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Set-18 Answer Key

1 Ans-A 6 Ans-D
(विराट कोहली ने आईपीएल 2021 में मुंबई इवुं ियुंस के विलाफ जारी (िवमलनाि के मख्यमत्रुं ी एम के स्टावलन ने आज चेन्नई में स्िास््य
मैच में इविहास रच विया है। विराट ने टी-20 विके ट में अपने 10 िेिभाल आपके द्वार योजना का शभारुंभ वकया।)
हजार रन परू े कर वलए हैं और िह ऐसा करने िाले पहले
भारिीय बल्लेबाज बन गए हैं। कोहली विश्व विके ट में ऐसा
करने िाले महज पाचुं िें बल्लेबाज हैं।) 7 Ans-D
(आइसलैंि की गठबधुं न सरकार ने ससुं ि में अपना बहुमि 35 से
बढाकर 37 कर वलया है. यह पहला मौका है, जब पहली बार
2 Ans-B
आइसलैंि की सुंसि में परुष साुंसिों (30) की िलना में अवधक
(जविमा, असम से घर की बनी चािल की शराब और राजस्थान मवहला साुंसि (33) होंगी. चनाि के पहले आइसलैंि में िामपुंथी
की सोजि मेहिुं ी को जीआई टैग से सम्मावनि वकया गया है। एक िलों की जीि की चचाय थी. लेवकन, 'इवुं िपेंिेंस पाटी' ने 16 सीटें
विवशष्ट भौगोवलक मल ू से जडे उत्पािों को जीआई टैग प्रिान जीिकर सारी कहानी बिल िी. िहीं 'प्रोग्रेवसि पाटी' ने 13 सीटें
वकया जािा है।) जीिकर गठबुंधन की सरकार की आधारवशला रि िी.)

3 Ans-C 8 Ans-A
(गजराि विधानसभा के सोमिार से शरू हुए िो वििसीय मानसनू सत्र (इलेवरिक िाहन चावजिंग ढाचुं े से सुंबुंवधि स्टाटयअप कुंपनी
की अध्यक्षिा िॉ. वनमाबेन आचायय करें गी, जो गजराि विधानसभा गोईगोनेटिकय ने वहमाचल प्रिेश की स्पीवि घाटी के काजा में िवनया
की पहली मवहला अध्यक्ष (स्पीकर) बनीं हैं. गजराि के मख्यमत्रुं ी का सबसे ऊुंचा ईिी चावजिंग स्टेशन स्थावपि वकया है।)
भपू ेंद्र पटेल, पिू य स्पीकर राजेंद्र पटेल और विपक्ष के नेिा परे श धनानी
उन्हें उनकी कसी िक ले गए. सिन के अध्यक्ष का पि राजेंद्र वत्रिेिी के
इस्िीफे से िाली हो गया था, वजन्हें राजस्ि, आपिा प्रबधुं न, काननू 9 Ans-B
और न्याय और विधायी और सुंसिीय मामलों जैसे विभागों की (प्रधानमत्रुं ी नरें द्र मोिी ने न्ययू ाकय में सयुं रि राष्ि महासभा के 76िें सत्र
वजम्मेिारी िेिे हुए कै वबनेट मुंत्री बनाया गया है) को सुंबोवधि वकया। इस िौरान उन्होंने कई अहम मद्दे उठाए। कन्हैया
कमार के 28 वसिुंबर को काुंग्रेस में शावमल होने की चचाय है। सुंयरि
राष्ि महासभा में भारि ने इमरान िान के आरोपों पर करारा जिाब
4 Ans-B
विया है। नेशनल कॉन्रें स के नेिा फारूक अब्िल्ला ने िावलबान से
(टीम इवुं िया के िीरुंिाजों ने सुंयक्त राज्य अमेररका के साउथ िकोटा भारि के ररश्िों को लेकर वििाविि बयान विया है।)
(South Dakota) के यॅङ्कटन (Yankton) में आयोवजि 2021
विश्व िीरुंिाजी चैंवपयनवशप (World Archery Championships)
में िीन रजि पिक जीिे। मवहला कुंपाउुंि व्यवक्तगि, मवहला कुंपाउुंि 10 Ans-D
टीम और कुंपाउुंि वमविि टीम प्रवियोवगिाओ ुं में िीन रजि पिक जीिे (नागालैंि के "मीठा िीरे (sweet cucumber)" को भौगोवलक
गए।) पहचान (जीआई) टैग से कृ वष उत्पाि के रूप में माल के भौगोवलक
सुंकेि पुंजीकरण और सरुं क्षण अवधवनयम, 1999 के प्रािधानों के
िहि सम्मावनि वकया गया था।)
5 Ans-D
(इस बार के चििाि का नाम 'गलाब' पडोसी िेश पावकस्िान
ने विया है। 'गलाब' शब्ि एक बारहमासी फूल िाले पौधे को सिुं वभयि 11 Ans-D
करिा है। आईएमिी के ऑवफवशयल नोवटवफके शन के अनसार (एफएसएसएआई यानी भारिीय िाद्य सरक्षा और मानक प्रावधकरण
उष्णकवटबुंधीय चििाि गलाब का नाम 'गल-आब' रिा गया है।) की रैंवकुंग में िेश के िीन राज्य अव्िल सावबि हुए हैं. िषय 2020-21
में िाद्य सरक्षा मानकों के मामले में गजराि, के रल और िवमलनाि
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शीषय पर रहे.(i) बडे राज्यों में गजराि को शीषय स्थान प्राप्त हुआ। (ii) 17 Ans-A
छोटे राज्यों में गोिा को शीषय स्थान प्राप्त हुआ है। (iii) कें द्रशावसि
(बीवजुंग -चीन )
प्रिेशों में विल्ली को शीषय स्थान प्राप्त हुआ है।)

18 Ans-B
12 Ans-A
(भारिीय विके ट कुंिोल बोिय (BCCI) ने टी20 िल्िय कप के
(महान भारिीय कवि-गीिकार-वनिेशक गलजार (Gulzar) ने अपनी
वलए टीम इवुं िया का ऐलान कर विया है. इस बार टी20 िल्िय कप के
नई पस्िक “एरचअली… आई मेट िेम: ए मेमॉयर (Actually… I
Met Them: A Memoir)” शीषयक से प्रकावशि की है। वलए BCCI ने टीम इवुं िया के साथ बिौर मेंटर भारि के पिू य विग्गज
कप्तान महेंद्र वसुंह धोनी को जोडा है. टी20 िल्िय कप में महेंद्र वसुंह
यह सस्ुं मरण प्रकाशन समहू पेंगइन रैं िम हाउस इवुं िया द्वारा प्रकावशि धोनी टीम इवुं िया के मेंटर की भवू मका में वििेंग.े )
वकया गया है।
इस पस्िक में, गलजार ने वकशोर कमार, वबमल रॉय, ऋवत्िक घटक,
ऋवषके श मिजी और महाश्वेिा िेिी जैसे वकुंििवुं ियों के बारे में कई 19 Ans-B
रोचक अज्ञाि ि्य साझा वकए हैं।)
(22 वसिुंबर को विश्व गलाब वििस (September 22 World Rose
Day) मनाया जािा है। इसके िल्िय रोज िे भी कहिे हैं। कैं सर पीवडिों
13 Ans-A से मानिीय व्यिहार करने और उनका िि बाटुं ने के वलए हर साल 22
वसिुंबर को िल्िय रोज मनाया जािा है।)
(िीस्िा-V )

20 Ans-C
14 Ans-D
(भारि की अनभिी बल्लेबाज वमिाली राज ने मगुं लिार को यहाुं
(कें द्रीय सचू ना एिुं प्रसारण ि यिा मामलों और िेल मत्रुं ी अनराग आस्िेवलया के विलाफ िनिे मैच में इविहास रच विया। िह अपने
वसहुं ठाकर ने प्रथम वहमालय वफल्म कररयर में 20,000 रन बनाने िाली पहली मवहला विके टर बन गई।ुं
महोत्सि (Himalayan Film Festival 2021) का उद्घाटन उन्होंने यह उपलवब्ध प्रथम िेणी, वलस्ट-ए, टी-20
वकया और इस अिसर पर उन्होंने पोस्टर कोलाज को लाॅॅन्च वकया. और अुंिरराष्िीय मैचों के िीनों प्रारूपों में रन बनाकर हावसल की है।)
इस अिसर पर अनराग वसुंह ठाकर ने वफल्म अवभनेिा वसद्धाथय
मल्होत्रा को सम्मावनि वकया.)
21 Ans-D

15 Ans-B (अमेररका)

(23 वसिुंबर को हर साल इजरायल में हाइफा वििस मनाया जािा है


और भारिीय सेना भी इस विन को हाइफा वििस के रूप में मनािी है। 22 Ans-D
हाइफा इजरायल का एक प्रमि शहर है वजसको िकों के कब्जे से
(भारि और इिुं ोनेवशया की नौसेनाओ ुं
आजाि कराने में भारिीय सैवनकों ने अहम भवू मका वनभाई थी।)
के बीच वद्वपक्षीय अभ्यास 'समद्र शवक्त' का िीसरे सुंस्करण सुंिा
जलिमरूमध्य के इलाके में शरू हुआ है। बधिार िक चलने िाले
16 Ans-C इस अभ्यास में भाग लेने के वलए भारिीय नौसेना के जहाज
वशिावलक और किमि इिुं ोनेवशया के जकािाय पहुचुं े हैं।)
(िटीय और समद्री पाररवस्थविक ित्रुं की रक्षा और सुंरक्षण के
वलए भारि की प्रविबद्धिा को विश्व स्िर पर मान्यिा वमल रही है। इसी
वसलवसले में इस िषय िवमलनाि के कोिलम और पिचेरी के
ईिन समद्र िट को 'ब्लू फ्लैग' प्रमाणन विया गया है।)
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Set-18 Answer Key

