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कर्मकार क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923


कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 पररचयम -1923 मे दे श मे पहला व्यापक कानन ू कमम चारी क्षतिपतू िम अतितनयम लाया गया जो
अतितनयम के अनुसच ू ी -2 मे शातमल कामगारों के तनयोजन के दोोरान और तनयोजन से उत्पन्न
चोटों के चलिे अशक्ता और मत्ृ यु की तथितियो मे तनयोजकों द्वारा क्षतिपतू िम दे ने से संबंतिि दे श मे
पहला कानन ू लाया गया।
 2009 के संशोिन के अनुसार इसका नाम बदलकर कमम कार क्षति पतू िम अतितनयम कर तदया गया ।
 1 जुलाई 1924 को इस अतितनयम को परू े भारिवर्म मे लागू कर तदया गया ।
 े – यह अतितनयम रे ल्वे कमम चाररयों ििा उन कमम चाररयों पर भी लागू होिा है जो कारखानों
कायममक्षत्र
या खिरनाक कायों मे कायम रि हो।
 नोट-राज्य बीमा अतितनयम के अिीन कायम करने वाले कमम चारी इस अतितनयम के अंिगम ि नहीं आिे
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 पररभाषा – (िारा -2)
 अस्थाई आंतिक अिक्ता -अथिाई आंतशक अशक्ता वह अशक्ता है तजसमे कमम चारी की उस तनयोजन
मे उपाजम न छमिा अथिाई अवति के तलए कम हो जािी है तजसमे वह दुर्मटना के समय लगा हआ आ िा ।
 स्थाई आंतिक अिक्ता –थिाई आंतशक अशक्ता वह अशक्ता है तजसमे कमम कार की हर ऐसे तनयोजन
मे उपाजम न छमिा थिाई रूप से कम हो जािी है तजसमे वह दुर्मटना के समय करने मे समिम िा ।
 अतितनयम के अिसु ूची भाग -1 व भाग -2 मे उन क्षतियों का उल्लेख तकया गया है तजनके पररणाम
थवरूप थिाई आंतशक अशक्ता समझी जािी है।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 स्थाई पूर्म अिक्ता – अतितनयम मे अनुसच ू ी-1 के भाग-1 मे उल्लेतखि तनम्न क्षतियो से उत्तपन्न थिाई
अशक्ता को समझा जा सकिा है।
 1-दोनों हािों की हातन या उच्चिर थिानों पर तवच्छे दन ।
 2-एक हाि और एक पााँव की हानी।
 3- टांग या जांर् से दोहरा तवच्छे दन या एक टांग या जांर् से तवच्छे दन या दूसरे पााँव की हानी ।
 4-आाँखों की रोशनी जाना या इस मात्रा िक हानी तक कमम कार ऐसा कोई काम करने के तलए असमिम
हो जािा है तजसके तलए आाँखों तक रोशनी आवशयक हो।
 5-चेहरे तक बहआ ि गंभीर तवदूर्िा ।
 6-पणू म वतिरिा ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 पररभाषा – (िारा -2)
 र्जदूरी – इस अतितनयम के प्रयोजन के तलय मजदूरी से ऐसे सुतविा या लाभ का बोि होिा है तजसे
िन के रूप मे प्राक्कलीि तकया जा सकिा है। लेतकन इसके अंिगम ि तनम्नतलतखि सतम्मतलि नहीं
होिा है-
• यात्राभत्ता ।
• यात्रा संबंिी ररयायि का मल्
ू य।
• कमम कार के तलय तनयोजक द्वारा पेन्सन या भतवष्यतनति मे तदया गया अंशदान ।
• कमम कार के तनयोजन तक प्रकृति के कारण उस पर हआ ए खचम के तलय दी गयी रातश ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 ृ कमम कार के तनम्नतलतखि ररश्िेदारों मे तकसी का बोि होिा है-
आतिि -आतिि से मि
• तविवा,नाबातलग िरमजपुत्र ,अतववातहि िमम जपुत्री या तविवा मािा ।
• 18 वर्म से अतिक उम्र का तवकलांग पुत्र या पुत्री अगर वह कमम कार के मत्ृ यु के समय उपाजम नों पर परू ी
िरह आतिि िा या िी ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 कर्मकार के र्त्ृ यमु के सर्यम उसके उपाजमिों पर पूरी िरह आंतिक रूप से यमथातितदम्ट आतिि-
➢ तविुर ।
➢ तविवा मािा को छोड़कर मािा-तपिा ।
➢ नाबातलग अिमम जपुत्र ,अतववातहि अिमम ज पुत्री या नाबातलग तविवा पुत्री चाहे वह िमम ज हो या अिमम ज

