1606565994

You might also like

Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 19

पाठ : ऐितहािसक वग करण / पा रवा रक वग करण

भाषा-प रवार

िजस कार मनु ों का प रवार होता है , उसी कार भाषाओं का भी


प रवार होता है|

ऐसी भाषाओ ँ का समूह, िजनका ज िकसी एक मूल भाषा से आ


हो, ‘भाषा प रवार’ कहलाता है | एक ही मू ल भाषा से ज ले ने के
कारण इनम कई समानताएं होती ह.

आपस म स ंिधत भाषाओं को भाषा-प रवार कहते ह।

कौन भाषाएँ िकस प रवार म आती ह, इनके िलये वै ािनक आधार ह।


ऐितहािसक वग करण के आधार

भौगोिलक समीपता
भौगोिलक ि से ायः समीप थ भाषाओं म समानता और दूर थ
भाषाओं म असमानता पायी जाती है ।

इस आधार पर सं सार की भाषाएँ अ ीका, यू रेिशया, शांतमहासागर


और अमरीका के खड़ों म िवभािजत की गयी ह।

िक ु यह आधार ब त अिधक वै ािनक नही ं है ।

ोंिक दो समीप थ भाषाएँ एक-दूसरे से िभ हो सकती ह और दो


दूर थ भाषाएँ पर र समान।

भारत की िह ी और मलयालम दो िभ प रवार की भाषाएँ ह िक ु


भारत और इं ड जैसे दूर थ दे शों की सं ृ त और अं े जी एक ही
प रवार की भाषाएँ ह।
श ानु पता

एक प रवार की भाषाओं के अनेक श अथ की ि से समान होते ह


और ऐसे श उ एक प रवार से स त करते ह। इसिलए
अथपरक समानता भी एक मह पू ण आधार है।

िनसा

ेक भाषा का अपना िन-िस ा और उ ारण-िनयम होता है .

कभी-कभी एक भाषा के िनसमूह म दूसरी भाषा की िनयाँ भी


िमलकर िवकिसत हो जाती ह

आय भाषाओं म वैिदक काल से पहले मूध िनयाँ नही ं थी, िक ु


िवड़ भाषा के भाव से आगे चलकर िवकिसत हो गयी ं।
ाकरणगत समानता

ाकरिणक आधार सबसे अिधक ामािणक होता है ।

ोंिक भाषा का अनु शासन करने के कारण यह ज ी बदलता नही ं


है।

ाकरण की समानता के अ गत धातु, धातु म य लगाकर श -


िनमाण ाकरिणक ि या ारा श ों से पदों की रचना तथा वा ों
म पद-िव ास के िनयम आिद की समानता का िनधारण आव क है।
वग करण की ि या

वग करण करते समय सबसे पहले भौगोिलक समीपता के आधार पर


संपूण भाषाएँ यू रेिशया, शांतमहासागर, अ ीका और अमरीका खं डों
अथवा च ों म िवभ होती ह।

िफर आपसी समानता रखने वाली भाषाओं को एक कुल या प रवार म


रखकर िविभ प रवार बनाये जाते ह। अवे ा, फारसी, सं ृ त, ीक
आिद की तुलना से पता चला िक उनकी श ावली, िनसमूह और
रचना-प ित म काफी समानता है ।

अतः भारत और यूरोप के इस तरह की भाषाओं का एक भारतीय कुल


बना िदया गया है ।

प रवारों को वग म िवभ िकया गया है ।


भारोपीय प रवार म शतम् और के ु म ऐसे ही वग ह

शतम् वग की ‘ईरानी’ और ‘भारतीय आय’ मुख शाखाएँ ह

एथनोलॉग के अनुसार 7,111 जीिवत मानव भाषाओं को 141 िविभ


भाषा प रवारों म िवत रत िकया जाता है ।

भौगोिलक आधार पर भाषा प रवारों को चार ख ों म िवभािजत


िकया जा सकता है :
1. शांत महासागर एवं आ े िलया महा ीप
2. अमे रकी महा ीप
3. अ ीकी महा ीप
4. यूरोप एवं एिशया के महा ीप
1. शा महासागर एवं आ े िलया महा ीपों के भाषा-प रवार:
इस ख के भाषा प रवारों की भाषाओं का सार िह महासागर एवं
शा महासागर के ीपों एवं आ े िलया महा ीप म है।
इस ख की भाषाओं को ायः पाँ च भाषा प रवारों म वग कृत िकया
जाता है :

1. इं डोनेिशयन भाषा-प रवार:


मुख भाषाएँ : मलय, फारमोसन, जावनीज़, सु ानीज़, मदुरन,
बालीनीज़, िफिल ाइन, होवा।

2. मलेनेिशयन भाषा-प रवार:


मुख भाषाएँ : फीज़ी, सोलोमानी।

3. पािलनेिशयन भाषा-प रवार:


मुख भाषाएँ : समोआन, मओरी, हवाइयन, तािहिशयन, टोंगी।
4. पापुअन भाषा-प रवार:
मु प से पापुअन ूिगनी ीप समूह की भाषाएँ : िव ानों
का अनु मान है िक पापु अन ूिगनी ीप समूह म लगभग 820
भाषाएँ बोली जाती ह