23 Ans-B 28 Ans-D
(इस अभ्यास (शाुंविपणू य वमशन) के छठे सुंस्करण की मेजबानी (िेश में नेशनल हाईिे की लुंबाई के मामले में वबहार से 9 राज्य आगे
रूस द्वारा की जा रही है। इसका आयोजन िवक्षण-पविम रूस के हैं. वबहार 10िे नबुं र पर है वबहार में 2019 में 5358 वकलोमीटर
ऑरे नबगय क्षेत्र में 13-25 वसिुंबर, 2021 के मध्य वकया जा रहा है।) नेशनल हाईिे रहा , जबवक िेशभर में 1लाि 32हजार 5सौ
वकलोमीटर लुंबी नेशनल हाईिे में वबहार से अवधक आुंध्र प्रिेश,
गजराि ,कनायटक, मध्य प्रिेश, महाराष्ि, ओविशा, राजस्थान
24 Ans-A ,िवमलनाि और यपू ी में इसकी लबुं ाई है| हालावुं क प्रिेश में नेशनल
(15िाुं भारि-नेपाल सुंयक्त सैन्य यद्धाभ्यास सयू य वकरण वपथौरागढ में हाईिे की लबुं ाई वपछले सालों में बढिी गई है | लेवकन यह रफ्िार
शरू) िसू रे प्रिेशों की िलना में धीमी है. आवथयक सिेक्षण 2020-21 के
मिावबक िेश के कल नेशनल हाईिे में अके ले 30% योगिान
महाराष्ि और यपू ी राजस्थान का है |)
25 Ans-D
(िैवश्वक निाचार सचू काुंक की िाजा रैंवकुंग में भारि को 46िाुं स्थान 29 Ans-A
प्राप्त हुआ है।)
(वबहार के वििमत्रुं ी िारवकशोर प्रसाि ने 22 फरिरी, 2021 को
वििीय िषय 2021-22 के वलए राज्य का बजट प्रस्िि वकया। कोविि-
26 Ans-A 19 के असर की िजह से िषय 2020-21 अथयव्यिस्था और सरकारी
विि के वलहाज से स्टैंििय िषय नहीं था। इस नोट में 2021-22 के बजट
(अगले 5 साल में पटना मेविकल कॉलेज अस्पिाल ( पीएमसीएच ) अनमानों की िलना 2019-20 के िास्िविक आुंकडों से की गई है
विश्व स्िरीय बनेगा|5482 बेिो के साथ यह िेश का सबसे बडा 2021-22 के वलए कल व्यय 2,18,303 करोड रुपए अनमावनि है
अस्पिाल होगा| इसके पनवनयमायण पर 5540 करोड रुपए िचय वकया वजसमें 2019-20 की िलना में 23% की िावषयक िृवद्ध है। सश ुं ोवधि
जाएगा| मख्यमुंत्री नीिीश कमार ने पी एम सी एच के पनवनयमायण कायय अनमानों के अनसार, 2020-21 में कल व्यय, बजट अनमान से
का वशलान्यास वकया सीएम ने कहा वक पी एम सी एच अत्याधवनक 6% अवधक होने की उम्मीि है (13,697 करोड रुपए की िृवद्ध)।)
होगा और यहाुं हेलीकॉप्टर के भी उिरने की व्यिस्था होगी|
पीएमसीएच को गगुं ा पाथ िे और एवलिेटेि सडक से भी जोडा जाएगा
|) 30 Ans-C
(वबहार सरकार राज्य में वबजली की आपवू िय के वलए छिीसगढ से
27 Ans-B 2500 मेगािाट वबजली की िरीिारी करे गी। वबहार विद्यि विवनयामक
आयोग ने हाल ही में वबजली कुंपनी और छिीसगढ के बीच हुए करार
(वबहार सरकार ने छात्राओ ुं के वलए छात्रिृवि रावश में िृवद्ध की है। को मुंजरू ी िे िी है। कुंपनी अगले िीन िषों िक वबजली की िरीिारी
जबवक स्नािक लडवकयों को 50,000 रुपये वमलेंगे,इससे पहले, करे गी।)
स्नािक लडवकयों या समकक्ष विग्री िाले लोगों को 25,000 रुपये
प्रिान वकए जािे थे |लेवकन अभी भी कई छात्राओ ुं के पैसे विभाग द्वारा
जारी करने बावक है। आपको पिा ही होगा की लवलि नारायण 31 Ans-A
वमवथला विश्वविद्यालय की छात्राओ ुं ने मख्यमत्रुं ी कन्या उत्थान योजना
के अिुं गयि लाभ की रावश प्राप्त न होने पर आिुं ोलन आरुंभ वकया था। (सौराठ सभा वबहार के वमवथलाचुं ल क्षेत्र में प्रवििषय लगने िाला एक
यह आुंिोलन वमवथला स्टूिेंट यवू नयन द्वारा 2 साल से सचुं ावलि वकया विशाल सभा है वजसमें योग्य िर का चनाि िहााँ आए कन्याओकुं े
जा रहा है। जीसके पररणाम स्िरूप अब लाभावथययों की बकाया रावश वपिा करिे हैं। वबहार के वमवथलाचुं ल क्षेत्र में 'सौराठ सभा' यानी िल्ू हों
जारी होने लगी है। लेवकन वमवथला स्टूिेंट यवू नयन का कहना है की का मेला, प्राचीन काल से लगिा आया है। यह परुंपरा आज भी कायम
यह आुंिोलन सभी छात्राओ ुं के पैसे जारी होने िक चलिा रहेगा।) है। आधवनक यग में इसकी महिा को लेकर बहस जरूर िेज हो गई है।
सौराठ सभा मधबनी वजले के सौराठ नामक स्थान पर 22 बीघा जमीन
पर लगिी है। इसे 'सभागाछी' के रूप में भी जाना जािा है। सौराठ

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Set-18 Answer Key

गजराि के सौराष्ि से वमलिा-जलिा नाम है। गजराि के सौराष्ि की


िरह यहाुं भी सोमनाथ मवुं िर है, मगर उिना बडा नहीं। सौराठ और
37 Ans-A
सौराष्ि में साम्य शोध का विषय है। वमवथलाचुं ल क्षेत्र में मैवथल ब्राह्मण
िल्ू हों का यह मेला प्रवििषय ज्येष्ठ या अषाढ महीने में साि से 11 विनों (वबहार के शहरी मवहला-परुष साक्षरिा में सबसे अवधक विषमिा
िक लगिा है, वजसमें कन्याओ ुं के वपिा योग्य िर को चनकर अपने अरररया वजले की है। यहााँ साक्षरिा विषमिा 24.5 प्रविशि है।)
साथ ले जािे हैं और वफर 'चट मगुं नी पट ब्याह' िाली कहािि
चररिाथय होिी है। इस सभा में योग्य िर अपने वपिा ि अन्य
अवभभािकों के साथ आिे हैं। कन्या पक्ष के लोग िरों और उनके 38 Ans-A
पररजनों से बािचीि कर एक-िसू रे के पररिार, कल-िानिान के बारे (िॉ राजेंद्र प्रसाि कें द्रीय कृ वष विश्वविद्यालय (पहले, राजेंद्र कृ वष
में परू ी जानकारी इकट्ठा करिे हैं और िल्ू हा पसुंि आने पर ररश्िा िय विश्वविद्यालय) मल ू रूप से भारि के पहले इपुं ीररयल कृ वष अनसुंधान
कर लेिे हैं।) सुंस्थान के रूप में स्थावपि वकया गया था।
यह वबहार के समस्िीपर वजले के पसू ा में वस्थि है।1 अप्रैल 1905 को
लॉिय कजयन द्वारा कृ वष अनसुंधान सस्ुं थान और कॉलेज की
32 Ans-C आधारवशला रिी गई।1918 में पसू ा को इपुं ीररयल िजाय वमला, वजससे
इसका बिलकर इपुं ीररयल कृ वष अनसुंधान सुंस्थान (IARI) कर विया
(यह एवशया का सबसे बडा पश मेला हैं। मेले को 'हररहर क्षेत्र मेला' के गया।
नाम से भी जाना जािा है जबवक स्थानीय लोग इसे छिर मेला पकारिे 1934 में, एक बडे भक ू ुं प के बाि वबहार में पत्थरबाजी हुई और वजसने
हैं। वबहार की राजधानी पटना से लगभग 25 वकमी िथा िैशाली वजले मख्य इमारिों को गुंभीर रूप से क्षविग्रस्ि कर विया, इम्पीररयल
के मख्यालय हाजीपर से ३ वकलोमीटर िरू सोनपर में गिुं क के िट पर सुंस्थान को नई विल्ली में नए पसू ा पररसर में स्थानाुंिररि कर विया
लगने िाले इस मेले ने िेश में पश मेलों को एक अलग पहचान िी है।) गया और अिुं िः यह भारिीय कृ वष अनसुंधान सुंस्थान बन गया।
जो कछ भी शेष था, उसे 3 विसुंबर 1970 िक एक कृ वष अनसुंधान
कें द्र में ढाल विया गया, जब वबहार सरकार ने राजेंद्र कृ वष
33 Ans-D विश्वविद्यालय की स्थापना की।)
(शुंकरपर नामक जगह पर टेलकॉम/ स्टेटाइट/ सेलिडी िवनज पाया
जािा है। यह वबहार के मगुं ेर वजले में वस्थि है) 39 Ans-B
(इवुं िरा गाुंधी आयवियज्ञान सुंस्थान , राज्य विधानमुंिल
अवधवनयम (सरकार) के िहि एक सस्ुं थान , 19 निबुं र 1983
34 Ans-C
को अविल भारिीय आयवियज्ञान सुंस्थान , नई विल्ली के पैटनय पर एक
(मैग्नेटाइट एक लौह अयस्क है। इसमें लोहा ऑरसाइि रूप में वमलिा स्िायि सुंगठन के रूप में स्थावपि वकया गया था । अनमावनि बजट
है। यह फे ररमैग्नवे टक है। इसमें चबुं क को आकवषयि करने की क्षमिा 110 करोड रुपए था वजसे बाि में सश ुं ोवधि कर 133 करोड रुपए कर
होिी है।) विया गया। यह वबहार राज्य के प्रमि स्िास््य िेिभाल सुंस्थानों में से
एक है. यह वबहार का एकमात्र सपरस्पेशवलस्ट सुंस्थान है और रोगी
रे फरल िृुंिला में पिानिम में सबसे ऊपर है। सुंस्थान वचवकत्सा में
35 Ans-C वशक्षा प्रिान करिा है और वबहार में कई स्िास््य और औषधीय
(मुंगरे ) अनसुंधान करिा है। इसे वसिुंबर 2011 में एमसीआई से मेविकल
कॉलेज की मान्यिा प्राप्त हुई। इसमें 120 मान्यिा प्राप्त एमबीबीएस
सीटें हैं और वबहार के कॉलेजों में सबसे ज्यािा सपरस्पेशवलटी सीटें
36 Ans-A हैं।)

