असर से बचाव के लए चंदर का उपाओ और केतू
क मंद हाला व उसके बुरे असर से बचाव के लए सूरज का उपाओ मददगार होगा!
खाना बर 1 या 7 म राहू बैठा हो और केत ू खाना बर 4 या 10 म बैठा होने के
समय अगर बरु ा असर आ रहा हो तो इन खान म ऊंच के ठहराए हुये ेह का
उपाओ कया जाएगा!

खाना बर- 1 पर तो सूरज का उपाओ मददगार होगा!

खाना बर- 4 पर तो बह
ृ प त का उपाओ मददगार होगा!
खाना बर- 7 पर तो सनीचर का उपाओ मददगार होगा!

खाना बर- 10 पर तो मंगल का उपाओ मददगार होगा!

खाना वार असर

खाना बर- 1
सूरज बैठे घर हण राहू का– भला चंदर फल दे ता हो
केत ू त त हो िजस दम पाता– ऊंच असर र व होता हो

राहू टे वे के खाना बर- 1 म हो तो सरू ज कसी भी घर म बैठा हो सत माना


जाएगा ले कन राहू चंदर पर बुरा असर नह ं दे गा! आगे केतू खाना बर- 1 म हो
तो सूरज टे वे म कह ं भी हो उं च फल का होगा!

खाना बर- 2
दोन बैठे आठ दज
ू े– घूमती ह चाल हो
हो जो बैठा आठ टे वे– ज़हर उसका हाल हो

खाना नंबर- 2 व 8 के र शप त (शक


ु र व मंगल) कारक ह व इन घर म बैठे
खाना नंबर- 2 व 8 के र शप त (शक ु र व मंगल) कारक ह व इन घर म बैठे
ह हण से भा वत लए जाएंगे! राहू/केतू म से जो भी खाना नंबर- 8 म होगा
उस ह से संबि धत र तेदार नहायत मंदे हाल म ह गे!

खाना नंबर- 4
बाप ता लुक केतू उ दा– माता चंदर पर मंदा हो

पाप उ 45 करता- असर दोन का उ दा हो

अगर खाना नंबर- 4 म केत ू हो तो पता के लए कोई मंदा असर नह ं होगा


ले कन माता पर बुरा असर लगे! राहू/केतू का मंदा असर 45 साल क उ तक
होगा उसके बाद दोन ह ह उ दा फल दगे!

खाना नंबर- 8
हु म दोन ले श न का चलते– लेख पंघड़
ू ा घम
ू ता हो
असर श न का मलता गनते– बैठा टे वे वह जैसा हो

खाना नंबर- 2 का ह (राहू या केत)ू खाना नंबर- 8 म मला हुआ गना जाएगा
और जीवन एक पंघूड़ े क तरह हुआ करता है कभी अश(आकाश) पर तो कभी
फश(ज़मीन) पर सनीचर टे वे म अपने ज़ाती स भाव के अनस ु ार जैसा होगा वैसा
ह उसका फल मला हुआ गना जाएगा!

खाना नंबर- 10
दो त दोन बन श न के चलते– चोट आ ख़र करता जो
चंदर र व दो म म आधे- मंगल गु से डरता हो

राहू व केत ू दोन ह ह सनीचर के एजट बन कर मदद पर होते ह ले कन


सनीचर आ खर म राहू/केत ू के रशतेदार पर मंदा असर दे गा! एक ह खाना
नंबर- 4 म बैठा होगा और दस ू रा खाना नंबर- 10 से खाना नंबर- 5 पर टकराव
दे ता होगा िजसके कारन र शप त सरू ज का फल मंदा होगा! खाना नंबर- 4 म
बह ृ प त ऊंच और खाना नंबर- 10 म मंगल ऊंच होने के कारन अगर मंगल या
बह ृ प त कह ं से भी स बंध बना रहे ह तो सनीचर अपना मंदा असर नह ं दे गा!

खाना नंबर- 11
दोन बराबर एक यारह– मदद श न 3 करता जो
राहू उड़ा दे गु टे वे से- केत ू चंदर ले मरता हो

राहू व केतू खाना नंबर- 11 म बराबर क है सयत के ह है अगर सनीचर


खाना नंबर- 3 म हो तो! बह ृ प त इस घर का कारक ह है , राहू- 11 के समय
बह
ृ प त और केत-ू 11 के समय चंदर का फल नहायत मंदा हुआ करता है !

खाना नंबर- 12
नीच राहू तो ऊंच हो केतू– चंदर न फ़ और ह का हो

हण र व हो करता राहू- नेक सूरज केतू करता हो

खाना बर- 12 म राहू नीच फल का होगा ले कन केत ू ऊंच फल का और चंदर


के फल को आधा व सूरज को हण योग होगा ले कन केत ू का साथ सूरज को हो
तो सूरज ऊंच फल का होगा!
तीन ह
Chapter 1
बह
ृ प त के साथ दो ह
बह
ृ प त- सरू ज- चंदर

बह
ृ प त- सरू ज- चंदर टे वे म संयु त के समय फल अ त उतम हुआ करता है ! तीन
ह आपस म दो त ह और टे वे म असल चंदर के साथ म नूई चंदर भी होगा या न
जातक इक़बालमंद होगा, उतम योपर व कलम का धनी होगा िजससे दस ू र को भी
लाभ होवे! हािज़र माल के योपर से ख़ुद को व सा थय को लाभ हो!

बह
ृ प त- सूरज- शुकर

बह
ृ प त- सूरज- शुकर टे वे म संयु त के समय शुकर क चीज से संबि धत
कारोबार म लाभ हो! इस यु त के समय शाद के दन क मत जागेगी और औरत
भी रं ग, सुभाओ व क मत के स बंध म जातक के लए भा यशाल होगी!

बह
ृ प त- सूरज- मंगल

बह
ृ प त- सूरज- मंगल टे वे म संयु त और तीन नर ह व दो त इ ठे बह ृ पत
(शेर बबर), सरू ज (नर शेर) व मंगल (चीते जैसा शेर) या न तीन शेर का टोला,
आमतौर पर दो शेर इ ठे एक जगह नह ं रह सकते ले कन जब शेर का टोला हो तो
जातक ऐसा इ सान होगा िजसके साये म तीन ह ह उतम फल के ह गे और
जातक नेक व उतम क मत का मा लक होगा! सूरज (जातक ख़ुद), बह ृ पत
(जातक के बाप- दादा) व मंगल (बड़ा भाई या ताया या मामंू) म ह मत होगी क
वह तीन- तीन शेर का अकेला ह मक़
ु ाबला कर सके और द ु नयावी ता लक
ु म
जातक को कम- से- कम खून क सज़ा फांसी दे ने का अि तयार होगा या न ऐसा
जातक कसी राजा के समान उ च पद पर आसीन हुआ करता है ! अगर यह यु त
खाना नंबर- 8 म हो तो जातक योग- अ यास का जानकार होगा!

