Professional Documents
Culture Documents
Amukh
Amukh
मानव के स पण
ू
वकास तथा उरोतर गत म शा का महवूपण
योगदान है । "ान एक
ऐसा गुण है जो मनु'य को अ)य ा*णय+ से ,े'ठ व भ)न बनाता है । कहा गया है 0क
मन'ु य को ई2वर 3वारा बनाया गया है । ले0कन उसके अ)दर "ान का काश शक 3वारा
ह5 जलाया जाता है । अथा त ् ई2वर 3वारा नम त मन'ु य म "ान का संचार व "ान त'ठा
िजसके 3वारा क: जाती है , वह5 शक है । अतः शक को एक कुशल अभय)ता माना जाता
है , साथ ह5 शै=क 0>या म मुख संचालक के @प म शक को के)A5य Bथान ाCत होता
भूमकाएं नभानी होती है । इन भूमकाओं को नभाते हुए शक 3वारा अनेक कार के काय
गुणवता हम शा तथा शक के 0कन कारको 3वारा बढ़ा सकते है । इसलए आव2यक हो
काक व इसका ब)धन, शण 0>या का के)A5य Nब)द ु शक, शक का Hयवहार,
अभमता भावी हो िजससे भावी नागPरको (व3याJथ य+) के Oहत+ क: रा करते हुए
रा'Q5य लRय+ को ाCत 0कया जा सके और शा म अपे=त सामािजक पPरवत न का भावी
यास 0कया है । आशा क: जाती है 0क शोध नीत नधा रको व शोधाJथ य+ को इन कारक+ या
सव थम मZ व3या क: अJध'ठाTी माँ सरवती के त [नदय से आभार कट करती हूँ
़
शोधकTU अपने शोध पय
वेक परम ् आदरणीय डॉ. अर
वद आशया क: सदै व आभार5 रहे गी,
िज)होने अपना पूण सहयोग, Bनेह व समय-समय पर माग दश न दान 0कया, मेर5 कमय+ व
TOु टय+ को सुधार कर तथा समय-समय पर उJचत नद_ शन दे कर शोध काय के लए
उसाहवध न 0कया। आपके माग दश न एवं नद_ शन के अभाव म यह शोध काय स प)न करना
अस भव था। अतः मZ वनत भाव से उनके त अपना हाOद क णाम "ापत करते हुए
मZ, परम ् आदरणीय डॉ. एम.पी. शमा सर, डॉ. डी.एन. दानी सर, डॉ. ए.बी. फाटक सर तथा
डॉ. बी.एम. दाधीच सर के त कृत"ता Hय`त करती हूँ, िज)ह+ने शोधकाय को परू ा करने म
मZ, शा संकाय चेयरपस न ी सी.आर सुथार, वभागाGय डॉ. अपना संह , व3या भवन
कॉलेज ंसपल डॉ. सुषमा तलेसरा, सभी कॉलेज व व2वव3यालय पुBतकालय अGय+ का
तलेOदल से आभार Hय`त करती हूँ, िजनका मुझे इस शोधकाय हे तु पूण सहयोग मला।
भी [नदय से आभार5 हूँ िज)ह+ने द संकलन म सहयोग दान 0कया। इसी संग मे मZ, भंवर
कंवर संBथान के नद_ शक, ाचाय
व समBत सदBय+ का भी आभार Hय`त करती हूँ िज)हांने
Bतत
ु शोध काय
हे तु मझ
ु े ेPरत 0कया।
एवं ससुर ी बीरबल संह, सास ीमती मनोहर दे वी के त कृत"ता Hय`त करती हूँ
पूण हो सका। साथ ह5 मेरे भाई महे $ संह, महे श कुमार भाभी सु%नता, उमेश, बOहन ब%नता
ननद मुकेश, %नमला व दे वर राजेश कुमार का भी आभार Hय`त करती हूँ िज)ह+ने नर)तर
मZ अपने चाचाजी ी महावीर संह चौधर का तहे Oदल से आभार Hय`त करती हूँ इनका मुझे
मZ अपने पत ी राकेश कुमार खा*खल का हाOद क आभार Hय`त करती हूँ िजनका मुझे इस
शोध काय को समय से पूरा करने म हमेशा भावामक सहयोग व ोसाहन मला व मेरे
टं कण काय को समय पर पूरा 0कया। साथ ह5 आभार Hय`त करती हूँ मेरे Cयारे पुT शवांश
(अंश)ू का, िजसने मेर5 शोध काय म भागीदार5 के कारण अपने बचपन के वभ)न Cयारे पल+
मZ मेर5 दोBत 0यो%त मा का तहे Oदल से आभार Hय`त करती हूँ िजनका मुझे एक बड़ी
बOहन क: तरह अपनव तथा ेम मला जो मेरे लए अवBमरणीय रहे गा।
अ%नता कुमार