(बरौनी िेल शोधनागार भारि के वबहार राज्य के बरौनी में वस्थि है।
इसे इवडियन ऑयल कॉपोरे शन वलवमटेि चलािी
है। रुस और रोमावनया के मिि से बना ये शोधनागार 1964 से काययरि
है।)
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Set-18 Answer Key

40 Ans-B 46 Ans-D
(‘सम्पणू य िाुंवि’ के नेित्ृ ि किाय जयप्रकाश नारायण को िसू रा महात्मा (मख्यमुंत्री ने 2 अरटूबर, 2017 को िहेजमक्त और बाल वििाह
कहा जाने लगा था। यह आजाि भारि का सबसे बडा जन आन्िोलन मक्त वबहार बनाने की शरुआि की। जेंिर बजट के िहि विभागों को
था।) िी जाने िाली रावश में से 15% अलग से मवहलाओ ुं के विकास एिुं
उनके कल्याण पर िचय वकया जािा है।)

41 Ans-D
47 Ans-B
(वबहार, इसे सुंसि में ित्कालीन भारिीय प्रधानमुंत्री जिाहर लाल
नेहरू द्वारा 10 मई 1951 को पेश वकया गया वजसे 18 जनू 1951 को (वबहार के सिायवधक ऋण जमा अनपाि िाले िीन वजले िमश: है।
सुंसि में पास कर विया गया। सुंविधान के पहले सुंशोधन के िहि 1.वकशनगुंज [49%], 2.पवू णयया, 3.प॰ चपुं ारण। )
मौवलक अवधकारों में कछ पररिियन वकए गए और भाषण िथा
अवभव्यवक्त की आजािी का अवधकार आम आिमी को विया गया।)

48 Ans-A
42 Ans-B
(यजिेि में सबसे पहले वििेह राज्य का उल्लेि वमलिा है। शिपथ
(18 माचय 1974 को जयप्रकाश नारायण के नेित्ृ ि में पटना में छात्र
ब्राह्मण वििेह जनक का उल्लेि सम्राट के रूप में अवभव्यक्त करिा
आुंिोलन की शरूआि हुई थी. जो िेश भर में जेपी आुंिोलन के रूप
है।)
में जाना गया. इस आिुं ोलन के चलिे ही िेश को लोकित्रुं का सबसे
काला समय यानी 'आपािकाल' का सामना करना पडा. जावनए उस
विन ऐसा रया हुआ था) 49 Ans-A
(प्रवि व्यवक्त आय के मामले में राज्य में पटना शीषय पर है, जबवक
43 Ans-C वशिहर सबसे वनचले पायिान पर है। पटना और वशिहर में प्रवि व्यवक्त
सकल वजला घरेलू उत्पाि में छह गना का अिुं र है। पटना के बाि िसू रे
(प्रवि व्यवक्त आय के मामले में राज्य में पटना शीषय पर है, जबवक
नुंबर पर बेगसू राय और िीसरे पर मगुं ेर है।)
वशिहर सबसे वनचले पायिान पर है। पटना और वशिहर में प्रवि व्यवक्त
सकल वजला घरेलू उत्पाि में छह गना का अिुं र है। पटना के बाि िसू रे
नुंबर पर बेगसू राय और िीसरे पर मगुं ेर है।) 50 Ans-C
(राज्यों को वबिी कर लगाने का अवधकार 1935 के भारि सरकार
44 Ans-D अवधवनयम के अन्िगयि प्राप्त हुआ था।)
(उपययक्त सभी को)
51 Ans-A
45 Ans-C (नालन्िा विश्वविद्यालय का भ्रमण ि िहााँ अध्ययन ह्वेनसाुंग ने वकया
था। ह्वेनसागुं हषयिधयन (606-47 ई.) के काल में भारि आया था। िह
(मोिी ने कहा वक विलय के बाि यक ू ो बैंक द्वारा प्रायोवजि वबहार
लगभग 6 िषय िक नालिुं ा में अध्ययन करने के पिाि् 641 ई के
ग्रामीण बैंक के 9 वजलों की 376 शािाए,ुं 5 क्षेत्रीय कायायलय और
लगभग अपने िेश चीन रिाना हो गया। ह्वेनसागुं ने हषय द्वारा आयोवजि
1500 कमी मध्य वबहार ग्रामीण के अधीन हो जायेंगे)
कन्नौज की धमय सभा की अध्यक्षिा भी की थी।)

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Set-18 Answer Key

52 Ans-B 56 Ans-D
(मौयय यगीन इविहास के सावहवत्यक स्त्रोिों में कौवटल्य का अथयशास्त्र (िगलक िुंश का शासन काल 1320 से लेकर 1414 ई. िक था।
सिायवधक महत्िपणू य है अथयशास्त्र, राजनीवि और लोकप्रशासन पर विलजी िश ुं का शासन काल 1290-1320 ई. िक ही रहा जो मात्र
वलिी गई पहली प्रमावणक पस्िक है। 15 अवधकरणें (भाग), 180 िीस साल से है। लोिी िुंश 1451-1526 जबवक िास िुंश का
प्रकरण (उपभाग) और 6000 श्लोकों में रवचि अथयशास्त्र में आवथयक शासनकाल 1206 से 1290 ई. िक था। बिािें वक इस प्रकार के
सबुं धुं ों, वििेश नीवियों िथा शासन कला के वसद्धािुं ों का विशि िणयन प्राचीन एिुं मध्यकालीन भारिीय इविहास से सुंबवुं धि प्रश्न अरसर पछू े
प्राप्त होिा है। कौवटल्य को भारि का मैरयािेली भी कहा जािा हैं, जािे है। वजसके उिरों भी कभी नहीं बिलिे है। इसवलए अगर आप
उल्लेिनीय है वक कौवटल्य ने राज्य के सप्ताुंग वसद्धािुं का िणयन वकया सुंघ एिुं राज्य वसविल सेिा या राज्यस्िरीय वकसी प्रवियोगी परीक्षा की
है वजसमें राज्य को साि ित्िों (स्िामी, अमात्य, जनपि, िगय, कोष, िैयारी कर रहे है, िो इन्हें अच्छी िरह से याि कर लें। िावक गलिी की
ििुं और वमत्र) से वनवमयि माना गया है।) कोई सुंभािना न रहें।)

53 Ans-B 57 Ans-C
(वििमवशला भारि का एक प्रवसद्ध वशक्षा-के न्द्र (विश्वविद्यालय) था। (मध्यकालीन भारि के मगल शासक चम्िाई िुंश के थे रयोंवक बाबार
नालन्िा विश्वविद्यालय और वििमवशला िोनों पाल राजिश ुं के वपिृ पक्ष की ओर से िैमरू का पाचुं िाुं िश
ुं ज िथा मािृ पक्ष की ओर से
राज्यकाल में वशक्षा के वलए जगत्प्रवसद्ध थे। िियमान समय में वबहार के चुंगेज िाुं का 14िाुं िुंशज था इस पकार उसमें िकों एुंि मगुं ोलों के
भागलपर वजले का अवन्िचक गााँि िहीं है जहााँ वििमवशला थी। रक्त का सवम्मिण था। बाबर ने वजस निीन िुंश की नींि िाली िह
इसकी स्थापना 8िीं शिाब्िी में पाल राजा धमयपाल ने की थी।) िकी नस्ल का 'चग्िाई िकय िश ुं ' था। इस िश ुं का नाम चगुं ेज िाुं के
वद्विीय पत्र के नाम पर पडा था।)

54 Ans-B
58 Ans-C
(औरुंगजेब एक उत्साही सत्री मसलमान था। उसकी धावमयक नीवि
साुंसाररक लाभ के वकसी विचार से प्रभाविि नहीं थी। इनके द्वारा (1927 में मद्रास में काुंग्रेस का अवधिेशन हुआ वजसमें सियसम्मवि
चलाये गये वजहाि का अथय है िारूल इस्लाम। उसका मानना है वक से साइमन कमीशन के बवहष्कार का फै सला वलया गया वजसमें नेहरु,
िब िक गैर मसलमान िेशों (िारूल हबय) के विरुद्ध धमययद्ध (वजहाि) गाधुं ी सभी ने इसका विरोध करनेका वनणयय वलया । मवस्लम लीग ने
करना चावहए जब िक वक िे इस्लाम के राज्य (िारूल इस्लाम) के भी साइमन के बवहष्कार का फै सला वकया। 3 फरिरी 1928
रूप में पररिवियि नहीं हो पािे। िारूल हबय का अथय है गैर मसलमानी को कमीशन भारि पहुचुं ा।)
िेश। और जवजया एक प्रकार का धावमयक कर है।)