बह
ृ प त- सूरज- बुध

सूरज व बुध क यु त राजयोग पैदा करती है ले कन बह ृ प त- सूरज- बुध क यु त


के समय खाना नंबर- 5 म सरू ज व बह ृ प त दोन ह कैद ह गे और उनका फल
गुम होगा या बाप- बेटे (टे वे वाले और उसका बुजुग पता) क क मत मंद व
बेएतबार हुआ करती है ले कन धरम और दया क कोई कमी नह ं होगी और जातक
का मकान आमतौर पर गौमुखी हुआ करता है जहां ब च क बरकत व उनके लए
कोई तंगी नह ं होगी ले कन धन दौलत क ऊंची लहर नह ं हुआ करती!
बह
ृ प त- सरू ज- बधु खाना नंबर- 8 म संयु त और खाना नंबर- 2 म सनीचर हो
तो राजदरबार मंदा होगा!
बह
ृ प त, सूरज व बुध खाना नंबर- 2 म और शुकर खाना नंबर- 3 म तो िजस
लड़क पर जातक नज़र रखे वो उसक औरत कभी नह ं होगी ले कन जो लड़क
जातक पर नज़र रखे वो ज़ र गह
ृ त म साथी होगी!
बह
ृ प त, सूरज व बुध खाना नंबर- 2 के समय मंगल व सनीचर खाना नंबर- 1 म
और खाना नंबर- 7 व 10 खाल न हो तो ऐसा जातक जब भी सनीचर क व तु
था पत करे गा जैसे मकान क नींव रखना तो बुध फौरन पता (बह
ृ प त) पर
हमला कर दे गा पता क जान को खतरा होगा!

बह
ृ प त- सरू ज- सनीचर

बहृ प त- सरू ज- सनीचर संयु त के समय जातक का हर जगह इ ज़त व मान


होगा खासकर जब तीन ह खाना नंबर- 6 म ह ! जब जातक के पैतक
ृ (ज ी)
मकान म दाय हाथ क द वार के आ खर म अंधेर कोठड़ी हो और उसम
परछती(आधी छत) हो िजसके ऊपर खेती बाड़ी से संबि धत सामान हो तो तीन ह
बुरा असर नह ं दगे खासकर जब तीन खाना नंबर- 5 म तो औलाद पर कोई बुरा
असर नह ं होगा!

बह
ृ प त- सूरज- राहू

बह
ृ प त- सूरज- राहू संयु त के समय अनाज के भ डार व राजदरबार क तरफ से
आग का धुआ ँ बढ़ता होगा या न हर तरफ से नुकसान! घर के संबंधी भी जातक के
साथ चोर जैसा बरताव करगे अथात तीन ह ेह का फल जला हुआ होगा ले कन
खाना नंबर- 5 म यह तीन ह इ ठे बैठे भी कोई बुरा फल नह ं दगे!

बह
ृ प त- सरू ज- केतू

बह
ृ प त- सरू ज- केत ू संयु त के समय सरू ज का फल नहायत मंदा होगा सवाय
खाना नंबर- 5 के जहां तीन ह ेह का फल उ दा होगा!

बह
ृ प त- चंदर- शुकर

बह
ृ प त- चंदर- शुकर क यु त के समय क मत का अजीब हाल हुआ करता है
जातक कभी शाह तो कभी मलंग(फ़क र), कभी ख़श
ु हाल कभी नंग होगा! नेक हालत
के व त क मत के लहाज़ से म ी म से दध
ू नकले क तरह नेक व उतम फल
होगा ( सवाय खाना नंबर- 7 के), जातक क माता नहायत नेक व उतम सभ
ु ाओ
वाल होगी! इस यु त के समय शाद के दन से धन दौलत आगे बढ़ना ब द हो
जाएगा बि क कम होना शु हो जाएगा!
तीन ह खाना नंबर- 7 म संयु त के समय जातक श मा के परवाने क तरह
इ क क लहर म जल मरने वाला हुआ करता है ! इस यु त के समय य द टे वे म
सूरज भी मंदा हो तो जातक एक नाकामयाब आ शक होगा जो बदनाम और तबाह
ह होगा!
बह
ृ प त- चंदर- शक
ु र खाना नंबर- 2 म ह और टे वे म मंगल न ट हो रहा हो तो
बहुत बड़ा बह
ृ प त हुआ करता है और जातक बेऔलाद हुआ करता है !

बह
ृ प त- चंदर- मंगल

बह
ृ प त- चंदर- मंगल संयु त तीन ह ह आपस म दो त पीपल(बह
ृ प त),
नीम(मंगल) व बड़(चंदर) का दर त जो हर तरह से उतम होता है अब तीन ह ह
उतम फल दगे!

बह
ृ प त- चंदर- बध

बह ृ प त- चंदर- बध
ु संयु त के समय दलाल के काम म बहुत फायदा हुआ करता
है ! अब तीन ह ेह का ( सवाय खाना बर- 2–4–6 के) उतम फल होगा और बुध
भी मददगार होगा ले कन जातक लाख प त होते हुये भी मस
ु ीबत से घरा रहे गा!
बह
ृ प त- चंदर- बध
ु खाना बर- 2 म संयु त के समय धन दौलत के लए उ दा
ले कन पता क उ पर भर हुआ करता है !
तीन ह खाना नंबर- 3 म संयु त के समय तीन का फल नहायत नक मा हुआ
करता है !
तीन ह ह खाना नंबर- 4 म संयु त के समय धन दौलत उ दा व उतम हुआ
करता है ले कन माता पर असर मंदा होगा!

वशेष: खाना नंबर- 2–3–4 के इलावा बाक के घर म बह


ृ प त कबीले उपाओ होगा!

बह
ृ प त- चंदर- सनीचर

बह
ृ प त- चंदर- सनीचर क यु त ( सवाय खाना नंबर- 2 व 9 के) के समय तीन
ह ेह का उ दा और आपस म दो ताना फल होगा खासकर बह ृ प त व सनीचर
का फल नहायत उ दा होगा! ऐसा इ सान एक पारस प थर क तरह दस
ू र को
तारने वाला हुआ करता है ! माता- पता का साथ व सुख ल बे समय तक ा त
होगा!
तीन ह खाना नंबर- 2 म संयु त के समय खाना नंबर- 8 कतना भी मंदा य
न हो और उसका नहायत बुरा असर खाना नंबर- 2 म जा रहा हो ले कन इन तीन
ेह के समय चंदर कभी मंदा नह ं होगा!
तीन ह खाना नंबर- 9 म संयु त के समय चंदर का फल मंदा हुआ करता है !
क मत के मैदान म जीवन भंवर म फंसी नाव क तरह होगा!
तीन ह खाना नंबर- 11 म संयु त ह तो माता- दाद - ताई- चाची- मौसी ख़ुदकुशी
से मर या मार जा !

बह
ृ प त- चंदर- राहू

बह
ृ प त- चंदर- राहू संयु त के समय बह ृ प त चुप होगा (या न कोई असर नह ं दे
सकेगा) ले कन गुम न होगा! बह
ृ प त व चंदर का फल ( सवाय खाना बर- 12)
भी खराब न होगा, खाना नंबर- 12 म बह
ृ प त व चंदर का फल मंदा रहे गा ले कन
बाक के घर म मद व ीय का सुख ह का हुआ करता है ले कन जान पर कोई
बुरा असर नह ं होगा सफ आपसी सुख या न आपसी खयालात म फक हुआ करता
है !

