Professional Documents
Culture Documents
27 11 2019 Human Digestive System Hindi Corrected 43 20
27 11 2019 Human Digestive System Hindi Corrected 43 20
27 11 2019 Human Digestive System Hindi Corrected 43 20
com
pg. 1
www.byjusexamprep.com
परिचय
िममक वत्त
ृ ों में मिकड़नेवाली गतिववधि
• यह महत्वपण
ू च है क्रक भोिन पोिण संबंधी नली क़े प्रत्य़ेक भाग में ठीक स़े संसाथधत हो। इस
प्रकार, नली की मांसप़ेशीय परत भोिन को एक भाग स़े दस
ू ऱे भाग में षवर्नयममत तरीक़े स़े
स्िानांतररत करती है ।
pg. 2
www.byjusexamprep.com
• छोटी आंत पोिण संबंधी नली का सबस़े लंबा हहस्सा है । यह छोटी सी िगह में व्यवजस्ित होऩे
क़े मलए अत्यथधक कंु डमलत होता है ।
• शाकाहारी िीवों में मांसाहारी की तुलना में अप़ेक्षाकृत लंबी छोटी आंत होती है । ऐसा इसमलए है
क्योंक्रक मांस िहटल स़ेल्यल
ू ोि की तल
ु ना में पचाऩे में आसान है ।
• छोटी आंत को काबोहाइड्ऱेट, वसा और प्रोटीन क़े मलए पण
ू च पाचन का स्िल माना िाता है ।
• यह यकृत और अग्नन्याशय स़े स्राव प्रासत करता है ।
• यकृत यहां षपत्त रस का स्राव करता है । षपत्त रस भोिन की प्रकृर्त को क्षारीय में बदलऩे में मदद
करता है । यह सुर्नजश्चत करऩे क़े मलए क्रक अग्ननाशयी रस भोिन पर ठीक स़े प्रर्तक्रिया कर
सक़े। षपत्त रस वसा क़े बड़े गोल़े को भी छोट़े में तोड द़े ता है । इस प्रक्रिया को पायसीकरण कहा
िाता है ।
• अग्नन्याशय अग्ननाशयी रस को छोटी आंत में छोडता है। इस रस में हिजससन और लाइप़ेि एंिाइम
होता है । हिजससन प्रोटीन को पचाता है और लाइप़ेस इमल्सीफाइड वसा पर कायच करता है ।
pg. 3
www.byjusexamprep.com
• छोटी आंत की आंतररक परत में ग्रंथियां होती हैं िो आंतों क़े रस को छोडती हैं। आंतों क़े रस
भी प्रकृर्त में क्षारीय होत़े हैं। इन रसों में षवमभन्न प्रकार क़े एंिाइम होत़े हैं, जिनक़े नाम हैं,
इऱे जससन, माल्ट़े ज़, सुि़ेज़, लैक्ट़े ज़, मलप़ेज़।
• एऱे जससन: श़ेि प्रोटीन और प़ेसटोन को अमीनो एमसड में पचाता है ।
• माल्ट़े स: माल्टोि को ग्नलूकोि में पचाता है ।
• सुि़ेि: सुिोि को ग्नलूकोि और फ्रुक्टोि में पचाता है।
• लैक्ट़े ि: लैक्टोि को ग्नलक
ू ोि और गैल़ेक्टोि में पचाता है ।
• लाइप़ेि: पायसीकारी वसा को जग्नलसरॉल और फैटी एमसड में पचाता है ।
• एक स्वस्ि व्यजक्त प्रर्त हदन 2 लीटर आंत्ररक रस स्राषवत करता है ।
• पचा हुआ भोिन षवली क़े माध्यम स़े छोटी आंतों में अवशोषित होता है ।
• षवली उं गली की तरह छोटी आंत की अंदरूनी परत क़े साि उठा हुआ भाग है । य़े अवशोिण क़े
सतह क्ष़ेर को बढाऩे क़े मलए होता हैं।
• उन्हें रक्त वाहहकाओं क़े साि बड़े पैमाऩे पर आपर्ू तच की िाती है । य़े रक्त वाहहकाएं खाद्य पोिक
तत्वों को अवशोषित करती हैं और इस़े शरीर क़े प्रत्य़ेक कोमशका में स्िानांतररत करती हैं।
कोमशकाएं उन पोिक तत्वों को नुकसान पहुंचाऩे वाल़े ऊतकों की मरम्मत, नए ऊतकों क़े र्नमाचण
और काम करऩे ह़े तु ऊिाच प्रासत करऩे क़े मलए उपयोग की िाती हैं।
• इसक़े बाद भोिन को बडी आंत में स्िानांतररत क्रकया िाता है ।
कछ िथ्य:
• यकृत मानव शरीर की सबस़े बडी ग्रंथि है , जिसका विन 1.5-2 क्रकलोग्राम है ।
pg. 4
www.byjusexamprep.com
pg. 5