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Ch - 4 अकबरी लोटा
Ch - 4 अकबरी लोटा
Ch - 4 अकबरी लोटा
उत्तर - झाऊलाल को अंग्रेजी भाषा में गाललयों के प्रकांड कोष ज्ञान हुआ।
उत्तर- बबलवासी लमश्र ने जब अंग्रेज को यह बिाया कक यह एक प्रलसद्ध ऐतिहालसक अकबरी लोटा है ,जजसकी
िलाश में संसार भर के म्यूज़ियम परे शान है। यह सुनकर अंग्रेज लोटे से प्रभाववि हुआ।
उत्तर- लोटे के असली ग्राहक और कीमि का फैसला बोली लगाकर ककया गया। नीलामी में पंडडि बबलवासी ने सबसे
पहले 50 रुपए की बोली लगाई कफर अंग्रेज ने 100 रुपए की। इसी प्रकार बोली बढ़िी गई और अंग्रेज ने 500 रुपए
में लोटा खरीद ललया।
उत्तर- झाऊलाल अपनी छि की मुंडेर पर खडे होकर लोटे से पानी पी रहे थे अचानक उनके हाथ से लोटा छूट गया
और दक
ु ान के साहहबान से टकराकर एक अंग्रेज के बूट पर जा गगरा। उस लोटे में भरे पानी से अंग्रेज ऊपर से नीचे
िक भीग गया।
प्रश्न ख- मेजर डगलस कौन थे? अंग्रेज साहब ने डगलस से संबंगधि कौन सा ककस्सा सुनाया?
*मल्
ू यपरक प्रश्न*
प्रश्न- पाठ के आधार पर बिाइए कक जीवन में आई परे शातनयों को हम कैसे दरू कर सकिे हैं?
उत्तर- जीवन में आई परे शातनयों को हम अपनी बुद्गध का ठीक ढं ग से प्रयोग करके दरू कर सकिे हैं। जजस प्रकार
पंडडि बबल वासी ने झाऊलाल की मदद करने के ललए अंग्रेज को ऐतिहालसक चीज का झााँसा दे कर लोटे को बेच
हदया।