बह
ृ प त- चंदर- केतू

बह
ृ प त- चंदर- केतू संयु त के समय तीन ह ेह का फल मंदा होगा! सांस लेने
तक क हवा भी बफानी होगी या न दम घ टने वाल या न बह
ृ प त खराब और
चंदर का फल ऐसे होगा जैसे पीने के पानी म पेशाब मला हो और केत ू मंदा होने के
कारन सफ़र मंदा होगा!

बह
ृ प त- शक
ु र- मंगल

बह
ृ प त- शक ु र- मंगल क यु त के समय जातक ऐश- ओ- इशरत व इ क म डूबा
रहने वाला हुआ करता है , तीन ह संयुक बहुत बड़ा शुकर होगा िजसक नशानी
होगी बहृ प त का बज
ु बड़ा होकर मंगल क तरफ को नकला हुआ होगा और
नतीजा होगा लाव द !

बह
ृ प त- शुकर- बुध

बह
ृ प त- शुकर- बुध संयु त के समय शाद - शुदा िजंदगी बरबाद होगी!
तीन ह (बह ृ प त- शुकर- बुध) खाना नंबर- 7 म तो धन दौलत यादा नह ं होगा
ले कन रोट - पानी के पैसा आता रहे गा! म नई
ू सरू ज का असर हमेशा मदद पर
होगा इस लए बह ृ प त पीले रं ग क गैस का काम दे गा चाहे गैस जहर ल ह य न
हो!

बह
ृ प त- शक
ु र- सनीचर

बह
ृ प त- शक ु र- सनीचर टे वे म संयु त ह तो फल उतम हुआ करता है खासकर
जब तीन ह खाना नंबर- 9 म ह बाक के घर म दो नेक और मददगार साँप
ह गे (एक तो सनीचर असल दस ू रा म नई
ू बह
ृ प त+शक ु र)! ऐसे जातक क प नी
मसक न(चुपचाप) ब ल क तरह होगी जो अपने ह ट (तब सुम) क हं सी व आंखो
के इशार से झगड़े फसाद का कारन हुआ करती है !

बह
ृ प त- मंगल- बध

बह
ृ प त- मंगल- बध
ु संयु त कंु डल के कसी भी घर म तो फल नक मा हुआ
करता है खासकर जब राहू कसी न कसी तरह इनसे ि ट स बंध बना रहा हो या
साथ ह बैठा हो!
बह
ृ प त- मंगल- बधु खाना नंबर- 8 म संयु त ह और उसी समय टे वे म राहू
खाना नंबर- 11 म हो और केतू खाना नंबर- 5 म तीन नर औलाद को दमा क
शकायत होगी और टांग म कोई न कोई क ट हुआ करता है िजसके लए टे वे वाले
को अपने शर र पर सोना धारन करना चा हए!

उपाओ: बुध को सनीचर के दवारा नेक कर लेना मददगार होगा


जैसे,

बक रय को क चे चने सबत
ू (सफ़ेद या काले) खलाने चा हएँ!
छोट क याय (जो रजस ला न हुयी ह ) को बादाम दे कर
आशीवाद ले !

बह
ृ प त- मंगल- सनीचर

बहृ प त- मंगल- सनीचर संयु त खाना नंबर- 2 के सवाय हर घर म नक मे


असर के ह गे! बह
ृ प त बरबाद होगा िजसके कारन बाप- दादा क कुल जायदाद
बेचने के बाद जब तक जातक अपना मकान/जायदाद नह ं बनाएगा तब तक आमदन
होते हुये भी करजाई रहा करता है ! बह
ृ प त अब ाप दे ने वाला साधू होगा,
बह
ृ प त क चीज संबि धत कारोबार से कोई फायदा नह ं होगा, बीमा रयाँ, मंद
सोच और बुर इ छाएँ बरबाद का बहाना ह गी!
तीन ह खाना नंबर- 2 म संयु त ह तो बह
ृ प त का फल बेशक नक मा होगा
ले कन जातक के खुद के लए धन दौलत क कमी नह ं होगी!

बह
ृ प त- मंगल- केतू

बह
ृ प त- मंगल- केतू क यु त के समय खुद अपनी क मत व केतू का फल 45
साल क उ तक नक मा हुआ करता है ले कन 45 साल क उ तक कोई भाई
जो लंगड़ा होगा नधन होते हुये भी जातक क मदद करे गा, कभी कभी ऐसा भाई
भी बेमतलब हुआ करता है !

उपाओ: कसी प थर को पीले रं ग के फूल म रखना नेक फल दे गा!

बह
ृ प त- बध
ु - सनीचर

बह
ृ प त- बध
ु - सनीचर खाना नंबर- 7 म संयु त के समय अगर बध
ु उ दा हो तो
उतम म छ रे खा (हर तरफ धन दौलत क बरकत) हो!
बह
ृ प त- बुध- सनीचर खाना नंबर- 12 म संयु त के समय नहायत नेक व उतम
फल होगा, बध
ु अब कसी अमतृ कु ड क तरह होगा जो रात के व त भी कसी
गुमनाम चौक दार क तरह टे वे वाले के प रवार व दौलत क र ा करे गा!
बह
ृ प त- बुध- सनीचर खाना बर- 3 या 8 या 9 म संयु त ह तो बुध मंदा होगा
और मंद काग रे खा का फल दे गा ज़ुबान का च का(शराब व कबाब) बरबाद का
बहाना होगा!

बह
ृ प त- बुध- राहू

बह
ृ प त- बुध- केतू टे वे म संयु त होने के समय जातक चाहे लाख प त य न हो
ले कन खद
ु के लए कंजस ू होगा खासकर जब यह यु त खाना नंबर- 12 म हो
ले कन जातक नधन नह ं होगा!

बह
ृ प त- बुध- केतू

बह
ृ प त- बुध- केत ू संयु त के समय “मद क माया व दर त का साया” टे वे वाले
के साथ चलता होगा या न जातक क क मत हर जगह साथ दे ती होगी, खासकर
जब तीन ह खाना बर- 2 म तो क मत हर जगह मदद दे गी और दौलत व
प रवार का सख
ु होगा!
बह
ृ प त- सनीचर- राहू

बह
ृ प त- सनीचर- राहू संयु त के समय सवाय ख़ुद के खाना नंबर- 2 म आमतौर
पर मद का सख
ु कम हुआ करता है ! बह
ृ प त- सनीचर- राहू खाना नंबर- 2 से
संबि धत र तेदार (बह
ृ प त- बाप या दादा, सनीचर- चाचा, राहू- ससुराल) ख़ुदकुशी
कर लेगा खासकर जब जातक के ज ी मकान क द ण दशा म मकान से कुछ
दरू पर क तान या कोई क हो!
जब तीन ह ह खाना नंबर- 12 म संयु त ह तो बह
ृ प त चोर, राहू धोकेबाज़
और सनीचर ज़हर ला मंदा सांप होगा और तीन ह ेह से सबि धत हरे क ह से
संबि धत मंडी घटनाएँ ह गी!
िजस घर म तीन ह संयु त ह गे उस घर से संबि धत चीज का कारोबार व
रशतेदार का बुरा हाल होगा, ऐसे जातक को अपने खानदान के साथ मलकर
जीवन यतीत करना चा हए य क खानदान से अलग होकर जीवन यतीत करना
तबाह क पहल नशानी होगा!