59 Ans-D
55 Ans-B
(वहन्िस्िान ररपवब्लकन ऐसोवसएशन की स्थापना अरटूबर 1924 में
(महमिू गजनिी का िरबारी इविहासकार उत्बी था। वजन्होंने गजनिी भारिीय स्ििन्त्रिा सुंग्राम के िावन्िकारी रामप्रसाि वबवस्मल, योगेश
के समस्ि आिमणों को जेहाि बिाया है। वफरिौसी भी इन्हीं के समय चन्द्र चटजी, चुंद्रशेिर आजाि और शचींद्रनाथ सान्याल आवि ने
में थे, वजन्होंने शाहनामा की रचना की, वजसे फारसी भाषा का कानपर में की थी।)
महाभारि कहा जािा है। हसन वनजामी ऐबक के िरबारी कवि थे और
ऐबक ने इन्हें िजीर का पि विया था। चुंिरबरिाई पृ्िीराज चौहान के
िरबारी कवि थे। महमिू ग़जनिी (971-1030) मध्य अफ़ग़ावनस्िान में 60 Ans-B
के वन्द्रि गजनिी िुंश का एक महत्िपणू य शासक था जो पिू ी ईरान भवू म (पनू ा पैरट िवलि िगय से सबुं वुं धि था। रे म्जे मैरिोनॉल्ि के
में साम्राज्य विस्िार के वलए जाना जािा है। भारि में इस्लामी शासन साम्प्रिावयक पचुं ाट की घोषणा के समय गाुंधीजी पनू ा के यरििा जेल
लाने और आिमण के िौरान लटू पाट मचाने के कारण भारिीय वहन्िू में थे। गाुंधीजी इसके विरोध में 20 वसिम्बर, 1932 से जेल में आमरण
समाज में उनको एक आिामक शासक के रूप में जाना जािा है।) अनशन पर बैठ गए। अनशन के कारण उनका स्िास््य काफी िेजी से
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वगरने लगा। मिनमोहन मालिीय, राजेन्द्र प्रसाि, परुषोिम िास और (आजाि वहन्ि फौज का विचार मोहन वसुंह ने सझाया था। पहली बार
राजगोपालाचारी के प्रयासों से गाुंधी जी और अम्बेिकर के मध्य 26 आजाि वहिुं फौज के गठन का िेय कै प्टन मोहन वसुंह को है। िे जापान
वसिम्बर, 1932 को एक समझौिा हुआ वजसे ‘पनू ा समझौिा’ के नाम के हाथों यद्ध बिुं ी अग्रुं ेज अवधकारी थे। उन्होंने जापानी अवधकाररयों
से जाना जािा है। इसके अिुं गयि िवलि िगों के वलए पृथक् वनिायचन से सुंबुंध बनाकर आजाि वहिुं फौज के साथ वसुंगापर पहुचुं े िथा िहाुं
मुंिल समाप्त कर विए गए लेवकन प्राुंिीय विधन मुंिलों में िवलि िगों आजाि वहिुं फौज पन: गविशील हो गई। बोस ने आजाि वहिुं सरकार
के वलए सरवक्षि सीटों की सख्ुं या 71 से बढाकर 147 कर िी गई।) (अस्थाई सरकार) का पनगयठन वकया। काग्रुं ेस के विरुंगे को सरकार का
झुंिा घोवषि वकया और 'जय वहिुं ' का नारा विया।)

61 Ans-D
65 Ans-C
(मवस्लम लीग का प्रथम अध्यक्ष आगा िाुं था। 30 विसबुं र, 19069
को जब ढाका में महम्मिन एजक ू े शनल कॉन्रें स की बैठक हो रही थी (भारि छोडो आुंिोलन के िौरान आुंिोलन का समाचार लोगों िक
िभी उस अवधिेशन को ढाका के निाब सलीमल्ला िाुं के नेित्ृ ि में पहुचुं ाना जरूरी था। मुंबई शहर के विवभन्न कें द्रों से काुंग्रेस रे वियो का
अविल भारिीय मवस्लम लीग के गठन की घोषणा की गई। लीग का गप्त रूप से सचुं ालन वकया गया। रेवियो प्रसारण का कायय 14 अगस्ि
प्रथम अवधिेशन 1907 ई. में हुआ, वजसकी अध्यक्षिा आगा िाुं ने से सियप्रथम ऊषा मेहिा ने प्रारुंभ वकया। एक अन्य कें द्र बाबूभाई चला
की थी। 1908 में आगा िाुं को मवस्लम लीग का स्थाई अध्यक्ष रहे थे। जबवक राममनोहर लोवहया वनयवमि रूप से काग्रुं ेस रे वियो पर
बनाया गया। उसी िषय अलीगढ के अवधिेशन में चालीस सिस्यीय बोलिे थे। ये प्रसारण मद्रास िक सने जा सकिे थे। 1942 निुंबर िक
एक कें द्रीय सवमवि की स्थापना की गई। लीग की प्रमि मागुं ों में पृथक् ये स्टेशन जब्ि कर वलए गए।)
वनिायचन प्रणाली को बनाए रिने की मागुं राष्िीय काग्रुं ेस के स्िेिशी
बवहष्कार के काययिमों का विरोध, बुंगाल विभाजन का समथयन जैसी
माुंगें शावमल थी। मवस्लम लीग साम्प्रिावयक सगुं ठन था, वजसका 66 Ans-B
उद्देश्य भारि के मसलमानों के राजनीविक अवधकारों और वहिों को (पनू ा पैरट के प्रािधान 1935 के भारि सरकार अवधवनयम (गिनयमटें
आगे रिना और उनको लाभ विलाना, सम्मानपिू यक अपनी जरूरिों ऑफ इवुं िया ऐरट) में शावमल वकये गये। काग्रुं ेसी नेिाओ ुं ने वबहार के
और आकाुंक्षाओ ुं का प्रविवनवधत्ि सरकार के समक्ष रिना था) नेिा जगजीिन राम को अध्यक्ष बनाकर माचय 1935 में ऑल इवुं िया
विप्रेस्ट रलासेज लीग का गठन वकया। वबहार में जगजीिन राम ने
'अविल भारिीय िवलि िगय सघुं ' के ित्िािधान में िवलि जावियों को
62 Ans-A
सुंगवठि वकया।)
(लोकमान्य विलक प्रथम काुंग्रेसी नेिा थे जो िेश के वलए कई बार
जेल गए। 1882 में उन्हें सरकार ने चार माह का कारािास विया था
रयोंवक विलक ने अुंग्रेजों के कोल्हापर के महाराजा के प्रवि धृष्टिा 67 Ans-C
करने पर कडे शब्िों में उनकी वनुंिा की थी। 1897 में उन्हें िो अुंग्रेजों (2011 िक, भारि की जनगणना 15 बार की जा चकी है। 1872 में
की हत्या के वलए चापेकर बुंधओ ुं को उिेवजि करने के वलए 18 मास यह वब्रवटश िायसराय लॉिय मेयो के अधीन पहली बार कराई गयी थी।
के कडे कारािास का ििुं विया गया।) उसके बाि यह हर 10 िषय बाि कराई गयी। हालावक भारि की पहली
सुंपणू य जनगणना 1881 में हुई।)
63 Ans-C
(सभाष चन्द्र बोस 1938 में हररपरा में काुंग्रेस अध्यक्ष चने गये। पनः 68 Ans-C
1939 में वत्रपरी अवधिेशन में काुंग्रसे के पनः अध्यक्ष चने गये परन्ि
(सन् 1802 में मद्रास के ित्कालीन गिनयर टॉमस
गाुंधीजी के साथ मिभेि की िजह से उन्होंने पि से त्याग-पत्र िे विया।
उनके त्याग-पत्र के बाि िॉ. राजेन्द्र प्रसाि काुंग्रेस अध्यक्ष बनाये गये।) मनरो ने रै यििाडी व्यिस्था आरुंभ की। यह व्यिस्था मद्रास, बबुं ई एिुं
असम के कछ भागों में लागू की गई। रै यििाडी व्यिस्था के िहि
लगभग 51 प्रविशि भवू म आई। इसमें रै यिों या वकसानों को भवू म का
64 Ans-A मावलकाना हक प्रिान वकया गया।)

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69 Ans-B 73 Ans-B
(फारसी साप्तावहक 'वमरािल अिबार' को राजा राममोहन राय (‘गलामवगरी’ इसी भेि-भाि की बवनयाि पर चोट करने िाली वकिाब
प्रकावशि करिे थे। 'निजागरण के अग्रििू ', 'सधार आिुं ोलनों के है वजसे 19िीं सिी के महान भारिीय विचारक, समाजसेिी और
प्रिियक' 'आधवनक भारि के वपिा' नि प्रभाि का िारा' के नाम से िाुंविकारी समाज-सधारक ज्योविराि गोविन्िराि फूले (ज्योविबा
विख्याि, राजा राममोहन राय ने (1822 ई.) फारसी भाषा बगुं ाली फूले) ने वलिा है इस पस्िक के पररच्छे ि ‘बारह’ का एक अुंश
पवत्रका 'सिुं ाि कौमिी' का भी प्रकाशन वकया। राजा राममोहन राय को |‘गलामवगरी’ ऊुंच-नीच पैिा करने िाली व्यिस्था पर िकय पणू य ढगुं से
भारिीय पत्रकाररिा के अग्रििू के नाम से भी जाना जािा है। उनके चोट करिे हुए यह भी समझािी है वक रयों िवलिों के वलए अुंग्रेज
मवक्तिािा सरीिे थे)
जझारू और सशक्त व्यवक्तत्ि का इस बाि से अुंिाज लगाया जा
सकिा है वक िषय 1821 में अाँग्रेज जज द्वारा एक भारिीय
प्रिापनारायण िास को कोडे लगाने की सजा िी गई। फलस्िरूप 74 Ans-A
उसकी मृत्य हो गई। इस बबयरिा के विलाफ राय ने एक लेि वलिा।)
(वकसी वलफ्ट में व्यवक्त के भार में पररिियन वनम्न प्रकार होगा।
(i) जब वलफ्ट त्िरण a से ऊपर जािी है, िो वलफ्ट में वस्थि व्यवक्त का
भार बढा हुआ प्रिीि होिा है।
70 Ans-A
(ii) जब वलफ्ट त्िरण a से नीचे आिी है िो व्यवक्त का आभासी भार
(वसविल मैररज एरट या नेवटि मैररज के द्वारा, लडवकयों के वििाह की घटा हुआ प्रिीि होिा है।
आय 14 िषय और लडकों की 18 िषय वनधाररि की गई। इस (iii) जब वलफ्ट एक समान िेग (त्िरण a = 0) से ऊपर या नीचे जािी
अवधवनयम के द्वारा बहुपत्नी प्रथा को भी समाप्त कर विया गया। है, िो व्यवक्त अपने भार में कोई पररिियन नहीं प्रिीि होगा।
ज्ञािव्य है वक के शि चन्द्र सेन ने बाल वििाह को रोकने का अथक (iv) यवि नीचे आिे िक्त वलफ्ट की िोरी टूट जाए िो िह मक्त िस्ि
प्रयास वकया।) की भाुंवि नीचे वगरे गी।
(v) यवि वलफ्ट के नीचे उिरिे समय वलफ्ट का त्िरण गरुत्िीय त्िरण
से अवधक हो िो वलफ्ट में िडा व्यवक्त वलफ्ट की फशय से उठकर
71 Ans-A उसकी छि पर जा लगेगा।)
(7 वसिम्बर, 1931 से लुंिन के सेंट जेम्स पैलेस में शरू हुए वद्विीय
गोलमेज सम्मेलन में शावमल होने वक वलए गाुंजी जी एस एस
75 Ans-B
राजपिू ाना नामक जहाज से गए थे।)
(एक चौथाई रह जािी है)