➢ नाबालीग भाई या अतववातहि बहन या नाबातलग तविवा बहन तविवा पुत्रविू ।
➢ पवू म मि
ृ पुत्र तक नाबातलग संिान ।
➢ पवू म मिृ पुत्री तक नाबातलग संिान अगर उस संिान के मािा -तपिा मे कोई जीतवि नहीं है ।
➢ जहा कमम कार के मािा -तपिा मे कोई भी जीतवि न हो या तपिामह या तपिमही ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा-3 क्षतिपूतिम के तियम तियमोजक का दातयमत्व-
 अगर तकसी कमम कार के तनयोजन के दोरान ििा तनयोजन से उत्पन्न होने वाली दुर्मटना से
व्यतक्तगि क्षति है,िो उसका तनयोजक क्षतिपतू िम के तलय उत्तरदायी होिा है ।
 इस िरह क्षतिपूतिम के दायमी होिे के तियम तिर्ं दिाओ का होिा आवश्यमक ह-
➢ दुर्मटना का तनयोजन के दोरान होना ।
➢ दुर्मटना के फलथवरूप कमम कार का व्यतक्तगि रूपं से छतिग्रथि होना ।
➢ दुर्मटना का तनयोजन के कारण या उससे उत्पन्न होना ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)

ु मटिा तियमोजि से उत्पन्ि िहीं सर्झी जािी-


तिम्ि तस्थतियमों र्े दर्
➢ अगर कामगार को तदए गए काम को छोड़कर कोई दूसरा कायम करिा है िो उसे
तनयोजन से उत्पन्न नहीं समझा जाएगा ।
➢ यतद कमम कार तनयोजक के आदे श से दूसरे कामगार का काम करिा है िो उसे
तनयोजन से उत्पन्न समझा जाएगा ।
➢ यतद कमम कार अपने तनयोजन से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से संबंि कायों को छोड़कर
अपना व्यतक्तगि कायम करिा हो ।
➢ अगर कमम कार को अन्य कामगारों के साि बाहरी खिरों का सामना करना पड़िा है
जैसे-तबजली तगरना,भकू ं प आतद।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)

ु मटिा तियमोजि से उत्पन्ि िहीं सर्झी


तिम्ि तस्थतियमों र्े दर्
जािी-
➢ यतद कमम कार को अपनी शारीररक दशाये जैसे तमगी या तदमागी बीमारी के
कारण दुर्मटना का तशकार होना पड़े ।
➢ यतद कमम कार के शराब पीने के कारण दुर्मटना हआ ई ।
➢ यतद कमम कार को ऐसे जगह दुर्मटना का सामना करना पड़ा हो,जहां उपतथिति
आवश्यक नहीं िी ।
➢ अगर काम पर लगा कमम कार दूसरों के हमले से दुर्मटनाग्रथि हो जािा है ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 व्यमवसातयमक रोगों के तिए क्षतिपूतिम का दातयमत्व-
➢ अतितनयम तक अनुसच
ू ी-3 मे कई ऐसे व्यवसातयक रोगों का उल्लेख तकया
गया है तजन्हे तनयोजन के दोरान और तनयोजन से उत्पन्न दुर्मटना के
फलथवरूप हआ ई क्षति समझा जािा है ।
➢ अनुसच ू ी-3 भाग-A तनयोजन तक तिति से 6 माह बाद व्यवसातयक रोग होने पर
ही उसे तनयोजन से उत्पन्न दुर्मटना के फलथवरूप हआ ई क्षति समझा जािा है ।
➢ अनुसच ू ी-3 भाग-c केंद्र द्वारा तनिाम ररि अवति समय के बाद व्यवसातयक रोग
होने पर ही उसे तनयोजन से उत्पन्न क्षति समझा जािा है ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा -4 क्षतिपूतिम तक राति-
➢ कामगार तक मत्ृ यु तक तथिति मे कामगार की 50% मजदूरी x उम्र के अनुसार सुसंगि
कारक । गुणा करने पर प्राप्त रातश या 120000 जो भी अतिक हो।
➢ क्षतिपतू िम तक गणना अतिकिम 15000 रुपए के मजदूरी िक (3 जनवरी 2020 से )
➢ कामगार के थिाईपण ू म अशक्ता तक तथिति मे कामगार के मजदूरी का 60% x उम्र के
अनुसार सुसंगि कारक ।
➢ गुणा करने पर प्राप्त रातश 140000 या जो अतिक हो ।
➢ क्षतिपतू िम तक गणना अतिकिम 15000 रुपए के मजदूरी िक ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)