बह
ृ प त- सनीचर- केतू

बह
ृ प त- सनीचर- केतू संयु त के समय बरु और मंद हवा के हमल से औलाद
क पैदाइश म कावट व औलाद न ट हो जाया करती है , इसके ईलावा के से
संबि धत र तेदार व चीज का कारोबार का हाल भी मंदा होगा!

बह
ृ प त- राहू- केतू

बह
ृ प त- राहू- केतू संयु त के समय राहू ज़माने क घड़ी क चाबी, केत ू उस चाबी
का कुता और बहृ प त दोन को चलाने वाला ह होगा या न हर शरारत का
मक़ु ाबला करना पड़ेगा और हर तरफ क मत का उ टा च कर चलता होगा िजसके
कारण जातक चाहे िजतना भी सोच समझ कर और बच कर चलने क को शश करे
ले कन ेह के कारण क मत क हे रा फेर का च कर तो बना मतलब खरा बयाँ
और दख ु को सामने खड़ा कर दे गा!
Chapter 2
सरू ज के साथ दो ह
सरू ज के साथ दो ह
सरू ज- चंदर- शक
ु र

सरू ज- चंदर- शक
ु र टे वे म संयु त के समय जातक अमीर हो या गर ब जब कभी भी
होगा तो दोन
बहुत अ धकता म ह गी या न जीवन ऐसा हुआ करता है क कभी तो अमीर का
द रया तफू ान पर होगा और कभी गर बी इतनी क रे त के कण म भी कोई चमक
न होगी खासकर जब तीन ेह क यु त खाना नंबर- 9 म हो मगर यकती ख़ुद
इंसा नयत और शराफत का पुतला होगा!

सरू ज- चंदर- बध

सूरज- चंदर- बुध टे वे म संयु त के समय बुध क अपनी उ 17 या 34 साल म


पता व पता का धन बरबाद होगा! इसके ईलावा चंदर क जानदार चीज और
रशतेदार (माता- नानी- दाद ) क मौत साँप के काटने से जहर से हुआ करती है
खासकर जब बह ृ प त- सनीचर- राहू तीन या इन तीन म से कोई दो ह खाना
नंबर- 3 म ह ! सूरज- चंदर- बुध क यु त अगर खाना नंबर- 1–7–10–2 म हो तो
सूरज व बुध का असर नेक होगा!

सरू ज– शक
ु र- 3 तो रात के व त जातक क बहन से लड़ाई हो और ब चा
चंदर- म, राहू- 2 पैदा होने क खबर पर जातक घोड़े पर बैठ कर ससुराल को
बध
ु म जाए तो घोड़े से गर कर मौत होगी!
संयु त!
केत-ू 8 म
सनीचर- 6
म हो!

सूरज- चंदर- राहू

सरू ज- चंदर- राहू संयु त के समय चंदर बरबाद होगा िजसके कारन द ु नयावी धन-
दौलत का कोई सुख न होगा और माता का साथ सुख क बजाए दख
ु का कारन
होगा, रात दन दोन व त द ु खया व ल बी उ क भी तस ल न होगी ले कन यह
ज र नह ं क उ छोट होगी!
तीन ह खाना नंबर- 5 म संयु त के समय सरू ज का फल उतम होगा ले कन
खाना नंबर- 5 क कारक चीज़ औलाद वगैरह बरबाद होगी ले कन बीज न ट न
होगा

उपाओ: बध
ु का उपाओ या दग
ु ा पज
ू ा नेक फल दगे!

सूरज- चंदर- केतू

सूरज- चंदर- केत ू टे वे म संयु त के समय केतू का फल मंदा होगा, जातक चाहे
लाख प त य न हो दख ु ी ह होगा ऐसे म अ ल भी साथ नह ं दया करती! उ भी
श क हुआ करती है !

सूरज- चंदर- केतू टे वे म सूरज का असर टे वे वाले के लए उतम होगा ले कन केतू और चंदर
संयु त खाना नंबर- 5 दोन बरबाद ह गे िजसके कारन औलाद न ट होगी ले कन न ल बंद
म! नह ं होगी!

उपाओ: बध
ु का उपाओ या दग
ु ा पज
ू ा नेक फल दगे!

सूरज- शुकर- बुध

सूरज- शुकर- बुध टे वे म संयु त के समय बुध का खाल च कर सूरज के साथ


मलकर शक ु र को बरबाद करे गा ले कन गह ृ त क हालत का फैसला केतू क ि तथी
अनुसार होगा या न अगर केत ू उ दा हो और बुध को मदद दे रहा हो और अगर
केत ू मंदा या नीच हुआ तो नर औलाद आमतौर पर हुआ नह ं करती और अगर हो
तो पछल उ म 40 साला उ के कर ब कायम होगी!
औरत के टे वे म तीन ह सूरज- शुकर- बुध चाहे कसी भी घर म होने के व त
लड़के क पैदाइश के समय से और मद के टे वे म लड़क पैदा होने के समय से
औरत कसी न कसी तरह से बरबाद और बेघर होगी! माल और िज मानी सदम
से हर समय द ु खया होगी िजसक पहल नशानी होगी बद- जुबानी व च र ह न
होना! औरत का भाई चाहे सगा हो या मामी- मौसी- ताई- चाची का बेटा जो भाई
कहलाता हो ज़बरद ती या बेमतलब क मोह बत के धोका से औलाद पैदा करने का
बहाना होगा! चाल- चलन क बदनामी क तोहमत तो ज़ र होगी तलाक चाहे हो न
हो! मंद हालत के व त ज़ुबान से संबि धत बीमा रयाँ हो सकती ह, ऐसे सनीचर क
(नशे वाल चीज ) चीज से मदद हो सकती है !