72 Ans-D
76 Ans-A
(िषय 1940 में मवस्लम लीग के अवधिेशन में पावकस्िान के सृजन का
प्रस्िाि िलीकज्जमा ने रिा था। ये मवस्लम लीग के प्रमि नेिा थे, (अििल लेंस का उपयोग कार पर हेिलाइट के रूप में वकया जािा है
वकुंि लुंबे समय िक काुंग्रेस के साथ भी जडे रहे। लेवकन 1934 ई. में रयोंवक ये अििल लेंस सडक पर प्रकाश फै लािे हैं अििल लेंस की
काुंग्रेस से अलग हो गये। 1940 ई. में लाहौर अवधिेशन में इन्होंने सहायिा से फै ले प्रकाश के कारन हम िरू िक िेिने में सक्षम हो पािे
पावकस्िान के प्रस्िाि का समथयन वकया था िथा पावकस्िान की प्रावप्त हैं)
के वलए प्रयत्न भी वकए थे। िही वजन्ना ने 28 माचय, 1929 को विल्ली
में मवस्लम लीग के अवधिेशन में अपना 14 सत्रू ीय प्रस्िाि रिा था।
यह अवधिेशन वजन्ना की अध्यक्षिा में ही सुंभि हुआ था। वजन्ना की 77 Ans-A
14 सत्रू ीय मागुं ों का कारण नेहरू ररपोटय में मसलमानों के वलए पृथक्
(भौविक विज्ञान की दृवष्ट से जब सयू य ि पृ्िी के बीच में चन्द्रमा आ
वनिायचक मुंिल की सविधा को न िेना था।) जािा है िो चन्द्रमा के पीछे सयू य का वबम्ब कछ समय के वलए ढक
जािा है, इसी घटना को सयू य ग्रहण कहा जािा है। इस घटना को सयू य
ग्रहण कहा जािा है। यह घटना सिा सियिा अमािस्या को ही होिी है।)

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Set-18 Answer Key

78 Ans-D 83 Ans-D
(सोवियम काबोनेट एक अकाबयवनक यौवगक है वजसका रासायवनक (ब्राइट्स रोग से मनष्य की विल्ली प्रभाविि होिी है। नील वशश रोग
सत्रू (Na2CO3) है। इसे 'धोिन सोिा' या 'धोने का सोिा' मनष्य के हृिय को प्रभाविि करिे हैं जबवक पीवलया रोग से यकृ ि
(washing soda या soda ash और soda crystals) भी कहिे हैं। प्रभाविि होिा है।)
यह एक सामान्य लिण है वजसका जलीय घोल क्षारीय होिा है।
इसवलए इसका उपयोग कपडे धोने के वलये वकया जािा है।)
84 Ans-D
(पोवलयो कै से फै लिा है? मल पिाथय में पोवलया का िायरस जािा है।
79 Ans-A ज्यािािर िायरस यरि भोजन के सेिन करने से यह रोग होिा है।
(पृ्िी का अवधकाुंश ओजोन समिाप मुंिल (स्िेटोस्फीयर) में रहिी यह िायरस श्िास ित्रुं से भी शरीर में प्रिेश कर रोग फै लािा है।)
है, यह िायमुंिल की िह परि है जो सिह से 10 वकलोमीटर से
अवधक की िरू ी पर है। िायमुंिलीय ओजोन का लगभग 90 फीसिी
समिापमुंिलीय "ओजोन परि" में है, जो सयू य द्वारा 85 Ans-C
उत्सवजयि हावनकारक पराबैंगनी विवकरण से पृ्िी की सिह को (रिार का प्रयोग जहाजों, िाययानों आवि को ढूढुं ना एिुं मागय वनिेश
बचािा है।) करने के वलए वकया जािा है। रािार अथायि् रे वियो विटेरशन एुंि रैंवगगुं
एक यवक्त है। वजसका उपयोग गविशील लक्ष्यों के अनसुंधान हेि
वकया जािा है। विवशष्ट िगय के रािार में एक शवक्तशाली रे वियो
80 Ans-B िाुंसमीटर लगा होिा है। जो अपनी रे वियो िरुंगों से लक्ष्य की िोज कर
(िैल माध्यम से बने वचत्रों का सबसे बडा िोष यह होिा है वक कछ लेिा है और इसके अविररक्त रे वियो ररसीिर की मिि से परािवियि
काल के पिाि् िे पीले पडने लगिे हैं। नमी और अाँधेरे में रिे वचत्र िो िरुंगों की िोज भी कर लेिा है।)
और भी जल्िी पीले पड जािे हैं। रुंग की पहली िह में कम िेल हो
और बाि िाली में ज्यािा िथा एक िह सि ू जाने के बाि ही िसू री िह
लगाई जाए िो रुंग बाि में चटििे नहीं हैं।) 86 Ans-D
(आयरन िनू में हीमोग्लोवबन नामक पिाथय के वनमायण के वलए जरूरी
है। यही हीमोग्लोवबन रक्त में ऑरसीजन का िाहक होिा है एिुं इसी
81 Ans-B की िजह से िनू का रुंग लाल होिा है।)
(जो प्रकाश सुंश्लेषण की िरह विया करिी है और एवथलीन गैस के
उत्पािन के वलए सयू य की रोशनी, पानी और काबयन िाई ऑरसाइि का
उपयोग करिी है। पॉली एवथलीन बनाने में अहम भवू मका वनभाने 87 Ans-A
िाली एवथलीन गैस का उपयोग प्लावस्टक, रबड और फाइबर बनाने में (पेवनवसवलन की िोज का िेय 1928 में स्कॉवटश िैज्ञावनक एिुं नोबल
वकया जािा है) परस्कार विजेिा अलेरजेंिर फ्लेवमगुं को जािा है। उन्होंने वििाया वक
यवि पेवनवसवलयम नोटेटम उपयक्त सबस्िेट में बढे, िो यह
एुंटीबायोवटक गणों के साथ एक पिाथय वनःसृि करेगा, वजसे
82 Ans-D उन्होंने पेवनवसवलन करार विया।)
(पारा का प्रमि अयस्क वसनेबार है आजकल सभी प्रकार वक परीक्षा
में सामान्य ज्ञान सम्बवुं धि प्रश्न पछ
ू े जािे है इसवलए इस पोस्ट में हमने
आपको विज्ञान से सम्बुंवधि कछ महत्िपणू य प्रश्न उिर विए है वजन्हें पढ 88 Ans-C
कर आप अपनी परीक्षा वक िैयारी कर सकिे है और यवि यह (िट्टी चीजों में विटावमन-सी होिा है, जो घाि के जल्िी भरने में
जानकारी आपको पसुंि आए िो शेयर करना ना भल ू ें और यवि सहायक होिा है। इसवलए सजयन भी ऑपरे शन के बाि विटावमन-सी
आपका इसके बारे में कोई सिाल या सझाि हो िो नीचे कमेंट बॉरस की ििाइयाुं िेिे हैं। इसवलए वकसी भी ऑपरेशन के बाि आुंिला,
में कमेंट करके हमसे पछू सकिे हैं.) नीबू, सुंिरा ि अन्य िट्टे फल िाने चावहए।)
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Set-18 Answer Key

89 Ans-D
(प्रोटीन का पाचन उिर से आरुंभ होिा है। प्रोटीन का पाचन अमाशय 95 Ans-A
में आरुंभ होिा है। अम्लीय माध्यम में प्रोटीन पाचक एजुं ाइम, पेवप्सन
(िो पहाडों के बीच, धौलाधार और पीरपजुं ाल। यह वहमाचल प्रिेश में
प्रोटीन को पेप्टोन में वििवुं िि कर िेिा है।)
पीर पुंजाल, मध्य वहमालय और उच्च वहमालय के पहािों के बीच है
यह ब्यास निी का उद्गम स्थान है।)
90 Ans-B
(ससुं ार का सिायवधक व्यस्ि महासागरीय मागय उिरी अटलाुंवटक 96 Ans-B
महासागर है। उिरी अटलाुंवटक महासागरीय जल मागय सुंसार के िो
(पालघाट िराय पविमी घाट पियि िेणी का एक बडा िराय है। यह
सिायवधक विकवसि प्रिेशों कनािा के पिू ी भाग और सुंयक्त राज्य प्रायद्वीपीय भारि का प्रमि िराय हैं, जो के रल को िवमलनाि िथा
अमेररका को पविमी यरू ोप से जोडिा है। अि: यह बहुि महत्िपणू य एिुं कनायटक से जोडिा हैं।
व्यस्ि जलमागय है। िोनों ही रूटों पर अच्छे पत्नों िथा पेािाियों की यह िराय िवक्षण भारि के मध्य के रल राज्य में वस्थि है।
सविधा उपलब्ध है। उिरी अटलाुंवटक प्रिेश की वििेशी व्यापार सुंसार नीलवगरर पहावडयों (उिर) ि अन्नामलाई पहावडयों (िवक्षण) के बीच
के शेष सवम्मवलि व्यापार से अवधक है।) में वस्थि यह िराय लगभग 32 वक.मी. चौडा है और के रल-िवमलनाि
सीमा पर वस्थि है।
के रल िथा िवमलनाि िोनों राज्यों के बीच यह िराय यािायाि के वलए
91 Ans-D प्रमि मागय की भवू मका वनभािा है।
पालघाट िराय से होकर गजरने िाले राजमागय और रेलमागय के रल में
(भारि में 82.5° पिू ी िेशान्िर, जो वक इलाहाबाि के वनकट नैनी पालरकाि् को िवमलनाि में कोयबुं िर िथा पोल्लाची से जोडिे हैं।
से गजरिी है, के समय को मानक समय माना गया है। भारि िवक्षण भारि की जलिाय को प्रभाविि करने में भी यह िराय विशेष
का मानक GMT से 82.5° पिू य है , वजसका अथय है वक हमारा मानक भवू मका वनभािा है।
समय ग्रीनविच के मानक समय से साढे पााँच घुंटे आगे है) िवक्षणी-पविम मानसनू िथा बुंगाल की िाडी से उठने िाले िफ़ ू ान
इसी मागय से पियिीय क्षेत्र को पार करिे हैं।)

