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मे रे हसबैं ड के लिए मे रा गिफ्ट

मे रा नाम प्रिया है , उम्र 35 वर्ष । ये मे री खु द की कहानी करीब 5 साल पु रानी है जब मे री शादी को करीब 3
साल हो चु के थे ।

कहानी शु रू करने से पहले मैं थोड़ा अपनी काले ज के बारे में बता दं ,ू में अपने कॉले ज की सबसे इनटे लिजे ट
स्टू डेंट थी, पर दिखने में मैं एक सामान्य लड़की थी या कहिये सामान्य से भी नीचे । मैं जरा भी अटरे क्टिव
नही थी । मे रे साथ एक बहुत सुं दर लड़की सलमा भी थी जो पूरे कॉले ज में नम्बर 1 थी, उसकी खूबसूरती के
चर्चें हर एक लड़के के मुं ह पर होते थे , वो पढ़ने में मे रे से बहुत पीछे थी पर खूबसूरती के कारण वो हमे शा मे रे
से आगे रहती थी । इस कारण मैं उससे अं दर ही अं दर थोड़ा जलती थी ।

हम दोनों की शादी एक महीने के अं तर से हुई थी, उसकी शादी अनवर से मे री एक सरदारजी राजन से हुई थी
क्योंकि में पं जाबी थी और वो मु सलमान । हम दोनों ही अलग अलग शहरों में प्राइवे ट कम्पनी में नोकरी
करती थी ।

शादी के करीब 3 साल बाद एक दिन उसका फोन आया कि वो अकेली किसी काम से करीब 5 दिन के लिए मे रे
शहर में आने वाली है । मे ने उससे अपने ही घर आने को कहा तो वो मान गईं । हम दोनों को अभी बच्चे नही
थे ।

मे ने बताया था कि में जरा भी अटरे क्टिव नही हँ ू ले किन फिर भी मे रे पति राजन मु झे बहुत चाहते हैं मु झे बहुत
प्यार करते हैं । शादी के बाद कोई दिन ऐसा नही गया कि हमने से क्स नही किया हो और वह भी नई नई
स्टाइल से । इस कारण मे रे फिगर भी थोड़े अच्छे हो गए थे । मैं अपने वै वाहिक जीवन से पूरी तरह खु श थी ।

सलमा शाम 5 बजे आई दिनभर की जर्नी करके आई थी इसलिये थक गई थी । आते से ही मे रे से गले मिली,
उसकी जवानी भी शादी के बाद बहुत निखर गई थी । फिर वो फ् रे श होने बाथरूम में गई, फ् रे श होने के बाद
तो वो परी लग रही थी सफेद गाउन में उसकी सुं दरता समा नही रही थी ।

राजन आज कही दस ू रे शहर गए हुए थे इसलिये दे र रात तक आने वाले थे , हम दोनों ने नाश्ता किया और फिर
मे रे बे ड रूम में आकर बातें करने लगे । जर्नी के कारण सलमा की कमर में दर्द भी हो रहा था । अभी रात के 8
बजे थे और राजन 12 बजे के पहले नही आने वाले थे । हमने एक दस ू रे के हालचाल पूछे, सलमा ने बताया
वह उसके पति अनवर से बहुत खु श है ।

इसी तरह बातों बातों में बात ब्लू फिल्म तक आ गई । सलमा ने बताया उसने आजतक ब्लू फिल्म दे खी नही
है बस थोड़ा सु ना है , अनवर को ये सब पसं द नही है । मे ने कहा मैं ओर राजन तो बहुत ब्लू फिल्म दे खे है मे रे
पास बहुत सारी सीडी हैं तो सलमा बोली मु झे दिखा अभी राजन को आने में तीन घं टे बाकी है , सीडी तो एक
डे ढ़ घं टे की ही होती है तो मे ने कहा ठीक है । मे ने कहा यार तू बहुत थक गई है चल पहले एक एक पे ग ले
ले ते हैं तो वो मान गई फिर हम दोनों ने एक एक पे ग बनाया और ब्लू फिल्म चालू कर दी ।

ब्लू फिल्म में एक लड़का लड़की कार से उतरकर फ्ले ट में अं दर आते हैं और एकदस ू रे को बां हों में भरकर किस
करते है लड़का एक हाथ से लड़की की चुं चिया दबाता है और दस ू रा हाथ उसकी स्कर्ट में डाल कर उं सके नितं ब
सहलाता है , सलमा कहती है दे ख दे ख वो क्या कर रहा है ? फिर लड़का लड़की की टी-शर्ट उतार कर उं सके
बूब्स चूसने लगता है लड़की अपना हाथ उसकी पें ट में डालकर उं सके लं ड को सहलाती है , सलमा घबरा जाती
है और जल्दी से अपना पूरा पे ग पी जाती है । अब लड़का लड़की की स्कर्ट उतारकर उसकी चूत को सहलाता
है , सलमा बोलती है दे ख प्रिया कितना बे शरम लड़का है । मे ने कहा ये सब नार्मल है तू तो ऐसे बोल रही है
जै से तू क्वारी हो तूने ये सब कभी नही किया हो ।

अब लड़की ने भी लड़के की पें ट खींचकर निकाल दी लड़का भी पूरा नं गा हो गया उसको दे खकर सलमा
एकदम चीख पड़ी, बोली हाय अल्लाह दे ख तो सही प्रिया इसका कितना बड़ा और मोटा है , मे ने पूछा क्या ?
तो बोली इसका डं डा, मैं बोली अरे ऐसा तो सब लड़को का होता है और इसको डं डा नही लं ड कहते हैं । वो
बोली तू तो कैसा गं दा गं दा बोलती है और जै से मे ने अनवर मियां का दे खा ही नही है ऐसे बोल रही है । फिर
वे लड़के और लड़की 69 की position में आ गए और लड़का उसकी चूत ओर लड़की लोलीपोप की तरह लं ड
चूसने लगे और उसी समय light चली गई ।

सलमा ये सीन दे खकर बहुत घबरा गई और अं धेरे में मे रे से चिपककर बोली, कितनी गं दी पिक्चर है कितना
गं दा काम दोनों कर रहे थे ।