कार्गार के अस्थाई आंतिक यमा पूर्म अिक्ता तक तस्थति र्े –


➢ क्षतिपतू िम
तक अतिकिम रातश कमम चारी तक मजदूरी का 25%
➢ अिम मातसक भुगिान-भुगिान दुर्मटना के 16 वे तदन से प्रारं भ
➢ भुगिान अशक्ता तक अवति िक या अतिकिम 5 वर्ों िक
नोट-िीन तदनों तक अथिाई अशक्ता के तलए क्षतिपतू िम दे य नहीं है।
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(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 अंत्यमेत्ट के तिए भग
ु िाि –
➢ न्यन
ू िम ₹5000 की रातश मिृ क के बड़े आतिि पुत्र को या जो तकसी अन्य तजसने
दाह संथकार तकया हो िो उस व्यतक्त को दी जािी है ।
➢ परू ा तचतकत्सीय व्यय भी तनयोजक के द्वारा वहन तकया जािा है।
 नोट -यतद तनयोजक क्षतिपतू िम तक िनरातश का भुगिान एक माह के अंदर नहीं करिा
है िो-12% या अतिसतू चि बैंक द्वारा लगाए जाने वाले व्याज दर से अन्यन
ू दर पर ब्याज
वसल ू ा जाएगा।
 यतद तनयोजक तबना तकसी कारण भुगिान में तवलंब करें िो 50% जुमाम ना जो
कमम चारी/आतिि को देय होगा।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
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िारा -5 र्जदूरी तहसाब करिे तक पद्धति-