92 Ans-C
97 Ans-B
(भारि का सबसे पिू ी वबुंि वकवबथ,ू सबसे पविमी वबुंि कच्छ में सर
(वसयाचीन वहमनि विश्व का सबसे बडा वहमनि है िथा वहमालय,
िीक (गहर मोिी के पास),सबसे उिरी वबिुं इवुं िरा कोल और
काराकोरम क्षेत्र का सबसे लम्बा वहमनि है। (वसयावचन - 76 वकमी.))
सबसे िवक्षणी वबुंि इवुं िरा प्िाइटुं है)

98 Ans-D
93 Ans-D
(यह वबहार और उिर प्रिेश की सुंयक्त निी घाटी पररयोजना है। 1960
(उत्पवि की दृवष्ट से वनम्न पियि िेवणयों में से सबसे निीनिम कौन
के भारि-नेपाल समझौिे के िहि इससे नेपाल को भी लाभ है। इस
सी है? पटकोई िेणी वहमालय िेवणयों में वस्थि है वजसका वनमायण
पररयोजना के अन्िगयि गुंिक निी पर वत्रबेनी नहर हेि रेगलेटर के नीचे
टवशययरी यग में हुआ। शेष सभी िवक्षण और मध्य भारि में वस्थि हैं।
वबहार के बाल्मीवक नगर मे बैराज बनाया गया। इसी बैराज से चार
अिः उपययक्त में सबसे निीनिम पियि िेणी पटकोई िेणी है।)
नहरें वनकलिीं हैं, वजसमें से िो नहरें भारि मे और िो नहर नेपाल में
हैं। यहााँ 15 मेगािाट वबजली का उत्पािन होिा है और यहााँ से
94 Ans-C वनकाली गयी नहरें चपुं ारण के अविररक्त उिर प्रिेश के बडे वहस्से की
वसचुं ाई करिीं है।)
(90 के िशक में सिुं ोष पहली मवहला बनीं, जो माउुंट एिेरेस्ट पर िो
बार चढी और कागुं सगुं की ओर से चढने िाली िो
पहली मवहला बनीं. सुंिोष पहली बार मई 1992 में एिरे स्ट फिह
वकया)
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Set-18 Answer Key

99 Ans-C 103 Ans-D


(भीमबाुंध िन्यजीि अभयारडय मगुं ेर वजले के िवक्षण पविम में वस्थि (अनच्छे ि 75 (3) मुंवत्रपररषि लोकसभा के प्रवि सामवू हक रूप से
है। िडगपर वहल्स की पहावडयों और अविरल पथ पर जगुं ल 681.99 उिराई होगा। सामवू हक उिरिावयत्ि का अथय है वक मवुं त्रगण अपने
िगय वकमी के क्षेत्र को किर करिे हैं। यह मुंगरे की िवक्षणी सीमा से 56 कायों के वलए टीम क रूप में लोकसभा के प्रवि सामवू हक रूप से
वकमी की िरू ी पर, जमई रेलिे स्टेशन से 20 वकमी और पटना हिाई उिरिाई होिे हैं। मुंत्रीगण एक टीम के रूप में कायय करिे हैं और
अि्िे से 200 वकमी की िरू ी पर वस्थि है।) मवुं त्रमिुं ल मे वलए गए वनणयय उसके सिस्यों के सयुं क्त वनणयय होिे हैं।
मुंवत्रमुंिल की बैठक में मुंवत्रयों में से वकसी विषय पर वकिना भी
मिभेि रयों न हो, वकुंि जब एक बार वनणयय ले वलया जािा है िब
100 Ans-A सभी मवुं त्रयों से असुंिष्ट है िो उन्हें इस्िीफा िे िेना होिा है और यवि
(सवुं िधान में व्यिस्था है वक सिन की अवधकिम सिस्य सुंख्या 552 इस्िीफा नहीं िेिा िो मुंवत्रमुंिल के वनणयय में िह भी शावमल माना
होगी – 530 सिस्य राज्यों का प्रविवनवधत्ि करें ग,े 20 सिस्य जािा है। इस वसद्धाुंि के अनसार मवुं त्रपररषि् लोकसभा के प्रवि
सुंघशावसि प्रिेशों का प्रविवनवधत्ि करें गे िथा 2 सिस्यों को राष्िपवि सामवू हक रूप से उिरिाई है। मवुं त्रमिुं ल की सुंिैधावनक बाध्यिा है वक
द्वारा एुंग्लो-इवडियन समिाय से नावमि वकया जाएगा।) विधानमुंिल के वनिायवचि सिन (लोकसभा) का विश्वास िोिे ही िरुंि
त्यागपत्र िे िें। यह सामवू हक उिरिावयत्ि लोकसभा के प्रवि है चाहे
िह मत्रुं ी राज्य सभा के ही हो। यवि वकसी मत्रुं ी विशेष के विरुद्ध भी
101 Ans-B लोकसभा अविश्वास प्रस्िाि पाररि कर िेिी है िो भी सपुं णू य
मवुं त्रपररषि् को त्यागपत्र िेना होिा है।)
(भारि की प्रथम मवहला अवभनेत्री वजसे राज्यसभा के वलए नामावुं कि
वकया गया नरवगस िि थी। उनका काययकाल 3 अप्रैल, 1980 से 3
मई, 1981 िक रहा। नरवगस का जन्म फाविमा अब्िल रशीि के रूप 104 Ans-C
में 1 जनू , 1929 को कलकिा में हुआ था। नरवगस के वपिा उिमचुंि
मल (महान्यायिािी)
ू चुंि, रािलवपुंिी से िाल्लक रिने िाले समृद्ध वहिुं ू थे एिुं मािा
जद्दनबाई, एक वहिुं स्िानी रलावसकल गावयका थी िथा िो भाई,
अख्िर ि अनिर हुसैन थे। नरवगस की मािा भारिीय वसनेमा से
105 Ans-C
सवियिा से जिी हुई थी। िह गायक, नियक, वनिेशक, सुंगीिकार और
अवभनेत्री के रूप में एक हरफनमौला थी। उनकी वप्रय पत्री नरवगस ने (भारि के सबसे प्राचीनिम वसरके आहि या पचुं माकय वसरके थे । ये
भारिीय वफल्मों में बहुि कम उम्र (6 िषय) में प्रिेश कर वलया था। ईसा पिू य छठी - पााँचिी शिाब्िी के आसपास अवस्ित्ि में आए। ये
उनकी पिापयण वफल्म थी िलाश-ए-हक़ जो 1935 में ररलीज हुई थी। चााँिी से वनवमयि थे।)
नरवगस िि के प्रमि वफल्में मिर इवुं िया, अुंिाज, अनहोनी, जोगन,
आिारा, राि और विन, अिालि, घर सुंसार, लाजिुंिी, परिेशी, चोरी
चोरी, जागिे रहो, अुंगारे , आह, धनू , पापी, वशकस्ि, अम्बर, 106 Ans-C
अनहोनी, आवशयाना, बेिफा, शीशा, िीिार, हलचल, प्यार की बािें, (अशोक का अपने वशलालेिों में सामान्यिः वजस नाम से उल्लेि
सागर, आधी राि, बाबल आवि है) हुआ है, िह है - वप्रयिशी वशलालेिों और स्िम्भ लेिों को िो
उपिेवणयों में रिा जािा है। 14 वशलालेि वसलवसलेिार हैं, वजनको
चिियश वशलालेि कहा जािा है। ये वशलालेि शाहबाजगढी,
102 Ans-D
मानसेरा, कालसी, वगरनार, सोपारा, धौली और जौगढ में वमले हैं।)
(भारिीय सुंविधान में इस प्रविया को सुंयक्त राज्य अमेररका के
सवुं िधान से वलया गया है। महावभयोग िो प्रविया है वजसका इस्िेमाल
राष्िपवि और सप्रीम कोटय या हाई कोटय के जजों को हटाने के वलए 107 Ans-B
वकया जािा है। इसका वजि सुंविधान के अनच्छे ि 61, 124 (4), (किबद्दीन ऐबक अपनी िान शीलिा के कारण िह लाि
(5), 217 और 218 में वमलिा है.) बख्श (लािों का िान करने िाला) ि पील बख्श (हावथयों का िान
िेने िाला) के नाम से विख्याि था।)
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Set-18 Answer Key