मे ने उसकी पीठ पर सहलाते हुए उसे शांत करने की कोशिश की, उसने गाउन के अं दर ब्रा ओर पें टी भी नही
पहने थे , मे रे हाथ सहलाते हुए उं सके गदराए हुए नितं बों पर फिसलने लगे , कितने नरम नरम भरे हुए चिकने
चिकने नितं ब थे मैं सोच रही थी अनवर मियां इसकी गांड रोज मारते होंगे ।

कमरे में पूरा अं धेरा था, सलमा शांत हुई तो मे ने पूछा कि सलमा ते री से क्स life तो ठीक चल रही है न ? तूने
क्या कभी अनवर मियां का लं ड नही दे खा जो इतना घबरा रही है ।

सलमा पर पे ग का असर हो रहा था अब उसने थोड़ा खु लकर मु झे बताया कि उसने बस आजतक केवल एक
बार अनवर मियां का दे खा है और वो इस लड़के से आधे जितना होगा बस । इस लड़के का तो कितना मोटा
भी था जबकि अनवर का तो इसके सामने कुछ भी नही है । फिर मे ने पूछा क्या तूने उसे कभी मुं ह मे भी लिया
है ? तो वो बोली छी, हम ऐसा गं दा काम नही करते और शायद इसीलिये अनवर मियां ने कभी हमे ऐसी
फिल्म नही दिखाई होगी ।

फिर मे ने उससे पूछा तु म से क्स कैसे करते हो ? कितने दिन में करते हो ? कैसे कैसे करते हो ? वगे रह

सलमा ने मु झे अब सब detail में बताया : सलमा ने बताया कि उसके पति वीक में एक या दो बार से क्स
करते हैं । 5 6 मिनट उनका से क्स चलता है , वो नीचे सोई रहती है उं सके पति अं धेरे में आकर बगे र नं गा किये
अपना वो हमारे अं दर डाल कर 15 20 धक्के दे कर शांत हो जाते है ।

मे ने पूछा बगे र नं गा किये कैसे डाल सकते हैं ? तो उसने बताया हमारे यहां पें टी नही पहनी जाती है सलवार
के अं दर दिनभर चूत नं गी ही रहती है , शादी के बाद मे री सास ने मु झे एक सलवार दी थी वही में पहनकर रात
को सोती हं ू । उस सलवार की नीचे की बीच की सिलाई निकली हुई है इसलिये जब भी अनवर मियां की
इच्छा होती है अपना पाजामा खोलकर थोड़ा नीचे करके अपना डं डा बाहर निकाल कर हमारे पे र चौड़े कर दे ते
है इससे फ़टी हुई सलवार में से हमारी बाहर निकल आती है फिर उसमे वे अपना डं डा डालकर धक्के लगाकर
हमे खु श कर दे ते है । कभी कभी हमारे दध ू भी दबा दे ते हैं । ये सब अं धेरे में करते हैं इसलिये न हमने कभी
उन्हें नं गा दे खा न उन्होंने हमें नं गा दे खा आजतक ।

मैं चोंक गई मे ने तो सु ना था मु सलमान लोग बहुत से क्स y होते है , मे ने कहा सलमा तू सच कह रही है ? क्या
तू खु श है ? क्या ते रा मन कुछ और करने का नही करता ?

सलमा बोली यार मन तो बहुत करता है वे मु झे नं गा करें , रोज मे रे साथ करें , मे ने एक बार बाथरूम में अपने
जे ठ का भी दे खा था उनका अनवर से बड़ा था, मे री भी इच्छा होती है इनका भी थोड़ा बड़ा और मोटा हो
जाये , इसके लिए में इनको tonic भी खिलाती हं ू पर अभी तक तो कोई फायदा नही हुआ है । फिर उसने मे रे
से पूछा कि मे री married life केसी चल रही है ? मे ने बताया कि यार ते री कहानी तो बहुत अजीब है मे री
तो ते रे से बिल्कुल opposite है । हम लोग तो खूब से क्स करते हैं कोई शर्म नही करते सब खु लकर बोलते हैं

शादी के बाद आजतक एक दिन भी ऐसा नही गया कि हमने चु दाई न की हो, राजन मे रे से बहुत प्यार करते हैं ।
अगर किसी दिन चु दाई न कर पाए तो अगले दिन डबल चु दाई होना तय है जै से अभी कल इसको बाहर जाना
था इसलिये कल चु दाई नही हो पाई अब आज डबल पक्का है । मे रे राजन का लं ड भी काफी लं बा और मोटा
है , जब पूरा खड़ा हो तो 11 इं च लं बा और 4 इं च मोटा होता है । इसको मे री चूत चाटना बहुत पसं द है और मैं
भी इसके लं ड को जी भरकर चूसती हुँ, बहुत मजा आता है जब कोई अपनी चाट रहा हो और उसी समय अपने
मुं ह मे उसका लोढ़ा हो तो । हम दोनों bed room में हमे शा नं गे ही रहते है , इससे जब इनका मन करता है ये
मे री चुं चिया चूसते है या चूत चाटते हैं , मैं भी कभी भी इनके लोडे से खे लती रहती हँ ू कभी भी मन करता है
तो चूस ले ती हुँ । सलमा आश्चर्य से मे री बातें सु न रही थी और अपनी चूत सहला रही थी । तभी लाइट आ
गई, मे ने कहा चल वापस ब्लू फिल्म चालू करते हैं तो सलमा बोली नही कर , तू बस मु झे बता तू ओर राजन
ओर क्या क्या करते हो ?

