Professional Documents
Culture Documents
Satyanarayan Katha Puja Vidhi, Samagri In Hindi - ऐसे करें अपने घर पर स्वयं भी श्री सत्यनारायण पूजन एवं कथा का पाठ - Patrika News
Satyanarayan Katha Puja Vidhi, Samagri In Hindi - ऐसे करें अपने घर पर स्वयं भी श्री सत्यनारायण पूजन एवं कथा का पाठ - Patrika News
हमारी वेबसाइट पर कंटट का योग जारी रखकर आप हमारी गोपनीयता नी त और कूक ज नी त से सहमत होते ह।
OK
- धूपब ी, कपूर, केसर, चंदन, य ोपवीत, रोली, चावल, ह द , कलावा, ई, सुपारी, 5 नग पान के प े,
खुले फूल 500 ाम, फूलमाला, कुशा व वा, पंचमेवा, गंगाजल, शहद, श कर, शु घी, दही, ध,
वी डयो इं डया बहार चुनाव IPL 2020 coronovirus रा य मनोरंजन खेल व ऑटोमोबाइल गैजेट बज
ऋतुफल, म ा न, चौक , आसन, केले के प े, पंचामृत, तुलसी दल, कलश (तांबे या म का), सफेद
कपड़ा (आधा मीटर), लाल या पीला कपड़ा (आधा मीटर), द पक 3 नग ( 1 बड़ा+2 छोटे ), ता बूल (ल ग
लगा पान का बीड़ा), ना रयल, वा आ द साम ी ।
अब पूजन के लए बड़ी सी चौक या पटा पर भगवान स यनारायण क फोट या मू त पीला या लाल कपड़ा
बछाकर था पत कर द । आसन के दा हने ओर द पक एवं बाई ओर बड़ा द पक घी का था पत कर द ।
आसन के बीच म नव ह क थापना कर । अब वयं भी भगवान के आसन के ठ क सामने कुशा का
आसन बछाकर बैठ जाय एवं नीचे दये वधान के अनु प पूजन कर ।
1- प व करण
सबसे पहले बाएँ हाथ म जल लेकर दा हने हाथ क अना मका, म यमा व अगु ा से नीचे का मं बोलते ए
अपने ऊपर जल छड़क ।
मं
ॐ अप व ः प व ो वा सवाव थां गतोऽ प वा ।
यः मरेत् पु डरीका ं स बा ा यंतरः शु चः ॥
पुनः पु डरीका ं, पुनः पु डरीका ं, पुनः पु डरीका ं ।
2- पृ वी पूजन
नीचे दये मं का उ चारण करते ह द , रोली, अ त, पु प से पूजन कर ।
यान मं
हमारी वेबसाइट पर कंटट का योग जारी रखकर आप हमारी गोपनीयता नी त और कूक ज नी त से सहमत होते ह।
ॐ स य तं स यपरं स यं स य OK
य यो न न हतंच स ये ।
स य य स यामृत स यने ं स या मकं वां शरणं प नाः ॥
याये स यं गुणातीतं गुण य सम वतम् ।
वी डयो इं डया बहार चुनाव IPL 2020 coronovirus रा य मनोरंजन खेल व ऑटोमोबाइल गैजेट बज
लोकनाथं लोकेशं कौ तुभरणं ह रम् ॥
अ य- भगवान को अ य द ।
अ य मं
ग धपु पा तैयु म य स पा दतं मया ।
गृहमारी
हाणवेबसाइट
भगवन्पर कंटटनारायण स नोआपवरदो
का योग जारी रखकर भव ॥नी त और कूक ज नी त से सहमत होते ह।
हमारी गोपनीयता
पंचामृत नान - भगवान का पंचामृत- ध, दही, घी श कर एवं शहद मलाकर पंचामृत से नान कर ।
पंचामृत नान मं
पयो द ध घृतं चैव मधुशकरया वतम् ।
पंचामृतं मयाऽऽनीतं नानाथ तगृ ताम् ॥
ॐ ी स यनारायणाय नमः, पंचामृत नानं समपया म,
व - भगवान को व या व के प म कलावा अ पत कर ।
मं
शीतवातो णसं ाणं ल जाया र णं परम् ।
दे हालंकरणं व ं धृ वा शां त य छ मे ॥
ॐ ी स यनारायणाय नमः, व ं समपया म ।
हमारी वेबसाइट पर कंटट का योग जारी रखकर आप हमारी गोपनीयता नी त और कूक ज नी त से सहमत होते ह।
च दन - भगवान को चंदन अ पत कर ।
ीख डं च दनं द ं ग धा ं सुमनोहरम् ।
वलेपनं सुर े च दनं तगृ ताम् ॥
ॐ ी स यनारायणाय नमः, ग धं समपया म ।
अ त - भगवान को चावल अ पत कर ।
अ ता सुर े कुंकुमा ाः सुशो भताः ।
मया नवे दता भ या गृहाण परमे र ॥
ॐ ी स यनारायणाय नमः, अ तान् समपया म ।
वा - भगवान को वा अ पत कर ।
वाकुरान् सुह रतानमृतान् मंगल दान् ।
आनीतां तव पूजाथ गृहाण परमे र ॥
ॐ ी स यनारायणाय नमः, वाकुरान् समपया म ।
OK
नैवे -- भगवान को मठाई अ पत कर ।
(पंच म ा न व सूखी मेवा अ पत कर)
वी डयो इं डया बहार चुनाव IPL 2020 coronovirus रा य मनोरंजन खेल व ऑटोमोबाइल गैजेट बज
शकराख डखा ा न द ध ीरघृता न च ।
आहारं भ यभो यं च नैवे ं तगृ ताम् ॥
ॐ ी स यनारायणाय नमः, नैवे ं नवेदया म ।
पूजन का म पूरा होने पर मशः भगवान ी स यनारायण क कथा का पाठ वयं कर या कसी यो य
ा ण से सुने । कथा समापन के बाद भगवान स यनारायण भगवान क आरती कर । आरती के बाद
मं पु पांज ल अ पत कर । अंत म शां तपाठ कर मा याचना का भाव करते ए ी स यनारायण भगवान
क बदाई कर ।
हमारी वेबसाइट पर कंटट का योग जारी रखकर आप हमारी गोपनीयता नी त और कूक ज नी त से सहमत होते ह।
OK