सूरज- शुकर- बुध खाना नंबर- 8 म संयु त ह और शाद बुध क उ (17 या 34


सूरज- शुकर- बुध खाना नंबर- 8 म संयु त ह और शाद बुध क उ (17 या 34
साल म हो) तो शाद के तीन साल के अंदर अंदर औरत क मौत दन के समय भरे
बाज़ार म हुआ करती है !
सूरज- शुकर- बुध खाना नंबर- 3 म संयु त ह और सनीचर खाना नंबर- 12 म हो
तो मकान क अंधेर कोठड़ी म ज़मीन के नीचे बादाम दबाने चा हए ता क औलाद
क पैदाइश और उ म बरकत बनी रहे !
सूरज- शुकर- बुध खाना बर- 9 म संयु त के समय अगर मंदा असर दे रहे ह तो
कसी फक र को एक ह व त म 7 रोट दे ना मुबारक होगा! उलटे ढं ग क औलाद
ह चाल क तबद ल क नशानी होगी और हर तरह से नेक असर हुआ करती है !
सूरज- शुकर- बुध खाना नंबर- 10 म संयु त के समय साल क शाद अगर टे वे
वाले जातक के खानदान म हो तो असर बेहद मंदा होगा और गैर- मुबारक होगा!
नशानी होगी घर के अंदर नवार जो क बहुत परु ानी हो गोल क श ल म मौजद ू
होगी िजसक मौजूदगी तीन ह मंदा फल दगे ऐसी नवार को खोल कर चारपाई
आ द बनवा लेनी चा हए!
सरू ज- शकु र- बध ु खाना नंबर- 10 म संयु त के समय य द चंदर खाना बर- 9 म
हो तो टे वे वाले क शाद के दन चंदर से संबि धत र तेदार (माता- सास आ द) हर
तरह से द ु खया ह गे! शाद के बाजे खुशी के महोल पर बज रहे थे अब मंद आवाज़
पैदा करते ह गे!

उपाओ:

शाद के व त लड़क के क यादान के संक प के तरु ं त बाद तांबे के घड़े बराबर


बरतन म साबुत मंग
ू भरकर तांबे के ढ कन से ब द करके िजस तरह लड़क का
क यादान कया हो इस बरतन का संक प करके बाद म यह बरतन कसी नद या
चलते हुये द रया म बहा दे ना चा हए! तीन ह चाहे कसी भी घर म संयु त ह !

सूरज- शुकर- सनीचर

सूरज- शुकर- सनीचर टे वे म संयु त ह तो मद व औरत क टूट हुयी जोड़ी होगी


कारन दोन ह कसी गलतफहमी के शकार ह गे जो गह ृ त सखु क बरबाद का
कारन होगा इस मंदे असर से बचने के लए कसी म ी के बरतन म लाल रं ग के
प थर भर कर मकान कंु डल के हसाब से िजस खाना नंबर म तीन ह ह उस
दशा म बाहर वीरान जगह म दबाने चा हएँ, जैसे तीन ह टे वे के खाना नंबर- 6
म ह तो मकान कंु डल के हसाब से खाना नंबर- 6 उतर दशा क म य द वार है !
सूरज- शुकर- राहू
सूरज- शुकर- राहू टे वे म संयु त ह तो औरत द ु खया- बीमार होगी और शुकर से
संबि धत चीज का कारोबार या योपर भी नक मा फल दे गा खासकर उस व त
जब तीन ह खाना नंबर- 1 म संयु त ह !

सूरज- शुकर- केतू

सूरज- शुकर- केत ू टे वे म संयु त के समय शुकर व केतू का फल मंदा होगा


खासकर जब तीन ह खाना नंबर- 1 म ह और जातक क औरत जातक के ज ी
मकान म रहे तो बीमार- द ु खया- द वाना होगी!

सरू ज- मंगल- बध

सरू ज- मंगल- सनीचर

सरू ज- मंगल- सनीचर क यु त के समय धन- दौलत क ि तथी उ दा ले कन जब


यह यु त खाना नंबर- 11 म हो तो जातक झूठा, िज ी, हठधम व म दभाग होगा!

सूरज- बुध- सनीचर

सरू ज- बध
ु - सनीचर संयु त के समय सरू ज व सनीचर अपना- अपना काम करते
ह गे, बुध साथ होने के कारण दोन ह ेह का आपसी झगड़ा नह ं होगा! तीन ह
ह चाहे मंदे घर म संयु त ह फल उ दा होगा ले कन बह
ृ प त का फल मंदा
होगा खासकर जब तीन ह खाना नंबर- 2–5–9–12 म संयु त ह !
सूरज- बुध- सनीचर क यु त सूरज के उ दा होने वाले घर म हो तो बुध से
संबि धत कारोबार/ योपर व दमागी कारोबार के लए उ दा ह गे!
सूरज- बुध- सनीचर क यु त सनीचर के उ दा होने वाले घर म हो तो जायदाद
मला करती है जो और भी बढ़ती होगी!

सूरज- बुध- राहू

सरू ज- बध
ु - राहू क यु त के समय शा दयाँ एक से यादा होने का योग है ले कन
सरू ज- बधु - राहू क यु त के समय शा दयाँ एक से यादा होने का योग है ले कन
जातक के लए सूरज का कोई मंदा असर नह ं होगा! बुध क चीज का कारोबार या
बुध से संबि धत र तेदार जैसे बहन आ द के प त का राजदरबार मंदा होगा इस
अशुभ असर को दरू करने के लए चंदर का उपाओ करना चा हए!
सूरज- बुध- केतू

सूरज- बुध- केतू टे वे म संयु त के समय केत ू क चीज का कारोबार व केत ू से


संबि धत र तेदार (भतीजे- भांजे) मंदा असर दगे या वह जातक क दौलत खा पी
कर टे वे वाले को बरबाद करने वाले ह गे! यह र तेदार जातक क भलाई को तो भूल
जाया करते ह ले कन टे वे वाला कोई गुनाह या बुराई कर बैठे उस सार िजंदगी याद
रखा करते ह!
Chapter 3
चंदर के साथ दो ह
चंदर- शक
ु र- बध

चंदर- शुकर- सनीचर

चंदर- शुकर- सनीचर टे वे म संयु त के समय टे वे वाले के लए असर मनहूस होगा


ले कन अगर जातक मेहनत कश होगा तो धन- दौलत उ दा और जातक का धन
औलाद के हाथ लगे! मौत आमतौर पर परदे स म हुआ करती है वरना धन- दौलत
म ी के पहाड़ क तरह होगा या न लोग क नज़र म जातक धनी मानी ले कन
अंदर से खोखला ढोल जो ससरु ाल खानदान क बदनामी का कारन होगा!
Chapter 4
शक
ु र के साथ दो ह
शक
ु र- मंगल- बध

शक
ु र- मंगल- बध
ु टे वे म संयु त के समय शाद , औलाद व टे वे वाले क उ के
लए तीन ह ह मंदे असर के ह गे खासकर जब यह यु त खाना नंबर- 3 म हो!

शुकर- मंगल- सनीचर

शुकर- बुध- सनीचर

शुकर- बुध- सनीचर टे वे म संयु त के समय जातक गह ृ त, औलाद व उ का पूण


सखु ा त करने वाला होगा! गऊ, क वे व कुते को अपनी खरु ाक से ह सा दे ना
मुबारक फल दे गा! मकान के ऊपर छत पर आसमान क तरफ से रोशनी क जगह
रखना धन- दौलत क चोर व तबाह का सबत ू होगा!
काल गाय व काले कुते को रोट दे ना मददगार होगा ले कन अगर काल गाय व
काला कुता घर म पालतू हो तो कसी बाहर के इ सान से इनको रोट न खलाने दे
वरना फायदे क जगह नुकसान होगा या न कुल बाहर वाल के दख ु द र गाय
और कुते के वारा अपने घर म जमा होते रहगे!