मे ने कहा कुछ खास नही बस तीनो छे दों के मजे ले ती हं ू जी भरकर । सलमा बोली छे द तो एक ही होता है तो
तीनों की किसकी बात कर रही है तो मे ने बताया यार तू बिल्कुल भोली है हर औरत में तीन छे द होते है चु दने
के लिए, चूत, मुं ह ओर गांड । सलमा बोली ले किन अनवर तो केवल आगे की ही ले ते हैं , ओर मुं ह मे इतना
गं दा ? बाप रे , ओर पीछे भी कोई डाल सकता है क्या ? मे ने कहा सलमा तूने अभी जवानी के मजे नही लिए
है इसलिये तु झे नही पता, आगे से जो मजा आता है वो तो कुछ भी नही है एक बार अगर तू गांड मरवा ले गी
तो कभी दे खना चूत नही मरवाये गी । ओर लं ड चूसने में जो मजा आता है तू कल्पना भी नही कर सकती । मैं
तो हर रोज पूरे दिन में कम से कम तीन बार इसका लं ड चूसती ही हं ,ू हर दिन गांड मारकर ही इसको चे न
मिलता है और मैं भी रोज गांड मरवाये बगे र सो नही सकती । हम लोग करीब 11 बजे bed पर आ जाते है
फिर करीब आधा घं टा चूसना चाटना चलता है फिर ये मे रे ऊपर चढ़कर चोदना शु रू करते है मे रे घु टनो से मे रे
ब्रेस्ट दबाकर दे दनादन करीब 10 मिनट तक इस position में मे री चु दाई होती है ले किन मु झे इस तरह चु दने
में उतना मजा नही आता जितना इसको चोदने में आता है ।

सलमा बोली तू राजन को कैसे वो सब कर सकती है ते रे पास डं डा कहाँ है ? मे ने बताया भले मे रे पास लं ड
नही है पर मैं उसको नीचे सु लाकर उं सके ऊपर आकर लं ड को चूत में ले कर ऊपर से उसकी चु दाई करती हं ू
इसमें ऐसा लगता है कि जै से अपन चोद रहे हो, कब ते जी से चोदना कब धीरे धीरे धक्के लगाना अपने हाथ मे
होता है , पु रूष ऊपर होता है तब अपने को तरसना पड़ता है ते ज धक्कों के लिए, ले किन अगर अपन चोदो तो
मरजी हो वै से धक्कों से चु दाई कर सकते है , करीब आधा घं टा में रे उसको इस तरह चोदने के बाद वो मु झे गधी
बनाकर मु झे गधे की तरह 10 मिनट चोदता है , इस पोजीशन में दो फायदे होते है एक तो अपनी चूत के अं दर
एक G point होता है लं ड उसको सीधा ठोकर मारता है तो स्वर्गीय आनं द आता है और दस ू रा लम्बा लं ड हो
तो सीधा चूत से होता हुआ छाती तक घु सता हुआ महसूस होता है इस position में अपने नितं बों को जोर
जोर से झापट मारते हुए लं ड को पूरा बाहर निकालकर एक साथ पूरे जोश के साथ पे लने से दोनों को ही
चु दाई का असली मजा मिलता है । इस तरह करीब एक घं टे की चु दाई के हम भरपूर मजे ले ते है । फिर करीब
15 मिनट आराम के बाद राजन दो पे ग बनाकर लाता है हमदोनो एक दस ू रे को खूब किस करते हुए पे ग पिलाते
है फिर 2nd round की शु रुआत होती है ।

अब हम 69 position में कुछ इस तरह आते है कि ये आराम से मे री गांड चाट सकें और में इनके लं ड की
सांडे के ते ल से मालिश कर सकूं । फिर ये डे टॉल से मे री गांड साफ करके अपनी लपलपाती जीभ से मे री गांड
चाटते हैं और में इनका लं ड चूसकर सांडे के ते ल की मालिश करके कड़क कर दे ती हुँ ।

सलमा ने पूछा ये सांडे का ते ल क्या होता है मे ने कहा ये सांड का ते ल होता है इसके लगाने से इनका लं ड
सांड जै सा मोटा ओर कड़क हो जाता है इसके बाद ये मे री गांड में अपने सांड जै से लं ड को पे लते है और मे री
गाय की तरह चु दाई करते हैं । करीब आधा घं टा मे री गांड मारने के बाद ये लं ड को मे री गांड में ही रखकर सो
जाते हैं , फिर धीरे धीरे आधे घं टे में लं ड ढीला होकर मे री गांड से निकल जाता है हम पूरी रात ऐसे ही एक
ू रे की बां हों में नं गे ही पड़े रहते हैं ।
दस

अब सलमा की चूत रस से पूरी तरह तरबतर हो चु की होती है वो बोलती है यार प्रिया तू कितनी किस्मत
वाली है , मैं तो जब कुंवारी थी तब ये सब सोचा करती थी ले किन शादी के बाद पता चला कि ये इतना बड़ा
और मोटा नही होता । ले किन मैं मन ही मन सोचती जरूर हं ू कि काश मु झे कोई खूब दे र तक वो सब करे , मु झे
सब कुछ करने के बाद भी अधूरा पन लगता है , मु झे आज पता चला कि ये सब वास्तव में भी होता है । मे ने
कहा दे ख सलमा यहां हम दोनों अकेले है सब कुछ खु लकर बोल तु झे भी मजा आएगा पहले मु झे भी ये सब
पता नही था और अच्छा भी नही लगता था ले किन राजन ने मु झे सब सीखा दिया अब हम जवानी का पूरे
मजे ले ते हैं । तू ही दे ख मे रे नितम्ब शादी के पहले कैसे पिचके हुए थे और ते रे कैसे गदराए हुए थे और आज
दे ख इन्होंने गांड मार मारकर कैसे फुला दिए है और ते रे नितम्ब कैसे मु रझाने लगे हैं , मैं तो सोचती थी अनवर
मियां ते री गांड के दीवाने होंगे पर ते री गांड का तो अभी तक उदघाटन भी नही हुआ । अगर तू भी गांड
मरवाती तो ते रे नितम्ब में ओर कितना निखार आ गया होता ?