108 Ans-B जाना जािा है। मुंिा विद्रोह झारिडि का सबसे बडा और अुंविम
रक्ताप्लाविि जनजािीय विप्लि था, वजसमे हजारों की सुंख्या में मुंिा
(मध्यकालीन सुंिों में कबीरिास का सावहवत्यक एिुं ऐविहावसक
आवििासी शहीि हुए।)
योगिान अविस्मरणीय है। कबीर रामानुं ि के वशष्य थे। ये वनगयण भवक्त
धारा के प्रमि कवि थे। ये मवू ियपजू ा, बाह्रा आिुंबर, अििारिाि के
विरोधी थे। इन्होंने वनगयण ब्रह्रा की उपासना की। कबीर िास ने अपने
112 Ans-A
िोहों के माध्यम से जनसाधारण को जागृि करने का प्रयास वकया।
रामाुंनि रामानज की पीढी के प्रथम सुंि थे। इन्होंने जावििाि पर कडा (के सरी (अथय: शेर), मराठी भाषा का एक समाचारपत्र है वजसकी
प्रहार वकया। इनके प्रमि वशष्यों में कबीर, सेना, रै िास थे। वहिुं ी में स्थापना 4 जनिरी 1881 में बाल गुंगाधर विलक ने की थी।
उपिेश िेने िाले रामानुंि प्रथम िैष्णि सुंि थे। रामानज ने 12िीं इस पत्र का उपयोग भारिीय स्ििुंत्रिा सुंग्राम को िाणी िेने के वलये की
शिाब्िी में विवशष्टाद्वैििाि की स्थापना की। बुंगाल में भवक्त आुंिोलन गयी।)
के प्रिियक, कृ ष्ण भवक्त उत्रायक चैिन्य ने मवू ियपजू ा अििारिाि,
कीियन, उपासना आवि को महत्ि विया। इन्होंने 'गोसाई-सुंघ' की
स्थापना की िथा सुंकीियन प्रथा को जन्म विया। इनके िाशयवनक वसद्धािुं 113 Ans-C
को 'अवचत्ुं यभेिाभेििाि' के नाम से जाना जािा है।) (आयय समाज के सुंस्थापक ियानुंि सरस्ििी ने समाज सधार के कई
कायय वकये महवषय ियानुंि सरस्ििी (1875) आयय समाज के सुंस्थापक
थे। उनकी पहचान महान समाज सधारक, राष्ि वनमायिा, प्रकाडि
109 Ans-C विद्वान, सच्चे सन्यासी, ओजस्िी सन्ि और स्िराज के सुंस्थापक के
(िानिा का यद्ध के वलये अपने सैवनकों का मनोबल बढाने के रूप में जाने जािे है।)
वलये बाबर ने 'वजहाि' का नारा विया था। साथ ही मसलमानों पर लगने
िाले कर 'िमगा' की समावप्त की घोषणा की थी, यह एक प्रकार का
व्यापाररक कर था। राजपिू ों के विरुद्ध इस 'िानिा के यद्ध' का प्रमि 114 Ans-D
कारण बाबर द्वारा भारि में ही रुकने का वनिय था) (भारि के शरुआिी राजनीविक सगुं ठनों पर सुंपन्न िगय जैस-े जमींिारों,
व्यापाररयों (िािाभाई नौरोजी) िथा कलीनों एिुं वसविल सेिकों का
प्रभाि था। जमींिारी एसोवसएशन- इसे लैंि होल्िसय सोसायटी
110 Ans-D के नाम से भी जाना जािा है। इसका गठन जमींिारों के वहिों की रक्षा
(मगल काल की स्थापना से पिू य उिरी भारि में सरकार नामक के वलये 1838 में वकया गया था।)
प्रशासवनक इकाई की उत्पवि हो चकी थी। अकबर ने इस व्यिस्था में
कछ सधार वकये। उसने अपने साम्राज्य के सभी सबू ों को सरकारों
(वजलों) में विभावजि वकया। प्रािुं ों (सबू ों) का वजलों (सरकारी) में 115 Ans-B
विभाजन प्रशासवनक एिुं वििीय आिश्यकिा के कारण वकया गया (कनायटक के 'गडग' में 4 फ़रिरी, 1922 ई. को भीमसेन जोशी का
था। 1600 के लगभग अकबर के साम्राज्य में (अहमिनगर को जन्म हुआ था। उनके वपिा 'गरुराज जोशी' स्थानीय हाई स्कूल के
छोडकर) 124 सरकारें थी। प्रत्येक सरकार में वनम्नवलविि प्रमि हेिमास्टर और कन्नड, अुंग्रेजी और सुंस्कृ ि के विद्वान थे। उनके चाचा
अवधकारी होिे थे – फौजिार, अमल गजार या आवमल, काजी, जी.बी जोशी चवचयि नाटककार थे िथा उन्होंने धारिाड की मनोहर
विविकची, िजानिार िथा कोििाल। सरकार का प्रमि प्रशासवनक ग्रन्थमाला को प्रोत्सावहि वकया था। उनके िािा प्रवसद्ध कीियनकार
अवधकारी फौजिार होिा था, उसकी वनयवक्त सम्राट करिा था।) थे।पवुं िि भीमसेन जोशी वकराना घराने के महत्त्िपणू य शास्त्रीय गायक
थे।)

111 Ans-C
(वबरसा मुंिा के नेित्ृ ि में 19िीं सिी के आविरी िशक में वकया गया 116 Ans-D
मिुं ा विद्रोह उन्नीसिीं सिी के सिायवधक महत्िपणू य जनजािीय (कूवचपडू ी (िेलग)ू आध्रुं प्रिेश, भारि की प्रवसद्ध नृत्य शैली है। यह परू े
आुंिोलनों में से एक है। इसे उलगलान(महान हलचल) नाम से भी िवक्षण भारि में प्रवसद्ध है। इस नृत्य का नाम कृ ष्णा वजले के विवि
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Set-18 Answer Key

िालक में वस्थि कवचपडी गााँि के ऊपर पडा, जहााँ के रहने िाले उग्र सधारिािी एिुं फे वबयन समाजिािी आिुं ोलन से जड गई। उनके
ब्राह्मण इस पारुंपररक नृत्य का अभ्यास करिे थे।) सहयोवगयों में ब्रैिले, वसिनी िेब, जॉजय बनायिय शॉ और ग्राहम िैलेस
जैसे व्यवक्त शावमल थे। 1914 में िीमिी एनी बेसेन्ट पणू यि: शैक्षवणक,
117 Ans-A सामावजक एिुं धावमयक काययकलापों से अपनी विशा बिलकर
राजनीवि की ओर मडीं और उसी िषय उन्होंने काुंग्रेस में शावमल होकर
(गरम िल भारिीय राष्िीय कााँग्रेस के अन्िर ही सिस्यों के मिभेि के भारिीय राजनीवि में प्रिेश वकया, वजसका स्पष्ट लक्ष्य था–आग्ुं ल
कारण उपजा एक धडा था वजसके नेिा लाला लाजपि राय, बाल भारिीय सुंबुंधों को प्रगाढ बनाना। इसीवलए बढिे भारिीय असुंिोष
गुंगाधर विलक और विवपनचुंद्र पाल थे। बगुं ाल विभाजन के बाि और िाुंविकारी गविविवधयों के प्रसार को िेििे हुए उन्होंने यही
कााँग्रेस के नरम िल के लोगों के साथ इस िल के स्पष्ट विरोध सामने उवचि समझा वक इस असिुं ोष से वनकास की िैधावनक व्यिस्था की
आये) जाए और उन्होंने वब्रवटश शासकों से भारि को स्िराज िे िेने की
अपील की, िावक सुंघषय की वस्थवि टल जाए और आुंग्ल–भारिीय
सुंबुंध मजबूि बन सके । होमरूल लीग आुंिोलन सियप्रथम एनी बेसेन्ट
118 Ans-C ने ही प्रारुंभ वकया था, वकन्ि होमरूल लीग की स्थापना पहले बाल
(बाल गुंगाधर विलक को लोकमान्य की उपावध होमरूल आिुं ोलन गगुं ाधर विलक ने 28 अप्रैल, 1916 को की थी, जबवक एनी बेसेन्ट ने
1916 के िौरान िी गयी थी। यह उपावध उनके अनयावययों ने उन्हें िी अपनी होमरूल लीग की स्थापना 3 वसिम्बर, 1916 को की थी।)
थी। बाल गुंगाधर विलक का उपनाम लोकमान्य का अथय होिा है
'लोगों द्वारा प्रविवष्ठि'। बाल गगुं ाधर विलक (23 जलाई 1856 - 1
अगस्ि 1920) के शि गगुं ाधर विलक के रूप में पैिा हुए। उनके वपिा 121 Ans-B
का नाम िी गगुं ाधर रामचुंद्र विलक था। िह एक भारिीय राष्ििािी, (महात्मा गाुंधी िवक्षण अरीका में लगभग 21 िषय रहे थे। िषय 1893
पत्रकार, वशक्षक, सामावजक सधारक िथा स्ििुंत्रिा सेनानी थे। उन्हें में गाुंधी जी गजराि के राजकोट में िकालि की प्रैवरटस वकया करिे
लोकमान्य के मानि उपावध से भी सम्मावनि वकया गया। विलक ने थे। िब उन्हें िवक्षण अरीका से सेठ अब्िल्ला ने एक मकिमा लडने
मराठा िथा के सरी नामक समाचारपत्र भी वनकाला था। इनके ऊपर िो के वलए बलाया था। गाुंधी जी पानी के जहाज पर सिार होकर िवक्षण
बार राजद्रोह (IPC की धारा 124A) का मकिमा लगा था। विलक अरीका के िरबन पहुचुं े थे। उस समय गाुंधी ना महात्मा थे और ना ही
'स्िराज' (आत्म-शासन) के पहले और सबसे मजबिू समथयकों में से राष्िवपिा िो िब वसफय एक बैररस्टर थे। लेवकन िेन से उन्हें जबरिस्िी
एक थे। इन्होंने 'िरकन वशक्षा सोसायटी' की स्थापना की, िावक भारि पीटरमाररट्जबगय स्टेशन पर उिारने की घटना ने उन्हें महात्मा बनने के
में वशक्षा का स्िर सधर सके । विलक की अनेक रचनाएाँ हैं, वकुंि रास्िे पर चलने को मजबूर कर विया। बिा िें वक महात्मा गाुंधी का परू ा
माडिले जेल में उनके द्वारा वलिी गई पस्िक 'गीिा-रहस्य' सिोत्कृ ष्ट नाम मोहनिास करमचुंि गाुंधी था। 2 अरटूबर, 1869 में गजराि के
कृ वि है। ये गरमपुंथी विचारधारा के नेिा थे। बाल गगुं ाधर विलक की पोरबुंिर में जन्में गाुंधी जी ने सत्याग्रह और अुंग्रेजो भारि छोडो
मृत्य 1 अगस्ि, 1920 को हुई।) आन्िोलन में विशेष भवू मका वनभाई थी। गाुंधी जी ने सभी पररवस्थवियों
में अवहसुं ा और सत्य का पालन वकया। सािा जीिन वबिाने के वलए
उन्होंने परम्परागि भारिीय पोशाक धोिी ि सिू से बनी शाल को
119 Ans-C धारण वकया।)
(उिर प्रिेश के प्रवसद्ध- िावुं िकारी राजा महेंद्र प्रिाप का िास्िविक
नाम िि्ग वसहुं था। हाथरस के राजा महेंद्र प्रिाप रि विया। प्रथम
विश्वयद्ध प्रारुंभ होने पर उन्होंने भारि की स्िित्रुं िा के वलए वििेशों का 122 Ans-D
सहयोग काबल में भारि की अस्थाई सरकार का गठन भी वकया,
(भारिीय स्िित्रुं िा सग्रुं ाम में अग्रणी रहे गोपाल कृ ष्ण गोिले महान
परन्ि यद्ध में जमयनी की पराजय होने के पररणामस्िरूप सरकार भगुं कर
स्ििुंत्रिा सेनानी होने के साथ ही एक मुंझे हुए राजनीविज्ञ भी थे.
िी गई।)
उन्होंने गाुंधी जी को िेश के वलए लडने की प्रेरणा िी. िो
राष्िवपिा महात्मा गाधुं ी के राजनीविक गरु थे.)
120 Ans-A
(होमरूल लीग आन्िोलन सियप्रथम एनी बेसेन्ट ने प्रारुंभ वकया था।
एनी बेसेन्ट का जन्म 1847 में लिुं न में हुआ था। 1867 में िे वब्रवटश
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Set-18 Answer Key