5. आ े िलयन भाषा-प रवार:


आ े िलयन प रवार के अ गत 27 भाषा प रवार माने जाते ह।

इन 27 भाषा- प रवारों म से एक भाषा प रवार ‘पाम ू गन’ के


अ गत िव ानों ने 175 भाषाओं के नाम िगनाए ह।

िव ानों का अनु मान है िक आ े िलयन प रवार की 90 ितशत


आिदवासी भाषाएँ िवलु हो जायगी
2. अमे रकी महा ीप के भाषा-प रवार:
* उ री अमे रका:
1. ए मो 2. अ ोनि़कअन 3. अथब न 4. इरोक़ोइअन
5. मु ोिजअन 6. िसउआन आिद 35 भाषा-प रवार ह।

2. के ीय अमे रका एवं मे को:


1.िपमान 2. न अ न 3. शोशोिनयन 4. अ टे क 5. मयान
आिद भाषा-प रवार िस ह।

3.शेष दि ण अमे रका:


1. अरबाक एवं का रब़ 2.तुपी-गौरानी 3. अरोकैिनअन एवं केचुआन
4. तेराडे ल यूगो आिद भाषा-प रवार िस ह।
अमे रका महा ीप के आिदम िनवािसयों की भाषा एवं सं ृ ित की
अ यन पर रा का सू पात करने वालों म बोआस तथा सपीर के नाम
सवािधक मह पूण ह।

3. अ ीकी महा ीप के भाषा-प रवार:


एिशया महा ीप के सामी प रवार की भाषाएँ इस महा ीप के उ री
भाग म भी बोली जाती ह। महा ीप के इसी भाग म है मेिटक प रवार
की भाषाएँ भी बोली जाती ह।

कुछ भाषा वै ािनक भाषा-प रवारों के अ गत इस भाषा-प रवार को


इसी कारण ‘सामी-हामी’ (सेमेिटक-हेमेिटक) भाषा-प रवार के नाम से
पुकारते ह।

सामी प रवार की अरबी तथा हे मेिटक प रवार की भाषाओं म िम की


इिज शयन, सहारा े की कबीले, िश , ज़ेनागा और तुआरे ग तथा
उ र-पूव े की सोमाली, चाड, हौसा अिधक िस ह।
सामी एवं हेमेिटक के अित र अ ीका के शे ष भू-भाग की भाषाओं
को तीन भाषा प रवार-समूहों म वग कृत िकया जाता है :

1. सूडान भाषा-प रवार समूह

2. बा ु भाषा-प रवार समूह

3. बुशमैन भाषा-प रवार समूह


4. यूरोप एवं एिशया महा ीपों के भाषा प रवार:
शा महासागर के इं डोनेिशयन भाषा-प रवार के अित र यूरोप
एवं एिशया महा ीपों म बोली जाने वाली भाषाओं को िन िल खत
भाषा-प रवारों म वग कृत िकया जा सकता है :
1. भारत-यूरोपीय भाषा-प रवार / भारोपीय भाषा-प रवार

2. िवड़ भाषा-प रवार

3. आ ेय/आ क/आ ो-एिशयािटक भाषा-प रवार

4. िसनो-ित त भाषा-प रवार (चीनी – ित त भाषा-प रवार)

5. सामी/से मेिटक भाषा-प रवार

6. यूराल-अ ाई भाषा-प रवार

7. काकेशस भाषा-प रवार


भारोपीय भाषा-प रवार

1. अपने मूल प की ि से यह प रवार -योगा क कहा जा


सकता है

आर म इस प रवार की भाषाएँ सं े षा क थी ं िक ु अब इनम


कई िव े षणा क हो गई ह।

सं ृ त िह ी
दे वम् दे व को
दे वेन दे व से
दे वाय दे व के िलए
दे वात् दे व से
दे व दे व का
दे वे दे व म
2. िव की अिधकां श मह पू ण भाषाएँ इसी प रवार की ह।

ये भाषाएँ िव के िविभ मह पूण दे शों की राजभाषा/सह-राजभाषा


ह तथा अकादिमक, तकनीकी एवं शासिनक ि से मह पू ण ह।

उदाहरणाथ: अं ेजी, िह ी-उदू, े नी, च, जमन, सी, बं गला

3. िव की आधी से अिधक आबादी भारोपीय प रवार म से िकसी एक


भाषा का वहार करती है । यह वहार मातृभाषा/ योजनमूलक
भाषा के प म होता है ।

4. धम, दशन, सं ृ ित एवं िव ान स ी िच न िजन शा ीय


भाषाओं म िमलता है उनम से अिधकांश भाषाएँ इसी प रवार की ह।
यथा: सं ृ त, पािल, ाकृत, लै िटन, ीक, अवे ा (परिशयन)
भारत-ईरानी: इस प रवार को भाषावै ािनक तीन वग म िवभ
करते ह। ‘दरद’ के अलावा इसके िन वग हैः

(क) ईरानी
परिशयन, अवे ा, फारसी, कुिदश, प ो, ूची

(ख)भारतीय आय भाषाएँ –
सं ृ त, पािल, ाकृत, अप ं श, िह ी, बंगला, मराठी, गु जराती,
पंजाबी, िसं धी, असिमया, ओिडशा आिद।

You might also like