सलमा बोली हा यार कभी कभी मे रा भी मन उनका चूसने को करता है पर क्या कर सकती हं ू ? मे ने कहा क्या
चूसने का मन करता है तो बोली हट मु झे तो शर्म आती है मे ने कहा मत शर्मा, यहां मे रे सिवाय कोई नही
सु नने वाला । तो वो धीरे से बोली अनवर का लं ड चूसने का मन करता है । हा ऐसे ही बोल बस शरमा मत, ये
बता ते रा कभी चूत चटवाने का मन नही करता ? सलमा बोली हट, ऐसी कोनसी लड़की होगी जिसका चूत
चटवाने का मन नही करता हो, ले किन कोई चाटने वाला हो तब न ।

मैं बोली हा यार सलमा, मैं तो ते री कहानी सु नकर बहुत दुखी हं ू , तू अनवर को क्यो नही कहती ? अरे यार में
नही कुछ बोल सकती हमारे यहां औरतों को बु रखे में रहना पड़ता है , पति जो करे उसी में सं तोष करना पड़ता
है , फिर तो ते री जवानी ऐसे ही निकल जाये गी यार, तू कहे तो में अनवर से बात करूँ ? सलमा : अरे नही वे
मु झे जिं दा जला दें गे ।

मैं : तो अगर तू तै यार हो तो राजन से बात करती हं ू कम से कम एक बार तो जवानी के पूरे मजे ले ले किसी
को पता नही चले गा ।

सलमा : नही यार मु झसे ये सब नही होगा, मु झे शर्म भी आती है और राजन भी क्या सोचे गा मे रे बारे में ?
मे री तो किस्मत में अनवर ही लिखा है । उसी का छोटे सा लं ड मे री चूत की किस्मत में लिखा है , हा बस एक
इच्छा है अगर तू बु रा न माने ओर कर सके तो अपने राजन के लं ड के एक बार दर्शन करवा दे बस, मैं उसी की
यादों के सहारे अपनी जिं दगी निकाल लु ं गी, इतना बड़ा और शानदार लं ड दे खकर मे री किस्मत खु ल जाएगी ।

मैं : हा वो तो मैं आसानी से दिखवा सकती हं ू जब आज रात को मे री चु दाई हो रही हो तब तू छुपकर दे ख


ले ना उस समय पूरा कड़क ओर लम्बा तू दे ख सकती है ।

सलमा : धत मैं तु झे चु दवाते हुए कैसे दे ख सकती हं ू तू तो मे री बहन जै सी है और फिर अं धेरे में साफ साफ
दिख भी नही सकता ।

मैं : चल कोई और तरीका सोचते हैं जिससे तू उनके फ़ंनफ़नाते हुए लं ड के दीदार कर सके ।

सलमा : चल तू तब तक सोच में थोड़ा आराम कर ले ती हं ू मे री कमर में दर्द हो रहा है ।

मैं : ला में आयोडे क्स लगा दे ती हं ू और आयोडे क्स की डिब्बी निकाल लाई, सलमा पे ट के बल ले ट गई मे ने
कहा अब गाउन के ऊपर से आयोडे क्स कैसे लगाऊँ ? तो उसने गाउन खींचकर कमर से ऊपर कर दिया उसने
अं दर कुछ नही पहना था वो एक दम नं गी मे रे सामने पड़ी थी क्या नजारा था गोरी गोरी लम्बी चिकनी टां गे,
गु न्दाज फुले फुले नितम्ब, दोनों नितम्बो की खाई में दबी हुई गांड, नीचे से झांकती हुई गदराई चूत, रे शमी
झांट जो आजतक एक बार भी काटी नही गई थी, मे रा मन कर रहा था काश आज मे रे पास लं ड होता तो
ू रे हाथ से
इसकी गांड में जरूर पे लती । फिर मे ने उसकी कमर पर एक हाथ से आयोडे क्स लगाने लगी और दस
उं सके नितम्ब दबा दबाकर उसकी गांड के पास उं गली फेरने लगी ।

सलमा को बहुत अच्छा लग रहा था उसकी चूत से रस बहता हुआ साफ दिख रहा था । तभी मे रे दिमाग मे
एक idea आया, मैं बोली सलमा ऐसा करते है कल तू कहना मे री कमर में बहुत दर्द हो रहा है , राजन मालिश
का specialist है पहले मे री कमर की भी वही मालिश करता था फिर जमकर गांड मारता था इस कारण अब
मु झे कभी कमर दर्द नही होता, फिर में राजन को ते री कमर की मालिश के लिए मना लु ं गी । ते री मालिश
करते वक्त उसका लं ड पक्का खड़ा होगा तब तू उसको दे ख ले ना ।

सलमा : नही उं सके सामने अपनी कमर नं गी करने में मु झे तो शरम आएगी और मैं उससे गांड नही मरवा
सकती ।

मैं : अरे गांड थोड़े ही कोई मरवाना है तु झे । तु झे बस अपनी कमर और कू ल्हों की उससे मालिश करवाना है
उसका इससे जरूर खड़ा हो जाएगा । और तु झे शरम न आये इसके लिये उसकी आँ खों पर मैं पट् टी बां ध दं गू ी
तो वो ते री नं गी कमर को दे ख नही पाये गा बस मालिश करे गा । फिर जब उसका लं ड फंफनाने लगे गा तब
उसके लोवर में से मैं निकाल कर चूसने लगूंगी फिर तू आराम से उं सके दर्शन कर ले ना और उसे पता भी नही
चले गा कि तूने उसका लं ड दे खा है ।

सलमा को ये idea पसं द आया । अब करीब 12 बजने वाले थे मे ने सलमा को बोला अब तू सो जा राजन आने
वाला है मैं अपने रुम में जाती हँ ू आज डबल चु दाई होनी है कम से कम तीन तो बज ही जायें गे । थोड़ी दे र में
राजन भी आ गया, उसको मे ने सलमा आई बताकर उससे मिलवाया, सलमा सफेद गाउन में परी लग रही थी
राजन उससे मिलकर बहुत खु श हुआ जो उसकी पें ट का उभार बता रहा था, उं सके बड़े बड़े गोल गोल बूब्स,
मटकती गांड राजन पर कहर ढहा रहे थे । थोड़ी दे र में मे ने सलमा को सोने के लिये उं सके कमरे में भे ज दिया
और मैं ओर राजन अपने कमरे में आ गए । कमरे में आते ही राजन भूखे शे र की तरह मु झ पर टू ट पड़ा और
मे री जमकर चु दाई की, बीच बीच मे वो सलमा की गांड की भी तारीफ कर रहा था और मे रे से request कर
रहा था कि कैसे भी एक बार सलमा की नं गी गांड के उसे दर्शन करवा दँ ू । मे ने उसे कल के planning के बारे में
बताया कि उसे सलमा की कमर की मालिश करना है उस समय वो उसकी गांड को भी सहला सकता है ले किन
ये बात सलमा को पता नही चलना चाहिये कि ये मे री सोची समझी चाल है , में राजन की आं खों पर पट् टी
ू ी वगे रह । फिर हम सो गए ।
बां ध दं ग