123 Ans-D कारण इस्पाि उद्योग में इसका उपयोग बहुिायि से होिा है। टुंग्स्टन
इस्पाि के पजे बहुि कठोर, वटकाऊ िथा न वघसनेिाले होिे हैं।)
(सभाष चुंद्र बोस ने भारिीय राष्िीय काुंग्रेस के कराची अवधिेशन को
महात्मा गााँधी की लोकवप्रयिा और सम्मान की कराकाष्ठा माना है।
काुंग्रेस का विशेष अवधिेशन माचय, 1931 ई. में सरिार िल्लभ भाई
130 Ans-B
पटेल की अध्यक्षिा में कराची में हुआ। इसी अवधिेशन में यिाओ ुं ने
गााँधी जी को काले झडिे वििाये।) (श्वेि प्रकाश को नली में ििुं को गमय करके पैिा करिे हैं। नवलका में
भरी ऑगयन गैस िथा पारे की िाष्प में विद्यि विसजयन प्रारम्भ करने के
वलए यह आिश्यक है वक िोनों िुंि काफी गमय हो चके हों। िन्ि गमय
124 Ans-D हो जाने पर नली में श्वेि प्रकाश उत्पन्न हो जािा है।)
(कै वबनेट वमशन)
125 Ans-C 131 Ans-D
(पटना) (16 जनिरी‚ 2021 को के रल के राज्यपाल आररफ मोहम्मि िान ने
राज्य के 10 हजार प्रविभाशाली लेवकन आवथयक रूप से कमजोर छात्रों
को मफ्ि में प्रशासवनक सेिा एिुं अन्य प्रवियोगी परीक्षाओ ुं की
126 Ans-C कोवचगुं िेने की योजना का शभारुंभ वकया। इस योजना का
(भारि छोडो आिुं ोलन के समय सारण वजले को अपराधी वजला नाम िन स्कूल‚ िन आईएएस (One School One IAS) है।)
घोवषि वकया गया था।)
132 Ans-A
127 Ans-C (गजराि के मख्यमुंत्री ने हाल ही में ‘बागिानी विकास वमशन’ की
(िेसीबेल (decibel / dB) एक लघगणकी इकाई है जो प्रायः शवक्त घोषणा की।
और िीव्रिा आवि भौविक रावशयों के वलये प्रयक्त होिी है।) इसे ‘बागायि विकास वमशन’ भी कहा जािा है।
इस वमशन का मख्य उद्देश्य बागिानी और औषधीय िेिी में शावमल
वकसानों की आय को िोगना करना है।
128 Ans-D इस वमशन के िहि, औषधीय और बागिानी फसलों की िेिी के वलए
गजराि राज्य सरकार की बेकार पडी भवू म को िीस साल के पट्टे पर
(स्पष्ट है वक रे वियो िरुंगों की िरुंगिैध्यय सिायवधक िथा गामा वकरणों प्रिान वकया जायेगा।)
की िरुंगिैध्यय न्यनू िम होिी है।)

133 Ans-B
129 Ans-A
(भारिीय रेलिे ने हाल ही में एक परानी िेन हािडा-कालका मेल
(टुंगस्टन (Tungsten) अथिा िोल्राम (Wolfram) आििय का नाम बिलकर 'नेिाजी एरसप्रेस' कर विया है। इस मेल को 19िीं
सारणी के छठे अुंिियिी समहू (transition group) का ित्ि है। शिाब्िी में भारि में शरुआिी िावणवज्यक यात्री िेन सेिाओ ुं में से एक
वबजली के बल्बों के ििुं ओ ुं में टुंग्स्टन का बहुि उपयोग होिा है। िसू री के रूप में शरू वकया गया था। इस नाम पररिियन की घोषणा सभाष
धािओ ुं में वमलाने पर उनकी कठोरिा बढ जािी है, वजस कारण चुंद्र बोस की 125िीं जयुंिी के एक भाग के रूप में की गयी है।)
टुंग्स्टन का उपयोग काटने के औजार, शल्यवचवकत्सा के युंत्र आवि की
वमिधािओ ुं में होिा है, रयोंवक ये वमिधािएाँ अम्ल, क्षार आवि से 134 Ans-A
प्रभाविि नहीं होिीं। एरसरे उपकरण, थमाययवनक िाल्ब, वबजली के (उस्िाि ग़लाम मस्िफ़ा खानः पद्म परस्कारों से सम्मावनि
जोड आवि में टुंग्स्टन का उपयोग हो रहा है। टुंग्स्टन शास्त्रीय सुंगीि के गरु का वनधन रामपर सहसिान घराने से िाल्लक
वमविि इस्पाि बहुि से विशेष कायों में उपयोगी वसद्ध हुआ है। इस रिने िाले शास्त्रीय सुंगीिकार उस्िाि ग़लाम मस्िफ़ा खान का 89
िषय की उम्र में वनधन हो गया है.)
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IAS PSC SOLUTION
Set-18 Answer Key

135 Ans-C 141 Ans-D


(माला अविग को भािी प्रथम अमेररकी मवहला वजल बाइिेन की (कपडा)
नीवि वनिेशक (Policy Director) के रूप में वनयक्त वकया गया है।
साल 2008 में पिू य राष्िपवि बराक ओबामा के अवभयान में भी
अविगा काम कर चकी हैं। 142 Ans-D
अविगा ने वजल के एक िररष्ठ सलाहकार और वबिेन-कमला हैररस
अवभयान के िररष्ठ नीवि सलाहकार के रूप में काम वकया है। (मेमना)
इससे पहले, अविगा बाइिन फाउुंिेशन में उच्च वशक्षा और सैन्य
पररिारों के वलए वनिेशक थे।)
143 Ans-C
(40 िषय)
136 Ans-A
(सरकार ने जयिुं एन िोबरागडे को जकािाय वस्थि आवसयान
सवचिालय में भारि का नया राजििू वनयक्त वकया है। 1995 बैच के 144 Ans-B
आईएफएस िोबरागडे अभी वििेश मत्रुं ालय के विल्ली मख्यालय में (शििार)
सुंयक्त सवचि हैं।)

145 Ans-B
137 Ans-C
(पिू य)
(पौधों में यह भ्रणू ों, जडों िथा यिा पवियों और उनकी िृवद्ध के
वलए उत्पाविि वकया जािा है। वजबरे वलन के कायय यह कछ
विशेष पौधों के िनों की लम्बाई बढाने में मिि करिा हैं। वजबरे वलन के 146 Ans-C
उपयोग से बौने पौधों की लम्बाई भी बढ सकिी हैं।)
(60 िथा 62 का ल.स. = 1860 सेकडि
= 31 वमनट
138 Ans-B अि: िोनों घडटी एकसाथ 10 : 31 बजे बजेंगी।)

(बच्चों के शरीर में जब प्रोटीन और कै लोरी की कमी होिी है


(कपोषण), िो उनमें मेरास्मास और रिावशयॉरकर जैसी बीमाररयाुं 147 Ans-B
होिी हैं)
(िेल प्रवियोवगिा में कल प्रवियोवगयों की अभीष्ट सुंख्या
= (8 + 84) – 1
139 Ans-C = 92 – 1 = 91)

(मायोवपया िब होिा है, जब आुंि की पिली बहुि लुंबी हो जािी है


या कावनयया (आि ुं ों की सबसे बाहरी सरक्षात्मक परि) की िििा 148 Ans-D
बहुि बढ जािी है। इससे जो रोशनी आुंिों में प्रिेश करिी है िो ठीक
प्रकार से फोकस नहीं होिी है, वजससे प्रविवबुंब रेवटना के थोडा आगे (? = 6¼×0.25+0.75–0.3125
फोकस होिे हैं। इससे नजर धधुं ली हो जािी है) = 25/4×¼+0.75–0.3125=2)

140 Ans-C
(उसकी विवशष्ट ऊष्मा अवधक है)

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Set-18 Answer Key

149 Ans-C
(ब्याज = मल
ू धन×समय×िर/100
= 400×5×12/100×2= रु. 120)

150 Ans-D
(अभीष्ट भार
= 65 + 8 × 1.5
= 65 + 12 = 77 वकग्रा)

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