➢ एक माह सेवा में तमलने वाली रातश का तनिाम रण यतद कामगार 12 माह
से ज्यादा से काम कर रहा िा । िो 12 माह के भुगिान का औसि ।
➢यतद एक माह से कम काम तकया हो -उसी प्रकृति के तकसी अन्य
कामगार के मातसक भुगिान के बराबर ।
➢उसे प्राप्त होने वाले रातश को तदनों से भाग दे कर पुनः 30 से गुणा करने
पर ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा -5 र्जदूरी तहसाब करिे तक पद्धति-
➢ यतद कमम चारी की दुर्मटना तवदे श में होिी है और वहां के कानन
ू के अंिगम ि उसे कोई
रातश प्राप्त होिी है िो छतिपतू िम आयुक्त इसका समायोजन क्षतिपतू िम की रातश तनिाम ररि
करिे समय करें गे
➢ अगर तनयोजक क्षतिपतू िम की रातश का भुगिान 1 माह के अंदर नहीं करें िो 12 परसेंट
या अतिसतू चि बैंक द्वारा लगाए जाने वाले ब्याज दर से न्यन
ू दर पर ब्याज वसल ू ा
जाएगा ।
➢ यतद तनयोजक तबना तकसी कारण भुगिान में तवलंब करें िो 50 परसेंट जुमाम ना जो
कमम चारी आतिि को भक्त दे होगा ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा -6 पि
ु तवमिोकि –
• तनयोजक या कमम चारी के आवेदन के पश्चाि ।
• पुनतवम लोकन के बाद अिम मातसक भुगिान बंद /र्टाया /बढाया जा सकिा है ।
• कमम चारी की अथिाई अशक्ता को थिाई अशक्ता में बदला जा सकिा है ।
• पवू म मे देय रातशयों को समायोतजि तकया जा सकिा है ।
 िारा-7 अिमर्ातसक भुगिाि का रूपांिरर् –
 तनयोजक ििा कमम चारी के आपसी समझौिे से या आयुक्त के आदे श से एकमुश्ि रातश में
बदला जा सकिा है । कम से कम 6 माह के भुगिान के पश्चाि दोनों पक्ष कार द्वारा आवेदन दे ना
आवश्यक होगा।
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(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा-8 क्षतिपूतिम का तविरर् –
➢ कमम चारी की मत्ृ यु की तथिति में तनयोजक उसके तकसी आतिि को 3 माह की
मजदूरी देय (क्षतिपतू िम रातश से अतिक नहीं) सकिा है । तजसे अंतिम भुगिान
के समय छतिपतू िम की देय रातश से काट तलया जाएगा ।
➢ कई मामलों में थपष्ट नहीं होने पर ही आतिि को छतिपतू िम दे ने के तलए रातश
आयुक्त के पास जमा कर देिा है यतद कमम चारी का कोईआतिि नहीं हो िो
जमा की गई िनरातश आयुक्त तनयोजक को वापस लौटा देगा ।
 िारा -9 क्षतिपूतिम का हस्िांिरर् यमा कुकी िहीं –
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा -10 सूचिा और दावा –
➢ अतितनयम के अिीन पतू िम के तलए दावा दुर्मटना के तदन के 2 वर्ो के अंदर करना आवश्यक है ।
व्यवसातयक रोगों के मामले में दुर्मटना की तिति उस तदन से समझी जािी है तजस तदन से
कमम चारी काम पर आना बंद कर देिा है ।
➢ िारा-10(a )
➢ अगर तकसी आयुक्त तकसी स्रोि से तकसी कमम चारी के र्ािक दुर्मटना होने की सच ू ना प्राप्त होिी
है िो तनयोजक से इसकी तवथििृ जानकारी मांग सकिा है ििा उसके बाद आयुक्त दुर्मटना होने
की तथिति में तनयमानुकूल को उस मामले का तनष्पादन करे गा ।
➢ िारा -10(b) -तनयोजक को तकसी भी दुर्मटना के कारण होने वाली मत्ृ यु की सच ू ना आयुक्त को
7 तदनों के अंदर देना अतनवायम है ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
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 िारा -11 तचतकत्सीयम परीक्षर् –
➢ यतद तकसी कमम चारी ने दुर्मटना की सच ू ना तनयोजक को दी है िो उसे दुर्मटना होने के 3 तदनों के
अंदर तनयोजक द्वारा तनयुक्त योग्यिा प्राप्त तचतकत्सक के समक्ष जांच के तलए उपतथिि होना
होगा ।
➢ यह परीक्षण तनशुल्क होंगे अिम -मातसक भुगिान पाने वाले कामगार के तलए भी समय-समय पर
तचतकत्सीय परीक्षणों के तलए उपतथिि होना आवश्यक है ।
 िारा-12 संतवदा
➢ तकसी व्यवसाय का असली तनयोजक उसके ठे केदार द्वारा तनयुक्त कमम चारी के तलए क्षतिपतू िम का
देने के तलए उत्तरदाई होिा है ।
➢ संवेदक प्रिान तनयोजक से क्षतिपतू िम रकम तदलवाने में मदद करे गा ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा -16 क्षतिपूतिम के बारे र्ें तववरर्ी-
 राज्य सरकार राजकीय गजट में सच ू ना प्रकातशि कर तनयोजक को पवू म िी
वर्म में होने वाली क्षतिपतू िम की संख्या, क्षतिपतू िम की रकम ििा अन्य बािें वातर्म क
तववरणी के रूप में भेजने का तनदेश दे सकिी है
 िारा-17 सतवंदा द्वारा त्यमाग –
 इस अिीनयम के प्रारं भ होने के पहले या बाद मे तकया गया कोई भी करार जो
तनयोजक को इस अतितनयम से मुक्त करिा हो शन्ू य या प्रभावहीन होिा है ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
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िारा-19 से 31 क्षतिपूतिम आयमक्त