सु बह करीब 8 बजे हम सो कर उठे 11 बजे राजन को ऑफिस जाना था, मे ने ऑफिस से छुट् टी ले रखी थी ।
राजन बाथरूम में था तभी सलमा मे रे पास आई और बोली प्रिया मालिश वाली बात याद है न, मे ने कहा हा
याद है शाम को कुछ करती हं ू अभी तो मे री हालत ते रे कारण खराब हो रही है । उसने कहा मे ने क्या किया ?
मे ने बताया अरे कल रात को तु झे दे खकर तू नही जानती इनके लं ड ने मे री क्या हालत की है , पूरी रात चु दते
चु दते निकली मे री । सलमा बोली यार प्रिया मालिश अभी आफिस जाने के पहले नही हो सकती क्या ? मे रे
से रहा नही जा रहा है मैं रात भर सो नही सकी, इतने मोटे लं ड के ख्यालों ने ओर दस ू री तरफ ते रे कमरे से आ
रही चु दाई की आवाजों ने मे री नींद हराम कर दी है । मे ने कहा ठीक है तू जाकर कमरे में ले ट जा ओर कमर
दुखने का नाटक कर में राजन को समझाती हं ू ले किन ये गाउन निकाल कर ले गिंग या सलवार पहन ले ना ।
सलमा बोली मे रे पास ले गिंग नही है सलवार पहन ले ती हं ू । और वो अपने कमरे में चली गई ।

इधर राजन बाथरूम से निकले तो मै ने बताया कि ऑफिस जाने के पहले सलमा की कमर की मालिश करके
जाना बे चारी की बहुत दुख रही है , सलमा ये सु न रही थी । राजन ने कहा अरे मैं कैसे कर सकता हँ ,ू वो क्या
सोचे गी, तु म ही कर दे ना । हम ये सब सलमा को सु नाकर बोल रहे थे ताकि उसे शक न हो । मे ने कहा अरे
मु झे इतनी अच्छी करना नही आती है जै से तु म करते हो । तु म मे री भी कितनी बढ़िया करते थे , समझ लो
आज वापस मे री ही करना है । हम दोनों द्विअर्थी भाषा बोल रहे थे , फिर राजन बोला ठीक है ले किन ऊपर
ऊपर से ही करूंगा जल्दी करवा ले ना । मे ने कहा ठीक है तै यार होकर सलमा के रूम में जल्दी आ जाओ में
ते ल निकाल कर रखती हं ू ।

थोड़ी दे र में राजन सलमा के रुम में आया सलमा ने सलवार पहन कर चादर ओढ़ ली थी । मे ने कहा दे खो जी
सलमा को शरम आ रही है वो आपके सामने कमर को नं गी करने के लिए सलवार खोलने से डर रही है इसलिये
में ऐसा करती हं ू सलमा को चादर उड़ा दे ती हं ू तु म केवल चादर में हाथ डालकर उसकी कमर की मालिश कर
दे ना और तु म्हारी आं ख पर पट् टी बां ध दे ती हं ू ताकि तु म उस बे चारी की नं गी न दे ख सको । ऐसा कहकर मे ने
सलमा को पूरी उड़ा दी और एक काली पट् टी राजन की आं खों पर बां ध दी ।

फिर सलमा को बोला यार अपनी सलवार को अब खोल दो बाहर से कुछ नही दिख रहा है , सलमा तो तै यार
ही थी उसने तु रंत अपनी सलवार

खोलकर थोड़ी नीचे खिसका दी जिससे उं सके नितम्ब आधे नं गे हो गए चादर के अं दर । मे ने चादर के अं दर
हाथ डालकर उसकी कमर और नितं बों पर हाथ फिराकर दे खा, उसकी सलवार गांड के छे द के थोड़ा ही ऊपर
थी, मे ने कहा well done सलमा अब आराम से मालिश करवा लें शर्माना मत राजन कुछ नही दे ख सकता है
और थोड़ा ते ल उसकी कमर और नितं बों पर लगाकर राजन का हाथ पकड़कर चादर के अं दर उसकी कमर पर
रख कर बोली लो जी आपकी साली को अपनी से वा दो आपकी साली आपकी से वा के लिए तरस रही है ।

राजन ने उसकी कमर की मालिश शु रू कर दी और नितं बों तक मालिश करने लगा सलमा के शरीर मे आग
लगने लगी उससे रहा नही जा रहा था उसे राजन के लं ड के दर्शन जो करने थे तो उसने अपना चे हरा चादर से
बाहर निकाल कर राजन के लोवर को दे खने लगी उसमे अब तक टें ट बन चु का था सलमा की आं खे फ़टी रह
गई, उसने मे रे को इशारे से राजन के लं ड को बाहर निकालने की रिक्वे स्ट की, पर मे ने कहा सलमा अपनी कमर
थोड़ी टाइट करो उसने कहा में कैसे करूं ? तो राजन ने बताया कि अपने पै रों को घु टने से मोड़कर छाती से
लगा लीजिये , सलमा ने वै सा ही किया इस कारण उसकी सलवार ओर खिसककर घु टनों तक नीचे चली गई अब
वो चादर के अं दर अपने नितम्बो को ऊपर उठाकर ले टी थी, मे ने अं दर हाथ डालकर दे खा तो उसकी चिकनी
जांघे, नितम्ब, चूत ओर गांड एकदम नं गे थे , मे ने नितं बों पर हाथ फेरते हुए अपनी एक उं गली उसकी चूत में
घु सा दी वो चिहुँक उठी और बोली प्रिया ये क्या करती है , मे ने कहा दे ख रही हं ू टाइट है या नही।

