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सं.

66/175/2015-डब्ल्यूई
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रजलय
(पवन ऊर्जा प्रभजग)
ब्ललॉक सं. 14, सीर्ीओ कॉम्पलेक्स,
लोधी रोड, नई दि्ली-110003
दिनजंकः 5 अगस्त, 2016

पवन ववद्युत पररयोर्नजओं में सुधजर (ररपजवररं ग) के ललए नीलत

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रजलय एतिद्वजरज दितधजरकों और सजमजन्य र्नतज की र्जनकजरी के ललए पवन ववद्युत
पररयोर्नजओं में रीपजवररं ग के ललए नीलत र्जरी करतज िै ।

(र्े.के. र्ेठजनी)
वैज्ञजलनक-डी
पवन ववद्युत पररयोर्नजओं में सुधजर (रीपजवररं ग) के ललए नीलत
1. प्रस्तजवनज
भजरत में अक्षय ववद्युत क्षमतज कज बडज दिस्सज पवन ऊर्जा कज िै। भजरत ने 1990 से पिले पवन ववद्युत कज उपयोग
करनज आरंभ दकयज। वतामजन स्थजवपत क्षमतज 27 गीगजवजट से अलधक िै र्ो चीन, अमेररकज और र्मानी के बजि ववश्व
में चौथी सबसे बडी क्षमतज िै ।
वर्ा 2000 तक स्थजवपत अलधकजंश पवन-टबजाइन 500 दकलोवजट से कम क्षमतज के िैं और सजइटों पर उच्च पवन
ऊर्जा संभजव्यतज िै। अनुमजन िै दक 3000 मेगजवजट से अलधक क्षमतज की स्थजपनज लगभग 5000 दकलोवजट यज इससे
कम के पवन टबजाइनों से िै । पवन ऊर्जा संसजधनों कज अलधकतम उपयोग करने के ललए, सुधजर की आवश्यकतज िै ।
2. उद्दे श्य:
सुधजर नीलत कज उद्देश्य सुधजर (रीपजवररं ग) के ललए सुववधजर्नक ढजाँचज तैयजर करके पवन ऊर्जा संसजधनों के
अलधकतम उपयोग को बढजवज िे नज िै।
3. पजत्रतज:
आरं भ में, नीलत के अनुसजर 1 मेगजवजट और इससे कम क्षमतज के पवन टबजाइन र्नरे टर सुधजर (रीपजवररं ग) के ललए
पजत्र िोंगे। अनुभव के आधजर पर, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रजलय सुधजर नीलत को अन्य पररयोर्नजओं पर भी
लजगू कर सकतज िै।
4. प्रोत्सजिन:
(I) पररयोर्नजओं में सुधजर करने के ललए, भजरतीय अक्षय ऊर्जा ववकजस संस्थज (इरे डज) इरे डज द्वजरज ववत्त पोवर्त की र्ज
रिी नई पवन पररयोर्नजओं को उपलब्लध ब्लयजर् िर छूट के अलतररक्त 0.25 प्रलतशत की अलतररक्त ब्लयजर् िर में
छूट प्रिजन करे गी।
(ii) नवीन पवन पररयोर्नजओं को उपलब्लध सभी रजर्कोर्ीय एवं ववत्तीय लजभ लजगू शतो के अनुसजर पररयोर्नज
सुधजर के ललए भी उपलब्लध िोंगे।
5. कजयजान्वयन व्यवस्थजएं:
रीपजवररं ग पररयोर्नजओं कज कजयजान्वयन रजज्य में पवन ऊर्जा को बढजवज िे ने में लगी संबंलधत रजज्य नोडल
एर्ेंसी/संगठन के र्ररए दकयज र्जएगज।
6. रजज्यों द्वजरज िी र्जने वजली सिजयतज:
(i) यदि पुललंग स्टेशन से पजरे र्ण प्रणजली को आगे बढजने की आवश्यकतज िै , तो इसे संबंलधत रजज्य पजरे र्ण
यूदटललटी द्वजरज दकयज र्जएगज।
(ii) यदि रजज्य दडस्कॉम द्वजरज पीपीए के र्ररए ववद्युत की खरीि की र्ज रिी िै, तो रीपजवररं ग से पिले ववगत तीन वर्ा
के उत्पजिन के औसत के अनुरूप उत्पजदित ववद्युत की खरीि, प्रचललत पीपीए की शतों पर की र्जती रिे गी और
दडस्कॉम द्वजरज शेर् अलतररक्त उत्पजदित ववद्युत की खरीि पररयोर्नज सुधजर दकए र्जने के समय रजज्य में लजगू
फीड-इन-टै ररफ पर की र्जएगी और/अथवज तीसरे पक्ष को बेचने की अनुमलत िोगी।
(iii) रजज्य उच्चतर क्षमतज के टबजाइनों के ललए अपेक्षक्षत अलतररक्त मजत्रज के अलधग्रिण को सुववधजर्नक बनजएगज।
(iv) पवन टबजाइनों की स्थजपनज के ललए मजइक्रो सीदटं ग िे तु 7डी×5डी मजनिं डों में छूट िी र्जएगी।
(v) रीपजवररं ग दकए र्ज रिे ववंड फजमा/टबजाइन को रीपजवररं ग करने की अवलध के िौरजन ववंड फजमा/टबजाइन से उत्पजिन
उपलब्लध निीं िोने के कजरण पीपीए कज अनुपजलन निीं करने से छूट प्रिजन दकयज र्जएगज। इसी तरि, केक्षटटव
प्रयोक्तज द्वजरज रीपजवररं ग के मजमले में उन्िें लनयजमक द्वजरज यथज लनधजाररत शु्कों के भुगतजन पर रीपजवररं ग करने
की अवलध के िौरजन लग्रड से ववद्युत की खरीि करने कज अनुमलत िी र्जएगी।
7. ववत्तीय पररव्यय:
सुधजर (रीपजवररं ग) नीलत कजयजाक्षन्वत करने के ललए एमएनआरई द्वजरज दकसी अलतररक्त ववत्तीय िे निजरी की पूती निीं
की र्जएगी। नई पवन ववद्युत पररयोर्नजओं के ललए लजगू शतों के अनुसजर सुधजर (रीपजवररं ग) पररयोर्नजओं को
त्वररत ह्रजस लजभ अथवज र्ीबीआई उपलब्लध िो सकतज िै ।
8. समीक्षज:
सरकजर द्वजरज र्रूरत पडने पर सुधजर (रीपजवररं ग) नीलत की समीक्षज की र्जएगी।

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