शुकर- बुध- राहू

शक ु र- बुध- राहू संयु त के समय एक से अ धक शा दय क संभावना हुआ करती


है , ले कन शा दयाँ चाहे कतनी भी ह गह
ृ त सख
ु व औलाद सख
ु मंदा ह हुआ
करता है खासकर जब यह तीन ह खाना नंबर- 7 म ह !

शुकर- बुध- केतू

शक
ु र- बध
ु - केत ू संयु त के समय तीन ह ह मंदा असर दगे खासकर जब यह
शकु र- बध
ु - केत ू संयु त के समय तीन ह ह मंदा असर दगे खासकर जब यह
यु त खाना नंबर- 7 म हो तो शाद और औलाद म स त खरा बयाँ ह गी!

शुकर- सनीचर- केतू

शुकर- सनीचर- केत ू संयु त तो एक ह समय म दो केतू ह गे और सनीचर शुकर


क आँख होता है ! तीन ह संयु त के समय एक ह मैदान म कामवासना का खेल
खेलने वाले दो खला ड़य जैसे स भाव का जातक होगा या न ऐसा जातक
कामवासना का पतु ला होगा! अपने च र क कमजोर के कारन अपने भ व य व
गह
ृ त को कोढ़ क तरह काले सफ़ेद दाग लगा कर भी खुश होता होगा या न ऐसा
जातक अपनी च र ह नता के सामने खुद क इ ज़त तक क परवाह नह ं करे गा!

शुकर- राहू- केतू

शकु र- राहू- केत ू संयु त को समझने के लए राहू- केतू का इ ठा असर यान म


रखना ज़ र है य क दोन ह एक दस ू रे से सात थान पर हुआ करते ह
ले कन ि ट के असल ू से से जो ह पहले होगा और दस ू रे को दे खता होगा तो दे खा
जाने वाले ह म अपना असर मला कर एक हो जाएंगे “चोरां टोल इ को बोल ”
ऐसे म न सफ गह ृ त व औलाद का सुख खराब होगा बि क साथ का रहने वाला
पढ़ोसी भी द ु खया होगा खासकर जब तीन ह टे वे के पहले घर म संयु त ह !
साथ लगते हुये घर म लड़ कय क शा दयाँ नह ं हुआ करती!
Chapter 5
मंगल के साथ दो ह
मंगल- बध
ु - सनीचर

मंगल- बध
ु - सनीचर संयु त ह चाल के अनस ु ार दो मंदे साँप अब इस यु त के
समय सनीचर दो गुना मंदा असर दे गा सेहत के मामले म आँख क खरा बयाँ,
ना ड़य या खून से संबि धत नु स और धन के मामले म क मत मंद होगी!

उपाओ:

जब तीन ह खाना नंबर- 6 म संयु त ह तो साँप क खुराक दध


ू या
बह
ृ प त क चीज़ धरम थान म दे ने से तीन ह नेक ह गे!
जब तीन ह खाना नंबर- 12 या 2 म ह तो पताशे धरम थान म दे ने से
असर नेक होगा!
तीन ेह क यु त के समय मामंू बरबाद ह गे अगर कोई बच भी जाए साधू
होकर िज़ंदा रह पाएगा, मग
ृ शाला का इ तेमाल मददगार होगा!

मंगल- सनीचर- केतू

मंगल- सनीचर- केतू संयु त के समय मंगल बद का असर ज़ोर पर होगा! मकान
(सनीचर) आमतौर पर क चा और प का ह सा मलकर बना हुआ होगा िजसम
नीम का दर त (मंगल) व कुता (केत)ू मोजूद ह गे और तीन का फल मंदा होगा!
Chapter 6
बध
ु के साथ दो ह
बध
ु - सनीचर- राहू

बधु - सनीचर- राहू संयु त के समय आमतौर पर वह फल हुआ करता है जो शक ु र-


बुध- राहू क यु त के समय होता है , जैसे शाद एक से अ धक होना या न कई
औरत से स बंध, ले कन इसके बावजूद गह ृ त जीवन सुखी नह ं होगा और औलाद
का सुख भी मंदा हुआ करता है खासकर जब यह तीन ह खाना बर- 7 म
संयु त ह !

बध
ु - राहू- केतू

बध
ु - राहू- केत ू संयु त के समय हर व त सर पर मौत गँज
ू ती होगी खासकर जब
वषफल के अनुसार तीन ह खाना नंबर- 1 म आय (राहू/केत ू आमने सामने के घर
म हुआ करते ह ले कन वषफल के अनुसार जब साथ लगते घर म ह तो एक घर
म मल सकते ह) इसक नशानी होगी जातक क ज़ब ु ान व हलक के क वे का रं ग
कालापन लए हुये होगा ऐसे म जातक अपने खून के सभी रशतेदार क बरबाद
का कारन होगा, खदु भी स तानह न होकर नहायत मंद मौत मरे गा!
बध
ु - राहू- केत ू क यु त के समय य द सनीचर खाना नंबर- 8 म हो तो सभी ह
खाना नंबर- 8 म संयु त गने जाएंगे और बुध- राहू- केत ू का अपना- अपना शुभ
या अशभ ु फल होगा जैसी क टे वे म उनक ि तथी हो!
Chapter 7
सनीचर- राहू- केतू
सनीचर- राहू- केतू
तीन का मु तरका टोला पापी ह कहलाता है ,

िजसका असर ह बेज़ैल(नीचे लखे अनुसार) होगा!

तीन काल ल
ै ोक टोला- पापी ह 3 होता हो
पाप क म ल पाप बनाता- दरबार श न ले जाता हो

हलक़ का क वा हो घर 8 – श न जहां ख़ुद रहता हो

राहू दाय और केत ू बाय- श न मयाने होता हो

तीन पापी से कोई अकेला- पापी द गर से मलता जो

तासीर असर सब उतम होगा– लेख मंदा नह ं करता हो

पाप मंदा ख़ुद पापी मंदे- बेड़ी भर जा डुबोता हो

गऊ ास फल उतम दे वे- न ट ज़हर पापी करता जो

पापी मंदे गु हो ख़द
ु मंदा- फैसला श न एक करता हो
मकान श न नेक हालत बनता– उलट बने गरवाता/ बकवाता हो

दो त बराबर पापी इ ठा- पाप आदत नह ं छोड़ता हो


असर मंदा ख़ुद दो त अपना– बैठे इ ठा दे ता हो

राहू व केत ू संयु त को या दोन ेह को पाप कह कर पक


ु ारा तो जब सनीचर भी
साथ हुआ तो तीन का संयु त नाम पापी हुआ! लाल कताब अनुसार राहू व केतू
को सनीचर के स भाव का माना ले कन दोन म ह सनीचर जैसी ताकत नह !ं
राहू व केत ू म से जो भी पहले के घर (1 से 6) म हो सनीचर उसी के स भाव का
माना जाएगा, जैसे राहू पहले के घर म हो तो सनीचर राहू स भाव या न पापी
गना जाएगा और इसी तरह केत ू पहले के घर म तो सनीचर केत ू के स भाव का
होगा! इस तरह से यह दोन सनीचर के स भाव म त द ल पैदा करते ह! राहू व
केत ू सनीचर क शरारत तो हो सकते ह ले कन सनीचर क शरारत का प रणाम
नह !ं

तीन ह ेह क बैठक खाना नंबर- 8 म है और शर र म तालू का ह सा है िजसम


तीन ह ेह क बैठक खाना नंबर- 8 म है और शर र म ताल ू का ह सा है िजसम
हलक़ का क वा (सनीचर) म य म दायीं तरफ राहू और बायीं तरफ केत ू हुआ! िजस
भी जातक क कंु डल म तीन संयु त ह उसक ज़ब
ु ान से नकला मंदा वचन स य
हुआ करता है इस लए काल ज़ुबान वाला कह कर पुकारा जाता है !