इधर राजन का लं ड फंफनाकर लोवर फाड़ने को उतावला हो रहा था मे ने धीरे से उसे ऊपर से सहला दिया,
राजन ने बोला प्रिया ये क्या कर रही हो, सलमा दे ख ले गी ले किन सलमा तो कब से उस नाग को दे ख रही थी
जो कि कहानी के मु ताबिक राजन को पता नही था । मे ने कहा कुछ नही राजन पं प चे क कर रही थी । फिर
मे ने राजन के लोवर को साइड में से ऊंचा करके उसका लं ड बाहर निकाल कर चूसने लगी उधर राजन अपने
एक हाथ से सलमा की कमर की मालिश ओर दस ू रे हाथ से उं सके नितं बों को दबा रहा था ओर एक उं गली
सलमा की गां ड़ में घु सा दी। उं गली गां ड़ में घु सते ही सलमा की चीख निकल गई राजन ने पूछा क्या हुआ तो
बोली कुछ नही बहुत अच्छा लग रहा है अब राजन अपने हाथ को घु माते हुए कभी सलमा की गां ड़ में उं गली
घु सा दे ता तो कभी उसकी मखमली चूत को मु ट्ठी में भर ले ता ओर धीरे से उं गली उसकी चूत में घु सा दे ता ।
इधर मे ने लं ड को चूसना छोड़कर सलमा को राजन का लं ड सहलाने का इशारा कर दिया, सलमा ने तु रंत
उसका लं ड पकड़कर सहलाने लगी । राजन सलमा की चूत में पूरी उं गली घु सा रहा था सलमा प्यार से लं ड
सहला रही थी और उचक उचक कर मजे ले रही थी, मैं भी ये सब दे ख रही थी पर अनजान बनी हुई थी ।

अब राजन ने पूछा सलमाजी आपने पहले भी कभी कमर की मालिश करवाई थी या आज पहली बार करवा
रही हैं । सलमा बोली आज पहली बार करवा रही हं ू और बहुत अच्छा लग रहा है । तो राजन ने कहा प्रिया
सलमाजी कि आज पहली बार मालिश हो रही है तो इनकी पूरी मालिश करनी चाहिये , मैं ऑफिस थोड़ी दे र से
चला जाऊंगा अगर सलमाजी कहें तो आगे से भी मालिश कर दे ता हँ ू ।सलमा बोली जीजू आप कितने अच्छे
हैं please आज पहली बार है आप मे री पूरी मालिश कर दीजिये न ।
राजन ने फिर मे रे से पूछा क्यों प्रिया कर दं ू क्या ?

मे ने कहा जब सलमा चाहती है तो कर क्यों नही दे ते ले किन मु झे नहाना बाकी है तु म मालिश करो मैं नहा लू
तब तक ले किन कोई गड़बड़ नही करना मे री बहन के साथ । ओर में राजन के लं ड को वै सा ही नं गा लटकता
छोड़कर कमरे से बाहर निकल गई ।

अब कमरे में राजन ओर सलमा दोनों अकेले थे और ऐसा show कर रहे थे कि उन्हें कहानी का कुछ पता नही
है । राजन ने सलमा को कहा अब सलमाजी पलटकर ले ट जाइए । सलमा पीठ के बल ले ट गई पर अपनी
सलवार जो घु टनों तक नीचे थी उसको ऊपर नही किया और उल्टा ये समझकर कि राजन की आं खों पर तो
पट् टी बं धी हुई है ये कहकर की गर्मी बहुत है चादर एक तरफ हटा दिया और एकदम नं ग घडं ग नं गी चूत को
राजन को भें ट दे दी । इधर राजन भी कम खिलाड़ी नही था उसने पट् टी को कुछ इस तरह आं खों पर adjust
कर लिया था कि वो सब कुछ दे ख सकता था, सलमा की नं गी जवानी उसके लं ड को चै लेंज कर रही थी ।
सलमा ने आं खे बं द कर रखी थी ले किन अधखु ली आं खों से सब दे ख रही थी । राजन ने उसके पे ट के ऊपर
नाभि के इर्दगिर्द मालिश करना शु रू कर दिया धीरे धीरे ववो अपना हाथ नीचे ला रहा था अब उसके हाथ
सलमा की झांटो को टच करने लगे थे , में ये सब चु पचाप एक खिड़की मे से दे ख रही थी ।

सलमा बार बार मस्ती से अपनी गां ड़ उछाल रही थी । राजन बोले सलमाजी मालिश ठीक से नही हो पा रही
है मु झे दोनों हाथों से नीचे से ऊपर की ओर मालिश करना होगी अगर आप कहें तो आपके पै रों के बीच बै ठकर
मालिश कर दं ू क्या ? सलमा बोली अरे जीजू इसमें मु झे क्या problem आपको जै से ठीक लगे ले किन मे री
बढ़िया मालिश कर दीजिए मैं जिं दगी भर ये मालिश नही भूल पाऊंगी मु झे इतना मजा आ रहा है । राजन
बोले ठीक है आप अपनी सलवार पूरी निकाल दीजिये मु झे कुछ दिख तो रहा नही है फिर अपने पै र चौड़े कर
दीजिये ताकि में वहां बै ठ सकूं । सलमा ने बोला ठीक है और अपनी सलवार निकाल कर साइड में रख दी इधर
राजन ने भी अपना लोवर निकाल दिया और सलमा के पै रों के बीच मे पलाती मार कर बै ठ गया उसका लं ड
उसकी छाती को छू रहा था उसने सलमा के पै रों को अपनी कमर के दोनों ओर set करके थोड़ा आगे खिसक
कर सलमा को गां ड़ से ऊंचा उठाकर इस तरह set किया कि उसकी चूत राजन के लं ड से नीचे की ओर लं ड के
गोलों से टकराने लगी लं ड चूत का स्पर्श पाकर फुंफकारने लगा । अब राजन ने दोनों हाथों में ते ल ले कर
उसकी जांघो से ले कर चूत के चारो ओर फैलाते हुए नाभि तक चिकना कर दिया और खूब दबा दबाकर मालिश
करने लगा । कभी झांटो में हाथ फेरता कभी चूत के होठों को खींचकर दबा दे ता । उसने सलमा को कहा
सलमाजी अगर कहीं तकलीफ हो तो बता दीजिये गा ।