ु एवं उसकी ितक्तयमां –
अतितनयम के िहि कमम चारी आयुक्त तनयुक्त करने तक शतक्त राज्य
सरकार को है ।
तियमतु क्त के तिए यमोग्यमिा तक ििे-
➢ राज्य सरकार न्यातयक सेवा के सदथय के रूप मे न्यन ू िम 5 वर्ों तक
अवति िक होना या रह चुका हो ।
➢ न्यनू िम 5 वर्ों िक अतिवक्ता हो या रह चुका हो ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा-19 से 31 क्षतिपतू िम आयमक्त
ु एवं उसकी ितक्तयमां –
 कर्मचारी क्षतिपूतिम आयमक्त ु को कई तवषयमों पर तिर्मयम िेिे की ितक्त प्राप्त है ह जसे-
➢ क्षतिपतू िम दे ने के दातयत्व ।
➢ क्षतिपतू िम की रकम और अवति ।
➢ क्षतिपतू िम पाने का अतिकार या आतिि तनिाम रण ।
➢ अशक्ता तक मात्रा एवं प्रकार ।
 कायममवाही का संचािि का स्थि-
➢ जहां दुर्मटना हआ ई हो ।
➢ जहां मि ृ क के आतिि या अशक्ता के मामले मे मि ृ क रहिा हो।
➢ जहां तनयोजक के कायाम लय का पंजीकृि पिा हो।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा-19 से 31 क्षतिपतू िम आयमक्त ु एवं उसकी ितक्तयमां –
➢ आयुक्त द्वारा तवतनतश्चि तकए जाने वाले तवर्य के बारे मे तनणम य दे ने की शतक्त तसतवल न्यायालय को नहीं
हैं ।
➢ क्षतिपतू िम से संबंतिि तवर्य का तनिाम रण आयुक्त द्वारा आवेदन दे ने की तिति से 3 माह के भीिर कर दे ना
है ।
➢ यतद आयुक्त को लगिा है तक र्ािक दुर्मटनाओं के तलए जमा की गई रातश पयाम प्त नहीं है िो वह
तनयोजक को अतिररक्त रातश जमा करने का आदे श दे सकिा है ।
➢ आयुक्त भारिीय दंड संतहिा के िहि लोकसेवक होिा है और उसे तसतवल प्रतिया संतहिा के िहि
तसतवल न्यायालय के गवाही लेने गवाहों का हातजर करने के अतिकार प्राप्त है ।
➢ आयुक्त क्षतिपतू िम से संबंतिि तकसी कानन ू के प्रश्न को तवतनतश्चि करने के तलए उच्च न्यायालय मे भेज
सकिा है ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 िारा-19 से 31 क्षतिपतू िम आयमक्त ु एवं उसकी ितक्तयमां –
 िारा-30 अपीि-
 आयुक्त के आदे श के तवरुद्ध उच्च न्यायालय मे तनम्न तवर्यों पर अपील तक जा सकिी है –
➢ एकमुश्ि क्षतिपतू िम दे ने संबंिी आदे श
➢ व्याज या जुमाम ना दे ने संबंिी
➢ आतििों के बीच क्षतिपतू िम रकम के तविरण संबंिी
➢ अिम मातसक भुगिान को एकमुश्ि मे बदलने संबंदी आदे श
 नोट-तजस रकम के तवरुद्ध अपील तकया जा रहा है वह 10000 या उससे अतिक होना चाईए ।
 िारा-31 आयुक्त देय क्षतिपतू िम तक रातश को भ-ू राजथव के बकाय के रूप वसल
ू सकिा है ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
(कर्मकार क्षति पूतिम अतितियमर् 1923)
 दंड प्राविाि –
 िारा-4 a(3)
➢ आयुक्त क्षतिपतू िम रातश के भुगिान मे एक माह से ज्यादा तवलंब करने पर तनयोजक को 12% के सािारण व्याज
के दर से अिवा तकसी अनुसतू चि बैंक द्वारा कजम दे ने के अतिकिम दर से सदू के साि भुगिान दे ने का आदे श
दे सकिा है ।
➢ यतद तवलंब का कोई उतचि कारण नहीं है िो तनयोजक को कुल भुगिे रातश (व्याज सतहि) का 50% जुमाम ना भी
दे ना पड़े गा ।
 िारा-18(a)
 तनयोजक द्वारा दुर्मटना संबंिी नोतटस बुक नहीं रखने ,र्ािक दुर्मटनाओ तक सच ू ना नहीं दे ने ििा वातर्म क
तववरणी नहीं बेजने और कमम चारी को उसके अतिकार बिाने मे असफल रहने पर दोर्ी तनयोजक को 50000
रुपए से 100000 िक के जुमाम ने से दंतडि तकया जा सकिा है ।
कर्मचारी क्षतिपूतिम अतितियमर् -1923
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िारा-32 राज्यम सरकार को तियमर् बिािे तक ितक्त –


➢ आयुक्त द्वारा मामले के तनपटारा हे िु प्रतिया तनिाम रण ।
➢ एक आयुक्त से दूसरे आयुक्त के पास मामले को भेजने तक प्रतिया ।
➢िन रातश को मि ृ व्यतक्त के आतिि के फायदे के तलए तनवेतशि करने
की प्रतिया ।
आयुक्त के समक्ष कायम वाही मे लगने वाली फीस का तनिाम रण आतद ।
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