पापी ेह का आम सुभाओ

1. जब कभी पापी ेह का द ु मन ह अकेला पापी ेह के मक़


ु ाबला हो
तो पापी ह उस ह क ताकत को बरबाद करते ह!
2. जब दो या दो से यादा ह पापी ेह के मुक़ाबला पर ह तो पापी
ेह म द ु मन ह को ख म करने क ताकत दो गुनी या न यादा
होती जाएगी और पापी ेह म पाप करने क ह मत और भी बढ़ती
जाएगी!
3. राहू व केतू छाया ह माने ह यह केवल सूरज व चंदर को हण नह ं
लगते बि क दस ू रे ेह के साथ भी ऐसी द वार क तरह चलते ह जो
उस ह के परभाव को रोकते ह!
4. जब कभी कसी पापी ह के मक़
ु ाबला पर कोई द ु मन ह बैठा हो
और साथ कोई पापी ेह का दो त ह भी हो तो यह अपने दो त ह
को भी नह ं शगे और ऐसी बुर मार मरे ग क उस ह क कारक
चीज को बरबाद करे के दम लगे और नहायत बरु ा फल दया करते ह!
5. य द दो पापी ेह (सनीचर- राहू या सनीचर- केत)ू के साथ तीसरा ह
बह
ृ प त, चंदर या बध
ु बैठा हो तो तीन ेह का फल मंदा होगा जैसे
सनीचर व केतू के साथ बह
ृ प त बैठा हो तो बुर हवा के हमल से
औलाद क अचानक मौत हुआ करती है !
6. जब कोई दो पापी ह पहले के घर म या बाद के घर म संयु त ह
तो तीसरा पापी भी साथ मला हुआ गना जाएगा तो दोन संयु त ेह
के कारक र तेदार पर बुरा असर डालेगा ले कन जातक के लए दो
पापी ह संयु त होते हुये भी बुरा फल नह ं दे त!े

7. जब यह तय हो जाए क संयु त पापी ह मंदा फल दे रहे ह तो


7. जब यह तय हो जाए क संयु त पापी ह मंदा फल दे रहे ह तो
बह
ृ प त भी मंदा ह फल दे गा!
चार ह
Chapter 1
बह
ृ प त के साथ तीन ह
बह
ृ प त- सरू ज- चंदर- मंगल

बह
ृ प त- सरू ज- चंदर- मंगल टे वे म संयु त के समय जातक का यि त व उतम
बहृ प त के समान होगा! पूरा संसार ऐसे जातक का आदर मान कया करता है ! इन
चार ेह क यु त टे वे म कह ं भी हो ले कन बह
ृ प त खाना नंबर- 4 का उ च फल
साथ होगा!

बह
ृ प त- सूरज- शुकर- मंगल

बह ृ प त- सूरज- शुकर- मंगल संयु त के समय तीन नर ेह के शुकर जो ी ह


है एक गाय क तरह होगा िजसक छ छाया म तीन शेर मलकर भी आराम ह
करगे न क गाय पर हमला! ऐसा जातक ानी, यागी और क मत वाला हुआ
करता है या यं ू समझ तीन शेर के साथ गाय भी सु खया होगी! जातक उ च कुल
का और क मत वाला होगा जो हर जगह वजय ा त करे !

बह
ृ प त- सूरज- शुकर- बुध

बह
ृ प त- सूरज- शुकर- बुध संयु त के समय तीन ह खाना नंबर- 3 म ह और
खाना नंबर- 11 खाल हो तो सब ु ह के समय सरू ज क तरफ को मंह
ु करके गाय ी
पाठ करने से भा य बुल द होगा

बह
ृ प त- चंदर- बुध- सनीचर

बह
ृ प त- चंदर- बुध- सनीचर खाना नंबर- 2 म संयु त ह तो जातक क संगत
मंद हुआ करती है और जातक खोटे करम व पापी तबीयत होगा! यह चार ह
अगर खाना नंबर- 6 म संयु त ह तो जातक नेक संगत का मा लक होगा, धन-
दौलत उ दा और नेक नाम वाला होगा!

बह
ृ प त- चंदर- बुध- राहू

बह
ृ प त- चंदर- बुध- राहू संयु त के समय राहू का असर 42 साल क उ तक
खराब हुआ करता है ! िजस घर म यह चार ह बैठे ह उस घर जानदार व बेजान
चीज के लए फल मंदा होगा! कभी- कभी चार ह ह आपस म द ु मन होते हुये
और जो दो त ह वोह दस
ू रे दो त जोड़े से मलकर नेक असर दे दया करते ह!

बह
ृ प त- बुध- सनीचर- राहू

बह
ृ प त- बुध- सनीचर- राहू अगर टे वे के खाना नंबर- 12 म सयु त ह िजस काम
म भी जातक पया पैसा लगाएगा उसी म सब बबाद करता चला जाएगा ले कन
अगर ससरु ाल(राहू) या चाचा(सनीचर) के पैसे से कारोबार करे तो उतम लाभ होगा!
Chapter 2
सरू ज के साथ तीन ह
सरू ज- चंदर- शक
ु र- बध

सरू ज- चंदर- शक
ु र- बध
ु क यु त वाला जातक नेक तबीयत और भले काम करने
वाला हुआ करता है ! माता- पता क धन- दौलत क ि तथी उतम और मान इ ज़त
वाले ह गे!

सरू ज- चंदर- मंगल- सनीचर

सरू ज- चंदर- मंगल- सनीचर खाना नंबर- 8 या 2 या 6 या 12 म से कसी एक म


संयु त ह या इन घर म एक- एक करके बैठे ह तो चार आपस म इ ठे गने
जाएंगे य क 2 का ह 6 के ह से मलकर उसका असर साथ लेकर खाना
नंबर- 12 के ह म जा मलेगा और फर तीन का असर खाना नंबर- 8 के ह म
शा मल होगा! यह ि तथी आमतौर पर मंदा फल दया करती है !

सरू ज- चंदर- बध
ु - केतू

सरू ज- चंदर- बध
ु - केत ू क यु त अशभ
ु हुआ करती है ! इस यु त वाले जातक के
पता क मौत पानी म डूबने से हुआ करती है या वो आ मह या कया करता है !