सलमा बोली जीजू आप इतनी अच्छी से वा कर रहे है तकलीफ केसी हमे तो मजा आ रहा है हम धन्य हो गए
। अब राजन ने अपनी उं गलियों से चूत के होंठ फैलाकर चु पचाप चूत का मु आयना किया चूत रस से भर गई
थी और छलकने लगी थी तो उसने अपनी उं गली अं दर उतार दी और बोला अरे सलमाजी ये क्या आपका
अमृ तरस तो बह कर waste हो रहा है अगर आप इजाजत दें तो हम इसको टे स्ट कर लें । सलमा बोली अरे
जीजू आप हमारे लिए इतना कर रहे हैं क्या हम आपको मना कर सकते हैं ये रस आपके कारण ही निकल रहा
है आपको जो करना हो करीये हमे कोई problem नही है हमे तो खु शी होगी कि हमने आपको से वा के बदले
में कुछ तो दिया, वै से भी आपको कुछ दिख तो रहा नही है इसलिये हमे कोई problem नही है ले किन बस
एक request है जो करना है प्रिया के आने पहले कर लीजिये शायद उसे पसं द न आये और हा हमारे ब्रेस्ट
में भी पता नही क्या हो रहा है हो सके तो अमृ त चखते वक्त इनकी भी मालिश कर दीजिये गा अगर आपको
problem न हो तो ।

राजन बोला इसमें problem केसी ? आप कितनी समझदार है brest दबाने से अमृ तरस की धार आपकी चूत
से निकल पड़े गी हमतो इसको पी कर धन्य होजाएं गे । अब सलमा ने अपनी कमीज ऊपर करके ब्रेस्ट बाहर
छलका दिए इधर राजन ने अपने धुं टने सलमा की गां ड़ के नीचे ऊंचे करके उसकी चूत को ऊंची करके अपने
होठों के पास ले कर लपलपाती जीभ सलमा की चूत में घु सा दी और सलमा ने राजन के हाथ पकड़कर अपने
ब्रेस्ट पर रख दिये ।

राजन अब जोर जोर से सलमा के ब्रेस्ट दबा रहा था या यों कहिये नीचो रहा था उघर सलमा की चु त से रस
का फव्वारा छटू रहा था राजन का मुं ह सलमा की चूत से ऐसे चिपक गया जै से फेविकोल से चिपका दिया हो ।
10 मिनट तक ऐसे ही चूस चूसकर उसने सलमा की चूत को बिल्कुल खाली कर दिया इस बीच सलमा की चूत
दो बार झड़ चु की थी ।

अब जै से ही राजन ने चूत की ढीला छोड़ा तु रंत सलमा ने अपनी गां ड़ को इस तरह ऊपर से नीचे हिलाना शु रु
किया की उसकी चूत की फांके राजन के लं ड के ऊपर घिसने लगी जो राजन की छाती से चिपका हुआ था ।
राजन साफ दे ख रहा था कि कैसे सलमा की कमसिन चूत उं सके लं ड पर नाच रही थी । राजन ने अपना एक
हाथ ब्रेस्ट से हटाकर सलमा की चूत के क्लिटोरीयस को दबाकर खिं चने लगा । सलमा चिल्लाने लगी ओह
जीजू मार डाला, ओर ते ज please. अब मे ने सोचा आज बस इतना ही, मे ने तु रंत पूछा सलमा क्या हुआ, क्या
किया ते रे जीजू ने ? सलमा बोली कुछ नही प्रिया वो तो कॉकरोच आ गया था इसलिये में घबरा गई थी।तू
आराम से नहा ले मे री चिं ता नही कर, जीजू है न । मे ने कहा हा में नहा ली हुँ बस दो मिनट में आई फिर तू
नहा ले ना, में मं दिर हो आऊंगी ।

राजन बोले सलमाजी मालिश पूरी होती है आशा है आपको पसं द आई होगी अबपै क करते है ऑफिस भी
जाना है और एकबार फिर से सलमा के ब्रेस्ट जोर से दबा दिए इससे एक बार वापस चूत से रस टपकने लगा
राजन ने तु रंत चाट कर सलमा की चूत को साफ कर दिया। राजन बोला सलमाजी आज आपने अमृ त पिला कर
मु झे धन्य कर दिया, अब आप बदले में जब जो चाहें मां ग सकती हैं । अनवर मियां खु शनसीब हैं जो रोज
अमृ त पीते होंगे । सलमा बोली अरे जीजू सबको हर चीज अपने नसीब से मिलती है , शायद अनवर मियां के
नसीब में ये अमृ त नही लिखा है । में बहुत खु श हं ू कि मे रे जीजू को अमृ त अच्छा लगा । राजन को तो सब
कहानी पता ही थी इसलिये उसने कुछ नही बोला ।सलमा ने भी अपनी कमीज नीचे की ओर सलवार वापस
पहन ली और इतना थक गई थी कि थोड़ी दे र ले टी रही ।

मैं तै यार होकर मं दिर जाने के लिए निकल गई बोल गईं की सलमा तू नहा ले ना में आधे घं टे में आती हं ू ।
राजन को मे ने बोल दिया मजे करना जब पूरा हो जाये तो मु झे मिसकाल कर दे ना मैं उसके बाद ही आऊंगी ।
राजन फिर से सलमा के कमरे में गए और बोले सलमाजी आपको थकान लग रही हो तो आपको बाथरूम तक
छोड़ दे ता हँ ,ू सलमा बोली जीजू thank you please आप मु झे बाथरूम तक ले चलिये । राजन सलमा के
पास आये और एक हाथ सलमा के कंधे के नीचे दस ू रा गां ड़ जे नीचे लगाकर उसे गोद मे उठाकर बाथरूम में ले
जाकर बै ठा दिया । राजन बाहर निकलने के लिये मु ड़ा ही था कि सलमा ने बोला जीजू अगर आपके पास
टाइम हो तो please मे री कमर और नीचे साबु न लगाकर साफ कर दीजिए वहां बहुत ते ल लगा है में साफ
नही कर पाऊंगी ।

फिर वह बोली ओह sorry जीजू में आपके सामने सलवार कैसे खोल सकती हं ू मु झे तो शरम आती है तो
राजन बोला आपने अभी मालिश करवाते वक्त भी तो सलवार उतारी थी तब नही आई शरम तो अब क्यों ?

सलमा : जीजू उस समय आपकी आं खों पर पट् टी बं धी थी आपने कुछ दे खा थोड़े ही ।

राजन : हा ये बात तो सही है । चलिये सलमाजी ऐसा कीजिये केवल कमीज उतार दीजिये ब्रा तो आपने
ू ा।
पहनी ही है , सलवार मत उतारिये केवल ढीली कर दीजिये अं दर हाथ डालकर साफ कर दं ग

सलमा : हा जीजू ये सही रहे गा लीजिये में कमीज उतार दे ती हं ू आप पीठ साफ कर दीजिये फिर नीचे कर
दीजिये गा ।

राजन : ठीक है मैं भी कपड़े change कर ले ता हँ ू लु ं गी पहन ले ता हँ ू ।


ओर राजन बाहर जाकर अपने कपड़े उतार कर केवल लु ं गी लपे टकर अं दर आ गया । उधर सलमा ने कमीज
उतार कर दस ू री तरफ मुं ह करके बै ठ गई । राजन ने सलमा की पीठ पर पानी डाला और साबु न लगा दी बीच मे
ब्रकि पट् टी आ रही थी तो राजन ने उसको खोल दिया और सलमा को बोला सलमाजी पकड़कर रखिये गा,
खजाना छलक न जाये कहीं । और दोनों हाथों से सलमा की चिकनी पीठ को सलवार के ऊपर रगड़ने लगा ।
पीठ पर पानी डालने से पानी से सलवार गीली होकर सलमा के चूतड़ों पर चिपक गई थी सलवार सफेद रं ग की
पतली सी थी तो ऐसा लग रहा था कि मानो सलवार पहनी ही न हो ।

सलमा बोली जीजू जल्दी कीजिये अभी नीचे बाकी है प्रिया आती ही होगी । राजन ने जल्दी से पानी डालकर
पीठ धो दी और बोला अपनी सलवार ढीली कीजिये सलमाजी मैं अब अं दर साफ कर दे ता हँ ू । सलमा ने
सलवार का नाडा खोल दिया राजन ने सलवार में हाथ डालकर कू ल्हों पर साबु न लगाया ले किन सलमा बै ठी
होने के कारण आधे कू ल्हों तक ही उसके हाथ जा रहे थे राजन बोला सलमाजी आगे झुक जाइये ताकि में नीचे
तक साफ कर सकूं । सलमा ने तु रंत अपनी गां ड़ ऊंची करी ओर आगे की ओर झुक गई । राजन थोड़ा और
नीचे हाथ ले गया अब उसकी सलवार भी खिसक कर नीचे गां ड़ तक आ गई थी । सलवार पूरी बदन से चिपकी
हुई थी और उसका गां ड़ का छे द बिल्कुल साफ साफ राजन को नजर आ रहा था उसका लं ड लु ं गी से बाहर
आकर गां ड़ में घु सने को बे ताब हो रहा था । राजन ने फिर कहा सलमाजी अभी भी ठीक से साबु न लग नही पा
रहा है आप खड़ी होकर आगे झुक जाइये ।

सलमा ने वै सा ही किया वो एक हाथ से ब्रा पकड़े हुए दस ू रे हाथ से नल पकड़ कर झुक कर खड़ी हो गई ।
अब राजन ने उसकी सलवार में पूरा हाथ घु सा दिया इससे सलमा की सलवार ओर नीचे हो गई, सलमा चोंक
कर बोली हाय दय्या आपने तो जीजू हमे पूरा नं गा कर दिया हमारा सब कुछ दे ख लिया । राजन बोला अरे
नही सलमाजी हमने कुछ नही दे खा वो तो आपकी सलवार इतनी पतली ओर सफेद है कि लगता ही नही है
आपने कुछ पहन रखा है और हमे साबु न लगाने में भी तकलीफ हो रही है । हमने तो कुछ नही दे खा पर हमारे
चूहे ने लु ं गी मे से अपना बिल दे ख लिया लगता है इसलिये उछलकू द कर रहा है ।सलमा बोली अरे जीजू
अपने चूहे से कहिये ये बिल बहुत छोटा है उं सके लिए, उसके लिए प्रिया का बिल ही सही है । राजन ने कहा
ले किन हम कैसे मान लें कि ये बिल छोटा है ओर तु मने भी तो चूहा नही दे खा है । सलमा बोली बिल तो
आपके सामने ही है खु द दे ख लीजिये । राजन बोला हा सलमाजी बिल तो हमे गीली सलवार में बाहर से दिख
रहा है वहाँ जं गल भी बहुत है इसलिये बगे र सलवार उतारे नाप नही सकते कि हमारे चूहे के लायक है या नही
?

सलमा बोली तो जीजू कोन रोक रहा है सलवार उतार कर जल्दी नाप लीजिये फिर प्रिया आ जाये गी तो चूहे
को तड़पते रहना पड़े गा । राजन बोला और सलमाजी आप चूहे को नही दे खना चाहें गी कि अनवर मियां जै सा
ही है या छोटा चूहा है ये । सलमा बोली जीजू लगी शर्त ये चूहा अनवर मिया के चूहे से बड़ा ही होगा ।
राजन बोला चलो दे खते हैं बिल दे खकर ही पता चल जाएगा किसका चूहा बड़ा है और सलमा की सलवार नीचे
खींचकर घु टनो तक कर दी । अब राजन की आं खों के सामने रस भरी गोरी गोरी पाव रोटी की तरह फू ली हुई
सलमा की नं गी चूत थी । राजन बोला सलमाजी बिल का दरवाजा टाइट बं ध है कभी अनवर मियां का चूहा
घु सा था या नही । सलमा बोली अरे जीजू आप ही खोलकर दे ख लीजिए इसमें अभी तक कोई चूहा नही घु सा
है बस चूहे का एक बच्चा कभी कभी थोड़ा सा घु स जाता है ।हमारे इस बिल को कबसे बड़े चूहे का इं तजार है
ले किन लगता है इस बिल की किस्मत में कोई बड़ा चूहा ही नही है , शायद हमारे बिल में ही कोई खराबी हो ?
राजन बोला अरे नही सलमाजी आपका बिल तो 5 star होटल से कम नही है हम तो तरसते हैं

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