सरू ज- शक
ु र- बध
ु - सनीचर

सरू ज- शक
ु र- बध
ु - सनीचर क यु त नहायत मंद हुआ करती है ! जब यह यु त
खाना नंबर- 4 म हो तो जातक अपना सारा जीवन धन जोड़ने म बता दे गा ले कन
उसका इ तेमाल दस ू रे कया करते ह! दो औरत के होते हुये दोन क दोन बेऔलाद
हुआ करती ह और इनका चाल चलन भी ठ क नह ं हुआ करता! ख़द ु जातक क
िजंदगी भी बेमायनी हुआ करती है और आ खर व त क टपूण हुआ करता है यहाँ
तक क जातक पानी क बंद ू को तरस जाए!

सूरज- मंगल- बुध- सनीचर

सूरज- मंगल- बुध- सनीचर संयु त के समय जातक का जीवन उस उड़ते पतंग क
तरह हुआ करता है िजसका कोई ठकाना नह ं होता! टे वे के िजस घर म इन चार
ेह क यु त होगी उस घर क जानदार व बेजान चीज पर चार ेह का मंदा
असर होगा!
य द यह चार ह न ट हो रहे ह तो जातक म लाख लोग से मक़ु ाबला करने क
ताकत हुआ करती है और य द चार ह कायम ह तो जातक दस ू र को लूट- लूट
कर धनवान हुआ करता है !
Chapter 3
चंदर के साथ तीन ह
चंदर- शक
ु र- मंगल- बध

चंदर- शक
ु र- मंगल- बध
ु क यु त अशभ
ु हुआ करती है ! चार ह ेह का फल मंदा
होगा और यह मंदा असर उस दन ख म होगा िजस दन जातक अपनी लड़क क
शाद करे गा!

चंदर- शक
ु र- मंगल- सनीचर

चंदर- शक
ु र- मंगल- सनीचर टे वे म संयु त और दल रे खा आगे से दो शाखाइ हो
तो राजदरबार से संबंध उतम हुआ करते ह! गुज़ारा अ छा हुआ करता है खासकर
जब यह यु त खाना नंबर- 2 म हो

चंदर- शुकर- बुध- सनीचर

चंदर- शुकर- बुध- सनीचर टे वे म संयु त होने के समय माता खानदान के लए


असर मंदा हुआ करता है और माता के खून के रशतेदार म िजस दन कोई ब चा
जनम लेगा उसी कसी एक यि त क मौत हो जाया करती है !
Chapter 4
शक
ु र के साथ तीन ह!
शक
ु र- मंगल- बध
ु - राहू या केतू

शक
ु र- मंगल- बध
ु - राहू या केत ू जब भी चार ह संयु त ह तो शाद म आमलोग
बर खलाफ़ हुआ करते है और धन हा न भी हुआ करती है खासकर जब यह यु त
खाना नंबर- 7 म हो!
Chapter 5
मंगल के साथ तीन ह!
मंगल- बध
ु - सनीचर- राहू

मंगल- बधु - सनीचर- राहू क यु त के समय िजस घर म चार ह ह उस घर पर


कोई बुरा असर नह ं होगा!
इस यु त के समय जातक के अपने सगे भाइय म से कोई एक म छ रे खा वाला
होगा िजसके पास खबू धन होगा और कोई एक बेऔलाद होगा! आमतौर पर ऐसे
जातक के यहाँ चोर से धन हा न हुआ करती है ! चार ेह म से बुध मंदा हो तो
लड़ कयां दख
ु ी और बीमार हुआ करती ह! इस बुरे असर को दरू करने के लए घर
क दहल ज़ के नीचे चाँद क तार डलवाएँ जो क चपट होनी चा हए! तार क
ल बाई दहल ज़ के बराबर होनी चा हए चौड़ाई क कोई शत नह !ं
पंचायत- 5 ह!
पंचायत- 5 ह

पंचायत या न पाँच ेह का कंु डल के कसी एक घर/खाना म इ ठा/संयु त होना! सबसे


उतम पंचायत वह है िजसम बध ु शा मल न हो ले कन राहू या केतू म से कोई एक ज़ र
शा मल हो!

नर ेह व ी ेह (िजसम बध
ु न हो) के साथ कसी पापी ह का संयु त होना क
पंचायत हो तो जातक क मत का धनी, उ च अ धकार , नेक औलाद वाला होता है ! जातक
को दौलत, गह
ृ त व औलाद का पणू सखु हुआ करता है , ख़द
ु क उ ल बी हो चाहे
जातक द ु नयावी बात म बेअकल ह य न हो “अ ल का अंधा व म ी का माधो”!

टे वे म बह
ृ प त- सूरज- शुकर- बध
ु - सनीचर संयु त ह तो:

1. खाना नंबर- 1 से 6 म से कसी एक म यह ह ि तथी होने से फल नेक व उतम होगा!


2. खाना नंबर- 7 से 12 म ऊपर दये ेह म से बध
ु न हो ले कन राहू या केतू हो तो अपनी
मेहनत से धनवान बना होगा और हर हालत म दौलत और इ ज़त का मा लक होगा!

अगर कंु डल म बयान शुदा ह ि तथी के अनस


ु ार पंचायत मौजूद हो तो हर हालत म
असर उतम व नेक होगा चाहे ऐसा जातक हर क म के ऐब(मंद आदत ) का मा लक ह
हो तो भी हर हालत म दस ू र से उतम होगा!
अगर पंचायत तो मौजूद हो ले कन उसम कोई पापी ह शा मल न हो तो ऐसी पंचायत का
कोई फ़ायदा नह ं इस लए ऐसी ि तथी म जातक को ख़द ु पापी या न शरारती होना पढ़े गा
तभी यह पांच ह पंचायत का उतम फल दगे वरना उस जातक क आँख के सामने
उसका घरबार, धन- दौलत लट ु ता होगा! अगर जातक को धरमी ह रहना हो तो पापी ेह
क चीज़ लोग को मु त बांटना नेक असर पैदा करे गा! उधाहरण के तौर पर:

1. राहू के लए जौ व ना रयल आ द!
2. केतू के लए केले या खटाई वाल चीज़!
3. सनीचर के लए बादाम, सगरे ट/बीड़ी या नशे क दस
ू र चीज़!
4. सबसे उतम तो होगा जातक ख़द
ु ह अधम हो जाय!
तमाम ह

राहू या केत ू आपस म एक से गनने पर दस ू रा सात घर म हुआ करता है इस लए


एक अगर पहले के घर म हो तो दस ू रा बाद के घर म होगा ले कन ि ट के
अनुसार जब पहला बैठा होने वाला ह दस ू रे को दे ख रहा होता है तो दोन आपस म
मले हुये गने जाएंगे और साथ बैठे हुये ह भी उनके साथ ह ह गे, इस असल ू के
अनसु ार अगर राहू पहले घर म हो और बाक के सभी ह बाद के घर म केत ू के
साथ ह तो कुल 9 के 9 ह एक घर म माने जाएंगे तो:

खाना नंबर असर होगा


2 जातक हुकमरान होगा!

3 जातक कसी राजा के समान मान इ ज़त वाला होगा!

8 जातक मान इ ज़त वाला उ चा धकार होगा जो सफ खुद को


बढ़ाता होगा!

9 जातक म नीचे दये हुये च के अनुसार गुण ह गे!

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